कई लोगों के जहन में यह सवाल होता है कि जब इस्लाम दया और प्रेम की शिक्षा देता है तो यह पशुओं पक्षियों के प्रति निर्दयी क्यों है? इस्लाम में क्यों जानवरों के वध की इजाजत है? बकरीद के मौके पर क्यों करोड़ों जानवरों की कुरबानी की जाती है? आखिर इस कुरबानी की सार्थकता और औचित्य क्या है? आपके दिमाग में भी अगर ऐसे ही सवाल हैं तो आप यह किताब जरूर पढें।
कई लोगों के जहन में यह सवाल होता है कि जब इस्लाम दया और प्रेम की शिक्षा देता है तो यह पशुओं पक्षियों के प्रति निर्दयी क्यों है? इस्लाम में क्यों जानवरों के वध की इजाजत है? बकरीद के मौके पर क्यों करोड़ों जानवरों की कुरबानी की जाती है? आखिर इस कुरबानी की सार्थकता और औचित्य क्या है? आपके दिमाग में भी अगर ऐसे ही सवाल हैं तो आप यह किताब जरूर पढें।
कई लोगों के जहन में यह सवाल होता है कि जब इस्लाम दया और प्रेम की शिक्षा देता है तो यह पशुओं पक्षियों के प्रति निर्दयी क्यों है? इस्लाम में क्यों जानवरों के वध की इजाजत है? बकरीद के मौके पर क्यों करोड़ों जानवरों की कुरबानी की जाती है? आखिर इस कुरबानी की सार्थकता और औचित्य क्या है? आपके दिमाग में भी अगर ऐसे ही सवाल हैं तो आप यह किताब जरूर पढें।