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महत्वपूर्ण
1. परीक्षा के सलए उम्मीिवार अपनी पात्ररा सतु नश्चिर कर लें :
सभल म्ें लदवारारक (ुरुष /ें िैला/ट्रान्ससडर) से अiरर ध ै यक रे सरकार (कालें यक और प्रलशीक्षण वरभाग) द्रारा
अधधसूधिथ लसवरल सेरा ुरीक्षा के नiर्ें क और इi नiर्ें क से थर्ार ुरीक्षा के इस i ििस क ध्र्ाiुूरक
य ुढ़े
| ुरीक्षा के ललए आरेदवाi करiे राले म्ें लदवारारक क र्ै सनर iिचिथ कर लेiा िािैए यक रे ुरीक्षा ें प्ररेशी ैे थर
सभल ुात्रथा शीथो क ुूरा करथे ैैं ुरीक्षा के सभल स्थरक ुर मiका प्ररेशी नiधायररथ ुात्रथा शीथों क ुूरा करiे
कस शीथय के अध्र्धलi ुूणथ
य : अi्नथें ै गा म्ें लदवारार क ें ात्र प्ररेशी ुत्र सारी यकए साiे का अाय र्ै iैी्
ै गा यक मसकस म्ें लदवारारी आर् ग द्रारा अ्नथें रूु से सरनiिचिथ कर दवाी गई ै आर् ग ें ूल दवास्थारेसक के
स्दवाभय ें ुात्रथा कस शीथों के सत्र्ाुi के बादवा ैी म्ें लदवारारक के व्र्ितथत्र ुरीक्षण (साक्षात्कार) के ललए
अैयथा प्राप्थ करथा ै
2.1 म्ें लदवारार के ुास यकसल एक फ ि ुैिाi ुत्र ससे आधार काडय, ें थदवााथा ुैिाi ुत्र, ुi
काडय, ुासु िय , ड्राइवर्ग लाइसस अारा राज्र्/ कद्र सरकार द्रारा सारी यकसल अन्र् फ ि ुैिाi ुत्र
का वरररण भल ै iा िािैए इस फ ि ुैिाi ुत्र का वरररण म्ें लदवारार द्रारा अुiा ऑiलाइi
आरेदवाi फाें य भरथे सें र् मुलब्ध कराiा ै गा म्ें लदवारारक क फ ि आईडल कस एक स्कi कस गई
कॉुल अुल ड करiल ै गल िससका वरररण मसके द्रारा ऑiलाइi आरेदवाi ें प्रदवााi यकर्ा गर्ा ै
इस फ ि आईडल का मुर् ग भवरष्र् के सभल स्दवाभय के ललए यकर्ा साएगा और म्ें लदवारार क
ुरीक्षा/ व्र्ितथत्र ुरीक्षण/ एसएसबल के ललए मुिस्ाथ ै थे सें र् इस ुैिाi ुत्र क साा ले साiे
कस सलाै दवाी साथल ै
2.2 आरेदवाi राुस लेiे यक सवर रधा मi म्ें लदवारारक के ललए मुलब्ध ै स लसवरल सेरा (प्रारि्भक)
ुरीक्षा के ललए मुिस्ाथ iैी ै iा िाैथे ै | इस स्बध
् ें , इस ुरीक्षा i ििस के ुररलशीष्ि – II
(ख) ें नiदवाे शीक का मल्लेख यकर्ा गर्ा ै |
2021 के नiर्ें क क सभल ुररलशीष्िक ए्र अiरलग्iक और इस ुरीक्षा i ििस क स यक लसवरल सेरा ुरीक्षा नiर्ें क,
1.(2) बेर सगार व्र्ितथर्क क र सगार के अधधक अरसर मुलब्ध कराiे के मद्दवाे चर् से सरकार द्रारा ललए
गए नiणयर् के अiस
र ार आर् ग म्ें लदवारारक के प्राप्था्ग (ललणखथ ुरीक्षा थाा साक्षात्कार / व्र्ितथत्र ुरीक्षण
ें प्राप्थ अ्क) सारयसनiक ु िय ल के ें ाध्र्ें से सारयसनiक रूु से घ व थ करे गा अ्कक कस र्ै घ णा
केरल मi म्ें लदवारारक के ें ाें ले ें कस साएगल, स लसवरल सेरा ुरीक्षा ैे थर साक्षात्कार/व्र्ितथत्र ुरीक्षण
ें शीालें ल ैकगे, ुर् थर िसन्ै नiर्िर तथ ैे थर अ्नथें रूु से अiशी
र ल् सथ iैी् यकर्ा साएगा इस प्रकिi र् सiा
के ें ाध्र्ें से गर-अiशी
र ल् सथ म्ें लदवारारक के बारे ें सा्झा कस गई साiकारी का इस्थेें ाल, सारयसनiक थाा
नiसल क्षेत्र कस अन्र् भथी एसलसर्क द्रारा, सारयसनiक ु िय ल ुर मुलब्ध कराई गई मतथ सि
ू iा के आधार
1.(3) र्ारीररक अपेक्षाओं रथा कायाणत्मक वगीकरर् सटहर र्ारीररक ववकलांग श्रेर्ी के सलए उपयत
ु र
धिश्न्हर की गई सेवाओं की सि
ू ी:-
िें सेरा का iाें श्रेणल(र्ा्), िसiके ललए कार्ायत्ें क रगीकरण शीारीररक अुेक्षाए्
स्. ुैिाi कस गई
(1) (2) (3) (4) (5)
1. भारथलर् (i) िलi िदवाव्र्ा्गथा, ओए, ओएल, बल.ए., बलएि, एें डब्ल्र्ू, एस, एसिी, डब्ल्र्ू,
प्रशीासनiक िससके अ्थगयथ ओएएल, ुराें िस्थष्क घाथ, ीक यकर्ा एसई, एि,
सेरा ुराें िस्थष्क घाथ, गर्ा करष् , बौiाुi, अ्ल ैें ले के आरडब्ल्र्ू, सल
ीक यकर्ा गर्ा ुलडिथ
करष् , बौiाुi,
अ्ल ैें ले के बलएलए, बलएलओए, बलएल एस, एसई, एि,
ुलडिथ आरडब्ल्र्ू, सल
बौiाुi+एलरल
3 ओएल+अ्धथा एें एफ, ुलुल, एस,
एसिी, डब्ल्र्,ू एल,
बौiाुi+अ्धथा
सल, आरडब्ल्र्ू (ब्रेल/
स फ्िरेर्र ें ) एि,
केसल, बलएi
बौiाुi+बधधर
बौiाुi+एिएि
(ii)बधधर एिएि एि
(iv)प्रत्र्ेक िदवाव्र्ा्गथा ऊुर मिल्लणखथ सभल [मुर तथ (i), (ii) ऊुर मिल्लणखथ सभल
ैे थर ुैिाi यकर्े गए एर् (iii)] [मुर तथ (i), (ii) एर्
ुदवाक ुर बधधर-अ्धथा (iii)]
सिैथ मुर तथ (i) से
(iii) थक के खण्डक के
अ्थगयथ बैरल
िदवाव्र्ा्गथा
9. भारथलर् डाक (i)िलi िदवाव्र्ा्गथा, ओए, ओएल एस,एसिी, डब्ल्र्ू,
सेरा, सें ूै िससके अ्थगयथ ुराें िस्थष्क, ीक यकर्ा गर्ा करष् , बलएi आरडब्ल्र्ू,
‘क’ ुराें िस्थष्क घाथ, बौiाुi, अ्ल ैें ले के ुलडिथ एसई, एि, सल
ीक यकर्ा गर्ा करष् ,
बौiाुi, अ्ल ैें ले
के ुलडिथ एर्
ें ा्सुेशीलर् दवावर रयकास
10
11
12
13
दवा iक ुर एर् भस
र ाए् (बलएलए) एस, एसई, एि, सल
14
15
* कायाणत्मक वगीकरर् रथा र्ारीररक अपेक्षाओं का ववस्रर वववरर् कपया इस नोटिस के पैरा-8 में िे खें।
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केरल लसवरल सेरा (प्रार् लभक) ुरीक्षा के ललए अब आरेदवाi प्रुत्र आें ्बत्रथ यकए साथे ैैं स म्ें लदवारार
प्रधाi ुरीक्षा ें प्ररेशी के ललए आर् ग द्रारा ुात्र घ व थ यकए साए्गे मiक वरस्थथ
ृ आरेदवाi प्रुत्र ें ुi
र :
ऑiलाइi आरेदवाi करiा ै गा, स यक मiक मुलब्ध कररार्े सार्गे प्रधाi ुरीक्षा के ललए म्ें लदवारार
क सन्ें नथधा, श्रेणल [अाायथ अ.सा./ अ.स.सा./ अ.वु.र. (बबiा अ.वु.र. अiल
र ग्iक)/ईडब्ल्र्ए
ू स [आधायक रूु
से कें स र रगय] (ईडब्ल्र्ए
ू स अiल
र ग्iक के बबiा)/ बि ें ाकय वरकला्गथा से र्त
र थ व्र्ितथ/ भथ
ू ुर
ू य सनiक]
और शीक्षक्षक र् ग्र्था के सें ायi ें स्कi यकए गए दवास्थारेसक/ प्रें ाणुत्रक सिैथ अनiरार्य ुरीक्षा शील्
र क के
साा वरस्थथ
ृ आरेदवाi फाें य-I (डलएएफ- ) ऑiलाइi प्रस्थथ
र करiा ै गा डलएएफ-I क सें ा करiे ें वरल्ब र्ा
नiधायररथ थारीख के बादवा सें ायक दवासथारेस सें ा करiे कस अiें
र नथ iैी् ै गल और ऐसा करiे के ुररणाें सररूु
लसवरल सेरा ुरीक्षा, 2021 ैे थर में ें लदवारारी रद्दवा कर दवाी साएगल
म्ें लदवारार क ुरीक्षा ैे थर व्र्ितथत्र ुरीक्षण/ साक्षात्कार प्रार् भ ै iे से ुैले अनiरार्य रूु से ऑiलाइi
वरस्थथ
ृ आरेदवाi प्रुत्र-II(डलएएफ-II) ें र य के दवाौराi लसवरल सेरा ुरीक्षा ें प्रनथभाधगथा करiे राली केरल मi
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3. पात्ररा की र्रें :
(i) राष्ट्रीयरा :
(1) भारथलर् प्रशीासनiक सेरा, भारथलर् वरदवाे शी सेरा और भारथलर् ुलर लस सेरा का म्ें लदवारार
भारथ का iागररक अरचर् ै
(2) अन्र् सेराओ् के म्ें लदवारार क र्ा थ
(क) भारथ का iागररक ै iा िािैए, र्ा
(ख) iेुाल कस प्रसा, र्ा
(ग) भि
ू ाi कस प्रसा, र्ा
(घ) ऐसा नथब्बथल शीरणााी स भारथ ें स्ाार्ल रूु से रैiे के इरादवाे से ुैली सiररी,
1962 से ुैले भारथ आ गर्ा ै , र्ा
(ङ) क ई भारथलर् ें ल
ू का व्र्ितथ स भारथ ें स्ाार्ल रूु से रैiे के इरादवाे से
ुायकस्थाi, बें ाय, श्रलल्का, ुर
ू ी अफ्रसकस दवाे शीक, कसनiर्ा, मगा्डा, स्र्त
र थ गणराज्र् थ्सानiर्ा,
साि्बर्ा, ें ालारल, सरे , इधार् वुर्ा थाा वरर्थiाें से प्ररसi करके आर्ा ै
ुरन्थर (ख), (ग), (घ) और (ङ) रगों के अ्थगयथ आiे राले म्ें लदवारार के ुास भारथ सरकार द्रारा सारी
यकर्ा गर्ा ुात्रथा (एललसलबबललिी) प्रें ाणुत्र ै iा िािैए
ऐसे म्ें लदवारार क भल मतथ ुरीक्षा ें प्ररेशी िदवार्ा सा सकथा ै िससके बारे ें ुात्रथा प्रें ाणुत्र प्राप्थ
करiा आरचर्क ै , यकन्थर भारथ सरकार द्रारा मसके स्बध
् ें ुात्रथा प्रें ाणुत्र सारी यकए साiे के बादवा ैी
मसक नiर्िर तथ प्रस्थार भेसा सा सकथा ै
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टिप्पर्ी I : अiस
र धू िथ सानथ थाा अiस
र धू िथ सiसानथ र अन्र् वुछिे रगों से स्बध् धथ रे म्ें लदवारार, स मुर्त
रय थ
ुरा 3(ii) (ख) के यकन्ैी् अन्र् ख्डक के अ्थगयथ भल करर ै थे ैैं, अाायथ स भथ
ू ुर
ू य सनiक, बिें ाकय िदवारर्ा्गथा के
अ्थगयथ आथे ैैं रे इi दवा iक श्रेणणर्क के थैथ दवाी साiे राली स्िर्ल आर्-र सलें ा छूि प्राप्थ करiे के ुात्र ैकगे
टिप्पर्ी II: भथ
ू ुर
ू य सनiक शीब्दवा मi व्र्ितथर्क ुर लागू ै गा िसन्ै सें र्-सें र् ुर र्ाास्शी धधथ भथ
ू ुर
ू य सनiक
(लसवरल सेरा और ुदवा ें ुi
र ः र सगार) नiर्ें , 1979 के अधलi भथ
ू ुर
ू य सनiक के रूु ें ुररभाव थ यकर्ा साथा ै
टिप्पर्ी III : ुरा 3 (ii) (ख) (iv) थाा (v) के अ्थगयथ ुर
ू य सनiकक क आर्र स्बध
् ल छूि स्रलकार्य ै गल अाायथ ऐसे
व्र्ितथ िससiे भारथलर् स्घ कस सेiा, iौसेiा अारा रार्र सेiा ें क्बिि अारा iॉi-क्बिैंि के रूु ें यकसल भल रैंक
ें सेरा कस ै र्ा स ऐसल सेरा से सेरानiरत्त
ृ ैरआ ै र्ा अरें त
र थ ैरआ ै र्ा सेरा ें त
र थ ैरआ ै ; िाैे ऐसा रै अुiे
अiरर ध ुर ैरआ ै र्ा ुशीi ैे थर अैयक सेरा ुरू ी करiे के बादवा नiर् कथा द्रारा अरें त
र थ यकर्ा गर्ा ै
टिप्पर्ी IV : मुर्त
रय थ ुरा 3 (ii) ) के अ्थगयथ आर्र ें छूि के बारसूदवा बिें ाकय िदवाव्र्ा्ग म्ें लदवारार कस नiर्िर तथ
ैे थर ुात्रथा ुर थभल वरिार यकर्ा सा सकथा ै सब रै (सरकार र्ा नiर् कथा प्राधधकारी, ससा भल ें ाें ला ै ,
द्रारा नiधायररथ शीारीररक ुरीक्षण के बादवा) सरकार द्रारा बिें ाकय िदवाव्र्ा्ग म्ें लदवारारक क आब्िi स्बध् धथ
सेराओ्/ुदवाक के ललए नiधायररथ शीारीररक एर् धियकत्सा ें ाiकक कस अुेक्षाओ् क ुरू ा करथा ै
टिप्पर्ी V : ऊुर कस व्र्रस्ाा क छ िकर, नiधायररथ आर्-र सलें ा ें यकसल भल ें ाें ले ें छूि iैी् दवाी सा सकथल ै
(3) आर् ग सन्ें कस रै थारीख स्रलकार करथा ै स ें िट्रकरलेशीi र्ा ें ाध्र्लें क वरद्र्ालर् छ िiे के प्रें ाण-ुत्र र्ा
यकसल भारथलर् वरचरवरद्र्ालर् द्रारा ें िट्रकरलेशीi के सें कक्ष ें ाiे गए प्रें ाण-ुत्र र्ा यकसल वरचरवरद्र्ालर् द्रारा
अiरर क्षक्षथ ें िट्रकरलेशीi के रिसस्िर ें दवासय कस गई ै और रै मद्धरण वरचरवरद्र्ालर् के सें धर िथ प्राधधकारी द्रारा
प्रें ाणणथ ै र्ा मचिथर ें ाध्र्लें क ुरीक्षा र्ा मसकस सें कक्ष ुरीक्षा प्रें ाण-ुत्र ें दवासय ै र्े प्रें ाण-ुत्र लसवरल
19
(iii) न्यन
ू रम र्ैक्षक्षक योग्यरा :
म्ें लदवारार के ुास भारथ के केन्द्र र्ा राज्र् वरधाiें ्डल द्रारा नiगलें थ यकसल वरचरवरद्र्ालर् कस र्ा
स्सदवा के अधधनiर्ें द्रारा स्ाावुथ र्ा वरचरवरद्र्ालर् अiदवा
र ाi आर् ग अधधनiर्ें 1956 के ख्ड 3 के
अधलi वरचरवरद्र्ालर् के रूु ें ें ाiल गई यकसल अन्र् लशीक्षा स्स्ाा कस डडग्रल अारा सें कक्ष र् ग्र्था ै iल
िािैए
टिप्पर्ी-I: क ई भल म्ें लदवारार िससiे ऐसल क ई ुरीक्षा दवाी ै िससें मत्तलणय ै iे ुर रै आर् ग कस ुरीक्षा के ललए
शीक्षक्षक रूु से ुात्र ै गा ुरन्थर मसे ुरीक्षाफल कस सि
ू iा iैी् लें ली ै थाा ऐसा म्ें लदवारार भल स यकसल अैयक
ुरीक्षा ें ब iे का इरादवाा रखथा ै प्रार् लभक ुरीक्षा ें प्ररेशी ुाiे का ुात्र ै गा
लसवरल सेरा (प्रधाi) ुरीक्षा के ललए अैयक घ व थ यकए गए सभल म्ें लदवारारक क प्रधाi ुरीक्षा के ललए
आरेदवाi-ुत्र (अाायथ वरस्थथ
ृ आरेदवाi फाें य-I) के साा-साा अुेक्षक्षथ ुरीक्षा ें मत्तलणय ै iे का प्रें ाण-ुत्र प्रस्थथ
र
करiा ै गा, िससके प्रस्थथ
र i यकए साiे ुर ऐसे म्ें लदवारारक क प्रधाi ुरीक्षा ें प्ररेशी iैी् िदवार्ा साएगा अुेक्षक्षथ
ुरीक्षा मत्तलणय कर लेiे का ऐसा प्रें ाण लसवरल सेरा (प्रधाi) ुरीक्षा के वरस्थथ
ृ आरेदवाi फाें य-I भरे साiे कस नiर्थ
थारीख (अ्नथें थारीख) से ुैले कस थारीख का ै iा िािैए
टिप्पर्ी-II : वरशीे ुररिस्ानथर्क ें स्घ ल क सेरा आर् ग ऐसे यकसल भल म्ें लदवारार क ुरीक्षा ें प्ररेशी
ुाiे का ुात्र ें ाi सकथा ै िससके ुास मुर्त
रय थ अैयथाओ् ें से क ई अैयथा i ै , बशीथे यक म्ें लदवारार
iे यकसल स्स्ाा द्रारा ली गई क ई ऐसल ुरीक्षा ुास कर ली ै िससका स्थर आर् ग के ें थाiस
र ार ऐसा ै
यक मसके आधार ुर म्ें लदवारार क मतथ ुरीक्षा ें ब iे िदवार्ा सा सकथा ै
टिप्पर्ी-III : िसi म्ें लदवारारक के ुास ऐसल व्र्ारसानर्क और थकiलकस र् ग्र्थाए् ैक, स सरकार द्रारा
व्र्ारसानर्क और थकiलकस डडधग्रर्क के सें कक्ष ें ान्र्था प्राप्थ ैैं रे भल मतथ ुरीक्षा ें ब iे के ुात्र ैकगे
टिप्पर्ी- IV: िसi म्ें लदवारारक iे अुiल अ्नथें व्र्ारसानर्क एें बलबलएस अारा क ई अन्र् सें कक्ष
धियकत्सा ुरीक्षा ुास कस ै लेयकi मन्ैकiे लसवरल सेरा (प्रधाi) ुरीक्षा का आरेदवाi प्रुत्र प्रस्थथ
र करथे
सें र् अुiा इण्िiयलशीु ुरू ा iैी् यकर्ा ै थ रे भल अiिन्थें रूु से ुरीक्षा ें ब सकथे ैैं, बशीथे यक रे
अुiे आरेदवाi-प्रुत्र के साा स्बध् धथ वरचरवरद्र्ालर्/स्स्ाा के प्राधधकारी से इस आशीर् के प्रें ाणुत्र कस एक
20
टिप्पर्ी-I ुरीक्षा ें अरसरक का लाभ म ाiे राले म्ें लदवारारक कस श्रेणणर्क र्ाा साें ान्र् क सा,
आधायक रूु से कें स र रगों क ई.डब्ल्र्.
ू एस, अiस
र धू िथ सानथ क अ.सा, अiस
र धू िथ सiसानथ क
अ.स.सा, अन्र् वुछिे रगय क अ.वु.र. थाा बैंिें ाकय वरकला्गथा राले व्र्ितथर्क क ुल.डब्ल्र्ू
बल.डल से दवाशीायर्ा गर्ा ै
टिप्पर्ी-II प्रार् लभक ुरीक्षा ें ब iे क लसवरल सेरा ुरीक्षा ें ब iे का एक अरसर ें ाiा साएगा
टिप्पर्ी-III र्िदवा म्ें लदवारार प्रार् लभक ुरीक्षा के यकसल एक प्रचi ुत्र ें रस्थथ
र : ुरीक्षा दवाे था ै थ र्ै ें ाi
ललर्ा साएगा यक मसiे एक अरसर प्राप्थ कर ललर्ा ै
टिप्पर्ी-IV अर् ग्र् ुाए साiे/बादवा ें म्ें लदवारारी के रद्दवा यकए साiे के बारसूदवा म्ें लदवारार कस ुरीक्षा ें
मुिस्ानथ के थथ्र् क एक प्रर्ास के थौर ुर धगiा साएगा
21
4. र्ल्
ु क
(क) म्ें लदवारारक क 100/- (सौ ुषुर्े ें ात्र) फसस के रूु ें (अ.सा./अ.स.सा./ ें िैला/ बिें ाकय िदवाव्र्ा्ग
व्र्ितथर्क श्रेणल के म्ें लदवारारक क छ िकर िसन्ै क ई शील्
र क iैी् दवाे iा ै गा) स्िे ि बैंक ऑफ इ्डडर्ा कस
यकसल भल शीाखा ें iकदवा सें ा करके र्ा स्िे ि बैंक ऑफ इ्डडर्ा कस iेि बैंयक् ग सेरा का मुर् ग करके र्ा
रलसा/ें ास्िर/ रूुे िेडडि/डेबबि काडय का मुर् ग करके भग
र थाi करiा ै गा
इi आरेदवाकक क ई-ें ेल के सररए र्ै भल सधू िथ यकर्ा साएगा यक रे आर् ग क यकए गए अुiे भग
र थाi
के प्रें ाण कस प्रनथ प्रस्थथ
र कर आरेदवाकक क इसका प्रें ाण 10 िदवाiक के भलथर दवास्थल अारा स्ुलड ु स्ि के
सररए आर् ग क भेसiा ै गा र्िदवा आरेदवाक कस ओर से क ई प्रत्र्त्त
र र प्राप्थ iैी् ै था ै थब मiका
आरेदवाi ुत्र थत्काल अस्रलकार कर िदवार्ा साएगा और इस स्बध
् ें आगे क ई ुत्रािार iैी् यकर्ा साएगा
22
टिप्पर्ी : शील्
र क ें छूि के मुर्त
रय थ प्रारधाi के बारसूदवा बिें ाकय िदवाव्र्ा्ग व्र्ितथर्क श्रेणल के म्ें लद्रारक
क नiर्िर तथ ैे थर थभल ुात्र ें ाiा साएगा सब रै (सरकार र्ा नiर्िर तथ प्राधधकारी, ससा भल ें ाें ला ै ,
द्रारा नiधायररथ ऐसल यकसल शीारीररक सा्ि के बादवा), सरकार द्रारा बिें ाकय िदवाव्र्ा्ग व्र्ितथर्क श्रेणल के
म्ें लद्रारक क आर्ििथ कस साiे राली स्बध् धथ सेराओ्/ुदवाक के ललए शीारीररक और धियकत्सा ें ाiकक कस
अुेक्षाओ् क ुरू ा करथे ैक
टिप्पर्ी-III : र्िदवा क ई म्ें लदवारार 2020 ें ली गर्ल लसवरल सेरा ुरीक्षा ें ब ा ै और अब इस ुरीक्षा
ें प्ररेशी ुाiे के ललए आरेदवाi करiा िाैथा ै , थ मसे ुरीक्षाफल र्ा नiर्िर तथ प्रस्थार कस प्रथलक्षा यकए
बबiा ैी अुiा आरेदवाi ुत्र भर दवाे iा िािैए
टिप्पर्ी-IV : प्रधाi ुरीक्षा ें िसi म्ें लदवारारक क प्ररेशी िदवार्ा सार्ेगा, मiक ुi
र : ुष. 200 (केरल दवा सौ
ुषुर्े) के शील्
र क का भग
र थाi करiा ै गा
5. आवेिन कैसे करें :
(क) म्ें लदवारार https://upsconline.nic.in/ रेबसाइि का इस्थेें ाल करके ऑiलाइi आरेदवाi कर ऑiलाइi
आरेदवाi ुत्र भरiे के ललए वरस्थथ
ृ अiदवा
र े शी मुर्त
रय थ रेबसाइि ुर मुलब्ध ैैं
23
(ख) सभल म्ें लदवारारक क िाैे रे ुैले से सरकारी iौकरी ें ैक र्ा सरकारी औद्र् धगक मुिें क ें ैक र्ा
इसल प्रकार के अन्र् स्ग iक ें ैक र्ा गर-सरकारी स्स्ााओ् ें नiर्त
र थ ैक, अुiे आरेदवाi प्रुत्र आर् ग क
सलधे भेसiे िािैए स व्र्ितथ ुैले से सरकारी iौकरी ें स्ाार्ल र्ा अस्ाार्ल ैलसर्थ से काें कर रै ैक
र्ा यकसल काें के ललए वरलशीष्ि रूु से नiर्त
र थ कें यिारी ैक, िससें आकिस्ें क र्ा दवानiक दवार ुर नiर्त
र थ
व्र्ितथ शीालें ल iैी् ैैं, मiक अारा स ल क मद्र्ें क के अधलi कार्यरथ ैैं मiक र्ै ुरररिi
(अण्डरिे यक् ग) प्रस्थथ
र करiा ै गा यक मन्ैकiे ललणखथ रूु से अुiे कार्ायलर्/वरभाग के अध्र्क्ष क सधू िथ
कर िदवार्ा ै यक मन्ैकiे इस ुरीक्षा के ललए आरेदवाi यकर्ा ै
म्ें लदवारारक क ध्र्ाi रखiा िािैए यक र्िदवा आर् ग क मiके नiर् तथा से मiके मतथ ुरीक्षा के ललए
आरेदवाi करiे/ुरीक्षा ें ब iे से स्बद्ध अiें
र नथ र कथे ैरए क ई ुत्र लें लथा ै थ मiका आरेदवाi ुत्र
अस्रलकृथ यकर्ा सा सकथा ै/मiकस म्ें लदवारारी रद्दवा कर दवाी सा सकथल ै
टिप्पर्ी-1: म्ें लदवारार क अुiे आरेदवाi प्रुत्र ें ुरीक्षा के ललए केन्द्र भरथे सें र् सारधाiलुर
ू क
य नiणयर्
लेiा िािैए र्िदवा क ई म्ें लदवारार आर् ग द्रारा प्रेव थ प्ररेशी प्रें ाण ुत्र ें दवाशीायर्े गर्े केन्द्र से इथर केन्द्र
ें ब था ै थ मस म्ें लदवारार के प्रचi ुत्रक का ें ल्
ू र्ा्कi iैी् यकर्ा सार्ेगा थाा मसकस म्ें लदवारारी भल
रद्दवा कस सा सकथल ै
टिप्पर्ी-2: म्ें लदवारारक क प्रचiक के मत्तर अनiरार्यथ: स्रर्् ललखiे ैकगे यकसल भल ुररिस्ानथ ें मन्ै मत्तर
ललखiे के ललए स्िाइब कस सैार्था लेiे कस अiें
र नथ iैी् दवाी साएगल iेत्रैीiथा, िलiे ें असें ाय (दवा iक
बासरए् प्रभावरथ – बलए) और प्रें िस्थष्कसर् ुक्षाघाथ श्रेणणर्क के अ्थगयथ बिें ाकय वरकला्गथा राले म्ें लदवारारक
क स्िाइब सवर रधा कस ें ा्ग यकए साiे ुर मुलब्ध कराई साएगल आरुलडब्ल्र्ड
ू ल अधधनiर्ें , 2016 कस
धारा 2 (दवा) के अ्थगयथ र्ााुररभाव थ बिें ाकय वरकला्गथा कस अन्र् श्रेणणर्क के म्ें लदवारारक क ुररलशीष्ि-
IV ुर िदवाए गए प्रुत्र के अiस
र ार यकसल सरकारी स्रास्थ्र् दवाे खभाल स्स्ाा के ें य
र र् धियकत्सा अधधकारी/
लसवरल ससयi/ धियकत्सा अधलक्षक द्रारा सारी इस आशीर् का प्रें ाण ुत्र प्रस्थथ
र यकए साiे ुर यक स्बध् धथ
म्ें लदवारार ललखiे ें शीारीररक रूु से अक्षें ै थाा मसकस ओर से ुरीक्षा ललखiे के ललए स्िाइब कस
सेराए् लेiा अुररैार्य ै, ऐसे म्ें लदवारारक क स्िाइब कस सवर रधा प्रदवााi कस साएगल
टिप्पर्ी-3: स्रर्् के अारा आर् ग द्रारा मुलब्ध कराए गए स्िाइब कस र् ग्र्था ुरीक्षा के ललए नiधायररथ
न्र्i
ू थें र् ग्र्था ें ाiदवा् ड से अधधक iैी् ै गल थाावु, स्िाइब कस र् ग्र्था सदवार ें िट्रक अारा इससे
अधधक ै iल िािैए अुiा स्िाइब लाiे र्ा आर् ग क इसके ललए अiरर ध करiे स्बध
् ल वररेकाधधकार
म्ें लदवारार क ै स्िाइब का वरररण अाायथ अुiा र्ा आर् ग का और र्िदवा म्ें लदवारार अुiा स्िाइब
लाiा िाैथे ैैं, थ थत्स्बध
् ल वरररण ऑiलाइi आरेदवाi करथे सें र् ुररलशीष्ि-VI के प्रुत्र ें ें ा्गा साएगा
24
25
26
म्ें लदवारारक क ध्र्ाi रखiा िािैए यक ुरीक्षा ें मiका प्ररेशी मiके द्रारा आरेदवाi प्रुत्र
ें दवाी गई साiकारी के आधार ुर अi्नथें रैे गा र्ै आर् ग द्रारा ुात्रथा कस शीथों के
सत्र्ाुi के अध्र्धलi ै गा
केवल इस रथ्य का, कक ककसी उम्मीिवार को उतर परीक्षा के सलए प्रवेर् प्रमार् पत्र जारी
कर टिया गया है यह अथण नहीं होगा कक आयोग द्वारा उसकी उम्मीिवारी अंतरम रूप से
ठीक मान ली गई है या ककसी उम्मीिवार द्वारा अपने प्रारं सभक परीक्षा के आवेिन प्रपत्र में
की गई प्रववश्ष्ट्ियां आयोग द्वारा सही और ठीक मान ली गई हैं। उम्मीिवार धयान रखें कक
आयोग उम्मीिवार के ससववल सेवा (प्रधान) परीक्षा में अहणरा प्राप्र कर लेने के बाि ही
उसकी पात्ररा की र्रों का मल
ू प्रलेखों से सत्यापन का मामला उठारा है, आयोग द्वारा
औपिाररक रूप से उम्मीिवारी की पश्ु ष्ट्ि कर टिये जाने रक उम्मीिवारी अनंतरम रहे गी।
म्ें लदवारार मतथ ुरीक्षा ें प्ररेशी का ुात्र ै र्ा iैी् ै इस बारे ें आर् ग का नiणयर्
अ्नथें ै गा
म्ें लदवारार ध्र्ाi रख यक प्ररेशी प्रें ाण ुत्र ें कैी्-कैी् iाें थकiलकस कारणक से स्क्षक्षप्थ
रूु से ललखे सा सकथे ैैं
(ii) म्ें लदवारार क आर् ग कस रेबसाइि से एक से अधधक ई-प्ररेशी प्रें ाण-ुत्र डामiल ड करiे
कस िस्ानथ ें , ुरीक्षा दवाे iे के ललए, मiें से केरल एक ैी प्ररेशी प्रें ाण ुत्र का मुर् ग
करiा िािैए थाा अन्र् आर् ग के कार्ायलर् क सधू िथ करiा िािैए
(iii) म्ें लदवारारक क सधू िथ यकर्ा साथा ै यक प्रार् लभक ुरीक्षा केरल प्रातिर्i ुरीक्षण ै
27
महत्वपर्
ू ण : आयोग के साथ सभी पत्र-व्यवहार में नीिे सलखा ब्यौरा अतनवायण रूप से होना िाटहए ।
1. परीक्षा का नाम और वर्ण।
2. रश्जस्रे र्न आईडी (RID)।
3. अनक्र
ु मांक नंबर (यटि प्राप्र हुआ हो)।
4. उम्मीिवार का नाम (परू ा रथा मोिे अक्षरों में )।
5. आवेिन प्रपत्र में टिया डाक का परू ा परा।
धयान िें -I : श्जन पत्रों में यह ब्यौरा नहीं होगा, संभव है कक उन पर धयान न टिया जाए।
धयान िें -II : उम्मीिवारों को अपने आवेिन प्रपत्र की संख्या भववष्ट्य में संिभण के सलए नोि कर लेनी
िाटहए। उन्हें ससववल सेवा (प्रधान) परीक्षा की उम्मीिवारी के संबध
ं में इसे िर्ाणना होगा।
28
ओएल एक ुर प्रभावरथ
बलए दवा iक भस
र ाए् प्रभावरथ
बलएल दवा iक ुर प्रभावरथ
ओएएल एक भस
र ा और एक ुर प्रभावरथ
बल दृिष्िैीi
डल बधधर
शीारीररक अुेक्षाए् एस ब iा
एसिी खिे ै iा
डब्ल्र्ू िलiा
एि सi
र iा/ब लiा
आरडब्ल्र्ू ुढ़iा/ ललखiा
सल राथायलाु/ स्प्रे ण
29
एल म ाiा
बलएi झरकiा
सेर्ू कूदवाiा
एें िलiा यफरiा
सलएल िढ़iा
टिप्पर्ी : मुर्त
रय थ सि
ू ल स्शी धi के अध्र्धलi ै
(2) लसवरल सेरा ुरीक्षा, 2021 के ललए अ.वु.र. श्रेणल के में ें लदवारारक क अनiरार्य रूु से वरथथ र य 2019-2020,
2018-19 थाा 2017-18 के दवाौराi कस आर् के आधार ुर अ.वु.र.(iॉi-िसें ल लेर्र) प्रें ाण-ुत्र प्रसथथ
र करiा
ै गा
(3) क ई म्ें लदवारार आधायक रूु से कें स र रगय के आरक्षण के लाभ का ुात्र थभल ें ाiा साएगा र्िदवा रै
केन्द्र सरकार द्रारा सारी शीथों क ुरू ा कर रैा ै और मसके ुास वरत्थ र य 2019-2020 ैे थर अुेक्षक्षथ
आर् के आधार ुर आर् एर् स्ुवत्त प्रें ाण-ुत्र ें ौसूदवा ै
10. अ.सा./अ.स.सा./अ.वु.र./ईडब्ल्र्ए
ू स/ुलडबलर्ब
ू लडल/ुर
ू य सiर् कलें यर्क के ललए मुलब्ध आरक्षण/ररर्ार्थ के
लाभ के इचछरक म्ें लदवारार र्ै सनर iिचिथ कर यक रे नiर्ें ारली/i ििस ें वरिैथ ुात्रथा के अiस
र ार ऐसे
आरक्षण/ररर्ार्थ के ैकदवाार ै मुर्त
रय थ लाभक/i ििस से स्बद्ध नiर्ें ारली ें िदवाए गए अiब
र ध
् के अiस
र ार
म्ें लदवारारक के ुास अुiे दवाारक के सें ायi ें वरिैथ प्रारूु ें आरचर्क सभल प्रें ाण-ुत्र ें ौसूदवा ै iे िािैए थाा इi
प्रें ाण-ुत्रक ुर लसवरल सेरा (प्रार् लभक) ुरीक्षा, 2021 के ललए ुर आरेदवाi सें ा करiे कस नiधायररथ थारीख (अ्नथें
थारीख) से ुैले कस थारीख अ्यकथ ै iल िािैए |
11. लसवरल सेरा (प्रार् लभक) ुरीक्षा, 2021 के ललए आरेदवाi ुत्र प्राप्थ करiे कस नiधायररथ अ्नथें थारीख
म्ें लदवारारक के अन्र् वुछिा रगय कस िस्ानथ (िसें ल लेर्र सिैथ) के नiधायरण कस थारीख ें ाiल साएगल
12. श्रेर्ी में पररवरणन :
र्िदवा क ई म्ें लदवारार लसवरल सेरा (प्रार् लभक) ुरीक्षा के अुiे प्रुत्र ें र्ै मल्लेख करथा ै, यक रै
साें ान्र् श्रेणल से स्बध् धथ ै लेयकi काला्थर ें अुiल श्रेणल क आरक्षक्षथ सि
ू ल कस श्रेणल ें थब्दवाील करiे के ललए
आर् ग क ललखथा ै, थ आर् ग द्रारा ऐसे अiरर ध क स्रलकार iैी् यकर्ा साएगा इसके अनथररतथ, म्ें लदवारार
द्रारा एक बार आरक्षण श्रेणल िरi ललए साiे ुर अन्र् आरक्षक्षथ श्रेणल ें ुरररथयi के यकसल भल अiरर ध अाायथ अ.सा.
क अ.स.सा., अ.स.सा. क अ.सा., अ.वु.र. क अ.सा./अ.स.सा. र्ा अ.सा./अ.स.सा. क अ.वु.र., अ.सा. क
ईडबलर्ए
ू स, ईडबलर्ए
ू स क अ.सा., अ.स.सा. क ईडबलर्ए
ू स, ईडबलर्ए
ू स क अ.स.सा., अ.वु.र. क ईडबलर्ए
ू स,
30
(राज कुमार)
संयत
ु र सधिव,
संघ लोक सेवा आयोग
31
टिप्पर्ी–I : आर् ग, लसवरल सेरा (प्रधाi) ुरीक्षा के ललए अैयक म्ें लदवारारक कस एक सि
ू ल थर्ार करे गा
िससका नiधायरण आर् ग द्रारा लसवरल सेरा (प्रार् लभक) ुरीक्षा के साें ान्र् अध्र्र्i प्रचi ुत्र–II ें 33%
अ्क थाा लसवरल सेरा (प्रार् लभक) ुरीक्षा के साें ान्र् अध्र्र्i प्रचi ुत्र–I के करल अैयक अ्कक ुर आधाररथ
ै गा
टिप्पर्ी–II : प्रचi-ुत्रक ें , म्ें लदवारार द्रारा िदवाए गए गलथ मत्थरक के ललए दवा् ड (ऋणात्ें क अ्कi) िदवार्ा
साएगा
(i) प्रत्र्ेक प्रचi के मत्थर के ललए िार वरकल्ु ैैं म्ें लदवारार द्रारा प्रत्र्ेक प्रचi के ललए िदवाए गए
गलथ मत्थर के ललए, मस प्रचi के ललए िदवाए साiे राले अ्कक का एक नथैाई (0.33) दवा् ड के रूु ें कािा
32
(ii) र्िदवा म्ें लदवारार एक से अधधक मत्थर दवाे था ै थ मसे गलथ मत्थर ें ाiा साएगा िाैे िदवाए गए
मत्थरक ें से एक ीक ैी तर्क i ै और मस प्रचi के ललए रैी दवा् ड ै गा स ऊुर बथार्ा गर्ा ै
(iii) र्िदवा प्रचi क खाली छ ि िदवार्ा गर्ा ै अाायथ म्ें लदवारार द्रारा क ई मत्थर iैी् िदवार्ा गर्ा ै थ
मस प्रचi के ललए क ई दवा् ड iैी् िदवार्ा ै गा
3. लसवरल सेरा (प्रधाi) ुरीक्षा ें ललणखथ ुरीक्षा थाा साक्षात्कार/ व्र्ितथत्र ुरीक्षण ै गा ललणखथ
ुरीक्षा ें ख्ड-II के मु ख्ड (ख) ें िदवाए गए वर र्क के ुर्ुरागथ नiब्धात्ें क शीली के 9 प्रचi ुत्र ैकगे
िससें से 2 प्रचi ुत्र अैयक प्रकार के ैकगे ख्ड II (ख) के ुरा 1 के iलिे i ि (ii) भल दवाे ख सभल अनiरार्य
प्रचi ुत्रक (प्रचi ुत्र - I से प्रचi VII थक प्राप्थ अ्कक) और व्र्ितथत्र ुरीक्षण के ललए साक्षात्कार/
व्र्ितथत्र ुरीक्षण ें प्राप्थ अ्कक के आधार ुर मiका र् ग्र्थािें नiधायररथ यकर्ा साएगा
4.1. स म्ें लदवारार लसवरल सेरा (प्रधाi) ुरीक्षा के ललणखथ भाग ें आर् ग के वररेकाiस
र ार
र्ाानiधायररथ न्र्i
ू थें अैयक अ्क प्राप्थ करथे ैैं मन्ै ख्ड-II के मुख्ड 'ग' के अiस
र ार व्र्ितथत्र ुरीक्षण
के ललए साक्षात्कार ैे थर बल
र ार्ा साएगा साक्षात्कार के ललए बल
र ाए साiे राले म्ें लदवारारक कस स्यर्ा भरी
साiे राली ररितथर्क कस स्यर्ा से लगभग दवाग
र iल ै गल साक्षात्कार/ व्र्ितथत्र ुरीक्षण के ललए 275 अ्क
(क ई न्र्i
ू थें अैयक अ्क iैी्) ैकगे
4.2 इस प्रकार म्ें लदवारारक द्रारा लसवरल सेरा (प्रधाi) ुरीक्षा (ललणखथ भाग थाा साक्षात्कार/ व्र्ितथत्र
ुरीक्षण) ें प्राप्थ यकए गए अ्कक के आधार ुर अ्नथें थौर ुर मiके रैंक का नiधायरण यकर्ा साएगा
म्ें लदवारारक क वरलभन्i सेराओ् का आब्िi ुरीक्षा ें मiके रैंकक थाा वरलभन्i सेराओ् और ुदवाक के ललए
मiके द्रारा िदवाए गए ररीर्था िें क ध्र्ाi ें रखथे ैरए यकर्ा साएगा
खंड-II
1. प्रारं सभक रथा प्रधान परीक्षा की रूपरे खा रथा ववर्य :
क. प्रारं सभक परीक्षा :
इस ुरीक्षा ें दवा अनiरार्य प्रचi ुत्र ैकगे िससें प्रत्र्ेक प्रचi ुत्र 200 अ्कक का ै गा
नोि :
(i) दवा iक ैी प्रचi-ुत्र रस्थनर iष्
(बैरवरकल्ुलर्) प्रकार के ैकगे
(ii) लसवरल सेरा (प्रार् लभक) ुरीक्षा का ुेुर-II अैयक ुेुर ै गा िससके ललए न्र्i
ू थें अैयक
अ्क 33% नiधायररथ यकए गए ैैं
(iii) प्रचi-ुत्र िैन्दवाी और अ्ग्रस
े ल दवा iक ैी भा ाओ् ें थर्ार यकए साए्गे
(iv) ुाठ्र्िें स्बध
् ल वरररण ख्ड-III के भाग-क ें िदवार्ा गर्ा ै
(v) प्रत्र्ेक प्रचi-ुत्र दवा घ्िे कस अरधध का ै गा थाावु, दृिष्िैीi और िलiे ें असें ाय
और प्रें िस्थष्कसर् ुक्षाघाथ से ुलडडथ
त म्ें लदवारार िसiकस असें ायथा मiकस कार्य
नiष्ुादवाi क्षें था (लेखi) (न्र्i
ू थें 40% थक अक्षें था) क प्रभावरथ करथल ै, क
लसवरल सेरा (प्रार् लभक) ुरीक्षा और लसवरल सेरा (प्रधाi) ुरीक्षा, दवा iक ें प्रनथ घ्िा
33
प्रचन पत्र-I
प्रचन पत्र-II
सामान्य अधययन-I 250 अंक
(भारथलर् वररासथ और स्स्कृनथ, वरचर का इनथैास
एर् भग
ू ल और सें ास)
प्रचन पत्र-III
सामान्य अधययन-II 250 अंक
(शीासi व्र्रस्ाा, स्वरधाi, शीासi-प्रणाली,
साें ािसक न्र्ार् थाा अ्थरायष्ट्रीर् स्बध
् )
प्रचन पत्र-IV
सामान्य अधययन-III 250 अंक
(प्रौद्र् धगकस, आधायक वरकास, सर वरवरधथा,
ुर्ायररण, सरर क्षा थाा आुदवाा प्रब्धi)
प्रचन पत्र-V
सामान्य अधययन- IV 250 अंक
(iलनथशीास्त्र, सत्र्नiष् ा और अलभरूधि)
प्रचन पत्र- VI
वैकश्ल्पक ववर्य प्रचन-पत्र-I 250 अंक
प्रचन पत्र-VII
वैकश्ल्पक ववर्य प्रचन-पत्र-2 250 अंक
उप योग (सलखखर परीक्षा) 1750 अंक
34
टिप्पर्ी:
(i) भारथलर् भा ाओ् और अ्ग्रस
े ल के प्रचi ुत्र (प्रचi ुत्र क एर् प्रचi ुत्र ख) ें िट्रकरलेशीi अारा
सें कक्ष स्थर के ैकगे, िसiें केरल अैयथा प्राप्थ करiल ै गल इi प्रचi ुत्रक ें प्राप्थ अ्कक क र् ग्र्था
िें नiधायररथ करiे ें iैी् धगiा साएगा
(ii) सभल म्ें लदवारारक के ‘नiब्ध’ ‘साें ान्र् अध्र्र्i’ थाा रकिल्ुक वर र् के प्रचi ुत्रक का ें ल्
ू र्ा्कi
‘भारथलर् भा ा’ थाा अ्ग्रेसल के मiके अैयक प्रचi ुत्र के साा ैी यकर्ा साएगा ुर् थर ‘नiब्ध’, ‘साें ान्र्
अध्र्र्i’ थाा रकिल्ुक वर र् के प्रचi ुत्रक ुर केरल ऐसे म्ें लदवारारक के ें ाें ले ें वरिार यकर्ा साएगा,
स इi अैयक प्रचi ुत्रक ें न्र्i
ू थें अैयथा ें ाiकक के रूु ें भारथलर् भा ा ें 25% अ्क थाा अ्ग्रेसल ें
25% अ्क प्राप्थ करथे ैैं
(iii) थाावु, भारथलर् भा ाओ् का प्राें प्रचi ुत्र मi म्ें लदवारारक के ललए अनiरार्य iैी् ै गा स
अुषणािल प्रदवाे शी, ें णणुरर , ें ेघालर्, लें स रें , iागालैंड थाा लसितकें राज्र् के ैैं
(iv) र्द्र्वु, बिें ाकय िदवाव्र्ा्ग (केरल श्ररण बाधधथ) म्ें लदवारारक के ललए भारथलर् भा ा का ुेुर ‘क’
अनiरार्य iैी् ै गा, बशीथे यक मन्ै स्बध् धथ लशीक्षा ब डय / वरचरवरद्र्ालर् द्रारा दवास
ू री र्ा थलसरी भा ा
ुाठ्र्िें क से ऐसल छूि दवाी गई ै म्ें लदवारार क ऐसल छूि का दवाारा करiे के ललए इस स्बध
् ें ुरररिi
दवाे iा ै गा/ स्रघ णा करiल ै गल
(v) म्ें लदवारारक द्रारा केरल प्रचi-ुत्र I - VII ें प्राप्थ अ्कक का ुररगणi ें ेररि स्ााi सि
ू ल के ललए
यकर्ा साएगा थाावु, आर् ग क ुरीक्षा के यकसल भल अारा सभल प्रचi-ुत्रक ें अैयथा अ्क नiधायररथ करiे
का वरशीे ाधधकार ै गा
(vi) भा ा के ें ाध्र्ें /सािैत्र् के ललए म्ें लदवारारक द्रारा ललवुर्क का मुर् ग नi्iाiस
र ार यकर्ा साएगा
भार्ा सलवप
असलें र्ा .................... असलें र्ा
ब्गाली .................... ब्गाली
गस
र राथल .................... गस
र राथल
िैन्दवाी .................... दवाे रiागरी
कन्iि .................... कन्iि
कचें लरी .................... फारसल
कककणल .................... दवाे रiागरी
ें लर्ालें .................... ें लर्ालें
ें णणुरर ी .................... ब्गाली
ें रा ी .................... दवाे रiागरी
35
टिप्पर्ी : स्ााली भा ा के ललए प्रचi ुत्र दवाे रiागरी ललवु ें छुगे यकन्थर म्ें लदवारारक क मत्तर दवाे iे के ललए
दवाे रiागरी र्ा ओलधियक ललवु के प्रर् ग का वरकल्ु ै गा
2. प्रधान परीक्षा के सलए वैकश्ल्पक ववर्यों की सि
ू ी
36
“सामान्य अनि
ु े र् (प्रारं सभक रथा प्रधान परीक्षा)”
(i) म्ें लदवारारक क प्रचiक के मत्तर अनiरार्यथ: स्रर्् ललखiे ैकगे यकसल भल ुररिस्ानथ ें मन्ै मत्तर ललखiे
के ललए स्िाइब कस सैार्था लेiे कस अiें
र नथ iैी् दवाी साएगल iेत्रैीiथा, िलiे ें असें ाय (दवा iक बासरए्
प्रभावरथ – बलए) और प्रें िस्थष्कसर् ुक्षाघाथ श्रेणणर्क के अ्थगयथ बिें ाकय वरकला्गथा राले म्ें लदवारारक क
स्िाइब सवर रधा कस ें ा्ग यकए साiे ुर मुलब्ध कराई साएगल आरुलडब्ल्र्ड
ू ल अधधनiर्ें , 2016 कस धारा
2 (दवा) के अ्थगयथ र्ााुररभाव थ बिें ाकय वरकला्गथा कस अन्र् श्रेणणर्क के म्ें लदवारारक क ुररलशीष्ि-IV ुर
िदवाए गए प्रुत्र के अiस
र ार यकसल सरकारी स्रास्थ्र् दवाे खभाल स्स्ाा के ें य
र र् धियकत्सा अधधकारी/ लसवरल
37
सध
ु ारों के बाि
38
2. साक्षात्कार/ व्र्ितथत्र ुरीक्षण ें प्रनथ ुरीक्षण (िास एग्सालें iेशीi) कस प्रणाली iैी् अुiाई साथल
इसें स्राभावरक राथायलाु के ें ाध्र्ें से म्ें लदवारार के ें ाiलसक गण
र क का ुथा लगाiे का प्रर्त्i यकर्ा
साथा ै, ुरन्थर रै राथायलाु एक वरशीे िदवाशीा ें और एक वरशीे प्रर् सi से यकर्ा साथा ै
3. साक्षात्कार/ व्र्ितथत्र ुरीक्षण म्ें लदवारारक के वरशीे र्ा साें ान्र् ज्ञाi कस सा्ि करiे के प्रर् सi
से iैी् यकर्ा साथा, तर्कयक मसकस सा्ि ललणखथ प्रचi ुत्रक से ुैले ैी ै साथल ै म्ें लदवारारक से आशीा
कस साथल ै यक रे i केरल अुiे शीक्षणणक वरशीे वर र्क ें ैी ुार् गथ ैक बिल्क मi घिiाओ् ुर भल
ध्र्ाi दवा स मiके िारक ओर अुiे राज्र् र्ा दवाे शी के भलथर और बाैर घि रैी ैैं थाा आधरनiक वरिारधारा
और iई-iई ख सक ें भल रूधि ल स यक यकसल सलर शीक्षक्षथ र्र
र क ें िसज्ञासा ुदवाा कर सकथल ै
खंड-III
परीक्षा का पाठ्य वववरर्
नोि : म्ें लदवारारक क सलाै दवाी साथल ै यक रे प्रार् लभक ुरीक्षा के ललए इस ख्ड ें प्रकालशीथ ुाठ्र्िें का
अध्र्र्i कर, तर्कयक कई वर र्क के ुाठ्र्िें ें सें र्-सें र् ुर ुरररथयi यकए गए ैैं
भाग-क
प्रारं सभक परीक्षा
ब धग्र्था
स्िार कौशील सिैथ अ्थर - रर्ितथक कौशील
40
टिप्पर्ी 1 : लसवरल सेरा (प्रार् लभक) ुरीक्षा का ुेुर-II, अैयक ुेुर ै गा िससके ललए न्र्i
ू थें अैयक अ्क
33% नiधायररथ यकए गए ैैं
टिप्पर्ी 3 : ें ल्
ू र्ा्कi के प्रर् सi से म्ें लदवारार के ललए र्ै अनiरार्य ै यक रै लसवरल सेरा (प्रार् लभक)
ुरीक्षा के दवा iक ुेुरक ें सि्ें ललथ ै र्िदवा क ई म्ें लदवारार लसवरल सेरा (प्रार् लभक) ुरीक्षा के दवा iक ुेुरक
ें सि्ें ललथ iैी् ै था ै थब मसे अर् ग्र् ैरार्ा साएगा
41
साें ान्र् अध्र्र्i के प्रचi-ुत्रक (प्रचi-ुत्र-II से प्रचi-ुत्र-V) के प्रचiक का स्ररूु थाा इiका स्थर ऐसा ै गा
यक क ई भल सलर शीक्षक्षथ व्र्ितथ बबiा यकसल वरशीे अध्र्र्i के इiका मत्थर दवाे सके प्रचi ऐसे ैकगे िसiसे
वरवरध वर र्क ुर म्ें लदवारार कस साें ान्र् साiकारी का ुरीक्षण यकर्ा सा सके और स लसवरल सेरा ें
कररर्र से स्बध् धथ ैकगे प्रचi इस प्रकार के ैकगे स सभल प्रास्धगक वर र्क के बारे ें म्ें लदवारार कस
आधारभथ
ू सें झ थाा ुरस्ुर-वरर धल साें ािसक-आधायक लक्ष्र्क, मद्दवाे चर्क और ें ा्गक का वरचले ण थाा इi
ुर दृिष्िक ण अुiाiे कस क्षें था का ुरीक्षण कर म्ें लदवारार स्गथ, साायक थाा सारगलभयथ मत्थर दवा
लसवरल सेरा (प्रधाi) ुरीक्षा कस र् सiा ें सि्ें ललथ प्रचi-ुत्रक का ुाठ्र्िें नi्iाiस
र ार ै :-
इस प्रचi ुत्र का मद्दवाे चर् अ्ग्रेसल थाा स्बध् धथ भारथलर् भा ा ें अुiे वरिारक क स्ुष्ि थाा सैी रूु ें
प्रकि करiा थाा ग्भलर थकयुण
ू य गद्र् क ुढ़iे और सें झiे ें म्ें लदवारार कस र् ग्र्था कस ुरीक्षा करiा
ै प्रचi ुत्रक का स्ररूु आें थौर ुर नi्i प्रकार का ै गा :
(i) िदवाए गए गद्र्ा्शीक क सें झiा
(ii) स्क्षेुण
(iii) शीब्दवा प्रर् ग थाा शीब्दवा भ्डार
(iv) लघर नiब्ध
भाररीय भार्ाएं :-
(i) िदवाए गए गद्र्ा्शीक क सें झiा
(ii) स्क्षेुण
(iii) शीब्दवा प्रर् ग थाा शीब्दवा भ्डार
(iv) लघर नiब्ध
(v) अ्ग्रेसल से भारथलर् भा ा थाा भारथलर् भा ा से अ्ग्रेसल ें अiर
र ादवा
42
टिप्पर्ी 2 : अ्ग्रस
े ल थाा भारथलर् भा ाओ् के प्रचi ुत्रक के मत्थर म्ें लदवारारक क अ्ग्रेसल थाा स्बध् धथ
भारथलर् भा ा ें दवाे iे ैकगे (अiर
र ादवा क छ िकर)
प्रचन पत्र – I
तनबंध :- म्ें लदवारार क वरवरध वर र्क ुर नiब्ध ललखiा ै गा मiसे अुेक्षा कस साएगल यक रे नiब्ध के
वर र् ुर ैी केिन्द्रथ रै थाा अुiे वरिारक क सनर iर् िसथ रूु से व्र्तथ कर और स्क्षेु ें ललख प्रभारल
और सिीक अलभव्र्ितथ के ललए अ्क प्रदवााi यकए साए्गे
प्रचन पत्र – II
सामान्य अधययन-I : भाररीय ववरासर और संस्कतर, ववचव का इतरहास एवं भग
ू ोल और समाज
भारथलर् स्स्कृनथ ें प्रािलi काल से आधनर iक काल थक के कला के रूु, सािैत्र् और
रास्थक
र ला के ें य
र र् ुैलू शीालें ल ैकगे
18रल् सदवाी के लगभग ें ध्र् से लेकर रथयें ाi सें र् थक का आधरनiक भारथलर् इनथैास-
ें ैत्रुण
ू य घिiाए्, व्र्ितथत्र, वर र्
स्रथ्त्रथा स्ग्राें - इसके वरलभन्i िरण और दवाे शी के वरलभन्i भागक से इसें अुiा र् गदवााi
दवाे iे राले ें ैत्रुण
ू य व्र्ितथ/मiका र् गदवााi
स्रथ्त्रथा के ुचिाथ दवाे शी के अ्दवार एकसकरण और ुi
र गय i
वरचर के इनथैास ें 18रल् सदवाी कस घिiाए् र्ाा औद्र् धगक िा्नथ, वरचर र्द्
र ध, राष्ट्रीर्
सलें ाओ् का ुi
र : सलें ा्कi, मुनiरेशीरादवा, मुनiरेशीरादवा कस सें ािप्थ, रासiलनथक दवाशीयi
शीास्त्र ससे सा्र्रादवा, ुस
ू् लरादवा, सें ासरादवा आिदवा शीालें ल ैकगे, मiके रूु और सें ास ुर
मiका प्रभार
भारथलर् सें ास कस ें य
र र् वरशीे थाए्, भारथ कस वरवरधथा
ें िैलाओ् कस भलू ें का और ें िैला स्ग i, सiस्यर्ा एर् स्बद्ध ें द्
र दवाे , गरीबल और
वरकासात्ें क वर र्, शीैरीकरण, मiकस सें स्र्ाए् और मiके रक्ष ुार्
भारथलर् सें ास ुर भें
ू ड ् लीकरण का प्रभार
साें ािसक सशीतथलकरण, स्प्रदवाार्रादवा, क्षेत्ररादवा और धें य-नiरुेक्षथा
वरचर के भौनथक-भग
ू ल कस ें य
र र् वरशीे थाए्
वरचरभर के ें य
र र् प्राकृनथक स्साधiक का वरथरण (दवाक्षक्षण एलशीर्ा और भारथलर्
मुें ैाद्रलु क शीालें ल करथे ैरए), वरचर (भारथ सिैथ) के वरलभन्i भागक ें प्राालें क,
द्वरथलर्क और थथृ लर्क क्षेत्र के मद्र् गक क स्ाावुथ करiे के ललए िस्ें ेदवाार कारक
भक
ू ् ु, सi
र ाें ल, ज्रालाें ख
र लर् ैलिल, ििराथ आिदवा ससल ें ैत्रुण
ू य भ-ू भौनथकसर् घिiाए्,
भग
ू लीर् वरशीे थाए् और मiके स्ााi-अनथ ें ैत्रुण
ू य भग
ू लीर् वरशीे थाओ् (सल-स्र थ और
िैें ाररण सिैथ) और रiस्ुनथ एर् प्राणण-सगथ ें ुरररथयi और इस प्रकार के ुरररथयiक
के प्रभार
43
44
भारथलर् अायव्र्रस्ाा थाा र् सiा, स्साधiक क सरिाiे, प्रगनथ, वरकास थाा र सगार से
स्बध् धथ वर र्
सें ारेशील वरकास थाा इससे मत्ुन्i वर र्
सरकारी बसि
ें य
र र् फसल - दवाे शी के वरलभन्i भागक ें फसलक का ुिiय - लस्िाई के वरलभन्i प्रकार एर्
लस्िाई प्रणाली-कृव मत्ुादवा का भ्डारण, ुरररैi थाा वरुणi, स्बध् धथ वर र् और
बाधाए्; यकसाiक कस सैार्था के ललए ई-प्रौद्र् धगकस
प्रत्र्क्ष एर् अप्रत्र्क्ष कृव सैार्था थाा न्र्i
ू थें सें ायi ें ल्
ू र् से स्बध् धथ वर र्; सi
वरथरण प्रणाली-मद्दवाे चर्, कार्य, सलें ाए्, सध
र ार; बफर स्िॉक थाा खाद्र् सरर क्षा स्बध
् ल
वर र्; प्रौद्र् धगकस लें शीi; ुशी-र ुालi स्बध
् ल अायशीास्त्र
भारथ ें खाद्र् प्रस्स्करण एर् स्बध् धथ मद्र् ग – कार्यक्षेत्र एर् ें ैत्र, स्ााi, ऊुरी और
iलिे कस अुेक्षाए्, आुनू थय श्र्ख
ृ ला प्रब्धi
भारथ ें भलू ें सध
र ार
मदवाारीकरण का अायव्र्रस्ाा ुर प्रभार, औद्र् धगक iलनथ ें ुरररथयi थाा औद्र् धगक
वरकास ुर इiका प्रभार
बनर iर्ादवाी ढा्िा : ऊसाय, ब्दवारगाै, सिक, वरें ाiुत्थi, रे लरे आिदवा
नiरेशी ें ॉडल
वरज्ञाi एर् प्रौद्र् धगकस – वरकास एर् अiप्र
र र् ग और र सें राय के सलरi ुर इसका प्रभार
वरज्ञाi एर् प्रौद्र् धगकस ें भारथलर्क कस मुलिब्धर्ा्; दवाे शीस रूु से प्रौद्र् धगकस का वरकास
और iई प्रौद्र् धगकस का वरकास
सि
ू iा प्रौद्र् धगकस, अ्थररक्ष, क्प्र्ि
ू र, र ब िितस, ii -ितi लॉसल, बार् -ितi लॉसल और
बौद्धधक स्ुदवाा अधधकारक से स्बध् धथ वर र्क के स्बध
् ें सागरूकथा
स्रक्षण, ुर्ायररण प्रदवा ू ण और क्षरण, ुर्ायररण प्रभार का आकलi
आुदवाा और आुदवाा प्रब्धi
वरकास और फलथे मग्ररादवा के बलि स्बध
्
आ्थररक सरर क्षा के ललए िi
र ौथल मत्ुन्i करiे राले शीासi वरर धल थत्रक कस भलू ें का
स्िार iेिरकय के ें ाध्र्ें से आ्थररक सरर क्षा क िi
र ौथल, आ्थररक सरर क्षा िरiौनथर्क ें
ें लडडर्ा और साें ािसक iेिरयकिंग साइिक कस भलू ें का , साइबर सरर क्षा कस बनर iर्ादवाी बाथ ,
धi-शी धi और इसे र कiा
सलें ारथी क्षेत्रक ें सरर क्षा िi
र ौनथर्ा् एर् मiका प्रब्धi - स्गि थ अुराध और आथ्करादवा
45
46
दवाे शी के वरलभन्i कृव सलरार्र क्षेत्रक ें सस्र् िें ; सस्र्िें ें वरस्ााुi ुर अधधक ुदवाारार राली थाा
अल्ुारधध यकस्ें क का प्रभार; वरलभन्i सस्र्i एर् कृव प्रणाललर्क कस स्कल्ुiाए्; सर एर् ुररशीद्
र धथा
कृव ; ें ैत्रुण
ू य अiास; दवालैi; नथलैi; रे शीा; शीकयरा; राणणिज्र्क एर् िार फसलक के मत्ुादवाi ैे थर ुकेस
रीनथर्ा्
वरलभन्i प्रकार के रiर ुण ससे यक साें ािसक रानiकस; कृव रानiकस एर् प्राकृनथक रiक कस ें य
र र्
वरशीे थाए् थाा वरस्थार, रi ुादवाुक का प्रसार; रi त्ुादवा; कृव रानiकस एर् ें ल्
ू र् ुरररधयi; रiक कस
रiस्ुनथर्क और स्थओ
र ् का स्रक्षण
खरुथरार, मiकस वरशीे थाए्; प्रकसणयi थाा वरलभन्i फसलक के साा मiकस स्बद्धथा; मiका गण
र i;
खरुथरारक स्बध
् ल सर थाा रासार्नiक नiर््त्रण
ें दवा
ृ ा-भौनथक; रासार्नiक थाा सवरक गण
र धें य; ें दवा
ृ ा रिiा के प्रिें थाा कारक; भारथ कस ें दवा
ृ ाए्; ें दवा
ृ ाओ्
के खनiस थाा काबयनiक स्घिक थाा ें दवा
ृ ा मत्ुादवाकथा अiरर क्षण ें मiकस भलू ें का; ुौधक के ललए आरचर्क
ु क थत्र थाा ें दवा
ृ ाओ् और ुादवाुक के अन्र् लाभकर थत्र; ें दवा
ृ ा मरयरथा; ें दवा
ृ ा ुरीक्षण एर् स्स्थारiा के
लसद्धा्थ, सें ाकललथ ु कथत्र प्रब्ध; सर मरयरक; ें दवा
ृ ा ें iाइट्र सi कस ैानi; सलें ग्i धाi-ें दवा
ृ ा ें
iाइट्र सi मुर् ग क्षें था; ें दवा
ृ ा ें iाइट्र सi र् धगकसकरण; फासफ रस एर् ु िे लशीर्ें का दवाक्ष मुर् ग;
सें स्र्ासiक ें दवा
ृ ाए् थाा मiका सध
र ार, ग्रलi ैामस; गस मत्ससयi क प्रभारल करiे राले ें दवा
ृ ा कारक; ें दवा
ृ ा
स्रक्षण; सें ाकललथ सल-वरभासi प्रब्धi; ें दवा
ृ ा अुरदवाi एर् इसका प्रब्धi; र ायधलi कृव और इसकस
सें स्र्ाए्, र ाय ु व थ कृव क्षेत्रक ें कृव मत्ुादवाi ें िस्ारथा लाiे कस प्रौद्र् धगकस
सस्र् मत्ुादवाi से स्बध् धथ सल मुर् ग क्षें था; लस्िाई कार्यिें के ें ाiदवा् ड; लस्िाई सल कस अुराै ैानi
क कें करiे कस वरधधर्ा् थाा साधi, डड्रु थाा नछिकार द्रारा लस्िाई; सलिा्थ ें दवा
ृ ाओ् से सलनiकास;
लस्िाई सल कस गण
र रत्था; सल ें दवा
ृ ा थाा सल प्रदवा ू ण ुर औद्र् धगक बिैस्त्रारक का प्रभार; भारथ ें
लस्िाई ुररर् सiाए्
फाें य प्रब्धi; वरस्थार; ें ैत्र थाा वरशीे थाए्; फाें य आर् सiा; स्साधiक का इष्िथें मुर् ग थाा बसिi;
वरलभन्i प्रकार कस कृव प्रणाललर्क का अायशीास्त्र; वरुणi प्रब्धi-वरकास कस कार्यiलनथर्ा्
47
प्रचन पत्र – 2
ुादवाु प्रसii का इनथैास; सii कस वरधधर्ा्; स्रनiशीेिi थाा स्स्करण; प्रवरधधर्ा्; सस्र् ुादवाुक का
मदवागें , वरकास एर् मुसार्ा साiा; मदवागें केन्द्र; सें साथ श्रेणल का नiर्ें ; सस्र् आiर
र ल् शीक स्साधi-
स्रक्षण थाा मुर् ग; सस्र् ुादवाुक का सध
र ार; आणवरक सि
ू क एर् ुादवाु सध
र ार ें मiका अiप्र
र र् ग; शीद्
र ध
र्शीिें ररण; र्शीारली; सें ै
ू थाा ुi
र रारथी ररण; स्र् सल क्षें था; ुादवाु प्रसii ें इसका ें ैत्र; स्कर
ओस एर् मसका मुर् ग; कार् स्स्करण; र ग एर् ुलिक प्रनथर ध के ललए प्रसii
बलस मत्ुादवाi एर् प्रस्स्करण प्रौद्र् धगयकर्ा्; बलस प्रें ाणi; बलस ुरीक्षण एर् भ्डारण; डलएiए यफ् गर वप्रिि्ग
एर् बलस ु्सलकरण; बलस मत्ुादवाi एर् वरुणi ें सैकारी एर् नiसल स्र थक कस भलू ें का; बौद्धधक स्ुदवाा
अधधकार स्बध
् ल ें ाें ले
ुादवाु ु ण ु क थत्रक के अरशी ण; स्ााiा्थरण एर् मुाुिर् के स्दवाभय ें ुादवाु कानर्यकस के लसद्धा्थ;
ें दवा
ृ ा – सल ुादवाु स्बध
्
प्रयकण्र एर् ुादवाु-रणयक; प्रकाशी स्चले ण-आधरनiक स्कल्ुiाए् और इसके प्रिें क प्रभावरथ करiे राले
कारक, आतसल र अiातसल स्रशीi; C3; C4 एर् CAM यिर्ावरधधर्ा्; काबोैाइट्रे ि; प्र िीi एर् रसा
मुाुिर्; रद्
ृ धध एर् ुरररधयi; दवाीिप्थ काललथा एर् रस्थलकरण; ुादवाु रद्
ृ धध मुादवााi एर् सस्र् मत्ुादवाi ें
इiकस भलू ें का; बलस ुरररधयi एर् अiक
र रण कस कानर्यकस; प्रसिू प्थ; प्रनथबल; कानर्यकस-राथ प्रराै; लरण एर्
48
भारथ ें खाद्र् मत्ुादवाi एर् मुभ ग कस प्ररिृ त्थर्ा; खाद्र् सरर क्षा एर् सiस्यर्ा रद्
ृ धध-दृिष्ि 2020 अन्र्
अधधशीे के कारण, राष्ट्रीर् एर् अ्थरायष्ट्रीर् खाद्र् iलनथर्ा्; अधधप्रािप्थ; वरथरण कस बाध्र्थाए्, खाद्र्ाiक कस
मुलब्धथा; खाद्र् ुर प्रनथव्र्ितथ व्र्र्; गरीबल कस प्ररिृ त्थर्ा्; सi वरथरण प्रणाली थाा गरीबल कस रे खा के
iलिे कस सiस्यर्ा; लक्ष्र् न्ें ख
र ल सi वरथरण प्रणाली (PDS); भें
ू ड ् लीकरण के स्दवाभय ें iलनथ कार्ायन्रर्i,
प्रिें बाध्र्थाए्; खाद्र् मत्ुादवाi का राष्ट्रीर् आैार, िदवाशीा-नiदवाे शीक एर् खाद्र् मुभ ग प्ररिृ त्थ से स्बध
् ,
क्षरधाशीें i के ललए खाद्र्ाधाररथ आैार मुागें ; ु क थत्रक कस न्र्i
ू था-सक्ष्
ू ें ु क थत्र न्र्i
ू था; प्र िीi
ऊसाय करु ण र्ा प्र िीi कल री करु ण (PEM र्ा PCM); ें िैलाओ् और बचिक कस कार्यक्षें था के स्दवाभय
ें सक्ष्
ू ें ु ण थत्र न्र्i
ू था एर् ें ाiर स्साधi वरकास; खाद्र्ान्i मत्ुादवाकथा एर् खाद्र् सरर क्षा
पर्प
ु ालन एवं पर्धु िककत्सा ववञानान
प्रचन पत्र – I
1. पर्ु पोर्र्
1.1 ुशीर के अ्दवार खाद्र् ऊसाय का वरभासi; प्रत्र्क्ष एर् अप्रत्र्क्ष ऊष्ें ालें नथ; काबयi-
iाइट्र सi स्थल
र i एर् थल
र iात्ें क बध वरधधर्ा्, र ें ्ाल ुशीओ
र ;् सअ
र रक एर् करतकरिक ें
खाद्र् का ऊसायें ाi व्र्तथ करiे के लसद्धा्थ; अiरर क्षण; रद्
ृ धध स्गभयथा; स्थन्र् स्त्रार
थाा अ्डा; ऊi एर् ें ा्स मत्ुादवाi के ललए ऊसाय आरचर्कथाए्
1.2 प्र िीi ु ण ें iरलiथें प्रगनथ, ऊसाय-प्र िीi स्बध
् ; प्र िीi गण
र था का ें ल्
ू र्ा्कi;
र ें ्ाल आैार ें NPN र् धगकक का प्रर् ग; अiरर क्षण रद्
ृ धध स्गभयथा; स्थन्र् स्त्रार थाा
अ्डा; ऊi एर् ें ा्स मत्ुादवाi के ललए प्र िीi आरचर्कथाए्
1.3 प्रें ख
र एर् लेस खनiस-मiके स्त्र थ: शीरीर यिर्ात्ें क प्रकार्य एर् ैीiथा लक्षण; वर ले
खनiस; खनiस अ्थ: यिर्ाए्, शीरीर ें रसा-घल
र iशीलल थाा सल घल
र iशीलल खनiसक कस
भलू ें का, मiके स्त्र थ एर् ैीiथा लक्षण
1.4 आैार स्र् सल-ें लाेi स्दवाें क; प्र बार् ििक; ए्साइें ; ए्िीबार् ििक; ैाें ोi; ओललग ;
शीकयराइड; ए्िीओतसलडि; ुार्सलकारक; स्ि स्दवाें क; मभर्र धल इत्र्ािदवा, ैाें ोi एर्
ए्िीबार् िितस ससे रद्
ृ धधरधयकक का मुर् ग एर् दवाष्र प्रर् ग-iरलiथें स्कल्ुiाए्
1.5 िारा सर् क्षण; आैार का भ्डारण एर् आैार अरर्र, आैार प्रौद्र् धगकस एर् आैार
प्रस्स्करण ें अलभiर प्रगनथ; ुशीर आैार ें मुिस्ाथ ु ण र धल एर् वर ले कारक;
आैार वरचले ण एर् गण
र था नiर््त्रण; ुािiलर्था अलभप्रर् ग-प्रत्र्क्ष; अप्रत्र्क्ष एर् सि
ू क
वरधधर्ा्, िारण ुशीओ
र ् ें आैार ग्रैण प्रार्िर तथ
49
50
51
प्रचन पत्र – 2
1. र्रीर रिना ववञानान, भेर्ज गर्
ु ववञानान एवं स्वास्थ्य ववञानान :
1.1 ऊथक वरज्ञाi एर् ऊथकसर् थकiलक : ऊथक प्रिें ण एर् H.E. अलभर् सi कस ुराफसi
अ्थ: स्ाावुथ थकiलक-िैें लकरण ें ाइि ि ें ल-सक्ष्
ू ें दवालशीयकस-दवाीप्थ क्षेत्र सक्ष्
ू ें लदवाशीी एर्
इलेतट्राi सक्ष्
ू ें दवाशीी, क लशीका कस क लशीका वरज्ञाi स्रिiा, क लशीका्ग एर् अ्थरेशीi;
क लशीका वरभासi-क लशीका प्रकार-ऊथक एर् मiका रगीकरण-भ्रण
ू लर् एर् व्र्स्क ऊथक-
अ्गक का थल
र iात्ें क ऊथक वरज्ञाi- स्रैiल, थ्बत्रका, ुािi, चरसi, ुेशील क्काली एर्
सiiें i
ू थ्त्र - अ्थ:स्रारलग्रधार्क-अध्र्ाररण-स्रेदवाी अ्ग
1.2 भ्रण
ू वरज्ञाi - ुक्षक्ष रगय एर् घरे लू स्थiुानर्र्क के वरशीे स्दवाभय के साा कशीेुषयकर्क का
भ्रण
ू वरज्ञाi-र्ग्र ें क सii-नi ि
े i-सii स्थर-गभय णझल्ली एर् अुरान्र्ास-घरे लू
स्थiुानर्र्क से अुरा के प्रकार-वरुषुथा वरज्ञाi-र्ें ल एर् र्ें लi-अ्गवरकास-सii स्थर
व्र्त्र ुन्i-अ्थचिें ी, ें ध्र्िें ी एर् बिैियें ल व्र्थ
र ुन्i
1.3 ें ौ-शीरीररकस-क्षेत्रलर् शीारीररकस : र ृ भ के ुराiासलर् क िर-लारग्र्धार् कस बिैस्थल
शीारीररकस; अरiेत्रक िर, स्लभका, धिबक
र कूवुका, ें ाiलसक एर् शीग
ू् ल थ्बत्रका र ध कस
क्षेत्रलर् शीारीररकस, ुराकशीेरूक थ्बत्रकाओ् कस क्षेत्रलर् शीारीररकस गह्
र र् थ्बत्रका, ें ध्र्ें
थ्बत्रका, अ्थ: प्रक िष् का थ्बत्रका एर् बिै: प्रक िष् का थ्बत्रका-अ्थसलवरका, बिैसलवरका
एर् अ्गलर ल थ्बत्रकाए्-कुाल थ्बत्रकाए्-अधधदृढ़थानiका स्ज्ञाैरण ें शीालें ल स्रिiाए्-
मुररस्ा लसलका ुरय-रक्षलर्, मदवारीर् थाा श्र णलर् गिर ैका के अ्थरा्गक कस बिैस्थर
52
53
54
55
56
57
प्रचन पत्र - 2
1.1 भारथलर् स्स्कृनथ एर् सभ्र्था का वरकास-प्रागनथैालसक (ुरर ाुा ाण ें ध्र्ुा ाण, iरुा ाण
थाा iरुा ाण-थाम्रुा ाण), आद्र्ऐनथैालसक (लस्धर सभ्र्था): ैिप्ुा-ुर
ू ,य ैिप्ुाकालीi
एर् ुचि-ैिप्ुा स्स्कृनथर्ा्, भारथलर् सभ्र्था ें सiसाथलर् स्स्कृनथर्क का र् गदवााi
1.2 लशीराललक एर् iें यदवाा द्र णल के वरशीे स्दवाभय के साा भारथ से ुरर ा-iर
ृ ज्ञानiक साक्ष्र्
(राें ावुाेकस, लशीरावुाेकस एर् iें यदवाा ें ाiर
1.3 भारथ ें iस
ृ ानथ – ुरर ाथत्र वरज्ञाi: iस
ृ ानथ ुरर ाथत्र वरज्ञाi कस स्कल्ुiा; लशीकारी,
58
59
1. सक्ष्
ू मजैववकी एवं पािपरोग ववञानान :
वर ाण,र राइरॉइड, सलराण,र फ्गाई एर् ें ाइि प्लाज्ें ा स्रिiा एर् सii बैरगण र i, कृव ,
मद्र् ग, धियकत्सा थाा रार्र एर् ें दवा
ृ ा एर् सल ें प्रदवा ू ण-नiर््त्रण ें सक्ष्
ू ें सवरकस के
अiप्र
र र् ग, प्रार् i एर् प्रार् i घिiा वर ाणओ
र ,् सलराणओ
र ,् ें ाइि प्लाज्ें ा, फ्गाई थाा
सत्र
ू कृलें र्क द्रारा ै iे राले प्रें ख
र ुादवाुर ग, स्िें ण और फलार कस वरधधर्ा्, स्िें ण
थाा र ग प्रनथर ध के आिण्रक आधार ुरसलवरथा कस कानर्यकस और नiर््त्रण के मुार्
करक आवर , ें ॉडलi एर् र ग ुर
ू ायiें
र ाi, ुादवाु स्गर ध
2. कक्रप्िोगेम्स:
शीराल, करक, लाइकi, ब्रार् फाइि, िे रीड फाइि-स्रिiा और सii के वरकासात्ें क ुैल,ू
भारथ ें यिप्ि गे्स का वरथरण और मiका ुररिस्ानथक एर् आधायक ें ैत्र
3. पष्ट्ु पोिसभि :
अiारथ
ृ बलसल: ुर
ू य अiारथ
ृ बलसल कस अरधारणा अiारथ
ृ बलसल का रगीकरण और वरथरण
साइकेडेलीस, धग्ग ऐसलस, क iलफेरे लीस और iलिे लीस के ें य
र र् लक्षण, स्रिiा र सii
साईंकेड यफललकेलीस, बेन्iेिििे लीस थाा काडेिेलीस का साें ान्र् रणयi भू रज्ञानiक
सें र्ें ाुiल, सलरचें प्रकार एर् मiके अध्र्र्i कस वरधधर्ा्, आरथ
ृ बलसल : रधगयकस,
शीारीररकस, भ्रण
ू वरज्ञाi, ुरागाणरवरज्ञाi और सानथरत्ृ थ, रगीकस सौुाi, राiस्ुनथक
iाें ुद्धनथ के अ्थरायष्ट्रीर् कूि, स्यर्ात्ें क रधगयकस एर् रसार्i-रधगयकस, शीारीररकस भ्रण
ू
वरज्ञाi एर् ुरागाणर वरज्ञाi से साक्ष्र् आरथ
ृ बलिसर्क का मदवागें एर् वरकास, आरथ
ृ
बलिसर्क के रगीकरण कस वरलभन्i प्रणाललर्क का थल
र iात्ें क वरररण, आरथ
ृ बलसल करलक
का अध्र्र्i-ें ग्i ललएसल, रiiकरलेसल, बसलकेसल, र सेसल, फेबेसल, र्फ
ू ाबबयएसल, ें ालरेसल,
डडप्िे र काुेसल, एवुएसल, एस्तलेवुडडएसल, रबबयiेसल, स लiेसल, रूबबएसल, करकररबबिे ली,
ऐस्िीरे सल, ु एसल, ओरकेसल, ललललएसल, ्र्स
ू ेसल एर् ऑयकयडेसल र् ध्र एर् मiके प्रकार,
ग्र्ालर् एर् अग्र्ालर् ट्राइक ें , वरस्गथ द्वरथलर्क रद्
ृ धध, सल-3 और सल-4 ुौधक का शीरीर,
साइलें एर् फ्ल एें वरभेदवाi, कास् शीरीर iर और ें ादवाा र्ग्र ें क दवालभदवा का ुरररधयi,
60
प्रचन पत्र – 2
1. कोसर्का जैववकी :
क लशीका सवरकस कस प्रवरधधर्ा्, प्रातकेन्द्रकस और सक
र े न्द्रकस क लशीकाए् – स्रिiात्ें क और
ुरास्िiात्ें क बारीयकर्ा्, क लशीका बाैर् आधात्रल अारा क लशीकाबाैर् आव्र्ै
ू (क लशीका
लभनथ) थाा णझिल्लर्क कस स्रिiा और कार्य-क लशीका आस्सi, णझल्ली अलभगें i थाा
आशीर्ल अलभगें i, क लशीका अ्गकक (ैररथ लरक सत्र
ू कणणकाए्, ईआर, डडितिर् स ें ,
राइब स ें , अ्थ: कार्, लर्iकार्, ुरऑतसलस ें ) कस स्रिiा और कार्य, साइि स्केलेिi
एर् ें ाइि िर्ब्ू र्ल्
ू स, केन्द्रक, केिन्द्रक, केन्द्र कस र् ध्र सि्ें श्र, ि ें ेििi एर्
न्र्िू तलर् स ें क लशीक स्केथi और क लशीकाग्राैी, स्केथ ुररिें ण, सें सत्र
ू ण वरभासi,
क लशीका िि का आणवरक आधार, गण
र सत्र
ू क ें स्यर्ात्ें क और स्रिiात्ें क वरलभन्थाए्
थाा मiका ें ैत्र, ि ें ेििi व्र्रस्ाा एर् सलi ें स्रेष्िi, ुॉललिीi गण
र सत्र
ू , बल-गण
र सत्र
ू -
स्रिiा व्र्रैार और ें ैत्र
2. आनव
ु सं र्की, आश्ववक, जैववकी और ववकास :
आiर
र ल् शीकस का वरकास और सलi बiाें र्ग्र ें वरकल्ुल अरधारण(कूि वरकल्ुल),
ुररें ाणात्ें क आiर
र ल् शीकस थाा
बैरकारक अुण ू य प्रभावरथा, बैरसiनiक र्शीागनथ,
बैरवरकल्ुल सैलग्iथा थाा वरनiर्ें -आिण्रक ें ाiधित्र (ें ाiधित्र प्रकार्य कस अरधारणा)
सिैथ सलi ें ाiधित्रण कस वरधधर्ा्, लल्ग गण
र सत्र
ू थाा लल्ग सैलग्i र्शीागनथ, लल्ग
नiधायरण और लल्ग वरभेदवाi का आिण्रक आधार, मत्ुरररथयi (सर रासार्नiक और
आिण्रक आधार) क लशीका द्रव्र्ल र्शीागनथ एर् क लशीकाद्रव्र्ल सलi (iर ब्ध्र्था कस
आiर
र ल् शीकस सिैथ)
न्र्त
ू लीर् अ्लक और प्र िीiक कस स्रिiा थाा स्चले ण, आiर
र ल् शीक कूि और सलi
अलभव्र्ितथ का नiर्ें i, सलi iलररथा, बैरसलi करल, सर वरकास-प्रें ाण, यिर्ावरधध थाा
61
भारथ ें रiक के प्ररूु - रiक का ुररिस्ानथक एर् आधायक ें ैत्र, रiर ुण, रi न्ें ल
ू i
एर् साें ािसक रानiकस स्किाुन्i ुौधे, स्ाानiकथा, IUCN क ििर्ा्, रे ड डािा बक
र , सर
वरवरधथा एर् मसका स्रक्षण, स्रक्षक्षथ क्षेत्र iेिरकय, सर वरवरधथा ुर स्ें ेलi, यकसाiक
के अधधकार एर् बौद्धधक स्ुदवाा अधधकार, स्ु णलर् वरकास कस स्कल्ुiा, सर-भ-ू
रासार्नiक िि, भें
ू ड ् लीर् थाुi एर् सलरार्र ुरररथयi, स्िाें क सानथर्ा्, ुर्ायररणलर्
प्रभार ें ल्
ू र्ा्कi, भारथ के ुादवाु भग
ू लीर् क्षेत्र
रसायन ववञानान
प्रचन पत्र – 1
62
63
प्रचन पत्र – 2
64
65
66
67
प्रचन पत्र – 2
68
69
70
भाग '2'
71
72
73
नiर् सi आर् एर् ब्र्ास दवार नiधायरण के मुागें : तलालसकस, कसन्स (IS-LM) रि
iरतलालसकस स्चले ण एर् iर्ा तलालसकस, ब्र्ास दवार नiधायरण एर् ब्र्ास दवार स्रिiा के
लसद्धा्थ
3. मू
ु ा बैककं ग एवं ववत्र:
(क) ें द्र
र ा कस ें ा्ग कस ुनू थय : ें द्र
र ा का ें द्र
र ा गण
र क ें ात्रा लसद्धा्थ (यफशीर, ुलक
फ्राइडें i) थाा कसi का ें द्र
र ा के ललए ें ा्ग का लसद्धा्थ, ब्दवा और खल
र ी
अायव्र्रस्ाा ें ें द्र
र ा प्रब्धi के लक्ष्र् एर् साधi, केन्द्रीर् बैंक और खसाiे के बलि
स्बध
् , ें द्र
र ा कस रद्
ृ धध दवार ुर मचिथें सलें ा का प्रस्थार
(ख) ल क वरत्थ और बासार अायव्र्रस्ाा ें इसकस भलू ें का: ुरू ी के स्रलकरण ें ,
स्साधiक का वरनiधाi और वरथरण और स्रद्
ृ धध, सरकारी रासस्र के स्र थ, करक
एर् मुदवााiक के रूु, मiका भार एर् प्रभार, कराधाi कस सलें ाए्, ऋण, िामडड्ग
आमि प्रें ाण एर् ॠण लेiे कस सलें ाए्, ल क व्र्र् एर् मसके प्रभार
4. अंरराणष्ट्रीय अथणर्स्त्र :
(क) अ्थरायष्ट्रीर् व्र्ाुार के ुरर ाiे और iए लसद्धा्थ
(i) थल
र iात्ें क लाभ
(ii) व्र्ाुार शीथे एर् प्रस्थार रि
(iii) मत्ुादवा िि एर् नiणायर्क व्र्ाुार लसद्धा्थ
(iv) व्र्ाुार, स्रद्
ृ धध के िालक के रूु ें और खरली अायव्र्रस्ाा ें अरवरकास
के लसद्धा्थ
(ख) स्रक्षण के स्ररूु : िररफ एर् क िा
(ग) भग
र थाi शीे सें ार् सi; रकिल्ुक मुागें
(i) कसें थ बiाें आर्, नiर्ें वरनiर्ें दवार के अधलi आर् के सें ार् सi
(ii) लें धश्रथ iलनथ के लसद्धा्थ
(iii) ुस
ू् ल िललष्गण
र था के अधलi वरनiर्ें दवार सें ार् सi
(iv) वरकासशीलल दवाे शीक के ललए नथरथल दवार और मiकस वररक्षा, ें द्र
र ा(करसल) ब डय
(v) व्र्ाुार iलनथ एर् वरकासशीलल दवाे शी
(vi) BPO, खरली अायव्र्रस्ाा सें िष्ि ें ॉडल ें सें ार् सi थाा iलनथ
सें न्रर्
(vii) सट्िा
(viii) व्र्ाुार गि
र एर् ें ौिद्रक स्घ
74
प्रचन पत्र – 2
1. स्वरंत्ररापव
ू ण यग
ु में भाररीय अथणव्यवस्था :
भलू ें प्रणाली एर् इसके ुरररथयi, कृव का राणणज्र्लकरण, अुरैi लसद्धा्थ, अबध्था
लसद्धा्थ एर् सें ाल िiा, नiें ायण एर् ुरररैi: सि
ू , कुास, रे लरे ें द्र
र ा एर् साख
2. स्वरंत्ररा के पचिार भाररीय अथणव्यवस्था :
क. उिारीकरर् के पव
ू ण का यग
ु :
(i) रकसल, गाडधगल एर् रल. के. आर. रल. आर. के र् गदवााi
(ii) कृव : भलू ें सध
र ार एर् भलू ें ुट्िा प्रणाली, ैररथ िािन्थ एर् कृव ें ुस
ू् ल
नiें ायण
(iii) स्घिi एर् स्रद्
ृ धध ें व्र्ाुार प्ररनृ थर्ा्, सरकारी एर् नiसल क्षेत्रकक कस भलू ें का,
लघर एर् करिीर मद्र् ग
(iv) राष्ट्रीर् एर् प्रनथव्र्ितथ आर्: स्ररूु, प्ररनृ थर्ा्, सकल एर् क्षेत्रकसर् स्घिi थाा
मiें ुरररथयi
(v) राष्ट्रीर् आर् एर् वरथरण क नiधायररथ करiे राले स्ाूल कारक, गरीबल के ें ाु,
गरीबल एर् असें ाiथा ें प्ररनृ थर्ा्
ख. उिारीकरर् के पचिार का यग
ु
75
वरद्र्थ
र अरर्र, साल लेखाधित्र, केिल्रi धारा नiर्ें , केिल्रi ब ल्िथा नiर्ें : ुररुा
वरचले ण: आधारभथ
ू साल प्रें ेर् थाा अiप्र
र र् ग : क्षणणका वरचले ण: RL, RC थाा RLC
ुररुा: ज्र्ारिसर् स्ाार्ल अरस्ाा वरशीले ण;. अii
र ादवाी ुररुा: र्िर ग्ें थ ुररुा: स्थलर लथ
बत्रकला ुररुा, द्वरकारक साल
2. संकेर एवं रंत्र:
सथथ काल एर् वररतथ-काल स्केथक एर् थ्त्र का नiरूुण: रे णखथ काल नiचिर थ्त्र,
स्रलi आरेग अiयर िर्ा : स्रलi एर् अरकलi अ्थर सें लकरण ुर आधाररथ रणखक
काल नiचिर थ्त्रक का सें र् क्षेत्र वरचले ण, फरररए रूुान्थर, लेप्लास रूुा्थर, सि- रूुा्थर,
अ्थरण फलi स्केथक का प्रनथिर्i एर् मiकस प्रनथप्रािप्थ, वररतथ कालथ्त्रक के द्रार थल्
र र्
रूु स्केथक का DFT, FFT स्साधi
3. ववद्यर
ु िम्
ु बकीय ससद्धांर:
ें तसरेल सें लकरण, ुररबद्ध ें ाध्र्ें ें थर् ग स्रिiा ुररसलें ा अरस्ााए्, सें थल थर् गक
का ुरारथयi एर् अुरथयi, स्िरण लाइi: प्रगाें ल एर् अप्रगाें ल थर् ग, प्रनथ बाधा
प्रनथथल
र i, िस्ें ा िािय ,
4. रल्
ु य एवं इलेतरॉ तनकी :
अलभलक्षण एर् डार् ड का थल्
र र् ुररुा (रै
ृ थ एर् लघर स्केथ), द्वरस्धध ट्रा्िसस्िर, स्धध
क्षेत्र प्रभार ट्रा्िसस्िर एर् धाथर आतसाइड सालें िालक क्षेत्र प्रभार ट्रा्िसस्िर, डार् ड ुररुा,
कथयi, ग्राें ल, िदवाष्िकारी, अलभiनथकरण एर् अलभiलथ स्ाानर्त्र, क्षेत्र प्रभार ट्रा्िसस्िर
प्ररधयक, धारा दवाुयण, प्ररधयक: एकल एर् बैरिरणल अरकल, सयिर्ात्ें क ुi
र नiयरेशी एर्
76
77
प्राकतरक भग
ू ोल
78
भ-ू अलभiनथ: ें ैाद्रलुलर् वरस्ााुi: सें िस्ानथ: प्लेि वररथयनiेकस: ुरयथ त्ुनथ के स्बध
् ें
अलभiर वरिार: ज्रालाें ख
र ल: भक
ू ्ु एर् सi
र ाें ल: भआ
ू कृनथक िि एर् दृचर्भलू ें वरकास
कस स्कल्ुiाए्, अiाचछादवाi कालाiि
र ें : सलें ागय आकृनथक वरज्ञाi: अुरदवाi ुष्ृ :
प्ररणथा वरकास: अiप्र
र र्त
र थ भआ
ू कृनथ वरज्ञाi: भस
ू ल वरज्ञाi, आधायक भवू रज्ञाi एर्
ुर्ायररण
2. जलवायु ववञानान:
वरचर के थाु एर् दवााब कििब्ध, ुथ्
ृ रल का थाुलर् बसि: रार्ें
र ड ् ल ुररस्िरण, रार्र ें ्डल
िस्ारथा एर् अiिस्ारथा, भें
ू ड ् लीर् एर् स्ााiलर् ुरi: ें ाiसi
ू एर् सेि प्रराै: रार्र रालशी
एर् राथाग्रसii: शीलथ ष्ण एर् मष्णकििब्धलर् ििराथ : र ण
य के प्रकार एर् वरथरण :
ें ौसें एर् सलरार्र : क ुेi, ाॉiयरेि एर् त्रेराधाय का वरचर सलरार्र ुरररथयi ें ें ाiर कस
भलू ें का एर् अiयर िर्ा, अiप्र
र र्त
र थ सलरार्र वरज्ञाi एर् iगरी सलरार्र
3. समू
ु ववञानान:
अिला्ििक, िै्दवा एर् प्रशीा्थ ें ैासागरक कस थलीर् स्ालाकृनथ: ें ैासागरक का थाु एर्
लरणथा: मष्ें ा एर् लरण बसि, ें ैासागरी नiक्षेु: थर् ग धाराए् एर् ज्रार भािा: सें द्र
र ीर्
स्साधi सलरलर्, खनiस एर् ऊसाय स्साधi, प्रराल लें वत्तर्ा्: प्रराल वरर् सi: सें द्र
र
ुरररथयi: सें द्र
र नiर्ें एर् सें द्र
र ी प्रदवा ू ण
4. जीव भग
ू ोल :
ें दवा
ृ ाओ् कस मत्ुनथ; ें दवा
ृ ाओ् का रगीकरण एर् वरथरण: ें दवा
ृ ा ुररचछे िदवाका: ें दवा
ृ ा अुरदवाi:
न्र्i
ू लकरण एर् स्रक्षण: ुादवाु एर् सन्थओ
र ् के रिचर्क वरथरण क प्रभावरथ करiे राले
कारक: रi अुर ुण कस सें स्र्ाए् एर् स्रक्षण के मुार्: साें ािसक रानiकस: कृनथ
रानiकस: रन्र् सलरi: प्रें ख
र सलi ुल
ू कद्र
5. पयाणवरर्ीय भग
ू ोल :
ुाररिस्ानथकस के लस्द्धा्थ: ें ाiर ुाररिस्ानथक अiक
र ू लi: ुाररिस्ानथकस एर् ुर्ायररण ुर
ें ाiर का प्रभार: रिचरक एव्र क्षेत्रलर् ुाररिस्ानथक ुरररथयi एर् अस्थल
र i: ुाररथ्त्र मiका
प्रब्धi एर् स्रक्षण: ुर्ायररणलर् नi्iलकरण, प्रब्ध एर् स्रक्षण: सर वरवरधथा एर्
स्ु ण वरकास: ुर्ायररणलर् लशीक्षा एर् वरधाi
6. मानव भग
ू ोल
1. मानव भग
ू ोल में संिर्ण : क्षेत्रलर् वरभेदवाi; प्रादवाे लशीक स्चले ण; द्वरभासi एर् द्रथरादवा;
ुर्ायररणरादवा; ें ात्रात्ें क िा्नथ एर् अरिस्ानथ वरचले ण; मग्रसध
र ार, व्र्ारैाररक,
ें ाiरलर् एर् कल्र्ाण मुागें : भा ाए्, धें य ण्र् नiरुेक्षलकरण; वरचर के सास्कृनथक
प्रदवाे शी; ें ाiर वरकास सि
ू क
2. आधथणक भग
ू ोल : वरचर आधायक वरकास : ें ाु एर् सें स्र्ाए्; वरचर स्साधi एर्
79
प्रचन पत्र - 2
भारर का भग
ू ोल
2. संसाधन : भलू ें , सथै एर् भौें सल, ऊसाय, खनiस, सलरलर् एर् सें द्र
र ी स्साधi; रi एर्
रन्र् सलरi स्साधi एर् मiका स्रक्षण; ऊसाय स्कि
80
4. उद्योग : मद्र् गक का वरकास; कुास, सूि, रस्त्र द्र् ग, ल ै एर् इस्ुाथ, अललर ें नiर्ें ,
मरयरक, कागा, रसार्i एर् फाें ायस्र्िर िकल्स, आि ें बाइल, करिीर एर् कृव आधाररथ
मद्र् गक के अरिस्ानथ कारक; सारयसनiक क्षेत्र के मुिें क सिैथ औद्र् धगक घराiे एर्
स्करल; औद्र् धगक प्रादवाे शीलकरण; iई औद्र् धगक iलनथर्ा्; बैरराष्ट्रीर् क्ुनiर्ा् एर्
मदवाारीकरण; वरशीे आधायक क्षेत्र; ुाररिस्ानथकस-ुर्यिi सें ेथ ुर्यिi
5. पररवहन, संिार एवं व्यापार : सिक, रे लें ागय, सलें ागय, ैराई ें ागय एर् ुाइुलाइi,
iेिरकय एर् प्रादवाे लशीक वरकास ें मiकस ुरू क भलू ें का; राष्ट्रीर् एर् वरदवाे शील व्र्ाुार राले
ुथiक का बढ़था ें ैत्र; व्र्ाुार स्थल
र i; व्र्ाुार iलनथ; नiर्ायथ प्रकें ण क्षेत्र; स्िार एर्
सि
ू iा प्रौद्र् धगकस ें आर्ा वरकास और अायव्र्रस्ाा थाा सें ास ुर मiका प्रभार;
भारथलर् अ्थररक्ष कार्यिें
7. बस्री : ग्राें लण बस्थल के प्रकार, प्रनथरूु थाा आकाररकस; iगरीर् वरकास; भारथलर् शीैरक
कस आकाररकस; भारथलर् शीैरक का प्रकार्ायत्ें क रगीकरण; सत्रiगर एर् ें ैाiगरीर् प्रदवाे शी;
iगर स्रप्रसार; ग्दवाी बस्थल एर् मससे सरिल सें स्र्ाए्; iगर आर् सiा; iगरीकरण कस
सें स्र्ा एर् मुिार
8. प्रािे सर्क ववकास एवं आयोजना: भारथ ें प्रादवाे लशीक आर् सiा का अiभ
र र; ु्िर ीर्
र् सiाए्; सें िन्रथ ग्राें लण वरकास कार्यिें ; ु्िार्थल रास एर् वरकद्रीकृथ आर् सiा;
कें ाi क्षेत्र वरकास; सल वरभासi प्रब्ध; वुछिा क्षेत्र, ें रूस्ाल, अiारिृ ष्ि प्रबण, ुैािल,
सiसाथलर् क्षेत्र वरकास के ललए आर्ेासiा; बैरस्थरीर् र् सiा; प्रादवाे लशीक र् सiा एर् द्रलु
क्षेत्रक का वरकास
81
टिप्पर्ी : अभ्यधथणयों को इस प्रचनपत्र में सलए गए ववर्यों से संगर एक अतनवायण मानधित्र- आधाररर प्रचन
का उत्रर िे ना अतनवायण है ।
भवू वञानान
प्रचन पत्र – 1
2. भआ
ू कतर ववञानान एवं सि
ु रू -संवेिन:
भआ
ू कृनथ वरज्ञाi कस आधारभथ
ू स्कल्ुiा; अुक्षर् एर् ें दवा
ृ ानiें ायण; स्ालरूु, ढाल
एर् अुराै; भआ
ू कृनथ िि एर् मiकस वररक्षा; आकाररकस एर् इसका स्रिiाओ् एर्
अिचें कस से स्बध
् ; थिीर् भआ
ू कृनथ वरज्ञाi; खनiस ुर
ू ेक्षण ें भआ
ू कृनथ वरज्ञाi के
अiप्र
र र् ग, लसवरल इ्सलनiर्री; सल वरज्ञाi एर् ुर्ायररणलर् अध्र्र्i; भारथलर्
मुें ैाद्रलु का भआ
ू कृनथ वरज्ञाi, रार्र फ ि एर् मiकस वररक्षा-गण
र एर् सलें ाए्;
वरद्र्थ
र ि्
र बकसर् स्ुेतट्रें ; कक्षा- ुररभ्रें ण मुग्रै एर् स्रेदवाi प्रणाललर्ा्; भारथलर्
दवारू स्रेदवाi मुग्रै; मुग्रै दवात्थ मत्ुादवा, भ-ू वरज्ञाi ें दवारू स्रदवा
े i के अiप्र
र र् ग;
भ ग ललक सि
ू iा प्रणाललर्ा् (GIS) एर् वरचरव्र्ाुल अरस्ाi प्रणाली (GPS) - इसका
अiप्र
र र् ग
82
5. भाररीय स्रररकी :
स्थररकस अiि
र ें क का रगीकरण; अचें स्थररक, सरस्थररक, कालस्थररक एर्
िर्बस्थररक थाा मiका अ्थस्बध
् /भारथ कस कबब्रर्iुर
ू य शीलक का वरथरण एर्
रगीकरण; प्राणणसाथ, रiस्ुनथज्ञाi एर् आधायक ें ैत्र कस दृिष्ि से भारथ कस
दृचर्सलरल शीलक के स्थररक वरथरण एर् अचें वरज्ञाi का अध्र्र्i; प्रें ख
र सलें ा
सें स्र्ाए्-कबब्रर्i/कबब्रर्i ुर
ू ,य ुलें यर्i/ ट्राइऐलसक, केिे लशीर्स/थथ
ृ लर्क एर्
प्लार् सलi/प्लार् सलi, भर
ू ज्ञानiक अथलथ ें भारथलर् मुें ैाद्रलु ें सलरार्रल
दवाशीाओ्, ुरर ाभग
ू ल एर् आग्iेर् सयिर्था का अध्र्र्i, भारथ का स्थररक ढा्िा;
िैें ालर् का मद्भर
प्रचन पत्र – 2
1. खतनज ववञानान :
प्रणाललर्क एर् सें लें नथ रगों ें यिस्िलक का रगीकरण; यिस्िल स्रिiात्ें क स्केथi कस
अ्थरायष्ट्रीर् प्रणाली; यिस्िल सें लें नथ क नiरूवुथ करiे के ललए प्रक्षेु आरे खक का प्रर् ग;
ह्र् यकरण यिस्िललकस के थत्र
शीलकर लसललकेि खनiस सें ै
ू क के भौनथक एर् रासार्नiक गण
र ; लसललकेि का स्रिiात्ें क
रगीकरण; आग्iेर् एर् कार्ािंथररथ शीलक के साें ान्र् खनiस, काबोiेि, फास्फेि, सल्फाइड
एर् ैे लाइड सें ै
ू क के खनiस; ें नृ थका खनiस
83
3. अवसािी र्ैसलकी :
अरसादवा एर् अरसादवाी शील नiें ायण प्रयिर्ाए्, प्रस्घii एर् लशीलीभरi, स्ख्डाचें ल एर्
अस्ख्डाचें ल शीली-मiका रगीकरण, शीलरणयiा एर् नiक्षेुण राथाररण, अरसादवाी स्लक्षणल
एर् सiiक्षेत्र, अरसादवाी स्रिiाए् एर् मiका ें ैत्र; भारी खनiस एर् मiका ें ैत्र; भारथ
कस अरसादवाी द्र णणर्ा्
84
इतरहास
प्रचन पत्र – 1
1. स्रोर:
परु ाराश्त्वक स्रोर:
अन्वेर्र्, उत्खनन, परु ालेखववद्या, मू
ु ार्ास्त्र, स्मारक साटहश्त्यक स्रोर:
स्रदवाे शील: प्राालें क एर् द्वरथलर्क; कवरथा, वरज्ञाi सािैत्र्, क्षेत्रलर् भा ाओ् का सािैत्र्,
धालें यक सािैत्र्
वरदवाे शील रणयi : र्i
ू ाiल, िलiल एर् अरब लेखक
4. महापार्ार्यग
ु ीन संस्कतरयां: लस्धर से बाैर ुशीि
र ारण एर् कृव स्स्कृनथर्क का वरस्थार,
साें दवा
र ानर्क सलरi का वरकास, बिस्थर्ा्, कृव का वरकास, लशील्ुकें य, ें दवा
ृ भा्ड एर् ल ै
मद्र् ग
6. महाजनपि काल :
85
7. मौयण साम्राज्य :
ें ौर्य साम्राज्र् कस iलर, ि्द्रगप्र थ, कौििल्र् और अायशीास्त्र; अशी क; धें य कस स्कल्ुiा;
धें ायदवाेशी; राज्र् व्र्रस्ाा; प्रशीासi; अायव्र्रस्ाा; कला, स्ााुत्र् एर् ें नू थयलशील्ु; वरदवाे शील
स्ुकय) धें य, धें य का प्रसार; सािैत्र्, साम्राज्र् का वरघिi; शीग
्र एर् कण्र
86
87
18. पंूहवीं एवं प्रारं सभक सोलहवीं र्राब्िी- राजनैतरक घिनाक्रम एवं अथणव्यवस्था :
प्रा्थलर् रासर्शीक का मदवार्: ब्गाल, कचें लर (सiल
र आबदवाीi), गस
र राथ, ें ालरा,
बैें iल
वरसर्iगर साम्राज्र्
ल दवाीर्शी
ें ग
र ल साम्राज्र्, ुैला िरण, बाबर एर् ैरें ार्ूाँ
सरू साम्राज्र्, शीेरशीाै का प्रशीासi
ुथ
र ग
य ाली औुनiरेलशीक प्रनथष् ाi
19. पंूहवीं एवं प्रारं सभक सोलहवीं र्राब्िी : समाज एवं संस्कतर :
क्षेत्रलर् सा्स्कृनथक वरलशीष्िथाए्
सािैित्र्क ुर् ुराए्
प्रा्थलर् स्ााुत्र्
वरसर्iगर साम्राज्र् का सें ास, स्स्कृनथ; सािैत्र् और कला
20. अकबर :
वरसर् एर् साम्राज्र् का सदृ
र ढ़ीकरण
सागलर एर् ें iसब व्र्रस्ाा कस स्ााुiा
रासुथ
ू iलनथ
धालें यक एर् साें ािसक दृिष्िक ण का वरकास, सल
र ै-ए-करल का लसद्धा्थ एर् धालें यक
iलनथ
कला एर् प्रौद्र् धगकस क रास-दवारबारी स्रक्षण
88
23. मग
ु ल साम्राज्यकालीन संस्कतर :
फारसल इनथैास एर् अन्र् सािैत्र्
िै्दवाी एर् अन्र् धालें यक सािैत्र्
ें ग
र ल स्ााुत्र्
ें ग
र ल धित्रकला
प्रा्थलर् स्ााुत्र् एर् धित्रकला
शीास्त्रलर् स्गलथ
वरज्ञाi एर् प्रौद्र् धगकस
प्रचन पत्र – 2
89
7. बिटिर् र्ासन के प्रतर भारर की अनकु क्रया : र् गुरर ढी्ग (1783), क ल वरद्र ै (1832),
ें ालाबार ें ें ुला वरद्र ै (1841-1920), सन्ााल ैरल (1855), iलल वरद्र ै (1859-60),
दवाकi वरप्लर (1875) एर् ें ड र् ा मल्गल
र ाi (1899-1900) सें ेथ 18रल् एर् 19रल् शीथाब्दवाी
ें ैरए यकसाi आ्दवा लi एर् सiसाथलर् वरप्लर; 1857 का ें ैावरद्र ै-मदवागें , स्ररूु,
असफलथा के कारण, ुररणाें ; ुचि 1857 काल ें यकसाi वरप्लर के स्ररूु ें बदवालार;
1920 और 1930 के दवाशीकक ें ैरए यकसाi आ्दवा लi
90
11. राष्ट्रीय आंिोलन की अन्य क़िड़यां : िा्नथकारी; ब्गाल, ु्साब, ें ैाराष्ट्र, र्.ू ुल., ें द्रास
प्रदवाे शी, भारथ से बाैर, राें ु्ा; का्ग्रेस के अ्दवार का राें ुक्ष; सराैर लाल iेैरू, सभ
र ा
ि्द्र ब स, का्ग्रेस सें ासरादवाी ुािी, भारथलर् क्र्नर iस्ि ुािी, अन्र् राें दवाल
12. अलगाववाि की राजनीतर : ें िर स्लें लीग; िैन्दवा ू ें ैासभा; सा्प्रदवाानर्कथा एर् वरभासi कस
रासiलनथ; सत्था का ैस्था्थरण; स्रथ्त्रथा
91
18. औद्योगीकरर् :
(i) अ्ग्रेसल औद्र् धगक िा्नथ: कारण एर् सें ास ुर प्रभार
(ii) अन्र् दवाे शीक ें औद्र् धगकरण; र्.ू एस.ए., सें यiल, रूस, साुाi
(iii) औद्र् गलकरण एर् भें
ू ड ् लीकरण
ववधध
प्रचन पत्र - 1
2. ें ल
ू अधधकार-ल किैथ र्ाधिका, वरधधक सैार्था, वरधधक सेरा प्राधधकरण
3. ें ल
ू अधधकार-नiदवाे शीक थत्र थाा ें ल
ू कथयव्र्क के बलि स्बध
्
4. सें द्र
र नiर्ें -अ्थदवाे शीलर् सलें ागय, क्षेत्रलर् सें द्र
र सें लुस्ा ुररक्षेत्र, ें ैाद्धलुलर् मुथि,
94
5. व्र्ितथ, राष्ट्रीर्था, राज्र्ैीiथा-ें ाiराधधकार थाा मiके प्ररथयi के ललए मुलब्ध प्रयिर्ाए्
8. स्र्त
र थ रा ट्र - इसके प्रें ख
र अ्ग, शीितथर्ा्, कृत्र् और सध
र ार
9. वररादवाक का शीा्नथुण
ू य नiुिारा-वरलभन्i थरीके
10. बल का वरधधुण
ू य आश्रथ : आिें ण, आत्ें रक्षा, ैस्थक्षेु
12. ुरें ाणर अस्त्रक के प्रर् ग कस रधथा, ुरें ाणर अस्त्रक के ुरीक्षण ुर र क-ुरें ाणरलर् अप्रसार
स्धध, सल.िी.बल.िी.
14. iए अ्थररा ट्रीर् आधायक आदवाे शी थाा ें ौिद्रक वरधध WTO, TRIPS, GATT, IMF, वरचर
बैंक
प्रचन पत्र – 2
अपराध ववधध
1. आुराधधक दवाार्ित्र के साें ान्र् लसद्धा्थ: आुराधधक ें i:िस्ानथ थाा आुराधधक कार्य
सा्वरधधक अुराधक ें आुराधधक ें i: िस्ानथ
2. दवा् ड के प्रकार एर् iई प्ररनृ थर्ा् ससे यक ें त्ृ र्र दवा् ड मन्ें ल
ू i
95
5. स्र्त
र थ थाा रिiात्ें क दवाानर्त्र
6. दवाष्र प्रेरण
7. आुराधधक ड्ब्र््त्र
13. ें ाiैानi
15. लसवरल अधधकार स्रक्षण अधधनiर्ें , 1955 एर् मत्थररथी वरधार्ल वरकास
5. स्र्त
र थ अुकृत्र्कथाय
96
7. मुेक्षा
8. ें ाiैानi
9. मत्ुाथ (न्र्स
ू स)
10. ड्ब्र््त्र
12. वरद्रे ुण
ू य अलभर् सi
3. शीन्
ू र्, शीन्
ू र्करणलर्, अरध थाा अप्ररथयiलर् करार
5. स्वरदवााकल्ु
8. अलभकरण स्वरदवाा
1. ल किैथ र्ाधिका
3. सि
ू iा प्रौद्र् धगकस वरधध, िससें साइबर वरधधर्ा् शीालें ल ैैं, स्कल्ुiा, प्रर् सi/स्भारiाए्
7. सि
ू iा का अधधकार अधधनiर्ें
टिप्पर्ी
(1) म्ें लदवारार क स्बद्ध भा ा ें करछ र्ा सभल प्रचiक के मत्थर दवाे iे ुि सकथे ैैं
(3) म्ें लदवारार ध्र्ाi दवा यक िसi प्रचiक के मत्थर यकसल वरलशीष्ि भा ा ें iैी् दवाे iे ैैं मiके
मत्थरक क ललखiे के ललर्े रे मसल ें ाध्र्ें क अुiाए् स यक मन्ैकiे नiब्धi, साें ान्र्
अध्र्र्i थाा रकिल्ुक वर र्क के ललर्े िरiा ै
98
(ग) असलें र्ा भा ा के स्रर और व्र््सi-प्रािलi भारथलर् आर्ों से िली आ रैी असलें र्ा ुर
बलाघाथ के साा स्रनiक ुरररथयi नiर्ें
(ि) ब लीगथ रवरध्र्–ें ाiक ब लिाल एर् वरशीे रूु से काें रूुल ब ली
खंड ‘ख’
(ड.) िर्ायगलथक के काल से असलें र्ा सािैत्र् के इनथैास कस बबल्करल प्रार् लभक प्ररिृ त्थर्ा् और
मiकस साें ािसक-सा्स्कृनथक ुष्ृ भलू ें : आिदवा असलें र्ा-शी्करदवारे से ुैले-शी्करदवाे र-शी्करदवारे
के बादवा-आधरनiक काल (बब्रििशी आगें i के बादवा से) सराथत्र्र् त्थर काल ुर वरशीे बल
99
प्रचन पत्र – 2
इस प्रचiुत्र ें नiधायररथ ें ल
ू ुाठ्र् ुस्
र थकक क ुढ़iा अुेक्षक्षथ ै गा और ऐसे प्रचi ुछ
ू े साएग िसiसे
अभ्र्ाी कस आल िiात्ें क र् ग्र्था कस ुरीक्षा ै सके मत्थर असलें र्ा ें ललखiे ैकगे
खंड ‘क’
100
2. बा्गला इनथैास के वरलभन्i िरण (प्रािलi, ें ध्र् एर् iरलi) एर् मiकस भा ा वरज्ञाi-
स्बध
् ल वरलशीष्िथाए्
7. ें ाiकसकरण कस सें स्र्ाए् थाा रणय ें ाला और रथयiल थाा ललप्र््थरण और र ें iलकरण
का सध
र ार
खंड 'ख'
101
प्रचन पत्र - 2
ववस्रर अधययन के सलए तनधाणररर पस्
ु रकें
(उत्तर बांगला में सलखने होंगे)
खंड 'क'
1. वैष्ट्र्व पिावली : (कलकत्ता वरचरवरद्र्ालर्) वरद्र्ाुनथ, ि्डलदवाास, ज्ञाiदवाास, ग वरन्दवादवाास
एर् बलराें दवाास कस कवरथाए्.
2. िंडीमंगल : ें क
र र न्दवा द्रारा कालकेथर रथ
ृ ान्थ, (सािैत्र् अकादवाें ल).
3. िैरन्य िरररामर : ें ध्र् लीला, कृष्णदवाास कवररास रधिथ (सािैत्र् अकादवाें ल)
4. मेघनािवध काव्य : ें धरसदवा
ू i दवात्ता रधिथ
5. कपालकुवडला : ब्यकें ि्द्र ििसी रधिथ
6. समय एवं बंगिे र्रे कर्क : ब्यकें ि्द्र ििसी रधिथ
7. सोनार रारी : ररलन्द्रiाा िग र रधिथ
8. तछन्नपत्रावली : ररलन्द्रiाा िग र रधिथ
खंड 'ख'
बोडो
प्रचन पत्र - 1
बोडो भार्ा एवं साटहत्य का इतरहास
102
खंड 'ख'
बोडो साटहत्य का इतरहास
खंड 'क'
(क) ख न्ाई – ें ेाई
(ें ादवााराें ब्रह्ें ा थाा रूुiाा ब्रह्ें ा द्रारा स्ुािदवाथ)
(ख) ैा रखल - ैला
(प्रें दवाि्द्र ब्रह्ें ा द्रारा स्ुािदवाथ)
(ग) ब र iल गड
र ल लसब्साअरय अर स ें ादवााराें ब्रह्ें ा द्रारा
(घ) रासा iलला्बर - द्ररे न्द्र iाा बासें
र थारी.
(ङ) बबबार (गद्र् ख्ड)
(सथलशीि्द्र बासें
र थारी द्रारा स्ुािदवाथ)
103
104
प्रचन पत्र - 2
डोगरी साटहत्य का पाठालोिन
(उत्तर डोगरी में सलखे जाएं)
खंड 'क'
पद्य :
1. आसादवाी ुह्ले दवाी ड गरी कवरथा
नi्iललणखथ कवर :
दवाे रल िदवात्ता, लतख,ू ग्गा राें , राें धi, ैरदवात्त, ुैािल गा्धल बाबा का्शील राें थाा ुरें ाi्दवा
अलें स्थ
5. शी्भू iाा शीें ाय द्रारा रधिथ 'राें ार्ण' (ें ैाकाव्र्) (अर् ध्र्ा काण्ड थक)
105
अंर बेजी
इस ुाठ्र्िें के दवा प्रचi ुत्र ैकगे. इसें नiधायररथ ुाठ्र् ुस्
र थकक ें से नi्iललणखथ अरधध के अ्ग्रेसल
सािैत्र् का ें ल
ू अध्र्र्i अुेक्षक्षथ ै गा िसससे म्ें लदवारार कस सें लक्षा-क्षें था कस सा्ि ै सके
106
प्रचन पत्र - I
(उत्तर अंर बेजी में सलखने होंगे)
वरस्थथ
ृ अध्र्र्i के ललए ुा iलिे िदवाए गए ैैं. अभ्र्धायर्क से नi्iललणखथ वर र्क थाा घिiाओ् के
वरस्थथ
ृ ज्ञाi कस अुेक्षा कस साएगल : िदवा ररiेसााँ; एललसाबेाi एण्ड सेक वरर्i ड्राें ा, ें ेिायफसलकल ु र्ट्री;
िदवा एवुक एण्ड िदवा-ें क एवुक; iरतलालसकसरादवा; सिार्र; िदवा र ें ािन्िक ें र
ू ें ि; िदवा राइा ऑफ िदवा iारेल;
िदवा वरति ररर्i एस
खंड 'क'
1. वरललर्ें शीेतसवुर्र : यक् गललर्र और िदवा ि्ुस्ि
2. साi डi - नi्iललणखथ कवरथाए् :
1. केi iाईसेशीi
3. िदवा गड
र ें र
ऑi िैस लें स्ट्रे स ग इ्ग िर बेड
िदवा रललक
3. सॉi लें ल्िi-ुराडाइस लॉस्ि I, II, IV, IX
- ओड आi इ्ििें ेशीस
् आफ इ्ें रिललिी
- िि्िiय एबे
107
- ें ाइकेल
- रे स ल्र्शी
ू i ए्ड इ्डडुडेन्स
खंड 'ख'
प्रचन पत्र - 2
(उत्तर अंर बेजी में सलखने होंगे)
वरस्थथ
ृ अध्र्र्i के ललए ुा iलिे िदवाए गए ैैं अभ्र्धायर्क से नi्iललणखथ वर र्क और आन्दवा लiक का
र्ाेष्ि ज्ञाi भल अुेक्षक्षथ ै गा
आधनर iकथारादवा : ु र्ट्स आफ िदवा ािीस; िदवा स्ट्रीें आफ का्शीसiेस iारेल; एब्सडय ड्राें ा; मुनiरेशीरादवा थाा
मत्तर-मुनiरेशीरादवा; अ्ग्रेसल ें भारथलर् लेखi; सािैत्र् ें ें ातसयरादवाी, ें i वरचले णात्ें क और iारीरादवाी
दृिष्िर्ा्; मत्तर-आधरनiकथारादवा
108
4. सॉi आसब iय - लक
र बक इi ए्गर
5. स्र्अ
र ल बकेि : रेिि्ग फार ग ड
109
(र्े सभल कवरथाए् आर ुाायसाराल द्रारा स्ुािदवाथ थाा आतसफ डय र्नू iरलसयिी प्रेस, iई
िदवाल्ली द्रारा प्रकालशीथ, दवासरल्-बलसरल् शीथाब्दवाी के भारथलर् कवरर्क के स्ग्रै ें मुलब्ध ैैं)
खंड 'ख'
5. रसीनiर्ा रल्
ू फ : लें सेस डेल रे
110
गज
ु रारी भार्ा : स्वरूप रथा इतरहास
1. गस
र राथल भा ा का इनथैास : आधनर iक भारथलर् आर्य भा ा के वुछले एक ैसार र य के
वरशीे स्दवाभय ें .
2. गस
र राथल भा ा कस ें ैत्रुण
ू य वरशीे थाए् : स्रनiें वरज्ञाi, रूु वरज्ञाi थाा रातर्
वरन्र्ास.
3. प्रें ख
र ब ललर्ा् : सरू थल, ुािणल, िर थरी थाा सौराष् ी
गज
ु रारी साटहत्य का इतरहास :
मधययग
ु ीन
4. सi ुर्ुरा
5. भितथ ुर्ुरा : सगण
र थाा नiगण
रय (ज्ञाiें ागी)
6. गर स्प्रदवाार्रादवाी ुर्ुरा (लौयकक ुर्ुरा)
आधुतनक
7. सध
र ारक र्ग
र
8. ु्डडथ र्ग
र
9. गा्धल र्ग
र
10. अiग
र ा्धल र्ग
र
11. आधनर iक र्ग
र
खंड 'ख'
(क) मधययग
ु
1. रथ
ृ ान्थ : रास, आयर्ाi थाा ुद्र्राथाय
2. गलनथकाव्र् : ुदवा
(ख) लोक साटहत्य
3. भराई
(ग) आधुतनक
4. काा सािैत्र् : मुन्र्ास थाा कैाiल.
5. iािक
111
प्रचन पत्र - 2
(उत्तर गज
ु रारी में सलखने होंगे)
1. ें ध्र्र्ग
र
(i) रस्थ वरलास फागर : अज्ञाथकृथ
(ii) कादवा्बरी : भालण
(iii) सदवा
र ाें ा िररत्र : प्रेें ाi्दवा
(iv) ि्द्र ि्द्रारथलiल राथाय : शीाें ल
(v) अखेगलथा : अख
2. सध
र ारक र्ग
र थाा ु्डडथ र्ग
र
(vi) ें ारी ैकसकथ : iें यदवााशी्कर दवारे
(vii) फरबसरलरा : दवालुथराें
(viii) सरस्रथल ि्द्र-भाग 1 : ग रधयiराें बत्रुा ी
(ix) ुर
ू ायलाु : 'का्थ' (ें णणशी्कर रत्iासल भट्ि)
(x) राइi ुरयथ : रें णभाई iललक्
खंड 'ख'
1. गांधी यग
ु रथा अनग
ु ांधी यग
ु
(i) टहन्ि स्वराज : ें ैiदवाास करें ि्दवा गा्धल
(ii) पािर्नी प्रभर
ु ा : कन्ैर्ालाल ें शी
र् ल
(iii) काव्यनी र्श्तर : राें iारार्ण वरचरiाा ुा क
(iv) सौराष्ट्रनी रसधार-भाग 1 : भरेरि्दवा ें ेघाणल
(v) मानवीनी भवाई : ुन्iालाल ुिे ल
(vi) धवतन : रासेन्द्र शीाै
112
टहन्िी
प्रचन पत्र - 1
(उत्तर टहन्िी में सलखने होंगे)
खंड 'क'
खंड 'ख'
2. टहन्िी साटहत्य का इतरहास
िैन्दवाी सािैत्र् कस प्रास्धगकथा और ें ैत्र थाा िैन्दवाी सािैत्र् के इनथैास-लेखi कस
ुर्ुरा
िैन्दवाी सािैत्र् के इनथैास के नi्iललणखथ िार कालक कस सािैित्र्क प्ररवृ त्तर्ा्
(क) आटिकाल : लसद्ध, iाा और रास सािैत्र्
प्रमख
ु कवव : ि्दवाबरदवााई, खस
र र , ैे ें ि्द्र, वरद्र्ाुनथ
(ख) भश्तर काल : स्थ काव्र् धारा, सफ
ू स काव्र्धारा, कृष्ण भितथधारा और राें
भितथधारा
प्रमख
ु कवव : कबलर, सार्सल, सरू और थल
र सल
113
प्रमख
ु कवव :
ें धालीशीरण गप्र थ, सर्शी्कर 'प्रसादवा', सर्
ू कय ा्थ बत्रुा ी 'नiराला', ें ैादवाे रल रें ाय,
राें धारी लस्ै 'िदवाiकर', सिचिदवााi्दवा रात्स्र्ार्i 'अज्ञेर्', गसाii ें ाधर ें िर तथब ध,
iागासi
रय
3. कथा साटहत्य
क. मुन्र्ास और र्ाायारादवा
ख. िैन्दवाी मुन्र्ासक का मद्भर और वरकास
ग. प्रमख
ु उपन्यासकार
प्रेें िन्दवा, सiेन्द्र, र्शीुाल, रे णर और भलष्ें साैiल
घ. िैन्दवाी कैाiल का मद्भर और वरकास
ङ प्रमख
ु कहानीकार
प्रेें िन्दवा, सर्शी्कर 'प्रसादवा,' सिचिदवााi्दवा रात्स्र्ार्i, 'अज्ञेर्,' ें ैi राकेशी और
कृष्णा स बथल
4. नािक और रं गमंि
क. िैन्दवाी iािक का मद्भर और वरकास
ख. प्रमख
ु नािककार : भारथेन्दवा,र सर्शी्कर 'प्रसादवा,' सगदवाीशी ि्द्र ें ाारर , राें करें ार
रें ाय, ें ैi राकेशी
ग. िैन्दवाी र् गें ्ि का वरकास
5. आलोिना :
क. िैन्दवाी आल िiा का मद्भर और वरकास - सद्धा्नथक, व्र्ारैाररक, प्रगनथरादवाी,
ें i वरचले णरादवाी, आल िiा और iई सें लक्षा
ख. प्रमख
ु आलोिक
राें ि्द्र शीत
र ल, ैसारीप्रसादवा द्वररेदवाी, राें वरलास शीें ाय और iगेन्द्र
114
प्रचन पत्र - 2
(उत्तर टहन्िी में सलखने होंगे)
इस प्रचi ुत्र ें नiधायररथ ें ल
ू ुाठ्र् ुस्
र थकक क ुढ़iा अुेक्षक्षथ ै गा और ऐसे प्रचi ुछ
ू े साए्गे िसiसे
अभ्र्ाी कस आल िiात्ें क क्षें था कस ुरीक्षा ै सके
खंड 'क'
खंड 'ख'
115
कन्नड़
प्रचन पत्र - 1
(उत्तर कन्नड़ में सलखने होंगे)
खंड 'क'
116
(ग) आधतु नक कन्नड़ साटहत्य : प्रभार, प्ररवृ त्तर्ा् और वरिारधाराए्. iर दवार्, प्रगनथशीलल, iव्र्,
दवाललथ और बन्दवार्
खंड 'ख'
कवरथा कस ुररभा ा और स्कल्ुiाए् : शीब्दवा, अाय, अल्कार, रीनथ, रस, ध्रनi, औधित्र्
रस सत्र
ू कस व्र्ायर्ाए्
प्रचन पत्र - 2
(उत्तर कन्नड़ में सलखने होंगे)
117
(ख) मधययग
ु ीन कन्नड़ साटहत्य :
1. रिi का्ें थ, स्ुादवाक : के. ें ास्ललसद्दवाप्ुा, के. आर. iागरास, (ब्गलौर वरचरवरद्र्ालर्
प्रकाशीi)
2. सiवप्रर् कiकस्ुथ
र , स्ुादवाक : डल. सरारे गौिा, (कन्iि ए्ड कल्िर डार्रे तिरे ि,
ब्गलौर)
3. iि्बर्न्iाiा रागाले, स्ुादवाक : डल.एi. श्रलकाथर्ा, (था.रेें . स्ें ारक ग्र्ा ें ाले, ें सरू )
5. भारथेशी रभर स्ग्रै, स्ुादवाक : था.स.र शीाें रार, (ें सरू वरचरवरद्र्ालर्)
खंड 'ख'
4. नािक : शीद्र
र थुस्रल – कररे्ुर
थग
र लक-धगरीशी कiायड
5. वविार साटहत्य : दवाे ररू - ए.एi. ें नू थय रार (प्रकाशीक : डल.रल.के. ें नू थय, ें सरू )
1. जनपि स्वरूप : डा. एि.एें . iार्क (था.रें . स्ें ारक ग्र्ा ें ाले, ें सरू )
118
5. सवररदवा ओगाथग
र ालर : स्ुादवाक : एस.सल. इें राुरर
कचमीरी
प्रचन पत्र - 1
(उत्तर कचमीरी में सलखने होंगे)
खंड 'क'
4. वातय संरिना :
(iii) साुेक्षलकरण
खंड 'ख'
1. 14रल् शीथाब्दवाी ें कचें लरी सािैत्र् (साें ािसक-(सा्स्कृनथक) थाा बौद्धधक ुष्ृ भलू ें ; लाल
दवार्ादवा थाा शीेइख
य रल आलें के वरशीे स्दवाभय सिैथ)
119
प्रचन पत्र - 2
(उत्तर कचमीरी में सलखने होंगे)
खंड 'क'
(ii) ें कबल
ू शीाै (सरलरे स)
(iii) रसल
ू ें लर (गाल)
(iv) अब्दवाल
र अैें दवा iदवाीें (iाथ)
(vi) सफ
ू स कवर (ुाठ्र् ुस्
र थक स्गलाब-प्रकाशीi- कचें लरी वरभाग, कचें लरी
वरचरवरद्र्ालर्)
खंड 'ख'
120
अयथर ें िै-मद्दवाीi, अें लi कालें ल, ैररकृष्ण कौल, हृदवार् कौल भारथल, ब्सल नiदवाो ,
गल
र शीi ें ािसदवा
2. कचमीरी उपन्यास :
(i) सलएi ग ैर का मज
ु ररम
3. कचमीरी नािक :
(ii) ऑक एंगी नािुक, सेरा ें थललाल कसें ,ू सािैत्र् अकादवाें ल द्रारा प्रकालशीथ
(2) कककणल भा ा के ें य
र र् रूु थाा मiकस भा ाई वरशीे थाए्
121
खंड 'ख'
म्ें लदवारारक से अुेक्षा कस साएगल यक रे कककणल सािैत्र् थाा मसकस साें ािसक और सा्स्कृनथक ुष्ृ भलू ें
से भली-भा्नथ ुररधिथ ैक थाा इससे म iे राली सें स्र्ाओ् थाा ें द्
र दवाक ुर वरिार करiे ें सक्षें ैक
(i) कककणल सािैत्र् का इनथैास-प्रािलiथें स्भावरथ स्र थ से लेकर रथयें ाi काल थक थाा
ें य
र र् कृनथर्क, लेखकक और आ्दवा लiक सिैथ.
(ii) कककणल सािैत्र् के मत्तर त्तर नiें ायण कस साें ािसक और सा्स्कृनथक ुष्ृ भलू ें .
(iii) आिदवाकाल से आधनर iक काल थक कककणल सािैत्र् ुर ुिiे राले भारथलर् और ुाचिात्र्
प्रभार.
(iv) वरलभन्i क्षेत्रक और सािैित्र्क वरधाओ् ें मभरiे राली आधरनiक प्ररवृ त्तर्ा्-कककणल ल क
सािैत्र् के अध्र्र्i सिैथ.
प्रचन पत्र - 2
(उत्तर कोंकर्ी में सलखने होंगे)
कोंकर्ी साटहत्य की मल
ू पाठ
ववर्यक समालोिना
र्ै प्रचiुत्र इस प्रकार थर्ार यकर्ा साएगा यक म्ें लदवारार कस आल िiा थाा वरचले ण क्षें था कस सा्ि ै
सके
म्ें लदवारारक से कककणल सािैत्र् के वरस्थथ
ृ ुररिर् कस अुेक्षा कस साएगल और दवाे खा साएगा यक मन्ैकiे
नi्iललणखथ ुाठ्र्ुस्
र थकक क ें ल
ू ें ुढ़ा ै अारा iैी्
खंड 'क'
गद्य :
122
(ख) कोंकर्ी लसलर तनबंध : चर्ाें रेरकर द्रारा स्ुािदवाथ नiब्ध स्ग्रै
4. (क) ़िडमांड : ुड
्र लीक iाइक का iािक
खंड 'ख'
पद्य
(ख) रत्नहार I एंड II, तलेतर्न आफ पोयम्स : आर. रल. ु्डडथ द्रारा स्ुािदवाथ
(ख) कiादवाी ें ािी कककणल कवर : प्रथाु iाईक द्रारा स्ुािदवाथ कवरथा स्ग्रै
मैधथली
प्रचन पत्र - 1
मैधथली भार्ा और साटहत्य का इतरहास
123
खंड 'ख'
1. ें धाली सािैत्र् कस ुष्ृ भलू ें (धालें यक, आधायक, साें ािसक, सा्स्कृनथक)
5. ें ध्र्कालीi ें धाली iािक (कसथयनiर्ा iािक, अ्कसर्ा iाि, iेुाल ें रधिथ ें धाली
iािक)
124
7. आधनर iक र्ग
र ें वरलभन्i सािैित्र्क वरधाओ् का वरकास
प्रचन पत्र - 2
(उत्तर मैधथली में सलखने होंगे)
इस प्रचन पत्र में तनधाणररर मल
ू पाठ्य पस्
ु रकों को पकरना अपेक्षक्षर होगा और ऐसे प्रचन पछ
ू े जाएंगे श्जनसे
अभ्यथी की आलोिनात्मक क्षमरा की परीक्षा हो सके।
खंड 'क'
3. कृष्णसन्ें - ें iब ध
6. कसिकरध - थन्त्रiाा झा
8. धित्रा-र्ात्रल
125
खंड 'ख'
13. ुथ्
ृ रलुत्र
र – लललथ
15. कृनथ रासकें ल – प्रकाशीक -ें धाली अकादवाें ल, ुिiा (आर्भ ें दवास काा थक)
मलयालम
प्रचन पत्र - 1
(उत्तर मलयालम में सलखने होंगे)
खंड 'क'
1.3 ुाट्िर स्प्रदवाार् - ुररभा ा, राें िररथें , ुररथी ुाट्िर कृनथर्ा्-नiराणें कृनथर्ा् थाा कृष्ण
गााा
भाग - 2 : तनम्नसलखखर की भार्ाई ववर्ेर्राएं :
2.3 प्रार् लभक ें लर्ालें गद्र्-भा ा कौििलीर्ें , ब्रह्ें ा्ड ुरर ाणें आट्ि-प्रकारें , िें दवाीवुका
थाा iि्बर्ाi थलें ल
भाग -3 : मलयालम का मानकीकरर्
3.2 स्रदवाे शील थाा र्रू ुलर् लें शीiररर्क का ें लर्ालें क र् गदवााi
126
खंड 'ख'
साटहत्य का इतरहास
4.2 ें णणप्ररालें -आट्ि काा, ि्ुू आिदवा प्रार् लभक थाा ें ध्र्र्ग
र लi ें णणप्रराल कृनथर्ा्.
4.3 ल क सािैत्र्
6.1 iािक
6.2 मुन्र्ास
प्रचन पत्र - 2
(उत्तर मलयालम में सलखने होंगे)
खंड 'क'
भाग - 1
127
भाग - 2
भाग - 3
खंड 'ख'
भाग - 4
भाग - 5
भाग-6
128
भार्ा
(क) ें णणुरर ी भा ा कस साें ान्र् वरशीे थाए् और मसके वरकास का इनथैास, मत्तर-ुर
ू ी भारथ
कस नथब्बथल-बें ी भा ाओ् के बलि ें णणुरर ी भा ा का ें ैत्र थाा स्ााi, ें णणुरर ी भा ा
ें अध्र्र्i ें iरलiथें वरकास, प्रािलi ें णणुरर ी ललवु का अध्र्र्i और वरकास
(i) स्रर वरज्ञाi : स्रनiें (फ iलें ), स्रर, व्र््सi, स्र् सi, स्ररक, व्र््सi सें ै
ू
और इiका प्रादवाभ
र ायर-अक्षर-इसकस स्रिiा, स्ररूु थाा प्रकार
(ii) रूु वरज्ञाi : शीब्दवा श्रेणल, धाथर थाा इसके प्रकार; प्रत्र्र् और इसके प्रकार;
व्र्ाकरणणक श्रेणणर्ा्-लल्ग, स्यर्ा, ुुष
र , कारक, काल और इiके वरलभन्i ुक्ष.
स्र् सi कस प्रयिर्ा (सें ास और स्धध)
(iii) रातर् वरन्र्ास : शीब्दवा िें , रातर्क के प्रकार, रातर्ा्शी और मुरातर्क का ग i
खंड 'ख'
प्रचन पत्र - 2
(उत्तर मखर्परु ी में सलखने होंगे)
129
खंड 'क'
खंड 'ख
(I) कववरा
ा्बल
130
(II) महाकाव्य
2. एि. अ्गiघल लस्ै ख्बा-ा ईबल शीेरग (सi-सेiबा), लेई ल्गबा, शीाें ू
खकगल वरिार)
(III) नािक
(I) उपन्यास
3. एि. गण
र लस्ै लाें i
(II) कहानी
131
ख) ुरर द्कस खा्गथलबा रररें िा (प्रकाशीi) ें णणुरर ी सािैत्र् ुरर दवा 1994 (स्.)
ग) अiौबा ें णणुरर ी रररें िा (प्रकाशीi) - िदवा कल्िरल फ रें ें णणुरर 1992 (स्.)
(III) गद्य
क) रारगल सकल i (ड्ब्र्ू ुािय ) (प्रकाशीi) िदवा कल्िरल फ रें ें णणुरर 1992 (स्.)
ग) अुi
र बा रारग (प्रकाशीi) - ें णणुरर वरचरवरद्र्ालर् 1986 (स्.)
एररक न्र्ि
ू i कलगल ें ै सा
मराठी
प्रचन पत्र - 1
(उत्तर मराठी में सलखने होंगे)
खंड 'क'
132
(ें रा ी के स्दवाभय ें )
शीब्दवा-भेदवा (ुािय स ऑफ स्ुलि), कारक व्र्रस्ाा (केस लसस्िें ), प्रर् ग वरिार (राचर्)
खंड 'ख'
2. सािैत्र् का ें ल्
ू र्ा्कi
प्रचन पत्र - 2
(उत्तर मराठी में सलखने होंगे)
तनधाणररर साटहश्त्यक रिनाओं का मल
ू पाठ
133
खंड 'क'
गद्य
शीेथकाररर्ािा आसदवा
र '
'ब्राह्ें ण कन्र्ा'
(5) शीरचि्दवा ें िर तथ ब ध :
'शीललi'
खंड 'ख'
काव्य
134
(2) 'ुेन्साi'
(6) ें दवा
ृ ग्ध द्रारा - वरन्दवाा करन्दवाीकर
(9) र्ा सत्तेथ सलर रें ाथ iाैी द्रारा - iाें दवाे र ढसाल
नेपाली
प्रचनपत्र-1
(उत्तर नेपाली में सलखने होंगे)
खंड 'क'
3. iेुाली भा ा कस प्रें ख
र ब ललर्ा्
4. भा ा आ्दवा लi (ससे ैलन्थ बिैष्कार, झार रादवा आिदवा) के वरशीे स्दवाभय ें iेुाली का
ें ाiकसकरण थाा आधरनiकसकरण
5. भारथ ें iेुाली भा ा का लशीक्षण-साें ािसक- सा्स्कृनथक ुक्षक के वरशीे स्दवाभय ें इसका
इनथैास और वरकास
खंड 'ख'
135
2. सािैत्र् कस ें ल
ू अरधारणाए् थाा लसद्धा्थ : काव्र्/सािैत्र्, काव्र् प्रर् सi सािैित्र्क
वरधाए्, शीब्दवा शीितथ, रस, अल्कार, त्रासदवाी, काें दवाी, सौंदवार्यशीास्त्र, शीली-वरज्ञाi
3. प्रें ख
र सािैित्र्क प्ररवृ त्तर्ा् थाा आन्दवा लi- स्रचछ् थारादवा, र्ााायरादवा, अिस्थत्ररादवा,
आर्ालें क आन्दवा लi, सें कालीi iेुाली लेखi, मत्तर-आधनर iकथारादवा
4. iेुाली ल क सािैत्र् (केरल नi्iललणखथ ल क स्ररूु) - सराई, झाव्र् री, सेल ,
स्धगiल, लैारी
प्रचन पत्र - 2
(उत्तर नेपाली में सलखने होंगे)
खंड 'क'
खंड 'ख'
136
उ़िड़या
प्रचन पत्र - 1
(उत्तर उ़िड़या में सलखने होंगे)
खंड 'क'
(iii) रूु वरज्ञाi : रूवुें (नiबायध, ुररबद्ध, सें ास और सि्ें श्र), व्र्त्र ुवत्त ुरक थाा
वरभितथ प्रधाi प्रत्र्र्, कारक वरभितथ, यिर्ा स्र् सi
(iv) रातर् रिiा : रातर्क के प्रकार और मiका रूुान्थरण, रातर्क कस स्रिiा
(vi) रथयiल, व्र्ाकरणणक प्रर् ग थाा रातर्क कस स्रिiा ें साें ान्र् अशीद्
र धधर्ा्.
(vii) मडिर्ा भा ा ें क्षेत्रलर् लभन्iथाए् (ुिचिें ल, दवाक्षक्षणल और मत्तरी मडिर्ा) थाा ब ललर्ा्
137
खंड 'ख'
उ़िड़या साटहत्य का इतरहास :
(i) वरलभन्i कालक ें मडिर्ा सािैत्र् कस ऐनथैालसक ुष्ृ भलू ें (साें ािसक, सा्स्कृनथक थाा
रासiनथक)
(ii) प्रािलi ें ैाकाव्र्, अल्कृथ काव्र् थाा ुदवाारललर्ा्
(iii) मडिर्ा सािैत्र् का वरलशीष्ि स्रिiात्ें क स्ररूु (क इली, िौनथसा, ु ई, िौुदवाी, ि्ु)ू
(iv) काव्र्, iािक, कैाiल, मुन्र्ास, नiबन्ध थाा सािैित्र्क सें ाल िiा कस आधनर iक
प्ररवृ त्तर्ा्
प्रचन पत्र - 2
(उत्तर उ़िड़या में सलखने होंगे)
पाठ्यपस्
ु रकों का आलोिनात्मक अधययन :
इस प्रचi-ुत्र ें ें ल
ू ुाठ्र्ुस्
र थकक क ुढ़iा अुेक्षक्षथ ै गा थाा अभ्र्ाी कस आल िiात्ें क र् ग्र्था कस
ुरीक्षा ली साएगल
खंड 'क'
काव्य
(प्रािीन)
138
नािक :
9. ें i र् सi दवाास : का घ िा
उपन्यास
कहानी
पंजा
तनबंध
बी
15. धित्तर् सi दवाास थर् ग-ओ-थाद्धधथ (प्राें ुा्ि नiब्ध)
प्रचन
16. ि्द्र शीेखर रा ें i सत्र्धें य काैूछी (प्राें ुा्ि नiब्ध)
पत्र
– I
भाग 'क'
भाग 'ख'
(क) आधनर iक प्ररवृ त्तर्ा् रैस्र्रादवाी, स्रचछ् थदवाारादवाी, प्रगनथरादवाी एर् iर-
रैस्र्रादवाी (रलर लस्ै, ुरू ण लस्ै, ें ैi लस्ै, अें थ
ृ ा
प्रलथें , बाबा बलरन्थ, प्रलथें लस्ै, सफसर, से. एस.
iेकस)
प्रर् गरादवाी (ससरलर लस्ै अैलर
ू ाललर्ा, रवरन्दवार रवर,
असार्ब कें ाल). सौदवा् र्र
य ादवाी (ैरभसi लस्ै, थारा
लस्ै)
iर-प्रगनथरादवाी (ुाशी, सगथार, ुाथर)
गलनथकाव्र् (गुष
र , सफ
ू स और आधनर iक गलनथकार-ें ैi लस्ै, अें थ
ृ ा
प्रलथें , लशीरकरें ार, ैरभसi लस्ै)
(ग) iािक (आई.सल. i्दवाा, ैरिरण लस्ै, बलर्थ गागी, एस. एस.
सेखक, िरण दवाास लसद्ध)ू
मुन्र्ास (रलर लस्ै, iाiक लस्ै, ससर्थ लस्ै क्रल, करथार
लस्ै दवाग्र गल, सख
र बलर, गरर दवार्ाल लस्ै, दवालीु कौर
ििराणा, स्रणय ि्दवाi)
कैाiल (सस
र ाi लस्ै, के.एस. वरकय, प्रेें प्रकाशी, ररर्ाें
सन्ध)ू
(घ) साें ािसक - सा्स्कृनथक और स्स्कृथ, फारसल और ुिचिें ल
सािैत्र् प्रभार
नiब्ध (ुरू ण लस्ै, थेसा लस्ै, गरर बयशी लस्ै)
प्रचन प्रत्र - 2
(उत्तर पंजाबी में गरु
ु मख
ु ी सलवप में सलखने होंगे)
140
भाग – क
(ख) गुष
र iाiक सु सल, राराें ाै, आसा दवाी रार
(ग) बल्
र ले शीाै काकफयां।
भाग – ख
सफ
ू स ख़ाiा
iरा्सैा्
(ग) गरू
र बयशी लस्ै िसन्दवागल दवाी रास
ें ेररर्ा् अभल
ू र्ादवाा्
141
संस्कर
प्रचन पत्र – 1
थलi प्रचiक ससा यक प्रचiुत्र ें नiदवाे लशीथ ै गा, के मत्तर स्स्कृथ ें िदवाए साiे िािैए. शीे प्रचiक के मत्तर र्ा
थ स्स्कृथ ें अारा म्ें लदवारार द्रारा ुरीक्षा के ललए िरiे गर्े भा ा ें ाध्र्ें ें िदवार्े साiे िािैए
खंड 'क'
1. स्ज्ञा, स्धध, कारक, सें ास, कथयरर और कें यणल राचर् (राचर् प्रर् ग) ुर वरशीे बल दवाे थे
ैरए व्र्ाकरण कस प्रें ख
र वरशीे थाए्. (इसका मत्तर स्स्कृथ ें दवाे iा ै गा)
2. (क) रिदवाक स्स्कृथ भा ा कस ें यर र् वरशीे थाए्
(ख) शीास्त्रलर् स्स्कृथ भा ा के प्रें ख
र लक्षण
ग) भा ा रज्ञानiक अध्र्र्i ें स्स्कृथ का र् गदवााi
3. साें ान्र् ज्ञाi :
(घ) ें ैाभारथ
ें ैाकाव्र्
रूुक (iािक)
काा
आयर्ानर्का
ि्ुू
ख्ड काव्र्
ें त
र थक काव्र्
142
प्रचन पत्र-2
रगय 4 से प्रचi का मत्तर केरल स्स्कृथ ें दवाे iा ै गा. रगय 1, 2 और 3 के प्रचiक के मत्तर र्ा थ स्स्कृथ ें
अारा म्ें लदवारार द्रारा िi
र े गर्े भा ा ें ाध्र्ें ें दवाे iे ैकगे
खंड 'क'
नi्iललणखथ सें च
र िर्क का साें ान्र् अध्र्र्i :-
वगण-1
(क) रघर
र शी
् ें - काललदवाास
(ख) करें ारस्भरें - काललदवाास
(ग) यकराथासi
रय लर्ें - भारवर
(घ) लशीशीु
र ालरधाें - ें ाघ
(ड.) i ध िररथें – श्रलै य
(ि) कादवा्बरी - बाणभट्ि
(छ) दवाशीकरें ार िररथें - दवा् डल
143
वगण-1
(क) रघर
र शी
् ें - सगय 1, चल क 1 से 10
(ख) करें ारस्भरें - सगय 1, चल क 1 से 10
(ग) यकराथासi
रय लर्ें - सगय 1, चल क 1 से 10
वगण - 2
(क) ईशीारास्र् ुनi द् - चल क 1,2,4,6,7,15 और 18
(ख) भगरद्गलथा अध्र्ार्-II - चल क 13 से 25
(ग) राल्ें लयक का सदवा
र् रका्ड सगय 15, चल क 15 से 30
144
संराली
प्रचन पत्र - 1
(उत्तर संराली में सलखने होंगे)
खंड 'क'
भाग-1. संराली भार्ा का इतरहास
1. प्रें ख
र आिस्ट्रक भा ा ुरररार, आिस्ट्रक भा ाओ् का स्यर्ा थाा क्षेत्र वरस्थार
3. स्थाली भा ा कस ें ैत्रुण
ू य वरशीे थाए्. ध्रनi वरज्ञाi, रूु वरज्ञाi, रातर् वरज्ञाi, अाय
वरज्ञाi, अiर
र ादवा वरज्ञाi थाा क शी वरज्ञाi
5. स्थाली भा ा का ें ाiकसकरण
145
खंड 'ख'
संराली साटहत्यकार :
चर्ाें सन्
र दवार ैे ्ब्रें , ु्. रघi
र ाा ें रर ें ,ू बािैा बसेरा, साधर राें िा्दवा ें रर ें ,ू iारार्ण स रे i
'थ िेसथ
र ाें ', सारदवाा प्रसादवा यकस्कर, रघi
र ाा िरडू, कालीुदवा स रे i, साकला स रे i, िदवाग्बर ैााँसदवाा,
आिदवात्र् लें त्र, 'स्थाली', बाबल
र ाल ें रर ें ,ू 'आिदवारासल' र्दवाें
र iल बेसरा, असi
रय ैे ्ब्रें , कृष्ण ि्दवा िरडू,
रूु िााँदवा ैााँसदवाा, कलन्द्र iाा ें ाण्डल, ें ैादवाे र ैााँसदवाा, गौर िन्द्र ें रर ें ,ू ाकरर प्रसादवा ें रर ें ,ू ैर प्रसादवा
ें रर ें ,ू मदवार् iाा ें ाझल, ुररें ल ैे ्ब्रें , धलरे न्द्र iाा बास्के, चर्ाें िरण ैे ्ब्रें , दवाें र्न्थल बेसरा,
िी.के. राुास, ब र्ैा वरद्र्iाा िरडू
रीनथ रररास, ुरय त्र् ैार एर् स्स्कार (सन्ें , वरराै एर् ें त्र र्)र
146
खवड 'क'
पद्य :
(1) काराें सेरग - ii
र कू स रे i
(2) दवाे रल दवाासा्र् सेरग - ें ानiन्दवा ैा्सदवाा
(3) ै ड सेरग - डब्ल्र्ू सल. आियर
(4) बाैा सेरग – बलराें ळिरडू
(5) दवाकग सेरग - ुद्ें श्रल भागरथ ें रर ें ू ाकरर
(6) ै र सेरग –र घi
र ाा ें रर गू
(7) स रकस सेरग - बाबल
र ाल ें रर ें ू 'आिदवारासल'
(8) ें डे लसi ें डे नiदवाा - रूु िा्दवा ैा्सदवाा
(9) सड
ू ासल ें ाडरा लाथार - थेस iारार्ण ें रर ें ू
खवड 'ख'
आधुतनक साटहत्य
भाग-1. कववरा
(1) ओi डै बाैा डालराक - ुामल सझ
र ार स रे i
(2) आसाड बबiथल - iारार्ण स रे i 'थ िे सथ
र ाें '
147
भाग-2. उपन्यास
(1) ैाडें ाराक आथ - आर कासयििर्ासय (अiर
र ादवाक - आर.आर. यकस्कू राुास)
(2) ें ाiू ें ाथल - िन्द्र ें ैi ैा्सदवाा
(3) आथ ृ ओिाक - ड ें i ैा्सदवााक
(4) ओस र् गाडा िढु रे - iाानiर्ल ें रर ें ू
भाग-3 . कहानी
(1) िसर् i गाडा - रूुिा्दवा ैा्सदवाा एर् र्दवाें
र iल बेसरा
(2) ें ार्ा साल - ड ें i साैू, 'सें लर' एर् ुद्ें श्रल भागरथ ें ें
र ूय ' ाकरर
भाग-4. नािक
(1) खेरराि बबर - ु्. रघi
र ाा ें रर ें ू
(2) सररी खानथर - डा. कृष्ण िन्द्र िरडू
(3) बबरसा बबर - रबबलाल िरडू
ससन्धी
प्रचन पत्र - 1
148
खंड 'ख'
2. वरलभन्i र्ग
र क के साें ािसक-सा्स्कृनथक स्दवाभय ें लसन्धल-सािैत्र् :
(क) ल क सािैत्र् सें ेथ सi 1350 ई. थक का प्रार् लभक ें ध्र्कालीi सािैत्र्
(ख) सi 1350 ई. से 1850 ई. थक का ुररथी ें ध्र्कालीi सािैत्र्
(ग) सi 1850 ई. से 1947 ई. थक का ुi
र सायगरण काल
(घ) आधनर iक काल सi 1947 ई. से आगे
(आधरनiक लसन्धल सािैत्र् कस सािैित्र्क वरधाए् और कवरथा, iािक, मुन्र्ास,
कैाiल, नiबन्ध, सािैित्र्क आल िiा, सलरiल, आत्ें काा, स्स्ें रण और र्ात्रा
वरररणक ें प्रर् ग)
प्रचन पत्र – 2
इस प्रचi ें नiधायररथ ें ल
ू ुाठ्र् ुस्
र थकक क ुढ़iा अुेक्षक्षथ ै गा और इसका प्रारूु इस प्रकार थर्ार
यकर्ा साएगा िसससे अभ्र्ाी कस आल िiात्ें क र् ग्र्था कस ुरीक्षा ै सके
खंड 'क
I. काव्य
(क) ''शीाै स िूण्ड शीार्र'', स्ुादवाक : एि.आई. सदवाराiप्रणल; सािैत्र् अकादवाें ल द्रारा
प्रकालशीथ (प्राें सौ ुष्ृ )
(ख) ''सािल स िण्
ू ड कलाें '' स्ुादवाक : कल्र्ाण बल. अडराणल; सािैत्र् अकादवाें ल द्रारा
प्रकालशीथ (लसफय कावुस)
(ग) ''साें ल-ए-सा ि्दवा चल क'' स्ुादवाक : बल. एि. iागराणल; सािैत्र् अकादवाें ल द्रारा
प्रकालशीथ (प्राें सौ ुष्ृ )
(घ) ''शीार्र-ए-बेरास''; यकलशीiि्दवा बेरास (लसफय साें न्
र डल लसुi
र भाग)
(ङ) ''रौशीi छ् रर ''; iारार्ण चर्ाें
(ि) ''वररै् गे खाiु ई सल लसन्धल शीार्र सल िण्
ू ड''; स्ुादवाi : एि.आई. सदवाराiगणल;
सािैत्र् अकादवाें ल द्रारा प्रकालशीथ
149
खंड 'ख'
रसमल
प्रचन पत्र-1
(उत्तर रसमल में सलखने होंगे)
खंड 'क'
भाग-3 : भश्तर साटहत्य : (आलरार और iार्iें ार)-आलरारक के सािैत्र् ें सखल भार (ब्राइडल
लें िस्िलसज्तें ) - छरिुि
र सािैित्र्क वरधाए् (थट्
ू िर, मला, ुरणण, कररर्िस)
आधनर iक थलें ल सािैत्र् के वरकास के साें ािसक कारक : मुन्र्ास, कैाiल और आधरनiक कवरथा-
आधनर iक लेखi ुर वरलभन्i रासiलनथक वरिारधाराओ् का प्रभार
खंड 'ख'
प्रचन पत्र – 2
खंड 'क'
151
भाग-2 : महाकाव्य :
(1) लसलप्ुिदवाकारें (ें दवारर का्डें )
(2) क्ब राें ार्णें (क्र भकणयi रदवा ुडलें )
खंड 'ख'
आधुतनक साटहत्य
भाग-1 : कववरा
(1) भारनथर्ार : कण्णi ुाट्िर
(2) भारथल दवाासi : करडर्ब वरलत
र कर
(3) iा. काें रासi : करूप्ुर ें लरकल
गद्य
(1) ें .र ररदवारासiार : अरें ें
र अरलसर्लें
र
(2) सलएi अण्णादवारर : ऐ, थालन्दवा थलें लगें े
152
रेलग
ु ु
प्रचन पत्र - 1
(उत्तर रेलग
ु ु में सलखने होंगे)
खंड 'क'
भार्ा :
1. द्रवरि भा ाओ् ें थेलग
र र का स्ााi और इसकस प्रािलiथा - थेलग
र ,र थेलग
र र और आ्ध्र कस
व्र्त्र ुवत्त-आधाररथ इनथैास
2. आद्र्-द्रवरि से प्रािलi थेलग
र र थक और प्रािलi थेलग
र ू से आधनर iक थेलग
र र थक स्रर-
वरज्ञाiलर्, रूुवरज्ञाiलर्, व्र्ाकरणणक और रातर्गथ स्थरक ें ें य
र र् भा ार्ल ुरररथयi
3. तलालसकस थेलग
र र कस थल
र iा ें ब लिाल कस व्र्ारैाररक थेलग
र र का वरकास-औुिाररक और
कार्ायत्ें क दृिष्ि से थेलग
र र भा ा कस व्र्ायर्ा
4. थेलग
र र भा ा ुर अन्र् भा ाओ् का प्रभारफ
5. थेलग
र र भा ा का आधरनiकरण :
(क) भा ार्ल थाा सािैित्र्क आ्दवा लi और थेलग
र र भा ा के आधरनiकसकरण ें मiकस
भलू ें का
(ख) थेलग
र र भा ा के आधनर iकसकरण ें प्रिार ें ाध्र्ें क कस भलू ें का (अखबार, रे डडर् ,
िे ललवरसi आिदवा)
(ग) रज्ञानiक और थकiलकस सिैथ वरलभन्i वरें शीों के बलि थेलग
र र भा ा ें iर्े शीब्दवा
गढ़थे सें र् ुाररभाव कस और यिर्ावरधध से स्बध् धथ सें स्र्ाए्
6. थेलग
र र भा ा कस ब ललर्ा्-प्रादवाे लशीक और साें ािसक लभन्iथाए् थाा ें ाiकसकरण कस
सें स्र्ाए्
7. रातर्-वरन्र्ार्-थेलग
र र रातर्क के प्रें ख
र वरभासi-सरल, लें धश्रथ और स्र्त
र थ रातर् स्ज्ञा
और यिर्ा-वरद्र्ेर्i-iालें कसकरण और स्बध
् लकरण कस प्रयिर्ाए्-प्रत्र्क्ष और ुर क्ष
प्रस्थथ
र लकरण-ुरररथयi प्रयिर्ाए्
8. अiर
र ादवा-अiर
र ादवा कस सें स्र्ाए्-सा्स्कृनथक, साें ािसक और ें ै
र ाररा-स्बध
् ल अiर
र ादवा कस
वरधधर्ा् - अiर
र ादवा के क्षेत्र ें वरलभन्i दृिष्िक ण-सािैित्र्क थाा अन्र् प्रकार के अiर
र ादवा-
अiर
र ादवा के वरलभन्i मुर् ग
खंड 'ख'
साटहत्य :
153
प्रचन पत्र - 2
(उत्तर रेलग
ु ु में सलखने होंगे)
खंड 'क'
154
खंड 'ख'
7. गस
र दवा
य अप्ुा रार-अनiें त्र ाालर (कैानiर्ा्)
8. वरचरiाा सत्र्iारार्ण-आ्ध्र प्रशीिस्थ
9. दवाे रल
र ाुिल्ल कृष्ण शीास्त्रल-कृष्णुक्षें (मरयसल और प्ररसें क छ िकर)
10. श्रल श्रल-ें ैा प्रस्ााiें
11. सशीर
र ा-गिब्बलें (भाग-1)
12. श्रल iारार्ण रे ड्ब्डल-कुरूय रसन्था रार्ालर
13. कiु
र रनथ ररलक्ष्ें ा-शीारदवाा लेखालर (भाग-1)
14. आत्रेर् - एi.सल.ओ.
15. रि का्ड वरचरiाा शीास्त्रल - अल्ुसलरल
उिण ू
प्रचन पत्र - 1
(उत्तर उिण ू में सलखने होंगे)
खंड ‘क’
(ख) ुिचिें ल िै्दवाी थाा इसकस ब ललर्ा्, ससे ब्रसभा ा, खिल ब ली, ैररर्ाणरल, कन्iौसल,
बदवा
र् े ली मदवाय ू भा ा के मद्भर से स्बध् धथ लसद्धा्थ
(घ) मदवाय ू भा ा के साें ािसक और सा्कृनथक आधार और मiके वरभेदवाक लक्षण ललवु स्रर
वरज्ञाi, आकृनथ वरज्ञाi, शीब्दवा भ्डार
खंड ‘ख’
155
खंड- ‘क’
2. गाललब इ्नथखाै-ए-खरथथ
ू -ए-गाललब
6. अब्दवाल
र कलाें आसादवा गब
र ार-ए-खानथर
खंड- ‘ख’
1. ें लर इ्नथखाब-ए-ें लर
(स्ुादवाक – अब्दवाल
र ैक)
156
4. इकबाल बाल-ए-िसबरल
5. यफराक गल
र -ए-iगें ा
6. फस दवास्थ-ए-सबा
7. अखथुषललें ाi बब्थ-ए-ल्ैाथ
प्रबंध
अभ्र्ाी क प्रब्ध कस वरज्ञाi और कला के ुषु ें स्कल्ुiा और वरकास का अध्र्र्i करiा िािैए और
प्रब्ध के अग्रणल वरिारकक के र् गदवााi क आत्ें साथ करiा िािैए थाा कार्यiलनथक एर् प्रिालiात्ें क
ुरररेशी क दृिष्िगथ रखथे ैरए इसकस स्कल्ुiाओ् क रास्थवरक शीासi एर् व्र्रसार् नiणयर्i ें प्रर् ग ें
लाiा िािैए
प्रचन पत्र – 1
1. प्रबंधकीय कायण एवं प्रकक्रया:
प्रब्ध कस स्कल्ुiा एर् आधार, प्रब्ध धि्थi का वरकास, प्रब्धकसर् कार्य-आर् सiा,
स्ग i, नiर््त्रण, नiणयर्i, प्रब्धक कस भलू ें का, प्रब्धकसर् कौशील, मद्र्ें रवृ त्त, iरप्ररथयi,
वरचरव्र्ाुल राथाररण ें प्रब्ध, i्र् प्रणाली प्रब्धi, साें ािसक मत्तरदवाानर्त्र एर्
प्रब्धकसर् आिार iलनथ, प्रयिर्ा एर् ग्राैक, अलभवरन्र्ास, प्रत्र्क्ष एर् अप्रत्र्क्ष ें ल्
ू र्
श्र्ख
ृ ला ुर प्रब्धकसर् प्रयिर्ाए्
5. ववत्तीय प्रबंध :
वरत्त कार्य के लक्ष्र्, ें ल्
ू र् एर् प्रनथलाभ कस स्कल्ुiाए्, बा्डक एर् शीेर्रक का ें ल्
ू र्ा्कi,
कार्यशीलल ुस
ू् ल का प्रब्ध, प्रातकलi एर् वरत्तलर्, iकदवाी, प्राप्र् , साें ग्रल सि
ू ल एर् िालू
दवाे र्थाओ् का प्रब्धi, ुस
्ू ल लागथ, ुस
्ू ल बसिi, वरत्तलर् एर् प्रिालi लेररे स, ुस
्ू ल स्रिiा,
अलभकल्ु, लसद्धा्थ एर् व्र्रैार, शीेर्र धारक ें ल्
ू र् सस
ृ i, लाभा्शी iलनथ, नiगें वरत्तलर्
iलनथ एर् कार्यiलनथ, नiगें करकन एर् ुi
र सिंरिiा कार्यiलनथ प्रब्ध, ुस
ू् ल एर् ें द्र
र ा बासार,
स्स्ााए् एर् प्रुत्र ुट्िे ुर दवाे iा, यकरार्ा खरीदवा एर् स णखें ुस
ू् ल, ुस
ू् ल बासार वरनiर्ें i,
स णखें एर् प्रनथलाभ, ु िय फ ललर् लसद्धा्थ, सलएुलएें , एुलिी वरत्तलर् व्र्त्र ुत्र, वरकल्ु
फ्र्ि
ू सय, स्रु, वरत्तलर् क्षेत्रक ें अलभiर सध
र ार
6. ववपर्न प्रबंध :
स्कल्ुiा, वरकास एर् क्षेत्र, वरुणi कार्यiलनथ सत्र
ू लकरण, एर् वरुणi र् सiा के घिक,
बासार का ख्डलकरण एर् लक्ष्र् न्ें ख
र i, ुण्र् का अरस्ााुi एर् वरभेदवाi, प्रनथर् धगथा
वरचले ण, मुभ तथा बासार वरचले ण, औद्र् धगक िेथा व्र्रैार, बासार अiस
र ध
् ाi मत्ुादवा
कार्यiलनथ, कसें थ नiधायरण कार्यiलनथर्ा्, वरुणi सारणणर्क का अलभकल्ुi एर् प्रब्धi,
एकसकृथ वरुणi स्िार, ग्राैक स्थ का नiें ायण, ें ल्
ू र् एर् प्रनथधारण, सेराए् एर् अलाभ
वरुणi, वरुणi ें आिार, ग्राैक सरर क्षा, इ्िरiेि वरुणi खरदवारा प्रब्ध, ग्राैक स्बध
्
प्रब्ध, साकल्र्रादवाी वरुणi कस स्कल्ुiा
प्रचन पत्र – 2
1. तनर्णयन की पररमार्त्मक प्रववधधयां :
रणायत्ें क सा्ियर्कस-सारणलबद्ध, आलेखलर् एर् सा्ियर्क वरधधर्ा्, प्रानर्कथा का वर र्
प्ररेशी, अस्थथ एर् स्थथ प्रानर्कथा ब्िi, आiें
र ानiक सा्ियर्कस प्रनथदवाशीी ब्िi, केन्द्रीर्
158
3. प्रबंध सि
ू ना प्रर्ाली :
सि
ू iा प्रणाली का स्कल्ुiात्ें क आधार, सि
ू iा लसद्धा्थ, सि
ू iा स्साधi प्रब्ध, सि
ू iा
प्रणाली प्रकार, प्रणाली वरकास प्रणाली एर् अलभकल्ु वरै् गारल कi प्रणाली वरकास, प्रब्ध
सलरi-िि, ऑiलाइi एर् वरथररथ प्रणाललर्क के ललए अलभकल्ुiा ुररर् सiा,
कार्ायन्रर्i नiर््त्रण, सि
ू iा प्रौद्र् धगकस कस प्ररवृ त्तर्ा् आ्किा स्साधi प्रब्धi आ्किा
आर् सiा, DDS एर् RDBMS मद्र्ें स्साधi आर् सiा (ERP) वरशीे ज्ञ प्रणाली,
बबसiेस आयकयिे तििर ई-गरयiस, स्कल्ुiा, प्रणाली आर् सiा, सि
ू iा प्रणाली ें iग्र्था
मुभ तथा स्बद्धथा सि
ू iा प्रणाली का ें ल्
ू र्ा्कi
5. कायणनीतरक प्रबंध :
अध्र्र्i क्षेत्र के रूु ें व्र्रसार् iलनथ, कार्यiलनथक प्रब्ध का स्ररूु एर् वर र् क्षेत्र,
159
6. अंरराणष्ट्रीय व्यवसाय :
अ्थरायष्ट्रीर् व्र्रसार् ुरररेशी, ें ाल एर् सेराओ् ें व्र्ाुार के बदवालथे स्घिi, भारथ का
वरदवाे शील व्र्ाुार iलनथ एर् प्ररवृ त्तर्ा्, अ्थरायष्ट्रीर् व्र्ाुार का वरत्त ु ण, क्षेत्रलर् आधायक
सैर् ग, FTA सेरा प्रनथष् ाiक का अ्थरायष्ट्रीर्करण, अ्थरायष्ट्रीर् मत्ुादवाi अ्थरायष्ट्रीर्
क्ुनiर्क ें व्र्रसार् प्रब्ध, अ्थरायष्ट्रीर् कराधाi, वरचरव्र्ाुल प्रनथर् धगथा एर्
प्रौद्र् धगकसर् वरकास, वरचर्व्र्ाुल ई-व्र्रसार्, वरचरव्र्ाुल सा्ग नiक स्रिiा अलभकल्ुi
एर् नiर््त्रण, बैरसा्स्कृनथक प्रब्ध, वरचरव्र्ाुल व्र्रसार् कार्यiलनथ, वरचरव्र्ाुल वरुणi
कार्यiलनथ, नiर्ायथ प्रब्ध नiर्ायथ-आर्ाथ प्रयिर्ाए्, स्र्त
र थ मुिें , वरदवाे शील नiरेशी, वरदवाे शील
प्रत्र्क्ष नiरेशी एर् वरदवाे शील ु िय फ ललर् , नiरेशी, सलें ाुार वरलर्i एर् अधधग्रैण, वरदवाे शील
ें द्र
र ा स णखें , मद्भासi प्रब्ध, वरचरवरत्तलर् बासार एर् अ्थरायष्ट्रीर् बैंयक् ग, बाह्र् ऋण
प्रब्धi, दवाे शी स णखें वरचले ण
1. रै खखक बीजगखर्र :
R एर् C सिदवाशी सें िष्िर्ा्, रणखक आधश्रथथा एर् स्रथ्त्रथा मुसें िष्िर्ा्, आधार वरें ा,
रणखक ुषुा्थरण, क िि एर् शीन्
ू र्था, रणखक ुषुा्थरण का आव्र्ै
ू . आव्र्ै
ू क कस बलसारली,
ु्ितथ एर् स्थ्भ सें ाiर्i, स ुाiक रूु, सरािंगसें था एर् सें रूुथा, आव्र्ै
ू कस क िि,
आव्र्ै
ू का व्र्त्र िें , रणखक सें लकरण प्रणाली का ैल, अलभलक्षणणक ें ाi एर्
अलभलक्षणणक सिदवाशी, अलभलक्षणणक बैर ुदवा, केले-ैलें ल्िi प्रें ेर्, सें लें थ, वर ें
सें लें थ, ैलें यिी, वर ें ैलें यिी, ला्बबक एर् ऐयकक आव्र्ै
ू एर् मiके अलभलक्षणणक ें ाi
2. कलन :
रास्थवरक स्यर्ाए्, रास्थवरक िर के फलi, सलें ा, सा्थत्र्, अरकiलर्था, ें ाध्ें ाi प्रें ेर्,
शीे फलक के साा िे लर का प्रें ेर्, अनiधायररथ रूु, मिचिष् एर् अिल्ुष् , अi्थस्ुशील, रि
अiरर े खण, दवा र्ा थलi िरक के फलiः सलें ा, सा्थत्र्, आ्लशीक अरकलस, मिचिष् , एर्
अिल्ुष् , लाग्रा्स कस गण
र क वरधध, सक बल, नiिचिथ सें ाकलक कस रीें ाi ुररभा ा,
अनiिचिथ सें ाकल, अi्थ (इिन्फनiि एर् इ्प्रॉुर) अरकल, द्वरधा एर् बत्रर्ा सें ाकल
(केरल ें ल्
ू र्ा्कi प्रवरधधर्ा्), क्षेत्र, ुष्ृ एर् आर्थi
160
6. सटिर् ववचलेर्र् :
अिदवाशी और सिदवाशी क्षेत्र, अिदवाशी िर के सिदवाशी क्षेत्र का अरकलi, काथलर् एर् बेलiाकार
नiदवाे शीकक ें प्ररणथा, अुसरण एर् काल, मचिथर क िि अरकलi, सिदवाशी थत्सें क एर्
सिदवाशी सें लकरण ज्र्ालें नथ अiप्र
र र् ग: आकाशी ें रि, रिथा एर् ऐ् i, सेरेि-फ्रेiेि
के सत्र
ू
गस एर् स्ि तस प्रें ेर्, ग्रलi के थत्सें क
प्रचन पत्र – 2
1. बीजगखर्र :
सें ै
ू , मुसें ै
ू , ििसर् सें ै
ू , सैसें च
र िर्, लाग्रा्स प्रें ेर्, प्रसाें ान्र् मुसें ै
ू , वरभाग
सें ै
ू , सें ै
ू क कस सें ाकाररथा, आधारी थल्
र र्ाकाररथा प्रें ेर्, िें िर् सें ै
ू , केली प्रें ेर्
रलर्, मुरलर् एर् गण
र सारली, रलर्क कस सें ाकाररथा, ुण
ू ािंकसर् प्रा्थ, ें य
र र् गण
र सारली
161
2. वास्रववक ववचलेर्र् :
न्र्i
ू थें मुररसलें ा गण
र धें य राले िलें थ क्षेत्र के ुषु ें रास्थवरक स्यर्ा नiकार्,
अiि
र ें , अiि
र ें सलें ा, कौशील अiि
र ें , रास्थवरक रे खा कस ुण
ू थ
य ा, श्रेणल एर् इसका
अलभसरण, रास्थवरक एर् सि्ें श्र ुदवाक कस श्रेणणर्क का नiरुेक्ष थाा सप्रनथब्ध अलभसरण,
श्रेणल का ुi
र वरयन्र्ास
फलiक का सा्थत्र् एर् एक सें ाi सा्थत्र्, स्ैथ सें रचिर्क ुर सा्थत्र् फलiक के गण
र धें य
रीें ाi सें ाकल, अi्थ सें ाकल, सें ाकल, सें ाकलi-गणणथ के ें ल
ू प्रें ेर्, फलiक के
अiि
र ें क थाा श्रेणणर्क के ललए एक-सें ाi अलभसरण, सा्थत्र्, अरकलiलर्था एर्
सें ाकलiलर्था, अiेक (दवा र्ा थलi) िरक फलiक के आ्लशीक अरकलस, मिचिष् एर्
अिल्ुष्
3. सश्म्मश्र ववचलेर्र् :
वरचलेव क फलi, कौशील-रीें ाi सें लकरण, कौशील प्रें ेर्, कौशील का सें ाकल सत्र
ू , वरचलेव क
फलi का घाथ श्रेणल नiरूुण, िे लर श्रेणल, वरधित्रथाए्, ल रा् श्रेणल, कौशील अरशीे प्रें ेर्,
कन्िूर सें ाकलi
162
यांबत्रकी इंजीतनयरी
प्रचन पत्र – 1
1. यांबत्रकी
1.1 ़ीकर वपंडों की यांबत्रकी
आकाशी ें सा्र्ारस्ाा का सें लकरण एर् इसका अiप्र
र र् ग, क्षेत्रफल के प्राें एर्
द्वरथलर् आघण
ू ,य घ ण
य कस सरल सें स्र्ाए्, सें थल गनथ के ललए कणक कस शीद्
र धगनथ कस
प्रार् लभक कण गनथकस
2. इंजीतनयरी पिाथण :
163
3. यंत्रों का ससद्धांर :
सें थल – यिर्ावरधधर्क का शीद्
र धगनथक एर् गनथक वरचले ण, कें , धगर्र एर् अधधियिक
धगर्र ें ालाए्, गनथुालक िि, अधधनiर््त्रक, दृढ़ ुण
ू ािंकक का स्थल
र i, एकल एर्
बैरलसलल्डरी इ्सi, र्ा्बत्रक-थ्त्र का रणखक क्ुi वरचले ण (एकल स्राथत्र्र्क िि) िा्नथक
िाल एर् शीफ्ि का आरथयi
4. तनमाणर् का ववञानान :
4.1 तनमाणर् प्रक्रम :
र््त्र औसार इ्सलनiर्री-व्र्ाुारी बल वरचले ण, िे लर का औसार, आर्र सें लकरण, रूढ़
ें शीलii, एiसल एर् सलएiसल ें शीलii प्रिें , िसग एर् स्ाानर्क, आरूढ़ ें शीलii-
ईडलएें , ईसलएें , ुराश्रव्र्, सल प्रधाi ें शीलii, इत्र्ािदवा, लेसर एर् प्लाज्ें ा के
अiप्र
र र् ग, ऊसाय दवार अरकलi
रूुण एर् रेल्डi प्रिें -ें ाiक प्रिें
ें ावुकस-अiरार् सiक एर् सिैष्णरथाओ् कस स्कल्ुiा, औसार एर् प्रें ाु, थल
र नiत्र, ल्बाई
का नiरीक्षण, िस्ानथ, ुररचछे िदवाका एर् ुष्ृ सु
र नू थय
प्रचन पत्र – 2
164
1.3 ु्खक, ब्ल अरक एर् स्ुलडडत्रक से प्रराै, अक्षलर् एर् अुकेन्द्री प्रराै वरन्र्ास, ु्खक
एर् स्ुलडिथक का अलभकल्ु, स्ुलिiक और िारबाइi स ुाiल कस सरल सें स्र्ाए्,
वररथ
ृ एर् स्रत्ृ थ िि गर िरबाइi, गस िरबाइi ें यकर्ा गर्ा कार्य, ुi
र : थाु
एर् ुi
र सयii
2. उष्ट्मा, अंररर्
2.1 िालi ऊष्ें ा अ्थरण-साें ान्र् िालi सें लकरण-लाप्लास, प्रासक एर् फूररए
सें लकरण, िालi का फूररए नiर्ें , सरल लभित्थ स एर् ख खले बलi थाा
ग लकक ुर लगा एक वरभलर् स्ाार्ल दवाशीा मष्ें ा िालi
2.4 आधारभथ
ू ऊष्ें ा वरनiें नर्त्र वरचले ण, ऊष्ें ा वरनiें नर्त्र वरचले ण, ऊष्ें ा
वरनiें नर्र्क का रगीकरण
165
3.2 एसआई एर् सलआई इ्िसiक ें दवाैi, साें ान्र् एर् असाें ान्र् दवाैi, अुस्फ िi एर्
कार्यशीलल प्रािलक का प्रभार, अुस्ि फक का न्र्i
ू लकरण, एसआई एर् सलआई
इ्िसiक के ललए दवाैi प्रक ष् के प्रकार, र् सक, मत्ससयi
3.3 अ्थदवाैयi इ्िसiक कस वरलभन्i प्रणाललर्क ईंधi, स्iेैi, शीलथi एर् स्िरण
प्रणाललर्क, अ्थदवाैयi इ्िसiक ें वरकल्ुल ईंधi
4. भाप इंजीतनयरी:
4.1 भाु सii- अशी धधथ रैंयकi िि वरचले ण, आधरनiक भाु बॉर्लर, िा्नथक एर्
अधधिा्नथक दवााबक ुर भाु, प्रराथ मुस्कर, प्राकृनथक एर् कृबत्रक प्रराथ, बॉर्लर
ईंधi, स, द्रर एर् गसलर् ईंधi, भासुा िरबाइi - लसद्धा्थ, प्रकार, स्र् सiा,
आरेग एर् प्रनथयिर्ा िरबाइi, अक्षलर् प्रण दवा
4.2 भाु थड
र् - अलभसारी एर् अुसारी थ्डर ें भाु क प्रराै, आद्रय, स्थप्ृ थ एर्
अधधथप्थ ससल वरलभन्i प्रा्रलभक भाु दवाशीाओ् के साा, अधधकथें नiस्सरण के
ललए क ुर दवााब, ुचिदवााब वरिरण का प्रभार, थड
्र क ें भाु का अधधस्थप्ृ थ प्रराै
वरलसi रे खा
166
1. मानव र्रीर :
मुरर एर् अध शीाखाओ्, स्क्धस्धधर्क, कूल्ैे एर् कलाई ें रतथ एर् थ्बत्रका स्भरण सें ेथ
अiप्र
र र्त
र थ शीरीर
सकलशीरीर सतथस्भरण एर् िसह्रा का लल्फसर् अुराै, ाार्रॉइड, स्थi ग्र्धा, स र
र्कृथ, प्र स्िे ि, सiiग्र्धा एर् गभायशीर्
डार्ाफ्राें , ुेरीनiर्ग एर् ि्क्षणप्रदवाे शी का अiप्र
र र्त
र थ शीरीर रत
ृ क, ें त्र
ू ाशीर्, गभायचर्
iललकाओ्, शीि
र रािैकाओ् का र गलक्षण शीरीर
भ्रर्
ू ववञानान : अुरा एर् अुरा र ध, ह्दवार्, आ्त्र रत
ृ क, गभायशीर् डड्बग्र्धा र ृ ण का
वरकास एर् मiकस साें ान्र् सन्ें साथ असाें ान्र्थाए्
केन्ूीय एवं पररसरीय स्वसंिासलर रंबत्रका रंत्र :
ें िस्थक के नiलर्क, प्रें िस्थकें ेरू द्रर के ुररभ्रें ण का सकल एर् र गलक्षण शीरीर,
थ्बत्रका ें ागय त्रिलर् स्रेदवाi, श्ररण एर् दृिष्ि वरक्षनथ, कुाल थ्बत्रकाए्, वरथरण एर्
र गलाक्षक्षणक ें ैत्र, स्रस्िाललथ थ्बत्रका थ्त्र के अरर्र
167
4. ववकतर ववञानान :
ा ा एर् वरर ैण, रद्
ृ धध वरक्ष भ एर् कन्सर, रैर्ें
ू ििक एर् इस्कसलें क हृदवार् र ग एर्
डार्बबिीस ें ेललिस का वरकृनथसii एर् ऊथकवरकृनथ वरज्ञाi सदवा
र ्र्, दवादवा
र य ें , प्राालें क
एर् वरक्षेुल दवादवा
र य ें था ें वरभेदवाi, श्ररसiलसन्र् कालसयi ें ा, ें ख
र कैं सर, ग्रलरा कैं सर,
ल्र्क
ू सलें र्ा, र्कृथ लसर लसस स्थरकरशी
ृ ाा, र्क्षें ा, थलव्र अिस्ाें ज्साशी ा का ैे थ,र
वरकृनथसii एर् ऊथक वरकृनथ वरज्ञाi
5. सक्ष्
ू मजैववकी :
दवाे ैद्ररल एर् क लशीका ें ाध्र्लें थ र गक्षें था
नi्iललणखथ र ग कारक एर् मiका प्रर् गशीाला नiदवााi:- ें नiग कॉतरस, सालें iेला
- लशीगेला, ैुीस, डग,ू ु ललर्
- H IV/AIDS, ें लेररर्ा, ई-िैस्ि ललििका, धगर्ाडडयर्ा
- कैं डडड, यिप्ि कॉरतस, ऐस्ुिसयलस
6. भेर्जगर्
ु ववञानान :
नi्iललणखथ औ धक के कार्य कस यिर्ावरधध एर् ुाचरयप्रभार:- ऐिन्िुार्रे िितस, एर्
एiाल्सेलसतस, ऐिन्िबार् िितस, ऐिन्िें लेररर्ा, ऐिन्िकालासार, ऐिन्िबार् िितस
- ऐिन्िैार्ुरिलसर, ऐिन्िडाइर्रू े िितस, साें ान्र् एर् ह्दवा रास डडलेिसय ऐिन्िराइरल,
ऐिन्िुरालसििक, ऐन्िीफ्गल, इ्र्i
ू सप्रेशीट्
ैं स
- ऐिन्िकसर
7. न्याय संबध
ं ी और्ध एवं ववर्ववञानान :
क्षनथ एर् घारक कस न्र्ार्ालर्ल ुरीक्षा, रतथ एर् शीि
र धब्बक कस ुरीक्षा, वर ातथथा, शीाें क
अनथें ात्रा, फााँसल, डूबiा, सलiा, DNN एर् यफ् गरवप्र्ि अध्र्र्i
प्रचन पत्र - 2
168
3. त्विा ववञानान :
स ररएलसस एलिसयक डें ेिाइििस, स्केबलस, एतसलें ा वरििललग , स्िीरi-सॉiसi स्लक्षण,
लाइकेi प्लेiस
169
6. सें दवा
र ार् कार्धियकत्सा (तनवारक एवं समाश्जक काय धिककत्सा):
लसद्धा्थ, प्रणाली, मुागें एर् साiुािदवाक र ग वरज्ञाi का ें ाुi; ु ण, ु ण स्बध
् ल
र ग/वरकार एर् ु ण कार्यिें
स्रास्थ्र् सि
ू iा स्ग्रैण, वरशीले ण एर् प्रस्थनर थ
नi्iललणखथ के नiर््त्रण/मन्ें ल
ू i के ललए राष्ट्रीर् कार्यिें क के मद्दवाे चर्, घिक एर्
िा्नथक वरचले ण, ें लेररर्ा, कालाआसार, फाइलेररर्ा एर् र्क्ष्ें ा;
HIV/AIDS, र्ौi स्िलें थ र ग एर् डगू
स्रास्थ्र् दवाे खभाल प्रदवाार् प्रणाली का िा्नथक ें ल्
ू र्ा्कi स्रास्थ्र् प्रब्धi एर्
प्रशीासi: थकiलक, साधi, कार्यिें कार्ायन्रर्i एर् ें ल्
ू र्ा्कi
सii एर् लशीशीर स्रास्थ्र् के मद्दवाे चर्, घिक, लक्ष्र् एर् िस्ानथ, राष्ट्रीर् ग्राें लण
स्रास्थ्र् लें शीi एर् सैस्त्राब्दवाी वरकास लक्ष्र्
अस्ुथाल एर् औद्र् धगक अुलशीष्ि प्रब्ध
िर्णनर्ास्त्र
प्रचन पत्र - I
170
प्रचन पत्र - 2
धमणिर्णन
1. ईचरर कस धारणा : गण
र ; ें iष्र र् एर् वरचर से स्बध
् (भारथलर् एर् ुाचिात्र्)
2. ईचरर के अिस्थत्र के प्रें ाण और मसकस ें लें ा्सा ( भारथलर् एर् ुाचिात्र्)
3. अशीभ
र कस सें स्र्ा
4. आत्ें ा : अें रथा, ुi
र सयन्ें एर् ें िर तथ
5. थकयबद्
र धध, श्ररनथ एर् आस्ाा
6. धालें यक अiभ
र र : प्रकृनथ एर् रस्थर (भारथलर् एर् ुाचिात्र्)
7. ईचरर रिैथ धें य
8. धें य एर् iनथकथा
9. धालें यक शीधर िथा एर् ुरें सत्र्था कस सें स्र्ा
10. धालें यक भा ा कस प्रकृनथ: सादृचर्ें ल
ू क एर् प्रथलकात्ें क; स्ज्ञाiरादवाी एर् नiस्स्ज्ञाiरादवाी
भौतरकी
प्रचन पत्र – 1
(ग) व्यतरकरर्
प्रकाशी का व्र्नथकरण-र््त्र का प्रर् ग, न्र्ि
ू i रलर्, थiर यफल्ें क द्रारा व्र्नथकरण,
ें ाइकल्सi व्र्नथकरणें ाुल; वरवरध यकरणुस
र् व्र्नथकरण एर्
फब्रलुेरिव्र्नथकरणें ाुल
(घ) वववरणन:
फ्राiै फर वररथयi-एकल रे खानछद्र, द्वररे खानछद्र, वररथयi ग्रेिि्ग, वरभेदवाi क्षें था;
वरत्थलर् द्रारक द्रारा वररथयi थाा रार्रलर् ुिiय; फ्रेसiेल वररथयi; अद्यध
आरथयi स i एर् स i प्लेि, रत्ृ थलर् द्रारक
173
3. ववद्यर
ु एवं िब
ंु कत्व:
(क) श्स्थर वैद्यर
ु एवं श्स्थर िुंबकीय:
िस्ार रद्र्थ
र ें लाप्लास एर् प्रासक सें लकरण एर् मiके अiप्र
र र् ग; आरेशी
नiकार् कस ऊसाय, आदवाे शी वरभर का बैरध्रर र प्रसार; प्रनथबब्ब वरधध एर् मसका
अiप्र
र र् ग; द्वरध्ररर के कारण वरभर एर् क्षेत्र, बाह्र् क्षेत्र ें द्वरध्ररर ुर बल एर्
बल आघण
ू ,य ुरारद्र्थ
र ध्रर
र ण; ुररसलें ा-ें ाi सें स्र्ा का ैल-एकसें ाi रद्र्थ
र
क्षेत्र ें िालi एर् ुररद्र्थ
र ग लक; ि्ब
र कसर् क शी, एकसें ाi ि्रबयकथ ग लक,
ल ै िर्बकसर् ुदवाााय, शीधाल्र्, ऊसायह्रास
(ग) ववद्यर
ु िंब
ु कीय ररं गे एवं कश्ष्ट्र्का ववककरर्:
वरस्ााुi धारा एर् ें तसरेल के सें लकरण; नiरायथ ें थर् ग सें लकरण, प्राइ्िि्ग
प्रें ेर्; सिदवाशी एर् अिदवाशी वरभर; वरद्र्थ
र िर्बकसर् क्षेत्र प्रिदवाशी, ें तसरेल सें लकरणक
का सैप्रसरण; सें दवालशीक ुरारद्र्थ
र ें थर् ग सें लकरण, दवा ुरारद्र्थ
र क कस
ुररसलें ा ुर ुरारथयi थाा अुरथयi; फ्रेसiल स्बध
् ; ुण
ू य आथ्ररक ुरारथयi;
प्रसाें ान्र् एर् अस्गथ रणय वरक्षेुण; रे ले प्रकसणयi; कृिष्णका वरयकरण एर् प्लैंक
वरयकरण नiर्ें , स्िीफi ब ल्ट्सें i नiर्ें , वरर्ेi वरस्ााुi नiर्ें एर् रे ले-
सलन्स नiर्ें
प्रचन पत्र – 2
1. तवांिम यांबत्रकी :
कण थर् ग द्रथथा; श्रलडड्गर सें लकरण एर् प्रत्र्ाशीाें ाi; अनiिचिथथा लसद्धा्थ, ें त
र थकण,
बॉतस ें कण, ुररलें थ कूु ें कण के ललए एक वरें लर् श्रलडड्गर सें लकरण का ैल
(गामसलर् थर् ग-रेस्िi), रणखक आरथी ल लक; ुग-वरभर द्रारा एर् आर्थाकार र धधका
द्रारा ुरारथयi एर् स्िरण; बत्रवरें लर् बॉतस ें कण, अरस्ााओ् का घiत्र, धाथओ
र ् का
ें त
र थ इलेतट्राi लसद्धा्थ, क णलर् स्रेग, ैाइड्र सi ुरें ाण;र अद्यधप्रिकरण कण, ुामली
प्रििण आव्र्ै
ू के गण
र धें य
176
1. भाररीय राष्ट्रवाि :
(क) भारथ के स्राधलiथा स्ग्राें कस रासiनथक कार्यiलनथर्ा् : स्वरधाiरादवा से सi
सत्र्ाग्रै, असैर् ग, सवरiर् अरज्ञा एर् भारथ छ ि , मग्ररादवाी एर् िा्नथकारी
आ्दवा लi, यकसाi एर् काें गार आ्दवा लi
(ख) भारथलर् राष्ट्रीर् आ्दवा लi के ुररप्रेक्ष्र्: मदवााररादवाी, सें ासरादवाी एर् ें ातसयरादवाी,
मग्रें ाiरथारादवाी एर् दवाललथ
2. भारथ के स्वरधाi का नiें ायण : बब्रििशी शीासi का ररता, वरलभन्i साें ािसक एर्
रासiनथक ुररप्रेक्ष्र्
4. (क) स्घ सरकार के प्रधाi अ्ग: कार्युाललका, वरधानर्का एर् सरोचि न्र्ार्ालर् कस
वरिाररथ भलू ें का एर् रास्थवरक कार्यप्रणाली
(ख) राज्र् सरकार के प्रधाi अ्ग: कार्युाललका, वरधानर्का एर् मचि न्र्ार्ालर्क कस
वरिाररथ भलू ें का एर् रास्थवरक कार्यप्रणाली
5. आधाररक ल कथ्त्र: ु्िार्थल रास एर् iगर शीासi, 73र एर् 74र स्शी धiक का ें ैत्र,
आधाररक आ्दवा लi
6. नiर््त्रक एर् ें ैालेखा ुरीक्षक, वरत्थ आर् ग, स्घ ल क सेरा आर् ग, राष्ट्रीर् अiस
र धू िथ
सानथर्ा् आर् ग, राष्ट्रीर् अiस
र धू िथ सiसानथर्ा् आर् ग, राष्ट्रीर् ें िैला आर् ग, राष्ट्रीर्
ें ाiराधधकार आर् ग, राष्ट्रीर् अल्ुस्यर्क आर् ग, राष्ट्रीर् वुछिा रगय आर् ग
8. र् सiा एर् आधायक वरकास: iेैरूरादवाी एर् गा्धलरादवाी ुररप्रेक्ष्र्, र् सiा कस भलू ें का एर्
नiसल क्षेत्र, ैररथ िा्नथ, भलू ें सध
र ार एर् कृव स्बध
् , मदवाारीकरण एर् आधायक सध
र ार
177
10. दवाल प्रणाली: राष्ट्रीर् एर् क्षेत्रलर् रासiनथक दवाल, दवालक के रिाररक एर् साें ािसक आधार,
बैरदवालीर् रासiलनथ के स्ररूु, दवाबार सें ै
ू , नiरायिक आिरण कस प्ररिृ त्थर्ा्, वरधार्कक के
बदवालथे साें ािसक-आधायक स्ररूु
11. साें ािसक आ्दवा लi: iागररक स्रथ्त्रथाए् एर् ें ाiराधधकार आ्दवा लi, ें िैला आ्दवा लi
ुर्ायररण आ्दवा लi
प्रचन पत्र – 2
रल
ु नात्मक राजनीतर रथा अंरराणष्ट्रीय संबध
ं
रल
ु नात्मक राजनैतरक ववचलेर्र् एवं अंरराणष्ट्रीय राजनीतर
1. थल
र iात्ें क रासiलनथ: स्ररूु एर् प्रें ख
र मुागें , रासiनथक अायव्र्रस्ाा एर् रासiनथक
सें ासशीास्त्रलर् ुररप्रेक्ष्र्; थल
र iात्ें क प्रयिर्ा कस सलें ाए्
2. थल
र iात्ें क ुररप्रेक्ष्र् ें राज्र्; ुस
्ू लरादवाी एर् सें ासरादवाी अायव्र्रस्ााओ् ें राज्र् के
बदवालथे स्ररूु एर् मiकस वरशीे थाए् थाा मन्iथ औद्र् धगक एर् वरकासशीलल सें ास
3. रासiनथक प्रनथनiधाi एर् सैभाधगथा : मन्iथ औद्र् धगक एर् वरकासशीलल सें ासक ें
रासiनथक दवाल, दवाबार सें ै
ू एर् साें ािसक आ्दवा लi
4. भें
ू ड ् लीकरण: वरकलसथ एर् वरकासशीलल सें ासक से प्राप्थ अiयर िर्ाए्
5. अ्थरायष्ट्रीर् स्बध
् क के अध्र्र्i के मुागें ; आदवाशीयरादवाी, र्ााायरादवाी, ें ातसयरादवाी, प्रकार्यरादवाी
एर् प्रणाली लसद्धा्थ
6. अ्थरायष्ट्रीर् स्बध
् क ें आधारभथ
ू स्कल्ुiाए्; राष्ट्रीर् िैथ, सरर क्षा एर् शीितथ, शीितथ
स्थल
र i एर् प्रनथर ध; ुर-राष्ट्रीर् कथाय एर् साें िू ैक सरर क्षा; वरचर ुस
्ू लरादवाी अायव्र्रस्ाा
एर् भें
ू ड ् लीकरण
178
9. स्र्त
र थ राष्ट्र : वरिाररथ भलू ें का एर् रास्थवरक लेखा-स खा; वरशीे लकृथ स्र्क
र थ राष्ट्र
अलभकरण-लक्ष्र् एर् कार्यकरण; स्र्त
र थ राष्ट्र सध
र ारक कस आरचर्कथा
11. सें कालीi रिचरक सर कार : ल कथ्त्र, ें ाiराधधकार, ुर्ायररण, लल्ग न्र्ार्, आथ्करादवा,
iालभकसर् प्रसार
1. भारथ कस वरदवाे शी iलनथ: वरदवाे शी iलनथ के नiधायरक, iलनथ नiें ायण कस स्स्ााए्, नiर् थरथा एर्
ुरररथयi
2. गि
र नiरुेक्षथा आ्दवा लi क भारथ का र् गदवााi: वरलभन्i िरण, रथयें ाi भलू ें का
4. भारथ एर् रिचरक दवाक्षक्षण : अफ्रसका एर् लाथलiल अें ेररका के साा स्बध
् , NIEO एर्
WTO राथायओ् के ललए आरचर्क iेथत्ृ र कस भलू ें का
179
मनोववञानान
प्रचन पत्र - 1
मनोववञानान के आधार
1. पररिय : ें i वरज्ञाi कस ुररभा ा: ें i वरज्ञाi का ऐनथैालसक ुर
ू र
य त्ृ थ एर् 21रल् शीथाब्दवाी
ें प्ररिृ त्थर्ा्, ें i वरज्ञाi एर् रज्ञानiक ुद्धनथ, ें i वरज्ञाi का अन्र् साें ािसक और
प्राकृनथक वरज्ञाiक से स्बध
् , साें ािसक सें स्र्ाओ् ें ें i वरज्ञाi का अiप्र
र र् ग
2. मनोववञानान की पद्धतर :
अiस
र ध
् ाi के प्रकार - रणयiात्ें क, ें ल्
ू र्ा्कi, iदवाानiक एर् ुर
ू ायiें
र ानiक अiस
र ध
् ाi
ुद्धनथ, प्रेक्षण, सरेक्षण, व्र्ितथ अध्र्र्i एर् प्रर् ग, प्रर् गात्ें क थाा अप्रर् गात्ें क
अलभकल्ु कस वरशीे थाए्, ुरीक्षण सदृशी अलभकल्ु, कद्रीर् सें ै
ू ििाय, वरिारारेशी, आधार
लसद्धा्थ मुागें
3. अनस
ु ध
ं ान प्रर्ाली :
ें i रज्ञानiक अiस
र ध
् ाi ें ें य
र र् िरण (सें स्र्ा काi, प्रातकल्ुiा नiरूुण, अiस
र ध
् ाi
अलभकल्ु, प्रनथिर्i, आ्किा स्ग्रै के मुकरण, वरचले ण एर् व्र्ायर्ा थाा वरररण
लेखi, ें ल
ू के वररूद्ध अiप्र
र र्त
र थ अiस
र ध
् ाi आ्किा स्ग्रै कस वरधधर्ा् (साक्षात्कार, प्रेक्षण,
प्रचiारली), अiस
र ध
् ाi अलभकल्ु (कार्ोत्थर एर् प्रर् गात्ें क), सा्ियर्कस प्रवरधधर्क का
अiप्र
र र् ग (िी-ुरीक्षण, द्वरें ागी एi रा, सैस्बध
् , सें ाश्रर्ण एर् फतिर वरचले ण), ें दवा
अiयर िर्ा लसद्धा्थ
180
6. अधधगम :
अधधगें कस स्कल्ुiा थाा लसद्धा्थ (व्र्रैाररादवाी, गेस्िाल्िरादवाी एर् सि
ू iा प्रिें ण
ें ॉडल) वरल ु, वरभेदवा एर् साें ान्र्लकरण कस प्रयिर्ाए्; कार्यिें बद्ध अधधगें , प्रानर्कथा
अधधगें , आत्ें अiदवा
र े शीात्ें क अधधगें ; प्रबलीकरण कस स्कल्ुiाए्, प्रकार एर् सारणणर्ा्;
ुलार्i, ुररैार एर् दवा् ड, प्रनथरूुण एर् साें ािसक अधधगें
7. स्मतर :
स्केथi एर् स्ें रण; अल्ुारधध स्ें नृ थ, दवाीघायरधध स्ें नृ थ, स्रेदवाी स्ें नृ थ, प्रनथें ाुरक स्ें नृ थ,
अiरर णi स्ें नृ थ; ें िल्िस्ि र ें ॉडल, प्रकें ण के स्थर; स्ग i एर् स्ें नृ थ सध
र ार कस
स्ें रणसiक थकiलक; वरस्ें रण के लसद्धा्थ; क्षर्, व्र्ितथकरण एर् प्रत्र्ाiर्i वरफलi;
अधधस्ें नृ थ; स्ें नृ थल ु; आघाथ त्थर एर् अलभघाथुर
ू य
10. बद्
ु धध एवं असभक्षमरा :
बद्
र धध एर् अलभक्षें था कस स्कल्ुiा, बद्
र धध का स्ररूु एर् लसद्धा्थ-िस्ुर्रें i, ासयिi
गलफ डय बiायi, स्िे शीiबगय एर् से ुल दवाास; स्रेगात्ें क बद्
र धध, साें ािसक बद्
र धध, बद्
र धध एर्
अलभक्षें था का ें ाुi, बद्
र धधलिब्ध कस स्कल्ुiा, वरिलi बद्
र धधलिब्ध, बद्
र धधलिब्ध
िस्ारथा; बैर बद्
र धध का ें ाुi; थरल बद्
र धध एर् यिस्िललथ बद्
र धध
11. व्यश्तरत्व :
व्र्ितथत्र कस स्कल्ुiा थाा ुररभा ा; व्र्ितथत्र के लसद्धा्थ (ें i वरचलेणात्ें क-
181
प्रचन पत्र – 2
6. सामि
ु ातयक मनोववञानान :
साें दवा
र ानर्क ें i वरज्ञाi कस ुररभा ा और स्कल्ुiा साें ािसक कार्यकलाु ें छ िे सें ै
ू क
कस मुर् धगथा साें ािसक िेथiा कस सागनृ थ और साें ािसक सें स्र्ाओ् क सल
र झाiे कस
कार्यराैी साें ािसक ुरररथयi के ललए साें िू ैक नiणयर् लेiा और iेथत्ृ र प्रदवााi करiा
साें ािसक ुरररथयi के ललए प्रभारल कार्य iलनथर्ा्
7. पन
ु वाणस मनोववञानान :
प्राालें क, ें ाध्र्लें क थाा थथ
ृ लर्क नiरारक कार्यिें ें i रज्ञानiकक कस भलू ें का -
शीारीररक, ें ाiलसक थाा साें ािसक रूु से िरiौथल प्राप्थ व्र्ितथर्क, ससे रद्
ृ ध व्र्ितथर्क
के ुi
र रायसi के ललए सेराओ् का आर् सi ुदवाााय दवारू
र ुर् ग, यकशी र अुराध, आुराधधक
व्र्रैार से ुलडिथ व्र्ितथर्क का ुi
र रायस िै्सा के लशीकार व्र्ितथर्क का ुi
र रायस
HIV/AIDS र धगर्क का ुi
र रायस साें ािसक अलभकरणक कस भलू ें का
183
10. सि
ू ना प्रौद्योधगकी और जनसंिार में मनोववञानान का अनप्र
ु योग :
सि
ू iा प्रौद्र् धगकस और सi-स्िार गस
्ू का रथयें ाi ुररदृचर् और ें i रज्ञानiकक कस
भलू ें का सि
ू iा प्रौद्र् धगकस और सi स्िार क्षेत्र ें कार्य के ललए ें i वरज्ञाi व्र्रसानर्र्क
का िर्i और प्रलशीक्षण सि
ू iा प्रौद्र् धगकस और सi-स्िार ें ाध्र्ें से दवारू स्ा लशीक्षण ई-
कॉें सय के द्रारा मद्र्ें शीललथाबैरस्थरीर् वरुणi, दवारू दवाशीयi का प्रभार एर् सि ू iा
प्रौद्र् धगकस और सi-स्िार के द्रारा ें ल्
ू र् प्रनथु ण सि ू iा प्रौद्र् धगकस ें अलभiर
वरकास के ें i रज्ञानiक ुररणाें
184
लोक प्रर्ासन
प्रचन पत्र - 1
प्रर्ासतनक ससद्धांर
1. प्रस्रावना :
2. प्रर्ासतनक धिंरन :
रज्ञानiक प्रब्ध और रज्ञानiक प्रब्ध आ्दवा लi, तलालसकस लसद्धा्थ, रेबर का iौकरशीाैी
ें ॉडल, मसकस आल िiा और रेबर ुचिाथ का वरकास, गनथशीलल प्रशीासi (ें ेर् ुाकयर
फॉले), ें ाiर स्बध
् स्कूल (एल्ि i ें ेर् था अन्र्), कार्युाललका के कार्य (सलआई बiायड)े ,
साइें i नiणयर्i लसद्धा्थ, भागलदवाारी प्रब्ध (ें क ग्रेगर, आर.ललकिय , सल.आसलररस)
3. प्रर्ासतनक व्यवहार :
नiणयर्i प्रयिर्ा एर् थकiलक, स्िार, ें i बल, प्रेरणा, लसद्धा्थ-अ्थरयस्थ,र प्रयिर्ा एर्
सें कालीi; iेथत्ृ र लसद्धा्थ : ुार् ुररक एर् आधरनiक
4. संगठन :
लसद्धा्थ-प्रणाली, प्रास्धगकथा; स्रिiा एर् रूु : ें ्त्रालर् थाा वरभाग, नiगें , क्ुनiर्ा्,
ब डय थाा आर् ग-थदवााय थाा ुराें शीयदवााथा नiकार् ें य
र र्ालर् थाा क्षेत्रलर् स्बध
् नiर्ाें क
प्राधधकारी; ल क-नiसल भागलदवाारी
185
6. प्रर्ासतनक कानन
ू :
अाय, वरस्थार और ें ैत्र, प्रशीासनiक वरधध ुर Dicey, प्रत्र्ार् िसथ वरधाi -प्रशीासनiक
अधधकरण
7. रल
ु नात्मक लोक प्रर्ासन :
प्रशीासनiक प्रणाललर्क ुर प्रभार डालiे राले ऐनथैालसक एर् सें ास रज्ञानiक कारक;
वरलभन्i दवाे शीक ें प्रशीासi एर् रासiलनथ; थल
र iात्ें क ल क प्रशीासi कस अद्र्थi िस्ानथ;
ुररिस्ानथकस कस एर् प्रशीासi, ररिग्सर्i ें ॉडल एर् मiके आल िक
8. ववकास गतरकी :
वरकास कस स्कल्ुiा, वरकास प्रशीासi कस बदवालथल ुररचछिदवाका; वरकास वरर धल
अलभधारणा, iौकरशीाैी एर् वरकास; शीितथशीाली राज्र् बiाें बासार वररादवा; वरकासशीलल
दवाे शीक ें प्रशीासi ुर मदवाारीकरण का प्रभार; ें िैला एर् वरकास, स्रर्् सैार्था सें ै
ू
आ्दवा लi
9. कासमणक प्रर्ासन :
ें ाiर स्साधi वरकास का ें ैत्र, भथी प्रलशीक्षण, सलवरका वरकास, ैलसर्थ रगीकरण,
अiशी
र ासi, नiष्ुादवाi ें ल्
ू र्ा्कi, ुदवा न्iनथ, रेथi थाा सेरा शीथें, नiर् तथा-कें यिारी स्बध
् ,
लशीकार्थ नiरारण यिर्ा वरधध, आिरण स्िैथा, प्रशीासनiक आिार-iलनथ
10. लोकनीतर :
iलनथ नiें ायण के ें ॉडल एर् मiके आल िक; स्प्रत्र्र्लकरण कस प्रयिर्ाए्, आर् सi;
कार्ायन्रर्i, ें ाiलिरi, ें ल्
ू र्ा्कi एर् ुi
र रीक्षा एर् मiकस सलें ाए्; राज्र् लसद्धा्थ एर्
ल कiलनथ सत्र
ू ण
11. प्रर्ासतनक सध
ु ार रकनीकें :
स्ग i एर् ुद्धनथ, कार्य अध्र्र्i एर् कार्य प्रब्धi; ई-गरiेस एर् सि
ू iा प्रौद्र् धगकस;
प्रब्धi सैार्था मुकरण ससे यक iेिरकय वरचले ण, MIS, PERT, CPM
186
प्रचन पत्र - 2
भाररीय प्रर्ासन
कौििल्र् का अायशीास्त्र; ें ग
र ल प्रशीासi; रासiलनथ एर् प्रशीासi ें बब्रििशी शीासi का ररता-
ल क सेराओ् का भारथलर्करण, रासस्र प्रशीासi, िसला प्रशीासi, स्ााiलर् स्रशीासi
187
9. ववत्रीय प्रबंध :
रासiलनथक मुकरण के रूु ें बसि; ल क व्र्र् ुर स्सदवाीर् नiर््त्रण; ें ौिद्रक एर्
रासक लर् क्षेत्र ें वरत्थ ें ्त्रालर् कस भलू ें का; लेखाकरण थकiलक; लेखाुरीक्षा; लेखा
ें ैानiर््त्रक एर् भारथ के नiर््त्रक एर् ें ैालेखा ुरीक्षक कस भलू ें का
13. कानन
ू व्यवस्था प्रर्ासन :
बब्रििशी ररता; राष्ट्रीर् ुलर लस आर् ग; सा्ि अलभकरण; वरधध व्र्रस्ाा बiाए रखiे थाा
मुप्लर एर् आथ्करादवा का साें iा करiे ें ुरालें ललिरी बलक सें ेथ केन्द्रीर् एर् राज्र्
अलभकरणक कस भलू ें का; रासiलनथ एर् प्रशीासi का अुराधलकरण; ुलर लस ल क स्बध
् ;
ुलर लस ें सध
र ार
समाजर्ास्त्र
प्रचन पत्र-1
समाजर्ास्त्र के मल
ू भर
ू ससद्धांर
188
3. अनस
ु ध
ं ान पद्धतरयां एवं ववचलेर्र् :
(क) गण
र ात्ें क एर् ें ात्रात्ें क ुद्धनथर्ा्
(ख) दवात्थ स्ग्रैण कस थकiलक
(ग) ुरररथय, प्रनथिर्i, प्रातकल्ुiा, वरचरसiलर्था एर् रधथा
4. समाजर्ास्त्री धिंरक :
(क) कालय ें ातसय-ऐनथैालसक भौनथकरादवा, मत्ुादवाi वरधध, वर स्बध
् i, रगय स्घ य
(ख) इें ाईल दवाख
र लें -श्रें वरभासi, साें ािसक थथ्र्, आत्ें ैत्र्ा, धें य एर् सें ास
(ग) ें तस रेबर-साें ािसक यिर्ा, आदवाशीय प्रारूु, सत्था, अधधकारीथ्त्र, प्र िे स्िि iलनथ
शीास्त्र और ुस
ू् लरादवा कस भारiा
(घ) थालकॉि ुासयन्स-साें ािसक व्र्रस्ाा, प्रनथरूु ुरररथय
(ड.) राबिय के ें िय i-अव्र्तथ थाा अलभव्र्तथ प्रकार्य अiरू
र ुथा एर् वरसाें ान्र्था, स्दवाभय
सें ै
ू
(ि) ें लड-आत्ें एर् थादवाात््र्
189
9. नारेिारी की व्यवस्थाएं:
(क) ुरररार, गै
ृ स्ाल, वरराै
(ख) ुरररार के प्रकार एर् रूु
(ग) र्शी एर् र्शीाiि
र ें
(घ) वुथथ
ृ त्र
् एर् श्रें का लल्गाधाररक वरभासi
(ड.) सें साें नर्क प्ररिृ त्थर्ा्
प्रचन पत्र – 2
190
ख. सामाश्जक संरिना:
(i) र बामीर् एवं कवर्क सामाश्जक संरिना
(क) भारथलर् ग्राें का वरिार एर् ग्राें अध्र्र्i
(ख) कृव क साें ािसक स्रिiा - ुट्िे दवाारी प्रणाली का वरकास, भलू ें सध
र ार
191
192
सांश्ख्यकी
प्रचन पत्र - 1
प्रातयकरा :
प्रनथदवाशीय सें िष्ि एर् अiर
र त्ृ थ, प्रानर्कथा ें ाु एर् प्रानर्कथा सें िष्ि, ें ेर्फलi के रूु ें र्ादृिचछक
िर, र्ादृिचछक िर का ब्िi फलi, अस्थथ एर् स्थथ-प्ररूु र्ादृिचछकिर, प्रानर्कथा द्रव्र्ें ाi
फलi, प्रानर्कथा घiत्र फलi, सिदवाशीें ाi र्ादृिचछकिर, मुा्थ एर् सप्रनथब्ध ब्िi, अiर
र त्ृ थक का
एर् र्ादृिनछक िरक का प्रस्भाव्र् स्राथ्त्र्र्, र्ादृिचछक िर कस प्रत्र्ाशीा एर् आघण
ू ,य सप्रनथब्ध
प्रत्र्ाशीा, र्ादृिचछक िर का अiि
र ें ें अलभसरण, ब्िi ें प्रानर्कथा ें p-th ें ाध्र् ें , एर्
लगभग ैर सगै, मiका नiक एर् अ्थस्बध
् , शीेबलशीेर असलें का थाा णखलशीi का रै
ृ द् स्यर्ाओ्
का दवाब
र ल
य नiर्ें , रै
ृ द् स्यर्ाओ् का प्रबल नiर्ें एर् कालें ग र फ प्रें ेर्, प्रानर्कथा सii फलi,
आघण
ू य सii फलi, अलभलक्षण फलi, प्रनथल ें i प्रें ेर्, केन्द्रीर् सलें ा प्रें ेर् के लल्डरबगय एर् लेरल
प्रारूु, ें ाiक अस्थथ एर् स्थथ प्रानर्कथा ब्िi
193
बेस आकलi, अर्ादृिचछकसकृथ थाा र्ादृिचछकसकृथ ुरीक्षण, िा्नथक फलi, MP ुरीक्षण, iेें i-
वुअसयi प्रें ेनर्का, UMP ुरीक्षण, एकिदवाष्ि स्भावरथा अiु
र ाथ, सें रूु एर् अiलभiथ ुरीक्षण,
एकल प्रािल के ललए UMPU ुरीक्षण, स्भावरथा अiु
र ाथ ुरीक्षण एर् इसका मुागाें ल, ब्िi,
वरचरास्र्था ुररब्ध एर् ुरीक्षणक के साा इसका स्बध
्
सभ्सi—सष्र र था एर् इसकस स्गनथ के ललए क ल्ें ग र फ ुरीक्षण, धिह्i ुरीक्षण एर् इसका
इष्िथें त्र, वरलकॉफतसi धििन्ैथ-क िि ुरीक्षण एर् इसकस स्गनथ, क ल्ें ग र फ-िस्ें रi फ द्वर-
प्रनथदवाशीय प्रलशीक्षण, रi ुरीक्षण, वरलकॉतसi-ें i िव्ैिiल ुरीक्षण एर् ें ािध्र्का ुरीक्षण, मiकस
स्गनथ थाा मुगाें ल प्रसाें ान्र्था, राल्ड का SPRT एर् इसके गण
र धें य बiल
ूय ी, प्रासक, प्रसाें ान्र् एर्
िरघाथा्कस ब्िiक के ललए प्रािलक के बारे ें ुरीक्षणक के ललए OC एर् ASN फलi, राल्ड का ें ल
ू
थत्सें क
194
I औद्योधगक सांश्ख्यकी :
प्रयिर्ा एर् मत्ुादवा नiर््त्रण, नiर््त्रण िािों का साें ान्र् लसद्धा्थ, िरक एर् गण
र क के ललए
वरलभन्i प्रकार के नiर््त्रण िािय X, R, s, p, np एर् c - िािय , स्िर्ल र् ग िािय , गण
र क के
ललए एकशी:, द्वरशी: बैरक एर् अiि
र लें क प्रनथिर्i र् सiाए्, OC, ASN, AOQ एर् ATI
रि, मत्ुादवाक एर् मुभ तथा स णखें कस स्कल्ुiाए्, AQL, LTPD एर् AOQL, िरक के
ललए प्रनथिर्i र् सiा, डॉस-र लें ्ग सारणलर्क का प्रर् ग
वरचरास्र्था कस स्कल्ुiा, वरफलथा दवार एर् वरचरास्र्था फलi, श्रेणणर्क, सें ा्थर प्रणाललर्क
एर् अन्र् सरल वरन्र्ासक कस वरचरास्र्था, iरलकरण घiत्र एर् iरलकरण फलi, वरफलथा
प्रनथदवाशीय : िरघाथा्कस, वरबल
र , प्रसाें ान्र्, लॉग प्रसाें ान्र्
आर्र ुरीक्षण ें सें स्र्ाए्, िरघाथा्कस नiदवाशीों के ललए ख्डरिसयथ एर् रू्िदवाथ प्रर् ग
II इष्ट्िरमीकरर् प्रववधधयां :
स्यिर्ा वरज्ञाi ें वरलभन्i प्रकार के नiदवाशीय, मiकस रिiा एर् ैल कस साें ान्र् वरधधर्ा्,
अiक
र ार एर् ें ॉण्िे -कालो वरधधर्ा्, रणखक प्र ग्राें (LP) सें स्र्ा का सत्र
ू लकरण, सरल LP
नiदवाशीय एर् इसका आलेखलर् ैल, प्रसें च
र चर् प्रयिर्ा, कृबत्रें िरक के साा M-प्रवरधध एर्
द्वरप्रारस्ाा वरधध, LP का द्रध लसद्धा्थ एर् इसकस आधायक वररक्षा, सग्र
र ािैथा वरचले ण,
ुरररैi एर् नiर्थi सें स्र्ा, आर्ानथथ खेल, दवा -व्र्ितथ शीन्
ू र् र् ग खेल, ैल वरधधर्ा्
(आलेखलर् एर् बलसलर्)
क्प्र्ि
ू रक ुर SPSS ससे साiे-ें ाiे सा्ियर्कसर् सॉफ्िरेर्र ुकेसक का प्रर् ग कर
सा्ियर्कसर् सें स्र्ाओ् के ैल प्राप्थ करiा
195
प्राखर् ववञानान
प्रचन पत्र - 1
1. अरज्जक
ु ी और रज्जुकी :
(क) वरलभन्i फाइलक का मुरगों थक रगीकरण एर् स्बध
् ; एसलल ें ेिा और सलल ें ेिा;
प्र ि स्ि ें और डर्ि
ू े र स्ि ें , बाइलेिरे ललर्ा और रे डडएिा, प्र ििस्िा ुेरास आ,
ओनiक फ रा थाा ैे लें कॉरडािा का स्ााi; सें लें नथ
196
2. पाररश्स्थतरकी:
197
3. जीव पाररश्स्थतरकी :
(क) व्र्रैार: स्रेदवाी नiस्र््दवाi, प्रनथस्रेिदवाथा, धिह्i मद्दवाीुi, सलखiा एर् स्ें नृ थ, रिृ त्थ,
अभ्र्ास, प्राiक
र ू लi, अध्र््कi
(ख) िालi ें ैाें ोंiक कस भलू ें का, स्िेथi प्रसार ें फसर ें iक कस भलू ें का : ग ुकथा,
ुरभक्षल ुैिाi, ुरभक्षल थौर थरीके, प्राइें ेिक ें साें ािसक स ुाi, कसिक ें
साें ािसक स्ग i
(ग) अलभवरन्र्ास, स्िालi, अभलगै
ृ , सवरक लर्; सवरक नiर्थकाललकथा, ज्ररीर्,
ऋथु
र रक थाा िदवारसप्रार् लर्
(घ) र्ौi द्र्द्र, स्राायुरथा, iाथेदवाारी एर् ुर ुकाररथा सें ेथ प्राणल-व्र्रैार के
अध्र्र्i कस वरधधर्ा्
198
6. उपकरर्ीय पद्धतर :
(क) स्ुेतट्रें ल प्रकाशीें ावुत्र प्रारस्ाा वरुर्ायस एर् प्रनथदवाीिप्थ सक्ष्
ू ें दवालशीयकस, रे डडर् ऐितिर
अiरर े खक, द्रथ
र अुकेिन्द्रत्र, सेल एलेतट्र फ रे लसस, PCR, ALISA, FISH एर्
गण
र सत्र
ू ुिि्ग
(ख) लेितट्रॉi सक्ष्
ू ें दवाशीी (TEM, SEM)
प्रचन पत्र - 2
2. आनव
ु सं र्की :
(क) सलi कस आधनर iक स्कल्ुiा, वरभतथ सलi, सलi-नiर्ें i, आiर
र ल् शीक-कूि
(ख) लल्ग गण
र सत्र
ू एर् मiका वरकास, ड्र स यफला थाा ें ाiर ें लल्ग-नiधायरण
(ग) र्शीागनथ के ें डलीर् नiर्ें , ुiर र्ोसi, सैलग्रथा, बसैरर्ग्र ें वरकल्ुक, रतथ सें ै
ू क
कस आiर र ल् शीकस, र्शीारली वरचले ण, ें ाiर ें र्शीागथ र ग
(घ) मत्ुरररथयi थाा मत्ुरररथयसii
(ड.) ुi
र र्ोगस DNA प्रौद्र् धगकस, राैकक के रूु ें प्लसलें ड्ब्स, कॉसलें ड्ब्स, कृबत्रें
गण
र सत्र
ू , ुारसलiल, DNA तल नi्ग थाा ुण
ू य तल नi्ग (लसद्धा्थ थाा यिर्ा
ुद्धनथ)
(ि) प्र कररर् ट्स थाा र्क
ू ररर् ट्स ें सलi नiर्ें i थाा सलi अलभव्र्ितथ
(छ) स्केथ अण,र क लशीका ें त्ृ र्,र स्केथi ुा ें दवा थाा ुररणाें
(स) RFLP, RAPD एर् AFLP थाा यफ् गरवप्रिि्ग ें अiप्र
र र् ग, राइब साइें प्रौद्र् गकस,
ें ाiर सलi ें ुररर् सiा, सलi लें तस एर् प्र ि लें तस
3. ववकास :
199
4. वगीकरर्-ववञानान :
(क) प्राणणरज्ञानiक iाें ारली, अ्थरायष्ट्रीर् नiर्ें , तलडडिस्ितस, रािण्रक रधगयकस एर् सर
वरवरधथा
5. जीव रसायन :
(क) काबोंैाइड्रेिक, रसाओ्, रसाअ्लक एर् क लेस्िे रॉल, प्र िीiक एर् अें लiक अ्लक,
न्र्िू तलइक अ्लक कस स्रिiा एर् भलू ें का, बार् एiसेिितस
(ख) ग्लाइक लाइलसस थाा िब्स िि, ऑतसलकरण थाा अुिर्i, ऑतसलकरणल
फास्फ ररलेशीi, ऊसाय स्रक्षण थाा वरें िi, ATP िि, ििसर् AMP – इसकस
स्रिiा थाा भलू ें का
(ग) ैाें ोi रगीकरण (स्िे राइड थाा ुेप्िाइड ैाें ोi), सर स्चले ण थाा कार्य
(घ) ए्साइें : यिर्ा के प्रकार थाा यिर्ा वरधधर्ा्
(ड.) वरिालें i थाा क -ए्साइें
(ि) इ्र्i
ू ग्ल ब्र्लू लi एर् र धक्षें था
200
7. पररवधणन जीवववञानान :
(क) र्ग्र ें क सii; शीि
र कस रिiा, ें ें ेललर्i शीि
र कस ुात्रे एर् सलरे धाररथा अ्ड
सii, ुण
ू य शीतथथा, नi ि
े i, ें ाफोसेनiसस एर् ें ाफोसेi, ब्लास्ि सेनiसस, शीरीर
अक्ष रिiा कस स्ााुiा, फेि ें ाiधित्र, ें ेढ़क एर् िस
ू े ें गेस्िरलेशीi, िस
ू े ें
वरकासाधलi सलi, अ्गा्थरक सलi, आ्ख एर् हृदवार् का वरकास, स्थनiर्क ें अुरा
(ख) क लशीका र्शी ुर् ुरा, क लशीका-क लशीका अन्र् न्र् यिर्ा, आiर
र ल् शीक एर् प्रेररथ
वररूुसiकथा, ए्सलवरर्ा ें कार्ा्थरण के नiर््त्रण ें रार्र ितसi कस भलू ें का,
शीरकससii एर् धिरभ्रण्
ू साथा, क लशीका ें त्ृ र्,र कालप्रभारi
(ग) ें ाiर ें वरकासलर् सलi, ुात्रे नi ि
े i एर् भ्रण
ू अ्थरण, तल नi्ग
(घ) स्िे ें क लशीका : स्र थ, प्रकार एर् ें ाiर कल्र्ाण ें मiका मुर् ग
(ड.) सानथ अरथयi नiर्ें
पररसर्ष्ट्ि – II (क)
201
पररसर्ष्ट्ि-II (ख)
202
203
उम्मीिवारों को उनके स्वयं के टहर में सलाह िी जारी है कक वे परीक्षा हॉ ल में कोई भी
बहुमल्
ू य वस्रु न लाएं तयोंकक उनकी सरु क्षा सतु नश्चिर नहीं की जा सकरी। इस संबध
ं में
ककसी भी नक ु सान के सलए आयोग श्जम्मेिार नहीं होगा।
रस्थनर iष् प्रचi-ुत्रक ें म्ें लदवारार द्रारा िदवाए गए गलथ मत्थरक के ललए दवा् ड (iेगेििर
ें ायकिंग) िदवार्ा साएगा
(i) प्रत्र्ेक प्रचi के ललए िार रकिल्ुक मत्थर ैैं, म्ें लदवारार द्रारा प्रत्र्ेक प्रचi के
ललए िदवाए गए एक गलथ मत्थर के ललए प्रचi ैे थर नiर्थ यकए गए अ्कक का 1/3
(0.33) दवा् ड के रूु ें कािा साएगा
(ii) र्िदवा क ई म्ें लदवारार एक से अधधक मत्थर दवाे था ै, थ इसे गलर उत्रर ें ाiा
204
7. उत्रर पत्रक/परीक्षर् पश्ु स्रका/कच्िे कायण पत्रक में मांगी गई ववसर्ष्ट्ि मिों की सि
ू ना के
205
प्रचi ुत्र ुरीक्षण ुिर स्थका के रूु ें ै गा इस ुिर स्थका ें िें स्यर्ा 1,2,3… आिदवा के
िें ें प्रचiा्शी के iलिे (ए), (बल), (सल) और (डल) के रूु ें प्रत्र्त्र थर अ्यकथ ैकगे
आुका काें एक सैी प्रत्र्त्र थर क िरiiा ै र्िदवा आुक एक से अधधक प्रत्र्त्र थर सैी
लग थ मiें से आुक सरोत्थें प्रत्र्त्र थर का िरiार करiा ै गा यकसल भल िस्ानथ ें
प्रत्र्ेक प्रचiा्शी के ललए आुक एक ैी प्रत्र्त्र थर का िi
र ार करiा ै गा र्िदवा आु एक से
अधधक प्रत्र्त्र थर िरi लेथे ैैं थ आुका प्रत्र्त्र थर गलथ ें ाiा साएगा
मत्थर ुत्रक ें िें स्यर्ाए् 1 से 160 छाुे गए ैैं, प्रत्र्ेक प्रचiा्शी (स्यर्ा) के साें iे
(ए), (बल), (सल) और (डल) धिन्ै राले रत्ृ थ छुे ै थे ैैं सब आु ुरीक्षण ुिर स्थका के
प्रत्र्ेक प्रचiा्शी क ुढ़ ल और र्ै नiणयर् करiे के बादवा यक िदवाए गए प्रत्र्त्र थरक ें से
क i सा एक प्रत्र्त्र थर सैी र्ा सरोत्थें ैैं, आपको अपना प्रत्यत्ु रर उस वत्र को काले
बाल पेन से परू ी ररह से काला बनाकर अंककर कर िे ना है ।
मदवााैरण के थौर ुर र्िदवा प्रचiा्शी 1 का सैी प्रत्र्त्र थर (बल) ै थ अक्षर (बल) राले रत्ृ थ
क नi्iाiस
र ार काले बाल ुेi से ुरू ी थरै काला कर दवाे iा िािैए ससायक iलिे िदवाखार्ा
गर्ा ै
मदवााैरण (a ) • (c) (d )
206
ें ाi ल र्िदवा आु गणणथ के प्रचi-ुत्र* के रास्थे ुरीक्षा ें िदवाल्ली केन्द्र ुर मुिस्ाथ ै रैे ैैं और
आुका अiि
र ें ा्क 0812769 ै थाा आुकस ुरीक्षण ुिर स्थका श्रख
् ृ ला ‘ए’ ै थ आुक काले बाल ुेi से
इस प्रकार भरiा िािैए *
207
आुक अगली कारय राई र्ै करiल ै यक आु i ििस ें से सें धर िथ वर र् क ड ढूढ़ सब आु ुरीक्षण
ुिर स्थका श्र्ख
ृ ला, वर र् क ड थाा अiि
र ें ा्क क इस प्रर् सi के ललए नiधायररथ रत्त
ृ क ें कूिबद्ध करiे का
कार्य काले बाल ुेi से कर केन्द्र का iाें कूिबद्ध करiे कस आरचर्कथा iैी् ै ुरीक्षण ुिर स्थका
श्र्ख
ृ ला क ललखiे और कूिबद्ध करiे का कार्य ुरीक्षण ुिर स्थका प्राप्थ ै iे थाा मसें से ुिर स्थका
श्र्ख
ृ ला कस ुिर ष्ि करiे के ुचिाथ ैी करiा िािैए
(B ) कपया अंर बेजी से िे खें
(C)
(D )
ें ैत्रुण
ू य : कृुर्ा र्ै सनर iिचिथ कर ल यक
आुiे अुiा वर र्, ुरीक्षण ुिर स्थका िें थाा
अiि
र ें ा्क ीक से कूिबद्ध यकर्ा ै
209
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210