*इस गुफ्तगू में वह चंद सवाल जो एक दूसरे को समझना चाहिए इस अंदाज में पेश किया गया है कि एक आम मुसलमान इसको पढ़कर अपने अक़ीदे की इस्लाह कर सकें और हक रास्ता पा सके और उस पर चल कर जन्नत में जा सके*
*आपका दिन (भाई अबू बिलाल)*
*इस गुफ्तगू में वह चंद सवाल जो एक दूसरे को समझना चाहिए इस अंदाज में पेश किया गया है कि एक आम मुसलमान इसको पढ़कर अपने अक़ीदे की इस्लाह कर सकें और हक रास्ता पा सके और उस पर चल कर जन्नत में जा सके*
*आपका दिन (भाई अबू बिलाल)*
*इस गुफ्तगू में वह चंद सवाल जो एक दूसरे को समझना चाहिए इस अंदाज में पेश किया गया है कि एक आम मुसलमान इसको पढ़कर अपने अक़ीदे की इस्लाह कर सकें और हक रास्ता पा सके और उस पर चल कर जन्नत में जा सके*
*आपका दिन (भाई अबू बिलाल)*