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घर और कार्यस्थल में धन वर्षा के लिए :

इसके लिए आप अपने घर, दक


ु ान या शोरूम में एक अलंकारिक फव्वारा रखें ! या एक मछलीघर जिसमें
8 सन
ु हरी व एक काली मछ्ली हो रखें ! इसको उत्तर या उत्तरपर्व
ू की ओर रखें ! यदि कोई मछ्ली मर
जाय तो उसको निकाल कर नई मछ्ली लाकर उसमें डाल दें !

परे शानी से मुक्ति के लिए :


आज कल हर आदमी किसी न किसी कारण से परे शान है ! कारण कोई भी हो आप एक तांबे के पात्र में
जल भर कर उसमें थोडा सा लाल चंदन मिला दें ! उस पात्र को सिरहाने रख कर रात को सो जांय ! प्रातः
उस जल को तल
ु सी के पौधे पर चढा दें ! धीरे -धीरे परे शानी दरू होगी !

घर में स्थिर लक्ष्मी के वास के लिए :


चक्की पर गेहूं पिसवाने जाते समय तुलसी के ग्यारह पत्ते गेहूं में डाल दें । एक लाल थैली में केसर के २
पत्ते और थोड़े से गेहूं डालकर मंदिर में रखकर फिर इन्हें भी पिसवाने वाले गें हू में मिला दें , धन में बरकत
होगी और घर में स्थ्रि लक्ष्मी का वास होगा। आटा केवल सोमवार या शनिवार को पिसवाएं।

पैतक
ृ संपत्ति की प्राप्ति के लिए :
घर में पूर्वजों के गड़े हुए धन की प्राप्ति हे तु किसी सोमवार को २१ श्वेत चितकवरी कौड़ियों को अच्छी
तरह पीस लें और चूर्ण को उस स्थान पर रखें, जहां धन गड़े होने का अनुमान हो। धन गड़ा हुआ होगा, तो
मिल जाएगा।

मकान
जिन व्यक्तियों को लाख प्रयत्न करने पर भी स्वयं का मकान न बन पा रहा हो, वे इस टोटके को
अपनाएं।
प्रत्येक शक्र
ु वार को नियम से किसी भख
ू े को भोजन कराएं और रविवार के दिन गाय को गड़
ु खिलाएं।
ऐसा नियमित करने से अपनी अचल सम्पति बनेगी या पैतक
ृ सम्पति प्राप्त होगी। अगर सम्भव हो तो
प्रात:काल स्नान-ध्यान के पश्चात ् निम्न मंत्र का जाप करें । “ॐ पद्मावती पद्म कुशी वज्रवज्रांपुशी प्रतिब
भवंति भवंति।।´´
यह प्रयोग नवरात्रि के दिनों में अष्टमी तिथि को किया जाता है । इस दिन प्रात:काल उठ कर पज
ू ा स्थल
में गंगाजल, कुआं जल, बोरिंग जल में से जो उपलब्ध हो, उसके छींटे लगाएं, फिर एक पाटे के ऊपर दर्गा

जी के चित्र के सामने, पूर्व में मुंह करते हुए उस पर 5 ग्राम सिक्के रखें। साबुत सिक्कों पर रोली, लाल
चन्दन एवं एक गुलाब का पुष्प चढ़ाएं। माता से प्रार्थना करें । इन सबको पोटली बांध कर अपने गल्ले,
संदक
ू या अलमारी में रख दें । यह टोटका हर 6 माह बाद पुन: दोहराएं।

कर्ज
॰ व्यक्ति को ऋण मुक्त कराने में यह टोटका अवश्य सहायता करे गा : मंगलवार को शिव मन्दिर में जा
कर शिवलिंग पर मसूर की दाल “ॐ ऋण मुक्तेश्वर महादे वाय नम:´´ मंत्र बोलते हुए चढ़ाएं।
॰ जिन व्यक्तियों को निरन्तर कर्ज घेरे रहते हैं, उन्हें प्रतिदिन “ऋणमोचक मंगल स्तोत्र´´ का पाठ करना
चाहिये। यह पाठ शक्
ु ल पक्ष के प्रथम मंगलवार से शरू
ु करना चाहिये। यदि प्रतिदिन किसी कारण न कर
सकें, तो प्रत्येक मंगलवार को अवश्य करना चाहिये।
॰ सोमवार के दिन एक रूमाल, 5 गुलाब के फूल, 1 चांदी का पत्ता, थोड़े से चावल तथा थोड़ा सा गुड़ लें।
फिर किसी विष्णुण्लक्ष्मी जी के मिन्दर में जा कर मूर्त्ति के सामने रूमाल रख कर शेष वस्तुओं को हाथ
में लेकर 21 बार गायत्री मंत्र का पाठ करते हुए बारी-बारी इन वस्तुओं को उसमें डालते रहें । फिर इनको
इकट्ठा कर के कहें की `मेरी परे शानियां दरू हो जाएं तथा मेरा कर्जा उतर जाए´। यह क्रिया आगामी 7
सोमवार और करें । कर्जा जल्दी उतर जाएगा तथा परे शानियां भी दरू हो जाएंगी।
॰ सर्वप्रथम 5 लाल गुलाब के पूर्ण खिले हुए फूल लें। इसके पश्चात ् डेढ़ मीटर सफेद कपड़ा ले कर अपने
सामने बिछा लें। इन पांचों गल
ु ाब के फुलों को उसमें , गायत्री मंत्र 21 बार पढ़ते हुए बांध दें । अब स्वयं जा
कर इन्हें जल में प्रवाहित कर दें । भगवान ने चाहा तो जल्दी ही कर्ज से मक्ति
ु प्राप्त होगी।
॰ कर्ज-मुक्ति के लिये “गजेन्द्र-मोक्ष´´ स्तोत्र का प्रतिदिन सर्यो
ू दय से पूर्व पाठ अमोघ उपाय है ।
॰ अगर निरन्तर कर्ज में फँसते जा रहे हों, तो श्मशान के कुएं का जल लाकर किसी पीपल के वक्ष
ृ पर
चढ़ाना चाहिए। यह 6 शनिवार किया जाए, तो आश्चर्यजनक परिणाम प्राप्त होते हैं।

अगर बढ़ाना हो व्यापार-व्यवसाय


अगर आपका व्यापार-व्यवसाय मंदा चल रहा है । किसी भी काम के शुरू करने के बाद उसमें ऐसा लाभ
नहीं मिलता जैसा
सोच रहे हैं, दक
ु ान खब
ु सजाधजा कर रखने पर भी उसमें ग्राहक नहीं आते तो अब चिंता की बात नहीं है ।
हम आपको ऐसे कुछ सिद्ध टोटके बता रहे हैं जिससे थोड़े से प्रयास से आपको बेहतर परिणाम मिलेंगे।
लेकिन इन प्रयोगों को करने से पहले आपको मन में कुछ बातें ठाननी पड़ेंगी। एक, हमेशा सत्य बोलेंगे,
दस
ू रों का अहित नहीं करें गे और तीसरा हमेशा अपना श्रेष्ठतम परिणाम दें गे। जब आप कोई टोटका
प्रयोग में ला रहे हों तो इसके बारे में किसी को बताए नहीं, इससे टोटके का प्रभाव कम हो जाता है । इन
टोटकों को आजमाइए, लाभ जरूर मिलेगा।
॰ शनिवार को पीपल के पेड़ से एक पत्ता तोड़ लाएं, उसे धूप-बत्ती दिखाकर अपनी दक
ु ान की गादी जिस
पर आप बैठते हैं, उसके नीचे रख दें । सात शनिवार तक लगातार ऐसा ही करें । जब गादी के नीचे सात
पत्ते इकट्ठे हो जाएं तो उन्हें एक साथ किसी तालाब या कुएं में बहा दें । व्यवसाय चल निकलेगा।
॰ किसी ऐसी दक
ु ान जो काफी चलती हो वहां से लोहे की कोई कील या नट आदि शनिवार के दिन
खरीदकर, मांगकर या उठाकर ले आएं। काली उड़द के 10-15 दानों के साथ उसे एक शीशी में रख लें। धप
ू -
दीप से पज
ू ाकर ग्राहकों की नजरों से बचाकर दक
ु ान में रख लें। व्यवसाय खब
ु चलेगा।
॰ शनिवार को सात हरी मिर्च और सात नींबू की माला बनाकर दक
ु ान में ऐसे टांगें कि उस पर ग्राहक की
नजर पड़े।

व्यवसाय
व्यापार स्थल पर किसी भी प्रकार की समस्या हो, तो वहां श्वेतार्क गणपति तथा एकाक्षी श्रीफल की
स्थापना करें । फिर नियमित रूप से धूप, दीप आदि से पज
ू ा करें तथा सप्ताह में एक बार मिठाई का भोग
लगाकर प्रसाद यथासंभव अधिक से अधिक लोगों को बांटें। भोग नित्य प्रति भी लगा सकते हैं।
यदि आपको लगता है कि आपका कार्य किसी ने बांध दिया है और चाहकर भी उसमें बढ़ोतरी नहीं हो रही
है व सब तरफ से मन्दा एवं बाधाओं का सामना करना पड़रहा है । ऐसे में आपको साबुत फिटकरी दक
ु ान
में खड़े होकर 31 बार वार दें और दक
ु ान से बाहर निकल कर किसी चौराहे पर जाकर उत्तर दिशा में फेंक
कर बिना पीछे दे खें वापस आ जाएं। नजरदरू हो जाएगी और व्यापार फिर से पर्व
ू की भांति चलने लगेगा।

व्यापार व कारोबार में वद्धि


ृ के लिए
एक नीबू लेकर उस पर चार लौंग गाड़ दें और उसे हाथ में रखकर निम्नलिखित मंत्र का २१ बार जप करें ।
जप के बाद नीबू को अपनी जेब में रख कर जिनसे कार्य होना हो, उनसे जाकर मिलें।
क्क श्री हनम
ु ते नमः
इसके अतिरिक्त शनिवार को पीपल का एक पत्ता गंगा जल से धोकर हाथ में रख लें और गायत्री मंत्र का
२१ बार जप करें । फिर उस पत्ते को धूप दे कर अपने कैश बॉक्स में रख दें । यह क्रिया प्रत्येक शनिवार को
करें और पत्ता बदल कर पहले के पत्ते को पीपल की जड़ में में रख दें । यह क्रिया निष्ठापूर्वक करें ,
कारोबार में उन्नति होगी।

व्यापार बढाने के लिए :


शुक्ल पक्ष में किसी भी दिन अपनी फैक्ट्री या दक
ु ान के दरवाजे के दोनों तरफ बाहर की ओर थोडा सा गेहूं
का आटा रख दें ! ध्यान रहे ऐसा करते हुए आपको कोई दे खे नही !
पूजा घर में अभिमंत्रित श्र ्री यंत्र रखें !
शुक्र्वार की रात को सवा किलो काले चने भिगो दें ! दस
ू रे दिन शनिवार को उन्हें सरसों के तेल में बना लें !
उसके तीन हिस्से कर लें ! उसमें से एक हिस्सा घोडे या भैंसे को खिला दें ! दस
ू रा हिस्सा कुष्ठ रोगी को दे
दें और तीसरा हिस्सा अपने सिर से घडी की सूई से उल्टे तरफ तीन बार वार कर किसी चौराहे पर रख दें !
यह प्रयोग 40 दिन तक करें ! कारोबार में लाभ होगा !

कारोबार में नक
ु सान हो रहा हो या कार्यक्षेत्र में झगडा हो रहा हो तो :
यदि उपरोक्त स्थिति का सामना हो तो आप अपने वज़न के बराबर कच्चा कोयला लेकर जल प्रवाह कर
दें ! अवश्य लाभ होगा !

पढाई में याददास्त बढाने का टोटका


याददास्त कोई हौवा नही है ,कि याद होता नही है ,और याद होता नही है तो पढाई बेकार हो जाती है ,परीक्षा
में परिणाम नकारात्मक आता है ,और दिमाग का एक कौना मानने लगता है कि यह पढाई बेकार है ,इसे
छोड कर कोई जीवन यापन का काम कर लेना चाहिये,और इस बेकार के झमेले को छोड दे ना
चाहिये,लेकिन नही अगर वास्तव मे आपको पढने का चाव है और आप चाहते है कि आपका परिणाम भी
उन्ही लोगों की तरह से आये जैसे कि ब्रिलियेंन्ट बच्चों का आता है ,तो इस टोटके को अंजवा लीजिये।
शाम को खाना खा कर बायीं करवट ढाई घंटे के लिये लेट जाइये,फ़िर ढाई घंटे दाहिनी करवट लेट
जाइये,और ढाई घंटे उठकर सीधे बैठ कर पढना चालू कर दीजिये,यह क्रम लगातार चालू रखिये,दे खिये
कि जो टापिक कभी याद नही होते थे,इतनी अच्छी तरह से याद हो जायेंगे कि खद
ु को विश्वास ही नहीं
होगा।

पढ़ाई में एकाग्रता हे तु : 


शुक्ल पक्ष के पहले रविवार को इमली के २२ पत्ते ले आएं और उनमें से ११ पत्ते सूर्य
दे व को ¬ सर्या
ू य नमः कहते हुए अर्पित करें । शेष ११ पत्तों को अपनी किताबों में रख लें, पढ़ाई में रुचि
बढ़े गी।

अगर आपका प्रमोशन नहीं हो रहा तो :


॰ गरू
ु वार को किसी मंदिर में पीली वस्तय
ु े जैसे खाद्य पदार्थ, फल, कपडे इत्यादि का दान करें !
॰ हर सब
ु ह नंगे पैर घास पर चलें !
॰ नौकरी जाने का खतरा हो या ट्रांसफर रूकवाने के लिए :
पांच ग्राम डली वाला सुरमा लें ! उसे किसी वीरान जगह पर गाड दें ! ख्याल रहे कि जिस औजार से आपने
जमीन खोदी है उस औजार को वापिस न लायें ! उसे वहीं फेंक दें दस
ू री बात जो ध्यान रखने वाली है वो
यह है कि सरु मा डली वाला हो और
एक ही डली लगभग 5 ग्राम की हो ! एक से ज्यादा डलियां नहीं होनी चाहिए !
ट्रांसफ़र करवाने का उपाय
कार्य स्थान पर जाने के बाद पैर धोकर अपने स्थान पर बैठना चाहिये,पिसी हल्दी को बहते पानी में
बहाना चाहिये।
यदि आपको सही नौकरी मिलने में दिक्कत आ रही हो तो :
कुएं में दध
ू डालें! उस कुएं में पानी होना चहिए !
काला कम्बल किसी गरीब को दान दें !
6 मख
ु ी रूद्राक्ष की माला 108 मनकों वाली माला धारण करें जिसमें हर मनके के बाद चांदी के टुकडे
पिरोये हों !

खाना पचाने का टोटका


अधिकतर बैठे रहने से या खाना खाने के बाद मेहनत नही करने से भोजन पच नही पाता है और पेट में
दर्द या पेट फ़ूलने लगता है ,खाना खाने के बाद तरु ं त बायीं करवट लेट जाइये,खाना आधा घन्टे में अपनी
जगह बनाकर पचने लगेगा और अपान वायु बाहर निकल जायेगी।

ईश्वर का दर्शन करने के लिये टोटका


शाम को एकान्त कमरे में जमीन पर उत्तर की तरफ़ मंह
ु करके पालथी मारकर बैठ जाइये,दोनों आंखों
को बन्द करने के बाद आंखों की द्रिष्टि को नाक के ऊपर वाले हिस्से में ले जाने की कोशिश करिये,धीरे
धीरे रोजाना दस से बीस मिनट का प्रयोग करिये,लेकिन इस काम को करने के बीच में किसी भी प्रकार के
विचार दिमाग में नही लाने चाहिये,आपको आपके इष्ट का दर्शन सुगमता से हो जायेगा।अपने पूर्वजों की
नियमित पूजा करें । प्रति माह अमावस्या को प्रातःकाल ५ गायों को फल खिलाएं।

मुकदमें में विजय पाने के लिए :


यदि आपका किसी के साथ मुकदमा चल रहा हो और आप उसमें विजय पाना चाहते हैं तो थोडे से चावल
लेकर कोर्ट/कचहरी में जांय और उन चावलों को कचहरी में कहीं पर फेंक दें ! जिस कमरे में आपका
मुकदमा चल रहा हो उसके बाहर फेंकें तो ज्यादा अच्छा है ! परं तु याद रहे आपको चावल ले जाते या कोर्ट
में फेंकते समय कोई दे खे नहीं वरना लाभ नहीं होगा ! यह उपाय आपको बिना किसी को पता लगे करना
होगा !
अगर किसी काम से जाना हो, तो एक नींबू लें। उसपर 4 लौंग गाड़ दें तथा इस मंत्र का जाप करें : `ॐ श्री
हनम
ु ते नम:´। 21 बार जाप करने के बाद उसको साथ ले कर जाएं। काम में किसी प्रकार की बाधा नहीं
आएगी।

कार्य में सफलता के लिए : 


अमावस्या के दिन पीले कपड़े का त्रिकोना झंडा बना कर विष्णु भगवान के मंदिर के ऊपर लगवा दें , कार्य
सिद्ध होगा।
चुटकी भर हींग अपने ऊपर से वार कर उत्तर दिशा में फेंक दें । प्रात:काल तीन हरी इलायची को दाएँ हाथ
में रखकर “श्रीं श्रीं´´ बोलें, उसे खा लें , फिर बाहर जाए¡।

व्यवसाय बाधा से मुक्ति हे तु : 


यदि कारोबार में हानि हो रही हो अथवा ग्राहकों का आना कम हो गया हो, तो
समझें कि किसी ने आपके कारोबार को बांध दिया है । इस बाधा से मुक्ति के लिए दक
ु ान या कारखाने के
पज
ू न स्थल में शक्
ु ल पक्ष के शक्र
ु वार को अमत
ृ सिद्ध या सिद्ध योग में श्री धनदा यंत्र स्थापित करें । फिर
नियमित रूप से केवल धप
ू दे कर उनके दर्शन करें , कारोबार में लाभ होने लगेगा।

गह
ृ कलह से मुक्ति हे तु :

परिवार में पैसे की वजह से कलह रहता हो, तो दक्षिणावर्ती शंख में पांच कौड़ियां
रखकर उसे चावल से भरी चांदी की कटोरी पर घर में स्थापित करें । यह प्रयोग शुक्ल पक्ष के प्रथम
शुक्रवार को या दीपावली के अवसर पर करें , लाभ अवश्य होगा। 

यदि परिश्रम के पश्चात ् भी कारोबार ठप्प हो, या धन आकर खर्च हो जाता हो तो यह टोटका काम में लें।
किसी गुरू पुष्य योग और शुभ चन्द्रमा के दिन प्रात: हरे रं ग के कपड़े की छोटी थैली तैयार करें । 

श्री गणेश के चित्र अथवा मूर्ति के आगे “संकटनाशन गणेश स्तोत्र´´ के 11 पाठ करें । तत्पश्चात ् इस थैली
में 7 मूंग, 10 ग्राम साबुत धनिया, एक पंचमुखी रूद्राक्ष, एक चांदी का रूपया या 2 सुपारी, 2 हल्दी की गांठ
रख कर दाहिने मुख के गणेश जी को शुद्ध घी के मोदक का भोग लगाएं। फिर यह थैली तिजोरी या कैश
बॉक्स में रख दें । गरीबों और ब्राह्मणों को दान करते रहे । आर्थिक स्थिति में शीघ्र सुधार आएगा। 1 साल
बाद नयी थैली बना कर बदलते रहें ।

किसी के प्रत्येक शभ
ु कार्य में बाधा आती हो या विलम्ब होता हो तो रविवार को भैरों जी के मंदिर में सिंदरू
का चोला चढ़ा कर “बटुक भैरव स्तोत्र´´ का एक पाठ कर के गौ, कौओं और काले कुत्तों को उनकी रूचि का
पदार्थ खिलाना चाहिए। ऐसा वर्ष में 4-5 बार करने से कार्य बाधाएं नष्ट हो जाएंगी।
धन प्राप्ति के लिए :- 

1. हर पर्णि
ू मा को सब
ु ह पीपल के वक्ष
ृ पर जल चढ़ाएं।
2. तुलसी के पौधे पर गुरुवार को पानी में थोड़ा दध
ू डालकर चढ़ाएं।
3. यदि आपको बरगद के पेड़ के नीचे कोई छोटा पौधा उगा हुआ नजर आ जाए तो उसे उखाड़कर अपने
घर में लगा दें ।
4. गूलर की जड़ को कपड़े में बांधकर उसे ताबीज में डालकर बाजु पर बांधे।
5. पीपल के वक्ष
ृ की छाया में खड़े होकर लोहे के पात्र में पानी लेकर उसमें दध
ू मिलाकर उसे पीपल की जड़
में डालने से घर में सुख-समद्धि
ृ बनी रहती है और घर में लक्ष्मी का स्थाई निवास होता है ।
6. धन समद्धि
ृ की दे वी लक्ष्मी को प्रति एकादशी के दिन नौ बत्तियों वाला शद्ध
ु घी का दीपक लगाएं।
7. घर के मख्
ु य प्रवेश द्वार पर तांबे के सिक्के को लाल रं ग के नवीन वस्त्र में बांधने से घर में धन, समद्धि

का आगमन होता है ।
8. शनिवार के दिन कृष्ण वर्ण के पशुओं को रोटी खिलाएं

आर्थिक समस्या के छुटकारे के लिए :


यदि आप हमेशा आर्थिक समस्या से परे शान हैं तो इसके लिए आप 21 शुक्रवार 9 वर्ष से कम आयु की 5
कन्यायों को खीर व मिश्री का प्रसाद बांटें !

घर और कार्यस्थल में धन वर्षा के लिए :


इसके लिए आप अपने घर, दक
ु ान या शोरूम में एक अलंकारिक फव्वारा रखें ! या एक मछलीघर जिसमें
8 सुनहरी व एक काली मछ्ली हो रखें ! इसको उत्तर या उत्तरपूर्व की ओर रखें ! यदि कोई मछ्ली मर
जाय तो उसको निकाल कर नई मछ्ली लाकर उसमें डाल दें !

रूके हुए कार्यों की सिद्धि के लिए यह प्रयोग बहुत ही लाभदायक है ।


गणेश चतुर्थी को गणेश जी का ऐसा चित्र घर या दक
ु ान पर लगाएं, जिसमें उनकी सूंड दायीं ओर मुड़ी हुई
हो। इसकी आराधना करें । इसके आगे लौंग तथा सुपारी रखें। जब भी कहीं काम पर जाना हो, तो एक
लौंग तथा सुपारी को साथ ले कर जाएं, तो काम सिद्ध होगा। 
लौंग को चस
ू ें तथा सप
ु ारी को वापस ला कर गणेश जी के आगे रख दें तथा जाते हुए कहें `जय गणेश काटो
कलेश´।

परे शानी से मुक्ति के लिए :

आज कल हर आदमी किसी न किसी कारण से परे शान है ! कारण कोई भी हो आप एक तांबे के पात्र में
जल भर कर उसमें थोडा सा लाल चंदन मिला दें ! उस पात्र को सिरहाने रख कर रात को सो जांय ! प्रातः
उस जल को तल
ु सी के पौधे पर चढा दें ! धीरे -धीरे परे शानी दरू होगी !

सरकारी या निजी रोजगार क्षेत्र में परिश्रम के उपरांत भी सफलता नहीं मिल रही हो, तो नियमपूर्वक किये
गये विष्णु यज्ञ की विभति
ू ले कर, अपने पितरों की `कुशा´ की मर्ति
ू बना कर, गंगाजल से स्नान करायें
तथा यज्ञ विभति
ू लगा कर, कुछ भोग लगा दें और उनसे कार्य की सफलता हे तु कृपा करने की प्रार्थना
करें । 

किसी धार्मिक ग्रंथ का एक अध्याय पढ़ कर, उस कुशा की मर्ति


ू को पवित्र नदी या सरोवर में प्रवाहित कर
दें । 

सफलता अवश्य मिलेगी। सफलता के पश्चात ् किसी शभ


ु कार्य में दानादि दें ।

कंु वारी कन्या के विवाह हे तु :

१. यदि कन्या की शादी में कोई रूकावट आ रही हो तो पूजा वाले 5 नारियल लें ! भगवान शिव की मूर्ती या
फोटो के आगे रख कर “ऊं श्रीं वर प्रदाय श्री नामः” मंत्र का पांच माला जाप करें फिर वो पांचों नारियल
शिव जी के मंदिर में चढा दें ! विवाह की बाधायें अपने आप दरू होती जांयगी !

२. प्रत्येक सोमवार को कन्या सुबह नहा-धोकर शिवलिंग पर “ऊं सोमेश्वराय नमः” का जाप करते हुए
दध
ू मिले जल को चढाये और वहीं मंदिर में बैठ कर रूद्राक्ष की माला से इसी मंत्र का एक माला जप करे !
विवाह की सम्भावना शीघ्र बनती नज़र आयेगी
अक्सर सुनने में आता है कि घर में कमाई तो बहुत है , किन्तु पैसा नहीं टिकता, तो यह प्रयोग करें । 
जब आटा पिसवाने जाते हैं तो उससे पहले थोड़े से गें हू में 11 पत्ते तुलसी तथा 2 दाने केसर के डाल कर
मिला लें तथा अब इसको बाकी गें हू में मिला कर पिसवा लें। यह क्रिया सोमवार और शनिवार को करें ।
फिर घर में धन की कमी नहीं रहे गी।

धन के ठहराव के लिए :

आप जो भी धन मेहनत से कमाते हैं उससे ज्यादा खर्च हो रहा हो अर्थात घर में धन का ठहराव न हो तो
ध्यान रखें को आपके घर में कोई नल लीक न करता हो ! अर्थात पानी टप–टप टपकता न हो ! और आग
पर रखा दध
ू या चाय उबलनी नहीं चाहिये ! वरना आमदनी से ज्यादा खर्च होने की सम्भावना रह्ती है !

बच्चे के उत्तम स्वास्थ्य व दीर्घायु के लिए :

१. एक काला रे शमी डोरा लें ! “ऊं नमोः भगवते वासुदेवाय नमः” का जाप करते हुए उस डोरे में थोडी थोडी
दरू ी पर सात गांठें लगायें ! उस डोरे को बच्चे के गले या कमर में बांध दें !
२. प्रत्येक मंगलवार को बच्चे के सिर पर से कच्चा दध
ू 11 बार वार कर किसी जंगली कुत्ते को शाम के
समय पिला दें ! बच्चा दीर्घायु होगा !

किसी रोग से ग्रसित होने पर :


सोते समय अपना सिरहाना पर्व
ू की ओर रखें ! अपने सोने के कमरे में एक कटोरी में सेंधा नमक के कुछ
टुकडे रखें ! सेहत ठीक रहे गी !

पदोन्नति हे तु :
शुक्ल पक्ष के सोमवार को सिद्ध योग में तीन गोमती चक्र चांदी के तार में एक साथ बांधें और उन्हें हर
समय अपने साथ रखें, पदोन्नति के साथ-साथ व्यवसाय में भी लाभ होगा।

घर में बार-बार धन हानि हो रही हो तों वीरवार को घर के मुख्य द्वार पर गुलाल छिड़क कर गुलाल पर
शुद्ध घी का दोमुखी (दो मुख वाला) दीपक जलाना चाहिए। दीपक जलाते समय मन ही मन यह कामना
करनी चाहिए की `भविष्य में घर में धन हानि का सामना न करना पड़े´। जब दीपक शांत हो जाए तो उसे
बहते हुए पानी में बहा दे ना चाहिए।
काले तिल परिवार के सभी सदस्यों के सिर पर सात बार उसार कर घर के उत्तर दिशा में फेंक दें , धनहानि
बंद होगी।
घर की आर्थिक स्थिति ठीक करने के लिए घर में सोने का चौरस सिक्का रखें। कुत्ते को दध
ू दें । अपने
कमरे में मोर का पंख रखें।
यदि धन की कमी हो या किसी का धन कहीं अटक गया हो तो शुक्ल पक्ष के गुरूवार से अपने माथे पर
केसर एवं चन्दन का तिलक लगाना आरम्भ कर दें । प्रत्येक गुरूवार को रामदरबार के सामने दण्डवत
प्रणाम कर मनोकामना करें , कार्य सफल हो जाएगा।

अगर आप सुख-समद्धि
ृ चाहते हैं, तो आपको पके हुए मिट्टी के घड़े को लाल रं ग से रं गकर, उसके मुख पर
मोली बांधकर तथा उसमें जटायक्
ु त नारियल रखकर बहते हुए जल में प्रवाहित कर दे ना चाहिए।
अखंडित भोज पत्र पर 15 का यंत्र लाल चन्दन की स्याही से मोर के पंख की कलम से बनाएं और उसे सदा
अपने पास रखें।

घर में या कार्यालय में 6 मोर पंख रखें इससे आपके घर व कार्यालय पर किसी की नजर नहीं लगेगी।

“last year's words belong to last year's language


And next year's words await another voice.
to make a beginning with an end."

From:-
Anjani Kumar Pandey
Regional Manager (West)
Smile Foundation
Mumbai – 400057 – INDIA
+91-8692868508

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