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Raj Programmer Bhag 1
Raj Programmer Bhag 1
Volume 1
राजस्थान का सामान्य ज्ञान
Index
डाटा (Data) - जकसी वस्तु , व्यस्ि या समू ह के बारे में जकसी तथ्य अिवा िानकारी को डाटा (Data) कहा िाता है । जकसी
व्यस्ि का नाम, जकसी वस्तु का विन तिा मूल्य, जकसी कक्षा के जवद्याजिय यों की उम्र आजद ये सभी डाटा के उदाहरर् हैं ।
सूचिा (Information) - िब जकसी डाटा को सािय क तिा उपयोगी बनाने के जलए संसाजधत, व्यवस्थित, संरजचत जकया िाता
है , तो उसे हम सूचना कहते हैं ।
उदाहरर् के जलए एक कक्षा का औसत स्कोर एक सूचना है , िोजक उस कक्षा के जवद्याजिययों के स्कोर से जनकाला िा सकता है ।
संक्षेप में , डाटा डाटाबेस में स्टोर मू ल्यों को सन्दजभय त (Refer) करता है , िबजक सूचना उन मूल्यों से जनकाले गए जनष्कर्य या अिय
को सन्दजभय त करती है ।
डाटाबे स एब्सटर े क्शि (Database Abstraction) - डाटाबेस जसस्टम उपयोगकताय कों को केवल उनकी आवश्यकतानु सार
डाटा उपलब्ध करवाता है और मे मोरी में कैसे डाटा संग्रजहत और प्रबंजधत होता है जक िानकारी छु पाता है । यह
अवधारर्ा/प्रजकया डाटाबेस एब्सटर े क्शन कहलाती है ।
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1. Physical Level अिवा Internal Level - यह जनरूजपत करता है जक डाटाबेस में डाटा कैसे स्टोर होता है ? यह
abstraction का सबसे जनचला सतह/स्तर (lowest level) है ।
2. Conceptual अिवा Logical Level - Conceptual abstraction का अगला ऊूँचा ले वल (next higher level) है ।
यह सतह/स्तर (level) जनरूजपत करता है जक डाटाबेस में क्ा डाटा स्टोर रहता है और उनके मध्य क्ा सम्बन्ध
(relationship) है ? यह डाटाबेस प्रबन्धक (Database administrator) का कायय होता है ।
3. External अिवा View Level - ज्यादातर डाटाबेस उपयोगकताय (user) पूरे डाटाबेस का उपयोग नहीं करते हैं ले जकन
उसका कुछ भाग ही पढ़ते हैं। इसजलए वे उस भाग के view level को उपलब्ध कराते हैं । यह abstraction का सबसे
उच्चतम सतह/स्तर (highest level) है । यह जकसी जवजिष्ट ग्रुप के उपयोगकताय (user) के जलए डाटाबेस के एक भाग को
जनरूजपत करता है ।
2. Hierarchical Database - इस तरह के डाटाबेस में डाटा को इसके साि टर ी स्टर क्चर (पैरेंट चाइल्ड) के रूप में व्यवस्थित
जकया िाता है । नोड् स जलं क के माध्यम से िु ड़े हुए हैं ।
3. Relational Database - इस डाटाबेस को स्टर क्चरल डाटाबेस के रूप में भी िाना िाता है । जिसमें डाटा टे बल्स के रूप
में संग्रहीत होता है । िहाूँ स्तं भ (Column) और पंस्ियों (Rows) में संग्रजहत जकया िाता है ।
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डाटाबेस नसस्टम सं रचिा (Database System Structure)
डाटाबेस जसस्टम को मॉड्यूल (Modules) में जवभाजित जकया गया है तिा हर मॉड्यू ल पर System Control से सम्बस्न्धत
जिम्मेदारी होती है । Database System को जियाओं के अनु रूप दो भागों में जवभाजित जकया गया है -
1. स्टोरे ज मैिेजर (Storage Manager)
स्टोरे ि मै नेिर वह module है िो Low Level Data तिा Application Programs व Queries के मध्य पारस्पररक
जिया (Interaction) करता है । स्टोरे ि मै नेिर डाटा के Relational व अद्यतन (updation) के जलए उत्तरदायी होता है ।
स्टोरे ि मै नेिर में जनम्न अवयव होते हैं -
a. Authorization and integrity Manager - इसमें डाटा की पूर्यता वाली िते (integrity Constraints) तिा
उपयोगकताय (users) की अजधकाररता (authority) को भी सुजनजित जकया िाता है ।
b. Transaction Manager - यह Database की consistency के जलये उत्तरदायी होता है तिा Transaction को
लगातार जबना व्यवधान जनष्पाजदत (execute) करने का कायय भी करता है ।
c. File Manager - इसके द्वारा मे मोरी में थिान व डाटा स्टर क्चर को प्रदजिय त जकया िाता है ।
d. Buffer Manager - डाटा को मु ख्य मे मोरी में लाने के जलए उत्तरदायी होता है ।
स्टोरे ि मै नेिर के द्वारा जवजभन्न Data Structure को Implement जकया िाता है -
o Data files - जिसमें डाटा Store रहता है ।
o Data Dictionary - जिसमें डाटा के बारे में डाटा को रखा िाता है ।
o Indices - इससे डाटा को त्वररत प्राप्त जकया िा सकता है ।
2. क्वेरी प्रोसेसर (Query Processor)
• DDL Interpreter- िो DDL जनदे िों को interpret करता है तिा उन जनदे िों की पररभार्ा को Data Dictionary
में संधाररत करता है ।
• DML Compiler- िो DML जनदे िों को Low-level instruction में पररवजतयत करने का कायय करता है ।
• Query Evaluation Engine - िो DML Compiler द्वारा पररवजतयत Low-level जनदे िों को execute करने का
कायय करता है ।
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इन सभी समस्याओं को दू र करने के जलए कम्प्यूटरीकृत डाटाबेस का जनमाय र् जकया गया। इसमें सभी सूचनाएूँ कम्प्यूटर पर
रखी िाती है और कम्प्यूटर की सहायता से ही उनका रख-रखाव तिा प्रोसेजसंग की िाती है । कम्प्यूटर पर डाटाबेस बनाने की
कई प्रोसेजसंग की िाती है । कम्प्यूटर पर डाटाबेस बनाने के कई कारर् हैं , िो जनम्नजलस्खत हैं –
1. कम्प्यूटर पर बड़े आकार का डाटाबेस सरलता से बनाया िा सकता है , क्ोंजक उसमें डाटा को संग्रजहत करने की क्षमता
अजधक होती है ।
2. कम्प्यूटर की कायय करने की गजत तेि होने के कारर् जकतने भी बड़े डाटाबेस में से कोई भी इस्ित सूचना जनकालना और
डाटाबेस पर जवजभन्न जियाएूँ करना आजद कायय बहुत कम समय में ही सम्पन्न हो िाते हैं । इतना ही नहीं तेि गाजत के कारर्
उस पर कोई लम्बीचौड़ी ररपोटय जनकालना और छापना- जमनटों का कायय होता है ।
3. इसमें हस्तचाजलत (Manual) डाटाबेस की तुलना में बहुत कम खचय लगता है ।
डाटाबे स के अवर्व (Components of Database) - एक डाटाबेस जवजभन्न प्रकार के अवयवों से जमलकर बना होता है ।
डाटाबेस का प्रत्येक अवयव ऑब्जेक्ट (object) कहलाता है ।
प्रत्येक डाटाबेस िाइल में आप अपने डाटा को जवजभन्न सारजर्यों (Tables) में जवभाजित कर सकते हैं । िॉमय (Form) के माध्यम
से सारर्ी के डाटा को दे ख सकते हैं । नया डाटा िोड़ सकते हैं तिा अपडे ट (Update) भी कर सकते हैं । क्वेरे ि (Queries) के
माध्यम से आवश्यकतानु सार सारजर्यों में से डाटा को खोि सकते हैं तिा पुनः प्राप्त कर सकते हैं और ररपोटय (Report) के
माध्यम से डाटा का जवश्लेर्र् (Analyses) तिा डाटा को एक जविे र् ले आउट (layout) में जप्रन्ट कर सकते हैं ।
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डाटाबेस के अिुप्रर्ोगी क्षेत्र (Application Areas of Database)
डाटाबेस का उपयोग जवजभन्न क्षे िों में जकया िाता है । जिनमें से कुछ जनम्नजलस्खत है -
• बैं नकग के क्षे ि में ग्राहकों की पसयनल सूचना, उनके खातों की सूचना, लोन (Loans) आजद की सूचना रखने के जलए।
जवश्वजवद्यालयों में जवद्याजिय यों की सूचना, उनके अंक, कोसय रजिस्टर े िन की सूचना आजद रखने के जलए।
• एर्रिाइि (Airline) में ररिवेिन (Reservation) तिा काययिम की सूचना आजद के जलए।
• क्रेनडट काडय के ले न-दे न में (Credit-card Transaction) िेजडट काडय के द्वारा खरीदारी तिा माजसक ले न-दे न की ररपोटय
तैयार करने के जलए।
• संचार के क्षे ि में कॉल (Call) की माजसक ररकॉडय रखने के जलए, माजसक जबल बनाने के जलए।
• नवक्रर् (Sale) के क्षे ि में व्याहकों, उत्पादों तिा खरीदारी की सूचना रखने के जलए।
• नवत्तीर् (Finance) क्षे ि में जबिी तिा खरीद के बारे में िानकारी संग्रजहत करने के जलए।
• एच. आर. (Human Resource) के क्षेि में कमय चाररयों, उनके वेतन, टै क्स आजद के बारे में िानकारी संग्रजहत करने के
जलए।
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• टे स्िकि स्टाफ की निर्ुस्ि (Appointing Technical Staff) - एक संगिन में डाटाबेस के जलए प्रजिजक्षत टे स्क्नकल
पसयन (Trained Technical Staff) िै से जक डाटाबेस व्यवथिापक (Database Administrator), एप्लीकेिन प्रोग्रामर
(Application Programmers) आजद की आवश्यकता होती है , जिसके जलए संगिन को इन व्यस्ियों को एक अिे वेतन
का भु गतान करना पड़ता है जिससे प्रर्ाली की लागत बढ़ िाती है ।
• डाटाबे स की नवफिता (Database Failure) - अजधकां ि संगिन में सभी डाटा एक ही डाटाबेस में एकीकृत होता है ।
यजद पावर बन्द हो िाने के कारर् डाटाबेस जविल हो िाता है या डाटाबेस स्टोरे ि जडवाइस पर ही जविल (Fail) हो िाता
है । तब हमारा सभी मू ल्यवान (Valuable) डाटा लु प्त (Loss) हो सकता है या हमारी पूरी प्रर्ाली बन्द हो सकती है ।
ररिेशिि डाटाबे स (Relational Database) - ररले िनल डाटाबेस में डाटा को जद्व आयामी सारजर्यों (2-Dimensional
Tables) के रूप में संग्रजहत जकया िाता है । इन सारजर्यों को ररले िन (Relation) भी कहा िाता है । ररलेिन डाटाबेस के रख-
रखाव के जलए ररलेिनल डाटाबेस प्रबन्धान प्रर्ाली (Relational Database Management System-RDBMS) की
आवश्यकता होती है । RDBMS, DBMS का ही एक प्रकार है। ररलेिनल डाटाबेस की मु ख्य जविे र्ता यह है जक एकल डाटाबेस
में एक से अजधक सारजर्यों को संग्रजहत जकया िा सकता है और ये सारजर्याूँ आपस में सम्बस्न्धत होती हैं ।
2. ट्यू पि (Tuple) - ररले िन में प्रत्येक ररकॉडय को ट्यूपल कहा िाता है । उदाहरर् के जलए, जदए गए ररले िन Parts में पाूँ च
ट्यूपल हैं । उनमें से एक ट्यूपल (P2, Bolt, Green, 15, Paris) है िो एक Part के जवर्य में एक जविे र् सूचना है ।
3. एनटर ब्यूट (Attribute) - ररलेिन के सन्दभय में प्रत्येक कॉलम (िील्ड) को एजटर ब्यूट कहते हैं । उदाहरर् के जलए, जदए गए
ररले िन Parts में पाूँ च एजटर ब्यूट्स (P4, P Name, Colour, Weight, City) हैं । जिनमें से प्रत्येक कॉलम एक Part के जवर्य
में सूचना प्रदान करता है ।
4. डोमेि (Domain) - ररले िन के सन्दभय में डोमे न मानों का एक समू ह होता है जिससे जकसी कॉलम में जदए गए वास्तजवक
मानों को व्यु त्पन्न जकया िा सकता है ।
उदाहरर् के जलए, हम जनम्न ररले िन पर जवचार कर सकते हैं ।
Relation – S
S# S Name Status City
S1 Amar 30 Paris
S2 Mohan 20 New Delhi
S3 Ram 10 London
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Relation – P
P# P Name Status Quantity
P1 Nut 12 A
P2 Bolt 15 B
P3 Screw 25 C
C Relation – SP
P# S# Quantity
P1 S1 300
P2 S2 400
P3 S3 200
P2 S2 300
P1 S1 200
यहाूँ SP टे बल के P# कॉलम में िो मान जदए गए हैं उन्ें P टे बल से व्यु त्पन्न जकया गया है एवं SP टे बल के S# कॉलम में िो मान
जदए गए हैं उन्ें S टे बल से व्युत्पन्न जकया गया है । अतः यहाूँ टे बल P एवं टे बल S एक डोमेन के रूप में हैं , जिनसे P# एवं S#
मानों को व्यु त्पन्न कर एक SP टे बल तैयार जकया गया है ।
5. कानडय िैनिटी (Cardinality) - ररले िन के सन्दभय में ट्यूपल ररकॉ)ड्य स की कुल संख्या को काजडय नैजलटी कहते हैं । अतः (
ऊपर वजर्यत उदाहरर् के जलए ररले िन P की काजडय नैजलटी 3, S की 3 एवं SP की 5 है ।
6. नडग्री (Degree) - ररलेिन के सन्दभय में एजटर ब्यूट की कुल संख्या को ररले िन की (िील्ड या कॉलम)जडग्री कहते हैं । अतः
ऊपर जदए गए उदाहरर् में ररले िन P की जडग्री 4, S की 4 एवं SP की 3 है ।
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Create Primary Key
CUSTOMER Table में ID Attribute को प्राइमरी की के रूप में पररभाजर्त करने के जलए जसंटैक्स जनम्न प्रकार है ।
CREATE TABLE CUSTOMERS (
ID INT NOT NULL,
NAME VARCHAR (20) NOT NULL,
AGE INT NOT NULL,
ADDRESS CHAR (25),
SALARY DECIMAL (18, 2),
PRIMARY KEY (ID)
);
उपरोि उदाहरण्र में , S_ID, S_ Enroll और S_ Email से सभी Candidate Key हैं। उन्ें Candidate Key माना िाता है
क्ोंजक वे जवजिष्ट रूप से Student Record की पहचान कर सकते हैं । प्राइमरी के रूप में Candidate Key में से जकसी एक
का चयन करें तिा बाकी दो Key Alternate या Secondary Key होंगी ।
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• Foreign Key Column Null मान स्वीकार करता है ।
• यह एक टे बल में Parent - Child Relationship का संबंध बना सकता है ।
• डु स्प्लकेट मान Foreign Key कॉलम में संग्रजहत जकए िा सकते हैं ।
उदाहरर् -
Persons Table
Person ID Last Name First Name Age
1 Hansen Ola 30
2 Svendson Tove 23
3 Pettersen Kari 20
Orders Table
OrderID OrderNumber PersonID
1 77895 3
2 44678 3
3 22456. 2
4 24562 1
ऐंनटटी ररिेशिनशप मॉडि (Entity Relationship Model) - ऐंजटटी ररले िनजिप मॉडल वास्तजवक ऐंजटटी (real-world
entity) और उनके बीच संबंधों की धारर्ा पर आधाररत है । वास्तजवक पररदृश्य को डाटाबेस मॉडल तैयार करते समय, ईआर
मॉडल ऐंजटटी सेट, ररले िन सेट, सामान्य एजटर ब्यूट और कंस्टें ट्स बनाता है ।
ईआर मॉडल संकल्पनात्मक जडिाइन के जलए उपयोग में जलया िाता है । ER मॉडल जनम्न पर आधाररत है -
1. entities और attributes
2. entities के मध्य सम्बन्ध (Relationships)
Entity - ईआर मॉडल में ऐंजटटी में वास्तजवक दु जनया के गुर्ों वाली एजटर ब्यूट होती है । हर एजटर ब्यूट में इसके मानों के समु च्चय
(set) को डोमेन द्वारा पररभाजर्त जकया िाता है । उदाहरर् के जलए एक स्कूल डाटाबेस में छाि एक ऐंजटटी के रूप में होता है।
छाि के जभन्न-जभन्न एजटर ब्यूट िै से - नाम, उम्र , वगय, आजद होते हैं ।
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ऐंनटटी ररिेशिनशप मॉडि
ररिेशिनशप (Relationship) - एक से अजधक एं जटटी के मध्य ताजकयक (Logical) सम्बन्ध ररले िनजिप कहलाता है । एं जटटी
में संबंध जवजभन्न तरीकों के साि मै प की िाती है । मै जपंग काडीनजलटीि (mapping cardinalities) दो एं जटटी के मध्य सम्बन्धों
की संख्या बताता है ।
वि टू वि ररिेशिनशप में
2. One to Many- Entity के तत्व B Entity के एक से अजधक तत्व से सम्बस्न्धत हो सकते हैं । परन्तु B Entity के तत्व
अजधक से अजधक A Entity के एक ही तत्व से सम्बस्न्धत हो सकते हैं ।
वि टू मैिी ररिेशिनशप
3. Many to One- A Entity के तत्व B Entity के एक ही तत्व से सम्बस्न्धत हो सकते हैं । परन्तु B Entity का एक तत्व एक
A Entity के एक से अजधक तत्व से सम्बस्न्धत हो सकते हैं ।
मेिी टू वि ररिेशिनशप
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4. Many to Many- A Entity के तत्व B Entity के एक से अजधक तत्व से सम्बस्न्धत हो सकते हैं और B Entity के तत्व भी
A Entity के एक से अजधक तत्व से सम्बस्न्धत हो सकते हैं ।
MySQL Introduction
MySQL ,d MkVkcsl izca/ku iz.kkyh gS fd ;g relational MkVkcsl dks izcaf/kr djus ds dke vkrk
gS A ;g vksiu lkslZ lkW¶Vos;j gS A
MySQL Commands
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Data Base Management System
To create a database
To Switch to a database
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Data Base Management System
To Create a table-
mysql > create table table name (column name data type (size), column name data
type (size), ------)
For e.g.:
mysql > create table student (name varchar (50), Age int (10), roll-no. int (12),
address varchar (100);
;g Command fdlh database ds vanj ,d ubZ tables create djus ds fy, iz;ksx dh tkrh gS A
Åij tks mnkgj.k fn;k gSa mlesa geus student uke dh ,d table cuk;h gSa ftlesa pkj fields gS &
a
name- ftldk size 50 gSa vkSj MkVk type varchar gS A
age- ftldk size 10 gSa vkSj datatype int gS A
roll-no- ftldk size 12 gSa vkSj datatype int gS A
address- ftldk size 100 gSa vkSj datype varchar gS A
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Data Base Management System
To delete a database:-
To delete a table-
To empty a table-
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Data Base Management System
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Data Base Management System
bl command dk ç;ksx database dh permissions dks change ;k update djus ds fy, fd;k
tkrk gS A tsls& ;fn ge update command ds }kjk dksbZ updation dj jgs gS a ysfdu tks changes
fd, gS a oks load ugha gks jgs rks ge bl command dk ç;ksx djsaxs A
To delete a column-
MySQL Functions
MySQL Functions ds eq[;r;k nks çdkj gksrs gS a&
1- MySQL Numeric Functions
2- MySQL String Functions
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