िूः िलोक िुवूः अंतररक्ष लोक स्वूः स्वर्ग लोक तत परमात्मा अथवा ब्रह्म सभवतुूः ईश्वर अथवा सभृ ि कताग वरे ण्यम पजनीय िर्ग ूः अज्ञान तथा पाप भनवारक देवस्य ज्ञान स्वरुप िर्वान का धीमभि िम ध्यान करते िै भधयो बुभि प्रज्ञा योूः जो नूः िमें प्रचोदयात् प्रकाभशत करें ।