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-33004/99
सी.जी.-डी.एल.-अ.-24022021-225410
xxxGIDHxxx
CG-DL-E-24022021-225410
xxxGIDExxx
असाधारण
EXTRAORDINARY
भाग II—खण्ड 3—उप-खण्ड (ii)
PART II—Section 3—Sub-section (ii)
प्राजधकार से प्रकाजित
PUBLISHED BY AUTHORITY
आदेि
का.आ. 882(अ).— के न्द्रीय सरकार, आिश्यक िस्ट्तु अजधजनयम, 1955 (1955 का 10) की धारा 3 द्वारा प्रदत्त
िजियों का प्रयोग करते हुए, उिवरक (अकार्वजनक, कार्वजनक या जमजित) (जनयंत्रण) आदेि 1985 का और संिोधन करने के
जलए जनम्नजलजखत आदेि देती है, अर्ावत :-
1. (1) इस आदेि का संजिप्त नाम उिवरक (अकार्वजनक, कार्वजनक या जमजत्रत) (जनयंत्रण) संिोधन आदेि 2021 है ।
2. उिवरक (अकार्वजनक, कार्वजनक या जमजित) (जनयंत्रण) आदेि 1985 (जिसे इसमें इसके पश्चात् उि आदेि कहा
गया है) में, खंड 2 में,-
(i) उप खंड (कक) के पश्चात्, जनम्नजलजखत उप खंड अंत:स्ट्र्ाजपत ककया िाएगा, अर्ावत :-
‘(कख) “िैि प्रेरक” से कोई पदार्व या सुक्ष्म िीि या दोनों का संयोिन अजभप्रेत है, जिसका मुख्य कृ त्य िर् उसे
पादपों, र्ीिों या राइिोस्ट्फीयर पर उपयोग ककया िाता है तो िह पादपों में भौजतक प्रकियाओं को प्रेररत करता है
तर्ा उनके द्वारा पौजिक पदार्व ग्रहण करने, उनमें िृजि करने, उपि र्ढाने, पौजिक दिता, उपि क्वाजलटी और दर्ाि
के प्रजत सहनिीलता में उनमें पौजिक अंतिवस्ट्तु पर ध्यान न देते हुए िृजि करता है ककं तु जिसके अंतगवत नािक
िीिमार या पादप िृजि जिजनयामक सजममजलत नहीं है, जिनका जिजनयमन कीटनािी अजधजनयम, 1968 (1968 का
46) के अधीन ककया िाता है;
(ii) उपखंड (ि) में, “राज्य सरकारों द्वारा अजधसूजित ककया िाए” िब्द के पश्चात् “और जिसके अंतगवत कोई िैि प्रेरक
िाजमल है” िब्द अंत: स्ट्र्ाजपत ककए िाएंगे;
(iii) उपखंड (र्) में मद (vii) के पश्चात् जनम्नजलजखत मद अंत: स्ट्र्ाजपत की िाएगी, अर्ावत:-
“(viii) िैि प्रेरक के संर्ंध में जिसमें अनुसूिी VI के भाग क के स्ट्तंभ 2 िाजमल हैं, स्ट्तंभ 3 में ततस्ट्र्ानी प्रजिजि में
जनर्दवि मानक उि अनुसूिी के भाग ख में यर्ाजनर्दवि अनुज्ञेय अंतर की सीमाओं के अधीन है ।”
3. उि आदेि के स्ट्तंभ 20ख के पश्चात् जनम्नजलजखत खंड अंत: स्ट्र्ाजपत ककया िाएगा, अर्ावत्:-
“20ग िैि प्रेरक के संर्ंध में जिजनदेि – (1) इस आदेि में अंतर्िवि ककसी र्ात के होते हुए भी िैि प्रेरक के
जिजनदेि जिसमें उसका नाम, कियािील अियि या िहां यह कियािील अियि पहिान करना संभि नहीं हैं तर्
उसका रसायजनक संयोिन, फसल का नाम जिसको यह लागू हो सके गी उसके कियािील अियि या रसायजनक
संयोिन के जिजनश्चय के जलए जिश्लेिण के लाभ और रीजत को के न्द्रीय सरकार द्वारा अनुसूिी VI में जिजनर्दवि ककया
िाएगा ।”
(2) अनुसूिी VI में जिजनर्दवि िैि प्रेरक जनम्नजलजखत ककन्द्ही प्रिवगों के अधीन िगीकृ त होंगे, अर्ावत् :-
(घ) जिटाजमन;
(ि) एंटीऑजससडेंट;
(छ) अपारदिी;
(3) इस आदेि में अंतर्िवि ककसी र्ात के होते हुए भी िैि प्रेरक का प्रत्येक जिजनमावता और आयातकताव अनुसूिी VI में इसे
िैि प्रेरक के रूप में जिजनर्दवि करने के जलए ससे उत्पाद से संर्ंजधत जनम्नजलजखत आकडों के सार् प्ररूप छ में जनयंत्रक को
एक आिेदन करे गा, अर्ावत :-
क. रसायन:
2. उत्पाद जिजनदेि (गुड लेर्ोरे टरी प्रैजसटस (िीएलपी) से जिश्लेिण सजहत या प्रजििण और अंििोधन
प्रयोगिाला के जलए राष्ट्रीय प्रत्यायन र्ोडव, (एनएर्ीएल) प्रत्याजयत प्रयोगिाला एकीकृ त और सहायक कियाओं के
भौजतक और रसायजनक समपजतयां यकद कोई हों ।
[भाग II—खण्ड 3(ii)] भारत का रािपत्र : असाधारण 3
4. िेल्फ िीिन ।
1. कृ जि िैि प्रभािकाररता परीिण राष्ट्रीय कृ जि अनुसंधान तंत्र जिसमें भारतीय कृ जि अनुसंधान पररिद, राज्य
कृ जि जिश्वजिद्यालय भी हैं, में संिाजलत ककया िाएगा ।
2. िैि प्रभािकाररता परीिण कम से कम एक मौसम के तीन जिजभन्न खुराकों के रूप में तीन कृ जि पाररजस्ट्र्जतकी
अिस्ट्र्ानों पर संिाजलत ककए िाएंगे;
ग. जििािा; संस्ट्र्ान का नाम (िहां िैि उत्प्रेरक के जिजनमावता ने प्रमाणपत्र अजभप्राप्त ककया है ।)
प्रत्याजयत प्रयोगिाला िीएलपी के जनम्नजलजखत पांि मूल घोर जििािा परीिण (i) से (v) और िार पयाविरण
जििािा परीिण (vi) से (ix) की जसफाररि के सार् परीिण ररपोटव आिेदन के सार् दाजखल करे गी, अर्ावत :-
रटप्पण :- लंर्ी अिजध के पुराने अध्ययन िो कक कीटनािकों की दिा में ककए िाते है उनका संिाजलत करना आिश्यक नहीं
हैं;
ङ. जिजनमावता या आयातकताव द्वारा, उत्पाद का नमुना दस रूपये के गैर न्द्याजयक स्ट्टांप पेपर पर िपर्पत्र के सार् यह कहते
हुए कक उत्पाद 0.01ppm की अनुज्ञेय सीमा से अजधक कीटनािक नहीं रखता है:
परन्द्तु िैि प्रेरक के प्राकृ जतक मूल या अन्द्य होने की दिा में आिश्यक आंकडे की अपेिा इस संर्ंध में इसके र्नाए
गए कदिाजनदेिकों के अनुसार के न्द्रीय िैि प्रेरक सजमजत द्वारा जिजनजश्चत की िाएगी ।
परन्द्तु और यह कक िैि प्रेरक का प्रत्येक जिजनमावता और आयातकताव को, इस र्ात के होते हुए भी कक ससा िैि
प्रेरक अनुसूिी VI में जिजनर्दवि ककया गया है, इस उपखंड के अधीन आिेदन करना अपेजित हैं ।
(4) इस आदेि में अंतर्िवि ककसी र्ात के होते हुए भी कोई व्यजि िो इस आदेि के प्रकािन की तारीख पर िैि प्रेरक का
जिजनमावण कर रहा है, जिसमें कोई मानक जिजनर्दवि नहीं ककए गए हैं, इस आदेि के प्रकािन की तारीख से दो ििों की
4 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(ii)]
अिजध के जलए ससे िैि प्रेरक को जििय, जर्िी, जििय के जलए प्रस्ट्ताि, भंडार या प्रदिवन के जलए जिजनमावण को िारी
करने के जलए उपखंड (5) के अधीन अंत: कालीन रजिस्ट्रीकरण को प्रदान करने के जलए आिेदन करने के अधीन होगा ।
(5) उपखंड (4) में जिजनर्दवि जिजनमावता इस आदेि के प्रकािन की तारीख से छह माह के अिजध के भीतर प्ररूप छ-1 में
अंत: कालीन रजिस्ट्रीकरण को प्रदान करने के जलए जनयंत्रक को एक आिेदन –
(क) उत्पाद के ब्यौरे , उसके जिजनदेि, लेर्ल और ससी अन्द्य जिजिजियां िो अपेजित हों;
(ख) प्ररूप छ-2 में राज्य सरकार द्वारा िारी ककया गया एक प्रमाणपत्र जिसका प्रभाि यह है कक
(ii) कोई घटना उत्पाद के हाजनकारक प्रभाि के र्ारे में नोरटस में नहीं आयी है ।
(6) अंत: कालीन रजिस्ट्रीकरण के जलए उपखंड (5) के अधीन आिेदन के ग्रहण करने पर जनयंत्रक जलजखत में आदेि द्वारा
प्ररूप छ-3 में िैि प्रेरक के रजिस्ट्रीकरण का अंत: कालीन प्रमाणपत्र प्रदान करे गा।
(7) कोई व्यजि ककसी िैि प्रेरक का जिजनमावण या आयात नहीं करे गा िर् तक ससा िैि प्रेरक अनुसूिी VI में िाजमल न
हो।
(8) जनयंत्रक रािपत्र में अजधसूिना द्वारा अनुसूिी VI में िाजमल िैि प्रेरक के जिजनमावता या आयातकताव का नाम प्रकाजित
करे गा ।
(9) कोई िैि प्रेरक जिजभन्न धातुओं के जलए जिजहत की गई जनम्नजलजखत अजधकतम सीमा से अजधक भारी धातु अंतिवस्ट्तु नहीं
रखेगा, अर्ावत् :-
(10) कोई िैि प्रेरक 0.01 ppm की अनुज्ञेय सीमा से अजधक कोई कीटनािक नहीं रखेगा ।
(i) प्रारं भ होने िाले भाग में “उिवरक या अखाद योग्य तेलरजहत खली उिवरक” िब्दों के स्ट्र्ान पर “उिवरक, अखाद
योग्य तेलरजहत खली उिवरक या िैि प्रेरक” िब्द रखे िाएंगे ।
‘(घ) प्रत्येक पात्र जिसमें कोई िैि प्रेरक पैक ककया गया है िैि प्रेरक िब्द के सार् उपररजलजखत स्ट्पि रूप से होगी
और ससी जिजिजियां जिन्द्हें के न्द्रीय सरकार इस जनजमत्त रािपत्र में अजधसूिना द्वारा जिजनर्दवि करे , रखेगा िर्
तक अन्द्य कोई जिजिजियां तत्समय प्रिृत्त ककसी अन्द्य जिजध के अधीन अपेजित न हो ।
5. उि आदेि के खंड 28 में उपखंड (1) में मद (खग) के पश्चात् जनम्नजलजखत मद अंत: स्ट्र्ाजपत की िाएगी, अर्ावत :-
“(खघ) अनुसूिी VI में अजधकजर्त नमुनों के लेने की प्रकिया के अनुसार ककसी िैि प्रेरक का नमुना ले ।”
परन्द्तु जनरीिक प्ररूप ञ में जद्वप्रजतक में नमुना ब्यौरे तैयार करे गा और व्यिहारी या उसके प्रजतजनजध जिससे नमुना
जलया गया है को एक प्रजत सौंपेगा ।
6. उि आदेि के खंड 29 में उपखंड (1ख) के पश्चात् जनम्नजलजखत उपखंड अंत: स्ट्र्ाजपत ककया िाएगा, अर्ावत :-
“(1ग) ककसी जनरीिक द्वारा जलया गया िैि प्रेरक नमुना के न्द्रीय उिवरक गुणित्ता जनयंत्रण और प्रजििण संस्ट्र्ान
फरीदार्ाद या उसकी प्रादेजिक प्रयोगिालाओं या के न्द्रीय सरकार के पूिव अनुमोदन से राज्य सरकार द्वारा इस
प्रयोिन के जलए अजधसूजित ककसी अन्द्य प्रयोगिाला में अनुसूिी VI के भाग ग में अंतर्िवि की गई प्रकिया के अनुसार
जिश्लेजित ककया िाएगा।”
7. उि आदेि के खंड 38 के पश्चात् जनम्नजलजखत खंड अंत: स्ट्र्ाजपत ककया िाएगा, अर्ावत् :-
“(38क) के न्द्रीय िैि प्रेरक सजमजत – (1) के न्द्रीय सरकार, रािपत्र में अजधसूिना द्वारा, ससे जनर्ंधनों और ितों के
अधीन िो उसमें जिजनर्दवि की िाए उसके अध्यि के रूप में कृ जि आयुि और सात अन्द्य सदस्ट्यों के सार् एक सजमजत
गरठत कर सके गी जिसे के न्द्रीय िैि प्रेरक सजमजत कहा िाएगा ।
(2) के न्द्रीय िैि प्रेरक सजमजत जनम्नजलजखत जिियों पर के न्द्रीय सरकार को सलाह दे सके गी, अर्ावत् :-
(3) सजमजत के न्द्रीय सरकार के पूिव अनुमोदन के अधीन रहते हुए गणपूर्तव तय करने के जलए और स्ट्ियं की प्रकिया को
जिजनयजमत करने के जलए उसके द्वारा संव्यिहार ककए गए सभी कारर्ार के संिालन के जलए उप जिजध र्ना सके गी।
(4) सजमजत ससी संख्या में जििेिज्ञों को और ससे प्रयोिनों के जलए या ससी कालािजधयों के जलए सहयोजित कर सके गी िो
िह ठीक समझे, ककन्द्तु इस प्रकार सहयोजित ककसी जििेिज्ञों को मत देने का अजधकार नहीं होगा।
(5) सजमजत, एक या अजधक उपसजमजतयों ससे कृ त्यों का पालन करने के जलए िो ससी उपसजमजत को प्रत्यायोजित ककए
िाए, जनयुजि कर सके गी िो पुणवत: उसके सदस्ट्यों से या भागत: उसके सदस्ट्य से और सहयोजित सदस्ट्यों से जमलकर र्नेगी
िैसा की िह ठीक समझे ।
(6) के न्द्रीय िैि प्रेरक सजमजत जििक जिज्ञान िांि और अन्द्य संर्ंजधत िांि के जलए मागवदिवक जसिातों की जिरिना करे गी।
8. उि आदेि में, V अनुसूिी के पश्चात् जनम्नजलजखत अनुसूजियां अंत: स्ट्र्ाजपत की िाएंगी, अर्ावत् :-
6 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(ii)]
“अनुसूिी VI”
भाग – क
भाग-ख
सहन सीमा
भाग-ग
िैि प्रेरक का नमुना लेने की प्रकिया
1.0 नमुने को लेन,े तैयार करने और हैंडजलंग करने में जनम्नजलजखत सािधाजनयों और जनदेिों का पालन ककया
िाएगा –
1.1 नमुने ककसी प्रजिजित और अनुभिी व्यजि द्वारा जलए िाएंगे सयोंकक यह आिश्यक है कक नमुने िांि की
िाने िाली लॉट का द्योतक होने िाजहए।
1.2 नमुने अपने मूल र्ंद पैकेट में हैंडजलंग के दौरान नमुने की संभाव्य संदि
ू ण को रोकने और सामग्री की
प्रत्यि और सत्य जस्ट्र्जत में सहायता करने के जलए प्रयोगिाला से लेने और भेिने िाजहए।
1.3 यर्ाित् पैकेट को नमी, हिा, प्रकाि, धूल या काजलक के संपकव में नहीं आने से सुरजित िगह से जलया
िाएगा।
2. नमुने का मापमान
2.1 लॉट;
सभी इकाई (जिजनमावण के उसी र्ैि से संर्ंजधत सामग्री के प्रकार के एकल प्रेिण में पात्र) एक भाग गरठत करे गा
यकद प्रेिण जिजनमावण के जिजभन्न र्ैिो से गरठत होता है, उसी र्ैि का प्रेिण पृर्क होगा और एक पृर्क लॉट गरठत करे गा।
2.2 र्ैि:- सभी िैि प्रेरक उसी प्रकिया में सार्-सार् तैयार ककए िाएंगे िो एक र्ैि गरठत करें गे।
2.3 जिजनदेि की अपेिाओं की सामग्री की अनुरूपता को सुजनजश्चत करने के जलए नमुनो के प्रत्येक लॉट को
पृर्क रूप से परीिण ककया िाएगा।
[भाग II—खण्ड 3(ii)] भारत का रािपत्र : असाधारण 7
2.4 ककसी लॉट से ियन ककए िाने िाले पैकेटों की संख्या उस लॉट के आकार पर जनभवर करे गी और इन पैकेटों का
यादृजछछक रूप से ियन ककया िाएंगा।
3. नमूनों का आहरण
3.1 जनरीिक समान समूह से नमूनों के अनुसार तीन पैकटों को लेगा । प्रत्येक नमूना परीिण नमूना संघरटत करता है।
3.2 प्रत्येक नमूना कपडे के र्ैले में मुहरर्ंद ककया िाएगा। नमूना और प्ररुप-त जनरीिक अंतर्िवि रखने िाले मुहरर्ंद
अन्द्य कपडे र्ैले में रखा िाएगा, जिसे जनरीिक का मुहरर्ंद के सार् मुहरर्ंद ककया िाएगा । ससे इस प्रकार पहिाने योग्य
के ब्यौरों का नमूना संख्या कोड संख्या या अन्द्य ब्यौरे नमूना और प्ररुप त रखने िाले कपडे र्ैले में रखेगा िो इसकी पहिान
को सुलभ योग्य र्नाएगा ।
3.3 संग्रहीत तीन नमूनों में से एक नमूना के न्द्रीय सरकार द्वारा अजधसूजित ककसी प्रयोगिाला या खंड 29 के उप-खंड
1(ग) के अधीन राज्य सरकार द्वारा अजधसूजित प्रयोगिाला के प्रभारी को भेिेगा । अन्द्य नमूना यर्ाजस्ट्र्जत जिजनमावता या
आयातकताव या ब्यौरा कदया िाएगा । तीसरा नमूना अजभरिा की सुरिा में रखने के जलए उसके अगले उचतरतर प्राजधकारी के
जनरीिक द्वारा भेिा िाएगा । र्ाद में कोई दो नमूनों को खंड 29ख के उपखंड-2 के अधीन जिश्लेिण के संदभव के जलए भेिा
िाएगा ।
5,000पैकिों तक 3
1000-5001पैकेिें 4
10,000पैकेिों से अजधकतर 5
भाग घ
परीिण की कायवपिजत।''।
(i) प्ररुप – ञ में, िब्दों के स्ट्र्ान पर खंड [28(1)(ख) और 28(1)(खख) देखें] िब्द [ख ड. 28(1)(ख),28(1)(खक),
28(1)(खख), 28(1)(खग) और 28(1)(खघ) देख]ें रखे िाएगें ।
प्ररुप–छ
सेिा में,
उिवरक के जनयत्रक
..................
......................
(iv) नाम और संपकव संख्या, उसका पदनाम के सार् आिेदक का पता और ई-मेल आई डी.:
(vi) र्ायोस्ट्टीमुलेंट्स का नाम (उपखंड 2 में के उपखंड में यर्ा जिजनर्दवि र्ायास्ट्टीमुलेंट्स का प्रिगव उपदर्िवत करें ):
(ग) सया उद्गम देि में सस्ट्य गुणकाररता के परीिणों और जििािता परीिणों संिाजलत ककया गया है :
(xi) जिजनर्मवत पररमाण और अंजतम तीन ििव के दौरान जििीत ककया गया है:
सत्यापन:-
मैं.........................तदनुसार सत्यजनष्ठा से सत्याजपत करता हं कक सिोतम मेरी िानकारी और जिश्वास के अनुसार
उपरोि कदया गया कर्न पूणव और सही है ।
मैं...............यह स्ट्पि रुप से यह समझता हं कक यकद आिेदन के सार् प्रस्ट्तुत कोई सूिना या डाटा ककसी प्रिम पर गलत
या जमथ्या पाया िाता है, रजिस्ट्रीकरण रद्द ककया िा सकता है ।
आिेदक के हस्ट्तािर
[भाग II—खण्ड 3(ii)] भारत का रािपत्र : असाधारण 9
प्ररुप-छ-1
सेिा में,
उिवरक के जनयत्रक
..................
......................
(iv) नाम और संपकव संख्या, उसका पदनाम के सार् आिेदक का पता और ई-मेल आई डी:
(vi) र्ायोस्ट्टीमुलेंट्स का नाम (उपखंड 2 में के उपखंड में यर्ा जिजनर्दवि र्ायास्ट्टीमुलेंट्स का प्रिगव उपदर्िवत करें ):
(ग) सया उद्गम देि में सस्ट्य जिज्ञान गुणकाररता के परीिणों और जििािता परीिणों संिाजलत ककया गया है :
(xi) जिजनर्मवत पररमाण और अंजतम तीन ििव के दौरान जििीत ककया गया है (जििय का दस्ट्तािेि संलग्न करें ):
सत्यापन:-
मैं.........................तदनुसार सत्यजनष्ठा से सत्याजपत करता हं कक सिोतम मेरी िानकारी और जिश्वास के अनुसार
उपरोि कदया गया कर्न पूणव और सही है ।
मैं...............यह स्ट्पि रुप से यह समझता हं कक यकद आिेदन के सार् प्रस्ट्तुत कोई सू िना या डाटा ककसी प्रिम पर गलत
या जमथ्या पाया िाता है, रजिस्ट्रीकरण रद्द ककया िा सकता है।
आिेदक के हस्ट्तािर
10 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(ii)]
प्ररुप–छ-2
यह प्रमाजणत ककया िाता है कक पूिव (अजधसूिना के प्रकािन की तारीख) .....................ब्ांड का नाम मैंससव
.......................................... र्ायोस्ट्टीमुलेंट्स (नाम) जििय कर रहा है और .......अंजतम तीन ििव के दौरान राज्य में
र्ायोस्ट्टीमुलेंट्स के मैररक टन /लीटर में र्ेिा िा रहा है ।
यह और प्रमाजणत ककया िाता है कक मानिों के अजतररि पिुओं या पयाविरण पर उि र्ायोस्ट्टीमुलेंट्स के र्ुरे प्रभािों या
पररसंकटमय प्रभािों पर िर् तक कक जिकायत ररपोर्टिंग नहीं ककया गया है ।
कृ जि के जनदेिक
प्ररुप छ -3
[खड.20ग-(6)देखें]
मैससव ...................(नाम) और (पता) ...........................उिवरक (अिैि िैि या जमजित) (जनयत्रंण) आदेि के खंड ग के
उपखंड (6) के अधीन र्ायोस्ट्टीमुलेंट्स(नाम) जिजनमावण के जलए अनंजतम रजिस्ट्रीकरण का प्रमाणपत्र एतदद्वारा कदया
गया है:–
1. िैि-उत्तेिक पदार्व:
2. िैि-उत्तेिक पदार्व:
4. भंडारण की तारीख:
1. धारक के िल र्ायोस्ट्टीमुलेंट्स जिजनमावण र्नाएगा जिसके जलए रजिस्ट्रीकरण प्रदान ककया गया है ।
2. भारी धातु अंतविस्ट्तु और कीटनािी अंतविस्ट्तु इस आदेि के अधीन जिजहत सीमा से अजधक नहीं होगी ।
4. र्ायोस्ट्टीमुलेंट्स को जििय के जलए प्राजधकरण पत्र संर्ंि सरकार द्वारा अजधसूजित प्राजधकारी से अजभप्राप्त करे गा ।
[भाग II—खण्ड 3(ii)] भारत का रािपत्र : असाधारण 11
5.प्ररुप ि-1 में उपर्ंजधत कोई सूिना यकद गलत पायी िाती है या कोई जनर्ंधनों और ितों के उल्लंघन पर उिवरक जनयंत्रक
अंनजतम रजिस्ट्रीकरण को रद्द कर कदया िाएगा।
(जनयंत्रक)
रटप्पण : मूल आदेि सा.का.जन.758 (अ), तारीख 25 जसतंर्र, 1985 द्वारा भारत के रािपत्र में प्रकाजित ककया गया र्ा
का.आ 3885 (अ),29 असटू र्र,2020 द्वारा अंजतम र्ार संिोजधत ककया गया ।
In mg/kg (maximum)
Cadmium (as Cd) 5.00
Chromium (VI) (as Cr) 50.00
Copper (as Cu) 300.00
Zinc (as Zn) 1000.00
Lead (as Pb) 100.00
Arsenic (as As2O3) 10.0.
(10) No biostimulant shall contain any pesticide beyond the permissible limit of 0.01ppm.
4. In the said Order, in clause 21, ––
(i) in the opening portion, for the words “fertiliser or non-edible de-oiled cake fertiliser”, the words
“fertiliser, non-edible de-oiled cake fertiliser or biostimulant” shall be substituted;
(ii) after item (c), the following item shall be inserted, namely:––
‘(d) every container in which any biostimulant is packed shall be conspicuously superscribed with the word
“Biostimulant” and shall bear only such particulars as the Central Government may, by notification in the
Official Gazette, specify in this behalf, unless any other particulars are required under any other law for the
time being in force.’
5. In the said Order, in clause 28, in sub-clause (1), after item (bc), the following item shall be inserted,
namely:––
“(bd) draw samples of any biostimulants in accordance with the procedure of drawal of samples laid down in
Schedule VI;
Provided that the Inspector shall prepare the sampling details in duplicate in Form-J and handover one
copy of the same to the dealer or his representative from whom the sample has been drawn;”.
6. In the said order, in clause 29, after sub-clause (1B), the following sub-clause shall be inserted, namely:––
“(1C) A biostimulant sample drawn by an inspector shall be analysed in accordance with the procedure
contained in Part C of Schedule VI in the Central Fertiliser Quality Control and Training Institute, Faridabad
or its regional laboratories or in any other laboratory notified for this purpose by the State Government with
prior approval of Central Government.”.
14 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(ii)]
7. In the said order, after clause 38, the following clause shall be inserted, namely:––
“38A. Central Biostimulant Committee.–– (1) The Central Government may, by notification in the Official
Gazette, constitute a Committee to be called ‘Central Biostimulant Committee’ with the Agriculture
Commissioner as its Chairperson and seven other members, subject to such terms and conditions, as may be
specified therein.
(2) The Central Biostimulant Committee shall advise the Central Government on the following issues,
namely:––
(i) inclusion of a new biostimulant;
(ii) specifications of various biostimulants;
(iii) methods of drawing of samples and its analysis;
(iv) minimum requirements of laboratory;
(v) method of testing of biostimulants;
(vi) any other matter referred to the Committee by the Central Government.
(3) The Committee may, subject to the previous approval of the Central Government, make bye-laws fixing
the quorum and regulating its own procedure and the conduct of all business to be transacted by it.
(4) The committee may co-opt such number of experts and for such purposes or periods as it may deem fit,
but any expert so co-opted shall not have the right to vote.
(5) The committee may appoint one or more sub-committees, consisting wholly of its members or partly of
its members and co-opted members, as it thinks fit, for the purpose of discharging such for its functions as
may be delegated to such sub-committee.
(6) The Central Biostimulants Committee shall frame guidelines laying down the requirements of toxicology
testing and other related tests.
8. In the said Order, after Schedule V, the following Schedules shall be inserted, namely:––
“Schedule VI
[See clause 2(ab) and (q) and clause 20C]
Part-A
SPECIFICATIONS OF BIOSTIMULANTS
Part-B
TOLERANCE LIMIT
Part-D
METHODOLOGY OF TESTING.”.
9. In the said Order, in Forms and Registration,––
(i) in Form-J, for the words “[See clause 28(1) (b) and 28 (1) (bb)], the words “[See clause 28(1)(b),
28(1)(ba), 28(1) (bb), 28(1)(bc) and 28(1)(bd)] shall be substituted.
(ii)after Form-F, the following Forms shall be inserted, namely:––
FORM- G
[See clause 20C(3)]
APPLICATION FOR INCLUSION OF BIOSTIMULANTS IN SCHEDULE VI
To,
Verification:-
I do hereby solemnly verify that to the best of my knowledge and belief the statement given above is correct
and complete.
I clearly understand that the certificate of registration is liable to be canceled if any information or data,
submitted with application is found incorrect or false at any stage.
To,
Verification:-
I do hereby solemnly verify that to the best of my knowledge and belief the statement given above is
correct and complete.
I clearly understand that the certificate of registration is liable to be canceled if any information or data,
submitted with application is found incorrect or false at any stage.
FORM- G-2
[See clause 20C(5)(b)]
(To be issued by the State Government(s))
This is to certify that M/s is selling biostimulant (Name) brand name prior to the (date of
publication of notification) and during last three years, ----- metric ton/ litre of biostimulant were sold in the state.
This is further certified that no complaint has so far been reported of ill effects or hazardous effects of the
said biostimulant on humans as well as on animals or environment.
Director of Agriculture
FORM G-3
[See clause 20C(6)]
(To be issued by Controller)
Certificate of Provisional Registration
M/s....... (name) and (address) is hereby given the Certificate of Provisional Registration to manufacture the
biostimulant (Name) under sub-clause (6) of clause 20C of the Fertiliser (Inorganic, Organic or Mixed) (Control)
Order, 1985, details of which are as under:––
1. Name of the bio-stimulant:
2. Brand Name of the bio-stimulant:
3. Location of manufacturing unit:
4. Place of storage:
5. Certificate Registration Number:
1. The holder shall manufacture only the biostimulant for which the registration is provided.
2. The heavy metal content and Pesticide content shall not exceed the limit prescribed under the Order.
3. The holder shall comply with the provisions of the said Order and notification issued thereunder.
4. For selling of biostimulant, the authorization letter shall be obtained from the Notified Authority of the
concerned State Government.
5. Any information provided in Form G-1 if found incorrect, or on violation of any terms and conditions, the
Controller of Fertiliser shall cancel the provisional registration.
(Controller)
Note: The principal Order was published in the Gazette of India vide G.S.R. number 758 (E). dated the
25th September,1985 and last amended vide SO 3885 (E) dated 29th October,2020
Uploaded by Dte. of Printing at Government of India Press, Ring Road, Mayapuri, New Delhi-110064
and Published by the Controller of Publications, Delhi-110054. MANOJ KUMAR
Digitally signed by MANOJ
KUMAR VERMA