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न्यायालय : - तहसीलदार

मण्डल :मेरठ , जनपद :गौतम बुद्ध नगर , तहसील :दादरी


कम्प्यूटरीकृ त वाद संख्या:- T202211270219865
वाद संख्या:- 19865/2022
विनेाद कु मार बनाम महेश
उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता - 2006 , अंतर्गत धारा:- 34
अंतिम आदेश "
आदेश तिथि:- 27/08/2022
ग्राम- धूम मानिकपुर परगना दादरी तहसील दादरी जनपद गौतमबुद्धनगर
कार्यालय आख्याः-
प्रस्तुत वाद वादी द्वारा प्रस्तुत नामांतरण प्रार्थना पत्र के आधार पर दर्ज किया गयावाद दर्ज होने के पश्चात नियमानुसार
इष्तहार जारी किया गया । जो बाद तामीला संलग्नपत्रावली है कोई आपत्ति प्राप्त नहीं हुई पत्रावली पर उद्धरण
खतौनी प्रस्तुत की गयी तथावादी द्वारा अपना साक्ष्य पूर्ण किया गया वादी द्वारा बैनामा की पुष्टि बैनामा की मूल प्रति
काउत्तर प्रदेश राजस्व संहिता 2006 एवं उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता नियमावली 2016 के उपबन्धोंके उल्लंघन ना
होने का शपथ पत्र प्रस्तुत किया गया। उपरोक्त वाद से उत्तर प्रदेश राजस्वसंहिता 2006 की धारा 89,90, 91, 93,
94,95,96,97,98 व 99 के उपबन्धों का उल्लघंन नहीहोता है, क्षेत्रीय लेखपाल के बयान अंकित कराये गये लेखपाल
ने अपने बयान में कहा है किविक्रित भूमि सीलिंग , भूदान , ग्राम समाज, पट्टा की नहीं है। विक्रे ता अनुसूचित
जातिजनजाति का सदस्य नहीं है।
पत्रावली का अवलोकन किया गया । पत्रावली पर उपलब्ध साक्ष्यों से बैनामा की पुष्टि होतीहै। वाद निर्विवाद है वादी
के पक्ष में नामान्तरण किए जाने में कोई विधिक बाधा नहीं है।
आदेश
अतः ग्राम, धूम मानिकपुर परगना व तहसील दादरी जिला - गौतमबुद्धनगर में खातासंख्या-1694 के गाटा संख्या
2592 क्षेत्रफल 0.9680 है0 में से रकबा 0.0325 है0 भू-राजस्वपरतानुसार भूमि से विक्रे ता महेश पुत्र श्री हजारी
निवासी ग्राम धूममानिकपुर परगना वतहसील दादरी जिला गौतमबुद्धनगर का नाम खारिज करके क्रे ता विनोद कु मार
व विक्रमनागर पुत्रगण श्री बदले राम निवासीगण ग्राम दुजाना परगना व तहसील दादरी जिलागौतमबुद्धनगर के नाम
बतौर बैनामा दिनांक- 02/07/2022 के आधार पर सहखातेदारसंक्रमणीय भूमिधर दर्ज किया जाये। बाद
अमलदरामद पत्रावली दाखिल दफ्तर हो।
दिनांकः-
तहसीलदार
दादरी
Disclaimer :
उपरोक्त सूचना मात्र सूचनार्थ है तथा राजस्व न्यायालय कम्प्यूटरीकृ त प्रबन्धन प्रणाली (RCCMS) में उपलब्ध
अद्यतन सूचना पर आधारित है , इस सूचना की कोई विधिक मान्यता नहीं होगी। वास्तविक सूचना की पुष्टि
सम्बंधित न्यायलय / न्यायालयों की पत्रावली / पत्रावलियों से की जा सकती है।"

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