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यौन दब

ु लता - आपके जVमकंु डलB का Kह संयोग दे ता

आज के प रवेश म इसके बारे म लोग बताना पसंद नहBं करते, $छपाते चलते ह
म कहना चाहूंगा क आ!खर 'यN $छपाना है ? ...... डॉ'टर से अगर अपनी
परे शानी $छपा दग तो 'या problem solve हो जायेगा? इस9लए सभी को न
बताएं पर डॉ'टर, 6यो$तष8वद या आपके घर के कूल पुरो>हत से जbर बताएं
शायद आपके 9लए कोई उपाय बताएं िजससे आपका ये problem solve करने
म सहारा द पाएं। सुखद वैवा>हक जीवन का मुZय आधार प$त-प[नी के बीच
आपसी ?ेम, तालमेल, सामंज@य हB होता है , लेIकन वैवा>हक जीवन म यौन
सुख भी उतना हB आवCयक है । 'यNIक यौन सुख का संबध
ं उ[तम संतान
?ािEत से है । कई जोFडयां
़ 9सफ इस9लए टूट जाती ह 'यNIक @cी या पुdष म से
Iकसी एक को यौन दब
ु लता होती है । इस9लए इसे नकारा[मक न समझे उसका
$नवारण कर। आज इसी Kह के संयोग के बार म जानकारB डालने का ?याश
कर रहा हूँ। 6यो$तष म क अनेक योग-दोष बताएं गए ह, जो जVमकंु डलB म
उपि@थत हN तो Oयि'त यौन सख
ु से वं\चत रह जाता है और मन म Oया\धयाँ
पालते रहता है 6यो$तष एक ऐसा 8व^या है िजससे क 9सफ योग, दोष क
जानकारB हB बिPक उन परे शा$नयN से बचने के उपाय भी जाना जा सकता है ।

लQन ::::::: शारB रक और मान9सक _मताओं क जानकारB।

तुला रा9श ::::::: यौन संबंधN क इaछा, जननांग, जीवनसाथी का @वा@fय का


8वशेष असर।
जVमकंु डलB म चंg Kह का ?भाव ::::::: चंg Kह का ?भाव मन-मि@तhक और
शरBर म ?वा>हत होने वाले तरल पदाथi पर होता है । यह ि@cयN के ?जनन
_मता, अंगN, गभाव@था, एवं फ>ट9लटB को ?भा8वत करता है ।

जVमकंु डलB म शj
ु Kह का ?भाव ::::::: ?जनन अंगN, यौन सुख, यौन क
इaछा, यौन ग$त8व\धयN का ?भाव >दखता है ।

जVमकंु डलB म सूय Kह और मंगल Kह का ?भाव ::::::: शरBर के मेटाबॉ9ल6म,


आंत रक उजा पर अपना असर >दखता है ।

जVमकुkडलB म ये Kह का ?भाव ठmक नहBं ::::::: जीवन म यौन सुखN क


जानकारB चंg, शj
ु , मंगल, सूय और तुला रा9श के अनुसार क जाती है । इन
KहN क ि@थ$तयN और यु$त के अनुसार यौन संबंधN के बारे म जाना जा सकता
है । 6यो$तषीय पnय$त म कई ऐसे योग बताए गए ह जो से'सअ
ु ल लाइफ को
?भा8वत करते ह। िजससे जातक / जा$तका का जीवन म >द'कतN का सामना
करना होता है ।

****** जVमांग चj म मंगल तुला रा9श म बैठा हो तो इससे यौन अंग


कमजोर बताएं गए ह। @cी-पुdष को पूण bप से यौन सुख नहBं 9मल पाता।

****** तुला रा9श म मंगल या सूय के साथ राहु हो तो Oयि'त यौन रोगN से
परे शानी झेलनी होती है ।
****** तुला रा9श म एक साथ चार Kह आ जाएं तो @cी हो या पुdष वह
नपुंसकता दोष $नमाण करता है ।

****** कमजोर शj
ु @cी क कंु डलB म सातव भाव म हो तो वह संतान
उ[पि[त क>ठनाई 6यादा उ[पि[त होती है । पुdष क कंु डलB म ऐसा योग उसे
यौन दब
ु लता दे ता है ।

****** वj या कमजोर मंगल सातव भाव म हो तो Oयि'त मूcाशय के रोगN


से पीFडत
़ होता है ।

****** श$न और शj
ु आठव या दशव भाव म हो और इनके साथ कोई शभ

Kह न हो तो यौन दब
ु लता होती है ।

****** छठे या बारहव भाव म कमजोर, शि'तहBन श$न यौन दब


ु लता कर दे ता
है ।

****** शj
ु से श$न छठा या बारहव हो तो @cी यौन सुख से वं\चत रहती है ।

****** तुला रा9श के चंg पर मंगल, राहु और श$न क qिhट हो तो @cी या


पुdष आपस म यौन सुख से बं\चत होते ह।

****** लQनेश @वKहB हो और इस पर सातव शj


ु क qिhट हो तो यौन
दब
ु लता के कारण संतान सुख ?ाEत नहBं होता।
****** श$न छठे या बारहवे भाव म जल रा9श म हो तो यौन रोग होते ह।
इनके अलावा भी कई योग-दोष ह जो यौन दब
ु लता के कारण बनते ह।

उपाय एवं परामश :::::: कंु डलB म ऐसे Kह दोष हN तो Oयि'त को शj


ु और
मंगल को मजबत
ू करने क जbरत है । इसके 9लए मूंगा के साथ सफेद िजरकन
धारण Iकया जाता है ।

शj
ु के बीज मंc ।। ओम gां gBं gr सः शj
ु ाय नमः ।।

मंगल के बीज मंc ।। ओम jां j ं jr सः भौमाय नमः ।।

$नय9मत जप से यौन दब
ु लता समाEत हो सकती है । इसे पूण 8वCवाश के आधार
पर करके दे ख, भगवन ने चाहा जbर जीवन इस सुख से वं\चत होने से बच
सकता ह।

ह@तरे खा8वद, 6यो$तष8वद एवं वा@तश


ु ा@c 8वशेषt
गया, uबहार
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