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जल- हमेशा के

(Water forever)- In Indian Context


जल हमारे जीवन के है। हम सभी खाने के तो 10 से 15 िदनों तक जी सकते , लेिकन जल के 3 से 4 िदन से
नहीं जी सकते जल के जीवन सं भव ही नहीं है। ऐसा माना जाता है िक जल ही जीवन है। जल इतना होने के बाद भी
लोगों को जल नहीं लगती है। सारे लोग जल को से करते आजकल देश के कई भागों जल
भारी हो गई है। जल कमी के कारण कई जगह खेती के पानी नहीं पा रहा है। इसके कारण फसल उपज
कम हो रही है और अनाज के दाम बढ़ रहे पूरी धरती पर भी जल है उसका एक ही हमारे काम आ सकता
है। जल के लगातार वजह से जमीन जल का जा रहा है। अब लोगों को कु एं पानी नहीं है। जमीन पानी का
नीचे जाने से पेड़-पौधे भी अब नहीं लग पा रहे कई सारे पेड़ सूख जाते वजह से को नुकसान हो रहा
है। अगर जल को यूं ही िकया गया तो वह िदन दू र नहीं जब पीने के पानी के लड़ाइयां लड़ी जाएगी और पीने का पानी महंगे
दामों
जल का पीने के पानी और खेती के ही नहीं होता है जल के कई उपयोग जैसे सारे कल कारखानों और
जल होता है। इं सानों को जल है, जानवरों, मकोड़े सभी को जल उतनी ही
होती है। घर बनाने से लेकर मोटर गाड़ी चलाने तक सभी चीजों जल होती है। जल से ही निदयां और बना है।
अगर घर िकसी िदन पानी आना बं द हो जाए तो उस घर का सारा काम बं द हो जाता है। उस िदन ना तो खाना बन पाता है, ना ही कपड़े धोए
जा सकते , ना तो िकया जा सकता है और ना ही ठीक से शौचालय का िकया जा सकता है तो इस तरह हम देखते िक जल
हमारे जीवन के हरेक पल एक अहम रोल अदा करता है
कही नल

आज कल पानी के सही उपयोग के बारे

इन सब के

का
जल (पानी)
साथ-साथ जल पशु, , पेड़, पौधे,
जीवन 2 लेकर चाँद

जल ही है , नहाना, भोजन बनाना, कपड़े


धोना, फसल
करीबन 3/4 पानी से
16,632 िकसान (2369 मिहलाएं )
14.4 %
थे परंतु

करना चािहए। उनके सही


ड़ी
,

सरल अलग-

तय
करनी पड़ती है। जबिक दू सरी ओर,

-
,

,
भोजन बनाने, नहाने, कपड़ा धोने,
,

- , जानवर, पेड़-पौधे, -
मकौड़े और दू सरे जीव- -चौथाई
, ,

,
-

हमलोग धरती पर चारों तरफ़ (धरती का लगभग तीन-चौथाई भाग)


; 97% , जो
। धरती पर मौजूद पूरे जल का के वल 3% ही उपयोग लायक है ( 70%
1% )।
,
, सीवेज़,
करण है।
, (
और गुजरात का कु छ भाग) , ऐसा
पाया गया िक लगभग 25% “ , ”
-
धरती पर जीवन
है जहाँ
पानी और जीव
सं चालन के अनुसार,
जो
, 16,632 िकसान (2,369 मिहलाएँ )
, हालांिक, 14.4%
, , ,

,
-साथ आगे आये। ये सही कहा
जैसे िक बूं द-बूं द करके तालाब, ,
,

,
, ,
, रा

-रखाव के साथ छोटे या बड़े तालाबों को

40%
, ,

रोजाना पानी को :


 पा
 20 गैलन
पानी को बचाता है।
 150 गैलन पानी को बचा सकता है।

 300 से 800 गैलन पानी
बचा सकता है।


 बरसात के पानी को जमा करना शौच,

-
,
,
71% ,
: ,
, पहले पानी
,

आंकड़ों के अनुसार, ऐसा आकलन िकया गया है िक 1%


, ये होगा, हर िदन पानी के 1
आकलन िकया गया है िक लगभग या 3 लोग 2025

कु छ साल पहले, कोई भी

, , 20
कमी
होगी।
नीचे, :
 ,4

 300 हो जाता है,
को बढ़ावा देना चािहये।
 15
 $60 से $80 ।
 भारत, (लगभग 4 िक.मी. से 5िक.मी.) तय करनी
पड़ती है।

होती है।

जल बचाव के तरीके

240
960 350400
रोजाना पूरे उपभोग का के वल 3% ,
नहाना,

:
 सभी को अपनी खु
चािहये।
 अगर धीरे - , , साफ- ,

 बरसात के पानी को शौच, ,



 से, हम
4500
 150 से 200लीटर पानी बचायेगा।
 200 लीटर पानी हर महीने बचायेगा।
 होली
 -

 जा
 ,
 ,
 पौधारो
 , फल,
 11 बजे से 4


 , , , - ये अपने अंत तक यही

,
, , धरती पर रहने वाले हम पानी के वा तक
शायद नहीं!
जल, रे
-
है। जल तरल, ,
नदी, तालाब, पोखर, कु आं,

, वही पानी का भी है।

है,
-
,“ ,
” ?
: पं जाब के
कपूरथला और मलेरकोटला; ; ,
, ,
8,50,000
, पर जो
, उन पर कहर टू ट पड़ता है।
58,000 -
49,000 - 12 से 15 फु ट नीचे थी। अब यह 30
,“
” -
1960-61
तथा 1980 51 ,
व 1980 17,000 थे, जो बढ़कर 1983 23,000 हो गए।
से जहां मोटा अनाज पैदा िकया जाता था,
6,93,000 1981
- 1982 50,000
लीटर रोजाना थी, पर वे भी नवं बर 1983 तक सूख गए। 1984 200 मीटर गहरे कई बोरवैल खोदे गए, वे भी सूख गए। अब लगभग
15 , वही हाल इस ‘ ’ से पनपे शहरों का भी
1951-52
1971-72 18 करोड़ 35 ‘अहमदाबाद मां’ के अनुसार “1980
450 नलकू पों से 34 1.5 से
1.9 6 मीटर तक नीचे चला जाता है।” जो
,

, छोटे-
,
, वह
, ,
-2, चरण-3 भी तैयारी हो गई है। ‘ ’ ,
के इस ‘ ’
,
रहा- 50
पानी से साग- 1970
1971 से 1977 के बीच 35,000
64
,
-
,

आसपास के छोटे-छोटे तटीय-


,
है; , नदी के पानी और भूतल पर मौजूद तालाब व झीलों

ता के

2000
- कु आँ खुदाई, , गहरा
,
, , पोखरों और
1990 के मुकाबले
सन् 2011 10 से 20 सेमी. तक बढ़ गया है।
-कचरे एवं खर-

?
 एक जानकारी के अनुसार धरती पर 2,94,000,000 , 3%
लायक है।
 , ( )“ ”
है,
 , जबिक

 , ओस,
:
 भग 1400 3000
मीटर गहरी
 2.7
75.2 22.6
 शेष जल झीलों, निदयों, , नमी,
, वह निदयों, है।
योजना, जून 2006
, 5,277 घनमीटर
1,869

43.2 करोड़ घनमीटर का ऐसा भूजल


19
108 करोड़ घनमीटर जल
170

, 5,277 घनमीटर पानी


1,869
आने

औसतन 1,170

40
40
है, 12
- ,
-
3.80

गभग 9 40
1,750 260
1,450 2025 तक 770
120 71 घन िकलोमीटर पानी
1991 84 करोड़ थी जो अब 105 2025 153
सहज
1996 48
,
10 5 से 10 मीटर
तक नीचे गया है। यहाँ कु ल 236 66 ‘ ’ और ‘ ’
384 97 118 70 ‘ ’ और ‘ ’

9 40
1,750 260
1,450 ला
68
जाती है। 294 953 हजार लाख
4,272
283 125
85
8
-1 8
(100 ) (100 से 85 )
करता जा रहा है,
4,272
231 107 ‘ ’ 85
1,104 6 िहत तथा 24 ‘ ’
184 12 14 तालुका ‘ ’ 1,503 34 ‘ ’
त जल सं साधनों के 32
या
,

-1:
/ /तालुकों/

23 1104 30 2.71
गुजरात 19 184 26 14.13
16 108 51 47.23
19 175 18 10.29
पं जाब 12 118 70 59.32
30 236 66 22.73
21 384 97 25.26
63 895 41 4.58

1,869 घन िक.मी. जल होने का


690 घन िक.मी.
433.86 घन िक.मी., 433.86
71.3
362.6
1,869 1951 5177 50
-2 2050 तक यह घटकर 1,235
,
है, 40
कु ल जल 40
योजनाएँ बनाकर हम अब तक के वल 3.8
, गाँव के गाँव जलम ,
,

2050 तक
1,168 1,123
500
,
1,000 घन मीटर पानी
30 16

-2:
( ) ( )
1901 23.8 8192
1947 33.4 5694
1951 36.1 5177
1991 84.3 2308
2001 102.7 1869
2010 114.6 1704
2025 133.3 1465
2050 158.1 1235

80
, ,
पे 1991

लगभग 127 , 5 15
पीढ़ी-दर-पीढ़ी
हीं
है।

, 2001
92
95.78
18.89
11.9

1,000
, गुजरात, , , ,
28,000 1.4
58000 2.9 , , , पं जाब,

,
-चु

त कम है। साथ ही इसका 70

, 2002
1 , 2002 , 2002
, , -

स के
- ‘ ठन’
, 2002 1987 ,

बनाए रखने ,
,
,
2002

, ?
70 ,

, यमुना, , , वहाँ के
ऐसे

,
,

स भी
सं कट को

10 से 50 , 40 से 90
30 से 35
,
,
-

, -

जल सं साधनों के

-
एवं

रण
इनका भली-

,
,

1. ए

2.

साथ-
3. , झीलों और निदयों

4.

5 150
50 से 100 370 से 750

5. प से

6. ,
गैर सूझ-
7. - र उसे
-
जन-
8.

9. ,

10. ओं को

11. - -

12.

13. , तािक इन

14.

बचाया जा सके ।
15. , सं चार
, , बेरोजगारी, गरीबी,
ए।

ह भी है
या है।

कौआकोल : जल सं चयन, ,
कौ .
बढ़ती
जा रही है.
इससे को . .
नदी, आहर व . -चढ़ कर काम करना होगा.
है. .
.
, . रहा है.
इस पर न तो सरकार गं भीर है और न ही जनता.
, , सेवा
,
त करना
.

Save Water Slogans In Hindi


 .
 , .
 , पानी बचाओगे जब आप दोगुना.
 , .
 बूं द – बूं द से भरती है गागर, गागरो से बनता है महासागर.
 पानी = जीवन, =
 जल है असली सोना, इसे नहीं है कभी खोना.
 .
 जल है तो हम है और जल है तो कल है.
 जल बचाए और अपना कल बचाए.
 , .
 , िकसान इससे फसल उगाता.
 पानी का सदुपयोग करो, .
 , अगर पानी नहीं बचाओगे.
 पानी का हमेशा करो मान, तभी बनेगा देश महान.
 पानी को बचाओगे, अपने जीवन को बचाओगे.
 जल बचाने का करो जतन, .
 , पानी का सदुपयोग करो.
 जब पानी को बचाएगा तभी समझदार कहलायेगा.
 जब जल रहेगा तभी तो हमारा कल रहेगा.
 , , पानी को बचाकर बने महान.

33
नहीं,
,'

'
,
,
' ' ,'
सं बं ध ' ,'
'

,'
,
' कहा, '

(जीडीपी) पर है और वे ,
' 10
के 254 2,55,000 कारण पानी, , जीवन यापन,
अलावा करदाताओं पर भी गहरा असर पड़ा है।

, , सूखे का
, -कभी
, ,
, ,
को कम करता है,

ला,

तक पड़ने वाला मौसम सं बं धी ,

, ,
, ,
,

, सूखे
, ,
, फै ला
गं भीर सूखा, ,
20 26 से 50 ,
कमी 50 20
: ,
अंतराल,
, - न,
घास का चरना, ,
,
, ,
,
अकाल, , -नहस होना, ,
है, तथा
,
, नये कु एँ बनाना
, बांध बनाना, , , ,
, , ,
, , , जल सं साधनों का
,

, , म,
,
, , है।
ना
, गुजरात, , , , ,
रह
, ,
,
,

ढ़ तब आती है जब नदी,
-
होता है। नदी, - (सं गम)

11 ( ) मीटर के करीब है, 0.2


,
,
-

ढ़ आ जाती है, ,

बाढ़ के कारण
, झील अथवा तालाब का जल तट से ऊपर होकर बहने लगता
-
होता है। नदी, - (सं गम)

करता है।

-
-जल का बहाव तेज नहीं हो
,
आने लगती है।

-धन के नुकसान से बचाव


हो सकता -चेतावनी देने के
, साथ ही बेतार
-
, जो बाढ़ सं बं धी
ढंग से करता है।

- , 75 50
कु ल
-सी कमी या
िकए
सके । ,
,
20 सेमी. 15 सेमी.
-

15 सेमी. -

1954
के लगभग एक

1976
ती रही है। यह
ने 1990 से
,
, ( ) का काम सौंपा गया है। साथ ही रे ल और सड़

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