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क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

वयषकलषठाकुेष2018 1
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

अनुक्रमणणका

क्र.सं. णििरण पृष्‍ठ‍सं्‍‍या


1. रे ल‍सेिक‍पास‍णनयम 3-10‍
2. छु ट्टी‍के ‍णनयम 11-19‍
3. रे ल‍सेिक‍आचरण‍णनयम 20-27‍
4. कायय‍के ‍घंटे‍एिं‍णिश्राम‍का‍णनयम‍(HWPR) 28-29
5. स्‍थाई‍िाताय‍तंर‍(PNM) 30
6. संयुक्‍त‍पराम्यदाता‍तंर‍(JCM) 31
7. रे ल‍कमयचाररयों‍की‍प्रबंध‍में‍भागीदारी‍(PREM) 32
8. उत्‍पादकता‍आधाररत‍ब नस (PLB) 33-34
9. कायायलय‍पद्धणत‍(Office Procedure) 35-54
10. आ् णधत‍सुणनणित‍कै ररयर‍प्र न्‍नयन‍य जना (MACPS) 55-56
11. ण््ु‍ण्क्षा‍भत्‍ता‍िणच‍‍रन
े ‍एडु के्न‍अलॉउन्‍स) 57-58
12. अनुकंपा‍आधार‍पर‍णनयुणि 59-60
13. भणिष्‍यणनणध‍रर‍उससे‍णनकासी 61-62
14. अनुसूणचत‍जाणत‍एिं‍अनुसूणचत‍जनजाणत‍क ‍आरक्षण 63-66
15. कु ्ल‍कारीगरों‍की‍भती 67
16. रध णगक‍णििाद‍अणधणनयम‍1947 68-69
17. कमयचारी‍क्षणतपूर्तत‍अणधणनयम‍1923 70-71
18. िेतन‍भुगतान‍अणधणनयम‍1936 72-73
19. सूचना‍का‍अणधकार‍णनयम‍2005 74-76
20. कमयचारी‍चाटयर‍ 77

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क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

रे ल‍सेिक‍पास‍णनयम‍1986
णितीय‍संस्क
‍ रण‍1993

लागू:‍यह‍णनयम‍सभी‍रे ल‍कमयचाररयों‍पर‍लागू‍ह ता‍है‍ककन्‍तु‍णन‍‍नणलणतत‍क ‍छ ़ककर‍–‍


i. ण्क्षु‍अणधणनयम‍के ‍अंतगयत‍णनयुक्‍त‍ण्क्षु‍
ii. आकणस्मक‍या‍दैणनक‍णनय जन‍में‍णनय णजत‍व्‍यणि‍
iii. ऐसा‍व्‍यणि‍णजसे‍णि्े ‍आदे्ों‍के ‍िारा‍इन‍णनयमों‍के ‍अधीन‍पास‍या‍सुणिधा‍रटकट‍आदे्‍
की‍सुणिधा‍से‍अलग‍रता‍गया‍है।‍‍

पास: रेल‍प्र्ासन‍िारा‍ककसी‍व्‍यणि‍क ‍जारी‍ककया‍जाने‍िाला‍िह‍प्राणधकार‍पर‍णजसके ‍िारा‍उस‍व्‍यणि‍क ‍


भारतीय‍रे ल‍पर‍णन:्ु‍‍क‍यारा‍के ‍णलये‍अणधकृ त‍ककया‍जाता है।

सुणिधा‍रटकट‍आदे्‍(पीटीओ): रे ल‍प्र्ासन‍िारा‍रे ल‍कमयचारी‍क ‍जारी‍ककया‍जाने‍िाला‍िह‍प्राणधकार‍पर‍


णजसे‍एक‍णतहाई‍ककराये‍का‍भुगतान‍करने‍पर‍रटकट‍में‍बदला‍जा‍सकता‍है।‍सुणिधा‍रटकट‍आदे्‍पर‍
रटकट‍में‍बदले‍णबना‍यारा‍नहीं‍की‍जा‍सकती‍है।‍

पास‍के ‍प्रकार: 1.‍ड्यूटी‍पास


2. सुणिधा‍पास
3. स्‍कूल‍पास
4. सेिाणनिृणत‍पश्‍चात‍माना‍थय‍पास
5. णिधिा‍पास
6. आिासीय‍काडय‍पास
7. णि्े ‍पास

1. ड्यूटी‍ पास:‍ यह‍ पास‍ रेल‍ कमयचारी‍ क ‍ ड्यूटी‍ पर‍ यारा‍ करने‍ के ‍ णलये‍ जारी‍ ककया‍ जाता‍ है।‍ इसके ‍
णन‍‍नणलणतत‍प्रकार‍है:-

स्‍िणय‍ पास:‍ यह‍ पास‍ ग ‍‍ड‍ ्‍‍लेटेड‍ ट कन‍ के ‍ प प‍ में‍ ह ता‍ है‍ णजसे‍ रे लिे‍ ब डय‍ के ‍ अ‍‍यक्ष, णित्‍त‍ आयुक्‍त‍ एिं‍
सदस्‍य‍रे लिे‍ ब डय, मु्‍‍य‍रे लिे‍ संरक्षा‍आयुक्‍त, क्षेणरय‍रेलों‍तथा‍उत्‍पादन‍इकाईयों‍के ‍महाप्रबंधक‍क ‍
कदये‍जाते‍हैं।‍स्‍िणय‍पास‍धारी‍व्‍यणि‍भारतीय‍रे लों‍पर‍अपनी‍पत्‍नी‍एिं‍अियस्‍क‍ब्‍‍चों‍के ‍साथ‍यारा‍
करने‍ हेत‍ु पार‍ हैं।‍ इस‍ पास‍ पर‍ प्रथम‍ एसी‍ श्रेणी‍ में‍ द ‍ (2) बथय‍ अथिा‍ एसी‍ णितीय‍ श्रेणी‍
्यनयान/प्रथम‍श्रेणी‍में‍ चार‍(4) बथय‍ अथिा‍प्रथम‍एसी‍कू पे‍ में‍ द ‍(2) बथय‍ तक‍(स्ियं‍ एिं‍ पररिार‍
के ‍साथ) अणधकतम‍कदया‍जा‍सकता‍है।‍

रजत‍ पास:‍ यह‍ पास‍ णस‍‍िर‍ ्‍‍लेटेड‍ ट कन‍ के ‍प प‍ में‍ ह ता‍ है‍ णजसे‍ अपर‍ महाप्रबंधक, प्रिर‍ उप‍ महाप्रबंधक,
सभी‍णिभागा‍‍यक्ष‍तथा‍मंडल‍रे ल‍प्रबंधक‍क ‍कदये‍ जाते‍ हैं।‍ इस‍पास‍पर‍एसी‍प्रथम‍श्रेणी‍में‍ यारा‍
ककया‍जा‍सकता‍है।‍पररिार‍क ‍भी‍एसी‍प्रथम‍श्रेणी‍में‍ यारा‍की‍सुणिधा‍एसी‍प्रथम‍श्रेणी‍तथा‍एसी‍
्यनयान श्रेणी‍के ‍ककराये‍ के ‍अंतर‍का‍एक‍णतहाई‍भुगतान‍करने‍ पर‍दी‍जायेगी‍ज ‍अणधकतम‍चार‍
(4) बथों‍तक‍सीणमत‍रहेगी।

कांस्य
‍ ‍पास:‍यह‍पास‍कांसे‍ का‍बना‍ट कन‍ह ता‍है।‍णजन‍अणधकाररयों‍क ‍स्‍िणय‍ तथा‍रजत‍पास‍नहीं‍णमलता‍
उन‍ सभी‍ अणधकाररयों‍ क ‍ कांस्य ‍ ‍ पास‍ कदया‍ जाता‍ है।‍ कांस्य
‍ ‍ पास‍ पर‍ अणधकारी‍ स्‍ियं, पत्‍नी‍ एिं‍
अियस्‍क‍ ब्‍‍चे‍ के ‍ साथ‍ अणधकतम‍ चार‍ (4) बथय‍ तक‍ प्रथम‍ श्रेणी‍ में‍ यारा‍ कर‍ सकते‍ हैं।‍ अिर‍
प्र्ासणनक‍ग्रेड‍के ‍अणधकारी‍कांस्य
‍ ‍पास‍पर‍पूरे‍भारतीय‍रे ल‍पर‍यारा‍कर‍सकते‍हैं‍जबकक‍इस‍ग्रेड‍से‍
नीचे‍के ‍अणधकाररयों‍क ‍के िल‍संबंणधत‍क्षेणरय‍रे लों‍पर‍ही‍यारा‍करने‍की‍पारता‍ह ती‍है।‍

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धातु‍पास‍की‍लागत‍णन‍‍नानुसार‍है:-
स्‍िणय‍– `10950, रजत‍– `3028, कांस्य
‍ ‍- `2557

चेक‍पास/ काडय‍ पास:‍यह‍पास‍ग्रुप‍'सी'‍एिं‍ ग्रुप‍'डी'‍कमयचाररयों‍क ‍कदया‍जाता‍है।‍कभी‍कभार‍यारा‍करने‍


के ‍णलये‍ चेक‍पास‍जारी‍ककया‍जाता‍है‍ तथा‍प्रणतकदन‍या‍अक्‍स र‍यारा‍करने‍ िाले‍ रे ल‍कमयचारी‍क ‍
काडय‍पास‍जारी‍ककया‍जाता‍है।‍

2. सुणिधा‍ पास:‍ यह‍ पास‍ रेल‍ कमयचारी‍ क ‍ अपनी‍ णनजी‍ यारा‍ के ‍ णलये‍ जारी‍ ककया‍ जाता‍ है।‍ इसमें‍ स्‍ि यं,
पररिार‍के ‍सदस्‍य‍रर‍आणश्रत‍भी‍्ाणमल‍होंगे।‍सुणिधा‍पास‍में‍ के िल‍स्‍ियं‍ रर‍पररिार‍के ‍सदस्‍य‍
ही‍ ्ाणमल‍ ककये‍ जाने‍ पर‍ कु ल‍ सदस्‍यों‍ की‍ सं्‍‍या‍ पर‍ क ई‍ प्रणतबंध‍ नहीं‍ है‍ ककन्‍तु‍ पास‍ में‍ आणश्रत‍
्ाणमल‍करने‍पर‍आणश्रतों‍की‍सं्‍‍या‍अणधकतम‍द ‍(2) तथा‍कु ल‍सदस्‍य‍अणधकतम‍पांच‍(5) होंगे।‍

सुणिधा‍पास‍के ‍प्रकार, रं ग‍एिं‍यारा‍हेतु‍पारता‍णन‍‍नणलणतत‍है:-

क्रम‍ सुणिधा‍पास‍के ‍प्रकार रं ग यारा‍हेत‍ु पारता मुफ्त‍सामान


सं. प्रणत‍व्‍यस्‍क प्रणत‍बालक
i. प्रथम‍श्रेणी‍'ए' पास सफे द एसी‍2 टायर‍एिं‍णन‍‍न‍श्रेणी 140 ककग्रा. 70 ककग्रा.
ii. प्रथम‍श्रेणी‍पास हरा एसी‍2 टायर‍एिं‍णन‍‍न‍श्रेणी 70 ककग्रा. 35 ककग्रा.
iii. णितीय‍श्रेणी‍'ए'‍पास पीला एसी‍ 3 टायर‍ (राजधानी/ 50 ककग्रा. 25 ककग्रा.
्ताब्‍दी/ दूरन्‍त ‍ एक्‍सप्रेस‍
गाणडयों‍ क ‍ छ ़ककर) एिं‍ णन‍‍न‍
श्रेणी
iv. णितीय‍श्रेणी‍पास गुलाबी णितीय/ स्‍लीपर‍श्रेणी 50 ककग्रा. 25 ककग्रा.

छठे ‍िेतन‍आय ग‍के ‍आधार‍पर‍सुणिधा‍पास‍एिं‍पीटीओ‍की‍पारता‍णन‍‍न‍है:-


क्रम‍ क रट सुणिधा‍पास‍एिं‍पीटीओ‍का‍प्रकार ड्यूटी‍पास‍का‍प्रकार
सं.
1 राजपणरत प्रथम‍श्रेणी‍'ए' पास प्रथम‍श्रेणी‍'ए' पास
ग्रुप‍'ए' एिं‍ग्रुप‍'बी'
2 अराजपणरत‍कमयचारी
I. ग्रेड‍पे‍`4200 एिं‍अणधक प्रथम‍श्रेणी प्रथम‍श्रेणी
II. ग्रेड‍पे‍`2800 णितीय‍श्रेणी‍'ए'‍पास णितीय‍श्रेणी‍'ए'‍पास
III. ग्रेड‍ पे‍ `1900 एिं‍ अणधक‍ ि य‍ में‍ एक‍ णितीय‍ श्रेणी‍ 'ए'‍ पास‍ णितीय‍श्रेणी‍'ए'‍पास
ककन्‍तु‍ग्रेड‍पे‍`2800 से‍कम ्े ‍पास‍णितीय/ स्‍लीपर‍श्रेणी‍के
IV. ग्रेड‍पे‍`1800 ि य‍ में‍ एक‍ णितीय‍ श्रेणी‍ 'ए'‍ पास‍ णितीय/ स्‍लीपर‍श्रेणी
्े ‍पास‍णितीय/ स्‍लीपर‍श्रेणी‍के

न ट: 1. ग्रुप‍'ए' एिं‍ ग्रुप‍'बी' अणधकाररयों‍क ‍प्रणति ‍य 6 सेट‍पास‍एिं‍ 4 सेट‍पीटीओ‍कदया‍जाता‍है।‍‍ग्रुप‍'सी'‍


एिं‍ ग्रुप‍'डी'‍कमयचाररयों‍क ‍5 ि य‍ की‍सेिा‍पूरी‍करने‍ से‍ पहले‍ 1 सेट‍पास‍एिं‍ 4 सेट‍पीटीओ‍तथा‍5
ि य‍की‍सेिा‍के ‍बाद‍3 सेट‍पास‍एिं‍4 सेट‍पीटीओ‍जारी‍ककया‍जाता‍है।‍
2. इन‍आदे्ों‍के ‍अनुसार‍पारता‍पर‍‍‍यान‍कदये‍ णबना, ज ‍कमयचारी‍पहले‍ से‍ ही‍प्रथम‍श्रेणी‍के ‍णलये‍
पार‍हैं, उनकी‍प्रथम‍श्रेणी‍पास‍की‍पारता‍जारी‍रहेगी।

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3. रननग‍कमयचाररयों‍के ‍णलये‍पास/ पीटीओ‍की‍पारता‍णन‍‍नानुसार‍ह गी:-


पद 5 िें‍िेतन‍आय ग‍में‍ छठे ‍िेतन‍आय ग‍में‍ रननग‍भत्ता‍्ाणमल‍करने‍
िेतनमान ग्रेड‍पे के ‍बाद‍पारता
एएलपी 3050-4590 `1900 `2400
णस.एएलपी/ ्ंटर 4000-6000 `2400 `4200
गुड्स‍गाडय 4500-7000 `2800 `4200
एलपी‍ ्ंटर/ गुड्स/ णस. 5000-8000 `4200 `4600
गुड्स‍गाडय/ पैसे. गाडय
एलपी‍ पैसे./ णस. पैसे. गाडय/ 5500-9000 `4200 `4600
मेल‍गाडय
एलपी मेल/एक्‍स./‍ 6000-9800 `4200 `4600
मेल/एक्‍स. गाडय
(आर‍बी‍ई‍सं. 47/2012)

पास/पीटीओ‍में‍सण‍मणलत‍ककये‍जाने‍िाले‍व्‍यणि:-

पररिार: (क) पत्‍नी/ पणत, कमाती/ कमाता‍ह ‍या‍नहीं।


(त) 21 ि य‍से‍कम‍आयु‍के ‍पुर/ सौतेला‍पुर‍ज ‍कमयचारी‍पर‍पूणयत: आणश्रत‍ह ।
(ग) 21 ि य‍या‍अणधक‍आयु‍के ‍पुर/ सौतेला‍पुर‍ज ‍
i. ककसी‍मान्‍यता‍प्रा्‍‍त‍ण्क्षण‍संस्थ
‍ ान‍का‍सदभाणिक‍छार‍ह ,
ii. ककसी‍अनुसंधान‍कायय‍में‍लगा‍छार‍ज ‍छारिृणत/ िृणत्तका‍प्रा्‍‍त‍नहीं‍कर‍रहा‍ह ,
iii. ककसी‍चाटयड‍एकांउन्‍टेंट‍के ‍अधीन‍क्‍लकय ‍के ‍प प‍में‍काययरत‍ह ,
iv. रे लिे‍णचककत्‍सक‍के ‍प्रमाण‍पर‍पर‍अ्क्‍त‍ह ।‍
(घ) ककसी‍भी‍आयु‍की‍अणििाणहत‍पुरी,‍कमाती‍ह ‍या‍नहीं।
(ड.) णिधिा‍पुरी‍ज ‍कमयचारी‍पर‍आणश्रत‍ह ।
(च) िैध‍प प‍से‍तलाक्ुदा‍पुरी‍ज ‍कमयचारी‍पर‍आणश्रत‍ह ।

आणश्रत‍संबध
ं ी: रे ल‍कमयचारी, णजसका‍णपता‍जीणित‍न‍ह , के ‍संबंध‍में‍णन‍‍न‍आणश्रत‍होंगे-
(क) मां‍णजसमें‍तलाक्ुदा‍मां‍भी‍्ाणमल‍है।
(त) अणििाणहत‍बहन/ णिधिा‍बहन/ सौतेली‍बहन।
(ग) 21 ि य‍से‍कम‍आयु‍के ‍भाई/सौतेला‍भाई‍ज ‍रे ल‍कमयचारी‍के ‍साथ‍रहता‍ह ‍रर‍उसपर‍पूणयत:
आणश्रत‍ह ।
(घ) ककसी‍भी‍आयु‍का‍अ्क्‍त‍भाई।
(ङ) 21 ि य‍ से‍ अणधक‍आयु‍ का‍भाई‍ज ककसी‍मान्‍यता‍प्रा्‍‍त‍ण्क्षण‍संस्थ ‍ ान‍का‍सदभाणिक‍छार‍
ह।
(च) िैध‍प प‍से‍तलाक्ुदा‍बहन।‍(ACS No. 11‍कदनांक‍16.04.2003)
(छ) णिधिा‍ सास, जहॉ‍ कमयचारी‍ की‍ णिधिा‍ क ‍ अनुकंपा‍ णनयुणि‍ दी‍ गई‍ ह , चाहे‍ उसके ‍ णपता‍
जीणित‍हों‍या‍नहीं।‍(ACS No. 37‍कदनांक‍24.09.2001)

ब्तें‍ कक िह‍व्‍यणि‍पास/ पीटीओ‍के ‍णलये‍ रे ल‍कमयचारी‍का‍आणश्रत‍नहीं‍माना‍जायेगा‍णजसकी‍आय‍


सभी‍स्‍र त ‍से,‍न्‍यन
ू तम‍पें्न/ पररिार‍पें्न‍`9000 (णजसमें‍अगले‍`10 में‍पूणाांककत‍आयु‍के ‍आधार‍पर‍देय‍
अणतररक्‍त‍पें्न‍की‍राण्‍्ाणमल‍नहीं) तथा‍महंगाई‍राहत‍के ‍कु ल‍य ग‍अथिा‍कमयचारी‍के ‍माणसक‍मूल‍िेतन‍
के ‍15%‍ज ‍भी‍अणधक‍ह , से‍अणधक‍ह ।‍(आर‍बी‍ई‍सं. 132/2016 कदनांक‍24.11.2016)

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क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

इसके ‍अलािा‍ब्तें‍ जहॉ‍णपता‍कम‍से‍ कम‍7 ि य‍ से‍ लापता‍ह , िहॉ आणश्रत‍संबंधी‍क ‍रे ल‍कमयचारी‍
के ‍सुणिधा‍पास/ पीटीओ‍में‍्ाणमल‍ककया‍जा‍सकता‍है‍तथाणप‍ऐसा‍्पथपर‍व्‍यणि‍के ‍लापता‍ह ने‍की‍णतणथ‍
क ‍्ाणमल‍करते‍हुये‍प्रस्‍तुत‍करना‍आिश्‍यक‍है‍ज ‍मणजस्‍रेट‍िारा‍सत्‍याणपत‍ह ।‍

पररचर:‍ प्रत्‍येक‍ प्रथम‍ श्रेणी‍ ‘ए’ पास/ मेटल‍ पास‍ अथिा‍ प्रथम‍ श्रेणी‍ पास‍ में‍ एक‍ पररचर, णितीय‍ श्रेणी‍ में‍
णन:्ु‍‍क‍ले‍ जाया‍जा‍सकता‍है।‍पररचर‍का‍अथय‍ एक‍ऐसे‍ व्‍यणि‍से‍ है‍ ज ‍कमयचारी‍की‍णनजी‍सेिा‍में‍
पूणयकाणलक‍आधार‍पर‍िेतन‍पर‍सेिारत‍ह ।‍

पास‍जारी‍करने‍हेत‍ु मागय:

i. पास‍कम‍दूरी‍के ‍मागय‍से‍जारी‍ककया‍जायेगा,
ii. अन्‍य‍मागय‍ज ‍कम‍दूरी‍के ‍मागय‍से‍15%‍से‍अणधक‍न‍ह ,
iii. जहॉ‍द ‍िै‍कण‍पक‍मागय‍उपलब्‍ध‍ह ‍िहॉ‍यारा‍में‍सण‍मणलत‍दूरी‍पर‍‍‍यान‍कदये‍णबना‍द नों‍
मे‍से‍ककसी‍भी‍एक‍मागय‍से,
iv. जब‍कम‍दूरी‍के ‍मागय‍से‍यारा‍के ‍णलये‍अणधक‍समय‍तथा‍अणधक‍दूरी‍के ‍मागय‍से‍यारा‍के ‍णलये‍
कम‍समय‍लगता‍ह , त ‍ऐसी‍णस्थणत‍में‍अणधक‍दूरी‍के ‍मागय‍से‍भी‍पास‍जारी‍ककया‍जा‍
सकता‍है।

पास/ पीटीओ‍की‍िैधता‍की‍अिणध: अणग्रम‍आरक्षण‍की‍अिणध‍90 कदनों‍से‍ बढाकर‍120 कदन‍करने‍ के ‍बाद‍


पास/ पीटीओ‍की‍िैधता‍की‍अिणध‍चार‍माह‍के ‍स्‍थान‍पर‍पच च‍माह‍ह गी।‍यकद‍भणिष्‍य‍में‍ अणग्रम‍
आरक्षण‍अिणध‍धटाई‍जाती‍है‍ त ‍पास/पीटीओ‍की‍िैधता‍चार‍माह‍की‍अिणध‍से‍ कम‍नहीं‍ह गी।‍
(आर‍बी‍ई‍सं. 41/2012)

3. स्कू ल‍पास: यह‍पास‍रे ल‍कमयचारी‍के ‍पार‍पुर/ पुरी‍क ‍स्‍कूल‍आने‍ जाने‍के ‍णलये‍जारी‍ककया‍जाता‍है।‍यह‍


पास‍ ण्क्षा‍ के ‍ स्‍थान‍ से‍ माता‍ या‍ णपता‍ के ‍ रहने‍ के ‍ स्‍थान‍ तक‍ मान्‍यता‍ प्रा्‍‍त छु रटटयों‍ (कम‍ से‍ कम‍
लगातार‍3 कदन) के ‍दौरान‍आने‍ या‍जाने‍ के ‍णलये‍ चेक‍पास‍के ‍प प‍में‍ जारी‍ककया‍जाता‍है।‍य‍ह ‍पास‍
प्रणति य‍ 3 सेट‍या‍6 आधे‍ सेट‍उसी‍श्रेणी‍के ‍जारी‍ककये‍ जायेंगे‍ णजस‍श्रेणी‍के ‍णलये‍ कमयचारी‍सुणिधा‍
पास‍के ‍णलये‍ पार‍है।‍18 ि य‍ से‍ कम‍आयु‍ के ‍पुर‍तथा‍ककसी‍भी‍आयु‍ की‍पुरी‍के ‍णलये‍ इस‍पास‍में‍
अणभभािक‍क ‍भी‍्ाणमल‍ककया‍जा‍सकता‍है।‍यह‍पास‍अघ्‍ययन‍दौरे , परीक्षा‍आकद‍की‍णस्थणत‍में‍भी‍
जारी‍ककया‍जा‍सकता‍है।‍स्‍कूल‍पास‍के ‍णलये‍ आिेदन‍करते‍ समय‍कमयचारी‍िारा‍प्रधानाचायय‍ अथिा‍
सक्षम‍अणधकारी‍से‍ प्रा्‍‍त‍प्रमाणपर‍प्रस्‍तुत‍करना‍ह गा।‍जब‍माता-णपता‍या‍अणभभािक‍छ ़कने‍ जा‍
रहें‍ ह ‍त ‍उनकी‍िापसी‍यारा‍हेतु‍ अलग‍से‍ उसी‍श्रेणी‍का‍पास‍जारी‍ककया‍जायेगा‍णजस‍श्रेणी‍के ‍
णलये‍कमयचारी‍सुणिधा‍पास‍के ‍णलये‍पार‍है‍ब्तें‍यकद‍क ई‍पररचर‍(घरे लू‍नौकर) ब्‍‍चे‍के ‍साथ‍भेजा‍
जाता‍है‍त ‍उसे‍िापसी‍यारा‍हेतु‍अलग‍पास‍णितीय‍श्रेणी‍का‍जारी‍ककया‍जायेगा।‍इस‍िापसी‍यारा‍
पास‍क ‍स्‍कूल‍पास‍में‍अलग‍से‍नहीं‍णगना‍जायेगा।‍

आर‍बी‍ई‍सं. 104/2010 के ‍अनुसार, स्‍कूल‍प्रमाणपर‍्ैणक्षक‍सर‍के ‍आरं भ‍में‍ ि ‍य में‍ एक‍


बार‍जमा‍ककया‍जाना‍चाणहए।‍अ‍‍ययन‍भंग‍(णडस्‍कंटीन्‍यू) ह ने‍ की‍तत्‍काल‍सूचना‍पास‍जारी‍करने‍
िाले‍प्राणधकारी‍क ‍दी‍जानी‍चाणहए।‍ककसी‍्ंका‍की‍णस्थणत‍में‍कफर‍से‍प्रमाणपर‍मांगा‍जा‍सकता‍है।‍
उन‍मामलों‍में‍ जहच ‍स्‍कूल‍प्रमाणपर‍के ‍णबना‍पास‍जारी‍ककये‍ गये‍ हों, पास‍जारी‍करने‍ की‍णतणथ‍से‍
एक‍माह‍की‍अिणध‍के ‍अंदर‍स्‍कूल‍प्रमाणपर‍जमा‍करना‍आिश्‍यक‍है।

ओक‍ग्र ि‍स्‍कूल‍में‍ पढने‍ िाले‍ ब्‍‍चों‍क ‍पास:‍सभी‍रे ल‍कमयचारी‍के ‍ओक‍ग्र ि‍स्‍कूल‍में‍ पढने‍ िाले‍ ब्‍‍चों‍क ‍
स्‍कूल‍ सर‍ आरं भ‍ ह ने‍ के ‍ पहले‍ उनके ‍ घर‍ से‍ देहरादून‍ तक‍ तथा‍ स्‍कू ल‍ सर‍ समा्‍‍त‍ ह ने‍ पर‍ िापसी‍
यारा‍हेतु‍प्रथम‍श्रेणी‍का‍पास‍जारी‍ककया‍जाता‍है।‍(आर‍बी‍ई‍सं. 136/2003)

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4. सेिाणनिृणत‍ पश्‍चात‍ मानाथय‍ पास:‍ रे ल‍ कमयचारी‍ क ‍ सेिाणनिृणत‍ के ‍ बाद‍ यह‍ पास‍ जारी‍ ककया‍ जाता‍ है‍
णजसमें‍ स्‍ियं, पररिार‍के ‍सदस्‍य‍तथा‍आणश्रत‍णिधिा‍मच ‍क ‍्ाणमल‍ककया‍जा‍सकता‍है।‍इस‍पास‍की‍
श्रेणी‍िही‍ह गी‍णजस‍श्रेणी‍के ‍णलये‍ कमयचारी‍अपने‍ सेिाकाल‍में‍ पार‍था।‍स्‍िैण्‍छक‍सेिाणनिृणत‍तथा‍
आंण्क‍मेणडकल‍णिक टीकरण‍की‍णस्थणत‍में‍कमयचारी‍क ‍णमलने‍िाले‍ 5 ि य‍का‍अणतररक्‍त‍सेिा‍लाभ‍
क ‍ समा्‍‍त‍ करते‍ हुये‍ कमयचारी‍ िारा‍ की‍ गई‍ सेिा‍ पर‍ प्रणति य‍ णमलने‍ िाले‍ पास‍ की‍ सं्‍‍या‍ क ‍
णन‍‍नानुसार‍सं् णधत‍ककया‍गया‍है:-
कमयचारी‍िारा‍की‍गई‍सेिा राजपणरत‍अणधकारी ग्रुप‍‘सी’ कमयचारी
20 ि य‍या‍अणधक 3 सेट‍प्रणति य 2 सेट‍प्रणति य

भूतपूि‍य रे लमंरी/ रे ल‍ राज्‍यमंरी/ उप‍ रे लमंरी‍ क ‍ सेिाणनिृणत‍ पश्‍चात‍ मानाथय‍ काडय‍ पास‍ की‍ सुणिधा‍
णन‍‍नानुसार‍दी‍जा‍सकती‍है:- (आर‍बी‍ई‍सं. 93/1999)

1. भूतपूिय‍ रे लमंरी‍ क ‍ तीन‍ सहचरों‍ के ‍ साथ‍ प्रथम‍ एसी‍ श्रेणी‍ तथा‍ णितीय‍ एसी‍ स्‍लीपर‍ श्रेणी‍ में‍ एक‍
पररचर‍के ‍णलये‍मानाथय‍पास‍जारी‍ककया‍जा‍सकता‍है।
2. भूतपूिय‍ रे ल‍ राज्‍यमंरी/ उप‍ रे लमंरी‍ क ‍ एक‍ सहचर‍ के ‍ साथ‍ प्रथम‍ एसी‍ श्रेणी‍ तथा‍ णितीय‍ एसी‍
स्‍लीपर‍श्रेणी‍में‍एक‍पररचर‍के ‍णलये‍मानाथय‍पास‍जारी‍ककया‍जा‍सकता‍है।‍

रे लिे‍ ब डय‍ के ‍ चेयरमैन‍ एिं‍ सदस्‍यों‍ क ‍ सेिाणनिृणत‍ पश्‍चात‍ णमलने‍ िाले‍ मानाथय‍ पास‍ की‍
सं्‍‍या‍क ‍3 सेट‍से‍बढाकर‍5 सेट‍कर‍कदया‍गया‍है।‍(आर‍बी‍ई‍सं. 85/2009)

सेिाणनिृणत‍ के ‍ पश्‍चात‍ मानाथय‍ पास‍ पर‍ सहचर‍ की‍ सुणिधा:- सेिाणनिृणत‍ पश्‍चात‍ मानाथय‍ णमलने‍ िाले‍ प्रथम‍
श्रेणी‍‘ए’/ प्रथम‍श्रेणी‍पास‍पर‍पररचर‍के ‍स्‍थान‍पर‍सहचर‍की‍सुणिधा‍के िल‍उन्‍हीं‍िररष्‍ठ‍नागररकों‍
क ‍दी‍जाएगी‍णजनकी‍आयु‍ 65 ि य‍ से‍ अणधक‍हैं‍ तथा‍सहचर‍के ‍साथ‍यारा‍स्‍लीपर‍श्रेणी‍में‍ की‍जा‍
रही‍ ह ।‍ ऐसी‍ णस्थणत‍ में‍ पास‍ पर‍ णन‍‍न‍ पृष्ठ
‍ ांकन‍ ककया‍ जायेगा:- ‘पररचर‍ के ‍ स्‍थान‍ पर‍ सहचर‍ की‍
अनुमणत‍है, जब‍पास‍धारी‍स्‍लीपर‍श्रेणी/ णितीय‍श्रेणी‍में‍यारा‍करे ।’

70 ि य‍ या‍अणधक‍आयु‍ के ‍प्रथम‍श्रेणी‍‘ए’/ प्रथम‍श्रेणी‍के ‍सेिाणनिृत‍मानाथय/ णिधिा‍पास‍


धारक‍क ‍स्‍लीपर/णितीय‍श्रेणी‍एिं‍ उ्‍‍चतर‍श्रेणी‍के ‍ककराये‍ के ‍अंतर‍के ‍एक‍णतहाई‍राण्‍के ‍भुगतान‍
पर‍राजधानी/ ्ताब्‍दी‍गाणऺडयों‍सणहत‍सभी‍गाणडयों‍में‍ सहचर‍क ‍ले‍ जाने‍ की‍अनुमणत,‍राजधानी/
्ताब्‍दी‍गाणऺडयों‍में‍ बथों‍की‍सं्‍‍या‍के ‍ितयमान‍प्रणतबंधों‍पर‍दी‍जा‍सकती‍है।‍्तय‍ यह‍रहेगी‍कक‍पास‍
धारक‍के ‍साथ‍पररिार‍का‍क ई‍सदस्‍य‍यारा‍न‍कर‍रहा‍ह , ज ‍70 ि य‍से‍कम‍आयु‍का‍ह ।‍(आर‍बी‍
ई‍सं. 164/2009)

णन‍‍न‍पररणस्थणतयों‍में‍सेिाणनिृणत‍के ‍पश्‍चात‍मानाथय‍पास‍जारी‍नहीं‍ककया‍जाएगा:-
(क) सेिा‍से‍बतायस्त‍ ‍रे ल‍कमयचाररयों‍क ।
(त) 26.10.2005 क ‍या‍उसके ‍बाद‍सेिा‍से‍णनष्‍काण त‍(ररमूि) कमयचाररयों‍क ।
(ग) 20.01.2005 क ‍ या‍ उसके ‍ बाद‍ पें्न‍ एिं‍ ग्रे्‍‍युटी‍ में‍ 100%‍ कटौती‍ का‍ दण्‍ड‍ आर णपत‍
कमयचारी‍क ।

णन‍‍न‍पररणस्थणतयों‍में‍सेिाणनिृणत‍के ‍पश्‍चात‍मानाथय‍पास‍जारी‍ककया‍जाएगा:-
(क) 26.10.2005 क ‍या‍उसके ‍बाद‍सेिा‍से‍ बतायस्त ‍ ‍अ‍थिा‍णनष्‍काण त‍कमयचारी‍णजन्‍ह‍ें रेल‍सेिा‍
(पें्न) णनयम‍1993 के ‍ णनयम‍65 के ‍अनुसार‍अनुक‍‍पा‍भत्‍ता‍स्‍िीकृ त‍ककया‍गया‍ह , त ‍अनुक‍‍पा‍
भत्‍ता‍ स्‍िीकृ त‍ ककये‍ जाने‍ की‍ णतणथ‍ से‍ मानाथय‍ पास‍ जारी‍ ककया‍ जायेगा।‍ (आर‍ बी‍ ई‍ सं. 180 एिं‍
196/2005)

वयषकलषठाकुेष2018 7
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

पास‍जारी‍करने‍हेत‍ु सक्षम‍प्राणधकारी:-

भारतीय‍रे लों‍पर‍`5000-8000 (ग्रेड‍पे‍ `4200) एिं‍ इससे‍ अणधक‍िेतनमान‍के ‍उन‍प्रिर‍


पययिेक्षक‍ज ‍अपनी‍स्‍थापना‍का‍सीधे‍ एिं‍ स्‍ितंर‍प्रभार‍रततें‍ हैं‍ प्रथम‍श्रेणी‍के ‍मानाथय/ णिधिा‍पास‍
जारी/ हस्‍ताक्षररत‍ कर‍ सकते‍ हैं।‍ ‍ प्रथम‍ श्रेणी‍ ‘ए’ मानाथय‍ पासों‍ का‍ राजपणरत‍ अणधकाररयों‍ िारा‍
जारी/ हस्‍ताक्षररत‍ककया‍जाना‍जारी‍रहेगा।‍(आर‍बी‍ई‍सं. 102/2003)

5. णिधिा‍पास:‍‍रे ल‍कमयचारी‍की‍मृत्‍यु‍के ‍पश्‍चात‍उसकी‍णिधिा‍या‍णिधुर‍क ‍जारी‍ककया‍जाने‍िाला‍णिधिा‍


पास‍क ‍कदनांक‍12.03.1987 से‍ लागू‍ ककया‍गया।‍यह‍पास‍उसी‍रे ल‍कमयचारी‍की‍णिधिा‍क ‍जारी‍
ककया‍ जायेगा‍ ज ‍ कदनांक‍ 12.03.1987 क ‍ रे ल‍ सेिा‍में‍ काययरत‍ थे‍ एिं‍ इस‍ य जना‍ के ‍ णलये‍ अपना‍
णिक‍‍प‍कदया‍था‍तथा‍ऐसे‍कमयचारी‍ज ‍कदनांक‍12.03.1987 या‍उसके ‍बाद‍रे ल‍सेिा‍में‍भती‍हुये‍हैं।‍
ऐसे‍रेल‍कमयचारी‍की‍णिधिा‍ज ‍कदनांक‍12.03.1987 के ‍पहले‍सेिाणनिृत‍ह ‍चुके‍हैं‍या‍णजनकी‍मृत्य ‍ ‍ु
ह ‍चुकी‍है, भी‍इस‍य जना‍में‍ एक‍बार‍`250 का‍भुगतान‍करके ‍्ाणमल‍ह ‍सकती‍है।‍इस‍पास‍में‍
कमयचारी‍ की‍ णिधिा, पार‍ पुर- पुणरयॉ‍ तथा‍ आणश्रत‍ णिधिा‍ सास‍ (कमयचारी‍ की‍ मच ) क ‍ ्ाणमल‍
ककया‍जा‍सकता‍है।‍यह‍पास‍उसी‍श्रेणी‍का‍जारी‍ककया‍जायेगा‍णजसके ‍णलये‍ कमयचारी‍सेिाकाल‍में‍
सुणिधा‍ पास‍ के ‍ णलये‍ पार‍ था।‍ णिधिा‍ पास‍ रे ल‍ कमयचारी‍ क ‍ प्रा्‍‍त ‍ ह नेिाले‍ मानाथय‍ पास‍ के ‍ 50
(आधा) तक‍कदये‍ जायेंगे।‍जब‍सेिाकाल‍ में‍ कमयचारी‍ की‍ मृत्‍यु‍ ह ‍ जाये‍ या‍ उसके ‍ िारा‍ की‍ गई‍सेिा‍
मानाथय‍ पास‍के ‍णलये‍ णनधायररत‍सेिा‍से‍ कम‍प़कती‍ह ‍त ‍ऐसी‍णस्थणत‍में‍ भी‍णिधिा‍क ‍एक‍सेट‍पास‍
एक‍ि य‍के ‍अंतराल‍पर‍जारी‍ककया‍जायेगा।‍

णन‍‍न‍पररणस्थणतयों‍में‍णिधिा‍पास‍जारी‍नहीं‍ककया‍जाएगा:-
जब‍ णिधिा‍ स्‍ियं‍ रे लिे‍ में‍ सेिारत‍ ह ‍ (चाहे‍ पणत‍ के ‍ जीिनकाल‍ में‍ अथिा‍ उसकी‍ मृत्‍यु‍ के ‍
पश्‍चात) अथिा‍अनुक‍‍पा‍के ‍आधार‍पर‍अपने‍ आणश्रत‍की‍णनयुणि‍ह ‍जाने‍ पर‍उसके ‍पास‍में‍ ्ाणमल‍
ह ने‍अथिा‍पुनर्तििाह‍कर‍लेने‍पर।‍

णिधिा‍अपने‍ पुर/ पुरी‍िारा‍णलये‍ जाने‍ िाले‍ पास‍में‍ आणश्रत‍णिधिा‍मच ‍के ‍प प‍में‍ ्ाणमल‍
ह ने‍ या‍ अपनी‍ पारता‍ के ‍ अनुसार‍ णिधिा‍ पास‍ लेने‍ के ‍ णलये‍ एक‍ बार‍ णिक‍‍प‍ दे‍ सकती‍ है‍ ज ‍
अ‍पररितयनीय‍रहेगा।‍

6. आिासीय‍काडय‍पास: जब‍क ई‍रे ल‍कमयचारी‍काययस्थ ‍ ल‍से‍दूर‍ककसी‍अन्‍य‍स्‍थान‍पर‍रहता‍ह ‍तब‍उसे‍अपने‍


रहने‍ के ‍स्‍थान‍से‍ ड्यूटी‍पर‍आने‍ एिं‍ जाने‍ के ‍णलये‍ स्‍थानीय‍दूरी‍के ‍प्रणतबंधों‍के ‍अधीन‍यह‍पास‍कदया‍
जायेगा।‍यह‍पास‍उसी‍श्रेणी‍का‍कदया‍जायेगा‍णजस‍श्रेणी‍के ‍णलये‍कमयचारी‍सुणिधा‍पास‍के ‍णलये‍पार‍
है।‍यह‍पास‍एक‍ि य‍तक‍की‍अिणध‍के ‍णलये‍जारी‍ककया‍जा‍सकता‍है।

णितीय‍ श्रेणी‍ आिासीय‍ काडय‍ पास/ ररयायती‍ सीजन‍ रटकट‍ के ‍ णलये‍ पार‍ रे ल‍ कमयचारी‍ क ‍
प्रथम‍ श्रेणी‍ आिासीय‍ काडय‍ पास/ ररयायती‍ सीजन‍ रटकट‍ रे लिे‍ णचककत्‍सा‍ प्राणधकाररयों‍ िारा‍
्ारीररक‍अ्क्‍तता‍प्रमाणपर‍पर‍जारी‍ककया‍जा‍सकता‍है‍ज ‍णन‍‍न‍ह ‍सकती‍है:-
(क) एक‍पैर‍या‍द नों‍पैरों‍क ‍न‍रतने‍ िाले‍ रे ल‍कमयचारी‍तथा‍चलने-कफरने‍ के ‍णलये‍ कृ णरम‍अंगों‍
या‍अन्‍य‍उपकरणों‍का‍प्रय ग‍करते‍हों,
(त) णबना‍एक/द ‍हाथों‍के ‍रे ल‍कमयचारी‍अथिा‍जब‍द नों‍हाथ‍अ्क्‍त‍ह ,
(ग) जब‍ लकिाग्रस्‍त‍ ह ने‍ के ‍ कारण‍ कमयचारी‍ का‍ एक‍ पैर‍ अथिा‍ द न ‍ पैर‍ बेकार‍ है‍ तथा‍ जहच ‍
णबना‍सहारे ‍के ‍त़का‍ह ना‍या‍चल‍पाना‍संभि‍न‍ह ।‍

वयषकलषठाकुेष2018 8
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

7. णि्े ‍पास: यह‍पास‍रे ल‍प्र्ासन‍िारा‍णि्े ‍पररणस्थणतयों‍में‍ ककसी‍भी‍श्रेणी‍का‍जारी‍ककया‍जा‍सकता‍


है।‍जैस-े
i. णचककत्‍सा‍आधार‍पर:‍जब‍क ई‍रे ल‍कमयचारी‍गंभीर‍प प‍से‍ धायल‍ह ‍या‍असाघ्‍य‍र ग‍से‍ पीणडत‍ह ‍
तब‍णचककत्‍सा‍प्रमाणपर‍के ‍आधार‍पर‍यह‍पास‍जारी‍ककया‍जा‍सकता‍है।
ii. तेलकू द, सांस्क ‍ ृ णतक‍गणतणिणधयों‍में‍भाग‍लेने‍हेतु।
iii. मान्‍यता‍प्रा्‍‍त‍यूणनयन‍के ‍पदाणधकारी‍क ‍मीिंटग‍में‍भाग‍लेने‍हेतु।
iv. रे लिे‍उपभ क्‍ता‍सहकारी‍सणमणत, कमयचारी‍णहत‍णनणध‍के ‍कमयचारी‍क ।
v. प्रण्क्षुओं‍क ‍णि्े ‍पररणस्थणत‍में।
vi. रे लिे‍कमयचाररयों‍क ‍स्‍काउट‍गणतणिणधयों‍में।
vii. जॉच‍ अणधकारी‍ के ‍ प प‍ में‍ नाणमत‍ सेिाणनिृत‍ रे ल‍ अणधकाररयों‍ क ‍ िररष्‍ठ‍ उप‍ महाप्रबंधक/ मु्‍‍य‍
सतकय ता‍अणधकारी‍के ‍प्राणधकार‍से‍जारी‍ककया‍जायेगा।‍(आर‍बी‍ई‍सं. 13/2012)
viii. ्ारीररक‍ प प‍ से‍ णिकलांग‍ रे ल‍ कमयचारी‍ क ‍ पास‍ की‍ सुणिधा:‍ अके ले‍ यारा‍ कर‍ रहे‍ नेरहीन‍ रे ल‍
कमयचारी‍ क ‍ मंडल‍ णचककत्‍सा‍ अणधकारी‍ के ‍ प्रमाणपर‍ पर‍ उसी‍ श्रेणी‍ में‍ एक‍ पररचर‍ ले‍ जाने‍ की‍
अनुमणत‍दी‍जा‍सकती‍है।‍साथ‍ही‍उसे‍ व्‍हील‍चेयर‍अथिा‍राई-साईककल‍कदया‍जा‍सकता‍है‍ यकद‍यह‍
प्रमाणणत‍ककया‍जाये‍कक‍उसे‍लाने-ले‍जाने‍‍के ‍णलये‍आिश्‍यकता‍है।
ix. स्‍ितंरता‍सेनानी‍एिं‍ उनकी‍णिधिाओं‍क ‍मानाथय‍ काडय‍ पास:‍स्‍ितंरता‍सेनानी‍एिं‍ उनकी‍णिधिाओं‍
क ‍ जारी‍ प्रथम‍ श्रेणी/ णितीय‍ श्रेणी‍ एसी‍ मानाथय‍ काडय‍ पासों‍ पर‍ ्ताब्‍दी/ जन‍ ्ताब्‍दी‍ एक्‍सप्रेस‍
गाणऺडयों‍में‍ चेयरकार‍एिं‍ अन्‍य‍मेल/ एक्‍सप्रेस‍गाणऺडयों‍में‍ (मेर ‍रे लिे‍ क लकाता‍क ‍छ ़ककर) प्रथम‍
श्रेणी/ णितीय‍ श्रेणी‍ एसी‍ में‍ यारा‍ की‍ पारता‍ के ‍ अणतररक्‍त, राजधानी‍ एक्‍सप्रेस‍ गाणडयों‍ में‍ णितीय‍
एसी/ तृतीय‍एसी‍में, इसी‍श्रेणी‍में‍एक‍सहचर‍के ‍साथ‍यारा‍करने‍की‍अनु‍मणत‍प्रदान‍की‍गई‍है।‍(आर‍
बी‍ई‍सं. 86/2010 एिं‍89/2011)
स्‍ितंरता‍सेनानी‍एिं‍उनकी‍णिधिाओं‍क ‍जारी‍प्रथम‍श्रेणी/ णितीय‍एसी‍मानाथय‍काडय‍पासों‍
पर‍दूरंत ‍एक्‍सप्रेस‍गाणऺडयों‍में‍ उसी‍श्रेणी‍में‍ एक‍सहचर‍के ‍साथ‍णितीय‍एसी/ तृतीय‍एसी‍में‍ यारा‍
हेतु‍िैधता‍रहेगी।‍(आर‍बी‍ई‍सं. 14/2012)

जब‍भी‍रे ल‍प्र्ासन‍उणचत‍समझे‍ककसी‍भी‍व्‍यणि‍क ‍ककसी‍भी‍श्रेणी‍का‍जारी‍कर‍सकती‍है।‍

पास‍के ‍गुम‍ह ने‍पर‍जुमायना‍की‍राण्:


सेिारत‍रे ल‍ पास‍के ‍प्रकार राण्
कमयचाररयों‍ स्‍िणय/ रजत/ कांस्य ‍ ‍पास िास्‍तणिक‍लागत
के ‍णलए ड्यूटी/आिासीय‍काडय‍पास/स्‍कूल‍पास‍I, IA `35/-
ड्यूटी/आिासीय‍काडय‍पास/स्‍कूल‍पास‍II क्‍लास `12.50/-
सुणिधा‍पास‍I, IA `10/-
सुणिधा‍पास‍II क्‍लास `5/-
अन्‍य‍व्‍यणि‍ काडय‍पास‍प्रथम‍श्रेणी‍ `150/-
के ‍णलए काडय‍पास‍णितीय‍श्रेणी‍ `75/-
चेक‍पास‍प्रथम‍श्रेणी‍ पूरा‍ककराया‍अणधकतम‍`50/-
तथा‍न्‍यूनतम‍`10/-
चेक‍पास‍णितीय‍श्रेणी‍ पूरा‍ककराया‍अणधकतम‍`30/-
तथा‍न्‍यूनतम‍`5/-
जीआरपी/ रे लिे‍मणजस्‍रेट‍प्रथम‍श्रेणी `35/-
जीआरपी/ रे लिे‍मणजस्‍रेट‍णितीय‍श्रेणी `12.50/-
मानाथय‍पास‍प्रथम‍श्रेणी `25/-
मानाथय‍पास‍णितीय‍श्रेणी `10/-

वयषकलषठाकुेष2018 9
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

पास‍के ‍गलत‍उपय ग/ दुप पय ग‍


i. यकद‍ पास/पीटीओ‍ गुम‍ ह ‍ गया‍ ह ‍ त ‍ तुरंत‍ पुणलस‍ क ‍ ररप टय‍ करना‍ चाणहए‍ तथा‍ इसकी‍ एक‍ प्रणत‍
पास/पीटीओ‍जारी‍करने‍िाले‍प्राणधकारी‍क ‍भेजनी‍चाणहए।
ii. पास/पीटीओ‍के ‍दुप पय ग‍के ‍मामले‍में‍रे ल‍कमयचा‍री‍क हत त्‍साह‍करनेिाला‍्ाणस्त‍कदया‍जा‍सकता‍
है‍ ज ‍ अपराध‍ की‍ गंभीरता‍ के ‍ अनुसार‍ बतायस्त
‍ गी/ सेिा‍ से‍ हटाने‍ या‍ णनचले‍ पद‍ पर‍ अि‍नणत‍ की‍
्ाणस्त‍ह ‍सकती‍है।‍
iii. यारा‍्ुप ‍करने‍ की‍प्रणिणि‍नहीं‍ह ने‍ पर‍–‍प्रथम‍श्रेणी‍के ‍णलए‍से‍ राण् `25/- तथा‍णितीय‍श्रेणी‍के ‍
णलए‍ राण् `10/- का‍ जुमायना‍ संबंणधत‍ कमयचारी‍ से‍ रटकट‍ चेककग‍ स्‍टाफ‍ िारा‍ िसूल‍ ककया‍ जाएगा‍
णजसकी‍र्ीद‍दी‍जायेगी‍तथा‍इस‍तथ्‍य‍की‍प्रणिणि‍पास‍पर‍की‍जायेगी।‍ऐसे‍मामलों‍में‍जहच ‍जुमायना‍
ककया‍गया‍है‍णन‍‍नणलणतत‍कारय िाई‍ककया‍जा‍सकता‍है-
(क) ‍‍प्रथम‍मामले‍में‍–‍चेतािनी
(त) उसके ‍बाद‍के ‍मामले‍ में‍ –‍प्रत्‍येक‍मामले‍ में‍ य ग्‍यता‍के ‍आधार‍पर‍णनणयय‍णलया‍जायेगा‍तथा‍
द ी‍कमयचारी‍के ‍णिप द्ध‍य ग्‍य‍णनिारक‍कारय िाई‍की‍जायेगी।

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वयषकलषठाकुेष2018 10
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

छु ट्टी‍के ‍णनयम
िके न्‍रीय‍िेतन‍आय ग‍छु ट्टी‍णनयम‍1949)‍
भारतीय‍रे ल‍स्‍थापना‍संणहता‍भाग-।‍में‍पैरा‍501‍से‍पैरा‍557‍तक‍िर्तणत

• लागू: 01.02.1949
• छु ट्टी:‍यह‍कमयचारी‍का‍अणधकार‍नहीं‍है।‍सक्षम‍अणधकारी‍इसे‍ स्‍िीकृ त या अस्‍िीकृ त‍या‍इसमें‍
कमी‍कर‍सकते‍हैं‍लेककन‍मांगी‍गई‍छु ट्टी‍का‍प्रकार‍नहीं‍बदल‍सकते।‍
• णनरंतर‍छु ट्टी‍की‍अणधकतम‍मारा: साधारणतया: ककसी‍भी‍कमयचारी‍क ‍ककसी‍भी‍प्रकार‍की‍
छु ट्टी‍ 5 ि य‍ से‍ अणधक‍ की‍ णनरंतर‍ अिणध‍ के ‍ णलए‍ मंजूर‍ नहीं‍ की‍ जायेगी।‍ सभी‍ ग्रुप‍ सी‍
कमयचाररयों‍के ‍मामले‍ में‍ 5 ि य‍ की‍अणधकतम‍अिणध‍के ‍बाद‍छु ट्टी‍प्रदान‍करने‍ का‍अणधकार‍
महाप्रबंधक‍क ‍ प्रत्‍याय णजत‍ककया‍ गया‍ है, ज ‍ प्रधान‍णित्‍त‍ सलाहकार‍ की‍ णित्‍तीय‍ सहमणत‍
एिं‍ मु्‍य‍ ‍ कार्तमक‍ अणधकारी‍ की‍ णनजी‍ णसफारर्‍ से‍ स्‍िीकृ त‍ ककया‍ जायेगा।‍ (आर‍ बी‍ ई‍ सं.
14/2016 कदनांक‍05.02.2016)

छु ट्टी‍के ‍प्रकार: 1. रसत‍िेतन‍छु ट्टी


2. अद्धय‍रसत‍िेतन‍छु ट्टी
3. संपररिर्तत‍त‍छु ट्टी
4. अनर्तजत‍छु ट्टी
5. असाधारण‍छु ट्टी
6. अ‍‍ययन‍छु ट्टी
7. मातृत्‍ि‍छु ट्टी
8. णपतृत्‍ि‍छु ट्टी
9. अस्‍पताल‍छु ट्टी
10. णि्े ‍णन:्क्‍तता‍छु ट्टी
11. सेिाणनिृणत‍पूिय‍छु ट्टी
12. आ‍कणस्म‍क‍छु ट्टी
13. णि्े ‍आकणस्मक‍छु ट्टी

वयषकलषठाकुेष2018 11
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

1.‍रसत‍िेतन‍छु ट्टी‍(एपीएल):

i. यह‍छु ट्टी‍कमयचारी‍के ‍छु ट्टी‍ताते‍ में‍ प्रणति य‍ 1 जनिरी‍क ‍15 कदन‍एिं‍ 1 जुलाई‍क ‍15 कदन‍
की‍दर‍से‍जमा‍ककया‍जाता‍है‍अथायत‍ि य‍में‍30 कदन‍जमा‍ह ता‍है।
ii. जहॉ‍ककसी‍कमयचारी‍की‍णनयुणि‍या‍सेिाणनिृणत‍ि य‍ के ‍बीच‍के ‍ककसी‍माह‍में‍ है‍ त ‍यह‍छु ट्टी‍
प्रणत‍माह‍2½‍कदन‍के ‍णहसाब‍से‍जमा‍ककया‍जायेगा।
iii. इस‍छु ट्टी‍का‍ताता‍कमयचारी‍के ‍णनयुणि‍से‍ सेिाणनिृणत‍तक‍कार्तमक‍णिभाग‍िारा‍रता‍जाता‍
है।
iv. इस‍छु ट्टी‍का‍उपय ग‍नहीं‍करने‍ पर‍जमा‍ह ने‍ की‍अणधकतम‍सीमा‍300 कदन‍है।‍(01.07.97
से)
v. यह‍छु ट्टी‍एक‍बार‍में‍अणधकतम‍180 कदन‍तक‍स्‍िीकृ त‍ककया‍जा‍सकता‍है।
vi. सेिाणनिृणत‍पश्‍चात‍अणधकतम‍300 कदन‍की‍छु ट्टी‍का‍नकदीकरण‍ककया‍जायेगा।‍यकद‍रसत‍
िेतन‍छु ट्टी 300 कदन‍से‍कम‍्े ‍है‍त ‍णजतनी‍छु ट्टी‍300 कदन‍की‍सीमा‍से‍कम‍प़कती‍है‍उतनी‍
अद्धय‍रसत‍िेतन‍छु ट्टी‍का‍लाभ‍कदया‍जायेगा, ज ‍क‍‍यूटेड‍नहीं‍ह गी।‍
vii. छु ट्टी‍िेतन: छु ट्टी‍पर‍जाने‍से‍पहले‍का‍िेतन।
viii. रेलिे‍ स्‍कूल‍ के ‍ कमयचारी‍ जैसे- अ‍‍यापक, प्रधानाचायय, लाइब्रेररयन, पानीिाला, प्रय ग्ाला‍
सहायक‍आकद‍क ‍णजस‍ि य‍िे‍पूरी‍अिका्‍का‍उपय ग‍न‍कर‍पाये‍हों‍त ‍30 कदन‍के ‍अनुपात‍
में‍णजतनी‍अिका्‍िे‍नहीं‍ले‍पाये‍ह , रसत‍िेतन‍छु ट्टी कदया‍जायेगा।
ix. यह‍छु ट्टी‍सामान्‍य‍अिका्‍के ‍साथ‍पूिय‍या‍बाद‍में‍ज ़ककर‍णलया‍जा‍सकता‍है।
x. अनुपणस्थणत‍ या‍ असाधारण‍ छु ट्टी‍ की‍ णस्थणत‍ में‍ अगला‍ क्रेणडट‍ देते‍ समय‍ ऐसे‍ कु ल‍ अिणध‍ का‍
1/10 िां‍ भाग‍15 कदन‍से‍ धटा‍णलया‍जायेगा, ऐसी‍कटौती‍कु ल‍15 कदन‍से‍ ज्‍यादा‍की‍नहीं‍
ह गी।
xi. महाप्रबंधक‍ मह दय‍ िारा‍ िररष्‍ठ‍ पययिेक्षक‍ िेतनमान‍ `5000-8000 रर‍ अणधक‍ क ‍ उसके ‍
अधीन‍काययरत‍ग्रुप‍सी‍एिं‍ डी‍कमयचाररयों‍क ‍आकणस्मक‍छु ट्टी‍तथा‍15 कदन‍की‍रसत‍िेतन‍
छु ट्टी‍मंजूर‍करने‍की‍्णि‍दी‍जा‍सकती‍है।
xii. कदनांक‍01.09.2008 से‍कमयचारी‍की‍मृत्‍यु‍की‍णस्थणत‍में‍जीणित‍ररश्‍तेदारों‍क ‍नकदीकरण‍की‍
राण्‍का‍भुगतान‍णन‍‍नणलणतत‍क्रम‍से‍ककया‍जायेगा-
क. णिधिा
त. ब़का‍जीणित‍पुर‍या‍दत्तक‍पुर
ग. ब़की‍जीणित‍अणििाणहत‍पुरी
घ. ब़की‍जीणित‍णिधिा‍पुरी
ङ. णपता
च. माता
छ. ब़की‍जीणित‍णििाणहत‍पुरी
ज. ब़का‍जीणित‍भाई‍(18 ि य‍से‍कम‍आयु)
झ. ब़की‍जीणित‍अणििाणहत‍बहन
ञ. ब़की‍जीणित‍णिधिा‍बहन‍रर
ट. ब़के‍मातृक‍पुर‍का‍ब़का‍ब्‍‍चा
(आर‍बी‍ई‍सं. 147/2008 कदनांक‍08.10.2008)

वयषकलषठाकुेष2018 12
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

सेिाकाल‍में‍रसत‍िेतन‍छु ट्टी‍का‍नकदीकरण: (णनयम‍540 ए)


i. पूरे‍सेिाकाल‍में‍अणधकतम‍60 कदन‍की रसत‍िेतन‍छु ट्टी‍का‍नकदीकरण‍ह गा।
ii. एक‍बार‍में‍अणधकतम‍10 कदन‍की‍रसत‍िेतन‍छु ट्टी‍का‍नकदीकरण‍ह गा।
iii. छु ट्टी‍के ‍नकदीकरण‍हेतु‍ एक‍सेट‍पास‍या‍पीटीओ‍के ‍साथ-साथ‍कम‍से‍ कम‍एक‍कदन‍की‍छु ट्टी‍
लेना‍अणनिायय‍है।
iv. पास‍या‍पीटीओ‍की‍सुणिधा‍के ‍साथ‍ककस‍तरह‍की‍छु ट्टी‍ली‍जाती‍है‍ रर‍ककतने‍ कदन‍की‍इस‍
पर‍ क ई‍ णिचार‍ न‍ करते‍ हुए‍ 10 कदन‍ की‍ रसत‍ िेतन‍ छु ट्टी‍ का‍ नकदीकरण‍ ककया‍ जायेगा।
(आर‍बी‍ई‍सं. 104/2009 कदनांक‍11.06.2009)
v. रननग‍कमयचाररयों‍णजनमें‍ स्‍टे्न‍मास्‍टर‍भी‍्ाणमल‍हैं‍ क ‍छु ट्टी‍के ‍नकदीकरण‍के ‍णलए‍पास‍
या‍ छु ट्टी‍ लेने‍ की‍ ्तय‍ क ‍ समा्‍‍त‍ कर‍ कदया‍ गया‍ है।‍ (आर‍ बी‍ ई‍ सं. 196/2008 कदनांक‍
12.12.2008)
vi. छु ट्टी‍के ‍नकदीकरण‍करने‍ के ‍बाद‍कमयचारी‍के ‍छु ट्टी‍ताते‍में‍ कम‍से‍कम‍30 कदन‍की‍छु ट्टी‍बची‍
ह नी‍चाणहए।
vii. सेिाकाल‍ में‍ यह‍ नकदीकरण‍ प्रा्‍‍त‍ करने‍ के ‍ बाद‍ भी‍ सेिाणनिृणत‍ पर‍ कु ल‍ ्े ‍ 300 कदन‍ के ‍
छु ट्टी‍का‍नकदीकरण‍ह गा।
viii. दूसरी‍बार‍नकदीकरण‍द ‍ि य‍के ‍बाद‍ककया‍जायेगा‍णजसके ‍णलये‍स्‍पे ल‍णन‍‍न‍है-
क. 01.09.2008 से‍31.08.2010
त. 01.09.2010 से‍31.08.2012
ग. 01.09.2012 से‍31.08.2014
घ. 01.09.2014 से‍31.08.2016
ङ. 01.09.2016 से‍31.08.2018 ..... इसी‍प्रकार‍से।
(आरबीई‍सं. 104/2009 कदनांक‍11.06.2009 तथा‍15/2011 कदनांक‍02.02.2011)

2. अद्धय‍रसत‍िेतन‍छु ट्टी‍(एचएपीएल):

i. यह‍छु ट्टी‍कमयचारी‍के ‍छु ट्टी‍ताते‍ में‍ प्रणति य‍ 1 जनिरी‍क ‍10 कदन‍एिं‍ 1 जुलाई‍क ‍10
कदन‍की‍दर‍से‍जमा‍ककया‍जाता‍है‍अथायत‍ि य‍में‍20 कदन‍जमा‍ह ता‍है।
ii. ि य‍के ‍ककसी‍माह‍के ‍णलये‍यह‍छु ट्टी‍प्रणत‍माह‍5/3 कदन‍के ‍णहसाब‍से‍जमा‍ककया‍जायेगा।
iii. इस‍छु ट्टी‍का‍ताता‍कमयचारी‍के ‍णनयुणि‍से‍ सेिाणनिृणत‍तक‍कार्तमक‍णिभाग‍िारा‍रता‍जाता‍
है।
iv. इस‍छु ट्टी‍के ‍जमा‍ह ने‍की‍क ई‍सीमा‍नहीं‍है।‍
v. यह‍छु ट्टी‍एक‍बार‍में‍अणधकतम‍24 माह‍तक‍स्‍िीकृ त‍ककया‍जा‍सकता‍है।
vi. सेिाणनिृणत‍के ‍समय‍यकद‍रसत‍िेतन‍छु ट्टी 300 कदन‍से‍ कम‍जमा‍ह ‍त ‍उस‍कमी‍की‍पूर्तत‍
अद्धय‍रसत‍िेतन‍छु ट्टी‍के ‍भुगतान‍से‍ककया‍जाएगा, ज ‍क‍‍यूटेड‍नहीं‍ह गी।‍
vii. छु ट्टी‍िेतन: छु ट्टी‍पर‍जाने‍से‍पहले‍प्रा्‍‍त‍िेतन‍का‍आधा।
viii. यह‍छु ट्टी‍रे लिे‍ स्‍कूलों‍में‍ काययरत‍कमयचाररयों‍क ‍भी‍10 कदन‍के ‍रसत‍िेतन‍छु ट्टी ‍के ‍बदले‍
कदनांक‍01.09.2008 से‍देय‍है।
ix. अनुपणस्थणत‍ या‍ असाधारण‍ छु ट्टी‍ की‍ णस्थणत‍ में‍ अगला‍ क्रेणडट‍ देते‍ समय‍ ऐसे‍ कु ल‍ अिणध‍ का‍
1/18 िां‍ भाग‍10 कदन‍से‍ धटा‍णलया‍जायेगा, ऐसी‍कटौती‍कु ल‍10 कदन‍से‍ ज्‍यादा‍की‍नहीं‍
ह गी।

वयषकलषठाकुेष2018 13
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

3. संपररिर्ततत‍छु ट्टी‍(क‍‍यटू ेड‍लीि):

i. यह‍छु ट्टी‍णचककत्‍सा‍प्रमाणपर‍पर‍अद्धय‍ रसत‍िेतन‍छु ट्टी‍क ‍रसत‍िेतन‍छु ट्टी‍में‍ बदलने‍ की‍


सुणिधा‍प्रदान‍करती‍है।
ii. कमयचारी‍यह‍छु ट्टी‍अर्तजत‍नहीं‍करता‍है।
iii. यह‍ छु ट्टी‍ अद्धय‍ रसत‍ िेतन‍ छु ट्टी‍ पर‍ णनभयर‍ करती‍ है‍ तथा‍ एक‍ कदन‍ की‍ संपररिर्ततत‍ छु ट्टी‍ के ‍
णलए‍द ‍कदन‍की‍अद्धय‍रसत‍िेतन‍छु ट्टी‍काटी‍जाती‍है।‍अथायत‍यह‍छु ट्टी‍कु ल‍अद्धय‍रसत‍िेतन‍
छु ट्टी‍के ‍50%‍तक‍स्‍िीकृ त‍की‍जा‍सकती‍है।
iv. छु ट्टी‍िेतन: रसत‍िेतन‍छु ट्टी‍पर‍प्रा्‍‍त‍िेतन‍के ‍समान।
v. इस‍ छु ट्टी की‍ समाणि‍ पर‍ ड्यूटी‍ पर‍ आना‍ आिश्‍यक‍ है।‍ यकद‍ क ई‍ कमयचारी‍ इस छु ट्टी की‍
स्‍िीकृ णत‍ के ‍ बाद‍ त्‍यागपर‍ देता‍ है‍ या‍ स्‍िैण्‍छक‍ सेिाणनिृणत‍ का‍ आिेदन‍ करता‍ है‍ त ‍
संपररिर्ततत‍ छु ट्टी‍ क ‍ अद्धय‍ रसत‍ िेतन‍ छु ट्टी‍ माना‍ जायेगा‍ तथा‍ अद्धय‍ रसत‍ िेतन‍ कदया‍
जायेगा।‍लेककन‍यकद‍कमयचारी‍के ‍बीमारी‍के ‍कारण‍अय ग्‍य ‍ह ने‍ या‍सेिा‍के ‍दौरान‍मृत्‍यु‍ ह ने‍
पर‍अंतर‍िसूल‍नहीं‍ककया‍जायेगा।‍
vi. कमयचारी‍के ‍पास‍रसत‍िेतन‍छु ट्टी ह ने‍के ‍बािजूद‍यह‍छु ट्टी‍स्‍िीकृ त‍ककया‍जा‍सकता‍है।

4. अनर्तजत‍छु ट्टी‍(लीि‍नॉट‍ड्यू):

i. जब‍छु ट्टी‍ताते‍में‍क ई‍भी‍छु ट्टी नहीं‍बची‍ह ‍तब‍णचककत्‍सा‍प्रमाणपर‍के ‍आधार‍पर‍या‍णि्े ‍


पररणस्थणतयों‍में‍यह‍छु ट्टी‍दी‍जाती‍है।
ii. यह‍छु ट्टी भणिष्‍य‍में‍बची‍सेिा‍में‍जमा‍ह नेिाली‍अद्धय‍रसत‍िेतन‍छु ट्टी‍पर‍णनभयर‍करती‍है।
iii. यह‍छु ट्टी णचककत्‍सा‍प्रमाणपर‍पर‍पूरे‍सेिाकाल‍में‍अणधकतम‍360 कदन‍तक‍देय‍है।‍
iv. यह‍छु ट्टी णबना‍णचककत्‍सा‍ प्रमाणपर‍के ‍एक‍बार‍में‍ 90 कदन‍तथा‍ पूरे‍ सेिाकाल‍में‍ 180 कदन‍
तक‍देय‍है।‍
v. यह‍छु ट्टी‍सेिाणनिृणत‍पूिय‍छु ट्टी‍के ‍प प‍में‍नहीं‍दी‍जा‍सकती‍है।‍
vi. छु ट्टी‍िेतन‍– अद्धय‍रसत‍िेतन‍छु ट्टी‍के ‍समान।
vii. इस‍छु ट्टी‍पर‍जाने‍ के ‍बाद‍यकद‍कमयचारी‍त्‍यागपर‍देता‍है, स्‍िैण्‍छक‍सेिाणनिृणत‍या‍अणनिायय‍
सेिाणनिृणत‍के ‍कारण‍सेिा‍छ ़कता‍है‍ त ‍ऐसी‍णस्थणत‍में‍ उसे‍ कदये‍ गये‍ छु ट्टी‍िेतन‍की‍कटौती‍
अंणतम‍भुगतान‍से‍ ककया‍जायेगा।‍बीमारी‍के ‍कारण‍अय ग्‍य‍ह ने‍ एिं‍ मृत्‍यु‍ की‍णस्थणत‍में‍ छु ट्टी‍
िेतन‍की‍कटौती‍नहीं‍की‍जायेगी।
viii. टीबी, कैं सर, मानणसक‍ बीमारी‍ की‍ णस्थणत‍ में‍ अस्‍थायी‍ रे ल‍ कमयचारी‍ क ‍ भी‍ 360 कदन‍ तक‍
अणधकतम‍णन‍‍न‍्तों‍पर‍यह‍छु ट्टी‍दी‍जायेगी‍–
क. कम‍से‍कम‍1 ि य‍की‍सेिा‍पूणय‍की‍ह ,
त. णचककत्‍सा‍प्रमाणपर‍प्रस्‍तुत‍ककया‍ह ,
ग. छु ट्टी‍पर‍जाने‍ के ‍बाद‍उसी‍पद‍पर‍आने‍ की‍संभािना‍ह ‍तथा‍अद्धय‍ रसत‍िेतन‍छु ट्टी‍
अर्तजत‍कर‍सकता‍ह ।

वयषकलषठाकुेष2018 14
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

5. असाधारण‍छु ट्टी‍(एक्‍सरा‍आर्तडनरी‍लीि):

i. जब‍छु ट्टी‍ताते‍में‍क ई‍भी‍छु ट्टी नहीं‍बची‍ह ‍या‍छु ट्टी‍बची‍ह ने‍पर‍भी‍कमयचारी‍णलणतत‍प प‍


में‍इसकी‍मांग‍करता‍ह ।
ii. यह‍छु ट्टी अणधकतम‍5 ि ों‍तक‍दी‍जा‍सकती‍है।
iii. इसे‍आकणस्मक‍छु ट्टी‍के ‍अलािा‍अन्‍य‍सभी‍छु रटि् टयों‍के ‍साथ‍ज ़ककर‍णलया‍जा‍सकता‍है।‍
iv. छु ट्टी‍िेतन‍– कु छ‍नहीं।‍इसे‍(LWP) णबना‍िेतन‍की‍छु ट्टी‍भी‍कहा‍जाता‍है।
v. णि्े ‍पररणस्थणतयों/ णचककत्‍सा‍कारणों‍क ‍छ ़ककर‍इस‍छु ट्टी‍की‍अिणध‍क ‍अहयक‍सेिा‍नहीं‍
माना‍जायेगा‍तथा‍पें्न‍की‍गणना‍में‍नहीं‍णलया‍जायेगा।‍
vi. अहयक‍सेिा‍नहीं‍ह ने‍से‍िेतनिृणद्ध, ब नस‍आकद‍देय‍नहीं‍ह गा।‍
vii. यह‍छु ट्टी‍सेिाकाल‍में‍अनुपणस्थणत‍की‍अिणध‍क ‍णनयणमत‍करने‍के ‍णलए‍भी‍दी‍जा‍सकती‍है।
viii. 1 ि य‍ की‍सेिा‍ह ने‍ पर‍अस्‍थायी‍कमयचारी‍क , ज ‍टीबी, कु ष्‍ट, कैं सर‍से‍ पीणडत‍ह , उसे‍ एक‍
बार‍में‍णबना‍णचककत्‍सा‍प्रमाणपर‍के ‍3 माह‍तक‍तथा‍णचककत्‍सा‍प्रमाणपर‍पर‍6 माह‍तक‍य‍ह‍
छु ट्टी‍कदया‍जा‍सकता‍है।

6.‍अ‍‍ययन‍छु ट्टी‍(स्‍टडी‍लीि):

i. यह‍छु ट्टी‍कमयचारी‍क ‍अपने‍पद‍से‍संबंणधत‍या‍ल कणहत‍में‍उ्‍‍च‍ण्क्षा‍के ‍णलए‍दी‍जाती‍है।


ii. इस‍छु ट्टी के ‍णलए‍कमयचारी‍की‍कम‍से‍ कम‍ 5 ि ों‍की‍सेिा‍पूणय‍ ह नी‍चाणहए‍तथा‍छु ट्टी‍की‍
समाणि‍पर‍3 ि य‍की‍सेिा‍बची‍ह नी‍चाणहए।
iii. यह‍छु ट्टी‍एक‍बार‍में‍अणधकतम‍12 माह‍तथा‍पूरे‍सेिाकाल‍में‍अणधकतम‍24 माह‍तक‍स्‍िीकृ त‍
की‍जा‍सकती‍है।‍डॉक्‍टसय‍के ‍णलए‍अणधकतम‍36 माह‍तक‍स्‍िीकृ त‍की‍जा‍सकती‍है।‍
iv. छु ट्टी‍िेतन‍– भारत‍में‍– िेतन‍+ महंगाई‍भत्‍ता
‍णिदे्‍में‍–‍िेतन‍+ महंगाई‍भत्‍ता‍+ अ‍‍ययन‍भत्‍ता‍
v. यह‍छु ट्टी‍कमयचारी‍की‍छु ट्टी‍ताता‍से‍नहीं‍घटाई‍जायेगी।‍
vi. यकद‍अ‍‍ययन‍छु ट्टी‍से‍िापस‍आने‍के ‍बाद‍रे ल‍कमयचारी‍3 ि य‍से‍पहले‍सेिा‍से‍त्‍यागपर‍देता‍है‍
या‍संबंणधत‍ णि य‍ में‍ असफल‍ ह ‍ जाता‍ है‍ ऐसी‍ णस्थणत‍ में‍ प्र्ासन‍ िारा‍ ज ‍ भी‍ तचय‍ ककया‍
गया‍है‍िह‍राण्‍कमयचारी‍से‍िसूल‍ककया‍जायेगा।

7. मातृत्ि
‍ ‍छु ट्टी‍(मैटरणनटी‍लीि):

i. यह‍छु ट्टी‍सभी‍मणहला‍रे ल‍कमयचाररयों‍क ‍द ‍जीणित‍ब्‍‍चों‍तक‍एक‍बार‍में‍‍‍‍‍180 कदन‍तक‍


(कदनांक‍01.09.2008 से) स्‍िीकृ त‍की‍जा‍सकती‍है।
ii. इस‍छु ट्टी के ‍णलए‍प्रण्क्षु, एमआरसीएल‍तथा‍अणििाणहत‍मणहला‍रे ल‍कमयचारी‍भी‍पार‍हैं।
iii. इस‍छु ट्टी‍क ‍अन्‍य‍छु रटि्टयों‍के ‍साथ‍णजसमें‍ संपररिर्ततत‍छु ट्टी‍60 कदन‍की‍रर‍अनर्तजत‍छु ट्टी‍
णबना‍णचककत्‍सा‍प्रमाणपर‍के ‍्ाणमल‍है, अणधकतम‍एक‍ि य‍तक‍दी‍जा‍सकती‍है।‍
iv. छु ट्टी‍िेतन‍– रसत‍िेतन छु ट्टी‍के ‍समान।
v. यह‍छु ट्टी‍कमयचारी‍की‍छु ट्टी‍ताता‍से‍नहीं‍घटाई‍जायेगी।‍
vi. यकद‍इस‍छु ट्टी‍के ‍दौरान‍ककसी‍कमयचारी‍की‍िेतनिृणद्ध‍की‍णतणथ‍आती‍है‍ त ‍ऐसी‍णस्थणत‍में‍
इस‍छु ट्टी‍से‍िापस‍आने‍के ‍बाद‍ही‍िेतनिृणद्ध‍का‍लाभ‍कदया‍जायेगा।
vii. यह‍छु ट्टी गभयपात‍या‍गभयस्‍राि‍के ‍संबंध‍में‍णचककत्‍सा‍प्रमाणपर‍के ‍आधार‍पर‍पूरे‍सेिाकाल‍में‍
अणधकतम‍45 कदन‍तक‍स्‍िीकृ त‍की‍जा‍सकती‍है।‍
viii. सामान्‍यत: इस‍छु ट्टी‍क ‍अस्‍िीकृ त‍नहीं‍ककया‍जाना‍चाणहए।

वयषकलषठाकुेष2018 15
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8. णपतृत्ि
‍ ‍छु ट्टी‍(पैटरणनटी‍लीि):

i. यह‍छु ट्टी‍पुप ‍रे ल‍कमयचाररयों‍क ‍अपनी‍पत्‍नी‍के ‍प्रसूणत‍के ‍दौरान‍द ‍जीणित‍ब्‍‍चों‍तक‍एक‍


बार‍में‍15 कदन‍(कदनांक‍07.10.1997 से) स्‍िीकृ त‍की‍जा‍सकती‍है।
ii. यह‍छु ट्टी‍प्रसूणत‍की‍णतणथ‍के ‍15 कदन‍पहले‍से‍प्रसूणत‍की‍णतणथ‍के ‍6 महीने‍तक‍कभी‍भी‍णलया‍
जा‍सकता‍है।‍यकद‍इस‍सीमा‍के ‍बीच‍उपय ग‍नहीं‍ककया‍गया‍त ‍यह‍छु ट्टी‍रद्द‍ह ‍जायेगी।‍
iii. छु ट्टी‍िेतन‍– रसत‍िेतन छु ट्टी‍के ‍समान।
iv. यह‍छु ट्टी‍कमयचारी‍की‍छु ट्टी‍ताता‍से‍नहीं‍घटाई‍जायेगी।‍
v. इस‍छु ट्टी‍क ‍अन्‍य‍छु रटि्टयों‍के ‍साथ‍ज ़ककर‍णलया‍जा‍सकता‍है।
vi. सामान्‍यत: इस‍छु ट्टी‍क ‍अस्‍िीकृ त‍नहीं‍ककया‍जाना‍चाणहए।‍

9. अस्‍पताल‍छु ट्टी‍(हॉस्‍पीटल‍लीि):

i. यह‍छु ट्टी‍सभी‍ग्रुप‍सी‍एिं‍ डी‍कमयचाररयों‍क ‍ड्यूटी‍पर‍दुधयटना‍के ‍फलस्‍ि प प‍च ट‍लगने‍ पर‍


णचककत्‍सा‍प्रमाणपर‍के ‍आधार‍पर‍स्‍िीकृ त‍ककया‍जाता‍है।
ii. इस‍छु ट्टी‍क ‍I.O.D. (Injured On Duty) भी‍कहा‍जाता‍है।
iii. यह‍छु ट्टी‍एक‍बार‍में‍अणधकतम‍28 माह‍तक‍स्‍िीकृ त‍ककया‍जा‍सकता‍है।
iv. छु ट्टी‍िेतन‍– 120 कदन‍तक‍- रसत‍िेतन छु ट्टी‍के ‍समान।
120 कदन‍के ‍बाद‍–‍अद्धय‍रसत‍िेतन छु ट्टी‍के ‍समान।
v. यह‍छु ट्टी‍कमयचारी‍की‍छु ट्टी‍ताता‍से‍नहीं‍घटाई‍जायेगी।‍
vi. यकद‍ रे ल‍ कमयचारी, कमयचारी‍ क्षणतपूर्तत‍ अणधणनयम‍ के ‍ अंतगयत‍ लाभ‍ का‍ हकदार‍ ह ता‍ ह ‍ त ‍
लाभ‍की‍राण्‍क ‍छु ट्टी‍िेतन‍से‍काट‍णलया‍जायेगा।

10. णि्े ‍णन:्क्‍तता‍छु ट्टी‍(स्‍प्


े ल‍णडसेणबणलटी‍लीि):

i. यह‍ छु ट्टी‍ सभी‍ रे ल‍ कमयचाररयों‍ क ‍ ड्यूटी‍ पर‍ कायय‍ करते‍ समय‍ दुधयटना‍ के ‍ फलस्‍ि प प‍ च ट‍
लगने‍पर‍णचककत्‍सा‍प्रमाणपर‍के ‍आधार‍पर‍स्‍िीकृ त‍ककया‍जाता‍है।
ii. यह‍छु ट्टी‍डॉक्‍टर‍की‍सहमणत‍से‍ एक‍बार‍में‍ अणधकतम‍24 माह‍तक‍स्‍िीकृ त‍ककया‍जा‍सकता‍
है।
iii. छु ट्टी‍िेतन‍– 120 कदन‍तक‍- रसत‍िेतन छु ट्टी‍के ‍समान।
120 कदन‍के ‍बाद‍–‍अद्धय‍रसत‍िेतन छु ट्टी‍के ‍समान।
iv. यह‍छु ट्टी‍कमयचारी‍की‍छु ट्टी‍ताता‍से‍नहीं‍घटाई‍जायेगी।‍
v. यकद‍ रे ल‍ कमयचारी, कमयचारी‍ क्षणतपूर्तत‍ अणधणनयम‍ के ‍ अंतगयत‍ लाभ‍ का‍ हकदार‍ ह ता‍ ह ‍ त ‍
लाभ‍की‍राण्‍क ‍छु ट्टी‍िेतन‍से‍काट‍णलया‍जायेगा।
vi. इस‍छु ट्टी‍क ‍णनयुणि‍प्राणधकारी‍एिं‍अन्‍य‍उ्‍‍च‍अणधकारी‍स्‍िीकृ त‍कर‍सकते‍हैं।

कायय‍संबंधी‍बीमारी‍एिं‍च ट‍हेत‍ु छु ट्टी‍(WRIIL):


िकय ‍ररलेटेड‍इलनेस‍एंड‍इं जुरी‍लीि

i. 7 िें‍ िेतन‍आय ग‍में‍ हॉस्‍पीटल‍लीि,‍स्‍पे्ल‍णडसेणबणलटी‍लीि‍रर‍णसक‍लीि‍क ‍समाणिष्‍ट‍


करते‍हुये‍इस‍नाम‍से‍नई‍छु ट्टी बनाई‍गई‍है।‍

वयषकलषठाकुेष2018 16
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

ii. इस‍छु ट्टी‍के ‍अधीन‍हॉस्‍पीटल‍में‍भती‍ह ने‍की‍पूरी‍अिणध‍के ‍दौरान‍सभी‍कमयचाररयों‍क ‍पूरा‍


िेतन‍रर‍भत्‍ता‍कदया‍जायेगा।‍
iii. हॉस्‍पीटल‍में‍भती‍न‍ह ने‍की‍णस्थणत‍में‍असैणनक‍कमयचारी‍तथा‍रे ल‍सुरक्षा‍बल‍के ‍कमयचारी‍क ‍
हॉस्‍पीटल‍से‍बाहर‍आने‍के ‍तुरंत‍बाद‍से‍6 माह‍तक‍पूरा‍िेतन‍रर‍भत्‍ता‍देय‍ह गा‍तथा‍उसके ‍
बाद‍12 माह‍तक‍के िल‍आधा‍िेतन‍देय‍ह गा।‍कमयचारी‍के ‍अद्धय‍ िेतन‍छु ट्टी‍ताते‍ में‍ से‍ ऐसी‍
आधे‍ िेतन‍ की‍ अिणध‍ के ‍ समान‍ अिणध‍ क ‍ घटाकर‍ आधे‍ िेतन‍ क ‍ पूणय‍ िेतन‍ में‍ बदला‍ जा‍
सकता‍है।‍‍‍
iv. यकद‍ककसी‍व्‍यणि‍पर‍कमयचारी‍क्षणतपूर्तत‍अणधणनयम‍के ‍प्रािधान‍लागू‍ह ते‍हों‍त ‍ऐसी‍णस्थणत‍
में‍इस छु ट्टी‍के ‍दौरान‍णमलने‍िाले‍िेतन‍क ‍क्षणतपूर्तत‍की‍राण्‍में‍से‍घटा‍णलया‍जायेगा।‍
v. इस‍छु ट्टी‍के ‍दौरान‍कमयचारी‍के ‍छु ट्टी‍ताते‍ में‍ अर्तजत‍छु ट्टी‍एिं‍ अद्धय‍ िेतन‍छु ट्टी‍क ‍जमा‍नहीं‍
ककया‍जायेगा।‍

11. सेिाणनिृणत‍पूि‍य छु ट्टी‍(लीि‍णप्रपेरेटरी‍टू‍ररटायरमेंट):

i. जब‍क ई‍रेल‍कमयचारी‍उसकी‍सेिाणनिृणत‍पर‍जमा‍रसत‍िेतन‍छु ट्टी‍का‍नकद‍भुगतान‍नहीं‍


चाहता‍है‍ ऐसी‍ णस्थणत‍में‍ जमा‍कु ल‍ रसत‍िेतन‍छु ट्टी‍अणधकतम‍ 300 कदन‍तक‍एक‍बार‍ में‍
स्‍िीकृ त‍ककया‍जा‍सकता‍है‍ ब्तें‍ छु ट्टी‍की‍अिणध‍सेिाणनिृणत‍की‍णतणथ‍से‍ ठीक‍पहले‍ समा्‍‍त‍
ह ‍जानी‍चाणहए।
ii. यह‍छु ट्टी‍कमयचारी‍के ‍रसत‍िेतन‍छु ट्टी‍ताता‍से‍घटाया‍जायेगा।‍
iii. छु ट्टी‍िेतन‍– रसत‍िेतन छु ट्टी‍के ‍समान।
iv. इस‍छु ट्टी‍के ‍दौरान‍सेिा‍में‍णमलने‍िाले‍सभी‍लाभ‍कदये‍जायेंगें।

12. आ‍कणस्मक‍छु ट्टी‍(कै जुअल‍लीि):

i. यह‍छु ट्टी‍सभी‍ग्रुप‍के ‍कमयचाररयों‍क ‍आकणस्मक‍कारणों‍से‍दी‍जाती‍है।


ii. िे‍ कमयचारी‍ज ‍सभी‍साियजणनक‍छुि् रटि्टय ‍ ों‍का‍लाभ‍लेते‍ हैं‍ उन्‍ह‍ें प्रत्‍येक‍कै लेण्‍डर‍ि य‍ में‍ 8 कदन‍
की‍ छु ट्टी‍ णमलती‍ है‍ तथा‍ ज ‍ कमयचारी‍ अपने‍ काम‍ के ‍ स्‍िभाि‍ के ‍ कारण‍ साियजणनक‍ अिका्‍
नहीं‍ले‍ पाते‍ हैं‍ उन्‍ह‍ें 10 कदन‍की‍छु ट्टी‍णमलती‍है।‍पूिोत्‍तर‍सीमा‍रेल‍पर‍काययरत‍कमयचाररयों‍
क ‍यह‍छु ट्टी‍8+5=13 कदन‍की‍णमलती‍है।‍(छु ट्टी‍की‍यह‍सीमा‍01.01.98 से‍लागू‍है)
iii. इस‍छु ट्टी‍का‍ताता‍कमयचारी‍के ‍काययस्‍थल‍पर‍कै लेण्‍डर‍ि य‍ के ‍आधार‍पर‍रता‍जाता‍है।‍ज ‍
छु ट्टी‍नहीं‍ली‍गई‍है‍िह‍कै लेण्‍डर‍ि य‍की‍समाणि‍पर‍व्‍यथय‍ह ‍जायेगी।‍
iv. सामान्‍यत: यह‍छु ट्टी‍ि य‍के ‍ककसी‍भी‍माह‍में‍णनयुक्‍त‍कमयचारी‍क ‍पूरी‍दी‍जा‍सकती‍है।‍
v. कमयचारी‍अपनी‍आिश्‍यकतानुसार‍पूरी‍छु ट्टी‍एक‍बार‍में‍ भी‍ले‍ सकता‍है।‍इस‍छु ट्टी‍क ‍आधे‍
कदन‍के ‍णलए‍भी‍णलया‍जा‍सकता‍है‍ब्तें‍कक‍उस‍कदन‍कायायलय‍आधे‍कदन‍की‍न‍ह ।‍
vi. इस‍ छु ट्टी‍ के ‍ बीच‍में‍ आने‍ िाले‍ साियजणनक‍ अिका्, ्णनिार, रणििार, सा्‍‍ताणहक‍ अिका्‍
तथा‍प्रणतबंणधत‍अिका् क ‍आकणस्मक‍अिका्‍में‍नहीं‍णगना‍जायेगा।‍इसे‍पहले‍रर‍बाद‍में‍
भी‍ज ़ककर‍णलया‍जा‍सकता‍है।
vii. णि्े ‍ पररणस्थणतयों‍ क ‍ छ ़ककर, आकणस्मक‍ छु ट्टी‍ क ‍ ककसी‍ अन्‍य‍ प्रकार‍ की‍ छु ट्टी‍ के ‍ साथ‍
ज ़ककर‍ नहीं‍ णलया‍ जा‍ सकता‍ है।‍ इसे‍ णि्े ‍ आकणस्मक‍ छु ट्टी‍ के ‍ साथ‍ ज ़ककर‍ णलया‍ जा‍
सकता‍ है।‍ आकणस्मक‍ छु ट्टी‍ क ‍ प्र्ासणनक‍ स्‍थानांतरण‍ पर‍ णमलने‍ िाले‍ पद‍ ग्रहण‍ अिणध‍ के ‍
साथ‍नहीं‍ज ़का‍जा‍सकता‍है।
viii. छु ट्टी‍िेतन‍– छु ट्टी‍पर‍जाने‍के ‍पहले‍प्रा्‍‍त‍िेतन‍के ‍समान।

वयषकलषठाकुेष2018 17
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

ix. यकद‍ ड्यूटी‍ पर‍ यारा‍ के ‍ दौरान‍ यह‍ छु ट्टी‍ ली‍ जाती‍ है‍ त ‍ उस‍ अिणध‍ का‍ यारा‍ भत्‍ता‍ नहीं‍
णमलेगा।
x. इस‍छु ट्टी‍के ‍दौरान‍सेिा‍में‍णमलने‍िाले‍सभी‍लाभ‍कदये‍जायेंगें।

13. णि्े ‍आकणस्मक‍छु ट्टी‍(स्‍पे्ल‍कै जुअल‍लीि): णन‍‍नणलणतत‍अिसरों‍पर‍यह‍स्‍िीकृ त‍की‍जाती‍


है-

i. तेलकू द‍ प्रणतय णगताओं‍ में‍ भाग‍ लेन‍े के ‍ णलए‍ –‍ साधारण‍ तेल‍ प्रणतय णगताओं‍ के ‍ णलए‍ एक‍
कै लेण्‍डर‍ ि य‍ में‍ रणििार‍ एिं‍ छु ट्टी‍ के ‍ कदनों‍ क ‍ छ ़ककर‍ 30 कदन‍ तथा‍ अंतरायष्‍रीय‍ महत्‍ि‍ के ‍
तेलों‍ के ‍ णलए‍ रणििार‍ रर‍ छु ट्टी‍ के ‍ कदनों‍ क ‍ छ ़ककर‍ 90 कदन‍ की‍ णि्े ‍ आकणस्मक‍ छु ट्टी‍
कदया‍जा‍सकता‍है।‍
ii. पियतार हण/रैककग‍अणभयान‍में‍ भाग‍लेने‍ हेत‍ु –‍भारतीय‍पियतार हण‍संस्‍थान‍से‍ अनुम कदत‍
अणभयान‍में‍ भाग‍लेने‍ िाले‍ कमयचारी‍क ‍30 कदन‍की‍णि्े ‍आकणस्मक‍छु ट्टी‍कदया‍जा‍सकता‍
है।‍
iii. णिदे्‍मंरालय‍नई‍कद‍‍ली‍िारा‍आय णजत‍कै ला्‍मानसर िर‍यारा‍में‍ भाग‍लेने‍ हेतु‍ णि्े ‍
आकणस्मक‍छु ट्टी‍दी‍जायेगी।‍
iv. पररिार‍णनय जन‍काययक्रमों‍के ‍णलए‍–
पुप ‍रे ल‍कमयचारी
स्‍ियं‍के ‍नसबंदी‍ऑपरे्न‍हेतु‍ – 6 कदन‍रणििार‍तथा‍छु रटि्टयों‍क ‍छ ़ककर
पत्‍नी‍के ‍यूबूबेक्‍ट मी‍ऑपरे ्न‍हेतु‍‍– 7 कदन
णििाणहत‍मणहला‍रे ल‍कमयचारी
स्‍ियं‍के ‍यूबूबेक्‍ट मी‍ऑपरे ्न‍हेतु‍– 14 कदन‍रणििार‍तथा‍छु रटि् टयों‍क ‍छ ़ककर
पणत‍के ‍नसबंदी‍ऑपरे्न‍हेतु‍– 1 कदन‍(ऑपरे्न‍के ‍कदन‍की)
v. सहकारी‍ सणमणत‍ से‍ संबणं धत‍ कायय‍ के ‍ णलए‍ –‍ एक‍ कै लेण्‍डर‍ ि य‍ में‍ अणधकतम‍ 15 कदन‍ की‍
आकणस्मक‍छु ट्टी‍दी‍जा‍सकती‍है।‍
vi. स्‍काउट‍एिं‍ गाइड‍की‍गणतणिणधयों‍में‍ भाग‍लेन‍े हेत‍ु -‍एक‍कै लेण्‍डर‍ि य‍ में‍ अणधकतम‍30 कदन‍
की‍णि्े ‍आकणस्मक‍छु ट्टी‍दी‍जा‍सकती‍है।‍
vii. सांस्क ‍ ृ णतक‍काययक्रमों‍में‍भाग‍लेने‍हेतु‍–‍अंतर‍मंडलीय‍तथा‍अंतर‍रेलिे‍प्रणतय णगताओं‍के ‍णलए‍
एक‍कै लेण्‍डर‍ि य‍में‍30 कदन‍तक‍की‍णि्े ‍आकणस्मक‍छु ट्टी‍दी‍जा‍सकती‍है।
viii. रेड‍यूणनयनों/ फे डरे्नों‍की‍बैठकों‍में‍ भाग‍लेन‍े हेतु‍ –‍क्षेणरय‍रर‍मंडल‍स्‍तर‍पर‍पीएनएम‍
बैठकों‍के ‍णलए‍बैठक‍के ‍कदन‍रर‍उसके ‍एक‍कदन‍पहले।‍ब डय‍ स्‍तर‍पर‍बैठक‍में‍ ्ाणमल‍ह ना‍
ड्यूटी‍माना‍जायेगा।‍
ix. गणतंर‍कदिस‍परे ड‍में‍ भाग‍लेने, स्‍िैण्‍छक‍रक्‍तदान‍करने, णहन्‍दी‍परीक्षा‍में‍ भाग‍लेने, कफ्यूय‍
आकद‍के ‍कारण‍कायायलय‍आना‍संभि‍न‍ह ने‍पर, चुनाि‍में‍मतदान‍करने‍हेतु, आकद।‍
x. अ्क्‍त‍कमयचाररयों‍क ‍एक‍कै लेण्‍डर‍ि य‍में‍4 कदन‍की‍णि्े ‍आकणस्मक‍अिका्‍दी‍जायेगी।‍
(आर‍बी‍ई‍सं. 201/2008 कदनांक‍26.12.2008)
xi. छु ट्टी‍िेतन‍– छु ट्टी‍पर‍जाने‍के ‍पहले‍प्रा्‍‍त‍िेतन‍के ‍समान।
xii. इस‍छु ट्टी‍के ‍दौरान‍सेिा‍में‍णमलने‍िाले‍सभी‍लाभ‍कदये‍जायेंगें।

वयषकलषठाकुेष2018 18
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

एप्रेणण्टस‍मेकेणनक‍क ‍देय‍छु ट्टी‍- एक‍ि य‍में‍पूरी‍िृणत्त‍का‍पर‍16 कदन‍तक‍रर‍णचककत्‍सा‍प्रमाणपर‍के ‍


आधार‍ पर‍ 20 कदन‍तक‍ आधे‍ िृणत्त‍का‍ पर‍ छु ट्टी‍ दी‍ जा‍ सकती‍ है।‍ इसमें‍ ग्रुप‍ सी‍पदों‍ पर‍ णनयुणि‍ के ‍
पहले‍ प्रारं णभक‍ प्रण्क्षण‍ पाने‍ िाले‍ एप्रेणण्टस‍ ्ाणमल‍ हैं।‍ प्र बे्नरी‍ सहायक‍ स्‍टे्न‍ मास्‍टर‍ तथा‍
कमर्त्यल‍क्‍लकय ‍क ‍भी‍इतनी‍ही‍छु ट्टी‍दी‍जायेगी।‍अन्‍य‍णिभागों‍के ‍प्रण्क्षणाधीन‍एप्रेणण्टस, णजन्‍ह‍े
बाद‍में‍ सुपरिाइजरी‍पदों‍पर‍णनयुक्‍त‍करते‍ हैं‍ जैसे‍ रेल‍पथ‍णनरीक्षक, गा़की‍परीक्षक, स्‍ट र‍एप्रेणण्टस‍
आकद‍क ‍भी‍इसी‍प्रकार‍छु ट्टी‍दी‍जायेगी।

रेड‍ एप्रेणण्टस‍ क ‍ देय‍ छु ट्टी‍ - एक‍ ि य‍ में‍ पूरी‍ िृणत्त‍का‍ पर‍ 12 कदन‍ तक‍ रर‍ णचककत्‍सा प्रमाणपर के ‍
आधार‍पर‍15 कदन‍तक‍आधे‍ िृणत्त‍का‍पर‍छु ट्टी‍दी‍जा‍सकती‍है।‍ऐसे‍ प्रण्क्षणाधीन‍एप्रेणण्टस, णजन्‍ह‍े
बाद‍में‍णस्क‍‍ड‍आटीजन‍पदों‍पर‍लगाया‍जाता‍है‍इसी‍प्रकार‍से‍छु ट्टी‍के ‍पार‍होंगे।

काययग्रहण‍समय:

i. प्र्ासणनक‍ या‍ जनणहत‍ आधार‍ पर‍ ककये‍ गये‍ स्‍थानांतरण‍ में‍ रे ल‍ कमयचारी‍ क ‍ नये‍ पद‍ का‍
काययभार‍ ग्रहण‍ करने‍ के ‍ णलए‍ काययग्रहण‍ समय‍ कदया‍ जाता‍ है।‍ अस्‍थायी‍ स्‍थानांतरण‍ पर‍
काययग्रहण‍समय‍देय‍नहीं‍है।‍इसकी‍अिणध‍पुराने‍ पद‍का‍चाजय‍ छ ़कने‍ के ‍समय‍से‍ ्ुप ‍ह ता‍
है।
ii. जब‍स्‍थानांतरण‍उसी‍स्‍टे्न‍पर‍ह ‍या‍जब‍आिास‍का‍बदलना‍्ाणमल‍न‍ह , ऐसी‍णस्थणत‍में‍
काययग्रहण‍समय‍एक‍कदन‍की‍ह गी।
iii. जब‍स्‍थानांतरण‍में‍ स्‍टे्न‍रर‍आिास‍का‍बदलना‍्ाणमल‍ह , त ‍ऐसी‍णस्थणत‍में‍ काययग्रहण‍
समय‍पुराने‍एिं‍नये‍स्‍टे्न‍के ‍बीच‍की‍दूरी‍के ‍अनुसार‍णन‍‍नानुसार‍देय‍ह गी-
दूरी काययग्रहण‍समय
1000 ककमी‍या‍कम 10 कदन
1000 ककमी‍से‍अणधक‍तथा‍2000 ककमी‍से‍कम 12 कदन
2000 ककमी‍से‍अणधक 15 कदन
(िायुयान‍ से‍ यारा‍ करने‍ पर‍
अणधकतम‍12 कदन)

iv. आकणस्मक‍छु ट्टी‍क ‍छ ़ककर‍ककसी‍भी‍प्रकार‍की‍छु ट्टी‍क ‍काययग्रहण‍समय‍के ‍साथ ज ़का‍जा‍


सकता‍है।
v. काययग्रहण‍ समय‍ का‍ पूरा‍ उपय ग‍ न‍ ककये‍ जाने‍ पर‍ कमयचारी‍ इसे‍ रसत‍ िेतन‍ छु ट्टी‍ ताते‍ में‍
णनधायररत‍सीमा‍तक‍णलणतत‍आिेदन‍देकर‍जमा‍करिा‍सकता‍है।
vi. काययग्रहण‍ समय‍ की‍ अिणध‍ क ‍ ड्यूटी‍ माना‍ जायेगा‍ तथा‍ इस‍ अिणध‍ का‍ िेतन‍ कमयचारी‍ के ‍
पुराने‍पद‍के ‍िेतन‍रर‍भत्‍ते‍के ‍आधार‍पर‍देय‍ह गा।‍

¤¤¤¤¤

वयषकलषठाकुेष2018 19
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

रे ल‍सेिा‍आचरण‍णनयम‍1966

भारतीय‍रे ल‍स्‍थापना‍संणहता‍भाग-।‍के ‍एपेंणडक्‍स‍-।‍में‍िर्तणत

लागू:‍ यह‍ णनयम‍ सभी‍ रे ल‍ कमयचाररयों‍ पर‍ लागू‍ ह ता‍ है।‍ आकणस्मक‍ श्रणमक जब‍ 120 कदन‍ की
लगातार‍सेिा‍कर‍लेते‍हैं‍तब‍एमआरसीएल के ‍प प‍में उन पर‍भी‍यह‍णनयम‍लागू‍ह ता‍है।

णनयम-1‍उद्देश्य
‍:

रेल‍ संगठन‍ में‍ अनु्ासन‍ एिं‍ दक्षता‍ बनाये‍ रतना‍ तथा कमयचाररयों‍ के ‍ कु छ‍ व्‍यणिगत‍ रर‍
मौणलक‍अणधकारों‍क ‍प्रणतबंणधत‍करना।‍

णनयम-2 पररभा ायें:

सरकार: राष्‍रपणत, रेलिे‍ ब डय‍ में‍ पदस्‍थ‍राजपणरत‍अणधकारी, सणचि‍रे लिे‍ ब डय, रे लिे‍ ब डय‍ के ‍अधीन‍
काययरत‍ कायायलय‍ के ‍ प्रमुत, रेलों‍ के ‍ महाप्रबंधक‍ तथा‍ अराजपणरत‍ रे ल‍ सेिक‍ के ‍ संबंध‍ में‍
सरकार‍का‍मतलब‍रेलिे‍ब डय‍है।‍‍

रे लसेिक: रे लिे‍ब डय‍के ‍प्र्ासणनक‍णनयंरण‍के ‍अधीन‍ककसी‍पद‍पर‍काययरत‍व्‍य णि‍या‍ककसी‍सेिा‍का‍


सदस्‍य‍णजसमें‍रे लिे‍ब डय‍के ‍पद‍भी‍्ाणमल‍है।‍

पररिार: i. रेल‍सेिक‍की‍िैध‍पणि‍या‍पणत, ज ‍साथ‍रहते‍हों‍या‍नहीं।

ii. पुर‍या‍पुरी‍या‍सौतेला‍पुर‍या‍सौतेली‍पुरी‍ज ‍रे ल‍सेिक‍पर‍आणश्रत‍ह ।

iii. रे ल‍सेिक‍या‍रेल‍सेिक‍के ‍पणि‍या‍पणत‍से‍तून/ ्ादी‍के ‍ररश्‍ते‍से‍जु़का‍क ई‍व्‍यणि‍ज ‍


रेल‍सेिक‍पर‍पूणय‍प प‍से‍आणश्रत‍ह ।

वयषकलषठाकुेष2018 20
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

णनयम-3 सामान्‍य‍णनयम

3 (1)‍सभी‍रेल‍कमयचारी‍अपने‍कायय‍के ‍प्रणत‍हर‍समय‍

i. पूणय‍प प‍से‍सत्‍यणनष्‍ठ‍रहेगा,

ii. कतयव्य
‍ परायण‍रहेगा,

iii. क ई‍भी‍अ् भनीय‍कायय‍नहीं‍करेगा,

iv. संणिधान‍की‍सिो्‍‍चता‍ रर‍ल कतांणरक‍मू‍‍यों‍के ‍प्रणत‍िचनबद्ध‍रहेगा, (एसीएस‍ नं.125


कदनांक‍12.01.2015)

v. भारत‍की‍संप्रभुता‍रर‍अतंडता, राष्‍र, साियजणनक‍व्‍यिस्‍था, ण्ष्‍टता‍एिं‍ नैणतकता‍की‍रक्षा‍


करेगा‍एिं‍उसकी‍मयायदा‍क ‍बनाए‍रतेगा,

vi. उ्‍‍च‍नैणतक‍मानकों‍रर‍ईमानदारी‍क ‍बनाये‍रतेगा,

vii. राजनीणतक‍तटस्‍थता‍बनाये‍रतेगा,

viii. कतयव्य
‍ ों‍के ‍णनियहन‍में‍य ग्‍यता,‍ईमानदारी‍रर‍णनष्‍पक्षता‍के ‍णसद्धांतों‍क ‍बढािा‍देगा,

ix. जबािदेही‍रर‍पारदर्त्ता‍बनाये‍रतेगा,

x. जनता, णि्े कर‍कमज र‍िगों‍के ‍प्रणत‍अनुकक्रया्ील‍बना‍रहेगा,

xi. जनता‍के ‍साथ‍ण्ष्‍ट‍रर‍स्व्‍यिहार‍बनाये‍रतेगा,

xii. के िल‍ल कणहत‍में‍ णनणयय‍लेगा, साियजणनक‍संसाधनों‍का‍उपय ग‍काययकु्लता‍रर‍प्रभािी‍


ढंग‍से‍तथा‍णमतव्‍यणयता‍से‍करेगा‍रर‍करिाएगा,

xiii. अपने‍ साियजणनक‍कतयव्य


‍ ों‍से‍ जु़क‍े ककसी‍णनजी‍णहत‍क ‍प्रकट‍करे गा‍एिं‍ ककसी‍अंतर्तिर ध‍का‍
समाधान‍करने‍के ‍णलये‍ऐसे‍कदम‍उठायेगा‍णजससे‍ल कणहत‍की‍रक्षा‍ह ती‍ह ,

xiv. ककसी‍व्‍यणि‍एिं‍ संगठन‍से‍ ककसी‍प्रकार‍का‍णित्‍तीय‍अथिा‍अन्‍य‍प्रकार‍का‍आभार‍स्‍िीकार‍


नहीं‍करेगा‍णजससे‍सरकारी‍कायय‍का‍णनष्‍पादन‍प्रभाणित‍ह ,

xv. रेल‍ सेिक‍ के ‍ प प‍ में‍ अपने‍ पद‍ का‍ दुप पय ग‍ नहीं‍ करे गा‍ रर‍ न‍ ही‍ स्‍ि यं‍ के ‍ णलये, अपने‍
पररिार‍के ‍णलये‍ या‍णमरों‍के ‍णलये‍ णित्‍तीय‍एिं‍ भौणतक‍संसाधन‍के ‍प प‍में‍ लाभ‍प्रा्‍‍त‍करने‍
के ‍णलये‍क ई‍णनणयय‍लेगा,

xvi. के िल‍य ग्‍यता‍के ‍आधार‍पर‍णनियचन‍करेगा, णनणयय‍लेगा‍रर‍णसफारर्‍करेगा,

xvii. ईमानदारी‍एिं‍ णनष्‍पक्षता‍से‍ कायय‍ करेगा‍एिं‍ ककसी‍के ‍प्रणत‍णि्े कर‍समाज‍के ‍गरीब‍एिं‍


सुणिधाओं‍से‍िंणचत‍िगों‍के ‍प्रणत‍भेदभाि‍नहीं‍करेगा,

xviii. ककसी‍कानून, णनयम, णिणनयम‍एिं‍ स्‍थाणपत‍पररपारटयों‍के ‍णिप द्ध‍क ई‍कायय‍ करने‍ से‍ णिरत‍
रहेगा,

वयषकलषठाकुेष2018 21
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

xix. अपने‍ कतयव्य


‍ ‍ पालन‍के ‍ प्रणत‍अनु्ाणसत‍रहेगा‍रर‍ स्‍ियं‍ क ‍संसूणचत‍णिणध‍ स‍‍मत‍आदे्ों‍
का‍पालन‍करेगा,

xx. तत्‍सामणयक‍ककसी‍कानून‍में‍दी‍गई‍अपेक्षा‍के ‍अनुसार‍णि्े कर‍ऐसी‍सूचना, णजसके ‍प्रकटन‍


से‍ भारत‍ की‍ संप्रभुता‍ एिं‍ अतंडता, राष्‍र‍ की‍ सुरक्षा, राष्‍र‍ की‍ रणनीणतक, िैज्ञाणनक‍ या‍
आर्तथक‍णहत, णिदे्ों‍के ‍साथ‍मैरीपूणय‍संबंधों‍पर‍प्रणतकू ल‍प्रभाि‍प़कता‍ह ‍या‍ककसी‍अपराध‍
के ‍णलये‍ दुष्‍प्रेरणा‍णमलती‍ह ‍या‍ककसी‍व्‍यणि‍क ‍अिैध‍या‍गैर‍कानूनी‍लाभ‍प्रा्‍‍त‍ह ता‍ह ,
के ‍संबंध‍में‍अपने‍्ासकीय‍दाणयत्‍ि‍का‍णनियहन‍करते‍हुये‍ग पनीयता‍बनाये‍रतेगा,

xxi. अपनी‍उ्‍‍चतर‍पे्ेिर‍य ग्‍यता‍रर‍समपयण‍के ‍साथ‍कतयव्य


‍ ‍का‍णनियहन‍करेगा।

णनयम-3(2) i. प्रत्‍येक‍ पययिेक्षक‍ यह‍ सुणनणित‍ करेगा‍ कक‍ उसके ‍ अधीन‍ कायय‍ करनेिाले‍ कमयचारी‍
ईमानदार‍हैं‍तथा‍कायय‍के ‍प्रणत‍पूणयत: समर्तपत‍हैं।

ii. सभी‍ रे ल‍ कमयचारी‍ अपने‍ ्ासकीय‍ कतयव्य ‍ ों‍ के ‍ पालन‍ में‍ कदये‍ गये‍ ्णियों‍ के ‍ प्रय ग‍ में‍
अपने‍ सिोत्‍तम‍ णििेक‍ से‍ णभन्‍न‍ क ई‍ कायय‍ तब‍ तक‍ नहीं‍ करेगा‍ जब‍ तक‍ कक‍ उ्‍‍च
अणधकारी‍का‍णनदे्‍न‍ह ।

iii. साधारणतया‍उ्‍‍च‍अणधकारी‍िारा‍णलणतत‍णनदे्‍जारी‍ककया‍जायेगा।‍जहच ‍पर‍मौणतक‍


आदे्‍का‍टाला‍जाना‍संभि‍न‍ह , िहॉ‍उ्‍‍च‍अणधकारी‍िारा‍यथा्ीध्र‍ऐसे‍ णनदे्‍की‍
णलणतत‍प प‍में‍पुणि‍ककया‍जायेगा।‍‍

iv. यकद‍ क ई‍ कमयचारी‍ मौणतक‍ आदे्‍ पाता‍ है‍ त ‍ णजतनी‍ ज‍‍दी‍ संभि‍ ह इसका‍ णलणतत
प प‍में‍सत्‍यापन‍प्रा्‍‍त‍करे गा।‍

3 (क) तत्‍परता‍रर‍ण्ष्‍टता:‍क ई‍भी‍रे ल‍कमयचारी

i. अपने‍सरकारी‍कायय‍के ‍णनष्‍पादन‍में‍अण्ष्‍टता‍से‍क ई‍कायय‍नहीं‍करेगा।


ii. जनता‍ के ‍ साथ‍ ्ासकीय‍ व्‍यिहार‍ में‍ या‍ अन्‍यथा‍ क ई‍ भी‍ सपपा‍ गया‍ कायय‍ पूरा‍ करने‍ में‍
जानबूझ‍कर‍णिल‍‍ब‍नहीं‍करेगा।

3 (त) सरकारी‍नीणतयों‍का‍पालन:‍प्रत्‍येक‍रेल‍कमयचारी‍हर‍समय

i. णििाह‍की‍आयु, पयायिरण‍का‍संरक्षण, िन्‍य‍जीिों‍की‍सुरक्षा‍रर‍सांस्‍कृणतक‍णिरासत‍के ‍संबंध‍


में‍सरकारी‍नीणतयों‍का‍पालन‍करेगा।
ii. मणहलाओं‍के ‍णिप द्ध‍अपराधों‍की‍र कथाम‍के ‍णलये‍सरकार‍की‍नीणतयों‍का‍पालन‍करे गा।

3 (ग) कामकाजी‍मणहलाओं‍के ‍यौन‍उत्‍पी़कन‍का‍णन ध


े :

i. क ई‍भी‍रे ल‍सेिक‍ककसी‍भी‍काययस्‍थल‍पर‍ककसी‍भी‍मणहला‍के ‍यौन‍उत्‍पी़कन‍में‍संणल्‍‍त‍नहीं‍


ह गा।
ii. ककसी‍ काययस्‍थल‍ का‍ प्रभारी‍ प्रत्‍येक‍ रे ल‍ सेिक, उस‍ काययस्‍थल‍ पर‍ ककसी‍ भी‍ मणहला‍ के ‍ यौन‍
उत्‍पी़कन‍क ‍र कने‍हेतु‍उणचत‍काययिाही‍करे गा।

वयषकलषठाकुेष2018 22
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

णनयम-4 सरकारी‍प्रश्रय‍प्रा्‍‍त‍कं पनी‍या‍फमय‍में‍नौकरी:‍क ई‍भी‍रेल‍कमयचारी‍पररिार‍के ‍सदस्‍यों‍क ‍


ऐसी‍ककसी‍कं पनी‍में‍ नौकरी‍की‍अनुमणत‍नहीं‍देगा‍ णजस‍कं पनी‍ का‍कार बार‍रे लिे‍ के ‍साथ‍
चल‍ रहा‍ ह । यकद‍ अपनी‍ य ग्‍यता‍ से‍ चयन‍ हुआ‍ ह ‍ त ‍ भी‍ ग्रुप‍ ‘ए’‍ अणधकाररयों‍ क ‍ पहले‍
अनुमणत‍लेनी‍ह गी‍तथा‍अन्‍य‍कमयचाररयों‍क ‍रे लिे‍क ‍सूणचत‍करना‍ह गा।‍

णनयम-5 राजनीणत‍ रर‍ चुनाि‍ में‍ भाग‍ लेना:‍ सभी‍ रे ल‍ कमयचारी‍ क ‍ ककसी‍ भी‍ राजनीणतक‍ दलों‍ से‍
प्रत्‍यक्ष‍या‍पर क्ष‍प प‍से‍ संबंध‍रतने, पाटी‍के ‍णलये‍ चंदा‍इक्‍ठा‍करने‍ या‍प्रचार‍करने‍ से‍ मना‍
ककया‍गया‍है।‍पररिार‍का‍क ई‍सदस्‍य‍राजनीणतक‍गणतणिणधयों‍ में‍ ्ाणमल‍ ह ‍त ‍रे लिे‍ क ‍
सूणचत‍करना‍आिश्‍यक‍है।‍‍रे ल‍कमयचाररयों‍क ‍ि ट‍देने‍ का‍अणधकार‍है‍ लेककन‍उसे‍ ग पनीय‍
रतेगा।‍मान्‍यता‍प्रा्‍‍त‍यूणनयन‍के ‍चुनाि‍में‍भाग‍लेने‍पर‍र क‍नहीं‍है।

णनयम-6 एस णसये्न‍ या‍ यूणनयन‍ में‍ ्ाणमल‍ ह ना:‍ क ई‍ भी‍ रे ल‍ कमयचारी‍ ऐसे‍ यूणनयन‍ या‍ संघ‍ में‍
भाग‍ नही‍ लेगा‍ णजसकी‍ गणतणिणधयच ‍ राष्‍रणिर धी‍ हों‍ या‍ णजसे‍ न्‍यायालय‍ िारा‍ प्रणतबंणधत‍
ककया‍गया‍ह ।‍जैसे- जमायत‍ए‍इस्‍लामी, णसमी‍आकद।‍(आर‍बी‍ई‍सं. 102/93)

णनयम-7 प्रद्यन:‍ क ई‍ भी‍ रेल‍ कमयचारी‍ प्रद्यन‍ या‍ जुलूस‍ में‍ भाग‍ नहीं‍ लेगा‍ ज ‍ ल क‍ व्‍य िस्‍था‍ के ‍
णतलाफ‍ ह , राज्‍य‍ की‍ सुरक्षा‍ के ‍ णिप द्ध‍ ह , न्‍यायालय‍ की‍ अिमानना‍ तथा‍ णमर‍ राष्‍र ‍ के ‍
णिर ध‍में‍ह ।

णनयम-8 प्रेस‍या‍दूसरी‍मीणडया‍से‍ संबध


ं :‍सरकार‍से‍ पहले‍ मंजूरी‍णलये‍ णबना‍क ई‍भी‍रे ल‍कमयचारी‍
ककसी‍समाचार‍पर‍या पणरकाओं‍का‍संचालन, संपादन‍या‍प्रबंध‍नहीं‍करेगा।‍णजस‍कमयचारी‍
का‍सरकारी‍कायय‍ यथाथय‍ प प‍में‍ क ई‍पुस्‍तक‍प्रकाण्त‍करिाना‍या‍पणब्लक‍मीणडया‍में‍ भाग‍
लेना‍ह ,‍उसे‍ छू ट‍है।‍ऐसा‍करते‍ हुये‍ िह‍हर‍समय‍यह‍स्‍पष्‍ट‍करे गा‍कक‍िह‍ज ‍णिचार‍प्रकट‍
कर‍रहा‍है‍िे‍उसके ‍अपने‍हैं‍सरकार‍के ‍नहीं।‍

णनयम-9 सरकार‍ की‍ आल चना: क ई‍ भी‍ रेल‍ कमयचारी‍ अपने‍ नाम‍ से‍ या‍ गुमनाम‍ से‍ सरकार‍ की‍
नीणतयों‍एिं‍ कायय‍ पद्धणतयों‍की‍आल चना‍लेत‍या पर‍िारा‍साियजणनक‍तौर‍पर‍नहीं‍करेगा।‍
साथ‍ही‍रे णडय ‍प्रसारण‍या‍ककसी‍इलेक्‍रॉणनक‍संचार‍मा‍‍यम‍से‍ भी‍क ई‍ऐसा‍िक्‍तव्‍य‍नहीं‍
देगा‍णजससे‍कक‍के न्‍र‍एिं‍राज्‍य/ अन्‍य‍दे्ों‍के ‍सरकारों‍के ‍बीच‍तनाि‍पैदा‍ह ।

णनयम-10 कणमरट‍या‍ककसी‍अन्‍य‍प्राणधकारी‍के ‍समक्ष‍गिाही:‍णबना‍पूिायनुमणत‍के ‍ककसी‍सणमणत‍या‍


व्‍यणि‍के ‍समक्ष‍गिाही‍या‍सा्‍य‍देना‍िर्तजत।‍जहॉ‍कहीं‍ऐसी‍अनु‍मणत‍प्रदान‍की‍गई‍ह , िहॉ‍
रेल‍ सेिक‍ ऐसी‍ गिाही‍ या‍ सा्‍य‍ देने‍ के ‍ क्रम‍ में‍ सरकार‍ की‍ नीणत‍ एिं‍ काययप्रणाली‍ की‍
आल चना‍नहीं‍करेगा।‍सरकार‍िारा‍गरठत‍जॉच, न्‍याणयक‍जॉच एिं‍णिभागीय‍जॉच‍में‍गिाही‍
देने‍के ‍णलये‍अनुमणत‍लेना‍अणनिायय‍नहीं‍है।‍

णनयम-11 सरकारी‍ सूचना‍ का‍ संप्रे ण:‍ अनणधकृ त‍ प प‍ से‍ सूचना‍ देना‍ िर्तजत‍ है।‍ सूचना‍ अणधकार‍
णनयम‍ 2005 के ‍ तहत‍ अनुमेय‍ सूचना‍ कदया‍ जा‍ सकता‍ है।‍ (एसीएस‍ नं. 97 कदनांक‍
21.02.2006)

वयषकलषठाकुेष2018 23
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

णनयम-12 चंदा‍इकठा‍करना:‍णबना‍पूिायनुमणत‍के ‍चंदा‍इकठा‍करना‍या‍धन‍का‍संग्रह‍करना‍मना‍है।‍


ककसी‍धार्तमक‍त्‍यौहार‍के ‍आय जन‍पर‍णिण्ष्‍ट‍्तों‍पर‍महाप्रबंधक‍के िल‍स्‍िैण्‍छक‍तौर‍पर‍
णबना‍ककसी‍दबाि‍के ‍चंदा‍इकठा‍करने‍की‍अनु‍मणत‍दे‍सकते‍हैं।‍

णनयम-13 उपहार:‍ क ई‍ भी‍ रे ल‍ सेिक‍ न‍ त ‍ स्‍ियं‍ उपहार‍ स्‍िीकार‍ करे गा‍ न‍ ही‍ पररिार‍ के ‍ ककसी‍
सदस्‍य‍क ‍उपहार‍स्‍िीकार‍करने‍की‍अनुमणत‍देगा।‍रे ल‍कमयचारी‍के िल‍नजदीकी‍ररश्‍तेदार‍या‍
द स्‍तों, णजनके ‍साथ‍कायायलयीन‍व्‍यिहार‍न‍ह , से‍(क) धार्तमक/ सामाणजक‍आय जनों‍(जैसे‍–
णििाह, सालणगरह, अंत्य ‍ ेणि‍ आकद) तथा‍ (त) अन्‍य‍ आय जनों‍ पर‍ णन‍‍नणलणतत‍ सीमा‍ तक‍
उपहार‍ले‍सकते‍हैं-
आय जन‍का‍प्रकार ग्रुप‍ए ग्रुप‍बी ग्रुप‍सी एसीएस‍नं./ कदनांक
(क) `25000 `15000 `7500 126/ 12.01.2015
(त) `1500 `1500 `500 91/ 15.03.2004
यकद‍उपहार‍की‍कीमत‍इस‍रकम‍से‍अणधक‍ह ‍त ‍रेलिे‍क ‍सूणचत‍करना‍ह गा।‍

णनयम-13.(ए) दहेज:‍दहेज‍लेना‍या‍देना‍िर्तजत‍है।‍इसके ‍णलये‍ प्रत्‍य क्ष‍या‍अप्रत्‍यक्ष‍प प‍से‍ दु‍‍हा‍या‍


दु‍‍हन‍के ‍माता-णपता‍या‍अणभभािक‍से‍दहेज‍की‍मांग‍नहीं‍करे गा।‍

णनयम-14 रे ल‍सेिक‍के ‍स‍‍मान‍में‍साियजणनक‍प्रद्यन:‍बाहरी‍व्‍यणि‍िारा‍आय णजत‍स‍‍मान‍समार ह‍


में‍ ्ाणमल‍ह ने‍ से‍ पहले‍ रे लिे‍ की‍पूिायनुमणत‍आिश्‍य क।‍स्‍थानांतरण‍या‍सेिाणनिृणत‍के ‍समय‍
ह ने‍िाले‍णिदाई‍समार ह‍के ‍आय जन‍्ाणमल‍नहीं।

णनयम-15 णनजी‍व्‍यापार‍या‍र जगार:‍णनजी‍व्‍यापार‍या‍नौकरी‍करना‍िर्तजत‍है।‍णबना‍पूिायनुमणत‍के ‍


प्रत्‍यक्ष‍या‍अप्रत्‍यक्ष‍प प‍से‍ ककसी‍व्‍यिसाय‍या‍व्‍यापार‍में‍ अं्काणलक‍तौर‍पर‍्ाणमल‍ह ना‍
भी‍ मना‍ है।‍ पररिार‍ के ‍ ककसी‍ सदस्‍य‍ के ‍ स्‍िाणमत्‍ि‍ या‍ प्रबंध‍ िाले‍ कायय‍ जैसे‍ बीमा‍ एजेंट,
कमी्न‍एजेंट‍का‍कायय‍न‍करेगा‍न‍ही‍उसमें‍सहय ग‍करेगा।‍

णनयम-15.(ए) रेल‍आिास‍ क ‍ककराये‍ पर‍देना‍ रर‍ताली‍करना:‍क ई‍भी‍ रेल‍सेिक‍उसे‍ आिंरटत‍


रेल‍आिास‍ककसी‍व्‍यणि‍क ‍ककराये‍ से‍ या‍लीज‍पर‍अथिा‍रहने‍ की‍अनुमणत‍नहीं‍देगा।‍रे ल‍
आिास‍के ‍आिंटन‍रद्द‍ह ने‍पर‍आिंटन‍प्राणधकारी‍िारा‍कदये‍गये‍समय‍सीमा‍में‍आिास‍ताली‍
करना‍आिश्‍यक‍है।

णनयम-16 णनिे्,‍पैस‍े उधार‍लेना‍या‍देना:


i. क ई‍ भी‍ रे ल‍ सेिक‍ ककसी‍ भी‍ स्‍टॉक,‍ ्ेयर‍ या‍ अन्‍य‍ णनिे्‍ में‍ सट्टा‍ नहीं‍ लगायेगा।‍ मान्‍यता‍
प्रा्‍‍त‍ब्र कर‍या‍रणजस्‍टडय‍व्‍यणि‍णजसे‍लाईसेंस‍प्रा्‍‍त‍ह ,‍के ‍मा‍‍यम‍से‍कभी-कभी‍णनिे्‍ककया‍
जा‍सकता‍है।‍अक्‍सर‍क्रय‍रर‍णबक्रय‍क ‍सट्टा‍माना‍जायेगा।‍
ii. क ई‍ भी‍ रे ल‍ कमयचारी‍ या‍ त ‍ स्‍ियं‍ या‍ पररिार‍ के ‍ सदस्‍यों‍ या‍ ककसी‍ व्‍यणि‍ क ‍ ऐसे‍ णनिे्‍
करने‍ की‍अनुमणत‍नहीं‍देगा‍णजससे‍ कक‍कमयचारी‍के ‍्ासकीय‍कायय‍ के ‍णनष्‍पादन‍में‍ बाधा‍या‍
असमंजस‍पैदा‍ह ।‍
iii. क ई‍भी‍रेल‍सेिक‍ज ‍आयपीओ‍या‍्ेयर‍के ‍मू‍‍य‍णनधायरण‍प्रकक्रया‍में‍ ्ाणमल‍ह ,‍स्‍ियं‍ या‍
पररिार‍के ‍ककसी‍व्‍यणि‍क ‍इसके ‍आिंटन‍में‍णनणयय‍नहीं‍लेगा।‍
iv. क ई‍भी‍रे ल‍सेिक‍ककसी‍बैंक‍या‍पणब्लक‍णलणमटेड‍कं पनी‍से‍ पैसे‍ उधार‍नहीं‍लेगा‍न‍ही‍जमा‍
करेगा‍ णजसका‍ संबंध‍ कमयचारी‍ के ‍ धन‍ संबंधी‍ ्ासकीय‍ कतयव्‍य‍ से‍ जु़का‍ ह ।‍ रेल‍ कमयचारी‍
ररस्‍तद े ार‍या‍व्‍यणिगत‍द स्‍तों‍से‍ छ टी‍रकम‍णबना‍ब्‍याज‍के ‍ले‍ सकता‍है।‍एलआयसी‍से‍ ककये‍
गये‍बीमा‍पॉणलसी‍के ‍बदले‍में‍ल न‍णलया‍जा‍सकता‍है।‍

वयषकलषठाकुेष2018 24
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

णनयम-17 कदिाणलयापन‍रर‍आदतन‍कजयदारी: रेल‍सेिक‍क ‍अपने‍ व्‍यणिगत‍कायय/तचय‍ का‍प्रबंधन‍


इस‍प्रकार‍करना‍चाणहये‍ कक‍कदिाणलयेपन‍की‍णस्थणत‍उत्‍पन्‍न‍न‍ह ।‍यकद‍रे ल‍सेिक‍के ‍णिप द्ध‍
ककसी‍ भी‍ प्रकार‍ के ‍ ऋण‍ की‍ िसूली‍ हेतु‍ क ई‍ अदालती‍ कारय िाई‍ की‍ जाती‍ है‍ या‍ कदिाणलया‍
घ ण त‍ककया‍जाता‍है‍त ‍ऐसे‍कारयिाई‍की‍सूचना‍तत्‍काल‍सरकार‍क ‍देनी‍ह गी।

णनयम-18 चल़, अचल‍तथा‍मू‍य


‍ िान‍संपणत्त:

i. सभी‍रेल‍कमयचारी‍रे ल‍सेिा‍में‍प्रथम‍णनयुणि‍के ‍समय‍अपनी‍संपणत्‍त‍ तथा‍दाणयत्ि‍की‍घ णा‍


णनधायररत‍ फामय‍ में‍ करेगा‍ णजसमें‍ स्‍ियं‍ तथा‍ पररिार‍ के ‍ सदस्‍यों‍ के ‍ नाम‍ सभी‍ अचल‍ संपणत्‍त‍,‍
्ेयर,‍ णडबेंचर,‍ नकद,‍ बैंक‍ णडपॉणजट,‍ अन्‍य‍ चल‍ संपणत्‍त‍ तथा‍ कजय‍ एिं‍ अन्‍य‍ दाणयत्‍िों का‍
णििरण‍्ाणमल‍ह गा।‍

ii. क ई‍भी‍रे ल‍सेिक‍सरकार‍क ‍पूिय‍सूचना‍कदये‍ णबना‍स्‍ियं/ पररिार‍के ‍सदस्‍यों‍के ‍नाम‍ककसी‍


भी‍ तरह‍ के ‍ अचल‍ संपणत्‍त‍ का‍ सौदा‍ नहीं‍ करेगा।‍ जहॉ‍ संपणत्‍त‍ का‍ लेन-देन‍ उस‍ व्‍यणि‍ से‍ है‍
णजसका‍संबंध‍कमयचारी‍के ‍्ासकीय‍व्‍यिहार‍से‍ है,‍त ‍ऐसे‍ मामलों‍में‍ सरकार‍की‍पूिय‍ मंजूरी‍
आिश्‍यक‍है।

iii. जब‍क ई‍रेल‍सेिक‍स्‍ियं‍या‍पररिार‍के ‍सदस्‍य‍के ‍नाम‍से‍क ई‍चल‍संपणत्‍त‍का‍व्‍यिहार‍करता‍


है‍ णजसका‍ मू‍‍य‍उसके ‍द ‍माह‍ के ‍ मूल‍िेतन‍से‍ अणधक‍है‍ त ‍ऐसे‍ व्‍य िहार‍ की‍ णतणथ‍से‍ एक‍
माह‍ के ‍ भीतर‍ सरकार‍ क ‍ इसकी‍ सूचना‍ देगा।‍ कमयचारी‍ के ‍ ्ासकीय‍ व्‍य िहार‍ से‍ संबंणधत‍
व्‍यणि‍के ‍साथ‍लेन-देन‍ह ने‍पर‍सरकार‍की‍पूिय‍मंजूरी‍आिश्‍यक‍है।‍
चल‍संपणत्‍त‍में‍्ाणमल‍है- (क) ज्‍िेलरी,‍बीमा‍पॉणलसी‍णजसका‍िार्त क‍प्रीणमयम‍रे ल‍सेिक‍के ‍
द ‍ माह‍ के ‍ मूल‍ िेतन‍ से‍ अणधक‍ है,‍ ्ेयर,‍ प्रणतभूणत‍ एिं‍ णडबेंचर।‍ (त) सभी‍ प्रकार‍ के ‍ ल न।‍
(ग) म टरकार,‍ म टर‍ साईककल,‍ घ ़का‍ या‍ अन्‍य‍ क ई‍ िाहन।‍ (घ) रे किजरे टर,‍ रेणडय ,‍
टेलीणिजन‍सेट।‍(एसीएस‍नं. 118 कदनांक‍11.07.2011)
iv. सरकार‍ अ‍थिा‍ इसके ‍ िारा‍ ्णि‍ प्रदत्‍त‍ क ई‍ प्राणधकारी‍ ककसी‍ भी‍ समय‍ सामान्‍य‍ अथिा‍
णि्े ‍आदे्ों‍िारा‍एक‍णनधायररत‍समय‍सीमा‍के ‍भीतर, रेल‍सेिक‍से‍ चल‍एिं‍अचल‍संपणत्‍त‍
एिं‍उसके ‍स्र त‍का‍पूणय‍णििरण‍प्रस्‍तुत‍करने‍के ‍आदे्‍जारी‍कर‍सकते‍हैं।

जब‍भी‍रे ल‍सेिक‍मकान‍बनाना‍चाहे‍त ‍उसे‍णन‍‍न‍प्रकक्रया‍अपनानी‍चाणहए:-


i. मकान‍का‍णनमायण‍कायय‍ प्रारं भ‍करने‍ से‍ पहले‍ अनुमणत‍मॉगनी‍चाणहए‍तथा‍मकान‍तैयार‍ह ‍
जाने‍पर‍उसे‍णनधायररत‍प्राणधकारी‍क ‍ररप टय‍करनी‍चाणहए।
ii. जहॉ‍संभि‍ह ‍णनधायररत‍प्र फामाय‍में‍मकान‍णनमायण‍हेतु‍अर्तजत‍चल‍संपणत्‍त‍ का‍णििरण‍प्रस्‍तुत‍
करना‍ चाणहए।‍ जहॉ‍ संभि‍ न‍ ह ‍ िहॉ‍ ्‍‍लीन्‍थ‍ एररया/ किडय‍ एररया,‍ णजस‍ पर‍ मकान‍ का‍
णनमायण‍अपेणक्षत‍है, द्ायते‍ हुए‍णनमायण‍य जना‍का‍णििरण‍तथा‍इसकी‍अनुमाणनत‍लागत‍का‍
ब्‍यौरा‍देना‍चाणहए।‍
iii. जहॉ‍रे ल‍सेिक‍के ‍अचल‍संपणत्‍त‍ में‍ ककये‍ गये‍ छ टे‍ णनमायण‍या‍ररपेयर‍की‍लागत‍ `1000 से‍
अणधक‍ह ‍त ‍णनधायररत‍प्राणधकारी‍की‍मंजूरी‍आिश्‍यक‍है।

वयषकलषठाकुेष2018 25
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

न ट: णनयम‍18 के ‍अंतगयत‍रे ल‍मंरालय‍के ‍णनणयय‍संणक्षि‍प प‍में‍णन‍‍न‍हैं:-

i. समूह‍‘ग’ के ‍पययिेक्षक‍कमयचारी‍(ग्रेड‍पे‍ `4600 में‍ काययरत) क ‍अपनी‍चल‍संपणत्तयों‍के ‍संबंध‍


में‍िार्त क‍णििरणी‍जमा‍करना‍चाणहए।
ii. सभी‍ ग्रेडों‍ के ‍ िाणणज्‍य‍ कमयचारी‍ जैसे‍ – आरक्षण‍ णलणपक, पासयल‍ क्‍लकय , बुककग‍ क्‍लकय , रटकट‍
कलेक्‍टर‍एिं‍चल‍रटकट‍परीक्षकों‍क ‍आरंणभक‍णनयुणि‍के ‍समय‍संपणत्त‍णििरणी‍जमा‍करने‍के ‍
अणतररक्‍त‍प्रत्‍येक‍पद न्‍नणत‍के ‍समय‍ऐसी‍णििरणी‍जमा‍करनी‍चाणहए।
iii. ्ेयरों, प्रणतभूणतयों, णडबेंचरों‍आकद‍का‍क्रय-णिक्रय‍क ‍भी‍चल‍संपणत्त‍का‍लेन-देन‍माना‍जाता‍
है।‍समूह‍‘क’ एिं‍ ‘त’ के ‍मामले‍ में‍ एक‍कै लेण्‍डर‍ि य‍ में‍ `50000/- तथा‍समूह‍‘ग’ एिं‍ ‘ध’ के ‍
मामले‍ में‍ `25000/- से‍ अणधक‍की‍राण्‍के ‍लेन-देन‍पर‍इसकी‍सूचना‍णनधायररत‍प्राणधकारी‍
क ‍दी‍जानी‍चाणहए।

णनयम-18.(ए) ‍णिदे्ों‍में‍ अचल‍संपणत्त‍का‍व्‍यिहार:‍क ई‍भी‍रेल‍सेिक‍सरकार‍की‍पूिय‍ अनुमणत‍के ‍


णबना‍णिदे्‍में‍अचल‍संपणत्त‍के ‍तरीद‍या‍णबक्री‍का‍व्‍यिहार‍नहीं‍करेगा।

णनयम-19‍ रे ल‍ सेिक‍ के ‍ कायों‍ एिं‍ चररर‍ का‍ द ‍ रणहत‍ साणबत‍ ककया‍ जाना:‍ क ई‍ भी‍ रे ल‍ सेिक‍
णजसके ‍ सरकारी‍ कायय‍ या‍ चररर‍ से‍ संबंणधत‍ क ई‍ प्रणतकू ल‍ आल चना‍ हुई‍ ह ‍ या‍ उसकी‍
मानहाणन‍हुई‍ह ‍त ‍क टय‍ या‍प्रेस‍का‍सहारा‍लेने‍ से‍ पहले‍ सरकार‍की‍अनुमणत‍लेना‍आिश्‍य क‍
है।‍जहॉ‍आिेदन‍की‍णतणथ‍से‍ तीन‍माह‍के ‍अंदर‍रे ल‍सेिक‍क ‍क ई‍मंजूरी‍प्रा्‍‍त ‍नहीं‍हुई‍ह ,
त ‍यह‍मान‍णलया‍जाएगा‍कक‍मंजूरी‍णमल‍गई‍है।‍

णनयम-20 राजनीणतक‍ एिं‍ बाहरी‍ ्णियों‍ का‍ प्रभाि:‍ क ई‍ भी‍ रे ल‍ सेिक‍ अपनी‍ सेिा‍ से‍ संबंणधत‍
मामलों‍में‍ व्‍यणिगत‍णहत‍के ‍णलये‍ ककसी‍भी‍राजनीणतक‍एिं‍ बाहरी‍्णियों‍का‍प्रभाि‍न‍त ‍
लायेगा‍न‍ही‍प्रभाि‍लाने‍का‍प्रयत्‍न‍करेगा।

णनयम-21 णििाह‍संबध ं ी‍प्रणतबंध:


i. क ई‍भी‍ रेल‍सेिक‍ ककसी‍ऐसे‍ व्‍यणि‍से‍ णजसका‍पणत‍या‍पत्‍नी‍जीणित‍है‍ या‍कानूनी‍तलाक‍
नहीं‍हुआ‍है, णििाह‍नहीं‍करेगा।
ii. क ई‍भी‍ रे ल‍सेिक‍अपने‍ पणत‍या‍पत्‍नी‍ के ‍जीणित‍ह ते‍ हुये‍ या‍जबतक‍कानूनी‍ तलाक‍ नहीं‍
हुआ‍है‍तक‍तब‍दूसरा‍णििाह‍नहीं‍करेगा।
iii. यकद‍क ई‍रे ल‍सेिक‍ककसी‍णिदे्ी‍नागररक‍से‍णििाह‍करता‍है‍त ‍तुरंत‍इसकी‍सूचना‍सरकार‍
क ‍देगा।‍जहॉ‍ककसी‍रे ल‍कमयचारी‍पर‍व्‍यणिगत‍कानून‍लागू‍ ह ता‍ह ‍या‍अन्‍य‍क ई‍आधार‍
ह ‍िहॉ‍सरकार‍उपयुयक्‍त उपणनयम‍i.‍एिं‍ii. के ‍अधीन‍णििाह‍करने‍की‍अनु‍मणत‍दे‍सकती‍है।‍

णनयम-22 न्ीले‍पेय‍एिं‍दिाइयों‍का‍सेिन:

i. रेल‍सेिक‍अपनी‍ड्यूटी‍के ‍दौरान‍न्ीले‍ पेय‍से‍ संबंणधत‍णनयमों‍का‍दृढता‍से‍ पालन‍करे गा‍


तथा‍ यह‍ घ्‍यान‍ रतेगा‍ कक‍ न्े‍ के ‍ कारण‍ उसकी‍ ड्यूटी‍ ककसी‍ भी‍ समय‍ ककसी‍ भी‍ प प‍ में‍
प्रभाणित‍नहीं‍ह ‍रही‍है।‍
ii. साियजणनक‍स्‍थानों‍पर‍न्ीले‍पेय‍या‍दिाईयों‍के ‍सेिन‍से‍बचेगा।
iii. साियजणनक‍स्‍थानों‍पर‍न्े‍के ‍हालत‍में‍नहीं‍जायेगा।
iv. रननग‍कमयचारी‍रर‍गा़की‍पास‍करने‍ से‍ जु़क‍े कमयचारी‍ड्यूटी‍्ुप ‍ह ने‍ के ‍आठ‍घंटे‍ के ‍अंदर‍
न्ा‍नहीं‍करे गा‍रर‍न‍ही‍ड्यूटी‍के ‍समय‍न्े‍का‍सेिन‍करेगा।

वयषकलषठाकुेष2018 26
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

णनयम-22.(ए) 14 ि ‍य से‍कम‍आयु‍के ‍ब्‍‍चों‍क ‍र जगार‍पर‍लगाने‍से‍णन ध


े :‍क ई‍भी‍रे ल‍सेिक‍14
ि य‍से‍कम‍आयु‍के ‍ककसी‍भी‍ब्‍‍चे‍क ‍र जगार‍पर‍नहीं‍लगायेगा।

णनयम-23 णनयमों‍की‍व्‍या्‍‍या:‍इन‍णनयमों‍की‍व्‍या्‍‍या‍का‍अणधकार‍राष्‍रपणत‍मह दय‍क ‍है।

णनयम-24 ्णियों‍का‍प्रत्‍याय जन: सरकार‍साधारण‍या‍णि्े ‍आदे्ों‍िारा‍ककसी‍भी‍अणधकारी‍या‍


प्राणधकारी‍क ‍इन‍णनयमों‍के ‍अधीन‍्णियों‍का‍प्रत्‍याय जन‍कर‍सकती‍है।

णनयम-25 णनयमों‍में‍बदलाि‍या‍रद्द‍करना: रेल‍सेिा‍स्‍थापना‍संणहता‍के ‍िॉ‍‍यूम‍I‍के ‍पररण्ष्‍ट‍VI में‍


्ाणमल‍रेल‍सेिा‍(आचरण) णनयम‍1966 में‍बदलाि‍या‍रद्द‍राष्‍रपणत‍के ‍अनुम दन‍से‍ककया‍
जायेगा।‍

णनयम-26 प्र्ासणनक‍आदे्ों‍का‍पालन:‍रेल‍सेिक‍ऐसे‍सभी‍प्र्ासणनक‍अनुद् े ों‍से‍्ाणसत‍ह गा‍ज ‍


रेल‍सेिकों‍के ‍आचरण‍के ‍संबंध‍में‍समय-समय‍पर‍जारी‍ककया‍जाय।‍
¤¤¤¤¤

वयषकलषठाकुेष2018 27
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

कायय‍के ‍घंटे‍एिं‍णिश्राम‍का‍णनयम
िएच‍ओ‍ई‍आर)/‍िएच‍डब्‍‍य ‍ ‍ू पी‍आर)
पृष्ठ
‍ भूणम:‍ ि य‍ 1930 में‍ भार‍तीय‍ रे लिे‍ एक्‍ट‍ में‍ एक‍ नया‍ अ‍‍याय‍ 6 ‘ए’ ज ़का‍ गया‍ णजसके ‍ आधार‍ पर‍ ि य‍
1931 में‍भारत‍सरकार‍ने‍काययकाल‍णनयम‍बनाये।‍ि य‍1961 में‍इसमें‍रर‍सं् धन‍ककया‍गया।‍इस‍णनयम‍के ‍
अ‍‍ययन‍एिं‍ पुनर्तिचार‍हेतु‍ 1969 में‍ न्‍यायमूर्तत‍णमयांभाई‍की‍अ‍‍यक्षता‍में‍ रे लिे‍श्रम‍न्‍यायाणधकरण‍का‍गठन‍
ककया‍गया।‍इसके ‍णसफारर्‍पर‍कु छ‍रर‍पररितयन‍करते‍हुये‍कदनांक‍01.08.1974 से‍लागू‍ककया‍गया।‍

ितयमान‍णनयम: रे ल‍कमयचारी‍(कायय‍के ‍धंटे‍ रर‍णिश्राम‍की‍अिणध) णनयम‍2005‍है‍ज ‍कदनांक‍05.03.2005


से‍प्रभािी‍है।

उद्देश्य:‍ इस‍ णनयम‍ का‍ उद्देश्य


‍ ‍ रे ल‍ कमयचाररयों‍के ‍ काम‍के ‍ समय‍ का‍ णनधायरण, णिराम‍ की‍ अिणध, सा्‍‍ताणहक‍
अिका्, समय परर‍ भत्‍ते‍ का‍ णनधायरण‍ करना‍ है।‍ इस‍ णनयम‍ में‍ कमयचाररयों‍ क ‍ उनके ‍ काम‍ के ‍ स्‍ि भाि‍ के ‍
अनुसार‍िगीकृ त‍ककया‍गया‍है।

लागू‍ ह ना:‍ यह‍ णनयम‍ णन‍‍नणलणतत‍ क ‍ छ ़ककर‍ सभी‍ अराजपणरत‍ कमयचाररयों‍ पर‍ लागू‍ होंगे‍ णजसमें‍
आ‍कणस्मक‍श्रणमक‍तथा‍एिजी‍कमयचारी‍भी‍्ाणमल‍हैं-
i. िे‍कमयचारी‍ज ‍कारताना, तान‍या‍जहाजरानी‍कानून‍के ‍अधीन‍आ‍तेे‍हैं।
ii. िे‍ज ‍अप‍िर्तजत‍कमयचारी‍हैं।

िगीकरण:‍काययकाल‍णनयमों‍के ‍अनुसार‍कमयचाररयों‍क ‍चार‍िगों‍में‍रता‍गया‍है-

i. गहन –‍ऐसे‍ कमयचारी‍णजनका‍काम‍करठन‍तथा‍थका‍देनि े ाला‍है‍ रर‍काम‍के ‍दौरान‍उसे‍ लगातार‍


एकाग्रता‍रतनी‍प़कती‍है‍ या‍करठन‍्ारीररक‍मेहनत‍करनी‍प़कती‍है‍ णजससे‍ काम‍के ‍दौरान‍या‍त ‍
णब‍‍कुल‍णिश्राम‍नहीं‍णमल‍पाता‍है‍ अथिा‍बहुत‍कम‍णिश्राम‍णमलता‍है।‍जैसे- टेलीफ न‍ऑपरे टर,
बेतार‍ऑपरे टर, सेक्‍्न‍कं र लर, के णबनमैन‍आकद।
ii. आिश्‍यक‍प प‍से‍णिरामी –‍िे‍कमयचारी‍ज ‍12 धंटे‍तक‍लगातार‍अपने‍काम‍पर‍रहने‍पर‍भी‍6 धंटे‍
या‍उससे‍अणधक‍समय‍तक‍ताली‍रहते‍हैं।‍उन्‍हें‍न‍त ‍क ई‍्ारीररक‍कायय‍करना‍प़कता‍है‍रर‍न‍ही‍
लगातार‍एकाग्रता‍रतनी‍प़कती‍है।‍6 धंटे‍ का‍ताली‍समय‍ज ़कने‍ में‍ कम‍से‍ कम‍एक‍अिणध‍1 धंटे‍
की‍तथा‍द ‍अिणध‍½ - ½‍धंटे‍की‍ह ना‍जप री‍है।‍5 णमनट‍से‍कम‍का‍णिश्राम‍नहीं‍ज ़कते‍हैं।‍जैस-े
प्रतीक्षालय‍बेयरर, सफाईिाले, णिश्रामगृहों‍के ‍के यर‍टेकर, बंगला‍चपरासी‍आकद।
iii. अपिर्तजत –‍िे‍ कमयचारी‍णजसे‍ उनके ‍काम‍के ‍स्‍िभाि‍के ‍कारण‍इन‍णनयमों‍से‍ अलग‍रता‍गया‍है।‍
जैस-े ग पनीय‍कायय‍ में‍ लगे‍ कमयचारी, स्स्‍र‍पुणलस‍दल‍या‍सुरक्षा‍बल, स्‍कूल‍अ‍‍यापक, पययिेक्षक‍
कमयचारी, मेरन, णसस्‍टर, णमडिाइफ, पररिार‍णनय जन‍फी‍‍ड‍िकय र, मणहला‍स्‍िास्‍थ्‍य‍णिणजटर‍आकद।‍
पययिेक्षक‍कमयचाररयों‍की‍सूची‍ब डय‍जारी‍करता‍है।‍
iv. अणिरामी –‍िे‍ कमयचारी‍ज ‍उपयुयक्‍त‍तीनों‍श्रेणी‍में‍ नहीं‍आते‍ अथायत‍णजन्‍हें‍ अन्‍यथा‍िगीकृ त‍नहीं‍
ककया‍गया‍है‍ िे‍ अणिरामी‍माने‍ जायेंगे।‍जैसे- णलणपक, टाइणपस्‍ट, ल क ‍रर‍रैकफक‍रननग‍कमयचारी‍
(ल क ‍पाइलट, ्ंटर, गाडय) तथा‍चल‍रटकट‍परीक्षक‍कमयचारी‍आकद।

काययकाल‍का‍र स्‍टर:
श्रेणी र स्‍टर‍सीमा सांणिणधक‍सीमा पाली सा्‍‍ताणहक‍णिश्राम
गहन 42 45 6 30 धंटे‍लगातार
आिश्‍यक‍ प प‍ से‍ 72 75 12 24 धंटे‍ लगातार‍(पूरी‍
णिरामी रात‍सणहत)
अपिर्तजत - - - -
अणिरामी 48 54 9 30 धंटे‍लगातार

वयषकलषठाकुेष2018 28
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

रननग‍कमयचारी‍के ‍णलए‍णि्े ‍णनयम:‍रननग‍कमयचाररयों‍के ‍णलए‍2 स्‍‍ताह‍में‍ र स्‍टर‍धंटे‍ तैयारी‍के ‍समय‍के ‍


साथ‍104‍धंटे‍है‍रर‍कानूनी‍सीमा‍108 धंटे‍है।

समय परर‍भत्‍ता:‍र स्‍टर‍के ‍धंटों‍से‍ अणधक‍काम‍करने‍ पर‍यह‍भत्‍ता‍सामान्‍य‍िेतन‍के ‍1½‍गुने‍ दर‍से‍ तथा‍


सांणिणधक‍सीमा‍से‍अणधक‍काम‍करने‍पर‍सामान्‍य‍िेतन‍के ‍2 गुने‍दर‍से‍कदया‍जाता‍है।

णस््‍लट‍ण्फ्ट:‍काम‍के ‍दौरान‍जब‍बीच‍में‍ णिराम‍ह , त ‍उसे‍ णस््‍लट‍ण्फ्ट‍कहते‍ हैं।‍इस‍णिराम‍में‍ कमयचारी‍


काम‍का‍स्‍थान‍छ ़ककर‍जा‍सकता‍है।‍इसके ‍णलए‍णन‍‍नणलणतत‍णनयम‍हैं-

i. तीन‍से‍अणधक‍भागों‍में‍ण्फ्ट‍नहीं‍ह नी‍चाणहए‍अथायत‍द ‍इन्‍टरिल‍ह ‍सकते‍हैं।


ii. आधे‍धंटे‍से‍कम‍का‍ब्रेक‍नहीं‍माना‍जाएगा।
iii. कु ल‍णमलाकर‍16 धंटे‍ से‍ अणधक‍का‍र स्‍टर‍नहीं‍ह ना‍चाणहए‍अगर‍राणर‍10 बजे‍ से‍ प्रात: 6 बजे‍
तक‍काययमुक्‍त‍रता‍जाए।‍यकद‍यह‍अिणध‍भी‍्ाणमल‍ह ‍त ‍14 धंटे‍का‍र स्‍टर‍ह ना‍चाणहए।
iv. यकद‍ड्यूटी‍तीन‍णहस्‍सों‍में‍ ह ‍त ‍मकान‍अिश्‍य‍देना‍चाणहए।‍यकद‍द ‍णहस्‍सों‍में‍ ह ‍त ‍मकान‍के ‍
आिंटन‍में‍प्राथणमकता‍देनी‍चाणहए।

राणर‍ड्यूटी:‍राणर‍10 बजे‍से‍सुबह‍6 बजे‍के ‍समय‍में‍ककया‍गया‍कायय‍राणर‍ड्यूटी‍के ‍अंतगयत‍आता‍है।

लघु‍णिराम‍(्ाटय‍ऑफ):‍एक‍र स्‍टर‍ड्यूटी‍के ‍अंत‍में‍तथा‍दूसरी‍र स्‍टर‍ड्यूटी‍के ‍प्रारं भ‍में‍यकद‍णिराम‍कम‍ह ‍


त ‍उसे‍लघु‍णिराम‍कहते‍हैं।
i. गहन‍के ‍णलए- 6 धंटे‍ की‍ड्यूटी‍में‍ 12 धंटे‍ से‍ कम‍का‍णिराम‍तथा‍6 से‍ 8 धंटे‍ की‍ड्यूटी‍में‍ 14 धंटे‍
से‍कम‍का‍णिराम।
ii. आिश्‍यक‍प प‍से‍णिरामी‍के ‍णलए- 8 धंटे‍से‍कम‍का‍णिराम।
iii. अणिरामी‍के ‍णलए- 10 धंटे‍से‍कम‍का‍णिराम‍लधु‍णिराम‍होंगे।

ल‍‍बा‍कायय‍समय‍(लांग‍ऑन):‍यह‍काम‍की‍ल‍‍बी‍अिणध‍है‍ज ‍गहन‍के ‍णलए‍8 धंटे, आिश्‍यक‍प प‍से‍णिरामी‍


के ‍णलए‍12 धंटे‍तथा‍अणिरामी‍के ‍णलए‍10 धंटे‍है।

िगीकरण‍ का‍ णनणयय:‍ िगीकरण‍ तय‍ करने‍ के ‍ णलए‍ सामान्‍यत: महाप्रबंधक‍ मह दय‍क ‍ अणधकार‍ है‍ णजसे‍ िह‍
मु्‍‍य‍ कार्तमक‍ अणधकारी‍ क ‍ सपप‍ सकते‍ हैं।‍अपिर्तजत‍कमयचारी‍ की‍ सूची‍ के ‍ णलए‍श्रम‍ मंरालय‍की‍ स्‍िीकृ णत‍
लेनी‍प़कती‍है।‍पररितयन‍का‍आधार‍कायय‍ णिश्‍ले ण‍की‍ररप टय‍ ह ती‍है।‍अपील‍क्षेरीय‍लेबर‍कणमश्‍नर‍के ‍पास‍
की‍जा‍सकती‍है।

न रटस‍लगाना:‍काम‍की‍जगह‍पर‍णहन्‍दी, अंग्रेजी‍तथा‍स्‍थानीय‍भा ा‍में‍णन‍‍न‍न रटस‍लगाना‍अणनिायय‍है-


i. कमयचाररयों‍का‍िगीकरण, काम‍का‍समय, अिका्‍का‍समय‍रर‍र स्‍टर।‍
ii. रे लिे‍एक्‍ट‍के ‍अ‍‍याय‍14 की‍प्रणतणलणप।

रणजस्‍टर:‍काम‍की‍जगह‍पर‍णन‍‍न‍रणजस्‍टर‍रहने‍चाणहए-
i. हाणजरी‍रणजस्‍टर
ii. अिका्‍या‍रे स्ट‍ ‍का‍रणजस्‍टर
iii. समय‍से‍अणधक‍कायय‍का‍णििरण

िार्त क‍णििरण:‍क्षेरीय‍लेबर‍कणमश्‍नर‍क ‍प्रत्‍येक‍ि य‍15 मई‍तक‍णनधायररत‍िार्त क‍णििरण‍भेजना‍ह ता‍है।

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वयषकलषठाकुेष2018 29
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स्‍थाई‍िाताय‍तंर‍
Permanent Negotiating Machinery (PNM)

प्रारं भ: रॉयल‍कमी्न‍ऑन‍लेबर‍ने‍ि य‍1931 में‍एक‍िाताय‍तंर‍स्‍थाणपत‍करने‍की‍णसफारर्‍की‍थी‍णजसके ‍


आधार‍पर‍1 जनिरी‍1952 से‍स्‍थाई‍िाताय‍तंर‍की‍व्‍यिस्‍था‍्ुप ‍हुई।‍

उदेश्य
‍ : 1. श्रणमक‍संगठनों‍से‍मधुर‍संबंध‍बनाये‍रतना,
2. प्र्ासन‍रर‍श्रणमकों‍के ‍बीच‍पैदा‍हुये‍णििाद‍क ‍सुलझाना,
3. रे लों‍की‍उत्‍पादकता‍एिं‍दक्षता‍क ‍बढाने‍में‍सहय ग‍करना।

यह‍तीन‍स्‍तर‍पर‍कायय‍करती‍है-
1. रे लों‍का‍स्‍तर- (क)‍मंडल‍या‍कारताना‍स्‍तर, (त)‍क्षेणरय‍स्‍तर
2. रे लिे‍ब डय‍स्‍तर
3. तदथय‍प्राणधकरण
क्रम‍ णििरण मंडल/कारताना‍ क्षेणरय‍स्‍तर रे लिे‍ब डय‍स्‍तर
सं. स्‍तर
1. अघ्‍यक्ष मं.रे .प्र/ मु.का.प्र महाप्रबंधक सदस्‍य (कार्तमक)
2. सणचि ि.मं.का.अ/ ि.का.अ मु.का.अणध‍(र.सं.) सलाहकार‍(र.सं.)
3. मीिंटग 2 माह‍में‍एक‍बार 3 माह‍में‍एक‍बार 6 माह‍में‍एक‍बार
4. काययसूची 1 माह‍पहले 1 माह‍पहले 1 माह‍पहले
5. मदों‍की‍सं्‍‍या 30 30 30
6. प्रणतणनणध सीआरएमएस/ सीआरएमएस/ एनएफआईआर/
एनआरएमयू‍के ‍ एनआरएमयू‍के ‍साथ‍ एआईआरएफ‍के ‍साथ‍
साथ‍अलग-अलग अलग-अलग अलग-अलग
7. चचाय‍का‍णि य मंडल/कारताना‍के ‍ क्षेणरय‍रे ल‍के ‍अणधकार‍ रे लिे‍ब डय‍के ‍अणधकार‍क्षेर‍
अणधकार‍क्षेर‍में‍ क्षेर‍में‍आने‍िाले‍णि य‍ में‍आने‍िाले‍णि य‍तथा‍
आने‍िाले‍णि य तथा‍णजनपर‍णनचले‍स्‍तर‍ णजनपर‍णनचले‍स्‍तरों‍पर‍
पर‍णनणयय‍नही‍ह ‍पाया‍ णनणयय‍नही‍ह ‍पाया‍ह

तदथय‍प्राणधकरण:

यकद‍ककसी‍महत्‍िपूणय‍ णि य‍पर‍रे लिे‍ ब डय‍ स्‍तर‍पर‍समाधान‍न‍ह ‍सके ‍त ‍उसे‍ तदथय‍ प्राणधकरण‍के ‍


समक्ष‍रता‍जाता‍है।‍इसके ‍णनणयय‍क ‍रे लिे‍ ब डय‍ स्‍िीकार/अस्‍िीकार/पररिर्ततत‍कर‍सकता‍है।‍इसके ‍अघ्‍यक्ष‍
उ्‍‍चतम‍न्‍यायालय‍या‍उ्‍‍च‍न्‍यायालय‍के ‍सेिाणनिृत‍न्‍यायाधी्‍ह ‍सकते‍ हैं।‍इसमें‍प्र्ासन‍एिं‍ कमयचारी‍के ‍
प्रणतणनणध‍बराबर‍सं्‍‍या‍में‍ह ते‍हैं।‍णजन‍णि यों‍पर‍णनणयय‍ह ‍जाये‍उन्‍हें‍2 ि य‍तक‍संगठन‍नहीं‍उठा‍सकती‍है‍
ककन्‍तु‍अस्‍िीकृ त/ पररिर्ततत‍मामलों‍क ‍1 ि य‍बाद‍कफर‍से‍उठाया‍जा‍सकता‍है।

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वयषकलषठाकुेष2018 30
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संयक्
ु त‍ ‍पराम्यदाता‍तंर
Joint Consultative Machinery (JCM)

प्रारं भ: इसकी‍ ्ुप आत‍ के न्‍रीय‍ मंरी‍ श्री‍ गुलजारी‍ लाल‍ नंदा‍ ने‍ 28 अक्‍टूबर‍ 1966 क ‍ णहटले‍ आय ग‍ की‍
ण्फारर्‍के ‍आधार‍‍पर‍ककया।‍

उदेश्य
‍ : सरकार‍ रर‍ कमयचारी‍ संगठनों‍ के ‍ बीच‍ अ्‍‍छे‍ संबंध‍ बने‍ णजससे‍ साियजणनक‍ सेिाओं‍ की‍ काययक्षमता‍
बढाई‍जा‍सके ।‍इसमें‍ कमयचाररयों‍की‍सेिा‍्तों, काम‍की‍पररणस्थणतयों‍रर‍काययक्षमता‍में‍ सुधार‍से‍ संबंणधत‍
मसलों‍पर‍णिचार‍ककया‍जाता‍है।‍इसमें‍के िल‍णसद्धांतों‍की‍बात‍ह ती‍है, व्‍यणिगत‍मसलों‍की‍नहीं।

यह‍ तंर‍ णिणभन्‍न‍ मंरालयों‍ में‍ राष्‍रीय, णिभागीय‍ रर‍ क्षेणरय‍ तीन‍ स्‍तरों‍ पर‍ कायय‍ करती‍ है जबकक‍
रे लिे‍पर‍द ‍स्‍तर‍हैं‍–

1. णिभागीय‍परर द – यह‍रेलिे‍ब डय‍स्‍तर‍पर‍कायय‍करती‍है।‍इसके ‍अघ्‍यक्ष, सदस्‍य‍(कार्तमक) ह ते‍हैं।‍सरकारी‍


पक्ष‍में‍ 5 से‍ 10 तक‍सदस्‍य‍ह ते‍ हैं‍ रर‍कमयचारी‍पक्ष‍में‍ द नों‍मान्‍यता‍प्रा्‍‍त‍फे डरे ्नों‍के ‍15-15 अथायत‍कु ल‍
30 सदस्‍य‍ह ते‍हैं।‍इसकी‍बैठक‍4 माह‍में‍एक‍बार‍ह ती‍है।‍काययसूची‍बैठक‍से‍ 30 कदन‍पूिय‍जारी‍की‍जाती‍है।‍
तय‍मामलों‍क ‍दुबारा‍12 महीनों‍तक‍काययसूची‍में‍नहीं‍लाया‍जायेगा।‍

2. राष्‍रीय‍ परर द –‍ ‍ इसके ‍ अघ्‍यक्ष, भारत‍ सरकार‍ के ‍ कै णबनेट‍ सणचि‍ ह ते‍ हैं।‍ सरकारी‍ पक्ष‍ में‍ णिणभन्‍न ‍
मंरालयों‍के ‍24 सदस्‍य‍तथा‍कमयचारी‍पक्ष‍में‍ सभी‍मंरालयों‍के ‍मान्‍यता‍प्रा्‍‍त फे डरे ्नों‍के ‍कु ल‍ 60 सदस्‍य‍
ह ते‍हैं।‍रे लों‍के ‍संबंध‍में‍द नों‍फे डरे ्नों‍एनएफआईआर, एआईआरएफ‍से‍कु ल‍24 सदस्‍य‍ह ते‍हैं।‍

णजन‍मामलों‍का‍समाधान‍णिभागीय‍एिं‍ राष्‍रीय‍परर द‍में‍ नहीं‍ह ‍पाता‍है‍ उसे‍ पंच‍फै सले‍ के ‍णलये‍


कदया‍जाता‍है।‍

पंच‍फै सला‍(आरणबरे्न):
• पंच‍के ‍ब डय‍में‍3 सदस्‍य‍ह ते‍हैं‍णजसका‍नामांकन‍के न्‍रीय‍श्रम‍मंरी‍िारा‍ककया‍जाता‍है।
• अघ्‍यक्ष‍– एक‍णनष्‍पक्ष‍व्‍यणि‍
• एक‍सदस्‍य‍– सरकारी‍पक्ष‍िारा‍प्रस्‍तुत‍5 व्‍यणियों‍की‍नाणमका‍से‍चुना‍जाता‍है।
• एक‍सदस्‍य‍– राष्‍रीय‍परर द‍के ‍कमयचारी‍पक्ष‍िारा‍प्रस्‍तत ु ‍5 व्‍यणियों‍की‍नाणमका‍से‍चुना‍जाता‍है।
• पंच‍ फै सले‍ की‍ ्तें‍ सभी‍ पर‍ बाघ्‍य‍ होंगी, के िल‍ संसद‍ क ‍ ही‍ इस‍ मामले‍ में‍ सिो्‍‍च अणधकार‍ है‍ िह‍
णसफारर्ें‍बदल‍सकती‍हैं।‍एक‍बार‍घ ण त‍फै सला‍3 ि य‍तक‍लागू‍रहेगा।

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वयषकलषठाकुेष2018 31
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रे ल‍कमयचाररयों‍की‍प्रबंध‍में‍भागीदारी‍
Participation of Railway Employee in Management (PREM)

• समिेत‍उद्यम‍समूह‍(Corporate Enterprise Group) का‍पुनगयठन‍करके ‍इसकी‍जगह‍कमयचाररयों‍


की‍भागीदारी‍क ‍रर‍प्रभािी‍रर‍अथयिान‍बनाने‍की‍दृणि‍से‍प्रेम‍(PREM) की‍्ुप आत‍ि य‍1994
में‍ककया‍गया।‍

उदेश्य
‍ : 1. रे लों‍ के ‍ कायो‍ की‍ समीक्षा‍ करना‍ रर‍ णिणिध‍ आंक़कों‍ तथा‍ णिचारों‍ का‍ आदान-प्रदान‍ करना,
णजससे‍कक‍संगठन‍में‍काययक्षमता‍रर‍व्‍यिहाययता‍में‍सुधार‍ह ‍सके ,
2. णनिे्ों‍के ‍काययक्रमों‍की‍समीक्षा‍तासकर‍मकानों‍रर‍णहत‍सेिाओं‍के ‍बारे‍में,
3. संगठन‍क ‍रर‍अणधक‍प्रभािी‍बनाने,‍तकनीक‍का‍प्रय ग‍एिं‍उपयुक्‍त‍काययप्रणाली करना।
4. रे ल‍कमयचारी‍प्रबंधन‍की‍प्रकक्रया‍में‍प्रभािी‍रर‍अथयपूणय‍भाग‍ले‍सकें ‍ऐसी‍सुणिधायें‍देना,
5. कमयचाररयों‍में‍ भागीदारी‍या‍्ाणमल‍ह ने‍ की‍भािना‍रर‍संगठन‍के ‍कायो‍पर‍गिय‍ ह ‍सके ‍ऐसे‍
तरीके ‍णनकालना,
6.‍रे ल‍याणरयों‍रर‍संरक्षा‍के ‍कायों‍की‍गुणिता‍में‍सुधार‍ह ‍ऐसे‍तरीकों‍की‍पहचान‍करना।

यह‍तीन‍स्‍तर‍पर‍कायय‍करती‍है-
1. मंडल‍स्‍तर,
2. क्षेणरय‍स्‍तर,
3. रे लिे‍ब डय‍स्‍तर‍

क्रम‍सं. णििरण मंडल/कारताना‍ क्षेणरय‍स्‍तर रे लिे‍ब डय‍स्‍तर


स्‍तर
1. अघ्‍यक्ष मं.रे .प्र महाप्रबंधक अ‍‍यक्ष‍रे लिे‍ब डय
2. सदस्‍य अ.मं.रे .प्र,‍सभी‍ अिर‍महाप्रबंधक,‍सभी‍ सभी‍सदस्‍य,‍सलाहकार,‍
्ाता‍अणधकारी,‍ णिभागा‍‍यक्ष,‍द नों‍ द नों‍फे डरे ्नों‍से‍4-4
द नों‍यूणनयनों‍से‍ यूणनयनों‍से‍4-4 प्रणतणनणध,‍ प्रणतणनणध,‍अणधकारी‍
4-4 प्रणतणनणध,‍ अणधकारी‍फे डरे ्नों‍से‍2- फे डरे ्नों‍से‍2-2
अणधकारी‍ 2 प्रणतणनणध प्रणतणनणध,‍अ‍‍यक्ष‍एिं‍
फे डरे ्नों‍से‍2-2 महामंरी‍िारा‍नाणमत‍2-2
प्रणतणनणध‍ सदस्‍य
3. सणचि ि.मं.का.अ उप‍महाप्रबंधक‍(सामान्‍य) सणचि‍रे लिे‍ब डय

चचाय‍का‍णि य:

i. ग्राहकों‍की‍देतभाल,
ii. गुणिता,
iii. राजस्‍ि‍में‍िृणद्ध,
iv. तचय‍पर‍णनयंरण,
v. मानिीय‍णिकास,
vi. सर्‍‍लस‍कमयचाररयों‍का‍उपय ग

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वयषकलषठाकुेष2018 32
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

उत्‍पादकता‍आधाररत‍ब नस
Productivity Linked Bonus (PLB)

उदेश्य
‍ : 1. सेिा‍में‍बेहतरी‍लाना,
2. कमयचाररयों‍क ‍उ्‍‍चतर‍उत्‍पादकता‍प्रा्‍‍त‍करने‍के ‍णलए‍प्रेररत‍करना।

ब नस‍णनधायररत‍करने‍ हेत‍ु आधार: प्रणति य‍ राजस्‍ि‍यातायात‍टन‍ककल मीटर‍के ‍आधार‍पर‍उत्‍पादकता‍आंकी‍


जाएगी‍ रर‍ इसके ‍ आंक़के‍ माल‍ एिं‍ यारा‍ के ‍ णलए‍ लेता‍ परीक्षा‍ िारा‍ सत्‍याणपत‍ सांण्‍यकी‍ णििरण‍ से‍ णलए‍
जाएंगे।‍इसके ‍णलए‍णित्‍तीय‍ि य‍1977-78 क ‍आधार‍ि य‍माना‍गया‍है।

लागू‍ह ना: उत्‍पादकता‍आधाररत‍ब नस‍य जना‍णन‍‍नणलणतत‍कमयचाररयों‍पर‍लागू‍ह ती‍है-

1. सभी‍अराजपणरत‍रे ल‍कमयचारी‍णजनमें‍ रे ल‍सुरक्षा‍बल/ रे ल‍सुरक्षा‍णि्े ‍बल‍के ‍सदस्‍य‍्ाणमल‍नहीं‍


है।‍ इनके ‍ णलए‍ अलग‍ से‍ तदथय‍ ब नस‍ स्‍िीकृ त‍ ह ता‍ है‍ ज ‍ 30 कदन‍ की‍ दर‍ से‍ कदया‍ जाता‍ है।‍ जैसे‍ –
`7000X30/30.4 = `6908
2. अस्‍थायी‍हैणसयत‍प्रा्‍‍त‍आकणस्मक‍श्रणमक‍एिं‍ एिजी‍णजनकी‍सेिा‍अिणध‍णनरंतर‍120 कदन‍से‍ कम‍न‍
ह।
3. पररय जना‍पर‍काम‍करने‍िाले‍िह‍दैणनक‍मजदूर‍णजनकी‍सेिा‍अिणध‍180 कदन‍से‍कम‍न‍ह ।
4. अप्रेंरटस/ प्रण्क्षणाथी‍ तथा‍ अनुकंपा‍ के ‍ आधार‍ पर‍ णनयुक्‍त‍ व्‍यणि‍ क ‍ ब नस‍ का‍ लाभ‍ तभी‍ कदया‍
जायेगा‍ जब‍ उन्‍ह‍ें प्रण्क्षण‍ के ‍ दौरान‍ ककसी‍ णनयणमत‍ िेतनमान‍ में‍ िेतन‍ कदया‍ गया‍ ह ।‍ प्रण्क्षण‍ की‍
अिणध‍ में‍ िजीफा‍ (Stipend) का‍ भुगतान‍ ककये‍ जाने‍ पर‍ ब नस‍ का‍ लाभ‍ नहीं‍ कदया‍ जायेगा।‍ जैसे‍ –‍
यकद‍णनयणमत‍ग्रुप‍‘डी’‍कमयचारी‍का‍चयन‍ ग्रुप‍‘सी’‍में‍ अप्रेंरटस/ प्रण्क्षाणाथी‍के ‍प प‍में‍ ह ता‍है‍ रर‍
प्रण्क्षण‍के ‍दौरान‍िह‍ग्रुप‍‘डी’‍पद‍के ‍िेतन‍लेने‍ का‍ही‍णिक‍‍प‍कदया‍ह ‍रर‍ऐसा‍करने‍ की‍अनुमणत‍
दी‍गई‍ह ‍तभी‍उसे‍इस‍अिणध‍के ‍ब नस‍का‍लाभ‍कदया‍जायेगा।‍(आर‍बी‍ई‍सं्‍‍या‍06/2005 कदनांक‍
14.01.2005)

उत्‍पादकता‍ आधाररत‍ ब नस‍ की‍ गणना: जब‍ कमयचारी‍ ि य‍ के ‍ ककसी‍ भाग‍ में‍ अधय‍ रसत‍ िेतन‍ अिका्,
असाधारण‍अिका्‍पर‍रहता‍है‍त ‍ब नस‍की‍गणना‍णन‍‍न‍प्रकार‍से‍ह गी-

1. महीने‍ में‍ अणधकतम‍दैणनक‍मजूरी‍की‍राण्‍णनकाली‍जायेगी।‍मजूरी‍में‍ मूल‍िेतन‍क ‍्ाणमल‍ककया‍


जायेगा‍ज ‍रे लिे‍ सेिा‍(सं् णधत‍िेतन) णनयम‍2016 के ‍अनुसार‍ह गी।‍अद्धय‍ रसत‍िेतन‍अिका्‍
पर‍ह ने‍पर‍उसका‍आधा‍ककया‍जायेगा‍रर‍णजतने‍कदन‍काम‍ककया‍उससे‍गुणा‍करें ग।ें ‍जैसे‍ –‍जनिरी‍
माह‍ में‍ कमयचारी‍ 15 कदन‍ अद्धय‍ रसत‍ िेतन‍ अिका्‍ पर‍ रहे‍ त ‍ उसकी‍ एक‍ कदन‍ की‍ मजूरी‍
=7000/31 =`225.81‍हुई‍तथा‍अद्धय‍ रसत‍िेतन‍अिका्‍पर‍`112.90‍ह गी।‍‍कमयचारी‍णजतने‍
कदन‍असाधारण‍अिका्‍पर‍रहता‍है‍ उतने‍ कदन‍कम‍कर‍काम‍करने‍ िाले‍ कदनों‍की‍मजूरी‍की‍गणना‍
की‍जाती‍है।‍कदनांक‍01.04.2014 से‍ ब नस‍की‍गणना‍के ‍णलए‍िेतन‍सीमा‍3500 से‍ बढाकर‍7000
कर‍दी‍गई‍है।‍(आर‍बी‍ई‍सं्‍‍या‍114/2016 कदनांक‍28.09.2016)

वयषकलषठाकुेष2018 33
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

2. प्रत्‍येक‍ माह‍ की‍ मजूरी‍ ज ़ककर‍ णनकटतम‍ प पये‍ में‍ पूणाांककत‍ की‍ जाती‍ है।‍ इस‍ प्रकार‍ 12 माह‍ की‍
मजूरी‍ ज ़ककर‍ उसमें‍ ि य‍ के ‍ कु ल‍ कदनों‍ से‍ भाग‍ देते‍ हैं।‍ दैणनक‍ मजूरी‍ क ‍ द्मलि‍ के ‍ द ‍ अंक‍ तक‍
गणना‍में‍ लेते‍ हैं‍ रर‍णजतने‍ कदन‍का‍उत्‍पादकता‍ब नस‍देने‍ की‍घ णा‍ह ती‍है‍ उससे‍ गुणा‍करने‍ पर‍
कु ल‍राण्‍ज्ञात‍ह ‍जाती‍है।‍(आर‍बी‍ई‍सं्‍‍या‍166/2002 कदनांक‍20.09.2002)
माह माह‍में‍ मूल‍िेतन महंगाई‍ कु ल‍ कु ल‍िेतन‍(अणधकतम‍
उपणस्थणत भत्‍ता मजूरी सीमा‍तक)
अप्रैल 30 18000 720 18720 7000
मई 31 18000 720 18720 7000
जून 30 18000 720 18720 7000
जुलाई 31 18000 720 18720 7000
अगस्‍त 31 18000 720 18720 7000
णसत‍‍बर 30 18000 720 18720 7000
अक्‍टूबर 31 18000 720 18720 7000
नि‍‍बर 30 18000 720 18720 7000
कदस‍‍बर 31 18000 720 18720 7000
जनिरी 31 18000 720 18720 7000
फरिरी 28 18000 720 18720 7000
माचय 31 18000 720 18720 7000
कु ल‍ 365 216000 8640 224640 84000

प्रणतकदन‍मजूरी‍की‍राण्‍= 84000/ 365 =`230.14


देय‍ब नस‍की‍राण्‍= प्रणतकदन‍मजूरी‍की‍राण्‍X कदनों‍की‍सं्‍‍या‍=`230.14 X 78 =`17951

राज्‍य‍रे लिे‍ भणिष्‍य‍णनणध‍में‍ जमा‍करना: क ई‍भी‍कमयचारी‍उत्‍पादकता‍आधाररत‍ब नस‍य जना‍के ‍अंतगयत‍


देय‍पूणय‍या‍आंण्क‍राण् क ‍राज्‍य‍रे लिे‍भणिष्‍य‍णनणध‍में‍जमा‍कर‍सकता‍है।

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क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

कायायलय‍पद्धणत‍
1. डाक‍पंजीयन‍रर‍णितरण: इसके ‍अं‍तगयत‍णन‍‍न‍प्रकक्रया‍्ाणमल‍है-

I. डाक‍की‍प्राणि:‍सामान्‍य‍प प‍से‍ कायायलयों‍में‍ डाक‍ऑकफस‍समय‍में‍ आती‍है।‍इसके अलािा‍ऑकफस‍


समय‍के ‍बाद‍भी‍डाक‍आ‍सकती‍है‍ज ‍द ‍प्रकार‍की‍ह ती‍है-
i. सामान्‍य‍डाक,
ii. महत्‍िपूणय‍रर‍अणत‍आिश्‍यक‍डाक

सामान्‍य‍ डाक‍ णिभाग‍ के ‍ नाम, पते‍ पर‍ या‍ ऑकफस‍ के ‍ नाम‍ पर‍ आती‍ है‍ रर‍ महत्‍िपूणय‍ रर‍ अणत‍
आिश्‍यक‍डाक‍व्‍यककतगत‍नाम, पदनाम‍क ‍संब णधत‍ह ती‍है‍ या‍ककसी‍णि्े ‍व्‍यणि‍के ‍िारा‍लाई‍गई‍ह ती‍
है‍या‍णलफाफे ‍पर‍अणत‍आिश्‍यक‍णलता‍रहता‍है।

व्‍यणिगत‍नाम‍या‍पदनाम‍से‍ या‍ग पनीय‍्ब्‍द‍से‍ अंककत‍डाक‍तथा‍अन्‍य‍सभी‍डाक‍क ‍मु्‍‍य‍डाक‍


रणजस्‍टर‍ में‍ दजय‍ ककया‍ जाता‍ है‍ णजसमें‍ ्ाणमल‍ है- डायरी‍ सं्‍‍या, प्राणि‍ की‍ तारीत, णिभाग‍ का‍ नाम, णि य‍
इत्‍याकद।

II. डाक‍ पंजीयन:‍ मु्‍‍य‍रणजस्‍टर‍ में‍ दजय‍ हुई‍ डाक‍क ‍ उसके ‍ स्‍िप प‍ के ‍ णहसाब‍से‍ जैस‍े अजेंट‍ डाक, तुली‍
डाक, किर‍के ‍साथ‍प्रा्‍‍त‍डाक‍क ‍उनके ‍णलये‍ बनाये‍ गये‍ रणजस्‍टरों‍में‍ कदन-प्रणतकदन‍के ‍णहसाब‍से‍ दजय‍
ककया‍जाएगा।‍

III. डाक‍ णितरण:‍ डाक‍ पंजीयन‍ के ‍ बाद‍ उसकी‍ प्रा‍थणमकताओं‍ के ‍ आधार‍ पर‍ संबंणधत‍ अणधकाररयों‍ क ‍
प्रस्‍तुत‍ ककया‍ जायेगा‍ रर‍ उनके ‍ िारा‍ कदये‍ गये‍ आदे्ानुसार‍ संबंणधत‍ कमयचाररयों‍ क , कायायलय‍
अधीक्षकों‍क , अणधकाररयों‍क ‍णितरण‍(णडस्‍पैच) रणजस्‍टर‍में‍ दजय‍ कर‍उनके ‍हस्‍ताक्षर, नाम, पदनाम‍
का‍णििरण‍रतते‍हुये‍दे‍कदया‍जायेगा।

IV. अणत-आिश्‍यक‍डाक‍का‍णनपटान:‍इस‍प्रकार‍के ‍डाक‍प्राि‍ह ते‍ ही‍उस‍पर‍डाक‍णितरण‍की‍उपयुयक्‍त‍


प्रकक्रया‍पूरी‍करने‍के ‍बाद‍्ीध्रता‍से‍उसका‍णनपटान‍ककया‍जायेगा‍रर‍व्‍य णिगत‍नामों‍से‍प्रा्‍‍त‍डाक‍
संबंणधत‍व्‍यणि‍क ‍या‍उनके ‍व्‍यणिगत‍स्‍टाफ‍क ‍डाक‍रणजस्‍टर‍में‍पंजीकृ त‍करके ‍पहुंचा‍कदया‍जायेगा।

V. बाहर‍भेजी‍जानेिाली‍डाक‍का‍णनपटान:‍इस‍प्रकार‍के ‍डाक‍क ‍बाहर‍भेजे‍ जानेिाले‍ रणजस्‍टर‍में‍ पूणय‍


णििरण‍के ‍साथ‍दजय‍कर‍क ररयर‍के ‍िारा‍भेजे‍जाने‍िाले‍स्‍थानों‍पर‍ऑन‍ड्यूटी‍जानेिाले‍कमयचाररयों‍
के ‍मा‍‍यम‍से‍ या‍कफर‍डाक‍णितरण‍के ‍णलये‍ बनाये‍ गये‍ णडस्‍पैच‍अनुभाग‍के ‍िारा‍डाक‍क ‍बाहर‍भेजा‍
जाता‍है।‍

2. फाईल‍का‍रतरताि: फाईलों‍क ‍बनाने‍रर‍व्‍यिणस्थत‍रतने‍के ‍पीछे‍मु्‍य


‍ ‍उद्देश्य
‍ ‍इस‍प्रकार‍है:-
i. णि यों‍से‍संबंणधत‍परों‍एिं‍पराचार‍क ‍एक‍जगह‍व्‍यिणस्थत‍रतना‍णजससे‍आिश्‍यकता‍प़कने‍पर‍
्ीध्र‍उपलब्‍ध‍ककया‍जा‍सके ।‍
ii. णिणिध‍णि यों‍के ‍संबंध‍में‍जप रत‍पर‍देता‍जा‍सके ।‍
iii. कमयचाररयों‍से‍संबंणधत‍सभी‍तरह‍के ‍ररकाडों‍क ‍एक‍जगह‍संकणलत‍ककया‍जा‍सके ।
iv. भूतकाल‍में‍धरटत‍धटनाओं‍क ‍भणिष्‍य‍की‍धटनाओं‍के ‍संदभय‍में‍परीक्षण‍रर‍णनदान‍हेतु।
v. णि य‍की‍पहचान, रतने‍में‍सुणिधा, त जने‍में‍सुणिधा‍हेतु।

वयषकलषठाकुेष2018 35
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

फाइयलें‍द ‍तरह‍की‍ह ती‍है- सामान्‍य‍तथा‍ग पनीय।‍इसके ‍रतरताि‍में‍णन‍‍न‍्ाणमल‍है-


i. फाईल‍बनाना –‍प्रत्‍येक‍णिभाग‍में‍उनसे‍संबंणधत‍फाईलों‍के ‍णििरण‍एिं‍णलस्‍ट‍दी‍गई‍ह ती‍है‍णजससे‍
संबंणधत‍फाईल‍तैयार‍करना‍ह ता‍है।‍प्रत्‍येक‍फाईल‍पर‍नया‍बनाते‍ समय‍फाईल‍का‍नाम, संबंणधत‍
णिभाग‍का‍नाम, फाईल‍का‍णि य, उपणि य, फाईल‍प्रारं भ‍करने‍की‍णतणथदजय‍की‍जायेगी‍तथा‍फाईल‍
क ‍एक‍नंबर‍कदया‍जायेगा‍रर‍यह‍नंबर‍क्रमबद्ध‍प प‍में‍त ले‍जानेिाले‍ि य‍के ‍संदभय‍में‍कदये‍जायेंगे।‍
ii. नंबरबद्ध‍रतना –‍प्रत्‍येक‍फाईल‍क ‍उसमें‍ संलग्‍न‍सभी‍अणभलेतों‍क , दस्‍तािेजों‍क ‍कदन-प्रणतकदन‍के ‍
णहसाब‍से‍नंबरबद्ध‍ककया‍जाता‍है‍अथायत‍फाईल‍में‍णजतने‍भी‍पेज‍होंगे‍उसका‍प्रत्‍येक‍पेज‍क्रम्: 1, 2,
3, …… नंबरबद्ध‍ह गा‍रर‍फाईल‍में‍ संलग्‍न दस्‍तािेज‍रर‍अणभलेत‍नंबर‍के ‍साथ‍महीने‍ रर‍कदनांक‍
के ‍ क्रम‍ में‍ क्रमबद्ध‍ ह ना‍ चाणहए।‍ इस‍ तरह‍ से‍ फाईल‍ क ‍ तैयार‍ कर‍ फाईल‍ के ‍ प्रथम‍ पेज‍ पर‍ एक‍
सारणी/ सूची‍ बनाकर‍ उसमें‍ क्रमानुसार‍ णि य‍ णलत‍ सकते‍ हैं‍ णजससे‍ आिश्‍यकतानुसार‍ सूची‍ में‍
देतकर‍त जा‍जा‍सकता‍है।
iii. फाईल‍क ‍बंद/समा्‍‍त‍करना –‍फाईल‍क ‍णजस‍णि य‍से‍िह‍संबंणधत‍है‍पूणय‍प प‍से‍काम‍ह ‍जाने‍पर‍
उसे‍ बंद‍ कर‍ कदया‍जाता‍ है‍ रर‍ उस‍ पर‍ बंद‍ करने‍ की‍ तारीत‍ दजय‍ करके ‍ ररकाडय‍ के ‍ णलये‍ रत‍ कदया‍
जाता‍है‍ परं त‍ु णजस‍णि य‍की‍फाईल‍लगातार‍व्‍यिहार‍में‍ प्रय ग‍ह ‍रही‍है, उसके ‍फाईल‍में‍ पयाय्‍त ‍‍
सं्‍‍या‍ह ने‍के ‍बाद‍उसे‍स्‍थायी‍प प‍में‍बंद‍कर‍उसी‍के ‍क्रम‍में‍नई‍फाईल‍त ली‍जायेगी।‍
iv. फाईल‍ मूिमेंट‍ का‍ ररकाडय‍ रतना –‍ ककसी‍ णि य‍ से‍ संबंणधत‍ कायय‍ यकद‍ अन्‍य‍ णिभाग‍ में‍ है‍ त ‍ उस‍
फाईल‍ क ‍ िहां‍ भेजने‍ से‍ पहले‍ अपने‍ पास‍ उसका‍ ररकाडय‍ रतना‍ चाणहये।‍ यकद‍ क ई‍ फाईल‍ ज ‍ कक‍
लगातार‍एक‍णिभाग‍से‍ दूसरे ‍ णिभाग‍में‍ व्‍यिहार‍में‍ है‍ त ‍उसका‍णििरण‍एक‍रणजस्‍टर‍में‍ ररकाडय‍ के ‍
प प‍में‍अपने‍पास‍रतने‍की‍णज‍‍मेदारी‍फाईल‍से‍संबंणधत‍डीनलग‍क्‍लकय ‍की‍ह गी‍रर‍ककसी‍कमयचारी‍
के ‍स्‍थानांतरण‍पर‍उससे‍संबणं धत‍फाईल‍भेजी‍जाती‍है‍त ‍उसका‍ररकाडय‍भी‍रतना‍आिश्‍यक‍है।‍
v. फाईलों‍क ‍सूची‍बद्ध‍करना –‍ज ‍फाईलें‍ बनाई‍गई‍हैं‍ उसक ‍भी‍नंबर‍के ‍णहसाब‍से‍ रर‍णि य‍के ‍
णहसाब‍ से‍ सूचीबद्ध‍ ककया‍ जायेगा‍ तथा‍ उसका‍ ररकाडय‍ ऐसी‍ जगह‍ रता‍ जायेगा‍ णजससे‍ कक‍ संबंणधत‍
ल ग‍उसका‍सुगमता‍पूियक‍उपय ग‍सुणनणित‍कर‍सकें ।‍

vi. फाईलों‍का‍रता‍जाना –‍ितयमान‍समय‍में‍ आधुणनक‍णिज्ञान‍के ‍फलस्‍िप प‍फाईलों‍का‍स्‍िप प‍बदल‍


गया‍है‍क्‍योंकक‍कागज‍पर‍ह नेिाला‍अणधकां्‍काम‍संगणकों‍के ‍मा‍‍यम‍से‍ककया‍जा‍रहा‍है।‍संगणकों‍
पर‍काम‍करते‍ समय‍भी‍उपयुयक्‍त‍सभी‍प्रकक्रया‍का‍पालन‍करते‍ हुये‍ फाईल‍क ‍बनाया‍रर‍रतरताि‍
ककया‍जायेगा‍साथ‍ही‍संगणक‍में‍ ककये‍ गये‍ काम‍क ‍फ्लॉपी‍णडस्‍क‍में‍ भी‍संग्रणहत‍करते‍ समय‍प्रत्‍येक‍
णडस्‍क‍क ‍एक‍फाईल‍मानते‍ हुये‍ उसे‍ नंबर, नाम, णि य, णिभाग, उपणिभाग‍देते‍ हुये‍ व्‍यिणस्थत‍रता‍
जायेगा।‍ ऐसी‍ सभी‍ फ्लॉपी‍ णडस्‍क‍ क ‍ फ्लॉपी‍ किर‍ में‍ तथा‍ अन्‍य‍ फाईलों‍ क ‍ आलमीरा‍ में‍ रता‍
जायेगा।‍

3. ररकाडय‍ का‍भंडारण: ककसी‍ररकाडय‍ के ‍भंडारण‍का‍मतलब‍उस‍प्रकक्रया‍से‍ है‍ णजसमें फाईलों‍की‍डीनलग‍


बंद‍ह ने‍के ‍बाद‍उस‍पर‍समाणि‍की‍तारीत, उसका‍णि य‍बदलकर, उस‍पर‍संदभय‍णलतकर‍तथा‍णसलाई‍आकद‍
कर‍ररकाडय‍के ‍णलये‍रता‍जाता‍है।

ककसी‍फाईल‍क ‍ररकाडय‍के ‍प प‍में‍रतने‍से‍पहले‍णन‍‍न‍प्रकक्रया‍अपनाई‍जाती‍है‍–

i. फाईल‍का‍णि य‍बदलकर‍इस‍प्रकार‍रतना‍चाणहए‍कक‍फाईल‍के ‍अंदर‍की‍सामग्री‍का‍पता‍चल‍सके ।


ii. भंडारण‍से‍ पहले‍ फाईल‍से‍ महत्‍िपूणय‍ णनणययों‍से‍ संबंणधत‍दस्‍तािेज‍ज ‍भणिष्‍य‍में‍ काम‍आ‍सकती‍है,
हटाकर‍गाडय‍फाईल‍में‍रतना‍चाणहए।‍
iii. फाईल‍से‍सभी‍अनािश्‍यक‍कागज‍णनकाल‍देना‍चाणहए‍जैसे‍–ररमाइंडर, प्राणि‍पची, प टीन‍णस्लप, रफ‍
राफ्ट, अणतररक्‍त‍कॉपीतथा‍इसे‍नष्‍ट‍कर‍देना‍चाणहए।‍
iv. सभी‍संदभय‍क ‍पूरा‍करते‍हुये‍पहले‍एिं‍बाद‍का‍संदभय‍फाईल‍पर‍णलतना‍चाणहए।
v. फाईल‍क ‍ररकाडय‍्ाता‍में‍भंडारण‍हेतु‍भेजना‍चाणहए।

वयषकलषठाकुेष2018 36
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4. आंक़कों‍का‍रतरताि: कार्तमक‍णिभाग‍का‍कायय‍ प्रत्‍येक‍कमयचारी‍के ‍णनयुणि‍से‍ सेिाणनिृणत‍तक‍का‍


ररकाडय‍ रतना‍ह ता‍है।‍यह‍काम‍कार्तमक‍णिभाग‍णबना‍य जना‍बनाये‍ नहीं‍कर‍सकती‍है‍ इसणलये‍ कमयचाररयों‍
की‍भती, प्रण्क्षण, णनष्‍कासन‍तथा‍सर्‍‍लस‍कमयचाररयों‍का‍पुन: णनय जन‍सुणनणित‍करने‍ के ‍णलए‍जन‍्णि‍
य जना‍ आिश्‍यक‍ है।‍ जन‍ ्णि‍ य जना‍ के ‍ अंतगयत‍ संगठन‍ के ‍ णलये‍ सही‍ कमयचारी‍ क ‍ णनणित‍ सं्‍‍या‍ में,
आिश्‍यक‍समय‍एिं‍ जगह‍पर‍णनयुक्‍त ककया‍जाता‍है‍ ज ‍आर्तथक‍प प‍से‍ लाभकारी‍ह ।‍इसके ‍िारा‍णिणभन्‍न ‍
णिभागों‍एिं‍ सेिाओं‍में‍ भणिष्‍य‍में‍ आिश्‍यक‍जन‍्णि‍की‍आिश्‍यकताओं‍का‍पता‍लगाया‍जाता‍है।‍यह‍कायय‍
कार्तमक‍ णिभाग‍ िारा‍ व्‍यिणस्थत‍ प प‍ से‍ तभी‍ ककया‍ जा‍ सकता‍ है‍ जब‍ कमयचारी‍ से‍ संबंणधत‍ आंक़कों‍ का‍
रतरताि‍ककया‍जाए।

कमयचाररयों‍की‍सं्‍‍या‍पूर्तत‍के ‍णलए‍आंक़कों‍का‍रतरताि‍कर‍समय‍से‍ उसकी‍मंजूरी‍प्रा्‍‍त ‍की‍जा‍


सकती‍है।‍रे लिे‍ब डय‍ने‍ णिणभन्‍न‍णिभागों‍के ‍पदों‍के ‍णलए‍एक‍क ड‍जारी‍ककया‍है‍ णजससे‍ कं ‍‍्‍य
‍ ूटर‍पर‍आंक़कों‍
का‍रतरताि‍आसान‍ह ‍गया‍है‍ तथा‍आसानी‍से‍ सर्‍‍लस‍तथा‍कमी‍का‍पता‍लगाया‍जा‍सकता‍है।‍अत: यह‍
कहा‍जा‍सकता‍है‍कक‍कमयचारी‍से‍जु़क‍े आंक़कों‍का‍रतरताि‍कर‍रे लिे‍में‍जन‍्णि‍य जना‍का‍सही‍इस्‍ते माल‍
ककया‍जा‍सकता‍है।‍

लेतन‍कौ्ल‍–‍पर‍व्‍यिहार,‍न िंटग,‍रानफ्ट‍ग

पर‍– सरकारी‍कायायलयों‍में‍एक‍दूसरे ‍से‍अपनी‍बात‍कहने‍का‍एक‍मा‍‍यम‍पराचार‍है।‍इसका‍लाभ‍यह‍रहता‍


है‍कक‍जहां‍पर‍प्रा्‍‍त‍करने‍िाला‍पर‍के ‍मा‍‍यम‍से‍पूरी‍सूचना‍पाता‍है‍िहीं‍पर‍भेजने‍िाले‍अणधकारी‍के ‍पास‍
भी‍पूरा‍अणभलेत‍ह ता‍है‍कक‍उसने‍कब, ककसक , क्‍या सूचना‍दी‍है।‍इसी‍तरह‍जहां-जहां‍पर‍जाता‍है‍िह‍एक‍
अणभलेत‍के ‍प प‍में‍संग्रणहत‍रहता‍है।

सामान्‍य‍पर‍–‍सुणिधा‍की‍दृणि‍से‍इसके ‍णन‍‍नणलणतत‍भाग‍ककये‍जा‍सकते‍हैं-

i. फाइल‍सं्‍य ‍ ा –‍भेजे‍ जाने‍ िाले‍ प्रत्‍येक‍पर‍के ‍उपरी‍बायीं‍ओर‍उस‍फाइल‍का‍क्रमांक‍णलता‍जाता‍है‍


णजस‍फाइल‍से‍ पर‍जारी‍ककया‍जा‍रहा‍है।‍ऐसा‍करने‍ पर‍इस‍पर‍का‍उत्‍तर‍देन‍े िाला‍पर‍सं्‍‍या‍का‍
संदभय‍ देगा‍रर‍हमें‍ तत्‍काल‍पता‍चल‍जाएगा‍कक‍प्रा्‍‍त‍उत्‍तर‍ककस‍पर‍से‍ संबंणधत‍है‍ तथा‍िह‍पर‍
ककस‍फाइल‍से‍ जारी‍ककया‍गया‍था।‍आगे‍ भी‍जब‍भी‍कभी‍पराचार‍ह गा‍त ‍पर‍क्रमांक‍से‍ हमें‍ पूरे‍
संदभय‍का‍पता‍चल‍जाएगा।

ii. प्रे क‍कायायलय‍का‍पता –‍सामान्‍यत: पर‍के ‍दायें‍ भाग‍में‍ सबसे‍ उपर‍पर‍भेजने‍ िाले‍ कायायलय‍का‍
नाम‍तथा‍ पता‍ णलता‍जाता‍ है‍ णजससे‍ पर‍प्रा्‍‍त‍करने‍ िाला‍ देतते‍ ही‍समझ‍जाता‍ है‍ कक‍ पर‍ककस‍
कायायलय‍से‍भेजा‍गया‍है।
iii. तारीत –‍पते‍के ‍नीचे‍दायीं‍ओर‍पर‍भेजने‍की‍तारीत‍णलती‍जाती‍है‍णजससे‍जहां‍पर‍भेजने‍िाले‍क ‍
पर‍के ‍उत्‍तर‍तथा‍स्‍मरण‍पर‍देने‍ में‍ समय‍का‍ठीक‍‍‍यान‍रहता‍है‍ िहीं‍पर‍प्रा्‍‍त‍करने‍ िाले‍ क ‍भी‍
पता‍चलता‍है‍ कक‍यह‍पर‍ककस‍तारीत‍क ‍भेजा‍गया‍है‍ तथा‍ककस‍तारीत‍क ‍प्रा्‍‍त ‍हुआ‍है‍ एिं‍ पर‍
का‍उत्‍तर‍कब‍तक‍देना‍अपेणक्षत‍है।

iv. प्रस्‍तत
ु ीकरण –‍पर‍णजस‍अणधकारी‍क ‍भेजा‍जाता‍है‍ पहले‍ उसके ‍णलए‍प्रस्‍तुतीकरण‍ककया‍जाता‍है‍
जैसे‍ –‍ सेिा‍ में, श्रीमान‍ आकद।‍ इससे‍ पर‍ भेजने‍ िाले‍ की‍ णिनम्रता‍ प्रदर्त्‍त‍ ह ती‍ है।‍ प्राय: अपने‍ से‍
कणनष्‍ठ‍अणधकाररयों‍क ‍पर‍भेजते‍समय‍प्रस्‍तुतीकरण‍उपर‍न‍ह कर‍नीचे‍नाम‍दे‍कदया‍जाता‍है।

v. गंतव्‍य –‍ पर‍ के ‍ बायें‍ भाग‍में‍ उस‍ अणधकारी‍ का‍ नाम, पदनाम‍ तथा‍ पता‍ णलता‍ जाता‍ है‍ ताकक‍ पर‍
भेजने‍में‍सुणिधा‍रहे‍तथा‍संबंणधत‍पर‍उसी‍अणधकारी‍क ‍प्रा्‍‍त‍ह ।

वयषकलषठाकुेष2018 37
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

vi. णि य –‍पर‍का‍णि य‍इस‍प्रकार‍संणक्ष्‍‍त‍प प‍से‍ णलता‍जाना‍चाणहए‍ककपर‍प्रा्‍‍त करने‍ िाला‍देतते‍


ही‍समझ‍जाए‍कक‍अमुक‍पर‍ककस‍णि य‍से‍संबंणधत‍है।‍णि य‍की‍उपयुक्‍तता‍तथा‍गंभीरता‍क ‍देतते‍
हुए‍प्रा्‍‍तकताय‍अणधकारी‍उस‍पर‍तत्‍काल‍कारय िाई‍कर‍सकता‍है।

vii. उणचत‍मा‍‍यम‍से – कभी-कभी‍पर‍उ्‍‍च‍अणधकाररयों‍क ‍सीधा‍न‍भेजकर‍अपने‍से‍उ्‍‍च‍अणधकाररयों‍


के ‍मा‍‍यम‍से‍ भेजा‍जाता‍है।‍इस‍संबंध‍में‍ नीचे‍ के ‍अणधकारी‍क ‍पर‍की‍जानकारी‍णमल‍जाती‍है‍ रर‍
िे‍ अपनी‍रट्‍‍पणणयां‍ भी‍णलतते‍ हैं।‍ऐसी‍णस्थणत‍में‍ णजस‍अणधकारी‍क ‍पर‍भेजा‍जाता‍है‍ उनके ‍नाम,
पदनाम‍तथा‍पते‍के ‍नीचे‍क ष्‍ठक‍में‍उणचत‍मा‍‍यम‍णलता‍जाना‍अणनिायय‍है।

viii. स‍‍ब धन – यह‍सामान्‍य‍ण्ष्‍टाचार‍है।‍सामान्‍य‍परों‍में‍प्राय: मह दय, मह दया‍्ब्‍दों क ‍प्रय ग‍ककया‍


जाता‍है।‍अद्धय्ासकीय‍परों‍में‍ पर‍भेजने‍ िाले‍ तथा‍पर‍पाने‍ िाले‍ के ‍स्‍तर‍तथा‍संबध ं ों‍क ‍‍‍यान‍में‍
रतते‍हुए‍प्राय: णप्रय, णप्रय‍श्री, णप्रय‍श्रीमणत, आदरणीय‍आकद‍्ब्‍दों‍का‍प्रय ग‍ककया‍जाता‍है।

ix. पर‍का‍मूल‍भाग –‍यह‍भाग‍पर‍का‍बहुत‍महत्‍िपूणय‍ भाग‍ह ता‍है।‍इस‍संबंध‍में‍ णि य‍की‍आरं णभक‍


जानकारी, उस‍पर‍णिस्‍तृत‍चचाय‍तथा‍अपना‍णनदे्‍अथिा‍सूची‍भी‍दी‍जाती‍है।‍इस‍भाग‍के ‍तीन‍उप‍
भाग‍ककए‍जा‍सकते‍हैं‍–

क. आरं भ (मूल‍पर‍णलतते‍ समय‍यह‍णलतना‍आिश्‍यक‍है‍ कक‍यह‍पर‍ककस‍संदभय‍ में‍ णलता‍जा‍रहा‍है‍


अथिा‍ क्‍यों‍ णलता‍ जा‍ रहा‍ है।‍ पर‍ का‍ उत्‍तर‍ भेजते‍ समय‍ उस‍ संदभय‍ का‍ उ‍‍लेत‍ ककया‍ जाता‍ है।‍
स्‍मरणपर‍भेजते‍समय‍हम‍अपने‍ही‍पर‍का‍संदभय‍देते‍हैं),
त. म‍‍य‍भाग (पर‍के ‍म‍‍य‍भाग‍में‍ णि य‍पर‍णिस्‍तार‍से‍ चचाय‍ की‍जाती‍है‍ तथा‍अपेणक्षत‍जानकारी‍दी‍
जाती‍है),
ग. अंणतम‍ भाग (पर‍के ‍ अंत‍ में‍ पूरे‍ णि य‍ पर‍ चचाय‍ करने‍ के ‍ बाद‍ आिश्‍यक‍ सूचना‍ अथिा‍णनदे्‍ जारी‍
ककए‍जाते‍हैं)
x. अंत‍में -‍पर‍के ‍नीचे‍ दायीं‍ओर‍भिदीय, भिदीया‍अथिा‍आपका‍्ब्‍द‍णलतकर‍उसके ‍नीचे‍ हस्‍ताक्षर‍
ककए‍जाते‍ हैं।‍यह‍भी‍पर‍प्रा्‍‍त‍करने‍ िाले‍ के ‍णलए‍स‍‍मान‍का‍सूचक‍है।‍अद्धय्ासकीय‍परों‍में‍ के िल‍
पर‍भेजने‍ िाले‍ का‍नाम‍णलता‍जाता‍है‍ तथा‍सामान्‍य‍परों‍में‍ नाम‍रर‍पदनाम‍अथिा‍संणक्ष्‍‍त‍पता‍
भी‍णलत‍कदया‍जाता‍है।

xi. अनुलग्‍नक भेजना - यकद‍पर‍के ‍साथ‍क ई‍अनुलग्‍नक‍भेजना‍ह ‍त ‍बायीं‍ओर‍संलग्‍न‍णलतकर‍पर‍के ‍


साथ‍भेजी‍जाने‍िाली‍सूची, ररप टय‍अथिा‍फाइल‍ज ‍भी‍ह ‍िह‍णलत‍कदया‍जाता‍है।
xii. प्रणतयां भेजना - यकद‍पर‍की‍प्रणतयां‍ ककसी‍अन्‍य‍अणधकारी‍क ‍भेजनी‍ह ‍त ‍णजन-णजन‍अणधकाररयों‍
क ‍ प्रणतयां‍ भेजनी‍ हैं‍ पर‍ के ‍ नीचे‍ उन‍ सभी‍ अणधकाररयों‍ क ‍ उनकी‍ िररष्‍ठता‍ क्रम‍ के ‍ अनुसार‍
अणधकाररयों‍ का‍नाम, पदनाम‍ तथा‍ पता‍ णलत‍कदया‍जाता‍ है।‍प्रणतणलणपयां‍ भेजते‍ समय‍ कभी-कभी‍
प्रा्‍‍त‍करने‍िाले‍अणधकाररयों‍के ‍णलए‍णि्े ‍णनदे्, अनुर ध‍तथा‍प्राथयना‍भी‍णलती‍जाती‍है।

परों‍के ‍प्रकार –‍सरकारी‍कायायलयों‍में‍कई‍प्रकार‍के ‍परों‍का‍प्रय ग‍ककया‍जाता‍है।‍प्रत्‍येक‍पर‍पररणस्थणत‍तथा‍


आिश्‍यकता‍के ‍अनुप प‍णलता‍जाता‍है।‍णि्े ‍प प‍से‍इसके ‍णन‍‍नणलणतत‍प्रकार‍हैं-

i. अद्धय्ासकीय‍ पर‍ : ककसी‍ णि य‍ क ‍ महत्‍ि‍ देने‍ तथा‍ अणधकारी‍ णि्े ‍ का‍ ‍‍यान‍ आ‍कर्त त‍ करने‍ के ‍
णलए‍अद्धय्ासकीय‍पर‍का‍प्रय ग‍ककया‍जाता‍है।‍इस‍पर‍में‍ अनौपचाररकता‍का‍भाि‍ह ता‍है‍ तथा‍
प्रथम‍ पुप ‍ में‍ णलता‍ जाता‍ है।‍ जब‍ सामान्‍य‍ पर‍ से‍ काम‍ नहीं‍ चलता‍ तब‍ अद्धय्ासकीय‍ पर‍ भेजा‍
जाता‍है।‍चूंकक‍यह‍पर‍णमर‍भाि‍से‍ णलता‍जाता‍है‍ अत: ऐसा‍पर‍ककसी‍मंरालय/ णिभाग‍के ‍ककसी‍
ऐसे‍अणधकारी‍िारा‍णलता‍जाना‍चाणहए‍ज ‍आमतौर‍पर‍णजस‍अणधकारी‍क ‍पर‍भेजा‍जाना‍है‍उसके ‍
पद‍स्‍तर‍से‍एक‍अथिा‍द ‍स्‍तर‍से‍नीचे‍का‍न‍ह ।‍

वयषकलषठाकुेष2018 38
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

इन‍परों‍क ‍णलतते‍समय‍णन‍‍न‍बातों‍का‍‍‍यान‍रतना‍चाणहए-
 भा ा‍भले‍ही‍बातचीत‍की‍ह ,‍बात-चीत‍की‍तरह‍न‍णलतें,
 पर‍का‍स्‍िर‍णमरतापूणय‍ह ,‍्ुष्क
‍ ‍रर‍व्‍यणित्िणिहीन‍नहीं,
 भा ा‍ऐसी‍ह ‍कक‍णिश्‍िास‍पैदा‍ह ,
 इन‍परों‍की‍रचना/ फामय‍रपचाररक‍परों‍से‍अलग‍ह ता‍है।

ii. कायायलय‍ ज्ञापन‍ : इसका‍ प्रय ग‍ प्राय: अन्‍य‍ णिभागों‍ से‍ सूचनाओं‍ के ‍ आदान-प्रदान‍ में‍ अथिा‍ सूचना‍
मांगने‍ अथिा‍भेजने‍ में‍ ककया‍जाता‍है।‍कमयचाररयों/ अणधकाररयों‍क ‍णनदे्‍जारी‍करने‍ के ‍णलए‍भी‍
यह‍णिधा‍प्रयुक्‍त‍ह ती‍है।‍‍अधीनस्‍थ‍तथा‍संबद्ध‍कायायलयों‍क ‍भी‍कायायलय‍ज्ञापन‍जारी‍ककये‍ जाते‍
हैं।‍यह‍अन्‍य‍पुप ‍में‍ णलता‍जाता‍है।‍इसमें‍ सेिा‍में,‍भिदीय‍आकद‍का‍प्रय ग‍नहीं‍ककया‍जाता‍के िल‍
हस्‍तक्षर‍करने‍िाले‍अणधकारी‍का‍नाम‍रर‍पदनाम‍णलता‍जाता‍है।

iii. अन्‍तर्तिभागीय‍न ट‍: लागू‍आदे्ों‍तथा‍णनयमों‍के ‍संबंध‍में‍क ई‍स्‍पष्‍टीकरण‍देने‍अ‍थिा‍ककसी‍प्रस्‍ताि‍


पर‍ दूसरे ‍ णिभाग‍ का‍ पराम्य,‍ अनुमणत,‍ णिचार‍ अथिा‍ रट्‍‍पणी‍ आकद‍ के ‍ आदान-प्रदान‍ के ‍ णलए‍
अंतर्तिभागीय‍न ट‍का‍प्रय ग‍ककया‍जाता‍है।‍ककसी‍संबद्ध‍अथिा‍अधीनस्‍थ‍णिभाग‍के ‍णिचार‍जानने‍
के ‍णलए‍भी‍इसका‍प्रय ग‍ककया‍जाता‍है। यह‍न ट‍फाइल‍के ‍साथ‍भेजा‍जा‍सकता‍है‍अथिा‍स्‍ित: पूणय‍
अलग‍से‍न ट‍भी‍भेजा‍जा‍सकता‍है।‍इसमें‍ककसी‍प्रकार‍की‍रपचाररकता‍का‍णनिायह‍करने‍की‍परं परा‍
नहीं‍है।
iv. पृष्ठ
‍ ांकन‍: यह‍कई‍कारणों‍से‍ककया‍जाता‍है-
 जब‍ क ई‍ पर‍ डाक‍ की‍ अव्‍यिस्‍था‍ से‍ संब णधत‍ अणधकारी‍ से‍ णभन्‍न‍ कहीं‍ रर‍ भेज‍ कदया‍ जाये‍ त ‍
प्रा्‍‍तकताय‍अणधकारी‍का‍कतयव्‍य‍है‍कक‍िह‍मूल‍पर‍क ‍यथ णचत‍अणधकारी‍क ‍पृष्ठ ‍ ांककत‍कर‍दे।
 जब‍क ई‍पराकद‍उणचत‍मा‍‍यम‍से‍ भेजा‍जाता‍है‍ त ‍बीच‍का‍अणधकारी, यह‍पर‍उ्‍‍चाणधकारी‍क ‍
पृष्ठ
‍ ांककत‍करता‍है।‍इसमें‍बीच‍का‍अणधकारी‍प्राय: अपनी‍रट्‍‍पणी‍भी‍दजय‍करता‍है।
 बहुधा‍पर‍की‍प्रणतयां‍ संबंणधत‍अणधकारी‍के ‍अणतररक्‍त‍सूचना‍ि‍आिश्‍यक‍काययिाही‍के ‍णलए‍अन्‍य‍
अणधकाररयों‍क ‍भी‍भेजी‍जाती‍है।‍यहां‍पर‍भेजने‍िाला‍अणधकारी‍स्‍ियं‍ही‍पृष्‍ठांककत‍करता‍है।

v. अणधसूचना : णनयम,‍ आदे्,‍ अणधकारों‍ का‍ प्रत्‍याितयन,‍ राजपणरत‍ अणधकाररयों‍ की‍ णनयुणि‍ अथिा‍
पद न्‍नणत‍ के ‍ आदे्‍ आकद‍ क ‍ णिस्‍तृत‍ प्रचाररत‍ करने‍ के ‍ णलए‍ भारत‍ के ‍ गजट‍ में‍ प्रका्नाथय‍
अणधसूचना‍ जारी‍ की‍ जाती‍ है।‍ कभी-कभी‍ महत्‍िपूणय‍ सूचना‍ तथा‍ न रटस‍ आकद‍ की‍ अणधसूचना‍
समाचार‍परों‍में‍ भी‍प्रकाण्त‍करिायी‍जाती‍है।‍इसमें‍प्रका्न‍की‍तारीत‍ि‍समय‍आकद‍भी‍कदया‍
जाता‍है‍तथा‍यह‍भी‍बताया‍जाता‍है‍कक‍गजट‍के ‍ककस‍भाग‍में‍प्रकाण्त‍की‍जाये।
vi. संक‍‍प‍ : सरकार‍ िारा‍ महत्‍िपूणय‍ मामलों‍ में‍ नीणत‍ संब‍ध
ं ी‍ ककए‍ गए‍ णनणययों‍ क ‍ आम‍ जनता‍ में‍
प्रचाररत/ प्रसाररत‍करने‍ के ‍णलए‍संक‍‍प‍का‍प्रय ग‍ककया‍जाता‍है।‍णि्े ‍मामलों‍में‍ जॉच‍आय गों‍
के ‍गठन‍तथा‍उनकी‍ररप टों‍पर‍सरकार‍िारा‍णलये‍गए‍णनणयय‍अथिा‍उनके ‍कायायन्‍ि यन‍के ‍णलए‍भी‍
संक‍‍प‍ का‍ प्रय ग‍ ककया‍ जाता‍ है।‍ संक‍‍प‍ भी‍ आमतौर‍ पर‍ भारत‍ के ‍ राजपर‍ (गजट) में‍ प्रकाण्त‍
ककये‍जाते‍हैं।‍

vii. प्रेस‍ णिज्ञणि/ न ट : जब‍ क ई‍ कायायलय‍ ककसी‍ णनणयय‍ अथिा‍ अपने‍ णिचार‍ क ‍ जनसामान्‍य‍ तक‍
पहुंचाना‍चाहता‍है‍ त ‍समाचार‍परों/ पणरकाओं‍आकद‍में‍ प्रका्ना‍थय‍ प्रेस‍णिज्ञणि/ न ट‍भेजता‍है।‍‍‍
प्रेस‍न ट‍की‍तुलना‍में‍ प्रेस‍णिज्ञणि‍अणधक‍रपचाररक‍ह ती‍है‍ रर‍यह‍अपेक्षा‍की‍जाती‍है‍ कक‍प्रेस‍
णिज्ञणि‍क ‍समाचार‍परों‍िारा‍ज्‍यों‍की‍त्‍यों‍प्रकाण्त‍की‍जाय।‍‍जबकक‍प्रेस‍न ट‍क ‍णििेकानुसार‍
संपाकदत‍कर‍संणक्ष्‍‍त‍अथिा‍णिस्‍तार‍ककया‍जा‍सकता‍है।

वयषकलषठाकुेष2018 39
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

viii. कायायलय‍ आदे् : इसका‍ प्रय ग‍कायायलय/ णिभाग‍में‍ सामान्‍यत: आंतररक‍ प्र्ासन‍ संबंधी‍ अनुद् े ‍
जारी‍ करने‍ के ‍ णलए‍ ककया‍ जाता‍ है‍ जैसे‍ छु रट्ट‍यॉ‍ मंजूर‍ करने,‍ कमयचाररयों‍ के ‍ कायय‍ णितरण/
स्‍थानांतरण‍करने‍आकद‍से‍संबंणधत।

ix. आदे् : णिणभन्‍न‍ प्रकार‍ की‍णित्‍तीय‍ स्‍िीकृ णतयां‍ जारी‍करने‍ तथा‍ अनु्ासणनक‍ मामलों‍ में‍ संबंणधत‍
कमयचाररयों‍ क ‍ सरकारी‍ आदे्ों‍ की‍ सूचना‍ देने‍ के ‍ णलए‍ आदे्‍ का‍ प्रय ग‍ ककया‍ जाता‍ है।‍ ‍ जैसे -
आयकर‍णिभाग‍में‍णनधायरण‍आदे्,‍सं् धन‍आदे्‍तथा‍्ाणस्त‍आदे्‍जारी‍ककये‍जाते‍हैं।

x. अनुस्‍मारक‍(स्‍मरण‍पर/ ररमाइण्‍डर) : जब‍ककसी‍कायायलय‍या‍व्‍यणि‍से‍णपछले‍ पर‍िारा‍मांगी‍गई‍


सूचना‍या‍णनणयय‍आकद‍समय‍से‍नहीं‍प्रा्‍‍त‍ह ते‍हैं‍त ‍उन्‍ह‍ें प्रा्‍‍त‍करने‍के ‍णलए‍ज ‍पर‍णलते‍जाते‍हैं‍
िे‍अनुस्म
‍ ारक‍पर‍कहलाते‍हैं।‍ये‍पर‍अक्‍सर‍सामान्‍य‍सरकारी‍पर‍के ‍प प‍में‍ही‍णलते‍जाते‍हैं।‍इसमें‍
प्राय: पर‍ का‍ िही‍ प्राप प‍ इस्‍तेमाल‍ ककया‍ जाता‍ है‍ ज ‍ मूल‍ पर‍ में‍ प्रयुक्‍त‍ हुआ‍ था,‍ जैसे‍ कायायलय‍
ज्ञापन‍के ‍णलए‍कायायलय‍ज्ञापन‍के ‍प प‍में,‍सामान्‍य‍सरकारी‍पर‍के ‍णलए‍उसी‍प प‍में।‍कभी‍यह‍भी‍
ह ‍सकता‍है‍ कक‍संबंणधत‍या‍उ्‍‍चतर‍अणधकारी‍के ‍नाम‍से‍ अद्धय्ासकीय‍पर‍के ‍प प‍में‍ अनुस्म ‍ ारक‍
णलता‍जाए।

xi. पररपर‍ (सकुय लर) : जब‍ एक‍ ही‍ णि य-िस्‍तु‍ का‍ पर,‍ एक‍ ही‍ अणधकारी‍ िारा‍ अनेक‍ मंरालयों,‍
णिभागों,‍अधीनस्‍थ‍कायायलयों,‍क्षेरीय‍कायायलयों‍आकद‍क ‍भेजा‍जाता‍है‍ त ‍उसे‍ पररपर‍के ‍प प‍में‍
जारी‍ककया‍जाता‍है।‍इसमें‍ पूरे‍ पर‍का‍मसौदा‍एक‍ही‍ह ता‍है।‍संब धन‍उस‍सभी‍अणधकाररयों‍क ‍
ककया‍जाता‍है‍णजन्‍ह‍ें पररपर‍भेजना‍ह ।

xii. आिेदन‍पर‍(ए्‍‍लीके ्न) : कमयचारी‍अपने‍ उ्‍‍च‍अणधकाररयों‍क ‍ज ‍पर‍या‍प्राथयना‍पर‍भेजता‍है‍


िे‍आिेदन‍कहलाते‍ हैं।‍इन्‍हें‍ णलतने‍ का‍एक‍रपचाररक‍तरीका‍रर‍फामय‍ ह ता‍है।‍्ुप आत‍में‍ ‘सेिा‍
में’,‍ णलतकर‍ अणधकारी‍ का‍ पदनाम‍ रर‍ कायायलय‍ का‍ पता‍ णलता‍ जाता‍ है।‍ संब धन‍ में‍ ‘मह दय’‍
णलतकर‍अपना‍आिेदन‍णलता‍जाता‍है‍ णजसमें‍ अंत‍में‍ अपनी‍प्राथयना‍णलत‍दी‍जाती‍है।‍आिेदन‍के ‍
बाद‍‘भिदीय’‍के ‍नीचे‍हस्‍ताक्षर‍करके ‍पूरा‍नाम,‍पदनाम,‍पता‍रर‍तारीत‍णलती‍जाती‍है।

वयषकलषठाकुेष2018 40
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

अद्धय्ासकीय‍पर‍का‍उदाहरण-

क.त.ग
सणचि
भा.रा.से.

सं्‍‍या‍...........
भारत‍सरकार
राजस्‍ि‍णिभाग,
जी-14,‍के न्‍रीय‍राजस्‍ि‍भिन,
नई‍कद‍‍ली‍– 110002
कदनांक:

णप्रय‍श्री

णि य:

आ्ा‍की‍जाती‍है‍कक‍आप‍इस‍संबंध‍में‍यथा्ीध्र‍कारय िाई‍करें गे‍तथा‍की‍गई‍कारय िाई‍से‍हमें‍अिगत‍


करायेंगे।

सादर
भिदीय
‍‍‍‍‍(हस्‍ताक्षर)
क.त.ग

श्री‍अ.ब.स
सणचि
............ णिभाग
नई‍कद‍‍ली

वयषकलषठाकुेष2018 41
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

कायायलय‍ज्ञापन‍का‍उदाहरण-

सं्‍‍या‍...........
भारत‍सरकार
पररिार‍क‍‍याण‍मंरालय,
नई‍कद‍‍ली
कदनांक:
कायायलय‍ज्ञापन
णि य:

मुझे‍यह‍कहने‍का‍णनदे्‍हुआ‍है‍कक

गृह‍मंरालय‍इत्‍याकद‍से‍ अनुर ध‍है‍ कक‍िे‍ इस‍कायायलय‍ज्ञापन‍की‍णि य‍िस्‍तु‍ से‍ अपने‍ अधीन‍काम‍


कर‍रहे‍सभी‍सरकारी‍कमयचाररयों‍क ‍सूणचत‍कर‍दें।

‍‍‍‍‍‍‍ह/-
(क.‍त.‍ग)
अिर‍सणचि,‍भारत‍सरकार

सेिा‍में,
भारत‍सरकार‍के ‍सभी‍मंरालय‍णिभाग,
नई‍कद‍‍ली

प्रणतणलणप: जानकारी‍के ‍णलए‍मंरी,‍के न्‍रीय‍सणचिालय‍णहन्‍दी‍परर द,‍नई‍कद‍‍ली‍क ‍प्रेण त।

‍‍‍‍‍‍ह/-
(क‍त‍ग)
अिर‍सणचि,‍भारत‍सरकार

वयषकलषठाकुेष2018 42
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

अन्‍तर्तिभागीय‍न ट‍का‍उदाहरण-

भारत‍सरकार
पररिार‍क‍‍याण‍मंरालय,

सं्‍‍या‍........... कदनांक:

णि य:‍पररिार‍क‍‍याण‍य जना‍के ‍अंतगयत‍गरीब‍मणहलाओं‍क ‍सहायता‍राण्‍का‍भुगतान।

पररिार‍ क‍‍याण‍ य जना‍ के ‍ अंतगयत‍ ितयमान‍ व्‍यिस्‍था‍ णनयमों‍ में‍ दूसरी‍ बातों‍ के ‍ साथ-साथ‍ यह‍ भी‍
कदया‍गया‍है‍कक‍.........................

2.

3.

4.

णित्‍त‍मंरालय‍(व्‍यय‍णिभाग) से‍अनुर ध‍है‍कक‍िे‍इस‍प्रस्‍ताि‍पर‍अपनी‍स्‍िीकृ णत‍प्रदान‍करें ।

‍ह/-
(क‍त‍ग)
उप‍सणचि
णित्‍त‍मंरालय‍(व्‍यय‍णिभाग)

वयषकलषठाकुेष2018 43
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

पृष्ठ
‍ ांकन‍का‍उदाहरण-

सं्‍‍या‍...........
कायायलय‍आयकर‍सहायक‍आयुक्त

सकय ल‍........., नई‍कद‍‍ली
कदनांक:
सेिा‍में,
सुरक्षा‍अणधकारी,
आयकर‍णिभाग
के न्‍रीय‍राजस्‍ि‍भिन,
नई‍कद‍‍ली।

णि य:

मह दय,
उपयुयक्‍त‍ णि य‍ पर‍ आयकर‍ अणधकारी‍ ............. का‍ कदनांक‍ ............. का‍ पर‍ ज ‍ आपक ‍ संब णधत‍
ककया‍गया‍है,‍भूल‍से‍ इस‍कायायलय‍में‍ भेज‍कदया‍गया‍है।‍मूलपर‍आपक ‍यथािश्‍यक‍काययिाही‍के ‍णलए‍भेजा‍
जाता‍है।

भिदीय
(क‍त‍ग)
सहायक‍आयकर‍आयुक्त

संलग्‍न: यथ परर।

प्रणतणलणप: आयकर‍अणधकारी‍............... क ‍सूचनाथय‍एिं‍आिश्‍यक‍काययिाही‍के ‍णलए।

वयषकलषठाकुेष2018 44
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

अणधसूचना‍का‍उदाहरण-

(भारतीय‍राजपर‍के ‍भाग-1 तण्‍ड-2 में‍प्रका्न‍के ‍णलए)


भारत‍सरकार
सूचना‍एिं‍प्रसारण‍मंरालय

नई‍कद‍‍ली, कदनांक:

अणधसूचना

सं्‍‍या‍ 3/5/62- प्र्ासन(1) के न्‍रीय‍ सणचिालय‍ सेिा‍ के ‍ प्रथम‍ ग्रेड‍ के ‍ अणधकारी‍ श्री‍ राम‍ ्रण‍
्माय‍ ने‍ अर्तजत‍छु ट्टी‍से‍ लौटने‍ पर‍सूचना‍तथा‍प्रसारण‍मंरालय‍में‍ तारीत‍10 मई‍पूिायन्‍ह‍से‍ अिर‍सणचि‍का‍
काययभार‍संभाल‍णलया‍है।

(च. छ. ज)
अिर‍सणचि
भारत‍सरकार

सेिा‍में,
प्रबंधक,
भारत‍सरकार‍प्रेस,
फरीदाबाद
सं. ................... नई‍कद‍‍ली,‍कदनांक:

वयषकलषठाकुेष2018 45
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

संक‍‍प‍का‍उदाहरण-

(भारत‍के ‍राजपर‍के ‍भाग-1 तण्‍ड-1‍में‍प्रका्न‍के ‍णलए)


भारत‍सरकार
पयायिरण‍मंरालय

नई‍कद‍‍ली, कदनांक:

राजभा ा‍संक‍‍प, 1968


गृह‍मंरालय,‍नई‍कद‍‍ली,‍कदनांक‍18 जनिरी, 1968 संसद‍के ‍द नों‍सदनों‍िारा‍पाररत‍णन‍‍नणलणतत‍
सरकारी‍संक‍‍प‍आम‍जानकारी‍के ‍णलए‍प्रकाण्त‍ककया‍जाता‍है-

संक‍‍प

जबकक‍संणिधान‍के ‍अनु्‍‍छेद‍343 के ‍अनुसार‍संध‍की‍राजभा ा‍णहन्‍दी‍रहेगी‍रर‍उसके ‍अनु्‍‍छेद‍


351 के ‍अनुसार‍णहन्‍दी‍भा ा‍का‍प्रसार,‍िृणद्ध‍करना‍रर‍उसका‍णिकास‍करना‍ताकक‍िह‍भारतकी‍सामाणसक‍
संस्क
‍ ृ णत‍के ‍सब‍तत्‍िों‍की‍अणभव्‍यणि‍का‍मा‍‍यम‍ह ‍सके ,‍संध‍का‍कतयव्‍य‍है।

यह‍सभा‍संक‍‍प‍करती‍है‍कक‍णहन्‍दी‍के ‍प्रसार‍एिं‍णिकास‍की‍गणत‍बढाने‍के ‍हेतु‍तथा‍संध‍के ‍णिणभन्‍न‍


राजकीय‍ प्रय जनों‍ के ‍ णलए‍ उत्‍तर त्‍तर‍ इसके ‍ प्रय ग‍ हेत‍ु भारत‍ सरकार‍ िारा‍ एक‍ अणधक‍ गहन‍ एिं‍ व्‍यापक‍
काययक्रम‍ तैयार‍ ककया‍ जाएगा‍ रर‍ उसे‍ कायायणन्ित‍ ककया‍ जाएगा‍ रर‍ ककए‍ जाने‍ िाले‍ उपायों‍ एिं‍ की‍ जाने ‍
िाली‍प्रगणत‍की‍णिस्‍तृत‍िार्त क‍मू‍‍यांकन‍ररप टय‍ संसद‍की‍द नों‍सभाओं‍के ‍पटल‍पर‍रती‍जाएगी‍रर‍सब‍
राज्‍य‍सरकारों‍क ‍भेजी‍जाएगी।
‍‍ह/-
(क‍त‍ग)
संयुक्‍त‍सणचि,‍भारत‍सरकार
सेिा‍में,
प्रबंधक,
भारत‍सरकार‍प्रेस, फरीदाबाद

वयषकलषठाकुेष2018 46
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

प्रेस‍णिज्ञणि/ न ट‍का‍उदाहरण-

कदनांक‍ .......................... के ‍ प्रात:/ सायं‍ ....................... बजे‍ से‍ पहले‍ प्रकाण्त‍ या‍ प्रसाररत‍ न‍ ककया‍
जाए।

प्रेस‍णिज्ञणि/ न ट
णित्‍त‍मंरालय‍से‍संबंणधत‍णि यों‍पर‍णहन्‍दी‍में‍मूल‍पुस्त
‍ क‍लेतकों‍क ‍पुरस्‍कृत‍करने‍संबंधी‍

णित्‍त‍मंरालय‍से‍ संबंणधत‍णि यों‍पर‍णहन्‍दी‍में‍ मूल‍पुस्त


‍ क‍णलतने‍ िालों‍क ‍प्र त्‍साणहत‍करने‍की‍दृणि‍
से‍एक‍पुरस्‍कार‍य जना‍लागू‍की‍गई‍है।‍तदनुसार‍णित्‍त‍मंरालय‍णन‍‍न‍प्रकार‍पुरस्‍कार‍य जना‍लागू‍करता‍है-

 प्रथम‍पुरस्‍कार 10,000 प .
 णितीय‍पुरस्‍कार‍ 7,500 प .
 तृतीय‍पुरस्‍कार‍ 3,000 प .

इस‍संबंध‍में‍रर‍जानकारी‍के ‍णलए‍लेतक‍णनदे्क‍(राजभा ा) णित्‍त‍मंरालय‍से‍संपकय ‍कर‍सकते‍हैं‍


तथा‍प्रिे्‍पर‍आकद‍प्रा्‍‍त‍कर‍सकते‍हैं।

णित्‍त‍मंरालय
नाथय‍ब्‍लाक,‍कद‍‍ली‍
सं्‍‍या: कदनांक:

प्रधान‍ सूचनाणधकारी,‍ प्रेस‍ सूचना‍ ब्‍यूर ,‍ सूचना‍ ि‍ प्रसारण‍ मंरालय, भारत‍ सरकार,‍ नई‍ कद‍‍ली‍ क ‍
प्रे णाथय‍भेजी‍जाती‍है।‍उनसे‍अनुर ध‍है‍कक‍इसका‍यथासंभि‍प्रचार‍–‍प्रसार‍ककया‍जाए।

(क‍त‍ग)
‍‍‍‍‍संयुक्‍त‍सणचि,‍भारत‍सरकार

वयषकलषठाकुेष2018 47
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

कायायलय‍आदे्‍का‍उदाहरण-

कायायलय‍कार्तमक‍णिभाग,
उत्‍तर‍पणिम‍रे लिे, जयपुर
सं्‍‍या‍......... कदनांक

कायायलय‍आदे्
णि य:

इस‍णिभाग‍के ‍स्‍थायी‍अिर‍श्रेणी‍णलणपक‍श्री‍अ.ब.स‍क ‍कदनांक‍.............. से‍ ................. तक‍..............


कदन‍की‍अर्तजत‍छु ट्टी‍मंजूर‍की‍जाती‍है‍रर‍उन्‍हें‍अपनी‍छु ट्टी‍के ‍पहले‍कदनांक‍............... क ‍प़कने‍िाली‍............
की‍साियजणनक‍छु ट्टी‍ज ़कने‍की‍अनुमणत‍भी‍दी‍जाती‍है।

2. यह‍प्रमाणणत‍ककया‍जाता‍है‍कक‍छु ट्टी‍की‍समाणि‍पर‍श्री‍अ.ब.स‍के ‍उसी‍स्‍थान‍पर‍ड्यूटी‍पर‍लौटने‍


की‍संभािना‍है‍जहां‍से‍िे‍छु ट्टी‍पर‍गए‍थे।‍

(क.त.ग)
सहायक‍कार्तमक‍अणधकारी
जयपुर
प्रणतणलणप: 1. कायायलय‍आदे्‍रणजस्‍टर
2. िेतन‍णबल‍अनुभाग
3. संबंणधत‍अनुभाग
4. श्री‍अ.ब.स।‍

वयषकलषठाकुेष2018 48
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

आदे् का‍उदाहरण-

फा. सं. 18015/50/93 –‍के . णह. प्र. सं.


भारत‍सरकार
गृह‍मंरालय
राजभा ा‍णिभाग
‍‍नौिां‍तल,‍ल कनायक‍भिन,
तान‍माके ट,‍नई‍कद‍‍ली- 3
‍‍‍‍कदनांक:
आदे्

गृह‍ मंरालय‍ (राजभा ा‍ णिभाग) अपने‍ अधीनस्‍थ‍ कायायलय‍ के न्‍रीय‍ णहन्‍दी‍ प्रण्क्षण‍ संस्थ
‍ ान‍ तथा‍
इसके ‍क लकाता,‍मुंबई,‍बंगल र,‍मरास‍तथा‍हैदराबाद‍णस्थत‍उप‍संस्थ ‍ ानों‍क ‍णन‍‍नणलणतत‍णि यों‍के ‍णलए‍
राजभा ा‍णनयम‍1976 के ‍णनयम‍8(4) के ‍अंतगयत‍णिणनर्ददष्‍ट‍करता‍है।‍ये‍कायायलय‍पहले‍से‍ही‍णनयम‍10(4)
के ‍अंतगयत‍अणधसूणचत‍हैं‍–

i. सभी‍प्रकार‍के ‍अग्रप्रे ण‍पर


ii. सभी‍अनुस्म‍ ारक
iii. सभी‍िेतन‍णबल
iv. णचककत्‍सा‍व्‍यय‍िापसी‍संब‍धं ी‍कायय

उपयुयक्‍त‍कायायलयों‍में‍ उनके ‍स‍‍मुत‍द्ायये‍ गए‍णि यों‍के ‍संबंध‍में‍ रट्‍‍पण, प्राप प‍एिं‍ पराचार आकद‍
के ‍णलए‍तत्‍काल‍प्रभाि‍से‍के िल‍णहन्‍दी‍का‍प्रय ग‍ककया‍जायेगा।

‍‍‍‍‍(अ.ब.स)
उप‍सणचि‍भारत‍सरकार
प्रणतणलणप‍सूचनाथय‍प्रेण त‍–
1. भारत‍सरकार‍के ‍सभी‍मंरालय/ णिभाग
2. संघ‍ल क‍सेिा‍आय ग,‍धौलपुर‍हाउस,‍नई‍कद‍‍ली
3. णनयंरक‍एिं‍महालेता‍परीक्षक,‍नई‍कद‍‍ली
4. संसदीय‍राजभा ा‍सणमणत, 11 तीनमूर्तत‍मागय,‍नई‍कद‍‍ली
5. के न्‍रीय‍अनुिाद‍ब्‍यूर ,‍नई‍कद‍‍ली
6. अणधसूणचत‍कायायलयों‍के ‍प्रभारी‍अणधकारी‍

वयषकलषठाकुेष2018 49
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

अनुस्‍मारक‍(स्‍मरण‍पर/ ररमाइण्‍डर) का‍उदाहरण-

सं्‍‍या‍...........
भारत‍सरकार
गृह‍मंरालय, नई‍कद‍‍ली
कदनांक:

णि य: आगामी‍सर‍के ‍णलए‍णहन्‍दी‍कक्षाओं‍का‍गठन।

इस‍मंरालय‍के ‍कायायलय‍ज्ञापन‍सं. ......... कदनांक‍......... के ‍संदभय‍में‍मुझे‍यह‍पूछने‍का‍णनदे्‍हुआ‍है‍कक‍


यकद‍उक्‍त‍णहन्‍दी‍कक्षाओं‍के ‍गठन‍का‍कायय‍ पूरा‍कर‍णलया‍गया‍ह ‍त ‍उनकी‍प्रत्‍येक‍कक्षा‍की‍सं्‍‍या‍रर‍प्रणत‍
कक्षा‍में‍पढ‍रहे‍प्रण्क्षार्तथयों‍की‍सं्‍‍या‍इस‍कायायलय‍क ‍्ीध्र‍भेज‍दी‍जाए।

‍‍‍‍‍‍ह/-
(क‍त‍ग)
अिर‍सणचि,‍भारत‍सरकार

सेिा‍में,
णहन्‍दी‍ण्क्षण‍य जना‍के ‍सभी‍संबंणधत‍अणधकारी‍

वयषकलषठाकुेष2018 50
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

पररपर‍(सकुय लर) का‍उदाहरण-

सं्‍‍या‍....................
भारत‍सरकार
गृह‍मंरालय
प्रे क:
श्री‍.................
उप‍सणचि

सेिा‍में,
णहन्‍दी‍प्रण्क्षण‍य जना‍के ‍सभी‍सिय-काययभारी‍अणधकारी,‍सभी‍प्रादेण्क‍अणधकारी

नई‍कद‍‍ली,‍कदनांक: ......

णि य: के न्‍रीय‍सरकारी‍कमयचाररयों‍का‍णहन्‍दी‍में‍प्रण्क्षण।

मह दय,
के न्‍रीय‍ सरकारी‍ कमयचाररयों‍ के ‍ णलए‍ संचाणलत‍ णहन्‍दी‍ प्रण्क्षण‍ य जना‍ के ‍ अधीन‍ समस्‍त णहन्‍दी‍
प्रण्क्षण‍के न्‍रों‍के ‍सिय-काययभारी‍अणधकाररयों‍क ‍मुझे‍यह‍सूणचत‍करने‍का‍णनदे्‍हुआ‍है‍कक‍णनणित‍अिणध‍के ‍
अंदर‍सभी‍कमयचाररयों‍क ‍णहन्‍दी‍का‍काययसाधक‍ज्ञान‍सुलभ‍कराने‍के ‍णलए‍आिश्‍यक‍काययिाही‍की‍जाए।

इस‍णि य‍में‍हुई‍प्रगणत‍इस‍कायायलय‍क ‍कदनांक‍............. तक‍भेज‍दी‍जाए।

भिदीय

‍‍‍‍‍(.......................)
उप‍सणचि,‍भारत‍सरकार

वयषकलषठाकुेष2018 51
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

आिेदन‍पर‍(ए्‍‍लीके ्न) का‍उदाहरण-

सेिा‍में,
िररष्‍ठ‍मंडल‍कार्तमक‍अणधकारी
भुसािल‍मंडल,‍भुसािल

मह दय,

णनिेदन‍है‍ कक‍मेरी‍पत्‍नी‍की‍अचानक‍तबीयत‍तराब‍ह ‍जाने‍ के ‍कारण‍मुझे‍ उन्‍हें‍ अस्‍पताल‍में‍ भती‍


करना‍प़का‍है।‍इस‍कारण‍मेरा‍कायायलय‍में‍उपणस्थत‍ह ना‍संभि‍नहीं‍है।

कृ पया‍कदनांक‍.......... से‍............. तक‍कु ल‍............ कदनों‍के ‍णलए‍मुझे‍रसत‍िेतन‍छु ट्टी‍मंजूर‍करने‍की‍


कृ पा‍करें ।
आपका‍णिश्‍िासी

हस्‍ताक्षर:
पूरा‍नाम:
पदनाम:
पता:
कदनांक:

वयषकलषठाकुेष2018 52
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

राष्‍रपणत‍सणचिालय,
कदनांक‍26 जुलाई‍1979
िारं ट‍ऑफ‍प्रेणसडेंसी
सूची‍ में‍ िर्तणत‍ व्‍यणियों‍ के ‍ रैंक‍ रर‍ महत्‍ि‍ के ‍ संबधं ‍ में‍ णन‍‍न‍ ताणलका‍ णजसे‍ राष्‍रपणत‍ िारा‍
अनुम कदत‍ककया‍गया‍है,‍सामान्‍य‍सूचना‍हेतु‍प्रका‍ण्त‍ककया‍जाता‍है-
1. राष्‍रपणत।
2. उप‍राष्‍रपणत।
3. प्रधानमंरी।
4. राज्‍यों‍के ‍राज्‍यपाल‍अपने‍संबंणधत‍राज्‍य‍में।
5. पूिय‍राष्‍रपणत।
5.क‍‍उप‍प्रधानमंरी।
6. भारत‍के ‍मु्‍य
‍ ‍न्‍यायाधी्,‍ल कसभा‍अ‍‍यक्ष।
7. पूिय‍ प्रधानमंरी,‍संध‍के ‍के न्‍रीय‍मंरी,‍राज्‍यों‍के ‍मु्‍‍यमंरी‍अपने‍ राज्‍य‍में,‍उपा‍‍यक्ष/ य जना‍आय ग,‍
राज्‍यसभा‍एिं‍ ल कसभा‍में‍ णिपक्ष‍के ‍नेता।‍(राज्‍य‍में‍ ह ने‍ िाले‍ सरकारी‍काययक्रम‍में‍ उसी‍राज्‍य‍के ‍
मु्‍‍यमंरी‍क ‍संध‍के ‍के नि्‍रीय‍मंणरयों‍से‍पूिय‍िरीयता‍दी‍जाएगी)
7.क‍‍भारत‍रत्‍न‍पुरस्‍कार‍स‍‍माणनत‍व्‍यणि।
8. भारत‍ में‍ अणत‍ णिण्ष्‍ट‍ एिं‍ पूणायणधकारी‍ राजदूत‍ तथा‍ राष्‍रमंडल‍ राष्‍रों‍ के ‍ उ्‍‍चायुक्‍त,‍ राज्‍यों‍ के ‍
मु्‍‍यमंरी‍अपने‍राज्‍य‍से‍बाहर,‍राज्‍यों‍के ‍राज्‍यपाल‍अपने‍राज्‍य‍से‍बाहर,‍राज्‍यों‍के ‍मु्‍‍यमंरी‍अपने‍
राज्‍य‍से‍बाहर‍।‍
9. उ्‍‍चतम‍न्‍यायालय‍के ‍न्‍यायाधी्।
10. उपसभापणत/ राज्‍यसभा,‍ उपा‍‍यक्ष/ ल कसभा,‍ संध‍ में‍ राज्‍यमंरी‍ तथा‍ रक्षा‍ मामलों‍ हेतु‍ रक्षा‍
मंरालय‍में‍क ई‍भी‍अन्‍य‍मंरी,‍राज्‍यों‍के ‍उपमु्‍‍यमंरी,‍य जना‍आय ग‍के ‍सदस्‍य।
11. भारत‍ के ‍ महान्‍यायिादी,‍ के णबनेट‍ सणचि,‍ मु्‍‍य‍ चुनाि‍ आयुक्‍त,‍ भारत‍ के ‍ णनयंरक‍ एिं‍ महालेता‍
परीक्षक,‍उपराज्‍यपाल‍अपने‍संबंणधत‍संध‍्ाणसत‍क्षेर‍में।
12. जनरल‍अथिा‍समकक्ष‍स्‍तर‍िाले‍स्‍टाफ‍प्रमुत।
13. भारत‍में‍आये‍अणतणिण्ष्‍ट‍एिं‍पूणायणधकारी‍दूत।
14. राज्‍य‍ णिधान‍ मंडलों‍ के ‍ सभापणत‍ एिं‍ अ‍‍यक्ष‍ अपने‍ संबंणधत‍ राज्‍य‍ में,‍ उ्‍‍च‍ न्‍यायालय‍ के ‍ मु्‍‍य‍
न्‍यायाधी्‍अपने‍संबंणधत‍न्‍यायाणधकार‍में।
15. राज्‍यों‍के ‍के न्‍रीय‍मंरी‍अपने‍ संबंणधत‍राज्‍य‍में,‍संध‍्ाणसत‍क्षेरों‍के ‍मु्‍‍यमंरी‍तथा‍मु्‍‍य‍काययकारी‍
पा यद/ कद‍‍ली‍अपने‍संबंणधत‍राज्‍य‍क्षेर‍में,‍संध‍के ‍उप‍मंरी।
16. लेणफ्ट‍नेंट‍जनरल‍अथिा‍उसके ‍समकक्ष‍रैं क‍के ‍पदेन‍प्रमुत।
17. अ‍‍यक्ष: के न्‍रीय‍ प्र्ासणनक‍ न्‍यायाणधकरण/ अ‍‍पसं्‍‍यक‍ आय ग/ अनु. जाणत‍ एिं‍ अनु. जनजाणत‍
आय ग/ संघ‍ल क‍सेिा‍आय ग,‍उ्‍‍च‍न्‍यायालय‍के ‍मु्‍य
‍ ‍न्‍यायाधी्‍अपने‍ संबंणधत‍न्‍यायाणधकार‍
क्षेर‍के ‍बाहर,‍उ्‍‍च‍न्‍यायालय‍के ‍अन्‍य‍न्‍यायाधी्‍अपने‍न्‍यायाणधकार‍क्षेर‍में।
18. ‍राज्‍यों‍के ‍के न्‍रीय‍मंरी‍अपने‍ संबंणधत‍राज्‍य‍से‍ बाहर,‍राज्‍य‍णिधान‍मंडल‍के ‍सभापणत‍एिं‍ अ‍‍यक्ष‍
अपने‍ संबंणधत‍राज्‍य‍से‍ बाहर,‍अ‍‍यक्ष/ एकाणधकार‍एिं‍ प्रणतबंणधत‍व्‍यिसाय‍प्रैणक्टस‍आय ग,‍राज्‍य‍
णिधान‍ मंडलों‍ के ‍ उपसभापणत‍ एिं‍ उपा‍‍यक्ष‍ अपने‍ संबंणधत‍ राज्‍य‍ में,‍ राज्‍यों‍ के ‍ राज्‍य‍ मंरी‍ अपने‍
संबंणधत‍राज्‍य‍में,‍संध‍्ाणसत‍प्रदे्ों‍के ‍मंरी/ काययकारी‍पा यद‍कद‍‍ली‍अपने‍ संबंणधत‍संध‍्ाणसत‍
प्रदे्‍में,‍संध‍्ाणसत‍प्रदे्ों‍की‍णिधान‍सभाओं‍के ‍अ‍‍यक्ष‍तथा‍कद‍‍ली‍महानगर‍परर द‍के ‍अ‍‍यक्ष‍
अपने‍संबंणधत‍संध‍्ाणसत‍प्रदे्‍में।

वयषकलषठाकुेष2018 53
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

19. संध‍ ्ाणसत‍ क्षेर‍ जहच ‍ मंणरपरर द‍ नहीं‍ है,‍ के ‍ मु्‍‍य‍ आयुक्‍त‍ अपने‍ संबंणधत‍ संध‍ ्ाणसत‍ क्षेर‍ में,‍
राज्‍यों‍के ‍उपमंरी‍अपने‍ संबंणधत‍राज्‍य‍में,‍संध‍्ाणसत‍प्रदे्ों‍की‍णिधान‍सभाओं‍के ‍उपा‍‍यक्ष‍तथा‍
महानगर‍परर द‍कद‍‍ली‍के ‍उपा‍‍यक्ष‍अपने‍संबंणधत‍संध‍्ाणसत‍क्षेर‍में।
20. राज्‍य‍णिधान‍मंडलों‍के ‍उप‍सभापणत‍तथा‍उपा‍‍यक्ष‍अपने‍ संबंणधत‍राज्‍य‍से‍ बाहर,‍राज्‍यों‍के ‍राज्‍य‍
मंरी‍अपने‍ संबंणधत‍राज्‍य‍से‍ बाहर,‍उ्‍‍च‍न्‍यायालय‍के ‍अन्‍य‍न्‍यायाधी्‍अपने‍ न्‍यायाणधकार‍क्षेर‍से‍
बाहर।
21. संसद‍सदस्‍य।
22. राज्‍यों‍के ‍उप‍मरी‍अपने‍संबंणधत‍राज्‍य‍से‍बाहर।
23. भारत‍सरकार‍के ‍सणचि‍(णजसमें‍ पदेन‍अणधकारी‍भी‍्ाणमल‍हैं), आमी‍कमांडर/ थल‍सेना‍का‍उप‍
प्रमुत‍रर‍अन्‍य‍सेिा‍में‍ इसके ‍समकक्ष‍अणधकारी,‍राज्‍यों‍के ‍मु्‍‍य‍सणचि‍अपने‍ संबंणधत‍राज्‍य‍में,‍
भा ायी‍अ‍‍पसं्‍‍यक‍आयुक्‍त,‍अनु. जाणत‍एिं‍ अनु. जनजाणत‍आयुक्‍त,‍सदस्‍य: अ‍‍पसं्‍‍यक‍आय ग/
अनु. जाणत‍ एिं‍ अनु. जनजाणत‍ आय ग,‍ पूिय‍ जनरल‍ अथिा‍ समकक्ष‍ स्‍तर‍ के ‍ अणधकारी,‍ सणचि:
अ‍‍पसं्‍‍यक‍ आय ग/ अनु. जाणत‍ एिं‍ अनु. जनजाणत‍ आय ग,‍ राष्‍रपणत‍ के ‍ सणचि,‍ प्रधानमंरी‍ के ‍
सणचि,‍ सणचि: राज्‍यसभा/ ल कसभा,‍ स लीणसटर‍ जनरल,‍ उपा‍‍यक्ष/ के न्‍रीय‍ प्र्ासणनक‍
अणधकरण।
24. लेणफ्ट‍नेंट‍जनरल‍अथिा‍समकक्ष‍स्‍तर‍के ‍अणधकारी।

25. भारत‍ सरकार‍ के ‍ अणतररक्‍त‍ सणचि,‍ अणतररक्‍त‍ स लीणसटर‍ जनरल,‍ राज्‍यों‍ के ‍ एडि के ट‍ जनरल,‍
अ‍‍यक्ष/ सीमा‍ ्ु‍‍क‍ आय ग,‍ प्रभारी/ काययिा‍हक‍ एिं‍ अं‍तररम‍ उ्‍‍चायुक्‍त,‍ संध‍ ्ाणसत‍ प्रदे्ों‍ के ‍
मु्‍‍य‍मंरी‍तथा‍मु्‍‍य‍काययकारी‍पा यद/कद‍‍ली‍अपने‍ संबणं धत‍संध‍्ाणसत‍प्रदे्‍से‍ बाहर,‍राज्‍यों‍के ‍
मु्‍‍य‍सणचि‍अपने‍ संबंणधत‍राज्‍य‍से‍ बाहर,‍उप‍णनयंरक‍एिं‍ महालेता‍परीक्षक,‍संध‍्ाणसत‍प्रदे्ों‍
की‍ णिधान‍ सभाओं‍ के ‍ उपा‍‍यक्ष‍ तथा‍ कद‍‍ली‍ महानगर‍ परर द‍ के ‍ उपा‍‍यक्ष‍ अपने‍ संबंणधत‍ संध‍
्ाणसत‍ प्रदे्‍ से‍ बाहर,‍ णनदे्क/ के न्‍रीय‍ अन्‍िे ण‍ ब्‍यूर ,‍ महाणनदे्क/ सीमा‍ सुरक्षा‍ बल,‍
महाणनदे्क/ के न्‍रीय‍ आरक्षी‍ बल,‍ णनदे्क/ गु्‍त
‍ चर‍ ब्‍यूर ,‍ उपराज्‍यपाल‍ अपने‍ संबंणधत‍ संध‍
्ाणसत‍प्रदे्‍के ‍बाहर,‍सदस्‍य: के न्‍रीय‍प्र्ा‍णस‍नक‍अणधकरण/ एकाणधकार‍एिं‍ प्रणतबंणधत‍व्‍यापार‍
प्रैणक्टस‍आय ग/ संघ‍ल क‍सेिा‍आय ग,‍संध‍्ाणसत‍प्रदे्ों‍के ‍मंरी‍तथा‍काययकारी‍पा द
य / कद‍‍ली‍
अपने‍ संबंणधत‍ संध‍ ्ाणसत‍ प्रदे्‍ से‍ बाहर,‍ स्स्‍र‍ बलों‍ के ‍ मेजर‍ जनरल‍ अथिा‍ समकक्ष‍ स्‍तर‍ के ‍
प्रधान‍स्‍टाफ‍अणधकारी,‍संध‍्ाणसत‍प्रदे्ों‍में‍ णिधान‍सभाओं‍के ‍अ‍‍यक्ष/ कद‍‍ली‍महानगर‍परर द‍
के ‍अ‍‍यक्ष‍अपने‍संबंणधत‍प्रदे्‍से‍बाहर।‍
26. भारत‍सरकार‍के ‍संयुक्‍त‍सणचि‍रर‍समकक्ष‍अणधकारी,‍मेजर‍जनरल‍स्‍तर‍अथिा‍समकक्ष‍स्‍तर‍के ‍
अणधकारी।

न ट: 1. प्रेसीडेंसी‍के ‍क्रम‍का‍मतलब‍राज्‍य‍त‍था‍समार ह‍के ‍णलए‍है‍ रर‍इसका‍सरकार‍के ‍कदन-प्रणतकदन‍


के ‍कायय‍में‍क ई‍उपय ग‍नहीं‍है।

2. एक‍ही‍मद‍में‍सण‍मणलत‍नामों‍का‍रैंक‍उस‍मद‍में‍्ाणमल‍ह नेिाली‍तारीत‍के ‍अनुसार‍णनधायररत‍


ककया‍ जायेगा।‍ णिणभन्‍न‍ राज्‍यों‍ के ‍ मामलों‍ में‍ िणयक्रमानुसार‍ (अ‍‍फािेट‍ के ‍ अनुसार) िरीयता‍ दी‍ जाएगी।

¤¤¤¤¤

वयषकलषठाकुेष2018 54
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आ् णधत‍सुणनणित‍कै ररयर‍प्र न्‍नयन‍य जना‍


िम णडफाईड‍एश्‍य डय‍कै ररयर‍प्र ग्रे्न‍स्‍कीम)‍
िएमएसीपीएस)

1. यह‍य जना‍कदनांक‍01.09.2008 से‍लागू‍है।


2. यह‍य जना‍संगरठत‍ग्रुप‍ए‍अणधकाररयों‍क ‍छ ़ककर‍सभी‍अणधकारी‍एिं‍कमयचारी‍पर‍लागू‍है।
3. इसके ‍ अंतगयत‍ तीन‍ णित्‍तीय‍ प्र न्‍नयन‍ क्रम्: 10, 20‍ तथा 30 ि य‍ की‍ णनयणमत‍ सेिा‍ या‍ एक‍ ग्रेड‍ में‍
लगातार‍10 ि य‍की‍सेिा, ज ‍भी‍पहले‍ह , दी‍जायेगी।
4. णनयणमत‍ सेिा‍ की‍ गणना‍ ककसी‍ ग्रेड‍ में‍ काययभार‍ संभालने‍ की‍ णतणथ‍ से‍ णगनी‍ जायेगी।‍ णनयुणि‍ पूि‍य
प्रण्क्षण‍की‍अिणध‍एिं‍णनयुणि‍पूिय‍तदथय‍या‍ठे के‍पर‍की‍गई‍सेिा‍क ‍णहसाब‍में‍नहीं‍णलया‍जायेगा।‍
5. णनयणमत‍सेिा‍में‍प्रणतणनयुणि‍पर‍की‍गई‍सेिा, अ‍‍ययन‍छु ट्टी‍एिं‍अन्‍य‍छु ट्टी‍की‍अिणध‍्ाणमल‍ह गी।
6. णचककत्‍सा‍प्रमाणपर‍या‍णबना‍णचककत्‍सा‍प्रमाणपर‍के ‍आधार‍पर‍सक्षम‍प्राणधकारी‍िारा‍स्‍िीकृ त‍की‍गई‍
असाधारण‍छु ट्टी‍एमएसीपी‍के ‍णलये‍णगनी‍जायेगी।‍रे .ब . पर‍कदनांक‍01.07.2014
7. आकणस्मक‍श्रणमक‍की‍एमआरसीएल‍सेिा‍का‍आधा‍भाग‍(50%) एमएसीपी‍के ‍णलये‍णगनी‍जायेगी।
8. एिजी‍(सबस्‍टी्‍‍यूट) क ‍अस्‍थायी‍ओहदे‍(टेंपररी‍स्‍टेटस) की‍सेिा‍का‍पूणय‍लाभ‍कदया‍जायेगा।
9. णचककत्‍सा‍ णिक टीकृ त‍ ह ने‍ पर‍ कमयचारी‍ के ‍ णन‍‍न‍ ग्रेड‍ में‍ णनयुणि‍ पर‍ की‍ गई‍ सेिा‍ का‍ पूणय‍ अिणध‍
एमएसीपी‍के ‍णलये‍णगनी‍जायेगी।‍
10. णित्‍तीय‍प्र न्‍नयन‍के ‍अंतगयत‍तत्‍काल‍अगला‍उ्‍‍च‍ग्रेड‍पे‍ही‍कदया‍जायेगा।
11. णित्‍तीय‍प्र न्‍नयन‍अणधकतम‍पीबी‍4 में‍जीपी‍10000 तक‍ही‍देय‍ह गा।
12. य जना‍ की‍ मंजूरी‍ हेतु‍ स्‍क्रीननग‍ कणमरट‍ गरठत‍ की‍ जायेगी‍ णजसमें‍ एक‍ अ‍‍यक्ष, ज ‍ सदस्‍य‍ से‍ एक‍ ग्रेड‍
उ्‍‍च‍होंगे‍ तथा‍द ‍सदस्‍य‍होंगे, ज ‍एमएसीपी‍देने‍ के ‍णलए‍णिचार‍ककये‍ जाने‍ िाले‍ कमयचारी‍से‍ कम‍से‍
कम‍एक‍ग्रेड‍अणधक‍के ‍तथा‍सीणनयर‍स्‍केल‍ग्रेड‍(पीबी-3 जीपी‍6600) के ‍रैं क‍से‍कम‍के ‍न‍ह ।

13. इसमें‍ आरक्षण‍ आदे्/ र स्‍टर‍ लागू‍ नहीं‍ ह गा।‍ यह‍ लाभ‍ व्‍यणिगत‍ आधार‍ पर‍ कदया‍ जाता‍ है‍ णजसे‍
णनयणम‍त‍ पद न्‍नणत‍ नहीं‍ माना‍ जाता‍ है।‍ इसणलये‍ स्‍क्रीननग‍ कणमरट‍ में‍ अनुसूणचत‍ जाणत/ जनजाणत‍ के ‍
सदस्‍य‍क ‍्ाणमल‍करना‍अणनिायय‍नहीं‍है।
14. स्‍क्रीननग‍कणमरट‍की‍णसफारर्‍संगठन‍के ‍अ‍‍यक्ष/ सक्षम‍प्राणधकारी‍के ‍समक्ष‍मंजूरी‍हेतु‍रता‍जायेगा।‍
15. स्‍क्रीननग‍कणमरट‍ि य‍ में‍ द ‍बार‍एमएसीपी‍मामले‍ की‍जांच‍करे गी‍ज ‍जनिरी‍के ‍प्रथम‍स्‍‍ताह‍(उसी‍
ि य‍ के ‍अप्रैल‍से‍ णसतंबर‍के ‍मामले) तथा‍जुलाई‍के ‍प्रथम‍स्‍‍ताह‍(उस‍ि य‍ के ‍अक्‍टूबर‍से‍ अगले‍ ि य‍ के ‍
माचय‍तक‍के ‍मामले) में‍आय णजत‍ककये‍जायेंगे।‍
16. णित्‍तीय‍प्र न्‍नयन‍देने‍के ‍बाद‍िेतन‍णनधायरण‍3 प्रणत्त‍िेतनिृणद्ध‍देकर‍ककया‍जायेगा।
17. इसमें‍ कमयचारी‍ का‍ पदनाम, िगीकरण‍ आकद‍नहीं‍ बदलेगा, के िल‍णित्‍तीय‍ एिं‍ अन्‍य‍लाभ‍ ज ‍ िेतन‍से‍
जु़क‍े हैं‍ जैसे‍ –‍ मकान‍ णनमायण‍ अणग्रम, रे ल‍ आिास‍ का‍आिंटन, पास‍ की‍ पारता, यारा‍भत्‍ता‍ आकद‍देय‍
ह गा।
18. यकद‍एमएसीपी‍के ‍अंतगयत‍णित्‍तीय‍प्र न्‍नयन‍कदया‍गया‍ह ‍एिं‍ उसी‍ग्रेड‍पे‍ में‍ णनयणमत‍पद न्‍नणत‍दी‍
जाती‍है‍त ‍कफर‍से‍िेतन‍णनधायरण‍नहीं‍ककया‍जायेगा।‍ग्रेड‍पे‍में‍अंतर‍ह ने‍की‍णस्थणत‍में‍णसफय ‍अंतर‍का‍
भुगतान‍ककया‍जायेगा, अणतररक्‍त‍िेतनिृणद्ध‍नहीं‍दी‍जायेगी।‍
19. छठे ‍ िेतन‍आय ग‍में‍ णजस‍िेतनमान‍का‍णिलय‍ह ‍गया‍ह , उसे‍ एमएसीपी‍के ‍अंतगयत‍अनदेता‍ककया‍
जायेगा‍तथा‍उससे‍अगले‍ग्रेड‍पे‍मे‍णित्‍तीय‍प्र न्‍नयन‍कदया‍जायेगा।

वयषकलषठाकुेष2018 55
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

20. इस‍य जना‍के ‍अंतगयत‍कमयचारी‍अपने‍िेतन‍णनधायरण‍हेतु‍णिक‍‍प‍दे‍सकता‍है।


21. भती‍णनयमों‍के ‍अंतगयत‍पद न्‍नणत‍क्रम‍में‍ एक‍ही‍ग्रेड‍पे‍ में‍ दी‍गई‍पद न्‍नणत‍एमएसीपी‍के ‍प्रय जन‍से‍
णगनी‍जायेगी।
22. छठे ‍ िेतन‍आय ग‍में‍ पीबी-2 ग्रेड‍पे‍ 5400 तथा‍पीबी-3 ग्रेड‍पे‍ 5400 के ‍द ‍णभन्‍न-णभन्‍न‍ग्रेड‍पे‍ हैं‍ इसे‍
एमएसीपी‍के ‍णलये‍पृथक‍ग्रेड‍माना‍जायेगा।
23. एमएसीपी‍के ‍अंतगयत‍कमयचारी‍के ‍अय ग्‍य‍ह ने‍ पर‍इसका‍प्रभाि‍प्रथम‍णित्‍तीय‍प्र न्‍नयन‍की‍मंजरू ी‍में‍
णिल‍‍ब‍की‍सीमा‍तक‍उसके ‍बाद‍के ‍अगले‍णित्‍तीय‍प्र न्‍नयन‍पर‍भी‍प़केगा।
24. छठे ‍िेतन‍आय ग‍में‍एमएसीपी‍के ‍णलये‍ग पनीय‍ररप टय‍का‍मानदंड‍पीबी-3 में‍ग्रेड‍पे‍6600 तक‍अ्‍‍छा‍
(गुड) तथा‍पीबी-3 में‍ ग्रेड‍पे‍ 7600 एिं‍ अणधक‍के ‍णलये‍ बहुत‍अ्‍‍छा‍(िेरी‍गुड) रता‍गया‍है।‍सातिें‍
िेतन‍आय ग‍में‍ ग पनीय‍ररप टय‍ की‍ग्रेनडग‍अ्‍‍छा (गुड) से‍ बढाकर‍बहुत‍अ्‍‍छा‍(िेरी‍गुड) कर‍कदया‍
गया‍है।
25. अनु्ासणनक‍काययिाही‍एिं‍ ्ाणस्त‍के ‍मामलों‍में‍ एमएसीपी‍की‍मंजूरी‍सामान्‍य पद न्‍नणत‍के ‍णनयमों‍के ‍
अधीन‍ह गी।
26. इसमें‍कमयचारी‍की‍िरीयता‍पर‍क ई‍प्रभाि‍नहीं‍प़केगा।
27. इस‍य जना‍के ‍अंतगयत‍इस‍आधार‍पर‍क ई‍णित्‍तीय‍प्र न्‍नयन‍स्‍िीकार‍नहीं‍ककया‍जायेगा‍कक‍कणनष्‍ठ‍
कमयचारी‍िररष्‍ठ‍कमयचारी‍से‍अणधक‍िेतन‍ले‍रहा‍है।
28. प्रणतणनयुणि‍पर‍एमएसीपी‍देने‍के ‍णलए‍कमयचारी‍क ‍मूल‍संिगय‍में‍प्रत्‍याितयन‍की‍आिश्‍यकता‍नहीं‍है।‍
29. यकद‍क ई‍कमयचारी‍पद न्‍नणत‍का‍लाभ‍लेने‍के ‍पश्‍चात‍णन‍‍न‍पद‍या‍िेतनमान‍में‍ स्‍थानांतरण‍पर‍जाता‍
है‍ त ‍ िहॉ‍ ि‍ह‍ एमएसीपी‍के ‍ अंतगयत‍ 20/30 ि य‍ की‍ णनयणमत‍ सेिा‍पूरी‍ह ने‍ पर‍के िल‍णितीय‍ रर‍
तृतीय‍णित्‍तीय‍प्र न्‍नयन‍के ‍णलये‍पार‍ह गा।‍
30. तदथय‍पद न्‍नणत‍लेने‍से‍इंकार‍करने‍पर‍भी‍एमएसीपी‍का‍लाभ‍कदया‍जायेगा।
31. यकद‍एमएसीपी‍की‍पारता‍से‍पहले‍णनयणमत‍पद न्‍नणत‍णमलने‍के ‍बाद‍कमयचारी‍पद न्‍नणत‍से‍अस्‍िीकृ णत‍
(ररफ्यूजल) देता‍है‍ त ‍ऐसी‍णस्थ्‍ाणत‍में‍ उसे‍ इस‍य जना‍के ‍अंतगयत‍णित्‍तीय‍प्र न्‍नयन‍नहीं‍कदया‍जायेगा‍
क्‍योंकक‍इसे‍कमयचारी‍की‍पद न्‍नणत‍पर‍अिसरों‍की‍कमी‍नहीं‍माना‍जायेगा।‍
32. आरआरबी/ एलडीसीई/ जीडीसीई‍से‍ णनयु‍क्‍त‍कमयचारी‍क ‍सीधी‍णनयुणि‍की‍तरह‍मानकर‍एमएसीपी‍
का‍लाभ‍कदया‍जा‍सकता‍है‍ब्ते‍ कक‍ऐसी‍णनयुणि‍से‍ पूिय‍ककसी‍पद‍पर‍की‍गई‍सेिा‍क ‍एमएसीपी‍के ‍
णलये‍नहीं‍णगना‍जायेगा।
33. इस‍ य जना‍ के ‍ अंतगयत‍ कदया‍ गया‍ णित्‍तीय‍ लाभ‍ सेिाणनिृत‍ ह ने‍ िाले‍ कमयचाररयों‍ के ‍ संबंध‍ में‍
सेिाणनिृणत‍लाभ‍के ‍णलए‍गणना‍में‍णलया‍जायेगा।‍

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वयषकलषठाकुेष2018 56
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

ण््ु‍ण्क्षा‍भत्‍ता‍िणच‍‍रन
े ‍एडु के्न‍अलॉउन्‍स)‍
िभारतीय‍रे ल‍स्‍थापना‍मैनि
ु ल‍भाग-।‍में‍पैरा‍1130‍क ‍हटा‍कदया‍गया‍है)
1. छठे ‍ िेतन‍ आय ग‍ की‍ णसफारर्ों‍ के ‍ आधार‍ पर‍ ण््ु‍ ण्क्षा‍ भत्‍ता‍ रर‍ यूबू्न‍ फीस‍ की‍ प्रणतपूर्तत‍ क ‍
णमलाकर‍ण््ु‍ण्क्षा‍भत्‍ता‍य जना‍लाया‍गया।
2. लागू: कदनांक‍01.09.2008 से।
3. ण््ु‍ण्क्षा‍भत्‍ता‍के न्‍र‍सरकार‍के ‍सभी‍कमयचारी‍के ‍ब्‍‍चों‍हेतु‍देय‍ह गा।
4. इस‍य जना‍में‍अणधकतम‍द ‍जीणित‍ब़के‍ब्‍‍चों‍के ‍णलए‍प्रणतपूर्तत‍की‍जायेगी।‍
5. यह‍प्रणतपूर्तत‍के िल‍स्‍कूल‍जाने‍िाले‍ब्‍‍चों‍पर‍तचय‍के ‍णलए‍ह गी‍णजसमें‍कक्षा‍नसयरी‍(प्रथम‍कक्षा‍से‍द ‍
कक्षा‍पूिय) से‍बारहिीं‍तक‍की‍ण्क्षा‍्ाणमल‍है।
6. इस‍भत्‍त‍े की‍प्रणतपूर्तत‍का‍संबध ं ‍ब्‍‍चे‍ की‍ककसी‍कक्षा‍में‍ पढाई‍के ‍साथ‍नहीं‍ह गा‍अथायत‍अगर‍ब्‍‍चा‍
ककसी‍क्‍लास‍में‍फे ल‍भी‍ह ‍जाये‍त ‍भत्‍ते‍की‍प्रणतपूर्तत‍र की‍नहीं‍जायेगी।
7. इस‍य जना‍में‍ तीन‍महीने‍ में‍ एक‍बार‍प्रणतपूर्तत‍का‍दािा‍ककया‍जा‍सकता‍है‍ ज ‍ककसी‍णतमाही‍में‍ कु ल‍
िार्त क‍ सीमा‍ के ‍ एक‍ चौथाई‍ राण्‍ से‍ कम‍ या‍ ज्‍यादा‍ ह ‍ सकता‍ है। 7िें‍ िेतन‍ आय ग‍ में‍ ्ैणक्षक‍ सर‍
समा्‍‍त‍ह ने‍पर‍ही‍एक‍बार‍प्रणतपूर्तत‍देय‍ह गी।
8. यकद‍पणत-पत्‍नी‍द नों‍सर‍कारी‍कमयचारी‍हों‍त ‍ककसी‍एक‍क ‍ही‍प्रणतपूर्तत‍देय‍ह गी।
9. ह स्‍टल‍सणब्सडी‍रर‍ण्क्षु‍ण्क्षा‍भत्‍ता‍द नों‍एक‍साथ‍नहीं‍कदया‍जायेगा।
10. सं् णधत‍िेतनमानों‍पर‍महंगाई‍भत्‍ता‍जब‍भी‍बढकर‍50%‍ह ‍जाएगा, तब‍हर‍बार‍यह‍सीमा‍तुद‍
25%‍बढ‍जाएगी।
11. प्रारं भ‍में‍ ण््ु‍ ण्क्षा‍भत्‍ता‍की‍प्रणतपूर्तत‍की‍िार्त क‍सीमा‍`12000/-‍प पये‍ थी, ज ‍महंगाई‍भत्‍ते‍ में‍
हुये‍ बढ तरी‍के ‍कारण‍बढकर‍ `18000/-‍प पये‍ ह ‍गई। 7िें‍ िेतन‍आय ग‍में‍ इसकी‍राण्‍ `2250/-
प्रणतमाह‍(िार्त क‍`27000/-) की‍गई‍ज ‍01.07.2017 से‍देय‍ह गी।
12. छारािास‍ अनुदान‍ (ह स्‍टल‍ सणब्सडी): यकद‍ क ई‍ रे ल‍ कमयचारी‍ अपने‍ स्‍थानांतरण‍ के ‍ कारण‍ तैनाती/
णनिास‍स्‍थान‍से‍दूर‍अपने‍ब्‍‍चों‍क ‍ककसी‍आिासीय‍णिद्यालय‍के ‍छारािास‍में‍रतने‍के ‍णलए‍बाघ्‍य‍ह ‍
त ‍िह‍प्रणत‍ब्‍‍चा‍`3000/-‍प पये‍ प्रणतमाह‍की‍दर‍से‍ सहायता‍प्रा्‍‍त‍करने‍ का‍पार‍ह गा।‍छारािास‍
कक‍णलए‍आर्तथक‍सहायता‍10+2+3 के ‍पैटनय‍ में‍ 10+2 चरण‍तक‍के ‍णलए‍देय‍ह गा।‍7िें‍िेतन‍आय ग‍
में‍इसकी‍राण्‍`6750/- प्रणतमाह (िार्त क‍`81000/-) की‍गई‍ज ‍01.07.2017 से‍देय‍ह गी।
13. अ्क्‍त‍ब्‍‍चों‍की‍ण्क्षा‍भत्‍ते‍की‍प्रणतपूर्तत‍सामान्‍य‍से‍दूगुनी‍दर‍से‍की‍जाएगी।
14. कमयचाररयों‍क ‍प्रणतपूर्तत‍के ‍दािों‍में‍ तकलीफ‍न‍ह ‍इसणलए‍इस‍य जना‍में‍ काययणिणध‍में‍ सादगी‍रहेगी।‍
प्रणतपूर्तत‍मूल‍रसीदों‍रर‍कमयचारी‍िारा‍स्‍ियं‍प्रमाणणत‍करने‍के ‍आधार‍पर‍की‍जाएगी।‍
15. जब‍मूल‍रसीद‍गुम‍ह ‍जाए‍या‍त ‍जाए‍त ‍स्‍कूल‍प्र्ासन‍िारा‍जारी‍प्राणधकृ त‍डु ्‍ल ‍ ीके ट‍रसीद‍क ‍भी‍
स्‍िीकार‍ककया‍जायेगा।‍
16. ककसी‍ यूबू्न/ क नचग‍ सेन्‍टर‍ में‍ क नचग‍ कक्षा‍ पर‍ ककया‍ गया‍ तचय‍ नहीं‍ णमलेगा।‍ ‍ ‍ (आर‍ बी‍ ई‍ सं.
78/2009 कदनांक‍04.05.2009)
17. द ‍से‍ अणधक‍ब्‍‍चे‍ ह ने‍ पर‍प्रणतपूर्तत‍सबसे‍ ब़के‍ द ‍ब्‍‍चों‍के ‍णलए‍ही‍कदया‍जाएगा‍ज ‍ण्क्षा‍ब डय‍ से‍
मान्‍य‍स्‍कूल‍में‍पढ‍रहे‍हों।(आर बी‍ई‍सं.100/2009 कदनांक‍10.06.2009)
18. के न्‍रीय‍णिद्यालय‍िारा‍णिद्यालय‍णिका्‍णनणध‍के ‍प प‍में‍िसूली‍गई‍राण्‍की‍भी प्रणतपूर्तत‍की‍जाएगी।‍
(आर‍बी‍ई‍सं. 01/2010 कदनांक‍04.01.2010)
19. ण््ु‍ ण्क्षा‍भत्‍ता, छारािास‍अनुदान‍के िल‍5 ि य‍ से‍ 20 ि य‍ तक‍की‍आयु‍ के ‍ब्‍‍चों‍क ‍ही‍देय‍होंगे।‍
ककसी‍भी‍ब्‍‍च‍े क ‍एक‍ही‍कक्षा‍में‍ द ‍ि य‍ से‍ अणधक‍समय‍तक‍के ‍णलए‍यह‍भत्‍ता/ अनुदान‍नहीं‍कदया‍
जायेगा।‍्ारीररक‍प प‍से‍णिकलांग/ मानणसक‍प प‍से‍अणिकणसत‍ब्‍‍चे‍की‍आयु‍5 ि य‍से‍22 ि य‍ह गी।‍
(आर‍बी‍ई‍सं. 23/2007 कदनांक‍08.02.2007)‍तथा‍एक‍ही‍कक्षा‍में‍द ‍ि य‍से‍अणधक‍समय‍तक‍रहने‍
पर‍प्रणतपूर्तत‍22 ि य‍तक‍ही‍देय‍ह गी।‍(आर‍बी‍ई‍सं. 198/2009 कदनांक‍06.11.2009)
20. अनुकंपा‍पर‍णनयुक्‍त‍प्रण्क्षुओं‍क ‍भी‍ण््ु‍ण्क्षा‍भत्‍ता‍का‍लाभ‍कदया‍जाएगा।
21. ण््ु‍ण्क्षा‍भत्‍ता‍द ‍से‍अणधक‍ब्‍‍चों‍क ‍भी‍कदया‍जा‍सकता‍है‍जब‍दूसरा‍ब्‍‍चा‍जु़किां‍पैदा‍हुआ‍ह ।

वयषकलषठाकुेष2018 57
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

22. ण््ु‍ण्क्षा‍भत्‍ता‍नसबंदी‍ऑपरे ्न‍के ‍फे ल‍ह ने‍के ‍बाद‍प्रथम‍ब्‍‍चे‍के ‍जन्‍म‍पर‍भी‍कदया‍जाएगा।


23. ण््ु‍ ण्क्षा‍भत्‍ता‍10िीं‍के ‍बाद‍2 ि य‍ के ‍पॉणलटेकिक‍क सय‍ के ‍णलए‍भी‍प्रथम‍एिं‍ णितीय‍ि य‍ हेत‍ु देय‍
है।
24. यकद‍क ई‍ब्‍‍चा‍ककसी‍एक‍स्‍कूल‍से‍ क ई‍कक्षा‍पास‍कर‍लेता‍है‍ रर‍ककसी‍दूसरे ‍ स्‍कूल‍में‍ उसी‍कक्षा‍में‍
नामांकन‍कराता‍है‍त ‍ऐसी‍णस्थणत‍में‍ण््ु‍ण्क्षा‍भत्‍ता‍देय‍नहीं‍ह गा।
25. यकद‍क ई‍ब्‍‍चा‍पराचार‍या‍दूरस्‍थ‍ण्क्षा‍के ‍मा‍‍यम‍से‍ अ‍‍ययन‍कर‍रहा‍है‍ त ‍भी‍ण््ु‍ ण्क्षा‍भत्‍ता‍
देय‍ह गा।
26. इस‍य जना‍में‍इन‍मदों‍पर‍प्रणतपूर्तत‍ली‍जा‍सकती‍है‍–
i. यूबू्न‍फीस,
ii. प्रिे्‍फीस,
iii. लेब रे टरी‍फीस,
iv. कृ ण , इलेक्‍रॉणनक्‍स, संगीत‍या‍ककसी‍दूसरे ‍णि य‍के ‍णलए‍क ई‍णि्े ‍फीस,
v. प्रैणक्टकल‍कायय‍के ‍णलए‍ली‍जाने‍िाली‍फीस,
vi. ककसी‍उपकरण‍या‍सहायक‍सामग्री‍के ‍प्रय ग‍के ‍णलए‍फीस,
vii. पुस्त‍ कालय‍फीस,
viii. तेलकू द‍की‍फीस,
ix. गैर‍पाठ्यक्रम‍काययक्रमों‍की‍फीस।‍
x. इसमें‍ एक‍सेट‍पाठ्यपुस्त ‍ कों‍रर‍न ट‍बुकों, द ‍सेट‍यूनीफामय‍ रर‍एक‍सेट‍स्‍कूल‍के ‍जूतों‍की‍तरीद‍के ‍
णलए‍प्रणतपूर्तत‍्ाणमल‍है‍ज ‍प्रणति य‍प्रणत‍ब्‍‍चे‍के ‍णहसाब‍से‍देय‍है।
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वयषकलषठाकुेष2018 58
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अनुकंपा‍आधार‍पर‍णनयुणि
Compassionate Ground Appointments

्तें:‍ रे ल‍ प्र्ासन‍िारा‍ रे ल‍ कमयचारी‍ की‍ ड्यूटी‍पर‍रहते‍ हुये‍ मृत्‍यु‍ ह ने‍ पर‍कमयचारी‍ के ‍ पररिार‍ क ‍ भरण-
प ण‍ के ‍ णलए‍ उसकी‍ आर्तथक‍ णस्थणतयों‍ क ‍ देतते‍ हुये‍ दया‍ आधार‍ पर‍ णन‍‍नणलणतत‍ पररणस्थणतयों‍ में‍
प्राथणमकता‍अनुसार‍अनुकंपा‍णनयुणि‍दी‍जाती‍है-
i. कमयचारी‍की‍ड्यूटी‍पर‍दुघयटना‍के ‍फलस्‍िप प‍मृत्‍य,ु
ii. कमयचारी‍की‍ड्यूटी‍पर‍न‍रहते‍हुये‍रे ल‍दुघयटना‍में‍मृत्‍यु‍ह ने‍पर,
iii. िक)‍ कमयचारी‍की‍सेिा‍के ‍दौरान‍असामणयक‍मृत्‍यु‍ह ने‍पर,
ित)‍ जब‍कमयचारी‍2‍ि य‍से‍अणधक‍समय‍से‍लापता‍ह ‍रर‍उसके ‍पररिार‍क ‍अंणतम‍भुगतान‍कर‍
कदया‍गया‍ह ।‍2‍ि ‍य की‍अिणध‍क ‍प्रथम‍सूचना‍ररप टय‍िएफ‍आई‍आर)‍दजय‍ह ने‍की‍णतणथ‍से‍
णगना‍जायेगा।
िग)‍ कमयचारी‍के ‍अपंग‍ह ने‍ पर‍णचककत्‍सा‍की‍सभी‍श्रेणी‍में‍ णिक टीकृ त‍ह ने‍ पर।‍मेणडकल‍ब डय‍ के ‍
अनु्ंसा‍पर‍मु्‍‍य‍णचककत्‍सा‍अणधकारी‍की‍स्‍िीकृ णत/‍अस्‍िीकृ णत‍की‍णतणथ‍कमयचारी‍के ‍अक्षम‍
ह ने‍की‍णतणथ‍मानी‍जायेगी।
िघ)‍ जब‍ हृदय‍ र ग,‍ कैं सर‍ अथिा‍ अन्‍य‍ गंभीर‍ र गों‍ से‍ ग्रणसत‍ कमयचारी‍ क ‍ डॉक्‍टर‍ िारा‍
णिक टीकृ त‍कर‍कदया‍गया‍ह ,‍तथा‍उसे‍िैकण‍पक‍नौकरी‍न‍दी‍जा‍सके ।‍‍

णनयुणि‍के ‍णलए‍समय-सीमा: प्राथणमकता‍i. के ‍प्रकरण‍में‍ एक‍माह‍के ‍अंदर‍रर‍अन्‍य‍णस्थणतयों‍में‍ 3‍माह‍के ‍


अंदर‍सामान्‍य‍पररणस्थणतयों‍में‍णनयुणि‍दे‍दी‍जाती‍है।

आिेदन‍करने‍की‍समयािणध:‍
i. कमयचारी‍की‍मृत्‍य‍ु के ‍बाद‍या‍पूणय‍ प प‍से‍ अक्षम‍िसभी‍श्रेणी‍में‍ णिक टीकृ त)‍ह ने‍ की‍णतणथ‍से‍ 5‍ि ों‍
तक‍
ii. अियस्‍क‍ब्‍‍चे‍ की‍णस्थणत‍में‍ उसके ‍18‍ि ‍य की‍उम्र‍पूरी‍करने‍ के ‍बाद‍ 2‍ि य‍ तक‍ि20‍ि ‍य की‍आयु‍
तक)‍ मंडल‍ रे ल‍ प्रबंधक/‍ णिभागा‍‍यक्ष/‍ मु्‍‍य‍ कारताना‍ प्रबंधक‍ िारा‍ प्रकरण‍ पर‍ णिचार‍ ककया‍
जायेगा।‍
iii. उपयुयक्‍त‍अिणधयों‍के ‍बाद‍महाप्रबंधक‍क ‍आिेदन‍करना‍ह गा।

अन्‍य‍्तें:
(क) ‍‍कमयचारी‍की‍णिधिा‍ने‍पुनर्तििाह‍न‍ककया‍ह ।‍
(त) इससे‍पहले‍स्‍िगीय‍कमयचारी‍के ‍पररिार‍के ‍ककसी‍सदस्‍य‍क ‍अनुकंपा‍णनयुणि‍न‍कदया‍गया‍ह ।
(ग) जब‍ पणत‍ एिं‍ पत्‍नी‍ द नों‍ रेल‍ कमयचारी‍ हों‍ त ‍ अनुकंपा‍ णनयुणि‍ ककसी‍ एक‍ के ‍ णलए‍ ही‍ कदया‍
जायेगा‍णजसकी‍मृत्‍यु‍पहले‍हुआ‍ह ।‍
पारता:‍
िक)‍ णिधिा/‍णिधुर,
ित)‍ पुर‍या‍पुरी,
िग)‍ कमयचारी‍के ‍अणििाणहत‍ह ने‍पर‍उसके ‍आणश्रत‍भाई, बहन‍आकद,
िघ)‍ दत्‍तक‍पुर‍या‍पुरी, णजसे‍कमयचारी‍ने‍जीणित‍रहते‍हुये‍णिणध पूियक‍दत्‍तक‍णलया‍ह ।
ि़क)‍ यकद‍क ई‍पुर‍या‍पुरी‍नहीं‍है‍ त ‍णिधिा/‍णिधुर‍के ‍प्रमाणपर‍पर‍णनकट‍संबंधी‍क ‍भी‍णनयुणि‍
दी‍जा‍सकती‍है।‍
िच)‍ आकणस्मक‍ श्रणमक‍ के ‍ मामले‍ में‍ अनुकंपा‍ णनयुणि‍ के िल‍ आकणस्मक‍ श्रणमक‍ के ‍ प प‍ में‍ ही‍ दी‍
जायेगी।‍‍

वयषकलषठाकुेष2018 59
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

्ैक्षणणक‍य ग्‍यता:
ग्रुप‍‘डी’ के ‍णलए:‍णिधिा‍के ‍णलए‍क ई‍य ग्‍यता‍नहीं, पुर‍या‍पुरी/‍आणश्रत‍के ‍णलए‍10िीं‍पास।‍
ग्रुप‍‘सी’ के ‍णलए:‍सभी‍व्‍यणियों‍के ‍णलए‍12‍िीं‍पास‍या‍णजस‍पद‍के ‍णलए‍अनुकंपा‍णनयुणि‍दी‍जा‍रही‍है, उस‍
पद‍की‍्ैक्षणणक‍य ग्‍यता‍क ‍‍‍यान‍में‍रता‍जायेगा।
्ैक्षणणक‍य ग्‍यता‍में‍छू ट‍के ‍मामले‍क ‍रे लिे‍ब डय‍की‍मंजरू ी‍हेतु‍भेजा‍जायेगा।‍‍

उ्‍‍चतर‍्ैणक्षक‍य ग्‍यता‍प्रा्‍‍त‍करना:‍यकद‍कमयचारी‍की‍मृत्‍यु‍ या‍अ्क्‍तता‍के ‍समय‍अ्‍‍यथी‍क ई‍ऐसी‍पढाई‍


कर‍रहा‍ह ‍णजसे‍ पूरा‍करने‍ के ‍बाद‍िह‍उ्‍‍चतर‍ग्रेड‍के ‍णलए‍उपयुक्‍त‍ह ‍सकता‍है,‍त ‍उसे‍ अपना‍क सय‍ पूरा‍
करने‍ की‍अनुमणत‍दी‍जायेगी।‍्तय‍ यह‍है‍ कक‍उ्‍‍चतर‍य ग्‍यता‍पूरा‍करके ‍5‍ि य‍ की‍णनधायररत‍अिणध‍में‍ िह‍
आिेदन‍प्रस्‍तुत‍कर‍दे।‍‍

उपयुक्त
‍ ता‍की‍जांच:‍अनुकंपा‍के ‍आधार‍पर‍णनयुणि‍के ‍णलए‍उपयुक्‍तता‍टेस्ट‍ ‍के ‍िारा‍अ्‍‍यथी‍की‍उपयुक्‍तता‍
जांची‍जायेगी‍इसके ‍णलए‍कठ र‍मानक‍नहीं‍रते‍ जायेंगे।‍‍समूह‍‘ध’‍के ‍कमयचारी‍के ‍आणश्रत‍क ‍भी‍य ग्‍य‍ह ने‍
पर‍ समूह‍ ‘ग’‍ में‍ णलया‍ जा‍ सकता‍ है।‍ समूह‍ ‘ग’‍ पद‍ के ‍ णलए‍ आणश्रत‍ क ‍ दूसरा‍ मौका‍ सक्षम‍ अणधकारी‍ की‍
अनुमणत‍से‍ कदया‍जा‍सकता‍है।‍णिधिा‍क ‍समूह‍‘ग’‍पद‍के ‍णलए‍महाप्रबंधक‍मह दय‍की‍अनुमणत‍से‍ तीसरा‍
मौका‍कदया‍जा‍सकता‍है।

उपयुक्‍तता‍ टेस्ट‍ ‍ तीन‍ िररष्‍ठ‍ अणधकाररयों‍ की‍ कणमरट‍ िारा‍ णलया‍ जायेगा‍ णजसमें‍ एक‍ कार्तमक‍
अणधकारी,‍एक‍संबंणधत‍णिभाग‍के ‍अणधकारी‍तथा‍एक‍अन्‍य‍णिभाग‍के ‍अणधकारी‍होंगे।‍‍‍

अनुकंपा‍णनयुणि‍की‍मंजरू ी‍देन‍े हेत‍ु सक्षम‍अणधकारी:

i. णजन‍ पदों‍ का‍ ग्रेड‍ पे‍ `4200‍ तक‍ है‍ तथा‍ सीधी‍ भती‍ क टा‍ 25%‍ से‍ अणधक‍ है‍ ऐसे‍ मामलों‍ में‍
महाप्रबंधक‍मंजूरी‍दे‍सकते‍हैं।‍
ii. णजन‍पदों‍का‍ग्रेड‍पे‍ `4200‍तक‍है‍ तथा‍सीधी‍भती‍क टा‍25%‍से‍ कम‍है‍ ऐसे‍ मामले‍ ‍महाप्रबंधक‍
मह दय‍की‍व्‍यणिगत‍स्‍िीकृ णत‍से‍रे लिे‍ब डय‍क ‍भेजा‍जायेगा।‍‍
iii. ग्रेड‍पे‍ `4600‍में‍ अनुकंपा‍णनयुणि‍के ‍णलए‍आिेदक‍क ‍प्रथम‍श्रेणी‍में‍ इंजीणनयिंरग‍स्‍नातक‍के ‍साथ‍
संबंणधत‍पद‍हेतु‍णनधायररत‍य ग्‍यता‍ह नी‍चाणहए।‍
iv. णलणपक‍संिगय‍में‍अनुकंपा‍णनयुणि‍हेतु‍महाप्रबंधक‍मह दय‍की‍व्‍यणिगत‍अनुम दन‍आिश्‍यक‍है।‍
v. सामान्‍यत:‍अनुकंपा‍णनयुणि‍िेतनमान‍के ‍न्‍यूनतम‍पर‍ही‍ककया‍जायेगा‍परं त‍ु प्रधान‍णित्‍त‍सलाहकार‍
की‍सहमणत‍तथा‍महाप्रबंधक‍मह दय‍की‍व्‍यणिगत‍स्‍िीकृ णत‍िारा‍उ्‍‍च‍अथिा‍अणधकतम‍िेतन‍पर‍
भी‍िेतन‍णनधायरण‍ककया‍जा‍सकता‍है।‍

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वयषकलषठाकुेष2018 60
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

भणिष्‍यणनणध‍रर‍उससे‍णनकासी

भणिष्‍यणनणध: 31 कदस‍‍बर‍2003 तक‍णनयुक्‍त‍कमयचारी‍पर‍राजकीय‍रे ल‍भणिष्‍य‍णनणध‍के ‍णनयम‍लागू‍ होंगे।‍‍

प्रत्‍येक‍कमयचारी‍का‍एक‍भणिष्‍य‍णनणध‍ताता‍ह ता‍है‍णजसे‍8 णडणजट‍सं्‍‍या‍के ‍नाम‍से‍भी‍जाना‍जाता‍

है। इस‍ताते‍ में‍ प्रत्‍येक‍कमयचारी‍के ‍मूल‍िेतन‍का‍8.33%‍भाग‍जमा‍ककया‍जाता‍है।‍इस‍प्रकार‍साल‍

में‍ एक‍ माह‍ का‍ िेतन‍ जमा‍ ह ता‍ है।‍ णजसका‍ ररकाडय‍ लेता‍ णिभाग‍ िारा‍ रता‍ जाता‍ है।‍ हर‍ ि ‍य

कमयचारी‍क ‍फं ड‍के ‍ताते‍ में‍ जमा‍धन‍का‍णििरण‍एक‍पासबुक‍के ‍मा‍‍य म‍से‍ लेता‍कायायलय‍िारा‍

कदया‍जाता‍है।‍

स्‍िणै ्‍छक‍भणिष्‍य‍णनणध: कमयचारी‍अपनी‍स्‍िे्‍‍छा‍से‍अं्दान‍करने‍के ‍णलए‍िेतन‍से‍कटौती‍करिा‍सकता‍है‍ज ‍

कटौणतयों‍के ‍बाद‍णमलनेिाले‍ िेतन‍से‍ अणधक‍नहीं‍ह ना‍चाणहए।‍यह‍अं्दान‍ि य‍ में‍ एक‍बार‍कम‍

ककया‍जा‍सकता‍है‍तथा‍ि य‍में‍द ‍बार‍बढाया‍जा‍सकता‍है।‍

सेिामुणि‍पर‍भुगतान: सेिामुणि‍से‍ तीन‍महीने‍ पहले‍ िेतन‍से‍ भणिष्‍य‍णनणध‍की‍कटौती‍बंद‍कर‍दी‍जाती‍है।‍

इस‍ताते‍ में‍ जमा‍पूरी‍रकम‍रर‍उस‍पर‍ब्‍याज‍का‍भुगतान‍सेिामुणि‍िाले‍ कदन‍कमयचारी‍क ‍ककया‍

जाता‍है।‍

भणिष्‍यणनणध‍से‍स्‍थायी‍णनकासी:

I. भारतीय‍रे ल‍स्‍थापना‍संणहता‍के ‍भाग‍1 में‍ णनयम‍सं्‍‍या‍925 के ‍अंतगयत‍राजकीय‍रेल‍भणिष्‍य‍णनणध‍

से‍ स्‍थायी‍णनकासी‍का‍प्रािधान‍ककया‍गया‍है।‍‍इस‍णनयम‍की‍समीक्षा‍करने‍ के ‍बाद‍आरबीई‍सं्‍य


‍ ा‍

47/2017 कदनांक‍15.05.2017 िारा‍णन‍‍नणलणतत‍उद्देश्य


‍ ‍के ‍णलए‍स्‍थायी‍णनकासी‍की‍अनुमणत‍दी‍

गई‍है-

i. ण्क्षा-‍इसमें‍ सभी‍णि यों‍तथा‍संस्थ


‍ ानों‍के ‍प्राथणमक,‍मा‍‍यणमक‍तथा‍उ्‍‍च‍ण्क्षा‍्ाणमल‍

होंगे।

ii. स्‍ियं,‍ पररिार‍ रर‍ आणश्रतों‍ के ‍ जप री‍ तचें‍ जैसे- सगाई,‍ ्ादी,‍ अंणतम‍ संस्क
‍ ार‍ तथा‍ अन्‍य‍

रीणत-ररिाज।

iii. स्‍ियं,‍पररिार‍रर‍आणश्रतों‍की‍णबमारी।

iv. उपभ क्‍ता‍रटकाउ‍िस्‍तुओं‍की‍तरीद।

II. यह‍णनणयय‍णलया‍गया‍है‍ कक‍कमयचारी‍के ‍12 माह‍का‍िेतन‍या‍जमा‍रकम‍का‍¾‍भाग‍की‍राण्‍ज ‍

भी‍ कम‍ ह ,‍ स्‍थायी‍ णनकासी‍ के ‍ प प‍ में‍ णनकाला‍ जा‍ सकता‍ है।‍ बीमारी‍ के ‍ मामले‍ में‍ जमा‍ रकम‍ का‍

90%‍भाग‍णनकाला‍जा‍सकता‍है।‍क ई‍भी‍अं्धारक‍10 ि य‍ की‍सेिा‍पूरी‍ह ने‍ के ‍बाद‍ही‍स्‍थायी‍

णनकासी‍कर‍सकता‍है।‍

वयषकलषठाकुेष2018 61
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v. घर‍के ‍णलए‍णजसमें‍घर‍का‍णनमायण‍या‍घर‍के ‍णलए‍बना‍बनाया‍फ्लैट‍का‍अजयन‍

्ाणमल‍है।‍

vi. बकाया‍गृह‍णनमायण‍ऋण‍के ‍पुनभुयगतान‍हेतु।

vii. उपलब्‍ध‍्‍‍लॉट‍पर‍घर‍णनमायण‍हेतु।

viii. घर‍णनमायण‍करने‍के ‍णलए‍्‍‍लॉट‍की‍तरीद‍हेतु।

ix. अर्तजत‍घर‍का‍पुनर्तनमायण‍या‍इसमें‍बढ तरी‍करने‍हेतु।

x. पैतृक‍घर‍का‍पुनर्तनमायण‍तथा‍इसमें‍बढ तरी‍या‍बदलाि‍करने‍हेतु।

III. उपयुयक्‍त‍v‍से‍ vii‍तक‍के ‍णलए‍कमयचारी‍क ‍अपने‍ ताते‍ मे‍ जमा‍अं्दान‍तथा‍उस‍पर‍कदये‍ गये‍ ब्‍याज‍

की‍कु ल‍राण्‍या‍िास्‍तणिक‍लागत‍ज ‍भी‍कम‍ह ,‍णनकालने‍ की‍अनुमणत‍दी‍जा‍सकती‍है।‍‍‍उपयुयक्‍त‍

viii‍से‍x‍तक‍के ‍णलए 90% राण्‍के ‍णनकासी‍की‍अनुमणत‍दी‍जा‍सकती‍है।‍‍यह‍भी‍णनणयय‍णलया‍गया‍

है‍ कक‍घर‍के ‍णबक्री‍करने‍ की‍णस्थणत‍में‍ णलये‍ गये‍ भणिष्‍य‍णनणध‍की‍राण्‍क ‍िापस‍इस‍ताते‍ में‍ जमा‍

करना‍ह गा।‍राजकीय‍रे ल‍भणिष्‍य‍णनणध‍से‍की‍गई‍णनकासी‍पर‍घर‍णनमायण‍अणग्रम‍(एचबीए) णनयम‍

के ‍तहत‍णनधायररत‍सीमा‍लागू‍नहीं‍ह गी।‍इस‍सुणिधा‍का‍लाभ‍अं्धारक‍अपनी‍सेिा‍के ‍दौरान‍ककसी‍

भी‍समय‍ले‍सकता‍है।‍‍

xi. म टर‍ कार/ म टर‍ साईकल/ स्‍कूटर‍ की‍ तरीद‍ या‍ इस‍ उद्देश्य
‍ ‍ के ‍ णलए‍ णलए‍ गये‍ ऋण‍ की‍

िापसी‍हेतु।

xii. म टर‍कार‍की‍ओिर‍हॉनलग‍या‍ब़का‍मर‍‍मत‍करिाने‍हेत।ु ‍

xiii. म टर‍कार/ म टर‍साईकल/ स्‍कूटर,‍म पेड‍क ‍बुक‍करने‍के ‍णलए‍राण्‍जमा‍करने‍हेत।ु ‍

IV. उपयुयक्‍त‍उद्देश्य
‍ ‍के ‍णलए‍जमा‍रकम‍के ‍¾‍भाग‍की‍राण्‍या‍गा़की‍की‍िास्‍तणिक‍कीमत‍ज ‍भी‍कम‍ह ‍

की‍णनकासी‍की‍जा‍सकती‍है।‍इसके ‍णलए‍10 ि य‍की‍सेिा‍पूणय‍ह ना‍अणनिायय‍है।

V. यह‍भी‍णनणयय‍णलया‍गया‍है‍ कक‍सेिाणनिृणत‍की‍णतणथ‍से‍ 2 ि य‍ के ‍अंदर‍अणधिर्त ता‍पर‍सेिाणनिृत‍

ह ने‍िाले‍कमयचारी‍णबना‍क ई‍कारण‍बताये‍90% की‍राण्‍की‍णनकासी‍कर‍सकता‍है।‍

VI. इस‍णनकासी‍के ‍णलये‍णनयंरक‍अणधकारी‍मंजूरी‍प्रदान‍कर‍सकते‍हैं।‍इसके ‍णलए‍अं्धारक‍क ‍क ई‍भी‍

दस्‍तािेज,‍प्रमाण‍के ‍प प‍में‍देने‍की‍जप रत‍नहीं‍है‍एक‍सादा‍आिेदन‍णजसमें‍कक‍णनकासी‍के ‍कारण‍का‍

ब्‍यौरा‍कदया‍गया‍ह ‍पयाय्‍त
‍ ‍ह गा।‍

VII. यह‍ भी‍ णनणयय‍ णलया‍ गया‍ है‍ कक‍ इस‍ णनकासी‍ के ‍ णलए‍ समय‍ अिणध‍ तय‍ की‍ जाय‍ ज ‍ णनकासी‍ की‍

मंजूरी‍ एिं‍ भुगतान‍ के ‍ णलए‍ अणधकतम‍ 15 कदनों‍ की‍ ह गी।‍ आपात‍ णस्थणत‍ जैसे- बीमारी‍ आकद‍ के ‍

मामलों‍अणधकतम‍समय‍सीमा‍7 कदनों‍की‍ह गी।‍

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वयषकलषठाकुेष2018 62
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

अनुसणू चत‍जाणत‍एिं‍अनुसणू चत‍जनजाणत‍क ‍आरक्षण

सांणिधाणनक‍व्‍यिस्‍था:
i. अनु्‍‍छेद 16(1)- राज्‍य‍के ‍अधीन‍ककसी‍पद‍पर‍ णनयुणि‍या‍णनय जन‍में‍ सभी‍नागररकों‍क ‍
समान‍अिसर‍कदया‍जायेगा।
ii. अनु्‍‍छेद 16(2)- ककसी‍भी‍नागररक‍क ‍के िल‍धमय,‍िं्,‍जाणत,‍नलग,‍जन्‍मस्‍थान,‍णनिास‍के ‍
आधार‍ पर‍ राज्‍य‍ के ‍ अधीन‍ ककसी‍ सेिा‍ के ‍ णलए‍ अपार‍ नहीं‍ ककया‍ जायेगा‍ या‍ भेदभाि‍ नहीं‍
ककया‍जायेगा।
iii. अनु्‍‍छेद 16(4)- इस‍अनु्‍‍छेद‍की‍क ई‍बात‍राज्‍य‍क ‍अपने‍ िैसे‍ नागररकों‍के ‍णनयुणियों‍या‍
पदों‍ के ‍ आरक्षण‍ के ‍ णलए‍ उपबंध‍ करने‍ से‍ नहीं‍ र के गी,‍ णजनका‍ प्रणतणनणधत्‍ि‍ राज्‍य‍ के ‍ अधीन‍
सेिाओं‍में‍पयाय्‍‍त‍नहीं‍है।‍
iv. अनु्‍‍छेद 335- संध‍ या‍ राज्‍य‍ से‍ संबंणधत‍ सेिाओं‍ रर‍ पदों‍ के ‍ णलए‍ णनयुणियां‍ करने‍ में‍
अनुसूणचत‍जाणत‍रर‍अनुसूणचत‍जनजाणत‍के ‍दािों‍का‍प्र्ासन‍की‍दक्षता‍बनाये‍रतने‍ की‍्तय‍
पर‍णिचार‍ककया‍जायेगा।
v. अनु्‍‍छेद 341- राष्‍रपणत‍ध ‍ण त‍करेंगे‍कक‍कौन‍सी‍जाणत‍अनुसूणचत‍जाणत‍है।
vi. अनु्‍‍छेद‍342- राष्‍रपणत‍ध ‍ण त‍करेंगे‍कक‍कौन‍सी‍जाणत‍अनुसूणचत‍जनजाणत‍है।

इन‍णस्थणतयों‍में‍आरक्षण‍का‍क टा‍नहीं‍ह ता-

i. एक‍पद‍का‍कै डर।
ii. िे‍पद‍ज ‍स्‍थानांतरण‍से‍भरे‍जा‍ते‍हैं।
iii. 45 कदन‍से‍कम‍की‍अस्‍थायी‍णनयुणियच ।
iv. 45 कदन‍से‍कम‍की‍ररणियच ।
v. अस्‍थायी‍संगठन‍(जैसे‍- णनमायण) के ‍णलए‍िकय चाजय‍कमयचारी।
vi. प्रणतणनयुणि‍से‍भरी‍गई‍जगहें।
vii. आकणस्मक‍श्रणमक‍रर‍एिजी‍की‍णनयुणि।
viii. प्रण्क्षण‍संस्‍थानों‍में‍प्रण्क्षकों‍के ‍पद‍ज ‍णिणभन्‍न‍णिभागों‍से‍सािणधक‍आधार‍पर‍भरे‍जाते‍
हैं।
ix. कारतानों‍में‍उत्‍पादन‍णनयंरण‍संगठन‍के ‍पद‍ज ‍णिणभन्‍न‍णिभागों‍से‍सािणधक‍आधार‍पर‍भरे ‍
जाते‍हैं।
x. सतकय ता‍णनरीक्षकों‍के ‍पद।

सीधी‍ भती‍के ‍ पदों‍में‍ आरक्षण: सीधी‍ भती‍ के ‍ मामलों‍में‍ अनुसूणचत‍ जाणत, अनुसूणचत‍ जनजाणत‍एिं‍
अन्‍य‍णपछ़के‍िगय‍के ‍णलए‍णन‍‍न‍प्रणत्त‍तक‍आरक्षण‍की‍व्‍यिस्‍था‍है-
क्र.सं. भती‍का‍प्रकार अनुसूणचत‍जाणत अनुसूणचत‍जनजाणत अन्‍य‍णपछ़के‍िगय
1 सीधी‍भती‍से 15% 7.1/2% 27%
2 पद न्‍नणत‍से 15% 7.1/2% -

वयषकलषठाकुेष2018 63
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

चयन‍ में‍ ररयायतें: संरक्षा‍ क रटयों‍ क ‍ छ ़ककर‍ चयन‍ पदों‍ के ‍ णलए‍ परीक्षा‍ पास‍ न‍ कर‍ सकने‍ िाले‍
अनुसूणचत‍जाणत, अनुसूणचत‍जनजाणत‍के ‍उ‍‍मीदिारों‍क ‍छू ट‍दी‍जाती‍है।‍ज ‍प्रत्‍या्ी‍णलणतत‍परीक्षा‍
में‍ कु ल‍ णमलाकर‍ न्‍यूनतम‍ 20 अंक‍ प्रा्‍‍त‍ कर‍ ले‍ उन्‍ह‍ें असफल‍ अ्‍‍यर्तथयों‍ में‍ सिोत्‍तम‍ मानकर‍ उनके ‍
णलए‍आरणक्षत‍पदों‍पर‍6 मास‍के ‍णलए‍तदथय‍प प‍में‍पद न्‍नत‍कर‍कदया‍जाना‍चाणहए।‍इन‍6 महीनों‍में‍
प्र्ासन‍ क ‍ चाणहए‍ कक‍ उनके ‍ ज्ञान‍ क ‍ बढाने‍ तथा‍ अपेणक्षत‍ स्‍त र‍ तक‍ लाने‍ के ‍ णलए‍ सभी‍ स‍‍भि‍
सुणिधाऍ‍दी‍जायें‍ रर‍आिश्‍यक‍ह ‍त ‍णि्े ‍प्रण्क्षण‍कक्षा‍का‍भी‍प्रबन्‍ध‍ककया‍जाए।‍6 मास‍के ‍
बाद‍ कमयचारी‍ के ‍ कायय‍ की‍ ररप टय‍ ली‍ जानी‍ चाणहए‍ रर‍ यकद‍ देता‍ जाय‍ कक‍ िह‍ अपेणक्षत‍ स्‍तर‍ पर‍
य ग्‍यता‍प्रा्‍‍त‍कर‍चुका‍है‍ त ‍उसे‍ पैनल‍में‍ ्ाणमल‍कर‍णलया‍जाना‍चाणहए‍अन्‍यथा‍उसका‍नाम‍हटा‍
कदया‍जाना‍चाणहए।‍

ऐसी‍ही‍कारयिाई‍संरक्षा‍क रटयों‍क ‍छ ़ककर‍्े ‍सभी‍अचयन‍क रटयों‍में‍पद न्‍न णत‍के ‍समय‍


की‍जानी‍चाणहए।‍

के न्‍रीय‍प्र्ासणनक‍न्‍यायाणधकरण‍के ‍27.02.92 के ‍णनणयय‍पर‍ब डय‍के ‍आदे्:-

1. आरक्षण‍क टे‍की‍गणना:
i. णजस‍ िगय‍ में‍ रर‍णियॉ‍ भरी‍ जा‍ रही‍ हैं‍ उसमें‍ ज ‍ णनयणमत‍ अनुसूणचत‍ जाणत‍ रर‍ जनजाणत‍
कमयचारी‍पहले‍से‍काम‍कर‍रहे‍हों‍उनकी‍एक‍सूची‍तैयार‍करनी‍चाणहये।
ii. णजस‍ िगय‍ में‍ णजतने‍ स्‍िीकृ त‍ पद‍ हैं‍ उन‍ पर‍ अनुसूणचत‍ जाणत‍ का‍ 15%‍ रर‍ अनुसूणचत‍
जनजाणत‍ का‍ 7.1/2%‍ आरक्षण‍ का‍ क टा‍ ककतना‍ बनेगा,‍ उसे‍ णनकाल‍ लेना‍ चाणहये।‍ यह‍
गणना‍करते‍ समय‍आधे‍ से‍ कम‍की‍सं्‍य ‍ ा‍क ‍छ ़क‍देना‍चाणहए‍रर‍आधे‍ या‍इससे‍ अणधक‍
क ‍एक‍मानकर‍णगन‍लेना‍चाणहए।‍‍
iii. क टे‍ की‍गणना‍के ‍बाद‍इसकी‍तुलना‍णनयणमत‍प प‍से‍काम‍करने‍िाले‍ अनुसूणचत‍जाणत‍रर‍
जनजाणत‍कमयचाररयों‍से‍ करना‍चाणहए।‍यकद‍णनयणमत‍कमयचाररयों‍की‍सं्‍‍या‍इस‍सं्‍‍या‍से‍
अणधक‍ह ‍या‍इसके ‍बराबर‍ह , त ‍क ई‍आरक्षण‍क टा‍णनधायररत‍नहीं‍ककया‍जायेगा।
iv. यकद‍ णनयणमत‍ कमयचाररयों‍ की‍ सं्‍‍या‍ क टे‍ हेतु‍ णनधायररत‍ सं्‍‍या‍ से‍ कम‍ है, त ‍ र स्‍टर‍ में‍
आरणक्षत‍ णबन्‍द‍ु के ‍ अनुसार‍ क टे‍ की‍ सं्‍‍या‍ णनधायररत‍ ककया‍ जायेगा।‍ यह‍ भी‍ णनणित‍ ककया‍
जायेगा‍कक‍णजतने‍पद‍भरने‍हैं‍या‍णजनके ‍णलए‍नाणमका/चयन‍सूची‍बननी‍है‍उसके ‍50%‍से‍
अणधक‍पद‍आरणक्षत‍नहीं‍हों।

2. कमयचाररयों‍क ‍बुलाने‍का‍दायरा:
क. चयन-
i. चयन‍ पद‍ भरने‍ के ‍ णलए‍ नाणमका‍ की‍ सं्‍‍या‍ के ‍ तीन‍ गुणा‍ कमयचाररयों‍ क ‍ उनकी‍ िरीयता‍
सूची‍के ‍अनुसार‍बुलाया‍जाता‍है।
ii. सूची‍तैयार‍ह ने‍ के ‍बाद‍यह‍जॉच‍ककया‍जायेगा‍कक‍इसमें‍ अनुसूणचत‍जाणत‍रर‍अनुसूणचत‍
जनजाणत‍की‍सं्‍य ‍ ा‍भी‍आरणक्षत‍पद‍की‍णतगुनी‍है‍या‍नहीं।‍यकद‍इस‍सूची‍में‍उनकी‍सं्‍य ‍ ा‍
भी‍ णतगुनी‍ या‍ अणधक‍ है‍ त ‍ इस‍ सूची‍ के ‍ अनुसार‍ कमयचारी‍ क ‍ बुलाया‍ जायेगा।‍ यकद‍ यह‍
सं्‍‍या‍ कम‍ है‍ त ‍ िरीयता‍ सूची‍ में‍ नीचे‍ के ‍ नामों‍ में‍ से‍ अनुसूणचत‍ जाणत‍ एिं‍ अनुसूणचत‍
जनजाणत‍के ‍कमयचाररयों‍क ‍क्रम‍से‍ णनकाला‍जायेगा‍तथा‍इतने‍ कमयचाररयों‍क ‍अनारणक्षत‍

वयषकलषठाकुेष2018 64
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

कमयचाररयों‍क ‍हटाते‍हुये‍उनकी‍जगह‍रता‍जायेगा।‍अथायत‍ककसी‍भी‍पररणस्थणत‍में‍नाणमका‍
की‍सं्‍‍या‍से‍णतगुनी‍सं्‍‍या‍के ‍बराबर‍ही‍णलस्‍ट‍रहेगी‍उससे‍अणधक‍नहीं।
iii. अनुसूणचत‍ जाणत‍ एिं‍ अनुसूणचत‍ जनजाणत‍ कमयचाररयों‍ की‍ कमी‍ क ‍ अन्‍य‍ जाणत‍ के ‍
कमयचाररयों‍क ‍बुलाकर‍पूरा‍नहीं‍ककया‍जायेगा।
त. गैर‍ चयन‍ या‍ िरीयता‍ सह‍ उपयुक्‍तता: पूरी‍ प्रकक्रया‍ चयन‍ पद‍ भरने‍ के ‍ अनुसार‍ ही‍ ह गी‍
ककन्‍त‍ु बुलाये‍जाने‍िाले‍कमयचाररयों‍की‍सं्‍‍या‍ररणियों‍के ‍बराबर‍ह गी।
ग. नाणमका‍बनाना:
i. गैर‍संरक्षा‍पदों‍पर‍यकद‍अनुसणू चत‍जाणत‍एिं‍अनुसणू चत‍जनजाणत‍के ‍कमयचारी‍पयाय्‍त ‍ ‍सं्‍य
‍ ा‍
में‍ नहीं‍आ‍पाते‍ हैं‍ त ‍ऐसी‍णस्थणत‍में‍ आरणक्षत‍पदों‍के ‍णलए‍स्‍तर‍में‍ छू ट‍के ‍अनुसार‍अंकों‍में‍
ररयायत‍देकर‍इस‍कमी‍क ‍पूरा‍ककया‍जायेगा।‍‍कफर‍भी‍यकद‍आरणक्षत‍क टा‍पूरा‍नहीं‍ह ‍
सके ‍त ‍‘फे ल‍कमयचाररयों‍में‍श्रेष्ठ
‍ ‘‍की‍नीणत‍के ‍अनुसार‍तदथय‍णनयुणि‍देकर‍ि‍ह‍पद‍भर‍सकते‍
हैं।‍
ii. ज ‍अनुसूणचत‍जाणत‍एिं‍ अनुसूणचत‍जनजाणत‍के ‍कमयचारी‍अंकों‍में‍ छू ट‍के ‍साथ‍नाणमका‍में‍
स्‍थान‍पाते‍हैं‍या‍ज ‍‘फे ल‍कमयचाररयों‍में‍श्रेष्‍ठ‘‍की‍नीणत‍के ‍अनुसार‍नाणमका‍पर‍आते‍हैं‍उन्‍ह‍ें
नाणमका‍में‍सामान्‍य‍स्‍तर‍से‍उत्‍तीणय‍ह ने‍िाले‍कमयचाररयों‍के ‍नीचे‍स्‍थान‍कदया‍जायेगा।
घ. नाणमका‍या‍चयन‍सूची‍में‍ ररणियॉ‍भरना: जब‍अनुसूणचत‍जाणत‍एिं‍ अनुसूणचत‍जनजाणत‍के ‍
कमयचारी‍सामान्‍य‍सूची‍मे‍ आ‍जाते‍ हैं‍ तब‍ह ‍सकता‍है‍ कक‍इनकी‍सं्‍य ‍ ा‍आरक्षण‍णनयमों‍के ‍
अनुसार‍ जप री‍ सं्‍‍या‍ से‍ अणधक‍ ह ,‍ ऐसी‍ णस्थणत‍ में‍ इन‍ कमयचाररयों‍ क ‍ उनकी‍ पारी‍ के ‍
अनुसार‍पद न्‍नणत‍दी‍जायेगी‍भले‍ ही‍पद न्‍नणत‍िाले‍ ग्रेड‍में‍ अनुसूणचत‍जाणत‍एिं‍ अनुसूणचत‍
जनजाणत‍के ‍कमयचाररयों‍की‍सं्‍‍या‍ककतनी‍भी‍ह ।
ङ. र सि्‍टर‍ रणजस्‍टर‍ का‍ रतरताि: अनुसूणचत‍ जाणत‍ एिं‍ अनुसूणचत‍ जनजाणत‍ के ‍ णनधायररत‍
प्रणत्त‍पदों‍क ‍भरने‍ हेतु‍ सीधी‍भती‍एिं‍ पद न्‍नणत‍के ‍मामलों‍में‍ अलग‍अलग‍र स्‍टर‍रता‍
जायेगा।‍रे लिे‍ब डय‍के ‍पर‍कदनांक‍21.08.1997‍िारा‍पदों‍के ‍आधार‍पर‍आरक्षण‍र स्‍टर‍का‍
प्रािधान‍ककया‍गया।‍इससे‍ पहले‍ यह‍ररणियों‍के ‍आधार‍पर‍था।‍डेपुटे्न/स्‍थानांतरण‍पर‍
आरक्षण‍के ‍णनयम‍लागू‍ नहीं‍होंगे।‍छ टे‍ संिगय‍ के ‍णलए‍14 णबन्‍द‍ु के ‍र स्‍टर‍का‍पालन‍ककया‍
जायेगा‍जहच ‍कमयचाररयों‍की‍सं्‍य ‍ ा‍14 या‍उससे‍ कम‍ह ।‍ककसी‍भी‍समय‍पूरे‍ संिगय‍ में‍ कु ल‍
पदों‍ की‍ सं्‍‍या‍ का‍ अणधकतम‍ 50%‍ तक‍ही‍ आरक्षण‍ रहेगा।‍ ‍ 50%‍ का‍ णनयम‍ के िल‍ चालू‍
ि य‍ की‍ररणियों‍पर‍ही‍लागू‍ ह ता‍है‍ णपछले‍ ि य‍ की‍बकाया‍ररणियों‍पर‍नहीं।‍पद न्‍न णत‍के ‍
णलए‍बनाये‍गये‍र स्‍टर‍में‍के िल‍अनुसूणचत‍जाणत‍एिं‍अनुसूणचत‍जनजाणत‍के ‍णबन्‍द‍ु होंगे‍अन्‍य‍
णपछ़का‍िगय‍के ‍नहीं।‍

वयषकलषठाकुेष2018 65
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

अनुसणू चत‍जाणत‍एिं‍अनुसणू चत‍जनजाणत‍कमयचाररयों‍के ‍णलए‍सुणिधा‍रर‍ररयायतें:

1. णनयुणि/ स्‍थानांतरण‍–‍ररहायसी‍कस्‍बे‍या‍जहॉ‍उसे‍क्‍िाटयर‍प्रदान‍ककया‍जा‍सके ।
2. आयु‍सीमा‍में‍छू ट‍– 5 ि य‍की‍छू ट
3. मुफ्त‍पास‍की‍सुणिधा‍–‍णितीय‍श्रेणी‍का‍पास
4. णि्े ‍ क नचग‍ कक्षायें‍ –‍ प्रणतय णगता‍ के ‍ आिश्‍यक‍ मानक‍ क ‍ प्रा्‍‍त‍ करने‍ में‍ सुणिधा‍ हेतु‍
आय जन।‍
5. पद न्‍नणत‍ हेतु‍ उपयुक्‍तता‍ परीक्षा‍ में‍ ररयायत–‍ गैर‍ संरक्षा‍ पदों‍ के ‍ णलए‍ 10%‍ अंकों‍ की‍
ररयायत।‍व्‍यािसाणयक‍य ग्‍यता‍में‍50%‍तथा‍कु ल‍अंक ‍का‍50%‍अंक‍प्रा्‍‍त‍ह ने‍पर‍‍चयन‍
हेतु‍य ग्‍य‍माना‍जायेगा।‍
6. रेल‍ आिास‍के ‍आिंटन‍ में‍ –‍जहॉ‍ क्‍िाटयरों‍ की‍सं्‍य ‍ ा‍50 या‍उससे‍ अणधक‍है‍ िहॉ‍‍टाइप‍ I‍
तथा‍टाइप‍II‍के ‍आिास‍में‍10%‍आरक्षण‍का‍प्रािधान‍है।
7. आिास‍आिंटन‍कणमरट‍में‍अनुसूणचत‍जाणत/ जनजाणत‍का‍क ई‍सदस्‍य‍ह ना‍चाणहए।‍‍
8. ण्कायत‍रणजस्‍टर‍–‍अलग‍से‍ण्कायत‍रणजस्‍टार‍रता‍जायेगा।
9. अणतल‍ भारतीय‍ अनु. जाणत/ अनु. जनजाणत/ अन्‍य‍ णपछ़का‍ िगय‍ के ‍ ए् ण्येसनों‍ क ‍
सुणिधायें:
i. ऑकफस‍के ‍णलए‍जगह‍की‍व्‍यिस्‍था,
ii. फनीचर‍तथा‍णबजली‍पंते‍की‍व्‍यिस्‍था,
iii. रेलिे‍टेलीफ न‍की‍व्‍यिस्‍था,
iv. अ‍‍यक्ष, महामंरी‍क ‍यारा‍के ‍णलए‍काडय‍पास‍की‍सुणिधा‍आकद।
10. असफल‍ अप्रैंरटस‍ की‍ णनयुणि: अनुसूणचत‍ जाणत‍ एिं‍ अनुसूणचत‍ जनजाणत‍ के ‍ ज ‍ उ‍‍मीदिार‍
परीक्षा‍में‍असफल‍ह ‍जाते‍हैं‍उन्‍ह‍ें णबना‍िृणतका‍के ‍दुबारा‍अिसर‍कदया‍जाता‍है।‍यकद‍उसमें‍
भी‍िह‍असफल‍ह ‍जाता‍है‍त ‍महाप्रबंधक‍मह दय‍की‍स्‍िीकृ णत‍पर‍तीसरा‍अिसर‍कदया‍जा‍
सकता‍है।‍

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वयषकलषठाकुेष2018 66
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

कु ्ल‍कारीगरों‍की‍भती
Recruitment of Skilled Artisan
ररणियों‍का‍क टा:‍इंजीणनयिंरग‍णिभाग‍में‍ कु ्ल‍कारीगर‍।।।‍लेिल‍2 में‍ पद‍णन‍‍नणलणतत‍प्रणत्त‍के ‍प प‍में‍
भरी‍जायेगी-
i. 25%‍ररणियॉ‍ऐक्‍ट‍अप्रेंरटस,‍आईटीआई‍पास‍तथा‍मैररक‍पास‍उ‍‍मीदिारों‍में‍से,
ii. 25%‍ररणियॉ‍्ैणक्षक‍अहयता‍िाले‍सेिारत‍अद्धय‍कु ्ल‍रर‍अकु ्ल‍कमयचाररयों‍से,
iii. 50%‍ररणियॉ‍णनचले‍ग्रेड‍के ‍कमयचाररयों‍से‍पद न्‍नणत‍िारा।

आयु-सीमा: सीधी‍भती‍के ‍णलए‍ 18 से‍ 25 ि य‍ की‍आयु‍ सीमा‍है।‍ऐक्‍ट‍अप्रेंरटस‍अथिा‍आईटीआई‍पास‍


सेिारत‍कमयचाररयों‍के ‍णलए‍आयु‍ की‍अणधकतम‍सीमा‍उनके ‍सेिाकाल‍के ‍अनुसार‍बढा‍जी‍जायेगी‍अणधकतम‍
35 ि य‍तक।‍‍अनुसूणचत‍जाणत/ अनुसूणचत‍जनजाणत‍के ‍णलए‍यह‍सीमा‍40 ि य‍ह गी।‍

न्‍यन
ू तम‍ ्ैणक्षक‍ अहयता: सीधी‍ भती‍ के ‍ णलए‍ पाठ्यक्रम‍ पूरा‍ कर‍ चुके‍ एक्‍ट‍ अप्रेंरटस/ संबद्ध‍ रेड‍ में‍ आईटीआई‍
पास‍है।‍सेिारत‍कमयचाररयों‍के ‍णलए‍मैररक‍पास‍है।

प्रण्क्षण: सीधी‍भती‍के ‍उ‍‍मीदिारों‍के ‍णलए‍प्रण्क्षण‍की‍अिणध‍णन‍‍नानुसार‍ह गी-


i. रे लिे‍संस्थ
‍ ानों‍में‍प्रण्क्षण‍पाठ्यक्रम‍पूरा‍कर‍चुके‍एक्‍ट‍अप्रेंरटस‍ –‍कु छ‍नहीं।
ii. गैर‍रे लिे‍संस्थ
‍ ानों‍में‍प्रण्क्षण‍पाठ्यक्रम‍पूरा‍कर‍चुके‍एक्‍ट‍अप्रेंरटस‍‍‍– 6 माह।
iii. आईटीआई‍पास‍उ‍‍मीदिार - 6 माह।
iv. मैररक‍पास‍उ‍‍मीदिार - 3 ि य।

7 िें‍ िेतन‍आय ग‍में‍ कदनांक‍01.08.2016 से‍ अप्रेंरटस‍एिं‍ रेनी‍क ‍प्रण्क्षण‍के ‍दौरान‍दी‍जाने‍ िाली‍
िजीफे / िृणत‍की‍दर‍णन‍‍नानुसार‍णनधायररत‍की‍गई‍है- (आरबीई‍सं. 08/2017 कदनांक‍02.02.17)
क्रम‍सं. कै टगरी प्रण्क्षण‍की‍अिणध िजीफे ‍की‍दर
1 कु ्ल‍कारीगर‍।।।‍ 3ि य 18000 प्रथम‍ि य‍में
(मैररक‍पास) 18500 णितीय‍ि य‍में
19100 तृतीय‍ि य‍में
2 कु ्ल‍कारीगर‍।।।‍ 6 माह 19900
(गैर‍रे लिे‍संस्थ
‍ ानों‍से‍एक्‍ट‍
अप्रेंरटस‍या‍आईटीआई)

पद न्‍नणत: कु ्ल‍कारीगर‍ग्रेड‍।।।‍के ‍कमयचारी‍पद न्‍नणत‍पर‍कु ्ल‍ग्रेड‍।।‍(लेिल‍4) तथा‍कु ्ल‍ग्रेड‍।‍(लेिल‍


5) में‍क्रम्: पद न्‍नणत‍के ‍हकदार‍होंगे।‍
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वयषकलषठाकुेष2018 67
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

रध णगक‍णििाद‍अणधणनयम‍1947‍
Industrial Dispute Act

उद्देश्य:‍‍रध णगक‍णििादों‍की‍जांच‍तथा‍उनका‍णनपटारा‍करना।‍

लागू‍ह ना:‍‍यह‍अणधणनयम‍सभी‍रध णगक‍संगठनों‍पर‍लागू‍ह ता‍है‍णजसमें‍रे लिे‍भी‍्ाणमल‍है।‍यह‍कदनांक‍


01.04.1947‍से‍लागू‍हुआ।‍

पररभा ाएँ:‍

रध णगक‍णििाद:‍‍माणलक‍रर‍माणलक‍या‍माणलक‍रर‍श्रणमक‍या‍श्रणमक‍रर‍श्रणमक‍के ‍बीच‍र जगार‍या‍


र जगार‍की‍्तें‍या‍श्रम‍की‍णस्थणत‍से‍उत्पन्‍न‍क ई‍णििाद‍रध णगक‍णििाद‍कहलाता‍है।‍

उद्य ग:‍‍क ई‍ऐसा‍पिणत‍युक्त


‍ ‍कायय‍ज ‍ककसी‍माणलक‍रर‍श्रणमक‍के ‍सहय ग‍से‍चलता‍ह ।

श्रणमक:‍‍ककसी‍उद्य ग‍में‍ काम‍करने‍ िाले‍ श्रणमक‍णजन्‍ह‍ें िेतन‍के ‍प प‍में‍ ककतनी‍भी‍रकम‍णमलती‍ह ,‍ककन्‍त‍ु


णन‍‍नणलणतत‍क ‍छ ़ककर‍–‍
i. पुणलस,‍जेल‍सेिा,‍रक्षा‍सेिा,‍रे ल‍सुरक्षा‍बल‍आकद‍के ‍कमयचारी,‍
ii. पययिेक्षक‍कमयचारी‍णजनका‍माणसक‍िेतन‍`1600‍ितीसरा‍िेतन‍आय ग)‍या‍अणधक‍ह ,‍
iii. प्रबंधक‍तथा‍प्र्ाणस‍नक‍हैणसयत‍से‍काम‍करने‍िाले‍कमयचारी।‍

अस्‍थायी‍छटनी‍िले‍ ऑफ):‍‍ककसी‍श्रणमक‍क ‍णजसका‍नाम‍उस‍उद्य ग‍के ‍उपणस्थत‍पंजी‍में‍ दजय‍ है,‍क यला,‍


्णि,‍क्‍‍च‍े माल‍आकद‍की‍कमी,‍स्‍टॉक‍का‍अणधक‍मारा‍में‍जमा‍ह ‍जाना,‍म्ीनों‍की‍तराबी‍या‍अन्‍य‍ककसी‍
कारण‍से‍माणलक‍िारा‍र जगार‍देने‍में‍असमथयता,‍इंकार‍या‍असफलता,‍अस्‍थायी‍छटनी‍कहलाता‍है।‍

अस्‍थायी‍छटनी‍के ‍दौरान‍श्रणमक‍50% िेतन‍के ‍णलए‍पार‍ह गा‍ककन्‍तु‍ जब‍श्रणमक‍क ‍एक‍पारी‍में‍


काम‍न‍देकर‍दूसरी‍पारी‍में‍ बुलाया‍जाता‍है‍ रर‍दूसरी‍पारी‍ में‍ भी‍उपणस्थत‍ह ने‍ पर‍उसे‍ काम‍नहीं‍कदया‍
जाता‍है‍त ‍ऐसी‍णस्थणत‍में‍िह‍दूसरी‍पारी‍के ‍पूरे‍िेतन‍के ‍णलए‍पार‍ह गा।

छटनी‍िरररें्‍म
‍ टें ):‍माणलक‍िारा‍श्रणमक‍की‍सेिा‍समा्‍‍त‍कर‍देना‍छटनी‍है,‍ककन्‍तु णन‍‍नणलणतत‍पररणस्थतयों‍में‍
सेिा‍समाणि‍क ‍छटनी‍नहीं‍माना‍जायेगा-‍
i. अनु्ासणनक‍काययिाही‍में‍्ाणस्त‍के ‍प प‍में‍सेिा‍समाणि,‍
ii. अणधिर्त ता/‍स्‍िे्‍‍छा‍सेिाणनिृणत,‍
iii. माणलक‍तथा‍श्रणमक‍के ‍बीच‍हुए‍करार‍िएग्रीमेंट)‍की‍समाणि,‍
iv. लगातार‍बीमारी‍के ‍कारण‍सेिाणनिृणत।‍

वयषकलषठाकुेष2018 68
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

ह़कताल:‍‍ककसी‍उद्य ग‍में‍ र जगार‍पर‍लगे‍ व्‍यणियों‍िारा‍आपसी‍समझौते‍ के ‍अंतगयत‍सामूणहक‍प प‍से‍ काम‍


बंद‍कर‍देना‍या‍र जगार‍स्‍िीकार‍करने‍या‍काम‍जारी‍रतने‍से‍मना‍कर‍देना,‍ह़कताल‍कहलाता‍है।‍

तालाबंदी:‍‍माणलक‍िारा‍र जगार‍का‍स्‍थल‍बंद‍कर‍देना‍या‍काम‍र क‍देना‍या‍ककसी‍भी‍सं्‍‍या‍में‍कमयचाररयों‍


क ‍काम‍देने‍से‍इंकार‍करना,‍तालाबंदी‍कहलाता‍है।‍

रध णगक‍णििाद‍के ‍णनपटारे‍हेत‍ु व्‍यिस्‍था:


i. काययसणमणत‍–‍जहच ‍उद्य ग‍में‍100‍या‍अणधक‍श्रणमक‍काययरत‍हों‍िहच ‍काययसणमणत‍गरठत‍की‍जाती‍है‍
णजसमें‍ श्रणमक‍तथा‍माणलक‍की‍ओर‍से‍ बराबर‍की‍सं्‍‍या‍में‍ प्रणतणनणध‍णनयुक्‍त‍ककये‍ जा‍ते‍ हैं।‍िधारा‍
3)
ii. समझौता‍अणधकारी‍–‍रध णगक‍णििाद‍में‍ बीच‍बचाि‍करने‍ तथा‍उसे‍ सुलझाने‍ का‍प्रयास‍करने‍ के ‍
णलए‍ समझौता‍ अणधकारी‍ णनयुक्‍त‍ ककया‍ जाता‍ है।‍ यह‍ श्रम‍ णिभाग‍ का‍ क ई‍ अणधकारी‍ ह ता‍ है।‍
िधारा‍4)
iii. समझौता‍ ब डय‍ –‍ यह‍ प्र्ासन‍ िारा‍ णनयुक्‍त‍ ककया‍ जाता‍ है‍ णजसमें‍ एक‍ अ‍‍यक्ष‍ तथा‍ द ‍ या‍ द ‍ से‍
अणधक‍सदस्‍य‍ह ते‍हैं।‍िधारा‍5)‍
iv. जॉच‍क टय‍ –‍रध णगक‍णििादों‍में‍ जांच‍करिाने‍ के ‍णलए‍जांच‍क टय‍ का‍गठन‍ककया‍जाता‍है‍ णजसमें‍
अ‍‍यक्ष‍के ‍साथ-साथ‍द ‍या‍द ‍से‍अणधक‍सदस्‍य‍ह ते‍हैं।‍िधारा‍6)‍
v. श्रम‍न्‍यायालय‍–‍धारा‍7‍के ‍अंतगयत‍श्रम‍न्‍यायालय‍की‍स्‍थापना‍की‍जाती‍है।‍
vi. प्राणधकरण‍ –‍ इसकी‍ स्‍थापना‍ प्र्ासन‍ िारा‍ उपर क्‍त‍ स्‍तर‍ पर‍ अनसुलझे‍ णििादों‍ क ‍ हल‍ करने‍ के ‍
णलए‍ककया‍जाता‍है।‍िधारा‍7ए)
vii. राष्‍रीय‍ प्राणधकरण‍ –‍ के न्‍र‍ सरकार‍ िारा‍ राष्‍रीय‍ महत्‍ि‍ के ‍ णििादों‍ क ‍ हल‍ करने‍ के ‍ णलए‍ इसकी‍
स्‍थापना‍की‍जाती‍है।‍िधारा‍7बी)‍

जन‍उपय णगता‍सेिाऍं:‍‍ऐसी‍सेिाएँ‍जन‍उपय गी‍कहलाती‍हैं‍ज ‍समाज‍के ‍जीिन‍के ‍णलए‍अणत‍आिश्‍य क‍ह ‍


जैसे‍–‍रे ल,‍डाक,‍तार,‍टेलीफ न‍आकद।‍

सरकार‍ आपातकाल‍ में‍ ककसी‍ भी‍ उद्य ग‍ क ‍ जन‍ उपय णगता‍ सेिा‍ घ ण त‍ कर‍ सकती‍ है।‍ इसमें‍
कमयचारी‍क ‍ह़कताल‍पर‍जाने‍ तथा‍माणलक‍क ‍तालाबंदी‍करने‍ की‍मनाही‍है।‍के िल‍णन‍‍न णलणतत‍्तों‍की‍
पूर्तत‍कर‍ही‍ह़कताल/‍तालाबंदी‍की‍जा‍सकती‍है-‍
i. न रटस‍णनधायररत‍फामय‍में‍कदया‍जाना‍चाणहए,
ii. न रटस‍6‍स्‍‍ताह‍के ‍भीतर‍का‍ह ना‍चाणहए,
iii. न रटस‍कम‍से‍कम‍14‍कदन‍पूिय‍देना‍चाणहए,
iv. न रटस‍ में‍ ह़कताल/‍ तालाबंदी‍ की‍ णतणथ‍ स्‍पष्‍ट‍ प प‍ से‍ द्ाययी‍ गई‍ ह ‍ तथा‍ िह‍ णतणथ‍ अभी‍
बीती‍न‍ह ,‍आकद।

जुमायना:‍ क ई‍ माणलक‍ या‍ श्रणमक‍ या‍ रेड‍ यूणनयन‍ िरणजस्‍टडय‍ ह ‍ या‍ न‍ ह )‍ क ई‍ अनुणचत‍ तौर‍ तरीका‍ नहीं‍
अपनाएगा,‍द ी‍पाए‍जाने‍पर‍उसे‍6‍महीने‍तक‍का‍कारािास‍रर‍`1000‍तक‍का‍जुमायना‍ि‍द नों से‍दंणडत‍
ककया‍जायेगा।
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वयषकलषठाकुेष2018 69
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

कमयचारी‍क्षणतपूणत‍अणधणनयम 1923
Employee’s Compensation Act

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‍ भूणम/‍इणतहास:‍पूरे‍ णिश्‍ि‍में‍ रध णगक‍क्रानत‍के ‍फलस्‍िरुपप‍भारत‍में‍ कई‍रध णगक‍इकाईयच ‍स्‍थाणपत‍की‍
गई‍ रर‍ बेर जगारों‍ क ‍ र जगार‍ के ‍ अिसर‍ प्रा्‍‍त‍ हुए।‍ परं तु‍ श्रणमकों‍ क ‍ डयूटी‍ पर‍ कायय‍ करते‍ समय‍ च ट,‍
णिकलंगता‍जैसी‍समस्‍याओं‍का‍सामना‍करना‍प़कता‍था‍इन‍समस्‍याओं‍से‍णनपटने/सुरक्षा‍प्रदान‍करने‍के ‍उद्देश्य
‍‍
से‍सन‍1923‍में‍यह‍अणधणनयम‍पररत‍हुआ।‍

उदेश्ृ य
‍ :‍र जगार‍के ‍दौरान‍रर‍र जगार‍के ‍कारण‍हुई‍दुघयटना‍के ‍फलस्‍िरुपप‍णिक्‍लांगता‍या‍मृत्‍यु‍ के ‍संबंध‍में‍
माणलक‍िारा‍संबंणधत‍कमयचारी‍या‍उनके ‍पररिार‍के ‍सदस्‍य‍क ‍क्षणतपूर्तत‍की‍राण्‍का‍भुगतान‍करना।‍

लागू‍ ह ना:‍ रे लिे‍ के ‍ संबंध‍ में‍ यह‍ अणधणनयम‍ उन‍ कमयचाररयों‍ पर‍ लागू‍ ह ता‍ है‍ ज ‍ रे ल‍ के ‍ संचालन‍ तथा‍
मर‍‍मत‍के ‍कायय‍से‍संबंणधत‍हैं।‍‍णन‍‍नणलणतत‍पर‍यह‍अणधणनयम‍लागू‍नहीं‍ह ता‍है-‍‍

i. मु्‍‍यालय,‍मंडल‍तथा‍उपमंडल‍कायायलयों‍के ‍काम‍करनेिाले‍णलणपक‍कमयचारी
ii. ऐसे‍प्रण्क्षु‍ज ‍प्रण्क्षु‍अणधणनयम‍1961‍से‍्ाणसत‍नहीं‍हैं।‍

अब‍सभी‍कमयचाररयों‍पर‍यह‍णनयम‍लागू‍ह गा।‍

मु्‍य
‍ ‍प्रािधान:‍णन‍‍नणलणतत‍पररणस्थणतयों‍में‍ कमयचारी‍क ‍माणलक‍िारा‍क्षणतपूर्तत‍की‍रा्ी‍का‍भुगतान‍नही‍
ककया‍गया‍जायेगा‍-‍

i. जब‍कमयचारी‍न्े‍की‍हालत‍में‍ह ,‍
ii. जब‍कमयचारी‍िारा‍सुरक्षा‍उपकरणों‍क ‍जानबूझकर‍‍हटाना‍गया‍ह ‍या‍उनका‍उपय ग‍न‍ककया‍गया‍
ह।
iii. जब‍कमयचारी‍िारा‍संरक्षा‍णनयमों‍का‍उ‍‍लंघन‍या‍अिहेलना‍ककया‍गया‍ह ।

न ट:‍ िक)‍ जब‍ दुघयटना‍ के ‍ फलस्‍िरुपप‍ कमयचारी‍ की‍ मृत्‍यु‍ ह ‍ जाती‍ है‍ तब‍ ऐसी‍ णस्थणत‍ में‍ णबना‍ ककसी‍ ्तय‍ के ‍
उसके ‍पररिार‍क ‍क्षणतपूर्तत‍की‍राण्‍का‍भुगतान‍ककया‍जायेगा।‍

ित)‍जब‍एक‍ही‍प्रकार‍के ‍कायय‍ करते‍ हुये‍ कमयचारी‍उस‍कायय‍ के ‍फलस्‍िप प‍ककसी‍र ग‍से‍ पीण़कत‍ह ‍


जाता‍ है‍ त ‍ ऐसी‍ णस्थणत‍ में‍ उसे‍ डयूटी‍पर‍ घायल‍ माना‍ जायेगा‍ रर‍ डॉक्‍टरी‍ प्रमाण‍पर‍के ‍ आधार‍ पर‍ िह‍
क्षणतपूर्तत‍राण्‍के ‍णलये‍हकदार‍ह गा।

क्षणतपूर्तत‍ की‍ रा्ी‍ का‍ भुगतान:‍ तीन‍ कदन‍ के ‍ अंदर‍ च ट‍ठीक‍ नहीं‍ ह ने‍ पर‍क्षणतपूर्तत‍ की‍ रा्ी‍ का‍ भुगतान‍
ककया‍जायेगा।‍क्षणतपूर्तत‍की‍रा्ी‍का‍भुगतान‍अणधकतम‍30‍कदनों‍में‍ह ‍जाना‍चाणहए।

मृत्य
‍ ‍ु पर‍हजायन‍े की‍रकम:‍‍
रसत‍माणसक‍िेतन‍का‍50%‍X आयु‍तथ्‍य‍िन्‍यूनतम‍राण्‍`1,20,000/-)‍
पूण‍य णिकलांगता‍में‍हजायन‍े की‍रकम:‍‍
रसत‍माणसक‍िेतन‍का‍60%‍X आयु‍तथ्‍य‍िन्‍यूनतम‍राण्‍`1,40,000/-)‍

वयषकलषठाकुेष2018 70
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

न ट:‍ रसत‍ माणसक‍ िेतन‍ णपछले‍ 12‍ माह‍ के ‍ कु ल‍ प्राणियों‍ का‍ रसत‍ अणधकतम‍ `8000/-‍ िकदनांक‍
31.05.2010‍से‍ लागू)‍तथा‍आयु‍ तथ्‍य‍क्षणतपूर्तत‍अणधणनयम‍के ‍अनुसूची‍के ‍अनुसार‍आयु‍ की‍पूरी‍हुई‍ि यगांठ‍
(Completed Years) के ‍आधार‍पर‍फै क्‍टर‍णलया‍जायेगा।‍

णिकलांगता‍ के ‍ संबंध‍ में‍ क्षणतपूर्तत‍ की‍ राण्‍ का‍ भुगतान‍ माणलक‍ िारा‍ संबंणधत‍ कमयचारी‍ क ‍ ककया‍
जायेगा‍तथा‍मृत्‍यु‍के ‍संबंध‍में‍क्षणतपूर्तत‍की‍राण्‍का‍भुगतान‍माणलक‍िारा‍मृतक‍कमयचारी‍के ‍पररिार‍क ‍इस‍
अणधणनयम‍के ‍आयुक्त ‍ ‍के ‍मा‍‍यम‍से‍ककया‍जायेगा।‍

आिश्‍यक‍दस्‍तािेज:‍इस‍अणधणनयम‍के ‍अंतगयत‍क्षणतपूर्तत‍हेतु‍णन‍‍न‍दस्‍तािेज‍आिश्‍यक‍है-‍

i. सिय‍संबंणधत‍संद्

ii. द ‍प्रत्‍यक्षदर्त्यों‍का‍बयान‍
iii. कारब रे रटि‍स्‍टेटमेंट‍
iv. दुघयटना‍स्‍थल‍का‍रे ताणचर‍
v. दुघयटना‍का‍ररप टय
vi. णचककत्‍सा‍प्रमाण‍पर
vii. प स्‍टमाटयम‍की‍ररप टय
viii. मृत्‍यु‍प्रमाण‍पर‍
ix. पुणलस‍पंचनामा
x. कमयचारी‍के ‍णपछले‍12‍माह‍के ‍प्राणियों‍का‍णििरण
xi. कमयचारी‍के ‍पररिार‍के ‍सदस्‍यों‍का‍णििरण‍
xii. णिभागीय‍अणधकारी‍की‍जच च‍ररप टय।‍

‍कानूनी‍ काययिाही:‍ इस‍ अणधणनयम‍ की‍ अिहेलना‍ करने‍ पर‍ माणलक‍ क ‍ `500‍ का‍ दंड‍ कदया‍ जा‍ सकता‍ है।‍‍
क्षणतपूर्तत‍राण्‍के ‍भुगतान‍में‍ की‍गई‍देरी‍के ‍णलए‍6%‍की‍दर‍से‍ साधारण‍ब्‍याज‍देय‍ह गा‍तथा‍यकद‍कारण‍
संतुणिदायक‍न‍ह ‍त ‍क्षणतपूर्तत राण्‍का‍50%‍राण्‍तक‍जुमायना‍हा‍सकता‍है।‍

न रटस‍एिं‍सूचना:‍न रटस‍बुक‍क ‍णनधायररत‍णनयमों‍के ‍अनुसार‍रतना‍चाणहए।‍‍कणमश्‍नर‍क ‍घटना‍के ‍7‍कदन‍


के ‍भीतर‍सूचना‍सणहत‍आिश्‍यक‍णििरण‍देना‍तथा‍हजायने‍ की‍रकम‍एक‍महीने‍ के ‍अंदर‍जमा‍कराना‍जप री‍
है।‍‍सभी‍ररप टय‍की‍छायाप्रणत‍मु्‍य
‍ ालय‍भेजनी‍चाणहए।‍‍

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वयषकलषठाकुेष2018 71
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

िेतन‍भुगतान‍अणधणनयम‍1936
Payment of Wages Act

उद्देश्य
‍ :‍ िेतन‍भुगतान‍अणधणनयम‍के ‍णन‍‍नणलणतत‍उद्देश्य
‍ ‍है-
I. िेतनकाल‍णनधायररत‍करना,
II. िेतन‍का‍सही‍एिं‍समय‍पर‍भुगतान‍सुणनणित‍करना,
III. अिैध‍कटौणतयॉ‍र कना।‍

लागू‍ ह ना:‍यह‍अणधणनयम‍उन‍सभी‍संस्थ ‍ ापनों‍पर‍लागू‍ ह ता‍है‍ जहॉ‍20‍या‍उससे‍अणधक‍कमयचारी‍काययरत‍


हैं‍तथा‍य‍ह‍उन‍कमयचाररयों‍पर‍भी‍लागू‍ह ता‍है‍णजनकी‍कु ल‍माणसक‍प्राणियॉ‍`6500‍से‍कम‍ह ‍ियारा‍भत्‍ता‍
छ ़ककर)।‍गैजेटेड‍अणधसूचना‍‍S.O. No. 2806 (E) कदनांक‍28.08.2017‍िारा‍कु ल‍माणसक‍प्राणियों‍की‍
सीमा‍`24000‍ककया‍गया‍है।‍‍

मु्‍य
‍ ‍प्रािधान:‍

I. इस‍अणधणनयम‍के ‍पहले‍उद्देश्य
‍ ‍की‍प्राणि‍के ‍णलए‍ज ‍िेतनकाल‍णनधायररत ककया‍जाता‍है‍िह‍एक‍माह‍
से‍अणधक‍का‍नहीं‍ह ना‍चाणहए।

रे लिे‍ में‍ सभी‍कमयचाररयों‍के ‍णलए‍िेतनकाल‍माह‍के ‍1‍तारीत‍से‍ अंणतम‍तारीत‍तक‍णनधायररत‍ककये‍


गये‍ हैं।‍‍ िेतन‍ द ‍प्रकार‍ की‍ उपणस्थणतयों‍ के ‍आधार‍ पर‍ बनाया‍ जाता‍है-‍ िास्‍तणिक‍ उपणस्थणत‍ रर‍
मानी‍गई‍उपणस्थणत।‍‍मानी‍गई‍उपणस्थणत‍अणधकतम‍15‍कदन‍की‍ह ‍सकती‍है।

II. इस‍अणधणनयम‍के ‍दूसरे‍उद्देश्य


‍ ‍की‍पूर्तत‍के ‍णलए‍णन‍‍नणलणतत‍प्रािधान‍ककये‍गये‍हैं-‍

i. णजस‍ संस्थ
‍ ापन‍ में‍ 1000‍से‍ कम‍ कमयचारी‍ काययरत‍ हैं‍ िहच ‍ िेतन‍ का‍ भुग तान‍ िेतनकाल‍ की‍
समाणि‍पर‍7‍कदन‍के ‍भीतर‍ककया‍जाना‍चाणहए।
ii. णजस‍ संस्थ
‍ ापन‍ में‍ 1000‍ या‍ उससे‍ अणधक‍ कमयचारी‍ काययरत‍ हैं‍ िहच ‍ िेतन‍ का‍ भुगतान‍
िेतनकाल‍की‍समाणि‍पर‍10‍कदन‍के ‍भीतर‍ककया‍जाना‍चाणहए।
iii. जब‍ककसी‍आकणस्मक/‍नैणमणत्तक‍श्रणमक‍की‍सेिा‍समा्‍‍त‍कर‍दी‍जाती‍है‍ तब‍उसके ‍िेतन‍का‍
भुगतान‍सेिा‍समाणि‍के ‍बाद‍48‍धंटे‍ के ‍भीतर‍िरणििार‍तथा‍छु रटि्टयों‍क ‍छ ़ककर)‍ककया‍
जाना‍चाणहए।‍
iv. िेतन‍का‍भुगतान‍कायायलयीन‍कदिस‍पर‍ही‍ककया‍जाना‍चाणहए।‍
v. िेतन‍ का‍ भुगतान‍ प्रचणलत‍ न ट‍ एिं‍ णसक्‍कों‍ के ‍ बजाय‍ बैंक‍ ताते‍ के ‍ मा‍‍यम‍ से‍ ककया‍ जाना‍
चाणहए।‍

वयषकलषठाकुेष2018 72
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

III. इस‍अणधणनयम‍के ‍तीसरे ‍उद्देश्य


‍ ‍की‍पूर्तत‍के ‍णलए‍िैध‍कटौणतयों‍क ‍तीन‍भागों‍में‍बच टा‍गया‍है-

i. अणनिायय‍ –‍भणिष्‍य‍णनणध,‍जी‍आई‍एस,‍व्‍यिसाय‍कर,‍स्‍ट र‍डेणबट,‍स्‍टे्न‍डेणबट,‍आयकर,‍


क टय‍अटैचमेंट‍आकद।‍
ii. स्‍िैण्‍छक‍ –‍ स्‍िणै ्‍छक‍ भणिष्‍यणनणध,‍ जीिन‍ बीमा,‍ अनुदान,‍ मंथली‍ णडप णजट,‍ प्रधानमंरी‍
राहत‍क ‍आकद।‍
iii. बंधनीय‍ –‍ मकान‍ ककराया,‍ णिधुत‍ प्रभार,‍ डाईट‍ चाजय,‍ डॉक्‍टर‍ की‍ फीस,‍ सभी‍ अणग्रम‍ की‍
कटौणतयच ‍आकद।

कु ल‍कटौणतयच ‍कमयचारी‍के ‍कु ल‍प्राणियों‍के ‍50%‍से‍अणधक‍नहीं‍ह ना‍चाणहए,‍जहॉ‍सहकारी‍सणमणत‍


की‍कटौणतयच ‍सण‍मणलत‍ह ,‍िहॉ‍कु ल‍कटौणतयॉ‍75%‍तक‍की‍जा‍सकती‍है।

सूचना‍का‍प्रद्यन:‍माणलक‍िारा‍णन‍‍नणलणतत‍सूचनायें‍ न रटस‍ब डय‍ पर‍णहन्‍दी‍तथा‍अंग्रेजी‍भा ा‍में‍ प्रदर्त्त‍


करना‍चाणहए-
i. िेतनकाल
ii. श्रमप्रितयक‍अणधकारी‍का‍नाम‍एिं‍पता
iii. इस‍अणधणनयम‍के ‍मु्‍य
‍ ‍अं्‍प्रदर्त्त‍करना।‍

्ाणस्त:‍इस‍अणधणनयम‍की‍ककसी‍भी‍प्रकार‍की‍अिहेलना‍करने‍पर‍माणलक‍क ‍पहली‍बार‍न्‍यूनतम‍`1500‍से‍
अणधकतम‍`7500‍तक‍तथा‍अगली‍बार‍`3750‍से‍ `22500‍तक‍का‍जुमायना‍ककया‍जा‍सकता‍है।‍‍कमयचारी‍
क ‍आर्तथक‍प प‍से‍परे ्ान‍करने‍के ‍णलए‍की‍गई‍अिैध‍कटौणतयों‍के ‍संबंध‍में ,‍अिैध‍कटौणतयों‍की‍राण्‍के ‍10‍
गुणा‍राण्‍तक‍जुमायना‍ककया‍जा‍सकता‍है।‍

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वयषकलषठाकुेष2018 73
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

सूचना‍का‍अणधकार‍अणधणनयम‍2005
Right to Information Act

उद्देश्य
‍ :‍इस‍अणधणनयम‍का‍उद्देश्य
‍ ‍आम‍नागररकों‍क ‍साि‍जयणनक‍प्रणतष्‍ठानों‍के ‍अधीन‍सूचना‍क ‍प्रा्‍‍त‍करने‍
का‍अणधकार‍देना‍है‍णजससे‍कक‍पारदर्त्ता‍एिं‍कायय‍के ‍प्रणत‍जबाबदेही‍क ‍बढािा‍णमल‍सके ।‍

धारा-1‍
i. प्रभािी‍ह ना:‍15.06.2005‍से‍ [धारा‍4(i), 5(i), 5(ii), 12, 13, 15, 16, 24, 27 एिं‍ 28]‍तथा‍
्े ‍सभी‍धारायें‍120‍िें‍कदन‍से‍अथायत‍12.10.2005‍से।
ii. लागू:‍ज‍‍मू‍एिं‍कश्‍मीर‍राज्‍य‍क ‍छ ़ककर‍पूरे‍भारत‍में‍लागू।‍

पररभा ायें‍िधारा‍2):

सूचना‍का‍अणभप्राय: ककसी‍सामग्री‍चाहे‍ िह‍ककसी‍भी‍प प‍में‍ ह ‍णजसमें‍ ररकाडय,‍दस्‍तािेज,‍ज्ञापन,‍ई-मेल,‍


राय,‍सलाह,‍प्रेस‍णिज्ञणि,‍पररपर,‍आदे्,‍लॉग-‍बुक,‍करार,‍ररप टय,‍कागजात,‍नमूना,‍मॉडल,‍ककसी‍
इलेक्‍रॉणनक‍प प‍में‍ रती‍गई‍डाटा‍सामग्री‍तथा‍ककसी‍प्राइिेट‍णनकाय‍से‍ संबंणधत‍सूचना‍्ाणमल‍है‍
णजसे‍ इस‍समय‍लागू‍ककसी‍अन्‍य‍कानून‍के ‍अंतगयत‍ककसी‍साियजणनक‍प्राणधकरण‍िारा‍प्रा्‍‍त ‍ककया‍जा‍
सकता‍है।‍(धारा‍2‍एफ)

ररकाडय‍ के ‍ अंतगयत:‍ क ई‍ दस्‍तािेज,‍ पांडुणलणप‍ तथा‍ फाइल,‍ क ई‍ माइक्र कफ‍‍म‍ तथा‍ प्रणतकृ णत‍ प्रणतणलणप,
माइक्र कफ‍‍म‍ से‍ प्रणतप पों‍ की‍ ककसी‍ भी‍ तरह‍ से‍ प्रणतकृ णत‍ तैयार‍ करना‍ तथा‍ ककसी‍ क‍‍्‍य
‍ ू टर‍ अथिा‍
ककसी‍अन्‍य‍उपकरण‍िारा‍प्रणतपाकदत‍क ई‍अन्‍य‍सामग्री‍्ाणमल‍है।‍‍(धारा‍2‍आई)

सूचना‍का‍अणधकार‍का‍अणभप्राय: इस‍अणधणनयम‍के ‍अंतगयत‍ककसी‍भी‍साियजणनक‍प्राणधकरण‍से‍ सूचना‍प्रा्‍‍त‍


करना‍णजसमें‍्ाणमल‍है-‍

i. कायय,‍दस्‍तािेजों,‍ररकाडो‍का‍णनरीक्षण‍करना,
ii. दस्‍तािेजों‍एिं‍ररकाडो‍क ‍न ट‍करना,‍सार‍लेना‍या‍इनकी‍प्रमाणणत‍प्रणतयां‍प्रा्‍‍त‍करना।
iii. सामग्री‍का‍प्रमाणणत‍नमूना‍लेना,
iv. णडस्‍केट,‍ फ्लॉपी,‍ टेप,‍ िीणडय ‍ कै सेट‍ या‍ ककसी‍ अन्‍य‍ इलेक्‍रॉणनक‍ साधन‍ के ‍ प प‍ में‍ या‍ नप्रट‍ आउट‍ के ‍
मा‍‍यम‍से‍जहच ‍सूचनायें‍क‍‍्‍य
‍ ूटर‍में‍संणचत‍हैं।‍(धारा‍2‍जे)

तीसरा‍पक्ष:‍इसका‍अणभप्राय‍सूचना‍का‍अनुर ध‍करनेिाले‍नागररक‍के ‍अलािा‍ककसी‍अन्‍य‍व्‍यणि‍से‍है‍णजसमें‍


साियजणनक‍प्राणधकरण‍भी‍्ाणमल‍है।‍(धारा‍2‍एन)

सूचना‍का‍अणधकार‍िधारा‍3):‍‍सभी‍नागररक‍क ‍इस‍अणधणनयम‍के ‍प्रािधान‍के ‍तहत‍सूचना‍प्राणि‍का‍


अणधकार‍है।

वयषकलषठाकुेष2018 74
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

सूचना‍प्राणि‍हेत‍ु आिेदन‍िधारा‍6):
i. आिेदन‍ जनसूचना‍ अणधकारी‍ क ‍ अंग्रेजी‍ या‍ नहदी‍ या‍ उस‍ क्षेर‍ की‍ सरकारी‍ भा ा‍ में‍ णलणतत‍ या‍
इलेक्‍रॉणनक‍मा‍‍यमों‍से‍मांगी‍गई‍सूचना‍का‍ब्‍यौरा‍णनर्ददष्‍ट‍करते‍हुये‍आिेदन‍कर‍सकते‍हैं।‍
ii. सूचना‍मांगने‍के ‍णलए‍कारण‍देने‍की‍आिश्‍यकता‍नहीं‍है।
iii. जहच ‍मांगी‍गई‍सूचना‍ककसी‍अन्‍य‍जनसूचना‍अणधकारी‍से‍ संबंणधत‍है‍ त ‍ऐसी‍णस्थणत‍में‍ आिेदन‍क ‍
संबंणधत‍अणधकारी‍क ‍स्‍थानांतररत‍करते‍ हुये‍ आिेदक‍क ‍सूणचत‍करना‍ह गा।‍यह‍प्रकक्रया‍आिेदन‍
प्राणि‍की‍णतणथ‍से‍5‍कदन‍के ‍अंदर‍या‍जैसा‍व्‍यािहाररक‍ह ,‍करना‍ह गा।‍

आिेदन‍्ु‍क
‍ :‍
i. आिेदन‍ के ‍ साथ‍ 10‍ प पये‍ ्ु‍‍क‍ देना‍ ह गा‍णजसका‍ भुगतान‍ राफ्ट,‍ बैंकर‍ चेक‍ या‍प स्‍टल‍ आडयर‍ के ‍
मा‍‍यम‍से‍ककया‍जा‍सकता‍है।‍बीपीएल‍पररिार‍से‍जु़क‍े व्‍यणियों‍से‍क ई‍्ु‍‍क‍नहीं‍ली‍जायेगी।‍‍
ii. ककसी‍दस्‍तािेज‍की‍छायाप्रणत‍प्रा्‍‍त‍करने‍के ‍णलए‍2‍प पये‍प्रणत‍पृष्ठ
‍ ‍णलया‍जायेगा।‍
iii. ररकाडय‍के ‍णनरीक्षण‍के ‍णलए‍पहले‍धंटे‍में‍क ई‍्ु‍‍क‍नहीं‍णलया‍जायेगा‍इसके ‍बाद‍प्रत्‍येक‍15‍णमनट‍के ‍
णलए‍5‍प पये‍्ु‍क ‍ ‍णलया‍जायेगा।‍
iv. फ्लॉपी‍में‍सूचना‍लेने‍पर‍50‍प पये‍का‍्ु‍क
‍ ‍तय‍ककया‍गया‍है।‍‍‍

अनुर ध‍का‍णनपटारा‍िधारा‍7):‍
i. आिेदन‍की‍प्राणि‍की‍णतणथ‍से‍30‍कदन‍के ‍भीतर।‍
ii. ककसी‍व्‍यणि‍के ‍जीिन‍एिं‍स्‍ितंरता‍से‍संबंणधत‍सूचना‍के ‍णलए‍समय‍सीमा‍के िल‍48‍धंटे।‍
iii. यकद‍आिेदन‍सहायक‍जनसूचना‍अणधकारी‍क ‍ककया‍गया‍ह ‍त ‍5‍कदन‍का‍अणतररक्‍त‍समय‍सीमा।
iv. यकद‍तीसरा‍पक्ष‍सूचना‍चाहता‍है‍त ‍समय‍सीमा‍40‍कदन‍की‍ह गी।‍
v. णनधायररत‍समयसीमा‍में‍सूचना‍मुहय
ै ा‍नहीं‍कराने‍का‍अथय‍इंकार‍करना‍ह गा।‍

ऐसी‍सूचनायें‍नहीं‍णमलेगी:

i. णजससे‍दे्‍की‍एकता-अतंडता‍प्रभाणित‍ह ‍या‍अपराध‍क ‍बढािा‍णमले।


ii. दे्‍या‍राज्‍य‍की‍सुरक्षा‍रणनीणत,‍णिज्ञान‍एिं‍ आर्तथक‍मामलों‍से‍ संबंणधत‍गापनीय‍जानकारी‍णजससे‍
दूसरे ‍राष्‍रों‍से‍संबंध‍प्रभाणित‍ह ।‍
iii. णिदे्ों‍से‍प्रा्‍‍त‍सूचनायें।
iv. णजससे‍न्‍यायालय‍की‍अिमानना,‍संसद‍या‍णिधानसभा‍के ‍णि्े ाणधकारों‍का‍हनन‍ह ।

v. णजससे‍तीसरे‍व्‍यणि‍क ‍लाभ‍ह ता‍ह ,‍जैसे‍–‍व्‍यािसाणयक‍ग पनीयता,‍लेन-देन‍के ‍राज‍आकद।

vi. कै णबनेट‍से‍ संबंणधत‍ दस्‍तािेज,‍ मंणरपरर द,‍ सणचि‍एिं‍ अन्‍य‍ अणधकाररयों‍ के ‍ उ्ारों‍ का‍ ररकाडय‍ ज ‍
ककसी‍व्‍यणि‍के ‍णनजी‍जीिन‍से‍संबंणधत‍ह ।
vii. गु्‍त
‍ चर‍एिं‍सुरक्षा‍एजेणन्सयों‍जैस-े ‍आई‍बी,‍रॉ,‍राजस्‍ि‍गु्‍त
‍ चर‍णनदे्ालय,‍के न्‍रीय‍आर्तथक‍गु्‍त
‍ चर‍
ब्‍यूर ,‍ प्रितयन‍ णनदे्ालय,‍ नारक रटक्‍स‍ कं र ल‍ ब्‍यूर ,‍ उड्डयन‍ ् ध‍ के न्‍र,‍ णि्े ‍ सीमान्‍त‍ बल,‍
बीएसएफ,‍सीआरपीएफ,‍आईटीबीपी,‍सीआईएसएफ,‍एनएसजी,‍असम‍राइफ‍‍स,‍णि्े ‍सेिा‍ब्‍यूर ‍
एिं‍ अन्‍य‍में‍ मानिाणधकारों‍के ‍आकलन‍संबंधी‍सूचना‍के न्‍र‍या‍राज्‍य‍सूचना‍आय ग‍की‍मंजूरी‍से‍ ही‍
णमल‍सकती‍है।‍‍प्रणतबंणधत‍या‍ककसी‍के ‍कॉपीराइट‍से‍संबंणधत‍सूचना‍भी‍नहीं‍णमल‍सके गी।‍

वयषकलषठाकुेष2018 75
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

अपील:
i. पहली‍अपील‍संबंणधत‍णिभाग‍के ‍णिभागा‍‍यक्ष‍के ‍समक्ष‍णनधायररत‍समय‍सीमा‍या‍णनणयय‍प्रा्‍‍त‍ह ने‍
के ‍30‍कदन‍के ‍बाद‍की‍जा‍सकती‍है।‍‍इसके ‍णनपटान‍के ‍णलए‍30‍कदन‍की‍समय‍सीमा‍णनधायररत‍है।‍
ii. ‍दूसरी‍अपील‍पहली‍अपील‍से‍ संतुष्ट‍ ‍नहीं‍ह ने‍ पर‍90‍कदन‍के ‍बाद‍के न्‍रीय‍सूचना‍आय ग‍या‍राज्‍य‍
सूचना‍आय ग‍क ‍की‍जा‍सकती‍है।‍

सूचना‍आय ग‍क ‍ण्कायत‍िधारा‍19):‍ककसी‍आिेदक‍क ‍जनसूचना‍अणधकारी‍के ‍नहीं‍ह ने‍ से‍ सूचना‍नहीं‍


णमलने,‍ सूचना‍ देन‍े से‍ इंकार‍ करने,‍ णनधायररत‍ समय‍ सीमा‍ में‍ सूचना‍ के ‍ संबंध‍ में‍ क ई‍ जबाब‍ नहीं‍ णमलने,‍
मनमाना‍ ्ु‍‍क‍ िसूल‍ ककये‍ जाने,‍ अधूरी,‍ गलत‍ या‍ भ्रणमत‍ करनेिाली‍ जानकारी‍ देने‍ पर‍ सूचना‍ आय ग‍ क ‍
ण्कायत‍ककया‍जा‍सकता‍है।‍

सूचना‍आय ग‍की‍्णि‍िधारा‍18):‍सूचना‍आय ग‍के ‍पास‍णसणिल‍न्‍यायालय‍के ‍समान‍स‍‍मन‍भेजने,‍व्‍यणि‍


क ‍ बुलाने,‍ सुनिाई,‍ दस्‍तािेज‍ की‍ जच च‍ आकद‍ का‍ अणधकार‍ है।‍ ‍ णजन‍ णिभागों‍ में‍ जनसूचना‍ अणधकारी‍ या‍
सहायक‍जनसूचना‍अणधकारी‍नहीं‍है‍उनमें‍ऐसे‍अणधकारी‍णनयुक्‍त‍करने‍के ‍आदे्‍दे‍सकता‍है।‍इस‍अणधणनयम‍
के ‍तहत‍आये‍ मामलों‍के ‍पालन‍की‍िार्त क‍ररप टय‍ ले‍ सकता‍है।‍जुमायना‍लगा‍सकता‍है।‍प्राथयना‍पर‍स्‍िीकार‍
कर‍सकता‍है।‍इस‍अणधणनयम‍के ‍तहत‍कदए‍गए‍आदे्‍क ‍अधीनस्‍थ‍न्‍यायालय‍में‍ चुनौती‍नहीं‍दी‍जा‍सके गी।‍‍
उ्‍‍चतम‍ न्‍यायालय‍ में‍ संणिधान‍ के ‍ अनु्‍‍छेद‍ 32‍ ि‍ उ्‍‍च‍ न्‍यायालय‍ में‍ संणिधान‍ के ‍ अनु्‍‍छेद‍ 225‍ के ‍ तहत‍
याणचका‍के ‍जररये‍इस‍णनणयय‍क ‍चुनौती‍दी‍जा‍सके गी।‍सूचना‍आय ग‍प्रणति य‍सरकार‍क ‍ररप टय‍देगी।

सूचना‍ न‍ देन‍े पर‍ जुमायना‍ िधारा‍ 20):‍ ककसी‍ आिेदक‍ क ‍ सूचना‍ देने‍ से‍ इंकार‍ करने,‍ णबना‍ उणचत‍ कारण‍के ‍
सूचना‍जारी‍करने‍में‍देरी,‍दुभायिना‍के ‍कारण‍सूचना‍नहीं‍देने,‍जानबूझकर‍गलत,‍अधूरी‍या‍भ्रणमत‍करनेिाली‍
जानकारी‍देन,े ‍मांगी‍गई‍सूचना‍क ‍नष्‍ट‍करने‍ या‍ककसी‍मामले‍ की‍सूचना‍देने‍ में‍ र ़का‍अटकाने‍ पर‍सूचना‍
आय ग‍जन‍सूचना‍अणधकारी‍पर‍अनु्ासनात्‍मक‍कारय िाई‍के ‍अलािा‍250‍प पये‍ प्रणतकदन‍का‍जुमायना‍लगा‍
सकता‍है।‍

सरकार‍का‍दाणयत्‍ि‍िधारा‍26‍एिं‍ 27):‍सूचना‍के ‍अणधकार‍क ‍लेकर‍ल गों‍क ‍जागप क‍ककया‍जाय।‍जनता‍


क ‍समय‍पर‍सही‍सूचना‍मुहय ै ा‍कराने‍ की‍प्रिृणत‍क ‍प्र त्‍साणहत‍ककया‍जाय।‍अणधकाररयों‍क ‍प्रण्णक्षत‍ककया‍
जाय‍एिं‍ ऐसी‍प्रण्क्षण‍सामग्री‍तैयार‍की‍जाए।‍स्‍थानीय‍भा ा‍के ‍जनता‍के ‍णलए‍णनदेण्का‍तैयार‍की‍जाए।‍
जनसूचना‍अणधकाररयों‍के ‍नाम,पद,‍पता‍एिं‍ स‍‍पकय ‍का‍णििरण‍सणहत‍अन्‍य‍जानकारी‍प्रकाण्त‍की‍जाए।‍
फीस‍एिं‍कानूनी‍प्रािधानों‍की‍जानकारी‍ल गों‍क ‍दी‍जाए।‍

के न्‍रीय‍सूचना‍आय ग‍के ‍कायायलय‍का‍पता:

ब्‍लॉक‍नं.‍4‍ि5िीं‍मंणजल),
पुराना‍जेएनयू‍कॅ ‍‍पस‍
नई‍कद‍‍ली‍-110067‍
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वयषकलषठाकुेष2018 76
क्ष्‍ोत्रीय षेल ष्रशिक्षण षंस्‍ष ान, भुंाव ष ंस्‍ष ापनषंसका

Employee’s Charter

वयषकलषठाकुेष2018 77

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