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Hardware & Software

Prepaerd by –: SHUBHAM GUPTA


 Hardware-:
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 Input Devices-:
Input Device ऐसी Electronic Device होती ह, िजसके वारा हम Computer
म Data या Instruction को Input करते है , उसे Input Device कहते ह।
क बोड, माउस, लाइट पेन, कैनर, ै क बॉल आ द इनपुट डवाइस ह।
1. Keyboard-:
 क बोड का लेआउट टाइपराइटर क तरह होता है जो एक Input device है. इसका इ तेमाल मु य प से Computer
म commands, text, numerical data और दस
ु रे कार के data को enter करने के लए कया जाता है |

 टोफर लैथम शोलेज (Christopher Lathom Sholes) ने पहले यवहा रक टाइपराइटर और Qwerty क बोड का
आ व कार 1868 म कया था |

 क बोड म समा यतः 104 – 108 बटन(Key) पाई जाती है |


2. Mouse-:
 माउस सबसे लोक य pointing device
है |यह एक ऐसा pointing device है िजसका
इ तेमाल PC के साथ interact करने के लए
कया जाता है । इसक मदद से Display
Screen पर point, select, click, drag, drop
और scroll कया जा सकता है |
 एक सामा य़ Mouse म तीन बटन होते है ,
पहला बटन Primary Button (Left Button)
तथा दसू रा बटन Secondary Button (Right
Button) के नाम से जाना जाता है और तीसरे
बटन को Scroll Wheel या चकर भी कहते
है
 क यूटर माउस का आ व कार एक वतीय
व व यु ध (World War II) सै नक Douglas
C. Engelbart ने सन 1968 म कया था|
3. Joystick-:
 जॉयि टक भी एक पॉइं टंग डवाइस है जो मॉ नटर न पर
कसर क ि थ त को थानांत रत करने के लए योग कया
जाता है |

 यह एक छड़ी के समान होता है िजसके नचले और


ऊपर दोन सर पर एक गोलाकार गद होती है ।

 जॉयि टक का काय माउस के समान होता है । यह


मु य प से कं यटू र एडेड डजाइ नंग(CAD) और
क यटू र म गेम खेलने म उपयोग कया जाता है
4. Light Pen:
 लाइट पेन एक लाइट-स स टव कं यूटर का इनपुट डवाइस होता है , िजसका उपयोग टे ट
का चयन करने, च बनाने और कं यट ू र न या मॉ नटर पर यज ू र इंटरफेस ए लमट के
साथ इंटरै ट करने के लए कया जाता है ।
 इसके फोटोशेल स संग ए लमट न लोकेशन का पता लगाकर CPU को उसके अन प
स नल भेजते ह |

 इसका उपयोग ा फ स बनाने के लए कया जाता है ।


5. Track Ball-:
 ै कबॉल कं यट ू र क एक ऐसी
इनपट ु डवाइस ह िजसका इ तेमाल
कसर को नयं त करने के लए
कया जाता है |

 ै कबॉल माउस क तरह क दखने


वाल एक डवाइस ह िजसके बीच
म एक बॉल लगी रहती है और बॉल
के वारा कं यूटर न म कसर
को नयं त कया जाता है |
 ै कबॉल का आ व कार 1946 म
Ralph Benjamin ने कया था |
6. Scanner-:
 Scanner एक input device है िजसे optical
scanner भी कहा जाता है ।

 िजसका मु य काय कसी hard copies को


digital format म store करके कं यूटर म
भेजना होता है ।

 कैनर म scanning के लए सॉ टवेयर होता


है जो OCR (Optical Character Recognition)
Technology का इ तेमाल करता है । इसे Text
recognition भी कहते है ।
Some Other Input Devices and its Data Type
Sr. No. Input Device Name Input Device Data Type
1. OCR (Optical Written and Printed Text
Characters Reader)

2. MICR (Magnetic Inc Magnetic Pattern data


Characters Reader)

3. BCR(Bar Code Encoded Symbolic barcode


Reader) data
4. Microphone/Mic Voice Input
5. Webcam Digital Image/Video data
6 Camera Image data
 Output Devices-:
आउटपट ु डवाइस वो डवाइस होती है जो कं यट
ू र के इनपट
ु डवाइस वारा
दए गये नदश को ोसे संग होने के बाद िजस डवाइस म उसका प रणाम
दखाता है वह आउटपटु डवाइस कहलाता है । जैस;े Monitor, Printer,
Speaker आ द।
1. Monitor-:
 मॉ नटर एक मह वपण ू आउटपट ु डवाइस है । इसे वजअु ल ड ले यू नट भी
कहते है। यह च ा मक प से कं यटू र के प रणाम (Result) को दखाता है ।
यह दखने म बलकुल ट .वी क तरह ह होता है । यह मॉ नटर पर कं यट ू र
के आउटपट ु को सॉ ट कॉपी म दखाता है ।

 मॉ नटर के लए दो कार क न का उपयोग कया जाता है -:


A. CRT(Catode-Ray Tube) Display Monitor-:
• CRT ड ले छोटे प चर ए लम स से मलकर बना होता है , िजसे प से स कहते है । प सल
िजतना छोटा होगा, छ व क प टता उतनी ह बेहतर होगी।

• Cathode Ray Tube म इले ॉन गन लगा होता है । िजसके वारा ा त इले ॉन बीम
को पराव तत कर के च बनाया जाता था।

B. Flat-Panel Display Monitor-:


लैट-पैनल ड ले को दो भाग म बांटा गया है -:

a. Emissive Display-:
 Emissive Display ऐसी Divices ह, जो व युत ऊजा को काश म प रव तत करते ह।
Example-: LED(Light Emitting Diodes)
b. Non-Emissive Display-:
Non-Emissive ड ले कसी अ य ोत से ा त काश को ा फ स पैटन म
बदलने के लए ऑि टकल भाव का उपयोग करते ह ।
Example-: LCD(Light Crystal Display).

2.Printer-:
 टं र भी एक आउटपुट डवाइस है । इसका योग कं यूटर क जानकार को
कागज पर छापना है । कागज पर छपे हुए कॉपी को हाड कॉपी कहते ह।
अथात ट ं र कं यूटर के सॉ ट कॉपी को हाड कॉपी म बदलता है ।

ं र दो कार के होते ह -:

1. Impact Printer
2. Non-Impact Printer
 इ पै ट ट
ं र (Impact Printer) -:
 इ पै ट ट
ं र ऐसे टं र होते ह जो अ र को कागज पर छापने के लए रबन भर
याह को कागज पर हार (Hit) करते ह | यह दो कार का होता है -:
1. Character Printer
2. Line Printer

 Character Printers-:
 यह ट
ं र एक बार म केवल एक अ र ट
ं करता है , यह दो कार का होता है |

1) Dot Matrix Printer-:


 यह एक कार का impact printer है , इसके ं टंग हे ड म pins का एक मै स होता है
और येक pin के ribbon और कागज पर पश करने से एक dot छपता है । जब कई dot
मलते ह तो वह character बनते ह। य क टं र मै स क सहायता से डॉट म टं
करता है इस लए इसे डॉट मै स ट ं र कहा जाता है |
 (Advantages) लाभ :
• स ता।
• अ धक योग।
• दसू र भाषा के अ र भी ट
ं करता है

 (Disadvantages) हा न :
• कम ग त।
• खराब गण ु व ा।

2) Daisy Wheel Printers-:


 इन टर म ि टं ग के लए एक
लाि टक के प हए (Wheel) का योग
कया जाता है। इस प हए क आकृ त
गुलबहार फूल (Daisy Flower) के समान
होती है , इस लए इस टर को डेजी
हल टर कहते ह।
 (Advantages) लाभ :
• DMP से अ धक व वसनीय है।
• Good वा लट ।
• अ र के Fonts को आसानी से बदलना।

 (Disadvantages) हा न :
• DMP से धीमा।
• अ धक शोर उ प न करता है ।
• DMP से अ धक महं गा।

 Line Printers-:
 ऐसे ट ं र जो एक साथ परू लाइन ट ं करते ह लाइन टं र कहलाते ह ऐसे इंपै ट

ं र का उपयोग अ धक मा ा म पेपर टं करने के लए कया जाता है | यह भी
दो कार का होता है
1) Drum Printer-:

 Drum Printer म एक बेलनाकार म होती है , जस कारण इसे म टर कहते ह


जसक सतह पर सभी अ र ट रहते ह, और इसके पीछे Hammer क एक सी रज
लगी रहती है |
 म का एक च कर एक लाइन ट ं करता है म क ग त तेज होती है और ये
300 से लेकर 2000 लाइन तक त मनट ट
ं करता है ।
 (Advantages) लाभ :
• उ च वा लट के ट
ं आउट ा त होते है ।
• तेजी के साथ ट ं आउट ा त होते है

 (Disadvantages) हा न :
• अ धक थान घेरते है।
• लैक and हाईट ह ट
ं आउट दे ते है ।

2) Chain Printer-:

 Chain Printers म दो पु ल के चारो और


लपटे हुए Characters सेट क ंख
ृ ला
(Chain) का उपयोग करके पेपर पर
छपाई का काय कया जाता है । इस लए
इसे चेन ट ं र कहा जाता है ।
 (Advantages) लाभ :
• Character Fonts को आसानी से बदला जा सकता है ।
• अलग-अलग भाषा का उपयोग कया जा सकता है

 (Disadvantages) हा न :

• अ धक शोर उ प न करता है ।

 नॉन -इ पै ट ट
ं र (Non-Impact Printer) -:

 इसम रबन नह ं रहता तथा व युत या रासाय नक व ध से याह का छड़काव कर



ं ा त कया जाता है , नान-इ पै ट ट
ं र दो कार के होते है -:

1) Laser Printer-:
ये टं र लेज़र लाइट के मा यम से पेज पर करै टर के लए डॉ स उ प न करते है , िजस
कारण इसे लेज़र ट ं र कहते ह ।
 (Advantages) लाभ :
• बहुत उ च ग त |
• बहुत उ च गण ु व ा वाले आउटपटु |
• अ छ ा फ स(Photo) गण ु व ा दे ते ह

 (Disadvantages) हा न :
• printing cost Highहोती है ।
• initial cost भी High होती है ।

2) Ink-Jet Printers-:

 इंकज़ेट ट
ं र एक ऐसा ट
ं र है िजसम कसी कागज को ट
ं करने के
लए कागज पर याह (ink) क छोट बंदू को े (spray) कया जाता
है ।
 (Advantages) लाभ :
• बहुत उ च ग त |
• colors full picture graphics आ द क printing क जा सकती है ।

 (Disadvantages) हा न :
• printing cost High होती है ।
• printing speed कम होती है ।

Some Other Output Devices and its Data Type


Sr. No. Output Device Name Output Device Data Type
1. Speaker Sound Data
2. Headphone Sound Output data
3. Projector Light Visual Data
 Computer Memory -:
 Computer का वह Device जो Computer के लए म ृ त का काय करता है ।
यानी Computer के लए आव यक नदश, ो ाम, कमांड और प रणाम
इ या द को याद रखने का काय करता है । ऐसे Device को Computer
Memory कहा जाता है।
कं यट
ू र मेमोर मु यतः तीन कार क होती है -:

1.Cache Memory-:
 Cache Memory, एक हाई पीड सेमीकंड टर कं यट
ू र मेमोर है िजसका
उपयोग CPU क पीड तथा परफॉरमस को बढ़ने के लए कया जाता है |

 इसका उपयोग डेटा और ो ाम के उन ह स को रखने के लए कया


जाता है जो सीपीयू वारा सबसे यादा बार उपयोग कए जाते ह |
 (Advantages) लाभ :
• Main मेमोर क तुलना म कैश मेमोर काफ फ़ा ट होती है ।
• कैश मेमोर का डेटा access time ाइमर मेमोर से कम होती है ।

 (Disadvantages) हा न :
• यह Main मेमोर क तल ु ना म काफ महं गा होता है |
• टोरे ज मता काफ काम होती है |
• अ थाई प से टोर करता है ।

2. Primary Memory-:
 Primary Memory कं यूटर क Main Memory होती है , जो आमतौर पर उस कार
के Data अथवा Program को Store करती है, िजसे वतमान समय म Central
Processing Unit (CPU) वारा ोसेस कया जा रहा होता है । Primary Memory
मु य प से दो कार क होती है |
1. RAM (Random Access Memory)
2. ROM(Read Only Memory)
 Characteristics of Main Memory-:
• यह मेमोर अ थायी होती ह.
• CPU का part होती है.
• Power Supply या काम ख म होने के बाद डाटा वत: ड लट हो जाता ह.
• इसके बना क यूटर काम नह कर सकता ह.
• अ त र त मेमोर से तेज होती है .

3. Secondary Memory-:
 सेकडर मेमोर कं यट ू र क Permanent Storage Device होती है ।
 सेकडर मेमोर को ोसेसर या सीपीयू (CPU) के वारा सीधे ए सेस नह ं कया जा
सकता।
 Secondary Memory एक कार क कं यट ू र मेमोर है िजसका इ तेमाल बड़े आकार
वाले डेटा जैसे (वी डयो, इमेज, ऑ डयो, फाइल) को टोर करने के लए कया जाता
है ।”
 Types of Secondary Memory-:
• HDD (Hard Disk Drive)
• SDD (Solid State Drive)
• CD Drive (Compact Disk)
• DVD Digital Vedio Display
• Pen Drive
• SD Drive
 Characteristics of Secondary Memory-:
• यह एक non-volatile मेमोर है ।
• सेकडर मेमोर म डेटा थायी प से सं हत रहता है ।
• सेकडर मेमोर , ाइमर मेमोर से लो होती है |
• सेकडर मेमोर म डेटा थायी प से टोर रहता है ।
4
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