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Geological Time Scale CIMS
Geological Time Scale CIMS
By Chetan Meena
भू वैज्ञाफिक समय सारणी में पृथ्वी की उत्पफि के बाद से उसकी फवफभन्ि दशाओ ं को उिके
फवफशष्ट काल के आधार पर फवभाफित करके देखा िाता है। भू वैज्ञाफिक इस फिष्कषग पर पहँचे
हैं फक पृथ्वी की उत्पफि के बाद फवशेष प्रकार के कई यर्ु हए हैं, फििमें फवशेष प्रकार की शैलों
का िमाव तथा िीवों का फवकास हआ है।
सवगप्रथम पृथ्वी के इफतहास को बड़े भार्ों (कल्प/Era) में बाँटा र्या है, कल्प को पुि:
युर्/Epoch में तथा युर् को छोटे-छोटे भार्ों- शक/Periods में फवभाफित फकया र्या है।
प्रत्येक शक का काल भी फिधागररत फकया र्या है। इि फवफभन्ि शकों के िीवों, विस्पफतयों के
फवकास पर भी प्रकाश डाला र्या है।
हैफडयि
प्रोटे रोिोइक
ओडोफवफसयि शक
फसल्युररि शक
पेफलयोिोइक
फडवोफियि शक
काबोफििेरस शक
पफमगयि शक
कै फम्पियि शक:
➢ काल: 60 करोड़ वषग पवू ग से 50 करोड़ वषग पवू ग तक
➢ प्रमुख घटिाएँ: फछछले सार्रों का िै लाव.. वेल्स, इग्ं लैंड, उिरी अमरीका में कै फम्पियि
चट्टािों का फिमागण
➢ िीव एवं विस्पफत: सार्रों में रीढ़ वाले िीवों का उद्भव हआ, फििका भोिि सार्रीय
घास था
ओडोफवफसयि शक:
➢ काल: 50 करोड़ वषग पवू ग से लेकर 44 करोड़ वषग पवू ग तक
➢ प्रमुख घटिाएँ: स्थल भार्ों पर सार्रों का उतार चढ़ाव.. पवगत फिमागण प्रारम्पभ हआ..
फछछले सार्रों में बालू, कीचड़ का िमाव
➢ िीव एवं विस्पफत: के वल सार्रीय भार्ों में
फडवोफियि शक:
➢ काल: 40 करोड़ वषग पवू ग से लेकर 35 करोड़ वषग पवू ग तक
➢ प्रमुख घटिाएँ: स्थलभार् में फवस्तार.. ज्वालामुखी फिया सफिय रही.. उ.प. यूरोप में
लाल बालू पत्थर का िमाव
➢ िीव एवं विस्पफत: स्थल भार् पर हरी भरी विस्पफतयों का आवरण व्याप्त.. कई प्रकार
की मछफलयों की उत्पफि हई (मत्स्य यर्ु भी कहा िाता है).. इसके अंत तक
एम्पिीफबयस िीवों का आफवभागव हआ.. सग्रीव िीव स्थल की ओर आिे लर्े
काबोफििे रस शक:
➢ काल: 35 करोड़ वषग पूवग से लेकर 27 करोड़ वषग पूवग तक
➢ प्रमुख घटिाएँ: उिरी र्ोलाधग में कोयले का फिमागण हआ.. यूरोप, अमरीका
िल्लाफवत थे
➢ िीव एवं विस्पफत: स्थलीय भार्ों पर 100 िीट ऊँ चे वृक्ष.. िल-थल दोिों पर रहिे
वाले 15 िीट तक लम्पबे िीवों का फवकास.. स्थल पर रेंर्िे वाले िीवों का फवकास
पफमगयि शक:
➢ काल: 27 करोड़ वषग पवू ग से लेकर 22.5 करोड़ वषग पवू ग तक
➢ प्रमुख घटिाएँ: भूपटल पर भ्रंशि के कारण आंतररक झीलों का फिमागण.. यूरोप,
एफशया, अमरीका में ऊँ चे पवगतों का फिमागण.. िलवायु में मौसमी पररवतगि होिे लर्ा
मीसोिोइक िुरैफसक शक
फिटे फशयस शक
फियाफसक शक:
➢ काल: 22.5 करोड़ वषग पूवग से लेकर 18 करोड़ वषग पूवग तक
➢ प्रमुख घटिाएँ: फिटे ि में खारी झीलें और मरुस्थल था.. सवगत्र र्मग एवं शुष्क िलवायु
➢ िीव एवं विस्पफत: सार्रों में रेंर्िे वाले माँसाहारी िीवों का फवकास हआ
िुरैफसक शक:
➢ काल: 18 करोड़ वषग पूवग से लेकर 13.5 करोड़ वषग पूवग तक
➢ प्रमुख घटिाएँ: सार्रों का पुि: फवस्तार प्रारम्पभ.. स्थल पर अफधकांशत: िंर्ल एवं
दलदली भार् थे.. चुिे पत्थर का िमाव हआ..
➢ िीव एवं विस्पफत: दलदली भार्ों में 50 िीट तक लम्पबे रेंर्िे वाले िीवों का फवकास..
उड़िे वाले पफक्षयों का फवस्तार.. स्तिधारी िीव चूहे के आकार के ही थे
फिटेफशयस शक:
➢ काल: 13.5 करोड़ वषग पवू ग से लेकर 7 करोड़ वषग पवू ग तक
➢ प्रमुख घटिाएँ: उिरी अमरीका, मैफक्सको, फिटेि के डोवर क्षेत्रों में खररया मृदा का
िमाव.. रॉकी, एडं ीि, की उत्पफि.. भारत में दफक्षणी पठार में लावा का िमाव
➢ िीव एवं विस्पफत: पतझड़ विों का फवकास.. डायिोसोर, उड़िे वाले फवशाल पफक्षयों
का फवकास.. शाकग , हेररंर् िैसी मछफलयों का िन्म हआ
इओसीि शक
ऑफलर्ोसीि शक
मायोसीि शक
सीिोिोइक
्लायोसीि शक
्लीस्टोसीि शक
होलोसीि शक
इओसीि शक:
➢ काल: 7 करोड़ वषग पूवग से लेकर 4 करोड़ वषग पूवग तक
➢ प्रमुख घटिाएँ: पवगतों की ऊँ चाई में वफृ ि.. फहन्द, अटलांफटक महासार्रों का फवकास
➢ िीव एवं विस्पफत: प्रारफम्पभक व्हेल, सार्रीय र्ाय का फवकास.. सार्र में रेंर्िे वाले
िीव लुप्त.. स्थल पर फवफभन्ि स्तिधाररयों- हाथी, घोड़े, सुअर के पूवगिों का उद्भव हआ
ओफलर्ोसीि शक:
➢ काल: 4 करोड़ वषग पूवग से लेकर 2.5 करोड़ वषग पूवग तक
➢ प्रमुख घटिाएँ: आल््स पवगत का फिमागण प्रारम्पभ.. कुछ भार्ों में शीत िलवायु प्रारम्पभ..
➢ िीव एवं विस्पफत: के कड़े, घोंघा िैसी प्रिाफतयाँ उत्पन्ि हई..ं फबल्ली, कुिे, भालू के
पूवगिों का उद्भव.. हाथी छोटे थे.. पुच्छहीि बन्दर का आफवभागव हआ
मायोसीि शक:
➢ काल: 2.5 करोड़ वषग पवू ग से लेकर 1 करोड़ वषग पवू ग तक
➢ प्रमुख घटिाएँ: फहमालय की फितीय श्रेणी का उत्थाि हआ.. आल््स पवगत का फवकास
➢ िीव एवं विस्पफत: 60 िीट तक लम्पबी शाकग मछली का फवकास.. पुच्छहीि बंदर
(Ape) अफ्रीका से एफशया की ओर स्थािांतररत हआ.. हाफथयों के आकार का
फवकास.. िल पक्षी, बतख, पेंफग्वि (अन्टाकग फटका में) का फवकास
्लायोसीि शक:
➢ काल: 1.1 करोड़ वषग पूवग से लेकर 10 लाख वषग पूवग तक
➢ प्रमुख घटिाएँ: वतगमाि महािीपों, महासार्रों का रूप फवकफसत हआ.. काला सार्र,
अरब सार्र, कै फस्पयि सार्र का फिमागण.. फशवाफलक श्रेणी का फिमागण
➢ िीव एवं विस्पफत: फवशाल शाकग लुप्त हो र्ई.. बड़े स्तिधाररयों का ह्यास
्लीस्टोसीि शक:
➢ काल: 10 लाख वषग पवू ग से लेकर 10 हिार वषग पवू ग तक
➢ प्रमुख घटिाएँ: भूपटल पर बिग की चादर फवस्तृत हो र्ई.. चार फहमयुर्ों का फवस्तार
हआ, इिके बीच में फहमरफहत युर् भी थे.. बिग फपघलिे के बाद घरातल पर कई बदलाव
देखे र्ये- उ. अमरीका में वृहद झीलों का अफवभागव हआ, यूरोप में भी कई झीलें बिीं,
सार्र तल में वफृ ि हई, स्थल भार् ऊपर उठिे लर्ा.. बिग िमाव के कारण फिटे ि, यरू ोप
से िुड़ र्या
➢ िीव एवं विस्पफत: फवशेषकर यूरोप में फहमयुर्ों के कारण मुलायम विस्पफतयाँ िष्ट हो
र्ई..ं बन्दर सदृश मािव का फवकास हआ, फशकार फकया िािे लर्ा.. फहमयर्ु ों के कारण
मािव के पूवगि अलर्-अलर् महाफिपों पर पलायि करिे लर्े.. वतगमाि हाथी, घोड़े,
बैलों का फवकास
होलोसीि शक:
➢ काल: 10 हिार वषग पवू ग से लेकर अब तक
➢ प्रमुख घटिाएँ/फवशेषताएँ: इसकी शुरुआत में बिग की चादर उतरिे लर्ी थी.. वतगमाि
स्थलाकृफत बिीं.. उ. अफ्रीका, मध्य-पूवग एफशया में रेफर्स्तािों का उद्भव.. कृफष कायग
प्रारम्पभ