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,
दानस्स दमस्स संयमस्सा ,
Dana Dakshina Vibhang sutta, दानवत्थुसुत्तं ,
Tirokuththa petavatthu sutta ,
Janussoni sutta ,
Velama sutta ,
Right view MN117 ,
law of karma, सास्स होति मिच्छादिट्ठि, पाणातिपातस्स विपाको, ,
Other worlds, निरयं वा तिरच्छानयोनिं ,
सम्मादिट्ठिकस्स, भिक्खवे, सम्मासङ्कप्पो पहोति, सम्मासङ्कप्पस्स सम्मावाचा पहोति, सम्माकम्मन्तो
, पहोति
Naam Rup Parichhedan Eye opening ,
Experience of impermanency ,
Sotapatti ,
All is impermanent, यं किञ्चि समुदयधम्मं, सब्बं तं निरोधधम्म’’न्ति ,
Contemplation of death, a sense of death is ever presen,
Removal of doubt ,
Surity of good future. ,
Free from lower stages अविनिपातधम्मा नियता सम्बोधिपरायणा ,
Unable to hide his papa karma ,
Imposible to accept other as a teacher ,
Niyato sambodhi parayano ,
Easy achivment of Nibbana and Higher stages ,
Desire to see bkikkhu, can not leave long time to see b ,
Impossibility of conducting a grave offence (sangh bhed,,
Separation of body and mind ,
सोतापत्तिफलसच्छिकिरियाय
धुवन्ति वा सस्सत’न्ति वा
Keywords
जीवं
अहं तेन समयेन जोतिपालो माणवो अहोसि’’न्ति।
अहं तेन समयेन, जटिलो उग्गतापनो।
अहं तेन समयेन महागोविन्दो ब्राह्मणो अहोसिं।
अहं तेन समयेन राजा महासुदस्सनो अहोसिं। महासुदस्सनो नाम अहोसि चक्कवत्ती धम्मिको धम्मराजा
अहं तेन समयेन राजा मघदेवो अहोसिं।
अहं तेन समयेन पुरोहितो ब्राह्मणो अहोसिं
अहं तेन समयेन सो रथकारो अहोसिं।
अहं तेन समयेन वेलामो ब्राह्मणो अहोसिं।
चातुमहाराजिका [चातुम्महाराजिका (सी॰ स्या॰ कं ॰ पी॰)] देवा https://suttacentral.net/mn120/en/sujato
तावतिंसा देवा तिंसरत्तियो मासो
यामा देवा
तुसिता देवा
निम्मानरती देवा
परनिम्मितवसवत्ती देवा 4
सहस्सो ब्रह्मा Storey Telling 7
दससहस्सो ब्रह्मा 1 kutadant sut Joney walker 4
सतसहस्सो ब्रह्मा 2. maha givinda sutta 8
आभा देवा
परित्ताभा देवा 4
अप्पमाणाभा देवा 5
आभस्सरा देवा 5
परित्तसुभा देवा
अप्पमाणसुभा देवा 37
सुभकिण्हा देवा
वेहप्फला देवा
अविहा देवा 4
अतप्पा देवा
सुदस्सा देवा
सुदस्सी देवा
अकनिट्ठा देवा
आकासानञ्चायतनूपगा देवा 41
विञ्ञाणञ्चायतनूपगा देवा
आकिञ्चञ्ञायतनूपगा देवा
एकनवुतिकप्पे यं .. विपस्सी भगवा
एकतिंसे कप्पे .. यं सिखी
एकतिंसे कप्पे वेस्सभू भगवा
भद्दकप्पे ककु सन्धो भगवा ….ब्राह्मणो जातिया पुब्बेनिवासपटिसंयुत्तक
भद्दकप्पे कोणागमनो भगवा ...ब्राह्मणो जातिया था
भद्दकप्पे कस्सपो भगवा ...ब्राह्मणो जातिया
भद्दकप्पे अहं एतरहि अरहं
असितो इसि
भोजने मत्तञ्ञुताय
तं जीवं तं सरीरं
अब्याकतं
पञ्चनीवरणे पहीने अत्तनि समनुपस्सतो पामोज्जं जायति, पमुदितस्स पीति जायति, पीतिमनस्स कायो पस्सम्भति, पस्सद्धकायो सुखं वेदेति, सुखिनो चित्तं समाधियति।
ते निगण्ठे एतदवोचं
एकनवुतिकप्पे
महापुरिसलक्खणं
महापदानसुत्तं,
भण्डुं
ससीसं पारुतं निसिन्नं
विपस्सनाञाणं
‘‘यदा दीपङ्करो बुद्धो, सुमेधं ब्याकरी जिनो।
ओपपातिका
कतमा च, सारिपुत्त, ओपपातिका योनि? देवा, नेरयिका, एकच्चे च
मनुस्सा, एकच्चे च विनिपातिका – अयं वुच्चति, सारिपुत्त, ओपपातिका
योनि। इमा खो, सारिपुत्त, चतस्सो योनियो।
Sutta reference
तं जीवं तं सरीर’न्ति
खेमक Khemak sutta
सत्तावाससुत्तं सत्तावासा
सोतापत्तियङ्गेहि समन्नागतो
नन्दसुत्तं
किमत्थियसुत्तं
Noble truths
Sambojhanga
Satipathana
Fold Noble path
Samma Padhana
pañca indriya
pañca bala
Jhana
solar systems,
त्तियङ्गेहि समन्नागतो
सब्बेसंयेव खीणासवानं
चत्तालीसभिक्खुसहस्सानि 40हजार
तिंसभिक्खुसहस्सानि 30हजार
वीसतिभिक्खुसहस्सानि 20हजार
2955 AD -45
2455 AD
1955 AD
1455 AD
2023
2955
455
AD
955 AD
पदुमो निरयो 5.12E+11
पुण्डरीको निरयो 25600000000
उप्पलको निरयो 1280000000
सोगन्धिको निरयो 64000000
कु मुदो निरयो 3200000
अटटो निरयो 160000
1 अहहो निरयो 8000
2 अबबो निरयो 400
3 निरब्बुदो निरयो 20
4 अब्बुदो निरयो 1x
5
6
7 दिन की अवधि आयु
8 मनुष्य लोक 24 घंटे 1 100 मानुषी वर्ष
9
10 1 काम लोक चातुमहाराजिकानं 50 वर्ष 18250 500 दिव्य वर्ष
11 2 तावतिंसा देवा 100 वर्ष 333062500 1000 दिव्य वर्ष
12 3 यम देवता 200 वर्ष 6078390625000 2000 दिव्य वर्ष
13 4 तुषित देवलोक 400 वर्ष 1.1093063E+17 4000 दिव्य वर्ष
14 5 निर्माणरति देवलोक 800 वर्ष 2.024484E+21 8000 दिव्य वर्ष
15 6 परनिर्माणरति देवलोक 1600 वर्ष 3.6946833E+25 16000 दिव्य वर्ष
16 सूर्य मंडल की आयु 10 अरब साल तावतिंसा देवा…पे॰… यामा देवा… तुसिता देवा… निम्मानरती देवा… परनिम्मि
20
21 10 रूप लोक परित्ताभ
22 11 अप्रमाणाभ
23 12 आभस्सरानं देवानं 2K
24 13 परित्रशुभ परित्तसुभा देवा
25 14 अप्रमाण शुभ अप्पमाणसुभा देवा
26 15 शुभकृ त्स्न सुभकिण्हानं 4k
27
28
29 16 बृहत्फल वेहप्फलानं 500 कल्प K
30 17 अविहा
31 18 अतप्य
32 19 सुदर्श
33 20 सुदर्शी
34 21 असंज्ञसत्ता विशाखउपोसत्थ सुत्त
35 22 अकनिष्ठक
36
37 23 अरूप लोक आकाशानन्त्यायतन आकासानञ्चायतनूपगा देवा
38 24 विज्ञानानन्त्यायतन विञ्ञाणञ्चायतनूपगा देवा
39 25 आकिञ्चन्यायतन आकिञ्चञ्ञायतनूपगा देवा
40 26 नैवसंज्ञानासंज्ञायतन नेवसञ्ञानासञ्ञायतनूपगानं देवानं
41
42
43
कोकालिकसुत्तं
100 90000
७. अनुरुद्धसुत्तं
आभा देवा…पे॰… परित्ताभा देवा… अप्पमाणाभा देवा… आभस्सरा देवा
सञ्ञायतनूपगानं देवानं
Distance from Sun (B Length of year
18250 Earth 0.15 1 6.666667
248 neptu 4.5 165 36.64536
73.58871
67 3.81% 84.4725
69.55 4.96%
73 5.00%
76.65 4.96%
80.45 -100.00%
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अनुरुद्धसुत्तं
परिसुद्धाभानं देवानं
देवनिकायं
अज्झत्तसंयोजनो पुग्गलो आगामी होति
बहिद्धासंयोजनो पुग्गलो अनागामी होति, अनागन्ता
असाधारणा पुथुज्जनेहि
List of Rishis
कण्हो इसि
अट्ठको
वामको
वामदेवो
वेस्सामित्तो
यमतग्गि
अङ्गीरसो
भारद्वाजो
वासेट्ठो
कस्सपो
भगु
असितो देवलो इसि
सत्तन्नं ब्राह्मणिसीनं
ब्रह्मा महाब्रह्मा अभिभू अनभिभूतो अञ्ञदत्थुदसो वसवत्ती इस्सरो कत्ता निम्माता सेट्ठो सजिता
केवट्टसुत्तं
पाली: ब्रह्मा महाब्रह्मा अभिभू अनभिभत
ू ो अञ्ञदत्थद
ु सो वसवत्ती इस्सरो कत्ता निम्माता सेट्ठो सजिता
हिंदी : ब्रह्मा, महाब्रह्मा, विजेता, अजेय, सर्वदर्शी, वैवस्वत (स्वयं उत्पन्न हुआ), इश्वर, कर्ता, निर्माता, श्रेष्ठ
Brahma, the Great Brahma, the Conqueror, the Unconquered, the All-Seeing, All-Powerful,
२. मेत्तसुत्तं
९. मेत्तसुत्तं ६. अब्याकतवग्गो
सत्त वस्सानि मेत्तचित्तं भावेत्वा सत्त संवट्टविवट्टकप्पे नयिमं लोकं पुनरागमासिं। संवट्टमाने सुदं, भिक्खवे, कप्पे आभस्सरूपगो होमि; विवट्ट
७. अनुरुद्धसुत्तं
अञ्ञदत्थुदसो वसवत्ती इस्सरो कत्ता निम्माता सेट्ठो सजिता वसी पिता
निम्मिता, सो निच्चो धुवो सस्सतो अविपरिणामधम्मो सस्सतिसमं तथेव
भोता ब्रह्मुना निम्मिता, ते मयं अनिच्चा अद्धुवा अप्पायुका चवनधम्मा इत्थत्तं
आगता’ति।
ञदत्थुदसो वसवत्ती इस्सरो कत्ता निम्माता सेट्ठो सजिता वसी पिता भूतभब्यानं, येन मयं भोता ब्रह्मुना निम्मिता, सो निच्चो धुवो सस्सतो अविपरिणामधम्मो सस्सतिसमं तथेव ठस्सति। ये पन मयं अहुम्हा तेन भोता ब्रह्मुना निम्मि
हुआ), इश्वर, कर्ता, निर्माता, श्रेष्ठ, नियुक्तिकर्ता, शासक, पिता उन सबका जो हैं और होंगे
he All-Seeing, All-Powerful, the Sovereign Lord, the Maker, Creator, Chief, Appointer and Ruler, Father of All
ter and Ruler, Father of All That Have Been and Shall Be
Discourse to Prince Bodhi
सद्धम्मप्पतिरूपकसुत्तं
चेतनाहं, भिक्खवे, कम्मं वदामि