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इफेक्टिव राइटिंग

प्रोफेसर बिनोद मिश्रा

डिपार्टमें ट ऑफ़ हयम
ू नि
ै टिज़ एंड सोशल साइंसेज,

इंडियन इंस्टीट्यट
ू ऑफ़ टे क्नोलॉजी , रूरकी

लेक्चर – 04
टाइप्स एंड स्टे जेस ऑफ़ इफेक्टिव राइटिंग

आपका फिर से स्वागत है । प्रिय दोस्तों, हम प्रभावशाली लेखन की चर्चा कर रहे हैं और उस प्रसंग में ,

हम अब चर्चा करने जा रहे हैं भाषण के दस


ू रे भाग की जिसका शीर्षक है प्रभावशाली लेखन के
और फिर अक्सर ऐसी भी स्थिति आती है आपको किसी शिकायत पत्र का उत्तर लिखना होता है या
सिद्धांत। जैसा आपको याद है पहले भाग में हमने बात करी कई प्रकार के लेखक के बारे मैं जो हम हैं
आपको कोई सौदा करना होता है या आपको एक विवरण लिखना हो सकता है । तो इन व्यवसाय
और हमने विभिन्न सीमाओं और विभिन्न बारीकियों के बारे में भी बात करी। यहाँ हम अपने आप
लेखन के भी आमतौर पर कई प्रकार हो सकते हैं। और हम चर्चा करें गे जब हमने व्यवसाय लेखन
को सीमित रखेंगे ज़रूरतों के बारे में बात करने तक ; मेरा मतलब जो आवश्यकताएं हमें प्रभावशाली
विस्तार में समझा लिया हो - कैसे यह शामिल करता है विवरण ज्ञापन, शामिल करता है हर वर्ग के
लेखक बनाते हैं। अब, हम यहाँ ध्यान भी दें गे कुछ उदाहरणों पे और आप ध्यान जरूर दीजिए
विवरण को। यह खत, आवेदन के बारे में भी बात करता है - यह तकनीकी वर्णन, प्रस्ताव और इन
विभिन्न स्तर , प्रकार और आवश्यकताओं पर। और यह उदाहरण जो दिए गए हैं बहुत सहायक होंगे
सब के बारे में भी बात कर सकता है - समय के अनस
ु ार हम हम इस पर विस्तार में चर्चा करें गे।
आपको सोचने पे मजबरू करने के लिए की आप कैसे एक प्रभावशाली लेखक बन सकते हैं इन चल का

उपयोग करके और इन दिशा निर्देशों का उपयोग करके। अगला प्रकार जिसकी मै चर्चा करूंगा इस कोर्स में वह शैक्षिक लेखन के बारे में है । तो, हम, आप

केवल व्यवसाय लेखन तक सीमित नहीं ; आपको - आप में से कई लोग सोच रहे होंगे कुछ लिखने का
तो चलिए पहले बात करते हैं लेखन के विभिन्न प्रकार के बारे में । अब जैसा मैंने पहले कहता था कई
अपने आपको श्रत
ु बनाने के लिए , आपके आपको अकादमिक रूप में पहचाने जाने के लिए। तो
प्रकार के लेखन हो सकते हैं स्थिति, परिस्थिति, संगठन और संसथान के सनस
ु ार। मगर अपने फायदे
आपको हो सकता है कभी कभी लेख्य लिखने पड़े, अनच्
ु छे द एवं पत्रिका अनच्
ु छे द या कभी कोई
के लिए कोशिश करते हैं इन्हें तीन श्रेणियों में बांटने का ; पहला है व्यवसाय लेखन और यह व्यवसाय
विवरण जैसे थीसिस विवरण, कभी सार, कभी कार्यपालक सारांश और आदि। और अगर समय
लेखन हम हर दिन अभ्यास करते आ रहे हैं, चाहे अपने संगठन में या अपने दै निक जीवन में ।
अनम
ु ति दे ता है तो हम रचनात्मक लेखन के बारे में भी बात करें गे कुछ भाषणों में ।

(Refer Slide Time: 02:23)


तो विभिन्न प्रकार के लेखन समझने के बाद , चलिए अब समझते हैं वास्तव में क्या - क्योंकि यह

सभी लेखन भले ही अपने शब्दावली में अलग हो मगर साथ ही आपको यह समझना होगा कि हमें
जनता जरुरी है और हमें समझना जरुरी है क्या हैं यह विभिन्न स्तर। पहले बात हुई कैसे आप सोच करना होगा। पहला है व्यवस्था - आपको याद है कैसा मैने पिछले भाषण में कहा कि सभी लेखन एक

सकते हैं लेखक बनने के बारे में और कैसे आप शरू


ु कर सकते हैं। मगर फिर, कब आप लिखना शरू
ु जैसे नहीं हैं। सभी लेखन अलग हैं अपने अभिन्यास के अनस
ु ार, अपने व्यवस्था के अनस
ु ार। तो जब

करते हैं , जब आप लिखना शरू


ु करते हैं विशेष रूप में आपको सोचना होता है कि क्या लेखन के कोई हम किसी विशिष्ट लेखन की बात करते हैं, सभी लेखन का अलग अभिन्यास होगा, अलग संरचना या

स्तर हैं ? व्यवस्था होगी , हम इसकी चर्चा करें गे।

बेशक, क्योंकि हर लेखन के कुछ स्तर होंगे और सभी लेखन में कुछ आवश्यक अवयव भी होंगे। तो फिर, जब हम बाकी बारीकियों पर आते हैं प्रभावशाली लेखन की आपकी लेखन प्रभावशाली केवल

हम बात करें गे विविध स्तरों के बारे में - आपको संक्षिप्त बताने के लिए, सभी लेखन में केवल तीन तभी हो सकती है जब वह एक प्रकार से संक्षिप्त हो ; क्योंकि जैसा हमने पहले कहा था कि हम सभी

स्तर हैं; पहला स्तर है पर्व


ू लेखन, दस
ू रा स्तर है लेखन और तीसरा स्तर है तत्पश्चात लेखन या के पास समय की समस्या है । हम सभी अपना कार्य कम से कम समय में करना चाहते हैं और हम

इसे पन
ु र्लेखन भी कहा जा सकता है , शायद हम इसे संशोधन भी कह सकते हैं। कम ज्यादा करना चाहते हैं कम समय में । तो हम सोचें गे कैसे हम अपना लेखन संक्षिप्त बना सकते

हैं, कैसे हम अपने लेखन को मद्


ु दे पर, विशिष्ट बना सकते हैं और फिर हम स्पष्टता के बारे में भी
तो हम चर्चा करें गे मगर , उससे पहले समझने की कोशिश करते हैं क्या है वास्तव में प्रभावशाली
सोचें गे।
लेखन के लिए अनिवार्य क्या है । अब, यहाँ आप दे ख सकते हैं इस ग्राफ पर जहाँ कई अवयव हैं मगर

हम यहाँ सभी अवयव सम्मिलित नहीं कर सकते। हम में कई जो कुछ लिखने का सोचते हैं, हम वास्तव में बाधाओं से मिलते हैं, कुछ अशांति, कुछ

अवरोध और यह हमें प्रभावशाली नहीं बनता है स्पष्टता लाने के रूप में । जब तब कि हमारी लेखन
(Refer Slide Time: 05:59)
स्पष्ट नहीं वह पाठकों को लाभ नहीं दे गी।

और फिर हम एकता, सस
ु ंगति , अनक्र
ु म के बारे में भी बात करें गे। जब आप कुछ लिखते हैं, आप

वास्तव में किसी विशिष्ट उद्दे श्य के लिए लिखते हैं। और उस उद्दे श्य को परू ा करने के लिए, आपकी

लेखन में एकता होनी चाहिए और न केवल एकता बल्कि उसमें एक प्रकार की सस
ु ंगति होनी

चाहिए। और फिर अनक्र


ु म। हम यह भी बात करें गे की कैसे हम अनक्र
ु म ला सकते हैं अपनी लेखन में

और फिर प्रशन आता है भाषा और अंदाज़ का।

क्या आपको नहीं लगता कि एक सी.वी की भाषा और एक विवरण की भाषा अलग है ? एक शिकायत

खत की भाषा और समायोजन खत की भाषा अलग है । रचनात्मक लेखन की भाषा और भाषा,

उदाहरण के लिए , एक विवादपर्ण


ू रचना या विवादपर्ण
ू लेखन ; उदाहरण के लिए ,थीसिस लेखन
मगर फिर, हमें अपना ध्यान कुछ सबसे महत्वपर्ण
ू और सबसे बेहतर अवयव में से एक की ओर नाभि
अलग है । और जब हमने यह सब सोच लिया है , तब वास्तव में जो हमारे समझ में आएगा या हमारे उससे भी पहले - लिखने से भी पहले आप सोच रहे हो सकते हैं। मान लीजिए, अगर आप कुछ लिखने

सोच में आएगा वह है कि हमारी लेखन सही है या नहीं। जा रहे हैं और एक विशेष उद्दे श्य के साथ - एक विवरण प्रस्तत
ु करने के लिए या मान लीजिए आप

एक सी.वी प्रस्तत
ु करने जा रहे हैं। अब, आप सोचें गे के कहाँ से मझ
ु े ये जानकारी मिलेगी, है ना ?
क्योंकि जब हम भाषा के बारे में बात करते हैं , अब शायद शब्दों के बारे में सोच रहे होंगे, लेकिन

आपको यह भी समझना और उगाहना होगा कि आपकी लेखन को सही होना है । जब हम सध


ु ार

की बात करते हैं हमें व्याकरणिक शद्


ु धता के बारे में भी सोचना होगा - हम उसकी चर्चा भी करें गे। तो, आप सच रहे होंगे जानकारी के बारे में , तो विषय-वस्तु इकट्ठा

करना आपकी पहली आवश्ख्यकता होगी। और जब आप विषय-वस्तु इकठ्ठा करते हैं विभिन्न सत्र
ू ों
तो, अवयव समझा गया है - लेखन का पहला स्तर है पर्व
ू लेखन ; जैसा मैने पहले कहा, सबसे पहले
से; मेरा मतलब विभिन्न विश्वसनीय सत्र
ू ों से तब आप सोचते हैं लिखने का। तो, जब आप लिखना
आपको तय करना होगा आप क्यों लिख रहे हैं। तो जब आपने तय कर लिया है आप क्यों लिख रहे हैं।
शरू
ु करते हैं, तब लेखन के सभी बारीकियां आपके सामने आती हैं, लेखन के बारीकियों में
आप क्यों लिख रहे हैं ? आप लिख रहे हैं किसी को समझने के लिए या किसी को एहसास दिलाने के
आरं भ शामिल है क्योंकि हर लेखन का आरं भ होगा, हर लेखन की शरु
ु आत होगी, एक प्रकार की
लिए - किसी से कोई उत्पाद खरीदवाने के लिए अगर आप व्यवसाय में हैं या किसी को अपने सोचने
उन्नति। और आखिर में , आपके पास कोई अंत या निष्कर्ष भी होगा।
का तरीका समझाने के लिए जब आप तर्क पर्ण
ू ढं ग से लिख रहे हैं। तो पहला स्तर है पर्व
ू लेखन। क्या

होना चाहिए पर्व


ू लेखन में , क्या होना है पर्व
ू लेखन में ? अब, इस परू े प्रक्रिया में , आपको यह भी ध्यान में रखना है कैसे आप प्रयोग कर सकते हैं आरं भ,

(Refer Slide Time: 09:45) विकास, अनच्


ु छे द, वाक्यों, संरचनाओं का और फिर कैसे आप इस जानकारी को प्रस्तत
ु करें गे।

क्योंकि आप भी लिख रहे हैं मगर एक तरीके से आप कोशिश कर रहे हैं दस


ु रे समह
ू को समझाने की ,

अपने पाठकों को समझाने की।

तो जब तक हमारा पाठक नहीं समझता, कोई नहीं - आप जानते हैं आपका लिखने का उद्दे श्य

असफल होता है । तो लिखना की परू ी प्रक्रिया में यह सभी शामिल है । और फिर आखिर में , ततपश्चात

लेखन। अब, क्या है यह ततपश्चात लेखन? ततपश्चात लेखन इस प्रकार का लेखन है जिसमें आपको

समय मिलता है संशोधन के लिए - आप जानते हैं एक लेखक यह तक कहा है कि लोगों को अपने

समय का २५ प्रतिशत पर्व


ू लेखन में लगाना चाहिए। और फिर २५ प्रतिशत समय पर्व
ू लेखन में लगाने

के बाद, उन्हें जा कर अपने समय का २५ प्रतिशत केवल लिखने में लगाना चाहिए और फिर उन्हें

परू ब लेखन में , पहले आप सोचते हैं कि शरू


ु कैसे करना है , किस तरह का लेखन। क्या होना चाहिए अपना समय लगाना भी चाहिए - मेरा मतलब ४५ प्रतिशत समय तत्पश्चात लेखन में लगाना

शीर्षक - कैसे शीर्षक के बाद आप शरू


ु करें गे - जब आप शरू
ु करें गे, क्या होना चाहिए पहला वाक्य या चाहिए। क्योंकि, जब आप फिर से लिखते हैं, यह वास्तव में आख़िरी स्तर है लेकिन, मगर यह सबसे
महत्वपर्ण
ू है सभी स्तरों में से क्योंकि सभी लेखक अपना ज्यादा से ज्यादा समय लगते हैं अपने आकर्षण आपके व्यवस्था के तरीके में है । तो, उनचि
ु त व्यवस्था पाठक के उत्साह को बिगाड़ती है और

दस्तावेज़ संशोधन करने में । आप जानते हैं आपका मख्


ु य उद्दे श्य जिसे आप हासिल करें गे - आप वास्तव में एक लक्ष्य हासिल

करें गे, आप एक प्रकार की मंगलकामना बनाएंगे । अंत में , जब तक आपके और आपके पाठक के बीच
क्योंकि जब आप संशोधन करने जा रहे हैं आप वास्तव में अपने दस्तावेज़ को एक आख़िरी आकर दे ने
सहयोग नहीं, यह मामला या यह लिखित विषय-वस्तु अपनी चाही उद्दे श्य प्राप्त नहीं कर पाएगा।
जा रहे हैं। तो आपके समय का ४५ प्रतिशत ततपश्चात लेखन में लगना चाहिए, मेरे प्रिय दोस्तों।

अब, जब आपने तय कर लिया है - जब आप, जब आप आते हैं पहले ही प्रबंध करने के लिए या आप और फिर, आपको एक उचित अनक्र
ु म का भी पालन करना होगा, मेरा मतलब एक के बाद एक, नहीं

आते हैं पर्व


ू लिखने अपने विषय-वस्तु को; पहले है व्यवस्था। जैसा हमने पहले चर्चा किया था, ? तो, आप कैसे इसे अनक्र
ु मित करें गे क्योंकि एक अनक्र
ु म - अनक्र
ु म से मेरा मतलब परू े

संगठन की व्यवस्था महत्वपर्ण


ू है । विषय-वस्तु का तारतम्य है , किसी भी विषय-वस्तु को अनक्र
ु म दे ने से जो वास्तव में पाठक को

बरकरार रखता है , पाठक प्रेरित होता है , पाठक उसे पढ़ने के लिए प्रेरित होता है । तो, आपको न केवल
(Refer Slide Time: 12:55)
अपना दस्तावेज़ आकर्षक बनाना है , बल्कि फिर आपको अपने दस्तावेज़ को सह
ु ाना बनाना है ; मेरा

मतलब उसे एक प्रकार से दिलचस्प होना है ।

और फिर आखिर में , जब आप उसे अनक्र


ु मित करने जा रहे है । अनक्र
ु म से मेरा मतलब है पसंद करना

- एक चीज़ को दस
ु रे से ज्यादा पसंद करना, पहले क्या आना चाहिए, अगला क्या आना चाहिए। जब

आप यह प्रदान करते हैं आप पाएंगे कि आपकी लेखन न केवल आकर्षक बन जाती है , आपकी लेखन

इतनी आकर्षक बन जाती है कि लेखक वास्तव में उसमें अटक जाते हैं, उसमें शामिल हो जाते हैं।

तो, आपका मख्


ु य उद्दे श्य किसी भी दस्तावेज़ के लेखक के रूप में पाठक को शामिल करना होता है ।
उनचि
ु त व्यवस्था - मान लीजिए आपने एक आलेख लिखना शरू
ु किया और आप उसकी व्यवस्था
अब, आप दे ख सकते हैं सन्
ु दर पंक्तियों में से एक जिसे मैने सत्यजीत रे के एक निबंध से लिया है
करने में सक्षम नहीं हैं - क्योंकि आप एक प्रारूप बनाएगे - जिस भी तरीके से आप लिख रहे हैं, जो भी
और निबंध का शीर्षक है फिल्म मेकिंग। अब, दे खिए कैसे लेखक ने, कैसे वह वर्णन करने जाते हैं -
आलेख अब बनाने जा रहे हैं। मगर फिर, जब आप व्यवस्था करने जा रहे हैं आपको सोचना होगा
कैसे वह एक अनभ
ु व का बयान करते हैं और वह कहते हैं,
कैसे आपको मामले को परोसना चाहिए ।

आप जानते हैं , यह एक थाली परोसने जैसा है कि जानिए क्या दिया जाना चाहिए पहले और उससे "जितने सवाल मझ
ु से पछ
ू े गए हैं साक्षात्कर्ताओं द्वारा पिछले करीब दस साल में , दो ज्यादा अक्सर

भी पहले आपको सोचना चाहिए किस थाली में या किसी प्लेट में परोसा जाए। तो, सबसे पहला पाए गए हैं बाकियों से। "
अनच्
ु छे द में बना रहे हैं एक प्रकार का, आप जानते हैं वातावरण, जहाँ वह चाहते हैं उनके पाठक समझे

तो , सबसे पहले वाक्य में , वह पाठकों को आकर्षित करते हैं - वह वास्तव में पाठको को बताते हैं, कि लेखक पाठक के साथ है ।

केवल यह नाम सत्यजीत रे इतना प्रभाशाली है कि यह आकर्षित करता है लेकिन फिर जो वह कहते हैं (Refer Slide Time: 17:57)

और ज्यादा आकर्षक बन जाता है । तो, सबसे पहले वाक्य में वह आकर्षित करते हैं और जब वह

आकर्षित करते हैं, जब वह कुछ डालते हैं पहले वाक्य में , फिर जो वह आने वाले वाक्य में करें गे उसे

वास्तव में अनक


ु ू ल होना चाहिए, जिसे मैने अनक
ु ू ल होना कहा है , नहीं ? इसे वास्तव में अनक
ु ू ल होना

चाहिए - इसे एक प्रकार का अनक


ु ू ल प्रदान करना चाहिए - इसे अनक
ु ू ल होना चाहिए, इसे एक प्रकार

का सम्मिश्रण प्रदान करना चाहिए।

तो पहले उन्होंने कहा दो ज्यादा अक्सर पाए गए हैं और आप पाएंगे कि जब वह दो कहते हैं; वह कहते

हैं पिछले करीब दस सालों में दो ज्यादा अक्सर पाए गए हैं - दो वह कहते हैं दो; दो ज्यादा अक्सर पाए

गए हैं और फिर वह कहते हैं - अब जब वह दो कहते हैं कैसे वह इसको अनक


ु ू ल करें गे। पहला है , वह

पाठक को काबू में रखते हैं; पहला है कैसे और क्यों मै लिखने आया ? एक आप-रवैया बनाइए ; मेरा मतलब चाहे आप व्यवसाय में काम कर रहे हैं या आप किसी और चीज़

के लिए काम कर रहे हैं या आप कोई विशेष प्रभाव हासिल करना चाह रहे हैं, आपको सोचना होगा

ज्यादातर समय अपने पाठक के बारे में । तो, आप परू ी करिये पाठकों के इच्छा और जब आप पाठकों
अब, दे खिए पहला है कैसे और क्यों मै फिल्मों में आया - यह अक्सर पछ
ू ा गया है इस जानकारी से
की फ़िक्र करते हैं, कृपया ध्यान रखें आपको हमेशा बचना है ऐसी भाषा से जो पर्वा
ू ग्रह नहीं।
साथ कि मैने अपना व्यवसाय विज्ञापन में शरू
ु क्या था, एक ग्राफ़िक डिज़ाइनर के रूप में । पछ
ू ने वाले

को यह संक्रमण शायद ज्यादा ही आकस्मिक, ज्यादा ही विवेकाधीन लगा होगा। कैसे कोई एक दिन पर्वा
ू ग्रह रूप में ; पर्वा
ू ग्रह लिंग के रूप में , पर्वा
ू ग्रह संस्कृति के रूप में ; कुछ ऐसे मत कहिए जो किसी

साबन व्यक्ति को चोट पहुंचाए, अक्सर एक व्यक्ति शायद किसी दस


ू रे संस्कृति से हो जैसा मैं कहते आ रहा
ु के आवरण बनाता है और दस
ू रे दिन सिनेमा की रूप रे खा तैयार करता है ? अब, जो मै

आपको यहाँ समझाना चाहता हूँ है कि जब आप एक अनच् हूँ।


ु छे द लिखते हैं तब आप जिस पर काम

करना चाहिए वह है कि - कैसे आप परू े अनच्


ु छे द को किसी चीज़ के बारे में बात करवाएंगे, मेरा तो, अपनी भाषा को बनाइए या ऐसी भाषा लें जो काम करती है , ऐसी भाषा लें जो तटस्थ हो, मगर
मतलब एक अकेली चीज़। यही है मेरा मतलब एकता लाने से।
इसके साथ ही एक भाषा जो शामिल करे और कैसे कर सकते हैं आप ऐसा ? क्योंकि आप जानते नहीं

और यह कहने के बाद, व्यवसाय की चर्चा करने के बाद, अब हम यह समझते हैं जैसा मैने पहले कहा आपके पाठक कौन हैं और कैसा मैने पिछले भाषण में कहा आपको अनम
ु ान लगाना होता है अपने

कि आपको आपने पाठकों की मांग परू ी करने होती है । आपने पहले दे खा कैसे सत्यजीत रे भी अपने पाठकों के बारे में । तो, जब आप अनम
ु ान लगाते हैं अपने पाठकों के बारे में सोचिए अपने आप को
पाठकों के स्थिति में ।

तो, हमेशा बेहतर रहता है अपने आप को दस


ू रे व्यक्ति के जत
ू ों में डालना और फिर आप सिर्फ समझ

पाएंगे कि आपको ऐसे तरीके से काम करना है या ऐसे तरीके से लिखना है कि आप हासिल कर पाएं

एक प्रकार की सरलता। यहाँ हमें याद दिलाया जाता है बेन फ्रेंक्लिन की एक बहुत बढ़िया पंक्ति का

जो कहते हैं - 'अच्छा बनने के लिए, एक इच्छा होने चाहिए पाठक को लाभ पहुँचाने की ' और आज के

ज़माने में व्यवसाय की दनि


ु या में और सभी में - हर समय ऐसा रहा है चाहे आप पढ़ा रहे हैं, मान

लीजिए आप शिक्षक हैं आपको जरूर जब आप भाषण की योजना कर रहे हैं, जब आप, जब आप लिख

रहे हैं कुछ आपको दे खना होगा कि यह लाभ दे ता है दस


ू रे तरफ जो व्यक्ति है उसे, मेरा मतलब आपके

पाठक।
तो आपका क्या करना चाहिए, आपको कोशिश करनी चाहिए ज्यादा जानकारी कम शब्दों में दे ने की;

तो, कुछ अच्छा बनाने के लिए, आपको एक इच्छा बनानी होगी ताकि यह आपके पाठकों को लाभ दे पहले ही कहा जा चक
ू ा कि संक्षिप्तता बद्
ु धि की आत्मा है । दस
ु रे शब्दों में डालने के लिए - आपको
और ऐसा कैसे बन सकता है ? इतने सारे चीज़ें हैं , जैसा मैने कहा, पहला है कि जिस भी दस्तावेज़ को कोशिश करनी होगी अपना दस्तावेज संक्षिप्त बनाने की ; मेरा मतलब छोटा और कैसे कर सकते हैं

आप लिखने जा रहे हैं मेरे प्रिय दोस्तों ; आपको बहुत संक्षिप्त होना होगा - किसके पास समय है आज आप ऐसा। क्योंकि आप जानते हैं जब आप एक बहुत लम्बा वाक्य या बहुत लम्बा अनच्
ु छे द लिखने
आपकी लम्बी दस्तावेज़ पढ़ने का। किसके पास धीरज ही, किसके पास वास्तव में बहुत सारा दृढ़ता है जाएंगे, लोग वास्तव में उदासीन हो जाएंगे बहुत जल्दी। आजकल अगर लोगों के बस किसी चीज़ की

जारी रखने के लिए ? जब तब आपकी लेखन बहुत शामी करने वाली नहीं तब तक कोई उसे पढ़ने के कमी है , वह है धीरज। किसी के पास धीरज नहीं, समय बदल गया है मेरे प्रिय दोस्तों और आपको भी

लिए प्रेरित नहीं होगा। बदलना होगा अपने आप को बदलते समय के साथ।

(Refer Slide Time: 20:33)

तो जो हासिल करन जरुरी है वह है संक्षिप्प्ता जब आप लिखने जा रहे हैं। यहाँ कुछ उदाहरण हैं। मैने

न केवल कुछ उदाहरण दिए हैं बल्कि मै वास्तव में दिखाना छह रहा हूँ कैसे इन लम्बे वाक्यों को

प्रभावशाली बनाया जा सकता है इन्हें छोटा कर के बिना अर्थ का नक


ु सान हुए।

दे खिए पहले वाक्य को को : दीप्तिमय वाक्य और अनच्


ु छे द बहुत अक्सर बाधा बनती हैं लेखक के
उद्दिष्ट अर्थ के लिए। अब यहाँ, आप इसे आसान कर सकते - क्योंकि यहाँ आप पाएंगे कि वाक्य ना केवल लम्बा है बल्कि

कुछ शब्द बहुत कठिन हैं । तो, आपको वास्तव में अपने वाक्य को एक क्रिया से शरू
ु करवाना है जब
आप पाएंगे न केवल वाक्य लम्बा है बल्कि चन
ु े गए शब्द काफी कठिन, काफी उलझे हुए हैं। भाषा
आप शरू
ु करते हैं क्रिया के साथ वाक्य ज्यादा ताज़ा बन जाता है - ज्यादा प्रभावशाली बन जाता है -
जटिलताओं और उलझनों का खेल है , मगर भाषा आराम और संतष्टि
ु बनाने का भी खेल है ।
ध्यान से संशोधन करिए अनावश्यक शब्दों को हटाने के लिए, यकीनन यही मेरा अर्थ था। और

आप सिर्फ यह कर सकते हैं - आप संशोधन कर सकते हैं और वाक्य लिख सकते हैं बिना अर्थ का कोई
इसलिए मै कहता हूँ - अपने दस्तावेज़ को पठनीय बनाने के लिए आपको केवल उसे छोटा बनाना है ,
नक
ु सान हुए - लम्बे वाक्य और लम्बे अनच्
ु छे द कह कर लेखक के उद्दिष्ट अर्थ में बढ़ा आती है । तो, आपको उसे मद्
ु दे पर बनाना है ।
अगर आप इस तरह से लिखते हैं, मेरे प्रिय दोस्त, कोई नहीं कहे गा कि आपकी लेखन कठिन है - सभी
वरना क्या होगा आप वास्तव में पाठकों को भ्रमित कर दें गे और ना केवल आप पाठकों को भ्रमित
इस प्रकार के लेखन के साथ बेहतर महसस
ू करें गे। आप एक नज़र दस
ू रे वाक्य पर भी लगा सकते हैं।
करें गे आप वास्तव में अपने पाठकों पर इतने सारे शब्द थोप दें गे जो वास्तव में अर्थ रखते हैं मगर
मैने चार पांच वाक्य दिए हैं। मै आपके लिए एक या दो पढूंगा बाकी आप अपने आप पढ़ सकते हैं
इसके साथ ही पाठकों का दिमाग थका दे ते हैं।
और आप समझ सकते हैं ।

उसके बाद, क्या आपको स्पष्टता हासिल करना भी जरुरी है और कैसे आप पा सकते हैं स्पष्टता ?
लेखन पर इस वर्तमान कोर्स की रचना कार्यात्मक लेखन के बाधाओं से निपटने के लिए की गई है उन
क्योंकि स्पष्टता किसी भी दस्तावेज़ में उस जानकारी के टुकड़े के बारे में हैं जिसे आप सभी जानते हैं
जवान पेशव
े रों के लिए जो अपनी जीविका कॉर्पोरे ट क्षेत्र से कमाने की योजना कर रहे हैं।
- आप वास्तव में अपने पाठकों को यकीन दिलाना चाहते हैं या आप समझाना चाहते हैं, आप वर्णन

अब, दे खिए मैने एक लम्बा वाक्य लिखा है मगर फिर जो वास्तव में मेरा अर्थ है इस वाक्य से वह
करना चाहते हैं, आप पढ़ाना चाहते हैं, आप बताना भी चाहते हैं, सलाह दे ना कुछ भी, मगर फिर अगर

ज्यादा नहीं है जो मै संशोधित संस्करण में कहता हूँ उससे । अगर आप बस वाक्य काट दें , अगर
यह सारा मामला स्पष्ट नहीं क्या होगा?
आप वाक्य को छोटा बना दें और छोटे अभिव्यंजनों के लिए जाएं, क्योंकि अक्सर आप पाएंगे कि ऐसे
(Refer Slide Time: 25:05)
काफी अभिव्यंजनाएँ हैं दह
ु राव है और जिनकी जरूरत नहीं।

अगर मै कहता हूँ, 'लेखन पर यह वर्तमान कोर्स कॉर्पोरे ट पेशव


े रों के लिए बनाया गया है ' आप अर्थ

समझते हैं हैं, क्या आप समझते नहीं मेरे प्रिय दोस्तों आप अर्थ हैं तब भी जब मै वाक्य को इतना

छोटा बना दे ता हूँ इस तरह। अब, चलिए दस


ु रे वाक्य को भी दे खते हैं।

ऐसे कई शब्द हैं जिनकी आवश्यकता नहीं जिन्हें हटाया जा सकता है सावधानी से किए गए संशोधन

से।
है , जो ना केवल चर्चाओं के बारे में है , बल्कि वह कठिन शब्दों के बारे में भी है । जंगल बचाने के प्रति

जनता की निठुराई ने बहुत चर्चाओं को बढ़ावा दिया। तो, अगर आप ऐसे योजना करते हैं मझ
ु े लगता

है आपकी लिखित दस्तावेज़ ज्यादा महत्वपर्ण


ू बन जाएगी- ज्यादि स्पष्ट बन जाएगी।

अपने लिखित दस्तावेज़ को प्रभावशाली बनाने के लिए, आप जरूर पालन करना होगा या आप जरूर

अपनाना पड़ेगा यह सत्र


ू जिसे कहते हैं किस - जिसका अर्थ है सरल और संक्षिप्त रखें। ऐसे बहुत सारे

उदाहरण हैं यहाँ दिए हुए जो आपकी मदद करें गे। अक्सर लोग क्या करते हैं, वह वास्तव में अपने

वाक्यों में अनावश्यक गुच्छे भर दे ते हैं संज्ञा की, वह वास्तव में एक संज्ञा प्रभाव बनाते हैं। और उनमें

से एक - मेरे प्रिय दोस्तों - है अपना खद


ु का वाक्य लाना या बनाना इस तरह से कि जो आप वास्तव
स्पष्टता की कमी लेखन के लक्ष्य के बारे में लेखन के उद्दे श्य को हरा दे ती है । तो, अगर आप पक्का
में कहना चाहते हैं वह व्यक्त हो जाए सबसे पहले अवसर पर । उदाहरण के लिए, यहाँ आप दे ख
नहीं हैं स्पष्टता के बारे में , फिर सहज रूप में दस्तावेज़ पठनीय नहीं बनेगा, वह दस्तावेज़ वास्तव में
सकते हैं पहले वाक्य को।
बहुत भ्रामक होगा। तो क्या किया जा सकता है इस परिणाम को हासिल करने के लिए ? अनावश्यक
(Refer Slide Time: 27:33)
प्रयोग अप्रत्यक्ष भाषा का, अक्सर कई लोगों के पास पसंद होती है बड़े अभिव्यंजन, बड़े वाक्यांश,

शब्द जो बड़े सन
ु ाई दे ते हैं, शब्द जो कानों को बहुत पसंद आते हैं।

मगर जब आप अर्थ जान पाते हो बहुत कठिन भी होता है - क्योंकि आप अर्थ नहीं जानते। तो कैसे

जानें अर्थ और जैसा मै कहते आ रहा हूँ कि कोई पाठक हमेशा शब्दकोश या कोश लेकर नहीं बैठता है ,

मेरे प्रिय दोस्त। तो, लेखक के रूप में आपको यह करना है , आपको व्यक्त करने की इच्छा रखनी है ,

प्रभावित करने की नहीं। तो, व्यक्त करना ज्यादा महत्वपर्ण


ू है लेकिन व्यक्त इस रूप से करना है कि

वह केवल अभिव्यक्ति नहीं, बल्कि वास्तव में अर्थ की अभिव्यक्ति है ।

उदाहरण के लिए, यहाँ इस वाक्य में जो मैने आपके लिए लिया है

हमारा सझ
ु ाव है कि आप आगे बढ़ने की कोशिश ना करें जब तक आप मांग और हासिल कर नहीं लेते
जंगल बचाने के प्रति जनता की उदासीनता ने चर्चाओं का उत्सव शरू
ु कर दिया है ।
हैं योजना के लिए अनम
ु ोदन टीम लीडर से परियोजना के शरु
ु आत से पहले। आप मझ
ु े कह सकते हैं
अब आप यहाँ पाएंगे सन्दे श स्पष्ट नहीं है , क्यों ? क्योंकि, ऐसे बहुत सारे शब्द हैं जिन्हें लिखा गया
कि यह सभी शब्द जो इस्तेमाल किए गए हैं बहुत आसान है । फिर समस्या कहाँ है ? मेरे प्रिय दोस्तों,
समस्या केवल शब्दों के साथ नहीं - समस्या वास्तव में वाक्य की लम्बाई है ।

तो जब तक एक व्यक्ति वाक्य के अंत तक पहुँचता है वह भल


ू जाता है वाक्य का मतलब क्या है । तो,

यह बेहतर है और अब हम क्या कर सकते हैं कि हम वास्तव में एक क्रिया से शरु


ु आत कर सकते हैं।

उदाहरण के लिए, हम प्रस्तावित करते हैं कि आपको योजना के लिए अनम


ु ोदन परियोजना लेने के

पर्व
ू मांगनी चाहिए - और यह वाक्य बहुत अर्थपर्ण
ू बन जाता है । तो, हमेशा याद रखिए यह

किस फार्मूला - जो कहता है अपना मामला हमेशा सरल रखिए, अपना मामला छोटा और सरल रहिए

- उसे छोटा और सरल रखिए।


.

आप दस
ू रा उदाहरण भी ले सकते है जो यहाँ आखरी वाक्य में है । आप इसे अपने फुर्सत में पढ़ सकते शरु
ु आत, शरीर और आखरी वाक्य - आखरी वाक्य से, मेरा मतलब है निष्कर्ष के लिए एक उचित

हैं और अपने आनंद में भी और हमारे पास ऐसे बहुत अवसर होंगे जहाँ हम बात कर सकते हैं। मगर संबंद जरुरी है । तो, मान लीजिए किसी ने वाक्य शरू
ु किया एक कल में , एक मनोदशा में और एक

फिर, वास्तव में जो बचता है चर्चा के लिए महत्वपर्ण


ू रूप से है - एकता, अनक
ु ू ल और अनक्र
ु म लाना - आवाज़ में और अगला वाक्य आवाज़ में है , अलग काल में है । तो, क्या होगा ? कोई उचित संबंध नहीं

जैसा हमने बात किया था जब हम सत्यजीत रे के फिल्म मेकिंग अनच्


ु छे द के बारे में बात कर रहे थे। होगा। तो, अनक
ु ू ल बनाए रखने के लिए, जो आपको करने की आवश्यकता है वह है आप वास्तव में

यहाँ आप यह भी जान सकते हैं कैसे हासिल करते हैं एकता, अनक
ु ू ल और अनक्र
ु म जब आप एक अनक
ु ू ल सनि
ु श्चित कर सकते हैं विचारों का नियंत्रण सनि
ु श्चित करके; मेरा मतलब, एक नियंत्रण

वाक्य शरू
ु करते हैं। और अगर आप वाक्य को एक कल में शरू
ु करते हैं, कृपया उसी विचार ना केवल एक वाक्य में ।

काल, मनोदशा और आवाज़ में जारी रखें।


मगर एक अनच्
ु छे द में - इसलिए अनच्
ु छे द लेखन के नियम हैं कि एक अनच्
ु छे द में आपको बात
(Refer Slide Time: 29:13)
करनी है केवल एक विचार के बारे में और सिर्फ तब आपका अनच्
ु छे द प्रभावशाली बनेगा। और

इसलिए आप पाएंगे कि अनच्


ु छे द केवल परिवर्तन मार्ग हैं, वे वास्तव में पाठकों के आँखों को राहत

पहुंचाते हैं। अब, आप यहाँ एक अनच्


ु छे द पा सकते हैं जिसे मैने एक वेबसाइट से लिया है , जो कहता

है :

भारत की प्राकृतिक परिदृश्य बहुत समय से शरण है परू ी दनि


ु ये में चिडयों को लिए। और कोई बेहतर

तरीका नहीं है भारत की पक्षी संस्कृति का आनंद लेने के लिए भारत के चिड़िया दे खने वाले यात्राओं के

आलावा।
मेरे प्रिय दोस्तों, आप पाएंगे लिखक अपने पाठक को इस अनच्
ु छे द से चिपका कर रखने के लिए ना विपरीतता से। जब आपको लेख्य लिखना है , जब आपको एक विवरण लिखना है , आप पाएंगे कि जब

केवल सरल भाषा का उपयोग करता है , बल्कि वह एक प्रकार की अनक


ु ू ल प्रदान करता है । वह एक आप समझा रहे हैं आप या तो निष्कर्ष से शरू
ु करते हैं और फिर आप परिचय पर जाते हैं य आप

प्रकार की अनक्र
ु म भी प्रदान करता है जैसे वह कहता है - ऐसे यात्रा वह एक प्रकार का संबंध दे ता है परिचय का पीछा कर रहे हैं।

एक वाक्य के बीच। और दस
ु रे यह कह कर, ऐसे यात्रा आपको आनंद लेने दें गे शानदार परिदृश्य का,
और फिर जब आप चर्चा कर रहे हैं और फिर आप निष्कर्ष पर जा रहे हैं और फिर आप जा रहे हैं
जहाँ यह पक्षी अपना घर बनाते हैं साथ ही साथ पक्षियों की खद
ु की दृष्टि और आवाज़।
अनश
ु ंसा पर - हम चर्चा करें गे इन सभी चीज़ों की जब हम अगले अनभ
ु ाग में जाते हैं और विवरण

(Refer Slide Time: 30:57) लेखन और आदि। और फिर आप भी बना सकते हैं अपना वाक्य या अनच्
ु छे द तल
ु ना व्यतिरे क के

अनस
ु ार साथ ही साथ कारण और परिणाम।

यहाँ नीचे दिया गया है एक वाक्य जिसे लेखा गया है बहुत कालनक्र
ु मित रूप से और आप पाएंगे

पाठक चिपके रहता है इससे जब लेखक कहता है :

जल
ु ाई और अगस्त इस साल मानसन
ू के मख्
ु य महीनें जहाँ सबसे गीला भारत दे खा गया २५ सालों

में ।

और फिर वह कहते हैं ;

दे शभर वर्षा दो महीनों में १० प्रतिशत ज्यादा हुआ है सामान्य से और सबसे ज्यादा १९९४ के बाद से
अब, इसको ध्यान में रखते हुए, आप भी सोच सकते हैं कैसे अनक्र
ु म करना चाहिए। क्योंकि जब आप
अभिलेख बताते हैं।
अनच्
ु छे द के लिए जा रहे हैं या जब आप वाक्य के लिए जा रहे हैं आपको समझना जरुरी है कि आपका

वाक्य किसी अनक्र


ु म के अनस
ु ार होना चाहिए। जब तक कि वह अनक्र
ु म नहीं है , पाठक प्रेरित नहीं तो, जब आप इसे तार्कि क अनक्र
ु म दे ते हैं उसके बाद अगला चीज़ है , भाषा और जैसा मै कहते आ रहा

होगा, पाठक को प्रेरित नहीं किया जा सकता है आपका दस्तावेज़ पढ़ने के लिए। हूँ भाषा के बारे में कि आपको अपनी भाषा कुर्बान नहीं करनी चाहिए, मेरे प्रिय दोस्तों। क्योंकि भाषा

एक बहुत महत्वपर्ण
ू भमि
ू का निभाता है जब आप कोई दस्तावेज़ लिखते हैं और जब आप कोई
तो, यह अनक्र
ु म या तो कालानक्र
ु मित हो सकता है , कालानक्र
ु मित से मेरा मतलब है इसे समय के
दस्तावेज़ लिखने जा रहे होंगे दे ख लीजिएगा कि भाषा थोपनी नहीं चाहिए - भाषा पाठकों का दिमाग
अनक्र
ु म के अनस
ु ार बनाया जा सकता है , यह स्थानिक भी हो सकता है , यह समझा भी सकता है आप
थकाना नहीं चाहिए - कहा गया है - यह सब - आपको एक चीज़ ध्यान में रखनी है कि किसी विशिष्ट
जानते हैं स्थिति को, यह एक अनक्र
ु म का पालन भी कर सकता है आप से विश्ष्ट तक और विश्ष्ट से
दस्तावेज़ के लेखक के रूप में ।
No. English word Transliteration in Meaning in Hindi
Hindi
(Refer Slide Time: 33:07)

प्रसंग
1. context कॉन्टे क्स्ट

2. nomenclature नोमेनक्लेचर शब्दावली

3 revise रिवाइज़ संशोधन

4 conclusion कंक्लश
ू न निष्कर्ष

5 deadlock डेडलॉक अवरोध


मेरे प्रिय दोस्तों, जो सबसे ज्यादा जरुरी है इन सब चीज़ों के अलावा वह है व्याकरणिक शद्
ु धता। जब

हमारे पास समय की कमी हो रही है आप खद


ु ही यह स्लाइड पढ़ सकते हैं , और अभ्यास कर सकते 6 impediment इम्पीडिमें ट बाधा
हैं; हम चर्चा कर रहे होंगे आगे आने वाले दिनों में जब हम बात करें गे किसी विशिष्ट दस्तावेज़ के

अंदाज़ के बारे में , जब हम उस अनभ


ु ाग तक पहुंचेगे। तब तक के लिए सोचते रहिए, अभ्यास करते 7 chronological क्रोनोलॉजिकल कालानक्र
ु मित

रहिए, योजना करते रहिए बेहतर और प्रभावशाली दस्तावेज़ लिखने के लिए।

8 paucity पॉसिटी कमी


बहुत बहुत धन्यवाद, आपका दिन शभ
ु हो।

Glossary / शब्दकोष

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