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के वल कार्ाालर्ी उपर्ोग हेतु

भारत सरकार रे लवे

सामान्र् ियर्म

पूवा रे लवे के

सहार्क ियर्मों
एवं
पररििषटों

के साथ-साथ सरकार द्वारा प्रिािसत भारत गणतंत्र के तहत रे लवे की


समस्त ाालू लानयों के िलए

( 29 तक िुिि पत्र )

संिोिित
भारतएवंसरकार
पुय:मुद्रित
2015
भारत सरकार
रे ल मंत्रालर्
(रे लवे बोर्ा)
..............................

सं. 69 - आरआर / 4

द्रियांक 11 फरवरी, 1976

अििसूाया

भारतीर् रे लवे अििियर्म, 1890 (1890 का 9 ) की िारा 47 द्वारा प्रित्त


अििकारों का प्रर्ोग कर भारत सरकार एतद्द्वारा र्ात्री, पिु अथवा मालों के
सावाजियक वहय हेतु तत्समर् प्रर्ु्त रर सरकार द्वारा प्रिािसत भारत के समस्त
रे लों के िलए ियि यलि त सामान्र् ियर्म बयाता ह
पररििषटों एवं िुिि पिार्ों का रिजस्टर

िुिि पाी पृषि सं्र्ा संिोिित ियर्म सं.


सं्र्ा ितिथ
पररििषटों एवं िुिि पिार्ों का रिजस्टर

िुिि पाी पृषि सं्र्ा संिोिित ियर्म सं.


सं्र्ा ितिथ
पररििषटों एवं िुिि पिार्ों का रिजस्टर

िुिि पाी पृषि सं्र्ा संिोिित ियर्म सं.


सं्र्ा ितिथ
पररििषटों एवं िुिि पिार्ों का रिजस्टर

िुिि पाी पृषि सं्र्ा संिोिित ियर्म सं.


सं्र्ा ितिथ
पररििषटों एवं िुिि पिार्ों का रिजस्टर

िुिि पाी पृषि सं्र्ा संिोिित ियर्म सं.


सं्र्ा ितिथ
भारत सरकार
रे ल मंत्रालर्
(रे लवे बोर्ा)
सं. 69 - आरआर / 4

यई द्रिलली द्रियांक 11 फरवरी, 1976

सं क लप
सरकार द्वारा प्रिािसत रर र्ाित्रर्ों, पिुओं अथवा माल के सावाजियक वहय हेतु तत्समर्
प्रर्ु्त भारतीर् रे लों (ाालू लानयों) के िलए समान्र् ियर्म, 1976.
1. हाल के वर्षों में, िसग्यलिंलग एवं नंटरलकिंकग की प्रिवििर्ों, कर्षणा के तरीकों रर यवीय उपस्करों के प्रर्ोग
में िवाारायीर् िवकास ये, भारत में रे लों की ाालू लानयों के संाालय के िलर्े सामान्र् ियर्मों के
पररिोिय को आवश्र्क बया द्रिर्ा ह, िजन्हें अंितम बार सय 1929 में पररिािित द्रकर्ा गर्ा था नय
ियर्मों के पररिोिय की वाकलत रे लवे िुर्ाटया सिमित, 1962 रर रे लवे िुर्ाटया जॉंा सिमित, 1968
द्वारा भी की गई थी िजन्होंये अपेा ा की थी द्रक नय ियर्मों का पररिोिय य के वल वतामाय िस्थितर्ों को
िे कर बिलक ियकट भिवषर् में आये वाली िस्थितर्ों को भी धर्ाय में र कर ियरन्तर द्रकर्ा जाया ाािहए
रर उन्होंये हाल के वर्षों में प्रद्योोिगकी-पररवताय हेतु उपबन्ि करये के समर् भी नय ियर्मों के मूल सूपप
को अा ुण्ण र ये की आवश्र्क पर बल द्रिर्ा

2. नस उद्देश्र् से, रे लवे बोर्ा द्वारा 1968 में र्ातार्ात एवं िसग्यल िवभाग से ार्ियत अििकाररर्ों से र्ु्त
एक सिमित का गिय द्रकर्ा गर्ा फरवरी 1970 में बोर्ा के िवाार हेतु नस सिमित ये मसद्यिा ियर्मों का
एक सेट प्रस्तुत द्रकर्ा रे लवे संरा ा आर्ोग, िजसकी रटप्पिणर्ॉं भी नस संबंि में मांगी गई थं, ये नय
मसद्यिा ियर्मों को अपयाये का समथाय यहं द्रकर्ा, नसये स्टेियों का वगीकरण, प्रत्र्ेक वगा के स्टेिय हेतु
िसग्यलों के न्र्ूयतम उपस्कर आद्रि जसी कु मूलभूत ियिचितत संकलपयाओं के उन्मूलय का प्रस्ताव द्रकर्ा
था वर्षा 1971-72 की वािर्षक ररपोटा में आर्ोग ये कहा द्रक उय ियर्मों, जो 100 वर्षों से अििक समर् तक
गाडी संाालय व परराालय संरा ा का आिार थे रर जो हजारों रे ल कमाााररर्ों के मिस्तषक में स्थािपत
हो गर्े थे, का वर्ापक ूपप से पररिोिय एवं उयकी पुयवर्ावस्था की कोई आवश्र्कता यहं ह तियुसार,
आर्ोग ये वाे सामान्र् ियर्मों के मसद्यिे को स्वीकार करये में रे लवे बोर्ा से अपीय असमथाता जािहर कर
िी

3. रे लवे संरा ा आर्ोग द्वारा अिभवर््त िृ़ मत रर रे लवे िुर्ाटया सिमित, 1962 एवं रे लवे िुर्ाटया जॉंा
सिमित, 1968 की सकारात्मक संस्तुितर्ों पर िवाार करते एए, सिस्र् र्ातार्ात, रेलवे बोर्ा ये िसत बर
1972 में िवियश्ार् द्रकर्ा द्रक िवोमाय सामान्र् ियर्मों में पररिोिय नस प्राकर द्रकर्ा जाए द्रक वह नय
मतों के सुसंगत हो रर उयमें, वतामाय ियर्मों के के वल ऐसे पहलु िािमल हों िजयमें प्रद्योोिगकीर्
पररवतायों के आलोक में आिोिय की आवश्र्कता हो र्ा जहॉं कु ियिचितत वतामाय ियर्मों के प्रर्ोग की
प्रासंगद्रकता यहं रही ह तियुसार, संरा ा ियिेिालर् द्वारा रे लवे बोर्ा के अन्र् ियिेिलर्ों से परामिा
करके सामान्र् ियर्मों की द्रफर से समीा ा की गई
4. पररिोिित सामान्र् ियर्मों का अयंितम अंक, भारत सरकार, रे ल मंत्रालर् (रे लवे बोर्ा) के पत्रांक 68-
आरआर2/वकल-V, द्रियांक 25 जुलाई, 1974 के अंतगात, समालोाया एवं सुझावों हेतु रे ल प्रिासयों,
अयुसंिाय, अिभकलप एवं मायक संगिय, रे लवे संरा ा आर्ोग, रे लवे स्टाफ कालेज, वर्ोिरा, भारतीर्
रे लवे िसग्यल नंजीियर्री एवं िूरसंाार संस्थाय, िसकन्िराबाि, नंिर्र्य रे लवे नंस्टीट्यूटूट फ एर्वांस्र् ्क
टे्योलकजी, पूणे, नंिर्र्य रेलवे नंस्टीट्यूटूअ फ मके ियकल एंर् नलेि््कल नंजीियर्ंरग, जमालपुर आद्रि,
को पररपित्रत द्रकर्ा गर्ा

5. रे ल प्रिासयों, रे लवे संरा ा आर्ोग, अन्र् रे ल संस्थायों रर िविि मंत्रालर् से प्राप्त सुिवस्तृत मिों एवं
रटप्पिणर्ों पर, संबंिित ियिेिालर्ों के परामिा से, सिस्र् र्ातार्ात, रे लवे बोर्ा द्वारा िवाार द्रकर्े जाये के
बाि, भारत सरकार द्वारा प्रििसत रे लों के िलए सामान्र् ियर्मों का एक स पूणा पररिोिित सेट बयाकर
के न्िीर् सरकार द्वारा अििसूाया सं.69-आरआर/4 आज की तारी को उस तारी से प्रर्ोग में लाये के
िलए, िजसे के न्िीर् सरकार, राजपत्र में अििसूिात करते एए ियर्त करे , स्वीकृ त एवं जारी द्रकर्ा गर्ा ह

6. के न्िीर् सरकार अपेा ा करती ह द्रक उ्त ियर्मों को उय िविभन्य रे लों के प्रिासयों के सूाया में भी लार्ी
जाए जो सरकार द्वारा प्रिािसत यहं हैं रर ऐसी रे लों के रे ल प्रिासयों के प्रमु ों से , ऐसे आिोिय (र्द्रि
कोई हो), जसा द्रक प्रत्र्ेक मामले में आवश्र्क समझा जाए, के साथ नय ियर्मों को अपयाये के िलर्े
रपााररक आवेिय प्रस्तुत करये के िलए आमंित्रत द्रकर्ा जाए

आिेि : आिेि द्रिर्ा जाता ह द्रक, जसा द्रक भारतीर् रेल अििियर्म, 1890 (1890 का 9) की िारा 47 द्वारा
अपेिा त ह, र्ह संकलप, नसके अयुलग्यकों के साथ, राजपत्र में अििसूाया द्वारा प्रकािित द्रकर्ा जाए
रर द्रक, उ्त िारा की उपिारा (6) द्वारा र्थाियर्दिषट, नसकी एक प्रित रे लवे स्टेियों पर ियरीा ण हेतु
र ी जाए रर र्ह भी द्रक नस संकलप रर नसके अयुलग्यकों की प्रितिलिप िय यिलि त सरकारों,
प्रिासयों एवं अििकाररर्ों को सूायाथा भेजी जाए

सिस्र् र्ातार्ात, रे लवे बोर्ा


एवं
भारत सरकार के पिेय सिाव
प्रा्कथय
1. पूवा रे लवे के सहार्क ियर्मों के साथ, ाालू लानयों र्ा रे लों के िलए सामान्र् ियर्म कमाााररर्ों की
सूाया एवं मागाििाय हेतु नसके साथ प्रकािित द्रकर्े जाते हैं
2. (ए) सामान्र् ियर्म िीर्ा टंकण (बोलर् टानप) में मुद्रित द्रकर्े गर्े हैं जबद्रक सहार्क ियर्म लर्ु टंकण में हैं रर
साथ ही सहार्क ियर्म अा रों के द्वारा संकेितत द्रकर्े गर्े हैं
(बी) सहार्क ियर्म को क्रमागत ूपप से सं्र्ाबि यहं द्रकर्ा गर्ा ह बिलक उयकी सं्र्ा भी वही ह जो उस
सामान्र् ियर्म की ह िजसकी वे वर्ा्र्ा अथवा प्रविाय करते हैं
(सी) सहार्क ियर्म को सामान्र् ियर्मों के साथ िमलाकर प़ ा जाएगा रर वे कमाााररर्ों पर समाय ूपप से
बाधर्कारी होंगे
3. रे ल सेवकों की िविि बाधर्ता :- प्रत्र्ेक रे ल सेवक, रे वे पर लागू सामान्र् एवं िवभागीर् ियर्मों का पालय
करये के िलर्े अपये ियर्ोजय की ितों, िजय पर वह ियर्ोिजत एआ ह, के अयुसार बाधर् होगा (2
िसत बर,1873 के पररपत्र सं.30 के 227, 229जी रर 1, पीर्ब्यलर्ूर्ी के अयुसार)
4. ियर्म पुस्तक की िे रे :- ियर्मों की नस पुस्तक का धर्ायपूवाक अधर्र्य द्रकर्ा जए रर प्रर्ोग के िलर्े
तर्ार र ी जाए तथा जब भी नसे द्रकसी सेवक को जारी द्रकर्ा जार्ेगा तो उसके द्वारा र्ह पूरी सेवा के िद्यराय
अपये पास र ी जाएगी समर्-समर् पर अििसूिात द्रकर्े जाये वाले समस्त पररवतायों अथवा संिोियों को
उयके जारी करये के समर् र्थाियर्दिषट स्पषट ूपप से िजा द्रकर्ा जार्े र्ह पुस्तक प्रिासर्य की स पिि ह रर
सेवा ोडये पर नसे िारक द्वारा वापस द्रकर्ा जाएगा
5. आिेिों को य समझा पाया :- र्द्रि द्रकसी रेल सेवक को कोई आिेि पूरी तरह समझ में यहं आ रहा ह तो वह
अपये से िीक वररषि से उसे समझ सकता ह
6. आिेिों में पररवताय :- नस पुस्तक में अन्तिवषट द्रकसी भी आिेि में प्राििकृ त अििकारी के िलि त ूपप में
अिभवर््त प्राििकार को ोडकर, कोई हेर-फे र, उसका अििक्रमण अथवा उसे ियलि बत यहं द्रकर्ा जार्ेगा
रर द्रकसी भी रे ल सेवक को नसमें विणत द्रकसी भी ियर्म की, ऐसे ियर्म को उसके स्वर्ं के द्वारा अथवा उसके
पि-पूवावती के द्वारा प्रस्थाय र्ा काम में य लाये की अयुमित के कारण, उपेा ा के िलर्े ा मा यहं द्रकर्ा
जार्ेगा य ही द्रकसी ियर्म की उपेा ा को नसे य मायये को न्र्ार्ोिात िहराये के अिभवाक के ूपप में स्वीकार
द्रकर्ा जार्ेगा
7. प्रानवेट र े जाये वाले आिेि :- (ए) नस संबंि में जारी द्रकर्े गर्े समस्त आिेि, पत्र रर अयुिेि प्रानवेट माये
जार्ेंगे रर प्रिासय के के वल ऐसे कमाााररर्ों को संसूिात द्रकर्े जार्ेंगे जो उयसे संबंिित हों
(बी) रे लवे कार्ा से संबंिित पत्र र्ा संसूाया, िविेर्ष अयुिि
े ों के िबया जयता को किािप यहं िी अथवा ििााई
जार्ेगी
8. ियरस्त द्रकर्े गर्े पुराये आिेि :- रेल सेवकों के मागा-ििाय हेतु जारी द्रकर्े गर्े समस्त पूवव
ा ती ाालू, सहार्क
रर िवोमाय आिेि नय ियर्मों द्वारा ियरस्त द्रकर्े जाते हैं
9. पररििषट एवं िुििपत्र :- नस पुस्तक के प्रकािय के पश्ाात) जारी द्रकर्े गर्े समस्त पररििषटों रर िुििपत्रों
का अिभले नस पुस्तक के प्रारं भ में अिभले पृषिों पर र ा जार्ेगा
10. ियर्मों का अयुप्रर्ोग :- जहॉं कहं द्रकसी सहार्क ियर्म में पूवा रेलवे अिभवर्िि का प्रर्ोग द्रकर्ा जाता ह तो
नसका अथा नसका, पूवा रे लवे प्रिासय द्वारा संाािलत सभी लानयों पर लागू होया समझा जार्ेगा
11. अयुपरू क ियर्म पुस्तक :- एब्यसकलर्ूट ब्यलकक प्रणाली के अन्तगात िवोुत र्ंत्रों द्वारा िोहरी रर नकहरी लानयों
पर गाडी संाालय हेतु अयुिेिों से स बिन्ित, ब्यलकक संाालय ियर्मावली िीर्षाक वाली एक पुस्तक, गािर्र्ों की
प्रािि, प्रस्थाय र्ा गुजारये के िलर्े िज मेिार समस्त कमाााररर्ों को पृथक ूपप से जारी की गई ह ऐसे समस्त
कमाााररर्ों द्वारा सामान्र् एवं सहार्क ियर्मों के साथ “ब्यलकक संाालय ियर्मावली” का साविायी से अधर्र्य
द्रकर्ा जार्ेगा
12. साविायता आिेि :- साविायता आिेि फामा टी/409, टी/ए 409 अथवा टी/बी 409 पर ाालकों को िविेर्ष
अयुिेि जारी करये से संबंिित ियर्म नस पुस्तक के अन्त में पररििषट “ए” में िे े जाएंगे
िस्तावेज संलग्य :
सरकार द्वारा प्रिािसत भारतीर् रे लों (ाालू लानयों) के िलर्े सामान्र् ियर्म, 1976 (पुय:मुद्रित-2003).
अधर्ा रे लवे बोर्ा, सिाव संाार मंत्रालर्, प्रितर ा, गृह, िविि, न्र्ार् एवं क पयी, प्ोिलर्म, जहाजरायी व पररवहय,
पर्ाटय व यागररक उड्डर्य, कृ िर्ष, भूतल पररवहय रर मायव संसािय िवकास मंत्रालर्
मु्र् सिाव, आंध्र प्रिेि, असम, िबहार, गुजरात, हररर्ाणा, िहमााल प्रिेि, ज मू व कश्मीर, कयााटक, के रल, मधर्
प्रिेि, महाराष्, मिणपुर, मेिालर्, यागालण्र्, उडीसा, पंजाब, राजस्थाय, िसद्रिम, तिमलयार्ु , ित्रपुरा, उत्तर प्रिेि,
बंगाल, तीसग़ , झार ण्र् रर उत्तरांाल सरकार
मु्र् सिाव, अण्र्माय रर ियकोबार, अूपणााल प्रिेि, ाण्र्ीग़ , िािरा व यगर हवेली, द्रिलली, गोवा, िमय व िीव,
ला द्वीप, िमियकार् एवं अिमयिीवी, िमजोरम रर पिण्र्ाेरी प्रिासय
भारत के अपर उप ियर्ंत्रक एवं महाले ा परीा क (रे लवे) रर पिेय ियिेिक, रे लवे ले ा परीा ा
मु्र् रे ल संरा ा आर्ु्त
रे ल संरा ा आर्ु्त, मधर्, पूवा, उत्तर, पूवोत्तर, ििा ण, ििा ण-पूवा, पिचितम रर पूवोत्तर सीमांत ा ेत्र
महाप्रबंिक, मधर् पूव,ा उत्तर, पूवोत्तर, पूवोत्तर सीमांत, ििा ण, ििा ण-मधर्, ििा ण-पूवा, पिचितम, पूवा मधर् रर
पिचितम-मधर् रे लवे
महाप्रबंिक, िात्तरं जय नं जय कार ाया, र्ीजल नं जय कार ाया रर नं टीग्रल कोा फ््ी
महाप्रबंिक, मे्ो रे लवे / कोलकाता
मु्र् प्रिासियक अििकारी, महायगर पररवहय पररर्ोजया (रे लवे) / मु बई, द्रिलली रर ाेन्यई
महाियिेिक, अयुसंिाय, अिभकलप एवं मायक संगिय / ल यऊ
प्रिायााार्ा, नं िर्र्य रे लवे नं स्टीट्यूटूट फ एउवांस्र् ्क टे्योलकजी / पूण,े नं िर्र्य रे लवे नं स्टीट्यूटूट फ मके ियकल एंर्
नलेि््कल नं जीियर्ंरग / जमालपुर, नं िर्र्य रे लवे नं स्टीट्यूटूट फ िसग्यल नं जीियर्ंरग एंर् टेली-क र्ूियके िन्स /
िसकं िराबाि, रे लवे स्टाफ ककलेज / वर्ोिरा रर प्रिायााार्ा, समस्त ा ेत्रीर् प्रििा ण के न्ि
अधर्ा , मु बई पोटा ्स्ट रे लवे, कोलकाता पोटा ्स्ट रे लवे, कांर्ला पोटा ्स्ट रे लवे, ाेन्यई पोटा ्स्ट रे लवे रर
िविा ापत्तयम पोटा ्स्ट रे लवे
महाप्रबंिक, कोंकण रे लवे रर मधर् प्रांतीर् रे लवे क पयी िलिमटेर्
अधर्ा , रे लवे भती बोर्ा / नलाहाबाि, मु बई, कोलकाता, ाेन्यई, पटया, रॉंाी, भुवयेश्वर आद्रि
अधर्ा , रे लवे िर अििकरण
सिाव, भारतीर् रे लवे स मेलय संर्
ियिेिक, भारतीर् राष्ीर् अिभले ागार,
पुस्तकाधर्ा , के न्िीर् सिावालर् पुस्तकालर्, राष्ीर् पुस्तकालर्/कोलकाता, संसि पुस्तकालर् व रे लवे बोर्ा पुस्तकालर्
अिीा क, पुस्तकालर् एवं अयुसि
ं ाय, िविि, न्र्ार् एवं क पयी मंत्रालर्
उपाधर्ा , के न्िीर् प्रिासियक न्र्ार्ाििकरण, रे लवे िावा न्र्ार्ाििकरण
प्रबंि ियिेिक / रानट्स, नरककय, ककयकोर
ियर्मों की क्रमवर्वस्था
अधर्ार् - I
प्रारि भक
ियर्म सं. ियर्म पृषि सं.
1.01 संिा प्त याम एवं प्रार भ 1
1.02 पररभार्षार्ें 1
1.03 स्टेियों का वगीकरण 8
अधर्ार् - II
रे ल सेवकों पर सामान्र् ूपप से लागू होये वाले ियर्म
2.01 ियर्मों की प्रितिलिपर्ों की आपूित 9
2.02 ियर्मों की प्रितिलिप की िे - रे 9
2.03 ियर्मों की जायकारी 9
2.04 ियर्मों के पालय में सहार्ता 10
2.05 अिताार, ा ित र्ा हािय की रोकथाम 10
2.06 ियर्मों एवं आिेिों का अयुसरण 10
2.07 ड्यूटी के िलए उपिस्थित 10
2.08 ड्यूटी से अयुपिस्थित 10
2.09 मािक िवर्, िामक, स्वापक उत्तेजक रर्षि अथवा उपक्रम लेया 10
2.10 रे ल सेवकों का आारण 11
2.11 संरा ा सुियिचितत करये की ड्यूटी 11

अधर्ार् - III
िसग्यलें
ए. सामान्र् उपबन्ि
3.01 िसग्यलों का सामान्र् प्रर्ोग 13
3.02 िसग्यलों के प्रकार 13
3.03 द्रिय में राित्र िसग्यलों का प्रर्ोग 13
3.04 िसग्यलों एवं िसग्यल भुजाओं (आ सा) की स्थापया रर िसग्यल भुआजों (आ सा) की पेंंटग 13

बी. द्रफ्स्र् िसग्यलों का िववरण


3.05 द्रफ्स्र् िसग्यलों का प्रर्ोग 13
3.06 वायार िसग्यलों रर उयके संकेतों का िववरण 14
3.07 िूरस्थ िसग्यलों एवं उयके संकेतों का िववरण 17
3.08 स्टकप िसग्यलों एवं उयके संकेतों का िववरण 20
3.09 पएुँाये वाली (एप्रोलिंाग) गाडी के िलए द्रफ्स्र् स्टकप िसग्यलों के द्रकस्म 22
3.10 ू टये वाली गाडी के िलए द्रफ्स्र् स्टकप िसग्यलों के द्रकस्म 23
3.11 मधर्वती ब्यलकक स्टकप िसग्यल 23
3.12 स्वाािलत ब्यलकक ा ेत्रों में द्रफ्स्र् स्टकप िसग्यलों के द्रकस्म 23
3.13 कालिंलग - य - िसग्यल 24
3.14 िंट िसग्यल 27
3.15 सह-कार्ा (को-एलिं्टग) िसग्यल 29
3.16 पुयरावृिि (ररपींटग) िसग्यल 29

i
ियर्म सं. ियर्म पृषि सं.
3.17 िसग्यलों के िलए भेिकारी िान्ह एवं संकेत 31
3.18 उपर्ोग से बाहर िसग्यल 34
3.19 अपसरण जं्ियों पर स्टकप िसग्यलों का स्थापय 34
3.20 अिभसरण जं्ियों पर स्टकप िसग्यलों का स्थापय 34
3.21 ब्रके ट पोस्ट र्ा िसग्यल िब्रज र्ा गंत्री पर िसग्यल 34
3.22 एक ही पोस्ट पर एक से अििक िसग्यलों का स्थापय 35
3.23 नलेि््क ररपीटर 35
3.24 बक - लानटें 35
सी. िसग्यलों के उपस्कर
3.25 स्टेियों पर द्रफ्स्र् िसग्यल उपलब्यि कराये की बाधर्ता 35
3.26 द्रफ्स्र् िसग्यलों को ाालू करया 36
3.27 हस्ताािलत बए-पहलु िसग्यलिंलग वाले स्टेियों पर द्रफ्स्र् िसग्यल के न्र्ूयतम उपस्कर 36
3.28 आिोिित लोअर ्वाड्रेंटेंट िसग्यलिंलग वाले स्टेियों पर द्रफ्स्र् िसग्यलों के िलए न्र्ूयतम उपस्कर 36
3.29 िद्व-पहलु िसग्यलिंलग वाले अन्र् स्टेियों पर द्रफ्स्र् िसग्यलों के न्र्यतम उपस्कर 36
3.30 र्ी श्रेणी स्टेियों पर सामान्र्त: अितरर्त द्रफ्स्र् िसग्यल 36
3.31 र्ी श्रेणी स्टेियों पर िसग्यल 38
3.32 एर्वांस्र् स्टाटार, िंंटग सीमा बोर्ा अथवा ब्यलकक से्िय सीमा बोर्ा का प्राविाय 38
3.33 ियर्म 3.27, 3.28, 3.29 एवं 3.32 के अपवाि 38
3.34 समपारों पर द्रफ्स्र् िसग्यल 39
3.35 बाहरी (आउटलानं ग) सानलिंर्गों पर प्वानं टों की सुरा ा एवं संाालय 39

र्ी. िसग्यलों रर प्वानं टों का संाालय


3.36 सामान्र्त: द्रफ्स्र् िसग्यल 39
3.37 िसग्यलों के सामान्र् पहलु 41
3.38 गाडी संालय को प्रभािवत करये वाले प्वानं ट 41
3.39 फे लिंसग प्वानं टों का लकिंकग 42
3.40 होम िसग्यल को फ करये के िलए ितें 43
3.41 आउटर िसग्यलों को फ करये के िलर्े ितें 44
3.42 अंितम स्टकप िसग्यल र्ा मधर्वती ब्यलकक स्टकप िसग्यल को फ करये के िलए ितें 45
3.43 वायार िसग्यल को फ करये के िलए ितें 45
3.44 फाटक स्टकप िसग्लय को फ करये के िलए ितें 45
3.45 कालिंलग य िसग्यल को फ करये के िलए ितें 45
3.46 िंंटग के िलए द्रफ्स्र् िसग्यल का प्रर्ोग 45
3.47 एक ही समर् पर एक से अििक गािर्र्ों के िलए िसग्यलों को फ करया 45
3.48 िो पहलु-िसग्यलिंलग वाले स्टेियों पर प्रर्ोगवाय ग गािर्र्ों का िहराव 46
3.49 िसग्यल ल पों की िे -रे एवं प्रिीपय 46
3.50 ्प, िस्लप सानलिंर्ग रर का सानलिंर्ग 47
3.51 प्वानं ट्स 47

ई : हैंर् िसग्यल
3.52 हण्र् िसग्यलों का प्रििाय 49
3.53 स्टकप हैंर् िसग्यल 49
3.54 आगे ब़ ये का (प्रोसीर्) हैंर् िसग्यल 50

ii
ियर्म सं. ियर्म पृष्ठ सं.
3.55 साविायी के साथ आगे ब़ ये का हैंर् िसग्यल 51
3.56 िंंटग के िलए हैंर् िसग्यल 52
3.57 बयर फ्लग 54
3.58 हैंर् िसग्यलों का ्ाय रर आििपत्र् 55

एफ. र्ेटोयेंटग िसग्यल


3.59 र्ेटोयोंटग िसग्यलों का िववरण 55
3.60 र्ेटोयेटर प्रर्ोग करये की तरीका 55
3.61 िृश्र्ता को कमजोर करये वाले र्ये, कु हासार्ु्त अथवा अंर्डर्ु्त मद्यसम में र्ेटोयेटर लगाया 56
3.62 अवरोि की िस्थित में र्ेटोयेटर लगाया 60
3.63 लानय पर र्ेटोयेटरों का प्रितस्थापय 60
3.64 र्ेटोयेटरों का ्ाय रर आििपत्र् 60

जी. प्रिीप्त (फ्लेअर) िसग्यल


3.65 फ्लेअर िसग्यलों का िववरण 63
3.66 फ्लेअर िसग्यलों का प्रर्ोग 63
3.67 फ्लेअर िसग्यलों का ्ाय रर आििपत्र् 63

एा. द्रफ्स्र् िसग्यलों रर प्वानं टो की राबी


3.68 द्रकसी िसग्यल के राब होये की िस्थित में स्टेिय मास्टर के सामान्र् कत्तावर् 64
3.69 एप्रोा स्टकप िसग्यल के राब हो जाये की िस्थित में स्टेिय मास्टर के कत्तावर् 66
3.70 प्रस्थाय स्टकप िसग्यल राब हो जाये की िस्थित में स्टेिय मास्टर के कत्तावर् 67
3.71 फ िस्थित में वायार र्ा िर्स्टेंट िसग्यल की राबी 68
3.72 स्टकप िसग्यल राब होये की िस्थित में वायार का प्रर्ोग य द्रकर्ा जाए 68
3.73 य पर फाटक स्टकप िसग्यल पास करया 69
3.74 द्रफ्स्र् िसग्यल की अयुपिस्थित र्ा लानट रिहत िसग्यल 69
3.75 य पर मधर्वती ब्यलकक स्टकप िसग्यल पास करया 70
3.76 राबी िीक होये के बाि अििकाररर्ों को सूिात करया 72
3.77 राब र्ा ा ितग्रस्त प्वानं ट 73
3.78 िसग्यलों के संबंि में नं जय ाालक िल के कत्तावर् 74
3.79 ककलिंलग- य िसग्यलों के संबंि में लोको पानलट के कत्तावर् 76
3.80 एप्रोा स्टकप िसग्यल के य र्ा राब होये की ििा में लोको पानलट के कत्तावर् 76
3.81 प्रस्थाय स्टकप िसग्यल के य र्ा राब होये की ििा में लोको पानलट के कत्तावर् 77
3.82 रलिंयग लानय पर प्रवेि र्ा उसे पार करये से पूवा अयुमित 77
3.83 िसग्यलों के संबंि में ाालक िल की सहार्ता 78
3.84 जब िो र्ा िो से अििक नं जय गाडी में लगे हों तो िसग्यलों के संबंि में लोको पानलटों के कत्तावर् 78
3.85 िसग्यलों की राबी की ररपोटा िेया 78

अधर्ार् - IV
गािर्र्ों का सामान्र् संाालय
ए. गािर्र्ों का समर् रर ाालय
4.01 मायक समर् 80
4.02 िव्ािपत समर् का अयुपालय 80
4.03 र्डी को सेट करया 80
4.04 गाडी ाालक िल की उपिस्थित का समर् 80
iii

ियर्म सं. ियर्म पृषि सं.


4.05 उपर्ु्त रलिंयग लानय 80
4.06 ाालय की द्रििा 80
4.07 कार्ा-ाालय समर् सारणी की आपूित रर मायक आर्ामों की अयुसूाी 80
बी. गािर्र्ों की गित
4.08 सामान्र्त: गित की सीमा 81
4.09 साविायता आिेि 81
4.10 फे लिंसग प्वानं टों पर गित की सीमा 82
4.11 रलिंयग थ्रू स्टेियों पर गित की सीमा 82
4.12 नं जय पुलिंिग 82
4.13 अग्रवती टेंर्र नं जय की गित सीमा 83

सी. गािर्र्ों रर गाडी ाालक िल के उपस्कर


4.14 हर् लानटें रर माका र लानटें 83
4.15 िप ला (टेल) एवं पाश्वा (सानर्) लानटें 84
4.16 टेल बोर्ा र्ा टेल ल प 85
4.17 गुजरती गाडी के टेल बोर्ा र्ा टेल ल प के संबंि में स्टेिय मास्टर की िज मेिारी 86
4.18 संाार के सािय 87
4.19 गार्ा एवं लोको पानलटों के उपस्कर 87
4.20 गितमाय नं जय में मायव वर्वस्था 89
4.21 िवोुत गाडी का ाालय 89
4.22 नं जय र्ा टेंर्र पर ा़ या 95
4.23 ब्रेक - र्ाय 96
4.24 गाडी में ब्रेक-र्ाय की िस्थित 98
4.25 गार्ा 98
4.26 ककपलिंलग 98

र्ी. वाहय रर क्रेय


4.27 क्रेय 99
4.28 वाहयों का लिाय 99
4.29 ा ितग्रस्त र्ा राब वाहय 100
ई. गाडी प्रारं भ करये से पूवा साविाियर्ॉं
4.30 लोको पानलट रर गार्ा गाडी प्रार भ करये से पूवा सूायाओं की जॉंा करें 102
4.31 प्रारं भ से पूवा गािर्र्ों की जॉंा 102
4.32 लोको पानलट द्वारा गाडी की जॉंा 103
4.33 लोको पानलट द्वारा एकल एवं मलटीपल र्ूियटों की जॉंा 103
4.34 गाडी का प्रभार ग्रहण करते समर् गार्ा के कत्तावर् 104
4.35 गाडी प्रार भ करया 104
4.36 गाडी का प्रभार लेये वाला गार्ा 106
4.37 स्टेिय सीमाओं में गार्ा का अिीयीकरण 106
4.38 फार्रमय रर सहार्क लोको पानलट, लोको पानलटों की आ्ा का पालय करें 106
4.39 लोको पानलट कितपर् आिेिों का पालय करें 106
iv
ियर्म सं. ियर्म पृषि सं.
एफ. र्ात्रा के िद्यराय गाडी संाालय कमाााररर्ों के कत्तावर्
4.40 लोको पानलट रर फार्रमय र्ा सहार्क लोको पानलट अच ा अवेा ण र ें 107
4.41 लोको पानलट रर फार्रमय र्ा सहार्क लोको पानलट पी े की ओर भी यजर र ें 107
4.42 लोको पानलट, गार्ा रर स्टेिय किमर्ों के बीा िसग्यलों का आिाय-प्रिाय करया 107
4.43 गार्ा अच ा अवेा ण र ें 109
4.44 प्रथम स्टकप िसग्यल पर रोकी गई गडी 109
4.45 लोको पानलट का धर्ाय आकिर्षत करया 109
4.46 गार्ा के हैंर् ब्रेक से सहार्ता 110
4.47 गार्ा के हैंर् ब्रेक का अयुप्रर्ोग 110
4.48 गाडी से नं जय हटाये के िलए गार्ा की अयुमित 110
4.49 गाडी को प्रार भ करया रर रोकया 110
4.50 नं जय की सीटी बजाया 110
4.51 लोको पानलट रर गार्ा के बीा र्ंटी िसग्यल 113
4.52 पायी, अिि र्ा अिजले कोर्ले बाहर फें कया 113
4.53 होज अथवा जल क्रेय 114
4.54 र्ात्री 114

जी. आगमय पर कमाााररर्ों के कत्तावर्


4.55 िबजली बन्ि करया 114
4.56 गार्ा िे ें द्रक गाडी उललंर्य िान्ह को पार करके डी की गर्ी ह 114
4.57 नं जय पृथक करया 114
4.58 लोको पानलट िे ें द्रक गाडी उललंर्य िान्ह को पार करके डी की गर्ी ह 114
4.59 द्रकसी स्टेिय पर रोके जाये के बाि र्ात्री गाडी का संालय 115
4.60 सुपुिगा ी होये तक गार्ा गाडी को य ोडे 115
4.61 ड्यूटी के िद्यराय लोको पानलट नं जय को य ोडे 115

एा. सामग्री गािडर्ों का संाालय


4.62 ब्यलकक से्िय में सामग्री गाडी का संाालय 115
4.63 सामग्री गाडी के कामगार 116
4.64 डी एई सामग्री गाडी की सुरा ा 117
4.65 रे लपथ अयुरा ण मिीयों का संाालय 117

आई. प्रानवेट नं जय रर वाहय


4.66 प्रानवेट नं जय रर वाहय 124

अधर्ार् – V
स्टेियों का ियर्ंत्रण रर संाालय
5.01 संाालय हेतु स्टेिय मास्टर की िज मेिारी 125
5.02 ियर्मों की प्रितर्ों की आपूित रर अन्र् िस्तावेजों का िवतरण र्ा प्रििाय 126
5.03 आिेिों के प्रित आ्ाकाररता रर पुस्तकों एवं िववरिणर्ों का र -र ाव 126
5.04 िसग्यल के िबय 126
5.05 ड्यूटी की उपेा ा की ररपोटा 126
5.06 स्टेिय संाालय ियर्म 127
5.07 फामा 128
v
ियर्म सं. ियर्म पृषि सं.
5.08 उपस्करों तक पएुँा रर उयका परराालय 128
5.09 द्रकसी अवूपि लानय पर गाडी की प्रािि 128
5.10 द्रकसी िसग्यल रिहत लानय पर गाडी की प्रािि 129
5.11 िसग्यल रिहत लानय से गाडी का प्रस्थाय 129
5.12 सामान्र् प्रस्थाय िसग्य वाली लानय से द्रकसी गाडी का प्रस्थाय 130
5.13 िंंटग का ियर्ंत्रण 130
5.14 िंंटग के िलए िज मेिारी 131
5.15 के न्िीकृ त र्ातार्ात ियर्ंत्रण के अन्तगात स्टेियों पर िंंटग 132
5.16 गािर्र्ों की प्रािि के िद्यराय िंंटग 132
5.17 समपार के ियकट िंंटग 132
5.18 राित्र में र्ा िृश्र्मायता को कमजोर करये वाले र्ये, कु हासार्ु्त र्ा अंिडवाले मद्यसम में एर्वांस्र् 133
िस्थित का कर्षाण
5.19 रलिंयग लानय का अवरोि 133
5.20 ढलायों पर िंंटग 134
5.21 लूजत िंंटग 134
5.22 स्टेिय सीमा के बाहर सानलिंर्गों में वाहयों को ोडया 134
5.23 स्टेियों पर वाहयों की सुरा ा 134

अधर्ार् – VI
िुर्टा याएं रर असामान्र् र्टयाएं
6.01 िुर्ाटया र्ा अवरोि 137
6.02 िुर्ाटया र्ा संाार-िवफलता की िस्थित में संाालय 137
6.03 स्टेियों के बीा रोकी गई गाडी की सुरा ा 137
6.04 असामान्र् ूपप से िवलि बत गािर्र्ॉं 141
6.05 िुर्ाटया र्ा ब्रेक-र्ाउय की सूाया भेजया 142
6.06 आगे ब़ ये के प्राििकार के िबया द्रकसी बॅक से्िय में गाडी 143
6.07 गािर्र्ों के ाालक को प्रभािवत करये वाली िस्थितर्ों की ररपोटा ियर्ंत्रक र्ा के न्िीकृ त र्ातार्ात 143
ियर्ंत्रण परे टर को िेया
6.08 गाडी अलग होया 144
6.09 द्रकसी ब्यलकक से्िय में गाडी का िहस्सा ू ट जाया 145
6.10 आग 147
6.11 स्टेिय से बा ियकलये वाले वाहय 148

अधर्ार् – VII
संाालय की प्रणािलर्ॉं
7.01 संाालय की प्रणािलर्ॉं 149
7.02 िसग्यलों एवं गािर्र्ों के संाालय से संबंिित सामान्र् ियर्मों की प्रर्ो्र्ता 149

अधर्ार् – VIII
स पूणा ब्यलकक प्रणाली
ए. सारभूत तत्व
8.01 संपूणा ब्यलकक प्रणाली के सारभूत तत्व 150
vi

ियर्म सं. ियर्म पृषि सं.


बी. लानय ि्लर्र प्रिाय करये के िलए ितें
8.02 श्रेणी/ए स्टेिय पर लानय ्लीर्र प्रिाय करये के िलए ितें 150
8.03 श्रेणी/बी स्टेिय पर लानय ्लीर्र प्रिाय करये के िलए ितें 150
8.04 श्रेणी/सी स्टेिय पर लानय ्लीर्र प्रिाय करये के िलए ितें 151
सी. अवरोि - िोहरी लानय
8.05 गाडी पएुँाये के समर् द्रकसी ब्यलकक स्टेिय पर िोहरी लानय पर अवरोि 152
8.06 ब्यलकक से्िय में िोहरी लानय पर अवरोि 152
र्ी. अवरोि - नकहरी लानय
र्ी. 1. श्रेणी ए स्टेिय
8.07 गाडी पएुँाये के समर् श्रेणी ए स्टेिय पर नकहरी लानय पर अवरोि 152
8.08 नकहरी लानय िस्थत श्रेणी ए स्टेिय पर ब्यलकक से्िय में अवरोि 153
र्ी. 2. श्रेणी बी स्टेिय
8.09 नकहरी लानय पर द्रकसी श्रेणी बी स्टेिय पर पएुँायेवाली गाडी के सामये अवरोि 153
8. 10 नकहरी लानय िस्थत श्रेणी बी स्टेिय पर स्टेिय से्िय के तहत अवरोि 153
8.11 िद्व-पहलु िसग्यलों वाले श्रेणी बी नकहरी लानय स्टेिय पर स्टेिय से्िय के बाहर अवरोि 153
8.12 हस्ताािलत बए-पहलु िसिलों वाले श्रेणी/बी नकहरी लानय स्टेिय पर स्टेिय से्िय में अवरोि 154
8.13 नकहरी लानय पर श्रेणी बी स्टेिय पर प्रथम स्टकप िसग्यल के बाहर अवरोि 154

ई. सामान्र् प्राविाय
8.14 ब्यलकक बक र्ा ब्यलकक फकरवार्ा 154
8.15 ब्यलकक से्िय में श्ंंटग र्ा अवरोि का प्राििकार 154
8.16 ियििी रे ािात्र 154

अधर्ार् – IX
स्वाािलत ब्यलकक प्रणाली
ए. िोहरी लानय पर प्रर्ो्र् ियर्म
9.01 िोहरी लानय पर स्वाािलत ब्यलकक प्रणाली के मूलभूत तत्व 160
9.02 जब िोहरी लानय पर स्वाािलत स्टकप िसग्यल को य पर पास करते समर् लोको पानलट रर 160
गार्ा के कत्तावर्
बी. नकहरी लानय पर प्रर्ो्र् ियर्म
9.03 नकहरी लानय पर स्वाािलत ब्यलकक प्रणाली के मूलभूत तत्व 162
9.04 नकहरी लानय पर स्वाािलत ब्यलकक ा ेत्र में द्रफ्स्र् िसग्यलों के न्र्ूयतम उपस्कर 162
9.05 नकहरी लानय पर स्वाािलत ब्यलकक ा ेत्र में अितरर्त द्रफ्स्र् िसग्यल 162
9.06 नकहरी लानय पर स्वाािलत ब्यलकक ा ेत्र में हस्ताािलत स्टकप िसग्यल को फ करये के िलए ितें 163
9.07 नकहरी लानय पर स्वाािलत स्टकप िसग्यल को य पर पार करते समर् ाालक रर गार्ा के 163
कताव्य
9.08 नकहरी लानय पर स्वाािलत ब्यलकक प्रणाली के अंतगात गाडी संाालय का प्रभारी वर्िि 164
सी. िोहरी एवं नकहरी िोयों लानयों पर प्रर्ो्र् ियर्म
9.09 के न्िीकृ त र्ातार्ात ियर्ंत्रण ा ेत्र पर गािर्र्ों का संाालय 164
9.10 स्वाािलत ब्यलकक िसग्यलिंलग से्िय के ूपकी गाडी की सुरा ा 164
9.11 ाालक िवफलताओं की सूाया िें 164
9.12 स्वाािलत िसग्यलिंलग की िवफलता के िद्यराय प्रद्रक्रर्ा 165
vii
ियर्म सं. ियर्म पृषि सं.
9.13 स्वाािलत ब्यलकक प्रणाली पर र्ातार्ात की द्रििा के िवूपि गािर्र्ों का संालय 165
9.14 अिास्वाािलत स्टकप िसग्यल य होये के समर् प्रद्रक्रर्ा 165
9.15 स्वाािलत िसग्यलिंलग ा ेत्र में य पर फाटक स्टकप िसग्यल पास करया 165
9.16 ियििी रे ािात्र 166
अधर्ार् - X
अयुगामी गाडी प्रणाली
10.01 अयुगामी गाडी प्रणाली के मूलभूत तत्व 167
10.02 रे लवे संरा ा आर्ु्त को ररपोटा 167
10.03 अयुगामी गाडी प्रणाली पर गािर्र्ों के संाालय में पालय हेतु ितें 167
10.04 अयुगामी गाडी प्रणाली पर लोको पानलट र्ा गार्ा को आगे ब़ ये के प्राििकार का पररिाय 167
10.05 अयुगामी गाडी प्रणाली पर आगे ब़ ये का प्राििकार 168
10.06 अयुगामी गाडी प्रणाली पर आगे ब़ ये के प्राििकार को उिात ूपप से तर्ार करये की िज मेिारी 169
10.07 अयुगामी गाडी प्रणाली पर पएुँायेवाली (एप्रोलिंाग) गाडी र्ा गािर्र्ों के सामये अवरोि 169
10.08 अयुगामी गाडी प्रणाली पर संाालय का िवराम 169
10.09 अयुगामी गाडी प्रणाली पर गािर्र्ों की सुरा ा 169

अधर्ार् - XI
पार्लट गार्ा प्रणाली
11.01 पार्लट गार्ा प्रणाली के मूलभूत तत्व 170
11.02 पार्लट गार्ा प्रणाली के अन्तगात अयुगामी गािर्र्ों हेतु पालयीर् ितें 170
11.03 पार्लट गार्ा की विी रर बज 170
11.04 पार्लट गार्ा गाडी के साथ रहेंगे र्ा आगे ब़ ये का प्राििकार िेंगे 170
11.05 पार्लट गार्ा के रटकट 170
11.06 पार्लट गार्ा प्रणाली पर गािर्र्ों की सुरा ा 170
अधर्ार् -XII
गाडी - कमााारी एवं रटकट प्रणाली
12.01 गाडी - कमााारी एवं रटकट प्रणाली के मूलभूत तत्व 171
12.02 प्रर्ोजय हेतु प्रणाली 171
12.03 गाडी - कमााारी एवं रटकट प्रणाली पर अयुगामी गािर्र्ों के िलए पालयीर् ितें 171
12.04 लोको पार्लट गाडी-कमााारी (्ेय स्टाफ) र्ा ्ेय स्टाफ रटकट र ेंगे 171
12.05 गाडी-कमााारी र्ा गाडी-कमााारी रटकट िजसके द्वारा लोको पार्लट को सुपुिा द्रकर्ा जार्ेगा 171
12.06 गाडी-कमााारी र्ा गाडी-कमााारी रटकट कब लोको पार्लट को सुपुिा द्रकर्ा जाएगा 171
12.07 गाडी-कमााारी को नं जय में र ा जाए 172
12.08 गाडी-कमााारी की वापसी तक गाडी प्रार भ य की जाए 172
12.09 गाडी आगमय पर गाडी-कमााारी र्ा गाडी-कमााारी रटकट ोड द्रिर्ा जाए रर रटकट ियरस्त कर द्रिर्ा जाए 172
12.10 गाडी-कमााारी रर रटकट प्रणाली पर नं जय के सामर्थर्ाहीय हो जाये पर प्रद्रक्रर्ा 172
12.11 गाडी-कमााारी रटकट : कसे र ा जाए 172
12.12 गाडी-कमााारी : कसे र ा जाए 172
12.13 गाडी-कमााारी रटकटों रर बक्सों पर प्रभंिक िान्ह 172
12.14 गाडी-कमााारी रटकट का फामा 173
12.15 जारी द्रकर्े गर्े गाडी-कमााारी रटकटों का अिभले 173
viii
ियर्म सं. ियर्म पृष्ठ सं.
12.16 होम िसग्यल के बाहर अवरोि 173
12.17 गाडी-कमााारी एवं रटकट प्रणाली पर गािर्र्ों की सुरा ा 173

अधर्ार् – XIII
एक मात्र गाडी प्रणाली
13.01 एक गाडी मात्र प्रणाली का उपर्ोग 174
13.02 एक गाडी मात्र प्रणाली के मूलभूत तत्व 174
13.03 से्िय में प्रवेि करये के िलए प्राििकार 174
13.04 एक गाडी मात्र प्रणाली पर िुर्टा या र्ा ियर्ोग्र्ता के मामले में 174

अधर्ार् – XIV
ब्यलकक संाालय
ए. सामान्र् प्राविाय
14.01 लानय ्लीर्र प्रिाय र्ा प्राप्त करये के सािय 175
14.02 र्ंत्रों का प्राविाय 175
14.03 ब्यलकक संाालय उपस्कर में हस्ता ेप करये से पूवा आवश्र्क सहमित 175

बी. ब्यलकक स्टेिय जहॉं िवोुतीर् (नलेि््कल) ब्यलकक र्ंत्र, ्क सर्दकट


अथवा ए्सल काउं टर उपलब्यि करार्े गर्े हैं
14.04 सा मता का प्रामाण-पत्र 175
14.05 बेल कोर् 176
14.06 िसग्यलों की पावती 176
14.07 गाडी िसग्यल रिजस्टर 177
14.08 आगे ब़ ये का प्राििकार 177
14.09 लोको पार्लट आगे ब़ ये के प्राििकार की जॉंा करें 177
14.10 ब्यलकक से्िय को बन्ि करये के िलर्े ितें 177
14.11 आगे ब़ ये के प्राििकार के संबंि में स्टेिय मास्टर की िज मेिारी 178
14.12 नलेि््कल टोकय र्ंत्रों रर टोकय के संबंि में िविेर्ष उत्तरिािर्त्व 178
14.13 नलेि््कल ब्यलकक र्ंत्रों अथवा ्क सर्दकटों अथवा ए्सल काउं टरों की िवफलता 179
14.14 मधर्वती ब्यलकक पोस्ट को बन्ि करया 179

सी. ब्यलकक स्टेिय जहॉं िवोुतीर् (नलेि््कल) ब्यलकक उपलब्यि यहं करार्े गर्े हैं
14.15 िसग्यलों का स प्रेर्षण 179
14.16 गाडी िसग्यल रिजस्टर 179
14.17 संिेिों रर आगे ब़ ये के िलि त प्राििकार का फामा 179
14.18 सन्िेिों के भेि 179
14.19 संिेिों तथा आगे ब़ ये के िलि त प्राििकार को िल या रर हस्ताा र करया 179
14.20 संिेिों की पूणत ा ा 179
14.21 संिेिों रर आगे ब़ ये के िलि त प्राििकारों का संरा ण 180
14.22 लानय ्लीर्र का ियरस्तीकरण 180
14.23 लोको पार्लट आगे ब़ ये का प्राििकार र ें 180
14.24 आगे ब़ ये का प्राििकार : लोको पार्लट को कब द्रिर्ा जाए 180
ix

र्ी. लानय ्लीर्र रटकट


ियर्म सं. ियर्म पृषि सं.
14.25 लानय ्लीर्र रटकट 180

ई. ब्यलकक संाालय उपस्कर का प्रर्ोग एवं परराालय


14.26 ब्यलकक संाालय उपस्कर का प्रर्ोग रर परराालय 183

अधर्ार् – XV
रे लपथ रर कार्ा
ए. रे लपथ र्ा कार्ों पर ियर्ोिजत रे ल सेवक
15.01 रे लपथ रर कार्ों की ितें 184
15.02 लानय का अयुरा ण 184
15.03 सामग्री का र -र ाव 184
15.04 रे लपथ रर कार्ों का ियरीा ण 184
15.05 लानयों पर गश्त 185
15.06 गािर्र्ों र्ा र्ातार्ात के िलर्े तरार्ु्त कार्ा 185
15.07 र्ये, कु हासेर्ु्त र्ा िृश्र्मायता को कमजोर करये वाले अंिडर्ु्त मद्यसम में कार्ा 186
15.08 ऐसे कार्ा, िजयसे लानये अवूपि हों, परराालय प्रारं भ करये से पूवा साविाियर्ॉं 186
15.09 िसग्यल द्रि ाया 189
15.10 गािर्र्ों की सुरा ा में सहार्ता 193
15.11 प्रत्र्ेक गैंग में गैंगमेट 193
15.12 िसग्यलों एवं गैंग के उपस्करों की जायकारी 193
15.13 गेजों, िसग्यलों, रजारों तथा उपकरणों का ियरीा ण 193
15.14 लानय की संरा ा के िलए गैंगमेट की िज मेिारी 193
15.15 बाूपि िवस्फोटय (वलालिंस्टग) 194
15.16 प्वांठ्स यस र्ा क्रकलिंसग लगाया र्ा हटाया 194
15.17 तरे की आिंका होये पर गैंगमेट रर गैंगमय के कत्तावर् 194

बी. लाररर्ों, ्किलर्ों रर मोटर ्किलर्ों का संाालय


15.18 ्कली, लकरी रर मोटर ्कली में भेि 194
15.19 लाल झंर्ी र्ा बत्ती का द्रि ार्ा जाया 195
15.20 ्कली, लकरी र्ा मोटर ्कली के उपस्कर 195
15.21 कारगर ब्रेक 196
15.22 लकरी र्ा ्कली के लानय पर होये के समर् र्ोग्र्ता प्राप्त वर्िि ही उसका प्रभारी होगा 196
15.23 गाडी के साथ जोडये का ियर्षेि 198
15.24 ालाये का समर् 199
15.25 मोटर ्कली 200
15.26 लानय पर ्कली की रा ा 203
15.27 लानय पर लकरी की रा ा 204
15.28 लकररर्ॉं एवं ्किलर्ॉं जो प्रर्ोग मे य हों 206
x
अधर्ार् – XVI
समपार ( लेवल क्रकलिंसग )
16.01 िसग्यलों की जायकारी 207
16.02 उपस्करों की आपूित एवं उयकी िे -भाल 207
16.03 सडक र्ातार्ात 208
16.04 पास होये वाली गािर्र्ों को गेटमय धर्ाय से िे ें 210
16.05 पिहर्ों की ्लेंज के िलए ायेल 210
16.06 समपार पर रािबर्ॉं 210
16.07 समपार पर अवरोि 210
16.08 गाडी का िवभाजय 211
16.09 अिताार (्ेसपालिंसग) 211
16.10 फाटक के कार्ा-भार का अन्तरण 211
16.11 ऊुँााई मापी (हानट गेज) 211

अधर्ार् – XVII
रे लवे के िवोुतीकृ त से्ियों पर गािर्र्ों का संाालय
17.01 सामान्र् ियर्मों का लागू होया 212
17.02 नस अधर्ार् के िलए लागू िविेर्ष पररभार्षाएं 212
17.03 िवोुत रे लपथ तथा ियमााण-कार्ा ियरीा ण 213
17.04 िवोुत उपस्कर पर कार्ा करये की अयुमित 221
17.05 कमाााररर्ों तथा जयता को ाेतावयी 224
17.06 रे लपथ में पररवताय 226
17.07 ियरावेिित (न्र्ू्ल) से्ियों में रे ल नं जयों रर िवोुत, बए-र्ूियटों के सर्दकट ब्रेकसा का र्प हो 227
जाया
17.08 टावर वगय 227
17.09 िवोुतीकृ त से्ियों के अितरर्त ियर्म 229

अधर्ार् – XVIII
िविवि
18.01 ियरसर एवं सेलिंवग 233

xi
पररििषट ‘ए’

साविायता आिेि से संबंिित एकीकृ त ियर्म 234 - 240

पररििषट ‘बी-1’

स्टेिय िर्टोयेटर रिजस्टर


िर्टोयेंटग (फकग) िसग्यलों की आपूित एवं प्रर्ोग 241 - 248
फकग िसग्यलमय के कत्तावर्

पररििषट ‘सी’

कितपर् कोरटर्ों के कमाााररर्ों पर लागू होये वाले सामान्र् एवं सहार्क ियर्म 249 – 256

भाग कमाााररर्ों की कोरट


I स्टेिय मास्टर एवं सहार्क स्टेिय मास्टर
गार्ा
के िबयमास्टर
के िबयमय, लीवरमय, प्वानंट्समय एवं िंंटग कमााारी
लोको रलिंयग कमााारी
िसग्यलिंलग कमााारी
नंजीियर्ंरग कमााारी
नलेि््कल कमााारी

पररििषट ‘र्ी’

1. मायक िसग्यलों के िववरण / र्ोग / भंर्ारण आद्रि 257 - 263


2. नंजीियर्री एवं नलेि््कल फामों का यमूया

पररििषट ‘ई’

स्वाािलत ब्यलकक पोित की िवफलता के िद्यरा गाडी संाालय हेतु ियर्म एवं िवियर्म 264 - 274

सामान्र् ियर्मों की सूाी 275 - 283

सहार्क ियर्मों की सूाी 284 - 287

xii
भारतीर् रे ल
(ाालू लानयें)

पूवा रे लवे के

सामान्र् ियर्म
1976
के साथ-साथ

सहार्क ियर्म
( िुिि पाी 29 तक )

रे ल कमाााररर्ों के मागाििाय हेतु

xiii
भारत सरकार
रे ल मंत्रालर्
(रे लवे बोर्ा)
..............................

सं. 69 - आरआर / 4

द्रियांक 11 फरवरी, 1976

अििसूाया

भारतीर् रे लवे अििियर्म, 1890 (1890 का 9 ) की िारा 47 द्वारा प्रित्त


अििकारों का प्रर्ोग कर भारत सरकार एतद्द्वारा र्ात्री, पिु अथवा मालों के
सावाजियक वहय हेतु तत्समर् प्रर्ु्त रर सरकार द्वारा प्रिािसत भारत के समस्त
रे लों के िलए िय यिलि त सामान्र् ियर्म बयाता ह

xiv
अधर्ार् - I
प्रारं िभक

1.01 संिा प्त याम एवं प्रारं भ :-

1. नय ियर्मों को भारतीर् रे ल (ओपय लानय) सामान्र् (संिोिय) ियर्म, 2015 कहा जाए

2. र्े सरकारी राजपत्र में नयके प्रकािय की ितिथ (द्रियांक 16.03.2015) को प्रवृत होंगे

1.02 पररभार्षा : नय ियर्मों में, जब तक द्रक संिभा में अन्र्था अपेिा त य हो,
1. “अििियर्म” से तात्पर्ा भारतीर् रे ल अििियर्म, 1890 (1890 का 9) ह

2. “पर्ााप्त” िूरी से तात्पर्ा वह िूरी ह जो संरा ा सुियिचितत करये के िलए पर्ााप्त हो,

3. “अप्रोा लानंटग” से तात्पर्ा उस वर्वस्था से ह िजसमें िसग्यलों की बिि र्ॉं द्रकसी गाडी के पएंाते ही
स्वाािलत ढंग से ियर्ंित्रत होते हैं,

4. “अयुमोद्रित िविेर्ष अयुिेि” का अथा ह वसे िविेर्ष अयुिेि िजन्हें रे ल संरा ा आर्ु्त का अयुमोिय प्राप्त
अथवा द्वारा िविहत द्रकर्ा गर्ा हो,

5. “प्राििकृ त अििकारी” से वह वर्िि अिभप्रेत ह िजन्हें रे ल प्रिासय के सामान्र् अथवा िविेर्ष आिेि द्वारा
उयके याम अथवा उयके कार्ाालर् के माधर्म से अयुिेि जारी करये अथवा अन्र् कु भी करये का िवििवत
अििकार द्रिर्ा गर्ा ह,

6. “आगे ब़ ये का प्राििकार” से तात्पर्ा वह प्राििकार ह जो द्रकसी ्ेय के लोको पार्लट को संाालय की पिित
के अिीय अपयी ्ेय को ब्यलकक से्िय में प्रवेि कराये के िलए द्रिर्ा जाता ह,

7. “ए्सेल काउं टर” से तात्पर्ा वह िबजली र्ंत्र ह जो, र्द्रि ्क के िो ियिााररत स्थायों पर लगाए गए हों,
गाडी प्रवेि करते समर् रर गाडी बाहर जाते समर् ए्सेलों की गणया कर पता लगाते हैं द्रक उ्त िो
स्थायों के बीा ्क का से्िय ाली अथवा वर्स्त ह,

8. “ब्यलकक बक” से तात्पर्ा ह द्रकसी ब्यलकक स्टेिय से द्रकसी िोहरी लानय पर िीक पी े अविस्थत ब्यलकक स्टेिय
अथवा द्रकसी नकहरी लानय पर िोयों ओर के अगले ब्यलकक स्टेिय को र्ह सूिात करते एए एक संिेि प्रेिर्षत
करया द्रक ब्यलकक से्िय को अवूपि कर द्रिर्ा गर्ा ह अथवा अवूपि द्रकर्ा जाया ह,

9. “ब्यलकक फारवर्ा” से तात्पर्ा ह द्रकसी द्रकसी िोहरी लानय के द्रकसी ब्यलकक स्टेिय से िीक आगे के ब्यलकक स्टेिय
को नस तर्थर् की सूाया िेते एए एक संिेि प्रेिर्षत करया द्रक आगे के ब्यलकक से्िय को अवूपि कर द्रिर्ा गर्ा
ह अथवा अवूपि द्रकर्ा जाया ह,

10. “ब्यलकक से्िय” से अिभप्रार् ह िो ब्यलकक स्टेियों के बीा ाालू लानय का वह िहस्सा िजसके ऊपर से होकर
कोई ्ेय उस समर् तक प्रवेि यहं कर सकती ह जब तक द्रक ब्यलकक से्िय के अन्र् ोर पर िस्थत ब्यलकक
स्टेिय से लानय ि्लर्र प्राप्त यहं हो जाए

1
स.िय. 1.02 (10) ए) िद्व - संकेती िसग्यलों से सुसिजितत स्टेियों पर :

ब्यलकक से्िय
प्रारं भ होता ह रर समाप्त होता ह

िोहरी लानय पर
द्रकसी “ए” श्रेणी स्टेिय पर अंितम स्टकप िसग्यल पर स्टाटार िसग्यल पर
द्रकसी “बी” श्रेणी स्टेिय पर अंितम स्टकप िसग्यल पर होम िसग्यल पर
द्रकसी “सी” श्रेणी स्टेिय पर होम िसग्यल अथवा स्टाटार िसग्यल पर, होम िसग् यल अथवा जहां लगा हो, स्टाटार
जहां उपलब्यि हो िसग्यल से परे पर्ााप्त िूरी (400 मीटर) पर

नकहरी लानय पर

द्रकसी “ए” श्रेणी स्टेिय पर स्टाटार िसग्यल पर स्टाटार िसग्यल पर

द्रकसी “बी” श्रेणी स्टेिय पर i) एर्वांस्र् स्टाटार िसग्यल पर जहां i) िवपरीत द्रििा के िलए एर्वांस्र्
उपलब्यि हो, स्टाटार पर जहां उपलब्यि हो,

ii) िंंटग सीमा बोर्ा पर, र्द्रि कोई ii) िंंटग सीमा बोर्ा पर, र्द्रि कोई
एर्वांस्र् स्टाटार यहं ह, एर्वांस्र् स्टाटार यहं ह,
iii) िवपरीत द्रििा के िलए होम िसग्यल iii) होम िसग्यल पर, र्द्रि कोई एर्वांस्ट
पर, र्द्रि कोई एर्वांस्ट स्टाटार स्टाटार अथवा िंंटग सीमा बोर्ा यहं
अथवा िंंटग सीमा बोर्ा यहं हो, हो,

iv) वाय गतम फे लिंसग प्वानं टों पर, र्द्रि iv) वाय गतम फे लिंसग प्वानं टों पर, र्द्रि
कोई एर्वांस्र् स्टाटार, िंंटग सीमा कोई एर्वांस्र् स्टाटार, िंंटग सीमा
बोर्ा अथवा होम िसग्यल यहं हो, बोर्ा अथवा होम िसग्यल यहं हो,

द्रकसी “सी” श्रेणी स्टेिय पर होम िसग्यल पर अथवा स्टाटार िसग्यल होम िसग्यल से परे पर्ााप्त िूरी (400
पर, जहां उपलब्यि हो मीटर) पर अथवा स्टाटार िसग्यल पर,
जहां उपलब्यि हो

2
बी) हस्त - परराािलत बए - संकेती रं गीय बत्ती / अपर ्वाड्रेंटेंट िसग्यलों से सुसिजितत स्टेियों पर :

ब्यलकक से्िय
प्रारं भ होता ह रर समाप्त होता ह
िोहरी लानय पर

द्रकसी “बी” श्रेणी स्टेिय पर अंितम स्टकप िसग्यल पर ब्यलकक से्िय सीमा बोर्ा पर अथवा
वाय गतम फे लिंसग प्वानं टों पर,

द्रकसी “सी” श्रेणी स्टेिय पर होम िसग्यल अथवा स्टाटार िसग्यल पर, होम िसग्यल से परे पर्ााप्त िूरी 400 मीटर
जहां उपलब्यि हो की िूरी पर अथवा स्टाटार िसग्यल पर,
जहां उपलब्यि हो,

नकहरी लानय पर

द्रकसी “बी” श्रेणी स्टेिय पर i) एर्वांस्र् स्टाटार पर i) िवपरीत द्रििा के िलए एर्वांस्र्
स्टाटार पर,

ii) िंंटग सीमा बोर्ा पर, र्द्रि कोई ii) िंंटग सीमा बोर्ा पर, र्द्रि कोई
एर्वांस्र् स्टाटार यहं ह, एर्वांस्र् स्टाटार यहं ह,

iii) वाय गतम फे लिंसग प्वानं टों पर, र्द्रि iii) वाय गतम फे लिंसग प्वानं टों पर, र्द्रि
कोई एर्वांस्र् स्टाटार अथवा िंंटग कोई एर्वांस्र् स्टाटार अथवा िंंटग
सीमा बोर्ा यहं हो, सीमा बोर्ा यहं हो,

द्रकसी “सी” श्रेणी स्टेिय पर होम िसग्यल पर अथवा स्टाटार िसग्यल होम िसग्यल से परे 400 मीटर की िूरी
पर, जहां उपलब्यि हो, पर अथवा स्टाटार िसग्यल पर, जहां
उपलब्यि हो

रटप्पणी : ब्यलकक से्ियों को प्रििित करये वाला सिात्र रे ािात्र सा.िय. 8.16 में द्रिर्ा गर्ा ह

11. “के न्िीकृ त र्ातार्ात ियर्ंत्रण” का अथा ह वह प्रणाली िजसके द्वारा उय मागों पर गािर्र्ों का संाालय, िजयके िलए
प्रणाली लगाई गई ह, द्रकसी िूरस्थ ियिााररत स्थाय से ियर्ंित्रत द्रफ्स्र् िसग्यलों द्वारा िािसत होता ह,

12. “के न्िीकृ त र्ातार्ात ियर्ंत्रण परे टर” का अथा ह कार्ारत वह वर्िि जो उस समर् के न्िीक;त र्ातार्ात ियर्ंत्रण प्रणाली
पर गाितडर्ों के संाालय हेतु िज मेवार ह,

13. “रे ल संरा ा आर्ु्त” से अिभप्रार् वह ियरीा क ह िजसे अििियर्म के अिीय कोई कार्ा करये के िलए ियर्ु्त द्रकर्ा गर्ा ह
रर नसमें अपर रे ल संरा ा आर्ु्त िािमल ह,

3
14. “सा म रेल सेवक” से अिभप्रार् वह रेल सेवक ह िजसे सौंपे गए कतावर्ों का उत्तरिािर्त्व संभालये तथा उन्हें
ियषपाद्रित करये के िलए िवििवत र्ोग्र्ता प्राप्त हो,

15. “कये्िन्स”, जब द्रकसी ाालू लानय के संिभा में प्रर्ु्त हो, से अिभप्रार् उय प्वानं टों रर क्रकलिंसगों अथवा अन्र्
साियों से ह, िजयका प्रर्ोग उस लानय को अन्र् लानय से जोडये अथवा उसे क्रकस करये के िलए द्रकर्ा जाता ह

16. “ियर्ंत्रक” से अिभप्रार् उस कार्ारत रे ल सेवक ह, जो उस समर् स्पीा क र्ूयीके िय प्रणाली से र्ु्त द्रकसी रे लवे
के द्रकसी से्िय पर र्ातार्ात के संाालय को ियर्ंित्रत करये के िलए उत्तरिार्ी हो,

17. “द्रिय” का अथा ह सूर्ोिर् से सूर्ाास्त तक,

18. “र्ातार्ात की द्रििा” का अथा ह -


ए) िोहरी लानय पर वह द्रििा िजसके िलए लानय को िसग्यल द्रिर्ा गर्ा ह,
बी) नकहरी लानय पर उस समर् स्थािपत वह द्रििा,

19. “लोको पार्लट” का अथा ह नं जय ाालक अथवा कोई अन्र् सा म रे ल सेवक जो उस समर् गाडी ाालय का प्रभारी
हो,

20. “िबजली संाार उपकरण” से तात्पर्ा कोई टेलीफोय अर्थवा मोसा टेलीग्राफ उपकरण ह,

21. “फे लिंसग रर ्ेलिंलग प्वानं ट” : प्वानं ट उयके ऊपर से संालय करये वाली गाडी अथवा वाहय की द्रििा के अयुसार
फे लिंसग अथवा ्ेलिंलग होते हैं प्वानं टों को फे लिंसग प्वानं ट तब कहा जाता ह जब उयको परराािलत करये पर उयकी
ओर आ रही द्रकसी गाडी के मागा को उस लानय की ओर सीिे मोडा जा सकता ह िजसके ऊपर र्ह ाल रही ह

22. “द्रफ्स्र् िसग्यल” का अथ ह द्रफ्स द्रकए गए स्थाय का वह िसग्यल जो द्रकसी गाडी के संालय को प्रभािवत करते
एए िस्थित का संकेत िेता ह रर नसमें द्रिय में प्रर्ोग द्रकए जाये वाले सेमाफोर आमा अथवा िर्स्क अथवा द्रफ्स्र्
बत्ती तथा रात में प्रर्ोग द्रकए जाये वाली द्रफ्स्र् बत्ती िािमल ह,

23. “उललंर्य िानय” का अथा ह वह िानय जहां पर िो लानयों के एक िूसरे को क्रकस करये अथवा िमलये के कारण
ियिााररत मायक िवस्तार का उललंर्य होता ह,

24. “गैंगमैंय” से तात्पर्ा उस वर्िि से ह जो रे ल पथ पर अथवा उससे जुडे कार्ा के िलए ियर्ोिजत द्रकर्ा गर्ा हो,

25. “गैंगमेट” से तात्पर्ा उस वर्िि से ह जो रे ल पथ पर अथवा उससे जुडे कार्ा के िए ियर्ोिजत कमाकारों के समूह का
प्रभारी ह,

26. “गेटमय” से तात्पर्ा उस सा म रे ल सेवक से ह िजसे फाटकों के संाालय हेतु द्रकसी समपार पर पिस्थािपत द्रकर्ा
गर्ा हो,

27. “माल गाडी” का अथा ह वह गाडी (द्रकसी सामग्री गाडी को ोडकर) िजससे के वल अथवा मु्र्त: जायवरों अथवा
माल का वहय द्रकर्ा जाता हो,

28. “गार्ा” का अथा ह द्रकसी गाडी का प्रभारी रे ल सेवक रर नसमें ब्रे्समय अथवा वसे अन्र् रे ल सेवक िािमल हैं जो
उस समर् गार्ा के कतावर्ों का ियवाहय कर रहे हो सकते हैं,

4
29. “रे ल पथ अथवा ियमााण ियरीा क” का अथा ह कोई ियरीा क अथवा सहार्क ियरीा क, जो रे ल पथ, प्वानं टों रर
िसग्यलों, पुलों के ियमााण अथवा अयुरा ण अथवा उयसे जुडे अन्र् कार्ों के िलए उत्तरिार्ी हो,

30. “नं टरलकिंकग” का अथा ह िसग्यलों, प्वानं टों रर द्रकसी पयल अथवा लीवर रेमेम से परराािलत होये वाले अन्र्
साियों की वर्वस्था िजन्हें र्ांित्रक लकिंकग अथवा िवोुत लकिंकग अथवा िोयों द्वारा एक िूसरे के साथ नस तरह
जोड द्रिर्ा गर्ा ह द्रक वे सही क्रम में परराािलत हों िजससे संरा ा सुियिचितत हो सके ,

31. “मधर्वती ब्यलकक पोस्ट” का अथा ह द्रकसी िोहरी लानय पर कोई सी श्रेणी स्टेिय, िजसे पी े िस्थत िूरस्थ ब्यलकक
स्टेिय से ियर्ंित्रत द्रकर्ा जाता ह,

32. “मधर्वती ब्यलकक” िसग्यलिंलग का अथा ह िोहरी लानय पर िसग्यलिंलग की वह वर्वस्था िजसमें द्रकसी ल बे ब्यलकक
से्िय को िो िहस्सों में िवभािजत कर द्रिर्ा गर्ा हो रर प्रत्र्ेक िहस्सा मधर्वती ब्यलकक पोस्ट उपलब्यि कराते एए
एक पृथक ब्यलकक से्िय बयाता ह,

33. “पृथ्करण” से तात्पर्ा प्वानं टों अथवा अन्र् अयुमोद्रित साियों को सेट करके लानय को अलग कर अन्र् स बि
लानय अथवा लानयों से बािित होये के तरे बााये की वर्वस्था से ह,

34. “अंितम स्टकप िसग्यल” का अथा ह द्रकसी स्टेिय का द्रफ्स्र् स्टकप िसग्यल, जो गािर्र्ों के अगले ब्यलकक स्टेिय में
प्रवेि को ियर्ंित्रत करता ह,

35. “समपार” का अथा ह एक ही सतह पर बया सडक एवं रे ल के ्क का नं टरसे्िय,

36. “समपार फाटक” का अथा ह ालार्माय बररर्र का कोई ूपप, िजसमें वसी ाेय िािमल ह जो समपार पर सडक के
आर-पार र्ेरये में सा म हो द्रकन्तु नसमें पिल र्ाित्रर्ों के प्रर्ोग हेतु कोई िवके ट अथवा र्ूमयेवाला िरवाजा
िािमल यहं ह,

37. “लानय ि्लर्र” से अिभप्रार् द्रकसी ब्यलकक स्टेिय द्वारा पी े के ब्यलकक स्टेिय से गाडी के ू टये रर आगे के स्टे िय
तक पएंाये के िलए िी जाये वाली अथवा एक ब्यलकक स्टेिय से गाडी के ू टये रर अगले ब्यलकक स्टेिय तक पएंाये
के िलए ली जाये वाली अयुमित ह,

38. “मेय लानय” का अथा गािर्र्ों द्वारा सािारणतर्ा स्टेियों पर िबया ूपके रर स्टेियों के बीा ालये के िलए
प्रर्ु्त लानय ह,

39. “सामग्री गाडी” का तात्पर्ा उस िवभागीर् गाडी से ह िजसका प्रर्ोग के वल रर मु्र्त: रे ल के उय सामयों का
वहय करये के िलए द्रकर्ा जाता ह िजन्हें ियमााण कार्ा के ियषपािय हेतु स्टेियों के बीा अथवा स्टेिय सीमा में
लािा अथवा उतारा जाया हो,

40. “िमिश्रत गाडी” का तात्पर्ा उस गडी से ह िजसका प्रर्ोग र्ाित्रर्ों रर माल अथवा र्ाित्रर्ों, जायवरों रर माल
का वहय करये के िलए द्रकर्ा जाता ह,उ

41. “बए संकेती िसग्यल वर्वस्था” से तात्पर्ा उस िसग्यल वर्वस्था से ह िजसमें िसग्यल द्रकसी एक समर् में तीय
अथवा अििक संकेतों में से कोई एक संकेत प्रििित करते हैं रर िजसमें पूवावती िसग्यल अथवा िसग्यलों के संकेत
द्वारा प्रत्र्ेक िसग्यल के संकेत को पूवा ाेतावयी िमले,

5
42. “रात” का अथा ह सूर्ाास्त से सूर्ोिर् तक,

43. “अवरोि” रर नसके समायाथी अिभवर्िि र्ों में िािमल हैं द्रकसी लानय पर कोई गाडी, वाहय अथवा बािा
होया अथवा लानय का उललंर्य अथवा कोई अन्र् िस्थित होया, जो गािर्र्ों के िलए तारयाक हो,

44. “ििरोपरर उपस्कर” का अथा ह ्कों के ऊपर लगे िबजली के कं र््टसा एवं उयसे स बि द्रफंटग्स, नं स्र्ूलेटसा रर
अन्र् अटामेंट िजयके सहारे उय लटकाए र ा जाता ह रर िबजली कर्षाण हेतु अपये स्थाय पर बये रहते हैं,

45. “सवारी गाडी” से अिभप्रार् उस गाडी से ह जो के वल रर मु्र्त: र्ाित्रर्ों तथा अन्र् कोलिंाग र्ातार्ात के िलए
होता ह रर नयमें सियक गाडी िािमल ह,

46. “प्वानं ट एवं ्प नं र्ीके टर” िसग्यल यहं बिलक उपकरण हैं जो प्वानं टों के साथ द्रफट द्रकए गए होते हैं रर द्रिय में
अथवा रात में प्वानं टों की िस्थित का संकेत िेये के िलए, द्रक वे द्रकस िस्थित पर सेट हैं, प्वानं टों के साथ संाािलत
होते हैं,

स.िय.1.02 (46) : (i) जब प्वानं टों को सीिी लानय के िलए सेट द्रकर्ा गर्ा ह तब प्वानं ट नं र्ीके टसा िोयों द्रििाओं में एक
सफे ि लक्ष्र् रर एक सफे ि बत्ती प्रििित करें गे रर जब नन्हें टया आउट के िलए सेट द्रकर्ा गर्ा ह
तब िोयों द्रििाओं में एक हरी बत्ती प्रििित होगी

(ii) जब कोई ्प नं र्ीके टर, ्प िस्वाों के संर्ोजय से कार्ा करता ह तब िस्वा ओपय रहये पर र्ह िोयों
द्रििाओं में एक लाल ल प रर एक लाल बत्ती प्रििित करे गा रर िस्वा ्लोज रहये पर िोयों
द्रििाओं में एक हरी बत्ती प्रििित करे गा

47. “ाालू लानय” का तात्पर्ा उस लानय से ह जो एक अथवा अििक िसग्यलों द्वारा िािसत होती ह रर नसमें वे
कये्िय भी, र्द्रि द्रकसी गाडी द्वारा द्रकसी स्टेिय पर प्रवेि करते र्ा वहॉं से प्रस्थाय करते समर् अथवा द्रकसी
स्टेिय र्ा स्टेियों के बीा से िबया ूपके गुजरते समर् नयका उपर्ोग द्रकर्ा जाता ह, िािमल हैं,

48. “ालती गाडी” का तात्पर्ा उस गाडी से ह जो आगे ब़ ये का प्राििकार प्राप्त कर प्रस्थाय कर ाुकी ह द्रकन्तु अपयी
र्ात्रा पूरी यहं की ह,

49. “िंंटग” का अिभप्रार् उस संालय से ह जो नं जय सिहत र्ा नं जय के िबया द्रकसी वाहय अथवा वाहयों का अथवा
द्रकसी नं जय का र्ा द्रकसी सेलफ प्रोपेलर् वाहय का गाडी के साथ जोडये, अलग करये र्ा स्थाय बिलये र्ा द्रकसी
अन्र् प्रर्ोजय के िलए द्रकर्ा जाए,

50. “िविेर्ष अयुिेि” का अिभप्रार् िविेर्ष मामलों र्ा पररिस्थितर्ों में प्राििकृ त अििकारी द्वारा समर्-समर् पर जारी
द्रकए जाये वाले अयुिि
े ों से ह,

51. “स्टेिय” का अिभप्रार् रे ल लानय पर उस स्थाय से ह जहॉं र्ातार्ात का प्रबंि द्रकर्ा जाता ह र्ा जहॉं संाालय
पिित के अिीय आगे ब़ ये का प्राििकार द्रिर्ा जाता ह,

52. “स्टेिय सीमा” का अिभप्रार् रे ल के द्रकसी ऐसे भाग से ह जो द्रकसी स्टे िय मास्टर के ियर्ंत्रणािीय ह रर जो
स्टेिय के बाय गतम िसग्यलों के बीा िस्थत ह अथवा िजसे िविेर्ष अयुिेिों द्वारा िवियर्दिषट द्रकर्ा जाए,

53. “स्टेिय मास्टर” से कार्ारत वह वर्िि अिभप्रेत ह जो उस समर् स्टेिय सीमा में र्ातार्ात के संाालय हेतु
उत्तरिार्ी हो रर नसमें ऐसा कोई भी वर्िि िािमल ह जे उस समर् द्रकसी िसग्यल के संाालय हेतु स्वतंत्र प्रभार
में हो रर जो लागू संाालय पिित के अंतगात गािर्र्ों के संाालय हेतु उत्तरिार्ी हो,

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54. “स्टेिय से्िय” का तात्पर्ा स्टेिय सीमाओं के उस से्िय से ह जो -

1. िद्व-संकेती िसग्यलों वाले बी श्रेणी स्टेिय पर, िजसमें िािमल ह -

ए) िोहरी लानय पर, द्रकसी भी द्रििा में स्टेिय के होम िसग्यल रर अंितम स्टकप िसग्यल के बीा, अथवा

बी) नकहरी लानय पर –

(i) िंंटग सीमा बोर्ों अथवा एर्वांस्र् स्टाटारों, र्द्रि हों, के बीा, अथवा

(ii) होम िसग्यलों के बीा, र्द्रि कोई िंंटग सीमा बोर्ा र्ा एर्वांस्र् स्टाटार यहं हो, अथवा

(iii) वाय गतम फे लिंसग प्वानं टों के बीा, र्द्रि कोई होम िसग्यल र्ा िंंटग सीमा बोर्ा र्ा एर्वांस्र् स्टाटार यहं हो,

2. हस्त परराािलत बए संकेती अथवा संिोिित लोअर ्वाड्रेंटेंट िसग्यलों वाले बी श्रेणी स्टेिय पर, िजसमें िािमल ह-

ए) िोहरी लानय पर -

(i) द्रकसी भी द्रििा में स्टेिय के वाय गतम फे लिंसग प्वानं टों रर अंितम स्टकप िसग्यल के बीा, अथवा

(ii) द्रकसी भी द्रििा में ब्यलकक से्िय सीमा बोर्ा, जहां उपलब्यि हो रर अंितम स्टकप िसग्यल के बीा, अथवा

बी) नकहरी लानय पर -

(i) िंंटग सीमा बोर्ों अथवा एर्वांस्र् स्टाटारों (र्द्रि हों) के बीा, अथवा

(ii) वाय गतम फे लिंसग प्वानं टों के बीा, र्द्रि कोई िंंटग सीमा बोर्ा र्ा एर्वांस्र् स्टाटार यहं हो,

55. “सहार्क ियर्म” का अिभप्रार् िविेर्ष अयुिेि से ह जो तत्संबंिी सामान्र् ियर्म के अिीय जारी (सहार्क) होता
ह रर र्ह द्रकसी सामान्र् ियर्म से िभन्य यहं होगा,

56. “संाालय पिित” से तात्पर्ा उस पिित से ह िजसे द्रकसी रे लवे के द्रकसी िहस्से में गािर्र्ों के संाालय हेतु उस
समर् अपयार्ा गर्ा हो,

57. “्क सर्दकट” का अिभप्रार् िबजली के उस सर्दकट से ह जो ्क के द्रकसी िहस्से में द्रकसी वाहय की उपिस्थित का
पता लगाये के िलए लगार्ा गर्ा हो रर ्क की पटररर्ॉं सर्दकट का ही भाग होती हैं,

58. “गाडी” का अिभप्रार् वाहयों के साथ र्ा उयके िबया जोडा गर्ा नं जय अथवा द्रकसी ्ेलर के साथ र्ा उसके िबया
कोई सेलफ प्रोपेलर् वाहय से ह िजन्हें आसायी से ्क से यहं उिार्ा जा सकता ह,

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59. “गाडी परीा क” का अिभप्रार् उस रे ल सेवक से ह जो गािर्र्ों की जांा करये तथा उयके सुरिा त ाालय हेतु
उपर्ु्त्ता को प्रमािणत करये के िलए िवििवत र्ोग्र्ता प्राप्त हो रर नसमें वसा कोई भी अन्र् रे ल सेवक िािमल
ह जो उस समर् एक गाडी परीा क के कत्तावर्ों को पूरा कर रहा ह

60. “िद्व-संकेती िसग्यल वर्वस्था” से तात्पर्ा उस िसग्यल वर्वस्था से ह िजसमें िसग्यल द्रकसी एक समर् पर िो में से
कोई एक संकेत प्रििित करता ह,

1.03 स्टेियों का वगीकरण :

1. नस ियर्मों के प्रर्ोजय हेतु स्टेियों को िो कोरटर्ों में िवभािजत द्रकर्ा जाएगा - ब्यलकक स्टेिय रर
गर - ब्यलकक स्टेिय
2. ब्यलकक स्टेिय वे हैं जहां पर लोको पार्लट को अपयी गाडी के साथ ब्यलकक से्िय में प्रवेि करये के िलए
संाालय पिित के अिीय आगे ब़ ये का प्राििकार अवश्र् प्राप्त करया ह रर पूणा ब्यलकक पिित के अंतगात
स्टेियों की तीय श्रेिणर्ां हैं :
श्रेणी “ए” स्टेिय - जहां गाडी के िलए लानय ि्लर्र तब तक यहं द्रिर्ा जा सकता ह जब तक द्रक वह
लानय, िजस पर गाडी का प्रवेि करार्ा जाया ह, होम िसग्यल से परे कम-से-कम 400 मीटर की िूरी तक
अथवा स्टाटार तक ि्लर्र यहं हो,

श्रेणी “बी” स्टेिय- जहां स्टेिय से्िय की सीमा में गाडी प्रवेि कराये के िलए लानय ि्लर्र होये से
पहले द्रकसी गाडी के िलए लानय ि्लर्र द्रिर्ा जा सकता ह, रर

श्रेणी “सी” स्टेिय - र्े ऐसे ब्यलकक हट हैं जहां द्रकसी गाडी के िलए आये की अयुमित तब तक यहं िी जा
सकती ह जब तक द्रक आगे ाल रही अंितम गाडी का स पूणा भाग होम िसग्यल से परे कम-से-कम 400
मीटर तक की िूरी पूरी तरह पार यहं कर िलर्ा हो रर उसका ालया जारी ह नसमें मधर्वती ब्यलकक
पोस्ट भी िािमल ह,

3. गर - ब्यलकक स्टेिय अथवा श्रेणी र्ी स्टेिय वसे िहराव वाले स्थाय हैं जो लगातार आये वाले िो ब्यलकक
स्टेियों के बीा अविस्थत होते हैं रर र्े द्रकसी ब्यलकक से्िय की सीमा का ियिाारण यहं करते हैं

स.िय.1.03 : (ए) िविेर्ष श्रेणी स्टेिय - वसे स्टेियों की िविेर्ष श्रेणी स्टेिय कहा जाता ह िजयका संाालय ए, बी, सी
अथवा र्ी श्रेणी के स्टेियों के िलए ियिााररत ितों के अिीय यहं द्रकर्ा जा सकता ह

(बी) पूवा रे लवे के प्रत्र्ेक स्टेिय का वगीकरण वकिंगकग समर् सारणी में िमलेगा

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अधर्ार् - II
सामान्र्तर्ा रे ल सेवकों के िलए लागू होये वाले ियर्म

2.01 ियर्मों की प्रितर्ों की आपूित : रे ल प्रिासय िय यिलि त की आपूित करे गा -


(ए) नय ियर्मों की एक प्रित -

i) प्रत्र्ेक स्टेिय को,

ii) प्रत्र्ेक लोकोमोरटव रलिंयग िेर् को,

iii) ऐसे अन्र् कार्ाालर्ों को िजन्हें र्ह िविहत करे ,

(बी) वसे प्रत्र्ेक रे ल सेवक को ियर्मों की एक प्रित अथवा उसका वह भाग उपलब्यि करार्ा जाएगा जो उसकी
ड्यूटी से संबिं ित हो, रर

(सी) द्रकसी भी रे ल सेवक को नय ियर्मों की एक प्रित अथवा उ्त ियर्मों का अयुवाि अथवा उसका वह भाग
जो िविेर्ष अयुिेिों द्वारा र्था-ियिााररत उसकी ड्यूटी से संबिं ित

स.िय.2.01 : स्टेिय मास्टर अपये-अपये स्टेिय के संबंिित कमाााररर्ों को, ााहे वे स्थार्ी हो अथवा अस्थार्ी, द्रफ्स्र्
िसग्यलों के संाालय रर हाथ िसग्यलों तथा िर्टोयेटेरों के प्रर्ोग के संबंि में बताये के िलए उत्तरिार्ी
होंगे

2.02 ियर्मों की प्रित का र -र ाब : प्रत्र्ेक रे ल सेवक, िजसे ियर्म 2.01 के अिीय र्था-ियिााररत नय ियर्मों
की एक प्रित की आपूित की गई ह -

ए) नसमें सभी सुिारों की प्रिविि करे गा,

बी) अपये द्रकसी भी वररषि अििकारी द्वारा मांगे जाये पर नन्हें प्रस्तुत करे गा,

सी) र्द्रि उसकी प्रित ो गई हो अथवा राब हो गई हो तब अपये वररषि अििकारी से नसकी यई प्रित
प्राप्त कर लेगा, रर

र्ी) र्ह सुियिचितत करे गा द्रक अपये अिीय कार्ारत कमाााररर्ों को सभी सुिारों की आपूित कर िी गई ह
रर र्ह द्रक वे नस ियर्म के प्राविायों का अयुपालय भी करते हैं

2.03 ियर्मों की जायकारी : प्रत्र्ेक रेल सेवक -


ए) अपयी ड्यूटी से संबिं ित ियर्मों से अवगत रहेगा, ााहे ्र्ों य उसे उसकी ड्यूटी से संबिं ित ियर्मों की
प्रित अथवा अयुवाि की आपूित की गई ह अथवा यहं रर रे ल प्रिासय सुियिचितत करे गा द्रक उसये ऐसा
द्रकर्ा हैं,
बी) ियिााररत परीा ाएं, र्द्रि हों, उत्तीण करे गा,

सी) स्वर्ं संतषु ट हो लेगा द्रक अपये अिीय कार्ारत कमाााररर्ों ये र्


ं (ए) रर (बी) का अयुपालय द्रकर्ा ह,
रर

र्ी) आवश्र्क होये पर अपये अिीय कार्ारत कमाााररर्ों को उय ियर्मों के बारे में बताएगा जो उन्हें लागू
होये हैं
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2.04 ियर्मों के पालय में सहार्ता : प्रत्र्ेक रेल सेवक नय ियर्मों के पालय में सहार्ता प्रिाय करे गा रर उयका
द्रकसी तरह उललंर्य होये की जायकारी िमलये पर तत्काल उसकी सूाया अपये वररषि अििकारी अथवा अन्र्
संबिं ित प्राििकारी को िेगा

2.05 अिताार, ा ित अथवा हािय की रोक-थाम :


1. प्रत्र्ेक रे ल सेवक अपये प्रभार में रे ल प्रिासय की संपिि की सुरा ा एवं बााव के िलए उत्तरिार्ी ह
2. प्रत्र्ेक रे ल सेवक िय यिलि त को रोकये का प्रर्ास करे गा -
ए) रे ल पररसरों में अयाििकार प्रवेि,

बी) रे ल संपिि की ाोरी, ा ित अथवा हािय,

सी) स्वर्ं अथवा अन्र् को ाोट पएुँााया, रर

र्ी) रे ल पररसरों में आग लगया,

2.06 ियर्मों तथा आिेिों का पालय : प्रत्र्ेक रेल सेवक िय यिलि त का तत्परता से पालय करेगा -
ए) सभी ियर्म एवं िविेर्ष अयुिि
े , रर

बी) अपये वररषि अििकाररर्ों द्वारा द्रिए जाये वाले सभी िवििस मत आिेि,

2.07 ड्यूटी पर उपिस्थित : प्रत्र्ेक रे ल सेवक ऐसे समर् एवं स्थायों पर रर उयकी अविि के िलए ड्यूटी पर
उपिस्थत रहेगा जसा द्रक उसके िलए रे ल प्रिासय द्वारा ियिााररत द्रकर्ा जाता ह रर वसे अन्र् समर् एवं स्थाय
पर भी उपिस्थत होगा जहां उसकी सेवाएं अपेिा त हो सकती ह

2.08 ड्यूटी पर अयुपिस्थित :


1. कोई भी रे ल सेवक अपये वररषि अििकारी की अयुमित के िबया ड्यूटी से अयुपिस्थत यहं होगा अथवा
उसके िलए ड्यूटी पर उपिस्थित हेतु ियिााररत र्ंटों में पररवताय यहं करे गा अथवा द्रकसी अन्र् रे ल सेवक
के साथ ड्यूटी की अिला-बिली यहं करे गा अथवा जब तक उसे उिात ढंग से मु्त यहं द्रकर्ा जाता ह,
अपयी ड्यूटी का प्रभार यहं ोडेगा
2. र्द्रि कोई रे ल सेवक ड्यूटी पर रहये के िद्यराय बीमारी के कारण ड्यूटी से अयुपिस्थत रहया ााहता ह तब
वह मामले की सूाया तत्काल अपये वररषि अििकारी को िेगा रर उस समर् तक अपयी ड्यूटी यहं
ोडेगा जब तक द्रक द्रकसी सा म रे ल सेवक को उसका प्रभार यहं िे द्रिर्ा जाता ह

2.09 मद्रिरा, िामक रर्षिि, मािक, उत्तेजक िवा अथवा सामग्री का सेवय :
1. ड्यूटी पर रहते कोई भी रे ल सेवक, ााहे वह गाडी संाालय से सीिा जुडा हो अथवा यहं, यिे की हालत
में र्ा द्रकसी ऐसी ििा में यहं होगा िजसमें द्रकसी प्रकार की मद्रिरा तथा अन्र् यिीली, िामक, बेहोिी,
यंि लाये वाली र्ा उत्तेजक िवाओं र्ा उयसे तर्ार अब वस्तुओं के सेवय से ड्यूटी िेये की उसकी ा मता
ा ीण होती ह
2. गािर्र्ों के संाालय से सीिे जुडा कोई रे ल सेवक अपयी ड्यूटी आरं भ करये से आि र्ंटे के भीतर कोई
मद्रिरा अथवा अन्र् यिीली, िामक, बोहोिी, यंि लाये वाली उत्तेजक िवाओं अथवा उयसे तर्ार अन्र्
वस्तुओं का सेवय अथवा प्रर्ोग यहं करे गा र्ा ड्यूटी पर ऐसी द्रकसी रर्षिि का उयसे बयी वस्तु का सेवय
यहं करे गा

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2.10 रे ल सेबकों का आारण - रे ल सेवक :
ए) ड्यूटी के िद्यराय बज रर र्ूयीफकमा र्द्रि ियिााररत द्रकर्ा गर्ा हो, पहयेगा रर साफ-सुथरा रहेगा,

बी) ाुस्त, स र् रर ििषट रहेगा,

सी) अवि पाररतोिर्षक य तो मांगग


े ा रर य स्वीकार करे गा,

र्ी) जयता को हर प्रकार की उिात सहार्ता प्रिाय करे गा रर सही जायकारी िेये में साविायी बरतेगा,

ई) पू े जाये पर बेिहाक अपया याम रर पियाम बताएगा,

2.11 संरा ा सुि़ ृ करये का कत्ताव्य :

1. प्रत्र्ेक रे ल सेवक -

ए) िे ग
े ा द्रक जयता की संरा ा सुियिचितत करये के िलए हर प्रर्त्य द्रकर्ा जाता ह,

बी) अपयी जायकारी में आये वाले रे लवे की संरा ा अथवा उिात संाालय को प्रभािवत करये वाली द्रकसी भी
र्टया की सूाया तत्काल अपये वररषि अििकारी को िेगा, रर

सी) कोई िुर्ट


ा या अथवा अवरोि उत्पन्य होये की िस्थित में मांगे जाये पर हर संभव सहार्ता प्रिाय करे गा,

2. प्रत्र्ेक रे ल सेवक, जो िे ता ह द्रक -

ए) कोई िसग्यल त्रुरटपूणा ह,

बी) रे ल-पथ अथवा ियमााण के द्रकसी भाग में कोई अवरोि अथवा राबी ह र्ा उसकी संभवया ह,

सी) गाडी में कोई राबी ह, अथवा

र्ी) कोई ऐसी असामान्र् पररिस्थित ह िजसके कारण गािर्र्ों के ियरापि परराालय अथवा जयता की संरा ा में
कोई बािा उत्पन्य होये की संभावया ह तब िुर्टा या रोकये के िलए पररिस्थित की मांग के अयुसार तत्काल
कारा वाई करे गा रर जहां आवश्र्क हो, र्थासंभव िीघ्र उपलब्यि साियों द्वारा समीपवती स्टेिय मास्टर को
सूिात करे गा

परन्तु र्द्रि गाडी िवभािजत हो गई ह तब वह स्टकप का हाथ िसग्य द्रि ाये की बजाए िाललाकर, निारा करके अथवा
अन्र् साियों द्वारा लोको पार्लट अथवा गार्ा का धर्ाय आकृ षट करये का प्रर्ास करे गा

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स.िय. 2. 11 : तूफाय रर तेज हवा ालये के िद्यराय गािर्र्ों के संाालय हेतु द्रकए जाये वाले पूवोिार् :-

ए) (i) जब मद्यसम िव्ाय िवभाग से ाक्रवात, तूफाय अथवा तेज हवा ालये की पूवा सूाया िेते एए ाेतावयी संिेि
प्राप्त एआ हो रर/अथवा नसकी र्दकसंगत आिंका हो द्रक तेज तूफाय आये वाला ह िजससे र्ाित्रर्ों, गाडी आद्रि
की संरा ा को तरा ह, स्टेिय मास्टर जब तक तूफाय िांत यहं हो जार् रर वह गािर्र्ों के संाालय को
ियरापि य समझे गाडी के गार्ा रर लोको पार्लट से परामिा करके गाडी रोक िेगा रर उसके स्टे िय पर आये
वाली द्रकसी गाडी को लानय ि्लर्र िेये से भी नं कार कर िेगा

(ii) र्द्रि कोई गाडी ालते एए द्रकसी ाक्रवात, तूफाय र्ा तेज हवा में फं स जाए रर िजससे लोको पार्लट की रार्
में गाडी की संरा ा को तरा हो सकता ह, वह तत्काल अपयी गाडी की गित को ियर्ंित्रत करे गा रर जहां तक
संभव हो र्ह धर्ाय में र ते एए द्रक तीरमोमोडों, ऊंाे तत्बंिों रर पुलों (उयके पएंा मागा के साथ) पर गाडी यहं
रोकी जाए, प्रथम सुिविाजयक स्थाय पर उसे रोक िेगा गाडी की गित को ियर्ंित्रत कर रोकते समर् लोको
पार्लट साविायीपूवाक िबया झटका के गाडी रोक िेगा बह गाडी को गार्ा के परामिा से िोवारा तभी
ालाएगा जब ाक्रवात, तूफाय अथवा तेज हमा कम हो गई हो रर आगे ब़ या ियरापि समझा जाए

(iii) गाडी के गार्ा रर लोको पार्लट गाडी में र्ात्रा करये वाले रे ल कमाााररर्ों के सहर्ोग से र्ह िे ये का प्रर्त्य
करें गे द्रक र्ाित्रर्ों द्वारा सवारी िर्ब्यबों के िरवाजे रर ि डद्रकर्ां ुली र ी गई हैं िजससे हवा सवारी िर्ब्यबों
के आर-पार ियबााि गुजर सके

बी) असुरिा त स्थायों रर िविेर्ष ूपप से ाुये गए पुलों के मामले में, जहां पुलों के समीपवती स्टेियों में से एक पर
पवयमापी प्रितषिािपत द्रकए गए हों, र्द्रि पवयमापी िविेर्ष अयुिेिों द्वारा ियिााररत हवा के बेग को तरा के
स्तर से अििक ििााता ह तब स्टेिय मास्टर िय यिलि त कारावाई करे गा :

(i) स्टेिय मास्टर, से्िय ियर्ंत्रक रर िूसरी तरफ के स्टेिय मास्टर को गािर्र्ों के संाालय को ियर्ंित्रत द्रकए
जाये की आवश्र्कता के बारे में तत्काल सूिात करे गा

(ii) स्टेिय मास्टर अपये स्टेिय से गाडी प्रारं भ करये अथवा वहां से होकर जाये वाली गािर्र्ों के संाालय की
अयुमित यहं िेगा रर उयके स्टेिय में प्रवेि कराये के िलए ियकटवती स्टेिय पर प्रतीा ारत गािर्र्ों को भी
लानय ि्लर्र यहं िेगा

(iii) वह िविेर्ष अयुिेिों द्वारा र्था-ियिााररत हवा का वेग द्रफर से तरे की सीमा से कम हो जाये के पश्ाात
से्िय ियर्ंकक रर ियकटवती स्टेिय के स्टेिय मास्टर के परामिा से गािर्र्ों का सामान्र् संाालय पुय:
आरं भ करे गा

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अधर्ार् - III
िसग्यल
ए. सािारण उपबंि
3.01 िसग्यलों का सािारण उपर्ोग : नय ियर्मों में ियिााररत िसग्यलों का उपर्ोग गािर्र्ों के संालय को
ियर्ंित्रत करये के िलए उय सभी मामलों में द्रकर्ा जाएगा, िजयमें अयुमोद्रित िविेर्ष अयुिि
े ों द्वारा अपवाि की
अयुमित यहं िी गई ह

3.02 िसग्यलों के प्रकार : गािर्र्ों के संालय को ियर्ंित्रत करये के िलए प्रर्ोग द्रकए जाये वाले िसग्यल होंगे -
ए) द्रफ्स द्रकए गए िसग्यल,

बी) हाथ िसग्यल,,

सी) पटा ा िसग्यल

3.03 राित्रकालीय िसग्यलों का द्रिय में प्रर्ोग : राित्र में प्रर्ोग द्रकए जाये के िलए नय ियर्मों के ियिााररत
िसग्यलों का प्रर्ोग द्रिय में सुरंगों रर र्ये, कोहरार्ु्त अथवा िृश्र्ता को वािित करये वाले तूफायी मद्यसम में भी
द्रकर्ा जाएगा

3.04 िसग्यलों तथा िसग्यल आमा र या, िसग्यल आमों को रं गया :


1. द्रफ्स्र् िसग्यल अयकी ओर आती एई गािर्र्ों के लोको पार्लटों को स्पषट द्रि ाई िेये ाािहए रर जब तक
द्रक िविेर्ष अयुिेिों द्वारा अन्र्था प्राििकृ त यहं द्रकर्ा गर्ा हो, तब तक उन्हें संबिं ित लानय की िीक बार्ं
ओर र्ा ऊपर लगार्ा जाएगा
2. सेमाफोर िसग्यल होये पर िसग्यल आमा भ ं े की बार्ं ओर लगार्ी जाएंगी जो पएंा रही द्रकसी गाडी के
लोको पार्लट को द्रि ाई पडे
3. (ए) र् ं (बी) रर (सी) में उपबंिित को ोडकर िसग्यल आमों को, उससे ियर्ंित्रत गािर्र्ों के स मु पडये
वाले भाग में उसी रं ग से रं गा जाएगा िजस रं ग की बत्ती उस िसग्यल की ‘ य’ िस्थित में प्रििित होती हैं
रर उस पर सफे ि िारी भी रहेगी रर उसके पृषि भाग में सफे ि रं ग रर काली िारी रहेगी र्े िाररर्ां आमा
के अंितम िसरे के समायान्तर होंगी
(बी) आमा का रं ग पीला होये पर गािर्र्ों के स मु पडये वाले भाग में सफे ि िारी के स्थाय पर काली िारी
होगी
(सी) ककलिंलग - य - िसग्यल के आमों के गाडी के स मु पडये वाले भाग में सफे ि रं ग रर लाल िारी तथा
पृषि भाग में सफे ि रं ग रर काली िारी होगी

बी. द्रफ्स्र् िसग्यलों का िववरण


3.05 द्रफ्स्र् िसग्यलों का प्रर्ोग :
1. र्द्रि अयुमोद्रित िविेर्ष अयुिेिों में उलले यहं हो तो सभी रे लों को नय ियर्मों में र्था-ियिााररत द्रफ्स्र्
िसग्यलों से सुसिजितत द्रकर्ा जाएगा
2. सेमाफोर िसग्यल के संकेत द्रिय में उसके आमा की िस्थित से रर राित्र में एक बत्ती अथवा बिि र्ों द्वारा
प्रििित द्रकए जाएंगे
रटप्पणी : नस अधर्ार् में द्रिए गए िात्रों में, जो मापक्रम के अयुसार तर्ार यहं द्रकए गए हैं, सेमाफोर िसग्यल का संकेत
द्रिय में आमा की िस्थित के द्वारा रर रात में संबिं ित िसग्य की िार्ं ओर बत्ती अथवा बिि र्ों द्वारा प्रििित
द्रकर्ा गर्ा ह
3. रं गीय बत्ती रर िस्थित बत्ती बाले िसग्यल के संकेत द्रिय रर रात, िोयों समर् में एकसे होंगे रर द्रफ्स्र्
बत्ती अथवा बिि र्ों द्वारा प्रििित होंगे
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4. सेमाफोर िसग्यल के आमा :

ए) िद्व-संकेती िसग्यल वर्वस्था में लोअर ्वाड्रेंटेंट में काम करे गा, रर

बी) हस्त-परराािलत बए-संकेती िसग्यल वर्वस्था में अपर ्वाड्रेंटेंट में काम करे गा

5. िद्व-संकेती लाअर ्वाड्रेंटेंट िसग्यल वर्वस्था में सेमाफोर िसग्यल की फ िस्थित को द्रिय में उसके आमा को
ा ितज िस्थित से यीाे की ओर 45 िर्ग्री से 60 िर्ग्री तक द्रि ार्ा जाएगा रर बए-संकेती अपर ्वाड्रेंटेंट
िसग्यल वर्वस्था में ा िततज िस्थित से 45 िर्ग्री अथवा 90 िर्ग्री ऊपर की ओर द्रि ार्ा जाएगा

3.06 ाेताबयी िसग्यलों रर उयके संकेतो का वणाय :


1. सेमाफोर ाेतावयी िसग्यल के आमा के िसरे का आिार म ली की पूं जसा होता ह
2. ाेतावयी िसग्यल लोको पार्लट को र्ह ाेतावयी िेये के िलए होता ह द्रक -
ए) आगे िस्थत ब्यलकक से्िय को ्र्ा िस्थित ह, अथवा
बी) वह स्टकप िसग्यल की ओर पएंा रहा ह,

3. ाेतावयी िसग्यल िय यिलि त में से द्रकसी भी स्थाय पर लगार्ा जा सकता ह :-


ए) अलग एक भे पर, िजसके 1.5 से 2 मीटर ऊपर रात में द्रफ्स्र् हरी बत्ती जलती हो, अथवा
बी) उसी भे पर प्रथम स्टकप िसग्यल अथवा अंितम स्टकप िसग्यल के यीाे,
4. र्द्रि ाेतावयी िसग्यल उपियर्म (3) के र्
ं (बी) के अयुसार लगा ह तब ाेतावयी िसग्यल की द्रफ्स्र् हरी
बत्ती के स्थाय पर स्टकप िसग्यल की पररवती बत्ती होगी रर ऐसी र्ांित्रक वर्वस्था की जाएगी द्रक जब तक
उसके ऊपर का स्टकप िसग्यल ‘ य’ रहता ह तब तक ाेतावयी िसग्यल को ‘ फ’ यहं द्रकर्ा जा सकता ह
5. सेमाफोर ाेतावयी िसग्यल के संकेत रर ियिदेशि यीाे ििााए गए हैं :-
ए) िद्व-संकेती िसग्यल वर्वस्था वाले ा ेत्र में सेमाफोर ाेतावयी िसग्यल एक भ
ं े पर -

य िस्थित फ िस्थित

संकेत :
साविायीपूवक
ा आगे ब़ ें आगे ब़ ें

ियिदेशि :
साविायीपूवक
ा आगे ब़ ें रर अगले स्टकप आगे ब़ ें
िसग्यल पर िहर जाये के िलए तर्ार रहें

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बी) िद्व-संकेती िसग्यल वर्वस्था वाले ा ेत्र में सेमाफोर ाेतावयी िसग्यल - स्टकप िसग्यल के यीाे
‘ य’ िस्थित

संकेत :

ूपकें साविायीपूवक
ा आगे ब़ ें

ियिदेशि :
पूरी तरह ूपक जाएं साविायीपूवक
ा आगे ब़ ें रर अगले स्टकप
िसग्यल पर ूपकये के िलए तर्ार रहें

िद्व-संकेती िसग्यल वर्वस्था वाले ा ेत्र में सेमाफोर ाेतावयी िसग्यल - स्टकप िसग्यल के यीाे

‘ फ’ िस्थित

संकेत : आगे ब़ ें

ियिदेशि : आगे ब़ ें

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6. रं गीय बत्ती ाेतावयी िसग्यल के संकेत रर ियिदेशि यीाे ििााए गए ह :-

ए) िद्व-संकेती िसग्यल वर्वस्था वाले ा ेत्र में रं गीय बत्ती ाेतावयी िसग्यल एक भ
ं े पर अके ला

‘ य’ िस्थित ‘ फ’ िस्थित

संकेत :

साविायीपूवक
ा आगे ब़ ें आगे ब़ ें

ियिदेशि :

साविायीपूवक
ा आगे ब़ ें रर अगले स्टकप आगे ब़ ें
िसग्यल पर ूपकये के िलए तर्ार रहें

बी) िद्व-संकेती िसग्यल वर्वस्था वाले ा ेत्र में रं गीय बत्ती ाेतावयी िसग्यल स्टकप िसग्यल के यीाे

‘ य’ िस्थित ‘ फ’ िस्थित

संकेत :

ूपकें साविायीपूवक
ा आगे ब़ ें आगे ब़ ें

ियिदेशि :

पूरी तरह ूपक जाएं साविायीपूवक


ा आगे ब़ ें आगे ब़ ें
रर अगले स्टकप िसग्यल पर
ूपकये के िलए तर्ार रहें

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7. एक भ ं े पर अके ला, द्रकसी स्टकप िसग्यल के संकेत की पूवा ाेतावयी िेये वाला ाेतावयी िसग्यल, िजसके ऊपर
राित्र के िलए द्रफ्स्र् हरी बत्ती लगी होती ह, उस स्टकप िसग्यल के पहले पर्ााप्त िूरी पर लगार्ा जाएगा

परन्तु र्द्रि ऐसा कोई ाोतावयी िसग्यल द्रकसी फाटक स्टकप िसग्यल से संबिं ित ह तब र्ह उस समर् तक
‘आगे ब़ ें’ संकेत प्रििित यहं करे गा जब तक द्रक आगे िस्थत स्टे िय के प्रथम स्टकप िसग्यल रर फाटक स्टकप
िसग्यल के बीा पर्ााप्त िूरी यहं हो ऐसे मामले में पर्ााप्त का अथा कभी भी 1200 मीटर से कम यहं होगी

8. जहां िविेर्ष पररिस्थितर्ों में द्रकसी अप्रर्ु्त ाेतावयी िसग्यल का प्रर्ोग द्रकर्ा जाया उिात हो वहां नसे
‘ य’ िस्थित पर िस्थर कर द्रिर्ा जाएगा रर द्रििा - ियिदेशिय करये के उद्देश्र् से य तो संर्ोिजत द्रकर्ा
जाएगा रर य ही िोहरार्ा जाएगा

3.07 ाेताबयी िसग्यलों रर उयके संकेतो का वणाय :

1. सेमाफोर िर्स्टेंट िसग्यल के आमा म ली की पूं जसा होता ह

2. लोअर ्वाड्रेंटेंट में काम करये वाले सेमाफोर िर्स्टेंट िसग्यल के संकेत रर ियिदेशि यीाे ििााए गए हैं :-

िद्व-संकेती िसग्यल वर्वस्था वाले ा ेत्र में सेमाफोर िर्स्टेंट िसग्यल

‘ य’ िस्थित ‘ फ’ िस्थित

संकेत :

सतका आगे ब़ ें

ियिदेशि :

आगे ब़ ें रर अगले स्टकप िसग्यल आगे ब़ ें


पर ूपकये के िलए तर्ार रहें

रटप्पणी : र्ह िसग्यल के वल संिोिित लोअर ्वाड्रेंटेंट िसग्यल वर्वस्था में लगार्ा जाएगा

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3. अपर ्वाड्रेंटेंट में काम करये वाले सेमाफोर िर्स्टेंट िसग्यल के संकेत रर ियिदेशि यीाे ििााए गए हैं :-

बए-संकेती िसग्यल वर्वस्था वाले ा ेत्र में सेमाफोर िर्स्टेंट िसग्यल

‘ य’ िस्थित ‘ फ’ िस्थित

संकेत :
सतका धर्ाय िें आगे ब़ ें
ियिदेशि :
आगे ब़ ें रर अगले स्टकप िसग्यल आगे ब़ ें रर अगले िसग्यल को िविेर्ष आगे ब़ ें
पर ूपकये के िलए तर्ार रहें अयुिेिों में र्था-ियिााररत प्रितबंिित
गित से पार करये के िलए तर्ार रहें
रटप्पणी : रात में जब र्ह िसग्यल ‘धर्ाय िें’ का संकेत प्रििित करें तब िो पीली बिि र्ों के बीा की िूरी 1.5 मीटर
होगी
4. रं गीय बत्ती िर्स्टेंट िसग्यल के संकेत एवं ियिदेशि यीाे ििााए गए हैं :-
बए-संकेती िसग्यल वर्वस्था वाले ा ेत्र में रं गीय बत्ती िर्स्टेंट िसग्यल

‘ य’ िस्थित ‘ फ’ िस्थित

संकेत :
सतका साविाय आगे ब़ ें

ियिदेशि :
आगे ब़ ें रर अगले स्टकप िसग्यल आगे ब़ ें रर िविेर्ष अयुिेिों में र्था- आगे ब़ ें
पर ूपकये के िलए तर्ार रहें ियिााररत प्रितबंिित गित से अगले
िसग्यल को पार करें

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5. िर्स्टेंट िसग्यल उस स्टकप िसग्यल के पहले पर्ााप्त िूरी पर लगार्ा जाएगा िजसके संकेत की वी पूवा ाेतावयी
िेता ह

6. जहां आवश्र्क हो, एक से अििक िर्स्टेंट िसग्यल लगाए जा सकते हैं ऐसी िस्थित में, वाय गतम िसग्यल को
प्रथम स्टकप िसग्यल से पर्ााप्त िूरी पर लगार्ा जाएगा रर िर्स्टेंट िसग्यल कहलाएगा रर िूसरे को नयर
िर्स्टेंट िसग्यल कहा जाएगा िर्स्टेंट िसग्यल के वल ‘धर्ाय िें’ अथवा ‘आगे ब़ ें’ का संकेत प्रििित करये में
समथा होगा

7. अयुमोद्रित िविेर्ष अयुिेिों के अिीय रं गीय बत्ती िर्स्टेंट िसग्यल के पी े िस्थत स्टेिय के अंितम स्टकप िसग्यल
के साथ अथवा समपार का बााव करये वाले स्टकप िसग्यल के साथ लगार्ा जा सकता ह ऐसी िस्थित में
रं गीय बत्ती िर्स्टेंट िसग्यल में नस तरह की वर्वस्था की जाएगी द्रक र्ह िसग्यल उस समर् तक ‘स्टकप’ संकेत
से कम प्रितबंि वाला संकेत प्रििित यहं करे गा जब तक द्रक पहले वाली िस्थित में आगे िस्थत स्टे िय से
लानय ि्लर्र प्राप्त यहं हो जाए रर बाि वाली िस्थित में जब तक द्रक गािर्र्ों के गुजरये के िलए समपार
फाटकों को बंि करके लकक यहं कर द्रिर्ा जाए

स.िय. 3.07 (ए) िविेर्ष अयुिेि : द्रकसी िसग्यल की िो पीली बिि र्ॉं ‘धर्ाय िें’ वाली िस्थित को नं िगत करती हैं रर
सूिात करती हैं द्रक ‘अगले स्टकप िसग्यल को प्रितबंिित गित पर पार करये के िलए तर्ारी करते एए आगे
ब़ ें’ प्रितवंिित गित उस गित का संकेत िेता ह जो स्थायीर् िस्थित, गाडी की ब्रेक ा मता आद्रि िृििकोण से
लोको पार्लट / मोटरमय के ही ियर्ंत्रण मतें होता ह िजससे जूपरत पडये पर नसे अगले िसग्यल पर रोका जा
सके नस प्रकार गित को स्वर्ं लोको पार्लट / मोटरमय द्वारा एर्जस्ट द्रकर्ा जा सकता ह
(बी) सा.िय 3.07 (6) के अयुसार कु बए-संकेती िसग्यल वर्वस्था वाले से्ियों में िो (2) िर्स्टेंट िसग्यल
(िर्स्टेंट िसग्यल रर नयर िर्स्टेंट िसग्यल) लगाए गए हैं िद्वतीर् िर्स्टेंट िसग्यल सािारणतर्ा ाेतावयी बोर्ा
को हटाकर उसके स्थाय पर लगाए गए प्रथम स्टकप िसग्यल से 2 द्रकमी. की िूरी पर अविस्थत होता ह

िवििषट संालयों के संकेत का क्रम यीाे ििाार्ा गर्ा ह :-

िर्स्टेंट नयर िर्स्टेंट होम मेय लानय लूप लानय एर्वांस्र्


िसग्यल िसग्यल िसग्यल स्टाटार स्टाटार स्टाटार
1. गाडी को होम िसग्यल पर िोहरा पीला पीला लाल लाल लाल लाल
ूपकया ह

2. गाडी को मेय लानय स्टाटार पर हरा िोहरा पीला पीला लाल लाल लाल
ूपकया ह

3. गाडी को मेय लानय होकर सीिे हरा हरा हरा हरा लाल हरा
ालया ह

4. गाडी को लूप लानय स्टाटार पर िोहरा पीला िोहरा पीला मागा नं र्ीके टर लाल लाल लाल
ूपकया ह सिहत पीला

5. गाडी को लूप लानय होकर सीर्े िोहरा पीला िोहरा पीला मागा नं र्ीके टर लाल पीला हरा
ालया ह सिहत पीला

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3.08 स्टकप िसग्यलों रर उयके संकेतों का िववरण :-
1. सेमाफोर स्टकप िसग्यल के आमा का िसरा वगााकार होता ह
2. लोअर ्वाड्रेंटेंट में काम करये वाले सेमाफोर स्टकप िसग्यल के संकेत रर ियिदेशि यीाे ििााए गए हैं :

िद्व-संकेती िसग्यल वर्वस्था वाले ा ेत्र में सेमाफोर स्टकप िसग्यल

‘ य’ िस्थित ‘ फ’ िस्थित

संकेत :

ूपकें आगे ब़ ें

ियिदेशि :

पूरी तरह ूपक जाएं आगे ब़ ें

3. अपर ्वाड्रेंटेंट में काम करये वाले सेमाफोर स्टकप िसग्यल के संकेत रर ियिदेशि यीाे ििााए गए हैं :

बए-संकेती िसग्यल वर्वस्था वाले ा ेत्र में सेमाफोर स्टकप िसग्यल

‘ य’ िस्थित ‘ फ’ िस्थित

संकेत :
ूपकें साविाय रहें आगे ब़ ें

ियिदेशि :
पूरी तरह ूपक जाएं आगे ब़ ें रर अगले स्टकप िसग्यल आगे ब़ ें
पर ूपकये के िलए तर्ार रहें

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4. रं गीय वत्ती स्टकप िसग्यल के संकेत रर ियिदेशि यीाे ििााए गए हैं :-
ए) िद्व-संकेती िसग्यल वर्वस्था वाले ा ेत्र में रं गीय वत्ती स्टकप िसग्यल

‘ य’ िस्थित ‘ फ’ िस्थित

संकेत :

ूपकें आगे ब़ ें
ियिदेशि :

पूरी तरह ूपक जाएं आगे ब़ ें

बी) बए ित्र-संकेती िसग्यल वर्वस्था वाले ा ेत्र में रं गीय बत्ती स्टकप िसग्यल

‘ य’ िस्थित ‘ फ’ िस्थित

संकेत :
ूपकें साविाय रहें आगे ब़ ें

ियिदेशि :
पूरी तरह ूपक जाएं आगे ब़ ें रर अगले स्टकप िसग्यल आगे ब़ ें
पर ूपकये के िलए तर्ार रहें

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सी) बए ाार-संकेती िसग्यल वर्वस्था वाले ा ेत्र में रं गीय बत्ती स्टकप िसग्यल

‘ य’ िस्थित ‘ फ’ िस्थित

संकेत :
ूपकें साविाय रहें धर्ाय िें आगे ब़ ें

ियिदेशि :
पूरी तरह ूपक जाएं आगे ब़ ें रर अगले स्टकप आगे ब़ ें रर िविेर्ष अयुिि
े ों में आगे ब़ ें
िसग्यल पर ूपकये के िलए र्था-ियिााररत प्रितबंिित गित
तर्ार रहें पर अगले िसग्यल को पार करये
के िलए तर्ार रहें

3.09 पएंा रही गािर्र्ों के िलए द्रफ्स्र् स्टकप िसग्यलों के प्रकार :


1. द्रकसी स्टेिय पर पएंा रही गािर्र्ों के संालय को ियर्ंित्रत करये वाले स्टकप िसग्यलों के तीय प्रकार होते हैं
अथाात आउटर, होम रर मागा ििााये वाले (ूपंटग) िसग्यल

2. आउटर िसग्यल, जहां लगा हो, द्रकसी स्टेिय का प्रथम स्टकप िसग्यल होता ह जो उस स्थाय से बाहर पर्ााप्त िूरी
पर अविस्थत होता ह जहां तक लानय ि्लर्र द्रिए जाये अथवा पी े िस्थत स्टे िय द्वारा लानय ि्लर्र प्राप्त
द्रकए जाये के बाि लानय को अवूपि द्रकर्ा जा सकता ह

3. होम िसग्यल उस स्टेिय का प्रथम स्टकप िसग्यल होता ह जहां आउटर िसग्यल यहं लगा होता ह जबद्रक उस
स्टेिय का िद्वतीर् स्टकप िसग्यल होता ह जहां आउटर िसग्यल की वर्वस्था ह नसे संबिं ित लानय के सभी
कये्ियों से बाहर लगार्ा जाता ह

4. मागा द्रि ाये वाले (ूपंटग) िसग्यल का प्रर्ोग लोको पार्लट को र्ह संकेत िेये के िलए द्रकर्ा जाता ह द्रक िो र्ा
उससे अििक मागों में से द्रकस मागा को उसके िलए सेट द्रकर्ा गर्ा ह नसका प्रर्ोग तब होता ह जब होम
िसग्यल अपयी िस्थित के कारण नस काम के िलए असुिविाजयक हो
स.िय. 3.09 द्रकसी सी श्रेणी स्टे िय पर होम िसग्यल आगे िस्थत ब्यलकक से्िय का आरं भ होया नं िगत करता ह रर जब र्ह फ
िस्थित पर होता ह तब लोको पार्लट को उस से्िय में प्रवेि करये के िलए प्राििकृ त करता ह

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3.10 प्रस्थाय कर रही गािर्र्ों के िलए द्रफ्स्र् स्टकप िसग्यलों के प्रकार :
1. द्रकसी स्टेिय से प्रस्थाय कर रही गािर्र्ों के संालय को ियर्ंित्रत करये वाले िो प्रकार के स्टकप िसग्यल होते हैं
अथाात स्टाटार रर एर्वांस्र् स्टाटार

2. जब द्रकसी स्टेिय से प्रस्थाय कर रही गाडी के मागाििाय के िलए के वल एक स्टांटग िसग्यल हो तब वह स्टेिय
का अंितम स्टकप िसग्यल होगा रर उसे स्टाटार िसग्यल कहा जाता ह

3. जब द्रकसी स्टेिय से प्रस्थाय कर रही गाडी के मागाििाय हेतु एक से अििक स्टाटार िसग्यल हों तब वाय गतम
स्टाटार िसग्यल स्टेिय का अंितम स्टकप िसग्यल होगा रर उसे एर्वांस्र् स्टाटार कहा जाएगा

4. स्टाटार, जहां के वल एक ऐसा िसग्यल लगा हो, अथवा एर्वांस्र् स्टाटार को उस सीमा पर लगार्ा जाएगा िजससे
आगे कोई गाडी उस समर् तक यहं गुजर सकती ह जब तक द्रक लोको पार्लट के संाालय पिित के अंतगात
आगे ब़ ये का प्राििकार यहं द्रिर्ा जाता ह रर नसे उय स्थायों को ोडकर, जहां अयुमोद्रित िविेर्ष अयुिेिों
द्वारा अन्र्था अयुमित िी गई हो, संबिं ित लानय के सभी कये्ियों के बाहर लगार्ा जाएगा नस सीमा से
बाहर िविेर्ष अयुिि े ों के अयुसार िंंटग कार्ा द्रकर्ा जाएगा

5. जहां एर्वांस्र् स्टाटार लगे हों वहां द्रकसी लानय से संबिं ित स्टाटार को नस प्रकार लगार्ा जाएगा द्रक वह द्रकसी
िूसरी ाालू लानय से संर्ोिजत प्रथम फे लिंसग प्वानं टों अथवा उललंर्य िानय का बााव करे

3.11 मधर्वती ब्यलकक स्टकप िसग्यल : मधर्वती ब्यलकक स्टकप िसग्यल एक होम िसग्यल ह जो द्रकसी मधर्वती ब्यलकक

ं े पर लगा होता ह

3.12 स्वाािलत ब्यलकक ा ेत्रों में द्रफ्स्र् स्टकप िसग्यलों के प्रकार :


1. स्वाािलत ब्यलकक ा ेत्र में स्टकप िसग्यल रं गीय बत्ती वाले िसग्यल होंगे रर वे िय य प्रकार के हो सकते हैं :
ए) स्वाािलत स्टकप िसग्यल, जो हाथ द्वारा परराािलत द्रकए जाये पर ियभार य होये की बजार् स्वाािलत ब्यलकक
िसग्यल वर्वस्था वाले से्िय में प्रवेि करये वाली, उससे होकर जाये वाली रर उससे बाहर जाये वाली गाडी के
गुजरये पर स्वत: ियर्ंित्रत होता ह,

बी) अिा-स्वाािलत स्टकप िसग्यल को आवश्र्कतायुसार स्वाािलत स्टकप िसग्यल अथवा हस्त परराािलत स्टकप
िसग्यल के ूपप में परराािलत द्रकर्ा जा सकता ह,
i) जब कोई अिा-स्वाािलत स्टकप िसग्यल एक स्वाािलत स्टकप िसग्यल की तरह काम करता ह तब र्ह आगे िस्थत
स्वाािलत ब्यलकक िसग्यल वर्वस्था वाले से्ियों की िस्थित के अयुसार स्वत: ‘ य’ रर ‘ फ’ संकेत पर आ
जाता ह

ii) जब कोई अिा-स्वाािलत स्टकप िसग्यल हस्त परराािलत स्टकप िसग्यल की तरह काम करता ह तब र्ह आगे
िस्थत स्वाािलत ब्यलकक िसग्यल वर्वस्था वाले से्िय के वर्स्त होये पर स्वत: ‘ य’ संकेत पर आ जाता ह
द्रकन्तु जब नसे हाथ द्वारा परराािलत द्रकर्ा जाता ह तब ‘ फ’ संकेत पर आ जाता ह, बितदेश द्रक आगे िस्थत
संबिं ित स्वाािलत ब्यलकक िसग्यल वर्वस्था वाले से्िय ि्लर्र हों,

iii) जब कोई अिा-स्वाािलत स्टकप िसग्यल द्रकसी स्वाािलत स्टकप िसग्यल की तरह काम करता ह तब िसग्यल के
यीाे लगा ‘ए’ माका र प्रकािित हो जाता ह ‘ए’ माका र के बुझ जाये पर िसग्यल को हस्त परराािलत स्टकप
िसग्यल समझा जाएगा, रर

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सी) हस्त परराािलत स्टकप िसग्यल को हाथ द्वारा परराािलत द्रकर्ा जाता ह रर उसे स्वाािलत अथवा अिा-
स्वाािलत स्टकप िसग्यल के ूपप में काम में यहं लार्ा जा सकता ह ‘’

2. स्वाािलत ब्यलकक ा ेत्र में रं गीय बत्ती िसग्यलों के तीय अथवा ाार संकेत होंगे

3.13 ककलिंलग- य-िसग्यल - उयका िववरण रर संकेत :


1. ‘ककलिंलग- य’ िसग्यल एक सहार्क िसग्यल होता ह िजसका ‘ य’ िस्थित में कोई स्वतंत्र संकेत यहं होता ह
रर उसका -
ए) एक ोटा वगााकार िसरे वाला सेमाफोर आमा होगा, अथवा

बी) ‘सी’ माका र के साथ एक ोटी रं गीय बत्ती होगी

2. ‘ककलिंलग- य’ िसग्यल को, जहां उपलब्यि हो, आये वाली गाडी को ियर्ंित्रत करये वाले स्टकप िसग्यल के यीाे
लगार्ा जाएगा अयुमोद्रित िविेर्ष अयुिि े ों के अंतगात ‘ककलिंलग- य’ िसग्यल को, अंितम स्टकप िसग्यल को
ोड कर अन्र् द्रकसी भी स्टकप िसग्यल के यीाे लगार्ा जा सकता ह

3. ‘ककलिंलग- य’ िसग्यल, जब नसे ‘ फ’ द्रकर्ा गर्ा हो, गाडी के लोको पार्लट को अयुमित प्रिाय करता ह द्रक
वह उपरो्त स्टकप िसग्यल के ‘ य’ पर रहये के बावजूि अपयी गाडी को एक बार रोकये के बाि
साविायीपूवक ा आगे ले जा सकता ह रर लोको पार्लट के िलए संकेत होता ह द्रक कोई बािा िे ते ही उसे िहर
जाये के िलए तर्ार रहया ह

4. सेमाफोर आमा ‘ककलिंलग- य’ िसग्यल के संकेत िय यायुसार होंगे :-

ए) आमा की ा ितज िस्थित से ‘ य’ िस्थित नं िगत होता ह रर रात में िसग्यल ‘ य’ िस्थित में यो-लानट ििााएगा,

बी) िद्व-संकेती सेमाफोर िसग्यल वर्वस्था वाले ा ेत्रों में ा ितज के यीाे 45• से 60• िर्ग्रीकोण पर झुके एए आमा की
झुकी िस्थित अथवा रात में एक ोटी पीली बत्ती प्रििित होया ‘ फ’ िस्थित को नं िगत करता ह, रर

सी) बए-संकेती सेमाफोर अपर ्वाड्रेंटेंट िसग्यल वर्वस्था वाले ा ेत्रों में आमा की झुकी एई िस्थित, िजसे ा ितज से
• •
ऊपर 45 से 60 िर्ग्री कोण पर उिार्ा गर्ा हो अथवा रात में तब एक ोटी पीली बत्ती प्रििित हो, ‘ फ’
िस्थित को नं िगत करता ह

5. रं गीय ‘बत्ती’ ‘ककलिंलग- य’ िसग्यल के संकेत िय यायुसार होंगे :-

ए) िद्व-संकेती रं गीय बत्ती िसग्यल वाले ा ेत्रों में ‘ककलिंलग- य’ िसग्यल ‘ य’ िस्थित में यो-लानट ििााएगा रर
‘ फ’ िस्थित में एक ोटी पीली बत्ती जलेंगी, तथा

बी) बए-संकेती रं गीय बत्ती िसग्यल वर्वस्था वाले ा ेत्रों में ‘ककलिंलग- य’ िसग्यल ‘ य’ िस्थित में यो-लानट
प्रििित करे गा रर ‘ फ’ िस्थित में एक ोटी पीली बत्ती जलेगी

रटप्पणी : द्रकसी ‘ककलिंलग- य’ िसग्यल की ‘ य’ िस्थित ििााता ह द्रक लोको पार्लट को स्टकप िसग्यल के संकेत का
अयुसरण करया होगा

24
6. सेमाफोर ‘ककलिंलग- य’ िसग्यल के संकेत रर ियिदेशि यीाे द्रिए गए हैं :

ए) िद्व-संकेती िसग्यल वर्वस्था वाले ा ेत्र में ोटे सेमाफोर आमा द्रकस्म के ‘ककलिंलग- य’ िसग्यल

‘ य’ िस्थित ‘ फ’ िस्थित

संकेत :
िीरे -िीरे आगे ब़ ें

ियिदेशि :
लोको पार्लट स्टकप िसग्यल के िहर जाएं रर तब साविायीपूवक ा गाडी आगे ले जाएं
संकेत का अयुसरण करे गा तथा द्रकसी बािा के ियकट िहर जाये के िलए तर्ार रहें

बी) बए-संकेती िसग्यल वर्वस्था वाले ा ेत्र में ोटे सेमाफोर आमा द्रकस्म का ‘ककलिंलग- य’ िसग्यल
‘ य’ िस्थित ‘ फ’ िस्थित

संकेत :
िीरे -िीरे आगे ब़ ें

ियिदेशि :

लोको पार्लट स्टकप िसग्यल के िहर जाएं रर तब साविायीपूवक ा गाडी आगे ब़ ाएं रर
संकेत का अयुसरण करे गा द्रकसी भी बािा के ियकट िहर जाये के िलए तर्ार रहें

25
7. रं गीय बत्ती द्रकस्म के ‘ककलिंलग- य’ िसग्यल के संकेत रर ियिदेशि यीाे द्रिए गए हैं :-
ए) िद्व-संकेती िसग्यल वर्वस्था वाले ा ेत्र में रं िगय बत्ती द्रकस्म के ‘ककलिंलग- य’ िसग्यल

‘ य’ िस्थित ‘ फ’ िस्थित

संकेत :
िीरे -िीरे आगे ब़ ें

ियिदेशि :

लोको पार्लट स्टकप िसग्यल के िहर जाएं रर तब साविायीपूवक ा गाडी आगे ब़ ाएं रर
संकेत का अयुसरण करे गा द्रकसी भी बािा के ियकट िहर जाये के िलए तर्ार रहें

बी) बए-संकेती िसग्यल वर्वस्था वाले ा ेत्र में रं गीय बत्ती द्रकस्म का ‘ककलिंलग- य’ िसग्यल

‘ य’ िस्थित ‘ फ’ िस्थित

संकेत :
िीरे -िीरे आगे ब़ ें

ियिदेशि :

लोको पार्लट स्टकप िसग्यल के संकेत का अयुसरण करे गा रर िहर जाएं रर तब साविायीपूवक

द्रकसी भी बािा के ियकट िहर जाये के िलए तर्ार रहें गाडी आगे ब़ ाएं

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3.14 िंट िसग्यल :
1. ए) िंट िसग्यल एक सहार्क िसग्यल होता ह जो र्ा तो -
(i) एक सफे ि िर्स्क होता ह िजसपर एक िसरे से िूसरे िसरे तक एक लाल िारी होती ह, र्ा
(ii) एक पकजीिय बत्ती िसग्यल होता ह

बी) िविेर्ष अयुिेिों के अिीय िंट िसग्यल एक ोटा सेमाफोर आमा हो सकता ह
2. िंट िसग्यल िंंटग संालयों को ियर्ंित्रत करते हैं

3. िंट िसग्यल को द्रकसी भ


ं े पर अके ला अथवा स्टेिय के प्रथम स्टकप िसग्यल को ोडकर द्रकसी भी स्टकप िसग्यल
के यीाे लगार्ा जा सकता ह

4. एक ही भ ं े पर एक से अििक िंट िसग्यल लगाए जा सकते हैं रर जब नस तरह लगाए गए हों तब सबसे ऊपर
िस्थत िसग्यल सबसे बार्ं लानय के िलए रर ऊपर से िूसरा िंट िसग्यल अगली लानय के िलए होगा रर नसी
प्रकार आगे होगा

5. जब द्रकसी िंट िसग्यल को ‘ फ’ द्रकर्ा गर्ा हो तब र्ह लोको पार्लट को िंंटग कार्ा के िलए साविायीपूवक

आगे ब़ ये का प्राििकार प्रिाय करता ह, ााहे उसके ऊपर का स्टकप िसग्यल, र्द्रि हो, ‘ य’ हो

6. जब द्रकसी िंट िसग्यल को द्रकसी स्टकप िसग्यल के यीाे लगार्ा जाता ह तब र्ह ‘ य’ िस्थित में यो-लानट
प्रििित करे गा

7. र्द्रि िंट िसग्यल उपलब्यि यहं हों तब िंंटग कार्ा हेतु हाथ िसग्यलों का प्रर्ोग द्रकर्ा जा सकता ह

8. िर्स्क द्रकस्म के िंट िसग्यल के संकेत रर ियिदेशि यीाे ििााए गए हैं :

(ए) िद्व-संकेती िसग्यल वर्वस्था वाले ा ेत्र में िर्स्क द्रकस्म के िंट िसग्यल
‘ य’ िस्थित ‘ फ’ िस्थित

संकेत :
ूपकें िीरे -िीरे आगे ब़ ें

ियिदेशि :
पूरी तरह िहर जाएं िंंटग हेतु िीरे -िीरे आगे ब़ ें

27
(बी) बए-संकेती िसग्यल वर्वस्था वाले ा ेत्र में िर्स्क द्रकस्म के िंट िसग्यल
‘ य’ िस्थित ‘ फ’ िस्थित

संकेत :
ूपकें िीरे -िीरे आगे ब़ ें
ियिदेशि :
पूरी तरह िहर जाएं िंंटग हेतु िीरे -िीरे आगे ब़ ें I
9. पकजीिय बत्ती द्रकस्म के िंट िसग्यल के संकेत रर ियिदेशि यीाे ििााए गए हैं :-
‘ य’ िस्थित ‘ फ’ िस्थित

संकेत :
ूपकें िीरे -िीरे आगे ब़ ें
ियिदेशि :
पूरी तरह िहर जाएं िंंटग हेतु िीरे -िीरे आगे ब़ ें I

10. सेमाफोर आमा द्रकस्म के िंट िसग्यल के संकेत एवं ियिदेशि यीाे ििााए गए हैं :

ए) िद्व-संकेती िसग्यल वर्वस्था वाले ा ेत्र में ोटा सेमाफोर आमा द्रकस्म का िंट िसग्यल
‘ य’ िस्थित ‘ फ’ िस्थित

संकेत :
ूपकें िीरे -िीरे आगे ब़ ें
ियिदेशि :
पूरी तरह िहर जाएं िंंटग हेतु ककिय के साथ िीरे -िीरे आगे ब़ ें I

28
बी) बए-संकेती िसग्यल वर्वस्था वाले ा ेत्र में ोटे सेमाफोर आमा द्रकस्म का िंट िसग्यल
‘ य’ िस्थित ‘ फ’ िस्थित

संकेत : ूपकें िीरे आगे ब़ ें

ियिदेशि : पूरी तरह िहर जाएं िंंटग हेतु ककिय के साथ िीरे -िीरे आगे ब़ ें I
3.15 एक साथ कार्ा करये वाले िसग्यल :
एक साथ कार्ा करये वाले िसग्यल िोहरे िसग्यल होते हैं जो सामान्र् िसग्यलों के यीाे लगे होते हैं रर ऐसे
1.
स्थायों पर लगाए जाते हैं जहां, िसग्यल भ
ं े की ऊुँााई अथवा वहां ऊपरी पुल होये अथवा अन्र् बािा होये के
पररणामस्वूपप लोको पार्लट को नसकी ओर आये के िद्यराय पूरे समर् मु्र् आमा अथवा बत्ती द्रि ाई यहं
पडता ह ‘’
2. एक साथ कार्ा करये वाले िसग्यलों को उस ऊुँााई पर लगार्ा जाएगा िजससे द्रक मु्र् आमा र्ा बत्ती, अथवा
एक साथ कार्ा करये वाला आमा र्ा बत्ती सिा िृश्र्माय रहें
3.16 ररपोंटग िसग्यल :
1. द्रकसी पएंा रही गाडी के लोको पार्लट को पहले से ही द्रफ्स्र् िसग्यल के संकेतों को िोहराये के िलए द्रफ्स्र्
िसग्यल के पी े लगा िसग्यल ररपोंटग िसग्यल कहलाता ह
2. द्रकसी भी ररपीटर िसग्यल को आर माका र के साथ लगार्ा जाएगा रर र्ह िय यप्रकार का होगा -
ए) बयर के प्रकार का, अथवा
बी) वगााकार िसरे वाला सेमाफोर आमा, अथवा
सी) रं गीय बत्ती िसग्यल
3. बयर द्रकस्म के ररपाटींटग िसग्यल के संकेत रर ियिदेशि यीाे ििााए गए हैं :
िद्व-संकेती िसग्यल वर्वस्था वाले ा ेत्र में बयर द्रकस्म के ररपींटग िसग्यल
‘ य’ िस्थित ‘ फ’ िस्थित

संकेत :
िसग्यल ‘ य’ िसग्यल ‘ फ’
ियिदेशि :
िजस िसग्यल को र्ह िोहराता ह िजस िसग्यल को र्ह िोहराता ह
वह ‘ य’ पर ह वह ‘ फ’ ह

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4. सेमाफोर आमा द्रकस्म के ररपींटग िसग्यल के संकेत रर ियिदेशि यीाे ििााए गए हैं :

िद्व-संकेती िसग्यल वर्वस्था वाले ा ेत्र में सेमाफोर आमा द्रकस्म के ररपींटग िसग्यल
‘ य’ िस्थित ‘ फ’ िस्थित

संकेत : िसग्यल ‘ य’ िसग्यल ‘ फ’

ियिदेशि : िसग्यल िजसे िोहराता ह ‘ य’ पर ह िसग्यल िजसे िोहराता ह ‘ फ’ ह

5. रं गीय बत्ती द्रकस्म के ररपींटग िसग्यल के संकेत रर ियिदेशि यीाे ििााए गए हैं :

रं गीय बत्ती द्रकस्म के ररपींटग िसग्यल

‘ य’ िस्थित ‘ फ’ िस्थित

संकेत : िसग्यल ‘ य’ िसग्यल ‘ फ’

ियिदेशि : िसग्यल िजसे र्ह िोहराता ह ‘ य’ पर ह िसग्यल िजसे र्ह िोहराता ह ‘ फ’ ह

30
3.17 िसगयलों के पहााय िान्ह तथा ियिाय :

(1) र्द्रि आवश्र्क ह तो िसगयलों की पहााय, ियिााररत ियिायों ,द्वारा की जार्ेगी र्े ियिाय यीाे बतार्े
अयुसार िसगयलों के भों पर रर उयके यीाे लगे होंगे-

आकृ ित कहां लगे िववरण

स्वाल ( टोमरटक) सफे ि गोल ाकरी पर


रोक(स्टकप) िसगयल पर काला ‘A’ अा र

अिास्वाल ( सेमी टोमरटक) स्वाल ( टोमरटक) रोक (स्टकप) िसगयल की


रोक(स्टकप) िसगयल पर भांित काम करते समर् काली पृषिाभूिम में
सफे ि रोियी ‘A’ अा र प्र््विलत रहेगा रर
हस्ताािलत रोक स्टकप िसगयल की भांित काम
करते समर् काला ‘A’ अा र बुझा रहेगा

एक भे पर रं गीय बत्ती वाला सफे ि गोल ाकरी पर


िूर (िर्स्टेट) िसगयल र्ा ाेतावयी काला ‘P’ अा र
(वायार) िसगयल

योट : जहॉं रं गीय बत्ती वाला िूर (िर्स्टेंट) िसगयल, अंितम रोक िसगयल के साथ
लगा ह, जसा द्रक ियर्म 3.07 के उपियर्म (7) के अंतगात उपबंिित ह, वहॉं
िानय (माका र) की आवश्र्कता यहं रहेगी

31
आकृ ित कहां लगे िववरण

मधर्वती ब्यलकक रोक (स्टकप) िसगयल पर सफे ि गोल ाकरी पर पर काला ‘IB’ अा र

बुलावा (ककलिंलग य) िसगयल पर सफे ि गोल ाकरी पर पर काला ‘C’ अा र

सेमाफोर िसगयल वर्वस्था ा ेत्र में सफे ि गोल ाकरी पर पर काला ‘R’ अा र
पुयरावती िसगयल (ररपींटग िसगयल)

रं गीय बत्ती िसगयल वर्वस्था ा ेत्र में काली पृषिभूिम में सफे ि रोियी का ‘R’ अा र
पुयरावती िसगयल (ररपींटग िसगयल) पर प्र््विलत रहेगा

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आकृ ित कहां लगे िववरण

फाटक रोक (स्टकप) िसगयल पर पीली गोल ाकरी पर पर काला ‘G’ अा र

स्वाल- ( टोमरटक) ब्यलकक ा ेत्र में फाटक पीली गोल ाकरी पर पर काला ‘G’ अा र रर
रोक(स्टकप) िसगयल पर काली पृषिभूिम में सफे ि रोियी का ‘A’ अा र
प्र््विलत रहेगा

रटप्पणी : जब फाटक सडक र्ातार्ात के िलए बंि ह रर उसमें ताला लगा ह, तभी अा र ‘ए’
प्रकािित होगा

(2) र्द्रि आवश्र्क ह तो िसगयल भुजाओं पर पहााय के िलए यीाे िल े अयुसार, ियिााररत िान्ह लगाए
जाएंगे

आकृ ित कहां लगे िववरण

के वल माल गाडी की परराािलत लानय सेमाफोर भुजा पर एक काला ंरग


के िलए आगमय रोक (स्टकप) िसगयल (गोला)
पर

र्कक प्लेटफामा के आगमय रोक िसगयल सेमाफोर भुजा पर एक काला ‘D’ अा र


पर

(3) अन्र् पहााय िान्ह रे लवे बोर्ा के अयुमोिय से प्रर्ोग में लार्े जा सकते हैं

33
सं.िय. 3.17 (1) जब कोई फाटक रोक (स्टकप) िसगयल अिा स्वाल रोक (स्टकप) िसगयल हो रर समापार के अलावा
कॉंटों की िहफाजत करता हो तो, उस पर काकली पृषिभूिम में सफे ि रोियी का प्र््विलत अा र
‘एजी’ लगार्े जार्ेंगे नस प्रकार के िसगयल का संकेत िय य प्रकार होगा

(क) अा र ‘ए’ के वल तभी प्रकािित द्रकर्ा जार्ेगा जब फाटक सडक र्ातार्ात के िलए बंि करके उस पर
ताला लगा द्रिर्ा गर्ा हो तथा कॉंटों को मागा के िलए िीक प्रकार से बिा कर उय पर ताले लगा द्रिर्े
गर्े हों
( ) अा र ‘एजी’ के वल तभी प्रकािित द्रकर्े जार्ेंगे तब फाटक र्ा तो सडक र्ातार्ात के िलए ल
ु ा हो र्ा
फे ल हो गर्ा हो िंकतु कॉंटों को मागा के िलए िीक प्रकार से बिा कर उय पर ताले लगा द्रिर्े गर्े हों

(ग) र्द्रि कॉंटों को मागा के िलए िीक प्रकार से बिाकर उय पर ताले यहं लगार्े गर्ें हो तो अथवा कॉंटे
राब हों तो कोई भी माका र प्रकािित यहं द्रकर्ा जार्ेगा
3.18 प्रर्ोग में य आये वाले िसगयल :

(1) र्द्रि द्रकसी स्थावर िसगयल का प्रर्ोग यहं हो रहा ह तो उयकी पहााय के िलए उस पर िो क्रकस परिर्ॉं
बया िी जार्ेंगी रर प्रत्र्ेक पिी कम से कम 1 मीटर लंबी रर 10 सेमी. ाद्यडी होगी, जसा द्रक यीाे िात्र में
द्रि ार्ा गर्ा ह

(2) र्द्रि द्रकसी सेमाफोर र्ा ाकरी िसगयल का प्रर्ोग यहं हो रहा ह तो उसे ‘ य’ िस्थित में ही र ा जार्ेगा

(3) प्रर्ोग में य आये वाले िसगयलों में रोियी यहं की जार्ेगी

3.19 िवपथय (र्ानवलिंजग) जं्ियों पर रोक (स्टकप) िसगयल लगाया :


र्द्रि अयुमोद्रित िविेर्ष अयुिेिों द्वारा अन्र्था अयुमित यहं िी गर्ी ह तो िो र्ा अििक लानयें िभन्य द्रििाओं में
जाती ह वहॉं िसगयल ब्रकट भे पर लगाए जार्ेंगे अथवा अलग िसगयलों के स्थाय पर अयुमोद्रित द्रकस्म के
मागा संकेतक (ूपट नं िर्के टर) की वर्वस्था की जार्ेगी
परं तु जहॉं 75 द्रकलोमीटर प्रित र्ंटा तक की गित के िलए, हस्ताािलत बएसंकेती िसगयल हो वहॉं ब्रके ट भे
पर अलग िसगयलों अथवा मागा संकेतक (ूपट नं िर्के टर) के स्थाय पर के वल नकहरी भुजा वाले ियकट (होम)
िसगयल की वर्वस्था की जा सकती ह स मु कॉंटों पर कॉंटां संकेतकों की वर्वस्था की जाएगी

3.20 अिभसारी (कयवर्जजग) जं्ियों पर रोक (स्टकप) िसगयल लगाया :


र्द्रि अयुमोद्रित िविेर्ष अयुिेिों द्वारा अन्र्था अयुमित यहं िी गई ह तो िो र्ा अििक लानयों के िमलये वाले
स्थायों पर िसगयल अलग भों पर लगार्े जार्ेंगे र्द्रि िसगयलों की सं्र्ा अििक ह तो वहॉं िसगयल ब्रके ट
वाले र्ा िसगयल पुल र्ा गेन्टरी पर लगाए जा सकते हैं

3.21 ब्रके ट वाले भे, िसगयल पुल र्ा गेन्टरी पर िसगयल लगाया :
र्द्रि िसगयल द्रकसी ब्रके ट वाले भे, िसगयल पुल र्ा गेन्टरी पर लगार्े जाते हैं तो उन्हें :-
(क) नस प्रकार समूहबि द्रकर्ा जाएगा द्रक हर एक परराािलत लानय से संबिं ित िसगयल आसायी से पहााया जा
सके रर र्े िसगयल संबिं ित परराािलत लानयों के र्थासंभव उपर लगाए जाऍंगे
( ) नस प्रकार लगार्ा जाएगा द्रक मेय लानय का िसगयल अन्र् परराािलत लानय अथवा लानयों से संबिं ित
िसगयल से अििक ऊंाा हो, तथा
34
(ग) नस कम से वर्विस्थत द्रकर्ा जार्ेगा द्रक सबसे बार्ं ओर का िसगयल सबसे बार्ं ओर की लानय से रर बार्ं
ओर से िूसरा िसगयल बार्ं ओर की िूसरी लानय से रर अन्र् िसगयल भी नसी प्रकार संबिं ित होंगे

3.22 एक ही भे पर एक से अििक िसगयल लगाया :


(1) एक ही द्रििा में ालये वाली गािर्र्ों के िलए ााहे वे एक ही लानय र्ा अलग-अलग लानयों पर हैं,
िय यिलि त अवस्थाओं को ोडकर, एक भे पर एक से अििक िसगयल यहं लगाए जार्ेंग,े अथाात
(क) जसा द्रक नय ियर्मों द्वारा बुलावा (ककलिंलग- य), िंरटग, सहकारी (को-एलिं्टग) रर ाेतावयी (वायार)
िसगयलों के िलए ियिााररत द्रकर्ा गर्ा ह र्ा,
( ) अयुमोद्रित िविेर्ष अयुिेिों के अिीय

(2) जहॉं अयुमोद्रित िविेर्ष अयुिेिों के अिीय एक ही


मभे पर एक से अििक िसगयल लगाए गर्ें हैं वहॉं सबसे
उपर का िसगयल सबसे बार्ं ओर को ियककलये वाली लानय के िलए रर उपर से िूसरा िसगयल बार्ं ओर से
िूसरी लानय के िलए तथा अन्र् िसगयल भी नसी प्रकार होंगे
परं तु अपवाद्रिक मामलों में जहॉं अयुमोद्रित िविेर्ष अयुिेिों के अिीय एक ही भे पर िो होम िसगयल लगार्े
गर्े हो वहॉं उपर का िसगयल मेय लानय के िलए तथा यीाे का िसगयल अन्र् लानय के िलए होगा
स.िय.3.23 िवोुत पुयरावताक (ररपीटर) : र्द्रि िसगयल के प्राालय स्थाय से द्रकसी स्थावर िसगयल की भुजा रर
प्रकाि द्रि ाई यहं पडता ह तो वहां उयके संकेतों को िोहराये के िलए एक सा म िवोुत पुयरावताक (ररपीटर) लगार्ा
जार्ेगा
(1) द्रकसी िसगयल हेतु लगे िवोुत पुयरावताक के राब हो जाये की ििा में िजस िसगयल के िलए नसे लगार्ा गर्ा ह
वह राब माया जाएगा
(2) गार्ा का ररपीटर - जहॉं स्टाटार िसगयल द्रकसी स्टेिय पर द्रकसी वर्विाय र्ा वक्रता नत्र्ाद्रि के कारण गार्ा के िर्ब्यबे
ब्रेकर्ाय से यहं द्रि ाई पडता ह तथा गार्ा का ररपीटर प्लेटफामा कार्ा के ब्रेकर्ाय िर्ब्यबे के यजिीक लगार्ा जाता ह
ताद्रक गार्ा को स्टाटार िसगयल की िस्थित के संबंि में अवगत करार्ा जा सके तो र्ह प्लेटफामा पर (44) ऐसे स्थाय
पर लगार्ा जाता ह जहां ूपकती एई गाडी के ब्रेकर्ाय र्ा कब से गार्ा द्वारा नसे अच ी तरह से िे ा जा सके जब
स्टाटार िसगयल ‘ फ’ िस्थित को ििााता ह तब ऐसे ररपीटरों की सामान्र् िस्थित रहती ह - ‘कोई प्रकाि यहं’ तथा
िसफा एक पीली बत्ती जलेगी गाडी स्टाटा करये के िलए गार्ा को नसी िसगयल से मिि िमलती ह गार्ा के ररपीटर
िसगयल ‘यो लानट’ (कोई लानट यहं) की िस्थित में लोको पार्लटों / मोटर मयों द्वारा नस िसगयल को तरा वाले
िसगयल के ूपप में यहं समझा जाया ाािहए वे नस िसगयल को पार करके स्टाटार तक ब़ सकते हैं जहां उन्हें
स्टा्र िसगयल की िस्थित से ियिदेशि प्राप्त होगा
3.24 पी े की बिि र्ॉं :
(1) ऐसे हर सेमाफोर र्ा ाकरी िसगयल में, िजसकी रोियी िसगयल द्रिर्े जाये के सथाय से द्रि ाई यहं पडती ह,
पी े की एक बतती लगाई जार्ेगी िजससे र्ह ता ालता रहेगा द्रक िसगयल की बतती जल रही ह र्ा यहं
(2) िसगयलों की ‘ य’ िस्थित में, उयके पी े एक ोटी सफे ि रोियी द्रि ाई िेगी, रर अन्र् द्रकसी िस्थित में कोई
भी रोियी यहं द्रि ाई िेगी
(3) र्द्रि द्रकससी सेमाफोर िसगयल के साथ स्थावर बत्ती का प्रर्ोग होता ह तो उसमें एक पी े की बत्ती रहेगी
(4) र्द्रि िसगयल के प्राालय स्थाय पर र्ह बताये के िलए अन्र् काई वर्वस्था ह द्रक िसगयल की बत्ती जल रही ह
र्ा यहं तो पी े की बत्ती लगाया आवश्र्क यहं ह

सी - िसगयलों के उपस्कर
3.25 स्टेियों पर स्थावर िसगयल लगाये की िज मेिारी :
नस उप-अधर्ार् में ियिााररत िसगयल यीाे िल े स्टेियों को ोडकर हर स्टेिय पर लगार्े जार्ेंगे :-
(क) वे स्टेिय िजयके बीा गािर्र्ॉं के वल एक गाडी पिित के अयुसार ही ालाई जाती ह, रर
( ) वे स्टेिय िजन्हें अयुिि
े ों के अिीय िसगयल लगाये से ू ट िमली एई ह

35
3.26 स्थावर िसगयलों को ाालू करया :
स्थावर िसगयल तब तक काम में यहं लार्े जार्ेंगे जब तक रे ल संरा ा आर्ु्त उन्हें गािर्र्ों के ियरापि
संाालय के िलए उपर्ु्त र्ोिर्षत यहं कर िेता ह

स.िय. 3.26 (1) जब कोई यर्ा िसगयल स्थािपत र्ा स्थायांतररत द्रकर्ा जाए, तो नसके प्रर्ोग में लाए जाये से पहले
अवलोकय सिमित (सानंटग किमटी) िजसमें मंर्ल पररवहय ियरीा क, िसगयल तथा लोको ियरीा क िािमल होंगे, के
द्वारा संर्ु्त ियरीा ण द्रकर्ा जाएगा िवोुतीकृ त र्ं ों पर टी.र्ी.आई (टी.आर.एस.) भी अवलोकय सिमित (सानलिंर्ग
किमटी) के सिस्र् होंगे िसगयल प्रर्ोग में लाये हेतु िीक ह, र्ह प्रमािणत करये से पहले अवलोकय सिमित (सानंटग
किमटी) स्वर्ं को संतुषट करे गी द्रक िसगयल सही स्थािपत द्रकर्ा गर्ा ह एवं द्रिय तथा राित्र संकेत के िलए सही फोकस
द्रकर्ा गर्ा ह

3.27 हस्ताािलत बएसंकेती िसगयल वाले स्टे ियों पर स्थावर िसगयलों का न्र्ूयतम उपस्कर :

प्रत्र्ेक द्रििा के िलए स्थावर िसगयलों का न्र्ूयतम यीाे िल े अयुसार होगा, अथाात -

(क) ‘बी’ ्लास स्टेियों पर एक िूर (िर्स्टेंट), एक ियकट (होम) रर एक प्रस्थाय (स्टाटार)
िसगयल तथा

( ) ‘सी’ ्लास स्टेियों पर एक िूर (िर्स्टेंट), एक ियकट (होम) िसगयल

3.28 संिोिित लोअर ्वाड्रेंटेन्ट िसगयल वाले स्टेियों पर स्थावर िसगयलों का न्र्ूयतम उपस्कर :
संिोिित लोअर ्वाड्रेंटेन्ट िसगयल वर्वस्था का प्रर्ोग के वल वहं होगा जहां रे लवे बोर्ा ये िविेर्ष आिेि द्वारा
नसके िलए स्पषट मंजरू ी िी ह प्रत्र्ेक द्रििा के िलए स्थावर िसगयलों का न्र्ूयतम उपस्कर यीाे िल े अयुसार
होगा, अथाात -

(क) ‘बी’ ्लास स्टेियों पर एक िूर (िर्स्टेंट), एक ियकट (होम) , मु्र् ियकट (मेय
होम) के यीाे एक ाेतावयी (वायार) रर एक प्रस्थाय (स्टाटार)
िसगयल तथा
( ) ‘सी’ ्लास स्टेियों पर एक िूर (िर्स्टेंट), एक ियकट (होम) िसगयल

3.29 िद्वसंकेती िसगयल वाले स्टेियों पर स्थावर िसगयलों का न्र्ूयतम उपस्कर :


प्रत्र्ेक द्रििा के िलए स्थावर िसगयलों का न्र्ूयतम उपस्कर यीाे िल े अयुसार होगा अथाात :-

3.30 सािारणतर्ा स्टेियों पर अितरर्त स्थावर िसगयल लगा :


ियर्म 3.27, 3.28, 3.29 रर 3.32 में िसगयल के ियिााररत उपस्कर के अितरर्त प्रत्र्ेक स्टेिय पर गािर्र्ों के
सुरिा त संाालय के िलए आवश्र्क अन्र् स्थावर िसगयल भी लगाए जार्ेंगे

स.िय.3.30 (1) ाालकों को पर्ााप्त ाेतावयी िेये हेतु आगमय िससगयलों से पहले बी.जी./एम.जी. के कु से्ियों पर
ाेतावयी बोर्ों का प्राविाय द्रकर्ा गर्ा ह र्े िो प्रकार के हैं :-
(क) सवारी गािर्र्ों के मागा ियिदेशिय के िलए : र्ह बोर्ा 1.8 मीटर लंबा रर 0.53 मीटर ाद्यडा होगा िजस पर
क्रिमक ूपप से पीली तथा काली ितर ी पिी के स मु भाग में होगी र्ह रे ल तल से 2.10 मीटर ऊंाे
ंभे पर िस्थर द्रकर्ा जाएगा, जो लंबवत सथािपत रहेगा तथा नसकी मु ाकृ ित ्क से समकोण बयाती
एर्ी रहेगी र्ह प्रथम रोक िसगयल / गेट िसगयल के पी े कम से कम 960 मीटर पर स्थािपत द्रकर्ा
जाएगा
36
(1)(क) 1(ख)
( ) माल गािर्र्ों के मागा ियिदेशिय के िलए : र्ह बोर्ा 1.8 मीटर लंबा रर 0.53 मीटर ाद्यडा िजसपर बीा में
गोलाकार पीली पिी तथा एक ऊपर रर िूसरा यीाे िो ा ितज पीली पिी ्ेय के स मु भाग में काले
पृषिभूिम पर रं गा रहेगा र्ह रे ल तल से 2.10 मीटर ऊंाे ंभे पर िस्थत द्रकर्ा जाएगा, जो लंबवत
स्थािपत रहेगा तथा नसकी मु ाकृ ित ्क से समकोण बयाती एई रहेगी र्ह प्रथम रोक िसगयल / गेट
िसगयल के पी े कम से कम 1400 मीटर पर स्थािपत द्रकर्ा जाएगा
(2) अपवाि : राजिायी ए्सप्रेस मागा पर जसे - हावडा/िसर्ालिह एवं मुगलसरार् के बीा अप एवं र्ाउय
लानयें - वार्ा र्ायकु यी-बिामाय-सीतारामपुर-ियबाि-गोमो-गर्ा-मुगलसरार् तथा सीतारामपुर-पटया-
मुगलसरार् के बीा िसफा एक ाेतावयी बोर्ा ह रर वह उपर्ुा्त पराग्राफ 1(बी) में िजस प्रकार का
उलले ह, उसी प्रकार का ह तथा र्ह माल गािर्र्ों के साथ-साथ र्ात्री गािर्र्ों के लोको पार्लटों के
ियिदेशिय हेतु ह र्ह बोर्ा प्रथम रोक िसगयल / गेट िसगयल के पी े कम से कम 1500 मीटर पर स्थािपत
द्रकर्ा गर्ा ह नस िूरी को ऐसे स्टेिय जहां तीब्र िगरती ढलाय 200 में र्ा उससे ्र्ािा हो, 1700 मीटर
तक ब़ ार्ा जा सकता ह
(3) गाडी के ाालक को ाेतावयी िेये के िलए द्रक वह प्रथम रोक िसगयल/गेट िसगयल पर पएुँा रहा ह ताद्रक
अपयी गाडी को अपये ियर्ंत्रण में लाये में समथा हो सके रर िसगयल पर ूपकये के िलए तर्ार रहे तथा
उसके संकेत से मागा ियिदेशिित हो, की िृिि से बोर्ों का प्राविाय द्रकर्ा गर्ा ह िूसरे िब्यिों में, जहाुँ रोक
िसगयल का संकेत र्ा तो प्रत्र्ा र्ा िूर / ाेतावयी िसगयल के माधर्म से यहं ििाार्ा जाता ह, उपर्ु्त
ाेतावयी बोर्ा से र्ा उसके पहले से ाालक को उस तरह से कारा वाई करयी ाािहए, जसे द्रक रोक िसगयल
तरे में ह र्ह पूणा ूपप से स्पषट करये हेतु िय यिलि त उिाहरण द्रिए गए हैं :-
(i) ‘बी’ ्लास स्टेिय लोअर ्वाड्रेंटेन्ट िसगयलिंलग - र्द्रि बाहरी (आउटर) / ाेतावयी (वायार) िसगयल
उपर्ु्त ाेतावयी बोर्ा से यहं द्रि लाई पडता ह तो ाालक ब्रेक लगाएगा जसे द्रक बाहरी (आउटर)/
ाेतावयी (वायार) िसगयल ‘ य’ िस्थित में ह र्द्रि ाेतावयी बोर्ा करये के बाि वह तो बाहरी (आउटर)
िसगयल अके ले र्ा बाहरी तथा ाेतावयी (वायार) िसगयल िोयों को ‘ फ’ िे ता ह तो ब्रेक को मु्त कर
सकता ह एवं िसगयल के संकेत से मागा ियिेंिय प्राप्त करे गा
(ii) ‘ए’ र्ा ‘सी’ ्लास स्टेिय लोअर ्वाड्रेंटेन्ट िसगयलिंलग - र्द्रि ाेतावयी र्ा ियकट (होम िसगयल उपर्ु्त
ाेतावी बोर्ा से यहं द्रि लाई पडता ह तो ाालक ब्रेक लगाएगा जसे द्रक ियकट (होम) िसगयल य
िस्थित में ह र्द्रि ाेतावयी बोर्ा पास करये के बाि अके ले ाेतावयी िसगयल द्रि लाई पडये लगता ह
रर य में ह तो ाालक ियकट िसगयल को य मायेगा द्रफर भी र्द्रि ाेतावयी िसगयल फ होते
िे ता ह तो ाालक एय थ्रू जाये होते गित को समुिात ूपप से ब़ ा सकता ह र्द्रि ाेतावयी बोर्ा पास
होये पर ाालक ाेतावयी िसगयल को य में िे ता ह लेद्रकय ियकट िसगयल फ ह तो वह अपयी गित
37
को स्टेिय पर ूपकये के िलए समार्ोिजत करे गा रर र्द्रि िसगयल लूप के िलए ह तो वह स मु कॉंटों को 15
द्रक.मी.प्रित र्ंटा के प्रितबंिित गित से पास करये के िलए भी तर्ार रहेगा

(iii) बए-संकेती िसगयलिंलग - र्द्रि उपर्ु्त ाेतावयी बोर्ा को पास करते समर् य तो ियकट (होम) िसगयल
रर य ही िूर (िर्स्टेंट) िसगयल द्रि ालाई पडता ह तो ाालक ब्रेक लगाएगा जसे द्रक ियकट िसगयल य
में ह द्रफर भी र्द्रि ाेतावयी बोर्ा पार करये के बाि ड्रेंटानवर िर्स्टें ट र्ा ियकट (होम) िसगयल को फ में
िे ता ह तो वह अपयी गित को समुिात ूपप से ियर्िमत करे गा जसा द्रक िसगयल / िसगयलों द्वारा
ििाार्ा गर्ा ह

3.31 र्ी ्लास स्टेियों पर िसगयल :


र्ी ्लास स्टेियों पर गाडी को नस प्रकार रोका जा सकता ह जसा द्रक िविेर्ष अयुिि
े ों द्वारा प्राििकृ त द्रकर्ा
जार्

स.िय. 3.31 ‘र्ी’ ्लास स्टेिय पर हाथ िसगयल द्वारा गाडी को रोका जा सकता ह द्रफर भी जहॉं स्टकप बोर्ा का
प्राविाय ह वहॉं ूपकये वाली गािर्र्ों के िलए हाथ िसगयल का प्रर्ोग हटार्ा जा सकता ह

3.32 अिग्रम प्रस्थाय (एर्वांस्र् स्टाटार) िसगयल, िंंटग िलिमट बोर्ा र्ा ब्यलकक से्िय िलिमट बोर्ा लगाया :
(1) र्द्रि पूणा ब्यलकक पिित में, नकहरी लानय के द्रकसी ‘बी’ ्लास स्टेिय पर बाय गतम स मु कॉंटे र्ा ियकट (होम)
िसगयल के बाहर आये वाली की द्रििा में ियर्म 8.09 के अिीय, िविेर्ष अयुिेिों द्वारा अवूपि करये की अयुमित
िी जाती ह तो एक िंंटग िलिमट बोर्ा अथवा एक अिग्रम प्रस्थाय (एर्वांस्र् स्टाटार) िसगयल उस बाटृ र्तम
स मु कॉंटे र्ा ियकट (होम) िसगयल से नतयी िंरटाग िूरी पर लगार्ा जार्ेगा िजतयी स्थायीर् पररिस्थितर्ों
से आवश्र्क ह परं तु िंंटग िलिमट बोर्ा (िजस पर स्टेिय की ओर ‘िंंटग िलिमट’ िब्यि िल ें होंगे तथा रात
को नसकी िस्थित बताये के िलए िोयों द्रि ाओं में द्रि ये वाली सफे ि रोियी वाली बत्ती लगी होगी) अथवा
अिग्रम प्रस्थाय (एर्वांस्र् स्टाटार) िसगयल तथा िूसरी ओर से प्रथम रोक िसगयल के बीा की िूरी द्रकसी भी
ििा में िद्वसंकेती िसगयल ा ेत्र में 400 मीटर तथा बएसंकेती र्ा संिोिित लोअर ्वाड्रेंटेट िसगयल ा ेत्र में 180
मीटर से कम यहं होगी र्ह बोर्ा र्ा अिग्रम प्रस्थाय (एर्वांस्र् स्टाटार) िसगयल उस स्थाय का ोोतक ह जहां
तक िंंटग करये की अयुमित िी जा सकती ह

(2) पूणा ब्यलकक पिित में िोहरी (र्बल) लानय के ‘बी’ ्लास स्टेिय पर जहॉं बएसंकेती र्ा संिोिित लोअर ्वाड्रेंटेट
िसगयल लगे हैं रर जहॉं र्ा तो कॉंटे यहं हैं र्ा गाडी आये वाली द्रििा में सबसे बाहरी कॉंटे अयुमु ी (्ेलिंलग)
कॉंटे हैं वहॉं एक ब्यलकक से्िय िलिमट बोर्ा लगार्ा जार्ेग (िजस पर स्टेिय की ओर ‘ब्यलकक िलिमट’ िब्यि िल ें
होंगे तथा रात को नसकी िस्थित बताये के िलए िोयों द्रििाओं में द्रि ाये वाली सफे ि रोियी वाली बत्ती लगी
होगी) र्ह बोर्ा ियकट (होम) िसगयल से कम से 180 मीटर लगार्ा जार्ेगा रर र्द्रि कोई बाय गतम
(्ेलिंलग)अयुमु कॉंटे ह तो उयके उललंर्य िान्ह (फाउलिंलग माका ) का बााव करे गा र्ह बोर्ा नय स्टेियों पर
ब्यलकक से्िय की सीमा का सूाक होगा

3.33 ियर्म 3.27, 3.28, 2.29 तथा 3.32 के अपवाि : ियर्म 3.27 3.28, 3.29 तथा 3.32 के अपवाि में
द्रकसी बात के होते एए भी -

(क) र्द्रि स्टेिय पर मेय लानय से के वल एक ही संर्ोजय (कये्िय) ह तो स्टेिय का कार्ााालय अयुमोद्रित
िविेर्ष अयुिेिों के अयुसार द्रकर्ा जार्ेगा
( ) र्द्रि द्रकसी स्टेिय पर र्ातार्ात कम ह रर गािर्र्ों की गित िीमी ह तो वहॉं प्रत्र्ेक स्टेिय पर प्रत्र्ेक
द्रििा के िलए के वल एक ही रोक (स्टकप) िसगयल लगार्ा जा सकता जार्ेंगे रर गािर्र्ों का संाालय
अयुमोद्रित िविेर्ष अयुिेिों के अयुसार द्रकर्ा जार्ेगा रर
38
(ग) र्द्रि द्रकसी रे ल (रे लवे) पर बएत कम र्ातार्ात ह तो वहॉं िसगयलों के िबया काम ालार्ा जा सकता ह
रर गािर्र्ों अयुमोद्रित िविेर्ष अयुिेिों के अयुसार ालाई जाएगी
[

परं तु हस्ताािलत (मयुअल अॅपटेर्) बएसंकेती िसगयलों वाले स्टेियों पर जहॉं स्टेिय से सीिी (थ्रू) गाडी की
गित 50 द्रक.मी. प्रित र्ंटा से अििक यहं ह वहॉं प्रत्र्ेक द्रििा में िूर (िर्स्टेंट) िसगयल तथा एक ियकट (होम)
िसगयल की वर्वस्था अयुमोद्रित िविेर्ष अयुिेिों के अिीय की जार्ेगी
3.34 समपार (लेिवल क्रकलिंसग) पर स्थावर िसगयल :
(1) जब तक द्रक अयुमोद्रित िविेर्ष अयुिेिों द्वारा ू ट यहं िे िी गई ह, तब तक समपार (लेिवल क्रकलिंसग) पर
लानय के आर-आर बंि होये वाले प्रत्र्ेक ऐसे फाटक पर पर्ााप्त िूरी पर स्थावर िसगयल लगार्े जार्ेंगे,
स्टेिय िसगयलों के साथ अन्तपाािित (नं टरला्र्) फाटकों को ोर्कर फाटक सडक र्ातार्ात के िलए

ु े होये होये पर र्े िसगयल अप रर र्ाउय िोयों द्रििाओं में, ूपकये के संकेत िेंगे

(2) र्द्रि िविेर्ष अयुिेिों के अिीय कोई ियर्षेि यहं लगार्ा गर्ा ह तो, फाटक के रोक (स्टकप) िसगयल पर
‘जी’ िान्ह (माका र) जार्ेगा

स.िय.3.34 - ‘जी’-माका र लगाए गए िसगयल को जब लोको पार्लट ‘ य’ िस्थित में पाएगा तो वह लंबी सीटी बजाएगा
रर नस िसगयल के सामये आकर गाडी को रोक िेगा र्द्रि द्रिय में एक िमयट नं तजार करये तथा रात में 2
िमयट ूपकये के बाि िसगयल ‘ फ’ िस्थित में यहं आता ह वह साविायी पूवाकक गाडी को आगे ब़ ाएगा तथा
पुय: समपार फाटक के सामये ूपक जाएगा
र्ह आश्वस्त हो जाये के बाि द्रक फाटक सडक र्ातार्ात के िलए बंि एवं लकक द्रकर्ा एआ ह, लोको पार्लट
अपयी सीटी बजाएगा रर साविायीपूवाक समपार के आगे ब़ जाएगा
3.35 स्टेियों के बाहरी सानलिंर्गों के ककटों की रा ा तथा उयका प्राालय :
र्द्रि मेय लानय पर द्रकसी लगह कॉंटे हैं, जो ब्यलकक स्टेिय यहं ह तो ऐसे कॉंटों की रा ा रर उयका प्राालय,
िसगयलों द्वारा र्ा अन्र् गािर्र्ों के संाालय के िलए नस प्रकार द्रकर्ा जार्ेगा जसा द्रक अयुमोद्रित िविेर्ष
अयुिेिों के अिीय ियिााररत द्रकर्ा गर्ा ह
र्ी : िसग्यलों तथा कॉंटों का प्राालय
3.36 साणारणतर्ा स्थावर िसगयल
(1) हर स्थावर िसगयल नस प्रकार का होगा द्रका उसके द्रकसी भाग र्ा संर्ोजक के राब हो जाये पर वह
िसगयल अपये सवााििक प्रितबंिित संकेत पर रहे उस पर लद्यटकर आ जार्े
(2) द्रकसी गाडी को पास करये के िलए ‘ फ’ द्रकर्े गर्े िसगयल को िय यिलि त िस्थितर्ों को ोडकर तब
तक ‘ य’ यहं द्रकर्ा जार्ेगा जब तक द्रक उस िसगयल द्वारा ियर्ंित्रत पूरी गाडी पास यहं हो जाती
अथाात :-
ए) : र्द्रि द्रकसी िुर्टा या को टालया हो –
(एए) जहां प्रस्थाय कर रही गािडर्ों के िलए अथाात वसी गािडर्ों िलए, जो एक बार िहरये के बाि स्टेिय से ू ट रही हैं,
“ फ” द्रकए गए स्टाटार रर एर्वांस्र् स्टाटार को अन्र् गाडी को पहले जाये की प्राथिमकता िेये अथवा उसके क्रकस
कराये के उद्देश्र् से पूवा िस्थित में लाया अपेिा त हो तब उसे ियम्निलि त पूवा -साविाियर्ां बरतये के बाि ही पूवा िस्थित
में लार्ा जाएगा :-
(i) संबिं ित स्टाटा र तथा एर्वांस्र् स्टाटार को वापस य िस्थित पर लार्ा जा सकता ह रर उसके बाि ड्यूटीरत स्टेिय
मास्टर द्वारा उस गाडी के लोको पार्लट को, िजसके िलए िसिलों को फ द्रकर्ा गर्ा था,िविेर्ष अयुिि े ों के तहत
संाार के द्रकसी सुरिा त सािय से अथवा जहां संाार के सुरिा त सािय उपलब्यि यहं हों, नस बात का िलि त मेमो
िेकर द्रक उि िसिलों को वापस य कर द्रिर्ा गर्ा ह रर द्रक लोको पार्लट गाडी आगे यहं ब़ ाएगा;
(ii) जब तक लोको पार्लट को उप ण्र् (i) में र्थाविणत संाार के सुरिा त साियों द्वारा अथवा एक िलि त मेमो िेकर
सूिात यहं कर द्रिर्ा गर्ा हो रर उससे प्रािि-सूाया यहं िमल गई हो, तब तक सेट द्रकए गए मागा को यहं बिला
जाएगा बितदेश द्रक द्रकसी िुर्टा या को टालये के िलए ऐसा करया जूपरी यहं हो; अथवा
39
(बी) जहॉं िसगयल को स्वाल ूपप में ‘ य’ िस्थित में वापस ले आये की वर्वस्था ह, वहॉं सामान्र् िस्थित में
तब तक वापस यहं द्रकर्ा जार्ेगा जब तक द्रक पूरी गाडी िसगयल से पास यहं हो जाती
(3) स्टेिय सीमा के अंिर स्टेिय मास्टर की रर स्टेिय सीमा के बाहर उस िसगयल के प्राालय के िलए
स्वतंत्र ूपप से उस समर् प्रथारी वर्िि की अयुमित के िबया कोई भी स्थावर िसगयल ‘ फ’ यहं द्रकर्ा
जार्ेगा
स.िय.3.36 (ए)- िसगयलों के संाालय के िलए िजममेिार कमााारी द्रिय में भुजा रर राित्र में िप ली बत्ती र्ा िवोुत
पुयरावताक िसगयलों के मामले में द्रिय में भुजा पुयरावताक रर राित्र में भुजा तथा रोियी पुयरावातक
िोयों का र्ा रं गीय बत्ती िसगयलों के मामले में लगाए गए पुयरावातक द्वारा ििााए गए िसगयलों के संकेतों
का अवलोकय करये के बाि अवश्र् िे ेंगे द्रक िसगयल के संकेत िसगयलों को प्राािलत करये वाले
लीवर/स्वीाों के िस्थित के अयुूपप ह

(बी) स्टेिय पर पएुँाये वाली गाडी के िलए िसगयलों को गाडी आये के 10 िमयट से ्र्ािा पूवा यहं फ द्रकर्े
जार्ेंगे र्ा नससे कम जहॉं ोटे ब्यलकक ण्र् पर 10 िमयट से कम रलिंयग टाईम ह र्ा िप ले स्टेिय से गाडी
का से्िय में प्रवेि िसगयल प्राप्त य कर िलर्ा गर्ा हो

योट : जहॉं स्थायीर् पररिस्थित ऊंाे ा़ ाई के कारण गािर्र्ों को िसगयल पर रोकये की अयुमित यहं िेता ह वहॉं
िप ले स्टेिय को लानय ्लीर्र िेये से पहले आगमय िसगयलों को फ द्रकर्ा जा सकता ह

(सी) (i) (1) द्रकसी गाडी को पास करये के िलए एक बार


फ द्रकए गए िसगयल को सामान्र् पररिस्थितर्ॉं में
य िस्थित में वापस यहं द्रकर्ा जाएगा सािारण ियर्म 3.36 (2) में उित आपातकाल की िस्थित तभी
समझी जाएगी जब द्रकसी िुर्ाटया का ियवारण करया ह

(2) र्द्रि द्रकसी आपातकाल में आगमय िसगयल िबया उस गाडी के आगमय के पूवा ही य िस्थित में करया पडे
तो िसवार् िुर्ाटया ियवारण की ििाओं के कॉंटों को तब तक यहं बिला जाएगा जब तक द्रक वह गाडी डी य
हो गर्ी हो

(3) र्द्रि प्रस्थाय एवं अिग्रम प्रस्थाय िसगयल गाडी प्रस्थाय के िलए फ द्रकए गए हों रर द्रकसी गाडी के
क्रकलिंसग र्ा प्राथिमकता िेये के उद्देश्र् से वापस करया पर्े तो प्रस्थाय /अिग्रम प्रस्थाय िसगयल य िस्थित में
वापस करये के पूवा िय यिलि त साविाियर्ॉं आवश्र्क ह :-

(क) गाडी के ाालक को िजसके िलए िसगयल फ द्रकर्ा गर्ा ह को िलि त ्ापय द्वारा सूिात द्रकर्ा
जाया ाािहए द्रक उसका िसगयल य िस्थित में द्रकर्ा जाएगा रर उसको प्रस्थाय यहं करया
ाािहए ्ापय के कार्ाालर् के प्रित पर ाालक की िलि त पावती भी प्राप्त कर लेया ाािहए
( ) नकहरी लानय ण्र् पर जहॉं मूता प्राििकार ाालक को द्रिर्ा जा ाुका हो उसे वापस ले लेया ाािहए
(ii) नकहरी लानय पर एक ही समर् में अथवा लगभग एक ही समर् में द्रकसी अन्तपाािित रिहत स्टेिय पर िो
गाडी के िलए िसगयलों को फ द्रकर्ा जाएगा िजसे स्टे िय मास्टर ये पहले लेये का फसला द्रकर्ा ह तथा
िूसरी गाडी को बाहरी िसगयलों पर रोक जाएगा लेद्रकय बाि में िूसरी गाडी को प्राथिमकता िेये हेतु
वर्वस्था में पररवत्ताय करया आवश्र्क ह तो स्टेिय मास्टर पहले सभी िसगयल को य िस्थित में कर
िेगा एवं र ेगा जब तक िोयों गाडी डी य हो जाए, तब उिात गाडी को प्राथिमकता िी जा सकती ह
(iii) बडे र्ार्ों में के िबय द्वारा जहॉं पार्लट द्वारा िंरटग होता ह, र्द्रि गाडी में कोई
राबी यहं ह िबया ूपके
सीिे जाये वाली गाडी के िलए कोई झंर्ी र्ा रोियी यहं प्रििित करे गा िंकतु तरे का िसगयल प्रििित
करें गे स्टेिय पर िबया ूपके सीिी जाते समर् ऐसे िसगयल की ियगरायी के िलए ब्रेकवाय के िरवाजे र्ा
बरामिे में उपिस्थत रहेगा
40
योट : स्टेिय कमााारीएवं ्ेय कमााारी के बीा िसगयलों के अिाय-प्रिाय संबंिी ियर्म, सामान्र् एवं सहार्क ियर्म
4.42 िे ें -

(र्ी) िवोुतीकृ त से्िय में िसगयलों के फ करये के िलए ियर्म - िवोुतकर्षाण से ाािलत सभी उपयगरीर्
गािर्र्ों के िलए ााहे स्टेिय पर ूपकती हो र्ा यहं अगले स्टेिय से लानय ्लीर्र प्राप्त होते ही संबंिित
प्रस्थाय िसगयल को फ कर िेया ाािहए मोटर मय/ाालक एवं गार्ा का र्ह उत्तरिािर्त्व होगा द्रक व
अपयी गाडी को ऐसे स्टेिय पर रोके िजस पर कार्ाकारी समर्-सारणी में िहराव द्रिर्ा गर्ा ह, र्ोिप
स्टेिय का प्रस्थाय िसगयल पहले से ही फ कर द्रिर्ा गर्ा हो
3.37 िसगयलों के स्वाभािवक संकेत :
(1) जब तक द्रक अयुमोद्रित िवर्षेर्ष अयुिेिों के िीय अन्र्था प्राििकृ त यहं द्रकर्ा गर्ा ह तब तक स्वाल
िसगयलों को ोडकर स्थावर िसगयल अपयी सामान्र् िस्थित में सिा सवााििक प्रितबंिित संकेत िेंगे
(2) स्वाल रोक (स्टकप) िसगयल का सामान्र् संकेत ‘आगे ब़ ो’ हैं िंकतु जहॉं अगला िसगयल हस्ताािलत ह
वहॉं सामान्र्त: प्रििित संकेत ‘सतका ’ र्ा ‘साविाय’ होगा
3.38 गािर्र्ों के संाालय पर प्रभाव र्ालये वाले कॉंटे : - स्टेिय मास्टर द्रकसी गाडी के िलए तब तक
िसगयल फ करये की अयुमित यहं िेगा जब तक द्रक -
(1) (क) सभी स मु (फे लिंसग) कॉंटे िजय पर से गाडी पास होगी िीक प्रकार से बिा कर ताले यहं लगा द्रिर्े
जाते
( ) सभी अयमु (्ेलिंलग) कॉंटे िजय पर से गाडी पास होगी िीक प्रकार से बिा यहं द्रिर्े जाते तथा

(ग) िजस लानय पर से गाडी को पास होया ह वह साफ ह रर उस पर कोई अवरोि यहं ह

(2) जब भी िस्थर लोर्, माल िर्ब्यबे, र्ाय द्वारा र्ा ऐसी गाडी से जो द्रकसी िूसरी गाडी को क्रकस करये र्ा आगे
जाये िेये के िलए अथवा स्टेिय पर गाडी के आये के तत्काल बाि रलिंयग लानय पर अवरोि उत्पन्य होता
ह, तो िोहरी लानय से्ियों के पी े की ओर तथा नकहरी लानय से्ियों पर िोयो ओर के कॉंटों को
अवूपि लानय के िवूपि सेट कर द्रिर्ा जाएगा, लेद्रकय उस िस्थित को ोडकर जब उस लानय पर
तत्काल उस द्रििा में िंरटग र्ा अन्र् संालय की आवश्र्कता हो

स.िय.3.38 (क) नकहरी लानय के रोर् सानर् के स्टेियों पर जब कभी िो गािर्र्ों को क्रकस करया हो तो द्रकसी एक
गाडी हेतु िसगयल फ करये के पहले स्टेिय के प्रत्र्ेक ोर के स मं काटें िो गािर्र्ों के आगमय हेतु
अवश्र्क ही सेट एवं पािित द्रकर्ा जाएगा उिाहरण के तद्यर पर कोई भी िसगयल ‘ फ’ िस्थित में लाये
के पहले स्टेिय के हावडा ोर वाले प्वांनटों को अप गािर्र्ों के िलए तथा र्ाउय गािर्र्ों के िलए स्टे िय
के मुगलसरार् वाले ोर के प्वांनटों को सेट द्रकर्ा जाया ाािहए उपर्ुा्त ियर्म द्रफर भी िसफा गर अन्त:
पािित स्टेियों के िलए लागू हैं
( ) अन्त: पािित एवं गर-अन्त: पािित िोयों प्रकार के स्टेियों पर गािर्र्ों का िलर्ा जाया
(i) सामान्र्त: सवारी गािर्र्ुँ प्लेटफामा लानय पर ली जाएगी

(ii) जहॉं गािर्र्ों को बया ूपके सीिे जाया ह, वह सटेिय के सीिी लानय से पास होगी ऐसी सटेियों को
ोड कर जहॉं तक िस्वाों (कार्ा िस्वा) के साथ टयाआउट का प्राविाय ह वहॉं उाा गित अयु्ेर् ह
जसा द्रक कार्ाकारी समर् सारणी में ियिााररत द्रकर्ा गर्ा हो द्रफर भी गािर्र्ों को लूप लानय से 15
द्रक.मी. प्रित र्ंटा की प्रितबंिित गित से िबया ूपके रय थ्रू पास करार्ी जा सकती ह

(iii) जब िो सवारी गाडी द्रकसी सटेिय पर क्रकस करती ह, जहॉं के वल एक पलेटफामा ह रर िोयों गािर्र्ों
का ूपकया ियिााररत ह तो पहली गाडी सामान्र्त: प्लेटफामा लानय पर ली जायी ाािहए
योट : हावडा एवं िसर्ालिह मंर्लों के उपयगरीर् से्िय पर र्ह ियर्म लागू यहं होता ह
41
3.39 स मु (फे लिंसग) कॉंटों पर ताला लगाया :
जब स मु (फे लिंसग) कॉंटे अन्तपाािित (नं टरलक्र्) र्ा ााभी से ताला बंि होये वाले यहं ह तब द्रकसी गाडी
को पास करये के िलए उन्हें र्ा तो ्ल प से र्ा थ्रू बोलट द्वारा कराकर उयसे सािारण ताला लगा द्रिर्ा जार्ेगा
के वल कॉंटों को ालाये वाले लीवर पर ताला लगाया पर्ााप्त यहं ह
स.िय.3.39 (क) सभी अन्तपाािय रिहत स मु ककटों िजसपर द्रकसी ्ेय को स्टेिय में प्रवेि र्ा प्रस्थाय करते समर् पास
करया ह, को सािारण ियर्म 3.39 के अयुसार उपर्ुकत ूपप से सेट एवं पािित द्रकर्ा जाएगा

(i) कॉंटों को सेट एवं लकक करये हेतु कार्ारत कॉंटावाला /पोटार र्ा कोई अन्र् उपर्ु्त प्रिििा त वर्िि
िजसे सा म पिाििकारी (मं.रे .प्र) द्वारा ऐसे कत्तावर्ों के ियषपािय के िलए ियर्ु्त द्रकर्ा गर्ा हो,
अििकृ त रे ल सेवक हैं
(ii) कॉंटों को पािित करये हेतु प्रर्ोग में लार्े जाये वाले ााभी जब प्रर्ोग में यहं होंगे तो स्टेिय मास्टर
अथवा अन्र् वर्िि िजसे समुिात ूपप से मंर्ल रे ल प्रबंिक के द्वारा प्राििकृ त द्रकर्ा गर्ा हो, के
वर्िि गत अिभरा ण में रहेगा

(iii) (क) जब कभी संपण


ू ा सवारी, िम्स्र् र्ा मालगाडी र्ा नसका िहस्सा र्ा र्ाित्रर्ों से लिे वाहय का
मेय / रलिंयग लानय पर िंंटग करये की आवश्र्कता ह, तो स मु कॉंटे िजस पर नसे पास करयी ह उसे
अवश्र् ही र्ा तो जहॉं द्रिर्ा गर्ा ह वहॉं लकक लीवर को ंाकर र्द्रि अन्तपाािय ऐसा करये की
अयुमित िेता ह र्ा कॉंटों को ्ल प करके जहॉं कॉंटे को ्ल प करके जहॉं कॉंटें अन्तपाािय रिहत ह
अथवा लकक लीवर को ंाये की अन्तपाािय अयुमित यहं िेता ह
( ) र्ाित्रर्ों से यहं लिे वाहयों के िंंटग के मामले में स्थायीर् ाािहत कॉंटा अवश्र् ही मायव रिा त
रहेगा तथा कॉंटों को ्ल प एवं ताला लगाये के बाि ही स मु द्रििा के सभी संालय द्रकए जाएंगे
जहॉं र्ह वर्ावहाररक यहं ह स्टेिय कार्ा संाालय अयुिि े ों में नसके िलए िविेर्ष ू ट का प्राविाय
अवश्र् द्रकर्ा रहेगा हालांद्रक र्ह लिंस्प्रग लीवर के साथ स्थायीर् ाािलत कॉंटा पर र्ह लागू यहं होता

(ग) िंंटग के प्रभारी कमााारी उपरो्त अयुबंिों के पालय हेतु सीिे िज मेवार होंगे
(र्) ऐसे स्टेिय पर जहॉं माल र्ार्ा पृथक ह वहॉं माल र्ार्ा के कॉंटों को िंंटग उद्देश्र् के िलए लकक
करये की आवश्र्कता यहं ह
(iv) स मु कॉंटे पािित ह, द्रक िलए िसगयल द्रि लाया- नकहरी लानय के सभी स्टेश्य ं ों पर जब कॉंटे
पािित द्रकए गए हों जसा ियिेंिित हों, कॉंटों पर का वर्िि स्टेिय की ओर स्थार्ी ूपप से लाल िसगयल
द्रि ाता रहेगा जब तक द्रक िसगयलों ‘ फ’ यहं कर द्रिर्ा जाता ह उसके बाि वह ्ेय र्ा नं जय की
ओर स्थार्ी ूपप से हरा िसगयल द्रि ता रहेगा जब तक वह कॉंटों को पास यहं कर जाता ह

योट : र्द्रि ाालक पाता द्रक स.िय.3.39 (क) (iv) में द्रिए गर्े ितों को पूरा यहं िगर्ा गर्ा ह, वह अपये गित को
िीमी कर िेगा तथा कॉंटों पर से अित सतका ता पास करे गा रर नसकी ररपोटा स्टे िय मास्टर / मंर्ल रे ल प्रबंिक
को िेगा
र्े ियर्म उय सभी मामलों में लागू होंगे जहॉं गािर्र्ों को र्ा तो स्टेिय से, जो अन्तपाािय रिहत (यय-
नं टरलक्र्) हैं, िबया ूपके पास करया र्ा ूपकया ह
(v) कॉंटावाला जो आयेवाली गाडी हेतु स मु कॉंटों पर ह, उन्हें तब तक यहं ोडेगा जब तक गाडी
उललेर्य िान्ह साफ करके य डी हो जाए स्टेिय पर गाडी पएुँाये के बाि कॉंटावाला द्रि ाएगा :-
(क) र्द्रि गाडी स पूणा पएुँा ाुकी ह रर उललंर्य िान्ह साफ करके डी ह तो स्टेिय की ओर हरा
िसिल,
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( ) स्टेिय की ओर लाल िसगयल
(i) र्द्रि गाडी संपूणा यहं पएुँाी ह रर / र्ा
(ii) जब र्ह उललंर्य िान्ह साफ यहं द्रकर्ा ह

कार्ारत स्टेिय मास्टर र्ह बात धर्ाय में र ग


े ा द्रक स मु कॉंटा पर से कॉंटावाला ्र्ा िसगयल िे रहा

(ग) गािर्र्ों को ग्रहण करया - गािर्र्ों को ग्रहण करये का कार्ा स.िय.3.39 के अयुसार द्रकर्ा जार्
(र्) (i) परराािलत लानय से सानलिंर्ग को र्ा सानलिंर्ग से परराािलत लानय को ले जाये वाले सभी
अन्तपाािय रिहत (यय-नं टरलक्र्) कॉंटे (ताला र्ा ााभी से बंि होये वाले) स्थार्ी तालाबंि कॉंटां की
श्रेणी में आते हैं रर पररााित लानय से अलगाव को सुियिचितत करये के िलए उसमें स्थाई तद्यर पर ताला
बंि रहया ाािहए
(ii) कॉंटों का िववरण, िजन्हें स्थार्ी तालाबंि कॉंटा माया गर्ा ह एवं उयकी सामान्र् िस्थित िजसमें
ऐसे कॉंटों को सेट एवं पािित र या ह, का स्टेिय संाालय ियर्म में उलले द्रकर्ा जाएगा
(iii) सभी स्थार्ी ताला बंि को सािारण ियर्म 3.39 के अयुसार पािित र ा जाएगा तथा नसके
अितरर्त ऐसे कॉंटों को ससंाािलत करये वाले लीवर भी पािित र े जाऍंगे र्द्रि लीवर की बयावट
ऐसा करये की अयुमित िेता हो
(iv) जब स्थार्ी तालाबंि कॉंटों की िस्थित िंंटग उद्देश्र् हेतु पररवितत करये की आवश्र्कता हो, तो
स्टेिय संाालय ियर्म के द्वारा सतका ता से संाािलत करये के िलए प्राििकृ त कमााारी ऐसे कॉंटों पर
संाालय हेतु उन्हें सही सेट एवे लकक द्रकए गए हैं, को िे ये तथा प्रत्र्ेक संाालय हेतु सही हाथ िसगयल
प्रििित करये के िलए िज मेवार होंगे नय पर संालयों के समािि के उपरांत वहं कमााारी ऐसे कॉंटों
को पुय: उन्हें सामान्र् िस्थित में करके सेट एवं लकक करये तथा कार्ारत स्टेिय मास्टर र्ा कोई िूसरा
वर्िि िजसे स्टेिय संाालय ियर्म द्वारा ाािभर्ों को अिभरा ण में र ये हेतु प्राििकृ त द्रकर्ा गर्ा हो,
को कॉंटों की ााभी वापस करये के िलए भी िज मेवार होंगे
(v) कार्ारत स्टेिय मास्टर र्ा कोई िूसरा वर्िि िजसे स्टेिय संाालय ियर्म द्वारा प्राििकृ त द्रकर्ा गर्ा
हो, ऐसे कॉंटों पर कार्ा की समािि के पश्ाात िे ये के िलए िजममेवार होगा द्रक आवश्र्क ाािभर्ॉं उसे
वापस कर िी गर्ी हैं तथा वर्िि गत ियरीा ण करके द्रक कॉंटें अपये सामान्र् िस्थित में सही-सही पुय:
सेट द्रकर्े गर्े हैं, स्वर्ं को संतषु ट करे गा की-लक्र् कॉंटों के मामले में सही ााभी का अिभरा ण में
रहया र्ह संकेत करता ह द्रक कॉंटे की संटंग सामान्र् िस्थित में ह

3.40 ियकट (होम) िसगयल को ‘ फ’ करये की ितदेश :-

1) र्द्रि गाडी अंितम स्टेिय के अलावा रर कहं ियकट (होम) िसगयल की ओर आ रही ह तो िसगयल को,
गाडी ियकट (होम) िसगयल के बाहर डी करये के पहले ‘ फ’ यहं द्रकर्ा जार्ेगा, जब तक द्रक-

(क) िोहरी (र्बल) लानय पर, प्रस्थाय (स्टाटार), िसगयल के आगे पर्ााप्त िूरी तक लानय साफ यहं ह
अथवा
( ) नकहरी (लिंसगल) लानय पर अयुमु (्ेलिंलग) कॉंटे से आगे पर्ााप्त िूरी तक लानय साफ यहं ह र्ा
अयुमोद्रित िविेर्ष अयुिेिों के अिीय गाडी ूपकये के िलए ियर्त स्थाय से आगे पर्ााप्त िूरी तक
लानय साफ यहं ह

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2) र्द्रि गाडी को पहले ियकटहोम) िसगयल के बाहर रोक िलर्ा जाता ह तो िसगयल को तभी ‘ फ’ द्रकर्ा
जा सकता ह तब :-

(क) िोहर (र्बल) लानय पर, प्रस्थाय (स्टाटार) िसगयल तक लानय साफ ह अथवा

( ) नकहरी (लिंसगल) लानय पर अयुमु (्ेलिंलग) कॉंटों तक र्ा अयुमोद्रित िविेर्ष अयुिेिों के अिीय
गाडी के ालये के िलए ियर्त स्थाय तक लािय साफ ह

3) अयुमोद्रित िविेर्ष अयुिेिों के अिीय के िसवार् उपियर्म (1) में उिललि त पर्ााप्त िूरी द्रकसी भी ििा
में :-
(क) िद्व-संकेती लोअर ्वाड्रेंटेंट र्ा िद्व-संकेती रं गीय बत्ती वाले िसगयलों के स्टेियों पर 180 मीटर से कम
यहं होगी, अथवा

( ) बए-संकेती िसगयल र्ा संिोिित लोअर ्वाड्रेंटेंट िसगयल के स्टेियों पर 120 मीटर से कम यहं होगी

4) र्द्रि िजस लानय पर गाडी जाये वाली हो उसके िलए अयुमोद्रित िर्जानय का सैंर् ह प ह र्ा अयुमोद्रित
िविेर्ष अयुिेिों के अिीय िर्रे लिंलग िस्वा की वर्वस्था ह तो वे उप ियर्म (3) में उिललि त पर्ााप्त िूरी के
अयुसार एवजी माये जार्ेंगे
स.िय. 3.40 (i) र्द्रि िोहरी लानय स्टेिय पर अंितम रोक िसगसयल के आगे ब्यलकक से्िय में अवरोि हो रर द्रकसी गाडी
को उस िसगयल तक ले जाया हो तो ाालय की अयुमित यहं िी जार्ेगी जब तक गाडी पहले ियकट िसगयल
र्ा अंितम रोक िसगयल के पी े के िसगयल पर रोक यहं िी जाती ह

(ii) प्रस्थाय प्राििकार के िबया कोई गाडी अगले स्टेिय के िलए स्टेिय से प्रस्थाय करती ह तो उस गाडी को
स्टेिय र्ार्ा रिहत रहये के बाविूि भी ियकट (होम) िसगयल को ‘ फ’ करके प्रवेि यही कराया ाािहए,
बिलक िसगयल रिहत लानय में गािर्र्ों के प्रवेि कराये की सभी िवििर्ों का पालय करके टी/409 फामा जारी
द्रकर्ा जाएगा हस्तिलि त फामा िो प्रितर्ों में तर्ार द्रकर्ा जाएगा िजसमें ररकार्ा प्रित पर ाालक से
पावती लेये के बाि उसे प्रित सौंपा जाएगा रर गाडी को पार्लट द्वारा प्रवेि करार्ा जाएगा

(iii) नकहरी लानय से्िय के द्रकसी स्टेिय पर जहॉं गािर्र्ों के साथ-साथ ग्रहण की सुिविा उपलब्यि यहं ह,
गािर्र्ों के क्रकलिंसग के िद्यराय पहली गाडी प्रथम स्टकप िसगयल के पास डी कर िी जाएगी तथा िवपरीत
द्रििा से आये वाली बाि की गाडी ररसेप्िय िसगयल (ग्रहण िसगयल) फ करके लूप लानय पर संबंिित ितों
को पूरी करये के बाि ग्रहण की जाएगी

3.41 बाहरी (आउटर) िसगयल को फ करये की ितें :


1) र्द्रि गाडी स्टेिय के अलावा द्रकसी िूसरी स्टे िय की बाहरी (आउटर) िसगयल की ओर आ रही ह तो गाडी
िसगयल के बाहर डी करये से पहले िसगयल को ‘ फ’ यहं द्रकर्ा जार्ेगा,जब तक द्रक लानय िजस पर
स्टेिय के अंिर गाडी लेयी ह, यीाे िल े अयुसार साफ यहं ह -
क) िोहरी (र्बल) लानय पर प्रस्थाय (स्टाटार) िसगयल तक तथा
) नकहरी (लिंसगल) लानय पर प्रथम स मु (फें लिंसग) कॉंटों से आगे पर्ााप्त िूरी तक

2) र्द्रि गाडी को बाहरी (आउटर) िसगयल के बाहर रोक िलर्ा गर्ा ह तो िसगयल को तब तक फ यहं
द्रकर्ा जार्ेगा जब तक प्रथम स मु (फे लिंसग) कॉंटों तक र्ा िजस स्टेिय पर स मु (फे लिंसग) कॉंटे यहं ह,
वहॉं ियकट (होम) िसगयल तक लानय साफ यहं ह

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स.िय.3.41 (क) जहॉं प्वांर्टों के ियकट िंंटग उद्देिर् से गािर्र्ों को रोकय की जूपरत ह :
i) आउटर िसगयल को ‘ फ’ िस्थितमें तब सतक यहं लार्ा जाएगा जब तक द्रक गाडी डी य कर िी गई हो
नसके बाि नसे ‘ फ’ द्रकर्ा जाए तथा गाडी को होम िसगयल तक लार्ा जाएगा तथा नसके आगे के संालय
का ियर्ंत्रण ककलिंलग- य-आमा द्वारा द्रकर्ा जाएगा
ii) ककलिंलग ‘ य-आमा य रहये पर लोको पार्लट को मागा-ियिदेशि िेकर य िस्थित में होम िसगयल के पार
उस वर्िि द्वारा लार्ा जाएगा िजस स्टेिय मास्टर द्वारा लोको पार्लट को िेये के िलए टी/409 फामा द्रकर्ा
गर्ा हो
( ) िबया उिात प्राििकार के र्द्रि गाडी स्टेिय से प्रस्थाय करती ह, तो र्द्रि स्टेिय र्ार्ा िबया द्रकसी
वर्विाय के भी रहता ह, तो भी आउटर िसगयल को फ करके अगला ब्यलकक स्टेिय गाडी को ग्रहण
(ररसीव) यहं करे गा, बिलक लोको पार्लट को टी/409 जारी द्रकर्ा जाएगा तथा गाडी को पार्लट करके
स्टेिय में प्रवेि करार्ा जाएगा

3.42 अंितम रोक (लास्ट स्टकप) िसगयल र्ा मधर्वती ब्यलकक रोक स्टाप) िसगयल को ‘ फ’ करये की ितें :
द्रकसी गाडी के िलए अंितम रोक (लास्ट स्टकप) िसगयल र्ा मधर्वती ब्यलकक रोक )स्टकप) िसगयल तब तक
‘ फ’ यहं द्रकर्ा जार्ेगा जब तक द्रक अगले ब्यलकक स्टेिय से लानय ि्लर्र यहं िमल जाता

3.43 ाेतावयी (वायार) िसगयल को फ करये की ितें :


ाेतावयी िसगयल द्रकसी ऐसी गाडी के िलए ‘ फ’ यहं जार्ेगा िजसका स्टेिय पर ूपकया ियिााररत ह र्ा िजसे
अियर्िमत ूपप से रोका जाया ह
स.िय.3.43 ाालू ाेतवायी िसगयल के वल तभी फ द्रकर्ाजा सकता ह जब अगले स्टेिय से लानय ्लीर्र प्राप्त कर
िलर्ा गर्ा हो तथा गाडी मेय लानय से िबया ूपके पास करया अिभप्रेत हो रर नस नस िबया िवाार द्रकए द्रक
स्टेिय सीमा में द्रकसी प्रकार का गित प्रितबंि ह सभी आगमय एवं प्रस्थाय िसगयल संबंिित गाडी के िलए
फ कर द्रिर्ा गर्ा ह
3.44 फाटक रोक (स्टकप) िसगयल को ‘ फ’ करये की ितें :
फाटक रोक (स्टकप) िसगयल को तब तक फ यहं द्रकर्ा जार्ेगा जब तक संबिं ित समपार (लेिबल प्रकलिंसग)
अवरोि रिहत यहं हो जाता ह/जाते हैं रर ऐसे समपार (लेिबल क्रकलिंसग) र्ा कॉंलिंसगों के फाटक सडक र्ातार्ात
के िलए बंि करके उसे ताले यहं लगा द्रिए जाते जहॉं फाटक रोक (स्टकप) िसगयल स्टेिय के िसगयलों के साथ
अन्तपाािित (नं टरलक्र्) ह वहॉं उसका प्राालय िविेर्ष अयुिि
े ों के अयुसार द्रकर्ा जार्ेगा
3.45 बुलावा (ककलिंलग य) िसगयल को ‘ फ’ करये की ितें :
बुलावा (ककलिंलग य) िसगयल तब तक ‘ फ’ यहं द्रकर्ा जार्ेगा जब तक गाडी उस रोक िसगयल पर डी
यहं कर िी जाती िजसके यीाे वह बुलावा (ककलिंलग य) िसगयल लगा ह

3.46 िंंटग के िलए स्थापर िसगयलों का प्रर्ोग :


1) िंंटग के िलए स्टेिय के बाहरी (आउटर), ियकट (होम) रर अंितम रोक (लास्ट स्टकप) िसगयल ‘ फ’
यहं द्रकर्े जार्ेंगे
2) िजय स्टेियों पर अिग्रम प्रस्थाय (एर्वांस्र् स्टाटार) िसगयल लगे हैं, उय पर िंंटग के िलए प्रस्थाय (स्टाटार)
िसगयलों को फ द्रकर्ा जा सकता ह, र्द्रि नसमें अन्तपाािय द्वारा कोई ूपकावट होती ह रर जहॉं िंंटग
िसगयल यहं लगे हैं वहॉं हैंर् िसगयलों का प्रर्ोग द्रकर्ा जार्ेगा
3.47 एक ही समर् में एक से अििक गािर्र्ों के िलए िसगयल को ‘ फ’ करया :
उय स्टेियों को ोडकर जहॉं िविेर्ष अयुिेिों के अिीय अंतपाािय र्ा र्ार्ा की बयावट के कारण कोई प्रितकू ल
कार्ािविि ियरापि ह जब िो र्ा िो से अििक गािर्र्ॉं एक साथ द्रकसी ओर से आर रही ह तो के वल एक ही
गाडी के िलए िसगयल फ द्रकर्े जार्ेंगे रर िूसरे आवश्र्क िसगयल तब जब य र े जार्ेंगे, जब तक द्रक वह
गाडी िजसके िलए िसगयल फ द्रकर्े गर्े हैं स्टे िय पर डी यहं हो जाती र्ा स्टेिय से ियकल यहं जाती रर
उस गाडी के िलए फ द्रकर्े गर्े िसगयल द्रफर से य यहं कर द्रिए जाते
45
3.48 िद्व-संकेती िसगयल वर्वस्था वाले स्टेियों पर गािर्र्ों को अियर्िमत ूपप से (आउट फ कोसा)
रोकया :
िद्व-संकेती िसगयल वाले स्टेियों पर जब ऐसी गाडी को जो िबया ूपके वहॉं से पास होयी ह अियर्िमत ूपप से
रोका जाया ह तो उसे स्टेिय पर तब तक यहं आये द्रिर्ा जार्ेगा जब तक द्रक ऐसे स्टेियों पर जहॉं -
क) ाालू ाेतावयी (वकिंगकग वायार) िसगयल लगे हैं िंकतु प्रस्थाय (स्टाटार) िसगयल यहं लगे हैं, ाालू ाेतवायी
(वकिंगकग वायार) िसगयल य यहं कर द्रिर्ा जाता
) प्रस्थाय (स्टाटार) िसगयल लगे हैं िंकतु ाालू ाेतावयी (वाकिंगकग वायार) िसगयल यहं लगे हैं संबिं ित प्रस्थाय
(स्टाटार) िसगयल य यहं कर द्रिर्ा जाता
ग) ाालू ाेतावयी (वकिंगकग वायार) िसगयल रर प्रस्थाय (स्टाटार) िोयों ही िसगयल लगे हैं िोयों िसगयल य
यहं कर द्रिर्े जाते रर
र्) य तो ाालू ाेतावयी (वाकिंगकग वायार) िसगयल ह रर य प्रस्थाय (स्टाटार) िसगयल ही लगे हैं, प्रथम रोक
(स्टकप) िसगयल य र कर गाडी को उसके बाहर डा यहं कर द्रिर्ा जाता
स.िय.3.48 क) र्द्रि आउटर र्ा अंितम स्टाप िसगयल के बाहर (आउट सानर्) िंंटग करया आवश्र्क ह, तो लोको
पार्लट को ‘ य’ िस्थित में िसगयल को पार करये के िलए फामा टी/1806 पर िलि त प्राििकार द्रिर्ा
जाएगा
) स्टाटार र्ा एर्वांस्र् स्टाटार के बाहर िंंटग पूरी हो जाये पार लोको पार्लट की तरफ वाले िसगयल की
ओर अपयी गाडी को पी े करये के िलए िसगयल फ यहं कर द्रिर्ा जाता ह
ग) जब ‘ य’ िस्थित में िसगयल को पार करये के िलए टी 806 फामा प्राििकार के ूपप में जारी द्रकर्ा जाता
ह र्ा स्टेिय पर द्रकसी िंंटग कार्ा के िलए जहॉं िंंटग कार्ा को ियर्ंित्रत करये के िलए गार्ा िज मेवार
ह, लोको पार्लट को सुपुिा द्रकए जाये के पहले गार्ा द्वारा नस पर हस्ताा र द्रकर्ा जाएगा तथा र्द्रि लोको
पार्लट साा र यहं ह तो नसके बारे उसे समझार्ा जाएगा
र्) र्द्रि एक बार गाडी िंंटग करके सानलिंर्ग में पएुँाा िी जाती तो वह वहॉं से यहं हटेगी जब तक द्रक
उससे फामा टी 806 पर ऐसा करये के िलए र्ा सानलिंर्ग िसगयल को ‘ फ’ करके र्द्रि उसका प्राविय
द्रकर्ा गर्ा होता र्ा गार्ा द्वारा हस्ताा ाररत होये पर उसे गाडी ोडये का आिेि यहं द्रिर्ा जाता ह

3.49 िसगयल बिि र्ों की िे भाल रर उन्हें जलाया :


1) स्टेिय मास्टर र्ह िे ग
े ा द्रक उसके स्टेिय पर स्थावर िसगयलों, संकेतकों रर िंंटग िलिमट बोर्ों,
ब्यलकक से्िय िलिमट बोर्ा रर रोक (स्टकप) बोर्ा जसे बोर्ों की बिि र्ॉं सूर्ाास्त के समर् जलाई जार्ें
रर सूर्ोिर् तक अथवा उससे पहले र्ा बाि तक जसा द्रक िविेर्ष अयुिेिों द्वारा ियिााररत द्रकर्ा जार्े य
बुझाई जार्े
2) उपियर्म (1) िय यिलि त पर लागू यहं होगा अथाात :
(क) (एप्रका) प्रकािित िसगयल पर,
( ) रं गीय बत्ती िसगयल रर िस्थित बत्ती िसगयल को जो द्रिय-रात प्रकािित र े जार्ेंगे तथा
(ग) ऐसे से्िय को जहॉं रात में कोई गाडी ालये कार्ाक्रम यहं ह
3) स्टेिय मास्टर र्ह सुियिचितत करे गा द्रक स्थावर िसगयल संकेतक रर िंंटग िलिमट बोर्ा, ब्यलकक से्िय
िलिमट बोर्ा रर रोक (स्टकप) बोर्ा जसे बोर्ों की बिि र्ॉं जलाये पर तेज रोियी िेती रहे रर बिि र्ों के
लसों रर िीिों की भली प्रकार सफाई की जार् रर पी े की बिि र्ॉं स्पषट द्रि ाई िें
4) जब कभी राित्र के िसगयलों का प्रर्ोग हो, तो स्टेिय मास्टर तब तक लानय ्लीर्र यहं िेगा जब तक
द्रक वह र्ा तो स्वर्ं र्ा िविेर्ष अयुिेिों के अयुसार ियिााररत रीित से आश्वस्त यहं हो जाता द्रक उसके
स्टेिय के स्थावर िसगयलों की आये वाली गाडी से संबिं ित बिि र्ॉं र्द्रि वे प्रवेि प्रकािित यहं हैं , जल
रही हैं र्द्रि िसगयल की बिि र्ॉं जलती एई यहं रह सकती ह तो वह लानय ्लीर्र िेये से पहले ियर्म
3.68 से 3.72 तक में ियिााररत कार्ािविि का अयुसरण करे गा
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5) सेमाफोर िसगयल र्ा संकेतक बि ी को जलाये से पहले, नसे जलाये के िलए प्रितियर्ु्त रे ल सेवक लेसों
रर िीिों का ियरीा ण करे गा र्द्रि वह लाल गोलाकार िीिा (राउं र्ेल) को टू टा र्ा ाट ा एआ अथवा
गार्ब पाता ह तो वह बत्ती यहं जलार्ेगा रर फद्यरय नसकी ररपोटा स्टेिय मास्टर को िेगा रर स्टेिय
मास्टर ऐसे िसगयल को राब एआ मायेगा
6) िसगयलों का प्रभारी प्रत्र्ेक रे ल सेवक र्ह सुियिचितत करे गा द्रक िसगयलों के ल प फोकस करये, साफ
करये, काट कर बत्ती बराबर करये में अििक से अििक साविायी बरती जार्े
स.िय. 3.49 (क) (i) िसगयल की बिि र्ों को जलाया एवं बुझाया :-
कु िा ा लानयों (ब्रॉंा लानय) को ोडकर जहॉं रात में कोई गाडी यहं ालती ह, सभी िसगयलों की बिि र्ॉं
सामान्र्त: यीाे ििाार्े गए समर् के अयुसार जलार्ी रर बुझार्ी जार्ेंगी :-
मंर्ल जलाये का समर् बुझाये का समर्
फरवरी- मई- अगस्त- यवंबर- फरवरी- मई- अगस्त- यवंबर-
अप्रल जुलाई अ्टू बर जयवरी अप्रल जुलाई अ्टू बर जयवरी

हावडा/िसर्ालिह 17.20 18.00 17.00 16.50 06.20 05.10 05.45 06.20


मालिा/आसयसोल 17.25 18.05 27.05 16.55 06.25 05.15 05.15 06.30

(ii) तुफाय, कु हासा आद्रि के कारण मद्यसम साफ य रहये की िस्थित में बिि र्ॉं आवश्र्कतायुसार अपेा ाकृ त
पहले जलार्ी जार्ेगी रर बाि में बुझार्ी जार्ेगी
( ) अंतपाािय रिहत स्टेियों पर कार्ारत स्टेिय मास्टर को प्रितद्रिय कॉंटा संकेतक ल पों के प्रकािय के पश्ाात
कॉंटों को हेरफे र करके रोियी के संकेतक ल पों को िे कर र्ह जॉंा करयी ाािहए द्रक उयके िीिे िीक ह रर
ऐसी जॉंा में उन्हें रोियी के संकेतकों को गद्यर से ियगरायी करयी ाािहए
(ग) िसगयल-ग्लासों का ियरीा ण :- िसगयल जलाये वाला रे ल कमााारी गोलाकार िीिा (राउं र्ेल) िरार र्ा
टू ट-फू ट के बारे में जांा करे गा रर र्द्रि कोई िोर्ष िे ा जार्, तो कार्ारत स्टेिय मास्टर (स्टेिय मास्टर य
ड्यूटी) को तुरंत उसकी ररपोटा िेगा जो स्टेिय पंिजका (स्टेिय र्ार्री) में ररपोटा िजा कर लेगा ऐसे िसगयल
उस अविि के िलए िोर्षपूणा माये जार्ेंगे जब तक उन्हें जलये की आवश्र्कता हो रर सािारण ियर्म 3.68 से
3.72 रर उसके यीाे द्रिर्े गर्े सहार्क ियर्मों में ियर्दिषट प्रद्रक्रर्ा के अयुसार कारा वाई की जार्ेगी बितें र्द्रि
लाल गोलाकार िीिा (राउं र्ेल) टू टा-फू टा बरार र्ु्त र्ा ोर्ा एआ रहे तो िसगयल जलते रहये की अयुमित
यहं िी जार्ेगी रर आये वाली गाडी के िलए िसगयल के आिार (फु ट) से तरे का िसगयल द्रि ाये के िलए
एक रे ल कमााारी प्रितियर्ुिि द्रकर्ा जार्ेगा

3.50 ्प िस्लप सानलिंर्ग रर का सानलिंर्ग :


स्टेिय मास्टर र्ह सुियिचितत करये के िलए प्रर्ास करे द्रक सभी ्प, िस्लप सानलिंर्ग रर का सानलिंर्ग के कॉंटे
तथा अन्र् उय पररिस्थितर्ों को ोडकर जब उन्हें पृथककरण (आनसोलेिय) के िलए ल ु ा र या आवश्र्क यहं
ह, उस लानय के िलए सेट द्रकए जाएं िजसकों उन्हें पृथक करया ह
3.51 प्वानंट्स :
1) िविेर्ष अयुिेि द्वारा अन्र्था प्राििकृ त पररिस्थितर्ों के िसवार्, सथी कॉंटे सामान्र्त:सीिी लानय के िलए
सेट रहेंगे
2) िविेर्ष अयुिेि में विणत िस्थितर्ों के िसवार्, कॉंटों रर िसगयल से संबिं ित ड्यूटी पर तयात कोई भी रे ल
सेवक उय कॉंटों रर िसगयलों के प्राालय के स्थाय को ोडकर यहं जार्ेगा
3) स्टेिय मास्टर की पूवा अयुमित के िबया कोई भी रे ल सेवक मरममत करये र्ा द्रकसी अन्र् उद्देश्र् से द्रकसी
भी कॉंटे, िसगयल र्ा उसकी द्रफंटग, िसगयल के तार का द्रकसी अंतपाािय (नं टरलक्र्) र्ा ब्यलाक िगर्र में
हस्ता ेप यहं करे गा
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स.िय.3.51 (क) कोई भी स्टेिय कमााारी िविेर्ष ूपप से र्द्रि उसके ऊपर प्वानं ट रर िसगयल र्ा िंंटग का प्रभार हो, तो
द्रकसी सा म (कि पटेंट) वर्िि द्वारा भारमु्त एए िबया रर द्रकसी असामान्र् र्टया के मामलों स्टेिय
मास्टर की जायकारी रर अयुमित के िबया अपये कार्ा से यहं हटेगा
( ) र्द्रि द्रकसी गाडी के िलए लानय ि्लर्र द्रिर्ा गर्ा ह तो प्वानं टसमय रर िसगयल मय तब तक ड्यूटी पर
रहेंगे जब तक द्रक गाडी यहं ले ली जाती रर लानय ि्लर्र िेये के िलए ितें पूरी यहं कर ली जाती
(ग) प्वानं टों एवं िसगयलों का िवर्ोजय :- जब कभी िसगयल कमााारी द्रकसी कॉंटा िसगयल र्ा द्रकसी नं टर
िगर्र के मर मत हेतु आवश्र्कता पडती ह कार्ारत स्टेिय मास्टर संबंिित जेई / एसई / एसएसई
(िसगयल) / ई.एस.एम / एस.एस.एम को नसउद्देश्र् के िलए ियिााररत फकमा में मेमों जारी करे गा प्वानं ट,
िसगयल र्ा अन्र् कोई नं टरलकिंकग िगर्र के िवर्ोजय से पूवा कार्ा के प्रभारी वर्िि फकमा एस एंर् टी
र्ाउय (पूराया टी/351) पर स्टेिय मास्टर को िलि त में सूिात करे गा एवं कार्ा के प्रारं भ से पूवा एवं
समािि के पश्ाात उसका हस्ताा र प्राप्त करे गा
(i) जहॉं स्टेिय मास्टर के ियर्ंत्रएा के के िबय ह, वहॉं के िबय कमााारी को ऐसे संिेिकी पुिि टेिलफोय
द्वारा गुप्तांक के साथ करे गा तथा कार्ा के प्रारं भ होये से पूवा रर कार्ा की समािि के पश्ाात गुप्तांक
प्रानवेट य. के साथ पुिि करते एए पावती प्राप्त करे गा
(ii) गर अंतपाािित कॉंटों के मामले में स्टेिय मास्टर को िलि त सूाया िेये की िज मेिारी रे ल पथ
कमााारी की होती ह
(iii) बडे र्ार्ों में जहॉं गाडी संालय (मंवमेंट) प्रार्: होता हो रर िंंटग लगातार होती हो, वहॉं कॉंटों,
िसगयलों र्ा द्रकसी अंतपाािय िगर्र की मर मत र्ा िवच े ि का जब भी संभव हो उस समर् उस
कार्ा के िलए उत्तरिार्ी ियरीा क र्ा सहार्क ियरीा क द्वारा पर्ावेा ण द्रकर्ा जार्ेगा

(र्) जब कभी अंतपाािय कॉंटों, िसगयलों र्ा द्रकसी अंतपाािय िगर्र का पररवत्ताय र्ा मर मत की जा रही हो,
िय यिलि त अयुिेिों के अयुसार कारा वाई की जार्ेगी :-
(i) कार्ारत स्टेिय मास्टर (स्टेिय मास्टर य ड्यूटी) द्वारा रे ल पथ र्ा िसगयल रर अंतपाािय
कमााारी से हाथ में िलर्े जाये वाले कार्ा के बारे में सूाया िमलये पर, जब तक कार्ा ालता रहेगा
15 द्रकलो मीटर प्रित र्ंटा का प्रितबंि लगार्ा जार्ेगा रर जब तक कार्ा पूरा यहं हो जार्
पररििषट ‘क’ (एपेंिर््स ‘ए’ के अयुसार सतका ता आिेि (ककिय - आर्ार) जारी द्रकर्े जार्ेंगे रे ल
पथ र्ा िसगयल रर अंतपाािय कमााारी - प्रभारी (स्टकप नय ााजा फ वका ) कार्ा हाथ में लेये के
पूवा, द्रिर्े गर्े ियर्म के अयुसार आवश्क सुरा ा प्रिाय करये के िलए उततरिार्ी होंगे
(ii) जब नस कार्ा के िलए कॉंटों र्ा कॉंटों के ताले का उयको परराािलत करये वाले लीवरों से िवच े ि
आवश्र्क य हो, पररवहय कमााारी सभी कॉंटों को उय पर से संालय की अयुमित िेये से पूवा
उपर्ु्त लीवरों द्वारा िीक से सेट करये रर ताला लगाये के िलए उत्तरिार्ी होंगे रे ल पथ र्ा
िसगयल रर अंतपाािय के प्रभारी कमााारी र्ह िे ये के िलए उत्तरिार्ी होंगे द्रक कॉंटों रर कॉंटों
के तालों के उपर्ु्त लीवरों द्वारा कार्ा ाालय (वाकिंगकग) द्रकर्े जाते हैं रर उयमें द्रकसी प्रकार का
हस्ता ेप यहं द्रकर्ा जाता ह एवं सभी कॉंटे िजसपर संालय होया ह उयकों सही प्रकार से सेट कर
ताला लगार्ा जाता ह

(iii) जब द्रकसी कारण से स्टेिय र्ार्ा में कॉंटों र्ा कॉंटों के तालों का उय लीवरों से िजयसे वे संाािलत
होते हैं से िवर्ोिजत होता ह रे ल पथ र्ा िसगयल रर अंतपाािय कमााारी जो नसे िवर्ोजत करते हैं,
कॉंटों को र्ातार्ात संालय के िलए आवश्र्कतायुसार सेट करें गे र्ह पररवहय कमााारी की
िज मेिारी होती ह द्रक वे नय कॉंटों को ्ल प र्ा वोलट एवं ककटर तथा पर्लकक द्वारा सुरिा त कर
लेये पर उय पर से संालय की अयुमित द्रिए जाये से पूवा अपये को नस बात के िलए संतुषट कर लेंगे
द्रक कॉंटे िीक-िीक सेट एवं लकक ह

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ई - हैंर् िसगयल

3.52 हैंढ िसगयलों का प्रििाय :


1) सभी हैंर् िसगयल नय ियर्मों में ियिााररत ूपप में द्रिय सके समर् झंर्ी र्ा हाथ द्रि ाकर रर रात के समर्
बत्ती द्रि ाकर द्रिर्े जार्ेंगे
2) सामान्र्त: द्रिय में हैंर् िसगयल के ूपप में झंर्ी र्ा झंिर्र्ों का प्रर्ोग द्रकर्ा जार्ेगा हाथों का प्रर्ोग के वल
आपात िस्थित में ही, जब द्रक झंिर्र्ॉं उपलब्यि यहं ह, द्रकर्ा जार्ेगा
3) सामान्र्त: रात में हैंर् िसगयल लाल र्ा हरी बत्ती द्रि ाकर ही द्रिर्ा जार्ेगा लाल बत्ती उपलब्यि य होये
पर ही सफे ि बत्ती को तेजी से िहलाकर उसका सप्रर्ोग रोक(स्टकप) िसगयल के ूपप में द्रकर्ा जार्ेगा
4) उपियर्म (3) में उिललि त लाल र्ा हरी बत्ती र्ा िस्थर र्ा ामकये वाली द्रकस्म की होगी

स.िय. 3.52 सािारण ियर्म 3.52 रर 3.52 के उपबबंिों के अयुसार तरे का संकेत िेये के िसवार् रात में िंंटग का
कार्ा करते समर् द्रकसी भी हालत समें सफे ि रोियी हैंर् िसगयल के उपर्ोग में यहं लार्ी जायी ाािहर्े
3.53 रोक (स्टकप) हैंर् िसगयल :
संकेत एकिम ूपक जाओ
द्रिय में प्रििाय िविि :
यीाे िात्र में द्रि ार्े गर्े ूपप में लाल झंर्ी द्रि ाया र्ा िोयों भुजाओं को िसर के ऊपर उिाया :

राित्र में प्रििाय िविि :

यीाे िात्र में द्रि ार्े गए ूपप में लाल बत्ती द्रि ाया र्ा िसगयल द्रि ाये वाले वर्िि द्वारा अपये िरीर के
सामये समस्तर पर िार्ें से बार्ें रर बार्ें से िार्ें तेजी से सफे ि बत्ती िहलाया :

49
3.54 आगे ब़ ो हैंर् िसगयल :
संकेत आगे ब़ ो
द्रिय में प्रििाय िविि :
यीाे िात्र में द्रि ार्े गर्े ूपप में हरी झंर्ी को हाथ में िस्थर पकडया र्ा अपयी एक भुजा को िसर र या -

राित्र में प्रििाय िविि :

यीाे िात्र में द्रि ार्े गर्े ूपप में हरी बत्ती को हाथ में िस्थर र या -

50
3.55 सतका ता से आगे ब़ ो हैंर् िसगयल :
संकेत ‘’िीरे –िीरे आगे ब़ ो’’ रर र्द्रि िसगयल िहलाये की
गित क्रमि: कम होती जाती ह तो अपयी गित भी कम
करते जाओ
द्रिय में प्रििाय िविि :

यीाे िात्र में द्रि ार्े गए ूपप में हरी झंर्ी को ऊपर यीाे द्रिलाया र्ा उसी प्रकार एक भुजा को िहलाया :

राित्र में प्रििाय िविि :

यीाे िात्र में द्रि ार्े गर्े ूपप में हरी बत्ती को ऊपर - यीाे िहलाया -

योट : र्द्रि गित को रर भी कम करया ह तो वह िसगयल अििकाििक कम गित से द्रिर्ा जाएगा रर र्द्रि गाडी
रोकयी ह तो रोक (स्टकप) हैंर् िसगयल द्रि ार्ा जाएगा

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3.56 िंंटग के िलए हैंर् िसगयल : रोक (स्टकप) हैंर् िसगयल के अितरर्त िंंटग कार्ा के िलए िय यिलि त हैंर्
िसगयलों का प्रर्ोग द्रकर्ा जार्ेगा, अथाात -

(क) संकेत : िसगयल िेये वाले वर्िि से िूर जाओ

द्रिय में प्रििाय िविि :

यीाे िात्र में द्रि ार्े गर्े ूपप में हरी झंर्ी र्ा भुजा को िीरे -िीरे ऊपर यीाे िहलाया –

राित्र में प्रििाय िविि :


यीाे िात्र में द्रि ार्े गर्े ूपप में हरी बत्ती को िीरे -िीरे ऊपर –यीाे िहलाया –

52
( ) संकेत : िसगयल िेये वाले वर्िि की ओर ब़ ो

द्रिय में प्रििाय िविि :


यीाे िात्र में द्रि ार्े गए ूपप में हरी झंर्ी भुजा को िरीर के सामये समस्तर पर बार्ं-िार्ं ओर िहलाया –

राित्र में प्रििाय िविि :


यीाे िात्र में द्रि ार्े गर्े ूपप में हरी बत्ती को िरीर के एक ओर से िूसरी ओर िहलाया -

योट : िसगयल िेये वाले वर्िि से िूरजाओ रर िसगयल िेये वाले वर्िि की ओर ब़ ो के िलए हैंर् िसगयल अििकाििक
कम गित से द्रि ाए जार्ेंग,े जब तक र्द्रि रोकया हो तो रोकस्टकप) हैंर् िसगयल यहं िे द्रिर्ा जाता

53
(ग) संकेत : गाडी जोडये (कयलिंलग) के िलए िीरे ब़ ो
द्रिय में प्रििाय िविि :
यीाे िात्र में द्रि ार्े गर्े ूपप में, हरी रर लाल झंर्ी को र्ा िोयों हाथों को िसर से ऊपर उिाया रर
एक िूसरे के पास रर िूर ले जाया –

राित्र में प्रििाय िविि :


यीाे िात्र में द्रि ार्े गर्े ूपप में हरी बत्ती को िसर से ऊपर उिाया रर कलाई को मोडते एए
िहलाया-

3.57 रोक पताकाएं (बयर फ्लग) : - रोक पताका एक अलपकािलक िस्थर संकट िसगयल ह र्ह लाल कपडे का बया
एआ होता ह, िजसके िोयों द्रकयारों पर र्ंर्े लगे रहते हैं रर संबंिित लानय के आर-पार फला द्रिर्ा जाता ह

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3.58 हैंर् िसगयलों की जायकारी रर उन्हें पास र या :
1. गािर्र्ों के संालय, िंंटग कार्ा, संस्थापयों की िे भाल रर गािर्र्ों की संरा ा संबंिी द्रकसी प्रकार के
कार्ा से संबंिित प्रत्र्ेक रे ल सेवक को -
क) हैंर् िसगयलों की सही जायकारी र यी होगी, तथा
) उसके पास ड्यूटी के समर् अपेिा त हैंर् िसगयल रर वह उन्हें अच ी ाालू हालत में रर तुरंत प्रर्ोग
के िलए तर्ार र ेगा
2. प्रत्र्ेक रे ल सेवक र्ह िे ेगा द्रक हैंर् िसगयलों का प्रर्ोग करये वाले उसके अिीय सब कमाााररर्ों को हैंर्
िसगयल िेये के िलए सभी आवश्र्क साज-सामाय पर्ााप्त मात्रा में िमले हैं रर उन्हें सही प्रर्ोग की
जायकारी ह
3. द्रिय में हैंर् िसगयल िेये के िलए अपेिा त साज-सामाय एक लाल रर एक हरी झंर्ी होंगे तथा राित्र में
लाल, हरा रर सफे ि प्रकाि िे सकये वाली हाथ बत्ती होगी
4. प्रत्र्ेक स्टेिय मास्टर र्ह िे गे ा द्रक उसके स्टेिय पर हैंर् िसगयल िेये के िलए सभी अपेिा त साज-सामाय
पर्ााप्त मात्रा में उपलब्यि हैं
स.िय. 3.58 उपरो्त सािारण ियर्म 3.58 में संििभत हाथ झंर्ी िसगयल (हरा-लाल) 50x45 से.मी. का होगा तथा
ामकीले रं ग के साथ उपर्ु्त कपडे का बया होगा नसके ाद्यडाई (45 से.मी.) की तरफ र्ंर्ा को लगाया
ाािहए
50 सेमी
50 सेमी.

45 सेमी 45 सेमी

हैंर् िसग्यल फ्लग (हरा) हैंर् िसग्यल फ्लग (लाल)

एफ - पटा ा िसगयल
3.59 पटा ा िसगयलों का वणाय : पटा ा िसगयल िजन्हें पटा ा र्ा कु हासा (फकग) िसगयल भी कहते हैं, वे
उपकरण हैं जो रे ल की पटररर्ों पर लगाए जाते हैं रर जब नं जय र्ा कोई अन्र् वाहय उय पर से गुजरता ह तो
र्े जोर के िमाके के साथ फटकर ड्रेंटानवर का धर्ाय आकिर्षत करते हैं

3.60 पटा ों के प्रर्ोग की िविि :


1. पटा े को प्रर्ोग करये के िलए उसे पटरी पर नस प्रकार र ा जार्ेगा द्रक उसका लेवल र्ा ाप ऊपर की
आर रहे रर उसकी पिि र्ॉं बकलस रे ल पटरी के िीष्र भाग में लपेट कर उसे जमा द्रिर्ा जार्े
2. िमिश्रत गेज पर पटा े उस पटरी पर जो िोयों गेजों में प्रर्ोग होती ह र्ा प्रत्र्ेक गेज की एक-एक पटरी पर
र े जार्ेंगे
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3.61 िुि
ुँ , कोहरे र्ा तूफायी मद्यसम में जब स्पषट द्रि ाई यहं िेता ह, पटा े र या :-
1. िुि
ुँ कोहरे र्ा तूफायी मद्यसम में, जब स्पषट यहं द्रि ाई िेता ह, रर आये वाली गाडी के ड्रेंटानवर को द्रकसी
िसगयल के स्थाय की सूाया िेया आवश्र्क ह तो स्टेिय मास्टर द्वारा नस कार्ा के िलए ियर्ुिि रे ल सेवक,
संबिं ित िसगयल र्ा िसगयलों से कम से कम 270 मीटर बाहर लानय पर िो पटा े एक िूसरे से लगभग 10
मीटर की िूरी पर र ग े ा

2. (क) स्टेिय मास्टर उपियर्म (1) के उपबंिों का पालय, स्विववेकायुसार कर सकता ह, िंकतु र्द्रि द्रकसी भी
कारणवि कम से कम 180 मीटर की िूरी से र्ा रे लवे बोर्ा द्वारा स्पषट ूपप से मंजरू की गई उससे कम िूरी
से िृश्र्ता परीा ा के िलए वस्तु को य िे पार्र्े तो वह अियवार्ात: नय उपबंिों का पालय करे गा
( ) िृश्र्ता परीा ा वस्तु िय यिलि त में से कोई भी हो सकती ह, अथाात :-
(i) नस काम के िलए लगार्ा गर्ा भ
ं ा, िजस पर रात के समर् बतती जलती रहे, र्ा

(ii) िविेर्ष अयुिेिों द्वारा िवियर्दिषट द्रकसी स्थावर सेमाफोर िसगयल की भुजा द्रिय में र्ा उस िसगयल
की बत्ती र्ा पी े के बत्ती राित्र में, र्ा
(iii) द्रिय रर राित्र में िोयों में, िविेर्ष अयुिेिों द्वारा िवियर्दिषट द्रकसी स्थावर रं गीय बत्ती िसगयल का
प्रकाि
स.िय. 3.61 (ए) िृश्र्ता की जांा के िलए ियिााररत लक्ष्र् का उलले स्टेिय संाालय ियर्मों के अंतगात होया
ाािहए
(बी) उय स्टेियों के अितरर्त जहॉं स्टेिय संाालय ियर्म (स्टेिय वकिंगकग ूपलस) में द्रकसी िसगयल र्ा उसकी रोियी
र्ा पी े की बत्ती को िृश्र् लक्ष्र् ियिााररत कर द्रिर्ा गर्ा ह, सभी स्टेियों पर िृश्र्र्ता लक्ष्र् के िलए एक ंभा
होगा िजय स्टेियों पर लगातार कु हरा, िुुँि, तूफाय र्ा वर्षाा होती रहती ह वहॉं पर नय ंभों को अलग से
लगार्ा जार्ेगा

(सी) िृश्र्ता - लक्ष्र् एक अयुपर्ोगी स्लीपर पर काले एवं सफे ि पेंट से रं गा एआ ंभा होगा जो रात में प्रकािित होगा
रर स्टेिय मास्टर कार्ाालर् के मधर् में 180 मीटर िूरी पर िोयों तरफ जमीय में सीिा डा होगा

(र्ी) (i) कु हासा र्ा तूफाय वाले मद्यसम में िूल भरी ऑंिी के समर् जब स्टेिय िसगयल यहं द्रि ाई िेगा तो कार्ारत
स्टेिय मास्टर वर्द्रकतगत ूपप से र्ह सुियिचितत करे गा द्रक स्टेिय िसगयल की बत्ती जला द्रिए गए हैं रर तब िो
प्रिििा त वर्िि र्ों को िजसमें से एक वर्िि प्रत्र्ेक द्रििा में कु हासा िसगयल ंभा की तरफ जो प्रत्र्ेक स्टेिय पर
बानतम प्रथम स्टकप िसगयल के 270 मीटर बाहर लगे रहते हैं

(ii) िय यिलि त पररिस्थितर्ों में पटा े लगाया आवश्र्क यहं ह –


(क) जहॉं प्रर्ााप्त पूव-ा ाेतावयी िेये का प्राविाय ह र्था स्टेियों पर जहॉं िोहरे िर्स्टेंट (िूर) िसगयल का
प्राविाय द्रकर्ा गर्ा ह
( ) स्टेिय से्िय में जहॉं अििकतम गित 15 द्रकमी. प्रित र्ंटा की अयुमित ह र्ह उय स्टेियों पर भी लागू
ह जहॉं पूवा ाेतावयी िसगयल उपलब्यि यहं ह लेद्रकय ाेतावयी बोर्ा लगा एआ ह
(ग) से्िय में जहॉं गित 50 द्रकमी. प्रित र्ंटा से कम ह (लेद्रकय 15 द्रक.मी. प्रित र्ंटा से अििक) तथा स्टेिय
का पहला िसगयल स्टकप (रोक) िसगयल यहं ह
(र्) स्वााािलत िसगयलिंलग ा ेत्र में
(र्.) फाटक िसगयल पर
(ा) प्रस्थाय िसगयल पर

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( ) रे लपथ / ऊपरी उपस्कर / िसगयल के र -र ाव के कारण उय स्थलों पर लगाए गए अस्थार्ी गित
प्रितबंि के कारण
(ज) उय से्ियों में जहॉं नं जयों पर िवश्वसयीर् कु हासा सुरा ा उपार् लोकोमोरटव पर लगे एए हैं
(ई) नयमें से प्रत्र्ेक वर्िि 24 र्ा िविेर्ष अयुिेि के अंतगात ियिााररत कम सं्र्ा में पटा ा (कु हासा) िसगयल से र्ु्त
रहेगा कु हासा िगयल मय रे ल के ऊपर बीा में ऊपर की तरफ लेबल े र्ा ब्रांर् सिहत िो पटा े र ेगा, जो द्रक रे ल
के ऊपरी कोरों के ाारों रर पिि र्ों को र्ुमाकर रे ल लानय से कसकर प्रत्र्ेक एक-िूसरे से अलग 10 मीटर पर
बांि द्रिर्ा जार्ेगा जो द्रक नं जय के पिहर्े के यीाे फटये पर लोकोपार्लट को र्थािस्थित स्टे िय के बाहरी
(आउटर) र्ा ाेतावयी (वायार) र्ा िूर (िर्स्टेंट) िसगयल से उसकी ियकटता की ाेतावयी िेगा
(एफ) नस प्रकार लानय पर लगार्े गर्े पटा ों पर से गाडी के ाले जाये के पश्ाात पटा ा लगाये वाला वर्िि द्रफर
उसकी जगह पर िो रर पटा े लगा िेगा
(जी) जब कोई रे ल कमााारी एक र्ा उससे अििक पटा ों को लानय पर लगा िेता ह तो उसके बाि उसकी पटा ों से
45 मीटर की सुरा ा पररिि के बाहर, आये वाले नं जय र्ा गाडी द्वारा िमाके से फटये के पहले ही पएुँा जाया
ाािहए वह जहॉं तक पररिस्थितर्ों द्वारा साधर् हो नस बात की ाेतावयी िेये के िलए भी उत्तरिार्ी होगा द्रक
कोई भी वर्िि जो वहक हो नस सुरा ा पररिि से बाहर रहे

45 मीटर की सुरा ा पररिि का पालय करते समर् कमाााररर्ों को ाािहए द्रक जहॉं तक संभव हो गाडी नं जय र्ा
वाहय के पटा ों पर गुजरते समर् , वे नं जय गाडी र्ा िर्ब्यबे के पी े की ओर रहें

(एा) कु हासा िसगयल के िलए ंभा रे ल के िलए अयुपर्ु्त लोहे का स्लीपर र्ा लकडी का स्लीपर होगा िजस पर बारी-
बारी से काले एवं सफे ि रं ग से पेंट द्रकर्ा एआ रहेगा रर र्ह जमीय पर लंबवत गाडा जाएगा
कु हासा िसगयल ंभा, कु हासा िसगयलों एवं कु हासा िसगयलमैं की िस्थित र्ार्ग्राम में ि ााए गए िय यप्रकार
होगी :-
फकग िसग्यल पोस्ट
फकग िसग्यलस

र्ातार्ात का ियिदेशि फकग िसग्यलमय


की िस्थित प्रथम स्टकप िसग्यल

लेफ्ट रे ल

45 िमटर 10 िमटर 270 िमटर

(आई) पटा ों को लगाये के िलए भेजा गर्ा प्रत्र्ेक प्रिििा त वर्िि एक जलती एई हाथ बत्ती िलए रहेगा.

र्द्रि पटा ा लगाये वाले को लानय पर द्रकसी प्रकार की बािा जाय पडे तो सामान्र् ियर्म 3.53 के अयुसार उसे,
िजस द्रििा से गाडी के आये की संभवया हो र्ा आ रही हो, उसे तरे का हैंर् िसगयल द्रि लाया ाािहए नकहरी
लानय से्िय पर स्टेिय से जायेवाली गािर्र्ों के िलए ‘आगे ब़ ो’ (हरा) हैंर् िसगयल सामान्र् ियर्म 3.54 के
अयुसार द्रि ार्ेगा
57
(जे) सहार्क ियर्म 3.61(र्) के अयुसार काम करये के िलए ड्यूटी पर स्टेिय मास्टर को ्र्ोंिह आवश्र्कता पडे ड्यूटी
पर य होये वाले िो ातुथा श्रेणी के कमाााररर्ों को ड्यूटी के िलए बुलाया ाािहए ड्यूटी पर स्टे िय मास्टर नय
बुलार्े एए िोयों वर्िि र्ों को र्ा ड्यूटी पर रहये वाले वर्िि र्ों को र्ह िे ये के िलए द्रक िसगयल जले एर्े हों,
भेज सकता ह रर कु हासा र्ा पटा ा िसगयल ड्यूटी में प्रिििा त िो वर्िि र्ों को स्टेिय सीमा के िोयों ओर भेज
सकता ह अथवा वह र्द्रि उपलब्यि हो तो रे ल पथ ियरीा क द्वारा नस काम के िलए ियर्ु्त िो प्रिििा त गैंगमय को
भेज सकता ह परं तु हर िस्थित में, कु हासा र्ा पटा ा िसगयल ंभों के िलए भेजे गर्े र्े प्रिििक्ष्त वर्िि रे लवे के
स्थार्ी कमााारी होंगे, य द्रक एवली (सबस्टीचर्ूट) कमााारी

(के ) स.िय.3.61(i) की प्रद्रक्रर्ा ड्यूटी पर उपिस्थत स्टेिय मास्टर द्वारा आपातकाल के िद्यराय की जाये वाली कारा वाई

स्टेियों पर जहॉं सामान्र्त: कु हासा रहता ह मंर्ल रेल प्रबंिक उय स्टेियों को अििसूिात करये की वर्वस्था
करे गा स्टेिय मास्टर कम से कम ाार कु हासा िसगयल मय का आश्वासय लेये की वर्वस्था करें गा द्रकसी स्टेिय
के आवश्र्कतायुसार सं्र्ा ब़ ार्ी जा सकती ह कमााारी िजयका आश्वासय िलर्ा जाएगा वे स्टेिय के ग्रुप ‘र्ी’
श्रेणी के स्थार्ी कमााारी होंगे र्द्रि द्रकसी स्टेिय पर आवश्र्क सं्र्ा में ऐसे कमााारी उपलब्यि यहं ह तो स्टेिय
मास्टर संबंिित एसएसई/एसई/ (रे ल पथ) से गैंगमय उपलब्यि कराये हेतु िलि त मांग िेगा रे ल पथ पर्ावेा क
ऐसा मांग प्राप्त होये पर गैंगमय को कु हासा के मद्यसम में तत्काल कु हासा िसगयल लगाये के िलए ियर्ु्त करये की
वर्वस्था करे गा ताद्रक गािर्र्ों का परराालय प्रभािवत य हो सकें र्े ाारों वर्िि कु हासा िसगयल की ड्यूटी में
पूरी तरह से प्रिििा त हो तथा र्े रे लवे के स्थार्ी कमााारी हों तथा र्े एवजी (सबस्टीचर्ूट) य हों र्े ाारों
कमााारी िजयकी कु हासा िगयल मय के ूपप में पहााय की गई ह नयके बिले स्टेिय पर ‘ग्रुप-र्ी’ के िो र्ा नससे
अििक कमााारी बहाल द्रकए जाएंगे तथा नं जीियर्ंरग गैंग से एक र्ा िो अस्थार्ी कमााारी जहॉं से स्थार्ी रे ल
पथ के कमााारी हटाए गए हैं
(i) िोहरी लानय (र्बल लानय) के द्रकसी स्टेिय पर र्द्रि महये में 07 द्रियों तक कु हासा रहता ह तो नसे स्थार्ी
ूपप में िलर्ा जाया ाािहए एवं नसके िलए अलग से फकग पोटारों की ियर्ुिि की जायी ाािहए र्द्रि महीये
में 07 द्रियों से कम कु हासा यहं रहता ह, तो स्टेिय मास्टर स.िय.3.61(i) के अयुसार कार्ा करे गा तथा वह
तत्काल स्टेिय पर ग्रुप ‘र्ी’ कमाााररर्ों को पोटारों के ूपप में कार्ा करये के िलए तथा ड्यूटी पर उपिस्थत
कमाााररर्ों को िसगयल संबंिी कार्ा में उपर्ोग द्रकए जाये हेतु बुलाएगा ड्यूटी पर रहये वाले कमाााररर्ों
को बुलाये पर उन्हें ओवरटानम द्रिर्ा जाएगा रर उन्हें एवजी (सबस्टीचर्ूट) के बिले में सामान्र् ड्यूटी
करयी होगी र्ह वर्वस्था फकग पोटारों को स्थार्ी ूपप से प्राप्त करये में कारगर िसि होगी तथा स्थार्ी
कमाााररर्ों के िलए एविजर्ों (सबस्टीचर्ूट) की आवश्र्कता तभी होगी जब उन्हें वास्तव में फकग ड्यूटी के
िलए उपर्ोग में लार्ा जाता ह द्रफर भी, नसे धर्ाय में र या ाािहए द्रक िसफा ियर्िमत कमाााररर्ों को ही
फकग-ड्यूटी में उपर्ोग में लार्ा जार्

(ii) नकहरी लानय से्िय में जहॉं स्टेिय- पोटारों से टोकय िेये का भी काम िलर्ा जाता ह मंर्ल रे ल प्रबंिक
कु हासा रहये की अविि एवं महीये में कु हासा होये वाले द्रियों की जांा करें गे तथा सभी ाीजों पर िवाार
करये के बाि ियणार् लेंगे द्रक स्टेिय पर फकग-पोटारों की आवश्र्कता ह भी र्ा यहं र्द्रि महीये में कु हासा
िसफा एक र्ा िो द्रियों के िलए र्ा बएत कम समर् के िलए रहता ह तथा स्पषट ूपप से वहॉं अलग से फकग-
पोटारों की आवश्र्कता यहं पडेगी तथा उपर्ुा्त उप परा (i) में िी गई प्रद्रक्रर्ा अपयाई जार्

(एल) ब्रॉंा लानयों र्ा उय से्ियों पर जहॉं र्ातार्ात थोडा ह, कु हासा र्ा पटा ा िसगयल वाले को कु हासा र्ा पटा ा
िसगयल ंभे पर लगातार रहये के बजार्, प्रत्र्ेक गाडी के िलए पटा े लगाये के िलए भेजा जा सकता ह ऐसी
द्रक्रर्ािविि के वल िविेर्ष अयुिि
े ों के अंतगात ही अपयायी ाािहए ऐसी पररिस्थित में गाडी के िलए आगमय
अयुमित (लानय ्लीर्र) तब तक यहं िी जार्ेगी जब तक द्रक कु हासा िसगयल र्ा पटा ा लगाये वाले को िप ले
स्टेिय से गाडी ू टये के समर् से कम से कम 30 िमयट पहले य भेज द्रिर्ा गर्ा हो
(एम) स्टेिय मास्टर नस बात की तसलली कर लेगा द्रक उपर्ोग में आर्े एए पटा ों के बिले में द्रफर से पटा े भेज द्रिर्े
जाते हैं

58
(एय) प्रत्र्ेक स्टेिय पर एक स्टेिय पटा ा रिजस्टर फामा सं. ओ पी/टी-124 (पररििषट -‘ ’ ) कु हासा र्ा पटा ा
िसगयल वालों के याम ड्यूटी का समर्, पटा ों का स्टकक प्रत्र्ेक कु हासा र्ा पटा ा िसगयल वाले को भेजे गर्े
पटा ों की सं्र्ा, संबंिित गाडी िजसके िलए उपर्ोग द्रकर्े गर्े, बाे एए पटा ों की सं्र्ा रर प्रर्ोग द्रकर्े गर्े
पटा ों के ोल (साथ ही जो पटा े फटे य हो) हर बार कु हासा र्ा पटा ा िसगयल वाले कार्ारत स्टेिय मास्टर
को वापस करे गे
(ओ) स्टेिय मास्टर अपये स्टेिय पर पटा ा (कु हासा िसगयल) लगाये के िलए ियर्ु्त प्रितियर्ु्त कमाााररर्ों का
हस्ताा र र्ा अंगूिा ियिाय ‘स्टेिय पटा ा रिजस्टर’ में नस बात की पुिि के िलए लेगा द्रक गािर्र्ों के िलए कु हासा
र्ा िसगयल लगाये वाले ियर्मों की जायकारी र ते हैं
पररििषट -‘ ’(i) में ियिहत पटा ा (कु हासा) िसगयल मय के िलए अयुिेि :
(पी) कु हासे, ऑंिी र्ा तूफाय रर िुुँि के मद्यसम में जे.ई./एस.ई./एस.एस.ई (रे ल पथ) र्ा रे ल पथ गैंगमेट लानय की
मरममत करते समर् से रर काम ालये के कारण जब गाडी को साविायी से ालाये की आवश्र्कता हो, िोयों
ओर सतका ता संकेतक (ककिय नं िर्के टर) के 270 मीटर पी े (बाहर) पटा े लगाये के िलए स्थार्ी गैंगमय ियर्ु्त
करे गा रर सामान्र् ियर्म 1509 रर संबंिित सहार्क ियर्म के अयुसार काम करया ाािहए
(्र्ू) गहरे कु हासा र्ा िुुँि मद्यसम के िद्यराय स्टेियों पर गािर्र्ों की क्रालिंसग- नकहरी लानय से्ियों में
गहरे कु हासे र्ा िुुँि मद्यसम के िद्यराय जब ियर्म 3.61 एवं स.िय. 3.62 (र्ी) के तहत आती एई गािर्र्ों के लोको
पार्लटों को िसगयलों र्ा स्थाय के संबंि मे ियिदेशि िेये के िलए पटा ा (फकग) िसगयलों को लानयपर र या
आवश्र्क हो तो ‘कं ्ोल द्वारा ियर्ंित्रत से्ियों पर’ तथा ‘स्टेिय मास्टर द्वारा गर-ियर्ंित्रत से्ियों पर’ गािर्र्ों
के क्रालिंसग की वर्वस्था के िलए िय यिलि त अितरर्त साविाियर्ां बरतयी ाािहए :-
(1) िोयों ियर्ंित्रत से्ियों पर, र्था - से्िय के स्टेिय जो ियकटवती स्टेियों से ‘के ्ोल’ कार्ाालर् के साथ
टेलीफोय द्वारा जुर्े एए हैं तथा ऐसे से्ियों पर जहॉं कं ्ोल यहं ह, मद्यसम की पररिस्थित ऐसी हो जाती हे,
जहॉं ियर्म 3.61 तथा स.िय.3.61 (जी) के तहत फकग िसगयल मयों की पोलिंस्टग करया आवश्र्क हो जाताह
टेलीफोय पर स्टेिय मास्टरों द्वारा िस्थित की सूाया िे िी जाएगी तथा टेलीफोय के कार्ा य करये पर वककी-
टककी र्ा बीएाएफ सेट र्ा पहााय कोर् के साथ र्ीओटी फोय द्वारा तथा प्रत्र्ेक मामले में ‘प्रानवेट यंबर’ के
साथ प्रत्र्ेक प्राप्तकताा द्वारा प्रेर्षक को समाय सूाया (मसेज) की पावती भेजी जाएगी
उिाहरण - प्रेर्षक (की तरफ से) - एसएम, बीएापी
को-कं ्ोल, साहेबगंज (गर-ियर्ंित्रत से्िय को ोड िें)
प्रितिलिप - एसएमएस, पीएयई एवं बीर्ीएा
य. 7 बीएापी, फकग िसगयलमय आउट - 02/30 पर
द्रियांक - 10 द्रिसंबर, प्रानवेट यं. - 76
(ि हत्तर), पावती

(2) बुक द्रकए एए क्रालिंसगों को ोडकर जसा द्रक वाकिंगकग समर् सारणी में ििाार्ा गर्ा ह, सवारी गािर्र्ों के
बीा ियर्ंित्रत से्ियों में ‘कं ्ोल’ तथा गर ियर्ंित्रत से्ियों में स्टेिय मास्टर स्टेिय पर िो गािर्र्ों के
बीा क्रालिंसग कराये की वर्वस्था यहं करें गे जब तक द्रक क्रालिंसग की जाये वाली िो गािर्र्ों के बीा पएुँाये
के समर् के बीा कम से कम 10 िमयट की स्पषट गुंजानि हो
सामान्र् ाालय समर् (रलिंयग टानम) से 19 िमयट का अििक मािजय होया ाािहए र्ा उस समर् लगाए गए
अस्थार्ी प्रितबंि के ऊपर ियिााररत समर् सिहत ाालय समर् (रलिंयग टानम)

(3) उपर्ुा्त ्लकज - 2 में विणत प्रद्रक्रर्ा क्रलिंसग के िलए िय यिलि त मामलों में लागू होगी :-

(क) जब एक र्ा िोयों सवारी गािर्र्ॉं जो क्रलिंसग करये के िलए बु्र् हैं र्ा द्रकसी को अग्रभािगता
(प्रोलिंसर्ेंस) िी जायी ह र्ा िजसे स्टेिय पर ूपकया ह, िवलंब से ालती हैं तो क्रालिंसग अगले स्टेिय पर
की जाएंगी
59
( ) एक सवारी गाडी र्ा ए्सप्रेस मालगाडी सिहत द्रकसी प्रकार की मालगाडी र्ोिप द्रक बु्र्
(ियिााररत) क्रालिंसग वकिंगकग समर् - सारणी में ििाार्ा गर्ा ह

(ग) एक सवारी गाडी तथा एक ाली नं जय (लानट नं जय)

योट : ‘गाडी’ की पररभार्षा के िलए सामान्र् ियर्म 1.02 (58) में धर्ाय आकिर्षत द्रकर्ा गर्ा ह

(4) सवारी गािर्र्ों को िवलंब से बााये के िलए ्लाज (3)(बी)एस (सी) के तहत क्रालिंसग की वर्वस्था यहं की
जाएगी जब तक द्रक गर-सवारी गाडी र्ा िसफा ाली नं जय पहले पएुँाये वाली य हो

(5) िो गािर्र्ों से अििक यहं िजसमें एक सवारी गाडी हो, तो उसे स्टेिय पर क्रालिंसग की सुिविा िी जाएगी
बितदेश द्रक वहॉं पर सं्र्ा में पृथक ग्रहण (ररसेप्सय) लानयें हों

योट : स्टेियों पर जहॉं िो गािर्र्ों से अििक को क्रालिंसग की अयुमित िी जाती ह, ऐसा होये पर नसे स्टेिय वकिंगकग ूपलस
में िािमल द्रकर्ा जाएगा

3.62 अवरोि होये पर पटा े लगाया :

(1) जब कभी लानय पर द्रकसी अवरोि के कारण द्रकसी रे ल सेवक के िलए आती एई गािर्र्ों को रोकया
आवश्र्क ह, तो वह साफ तद्यर पर अपया रोक (स्टकप) हैंर् िसगयल द्रि ाते एए अवरोि के स्थाय से 400
मीटर आगे जार्ेगा रर वहॉं लानय पर पटा ा र ग े ा नसके बाि वह अवरोि की जगह से 800 मीटर आगे
जार्ेगा रर वहॉं लानय पर लगभग 10-10 मीटर के अंतर से 3 पटा े र ग े ा
परं तु बडी लानय (ब्रकर् गेज) पर पहला पटा ा अवरोि से 600 मीटर की िूरी पर रर तीय पटा े 1200
मीटर की िूरी पर, जो एक िूसरे से लगभग 10 मीटर िूर होंगे, र े जार्ेंगे

(2) र्द्रि अवरोि िूर होये से पहले ही उ्त रे ल सेवक को बुला िलर्ा जाता ह तो वह तीयों पटा ों को ोड
िेगा रर लद्यटते समर् बीा के पटा े को उिा लेगा
3.63 लानय पर पटा ों का पुय: र ा जाया :
लानय पर पटा े र ये वाला हर एक रे ल सेवक नस बात का धर्ाय र ग े ा द्रक पटा ों पर से द्रकसी गाडी के
ियगल जाये के बाि र्द्रि आवश्र्क ह , उयकी जगह पर द्रफर पटा े र द्रिर्े जार्ें

3.64 पटा ों की जायकारी रर उन्हें पास र या :

(1) (क) सभी स्टेिय मास्टर, गार्ा ड्रेंटानवर, गैंगमट, फाटकवाले रर अन्र् सभी रे ल सेवक, िजन्हें रे ल प्रिासय
ये र्ह कार्ा सौंपा ह, अपये पास पटा ों का स्टकक र ग ें े

( ) रे ल प्रिासय ऐसे पटा ों के प्रिाय, यवीकरण, आवििक परीा ा तथा ियरापि अिभरा ा के िलए रर
साथ ही र्ह सुियिचितत करये के िलए भी िज मेिार होगा द्रक नय पटा ों का प्रर्ोग िीक प्रकार से समझ
िलर्ा गर्ा ह
(2) पटा ों के प्रर्ोग से संबिं ित प्रत्र्ेक रेल सेवक को उयके प्रर्ोग का सही ्ाय होया ाािहए रर वह उन्हें
तुरंत प्रर्ोग के िलए तर्ार र ग े ा

(3) प्रत्र्ेक रे ल सेवक र्ह िे गा द्रक उसके प्रभार (ााजा) में काम करये वाले रे ल सेवक, जो पटा ों के प्रर्ोग से
संबिं ित हे, पटा ों का सही प्रर्ोग करया जायते हैं

60
स.िय. 3.64 (क) (i) 10 पटा ों से र्ु्त एक के स ड्यूटी के समर् प्रत्र्ेक गार्ा, फु ट प्लेट पर प्रत्र्ेक ाालक, प्रत्र्ेक
रे लपथ गैंगमेट, प्रत्र्ेक फाटकवाला, प्रत्र्ेक पुल गार्ा, प्रत्र्ेक कंटग गार्ा, प्रत्र्ेक पे्ोल मय रर प्रत्र्ेक पुल
्कली तथा लकरी के उपस्कर में िािमल होगा द्रफर भी प्रत्र्ेक ााभीवाले को ड्यूटी के समर् के वल 08
पटा ों वाले के स को अपये िजयी उपस्कर में र ये की आवश्र्कता ह
(ii) स्टेियों पर पटा ों के स्टकक की सं्र्ा तथा न्र्ूयतम स्टकक की सं्र्ा िजससे कम द्रकसी भी हालत में
य हो मंर्ल रे ल प्रबंिक द्वारा ियिााररत की जार्ेगी
(iii) प्रत्र्ेक जे.ई/एस.ई./एस.एस.ई. (रे ल पथ कार्ाालर्) एवं रलिंयग िेर् में स्टकक में पटा ों की सं्र्ा जो
र यी ह तथा स्टकक में न्र्ूयतम पटा ों की सं्र्ा,िजससे कम द्रकसी भी हालत में य हो, मंर्ल रे ल
प्रबंिक र्ा मंर्ल नं जीियर्र्सा, मंर्ल र्ांित्रक नं जीियर्र, मंर्ल िवोुत नं जीियर्र (टी आर एस) एवं
मंर्ल परराालय प्रबंिक द्वारा ियिााररत द्रकर्ा जार्ेगे

(iv) स्टेिय मास्टर रलिंयग िेर् लोको फोरमैंय एवं अयुभाग अिभर्ंता (रे ल पथ) नस बात के िलए िज मेवार
होंगे द्रक स्टकक में पटा ों की सं्र्ा न्र्ूर्यतम ियिााररत सं्र्ा से कम य होये पाए

( ) पटा ों की आपूित (सप्लाई) -


(i) स्टेिय मास्टर/र्ार्ा मास्टर अपये स्टेिय पर िस्थत गार्ा रर अपये अिीय काम करये वाले गेटमय
को पटा ों की सप्लाई करे गा
(ii) गैंगमेट, ााभीवाले, गेटमय (नं जीियर्ंरग), पुल रा क, कटाव रा क रर पे्ोलमय को एस.ई.
(रे ल पथ) पटा े सप्लाई करे गा
(iii) रलिंयग िेर्/लोको फोरमय/एस.एस.ई, ड्रेंटानवरों को पटा े सप्लाई करें गे
(iv) ्कली, मोपेर् ्कली/ साईद्रकल ्ाली/ मोटर ्कली, लकरी नत्र्ाद्रि को उपर्ोग में लाये वाले
वर्िि पटा ों का प्रबंि सुिविायुसार र्ा तो सीिे मंर्ल रे ल प्रबंिक, हेर््वाटार के स्टेिय मास्टर,
एस.ई.(रे ल पथ) र्ा रलिंयग िेर्/लोको फोरमय से करें गे
(ग) पटा ों का संग्रह स्थाय :
(i) पटा ों का संग्रह होयी ाािहए ्र्ोंद्रक नसमें लापरवाही से उयके फट जाये की संभावया रहती ह
(ii) पटा ों को िविेर्ष ूपप से सप्लाई द्रकर्े एए रटय/प्लािस्टक के िर्ब्यबों में सू े स्थाय पर र ा
जाएगा रर ईंट की िीवाल, यम लकडी ाूये की ्लोरानर् र्ा अन्र् कीटाणु यािक पिाथों के स्पिा
से बााकर तथा यमी, भांप र्ा अन्र् आद्रि से अलग र ा जार्ेगा
(iii) प्रत्र्ेक िर्ब्यबे के लेबुल पर ियमााण का वर्षा रर महीया द्रि ार्ा जाता ह तथा र्ह पटा ों पर
भी मुिांद्रकत होता ह नयका उपर्ोग उय पर अंद्रकत ियमााण-काल के क्रम में होया ाािहए रर
सबसे पुराये पटा ों का उपर्ोग सबसे पहले हो तत्परता से ियकालये की सुिविा के िलए उन्हें नसी
क्रम में र या ाािहए
(र्) पटा ों का उपर्ोग -
(i) उपर्ोग के िलए पटा ों को लानय के ऊपरी भाग के बीा में उयके लेिबल र्ा ाप को ऊपर
र कर ियकी पिि र्ों मोडकर रे ल के ऊपरी िसरे पर फं सा कर मजबूती के साथ लगार्ा जाएगा
(ii) स्टेिय मास्टर रलिंयग िेर्/लोको फोरमय, एस.ई./रे ल-पथ नस बात की तसलली कर लेये के
िलए िज मेिार होंगे द्रक उयके अिीय कमाााररर्ों को द्रिर्े गर्े पटा ों की जॉंा ियिााररत ियर्मों के
अयुसार की जाती ह रर कमााारी र्ह जायते हैं द्रक उयका उपर्ोग कब रर कसे द्रकर्ा जाया ह
स्टेिय सीमा के अंिर गेटमय के पटा ों की जॉंा के िलए स्टेिय मास्टर र्ा से्िय के र्ातार्ात
ियरीा क उत्तरिार्ी होंगे ियरीा ण अििकारी एवं वररषि कमााारी तीय महीये में एक बार पटा ों
का उपर्ोग करये वाले कमाााररर्ों के पटा े संबंिी ्ाय की जांा करें गे
61
(iii) प्रतर्ेक स्टेिय मास्टर, रलिंयग िेर्/लोको फोरमय रर एस.ई. (रे ल पथ) अपये पास
कमाााररर्ों को द्रिर्े गर्े पटा ों की प्रािि उपर्ोग रर जांा का एक रिजस्टर र ग
ें े
(र्.) पटा ों की जॉंा (टेलिंस्टग) -
(i) गार्ा, ड्रेंटानवर, कु हासा िसगयल मय र्ा अन्र् कमाााररर्ों को िेये के िलए िजय स्टेियों, नं जय िेर्
आद्रि में पटा ों का स्टकक र ा जाता ह वहॉं स्टेिय मास्टर, रलिंयग िेर्/लोको फोरमय एस.ई/रे ल पथ
र्ा ऐसे स्टकक के नं ााजा अन्र् रे ल कमााारी नस बात के िलए िज मेिार होंगे द्रक द्रिए गए प्रत्र्ेक
िर्ब्यबे में से पॉंा वर्षा की समािि पर प्रत्र्ेक बा/लकट से कम से कम िो पटा े की जॉंा कर ली गर्ी
ह रर र्द्रि जांा का पररणाम संतोर्षजयक रहता ह तो उस बा/लकट के पटा ों की अविि रर एक
वर्षा तक ब़ ाई जा सकती ह रर नस तरह उस ास बा / लकट के पटा ों की अविि अििकतम 08
वर्षों तक ब़ ाई जा सकती ह लेद्रकय प्रत्र्ेक वर्षा लकट बा के पटा ों की जांा होती रहे र्द्रि जांा
के िद्यराय पटा ें िीक-ढंग से यहं काम करते हैं तो उस ास बा/लकट को हटा िलर्ा जाएगा एवं
उसकी जगह यर्ा स्टकक र िलर्ा जाएगा
(ii) र्ातार्ात ियरीा क, स्टेिय मास्टर, रलिंयगिेर्/लोको फोरमय रर एस ई/रे लपथ नस बात की
तसलली करये के िलए िज मेिार होंगे द्रक उयके अिीय काम करये वाले कमाााररर्ों के पास रहये
वाले पटा ों की जांा 12 महीये में एक बार की जाती ह
(iii) पटा ों की अविि, सामान्र्त: उसके ियमााण के महीये से पांा वर्षों तक रहती ह नय पटा ों
को रर अििकतम तीय वर्षों की अविि के िलए ब़ ार्ी जा सकती ह,बितें द्रक र्े प्रभावी रहें

योट : पटा ों की ब़ ी एई अविि के िद्यराय नयका उपर्ोग करते समर् मेय लानय एवं ब्रांा लानयों के िलए भेि करये
की आवश्र्कता यहं ह 05 र्ा 07 वर्षों की सामान्र् अविि के िद्यराय (जसी द्रक िस्थित होगी) र्द्रि पटा ें द्रफर
भी प्रभावी रहते ह, नन्हें ब्रांा लानयों में य भेजे जार्ं नसमें नयके ियमााण वर्षा को िे ये की आवश्र्कता यहं
यहं ह नय पटा ों का उपर्ोग उन्हें उपर्ोगकत्तााओं द्वारा जारी रहेगा जबतक द्रक नयकी ब़ ी एई अविि
समाप्त यहं हो जाती ह
(iv) िजय पटा ों पर जंग लग गर्ा हो र्ा उपर्ोग में लार्े जाये पर र्ा जांा करये के समर् जो
पटा े िमाके के साथ यहं फटे र्ा जो द्रकसी प्रकार भी असंतोर्षजयक पार्े जाऍं, उयकों बिलये के
िलए ईिू करये वाले अििकारी के पास भेज िेया ाािहए
(v) टीय ब्से के पटा ों की जांा करते समर् ियमााण ितिथ के अयुसार सबसे पुराये पटा ों का
उपर्ोग करया ाािहए

(vi) पटा ों की जांा 8 से 12 द्रकमी. प्र.र्ं. की गित से ालते एए ाली र्ब्यबे के यीाे होगी ाली
माल र्ब्यबा को लोकोमोरटव के द्वारा ाािलत द्रकर्ा जाएगा र्ातार्ात ियरीा क, एस.ई. (रे ल पथ),
पररवहय (पावर) तथा रलिंयग िेर्/लोको फोरमय से यीाे पि के अििकारी द्वारा जांा यहं की
जाएगी द्रफर भी गार्ा मु्र्ालर् वाले स्टेिय के स्टेिय मास्टर अपये ााजा के पटा ों तथा उयके
द्वारा जारी द्रकए गए पटा ों की जांा करये के िलए अििकृ त ह र्ह सुियिचितत करते एए द्रक जांा
भीड वाले नलाके में र्ा समपार के पास य हो नसे अवश्र् ही धर्ाय में र या ाािहए जहॉं पटा े के
टु कडों से कोई र्ार्ल हो सकता ह

(vii) िजस समर् पटा ों की जांा हो रही हो उस समर् नं जय ाालक िल के अितरर्त द्रकसी भी
अन्र् वर्िि को 45 मीटर की पररिि में यहं रहये द्रिर्ा जार्ेगा िजस समर् नं जय पटा ों से गुजर
रहा हो तो उस समर् नं जय ाालक िल भी कोषि के एकिम अंिर रहेंगे जांा प्रारं भ करये के पहले
जांाकत्ताा नस बात की तसलली कर लेये के िलए िज मेिार होगा द्रक जांा समाप्त होये तक 45
मीटर की पररिि में द्रकसी को य आये िेये के िलए उिात सं्र्ा में वर्िि ियर्ु्त कर द्रिर्े गर्े हैं
(viii) तयात कमााारी उपर्ुा्त उप-ियर्म (vii) में ियिााररत 45 मीटर की संरा ा पररिि के ियर्म
का अयुपालय करते समर् सवर्ं र्थासंभव पटा ों से गुजरये वाले नं जय र्ा गाडी र्ा मालिर्ब्यबों के
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पी े डे रहेंगे ्र्ोंद्रक ियत्र् प्रर्ोग में ऐसा पार्ा गर्ा ह द्रक िबसफोट करये वाले पिहर्ों के पी े की
ओर पटा ों के टु कडे िवरले ही ि टक कर (उड कर) जाते हैं

(ix) जाुँा द्रकर्े गर्े पटा ों की सं्र्ा के साथ-साथ जाुँा के पररणाम का ररककर्ा भी, नस उद्देश्र् से
जाुँा स्थल पर र े गर्े िविेर्ष रिजस्टर में िजा द्रकर्ा जार्ेगा

(x) पटा ों की जाुँा पूरी करये के बाि जाुँा करये वाले अििकारी द्वारा उसके पररणाम की सूाया
पटा ा जारी करये वाले अििकारी को िी जार्ेगी
(xi) पटा े र ये वाले अििकारी को द्रकसी भी प्रकार से पटा ों का िुूपपर्ोग यहं करया ाािहए
(xii) समर् सीमा समाप्त होये वाले पटा ों को िय यिलि त में से द्रकसी एक पिित द्वारा िवयषट
कर द्रिर्ा जार्ेगा :-

1. हलका यीज तेल में नन्हें 48 र्ंटों के िलए र्ु बो कर र ें एवं उसके बाि उन्हें एक-एक करके
िविेर्ष साविायी के साथ आग में फें क िें
2. भट्ठी(नयसीयेरेटर) में उन्हें जला द्रिर्ा जार्
3. िंंटग परराालय के िद्यराय मालिर्ब्यबों के यीाे िबस्फोट कर द्रिर्ा जार्
4. गहरे समुि में उन्हें फें क द्रिर्ा जार्

समर् सीमा समाप्त (ए्सपार्र्ा) पटा ों को िवयषट करये की वर्वस्था ऐसे रे ल सेवक, जो कम से
कम राजपित्रत अििकारी हो अथवा द्रकसी भी हालत में वररषि पर्ावेा क के रैं क से कम य हो, की
उपिस्थित में की जार्ेगी िवयषट करये के िद्यराय उसे हर तरह की साविाियर्ाुँ वरतयी ाािहए
ताद्रक पटा ों के टु कडों से कोई जाय-माल की ा ित य हो

जी) आये वाली गाडी को आगे तरे की ाेतावयी िेये के िलए िसगयल :
3.65 आये ववाली गाडी को अवरोि की ाेतावयी िेये के िलए रात में लाल ामकीला(फ्ललिंिग) हाथ िसगयल बि ी
अथवा द्रिय में लाल झण्र्ी िसगयल का प्रर्ोग द्रकर्ा जाता ह

3.66 साविायी(वार्जयग) िसगयलों का प्रर्ोग :


जब रे लवे कमााारी र्ेटोयेटसा र ये के िलए आगे ब़ रहा हो रर ऐसे में द्रकसी ब्यलकक से्िय में कोई अवरोि
संरिा त करये की आवश्र्कता हो तब साविायी िसगयल का प्रर्ोग ियर्म 3.65 के अंतगात ियिााररत िविेर्ष
अयुिेिायुसार द्रकर्ा जा सकता ह

3.67 साविायी िसगयलों की जायकारी रर उयको पास र या :

(1) (ए) सभी संबिं ित रे ल कमााारी िजन्हें रे ल प्रिासय द्वारा र्ह ड्यूटी सौंपी गई ह, वे ियर्म 3.65 के अंतगात
ियिााररत िविेर्ष अयुिेिायुसार ऐसे िसगयलों का स्टकक अपये पास र ग
ें े

(बी) रे ल प्रिासय ियर्म 3.65 के अंतगात ियिााररत िविेर्ष अयुिेिायुसार ऐसे िसगयलों की आपूित यवीकरण
एवं सुरिा त अिभरा ा हेतु िज मेिार होंगे साथ ही साथ र्ह भी सुियिचितत करें गे द्रक नयका प्रर्ोग
िीक तरह से समझ िलर्ा गर्ा ह

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(सी) रे ल प्रिासय ियर्म 3.65 के अंतगात ियिााररत िविेर्ष अयुिेिायुसार िोहरी र्ा बएलानय,र्ाट,
उपयगरीर् र्ा स्वाािलत ब्यलकक ा ेत्रों पर कार्ा करये वाले प्रत्र्ेक गार्ा, लोको पार्लट, पे्ोलमय रर
गेटमय को ऐसे िसगयल की आपूित करे गा
(2) ियर्म 3.65 के अंतगात ियिााररत िविेर्ष अयुिेिायुसार प्रत्र्ेक संबिं ित रे ल कमााारी को नयके प्रर्ोग का सही
्ाय के साथ-साथ नन्हें तुरंत प्रर्ोग के िलए तर्ार र या होगा

(3) प्रत्र्ेक रे लवे कमााारी र्ह िे ग


े ा द्रक उयके अिीय कार्ारत रे लवे कमााारी ियर्म 3.65 के अंतगात ियिााररत
िविेर्ष अयुिेिायुसार साविायी िसगयल का प्रर्ोग करया िीक तरह से जायते हैं

स.िय.3.67 िवियिदेशिायुसार जब कभी एल ई र्ी आिाररत हैंर् िसगयल लैंप लोको पार्लट, गार्ा, गेटमय एवं पे्ोलमय को
उपलब्यि करार्ा जाता ह तो फ्र्ूज का प्रर्ोग हटा िलर्ा जाता ह

गेटमय/पे्ोलमय, िजन्हें ामकीला (फ्ललिंिग) हण्र् िसगयल लैंप परराािलत सेल के साथ उपलब्यि करार्ा गर्ा ह,
को अितरर्त (स्पेर्र) सेल का एक सेट भी ले जाया ाािहए

एा) राब िस्थर (द्रफ्स्र्) िसगयल रर प्वानं ट :


3.68 िसगयल में राबी होये पर स्टेिय मास्टर के कि ावर् :-
1. जसे ही स्टेिय मास्टर को पता ालता ह द्रक कोई िसगयल राब हो गर्ा ह र्ा िीक से काम यहं कर रहा ह
तो वह िय यिलि त आवश्र्क कारा वाई करे गा :-
(ए) र्द्रि िसगयल पहले से य िस्थित में यहं ह तो वह तत्काल उसे य’ की िस्थित में करये की वर्वस्था
करे गा
(बी) सा म रे ल कमाााररर्ों को अपेिा त हाथ िसगयल रर पटा ों के साथ राब िसगयल के यीाे िसगयल
िेते रहये के िलए तबतक तयात र ग े ा जबतक वह संतुषट यहं हो जाता ह द्रक राब िसगयल पूणा ूपप
से ाालू हालत में हो गए हैं
(सी) राब िसगयलों से होकर गुजरये वाली गािडर्ों के संालय के िलए अपेिा त ियर्म 3.69 रर 3.70 के
अयुसार कारा वाई करे गा तथा
(र्ी) िसगयलों की िे रे के िलए िज मेवार रे ल कमााारी को रर से्िय ियर्ंित्रत ह तो ियर्ंत्रक को भी
नस र्टया की सूाया िेगा
2. र्द्रि द्रकसी स्टेिय मास्टर को लोको पार्लट र्ा गार्ा र्ा द्रकसी अन्र् रे ल कमााारी द्वारा द्रकसी अन्र् स्टेिय के
िसगयल में राब होये की सूाया िमलती ह तो वह नस तर्थर् की सूाया संबिं ित स्टेिय मास्टर को िेगा रर
जहाुँ से्िय ियर्ंित्रत ह वहाुँ ियर्ंत्रक को भी सूिात करे गा

3. र्द्रि के न्िीकृ त र्ातार्ात ियर्ंत्रण ा ेत्रों में िस्थत स्टेियों पर िसगयल राब हो जाता ह तो ऐसी राबी का
पता लगाये पर के न्िीर् र्ातार्ात ियर्ंत्रक परराालक िविेर्ष अयुिेिायुसार कारा वाई करे गा
सा.िय.3.68 (ए) (i) र्द्रि कोई िसगयल ‘ फ’ द्रकर्ा जा ाुका ह तथा नसके लीवर को वापस करते समर् नसे ‘ य’ िस्थित
में यहं लार्ा गर्ा ह तो तार को िवर्ोिजत करके अथवा उपलब्यि द्रकसी अन्र् सािय द्वारा नसे ‘ य’ िस्थित में
वापस द्रकर्ा जार्ेगा, नसी बीा, द्रकसी आयेवाली गाडी के लोको पार्लट को हाथ एवं पटा ा िसगयल द्वारा रोका
जार्ेगा रर र्द्रि रात ह तो िसगयल हरी बि ी बुझा िी जार्ेगी
(ii) उपर्ु्ा त सा.िय. 3.68 के अयुसार िजय वर्िि र्ों को हाथ िसगयल के साथ भेजा गर्ा ह उन्हें
आवश्र्कतायुसार फकमा टी/369 (3बी) भी उपलब्यि करार्ा जार्ेगा िजसे वे लोको पार्लटों को सौंपेंगे
(बी) (i) फकमा टी/369 (1) एवं टी/369 (3बी) िो प्रितर्ों में पता ह रर द्रकताब के ूपप में बंिा रहता ह ताद्रक
काबाय प्रित द्रकर्ा जा सके वस्तुत: स्टेिय मास्टर द्वारा िल ा गर्ा फकमा टी/369 (1) एवं टी/369 (3बी) का
फ्वार्ल (काबाय प्रित यहं) लोको पार्लट को सौंपा जार्ेगा काबाय प्रित पर लोको पार्लट द्वारा हस्ताा र द्रकर्ा
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जार्ेगा तथा स्टेिय ररककर्ा के ूपप में र ा जार्ेगा राब िसगयल रर संबंिित स्टेिय का याम स्पषट ूपप से
पूरा िल या ाािहए फकमा टी/369 (1) एवं टी/369 (3बी) जारी करये वाले स्टेिय का याम हमेिा पूरा िल ा
जार्ेगा
(ii) र्द्रि द्रकसी ब्रके ट पोस्ट पर एक से अििक िसगयल लगा एआ ह तो एवं फकमा टी/369 (3बी)/टी/369 (1) पर राब
िसगयल का िवििर्षट िववरण उस मागा द्वारा द्रकर्ा जार्ेगा िजस मागा द्वारा र्ह ियर्ंित्रत होता ह
(iii) स्टेिय मास्टर द्वारा फकमा टी/369(3बी)/टी/369(1) पर पूणा हस्ताा र द्रकर्ा जार्ेगा आोा र की अयुमित यहं ह
(iv) ऐसे मामलों में जहाुँ लोको पार्लट ये फकमा टी/369(3बी)/टी/369(1) गलत िल े जाये के कारण लेये से नन्कार कर
द्रिर्ा ह वहाुँ गार्ा का र्ह कि ावर् ह द्रक वे स्वर्ं सत्र्ािपत कर लें द्रक फकमा टी/369(3बी)/टी/369(1) िीक तरह से तर्ार
द्रकर्ा गर्ा ह
(सी) र्द्रि द्रकसी गाडी में एक से अििक नं जय जोडा गर्ा हो तो लीलिंर्ग नं जय के लोको पार्लट को फकमा टी/369(1) एवं
टी/369(3बी) सुपि ु ा द्रकए जाये से पूवा अितरर्त नं जय र्ा नं जयों के लोको पार्लट से नय फकमों पर हस्ताा र लेया
ाािहए बैंिंकग नं जय के मामले में, िजस पर बैंिंकग नं जय कार्ा करता हो , उस से्िय र्ा से्ियों पर राब िसगयलों
का उलले करते एए लोको पार्लट का हस्ताा र के वल फकमा पर आवश्र्क होगा
(र्ी) लोको पार्लट फकमा टी/369(1) एवं टी/369(3बी) की सभी प्रितर्ाुँ जो उन्हें जारी द्रकर्े गर्े हैं, अपये संर्ु्त गाडी
ररपोटा में संलग्य करें गे
(ई) (i) अंतपाािित स्टेिय पर र्द्रि र्ह पार्ा जाता ह द्रक फे लिंसग प्वानं टों पर गाडी के संालय को ियर्ंित्रत करये वाला
कोई िसगयल ‘ फ’ यहं द्रकर्ा जा सकता ह तो िसगयलों को ‘ फ’ करये वाला वर्िि सबसे पहले प्वानं टों का ियरीा ण
कर र्ह सुियिचितत कर लेगा द्रक बलेस्ट के कारण राबी एई ह अथवा अन्र् द्रकसी अवरोि के कारण प्वानं टों में गप एआ
ह कारण का पता ाल जाये पर अवरोि हटा द्रिर्ा जार्ेगा रर नसके पररणामस्वूपप र्द्रि िसगयल ‘ फ’ िस्थित में
आता ह तो सामान्र् संाालय जारी र ा जा सकता ह
(ii) र्द्रि कोई अवरोि यहं पार्ा जाता ह र्ा अवरोि को ि्लर्र करये के पश्ाात भी र्द्रि िसगयल ‘ फ’ िस्थित में
आये में िवफल होता ह तो िसगयल को संाालय करये वाला वर्िि प्वानं टों एवं प्लंजर लकक का प्रत्र्ा ियरीा ण कर स्वर्ं
र्ह संतुिि करे गा द्रक फकमा टी/369(1) एवं टी/369(3बी) जारी होये से पहले समुिात लीवरों के परराालय द्वारा प्वानं टों
को सही ूपप से सेट एवं सुरिा त ूपप से लकक कर द्रिर्ा गर्ा ह ियरीा ण के िद्यराय र्द्रि र्ह पार्ा जाता ह द्रक प्वानं टों
एवं लकक लीवरों के सही परराालय के बावजूि भी प्वानं ट सही ूपप से सेट र्ा सुरिा त यहं एए हैं तो प्वानं टों को राब
समझा जार्ेगा रर राव िसगयल के िलए जारी द्रकए गए सहार्क ियर्म 3.77 एवं फकमा टी/369(1) एवं टी/369 (3बी)
के अयुसार कारा वई की जार्ेगी िसगयल को ‘ फ’ करये वाले वर्िि के अलावे जब द्रकसी एजेंसी द्वारा फकमा टी/369(1)
एवं टी/369(3बी) जारी द्रकर्ा जाता ह तो उयके द्वारा फकमा टी/369(1) एवं टी/369(3बी) तब तक जारी यहं द्रकर्ा
जार्ेगा जबतक द्रक िसगयल संाालय करये वाले वर्िि से र्ह आश्वासय प्राप्त य कर कर िलर्ा जार् द्रक प्वानं टों को सही
ूपप से सेट एवं सुरिा त कर द्रिर्ा गर्ा ह रर नस सूाया की पुिि प्रानवेट य बर के आिाय-प्रिाय द्वारा की जार्ेगी
िसगयल ‘ फ’ करये वाले वर्िि से प्वानं टों की सही सेंटग से संबंिित पुिि प्राप्त करये के पश्ाात, वह लानय िजसके
िलए टी/369(3बी) जारी द्रकर्ा जा रहा ह, के सहार्क स्टेिय मास्टर द्वारा लोको पार्लट को टी/369(3बी) सौंपये के
िलए ियर्ु्त पोटार र्ा अन्र् वर्िि को सूाया िी जार्ेगी रर लोको पार्लट को टी/369(3बी) सौंपये से पहले वह स्वर्ं
प्वानं टों का ियरीा ण कर र्ह सुियिचितत करे गा द्रक उ्त लानय िजसके िलए टी/369(3बी) जारी द्रकर्ा गर्ा ह उसे सेट कर
सुरिा त कर द्रिर्ा गर्ा ह नस कार्ा के िलए ियर्ु्त पोटार अथवा अन्र् वर्िि तबतक टी/369(3बी) को यहं सौंपेगा
जबतक द्रक वह र्ह य समझ ले द्रक टी/369(3बी) द्रकस लानय के िलए जारी द्रकर्ा जा रहा ह रर स्वर्ं वर्िि गत
ियरीा ण कर र्ह संतुिि य कर ले द्रक वह लानय िजसके िलए टी/369(3बी) जारी द्रकर्ा गर्ा ह , के प्वानं टों को सेट कर
सुरिा त कर द्रिर्ा गर्ा ह फामा टी/369(3बी) जारी होये से पहले प्वानं टों सही सेंटग रर उसे सुरिा त करये की
प्राथिमक िज मेिारी र्ोिप, िसगयल ‘ फ’ करये वाले वर्िि का अथवा टी/369(3बी) जारी करये वाले वर्िि का होगा
जसा द्रक उपर्ुा्त उप-परा में ियिााररत ह
तथािप, स्टेियों पर जहाुँ र्ा तो स्टेियों के अंितम ोर पर र्ा स्टेियों के मधर् में के वल एक ही के िबय िस्थत हो रर
स्वीामय/के िबयमय को आगे ब़ ये में अवुिविा होती हो, वहाुँ ड्यूरट पर तयात स्टेिय मास्टर द्वारा प्वानं टों का प्रत्र्ा
ियरीा ण द्रकर्ा जाएगा ऐसे स्टेियों के संाालय ियर्मों में नस प्रभाव से संबि अयुिेिों को ियिचितत ूपप से द्रिए जाएं
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(iii) द्रकसी स्टेिय पर आरआरआई, पीआई, एसएसआई अथवा ईआई के साथ उपलब्यि कोई अप्रोा/िर्पााार स्टकप िसिल िवफल
रहये के िद्यराय ियम्निलि त प्रद्रक्रर्ा अपयाई जाएगी :-
र्द्रि पयल के माधर्म से मागा की सेंटग एवं लकिंकग की गई ह रर तब भी उस मागा के िलए िसिल फ यहं होता ह
तब संबंिित बटय को िबाये के पचितात, र्ोिप र्ह ि्लर्र रर बािामुि ह, स्टेिय मास्टर सेट द्रकए गए मागा को ियरस्त कर
िेगा रर मागा पुय: सेट करये की कोििि करे गा र्द्रि िसिल अब भी फ यहं होता ह तब वकिलपक मागा, र्द्रि नसे गाडी
परराालय हेतु उपर्ुि समझा जाता ह, सेट करये का प्रर्ास द्रकर्ा जाएगा र्द्रि नसके बावजूि उस मागा के िलए िसिल फ
यहं होता ह तब कार्ारत स्टेिय मास्टर, अप्रोा स्टकप िसिल होये की िस्थित में, ककलिंलग- य िसिल को फ करके , र्द्रि
उपलब्यि हो, गाडी प्रवेि कराये की कोििि करे गा र्द्रि ककलिंलग- य िसिल उपलब्यि यहं हो अथवा र्ह फ होये में िवफल
रहता ह तब स्टेिय मास्टर ियम्निलि त कारा वाई करे गा :-
ए) स्टेिय, जहां पयल पर प्वानं ट, लकक रर मागा संकेतों की िविेर्ष ूपप से व्यवस्था ह :-
वसे स्टेियों पर, जहां पयल पर प्वानं ट संकेत, लकक संकेत रर मागा संकेतों की िविेर्ष ूपप से व्यवस्था की गई ह, र्द्रि
आरआरआई/एसएसआई/पीआई, अथवा ईआई पर परराालय करये के पचितात स्टेिय मास्टर संबंिित मागा के द्रकसी स्टकप
िसिल ( अप्रोा/िर्पााार) को फ करये में असमथा होता ह तब वह व्यिि गत ूपप से पयल में प्रििित हो रहे संकेतों को
िे कर सुियिचितत कर लेगा द्रक मागा ि्लर्र ह, प्वानं ट सेट हैं रर प्वानं ट संकेत यहं ामक रहे हैं प्वानं ट लकक होये का
संकेत( आनसोलेिय प्वानं ट सिहत), स पूणा मागा के िलए क्रैंक हैंर्ल का ‘नय’ संकेत रर ओवरलप का िहस्सा (र्द्रि कोई ह)
ामक रहा ह रर र्े सभी िस्थर रहते हैं, रर नसके द्वारा िसिल को फ करये की सभी जूपरतें पूरी हो रही हैं तभी संबंिित
मागा के प्वानं टों को ्लैंप तथा पर्लकक द्वारा जकडे िबया त्रुरटपूणा िसिल के आिार पर गािडर्ों के प्रवेि/प्रेर्षण की व्यवस्था की
जा सकती ह लोको पार्लट को सामान्र् एवं सहार्क ियर्म 3.69 रर 3.70 (जो भी मामला हो) के अयुसार फामा
टी/369(3बी) अथवा टी/369(1) जारी द्रकर्ा जाएगा
संबंिित मागा को ियरस्त करये की कोई कार्ावाही तब तक यहं की जायी ह जब तक द्रक गाडी संालय हर तरह
से पूरा यहं हो जाए
स्टेिय मास्टर संबंिित मागा के िसिल तथा प्वानं ट बटयों पर कप/ककलर लगा िेगा रर पयल पर प्रिीि हो रहे
प्वानं ट लकक संकेत को लाल स्र्ाही से गाडी िसिल रिजस्टर (टीएसआर) सिहत एक पृथक रिजस्टर में, जो नसी उद्देश्र् हेतु र ा
जाएगा, यीाे द्रिए गए प्रोफामाा के अयुसार िजा कर लेगा

क्रम सं. तारी समर् गाडी सं. लानय मागा सं. मागा हेतु प्रिीि प्वानं ट लकक संकेत, स्टेिय अभ्र्ुिि
से एवं तक प्वानं ट लकक सं. सिहत मास्टर के
हस्ताा र

बी) स्टेिय, जहां पयल पर प्वानं ट, लकक रर मागा संकेतों की िविेर्ष ूपप से व्यवस्था यहं ह अथवा पयल पर उभरये में
िवफल रहता ह अथवा आरआरआई/एसएसआई/पीई अथवा ईआई िवफल रहता ह :-
वसे स्टेियों पर, जहां पयल पर प्वानं ट संकेत, लकक संकेत रर मागा संकेतों की िविेर्ष ूपप से व्यवस्था यहं की गई ह अथवा
र्ह संकेत पयल पर उभरये में िवफल रहता ह अथवा गाडी परराालय के उद्देश्र् से लगाए गए आरआरआई/एसएसआई/पीई
अथवा ईआई के िवफल रहये पर ड्यूटीरत स्टेिय मास्टर यािमत मागा का ि्लर्र होया, क्रैंक हैंर्ल के परराालय द्वारा सभी
प्वानं टों को सही ढंग से सेट द्रकर्ा जाया सुियिचितत करे गा रर मागा के सभी प्वानं टों को , ााहे वे फे लिंसग हों अथवा ्ेलिंलग,
्लैंप तथा पर्लकक द्वारा जकडये की व्यवस्था करे गा ऐसी पररिस्थित में गािडर्ों का संाालय सामान्र् एवं सहार्क ियर्म
3.38, 3.39, 3.40, 3.42 रर 3.69 अथवा 3.70 (जसा मामला हो ) के अयुसार द्रकर्ा जाएगा
(एफ) िसगयलों को के वल उयके समुिात लीवरों द्वारा ‘ फ’ द्रकर्ा जार्ेगा रर र्द्रि वे अपये संबंिित लीवरों से संाािलत
यहं होते हैं तो उन्हें राब समझा जार्ेगा
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(जी) जब कोई िसगयल कार्ा य करे र्ा िसगयल की बि ी प्रज्विलत य हो तो िसगयल को राब माय िलर्ा जाता ह
रर ऐसी िस्थित में जब कभी संभव हो , ककयिफ्ललिं्टग िसगयल को ‘ फ’ होये से रोकये के िलए सिव िसगयल लीवर
को परराािलत द्रकर्ा जार्ेगा
योट : नस रे ल पर के न्िीकृ त र्ातार्ात ियर्ंत्रण ा ेत्र यहं ह

3.69 एप्रोा स्टकप िसगयल राब होये पर स्टेिय मास्टर की ड्यूटी :


1. उय स्टेियों को ोरकर जहाुँ राब होये वाले िसगयल पर िसगयल पोस्ट टेलीफोय र्ा ककलिंलग य िसगयल
लगे एए हैं, आउटर, होम र्ा ूपंटग िसगयल के राब हो जाये पर स्टेिय मास्टर िप ले स्टेिय तथा िप ले
यामांद्रकत स्टेिय को सूाया िेगा ताद्रक आये वाली गािडर्ों के लोको पार्लटों को राब एए िसगयलों के बारे
ाेतावयी िी जा सके रर राब िसगयल के यीाे आगे ब़ ों हण्र् िसगयल िमलये पर उन्हें उस िसगयल को
पार करये के िलए िलि त प्राििकार द्रिर्ा जा सके
2. राब एए िसगयल की सूाया िमलये पर उप ियर्म (1) में उिललि तायुसार पी े का स्टेिय मास्टर तुरंत
उसकी प्रािि की स्वीकृ ित िेगा रर िजस स्टेिय पर िसगयल राब एआ ह, उसके स्टेिय मास्टर को नसकी
सूाया िेगा रर प्रथम गाडी का य बर बतार्ेगा िजसे राब िसगयल की अििसूाया िी जार्ेगी रर द्रफर
उस िसगयल के िीक हो जाये की सूाया िमलये पर उस गाडी का य बर बतार्ेगा िजसे अंत में अििसूिात
द्रकर्ा गर्ा ह
3. राब एए िसगयल के स्टेिय का स्टेिय मास्टर उस िसगयल से गाडी को पार करये का प्राििकार िेये से पहले
र्ह सुियिचितत करे गा द्रक िसगयल को ‘ फ’ करये की सभी ितें पूरी कर ली गईं हैं उसके बाि वह लोको
पार्लट को िय यिलि त द्रकसी एक तरीके से ‘ य’ िस्थित में राब एए िसगयल को पार करये का
प्राििकार िेगा :-
ए) र्द्रि आये वाली गाडी के लोको पार्लट को िसगयल राब होये की सूाया िप ले स्टेिय पर िे िी गई ह -
आये वाली गाडी को राब िसगयल के यीाे आगे ब़ ो हण्र् िसगयल िेये के िलए ियर्म 3.68 के उपियर्म
(1) का ण्र्(बी) के अिीय एक सा म विीिारी रे ल सेवक को ियर्ु्त करके ऐसी िस्थित में स्टेिय मास्टर
िप ले सटेिय को तबतक लानय ि्लर्र यहं िेगा जबतक द्रक राब एए िसगयल को ‘ फ’ करये की ितें
पूरी यहं हो जातं, अथवा
बी) र्द्रि आये वाली गाडी के लोको पार्लट को िसगयल राब होये की सूाया िप ले स्टेिय पर यहं िी गई हो
- राब िसगयल के यीाे द्रकसी सा म रे ल सेवक के माधर्म से लोको पार्लट को ‘ य’ िस्थित में राब एए
िसगयल को पार करये का एक िलि त प्राििकार सुपि ु ा करके , अथवा
सी) जहाुँ ककलिंलग य िसगयल लगा एआ ह वहाुँ उसे ‘ फ’ करके र्ा
र्ी) जहाुँ िसगयल पोस्ट टेलीफोय उपलब्यि ह वहाुँ लोको पार्लट को िविेर्ष अयुिि
े ायुसार राब िसगयल को
‘ य’ िस्थित में पार करये के िलए प्राििकृ त करके

4. र्द्रि होम िसगयल राब हो जाता ह तो आउटर िसगयल को भी राब माया जार्ेगा रर उप ियर्म(1), (2)
रर (3) में ियिााररत कार्ािविि का अयुिरण द्रकर्ा जार्ेगा
स.िय.3.69 (ए) (i) स्टेिय जहाुँ आउटर , होम रर ूपंटग िसगयल/िसगयलें राब ह/हैं, वह स्टेिय संबंिित मेल, ए्सप्रेस
रर सवारी गािडर्ों के िलए पी े के स्टेिय एवं अंितम िहराव स्टेिय को भी सूाया िेगा, उस मामले को ोरकर
जहाुँ राब िसगयल पर िसगयल पोस्ट टेलीफोय र्ा ककलिंलग य िसगयल उपलब्यि ह, ताद्रक सभी आये वाली
गािडर्ों के लोको पार्लटों को फकमा टी/369(1) जारी द्रकर्ा जा सके संिेि प्राप्त करये के पश्ाात स्टेिय मास्टर,
वह स्टेिय जहाुँ िसगयल/िसगयलें राब ह/हैं , के स्टेिय मास्टर के साथ प्रानवेट य बर का आिाय-प्रिाय कर उसकी
पावती िेगा रर पहली गाडी , िजसके िलए टी/369(1) जारी द्रकर्ा जा रहा ह, की सं्र्ा सूिात करे गा
योट : ब्यलकक हॅट पर िस्थत होम िसगयलों के िलए भी र्ह अच ा होगा

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(ii) र्द्रि आगे के स्टेिय, जहाुँ िसगयल राब हो गर्ा ह ,वह ब्यलकक हॅट पर िस्थत हो तो अप र्ा र्ाउय जसा अपेिा त हो,
पर ब्यलकक हॅट के पी े िस्थत ियकटतम स्टेिय के स्टेिय मास्टर द्वारा सूाया िी जार्ेगी
योट : ‘‘ियकटतम स्टेिय’’ ब्यलकक हॅट के िसवार् ियकटतम ब्यलकक स्टेिय को संकेत करता ह
(iii) मालगाडी (गुड्स ्ेय) के मामले में, िजस स्टेिय पर िसगयल राब हो गर्ा हो, उसके आगे के स्टेिय को फकमा
टी/369(1) सौंपा जार्ेगा रर नस उद्देश्र् के िलए मालगाडी को िबया िहराव के ही डा कर द्रिर्ा जार्ेगा
(बी) राब िसगयल से गािडर्ों को पार करये के िलए स्टेिय मास्टर द्वारा ियर्ु्त हण्र् िसगयल िेये वाले वर्िि को
िय य ूपप से कार्ा करये के िलए अयुिेि द्रिर्ा जार्ेगा :-
र्द्रि आउटर िसगयल राब हो तो वहाुँ तयात वर्िि होम िसगयल के अयुूपप हैंर् िसगयल द्रि ाएगा अथाात र्द्रि होम
‘ य’ िस्थित में हो तो वह गाडी को तरे का हैंर् िसगयल द्रि ाएगा एवं र्द्रि होम ‘ फ’ िस्थित में हो तो हरा हैंर्
िसगयल द्रि ाएगा र्द्रि फकमा टी/369(1) िप ले स्टेिय पर यहं जारी द्रकर्ा गर्ा हो परन्तु राब िसगयल पर तयात
नस वर्िि द्वारा लोको पार्लट को र्ह फकमा सौंपा जा रहा हो तो लोको पार्लट को फकमा टी/369(3बी) तबतक यहं
सौंपा जार्ेगा जबतक द्रक होम िसगयल ‘ फ’ िस्थित में य आ जाए र्द्रि होम िसगयल भी राब हो जाता ह तो होम
िसगयल पर तयात अन्र् वर्िि द्वारा द्रि ार्े गर्े हण्र् िसगयल को आउटर पर िस्थत वर्िि द्रफर से उसे द्रि ाएगा, जो
क्रम से स्टेिय मास्टर द्वारा उसे द्रिए गए हैंर् िसगयल को पुय: ििााएगा

(सी) जबतक स्टेिय मास्टर र्ह सूाया य प्राप्त कर ले द्रक िप ले स्टेिय पर गाडी को फकमा टी/369(1) जारी कर द्रिर्ा
गर्ा, राब िसगयल से गाडी को पार करये के िलए हैंर् िसगयल ििााये हेतु ियर्ु्त वर्िि को उपर्ुा्त (बी) में विणत
अयुिेिायुसार लोको पार्लट को सौंपये के िलए अयुिेिों सिहत फकमा टी/369(3बी) भी उपलब्यि कराया होगा उस
िसगयल पर गाडी आकर डी होये के पश्ाात ही आउटर एवं होम िोयों िसगयलों के िलए आउटर िसगयल पर नकहरी
फकमा टी/369(3बी) जारी द्रकर्ा जा सकता ह

(र्ी) राब आउटर , होम र्ा ूपटीय िसगयलों के िलए फकमा टी/369(1) जारी करये के िलए मेल, ए्सप्रेस रर सवारी
गािडर्ों हेतु पी े के स्टेिय र्ा अंितम िहराव स्टेिय में तत्काल सूाया भेजे जाये की िस्थित में, द्रकसी आये वाली गाडी के
िलए तत्काल पी े के स्टेिय को लानय ि्लर्र यहं द्रिर्ा जार्ेगा, जबतक स्टेिय मास्टर स्वर्ं र्ह संतुषट य कर लें द्रक
सभी प्वानं टों का सही सेंटग रर सभी फे लिंसग प्वानं टों का लकिंकग रर र्ह द्रक जो िसगयल राब हो गर्े हैं, उसके
‘ फ’ के िलए अन्र् ितों का पालय कर िलर्ा गर्ा ह

3.70 िर्पााार स्टकप िसगयल के राब होये की िस्थित में स्टेिय मास्टर की ड्यूटी :
1. स्टाटार के राब होये की िस्थित में, स्टेिय मास्टर िलि त प्राििकार द्वारा ऐसे िसगयलों से पार करये के िलए
लोको पार्लट को प्राििकार िे सकता ह, नसे लोको पार्लट को उस स्टेिय पर सौंपा जार्ेगा जहाुँ द्रक राब
िसगयल िस्थत ह, रर नसके अितरर्त वहाुँ, स्टेिय मास्टर के अयुिेिायुसार एक सा म रे ल सेवक प्रस्थाय करये
वाली गाडी को हैंर् िसगयल द्रि ार्ेगा र्ा राब िसगयल पर गाडी के ूपक जाये के पश्ाात, र्द्रि ियर्म 3.13 के
उपियर्म(2) के अिीय ककलिंलग य िसगयल की वर्वस्था ह तो उसे ‘ फ’ करे गा

2. र्द्रि एर्वांस्र् स्टाटार िसगयल राब हो जाता ह तो हैंर् िसगयलों से काम यहं िलर्ा जार्ेगा रर स्टेिय मास्टर
िलि त प्राििकार द्वारा लोको पार्लट को ऐसे िसगयलों को पार करये की अयुमित िे सकता ह र्ह प्राििकार
लोको पार्लट को उस स्टेिय पर द्रिर्ा जार्ेगा जहाुँ राब एआ िसगयल िस्थत ह बितदेश द्रक असािारण
पररिस्थितर्ों में र्द्रि अयुमोद्रित अयुिेिों के अिीय कोई एर्वांस्र् स्टाटार िसगयल द्रकन्हं प्वानं टों का बााव
करता ह तो, हण्र् िसगयल के प्रर्ोग से ु टकारा यहं हो सके गा
3. उप ियर्म (1) रर (2) में उिललि त प्राििकार िेये के िलए गाडी को राब एए िसगयल वाले स्टेिय पर रोका
जाएगा लोको पार्लट को राब एए स्टकप िसगयल से पर करये के िलए िलि त प्राििकार तबतक यहं द्रिर्ा
जाएगा जबतक द्रक उस िसगयल को ‘ फ’ करये की सभी ितें पूरी यहं हो जाती ह

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4. जहाुँ अयुमोद्रित िविेर्ष अयुिेिों के अिीय कोई ककलिंलग य िसगयल द्रकसी ऐसे प्रस्थाय स्टकप िसगयल के यीाे
लगार्ा गर्ा ह जो अंितम स्टकप िसगयल यहं ह तो उस ककलिंलग य िसगयल को तबतक ‘ फ’ यहं द्रकर्ा
जाएगा जबतक द्रक उसके ऊपर के प्रस्थाय स्टकप िसगयल को ‘ फ’ करये की सभी ितें पूरी यहं हो जाती ह
स.िय.3.70 (ए) र्द्रि िोहरी लानय स्टेियों पर अंितम स्टकप िसगयल के मामले में, जहाुँ िसगयल के िबय से ाािलत द्रकए
जाते हैं, राब ह रर अगले स्टेिय से प्रानवेट य बर द्वारा पुिि करके लानय ि्लर्र िमल जाता ह तो के िबय में कार्ारत
स्वीामय/के िबय सहार्क स्टेिय मास्टर, कार्ारत स्टेिय मास्टर को तुरंत सूिात करे गा द्रक लानय ि्लर्र िमल गर्ा ह
रर अंितम स्टकप िसगयल राब ह, साथ-साथ अगले स्टेिय से प्राप्त प्रानवेट य बर को िुहराएगा रर एक अलग प्रानवेट
य बर द्वारा नस सूाया की पुिि करे गा स्वीामय अथवा के िबय सहार्क स्टेिय मास्टर द्वारा स्टेिय मास्टर को द्रिए गए
प्रानवेट य बरों को गाडी िसगयल रिजस्टर में भी ररकार्ा द्रकर्ा जाएगा तथा स्टेिय मास्टर प्राप्त िोयों प्रानवेट य बरों को
अपयी स्टेिय र्ार्री में ररकार्ा कमरे गा तब स्टेिय मास्टर द्वारा टी/369(बी) जारी द्रकर्ा जाएगा िजस पर अगले स्टेिय
से प्राप्त द्रकए गए लानय ि्लर्र के समथाय में प्राप्त प्रानवेट य बर का नं िराज द्रकर्ा जाएगा तथा स्टेिय पर गाडी के
लोको पार्लट को सुपुिा करये की वर्वस्था करे गा
रटप्पणी : िजय स्टेियों पर स्टाटार िसगयल ही अंित स्टकप िसगयल ह वहाुँ सहार्क ियर्म 3.70(ए) में उिललि त प्रद्रक्रर्ा
के अितरर्त सामान्र् ियर्म 3.70 (1) के अयुसार हण्र् िसगयलों के प्रििाय का पालय द्रकर्ा जाएगा
(बी) जहाुँ स्टाटार रर एर्वांस्र् स्टाटार िोयों राब हैं, वहाुँ फामा टी/369(3बी) पर जारी िलि त प्राििकार िोयों राब
िसगयलों के िलए लागू होगा, लेद्रकय उपर्ुा्त उप-परा (ए) रर (बी) में उिललि त प्रद्रक्रर्ा का अयुपालय द्रकर्ा जाएगा
3.71 ‘ फ’ िस्थित में राब एए वायार र्ा िर्स्टैंट िसगयल :

1) (ए) र्द्रि द्रकसी भे (पोस्ट) पर अके ला लगा एआ वायार िसगयल र्ा िर्स्टैंट िसगयल रराब हो जाता ह रर
उसे ‘ य’ िस्थित में यहं र ा जा सकता ह तो िसगयल के यीाे स्टकप हण्र् िसगयल द्रि र्ा जाएगा राित्र के
समर् िसगयल की बतती र्ा बिि र्ाुँ बुझा िी जाएगी/जाएंगी रर गाडी को पहले डा करके िसगयल को पार करये
के िलए हण्र् िसगयल द्रिर्ा जाएगा िसगयल के राब होये की सूाया गािडर्ों को लोको पार्लटों को िप ले
स्टेियों पर उस िसगयल पर ूपकये के िलए ाेतावयी के ूपप में िी जाएगी
(बी) र्द्रि स्टकप िसगयल के यीाे लगा एआ वायार िसगयल राब हो जाता ह रर उसे ‘ य’ िस्थित में यहं र ा
जा सकता ह तो उसके ऊपर के स्टकप िसगयल को भी राब माया जाएगा रर राित्र के समर् वायार िसगयल की
बत्ती बुझा िी जाएगी
2) र्द्रि मधर्वती ब्यलकक पोस्ट का वायार र्ा िर्स्टैंट िसगयल राब हो जाता ह रर उसे ‘आय’ िस्थित में र ा जाएगा
तथा ियर्म 3.75 के अयुसार कारा वाई की जाएगी
सहा.िय.3.71 र्द्रि राब एए वायार को ‘ य’ िस्थित में र ा जा सकता ह तो र्ह अपेिा त यहं ह द्रक टी/369(3बी) जारी
करें र्ा वायार पर हण्र् िसगयलों को द्रि ाएं

3.72 स्टकप िसगयल में राबी हो जाये पर वायार िसगयल का प्रर्ोग य द्रकर्ा जाया : र्द्रि वायार िसगयल लगे एए
स्टेिय पर कभी स्टकप िसगयल राब हो जाता ह र्ा वह िीक तरह से काम यहं करता ह तो राब एए स्टकप
िसगयल से संबिं ित लानय का वायार िसगयल भी तबतक ‘ य’ र ा जाएगा जब तक द्रक राब स्टकप िसगयल
िीक यहं हो जाता

3.73 गेट स्टकप िसगयल को ‘ य’ िस्थित में पार द्रकर्ा जाया :


1) र्द्रि लोको पार्लट िे ता ह द्रक गेट स्टकप िसगयल ‘ य’ िस्थित में हो तो वह ियिााररत कोर् में सीटी िेकर
िसगयल के पहले ही अपयी गाडी रोक लेगा
2) (ए) र्द्रि गेट स्टकप िसगयल पर ‘जी’ माका लगा एआ ह तो लोको पार्लट िसगयल पर द्रिय के समर् एक
िमयट रर राित्र के समर् िो िमयट प्रतीा ा करे गा एवं र्द्रि नस अविि में िसगयल ‘ फ’ यहं होता ह तो
वह अपयी गाडी को सतका तापूवक ा आगे ब़ ाकर समपार से पहले उसे रोक लेगा रर
(बी) र्द्रि गेटमय ह रर वह हण्र् िसगयल द्रि ा रहा ह तो गेट से सतका तापूवक
ा पार करते एए आगे ब़ ेगा
अथवा
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(सी) र्द्रि गेटमय उपलब्यि यहं ह र्ा उपलब्यि ह परन्तु हण्र् िसगयल यहं द्रि ा रहा ह तो वह समपार के
िीक सामये रोके गा जहाुँ गेटमय द्वारा गेट पार करये हेतु वह हैंर् िसगयल द्रि ार्ेगा , र्द्रि कोई ह र्ा गेटमय
की अयुपिस्थित में गाडी के नं जय कमी िल को कोई सिस्र् र्ह ियिचितत कर लेये के पश्ाात द्रक सडक
र्ातार्ात के िलए फाटक बंि हो गर्ा ह, हैंर् िसगयल द्रि ार्ेगा

3) र्द्रि लोको पार्लट िसगयल पर ूपकये के पश्ाात वहाुँ ‘जी’ िानय यहं पाता ह तो वह िविेर्ष अयुिेिों के अिीय
ियिााररत कार्ािविि के अयुसार ही आगे ब़ ेगा

स.िय.3.73 र्द्रि कोई लोको पार्लट गेट स्टकप िसगयल को ‘ य’ िस्थित में पाता ह तो वह िसगयल के पी े अपयी गाडी
को ूपकते एए लाएगा , द्रिय में एक िमयट रर रात में 2 िमयट प्रतीा ा करे गा रर र्द्रि िसगयल ‘ फ’ यहं ह तो
वह अपयी गाडी को सतका तापूवाक आगे ब़ ार्ेगा रर र्द्रि वह अके ला हो रर गेटमय की अयुपिस्थित में गाडी के
सहार्क लोको पार्लट द्वारा र्ा गार्ा द्वारा र्ह पता लगाये के पश्ाात द्रक सडक र्ातार्ात हेतु गेट बंि ह तो
गेटमय द्वारा गेट पार करये का हैंर् िसगयल द्रि ार्ा जार्ेगा

3.74 द्रफ्स्र् िसगयल का अभाव र्ा िबया बि ी का िसगयल :

1) (ए) र्द्रि द्रकसी स्थाय पर, जहाुँ सािारणत: द्रफ्स्र् िसगयल रहता ह , कोई द्रफ्स्र् िसगयल यही ह, र्ा

(बी) र्द्रि द्रकसी िसगयल की बि ी यहं जल रही ह जब उसे जलया ाािहए, र्ा

(सी) र्द्रि रं गीय बि ी की जगह सफे ि बि ी द्रि ाई िेती ह, र्ा

(र्ी) र्द्रि िसगयल का पहलू भ्रामक ह र्ा अपूणा ूपप से द्रि ार्ा गर्ा ह, र्ा
(ई) र्द्रि एक से अििक पहलू द्रि ाई िेते हैं तो लोको पार्लट र्ह मायकर ालेगा द्रक वह िसगयल अपया
सबसे प्रितबंिित पहलू प्रििित कर रहा ह :
बितदेश र्द्रि राित्र के िद्यराय के वल आये वाली गाडी के िलए द्रकसी लोकोक पार्लट को सेमाफोर स्टकप िसगयल के
मामले में िसगयल बि ी बुझी िमलती ह तो वह अपयी गाडी को उस िसगयल पर रोक िेगा र्द्रि उसे ऐसे
िसगयल के पहलू द्रिय में साफ-साफ द्रि ाई िेती ह रर वह संतषु ट हो जाता ह द्रक िसगयल ‘ फ’ िस्थित में ह
तो वह सतका तापूवक ा प्रितबंिित गित से उस िसगयल को पार करे गा रर अपये से संबिं ित सभी मधर्वती स्टकप
िसगयलों का , र्द्रि कोई हो, पालय करता एआ स्टेिय तक पएुँाग े ा रर स्टेिय मास्टर को आवश्र्क कारा वाई हेतु
उसकी ररपोटा करे गा
2) िजय स्टेियों पर ‘पी’ िानय वाले रं गीय बि ी िसगयल लगे हैं वहाुँ र्द्रि िसगयल में कोई प्रकाि यहं द्रि ता
ह र्ा अपूणा पहलू िमलता ह तो लोको पार्लट अपयी गाडी को डी कर िेगा परन्तु र्द्रि वह स्वर्ं संतषु ट
हो जाता ह द्रक िसगयल पर ‘पी’ िानय लगा ह तो लोको पार्लट अपये सटकप िसगयल पर ूपकये के िलए
तर्ार होकर आगे ब़ ेगा रर उस िसगयल के पहलू से मागाििाय प्राप्त करे गा

स.िय.3.74 (ए) जब रात के िद्यराय कोई गाडी सेमाफोर एप्रका स्टकप िसगयल की ओर आ रही हो रर लोको पार्लट र्ह
िे ता ह द्रक िसगयल की बि ी यहं जल रही ह (िसगयल का आमा ‘ फ’ िस्थित में ह) तो वह अपयी गाडी को उस
िसगयल के पास रोक िेगा र्द्रि उस िसगयल के द्रिय का पहलू साफ-साफ द्रि ाई पडता हो रर लोको पार्लट
संतुषट हो द्रक िसगयल - आमा ‘ फ’ िस्थित में ह तो वह एक ल बी रर िो ोटी सीटी (-- 00) बजार्ेगा नस
सीटी को सुयकर गाडी के गार्ा, लोको पार्लट के साथ िसगयल का आिाय-प्रिाय करे गा रर बाि वाला , उससे
संबंिित सभी नं टरिमिर्एट स्टकप िसगयलों, र्द्रि कोई हो, को गित प्रितबंिित ियर्म का पालय करते एए
िसगयलों को सतका तापूवाक पार कर स्टेिय तक पएुँाेगा रर आवश्र्क कारा वाई हेतु स्टेिय मास्टर को ररपोटा
करे गा
70
(बी) लोको पार्लट राब एए िसगयलों र्ा अन्र् द्रकसी प्रकार की िसगयल की राबी िे ये पर ्वानं ट ्ेय ररपोटा
रर नस उद्देश्र् हेतु लोको िेर् में र े गर्े रिजस्टर में नसकी ररपोटा करे गा गाडी को िवल ब द्रकए िबया, र्द्रि उस
स्टेिय, जहाुँ गाडी ूपकी एई ह , मामले की ररपोटा करया सुिविाजयक होता हो तो वह ऐसा कर सकता ह

योट : नय ररपोटों में बि ी की कमी के कारण िसगयलों को सही ूपप से यहं िे पाया र्ा पेड र्ा अन्र् कारणों से आमा का
आंििक ूपप से बािित होया जसी बातें ििमल होंगी *

(सी) ड्रेंटकलिंपग िसगयलें : वे सभी स्टेिय जहाुँ स्लक को िीक करये र्ा तापमाय के बिलाव के माधर्म से संा ेप संकेत
हेतु अयुमित िेये के िलए , सामान्र्त: िसगयलों के परराालय करये वाले स्टेिय के कमाााररर्ों के प्रर्ोग हेतु
एर्जलिंस्टग मेकािय्म उपलब्यि करार्ा गर्ा ह वहाुँ र्द्रि द्रकसी प्रकार का एर्जस्टमेंट द्रकर्ा जार् तो उसे स्टेिय
मास्टर की र्ार्री में योट कर िलर्ा जार्ेगा

3.75 मधर्वती ब्यलकक स्टकप िसगयल को ‘ य’ िस्थित में पार करया :

1) र्द्रि लोको पार्लट को कोई मधर्वती ब्यलकक स्टकप िसगयल ‘ य’ िस्थित में िमलता ह तो वह अपयी गाडी को
िसगयल के पहले रोक िेगा रर र्द्रि िसगयल के पोस्ट पर टेलीफोय लगा एआ ह तो उसके द्वारा िप ले ब्यलकक
स्टेिय के स्टेिय मास्टर के साथ संपका स्थािपत करे गा

2) र्द्रि मधर्वती ब्यलकक स्टकप िसगयल राब ह तो स्टेिय मास्टर िविेर्ष अयुिि
े ों द्वारा ियिााररत ूपप में लोको
पार्लट को उस िसगयल को पार करये के िलए प्राििकृ त करे गा

3) र्द्रि टेलीफोय यहं लगा ह र्ा राब हो तो लोको पार्लट िसगयल पर 5 िमयट प्रतीा ा करये के बाि उसे
‘ य’ िस्थित में पार करे गा तथा र्द्रि सामये की लानय भली प्रकार द्रि ाई पड रही ह तो वह अििक से अििक
15 द्रकमी.प्रित र्ंटे की गित से सतका तापूवाक आगे ब़ ेगा रर द्रकसी अवरोि से पहले ूपकये के िलए तर्ार रहेगा
रर उस राबी की ररपोटा अगले ब्यलकक स्टेिय के स्टेिय मास्टर को करे गा

4) मधर्वती ब्यलकक स्टकप िसगयल का कार्ा संाालय करये वाले ब्यलकक स्टेिय का स्टेिय मास्टर िसगयल राब
होये की सूाया पाये पर गाडी को भेजये से पहले मधर्वती ब्यलकक पोस्ट से अगले ब्यलकक स्टेिय तक के पूरे से्िय
को एक ब्यलकक से्िय मायेगा रर लोको पार्लट को िविेर्ष अयुिेिों द्वारा ियिााररत प्रद्रक्रर्ा के अयुसार राब
एए मधर्वती ब्यलकक स्टकप िसगयल को ‘ य’ िस्थित में, िसगयल पर िबया ूपके पार करये के लए िलि त
प्राििकार िेगा

स.िय.3.75 (ए) द्रकसी मधर्वती ब्यलकक स्टकप िसगयल को ‘ य’ िस्थित में पाये पर लोको पार्लट अपयी गाडी को िसगयल
के पी े डा करके गार्ा को एक ल बी रर लगातार सीटी बजाकर नस संबंि में सूिात करे गा रर िसगयल पोस्ट
पर द्रिए गए टेलीफोय से िप ले ब्यलकक स्टेिय के स्टेिय मास्टर से संपका स्थािपत करे गा

(बी) (i) लोको पार्लट द्वारा टेलीफोय परर संपका स्थािपत करये पर सटेिय मास्टर र्द्रि िसगयल को राब पाता ह,
जसा द्रक ऊपर उिललि त ह तो वह गाडी के िलए अगले स्टे िय से लानय ि्लर्र प्राप्त करके लोको पार्लट को
मधर्वती ब्यलकक स्टकप िसगयल को ‘ य’ िस्थित में पारकर अगले ब्यलकक से्िय में प्रिवषट होये के िलए टेलीफोय
द्वारा प्राििकृ त करे गा वह लोको पार्लट को प्रानवेट य बर भी बताएगा िजसके अिीय उसये अगले स्टेिय से
लानय ि्लर्र िलर्ा ह

(ii) तब लोको पार्लट ‘एक ोटी, एक ल बी रर एक ोटी’ सीटी बजाकर गार्ा से आल रानट िसगयल का
आिाय-प्रिाय करये के पश्ाात अपयी गाडी को ालाएगा अगले स्टेिय मास्टर को वह िप ले स्टेिय के स्टेिय
मास्टर द्वारा द्रिए गए प्रानवेट य बर के साथ एक मेमो सौंपेगा मेमो में उिललि त प्रानवेट य बर को जांाये के
उपरान्त वह मेमो को स्टेिय र्ार्री में ररपोटा करये हेतु िापका िेगा र्द्रि प्रानवेट य बर यहं िमलता ह र्ा
स्टेिय मास्टर द्वारा प्रानवेट य बर यहं द्रिर्ा गर्ा ह तो वह ए्स ए्स आर तार जारी करे गा
71
(सी) (i) र्द्रि मधर्वती ब्यलकक स्टकप िसगयल पोस्ट पर द्रिर्ा गर्ा टेलीफोय राब ह तो लोको पार्लट िवपरीत द्रििा
के िलए मधर्वती ब्यलकक स्टकप िसगयल पोस्ट पर द्रिर्ा गर्ा टेलीफोय पर अगले स्टेिय के स्टेिय मास्टर से संपका
करे गा तथा मधर्वती ब्यलकक स्टकप िसगयल को ‘ य’ िस्थित में पार करते एए ब्यलकक से्िय में प्रवेि हेतु उसकी
अयुमित प्राप्त करे गा िप ले स्टेिय मास्टर से र्ह पुिि हो जाये के पश्ाात,द्रक मधर्वती ब्यलकक स्टकप िसगयल
िवफल हो गर्ा ह, अगले स्टेिय का स्टेिय मास्टर प्रानवेट य बर से समिथत ऐसी अयुमित प्रिाय करे गा

(ii) द्रफर भी, र्द्रि मधर्वती ब्यलकक स्टकप िसगयल पर लगा िोयों टेलीफोय राब ह र्ा िूसरे टेलीफोय के बएत
्र्ािा िूर लगे होये के पररणामस्वूपप लोको पार्लट िप ले स्टेिय मास्टर से संपका करये में असमथा होता ह तो
वह 5 िमयट प्रतीा ा करये के पश्ाात गार्ा को एक ल बी सीटी बजाकर िजसे आवश्र्कतायुसार िोहरार्ा जा
सकता ह तथा उसके साथ ‘‘ ल रानट’’ िसगयल का आिाय-प्रिाय करये के उपरांत मधर्वती ब्यलकक स्टकप
िसगयल को ‘ य’ िस्थित में पार करे गा रर सतका तापूवाक आगे ब़ ेगा तथा द्रकसी भी अवरोि की ििा में ूपकये
के िलए तर्ार रहेगा एवं आगे के लानय की िृश्र्ता अच ी होये की ििा में अििकतम 15 द्रकमी.प्रित र्ंटा अन्र्था
अििकतम 8 द्रकमी. प्रित र्ंटा की गित से ालेगा
(iii) जब लोको पार्लट को आई बी एस ‘ य’ िस्थित में पार करया हो तो सतका ता से आगे ब़ ेगा जसा द्रक
सामान्र् ियर्म 3.75(3) में उिललि त ह रर सतका ता से आगे ब़ ता रहेगा जबतक वह अगले स्टेिय के प्रथम
स्टकप िसगयल तक पएुँा यहं जाता ााहे वह िसगयल र्ा िूसरा मधर्वती िसगयल, र्द्रि कोई हो, ‘ फ’ संकेत
प्रििित करता हो लोको पार्लट आये वाले द्रकसी संभािवत अवरोि के िलए सतत ियगाह र ेगा तथा वह
अगले स्टेिय के पहले स्टकप िसगयल पर पएुँाये के पश्ाात ही उसके ियिदेशि के अयुूपप कारा वाई करे गा

(र्ी) उय से्ियों पर, जहाुँ ढलाय रर अन्र् स्थायीर् पररिस्थितर्ों के कारण लोको पार्लट अपये नं जय को यहं ोर
सकता ह , वहाुँ परा-बी (i) में उिललि त लोको पार्लट के कि ावर्ों को पालय करये की िज मेवारी सहार्क लोको
पार्लट पर होगी
(ई) मधर्वती ब्यलकक स्टकप िसगयल राब माया जाएगा जब -

(i) प्रत्र्ेक ोर के स्टेिय पर द्रिर्ा गर्ा ब्यलकक कउपकरण िवफल हो ाुका हो रर ब्यलकक उपकरण पर लानय
ि्लर्र संकेत यहं प्राप्त द्रकर्ा जा सकता हो

(ii) लानय ि्लर्र संकेत प्राप्त होये के बाि भी िसगयल परराािलत करये पर ‘ फ’ यहं हो रहा हो

(iii) अंितम स्टकप िसगयल रर मधर्वती ब्यलकक स्टकप िसगयल के बीा लगा एआ ्क सर्दकंटग र्ा ए्सल
काउं टर िवफल हो गर्ा हो

(एफ) (i) जब िप ले स्टेिय के अंितम स्टकप िसगयल रर मधर्वती ब्यलकक स्टकप िसगयल के बाि पर्ााप्त िूरी के बीा
लगा एआ ्क सर्दकंटग र्ा ए्सल काउं टर िवफल हो गर्ा हो तो, स्टेिय का अंितम स्टकप िसगयल िवफल माया
जाएगा रर मधर्वती ब्यलकक पोस्ट के िोयों ोर के ब्यलकक स्टेियों के बीा पूणा ब्यलकक पिित के ियर्म 8.01 के
अयुसार लानय ि्लर्र पर गािडर्ों का परराालय द्रकर्ा जाएगा

द्रफर भी, ऐसे मामले में स्टेिय मास्टर एउवांस्र् स्टाटार को ‘ य’ में पार करये हेतु टी/369(3बी) तब तक जारी
यहं करे गा , जबतक वह र्ह सुियिचितत यहं कर लेता द्रक अंितम पूवावती गाडी अगले ब्यलकक स्टेिय पर संपूणा
पएुँा ाुकी ह रर प्रानवेट यंबर का आिाय-प्रिाय कर नसकी पुिि हो गर्ी ह, एर्वांस्र् स्टाटार के िलए जारी
टी/369(3बी) पर अगले स्टेिय से प्राप्त प्रानवेट यंबर िजा द्रकर्ा जाएगा

(ii) द्रफर भी, र्द्रि ्क - सर्दकंटग/ए्सल काउं टर राब यहं एआ ह, लेद्रकय अंितम स्टकप िसगयल परराािलत
करये पर ‘ फ’ िस्थित में यहं आता ह तो, स्टेिय मास्टर अंितम स्टकप िसगयल रर मधर्वती ब्यलकक स्टकप
िसगयल के बीा लानय साफ ह, को ्क सर्दकट संकेत से सुियिचितत करये के बाि ही अंितम स्टकप िसगयल के िलए
टी/369(3बी) जारी करे गा ऐसे मामलों में मधर्वती ब्यलकक िसगयल के कार्ासंाालय को ियलंिबत करये की
आवश्र्कता यहं ह रर वह सामान्र् ूपप से कार्ा करे गा
72
(जी) टावर वगय, रे ल कार, मोटर ्कली नत्र्ाद्रि के मामलों में, उपर्ुा्त परा (बी) (i), (ii), सी (i) रर सी (ii) में द्रिर्े
गर्े प्राविायों को सुियिचितत करये की िज मेवारी प्रभारी रे ल सेवक की होगी िसवार् सीटी बजाये रर गार्ा से
िसगयल आिाय-प्रिाय करये के संबंि में ऊपर के पराग्राफ में उिललि त प्राविायों को ोडकर

(एा) मधर्वती ब्यलकक स्टकप िसगयल को पार करये के पश्ाात लानय के अंि पर गाडी की बिंकग

(i) जब गाडी के लोको पार्लट मधर्वती ब्यलकक स्टकप िसगयल को ि्लर्ंरग करये के पश्ाात र्ह आवश्र्क
समझता हो, अपररहार्ा पररिस्थितर्ों के कारण एकसल काउं टसा/्क सर्दकट सिहत द्रिए गए लानय के अंि
पर ऐसा यहं करे गा िजस पर गार्ा जाुँा करे गा द्रक टेल बोर्ा/टेल ल प सही ूपप से द्रि ाई िेता हो तो , वह
ाार सकटा सीटी बजाते एए गार्ा का धर्ायाकिर्षत द्रकए िबया गाडी को स.िय.6.03 में िवियर्दिषट अयुसार
बााव करते एए आगे ब़ ाएगा
(ii) तब गार्ा गाडी की अविस्थित की जाुँा करे गा रर वह िूरी, िजस पर बिंकग अपेिा त ह, लोको पार्लट से
पू ता करे गा रर सुियिचितत करे गा द्रक िूरी ्क से्िय को अवूपि (फाउल) करये की संभावया यहं ह,
बितदेश स्सल-काउं टर/्क सर्दकट उपलब्यि हो, ्क से्िय को सप्षटत: ियिााररत करये के उद्देश्र् से, ्क
से्िय के बाहर पर्ााप्त िूरी पर लेजय बोर्ा ‘‘बिंकग नस प्वानं ट के बाहर स्वीकृ त यहं ह’’ लगार्ा जाएगा.

(iii) र्द्रि बिंकग ए्सल काउं टर/्क-सर्दकट से्िय को अवुि करया संभव य हो तो वह लगभग िूरी संकेत
करते एए बिंकग हेतु लोको पार्लट को िलि त अयुमित प्रिाय करे गा रर प्वानं ट के संिभा में गाडी का
बााव करये के पश्ाात उस पर गाडी बक द्रकर्ा जार्ेगा

(iv) र्द्रि द्रकसी गाडी, िजसये ए्सल काउं टर/्क सर्दकट द्वारा ियर्ंित्रत लानय के अंि को पार द्रकर्ा हो , को
बक द्रकर्ा जाए रर ऐसा करते समर् उपर्ुि ा लानय के अंि को संभवत: अवूपि द्रकर्ा जाए, गार्ा ऐसी
अयुमित िेये के पूवा मधर्वती ब्यलकक स्टकप िसगयल पोस्ट पर उपलब्यि टेलीफोय तक ले जाएगा एवं िप ले
स्टेिय पर कार्ारत स्टेिय मास्टर से संपका करे गा तथा स्टेिय मास्टर से प्रावेट यंबर द्वारा सुपुिि करे गा द्रक
अपयी गाडी के पी े कोई गाडी की अयुमित यहं िी गई ह र्ा िप ले स्टेिय से अयुमित िी जाएगी जब
तक गार्ा स्टिय मास्टर को सूिात यहं कर िेता द्रक नस गाडी का से्िय ि्लर्र ह
(v) प्रानवेट यंबर प्राप्त करते ही लोको पार्लट को जारी की जाये वाली मेमो पर उसे िजा द्रकर्ा जाएगा
3.76 राबी िूर हो जाये पर अििकाररर्ों को सूिात करया : राब िसगयल िीक होते ही स्टेिय मास्टर नस बात की
सूाया उय अििकाररर्ों को िे ा, िजन्हें नसके राब होये की सूाया िी गई थी

स.िय.3.76 (ए) जब तक द्रक अंितम गाडी , िजसके िलए िप ले स्टेिय से र्ा अंितम स्टकलिंपग स्टेिय से टी/369(1) जारी
द्रकर्ा गर्ा हे , राब िसगयलों के फु ट पर गािडर्ों हेतु ििााए जा रहे हैंर् िसगयल से गुजर य जाए, तबतक हैंर्
िसगयल का प्रििाय जारी रहेगा, ााहे ्र्ों य िसगयल को िीक ही कर द्रिर्ा गर्ा हो

(बी) स्टेिय र्ह सूाया प्राप्त होये पर द्रक िसगयल को िीक कर द्रिर्ा गर्ा ह, उसकी पावती िेगा रर अंितम गाडी
िजसे उयके द्वारा फकमा टी/369(1) जारी द्रकर्ा गर्ा था, का यंबर भी बताएगा
(सी) र्द्रि द्रकसी गाडी के लोको पार्लट के पास फकमा टी/369(1) ह रर िजस िसगयल के राब होये की सूाया िी गई
थी उसे वह ‘ फ’ िस्थित में पाता ह रर उस िसगयल के पास कोई वर्िि तयात यहं ह जो हाथ िहलाकर गाडी
को मुजारे , वह उस िसगयल पर तब तक ूपका रहेगा जबतक द्रक कोई विीिारी वर्िि गाडी गुजरये के िलए हाथ
य िहलाए
3.77 राब र्ा ा ितग्रस्त प्वानं ट्स नत्र्ाद्रि :
1) र्द्रि प्वानं ट्स , क्रकलिंसग र्ा गार्ा रे ल
राब र्ा ा ितग्रस्त हो जाती ह तो, िजस रे ल सेवक के प्रभार(ााजा) में
प्वानं टों का परराालय ह , वह उयको सुरिा त करे गा तथा तत्काल स्टेिय मासटर को (पररिस्थितर्ों की सूाया
िेये की वर्वस्था करे गा
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2) स्टेिय मास्टर ऐसे राब र्ा ा ितग्रस्त प्वानं टों आद्रि की जायकारी िमलते ही िय यिलि त कारा वाई करे गा :-
(ए) नयके अयुरा ण के िलए िज मेिार रे ल सेवक से उसकी राबी िूर करवाये की तुरंत वर्वस्था करे गा

(बी) गािडर्ों के सुरिा त पारगमय को सुसियिचितत करये की वर्वस्था करे गा, रर


(सी) राबी िीक होये तक संबिं ित िसगयल र्ा िसगयलों को ‘ य’ िस्थित में र ग
ें ा

स.िय.3.77 (ए) जब कभी प्वानं टों, क्रकलिंसग र्ा गार्ा रे ल ा ितग्रस्त हों तो, स्टेिय मास्टर अस्थार्ी ूपप से सुरिा त कार्ा
संाालय हेतु आवश्र्क सहार्क िसगयलों की वर्वस्था करे गा तथाक.नं जी./वरर.नं जी./वरर.से.नं जी.(रे लपथ) को सभी
ा ितग्रस्त होये की ररपोटा करे गा रर अंतपाािित प्वानं टों के मामले में क.नं जी/वरर.नं जी/वरर.से.नं जी (िसिल) एवं
मंर्ल रे ल प्रबंिक को भी ररपोटा करे गा तथा अपेिा त मर मत कार्ा पूरा हो जाये पर पुय: उन्हें सूिात द्रकर्ा जाएगा

(बी) र्द्रि अन्तपाािित प्वानं टें


राब हों र्ा द्रकसी प्रकार की कोई त्रुरट आ जाए तो, द्रकसी गाडी र्ा वाहय को उयके ऊपर
से पार यहं होये द्रिर्ा जाएगा, उय पर से होकर पार करये के िलए िसगयल ‘ फ’ िस्थित में यही लार्ा जाएगा
तथा ऐसे पवानं टों के पास संरा ा सुरिा त करये के िलए पर्ााप्त िूरी के अन्िर द्रकसी गाडी को आये की अयुमित तब
तक यहं िी जाएगी जब तक उयका ियरीा ण य कर िलर्ा जाए, रर -

(i) राबी को िीक य कर िलर्ा गर्ा हो, अथवा,

(ii) प्वानं टों को ्ल प अथवा बोलट तथा ककटर एवं पर्लकक करके सुरिा त य कर द्रिर्ा गर्ा हो
मि (ii) के मामले में राब प्वानं टों पर 15 द्रकलोमीटर प्रितर्ंटा की गित से प्रितबंिित द्रकर्ा जाएगा तथा
पररििषट - ‘ए’ के अयुसार सतका ता (ककिय) आिेि जारी द्रकर्ा जाएगा जब तक द्रक अन्तपाािय कमाााररर्ों द्वारा
राबी िीक य कर द्रिर्ा गर्ा हो

(iii) जसे ही मर मत कार्ा पूरा हो जाए, सवा संबंिित को उसके बारे में तार द्वारा सूिात द्रकर्ा जाएगाद्रक मर मत
कार्ा पूरा कर द्रिर्ा गर्ा ह रर स्टेिय, अन्तपाािित स्टेिय के ूपप में पुय: ाािलत द्रकर्ा जा रहा ह तथा लगाए गए
प्रितबंि का पालय भी द्रकर्ा जाया अब आवश्र्क यहं ह
(सी) र्द्रि कोई प्वानं ट फट(बस्टा थ्रू) जाए तो, लोको पार्लट तुरंत अपयी गाडी को
डी कर िेगा रर स्टेिय मास्टर द्वारा
उसे आगे ब़ ये का आिेि य पाये तक वह वहाुँ से आगे यहं ब़ ेगा, र्द्रि आवश्र्क हो तो , स्टेिय मास्टर प्वानं टों को
ि्लर्र करये के उद्देश्र् से गाडी को आगे ालये का आिेि िेगा तथा स मु (फे लिंसग) द्रििा में द्रकसी भी प्रकार के संालय
की अयुमित तब तक यहं िेगा जब तक द्रक प्वानं टों को सही ूपप से सेट करके सुरिा त य कर द्रिर्ा गर्ा हो

3.78 िसगयलों के बारे में नं जय कमीिल का कि ावर् :


1) (ए) लोको पार्लट प्रत्र्ेक िसगयल पर, ााहे उसे िसगयल के द्रि ाए जाये का कारण ्ात ह र्ा यहं, फद्यरय धर्ाय िेगा
रर उयका पालय करे गा

(बी) तथािप, लोको पार्लट िसगयलों पर ही पूरा िवश्वास यहं करे गा बिलक सिा ाद्यकस रर सतका रहेगा

2) (ए) जब लोको पार्लट के अपये नं जय से पटा ा/पटा ें फटता/फटतें ह/हैं तब वह सिवराम सीटी बजाएगा रर हर
संभव सतका रहेगा साथ ही िजतया आवश्र्क हो गित को कम करे गा, ताद्रक गाडी उसके ियर्ंत्रणािीय हो जाए रर लानय
पर द्रकसी अवरोि को िीघ्र रोकये के कािबल हो सके

(बी) जहाुँ उसके नं जय का पटा ा/पटा ें फटता/फटते ह/हैं उस स्थाय से 1.5 द्रकलोमीटर आगे ालये के बाि, र्द्रि रर
कोई पटा ा/पटा ें यहं फटता/फटते ह/हैं तो, वह आगे प्राििकृ त गित से ब़ सकता ह ; रर
(सी) नस र्टया की ररपोटा अगले स्टेिय र्ा के िबय को िेगा
3) र्द्रि कु हासा, आुँिी र्ा अन्र् कोई कारणवि िसगयल द्रि ये में करियाई होती ह तो लोको पार्लट गाडी को पूरी
तरह से ियर्ंित्रत र ये के िलए सभी संभव साविायी वरतेगा
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4) जब लोको पार्लट िबस्फोटक/िबस्फोटकों के िसवार् द्रकसी अवरोि के वार्जयग िसगयल की जायकारी िेता ह तो , वह
तत्काल अपयी गाडी को रोक िेगा रर वार्जयग िसगयल को द्रि ाते एए वर्िि की सूाया पर र्ा अपये द्वारा सूिात
अवरोि के आिार पर कार्ा करें गे
5) र्द्रि वार्जयग िसगयल को द्रि ाये की अगली सूाया यहं िी जाती ह तो, वार्जयग की अविस्थित रर/र्ा कारण का पता
लगाये के िलए द्रिय में एक िमयट रर रात में िो िमयट ूपकये के पश्ाात वह सतका ता वरतते एए अगले स्टेिय तक
साविायीपूवक ा आगे ब़ ेगा
6) लोको पार्लट को, रे लवे के िजस से्िय र्ा से्ियों पर काम करया ह वहाुँ की कार्ा : संाालय पिित, िसगयलों की
अविस्थित तथा गािडर्ों के ाालय को प्रभािवत करये वाली अन्र् स्थायीर् पररिस्थितर्ों से अपये आप को पूरी तरह
पररिात र या ाािहए र्द्रि वह रे लवे के द्रकसी भाग से िजस पर उसे काम करया ह एवं रे लवे के ऐसे कोई अंि से
पररिात यहं ह तो वह द्रकसी ऐसे र्ोग्र् रे ल सेवक को सहार्ता के िलए अपये साथ ले लेगा जो ऐसे भाग से पररिात ह

स.िय.3.78 (i) जब िसगयल की िृश्र्ता अवूपि हो तो, लोको पार्लट द्वारा वरती जाये वाली पूवा साविाियर्ाुँ : जब
िुंि, कोहरा अथवा तूफायी मद्यसम में द्रि ाई कम पडता हो र्ा जब िसगयलों की िृश्र्ता अवूपि हो तो , लोको पार्लट
लगातार सीटी (स.िय.4.50 के मि सं.11(ए) के अयुसार) बजाएगा रर र्थासंभव सतका ता िजसमें आवश्र्कतायुसार गित
को कम करया िािमल ह, वरतेगा ताद्रक वह गाडी को भी-भाुँित अपये ियर्ंत्रण में र सके तथा लानय पर द्रकसी
संभािवत अवरोि के पहले ही से उसे रोकये में समथा हो सके

(ii) (ए) प्रत्र्ेक मागा (अप रर र्ाउय) िजय पर लोको पार्लट/मोटरमय, सहार्क लोको पार्लट, र्ीजल सहार्क को
प्रारं िभक तद्यर पर प्रत्र्ेक मागा(अप एवं र्ाउय) की न्र्ूयतम 3 ्ीप्स (द्रिय में एक रर राित्र में िो) रोर्-लर्जयग जायकारी
िजय पर कार्ा करया ह, परराालय हेतु द्रिर्ा जाएगा, ताद्रक वह अपये को स.िय.3.78(4) के अयुसार कार्ा-संाालय
पिित, िसगयलों की अविस्थित तथा अन्र् स्थायीर् पररिस्थितर्ों से पररिात करा सकें नय तीयों (03) ्ीप्स को प्रत्र्ेक
रोर्-लर्जयग के नकहरी लानय अथवा िोहरी लानय से्िय की जायकारी होयी ाािहए

(बी) ऊपर उिललि त कमााारी को से्िय िजसमें उन्हें कार्ा करया ह, से पूणा पररिात यहं माया जाएगा , र्द्रि
उन्होंये िप ले 3 (तीय) माह र्ा उससे अििक से कोई गाडी-कार्ा यहं द्रकर्ा ह ऐसे मामले में उन्हें से्िय की जायकारी
को ताजा करये हेतु अितरर्त ‘‘मागा की जायकारी’’ (रोर् लर्जयग) लेयी होगी नस उद्देश्र् के िलए उन्हें 02 (िो) ्ीप्स
(द्रिय में एक तथा रात में एक) का लर्जयग द्रिर्ा जाया ाािहए

उपर्ुा्त (ए) एवं (बी) प्रत्र्ेक मामले में कम से कम ‘‘रोर् लर्जयग’’ का एक ्ीप्स िविेर्षतर्ा अंितम ्ीप एल आई/एस
एस आई के साथ अवश्र् होगा र्द्रि वह अििकारी, जो एल आई/एस एल आई िजदेश से कम य हो , द्वारा र्ोग्र् पार्ा
जाएगा तो नस संबंि में सा मता प्रमाण-पत्र जारी द्रकर्ा जाएगा ऊपर उिललि त में से कोई कमााारी िजन्हें पर्ााप्त
रोर् लर्जयग यहं ह, जसा द्रक ऊपर िवियर्दिषट ह उन्हें कोई गाडी-कार्ा करये के िलए बुक यहं द्रकर्ा जाएगा द्रफिसर्ल
बुिंकग कमीिल ऐसे द्रकसी अर्ोग्र् कमााारी की बुिंकग के िलए पूणात: िज मेवार होगा एसएसई (लोको)/एसएसई
(लोको िेर्)/एसएसई (््िय) भी र्ह सुियिचितत करें गे द्रक उयके बुिंकग कमीिल के वल र्ोग्र् नं जय कमीिल को कार्ा पर
लगा रहे हैं जो उपर्ुा्त मि(ए) एवं (बी) के अिीय अयुबंिों को पूरा करते हैं

ऐसे संवगों के कमाााररर्ों को जारी सभी सा मता प्रमाण पत्रों का ररककर्ा एसएसई (लोको) र्ा एसएसई (लोको िेर्)
र्ीजल ््िय तथा िबजली ््िय वाले कमाााररर्ों के िलए एस एस ई (््िय) द्वारा र ा जाएगा
तथािप, सानलिंर्ग के संबंि में नं जय क्रू तथा गार्ा के िलए “लर्जयग रोर्” ियम्नायुसार होगा :-

अयुपिस्थित की अविि र्पों की सं्र्ा


06 ( :) माह से 02 (िो) वर्षा 01(एक) र्प
02 (िो) वर्षा से अििक 02 (िो) र्प

ऊपर विणत र्पों की गणया संाालय की सभी पिितर्ों में लागू होगी

75
(iii) अपयी गाडी के पिहए के यीाे िबस्फोटक/िबस्फोटकों के फटये के पश्ाात लोको पार्लट के कि ावर् :
(ए) द्रकसी ब्यलकक से्िय में गाडी ालते समर् र्द्रि लोको पर्लट द्रकसी एक (लिंसगल) िबस्फोटक का िबस्फोट करता ह
तो, वह अपयी गाडी को तुरंत उसी स्थाय पर तत्काल रोक िेगा रर आगे द्रकसी प्रकार का अवरोि ह र्ायहं उसका पता
लगाएगा र्द्रि कु भी द्रि ाई य िे तो आगे द्रकसी अवरोि की संभावया को िे ते एए 1.5 द्रकमी. की िूरी तक पिल
ालये की गित से आगे ब़ ेगा रर द्रकसी अवरोि की िस्थित में उसके पहले ही ूपकये के िलए तर्ार रहेगा
(बी) स्वाािलत िसगयलिंलग ा ेत्र के अितरर्त र्द्रि द्रकसी से्िय में लोको पार्लट लगभग 10 मीटर की िूरी के भीतर 2
(िो) र्ेटोयेटर िबस्फोट करता ह तो वह ियिााररत िसगयल के पहले गाडी की गित को ियर्ंित्रत करे गा तथा वह अंितम
िबस्फोट के 270 मीटर आगे तक उसका पता लगाएगा तत्पश्ाात वह आगे के िसगयल/िसगयलों के पहलू के अयुसार
आगे ब़ ेगा
(सी) द्रकसी से्िय के स्वाािलत िसगयलों द्वारा ियर्ंित्रत होये के मामले में, र्द्रि लोको पार्लट अवरोि स्थल से 180
मीटर पी े िो र्ेटोयेटर का िबस्फोट करता ह रर र्द्रि वह प्रथम िो िबस्फोटों से 90 मीटर की िूरी तर् करये के पश्ाात
िूसरा िबस्फोट करता ह तो वहं पर तत्काल ूपककर अवरोि का पता लगाएगा र्द्रि कु भी द्रि ाई य पडे तो वह
अगले स्वाािलत िसगसयल के यीाे (फू ट) तक उसके पहलू का िवाार द्रकए िबया, पिल ालये की गित से आगे ब़ ेगा
रटप्पणी : कोहरे रर तूफायी मद्यसम में िृश्र्ता पूरी से बािित होये की िस्थित में फस्टा स्टकप िसगयल के 270 मीटर पी े
अथवा द्रकसी स्वाािलत से्िय में अवरोि की िस्थित में अवरोि के 180 मीटर पी े, एक-िूसरे से 10 मीटर की िूरी पर
िो िबस्फोटक र े जार्ेंगे
(र्ी) र्द्रि लोको पार्लट एक-िूसरे से 10 मीटर (लगभग) की िूरी पर र े 3 (तीय) िबस्फोटकों का क्रिमक ूपप से
िबस्फोट करता ह तो , वह समझ लेगा द्रक आगे अवरोि ह रर वह अपयी गाडी की गित को नस प्रकार से ियर्ंित्रत करे गा
िजससे द्रक वह द्रकसी अवरोि के पूवा ूपक सके तत्पश्ाात वह 1.5 द्रकलोमीटर की िूरी तक पिल ालये की गित से आगे
ब़ ेगा रर द्रकसी रे ल कमी द्वारा 1.5 द्रकलोमीटर के भीतर हैंर् िसगयल ििााए जाये पर द्रकसी भी स्थाय पर ूपकये के
िलए तर्ार रहेगा र्द्रि 1.5 द्रकलोमीटर की िूरी तर् करये के पश्ाात कोई असामान्र् िस्थित य पाई जाए तो, वह
से्िय हेतु सांिवििक साविायता के अधर्िीय, सामान्र् बुक की गई गित को पुय: पकड लेगा
(iv) कोहरे र्ु्त मद्यसम में लोको पार्लट, अपय ियणार्(जजमेंट) के अयुसार एब्यसकलर्ूट अथवा द्रकसी भी प्रकार के ब्यलकक
कार्ा प्रणाली में िजस पर वह गाडी को ियर्ंत्रण कर सकता ह, उस गित पर ालाएगा ताद्रक द्रकसी भी अवरोि पर िीघ्र
रोकये को तर्ार हो जाए द्रफर भी, र्ह गित 60 द्रक.मी.प्रित र्ंटा से अििक यहं होयी ाािहए स्वाािलत ब्यलकक ा ेत्र
में गाडी की गित िय यिलि त से अििक यहं होगी बितदेश द्रक लोको पार्लट का ियणार् (जजमेंट) हो :-

(ए) स्वाािलत स्टकप िसगयल ‘हरी’ िस्थित में पार करये के पश्ाात, गित 60 द्रकमी. प्र.र्ं. से अििक यहं होगी
(बी) स्वाािलत स्टकप िसगयल ‘र्बल पीली’ िस्थित में पार करये के पश्ाात, गित 30 द्रकमी. प्र.र्ं. से अििक यहं होगी.
(सी) स्वाािलत स्टकप िसगयल ‘पीली’ िस्थित में पार करये के पश्ाात लोको पार्लट अगले प्रितबंिित गित पर ालेगा
ताद्रक अगले स्टकप िसगयल पर ूपकये के िलए तर्ार हो जाए
3.79 ककलिंलग- य िसगयल के संबि
ं में लोको पार्लट का कि ावर् :
जहाुँ स्टकप िसगयल के यीाे ककलिंलग य िसगयल लगा ह वहाुँ द्रकसी गाडी के लोको पार्लट का मागाििाय सवािा
उस स्टकप िसगयल के संकेत द्वारा ियिदेशिित होगा र्द्रि वह स्टकप िसगयल ‘ य’ िस्थित पर ह तो वह अपयी
गाडी को रोकते एए लार्ेगा र्द्रि वह र्ह िे ता ह द्रक ककलिंलग य िसगयल ‘ फ’ कर द्रिर्ा गर्ा ह तो वह
अपयी गाडी को रोक िेये के बाि सतका तापूवक ा आगे ब़ ार्ेगा रर द्रकसी भी अवरोि के पहले ूपकये के िलए
तर्ार रहेगा
3.80 एप्रोा स्टकप िसगयल ‘ य’ र्ा राब होये पर लोको पार्लट का कि ावर् :
1) गाडी का लोको पार्लट अपये से संबंिित आउटर, होम र्ा ूपंटग िसगयल को ‘ य’ िस्थित में र्ा राब
होये पर तबतक पार यहं करे गा जबतक द्रक ---
(ए) उसये पहले द्रकसी स्टेिय पर िलि त ूपप में िसगयल के राब होये की सूाया प्राप्त यहं कर ली ह रर उसे
ऐसे िसगयल के यीाे द्रकसी विीिारी रे ल सेवक से ‘‘आगे ब़ ो’’ हैंर् िसगयल भी यहं िमल गर्ा हो; अथवा
76
(बी) गाडी रोकये के बाि, उसे र्ा तो स्टेिय मास्टर से ऐसे िसगयल से आगे ब़ ये के िलए िलि त प्राििकार यहं
िमल गर्ा हो र्ा ‘ फ’ िस्थित में ककलिंलग य िसगयल द्वारा प्राििकृ त यहं कर द्रिर्ा गर्ा ह र्ा िविेर्ष अयुिेिों
के अयुसार िसगयल पोस्ट पर लगे टेलीफोय पर स्टेिय मास्टर से प्राििकृ त यहं हो गर्ा हो
2) गाडी का लोको पार्लट आउटर , होम र्ा ूपंटग िसगयल को ‘ य’ अथवा राब होये की िस्थित में पार
करते समर् र्ह सुियिचितत कर लेगा द्रक उसकी गाडी की गित 15 द्रकमी. प्रित र्ंटे से अििक यहं ह
स.िय.3.80 सामान्र्त:, जब लोको पार्लट से संबंिित कोई स्टकप िसगयल उसके द्वारा ‘ य’ िस्थित में पार्ा जाता ह तो
वह एकिम ूपक जार्ेगा रर िय यिलि त पररिस्थितर्ों को ोडकर जबतक िसगयल आमा ‘ फ’ यहं हो जाता
तब तक उसे पार यहं करे गा -
(ए) जब िसगयल राब ह रर ऐसे िसगयल को तरे की हालत में पार करये के िलए िसगयल पोस्ट पर
प्रितियर्ु्त रे ल कमााारी द्वारा फकमा टी/369(3बी) पर प्राििकार उसे िे द्रिर्ा गर्ा ह अथवा आउटर, होम
र्ा ूपंटग िसगयलों के मामले में जब उसे िप ले स्टे िय से फकमा टी/369(1) िे द्रिर्ा गर्ा हो , नस मामले में
उसे िसगयल पोस्ट के यीाे डे विीिारी वर्िि द्वारा हैंर् िसगयल िेकर पार द्रकर्ा जार्ेगा अथवा जब
िसगयल पोस्ट पर टेलीफोय, जहाुँ उपलब्यि ह, से राब िसगयल को ‘ य’ में पार करये हेतु प्राििकृ त
द्रकर्ा जाता ह
(बी) जब कभी द्रकसी लोको पार्लट को फकमा टी/369(1) ( राब िसगयल को पार करये का प्राििकार) द्रिर्ा
जाता ह तो वह फकमा टी/369(1) पर ही पूरी तरह ियभार यहं करे गा जो उसे द्रिर्ा गर्ा ह बिलक वह हमेिा
अितरर्त सतका ता वरतेगा एवं जब कभी राब िसगयल के यीाे से र्ह उसे द्रिर्ा जाता ह तो वह िविेर्ष
ूपप से ियगाह र ेगा द्रक उसकी गाडी के िलए मागा को सही सेट द्रकर्ा गर्ा ह
(सी) जब वह ककलिंलग य िसगयल िजसके यीाे िसगयल का आमा उपलब्यि ह, ‘ य’ िस्थित पर र ा ह, को उस
समर् हटाते एए ककल य करे गा द्रकन्तु कोई लोको पार्लट ककलिंलग य िसगयल को िबया उस िसगयल
के बाहर ूपके पार यहं करे गा, िजसके यीाे ककलिंलग य िसगयल लगा ह, भले ही वह पाता ह द्रक ियर्म
3.45 के अयुसार िसगयल पर गाडी को डा करये के पहले ही ककलिंलग य िसगयल ‘ फ’ द्रकर्ा जा ाुका

(र्ी) जब ब्यलकक लानय पर प्रवेि हेतु साविायी (ककिय) आिेि फामा टी/409 पर र्ा प्वानं टों के पहले िंंटग
करये हेतु र्ा िबया उिात प्रस्थाय प्राििकार के आ रही गाडी के आगमय हेतु िसगयल को तरें के पार करये
की अयुमित िी गई हो तो ऐसे मामलों में, ककिय आर्ार को सुपुिा करये वाला वर्िि गाडी को पार्लट करके
संबंिित िसगयल को पार करार्ेगा
(ई) जब िोहरी लानय से्िय नकहरी लानय कार्ा-प्रणाली के िद्यराय द्रफ्स्र् िसगयल का प्रर्ोग द्रकर्ा जाता
ह-
(i) सही लानय पर ालते समर् जब लोको पार्लट को फकमा टी/369(3बी) पर प्रस्थाय िसगयल को ‘ य’
िस्थित में पार करये के िलए प्राििकृ त द्रकर्ा गर्ा हो
(ii) जब गलत लानय पर ब़ रहा हो तो सही लानय पर जा रही गाडी के िलए आम तद्यर पर लागू होये
वाले ऐसे िसगयलों के यीाे हैंर् िसगयल पर प्रििित द्रकए जाये पर लोको पार्लट को ककिय र्ार
फकमा टी/409 द्रिर्ा गर्ा हो
(एफ) जब संाार के पूणात: अवूपि होये की अविि में उसे फकमा टी/369(3बी) पर यीाे उिललि त िसगयलों को
‘ य’ में पार करये के िलए प्राििकृ त द्रकर्ा गर्ा हो -
(i) िोहरी लानय से्िय पर अंितम स्टकप िसगयल
(ii) नकहरी लानय से्िय पर प्रस्थाय िसगयलें र्द्रि कोई हो
(जी) िंंटग करते समर् जसा द्रक यीाे द्रिर्ा गर्ा ह -
(i) होम र्ा ूपंटग िसगयलों के मामलों में, जब हैंर् िसगयल द्रि ाकर प्राििकृ त द्रकर्ा गर्ा हो
(ii) जब स्टाटार को स्टेियों में द्रकसी अन्र् कारण से ‘ फ’ यहं द्रकर्ा जा सकता हो जहाुँ एर्वांस्र् स्टाटार
द्रिर्ा गर्ा हो –
77
(1) िंट िसगयल को ‘ फ’ करके , र्द्रि उपलब्यि हो
(2) जहाुँ िंट िसगयल यहं ह वहाुँ हैंर् िसगयलें द्रि ाकर

(एा) आउटर र्ा अंितम स्टकप िसगयल के मामले में, िंंटग र्ार फकमा टी/806 के प्राििकार पर
3.81 प्रस्थाय स्टकप िसगयल ‘ य’ र्ा राब होये पर लोको पार्लट के कि ावर् :
1) गाडी का लोको पार्लट अपये से संबिं ित प्रस्थाय स्टकप िसगयल को ‘ य’ र्ा राब होये पर तबतक पार
यहं करे गा जबतक द्रक उसकी गाडी उसे स्टेिय पर, जहाुँ राब िसगयल िस्थत ह ,आकर ूपक यहं जाती रर
उसे पार करये के िलए िय यिलि त ूपप में प्राििकृ त यहं कर द्रिर्ा जाता अथाात -
(ए) स्टेिय मास्टर की िलि त अयुमित द्वारा, नसके अितरर्त, स्टाटार र्ा प्वानं टों का बााव करये वाला
अिग्रम स्टाटार िसगयल ‘ य’ र्ा राब होये पर वह उसे तब तक पार यहं करे गा जबतक द्रक उसे
िसगयल पर तयात द्रकसी र्थािविि प्राििकृ त स्टे िय - कमााारी सिस्र् से ‘आगे ब़ ो’ हैंर् िसगयल यहं
िमल जाता, र्ा
(बी) र्द्रि ियर्म 3.13 के उपियर्म (2) के अयुसार अयुमोद्रित िविेर्ष अयुिि
े ों के अिीय ककलिंलग य िसगयल
की वर्वस्था ह तो उसे ‘ फ’ करके
2) अंितम स्टकप िसगयल ‘ य’ र्ा राब होये पर, वह उसे तबतक पार यहं करे गा जबतक द्रक कार्ा-संाालय
[
पिित के अिीय उसके पास समुिात ‘आगे ब़ ो’ प्राििकार भी हो

3.82 रलिंयग लानय पर प्रवेि करये र्ा उसे पार करये से पहले अयुमित : लोको पार्लट अपये नंजय को द्रकसी रलिंयग
लानय पर र्ा उसके पार तबतक यहं ले जार्ेगा जबतक द्रक उसे स्टेिय मास्टर की अयुमित यहं िमल जाती रर
वह स्वर्ं संतषु ट यहं हो जाता द्रक सभी सही िसगयल द्रि ा द्रिए गए हैं
स.िय.3.82 (ए) स्टेिय मास्टर सभी प्वानं टों को िजस पर होकर लोकोमोरटव र्ार्ा को र्ा से जाते समर् नं जयें गुजरें गी,
सही ढंग से सेट करये के िलए िज मेवार होगा रर स्टेिय कमााारी द्वारा द्रिए गए हैंर् िसगयल द्वारा लोको
पार्लट मागाििाय प्राप्त करे गा बाहर लानय िसगयल का ‘ फ’ होया लोको पार्लट को अपया नं जय
लोकोमोरटव र्ार्ा से र्ातार्ात लानयों पर ले जाये का प्राििकार िेता ह
(बी) र्द्रि एक ही समर् में लोकोमोरटव र्ार्ा में प्रवेि करया हो रर वहां से बाहर जाया हो तो बिहगाामी नं जय
को आये वाले नं जय से अियवार्ा ूपप से प्राथिमकता िी जार्ेगी

(सी) लोकोमोरटव स्टेियों पर कार्ारत स्टेिय मास्टर वररषि से्िय नं जीियर्र (लोको रलिंयग िेर्) को गाडी ू टये
के कम से कम 30 िमयट पहले सूिात करे गा द्रक द्रकसी लानय पर लोको पार्लट गाडी पार्ेगा ररे प्वानं टों को सही
सेट करये के िलए िज मेवार होगा , िजससे होकर लोकोमोरटव िेर् को जाते समर् र्ा वहां से आते समर् नं जय
गुजरे गा िजय से्ियों पर कं ्ोल हो वहां वररषि से.नं जी.(लोको रलिंयग िेर्) को सूिात करये की िज मेवारी
ियर्ंत्रक की होगी
(र्ी) द्रिय र्ा रात के समर् कोई भी नं जय र्ा वाहय एक लानय से िूसरे लानय पर र्ा एक जोडा प्वानं टों पर यहं
ले जार्ा जार्ेगा जबतक द्रक प्वानं ट्स मय र्ा अन्र् प्राििकृ त वर्िि द्वारा िसगयल य द्रिर्ा गर्ा हो कोई स्टेियरी
िसगयल, जसे हरी बि ी द्रि ाये वाला जमीय पर सेट ल प प्वानं टों के जोडे पर से नं जय के संालय का अििकार
िेये के िलए प्रर्ााप्त यहं ह र्ह के वल नस बात का संकेत िेता ह द्रक प्वानं ट अयुिेिों के अयुसार सेट द्रकए गए हैं
3.83 िसगयलों के संबि
ं में नं जय कमीिल की सहार्ता :
1) लोको पार्लट रर प्रथम फार्रमय र्ा सहार्क लोको पार्लट अपयी गाडी के संालय संबि ं ी प्रत्र्ेक िसगयल
के द्रि ाई िेते ही उसे पहाायेंगे वे एक-िूसरे को िसगयल के पहलुओं को बतार्ेंगे
2) सहार्क लोको पार्लट र्ा फार्रमय द्रकसी काम में अन्र्था वर्स्त य होये पर, जसा अपेिा त हो, िसगयल के
आिाय-प्रिाय में लोको पार्लट की सहार्ता करें गे
3) उपियर्म (1) रर (2) के उपबन्िों में उपलब्यि लोको पार्लट को िसगयलों को िे ये रर उयके अयुपालय के
बारे में उयकी िज मेिारी से द्रकसी भी प्रकार से मुकत यहं करें गे
78
स.िय.3.83 स्टेिय आगमय, प्रस्थाय र्ा िबया ूपके (थ्रू) पार करते समर् र्ीजल/िबजली नं जयों के लोको पार्लट गाडी के
िलए आगमय रर प्रस्थाय िसगयल के सही पहलू को िे ये में सहार्ता करे गा रर लोको पार्लट को प्रत्र्ेक
िसगयल का पहलू बोलेगा जो संकेत पहलू की जांा करये के बाि, उसे िोहरार्ेगा ऐसी जगहों पर, जहां िो र्ा
अििक लानयें बाहर ियकलती हो र्ा िमलती हो, र्द्रि मु्र् पथ के अितरर्त कोई भी पथ सूिात करता हो, तो ऐसे
िसगयल का पहलू भी बोलेगा एवं ‘लूप होम’ रर ‘लूप स्टाटार’ आद्रि के ूपप में िोहराएगा
सानंटग बोर्ा से आगमय िसगयल के सही पहलू को िे ये का प्रर्ास द्रकर्ा जार्ेगा रर र्द्रि कोई िसगयल द्रि ाई
यहं िेता हो तो िसगयल द्रि ाई यहं िेये के बारे में बोलेगा तथा लोको पार्लट िसगयल पहलू के द्रि ाई िेये तक अपयी
गाडी को तत्काल ियर्ंित्रत करे गा
नस कार्ा के िलए र्ीजल रर िबजली िोयों नं जयों पर सहार्क लोको पार्लट स्टेिय की तरफ आगमय, प्रस्थाय र्ा
थ्रू पार करते समर् अवश्र् ही नं जय कब में रहेगा रर प्रत्र्ेक िसगयल के पहलू को लोको पार्लट को बोलेगा ऐसा करये
के बाि, सहार्क लोको पार्लट कब को ोड सकता ह रर िविभन्य गेज रीलिंर्ग्स िजा करये के िलए र्ा नं जय िर्ब्यबों के
िविभन्य पाट्सा रर सहार्क उपस्कर की िस्थित तथा ाालय को िे ये के िलए नं जय िर्ब्यबे में प्रवेि करे गा
र्ीजल रर िबजली नं जय के लोको पार्लट र्ह िे ये के िलए िज मेवार होगा द्रक आपात िस्थित रर असािारण
िस्थितर्ों को ोडकर िजसमें सहार्क लोको पार्लट के नं जय िर्ब्यबों में नं जय रर उपस्कर की संरा ा के िहत में प्रवेि
करया आवश्र्क हो जाए द्रक उसका सहार्क उपर्ुा्त अयुिेिों का पालय करता ह

3.84 द्रकसी गाडी में िो र्ा िो से अििक नं जय लगे होये पर िसगयलों के संबि
ं में लोको पार्लटों के कि ावर् :
उय पररिस्थितर्ोंके िसवार्, जहाुँ उसके िवपरीत िविेर्ष अयुििे द्रिए गए हैं, जब द्रकसी गाडीमें िो र्ा िो से अििक नं जय
लगे हैं तो , सबसे आगे वाले नं जय के लोको पार्लट पर िसगयलों को िे ये रर उयके पालय की िज मेिारी होगी रर
िूसरे नं जय र्ा नं जयों के लोको पार्लट र्ा लोको पार्लटें सबसे आगे वाले नं जय के लोको पार्लट की तरफ िे ते रहेंगे
रर उससे िसगयल लेंगे
3.85 िसगयलों में राबी की ररपोटा करया :
1. र्द्रि लोको पार्लट र्ा गार्ा र्ह िे ें द्रक पेड की िा ाओं के कारण र्ा द्रकसी अन्र् कारणवि िसगयल पूरी तरह
द्रि ाई यहं िेता ह र्ा िसगयल की बि ी कु ि ि प गई ह र्ा उसका प्रकाि नतया तेज यहं ह द्रक िसगयल साफ-
साफ द्रि ाई पडे तो वह अगले स्टेिय पर जहाुँ गाडी ूपके नस बात की ररपोटा स्टेिय मास्टर से करे गा
2. लोको पार्लट र्ा गार्ा से ऐसी ररपोटा िमलये पर स्टे िय मास्टर तुरंत नसकी सूाया संबिं ित स्टेिय मास्टर को
िेगा जो उसकी मर मत करवाएगा

79
अधर्ार् – IV

सामान्र्त: गािडर्ों का कार्ा संाालय

ए) गािडर्ों की समर्-पाबंिी तथा उयका ाालय (टानलिंमग एण्र् रलिंयग)

4.01 मायक समर्-स्टेियों के बीा गािडर्ों का कार्ा संाालय भारत सरकार द्वारा ियिााररत मायक समर् के अयुसार द्रकर्ा
जाएगा, िजसमी सूाया ियिााररत रीित से रे ल के सभी प्रमु स्टेियों को प्रितद्रिय 16.00 बजे भेजी जाएगी

स.िय.-4.1 स्टेिय की र्डी में सही मायक समर् के र -र ाव हेतु स्टेिय मास्टर उि रिार्ी होंगे ड्यूरट पर तयात स्टेिय
मास्टर कार्ा पर आये के समर् से्िय कं ्ोलर से समर् की जाुँा करें गे रर समर् के अंतर का ररकार्ा र ग
ें े
से्िय कं ्ोलर प्रितद्रिय 16.00 बजे अपये ियर्ंत्रण के सभी स्टेियों को सामुिहक र्ंटी (ककमय रंग) का प्रर्ोग
कर सही समर् का संप्रेर्षण करें गे ड्यूरट पर तयात स्टेिय मास्टर स्टेिय की र्डी को िीक करें गे रर समर् के
अंतर को टानम वररएिय रिजस्टर में िजा करें गे र्द्रि कार्ाालर् - र्डी सही समर् ििााता ह तो नसे टानम
वररएिय रिजस्टर में िजा कर िलर्ा जाया ाािहए

4.03 र्डी िमलाया (सेंटग वाा) :

गाडी का अंितम (टिमयल) स्टेिय र्ा कमी िल-बिली स्टेिय से प्रारं भ करये से पहले, गार्ा अपयी र्डी को स्टेिय र्डी र्ा
ड्यूरट के िलए ररपोटा करये के िलए प्राििकृ त स्थाय की र्डी से िमलाएगा रर लोको पार्लट को भी उस समर् की सूाया
िेगा िजससे द्रक तियुसार वह भी अपयी र्डी िमला लें

4.04 गाडी कमीिल के िलए उपिस्थित का समर् :

प्रत्र्ेक गार्ा, लोको पार्लट र्ा सहार्क लोको पार्लट र्ा फार्यमय िविेर्ष अयुिि
े ों द्वारा ियिााररत स्थाय रर समर् पर
ड्यूरट के िलए उपिस्थत होगा

4.05 सही प्राालय (रलिंयग) लानय :


लोको पार्लट अपयी गाडी सही प्राालय (रलिंयग) लानय से ही ले जाएगा

4.06 रलिंयग की द्रििा :


(1) जबतक िविेर्ष अयुििे ों द्वारा अन्र्था ियिााररत यहं द्रकर्ा गर्ा ह, िोहरा (र्बल) लानय पर प्रत्र्ेक गाडी अपयी
बांर्ी ओर वाली लानय पर ही ालेगी

(2) र्द्रि िो र्ा िो से अििक समायांतर लानयें हैं तो द्रकस लानय पर द्रकस द्रििा में गािडर्ाुँ ालेंगी, र्ह िविेर्ष अयुिि
े ों
द्वारा अन्र्था ियिााररत द्रकर्ा जाएगा

4.07 कार्ाकारी समर्-सारणी की आपूित एवं मायक आर्ामों (र्ार्मेंिस


ं ) की अयुसा
ू ी:
(1) तत्समर् के िलए कार्ाकारी समर्-सारणी की एक-एक प्रित प्रत्र्ेक स्टेिय, गार्ा, लोको पार्लट, रे ल-पथ र्ा कार्ा
ियरीा क रर ऐसे द्रकसी भी अन्र् रे ल सेवक को िी जाएगी, िजसे अपयी ड्यूरट के िद्यराय कार्ाकारी समर्-सारणी के
प्रर्ोग की आवश्र्कता ह
(2) कार्ाकारी समर्-सारणी प्रकािित हो जाये पर उसकी एक प्रित रे ल संरा ा आर्ु्त को िी जाएगी
(3) तत्समर् हेतु मायक आर्ामों की अयुसा
ू ी की एक प्रित प्रत्र्ेक रे ल-पथ र्ा कार्ा ियरीा क रर गाडी परीा क को िी
जाएगी
80
बी) गािडर्ों की गित
4.08 सामान्र्त: गित की सीमाएं :
1) ए) रे ल के हर से्िय में प्रत्र्ेक गाडी का संाालय गित की उय सीमाओं के भीतर ही होगा जो अयुमोद्रित िविेर्ष
अयुिि े ों द्वारा उस से्िय के िलए मंजूर की गई ह

बी) हर से्िय के िलए मंजूर की गई गित रर स्थार्ी गित प्रितबंि कार्ाकारी समर्-सारणी में द्रि ाए जाएंगे
सी) लोको पार्लट तब के िसवार् जबद्रक द्रकसी िवोुत रे ल नं जय के मामले में कोई एक स्पीर्ोमीटर अथवा अन्र् रे ल
नं जयों के मामले में िो गितमापी मीटर राब हो, से्िय के िलए स्वीकृ त गित का पालय करे गा ऐसे राब
गितमापी मीटरों के मामले में सवारी गािडर्ों की अििकतम अयुमर् े गित रर ियिााररत गित िोयों को अन्र्था
अयुमर्े गित िस प्रितित कम द्रकर्ा जाएगा
2) लोको पार्लट िय यिलि त का पालय करे गा -
ए) गाडी के रलिंयग का िवियर्मय (रे ग्र्ूलटे ) रर ियर्ंत्रण कार्ाकारी समर्-सारणी के अयुसार करे गा िजससे द्रक य तो
उसकी गित तेज हो रर य समर् की ही हायी हो तथा ,
बी) द्रकन्हं िो स्टेियों के बीा उससे अििक समर् की पूित यहं करे गा जो कार्ाकारी समर् सारणी में नसके िलए
अयुमत ह रर सभी गित प्रितबंिों का भी पालय करे गा

3) र्द्रि लोको पार्लटको सूाया िेया आवश्र्क ह द्रक कहाुँ पर गािडर्ाुँ प्रितबंिित गित से ालयी ह अथवा द्रकस स्थाय
पर रे ल लानय की मर मत र्ा द्रकसी अन्र् अवरोि के कारण गािडर्ों को रोकया ह तो ियर्म 15.09 मे िवियर्दिषट
जसी कारा वाई की जाएगी
स.िय.4.08 ए) कोई भी नं जय िेर् से अपूणा र्ा राब स्पीर्ोमीटर के साथ यहं ियकाला जाएगा र्द्रि मागा में
स्पीर्ोमीटर राब हो जाता ह तो लोको पार्लट अपयी र्डी, द्रकलोमीटर पोस्ट रर कार्ाकारी समर् सारणी
में द्रिए गए नं टर-स्टेियों की रलिंयग टानम की सहार्तासे अयुमाय कर अयुमेर् गित से 20% कम गित से गाडी का
कार्ा संाालय करे गा
स.िय.4.08 बी)(i) राजिायी लानय पर के वल एसी-बीजी-ईओजी र्बल र्ेकर गाडी ही ालेगी
(ii) र्द्रि द्रकसी गाडी को रािायी लानयों की अपेा ा अन्र् द्रकसी लानयों पर ालया अपेिा त हो तो द्रकसी
प्लेटफामा लानय से थ्रु पार करते समर् 15 द्रकमी प्रित र्ंटे की गित प्रितबंि लागू होगा तथािप,
अििकतम अयुमेर् गित 110 द्रकमी प्रित र्ंटे,बितदेश द्रक अििकतम अयुमेर् सेकियल गित का अयुपाल,
जो भी कम हो, रहेगी
(iii) गाडी ाालय के िद्यराय, द्रकसी असामान्र् िस्थित में, िविेर्ष ूपप से प्लेटफामा ककलिंपग/अन्र् ियिााररत
संरायाओं सिहत नयद्ररेमगमैंट का पता लगाय तक र्डी को बंि र ा जाया ाािहए
4.09 सतका ता ओिि (ककिय आर्ार) :

1) जब कभी लानय की मर मत हो रही ह र्ा द्रकसी अन्र् कारणवि िविेर्ष पूवा साविायी की आवश्र्कता हो तो लोको
पार्लट को एक सतका ता आिेि द्रिर्ा जाएगा िजसमें नस बात का वणाय होगा द्रक द्रकय द्रकलोमीटर में ऐसी पूवा
साविाियर्ाुँ आवश्र्क हैं, साविायी र ये के ्र्ा कारण ह रर गाडी द्रकस गित से ालाई जाएगी र्ह सतका ता
आिेि उस स्थाय से, जहाुँ पूवा साविायी आवश्र्क ह गाडी के ूपकये के िीक पहले स्टे िय पर, र्ा ऐसे अन्र् स्टेियों
पर रर ऐसे तरीके द्रिर्ा जाएगा जसा िविेर्ष अयुिि
े ों के अिीय ियिााररत द्रकर्ा गर्ा ह

2) उप ियर्म (1) वहाुँ लागू यहं होगा जहाुँ लगातार अििक समर् से मर मत ाल रही ह रर स्थावर (द्रफ्स्र्)
िसगयल ऐसे स्थाय से पर्ााप्त िूरी पर लगा द्रिए गए हैं संबिं ित रलिंयग स्टाफ को नस बारे में अििसूिात कर द्रिर्ा
गर्ा ह

3) उप ियर्म (1) में उिललि त ''सतका ता आिेि'' (ककिय आर्ार) सफे ि कागज पर यीले अथवा काले फकण्ट अथवा
टानप कर अथवा स्पर्षट ूपप से पर्ााप्त फकण्ट सानज के मोटे अा रों में फामा के ऊपर ''सतका ता आिेि'' (ककिय
आर्ार) िब्यि को कं प्र्ूटर पर तर्ार द्रकर्ा जाएगा तथा उस पर पूरे हस्ताा र द्रकए जाएंगे

81
स.िय.4.09 रटप्पणी : ''सतका ता आिेि'' (टी/409) के जारी रर सुपुिा करये संबंिी ियर्म पररििषट 'ए' में उपलब्यि होगा

र्द्रि योरटस स्टेिय से जारी सतका ता आिेि में ऐसी गित प्रितबंि िािमल ह तो उपयगरीर् से्िय पर
उपयगरीर् गाडीको ररमानं र्र सतका ता आिेि जारीद्रकर्ा जाया आवश्र्क यहं ह नसे अित साविायीपूवाक
पालय द्रकर्ा जाया ाािहए रर सभी कार्ारत स्टेिय मास्टर साथ ही रे स्ट िगवसा को योरटस स्टेिय से सतका ता
आिेि जारी करये की प्रद्रक्रर्ा की जायकारी पूणा ूपप से उयके साथ लेयी होगी
मेल/ए्सप्रेस/फास्ट पसेंजर रर मालगािडर्ों के मामले में र्ह ू ट लागू यहं होगी

4.10 फे लिंसग प्वानं टों पर गित-सीमा :


(1) गर-अन्तपाािय (यकय-नं टरलक्र्) फे लिंसग प्वानं टों पर गािडर्ों की गित द्रकसी भी ििा में 15 द्रकलोमीटर प्रित र्ंटे से
अििक यहं होगी, रर टया आउट तथा क्रकस ओवर पर भी गित 15 द्रकलोमीटर प्रित र्ंटेसे अििक यहं होगी, जबतक
द्रक अयुमोद्रित िविेर्ष अयुिि
े ों द्वारा अन्र्था ियिाारण करके नससे अििक गित की अयुमित यहं िी जाती

(2) बितदेश द्रक उप-ियर्म (1) के उपबंिों के अिीय कोई गाडी अन्तपाािित फे लिंसग प्वानं टों पर उतयी ही गित से ालेग,
िजतयी अन्तपाािय-मायक(स्टन्र्र्ा फ नं टरलकिंकग) द्वारा अयुमत ह

स.िय. (i) र्कक प्लेटफामा पर प्रवेि करते समर् गािडर्ों की गित 10 द्रकमी प्रित र्ंटे सीिमत की जाती ह
(ii) र्ेर् एंर् प्लेटफामा पर प्रवेि करते समर् अंितम स्टेियों पर ई.एम.र्ू.गािडर्ों की गित 15 द्रकमी प्रित र्ंटे
प्रितबंिित ह

4.11 स्टेियों पर िबया ूपके जाये वाली (रलिंयग थ्रु) गािडर्ों की गित-सीमा :
1) अन्तपाािित स्टेिय पर कोई भी गाडी 50 द्रकमी प्रित र्ंटे र्ा उससे कम ऐसी कम ऐसी गित से जो अयुमोद्रित िविेर्ष
अयुिि े ों द्वारा ियिााररत की गई ह, अििक तेज यहं ालेगी, जबतक उस लानय को िजस पर से गाडी को पार होया ह,
प्वानं टों द्वारा र्ा अन्र् अयुमोद्रित साियों द्वारा िूसरी सभी लानयों से पृथक यहं कर द्रिर्ा जाता रर नं टरलक्र् द्वारा
र्ह सुियिचितत यहं कर द्रिर्ा जाता ह द्रक र्ह िस्थित गाडी के पार हो जाये तक बयी रहेगी

2) र्द्रि गािडर्ों को िबया ूपके ऐसी लानय पर से जाये की अयुमित िी जाती ह िजसका िूसरी लानयों से पृथककरण यहं
द्रकर्ा गर्ा ह तो हर ऐसी पररिस्थित में िंंटग पूरी तरह रोक िी जाएगी रर नं जय से अलग द्रकसी वाहय को र्ा ऐसे
वाहय को ियर्म 5.23 के अयुसार िीक तरह सुरिा त यहं कर द्रिर्ा गर्ा ह, ऐसी संबि लानय पर यहं र ा जाएगा
जो थ्रु लानय से पृथक यहं की गई ह
स.िय.4.11 रटप्पणी : नं टरलक्र् स्टेियों में फे लिंसग प्वानं टों पर ियिााररत गित-सीमा प्रत्र्ेक मंर्ल हेतु कार्ाकारी समर्-
सारणी के रलिंयग योट्स में िवियर्दिषट द्रकए गए हैं
4.12 नं जय ढके लया (पुलिंिग) :
1) िविेर्ष अयुिि
े ों के अयुसार कोई नं जय र्ा सेलफ -प्रोपेलर् वाहय द्रकसी गाडी को स्टे िय-सीमा से बाहर यहं ढके लेगा
रर ऐसा करते समर् उसकी गित 25 द्रकलोमीटर प्रित र्ंटे से अििक यहं होगी

बितदेश द्रक उप-ियर्म ऐसी गाडीके िलए लागू यहं होगा िजसका सबसे आगे वाला वाहयाालय उपकरणों से सुसिजितत
ह रर िजसे अयुमोद्रित िविेर्ष अयुिि
े ों के अिीय परराािलत द्रकर्ा जा सकता ह

बितदेश द्रकसी गाडी के पी े सहार्क नं जय को गाडी के साथ जोडे बगर, अयुमोद्रित िविेर्ष अयुिि
े ों के अिीय ालाये की
अयुमित िी गई ह तो उस पर र्ह उप-ियर्म लागू यहं होगा

बितदेश द्रक रर भी द्रक आपातकालीय िस्थित को ोडकर कोई भी गाडी िजसमें ियरं तर व्र्ूम / एर्र ब्रेक यहं लगे हैं,
स्टेिय-सीमा से बाहर यहं ढके ली जाएगी

बितदेश द्रक 'प्ोल' र्ा 'साालानट' स्पेिल को, िजसमें एक र्ा अििक वाहय नं जय के आगे लगे हैं, अििक से अििक 40
द्रकलोमीटर प्रित र्ंटे की गित से ालये की अयुमित िी जा सकती ह

82
2) र्द्रि राित्र में र्ा िुि
ं , कोहरे र्ा तूफायी मद्यसममें, जब स्पषट द्रि ाई यहं िेता ह र्ा जहाुँ िविेर्ष अयुिि
े ों द्वारा अन्र्था
ियिााररत द्रकर्ा गर्ा ह, कोई गाडी स्टेिय-सीमा से बाहर द्रकसी नं जय द्वारा ढके ली जाती ह तो ऐसी गाडी के
आपातकालीय िस्थित को ोडकर सबसे आगे वाले वाहय में ियिााररत हेर् लानट रर माका र लानट लगाई जाएंगी
3) जब गािडर्ाुँ उप-ियर्म (1) रर (2) में विणत ूपम में ालाई जाती ह तो, र्द्रि ढके लये वाला नं जय से पी े ह तो
उसमे, र्ा सबसे पी े के वाहय में र्द्रि कोई ह, िप ला टे ल बोर्ा र्ा टे ल ल प लगेगी

4.13 टेंर्र आगे होये पर नं जय की गित-सीमा :


1) ए) कोई सवारी गाडी र्ा िमली-जूली (िम्स्र्) गाडी स्टीम नं जय द्वारा टेंर्र आगे होये पर, स्टेिय सीमा के
बाहर िय यिलि त ििाओं में यहं ंाी जाएगी, िसवाए --
(i) जब प्राििकृ त अििकारी द्वारा िलि त आिेि द्रिर्ा गर्ा ह; र्ा
(ii) ऐसी अपररहार्ा आवश्र्क िस्थित, िजसमें लोको पार्लट द्वारा ऐसा करया अियवार्ा ूपप से आवश्र्क समझा
गर्ा ह
बी) जब कोई ऐसी गाडी ले जाई जाती ह तो, उसकी गित 25 द्रकलोमीटर प्रित र्ंटे से अििक यहं होगी र्ा 40
द्रकलोमीटर प्रित र्ंटे तक की ऐसी कोई उचातम गित होगी, जो अयुमोद्रित िविेर्ष अयुिि
े ों के अिीय प्राििकृ त की
जाती ह

2) अपररहार्ा आवश्र्क िस्थित में स्टीम नं जय से लगी मालगािडर्ाुँ टेंर्र आगे होये पर 25 द्रकलोमीटर प्रित र्ंटे से अििक
यहं ाल सकें गी र्ा ऐसी द्रकसी उचातर गित से ाल सकें गी, जो िविेर्ष अयुिि े ों द्वारा ियिााररत की जाए, परन्तु ऐसी
गित द्रकसी भी िस्थित में 40 द्रकलोमीटर प्रित र्ंटे से अििक यहं होगी

3) र्द्रि उपियर्म (1) के ण्र् के उप ण्र् (1) रर उपियर्म (2) के अिीय स्टीम नं जय वाली गािडर्ों का टेंर्र आगे
करके ियर्िमत ूपप से ालाया ह तो, ियर्म 4.14 में ियिााररत हेर् लानट एवं माका र लानट टें र्र पर उपलब्यि कराई
जाएगी

सी) गाडी एवं गाडी कमीिल के उपकरण


4.14 प्रमु बि ी (हेर् लालट) रर िानय (माका र) बिि र्ाुँ तथा गितमापी (स्पीर्ोमीटर) :
1) राित्र के समर् अथवा िुि
ं , कोहरे र्ा तूफायी मद्यसम में जब स्पषट द्रि ाई यहं िेता ह र्ा ल बी सुरंगों में गाडी तबतक
यहं ालाई जाएगी जब तक द्रक नं जय पर अयुमोद्रित िर्जानय की िबजली की प्रमु बि ी (हेर् लालट) रर नसके
अितरर्त तेल र्ा िबजली की िो सफे ि िानय (माका र) बिि र्ाुँ यहं लगी ह

2) स्टेियों रर र्ार्ों में के वल िंंटग कार्ा पर लगके नं जयों में, जब राित्र के समर् अथवा िुंि, कोहरे र्ा तूफायी मद्यसम
में जब स्पषट द्रि ानर यहं िेता ह, रे ल प्रिासय द्वारा ियिााररत की गई ऐसी प्रमु बि ी (हेर् लालट) रर आगे तथा
पी े की िो लाल िानय (माका र) बिि र्ाुँ जलाई जाएंगी

3) नं जय पर लगी िबजली की प्रमु बि ी (हेर् लालट) का प्रकाि िीमा करये के िलए उसमें िस्वा लगा रहेगा ओर र्ह
यीाे िल ी िस्थित में िीमी की जाएगी,

ए) जब गाडी स्टेिय पर डी ह

बी) जब गाडी उसी र्ा िभन्य गेज के िोहरी (र्बल) अथवा बएलानय वाले रे लपथ पर सामये से आती एई द्रकसी
अन्र् गाडी के पास पएुँा रही ह; तथा

सी) िविेर्ष अयुिि


े ों द्वारा ियिााररत द्रकसी अन्र् अवसर पर

4) र्द्रि नं जय की िबजली वाली प्रमु बि ी (हेर् लालट) राब हो जाती ह अथवा नं जय को, टेंर्र आगे करके , आपात
िस्थित में ालाटा आवश्र्क ह, तो उप ियर्म (1) के अयुसार नं जय पर तेल र्ा िबजली की िो सफे ि िानय (माका र)
बिि र्ाुँ जलाई जाएंगी जो संालय की द्रििा की ओर संकेत िेंगी ओर गाडी िविेर्ष अयुिि
े ों के अयुसार, ियिााररत गित
से ालेगी
83
5) र्द्रि द्रकसी से्िय पर ाल रहे नं जय की िबजली वाली प्रमु बि ी (हेर् लालट) राब हो जाती ह रर परावती
ररफ्लेि्टव द्रकस्म के नं जीियर्ंरग द्रफ्स्र् िसगयल की वर्वस्था की जाती हे तो राित्र र्ा र्ये कोहरे वाले मद्यसम के
िद्यराब जब स्पषट द्रि ाई यहं िेतो ह, बडी लानय(ब्रार् गेज) तथा मीटर लानय (मीटर गेज) लोको पार्लट
साविायीपूवाक गाडी ालाएगा तथा गाडी की गित ब्यलकक से्िय पर लगी अस्थार्ी गित सीमा र्ा 40 द्रकमी प्रित
र्ंटा, जो भी कम हो, से अििक यहं र ेगा

6) र्द्रि स्पीर्ोमीटर / ररकाड्सा राब हालत में हो तो कोलिंाग लोको होम िेर् से बाहर यहं ियकाले जाएं र्द्रि ाालय
के िद्यराय गित मापी ररकाड्सा राब हो जाता हे तो गाडी िविेर्ष अयुिि
े ों द्वारा ियिााररत गित पर ालाई जाएगी

स.िय.4.14 (ए) र्द्रि िवोुत हेर्लानट अंिेरा के समर् रर / अथवा िुंि एवं कोहरा के मद्यसम में मागा में
राब हो जाता
ह तो लोको पार्लट / मोटरमय र्ह सुियिचितत करे गा द्रक 2 (िो) बफरबीम माका रलानट /हेर्कोर् लानट जल रहे हैं
रर बडी लानय तथा ोटी लानय पर साविायीपूवाक गाडी ालाएगा िजसकी गित 50 द्रकमी प्रित र्ंटा रर 15
द्रकमी प्रित र्ंटा से अििक यहं होगी रर नं जय की सीटी / ई.एम.र्ू. हूटर लगातार बजाएगा लोको पार्लट /
मोटरमय र्टया को आगेवाले पहले ब्यलकक स्टेिय के स्टेिय मास्टर को भी सूिात करे गा ताद्रक वह हेर्लानट के
आविर्क मर मत के िलए ियर्ंत्रक को, र्द्रि कोई हो, सूिात कर जहाुँ ऐसी मर मत की सुिविा उपलब्यि हो, उस
प्रथम िवन्िु पर वर्वस्था कर सके
(बी) नं जय हेर्लानट रर बफर / माका र लानट जलाये रर बुझाये के िलए ियिााररत समर्, जसा सा.िय. 4.15 में
उिललि त ह, की तरह हैं
4.15 िप ली (टेल) तथा बगल (सानर्) बिि र्ाुँ :
1) राित्र के समर् अथवा िुि
ं , कोहरे र्ा तूफायी मद्यसम में जब स्पर्षट द्रि ाई यहं िेता ह, स्टेिय सीमा के बाहर कोई
गाडी तबतक यहं ालाई जाएगी जबतक उसमें िय यिलि त य हो –
(ए) उस िस्थित में िसवार् िजसमें उपियर्म (2) लागू होता ह, नं जय के साथ जुडे वाहयों में, कम से कम एक लाल िप ली
बि ी (टेल ल प) तथा िो बगल (सानर्) बिि र्ाुँ लगी हैं जो पी े की ओर लाल तथा नं जय की ओर सफे ि द्रि ाई िेती ह :
‘‘बितदेश माल गाडी तथा िबजली बए नकाई गािडर्ों में बगल (सानर्) बिि र्ों को तर्ागा जा सकता ह ’’

(बी) र्द्रि नं जय िबया द्रकसी वाहय के अके ला ह तो उसमें कम से कम एक लाल िप ली (टेल) बि ी ह तथा

(सी) र्द्रि िो र्ा िो से अििक नं जय एक साथ िबया द्रकसी वाहय के जुडे हैं तो कम से कम िप ले नं जय के पी े एक लाल
िप ली (टेल) बि ी लगी ह

2) जब कोई कोर्ला पार्लट, अथाात ऐसी गाडी जो कोर्ला सानलिंर्गा में वाहयों को एकित्रतर्ा िवतररत करये के िलए
प्रर्ोग की जाती ह, जब द्रकसी ब्यलकक से्िय में अथवा ब्यलकक से्िय से ियकलये वाली कार्ला सानलिंर्ग में काम करती
हैं तो उस पर लाल िप ली (टे ल) बि ी की के वल तभी आवश्र्कता होगी जब वह ऐसे ब्यलकक से्िय के द्रकसी भी िसरे
से ब्यलकक से्िय में प्रवेि करती ह र्ा वहाुँ से ियकलती ह

बितदेश नस बात को सुियचितत करये के िलए िविेर्ष अयुिि े िे द्रिए गए हैं द्रक द्रकसी अन्र् गाडी को तबतक ब्यलकक से्िय में
प्रवेि करये की अयुमित यहं िी जाएगी जबतक द्रक कोर्ला पार्लट का गार्ा र्ह प्रमािणत यहं कर िेता द्रक उसये उस ब्यलकक
से्िय में, जहाुँ वह कार्ा कर रहा था, अवरोि र्ालये वाला कोई वाहय यहं ोडा ह

3) जब समायान्तर लानयों पर एक ही द्रििा में गािडर्ाुँ ालती ह तो उपियर्म (1) के ण्र् (ए) में उिललि त सानर् बि ी
का प्रबंि िविेर्ष अयुिि
े ों के अयुसार द्रकर्ा जएगा

4) जब द्रकसी गाडी को अयुगामी गाडी पार करये के िलए िंट द्रकर्ा जाता ह तो उपियर्म (1) के ण्र् (ए) में उिललि त
िप ली (टेल) रर बगल (सानर्) बिि र्ों का प्रर्ोग िविेर्ष अयुिेिों के अयुसार द्रकर्ा जाएगा

5) स्टेिय सीमा के अन्िर अथवा सानलिंर्गों में, िंंटग में कार्ारत नं जय पर िविेर्ष आिेिों के अयुसार िप ली (टेल) बिि र्ाुँ
लगी होंगी
84
स.िय.4.15 (ए) ब्रेक वय सानर् रर टेल ल पों के जलये रर बुझाये के िलए ियिााररत समर् िय य प्रकार हैं :-

जलाये का समर् बुझाये का समर्


फरवरी से मई से अगस्त से यव बर से फरवरी से मई से अगस्त से यव बर से
अप्रल जुलाई अ्टू बर जयवरी अप्रल जुलाई अ्टू बर जयवरी
मंर्ल
िसर्ालिह
हावडा मालिा 17 20 18 00 17 00 16 50 06 20 05 10 05 45 06 20

17 25 18 05 17 05 16 55 06 25 05 15 05 50 06 30
आसयसोल

ए) तथािप, र्द्रि तूफायी, कु हरा नत्र्ाद्रि के कारण मद्यसम साफ यहं हो तो बिि र्ों को जलाया रर बुझाया क्रमि:
पहले र्ा बाि में िवोमाय पररिस्थितर्ों के अयुसार वर्विस्थत द्रकर्ा जाए
बी) र्द्रि द्रकसी से्िय में रे लपथों की सं्र्ा अयुमित िे द्रक सामान्र् कार्ा िस्थितर्ों में एक समर् एक ही द्रििा में
गािडर्ाुँ ाल रही हों तो, िूसरी लानय र्ा लानयों की ओर के ब्रेकवाय का सानर्-ल प आगे तथा पी े की ओर एक
सफे ि बि ी ऐसे से्ियों पर गुजरते समर् प्रििित करे गा
सी) द्रकसीस्टेिय पर जब कोई गाडी उसी द्रििा से आये वाली द्रकसी िूसरीगाडी को प्राथिमकता िेये के िलए िंट की र्ा
रोक ली जाती ह र्ा कोई ब्रांा लानय की गाडी स्टेिय में ब्रांा लानय पर डी हो तो गार्ा ्र्ोंिह गाडी रलिंयग /
मेय लानय साफ करती ह त्र्ोंिह गाडी के िोयों सानर् ल पों (र्ा िस्थर सानर् ल पों की िस्थित में स्लानर्ों) को
उलट िेगा ताद्रक उसके गाडी के नं जय की ओर लाल तथा पी े की ओर सफे ि प्रििित करे रलिंयग/मेय लानय पर
गाडी संालय प्रारं भ करये के पूवा गार्ा पुय: सानर् ल प र्ा स्लानर्, जसी भी िस्थित हो, गाडी के नं जय की ओर
सफे ि रर पी े की ओर लाल प्रििित करये हेतु उलट िेगा
र्ी) स्टेिय सीमा के भीतर गाडी ंाये वाला नं जय र्ा द्रकसी सानलिंर्ग में िंंटग करये वाला नं जय बफर र्ा
सानर् लानट ले जाएगा
4.16 िप ला (टेल) बोर्ा र्ा िप ली बि ी (टेल ल प) :
1) उपियर्म (2) में द्रिए गए उपबन्िों के िसवार्, कमाााररर्ों को गाडी की संपण
ू त
ा ा के बारे में बताये के क्रम में
अंितम वाहय की पहााय के िलए उसके पी े िय यिलि त का लगार्ा जाया आवश्र्क ह :
ए) द्रिय में, अयुमोद्रित िर्जानय का िप ला (टेल) बोर्ा र्ा अयुमोद्रित िर्जानय की लाल रं गी एई िप ली
बि ी (टेल ल प) जो प्रकािित य हो, अथवा
बी) राित्र में िुि
ं , कोहरे र्ा तूफायी मद्यसम में जब द्रिय स्पषट द्रि ाई यहं िेता तब अंितम वाहय जांा र्ुिि
को ििााये के िलए अयुमोद्रित िर्जानय की एक लाल रोियी वाली िप ली बि ी (टेल ल प) फ्ललिंिग लाल
बि ी जलाई जाएगी, अथवा
सी) िविेर्ष अयुिेिों द्वारा प्राििकृ त कोई अन्र् उपकरण
2) जब कोई कोर्ला पार्लट, अथाात ऐसी गाडी जो कोर्ला सानलिंर्गों में वाहयों को एकित्रत र्ा िवतररत करये के
िलए प्रर्ोग की जाती ह, जब द्रकसी ब्यलकक से्िय में अथवा ब्यलकक से्िय से ियकलये वाली कोर्ला सानलिंर्गो
में काम करती ह, तो उस पर िप ला (टेल)बोर्ा र्ा िप ली बि ी (टेल ल प) र्ा िविेर्ष अयुिि े ों द्वारा अििकृ त
द्रकसी अन्र् उपकरण की के वल तभी आवश्र्कता होगी जब वहज ऐसे ब्यलकक से्िय के द्रकसी भी िसरे से ब्यलकक
स्टेिय में प्रवेि करती ह र्ा वहाुँ से ियकलती ह बितदेश नस बात को सुियिचितत करये के िलए िविेर्ष अयुिेि िे
द्रिए गए ह द्रक द्रकसी अन्र् गाडी को तबतक ब्यलकक से्िय में प्रवेि करये की अयुमित यहं िी जाएगी जबतक
द्रक कोर्ला पार्लट का गार्ा र्ह प्रमािणत यहं कर िेता द्रक उस ब्यलकक से्िय में, जहाुँ वह कार्ाकर रहा था,
अवरोि र्ालये वाला कोई वाहय यहं ोडा ह
3) िप ला (टेल) बोर्ा र्ा प्रकाि रिहत िप ली बि ी (टेल ल प) के बिले में एक लाल झण्र्ी का प्रर्ोग के वल
आपात िस्थित में रर हर बार िविेर्ष अयुिेिों के अिीय ही, द्रकर्ा जा सकता ह

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स.िय.4.16 (ए) र्द्रि टेल ल प ो जाए र्ा टू ट जार् तो गाडी की संपूणाता को प्रििित करये के िलए द्रिय में एक लाल
झण्र्ी रर राित्र में लाल द्रि ाता हण्र् िसगयल ल प को ियिााररत िवकलप के ूपप में माया जाएगा
(बी) िवोुतीकृ त से्िय के िलए ियर्म: उपयगरीर् िवोुत बएल नकाई स्टकक सबसे अंितम वाहय पर िाए
हाथ के यीाे कोया में लाल क्रकस (X) प्रििित करे गा र्ह सुियिचितत करये हेतु िविेर्ष साविायी वरतयी
ाािहए द्रक समाय संकेत गाडी के द्रकसी अन्र् भाग पर प्रििित यहं हो राित्रकालमें िप ले ोर पर लाल
क्रकसके अितरर्त एक लाल बि ी भी प्रििित होया ाािहए
(सी) एसएलआर र्ा ियरीा णर्ाय के पी े बये लालबि ी को बुझा िेया ाािहए जब ऐसे एसएलआर र्ा
ियरीा णर्ाय के पी े िूसरा वाहय लगार्ा जाता ह गाडी का गार्ा संियिचितत करे गा द्रक टेल ल प/ टेलबोर्ा
सबसे अंितम वाहय के पी े ही लगार्ा जार्
4.17 स्टेिय मास्टर की, पार होये वाली गािडर्ों के िप ले बोर्ार्ा िप ली (टेल) बि ी (ल प) के संबि
ं में िज मेिारी :
1) स्टेिय मास्टर को र्ह िे या होगा द्रक उसके स्टे िय से पार होये वाली प्रत्र्ेक गाडी के अंितम वाहय पर ियर्म 4.16 के
प्राविायों के अयुसार िप ला (टेल) बोर्ा र्ा िप ली बि ी (टे ल ल प) र्ा ऐसे अन्र् उपकरण लगा ह

2) र्द्रि स्टेिय से कोई ऐसी गाडी पास होती हे द्रक िजस पर गाडी की सं पण ू त
ा ा का ऐसा िानय यहं लगा ह तो स्टे िया
मास्टर :
ए) तत्काल अगले स्टे िय को सूिात करे गा द्रक गाडी को रोक कर अभाव की पूित कर िी जाए रर र्ह सूाया िी जाए
द्रक गाडी पूणा ह र्ा यहं
बी) नस बीा र्ह सुियिचितत करये के िलए द्रक िप ले स्टे िय से द्रकसी गाडी को ब्यलकक से्िय में प्रवेि यहं करये द्रिर्ा
जाए, ब्यलकक से्िय को बन्ि करये का कार्ा रोग िेगा
सी) जबतक अगले स्टे िय से र्ह सूाया यहंिमल जाती द्रक गाडी पूणा ह, तब तक वह य तो िप ल ब्यलकक से्िय को
ाली समझेगा रर य ही उसे बन्ि करे गा
3) िजस से्िय में ब्यलकक प्रुलिंवग ए्सल काउन्टर र्ा ररिसलिंवग स्टे िय के गर-ाालय लानयों को ोडकर स्टेिय से्िय के
ब्यलकक स्टेियों रर संपण
ू ा ्क सर्दकंटग के बीा क्रमि: ्क सर्दकंटग करके लगार्ा जाता हे तथा कार्ा द्रकर्ा जाताहे रर
ब्यलकक से्िय के ि्लर्रें स का साफ संकेत द्रिर्ा जाता ह अथाात द्रिए गए संकेत के अयुसार गाडी का संपण ू ा आगमय हो
ाुका ह, उपर्ु् ा त उप- ण्र् (1) के उपबंि के अयुसार र्द्रि कोई गाडी िबया संपिु ि द्रकए स्टे िय से पार कर जाती ह तो,
स्टेिय मास्टर गाडी को स्टेिय के आगे रोकये के िलए तत्काल सूाया िेगा रर राबी को िूर करके िे ग े ा एवं ऐसे
मामले में उसे उप-ियर्म(2) का ण्र् (बी) रर (सी) में ियिााररत िप ला बलकक से्िय को बन्ि करके रोके र या
आवश्र्क यहं ह

स.िय.4.17 र्द्रि कोई गाडी द्रकसीस्टेिय से िबया टेलल प / टेलबोर्ा के गुजरती ह तो स्टेिय मास्टर तुरंत र्ह तर्थर् िजय
स्टेियों की ओर गाडी जा रही ह उन्हें सूिात करे गा र्द्रि ब्यलकक र्ंत्र कार्ािील हो तो सूाया अििकृ त र्ंटी कोर्
000000-00 (िस्स पकज टू ) द्वारा ततकाल प्रेिर्षत द्रकर्ा जाएगा रर नसकी पुिि िो ब्यलकक स्टेियों के बीा
प्रानवेट य बरों के आिाय - प्रिाय द्वारा तत्काल कर िलर्ा जाएगा ब्यलकक र्ंत्रों के अभाव में संबंिित स्टेियों को
प्रानवेट य बरों द्वारा समिथत प्रर्ु्त आनर्ेंरटद्रफके िय य बर टेलीफोय पर सूिात की जाएगी गाडी से्िय से
बाहर की सूाया िप ले स्टेिय को तबतक यहं िी जाएगी जबतक द्रक अगले स्टेिय से र्ह सूाया प्राप्त यहं हो
जाती ह द्रक गाडी पूणात: आ गर्ी ह
ऐसे ण्र् पर जहाुँ ियर्ंत्रण वर्वस्था ाालू ह, उस स्टेिय का स्टेिय मास्टर िजस स्टेिय से गाडी िबया टेलल प /
टेलबोर्ा र्ा उसके बिले अयुमोद्रित िवकलप के ूपप में लाल झंर्ी र्ा लाल रोियी द्रि ाता हण्र् िसगयल ल प के
िबया गाडी गुजरती ह, र्टया की सूाया ियर्ंत्रण का को भी िेगा जो नसे ररकार्ा करे गा रर अगला स्टेिय पर
गाडी को रोकये की वर्वस्था करे गा
िोहरी लानय पर जब कोई गाडी िबया टेलल प/टेलबोर्ा के गुजरती ह तब स्टेिय मास्टर िवपरीत द्रििा से द्रकसी
गाडी को रोकये के िलए ' य' िस्थित में द्रफ्स्र् िसगयल को अवश्र् र ग
े ा, गार्ा रर लोको पार्लट को वस्तु
िस्थित से अवगत कराएगा एवं द्रकसी अवरोि की िस्थित में सतका तापूवाक ूपकते एए आगे ब़ येका सतका ता आिेि
जारी करे गा

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4.18 संाार सािय :
1) कोई सवारी गाडी र्ा िमली-जुली गाडी द्रकसी स्टे िय से तबतक यहं भेजी जाएगी जबतक द्रक हर सवारी िर्ब्यबे में
गार्ा र्ा लोको पार्लट के साथ संाार स्थािपत करये का कोई सािय यहं लगा ह

2) उप-ियर्म(1) में िय यिलि त में लागू यहं होगा :-

(ए) व्र्ूम वर्वस्था पूणा र्ा आंििक ूपप से राब ह, के मामले में सवारी र्ा िमली-जुली गािडर्ा तथा

(बी) ऐसी उपर्ु्त गािडर्ों को िजन्हें अयुमोद्रित िविेर्ष अयुिि


े ों के अिीय ू ट िे िी गई ह

3) र्द्रि रे ल प्रिासय संतषु ट हो जाता ह द्रक उपियर्म (1) में उिललि त संाार साियों का सामान्र्त: िरारतपूणा प्रर्ोग
होता ह तो वह, उ्त उपियर्म में द्रकसी बात के होते एए भी द्रकसी भी ऐसी गाडी के सभी र्ा द्रकन्हं सवारी गाडी में
लगाए गए संाार सािय को तत्समर् काटये का ियिदेशि िे सकता ह

4) र्द्रि द्रकसी माल वाहय में र्ात्री ले जाए जाते हैं तो वह नस ियर्म के अथा में र्ात्री सवारी गाडी यहं माया जाएगा

4.19 गार्ा तथा लोको पार्लट के उपकरण :


1) अपयी गाडी पर ड्यूरट के समर् प्रत्र्ेक गार्ा रर लोको पार्लट के पास िय यिलि त उपकरण होंगे:

ए) नय ियर्मों र्ा नयके ऐसे भागों की एक प्रित जो ियर्म 2.01 के अिीय उसे आपूित की गई ह

बी) रे ल के िजस से्िय पर गाडी ालयी ह, उसके िलए प्रवृि कार्ाकारी समर् सारणी (वकिंगकग टानम
टेबलु ) तथा सभी िुिि पत्रों रर पररििषट र्द्रि कोई हो, की एक प्रित;

सी) एक हण्र् िसगयल बि ी

र्ी) एक सीटी(के वल गार्ा के िलए)

ई) एक लाल झंर्ी रर एक हरी झंर्ी;

एफ) िविेर्ष अयुिेिों द्वारा ियिााररत, पटा ों का नतया स्टकक जो संबिं ित ियर्मोंके पालय के िलए पर्ााप्त ह

(जी) प्राथिमक उपाार पेटी (फस्टा-एर्-बक्स) (के वल सवारी गािडर्ों के गार्ों के िलए, तथा

(एा) ऐसी अन्र् वस्तुएं जो रे ल प्रािासय द्वारा नस संबि


ं में ियिााररत द्रकर्ा जा सकता ह
2) र्द्रि द्रकसी गार्ा र्ा लोको पार्लट के पास उपियर्म (1) में उिललि त र्ा िवियर्दिषट वस्तुओं में से कोई
यहं ह, तो वह नस बात की ररपोटा अपये वररषि अििकारी को करे गा जो नस कमी की पूित करे गा

3) प्रत्र्ेक गार्ा रर लोको पार्लट अपयी गाडी पर ड्यूरट के समर्, अपये साथ ऐसे ाश्में की िो जोडी र ग
े ा
िजसका पहयया उसके िलए र्ा्टरी सलाह के अयुसार आवश्र्क ह
रटप्पणी : प्रत्र्ेक गार्ा रर लोको पार्लट उप-ियर्म (1) में ियिााररत उपकरण के अितरर्त र्डी को अपये अििकार में
भी र या ाािहए

स.िय.4.19 (ए) गार्ों के ियजी उपकरण में िय यिलि त को मायकीकृ त मिों के ूपप में सि मिलत द्रकर्ा जाया ाािहए -
(i) एक ितरं गा ब्ी संाािलत हण्र् िसगयल ल प / एलईर्ी आिाररत हण्र् िसगयल ल प
(ii) हाथ िसगयल झंर्ी -

(ए) र्ंर्ा - 2
(बी) झंर्ी -3 (लाल - 2, हरा - 1)

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(iii) टेल बोर्ा - 1
(iv) फ्ललिंिग टेल ल प - 1
(v) पर्लकक - 7 / मंर्ल प्राििकारी द्वारा जसा िवियर्दिषट ह
(vi) प्राथिमक िाद्रकत्सा पेटी (के वल र्ात्री सवारी गािडर्ों के गार्ा के िलए)
(vii) िबस्फोटक (प्लािस्टक िर्ब्यबों में िस)
(viii) रबर वािर - तीय
(ix) ियर्म पुिस्तकाएं (सामान्र् एवं सहार्क ियर्म पुिस्तका रर ब्यलकक संाालय ियर्मावली एवं
िुर्ाटया ियर्मावली - सभी िुििपत्रों के साथ अोतय)
(x) िो जोडी ाश्मा िाद्रकत्सकीर् सलाह के अिीय र्द्रि पहयया आवश्र्क हो
(xi) एक व्र्ूम / एर्रप्रेिर नं िर्के टर गेज साथ में एर्कप्टर 'बी' (के वल मालगाडी के गार्ों के िलए)
(xii) ऐसे मंर्लों की कार्ाकारी समर्-सारणी िजससे उसे कार्ा करया ह
(xiii) एक जयाल बुक रर अन्र् फामा तथा साथ ही फामा टी/609
(xiv) वाटर कयवास
(xv) सीटी
(xvi) कलाई र्डी
(xvii) लोको पार्लट / स्टेिय मास्टर (ईएमर्ू गाडी को ोडकर) को से सूाया हेतु वककी-टककी
(xviii) गार्ा प्रमाण-पत्र पुिस्तका (फामा सं. ईआर 246 - के वल र्ात्री गाडी के गार्ा के िलए)
(बी) गार्ा जब अपयी गाडी में कार्ारत हों तो जसा द्रक स.िय. 4.19 (ए) में ियिााररत द्रकर्ा गर्ा ह, के
अितरर्त िय यिलि त उपकरणों को भी ले जाएंगे :-
(i) पीसीपी सेट (िवोुतीकृ त रर गर-िवोुतीकृ त िोयों से्ियों के िलए) र्ा वककी-टककी सेट र्ा
मोबालनल ्ेय रे िर्र्ों क र्ूियके िय (एमटीआरसी) के िलए हैंर्सेट र्ा उस से्िय, िजस पर गाडी
(के वल र्ात्री सवारी के िलए) ालेगी, बितदेश द्रक उपर्ुा्त से अििक का सि मलय य हो
(ii) िो अिििामक र्ंत्र अच ी िस्थित में (के वल र्ात्री सवारी गािडर्ों के िलए)
(iii) आपातकालीय प्रकाि उपकरण - एक सेट (राजिायी ए्सप्रेस को ोडकर जहाुँ र्ह जेयरे टर कार में
र ा गर्ा होगा)
(iv) स््ेार
(v) वुर्ेय वेड्ज / स्प्रग

(सी) उपयगरीर् गािडर्ों का संाालय करये वाले गार्ों के व्यिि गत उपकरणों में ियम्निलि त मायकीकृ त मिें होयी ाािहए-
[i] सामान्र् एवं सहार्क ियर्म पुिस्तका, िुर्ाटया ियर्मावली रर ब्यलकक संाालय ियर्मावली
[ii] वकिंगकग टानम टेबल
[iii] िर्टोयेटर - एक पेटी में िस
[iv] हाथ िसिल झंिर्र्ाुँ - (ए) डी - 2 (बी) झंर्ी - 3 [ लाल - 2 हरी - 1 ]
[v] एक बटरी परराािलत तीय रं गों वाला हाथ िसिल ल प/एलईर्ी आिाररत हाथ िसिल ल प
[vi] कलाई र्डी
[vii] प्राथिमक उपाार पेटी
[viii] सीटी
अथवा
ईएमर्ू/एमईएमर्ू उपयगरीर् गाडी का संाालय करये वाले गार्ा/लोको पार्लट अपयी व्यिि गत मिों के ूपप में ियम्निलि त
वस्तुएं र ग
ें े -
[i] हाथ िसिल झंर्ी (ए) डी - 2 (बी) झंर्ी - 3 [ लाल - 2 हरी - 1 ] रर
(सी) बटरी परराािलत तीय रं गों वाला हाथ िसिल ल प
[ii] वकिंगकग टानम टेबल (िोयों के िलए) रर रफ जयाल बुक (के वल गार्ा के िलए)
[iii] कलाई र्डी रर ाश्मों की िो जोडी ( र्द्रि उसे िाद्रकत्सीर् सलाह पर नन्हें पहयया जूपरी ह)
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ईएमर्ू/एमईएमर्ू के एलटी िर्ब्यबे के नयिबलट उपकरण पेटी में ियम्निलि त अन्र् अियवार्ा उपकरण र े जाएं िजयका प्रर्ोग
गाडी के गार्ा के सिहत लोको पार्लट द्वारा द्रकर्ा जाया ह :-

(i) सामान्र् एवं सहार्क ियर्म पुिस्तका एवं ब्यलकक संाालय ियर्मावली (अोतय सुिार पिार्ों सिहत)
(ii) िुर्ाटया ियर्मावली (अोतय सुिार पिार्ों सिहत)
(iii) 10 अिि िर्टोयेटर - (एक पेटी में)
(iv) प्राथिमक उपाार पेटी सभी सहार्क उपकरणों सिहत

(र्ी) (i) जसा द्रक स.िय. 4.19 (ए) में ियिााररत द्रकर्ा गर्ा ह, के अितरर्त मंर्ल मटेररर्ल गाडी में कार्ा करये वाले गार्ा
अपये साथ अयुमोद्रित िर्जानय के एक जोडा ्ल प भी ले जाएंगे
रर
(ii) कोल पार्लट में कार्ारत गार्ा - एक टकाा.

(ई) जसा द्रक सािारण ियर्म 4.19 में ियिााररत द्रकर्ा गर्ा ह, के अितरर्त गाडी में कार्ा करये वाले लोको पार्लट अपये
साथ िय यिलि त उपकरणों को ले जाएंगे

i) लोको पार्लट के ियर्म पुिस्तका/सा.एवं स.िय. की एक प्रित अोतय संिोिय पाी के साथ

ii) नं जय के रजार जसा ियिााररत हो

iii) एक अितरर्त लाल झंर्ी

iv) एक ितरं गा ब्ी संाािलत हण्र् िसगयल ल प/एलईर्ी आिाररत हण्र् िसगयल ल प

रटप्पणी : गार्ा / लोको पार्लट िजन्हें ाश्मा पहयया आवश्र्क हो वे एपीर्रे न्स बुक में ररकार्ा अवश्र् करें गे द्रक वे एक जोडा
अितरर्त ाश्मा अपये साथ लेकर ाल रहे हैं, जसा द्रक सामान्र् ियर्म 4.19 (3) में विणत ह

4.20 नं जय ालाये की िज मेिारी (मलिंयग) :


1) िविेर्ष अयुिि
े ों द्वारा अन्र्था उपबंिित के िसवार्, द्रकसी नं जय को द्रकसी भी रलिंयग लानय पर तब तक
ालये की अयुमित यहं िी जाएगी जबतक द्रक उस पर लोको पार्लट रर साथ ही सहार्क लोको पार्लट
र्ा फार्रमय भी यहं ह
2) बितदेश उप ियर्म (3) के उपबन्िों के अिीय रहते एए, द्रकसी भी पररिस्थित में लोको पार्लट र्ा र्थािविि
सभी िृिि से र्ोग्र् रे ल सेवक की अपेा ा कोई भी वर्िि द्रकसी भी रलिंयग लानय पर नं जय यहं ालाएगा

3) र्द्रि नं जय गितमाय ह रर लोको पार्लट असमथा हो जाता ह तो सहार्क लोको पार्लट र्ा फार्रमय र्द्रि
वे र्थािविि र्ोग्र्ता प्राप्त ह तो गाडी को सतका तापूवक
ा अगले स्टेिय तक ले जा सकता ह रर र्द्रि
सहार्क लोको पार्लट र्ा फार्रमय र्थािविि र्ोग्र्ता प्रापत यहं ह तो वह गाडी को रोक िेगा
रर ियकटतम स्टेिय के स्टेिय मास्टर को गाडी के भार सािय के िलए लोको पार्लट की वर्वस्था करये
हेतु संिेि भेजगे ा नस काम के िलए वह गार्ा की सहार्ता ले सकता ह

स.िय.4.20 लिंसगल र्ा मलटीपल र्ूियट गािडर्ों की िस्थित में सामान्र् ियर्म 4.20 (1 से 3 तक) ाालू होगा
4.21 िवोुत गाडी ालाया :
1) नय ियर्मों में अन्र्था उिललि त मामले को ोडकर िवोुत गािर्र्ों के मामले में लोको सामये के ाालक
का में रहेगा जब गाडी ाल रही हो र्ा गाडी जब द्रकसी ाालू लानय पर डी हो

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2) (ए) लिंसगल र्ा मलटीपल र्ूियट गाडी के मामले में र्द्रि सामये के ाालक का में ाालय - उपकरण राब हो
जाते हैं तो सबसे यजिीकी ाालक-का से जो सेवा र्ोग्र् हो गाडी साविायीपूवक ा ालार्ी जार्, ऐसी
िस्थित में गार्ा अग्रणी ाालक-का में सफर करे गा तथा लोको पार्लट को आवश्र्क िसगलय प्रेिर्षत करे गा,
जुरत पडये पर गार्ा हकया र्ा सीटी भी बजाएगा, आपातकाल में ब्रेक का नस्तेमाल करे गा तथा िसगयलों
स्टेियों तथा अवरोिों में सही ढंग से गाडी रोकये के िलए िज मेवार होगा
(बी) िवोुत नं जय रहये पर र्द्रि आगे का ाालक-का राब हो जाता ह, सहार्क लोको पार्लट द्वारा र्द्रि
वह िवििवत गाडी ालाये में िा ह, गाडी को िप ले ाालय-का से ालार्ा जाया ाािहए तथा लोको
पार्लट अपये सामये के ाालक-का में रहेगा तथा गाडी के सही परराालय के िलए िज मेवार होगा

स.िय.4.21 (1) (ए) सा.िय. 4.21 (i) एवं 2 (b) िो के िबय वाले र्ीजल लोको के ्ेय संाालय पर भी मान्र् होगा
(बी) िवोुत ाल स्टकक के िलए िसफा प्रमािणत लोको पार्लट एवं सहार्क लोको पार्लट को ही ाालू लानय के द्रकसी
भाग पर िवोुत ाल-स्टकक ालाये की अयुमित होगी वे द्रकसी को ाालक-का में प्रवेि करये की अयुमित यहं
िेंगे वसे लोगों को ोडकर िजन्हें नय ियर्मों के तहत ऐसा करये का अििकार ह र्ा िजयके पास मंर्ल िबजली
नं जीियर्र (ाल स्टकक ) द्वारा हस्ताा ररत अयु्ा प्राप्त हो द्रकसी भी वर्िि को नं जय र्ा ाालक का में द्रकसी
भी उपकरण को ेड ाड करये की अयुमित यहं होगी जबतक द्रक उसके पास िा ता का लोको पार्लट प्रमाण-
पत्र य हो
(सी) र्द्रि लोको पार्लट ये िबजली नं जल र्ा मलटीपल र्ूियट को : महीयों तक यहं ालार्ा हो तो पुयश्ार्ाा
पाठ्यक्रम के बाि उसकी पुय: परीा ा ली जाएगी रर उसकी िा ता- प्रमाण-पत्र को अयुमोद्रित द्रकर्ा जाएगा
तत्पश्ाात उसे पुय: ालाये की अयुमित होगी
(र्ी) र्द्रि कोई लोको पार्लट द्रकसी से्िय में : माह र्ा उससे अििक की अविि के िलए कार्ा य द्रकर्ा हो तो उसे
उस से्िय में हरिगज बुक यहं द्रकर्ा जाया ाािहए जब तक द्रक उसे लानय के बारे में जायकारी यहं हो जाती ह
तथा िा ता-प्रमाणपत्र उसके पा में जारी यहं कर द्रिर्ा जाता ह लोको पार्लट को जारी सारे िा ता -प्रमाणपत्र
का ररकार्ा मंर्ल िबजली नं जीियर्र (ाल-स्टकक) के कार्ाालर् में र ा जाएगा
(ई) जब कभी र्द्रि प्रििा णािीय कमााारी को िबजली नं जय/ई एम र्ू ालाये हेतु मंर्ल िबजली नं जीियर्र (ाल-
स्टकफ) द्वारा िविेर्ष ुप से प्राििकृ त द्रकर्ा जाता ह, ऐसे नं जयों को प्रमािणत अयुिेिक की िे रे में वह ाला
सकता ह जब प्रििा ु नय पररिस्थितर्ों में नं जय ाला रहा हो, ियगरायी र येवाले अयुिेिक प्रििा ु पर ियरं तर
ियगरायी र ेंगे तथा स्वर्ं को कोई भी कारा वाई करये हेतु तर्ार र ेंगे िजसकी आपातकाल में गाडी रोकये हेतु
आवश्र्कता पडेगी
(2) द्रकसी भी वर्िि को िबजली ाल स्टकक लोको िेर् की सीमा के अंिर तथा स्टेलिंब्यलग सानलिंर्ग में ले जाये की
अयुमित यहं होगी जबकतक द्रक उसे ऐसा करये के िलए सहार्क िबजली नं जीियर्र (ाल-स्टकक) की तरफ से िा
प्रमािणत य कर द्रिर्ा गर्ा हो
(3) सहार्क लोको पार्लटों को ास से्ियों में नं जय ालाये की अयुमित िी जा सकती ह र्द्रि मंर्ल िबजली
नं जीियर्र द्वारा लोको पार्लट के सीिे पर्ावेा ण में ऐसा करये हेतु िवियर्दिषट द्रकर्ा गर्ा हो आपातकाल के
िद्यराय सहार्क लोको पार्लट द्वारा ियर्ंित्रत गित पर जो 40 द्रकमी./र्ंटा से अििक य हो, ियकटतम ियिााररत
स्थल तक नं जय के जाये का प्राििकार ह जहाुँ उसे मु्त द्रकर्ा जा सकता ह
(4) ररवसा करये का कार्ा तथा ब्रेक हैंर्ल-(ए) लोको पार्लट अपया ाालक का ोडते समर् ररवर्जसग हैंर्ल तथा
िबोुत नं जयों में लगे एए स्वतंत्र एर्र ब्रेक हैंर्ल जहाुँ उन्हें हटार्ा जा सकता ह को अपये साथ ले जा सकता ह
(बी) पूरे समर् तक र्ेर् मय के आपतकालीय िगर्र को कार्ारत बयाए र ये हेतु द्रक गाडी ाालू अवस्था में ह, लिंसगल
एवं मलटीपल र्ूियर गािर्र्ों के लोको पार्लट ररवर्जसग हैंर्ल को ‘आगे’ र्ा ‘ररवसा’ िस्थित में र ग
ें े जब गाडी
गितमाय अवस्था में हो तथा ररवर्जसग हैंर्ल को ‘ फ’ िस्थित में यहं लाएंगे जब तक द्रक नसके बाि गाडी ुक
यहं जाती ह
(5) नय ियर्मों में जसा द्रक विणत ह उसे ोडकर लोको पार्लट कभी भी ररविसग हैंर्ल की िस्थित को यहं ोडेंगे.
(6) जब नं जय/ईएमर्ू को सामये के का से यहं ालार्ा जा सकता ह, तब लोको पार्लट मंर्ल िबजली नं जीियर्र
(ाल-स्टकक) द्वारा िविहत िविेर्ष अयुिेिों का पालय करे गा
90
(7) र्द्रि सामये के का से ियर्ंत्रण संभव यहं ह, लोको पार्लट िप ले का से नं जय को ालाये के िलए सहार्क
लोको पार्लट उत्तरिार्ी होगा लोको पार्लट एवं सहार्क लोको पार्लटक के बीा सारे परराालय का कार्ा
िसगयलों के आिाय-प्रिाय द्वारा होगा गाडी की गित 40 द्रकमी./र्ंटा से अििक यहं होगी
अवसर आये पर लोको पार्लट िूसरे नं जय की वर्वस्था करये हेतु कर्षाण नं जय ियर्ंत्रण को सूिात कर िेगा
(8) लोको पार्लट के कतावर् जब लिंसगल र्ा मलटीपल र्ूियट ्ेय अपंग हो जाती ह - लिंसगल र्ा मलटीपल र्ूियट ्ेय
अपंग हो जाये पर तथा सहार्क गाडी का लोको पार्लट अपया ररवर्जसग हैंर्ल सहार्ता िेये वाली गाडी के लोको
पार्लट को सौंप िेगा र्द्रि सहार्क गाडी पी े में ह तथा पूरी गाडी को लोको पार्लट के ाालक-का से यहं
ालार्ा जा सकता ह, अपंग गाडी का लोको पार्लट गार्ा के िलए सहा.िय.4.21 में िविहत अयुिेिों का पालय
करे गा
(9) त्रुरटपूणा स्वाािलत ब्रेक उपकरण - (ए) र्द्रि लिंसगल र्ा मलटीपल र्ूियट की िवोुत गािर्र्ों के ाालक-का से
स्वाािलत ब्रेकों को काम में यहं लार्ा जा सकता ह लेद्रकय सामये के का में ाालय-उपकरण िीक काम कर रहा
ह, गार्ा सामये के का में मोटर मय का साथ िेगा तथा आवश्र्कता पडये पर वह हैंर् ब्रेक का प्रर्ोग करे गा तथा
गाडी की गित 8 द्रकमी./र्ंटा से अििक यहं होगी

(बी) र्द्रि िसफा सामये के िर्ब्यबों में स्वाािलत ब्रेक उपकरण त्रुरटपूणा ह, तब मोटरमय सामये के िर्ब्यबे से ही गाडी
ालाएगा सामये से सबसे करीबी िर्ब्यबे से िजसमें ब्रेक उपकरण िीक काम कर रहा ह, मोटरमय के िसगयल के
अयुसार स्वाािलत ब्रेक के संाालय के िलए गार्ा उत्तरिार्ी होगा तथा गाडी की गित 8 द्रकमी./र्ंटा से अििक
यहं होगी

(सी) र्द्रि सामये के िर्ब्यबे में स्वाािलत ब्रेक के अितरर्त गाडी ालाये का उपकरण त्रुरटपूणा ह, गार्ा सामये के िर्ब्यबे
में रहेगा तथा आवश्र्कता पडये पर हैंर्-ब्रेक का प्रर्ोग करे गा मोटरमय ियकटतम ाालय-का से िजसमें ालाये
वाला तथा स्वाािलत ब्रेक उपकरण हकया के माधर्म से ऐसे िसगयलों के अयुसार मोटरमय गाडी का ियर्ंत्रण
करे गा तथा गाडी की गित 8 द्रकमी./र्ंटा से अििक यहं होगी

(र्ी) र्ातार्ात ियर्ंत्रण ियकटतम स्टेिय पर गाडी को गानलिंर्ग लानय में र्ालये की वर्वस्था करे गा जहाुँ सानलिंर्ग
सुिविा उपलब्यि ह

(10) स्टेियों के बीा में रोकी गई लिंसगल एवं मलटीपल र्ूियट गािर्र्ों की सुरा ा :
(ए) र्द्रि द्रकसी त्रुरट के कारण गाडी ुकी एई ह िजसे ड्रेंटानवर िीक करये में सा म ह तो लोको पार्लट उस त्रुरट को िूर
करये का प्रर्ास करे गा रर र्द्रि उसे ाालक-का ोडये की जुरत पडी तो वह उसे ोडये के पहले स्वाािलत
ब्रेक पूरी तरह लगा िेगा रर अपये ाालय-का में हैंर् ब्रेक भी लगा िेगा र्द्रि गाडी पूरी तरह ढाल पर ूपकी एई
ह तो वह गार्ा को सूिात करे गा, गार्ा भी अपये गार्ा-िर्ब्यबे में तथा ब्रेक रहये पर कम से कम िो अन्र् िर्ब्यबों में
भी हैंर् ब्रेक लगा िेगा

(बी) र्द्रि िवलंब अििक होता ह तथा 10 िमयट से अििक िवलंब होये की संभावया ह तब सामान्र् ियर्म 6.03 के
अयुसार गाडी का बााव द्रकर्ा जाएगा

(सी) ऐसे मामले में जहाुँ लोको पार्लट एवं गार्ा के अलावा कोई भी सा म वर्िि उपलब्यि यहं ह तथा लोको पार्लट
को स्वर्ं जाकर सामये से गाडी को सुरा ा प्रिाय करया ह तो वह जाये से पहले उप ियर्म (क) में िविहत
सतका तामूलक कारा वाई करे गा

(11) त के उपकरणों की जांा जब ऊपरी उपस्कर की िवोुत आपूित िवफल हो जाती ह : जब ऊपरी उपस्कर की
िवोुत आपूित िवफल हो जाती ह, ितोुत गाडी के लोको पार्लट/मोटरमय द्वारा िय यिलि त कारा वाई की
जाएगी:-
91
(ए) वह तत्काल अगले आपातकालीय टेलीफोय सकके ट र्ा स्टेिय तक पएुँाये का प्रर्ास करे गा ऐसा करते एए लोको
पार्लट को र्ह सुियिचितत करये के िलए सर्दकट ब्रेक बन्ि कर िेये का प्रर्ास करया ाािहए द्रक िबजली पुय: ाालू
की गई ह र्ा यहं र्द्रि िबजली पुय: ाालू यहं की गई ह तो उसे ‘र्ीजे’ को एक िमयट के बाि िूसरी बार ाालू
करये का प्रर्ास करया ाािहए तथा तीय िमयट के बाि तीसरी बार उस समर् तक भी र्द्रि िबजली पु य: ाालू
यहं एई ह तो उसे ‘र्ीजे’ को पुय: बन्ि करये का प्रर्ास यहं करया ाािहए

(बी) आपातकालीय टेलीफोय सकके ट र्ा स्टेिय के पास ुकते एए उसे पेन्टोग्राफ को िगरा िेया ाािहए तथा नतर
सामग्री र्ा कोई अन्र् त्रुरट के िलए त की जांा कर लेयी ाािहए

(सी) र्द्रि कोई नतर सामग्री त पर ह, उसे तुरन्त टी एल सी/टी पी सी को सूिात करया ाािहए तथा टीपीसी/टी
एलसी के संपका से नतर सामग्री को र्ा तो हटा िेयी ाािहए र्ा टीएलसी द्वारा वर्वस्था द्रकए गए आपूित िबजली
की मिि से यािमत स्थाय पर ले जाया ाािहए ईएमर्ू के मामले में र्द्रि संभव एआ तो वह अप्रभािवत र्ूियट के
साथ र्ा तो गंतवर् तक ब़ ेगा र्ा प्रभािवत र्ूियट के त के सुिार हेतु उस स्थाय तक जसा द्रक टीपीसी /टीएलसी
[
द्वारा कहा गर्ा ह

(र्ी) र्द्रि त पर कोई असामान्र्ता यहं द्रि ाई िेती ह तथा िबजली की आपूित में वर्विाय बया एआ ह तो लोको
पार्लट को अपये नं जय का पेन्टोग्राफ िगरा िेया ाािहए, टी एल सी/ टी पी सी को सूाया िेयी ाािहए तथा उसे
तब तक यहं उिाया ाािहए जब तक द्रक उसे ऐसा करये के िलिए टी पी सी/टी एल सी से अयुमित यहं िमल
जाती ह
(12) ऊपरी िवोुत-आपूित िवफल हो जाये पर गाडी की सुरा ा : जब िवोुतीकृ त से्िय में ऊपरी िवोुत आपूित
िवफल हो जाती ह, नसे ि््क लोको पार्लटों को आपातकालीय टेलीफोय पर कर्षाण िवोुत ियर्ंत्रण से र्ह
सुियिचितत कर लेया ाािहए द्रक द्रकस समर् पुय: िबजली की आपूित ाालू होगी ढलायों पर 10 िमयट से अििक
समर् लगता ह तो लोको पार्लट अपये नं जय में हैंर्- ब्रेक लगा िेगा तथा नं जय के तत्काल िप ले 10 माल
िर्ब्यबों में भी ब्रेक लगा िेगा

र्द्रि लोको पार्लट आपातकालीय टेलीफोय सकके ट बएत िूर ह तथा ऊपरी िवोुत आपूित पुय : िुु होये में 10
िमयट से अििक समर् लगये की संभावया ह, वह सबसे पहले गाडी को लु़ कये से बााएगा जसा द्रक ऊपर ििाार्ा
गर्ा ह तथा नसके बाि वह कर्षाण िबजली ियर्ंत्रक से संपका स्थािपत करे गा

(13) न्र्ू्ल से्ियों में पएुँाये पर गाडी का ियर्ंत्रण :

(ए) िबजली नं जयों/ईएमर्ू के ड्रेंटानवरों को न्र्ू्ल से्िय में पएुँाये पर गाडी को नस ढंग से ियर्ंित्रत करया ाािहए
द्रक जब वे न्र्ू्ल से्िय पार करते समर् िबजली का िस्वा फ कर िेते हैं, गाडी के ब्रेक में पूरी तरह ढील िे
िेयी ाािहए ताद्रक ‘र्ी जे’ का िस्वा फ करये के बाि न्र्ू्ल से्िय में डी हो जाये के जोि म से बाते एए
गाडी अपयी गित से यर्ू्ल से्िय पर कर जाए

(बी) र्द्रि गाडी को यर्ू्ल से्िय के पहले वयर फ्लग र्ा द्रकसी अन्र् कारण से रोक द्रिर्ा जाता ह, लोको पार्लट को
अपयी गाडी पर्ााप्त तद्यर पर न्र्ू्ल जोय के पहले रोकयी ाािहए तथा पूरा व्र्ूम ियमााण करया ाािहए, र्द्रि
आवश्र्कता पडी तो गाडी पुय: ाालू करये के पहले िोयों ए्सहकस्टर ाालू करके ताद्रक ‘र्ी जे’ का िस्वा फ
करये के पहले गाडी पर्ााप्त गित पकड ले तथा डी हो जाये के तरे से बाते एए ब्रेक पूरी तरह ियमुा्त ििा में
गाडी न्र्ू्ल जोय पार कर जाए

(14) सीतारामपुर-झाझा से्िय में तीक्ष्ण अवरोिी ढलाय पर अप मालगािर्र्ों का परराालय : सीतारामपुर-झाझा
से्िय में िवोासागर एवं मियकिा ब्यलकक हट के यीा तथा र्ोरपरा एवं झाझा के बीा अप गािर्र्ों के िलए
तीक्ष्ण अवरोिी ढाल ह
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पहाडी से्िय के िलए र्द्रि अपेिा त ब्रेक ा मता उपलब्यि यहं ह र्ा र्द्रि लोको पार्लट को ब्रेक-ा मता की
कु िलता र्ा पर्ााप्तता पर संिेह ह, वह गाडी को िवोासागर/पोरपका में रोक िेगा तथा ियाले ढाल पर गाडी के
पूणा ियर्ंत्रण को सुियिश्चितत करये हेतु पर्ााप्त सं्र्ा हैंर् ब्रेक लगाएगा र्ा िपय र्ाउय करे गा िसफा पानप वाले
वाहयों में ही हैंर् ब्रेक िपय र्ाउय द्रकए जाएंगे र्ा सक्रू कसे जाएंगे र्द्रि ्ेय में पर्ााप्त सं्र्ा में पानप वाले वाहय
य हों िजससे अपेिा त सं्र्ा में ब्रेक िपय लगार्ा जा सके , तो द्रकसी भी ििा में अपये प्राििकार से गार्ा द्रकसी भी
कार्ािील व्र्ूम द्रफट द्रकए एए मालिर्ब्यबे में िपय यहं लगाएगा, ऐसा करके वह लोको पार्लट को ास मात्रा
में ब्रेक ा मता से बंिात कर िेगा लोको पार्लट ब्रेक-िपय लगाये तथा गर- सद्रक्रर् वाहयों में िजसमें ब्रेक िपय
लगाए जा सकते हैं, के बारे में ियिदेशि िेये में गार्ा की सहार्ता करे गा

रटप्पणी : अप मालगाडी के लोको पार्लट के िलए अपयी गािर्र्ों में ब्रेक ा मता की जांा करये हेतु सीतारामपुर-झाझा
से्िय में लाहाबय से गुजरये के बाि 338/3-4 द्रकमी. पर तथा िवोासागर से गुजरये के बाि 270/10 द्रकमी.
पर जांा - बोर्ा लगाए गए हैं
(15) पायी से भरे एए रे ल लानयों पर िबजली ाल स्टकक (नं जयों) का कार्ा करया :
(ए) जब रे ल लानय के ऊपर पायी का स्तर हो, िय यिलि त गित प्रितरोि लागू होगा
(i) ईएमर्ू स्टकक :: 5 द्रकमी. प्रित र्ंटा
(ii) िबजली नं जय :: 10 द्रकमी. प्रित र्ंटा
(बी) पायी से भरे एए ्क वाले ऐसे से्ियों में जहाुँ रे ल लानय के ऊपर पायी की सतह 5 सेमी. से अििक हो ईएमर्ू
गािर्र्ों तथा िबजली नं जयों के कार्ा करये से रोकये हेतु हर तरह की साविायी बरती जायी ाािहए
(सी) र्द्रि ईएमर्ू स्टकक र्ा िबजली नं जय असाविायीवि र्ा अपररहार्ा कारणों से पायी से भरे एए ्क वाले से्ियों
जहाुँ जल का स्तर रे ल लानय के ऊपर 5 सेमी. से अििक हो ले जाए जाते हैं, ाल स्टकक अपयी िवोुत ा मता से
रर अििक कार्ा य करे जब तक द्रक अयुरा ण कमाााररर्ों द्वारा उयकी जांा यहं हो जाती ह रर उन्हें द्रफट
करार यहं कर द्रिर्ा जाता ह
(16) ियिषक्रर् िबजली नं जयों का कर्षाण :
ियिषक्रर् नं जय के कर्षाण के समर् मूलभूत आवश्र्कताओं को पूरा द्रकर्ा जाया ाािहए - ियिषक्रर् नं जय के कर्षाण
के समर् िय यिलि त ितों का अयुपालय द्रकर्ा जाया ाािहए- ियिषक्रर् नं जय से तात्पर्ा ऐसा नं जय जो द्रकसी
गाडी में अपयी िवोुत- ा मता पर यहं कार्ारत हो
(ए) (ए) (1) ियिषक्रर् नं जयों को जोडये के िलए िता –
i. ‘कार्ा करये हेतु द्रफट’ का प्रमाणपत्र से्िय नं जीियर्र / लोको ियरीा ण / सवारी/ माल गािर्र्ों के िलए
िबजली ियर्ंत्रक द्वारा जारी द्रकर्ा जाया ह
ii. एक सा म वर्िि जो सहार्क लोको पार्लट से ियाले स्तर का य हो ियिषक्रर् नं जय को साथ में ले जा
सकता ह
iii. ियिषक्रर् नं जय की अििकतम अयुमेर् गाित गाडी की अििकतम अयुमेर् से कम य हो
iv. ऐसी वर्वस्था हो िजससे सुियिचितत हो सके द्रक कार्ा कर रहें नं जय के साथ ही साथ ियिषक्रर् नं जय में भी
ब्रेक लगार्ा जा सके
v. उस से्िय में िजस पर ियिषक्रर् ( राब) नं जय को ंाा जाया ह िोहरे /ितहरे िीर्षा का ाालय अयुमेर् ह
vi. जब एक ( राब) ियिषक्रर् िबजली नं जय को गर-िवोुतीकृ त से्िय में ले जार्ा जाया ह, उसके द्वारा
अितक्रमण द्रकए जाये वाले अििकतम ाल आकार की अयुसूाी की िविेर्ष जांा की जायी ाािहए
अितक्रमण र्ा अितलांर्य के मामले में ( राब) ियिषक्रर् नं जय को ओ र्ी सी के ुप में समझा जाएगा
vii. अिन्तम जांा के ुप में जुर्या नं जयों को लगभग 500 मीटर तक ालार्ा जाया ाािहए तब लोको पार्लट
को राब नं जय के ा्कों में तापक्रम की असामान्र् वृिि की जांा कर लेयी ाािहए तथा र्ात्रा के िद्यराय
अगले पडाव पर भी क्रमि: जांा करयी ाािहए
उपर्ुा्त के अितरर्त ियिषक्रर् ( राब) नं जयों के कर्षाण में िय यिलि त साविाियर्ां बरती जायी ाािहए
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(2) र्ात्री गािर्र्ों में ियिषक्रर् ( राब) नं जयों का जोडा जाया/ कर्षाण द्रकर्ा जाया :
i. िसफा एक ियिषक्रर् ( राब) नं जय (र्ीजल /िबजली) जोडा जा सकता ह
ii. ियिषक्रर् नं जय को ोड कर गाडी की ब्रेक - ा मता 100% होयी ाािहए
iii. ियिषक्रर् नं जय को िसफा गाडी के नं जय के पास ही जोडा जा सकता ह
iv. जहाुँ तक स भव हो, राब नं जय का ब्रेक काम करता रहे द्रफर भी र्द्रि र्ह स भव यहं ह तक एअर-
ब्रेक वाली गािर्र्ों के मामले में कार्ारत नं जय का ब्रेक पानप एवं फीर् पानप किर्षत नं जय के ब्रेक पानय
एवं फीर् पाईप से जोड द्रिर्ा जाएगा तथा राब नं जय पानपर्ु्त वाहय के ुप में काम करे गा
व्र्ूम ब्रेक वाली गािर्र्ों के मामले में नं जय का व्र्ूम पानप ंाे जाये वाले स्टकक के व्र्ूम ्ेय पानप में
जोड द्रिर्ा जाएगा तथा ियिषक्रर् ( राब ) नं जय को पानप र्ु्त वाहय के ुप में समझा जाएगा र्द्रि नं जय में
प्र्ोर एअर ब्रेक प्रणाली द्रफट की नुई ह तथा नं जय में व्र्ूम पानय यहं लगा एआ ह तब नसे िसफा एअर-ब्रेक
वाली गािर्र्ों के साथ जोडा जाएगा

v. द्रकसी भी ियिषक्रर् ( राब) नं जय को द्रकसी भी पररिस्थित में सुपर-फास्ट गाडी में यहं जोडा जाया
ाािहए
(3) माल गािर्र्ों में ियिषक्रर् नं जयों का लगार्ा जाया / कर्षाण द्रकर्ा जाया
भार सिहत अििकतम तीय नं जयों (2 कार्ारत एवं + 1 राब) के संालय की अयुमित ह वितदेश से्िय में िोहरे /
ितहरे िीर्षा वाले कार्ारत नं जयों के परराालय में सारे प्रितबंिों पर गद्यर कर िलर्ा गर्ा हो तथा ियिषक्रर् नं जयों
में ब्रेक कारगर हो
(ए) i. सारे सर्दकट ब्रेकर तथा बटरी यानफ िस्वा बन्ि कर द्रिए गए हों, ररविसग हैंर्ल हटा द्रिए गए हो तथा ऐसे
किम उिाए गए हों िजससे सुियिचितत होल हो द्रक राब नं जय को असाविायीपूवाक ाालू य द्रकर्ा जा सके
ii. कर्षाण मोटर ररवसार को वस्तुत: र कर न्र्ू्ल िस्थित में लकक कर द्रिर्ा ह राब िबजली नं जयों के ल बी
िूरी के संालय हेतु कर्षाण मोटर ब्रिों उिा िेया ाािहए एवं उिात ढंग से सुियिचितत कर लेयी ाािहए
iii. नं जय के ब्रेकों को पूरी तरह ोडया ाािहए ब्रेक पानप तथा मेय ररजर्ाार प्रेिर को पूरी तरह ोडया
ाािहए तथा व्र्ूम को पूरी तरह यषट कर िेया ाािहए र्द्रि एम र्ू जेर् बी वाटव द्रफट द्रकर्ा एआ हो, तो उसे
ियिषक्रर् िस्थित में कर द्रिर्ा जार्
iv. गाडी के लोको पार्लट को सूिात कर िेया ाािहए द्रक वह गाडी को िीक ढंग से ालाए ्र्ोंद्रक राब
नं जयों में कभी भी ब्रेक- ा मता त्म हो सकती ह
v. ियिषक्रर् ( राब) नं जय को र्ात्री गाडी में लगाये तथा मालगाडी में पी े लगाये पर सा म वर्िि द्वारा जो
सहार्क लोको पार्लट से ियाले स्तर का यहं हो, ले जार्ा जाएगा गाडी का गार्ा िजसमें राब नं जय लगार्ा
गर्ा ह वर्िि गत तद्यर पर र्ह सुियिचितत करे गा द्रक राब नं जय को सा म वर्िि ले जा रहा ह मालगाडी के
पी े लगाए जाये पर नस वर्िि की ड्यूटी तथा उत्तरिािर्त्व होगा द्रक वह ग्रेर्ेर् से्िय में अियर्ंित्रत हो जाये
पर बुििमायीपूवाक हस्त ब्रेक का प्रर्ोग करे
(बी) ब्यलकक से्िय को ाली करया तथा गंतब्यर् स्थल तक पएुँाया :-
i) द्रकसी गाडी में कार्ारत नं जय जब रास्ते में राब हो जाता ह तो राब नं जय को सहार्क पएुँााये वाले नं जय के
साथ जोड द्रिर्ा जाएगा तथा गाडी को अगले ब्यलकक स्टेिय पर ले जार्ा जाएगा जहाुँ राब नं जय को
समान्र्तर्ा अलग कर द्रिर्ा जाएगा
ii) र्द्रि वहाुँ राब नं जय को अलग यहं द्रकर्ा जाता ह तथा गन्तब्यर् स्थल तक राब नं जय सिहत िोहरे िीर्षा
(नं जय) से गाडी ालाई जाती ह, ऐसी िस्थित में एक से अििक राब नं जय गाडी में य लगार्ा जार्
iii) उपर्ुा्त सभी मामले में राब नं जय सिहत नं जयों की कु ल सं्र्ा िो से अििक यहं होयी ाािहए बितें द्रक
से्िय में िोहरे िीर्षा वाले नं जयों की अयुमित ह

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iv) र्द्रि से्िय में िोहरे िीर्षा की अयुमित यहं ह जहाुँ कोई बैंकर सामान्र् उपर्ोग में यहं लार्ा जाता ह ब्यलकक
से्िय ि्लर्र करये के िलए सहार्ता पएुँााये वाले नं जय द्वारा ि्का द्रिर्ा जाएगा तथा अगले ब्यलकक स्टेिय
पर नं जयों के क्रम में अिल-बिल कर द्रिर्ा जाएगा तथा सुियिचितत द्रकर्ा जाएगा द्रक उयको एक साथ य जोडा
जार् वह उय िोयों नं जयों के बीा में न्र्ूयतम 91 मी. की िूरी वे
v) ऐसे से्ियों में जहाुँ िोहरे िीर्षा (नं जय) ले जाये की अयुमित यहं ह तथा बिंकग नं जय उपर्ोग में लार्ा जाता ह
संबंिित मंर्ल नं जीियर्र को ररिललिंवग नं जय के स्थाय के बारे में सूिात द्रकर्ा जाएगा जो से्िय में पुलों की
िस्थित तथा उयकी ल बाई की जांा करये के बाि मािालिंलग आर्ार के संबंि में अयुिेि िेगा

(सी) मालगािर्र्ों द्वारा राब नं जय का कर्षाण :


i. जहाुँ तक स भव ह, राब नं जयों का कर्षाण िसफा मालगािर्ोर्ों द्वारा ही द्रकर्ा जाया ाािहए
ii. जहाुँ िोहरे िीर्षा की अयुमित ह ऐसे से्ियों में राब नं जय को गाडी के नं जय की िीक पास में जोडा जार्
राब नं जय सिहत नं जयों की कु ल सं्र्ा तीय से अििक यहं होयी ाािहए
iii. र्द्रि राब नं जय को गाडी के नं जय के िीक पास में यहं लगार्ा जाता ह, नसे मालगाडी में द्रकसी भी क्रम
में लगार्ा जा सकता ह बितदेश द्रक राब नं जय तथा गाडी नं जय/ बैंिंकग नं जय ( र्द्रि कोई हो) के बीा की
न्र्ूयतम िूरी उसे से्िय में जहाुँ राब नं जय किर्षत द्रकर्ा जाया ह पुल की ल बाई से अििक हो
iv. व्र्ूम पानप को जोड द्रिर्ा जाएगा तथा राब नं जय को पानपर्ु्त वाहय के ुप में समझा जाएगा तथा
नस तरह राब नं जय के पी े पूणात: व्र्म ब्रेक र्ु्त ाार ा्कों वाले कम से कम 10 िर्ब्यबों को जोडा
जाएगा
v. र्द्रि राब नं जय को ब्रेक र्ाय के पी े जोडा जाता ह, तो तीक्ष्ण ढाल वाले से्िय में अियर्ंित्रत होये की
िस्थित में राब नं जय के कपलिंलग टू ट जाये पर उिात ढंग से हैंर् - ब्रेक लगाये की ड्यूटी एवं िािर्त्व उस
सा म वर्िि की होगी जो राब नं जय पर सवार ह
(र्ी) र्ात्री गािर्र्ों द्वारा राब नं जय का कर्षाण : िबजली नं जय (र्ात्री र्ा िमिश्रत ) जो त्रुरटपूणा य हो, िबजली/
र्ीजल नं जय द्वारा किर्षत र्ात्री गाडी (मेल एवं ए्सप्रेस ोडकर) में जोडा जा सकता हे बितें द्रक
िय यिलि त ितें पूरी होती हों -
(i) राब नं जय लगाये के िलए गाडी में गुंजानि हो
(ii) से्िय में िोहरे िीर्षा के िबजली /र्ीजल नं जय ालाये की अयुमित हो
(iii) गाडी के नं जय के िीक बाि में राब नं जय को लगार्ा जाएगा र्ात्री गाडी के ब्रेक र्ाय/ टी एल आर के पी े
यहं
(iv) व्र्ूम पानप को जोड द्रिर्ा जाएगा तथा राब नं जय को पानपर्ु्त वाहय के ुप में समझा जाएगा
(v) राब नं जय के संबंिित फोरमय/लोको पार्लट द्वारा एक प्रमाणपत्र जारी द्रकर्ा जाएगा द्रक गाडी की
अििकतम अयुमेर् गित पर संरा ा को धर्ाय में र ते एए राब नं जय र्ात्री गाडी द्वारा किर्षत द्रकए जाये के
िलए हर मामले में द्रफट ह
(vi) परा (ए) में िवियर्दिषट मूलभूत आवश्र्कताएं पूरी तरह से अयुपाितत हैं
(vii) राब नं जय सिहत नं जयों की कु ल सं्र्ा िो से अििक यहं होगी
(ई) गर- िवोुतीकृ त से्िय में राब िबजली नं जय का कर्षाण :-
जब गर-िवोुितत से्िय में राब िबजली नं जय को ले जार्ा जाता ह, तो अििकतम गित आर्ाम की
अयुसूाी के उललंर्य के संबंि में िविेर्ष जांा की जायी ाािहए र्द्रि नस अयुसूाी में कु उललंर्य होता ह
तो राब िबजली नं जय को (ओ र्ी सी) अििक आर्ामी परे र्षण के ुप में समझा जाएगा तथा ऐसे संालय
को नस तरह के आवागमय को ियर्ंित्रत करये वाले वतामाय ियर्मों के अयुूपप अयुमित िी जाएगी
(17) गािर्र्ों को जोड िेये पर एक गाडी के ुप में समझा जाया: जब गािर्र्ों को एक में जोड द्रिर्ा जाता ह, उन्हें एक
गाडी के रॅ प में समझा जाएगा एक समर् में िसफा एक ही मास्टर कं ्ोलर से कार्ा िलर्ा जाएगा

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4.22 नं जय र्ा टेंर्र पर ा़ या :
(1) नं जय के ाालक िल को ोडकर द्रकसी अन्र् वर्िि को सटीम नं जय के ऊपर र्ा टेंर्र पर ा़ ये की अयुमित
द्रकसी भी पररिस्थित में यहं ह िसफा िविेर्ष अयुिेिों के अंतगात
(2) िविेर्ष अयुििे ों के तहत िी जाये वाली अयुमित को ोडकर नं जय ाालक को ोडकर कोई भी अन्र् वर्िि
को एकता र्ा बएत नं काई वाली गाडी र्ा िबजली, र्ीजल र्ा पे्ोल नं जय द्वारा ाािलत गाडी के द्रकसी भी
ाालय-का में प्रवेि करये की अयुमित यहं होगी
(3) कोई भी अयििकृ त वर्िि उसमें र े एए द्रकसी भी र्ंत्र की े ड ाड यहं करे गा

सा.िय.4.22 (ए) द्रकसी भी वर्िि को र्ीएमर्ू/ईएमर्ू/एमईएमर्ू के पार्िाय र्ा ाालक का में र्ात्रा करे गा जब तक द्रक
वह ड्यूटी पर यहं ह तथा वह पार्िाय पर र्ात्रा करये के िलए प्राििकृ त यहं ह एक वर्िि को पार्िाय पर र्ात्रा करये
हेतु प्राििकृ त समझा जा सकता ह र्द्रि वह नं जय के िलए बुक द्रकर्ा एआ ाालक ह र्ा वह मेटल पास िारक ह र्ा उसके
समका ड्यूटी पास िारक ह र्ा उसके पास संबंिित मंर्ल र्ा मु्र्ालर् के प्राििकृ त अििकाररर्ों के सा म प्राििकारी
(वररषि मंर्ांनं (पावर/वररषि मंिबनं (कर्षाण)) द्वारा ियगात ाालक का पास उपलब्यि ह
(बी) अपवाि जयक पररिस्थितर्ों में ाालक िल/गार्ा, अयुरा ण र्ा सुरा ा कमाााररर्ों को र्ीएमर्ू/ईएमर्ू/ एमईएमर्ू के
गार्ा ब्रेकर्ाय र्ा गार्ा-िर्ब्यबो में र्ात्रा करये की जुरत पड सकती ह सभी रपााररकताओं पर गद्यर करये के बाि गार्ा-
के अितरर्त र्ात्री-गािर्र्ों के ब्रेक-र्ाय में अििकतम तीय वर्िि र्ों को जाये की अयुमित िी जा सकती ह
(सी) गार्ा के अितरर्त माल गािर्र्ों के ब्रेकर्ाय में र्ात्रा करये वाले अयुमत वर्िि र्ों की सं्र्ा पाुँा (5) से अििक यहं
होयी ाािहए द्रफर भी आपातकालीय मामलों में संबंिित मंर्ल के वररषि मं. परर.प्र. की पूवा अयुमित से सुरा ा
कमाााररर्ों, पुिलस, िसगयल एवं िूर संाार िवभाग के मर मती िस्ते, िाद्रकत्सा कमाााररर्ों नत्र्ाद्रि के मामले में ढील
िी जा सकती ह
(र्ी) र्ीएमर्ू/ईएमर्ू/एमईएमर्ू के ाालक का के मामले में ऐसे प्राििकृ त वर्िि र्ों की सं्र्ा मोटरमय सिहत तीय से
अििक यहं होयी ाािहए ्ेय में कार्ारत र्ीजल नं जयों /िबजली नं जयों में नं जय के ाालक सिहत ाार से अििक प्राििकृ त
वर्िि र्ों को र्ात्रा करये की अयुमित यहं रहेगी द्रफर भी, िसलवर मेटल पास िारक उपर्ु् ा त विणत 4 प्राििकृ त वर्िि
के अितररि नं जय के फू ट पर सफर कर सकते ह, नस तरह ऐसे मामलों में प्राििकृ त वर्िि र्ों की अििकतम सं्र्ा 05 हो
सकती ह समाय ूपप से िसगयल प्रेा ण सिमितर्ों द्वारा ियरीा ण के मामले में नं जय के ाालक सिहत 05 प्राििकृ त
वर्िि र्ों को अयुमित िी जा सकती ह
4.23 ब्रेक-वय :
1) कोई भी गाडी को ब्यलकक से्िय में प्रवेि करये की अयुमित यहं होगी जब तक की आपातकाल र्ा िविेर्ष
अयुिेिों के तहत प्रित्त अवस्था को ोडकर एक र्ा अििक ब्रेक - वय र्ा हैंर् ब्रेक वाले वाहय उसमें यहं
जोडे जाते हैं
2) रे ल गािर्र्ों, एक साथ जुटे एए नं जय र्ा नं जयों पर र्ह ियर्म लामू यहं होता ह
सा.िय.4.23 - (i) नं जय के पी े जोडे गए ाालक िवश्रामर्ाय ियरीा ण र्ाय र्ा िवभागीर् र्ाय िजसमें हण्र्-ब्रेक द्रफट द्रकर्ा
एआ य हो, पी े के गार्ा र्ा ब्रेक र्ाय के िबया भी स्टे िय से रवाया द्रकर्ा जा सकता ह बितदेश द्रक वाहय कार्ारत
व्र्ूम ब्रेक उपकरणों से सुसिजितत हो
(ii) ब्रेक-वय के िबया गाडी ालाये की अयुमित हेतु प्राििकार :-

जब तक द्रक वर्िि गत तद्यर पर मु्र् परराालय प्रबंिक/ पू.रे . द्वारा िविेर्ष अयुमोिय यहं द्रिर्ा जाता ह,
ऐसी कोई गाडी यहं ालाई जार् गाडी का पूरा वर्ोरा र्था तारी , गाडी सं., स्टेिय से स्टेिय तक अिन्तम
वाहय सं. का रे कार्ा अलग रिजस्टर में तका संगत तरीके से द्रकर्ा जाया ाािहए िजससे कं ्ोल कार्ाालर् में
नसका अयुपालय द्रकर्ा जा सके
संाार वर्वस्था पूरी तद्यर पर िवफल हो जाये पर ऐसी गािर्र्ो के ालाए जाये पर स्त मयाही ह

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बरती जाये वाली साविाियर्ां :
जब कभी एक मालगाडी िबया ब्रेक-वय के ालाई जाती ह, िय यिलि त साविाियर्ां बरती जायी ाािहए -
(1) गाडी अिन्तम वाहय सं. िसिान्त पर ालार्ी जाएगी
(2) गाडी स्टाटा करये से पहले गार्ा अिन्तम वाहय की सं्र्ा तथा उसके िववरण की जायकारी िलि त ुप में
गाडी के प्रारं िभक स्टेिय के स्टेिय मास्टर/र्ार्ा मास्टर को िेगा
(3) प्रारं िभक स्टेिय का स्टेिय मास्टर/र्ार्ा मास्टर प्रानवेट यं. के आिाय-प्रिाय द्वारा अंितम वाहय की सं्र्ा
तथा उसके िववरण के बारे में से्िय कं ्ोलर को जायकारी िे िेगा तब से्िय कं ्ोलर मागास्थ सभी
स्टेिय-मास्टरों को गाडी सं. तथा वाहय का पूणा िववरण िेकर सतका कर िेगा

(4) प्राईवेट सं. अिाय-प्रिाय के तहत पू े जाये पर तथा लानय ि्लर्र िेते समर् लानय ि्लर्र संबंिी
पू ता एवं उसके उत्तर में अिन्तम वाहय की सं्र्ा तथा उसके िववरण को स्पषट ुप से िािमल द्रकर्ा
जार् गाडी की सं्र्ा, उसका िववरण तथा आिाय-प्रिाय द्रकए गए प्रानवेट यं. गाडी िसगयल ररजस्टर में
िजा द्रकए जाये ाािहए
(5) प्रत्र्ेक स्टेिय से गाडी प्रवेि से्िय िसगयल िेते समर् अिन्तम वाहय की सं्र्ा तथा उसका िववरण
से्िय कं ्ोल एवं आगे के स्टेिय के स्टेिय मास्टर को बार-बार िोहराई जार्
(6) गाडी परीा क ब्रे-ा मता प्रमाणपत्र जारी करते समर् अिन्तम वाहय की सं्र्ा एवं उसके िववरण का अवश्र्
उलले करे
(7) एल.वी. बोर्ा र्ा टेल ल प जसी द्रक. िस्थित हो गार्ा द्वारा सबसे िप ले वाहय के अिन्तम ोर पर िीक ढंग
से लगार्ा जार् र्द्रि गार्ा यहं द्रिर्ा गर्ा ह तब संबंिि सामान्र् ियर्म एवं सहार्क ियर्म का पालय
द्रकर्ा जार्
(8) ्ेय के गार्ा को नं जय पर र्ात्रा करयी ाािहए
(9) र्ात्रा के िद्यराय गार्ा, लोको पार्लट एवं उसके सहार्क को अ्सर पी े धर्ाय िेया ाािहए द्रक गार्ोी का
िप ला सही एवं उिात ढंग से गाडी से जुडा एआ ह
(10) िबया ब्रेक-वय एवं उसके अिन्तम वाहय सं. के िबया स्टेिय द्वारा गाडी की गाडी सं. प्राप्त होये पर वह
प्रानवेट यं. आिाय-प्रिाय करके िोयों ोर के के िबयों को सूिात कर िेगा
(11) के िवय मय/ स्टेिय मास्टर/सहा. स्टेिय मास्टर- के िवय िप ले स्टेिय से प्राप्त गाडी के िप ले वाहय की
सं्र्ा की जांा करें गे तथा गाडी के पूरी तद्यर पर आगमय के बाि से्िय को ि्लर्र कर िेंगे
(12) र्द्रि के िवयों में ड्यूटी पर उपिस्थत कमााारी अिन्तम वाहय सं. जो िप ले स्टेिय /से्िय कं ्ोलर से प्राप्त
एई ह को िमलाय करये में असमथा ह र्ा गाडी के अिन्तम वाहय सं. को प़ ये में असमथा ह उयहें ड्यूटी पर
उपिस्थत अन्र् के िबयमय/सं. स्टेिय मास्टर से स पका स्थािपत करया ाािहए रर उयसे गाडी रोककर
अिन्तम वाहय सं. जो कं ्ोल से प्राप्त एआ ह को सत्र्ािपत करये हेतु कहया ाािहए स्टेिय मास्टर/
सहा.स्टेिय मास्टर/ के िबयमय भी र्द्रि गाडी को रोकये तथा अिन्तम वाहय सं. को सत्र्ािपत करये में
िबफल रहे, तो अगले स्टेिय को गाडी रोककर अिन्तम वाहय सं. िमलाय करये हेतु कहा जाएगा ऐसे
मामलों में जब अिन्तम वाहय सं. गाडी रोककर िवििवत सत्र्ापय कर िलर्ा जाता ह तथा गाडी का पूरी
तरह आगमय सुियिचितत कर िलर्ा जाता ह िप े के ब्यलकक से्िय को बंि यहं करया ाािहए
र्द्रि िप ले स्टेिय/ से्िय कं ्ोलर से प्राप्त अिन्तम वाहय सं. टली यहं करती ह, गाडी रोकये का हर
संभव प्रर्ास करया ाािहए तथा नं जय पर र्ात्रा कर रहे गार्ा से कहया ाािहए द्रक वह वाहय की सही सं.
ििााते एए जो द्रक गाडी परीा क द्वारा ब्रेक ा मता प्रमाणपत्र में िजा ह, आगमय प्रमाणपत्र जारी करके गाडी
के पूणा आगमय का अिभप्रमाण िे
जब िोयों ोर पर के िबय यहं ह, अिन्तम वाहय सं. के िमलाय का िािर्त्व स्टेिय मास्टर पर आएगा
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(13) गाडी की गित : र्द्रि गाडी िबया ब्रेक- र्ाय के अिन्तम वाहय सं. पर ाल रही हो, द्रिय के समर् जब सब
कु साफ िी रहा हो, 20 द्रकमी. प्र.र्ं. की सीिमत रफ्तार से स्टेियों से होकर गाडी गुजरे गी रात के
समर् र्ा र्ये कु हरे वाले मद्यसम में जब साफ द्रि ाई यहं पडता ह, नस तरह की गाडी को अिन्तम वाहय सं.
के सत्र्ापय तथा गाडी के पूणा आगमय को सुियिचितत करये हेतु प्रत्र्ेक स्टेिय पर ुकया ाािहए
(14) स्टेियों के बीा में िबया ब्रेक-वय के गाडी जो अिन्तम वाहय सं. पर ाल रही हो, प्रभावी अन्र् गित
प्रितबन्िों के अिीय से्िय की ियिााररत गित सीमा के अन्िर ालेगी द्रफर भी र्ये एवं कु हरे मद्यसम में जब
िीक से द्रि ाई यहं पडती ह, सामान्र् एवं सहा. ियर्म के अयतगात सतका ता पर ब ूबी घ्र्ाय िेते एए
गाडी ालेगी
(15) कु स्टेियों पर एक गाडी को जगह िेये के िलए एर्वांि स्टाटार ्ेलिंलग प्वार्ंट से 180 मी. से भी अििक
िूरी पर रहते हैं ऐसे स्टेियों पर एर्वांि स्टाटार तक िबया ब्रेक-वय के गािर्र्ों का आगे ब़ ये से रोकया
ाािहए
(16) स्वाािलत वलकक िसगलिंलग तथा आई.बी.पी. ा ेत्रों में द्रकसी भी गाडी के पी े -पी े जाये की अयुमित यहं
रहयी ाािहए जब तक द्रक आगे जाये वाली गाडी िजसे िबया ब्रेक-वय के जाये की अयुमित िी गई ह, अगले
ब्यलकक स्टेिय पर पूरी तरह यहं पएुँा जाती ह
रटप्पणी : सहार्क ियर्म 4.23(ii) के उपलब्यिों का िबया ब्रेक वाय के ियर्िमत ूपप से ालाये हेतु प्रर्ोग यहं द्रकर्ा
जाया ाािहए र्े उपलब्यि यहं टालये र्ोग्र् पररिस्थितर्ों में परराालियक आवश्र्कताओं की पूित हेतु िबया
ब्रेक वाय के गािर्र्ों के संाालय की आवश्र्कता की पूित करते हैं
स.िय.4.23 (iii) नं जय के पी े जोडे गए ाालकिल िवश्रामर्ाय, ियरीा ण र्ाय र्ा िबया हैंर् ब्रेक वाला िवभागीर्
वहीकल को स्टेिय से िबया गार्ा र्ा िप ले ब्रेक र्ाय के भेजा जा सकता ह, बिदेश द्रक वह वहीकल एि्टव
व्र्ूम ब्रेक उपकरण से लस हो
4.24 गाडी में ब्रेकर्ाय का स्थाय : जब तक की िविेर्ष अयुिेिों द्वारा अन्र् ियिेंि यहं द्रिर्ा जाता ह, एक ब्रेकर्ाय
गाडी के पी े लगार्ा जाएगा, परन्तु िविेर्ष अयुिेिों के अिीय, आरिा त िर्ब्यबे र्ा िूसरे वाहय ऐसे ब्रेकर्ाय के
पी े लगाए जा सकते हैं
स.िय.4.24 (ए) िम्स्र् गाडी बयाते समर् मालिर्ब्यबे गाडी के नं जय के साथ लगार्े जार्ेंगे रर उसके पी े अगला
ब्रेकर्ाय तथा उसके पी े ाली र्ा भती कोलिंाग वाहय लगार्े जार्ेंगे ताद्रक कोलिंाग वाहय रर मालिर्ब्यबों
के बीा में एक ब्रेक र्ाय हो
(बी) अििकतम 2 बोगी र्ा ाार 4 वहीलर तक एि्टव व्र्ूम ब्रे्र् वहीकलस र्ा वगयों की व्र्ूम द्रफटेर्
्ेय के िप ले ब्रेक-र्ाय के पी े जोडा जा सकता ह, बितदेश द्रक वे सभी वहीकलस र्ा वगय ्ेय के व्र्ूम ब्रेक
से जुडे हों
र्ह िमिल्ी स्पेिल पर भी लागू ह पूवा रे लवे प्रणाली पर कोई गाडी नय अयुिेिों का उललंर्य करता ह तो
उसे उपर्ुा्त ियर्म के अयुसार ररमािाल द्रकर्ा जाता ह
(सी) द्रकसी र्ात्रीवाहय गाडी के िप ला ब्रेकर्ाय के पी े पहले से हं िो बोगी ाार ाारपिहर्ा वाहय होये
की िस्थित में, एक ियरीा णर्ाय िजसका व्र्ूम ब्रेक सही ुप में कार्ािील हो, अितरर्त भी लगार्ा जा
सकता ह बितदेश द्रक ब्रेक पिित गाडी के समाय ही हो
(र्ी) पूणा व्र्ूम ब्रे्र् ्ेय के मामले में के वल व्र्ूम ब्रे्र् र्ा पानप वहीकलस को जोडा जा सकता ह रर
ऐसे सभी मामलों में, व्र्ूम पानपो को प्रर्ोग में लार्ा जाएगा, र्मीज पर के वल व्र्ूम पानप नं जय का
लीलिंर्ग पानप रर िप ले वहीकल का पुच लला पानप होगा
4.25 गार्ा :
(1) िविेर्ष अयुििे ों के अिीय र्ा आपात िस्थित के िसवार्, प्रत्र्ेक परराािलत गाडी में एक र्ा एक से अििक
गाडों की वर्वस्था की जाएगी
(2) िय यिलि त अवस्थाओंके िसवार् परराािलत गाडी का गार्ा अपये ब्रेकर्ाय में र्ात्रा करे गा, अपवाि -
(ए) आपात िस्थित में, र्ा
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(बी) िविेर्ष अयुिेिों के अिीय

(3) र्द्रि कोई गाडी िबया गार्ा के ालाई जाती ह तो गार्ा के वे कतावर् िजयका लोको पार्लट पालय कर
सकता ह, िविेर्ष अयुिि
े ों में िवियर्दिषट ूपप में उसे सौंप द्रिए जाएंगे
स.िय.4.25 (ए) जब द्रकसी गाडी के साथ िो र्ा अििक गार्ा ाल रहे हों तो प्रभारी गार्ा िप ला ब्रेकर्ाय में ा़ ेगा
(बी) राजिायी ए्सप्रेस/िताब्यिी ए्सप्रेस का गार्ा ब्रेकर्ाय के स्थाय पर गाडी अिीा क के साथ र्ा पावर
कार में र्ात्रा कर सकता ह वह सा.िय.4.19 में र्था िवियर्दिषट ियजी उपकरण अपये साथ ियिचितत
ुप से र ेगा
4.26 र्ुग्मक (कपलिंलग) : कोई भी वाहय िजसमें अयुमोद्रित ढंग का र्ुग्मक (कपलिंलग) यहं लगा ह, द्रकसी गाडी से यहं
जोडा जाएगा
(र्) वहीकल रर क्रेय
4.27. क्रेय :
(1) कोई भी ्ावेलिंलग क्रेय द्रकसी गाडी के साथ तब तक यहं लगार्ा जाएगा जब तक द्रकसी उसिात ुप से
प्राििकृ त वर्िि द्वारा र्ह प्रमािणत यहं कर द्रिर्ा जाता द्रक वह िीक ाालू हालत में ह रर, र्द्रि आवश्र्क
ह तो, उसकी िजब के िलए एक र्मी ्क भी लगा द्रिर्ा जाता ह
(2) जब क्रेय को द्रकसी िवोुत कर्षाण वाली र्ा उससे लगी द्रकसी लानय पर काम करया ह तो िविेर्ष अयुिेिों के
अिीय ियिााररत कार्ािविि रर साविायी का भी, पालय द्रकर्ा जाएगा
4.28 वाहयों का लिाय :
(1) द्रकसी वगय र्ा ्क का लिाय नस प्रकार यहं द्रकर्ा जाएगा द्रक उसका सककल भार अििियर्म की िारा
5-3 की उपलब्यिता (3) के अिीय ियर्म अििकतम सीमा से अििक र्ा कम हो र्द्रि कोई हो, रे ल प्रिासय
द्वारा उसे ियिााररत द्रकर्ा जा सकता ह
(2) अयुमोद्रित िविेर्ष अयुिेिों के अिीय के िसवार्, कोई वाहय नस प्रकार यहं लािा जाएगा द्रक उसका
आर्ाम रे लवे बोर्ा द्वारा समर्-समर् पर ियिााररत अििकतम ाल आर्ाम (मे्सीमम मुलिंवग र्ानमेन्िय ) से
अििक हो जाए
(3) र्द्रि द्रकसी ्क में लिा एआ माल ्क की सीमा से असुरिा त ुप में आगे ियकला एआ ह तो उस ्क के साथ
एक अितरर्त ्क र्मी के ुप में, लगा द्रिर्ा जाएगा
(4) जब तक द्रक िविेर्ष अयुिेिों द्वारा र्ह काम द्रकसी अन्र् रे ल सेवक को यहं सद्यपी जाती, गाडी का गार्ा उस
गाडी में जुडे ल ु े ्क पर लिे माल की साविायीपूवक ा जॉंा करे गा रर र्द्रि कोई माल अपयी जगह से
ि सक गर्ा ह र्ा उसे िीक प्रकार से वर्विस्थत करये की आवश्र्कता तो वह र्ा तो माल को सुरिा त ुप
से बंिवा िेगा र्ा उस ्क को गाडी से अलग करवा िेगा
स.िय.4.28 (ए) मायक ाल आर्ाम, बडीलानय - द्रकसी भी प्रकार के कोई वाहय को परराालय की अयुमित यहं िी
जाएगी र्द्रि उस वाहय र्ा उसका भार यीाे िल े आर्ाम के अंिर यहं हो -
i) कोलिंागवाहय हेतु अििकतम ाद्यडाई - 3250 िमलीमीटर
ii) ाारपिहर्ा माल िर्ब्यबा हेतु अििकतम ाद्यडाई - 3200 िमलीमीटर
iii) आिपिहर्ा मालिर्ब्यबा हेतु अििकतम ाद्यडाई - 3050 िमलीमीटर
iv) मधर् में अििकतम ऊुँााई - 4115 िमलीमीटर
v) बोगी मालिर्ब्यबा हेतु द्रकयारा में अििकतम ऊुँााई - 3530 िमलीमीटर
vi) ाारपिहर्ा मालिर्ब्यबा हेतु द्रकयारा में अििकतम ऊुँााई - 3505 िमलीमीटर

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(बी) मायक ाल आर्ाम- (यरोगेज)- द्रकसी भी प्रकार के कोई वाहय को परराालय की अयुमित यहं िी
जाएगी र्द्रि उस वाहय र्ा उसका भार यीाे िल े आर्ाम के भीतर यहं हो :-

(i) मधर् में अििकतम ऊुँााई - 3200 िमलीमीटर अििकतम (10’- 6”)
(ii) रे लसतह से द्रकयारा की ऊुँााई - 2895 िमलीमीटर अििकतम (9’- 6” )
(iii) अंग्रेजी पृषि से िात्र बयाएं बोगी - 2290 िमलीमीटर
वाहय तथा ाारपिहर्ा िोयों वाहयों की ाद्यडाई

(सी) जब लकडी (रट बर) र्ा अन्र् सामाय जो 2 ्क में आ सकता ह लेद्रकय अििक लंबाई होये के कारण 3
्क में लिाय द्रकर्ा जाया हो तो ियि यलि त प्रद्रक्रर्ा अपयाई जायी ाािहए -
(i) बीा वाले ्क में कोई लिाय यहं होगा रर उसके िोयों सानर् कन्सानन्मेन्ट से कम से कम 230
िम.मी. ि्लर्र रहया ाािहए
(ii) कन्सानन्मेन्ट िोयों ोर्ो के 2 ्कों के मधर् रहेगा रर सतह से 152 िम.मी. िूर (Free) रहेगा
(iii) नय ्कों के सानर् भी कन्सानन्मेन्ट से कम से कम 230 िम.मी. ि्लर्र रहेगा
(iv) कन्सानन्मेन्ट का व़नय लिाय वहय करये वाले नय 2 ्कों में से द्रकसी एक की वहय ा मता से िो गुया
यहं होया ाािहए

100
4.29 ा ितग्रस्त र्ा िोर्षपूणा वाहय –
1) र्द्रि कोई वाहय पटरी से उतर जाता ह तो उसे स्टे ियों क बीा तब तक यहं ालार्ा जाएगा जब तक द्रक
सा म गाडी - परीा क उसकी जाुँा करके उसे पास यहं कर िेता,
परन्तु र्द्रि कोई वाहय स्टेियों के बीा पटरी से उतर जाता ह द्रकन्तु उसे द्रफर से पटरी पर ा़ ा द्रिर्ा जाता
ह तो लोको पार्लट र्द्रि सुरिा त समझता हतो, उस वाहय को िीमी गित से अगले स्टेिय तक ले जाएगा
2) र्द्रि गार्ा र्ा स्टेिय मास्टर को गाडी के द्रकसी भी वाहय की ििा में गाडी परीा क द्वारा उसकी जाुँा की
जाये से पहले ही, द्रकसी संकट की आिंका ह तो वे लोको पार्लट से परामिा करें गे, रर र्द्रि वह आवश्र्क
समझता ह तो उस वाहय को गाडी से अलग कर द्रिर्ा जाएगा
स.िय.4.29
(ए) ‘स्टेिय मास्टर’ एवं उयके कमाााररोर्ों को अपये स्टेिय से गुजरयेवाली गािर्र्ों के वाहय की िस्थित धर्ायपूवाक
िे या ाािहए रर द्रकसी राबी र्ा अियर्िमतता पार्े जाये पर जसे द्रक वस्तुओं का गाडी से िगरया, द्रकसी वाहय
में आग लगया, गमा िूरा र्ा एवं अन्र् असुरिा त पररिस्थितर्ाुँ, िजससे रे ललानय र्ा
लानयें फाउल र्ा बािित होये की संभावया हो, तरा का िसगयल द्रि ाकर गाडी को रोकये का तत्काल
प्रर्ास करया ाािहए र्द्रि गाडी को रोका यहं जा सकता हो तो तत्काल अगले स्टेिय को ब्यलककर्ंत्र से, जहाुँ लगे
हों, सूिात करे गा, 000000-0 : िवराम एक का र्ंटी संकेत िेकर गाडी रोकये की सूाया िूरभार्ष पर िेगा एवं
प्रानवेट यंबर का आिाय-प्रिाय करे गा, र्द्रि िूरभार्ष राब हो तो अन्र् संाार माधर्म से प्रानवेट यंबर िेये के पूवा
नसकी सूाया िेगा एवं से्िय ियर्ंत्रक को सूिात करे गा
जब तक प्रभािवत गाडकी अगले स्टेिय पर पूरी तरह पएुँा यहं जाती ह तब तक ब्यलकक से्िय के िोयों ोर
पर के स्टेिय मास्टर द्रकसी गाडी र्ा गािर्र्ों को उस लाईय र्ा सटे लानय/लानयों पर से्िय में संालय की
अयुमित यहं िेंगे उसके बाि गाडी के ाालक को पररिस्थितर्ों की सूाया िेकर एवं सतका ता आिेि द्वारा पयी यजर
र ये की ाेतावयी के साथ से्िय में प्रवेि की अयुमित िी जार्ेगी
तथािप र्द्रि र्ह सूाया िमलती ह द्रक प्रभािवत गाडी के साथ गमा िूटुरा बाला वाहय ह र्ा गाडी से सामाय िगर
ाुका ह तो उस लानय र्ा सटे लाईयों पर उसी तरह का सतका ता आिेि जारी कर प्रवेि की अयुमित िी जा सकती
ह सताकता आिेि जारी करया तब बंि द्रकर्ा जार्ेगा जब ब्यलकक सेकिय का बािारिहत होया सुियिचितत कर िलर्ा
जार्ेगा
गाडी में कार्ारत कमााारी भी अपयी गाडी के िोयों तरफ लगातार िे ते रहेंगे, जब गाडी ाल रही हो र्ह िे ये
हेतु द्रक गाडी संरिा त तथा उिात िविि से ाल रही ह
(बी) उय पररिस्थितर्ों में जब स्टेिय मास्टर वस्तुओं र्ा वाहय के द्रकसी पाट्सा को िगरता िे ता ह रर ऐसा िवश्वास
करये का कारण हो द्रक वे स्टेिय सीमा में गाडी के पएुँाये के पूवा िगरे हैं, वह िप ला स्टेिय को भी सूिात करे गा
जसा द्रक पारा (ए) में विणत ह जब ऐसा कर िलर्ा जार्े तो उसी तरह की साविाियर्ॉं अपये स्टेिय एवं िप ले
स्टेिय के बीा ालये वाली गािर्र्ों के संालय के िलर्े भी बरती जार्ेगी तथािप ऐसी सूाया िप ले स्टे ियों को
द्रिर्ा जाया िजस स्टेिय को तरा की आिंका हो रर िप ला सटा ब्यलकक से्िय तक ही सीिमत होया ाािहए
रटप्पणी : गितिील गमा िुरा / रकलर बीर्ंरग के जाम होये के ला ण क्रमबि ुप में िय यिलि त ह :

गमा िुरा : (i) ब्सा गमा होये लगता ह रर नस ारण में मात्र पी े की तरफ से ब्सा के द्रकयारा पर हाथ र कर
ू ये से पकडा जा सकता ह
(ii) गमा तेल रर जूट की ती ी गंि आती ह जो वाहय से कु िूरी पर पकडा जा सकता ह
(iii) गमा होये की प्रद्रक्रर्ा में कभी भी द्रकसी समर् सीटी बजये का िोर भी हो सकता ह िजस ब्य्सा से सीटी
की आवाज आती ह उसकी जका अवश्र् की जायी ाािहए
(iv) ब्सा नतया गमा हो जाता ह द्रक जूट रर तेल जल सकता ह ब्सा से िुआं ियकलता एआ एवं
िायगारी िे ा जा सकता ह रर ब्सा का िातु गमा होकर लाल हो जाता ह नस िस्थित में िुरा कु
द्रकलोमीटर में टू ट जाएगा

101
(सी) रकलर बीर्ंरग का जाम होया :
(i) वहीलस का द्रफसलया
(ii) िाित्वक िोर
(iii) जले एए तेल/ग्रीस का गंि
(iv) लाल ्वाला (रे र् ग्लो) के वल रात में
(v) ग्रीस से िुआ

(र्ी) कोई कमााारी िजसकी जायकारी में गमा िुरा र्ा रद्यलर बीर्ंरग का जाम होया आता ह, तुरन्त नस बात की सूाया
तसे िज मेवार रे ल कमााारी र्था स्टेिय मास्टर गार्ा अथवा ाालक को अवश्र् िेगा जो नसकी जाुँा के िलए किम
उिाएगा र्द्रि आवश्र्क हो तो ऐसे वाहय को अवश्र् ही काट द्रिर्ा जाएगा

(ई) रोर् साईर् स्टेियों पर जहाुँ गाडी परीा क कमााारी यहं हो द्रकसी वगय को भेजये के पहले ए्सल बक्स का
परीा ण स्टेिय ्ेय स्टाफ द्वारा अवश्र् की जायी ाािहए र्द्रि ढ्कय की कमी हो तो र्ह िे या सािारण बात ह
द्रक बक्स में कु ह अथवा यहं र्द्रि कोई बक्स ाली ह तो वगय को ियिचितत ुप से रोका जाया ाािहर्े एवं
ियकटतम गाडी परीा क को तार द्वारा सूिात करया ाािहए जो पािंकग करये की वर्वस्थ करे गा स्टेिय मास्टर
अवश्र् िे ग
ें े द्रक उयके स्टेिय पर सभी IV श्रेणी के कमााारी नस आिेि को जायते हैं जब कोई िुरा ब्सा र्ा िुरा
गमा हो तो उस पर कतई पायी यहं र्ालया ाािहए
(ई) गाडी ालाये से पूवा की साविाियर्ाुँ
4.30 प्रस्थाय करये से पूवा ड्रेंटानवर रर गार्ा द्वारा सूायाओं की जाुँा : गाडी के साथ प्रस्थाय करये से पहले प्रत्र्ेक
लोको पार्लट रर गार्ा उयके मागाििाय के िलए जारी की गई सूायाओं की जॉंा करें गे रर उएयसे र्ह
सुियिचितत करें गे द्रक रेल के उस से्िय में िजस पर उन्हें काम करया ह, कोई ऐसी बात तो यहं ह िजसका उन्हें
िविेर्ष ुप से धर्ाय र या ह
स.िय.4.30 (ए) सभी गार्ा अपयी ड्यूटी पर जाये के पहले स्टे िय मास्टर कार्ाालर् में उपिस्थत होंगे रर उपिस्थित
पंिजका (एपीर्रे न्स बुक) में हस्ताा र करे गे एवं ऐसी सूायार्ें रर अयुिेिों पर लषफहस्ताा र करें गे जो
उयके सूायाथा एवं मागाििाय हेतु प्रििित होंगे
(बी) लोको पार्लट कार्ा प्रारं भ करये के पहले उपिस्थित पंिजका (एपीर्रे न्स बुक) में िेर् में उपिस्थत होये
साथ अपया हस्ताा र करें गे मंर्ल रे ल प्रबंिक द्वारा स्थायीर् अयुिेिों द्वारा िविभन्य कोरट के गािर्र्ों
के िलए लोको पार्लट के उपिस्थत होये का समर् ियिााररत द्रकर्ा जार्ेगा तत्पश्ाात योरटस बोर्ा र्ा
योरटस बुक में प्रििित गाडी संाालय संबंिी सभी यई सूायाओं को ाालक द्वारा धर्ायपूवाक प़ ा
जार्ेगा रर तब ाालक र्ह प्रििित करये हेतु द्रक उसये उसमें िल े सूायाओं को प़ िलर्ा ह रर
समझ िलर्ा ह, अपया याम िल कर हस्ताा र करे गा
4.31 प्रस्थाय करये से पूवा गािर्र्ों की जाुँा - जब द्रकसी स्टेिय पर गाडी परीा क द्वार गाडी की जाुँा कर ली जाती ह
तो स्टेिय मास्टर तब तक गाडी के प्रस्थाय की अयुमित यहं िेगा जब तक उस परीा क से र्ह ररपोटा यहं िमल
जाती द्रक गाडी जाये र्ोग्र् ह रर िसमें ियिााररत ब्रेक ििि ह
स.िय. 4. 31 (1) ऐसे स्टेिय जहाुँ गाडी परीा क पिस्थािपत यहं ह र्ा रोर् साईर् स्टेियों पर स्टेबलस लोर् ालाते समर्,
गार्ा एवं ाालक –
i) प्रस्थाय के पहले व्र्ूम र्ा एर्रप्रिर ियरं तरता रर पर्ााप्त ब्रेकििि द्रक्रर्ािील एवं ियिषक्रर् िपस्टयों की
गणया कर सुियिचितत करें गे
ii) िृिि परीा ण द्वारा सुियिचितत करें गे द्रक ब्रेकब्यलकक, सेफ्टीब्रके ट, ्कएररर्ा िपय, ब्रेकगीर्र िपय समेत
अन्र्रगीर्र के द्रफंटग ढीले यहं हैं जो गािर्र्ों क संरिा त परराालय को तरा पएुँाा सकता ह
iii) ब्रेकििि प्रमाण-पत्र की विता की जांा करें ग,े र्द्रि विता अविि समाप्त हो गर्ी हो तो गाकडी संालय की
द्रििा में अगले गाडी परीा ण िबन्िु तक गाडी ले ालेंगे एवं संर्ु्त मेमो, जो उपिारा iv) में विणत अयुसार
तर्ार द्रकर्ा जार्ेगा, रर नन्िराज करके स्टेिय मास्टर द्वारा ियर्ंत्रक को सूिात द्रकर्ा जार्ेगा, एवं
102
iv) ब्रेकििि एवं किमर्ॉं र्द्रि कोई हो, को उसके प्रकार क उलले के साथ सािा कागज पर तीय प्रितर्ॉं में
संर्ु्त ुप से मेमो तर्ार करे गा रर वे िोयों उसकी एक एक प्रित अपये पास र ग ें े उसकी तीसरी प्रित
स्टेिय मास्टर को सौंप िेंगे
(2) स्टेिय मास्टर गार्ा रर लोको पार्लट को गाडी ालाये की अयुमित तब तक यहं िेगा जब तक द्रक उय िोयों से
सुर्ु्त मेमो नस संबंि में प्राप्त यहं हो जाता हद्रक गाडी आगे ब़ ये हेतु द्रफट ह
(3) गाडी परीा क कमाााररर्ों को आवश्र्क सुरा ा प्रिाय करये हेतु द्रिय में परीा ण्ं के समर् एक बडा लाल झंडा र्ा
लाल रं गवाला लगभग 038 x 0.30 मीटर का बोर्ा िजस पर सफे ि में (STOP) िल ा रहेगा जो िरातल से 1.21
मीटर ऊपर गाडी के िोयों ोर पर उयके द्वारा प्रििित द्रकर्ा जार्ेगा सूर्ाास्त से सूर्ोिर् के बीा झंर्ा र्ा स्टकप
बोर्ा लाल बत्ती द्वारा बिल द्रिर्ा जाएगा प्लेटफकमा लानय पर र्ात्री वाहक गािर्र्ों की िस्थित में लाल झंर्ा र्ा
बोर्ा र्ा लालबत्ती प्लेटफामा पर प्रििित द्रकर्ा जाया ाािहए ताद्रक गाडी के ाालकिल द्वारा पलेटफामा की रर
से िे ा जा सके कोई भी गार्की द्रकसी भी कारण से जब तक र्े झंर्े र्ा बोर्ा र्ा बिि र्ॉं प्रििित रहें तबतक आगे
यहं ब़ ार्ी जार्ेगी गाडी परीा क एवं िवोुत कमााारी जो नसे लगार्ेंगे वे ही नय झंर्ों, बोर्ा र्ा बिि र्ों को
हटार्ेंगे रर स्टेिय मास्टर को सूिात करें गे जब उयका काम पूरा हो गर्ा ह

4.32 लोको पार्लट द्वारा गाडी की जाुँा : र्ात्रा प्रार भ करये से पहले रर मागा में कोई िंंटग करये के बाि लोको
पार्लट र्ह सुियिचितत करे गा द्रक :
(क) उसका नं जय िीक प्रकार काम कर रहा ह
( ) नं जय रर गाडी के बीा र्ुग्मक (कपलिंलग) समुिात ुप से कस द्रिर्ा गर्ा ह
(ग) ियर्म 4.14 के उपियर्म (1) में ियिााररत हर् लानट रर िान्ह (माका र) बिि र्ॉं अच ी हालत में ह, रर
आवश्र्कता के समर्, वे तेज रोियी िेती हैं

स.िय.4.32 (i) िवोुत गािर्र्ों के लोको पार्लट / मोटरमय नसके अितरर्त मंर्ल िवोुत नं जीियर्र (ाल स्टकक)
द्वारा जारी िविेर्ष अयुििे ों के अयुुप ियरीा ण एवं जांा करें गे
(ii) िेर् से बाहर ियकलते समर् िवोुत नं जयों का परीा ण :- लोको पार्लट द्रकसी िवोुत नं जय को रलिंयग
लानय पर बाहर यहं ियकालेगा जबतक द्रक वह नं जय की जॉंा यहं कर ले एवं मंर्ल िवोुत
नं जीियर्र (टीआरएस) द्वारा जारी अयुिि े ों के अयुुप नं जय की जॉंाकर क्रमबि तर्ार यहं कर लें
(iii) मागा में ाालकिल द्वारा िवोुत नं जय की कार्ाप्रणाली की जॉंा :-
(ए) लोको पार्लट एवं सहार्क लोको पार्लट नं जय के ियाला िहस्सा की जांा करे गा रर िहराव पर
जब पर्ााप्त समर् िमले तब जी- के स, र्ब्यलू.एय.एपलर, ए्सल बक्स एवं बाहर से द्रि ाई पडये वाले
अन्र् र्ांित्रक कलपुजाा का तापमाय, ू कर अयुभव करें गे जब िहराव पर पर्ााप्त समर् उपलब्यि हो
(बी) लोको पार्लट सुियिचितत करे गा द्रक उसका सहार्क लोको पार्लट नं जय के ककररर्ोर को र्ात्रा के समर्
अ्सर र्ूमकर िे े द्रक िविभन्य सहार्क कलपुजदेश, ररले एवं उपकरणों की जॉंा कर रर असामान्र्
िस्थित, र्द्रि कोई हो, सूाया लोको पार्लट को िे सहार्क लोको पार्लट बए संालय वाले नं जयों के
पी े की रर ालयेवाले नं जयों के अगला के िबय की जांा भी करे गा सं .िय. 4.42 (2) (सी) के अयुसार
जब गाडी द्रकसी स्टेिय के पास पएुँा रही हो तो नं जय के भीतर की जांा यहं करे गा
(सी) लोको पार्लट िस्थितर्ों की सूाया स्वर्ं र्ा सहार्क लोको पार्लट र्ा स.स्टे.मा. के माधर्म से मेमो
द्वारा टीएलसी को करे गा र्द्रि मधर् से्िय में गाडी अि्त हो जाती ह तो वह आपातकालीय िूरभार्ष
का उपर्ोग करे गा

(iv) लोको िेर् में पएुँाये पर िवोुत नं जय का परीा ण :- लोको पार्लट ईटी सुियिचितत करे गा द्रक ूपफ
ियरीा ण सिहत नं जय की िवस्तृत जॉंा मंर्ल िवोुत नं जीियर्र (टीआरएस) द्वारा जारी िविेर्ष
अयुिेिों के अयुुप िेर् में पएुँाये के बाि द्रकर्ा जाता ह
(v) नं जय में अिििामक र्ंत्र की उपलब्यिता :- कार्ारत नं जयों के लोको पार्लट एवं सहार्क लोको पार्लट
र्ह सुियिचितत करें गे द्रक नं जय में अिििामक र्ंत्र प्रिाय द्रकर्ा गर्ा ह जब तक द्रक नसके िवपरीत
अयुिेि सा म पिाििकारी, (एटीएम (आर) की श्रेणी के यीाे का यहं,) से प्राप्त हो
103
4.33 लोको पार्लट द्वारा एक अथवा बए-र्ूियटों की जॉंा - एक र्ा बहू र्ूियटों को अथवा नय र्ूियटों के सवारी
िर्ब्यबों को जोडते समर् लोको पार्लट र्ह िे ये के िलए िज मेिार होगा द्रक सभी िवोुत र्ुग्मक (कपलिंलग)
समुिात ुप से जोड द्रिए गए हैं सभी र्ुग्मकों (किपलिंलग) के जुड जाये के बाि, पूरी गाडी का कार्ाभार
स भालते समर्, लोको पार्लट नस बावत अपया समािाय कर लेगा द्रक स पूणा गाडी के ियर्ंत्रण व ििि र्ंत्र
(पावर आपरे ट्स) रर ब्रेक समुिात एवं ियिााररत ुप में काम कर रहे हैं

स.िय.4.33 (ए) ईएमर्ू गािर्र्ों के ब्रेक, गार्ा एवं मोटरमय द्वारा संर्ु्त ुप से, र्ात्रा प्रारं भ करये से पहले, र्ह
सुियिचितत करये हेतु द्रक नले््ो- न्र्ूमेरटक रर स्वाािलत ब्रेक/व्र्ूमब्रेक सामान्र् ुप में काम कर रहें
हैं रर ब्रेक पाईप पूरी गाडी में लगातार जुडे हैं, जॉंा द्रकर्ा जार्ेगा र्ह संर्ु्त जॉंा नस उद्देश्र् से
ियिााररत स्थायीर् अयुिि े ों के अयुुप द्रकर्ा जार्ेगा
(बी) ब्यलकक से्िय में द्रकसी लिंसिगल र्ा मलटीपुल र्ूियट गाडी के अि्त होये एवं अन्र् लिंसिगल र्ा मलटीपुल
र्ूियट गाडी द्वारा ब्यलकक से्िय साफ करये रर िोयों के उिात ुप से एकसाथ यहं जुडये की िस्थित
में वापस नमप्रोवान्र् कपलिंलग वर्वस्था अुयस्थािपत की जार्ेगी बितदेश द्रक िोर्षपूणा र्ूियट के
स्वाािलत ब्रेक र्ा हैंर् ब्रेक द्रक्रर्ािील अवस्था में हों
(सी) ऐसी नमप्रोवान्म वर्वस्था के साथ िोर्षपूणा र्ूियट को ालाये के पहले र्ाित्रर्ों को गाडी से उतार
द्रिर्ा जार्ेगा िोर्षपूणा र्ूियट के मोटरमय एवं गार्ा िोर्षपूणा र्ूियट के िोयों रर के ाालयका में रहेंगे
रर िवच े ि की िस्थित में स्वाािलितब्रेक र्ा हन्र् ब्रेक तत्परता से लगाये को तर्ार रहेंगे
(र्ी) अि्त र्ूियट पी े र ा जार्ेगा
(ई) अि्त गाडी ियकटतम स्टेिय पर जहॉं सानलिंर्ग सुिविा उपलब्यि हो, सेवा से हटा िलर्ा जार्ेगा

4.34 द्रकसी गाडी का प्रभार ग्रहण करते समर् गार्ा क कतावर् : गार्ा गाडी का प्रभार (ााजा) ग्रहण्ं करये के समर्, गाडी
के प्रस्थाय करये से पहले, नस बावत अपया समािाय करे गा द्रक –
(ए) गाडी िीक प्रकार से जोडी गई ह,
(बी) गाडी में ियिााररत ब्रेक पावर ह
(सी) गाडी में िप ला (टेल) बोर्ा र्ा िप ली बत्ती (टेल ल प) रर बगल (सानर्) बिि र्ॉं लगी ह तथा
आवश्र्कतायुसार बिि र्ॉं जला िी गई ह रर वे तेज रोियी िे रही ह
(र्ी) र्द्रि गार्ा रर ड्रेंटानवर के बीा कोई संाार सािय ह तो िीक प्रकार कार्ा करते हैं, तथा
(ई) सािरणतर्ा, जहाुँ तक र्ह सुियिचितत कर सकता ह, गाडी र्ात्रा के िलए पूणा ुप से सा म ह
स.िय.4.34 (ए) मालगाडी का प्रभार लेते समर् गाडी प्रस्थाय के पहले गार्ा स्वर्ं संतुषट होगा द्रक सभी वगयों के िरवाजे
बंि हैं रर/ अथवा िीक से सुरिा त कर द्रिर्े गर्े हैं रर सुरिा त करये के बाि िरवाजा ल ु ये एवं ्क के
बगल के िस्थर संराया से गितिील हालत में टकराये की संभावया यहं ह र्द्रि सुरिा त करये के बाि भी
िरवाजा ुलये की संभावया हो तो ऐसे वगयों को गाडी के साथ ालये की अयुमित यहं िी जार्ेगी जबतक
द्रक राबी िूर यहं कर द्रिर्ा जार् अन्र्था नसे काटकर गाडी से अलग कर द्रिर्ा जाया ाािहए
उसे र्ह भी सुियिचितत करया ाािहए द्रक द्रकसी वगय का स्पेर्र कपलिंलग झूलती िस्थित में यहं हो
(बी) गाडी का प्रभार लेते समर् एवं गाडी परीा क के ब्रेक ििि प्रमाण - पत्र पर हस्ताा र करये से पहले गाडी का
गार्ा सुियिचितत करे गा द्रक गाडी परीा क िजस ब्रेक ििि प्रमाणपत्र में हस्ताा र द्रकर्ा ह उसमें िल ा ह द्रक :
(i) सभी िर्ब्यबों एवं वगयों के िरवाजे िीक कार्ाििा में ह रर बंि द्रकर्े जा सकते हैं एवं बाुँिे जा सकत हैं
(ii) जब आवश्र्क हो तो वेिस्टबुल कोा में एक कोा से िूसरे कोा में जाये के िरवाजा में ताला लगार्ा जा
सके रर उसमें बोलट द्रकर्ा जा सके , तथा वेिस्टबुल संर्ोजय र्थोिात सुरिा त ह

104
4.35 गािर्र्ों का प्रस्थाय :
1. लोको पार्लट प्रस्थाय प्राििकार के िबया स्टेिय से अपयी गाडी यहं ालाएगा गाडी के प्रस्थाय से पहले,
वह स्वर्ं र्ह सुियिचितत कर लेगा द्रक सभी सही स्थावर िसगयल रर, जहाुँ आवश्र्क ह, वहॉं हण्र् िसगयल
भी, िे द्रिए गए हैं रर उसके सामये, लानय पर कोई प्रत्र्ा अवरोि यहं ह तथा गार्ा ये प्रस्थाय िसगयल िे
द्रिर्ा ह
2. गार्ा, गाडी के प्रस्थाय के िलए तब तक िसगयल यहं िेगा जब तक द्रक उसे प्रस्थाय के िलए िविेर्ष अयुिेिों
द्वारा ियिााररत ुप से स्टेिय मास्टर की अयुमित यहं िमल जाती
3. गाडी स्टाटा करये के िलए गार्ा उस समर् तक िसिल यहं िेगा जब तक वह स्वर्ं आश्वस्त यहं हो जाए द्रक द्रकसी
िर्ब्यबे अथवा वाहय अथवा वाहय की त पर, जो र्ाित्रर्ों के प्रर्ोग के िलए यहं ह, के वल उस िस्थित को ोडकर
जब िविेर्ष अयुिेि में कहा गर्ा हो,कोई व्यिि र्ात्रा यहं कर रहा ह गार्ा, लोको पार्लट अथवा सहार्क लोको
पार्लट आवश्र्कता पडये पर िर्ब्यबे अथवा वाहय अथवा बाहय की त से अयििकृ त व्यिि र्ों को हटाये के िलए
सरकारी रे ल पुिलस, रे लवे सुरा ा बल रर स्टेिय कमाााररर्ों की मिि लेगा
4. स्टेिय मास्टर, गार्ा को गाडी के प्रस्थाय की अयुमित िेये से पहले, र्ह िे लेगा द्रक गाडी के आगे ब़ ये के
िलए सब कु िीक ह
5. िविेर्ष अयुिि
े ों द्वारा ियिााररत द्रकर्े गर्े रे ल के ऐसे से्ियों में, जहाुँ उपयगरीर् गािर्र्ॉं ालाई जाती हैं,
ऐसी गािर्र्ों के िलर्े उपियर्म (2) में ियर्दिषट स्टेिय मास्टर की अयुमित से ू ट िी जा सकती ह
6. जब उपियर्म (5) के अिीय गाडी ालाये के िलए स्टेिय मास्टर की अयुमित से ू ट िे िी जाती ह र्ा ऐसे
स्टेिय पर जहाुँ कोई स्टेिय मास्टर तयात यहं ह गार्ा गाडी के प्रस्थाय ियगयल िेये से पहले र्ह िे ग े ा द्रक
गाडी के आग्र ब़ ये क िलए सब कु िीक ह
स.िय. 4.35 (ए) (i) कोई गाडी स्टेिय मास्टर की अयुमित के िबया द्रकसी स्टेिय से प्रस्थाय यहं करे गी
(ii) र्ात्री गािर्र्ों के िलए, र्ह प्राििकार स्टेिय मास्टर द्वारा ियजी तद्यर पर र्ा गार्ा के साथ द्रिय में हरी
झंर्ी रर रात में हरा ल प िसगयल के आिाय-प्रिाय से द्रिर्ा जाएगा
जं्िय स्टेिय पर उपयगरीर् गािर्र्ों के अलावा अन्र् गािर्र्ों के िलए, ियिााररत स्टेिय र्ंटी का
बजाया स्टेिय मास्टर का प्राििकार होगा गार्ा को अपयी गाडी स्टाटा करये के िलए
रटप्पणी : यीाे विणत हावडा, िसर्ालिह, मंर्लों के उपयगरीर् से्िय पर जहॉं ड्यूटी पर कार्ारत स्टेिय मास्टर के
िलए प्रत्र्ेक उपयगरीर् गाडी को स्टाटा करये के िलए अयुमित िेया संभव यहं ह, गार्ा गाडी को स्टाटा करये
के िलए प्राििकृ कर सकता ह बितदेश वह स्वर्ं संतुषट हो ले द्रक उस गाडी के िलए स्टार्टिंगटग िसगयल को ‘ फ’
र गर्ा ह रर उस गाडी को स्टाटा करये की सभी ितें पूरी हो
नस उद्देश्र् हेतु उपयगरीर् से्िय हैं :
(i) हावडा से बिामाय (मेय लानय होकर)
(ii) हावडा से बिामाय (एा.बी.ककर्ा होकर)
(iii) सेवडाफु ली से तारके श्वर
(iv) बैंर्ल से कटवा
(v) बैंर्ल से यहाटी
(vi) िसर्ालिह मंर्ल का ििा ण से्िय
(vii) िसर्ालिह से कृ षणायगर िसटी/ िांितपुर
(viii) रायार्ाट से गेिे
(ix) रायार्ाट से बयगांव
(x) कलर्ाणी से कलर्ाणी सीमांत
(xi) िमिम जं. से बयगांव
(xii) िमिम जं. से र्ायकु यी
(xiii) िमिम जं. से लिंप्रसेप र्ाट
(xiv) बारासात से हसयाबाि

105
(iii) माल गािडर्ों के िलए, जहॉं स्टार्टिंगटग िसगयल उपलब्यि कराए गए हैं, िोहरी लानय रर एकहरी लानय पर
अंितम स्टकप िसगयल का ‘टेिंकग फ’ अंितम स्टकप िसगयल के ‘टेिंकग फ’ सिहत लोको पार्लट द्वारा
‘प्रस्थाय करये का प्राििकार र या रर टोकयरिहत उपकरणों वाले से्िय में, अंितम स्टकप िसगयल का ‘टेिंकग
फ’ ही गाडी को स्टाटा करये के िलए स्टेिय मास्टर का प्राििकार समझा जाएगा यायनं टरलकिंकग स्टे ियों पर,
लोको पार्लट के पास ‘प्रस्थाय करये का प्राििकार’ को ही गाडी स्टाटा करये हेतु स्टेिय मास्टर का प्राििकार
समझा जाएगा
(बी) (i) स्टेिय मास्टर लोको पार्लट एवं गार्ा से िवाार िवमिा कर र्ात्री वाहक गाडी/िम्स्र् गाडी अियवार्ा ुप से
रोके र्द्रि तका संगत आिंका हो द्रक भर्ंकर तूफाय आये वाला ह जो गाडी की सं रा ा को तरा पिा कर
सकता ह
(ii) सवारी िर्ब्यबों के ि डद्रकर्ॉं एवं िरवाजे ुले र े जार्े र्द्रि पहले से नस िस्थित में यहं हों ताद्रक तेज हवा
का झोंका सवारी िर्ब्यबा के आर पार िबया रोक टोक पार कर सके र्ाित्रर्ों के सहर्ोग से गार्ा एवं लोको
पार्लट अवश्र् सुियिचितत करें द्रक गाडी के ि डद्रकर्ां एवं िरवाजे ियिचितत तद्यर पर ्ले रहें

(iii) ऐसी गाडी को तब तक ालये की अयुमित यहं िी जार्ेगी जब तक द्रक तूफाय समाप्त यहं हो जार्े रर
गाडी के गार्ा एवं लोको पार्लट से िवाार- िवमिा कर गाडी का आगे ब़ या सुरिा त समझा जार्े
(iv) उपरो्त अयुिेिों के बावजूि र्द्रि कोई गाडी ालते समर् तूफाय में फुँ स जाती ह िजसकी तीरमोता से लोको
पार्लट के िवाारायुसार गाडी की संरा ा को तरा पएुँाये की संभावया हो तो लोको पार्लट तत्काल गाडी
को रोक िेगा र्ह धर्ाय में र ते एए द्रक ऐसे िहराव ती ा मोड, उं ाा बाुँि, कंटग एवं पुल जसे स्थायों पर
यहं हो गाडी िहराव वाले स्थाय पर स्टेिय की तरह िरवाजे एवं ि डद्रकर्ॉं ुले र े जार्े
(v) तूफाय के थमये एवं आगे ब़ या सुरिा त समझे जाये के बाि गार्ा से िवाार- िवमिा कर गाडी िुबारा स्टाटा
द्रकर्ा जाएगा
रटप्पणी द्रकसी र्ात्री गाडी के स्टेिय से स्टाटा होये की िस्थित में जहॉं गार्ा का स्टार्टिगटग िसगयल, स्टेिय / प्लेटफामा के
स्थलाकृ ित (टोपोग्राफी) के कारण र्ा र्ाित्रर्ों के सामाय, पासाल, नं जय रर ब्रेकर्ाय से िूरी आद्रि के कारण,
लोको पार्लट ि्लर्र रर स्पषट यहं िे सकता हो तो ऐसे स्टेिय पर ररपींटग िसगयल के माधर्म से
िसगयल ररले करये की वकिलपक वर्वस्था उपलब्यि करार्ा जाया ाािहए
(सी) कोई गाडी द्रकसी स्टेिय से र्ा ब्यलकक से्िय में ुकये के पश्ाात तब तक यहं ालेगी जब तक द्रक गार्ा द्वारा
िसगयल यहं द्रिर्ा जाता ह
(र्ी) रे लपथ के उय ंडों पर जहां बिंकग नं जय लगार्े जाते हैं, गाडी का प्रभारी गार्ा रात में लोको पार्लट को
प्रस्थाय िसगयल िेये के बाि िीघ्र ही पी े के बैंक पार्लट लोको पार्लट की रर िसगलय िुहरार्ेगा
4.36 गार्ा गाडी का प्रभारी (नं ााजा) होगा : गाडी में नं जय लग जाये के क बाि रर र्ात्रा के िद्यराय, गार्ा र्ा (एक से
अििक गार्ा होये पर) मु्र् गार्ा, र्ातार्ात के िलए गाडी को िहराये र्ा ालाये से संबिित सभी बातों के िलए
गाडी का प्रभारी (नं ााजा) होगा द्रकसी स्वयोद्रित (सेलफ - प्रोपेलर्) वाहय, जसे द्रक िबया ्ेलर रर िबया गार्ा
के मोटर कोा, की ििा में गार्ा के कत्तावर्ों का पालय ड्रेंटानवर करे गा
4.37 स्टेिय सीमा में गार्ो की अिीयता : जब गाडी स्टेिय सीमा के अन्िर ह, तो गार्ा स्टेिय मास्टर के आिेि के
अिीय होगा
4.38 फार्रमय रर सहार्क लोको पार्लट,लोको पार्लट की आ्ा मायेंगे : सब बातों के बारे में फार्रमय र्ा
सहार्क लोको पार्लट अपये लोको पार्लट के िवििपूणा आिेिों का पालय करें गे
4.39 लोको पार्लट द्वारा कु आिेिों का पालय : गाडी में नं जय लग जाये के बाि रर र्ात्रा के िद्यराय लोको पार्लट
िय यिलि त आिेिों का पालय करे गा
(ए) र्ातार्ात के उद्देश्र् से गाडी ालाये, रोकये र्ा परराालय संबि
ं ी सभी बातों में गार्ा के आिेि, रर

106
(बी) स्टेिय मास्टर द्वारा र्ा िविेर्ष अयुिेिों के अिीय काम करये वाले द्रकसी भी रे ल सेवक द्वारा उसे द्रिए
जाये वाले सभी आिेि, जहाुँ तक द्रक वे उसके नं जय के सुरिा त रर समुिात ुप से कार्ा ाालय की िृिि
से िीक ह
स.िय. 4.39 द्रकसी नं जय बिलाव वाले स्टेिय पर मालगाडी के पएुँाये के उपरान्त लोको पार्लट अपया नं जय गाडी से तब
तक यहं काटेगा जब तक द्रक उसकी गाडी उिात स्थाय पर डी यहं हो जाती ह रर िेर् जाये के िलए
आवश्र्क िसगयल िमल यहं जाता ह, र्द्रि उसकी गाडी का अिग्रम संालय आवश्र्क हो तो स्टेिय मास्टर
सभी आवश्र्क वर्वस्था करे गा रर गार्ा र्ा िंंटग का प्रभारी वर्िि स्वर्ं उपिस्थत यहं हो जाता ह एवं
लोको पार्लट को आवश्र्क आिेि िेगा रर काम समािि के समर् की सूाया उसे िेगा
एफ. र्ात्रा के िद्यराय गाडी का संाालय करये वाले कमाााररर्ों क कतावर्
4.40 लोको पार्लट तथा फार्रमय र्ा सहार्क लोको पार्लट पूरी तरह ियगाह र ग ें े : जब गाडी ाल रही ह तो
प्रत्र्ेक लोको पार्लट पूरी तरह ियगाह र ग
े ा रर प्रत्र्ेक फार्रमय र्ा सहार्क लोको पार्लट भी, जब वह
अन्र्था कोई आवश्र्क काम यहं कर रहा ह, ऐसा ही करे गा
4.41 लोको पार्लट तथा फार्रमय र्ा सहार्क लोको पार्लट पी े की रर ियगाह र ग
ें े - र्ात्रा के िद्यराय, लोको
पार्लट तथा फार्रमय तथा सहार्क लोको पार्लट र्ह िे ये के िलए बार-बार पी े िे ते रहेंगे द्रक गाडी
उयके पी े सुरिा त रर सही ढंग से आ रही ह र्ा यहं
4.42 लोको पार्लट, गार्ा तथा स्टेिय कमाााररर्ों के बीा संकेतों का आिाय-प्रिाय -
(1) गार्की के लोको पार्लट रर गार्ा एक िूसरे के साथ, ऐसे समर्ों पर रर नस रीित से संकेतों का आिाय-
प्रिाय करें गे जसा द्रक िविेर्ष अयुिेिों द्वारा ियिााररत द्रकर्ा जार्े
(2) जब गाडी िबया ुके द्रकसी स्टेिय से पास हो रही ह तो उसके लोको पार्लट रर गार्ा उय ‘आल रानट’
संकेतों को िे ग ें े जो स्टेिय मास्टर रर स्टेिय के ऐसे अन्र् कमााारी, िजन्हें िविेर्ष अयुिेिों द्वारा
िवियर्दिषट द्रकर्ा जाता ह, गाडी के सुरिा त रर सही ुप में ालये की ििा में िेते हैं, तथा िविेर्ष अयुिि
े ों
के अिीय के िसवार्, उय संकेतों को अिभस्वीकृ त करें गे र्द्रि गाडी सुरिा त रर सही ुप से यहं ाल रही
ह, तो स्टेिय मास्टर र्ा अन्र् कमााारी स्टकप हैंर् िसगयल द्रि ाएगा, िजसकी प्रािि पर गार्ा रर लोको
पार्लट गाडी को रोकये के िलए तत्काल कारा वाई करें गे
स.िय.4.42 (i) लोको पार्लट एवं गार्ा के बीा िसलयलों का आिाय-प्रिाय -
(ए) र्ह सुियिचितत करये के िलर्े द्रक गाडी के आगे ब़ ये हेतु सब कु िीक-िाक ह एवं गार्ा भी अपये ब्रेकर्ाय
में ह, ‘ ल राईट’ िसगलय का आिाय-प्रिाय गार्ा एवं लोको पार्लट के बीा यीाे विणत पररिस्थितर्ों
में हमेिा द्रकर्ा जार्ेगा
(i) द्रकसी स्टेिय पर ुकये के बाि जब गाडी प्रस्थाय करती ह
(ii) स्टेिय सीमा से बाहर कोई गाडी डी होये के बाि जब प्रसथाय होती ह
(iii) जब कोई मालगाडी र्ा गाडी िजसमें व्र्ूम ब्रेक द्रफट य हो स्टेिय से होकर थूआर्ूट ालती ह

(i) रर (iii) की िस्थित में ्र्ोंिह िप ला ब्रेकर्ाय स्टेिय प्लेटफकमा को ि्लर्र करे गा रर (ii) की िस्थित में ्र्ोंिह गाडी
स्टाटा होगी
(बी) उपर विणत ‘आलॅ राईट’ िसगयल ब्रेकवाय से गार्ा द्वारा जायेवाला हाथ िसगयल ह जो द्रिय में हरी हाथ झंर्ी
रर रात र्ा िुि ं र्ा कु हासा के सद्यसम में जब िृश्र्ता बािित हो हरी हाथ बत्ती िहलाकर द्रिर्ा जाता ह जो
लोको पार्लट द्वारा िुहराकर आिाय-प्रिाय द्रकर्ा जार्ेगा र्द्रि गार्ा से लोको पार्लट ‘ ल राईट’ िसगयल
यहं प्राप्त करता ह तो वह अपया नं जय सीटी बजार्ेगा
(सी) ‘ ल राईट’ िसगयल सीिी लानय में िसगयल हमेिा नं जय एवं ब्रेकवाय के क बार्ी रर से रर र्ुमाविार लानय
में उस रर से िजस रर से उन्हें अच ी तरह से द्रि ाई पडे, द्रिर्ा जाएगा
107
(र्ी) ई.एम.र्ू./पुि पुल/र्ी. एम. र्ू. एवं राजिायी ए्सप्रेस /िताब्यिी ए्सप्रेस गािर्र्ॉं तथा वातायुकूिलत गार्ा िर्ब्यबे
वाले एक एल.आर.सिहत कार्ारत अन्र् गािर्र्ों में लोको पार्लट एवं गार्ा के बीा ‘ ल राईट’ िसगयल का
आिाय-प्रिाय के िबय में प्रित्त र्ंरटर्ां स.िय.4.51 में विणत कू ट के अयुुप बजाकर र्ा वाकी-टककी से र्ा र्द्रि
संाार के र्े सािय राब हो गए हों तो ‘ ल राईट’ िसगयल, लोको पार्लट रर गार्ा के बीा द्रिय में हाथ से
हरी झंर्ी द्रि ाकर रर रात/र्ये कोहरे र्ा तुफायी मद्यसम के ा ीण िृश्र्ता में हरी हैंर् लानट द्रि ाकर, आिाय-
प्रिाय द्रकर्ा जाएगा राजिायी ए्सप्रेस के लोको पार्लट एवं गार्ा के बीा िसगयलों का आिाय-प्रिाय उय
पररिस्थितर्ों में आवश्र्क यहं होगा जब स्टेिय सीमा से बाहर डी होये के बाि गाडी स्टाटा होती ह
(ii) र्ीजल/िवोुत नं जय ाािलत गािर्र्ों में िसगयलों का आिाय प्रिाय :
(ए) जब कभी गािर्र्ां स्टेिय से िबया ुके गुजरती हैं नस बात के आश्वासय के ुप में द्रक उसकी गाडी के साथ
सब कु सही ह, का संकेत िेये वाला िसगयल उन्होंये िे िलर्ा ह, कर्षाण का िवाार द्रकर्े िबया सभी
गािर्र्ों के लोको पार्लट गार्ा एवं स्टेिय र्ा के िबय कमााारी के साथ िसर्गयलों का आिाय-प्रिाय करें गे
नसके अितरर्त ऐसी गािर्र्ों के ाालक स्टेिय से गुजरते समर् सीटी भी बजार्ेंगे र्द्रि स्टेिय कमाााररर्ों
द्वारा स.िय.4.42 (iii) के अिीय ुकये का हाथ िसगयल वे िे ते हैं तो वे तत्काल गाडी डी करये हेतु किम
उिार्ेंगे
(बी) सहार्क लोको पार्लट सतका रहेगा ्र्ोंद्रक ‘ ल राईट’ िसगयल आिाय प्रिाय करये में ाालक को उसकी
सहार्ता की आवश्र्कता हो सकती ह
(सी) र्ीजल/िवोुत लोको पार्लट के सहार्क नं जय का में यहं रहेंगे द्रकन्तु नं जय के िबय में रहेंगे जब नं जय स्टे िय
के पास पएुँा रही हो र्ा ऐसे स्थल जहॉं प्रितबंि लागू हो ्र्ोंद्रक ‘आुँल राईट’ िसगयल आिाय-प्रिाय करये
में लोको पार्लट का उसकी सहार्ता की आवश्र्कता हो सकती ह
(र्ी) िहराव र्ा िबया िहराव वाले गाडी का गार्ा ‘हकलट’ समेत द्रकसी स्टेिय से गुजर जाये के बाि पी े की रर
िे ेंगे एवं स्वर्ं संतुषट होंगे द्रक उसकी गाडी में गडबडी की ाेतावयी के ुप में तरा का िसगयल र्ा अन्र्
कोई संकेत द्रकसी स्टेिय कमााारी द्वारा यहं द्रि ार्ा जा रहा ह द्रकसी स्टेिय से िबया ुके गुजरते समर्
गार्ा को ब्रेकर्ाय के िरवाजा र्ा बरामिा में अवश्र् उपिस्थत होया ाािहए रर ऐसे िसगयल को िे या
ाािहए
(ई) राजिायी एवं िताब्यिी ए्सप्रेस के गार्ा को स्टेिय कमााारी द्वार द्रि ार्ा गर्ा िसगयल अिभ-स्वीकृ त करये
की आवश्र्कता यहं ह द्रकन्तु उयके द्वारा ाद्यकस िृिि र ाया आवश्र्क ह र्द्रि स्टेिय कमााारी द्वारा तरा
का िसगयल द्रि ार्ा जाता ह, िजससे वे गाडी डी करये में सा म हों
रटप्पणी : स्टेिय से िबया ुके गुजरते समर् र्द्रि लोको पार्लट एवं गार्ा ‘ ल राईट’ िसगयल यहं पाता ह तो वे गाडी
के आगे ब़ ये हेतु ‘सबकु ’ ‘िीक’ ह, सुियिचितत करये हेतु अितरर्त साविायी बरतेंगे स्टेिय कमााारी द्वारा
िसगयल प्रििित करये की िवफलता गार्ा एवं लोको पार्लट संर्ु्त गाडी जरयल में रर अगला िहराव वाले
ियकटतम स्टेिय/के िबय में जहॉं गाडी डी होती ह वहक भी ररपोटा करें गे
(iii) (ए) स्टेिय कमााारी द्वारा ्ेय कमााारी के साथ िसिलों का आिाय प्रिाय करया जब गाडी िबया ुके गुजरती ह -
द्रकसी स्टेिय से िबया ुके गाडी गुजरये की िस्थित में द्रिय में हरी झंर्ी एवं रात में हरी बत्ती स्टेिय कमााारी
द्वारा िसगलय के िबय रर स्टेिय प्लेटफामा से (ऐसे स्टेिय को ोर्कर िजसे मंर्ल रे ल प्रबंिक द्वारा मु्त कर
द्रिर्ा गर्ा हो) द्रि ार्ा जार्ेगा र्द्रि अन्र् गाडी र्ा वाहय र्ा अन्र् द्रकसी अवरोि से गुजरये वाली गाडी का
द्रि ाई पडया बािित होता ह तो हरा हाथ िसगयल ऐसे स्थाय से नस प्रकार द्रि ार्ा जाया ाािहए द्रक वह
संबंिित गाडी के लोको पार्लट एवं गार्ा को स्पषट ुप से द्रि े जो ऐसे िसगयल िे ये को तत्पर रहेंगे गाडी
के संरिा त ुप से गुजरया सुियिचितत करये हेतु ऐसा हरा हाथ िसगयल द्रि ाता गाडी परराालय कमााारी
सतका रहेगा एवं गुजरते वाहयों की िस्थित िे ेगा रर र्द्रि गाडी की संरा ा को तरा पएुँााये वाली कोई
िस्थित द्रि ाई पडती ह तो वह गार्ा एवं लोको पार्लट का धर्ाय ंाये हेतु तत्परता पूवाक तरे का लाल
हैंर् िसगलय द्रि ार्ेगा ताद्रक वे गाडी को रोक सके
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जहॉं किबय/एकाििक के िबय रर स्टेिय भवय एक ही तरफ हो र्ा जहाुँ को ई के िबय यहं हो एवं सभी पयल
अंतपााििव स्टेियों पर स्टेिय मास्टर अपये एक कार्ारत सा म कमााारी को हाथ िसगयल के साथ गुजरती
गाडी के िूसरी रर उस गाडी को िे ये हेतु एवं सामान्र् ियर्म सं्र्ा 4.42(2) में विणत कार्ा करये में
सहार्ता करये हेतु प्रितियर्ु्त करे गा

जब कभी समपार फाटक का गेट लकज िवपरीत तु िस्थत हो, सहा.स्टे.मा./पेयल कार्ाालर् के ियकटतम,
स्टेिय से्िय में, र्द्रि स्टेिय संाालय ियर्म के अयुसार प्राििकृ त हो, गेटमय स्टेिय के माधर्म से रलिंयग
गाडी के गार्ा रर ाालकिल क साथ ‘ ल रानट िसगयल’ का आिाय-प्रिाय करे गा ऐसे मामले में, स्टेिय
मास्टर स्टेिय के माधर्म से रलिंयग गाडी के गार्ा रर ाालकिल के साथ फ सानर् से ‘ ल रानट िसगयल’
का आिाय-प्रिाय करये के िलए द्रकसी अन्र् सा म रे ल सेवक को प्रितियर्ु्त यहं करे गा
(बी) के िबय की ि डकी पर ‘हरा’ प्रििित करता झंर्ा र्ा हाथ िसगयल ल प र या प्रर्ााप्त यहं ह - के िबय
मास्टर/ के िबयमय को िसगयलों के अिाय-प्रिाय करते समर् हाथ में झंर्ी र्ा बत्ती द्रि ाये के िलए ि डकी के
बाहर अवश्र् झुकया ाािहए
(सी) बडे र्ार्ों में के िबय जहाुँ पार्लट द्वारा िंंटग द्रकर्ा जाता हो , के के िबय िबया ुके गुजरती गाडी को कोई
हरी झंर्ी र्ा बत्ती यहं द्रि ार्ेगा जब गाडी में कु भी असामान्र् यहं हो द्रफर भी र्द्रि वे गाडी में कु
असामान्र् पाते हैं तो उन्हें गाडी के लोको पार्लट गार्ा एवं तरा का िसगयल अवश्र् द्रि ाया ाािहए

(र्ी) िबया ुक गुजरती गाडी (िसवार् राजिायी/िताब्यिी ए्सप्रेस गाडी के गार्ा) के गार्ा/लोकापार्लट द्रि ‘ ल
राईट’ िसगयल के िबय र्ा स्टेिय कमाााररर्ों के साथ आिाय-प्रिाय यहं करते हैं तो ऐसी िवफलता कार्ारत
ियर्ंत्रक को तत्काल सूिात द्रकर्ा जार्ेगा जो अगले स्टेिय पर गाडी को डा करवार्ेगा एवं स्टेिय मास्टर
द्वारा एक िलि त ाेवातयी गार्ा लोको पार्लट को सुपुिा करवार्ेगा र्ह अियर्िमतता िोयों स्टे ियों के
स्टेिय मास्टरों द्वारा स्टेिय र्ार्री में अंद्रकत द्रकर्ा जार्ेगा एवं ियर्ंत्रण द्वारा संबंिित अििकाररर्ों को
ररपोटा द्रकर्ा जार्ेगा र्द्रि ियर्ंत्रण कार्ा यहं कर रहा हो तो स्टेिय कमााारी सीिे अगला स्टेिय से संपका
करे गा रर गाडी डी कराये की वर्वस्था करे गा एवं उपरो्त कार्ावाही करे गा

(iv) उपयगरी से्िय को ोडकर स्टेियों के मधर् गार्ों के बीा िसगयलों का आिाय-प्रिाय : परराािलत गािर्र्ों
के गार्ा पाश्वावती लानय पर गुजरती गाडी को िे ये हेतु एवं ऐसी गािर्र्ों में र्द्रि कोई ऐसी पररिस्थित
द्रि ाई पडे िजससे उस गाडी की संरा ा को तरा हो तो उस गाडी के गार्ा र्ा लोको पार्लट का धर्ाय
तरा का िसगयल द्रि ाकर आकिर्षत करये हेतु उत्तरिार्ी होगा िोहरी लानय र्ा जुडवा एकहरी लाईय
होये पर द्रकसी िििा में र्ा मलटीपुल लानय नत्र्ाद्रि की ििा में उपयगरीर् स्टेिय के िसवार् िवपरीत द्रििाओं
में ाल रही गािर्र्ों िोयों गािर्र्ों के गार्ा एक िूसरे की गािर्र्ों की जां ा कर हरा हाथ िसगयल का आिाय-
प्रिाय करें गे र्द्रि कोई असामान्र् बात द्रि ाई पडती ह तो िूसरी गार्ी के गार्ा एवं लोको पार्लट का धर्ाय
आकिर्षत करये के िलर्े तरा का हाथ िसगलय द्रि ार्ा जार्ेगा

4.43 गार्ा पूरी तरह ियगाह र गें े : र्ात्रा के िद्यराय रर स्टेियों पर ुकये के समर् प्रत्र्ेक गार्ा पूरी तरह ियगाह
र गे ा रर समर्-समर् पर स्वर्ं नस बात से संतषु ट हो लेगा (टेल) बोर्ा रर ब्रेकर्ाय की बिि र्ाुँ अपये स्थाय
पर हैं रर आवश्र्कतायुसार, वे सभी तेज रोियी िे रही ह रर गाडी हर प्रकार से पूणा ह रर वह सुरिा त तथा
सही ुप से आगे ब़ रही ह

रटप्पणी : ‘ब्रेकर्ाय’ ‘ल प’ में ‘टेलल प’ भी िािमल ह


स.िय.4.43 राजिायी रर िताब्यिी ए्सप्रेस का गार्ा ियर्िमत ब्रेकर्ाय में र्ात्रा य करें , वह के वल उन्हं स्टेियों पर, जहाुँ
गाडी का ुकया ियिााररत ह, सा.िय.4.43 के अंतगात अयुिेि का अयुपालय करये के िलए िज मेवार होगा

109
4.44 प्रथम स्टकप िसगयल पर ूपकी एई गाडी :
1. जब िबया द्रकसी स्पषट कारण के द्रकसी गाडी को पाुँा िमयट तक प्रथम स्टकप िसगयल पर डा र ा जाता
ह तो गार्ा को ाेतावयी िेये के िलए लोको पार्लट ियिााररत कोर् में सीटी बजाएगा रर ब्रे्समय यहं ह
तो स्टेिय मास्टर को ाेतावयी िेये के िलए लोको पार्लट द्रकसी फार्रमय र्ा सहार्क लोको पार्लट के
के िबय र्ा स्टेिय जाये के िलए प्रितियर्ु्त करे गा के िबय र्ा स्टेिय जाते एए ब्र्समय र्ा फार्रमय र्ा
फार्रमय र्ा सहार्क लोको पार्लट स्टेिय की रर रोक स्टकप िसगयल पर गाडी ुकते ही गार्ा नस बात
की जाुँा करे गा द्रक टेल बोर्ा र्ा टेल ल प िीक तरह प्रििित ह रर वह गाडी के पी े की रर सतका ता से
ियगाह र ग े ा पन्िह िमयट र्ा नससे कम समर् के बाि, जो िविेर्ष अयुिेिों द्वारा ियिााररत द्रकर्ा जार्े,
ााहे कारण स्पषट ह र्ा यहं, गार्ा ियर्म 6.03 में ियिााररत अयुिेिों के अयुसार गाडी के पी े की सुरा ा के
िलए प्रसथाय करे गा र्द्रि नसी बीा िसगयल ‘ फ’ कर द्रिर्ा जाता ह र्ा लोको पार्लट को िसगयल
‘ य’ िस्थित में पार करये का आवश्र्क प्राििकार िमल जाता ह तो वह गार्ा को वापस बुलाये के िलए
ियिााररत कोर् में सीटी िेगा रर गाडी ालाये से पहले उसके साथ हैंर् िसगयलों का आिाय-प्रिाय करे गा
2. र्द्रि गाडी के साथ गार्ा यहं ह तो र्े ड्यूटी लोको पार्लट को करया होगा
4.45 लोको पार्लट का धर्ाय आकिर्षत करया :
1) र्द्रि गार्ा को तरे की आिंका ह र्ा वह द्रकसी कारण गाडी को रोकया आवश्र्क समझता ह तो वह लोको
पार्लट का धर्ाय आकिर्षत करये के िलए र्थािि्त प्रर्त्य करे गा

2) र्द्रि नं जय को संकेत भेजये के िलए कोई अन्र् संाार सािय यहं ह रर गार्ा लोको पार्लट का धर्ाय
आकिर्षत करया ााहता ह तो वह तेजी से हैंर् ब्रेक लगाएगा रर उतयी ही तेजी से झटपट उसे ोलेगा
तथा जहाुँ र्ह संभव ह, वह सानर् बिि र्ों को उलटा कर िेगा िजससे द्रक लाल रोियी नं जय की रर
द्रि ाई िे
3) जब लोको पार्लट का धर्ाय आकिर्षत हो जाता ह तब आवश्र्क हैंर् िसगलय द्रि ाऐ जाएंगे
4) र्द्रि गाडी में ियरं तर ब्रेक वर्वस्था ह तो आपात काल में गाडी रोकये के िलए गार्ा उस ब्रेक को िीरे -िीरे
लगा सकता ह
4.46 गार्ा के हैंर् ब्रेक से सहार्ता : लोको पार्लट को गार्ा के हैंर् ब्रेक की सहार्ता की आवश्र्कता पडती ह तो वह,
ियिााररत कोर् में सीटी बजाएगा, रर र्द्रि आवश्र्क ह तो बार-बार बजाएगा अथवा र्द्रि ब्रेक सीटी लगी एई
ह तो उसे बजाएगा रर लोको पार्लट तथा गार्ा क बीा र्द्रि संाार के कोई अन्र् सािय ह तो वह उयका भी
उपर्ोग गरे गा
4.47 गार्ा का हैंर् ब्रेक लगाया :
1) र्द्रि लोको पार्लट ियिााररत कोर् में सीटी र्ा ब्रेक सीटी बजाता ह तो गार्ा तुरयत अपये हैंर् ब्रेक लगार्ेंगे
2) र्द्रि गार्ा तेज ढाल पर उतर रही ह रर र्द्रि गाडी की ााल को िस्थर करये की आविर्कता ह तो गार्ा
अपये हन्र्ब्रेक द्वारा लोको पार्लट की सहार्ता करें गे
स.िय.4.47 द्रकसी भी ििा में ब्रेक को नस तरह यहं लगाया ाािहए द्रक ा्के द्रफसलये लगें अथाात र्ूमये से ुक जांर्े

4.48 नं जय को गाडी से अलग करये के िलए गार्ा की अयुमित : जब गाडी स्टेिय सीमा के बाहर र्ा कहं भी उतार-
ा़ ाव पर डी की जाती ह तो गार्ा की अयुमित के िबया, लोको पार्लट अपये नं जय को गाडी से अलग यहं
करे गा गार्ा ऐसी अयुमित िेये से पहले स्वर्ं नस बात से संतषु ट हो लेगा द्रक ब्रेकर्ाय के ब्रेक अच ी तरह से कस
कर लगा द्रिए गए हैं रर ऐसे अन्र् उपार् भी करे गा, जो आवश्र्क हैं र्ा िविेर्ष अयुिेिों द्वारा ियिााररत हैं

वितदेश जहां कहं भी संरा ा की िृिि से आवश्र्क समझा जाता ह, वहां िविेर्ष अयुिेिों द्वारा, नं जयों के गाडी से
काटे जाये पर पूणत
ा : ियर्षेि लगार्ा जा सकता ह
4.49 गाडी को ालाया तथा रोकया : लोको पार्लट गाडी को साविायी से तथा िबया झटका द्रिए ालाएगा रर
रोके गा
110
4.50 नं जय सीटी का बजाया :

1) िविेर्ष अयुिेिों के अिीय के िसवार् लोको पार्लट सिा यीाे िल ी पररिस्थितर्ों में, सीटी के िलए
ियिााररत कोर्ा के अयुसार नं जय की सीटी बजाएगा
(ए) नं जय को ालाये से पहले,
(बी) सुरंग में प्रवेि करते समर्, तथा

(सी) ऐसे अन्र् अवसरों रर स्थायों पर जो िविेर्ष अयुिि


े ों द्वारा ियिााररत द्रकए जाएं

2) नं जय का सीटी कोर् िविेर्ष अयुिेिों द्वारा ियिााररत द्रकर्ा जाएगा

स.िय.4.50 (ए) िय यिलि त सीटी लोको पार्लट द्वारा आवश्र्क ुप से प्रत्र्ेक के सामये अंद्रकत उद्देश्र्ों हेतु बजार्े
जार्ेंगे
रटप्पणी : ‘0’ सेकेत करता ह ोटी सीटी एवं ‘----’ लंबी सीटी संकेत करता ह
क्रमांक नं जय सीटी कोर् संकेत
1 0 ए) स्टाटा करये के पूवा -
i) एसेलिंस्टग/बिंकग नं जय के लोको पार्लट को संकेत िेये हेतु द्रक सबसे अगला नं जय का लोको
पार्लट ालये हेतु तर्ार ह
ii)
एसेलिंस्टग/बिंकग नं जय के लोको पार्लट द्वारा सबसे अगला नं जय को अिभस्वीकृ ित !
iii) लोको के काम समाप्त होये पर लोको र्ार्ा ोडये हेतु नं जय तर्ार ह
iv) नं जय लोकोर्ार्ा जाये को तर्ार ह
बी) र्ात्रा के िद्यराय -
i) िूसरे नं जय की सहार्ता की आवश्र्कता यहं ह
ii) एसेलिंस्टग/बिंकग नं जय के लोको पार्लट द्वारा अिभ-स्वीकृ ित की सहार्ता बंि कर द्रिर्ा गर्ा.
2 0 -- पी े लगे नं जय से सहार्ता आवश्र्क ह
3 00 ए) गार्ा से िसगयल मांगया
बी) गार्ा द्वारा िसगयलों का आिाय-प्रिाय यहं द्रकर्ा गर्ा
सी) स्टेिय कमाााररर्ों द्वारा िसगयलों का आिाय-प्रिाय यहं द्रकर्ा गर्ा
4 -- 0 ए) गार्ा ब्रेक ररलीज करें
बी) स्टेिय / मधर् से्िय से गाडी का नं जय स्टाटा करये के पूवा
सी) सानलिंर्ग में बक करये के बाि मेय लाईय ि्लर्र ह
5 000 ए) गार्ा ब्रेक लगावें
बी) गार्ा सहार्ता करें गाडी ियर्ंत्रण से बाहर ह
6 0000 ए) िुर्ाटया, िवफलता र्ा अवरोि र्ा अन्र् िवििषट कारणों से गाडी आगे यहं ब़ सकती ह
बी) गाडी की पी े से रा ा करें
7 -0 सर्दकट ब्रेकर ोलया (र्ी जे)
8 - 00 ए) गार्ा के नं जय पर आये हेतु
9 0-0 ए) टोके य प्राप्त यहं एआ
बी) टोके य ू ट गर्ा
सी) गलत प्रस्थाय प्राििकार के साथ
र्ी) उिात प्राििकार पर रोक िसगयल य अवस्था में पार करया
10 - ए) स्टाटा करये के पूव-ा ढलायवाले ंर् में व्र्ूम का पुयियमााण स्प्रग को हटाये का संकेत
बी) द्रकसी स्वाािलत रोक िसगयल र्ा अयुमेर् स्टकप िसगयल का ‘ य िस्थित में पार करया
सी) द्रकसी नं टरमीिर्र्ट ब्यलकक स्टकप िसगयल ‘ य’ िस्थित में पार करया जब िसगयल पोस्ट पर का
फोय राब हो एवं नस प्रकार लोको पार्लट िप ला स्टेिय से संपका करये में असमथा हो
111
क्रमांक नं जय सीटी कोर् संकेत
र्ी) ालये के िद्यराय गार्ा के िसगयल की अिभस्वीकृ ित
11 --- ए) (i) समपार फाटक पर पएुँाते समर् लोको पार्लट द्वारा सिवराम (Intermittent) सीटी
बजाया
(ii) समपार फाटक र्ा सुरंग र्ा प्रितबंिित िृश्र्ता वाले ा ेत्र ियरं तर र्ा मोड र्ा कंटग र्ा
िुर्ाटयास्थल र्ा कु हासा, तूफाय र्ा अन्र् कारणों से िसगयल को िे या बािित हो तो
वहाुँ पएुँाते समर्

बी) पी े की रर बााव करये वाले रे ल कमााारी को वापस बुलाये हेतु


सी) मटेररर्ल ्ेय ालये के िलर्े तर्ार ह
र्ी) द्रकसी स्टेिय से िबया ुके गुजरते समर्
ई) द्रकसी स्टकप िसगयल पर ‘ य’ िस्थित में पएुँाते समर्
-- एफ) द्रकसी स्टकप िसगयल पर ुका एआ
जी) नं टरमीिर्एट ब्यलकक िसगयल ‘ य’ िस्थित में
(एा) ाद्यकीिार रिहत समपार पर RW/L बोर्ा से समपार तक लगातार सीटी बजार्ी जाएगी
12 -0-0 ए) गाडी िवच े ि
बी) गाडी अपूणा पएुँाया
13 00 - ए) अलामा ाेय ंाा गर्ा
बी) नं जय में अपर्ााप्त व्र्ूम
सी) गार्ा द्वारा व्र्ूम ब्रेक लगार्ा गर्ा
र्ी) अन्तर संाार माधर्म उपकरण का उपर्ोग द्रकर्ा गर्ा
14 -- -- पन्टोग्राफ उिाएं िूसरे नं जय द्वारा अिभस्वीकृ त द्रका जाया
15 -0- पन्टोग्राफ यीाे िगरार्ें, िूसरे नं जय द्वारा अिभस्वीकृ त द्रकर्ा जाया
16 -- 00 ए) िसगयल का हत्था झुका ह द्रकन्तु रोियी बुझी ह
बी) िसगयल का हत्था अयुिात एवं अपर्ााप्त ुप में ‘ फ’ ह
सी) िसगलय राब ह
17 -- -- -- फाउलिंलग माका ि्लर्र यहं ह
18 000000 ए) तरा की आिंका
बी) पएुँाये वाली गाडी के लोको पार्लट को तरा का संकेत िजसका रास्ता फाउलर् ह र्ा द्रकसी अन्र्
कारण से अवुि ह
सी) नकहरी लानय से्िय पर संपण ू ा िवफल होये की िस्थित में कार्ा करते समर् र्ा जब एकहरी लानय
कार्ाप्रणाली िोहरी लानय पर ाालू हो तो कार्ा करते समर्
र्ी) िोहरी लानय पर गलत द्रििा में ालते समर् र्ा स्वाािलत ब्यलकक िसगयलिंलग ा ेत्र र्ा िवपरीत
द्रििा में ालते समर् र्ा एबसोलर्ूट परमीिसव ब्यलकक िसगयलिंलग ा ेत्र में स्थािपत द्रििा में ालते
समर्

सहार्क ियर्म 4.50(बी) : लोको पार्लट/मोटरमय को यजिीक आ रहे ाद्यकीिार सिहत/ाद्यकीिार रिहत समपार के संबंि में पूवा
ाेतावयी िेये तथा समपारों पर गेटमय रर सडक उपर्ोि ाओं को पएुँा रही गाडी के बारे में साविाय करये के उद्देश्र् से
सीटी/हकया बजाये का संकेत िेये के िलए W/L बोर्ा [ स.िय.4.50 (ए) के अंतगात क्रम सं. 11(ए)(i) िे ें ] उपलब्यि कराए गए
हैं लोको पार्लट/मोटरमय W/L बोर्ा के पास से ुक-ुक कर सीटी/हकया बजाएगा
समपार के िलए िो प्रकार के सीटी बोर्ा अथाात W/L रर RW/L होते हैं र्े बोर्ा पीले रं ग में 0.6 मी. ाद्यकोर बोर्ा होंगे
िजयके उपर्ुि अा र काले रं ग में िल े होंगे तथा सफे ि एवं काले रं ग से रं गे एक भे पर लगे होंगे रर बोर्ा के ियाले िहस्से
को पटरी सतह से 2.0 मी. की ऊंााई पर र ा जाएगा बोर्ा को रात में प्रकािित यहं द्रकर्ा जाएगा
112
i) सभी ाद्यकीिार रिहत एवं ाद्यकीिार सिहत समपारों के अप्रोाों पर समपार के िोयों ओर 600 मीटर की िूरी
पर W/L अा रों वाले सीटी बोर्ा लगाए जाएंगे, जसा द्रक िात्र (ए) में ििाार्ा गर्ा ह सडक उपर्ोि ाओं/
मोटर वाहयों को स्पि सुयाई पडये वाली श्रव्य ाेतावयी िेये के िलए उपर्ुाि 4.50 (बी) के अयुसार सीटी बोर्ा
यजर आते ही लोको पार्लट/मोटरमय सीटी/हकया बजाएंगे, जसा द्रक यीाे द्रिर्ा गर्ा ह -
ए) ाद्यकीिार ियर्ुि समपार फाटक पर W/L बोर्ा से समपार फाटक तक ुक-ुक कर सीटी बजाएंगे

बी) ाद्यकीिार रिहत समपार पर W/L बोर्ा से RW/L बोर्ा तक ुक-ुक कर सीटी तथा RW/L बोर्ा से समपार
तक लगातार सीटी बजाएंगे

िात्र-ए िात्र-बी िात्र-सी


समपार पर सीटी बोर्ा समपार पर ररपीटर सीटी बोर्ा र्ुमावों तथा कंटगों पर सीटी बोर्ा

ii) ाद्यकीिार रिहत समपारों के अप्रोाों पर िोयों ओर 250 मीटर की िूरी पर िात्र (बी) के अयुसार RW/L
अा रों के साथ ररपीटर सीटी बोर्ा रर उसके बाि W/L बोर्ा लगाए जाएंगे
रटप्पणी : र्द्रि एक समपार का W/L बोर्ा, आरर्ब्यलर्ू/एल बोर्ा अथवा अन्र् समपार के लगातार सीटी बजे जाये
वाले ा ेत्र के ियकट ( अथाात समपार के 250 मीटर के भीतर ) अविस्थत ह तब RW/L बोर्ा के िलए ियिााररत
सीटी कोर् बजार्ा जाएगा

4.51 लोको पार्लट तथा गार्ा के बीा र्ंटी : संाार की वर्वस्था उपलब्यि ह तो िविेर्ष अयुिेिों द्वारा ियिााररत र्ंटी
संकेत कोर् का प्रर्ोग द्रकर्ा जाएगा
स.िय 4.51 िय यिलि त र्ंटी िसगयल कोर् उपयगरीर् िवोुतीकृ त से्िय पर उय गािर्र्ों के गार्ा एवं लोको पार्लटों के
बीा िजयमें र्ंटी संाार माधर्म प्रिाय द्रकर्ा गर्ा ह, कोर्ा के सामये अंद्रकत उद्देश्र्ों हेतु प्रर्ोग द्रकर्ा जार्ेगा :-
रटप्पणी : ‘0’ एक अलामा की संकेत ह.
क्रमांक र्ंटी िसगयल कोर्ा संकेत अिभस्वीकृ ित
1 0 गाडी रोकें 0
2(ए) 00 गाडी स्टाटा करें 00
(बी) 00 ल राईट िसगयल 00
3 00 ुक कर 00 स्वाािलत िसगयल ‘ य’ में पार कर रहा ह 00 ुक कर 00
4 000 ाालक को गार्ा की आवश्र्कता ह 000
5 0000 गाडी को पी े संररा त करें 0000
6 0ुक कर 0 गितप्रितबंि का ा ेत्र समाप्त, ियिााररत गित पर ालें 0 ुक कर 0
7 000 ुक कर 000 मोटरमय को ाेतावयी जब वह ियिााररत गित को पार करे 000 ुक कर 000
113
4.52 पायी, आग र्ा लिंसर्र बाहर फें कया - लोको पार्लट र्ा फार्रमय स्टेिय र्ार्ा र्ा सुरंग में से पास होते समर् र्ा
जब नं जय पुल पर हो, तब पायी .र्ाग र्ा लिंसर्र बाहर यहं फे के गा
4.53 होज पाईप र्ा वाटर क्रेय - द्रकसी टंकी र्ा वाटर ककलम से पायी लेये के बाि लोको पार्लट का र्ह कतावर् ह द्रक
वह पानप र्ा भुजा को लानय के ऊपर से अलग हटा िे रर अगर उसे बांिये का कोई सािय ह तो िीक से कस कर
बाुँि िे
4.54 र्ात्री - प्रत्र्ेक गार्ा गाडी में ा़ ये तथा उतरये वाले को पूरी सहार्ता िेगा

जी. गाडी के पएुँाये पर कमाााररर्ों के कत्तावर्


4.55 पावर बन्ि करया रर भार का िविेर्ष धर्ाय र ते एए, - गाडी रोकते समर् लोको पार्लट लानय के उतार-
ा़ ाव, मद्यसम की िस्थित पटररर्ों की ििा, ब्रेक ििि तथा गाडी की ल बाई र्ह ियिचितत करे गा द्रक पावर कहाुँ
बन्ि की जाए
4.56 गार्ा र्ह धर्ाय र ग
े ा द्रक गाडी उललंर्य िान्ह (फाऊलिंलग माका ) बााकर ही डी की जाए- जब गाडी द्रकसी
स्टेिय पर आकर डी हो जाती ह तो गार्ा र्ह धर्ाय र ग े ा द्रक, जहाुँ तक संभव ह उसकी गाडी का अिन्तम वाहय
सभी प्वानं टस रर ककलिंसग के उललंर्य िान्ह (फाउलिंलग माका ) से बाकर डी हो र्द्रि ऐसा यहं ह तो वह तुरंत
स्टेिय मास्टर को सूिात करे गा रर अवुि लानय पर संाालय रोकये के िलए स्टकप हैंर् िसगयल द्रि ाएगा
स.िय.4.56 : (ए) ुकये वाली गाडी के गार्ा की र्ह िे या ड्यूटी ह द्रक उसकी गाडी पूणा ूपप से पएुँा ाुकी ह र्द्रि गाडी
पूणा ुप से यहं पएुँाी हो तब गार्ा ियजी तद्यर पर तत्काल नसकी सूाया स्टेिय मास्टर, के िबय सहार्क
स्टेिय मास्टर र्ा के िबय मास्टर/ के िबयमय को िेगा, रर जसी भी िस्थित हो, आवश्र्क किम उिाए जाए
बी) हत्था वाले िसग्यल ा ेत्रों में गार्ा र्ह िे ग
े ा द्रक उसकी गाडी के आगमय हेतु “ फ” द्रकर्े गर्े सभी िसग्यल
वापस “ य” िस्थित में कर द्रिए गर्े हैं र्द्रि कोई िसग्यल वापस “ य” िस्थित में यहं द्रकर्ा गर्ा हो तो
वह तत्काल स्टेिय मास्टर को सूिात करे गा एवं अपयी गाडी को बााये के िलए तरे का हाथ िसग्यल
लहरार्ेगा वह अपये रफ जरयल बुक में नस तर्थर् का उलले करे गा रर संर्ु्त गाडी ररपोटा में नसकी
अभ्र्ुिि िेगा
सी) जब के िबय बीा में िस्थत होये के कारण ूपकती एई गाडी की िप ली बत्ती/िप ला बोर्ा स्टेिय मास्टर /
के िबय स्टेिय मास्टर “गाडी नन्ट्ट रिजस्टर” के साथ द्रकसी स्टेिय कमााारी को गाडी के गार्ा के पास
भेजग े ा जो एक आश्वासय के ूपप में द्रक गाडी का पूणा आगमय हो गर्ा ह रर र्ह फाउलिंलग
ु माका को अच ी
तरह पा कर ूपकी ह कार्ारत स्टेिय मास्टर गाडी के गार्ा द्वारा िवििवत हस्ताा ररत उपर्ुा्त रिजस्टर
वापस पाये के बाि पी े के ब्यलकक स्टेिय को “्ेय आउट फ से्िय” ररपोटा भेजेगा
“्ेय नन्ट्ट रिजस्टर” में िय यिलि त ककलम होंगे :-
द्रियांक गाडी सं. लानय सं. आगमय का फाउलिंलग माका पूरी तरह पार कर गाडी के पूणात: आगमय
समर् के संकेतस्वूपप गार्ा का हस्ताा र एवं हस्ताा र का समर्
4.57 नंजय काटया : र्द्रि गाडी डी कर िी जाती ह रर नं जय को अके ले र्ा वाहयों सिहत िेर्ष गाडी से अलग करया
आवश्र्क ह तो गाडी का र्ुग्मक (कपलिंलग) काटये से पहले, गार्ा नस बावत स्वर्ं संतषु ट हो लेगा द्रक ब्रेकर्ाय के ब्रे
कसकर लगा द्रिए गए हैं रर ऐसे अन्र् उपार् करे गा जो िविेर्ष अयुिि
े ों द्वारा ियिााररत द्रकए गए हों
स.िय. 4.57 लोको पार्लट गाडी से अपये नं जय का कपलिंलग प्रारं िभक स्टे िय पर जोडये रर नं जय बिलाव वाले स्टेियों
र्ा द्रकसी स्टेिय पर जहक लोको - आवश्र्कता हेतु नं जय का कपलिंलग काटया आवश्र्क हो, काटये हेतु
उत्तरिार्ी होगा िूसरे स्टेियों पर कपलिंलग काटये एवं जोडये हेतु स्टेिय कमााारी उत्तरिार्ी होगा
गािर्र्ों तथा नं जय टेंर्र के बीा के व्र्ूम पानप जोडये की ओर िविेर्ष धर्ाय िेया ाािहए
4.58 लोको पार्लट र्ह धर्ाय र ग
े ा द्रक गाडी उललंर्य िान्ह (फाउलिंलग माका ) बााकर ही डी की जाए -
र्द्रि गाडी द्रकसी स्टेिय पर आकर डी हो जाती ह तो लोको पार्लट र्ह धर्ाय र ग े ा द्रक, जहॉं तक संभव ह,
उसका नं जय सब पकनं टों रर क्रकलिंसगो के उललंर्य िान्ह (फाउलिंलग माका ) से बा कर डा ह र्द्रि ऐसा यहं ह
तो वह तुरन्त स्टेिय मास्टर को सूिात करये की वर्वस्था करे गा तथा अवूपि लानय पर संाालय रोकये के िलए
रोक (स्टकप) हैंर् िसग्यल द्रि ाएगा
114
1
स.िय. 4.58 हत्था वाले (सेमाफोर) िसग्यल ा ेत्र में एकहरी लानय पर पएुँाये पर / ूपकते समर्, लोको पार्लट िवपरीत
द्रििा का िसग्यल अवश्र् िे ेगा रर र्द्रि वह पाता ह द्रक िजस लानय पर उसकी गाडी डी ह उस लानय
का िसग्यल “ फ” कर द्रिर्ा गर्ा ह तो वह तत्ा ण नस तर्थर् की सूाया स्टेिय कास्टर / के िबय मास्टर /
के िबय मय को अवश्र् िेगा र्द्रि उसी समर् िवपरीत द्रििा से आती गाडी द्रि ाई पडती ह तो आती एई
गाडी की ओर तरे का हाथ िसग्यल द्रि ार्ेगा रर लगातार सीटी बजाकर पएुँाती गाड के लोको पार्लट
का धर्ाय गाडी रोकये हेतु आकिर्षत करे गा संर्ु्त गाडी ररपोटा में आवश्र्क रटप्पणी भी िजा की जार्ेगी
4.59 सवारी गाडी का स्टेिय पर डी होये के बाि, ालया - र्द्रि सवारी गाडी द्रकसी स्टेिय के प्लेटफामा पर र्ा
उसके आगे र्ा पी े डी कर िी जाती ह तो लोको पार्लट उसे तब तक यहं ालाएगा जब तक द्रक उसे गार्ा का
आिेि यहं िमल जाता ह र्ा जब उसे कोई िुर्टा या बाायी ह
4.60 गार्ा गाडी को, िबया द्रकसी को सौंपे, ोडकर यहं जाएगा – जब तक द्रक गाडी िविेर्ष अयुिि
े ों के अयुसार
िीक प्रकार द्रकसी को सौंप यहं िी जाती, गार्ा उसे ोडकर यहं जाएगा
स.िय. 4.60 ए) कोई भी गार्ा अपये िद्यरा (रलिंयग) के अंत में िबया स्टेिय मास्टर द्वारा ऐसा करये की अयुमित प्राप्त
द्रकर्े स्टेिय यहं ोडेगा स्टेिय ोडये के पहले वह र्ह भी िे ेगा द्रक उसकी गाडी के कागजात
विहगाामी गार्ा र्ा गाडी िलिपक द्वारा हस्ताा ररत कर द्रिर्े गर्े हैं नसके बाि भी वह उस स्टे िय के
सभी परे र्षण, पासाल रवन्या िबल, प्रेिर्षत सामग्री नत्र्ाद्रि एवं उसके आगे के स्टेियों के उपरो्त सभी
वस्तुएं सौंप िेगा
बी) प्रत्र्ेक गार्ा अपयी गाडी से संबंिित अपये पास के सभी जयाल तथा िस्तावेज कार्ारत स्टेिय मास्टर को
अपये िद्यरा (रलिंयग) की समािि पर प्लेटफामा ोडये के पूवा सौंप िेगा र्द्रि नस उद्देश्र् से कोई ब्सा र ा
हो, तो ऐसे िस्तावेज उसमें र्ाल िेगा

सी) िो र्ा अििक मंर्लों पर गाडी के ालये के ििा में गार्ा प्रत्र्ेक मंर्ल के कागजात अलग अलग सुपि
ु ा
करे गा रर स्टेिय ोडये के पूवा रोस्टर पर अपये याम का हस्ताा र भी अवश्र् करे गा
4.61 लोको पार्लट ड्यूटी पर रहते एए, नंजय ोडकर यहं जाएगा – ड्यूटी करता एआ कोई भी लोको पार्लट
अपये काम करते एए नं जय र्ा स्वाािलत (सेलफ प्रकपेलर्) वाहय को, ााहे वह स्टेिय पर ह र्ा द्रकसी परराािलत
(रलिंयग) लानय पर, ोडकर तब तक यहं जाएगा, जब तक द्रक ऐसा करया ियतान्त आवश्र्क यहं ह रर उसके
नं जय र्ा स्वाािलत (सेलफ प्रकपेलर्) वाहय का प्रभार (ााजा) द्रकसी सा म रे ल सेवक को सौंप यहं द्रिर्ा गर्ा ह
लोको पार्लट स्वाािलत (सेलफ प्रकपेलर्) वाहय को, िजस पर वह अके ला ही ह, आवश्र्कता पडये पर ोडकर
जा सकता ह परन्तु र्ह तब, जब उसये कब में ताला लगा द्रिर्ा ह रर वाहय को ियाल िगर में र्ालये के साथ-
साथ नगयीिय िस्वा को फ कर द्रिर्ा ह रर हैंर् ब्रेक को कसये के बाि, उसमें ताला लगा द्रिर्ा ह

एा. मटेररर्ल ्ेय का संाालय


4.62 ब्यलकक से्िय में मटेररर्ल ्ेय का संाालय – मटेररर्ल ्ेय का संाालय के वल िोयों ओर के स्टेिय मास्टरों
की अयुमित से रर िविेर्ष अयुिेिों के अयुसार ही द्रकर्ा जाएगा
स.िय. 4.62 ए) िर्िवजयल मटेररर्ल गाडी का गार्ा र्ह िे ये के िलए उत्तरिार्ी होगा द्रक उसकी गाडी के सभी वाहयों
के ब्रेक आवश्र्कता पडये पर लगार्े जा सकें जब लानय के द्रकसी ंर् पर जहॉं 150 में 1 से ती ा ढलाय
हो, वहॉं काम कर रहा हो तो लोको पार्लट अपयी गाडी ालाये के पहले िे ग े ा द्रक ब्रेकों की पर्ााप्त सं्र्ा
कार्ािील ह ताद्रक वह गाडी ियर्ंित्रत करये में समथा हो सके
बी) िर्िवजयल मटेररर्ल गाडी िजस से्िय में काम करे गी उसके िप ले स्टेिय पर अवश्र् ूपके गी रर गार्ा
स्टेिय मास्टर को फामा ई.223 में आवेिय भेजग े ा िजसमें नस सूाया के ऊपर की प्रित अलग करये से
पहले नस सूाया की अिभले प्रित भेजये का समर् िल कर र्ह िल ा जार्ेगा द्रक वह द्रकस समर् एक
प्रस्थाय हेतु तर्ार होगा िजसके यीाे काबाय प्रित में पेंिसल से स्टेिय मास्टर सूाया प्राप्त करये का समर्
115
एवं उसका उत्तर भेजये का समर् िल ेगा वह अपया उत्तर भी िल ेगा िजसमें नस बात का उलले
करे गा द्रक उसये िर्वीजयल मटेररर्ल गाडी को ालाये की ्र्ा वर्वस्था द्रकर्ा हैं तत्पश्ाात वह एक प्रित
अपये पास र ेगा रर िूसरी प्रित उस द्रकताब के साथ िर्वीजयल मटेररर्रल गाडी के गार्ा के पास भेजेगा
सी) स्टेिय मास्टर फामा ई.223 में सूाया प्राप्त करये के बाि ब्यलकक से्िय के िूसरे ोर के स्टे िय मास्टर को मटेररर्ल
गाडी के कार्ा करये की समर्ाविि एवं र्ह तर्थर् द्रक कार्ा के बाि ्र्ा गाडी अगले स्टे िय की ओर ब़ ेगी र्ा िजस
स्टेिय से ाली ह उसी स्टे िय की ओर लद्यटेगी, सूिात करे गा नस सूाया की प्रािि स्वीकृ ित संिि े को प्रानवेट
य बर के साथ िुहराकर द्रकर्ा जार्ेगा
र्ी) र्बल लानय से्िय पर मटेररर्ल गाडी काम की समािि पर सामान्र्त: अगले स्टेिय की ओर ब़ ेगी
तथािप पूवा वर्वस्था के अंतगात उस लानय पर िजस स्टेिय से ाली थी उसी स्टेिय पर भी लद्यट सकती ह
जब उसी लानय पर लद्यटये की आवश्र्कता हो तो िर्वीजयल मटेररर्ल गाडी सही लानय के प्रथम रोक
िसग्यल पर र्ा गलत लानय िजस पर वह लद्यट रही हो, के अंितम रोक िसग्यल में से जो पहले िमले, के
सामये आकर अवश्र् डी होगी उसके बाि कार्ारत स्टेिय मास्टर का धर्ाय आकृ षट करये हेतु लोको
पार्लट अपये नं जय की सीटी बजार्ेगा रर वहॉं तब तक डा रहेगा जब तक द्रक स्टेिय मास्टर फामा
टी/409 पर जारी साविायता आिेि द्वारा प्रवेि के िलए अििकृ त यहं करता ह

ई) स्टेिय मास्टर फामा टी/409 पर साविायता आिेि भी लोको पार्लट को जारी करे गा िजसमें साफ-साफ
िल ा होगा द्रक -

i) गाडी उसके स्टेिय तथा अगले स्टेिय के बीा द्रकसी लानय पर कार्ा करे गी,

ii) ्र्ा उसे भेजयेवाले स्टेिय की ओर लद्यटया ह र्ा अगले स्टेिय की ओर जाया ह,

iii) वह समर् जब उस गाडी को स्टेिय पर पएुँाया ह,


एफ) जब नं जय गाडी को पी े से िे ल रहा हो र्ा आपात िस्थित र्ा िविेर्ष पररिस्थितर्ों में जब नं जय गाडी के
बीा में लगार्ा गर्ा हो तथा ब्रेकवाय आगे ाल रहा हो तो -

i) सीिी लानय पर गित सीमा 25 द्रकमी.प्र.र्ं. रर टया आउट र्ा जहॉं ढलाय 150 में 1 से अििक
ती ा हो, पर 8 द्रकमी.प्र.र्ं. से कतई अििक यहं होया ाािहए

ii) गार्ा को अवश्र् ही आगे ाल रहे ब्रेकवाय में ालया ाािहए एवं लोको पार्लट िसग्यल अवश्र्
द्रि ाते रहया ाािहए

iii) गाडी के ाालक िल को ाद्यकस ियगाह र यी ाािहए िविेर्षकर िजस द्रििा में गाडी ब़ रही हो रर
द्रकसी अवरोि के पहले ूपकये के िलर्े तर्ार रहया ाािहए
जी) जब नं जय ्ेय को र््का िे रही हो अथवा ्ेय के बीा में डी हो रर ब्रेकर्ाय आगे यहं लगा हो -
i) स्पीर् 8 द्रकमी. प्र.र्ं. से अििक यहं होगी

ii) गार्ा आगे ाल रहे वाहय (िर्ब्यबे) में सवार होगा

iii) उप ंर् ा (iii) का स्ती से पालय द्रकर्ा जाएगा

योट : जब नं जय ्ेय को र््का िे रही हो तो गार्ा रर लोको पार्लट ्ेय को पूणा ियर्ंत्रण में र ये के िलए
अितरर्त ियगरायी र ेंगे
4.63 मटेररर्ल ्ेय पर ालये वाले कमी : मटेररर्ल ्ेय का गार्ा गाडी ालाये का िसग्यल िेये से पहले, र्ह िे
लेगा द्रक कमी गाडी पर ा़ गए हैं रर उन्हें बि जाये की ाेतावयी िेगा

116
4.64 स्थार्ी ूपप से ड एई (स्टेबलु र्) मटेररर्ल ्ेय की रा ा :
1. अपररहार्ा पररिस्थितर्ों को ोडकर, द्रकसी स्टेिय पर कोई मटेररर्ल ्ेय रलिंयग लानय पर स्थार्ी ूपप में
डी (स्टेबलु र्) यहं की जाएगी
2. र्द्रि कोई मटेररर्ल ्ेय द्रकसी स्टेिय पर स्थार्ी ूपप में डी की गई ह तो उसकी रा ा िय यिलि त रीित
से की जाएगी रर स्टेिय मास्टर र्ह सुियिचितत करे गा द्रक -
ए) मटेररर्ल ्ेय के वाहय िीक प्रकार कसे बंिे एए ह रर द्रकसी पकनं ट र्ा क्रकलिंसग का उललंर्य यहं कर रहे हैं
बी) िजस लानय पर मटेररर्ल ्ेय स्थार्ी ूपप में डी की गई ह उसके सभी अपेिा त पकनं ट उस लानय से िवपरीत
द्रििा में सेट कर द्रिए गए हैं रर वे पकनं ट ििकं जे (्ल प) र्ा ाट यी रर पयी (बोलट रर काटर) रर तालों
से जकड द्रिए गए हैं, तथा
सी) ऐसे तालों की ाािबर्ॉं उसकी वर्िि गत अिभरा ा में तब तक रहेंगे जब तक द्रक मटेररर्ल ्ेय सानलिंर्ग र्ा
लानय से जाये के िलए तर्ार यहं हैं
3. गार्ा तब तक अपया प्रभार (ााजा) यहं ोडेगा जब तक द्रक उसका नस बावत समािाय यहं हो जाता द्रक
मटेररर्ल ्ेय नय ियर्म में ियिााररत ूपप में रिा त कर िी गई ह
4.65 रे ल पथ अयुरा ण मिीयों का संाालय : रेल पथ िब ाये, पथ पर कु टाई ( य ्क टेलिं पग) करये वाली अथवा
अयुरा ण मिीयों का संाालय स्टेिय मास्टर की अयुमित से रर िविेर्ष अयुिेिों के अयुसार ही द्रकर्ा जाएगा

स.िय.4.65 “ य ्क मिीय” का िववरण एवं कार्ाप्रणाली :

1. िववरण :

“ य ्क” रे लपथ मिीये स्वयोद्रित ्क मिीय हैं जो र्ीजल नं जय द्वारा ाािलत होकर कोा/वगर के साथ र्ा
उयके िबया रे ल संरा ा आर्ु्त द्वारा स्वीकृ त गित से ालती ह र्े मिीय िविभन्य प्रकार के र -र ाव एवं
्क का यवीकरण कार्ा जसे रे लपथ उिाये, समतल करये, एलानलिंयग, समतल रे लपथ तथा ककटों एवं क्रकलिंसग
के टेमलिंपग, रे लपथा की िगिी की गहरी याई, सोलजर बलास्ट की सफाई, ्क बलास्ट की रे गल ु ेंटग, रे लपथ
का सुि़ ृ करण, कॉंटों एवं क्रकलिंसग का बिलाव, स्लीपरों का आपस में पररवताय नत्र्ाद्रि जसे कार्ों के िलर्े
प्रर्ु्त होते हैं र्े मिीय ििि िाली िवोुत हेर् लानट, फ्लिर लानट, िोयों तरफ माका र लानट से र्ु्त होते
हैं, नसके अितरर्त िविभन्य िवन्िुओं पर वकिंगकग लानट राित्र में काम करये की सुिविा प्रिाय करये हेतु लगार्े
गर्े हैं नय मिीयों का िर्जाईय नस प्रकार बयार्ा गर्ा ह द्रक रात रर द्रिय में िोयों ओर ाल सकते हैं
मिीय में ििि िाली िवोुत हकया एवं न्र्ूमेरटक हकया भी लगाये के िलर्े लगार्े गर्े हैं

र्े मिीय ओपेयलानय पर कार्ा संपािय हेतु लागू प्रािलत कार्ाप्रणाली के अंतगात ्ेय की तरह कार्ा करें गे
जसा द्रक सामान्र् ियर्म 1.02(58) में पररभािर्षत ह, िसवार् तब जब र्े मालगाडी के पी े जोडे जाते हैं नस
मिीय के साथ गार्ा का होया र्ा ब्रेकवाय जोडा जाया आवश्र्क यहं हैं

प्रत्र्ेक मिीय सीिे जूियर्र/से्िय/िसियर्र से्िय नं जीियर्र के प्रभार में होगा “ य ्क मिीय” के
ाालयका में अििकृ त रे ल कमाााररर्ों की अििकतम सं्र्ा 5 से अििक यहं होगी

2. िा ता प्रमाण-पत्र

द्रकसी वर्िि को “ य ्क” मिीय का ाालय/संाालय करये की अयुमित तब तक यहं िी जाएगी जब तक द्रक -

ए) उसके पास उप मु्र् अिभर्ंता (टीएमसी)/पीर्ी, मुगलसरार् र्ा मु्र् रे लपथ अिभर्ंता (टीएम) द्वारा नस कार्ा के
िलर्े यािमत प्राििकृ त अििकारी द्वारा जारी वि वकिंगकग परिमट उसके पास यहं हो, िजसकी विता 3 वर्षों की होगी

बी) उसये परराालय ियर्मों संबंिी ियिााररत परीा ा संतोर्षप्रि ढंग से पास कर ली हो रर प्रााार्ा, ा ेत्रीर् प्रििा ण
के न्ि द्वारा जारी अििकृ त िा ता प्रमाण-पत्र उसके पास हो, िजसकी विता 3 वर्षों की होगी

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सी) उसये प्रािलत कार्ा पिित, िसग्यलों की िस्थित एवं अन्र् स्थायीर् पररिस्थितर्ों का ्ाय प्राप्त कर िलर्ा हो जसा
द्रक सामान्र् ियर्म 3.78(4) के आलोक में आवश्र्क ह

र्ी) उसके पास “ य ्क” मिीय ाालय हेतु ियिााररत रेलवे िाद्रकत्सा अििकारी द्वारा जारी ए/3 कोरट का िाद्रकत्सा
द्रफट प्रमाण-पत्र हो

3. उपकरण :

ए) प्रत्र्ेक परे टर अपयी मिीय रलिंयग लानय पर लाये के पहले अवश्र् स्वर्ं संतुषट होगा द्रक िय यिलि त
उपकरण सभी प्रकार से पूणा एवं िीक हालत में हैं रर उसकी मिीय में उपलब्यि हैं :-
i) र्ंर्ा के साथ हाथ िसग्यल झंर्ी लाल : 2 अिि
हरी : 2 अिि
ii) ब्ी से ाािलत तीय रं गों वाला हाथ िसग्यल वत्ती ब्ी के साथ 2 अिि
iii) पटा ा फकग िसग्यल 1 िर्ब्यबा (10)
iv) टेल बोर्ा / एल वी बोर्ा 1 अिि
v) जलता बुझता रहयेवाला टेल ल प 1 अिि
vi) ताला के साथ ाेय 2 अिि
vii) ताला के साथ ्ल प 2 अिि
viii) िस्कर् 2 अिि
ix) पोटदेशबुल टेलीफोय 1 अिि
x) प्राथिमक िाद्रकत्सा ब्सा 1 अिि
xi) बयर फ्लग 2 अिि
xii) लोको पार्लट ियर्म पुिस्तका/सामान्र् एवं सहार्क ियर्म पुिस्तका 1 प्रित
xiii) िजस मंर्ल में मिीय को कार्ा करया ह उस मंर्ल का कार्ाकारी समर्-सारणी 1 प्रित
xiv) ऐसे अन्र् उपकरण एवं भंर्ार जो नं जीियर्री िवभाग द्वारा ियिााररत हों

बी) काम पर रहते एए परे टर के पास िाद्रकत्सकीर् सलाह के अिीय उसे पहयया हो, ऐसा 2 जोडा ाश्मा
अवश्र् र या ह

4. संाालय के ियर्म :
ए) जब कभी “ य ्क” मिीय/मिीयें कार्ा स्थल के िलर्े ालये को तर्ार होते हैं तो मिीय/मिीयों के प्रभारी जूियर्र
से्िय नं जीियर्र (रे लपथ) अयुलग्यक/1 के अयुूपप िो प्रितर्ों में एक मांगपत्र द्वारा कार्ारत स्टे िय मास्टर को
सूिात करें गे िजसमें वह िविेर्ष स्थल जहॉं मिीय/मिीयें काम करें गी , मिीयों के ियजीगत सं्र्ा के साथ ्क मिीय/
मिीयों की सं्र्ा जो कार्ा करें गे, आवश्र्कतायुसार ब्यलकक की सीमा एवं स्टेिय का याम जहॉं वह/वे कार्ा की समािि
के बाि जार्ेंगे का उलले करे गा बिले में स्टे िय मास्टर नस तर्थर् की सूाया से्िय नं जीियर्र (रे लपथ) को मूल
प्रित र्ह िल कर लद्यटार्ेगा द्रक स्वीकृ त द्रकर्े जाये वाले ब्यलकक की अविि ्र्ा होगी रर अन्र् िविेर्ष अयुििे भी
िल ेगा, र्द्रि कोई हो से्िय कं ्ोलर कार्ास्थल में प्रवेि को ियर्ंित्रत करयेवाले स्टे िय के कार्ारत स्टे िय मास्टर
को मिीय/मिीयों के प्रोग्राम तथा आवश्र्क ब्यलकक की अविि की सूाया िेगा

बी) य ्क मिीय/मिीयें, सानलिंर्ग/स्टबलिंलग लानय से रलिंयग लानय पर के वल कार्ारत स्टेिय मास्टर की िलि त
अयुमित फामा-टी/806 (िंंटग आर्ार) पर प्राप्त होये के बाि ही लार्ी जा सकती ह

सी) जब मिीय/मिीयें कार्ा स्थल में प्रवेि को ियर्ंित्रत करयेवाले स्टेिय के पूवा के स्टे ियों से रय-थ्रू गुजरती हों तो वह/वे
गाडी जसी मायी जार्ेगी एवं उिात प्रस्थाय प्राििकार के साथ तथा गाडी संालय संबंिी ियर्मों का अयुपालय करते
एए ालेंगी
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जब एक साथ झुंर् में ाल रही हों तो प्रानवेट य बर के आिाय प्रिाय के साथ मिीयों की कु ल सं्र्ा लानय ्लीर्र
नय्वार्री संिि
े में साफ-साफ उद्िृत द्रकर्ा जार्ेगा एक प्रस्थाय प्राििकर सभी मिीयों (मिीयों के झुंर्) के िलर्े
लागू होगा टेल ल प/टेल बोर्ा संाालय की द्रििा में सबसे िप ली मिीय पर लगार्ा जार्ेगा िजसके साथ प्रभारी
जूियर्र/से्िय नं जीियर्र (रे लपथ) सबसे िप ली मिय र्ा जसी भी पररिस्थित हो, पर र्ात्रा करे गा

4.1 ब्यलकक से्िय में कार्ा स्थल पर मिीय/मिीयों के प्रवेि को ियर्ंित्रत करये वाले कार्ारत स्टेिय मास्टर द्वारा
िय यिलि त प्रद्रक्रर्ा अपयार्ी जार्ेगी :-

ए) एकहरी लानय से्िय पर :


कार्ारत स्टेिय मास्टर ब्यलकक स्टेिय से अिग्रम “वका एंर् प्रोसीर्” र्ा “वका एंर् ररटया” लानय ि्लर्र जसी िस्थित हो,
लेगा “वका एंर् प्रोसीर्” लानय ि्लर्र की िस्थित में मिीय/मिीयों की सं्र्ा जो ब्यलकक से्िय में कार्ा करे गी एवं वह
समर् िजस पर मिीय/मिीयें स्टेिय से पहले पएुँाये वाली होंगी का लानय ि्लर्र न्वेटी मसेज में स्पषट ूपप से उलले
द्रकर्ा जाया ाािहए लानय ि्लर्र संिेि प्राप्त होये के बाि स्टेिय मास्टर फामा टी/409 पर रोकें जाये की अविि की
सवीकृ ित सपर्षट ूपप से ििााते एए ककिय आर्ार तर्ार करे गा ब्यलकक से्िय में कार्ा करये के िलए स्वीकृ त य ्क
मिीयों की सं्र्ा जो मिीय/मिीयें भेजये वाले स्टेियों को लद्यटती हों र्ा अगले स्टेिय को जाये वाली हों वह समर्
िजस पर मिीय/मिीयें स्टेिय र पएुँाये वाली हों, अंितम य ्क मिीय/मिीयें जो ब्यलकक स्टेिय को पएुँाये वाली हों
की िवििषट सं्र्ा र्द्रि कोई हो रर गित पर लगार्ा गर्ा कोई प्रितबंि रर जूियर्र/से्िय सीियर्र से्िय (पी.
र्ब्यलर्ू) प्रभारीको सौंपा जाए जो सभी परे टरों तथा अयुमत्र् अििकारी जो जाये वाले हों से हस्ताा र करा िलर्ा गर्ा
हो, र्द्रि कोई हो जो अगले य ्क मिीय/मिीयों पर र्ात्रा करये के िलए जाये वाला हो रर तभी मिीय/मिीयों को
ब्यलकक से्िय में उिात िसग्यल िेकर िविा करया होगा
मिीय/मिीयों के कार्ा की समािि के उपरांत र्ा तो वे अगले स्टेिय को प्रस्थाय करें गी र्ा अपये मूल स्टेिय को वापस
लद्यटेंगी जसी भी िस्थित हो, सबसे पी े का प्रभारी जूियर्र/से्िय/वररषि से्िय (पी.र्ब्यलर्ू) साथ रे गा जब कयवकन में
ालेगा, ालये के िलए िोस प्राििका के साथ र्द्रि कोई हो परे टर पहले स्टकप िसग्यल पर ूपके गा तथा स्टेिय स्टाफ को
अपये लद्यटये की सूाया िेये के िलए हाया बजाएगा िजससे स्टेिय उसके लद्यटये की स्वीकृ ित िेये के िलए टेिंकग प
ररसेप्िय िसग्यल िेये र्ा िलि त प्राििकार जारी करये की वर्वस्था कर सके
प्रभारी जूियर्र/से्िय/वररषि से्िय (पी.र्ब्यलर्ू) जो मिीय के साथ होगें स्टेिय पर आये के बाि स्टेिय पर कार्ारत
स्टेिय मास्टर को जाये के िलए िोस प्राििकार िेंगे रर उसको कार्ारत स्टेिय मास्टर से सत्र्ािपत कराएंगे द्रक गािर्र्ों के
आवागमय हेतु ्क िीक ह कार्ारत स्टेिय मास्टर नस बात से संतुषट हो लेंगे द्रक मिीय/ मिीयें ब्यलकक से्िय को साफ
करये के बाि आई हैं रर उसये ्क िीक होये का प्रमाण-पत्र प्राप्त कर िलर्ा ह रर वह लानय ि्लर्र को ियरस्त करे गा
र्ा ब्यलकक वकिंगकग मयुअल में विणत प्रद्रक्रर्ा के तहत ब्यलकक उपकरणों को सामान्र् करे गा ोोकयरिहत ब्यलकक वकिंगकग वाले
से्िय में बी.र्ब्यलर्ू.एम. ियर्म 8.10 र्ा 8.28(3) जसी भी िस्थित हो का पालय द्रकर्ा जाएगा
बी) िोहरी लानय से्िय पर :
िोहरी लानय से्िय में आय ्क मिीय/मिीयें कार्ा की समािि के उपरांत सामान्र्तर्ा स्टेिय के िलए पहले ही प्रस्थाय
करें गी तथािप पूवा वर्वस्थाओं के तहत स्टेिय के िलए उसी लानय पर वापसी कर सकते हैं जहॉं से प्रारं भ द्रकर्ा था

i) कार्ा स पािय सही लानय से ब़ या :


कार्ारत स्टेिय मास्टर “वका एंर् प्रोसीर्” लानय ि्लर्र ब्यलकक स्टेिय से प्राप्त करे गा िजसमें मिीय/मिीयों की सं्र्ा
स्पषट ूपप से ििााई गई होगी तथा वह समर् िजस पर मिीय/मिीयें स्टेिय पर पएंायेवाली ह रर फामा टी/409 पर एक
ककिय आर्ार बयाएगा िजसपर रोके जाये की अविि का स्पषट उलले होगा, मिीय/मिीयों की सं्र्ा िजन्हें ब्यलकक
से्िय में कार्ा करये की अयुमित होगी द्रक मियी/मिीयें अगले स्टेिय को प्रस्थाय करें गी, समर् िजस पर मिीय/मिीयें
स्टेिय पर पएंायेवाली होंगी अंितम य ्क मिीय की िवििषट सं्र्ा र्द्रि कोई हो, ब्यलकक स्टेिय पर पएुँायेवाली

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कोई गित प्रितबंिता जो नस पर लागू हो को प्रभारी जूियर्र/से्िय/वररषि से्िय (पी.र्ब्यलर्ू) को सुपुिा द्रकर्ा जाएगा
जो उय सभी परे टरों के द्वारा हस्ताा ररत होगा जो सबसे आगे वाली मिीय पर र्ात्रा कर रहे होंगे रर मिीय/मिीयों
को उिात िसग्यल के साथ हो, ब्यलकक से्िय में भेजा जाया ाािहए
सबसे िप ले मिीय पर का प्रभारी जूियर्र/से्िय/वररषि से्िय (पी.र्ब्यलर्ू) कार्ा की समािि के बाि मिीय के साथ
स्टेिय के िलए पहले ही प्रस्थाय करे गा परे टर िसग्यल के पहले फु ट स्टकप पर रोके गा रर हाया बजाएगा िजससे स्टेिय
स्टाफ उसे समझ सके द्रक वह कार्ा स्थल से लद्यट रहा ह िजसके बिले मिीय/मिीयों की स्टेिय में िाि ले की वर्वस्था
ररसेप्िय िसग्यल के साथ करे गा

मिीय/मिीयों के साथ प्रभारी जूियर्र/से्िय/वररषि से्िय (पी.र्ब्यलर्ू) के स्टेिय आगमय पर कार्ारत स्टेिय मास्टर
को िलि त ूपप में र्ह प्रमाण िेगा द्रक ्क गािर्र्ों के संालय के िलए उपर्ु्त ह कार्ारत स्टेिय मास्टर के संतुषट हो
जाये पर द्रक मिीय/मिीयें ब्यलकक से्िय को अच ी तरह ि्लर्र करके र्हां आई हैं रर द्रक उसये ्क के िलए द्रफट
प्रमाणपत्र प्राप्त कर िलर्ा ह, वह पी े वाले स्टेिय को “्ेय आउट प से्िय“ िसग्यल भेजग े ा

I) कार्ा स पािय एवं गलत लानय पर ब़ या

कार्ारत स्टेिय मास्टर ब्यलकक से्िय के अंितम ोर के स्टेिय मास्टर को से्िय को य ्क मिीय के कार्ा को बंि
करये के आिर् का एक संिेि िेगा िजसमें मिीय/मिीयों की सं्र्ा रर समर् का स्पषट उलले होगा जब मिीय/मिीयें
स्टेिय पर पएंायेवाली होंगी िूसरी ओर प्रानवेट य बर के आिाय-प्रिाय द्वारा नसकी पुिष्ठ करे गा स्टेिय मास्टर जो र्ह
संिेि प्राप्त करे गा वह ियिचितत होकर प्रानवेट यंबर के आिाय-प्रिाय द्वारा उसकी पावती िेगा रर प्रभािवत ब्यलकक से्िय
में प्रवेि ियर्ंत्रण िसग्यल के अंितम स्टकप के स्लानर् िसग्यल लीवर पर स्लानर्/सेफ्टी ककलर को ियिााररत करे गा स्टेिय
मास्टर ब्यलकक से्िय में मिीय/मिीयों को भेजये के बाि ब्यलकक उपकरण की सूई को “्ेय य लानय” िस्थित में र्ुमा
िेगा रर स्पषट ूपप से उसे ििााते एए टी/409 फामा पर प्राििकार के साथ गलत लानय में जाये हेतु ककिय आिेि तर्ार
करे गा, िजसमें से्िय को ब्यलकक र ये का समर्, कार्ा करये की अयुमत्र्, मिीयों की सं्र्ा का उलले होगा द्रक मिीय/
मिीयें अिग्रम स्टेिय को प्रस्थाय करें गी उस समर् जब मिीय/मिीयें स्टेिय के िूसरे ोर पर पएंाेगी, कोई लागू गित
प्रितबंिता िजससे मिीय/मिीयें सही लानय के पहले स्टकप िसग्यल के उन्टे ूपकये वाली हो र्ा गलत लानय के अंितम
स्टकप िसग्यल के समका (िजस पर मिीय/मिीयें ाल रही हो) नयमें से पहला िूसरे द्वारा अमान्र् कर द्रिर्ा जाएगा जहां
मिीय/मिीयों को स्टेिय ले जार्ा जाएगा ककिय आिेि पर सतका ड्रेंटानलिंवग के िलए, समपार पर बार-बार हाया
बजाएंगे, जहां पी. र्ब्यलर्ू स्टाफ कार्ा कर रहे हों वहॉं िविेर्ष सतका ता के साथ जोय का आिेि िजा होया ाािहए रर नस
ककिय आिेि को प्रभारी जूियर्र/से्िय/सीियर्र से्िय (पी र्ब्यलर्ू) को य ्क मिीय पर र्ात्रा कर रहे उय सभी
परे टरों द्वारा हस्ताा ररत कराकर सद्यपा जार्ेगा मिीय/मिीये र्द्रि सही लानय में ब़ रही हो तो जसा सामान्र्तर्ा
लागू होता, ऐसे िसग्यल की जगह पर हाथ िसग्यल द्रि ा कर सभी आवश्र्क फे लिंसग एवं ्ेलिंयग पकनं टों को से करते एए,
फे लिंसग पकनन्टों को लकक कर प्रेिर्षत की जाएगी

कार्ा की समािि पर मिीय/मिीये िूसरी ओर के स्टेिय को सबसे िप ली मिीय में प्रभारी जूियर्र/से्िय/सीियर्र
से्िय (पी र्ब्यलर्ू) के साथ एवं सही लानय के प्रथम स्टकप िसग्यल अथवा गलत लानय से संबंिित अंितम स्टकप िसग्यल के
यीाे विीिारी रे ल कमााारी द्वारा हाथ से द्रि ाए जाये वाले तरा िसग्यल पर स्टेिय पएुँाते ही परे टर रोक िेगा रर
उसके बाि वह अगुवाई कर स्टेिय पएुँाग े ा र्द्रि परे टर को र्ह पता ह द्रक गाडी की अगुवाई कर स्टे िय ले जाये हेतु
विीिारी कोई भी रे ल कमााारी िसग्यल के यीाे तयात यहं ह तो सा.िय.4.44 का पालय द्रकर्ा जाएगा
स्टेिय पर आगमय के बाि, प्रभारी जूियर्र/से्िय/सीियर्र से्िय (पी र्ब्यलर्ू) कार्ारत स्टेिय मास्टर को िलि त ूपप
में र्ह प्रमािणत करे गा द्रक ्क गाडी के संालय के िलए उपर्ु्त ह कार्ारत स्टेिय मास्टर नससे संतुषट होये के बाि द्रक
मिीय/मिीये ब्यलकक से्िय को ि्लर्र कर पएंाी ह रर द्रक उसये ्क के िलए उपर्ु्त प्रमाण-पत्र प्राप्त कर िलर्ा ह,
प्रानवेट यंबर के आिाय-प्रिाय द्वारा संपुषट तर्थर् के ब्यलकक से्िय के िूसरी ओर के स्टेिय मास्टर को सूाया भेजेगा जब
बार में वह ब्यलकक संाालय ियर्मावली में विणत प्रद्रक्रर्ाओं का पालय करते एए से्िय का “ब्यलकक बक” हटाएगा

120
II) कार्ा संपािय रर सही लानय से वापसी

कार्ारत स्टेिय मास्टर ब्यलकक से्िय के िूसरे ोर के स्टेिय मास्टर को य ्क मिीय के कार्ा-प्रणाली हेतु आगे के
से्िय को ब्यलकक करये के संबंि में अपये िवाार भेजेगा रर उसका प्रानवेट य बर के द्वारा समर् सुियिचितत द्रकर्ा
जाएगा कार्ारत स्टेिय मास्टर नस संबाि के प्राप्त होये के बाि प्रानवेट यंबर के द्वारा नसकी पावती िेगा तथा ्ेय य
लानय िस्थित में ब्यलकक उपकरण की सुई को िुमा िेगा नसके बाि स्टेिय मास्टर फामा टी/409 पर एक ककिय आिेि
बयाएगा िजस पर य िस्थित वाले लास्ट स्टकप िसग्यल को पार करते एए परे टर/ परे टरस ब्यलकक से्िय में र्ुसये के
िलए प्राििकृ त होंगे ब्यलकक के िलए स्वीकृ त समर् का स्पषट उलले होगा ब्यलकक से्िय में कार्ा करये वाले अयुमत्र्
मिीयों की सं्र्ा का उलले होगा तथ प्रारं भ करये वाले स्टेिय पर मिीयों के लद्यटये का समर् तथा िजस समर् स्टे िय
पर लद्यटेंगे वह समर् िवििषट सं्र्ा अंितम य ्क मिीय जो ब्यलकक स्टेिय पर पएुँाेगी, गित पर लगार्ा गर्ा कोई
प्रितबंि, मिीय/मिीयों के िूसरी लानय के प्रथम स्टकप िसग्यल के िवपरीत ूपकया ह जब तक स्टेिय मास्टर द्वारा फामा
टी/409 पर स्टेिय में र्ुसये के िलए प्राििकृ त यहं द्रकर्ा जाता तथा प्रभारी जूियर्र/से्िय/सीियर्र से्िय (पी र्ब्यलर्ू)
को सबसे आगे वाली य ्क मिीय पर र्ात्रा करये वाले परे टरों से हस्ताा र कराकर सद्यप िी जाएगी

कार्ा की समािि पर मिीय/मिीयों के साथ जाये वाले प्रभारी जूियर्र/से्िय/सीियर्र से्िय (पी र्ब्यलर्ू) जो सबसे
िप ली मिीय में होगा प्रारं भ करये वाले स्टेियों पर लद्यटेंगे रर िूसरे ोर के प्रथम स्टकप िसग्यल क उलटी द्रििा में
ूपकें गे रर अपयी वापसी की सूाया िेये के िलए हाया बजार्ेगे रर वे तब तक वहं रहेंगे जब तक स्टे िय मास्टर फामा
टी/409 पर से्िय में प्रवेि के िलए अििकृ त करता ह

III) कार्ा संपािय एवं गलत लानय से वापसी

कार्ारत स्टेिय मास्टर ब्यलकक से्िय के िूसरे ोर के स्टेिय मास्टर को एक संिि े भेजग
े ा द्रक य-्क-मिीय के कार्ा के
िलए िुबारा से्िय को ब्यलकक द्रकर्ा जाए एवं उसमें ब्यलकक द्रकए जाये की अविि का स्पषट उलले होया ाािहए जब य
्क मिीय अपये कार्ा की समिि के उपरांत प्रारं िभक स्टे िय पर लद्यटेंगी अंितम य ्क मिीय की कोई र्द्रि िवििषट
सं्र्ा हो जो ब्यलकक स्टेिय पएुँाये वाली हो उसे प्रानवेट यंबर द्वारा संपुषट द्रकर्ा जाया ाािहए नस संिेि को पाये के बाि
स्टेिय मास्टर नसकी पावती प्रानवेट यंबर से भेजेगा रर स्लानर्/संरा ा कालर को स्लानर् पर ियिााररत करे गा रर
प्रभािवत ब्यलकक से्िय में अंितम पडाव िसग्यल ियर्ंत्रक प्रिविि के िसग्यल लीवर को भी जो स्टेिय मास्टर ब्यलकक
से्िय में मिीय/मिीयों को भेजेगा वह ्ेय य लानय मुिा में ब्यलकक उपकरण की सूई को र्ुमा िेगा तथा टी/409 पर
एक ककिय आिेि तर्ार करे गा द्रक आपरे टर ब्यलकक से्िय के गलत लानय में प्रवेि करें गे िजसमें ब्यलकक द्रकए जाये का
समर् स्पषट ूपप से उललेि त होगा, से्िय में ब्यलकक कार्ा करये वाली मिीयों की सं्र्ा द्रक मिीय/मिीयें स्टेिय लद्यटये
लगेंगी उस समर् जब मिीय/मिीयें स्टेिय र पएुँाग े ी, को गित प्रितबंि जो लागू हो, स्टेिय के प्रथम स्टकप िसग्यल के
स्टैंर् पर लद्यटते एए पएुँाेगी के िलए ाेतावय रर तब तक वहां ूपकें गी जब तक द्रक स्टे िय मास्टर द्वारा द्रफ्स्र् िसग्यल/
िसग्यलों द्वारा स्टेिय में प्रवेि करये के िलए अििकृ त यहं द्रकर्ा जाता र्ा उसे पार करये के िलए य िस्थित में अििकृ त
यहं द्रकर्ा जाता सतका ड्रेंटानलिंवग के िलए ककिय आिेि पर िविेर्ष पृषिांकय भी द्रकर्ा जाए एवं समपार से गुजरते व्त
बराबर हाया बजार्ा जाएगा रर वसे स्थल जहां रे लपथ कमााारी काम पर हों तो ककिय आिेि प्रभारी जूियर्र/से्िय/
सीियर्र से्िय (पी र्ब्यलर्ू) को सौंपा जाएगा िजस पर वे सभी परे टर हस्ताा र करें गे मिीय/मिीयों को हाथ िसग्यल
द्रि ाकर िविा द्रकर्ा जाएगा जो सभी आवश्र्क सामये रर िप ले प्वानं टों की सेंटग रर सामये के प्वानं ट की लकिंकग
को िीक करये के बाि जब वे सामान्र्तर्ा ऐसे िसग्यलों के यीाे सही लानय पर जाये के िलए द्रि ाई जाएंगी

कार्ा की समािि के बाि मिीय/मिीयें वापस प्रारं िभक स्टेिय पर लद्यटेंगी िजसके िप ले मिीय पर प्रभारी जूियर्र/
से्िय/सीियर्र से्िय (पी र्ब्यलर्ू) होंगे रर स्टेिय यजिीक आये पर प्रथम स्टकप िसग्यल पर ूपकें गी जहां मिीय/मिीयें
को एप्रोा स्टकप िसग्यल/िसग्यलें द्रि ा कर र्ा जहां आवश्र्क हो िलि त प्राििकार िेकर उन्हें ररसीव द्रकर्ा जाए

121
स्टेिय पर आये के बाि प्रभारी जूियर्र/से्िय/ सीियर्र से्िय (पी र्ब्यलर्ू) कार्ारत स्टेिय मास्टर को िलि त ूपप में
प्रमािणत करे गा द्रक ्क गािर्र्ों के संालय के िलए उपर्ु्त ह कार्ारत स्टेिय मास्टर नससे संतुषट होगा द्रक मिीय/
मिीयें से्िय के ब्यलकक को ि्लर्र करके आ गई हैं रर र्ह द्रक उसये द्रफर ्क के िलए प्राप्त कर िलर्ा ह द्रक ब्यलकक
वकिंगकग मयुअल के अयुसार विणत िय यिलि त प्रद्रक्रर्ा के तहत ्क की बािा को िूर कर िलर्ा गर्ा ह
सी) स्वाािलत िसग्यलर्ु्त से्िय में :
वह से्िय जहां स्वाािलत ब्यलकक संाालय प्रणाली कार्ा कर रहा हो, ियकटवती स्टेियों के स्टेिय मास्टरों द्वारा
प्रानवेट यंबरों के आिाय-प्रिाय द्वारा गािर्र्ों से ाली से्िय सुियिचितत करते एए से्िय के कार्ों को ियलंिबत करये के
बाि से्िय ियर्ंत्रक आगे के पराग्राफों में विणत िय यिलि त प्रद्रक्रर्ाओं के अयुसार िवमिा करये पर य ्क मिीय को
संलग्य ब्यलकक स्टेिय के मधर् कार्ा करये की अयुमित िी जाएगी परे टर/ परे टरों को ककिय आिेि के द्वारा र्ह सुझाव
द्रिर्ा जाया ाािहए द्रक वे से्िय में स्वत: स्टकप िसग्यल के पहलुओं को यजरअंिाज करें जो उन्हें काटती हों , लेद्रकय अिा-
स्वाािलत स्टकप/मयुअल स्टकप/गेट स्टकप िसग्यल के पहलुओं का अयुपालय करें

ब्यलकक से्िय के संलग्य स्टेियों के मधर् सामान्र् सेवा तब बहाल की जाएगी जब ब्यलकक से्िय के संलग्य स्टेिय
मास्टरों के द्वारा प्रानवेट यंबरों के आिाय-प्रिाय करये के बाि सेवा को ाालू करये को प्रस्तािवत द्रकर्ा जाया ाािहए तथा
स्टेिय मास्टर को नस बात से संतुषट होया ाािहए द्रक मिीय/मिीयें से्िय को ि्लर्र करते एए कार्ा समािि के बाि
आ गई हैं तथा उसये ्क को द्रफट सर्टिगटद्रफके ट प्राप्त कर िलर्ा ह

5. िस्थर य ्क मिीय / मिीयों की सुरा ा :

ii) य ्क मिीय/मिीयों को जहां तक हो सके कार्ा स्थल के ियकट ही र ा जाया ाािहए िजससे उयको कार्ा के
समर् अयावश्र्क भटकाव से बाार्ा जा सके

iii) अपररहार्ा कारणों के िबया य ्क मिीय/मिीयों को स्टेिय पर द्रकसी ाालू लानय पर यहं रोका जाया
ाािहए

iv) जब य ्क मिीय/मिीयें द्रकसी स्टेिय पर रोकी जाती हैं तो उन्हें िय यिलि त तरीकों से सुरिा त द्रकर्ा जाया
ाािहए िजसे स्टेिय मास्टर सुियिचितत करे गा

ए) मिीय/मिीयों को परे टर के द्वारा र्कित्रक हाथ ब्रेक / पाकिंगकग ब्रेक एवं ाेय का प्रर्ोग कर सुरिा त द्रकर्ा
जाएगा ताद्रक िजससे द्रकसी प्वानं ट/क्रकलिंसग को पार का तरा य हो

बी) उस लानय के सभी आवश्र्क प्वानं टों को उलटी द्रििा में सेट द्रकर्ा जाया ाािहए िजस पर मिीय/मिीयों को
रोका गर्ा ह तथा उय प्वानं टों को ्लैंप तथा पर् लकक से सुरिा त द्रकर्ा गर्ा ह

सी) ऐसे पैंर्लककों की ाािभर्ां वर्िि गत अिभरा ा में तकब तक र ी जायी ाािहए जब तक द्रक मिीय/मिीयें
सानलिंर्ग ोडये के िलए प्रस्तुत य हों

र्ी) अपररहार्ा कारणवि मिीय/मिोंयों को ाालू लानय पर रोकये पर जी एवं एस आर 5.19 में उिललि त
साविाियर्ों को धर्ाय में र ा जाया ाािहए

v) प्रभारी जूियर्र/सीियर्र से्िय (रे ल पथ) तब तक प्रभार यहं ोडेंगे जब तक वे नस बात से संतुषट यहं हो जाते
द्रक उयके द्वारा मिीय/मिीयें ऊपर विणत िवििर्ों के अयुूपप सुरिा त हो गई ह

122
6. य ्क मिीय का िवफल होया :
ब्यलकक से्िय में द्रकसी य ्क मिीय के राब हो जाये की िस्थित में प्रभारी जूियर्र/सीियर्र से्िय (रे ल पथ) र्ह
ियणार् लेंगे द्रक राब मिीय को ि्का िेया ह र्ा सबसे यजिीक स्टेिय से िूसरी मिीय मंगवाकर ि ावाया होगा बितें
उसकी ब्रेक ा मता िीक हो अन्र्था द्रकसी िविेर्ष िूत के द्वारा सबसे यजिीकी स्टेिय र्ा कं ्ोल लानट नं जय मंगवाये के
िलए पू े गा
ब्रेक र्ाउय की िस्थित में मिीय / मिीयों को जी एवं एस आर 6.03 के अयुसार सुरिा त द्रकर्ा जाएगा
लोकोमोरटव के साथ मिीय/मिीयों के यजिीकी ब्यलकक से्िय में आये पर प्रभारी जूियर्र/सीियर्र से्िय (रे ल पथ)
िलि त ूपप से र्ह िलि त ूपप में प्रमािणत करे गा द्रक ब्यलकक से्िय ि्लर्र कर द्रिर्ा गर्ा ह िबया द्रकसी वसे कारण को
ोडे एए िजससे कोई बािा उत्पन्य हो तथा ्क गािर्र्ों के संालय के िलए उपर्ु्त हो गर्ा ह

7. िुर्ाटया :
य ्क मिीय के राब होये र्ा द्रकसी अन्र् िुर्ाटया को उसी तरह माया जाएगा जसे कोई ्ेय िुर्ाटया हो रर जी एवं
एस आर बुक के अधर्ार् VI में तथा िुर्ाटया मयुअल में विणत ियर्मों के अयुसार ही कारा वाई की जाएगी
जी एवं एस आर के अधर्ार् VI में विणत ियर्मों के अयुसार गार्ा की ड्यूटी मिीय के प्रभारी जूियर्र से्िय/सीियर्र
से्िय (रे ल पथ) के प्रभारी को हस्तांतररत हो जाएगी जब कार्ा के िलए प्रस्थाय द्रकर्ा जाएगा रर य ्क मिीय/
मिीयों के परे टर को हस्तांतररत होगी जब जूियर्र से्िय/सीियर्र से्िय (रे ल पथ) साथ यहं होगें
8. िविेर्ष अयुिि
े :
i) ब्यलकक से्िय के िोयों तरफ के स्टेिय मास्टर ब्यलकक से्िय के समपार वाले कार्ारत गेटमय को िूरभार्ष पर कार्ा
करये के िलए स्वीकृ त मिीय की कु ल सं्र्ा की सूाया िेंगे समपार के यजिीक पएंाये के साथ ही बार-बार हाया
बजाकर पिल पिथकों एवं जायवरों को आगाह द्रकर्ा जाएगा रर समपार को पार करते एए प्रत्र्ेक मिीय कु
पल के िलर्े ूपके गी रर मिीय की सुरा ा तथा सडक र्ातार्ात की सुरा ा को सुियिचितत करे गी
ii) र्ये कु हरे , कु हासा भरे रर भर्ायक वातावरण तथा अपसामान्र् कार्ा प्रणाली जसे पूणा संाार भंग की ििा में
मिीय को कार्ा करये की अयुमित यहं होगी
iii) द्रिय र्ा रात के समर् जब साफ द्रि ाई िेता हो रर प्रकाि की पर्ााप्त वर्वस्था हो तो 5 य ्ेक मिीयों तक को
ब्यलकक से्िय को एक ही प्राििकारी के अिीय कार्ा करये के िलए रवाया द्रकर्ा जा सकता ह कन्वकर् में मिीयों
के संाालय के समर् परे टरों का र्ह उत्तरिािर्त्व होगा द्रक मिीय से कम-से-कम 120 मीटर की िूरी बरकरार
रहे
iv) ब्यलकक की सुरा ा रर कार्ास्थल की उिात सुरा ा की वर्वस्था का जूियर्र/से्िय/सीियर्र से्िय (रे ल पथ)
द्वारा य ्क मिीयों की कार्ा-प्रणाली के िलए ियरीा ण द्रकर्ा जाएगा द्रकसी संर्र्षाय की िस्थित में कार्ा स्थल
की उिात सुरा ा एवं संलग्य ्क की सुरा ा का भी धर्ाय र ा जाएण्गा बलेस्ट रे ग्र्ुलेंटग मिीय रर िोलर्र
बलेस्ट ि्ललिंयग मिीय की िस्थित में मिीय को संलग्य लानय को ब्यलकक करये में 5 िमयट का समर् लगेगा एवं 5
िमयट जूियर्र/से्िय/सीियर्र से्िय (रे ल पथ) के कार्ा को बंि करये में लगेगा जो मिीय के साथ होंगे रर वे
द्रफलर् टेिलफोय से कं ्ोलर से स पका करें गे द्रक संलग्य लानय को मिीय ाालू करये के िलए ऐसे ब्यलकक की स्वीकृ ित
िेंगे रर प्रानवेट यंबरों के आिाय-प्रिाय के बाि ही होंगे कार्ा बंि करते समर् से्िय कं ्ोलर प्रानवेट यंबरों के
आिाय-प्रिाय के द्वारा जूियर्र/से्िय/सीियर्र से्िय (रे ल पथ) ब्यलकक को रद्द करें गे वही कार्ा के पूरा होये के
बाि ्क की सुरा ा के िलए भी िज मेवार होंगे
v) बेस के हटाये के िद्यराय मिीय 2 कोाों/वगयों की हकलिंलग करये के िलए स्वीकृ त होगी तथािप नस अवस्था में र्ाट
से्िय में बैंकरों की आवश्र्कता होगी
vi) ब्यलकक को ब़ ाये र्ा वका एवं ररटया से वका एवं प्रोिसर् की अवस्था में र्ा नसके अयुलोम जसी िस्थित हो को प्रभारी
किय/ से्िय/वरर. से्िय (रे लपथ) के द्वारा से्िय ियर्ंत्रक से सीिे टेिलफोय पर र्ा संलग्य स्टेिय मास्टरों से
स्वीकृ ित लेकर द्रकर्ा जाएगा नस मि में सभी तरह के द्रकए जाये वाले संाार प्रानवेट यंबरों के आिाय-प्रिाय
द्वारा सुियिचितत द्रकर्ा जाएगा
123
अयुलग्यक -I

पूवा रे लवे
( नं जीियर्री िवभाग )
स्टेिय सीमा के बाहर र्ा भीतर कार्ा की िज मेवारी लेया

सं्र्ा : ................................. द्रियांक : .......................


समर् : ..................................

सेवा में,
कार्ारत स्टेिय मास्टर ................................

कृ पर्ा योट करें द्रक ............. यंबरों की य ्क मिीय/मिीयें िजसका यं. ............ ह .................... स्टेिय ोडये के
िलए तर्ार ह रर ................. स्टेिय िस्थत स्टेिय सीमा के भीतर ब्यलकक से्िय ..................... स्टेिय के मधर् कार्ा
करये जा रहा ह रर जो ............. स्टेिय से .................. द्रकमी से .................. द्रकमी तक अप/र्ाउय लानय पर ह
जहां .............. र्ंटे/िमयट का ब्यलकक स्वीकृ त ह कार्ा की समािि पर मिीय/मिीयें ..................... स्टेिय को प्रस्थाय/
वापस करें गी

प्रभारी जूियर्र से्िय/सीियर्र से्िय (रे ल पथ)


.........................................................................................................................................................

कार्ा की अयुमित का अििग्रहण


सेवा में,
प्रभारी जूियर्र से्िय/सीियर्र से्िय (रे ल पथ)

......................... स्टेिय िस्थत स्टेिय सीमा के भीतर .................. य ्क मिीय/मिीयें को कार्ा के िलए ...........
र्ंटे/िमयट ........... से ............ तक को ब्यलकक के िलए अयुमित ह जो .............. स्टेिय के मधर् ब्यलकक से्िय ह रर
र्ह ................ स्टेिय से .................. द्रकमी. से .................. द्रकमी. तक होगी तथा कार्ा की समािि के बाि मिीय/
मिीयें .................. स्टेिय को प्रस्थाय/वापस होंगी

सं्र्ा : ................................. कार्ारत स्टेिय मास्टर


समर् : .................................. (स्टेिय स्टा प)

1. प्रानवेट नंजय रर वाहय

4.66 : प्रानवेट नंजय रर वाहय - कोई प्रानवेट नंजय र्ा अन्र् वाहय जो द्रकसी की ियजी संपिि हो, को तब
तक रे लवे पर र्ुसये की अयुमित यहं होगी जब तक नसके िलए कोई िविेर्ष अयुिि े य द्रिर्ा गर्ा हो

124
अधर्ार् - V
स्टेियों का ियर्ंत्रण रर संाालय
5.01 संाालय हेतु स्टेिय मास्टर का उत्तरिािर्त्व :-
1. स्टेिय मास्टर, अपये आिेिों के अिीय स्टेिय पर अथवा स्टेिय सीमाओं के भीतर स्थाई र्ा अस्थाई ूपप से
ियर्ोिजत कमाााररर्ों को सौंपे गर्े कत्तावर्ों के कु िल ियवाहय के िलर्े उत्तरिार्ी होगा रर ऐसे कमााारी
स्टेिय के संाालय के अन्तगात उसके प्राििकार रर ियिदेशिों के अधर्िीय होंगे
2. स्टेिय मास्टर िे ागा द्रक समस्त िसग्यल, प्वानं ट, समपार फाटक रर उसके स्टेिय का स पूणा तन्त्र सही
ूपप से कार्ा करये की िस्थित में हो रर उयमें होये वाली समस्त रािबर्ों की सूाया तत्काल समुिात
प्राििकारी को िेगा

रटपपणी : आपात िस्थित के िलए स्टेिय पर क्रकस ओवर उपलब्यि करार्ा गर्ा ह, स्टेिय मास्टर द्वारा रोजाया
नसके प्वानं टों की भी जॉंा की जाएगी
3. स्टेिय मास्टर र्ह िे ये के िलए भी उत्तरिार्ी होगा द्रक स्टेिय का संाालय तत्समर् प्रवृत्त ियर्मों एवं
िवियर्मों के िृ़ अयुसरण में द्रकर्ा जा रहा ह
4. स्टेिय मास्टर को ोडकर कोनर भी अन्र् वर्िि य तो लानय ्लीर्र मांगग े ा, य प्रिाय करे गा रर य ही
आगे ब़ ये का प्राििकार िेगा
स.िय. 5.01 : ए) स्टेिय मास्टर अपये स्टेिय पर समस्त अिभले ों के उिात र -र ाव के िलए उत्तरिार्ी होगा

बी) स्टेिय के कब्यजे के अन्तगात हैंर् िसग्यल ल पों रर झंिर्र्ों की िस्थित पर स्टेिय मास्टर द्वारा िविेर्ष
धर्ाय द्रिर्ा जार्ेगा जो र्ह िे ये के िलर्े िज मेिार होगा द्रक बिि र्ॉं (ल प) सुवर्विस्थत हैं रर
िुूपस्त करके र ी गई हैं समस्त त्रुरटपूणा हैंर् िसग्यल ल प रर बिरं ग झंिर्र्ों मर मत र्ा
प्रितस्थापय हेतु अिवल ब मंर्ल भंर्ार अििकारी के पास भेजी जार्ेंगी
सी) एक स्टेिय पर स्थार्ी र्ा अस्थार्ी ूपप से तयात, गाडी पास करये की ड्यूटी से जुडे समस्त कमााारी,
स्वतन्त्र प्रभार ग्रहण करये की अयुमित द्रिर्े जाये से पूवा, स्टेिय पर र े गर्े आश्वासय-रिजस्टर में
िलि त ूपप से र्ोर्षणा करें गे द्रक उन्होंये स्टेिय के संाालय से संबंिित लागू ियर्मों को प़ िलर्ा ह
रर अच ी तरह से समझ िलर्ा ह, तथा द्रफर उस र्ोर्षणा पर हस्ताा र करें गे स्टेिय मास्टर नस
उद्देश्र् से एक आश्वासय-रिजस्टर र ये रर संबंिित कमाााररर्ों से ऐसी र्ोर्षणा प्राप्त करये के िलर्े
िज मेिार होगा स्वर्ं को संतुषट करये के िलए वह कमाााररर्ों की परीा ा करे गा द्रक उयके द्वारा
ियर्मों को अच ी तरह से समझ िलर्ा गर्ा ह रर आश्वासय-रिजस्टर में उस प्रभाव से प्रमािणत
करे गा
अिििा त कमाााररर्ों के मामले में स्टेिय मास्टर, संाालय ियर्मों को संबंिित कमाााररर्ों को
प़ कर सुयार्ेगा रर उयकी स्पषट वर्ा्र्ा करे गा तथा नस प्रभाव से आश्वासय-रिजस्टर में प्रमािणत
भी करे गा वह ऐसा द्रकर्े जाये के साक्ष्र् के ूपप में संबंिित कमाााररर्ों के अंगूिे का ियिाय भी प्राप्त
करे गा
िय यिलि त मामलों में स्टेिय मास्टर द्वारा स्टेिय संाालय ियर्मों के िलए, संबंिित कमाााररर्ों से
यवीय र्ोर्षणा प्राप्त की जार्ेगी रर िवििवत प्रमािणत की जार्ेगी -
i) जब स्टेिय संाालय ियर्मों में कोई पररवताय द्रकर्ा गर्ा हो, ााहे स्थाई ूपप से अथवा अस्थाई
ूपप से,
ii) जब कमााारीवृन्ि का कोई सिस्र् अथवा ररलीवर वर्िि स्टेिय पर लगातार पंिह द्रिय र्ा उससे
अििक अयुपिस्थत रहकर पुय: ड्यूटी पर उपिस्थत एआ हो

125
5.02 ियर्मों की प्रितर्ों की आपूित रर अन्र् िस्तावेजों का िवतरण र्ा प्रििाय :-
स्टेिय मास्टर िे ग
े ा-
ए) द्रक उसके अिीयस्थ प्रत्र्ेक कमााारी, िजसे ियर्म 2.01 के अिीय, नय ियर्मों के अििकृ त अयुवाि की प्रित की
आपूित की जायी ह, ये उसे प्राप्त कर िलर्ा ह,
बी) द्रक लागू संाालय समर्-सारणी समस्त िुिि पिार्ों एवं पररििषटों, र्द्रि कोई हो, संाालय ियर्मों एवं अयुिेिों
तथा लानय के संाालय से संबिं ित अन्र् सूायाओं के साथ, िविेर्ष अयुिेिों के अिीय ियिााररत तरीके से, समुिात
ूपप से िवतररत र्ा प्रििित की गर्ी ह,
सी) द्रक स्टेिय में िीट समर्-सारणी रर द्रकरार्ा-सूाी िोयों, र्द्रि वह स्टेिय र्ातार्ात बुिंकग के िलए ल
ु ा हो, सही
प्रकार से प्रििित की गई हैं,
र्ी) द्रक अििियर्म रर माल एवं कोलिंाग प्रिुलकों की प्रितर्क जयता के ियरीा ण के िलए उपलब्यि हैं

5.03 आिेिों के प्रित आ्ाकाररता रर पुस्तकों एवं ररटयों का र -र ाव : स्टेिय मास्टर िे गे ा द्रक संबिं ित कमाााररर्ों
को समस्त आिेि एवं अयुिि े िवििवत ूपप से िे द्रिर्े गर्े हैं रर उयका समुिात पालय द्रकर्ा जा रहा ह रर द्रक
समस्त पुस्तकों व ररटयों को ियर्िमत ूपप से िल ा एवं र ा जा रहा ह

5.04 िसग्यल के िबय :


1. स्टेिय मास्टर, अपये स्टेिय पर िस्थत िसग्यल के िबयों, र्द्रि कोई हो, पर ियर्ोिजत कमाााररर्ों की ड्यूटी
(कत्तावर्ों) से स्वर्ं को भलीभांित पररिात र ग
े ा रर स्वर्ं को सन्तुषट करे गा द्रक वे अपये कत्तावर्ों का सहं
प्रकार से ियवाहय कर रहे हैं रर किथत कमाााररर्ों पर प्रभावी पर्ावा
े ण बयार्े र ये के क्रम में बारी-बारी से
िसग्यल के िबयों का िद्यरा करे गा
2. स्टेिय मास्टर सुियिचितत करे गा द्रक िसग्यल के िबयों में ियिााररत उपस्कर तर्ार हाल में उपलब्यि ह रर ाालू
हालत में र ा गर्ा ह
3. िसग्यल के िबयों को साफ एवं स्वच र ा जाएगा रर द्रकसी भी अयििकृ त वर्िि को नय के िबयों में प्रवेि की
अयुमित यहं िी जाएगी
स.िय. 5.04 : ए) स्टेिय मास्टर राित्र एवं द्रिवस िोयों ही समर् के िबयों का ियर्िमत िद्यरा करे गा
बी) िसग्यल के िबयों के कमाााररर्ों को के िबय सहार्क स्टेिय मास्टर, िस्वामय, के िबयमय रर लीवरमय
पियाम द्रिर्े गर्े हैं
1. के िबय सहार्क स्टेिय मास्टर वह वर्िि ह िजसे िसग्यल के िबय का प्रभार र ये रर नलेि््क ब्यलकक र्ंत्र पर
गाडी पास करये र्ा अन्र्था द्रकसी अन्र् कमााारी की सहार्ता के साथ र्ा िबया लीवरों का संाालय करये के
िलए ियर्ु्त द्रकर्ा जाता ह

2. िस्वामय वह वर्िि ह िजसे िसग्यल के िबय का प्रभार र ये रर नलेि््क ब्यलकक र्ंत्रों र्ा नलेि््क स्पीिंकग
र्ंत्रों पर गािर्र्ॉं पास करये रर के िबय में लीवरों का संाालय करये के िलए ियर्ु्त द्रकर्ा जाता ह
3. के िबयमय वह वर्िि ह िजसे लीवरों का संाालय करये के िलर्े, परन्तु नलेि््क ब्यलकक र्ंत्रों के संाालय के िलए
यहं, ियर्ु्त द्रकर्ा जाता ह
4. लीवरमय वह वर्िि ह िजसे सहार्क स्टेिय मास्टर र्ा िस्वामय र्ा के िबयमैंय के पर्ावेा ण के अंतगात िसग्लय
के िबय में के वल लीवरों का परराालय करये के िलए ियर्ु्त द्रकर्ा जाता ह

5.05 ड्यूटी की उपेा ा की ररपोटा : स्टेिय मास्टर अपये आिेिों के अिीय कार्ारत रे ल सेवकों की ओर से ड्यूटी की समस्त
उपेा ाओं की ररपोटा अिवल ब अपये वररषि को िेगा

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5.06 स्टेिय संाालय ियर्म :
1. भारतीर् रे लों के िलए सामान्र् ियर्मों रर एक रे लवे के सहार्क ियर्मों के साथ-साथ, स्टेिय पर िविेर्ष
अयुिेिों के तहत जारी द्रकर्े गर्े, स्टेिय पर लागू स्टेिय संाालय ियर्म भी उपलब्यि करार्े जार्ेंगे
2. स्टेिय संाालय ियर्म र्ा उयके संगत सार की एक प्रितिलिप संबिं ित के िबयों एवं समपारों पर र ी जाएगी
स.िय. 5.06 :
ए) 1. स्टेिय संाालय ियर्म को सामान्र् व सहार्क ियर्म एवं ब्यलकक संाालय ियर्मावली को जोडकर प़ ा जाए र्े
ियर्म द्रकसी भी प्रकार उपर्ुा्त पुस्तकों में से द्रकसी ियर्म का अितक्रमण यहं करें गे
2. संबंिित स्टेिय पर िवििषट पररिस्थितर्ों में ियर्मों के प्राविाय को लागू करये वाले स्टे िय संाालय ियर्म की भार्षा सरल,
संिा प्त एवं सुस्पषट होयी ाािहए
3. र्े ियर्म अंग्रेजी रर लिंहिी िोयों भार्षाओं में होंगे जो सािारण रे ल कमााारी के िलए बोिग र् हों द्रफर भी, संबि
सामान्र् एवं सहार्क ियर्म की सं्र्ा ब्रके टों में अंद्रकत होगी
4. सभी स्टेियों के स्टेिय संाालय ियर्म मण्र्ल रे ल प्रबंिक कार्ाालर् द्वारा तर्ार एवं जारी द्रकए जाएंगे स्टेिय
संाालय ियर्म के प्रत्र्ेक पृषि पर स्टेिय याम कोर् के साथ पृषि सं. अंद्रकत रहेगी रर अंतपाािित स्टेियों पर मण्र्ल
परराालय प्रबंिक एवं मण्र्ल िसग्यल एवं िूरसंाार नं जीियर्र द्वारा हस्ताा र िजा होगा तथा गर-अंतपाािित स्टेियों
पर मण्र्ल परराालय प्रबंिक एवं मण्र्ल नं जीियर्र द्वारा प्रत्र्ेक पृषि पर हस्ताा र िजा होगा स्टेिय संाालय
ियर्म पर मण्र्ल के र्ातार्ात एवं िसग्यल व िूर संाार नं जीियर्री िवभाग िोयों के अििकाररर्ों द्वारा हस्ताा र
होंगे रर पररििषटों पर िसफा संबंिित अििकाररर्ों के हस्ताा र होंगे
5. स्टेिय संाालय ियर्म 5 वर्षों के बाि अथवा 3 संिोिय पाी जारी होये के बाि रेमेि जारी द्रकर्ा जाएगा रर जब
कभी आवश्र्कता होगी तो उसकी समीा ा की जाएगी र्हां तक द्रक िजय स्टे िय संाालय ियर्म की िुिि पाी
जारी यहं की गई ह वहां िुिि पाी के िलए प्रोफामाा नन्र्े्स होगा
6. गाडी प्राालय को सरल बयाये के िलए ाालू द्रकसी यए पररवताय को स्टेिय संालय ियर्म में िािमल द्रकर्ा जाया
ाािहए
7. वतामाय स्टेिय संाालय ियर्म में पररवताय की आवश्र्कता महसूस होये पर उयमें यए फकमदेशट के ूपप में पररवताय
द्रकर्ा जाया ह (प्राििकार : रे लवे बोर्ा का पत्रांक 2000/सेफ्टी (ए एंर् आर)/19/36 द्रियांक 27.10.2005).
8. द्रकसी यए स्टेिय के िलए यर्ा स्टेिय संाालय ियर्म यए फामदेशट में तर्ार द्रकर्ा जा सकता ह (प्राििकार : रे लवे बोर्ा
का पत्रांक 2000/सेफ्टी (ए एंर् आर)/19/36 द्रियांक 27.10.2005).
बी) द्रकसी कर्षाण वाले ा ेत्र के स्टेियों पर जहां प्रत्र्ेक स्टेिय पर 25 के वी कर्षाण लागू हो वहां भी वररषि मण्र्ल िबजली
नं जीियर्र (कर्षाण िवतरण)/मंर्ल िबजली कर्षाण नं जीियर्र (कर्षाण िवतरण) एवं वरर.मंर्ल परराालय प्रबंिक/मण्र्ल
परराालय प्रबंिक द्वारा िवििवत हस्ताा ररत अगल स्टेिय संाालय ियर्म उपलब्यि करार्ा जाएगा
सी) स्टेिय संाालय ियर्म तर्ार करये में िय यिलि त समाय प्रद्रक्रर्ाएं अपयाई जाएंगी :-
1. िसग्यलों, प्वानं टों के िववरण रर उयके संाालय आद्रि से संबंिित संाालय ियर्म र्ार्ग्राम रर पररििषट
अयुमोद्रित नं जीियर्री रर िसग्यलिंलग र्ोजयाओं के आिार पर मंिसिूनं/मंिसिूनं (िय) के कार्ाालर् द्वारा (र्द्रि
कार्ा उसकी नकाई द्वारा ाालू द्रकर्ा जाता ह) तर्ार द्रकर्े जाएंगे संाालय ियर्म र्ार्ग्राम में अयुमोद्रित
िसग्यलिंलग प्लाय के समायुूपप होंगे संाालय ियर्म र्ार्ग्राम के ्ेलिंसग पेपर पर मंर्ल परराालय प्रबंिक/मंर्ल
िसग्यल एवं िूर संाार नं जीियर्र तथा मंिसिूनं(िय) (र्द्रि कार्ा उसकी नकाई द्वारा ाालू द्रकर्ा जाता ह) अपये
पूणा हस्ताा र, तारी सिहत करें गे ियर्म र्ार्ग्राम को सं्र्ार्ें िी जार्ेंगी र्ह सं्र्ा रर स्टेिय संाालय
ियर्म में संििभत सं्र्ा प्रत्र्ेक मामले में एक समाय होंगी
2. मंिसिूनं/मंिसिूनं(िय) (र्द्रि कार्ा उसकी नकाई द्वारा ाालू द्रकर्ा जाता हैं) िसग्यलिंलग प्रणाली के िवििषट
प्राविायों रर र्ातार्ात कमाााररर्ों द्वारा िसग्यलिंलग उपस्करों के संाालय से संबंिित पररवतायों की वर्ा्र्ा
करते एए एक िवस्तृत रटप्पणी मंर्ल परराालय प्रबंिक को उपलब्यि करार्ेंगे मंर्ल परराालय प्रबंिक
सुियिचितत करे गा द्रक ऐसे पररवताय पर्ााप्त ूपप से स्टेिय संाालय ियर्मों के परराालय भाग में िािमल कर िलर्े
गर्े हैं
3. िसग्यल लीवरों रर प्वानं टों एवं िसग्यलों के संाालय के िववरण से संबंिित पररििषट के समस्त पृषिों पर
मंिसिूनं/मंिसिूनं (िय) (र्द्रि कार्ा उसकी नकाई द्वारा ाालू द्रकर्ा जाता हैं) रर मंर्ल परराालय प्रबंिक तारी
के साथ अपये पूणा हस्ताा र करें गे
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4. मसद्यिा संाालय ियर्म मंर्ल परराालय प्रबंिक द्वारा तर्ार द्रकर्े जाएंगे रर नस कार्ा में उसके कार्ाालर् से
जुडे कमााारी उसकी सहार्ता करें गे तत्पश्ाात नय मसद्यिा संाालय ियर्मों को संवीा ा हेतु मंिसिूनं के पास
भेजा जाएगा मंिसिूनं द्वारा मसद्यिा संाालय ियर्मों का अधर्र्य कर लेये रर अपयी मंजूरी द्रिर्े जाये के
पश्ाात नय संाालय ियर्मों को पसायल कं प्र्ूटर र टंद्रकत द्रकर्ा जार्ेगा रर फ्लकपी में र ा जार्ेगा
5. संाालय ियर्म के प्रथम पृषि पर ऊपर की ओर संाालय ियर्म के जारी होये की तारी का स्पषट उलले द्रकर्ा
जाए रर उसके बाि अब तक जारी की गई िुिि पिार्ों की सं्र्ा, प्रत्र्ेक िुिि पाी के जारी होये की संबंिित
तारी के साथ उलले द्रकर्ा जाए नसका तात्पर्ा ह द्रक जब भी िुिि पाी जारी की जार् यवीयतम िुिि पाी
सं. रर िुिि पाी जारी करये की तारी का उलले करते एए, संाालय ियर्म के प्रथम पृषि को भी पुय:मुद्रित
द्रकर्ा जार्
6. संाालय ियर्मों के प्रत्र्े पृषि पर मंर्ल परराालय प्रबंिक अपये पूणा हस्ताा र करें गे संाालय ियर्मों के मु्र्
भाग के अन्त में मंिसिूई रर मंिसिूई (िय) (र्द्रि कार्ा उसकी नकाई द्वारा ाालू द्रकर्ा जाता हैं) रर मंर्ल
परराालय प्रबंिक तारी के साथ अपये पूणा हस्ताा र करें गे
7. मंर्ल परराालय प्रबंिक अन्र् पररििषटों के समस्त पृषिों पर अपये पूणा हस्ताा र करें गे
8. के वल पसायल कं प्र्ूटर से ियकाली गई प्रितर्ॉं ही स्टेिय कमाााररर्ों को िवतररत की जार्ेंगी स्पषटता
सुियिचितत करया अियवार्ा होगा
9. जब कभी संाालय ियर्म र्ार्ग्राम में कोई पररवताय द्रकर्ा जार् तो पररवताय सं. 1, 2 आद्रि, जसी भी िस्थित
हो, द्वारा पश्ास्थािपत मूल सं. ििाातते एए, र्ार्ग्राम को सं्र्ा िी जायी ाािहए रर उस पर मंिसिूई रर
मंिसिूई (िय) (र्द्रि कार्ा उसकी नकाई द्वारा ाालू द्रकर्ा जाता हैं) रर मंर्ल परराालय प्रबंिक द्वारा हस्ताा र
द्रकर्े जाये ाािहए जब कभी, संाालय ियर्मों में कोई संिोिय द्रकर्ा जार् तो संिोिय से संबंिित स पूणा पृषि
को पुय: टंद्रकत द्रकर्ा जाया ाािहए उस पृषि के ऊपरी िसरे पर, िजसमें संिोिय को समािहत करके पुयटंकण
द्रकर्ा गर्ा ह, िुिि पाी सं. रर िुिि पाी जारी द्रकर्े जाये की तारी का स्पषट उलले द्रकर्ा जाया ाािहए
िुिि पाी के अिीय जारी द्रकर्े गर्े पृषिों पर मंिसिूनं, मंिसिूनं (िय) रर मंर्ल परराालय प्रबंिक द्वारा हस्ताा
द्रकर्े जाये ाािहए “”

5.07 फामा :
1. नय ियर्मों में उिललि त समस्त संिेि रर िलि प्राििकार नय ियर्मों के अन्तगात द्रिर्े गर्े अथवा िविेर्ष
अयुिेिों के अिीय ियिााररत फामों में तर्ार द्रकर्े जार्ेंगे रर स्टे िय की मोहर से मुिांद्रकत द्रकर्े जार्ेंगें
2. र्द्रि द्रकसी कारणवि प्राििकृ त मुद्रित फामा उपलब्यि य हो अथवा उसके कारण आपवाद्रिक पररिस्थितर्ों में
आपातकालीय उपार् के ूपप में, समस्त िववरणों के साथ, जसा द्रक ियिााररत फामा में समािवषट हाते हैं, एक
हस्तिलि त फामा जारी द्रकर्ा जाता ह तो स्टेिय र्ार्री में उसका अिभले र ा जाएगा

5.08 उपस्कर के परराालय तक पएुँा : द्रकसी भी अयििकृ त वर्िि को िसग्यलों, प्वानं टों, नलेि््कल ब्यलकक र्ंत्रों रर
नलेि््कल संाार र्ंत्रों अथवा रे लवे के संाालय से संबिं ित द्रकसी अन्र् उपस्कर तक पएुँाये र्ा उसे परराािलत
करये की अयुमित यहं िी जाएगी

5.09 द्रकसी अवूपि लानय पर गाडी की प्रािि :


1. एक अवूपि लानय पर गाडी की प्रािि के मामले में स्टे िय मास्टर -
ए) जब भी संभव हो, िप ले स्टेिय के स्टेिय मास्अर के माधर्म से ाालक को सूिात करे गा द्रक गाडी को एक
अवूपि लानय पर िलर्ा जाया ह,
बी) सुियिचितत करे गा द्रक प्रािि को ियर्ंित्रत करये वाले िसग्यल र्ा िसग्यलों को “टेक फ” द्रकर्े एए यहं हैं,
रर
सी) सुियिचितत करे गा द्रक समस्त प्वानं टों िजय पर गाडी का पास द्रकर्ा जाया ह िीक प्रकार से सेट द्रकर्े गर्े हैं
रर फे लिंसग प्वानं ट लकक द्रकर्े गर्े हैं

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2. गाडी को संगत स्टकप िसग्यल पर रोक िलर्े जाये के बाि, उसे -
ए) ककलिंलग य िसग्यल, जहां कहं उपलब्यि हो, को “टेक फ” करके ाालक को “ य” पर स्टकप िसग्यल से
गुजरये के िलर्े प्राििकृ त करते एए, अथवा
बी) िसग्यल पोस्ट टेलीफोय, जहां कहं उपलब्यि करार्ा गर्ा हो, पर ाालक को, िविेर्ष अयुिि
े ों के अयुसार,
य पर स्टकप िसग्यल से गुजरये के िलए प्राििकृ त करते एए, अर्थवा
सी) संगत िसग्यल र्ा िसग्यलों को य पर पास करये के िलए एक सा म रे ल सेवक जो ऐसे िसग्यल र्ा िसग्यलों
को पास करये के िलए गाडी को पार्लट करे गा, के द्वारा पररित्त द्रकर्े जाये वाले िलि त प्राििकार के
माधर्म से, ाालक को प्राििकृ त करते एए, अवूपि लानय पर िलर्ा जार्े

3. गाडी को प्राितप्त लानय के आगे के फे लिंसग प्वानं टों पर तब तक रोका जार्ेगा जब तक एक सा म रे ल सेवक द्वारा
उसे आगे ालाये का हैंर् िसग्यल य िे द्रिर्ा जार्े
4. ाालक को र्ह संकेत करये के िलए द्रक गाडी को कहॉं रोका जार्ेगा, अवरोि िबन्िू से कम-से-कम 45 मीटर की
िूरी पर एक स्टकप हैंर् िसग्यल का प्रििाय द्रकर्ा जार्ेगा
5. ाालक अपयी गाडी पर अपया पूणा ियर्ंत्रण र ग
े ा रर द्रकसी भी अवरोि से पहले ूपकये के िलर्े तर्ार रहेगा
स.िय. 5.09 : रटप्पणी - ियर्म सं्र्ा 5.09 एवं 3.10 में विणत िलि त प्राििकार िविहत फामा टी/409 में होगा

5.10 िसग्यल रिहत लानय पर गाडी की प्रािि :


1. र्द्रि आवश्र्क हो, आपात िस्थित में, प्रािि िसग्यल से रिहत लानय पर गाडी को प्राप्त करये के िलए स्टेिय
मास्टर सुियिचितत करे गा द्रक -
ए) गाडी को प्रथम स्टकप िसग्यल पर लाकर रोका गर्ा ह,
बी) वह लानय िजस पर गाडी को िलर्ा जाया ियर्दिस्ट ह, ्ेलिंलग प्वानं ट तक र्ा उस स्थाय तक, जहॉं गाडी का
आकर ूपकया आवश्र्क ह, ्लीर्र ह,
सी) समस्त प्वानं ट िजयसे होकर गाडी को गुजरया ह, िीक प्रकार से सेट द्रकर्े गर्े ह रर फे लिंसग प्वानं ट पािित
द्रकर्े गर्े हैं, तथा
र्ी) ाालक, एक सा म रे ल सेवक, जो िसग्यल रिहत लानय पर गाडी को पार्लट करे गा, द्वारा पररित्त द्रकर्े
जाये वाले एक िलि त प्राििकार के माधर्म से, ाालक “ य” पर एप्रोा स्टकप िसग्यल को पास करये के
िलर्े (गुजरये के िलए) प्राििकृ त ह
2. एक िसग्यल रिहत लानय में प्रवेि के िद्यराय ाालक साविायी से आगे ब़ ेगा रर द्रकसी भी अवरोि से पहले
ूपकये के िलए तर्ार रहेगा
स.िय. 5.10 : ियर्म सं्र्ा 5.10 में विणत िलि त प्राििकार िविहत फामा टी/409 में होगा

5.11 िसग्यल रिहत लानय से गाडी गाडी का प्रस्थाय :


1. ऐसी लानय से गाडी प्रारं भ करये की िस्थित में, िजस पर स्टााटर िसग्यल उपलब्यि य हों, ाालक को प्रारं भ हेतु
एक िलि त अयुमित प्रिाय की जाएगी,
परन्तु जहॉं ाालक को आगे ब़ ये का मूता प्राििकार प्रिाय द्रकर्ा गर्ा हो वहॉं ऐसी अयुमित का अिभमोाय कर
द्रिर्ा जाए
2. उपियर्म (1) में विणत आगे ब़ ये की िलि त अयुमित र्ा मूता प्राििकार तब तक प्रिाय यहं द्रकर्ा जाएगा, जब
तक, गाडी के प्रस्थाय हेतु समस्त प्वानं टों को सेट य कर द्रिर्ा गर्ा हो रर फे लिंसग प्वानं टों को पािित य कर
द्रिर्ा गर्ा हो
स.िय. 5.11 : ियर्म सं्र्ा 5.11 में विणत िलि त प्राििकार, िविहत फामा टी/511 पर, एक िसग्यल रिहत लानय से गाडी
प्रारं भ करये का प्राििकार ह
ियर्म 511 (1) में विणत आगे ब़ ये के मूता प्राििकार के साथ-साथ, ाालक को उस लानय से, िजस पर उसकी गाडी
डी ह, गाडी ालाये के िलए प्राििकार के ूपप में एक प्रारं भ आिेि (टी/511) भी जारी द्रकर्ा जाएगा

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5.12 एक सामान्र् प्रस्थाय िसग्यलर्ु्त लानय से गाडी का प्रस्थाय :
1. एक सामान्र् प्रस्थाय िसग्यल से र्ु्त लानयों के समूह में से द्रकसी एक लानय से गाडी प्रारं भ द्रकर्े जाये की
िस्थित में, संाालय की प्रणाली के अिीय आगे ब़ ये के प्राििकार के साथ-साथ, ाालक को गाडी प्रारं भ करये के
िलए एक िलि त अयुमित प्रिाय की जाएगी

2. उपियर्म (1) में विणत िलि त अयुमित रर आगे ब़ ये की प्राििकार तब तक प्रिाय यहं द्रकर्ा जाएगा, जब
तक, गाडी के प्रस्थाय हेतु समस्त प्वानं टों को सेट य कर द्रिर्ा जाए रर फे लिंसग प्वानं टों को पािित य कर द्रिर्ा
जाए
स.िय. 5.12 : ियर्म सं्र्ा 5.12 (1) रर (2) में विणत िलि त अयुमित, ियिााररत फामा टी/512 - सामान्र् स्टाटार
िसग्यल से र्ु्त लानय से प्रारं भ करये के प्राििकार, में होगी

5.13 िंंटग का ियर्ंत्रण :


1. िंंटग परराालयों का ियर्ंत्रण द्रफ्स िसग्यलों र्ा हैंर् िसग्यलों र्ा मद्यि क (िािब्यिक) ियिदेशिों द्वारा द्रकर्ा
जाएगा
2. तथािप, ाालक पूरी तरह से िसग्यलों पर आिश्रत यहं रहेगा रर हमेिा सतका एवं साविाय रहेगा
3. जब तक िविेर्ष अयुिेिों के द्वारा प्राििकृ त य द्रकर्ा जाए, िंंटग कार्ों के िद्यराय गित 15 द्रकमी. प्रित र्ंटा से
अििक यहं होगी
स.िय. 5.13 : (ए) जहॉं िंंटग आवश्र्क हो वहॉं िय यिलि त साविाियर्ॉं बरती जाएंगी -
i) द्रकसी नकहरी बक्स माल िर्ब्यबे की िंंटग करते समर् अििकतम संर्ात गित 5 द्रकमी.प्रित र्ंटा से अििक यहं
होयी ाािहए
ii) िोयों ोर पर पारगमय कप्लरों से र्ु्त 05 बक्स वगयों की द्रकसी ग्रुप की िंंटग करते समर् अििकतम संर्ात
2.5 द्रकमी.प्रित र्ंटा से अििक यहं होयी ाािहए
iii) र्ाित्रर्ों सिहत सवारी िर्ब्यबे की िंंटग करते समर् अििकतम संर्ात गित 5 से 8 द्रकमी.प्रित र्ंटा के बीा
सीिमत होयी ाािहए

बी) i) उस िविेर्ष गाडी के िलए िंंटग करये हेतु अपेिा त िंंटग नं जय अथवा बैंिंकग नं जय र्ा गाडी नं जय को ोडकर
द्रकसी र्ात्री नं जय द्वारा अििकृ त द्रकसी स्टेिय पर द्रकसी रलिंयग लानय पर नं जय की अयुमित यहं होयी ाािहए
िंंटग प्रभारी वर्िि के ियर्ंत्रणािीय ही ऐसे द्रकसी नं जय के संालय की अयुमित होयी ाािहए

ii) जब द्रकसी गाडी र्ा बैंिंकग नं जय को जोडा जाया हो अथवा द्रकसी र्ात्री गाडी के सवारी िर्ब्यबों में जोडे जाये
अथवा अलग द्रकए जाये के िलए िंंटग द्रकर्ा जाया हो, गाडी नं जय र्ा बैंिंकग नं जय र्ा िंंटग नं जय गाडी से 20
मीटर िूर आकर पहले अवश्र् ूपके रर तत्पश्ाात गाडी जोडे जाये के िलए अथवा अन्र्था र्था आवश्र्क हो, गाडी
की ओर साविायीपूवाक प्रस्थाय करें

iii) प्रारं िभक/नं जय बिले जाये वाले स्टेिय जहां नं जय का संालय द्रफ्स्र् िसग्यलों द्वारा ियर्ंित्रत होता ह गाडी
का जोडा र्ा काटा जाया लोको पार्लट/सहार्क लोको पार्लट के वर्िि गत पर्ावेा ण में द्रकर्ा जाएगा मागास्थ
स्टेिय पर ऐसे जोडये र्ा काटे जाये का काम स्टेिय कमााारी द्वारा द्रकर्ा जाएगा

iv) िय यिलि त कोरट के कमााारी र्ात्रीिवहीय द्रकसी गाडी की िंंटग के पर्ावेा ण के िलए प्राििकृ त समझे
जाएंगे : स्टेिय मास्टर/गार्ा/र्ार्ा मास्टर/सहार्क र्ार्ा मास्टर/सहार्क र्ार्ा फोरमय/िंंटग मास्टर/िंंटग
जमािार/िंटमय/ पकनं ट्समय अथवा नस तरह की अन्र् कोरट जसा द्रक स्टेिय संाालय ियर्म में िवियर्दिषट हो,
लेद्रकय द्रकसी र्ात्री वहय करये वाली गाडी के मामले में िंंटग जमािार से यीाे ओहिे वाले कमााारी पर िंंटग के
पर्ावेा ण का उत्तरिािर्त्व यहं द्रिर्ा जाया ाािहए

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5.14 िंंटग हेतु उत्तरिािर्त्व : स्टेिय मास्टर र्ह िे ग े ा द्रक गािर्र्ों अथवा वाहयों की िंंटग ऐसे समर् में रर नस
प्रकार की जाती ह िजसमें तरा िािमल य हो
स.िय. 5.14 : (ए) ियर्म 5.19 (1) के प्राविायों के िवर्षर्ािीय, द्रकसी अन्र् उद्देश्र् से अथवा अन्र् गाडी को अग्रगािमता
िेये के िलए एक लानय से िूसरी लानय पर गाडी की िंंटग, िंंटग जमािार, जहां एक ही हो, की सहार्ता से
स्टेिय मास्टर के आिेिों के अिीय गार्ा द्वारा संाािलत द्रकर्ा जाएगा गार्ा/िंंटग जमािार र्ह िे ये के िलए
उत्तरिार्ी होगा द्रक प्वानं ट िजससे होकर गाडी को गुजरया ह, उिात ूपप से िसग्यल िेये के िलए समुिात तद्यर पर
सेट एवं सुरिा त हैं
बी) गार्ा को ोड (अथवा िंंटग जमािार जहां उपलब्यि हो) कोई अन्र् वर्िि िंंटग के िलए लोको पार्लट को िसग्यल
यहं िेगा र्द्रि आवश्र्क हो, गार्ा अपया ब्रेक लगाकर लोको पार्लट की सहार्ता करे गा रर जसे ही नं जय मेय
लानय को ि्लर्र करता ह लोको पार्लट अपया नं जय सीटी से िसग्यल िेगा
सी) i) द्रकसी रलिंयग लानय से सानलिंर्ग के िलए, एक रलिंयग लानय से अन्र् लानय के िलए अथवा उसी लानय पर र्द्रि
ऐसी िंंटग िोयों ोरों पर फे लिंसग रर ्ेलिंलग प्वानं टों का उललंर्य करती हो, अन्र्था ऐसे संालय को ियर्त
िसग्यलों द्वारा ियर्ंित्रत द्रकर्ा जा सकता हो, स्टेिय मास्टर फामा टी/806 जारी करे गा िजसे सभी गािर्र्ों की िंंटग
के िलए गार्ा/िंंटग जमािार एवं लोको पार्लट द्वारा हस्ताा ररत द्रकर्ा जाएगा द्रफर भी, जब एक ियर्त िसग्यल
एक लानय से अििक अथवा सानलिंर्ग के संालयों को ियर्ंित्रत करता हो, फामा टी/806 अवश्र् जारी करे गा रर
फामा टी/806 के बारे में उसे समझाएगा
ii) स्टेिय मास्टर टी/806 वहां भी जारी करे गा जहां कहं -
ए) ऐसी िंंटग को ियर्ंित्रत करये वाला िसग्यल त्रुरटपूणा हो, रर
बी) एर्वान्स्र् स्टाटार यहं हो रर स्टाटार अंितम स्टकप िसग्यल हो
र्ी) i) तथािप, द्रकसी र्ेर् एन्र् सानलिंर्ग में अग्रवती िंटेर् ्ेय नं जय के मामले में, िलि त फामा टी/806 के आिेि पर
स्टेिय मास्टर द्वारा हस्ताा ररत तथा गार्ा/िंंटग जमािार द्वारा प्रितहस्ताा ररत आिेि सानलिंर्ग के बाहर अपयी
गाडी पी े लाये के िलए लोको पार्लट के पास भेजा जाएगा िलि त आिेि प्राप्त करये पर लोको पार्लट उसका
अयुपालय करे गा, जब गार्ा/िंंटग जमािार द्वारा समुिात िसग्यल प्रििित द्रकर्ा जा रहा हो
ii) र्ेर् एन्र् के बफर स्टकप पर लानट : बफर स्टकप पर रे र् लानट का प्रर्ोग यहं द्रकर्ा जाएगा, उय स्थायों पर
जहां ऐसी लानट र्ा तो प्रवेि करये पर अथवा स्टेिय ोडये पर ालती गाडी का लोको पार्लट िे सकता हो
ऐसे बफर स्टकप पर के वल ‘उजला’ प्रकाि लगार्ा जाएगा रर जहां उजले बफर लानट लगाए गए हैं वहां स्टेियों
की एक सूाी लगाई जाएगी रर लोको पानलट के मागाििाय के िलए उसे कार्ाकारी समर् सारणी में िािमल द्रकर्ा
जाएगा
टिमयल एवं अन्र् स्टेियों को िजन्हें सूाी में िािमल यहं द्रकर्ा गर्ा ह, जहां बफर लानट लगाए गए हैं, वे लाल
प्रििित करें गे
ई) जहां कहं, द्रकसी नं जय को रात में वाहयों के साथ जोडा जाया हो, िंंटग करये वाला गार्ा / िंंटग जमािार लोको
पार्लट की ओर से सामग्री वाहय के िलए उजला प्रकाि प्रििित करे गा, जब नं जय वाहय के यजिीक हो
एफ) i) जब सवारी िर्ब्यबे अथवा माल िर्ब्यबों को स्टेियों पर जोडा जाया र्ा पृथक द्रकर्ा जाया हो, जहां िंंटग जमािार
य हो, गार्ा माल िर्ब्यबों अथवा सवारी िर्ब्यबों को िपक अप अथवा पृथक करे गा रर लोको पार्लट को उिात
िसग्यल प्रििित करे गा अंिेरा हो जाये के िद्यराय रर वाहयों को जोडये अथवा पृथक करया प्रारं भ करये के पूवा,
गार्ा नं जय तक प्रस्थाय करें गा रर लोको पार्लट को सूिात करे गा द्रक वह मद्यजूि ह उय स्टे ियों पर जहां िंंटग
जमािार हैं, वाहयों को जोडये अथवा पृथक करये का कार्ा ड्यूटी पर तयात िंंटग जमािार द्वारा ियषपाद्रित द्रकर्ा
जाएगा जो स्टेिय मास्टर से आिेि प्राप्त करये के बाि लोको पार्लट को आवश्र्क िसग्यल िेगा
ii) प्रारं िभक / मधर्वती िर्पो स्टेियों पर ऐसे वाहयों का जोडा जाया र्ा पृथक द्रकर्ा जाया परराालियक
कमाााररर्ों द्वारा ियषपाद्रित द्रकर्ा जाएगा जसा द्रक स.िय. 5.13 (बी) (iv) के अंतगात विणत ह द्रफर भी, मधर्वती
िर्पो स्टेियों पर, र्ाित्रर्ों से भरी सवारी गाडी का जोडा र्ा काटा जाया स.िय. 5.14 (एफ) (i) में विणत प्राविाय
के अयुसार ियरपवाि ूपप से ियषपाद्रित द्रकर्ा जाएगा
131
iii)) मागास्थ स्टेिय पर ऐसे वाहयों, ियरीा ण गािर्र्ों, िस्लप कोाों, वी पी आद्रि की िंंटग स.िय. 5.14 (एफ) (i)
में विणत प्राविाय के अयुसार ियषपाद्रित की जाएगी
जी) द्रकसी स्टेिय पर जहां ए वाई एम/िंंटग जमािार प्रिाय द्रकए गए हैं, र्द्रि गाडी के गार्ा द्वारा थ्रू गाडी को िंंटग
द्रकर्ा जाया हो, नसकी अयुमित िी जायी ाािहए रर उपर्ु्त प्राविायों को स्टेिय संाालय ियर्मों में िािमल कर
िलर्ा जाया ाािहए
एा) जब िंंटग कार्ा ियर्म िसग्यलों द्वारा ियर्ंित्रत यहं हो रहा हो, प्वानं टों की सही सेंटग रर लकिंकग तथा द्रकसी
िंंटग संाालय को प्रारं भ करये की अयुमित का संकेत के िबय/ग्राउण्र्-रेमेम गुमटी द्वारा गार्ा/िंंटग संालय का
पर्ावेा ण करये वाले िंंटग जमािार को एक हरा िसग्यल द्रि ार्ा जाएगा िंंटग संालय पूणा करये पर एवं सभी
उललंर्य िान्हों के ि्लर्रें स के पश्ाात िंंटग कार्ा-प्रभारी वर्िि के िवय/ग्राउण्र्-रेमेम गुमटी के िलए ‘लाल’
िसगयल द्रि ाकर स्वीकार द्रकर्ा जाएगा
िंंटग संालय कार्ा की समािि का संकेत िेये के पूवा िंंटग प्रभारी वर्िि र्ह सुियिचितत करये के िलए उत्तरिार्ी
होगा द्रक पाश्वावती लानयों के साथ सभी उललंर्य िान्ह संालय के िलए ि्लर्र कर द्रिए गए हैं, जब तक द्रक ड्यूटी
पर तयात स्टेिय मास्टर द्वारा िवपरीत िलि त में िविेर्ष ूपप से प्राििकृ त य हो
द्रिय के समर् झिण्र्र्ों के अभाव में िंंटग कार्ा प्रभारी वर्िि द्वारा िोयों हाथ उिाकर ‘लाल’ िसग्यल द्रिर्ा
जाएगा रात के समर्, िसग्यल द्रि ाये के िलए हाथ िसग्यल बिि र्ों का प्रर्ोग द्रकर्ा जाएगा

आई) अप एवं र्ाउय िोयों लानयों के आपातकालीय क्रकस ओवर प्वानं टों पर िंंटग/संालय, जहां कहं फे लिंसग प्वानं ट लकक
यहं लगाए गए हैं, प्वानं ट को पर्लकिंकग के िबया अयुमित यहं िी जायी ाािहए संबंिित स्टे िय के ड्यूटी पर
तयात स्टेिय मास्टर से्िय ियर्ंत्रक के साथ प्रानवेट यंबर का आिाय-प्रिाय नस आश्वासय के साथ करे गा द्रक
संबंिित फे लिंसग प्वानं ट सेट एवं लक्र् पर द्रिए गए हैं
5.15 के न्िीकृ त र्ातार्ात ियर्ंत्रण के अिीय स्टेियों पर िंंटग :
1. के न्िीकृ त र्ातार्ात ियर्ंत्रण के अिीय द्रकसी स्टे िय पर र्ातार्ात के न्िीकृ त ियर्ंत्रण परे टर की अयुमित के
िबया रर जब के न्िीकृ त र्ातार्ात ियर्ंत्रण लागू यहं हो तो स्टेिय मास्टर की अयुमित के िबया, कोई िंरटग
यहं की जाएगी
2. आवश्र्कता होये पर, के न्िीकृ त र्ातार्ात ियर्ंत्रण परे टर िंंटग के िलए द्रकसी स्टे िय का उसके द्रकसी भाग के
र्ातार्ात संालय को स्थायीर् ियर्ंत्रण स्टेिय मास्टर को सौंप सकता ह रर तत्पश्ाात वही नस स्टेिय र्ा
उसके उस भाग पर िविेर्ष अयुिेिों के अिीय ियिााररत रीित से िंंटग के िलए िज मे िार होगा िजसके िलए उसे
स्थायीर् ियर्ंत्रण सौंपा गर्ा ह

5.16 गािर्र्ों के प्रवेि के समर् िंंटग : जब कभी द्रकसी ऐसी लानय पर आये वाली गाडी के िलए िसग्यल फ द्रकए
जाएं िजसका पृथकीकरण यहं द्रकर्ा गर्ा हो तो उय प्वानं टों की ओर कोई िंंटग यहं की जाएगी िजयसे होकर आये
वाली गाडी को गुजरया ह
स.िय. 5.16 : (i) गािर्र्ों के प्रवेि/प्रस्थाय समर् िंंटग : जब द्रकसी लानय पर/से जो पृथक यहं हो द्रकसी गाडी के प्रवेि/
प्रस्थाय करये के समर् िसग्यलों को फ कर द्रिर्ा गर्ा हो, उय प्वकनं टों की ओर, कोई िंंटग संालय यहं द्रकर्ा
जाएगा िजस पर प्रवेि र्ा प्रस्थाय करये वाली गाडी के गुजरया हो, स्टेियों को ोडकर जहां ियबााि िंंटग संालय
होता ह जहां ऐसे पकनं टों को स्टकप िसग्यल द्वारा अथवा िंट िसग्यल द्वारा अथवा स्टकप बोर्ा द्वारा िंंटग करये के
समर् कु साविाियर्ों के साथ सुरिा त द्रकर्ा जाता ह द्रक -
ए) िंंटग कार्ा प्राििकृ त सा म रे ल सेवक के पर्ावेा ण के अिीय द्रकर्ा जाएगा
बी) रे क / लोर् पूणत
ा : ियवाात (व्र्ूम)/एअर ब्रेक होया ाािहए
सी) िंंटग प्राालय के समर् अििकतम गित 15 द्रकमी.प्रित र्ंटा से अििक यहं होगी
5.17 समपार के पास िंंटग : द्रकसी समपार के पास अथवा आर-पार िंंटग प्रभारी रे ल कमााारी लोको पार्लट को
गाडी समपार पार करये की अयुमित िेये से पहले, र्ह सुियिचितत कर लेगा द्रक सडक र्ातार्ात के िलए समपार
फाटक बंि करके उयमें ताले लगा द्रिए गए हैं

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5.18 गाडी को अिग्रम िस्थित तक लाया :
1. प्रस्थाय करये के िलए द्रकसी प्राििकार हेतु प्रतीा ारत गाडी को प्रेिर्षत करये के िलए अिग्रम स्टाटार तक लाये की
अयुमित यहं होगी, नन्हें ोडकर जहां अिग्रम िस्थित में द्रकसी गाडी की उपिस्थित नं िगत करये के िलए स्टाटार
एवं अिग्रम स्टाटार के बीा ्क सर्दकट र्ा िुरा काउन्टर प्रिाय द्रकए गए हों
2. स्टेिय से्िय के भीतर द्रकसी गाडी की िंंटग के मामले में उप ियर्म (i) की वर्वस्था लागू यहं होगी

स.िय. 5.18 : िय यिलि त अवस्थाओं में द्रकसी अिग्रम स्टाटार तक प्रस्थाय करये के िलए द्रकसी प्राििकार हेतु प्रतीा ारत
द्रकस गाडी को लाया पूणातर्ा ियर्षेि ह -
i) िुंि, कोहरे र्ा तूफायी मद्यसम में जब स्पषट द्रि ाई यहं िेता ह, जब ्क सर्दकट अथवा ए्सल काउण्टर अिग्रम
िस्थित में गाडी की उपिस्थित का संकेत िेते हैं रर
ii) रात्री में जब अिग्रम िस्थित में गाडी की उपिस्थित का संकेत िेये में ्क सर्दकट अथवा ए्सल काउण्टर िवफल
होते हैं
5.19 रलिंयग लानय पर अवरोि :
i) कोई भी रे ल सेवक परराािलत लानय का उललंर्य करये वाला र्ा उसमें अवरोि र्ालये वाला लिाय, िंंटग र्ा
अन्र् कोई काम तब तक प्रारं भ यहं करे गा जब तक द्रक उसये स्टे िय मास्टर से र्ा िविेर्ष अयुिेिों के अिीय उस
बाबत यािमत द्रकसी अन्र् रे ल सेवक से पूवा मंजरू ी य ले ली हो, जो र्ह िे ग े ा द्रक उ्त काम के होये के िद्यराय
र्ातार्ात की सुरा ा के िलए सभी आवश्र्क उपार् कर िलए गए हैं रर जब तक अवरोि िूर यहं हो जाता तब तक
आवश्र्क िसग्यल य र े जाएंगे
ii) द्रकसी सण्र् ह प र्ा स्यग र्ेर् एन्र् को द्रकसी भी कारण अवूपि यहं द्रकर्ा जाएगा रर र्द्रि वह अवूपि हो
जाता ह तो िसग्यलों को ‘ फ’ करये के िलए नसे पर्ााप्त िूरी का एवजी यहं माया जाएगा
स.िय. 5.19 (i) मु्र् लानय तथा अन्र् रलिंयग लानय का उपर्ोग अििक समर् तक अाल र ये के उद्देश्र् से यहं करया ाािहए

ii) द्रफर भी, जब गाडी का बोझ अियवार्ा ूपप से गर अन्तपाािश्त स्टेिय में रलिंयग लानय पर िस्थर रहये वाला हो, तो अवूपि
लानय के िवूपि द्रकसी ोर पर प्वानं ट को िीक करये तथा ताला लगाकर नसकी सुरा ा की जायी ाािहए नय प्वानं टों की
ााभी ड्यूटी पर तयात स्टे िय मास्टर के ियजी अिभरा ा में र ी जायी ाािहए जहां प्वानं ट पर ताले लगे होते हैं, िोयों
द्रििाओं के िलए ााभी पृथक ंरग पर र िी जायी ाािहए

iii) के िबय सिहत अन्तपाािित स्टेिय र गाडी का बोझ रलिंयग लानय पर अियवार्ा ूपप से िस्थर हो जाए, तो ड्यूटी
पर तयात स्टेिय मास्टर के िबय से प्रानवेट यंबर का आिाय-प्रिाय पर उस लानय को अवूपि कर िेगा
नसके अितरर्त, अवूपि लानय के होम िसग्यल के िलए संबंिित स्लकट स्लानर् (जहां वर्वस्था ह) पर स्लानर्
ककलर िस्थर कर िेयी ाािहए तथा संबंिित होम िसग्यल पर संरा ा ककलर तथा संबंिित के िबय में होम िसग्यल
स्लकट लीवर िस्थर कर िेयी ाािहए
जब गाडी क्रकलिंसग र्ा प्राथिमकता िेये के िलए र्ा द्रकसी अन्र् कारणों से रलिंयग लानय पर 15 िमयट से अििक िेर के
िलए रोक ली जाती ह रर ऊपर बताए गए के अयुसार स्लानर् ककलरों तथा संरा ा ककलर की सहार्ता से सुरा ा
की वर्वस्था कर िेयी ाािहए रर के िबयों के साथ प्रानवेट यंबर के आिाय-प्रिाय के अंतगात ड्यूटी पर तयात स्टेिय
मास्टर द्वारा तत्काल लानय को अवूपि कर द्रिर्ा जाएगा
के िबय रिहत अन्तपाािित स्टेियों में िोयों द्रििाओं के िलए संबंिित ााभी ड्यूटी पर तयात स्टे िय मास्टर की ियजी
अिभरा ा में र ी जाएगी
जहां एक से अििक लानयों के िलए होम िसग्यल लागू होता ह, वहां संबंिित प्वानं ट लीवर पर संरा ा ककलर िस्थर
कर िी जाएगी
iv) जब कभी भी गािर्र्ों का बोझ रलिंयग लानय पर िस्थर हो जाता ह, जसा द्रक उपर्ुा्त सहार्क ियर्म 5.19 (iii)
में उिललि त ह, तो स्टेिय मास्टर की र्ार्री तथा संबंिित गाडी िसग्यल एवं लकग रिजस्टर में उिात प्रिविि कर
िी जाएगी

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v) जब द्रकसी उद्देश्र् से रलिंयग लानय पर द्रकसी गाडी से वाहय अलग कर द्रिर्ा जाए तो ड्यूटी पर तयात सहार्क
स्टेिय मास्टर र्ह िे ये के िलए िज मेिार ह द्रक लानय ि्लर्र करये में अयुिात िेर यहं हो

vi) ब्यलकक लानय के सामये प्वानं टों की सेंटग : िस्थर बोझ, माल िर्ब्यबा, वाहर र्ा द्रकसी गाडी द्वारा जब कोई रलिंयग
लानय अवूपि हो िजसे द्रकसी अन्र् गाडी के िलए प्राथिमकता िेये अथवा क्रकस करये के िलए अथवा िोहरी लानय
से्ियों रर िोयों ोर िस्थत नकहरी लानय से्ियों के िप ले प्वानं टों को, जब िंंटग अथवा कोई अन्र् संालय
उस लानय पर द्रकर्ा जाया अपेिा त हो, को ोडकर, ब्यलकक लानय के सामये तत्काल सेट कर द्रिर्ा जाया ाािहए

र्द्रि द्रकसी स्टेिय पर सभी लानयों को अवूपि द्रकर्ा जाया हो, जब द्रकसी गाडी के िलए लानय ि्लर्र द्रिर्ा गर्ा
हो तो िस्थर बोझ अथवा द्रकसी माल गाडी द्वारा वर्स्तम लानय हेतु प्वानं टों को नस तरह सेट द्रकर्ा जाया ाािहए
िजससे द्रक िुर्ाटया होये के मामले में, हताहतों की संभावयाएं कम हों, द्रकसी स्टेिय पर सभी लानयें र्ात्री गािर्र्ों
द्वारा वर्स्त होये के मामले में, लूप लानय के िलए सेट द्रकर्ा जाया ाािहए, ताद्रक पार करये के िलए आयेवाली गाडी
की गित को कम द्रकर्ा जा सके गा िजससे पररणाम/हताहते कम होंगे ऐसा करते समर्, र्द्रि द्रकसी गाडी द्वारा
अििगृहीत द्रकसी लूप के िलए प्वानं टों को सेट द्रकर्ा जाए, िजसका नं जय आयेवाली गाडी के एप्रोा द्रििा के सन्मु
हो, ऐसा यहं बिलक द्रकसी गाडी द्वारा अििगृहीत लूप हेतु जहां कोई सवारी कोा, कोई ट्कर होये के मामले में,
संर्ात की िस्थित में होगी
लीवर ककलरों आद्रि के प्रर्ोग जसी अन्र् साविाियर्ों के अयुपालय के अितरर्त नय साविाियर्ों को अपयार्ा
जाएगा
उपयगरीर् से्िया (िोहरी लानय/ाद्यहरी लानय) के मामले में जहां बएत कम अन्तर के भी एक के बाि िूसरी
गािर्र्ों को द्रकसी स्टेिय पर प्राप्त द्रकर्ा जाता ह, ईएमर्ू/र्ीएमर्ू लोकल को प्राप्त करये के पश्ाात प्वानं टों को
िवपरीत िस्थित में कर द्रिर्ा जाया ाािहए र्द्रि कु िविेर्ष कारणों के िलए ियिााररत िहराव के अितरर्त गाडी
को रोका जा रहा हो
5.20 उतार - ा़ ाव पर िंंटग करया : र्द्रि उतार-ा़ ाव पर िंंटग की जा रही ह तो िंंटग का प्रभारी (नं ााजा) रे ल
सेवक र्ह सुियिचितत करे गा द्रक -

ए) पर्ााप्त सं्र्ा में ब्रेक लगा द्रिए गए हैं, जहॉं आवश्र्क ह वहॉं गुिी रोक (स्प्रेग) लगा द्रिए गर्े हैं, जहॉं िस्लप
सानलिंर्ग पकनन्ट र्ा ्प लगे ह उन्हें संरा ा सुियिचितत करये के िलए सेट कर द्रिर्ा गर्ा ह रर वाहयों को
अियर्ंित्रत होये से रोकये के िलए, पूरी साविायी बरती गई ह, तथा
बी) लानय के डी ढलाय वाले द्रकसी भाग पर, जहॉं य तो पृथिरण (आईसोलेटेर्) ह रर य ही िस्लप सानलिंर्गों
द्वारा रा ण ह, वहॉं पर उतार-ा़ ाव की ढलाय के यीाे की ओर भी एक नं जय लगा द्रिर्ा गर्ा ह
रटप्पणी : नस ियर्म के प्रर्ोजय के िलए डी ढलाय 260 में 1 र्ा नससे तीरमो होगी, पर रोलर बेर्ंरग से र्ु्त वाहयों के
िलर्े 400 में 1 र्ा नससे तीरमो ढलाय को डी ढलाय माया जार्ेगा
5.21 लूज िंंटग : क्रेय, ऐसे वाहय िजयमें र्ात्री, कमाकार, िवस्फोटक, तारयाक माल र्ा पिु ह र्ा िविेर्ष अयुिेिों के
अिीय िवियर्दिषट द्रकए जाये वाले द्रकसी अन्र् वाहय की य तो लूज िंंटग की जाएगी रर य ही ऐसे वाहयों के साथ
कोई लूज िंंटग की जाएगी
5.22 वाहयों को स्टेिय सीमा के बाहर सानलिंर्ग में ोडया : कोई भी रे ल सेवक द्रकसी भी वाहय को स्टेिय सीमा
के बाहर द्रकसी सानलिंर्ग में तब तक यहं ोडेगा जब तक वह वाहय सभी परराािलत लानयों से अलग यहं हो रर,
िविेर्ष अयुिेिों के अिीय के िसवार् जब तक उसके पिहए भली प्रकार जकड यहं द्रिए गए हैं
5.23 स्टेिय पर वाहयों को सुरिा त र या : स्टेिय मास्टर र्ह िे ग
े ा द्रक स्टेिय पर ड एए वाहय िविेर्ष अयुिि
े ों
के अयुसार भली प्रकार बांि द्रिए गर्े हैं
स.िय. 5.23 (i) जब वाहय/लोर्/गाडी को स्टेिय पर िस्थर करया हो तो स्टेिय मास्टर/र्ातार्ात कमााारी द्वारा की जाये
वाली कारा वाई :
134
ए) कम-से-कम िो ाेय िोयों ोर पर एक-एक, का उपर्ोग करते एए वाहय/लोर्/गाडी को ाेय से बांि कर ताला
बंि द्रकर्ा जाए,
बी) िोयों ोर पिहए के बाहरी जोडे के यीाे प्रत्र्ेक िो का उपर्ोग करते एए कम-से-कम ाार स्प्रग/काि का पचार
का उपर्ोग द्रकर्ा जाए,
सी) िोयों ोर के कम-से-कम 6 मालिर्ब्यबों के हैंर् ब्रेकों को पूरी तरह कस द्रिर्ा जाए कोलिंाग वाहय के िस्थर
रहये की िस्थित में, एसएलआर में िस्थत गार्ा के हैंर् ब्रेकों का नस्तेमाल द्रकर्ा जाए हैंर् ब्रेकों का प्राालय गार्ा
के वर्िि गत पर्ावेा ण के अिीय होगा रर गार्ा की अयुपिस्थित में कार्ारत स्टेिय मास्टर/सहा. स्टेिय मास्टर
के वर्िि गत पर्ावेा ण के अिीय,

र्ी) िस्थर लोर्/गाडी के वाहय को जोड (र्ुग्मक) के ूपप में साथ होया ाािहए र्द्रि िस्थर लोर् द्रकसी कारणवि
ि तरा एआ हो तो ऐसा प्रत्र्ेक ि तरा एआ भाग सुरा ा के प्रर्ोजय से पृथक लोर् के ूपप में समझा जाए,

ई) ब्यलकक एई लानय के प्रित पकनन्टों को सेट, ्लम एवं ताल बंि द्रकर्ा जाए एवं अंितम ोर अथवा ्प पकनं ट
(र्द्रि उपलब्यि हो) तक हो स्कका ब्यलककर्द्रि पलब्यि हो) का उपर्ोग द्रकर्ा जाए,

एफ) स्टकप ककलर संबि िसग्यल एवं पकनन्ट बटयों/स्लानर्ों/लीवरों आद्रि पर र ा जाए,

जी) टीएसआर एवं/अथवा एसएम र्ार्री में लाल स्र्ाही में नस आिर् की अभ्र्ुिि िी जाए द्रक लानय यं. ........
अवर्ि ह रर लोर् की सुरा ा के िलए जसा द्रक ऊपर ियर्दिषट ह, सभी साविाियर्ां बरती गई हैं,

एा) द्रकसी लोर्/गाडी/लोको के िस्थर होये के बाि, स्टेिय मास्टर से्िय कं ्ोलर को अवश्र् सूिात करे गा रर
उसके समथाय में प्रानवेट यंबर का आिाय-प्रिाय करे गा द्रक लोर्/गाडी/लोको को िस्थर एवं सुरिा त र ये के
िलए सभी ियिहत साविाियर्ां बरती गई हैं,
ii) वाहय/लोर्/गाडी को 400 में 1 की ढलाय अथवा तीरमोतर ढलाय वाले स्टेिय में िस्थर करये के िलए
अितरर्त साविाियर्ां बरती जांए जसा द्रक अयुमोद्रित िविेर्ष अयुिेि (आर्ु्त रे ल संरा ा द्वारा) ियर्दिषट
ह रर संबंिित स्टेिय के स्टेिय संाालय ियर्म में उिललि त ह नयका कतावर्ियषिापूवाक पालय द्रकर्ा
जाए नसके अितरर्त, अयुमोद्रित िविेर्ष अयुिेिों के अंतगात िविहत के अलावा िय यिलि त
साविाियर्ॉं बरती जाएं :
ए) वाहयों को र्ुडकये (रकलिंलग र्ाउय) से बााये के िलए वाहयों को अलग (अयकपल) द्रकए जाये से पहले
हैंर् ब्रेक का उपर्ोग द्रकर्ा जाए, स्प्रगों/काि के पचारों/िस्कर्ों का भी उपर्ोग द्रकर्ा जाए,
बी) जहां तक संभव हो, वाहय/लोर्/गाडी को एक लानय पर, जो अन्र् लानयों से, िविेर्षकर ाालू लानयों
से पृथक हो, िस्थर र ा जाए,

iii) लोर्/गाडी संलग्य नं जय के साथ िस्थर हो अथवा लानट नं जय (नं जयों) को बंि कर द्रिर्ा गर्ा हो अथवा
िस्थर हो गर्ा हो नस मामले में लोको ोडये से पहले लोको पार्लट/सहार्क लोको पार्लट द्वारा की जाये
वाली कारा वाई
ए) एसए/9 एवं ए/9 िोयों ब्रेकों का लागू द्रकर्ा जाया, ,

बी) हैंर् ब्रेक एवं पाकिंगकग ब्रेक,

सी) लोको पर उपलब्यि काि के पचारों से लोको को सुरिा त करया,

135
iv) ए) लोको पार्लट को ड्यूटी के समर् लोको को मायवरिहत यहं ोडया ाािहए र्द्रि उसे लोको को मायवरिहत
ोडया अपेिा त हो तो उसे ऐसा तभी करया ाािहए जब स्टे िय मास्टर/र्ार्ा मास्टर से िलि त प्राििकार प्राप्त एअ
हो एवं उपर्ुा्त iii (ए), (बी) एवं (सी) सुरिा त हो,
बी) स्टेिय/र्ार्ा ोडये से पहले लोको पार्लट एवं गार्ा को स्टे िय मास्टर के पास र े रिजस्टर में संर्ु्त ूपप से
र्ह िजा करया ाािहए द्रक लोर् एवं लोको को उपरो्त अयुसार सुरिा त कर िलर्ा गर्ा ह,
v) जब िुर्ाटया, िवफलता, अवरोि अथवा द्रकसी अन्र् कारणवि गाडी ब्यलकक से्िय में िप हो जाती ह तब लोको
पार्लट/सहार्क लोको पार्लट एवं गार्ा द्वारा की जायी वाली कारा वाई :-
ए) लोको पार्लट/सहार्क लोको पार्लट एवं गार्ा को जी एवं एस आर 6.03 के उपबंि के अयुसार गाडी की रा ा
करयी ाािहए,
बी) लोको ब्रेकों (एसए/9, ए/9 एवं हैंर् ब्रेक) एवं गाडी के िोयों ोर पर कम-से-कम : माल िर्ब्यबों के हण्र् ब्रेक
लगाकर गाडी को सुरिा त द्रकर्ा जाया ाािहए हैंर् ब्रेक का उपर्ोग सहार्क लोको पार्लट द्वारा आगे के ोर
से एवं गार्ा द्वारा पी े के ोर से द्रकर्ा जाएगा र्द्रि गाडी गार्ा के िबया परराालय में हो तो गार्ा की ड्यूटी
सहार्क लोको पार्लट के िज मे ाल जाएगी सवारी (र्ात्री) गािर्र्ों के मामले में लोको पार्लट द्वारा लगाए
जाये वाले लोको ब्रेकों के अलावा गार्ा को एसएलआर के हैंर् ब्रेकों का नस्तेमाल करया ाािहए
vi) स्टेिय कमााारी, गार्ा, क्रू एवं से्िय कं ्ोलर को स्टेियों/र्ार्ों/सानलिंर्गों एवं ब्यलकक से्ियों की ढलायों से अवगत
होया ाािहए

136
अधर्ार् - VI

िुर्टा याऍ रर असािारण र्टयार्ें

6.01 िुर्ाटया र्ा अवरोि :


1. जब स्टेिय मास्टर को द्रकसी िुर्टा या र्ा अवरोि की सूाया िमलती ह तो वह र्ातार्ात की रा ा के िलए
िीर्ातम संभव उपर्ु्त साियों द्वारा सभी आवश्र्क साविाियर्ॉं बरतेगा

2. र्द्रि कोई गाडी िुर्टा याग्रस्त हो जाती ह तो स्टेिय मास्टर गाडी को सभी आवश्र्क सहार्ता भेजये का प्रबंि
करे गा

3. स्टेिय मास्टर र्थावसंभव िीघ्र हर िुर्टा या की ररपोटा िविेर्ष अयुिेिों के अयुसार करे गा

रटप्पणी : िुर्टा या ियर्मावली में िुर्टा याओं के वगीकरण, ररपोटा करये तथा ियस्तारय संबि
ं ी िवस्तृत ियिदेशि द्रिर्े गर्े हैं

6.02 िुर्ाटया होये र्ा संाार सािय फे ल हो जाये पर रे ल संाालय :- द्रकसी लानय र्ा द्रकसी गाडी के
िुर्टा याग्रस्त हो जाये पर अथवा संाार सािय अवूपि र्ा िवफल हो जाये पर र्ा आपात िस्थित में, स्टेियों के
बीा गािर्र्ॉं िविेर्ष अयुिेिों के अयुसार ालाई जार्ेंगी
सा.िय. 6.02 (i) जब गाडी आगे ब़ ये के उिात प्राििकार के साथ गलत लानय पर ाल रही हो तो लोको पार्लट को गाडी
नं जय के फ्लिर लानट का िस्वा ‘ य’ करया ाािहए र्द्रि गाडी का नं जय गलत लानय पर िबया फ्लिर लानट
का िस्वा ‘ य’ द्रकए जा रहा हो तो स्टेिय कमााारी, गेटमय एवं गैंगमय द्वारा धर्ाय में लार्ा जाएगा, वे तत्काल
गाडी को रोकें गे
(ii) सा.िय. 6.02 में ाथाियर्दिषट िविेर्ष अयुिेि ब्यलकक संाालय ियर्मावली में अन्तिवषट हैं

6.03 स्टेियों के बीा ूपकी गाडी की रा ा :-


1. र्द्रि द्रकसी िुर्टा या, िवफलता, अवरोि र्ा द्रकसी असािारण कारण से कोई गाडी स्टेियों के मधर् डी हो जाती
ह रर लोको पार्लट को लगता ह द्रक गाडी आगे यहं जा सकता ह तो वह ियिााररत कोर् में सीटी बजा कर र्ा
वककी-टककी के माधर्म से र्ा अन्र् साियों से गार्ा को नस संबि ं में सूिात करे गा रर उससे तरे के हाथ िसग्यल
का आिाय-प्रिाय करे गा नसके तत्काल बाि गार्ा पी े की ओर तरे का लाल िसग्यल द्रि ार्गा तथा नस बात
की जॉंा करे गा द्रक उसके टेलबोर्ा र्ा टेलल प सही ूपप में प्रििित हो रहे हैं रर ब्रेकवाय में पी े की ओर फ्लिर
लानट की वर्वस्था ह तो उसका िस्वा ‘ य’ कर िेगा नसके तत्काल बाि गार्ा एवं लोको पार्लट पी े रर
आगे की ओर िय यिलि त कार्ावाही करे गा :

(i) नकहरी लानय से्िय पर र्ा िोहरी लानय र्ा मलटीपुल लानय से्िय पर जब वह अस्थार्ी ूपप से नकहरी
लानय से्िय के ूपप में संाािलत हो तो :-
ए) गाडी की रा ा हेतु गार्ा र्ा तो स्वर्ं पी े जाएगा र्ा द्रकसी सा म वर्िि को पी े भेजग
े ा र्द्रि गार्ा ये गाडी
की रा ा हेतु द्रकसी सा म वर्िि को प्रितियर्ु्त द्रकर्ा हो तो वह परामिा हेतु लोको पार्लट के पास जाएगा
बी) गाडी की रा ा हेतु जायेवाला वर्िि द्रकसी भी आती एई गाडी को रोकये हेतु उसे लगातार तरे का हाथ
िसग्यल द्रि ार्ेगा रर अपये हाथ िसग्यल के अितरर्त अपये साथ लार्े गर्े पटा ा िसग्यल यीाे िल े अयुसार
उस लानय पर र ग े ा िजस पर अवरोि ह :

137
अथाात जाये की द्रििा में अपयी गाडी से 600 मीटर पर एक पटा ा लगार्ेगा रर ती पटा ा अपयी गाडी से
न्र्ूयतम 1200 मीटर पर र्ा ऐसी िूरी पर जो िविेर्ष अयुिेिों द्वारा ियर्त की गर्ी हो, एक िूसरे से 10 मीटर की
िूरी पर तीय पटा ा लगार्ेगा

परं तु मीटर रर यरो गेज पर गाडी के ूपकये के स्थाय से पहले पटा ा 400 मीटर की िूरी पर रर तीय पटा ा
न्र्ूयतम 800 मीटर पर र्ा ऐसी िूरी पर जो िविेर्ष अयुिेि द्वारा ियर्त की गई हो, एक िूसरे से 10 मीटर की
िूरी पर लगाएगा

सी) र्द्रि गार्ा से िभन्य कोई अन्र् वर्िि गाडी की रा ा हेतु पी े जाता ह तो वह उप र्
ं (बी) के अयुसार
कार्ावाही करये के बाि द्रकसी आये वाली गाडी को रोकये हेतु तब तक अपया तरे का हाथ िसग्यल द्रि ाता
रहेगा जब तक द्रक उसे वापस यहं बुला िलर्ा जाता

र्ी) जब गार्ा स्वर्ं गाडी की सुरा ा हेतु पी े जाता ह तो वह उप र् ं (बी) के अयुसार कार्ावाही करये के बाि
द्रकसी सा म वर्िि के उपलब्यि होये पर उसे द्रकसी आयेवाली गाडी को रोकये के िलए तरे का हाथ िसग्यल
द्रि ाये हेतु तब तक के िलर्े प्रितियर्ु्त करे गा जब तक द्रक उसे वापस यहं बुला िलर्ा जाता रर गार्ा स्वर्ं
अपयी गाडी पर कारण का पता लगाये लद्यट जार्ेगा

ई) र्द्रि गार्ा को तरे का हाथ िसग्यल द्रि ाये हेतु उप र्


ं (र्ी) के अयुसार कोई सा म वर्िि यहं िमलता ह
तो वह लोको पार्लट से पता करये के बाि एक बार द्रफर उसी स्थाय पर लद्यट जाएगा जहॉं उसये तीय पटा ा
लगेार्ा था रर जाते समर् एवं वहॉं पएुँाकर द्रकसी भी आती गाडी को तब तक तरे का हाथ िसग्यल द्रि ाता
रहेगा जब तक द्रक उसे वापस यहं बुला िलर्ा जाता

एफ) जब गार्ा र्ा उसके द्वारा प्रितियर्ु्त वर्िि को वापस बुला िलर्ा जाता ह तो वह तीयों पटा ें वहं ोड
िेगा रर वापसी में बीा का पटा ा उिा लेगा

जी) र्द्रि र्बल र्ा मलटीपुल लानय वाले से्िय पर सहार्ता मॉंगी जाती ह र्ा नकहरी लानय वाले से्िय र्ा
िोहरी लानय र्ा मलटीपुल लानय वाले से्िय पर अस्थार्ी ूपप से नकहरी लानय कार्ा-प्रणाली लागू रहये की
अविि में लोको पार्लट तत्काल सामये की ओर तरा िसग्यल द्रि ार्ेगा तथा उप र् ं (बी) एवं (एफ) में विणत
िविि के अयुसार स्वर्ं जाकर र्ा अपये सहार्क लोको पार्लट र्ा द्रकसी अन्र् सा म वर्िि को भेजकर अिवलंब
आगे की ओर रा ा हेतु आगे ब़ गा, एवं

एा) र्द्रि कोई आती गाडी द्रि ार्ी पडती ह तो गाडी की रा ा हेतु जाता वर्िि लानय पर तत्काल अि्त
गाडी से िजतयी िूर संभव हो उतयी िूर एक पटा ा लगाएगा रर द्रकसी आती गाडी को रोकये हेतु लगातार
तरे का हाथ िसग्यल द्रि ाता रहेगा र्द्रि उस वर्िि ये पहले ही 600 र्ा 400 मीटर की िूरी पर क्रमि: बडी
लानय र्ा मीटर गेज / यरो गेज लानय पर लगा द्रिर्ा हो रर वह 1200 र्ा 800 मीटर की िूरी तक क्रमि: बडी
लानय र्ा मीटर गेज / यरो गेज लानय पर पएुँाये की िस्थित में यहं हो तो वह एक पटा ा िुर्टा याग्रस्त गाडी से
िजतयी अििक िूरी पर संभव हो िुबारा लगा िेगा

(ii) िोहरी लानयर्ु्त से्िय पर जहॉं गािर्र्ॉं िो लानयों पर िवपरीत द्रििाओं से आती हैं :-

ए) ्र्ों ही लोको पार्लट को जायकारी िमलती ह द्रक उसकी गाडल िुर्टा याग्रस्त हो गर्ी ह त्र्ों ही वह फ्लिर
लानट ‘ य’ कर िेगा रर हेर् लानट ‘बुझा’ िेगा रर तत्पश्ाात वह र्ा तो स्वर्ं जाएगा अथवा अपये सहार्क
लोको पार्लट को र्ा द्रकसी अन्र् सा म वर्िि को आगे की ओर पाश्वावि ी लानय को उपरो्त र् ं (i) में विणत
िविि से सुरिा त (प्रोटे्ट) करये हेतु भेजग
े ा

138
प्रथमत: गार्ा स्वर्ं सहार्ता करये तत्काल आगे ब़ गा रर बगल की लानय को उपरो्त र् ं (i) में विणत िविि
से सुरिा त (प्रोटे्ट) करया सुियिचितत करे गा रर र्द्रि कोई सा म वर्िि उपलब्यि होता ह तो उपरो्त र् ं (i) में
विणत िविि से सुरिा त (प्रोटे्ट) करये हेतु भेजगे ा
बी) उस िस्थित में जब र्ह ्ात यहं हो द्रक पाश्वावत्ती लानय अवूपि ह अथवा यहं :-

लोको पार्लट उपरो्त िविि से पाश्वावत्ती लानय की रा ा हेतु कार्ावाही करे गा


गार्ा गाडी को साविायीपूवक ा िे ते एए नं जय की ओर आगे ब़ ेगा र्द्रि गार्ा पाता ह द्रक पाश्वा वत्ती लानय
बािित ह तो वह सहार्ता करये एवं उपरो्त िविि से पाश्वावत्ती लानय की रा ा सुियिचितत करये हेतु आगे
ब़ गा र्द्रि वह पाता ह द्रक पाश्वावत्ती लानय बािित यहं ह तो लोको पार्लट से परामिा कर उपरो्त र् ं (i)
में विणत िविि से गाडी के पी े रा ा हेतु जार्ेगा, र्द्रि उसये नस प्रर्ोजय के िलए द्रकसी सा म वर्िि को सुरा ा
हेतु पहले यहं भेजा ह
(iii) यािमत लानयों पर एकद्रििीर् र्ातार्ात सिहत मलटीपुल लानय से्िय पर :-

ए) ्र्ों ही लोको पार्लट की जायकारी में र्ह आता ह द्रक उसकी गाडी िुर्टा याग्रस्त हो गर्ी ह त्र्ों ही वह
तत्काल पाश्वावत्ती लानय/लानयों की रा ा करये हेतु उपरो्त विणत र्
ं (ii) के अयुसार कार्ावाही करे गा
्र्ों ही गार्ा को नस बात की जायकारी िमलती ह द्रक उसकी गाडी िुर्टा याग्रस्त हो गर्ी ह त्र्ों ही वह
बी)
तत्काल ऐसे पाश्वावत्ती लानय/लानयों की रा ा उपरो्त र् ं (i) में विणत िविि के अयुसार करे गा
(iv) उस से्िय पर जहां पाश्वावत्ती लानय/लानयों पर गािर्र्ॉं िोयों द्रििाओं में ालयी हैं

जब तक र्ह स्पषट यहं होता ह द्रक कोई पाश्वावत्ती लानय अवूपि यहं ह, लोको पार्लट सामये की ओर
पाश्वावत्ती लानय/लानयों एवं गार्ा पी े की ओर पाश्वावत्ती लानय/लानयो की उपर्ु्
ा त र्
ं (i) में विणत िविि
के अयुसार रा ा करेगा नस कारावाई के बाि ही गार्ा मिि करये के िलए आगे ब़ ेगा रर सामये की पाश्वावत्ती
लानय/लानयों की रा ा सुियिचितत करे गा
(v) िोहरी/मलटीपुल लानयों से र्ु्त से्िय पर डी प्रभािवत गाडी वाली लानय की रा ा
उपर्ु्
ा त र्
ं (ii), (iii) एवं (iv) में विणत िविि के अयुसार पाश्वावत्ती लानय/लानयों की रा ा करये के बाि ही
डी प्रभािवत गाडी के आगे रर पी े िोयों ओर की लानय की रा ा के िलए कारा वाई की जाएगी
(vi) अवरोि के कारण का पता लगाये एवं उन्हें िूर करये की कारा वाई
र्ा तो नं जय में र्ा वाहय में द्रकसी त्रुरट का पता लगाये रर उसमें सुिार करये की कारा वाई र्ा द्रकसी अन्र्
ूपकावट, िजसके कारण अवरोि एआ हो, को िूर करये की कारा वाई की जाएगी, र्द्रि वर्वहार्ा हो, आश्वस्त
करये के बाि ही द्रक उपर्ु्
ा त द्रक्रर्ा िविि के अयुसार गाडी की उिात ूपप से सुरा ा की गई ह
(vii) पाश्वावत्ती लानयों से रा ा का ियराकरण
र्द्रि बाि में, पाश्वावत्ती लानय/लानयें अवरोिमु्त पाईं जाती हैं तो रा ा का ियराकरण द्रकर्ा जा सकता ह, उसे
ोडकर जहां सहार्ता प्राप्त करये के िलए पएंा रही गाडी को रोका जाया वां यीर् ह
2. (i) गार्ा के िबया गाडी के मामले में, गार्ा की ड्यूटी, जसा द्रक नस ियर्म में उिललि त ह, लोको पार्लट को र्ा
उसके द्वारा प्रितियर्ु्त रे ल सेवक को सौंप िी जाएगी
(ii) लोको पार्लट की द्रकसी अि्तता की िस्थित में, लोको पार्लट को सुपि
ु ा ड्यूटी जसा द्रक नस ियर्म में
उिललि त ह, गार्ा र्ा उसके द्वारा प्रितियर्ुकत रे ल सेवक को सुपि
ु ा हो जाएगी
सा.िय. 6.03 (ए) जब द्रकसी कारणवि कोई गाडी आकर स्टेियों के बीा डी रहती हो रर लोको पार्लट पाता ह द्रक वह
आगे यहं ब़ सकता तो वह ाार बार ोटी रर तेज सीटी बजाएगा लोको पार्लट की सीटी सुयकर गार्ा यीाे उतरे गा
रर लाल हाथ िसग्यल ऊपर रर यीाे द्रि ाकर पावती िेगा िजसका अिभप्रार् र्ह समझा जाएगा मैं अवगत हूुँ द्रक आप
आगे यहं ब़ सकते रर मैं गाडी की सुरा ा के िलए पी े जा रहा हूुँ गार्ा लाल हाथ िसग्यल तब तक द्रि ाता रहेगा जब
तक द्रक लोको पार्लट द्रफर से अपयी सीटी यहं बजाता ह, र्ह द्रि ाते एए द्रक उसये गार्ा का िसग्यल समझ िलर्ा ह,
अथवा र्द्रि लोको पार्लट रर गार्ा वककी-टककी अथवा श्रवण-संाार के अन्र् साियों से बात करये में समथा हों, तो संाार
सेट के माधर्म से वे एक िूसरे को िस्थित से अवगत कराएंगे एवं ड्यूटी पर आगे तयात रहेंगे

139
गार्ा प्रथमत: ब्रेक र्ाय में िस्थत हण्र् ब्रेक का उपर्ोग करे गा रर द्रिय के समर् सानर् लैंप ब्रके ट में लाल झंर्ी लगाएगा एवं
सा.िय. 6.03 में विणत िविि के अयुसार गाडी की सुरा ा के िलए आगे ब़ ये से पहले राित्र के समर् एक सानर् लैंप में से एक
को उलटा कर िेगा द्रफर भी, र्द्रि उस स्थल पर जहां गाडी ूपकती ह, 300 में 1 र्ा उससे अििक डी ढाल पर हो तो वह
गाडी की सुरा ा हेतु आगे ब़ ये के पहले ब्रेंक र्ाय के बाि के 10 माल िर्ब्यबों के ब्रेक िबा िेगा नसी तरह, सामान्र्
ियर्म 6.03 की ित्तों के अयुसार लोको पार्लट र्ा सहार्क लोको पार्लट र्ा कोई अन्र् सा म रे ल सेवक सामये से लानय
की सुरा ा हेतु कारा वाई करये के पहले हण्र् ब्रेक लगाएगा र्द्रि स्थल जहां गाडी ूपकती ह, 300 में 1 र्ा उससे अििक डी
ढलाय पर हो तो वह सामये गाडी तथा लानय की सुरा ा हेतु आगे ब़ ये के पहले नं जय के बाि के 10 माल िर्ब्यबों के ब्रेक भी
िबाएगा

र्द्रि बाि में लोको पार्लट र्ह महसूस करें द्रक वह आगे ब़ ये की िस्थित में ह, तो वह गार्ा को बुलाये के िलए तीय लंबी
सीरटर्ां बजाएगा, र्ा वककी-टककी के माधर्म से र्ा उयके पास उपलब्यि द्रकसी अन्र् सािय से संप्रेर्षण करे गा गार्ा लानय
पर तीय पटा े ोडकर (लेद्रकय मधर्वती पटा ा हटाकर) वापस आएगा लोको पार्लट र्ा सहार्क लोको पार्लट र्ा
द्रकसी अन्र् सा म रे ल सेवक द्वारा सामये के माल िर्ब्यबों के ब्रेक तथा गार्ा द्वारा पी े के माल िर्ब्यबों के ब्रेक ररलीज कर
िउए जाये के पश्ाात गाडी द्रफर ोल िी जाएगी

(बी)नसके उपरान्त जब लोको पार्लट िे ता ह द्रक उसका नं जय अके ले र्ा गाडी के द्रकसी भाग को लेकर आगे ब़ ये के
िलए अि्त यहं ह तो गार्ा को िस्थित र्ा तो वह स्वर्ं आएगा र्ा अपये नं जय ाालक कमीिल में से द्रकसी को भेजेगा
सामान्र् ियर्म 6.03 के अयुसार कारा वाई करये के बाि गार्ा भी गाडी की बार्ं ओर से ालते एए परामिा के िलए लोको
पार्लट की ओर आगे ब़ ेगा

र्द्रि गार्ा रर लोको पार्लट के बीा संर्ु्त परमिा के बाि र्द्रि वह ियश्ार् द्रकर्ा जाता ह द्रक नं जय को अके ले (लानट)
र्ा वाहय के साथ सहार्ता के िलए अगले स्टेिय जाये की अयुमित िी जाती ह तो सा.िय.6.09 में अन्तियिहत िहिार्तों के
अयुसार कारा वाई की जार्ेगी लोको पार्लट जब आगे जा रहा तो पटा ों को हटाये की वर्वस्था करे गा िजसे द्रक नं जय के
गुजरये के बाि पुय:स्थािपत (ररप्लेस) कर द्रिर्ा जाएगा रर जहॉं उपलब्यि हो नं जय का एक सहार्क लोको पार्लट जहॉं
पटा े र ें हों वहक लाल हाथ िसगयल द्रि ाये के िलए ियर्ु्त द्रकर्ा जाए िोहरी लानय पर नं जय को गाडी से अलग
करये के पूवा लोको पार्लट नं जय के सामये लाल बफर लानट र ेगा तथा गाडी से अगले स्टे िय तक र्ात्रा के िद्यराय द्रकसी
भी गाउी को रोकये का प्रर्ास करे गा जो द्रक िवपरीत द्रििा से आती हो रर लगाता सीटी की आवाज िेकर तथा नं जय से
लाल हाथ िजस पर गाडी ाल रही हो वह भी बािित हो अथवा जब सहार्ता प्राप्त करया आवश्र्क हो

(सी) (1) (i) द्रकसी से्िय में िुर्ाटया की हालत में जहॉं पर िो र्ा उससे अििक समायांतर लानये हो तो उपरो्त िवस्तृत
ब्यर्द्यरे के अयुसार सभी लानयों की सुरा ा तत्काल की जाएगी ऐसा उस समर् तक द्रकर्ा जाएगा जब तक ियकटवती लानयें
परी तरह से सुररिा त यहं हो जाती, नसके अितरर्त प्रभािवत गाडी का लोको पार्लट लगातार तेज सीटी की आवाज
िेता रहेगा रर अन्र् संभािवत किम उिाएगा जसे सहार्क लोको पार्लट को लाल हाथ िसगयल द्रि ाते एए आये वाली
गाडी की ओर जाये के िलए ियर्ु्त करे गा रर िृश्र् तथा श्रवर् सािय का उपर्ोग कर आये वाली गाडी के लोको पार्लट
का धर्ाय आकिर्षत करे गा ताद्रक आयेवाली गाडी अवरोि से हटकर ूपक सके

(ii) र्द्रि ियकटवती लानय बािामु्त हो तो तरे का िसगयल हटा िलर्ा जाए बितदेश द्रक सहार्ता प्राप्त करये के िलए
गाडी को रोकया आवश्र्क य हो

(iii) जब नस गाडी को स्टेिय के बीा र्ा स्टेिय पर रोका जाता ह, तो नं जय अथवा फ्लेिर लानट वर्वस्था वाले
ईएमर्ू/र्ीएमर्ू/मेमू कोा को लोको पार्लट र्ा मोटरमय तत्काल सतत ूपप से ए्र्ूएट कर िेगा तथा द्रिय रर रात
िोयों समर् िवपरीत द्रििा से आये वाली गाडी के लोको पार्लट/मोटरमय का धर्ाय आकिर्षत करये के िलए हेर्लानट को
‘ फ’ र ा जार्ेगा
रटप्पणी : ईएमर्ू/र्ीएमर्ू/मेमू के नं जय में अियवार्ा ूपप से फ्लिर लानट लगा होया ाािहए तथा लोको पार्लट/
मोटरमय गार्ा पोजीिय की जांा करें गे द्रक जहॉं से गाडी आरं भ होती ह उस गाडी में फ्लिर लानट लगा ह

140
(iv) द्रकसी आये वाली गाडी का लोको पार्लट जो द्रक फ्लिर लानट िे ता ह अथवा सीटी की आवाज सुयता ह अथवा
सुरा ा के िलए र े गए पटा े को िर्टोयेट्स करता ह,वह आपात ब्रेिंकग प्रणाली का उपर्ोग कर कम से कम समर् में
गाडी को रोके गा
(v) अपयी गाडी को रोकये के बाि आयेवाली गाडी का लोको पार्लट प्रभािवत गाडी के लोको पार्लट को हर संभव
सहार्ता िेगा
(vi) प्रभािवत गाडी का गार्ा अथवा उसके द्वारा ियर्ु्त सा म कमााारी सा.िय.6.03 के अन्तगात हर संभव किम
उिार्ेगा जसे आयेवाली गाडी की तरफ िद्यडया,लाल हाथ िसगयल िहलाया,भाव भंिगमा द्रि ाया तथा िाललाया जब
तक द्रक आये वाली गाडी का लोको पार्लट समीपवती लानय पर एक ही द्रििा में अपयी गाडी को लाकर डा यहं कर
िेता

(vii) र्द्रि फ्लिर लानट वर्वस्था बक वय में लगा हो तो गाडी के गार्ा भी ूपकये के तत्काल बाि गाडी के लोको पार्लट
का धर्ाय ंाये के िलए उसी प्रकार का ए्टीवेट करे गा जो द्रक पी े से आ रही हो ब्रेक वय से फ्ललिंिग िसगयल तरे
के संकेत के ूपप में माया जार्ेगा तथा गाडी का लोको पार्लट जो उसे िे कर वह आपात ब्रेिंकग प्रद्रक्रर्ा का उपर्ोग
करते एए तत्काल गाडी को रोक िेगा
2 (i) र्द्रि ूपकावट िोहरी र्ा बएलानयों र्ा र्ाट पर र्ा उपयगरीर् से्िय र्ा ‘स्वाािलत ब्यलकक प्रणाली ’पर
संाािलत से्िय पर रात में र्ा र्ये कु हासा अथवा िूिमल मद्यसम नत्र्ाद्रि में जब िृश्र्ता बािित होती ह तो लोको
पार्लट फ्ललिंिग लानट को ए्टीवेट करे गा रर फ्ललिंिग तरे का हाथ िसगयल ियकटवती रे लपथ के यजिीक िजस पर
गाडी सामान्र्त: िवपरीत द्रििा में ालती ह,द्रि ार्ेगा तथा र्द्रि उस रे लपथ के यजिीक जहां उसकी गाडी ह कोई िूसरा
रे लपथ यहं ह कोई िूसरा रे लपथ यहं िजसे आयेवाली गाडी के लोको पार्लट को स्पषट ूपप से द्रि ाई पडे लोको
पार्लट द्वारा गाडी के ालये की असमथाता बताये पर गार्ा भी फ्लिर लानट को आपये ब्रेक वय/कोा में उपलब्यि हो तो
िस्वा य कर िेगा,के वल बए लानयों के से्िय को ोडकर जो द्रक गािर्र्ां प्रभािवत गाडी के द्रििा में ालती ह
नकहरी(लिंसिगल)लानय से्िय पर र्द्रि लोको पार्लट तथा गार्ा र्द्रि र्ह अयुभव करता ह द्रक गाडी की सुरा ा के िलए
लानट अप करया अच ा ह तो उसे उन्हें लानट आप कर िेया ाािहए
(ii) द्रकसी आये वाली गाडी का लोको पार्लट फ्लिर लानट िे ता ह तो वह र्थािीघ्र बािा से हटकर अपयी गाडी को
रोकये की कारा वाई करे गा रर प्रभािवत गाडी को र्थासंभव सहार्ता िेगा रर जब वह तरे का संकेत अथवा िूसरे
नं जय का आपिा सीटी कोर् को सुयेगा र्ा पटा े की आवाज सुयेगा तभी वह कारा वाई करे गा
(iii) फ्लिर लानट को तभी िस्वा फ द्रकर्ा जाएगा जब लोको पार्लट को र्ह पता लगे द्रक उसकी गाडी आगे ब़ ये की
िस्थित में ह अथवा र्ह आश्वासय द्रिर्ा गर्ा हो द्रक ियकटवती लानय,र्द्रि हो तो वह बािा मु्त ह रर सहार्ता प्राप्त
करये के िलए द्रकसी भी आयेवाली गाडी को रोकया आवश्र्क ह
(र्ी) स्टेिय पर द्रकसी भी कारण से द्रकसी नं जय के फे ल हो जाये की िस्थित में लोको पार्लट,र्द्रि स्टेिय कं ्ोल फोय
से जुडा ह तो वर्िि गत ूपप से पकवर कं ्ोलर को तर्थर्ों की सूाया िेगा रर उसे िवफलता के कारण रर उसके प्रकृ ित के
बारे में सूिात करे गा तब पावर कं ्ोलर मामले में आवश्र्क कारा वाई करे गा र्द्रि स्टेिय कं ्ोल टेलीफोय से यहं जुडा
ह तो यजद्रिकी रलिंयग िेर् फोरमय एवं पकवर कं ्ोलर को भेजये के िलए लोको पार्लट आवश्र्क सूाया स्टेिय मास्टर को
िेगा
6.04 असािारण ूपप से िवलि बत गािर्र्ॉं :
1) र्द्रि िप ले स्टेिय से कोई सवारी गाडी सािारणत: ियिााररत समर् से 10 िमयट के भीतर रर माल गाडी 20
िमयट के भीतर वहॉं यहं पएंाती हे तो अगले स्टेिय का स्टेिय मास्टर तुरंत नस बात की सूाया िप ले स्टेिय
को रर ियर्ंत्रण कार्ाालर् को िेगा नसके बाि िोहरी(र्बल)लानय र्ा बए(मलटीपुल)लानयों पर,ब्यलकक से्िय
के िोयों ओर के स्टेिय मास्टर, पास वाली लानय र्ा लानयों पर ब्यलकक से्िय में द्रकसी तरफ से भी आये वाली
सभी गािर्र्ों को तुरंत रोक िेंगे रर उपर्ु्
ा त सतका ता आिेि जारी करके ऐसी गािर्र्ों के ड्रेंटानवरों रर गार्ों
को ाेतावयी िेंगे रर साथ ही िवलंिबत गाडी का पता रिकाया रर िस्थित मालूम करें गे
2) पररिस्थित अयुसार अपेिा त होये पर उपरो्त कार्ावाही नससे पहले भी की जार्ेगी

141
6.05 िुर्टा या र्ा ब्रेकर्ाउय की सूाया भेजया :
र्द्रि द्रकसी कारणवि नं जय आगे जाये में अि्त हो जाता ह तो गार्ा र्ा उसकी अयुपिस्थित में लोको पार्लट
ियकटतम स्टेिय को िीघ्रतम उपर्ु्त साियों द्वारा र्ह सूाया भेजग े ा द्रक िुर्टा या द्रकस स्थाय पर,द्रकस प्रकार
एई ह तथा उसका ्र्ा कारण ह रर र्द्रि सहार्ता मॉंगी गर्ी ह तो गाडी तब तक यहं ालार्ी जाएगी जबतक
द्रक ऐसी सहार्ता यहं पएुँा जाती ह परन्तु र्द्रि तत्पश्ाात गाडी ालये र्ोग्र् हो जाती ह तो पिल ााल की
गित से ालार्ी जा सकती ह,द्रकन्तु ऐसा करये से पूवा द्रकसी सा म रे ल कमााारी को गाडी से कम से कम 400
मीटर आगे ालेगा गाडी के पी े भाग की रा ा भी नसी प्रकार की जाएगी
स.िय.6.05 (ए) जब िुर्ाटया र्ा ब्रेकर्ाउय र्ा अन्र् कारण से कोई गाडी स्टेिय सीमा के बाहर डी हो जाती ह तो गार्ा
रर लोको पार्लट िोयों पहले सं.िय.6.03 के अयुूपप गाडी की रा ा अवश्र्क करे गा तत्पश्ाात गार्ा, लोको पार्लट से
िवाार-िवमिा करे गा रर र्द्रि गाडी में पीसीपी उपलब्यि हो तो ियर्ंत्रक को पीसीपी द्वारा िुर्ाटया र्ा ब्रेकर्ाउय की
सूाया िेगा द्रकसी कारण से र्ह संभव यहं हो तो पाश्वावती लानय पर िूसरी गाडी गुजर रही हो तो उसे रोक द्रिर्ा
जाएगा रर प्रभािवत गाडी के गार्ा िवपरीत द्रििा में जाती गाडी के गार्ा को िुर्ाटया र्ा ब्रेकर्ाउय का उपरो्त िववरण
िल कर उस द्रििा के अगले स्टेिय को सूिात करये हेतु सौंप िेगा िूसरी अन्र् पररिस्थितर्ों में िुर्ाटया र्ा ब्रेकर्ाउय की
िलि त सूाया तत्काल सहार्क लोको पार्लट र्ा सहार्क गार्ा द्वारा ियकटतम स्टे िय मास्टर को भेजी जार्ेगी
गार्ा/लोको पार्लट से सूाया प्राप्त होये पर ड्यूटी पर तयात स्टेिय मास्टर,र्द्रि कं ्ोल से जुडा ह तो अपेिा त सहार्ता
के िलए पकवर कं ्ोलर का कं ्ोल फोय के माधर्म से संिेि ररले करे गा
(बी) जब सहार्क नं जय को भेजा जाता ह तो अि्त गाडी द्वारा िाररत से्िय में सहार्क नं जय को प्रवेि द्रिलायेवाला
स्टेिय मास्टर सहार्क नं जय के लोको पार्लट को िय यिलि त जारी करे गा
i) िबया लानय ि्लर्र के आगे ब़ ये का एक प्राििकारी (टी/ए602).
ii) िोहरी लानय को ोडकर जब वह गलत द्रििा में जा रहा हे,अंितम रोक िसगयल को य िस्थित में पास
करये का एक प्राििकार तथा
iii) एक साविायता आिेि िजस पर िय यिलि त िल ा रहेगा :
(ए) द्रकलोमीटर जहां अि्त गाडी डी ह
(बी) स्टेिय जहां तक राब गाडी को लार्ा जार्ेगा
(सी) एक ाेतावयी की वह गाडी िजसे लेकर वह सहार्ता के िलए जा रहा ह उसे उस स्टे िय के प्रथम िसगकियल
पर लाकर डा द्रकर्ा जाएगा जहां पर नसे ले जार्ा जा रहा ह रर वह वहां तब तक रहेगी जब तक द्रक स्टे िय
मास्टर द्रफ्स िसगयल/िसगयलों को फ लेकर र्ा ‘ य’ िस्थित में पास करये का अििकार जारी कर नसके प्रवेि
की सुियिचितत यहं कर िेता िजसका िवस्तृत ब्यर्द्यरा टी/ए602 के ओवरलीफ(िप ले पृषि) ’महत्वपूणा अयुिेि’ के ूपप
में द्रिर्ा गर्ा ह
(र्ी) अि्त गाडी के साथ स्टेिय में प्रवेि करये वाला सहार्क नं जय स्टेिय पर द्रफ्स िसगयल द्वारा िािसत
होगा के वल िोहरी लानय पर जब र्ह गलत द्रििा में जा रहा हो उसे ोडकर नस पररिस्थित में बाहरी(आउटर)के
िवपरीत आकर डी हो जाएगी र्ा अन्र् लानय के ाेतावयी(वायार) िूरस्थ िसगयल पर आकर डी हो जाएगी
रर वह वहॉं तब तक रहेगी जब तक स्टेिय में प्रवेि करये हेतु फामा टी/409 पर स्टेिय मास्टर प्राििकृ त यहं कर
िेता
(ई) राब गाडी के साथ स्टेिय में प्रवेि के िलए जब फार ट टी/409 लोको पार्लट को जारी द्रकर्ा जाता ह तथा
द्रफ्स िसगयल को फ यहं द्रकर्ा जा सकता ह तो फामा पर स्टेिय मास्टर नन्र्ोसा करें गे :-
आपको ............ स्टेिय में प्रवेि के िलए प्राििकृ त द्रकर्ा जाता ह तथा र्द्रि कोई आउटर िसगयल ह तो उसे पास
करें तथा होम िसगयल ‘ य’ पोजीिय में ह
(एफ) जब िोहरी लानय पर द्रकसी िुर्ाटया के कारण नकहरी लानय पर गाडी संालय ाालू द्रकर्ा गर्ा हो तो
स्टेिय मास्टर िसगयलों को फ यहं करे गा अथवा अपये स्टेिय में अि्त गाडी को प्रवेि करये के िलए प्राििकार
के ूपप में टी/409 जारी यहं करे गा र्द्रि अन्र् लानय पर उसी द्रििा से आये वाली द्रकसी गाडी हेतु लानय ि्लर्र
द्रिर्ा गर्ा हो

142
6.06 िबया प्रस्थाय प्राििकार के ब्यलकक से्िय में गाडी :
1) जब द्रकसी लोको पार्लट को ब्यलकक से्िय में र्ह मालूम होता ह द्रक उसके पास प्रस्थाय प्राििकार र्ा
समुिात प्रस्थाय प्राििकार यहं ह तो वह तत्काल गाडी रोक िेगा
2) वह गाडी ब्यलकक से्िय में अवरोि मायी जाएगी रर ियर्म 6.03 के अयुसार उसकी रा ा की जाएगी
3) गार्ा र्ा उसकी अयुपिस्थित में ाालक नस र्टया की ररपोटा िीघ्रतम उपर्ु्त साियों द्वारा ियकटतम ब्यलकक
स्टेिय को भेजगे ा रर नसके बाि िजस स्टेिय मास्टर को र्टया की सूाया िी गर्ी ह उसके द्वारा द्रिर्े गर्े
अयुिेिों के अयुसार ही गाडी ालार्ी जाएगी

6.07 गािर्र्ों के परराालय पर प्रभाव र्ालये वाली संभािवत ििाओं की ररपोटा ियर्ंत्रक(कं ्ोलर)र्ा के न्िीर्
र्ातार्ात परराालय (सें्लान्र् ्द्रफक कं ्ोल परे टर) को िेया :
1) र्द्रि द्रकसी िवद्रित िस्थित अथवा असािारण पररिस्थितर्ों का गािर्र्ों के संरिा त रर समुिात परराालय
पर बुरा प्रभाव पडये की संभावया ह तो ड्रेंटानवर,गार्ा रर स्टेिय मास्टर नसकी सूाया ियर्ंत्रक र्ा के न्िीकृ त
र्ातार्ात ियर्ंत्रण परराालक को िेंगे
2) ियर्ंत्रक र्ा के न्िीकृ त र्ातार्ात ियर्ंत्रण परराालक ऐसी राबी र्ा िोर्ष की जायकारी िमलये पर, उपस्कर
के अयुरा ण के िलए िज मेिार रे ल सेवक को रर अन्र् संबिं ित रे ल सेवकों को नसकी सूाया िेगा
स.िय.6.07 (1) र्द्रि लोको पार्लट रर/अथवा गार्ा िजस ्क पर उयकी गाडी पास कर रहं ह उस रे लपथ पर अप
सामान्र् िस्थित अयुभव करते हैं तथा र्ह िवाार करते हैं द्रक िजस रे लपथ पर उयकी गाडी गुजरी ह वह बाि
बाि वाली गाडी के िलए अिहतकर ह तो िय यिलि त कारा वाई करे गा :-
(ए) िबया ब्यलकक से्िय ि्लर्र द्रकर्े एए अपयी गाडी अगले ब्यलकक स्टेिय पर रोके गा तथा संाार के उपलब्यि
सािय द्वारा स्टेिय मास्टर को सूिात करे गा द्रक नकहरी लानय के मामले में प्रभािवत ब्यलकक से्िय द्रकसी भी
ोर से द्रकसी गाडी की अयुमित य िें तथा िोहरी लानय के मामले में पी े से द्रकसी गाडी की अयुमित य िे
आईबीएस रर टोमेरटक ब्यलकक ा ेत्र के मामले में गाडी का संालय रोकये के िलए उपलब्यि सािय द्वारा िप ले
स्टेिय पर पहले से ूपकी गाडी के लोको पार्लट एंव स्टेिय मास्टर को लोको पार्लट अवश्र् सूिात करें गे
(बी) आगे ब़ े स्वर्ं संतुषट हो जाये के बाि ही स्टेिय मास्टर स्पषट ूपप से समझ ाुके ह ताद्रक लानय से होकर आगे
तब तक कोई संालय यहं होगा जब तक द्रक लोको पार्लट से स्टे िय मास्टर द्वारा र्टया के ब्यर्द्यरा ििााये वाला
एक िलि त मेमो प्राप्त यहं हो जाता द्रफर वह तब स्टेिय पर सुिविाजयक स्थाय पर ूपके गा ताद्रक वह स्टेिय
मास्टर को िलि त मेमो सुपुिा कर सके
(सी) स्टेिय मास्टर ऐसे मेमो प्राप्त करये पर ब्यलकक से्िय के िूसरे ोर पर ब्यलकक स्टेिय के स्टेिय मास्टर तथा
जूियर्र नं जीियर्र/से्िय नं जीियर्र(रे लपथ),सहार्क नं जीियर्र,मंर्ल नं जीियर्र,मु्र् ियर्ंत्रक तथा मंर्ल
परराालय प्रबंिक को संबोिित संिेि को अवश्र् जारी करे गा
(र्ी) रे ल अयुरा ण मिीय/टकवर वगय/लानट नं जय द्वारा भेजये की वर्वस्था करे गा अथवा नयकी अयुपिस्थित में
नं जीियर्ंरग कमााारी के साथ एक गाडी नस आिर् के साविायता आिेि के साथ द्रक रे लपथ के संभािवत भाग
से हटकर एकिम ूपकी ह साथ में जाये वाला नं जीियर्ंरग कमााारी रे लपथ का ियरीा ण करे गा रर गाडी को
पास करये की अयुमित तभी िेगा जब वह आश्वस्त हो जाए द्रक रे लपथ गाडी के आवागमय के िलए सुरिा त ह
रे लपथ की हालत की सूाया िेगा रर कोई गित प्रितबंि स्टेिय मास्टर द्वारा वर्िि गत ूपप से की जाएगी र्ा
िलि त मेमो द्वारा द्रकर्ा जार्ेगा िजसे लोको पार्लट के द्वारा भेज द्रिर्ा जाए
(ई) नं जीियर्ंरग कमाााररर्ों की अयुपिस्थित में साविायता आिेि सिहत गाडी लोको पार्लट को िहिार्त िेती ह
द्रक प्रभािवत द्रकलोमीटर के पहले एकिम ूपक जाए एवं रे लपथ की िस्थित से अपये को आश्वस्त तहोये के बाि
उस रे लपथ से 10 द्रक.मी.प्रित र्ंटे की गित से पास करे अथवा र्द्रि वह लानय को पास करये के िलए असुरिा त
मायता ह तो वह िप ले स्टेिय पर वापस आ जाएगा र्द्रि लोको पार्लट द्रकसी भी संिह े ास्पि िस्थित का
पता लगाये में असफल रहता ह तो नं जीियर्ंरग कमााारी द्वारा रे लपथ को सुरिा त प्रमािणत करये तक बाि
वाली गाडी को 10 द्रक.मी. प्रित र्ंटे की प्रितबंिित गित से ालार्ा जाएगा

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(एफ) र्द्रि उपरो्त िस्थित की पुिि लोको पार्लट करता ह तो द्रकसी भी गाडी की अयुमित यहं िी जाएगी जबतक
द्रक नं जीियर्ंरग कमााारी द्वारा सुरिा त होये का प्रमाणपत्र यहं िे द्रिर्ा जाता
रटप्पणी : र्द्रि गाडी का गार्ा को अपयी गाडी पर कार्ा करते समर् उसे रे लपथ पर द्रकसी प्रकार की अप सामान्र् सामान्र्
र्टया की प्रितत हो तो वह वककी-टककी द्वारा गार्ा को अवश्र् सूिात करे गा अथवा संाार के अन्र् उपलब्यि
साियों द्वारा लोको पार्लट रर गार्ा के बीा र्टया की सूाया िेगा िजसके बाि लोको पार्लट
स.िय.6.07( )(क)में र्था उिललि त अयुसार कारा वाई करे गा गार्ा के लोको पार्लट से संपका करये में
असमथाता की िस्थित में वह गाडी को रोकये के िलए कारा वाई करे गा तथा लोको पार्लट को सूिात करे गा
(2) रे लपथ पुल र्ा अन्र् िस्थर संस्थापय पर ्र्ोंिह द्रकसी तोड-फोड र्ा संभािवत तोड-फोड, बम िबस्फोट नत्र्ाद्रि
की सूाया प्राप्त होती ह तो स्टेिय मास्टर िजन्हें नसकी जायकारी िमली ह, वह प्रभािवत ब्यलकक से्िय एवं
िोहरी / बए लानय से्िय पर ियकटवती लानय पर गािर्र्ों के संालय को रोक िेगा तथा से्िय कं ्ोलर से
परामिा कर वह स.िय. 6.07 के अयुसार कारा वाई करे गा अपवाि के ूपप में के वल रे ल अयुरा ण मिीय/टकवर
वगय/लानट नं जय की गाडी के संालय के िलए लानय के सुरिा त होये के पता लगाये के िलए भेजये को
ोर्कर
(3) लोको पार्लट तथा/र्ा गार्ा द्वारा कोई बािा र्ा असुरिा त िस्थित अयुभव द्रकर्ा जा रहा ह तो रे लपथ पर र्ा
लानय के यजिीक िजससे होकर गाडी पास की ह तथा उसके िृिि में सुरिा त गाडी के रलिंयग के िलए वह
िय यिलि त ियवारक उपार् करे गा :
(ए) अपये लोको का फ्लिर लानट तत्काल िस्वा य कर िेगा
(बी) संाार के उपलब्यि साियों तथा ककय्र्ूरेयरटिल द्वारा संबंिित स्टेिय मास्टर/कं ्ोल को सूिात करे गा
(सी) सा.िय.3.62 के अयुसार अपयी गाडी को रोके गा रर तरे का हाथ संकेत लेकर संबंिित लानय की सुरा ा
हेतु आगे ब़ ेगा
(र्ी) तिुपरांत फ्लिर लानट को य र ते एए वह लगातार साविायीपूवाक अगले स्टे िय तक जार्ेगा तथा
(ई) प्रभािवत ा ेत्र में आयेवाली द्रकसी भी गाडी को वककी-टककी र्ा संाार के अन्र् उपलब्यि सािय तथा तरे
का हाथ संकेत द्रि ाकर रे ाकये के िलए तर्ार रहेगा
(एफ) अगले स्टेिय पर पएुँाये पर एक िलि त मेमो द्वारा र्टया के बारे में स्टेिय मास्टर को सूिात करे गा

(जी) ऐसी सूाया िमये पर स्टेिय मास्टर स.िय.6.07(1) (सी) से (एफ)के अयुसार अवश्र् कारा वाई करे गा
6.08 गाडी िवभाजय :
1) र्द्रि गाडी ालये के िद्यराय उसका कोई भाग उससे अलग हो जाता ह तो :
(क) लोको पार्लट र्थासंभव गाडी के अगला भाग को तब तक ालाता रहेगा जबतक द्रक वह र्ह यहं
समझ ले द्रक गाडी का िप ला भाग ूपक गर्ा ह िजससे द्रक िोयों भागों के आपस में टकराये की कोई
संभावया यहं रहे रर ियिााररत कोर् में सीटी बजाकर गाडी के िवभाजय की सूाया गार्ा को िेगा
( ) गाडी के िप ले भाग में गार्ा र्ा गार्ों द्वारा :
(i) अगला भाग से ट्कर बााये हेतु सभी संभव प्रर्त्य द्रकर्े जार्ेंगे
(ii) र्द्रि हन्र्ब्रेक ह तो तत्काल उसे लगा द्रिर्ा जाएगा,तथा
(ग) र्द्रि कोई बैंिंकग नं जय ह तो उसका ाालक गाडी के िप ला भाग को रोक िेगा रर अगला भाग के
लोको पार्लट का धर्ाय आकृ षट करये हेतु ियिााररत कोर् में सीटी बजाएगा
2) गाडी के िप ला भाग के ुकते ही गाडी का गार्ा आगे एवं पी े िोयों ही ओर ियर्म 6.03 के अयुसार गाडी
के उस भाग का बााव करे गा रर हन्र्ब्रेकों को लगाकर तथा र्द्रि आवश्र्क हो एवं िविेर्ष अयुिेिों द्वारा
अयुमित िी गर्ी हो तो स्प्रग तथा जंजीरों के प्रर्ोग से वाहयों को िस्थर र ये का कार्ा करे गा
3) गार्ा द्रिय में हरी झंर्ी तथा रात में सफे ि बि ी र्थासंभव अििक से अििक उपर रर यीाे बार-बार
िहलाकर गाडी के िवभािजत होये का संकेत िेगा

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4) जब िवभािजत तगाडी का िोयों भाग एक िूसरे से द्रि ार्ी पडयेवाली िूरी के ुककर डे हो जाते हैं रर
उन्हें जोडया संभव एवं ियरापि हो तो गाडी को गार्ा के हाथ िसगयल की सहार्ता से पर्ााप्त सतका तापूवक

जोड द्रिर्ा जाएगा परन्तु तब जब गाडी के िप ला भाग को भली प्रकार िस्थर र ये हेतु उपियर्म(2)में
विणत िविि से आवश्र्क साविायी बरत ली गर्ी हो
5) र्द्रि िवभािजत गाडी का लोको पार्लट अगला भाग को रोक सकये के पूवा ही अगला ब्यलकक स्टेिय पर पएुँा
जाता ह तो वह तुरन्त गाडी के िवभािजत होये की ाेतावयी स्टेिय मास्टर को तथा रास्ते में र्द्रि कोई के िबय
िमलता ह तो उसके प्रभारी रे लकमााारी को िेगा रर र्द्रि प्रस्थाय प्राििकार मूि (ा टेिन्जबुल)हो तो जबतक
यहं सौंपेगा जबतक द्रक ब्यलकक से्िय उसकी गाडी के सभी वाहयों से साफ यहं हो जाता ह
6) नस ियर्म में गार्ा के िवियर्दिषट कि ावर् उसकी अयुपिस्थित में ाालक द्वारा संपाद्रित द्रकर्े जार्ेंगे
स.िय.6.08 (क) द्रकसी िवभािजत गाडी का िो भाग एक िूसरे के आमये-सामये आकर डा हो जाता ह तथा उयके बीा
कम िूरी रहती ह ताद्रक सामये के भाग की बिंकग तथा िप ला भाग का नसकी कलिंप्लग में कु ही समर् लगेगा तो
गाडी के गार्ा र्ह सुियिचितत करये के बाि द्रक लोको पार्लट को गाडी की बिंकग की सूाया की िस्थित से अवगत
करार्ा गर्ा ह,वह लोको पार्लट को बक करये के िलए िसगयल िेगा िजसे द्रक वह संपूणा आवश्र्क साविायी के
साथ करे गा
उपरो्त उिललि त के अयुसार बिंकग के िलए गार्ा द्वारा लोको पार्लट को िसगयल तभी द्रिर्ा जार्ेगा जब
िप ला वाहय के अगले भाग का िप ला हकज पानप र्मी पर र ा जाएगा तथा लोको पार्लट नं जय के व्र्ूम
मापी में अपेिा त व्र्ूम के द्रि ाई िेये के बाि ही बक करे गा
( ) र्द्रि िवभािजत गाडी का िो भाग नतयी िूर तक िवभािजत हो जाते हैं द्रक एक से िूसरा द्रि ाई य पडे तो -
i. र्द्रि गार्ा अके ला ह तो िप ला भाग रर सामये के भाग की सुरा ा करे गा, सवाप्रथम वह आवश्र्क िप ला
कोहरे के िसगयल को बुझा िेगा तथा बाि में सामये वाले कोहरे िसगयल को बुझा िेगा तथा जहां तीयों कु हरे
िसगयल बुझे एए हैं तो उसके सामये डा रहेगा रर वह वहां तब तक रहेगा जब तक द्रक लोको पार्लट नं जय
सिहत वापस यहं आ जाता र्द्रि िूसरा सा म कमााारी उपलब्यि ह तो सामये के वाहय की सुरा ा गार्ा करे गा
रर िप ले भाग की सुरा ा के िलए िूसरे वर्िि को भेज िेगा र्द्रि कोई बिंकग नं जय गाडी के पी े जोडा
गर्ा ह तो बिंकग नं जय लोको पार्लट गाडी के िप ले भाग की सुरा ा करे गा
ii. लोको पार्लट अगले भाग के साथ अलगा स्टेिय पर ब़ ेगा रर तत्काल स्टेिय मास्टर को सूिात करे गा द्रक
गाडी का एक भाग से्िय में पडा ह,र्द्रि स्टेिय में के िबय ह तो लोको पार्लट सवाप्रथम के िबय सहार्क स्टेिय
मास्टर को सूिात करे गा रर द्रफर स्टेिय मास्टर को
iii. स्टेिय मास्टर अथवा के िबय सहार्क स्टेिय मास्टर तत्काल िप ले स्टेिय को सूिात करे गा रर से्िय को
ब्यलकक कर िेगा
iv. लोको पार्लट फामा टी/409 के प्राििकार के अंतगात सभी प्रकार के आवश्र्क साविायी को बरतते एए रर
वाहय की तरफ जाते समर् गार्ा के िसगयल पर कार्ा करते एए िप ले भाग को लेये हेतु वह नं जय के साथ
अके ले वापस आ जार्ेगा
v. र्द्रि से्िय नकहरी लानय से्िय ह िजसमें टोकय आगे ब़ ये का प्राििकार ह तो गाडी का िप ला भाग जब
तक यहं लार्ा जाता जब तक लोको पार्लट टोकय को अपये पास र े रहेगा
6.09 ब्यलकक से्िय में गाडी का ू टा एआ भाग :
1) र्द्रि द्रकसी ब्यलकक से्िय में ुकी गाडी का उसके िुर्टा याग्रस्त को जाये के कारण र्ा नं जय के पूरी गाडी आगे
ंाये में अि्त हो जाये के कारण िवभाजय आवश्र्क हो जार् तो गार्ा अपयी गाडी के िप ला भाग के
प्रोटे्सय हेतु ियर्म 6.03 के अयुसार कार्ावाही अिबलंब करे गा
2) र्द्रि नं जय अके ला र्ा कु वाहयों के साथ आगे जा सकता ह तो गार्ा उपियर्म(1)के प्राविायों के अयुसार
कार्ावाही करये के बाि रर कपलिंलग काटये से पहले ब्रेक लगा िेगा तथा र्द्रि आवश्र्क हो तो गाडी के
िप ला भाग को िस्थर र ये हेतु उसे साविायीपूवाक अन्र्था जकडकर र ग े ा

145
3) गार्ा उपियर्म (2) के प्राविायों के अयुसार कार्ावाही करये के बाि लोको पार्लट को िलि त अयुमित िेगा
द्रक वह अगला भाग काटकर अगला स्टेिय तक ले जार् रर र्द्रि वह उिात समझे तो उसे उसी लानय पर
वापस आये का िलि त ियिदेशि भी िे सकता ह

4) नकहरी लानय के िजय से्ियों पर टोके य पिित लागू ह उयमें ाालक अपयी गकाडी का कोई भाग ब्यलकक
से्िय में ोडये से पूवा टोके य गार्ा को सौंप िेगा रर उसके िलर्े गार्ा से िलि त रसीि लेगा गार्ा वह
टोके य तबतक अपये पास र ग े ा जबतक उसकी गाडी के सभी वाहय ब्यलकक से्िय से बाहर यहं हो जाते

5) राित्र, िुि
ं , कु हासा र्ा तूफायी मद्यसम में जब िृश्र्ता साफ यहं हो तो जसे ही नं जय ााहे अके ला र्ा वाहयों
के साथ ब़ े वसे ही गार्ा :
(ए) ियर्म 6.03 के अयुसार अपयी गाडी को आगे से भी प्रोटे्सय करे गा, तथा

(बी) र्ह भी िेगा द्रक उसकी गाडी का िप ला भाग के सबसे अगला वाहय पर लाल बि ी द्रि ार्ी जार्

6) जब गाडी का अगला भाग ले जार्ा जाता ह तो गाडी के उस भाग के िप ला वाहय पर कोई टेललैंप र्ा
टेलबोर्ा यहं लगार्ा जाएगा,द्रकन्तु गार्ा उपियर्म(3)में विणत िलि त अयुमित में उसका पूरा यंबर िल कर
िेगा

7) र्ह जायते एए द्रक पी े के ब्यलकक से्िय में अवरोि ह द्रकसी स्टेिय में प्रवेि करते ही लोको पार्लट का
सवाप्रथम कि ावर् र्ह होगा द्रक वह स्टेिय मास्टर को तत्काल नसकी ाेततावयी िे र्द्रि स्टेिय के रास्ता में
कोई के िबय पडता हो तो के िबय के प्रभारी रे ल कमााारी को भी नस बात की जायकारी िी जाएगी

8) जब उपियर्म (3) में ियर्दिषट िलि त अयुिेिों के अिीय नं जय को वापस लाया हो तो गार्ा नं जय आये तक
ब्यलकक से्िय में ोडे गर्े गाडी के भाग के पी े उपिस्थत रहेगा रर द्रकसी भी अयुगामी गाडी को अपये
प्रभार वाले द्रकसी वाहय को हटाये की अयुमित यहं िेगा

9) (ए) लोको पार्लट अपये नं जय को िबया वाहय र्ा वाहयों के साथ उसी लानय पर तब तक वापस यहं
लार्ेगा जबतक द्रक उपियर्म (3) के अिीय गार्ा से उसे ऐसा करये का िलि त अयुिि
े यहं िमल जाता ह
(बी) नसके अितरर्त लोको पार्लट मलटीपुल लानय वाले र् ं ों में स्टेिय मास्टर से एक िलि त प्राििकारी
लेगा स्टेिय मास्टर र्ह भी सुियिचितत करे गा द्रक रे लपथ के िजस भाग पर से उ्त ाालक को लद्यटया ह उस
पर कोई अन्र् गाडी यहं लार्ी जार् रर य हं उसे क्रकस द्रकर्ा जार्
(सी) स्टेिय मास्टर नस प्रकार का िलि त प्राििकार िेये के पूवा उय स्टेिय मास्टरों से िविेर्ष अयुिेिों द्वारा
ियिााररत आवश्र्क आश्वासय प्राप्त करे गा िजयके पास र्ार्विाय सुिविार्ें हैं रर नय पररिस्थितर्ों की
सूाया ियर्ंत्रक को भी िेगा

10) िोहरी लानय र्ा मलटीपुल लानय वाले र्


ं ों पर स्टेिय मास्टर के अयुिि
े ों के अिीय लोको पार्लट संाालय
पिित के अयुसार सही लानय पर अपयी गाडी को वहॉं तक लद्यटा ले जाएगा जहॉं से क्रकस करके वह उस
लानय पर पएुँा सकता ह िजस पर उसये अपयी गाडी के बाकी भाग को ोडा ह रर वह उसी लानय पर
आगे जा सकता ह रर नं जय लगाये के बाि िजस स्टे िय को जाये का उसे ियिदेशि िमला ह, उस तक गाडी ले
जाएगा

11) र्द्रि लोको पार्लट िलि त अयुिेिों के अिीय िोहरी लानय से्िय में र्ातार्ात द्रििा के िवपरीत तथा
नकहरी लानय से्िय में स्थािपत र्ातार्ात की द्रििा के िवपरीत जाता ह तो वह सतका तापूवक
ा आगे ब़ ेगा
रर ियिााररत कोर् में लगातार सीटी िेगा रहेगा

146
स.िय.6.09 (ए) जब सा.िय.6.09 (4) के अिीय टोकय गार्ा के पास रह जाता ह तो टी/609 में प्रािि फामा गार्ा द्वारा लोको
पार्लट को द्रिर्ा जाएगा
(बी) मालगाडी की िस्थित में लोको पार्लट र्द्रि पाता ह द्रक द्रकसी ़ लाय पर गाडी डी ह ततो वह द्रकसी भी
हालत में अपयी गाडी को पी े की ओर िुबारा स्टाटा करये हेतु यहं ढके लेगा बिलक गाडी को िवभािजत कर प्रथम
भाग के साथ अगला स्टेिय तक जाये एवं लद्यटकर बाकी भाग के संाालय करये की प्रद्रक्रर्ा प्रारं भ करये हेतु गार्ा से
िलि त अयुमित अवश्र्क प्राप्त करे गा अयकपलिंलग करये के पहले गार्ा र्ह िे ये के िलर्े िज मेिार होगा द्रक
िप ला भाग में पर्ााप्त ूपप से ब्रेक लगा द्रिर्ा गर्ा ह ताद्रक बाद्रक बाा भाग िस्थर रहे ाली वाहयों के होये की
िस्थित में न्र्ूयतम 50% प्रितित ब्रेक लगा द्रिर्ा जाया ाािहए एवं लिे वाहयों के होये पर सभी ब्रेक लगार्े जाये
ाािहए र्े अयुिेि के वल माल गािर्र्ों में लागू होते हैं रर द्रकसी सवारी गाडी के ाालक को ढलाय पर गाडी
िवभािजत करये की अयुमित कतई यहं िी जा सकती ह
(सी) जब गाडी का अगला भाग आगे ले जार्ा जाता ह तो गार्ा उपियर्म(3)में विणत साफ-साफ वाहयों की
सं्र्ा एवं नं जय के साथ जोडे गर्े अंितम वाहय पर पेंट से िल ी सं्र्ा तथा िारक रे लवे िल कर िेगा
(र्ी) लानय पर ोडे गर्े गाडी के िप ले भाग को लाये हेतु लोको पार्लट द्वारा पी े ालया प्रार भ करये के पूवा
उपियर्म(3)में विणत ियिदेशि पर स्टेिय मास्टर द्वारा अवश्र् ही प्रितहस्ताा र द्रकर्ा जाएगा स्टेिय मास्टर र्ह
भी सुियिचितत करें गे द्रक अगला भाग पूणा ह
6.10 आग लगया :
1) कोई रे ल सेवक कहं ऐसी आग लगा िे ता ह िजससे जीवय की हािय र्ा संपित की ा ित पएुँाये की
संभावया ह तो वह जीवय एवं संमिि की रा ा हेतु रर आग को फलये से रोकये एवं उसे बुझाये के िलर्े
र्थासंभव सभी उपार् करे गा
2) र्द्रि आग द्रकसी िवोुत उपस्कर में र्ा उसके आसपास लगती ह रर र्द्रि रे ल सेवक िवोुत उपस्कर के
संाालय में सा म ह तथा नस कार्ा के िलर्े िविेर्ष ूपप से प्रिििा त ह तो वह प्रभािवत भाग की िवोुत
उजाा आपूित तुरन्त काट िेगा
3) आग लगये की प्रत्र्ेक र्टया की ररपोटा िीघ्रतम उपर्ु्त साियों द्वारा ियकटतम स्टेिय मास्टर को िी
जाएगी रर स्टेिय मास्टर िविेर्ष अयुिेिों द्वारा ियिााररत ूपप में कार्ावाही करे गा
स.िय 6.10 (ए) द्रकसी गाडी के वाहय में आग लगये की िस्थित में गाडी को रोक द्रिर्ा जाएगा रर जलते वाहय को अलग
कर द्रिर्ा जाएगा िजसकी िूरी गाडी पर लगे वाहय से 45 मीटर कम यहं होगा र्द्रि स्थावर िसगयल से सुरिा त
तयहं हो तो गाडी का प्रोटे्सय सामान्र् ियर्म 6.03 के अयुूपप द्रकर्ा जाएगा र्द्रि आग लगये का पता तब
लगता ह जब गाडी द्रकसी तालाब र्ा पायी िेयेवाले स्टेिय के पास हो तो ाालक एवं गार्ा वहॉं जाये में स्विववेक
का उपर्ोग करें गे
(बी) सवारी गाडी में आग लगये की िस्थित में र्ाित्रर्ों की सुरा ा का धर्ाय पहलें र ा जाएगा रर र्द्रि पोस्टल
र्ाय में आग लगये का पता लगता ह तो र्ाक बााये का हर संभव प्रर्ास द्रकर्ा जाएगा
(सी) (i) कर्षाण िवोुतीर् उपकरण के द्रकसी भाग में आग लगये पर प्रभािवत भाग को िवोुत आपूित वर्वस्था से
पूणात: अलग कर द्रिर्ा जाएगा र्द्रि ऐसा स्वत: यहं हो जाता ह र्द्रि पाश्वावि ी आपूित ंभा से िवोुत िमलये के
कारण स्फु रण (आकिंगकग)ाालू रहे तो स्वीा का ररमोट र्ा स्थायीर् संाालय द्वारा नसे बािित कर द्रिर्ा जार्ेगा
आग को उपलब्यि अिि िामक र्ंत्र द्वारा बुझार्ा जाएगा ््िय पावर कं ्ोलर को आग की प्रकृ ित तथा द्रकस
सीमा तक नसये आपूित को प्रभािवत द्रकर्ा ह, की सूाया तत्काल िी जायी ाािहए
(ii) र्द्रि कोई अयाििकृ त वर्िि कर्षाण िवोुतीर् उपकरण में र्ा उसके आसपास आग लगा िे ता ह तो वह आग
बुझाये का प्रर्ास करे गा द्रकन्तु टी.पी.सी को आपात कालीय टेलीफोय र्ा ियकटतम स्टेिय मास्टर,के िबय सहार्क
स्टेिय मास्टर के माधर्म तत्काल र्टया की सूाया िेगा गैंगमेट द्वारा कर्षाण िवोुतीर् उपकरण में र्ा उसके
आसपास आग लगया िे ा जाता ह तो उपरो्त के अितरर्त वह गुजरती गाडी र्ा ्कली को सूिात करे गा र्द्रि
एक से अििक गैंगमय हों तो र्टया की सूाया िोयों में से द्रकसी ओर के ियकटतम स्टे िय मास्टर अथवा के िबय
सहार्क स्टेिय मास्टर को िी जाएगी

147
कोई स्टेिय मास्टर,अथवा के िबय सहार्क स्टेिय मास्टर ऐसी सूाया प्राप्त करये के बाि जलिी से टी.पी.सी को
सूिात करे गा टी.पी.सी. उपकरण के प्रभािवत भाग को अलग (आनसोलेट)करये की वर्वस्था करे गा तथा नय
ियर्मों के अयुसार आग बुझाये की वर्वस्था करे गा
(र्ी) (i) द्रकसी िवोुत नं जय/नएमर्ू/मेमू में आग लगये पर ाालक तत्काल सर्दकट ब्रेकर का स्वीा फ कर िेगा
रर पन्टाग्राफ झुका लेगा तब गाडी तुरन्त डी की जाएगी
(ii) प्रभािवत िवोुत सर्दकट की िबजली आपूित काटये के बाि ाालक आग बुझाये हेतु आवश्र्क कार्ावाही करे गा
(iii) र्द्रि उपरो्त िविि से आग यहं बुझार्ा जा सके तो ाालक टी.पी.सी. को आपातकालीय टेलीफोय द्वारा
ओ.एा.ई. के प्रभािवत से्िय को ‘र्ेर्’ करये की सलाह िेगा
(iv) गार्ा आग बुझाये में ाालक को सभी स भव सहार्ता प्रिाय करे गा
(v) िवोुतीर् आग में प्रर्ोग होयेवाला अयुमोद्रित टाईप का अिि िामक र्ंत्र प्रत्र्ेक िवोुत नं जयों पर आपूित
द्रकर्ा जाएगा रर ाालक नय अिि िामक र्ंत्रों की िस्थित एवं उपर्ोग के संबंि में अपयी जायकारी र ेंगे
नं जयों के आवििक ियरीा ण में नं जय ियरीा क कमााारी द्वारा अिि िामक र्ंत्रों की जॉंा की जाएगी
(ई) जीिवत िवोुतीर् उपकरणों में आग लगये पर कभी भी सािारण अिि िामक र्ंत्र र्ा होसपाईप र्ा बालटी से
पायी का प्रर्ोग यहं द्रकर्ा जाएगा र्द्रि फार्र िब्रगेर् की सेवा की आवश्र्कता होती ह तो िब्रगेर् को कार्ावाही
करये की अयुमित तब तक यहं िी जाएगी जब तक द्रक आग के आसपास के सभी िवोुतीर् उपकरण ‘र्ेर्’ यहं
कर द्रिर्े जार्े
(जी) िजय अिि िामक र्ंत्रों का उपर्ोग द्रकर्ा जार् उन्हें कम से कम िबल बय के िुबारा ााजा करार्ा जार्ेगा र्ा
उसके स्थाय पर िूसरा र ा जार्ेगा
(एा) स्वीलिंाग स्टेियों,स्टेियों एवं िसगयल के िबयों में बालू भरे पात्र र े गर्े हैं प्रभारी पर्ावेा कीर्
पिाििकारी अवश्र् िे ेंगे द्रक बालू को सू ा एवं कू डा-काडा से साफ र ा जाता ह रर अन्र् उद्देश्र्ों के िलर्े
नयका प्रर्ोग यहं द्रकर्ा जाता ह
(आई) जब कभी कोई स्टेिय कमााारी द्रकसी गाडी के परराालय में कोई असामान्र् बात िे ता ह रर सामान्र्
एवं सहार्क ियर्मों में विणत सामान्र् माधर्मों से गाडी डी करये में सफल यहं होता ह तो टी.पी.सी. को तुरन्त
सूाया िेकर उन्हें प्रभािवत ंर् के ओ.एा.ई. की िवोुत आपूित का स्वीा काटये का किम उिाया ाािहए

6.11 स्टेिय से वाहयों का ियकल भागया :


र्द्रि कोई वाहय द्रकसी स्टेिय से बाहर ियकल भागता ह तो स्टेिय मास्टर िुर्टा या बााये के िलर्े तुरंत िूसरे
स्टेियों तथा अन्र् संबिं ित वर्िि र्ों को र्थासंभव ाेतावयी िेये की कार्ावाही करे गा

रटप्पणी : र्द्रि कोई वाहय द्रकसी स्टेिय से बाहर ियकल भागता ह तो नसकी कार्ावाही की िवस्तृत िववरणी ब्यलकक
वकिंगकग मयुअल में उिललि त ह

148
अधर्ार् - VII

संाालय पिितर्क
7.01 संाालय पिितर्क :

(1) स्टेिय के बीा ालये वाली सभी गािर्र्ों का संाालय िय यिलि त में से द्रकसी एक पिित के अयुसार
द्रकर्ा जार्गा, अथाात
ए) पूणा ब्यलकक पिित

बी) स्वाािलत ब्यलकक पिित

सी) अयुगामी गाडी पिित

र्ी) पार्लट गार्ा पिित

ई) ्ेय-स्टाफ तथा रटकट पिित, र्ा

एफ) के वल एक गाडी पिित

(2) प्रत्र्ेक रे ल पर पूणा ब्यलकक पिित तथा स्वाािलत ब्यलकक पिित का प्रर्ोग द्रकर्ा जाएगा द्रकन्तु उपियर्म
(1) में उिललि त द्रकसी अन्र् संाालय पिित का प्रर्ोग िविेर्ष अयुिेिों के अिीय रे ल र्ा रे लों के द्रकसी
अन्र् भाग पर मंजरू द्रकर्ा जा सकता ह, वितदेश प्रत्र्ेक पिित का प्रर्ोग उय िि ों के अिीय द्रकर्ा जार्ेगा
जो नय ियर्मों में विणत हैं

7.02 िसगयल तथा गाडी के संाालय से संबिं ित सािारण ियर्मों का लागू होया :

र्द्रि कोई अन्र्था उपबंि यहं द्रकर्ा गर्ा ह तो िसगयलों रर गािर्र्ों के संाालय से संबिं ित सभी ियर्म नय
ियर्मों में विणत संाालय पिितर्ों को भी लागू होंगे

रटप्पणी : नस रे लवे के िविभन्य र्


ं ों पर लागू संाालय पिित िविभन्य मंर्लों के कार्ाकारी समर् साररणी में उिललि त
हैं

149
अधर्ार् - VIII

पूणा ब्यलकक पिितर्क


ए - आवश्र्क बातें
8.01 पूणा ब्यलकक पिित की आवश्र्क बातें :
(1) जहॉं गािर्र्ों का संाालय पूणा ब्यलकक पिित पर होता ह, वहॉं

(ए) द्रकसी भी गाडी को ब्यलकक स्टेिय से ालये की अयुमित तब तक यहं िी जाएगी जब तक द्रक आगे के
ब्यलकक स्टेिय से लानय ि्लर्र यहं िमल जाता

(बी) िोहरी(र्बल)लानयों पर ऐसा लानय ि्लर्र तब तक यहं द्रिर्ा जाएगा जब तक द्रक िजस ब्यलकक
स्टेिय पर लानय ि्लर्र द्रिर्ा जाता ह उसके प्रथम रोक(स्टकप)िसगयल तक ही यहं बिलक उसके
आगे भी पर्ााप्त िूरी तक लानय साफ यहं ह

(सी) नकहरी (लिंसिगल) लानय पर लानय ि्लर्र तब तक यहं द्रिर्ा जाएगा जब तक द्रक लानय ि्लर्र
िेये वाले ब्यलकक स्टेिय पर लानय,उसी द्रििा में जाये वाली गािर्र्ों से के वल प्रथम रोक (स्टकप)
िसगयल तक यहं यहं बिलक उसके आगे पर्ाापत िूरी तक साफ यहं ह रर लानय ि्लर्र पाये
वाले ब्यलकक स्टेिय की ओर जाये वाली गािर्र्ों से भी साफ यहं ह

(2) जब तक द्रक अयुमोद्रित िविेर्ष अयुिेिों द्वारा अन्र्था ियिदेशि यहं द्रिर्े गर्े हैं, उपियर्म (1)के ण्र् (बी)
रर (सी) में उिललि त पर्ााप्त िूरी िय यिलि त से कम यहं होगी, अथाात :-
(क) िद्व-संकेती लोअर ्वाड्रेंटेंट िसगयल अथवा िद्व-संकेती रं गीय बि ी िसगयल वर्वस्था में, 400 मीटर,
तथा
( ) बए-संकेती िसगयल र्ा संिोिित लोअर ्वाड्रेंटेंट वर्वस्था में, 180 मीटर
बी - लानय ि्लर्र िेये की िि ें
8.02 ‘ए’ ्लास स्टेिय पर लानय ि्लर्र िेये की िि ें :-
नकहरी (लिंसिगल) अथवा िोहरी (र्बल) लानय ‘ए’ ्लास स्टेिय पर लानय तब तक साफ यहं समझी जाएगी
रर लानय ि्लर्र जब तक यहं द्रिर्ा जाएगा जब तक द्रक -
(ए) िीक पहले जाये वाली गाडी परी यहं आ पएुँाी ह,
(बी) उ्त गाडी के पी े के सभी िसगयल द्रफर से ‘ य’ यहं कर द्रिर्े गर्े हैं,
(सी) िजस लानय पर गाडी ली जायी ह वह प्रस्थाय (स्टाटार)िसगयल तक साफ यहं हैं, तथा
(र्ी) उ्त लानय पर गाडी के प्रवेि के िलए सभी प्वानं ट सही ढंग से सेट यहं कर द्रिर्े गर्े हैं रर सभी
स मु (फे लिंसग) प्वानं टों पर ताला यहं लगा द्रिर्ा गर्ा ह
8.03 ‘बी’ ्लास स्टेिय पर लानय ि्लर्र िेये की िि ें :
(1) िोहरी (र्बल) लानय पर ‘बी’ ्लास स्टेिय पर लानय तब तक साफ यहं समझी जाएगी रर लानय
ि्लर्र तब तक यहं द्रिर्ा जाएगा जब तक द्रक -
(ए) िीक पहले जाये वाली गाडी पूरी यहं आ पएुँाी ह
(बी) उ्त गाडी के पी े के सभी आवश्र्क िसगयल द्रफर से य यहं कर द्रिर्े गर्े हैं, रर

150
(सी) लानय ि्लर्र ह -
(i) िद्व-संकेती िसगयल वर्वस्था वाले स्टेियों पर, ियकट (होम) िसगयल तक साफ यहं ह,
अथवा
(ii) बए-संकेती र्ा संिोिित लोअर ्वाड्रेंटेंट िसगयल वर्वस्था वाले स्टेियों पर वाय गतम स मु
(फे लिंसग) प्वानं टों तक अथवा ब्यलकक से्िय िलिमट बोर्ा तक (र्द्रि कोई लगा ह) साफ यहं ह
(2) नकहरी (लिंसिगल) लानय पर बी ्लास स्टेिय पर लानय तब तक साफ यहं समझी जाएगी रर लानय
ि्लर्र तब तक यहं द्रिर्ा जाएगा, जब तक द्रक-
(ए) िीक पहले जाये वाली गाडी पूरी यहं आ पएुँाी ह
(बी) उ्त गाडी के पी े के सभी आवश्र्क िसगयल द्रफर से य यहं कर द्रिर्े गर्े हैं, रर
(सी) लानय ि्लर्र ह -
(i) िद्व-संकेती िसगयल वर्वस्था वाले स्टेियों पर, स्टेिय पर प्रत्र्ािित गाडी के ियकटतम िसरे के
िंंटग िलिमट बोर्ा र्ा अिग्रम प्रस्थाय (र्द्रि कोई हो) िसगयल तक, अथवा
र्द्रि िंंटग िलिमट बोर्ा र्ा अिग्रम प्रस्थाय (एर्वांस्ट स्टाटार) िसगयल यहं ह तो ियकट (होम)
िसगयल तक, अथवा
र्द्रि िंंटग िलिमट बोर्ा र्ा अिग्रम प्रस्थाय (एर्वांस्ट स्टाटार) र्ा ियकट (होम) िसगयल यहं ह तो
बाय गतम स मु (फे लिंसग) प्वानं टों तक,
(ii) बए-संकेती र्ा संिोिित लोअर ्वाड्रेंटेंट िसगयल वर्वस्था वाले स्टेियों पर - स्टेिय पर
प्रत्र्ािित गाडी के ियकटतम िसरे के िंंटग िलिमट बोर्ा र्ा अिग्रम प्रस्थाय (एर्वांस्ट स्टाटार)
िसगयल तक र्द्रि कोई ह, अथवा
र्द्रि िंंटग िलिमट बोर्ा र्ा अिग्रम प्रस्थाय (एर्वांस्ट स्टाटार) िसगयल यहं ह तो वाय गतम स मु
(फे लिंसग) प्वानं टों तक
रटप्पणी : बी ्लास के नकहरी (लिंसिगल) लानय वाले स्टेिय पर, र्द्रि िूसरी ओर के ब्यलकक स्टेिय को लानय ि्लर्र िे
द्रिर्ा गर्ा ह तो र्ह ियर्म द्रकसी गाडी को, उसके िवपरीत द्रििा से िबया ूपके प्रवेि करये के िलए मया यहं
करता ह परन्तु र्ह तब तक िद्व-संकेती िसगयल वर्वस्था में बाहकरी (आउटर) िसगयल रर बाय गतम स मु
(फे लिंसग) प्वानं टों के बीा की तथा बए-संकेती िसगयल वर्वस्था अथवा संिोिित लोअर ्साड्रेंटेंट िसगयल
वर्वस्था के ियकट (होम) िसगयल रर बाय गततम स मु (फे लिंसग) प्वानं टों के बीा के िूरी रर ियर्म 3.40 में
गाडी के प्रवेि के िलए ियकट (होम) िसगयल को फ करये की िि ों के अंतगात ियिााररत पर्ााप्त िूरी के जोड
से कम यहं ह,ााहे ियर्म 3.32 के उपियर्म (1)में ियिााररत िंंटग िलिमट बोर्ा र्ा अिग्रम प्रस्थाय (एर्वांस्ट
स्टाटार) िसगयल यहं भी लगार्ा गर्ा ह
उिाहराणाथा पृ.सं. 169 से 175 को रे ािात्र िे ें
8.04 ‘सी’ ्लास स्टेिय पर लानय ि्लर्र िेये की िि ें :
नकहरी (लिंसिगल) लानय अथवा िोहरी (र्बल) लानय पर िद्व-संकेती, बए-संकेती अथवा संिोिित लोअर ्वाड्रेंटेंट
िसगयल वर्वस्था वाले ‘सी’ ्लास स्टेिय पर लानय तब तक साफ यहं समझी जार्ेगी रर लानय ि्लर्र तब
तक यहं द्रिर्ा जाएगा जब तक द्रक -
(ए) िीक पहले जाये वाली पूरी गाडी ियकट (होम) िसगयल के कम से कम 400 मीटर आगे यहं ाली गई ह
रर वह ालती ही यहं जा रही ह,तथा
(बी) िप ली गाडी के िलर्े ‘ फ’ द्रकर्े गर्े समस्त िसगयल उ्त गाडी के जाये के बाि द्रफर से ‘ य’ यहं कर
द्रिर्े गर्े हैं
परन्तु र्ह तब तक जब नकहरी (लिंसगल) लानय पर,िूसरे िसरे के ब्यलकक स्टेिय से ब्यलकक हट की ओर िवपरीत
द्रििा में ालये वाली गािर्र्ों से भी लानय साफ ह

151
सी - अवरोि- िोहरी लानय

8.05 िोहरी लानय के ब्यलकक स्टेिय पर गाडी आते समर् अवरोि :


(1) ‘ए’ ्लास स्टेिय - जब लानय ि्लर्र द्रिर्ा जा ाुका ह तो ियकट (होम) िसगयल के बाहर अथवा िजस
लानय पर गाडी को िलर्ा जाया ह उस पर संबिं ित प्रस्थाय (स्टाटार) िसगयल तक कोई अवरोि यहं होये
द्रिर्ा जार्ेगा
(2) ‘बी’ ्लास स्टेिय - जब लानय ि्लर्र द्रिर्ा जा ाुका ह तो स्टेिय से्िय के बाहर कोई अवरोि यहं
होये द्रिर्ा जार्ेगा द्रकन्तु स्टेिय सेकिय के भीतर िंंटग कार्ा लगातार द्रकर्ा जा सकता ह परन्तु र्ह तब
जब आवश्र्क िसगयल ‘ य’ र े जाऍं
(3) जब द्रकसी ऐसी लानय पर जो पृथक यहं की गई ह,आये वाली गाडी के िलए िसगयल फ द्रकए जा ाुके
हैं तो िंंटग कार्ा उय प्वानं टों की तरफ यहं द्रकर्ा जाएगा िजय पर से आये वाली गाडी को पास करया ह
रटप्पणी : नकहरी लानय पर संाार के पूणा ूपप से िवफल होये के हालात में गािर्र्ों की संाालय की प्रद्रक्रर्ा ब्यलकक
संााय ियर्मावाली में ियिााररत की गई ह
स.िय.8.05 तथािप ियर्म 8.05 (2) में उिललि त िंंटग की अयुमित िृश्र्ता को बािित करती िुंि,कु हासा, र्ा तूफायी
मद्यसम में उस लानय पर यहं ह िजस लानय पर यहं ह िजस लानय पर गाडी ली जायी ह र्द्रि कोई िूसरी
लानय हो तो उस पर िंंटग की जा सकती ह बितें द्रक उस लानय का अलगाव हो

8.06 िोहरी लानय के ब्यलकक से्िय में अवरोि :


(1) र्द्रि लानय,ि्लर्र द्रिर्ा जा ाुका ह तो िप ले ब्यलकक से्िय में द्रकसी अवरोि की अयुमित यहं िी
जाएगी
(2) िप ले ब्यलकक से्िय में िंंटग र्ा अन्र् द्रकसी कारण अवरोि की अयुमित तब तक यहं िी जाएगी जब
तक द्रक वह ब्यलकक से्िय साफ यहं रर ब्यलकक बक यहं कर द्रिर्ा गर्ा ह
(3) अगले ब्यलकक से्िय में िंंटग र्ा अन्र् द्रकसी कारण अवरोि की अयुमित तब तक यहं िी जाएगी जब तक
द्रक वह ब्यलकक से्िय साफ यहं हे रर ब्यलकक फारवर्ा यहं कर द्रिर्ा गर्ा ह
परन्तु र्द्रि अगला ब्यलकक से्िय, स्टेिय से िूर जाती एई गाडी से िर्रा एआ ह तो उस गाडी के पी े िंंटग र्ा
अवरोि की अयुमित गाडी की गित, भार रर ब्रेक ििि तथा से्िय के उतर-ा़ ाव का धर्ाय र ते एए िविेर्ष
अयुिेिों के अिीय िी जा सकती ह रर जसे ही गाडी के अगले ब्यलकक स्टेिय पर पएुँाये की सूाया िमलती ह
वसे ही लानय को, र्द्रि वह तब तक अवूपि ह, ब्यलकक फारवर्ा कर द्रिर्ा जाएगा
रटप्पणी : ियर्म 8.14 भी िे ें
स.िय.8.06 (ए) उय स्टेियों पर जहक ियर्म 8.06 के प्राविायों के अिीय िंंटग द्रकर्ा जा सकता ह वहॉं स्टे िय संाालय
ियर्मावली में िवस्तृत िववरण द्रिर्े जाए
(बी) तथािप ऐसी िंंटग की अयुमित िृश्र्ता बािित करये वाले िुंि, कु हासा र्ा तूफायी मद्यसम में यहं िी
जार्गी

र्ी - अवरोि-नकहरी लानय


र्ी - 1. ‘ए’ ्लास स्टेिय
8.07 गाडी आते समर् नकहरी (लिंसगल) लानय ‘ए’ ्लास स्टेिय पर अवरोि : र्द्रि लानय ि्लर्र द्रिर्ा जा
ाुका ह तो ियकट(होम)िसगयल के बाहर र्ा िजस लानय पर गाडी ली जायी ह उस पर,उस गाडी का ियर्ंत्रण
करये वाले प्रस्थाय(स्टाटार)िसगयल तक कोई अवरोि यहं होये द्रिर्ा जाएगा

152
8.08 नकहरी लानय ‘ए’ ्लास स्टेिय पर ब्यलकक से्िय अवूपि करया : िंंटग कार्ा के िलए ब्यलकक से्िय
तब तक अवूपि यहं होये द्रिर्ा जाएगा, जब तक द्रक -
(ए) स्टेिय मास्टर ये ब्यलकक से्िय के िूसरे ओर के स्टेिय मास्टर से लानय ि्लर्र प्राप्त यहं कर िलर्ा ह,
अथवा
(बी) ब्यलकक से्िय ब्यलकक बक यहं कर द्रिर्ा गर्ा ह, अथवा
(सी) िंंटग करये वाला ब्यलकक स्टेिय उससे िूर जाये वाली गाडी से िर्रा एआ ह, ऐसी ििा में िंंटग की
अयुमित गािर्र्ों की गित, भार, ब्रेक-ििि रर से्िय के उतार-ा़ ाव का धर्ाय र ते एए, िविेर्ष
अयुिेिों के अिीय िी जा सकती हे गाडी पहॅुाये की सूाया िमलते ही ब्यलकक से्िय को ब्यलकक बक कर
द्रिर्ा जाएगा, तथा
(र्ी) लोको पार्लट र्ा िंंटग कार्ा के प्रभारी (नं जााा) द्रकसी अन्र् वर्िि को िविेर्ष अयुिेिों द्वारा ियिााररत
रीित से िंंटग कार्ा के िलए स्टेिय मास्टर से स्पषट आिेि यहं िमल जाता ह

र्ी - 2 ‘बी’ ्लास स्टेिय


8.09 नकहरी लानय ‘बी’ ्लास स्टेिय पर आती एई गाडी के मागा में अवरोि : िजस गाडी के िलए लानय
ि्लर्र द्रिर्ा जा ाुका ह उसके मागा में िद्व-संकेती िसगयल ा ेत्र में ियकट (होम) िसगयल के बाहर र्ा बए-संकेती
अथवा संिोिित लोअर ्वाड्रेंटेंट िसगयल ा ेत्र में बाय गतम स मु (फे लिंसग) प्वानं टों के बाहर लानय तभी अवूपि
की जाएगी जब द्रक िंंटग िलिमट बोर्ा र्ा अिग्रम प्रस्थाय (एर्वांस्र् स्टाटार) िसगयल लगा ह रर िविेर्ष
अयुिेिों के अिीय गािर्र्ों की गितत, भार, ब्रेक-ििि , उतार-ाा़ ाव, प्रथम रोक (स्टकप) िसगयल की िस्थित
रर उस िूरी का, जहॉं से आती एई गाडी का लोको पार्लट िे सकता हे, धर्ाय र ा गर्ा ह

8.10 नकहरी लानय ‘बी’ ्लास स्टेिय पर स्टेिय से्िय में अवरोि :
(1) र्द्रि आवश्र्क िसगयल ‘ऑंय’ र े जाते हैं तो स्टेिय से्िय में िंंटग की जा सकती ह, परन्तु िंंटग
िलिमट बोर्ा र्ा अिग्रम प्रस्थाय(एर्वांस्र् स्टाटार)िसगयल लगा होये पर वहक तक िंंटग के िलए ियर्म
8.09 के उपबंिों का अयुपालय द्रकर्ा जाएगा
(2) जब द्रकसी ऐसी लानय पर जो पृथक यहं की गई ह, आये वाली गाडी के िलर्े िसगयल ‘ फ’ द्रकर्े जा ाुके
ह तो िंंटग कार्ा उय प्वानं टों की तरफ यहं द्रकर्ा जाएगा िजय पर से आये वाली गाडी को पास करया ह
स.िय.8.10 जब द्रकसी गाडी का लानय ि्लर्र िे द्रिर्ा गर्ा हो तो ियर्म 8.09 के प्राविायों के अंतगात िुुँि, कु हासा एवं
तूफायी मद्यसम में जब िृश्र्ता बािित हो, स्टेिय से्िय में यहं तो कोई िंंटग द्रकर्ा जाएगा रर य तो
द्रकसी भी प्रकार के अवरोि की अयुमित िी जार्गी
रटप्पणी : ‘ब्यलकक बक’ एवं ब्यलकक ‘फारवर्ा’ प्रद्रक्रर्ा की िवस्तृत िववरण ब्यलकक वकिंगकग मयुअल में द्रिर्ा गर्ा ह

8.11 नकहरी लानय िद्व-संकेती िसगयल वाले ‘बी’ ्लास स्टेिय पर स्टेिय से्िय के बाहर अवरोि : स्टेिय से्िय
के बाहर रर बाहरी (आउटर) िसगयल तक की लानय तब तक अवूपि यहं की जाएगी,जब तक द्रक स्टेिय
मास्टर द्वारा नस संबि ं में िविेर्ष ूपप से ियर्ु्त रे ल सेवक संाालय कार्ा का प्रभारी (नं ााजा) यहं ह तथा जब
तक द्रक -
(ए) िजस ब्यलकक से्िय में िंंटग होयी ह वह द्रकसी आती एई गाडी से साफ यहं हो जाता ह रर सभी
स बि रर आवश्र्क िसगयल ‘ य’ िस्थित में यहं ह, अथवा
(बी) र्द्रि कोनर आती एई गाडी बाहरी(आउटर)िसगयल पर पहॅुा रही ह तो,स्टेिय मास्टर ये नस बावत
अपया समािाय यहं कर िलर्ा ह द्रक गाडी उस िसगयल पर पूरी तरह डी कर िी गई ह:
परन्तु ण्र्(बी)के अिीय लानय को िॅि
ु ,कु हासा र्ा तूफायी मद्यसम में, जब स्पषट द्रि ाई यहं िेता र्ा द्रकसी भी
ििा में तब तक अवूपि यहं द्रकर्ा जार्गा जब तक द्रक िविेर्ष अयुिेिों द्वारा प्राििकृ त यहं ह

153
8.12 नकहरी (लिंसगल) लानय पर हस्ताािलत बए-संकेती िसगयल वाले ‘बी’ ्लास स्टेिय पर स्टेिय से्िय के
बाहर अवरोि : स्टेिय से्िय के बाहर रर प्रथम रोक (स्टकप) िसगयल तक की लानय को तब तक अवूपि
यहं द्रकर्ा जाएगा जब तद्रक द्रक स्टेिय मास्टर द्वारा नस संबि
ं में िविेर्ष ूपप से ियर्ु्त रे ल सेवक संाालय
काम का प्रभारी (नं ााजा) यहं ह रर जब तक द्रक वह ब्यलकक से्िय िजसमें िंंटग होयी ह आती एई गाडी से
साफ यहं हो गर्ा ह

8.13 नकहरी (लिंसिगल) लानय ‘बी’ ्लास स्टेिय पर प्रथम रोक (स्टकप) िसगयल के बाहर अवरोि : प्रथम रोक
(स्टकप) िसगयल के बाहर की लानय जब तक अवूपि यहं की जाएगी जब तक द्रक लानय को ब्यलकक बक यहं
कर द्रिर्ा जाता
ई - सािारण उपबन्ि
8.14 ब्यलकक बक र्ा ब्यलकक फारवर्ा : ब्यलकक बक र्ा ब्यलकक फारवर्ा िविेर्ष अयुिेिों द्वारा ियिााररत कार्ा-िविि के
अयुसार ही द्रकर्ा जाएगा
8.15 ब्यलकक से्िय में िंंटग र्ा अवरोि के िलए प्राििकार : ब्यलकक से्िय में िंंटग र्ा अवरोि की अयुमित िेते
समर्,लोको पार्लट को ब्यलकक से्िय में िंंटग के िलए िविेर्ष अयुिेिों द्वारा ियिााररत प्राििकार द्रिर्ा जाएगा
रर र्ह प्राििकार िय यिलि त द्रकसी भी ूपप में हो सकता ह, अथाात

(ए) अिन्तम रोक (स्टकप) िसगयल वाले भे पर ही, उससे यीाे ियिााररत आकार तथा िर्जानय की एक
िंंटग भुजा,अथवा

(बी) ियिााररत िर्जानय का टोके य,अथवा

(सी) िंंटग करये की िलि त अयुमित

8.16 नकहरी (लिंसगल) लानय रर िोहरी (र्बल) लानय पर ्लास ‘ए’, ‘बी’ एवं ‘सी’ स्टेियों के यीाे िृषटान्त िात्र
द्रिर्े गर्े हैं जो द्रकसी मापक्रम के आिार पर यहं हैं :

िद्व-संकेती िसगयल वाले ा ेत्र में िोहरी (र्बल) लानय के ‘ए’ ्लास स्टेिय पर वायार, होम, स्टाटार तथा
एर्वान्स्र् िसगयल

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िद्व-संकेती ा ेत्र में नकहरी (लिंसगल) लानय के ‘ए’ ्लास स्टेिय पर वायार, होम, स्टाटार ,िसगयल

िद्व-संकेती िसगयल वाले ा ेत्र में िोहरी (र्बल) लानय के ‘बी’ ्लास स्टेिय पर वायार, आउटर ,होम, स्टाटार तथा
एर्वान्स्र् िसगयल

िद्व-संकेती ा ेत्र में नकहरी (लिंसगल) लानय के ‘बी’ ्लास स्टेिय पर आउटर तथा होम िसगयल

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िद्व-संकेती िसगयल वाले ा ेत्र में नकहरी (लिंसगल) लानय के ‘बी’ ्लास स्टेिय पर वायार, आउटर, होम, स्टाटार
तथा एर्वान्स्र् िसगयल/िंंटग िलिमट बार्ा

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अधर्ार् – IX
स्वाािलत ब्यलकक पिित
क. िोहरी लानय पर लागू ियर्म
9.01. िोहरी लानय पर स्वाािलत ब्यलकक पिित की आवश्र्क बातें :
1) जहॉं गािर्र्ों का संाालय, िोहरी (र्बल) लानय पर, स्वाािलत ब्यलकक पिित से होता ह वहॉं -
(क) लानय पर ियरन्तर ्क सर्दकट र्ा िुरी काउन्टर लगाए जाएंग,े
( ) आवश्र्कता होये पर, िो ियकटवती ब्यलकक स्टेियों के बीा की लानय, कई स्वाािलत ब्यलकक िसगयल
से्िेयों में बांटी जा सकती ह प्रत्र्ेक ऐसे से्िय िो क्रिमक रोक (स्टकप) िसगयलों के बीा
परराािलत लानय के भाग होंगे रर नयमें प्रवेि रोक (स्टकप) िसगयल द्वारा िािसत होगा, तथा
(ग) ्क सर्दकट र्ा िुरी काउन्टर, स्वाािलत ब्यलकक िसगयल से्िय में प्रवेि को िािसत करये वाले रोक
(स्टकप) िसगयल को नस प्रकार ियर्ंित्रत करें गे द्रक:-
(i) िसगयल तब तक ‘ फ’संकेत पर यहं जाएगा जब तक लानय य के वल अगले रोक (स्टकप)
िसगयल तक, बिलक उसके आगे भी पर्ााप्त िूरी तक साफ यहं ह,तथा
(ii) जसे ही गाडी िसगयल पार करे वसे ही िसगयल स्वत: ‘ य’पर आ जाएगा
2) जब तक अयुमोद्रित िविेर्ष अयुिेिों द्वारा अन्र्था ियिदेशि यहं द्रिर्ा गर्ा ह, उपियर्म (1) के ण्र् (ग) के
उप- ण्र् (i) में उिललि त पर्ााप्त िूरी 120 मीटर से कम यहं होगा
9.02 र्द्रि िोहरी (र्बल) लानय पर स्वाल रोक (स्टकप) िसगयल को ‘ य’ िस्थित में पास करया ह तो उस समर्
लोको पार्लट तथा गार्ा के कि ावर् :
1) र्द्रि लोको पार्लट को ‘ए’ िान्ह ‘माका र’ लगा एआ कोई स्वाल रोक (स्टकप) िसगयल ‘ य’ िस्थित में
िमलता ह तो वह अपयी गाडी को उस िसगयल के पहले ही रोक िेगा गाडी को िसगयल के पहले रोक िेये
के बाि,लोको पार्लट वहक,द्रिय में एक िमयट रर राित्र में िो िमयट तक ूपके गा र्द्रि नतये समर् तक
प्रतीा ा के बाि भी िसगयल ‘ य’ ही रहता ह तो वह ियिााररत कोर् में सीटी बजाएगा रर गार्ा के साथ
िसगयल का आिाय-प्रिाय करे गा द्रफर वह अगले रोक(स्टकप)िसगयल की ओर,जहॉं तक लानय साफ ह,
अत्र्ििक सतका ता बरतते एए नस प्रकार आगे ब़ ेगा द्रक वह द्रकसी अवरोि को िे ते ही ूपक सके
2) उप ियर्म (4) में बताई गई िस्थित को ोडकर र्द्रि गाडी स्वाल रोक (स्टकप) िसगयल पर नस प्रकार
ूपकी ह तो गार्ा पी े की ओर रोक (स्टकप) हैंर् िसगयल द्रि ाएगा
3) र्द्रि लानय पर गोलाई, िुि ं र्ा आिी र्ा नं जय द्वारा गाडी ढके ली जाये के कारण,अथवा अन्र् कारणों से,
आगे की लानय स्पषट ूपप से िे ी यहं जा सकती ह, तो लोको पार्लट बएत िीमी गित सते आगे ब़ ेगा,
जो द्रकसी भी ििा में 10 द्रकलोमीटर प्रित र्ंटे से अििक यहं होगी नय पररिस्थितर्ों में,जब लोको
पार्लट के साथ सहार्क लोको पार्लट यहं ह रर र्द्रि वह आवश्र्क समझता ह तो, ियिााररत कोर् में
सीटी बजाकर गार्ा से सहार्ता मॉंग सकता ह
4) नस प्रकार बुलाए जाये पर गार्ा, लोको पार्लट के आगे ब़ ये से पहले, नं जय कब में आ जाएगा रर पूरी
ियगरायी र ये में लोको पार्लट की सहार्तता के िलए उसके साथ ालेगा
स.िय.9.02 (i) कोई स्वाािलत रोक िसगयल ओवरलप सिहत अगले स्वाािलत िसगयलिंलग से्िय में द्रकसी गाडी की
उपिस्थित अथवा ्क पर द्रकसी अवरोि अथवा द्रकसी टू टे एए र्ा िवस्थािपत रे ल के कारण अथवा द्रकसी अन्र्
कारण से ‘ य’ हो सकता ह
नसिलए,जब कोई लोको पार्लट िोहरी लानय र्ा नकहरी लानय में द्रकसी स्वाािलत रोक िसगयल को ‘ य’
िस्थित में पास करता हो तो वह अत्र्ििक सतका तापूवाक उस गित से आगे ब़ ेगा,जो कभी भी 15 द्रक.मी.प्रित
र्ंटा से अििक यहं होगी, भले ही िृश्र्ता पूणत ा : साफ हो वह द्रकसी संभािवत अवरोि के िलए ियगाह
र्ालते एए ऐसी सतका ता के साथ आगे ब़ ता रहेगा रर वह जबतक अवरोि के ियकट र्ा अगले स्वाािलत
िसगयल के ियकट जसी भी िस्थित तहो,पएुँा यहं जाता हो,तब तक उसके पहले ूपकये के िलए तर्ार
रहेगा,भले ही िसगयल द्रकसी भी िूरी से ‘आफ’ संकेत ििााता एआ द्रि ाई िेता हो

160
(ii) द्रकसी स्वाािलत िसगयल के ‘ य’रहये के कारण जब कोई गाडी ूपकयेवाली हो, तो सा.िय.9.02 के अयुपालय
में नस गाडी के पी े सतका तापूवाक आयेवाली द्रकसी गाडी के िलए अििकतम संभािवत अंतराल उपलब्यि
कराये के उद्देश्र् से गाडी का लोको पार्लट अपयी गाडी को िसगयल के पी े जहॉं तक सभव हो, अििक से
अििक करीब ंाकर लार्ेगा
(iii) िोहरी लानय र्ा नकहरी लानय पर द्रकसी अयुमेर्(परमीिीबुल)रोक िसगयल को ‘ य’ िस्थित में पास करये
के बाि लोको पार्लट अत्र्ििक सतका ता के साथ आगें ब़ ेगा रर गित जो कभी भी 15 द्रक.मी.प्रित र्ंटा से
अििक यहं होगी, भले ही िृश्र्ता पूणात: साफ ्र्ों य हो वह द्रकसी सभािवत अवरोि के िलए ियगाह
र्ालते एए ऐसी सतका ता के साथ ब़ ता रहेगा रर वह जब तक अवरोि के ियकट र्ा अगले स्वाािलत
िसगयल के ियकट जसी िस्थित हो,पहॅुा यहं जाता हो, तब तक उसके पहले ूपकये के िलए तर्ार रहेगा भले
ही िसगयल द्रकसी भी िूरी से ‘आफ’ संकेत ििााता एआ द्रि ाई िेता हो
(iv) जब भी कोई स्वाािलत रोक िसगयल ‘ य’िस्थित में पार द्रकर्ा जाता ह,गार्ा अपये ्ेय जयाल में उस िसगयल
को ‘ य’िस्थित में पास करये का समर् रर अगले रोक िसगयल को पास करये का समर् िजा करे गा िो
िसगयलों के पास करये के समर् के साथ-साथ स्वाािलत रोक िसगयल के ‘ य’ िस्थित में पास करये के ऐसे
सभी मामलों को कं ्ोल कार्ाालर् में र े गर्े एक िविेर्ष रिजस्टर में िजा द्रकर्ा जार्ेगा रर परराालय
अििकाररर्ों द्वारा र्ह सुियिचितत करये के िलए द्रक गित प्रितबंि रर सतका ाालय का पालय करये के िलए
आवश्र्क न्र्ूयतम रलिंयग टानम से लोको पार्लट कम समर् य ले नस रिजस्टर का साविायीपूवाक जॉंा द्रकर्ा
जार्ेगा
(v) द्रकसी स्वाािलत रोक िसगयल को ‘ य’ िस्थित में पास करते समर् प्रत्र्ेक लोको पार्लट को अगले िसगयल
के आिार पर ियिचितत ूपप से सतका तापूवाक आगे ब़ या ाािहए,भले ही उस िसगयल का ‘ फ’ संकेत द्रि लाई
िेता हो,्र्ोंद्रक उय िोयों िसगयलों के बीा का लानय अवूपि हो सकता ह
(vi) स्वच मद्यसम में द्रकसी स्वाािलत रोक िसगयल को ‘ य’ िस्थित में लोको पार्लट र्ह सुियिचितत करे गा द्रक
उसकी गाडी रर आगेवाली गाडी र्ा लानय पर द्रकसी अवरोि के बीा न्र्ूयतम 150 मीटर र्ा िो स्पषट
ओ.एा.ई. ंभे की िूरी बयी रहे द्रफर भी पी े से आयेवाली गाडी के ई.एम.र्ू.होये पर उपरो्त िूरी को 75
मीटर र्ा एक स्पषट ओ.एा.ई. भा जो भी अििक हो तक कम की जा सकती ह र्या कोहरा आद्रि िविेर्ष
पररिस्थितर्ों में द्रकसी स्वाािलत रोक िसगयल को ‘ य’(लाल) िस्थित में पर करये के िद्यराय लोको
पार्लट/मोटरमय र्ह सुियिचितत करे गा द्रक गाडी की गित 10 द्रक.मी. प्र.र्.से अििक य हो वह र्ह भी
सुियिचितत करे गा द्रक वह नतयी ही िूरी बयार्ा र ेगा िजससे वह आगे ाल रही गाडी के ामकते एए िप ले
लैंप अथवा बािा को िे ये में समथा हो सके कोहरा से प्रभािवत स्वाािलत से्ियों में गाडी ाला रहे लोको
पार्लट गाडी/ईएमर्ू,मेम,ू र्ेमू आद्रि की गित को ियर्ंित्रत कर सकते हैं िजससे द्रक वे गाडी अथवा बािा के
पर्ााप्त ियकट ूपकये में समथा हो सके
(vii) द्रकसी स्वाािलत रोक िसगयल को ‘ य’ िस्थित में पार करये के बाि गाडी का गार्ा ियगरायी र ग े ा द्रक
लोको पार्लट ियिााररत गित को पार यहं करें ई.एम.र्ू./मेमू गािर्र्ों के मामले में र्द्रि मोटरमय ियिााररत
गित को पार कर जाता हो तो गार्ा(अगर मोटरमय के साथ र्ात्रा यहं कर रहा हो) मोटरमय को ाेतावयी िेये
के िलए बेल कोर् पर तीय िवराम तीय का (000 िवराम 000) र्ंटी बजार्ेगा रर सा.िय.4.45 में जसा
ियिााररत ह, उसी के अयुसार कारा वाई करे गा
अन्र् गािउर्ों के मामले में भी र्द्रि लोको पार्लट ियिााररत गित को पार कर जाता ह, तो गार्ा सा.िय.4.45
के अयुसार कारा वाई करे गा
रटप्पणी : सभी गार्ों,लोको पार्लटो, मोटरमयों िजन्हें स्वाािलत ियगयलिंलग से्िय में कार्ा करये की आवश्र्कता
होती ह,उन्हें नस पिित से संबंिित ियर्मों के बारे में प्रत्र्ेक :माह में एक बार एक द्रिय पाठ्यक्रम का गहय
प्रििा ण द्रिर्ा जार्ेगा रर नय ियर्मों के बारे में उयकी जायकारी एवं प्रवीणताके प्रमाणस्वूपप उन्हें
सा मता प्रमाण पत्र जारी/यवीयीकृ त द्रकर्ा जार्ेगा जारी द्रकर्े गर्े ऐसे सा मता प्रमाण पत्र के अिभले का
र -र ाव संबंिित मंर्ल संरा ा अििकारी/र्ांित्रक नं जीियर्र/िवोुत नं जीियर्र द्वारा द्रकर्ा जाएगा द्रकसी
भी गार्ा रर लोको पार्लट/मोटरमय को ऐसे ंर् में तब तक कार्ा पर यहं लगार्ा जार्ेगा जब तक उसके
पास ऐसा कोई प्रमाण पत्र यहं हो
161
. नकहरी लानय पर लागू ियर्म
9.03 नकहरी लानय पर स्वाािलत ब्यलकक पिित की आवश्र्क बातें :
1) जहॉं नकहरी(लिंसिगल)लानय पर,गािर्र्ों का संाालय स्वाािलत ब्यलकक पिित के अयुसार होता ह,
वहॉं:-
(ए) लानय पर ियरन्तर ्क सर्दकट र्ा िुरी काउन्टर की वर्वस्था की जाएगी
(बी) अगले ब्यलकक स्टेिय से लानय ि्लर्र िमलये के बाि ही र्ातार्ात की द्रििा स्थािपत की जाएगी
(सी) र्ातार्ात की द्रििा स्थािपत हो जाये के बाि ही कोई गाडी एक ब्यलकक स्टेिय से िूसरे ब्यलकक
स्टेिय के िलए प्रस्थाय करे गकी
(र्ी) लानय ि्लर्र िमलया तब तक संभव यहं हो सके गा जब तक द्रक लानय ि्लर्र िेये वाले ब्यलकक
स्टेिय पर य के वल स्टेिय के प्रथम रोक(स्टकप)िसगयल तक बिलक उससे आगे भी पर्ााप्त िूरी तक
लानय साफ यहं ह
(ई) िो ियकटवती ब्यलकक स्टेियों के बीा की लानय र्द्रि आवश्र्क ह तो रोक(स्टकप)िसगयल लगाकर
िो र्ा अििक स्वाािलत ब्यलकक िसगयलिंलग से्ियों में िवभ्त की जा सकती ह
(एफ) र्ातार्ात की द्रििा स्थािपत हो जाये के बाि,प्रत्र्ेक स्वाािलत ब्यलकक िसगयल से्िय के
अन्िर,उसमें से होकर तथा उससे बाहर जाये के िलर्े गािर्र्ों का संाालय संबिं ित स्वाल
रोक(स्टकप)िसगयल द्वारा ियर्ंित्रत द्रकर्ा जार्ेगा रर वह स्वाल रोक (स्टकप)िसगयल तब तक
‘ फ’ िस्थित में यहं जाएगा जब तक द्रक लानय अगले स्वाल रोक (स्टकप)िसगयल तक साफ यहं
हो जाती :-
‘परन्तु र्ह रर द्रक र्द्रि अगला रोक (स्टकप) िसगयल हस्ताािलत रोक (स्टकप) िसगयल ह तो लानय
उसके आगे भी पर्ााप्त िूरी तक साफ ह’ तथा
(जी) र्ातार्ात तकी द्रििा के िवपरीत सभी रोक (स्टकप) िसगयल ‘ य’ िस्थित में होंगे
2) जब तक अयुमोद्रित िविेर्ष अयुिेिों द्वारा अन्र्था ियिदेशि यहं द्रिर्ा गर्ा ह, उप-ियर्म (1) के ण्र्
(र्ी) रर (एफ) में उिललि त पर्ााप्त िूरी 180 मीटर से कम यहं होगी

9.04 नकहरी (लिंसिगल) लानय पर स्वाािलत ब्यलकक ा ेत्र में स्थावर िसगयलों का न्र्ूयतम उपस्कर :
प्रत्र्ेक द्रििा के िलए लगार्े जाये वाले स्थावर िसगयलों का न्र्ूयतम उपस्कर िय यिलि त होगा, अथाात :-
(ए) स्टेिय पर हस्ताािलत रोक (स्टकप) िसगयल-
(i) एक ियकट (होम)
(ii) एक प्रस्थाय (स्टाटार)
(बी) स्टेिय के ियकट (होम)िसगयल के पहले एक स्वाल रोक (स्टकप) िसगयल ह
रटप्पणी : अयुमोद्रित िविेर्ष अयुिेिों के अिीय,स्वाल रोक (स्टकप) िसगयल को हटार्ा जा सकता ह

9.05 नकहरी (लिंसिगल)लानय पर स्वाािलत ब्यलकक ा ेत्र में अितरर्त स्थावर िसगयल :
1) ियर्म 9.04 में ियिााररत न्र्ूयतम उपस्कर के अितरर्त ब्यलकक स्टेियों के बीा, आवश्र्कतायुसार एक र्ा
अििक अितरर्त स्वाल स्टकप िसगयल लगार्ा जा सकते हैं
2) नसके अितरर्त,गािर्र्ों के ियरापि संाालय के िलए आवश्र्कतायुसार कोई अन्र् स्थावर िसगयल भी
लगार्ा जा सकता ह

162
9.06 नकहरी लानय पर स्वाािलत बलकक ा ेत्र में हस्ताािलत स्टकप िसगयलों को ‘ फ’ करये की िि ें :
1) ियकट(होम)िसगयल-र्द्रि गाडी अंितम(टिमयल)स्टेिय से िभन्य द्रकसी अन्र् स्टेिय के ियकट (होम) िसगयल पर
पएुँा रही ह,तो वह िसगयल तब तक ‘ फ’ यहं द्रकर्ा जार्ेगा जब तक द्रक लानय, य के वल प्रस्थाय (स्टाटार)
िसगयल तक,बिलक उससे आगे भी पर्ााप्त िूरी तक साफ यहं ह
2) अिन्तम रोक(स्टकप)िसगयल- द्रकसी गाडी के िलए अिन्तम रोक(स्टकप)िसगयल तब तक ‘ फ’ यहं द्रकर्ा जार्ेगा
जब तक द्रक र्ातार्ात की द्रििा स्थािपत यहं हो गई ह रर अगले स्वाल रोक(स्टकप)िसगयल तक,र्ा र्द्रि
अगला रोक (स्टकप)िसगयल हस्ताािलत ह तो उसके आगे पर्ााप्त िूरी तक लानय साफ यहं ह
3) जब तक अयुमोद्रित तिविेर्ष अयुिेिों द्वारा अन्र्था ियिदेशि यहं द्रिर्ा जाता,उपियर्म(1)रर(2)में उिललि त
पर्ााप्त िूरी कभी भी 120 मीटर तथा 180 मीटर से कम यहं होगी अयुमोद्रित िर्जानय का सण्र् ह प र्ा रे ल
संरा ा आर्ु्त की मंजरू ी से,िर्रे लिंलग िस्वा को उप-ियर्म(1)में उिललि त पर्ााप्त िूरी का कारगर एजवी माया
जाएगा
9.07 र्द्रि नकहरी लानय पर स्वाािलत स्टकप िसगयल को ‘ य’ िस्थित में पास करया ह तो उस समर् लोको पार्लट
तथा गार्ा के कि ावर् :
1) र्द्रि लोको ‘ए’ िान्ह (माका र) वाला स्वाािलत रोक (स्टकप) िसगयल ‘ य’ िस्थित में पाता ह तो वह अपयी
गाडी को उस िसगयल से पहले रोककर द्रिय में एक िमयट तथा राित्र में िो िमयट तक प्रतीा ा करे गा
2) र्द्रि नतयी प्रतीा ा के बाि भी िसगयल ‘ य’ िस्थित में ही रहता ह रर र्द्रि िसगयल के पास टेलीफोय संाार
वर्वस्था ह तो ड्रेंटानवर अगले ब्यलकक स्टेिय के स्टेिय मास्टर से र्ा जहॉं से्िय में के न्िीकृ त र्ातार्ात ियर्ंत्रण
वर्वस्था (सेन््लान्र् ्द्रफक कन््ोल) ह वहॉं के न्िीकृ त र्ातार्ात ियर्ंत्रण परराालक (सेन््लान्र् ्द्रफक
कन््ोल परे टर) से संपका स्थािपत करके उससे अयुिेि लेगा र्थािस्थित, स्टेिय मास्टर र्ा के न्िीकृ त
र्ातार्ात ियर्ंत्रण परराालक (सेन््लान्र् ्द्रफक कन््ोल परे टर)र्ह अिभियिचितत करये के बाि द्रक अगकले
िसगयल तक कोई गाडी यहं ह, रर जहॉं तक ्ात ह, लोको पार्लट को ‘ य’ िस्थित में िसगयल पास करये
रर अगले िसगयल तक ब़ ये की अयुमित िेगा
3) र्द्रि िसगयल के पास कोई टेलीफोय संाार वर्वस्था यहं ह र्ा वह राब हो गई ह रर उसका प्रर्ोग यहं
द्रकर्ा जा सकता ह तो लोको पार्लट ियिााररत कोर् में सीटी बजाएगा रर गार्ा के साथ संकेतों का आिाय-
प्रिाय करके िसगयल पास करे गा रर द्रफर अत्र्ंत सतका ता के साथ अगले स्टकप िसगयल तक जहॉं तक लानय
साफ ह, नस प्रकार आगे ब़ ेगा िजससे द्रक वह द्रकसी अवरोि से पहले ही ूपक सके
4) र्द्रि गाडी द्रकसी स्वाािलत रोक स्टकप िसगयल पर नस प्रकार ूपकी ह तो गार्ा, उप ियर्म (6) में जसा
उपबंिित ह उसके िसवार्, पी े की रर स्टकप हैंर् िसगयल द्रि ाएगा
5) र्द्रि लानय पर गोलाई, िुि ुँ वर्षाा र्ा ऑंिी र्ा नं जय द्वारा गाडी ढके ली जाये के कारण अथवा अन्र् कारणों से,
आगे की लानय स्पषट िे ी यहं जा सकती ह तो लोको पार्लट बएत िीमी गित से आगे ब़ ेगा, जो द्रकसी भी
ििा में 10 द्रकलोमीटर प्रित र्ंटे से अििक यहं होगी नय पररिस्थितर्ों में, जब लोको पार्लट के साथ सहार्क
लोको पार्लट यहं ह रर र्द्रि वह आवश्र्क समझता ह तो, ियिााररत कोर् में सीटी बजाकर गार्ा से सहार्ता
मॉंग सकता ह
6) नस प्रकार बुलार्े जाये पर गार्ा लोको पार्लट के आग ब़ ये से पहले नं जय कब में आ जार्ेगा रर पूरी ियगरायी
र ये में लोको पार्लट की सहार्ता के िलए उसके साथ ालेगा
7) स्वाािलत स्टकप िसगयल को ‘ य’ िस्थित में पास करये के बाि लोको पार्लट अगले स्टकप िसगयल तक अित
सतका ता के साथ आगे ब़ ेगा र्द्रि र्ह िसगयल ‘ फ’ भी ह तो भी लोको पार्लट वहॉं तक द्रकसी संभािवत
अवरोि पर लगातार ियगाह र ग े ा वह उस िसगयल तक सतका तापूवक ा जाएगा रर र्हां पएुँाये के बाि ही
उसके संकेत के अयुसार कारा वाई करे गा

स.िय.9.07 (i) द्रकसी स्वाािलत िसगयल के ‘ य’ रहये के कारण जब द्रकसी गाडी को ूपकया हो तो गाडी का ाालक
सा.िय.9.07 के अयुपालय में उस गाडी के पी े साविायीपूवाक आयेवाली गाडी के िलए अििकतम संभव
अंतराल उपलब्यि कराये के उद्देश्र् से अपयी गाडी को िसगयल के पी े जहॉं तक संभव हो उतया ियकट ंाकर
लाएगा

163
(ii) द्रकसी स्वाािलत रोक िसगयल को ‘ य’ िस्थित में पार करये के बाि द्रकसी भी प्रकार के नं जय द्वारा
किर्षत अयुगामी गाडी का लोको पार्लट सुियिचितत करे गा द्रक उसकी गाडी रर आगे जायेवाली गाडी र्ा
लानय पर द्रकसी अवरोि के बीा 150 मीटर र्ा िो स्पषट ओ.एा.ई.के भों की िूरी बयी रहे द्रफर भी
पी े से आयेवाली ई.एम.र्ू./मेमू गाडी के मामले में उपरो्त िूरी को 75 मीटर र्ा एक स्पषट
ओ.एा.ई. ंभा जो भी अििक हो तक कम द्रकर्ा जा सकता ह िविेर्ष पररिस्थित में जसे बा़ आद्रि में
पी े से आयेवाली गाडी को आगे जायेवाली गाडी र्ा अवरोि के अििक ियकट ंाकर लार्ा जा सकता
ह, लेद्रकय ऐसे मामलों में र्ह सुियिचितत द्रकर्ा जाया ाािहए द्रक िसगयलिंलग से्िय में प्रवेि करये से पहले
िूसरी गाडी/ई.एम.र्ू./मेमू को उपर्ु्त सतका ता आिेि द्रिर्ा गर्ा ह

(iii) द्रकसी स्वाािलत रोक िसगयल को ‘ य’ िस्थित में पार करये के बाि गाडी का गार्ा र्ह ियगरायी र ेगा
द्रक लोको पार्लट ियिााररत गित को पार यहं करें ई.एम.र्ू./ मेमू गािर्र्ों के मामतले में र्द्रि मोटरमय
ियिााररत गित को पार कर जाता ह तो गार्ा(जब मोटरमय के साथ र्ात्रा यहं कर रहा हो) मोटरमय को
ाेतावयी िेये के िलए बेलकोर् पर तीय िवराम तीय (000 पकज 000) का र्ंटी बजार्ेगा रर सा.िय.4.45
में ियिााररत ियर्मायुसार कारावाई करे गा अन्र् गािर्र्ों के मामले में भी र्द्रि लोको पार्लट ियिााररत
गित को पार कर जाता ह तो गार्ा सा.िय.4.45 के अयुसार कारावाई करे गा
9.08 नकहरी (लिंसिगल) लानय पर स्वाािलत ब्यलकक पिित में गािर्र्ों के संाालय का प्रभारी (नं ााजा) वर्िि :
1) जहॉं के न्िीकृ त र्ातार्ात ियर्ंत्रण (सेन््लान्र् ्द्रफक कन््ोल) प्रािलत ह उय स्थायों को ोडकर,स्टेियों
पर रर उयके बीा गािर्र्ों के संाालय की िज मेिारी स्टेिय मास्टर पर होगी
2) िजस सेकिय पर के न्िीकृ त र्ातार्ात ियर्ंत्रण (सेन््लान्र् ्द्रफक कन््ोल) प्रािलत ह, वहॉं उप ियर्म
(3) में जसा उपबंिित ह उसके िसवार्, के न्िीकृ त र्ातार्ात ियर्ंत्रण परराालक (सेन््लान्र् ्द्रफक
कन््ोल परे टर) पूरे से्िय में गािर्र्ों के संाालय के िजए िज मेिार होगा
3) िजस से्िय में के न्िीकृ त र्ातार्ात ियर्ंत्रण (सेन््लान्र् ्द्रफक कन््ोल) प्रािलत ह वहॉं, आपात िस्थित
में र्ा िविेर्ष अयुिि
े ों द्वारा ियिााररत ूपप में स्टे िय र्ा उसके द्रकसी भाग पर गािर्र्ों का संाालय स्टेिय
मास्टर अपये हाथ में ले सकता ह र्ा उसे सौंपा जा सकता ह जब नस प्रकार आपात ियर्ंत्रण हस्तान्तररत
द्रकर्ा जाता ह तो स्टेिय मास्टर,स्टेिय पर र्ा स्टेिय के द्रकसी भाग पर गािर्र्ों के संाालय का प्रभारी
(नं ााजा) वर्िि होगा रर स्टेिय का कार्ााालय उपियर्म (1) के अयुसार द्रकर्ा जाएगा
ग. िोहरी (र्बल )रर नकहरी (लिंसिगल) िोयों लानयों पर लागू ियर्म :

9.09 के न्िीकृ त र्ातार्ात ियर्ंत्रण ा ेत्र में गािर्र्ों का संाालय-िजस से्िय पर के न्िीकृ त र्ातार्ात ियर्ंत्रण प्रािलत
ह, उसमें गािर्र्ों का संाालय िविेर्ष अयुिि े ों के अयुसार द्रकर्ा जार्ेगा
9.10 स्वाािलत ब्यलकक िसगयल वाले से्िय में डी गािर्र्ों की रा ा :
1) र्द्रि कोई गाडी स्वाािलत ब्यलकक िसगयल से्िय में ूपक जाती ह तो गाड्रेंट तुरंत पी े की ओर हण्र्
िसगयल द्रि ाएगा रर र्ह सुियिचितत करे गा द्रक िप ला बोर्ा र्ा पी े की बत्ती िीक से जल रही ह
2) र्द्रि गाडी द्रकसी िुर्टा या, राबी अथवा अवरोि के कारण ूपकी हे ओर आगे ब़ यहं सकती ह तो लोको
पानलट ियिााररत कोर् में सीटी बजाएगा रर गाडी को ियर्म 6.03 के तहत सुरा ा प्रिाय करे गा िसवार्
नसके द्रक ूपकी एई गाडी की लानय की र ा के िलए गाडी से 90 मीटर की िूरी पर एक िर्टोयेटर र ग े ा
रर नसी प्रकार गाडी से कम से कम 180 मीटर की िूरी पर र्ा ऐसी िूरी पर जो िविेर्ष अयुिेिों द्वारा
ियर्त की गई ह, िो िर्टोयेटर जो एक िूसरे से 10 मीटर िूर होंगे, र े जाएंगे
9.11 लोको पार्लट द्वारा राबी की सूाया िेया :
1) जब द्रकसी लोको पार्लट को स्वाािलत रोक (स्टकप) िसगयल ‘ य’ िस्थित में पार करया पडे तो वह
िविेर्ष अयुिेिों ा रा ियिााररत ियर्मायुसार अगले ररपोर्टिंगटग स्टे िय र्ा के िबय पर ही अपयी गाडी रोक
िेगा रर उसये जो स्वाािलत रोक (स्टकप) िसगयल ‘आय’ िस्थित में पास द्रकए हें उयकी िवस्तृत ररपोटा
िेगा
164
2) ररपोर्टिंगटग स्टेिय र्ा के िबय का स्टेिय मास्टर र्ा प्रभारी वर्िि नस बात की ररपोटा तुरंत संबिं ित
िसगयल र्ा परराालय अििकाररर्ों को करे गा
स.िय. 9.11 – [i] मंर्ल रे ल प्रबंिक उय स्टेियों र्ा के िबयों को ियर्दिषट करते एए अयुिि
े जारी करें गे, जहॉं लाकों पार्लट
को उय स्वाािलत रोक िसगयलों के िववरण के बारे में ररपोटा करये की आवश्र्कता होगी जो उयके द्वारा ‘ य’
िस्थित में पार द्रकए गए हों नस प्रकार ररपोटा द्रकए गए िसगयलों के िववरण ितिथ, गाडी सं्र्ा, लोको
पार्लट के याम तथा की गई कारा वानर आद्रि स्टेियों र्ा के िबयों द्वारा नस उद्देश्र् से र े गए रिजस्टरों में िजा
द्रकए जाएंगे
[ii] स्वाािलत िसगयल की िवफलताएुँ मंर्ल कार्ाालर् में भी ररकार्ा की जाएगी तथा जाुँा कर र्ह सुियिचितत
द्रकर्ा जाए द्रक द्रकसी प्रकार का कोई होलर् प य हो तथा उय िवफलताओं, र्द्रि कोई हो, को िीघ्रता से िीक
द्रकर्ा गर्ा ह रर संरा ा का पूणा ूपप से धर्ाय र ा गर्ा ह
रटप्पणी : स्वाािलत लिंसगलेलिंलग की िवफलता के िद्यराय गािर्र्ों के प्राालय संबंिी िविेर्ष अयुिेि पररििषट ई में द्रिर्ा
गर्ा ह
9.12 स्वाािलत िसगलय की िवफलता के िद्यराय पद्दित :
जब स्वाािलत िसगयल कल िवफलता कु समर् अथवा अििक िेर तक ालये की संभावया हो तो िविेर्ष
अयुिेिों के तहत ्ेय को संबिं ित से्िय अथवा से्ियों के स्टेिय िर स्टेिय ालाई जाएगी
9.13 स्वाािलत ब्यलकक पद्दित पर र्ातार्ात की द्रििा के िवपरीत गािर्र्ों का संाालय :
स्वाािलत िसगलय ा ेत्र में गािर्र्ॉं के वल र्ातार्ात की ियिााररत द्रििा में ही ालेंगं र्ातार्ात के ियिााररत
द्रििा के िवपरीत गािर्र्ों के संाालय की अयुमित यहं ह र्द्रि आपात िस्थित में द्रकसी गाडी को, र्ातार्ात
की ियिााररत द्रििा के िवपरीत संाालय अियवार्ा ूपप से आवश्र्क ह तो ऐसा के वल िविेर्ष अयुिेिों के
अिीय द्रकर्ा जाएगा जो र्ह सुियिचितत करें गें द्रक उ्त गाडी के पी े की लाईय से िप ले स्टेिय तक साफ
रर अवरोि रिहत ह

9.14 अिास्वााािलत रोक (स्टकप) िसगलय के य िस्थित में होये पर कार्ा िविि :
1) र्द्रि द्रकसी अिास्वााािलत रोक (स्टकप) िसगलय का स्वाल रो (स्टकप) के ूपप में प्राालय द्रकर्ा जाता ह
तो, र्थािस्थित, ियर्म 9.02 र्ा 9.07 लागू होगा
2) र्द्रि अिास्वााािलत रोक (स्टकप) िसगलय का हस्ताािलत रोक (स्टकप) िसगयल के ूपप में कार्ा कर रहा हो
था वह राब हो जाता ह तो उसे अधर्ार् 3 के ्ण्र् एा में विणत संबिं ित ियर्मों के तहत ही पार द्रकर्ा
जा सके गा
3) र्द्रि ड्रेंटाईवर (लोको पाईलट) को अिास्वाल रोक (स्टाप) िसगयल, ‘ य’ िस्थित में पास करये के िलए
उसके यीाे लगे बुलावा (ककलिंलग य) िसगयल को ‘ फ’ करके प्राििकृ त द्रकर्ा जाता ह तो वह र्थािस्थित
ियर्म 9.02 र्ा 9.07 में उिललि त साविाियर्ों का अयुसरण करे गा
9.15 स्वाािलत िसगयल वर्वस्था ा ेत्र में (फाटक) रोक स्टकप िसगयल को ‘ य’ िस्थित के पास करया : र्द्रि लोको
पार्लट स्वाािलत वर्वस्था के ा ेत्र में फाटक रोक (स्टकप) िसगयल को ‘ य’ िस्थित में पाता ह :-
क) र्द्रि ‘ए’ माका र जल रहा ह तो वह र्थािस्थित ियर्म 9.02 र्ा 9.07 के उपबन्िों का पालय करे गा, र्ा
) i) र्द्रि ‘ए’ िानय (माका र) बत्ती बुझी एई ह तो वह फाटक वाले को ाेतावयी िेये के िलए ियिााररत कोर् में
सीटी बजाएगा रर िसगयल के पी े अपयी गाडी डी कर िेगा रर
ii) र्द्रि द्रिय में एक िमयट रर राित्र में िो िमयट प्रतीा ा करये के बाि िसगयल ‘ फ’ यहं होता ह तो वह
अपयी गाडी को सतका तापूवक ा आगे ब़ ाएगा रर समपार (लेवल-क्रकलिंसग) के पहले डी कर िेगा रर

iii) र्द्रि फाटक वाला उपलब्यि ह रर हण्र् िसगयल द्रि ा रहा ह तो समपार (लेवल क्रकलिंसग) से आगे सतका ता
से पार कर सकता ह अथवा

165
iv) र्द्रि फाटक वाला उपलब्यि यहं ह, अथवा उपलब्यि ह परन्तु कोई हण्र् िसगयल यहं द्रि ा रहा ह तब
समपार (लेवल क्रकलिंसग) के पहले गाडी डी कर िेगा रर र्ह सुियिचितत कर लेये के बाि द्रक सडक
र्ातार्ात के िलए फाटक बन्ि ह तथा गेटमय से अथवा उसके य होये पर सहार्क ड्रेंटानवर से हण्र् िसगयल
िमलये पर ड्रेंटानवर ियिााररत कोर् में सीटी बजाएगा रर र्थािस्थित, ियर्म 9.02 र्ा 9.07 के उपबन्िों
का पालय करते एए अगले रोक (स्टकप) िसगयल तक सतका ता से आगे ब़ ेगा
स.िय.9.15 स्वाािलत िसगयलिंलग ा ेत्र में जल रहे ‘ए’ िानय वाले रर जल रहे ‘ए जी’ िानय वाले, य िस्थित में अिा
स्वाािलत फाटक रोग िसगयल को पार करया - र्द्रि लोको पार्लट द्रकसी स्वाािलत िसगयलिंलग ा ेत्र में जल रहे
‘ए जी’ माका र वाले द्रकसी फाटक िसगयजल को य में पाता ह तो -
क) र्द्रि ‘ए’ माका र जल रहा हो लेद्रकय ‘एजी’ माका र की बतती बुझी एई हो तो वह सामान्र् ियर्म 9.02 र्ा
9.07 जसी िस्थित हो, के प्राविायों का पालय करे गा, र्ा
) र्द्रि ‘ए’ माका र की बत्ती बुझी एई हो, लेद्रकय ‘ए’जी’ माका र की बत्ती जली एनर हो तो वह सामान्र् ियर्म
9.15 के ण्र् ( ) के प्रावियों का पालय करे गा , र्ा
ग) र्द्रि ‘ए’ माका र रर ‘एजी’ माका र िोयों की बत्ती बुझी एई हो तो वह फाटक वाला को ाेतावयी िेये के िलए
ियिााररत कोर् का सीअी बजाएगा रर िसगयल के पी े अपयी गाडी को डा कर िेगा उसके बाि वह के वल
िविेर्ष अयुिि े ों के अन्तगात ियिााररत प्रद्रक्रर्ा के अयुसार आगे ब़ ेगा

9.16 िृषटांत िात्र : तीय संकेती रर ाार संकेती िसगयल वर्वस्था में गािर्र्ों के पी े, संकेत के क्रम में स्वत:
पररवताय िय य िात्रों में द्रि ार्ा गर्ा ह र्े िात्र मापक्रम के अयुसार यहं ंाे गए हैं

तीय संकेती िसगयल वर्वस्था वाले ा ेत्रों में गाडी के पीर्े संकेतों के क्रम में स्वत: पररवताय

िात्र

ाार संकेती िसगयल वर्वस्था वाले ा ेत्रों में गाडी के पी े संकेतों के क्रम में स्वत: पररवताय

िात्र

166
अधर्ार् -X
अयुगामी गाडी पिित
10.01 अयुगामी गाडी पिित की आवश्र्क बातें :
1) जहाुँ गािर्र्ों का संाालय अयुगामी गाडी पिित के अयुसार द्रकर्ा जाता ह , वहाुँ उन्हें एक स्टेिय से िूसरे
स्टेिय के िलए एक के बाि एक लगातार उसी द्रििा में उसी लानय पर ऐसे तरीके से एवं ऐसे समर् के
अंतराल में भेजा जा सकता ह जसा द्रक िविेर्ष अयुिेिों द्वारा ियिााररत द्रकर्ा गर्ा ह
2) गािर्र्ाुँ अयुगामी गाडी पिित के अयुसार तब तक यहं ालाई जाएगी जब तक द्रक अगले ब्यलकक स्टेिय के
स्टेिय मास्टर गािर्र्ाुँ लेये की तर्ारी की बावत संिेि का आिाय-प्रिाय यही कर िलर्ा ह रर नसके
अितरर्त जब तक र्ह आश्वािय यहं िे द्रिर्ा गर्ा हो द्रक िजस स्टेिय से अयुगामी गािर्र्ाुँ भेजी जाएगी
उस ओर वह तबित कोई गाडी यहं भेजग े ा जबतक द्रक वे सभी अयुगामी गािर्र्ाुँ उसके स्टे िय पर पएुँा
यहं जाती रर जबतक द्रक उसे िवपरीत द्रििा में गािर्र्ाुँ भेजये की अयुमित यहं िमल जाती
10.02 रे ल संरा ा आर्ु्त को ररपोटा भेजया : जब रे ल के द्रकसी भाग पर ियर्म 7.01 के अिीय अयुगामी गाडी पिित
आरं भ की जाती ह तो उसकी ररपोटा रे ल संरा ा आर्ु्त को तार द्वारा भेजी जाएगी
10.03 अयुगामी गाडी पिित पर गािर्र्ों के संाालय के िलए अयुपालयीर् ितें : अयुगामी गाडी पिित ाालू करये पर
ियि यिलि त ितों का पालय द्रकर्ा जाएगा अथाात -
ए) कोई गाडी तबतक प्रस्थाय यहं करे गी, जब तक ड्रेंटानवर को नस प्रर्ोजय के िलए ियिााररत प्राूपप (फामा)
में िलि त प्रस्थाय प्राििकार यहं द्रिर्ा जाता रर उससे उसकी िलि त अिभस्वीकृ ित यहं िमल जाती
र्द्रि गाडी का उस स्टेिय पर ूपकया ियिााररत यहं ह तो उसके ा नस काम के िलए रोका जाएगा
बी) प्रस्थाय प्राििकार में, उस अगले स्टेिय का याम, िजस पर उसे ूपकया ह, गित िजससे उसे ालया ह ओर
उससे पहले जायेवाली गाडी के ू टये के वास्तिवक समर् का उलले द्रकर्ा जाएगा
सी) आगे जाये वाली हर गाडी के ड्रेंटानवर रर गार्ा को नस बात की सूाया िी जाएगी द्रक उयके पी े एक
अयुगामी गाडी ालेगी तथा नस बात की भी सूाया िी जाएगी द्रक वह अयुगामी गाडी लगभग द्रकतये
समर् बाि प्रस्थाय करे गी
र्ी) द्रकसी स्टेिय से कोई अयुगामी गाडी तब तक यहं ालेगी जबतक द्रक उससे पहले वाली गाडी को प्रस्थाय
द्रकए कम से कम 15 िमयट र्ा िविेर्ष अयुिेिों द्वारा ियर्त उससे कोई कम समर् बीत यहं गर्ा ह
ई) पहली गाडी के पी े ालये वाली सभी गािर्र्ाुँ समाय गित से ालाई जाएगी रर वह गित िविेर्ष
अयुिेिों के अिीय के िसवार्, 25 द्रकलोमीटर प्रित र्ंटे से अििक यहं होगी
एफ) अगले ब्यलकक स्टेिय को हर गाडी के प्रस्थाय का वास्तिवक समर् रर िप ले ब्यलकक स्टेिय को हर गाडी के
पएुँाये का वास्तिवक समर् तत्काल सूिात द्रकर्ा जाएगा , तथा
जी) द्रकन्हं िो ब्यलाक स्टेियों के बीा एक ही समर् में ालये वाली अयुगामी गािर्र्ों की सं्र्ा िोयो स्टेियों
की िूरी के हर 5 द्रकलोमीटर पर एक गाडी से अििक यहं होगी रर जतब तक िविेर्ष अयुिेिों द्वारा
अयुमित यहं िमल जाती तब तक, ााहे स्टेियों के बीा की िूरी द्रकतयी ही ्र्रों य हो, नय अयुगामी
गािर्र्ों की सं्र्ा ाार से अििक यहं होगी

10.04 अयुगामी गाडी पिित पर ड्रेंटानवर र्ा गार्ा को प्रस्थाय प्राििकार िेया :
1) गार्ा र्ा लोको पार्लट को प्रत्र्ेक प्रस्थाय प्राििकार स्टेिय मास्टर अथवा िविेर्ष अयुिेिों के अििय नस
काम के िलए ियर्ु्त द्रकसी अन्र् रे ल सेवक द्वारा द्रिर्ा जाएगा

2) जब उप-ियर्म (i) के अिीय प्रस्थाय प्राििकार ड्रेंटानवर को द्रिर्ा जाता हे तो उसकी एक प्रित गार्ा को भी
िी जाएगी
3) र्द्रि उप-ियर्म (i) के अिीय प्रस्थाय प्राििकार ड्रेंटानवर को द्रिर्ा जाता हे तो वह -
क) र्ा जो स्वर्ं गार्ा द्वारा ड्रेंटानवर को सौंप द्रिर्ा जाएगा, अथवा

167
) उस पर गार्ा के हस्ताा र होये के बाि र्ा तो स्टेिय मास्टर अथवा िविेर्ष अयुिेिों द्वारा नस काम के
िलए ियर्ु्त द्रकसी अन्र् रे ल सेवक द्वारा ड्रेंटानवर को सौंप द्रिर्ा जाएगा
4) उप- ियर्म (2) र्ा (3) के अिीय ड्रेंटानवर को प्रस्थाय प्राििकार तब तक यहं द्रिर्ा जाएगाए जब तक द्रक -
क) उसकी गाडी प्रस्थाय करये के िलए तर्ार यहं ह, रर
) र्द्रि उसकी गाडी द्रकसी िूसरी गाडी को पास करये के िलए प्रतीा ा कर रही ह तो जब तक बाि वाली
संपण
ू ा गाडी अन्िर यहं आ जाती ह रर उस पहली गाडी के िलए परराािलत लानय पूरी तरह से साफ
यहं हो जाती ह
10.05 अयुगामी गाडी पिित पर प्रस्थाय प्राििकार :
अयुगामी गाडी पिित पर िलि त प्रस्थाय प्राििकार का प्रर्ोग िय यिलि त प्राूपप (फामा) में होगा -

क्रम सं. ................ ....................................... रे ल


अयुगामी गाडी पिित
प्रस्थाय प्राििकार
अप ( र्ा र्ाउय )

गाडी सं. ..................... प (र्ा र्ाउय)

समर् ...................... र्ंटे ............................ िमयट .................................

..................................................स्टेिय से ................................................. स्टेिय तक

लोको पार्लट एवं गार्ा हेतु


(1) आपको अपयी गाडी के साथ .................... स्टेिय से .......................... स्टेिय तक प्रस्थाय करये के
िलए प्राििकृ त द्रकर्ा जाता ह
*(2) आपकी गाडी के आगे जाये वाली गाडी सं. ................. नस स्टेिय से ................. र्ंटे ............
िमयट पर िूरी ह
*(3) गाडी सं. ........... आपकी गाडी के पी े नसे स्टेर्ाय से ........... र्ंटे ......... िमयट पर ू टेगी

(4) आप से अपेा ा ह द्रक आप ............... द्रकलोमीटर प्रित र्ंटे की प्रितबंिित गित का पालय करें गे

हस्ताा र : ...........................
............. का स्टेिय मास्टर
स्टेिय की मुहर
गार्ा के हस्ताा र ............... स्टेिय पर

*जो लागू य हो उसे काट िें


स्टेिय पर पहूुँाते ही ड्रेंटानवर तुरन्त र्ह रटकट स्अेिय मास्टर को र्ा नसे लेये के िलए प्राििकृ त द्रकसी अन्र् वर्िि को
िे िेगा रर वह वर्िि नसे तत्काल रद्द करके अिभले (ररकार्ा) में र लेगा

168
10.06 िय यिलि त गाडी प्रणाली पर गाडी को आगे ब़ ाये के प्राििकार की समूिात तर्ारी हेतु िज मेिारी :
1) ियर्म 10.04 के उप-ियर्म (1) के तहत लोको पार्लट को जब गाडी आगे ब़ ाये का प्राििकार द्रिर्ा जाता
ह तब स्टेिय मास्टर र्ह िे ग े ा द्रक
(ए) नस उद्देश्र् के िलए उपलब्यि ियिााररत फामा में नसे िीक-िाक भरा गर्ा ह, रर
(बी) नस पूणा हस्ताा र द्रकर्ा गर्ा ह
2) र्द्रि ियर्म 10.04 के उप-ियर्म (1) के अिीय ड्रेंटानवर को प्रस्थाय प्राििकार द्रिर्ा जाता ह तो वह नस
बावत अपया समािाय कर लेगा द्रक उसे द्रिर्ा गर्ा प्रसथाय प्राििकार नस हेतु ियिााररत प्राूपप (फामा) में
िीक-िीक रर पूरी तरह तर्ार द्रकर्ा गर्ा ह रर वह तब तक अपयी गाडी लेकर आगे यहं ब़ ेगा जब तक
द्रक उसमें कोई भू-ाूक थी, तो उसे सुिार यहं द्रिर्ा गर्ा ह
3) र्द्रि ियर्म 10.04 के उप-ियर्म (3) के अिीय गाडी के गार्ा को प्रस्थाय प्राििकर द्रिर्ा जाता हे तो
ड्रेंटानवर को सौंपये से पहले वह भी नसी तरह अपया समािाय कर लेगा

10.07 अयुगामी गाडी पिित पर आती एई गाडी र्ा गािर्र्ों के मागा में अवरोि : जब तक र्ह संाालय पिित लागू ह,
तब तक द्रकसी आती एई गाडी के मागा में बाय गतम स मु (फे लिंसग) काुँटों के बाहर लानय को अवूपि यहं
द्रकर्ा जाएगा

10.08 अयुगामी गाडी पिित के अयुसार संाालय की समािि : र्ह ियश्ार् कर लेये पर द्रक उसी द्रििा में ओर
अयुगामी गािर्र्ाुँ यहं भेजी जाएगी स्टेिय मास्टर उसकी सूाया संिेि द्वारा अगले ब्यलकक स्टेिय को भेजग
े ा
उसके बाि उय िोयो स्टेियों के बीा द्रकसी भी द्रििा में कोई रर गाडी तब तक यहं भेजी जाएगी जब तक द्रक
अंितम गाडी अगले ब्यलकक स्टेिय पर पएुँा यहं जाती ओर उय िोयों स्टेियों के बीा की लानय साफ यहं हो
जाती
10.09 अयुगामी गाडी पिित पर गािर्र्ों की रा ा :
1) र्द्रि कोई गाडी स्टेियों के बीा ूपक जाए रर वह पाुँा िमयट से अििक ूपकती ह र्ा ूपकये की संभावया
ह तो ियर्म 6.03 के उपबन्िों के अयुसार नसकी रा ा की जाएगी िसवार् नसके द्रक लानय द्रकसी भी गेज
की हो, गार्ा पी े की ओर गाडी से 250 मीटर की िूरी पर एक पटा ा र ग े ा रर 500 मीटर की िूरी पर
िो पटा े र ग े ा, जो एक िूसरे से 10 मीटर िूर होंगे

2) र्द्रि स्टेियों की बीा ूपकी एई गाडी िुर्ट


ा या,
राबी, अवरोि अथवा द्रकसी अन्र् असािारण कारण से
आगे यहं जा सकती ह तो ड्रेंटानवर भी आगे की ओर गाडी की उसी रीित से रा ा की वर्वसथा करे गा जसा
द्रक गार्ा के िलए ियिााररत हे

169
अधर्ार् -XI

पार्लट गार्ा पिित


11.01 पार्लट गार्ा पिित की आवश्र्क बातें : जहाुँ गािर्र्ों का संाालय पार्लट गार्ा पिित के अयुसार द्रकर्ा जाता
ह, वहाुँ - (क) एक रे ल सेवल (िजसे नसमें नसके बाि पार्लट गार्ा कहा गर्ा ह) गािर्र्ों को पार्लट करये के
िलए िविेर्ष ूपप से प्रितियर्ु्त द्रकर्ा जाएगा, तथा
( ) स्टेिय से कोई भी गाडी िबया पार्लट गार्ा के वर्र्थकतगत प्राििकार के यहं ू टेगी
11.02 पार्लट गार्ा पिित पर अयुगामी गािर्र्ों के िलए अयुपालयीर् ितें : स्टेियों के बीा एक ही द्रििा में एक के
बाि एक अयुगामी गािर्र्ाुँ तब तक यहं ालार्ी जार्ेंगी जब तक द्रक -
(क) लोको पार्लट की उससे पहले जाये वाली गाडी के ू टये के समर् की रर उसके ूपकये के अगले स्थाय की
सही प्रकार से ाेतावयी यहं होगी, तथा
( ) सभी गािर्र्ाुँ समाय गित से यहं ालाई जाती हैं रर र्ह गित िविेर्ष अयुिेिों के अिीय के िसवार्, 25
द्रकलोमीटर प्रित र्ंटे से अििक यहं होगी, तथा
(ग) पहले वाली गाडी को ू टे एए पन्िह िमयट यहं बीत ाुके हैं

11.03 पार्लट गार्ा की विी र्ा िबलला : पार्लट गार्ा लाल विी र्ा िबलले से पहााया जार्ेगा
11.04 पार्लट गार्ा का गाडी पर जाया र्ा प्रस्थाय प्राििकार िेया :
1. स्टेिय से काई गाडी तब तक प्रस्थाय यहं करे गी जब तक द्रक ड्रेंटानवर र्ह यहं िे लेता द्रक गाडी के साथ
ियर्म 11.03 में ियिााररत विी पहये एए र्ा िबलला लगाए एए, पार्लट गार्ा ाल रहा ह र्ा उसये स्वर्ं
प्रस्थाय प्राििकार द्रिर्ा ह
2. प्रत्र्ेक गाडी के साथ पार्लट गार्ा जाएगा
3. परन्तु र्द्रि लानय की िूसरी ओर से गाडी ालये से पहलेए नस ओर से िो र्ा िो से अििक गािर्र्ाुँ ालाया
आवश्र्क ह तो पार्लट गार्ा ऐसी गािर्र्ों में से के वल अिन्तम गाडी के साथ ही जाएगा रर उससे पहले
वाली गािर्र्ों को वह स्वर्ं प्रस्थाय प्राििकार िेगा
4. जब पार्लट गार्ा गाडी के साथ जाएगा तब वह नं जय के फु ट प्लेट पर ालेगा

11.05 पार्लट गार्ा के रटकट :


1. र्द्रि पार्लट गार्ा गाडी के साथ यहं जाता ह तो वह गार्ा को (र्ा गार्ा के य होये पर ड्रेंटानवर को), एक पे
एए प्राूपप (फामा) को, स्र्ाही से भली प्राकर भर कर तथा हस्ताा र करे एक पार्लट गार्ा रटकट प्रस्थाय
प्राििकार के ूपप में िेगा
2. ऐसा हर रटकट के वल उस पर िल े एए स्टेिय तक एक ही र्ात्रा के िलए लागू होगा
3. र्द्रि गाडी गार्ा के प्रभार (ााजा) में ह तो वह गाडी के प्रस्थाय से पहले वह रटकट, ड्रेंटानवर को िे िेगा
4. गाडी के आते ही, लोको पार्लट स्टेिय मास्टर को रटकट िे िेगा िजसे वह तुरंत रद्द कर िेगा

11.06 पार्लट गार्ा पिित पर गािर्र्ों की रा ा : र्द्रि कोई गाडी, िजसके पी े िूसरी गाडी जा रही ह, स्टेियों के बीा
लानय पर ूपक जाती ह तो गार्ा रर ड्रेंटानवर ियर्म 10.09 के उपबन्िों के अयुसार उस गाडी की रा ा के िलए
कारा वाई करें गे

170
अधर्ार् -XII

्ेय - स्टाफ रर रटकट पिित

12.01 ्ेय - स्टाफ रर रटकट पिित की आवश्र्क बातें : जहाुँ िो स्टेियों के बीा गािर्र्ों का संाालय ्ेय-स्टाफ रर
रटकट पिित के अयुसार होता ह, वहाुँ -
(क) ऐसे स्टेियों में से के वल एक ही सटेिय पर, एक ्ेय - स्टाफ र ा जाएगा, तथा
( ) द्रकसी भी ऐसे स्टेिय से िूसरे स्टेिय के िलए कोई गाडी तब तक यहं ालाई जाएगी जब तक द्रक वह ्ेय -
स्टाफ उस स्टेिय पर मद्यजूि यहं ह जहाुँ से गाडी ालाई जायी ह रर ालाये की अयुमित िेते समर्
स्टेिय मास्टर ऐसा लोको पार्लट को सुपि ु ा यहं कर िेता र्ा उसे द्रि ा यहं िेता

12.02 र्ह पिित कहाुँ लागू होगी : ्ेय - स्टाफ रर रटकट पिित पर गािर्र्ों का संाालय के वल नकहरी (लिंसगल)
लानय पर ही द्रकर्ा जाएगा रर गािर्र्ों को के वल उन्हं स्टेियों के बीा ालार्ा जाएगा िजन्हें िविेर्ष अयुिेिों
द्वारा ्ेय - स्टाफ स्टेिय र्ोिर्षत कर द्रिर्ा गर्ा ह

12.03 ्ेय - स्टाफ रर रटकट पिित पर अयुगामी गािर्र्ों के िलए अयुपालयीर् ितें : ्ेय - स्टाफ स्टेियों के बीा एक
ही द्रििा में एक के बाि एक अयुगामी गािर्र्ाुँ तब तक यहं ालाई जार्ेंगी, जब तक द्रक -
(क) लोको पार्लट को उससे पहले जाये वाली गाडी के ू टये के समर् की रर उसके ूपकये के अगले स्थाय की
सही प्रकार से ाेतावयी यहं िे िी जाती ह :
( ) सभी गािर्र्ाुँ समाय गित से यहं ालाई जाती हैं ओर र्ह गित िविेर्ष अयुिि
े ों के अिीय के िसवार्, 25
द्रकलोमीटर प्रित र्ंटे से अििक यहं होगी, तथा
(ग) उससे पहले वाली गाडी को ू टे एए पन्िह िमयट यहं बीत ाुके हैं

12.04 लोको पार्लट के पास ्ेय - स्टाफ र्ा ्ेय - स्टाफ रटकट का होया : द्रकसी स्टेिय से कोई गाडी तब तक यहं
प्रस्थाय करे गी जब तक द्रक लानय के िजस से्िय पर उसे जाया ह उसके िलए ्ेय - स्टाफ र्ा ्ेय - स्टाफ
रटकट लोको पार्लट के पास यहं ह रर िजसे वह अपये साथ र्ात्रा पर ले जाएगा

12.05 ्ेय - स्टाफ र्ा ्ेय - स्टाफ रटकट लोको पार्लट को कद्यय िेगा : ्ेय - स्टाफ र्ा ्ेय - स्टाफ रटकट लोको
पार्लट को स्टेिय मास्टर र्ा िविेर्ष अयुिि
े ों के अिीय नस काम के िलए ियर्ु्त कोई अन्र् कमााारी िेगा

12.06 ्ेय - स्टाफ र्ा ्ेय - स्टाफ रटकट ड्रेंटानवर को कब द्रिर्ा जाएगा :
1. र्द्रि द्रकसी गाडी के पी े कोई अयुगामी गाडी के जाये का आिर् यहं ह रर उससे पहले िवपरीत द्रििा की
द्रकसी गाडी के िलए ्ेय-स्टकफ की आवश्र्कता ह तो उप-ियर्म (3) के उपबन्िों के अिीय ्ेय-स्टकफ ड्रेंटानवर
को िे द्रिर्ा जाएगा
2. जब ्ेय-स्टकफ की वापसी से पहले, र्द्रि द्रकसी गाडी के पी े अयुगामी गािर्र्ों के जाये का आश्र् ह तो उप -
ियर्म (3) के उपबन्िों के अिीय रहते एए, अिन्तम गाडी के लोको पार्लट के िसवार् अन्र् सभी गािर्र्ों के
ड्रेंटानवरों को ्ेय-स्टकफ रटकट र्ह बताये के िलए द्रिर्ा जाएगा द्रक ्ेय-स्टकफ पी े आ रहा ह, ओर र्ह ्ेय-
स्टकफ अिन्तम गाडी के ड्रेंटानवर को ही द्रिर्ा जाएगा

3. र्द्रि सहार्ता के िलए द्रकसी गाडी के पी े िूसरा नं जय लगा ह तो आगे वाले नं जय के लोको पार्लट ्ेय-
स्टाफ रटकट तथा पी े वाले नं जय के लोको पार्लट को ्ेय-स्टाफ द्रिर्ा जाएगा
परन्तु र्द्रि गाडी के साथ लगे िोयों नं जयों को उस पूरी िूरी तक जाया ह , जहाुँ तक द्रक ्ेय-स्टाफ लागू होता ह
रर उस गाडी के पी े अन्र् अयुगामी गािर्र्ुँ ह तो प्रथम उिललि त गाडी के साथ लगे हर नं जयों के लोको
पार्लट को ्ेय-स्टाफ रटकट द्रिर्ा जाएगा

171
4. र्द्रि द्रकसी गाडी के आगे सहार्ता के िलए एक अन्र् नं जय लगा ह तो र्थािस्थित, ्ेय-स्टाफ र्ा ्ेय-स्टाफ
रटकट सबसे आगे वाले नं जय के लोको पार्लट को द्रिर्ा जाएगा
5. र्द्रि मेटीररर्ल ्ेय को स्टेियों के बीा में ूपकया ह तो ्ेय-स्टाफ लोको पार्लट को िे द्रिर्ा जाएगा
6. ्ेय-स्टाफ र्ा ्ेय-स्टाफ रटकट द्रकसी भी गाडी के लोको पार्लट को तब तक यहं द्रिर्ा जाएगा जब तक द्रक
गाडी प्रस्थाय के िलए तर्ार यहं ह
7. ड्रेंटानवर ्ेय-स्टाफ रटकट को तब तक स्वीकार यहं करे गा जब तक द्रक वह र्ह य िे लें द्रक जो वर्िि उसे
्ेय-स्टाफ रटकट िे रहा ह उसके पास उस समर् ्ेय-स्टाफ मद्यजूि ह
12.07 ्ेय-स्टाफ का नं जय पर रहया : र्द्रि ्ेय-स्टाफ गाडी के लोको पार्लट को द्रिर्ा जाता ह तो वह उसे नं जय पर
नस हेतु ियिााररत सुस्पषट स्थाय पर र ग
े ा
12.08 जब तक ्ेय-स्टाफ वापस यहं आ जाता तब तक गािर्र्ों को प्रस्थाय य करये द्रिर्ा जार् : र्द्रि द्रकसी गाडी का
लोको पार्लट द्रकसी स्टेिय से ्ेय-स्टाफ ले गर्ा ह तो कोई अन्र् गाडी उसी स्टेिय से प्रथम उिललि त गाडी के
पी े तब तक प्रस्थाय यहं करे गी जब तक द्रक ्ेय-स्टाफ उस स्टेिय पर वापस यहं आ जाता

12.09 गाडी पएुँाये पर ्ेय-स्टाफ र्ा ्ेय-स्टाफ रटकट का सौंपा जाया रर रटकट को रद्द करया :
1. िजस स्टेिय तक के िलए ्ेय-स्टाफ र्ा ्ेय-स्टाफ रटकट द्रिर्ा गर्ा ह उस स्टे िय पर गाडी के पएुँाये पर लोको
पार्लट तुरन्त वह ्ेय-स्टाफ र्ा ्ेय-स्टाफ रटकट स्टे िय मास्टर को अथवा िविेर्ष अयुिि
े ों के अिीय उसको लेये के
िलए ियर्ु्त द्रकसी रे ल कमााारी को िे िेगा

2. िजस वर्िि को ऐसा कोई ्ेय-स्टाफ रटकट द्रिर्ा जाएगा वह उसे तुरन्त रद्द कर िेगा

12.10 ्ेय-स्टाफ रर रटकट पिित में नं जय के असमथा हो जाये पर कार्ािविि :


1. र्द्रि ्ेय - स्टाफ लेकर जाये वाला नं जय िो स्टेियों के बीा राब हो जाता ह तो फार्मय उस ्ेय-स्टाफ
को लेकर उस स्टेिय की द्रििा में जाएगा जहाुँ उसे सबसे अच ी सहार्ता िमल सकती ह िजससे द्रक ्ेय-
स्टाफ उस स्टेिय पर सहार्ताथा जाये वाले नं जय के लोको पार्लट को सुपि ु ा करये के िलए उसे स्टे िय पर
उपलब्यि हो सके

2. र्द्रि ्ेय-स्टाफ रटकट लेकर जाये वाला नं जय िेा स्टेियों के बीा राब हो जाता हे तो सहार्ता
सािारणत: के वल उस स्टेिय से माुँगी जाएगी जहाुँ पर द्रक ्ेय-स्टाफ ोडा गर्ा ह, द्रकन्तु र्द्रि सहार्ता
िवपरीत द्रििा के स्टेिय से अििक िीघ्र िमल सकती ह तो ्ेय-स्टाफ को से्िय के िूसरी ओर भेजये के
िलए तुरन्त आवश्र्क कारा वाई की जाएगी
3. र्द्रि कोई नं जय िो स्टेियों के बीा राब हो जाता ह तो फार्रमय सहार्ताथा जाये वाले नं जय के साथ उस
स्थाय तक जाएगा
12.11 ्ेय-स्टाफ रटकट र ये की िविि : ्ेय-स्टाफ रटकट नस प्रर्ोजय के िलए द्रिर्े गए रटकट बक्स में र े जाएंगे
रर उयके अन्िर लगे लिंस्प्रग में फं सा द्रिर्ा जाएगा, तथा उस बक्स को ोलये की ााभी वही ्ेय-स्टाफ होगा
िजससे द्रक वह रटकट संबंिित ह
12.12 ्ेय-स्टाफ र ये की िविि : र्द्रि ्ेय-स्टाफ द्रकसी स्टेिय पर ह तो उसे बक्स में यहं ोडा जार्ेगा, बिलक
वहस्टेिय मास्टर की सुरिा त अिभरा ा में रहेगा
12.13 ्ेय-स्टाफ रटकटों पर बक्सों पर पहााय िानय :
1. प्रत्र्ेक ्ेय-स्टाफ पर, संबिं ित लानय के भाग के िोयों ओर के ्ेय-स्टाफ स्टेियों का याम अंद्रकत होगा
2. लानय के अलग-अलग भागों के िलए ्ेय-स्टाफ रटकट रर उयके ब्सों की पहााय अलग-अलग रं गो से
होगी
3. ‘अप’ रर ‘र्ाउय’ ्ेय-स्टाफ, ्ेय-स्टाफ रटकटों के भी अलग-अलग पहााय िानय होंगे

172
12.14 ्ेय-स्टाफ रटकट का प्राूपप (फामा) : प्रत्र्ेक ्ेय-स्टाफ रटकट िय यिलि त प्राूपप (फामा) में होगा, अथाात :-

रटकट यं. ........................... .............................. रे ल

्ेय-स्टाफ रटकट
अप (र्ा र्ाउय)

गाडी यं. ..........................................

समर् .................................... र्ंटे ...................................... िमयट ....................................

लोको पार्लट,

आपको ................................................................. स्टेिय से ................................................. स्टेिय


तक जाये के िलए प्राििकृ त द्रकर्ा जाता ह रर ्ेय-स्टाफ बाि में भेजा जाएगा आपसे आगे जाये वाली गाडी सं.
...................... के ू टये का समर् ................... र्ंटे .................... िमयट ह

हस्ताा र ........................................
................................ स्टेिय की मुहर (स्ट प)
तारी ...................................

(रटकट के पी े )

लोको पार्लट नस रटकट को तब तक स्वीकार यहं करे गा जब तक वह लानय के उस भाग के ्ेय-स्टाफ को िे यहं
लेता िजसमे उसे प्रवेि करया ह

लोको पार्लट पएुँाते ही तुरंत नस रटकट को स्टेिय मास्टर को अथवा नसे प्राप्त करये के िलए प्राििकृ त वर्िि को िे
िेगा रर वह वर्िि उसे तुरंत रद्द कर िेगा

12.15 जारी द्रकए गए ्ेय-सटाफ रटकटों का अिभले (ररकार्ा) : स्टेिय मास्टर जारी द्रकए गए प्रत्र्ेक ्ेय-स्टाफ रटकट
का अिभले (ररकार्ा) एक रिजस्टर में र ग
े ा िजसमें प्रत्र्ेक रटकट का य बर तथा िजस गाडी के िलए वह जारी
द्रकर्ा गर्ा, िजा द्रकर्ा जाएगा

12.16 ियकट (होम) िसगयल के बाहर अवरोि : ियकट (होम) िसगयल के बाहर की लानय तब तक अवूपि यहं की
जाएगी जब तक द्रक लानय अवूपि होये वाले भाग का ्ेय-स्टाफ स्टेिय पर यहं ह

12.17 ्ेय-स्टाफ रर रटकट पिित में गािर्र्ों की रा ा : र्द्रि कोई गाडी िजसके पी े एक िूसरी गाडी आ रहं ह,
स्टेियों के बीा लानय पर ूपक जाती ह तो गार्ा रर लोको पार्लट ियर्म 10.09 के उपबन्िों के अयुसार उस
गाडी की रा ा के िलए कारा वाई करें गे

173
168
अधर्ार् -XIII
के वल एक गाडी पिित
13.01 के वल एक गाडी पिित का प्रर्ोग : के वल एक गाडी पिित के अयुसार गािडर्ाुँ िसफा नकहरी (लिंसगल)
लानय की ोटी टिमयल िा ाओं पर ही ालाई जा सकती ह

13.02 के वल एक गाडी पिित की आवश्र्क बातें : जहाुँ गािडर्ों का संाालय के वल एक गाडी पिित के अयुसार
द्रकर्ा जाता ह, िजस से्िय पर वह पिित लागू ह उस पर एक समर् में के वल एक ही गाडी रहेगी

13.03 से्िय में प्रवेि करये का प्राििकार : लोको पार्लट गाडी से्िय में तब तक यहं ले जाएगा जब तक द्रक
उसके पास िविेर्ष अयुिेिों के अिीय ियिााररत प्रस्थाय प्राििकार यहं ह

13.04 के वल एक गाडी पिित में िुर्टा या होये र्ा गाडी के असमथा हो जाये पर कार्ा िविि :
1. (क) र्द्रि गाडी असमथा हो जाती ह ओर उसे सहार्ता की आवश्र्कता होती ह अथवा कोई िुघ्टाया हो जाये
पर गाडी का आगे ब़ या अस भव हो जाता ह तो, ियर्म 6.03 के उपबन्िों के अयुसार, गाडी की उस द्रििा
में रा ा की जाएगी िजिर से र्द्रि आवश्र्क ह तो, सहार्ता प्राप्त की जा रही ह
( ) र्द्रि गाडी का गार्ा उस स्टेिय मास्टर को, जहाुँ से सबसे अच ी सहार्ता प्राप्त हो सकती ह, उय
पररिस्थितर्ों की सूाया िेगा िजयमें गाडी असमथा एई ह तथा आगे यहं ब़ सकती ह रर र्द्रि गार्ा के
िलए उस स्टेिय को जाया आवश्र्क ह, तो वह लोको पार्लट को िलि त अयुिेि िेगा द्रक वह उयकी
वापसी तक गाडी को डी र ें रर वह उयसे िलि त अिभस्वीकृ ित प्राप्त कर लेगा

2. (क) ऐसा स्टेिय मास्टर, र्द्रि वह आिार स्टेिय का स्टेिय मास्टर यहं ह तो, आिार स्टेिय के स्टेिय
मास्टर को नसकी सूाया िेगा ऐसी सूाया की प्रािि पर, आिार स्टेिय का स्टेिय मास्टर िूसरे
नं जय को लानय पर प्रवेि करये की अयुमित िे सकता ह
( ) नस प्रकार भेजे जाये वाले नं जय के साथ र्ा तो असमथा गाडी का गार्ा रहेगा, जो लोको पार्लट को
र्ह बताएगा द्रक ऐसी असमथा गाडी कहाुँ ह रर उसकी पररस्थित ्र्ा ह र्ा नसे प्रकार भेजे जाये
वाले नं जय के लोको पार्लट को एक िलि त प्राििकार द्रिर्ा जाएगा िजसमें ऐसे अयुिि े होंगे
िजससे असमथा एई गाडी के स्थाय तथा पररिस्थितर्ों का ्ाय हो सके रर ऐसे अयर् िववरण भी
रहेंगे जो, असमथा एई गाडी के गार्ा के साथ य होये की द्रििा में, लानय पर प्रवेि करये के िलए
आवश्र्क ह
3. असमथा एई गाडी का गार्ा उस लानय के सुरिा त रर समुिात संाालय के िलए तब तक िज मेिार रहेगा
जब तक द्रक असमथा एई गाडी वहाुँ से ाल यहं िेती ओर उसकी सहार्ताथा गर्ा एआ कोई अन्र् नं जय
आिार स्टेिय पर वापस यहं पएुँा जाता
4. र्द्रि असमथा एई गाडी का गार्ा यहं ह तो फार्रमय र्ा सहार्क लोको पार्लट आवश्र्कतायुसार, लोको
पार्लट नस ियर्म द्वारा गार्ा को सौंपे गए कत्तावर्ों का पालय करे गा, परन्तु र्ह तब जब ियर्म 4.20 के
अयुसार नं जय को ाालक िल रिहत य ोडा जाए

174
अधर्ार् -XIV
ब्यलकक प्राालय
क) - सािारण उपबन्ि

14.01 लानय ि्लर्र िेये र्ा लेये के सािय : एक ब्यलकक स्टेिय से िूसरे ब्यलकक स्टेिय तक जाये वाली प्रत्र्ेक गाडी
का परराालय िय यिलि त द्रकसी एक र्ा एक से अििक साियों द्वारा िवियर्िमत द्रकर्ा जाएगा, अथाात -

(क) टोकय र्ा टोकय रिहत द्रकस्म के िवोुत ब्यलकक र्ंत्र ,


( ) ्क सर्दकट
(ग) िुरी काउण्टर, र्ा
(र्) िवोुत संाार र्ंत्र

14.02 र्ंत्रों की वर्वस्था :


1. ‘‘र्ी’’ ्लास स्टेियों के िसवार्, जहाुँ उयकी वर्वस्था िविेर्ष अयुिेिों के अन्तगात की जा सकती ह, सभी
स्टेियों पर िवोुत संाार र्ंत्रों की वर्वस्था की जाएगी
2. (क) द्रकसी भी स्टेिय पर िवोुत, ब्यलकक र्ंत्र, जहाुँ भी वे लगे हैं, ओर िवोुत संाार र्ंत्र ऐसी द्रकस्म के
होंगे जो रे ल संरा ा आर्ु्त अयुमोद्रित करे रर उयका प्रथम बार प्रर्ोग तब तक यहं द्रकर्ा जाएगा जब
तक द्रक वह उन्हें पास यहं कर िेता
( ) िवोुत ब्यलकक र्ंत्रों र्ा िवोुत संाार र्ंत्रों की िे भाल का प्रभारी (नं ााजा) वर्िि , रे ल संरा ा
आर्ु्त की स्वीकृ ित के िबया, प्रथम बार में प्रर्ु्त र्ंत्रों ओर संबिं ित उपस्करों के बिले में द्रकयहं र्ंत्रों
रर उपस्कारों को लगाये की अयुमित यहं िेगा जो ण्र् (क) में विणत ितों की पूित यहं करते
14.03 ब्यलकक प्राालय उपस्कर में हस्ता ेप करये से पहले सहमित आवश्र्क : स्टेिय मास्टर की पूवा सहमित के
िबया, कोई रे ल सेवक मर मत करये र्ा द्रकसी अन्र् प्रर्ोजय के िलए ब्यलकक प्राालय उपस्कर र्ा उयके कलपुजों
में काई हस्ता ेप यहं करे गा
( ) िवोुत ब्यलकक र्ंत्र, ्क सर्दकट अथवा िुरी काउण्टरों से वर्विस्थत ब्यलकक स्टेिय
14.04 सा मता प्रमाणपत्र (सर्टिगटद्रफके ट फ क पीटेन्सी) :
1. कोई भी वर्िि िवोुत ब्यलकक र्ंत्रों का प्राालय तब तक यहं करे गा, जब तक द्रक उसये ब्यलकक र्ंत्रों के
प्राालय की परीा ा पास यहं कर ली हे रर जब तक द्रक उसके पास रे ल प्रिासय द्वारा नस काम के िलए
ियर्ु्त रे ल सेवक का द्रिर्ा गर्ा सा मता प्रमाण-पत्र (सर्टिगटद्रफके ट फ क पीटेन्सी) यहं ह
2. उप ियर्म (1) में उिललि त सा मता प्रमाण-पत्र (सर्टिगटद्रफके ट फ क पीटेन्सी) के वल तीय वर्षा र्ा उससे
अििक ल बी ऐसी द्रकसी अविि के िलए िवििमान्र् होगा जो िविेर्ष अयुिेिों द्वारा ियिााररत की जाए
स.िय.14.04 (i) द्रकसी भी वर्िि को द्रकसी ब्यलकक र्ंत्र को परराािलत करये के िलए तब तक अयुमित यहं िी जायी
ाािहए जब तक उसये संतोर्षजयक ढंग से ियिााररत परीा ा उत्तीणा यहं कर िलर्ा हो ओर उसके पास उिात
तरीके से प्राििकृ त सा मता का प्रमाण - पत्र यहं हो
प्रमाण-पत्र 3 वर्षों की अविि के िलए वि होगा प्रिायााार्ा / ा ेत्रीर् रे ल प्रििा ण संस्थाय ििा ण प्राप्त कर रहे
संबंिित कमााारी को प्रारं िभक, प्रोन्यित ओर पुयश्ार्ाा पाठ्यक्रम की समािि के बाि ब्यलकक सा मता का आवश्र्क
प्रामण-पत्र जारी करें गे
जहाुँ, तथािप, द्रकसी कारण से कमाााररर्ों को 3 वर्षों की अविि के भीतर पुश्ार्ाा पाठ्यक्रम के िलए यहं भेजा
जाता हो, वहाुँ प्रिायााार्ा / ा ेत्रीर् रे ल प्रििा ण संस्थाय द्वारा जारी द्रकए गए सा मता प्रमाण-पत्र की विता को

175
संबंिित र्ा िय.(एम) /स्टेिय प्रबंिक ओर से्िय नं जीियर्र (िसगयल) द्वारा कमााारी का संर्ु्त ूपप से पुय:
परीा ण करये के बाि ही स्थायीर् स्तर पर के वल एक वर्षा की अविि के िलए ब़ ार्ा जा सकता ह
विता के िवस्तार को र्ा. िय.(एम)/स्टेिय प्रबंिक रर से्िय नं जीियर्र (िसगयल) द्वारा प्रमािणत करये के बाि
नस पर वररषि मंर्ल संरा ा अििकारी/ मंर्ल संरा ा अििकारी र्ा नस प्रर्ोजय के िलए उिात तरीके से प्राििकृ त
सहार्क परराालय प्रबंिक द्वारा प्रितहस्ताा ररत द्रकर्ा जाएगा
(ii) र्ा.िय.(एम)/स्टेिय प्रबंिक रर से्िय नं जीियर्र (िसगयल) के पास भी स.िय. 14.04 (i) के अन्तगात अपये
कार्ा को स पाद्रित करये के उद्देश्र् से ब्यलकक सा मता के िलए वररषि मंर्ल िसगयल एवं िूरसंाार नं जीियर्र/
मंर्ल िसगयल एवं िूरसंाार नं जीियर्र/ प्रिायााार्ा, ा ेत्रीर् रे ल प्रििा ण संस्थाय का वि सा मता प्रमाण-पत्र
अवश्र् होया ाािहए
14.05 र्ंटी कोर् : गािडर्ों को संकेत िेये के िलए र्ंटी संकेतों के िय यिलि त कोर् का प्रर्ोग द्रकर्ा जाएगा ओर नयकी
एक प्रित प्रत्र्ेक ब्यलकक स्टेिय पर ब्यलकक उपस्कर के प्राालय स्थाय के पास प्रििित की जाएगी, अथाात:-
ियिदेशि संकेत कोर् संकेत िविि अिभस्वीकृ ित की रीित
1. धर्ायाकर्षाण (ककल अटेन्िय) र्ा टेलीफोय सुियए 0 एक र्ंटी र्ा बीट एक र्ंटी र्ा बीट
2. ्र्ा लानय ि्लर्र ह र्ा लानय ि्लर्र पू ता 00 िो िो
3. गाडी का ब्यलकक से्िय में प्रवेि 000 तीय तीय
4. (क) गाडी का ब्यलकक से्िय से बाहर होया 0000 ाार ाार
( ) अवरोि को हटाया
5. (क) अंितम र्ंटी िसगयल रद्द करो 00000 पाुँा पाुँा
( ) र्ंटी संकेत गलती से द्रिर्ा गर्ा ह
6. (क) अवरोि तरा र्ंटी संकेत (सािारण) 000000 ह ह
( ) रोको रर गाडी की जाुँा करो 000000.0 ह-िवराम-एक ह-िवराम-एक
(ग) गाडी-िप ली बत्ती(टेल) ल प र्ा िप ला 000000.00 ह-िवराम-िो ह-िवराम-िो
(टेल) बोर्ा के िबया गई ह
(र्) गाडी िवभािजत हो गर्ी ह 000000.000 ह-िवराम-तीय ह-िवराम-तीय
(र्.) वाहय िोहरी(र्बल) लानय पर गलत द्रििा 000000.0000 ह-िवराम-ाार ह-िवराम-ाार
में र्ा नकहरी (लिंसिगल) लानय के ब्यलकक से्िय
में ियकल भागे हैं
(ा) वाहय िोहरी (र्बल) लानय पर सही द्रििा 000000.00000 ह-िवराम-पाुँा ह-िवराम-पाुँा
में ियकल भागे हैं
7. परीा ा (टेलिंस्टग) 0000000000000000 सोलह सोलह
योट : 1) ‘0’ एक स््ोक र्ा एक बीट का सूाक ह रर ‘—‘ िवराम का सूाक ह
2) प्रत्र्ेक िसगयल िीरे -िीरे रर साफ-साफ द्रिर्ा जाएगा
3) संिभा सं 3 ओर 4 के अंतगात ब्यलकक प्रमािणत करये वाला िुरी काउं टर र्ा ्क सर्दकट से वर्विस्थत वसे र्

में र्ंटी कोर् का आिाय-प्रिाय करया आवश्र्क यहं ह, िजसमें प्रत्र्ेक ोर पर सटेिय र्ार्ा यय-रलिंयग
लानयों को ोडकर पूणा ूपप से ्क सर्दकट से सुसिजितत हो
14.06 र्ंटी संकेतों की अिभस्वीकृ ित :
1) िमलये वाले प्रत्र्ेक र्ंटी संकेत की अिभस्वीकृ ित, उसकी प्राििकृ त अिभस्वीकृ ित भेज कर िी जाएगी
2) द्रकसी र्ंटी संकेत की अिभस्वीकृ ित तब तक यहं िी जाएगी जब तक द्रक वह स्पषट ूपप से समझ यहं आ
जाता
3) कोई र्ंटी संकेत तब तक पूरा एआ यहं माया जाएगा जब तक द्रक नसकी अिभस्वीकृ ित यहं िे िी जाती
4) िजस स्टेिय को र्ंटी संकेत भेजा जाता ह वह र्द्रि उत्तर यहं िेता ह तो कम से कम 20 सेकेण्र् के अन्तर
से वह र्ंटी संकेत तब तक िोहरार्ा जाता रहेगा, जब तक द्रक उत्तर यहं िमल जाता
176
14.07 गाडी िसगयल रिजस्टर :
1) गाडी िसगयल रिजस्टर स्टेिय मास्टर द्वारा अथवा उसके आिेिों के अिीय र ा जाएगा
2) ब्यलकक र्ंत्र का परराालय करये वाला वर्िि िवोुत ब्यलकक र्ंत्रों पर िमलये वाले र्ा भेजे जाये वाले सभी
संकेतों के िमलये तथा भेजे जाये के समर् को अिभस्वीकृ ित के तुरन्त बाि, उ्त रिजस्टर में िजा करे गा
3) नस रिजस्टर में िजा द्रकर्ा गर्ा समर् वास्तिवक समर् होगा, द्रकन्तु एक िमयट के द्रकसी अंि को पूरा
िमयट माया जाएगा
4) नस रिजस्टर में सभी लेि र्ाुँ स्र्ाही से की जाएगी
5) नस रिजस्टर में िजा कोई भी अंि िमटार्ा यहं जाएगा, द्रकन्तु र्द्रि कोई ले ी गलत पाई जाती ह तो
उसके ऊपर लानय नस प्रकार ंा िी जाएगी िजससे उसे द्रकसी भी समर् प़ ा जा सके ओर सही ले ी
उसके ऊपर िजा कर िी जाएगी
6) जो वर्िि उस समर् नस रिजस्टर को र ता ह वह उसमें िजा की गई सभी लेि र्ों रर रिजस्टर के प्रत्र्ेक
ाये के सही-सही भरे जाये के िलए िज मेिार होगा
स.िय.14.07 (क) स्टेिय मास्टर जो द्रकसी गाडी के िलए प्रिविि िजा करता ह ड्यूटी पर तब तक बया रहेगा जब तक उस
गाडी को प्रभािवत करये वाली सभी प्रिवििर्ाुँ पूरी यहं हो जाती नसका अथा र्ह ह द्रक जो वर्िि ब्यलकक ण्र्
में प्रवेि करये के िलए द्रकसी गाडी के िलए लानय ्लीर्र िेता हो वह ड्यूटी पर तब तक बया रहेगा, जब तक
गाडी पएुँा यहं गर्ी हो रर ‘गाडी ण्र् के बाहर ह’ संकेत यहं िे द्रिर्ा गर्ा हो रर उसकी अिभस्वीकृ ित यहं
िमल गई हो वह वर्िि िजसये ब्यलकक ण्र् में प्रवेि करये के िलए द्रकसी गाडी के िलए लानय ्लीर्र प्राप्त
द्रकर्ा हो, ड्यूटी पर तब तक बया रहेगा, जब तक ‘गाडी ण्र् के बाहर ह’ संकेत प्राप्त यहं हो जाता रर उसकी
अिभस्वीकृ ित यहं िे िी जाती ह
( ) जब स्टेिय मास्टर, ड्यूटी बिलता ह तो गाडी िसगयल रिजस्टर के एक ओर से िूसरी ओर एक लानय
आवश्र् ंा िेगा रर ड्यूटी से ु टये वाला स्टेिय मास्टर समर् िजा करते एए अपये याम का हस्ताा र लानय
के ऊपर रर नसी तरह ड्यूटी में आये वाला स्टेिय मास्टर लानय के यीाे उसी प्रकार करे गा
14.08 प्रस्थाय प्राििकार : लोको पार्लट गाडी को ब्यलकक स्टेिय से तब तक यहं ले जाएगा, जब तक द्रक उसे प्रस्थाय
प्राििकार िय यिलि त ूपप में यहं िे द्रिर्ा जाता ह, अथाात :-
(क) िोहरी (र्बल) लानय पर, अिन्तम स्टकप िसगयल को ‘ फ’ िस्थित में करके , तथा
( ) नकहरी (लिंसगल) लानय पर, र्ा तो –
i) उस ब्यलकक से्िय के िलए, िवोुत ब्यलकक र्ंत्र से ियकाले गए टोकय िेकर, र्ा
ii) स्टेिय मास्टर द्वारा र्थावत हस्ताा ररत लानय ्लीर्र रटकट िेकर, र्ा
iii) िविेर्ष अयुिेिों द्वारा नस प्रर्ोजय के िलए ियिााररत कोई िस्तावेज िेकर, र्ा
iv) िजस से्िय पर टोकय रिहत प्रकार के िवोुत ब्यलकक र्ंत्र र्ा सर्दकट र्ा िुरी काउं टर की वर्वस्था ह
वहाुँ उप ण्र् (i) से (iii) तक में उिललि त द्रकसी टेिन्जबल प्राििकार के बिले अिन्तम स्टकप
िसगयल को ‘ फ’ करके
14.09 लोको पार्लट द्वारा प्रस्थाय प्राििकार की जाुँा :
1) लोको पार्लट र्ह सुियिचितत करे गा द्रक उसे प्रस्थाय प्राििकार द्रिर्ा गर्ा ह वह संाालय पिित के अिीय
उिात प्राििकार हे रर उसी ब्यलकक से्िय के िलए ह िजसमें उसे प्रवेि करया ह रर र्द्रि वह प्राििकार
िलि त ूपप में ह तो वह पूणा ह रर उस पर स्र्ाही से र्थावत पूरे हस्ताा र द्रिए गए हैं
2) र्द्रि उपियर्म (1) में बताई गनर ितें पूरी यहं एई ह तो लोको पार्लट अपयी गाडी उस स्टेिय के आगे
र्ा उस स्टेिय से तब तक यहं ले जाएगा, जब तक द्रक ऐसी कोई भूल र्ा कमी िूर यहं कर िी जाती
14.10 ब्यलकक से्िय बन्ि करये की ितें :
1) र्द्रि ब्यलकक से्िय गाडी के अपाये से र्ा अवरोि का कारण िूर हो जाये से साफ हो गर्ा हे तो अगले
ब्यलकक स्टेिय द्वारा, र्ंटी कोर् में ियिााररत संकेत िेकर, ब्यलकक से्िय बन्ि कर द्रिर्ा जाएगा
2) नस प्रकार का संकेत िेये से पहले, स्टेिय मास्टर नस बावत अपया समािाय करे लेगा द्रक :-
(क) पूरी गाडी आ गई ह र्ा से्िय पर अवरोि का कारण िूर कर द्रिर्ा गर्ा ह, तथा
( ) िजय ितों के अिीय लानय ्लीर्र द्रिर्ा जाता हे, उयका पालय हो गर्ा
177
3) ‘ए’ ्लास नकहरी (लिंसगल) लानय वाले क्रकलिंसग स्टेियों पर उपियर्म (2) के ण्र् ( ) के उपबन्िों में
ढील िी जा सकती ह ऐसे मामलों में स्टेिय मास्टर नस बावत अपया समािाय कर लेगा द्रक गाडी अपये
प्रस्थाय (स्टाटार) िसगयल, पर उस लानय से अलग रर साफ डी ह िजस पर िूसरी गाडी को आया ह
4) एक से्िय में जहाुँ ब्यलकक-ए्सल काउन्टर लगार्ा गर्ा ह र्ा ब्यलकक स्टेियों के बीा लगातार ्क
सर्दकंटग की गई ह रर प्राप्त करये वाले स्टेिय यय-रलिंयग लानयों को ोडकर स्टेिय से्िय की पूरी ्क
सर्दकंटग की गर्ी ह रर वह कार्ा कर रहा ह रर वहाुँ पर द्रिए संकेतो के अयुसार ब्यलकक से्िय के
्लीर्र होये रर गाडी की पूरी तरह पएुँा जाये का संकेत प्राप्त हो रहा ह तब स्टेिय मास्टर गाडी को
पूरी तरह पएुँा जाये का आश्वासय िमल जाएगा
स.िय.14. 10 (क) वसे मामलों में जहाुँ ब्यलकक र्ंत्र के िबयों में यहं लगे होते हैं, वहाुँ लानय ्लीर्र संकेत भेजये के पहले
स्टेिय मास्टर के िबय कमााारी से एक आश्वासय प्राप्त करे गा द्रक िजय ितों के अन्तगात लानय ्लीर्र द्रिर्ा जा
सकता हे उयका पालय कर िलर्ा गर्ा ह आश्वासय की पुिि प्रानवेट यंबर के आिाय-प्रिाय के साथ की
जाएगी
(बी) टीओएस िसग्यल िेये से पहले स्टेिय मास्टर स्वर्ं आश्वस्त हो जार्ेगा द्रक –
i) गाडी पूणा ूपप से पएुँा ाुकी ह अथवा से्िय को ब्यलकक करये का अवरोि हटा िलर्ा गर्ा ह, एवं
ii) ित्तें, िजयके अिीय लानय ि्लर्र द्रिर्ा जा सकता ह, का अयुपालय द्रकर्ा गर्ा ह
14.11 प्रस्थाय प्राििकार के बावत स्टेिय मास्टर की िज मेिारी :

1) लोको पार्लट को प्रस्थाय प्राििकार तब तक यहं द्रिर्ा जाएगा जब तक द्रक नस प्रर्ोजय के िलए ियिााररत
कार्ाािविि, जहाुँ तक द्रक वह संबंिित मामले को लागू हो जाती ह, पालय यहं कर िलर्ा गर्ा ह
2) लोको पार्लट को प्रस्थाय प्राििकार स्टेिय मास्टर र्ा नस कार्ा के िलए िविेर्ष अयुिेिों के अिीय ियर्ु्त
रे ल सेवक के अितरर्त कोई अन्र् वर्िि यहं िेगा
3) स्टेिय मास्टर र्ह िे ग े ा द्रक लोको पार्लट को द्रिर्ा गर्ा प्रस्थाय प्राििकार पूणत
ा : सही ह रर र्द्रि वह
िलि त ूपप में ह तो वह पूणा ह, रर उस पर स्र्ाही से पूरे हस्ताा र द्रकए गए हैं
4) र्द्रि कोई गाडी स्टेिय पर ूपकी ह रर िूसरी गाडी को क्रकस करये की प्रतीा ा कर रही ह तो लोको
पार्लट को प्रस्थाय प्राििकार तब तक यहं द्रिर्ा जाएगा तब तक द्रक क्रकस करये वाली गाडी पूरी यहं
आ जाती रर ूपकी एई गाडी के िलए परराािलत लानय साफ यहं हो जाती
5) र्द्रि गाडी में िो नं जय एक साथ जुडे हों र्ा एक नं जय गाडी के आगे ओर िूसरा गाडी के पी े लगा ह तो
प्रस्थाय प्राििकार अगले नं जय के लोको पार्लट को द्रिर्ा जाएगा

14.12 िवोुत टोकय र्ंत्रों रर टोकय की बावत िविेर्ष िज मेिारी :


1) स्टेिय मास्टर र्ह सुियिचितत करये के िलए िज मेिार होगा द्रक -
(ए) िवोुत ब्यलकक र्ंत्रों का प्राालय उसके अितरर्त रर कोनर य करे ,
(बी) र्ंटी संकेतों रर नसके अितरर्त िवोुत संाार र्ंत्रों द्वारा भेजे जाये वाले संिेिों के संबि ं में, िजयके
अन्तगात प्रानवेट य बरों का प्रर्ोग भी ह, िविेर्ष अयुिेिों के अिीय ियिााररत कार्ािविि का सही
तद्यर पर पालय द्रकर्ा जाए
(सी) ूपकये वाली गािडर्ों के लोको पार्लट द्वारा आये वाला टोकय वापस कर िेये पर ही जाये वाला
टोकय द्रिर्ा जाए
(र्ी) र्द्रि वह द्रकसी आये वाली गाडी का टोकय प्राप्त करे तो वह उसे तुरन्त िवोुत ब्यलकक र्ंत्र में र्ाल िे,
तथा
(ई) िविेर्ष अयुिेिों द्वारा प्राििकृ त चर्िि से िभन्य कोई अन्र् वर्िि िवोुत ब्यलकक र्ंत्र को यहं ोलेगा

2) (ए) टोकय िवोुत ब्यलकक र्ंत्र में से आवश्र्कता से पहले यहं ियकाला जाए रर ियकालें जाये पर, नसका
य बर गाडी िसगयल रिजस्टर में िजा कर द्रिर्ा जाए रर वह तब तक स्टे िय मास्टर की वर्िि गत
अिभरा ा में र ा जाएगा जब तक द्रक वह लोको पार्लट को िे यहं द्रिर्ा जाता अथवा वापस िवोुत
ब्यलकक र्ंत्र में र्ाल यहं द्रिर्ा जाता ह
178
(बी) अगले ब्यलकक स्टेिय पर गाडी पएुँाये पर, लोको पार्लट टोकय को िविेर्ष अयुिेिों के अयुसार िे िेगा
रर द्रफर टोकय उस स्टेिय के िवोुत ब्यलकक र्ंत्र में र्ाल द्रिर्ा जाएगा
(सी) र्द्रि गाडी को उसी ब्यलकक स्टेिय पर वापस आया ह जहाुँ से उसये प्रस्थाय द्रकर्ा था तो ऐसी वापसी
पर, िजस िवोुत ब्यलकक र्ंत्र से टोकय ियकाला गर्ा था उसी में द्रफर वापस र्ाल द्रिर्ा जाएगा

14.13 िवोुत ब्यलकक र्ंत्रों र्ा ्क सर्दकटों अथवा िुरी काउन्टरों में राबी आ जाया :
1) र्द्रि िवोुत ब्यलकक र्ंत्रों, ्क सर्दकटों र्ा िुरी काउन्टरों र्ा उयके िलए िवोुत कये्ियों में राबी आ
जाती ह तो लानय ्लीर्र, िवोुत संाार र्ंत्रों द्वारा प्राप्त द्रकर्ा जाएगा
2) जब लानय ्लीर्र नस प्रकार प्राप्त द्रकर्ा जाता ह तो उस बावत ले ी गाडी िसगयल रिजस्टर में िजा की
जाएगी रर िलि त प्रस्थाय प्राििकार जारी करये के बाि गाडी को जाये द्रिर्ा जा सकता ह उ्त
प्राििकार पर भी नस आिर् का योट िल द्रिर्ा जाएगा

14.14 मधर्वती ब्यलकक पोस्ट को बन्ि करया : र्द्रि मधर्वती ब्यलकक पोस्ट के िोयों ओर के स्टेियों पर लगे िवोुत ब्यलकक
र्ंत्र र्ा अिन्तम रोक (स्टकप) िसगयल के बाि लगाए गए ्क सर्दकट र्ा ब्यलकक से्िय के िोयो ओर लगे िुरी
काउन्टर राब हो जाते हैं तो मधर्वती ब्यलकक रोक (स्टकप) िसगयल को भी राब माया जाएगा रर उस
मधर्वती ब्यलकक पोस्ट को बन्ि समझा जाएगा रर उस मधर्वती ब्यलकक पोस्ट के िोयों ओर स्टेियों के बीा का
से्िय एक ब्यलकक से्िय माया जाएगा

सी) िबया िवोुत ब्यलकक र्ंत्र वाले ब्यलकक स्टेिय

14.15 संकेत भेजया : िजय स्टेियों पर िवोुत ब्यलकक र्ंत्रों की वर्वस्था यहं ह वहाुँ गािडर्ों के संाालय के िलए,
िविेर्ष अयुिेिों के अिीय ियिााररत संकेत पररिस्थित के अयुसार िवोुत संाार र्ंत्रों पर भेजे जार्ेंगे

14.16 गाडी िसगयल रिजस्टर : िजय ब्यलकक स्टेियों पर ब्यलकक र्ंत्रों की वर्वस्था यहं ह वहाुँ भी ियर्म 14.07 में
उिललि त गाडी िसगयल रिजस्टर र ा जार्ेगा

14.17 संिेिों रर िलि त प्रस्थाय प्राििकार के प्राूपप (फामा) :


1) गािडर्ों के संाालय के संबि ं में भेजे जाये वाले सभी संिेि रर िलि त प्रस्थाय प्राििकार रे ल प्रिासय
द्वारा उसके िलए िविेर्ष ूपप से ियिााररत द्रकए गए प्राूपपों (फामा) में िल े जाएंगे
2) ऐसे प्राूपप (फामा) िजलि बंिे रिजस्टरों के ूपप में होग ं े रर वह प्रत्र्ेक ब्यलकक सटेिय पर स्टेिय मास्टर र्ा
नस प्रर्ोजय के िलए िविेर्ष अयुिेिों द्वारा ियर्ु्त द्रकसी रे ल सेवक के पास र े जाएंगे

14.18 संिेिों की िवििषटता :


1) द्रकसी गाडी के संाालय के संबंि में भेजे जाये वाले प्रत्र्ेक संिि
े में संबिं ित गाडी का स्पषट वणाय रहेगा
2) प्रत्र्ेक गाडी के िलए पू ता तथा उत्तर अलग-अलग भेजा जाएगा

14.19 संिेिों रर िलि त प्रस्थाय प्राििकारों का िल ा जाया रर उय पर हस्ताा र :-


1) गािडर्ों के संाालय के संबि ं में भेजे जाये वाले सभी संिेि रर सभी िलि त प्रस्र्थ्ाय प्राििकार स्र्ाही से
िल े जाएंगे रर उन्हें भेजये र्ा जारी करये के िलए प्राििकृ त वर्िि द्वारा उय पर हस्ताा र द्रकए जाएंगे
2) कोई भी संिेि र्ा िलि त प्रस्थाय प्राििकार पूणत ा : र्ा अंित: तब तक यहं िल ा जाएगा र्ा हस्ताा ररत
द्रकर्ा जाएगा जब तक द्रक उसकी आवश्र्कता यहं ह

14.20 संिेिों की स पूणत


ा ा : िुर्टा या को रोकये की िृिि से र्ा द्रकसी अन्र् आपात िस्थित के िसवार्, द्रकसी संिेि का
कोई भाग तब तक यहं भेजा जाएगा रर कार्ाािन्वत द्रकर्ा जाएगा जब तक द्रक स पूणा संिि े िल यहं द्रिर्ा
गर्ा ह

179
14.21 संिेिों रर िलि त प्रस्थाय प्राििकारों का परररा ण : संिेिों रर िलि त प्रस्थाय प्राििकारों को उयके जारी
होये के उतये समर् बाि यषट कर द्रिर्ा जाएगा िजतया द्रक िविेर्ष अयुिेिों द्वारा ियिााररत द्रकर्ा जाए :
परन्तु कोई भी संिेि र्ा िलि त प्रस्थाय प्राििकार उसके जारी होये से एक माह बीतये से पूवा यषट यहं द्रकर्ा
जाएगा
14.22 लानय ्लीर्र रद्द करया : र्द्रि नकहरी (लिंसगल) लानय पर कोई लानय ्लीर्र रद्द कर द्रिर्ा जाता हे तो
िवपरीत द्रििा में द्रकसी गाडी को जाये की अयुमित तब तक यहं िी जाएगी जब तक द्रक नस प्रकार रद्द करये की
अिभस्वीकृ ित का संिेि प्राप्त यहं हो जाता रर उसमें र्ह कथय यहं कर द्रिर्ा जाता द्रक वह गाडी िजसके
िलए लानय ्लीर्र द्रिर्ा गर्ा था, रोक ली गई ह
14.23 प्रस्थाय प्राििकार का लोको पार्लट के पास होया : लोको पार्लट स्टेिय से अपयी गाडी तब तक यहं ले
जाएगा जब तक द्रक उसके पास प्रस्थाय प्राििकार के ूपप में स्टेिय मास्टर द्वारा र्थािविि हस्ताा ररत लानय
्लीर्र रटकट यहं ह
14.24 लोको पार्लट प्रस्थाय प्राििकार कब द्रिर्ा जार् : लोको पार्लट को प्रस्थाय प्राििकार तब तक यहं द्रिर्ा
जाएगा जब तक द्रक नस प्रर्ोजय के िलए ियिााररत कार्ा िविि का, जहाुँ तक द्रक वह संबिं ित मामले को लागू
होती ह, पालय यहं कर द्रिर्ा गर्ा ह
र्ी. लानय ि्लर्र रटकट
14.25 लानय ि्लर्र रटकट :
1. िबजली ाािलत ब्यलकक उपकरणों के िवफल हो जाये अथवा नयके उपलब्यि यहं होये के कारण जब आगे ब़ ये
का प्राििकार एक लानय ि्लर्र रटकट हो तब र्ह, िविेर्ष अयुिेिों में र्थाविणत को ोडकर, ियम्निलि त ूपप
में होगा -
फामा सं. टी/बी 1425
पूवा रे लवे क्रम सं. _________

पेपर लानय ्लीर्र रटकट


(लोको पार्लट/ररकार्ा)
अप
गाडी सं. ............................................... (िववरण) ................................
द्रियांक .................... समर् ................................. र्ंटे ....................... िमयट .......................
स्टेिय मास्टर से ................................
सेवा में, गाडी सं. .................................अप के लोको पार्लट को
लानय ्लीर्र ह रर आप ....................................... स्टेिय में आगे ब़ ये के िलए प्राििकृ त हैं
अंितम गाडी सं. ...........................ये ................................. स्टेिय पर से्िय ्लीर्र कर िलर्ा ह
प्रानवेट यं. (िब्यिों में) ................................................. (अंकों में) ..........................................

‘ य’ की िस्थित में िसगयल पास करये का प्राििकार


जब िसगयल को ब्यलकक र्ंत्रों के साथ जोड द्रिर्ा गर्ा हो तब आप तरे की िस्थित में अंितम िहराव िसगयल पास
करये के िलए प्राििकृ त हैं
_______________________
स्टेिय मास्टर का हस्ताा र
स्टेिय मास्टर का मोहर
*जो लागू यहं ह उसे काट िें
180
फामा सं. टी/सी 1425
क्रम _________
अप पूवा रे लवे
पेपर लानय ्लीर्र रटकट
(लोको पार्लट/ररकार्ा)
गाडी सं. ............................................... अप ..................... (िववरण)
द्रियांक ........................... समर् ..................... र्ंटे ................ िमयट

स्टेिय मास्टर से ................................


सेवा में गाडी सं्र्ा के लोको पानलट ...................................................... अप

लानय ्लीर्र ह रर आप ....................................... स्टेिय में आगे ब़ ये के िलए प्राििकृ त हैं

अंितम गाडी सं ................................नस स्टेिय पर से्िय ्लीर्र कर िलर्ा

प्रानवेट यं. (िब्यिों में) ................................................. (अंकों में) ...................................

‘ य’ की िस्थित में िसगयल पास करये का प्राििकार

जब िसगयल को ब्यलकक र्ंत्रों के साथ जोड द्रिर्ा गर्ा हो तब आप तरे की िस्थित में अंितम िहराव िसगयल
पास करये के िलए प्राििकृ त हैं
______________________________
स्टेिय मास्टर का हस्ताा र

स्टेिय मास्टर का मोहर


*जो लागू यहं ह उसे काट िें

2) ऐसा प्रत्र्ेक रटकट पर क्रम सं्र्ा अंद्रकत होगी जो गाडी िसगयल रिजस्टर में िजा की जाएगी र्ाउय द्रििा के
िलए द्रिए जाये वाले य बरों को अप द्रििा के य बरों से स्पषट ूपप से अलग प्रििित द्रकर्ा जाएगा
3) उप ियर्म (1) एवं (2) में उिललि त रटकट सफे ि कागज पर यीले अा रों (ब्यलू पवानं ट) में मुद्रित होंगे पेपर
लानय ्लीर्र रटकट पर अप एवं र्ाउय द्रििा में अंतर स्पषट करये के िलए वाटर माका तीर िानय अप रर र्ाउय
द्रििा िािनत करें गे
स.िय.14.25 नकहरी लानय में संाार में राबी आ जाये से 14.23 एवं 14.25 में ििााए गए ियर्मों का प्रर्ोग िय यिलि त
ूपप में द्रकर्ा जाया ाािहए जसा द्रक ब्यलकक संाालय ियर्म पुिस्तका के कार्ा पिित में द्रिर्ा गर्ा ह

181
फामा सं. टी/जी 602
क्रम सं. _________
अप
पूवा रे लवे
सिता लानय ्लीर्र रटकट
(लोको पार्लट/ररकार्ा)

स्टेिय .......................... द्रियांक ...................20......


समर् .............र्ंटे ............... िमयट
.......................... के स्टेिय मास्टर से

सेवा में,
गाडी सं. ................................. अप (िववरण) के लोको पार्लट को

लानय ्लीर्र ह रर आप ....................................... स्टेिय में आगे ब़ ये के िलए प्राििकृ त हैं


*अंितम गाडी ............. बजे ................. िमयट नस स्टेिय से ू ट ाुकी ह
आप उस गाडी के पी े .................................. स्टेिय तक आगे ब़ ये के िलए प्राििकृ त हैं

प्रानवेट यं. (िब्यिों में) ................................................. (अंकों में) ..........................................

**प्रस्थाय एई गािडर्ों का िववरण **अयुगामी गािडर्ों का िववरण


गाडी सं. समर् गाडी सं. समर्
...................... ...................... ...................... ......................
...................... ...................... ...................... ......................
...................... ...................... ...................... ......................

______________________________
स्टेिय मास्टर का हस्ताा र

स्टेिय मास्टर का मोहर


िविेर्ष अयुिेि

द्रकसी गाडी के अयुगामी गाडी को िृश्र्ता साफ होये की िस्थित में 25 द्रकमी प्रित र्ंटा ओर द्रकसी कारणवि िृश्र्ता
साफ यहं हो तो 10 द्रकमी प्रित र्ंटा अथवा नससे यीाे की प्रितबंिित गित का पालय द्रकर्ा जाएगा
.................

*अियर्िमत रवायगी के िद्यराय िूसरी एवं अयुगामी गािडर्ों के मामले में जो लागू यहं ह काट िें
**अियर्िमत रवायगी के िद्यराय सभी गािडर्ों के मामले में जो लागू यहं ह काट िें

182
र्ाउय
पूवा रे लवे
सिता लानय ्लीर्र रटकट
(लोको पार्लट/ररकार्ा)
फामा सं. टी/एा 602
क्रम सं. _________

स्टेिय .......................... द्रियांक ...................20......


समर् .............र्ंटे ............... िमयट
.......................... के स्टेिय मास्टर से
गाडी सं. .................................अप (िववरण) के लोको पार्लट को

लानय ्लीर्र ह रर आप ....................................... स्टेिय में आगे ब़ ये के िलए प्राििकृ त हैं


*अंितम गाडी ............. बजे नस स्टेिय से ू ट ाुकी ह
आप उस गाडी के पी े .................................. स्टेिय तक आगे ब़ ये के िलए प्राििकृ त हैं
प्रानवेट यं. (िब्यिों में) ................................................. (अंकों में) ..........................................

**प्रस्थाय एई गािडर्ों का िववरण **अयुगामी गािडर्ों का िववरण


गाडी सं. समर् गाडी सं. समर्
...................... ...................... ...................... ......................
...................... ...................... ...................... ......................
...................... ...................... ...................... ......................

______________________________
स्टेिय मास्टर का हस्ताा र

स्टेिय मास्टर का मोहर

िविेर्ष अयुिेि

द्रकसी गाडी के अयुगामी गाडी को िृश्र्ता साफ होये की िस्थित में 25 द्रकमी प्रित र्ंटा ओर द्रकसी कारणवि
िृश्र्ता साफ यहं हो तो 10 द्रकमी प्रित र्ंटा अथवा नससे यीाे की प्रितबंिित गित का पालय द्रकर्ा जाएगा

*अियर्िमत रवायगी के िद्यराय िूसरी एवं अयुगामी गािडर्ों के मामले में जो लागू यहं ह काट िें
**अियर्िमत रवायगी के िद्यराय सभी गािडर्ों के मामले में जो लागू यहं ह काट िें

ई. ब्यलकक संाालय र्ंत्र का का प्रर्ोग एवं प्राालय


14.26 ब्यलकक संाालय र्ंत्र का का प्रर्ोग एवं प्राालय : िवोुत ब्यलकक र्ंत्रों का प्रर्ोग एवं प्राालय रे लवे बोर्ा के पूवा
अयुमोिय से जारी िविेर्ष अयुिि े ों द्वारा संाािलत द्रकर्ा जाएगा

रटप्पणी : गािडर्ों के संाालय में प्रर्ोग की जाये वाली बेल कोर् एवं िवोुत ब्यलकक र्ंत्रों की प्रद्रक्रर्ा, ब्यलकक संाालय
ियर्म-पुिस्तका में िी गई ह

183
अधर्ार् -XV
रे ल-पथ रर ियमााण कार्ा
ए) रे ल-पथ र्ा ियमााण कार्ा पर ियु्त रे ल सेवक
15.01 रे ल पथ रर ियमााण कार्ा की िस्थित : प्रत्र्ेक रे ल-पथ रर ियमााण कार्ा का ियरीा क अपये प्रभार (ााजा) वाले
रे ल -पथ र्ा ियमााण कार्ा की िस्थित के िलए िज मेिार होगा
15.02 लानय का अयुरा ण : प्रत्र्ेक रे ल-पथ र्ा ियमााण कार्ा ियरीा क -
(क) र्ह िे गे ा द्रक उसके प्रभार (ााजा) वाली पूरी लानय र्ा ियमााण- कार्ा अच ी अवस्था में ह, तथा
( ) रे ल-पथ र्ा ियमााण कार्ा के साथ होये वाली उय सभी िुर्टा याओं र्ा उयकी रािबर्ों की ररपोटा, जो
उसकी समझ में गािडर्ों के ियरापि परराालय में बािा र्ाल सकती ह, प्रभारी नं जीियर्र (नं जीियर्र
नन्ााजा) को तुरन्त करे गा ओर साथ ही िुर्टा या को रोकये के िलए सभी आवश्र्क कारा वाई करे गा
15.03 सामाय की िे भाल : प्रत्र्ेक रे ल-पथ र्ा ियमााण कार्ा ियरीा क अपये प्रभार (ााजा) वाली सभी रे लों, ाेर्रों
रर अन्र् सामाय की सुरा ा का प्रबंि करे गा रर र्ह सुियिचितत करे गा द्रक नयमें से जो भी सामाय वस्तुत: काम
में यहं आ रहा ह, उसे लानय से अलग, िीक प्रकार ािा लगाकर र ी जाए िजससे द्रक गािडर्ों के ियरापि
परराालय में बािा य पडे

15.04 रे ल-पथ र्ा ियमााण कार्ा का ियरीा ण :


1) रे ल-पथ के प्रत्र्ेक भाग का ियरीा ण िविेर्ष अयुिेिों द्वारा नस प्रर्ोजय के िलए ियर्ु्त द्रकए गए द्रकसी
रे ल सेवक द्वारा प्रितद्रिय पिल द्रकर्ा जाएगा
परन्तु िजय लानयों पर र्ातार्ात कम ओर र्द्रि-किा होता ह, वहाुँ अयुमोद्रित िविेर्ष अयुिेिों के
अिीय,ऐसी ियरीा णों के बीा का समर् का अन्तर ब़ ाकर िो द्रिय में एक बार द्रकर्ा जा सकता ह
2) सभी पुलो का रर ियमााण कार्ों का, िजयके अन्तगात िसगयल, िसगयल के तार, नन्टरलकिंकग िगर्र,
प्वानं ट रर क्रकलिंसग, उपरी उपस्कर ओर गािडर्ों की सुरा ा रर संाालय पर प्रभाव र्ालये वाले अन्र्
उपस्कर भी हैं िविेर्ष अयुिि
े ों के अयुसार ियर्िमत ूपप से ियरीा ण द्रकर्ा जाएगा
स.िय.15.04 (i) मायसूय के मद्यसम के िद्यराय जब स्टेिय से स्टेियों के बीा 16 बजे से 08 बजे तक र्ा द्रिय रर राज
िोयो के िद्यराय जसी िस्थित हो, साल गश्ती करया हो, तो संबिं ित वररषि मंर्ल नं जीियर्र, नसकी सूाया िोयों
ोरों के गश्तीवाले ण्र्ों के स्टेिय मास्टर को िेंगे
क) गिती द्वारा पूरा द्रकर्ा गर्ा ण्र्
) गश्ती का समर्
ग) गश्ती िुूप करये की की तारी
र्) गश्तीिल की सं्र्ा
ङ) गश्तीिल के प्रत्र्ेक बा में लोगो की सं्र्ा
ा) मंर्ल नं जीियर्र द्वारा गित ियर्ंित्रत की जार् िजससे गश्तीवाला समर् पर पएुँा जार्
(ii) मंर्ल नं जीियर्र द्वारा ियिााररत र्द्रि कोई गश्तीिल द्रकसी स्टेिय पर समर् से यहं पएुँाता ह र्ा पएुँाता ही
यहं ह तो र्ृ र्ूटी पर तयात स्टेिय मास्टर िूसरे ोर के ड्यूटी पर तयात स्टेिय मास्टर को नसकी सूाया िेगा
िोयों स्टेिय मास्टर से्िय में आये वाली सभी गािडर्ों को द्रिय में 40 द्रकमी प्रित र्ंटा एवं रात में 15 द्रकमी प्रित
र्ंटा र्ा जब िृषर्ता साफ यहं हो (अथवा कोई ओर कारण अथवा असथाई अवरोि पहले से हो) ालये का सुस्पषट
साविायता आिेि जारी करें गे र्ह साविायी तब तक जारी रहेगा जब तक द्रक गश्ती िुूप यहं हो जाती ह र्ा
िूसरे ण्र् के िगश्ती वाले यहं आ जाते हैं रर ‘ ल नज वेल’ का संकेत यहं िे िेते हैं
(iii) स्टेिय मास्टर अपये समीप के नं जरियंरग पिाििकारी को गश्तीवाले के यहं आये अथवा िेर से आये की
सूाया िेगा िजसके कारण नस ियर्म के तहत गित ियर्ंित्रत यहं की जा सकी ओर नसकी एक प्रित मंर्ल
नं जीियर्र को भी िेगा
184
15.05 लानयों पर गश्त (पे्ोलिंलग) लगाया :
1) ियर्म 15.04 में उिललि त ियरीा ण के अितरर्त, जब कभी भारी वर्षाा, लानय बह जाये (ब्रीाेज), बा़ ,
तूफाय रर िसिवल उपिव जसी असािारण पररिस्थितर्ों में रे ल के द्रकसी भी भाग को तरा पएुँाय की
संभावया ह तो लानय पर िविेर्ष अयुिेिों के अयुसार गश्त (पे्ोंलिंलग) लगार्ा जाएगा
2) र्द्रि लानय पर गश्त (पे्ोंलिंलग) लगाये के िलए प्रितियर्ु्त रे ल सेवक को कोई ऐसी पररिस्थित द्रि ाई िेती
ह िजससे गािडर्ों की संरा ा प्रभािवत होये की संभावया ह र्ा उसे द्रकसी अन्र् तरे की आिंका ह तो वह
नस बावत ियिााररत िविेर्ष अयुिेिों के अयुसा लानय पर अवरोि की रा ा के िलए कारा वाई करे गा ओर
नसके बाि वह ियकटतम स्टेिय मास्टर को िीघ्रतम साियों द्वारा सूिात करे गा ियर्म 3.62 भी िेि ए

15.06 गािडर्ों र्ा र्ातार्ात को तरा पिा करये वाले कार्ा :


रे ल पथ र्ा ियमााण कार्ा ियरीा क र्ा िट विेर्ष अयुिेिों द्वारा नस प्रर्ोजय के िलए ियर्ु्त द्रकसी सा म रे ल
सेवक की पूवा अयुमित के िबया कोई भी गैंग द्रकसी ऐसे काम को आर भ यहं करे गा र्ा यहं करता रहेगा,
िजससे गािडर्ों र्ा र्ातार्ात को तरा ह, रर ऐसी अयुमित िेये वाला रे ल सेवक ऐसे काम के अिीा ण के िलए
स्वर्ं उपिस्थत रहेगा रर र्ह िे ग
े ा द्रक ियर्म 15.08 रर 15.09 के उपबन्िों का पालय द्रकर्ा ह
परन्तु आपातकाल में, र्द्रि संरा ा के िलए, उ्त रे ल सेवक के आ सकये से पहले, ऐसे द्रकसी काम को आर भ
आवश्र्क हे तो गैंग मेट तुरन्त काम आर भ कर सकता ह, रर वह स्वर्ं र्ह सुियिचितत करे गा द्रक ियर्म 15.09
के उपबन्िों का पालय द्रकर्ा जाता ह
स.िय.15.06 (क) वररषि अयुभाग नं जीियर्र/अयुभाग नं जीियर्र/कियषि नं जीियर्र (िसगयल), ब्यलकक ियरीा क, वररषि
अयुभाग नं जीियर्र/कियषि नं जीियर्र/ कियषि नं जीियर्र (िसगयल) जसी िस्थित हो, की जायकारी एवं ओिि
के िबया कोई भी ऐसी कार्ा प्रारं भ यहं द्रकर्ा जाएगा, जो ्क, प्वानं ट , लकक बार, िर्टे्टर, िसगयल रर
नं टरलकिंकग नत्र्ाद्रि के साथ हस्ता ेप करये के िलए बाधर् करता हो, िजससे संभवत: गािडर्ों र्ा र्ातार्ात की
संरा ा प्रभािवत होती हो जब ऐसा कार्ा प्रगित पर हो तो कार्ा के कार्ाान्वर्य के िलए प्राििकृ त करये वाले
ियरीा क को कार्ा का िे भाल करये के िलए अवश्र् उपिस्थत होया ाािहए रर सामान्र् ियर्म 15.08 रर
15.09 के प्राविायों का पालय करया ाािहए
( ) िसगयल अयुरा क ााहे वह ब्यलकक, िवोुत र्ा र्ांित्रेक से संबंिित हो, िजसे आटीजय स्कू ल द्वारा र्ा एक
अस्थाई उपार् के ूपप में िसगयल ियरीा क द्वारा र्ह र्ोिर्षत करते एए द्रक वह अपये कत्तावर्ों से संबंिित सभी
संबि ियर्मों एवं अयुिेिों को समझता ह रर वह स्वतंत्र ूपप से उस का्र को करये में सा म ह , िजसमें प्वनं ट,
लकक बारों, िर्टे्टरों, िसगयलों नत्र्ाद्रि के साथ ेड ाड करये की आवश्र्कता पडती ह, को सा मता प्रमाण-
पत्र जारी द्रकर्ा गर्ा हो तो वह नन्टरलक्र् लीवररेमेम के लकिंकग वर्वस्था में िबया वर्विाय उत्पन्य द्रकए एए
ऐसे कार्ा को भी कर सकता ह र्ह सा मता प्रमाण - पत्र जब आटीजय स्कू ल द्वारा जारी द्रकर्ा जाता ह तो
पाुँा वर्षा तक की अविि के िलए वि होगा रर जब िसगयल ियरीा क द्वारा जारी द्रकर्ा जाता ह तो अििकतम
तीय वर्षों के िलए वि होगा
(ग) वररषि अयुभाग नं जीियर्र/अयुभाग नं जीियर्र/कियषि नं जीियर्र (िसगयल) र्ा कार्ा का प्रभारी वर्िि
प्वानं टों, िसगयलों, लकक बारों र्ा िर्टे्टरों नत्र्ाद्रि का िवर्ोजय कार्ा हाथ में लेये के पहले स्टेिय मास्टर को
भरतीर् रे ल िसगयल नं जीियर्ंरग ियर्मावली के फामा एस एण्र् टी र्ाउय पररििषट ‘बी’ परा 1416, यर्ा
फामा एस एण्र् टी र्ाउय (पूराया टी/351) पर िलि त सूाया िेगा रर उस फामा में द्रिए गए स्थाय में उसकी
स्वीकृ ित प्राप्त करे गा कार्ा के समाप्त होये रर िवर्ोिजत िगर्र को संर्ोिजत होये के बाि वह द्रफर स्टेिय
मास्टर को ियिााररत फामा पर िलि त सूाया िेगा रर उससे उपरो्त िलि त फामा में ियिााररत स्थाय में
िलि त पावती प्राप्त करे गा
(र्) िवर्ोजय रर संर्ोजय के बीा के अंतराल में र्द्रि द्रकसी गाडी को ालाया र्ा द्रकसी िं ंटग कार्ा को स पन्य
करया आवश्र्क हो तो कार्ारत स्टेिय मास्टर को वररषि अयुभाग नं जीियर्र/अयुभाग नं जीियर्र/कियषि
नं जीियर्र (िसगयल) र्ा कार्ा प्रभारी वर्िि को र्ह उलले करते एए द्रक प्वानं टों को द्रकस िस्थित में ियिााररत
फामा पर अवश्र् सूाया िेया ाािहए स्टेिय मास्टर र्ा उसके तरफ से कोई अन्र् प्राििकृ त कमााारी िसगयल
ियरीा क र्ा कार्ा के प्रभारी वर्िि की अयुमित से गािडर्ों के परराालय के िलए सुरिा त बयाते एए प्वानं टों को
वांि त िस्थित में सेट रर ्ल प करे गा स्टेिय मास्टर र्ा उसकी ओर से प्राििकृ त द्रकसी वर्िि का र्ह
185
कत्तावर् होगा द्रक वह िे े द्रक प्वानं ट्स सही मागा के िलए सेट द्रकए हैं रर ्ल प द्रकए गए हो रर तब वह
्ल प पर ताला िें ताद्रक बाि में उयके साथ होये वाले द्रकसी वर्विाय को उस समर् तक रोका जा सके जब तक
गाडी र्ा िंंटग संालय, जसी िस्थित हो, समाप्त य हो जाए स्टेिय मास्टर र्ा प्राििकृ त वर्िि द्वारा गाडी र्ा
िंंटग संाालय के समाप्त होये के बाि ताला र्ा ्ल प हटा लाया ाािहए रर तब वररषि अयुभाग नं जीियर्र/
अयुभाग नं जीियर्र/कियषि नं जीियर्र(िसगयल) र्ा कार्ा के प्रभारी वर्िि गीर्र पर कार्ा प्रारं भ कर सकता ह
(ङ) जहाुँ िवोुतीकृ त ण्र्ों में रे लवे ्क पर कार्ा द्रकर्ा जाया हो, वहाुँ प्रभारी पर्ावेा क सा.िय. 17.04,
17.05 रर 17.06 रर उयके सहार्क ियर्मों का पालय सुियिचितत करें गे
(ा) रे ल टू टये (उस िस्थित के अलावा जब िबया िगिी र्ु्त र्ेक वाले गर्ार, पूलों रर सुरंगों पर ईटा हो) की
िस्थित में आपातकालीय मर मत करये के बाि द्रकसी गैंगमेट/कीमेय/गश्तीवाला (कीमेय के ग्रेर् में कार्ारत) के
द्वारा गािडर्ों को प्रितबंिित गित 10 द्रकमी प्रित र्ंटा र्ा 15 द्रकमी प्रित र्ंटा जो ियर्मों के अन्तगात अयुमत
हो) जो उ्त कमााारी द्वारा ियिााररत द्रकर्ा गर्ा हो, से पास करार्ा जा सकता ह, जब तक रे ल पथ ियरीा क
रे ल को य िे रर पूणा गित को पूय: ाालू य कर िें आवश्र्क सतका ता आिेि जारी होया ाािहए गैंगमेट /
कीमेय / गश्तीवाला र्ह सुियिचितत करे गा द्रक िसगयलों को द्रि लाये से संबंिित स.िय. 15.09 के प्राविायों का
पालय द्रकर्ा जार्

15.07 िुि
ं , कोहरे र्ा तूफायी मद्यसम में जब स्पषट द्रि ाई यहं िेता ह, काम करया : िुि
ं , कोहरे र्ा तूफायी मद्यसम में
जब स्पषट द्रि ाई यहं िेता ह, आपातकालीय मामलों के िसवार् , कोई रे ल अपयी जगह से हटाई यहं जाएगी
रर य ही ऐसा कोई िूसरा काम द्रकर्ा जाएगा, िजससे गािडर्ों के आये-जाये में अवरोि पडये की संभावया ह

15.08 लानय में अवरोि र्ालये वाले काम प्रार भ करये से पहले साविायी :
1) रे ल-पथ र्ा ियमााण कार्ा पर लगार्ा गर्ा कोई भी वर्िि तब तक य कोई रे ल बिलेगा, य उलटाएगा, य
काुँटों र्ा िसगयलों का िवर्ोजय (िर्स्कये्ट) करे गा रर य ही लानय को अवूपि करये वाला कोई अन्र् काम
आर भ करे गा जब तक द्रक रोक (स्टकप) िसगयल प्रििित यहं कर द्रिए जाते रर जहाुँ ियिााररत द्रकर्ा गर्ा ह,
वहाुँ पटा ों का प्रर्ोग यहं कर द्रिर्ा जाता, तथा सटेिय सीमा के अन्िर होये पर, जब तक द्रक उसये स्टेिय
मास्टर की भी िलि त अयुमित प्राप्त यहं कर ली ह रर सब आवश्र्क िसगयल ‘ य’ यहं कर द्रिए गए हैं
परन्तु रोक (स्टकप) िसगयल के प्रििाय से ू ट पाई जा सकती ह, र्द्रि नस प्रकार के काम करये से पहले स्वाल
( टोमेरटक) रोक (स्टकप) िसगयलों से िभन्य आवश्र्क िसगयलों को य िस्थित में करये के अितरर्त, उन्हें
िवर्ोिजत (िर्सकये्ट) कर द्रिर्ा जाता ह, िजससे द्रक उय कसगयलों को तब तक द्रफर से फ य द्रकर्ा जा सके
जब तक द्रक ऐसा करया सुरिा त यहं ह रर ऐसे िसगयलों से आगे तियुूपप पर्ााप्त िूरी तक लानय साफ रहे
परन्तु र्ह रर द्रक र्कि ियमााण - कार्ा का ा ेत्र स्वाल ( टोमेरटक) िसगयल द्वारा ियर्ंित्रत होता ह तो
ियमााण-कार्ा का प्रभारी (नं ााजा) रे ल सेवक उस ओर आती एई गाडी को रोकये रर ाेतावयी िेये के िलए द्रकसी
सा म रे ल सेवक को कार्ा-स्थल के पहले पर्ााप्त िूरी पर तयात करे गा
2) रे ल-पथ से द्रकसी पटरी (रे ल) को हटाये से संबि कार्ा उप ियर्म (3) में उपबंिित के िसवार्,र्ातार्ात को
बन्ि द्रकए िबया यहं द्रकर्ा जाएगा
3) आपातकालीय मामलों से ऐसे परराालयों को स हालये वाला नं जीियर्ंरग पििारी, जो वररर्षि से्िय
नं जीियर्र/से्िय नं जीियर्र/कियषि नं जीियर्र (पी वे) से कम की पिवी का य हो, सबसे पहले गाडी को रोके गा
तथा गाडी के लोको पार्लट को गाडी रोकये की आवश्र्कता के बारे में िलि त ्ापय के माधर्म से सूाया
िेगा नसके साथ ही नं जीियर्री पििारी रे लपथ को बन्ि करये की आवश्र्कता के बारे में स्टेिय मास्टर को
एक संिेि भेजये की वर्वस्था करे गा रर नसकी पुिि होये की िलि त सूाया प्राप्त करे गा ऐसे आपितक
मामलों में लोको पार्लट को सूिात करये तथा गाडी को रोक िेये के पश्ाात ही कार्ा आर भ द्रकर्ा जाएगा
स.िय. 15.08 (क) जब वररषि से्िय नं जीियर्र/से्िय नं जीियर्र/कियषि नं जीियर्र (पी.वे.) उय कार्ों को प्रार भ करये
वाला हो िजयमें गाडी को तरा उतपन्य होता हो तो वह संबंिित स्टेिय मास्टर को िय यिलि त तीय फामों में
से द्रकसी एक फामा पर सूाया जारी करे गा –
186
पू.रे . 4 पीला - स्टेिय सीमा के अन्िर प्रार भ द्रकए जाये वाले कार्ा की सूाया िजसमें लानय को स पूणा ब्यलकक
िािमल हो
पू.रे . 4ए लाल - स्टेिय सीमा के बाहर प्रार भ द्रकए जाये वाले उस कार्ा के बारे में सूाया िजसमें द्रकसी लानय
को स पूणा ब्यलकक कर द्रिर्ा जाता हो
पू.रे . 5 सफे - स्टेिय सीमा के भीतर र्ा बाहर प्रार भ द्रकए जाये वाले उस कार्ा के बारे में सूाया िजसमें गित
प्रितबंि लागू द्रकर्ा जाता हो
नय फामों के यमूये पररििषट ‘र्ी-2’ में द्रिए गए हैं
(बी) स्टेिय सीमा के अंिर जब द्रकसी लानय को पुय: ब्यलकक करके कार्ा प्रार भ द्रकर्ा जाता हो -
i) जब कोई कार्ा स्टेिय सीमा के अंिर हाथ में िलर्ा जाता हो, िजसमें गािडर्ों र्ा वाहयों को तरा उत्पन्य
होता हो, िजसमें लानय को पूणा ब्यलकक करये की आवश्र्कता होती हो तो वररषि से्िय नं जीियर्र/से्िय
नं जीियर्र/कियषि नं जीियर्र (पी.वे.) स्टेिय मास्टर को फामा पू.रे .4 में योरटस िेगा रर नसके िलए उसका
पावती प्राप्त करे गा स्टेिय मास्टर तब तक फामा पू.रे .4 की प्रािि की स्वीकृ ित यहं िेगा जब तक उसये
कं ्ोल (ियर्ंित्रत ण्र् में) से अयुमित य प्राप्त कर िलर्ा हो रर स.िय. 5.19 (5) (ii) ( ) रर (ग) के
अयुसार प्रभािवत लानय को अवूपि य कर द्रिर्ा हो वररषि से्िय नं जीियर्र/से्िय नं जीियर्र/ कियषि
नं जीियर्र (पी.वे.) से ऐसा अयुमित प्राप्त करये से पहले कोई कार्ा प्रारं भ यहं करे गा, िजसके पावती -
फ्वार्ल पर हस्ताा र उ्त के अयुमित माया जाएगा
ii) िजस लानय पर कार्ा द्रकर्ा जाया हो, र्द्रि उसका बााव उस लानय के िवूपि प्वानं टों को सेट रर
तालाबन्ि कर करया संभव हो तो नसे द्रकर्ा जाएगा र्द्रि मर मत के अिीय लानय के िवूपि काुँटों को
सेट रर तालाबन्ि करया संभव यहं हो तो आवश्र्क हस्त ियर्ंित्रत रोक िसगयलों को ‘आुँय’ िस्थित में
सुरिा त करये के साथ-साथ हैंर् िसगयलों द्वारा नसका बााव द्रकर्ा जाएगा जहाुँ उिात हो, वहाुँ वररषि
से्िय नं जीियर्र/से्िय नं जीियर्र/कियषि नं जीियर्र (पी.वे.) तालाबन्ि काुँटों की ााभी प्राप्त कर सकता
ह रर अपये पास तब तक र सकता ह जब तक कार्ा समाप्त यहं हो जाता हो रर ब्यलकक हटा यहं िलर्ा
जाता ह
iii) कार्ा के पूरा हो जाये पर वररषि से्िय नं जीियर्र/से्िय नं जीियर्र/कियषि नं जीियर्र (पी.वे.) स्टेिय
मास्टर को फामा पू.रे .4 के आवश्र्क फ्वार्ल को जारी करते एए योरटस को ियरस्त कर िेगा
(ग) स्टेिय सीमा के बाहर जब द्रकसी लानय को पूणा ब्यलकक करके कार्ा प्रारं भ द्रकर्ा जाता हो -
i) िोहरी र्ा बए (मलटीपुल) लानय - िोहरी / बए लानय पर स्टेिय सीमा के बाहर जब द्रकसी लानय को पूणा
ब्यलकक कर कार्ा प्रारं भ द्रकर्ा जाया हो तो वररषि से्िय नं जीियर्र/से्िय नं जीियर्र/कियषि नं जीियर्र/
रे ल-पथ, िजस द्रििा से गािडर्ाुँ पएुँाेगी उस द्रििा में कार्ा-स्थल के ियकटतम ब्यलकक स्टेिय के स्टेिय मास्टर
को फामा पू.रे .4ए में योरटस िेगा रर उ्त की पावती प्राप्त करे गा द्रफर भी, स्टेिय मास्टर फामा पू.रे .4ए
की प्रािि की स्वीकृ ित तब तक यहं िेगा, जब तक उसये कं ्ोल (ियर्ंित्रत से्ियों पर) से अयुमित यहं
प्राप्त कर िलर्ा हो, रर जसा द्रक यीाे के सं.िय.15.08 (ग) (iii) में ियिााररत ियर्मायुसार कारा वाई यहं कर
िलर्ा हो र्द्रि द्रकसी िोहरी लानय से्िय पर नकहरी लानय संाालय कार्ा प्रारं भ करये की आवश्र्कता हो
तो आगे की कारा वाई ब्यलकक संाालय ियर्मावली स.िय. 3.47 के अयुसार की जाएगी
उय िस्थितर्ों में जहाुँ िजस द्रििा में गािडर्ाुँ पएुँाग
ें ी उस द्रििा में कार्ा स्थल का ियकटतक स्टेिय द्रकसी
के िबयमय के प्रभार में कोई ब्यलकक हट हो तो वहाुँ फामा पू.रे .4ए में योरटस िवपरीत ोर के ब्यलकक स्टेिय के
स्टेिय मास्टर को द्रिर्ा जाएगा रर यीाे के सं.िय.15.08 (ग) (iii) में ियिााररत ियर्मायुसार कारा वाई करये
की िज मेिारी योरटस प्राप्त करये वाले स्टेिय मास्टर की होगी
योट : तथािप, िवपरीत द्रििा में भी द्रकसी के िबयमय के प्रभार में कोई ब्यलकक हट हो तो उपर के सं.िय. 15.08 (ग)(i) में
विणत प्रद्रक्रर्ा का पालय द्रकर्ा जाया ाािहए अथाात पी.र्ब्यलर्ू.आई द्वारा िजस द्रििा से गािडर्ाुँ पएुँाग
े ी उस
द्रििा में कार्ा स्थल के ियकटतम ब्यलकक स्टेिय के स्टेिय मास्टर को फामा पू.रे .4ए सुपुिा द्रकर्ा जाएगा रर उसके
िलए उसका पावती प्राप्त द्रकर्ा जाएगा
187
ii) नकहरी लानय - नकहरी लानय पर से्िय नं जीियर्र (रे ल-पथ) एक तु के ब्यलकक स्टेिय के स्टेिय मास्टर
को प्रत्र्ेक मामले में उसी प्रकार फामा पू.रे .4ए जारी करे गा रर उसके िलए ियिााररत पावती प्राप्त करे गा
सूाया प्राप्त करयेवाला स्टेिय मास्टर तत्काल नसकी सूाया ब्यलकक से्िय के िूसरे ोर के स्टेिय मास्टर
को प्रानवेट य बरों के आिाय-प्रिाय के अन्तगात िेगा रर नसके पी े तार भी भेजा जाएगा
स्टेिय मास्टर तब तक फामा पू.रे .4ए की पावती की स्वीकृ ित यहं िेगा जब तक उसये कं ्ोल (ियर्ंित्रत
से्िय पर) से अयुमित प्राप्त यहं कर िलर्ा हो रर ब्यलकक से्िय के िूसरे ोर के स्टेिय मास्टर को
प्रानवेट य बरों के आिाय-प्रिाय के अन्तगात सूिात यहं कर द्रिर्ा हो
iii) िोहरी लानय से्िय जहाुँ ब्यलकक र्ंत्र प्रर्ोग में हो - उस स्टेिय पर जहाुँ ब्यलकक र्ंत्र प्रर्ोग में हो वहाुँ
संबंिित स्टेिय मास्टर रे ल पथ ियरीा क से सूाया फामा पू.रे .4ए पर प्राप्त होये पर र्ा तो ब्यलकक बक करे गा
र्ा ब्यलकक फकरवार्ा करे गा, जसी िस्थित हो, रर ब्यलकक संाालय ियर्मावली में अन्तियिहत अयुिेिों के
अयुसार ब्यलकक र्ंत्र में सूई को ‘लानय पर गाडी’ (्ेय य लानय) िस्थित में कर िेगा
जहाुँ ब्यलकक र्ंत्र के िबयों में िस्थित हो वहाुँ स्टेिय मास्टर रे ल पथ ियरीा क से सूाया प्राप्त होये पर संबंिित
के िबयों को आवश्र्क कारा वाई करये के िलए सूिात करें गे जसा द्रक उपर ियिााररत द्रकर्ा गर्ा ह रर वह
स्टेिय मास्टर को नसके संपुिि हेतु एक प्रानवेट य बर िेगा
iv) ऐसा से्िय जहाुँ पेपर लानय ्लीर्र रर नकहरी लानय का ब्यलकक र्ंत्र प्रर्ोग में हो - स्टेिय मास्टर को
फामा पू.रे .4ए में सूाया रर ब्यलकक से संबंिित द्रकसी अन्र् सूाया को लानय ्लीर्र पूिता द्रकताब में लगा
िेया ाािहए रर लागू ियर्मों के अयुसार ब्यलकक बक करया ाािहए नस ब्यलकक को तब तक यहं हटार्ा
जाएगा जब तक वररषि से्िय नं जीियर्र/से्िय नं जीियर्र/कियषि नं जीियर्र/पी.वे.(रे ल-पथ) द्वारा लगाए
गए ब्यलकक को हटाये के बारे में नं िगत करते एए फामा पू.रे . का आवश्र्क फ्वार्ल स्टेिय मास्टर द्वारा प्राप्त
यहं कर िलर्ा जाता
v) प्रभािवत से्िय में प्रवेि को ियर्ंित्रत करयेवाले अंितम रोक िसगयल के स्लकट, स्लानर् र्ा िसगयल लीवर
पर स्लानर् ककलर र्ा सेफ्टी ककलर लगा द्रिर्ा जाएगा
vi) कार्ा की समािि पर रे ल पथ ियरीा क स्टेिय मास्टर को फामा पू.रे .4ए के आवश्र्क फ्वार्ल को जारी करते
एए योरटस को ियरस्त कर िेगा
(र्) स्टेिय सीमा के अन्िर र्ा बाहर प्रारं भ द्रकर्ा जायेवाला कार्ा िजसमें गित प्रितबंि लागू करया पडता हो -
i) िोहरी र्ा बए (मलटीपल) लानय - िोहरी/बए लानय पर स्टेिय सीमा के भीतर र्ा बाहर जब कोई कार्ा
प्रारं भ द्रकर्ा जाया हो, िजसमें गित प्रितबंि लागू करया पडे तो से्िय नं जीियर्र (रे ल पथ) प्राभािवत
लानय पर ब्यलकक से्िय में प्रवेि को ियर्ंित्रत करये वाले ब्यलकक स्टेिय (ब्यलकक हट से िभन्य) के स्टेिय
मास्टर को फामा पू.रे .5 में एक यारटस सौंपेगा रर नसके िलए पावती प्राप्त करे गा
ii) नकहरी लानय - नकहरी लानय पर से्िय नं जीियर्र (रे ल पथ) प्राभािवत लानय ब्यलकक से्िय में प्रवेि को
ियर्ंित्रत करयेवाले िो ब्यलकक स्टेियों में से द्रकसी भी एक स्टेिय के स्टेिय मास्टर को प्रत्र्ेक मामले में उसी
प्रकार फामा पू.रे .5 जारी करे गा सूाया प्राप्त करयेवाला स्टेिय मास्टर तत्काल ब्यलकक से्िय के िूसरे ोर
पर िस्थित स्टेिय मास्टर को प्रानवेट य बर के आिाय - प्रिाय अन्तगात नसकी सूाया िेगा नसके पी े से
तार भेजा जाएगा
आपातकालीय िस्थित के अलावा स्टेिय मास्टर तब तक फामा पू.रे .5 की प्रािि की स्वीकृ ित यहं िेगा जब तक
उसये कं ्ोल (ियर्ंित्रत से्ियों पर) रर ब्यलकक से्िय के िूसरे ोर के सटेिय मास्टर को सूिात यहं कर
द्रिर्ा हो
iii) िोहरी रर नकहरी लानय िोयों पर स्टेिय मास्टर, से्िय नं जीियर्र (रे ल पथ) से फामा पू.रे .5 प्राप्त होये
पर सं.िय.4.09 के अयुसार कारावाई करे गा
iv) उय से्ियों में जहाुँ गाडी ियर्ंत्रण कार्ा प्रणाली लागू हो वहाुँ स्टेिय मास्टर भी तरन्त कं ्ोल को सूाया
िेगा, जो संबंिित स्टेियों द्वारा फामा टी/409 में सतका ता आिेि जारी करये हेतु उन्हें अयुिेि िेये के िलए भी
िज मेिार होगा जसा द्रक उपर के उप-पारा (ii) में ियिााररत द्रकर्ा गर्ा ह

188
v) स्टेिय मास्टर से फामा पू.रे .5 के आवश्र्क उिात फ्वार्ल पर पावती प्राप्त होये पर से्िय नं जीियर्र (रेल
पथ) कार्ा स्थल पर जा सकता ह तथा हाथ िसगयल, बयर फलग , पटा ा िसगयल, नं र्ीके टसा नत्र्ाद्रि लगा
सकता ह जसा द्रक सा. एवं सं.िय. 15.09 में में विणत ह
vi) कार्ा की समािि पर से्िय नं जीियर्र (रे ल पथ) स्टेिय मास्टर को फामा पू.रे .5 का संबंिित फ्वार्ल भेजते
एए योरटस को ियरस्त कर िेगा

15.09 िसगयल द्रि ाया :


1) जब कभी लानयों की मर मत के कारण र्ा द्रकसी अन्र् अवरोि के कारण लोको पार्लट बताया आवश्र्क ह
द्रक उसे ूपकया ह र्ा प्रितबंिित गित से आगे ब़ या ह तो उसे ियमयिलि त िसगयल द्रिर्ा जाएगा रर जहाुँ
ियिााररत द्रकर्ा गर्ा ह, पटा ों का प्रर्ोग द्रकर्ा जाएगा; िोहरी (र्बल) लानय होये से र्ह िसगयल उस
द्रििा में िजस ओर से गाडी आती हे ओर नकहरी (लिंसगल) लानय होये पर िोयो ओर द्रिए जाएंग,े अथाात
(क) र्द्रि गाडी को रोकया आवश्र्क ह रर प्रितबन्ि के वल एक द्रिय र्ा नससे कम समर् तक रहये की
संभावया ह तो बडी लानय पर अवरोि के सथाय से 600 मीटर की िूरी पर रर मीटर लानय रर यरो लानय
पर 400 मीटर की िूरी पर एक रोक पताका (बयर फ्लग) लगाई जाएगी तथा बडी लानय पर 1200 मीटर
की िूरी पर रर मीटर लानय रर यरो लानय पर 800 मीटर की िूरी पर तीय पटा े जो एक िूसरे से 10
मीटर मी िूरी पर होंगे , र े जाएंगे नसके अितरर्त रोक (स्टकप) हैंर् िसगयल, अवरोि के स्थाय से 30
मीटर की िूरी पर रोक पताका (बयर फ्लग) के पास रर तीय पटा ों से 45 मीटर की िूरी पर द्रि ाए
जाएंगे अवरोि के स्थाय पर तयात रे ल सेवक गाडी को हैंर् िसगयल द्रि ाता रहेगा रर जब गाडी अवरोि
के स्थाय से पास हो जाए तो वह लोको पार्लट को ‘आगे ब़ ो’ का हैंर् िसगयल द्रि ाएगा ताद्रक लोको
पार्लट सामान्र् गित से आगे ब़ सके
( ) र्द्रि गाडी को रोकया आवश्र्क ह रर प्रितबन्ि एक द्रिय से अििक समर् तक लगे रहये की संभावया
ह तो अवरोि के स्थाय से 30 मीटर की िूरी पर एक रोक संकेतक (स्टकप नं िर्के टर) लगार्ा जाएगा रर बडी
लानय पर अवरोि के स्थाय से 1200 मीटर की िूरी पर ओर मीटर लानय तथा यरो लानय पर अवरोि के
स्थाय से 800 मीटर की िूरी पर सतका ता संकेतक (ककिय नं िर्के टर) लागर्ा जाएगा नसके अितरर्त, िजस
स्थाय से लोको पार्लट सामान्र् गित से गाडी आगे ले जा सकता ह वहाुँ समािि संकेतक (टिमयेिय
नं िर्के टर) लगाए जाएंगे
(ग) र्द्रि गाडी को रोकया आवश्र्क यहं ह रर प्रितबन्ि के वल एक द्रिय र्ा नससे कम समर् तक रहये की
संभावया ह तो अवरोि के स्थाय से 30 मीटर की िूरी पर रर द्रफर कम से कम 800 मीटर की िूरी ‘सतका ता
से आगे ब़ ो’ िसगयल द्रि ाए जाएंगे जहाुँ आवश्र्क ह वहाुँ 800 मीटर की िूरी पर िविेर्ष अयुिेिों द्वारा
उपर्ु्त वृिि कर िी जाएगी अवरोि के स्थाय पर तयात रे ल सेवक गाडी को हैंर् िसगयल द्रि ाता रहेगा
रर जब गाडी अवरोि के सथाय से पास हो जाए तो वह लोको पार्लट को ‘आगे ब़ ो’ हैंर् िसगयल
द्रि ाएगा ताद्रक लोको पार्लट सामान्र् गित से आगे ब़ सके
(र्ी) र्द्रि गाडी रोकया आवश्र्क यहं ह रर प्रितबन्ि एक द्रिय से अििक समर् तक रहये की संभावया ह
तो अवरोि के स्थाय से 30 मीटर की िूरी पर एक स्पीर् नं र्ीके टर लगार्ा जाएगा रर द्रफर अवरोि के
स्थाय से कम से कम 800 मीटर की िूरी पर ककिय नं र्ीके टर अलार्ा जाएगा जहाुँ अपेिा त हो वहाुँ िविेर्ष
अयुिेिों द्वारा सुिविायुसार 800 मीटर की िूरी में वृिि कर िी जाएगी नसके अितरर्त िजस स्थाय से
लोको पार्लट सामान्र् गित से गाडी आगे ले जा सकता ह वहाुँ टिमयेिय नं र्ीके टर लगाए जाएंगे
2) अवरोि का स्थाय स्टेिय सीमा के अन्िर होये पर
(ए) र्द्रि प्वानं ट को सेट करके रर जकड कर र्ा हस्त ियर्ंित्रत रोक(स्टकप)िसगयल र्ा िसगयलों को ‘ य’
र कर प्रभािवत लानय को पृथम कर द्रिर्ा गर्ा ह तो उपियर्म (1) के उपबन्िों से ू ट िी जा सकती ह ,
रर

189
(बी) उय मामलों के िसवार् , िजयमें लोको पार्लट को िप ले स्टेिय पर अवरोि रर उसके िववरण की
सूाया िेते एए ककिय र्ार द्रिर्ा गर्ा ह , द्रकसी गाडी के िलए आगमय (एप्रोा) िसगयल तब तक ‘ फ’
यहं द्रकए जाएंगे जब तक द्रक गाडी को फस्ट स्टकप िसगयल पर रोक यहं द्रिर्ा जाता ह

3) र्द्रि कार्ास्थल स्वाािलत िसगयलिंलग ा ेत्र में िस्थत ह, रर र्द्रि अवरोि का स्थाय एवं स बिन्ितिसगयलिंलग
से्िय में गाडी का प्रवेि ियर्ंित्रत करये वाले स्वाािलत िसगयल के बीा की िूरी बडी लानय पर 1200
मीटर से कम रर मीटर लानय पर 800 मीटर से कम ह, रर बितदेश द्रक र्ह सुियिचितत कर िलर्ा गर्ा ह द्रक
स्वाािलत िसगयल ‘ य’ िस्थित में रहेगा तो :--
(ए) उपियर्म (1) के ण्र् (ए) में उिललि त बयर फ्लग रर तीय र्ेटोयेटर क्रमि: 90 रर 180
मीटर पर लगाए ज सकें गे , तथा
(बी)उपियर्म (1) के ण्र् (बी) में उिललि त (ककिय नं र्ीके टर) को हटार्ा जा सकता ह
4) उपियर्म (1) के ण्र् (बी) रर (र्ी) में उिललि त नं र्ीके टसा के आकार रर प्रकार को िविेर्ष अयुिेिों द्वारा
ियिााररत द्रकर्ा जा सकता ह
स.िय.15.09 1) उपर्ुा्त सा.िय. 15.09 में संििभत हैंर् िसगयल फ्लग 60 वगा सेंटीमीटर (2फीट) से कम यहं होगा रर
साफ ामकीले रं ग का होगा कार्ास्थल/अवरोि का बााव करये के िलए नं जीियर्ंरग कमाााररर्ों द्वारा द्रि ार्े
जाये वाले संकेतों का वणाय िय य प्रकार ह :--
2) ककिय नंर्ीके टर- ककिय नंर्ीके टर उस स्थल से
बी.जी. पर 1200 मीटर पर र्ा एय.जी. से्िय पर
800 मीटर पर लगार्ा जाएगा जहाुँ गित प्रितबंि
प्रार भ होये वाला हो , र्ह िीक उसी आकृ ित का होगा
जसा द्रक हाििर्े में द्रि ार्ा गर्ा ह रर र्ह एक
1400 मी.मी. ाद्यडे रर बार्ं तु 400 मी.मी.गहरे
म ली की पूुँ की तरह का ा ितज बोर्ा होगा रर
िािहयी तरफ युकीला होगा एवं पीले रर काले पेंट से
रं गा होगा नस बोर्ा को रे ल सतह से ऊपर बोर्ा के तल
तक 2 मीटर की ऊुँााई के स्त भ पर स्थािपत द्रकर्ा
जाएगा रर जो 300 मी.मी. ऊुँााई के सफे ि रर
काले िारी से रं गा होगा नं र्ीके टर बोर्ा अस्थार्ी
प्रितबंि के िलए रात में आये वाली गाडी की ओर
ा ितज ूपप से प्रििित करते एए िो पीली बत्ती
द्रि ार्ेगा स्थार्ी प्रितबंि वाले स्थाय पर आगे की गित को ककिय नं र्ीके टर बोर्ा पर पेंट से अंद्रकत द्रकर्ा जाएगा
अस्थार्ी प्रितबंि की िस्थित में अलग हो जाये वाले ोटे य बर प्लेटों के द्वारा गित ििाार्ा जाएगा िजन्हें बिला जा
सकता ह िोयों मामलों में ामकीले पेंट का प्रर्ोग द्रकर्ा जाएगा र्द्रि पूरी तरह ूपक जाये का प्रितबंि लगा िो
तो ककिय नं र्ीके टर बोर्ा पर पेंट से ‘0’ अंक अंद्रकत द्रकर्ा जाएगा श्रृं ला में िविवि गित गित प्रितबंिों की िस्थित
में जसा द्रक के वल टी.आर. कार्ों में होता ह, िसफा पहले गित प्रितबंि को ककिय नं र्ीके टर बोर्ा पर प्रििित द्रकर्ा
जाएगा
3) िूसरा नं र्ीके टर र्ा तो स्पीर् नं र्ीके टर होगा र्ा स्टकप नं र्ीके टर होगा रर नसे तरे के स्थाय से 30
मीटर की िूरी पर लगार्ा जाएगा

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स्पीर् नं र्ीके टर - ए) र्द्रि पूरी तरह ूपक जाये का प्रितबंि यहं लगा हो तो वहाुँ
एक स्पीर् नं र्ीके टर लगार्ा जाएगा र्ह स्पीर् नं र्ीके टर
हाििर्े में द्रि ार्े गर्े आकृ ित के समाय अा रि: होगा रर एक
पीले 1 मीटर द्रकयारे वाले समभुज ित्रभुजाकार रर 300
मी.मी.ऊुँाे , 40 मी.मी. मोटे बडे अंकों में उस गित को ििााते
एए एक बोर्ा होगा , िजस पर गाडी ाल सकती ह बोर्ा को पेंट
द्रकर्े एए 300 मी.मी. ऊुँाे सफे ि रर काले परिर्ों वाले 2
मीटर ऊुँाे स्त भ (रे ल सतह से बोर्ा के तल तक) पर स्थािपत
द्रकर्ा जाएगा र्ह नं र्ीके टर स्थार्ी रर अस्थार्ी प्रितबंिों
िोयों मामलों में लगार्ा जाएगा रर के वल अस्थार्ी गित
प्रितबंि के िलए रात में नसके सामये 400 मी.मी.x 10 मी.मी.
के स्टील के सपाट रेमेम में एक ल प स्थािपत करके प्रिीप्त द्रकर्ा
जाएगा

स्टकप नं र्ीके टर -
बी) र्द्रि पूरी तरह से ूपक जाये का प्रितबंि यहं लगा हो तो
स्टकप नं र्ीके टर हाििर्े में ििाार्े गर्े आकृ ित के अयुूपप लगार्ा
जाएगा र्ह नं र्ीके टर 1400मी.मी.x 400 मी.मी. के
आर्ताकार आकार एवं पेंट द्रकर्े एए लाल रर ल बवत िारी
वाले ा ितज बोर्ा का बया होगा र्ह बोर्ा पेंट द्रकर्े एए सफे ि
रर लाल रं ग के 300 मी.मी.ऊुँाे परिर्ों वाले 2 मीटर ऊुँाे
(रे ल सतह के ऊपर बोर्ा के तल तक) स्त भ पर स्थािपत द्रकर्ा
जाएगा
र्ह नं र्ीके टर रात में सफे ि बक लानट के साटाथ िो 130
मी.मी.का लाल बत्तीप्रििित करे गा िसगयल द्रि ाये के िलए
एक िसगयल मय को द्रिर्ा जाएगा जसे ही गाडी ूपकती हो,
िसगयलमय ‘‘प्रितबंि पुिस्तका’’ (यमूया यीाे द्रिर्ा गर्ा ह)
पर लोको पार्लट का हस्ताा र प्राप्त करे गा रर रात में हरा
हाथ िसगयल बत्ती एवं द्रिय में हरा हाथ िसगयल झंर्ा
द्रि ाकर गाडी को आगे ब़ ये की अयुमित िेगा

‘‘प्रितबंि पुिस्तका’’ िय यिलि त फकमा में मुद्रित की जाएगी:-


ितिथ गाडी सं्र्ा समर् लोको पार्लट का हस्ताा र

रटप्पणी : उ्त ककलम गाडी के लोको पार्लट द्वारा भरे जार्ेंगे


4) टिमयेिय नं र्ीके टर - टिमयेिय नं र्ीके टर बोर्ा पर सवारी गािर्र्ों के लोको पार्लट को र्ह संकेत िेये के िलर्े द्रक
कब सामान्र् गित पुय: प्रारं भ द्रकर्ा जा सकता ह, अा र ‘टी/पी’ अंद्रकत होगा रर नसे जहाुँ गित प्रितबंि का ा ेत्र
समाप्त हो जाता ह, उस स्थाय से से्िय में ालये वाली सबसे लंबी सवारी गाडी की ल बाई के बराबर िूरी पर
िस्थत होया ाािहए नसी तरह ‘टी/जी’ अा र वाला िूसरा टिमयेिय नं र्ीके टर जहाुँ गित प्रितबंि का ा ेत्र समाप्त
हो जाता हो, उस स्थाय से से्िय में ालये वाली सबसे लंबी मालगाडी के बराबर िूरी पर िस्थत होगा सवारी एवं
मालगािर्र्ों के लोको पार्लट ‘टी/पी’ र्ा ‘टी/जी’ बोर्ा पर पएुँाये के पहले सामान्र् गित पुय: प्रारं भ करये के िलए
गार्ा के िसगयल के िलए यजर र ेंगे र्ह टिमयेिय नं र्ीके टर िीक उसी तरह होगा, जसा हाििर्े में द्रि ार्ा गर्ा ह
191
र्ह टिमयेिय नं र्ीके टर यीले रं ग में पेंट द्रकर्ा एआ 1 मीटर वर्ास वाला िर्स्क होगा रर नसका 25 मी.मी. का
काला द्रकयारा होगा िर्स्क पर अंद्रकत अा र 250 मी.मी. ऊुँाा एवं 40 मी.मी. मोटा होगा र्ह रे ल सतह से
िर्स्क के ियाले तल तक 1650 मी.मी.के एक ंभे पर लगार्ा जाएगा एवं 300 मी.मी.ऊुँाी सफे ि एवं काली पिी से
पेंट द्रकर्ा एआ रहेगा अस्थार्ी प्रितबंिों के िलए टिमयेिय नं र्ीके टर को रात में एक हाथ िसगयल बत्ती सथािपत
करके प्रिीप्त करया ाािहए, जसा द्रक स्पीर् नं र्ीके टर की िस्थित में होता ह

5) अस्थार्ी गित प्रितबंि के िलए अप्रत्र्ावितत (यकय ररफ्लेि्टव) प्रकार के नं र्ीके टर को रात में उसके सामये एक हाथ
िसगयल बत्ती स्थािपत करके प्रिीप्त द्रकर्ा जाएगा द्रफर भी अस्थार्ी गित प्रितबंि के िलए अप्रत्र्ावितत(यकय
ररफ्लेि्टव) प्रकार के नं र्ीके टर को जलाये की आवश्र्कता यहं ह
6) नं र्ीके टरों की बत्ती को स्थार्ी िसगयलों के िलए ियिााररत समर् पर प्रकािित द्रकर्ा जाएगा रर बुझार्ा जाएगा

7) नकहरी लानय पर िसगयलों रर ऊपर विणत नं र्ीके टरों को गित प्रितबंि के स्थल के िोयों तरफ द्रि लार्ा जाएगा

8) उय से्ियों रर लानयों के भागों में जहाुँ िृश्र्ता अवूपि ह र्ा जहाुँ तरे के िबन्िु की तरफ 500 में 1 से अििक
ढलाव होता ाला गर्ा ह , ऊपर िी गर्ी िूरी नस हि तक ब़ ार्ी जाएगी िजतयी पूणा सुरा ा के िलए आवश्र्क होगी
रर आवश्र्क होये पर िसगयलों की सं्र्ा भी ब़ ार्ी जा सकती ह

9) ए सी र्बल र्ेकर गािडर्ों (िािन्हत प्लेटफकमों से गुजरये के िद्यराय) के िलए िविेर्ष ूपप से लागू प्रितबंिों हेतु ककिय
नं िर्के टर , स्पीर् नं िर्के टर एवं टिमयेिय नं िर्के टर का य्िा रर आर्ाम (र्ार्मेंिय) िय यायुसार होंगे :-

192
15.10 गािर्र्ों की रा ा में सहार्ता : रे ल - पथ र्ा ियमााण कार्ों पर लगा एआ हर रे ल कमााारी, गाडी के गार्ा र्ा
लोको पार्लट द्वारा सहार्ता मांगी जाये पर, गाडी की रा ा करये में सहार्ता करे गा
15.11 प्रत्र्ेक गैंग का गैंगमेट : रे ल - पथ र्ा ियमााण - कार्ा का प्रत्र्ेक वररषि से्िय नं जीियर्र/से्िय नं जीियर्र/
कियषि नं जीियर्र र्ह िे ग े ा द्रक उयके िज मे रहये वाली लानय पर काम करये वाले हर गैंग में एक सा म
गैंगमेट ह
15.12 िसगयलों की जायकारी रर गैंग का उपकरण : प्रत्र्ेक रे ल-पथ र्ा ियमााण-कार्ा का वररषि से्िय नं जीियर्र/
से्िय नं जीियर्र/कियषि नं जीियर्र र्ह िे ग
े ा द्रक -
ए) उसके अिीय काम करये वाले प्रत्र्ेक गैंगमय रर गैंगमेट को हण्र् िसगयलों रर पटा ा (िर्टायेंटग)
िसगयलों की सही-सही जायकारी ह
बी) उसके िज मे रहये वाली लानय पर काम करये वाले प्रत्र्ेक गैंग को िविेर्ष अयुिेिों द्वारा ियिााररत अन्र्
रजारों र्ा उपकरणों के अितरर्तए एक रे ल - पथ गेज, िो जोडी िसगयल झण्र्ी, िो हण्र् िसगयल
बिि र्ाुँ रर बारह पटा े (िर्टोयेटर) द्रिए जाते हैं
15.13 गेजों, िसगयलों, रजारों तथा उपकरणों का ियरीद्वाण :
1) प्रत्र्ेक रे ल-पथ र्ा ियमााण-कार्ा का वररषि से्िय नं जीियर्र/से्िय नं जीियर्र/कियषि नं जीियर्र
प्रत्र्ेक माह में कम से कम एक बार ियर्म 15.12 के ण्र् (बी) के अयुसार गैंगों को द्रिए गए रे ल-पथ
गेजों, झंिर्र्ों, िसगयल बिि र्ों, र्ेटोयेटरों, रजारों रर उपकरणों का ियरीा ण करे गा ओर र्ह
सुियिचितत करे गा द्रक उपरो्त सामाय पूरा रर अच ी हालत में ह
2) वह र्ह भी िे ग
े ा द्रक र्द्रि कोई वस्तु राब ह र्ा ो गई ह तो उसके बिले िूसरी िे िी जाएगी
15.14 लानय की संरा ा के िलए गैंग मेट की िज मेिारी : प्रत्र्ेक गैंग मेट -
ए) र्ह िे ग े ा द्रक उसके िज मे रहये वाली सारी लानयें गािर्र्ों के आये-जाये के िलए सुरिा त ह ;
बी) र्ह िे ग े ा द्रक ियर्म 15.12 के ण्र् (बी) के अिीय उसे द्रिए गए िसगयल सही हालत में रर तुरन्त
प्रर्ोग द्रकए जा सकते हैं ;
सी) र्ह िे ग े ा द्रक उसके गैंग के प्रत्र्ेक वर्िि को हैंर् िसगयलों रर र्ेटोयेंटग िसगयलों की िीक-िीक
जायकारी ह;
र्ी) अपये िज मे रहये वाली सारी लानय पर र्ा उसके अहाते के अन्िर आििमर्ों र्ा पिुओं के अिताार को
रोकये का प्रर्त्य करे गा, तथा
193
ई) लानय की मर मत करते समर्, उसे उिाते र्ा यीाे करते समर् अथवा ऐसा कोई अन्र् काम करते समर्
िजसके कारण द्रकसी गाडी को आगे ब़ ये के िलए सतका ता बरतये की आवर्र्कता ह तो स्वर्ं मद्यके पर
उपिस्थत रहेगा रर ियर्म 15.09 में ियिााररत सतका ता िसगयल द्रि ाए जाये के िलए िज मेिार होगा
15.15 बाूपि िवस्फोटय (ब्यलालिंस्टग) : िविेर्ष अयुिेिों के अिीय अयुमित के िसवार्, रे ल-पथ र्ा ियमााण कार्ा पर काम
करये वाला कोई भी रे ल कमााारी रे ल लानय पर र्ा उसके आस-पास बाूपि िवस्फोटय कार्ा यहं करे गा

15.16 प्वानं ट र्ा क्रकलिंसग लगाया र्ा हटाया : आपात िस्थितके िसवर्, कोई भी रे ल सेवक, य तो द्रकसी प्वानं ट र्ा
क्रकलिंसग को लगाएगा रर य हटाएगा जब तक द्रक िविेर्ष अयुिेिों के अिीय ऐसी अयुमित यहं िे िी गई हो
15.17 तरे की आिंका होये पर गैंगमेट रर गैंगमय के कि ावर् : र्द्रि कोई गैंगमेट र्ा गैंगमय र्ह समझता ह द्रक
रे लपथ र्ा ियमााण - कार्ा में द्रकसी राबी के कारण र्ा असािारण वर्षाा र्ा बा़ र्ा द्रकसी अन्र् र्टया के कारण
लानय के असुरिा त हो जाये की र्ा द्रकसी गाडी के तरे में पड जाये की स भावया ह तो वह लानय की मजबूती
सुद़् करये रर गािडर्ों की संरा ा के िलए, तुरंत वर्वस्था करे गा रर आवश्र्कतायुसार गािडर्ों को सतका ता से
आगे ब़ ये र्ा ूपकये के िलए ियिााररत िसगयल िेगा रर िीघ्राितिीघ्र ियकटतम स्टे िय मास्टर तथा रे ल-पथ
र्ा ियमााण-कार्ा में वसेनं/से.नं ./किय.नं .को पररिस्थित की ररपोटा िेगा
ए. लकररर्ों, ्किलर्ों रर मोटर टॉिलर्ों का संाालय
15.18 ्कली, लकरी रर मोटर ्कली में भेि :-
1. िजस वाहय को ाार वर्िि िमलकर लानय पर से उिा सकते हैं उसे ्कली समझा जाएगा रर उसी प्रकार
के द्रकन्तु उससे अििक भारी वाहय को लकरी समझा जाएगा
2. जो ्कली , मोटर द्वारा स्वयोद्रित(सेलफ प्रोपेलर्) ह वह मोटर ्कली ह
3. आपात-िस्थित के िसवार्, ्कली को रे ल-पथ र्ा अन्र् भारी सामाय की ढु लाई के िलए प्रर्ु्त यहं द्रकर्ा
जार्ेगा, रर र्द्रि कोई ्कली नस प्रकार लािी जाती ह तो उसे नय ियर्मों के प्रर्ोजय के िलए ‘लकरी’
समझा जाएगा

स.िय.15.18 (ए) : लानट मोटर ्कली / मोपेर् ्कली / स्कू टर ्कली को मोटर ्कली समझा जाएगा मोटर परराािलत
लानट मोटर ्कली / मोपेर् ्कली / स्कू टर ्कली की संाालय पिित मोटर ्कली के समाय होगी
(बी) प्रत्र्ेक लकरी र्ा ्कली के साथ नसको ालाये के िलए ाार से कम आिमी यहं होये ाािहए
(सी) जब द्रकसी लकरी र्ा सामिग्रर्ों से लिे एए द्रकसी हलके ्कली को िबया ब्यलकक सुरा ा वाले से्िय में ालाया
अपेिा त हो तो प्रभारी पिाििकारी का र्ह उि रिािर्त्व होगा द्रक वह िे े द्रक िोहरी लानय पर पाुँा से कम रर
नकहरी लानय पर ह से कम आिमी नसके साथ यहं हैं रर र्ह सा.िय.15.27(2)(ए) तथा (बी) के क अयुसार
िोहरी लानय पर उस द्रििा में िजिर से गाडी आ सकती ह रर नकहरी लानय पर िोयों तु से पूणाूपप से सुरिा त
ह द्रफर भी पररिस्थित के अयुसार जब आवश्र्कता हो, तो लकरी र्ा लिे एए ्कली रर उसके सामिग्रर्ों को
लानय से तत्परता से हटार्े जाये के िलए आििमर्ों की सं्र्ा ब़ ार्ी जाएगी
(र्ी) िोहरी लानय से्िय में िोहरी लानय से नकहरी लानय में पररवताय के मामले में स्टेिय मास्टर द्वारा
वास्तिवकता की सूाया लकरी र्ा ्कली के प्रभारी पिाििकारी को उस समर् िी जाएगी जब वह ब्यलकक से्िय में
प्रवेि करये से पहले वह सभी पएंाये वाली गािडर्ों के िवर्षर् में ियिचितत कर लेगा जसा द्रक सा.िय.15.26 के
अन्तगात अपेिा त ह
(ई) प्रत्र्ेक लकरी र्ा ्कली पर उसकी सं्र्ा रर नसका प्रर्ोग करये के िलए प्राििकृ त वर्िि का पियाम एवं
उसके मु र्ालर् स्टेिय का कोर् आोा र (नियििर्ल) अंद्रकत होगा
(एफ) ्क सर्दकट/िूरी(ऐ्सल) काउण्टर की वर्वसथा वाले से्ियों में िसगयल िवफलता को रोकये के िलए के वल
नं स्र्ुलेटेर् प्रकार का ्कली/लकरी उपर्ोग में लार्ा जाएगा

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15.19 लाल झण्र्ी र्ा बि ी का द्रि ार्ा जाया : प्रत्र्ेक लकरी र्ा ्कली, जब लानय पर ह , द्रिय के समर् लाल झण्र्ी
रर रात के समर् र्ा िुि ं , कोहरे र्ा तूफायी मद्यसम में, जब स्पषट द्रि ाई यहं िेता ह र्ा सुरंग में , लाल बि ी
द्रि ाएगी लाल झण्र्ी र्ा लाल बि ी उय द्रििाओं की ओर द्रि ाई जाएगी िजिर से गाडी आ सकती ह
स.िय.15..19 (ए) कोई भी लकरी र्ा ्कली लानय पर तब तक यहं र ा जाएगा जब तक उस पर द्रिय रर रात ििोयों के
िसगयल एवं लानय से हटार्े जाये पर लकरी र्ा ्कली को सुरिा त र ये के िलए एक ाेय रर ताला तथा 10
पटा ों (र्ेटोयेटर) का एक बक्स भी यहं द्रिर्ा गर्ाहो द्रिय के ्कली िसगयलों में लाल झंर्ी प्रत्र्ेक ्कली/
लकरी/मोटर ्कली पर नस उद्देश्र् के िलए बयार्े गर्े िकके ट में ल बवत र े गर्े एक र्ंर्े में लगी एर्ी होंगी , ताद्रक
आसायी से द्रि ाई पडे रात के िद्यराय र्ा जब िृश्र्ता अन्र्था अस्पषट हो र्ा सुरंगों में प्रवेि करते समर् ्कली
िसगयल नकहरी लानय से्िय में िोयों द्रििाओं में लाल बि ी होंगे िोहरी लानय से्िय में लाल बि ी उस द्रििा
में प्रििित की जाएगी , िजस तरफ से गािडर्ों के आये की संभावया हो रर अन्र् द्रििा मं सफे ि बि ी द्रि ाई
जाएगी लेद्रकय होम िसगयल के भीतर डा रहये पर िोयों द्रििाओं में लाल बि ी द्रि ार्ेगा
(बी) कोई भी ्कली/लकरी/मोटर ्कली द्रकसी लानय पर य डी रहेगी र्ा य ही ालेगी, जब तक वह नय ्कली
िसगयलों को प्रििित यहं करती हो लेद्रकय जब कोई ्कली/लकरी/मोटर ्कली लानय से काट कर अलग हटा द्रिर्ा
जाता हो, तो नय िसगयलों को हटा द्रिर्ा जाएगा
(सी) (i) ियिचितत से्िय में जहाुँ तीक्ष्ण र्ुमावों , कटावों र्ा अन्र् कारणों से लानय की िृश्र्ता बािित हो , वहाुँ
्कली/लकरी उपर्ोगकि ाओं को आवश्र्क िसगयल द्रि लार्े जाये हेतु सा म बयाये के िलए फ्लगमय के उपर्ोग के
िलए ऐसे स्थलों पर ्कली िसगयल स्टेिय स्थािपत द्रकर्े गर्े हैं जहाुँ से िोयों द्रििाओं में सबसे अच ी िृश्र्ता पर
ियर्ंत्रण र ा जा सके नय ्कली िसगयल स्टेियों पर उपर्ु्त ऊुँााई के एक स्त भ पर कार्ा करये वाले ्कली
बकल र्ा ा्कर लगाये वाले र्ीस्क िसगयल लगे होते हैं , ताद्रक नकहरी लानय से्िय पर िोयों द्रििाओं में रर
होहरी लानय ंर् पर िजस द्रििा से गाडी आ रही हो उस द्रििा में वे िसगयल प्रििित कर सकें वे फ्लगमय द्वारा
िसफा सूर्ोिर् रर र्ाास्त के बीा संाािलत होते हैं आये वाली ्कली/लकरी के िलए बकल को उिाया र्ा िर्स्क का
प्रििाय र्ह संकेत िेता ह द्रक बकल र्ा िर्स्क िजसका ियिदेशि िेते हैं उस लानय पर कोई गाडी यहं ह , बकल का तेजी
से ऊपर उिया रर यीाे आया र्ा िर्स्क का बार-बार य रर फ होया र्ह संकेत िेता ह द्रक कोई गाडी पएुँा
रही ह तथा ्कली/लकरी को रे लपथ से तत्काल हटा द्रिर्ा जाया ाािहए
(ii) र्द्रि फ्लगमय ्कली के आगे से िसगयल यहं िेता हो , तो िसवार् वहाुँ जहाुँ मोटर ्कली द्रकसी गाडी के पी े -
पी े ाल रही हो , उसी तरह की साविायी अपयार्ी जायी ाािहए ्र्ोंद्रक र्ुमावों र्ा कटावों पर कोई ्कली
िसगयल स्थािपत यहं द्रकर्े जाते हैं
(iii) जहाुँ ्कली िसगयल स्टेिय यहं बयार्े गर्े हों रर बकल र्ा िर्स्क का कोई संकेत उपलब्यि यहं हो वहाुँ र्ुमाव
र्ा कटाव से गुजरते समर् जब िृश्र्ता 800 मीटर से कम िूरी तक सीिमत हो , एक र्ा कई टकलीमयों को सीटी ,
हाथ र्ा कोहरा िसगयल सिहत थोडी-थोडी िूरी के अन्तराल पर जहाुँ से द्रक वे उन्हें ऐसी िूरी से जो 350 मीटर से
कम य हो , आये वाली गाडी की सूाया िे सकें रर जब अपेिा त हो ्कली उपर्ोगकतााओं को िसगयल िेये में उन्हें
समथा बया सके , प्रितियर्ु्त करके अपयी ्कली को सुरिा त करे गा नस प्रकार तयात ्कलीमय ्र्ोंही गाडी
द्रि ाई पडेगी सीटी बजाएगा रर तत्काल तरे का हाथ िसगयल प्रििित करे गा एवं लानय पर तीय कु हासा
िसगयल लगाएगा र्द्रि ्कली को काटकर लानय से अलग कर द्रिर्ा जाता हो, तो कोहरा िसगयलों को हटा िलर्ा
जाएगा नकहरी लानय से्िय पर ्कली के आगे रर पी े िोयों तु आिमी प्रितियिर्ु्त द्रकर्े जाये ाािहए
जबद्रक िोहरी लानय से्िय पर आिमी आगे र्ा पी े जाएगा, जसी िस्थित हो , ताद्रक वे उस द्रििा में हों , िजस
द्रििा से गाडी आये की संभावया ह
15.20 ्कली,लकरी र्ा मोटर ्कली के उपकरण : प्रत्र्ेक ्कली, लकरी र्ा मोटर ्कली में िय यिलि त उपकरण होंगे अथाात
(ए) िो हण्र् िसगयल बिि र्ाुँ
(बी) िो लाल रर िो हरी हाथ िसगयल झंिर्र्ाुँ
(सी) पर्ााप्त सं्र्ा में र्ेटोयेटर
(र्ी) एक जंजीर रर एक ताला
(ई) रे ल के िजस से्िय पर ्कली,लकरी र्ा मोटर ्कली को ालाया ह , उस पर लागू कार्ा ाालय समर्
सारणी(वकिंगकग टानम टेबल ु ) की एक प्रित साथ ही उसके सभी िुिि-पत्र तथा पररििषट, र्द्रि कोई ह ,
(एफ) एक मोटर हकया रर एक साा-लानट (के वल मोटर ्कली के िलए)
195
(जी) िो बयर फ्लग(के वल लकरी के िलए) रर
(एा) अन्र् ऐसी वस्तुएुँ जो रे ल प्रिासय नस बावत ियिााररत करे
योट : ्कली/लकरी र्ा मोटर ्कली के पभारी पिाििकारी के पास ियिााररत उपकरण के अितरर्त एक र्डी भी होगी
स.िय.15.20 (ए) जब द्रकसी ्कली/लकरी/मोटर ्कली को लानय पर र या हो, तो वह अपये साथ सा.िय.15.20 में
ियिााररत उपकरण के अितरर्त िय यिलि त उपकरण भी ले जाएगा :-
i. एक टकाा लानट ii. तीय रं गी टकाा
iii. 10 र्ेटोयेटर का एक िर्ब्यबा
iv . एक ल बी मजबूत रस्सी , के वल उय से्ियों के िलए जहाुँ ढलाय 150 में 1 र्ा उससे अििक हो जसा द्रक
र्ाट से्िय में होता ह
योट : (ए) ््िय मोटर ्कली के मामले में ाालू हालत में आपातकालीय पोटदेशबुल टेलीफोय भी नसके साथ ले जार्ा
जाएगा
(बी) र्ह सुियिचितत करये की िज मेिारी प्रिाय ्कलीमय र्ा वररषितम ्कलीमय की होगी द्रक जब ्कली को लानय पर
र ा जाता हो, उस समर् उपकरण सभी िृििकोण से पूणा हो
15.21 कारगर (नद्रफििएन्ट) ब्रेक : कोई लकरी र्ा ्कली लानय पर तब तक यहं र ी जाएगी, जब तक द्रक उसमें
कारगर ब्रेक यहं लगे हों
स.िय.15.21 (ए) लकरी र्ा ्कली का प्रभारी वर्िि र्ह िे ये के िलए िज मेिार होगा द्रक ब्रेक सही द्रक्रर्ािील अवस्था में
हो रर प्रत्र्ेक र्ात्रा के प्रारं भ पर वह उयकी जाुँा करे गा
(बी) 150 में 1 र्ा उससे अििक यीाे की ओर िगरये वाले ढलाय वाले र्ाट से्िय पर र्ह सुियिचितत द्रकर्ा जाएगा द्रक
सभी ाार पिहर्ों पर ब्रेक िा तापूवाक कार्ा करें नसके अितरर्त, लकररर्ाुँ अपये साथ हाथ ब्रेक के अपर्ााप्त र्ा याकामी
सािबत होये पर उयको पकडकर र ये के िलए एक मजबूत रस्सी ले जाएंगे रर लकररर्ों में सािारण हाथ ब्रेकों के
अितरर्त अयुमोद्रित िर्जानय के स्क्रू र्ाउय ब्रेक भी लगे होंगे
15.22 : लोरी र्ा ्कली के लानय पर होये के समर् र्ोग्र्ता प्राि ब्यर्िि ही उसका प्रभारी ( नं ााजा) होगा.
(1) िबिेर्ष अयुिेिों द्वारा नस काम के िलर्े ियर्ूि र्ोग्र्ता प्राि ब्यर्िि के िसवर्ा अन्र् कोई ब्यर्िि द्रकसी लोरी र्ा ्कली
को लानय पर यही रा ग े ा
(2) ऐसी र्ोग्र्ता प्राि ब्यर्िि लोरी र्ा ्कली के साथ रहेगा रर उसकी समुिात रा ा तथा िबिेर्ष अयुिेिों के अयुसार
उसके प्रर्ोग के िलए िज मेिार होगा
स.िय.15.22 (ए) मु्र् परराालय प्रबंिक, मु्र् संरा ा अििकारी, मु्र् नं जीियर्र, मु्र् िसगयल एवं िूर संाार
नं जीियर्र,मु्र् िबजली नं जीियर्र एवं मंर्ल रे ल प्रबंिक उस समर् िजस से्िय के प्रभारी हैं उसमें ्कली/लकरी/
मोटर ्कली के प्रर्ोग में तर्थर्त: र्ोग्र्ता प्राप्त समझे जाएंगे
(बी) कोई भी अन्र् वर्िि तब तक ्कली/लकरी/मोटर ्कली के उपर्ोग करये हेतु र्ोग्र् यहं समझा जाएगा , जब तक
उसके पास कोई वि सा मता प्रमाण पत्र यहं हो सा मता प्रमाण प्राप्त होये पर कमाााररर्ों की श्रेणी जो ्कली/लकरी/
मोटर ्कली का उपर्ोग करये के िलए प्राििकृ त ह, यीाे सूाीबि ह :--
िवभाग ्कली लकरी मोटर ्कली
िसिवल रे ल पथ एवं ियमााण कार्ा के सभी अििकारी, वररषि ्कली के रे ल पथ रर ियमााण कार्ा के सभी
नं जीियर्ंरग से्िय नं जीियर्र, से्िय नं जीियर्र, कियषि समाय अििकारी वररषि से्िय नं जीियर्र,
नं जीियर्र, कार्ा पर्ावेा क, रे लपथ प्रिाय िमस्त्री से्िय नं जीियर्र, कियषि नं जीियर्र
िसगयल एवं सभी अििकारी, वररषि से्िय नं जीियर्र, से्िय वही सभी अििकारी, वररषि से्िय
िूरसंाार नं जीियर्र, कियषि नं जीियर्र (िसगयल) नं जीियर्र, से्िय नं जीियर्र, कियषि
नं जीियर्र (िसगयल)
िवोुत सभी अििकारी, ियरीा क, वररषि से्िय नं जीियर्र वही सभी अििकारी, ियरीा क रर कियषि
(टी.आर.एस.) नं जीियर्र िवोुत िमस्त्री
परराालय सभी अििकारी, र्ा.िय. (एम), स्टेिय वही सभी अििकारी,र्ा.िय.(एम)
प्रबंिक/र्ा.मा./स.र्ा.मा.रर स्टेिय मास्टर
वािण्र् सभी अििकारी वही सभी अििकारी
196
रटप्पणी : हवी ड्यूटी मोटर ्कली के मामले में ग्रेर् ‘ए’ अथवा ‘बी’ का सब र्ीपो प्रभारी कियषि नं जीियर्र (िवोुत) नस
प्रकार की ्किलर्ों को र ये एवं उसके द्वारा र्ात्रा करये के िलए अििकृ त हैं
(सी) कोई भी सा मता प्रमाण पत्र तब तक वि यहं माया जाएगा
(i) जब तक वह संबंिित से्िय से संबंिित यहं हो रर
(ii) जब तक नस पर ितिथ अंद्रकत यहं हो रर ्कली, लकरी/मद्यर ्कली का उपर्ोग करये के िलए मु्र् परराालय
प्रबंिक/मु्र् नं जीियर्र/मु्र् िसगयल एवं िूरसंाार नं जीियर्र, मंर्ल रे ल प्रबंिक र्ा द्रकसी अन्र् अििकारी जो
वररषि वेतयमाय से यीाे के स्तर का यहं हो, जो उय पिाििकाररर्ों को सीिा ियर्ंित्रत करता हो, िजयके पा में
सा मता प्रमाण पत्र जारी द्रकर्ा जाता हो र्ा प्रमाण पत्र का उपर्ोग करते समर् उस पर ियर्ंत्रण हो

(र्ी) (i) द्रकसी पिाििकारी के पा में सा मता प्रमाण पत्र तब तक जारी यहं द्रकर्ा जाएगा, जब तक जारी करये
वाले पिाििकारी ये ्कली ियर्मों में उसकी जाुँा यहं कर ली हो रर ्कली/लकरी/मोटर ्कली का उपर्ोग करये के िलए
उसे र्ोग्र् यहं पार्ा हो
(ii) ‘सा मता प्रमाण पत्र’ एक वर्षा से अििक अविि के िलए वि यहं होगा

(ई) ्कली/लकरी/मोटर ्कली के लोको पार्लट को परिमट िेये के पहले िय यिलि त प्रद्रक्रर्ा का पालय द्रकर्ा जाएगा :-

्कली/लकरी/मोटर ्कली को ालाये हेतु लोको पार्लट की परिमट के िलए अििकाररर्ों र्ा कमाााररर्ों द्वारा
आवेिय उस मंर्ल रे ल प्रबंिक को द्रिर्ा जाएगा , िजसमें संबंिित अििकारी र्ा कमााारी आवेिय िेये के समर् कार्ा कर
रहा हो मरे प्र र्ा तो स्वर्ं िलि त पेपर सेट करें गे र्ा अपये अिीय के द्रकसी सा म अििकारी को ऐसा करये के िलए
प्राििकृ त करें गे रर जो िलि त जाुँा के बाि संबंिित अििकारी र्ा कमााारी की मद्यि क परीा ा भी लेंगे

र्द्रि वह िलि त रर मद्यि क िोयों परीा ाएुँ उि ीणा कर लेता हो, तो र्ह मामला मरे प्र के पास प्रस्तुत द्रकर्ा
जाएगा र्द्रि वे स्वर्ं सा मता प्रमाण पत्र जारी करये के िलए परीा क यहं रहे हों, तो नसे जारी करये के पहले मंर्ल रे ल
प्रबंिक को स्वर्ं को नस बारे में संतुषट करया ाािहए द्रक ्र्ा संबंिित वर्िि नस मामले में सभी ियर्मों से पूणा ूपप से
अवगत हैं ्कली/लकरी/मोटर ्कली परिमट िारकों के िलए िविेर्ष िस्थित को जायया आवश्र्क ह , र्द्रि उय िविभन्य
से्ियों में उयहें अपयी ्किलर्ाुँ/लकररर्ाुँ/मोटर ्किलर्ाुँ संाािलत करया पडता ह

प्रत्र्ेक वर्षा द्रिस बर की समािि के पहले प्रत्र्ेक ्कली/लकरी/मोटर ्कली परिमट िारक मंर्ल रे ल प्रबंिक को
िय यिलि त प्राूपप में एक प्रमाण पत्र प्रस्तुत करे गा
‘‘मैं (याम)-------------------------------पियाम---------------के ा मता में स्टेिय ------------------- पर कार्ारत
एति प्रमािणत करता हूुँ द्रक मैं उय सभी से्ियों से पूरी तरह अवगत हूुँ िजय पर मुझे ्किलर्ों/लकररर्ों का उपर्ोग करया
ह रर ्किलर्ों/लकररर्ों/मोटर ्किलर्ों को ालाये से संबंिित सभी ियर्मों के साथ-साथ उयमें द्रकए गए यवीयतम
पररवतायों से भी पूणा ूपप से अवगत हूुँ रर नय ियर्मों का साविायीपूवाक पालय करये का वार्िा करता हूुँ नय ियर्मों
का पालय करये में अपयी िवफलता की िस्थित में मैं अके ला िज मेिार माया जाऊुँगा ’’
नय प्रमाण पत्रों का मंर्ल कार्ाालर् में साविायीपूवाक परीा ण द्रकर्ा जाएगा रर र्द्रि कोई परिमट िारक समर्
पर नसे जमा कररये में िवफल रहता ह तो उसके परिमट के उपर्ोग करये के िलए उसके अििकार को ऐसे समर् तक जब्यत
माया जाएगा , जब तक उसके द्वारा प्रमाण पत्र जमा यहं द्रकर्ा जाता ह रर अयुिासयात्मक कारा वाई के िलए वह स्वर्ं
को जवाबिेह भी बया लेगा
पर्ावेा ण करये वाले अििकाररर्ों रर पिाििकाररर्ों को परिमट िारकों का ्कली/लकरी/मोटर ्कली के संाालय
से संबंिित ियर्मों की जायकारीका जब-तब संभव हो जाुँा करयी ाािहए
द्रकसी अििकारी र्ा कमााारी का एक स्टेिय से िूसरे स्टेिय पर स्थायान्तरण होये की िस्थित में उसके िलए अपये
ा ेत्राििकार के भीतर द्रकसी भी से्िय पर प्रािलत द्रकसी िविेर्ष पररिस्थित के संबंि में सभी ियर्मों से स्वर्ं को
पररिात करया आवश्र्क ह
(एफ) ऐसी िविात्रताएुँ , िजयके िलए द्रकसी से्िय पर ्कली/लकरी/मोटर ्कली के परराालय के िलए िविेर्ष
साविाियर्ों की आवश्र्कता पडती ह, संबंिित मंर्ल के कार्ा संाालय समर्-सारणी(वकिंगकग टानम टेबल) में
विणत द्रकर्ा गर्ा ह
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लानय ्लीर्र के अन्तगात आपातिस्थित को ोडकर अप लानय की र्ाउय द्रििा में र्ा र्ाउय लानय पर अप रर
र्ाउय द्रििा में कोई पुि ्कली संाािलत यहं की जायी ाािहए
(जी) (i) जब द्रकसी ्कली को लानय पर र ा जाता ह, तो, नसके साथ ाार विलषि ्कलीमय रहते हैं एवं एक टकरी र्ा
मोटर ्कली के साथ ार्ियत ह ऐसे वर्िि होते हैं जो तरे की िस्थित में नसे रे लपथ से उिा सकते हैं
सामिग्रर्ों के लिाय र्ा उतराई कार्ा में लगे वर्िि र्ों के अलावा र्े वर्िि होंगे उय से्ियों में जहाुँ िृश्र्ता
सीिमत हो र्ा जब िबया ब्यलकक सुरा ा के लकरी ाल रही हो, आवश्र्कतायुसार अितरर्त वर्िि र्ों को िसगयल
िे ये एवं ररले करये हेतु िलर्ा जा सकता ह ्कली र्ा लारी में सामग्री का वजय ्र्ािा होये पर अििक वर्िि र्ों
को िलर्ा जार्ेगा ताद्रक आवश्र्कता पडये पर लानय से तत्परतापूवाक नसे हटार्ा जा सकता ह
नयमें से एक ्कलीमय ्कली के प्रर्ोग में पूरी तरह से िा अवश्र् हो ताद्रक वह प्रिाय टकलीमय के ूपप में कार्ा करे
एवं परराालय में संरा ा एवं सुरा ा के िलए जसे एवं जब आवश्र्क हो, िज मेिारी उिा सके
(ii) मोटर ्कली के मामले में सामान्र्त: िस से अििक (कार्ा के िलए जाये वाली टीआर-र्ी हवी मोटर ्कली के
मामले में सोलह) एवं पुि ्कली के मामले में आि से अििक वर्िि यहं जार्ेंगे
(एा) रे लवे से वर्ापार के िलए जुडे एए गर-रे लवे कमााारी र्था मिजस््ेट, रे लवे पुिलस , पी एण्र् टी पिाििकारी,
र्द्रि वे ियरीा क र्ा उसके ऊपर के रैं क के हों, तो मंर्ल रे ल प्रबंिक, व.मं.िा.अिि./मं.िा.अिि.,स.िा.अिि.र्ा
मंर्ल नं जीियर्र/सहार्क नं जीियर्र, मं.सं. एवं िूर संाार नं जीियर्र/सहार्क सं. एवं िूर संाार नं जीियर्र, मं.
िबजली नं जीियर्र/सहार्क िबजली नं जीियर्र की िविेर्ष अयुमित से ्कली में ले जार्ा जा सकता ह ऐसे सभी
मामलों में प्रभारी सिव साथ में जार्ेगा ताथािप, उन्हें ्कली में के वल तभी र्ात्रा करये की अयुमित प्रिाय की
जार्ेगी र्द्रि वे िलि त पाी जमा करते हैं एवं नस आिर् की एक ा ितपूित रटप्पणी पर हस्ताा र करते हैं द्रक
र्ात्री की वजह से र्ा र्ात्रा के िद्यराय द्रकसी प्रकार की ा ित, युकसाय र्ा र्ार्ल होये पर रे लवे को ा ितपूित
करें गे पी एंर् टी िवभाग के पिाििकाररर्ों के िलए ा ितपूित रटप्पणी आवश्र्क यहं ह िे केिारों एवं उयके
अिभकि ााओं को ्कली के िवर्षर् में नसी तरह सूाया िी जार्ेगी बितदेश नन्होंये सामान्र् ा ितपूित रटप्पणी
ियषपाद्रित द्रकर्ा हो
(आई) रे लवे के साथ द्रकसी तरह के वर्ापार से यहं जुडे एए गर-रे लवे कमााारी के वल मंर्ल रे ल प्रबंिककी अयुमित
के िबया ्कली में यहं ा़ ेंगे मं.िा.अिि., मं.नं जी.,मं.िसग.एवं िूर संाार नं जीियर्र एवं मं.िबजलीनं जीियर्र
िविेर्ष पररिस्थितर्ों में ऐसी अयुमित िे सकते हैं
(जे) (i) सामान्र्त: रे लवे में प्रानवेट ्कली के उपर्ोग की अयुमित यहं िी जार्ेगी लेद्रकय द्रकसी सानलिंर्ग होलर्र को
मंर्ल रे ल प्रबंिक द्वारा प्रानवेट पुि ्कली के उपर्ोग की अयुमित द्रकसी िवियर्दिषट पररभािर्षत ा ेत्र के भीतर िी
जा सकती ह , बितदेश द्रक वह ्कली का उपर्ोग अपयी जोि म पर करये में सहमत होता ह एवं ्कली के संाालय
हेतु रे लवे के ियर्मों का अयुपालय करता ह तथा प्रानवेट ्कली के साथ र्रटत िुर्ाटया र्ा नसके द्वारा एई िुर्ाटया
के फलस्वूपप हािय, र्ार्ल र्ा युकसाय र्ा अन्र् िािर्त्वों की ा ितपूित रे लवे को करें गे
(ii) सामन्र्त: ऐसे लानसेंस द्रिय के िद्यराय सानलिंर्ग पर र्ात्रा की अयुमित िेते हैं द्रकसी भी िस्थित में जहाुँ र्ात्री
्ेय ालती हैं ,र्ात्रा करये का लानसेंस यहं द्रिर्ा जार्ेगा जब भी ्कली का उपर्ोग द्रकर्ा जार्ेगा , लानसेंस को
सिव प्रस्तुत करया पडेगा
15.23 ्ेय के साथ जोडया ियिर्षि : द्रकसी भी ्ेय के साथ कोई लकरी र्ा ्कली को जोडा यहं जार्ेगा
स.िय 15.23 (ए) लकरी/्कली को सिव पुि द्रकर्ा जार्ेगा तथा कभी ंाा यहं जार्ेगा उन्हें पुि करये के िलए द्रकसी
सेल र्ा उयके प्रोपलसय के िलए द्रकसी अन्र् अयििकृ त सहार्ता का प्रर्ोग स्ती से विजत ह
(बी) ्ेय गार्ा की सहमित से ्कली को मालगाडी, िमिश्रत एवं सवारी गाडी के ब्रेक वय मपररवहय द्रकर्ा जा
सकता ह ऐसे द्रकसी ्ेय का गार्ा ब्रेक वय में ्ाली को ले जाये से नन्कार यहं करे गा बितदेश स्थाय की कमी हो र्ा
ब्रेक वय में ले जाये से से नन्कार यहं करे गा बितदेश स्थाय की कमी हो र्ा ब्रेक वय में ले जाये से ब्रेक वय की
सामिग्रर्ों की ा ित होये की संभावया हो र्ा सामाय/पासाल की जाुँा करये एवं सौंपये में असुिविा र्ा िवल ब हो
ऐसी िस्थित में स्टेिय मास्टर द्रकसी िूसरे ्ेय में ्कली को लािये में सहार्ता करे गा
(सी) गंभीर आपातकालीय िस्थित को ोडकर ्कली को मेल र्ा ए्सप्रेस ्ेय के ब्रेक वय में र्ा वय मालगाडी के
्ेय के रोर् वय में यहं लािा जाया ाािहए
198
(र्ी) आपातकालीय िस्थित र्था िुर्ाटया, संाार वर्वस्था की पूणा िवफलता आद्रि में स्टेिय मास्टर वर्िि गत ूपप
से जसे एवं जब मु्र्/उप मु्र् ियर्ंत्रक द्वारा आिेि द्रिर्ा जाता ह , प्रथम उपलब्यि ्ेय में ्कली के लिाय में
सहार्ता करें गे
(ई) ्कली को द्रकसी ्ेय के साथ जुडे एए ाली ्क र्ा माल िर्ब्यबा में भी लािा जा सकता ह, बितदेश द्रक प्रिाय
्कलीमय र्ा अन्र् कोई ्ालीमय ्क में ्कली के साथ जाता ह
द्रकसी मालगाडी के कबूज ब्रेक वय में ले जा रहे ्कली के मामले में ्कली र्ा ्कलीमय गार्ा द्वारा र्था सांकेितक ब्रेक
वय की एक तरफ कब्यजा करें गे सामान्र् सेवा ब्रेक वय के मामले में ्कली एवं ्कलीमय ब्रेक वय में र्ात्रा करें ग,े
उसके लकबी में यहं
(एफ) एक मोटर ्कली को मोटर वय र्ा ाली ्क में से द्रकसीमें लािा जा सकता ह र्द्रि कोई मोटर ्कली नस
तरह से लािी जाती ह , तब र्ह सुियिचितत द्रकर्ा जार्ेगा द्रक काब्यर्ूारेटर तक पे्ोल के प्रवाह को काट द्रकर्ा जार्ेगा,
टैंक को िबाव से मु्त द्रकर्ा जार्ेगा, टैंक िीक िस्थित में ह एवं द्रफटंग कप द्वारा िीक से बंि द्रकर्ा गर्ा ह एवं
काब्यर्ूारेटर पूणात: ए्जस्ट हो गर्ा ह
15.24 ालाये(रलिंयग) का समर् : द्रिय के िद्यराय एवं जब मद्यसम पर्ााप्त साफ हो ताद्रक 800 मीटर की कम से कम िूरी
से िसगयल को स्पषटत: िे ा जार्, द्रकसी लकरी को सामान्र्त: ालार्ा जार्ेगा
स.िय.15.24 (ए) जब द्रकसी टकली/लकरी र्ा द्रकसी लर्र ्कली को राित्र के समर् आपातकालीय िस्थित र्था िुर्ाटया र्ा
ओ.एा.ई. र र ाव/मर मत कार्ाके समर् ालाया आवश्र्क पडता ह, नसे के वल उिात लानय ि्लर्र र्ा
ब्यलकक सुरा ा में परराािलत द्रकर्ा जार्ेगा
(बी) द्रिय के िद्यराय जब वर्षा, कु हासा, िूलभरी आंिी र्ा अन्र् द्रकसी कारण से िृश्र्ता िूिमल हो जाती ह, तब िबया
द्रकसी अपवाि के द्रकसी ्कली/लकरी को ब्यलकक सुरा ा र्ा उिात लानय ि्लर्र के अंतगात संाािलत द्रकर्ा जार्ेगा
र्द्रि िबया द्रकसी ब्यलकक सुरा ा के कोई लकरी ब्यलकक से्िय में प्रवेि करये के बाि िृश्र्ता कम एवं िूिमल होती ह ,
प्रभारी पिाििकारी को नसे लानय से हटा लेयी ाािहए
(सी) लकरी को ब्यलकक सुरा ा र्ा उिात लानय ि्लर्र के तहत संाािलत द्रकर्ा जार्ेगा जब नस पर रे ल,गर्ार र्ा
िविेर्ष कर भारी सामिग्रर्ाुँ लिी हों िजन्हें उतारये में िवल ब होता ह लकरी के प्रभारी नं जीियर्री पिाििकारी
स्टेिय मास्टर से अयुमित मांगते समर् र्ह सत्र्ाहिपत करें गे द्रक लकरी को ब्यलकक से्िय में ले जाते समर् रे ल ,गर्ार
र्ा अन्र् भारी सामिग्रर्ों के लिाय में िेरी होगी र्ा यहं नस पर ियभार करते एए स्टेिय मास्टर ब्यलकक से्िय में
लानय ि्लर्र र्ा लानय ि्लर्र के िबया लकरी के प्रवेि की अयुमित िेंगे
र्ी) जब कोई लकरी/्कली ब्यलकक से्िय में िबया ब्यलकक सुरा ा के प्रवेि करती ह, तब लकरी/्कली के प्रभारी
पिाििकारी वर्िि गत ूपप से र्ह िे ये के िज मेवार होंगे द्रक लकरी/्कली की सुरा ा हेतु पर्ाापत ियवारक किम
उिार्े जार्ं ताद्रक िुर्ाटया संबंिी अपररहार्ा जोि म को रोका जा सके एवं जब भी संभव ह , स्टेिय मास्टर के िलए
फकमा टी/409 पर साविायी आिेि जारी करये की वर्वस्था करें गे िजसमें सभी लोको पार्लट को ाेतावयी रहेगी ,
जब तक द्रक अगले स्टेिय मास्टर पर लकरी/्कली के पूणात: सुरिा त पएुँाये की सूाया प्राप्त य हो जार्
(ई) कोई ्कली/लकरी नकहरी लानय पर संाार वर्वस्था पूणत ा : बािित रहये के िद्यराय ब्यलकक से्िय में प्रवेि यहं
करे गी,के वल िुर्ाटया मामले को ोडकर र्ा िूरभार्ष संाार सर्दकट में िोर्ष को िीक करये के िलए र्ा िूरसंाार
वर्वस्था ाालू करये के िलए तथा सामायर्त: ऐसे मामलों में प्रभारी पिाििकारी सामान्र् सुरा ा वर्वस्था करये के
अितरर्त उपर्ुा्त (र्ी) र् ं के तहत अन्र् एहितर्ात के उपार् करें गे
(एफ) जब द्रकसी िोहरी/मलटीपुल लानय से्िय पर नकहरी लानय कार्ा प्रणाली र्ा गलत लानय कार्ा प्रणाली
अस्थार्ी ूपप से ाालू ह , ड्यूटीरत स्टेिय मास्टर साविायी आिेि कार्ा टी/409 पर नस तर्थर् को िलि त ूपप में
्कली के प्रभारी को ्कली को ब्यलकक से्िय में प्रवेि करये की अयुमित के पूवा िेंगे ्कली के प्रभारी पिाििकारी को
ड्यूटीरत के िबय मास्टर र्ा स्टेिय मास्टर से र्ह सुियिचितत करया ाािहए द्रक से्िय में उस ्ेय की िस्थित ्र्ा ह,
िजससे से्िय में उसकी मुलाकात होगी एवं ्कली के साथ िजस से्िय में वह प्रवेि करें गे वहाुँ सामान्र् संाालय
लागू ह प्रत्र्ेक ड्यूटीरत के िबयमय/स्टेिय मास्टर को ्कली के प्रभारी पिाििकारी को आगे ब्यलकक से्िय की िस्थित
के बारे में सूाया िेयी ाािहए
(जी) कोई पुि ्कली द्रिय के िद्यराय िबया लानय ि्लर्र र्ा ब्यलकक सुरा ा के सुरंग में प्रवेि कर सकती ह, बितदेश द्रक

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i) िृश्र्ता स्पषट हो
ii) सुरंग में ्कली िरण-स्थल (रे फ्र्ूज) की वर्वस्था हो ताद्रक आवश्कतायुसार पुि ्कली को लानय से ‘कट फ’
द्रकर्ा जा सके
iii) ्कली के प्रभारी ्ेय की िस्थित की जाुँा करके र्ा द्रकसी कमााारी को िे ये हेतु तयात करके वर्िि गत ूपप से
अपये को आश्वस्त कर लेंगे द्रक जब ्कली सुरंग के भीतर ह, तब द्रकसी ्ेय की सुरंग में प्रवेि करये का तरा
यहं ह, र्द्रि आवश्र्क हो, ियर्म 3.62 के अयुसार र्ह मायकर द्रक सुरंग बािित ह, ्कली की सुरा ा करें गे
iv) ्कली सुरंग के भीतर रे लपथ पर र्ा अन्र् द्रकसी उद्देश्र् हेतु कार्ा करया बंि यहं करे गी नसका अथा र्ह यहं
ह द्रक र्द्रि ्कली के िरण स्थलों की वर्वस्था हो तो उयकी उपेा ा की जाए
v) जब िबया लानय ि्लर्र र्ा ब्यलकक सुरा ा के द्रकसी कंटग र्ा द्रकसी ल बे पुल क ऊपर र्ा द्रकसी मोड से आगे
ब़ ते व्त ्कली का प्रभारी पिाििकारी स्वर्ं को आश्वस्त करें गे द्रक कंटग के भीतर र्ा पुल/मोड पर द्रकसी
्ेय के िमलये की स भावया यहं ह
15.25 मोटर ्कली : द्रकसी मोटर ्कली को िविेर्ष अयुिेिों के तहत ही वेवल ालार्ा जार्ेगा
सं.िय.15.25 - लकररर्ों/्किलर्ों/मोटर ्किलर्ों के ियिााररत ियर्मों के अितरर्त नय पर िय यिलि त ियर्म भी
लागू होंगे-
1) रे लवे पिाििकारी िजसे मोटर ्कली उपर्ोग करये की अयुमित िी गई : कोई पिाििकारी सा मता प्रमाण पत्र
के िबया द्रकसी मोटर ्कली को रे लपथ पर यहं र सकता ह नं जीियर्री,िसगयल एवं िूर संाार एवं िवोुत
परराालय एवं वािण्र् िवभाग का अििकारी एवं नय िवभागों के ऐसे ियरीा क िजन्हें मोटर ्कली उपर्ोग के
िलए प्राििकृ त द्रकर्ा गर्ा ह, वे ही उपर्ोग कर सकते हैं लोको पार्लट को रे लपथ पर मोटर ्कली र ये की
अयुमित ह, र्द्रि उन्हें ऐसा करये हेतु प्रमाण पत्र द्रिर्ा गर्ा ह
रटप्पणी : मोटर ्कली के उपर्ोग हेतु प्राििकृ त रे लवे पिाििकारी को स.िय. 15.22 (ए) एवं (बी) िवस्तृत ूपप से
समझार्ा गर्ा ह
2) सा मता प्रमाण पत्र : (ए) द्रकसी से्िय पर मोटर ्कली के उपर्ोग हेतु सा मता प्रमाण पत्र वररषि
पि र्ा उससे ऊपर के द्रकसी अििकारी द्वारा जारी करये पर ही वि माया जार्ेगा तथा जो स्वर्ं से्िय पर
मोटर ्कली के उपर्ोग करये में र्ोग्र् हो
(बी) ऐसा प्रमाण पत्र जारी कररये के पूवा जारी करये वाला अििकारी स्वर्ं को संतुषट कर लेगा द्रक मोअर ्कली
का उपर्ो्ता िजसको प्राििकार द्रिर्ा जा रहा ह -
(i) मोटर ्कली के उपर्ोग से संबंिित ियर्मों से पूणत ा : अवगत ह
(ii) िजस से्िय पर मोटर ्कली को ले जाया ह,उसके िविभन्य से्ियों से पररिात ह
(सी) ऐसा प्रमाण पत्र जारी करये के पूवा जारीकि ाा अििकारी मोटर ्कली के उपर्ो्ता से नस आिर् का एक
प्रमाण-पत्र लेगा द्रक वह मोटर ्कली की कार्ा प्रणाली के ियर्मों से पूणात: अवगत ह एवं नस िवर्षर् पर ियर्मों का
पूणात: अयुपालय करे गा
(र्ी) हेर् ्कलीमय को स्वतंत्र ूपप से द्रकसी मोटर ्कली के उपर्ोग की अयुमित िी जा सकती ह र्द्रि वह साा र ह
तथा मोटर ्कली ियर्मों में िवििवत प्रिििा त ह एवं उिात प्राििकारी द्वार सा मता प्रमाण-पत्र जारी द्रकर्ा गर्ा
ह सामान्र्त: हेर् ्कलीमय स्टेिय सीमा के भीतर कार्ा करे गा अपररहार्ा पररिस्थितर्ों के अन्तगात उसे स्टेिय
सीमा के बाहर कार्ा करये की अयुमित िी जार्ेगी लेद्रकय के वल उिात लानय ि्लर्र रहये पर एवं द्रिय के समर्
तथा स्पषट मद्यसम में
3) मोटर ्कली के प्रभारी वर्िि : जब एक से अििक र्ोग्र् वर्िि मोटर ्कली के प्रभारी बयकर नस पर सवार
हो, तब ्कली को ालाये वाला वर्िि संरा ा उपार्ों के अयुपालय के िलए ्कली संाालय/रलिंयग के व्त
प्रभारी माया जार्ेगा
4) मोटर ्कली के साथ कमाााररर्ों की सं्र्ा : द्रकसी मोटर ्कली पर 10(िस) वर्िि से ्र्ािा कभी सवार यहं
होंगे एवं उयमें से कम से कम िो वर्िि अगली सीट पर ्कली को संतुिलत करये के िलए बिें गे एवं द्रकसी भी
पररिस्थित मेंउपर्ोग की जाये वाली ्कली पर ह से कम वर्िि सवार यहं होंगे
ओ एा ई र -र ाव कार्ा के िलए यािमत 8(आि) र्ा अििक हकसा पावर सह हवी ड्यूटी मोटर ्कली के मामले में,
अििकतम 16(सोलह) वर्िि र्ों को ्कली पर बिार्ा जा सकता ह नस प्रकार की हवी ड्यूटी मोटर ्कली को मेय
लानय में उिात लानय ि्लर्र एवं र्ार्ा में ्ाद्रफक ब्यलकक होये से ही ियकाला जा सके गा
200
5) ब्रेक की वर्वस्था : कोई मोटर ्कली िा ब्रेक से द्रफट द्रकए बगर लानय पर यहं र ी जार्ेगी ्कली के प्रभारी
पिाििकारी ब्रेकों की जाुँा अवश्र् कर लें एवं प्रत्र्ेक र्ात्रा आर भ करये के पूवा स्वर्ं को संतषु ट कर लें द्रक वे
पर्ााप्त ाालू िस्थित में हैं
6) मोटर ्कली का संाालय : द्रकसी मोटर ्कली को ्ेय के संाालय हेतु ाालू प्रणाली के अयुसार अवश्र् ालार्ा
जार्ेगा तथािप , द्रिय में प्रकाि के िद्यराय एवं स्पषट मद्यसम में नकहरी एवं िोहरी लानय पर द्रकसी पूणत ा :
व्र्ू र् टेय र्ा द्रकसी लानट नं जय र्ा िूसरी मोटर ्कली के पी े-पी े ाल सकती ह नकहरी लानय पर
टोकय रिहत ब्यलकक संाािलत से्िय एवं िोहरी लानय पर र्ाट एवं ग्रेर्ेर् से्िय पर जहाुँ िृश्र् स्पषट यहं
ह, ्ेय के पी े मोटर ्कली ालया विजत ह
ए) िोहरी लानय पर (i) कोई मोटर ्कली फकमा टी/1525 में िबया िलि त प्राििकार के प्रवेि यहं करे गी तथा
नसे उस ब्यलकक सेकिय के स्टेिय मास्टर द्वारा जारी द्रकर्ा जार्ेगा जहाुँ मोटर ्कली संाािलत होती ह ऐसा
िलि त प्राििकार जारी करये के पूवा स्टेिय मास्टर ब्यलकक टेलीफोय पर ब्यलकक र्ंत्र को परराािलत द्रकए बगर
प्रानवेट य बर के आिाय-प्रिाय के तहत िूसरे ोर के स्टेिय मास्टर से लानय ि्लर्र प्राप्त करें गे तब, वह
ब्यलकक से्िय में प्रवेि करये के िलए फकमा टी/1525 में एक प्राििकार तर्ार करे गा
(ii) ऐसा प्राििकार जारी करये वाले स्टेिय द्वारा एक प्रितिलिप र ली जार्ेगी एवं िूसरी प्रितिलिप मोटर
्कली के प्रभारी को स्पषट हस्ताा र प्राप्त करके सौंप िी जार्ेगी स्टेिय ोडते समर् टी/369-(3बी) भी
जारी द्रकर्ा जार्ेगा ताद्रक अंितम िहराव िसगयल को तरे की िस्थित में पार द्रकर्ा जा सके संगत
आरि भक िसगयल, जहाुँ रेमी हो, को ‘ फ’ द्रकर्ा जा सकता ह
(iii) ररसीलिंवग स्टेिय पर स्टेिय मास्टर संगत िसगयल को फ करके ्कली को लेय(े ररसेप्िय) की वर्वस्था
करे गा
(iv) ब्यलकक से्िय के िूसरे ोर पर पएुँाये पर मोटर ्कली का प्रभारी अििकारी स्टेिय मास्टर को प्राििकार
सौंपेगा जो द्रक प्रानवेट य बर के आिाय-प्रिाय के तहत पी े में स्टेिय के ब्यलकक से्िय को ि्लर्र करे गा
प्राििकार को स्टेिय र्ार्री में लगा द्रिर्ा जार्ेगा िोयों ोर के स्टेिय मास्टर संबंिित,र्थािस्थित , टी
एस आर/लकग पंिजका में आिाय-प्रिाय को िजा करें गे
(v) सभी के िबय मोटर ्कली के मागाििाय के िलए हाथ (हण्र्) िसगयल प्रििित करें गे मोटर ्कली/हेर् ्कली
मय के प्रभारी पिाििकारी के िबय/स्टिय से हण्र् िसगयल के िलए यजर र ेंगे एवं र्ह िे ये के िलए
साविायी वरतेंगे द्रक ्कली के िलए प्वानं ट सेट ह
(vi) एक मोटर ्कली ्र्ल परराािलत यहं कर सकती ह , अत: ऐसे से्िय में जहाुँ लकक एवं ब्यलकक र्ंत्र का
प्राविाय ह , टी ई एस एवं टी ओ एस की िसगयलिंलग ब्यलकक र्ंत्र पर की जार्ेगी ऐसे मामलों में ब्यलकक
र्ंत्र के क र्ूटेटर को ‘लानय ्लो्र्’ िस्थित से सीिे ‘्ेय य लानय’ िस्थित में र्ुमार्ा जार्ेगा
(vii) स्टेिय सीमा को ोडकर मोटर ्कली को िजस द्रििा में ्ेय ालती ह, उसी द्रििा में ालार्ा जार्ेगा
(बी) नकहरी लानय पर : द्रकसी मोटर ्कली को टोके य/पेपर लानय ि्लर्र रटकट र्ा टेबलेट पर वास्तिवक
प्राििकार पर ालार्ा जार्ेगा एवं ्ेयों के संाालय के िलए लागू प्रद्रक्रर्ा के अयुसार प्रािि (ररसेप्िय) एवं प्रस्थाय
के िलए िसगयल के उिात टेक फ के अंतगात ालेगी
(सी) टोके यलेस ब्यलकक से्िय पर :
(i) िोहरी लानय पर मोटर ्कली संाालय के िलए स.िय. 15.25 के उप- ण्र् ए (i) से (v) में ियिााररत प्रद्रक्रर्ा
अपयार्ी गई ह
(ii) सभी आिाय-प्रिाय प्रानवेट य बर के अन्तगात द्रकर्े जार्ेंगे
(र्ी) स्वाािलत िसगयलिंलग ा ेत्र पर : लानय ि्लर्र के िबया कोई मोटर ्कली से्िय में प्रवेि यहं करे गी एवं
लानय ि्लर्र को पहले से ही प्रानवेट य बर के आिाय-प्रिाय के तहत स्टेिय से प्राप्त द्रकर्ा जार्ेगा स्वाािलत
से्िय में ालये वाली सभी मोटर ्कली अवश्र् नन्सुलेटेर् की जार्ेगी
(ई) लिंस्प्रग प्वानं ट :
(i) हलके पय की वजह से मोटर ्कली स्प्रंग प्वानं ट के पी े यहं ाल सकती ह एवं फलस्वूपप ऐसे प्वानं ट के पी े
यहं ाल सकती ह एवं फलस्वूपप ऐसे प्वानं टों से गुजरते व्त पटरी से िगर सकती ह
(ii) ्कली के पा (फे वर) में स्प्रंग प्वानं ट य रहये पर उसे बािा के ूपप में माया जार्ेगा एवं के िबयमय/स्वीामय
हाथ तरा िसगयल प्रििित करें गे
201
ऐसी पररिस्थित में मोटर ्कली का ड्रेंटानवर स्प्रंग प्वानं ट के थोडा सा पहले ुके गा एवं रे लपथ से ्कली को उिार्ेगा
एवं आगे ब़ ये के पूवा नसे सही लानय पर र ग े ा
(iii) द्रकसी मोटर ्कली के रवायगी के पूवा स्टेिय मास्टर मोटर ्कली के ड्रेंटानवर को साविायी आिेि जारी करे गा
िजसमें नस बात की ाेतावयी का उलले होगा द्रक मोटर ्कली पाथ पर कोई स्प्रंग प्वानं ट िवोमाय ह , िजसमें
उसकी िस्थित का िवििवत िववरण रहेगा
7) द्रकसी ्ेय के पी े ालया : (ए) स्वाािलत से्िय एवं स.िय. 15.25 के पराग्राफ (6) में र्था िवियर्दिषट अन्र्
से्िय को ोडकर एक र्ा अििक मोटर ्कली/्किलर्ाुँ स्टेिय मास्टर की िलि त अयुमित से स्पषट मद्यसम में
द्रिय के िद्यराय लानय ि्लर्र पर ब़ ये वाली पूणा व्र्ूम ब्रेक वाली ्ेय के पी े ाल सकती हैं नस मामले में जब
द्रकसी ्ेय के िलए लानय ि्लर्र की मांग की जाती ह, स्टेिय मास्टर िूसरे ोर के स्टेिय मास्टर को स्पषट ूपप से
हसूिात करे गा द्रक ्ेय के पी े एक र्ा एक से अििक ्कली ालेगी(सं्र्ा को पूरी तरह से िवियर्दिषट करया ह )
एवं प्रानवेट य बर के आिाय-प्रिाय के तहत सूाया की पुिि करे गा कं ्ोल को िवििवत ्ेय का अयुगमय करये
वाली ्कली/्किलर्ों के बारे में सूिात द्रकर्ा जार्ेगा
(बी) (i) िजस स्टेिय से मोटर ्कली/्किलर्ाुँ पी े-पी े ाल रही हैं , वहाुँ का स्टेिय मास्टर फकमा सं.टी/1525 में
मोटर ्कली परिमट को तर्ार करे गा एवं नसे मोटर ्कली के प्रभारी-पिाििकारी को सौंप िेगा एवं अिपन्यी में
उयका हस्ताा र प्रापत करे गा जहाुँ संभव ह, ्ेय के लोको पार्लट को र्ह सूाया िी जाएगी द्रक उसके गाडी के
पी े-पी े मोटर ्कली/्किलर्ाुँ ाल रही हैं
(ii) र्द्रि एक से अििक मोअर ्कली गाडी के पी े ाल रही ह, तो अग्रगणी मोटर ्कली को नस प्रभाव का एक
साविायी आिेि द्रिर्ा जार्ेगा द्रक ्कली/्किलर्ाुँ पी े-पी े ाल रही हैं एवं एक मेमो भी द्रिर्ा जार्ेगा िजसमें नस
बात का उलले द्रकर्ा जार्ेगा द्रक अगले स्टिय को नसकी जायकारी िे िी गई ह द्रक ्कली(्कली की िवियर्दिषट
सं्र्ा) ्ेय सं. .......प्रानवेट सं. ........ के पी े-पी े ाल रही हैं ऐसी िस्थित में िलि त प्राििकार फकमा सं.
टी/1525 के अयुसार अंितम मोटर ्कली द्वारा वहय द्रकर्ा जार्ेगा
(सी) आपातकालीय िस्थित को ोडकर द्रकसी ्ेय के ररसेप्िय के िलए टेक फ द्रकर्े गर्े िसगयल को पुय: ‘ य’
िस्थित में यहं द्रकर्ा जार्ेगा बितदेश मोटर ्कली/्किलर्ां उयसे गुजर यहं गई हों, मोटर ्कली उसी लानय पर
ररसीव की जार्ेगी िजस पर ्ेय ररसीव की गई ह स्टेियों पर जहां िसगयल स्वाािलत ूपप से ‘ य’ िस्थित में
आ जाते हैं , ्ेय के हररिेप्सय के िलए ियिााररत मागा को यहं बिला जा सकता ह , जब तक द्रक मोटर ्कली/्कली
ररसीव यहं होती ह नसके बावजूि , द्रकसी ्ेय के पी े-पी े ालये वाले मोटर ्कली के प्रभारी ररसेप्िय िसगयल
को ‘ य’ िस्थित में पास कर सकते हैं एवं साविायी के साथ स्टेिय में प्रवेि कर सकते हैं
(र्ी) िोहरी लानय में : ररसीलिंवग स्टेिय ्ेय के पी े लानय को बंि यहं करें गे जब तक द्रक ्कली/्किलर्ां िसगयल
पार य कर ाुकी हों एवं ब्यलकक से्िय को ि्लर्र कर ाुकी हों टी ओ एस ररपोटा ब्यलकक टेलीफोय पर िी जर्ेगी
एवं प्रानवेट य बर द्वारा नसकी पुिि की जार्ेगी
(ई) जहाुँ टेकेय प्रणाली ाालू ह, वहाुँ ड्यूटीरत स्टेिय मास्टर द्वारा पूवावती स्टेिय से प्राप्त टोके य को सुरिा त
अिभरा ा में र ा जार्ेगा एवं के वल अयुवती मोटर ्कली/्किलर्ों के आगमय के बाि ही मोटर ्कली के प्रभारी से
िलि त प्राििकार की प्रािि पर एवं से्िय को ि्लर्र करये के िलए ब्यलकक र्ंत्र में प्रिवषट करार्ा जार्ेगा
(एफ) िवोुतीर् उपयगरीर् से्िय में द्रकसी ्ेय के पी े कोई कर्षाण िवतरण (््िय िर्स््ीवर्ूिय) मोटर ्कली
यहं जार्ेगी र्ा कोई ऐसी ्ेय जो पी े जाते एए सिव द्रि ाई य पडे र्ा ऐसे से्िय में जहाुँ तीब्र ढलाय(ग्रेिर्एन्ट)
ह र्ा तीब्र र्ुमाव र्ा कंटग हो द्रकसी भी िस्थित में कर्षाण िवतरण (््िय िर्स््ीवर्ूिय) मोटर ्कली एक ऐसे
्ेय के पी े-पी े यहं ालेगी जो हवी सामिग्रर्ों से िी एई ह
(जी) पी े-पी े ालते व्त मोटर ्कली एवं ्ेय के बीा की िूरी द्रकसी भी िस्थित में 150 मीटर से कम यहं होगी
8) एक िूसरे के पी े ालये वाली मोटर ्किलर्ाुँ : (ए) द्रिय के समर् एवं साफ मद्यसम के िद्यराय उसी ि्लर्र
लानय पर एक ्कली िूसरे ्कली के पी े ाल सकती ह एक से अििक ्कली का लानय ि्लर्र प्राप्त करते व्त ,
स्टेिय मास्टर स्पषटत: एक ्कली के पी े िूसरी ालये वाली ्कली की सं्र्ा ियर्दिषट करे गा ररसीलिंवग स्टेिय
िजतयी ्कली की सं्र्ा होगी उतयी ही प्रानवेट य बर जारी करे गा िजससे र्ह संकेत िमल सके द्रक उसये एक िूसरे
के पी े ालये वाली ्कली की सं्र्ा को साफ-साफ समझ िलर्ा ह अग्रगणी मोटर ्कली को नस आिर् का एक
साविायी आिेि जारी द्रकर्ा जार्ेगा द्रक उसके पी े एक र्ा एक से अििक मोटर मोटर ्कली ाल रही हैं
202
(बी) नकहरी लानय से्िय में आगे ब़ ये का वास्तिवत प्राििकार अंितम मोटर ्कली को सौंपा जार्ेगा
ऐसे से्िय में जहाुँ आगे ब़ ये का वास्तिवक प्राििकार य हो , लानय बंि करये के पूवा नस आिर् का एक प्रमाण
पत्र प्राप्त द्रकर्ा जार्ेगा द्रक अंितम ्कली पएुँा गर्ी ह
(सी) जब एक ्कली िूसरे ्कली के पी े ालती ह , िो क्रिमक ्कली के बीा मतें न्र्ूयतम िूरी 100 मीटर रहेगी
(र्ी) ्कली प्राप्त करये वाला स्टेिय लानय बंि यहं करे गा , जब तक द्रक सभी ्कली स्टेिय पएुँा यहं जाती ह
्कली/्किलर्ों को प्राप्त करये एवं लानय बंि करये के िलए,जहाुँ आवश्र्क हो, स.िय.15.25, परा 7(सी),(र्ी) एवं
(ई) में ियिााररत प्राविायों का पालय द्रकर्ा जार्ेगा
9) मोटर ्कली का ब्रेक र्ाउय : से्िय में मोटर ्कली के ब्रेक र्ाउय के मामले में ्कली का पिाििकारी ्ेयों के
स भािवत िवल ब को धर्ाय में र ते एए ्कली को रे लपथ से उतारये की वर्वस्था करे गा वह ियकटतम स्टेिय
मास्टर को िलि त ूपप से नस बात को सूिात करये के िलए किम उिार्ेगा द्रक ्कली ब्रेक र्ाउय की वजह से काम
यहं कर रही ह एवं लानय से भी ‘ि्लर्र फ’ कर द्रिर्ा गर्ा ह तथा नकहरी लानय से्िय में कोई
टोके य/टेबलेट उसके पास हो , तो उसे वापस कर िेगा कर्षाण (््िय) मोटर ्कली के ब्रेक र्ाउय के मामले में
्कली के पिाििकारी ्कली को रे लपथ से उतारये के बाि र्टया की सूाया ियकटतम स्टेिय मास्टर /कं ्ोल को
आपातकालीय टेलीफोय के माधर्म से प्रानवेट य बर के आिाय-प्रिाय के साथ िेंगे सूाया प्राप्त करये के बाि
स्टेिय मास्टर प्रभािवत ब्यलकक से्िय के द्रकसी ोर के स्टेिय मास्टर को सूिात करे गा द्रक ्ाली को लानय से
हटा िलर्ा गर्ा ह एवं नस सूाया को प्रानवेट य बर के माधर्म से पुषट करे गा नस सूाया को प्राप्त करये के बाि
से्िय में प्रवेि करये वाली प्रथम ्ेय को एक साविायी आिेि द्रिर्ा जार्ेगा िजसमें ब्रेक र्ाउय ्कली को ोजये
का संकेत िेये के साथ-साथ द्रक.मी. िूरी का भी उलले होगा जहाुँ पर ब्रेक र्ाउय एआ ह ्कली की पुय: मर मत
करये के बाि भी ्कली को रे लपथ पर पुय: यहं लार्ा जाएगा जबतक द्रक ब्यलकक से्िय में प्रवेि को कं ्ोल करये
वाले स्टेिय मास्टर से प्रवेि की यई अयुमित यहं िमल जाती ह जो द्रक अयुमित में स्पषटत: र्ह ियर्दिषट करे गा द्रक
लानय को ब्यलकक कर द्रिर्ा गर्ा ह एवं ्कली आगे ब़ ाई जा सकती ह
10) द्रकसी स्टेिय/र्ार्ा र्ा प्वानं ट के ऊपर एवं समपार र्ा मोड से गुजरते व्त मोटर ्कली की गित द्रकसी भी
िस्थित में 16 द्रक.मी. प्रित र्ंटे से अििक यहं होयी ाािहए
11) सामान्र्त: मोटर ्कली सूर्ाास्त से सूर्ोिर् के बीा यहं ालेंगी, परन्तु द्रकसी आपातकाल में र्द्रि ऐसा होता
ह, उयमें हेर्-लानट का प्राविाय अवश्र् द्रकर्ा जार् , वे के वल ि्लर्र लानय र्ा ब्यलकक सुरा ा में ालेंगी एवं द्रकसी
समपार फाटक पर पएुँाते व्त प्रभारी पिाििकारी को िविेर्ष सतका होया ाािहए
रटप्पणी : टी आर र्ी/कमााारी राित्र के िद्यराय र -र ाव/मर मत कार्ा करते व्त सी़ ी/मोटर ्कली का प्रर्ोग
कर सकते हैं, बितदेश द्रक राित्र के िद्यराय नय ्किलर्ों के प्रर्ोग के िलए िवियििररत ियर्मों का अयुपालय द्रकर्ा जार्
12) टकवर वगय/रे ल कार/एवं एर्र क प्रेसर रलिंयग हेतु ियर्म : टकवर वगय/रे ल कार/ एवं एर्र क प्रेसर को ्ेय के
ूपप में माया जार्ेगा एवं संाािलत द्रकर्ा जार्ेगा एवं ्ेयों के िलए प्रर्ोग होये वाले ियर्मों का ही नसके ररसेप्िय,
प्रेर्षण , िंंटग एवं स्टेबलिंलग आद्रि के िलए प्रर्ु्त होगा टकवर वगय र्ांित्रक पर्ल (मके ियकल ्ीर्ल) को
परराािलत यहं कर सकते हैं , अत: मोटर ्कली के मामले जसे ही, र्ह हमेिा संभव यहं ह द्रक ब्यलकक र्ंत्र से सिव
लानय ि्लर्र प्राप्त द्रकर्ा जार् ऐसी िस्थित में अन्र् िवोुत कथय र्ंत्र(स्पीिंकग नं सरूमेमेंट) से लानय ि्लर्र
प्राप्त द्रकर्ा जा सकता ह लेद्रकय नसकी पुिि प्रानवेट य बर के द्वारा होयी ाािहए एवं िलि त ूपप से आगे ब़ ये का
प्राििकार द्रिर्ा जार् तथा मोटर ्कली के मामले में अपयार्ी जाये वाली प्रद्रक्रर्ा ही अपयार्ी जार्
15.26 लानय ्कली की सुरा ा : ्कली का प्रभारी र्ोग्र् वर्िि स्टेिय ोडये के पूवा सभी आये वाली ्ेयों की िस्थित
ियिचितत करे गा एवं जब पर्ााप्त िूरी तक स्पषट िृश्र् यहं प्राप्त होता ह -
(ए) नकहरी लानय पर िोयों तरफ, र्ा
(बी) िोहरी लानय पर िजस द्रििा से ्ेय आये की स भावया रहती ह, ्कली की सुरा ा हेतु
िवियिााररत िविेर्ष अयुिि े ों के तहत एहितर्ात के किम उिार्ेंगे
स.िय.15.26 : ्कली/लकरी/मोटर ्कली की िे भल करये वाले र्ोग्र् वर्िि नसे लानय पर कार्ारत रहये से लेकर लानय से
हटार्े जाये तक सुरिा त संाालय के िज मेवार होंगे जब िो र्ा िो से अििक र्ोग्र् वर्िि एक ही ्कली को ाला

203
(ड्रेंटानव) रहे हैं, तब ्कली को परराािलत करये वाला वर्िि नसके सुरिा त संाालय हेतु िज मेवार होगा तथा
साथ-ही-साथ ्कली को रे ल पथ से समर्ायुसार ि्लर्र य करये र्ा से्िय को ि्लर्र य करये हेतु द्रकसी ्ेय को
रोके जाये हेतु भी वह िज मेवार होगा
15.27 लानय पर लकरी की सुरा ा :
(1) जब कभी भी द्रकसी सामाय से लिे एए र्ा ाली लकरी को लानय पर लाये का प्रस्ताव होता ह, तब लानय को,
र्द्रि ऐसा संभव ह तो ्ेय संाालय को प्रभािवत द्रकर्े िबया ही, ्ेय संाालय ियर्मों के अन्तगात ब्यलकक द्रकर्ा
जाए
(2) अयुमोद्रित िविेर्ष अयुिेिों को ोडकर जब लानय को नस प्रकार से ब्यलकक यहं द्रकर्ा गर्ा ह तथा लिी एई र्ा
ाली लकरी लानय पर लार्ी जाती ह , तो लकरी की सुरा ा ियमय तरीके से की जार्ेगी –
(ए) द्रकसी िोहरी लानय पर र्था आवश्र्क एक र्ा िो वर्िि द्वारा बडी लानय पर लकरी से 600 मीटर की िूरी
पर एवं मीटर गेज तथा ोटी लानय पर 400 मीटर की िूरी पर रे लपथ के आर-पार बयर फ्लग लेकर एवं िूसरा
वर्िि के वल स्टकप हैंर् िसगयल प्रििित करते एए बडी लानय पर कम से कम 1200 मीटर की िूरी पर तथा
मीटर गेज एवं ोटी लानय पर 800 मीटर की िूरी पर, िजस द्रििा से ्ेय आये की संभावया ह, डा रहेगा
(बी) नकहरी लानय पर र्था आवश्र्क एक र्ा िो वर्िि द्वारा लकरी के आगे एवं पी े बडी लानय पर 600
मीटर की िूरी पर एवं मीटर गेज तथा ोटी लानय पर 400 मीटर की िूरी पर रे लपथ के आर-पार बयर फ्लग
लेकर एवं िूसरा वर्िि लकरी के एक ओर के वल स्टकप हैंर् िसगयल प्रििित करते एए बडी लानय पर कम से कम
1200 मीटर की िूरी पर एवं मीटर गेज एवं ोटी लानय पर 800 मीटर की िूरी पर डा रहेगा
(3) नस प्रकार लकरी के आगे एवं पी े प्रत्र्ेक वर्िि को बडी लानय पर 1200 मीटर की िूरी पर एवं मीटर गेज
तथा ोटी लानय पर 800 मीटर की िूरी पर को िवस्फोटक (र्ेटोयेटर) प्रिाय द्रकर्े जार्ेंगे एवं प्रत्र्ेक 10 मीटर
की िूरी पर एक िवस्फोटक (र्ेटोयेटर) लानय पर र े जार्ेंगे र्द्रि तत्काल कोई लकरी लिाय र्ा गर-लिाय के
िलए डी होती ह र्ा कोई ्ेय आती एई द्रि ाई पडती ह तथा लगातार स्टकप हैंर् िसगयल प्रििित द्रकर्ा जाया
ाािहए
(4) बयर फ्लग िारक वर्िि /वर्िि र्ों को तत्काल रे लपथ के आर-पार बयर फ्लग लगा िेया ाािहए जब कोई लकरी
डी होती ह र्ा ्ेय आती एई द्रि ाई पडती ह एवं लगातार स्टकप हैंर् िसगयल प्रििित द्रकर्ा जाया ाािहए
(5) ऐसे सभी मामलों में जहाुँ आगे एवं पी े के फ्लगमय को लकरी से यहं िे ा जा सकता ह, अितरर्त मधर्वती
फ्लगमय की ियर्ुिि िसगयल को ररले करये के िलए की जायी ाािहए
(6) स्टकप िसगयल एवं िवस्फोटकों(र्ेटोयेटर) को लकरी के प्रभारी पिाििकारीके आिेि के िबया फ्लगमय यहं
हटार्ेंगे

स.िय.15.27 : (ए) द्रकसी लकरी को सामान्र्त: द्रिय में प्रकाि के समर् ालार्ी जायी ाािहए

(बी) िबया ब्यलकक सुरा ा के द्रकसी लकरी को संाािलत द्रकर्ा जा सकता ह जब प्रभारी पिाििकारी लकरी को लानय
पर र ये के पूवा ड्यूटीरत स्टेिय मास्टर से सुियिचितत कर लेते हैं द्रक िबया ्ेय अवरोि के लकरी के िलए लानय-
ि्लर्र िमल सकता ह एवं र्द्रि कोई अवरोि यहं होहता ह, तो लानय-ि्लर्र प्राप्त की जायी ाािहए र्द्रि
लानय ि्लर्र िबया ्ेय-अवरोि के यहं िमल सकता ह , लकरी के प्रभारी पिाििकारी कार्ा की आवश्र्कता को
धर्ाय में र ते एए र्ह ियणार् लेंगे द्रक िबया लानय ि्लर्र प्राप्त द्रकए लानय पर लकरी को लार्ा जा सकता ह र्ा
ऐसा करये के िलए लानय ि्लर्र का नं तजार करया ाािहए

(सी) िलि त ूपप से संबंिित स्टेिय मास्टर से अयुमित प्रापत द्रकए बगर एवं द्रकसी नं जीियर्र, ियरीा क र्ा
मंर्ल रे ल प्रबंिक द्वारा प्राििकृ त ऐसे द्रकसी अन्र् वर्िि के प्रभार के िबया कोई भारी सामग्री लकरी र्ा सामिग्रर्ों
से लिी एई लानट ्कली को लानय पर यही लाया ाािहए र्ा ब्यलकक से्िय में यहं लाया ाािहए

204
द्रकसी लकरी को ियरपवाि ूपप से ब्यलकक सुरा ा के अन्तगात संािलत द्रकर्ा जार्ेगा जब

(i) नसे राित्र में आपातकाल के िद्यराय ालाया आवश्र्क हो ;


(ii) र्ह रे ल र्ा गर्ारों से लिी हों ;
(iii) र्ह िवियर्दिषट भारी सामिग्रर्ों से लिी एई ह िजसे द्रक िीघ्रता से उतारा यहं जा सकता ह
(iv) ऐसे से्ियों में जहाुँ लगातार अित ढलाय हो र्ा जहाुँ अििक मुडाव होये के कारण िृषटता अवूपि हो रही
हो र्ा अन्र् ला ण

िबया ब्यलकक सुरा ा के द्रकसी से्िय में लकरी र्ा सामग्री ्कली प्रवेि की अयुमित िेये क पूवा प्रभारी पिाििकारी
संबंिित स्टेिय मास्टर को उस स्थल की िूरी एवं कार्ा करये के समर् की , जहाुँ लकरी र्ा सामग्री ्कली को कार्ा
करया ह , संालय को एक समर् के वल एक ही से्िय तक सीिमत करके सूाया िेगा आवश्र्क अयुमित िेये क
बाि स्टेिय मास्टर लोको पार्लट को साविायी आिेि जारी करे गा , जब तक द्रक र्ह सूाया प्राप्त य हो जार् द्रक
लकरी र्ा सामग्री लकरी से्िय से ि्लर्र कर िी गर्ी ह र्ा लानय से हटा िी गई ह लकरी र्ा सामग्री ्ेय के
प्रभारी पिाििकारी स्टेिय मास्टर को र्थािीघ्र लानय से नसके हटये की सूाया िेंगे ताद्रक लोको पार्लट को जारी
की जाये वाली ाेतावयी सूाया बंि कर िी जाए िजससे द्रक ्ेयों की समर्बिता प्रभािवत य हो

(र्ी) उय से्ियों पर जहाुँ कं ्ोल कार्ाप्रणाली लागू ह, रलिंयग लकरी के ियर्ंत्रक को स्टेिय मास्टर नस िवर्षर् में
आवश्र्क प्रबंि करये हेतु सूिात करें गे

(ई) द्रकसी िोहरी र्ा मलटीपुल लानय से्िय पर कार्ा करते व्त द्रकसी भी िस्थित में ियकटवती लानय को फाउल
यहं द्रकर्ा जार्ेगा जब िो र्ा िो से अििक ियकटवती लानय वाले से्िय में लकरी प्रवेि करती ह, साविायी
आिेि के वल से्िय में प्रवेि करये वाली ्ेय के लोको पार्लट को ही यहं जारी द्रकर्ा जार्ेगा बिलक ियकटवती
लानय पर ालये वाली ्ेय के लोको पार्लट को भी द्रिर्ा जार्ेगा

(एफ) द्रकसी स्टेिय पर लकरी को संाािलत करये की अयुमित िेते व्त स्टेिय मास्टर नस बात का पूरा धर्ाय
र ेंगे द्रक संगत रलिंयग लानय को पूरा ब्यलकक द्रकर्ा जार् तथा ऐसा करये के िलए र्द्रि संभव हो तो, लानय के
िवूपि प्वानं ट को सेट करके तथा उस ्ल प र्ा पर् लकक करके एवं सेफ्टी ककलर को संगत लीवर पर र कर
द्रकर्ा जार् जब द्रकसी स्टेिय र्ार्ा में कोई लकरी/ ्कली लानय पर डी ह, नसकी सुरा ा पर्ााप्त िूरी पर बयर
फ्लग लगाकर तथा िूसरे ोर पर तीय िवस्फोटकों (र्ेटोयेटर) को र कर की जार्ेगी

(जी) जब िवििषट ूपप से अन्र् मामले में अयुमेर् हो, को ोडकर ्कली/लकरी मोटर ्कली के वल ्ेय के िलए
अयुमित द्रििा में ही ालेगी मलटीपुल लानय से्िय पर ्कली/लकरी िबया लानय ि्लर्र के के वल ‘आउटरमोस्ट’
लानय तक ालेगी द्रकसी से्िय में िविेर्ष लानय पर प्रवेि करये पर ब्यलकक से्िय में प्रवेि को कं ्ोल करये वाले
स्टेिय मास्टर की िविेर्ष अयुमित को ोड कर कोई मोटर ्कली र्ा लकरी ‘कट’ यहं की जार्ेगी र्ा य ही द्रकसी
अन्र् लानय पर ली जार्ेगी

(एा) र्द्रि द्रकसी लकरी को लिाय/गर-लिाय के िलए द्रकसी से्िय र्ा ओवर लांग सानलिंर्ग में िबया लानय
ि्लर्र र्ा िबया लानय ब्यलकक द्रकए प्रवेि करया ह , लकरी को ियर्म 15.27(2) , (3), (4),(5) एवं (6) के अयुसार
सुरिा त द्रकर्ा जार्ेगा ्र्ोंही द्रकसी फ्लगमय को कोई आती एई ्ेय द्रि ाई पडती ह वह नस उद्देश्र् के िलए िी
गई सीटी को बजाकर र्ा लाल हैंर् िसगयल को तीब्रता से िहलाते एए नस सूाया को प्रेिर्षत करे गा ताद्रक लकरी को
रे लपथ से हटार्ा जा सके वह तत्काल ियर्म 3.62 के अयुसार ्ेय को रोकये के िलए किम उिार्ेगा अथाात वह
जहाुँ डा ह , वहाुँ से प्रत्र्ेक 10 मीटर की िूरी पर तीय फकग िसगयल र ग े ा एवं लकरी की तरफ ब़ ते एए उय
तीय फकग िसगयलों से 400 मीटर की िूरी पर एक फकग िसगयल र ग े ा र्द्रि नसी बीा लकरी को रे लपथ से
ि्लर्र ‘कट फ’ कर िलर्ा जाता ह , तब अंितम फकग िसगयल को हटा िलर्ा जार्ेगा

205
(आई) जब हवी सामग्री से र्ु्त ्कली/लकरी 150 में 1 डी ढलाय र्ा अत्र्ििक डी ढलाय में कार्ा करती ह, तब
उयके रोलिंलग प्रार भ करये पर मजबूत रस्सी का प्रर्ोग द्रकर्ा जार्ेगा ऐसे से्िय में गित 10 द्रक.मी.प्रित र्ंटा से
अििक यहं होगी

(जे) ्किलर्ों/लकररर्ों को जोडा (कपलर्) यहं द्रकर्ा जार्ेगा परन्तु एक ही पिाििकारी के प्रभार में िो र्ा िो से
अििक ्कली/लकरी रहये पर उन्हें एक ही लानय पर र्ा एक ही ब्यलकक सेकिय की अयुमित िी जा सकती ह ऐसी
िस्थित में गितिील िो लकरी/्कली के बीा न्र्ूयतम िूरी 100 मीटर की होगी िे ये का कार्ा प्रभारी पिाििकारी
का ह द्रक स्टेिय मास्टर के पास ‘ररमूवल’ ररपोटा िेये के पूवा सभी ्कली/लकरी लानय से हटा ली गर्ी ह

(के ) जब लकरी को लानय ि्लर्ंरग से्िय से हटा िलर्ा जाता ह, तब लकरी का प्रभारी पिाििकारी जहाुँ लानय
ब्यलकक ह र्ा ब्यलकक से्िय के िूसरे ोर िस्थत स्टेिय के स्टेिय मास्टर को एक िलि त मेमो (ररमूवल ररपोटा)
सौंपेगा प्रभारी पिाििकारी से िलि त आश्वासय प्राप्त होये के बाि ही ब्यलकक को हटा िलर्ा जार्ेगा

लानय ब्यलकक प्राप्त करये रर ि्लर्र करये के िलए कोई भी िकट-कट पिित जसे वककी-टककी आद्रि का प्रर्ोग
यहं द्रकर्ा जाया ाािहए नसी तरह लानय ब्यलकक को सही प्रमाण होये पर, द्रक ्क से सी़ ी र्ु्त ्कली अथवा
लकरी को हटा िलर्ा गर्ा ह , ियरस्त द्रकर्ा जा सकता ह सही अथों में लकरी/्कली का हटार्ा जाया सुियिचितत कर
िलर्ा जाया ह

15.28 लकरी एवं ्कली जो प्रर्ोग में य हों : जब कोई लकरी र्ा ्कली का उपर्ोग यहं द्रकर्ा जाता ह, तब उसे लानय से
अलग र ा जार्ेगा एवं तत्पश्ाात उसके पिहए को ाय एवं पर् लकक द्वारा जकड कर बाुँि द्रिर्ा जार्ेगा

स.िय.15.28 (i) जब कभी प्लेटफकमा पर द्रकसी ्कली/लकरी को ्ेय में लिाय के िलए र्ा द्रकसी अन्र् उद्देश्र् से लार्ा जाता
ह तब र्ह ियिचितत ूपप से सही ढंग से ाय एवं ताला लगाकर(लकक) रे लपथ के समायांतर लार्ी(प्लेस) जार्ेगी एवं
द्रकसी रे लवे कमााारी के उिात ियगरायी में रहेगी र्ह नस प्रकार से यहं प्लेस की जार्ेगी द्रक द्रकसी र्ात्री र्ा
रे लवे कमााारी के मागा में रहे र्ा मायक संालय आर्ाम(स्टेण्र्र्ा मूलिंवग र्ानमेंिय) को बािित करे

(ii) जब प्लेटफकमा पर यहं र ा गर्ा ह लेद्रकय िवश्राम-स्थल, ्कली रे फ्र्ूज एवं समपार आद्रि पर ले जार्ा गर्ा ह ,
उन्हें रे लपथ के समायान्तर मायक संालय आर्ाम से अलग र या ाािहए

(iii) ्र्ोंही द्रकसी ्कली को रे लपथ से हटार्ा जाता ह एवं उससे िूर र ा जाता ह, लाल फ्लग र्ा लानट को हटा
िलर्ा जार्ेगा परन्तु नस बात का धर्ाय र या ाािहए द्रक लानय सभी बािा से ि्लर्र होये के बाि ही नस
िसगयल को ‘ फ’ द्रकर्ा जार्

206
अघ्र्ार् XVI
समपार (लेवल क्रकलिंसग)

16.01 िसगयलों का ्ाय :-द्रकसी वर्िि की ियर्ुिि गेटमय के ूपप में यहं की जार्ेगी, जब तक द्रक उसे िसगयलों की
जायकारी य हो
स.िय.16.01 (1) सा मता का प्रमाण पत्र - गर अंतरपािित गेट के मामले में प्रत्र्ेक गेटमय की जाुँा, र्थािस्थित से्िय
नं जीियर्र(रे लपथ) र्ा र्ातार्ात ियरीा क के द्वारा की जार्ेगी एवं स्वतंत्र ूपप से कार्ा सौंपये क पूवा यीाे द्रिए गए
फकमा में सा मता का प्रमाण पत्र जारी द्रकर्ा जार्ेगा सा मता प्रमाण पत्र पाुँा वर्षों के िलए वि होगा
सा मता का प्रमाण पत्र
सत्र्ािपत द्रकर्ा जाता ह द्रक मैंये श्री ............................................. पुत्र श्री............................ पियाम
........................... गेटमय की ड्यूटी में जाुँा द्रकर्ा वे फाटक पर प्रिाय द्रकए गए हाथ िसगयल, िवस्फोटक (र्ेटोयेटर)
एवं अन्र् उपस्करों के प्रर्ोग में िा हैं वे असामान्र् िस्थित के िद्यराय अपयार्ी जाये वाली प्रद्रक्रर्ा में भी िा हैं

स्थाय....................... हस्ताा र
द्रियांक..................... पियाम-टी.आई./से.नं जी.(रे लपथ)
(जो लागू यहं ह उसे काट िें)
स.िय.16.01 (2) सा मता का प्रमाण पत्र -

नं टरलकक लेवल क्रकलिंसग गेट पर पिस्थािपत गेटमय के मामले में से्िय नं जीियर्र (िसगयल) उसकी जाुँा में अियवार्ा
ूपप से िािमल रहेंगे सा मता प्रमाण पत्र र्थािस्थित से्िय नं जीियर्र (िसगयल) एवं र्ातार्ात ियरीा क/से्िय
नं जीियर्र (रे लपथ) द्वारा संर्ु्त ूपप से हस्ताा ररत द्रकर्ा जाया ाािहए सा मता प्रमाण पत्र पाुँा वर्षों के िलए वि
होगा

सा मता का प्रमाण पत्र

सत्र्ािपत द्रकर्ा जाता ह द्रक हमलोगों ये श्री ............................................. पुत्र श्री............................ पियाम
........................... गेटमय की ड्यूटी में जाुँा द्रकर्ा वे फाटक पर प्रिाय द्रकए गए हाथ िसगयल, र्ेटोयेटर एवं अन्र्
उपस्करों के प्रर्ोग में िा हैं वे असामान्र् िस्थित के िद्यराय अपयार्ी जाये वाली प्रद्रक्रर्ा में भी िा हैं

हस्ताा र
पियाम-से.नं जी.(िसगयल)

स्थाय....................... हस्ताा र
द्रियांक..................... पियाम-टी.आई./से.नं जी.(रे लपथ)
(जो लागू यहं ह उसे काट िें)

16.02 उपस्कर की आपूित एवं िे भाल : प्रत्र्ेक गेटमय को -

(ए) द्रिय एवं राित्र के समर् हण्र् िसगयल, िवस्फोटक(र्ेटोयेटर) एवं अन्र् िवियिााररत उपस्करों की आपूित
की जाएगी, एवं
(बी) ऐसे िसगयलों , िवस्फोटकों (र्ेटोयेटर) एवं अन्र् उपस्करों को उिात ूपप से र ग
ें े एवं प्रर्ोग के िलए
तर्ार र ग
ें े

207
16.03 सडक र्ातार्ात :
1. नस िवर्षर् में नय ियर्मों द्वारा अयुमत िविेर्ष अयुिेिों के अिीय रहते एए प्रत्र्ेक समपार (लेवल क्रकलिंसग)
पर रे ल लानय के िोयों तरफ से सभी फाटक आम र्ातार्ात के िलए हर समर् बन्ि रर मजबूती से बांि कर र े
जार्ेंगे रर तभी ोले जार्ेंगे जब नन्हें सडक र्ातार्ात के आय-जाये के िलए ोलया आवश्र्क रर सुरिा त हो
परन्तु कोई भी रे ल प्रिासय द्रकसी िविेर्ष समपार (लेवल क्रकलिंसग) र्ा द्रकसी वगा िविेर्ष के समपारों के िलए
समर्-समर् पर िविेर्ष अयुिेि जारी कर सकता ह रर नस प्रकार के िविेर्ष अयुिेिों द्वारा द्रकसी भी समपार
(लेवल क्रकलिंसग) के अथवा द्रकसी वगा िविेर्ष के समपारों के फाटक को सडक र्ातार्ात के िलए सामान्र्त: ल ु ा
र ये की अयुमित िे सकता ह रर ऐसे समपार के िलए वे ितें ियिााररत कर सकता ह रर िजयके अिीय द्रकसी
गाडी र्ा गािडर्ों के आये-जाये र्ा द्रकसी अन्र् रे ल कार्ा क िलए फाटक सडक र्ातार्ात के िलए बन्ि र े जार्ेंगे
रर ऐसे सभी िविेर्ष अयुिेि, जब तक द्रक उन्हें रद्द र्ा ससुपरसीर् यहं कर द्रिर्ा जाता ह , अििियर्म की
िारा 60 के उपबंिों के अथा में तथा उयके अिीय, जहाुँ तक द्रक उन्हें जारी करये वाले रे ल प्रिासय का स बन्ि
ह, सािारण ियर्म समझे जार्ेंगे
2. र्द्रि द्रकसी कारण से रल पथ के िोयों ओर समपार पर िस्थत गेट को बंि/बांिा यहं जा सकता हो तो वहाुँ
पएुँाये वाली गाडी र्द्रि कोई हो , को रोकये के िलए सामान्र् ियर्म 16.06 में अििकृ त अयुबन्िों के अयुसार
कार्ावाही की जार्ेगी

3. जहाुँ समपार (लेवल क्रकलिंसग) पर गेटमय की वर्वस्था की गई ह , वहाुँ जब कभी सडक र्ातार्ात के िलए
समपार (लेवल क्रकलिंसग) ोला जाता हो रर कोई गाडी आ रही हो तो वे उसे स्टकप हण्र् िसगयल द्रि ाये के
िलए तर्ार रहेंगे
4. िजस समपार (लेवल क्रकलिंसग) पर राित्र की ड्यूटी पर द्रकसी गेटमय की िविेर्ष वर्वस्था यहं हो तो वहाुँ
फाटक में िविेर्ष अयुिि
े ों द्वारा ियिााररत रीित में, राित्र के समर् ताला बंि रहेगा रर वे िविेर्ष अयुिि
े ों के
अिीय सडक र्ातार्ात को पास करये के िलए ही ोले जार्ेंगे
सं.िय.16.03 (i) र्ातार्ात फाटक :- ब्यलकक स्टेिय की प्रत्र्ेक द्रििा में आउटरमोस्ट स्टकप िसगयल के अन्तगात समपारों के
फाटकों का परराालय, परराालय िवभाग के ियर्ंत्रण में होगा जबद्रक समपार रर उसके स बि ढाुँाों का
अयुरा ण नं जीियर्ंरग िवभाग द्वारा द्रकर्ा जार्ेगा नय फाटकों के संाालय अयुिेि, स बिन्ित ब्यलकक स्टेिय के
स्टेिय संाालय ियर्मों में िािमल द्रकर्े जार्ेंगे रर उसकी एक प्रित फाटक र्र (गेट लकज) मं र ी जार्ेगी
(ii) नं जीियर्ंरग फाटक - ब्यलकक स्टेिय के प्रत्र्ेक द्रििा में आउटरमोस्ट स्टकप िसगयल के बाहर के समपार का
परराालय के साथ-साथ अयुरा ण िोयों, नं जीियर्ंरग िवभागके ियर्ंत्रण में रहेंगे ऐसे समपार िय य प्रकार के हो
सकते हैं :-
(ए) ब्यलकक स्टेिय की प्रत्र्ेक द्रििा में आउटर मोस्ट िसगयल के बाहर लेद्रकय नसकी स्टेिय सीमा के भीतर - ऐसे
समपारों के िलए संाालय अयुिेि , र्द्रि ाद्यकीिार र्ु्त ह, तो संबंिित स्टेिय के स्टेिय संाालय ियर्मों में
पररििषट के ूपप में िािमल द्रकर्े जार्ेंगे रर उसकी एक प्रित फाटक र्र(गेट लकज) में र ी जार्ेगी
(बी) द्रकसी ब्यलकक स्टेिय की स्टेिय सीमा के बाहर - ऐसे समपारों के मामलों में, र्द्रि वहाुँ ाद्यकीिार उपलब्यि हो
तो संाालय अयुिेि की एक प्रित के वल फाटक र्र (गेट लकज) में र ी जार्ेगी
रटप्पणी : जहाुँ कोई समपार, िसगयलों से सुसिजितत ह रर द्रकसी ब्यलकक स्टेिय के स्टकप िसगयल के बाहर िस्थत ह, वहाुँ
संाालय अयुिेिों के अितरर्त, िसगयलिंलग रर अन्तपाािय रे ा िात्र भी गेट लकज में लगार्े जार्ेंगे
(iii) टेलीफोय से र्ु्त फाटकों का परराालय - जहाुँ कोई ऐसा फाटक जो स्टेिय के िसगयलों से अन्पाािित यहं
ह, टेलीफोय से र्ु्त ह, जो समीपवती स्टेिय/के िबय से स बि हो, वहाुँ फाटक िय यिलि त प्रकार से ोला/बन्ि
द्रकर्ा जार्ेगा
(ए) जहाुँ पर फाटक आम तद्यर पर ‘‘सडक र्ातार्ात के िलए बन्ि’’ रहता ह, वहाुँ गेटमय उसे ोलये से पहले
संबंिित स्टेिय पर ड्यूटी पर तयात सहार्क स्टेिय मास्टर/ के िबय मास्टर के साथ प्रानवेट य बर के आिाय-प्रिाय
द्वारा र्ह सुियिचितत करे गा द्रक कोई गाडी समपार पर तो यहं आ रही ह

208
उसी प्रकार से प्रत्र्ेक तरफ से सडक र्ातार्ात ि्लर्र होये के पश्ाात, गेटमय सडक र्ातार्ात के िलए फाटक को
बंि करे गा तथा ताला लगा िेगा रर उसके ाािभर्ों को वर्िि गत संरा ण में र ग े ा तथा प्रानवेट यंबर के आिाय-प्रिाय के
तहत संबि स्टेिय के कार्ारत स्टेिय मास्टर/के िबय मासटर को सूिात करे गा द्रक गेट बंि करके ताला लगा द्रिर्ा गर्ा ह
फाटक के बंि होये की सूाया प्राप्त होये तक स.स्टे.मा./के िबय मास्टर द्रकसी गाडी को से्िय में प्रवेि की अयुमित यहं
िेगा
(बी) जहाुँ पर फाटक आम तद्यर पर ‘‘सडक र्ातार्ात के िलए ुला’’ रहता ह, वहाुँ संबंिित स्टेियों के सहार्क
स्टेिय मास्टर/के िबय मास्टर प्रानवेट यंबर के आिाय प्रिाय द्वारा र्ह सुियिचितत करें गे द्रक समपार की ओर बलकक से्िय
में द्रकसी गाडी के पएुँाये के पहले फाटक सडक र्ातार्ात के िलए बंि ह
(सी) स्टेिय मास्टर/के िबय मास्टर जब गेटमय से स पका स्थािपत यहं कर पा रहो, जब टेलीफोय राब हो गर्ा
हो र्ा गेटमय अयुपिस्थत हो र्ा अन्र् कारण से, तो वह समपार की ओर तब तक द्रकसी गाडी को ब़ ये की अयुमित यहं
िेगा जब तक लोको पार्लट को सडक र्ातार्ात के िलए समपार को ल ु ी रहये की स भावया की ाेतावयी रर लानय
बािित रहये के िलए सतका ता आिेि यहं िे द्रिर्ा जाता ह सतका ता आिेि में समपार की सं्र्ा रर द्रकलोमीटर भी
स्पषट ूपप से उलले द्रकर्ा जाया ाािहए
उसी तरह उस स्टेिय के स्टेिय मास्टर/के िबय मास्टर िजयके ियर्ंत्रण में गेट ह उयका उि रिािर्त्व बयता ह द्रक
गेटमय के द्वारा टेलीफोय पर द्रिर्े गर्े प्रत्र्ेक ककल को िबया िेर द्रकर्े बात करें , ्र्ोंद्रक वह कोई भी आपात सूाया हो
सकती ह
(र्ी) स्टेिय/फाटक संाालय ियर्मों में फाटकों को ोलये/बंि करये का िवििषट ियिदेशि द्रिर्ा जाया ाािहए

(iv) स्टेिय सीमा के अन्तगात िस्थत समपार के मामलों में ियर्ंत्रक स्टेिय के स्टेिय संाालय ियर्म में नसके संाालय
अयुिेिों को समािवषट द्रकर्ा जाएगा रर र्द्रि समपार स्टेिय सीमा के बाहर िस्थत ह तो संाालय अयुिेि से्िय के
वरर.से.नं जी./से.नं जी./किय.नं जी. (रे लपथ) द्वारा अयुरिा त द्रकर्ा जार्ेगा ऐसे समपार को ियर्ंित्रत करये वाले स्टेिय
मास्टर रर वरर.से.नं जी./से.नं जी./किय.नं जी. (रे लपथ) र्ह सुियिचितत करें गे द्रक र्था प्रर्ोजय ा ेत्रीर् भार्षा सिहत नय
संाालय अयुिेिों की प्रित स्टेिय सीमा के अन्िर रर बाहर अविस्थत ाद्यकीिार वाले प्रत्र्ेक समपार फाटक पर प्रमु
स्थल पर अियवार्ा ूपप से लगाई जाए वे र्ह भी सुियिचितत करें गे द्रक ऐसे समपारों पर स्वतंत्र ूपप से (नं िर्पेन्र्ेंट) ड्यूटी
के िलए तयात द्रकर्े जाये वाले गेटमय संबंिित समपार के संाालय अयुिेिों को पूरी तरह समझते हैं रर वे ाद्यकीिार
वाले प्रत्र्ेक समपार के फाटक पर नस उद्देश्र् के िलए अयुरिा त आश्वासय रिजस्टर में अन्र् स्टेिय कमाााररर्ों की तरह
आश्वासय िेंगे र्ातार्ात समपारों के मामले में ऐसा आश्वासय रिजस्टर ियर्ंत्रक स्टेिय पर अयुरिा त होगा
जब कभी अििकारी/वररषि अिीयस्थ कमााारी वरर.से.नं जी./से.नं जी./किय.नं जी. (रे लपथ) रर टीआई (एम)
लानय/ियरीा ण पर हो तो वे र्ह सुियिचितत करये के िलए गेटमय की अियवार्ा ूपप से जांा करें गे द्रक उन्हें फाटक के
संाालय ियर्मों की सही जायकारी ह रर उन्होंये आश्वासय रिजस्टर में भी हस्ताा र द्रकर्ा ह
(v) गाडी के गुजरये के समर् िस्थित :- ाद्यकीिार वाले समपार पर जहां, फाटक रे लपथ (्क) के आर-पार बन्ि बन्ि होये
के िलए यहं बयार्े गर्े हैं , गेटमय को आये वाली गाडी के समर् फाटक र्र की तरफ , रे लपथ के सामये फाटक के बीा में
डा होया ाािहए रर िय य प्रकार से हाथ िसगयल पकडया ाािहए -

(ए) द्रिय के समर् उसे अलग-अलग डी पर लपेटी एई लाल रर हरा हाथ िसगयल झंर्ी, हरा बार्ें हाथ में रर
लाल िािहये हाथ में र या ाािहए रर द्रकसी तरे की आिंका होये पर कार्ावाही करये के िलए तर्ार रहया ाािहए र्ा
कोई भी िसगयल िुहराया ाािहए जो गार्ा,लोको पार्लट को बताये का नरािा र ता हो
(बी) रात के समर् उसे एक जलती एई हाथ िसगयल बि ी लेकर र या ाािहए जो द्रक आये वाली गाडी की द्रििा
में यहं द्रि ाई जाएगी, बिलक तर्ार हालत में र ी जाएगी ताद्रक आवश्र्कता पडये पर वह उपर्ुा्त उप परा(ए) में द्रिर्े
गर्े ढंग से तरा िसगयल द्रि ा सके
(सी) रात के समर्, जब समपार फाटक ,सडक र्ातार्ात के िलए ल ु े तो द्रकसी आये वाली गाडी को कोई तरा
िसगयल तत्काल द्रि ाये हेतु अपये को समथा बयाये के िलए गेटमय को सडक र्ातार्ात के िलए समपार के ल ु े रहये की
पूरी अविि तक , अपयी हाथ िसगयल बि ी, लाल िसगयल द्रि ाये के िलए अियवार्ा ूपप से तर्ार रहया ाािहए
209
(vi) फाटक/स्टेिय स्टकप िसगयल द्वारा सुरिा त य द्रकए गए समपार फाटकों के मामले में गेटमय को सामान्र्
ियर्म 16.03 रर सहार्क ियर्म 16.03 (i) से 16.03 (v) के स्त पालय के अिीय जब सडक र्ातार्ात के िलए फाटक
ुला र ा जाता ह तब तक आती एई गाडी की ओर समपारों के िोयों तरफ द्रिय के समर् लाल झण्र्ी रर रात के समर्
लाल बि ी द्रि ाया ाािहए
(vii) (ए) सभी समपार फाटकों का संाालय नस तरह द्रकर्ा जाया ाािहए ताद्रक सडक वाहय र्ातार्ात में कम से
कम असुिविा हो रर वह संरा ा से पूणा हो
(बी) प्रमु समपारों पर सडक र्ातार्ात के बार बार तथा अयावश्र्क िबल बय को िूर करये के िलए सामान्र्त:
नस तरह के फाटक को स्टेिय संाालय ियर्म/फाटक (गेट) संाालय ियर्म, के अयुसार लगातार 10 िमयट से अििक िेर
तक बन्ि यहं द्रकर्ा जाएगा
(सी) िजस समपार पर टेलीफोय की वर्वस्था हो, गेटमय लानय ्लीर्र होये पर मोटर ्कली के बारे में सूाया
पाकर तत्काल फाटक को बन्ि यहं करे गा बिलक वह मोटर ्कली के िलए सतका तापूवाक धर्ाय र ग े ा रर मोटर ्कली के
द्रि ाई िेये पर फाटक को बन्ि करे गा र्ही तरीका के िबयमय/के िबय मास्टर द्वारा भी अपयार्ा जार्ेगा जहाुँ की फाटक
का संाालय के िबय के द्वारा होता ह
16.04 पास होये हद्रकवाली गािडर्ों को गेटमय धर्ाय से िे ें : िविेर्ष अयुिेिों के अिीय ियिााररत अन्र् अयुिेिों को
ोडकर, गेटमय पास होये वाली सभी गािडर्ों को धर्ाय से िे ग े ा रर गािडर्ों की संरा ा सुियिचितत करये के
िलए र्था आवश्र्क कारा वाई करये के िलए तर्ार रहेगा
सं.िय.16.04 गेटमय सभी फाटक की गुमटी (लेवल क्रकलिंसग गेट) पर ्क के स मु द्रिय के समर् िािहये हाथ में फहराये
र्ोगर् लपेटी एई लाल रर बाएुँ हाथ में, हरी हाथ झण्र्ी तथा राित्र के समर् सफे ि लानट वाली हाथ िसगयल
बि ी लेकर स्वर्ं डा रहेगा वह जाती एई गाडी को साविायी से िे ेगा द्रक कोई असामान्र् िस्थित जसे हकट
ए्सल हैंलिंगग, कोई सवारी िर्ब्यबा/माल िर्ब्यबा िजसमें आग लगी हो र्ा भार ि सक गर्ा हो तो गाडी के लोको
पार्लट रर गार्ा को तत्काल तरे का िसगयल द्रि ाकर कार्ावाही करे गा लोको पार्लट रर गार्ा ऐसे तरे के
िसगयल को िे ये के िलए तत्पर रहेंगे
16.05 पिहर्ों की कोर (फ्लेन्ज फ नवीलस) के िलए ायल : गेटमय र्ह िे ग
ें े द्रक नवील के फ्लेन्ज के िलए ायल
साफ र ी गर्ी ह
16.06 समपार (लेवल े क्रकलिंसग) पर रािबर्ाुँ : र्द्रि कोई फाटक र्ा उसके बन्िय (फास्टेलिंयग्स) र्ा फाटक से संबिं ित
कोन द्रफ्स्र् िसगयल राब हो जाता ह तो गेटमय -
ए) र्द्रि संभव हो तो सडक र्ातार्ात के िलए गेट बन्ि करये के िलए कारा वाई करे गा
बी) गेट बन्ि करये के पश्ाात समपार से गुजरये वाली गाडी को हाथ संकेत द्रि ाएगा
सी) र्द्रि गेट को बन्ि यहं द्रकर्ा जा सकता ह तो बयर अथवा समपार झंर्ी नस प्रकार लगाई जार्े द्रक
गुजरये वाली गाडी को गेट पर पएुँाये से थोडा पहले ही ूपकये के िलए साेत द्रकर्ा जा सके रर तत्पश्ाात हाथ
िसगयल द्रि ार्ा जार्
र्ी) अपये वररषि अििकारी को र्ा ियकटतम गैंगमेट को नसकी ररपोटा िे ा
16.07 समपार (लेवल े क्रकलिंसग) पर अवरोि : प्रत्र्ेक गेटमय लानय पर कोई अवरोि िे ते ही उसे तुरंत हटा िे ा
अथवा र्द्रि वह ऐसा यहं कर सकता ह तो वह -
(ए) र्ह सुियिचितत करे गा द्रक र्द्रि फाटक की रा ा के िलए द्रफ्स्र् िसगयल लगे हैं तो वे य रहे
(बी) स्टकप हण्र् िसगयल द्रि ाएगा रर आये वाली गािडर्ों को रोकये का पूरा प्रर्त्य करे गा तथा
(सी) ियर्म 3.62 के अयुसार अवरोि की रा ा करे गा
स.िय.16.07 : समपार पर अवरोि की िस्थित में गेटमय र्द्रि कोई गेट िसगयल हो तो उसे य करे गा र्द्रि वह नसे यहं
हटा सकता ह तो लानय की रा ा िय य प्रकार से करे गा -
i) िोहरी लानय में र्द्रि द्रिय के समर् िोयों लानय अवूपि हो तो गेटमय लाल झंर्ा उस लानय पर 5 मीटर की
िूरी पर लगाएगा िजस पर गाडी पहले आये की संभावया ह, एक िूसरा लाल झण्र्ा एक डी में लगाकर, नसे
िूसरी लानय पर अवरोि के स्थाय पर लगार्ेगा नसके बाि वह प्रथम तरा िसगयल लेकर उसे द्रि ाते एए उस

210
लानय पर समपार से, बडी लानय पर 600 मीटर रर ोटी लानय पर 400 मीटर की िूरी तक जाकर लानय पर
तीय र्ेटोयेटर 10 -10 मीटर की िूरी पर लेकर ब़ ेगा रर एक र्ेटोयेटर लानय पर र कर उसके बाि द्रफर समपार
से, बडी लानय पर 1200 मीटर रर ोटी लानय पर 800 मीटर की िूरी पर अलग-अलग र ेगा नस प्रकार िजस
लानय पर गाडी के पहले आये की संभावया ह, उसे सुरिा त करये के बाि उसे लद्यटये के समर् मधर्ती र्ेटोयेटर
उिाते एए समपार पर वापस आ जाया ाािहए , िूसरी लानय से लाल झण्र्ी वाली डी हटा लेयी ाािहए रर
नसे र्ेटोयेटर से सुरिा त द्रििा की ओर लानय पर लगा िेया ाािहए तब वह तरा िसगयल द्रि ाते एए िूसरी
लानय पर ब़ ेगा , उसी प्रकार से र्ेटोयेटर र ग
े ा रर आये वाली गाडी के लोको पार्लट को ाेतावयी िेये के िलए
अवरोि के स्थाय पर वापस जाएगा
(ii) नकहरी लानय पर, र्द्रि लानय द्रिय के समर् अवूपि ह, तो िजस द्रििा से गाडी के पहले आये की संभावया ह,
उस ओर एक लाल झण्र्ी लगाएगा रर तब एक िूसरी लाल झंर्ी डी में लगाकर अवरोि के स्थाय पर िवपररत
द्रििा की ओर नसे लगाएगा नसके बाि प्रथम तरा िसगयल उिा लेगा रर उप-परा (i) के अयुसार िजस द्रििा
से गाडी के पहले आये की संभावया ह, उस तरफ से लानय की र ा करे गा, अवरोि के स्थाय पर वापस जाएगा,
िजस द्रििा में लानय सुरिा त ह , उस ओर तरा का िसगयल द्रि ाये के िलए डी को पुय: लगाएगा रर लानय
की सुरा ा के िलए पूरी तेजी से िूसरी द्रििा में ब़ ेगा िोयों तरफ लानय को सुरिा त करये के बाि, आये वाली
गाडी के लोको पार्लट को ाेतावयी िेये के िलए अवरोि के स्थाय पर स्वर्ं डा रहेगा
(iii) रात के समर् गेटमय िो हाथ िसगयल बि ी प्रज्विलत करे गा रर लाल बि ी ििााये के िलए कारा वाई करे गा
तथा लानय/लानयों की रा ा उपरो्त उप पारा (i) रर (ii) के अयुसार करे गा
(iv) समपार फाटक का ियर्ंत्रण बलपूवाक बाहरी वर्िि र्ों द्वारा ले लेया जसे फाटक की ााभी ीय लेया आद्रि
मामलों में जसा द्रक ऊपर विणत ह के अयुसार लानय/लानयों की रा ा करये की कारा वाई तत्काल की जार्ेगी
नस संबंि में उपर्ु्त अयुिि
े स्टे.सं.िय/फा.सं.िय. में अवश्र् सि मिलत द्रकर्ा जाए
16.08 गाडी का अलग हो जाया : र्द्रि कोई गेटमय िे ता ह द्रक कोई गाडी अलग हो गई ह, तो वह लोको पार्लट को
स्टकप हैंर् िसगयल यहं द्रि ाएगा बिलक वह िाललाकर रर निारों र्ा अन्र् तरीकों से लोको पार्लट रर गार्ा
का धर्ाय आकिर्षत करये का प्रर्त्य करे गा
स.िय.16.08 गाडी के अलग हो जाये के मामले में, गेटमय गाडी के लोको पार्लट रर गार्ा का धर्ाय िाललाकर र्ा द्रिय
के समर् िसट के ऊपर अपये िोयों हाथ िहलाकर रर ाुस्ती से उन्हें अलग करके रर रात में एक सफे ि बि ी ऊपर-
यीाे िहला कर आकिर्षत करे गा
16.09 अिताार (्ेस पास) : प्रत्र्ेक गेटमय जहाुँ तक हो सके , वर्िि र्ों रर पिुओं के अिताार को रोके गा
16.10 फाटक के प्रभार का अन्तरण : िविेर्ष अयुिि े ों के िसवार्, कोई भी गेटमय अपये फाटक को ोडकर तब तक यहं
जाएगा जब तक द्रक िूसरा गेटमय उसका प्रभार(ााजा) ग्रहण यहं कर लेता
स.िय.16.10 गेटमय तब तक अपयी ड्यूटी से यहं हटेगा जब तक समुिात ूपप से मु्त यहं द्रकर्ा जाता ह
नं जीियर्ंरग गेट के मामले में वरर.से.नं जी./से.नं जी./किय.नं जी. (रे लपथ) ररलीफ की वर्वस्था करे गा आपातकाल
को ोडकर जब नसकी वर्वस्था गैंग का कोई सिस्र् करे गा िजसके ा ेत्र में वह गेट होगा ्द्रफक गेट के मामल में
स्टेिय मास्टर/स्टेिय प्रबंिक/मु्र् र्ार्ा मास्टर जसी िस्थित हो ऐसी ररलीफ की वर्वस्था करे गा
16.11 ऊुँााई मापी (हानट गेज) :
1. प्रत्र्ेक समपार(लेवल
े क्रकलिंसग) पर ििरोपरर उपस्कर र्ा अन्र् उपस्कर के िोयों ओर एक-एक ऊुँााई माली
लगाये का नस प्रकार पर्ााप्त प्रबंि द्रकर्ा जार्ेगा िजससे द्रक र्ह सुियिचितत हो सके द्रक उसके यीाे से ियकल
सकये वाले सब वाहय रर ालये वाले ढाुँा,े ििरोपरर उपस्कर र्ा अन्र् उपस्कर के यीाे से पर्ााप्त फासले
के अंतर से , ियकल जार्ेंगे
2. उपियर्म (1) में उिललि त पर्ााप्त िूरी (ि्लर्रें स) अयुमोद्रित िविेर्ष अयुिेिों के अिीय मंजरू की जार्ेगी
3. जो वाहय रर ालये वाले ढाुँा,े ऊुँााई मापी के यीाे से, उससे टकराए िबया र्ा उसे ु ए िबया, यहं
ियकल सकते हैं, उन्हें िविेर्ष अयुिेिों के अयुसार के िसवार्, ििरोपरर उपस्कर र्ा अन्र् उपस्कर के यीाे से
ियकलये की अयुमित यहं िी जार्ेगी

211
अधर्ार् -XVII
रे लों के िवोुतीकृ त(नले््ीफानर्) से्ियों पर गािडर्ों का संाालय
17.01 सािारण ियर्मों का लागू होया : नस अधर्ार् के ियर्मों में अयर्था द्रकए गए उपबन्िों के िसवार्, गािडर्ों के
संाालय से संबिं ित सभी ियर्म रे लों के िवोुतीकृ त से्ियों में भी लागू होंगे
स.िय.17.01 गािडर्ों के संाालय के स बन्ि में सभी सहार्क ियर्म नस अधर्ार् में उिललि त ियर्मों में द्रिर्े गर्े उपबन्ि
को ोडकर िवोुतीकृ त से्ियों में भी लागू होंगे

17.02 नस अधर्ार् पर लागू होये वाली िविेर्ष पररभार्षाएुँ : नय ियर्मों में, र्द्रि प्रसंग में अन्र्था अपेिा त य हो तो -
1. ‘‘िवोुत रे ल पथ रर ियमााण कार्ा’’ का अिभप्रार् कर्षाण संस्थापय(््िय नं स्टालेिय) से ह, िजयके
अन्तगात ऐसे ििरोपरर उपस्कार रर अन्र् संबि ियमााण कार्ा भी हैं िजयकी वर्वस्था रे ल के िवोुतीकृ त
से्ियों की की गई ह
2. संभरण पोस्ट(फीलिंर्ग पोस्ट) का अिभप्रार् ऐसी सप्लाई ियर्ंत्रण पोस्ट(सप्लाई कं ्ोल पोस्ट) से ह, जहाुँ
िग्रर् उप स्टेिय से आये वाली संभरक (फीर्र) लानयें समाप्त होती हैं
3. ियरावेिित से्िय(न्र्ू्ल से्िय) का अिभप्रार् ह,िवोुत रोिित (नं सल
ु टे ेर्) रर ियिषक्रर् (र्ेर्) ििरोपरर
उपस्कर का वह ोटा से्िय, जो समीपस्थ उप स्टेियों अथवा संभरण पोस्टों (फीलिंर्ग पोस्ट) द्वारा
संभररत (फीर्) ा ेत्रों को पृथक करता ह
4. िवोुत ब्यलकक (पावर ब्यलकक) का अिभप्रार् लानय के द्रकसी से्िय पर के वल िवोुत गािडर्ों के र्ातार्ात
को अवूपि करये से ह
5. ‘‘प्रिार् ियर्ंत्रण पोस्ट’’ (सप्लाई कं ्ोल पोस्ट) का अिभप्रार् ह अवरोि को (नं टरप्टर) पृथककारी स्वीाों
(आनसोलेटर स्वीाों), िूर ियर्ंत्रण उपस्कर (ररमोट कं ्ोल नद्रिपमेंट) रर अन्र् उपकरणों का समुचार् ,
िजयकी वर्वस्था ििरोपरर उपस्कर को ििि प्रिार् (पावर सप्लाई) ियर्ंत्रण के िलए की जाती ह नसके
अन्तगात संभरण पोस्ट) (फीलिंर्ग पोस्ट), से्िलिंयग रर परे ललिंे लग पोस्ट रर उप से्िलिंयग पोस्ट ह
6. ‘‘टावर वगय’’ का अिभप्रार् ऐ ऐसे स्वयोद्रित (सेलफ प्रोपेलर्) वाहय से ह जो ििरोपरर उपस्कर के
अयुरा ण तथा मर मत के िलए प्रर्ोग द्रकर्ा जाता ह
7. ‘‘कर्षाण ििि ियर्ंत्रक’’ (््िय पावर कं ्ोलर) का अिभप्रार् उस सा म रे ल सेवक से ह जो उस समर्
कर्षाण िवतरण प्रणाली पर ििि के प्रिार्(पावर सप्लाई) के ियर्ंत्रण के िलए िज मेिार ह
सं.िय.17.02 नस अधर्ार् पर लागू होये वाली अितरर्त पररभार्षार्ें -
1. प्राििकृ त वर्िि : का अथा ह वह वर्िि िजसे उसकों ियर्ुिि से संबंिित कार्ों को संपन्य करये के िलए
प्राििकृ त द्रकर्ा गर्ा हो, रर प्राििकार, उस प्रर्ोजय के िलए रे ल प्रिासय के द्रकसी अििकृ त अििकारी
द्वारा प्रिि हो
2. िवपि ा ेत्र (र्ेंजर जोय) : का अथा वह ा ेत्र ह जो द्रकसी भी सद्रक्रर् उपस्कर से 2 मीटर के अन्िर हो रर
जहाुँ उपस्कर सद्रक्रर् हो उसके अंिर द्रकसी को भी काम करये की नजाजत यहं हो

3. भूर्ोजय (अथा) : का अथा ह, भूिम की संवाहक संहित (कं र्लिं्टग मास) र्ा उसके साथ सीिे िवोुतीर्
स पका से जुडा “”
“अथा” कोई संवाहक के वल ििरोपरर उपस्कर के प्रर्ोजय के िलए भूर्ोजय में पथ वापसी सर्दकट तथा
ििरोपरर उपस्कर की आल बक संरायार्ें भी िािमल होंगी र्द्रि ऐसी संरायार्ें भूिम र्ा पथ वापसी से
संबि हों
भूर्ोजय र्ा भूिम से संबि का अथा ह भूिम की सामान्र् संहित से नस प्रकार से संबि होया द्रक िबया तरे
के ऊजाा का हर समर् तुरंत िवसजाय (िर्सााजा) सुियिचितत द्रकर्ा जा सके

212
4. िवोुतीर् पथ (्क) : का अथा ह ििरोपरर (ओवरहेर्) उपस्कर से सिजितत पथ (्क)
5. िवोुतीर् मागा र्ा ियमााण कार्ा का ियरीा क : का अथा ििरोपरर उपस्कर (ओवरहेर् न्वीपमेंट) पावर
आपूित संस्थापय ररमोट कं ्ोल उपसकर के ियमााण र्ा अयुरा ण के िलए र्ा नयसे संबंिित अन्र् कार्ों के
िलए िज मेवार कोई वरर.से.नं जी./से.नं जी./किय.नं जी.(नलेि््कल) ह
6. अवरोिक : का अथा िबया द्रकसी टोमेरटक र्लिंपग िर्वानज का लिंसगल फे ज र्ल सर्दकट ब्रेकर
7. आनसोलेटर : का अथा ह ििरोपरर(ओवरहेर्) उपस्कर के समीपवती (अजेसेन्ट) एिलमेंटरी से्ियों को
जोडये र्ा अलग करये के िलए प्रर्ोग द्रकर्ा जाये वाला स्वीा
8. लानयमय : का अथा ह ििरोपरी(ओवरहेर्) लानयों तथा उयसे स बिन्र्त स्वीाों पर कार्ा करये तथा
उयके ियरीा ण के िलए प्राििकृ त वर्िि
9. सद्रक्रर् उपस्कर : का अथा ह कोई भी िवोुतीर् उपस्कर जो िवोुतीर् ूपप से सद्रक्रर् ह िवोुतीर् उपस्कर
को तब सद्रक्रर् कहा जाएगा जब उपस्कर रर भूर्ोजय(अथा) के बीा िवभवान्तर हो अथवा जब नसे द्रकसी
िूसरे संवाहक के साथ अथवा पररपथ (सर्दकट) के साथ जोडा जाए िजसमें नस प्रकार का िवभवान्तर
िवोमाय हो
10. पेन्टोग्राफ : का अथा ह िबजली नं जय र्ा मोटर र्ाय की त पर आसीय रर वहाुँ से िवसंवािहत
(नं सुलेटेर्) एक उिये- िगरये वाला (ककलिप्सबल िर्वानज) जो ििरोपरर (ओवर हेर्) उपस्कर से िवोुत
िारा संग्रह करये के सािय से सिजितत हो
11. कार्ाायम
ु ित : का अथा एक ऐसे र्ोर्षणा फकमा से ह जो द्रकसी प्राििकृ त वर्िि द्वारा हस्ताा ररत हो रर
िवोुतीर् उपकरण पर अथवा उसके ियकटस्थ द्रकर्े जाये वाले कार्ा के प्रभारी वर्िि को र्ह बताये के
िलए द्रिर्ा जाता ह द्रक िीक-िीक कद्यय सा उपकरण ियिषक्रर् ह रर भूर्ोिजत कर द्रिर्ा गर्ा ह तथा उस
पर र्ा उसके ियकटस्थ पर कार्ा करया सुरिा त ह
12. र्ातार्ात अवरोि : का अथा ह सभी र्ातार्ात के संाालय के िलए द्रकसी पथ (्क) को ब्यलकक करया

13. ििरापरर(ओवरहेर्) उपस्कर : का अथा ह रे ल पथ के ऊपर िवोुत संाालक रर साथ में सहकारी
(एसोिसएट) द्रफंटग, नन्सुलेटर तथा अन्र् उपांग (अटामेंट) िजसके सहारे वे अवलि बत रर िीक िस्थित
में ियबि रहते हैं
14. ियिषक्रर् (र्ेर्) उपस्कर : का अथा वह िवोुत उपस्कर ह जो िवोुतीर् ूपप से सद्रक्रर् यहं ह

15. पटरी बकण्र् : का अथा ह द्रकसी जोड अथवा िो पाश्वावती पटररर्ों के बीा आर पार िवोुत स पका
17.03 िवोुत रे ल पथ तथा ियमााण कार्ा ियरीा ण : िवोुत रे ल पथ रर ियमााण कार्ों का ियरीा ण, नस प्रर्ोजय के
िलए यािमत अििकाररर्ों द्वारा िविेर्ष अयुिेिों के अयुसार रर उन्हें सौंपे गर्े कि ावर्ों के अयुूपप, ियर्िमत ूपप
से द्रकर्ा जार्ेगा
स.िय.17.03 (1) (ए) िवोुतीर् मागा र्ा ियमााण कार्ा का प्रत्र्ेक ियरीा क िवोुतीर् मागा तथा ियमााण कार्ा एवं उसकी
िे रे के अंतगात अन्र् उपकरण के कारगर अयुरा ण के िलए िज मेवार होगा
(बी) वह उय सभी िुर्ाटयाओं र्ा िवोुतीर् मागा र्ा ियमााण कार्ा में िोर्षों के बारे में, िजयसे वह समझता ह द्रक
गािडर्ों के सुरिा त संाालय र्ा कािमकों की सुरा ा में बािा की संभावया ह , तुरन्त कर्षाण ििि ियर्ंत्रक(््िय
पावर कं ्ोलर) को सूाया िेगा रर साथ ही साथ िुर्ाटयाओं की रोकथाम के िलए सभी आवश्र्क कारा वाई भी
करे गा कर्षाण ििि ियर्ंत्रक नससे आगे तुरंत प्रभारी नं जीियर्र को र्ह सूाया िे िेगा
(2) रजारों तथा सामग्री की िज मेवारी - िवोुतीर् मागा र्ा ियमााण कार्ा का प्रत्र्ेक ियरीा क अपयी िे -रे
के अंतगात सभी ब्रेक र्ाउय उपस्कर, वार्ंरग, गािडर्ाुँ, टकवर वगय, लकररर्ों, ्किलर्ों आद्रि के समुिात एवं
कारगर अयुरा ण के िलए िज मेवार होगा वह सुियिचितत करे गा द्रक नयके िलए अयुमोद्रित सूाी के अयुसार
पूणा मात्रा में भण्र्ार तथा स्पेर्र पुजदेश िवोमाय हैं महीये में कम से कम एक बार वह झंिर्र्ों, िसगयल
213
बिि र्ों, र्ेटोयेटरों, रजारों तथा र्ंत्रों का ियरीा ण करे गा रर सुियिचितत करे गा द्रक उ्त उपकरण अपये में
पूणा रर अच ी िस्थित में ह वह र्ह भी िे ेगा द्रक कोई िोर्षपूणा र्ा ोई सामिग्रर्ों को बिल द्रिर्ा गर्ा ह
र्ा यहं
(3) कार्ाकारी िल का िसग्यलों तथा उपकरणों का ्ाय - प्रत्र्ेक िवोुतीर् मागा र्ा ियमााण कार्ा ियरीा क र्ह
िे ेगा द्रक -
i) उसके अिीय काम करये वाले प्रत्र्ेक कमााारी को हाथ के िसगयलों एवं पटा ा (र्ेटोयेटर) िसगयलों का
सही-सही ्ाय ह, रर
ii) उसके कार्ाा ेत्र के अंतगात ियर्ु्त प्रत्र्ेक ििरोपरर उपस्कर कार्ािल को प्रिासय के द्वारा, अन्र् रजारों र्ा
र्ंत्रों के अलावा िो सेट झंर्ी िसगयल, िो हाथ िसगयल बिि र्ाुँ रर 12 पटा े (र्ेटोयेटर) द्रिए गए हैं
(4) कमााारी की िज मेवारी रर उपकरण - (ए) कार्ा के समर् कमााारी उस गैंग के वररषि सिस्र् की िे रे में
रहेंगे जो द्रकर्े जा रहे सभी कार्ों के ियिााररत ियर्मों तथा ऐसे अयुिेिों के अयुसार जो रे ल प्रिासय द्वारा
िवििषट ूपप से जारी द्रकए गए हो िीक-िीक ढंग से द्रकर्े जाये के िलए िज मेवार होगा िवोुतीर् उपकरण
पर र्ा उसके समीप कार्ा कर रहे अिििा त कमााारी के मामलें में उयकी सुरा ा को प्रभािवत करये वाली
कार्ा की पररिस्थितर्ाुँ, रर िवोुतीर् उपकरण की सुरा ा प्रभारी कमााारी द्वारा उन्हें भली-भाुँित समझाई
जार्ेगी
(बी) प्रत्र्ेक सिस्र् अपये कार्ा से स बिन्ित सुरा ा के िलए पूवा सतका ता से तथा उयके अयुपालय से पूणा
पररिात होगा
(5) पेन्टोग्राफ की ियगरायी के िलए गश्ती कमााारी - (ए) सभी ििरोपरर उपस्कर लानय कमााारी, जब वे गश्ती
पर हों, गुजरये वाले िबजली ाल स्टकक के पेन्टोग्राफों पर ियगरायी र ग
ें े रर र्द्रि कोई िोर्ष यजर आता ह,
तो वे नसकी ररपोटा कर्षाण ििि ियर्ंत्रक को र्था िीघ्र आपात टेलीफोय सकके ट द्वारा र्ा र्द्रि आपात
टेलीफोय सर्दकट यहं हो, तो द्रकसी अन्र् टेलीफोय द्वारा िबजली ाल स्टकक का य बर, िोर्ष की िस्थित रर
समर्, जब उसे योट द्रकर्ा का िववरण िेते एए, िेगा
(बी) कर्षाण ििि ियर्ंत्रक िोर्षपूणा पेन्टोग्राफ की सूाया कर्षाण लोको ियर्ंत्रक को िेगा जो िबजली रर ाल
स्टकक को िोर्षपूणा पेन्टोग्राफ के परीा ण के िलए र्था संभव िीघ्र रोक िेये की वर्वस्था करे गा
(6) रे ल कमााारी द्वारा असामान्र्ताओं की सूाया िेया - (ए) द्रकसी रे ल कमााारी द्वारा ििरोपरर उपस्कर र्ा
द्रकसी अन्र् कर्षाण उपस्कर िजसमें बांर् भी िािमल ह , में िे े गए सभी ब्रेक र्ाउय र्ा िोर्षों की सूाया तुरंत
कर्षाण ििि ियर्ंत्रक को िी जार्ेगी ऐसे मामलों में जब द्रक उसे सूाया यहं िी जा सकती हो, तो
समीपवती स्टेिय मास्टर, के िबय सहार्क, स्टेिय मास्टर, वरर.से.नं जी. (ििरोपरर) र्ा सहार्क िवोुत
नं जीियर्र (क.िव.) को सूिात द्रकर्ा जार्ेगा प्रितबािा बंि(न पीर्ेंस बांर्) के मामले में सहार्क िसगयल
एवं िूर संाार नं जीियर्र को सूाया िी जार्ेगी स्टेिय मास्टर र्ा के िबय सहार्क स्टेिय मास्टर िजसे ब्रेक
र्ाउय र्ा िोर्षों की सूाया िी जार्ेगी, तुरंत कर्षाण ििि ियर्ंत्रक को सूिात करे गा संाार की िवफलता के
मामले में र्ातार्ात के संाालय में वह अपये स्विववेक का उपर्ोग करे गा रर सबसे समीपवती कर्षाण
पिाििकारी को सूाया िेगा
(बी) जब ििरोपरर उपस्कर पर ऐसे िोर्षों का पता ालता ह िजयसे िवोुत नं जयों, िवोुत मलटीपुल र्ूियट के
पेन्टोग्राफ को ा ित होये की संभावया ह, तो नसकी सूाया पाये वाला रे ल कमााारी कर्षाण ििि ियर्ंत्रक को
सूाया िेगा जो आगे से्िय ियर्ंत्रक को, प्राालय ियर्मों के अयुसार स्टेिय मास्टर द्वारा लोको पार्लट को
आवश्र्क सतका ता आिेि जारी करये की वर्वस्था करये को कहेगा कर्षाण ििि ियर्ंत्रक भी संबंिित कर्षाण
िवतरण पर्ावा े क को सहार्क ियर्म 17.04(1) के अयुसार पेन्टोग्राफ लोअर बोर्ा के प्रििाय की वर्वस्था
करये के िलए सूिात कररे गा
(सी) ििरोपरर (ओवरहेर्) लानय के टू ट जाये के मामले में नसका पता लगाये वाला रे ल कमााारी र्ह
सुियिचितत करे गा द्रक जब तक कोई प्राििकृ त वर्िि र्टया स्थल पर पएुँा य जाए कोई वर्िि लानय के
स पका में य आये पार्े प्रभािवत लानय को र्ेर् रर अर्जथग करये की अिवल ब कारा वाई प्राििकृ त वर्िि
करें गे
214
(7) लोको पार्लट का ििरोपरर उपस्कर पर ियगरायी र या - (ए) िवोुतीकृ त से्ियों में काम करये वाले सभी
लोको पार्लट (र्ीजल तथा िवोुत) जहाुँ तक संभव हो तथा िजससे उयकी प्राथिमक ड्यूटी में द्रकसी प्रकार
हस्ता ेप य हो, ििरोपरर उपस्कर पर ियगरायी र ग
ें े
(बी) जब ििरोपरर उपस्कर में ड्रेंटकपरों र्ा कटेयरी के स पका तार के टू ट जाये जसा मामूली िोर्ष पार्ा जाता ह
तो िबजली नं जय/िवोुत मलटीपुल र्ूियट के िलए वर्ावहाररक होगा द्रक वह िोर्षपूणा से्िय में द्रफसलते एए
जाए, परन्तु अगले स्टेिय पर, र्द्रि आवश्र्क हो तो वगर क्रम के िहराव िेकर स्टेिय मास्टर के माधर्म से
कर्षाण ििि ियर्ंत्रक को िोर्ष की सूाया िेंगे
(सी) जब ििरोपररउपस्कर के िोर्ष से द्रकसी िबजली नं जय र्ा मोटर र्ाय के पेन्टोग्राफ के अबाि संाालय के
प्रभािवत होये की संभावया हो र्ा र्ह ा ितकारक हो तो िवोुत लोको पार्लट /मोटरमय अपये नं जय र्ूियट
के सर्दकट ब्रेकर को र्प कर िेगा रर तुरंत पेन्टोग्राफ को िगरा िेगा िोर्षपूणा से्िय को पार कर जाये के
बाि वह यजिीकी आपात सर्दकट तक कर्षाण का स्पिा बयार्े र सकता ह रर असामान्र्ता का पूणा िववरण
िेते एए कर्षाण ििि ियर्ंत्रक को सूाया िेये की कोििि करे गा
(र्ी) र्द्रि आवश्र्क हो तो कहं आपात िहराव भी द्रिर्ा जाया ाािहए
(ई) ििरोपरर उपस्कर में बडा ब्रेक र्ाउय हो जाये के मामले में िजससे गािडर्ों को रोकया अपेिा त हो , ऐसे
ब्रेक र्ाउय का पता पाये वाला लोको पार्लट ब्रेक र्ाउय का िववरण िेते एए यजिीकी आपात टेलीफोय
सर्दकट के माधर्म से कर्षाण ििि ियर्ंत्रक को सूाया िेगा रर र्द्रि सर्दकट उपलब्यि य हो तो यजिीकी स्टेिय
मास्टर के माधर्म से र्ा द्रकसी अन्र् टेलीफोय सर्दकट से सूाया िेगा कर्षाण ििि ियर्ंत्रक, ऐसी सूाया पाये
पर से्िय ियर्ंत्रक को समुिात अयुिि े िेगा रर र्द्रि आवश्र्क हो तो प्रभािवत से्िय में गािडर्ों का
संाालय बंि करये की भी रार् िेगा
7(ए) जब ििरोपरर उपस्कर का को से्िय िोर्षपूणा पार्ा जार् तो िबजलीकृ त से्िय में ियर्ंत्रकों, स्टेिय मास्टरों
रर गाडी िस्ते द्वारा िविेर्ष साविाियर्ाुँ
1. िवोुतीकृ त से्िय में, ििरोपरर उपस्कर िोर्षपूणा होये पर, कर्षाण ििि ियर्ंत्रक िोर्षपूणा से्िय का तुरंत पता
लगार्ेगा रर उसे अलग कर िेगा िोहरी रर बएलानय से्िय में भी उसी मागा िूरी पर समीपवती रे लपथ पर
का िोर्षहीय से्िय भी िोर्षपूणा से्िय की ही तरह, अलग कर द्रिर्ा जार्ेगा उसके पश्ाात कर्षाण ििि ियर्ंत्रक
िोर्षपूणा पार्े गए से्िय रर िोर्षहीय से्िय के से्िय ियर्ंत्रक को उन्हें अस्थार्ी ूपप से अलग कर द्रिर्े जाये की
सूाया िेगा
2. कर्षाण ििि ियर्ंत्रक से सूाया प्राप्त होये पर से्िय ियर्ंत्रक तुरंत िय यप्रकार के अयुसार कारा वाई करे गा -
ए) िोर्षपूणा से्िय - से्िय ियर्ंत्रक प्रानवेट य बर का आिाय-प्रिाय करके प्रभािवत से्िय में गािडर्ों के
संाालय से स बिन्ित सभी स्टेियों के स्टेिय मास्टरों को सूिात करे गा द्रक वे िोर्षपूणा से्िय को ऐसा समझे जसे
द्रक वह आपात पावर ब्यलकक के अन्तगात हो रर तियुसार कारावाई करें
बी) अस्थार्ी तद्यर पर अलग द्रकर्ा एआ िोिहीय से्िय- से्िय ियर्ंत्रक र्ह जाुँा करे गा द्रक ििरोपरर उपस्कर में
िोर्ष आये से पहले िोर्षपूणा से्िय के ब्यलकक से्ियों में से द्रकसी के अन्िर कोई गाडी ाली गई थी र्ा यहं र्द्रि
यहं, तो वह कर्षाण ििि ियर्ंत्रक को अस्थार्ी तद्यर पर अलग द्रकए गए िोर्षहीय से्िय को पुय: ििि र्ु्त करये
के िलए सूिात करे गा ििरोपरर उपस्कर में िोर्ष उत्पन्य होये से पहले िोर्षपूणा से्िय में ब्यलकक से्िय के अन्िर
कोई गाडी ाली गई ह तो से्िय ियर्ंत्रक िोर्षपूणा से्िय में गािडर्ों के संाालय से संबंिित सभी स्टेियों के
स्टेिय मास्टरों को तुरंत सूाया िेगा रर उय से्ियों में भी िजसके अंिर िोर्षहीय ििरोपरर उपस्कर को अस्थार्ी
तद्यर पर अलग कर द्रिर्ा गर्ा ह, प्रानवेट य बर का आिाय-प्रिाय करके सूाया िेगा द्रक वे उस समर् तक संबंिित
ब्यलकक से्श्य में द्रकसी गाडी को प्रवेि की अयुमित यहं िेंगे जबतक पहली गाडी के गार्ा रर लोको पार्लट िोयों
को िय यिलि त प्रकार के सतका ता आिेि जारी यहं कर द्रिए जाते हैं -
i) अन्र् गित प्रितबंिों का पालय करते एए, िविेर्ष सतका ता र ते एए उस गित से आगे ब़ े जो 10 द्रक.मी.प्र.र्ं. से
अििक य हो

215
ii) तेज यजर र ें रर द्रकसी बािा के , जो समीपवती सकती ह, लानय/लानयों से द्रकसी अितलंर्य (नयिंरेमजमेंट) के
कारण आ आते ही ूपक जाये के िलए तर्ार रहे र्ह िे ये के िलए भी तेज यजर र ें द्रक ििरोपरर उपस्कर पर कोई
असामान्र्ता जसे - तार का लटकया, कन्टीलीवर अवर्वों का टूटया रर लटकया आद्रि तो यहं ह
iii) अगले स्टेिय पर पएुँाते ही सूाया िें द्रक िजस से्िय से होकर आए हैं वह गािडर्ों के संाालय के िलए
सुरिा त ह र्ा यहं
2.1 के वल नय कारा वाईर्ों के बाि से्िय ियर्ंत्रक, कर्षाण ििि ियर्ंत्रक को सूिात करे गा द्रक आवश्र्क सतका तार्ें वरती
गई हैं
3. से्िय ियर्ंत्रक से सूाया पाकर, द्रक गािडर्ों की सुरा ा के िलए आवश्र्क सतका तार्ें वरती गई हैं ,कर्षाण ििि
ियर्ंत्रक अस्थार्ी ूपप से अलग द्रकए गए िोर्षहीय से्ियों को फीर् संग्रिहत (रीस्टोर) करे गा

4. प्रभािवत से्िय में सतका ता आिेि सिहत पहली गाडी भेजये के बाि उसके बाि की गाडी से्िय ियर्ंत्रक की
अयुमित िलए िबया प्रवेि करये यहं िी जार्ेगी गित प्रितबंिों को हटाये की कारा वाई ऊपर संिभा के अयुसार
लोको पार्लट रर गार्ा से ररपोटा प्राप्त होये पर स्टेिय मास्टर के साथ परामिा करके से्िय ियर्ंत्रक द्वारा की
जार्ेगी से्िय ियर्ंत्रक, तब कर्षाण ििि ियर्ंत्रक को गाडी के लोको पार्लट एवं गार्ा के ररपोटा को सूिात करे गा
द्रक ििरोपरर उपस्कर में कोई अितलंर्य रर/र्ा असामान्र्ता तो यहं ह गित प्रितबंि हटाये के संबंि में जब तक
ियणार् यहं ले िलर्ा जाता, प्रभािवत से्िय में प्रवेि करये वाली गािडर्ों को उपर्ुा्त परा में बतार्े अयुसार गित
प्रितबंिों रर अन्र् सतका ताओं का सफ-साफ उलले करते एए सतका ता आिेि जारी द्रकए जाते रहेंगे
5. र्द्रि प्रभािवत से्िय में कोई गाडी प्रवेि कर ाुकी ह रर ििरोपरर उपस्कर में टेंिय यहं होये के कारण 5
िमयट से अििक समर् से डी ह, ििि आपूित ाालू हो जाये पर लोको पार्लट 10 द्रक.मी.प्र.र्ं.की अििकतम
ााल से अन्र् गित प्रितबंिों का पालय करते एए अत्र्न्त साविायी के साथ ताद्रक कोई बािा आये पर तुरंत ूपक
सके , स्टेिय की तरफ आगे ब़ ेगा लोको पार्लट रर गार्ा िोयों ही समीपवती लानय/लानयों पर र्ह िे ये के िलए
तेज यजर र ेंगे द्रक ििरोपररउपस्कर में तार लटकये, कण्टी लीवर अवर्वों के टू टये र्ा लटकये आद्रि जसे
असामान्र्ताएं तो यहं हैं रर अगले स्टेिय पर ररपोटा िेंगे द्रक िहराव के बाि से्िय के िजस िहस्से पर गाडी ाली
ह वह गािडर्ों के आवागमय के िलए सुरिा त ह र्ा यहं
र्द्रि पास में कोई आपात संाार सकके ट उपलब्यि हो जहाुँ द्रक बीा से्िय में गाडी डी थी तो लोको पार्लट/
सहार्क लोको पार्लट कर्षाण ििि ियर्ंत्रक से स पका करे गा रर आिेि प्राप्त करे गा
6. जब िवोुतीकृ त से्िय में कोई गाडी ूपक जाए रर ूपकये का कारण तुरंत स्पषट य हो तो ाालक रर गार्ा
सामान्र् ियर्म 6.03 के अंतगा ियर्मों के अयुसार गाडी की रा ा करये वाले तुरंत कार्ावाही करें गे
(8) िबजली उपस्कर तक पहुँा :-
(क) कर्षाण ििि ियर्ंत्रक की पूवाायम ु ित के िबया द्रकसी भी अयाििकृ त /अप्राििकृ त वर्िि को द्रकसी आनसोलेटर
र्ा अन्र् र्ंत्र के जो िबजली उपस्कर का अंग हो र्ा उसके संबंि में प्रर्ोग द्रकर्ा जाता हो, पास पएुँाये र्ा
उसे संाािलत करये की अयुमित यहं िी जाएगी
( ) कर्षाण ििि ियर्ंत्रण की पूवाायुमित के िबया मु्र् ाालू लानय र्ा लूप लानय/लानयों के फीर् को प्रभािवत
करये वाला स्वीा य तो बंि द्रकर्ा जाएगा रर य ोला जाएगा नस ियर्म का एक अपवाि र्ह ह द्रक
आपतकालीय िस्थित में प्राििकृ त वर्िि र्ों द्वारा र्े स्वीा ोले जा सकते हैं से्िय र्ा पृथ्कारी स्वीाों
के संाालय की ररपोटा हर मामले में कर्षाण ििि ियर्ंत्रक के पास िी जाएगी
(ग) सभी बाहरी स्वीाों की ाािभर्ॉं सामये िीिा लगे एए ब्से में ताला बंि कर स्टेिय मास्टर के िबय सहार्क
स्टेिय मास्टर र्ा अन्र् द्रकसी वर्िि की िे रे में जो स्वीाों के आस पास ही उपलब्यि हो सके , र ी
जाएगी ाािभर्ॉं द्रकसी प्राििकृ त वर्िि के मॉंग प्रस्तुत करये पर िी जाएगी रर प्रािि के िलए उसका
हस्ताा र नसी प्रर्ोजय के िलए र ी गई पुिस्तका में करा िलर्ा जाएगा
(र्) ाालू उपस्कर वाले ा बर र्ा बाडे (नं ्लोजरसा) सामान्र् ूपप से बंि र ेंगे िजयमें ताला बंि रहेगा रर
ाािभर्ॉं द्रकसी प्राििकृ त वर्िि के िे रे में रहेगी एक र्ु प्लीके ट ााभी सामये स्थार्ी िीिा लगे ब्से में
मंर्ल िजला िबजली अिभर्ंता (कर्षाण) िवतरण द्वारा अििसूिात स्थाय पर र ा रहेगा आपात िस्थित के
समर् ब्से के हरे क उपर्ोग का ररकार्ा र ा जाएगा
216
ााभी बोर्ा के िीिे को तोड िेये की िस्थित में ााभी र्ा ाािभर्ॉं उस समर् तक सहार्क स्टे िय मास्टर र्ा
के िबय सहार्क स्टेिय मास्टर की िे रे में र ी रहेगी जब तक िीिा द्रफर से यहं लगा द्रिर्ा जाता
कर्षाण ििि ियर्ंत्रक नसका ररकार्ा र ग े ा द्रक ााभी कहॉं र ी गई हैं ताद्रक आपात िस्थित में वह कार्ािल
को ियिदेशि िे सकें
जब र्ु प्लीके ट ााभी प्राप्त करये के िलए िीिे को तोर्ा जार् तो संबंिित कर्षाण फोरमय (ऊपरी उपस्कर) को
िीिा लगाये के िलए तुरंत सूाया िी जाएगी िीिा बिल कर लगाये वाला वर्िि उस प्राििकृ त का
हस्ताा र प्राप्त करे गा जो पुय: स्थापया की तारी िल ेगा
(र्.) सामान्र् ििाओं में सद्रक्रर् िबजली उपस्कर वाले ा बर र्ा बाडे में जो काम करये वाला वर्िि उस ा बर र्ा
बाडे की ााभी अपये पास र लेगा ा बर र्ा बाडे में ताला बंि होये के तुरंत बाि उसकी ाािभर्ॉं उस
वर्िि को वापस की जाएगी िजसके पास र्े सामान्र् ूपप से रहती ह
(ा) कार्ाायुमित तब तक रद्द यहं की जाएगी जब तक ाािभर्ॉं ब्से में वापस यहं र िी जाती र्ा उस वर्िि
को यहं िे िी जाती िजसकी िे रे समें सामान्र् ूपप से र ा जाता ह
( ) आपात िस्थित में कर्षाण ियर्ंत्रक के िविेर्ष ियिदेशिायुसार कोई स्टे िय मास्टर र्ा के िबय सहार्क स्टेिय
मास्टर ऐसे स्वीाों को संाािलत कर सकता ह प्रत्र्ेक स्टेिय मास्टर र्ा के िबय सहार्क स्टेिय मास्टर
उसके स्टेिय पर र्ा उसके के िबय के पास ऊपरी उपस्कर को ििि के ियर्ंत्रण के िलए वर्विस्थत पृथ्कारी
स्वीाों की िस्थित की पूणा जायकारी रहेगी रर आपात िस्थित में उन्हें ोलये रर बंि करये के सही तरीके
की जायकारी होयी ाािहए
(ज) ऊपरी उपस्कर में असामान्र्ता की कोई ररपोटा होये पर रर र्द्रि कर्षाण िवतरण कमााारी की रार् में द्रकसी
से्िय का पृथककरण आवश्र्क समझा जार् तो वह कर्षाण ििि ियर्ंत्रण के साथ िजस से्िय की जूपरत ह
उसकी पृथककरण की वर्वस्था करे गा र्द्रि स्थायीर् संाालय द्वारा ऐसा पृथककरण संभव होगा तो वह
स्वर्ं संाालय करे गा रर कर्षाण ििि ियर्ंत्रक को नसकी सूाया िेगा
(झ) र्द्रि कर्षाण श्ंिि ियर्ंत्रक पृथ्कारी स्वीा को ुला र्ा बंि र या ााहता हो तो वह सहार्क कर्षाण फोरमय
ऊपरी उपस्करों र्ा स्टेिय मास्टर र्ा के िबय सहार्क स्टेिय मास्टर र्ा द्रकसी प्राििकृ त वर्िि को अपेिा त
स्वीा संाािलत करये को कहंगा आिेि पालय करये के बाि वह वर्िि स्वीा को ‘ ल ु ा र्ा बंि’ िस्थित में
जसा भी मामला हो, ताला बंि कर िेगा रर कार्ावाही की सूाया कर्षाण ििि ियर्ंत्रक को िे िेगा नस
प्रकार के प्रत्र्ेक पररााहय का ररकार्ा संबंिित वर्िि ही र ग े ा
(9) िवोुतीर् मागा तथा ियमाणा का ियरीा ण ए.सी. कर्षाण मयुअल तथा समर्-समर् पर रे ल प्रिासय द्वारा जारी द्रकए
गए अयुिेिो के अयुसार द्रकर्ा जाएगा
(10) कर्षाण िवतरण कार्ािल की सुरा ा :-
(क) ऊपरी उपस्कर पर कोई भी कार्ा, िजससे लानय में बािा पडये की संभावया ह, तब तक आरं भ यहं द्रकर्ा
जाएगा जब तक -
(i) आवश्र्क कार्ायुमित यहं प्राप्त हो गई हो, रर
(ii) र्ा तो आवश्र्क र्ातार्ात अवरोि (ब्यलकक) प्राप्त यहं हो गर्ा हो तो सामान्र् ियर्म 15.09 के
अंतगात आवश्र्क िसगयल यहं प्रििित द्रकर्े गए हों
( ) ऊपरी उपस्कर पर काम िुूप करये से पहले र्ा ऊपरी उपस्कर के ब्रेक र्ाउय के मामले में जब द्रकसी गाडी को
साविायी पूवाक ब़ ाया आवश्र्क हो जाए तो ऐसी अििसूाया के िलए िज मेिार कार्ािल/िलों का प्रभारी
वर्िि प्रािलत /लागू ियर्मों के अयुसार सतका ता आिेि जारी कराये की वर्वस्था करे गा
(ग) ऊपरी उपस्कर की जब मर मत ाल रही हो र्ा द्रकसी अन्र् बािा के कारण जब ाालक को र्ह संकेत िेया
हो द्रक उसे ूपकया ह र्ा साविायी पूवाक आगे ब़ या ह र्ा पेन्टोग्राफ यीाे कर लेया ह, आवश्र्क हो जार् तो
नसकी सूाया से्िय ियर्ंत्रक/सहार्क स्टेिय मास्टर को कर्षाण ििि ियर्ंत्रक/िवोुत ााजामय/लानयमय/
फीटर द्वारा पररििषट-2 में ििााए गए ियिााररत प्रोफामाा ईआरर्ी 3 में उय कर्षाण संरायाओं का िजयके बीा
नयका पालय करया ह िी जाएगी रर उसके िलए िविहत पावती प्राप्त की जाएगी सूाया प्राप्त होये पर
से्िय कं ्ोलर/ए.एस.एम. ियर्मायुसार तुरंत कारा वाई करे गा मर मत का कार्ा पूरा होये के बाि कर्षाण
ििि ियर्ंत्रक /िबजली ााजामय/लानयमय/फीटर से्िय कं ्ोलर/ए.एस.एम. को िी गई योरटस को िविहत
प्रोफामाा की अपेिा त पन्यी जारी कर रद्द करे गा
217
(11) (क) स्वीाों के संाालय कार्ाायुमित का जारी करया रर अन्र् महत्वपूणा संवाि से संबंिित सभी सूायाओं को
प्रेर्षक रर प्राप्तकत्ताा िोयों द्वारा भेजये रर प्राप्त करये का समर् िेकर एक रिजस्टर में अिभिलि त द्रकर्ा
जार्ेगा
( ) स्वीाों के संाालय रर कार्ाायम ु ित के जारी करये की पुिि प्रानवेट यंबर के द्वारा की जाएगी
(ग) प्रानवेट यंबर के साथ-साथ सभी सूाया, िविेर्ष ूपप से नसी प्रर्ोजय के िलए र ी गर्ी पुिस्तकाओं से जारी
की जाएगी रर उन्हें में प्राप्त की जाएगी
(र्) वह वर्िि जो िवोुत अवरोि (ब्यलकक) की मॉंग करता रर उसे प्राप्त करता ह िवोुत की आपूित के
पूवािस्थित में आये से पहले उसी वर्िि के द्वारा नसे मद्द करया ाािहए प्रानवेट यंबर का आिाय-प्रिाय करये
वाले वर्िि टेलीफोय पर एक िूसरे के याम से पररिात हो जाये ाािहए
(12) िबजली उपस्कर पर कार्ा :-
(क) कार्ा आरं भ करये से पहले रर पूरे समर् के िलए जब तक िबअजली उपस्कर में से द्रकसी भाग र्ा उससे
संलग्य अंि पर काम द्रकर्ा जाता हो तो िबजली उपस्कर के उस भाग को, नसमें यीाे िल े ंर् ( ) रर
ंर् (ग) को ोड कर ियिषक्रर् बया द्रिर्ा जाएगा रर भूर्ोिजत कर द्रिर्ा जार्ेगा कार्ा करये वाले, प्रत्र्ेक
िल को अलग भूर्ोजयों द्वारा सुरिा त द्रकर्ा जाएगा जब ऊपरी उपस्कर को र्ा संप्रेर्षण लानयों को
भूर्ोिजत करया आवश्र्क हो तो कम से कम िो भूर्ोजय काम में लगार्े जाएंगे िजयमें से एक-एक कार्ा करये
वाले िल के िोयों तरफ रहेंगे
( ) आभ्र्न्तर उचा वोलटता वाले िबजली उपस्कर को ोडकर ऐसे िबजली उपस्कर पर जो सद्रक्रर् ह र्ा
ियिषक्रर् ह िजसे भूर्ोिजत यहं द्रकर्ा गर्ा ह, प्राििकृ त कमााारी काम कर सकते हैं पर िता र्ह ह द्रक ऐसे
कमाााररर्ों की सुरा ा के िलए पूणा पूवा सतका ता हो, प्राििकरण रर पूवा सतका ताऍं रे ल प्रिासय द्वारा िविहत
की जार्ेगी
(ग) ऐसे आभ्र्न्तर उचा वोलटता वाले िबजली उपस्कर पर जो भूर्ोिजत यहं ह परं तु िवोुत ऊजाा की मु्र्
आपूित से नस तरीके से नस पृथक द्रकर्ा एआ ह द्रक नस पर कार्ा करया सुरिा त ह, प्राििकृ त कमााारी द्वारा
कार्ा द्रकर्ा जा सकता ह नय ितों को समािहत करये वाली पूवा सतका ताऍं रे ल प्रिासय िविहत करे गा
(र्) अवरोिकों र्ा पृथ्कारी िस्वाों पर, िजन्हें अयुरा ण के िलए िबजली उपस्कर को पृथक करे के प्रर्ोजय से
ोला गर्ा हो, तरों की योरटस ररमोट कं ्ोल सेंटर में तत्संबि िस्वाों पर सुस्पषट िस्थित में प्रििित की
जार्ेंगी रर र्द्रि संाालय स्थायीर् तद्यर पर हाथ से द्रकर्ा गर्ा हो तो तरे के बोर्ा उसके अितरर्त
अवरोिक पर र्ा िस्वा के परराालय हत्थे पर र्ा पृथ्कारी के बाडे पर रर ियर्ंत्रण उपकरण पर भी
प्रििित द्रकर्े जार्ेंगे
(र्.) द्रकसी सद्रक्रर् र्ा भूर्ोिजत यहं द्रकए एए नयर्ोर र्ा आउटर्ोर 400 वोलट से अििक के उपस्कर पर काम
करये की अयुमित यहं ह पृथ्करण परीा ा लेये का प्रर्ोजय ही ऐसा अवसर ह जब अयुरा ण कमााारी
भूर्ोिजत यहं द्रकए एए उपस्कर पर उस ििा में काम कर सकते हैं जब द्रक र्ह पृथक कर द्रिर्ा गर्ा हो
परीा ण पूरा होये पर कोई कार्ा आरं भ करये से पहले उपस्कर भूर्ोिजत कर द्रिर्ा जाएगा
(ा) नं सल ु ेटेर् ओभर लप स्पय र्ा से्िय िवसंवाहकों पर तब तक कार्ा आरं भ यहं द्रकर्ा जाएगा जब तक िोयों
तरफ ऊपरी उपस्कर के संबि से्िय ियिषक्रर् यहं कर द्रिए जाते रर उन्हें भूर्ोिजत यहं कर द्रिर्ा जाता
सं्िलिंयग प्वानं ट के मामले में आनसोलेंटग स्वीा, िब्रजंग र्ा से्िलिंयग जो ओभर लप स्पय को िब्रज
करता ह, बंि कर द्रिर्ा जाएगा
( ) ऊपरी उपस्कर के तरा - ा ेत्र में कार्ा - ऊपरी उपस्कर के द्रकसी ऐसे से्िय में जो सामान्र् ूपप से सद्रक्रर् ह
र्ा उससे संलग्य र्ा ऐसे उपस्कर के आलंब के द्रकसी मागा पर जो ऊपरी उपस्कर के सद्रक्रर् भागों में 2 मीटर
(6 फीट 7 नं ा) से कम िूरी पर िस्थत ह, काम आरं भ करये से पहले नन्हें ियिषक्रर् बया कर भूर्ोिजत कर
द्रिर्ा जाएगा काम करये वाले िल के िोयों ओर कम से कम िो भूर्ोजयों की वर्वस्था की जाएगी

(13) सेवा भवय (सिवस िबलिंलर्ग) रर सद्रक्रर् उपस्कर के निा - िगिा संरायाओं पर कार्ा करया :-
(क) जब सेवा भवयों रर ऊपरी उपस्कर के समीप संरायाओं पर कार्ा करये की जूपरत तो रे ल कमााारी िविेर्ष
धर्ाय र्ह सुियिचितत करये के िलए िेगा द्रक रजार, माप लेये वाले फीते, सामद्रक्रर्ां आद्रि नस िस्थित में यहं
र े गर्े हैं, जहॉं से उयके िगरये र्ा िबजली उपस्कर से संपर्दकत होये की संभावया ह
218
( ) जहॉं भी ऐसा कार्ा उय ििाओं में करया ह िजयमें कार्ा करये वालों र्ा अन्र् वर्िि र्ों को तरा ह वहॉं
प्राििकृ त ऊपरी उपस्कर कमाााररर्ों के उपिस्थत रहये की वर्वस्था की जाएगी जो संबंिि वर्िि की सुरा ा
के िलए र्था आवश्र्क पूवा सतका ताऍं बरतेंगे
(14) सद्रक्रर् ऊपरी उपस्कर को सहारा िेये वाले संरायाओं पर काम करया :-
(क) ऊपरी उपस्कर कमाााररर्ों को ोडकर अन्र् कोई वर्िि द्रकसी ऐसी संराया पर जो ऊपरी उपस्कर का
आलंब ह, िबया कार्ाायुमित कार्ा प्राप्त द्रकए एए य तो ा़ ेगा रर य काम करे गा मंर्ल िबजली नं जीियर्र
की िलि त अयुमित के िबया द्रकसी संराया पर कार्ा आरंभ यहं द्रकर्ा जाएगा रर य ही कोई वस्तु
िापकाई जाएगा (िे ें सामान्र् ियर्म)
( ) ऊपरी उपस्कर को ियिषक्रर् बया िेये के बाि द्रकसी संराया के तरा ा ेत्र में जब कार्ा आरं भ करया हो तो
ऊपरी उपस्कर का परीा ण रर नसे भूर्ोिजत करये के िलए प्राििकृ त वर्िि को ोडकर कोई अन्र्
कमााारी संराया पर ा़ ये की ाेषटा यहं करे गा जब तक वह वर्िि गत ूपप से कार्ा करये वाले िल के
प्रभारी वर्िि से संराया प ा़ ये का ियिचितत आिेि यहं प्राप्त कर लेता ह तथा नय आिेिों अितरर्त कोई
सूाया र्ा िसगयल नस संबंि में अयुमत्र् यहं ह
(ग) िल के प्रभारी वर्िि के र्हॉं से एक अन्र् वर्िि द्वारा काम करये वाले वर्िि को आिेि द्रिए जार्ें ऐसा
वर्िि िल के प्रभारी वर्िि द्वारा संवाि वाहक के ूपप में वर्िि गत ूपप से प्रितियर्ु्त द्रकर्ा जाएगा रर
लानय मय से िय य पि का वर्िि यहं होगा
(र्) ंर् (ग) में कार्ा करये वाले वर्िि र्ों को आिेि पएुँााये के िलए प्रितियर्ु्त सभी वर्िि र्ों को कार्ा करये
वालों से पहले ही पररिात करा द्रिर्ा जाएगा रर कार्ा करये वालों को सूिात कर द्रिर्ा जाएगा द्रक
संरायाओं पर ा़ ये संबंिी आिेि उय प्रितियर्ु्त वर्िि र्ों के िसवार् अन्र् सवर्िि र्ों द्वारा द्रिए जाये पर
द्रकसी ििा में स्वीकृ त यहं द्रकए जाएंगे
(र्.) प्रभारी वर्िि र्ा ंर् (ग) के अंतगात प्रितियर्ु्त वर्िि संराया पर ा़ ये के िलए अपये आििमर्ों को
आिेि िेये से पहले र्ह बतार्ेगा द्रक ऊपरी उपस्कर का कद्यय सा से्िय ियिषक्रर् ह रर कद्यय सा से्िय
सद्रक्रर् ह रर संरायाओं का कद्यय सा भाग कार्ा करये के िलए सुरिा त ह प्रभारी वर्िि र् ं (ग) के अंतगात
प्रितियर्ु्त वर्िि स्वर्ं नस बात संतुषट हो लेगा द्रक उय सभी काम करये वालों ये, िजयको उसये संराया
पर ा़ ये का आिेि द्रिर्ा ह, उसके िववरण को साफ-साफ समझ िलर्ा ह
(ा) बए मागों पर एक ोर से िूसरे ोर तक फली संरायाओं पर जहॉं ऊपरी उपस्कर के एक र्ा अयेक से्ियों
के समीप काम ाल रहा हो, प्रभारी वर्िि लानय र्ा लानयों को काम पूरा हो जाये पर सद्रक्रर् बयाये से
पहले र्ह सुियिचितत कर लेगा द्रक लानय र्ा लानर्ों के समीप तरा ा ेत्र से सभी आिमी रर सामिग्रर्ॉं हटा
ली गई हैं
( ) जहॉं िो र्ा अििक मागों (्कों) का ऊपरी उपस्कर एक ही संराया पर आलंिबत हो रर एक मागा के ऊपरी
उपस्कर पर कार्ा कराया ह जब द्रक पाश्वाती मागा का ऊपरी उपस्कर सद्रक्रर् ह तो कमााारी काम पूरा करये
के िलए ऊपरी उपस्कर तक बूम के सहारे पहूुँा पाये के ियिमत्त सद्रक्रर् ऊपरी उपस्कर पर य काम करे गा रर
य ा़ ेगा जहॉं आवश्र्क होगा, सीिढर्ॉं रे स्सल र्ा ऐसे सािय काम पूरा करये के िलए ऊपरी उपस्कर तक
पएुँाये के ियिमत्त प्रर्ोग में लार्े जार्ेंगे
(15) सरं ायाओं की रं गाई :- के वल जब कार्ाायुमित प्राप्त हो गई हो रर ऊपरी उपस्कर िीक ढंग से भूर्ोिजत कर द्रिर्ा
गर्ा हो तो द्रकसी सद्रक्रर् उपस्कर से 2 मीटर से कम िूरी पर की पथ संरायाओं के भाग ुराे साफ द्रकए रर रंगे
जा सकते हैं ऊपरी उपस्कर की संरायाओं के िूसरे भाग के ऊपर लानयों के सद्रक्रर् होये पर साफ द्रकए रर रं गे
जा सकते हैं जब तक द्रक उस स्थल पर िविेर्ष पररिस्थितर्ॉं के कारण र्ह असुरिा त र्ा अयुिात िसि य हो जाए
रर ऐसे मामले में उपस्कर को ियिषक्रर् बयाकर भूर्ोिजत करये के बाि ही काम द्रकर्ा जाएगा
(16) िसगयल द्रि ाया :-
(क) जब ऊपरी उपस्कर के मर मत के अिीय होये र्ा द्रकसी अन्र् बािा के कारण ाालक को र्ह सूिात करया
आवश्र्क हो जार्े द्रक उसे िहर जाया ह र्ा साविायी पूवाक िसगयलों तक आगे ब़ या ह जसा द्रक सा.िय.
15.09 के अंतगात उिललि त ह तो नसे कर्षाण कमाााररर्ों द्वारा कार्ाािन्वत द्रकर्ा जार्ेगा

219
(नस सूाक बोर्ों का आकार ्र्ा माप सहार्क ियर्म 15.09(1) के अयुसार होगा नसके अलावे र्ह सूाक
बोर्ा अपये अलग-अलग ंभों पर लगार्े जाये के जगह पटरी तल से 2.13 मीटर की उं ााई पर ऊपरी
उपस्कर कर्षाण मस्तुओं पर लगार्े जार्ेंगे )
( ) जब ऊपरी उपस्कर के िोर्षपूणा हो जाये के कारण, िबजली ाल स्टकक के पेंटोग्राफ को यीाे करया आवश्र्क
हो जा, तो एक अस्थार्ी पेंटो लोअर बोर्ा जसा िात्र में ह, अवरोि से एक मास्ट आगे ऊपरी उपस्कर मास्ट
पर लगा द्रिर्ा जाएगा ाालक को र्ह सूिात करये के िलए वह िोर्षपूणा से्िय में पएुँा रहा ह, एक
ाेतावयी बोर्ा जसा िात्र-III में ह, 200 मीटर की िूरी पर मास्ट पर लगा द्रिर्ा जाबगा पेंटों को उटाये की
सूाया िेये के िलए एक िूसरा बोर्ा जसा िात्र में ह, िोर्षपूणा से्िय के बाि मास्ट पर लगा द्रिर्ा जाएगा

र्े बोर्ा कर्षाण मास्ट पर पटरी तल से 2.13 मीटर की ऊंााई पर लगार्े जार्ेंगे र्े बोर्ा ााहे स्थार्ी हो र्ा
अस्थार्ी रात के समर् स्थार्ी बिि र्ों र्ा हाथ बिि र्ों से प्रकािित द्रकए जार्ेंगे
नस वर्िि को पीले रं ग का बोर्ा िजसमें पेंटों लोअर का प्रतीक हो, लेकर िोर्षपूणा से्िय के िो मास्ट आगे
ाालक को अपया पेंटोग्राफ यीाे कर लेये के िलए सूाया िेये के िलए तयात द्रकर्ा जार्ेगा ाालकों द्वारा
सतका ता पालय सुियिचितत करये के िलए िोहरे लानय से्िय पर अवरोि के स्थल से पहले पडये वाले स्टेिय
पर रर नकहरे लानय से्िय के मामले में िोयों तरफ के स्टेियों पर सभी गािर्र्ॉं रोक िी जाएगी रर पेंटो
यीाे करये के िलए सतका ता आिेि जारी द्रकए जाएंगे वे गािर्र्ॉं जो सामान्र्तर्ा थ्रू ालती ह नस प्रर्ोजय
के िलए अियर्िमत ूपप (आउट फ कोसा) से रोक िी जाएगी

220
17.04 िबजली उपस्कर पर कार्ा करये की अयुमित - र्द्रि िवोुत उपस्कर र्ा उसके द्रकसी अन्र् भाग के समीप, सा म
रे ल सेवक से िभन्य द्रकसी अन्र् वर्िि द्वारा काम द्रकर्ा जाता ह तो ऐसा काम के वल तभी रर उतयी ही अविि
तक द्रकर्ा जार्ेगा जब तक द्रक उस कार्ा के प्रभारी वर्िि ये िविेर्ष अयुिेिों द्वारा नस प्रर्ोजय के िलए प्राििकृ त
रे ल सेवक से,कार्ा करये की अयुमित िलि त रर िवििवत हस्ताा ररत ूपप में प्राप्त कर ली ह वह उस अयुमित
को, कर्षाण ििि ियर्ंत्रक की जायकारी में ही जारी करे गा
स.िय.17.04(1) ऊपरी िबजली उपस्कर के तरा ा ेत्र में कार्ा करया - कार्ा आरं भ करये से पहले रर उस संपूणा समर् के
िलए जब तक िबजली उपस्कर के द्रकसी भाग पर र्ा उसके निा िगिा काम द्रकर्ा जाता ह तो नय ियर्मों में जसा द्रक
उपलब्यि द्रकर्ा गर्ा ह उसे ोडकर िबजली उपस्कर को ियिषक्रर् बयाकर भूर्ोिजत कर द्रिर्ा जाएगा
िय यिलि त पारा (4),(5),(9) तथा (10) के अयुसार कर्षाण ििि ियर्ुत्रक र्ा द्रकसी अन्र् प्राििकृ त वर्िि से एक
कार्ाायुमित प्राप्त की जाएगी कार्ाायुमित प्राप्त हो जाये के बाि रर ऊपरी उपस्कर के तरा ा ेत्र के भीतर कोई
कार्ा आरं भ करये से पहले प्रत्र्ेक कार्ा करये वाले िल के िोयों तरफ कम से कम 2 भूर्ोजयों की वर्वस्था की
जाएगी
(2) ििि अवरोि (पावर ब्यलकक) तथा िबजली कर्षाण र्ा ऊपरी उपस्कर पर कार्ाायम ु ित की प्रद्रक्रर्ा -
(क) िवोुतीर् अंाल के वे सभी िवभाग जो ििि अवरोि की अपेा ा करते हैं र्ा जो कर्षाण उपस्कर के तरा-
ा ेत्र में कार्ाायुमित की अपेा ा करते हैं र्ा िजन्हें ऊपरी लानय रर र्ा अयुसूिात अयुरा ण के िलए स्थल पर
उपिस्थत रहये वाले बांिर्ग कमाााररर्ों की आवश्र्कता ह, मंर्ल िबजली नं जीियर्र (कर्षाण िवतरण) के
कार्ाालर् में प्रत्र्ेक सोमवार के सुबह 10 बजे तक िविहत फकमा में :-
(i) कार्ा की प्रकृ ित रर ितिथ जब नसे करया ह
(ii) द्रकसके द्वारा काम द्रकर्ा जाया ह
(iii) कार्ा का स्थाय रर ब्यलकक की जाये वाली लानय का से्िय
(iv) द्रकय गािर्र्ों के बीा अवरोि अपेिा त ह रर
(v) ्र्ा र्ीजल र्ातार्ात के िलए मागा उपलब्यि रहेगा, ििााते एए िववरण प्रस्तुत करें गे
( ) सभी िवभागों की आवश्र्कताएं मंर्ल िबजली नं जीियर्र (कर्षाण िवतरण) के कार्ाालर् में समिन्वत की
जार्ेंगी रर एक समेद्रकत िववरण प्रत्र्ेक बुिवार को 12 बजे तक संबंिित मंर्ल परराालय प्रबंिक के पास
र्ातार्ात रर ििि अवरोि के साप्तािहक कार्ाक्रम में िािमल करये के िलए अग्रसाररत कर द्रिर्ा जाएगा
(ग) अत्र्ावश्र्क प्रकृ ित वाले कार्ा कर्षाण ििि ियर्ंत्रक से आपात अवरोि तथा कार्ाायुमित प्राप्त होये पर द्रकर्े
जाएंगे
(र्) र्ातार्ात अवरोि ििि अवरोि तथा कार्ाायुमित को िािमल करते एए कार्ा का एक साप्तिहक कार्ाक्रम
मंर्ल परराालय प्रबंिक के कार्ाालर् में तर्ार द्रकर्ा जाएगा रर िुक्रवार की िाम तक सवा संबंिित को
आगामी सोमवार के आरं भ होये वाले सप्ताह के िलए भेज द्रिर्ा जाएगा
रटप्पणी : परा 3, 4 रर 5 में बताई गई प्रद्रकर्ा ििि अवरोि प्राप्त करये के िलए अवश्र् ही साप्तिहक कार्ाक्रम मंर्ल
में िािमल कर िलए जाये के बावजूि भी प्रत्र्ेक िविहत मामले में कार्ाायुमित प्राप्त की जार्ेगी
(3) िवोुतीकृ त से्िय में ििि अवरोि (पावर ब्यलकक) की वर्वस्था करये की प्रद्रक्रर्ा :
(क) जब ििि अवरोि संस्वीकृ त कर द्रिर्ा जाएगा तो कर्षाण ििि ियर्ंत्रक से्िय ियर्ंत्रक को एक ििि
अवरोि संिि े (िविहत फकमा में) िोहरी प्रितर्ों में संिि
े वाहक के माधर्म से र्ा टेलीफोय से गुप्त सं्र्ा
आिाय - प्रिाय करते एए जारी करे गा से्िय ियर्ंत्रक, स्टेिय मास्टरों र्ा के िबय सहार्क स्टेिय मास्टरों
से नस बात की पुिि करे गा द्रक सेस््िय िबजली र्ातार्ात के िलए यीाे िल े ियर्म (11) ( ) में उलले के
अयुसार अवूपि रहेगा नसके बाि वह र्ा तो संिेि की एक प्रित िवििवत पावती स्वीकृ त करके उस पर
समर् का अवरोि कब तक के िलए द्रिर्ा जाएगा, उलले करते एए वापस भेज िेगा र्ा कर्षाण ििि ियर्ंत्रक
को गुप्त सं्र्ा द्वारा समिथत वही सूाया िेते एए टेलीफोय पर संिेि िेगा नसके बाि कर्षाण ििि ियर्ंत्रक
से्िय ियर्ंत्रक द्वारा उिललि त समर् पर संबंिित िबजली उपस्कर के िहस्से को ियिषक्रर् बयाये रर पृथक
करये की वर्वस्था करे गा रर उपर्ुा्त परा (2) तथा (3) में उलले के अयुसार उस पर एक कार्ाायुमित
जारी करे गा
221
( ) तथािप आपात मामलों में कर्षाण ििि ियर्ंत्रक पहले पावर का िस्वा बंि कर िेगा रर उसके बाि से्िय
ियर्ंत्रक को आरोिपत ििि अवरोि तथा ऐसा द्रकर्े जाये के कारणों की सूाया िेगा
(ग) जब िबजली उपस्कर के अंि पर कार्ाायुमित रद्द कर द्रिर्ा गर्ा हो रर कर्षाण ििि ियर्ंत्रक सामान्र्
ििाओं को पुय: प्राप्त कर िलर्ा हो तो वह से्िय ियर्ंत्रक को जारी की गई ििि अवरोि सूाया की िो
प्रितर्ों में भेजी गई सूाया पर र्ा गुप्त सं्र्ा का आिाय-प्रिाय करते एए टेलीफोय पर रद्द कर िेगा
4. िबजली कर्षाण र्ा ऊपरी उपस्कर के तरा ा ेत्र में कार्ाायम ु ित प्राप्त करये का तरीका - प्राििकृ त :
वर्िि र्ों को ोडकर अन्र् के द्वारा कार्ा द्रकए जाये के िलए -
(क) कार्ाायुमित कर्षाण ििि ियर्ंत्रक के र्हॉं से द्रकसी प्राििकृ त वर्िि द्वारा ली जाएगी जो ियर्त िबजली
उपस्कर को भूर्ोिजत करे गा रर कार्ा के प्रभारी वर्िि को एक जो ियर्त िबजली उपस्कर को भूर्ोिजत
करे गा रर कार्ा के प्रभारी वर्िि को एक कार्ाायुमित कार्ा िेकर उसकी िूसरी प्रित पर पावती ले लेगा
प्रत्र्ेक कार्ाायुमित कार्ा की िूसरी प्रित जारी करये वाले प्राििकृ त वर्िि के अििकार में र ी जाएगी
( ) कार्ा पूरा हो जाये रर िबजली उपस्कर से तथा उसके अगल-बगल से आििमर्ों के हट जाये तथा सामिग्रर्ों
को हटा िलर्े जाये पर कार्ा िल का प्रभारी वर्िि उसके कार्ाायुमित कार्ा को रद्द कर िेगा रर प्राििकृ त
वर्िि िजसये नसे जारी द्रकर्ा था, को वापस कर िेगा नसके बिले में प्राििकृ त वर्िि कार्ाायुमित को यीाे
3 (ग) में उलले के अयुसार रद्द करे गा
5. िबजली उपस्कर र्ा ऊपरी उपस्कर के तरा ा ेत्र में कार्ाायम ु ित प्राप्त करये का तरीका-प्राििकृ त : वर्िि र्ों द्वारा
कार्ा के िलए -
(क) यीाे उपियर्म (9) में तथा उिललि त को ोडकर कार्ाायम ु ित प्राििकृ त वर्विि के द्वारा कर्षाण ििि
ियर्ंत्रक के र्हॉं से प्राप्त की जाएगी जो (ररमोट कं ्ोल के माधर्म से) नसे स्वर्ं करे गा र्ा संबंिित उपस्कर
के अंि को पृथक करये के िलए आवश्र्क िस्वा के संाालय का आिेि िेगा जब कर्षाण ििि ियर्ंत्रक को
प्रिि प्राप्त हो जार् द्रक िस्वाों का संाालय िीक ढंग से एआ ह,वह गुप्त सं्र्ाओं का आिाय-प्रिाय करते एए
टेलीफोय संिेि िेकर र्ह स्पषट ूपप से बताते एए द्रक िबतली उपस्कर को ियिषक्रर् बया द्रिर्ा गर्ा हे,
प्राििकृ त वर्िि को सूिात करे गा नस सूाया में कार्ाायुमित का प्राविाय होगा नस तरीके से कार्ाायुमित
के वल ऐसे प्राििकृ त वर्िि को िी जाएगी जो लानयमय से यीाे श्रेणी का य हो
( ) कार्ाायुमित की प्रािि के बाि रर कार्ा आरं भ होये से पहले ियिााररत िबजली उपस्कर को प्राािलत ियर्मों
के अयुसार भूर्ोिजत द्रकर्ा जाएगा प्रत्र्ेक कार्ािल की रा ा अलग-अलग भूर्ोजय द्वारा की जाएगी
(ग) काम पूरा हो जाये के बाि वह वर्िि िजसये कार्ाायुमित प्राप्त की थी, र्ह सुियिचितत करे गा द्रक िबजली
उपस्कर रर उसके अलग-बगल से सभी आिमी हट गर्े हैं रर सामिग्रर्ॉं हटा ली गई ह नसके बाि वह
भूर्ोजयों को हटा िेगा रर कर्षाण ििि ियर्ंत्रक को िलि त ्ापय िेकर र्ा गुप्त सं्र्ा का आिाय-प्रिाय
करते एए टेलीफोय संिेि िेकर सूिात करे गा द्रक आििमर्ों रर सामिग्रर्ों को ियिााररत िबजली उपस्कर से
हटा िलर्ा गर्ा ह रर उसे सद्रक्रर् बयार्ा जा सकता ह नस प्रकार की प्रद्रक्रर्ा में कार्ाायुमित को रद्द करये
का प्राविाय िािमल होगा
6. जब टेलीफोय अंतवाािित हो तो कार्ाायम ु ित स्थायीर् ूपप से रद्द करया : र्द्रि कर्षाण ििि ियर्ंत्रक के साथ
टेलीफोय संाार अंतवाािित हो जब तक कार्ाायुमित को रद्द करया हो तो प्राििकृ त वर्िि िजसे कार्ाायुमित जारी
की गई थी, कार्ाायुमित में िबजली कर्षाण र्ा ऊपरी उपस्कर के अंि को स्थायीर् ूपप से सामान्र् (सद्रक्रर्) ििाओं
में लाये को रर र्द्रि संभव होगा, ििि अवरोि को रद्द करये की वर्वस्था करे गा
7. िबजली कर्षाण र्ा ऊपरी उपस्कर के एक ही अंि पर स्वतंत्र ूपप से अििक िल का कार्ा करया : जब कभी एक से
अििक िल द्वारा काम िलर्ा जाया हो तो कार्ाायुमित के वल कर्षाण ििि ियर्ंत्रक द्वारा ही द्रकसी एक प्राििकृ त
वर्िि को िी जाएगी जो नस ियर्म के अंतगात अके ले कार्ाायुमित में ियिााररत िबजली उपस्कर के उस अंि पर
सारे कार्ा के िलए िज मेवाि होगा िबजली उपस्कर के उसी अंि पर कोई अितरर्त िल नस प्राििकृ त वर्िि की
अयुमित से ही काम कर सकते हैं रर नस िबजली उपस्कर में एक ही अंि पर काम करये वाले िलों को र्ा िलों की
कु ल सं्र्ा को सूाया िेगा प्राििकृ त वर्िि के वल उसी ििा में कार्ाायुमित रद्द कर सकता ह जब द्रक वह संतुषट
हो जार् द्रक सभ्ंटी कार्ा करये वाले िलों के सभी आििमर्ों, सामिग्रर्ों रर भूर्ोजयों को हटा िलर्ा ह टेलीफोय
संाार अंतवाािित होये की अवस्था में िज मेवार वर्िि उपर्ुा्त (6) में उपलब्यि के अयुसार कार्ा करे गा
222
8. लकग पुिस्तका में प्रिवििर्ॉं : जारी द्रकए गए प्रत्र्ेक कार्ायुमित की सं्र्ा कर्षाण ििि ियर्ंत्रक की लकग पुिस्तका में
िववरण रर समर् के साथ द्रक उपस्कर कार्ा करये के िलए कब ियिषक्रर् द्रकर्ा गर्ा रर संबंिित प्राििकृ त वर्िि
के र्हॉं से टेलीफोय पर प्राप्त सूाया के अयुसार कार्ा पूरा हो जाये पर उसे कब पुय: ऊजाार्् ु त बयार्ा गर्ा, िजा
द्रकर्ा जार्ेगा
9. लोको िेर् के अंिर कार्ा : लोको िेर् के अंिर द्रकए जाये वाले काम के मामले में कार्ाायुमित के िलए आवेिय कर्षाण
फोरमय र्ा सहार्क कर्षाण फोरमय र्ा ााजा मय (ाल स्टकक) के पास द्रिर्ा जाया ाािहए जो ियरीा ण के िस्वा
को फीर्रों को ोल िेये के बाि कार्ाायुमित जारी करये की वर्वस्था करे गा
10. स्थायीर् आिेि :
(क) सहार्क स्टेिय मास्टर, के िबय सहार्क स्टेिय मास्टर र्ार्ा मास्टर रर अन्र् र्ातार्ात के संाालय के िलए
िज मेवार तथा ऐसी सानलिंर्ग में ििि अवरोि जो मु्र् ाालू लानयों, लूप लानयों र्ार्ों में प्रािि र्ा प्रस्थाय
लानय पर गािर्र्ों का संाालय प्रभािवत यहं करये के िलए िज मेवार वर्िि के साथ स्थायीर् वर्वस्था की
जा सकती ह द्रफर भी कर्षाण ििि ियर्ंत्रक को उस से अवगत र ा जाएगा द्रक कब ििि अवरोि द्रकर्ा
गर्ा रर कब रद्द द्रकर्ा गर्ा स्टेिय मास्टर, के िबय सहार्क स्टेिय मास्टर, र्ार्ा मास्टर रर अन्र् वर्िि
ऐसे ििि अवरोि की सूाया ियर्ंत्रक को भी िेंगे
( ) स्थायीर् अवरोिों की वर्वस्था नस प्रर्ोजय के ियिमत्त िविहत फकमा पर की जार्ेगी
11. ियिषक्रर् र्ा भूर्ोिजत ऊपरी लानयों सिहत पथ के से्िय को पार करये र्ा उसके अंिर िबजली ाल स्टकक का
प्रवेि विजत करये के प्रद्रक्रर्ा :
(क) िबजली ाल (रोलिंलग) स्टकक को द्रकसी पथ में िजस का ऊपरी उपस्कर ियिषक्रर् कर द्रिर्ा गर्ा ह र्ा िजसके
िलए कार्ाायुमित जारी कर िी गई ह प्रवेि करये र्ा उसे पार करये से विजत करये के िलए िबजली ाल
स्टकक के ऐसे संाालय को िािसत करये वाले िसगयल के िबयों में िसगयलों रर कॉंटों के लीवरों को लीवर
द्वारा सुरिा त द्रकर्ा जाएगा र्द्रि कॉंटा अथवा िसगयल स्थायीर् ूपप से परराािलत द्रकए जाते हैंतो उयमें
तालाबंि करके स्टेिय के पास ाािभर्ॉं र िेयी ाािहए
( ) कर्षाण ियर्ंत्रक से ििि अवरोि संिेि की प्रािि के बाि से्िय ियर्ंत्रक सभी संबंिित स्टेिय मास्टरों रर
के िबय सहार्क स्टेिय मास्टरों को उसे िोहरा कर सुया िेगा रर समर् का उलले कर िेगा द्रक कब से
अवरोि आरं भ होगा प्रत्र्ेक स्टेिय मास्टर र्ा के िबय सहार्क स्टेिय मास्टर प्रानवेट यंबर रर प्रािि का
समर् िेते एए संिेि की पावती िेगा रर नसे अिभिलि त करे गा रर उसके बाि उिललि त समर् से लानय
र्ा लानयों को िबजली र्ातार्ात के िलए अवूपि करे गा रर लीवर ककलरों को िबजली कर्षाण के िलए स्टे िय
कार्ा संाालय ियर्मावली के पररििषट के अयुसार उिात लीवरों पर र ग े ा
जब लीवर रेमेम र्ा अन्र् िसगयल के िबय िबजली द्वारा स्टेिय मास्टर कार्ाालर् र्ा िसगयल के िबय से
ियर्ंित्रत होते हो तो स्टेिय मास्टर र्ा के िबय सहार्क स्टेिय मास्टर िबजली स्लानर् र्ंत्रों के स्लानर् र्ा
िबजली ्ांसमीटरों की ाािभर्ों र्ा अंतपाािित ााभी बक्सों पर लीवर ककलर र ग े ा स्टेिय मास्टर र्ा
के िबय सहार्क स्टेिय मास्टर र्ह भी सुियिचितत करे गा द्रक लीवरों पर लीवरमय द्वारा लीवर ककलर र द्रिए
गए हैं
(ग) लीवर ककलर तब तक हटार्ें यहं जार्ेंगे जब तक स्टेिय मास्टर र्ा के िबय सहार्क स्टेिय मास्टर से्िय
ियर्ंत्रक के र्हॉं से ििि अवरोि को रद्द करये वाली प्रानवेट यंबर समिथत सूाया यहं पा जाता रर उसकी
पावती यहं िे िेता से्िय ियर्ंत्रक तब तक ऐसी कोई सूाया जारी यहं करे गा जब तक उसे कर्षाण ििि
ियर्ंत्रक से सूाया यहं प्राप्त हो जाती
रटप्पणी : नय सहार्क ियर्ामें के परा 5.10 तथा 11 के अंतगात उिललि त सभी मामलों में स्टेिय मास्टर स्टेिय
र्ार्री में सूाया अवश्र् अिभिलि त करे गा
(12) िबजली कर्षाण के िलए स्टेिय कार्ा संाालय ियर्मावली :
(क) अििक सं्र्ा में संभािवत संाालय की िृिि से जो संर्ोगवि अवरोि के अिीय द्रकसी ियिषक्रर् से्िय को
ऊजाार्ु्त बया सकते हैं, िविभन्य तरह के सुरा ात्मक उपार् िजन्हें स्टेिय मास्टर/के िबय सहार्क स्टेिय
मास्टर/ र्ार्ा मास्टर द्वारा िविभन्य से्टरों उप से्टरों र्ा प्रारं िभक से्ियों से ििि अवरोि मंजूर करते
समर् उिार्े जाये ाािहए प्रत्र्ेक स्टेिय के स्टेिय संाालय ियर्मावली में सूाीबि द्रकर्े जार्ेंगे
223
( ) प्रत्र्ेक स्टेिय को द्रिए गर्े स्टेिय कार्ा संाालय ियर्मों में िय यिलि त बातें रहेंगी -
(ii) सभी स्टेियों द्वारा सामान्र् ूपप से पालय द्रकए जाये वाले ियर्म,
(iii) र्ह प्रििित करये वाला ााटा द्रक प्रत्र्ेक से्टर र्ा प्रारं िभक से्िय पर िि्त् अवरोि मंजर
ू करये के
िलए कद्यय सी पूवा साविाियर्ॉं बरती जायी ह, रर
(iv) ऊपर उिललि त ााटा में बतार्े गए िसगयलों रर कॉंटों की िस्थित सित से्िय बयाये की वर्वस्थाओं
के साथ-साथ तार लगार्े एए रर िबया तार लगार्े एए पथों की ििााती एई ड्रेंटानं ग
(13) िबजली र्ातार्ात के िसवाए अन्र् संाालय : िबजली नं जयों को ोडकर अन्र् के द्वारा ंाी जाये वाली माल र्ा
सवारी गािर्र्ों को िय यिलि त ितों के अिीय ियिषक्रर् से्ियों से होकर गुजरये की अयुमित िी जा सकती ह -
(क) ििि अवरोि सूाया में ासतद्यर से र्ह ियर्षेि यहं द्रकर्ा गर्ा हो
( ) र्ीजल नं जय र्ा ऐसे नं जय द्वारा ंाी जाये वाली गािर्र्ॉं उस स्टेिय/ से्िय के पहले स्टेिय पर रोक िी
जार्ेगी जहॉं पावर ब्यलकक की अयुमित िी गर्ी ह तथा स्टेिय मास्टर वर्िि गत ियरीा ण के द्वारा अपये आप
को नस बात से संतुषट कर लेगा द्रक प्रश्यािीय गाडी में कोई िबजली नं जय यहं लगा ह
(ग) वह ऐसे नं जय र्ा गाडी के ाालक को र्ह ाेतावयी िेते एए आगे ििि अवरोि ह रर हाथ िसगयलों पर
ियगरायी र ये का आिेि िेते एए सतका ता आिेि भी िेगा
(र्) कोई भी स्टेिय मास्टर द्रकसी गाडी को ििि अवरोि के अंतगात से्िय पर ालये के िलए तब तक लानय
्लीर्र यहं िे सकता र्ा िसगयल यहं ‘ फ’ कर सकता जब तक पूवावती स्टेिय के स्टेिय मास्टर से उसे
र्ह आश्वासय प्रानवेट यंबर द्वारा समिथत यहं िमल जाता ह द्रक गाडी पर कोई िबजली नं जय र्ा टावर
बगय पेंटोग्राफ को उिार्े एए यहं ह
(र्.) जब कभी संाालय की अयुमित के िलए ‘लाल ाेतावयी ककलर’ हटा िलर्ा गर्ा हो तो संाालय पूरा होये के
बाि तुरंत नसे िसगयल ियर्ंत्रण लीवर पर वापस लगा द्रिर्ा जाएगा
14. ििि अवरोि संिेि के िलए मायक फकमा - जब कहं ििि अवरोि लागू करया र्ा नन्हें हटा सलेया हो तो कर्षाण
ियर्ंत्रक रर से्िय के बीा सूायाओं का आिाय-प्रिाय करये के िलए ििि अवरोि संिि े के मायक फकमा प्रर्ोग
द्रकए जार्ेंगे र्द्रि कर्षाण ििि ियर्ं.क रा से्िय ियर्ंत्रक बगल के कमरों में िस्थत होंगे तो संिेि िो प्रितर्ों में
तर्ार द्रकए जार्ेंगे रर िूसरे पा को भेजे जार्ेंगे तथा काबाय प्रित पर प्राप्त करये वाले पा से पावती ले ली
जाएगी र्द्रि र्े िूर-िूर िस्थत रहेंगे तो टेलीफोय पर संिेिों का आिाय-प्रिाय होगा रर प्राप्तकत्ताा संिेि को एक
समूपप फकमा पर अिभिलि त करके पुिि के िलए प्रानवेट यंबर का आिाय-प्रिाय करते एए नसे िोहरार्ेगा

17.05 कमाााररर्ों तथा जयता की ाेतावयी :


1. सभी िवोुत उपसकरों को सिव िवोुत सद्रक्रर् समझा जार्ेगा रर पररणामसवूपप वे मायव जीवय के िलए
तरयाक समझे जार्ेंग,े िसवार् उय पररिस्थितर्ों में िजयमें द्रकसी िवोुत उपस्कर को िविेर्ष अयुिेिों के
अयुसार िविेर्षत: ियिषक्रर् कर द्रिर्ा गर्ा ह कमाााररर्ों रर जयता का ाेतवायी िेये के िलए, ताद्रक वे
समुिात सतका ता बरते सभी तरयाक स्थलों पर प्रमु ूपप में ाेतावयी सूायाऍं लगा िी जार्ेगी
2. ऐसी िस्थित के िसवार्, जब द्रक ऊपरी उपस्कर अयुिेिों के अयुसार ियिषक्रर् रर भूर्ोिजत (र्ेर् एवं अथार्)
कर द्रिर्ा गर्ा ह, कोई वर्िि य तो द्रकसी ऊपरी उपस्कर के यीाे अविस्थत नं जयों र्ा टेर्रों पर रर य ही
सवारी िर्ब्यबों र्ा बगयों की त पर ा़ ेगा
स.िय.17.05 (1) िवोुतीकरण से्ियों में सवारी िर्ब्यबों में पायी िेया :
(i) र्द्रि गािर्र्ॉं ऊपरी कर्षाण तार लगे एए लानयों पर डी हो तो कोई भी वर्िि गािर्र्ों की तों पर
तब तक यहं ा़ ेगा जब तक की ऊपरी कर्षाण तार अििकृ त वर्िि द्वारा ियिषक्रर् रर भूर्ोिजत यहं
कर द्रिए जाते (स.िय.17.05 (2)
(ii) ऐसी गािर्र्ों के ऊपर कर्षाण तार ियिषक्रर् कर द्रिर्े जाये के बाि पायी िेये के िलए गािर्र्ों की त पर
ा़ ये वाला कोई भी कमााारी लंबा र्ंर्ा (पोल) र्ा अन्र् वस्तु जो ियकटवती लानयों के ऊपर कर्षाण
तारों के तरा ा ेत्र के अंिर पएुँा सकती ह, यहं ले जार्ेगा वे पायी के तेजी को र्ा अपये िरीर के
द्रकसी अंग को सद्रक्रर् ऊपरी कर्षाण तारों के तरा के ा ेत्र के अंिर यहं ब़ ार्ेंगे र्ा पायी की िार उस
द्रििा में यहं करें गे
224
(iii) पृथ्करण के प्रर्ोजय तथा ऊपरी उपस्कर के भूर्ोजय के िलए प्रत्र्ेक प्लेटफामा के िलए जल िेये की
वर्वस्था के ऊपर लगे तारों से एक अलग प्रारं िभक से्िय बयेगा अथाात िविभन्य प्लेटफकमा के िविभन्य
जल िेये वाले से्िय होंगे प्रत्र्ेक जल िेये वाले से्श्िय की सीमा को तरा सीमा बोर्ों द्वारा
िािन्हत द्रकर्ा जार्ेगा र्ह ऐसी सीमा गरित करता ह िजसके अंिर गािर्र्ॉं को जल िेये का काम द्रकर्ा
जा सकता ह अलग अवरोि र्ा पृथ्कारकों की वर्वस्था प्रत्र्ेक जल िेये वाले से्िय में आपूित –
ियर्ंत्रण के िलए की जाएगी ऐसी अवरोिकों/ पृथ्कारकों की ाािभर्ॉं िातु ियिमत टगों में लगी
रहेंगी िजयपर अवरोिकों/पृथ्कारकों की सं्र्ार्ें पंा की एई होगी प्रत्र्ेक जल िेये वाले से्िय के
िोयों ोरों पर लगभग 12 मीटर लंबे ियरावेिित से्ियों की वर्वस्था रहती ह
(iv) जल िेये वाले से्िय में िबजली बंि करये के िलए अवरोिकों/पृथ्कारकों बाडों की ाािभर्ॉं, जो
कार्ारत सहार्क स्टेिय मास्टर के वर्िि गत संरा ण में सामये िीिा लगे ााभी बक्स में तालाबंि करके
र ी जाती ह, द्रकसी प्राििकृ त वर्िि द्वारा ही ली जार्ेगी जो लानयमय से यीाे स्तर का यहं होगा
नसके बाि जल िेये वाले से्िय को ियिषक्रर् तथा भूर्ोिजत कर द्रिर्ा जार्ेगा संबंिित जल िेये वाले
से्िय की कार्ााययुमित ााभी जल िेये के प्रभारी टी ए्स आर को हस्तांतररत कर द्रिर्ा जार्ेगा जो
वर्िि गत ूपप से जांा करे गा द्रक उसके द्वारा प्राप्त ााभी पर िीक सं्र्ा अंद्रकत ह रर र्ह उसी जल
िेये वाले से्िय से संबंिित ह िजस पर जल लेये वाली गािर्र्ॉं डी ह टी ए्स आर प्रभारी र्ह भी
सुियिचितत करे गा द्रक गाडी जल िेये वाले से्िय के भीतर डी ह जो ऊपरी उपस्कर पर लगे तरा
सीमा बोर्ा द्वारा सीमाबि ह उसके पश्ाात वह पीली झंिर्र्ॉं (राित्र में पीली बिि र्ॉं) गाडी के प्रत्र्ेक
ोर पर लगाये की वर्वस्था करें गा उसी समर् वह अपये आििमर्ों में से प्रत्र्ेक को िजन्हें गाडी के ित
पर ा़ या ह, उसे प्रारं िभक से्श्ंय सके िलए आ्र्ाय रर िववरण वाले यंबर बज िेगा
(v) सावरी िर्ब्यबों में पायी िेये का काम समाप्त हो जाये रर से्िय टी ए्स आर कमाााररर्ों के यीाे
उतर जाये के बाि कार्ाायुमित ााभी लानय मय को वापस िे िी जाएगी रर ियिााररत प्रद्रक्रर्ा के
अयुसार उपरी उपस्कर को ििि आपूित पुय: िी जाएगी
(2) के बुल तारों के पास काम करया :
(क) जब द्रकसी िवोुतीकृ त ा ेत्र में मागों रर के बुल तार के रास्तों के समीप ुिाई का काम हो सरहा हो तो
कमाााररर्ों की सुरा ा के िलए तथा भूिमगत के बुल तारों रर पटरी बंिों को ा ित से बााये के िलए पर्ााप्त
पूवा साविाियर्ॉं बरती जायी ाािहए
( ) जहॉं कहं संभव हो सूाक के बुल की सीिाई में र द्रिर्े जाते हैं रर सामान्र्त: गडे एए के बुलों की िस्थित
का संकेत िेये वाले प्लाय उपलब्यि ह के बुल मागों के पाश्वा में ोिये का काम अवश्र्क ही यहं द्रकर्ा जाया
ाािहए जब तक के बुलों की िीक-िीक िस्थित का ियश्ार् यहं हो जाता रर संबंिित िवभाग का कोई
प्रितियिि उपिस्थत य हो र्ह र्ाक रर तार िवभाग के के बुलों पर भी लागू होता ह
(ग) र्द्रि पररिस्थितवि र्ह अियवार्ा हो जार् द्रक िबया पर्ााप्त सूाया के ही काम िुूप करया पडे तो संबंिित
सहार्क िबजली नं जीियर्र (कर्षाण िवतरण)/सहार्क िसगयल तथा िूरसंाार नं जीियर्र को टेलीग्राम द्वारा
वहॉं उपिस्थत रहये के िलए कमाााररर्ों की वर्वस्था करये के ियिमत्त सूाया िी जाएगी
3. रोलिंलग स्टाक की तों पर काम करया :
(क) स्टेियों रर र्ार्ों में ऊपरी उपस्कर को ियिषक्रर् बयाये के िलए रर भूर्ोिजत करये की वर्वस्था कोई
प्राििकृ त वर्िि करे गा रर रोलिंलग स्टाक र्ा नं जयों की त पर काम िुूप द्रकर्े जाये से पहले संबंिित
कमााारी द्वारा कार्ाायुमित कार्ा प्राप्त द्रकर्ा जार्ेगा कार्ा पूरा हो जाये पर कार्ा प्राििकृ त वर्िि को रद्द
करये के िलए वापस कर द्रिर्ा जाएगा प्राििकृ त वर्िि उसके बाि स्वर्ं को नस बात से संतुषट करे गा द्रक
प्रत्र्ेक वस्तु, कम में ह रर ऊपरी उपस्कर को द्रफर ऊजाा र्ु्त करये से पहले सभी कमाााररर्ों को हटा
िलर्ा गर्ा ह
( ) कर्षाण नं जय परीा क र्ा अन्र् प्रभारी प्राििकृ त वर्िि लोको िेर् ई.एम.र्ू. कारिेर् रर गाडी डी करये की
सानलिंर्ग में िबजली रोलिंलग स्टाक के त पर द्रकर्े जाये वाले कार्ा की अयुमित िेये से पहले ियरीा ण लानयों
के मागों के ऊपर ऊपरी उपस्कर को ियिषक्रर् बयाये के िलए िज मेवार होगा नय मागों पर ऊपरी उपस्कर
225
प्रभारी प्राििकृ त वर्िि के अितरर्त अन्र् द्वारा ऊजाार्ु्त यहं द्रकए जाएंगे प्रत्र्ेक पूवा सतका ता को सुियिचितत
करये के िलए िज मेवार होगा द्रक प्रत्र्ेक ाीज कम में ह उपस्कर को ऊजाार्ु्त करये से पहले सभी कमाााररर्ों को
हटा िलर्ा गर्ा ह
4. सामान्र् पूवा सतका तार्ें : र्ह सुियिचितत करये के िलए टैंक वगय के ढ्कय वाषपक्रेयों के फयेल रर ऐसी अन्र् मिें
ऐसी िस्थित में ोडी जार्े द्रक कर्षाण ऊपरी उपस्कर के साथ उललंर्य हो जार्े, साविायी बरती जार्ेगी
5. कमााारी द्वारा सतका ता बरतया : रजारों के सभी प्रकार के मापयेवाले टेप रर मेटल आर्टिगटकल (जसे पैंट का बरतय, तेल क्रेय,
मेटल बार) वर्वहार में यहं जाए जाएगें जहॉं की ििरोपरी उपस्कर पर तेज हवा के द्वारा ा़ ाए जा सकते हैं र्ा िगरार्े जा
सकते हैं र्ा ले जाए जा सकते हैं, जब ऐसे ििरोपरी उपस्कर सद्रक्रर् हों

17.06 रे ल पथ में पररवताय : िवोुतीकृ त रे ल पथ के संरा ण (एलानयमेंट) अथवा सतह में द्रकसी तरह का पररवताय
करये से पहले ऊपरी उपस्कर के िलए िज मेिार वर्िि र्ों को अपेिा त सूाया िी जार्ेगी िजससे द्रक ऊपरी
उपस्कर यई िस्थितर्ों के अयुूपप समार्ोिजत द्रकए जा सके
स.िय.17.06 (1) (क) र्ह सुियिचितत द्रकर्ा जाएगा द्रक पिल ऊपरी पुलों, सडक ऊपरी पुलों रर अन्र् ऊपर लानय
संरायाओं के यीाे पटरी का तल ऐसी संरायाओं के यीाे िािन्हत तल से अििक यहं ह
( ) जब कभी रे ल पथ पर द्रकर्ा जाये वाला कोई कार्ा िजससे पटरी बंिों के प्रभािवत होये की संभवया ह , स्थार्ी
पथ कमाााररर्ों द्वारा आरं भ द्रकर्ा जार् तो वररषि से्िय अिभर्ंता (ऊपरी उपस्कर) को पर्ााप्त सूाया िी
जाएगी ताद्रक वह बंिों को हटा रर पुय: स्थािपत करये के िलए बांलिंर्ग कमाााररर्ों की वर्वस्था करये में
समथा हो सके
(ग) मागा पर काम करते समर् स्थार्ी पथ कमााारी ए सी कर्षाण मयुअल के अधर्ार् IX में द्रिर्े गए संरा ा ियर्मों
का पालय करें गे
(र्) स्थार्ी पथ ियरीा क के साथ काम करते समर् बांलिंर्ग कमााारी स्थार्ी वरर. से्िय नं जी./किय. नं जी (रेल
पथ) के आिेिों के अिीय काम करें गे जो रे ल पथ रर कमाााररर्ों की सुरा ा के िलए उस समर् िज मे वार
रहेगा
(2) ऊपरी उपस्कर का पररवताय :
(क) ऊपरी उपस्कर के सभी ोटे-मोटे पररवतायों, स्थार्ी हो र्ा अस्थार्ी की सूाया टेलीफोय पर तुरंत कर्षाण
ििि ियर्ंत्रक को रर मंर्ल िबजली नं जीियर्र (कर्षाण िवतरण) को र्ा सहार्क िबजली नं जीियर्र (कर्षाण
िवतरण) को िलि त ूपप में िी जाएगी
( ) ऊपरी उपस्कर के द्रकसी से्िय के वतामाय क्रम को प्रभािवत करये वाले प्रमु पररवताय तब तक यहं द्रकए
जाएंगे जब तक मंर्ल िबजली नं जीियर्र (कर्षाण िवतरण) की स्वीकृ ित यहं िमल जाती
(ग) द्रकसी ऊपरी उपस्कर में कोई ऐसा पररवताय र्ा जोड यहं द्रकर्ा जाएगा जो मायक आर्ाम का अितलंर्य
करता हो, ााहे र्ह सथार्ी ूपप से हो र्ा अस्थार्ी ूपप से र्द्रि कोई अितलंर्य अियवार्ा हो तो तुरंत
िबजली नं जीियर्र (कर्षाण िवतरण ) को सूिात करया ाािहए
(र्) ऊपरी उपस्कर पर कार्ा करते समर् प्रत्र्ेक कमााारी र्ह सुियिचितत करे गा द्रक तार मागाचर्ुत यहं एए हैं
िजससे लानयों पर गुजरते एए िबजली रोलिंलग स्टाक पेंटोग्राफ के िलए र्ह सुियिचितत हो जार्े द्रक स्थार्ी आमा
ट्यूटूबों र्ा ऊपरी उपस्कर के अन्र् द्रकसी अंि उलझते यहं हैं
(र्.) जब ऊपरी उपस्कर को अस्थार्ी र्ा स्थार्ी ूपप से मोड द्रिर्ा जार् तो प्रभारी वर्िि र्ह सुियिचितत करे गा द्रक
से्िय ियसंवाहक, ज पर, िूरी तथा द्रफंटग अन्र् लानयों पर गुजरये वाले िबजली ाल स्टाक के पेंटोग्राफ से
यहं उलझेंगे
(3) ियरावेिित से्ियों के पास गित प्रितबंि :
(क) स्थार्ी पथ र्ा कर्षाण िवतरण कमाााररर्ों द्वारा अियवार्ा पररिस्थितर्ों को ोडकर आये वाली गाडी की द्रििा
में ऊपरी उपस्कर ियरावेिित से्िय के 1 द्रक.मी. की िूरी के भीतर प्रितबंि लागू यहं द्रकर्े जार्ेंगे
( ) जब ऐसे प्रितबंि लगा द्रिर्े जार्ें तो िय य प्रर्त्य द्रकर्े जाये ाािहए :-
(i) गित प्रितबंि लगार्ा जार् जो 15 द्रक.मी. प्र.र्ं. से कम य हो
(ii) प्रितबंि न्र्ूयतम से्िय तक सीिमत र ा जार्े

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(ग) तटस्थ से्िय पएुँाये की द्रििा मे र्द्रि कोई पताकालगायी ह तो ऐसी रोक पताका सामान्र्त: तिस्थ से्िय
से पहले नतयी िूरी पर प्रििित की जायी ाािहए जो द्रक 1 द्रक.मी. से कम हो तटस्थ से्िय के 500 मीटी
रर 250 मीटर बोर्ों बीा कोई रोक पताका प्रििित यहं की जायी ाािहए
17.07 ियरावेिित (न्र्ू्ल) से्ियों में रे ल नं जयों रर िवोुत बए र्ूियटों के सर्दकट ब्रेकसा का र्प हो जाया :
र्द्रि िविेर्ष अयुिेिों द्वारा अन्र्था अयुमित सयहं िी गई हो तो रे ल नं जय अथवा िवोुत बए र्ूियटों के ड्रेंटानवर,
ििि िस्वा समुिात ूपप से फ करके ियरावेिित (न्र्ू्ल) से्िय को पार करें गे ििि ‘ फ’ करये के िलए
ड्रेंटानवर के मागा ििाय के िलए नस आिर् के आवश्र्क संकेत - बोर्ा लगार्े जार्ेंगे
स.िय.17.07 न्र्ू्ल से्ियों के िलए ाेतावयी बोर्ा - ाालक को सूिात करये के िलए द्रक वह न्र्ू्ल से्िय में पएुँा रहा
ह ताद्रक िस्वा बंि करये के िलए तर्ार हो जार्, ड्रेंटानं ग स. (िात्र तथा ) के अयुसार ाेतावयी िसगयल
न्र्ू्ल से्िय के 500 द्रक.मी. रर 200 मीटर पहले लगा द्रिर्ा जाएगा िजस स्थल पर िबजली का िस्वा
बंि करया ह वहॉं एक अन्र् िसगयल की वर्वस्था की जार्गी र्ह संकेत िेये के िलए न्र्ूटल से्िय समाप्त
हो ाुका ह रर ाालक द्वारा िबजली का िस्वा ाालू द्रकर्ा जा सकता ह, ड्रेंटानं ग सं. (िात्र IV) के अयुसार
एक अन्र् िसगयल की वर्वस्था की जार्ेगी

17.08 टावर वगय - टावर वगय संाालय रर परराालय ियर्म िविेर्ष अयुिेिों द्वारा ियिााररत द्रकर्े जार्ेंगे

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स.िय. 17.08 (i) टावर वगयों को गािर्र्ों के समाय समझा रर संाािलत द्रकर्ा जाएगा टावर वगयों को लेये,
भेजये, िंंटग करये रर डा करये के िलए गािर्र्ों के परराालय के िलए वर्वहाररत सारे ियर्म
लागू होंगे
(ii) टावर वगयों के ाालक संरा ा संवगा के अंतगा आएंगे तथा ‘ए-I’ मेिर्कल श्रेणी के होंगे, तथा उयके
सा मता प्रमाण पत्र की वोता अविि 3 वर्षों की होयी ाािहए गाडी ाालकों के समाय उयके
पुयश्ार्ाा कोसा, संरा ा क प तथा आवििक िाद्रकत्सा परीा ा की अविि िवस्तार होगी पुयश्ार्ाा
कोसा के प्रििा ण में टावर वगय का संाालय एवं अयुरा ण िािमल होगा
(iii) टावर वगयों की िंंटग के िलए प्वानं ट मयों द्वारा कॉंटे सेट द्रकर्े जार्ेंगे
(iv) टावर वगय लानय पर राब हो जाये के मामले में कियषि अिभर्ंता र्ा उसकी अयुपिस्थित में
टावर वगय में उपिस्थत प्रवरतम कमााारी स.िय.6.03 के अयुसार तरा िसगयल द्रि ाकर रर
पटा ा िसगयल आद्रि र कर नसकी सुरा ा की जाएगी
(v) जब टावर वगय नकहरी लानय से्िय में ाल रहा हो तो ‘आगे ब़ ये का प्राििकार’ टोके य/टेबलेट
र्ा पेपर लानय ्लीर्र रटकट होगा
(vi) जब टावर वगय िोहरी लानय से्िय पर ाल रहा हो र्ा टोकयलेस ब्यलकक र्ंत्र वाले नकहरी
लानय पर ाल रहा हो तो र्ह अियवार्ा ूपप से लानय ्लीर्र पर ही आगे ब़ ेगा
(vii) ‘लकक एवं ब्यलकक’ से्िय में टावर वगय जो ्ेर्ल संाािलत करये में िवफल हो जाते हैं रर
संाालय की द्रक्रर्ा िविि िय य होगी -
(क) टावर वगय प्रेिर्षत करये वाला स्टेिय अिग्रम स्टेिय से अवश्र् अयुमित प्राप्त करे गा रर टावर
वगय प्रेिर्षत करये के िलए ऐसी अयुमित की प्रानवेट यंबर द्वारा पुिि की जार्ेगी
( ) कर्षाण ििि ियर्ंत्रक से प्रानवेट यंबर का आिाय-प्रिाय करये के अितरर्त से्िय नं जीियर्र
(टीआरर्ी) को संबंिित सहार्क स्टेिय मास्टर/स्टेिय मास्टर द्वारा उन्हें स्वीकृ त द्रकर्े गर्े पावर
तथा ्ाद्रफक ब्यलकक का पूणा ब्यर्द्यरा िेते एए एक मेमो भी जारी द्रकर्ा जाएगा
(ग) टावर वगय द्वारा ्ेर्ल, ्क सर्दकट ब्यलकक र्ंत्र को संाािलत करये में िवफल हो जाये के मामले में
जसा द्रक से्िय नं जीियर्र (टीआरर्ी) द्वारा प्रमािणत द्रकर्े जाए ब्यलकक र्ंत्र की सूई र्ुमाकर सीिे
‘गाडी लानय पर ह’ िस्थित में कर द्रिर्ा जाएगा जसा द्रक से्िय के ब्यलकिंकग फारवर्ा र्ा ‘ब्यलकिंकग
बक’ के मामले में द्रकर्ा जाता ह
(र्) (I) टावर वग के ‘ब्यलकिंकग फारवर्ा’ र्ा ‘ब्यलकिंकग बक’ पर ा़ ये की ििा में जब अंितम रोक
िसगयल को फ करया संभव य हो तो टी/409 प्रस्थाय का प्राििकार होगा तथािप जब र्ह
िसग्यल राब हो तो टी/369(3बी) भी जारी द्रकर्ा जाएगा बाि वाले मामले में जब प्रस्थाय
िसगयल ही स्टेिय का अंितम रोक िसगयल हो तो राब िसगयल के यीाे से ही हाथ िसगयल
प्रििित द्रकर्ा जाएगा
(II) टावर वगय को भेजये से पहले, स्टेिय मास्टर द्वारा फकमा टी/409 पर सतका ता आिेि अवश्र्
जारी द्रकर्ा जाएगा िजसमें टावर वगय द्वारा ब्यलकक से्िय में पालय द्रकए जाये वाले विाियक
ंर्ीर् साविाियर्ॉं एवं गित का वणाय द्रकर्ा जाएगा र्द्रि एक से अििक टावर वगय एक ही
समर् में भेजा जाता ह तो टावर वगय के बीा न्र्ूयतम 120 मीटर की िूरी बयाए र ये का स्पषट
उलले द्रकर्ा जाएगा
(र्.) टावर वगय को भेजये से पहले स्टेिय मास्टर द्वारा फकमा टी/409 पर सतका ता आिेि अवश्र् जारी
द्रकर्ा जाएगा िजसमें टावर वगय द्वारा ब्यलकक से्िय में पालय द्रकए जाये वाले विाियक ंर्ीर्
साविाियर्ॉं एवं गित का वणाय द्रकर्ा जाएगा र्द्रि एक से अििक टावर वगय एक ही समर् में
भेजा जाता ह तो िो टावर वगय के बीा न्र्ूयतम 120 मीटर की िूरी बयाए र ये के िलए स्पषट
ूपप से उिललि त द्रकर्ा जाएगा
(ा) टावर वगय के पर्ावेा क/अन्र् प्रभारी कमााारी स्टेिय पर गाडी रोक िेंगे जहॉं अगले से्िय में
कार्ा प्रारं भ करया ह वह कार्ारत स्टेिय मास्टर को कार्ा की अविि तथा स्टेिय जहॉं कार्ा की

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समािि के पश्ाात टावर वगय जाएगा को िािमल करते एए कार्ा का संपूणा िववरण िेकर एक
िलि त मेमो सौंपेगा कार्ारत स्टेिय मास्टर संबंिित स्टेि से प्रानवेट यंबर के आिाय-प्रिाय के
अिीय लानय ि्लर्र प्राप्त करे गा टावर वगय के ाालक को टी/409 जारी द्रकर्ा जाएगा
( ) कं ्ोल िवफलता के मामले में स्टेिय मास्टर िूसरे ब्यलकक स्टेिय पर कार्ारत स्टेिय मास्टर से संपका
करें गा कार्ा की समािि के पश्ाात जब टावर वगय उसी स्टेिय पर लद्यट रहा हो तो िवपरीत
द्रििा के अंितम रोक िसगयल के पास अथवा समाय द्रििा के प्रथम रोक िसगयल के सामये िोहरी
लानय ंर् पर ूपके गा जहॉं से नसे स्टेिय मास्टर द्वारा िलि त प्राििकार पर एवं पार्लट करके
ररसीव द्रकर्ा जाएगा नकहरी लानय के मामले में टावर वगय आवश्र्क िसगयलों को फ करके
ररसीव द्रकर्ा जाएगा
(viii) से्िय में टावर वगय के कार्ा के िलए प्रवेि करये के पश्ाात नसे द्रकसी प्रकार के बयर फ्लग,
पटा ों नत्र्ाद्रि के द्वारा रा ा करये की आवश्र्कता यहं ह ्र्ोंद्रक स्टेिय मास्टर ्ाद्रफक ब्यलकक के
अिीय से्िय में गाडी प्रवेि से रोके गी
(ix) ििरोपरी कार्ों के जलिी ियषपािय हेतु अििक टावर वगयों की आवश्र्कता ह तो नसकी अयुमित
उसी से्िय में िी जा सकती ह ऐसे मामले में के िबय सहार्क स्टेिय मास्टर र्ह सुियिचितत करें गे
द्रक बाि मे जायेवाले टावर वगयों के ाालक को ब्यलकक ंर् में सतका तापूवाक आगे ब़ ये हेतु सतका ता
आिेि जारी द्रकर्ा गर्ा ह सहार्क स्टेिय मास्टर र्ह भी सुियिचितत करें गे द्रक कार्ा समािि पर
सभी टावर वगय द्वारा ब्यलकक ंर् साफ कर द्रिर्ा ह
(x) ््िय संबंिी कार्ा ियषपािय हेतु एक ही ब्यलकक र् ं में एक ससे अििक टावर वगय के संाालय के
िलए िो टावर वगयों के बीा 120 मीटर की न्र्ूयतम िूरी अवश्र् बयाए र ा जाएगा तथा र्ह
सतका ता आिेि में िवििषट ूपप से उिललि त द्रकर्ा जाया ाािहए
(xi) ब्यलकक अविि में टावर वगय के अििकतम गित 10 द्रक.मी. प्रित र्ंटा तक की सीमा की अयुमित
होगी
(2) िवोुत ््िय िवभाग में लर्र ्ाली की कार्ा िविि :
(क) जब तक ्ाद्रफक ब्यलकक प्राप्त यहं हो जाता हे, ्ाली को सलानय पर यहं उतारा जाएगा
( ) लर्र ्ाली के िलए ्ाद्रफक ब्यलकक हेतु िल के प्रभारी लानय मय लानयमय पररिििष्ठ ‘र्ी’ में उिललि त
प्रपत्र ई-टीआरटी-1 तथा ई-टीआरर्ी-2 में उस लानय का उलले करते एए िजस पर लर्र ्ाली को
उतारया ह, के द्वारा संबंिित स्टेिय मास्टर / र्ार्ा मास्टर को सूिात करे गा तथा उसकी पावती प्राप्त
करें गा
(ग) अगर संभव हो द्रक पकनं ट को सेट तथा लकक करके उस सलानय की संरा ा की जा सकती ह तो ऐसा ही
द्रकर्ा जार्ेगा अगर पकनं ट को सेट तथा लकक करके मर मत के अिीय लानय की संरा ा संभव यहं ह
तब हाथ-िसगयल द्वारा संरा ा की जाएगी
(र्) कार्ा समापय के बाि प्रभावी लानयमय ्ाद्रफक ब्यलकक रद्द करये की सूाया स्टेिय मास्टर/र्ार्ा मास्टर को
िेगा
17.09 िवोुतीकृ त से्ियों के िलए अितरर्त ियर्म : िवोुतीकृ त से्ियों में गािर्र्ों के संाालय के िलए प्राििकृ त
अििकारी द्वारा िविेर्ष अयुिेि अििसूिात द्रकए जाएंगे
स.िय.17.09 (1) िबजली का झटका :
(क) िबजली की झटका लगे एए वर्िि के उपाार संबंिी अयुिेि सभी आपूित ियर्ंत्रण पोस्ट, ऊपरी
उपस्करों, अयुरा ण िर्पों, वगय िेर्ों रर िसगयल के िबयों पर प्रििित द्रकए जाएंगे
( ) िबजली का झटका लग जाये पर होि में लाये के िलए बताए गए उपाार तुरंत द्रकए जाएंगे
(ग) ऊपर उप ियर्म (क) में विणत सभी स्थलों पर ियकटतम रे लवे रर िसिवल र्ा्टरों तथा अस्पतालों के
याम रर टेलीफोय यंबर भी प्रििित द्रकए जाएंगे
(2) िबजली रोलिंलग स्टाक का ियरीा ण : िबजली रोलिंलग स्टाक का ियरीा ण सावििक ूपप से ए.सी. कर्षाण मयुअल
तथा समर्-समर् पर रे ल प्रिासय द्वारा जारी द्रकर्े गर्े अन्र् अयुिेिों के अयुसार द्रकर्ा जाएगा

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(3) उचा बोलटता वाले उपस्कर का पृथ्करण :
(क) िबजली नं जयों रर मोटर कोाों में प्रस्थािपत उचा बोलटता वाले उपस्कर नस प्रकार वर्विस्थत द्रकर्े
जार्ेंगे द्रक द्रकसी अप्राििकृ त वर्िि का नय तक पहॅुा
ं पाया संभव यहं हो
( ) उचा तयाव (हाई टेंिय कं पाटामेंट) का में तब तक पएुँा पाया संभव यहं होगा जब तक िबजली के
स्वीा बंि यहं कर द्रिर्े जाते रर पेंटोग्राफ झुका यहं द्रिर्ा जाता
(4) बालू भरी का सानलिंर्ग :
(viii) बालू भरी का सानलिंर्गों में ऊपरी लानयों से बाहर 70 फीट की लंबाई तक पटररर्ों को बालू से ि्लर्र
र ा जाएगा बालू टीलों (सैंर् ह प) पर र्ह लागू यहं होगा
(ix) र्द्रि कोई िबजली नं जय र्ा कोई ई.एम.र्ू. का सानलिंर्ग की बालू भरी िूरी के अंिर ाली जाती ह रर
र्द्रि नसके पेंटोग्राफ ऊपरी उपस्कर को स्पिा कर रहे हैं तो ई.एम.र्ू./िबजली नं जय बकर्ी रर संबंि
वाहयों, र्द्रि नन्हें अििक िवोुत मात्रा प्राप्त करये की संभावया रहती ह, र्द्रि र्े पटररर्ों से िवसंवािहत
हो तो ऐसी पररिस्थितर्ों में िय यिलि त कारा वाई की जाएगी :
(क) कोई भी वर्िि , स्थाई पथ राया रर रोलिंलग स्टकक बकर्ी के बीा द्रकसी प्रकार संपका तर्ार करये
र्ा प्रवेि करये र्ा हटये की ाेषटा यहं करे गा
( ) ाालक तुरंत पेंटोग्राफ यीाे करे गा रर नं जय/ईएमर्ू में तब तक ूपका रहेगा जब तक उस स्थल पर
कर्षाण िवतरण कमाााररर्ों की वर्वस्था स्टेिय मास्टर द्वारा यहं कर िी जाती रर रोलिंलग टकक
बकर्ी िवोुत प्रभाव से मु्त यहं हो जाती
(5) क्रेयों का संाालय :
(क) कोई भी वाषपाािलत र्ा हस्ताािलत क्रेय ऊपरी उपस्कर से संलग्य यहं ालाई जाएगी जब तक या
ऊपरी उपस्कर को ियिषक्रर् करके भूर्ोिजत यहं कर द्रिर्ा जाता क्रेय के िजब के सभी संाालय
साविायी से ियर्ंित्रत द्रकर्े जार्ेंगे ताद्रक र्े कर्षाण ऊपरी उपस्कर से यहं उलझे जहॉं संभव हो क्रेय
फयेल से ऊपरी उपस्कर तक रर िविेर्ष ूपप से से्िय िवसंवाहकों तक सीिे झोंका का पररहार
(ए्वानर्ा) द्रकर्ा जार्ेगा
( ) आपात िस्थित के अलावा ऊरी उपस्कर के समीप संलग्य क्रेय को संाािलत करये की 24 र्ंटे की योरटस
मंर्ल िबजली नं जीियर्र (कर्षाण िवतरण) को िी जाएगी ताद्रक ऊपरी उपस्कर कमाााररर्ों की वर्वस्था
की जा सके जब संभव हो, क्रेयों का संाालय सहार्क ियर्म 17.04(4) में विणत साप्तािहक कार्ाक्रम में
िािमल कर िलर्ा जाएगा आपात िस्थित में कर्षाण ििि ियर्ंत्रक को सूाया िी जाएगी रर र्ह ऊपरी
उपस्कर कमाााररर्ों से सहार्ता की वर्वस्था करे गा
(ग) जब तक ऊपरी उपस्कर कमााारी उपिस्थत य हों कर्षाण ऊपरी उपस्कर के समीप क्रेय संाािलत यहं की
जाएगी
(6) जब कभी स्टेिय कमााारी गाडी के ालये की अविि में कोई असामान्र्ता िे ता ह तथा सामान्र् ियर्म रर
सहार्क ियर्म के अयुसार ऐसे गाडी को सामान्र् तरीके से रोकये में वे असमथा हो जाते हैं तो उन्हें तत्काल
कर्षाण ििि ियर्ंत्रक को सूिात करते एए ििरोपरी उपस्कर की ऊजाा आपूित का स्वीा फ करये का किम
अवश्र् उिाया ाािहए
(7) ििरापरी उपस्कर में फकलट ्ीलिंपग/यो टेंिय के मामले में कर्षाण ििि ियर्ंत्रक, से्िय ियर्ंत्रक रर स्टेिय
मास्टर के कत्तावर् एवं उत्तरिािर्त्व :
(क) फालट पृथ्करण :
i) द्रकसी िवोुतीकृ त से्िय में ििरापरी उपस्कर िवफलता के मामले में कर्षाण ििि ियर्ंत्रक अिवलंब
फकलटी से्िय को िािन्हत तथा लोकलानज करे गा तथा उसे पृथक करे गा िोहरी एवं बएलानय ंर् के
मामलों में वह पाश्वावती ्क पर समाय मागा िूरी का िोर्षहीय से्िय को फकलटी से्िय की तरह ही
पृथक करे गा कर्षाण ििि ियर्ंत्रक उसके बाि से्िय ियर्ंत्रक को िलि त मे र्ा प्रानवेट यंबर का
आिाय-प्रिाय कर फोय पर से्िय के फकलटी पाये एवं िोर्षहीय से्िय अस्थाई ूपप से पृथक कर द्रिर्ा
गर्ा हे, सूिात करे गा

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ii) कर्षाण ििि ियर्ंत्रक से सूाया प्राप्त होये पर से्िय ियर्ंत्रक िय य प्रकार कार्ावाही करे गा :-
(क) पृथक द्रकए गए से्िय के िोयों ोर के स्टेियों के स्टेिय मास्टर को आपात पावर ब्यलकक के
अिीय जसा ही फकलटी से्िय को मायये तथा तियुसार कारा वाई के िलए प्रानवेट यंबर का
आिाय-प्रिाय करके ंर् ियर्ंत्रक द्वारा सूिात द्रकर्ा जाएगा
( ) िोहरी लानय से्िय पर अस्थार्ी ूपप से पृथक द्रकए गए िोर्षहीय से्िय : से्िय ियर्ंत्रक जांा
करे गा द्रक ्र्ा कोई गाडी फकलटी से्िय में प्रवेि कर ाुकी ह र्द्रि यहं तो वह संबंिित स्टेिय
मास्टर को अप्रभािवत ंर् पर प्रवेि करयेवाली पहली गाडी के ाालक को सतका ता आिेि जारी
करये हेतु सूिात करे गा द्रक ‘र्द्रि ओ.एा.ई में कु असामान्र् ह, को िे ये के िलए पाश्वावती
लानय/लाननयों पर ाद्यकस ियगाह र ें’ अगले स्टेिय पर पएुँाये पर, ाालक को ररपोटा करया
ाािहए द्रक से्िय िजस पर ववे पास द्रकए हैं वह गाडी परराालय के िलए सुरिा त ह अथवा
यहं से्िय ियर्ंत्रक िलि त में कर्षाण ििि ियर्ंत्रक को िोर्षहीय से्िय को पुय: ऊजाािविित
करये हेतु सूिात करे गा िजसे अस्थार्ी ूपप से पृथक द्रकर्ा गर्ा था
(ग)द्रफर भी र्द्रि कोई गाडी फकलटी से्िय में प्रवेि कर ाुकी हो तो प्रानवेट यंबर के आिय-प्रिाय के
अिीय से्िय ियर्ंत्रक फकलटी से्िय पर गाडी संाालय से संबंिित िजसके िोर्षहीय ििरोपरी
उपस्कर अस्थाई तद्यर पर पृथक कर द्रिए गए हैं के भी सभी स्टेिय मास्टरों को सूिात करें गे द्रक वे
द्रकसी गाडी को प्रभािवत ब्यलकक ंर् में तब तक प्रवेि की अयुमित यहं िेगे जब तक द्रक नस संबंि
में अप्रभािवत से्िय के प्रथम गाडी के ाालक एवं गार्ा को सतका ता आिेि जारी य कर द्रिर्ा गर्ा
हो
(i) द्रिय में जब आगे की िृश्र्ता साफ हो तो अन्र् गित प्रितबंिों का पालय करते एए ऐसे गित
से आगे ब़ े जो 60 द्रक.मी.प्र.र्ं.से अििक य हो तथा राित्र में 30 द्रक.मी.प्र.र्ं. से अििक य
हो
(ii) सतका िृिि र ते एए द्रकसी भी अवरोि की ििा में ूपकये के िलए तर्ार रहते एए जो
पाश्वावती लानय/लानयों से अितलंर्य के कारण हो सकता ह तथा पाश्वावती लानय/लानयों
पर र्े िे ये के िलए भी सताक िृिि र ें द्रक कहं ििरोपरी उपस्कर में कु असामान्र् ह
अगले स्टेिय पर पहॅुाये पर र्ह ररपोटा करें द्रक से्िय िजस पर वे पास द्रकए हैं वह गाडी
परराालय के िलए सुरिा त ह अथवा यहं
(iii) के वल र्ह कार्ावाही करये के बाि ही से्िय ियर्ंत्रक िलि त ूपप में कर्षाण ििि ियर्ंत्रक
को सूिात करे गा द्रक गाडी की संरा ा सुरिा त करये हेतु आवश्र्क पूवोपार् कर ली गई ह
तब कर्षाण ििि ियर्ंत्रक िोर्षहीय से्िय के फीर् को पूवा िस्थित करे गा िजसे अस्थाई ूपप
से पृथक द्रकर्ा गर्ा था
(iv) ाालक तथा गार्ा से ररपोटा िमलये के बाि से्िय अवरोि से साफ हे, से्िय ियर्ंत्रक
द्वारा स्टेिय मास्टर से संपका करके गित प्रितबंिों को समाप्त करये के िलए कार्ावाही द्रकर्ा
जार्ेगा गाडी के ाालक/गार्ा की ररपोटा को से्िय ियर्ंत्रक द्वारा कर्षाण ििि ियर्ंत्रक
को भी र्ह बताते एए द्रक के वल अितलंर्य ह अथवा ििरोपरी उपस्कर में असामान्र् ह, र्ा
यहं सूिात द्रकर्ा जार्ेगा बाि वाली गािर्र्ों को से्िय में प्रवेि की अयुमित के वल
से्िय ियर्ंत्रक की अयुमित से ही िी जाएगी तथा उपरो्त (ग) (i) के अयुसार गित
प्रितबंि एवं अन्र् पूवा साविाियर्ॉं स्पषट ूपप से ियिााररत करते एए सतका ता आिेि िेया
जारी र ा जाएगा तब तक द्रक गित प्रितबंि को समाप्त करये का ियणार् यहं ले िलर्ा
जाता ह ‘’
(8) िवोुत कर्षाण के गाडी में द्रकसी असामान्र् िस्थित में ििरोपरी उपस्कर आपूित के ‘स्वीलिंाग फ’ के आवश्र्क
होये की िस्थित में कर्षाण ििि ियर्ंत्रक एवं से्िय ियर्ंत्रक के कत्तावर् तथा उत्तरिािर्त्व :
(i) जसे ही कर्षाण ििि ियर्ंत्रक को िवोुत कर्षाण पर द्रकसी गाडी वे परराालय में असुरिा त ििा मे बारे में
जायकारी िमलती ह तो वह तत्काल संबंिित सब-से्टर के िोयों लानयों के ििरोपरी उपस्कर आपूित का
िस्वा फ कर िेगा तब कर्षाण ििि ियर्ंत्रक िलि त में से्िय ियर्ंत्रक को से्िय िजसमें ििरोपरी
उपस्कर का िस्वा फ कर द्रिर्ा गर्ा ह के बारे में सूिात करे गा
231
(ii) कर्षाण ििि ियर्ुत्रक से सूाया प्राप्त होये पर, से्िय ियर्ंत्रक प्रानवेट यंबर के आिाय-प्रिाय के अिीय
सभी स्टेिय मास्टरों को जो प्रभािवत से्िय में गाडी के संाालय से संबंिित ह, र्ह सूिात करे गा, द्रक
ियिषक्रर् (र्ेर्) से्िय को ऐसा माय कर सालें द्रक र्ह आपातकालीय पावर ब्यलकक के अिीय ह तथा र्ह
सुियिचितत करें द्रक द्रकसी गाडी को से्िय में प्रवेि की अयुमित यहं िी जाए
(iii) िोर्षहीय से्िय का अस्थाई पृथ्करण : स्टेिय मास्टर द्रकसी गाडी को प्रभािवत से्िय के िोर्षहीय
लानय पर भी प्रवेि करये की अयुमित तब तक यहं िेगा जब तक अप्रभािवत से्िय के पहली गाडी के
ाालक तथा गार्ा िोयों को अन्र् गित प्रितबंिों का भी पालय करते अुए द्रिय में जब आगे की िृश्र्ता साफ
हो तो प्रितबंिित गित से जो 60 द्रक.मी.प्र.र्ं. से ्र्ािा यहं हो तथा राित्र में 30 द्रक.मी.प्र.र्ं. से आगे ब़ ये
तथा द्रकसी अवरोि से पहले जो पाश्वावती लानय/लानयों में ििरोपरी उपस्कर की िवर्षमता एवं द्रकसी
अितलंर्य के कारण हो सकती ह ूपकरये हेतु तर्ार रहये के िलए सतका िृिि र ये हेतु सतका ता आिेि
यहं िे द्रिर्ा गर्ा हो ाालकों को भी सूिात द्रकर्ा जाएगा द्रक आगामी स्टे िय पर पहूुँाये पर तत्काल
ररपोटा करें द्रक से्िय िजस पर से वह पास द्रकर्ा ह वह गाडी संाालय के सुरिा त ह अथवा यहं
(iv) र्ह अिभियिचितत करये के पश्ाात द्रक पाश्वावती ्क पर कोई अितलंर्य यहं ह सतका ता आिेि तत्काल
समाप्त कर द्रिर्ा जाएगा, जसा द्रक ियिदेशिित ह
(v) से्िय िजसमें प्रभािवत गाडी ह - िवर्षमता के प्रकृ ित (असामान्र् िस्थित) के बारे में प्रभािवत गाडी के
ाालक िल से सूाया प्राप्त होये के पश्ाात मु्र् ियर्ंत्रक/उप मु्र् ियर्ंत्रक (ििफ्ट ड्यूटी) तथा संबंिित
िवभाग के ियर्ंत्रक से सलाह करके ििरोपरर उपस्कर को पुय: आवेिित करये के संबंि में से्िय ियर्ंत्रक
द्वारा ियणार् िलर्ा जाएगा
(vi) र्द्रि प्रभािवत गाडी का ाालक कर्षाण ििि ियर्ंत्रक से संपका करता ह रर गाडी पर कोई राबी यहं
पाता ह ििरोपरर उपस्कर के पुयरारं भ होये पर ियर्ंत्रक द्वारा द्रिय में जब आगे की िृश्र्र्ता साफ हो तो
प्रितबंिित गित जो 60 द्रक.मी.प्र.र्ं. से अििक यहं हो रर राित्र में 30 द्रक.मी.प्र.र्ं. तथा अयर् गित
प्रितबिों का पालय करते एए तथा गाडी पर द्रकसी िवर्षमता के िलए सतका िृिि र ते एए बलकक सेकिय
को साफ करये हेतु उसे कहा जाएगा सटेिय पएुँाये पर संबंिित िवभाग के कमााारी द्वारा गाडी की जॉंा
की जायी ाािहए र्द्रि कोई िवर्षमता यहं पार्ा जाया ह तो गाडी का पुयरारं भ सामान्र् गित से द्रकर्ा
जाया ाािहए
(9) ििरोपरर उपस्कर के ्ीलिंपग/ििरोपरर उपस्कर में यो टेंिय की िस्थित में ाालक तथा गार्ा के कतावर् एवं उि रिािर्त्व :
(i) ििरोपरर उपस्कर के ्ायसेंट ्ीलिंपग के मामले में ाालक सामान्र् ््िय का पुयगाहण करे गा रर र्ह
िे ये के िलए द्रक कोई िवर्षमता/अवरोि ह, पाश्वावती लानय/लानयों पर भी ाद्यकस ियगाह र ेगा तथा
ििरोपरर उपस्कर में ्ीलिंपग के बारे में सीटी संकेत र्ा वककी टककी के माधर्म से गार्ा को सूिात करे गा
गाडी का गार्ा अपयी गाडी पर द्रकसी िवर्षमता के िलए सतका र ेगा सहार्क ाालक को गाडी के पी े
की ओर िे या ाािहए रर द्रकसी असामान्र्ता के बारे में अपयी गाडी का अवलोकय करया ाािहए
(ii) र्द्रि ििरोपरर उपस्कर में यो टेंिय जारी रहता ह तो ाालक तत्काल लोको फ्लेिर का िस्वा य कर
िेगा रर गित को ियर्ंित्रत करे गा (राित्र में 60 द्रक.मी.प्र.र्ं. से अििक यहं) ताद्रक द्रकसी अवरोि से
पहले ूपकये में समथा हो रर पहले आपात सकके ट के यजिीक अपयी गाडी को रोके गा रर ििरोपरर
उपस्कर में यो टेंिय के कारण को जायये के िलए कर्षाण ििि ियर्ंत्रक /ियर्ंत्रक से संवाि स्थािपत
करे गा ियर्ंत्रक का से मििवरा के अयुसार ाालक िल को कार्ा करया ाािहए
(iii) र्द्रि कर्षाण ििि ियर्ंत्रक/ियर्ंत्रक के साथ तत्काल संवाि संभव हो तो ाालक, सहार्क ाालक को यीाे
उतरये रर अपये गाडी में रर साथ ही लोकोमोरटव में द्रकसी िवर्षमता/द्रकसी राबी को गार्ा के साथ
िे ये हेतु गाडी की जॉंा करये के िलए प्रितियर्ु्त करे गा गाडी की जॉंा करये के पश्ाात ाालक/गार्ा
िवर्षमता के बारे में तथा आवश्र्क सहार्ता र्द्रि कोई ह र्ा अन्र्था के बारे में िूसरे लानय के टेलीफोय
वककी-टककी, समपार फाटक र्ा िूसरे द्रििा की गाडी र्ा संाार के द्रकसी अन्र् सािय के माधर्म से
से्िय ियर्ंत्रक को सूिात करे गा तथा कं ्ोल के मििवरा के अयुसार कार्ा करे गा र्द्रि अपयी गाडी में
कोई िवर्षमता यहं िे ता ह तो ाालक को लोको फ्लेिर के िस्वा को ‘ फ’ कर िेया ाािहए
(iv) र्द्रि नसी बीा ििरोपरर उपस्कर की ऊजाा आपूित पूवा िस्थित में आ जाती ह तो ाालक, जसे ही उसके
जायकारी में आता ह द्रक ऐसी आपूित का पुरार भ हो गर्ा ह सामान्र् ््िय का पुयगाहण करे गा
232
अधर्ार् - XVIII

प्रक्रीणा
18.01 ियरस रर वर्ावृित (ररपील तथा सेलिंवग) : भारत सरकार के तत्कालीय रे ल िवभाग (रे लवे बोर्ा) की द्रियांक 9
मााा, 1929 की अििसूाया सं. 1078 - टी के अिीय जारी द्रकए गए सामान्र् ियर्म, ऐसे ियरि्िकरण के पूवा
द्रकसी बात र्ा कारा वाई के र्ा उसके द्रकए जाये में द्रकए गए लोप के संबि
ं में एतत द्वारा ियरस्त द्रकए जाते हैं

233
पररििषट - ‘ए’

ककिय आिेि हेतु समेद्रकत ियर्म

I. जब द्रकसी कारणवि, ाालक को [ियर्म 1.02 (88) में सं्ा द्रिर्े गर्े] साविायी बरतयी ह र्ा गित कम करयी को तो
वह प्रपत्र टी/409 र्ा टी/ए 409 िजय पररिस्थितर्ों में ाालक द्वारा ककिय आिेि पाररत होगा वह िय यिलि त ह :
क. 1. जब लानय मर मत के अिीय होये र्ा अन्र् कारणों को िविेर्ष अयुिेिों की आवश्र्कता हो
2. ओवरड्यू ्ेय को िे ये के िलए
3. िंंटग के िलए ्ेय हाम िसगयल के ‘ य’ से थोडा पहले पास करये के प्राििकार के िलए
4. जब द्रकसी प्रकार से कोई नं टरलकक पांनंट िबगर जाए अथवा िोर्षपूणा हो जाए
5. जब नं टरलकक पकनं ट, िसगयल अथवा नं टरलकक गीर्र में बिलाव लार्ा लार् हो अथवा उयकी मर मत
करयी को
6. जब आगे ब़ ये के सिीक प्राििकार के िबया ्ेय आगे ब़ ये लगे
7. जब िो स्टेियों के ब्यलकक से्िय के बीा र्ीएमटी/ईएमटी का काम ाल रहा हो
8. जब द्रकसी िर्सेवल ्ेय अथवा पथचर्ूत ्ेय ब्यलकक से्िय में हो तथा एक अिसलिंस्टग नं जय र्ा ररिल ्ेय
वहॉं भेजया हो तो
9. जब ब्यलकक से्िय में एक ्ेय अपये िर्ब्यबों से अलग हो गर्े को तथा एक नं जय को वहॉं भेजया हो
10. जब र्पल अथवा ्वकनपल लानय में द्रकसी बािा अथवा अन्र् द्रकसी कारण से एक लानय का वर्वहाव
के वल एक ्ेय के गलत द्रििा में भेजये के िलए
11. जब र्बल लानय से्िय में ्ेय के लोको पानलट को ्क में संवािभत बॉंिा के िलए ियगरायी र या पडता

12. जब र्बल लानय से्िय में एक ्ेय को टेल लैंप िवहीय पार्ा जाता ह तथा र्ह माय िलर्ा जाता ह द्रक ्ेय
का एक भाग ो (िमलिंसग) हो गर्ा ह
13. जब र्बल लानय से्िय में एक ्ेय अथवा ्ेय का एक िहस्सा अथवा एक गलत गाडी गलत लानय में ाली
जा रही ह
14. जब लिंसगल लानय से्िय में एक ्ेय को ‘स्टकफ एंर् ए्जािमय’ िसगयल िमला ह तथा लानय के प्रित अथवा
बािा होये का अंिाजा लगार्ा गर्ा हो
. िूसरी पररिस्थितर्ां :
1. जब ्ेय को िसगयल िवहीय में लेया हो
2. जब िमर् से्श्य ं में कोल-पानलट को अथवा अन्र् को ालया हो
3. जब लेबल - क्रालिंसग मेट राब हो गर्ी हो अथवा नं टरलकक का कार्ा य एआ हो
4. जब िविभन्य पररिस्थितर्ों में एक िवोुत नं जय अथवा मोटर कोा के पेंटोग्राफ को यीाे करये की सूाया
िेयी हो तो
5. जब पकवर ब्यलकक से्िय पर र्ीजल ्ेय ालाये की अयुमित ाािहए हो
6. जब सर्दकट ब्रेकर के र्लिंपग अथवा द्रकसी कमााारी के ररपोटा करये से ्ेकिय ओएाई पर कोई अियर्िमतता
का संिेि हो
7. ओटोमेरटक िसगयल के लंबे समर् से ालये वाली फे िलर्र ्ेयों का ाालय
8. नं जयों के राब तरीके से ालाये के मामले में
9. लानय के ब्यलकक र ये पर ्क लकरी के काम करये में
10. ओर्ीसी के ाालय से संबंिित गित ियर्ंत्रण तथा िविेर्ष साविायी
11. जब ्ेक पर अथवा उसके आस पास कोई मृत र्ेर् पार्ा गर्ा हो

रटप्पणी उपरो्त आकिस्मक पररिस्थितर्ॉं िजसमें कसय आिेि जारी द्रकर्ा जाता सामान्र् सूाी ह नसके अलावा भी
अन्र् पररिस्थितर्ां हो सकती ह
234
II. सूाया का प्रेर्षण :
(1) जब भी लानय के कारण जब ओएाई की मर मत ाल रही हो अथवा द्रकसी अन्र् कारणों से िविेर्ष
साविायी बरतये की जूपरत हो, अथवा ्ेयों के असुरिा त होये का तरा हो तो, स्टेिय मास्टर िजसे र्ह
सूाया प्राप्त होती ह वह तुरंत ब्यलकक से्िय के िूसरे ोर प्रभािवत स्टेिय के मास्टर को, ियर्ंत्रक, पकवर
ियर्ंत्रक, कर्षाण ििि ियर्ंत्रक, लोको फोरमय, तथा संबंिित रे ल कमाााररर्ों को सूिात करे गा तथा वकिंगकग
टानम टेबल में उिललि त स्टेिय को नय पररिस्थितर्ों की सूाया प्रानवेट यंबरों के आिाय-प्रिाय से करे गा
(2) नसके बाि ियर्ंत्रक/कर्षाण ििि ियर्ंत्रक/ििि ियर्ंत्रक अपये तरफ से र्ह सुियिचितत करे गा द्रक वह नय
पररिस्थितर्ों की सूाया सभी स्टेिय मास्टरों तथा संबंिित ््िय, लोको फोरमय, लोको फोरमय िे द्रिर्ा

III. ककिय आिेि जारी करये का तरीका : (1) प्रभािवत ब्यलकक से्िय के िोयों ोर पर िस्थत स्टेिय मास्टर द्वारा
(i) जब स्टेिय मास्टर को र्ह सूाया प्राप्त होती ह द्रक लानय की मर मत ाल रही ह अथवा ्ेय को युकसाय
पएुँाये की संभवया ह िजसके कारण साविायी बरतयी ह, तब तक अपये स्टेिय में अथवा िूसरे द्रकसी ोर
को उस ब्यलकक से्िय में तब तक द्रकसी ्ेय को अथवा द्रकसी गाडी को र्ुसये यहं िेया जब तक द्रक -
(क) िूसरे ोर के स्टेिय मास्टर से हम सूाया की प्रािि यहं िमल जाती ह
( ) जहॉं पर वकिंगकग टानम टेबल में स्थाई गित प्रितबिता ह उसे ोड कर उसये (स्टेिय मास्टर ये) लोको
पानलट तथा गार्ाको सामये तरा ह तथा द्रकस स्थाय पर ह उसकी सूाया कसय आिेि द्वारा िे िी ह
(ग) वह नस बात की पुिि कर लेगा द्रक सूिात स्टेिय ये भी कसय आिेि जारी कर द्रिर्ा ह
(र्) उसे सामान्र् िस्थितर्ों के लद्यट आये की सूाया िमल गर्ी ह
(ii) ब्यलकक स्टेिय के िूसरे ोर के स्टे िय मासटर भी िारा (1) के उपिारा ( ) से (र्) तक का पालय करते एए
कार्ावाही करे गा
(iii) थ्रू ्ेयों को अपये समर् से पहले तब तक या ककिय आिेि जारी करये के िलए रोक द्रिर्ा जाएगा जब तक द्रक
नस बात की पुिि की जाती ह द्रक संबंिित स्टेियों द्वारा कसय आिेि जारी कर द्रिर्े हैं
(2) सूिात स्टेिय के स्टेिय मास्टर द्वारा :
(क) जब सूिात द्रकर्े गर्े स्टेिय के स्टेिय मास्टर को र्ह सूाया प्राप्त होगी द्रक लानय की मर मत ाल
रही ह अथवा ्ेय को युकसाय पहूुँाये की संभावया ह, िजसके कारण साविायी बरतयी ह, तब वह
सूाया की प्रािि की पुिि करे गा तथा द्रकसी ्ेय के लोको पनलट तथा गार्ा को तरा तथा उसके
अवस्थाय संबंिित कसय आिेि पाररत द्रकए िबया उस ्ेय को अपये स्टे िय से तरे वाले नलाके में
प्रस्थाय यहं करये िेगा, वह प्रितबंिित नलाके के पी े वाली स्टेिय मास्टर को सूाया िेगा द्रक द्रकस
्ेय के िलए पहला कसय आिेि पाररत एआ ह
( ) सूिात स्टेिय के स्टेिय मास्टर जब उयके स्टेिय से ्ेय की गित की ओर िूसरे सूिात स्टे िय के बीा
साविायी बरतये की कोई सूाया प्राप्त यहं होती ह तो वह उसके स्टेिय से प्रस्थाय करये वाली सभी
्ेयों के लोको पानलट तथा गार्ों को कसय आिेि प्रपत्र टी/ए 409 में ‘ियल’ (NIL) िल कर जारी
करया ह
रटप्पणी : एक सूिात स्टेिय के ककिय आिेि प्राप्त द्रकए िबया एक लोको पानलट ्ेय को यहं ालार्ेगा तथा गार्ा ्ेय
के ालये की िसगयल यहं िेगा
(3) जब ्ेय सूिात स्टेिय के अलावा अन्र् स्टेिय से ालया िुूप करे - जब कोई ्ेय सूिात स्टिय के अलावा
अन्र् स्टेिय से ालया िुूप करता ह तो स्टेिय मास्टर ियर्ंत्रक अथवा कर्षाण ऊजाा ियर्ंत्रक अथवा पी े के
सूिात स्टेिय अथवा आगे के सूिात स्टेिय (लिंसगल लानय से्िय पर) से सलाह लेगा तथा पहले की योरटस
स्टेिय तक ककिय आिेि जारी करे गा परं तु जब ियर्ंत्रक अथवा पी े के सूिात स्टे िय अथवा आगे के
सूिात स्टेिय (लिंसगल लानय से्िय पर) से संपका स्थािपत यहं हो पाता ह रर सूाया प्राप्त होती ह तथा
गाडी को अरीजयेंटग स्टेिय से ाालू करया आवश्र्क हो जाता ह तो अगर लागू की प्रितबंिता का कसय
आिेि जारीकरके अथवा टी/ए 409 प्रपत्र में ककियआिेि ‘ियल’ (कु यहं) भर कर लोको पानलट/गार्ा को
ब्यलकक स्टेिय पर रोक कर ककिय आिेि प्राप्त करये की अिग्रम िलि त सूाया िी जाती ह तथा वहॉं प्राप्त

235
अयुिि े ों के अयुसार कार्ावाही की सलाह िे जाती ह र्ह प्रद्रक्रर्ा तब तक ालती रहेगी जब तक य योरटस
स्टेिय तक की सारी प्रितबिताओं का अिग्रम िववरण हािसल यहं कर िलर्ा जाता ह
(4) रास्ते में ाालक िल को बिलया’ अगर रास्ते में ाालक िल को बिला जाता ह तो कार्ा ग्रहण करये वाले
लोको पानलट/गार्ा उस लानय की अवस्था से अवगत होये के िलए उय सभी संबंिित कासय आिेिों को
कार्ामु्त होये वाले लोको पानलट/गार्ा से ले लेंगे तथा उसकी सटीक पावती िे िेंगे
(5) रास्ते में सहार्क/बिंकग नं जय को लगाया - जब रास्ते में द्रकसी स्टेिय पर एक सहार्क अथवा बिंकग नं जय
लगाया हो तो उस नं जय के लोको पानलट की र्ह िज मेवारी रहेगी द्रक वह सारे प्रितबंिताओं के बारे में
अवगत हो जाए वह आवश्र्क सूायार्ें ्ेय के नं जय के लोको पानलट अथवा गार्ा से जसा मामला को, प्राप्त
कर लेगा
रटप्पणी : ब्यलकक स्टेिय पर जब एक ्ेय के पी े सहार्/बिंकग नं जय लगार्ा जाता ह, तब स्टेिय मास्टर सहार्क/
बैंद्रकग नं जय के लोको पानलट को ककिय आिेि जारी करे गा जब द्रकसी ्ेय की सहार्ता के िलए बीज
से्िय से कोई बुलार्ा जाता ह तो स्टेिय मास्टर नस नं जय के लोको पानलट को सहार्ता के िलए आगे ब़ ये
के आिेि जारी करे गा तथा ियर्ंत्रण की सलाह िेगा
(6) जब संपका टू ट जाता ह : संपका टू टये की िस्थित में ब्यलकक से्िय के िीक वाली स्टेिय क स्टेिय मास्टर र्ह
सोाे िबया सभी ्ेयों कसय आिेि जारी करे गा द्रक ्ेय द्रकस प्रकार का ह लिंसगल लानय ह र्ा र्बल तथा
कद्यय सी कार्ा प्रणाली लागू ह
(7) िवोुतीकृ त से्िय में जब पावर ब्यलकक को : जब द्रकसी ाालू लानये पकवर ब्यलकक वाले से्िय में र्ीजल
नं जय द्वारा ाािहत गाडी के संाालय की अयुमित अत्र्ावश्र्क हो जाता ह तब ियर्मायुसार एक ककिय
आिेि जारी करया जूपरी ह पकवर ब्यलकक की मांग करते समर्, संबंिित कर्षाण ििि ियर्ंत्रक ब्यलकक
स्टेियों के बीा पकवर ब्यलकक की अविि िजस ा ेत्र में काम करवाया ह उस ा ेत्र की सटीक द्रकलोमीटर माप,
कार्ा प्रकार, उस ा ेत्र से ्ेय द्रकस गित से गुजरे गी, तथा लोको पानलट द्वारा बरतये वाली िविेर्ष
साविाियर्ों के बारे में उलले करे गा
(8) स्थायीर्/सवरवय ्ेयों के िलए : सवरवय से्िय के ्ेयों के संाालय के मामलों में स्टेिय मास्टर लोको
पानलट तथा गार्ा को ककिय आिेि उय स्टेियों के िलए जारी करे गा िजयका िववरण वकिंगकग टानम टेबल में
द्रिर्ा गर्ा ह आपात िस्थितर्ों में जब अाायक गित प्रितबंिता की जूपरत को तब र्ह लागू यहं होगी
नय ्ेयों के मामले में टानप द्रकर्ा एआ सान्लोस्टानल अथवा पा एआ अथवा क प्र्ूटरीकृ त प्रित द्वारा
के वल एक बार ककिय आिेि जारी द्रकर्ा जाएगा िजसमें ्ेय उस पूरे से्िय का जहॉं से जहॉं तक ्ेय सफर
करे गा वणाय होगा िूसरी ककिय आिेि तब ही जारी द्रकर्े जाएंगे जब कडी गित प्रितबंिता/प्रितबंिता रद्द
करया हो अथवा यहं गित प्रितबंिता/प्रितबंिता लागू करया हो
रटप्पणी : िसर्ालिह तथा हावडा मंर्ल के सवावय से्िय में, जब नं जीियर्ंरग अथवा अन्र् अििकाररक
िसर्ालिह/हावडा मंर्ल के सवावय से्िय के द्रकसी अंि में ककिय आिेि जारी करया ााहे तो मंर्ल रे ल
प्रबंिक हावडा/िसर्ालिह द्वारा जारी द्रकर्े िविेर्ष अयुिेिों के आिार पर स्टे िय अिीा क हावडा/िसर्ालिह
तथा मु्र् ियर्ंत्रक/हावडा िसर्ालिह के अिीय जसा मामला हो एम टी एस अथवा र्ी एम टी आई को
िलि त सूाया भेजेंगे तथा उसकी पावती प्राप्त करें गें, िजससे रोजाया सवावय /थ्रू ्ेयों के गार्ा, लोको
पानलट तथा मोटरमय को टानप द्रकर्े एए, सान्लोस्टानल अथवा लिंप्रट द्रकए एए अथवा कं प्र्ूटीकृ त ककिय
आिेि/गित प्रितबंिता की प्रित जारी की जा सके नं जीियर्ंरग तथा अन्र् अििकाररक की र्ह िज मेिारी
होगी द्रक काम िुूप होये से पहले टानप द्रकए एए सान्लोस्टानलर् अथवा लिंप्रट द्रकए एए अथवा कं प्र्ूटरीकृ त
ककिय आिेि/गित प्रितबंिता की प्रित में उयद्रक द्वारा जारी द्रकए एए ककिय /गित प्रितबंिता ह नसके
अितरर्त संबंिित सभी को वतामाय के ककिय /गित प्रितबंिता की सूाया प्राप्त होया ााहिए
(2) स्टेिय मयेजर/िसर्ालिह तथा हावडा के अिीय स्टे िय मास्टर लागू की गई अस्थाई गित प्रितबंिता के िलए एक रिजस्टर
र ेगा नं जीियर्ंरग अथवा (टीआरर्ी तथा िसगयल तथा िूरसंाार आद्रि जसे) िूसरे अििकाररक जब ककिय/गितप्रितबंिता
जारी करया ााहे तो वह कल के िलए आज के िोपहर बारह बजे तक पुिि सं्र्ा तथा एक पुिि प्रित के साथ स्टे िय मास्टर
हावडा/िसर्ालिह को संिि े अथवा टेलीफोय द्वारा संिि
े भेजेगा वही संिि े उसी तरीके से हावडा/िसर्ालिह ियर्ंत्रण
कार्ाालर् के ियर्ंत्रक तथा र्ीएमटीआई/एमटीएस को द्रिर्ा जाएगा जब स्टे िय मास्टर को ऐसी सूाया िमलती ह तो वह
भद्यगोिलक तथा से्िय अयुसार लागू एए ककिय/गित प्रितबंिता को ररकार्ा करये की वर्वस्था करे गा तथा सा म प्राििकारी
द्वारा वापस िलए गए प्रितबंिता वो ु करे गा लागू तथा रद्द द्रकए गए ऐसे संिि
े ों को नस उद्देश्र् के िलए र े गर्े रियस्ट
236
में िापका द्रिर्ा जाएगा, द्रफर स्टेिय मास्टर अगले द्रिय कोये वाले ककिय/गित प्रितबंिता ( तरे के िलए सतका रहे के
साथ) की एक सूाी बयाएगा तथा नसे ियर्ंत्रण कार्ारलर् भेजा जाएगा िजससे नस र्ीएमटीआई/एमटीएस के
सूाी से िमलार्ा जा सके नसकी जूपरी जांा करये के बाि नय ककिय आिेिों को हरे कागजों पर प्रितद्रिय
सान्लास्टानल द्रकर्ा जाएगा तथा नसमें र्ेपूटी सटेिय मयेजर/स्टेिय मास्टर,एमटीएम/र्ीएमर्ीआई/मु्र्
ियर्ंत्रक (प्रभारी) अपया हस्ताा र करें गे िजससे पता ाले द्रक नन्होये टानप द्रकए एए सान्लास्टानलर् अथवा पे
अथवा कं प्र्ूटरीकृ त ककिय आिेि के प्रित की जॉंा कर ली ह िजतयी जूपरत को उतयी ककिय आिेि 16.00 बजे
तक टानप, सान्लोस्टानल अथवा पे कं प्र्ूटरीकृ त करके बाूपईपुर, ांियपूर, मसाग्राम, सेवडाफु ली, बैंर्ल,
बिामाय, कटवा, िसर्ालिह, राणार्ाट, यहाटी, कृ षणायगर, िािन्तपुर, बयगांव, र्ारकू यी, िमिम जं., िातपुर,
बारासात, र्ार्मंर् हावार, लक्ष्मीकांतपुर, कलिंयग आद्रि स्टेियों पर भेजा द्रिर्ा जाएगा उप ियर्ंत्रक,से्िय
ियर्ंत्रक आद्रि को सूाया तथा द्रििा ियिदेशि हेतु नय ककिय आिेिों की प्रितर्ॉं भेजे जाएंगे
3. जब पूरे लिंलक के िलए कोई ककिय आिेि पाररत यहं होती ह तो प्रपत्र टी/ए 409 में ‘ियल’ (कु यहं) ककिय
आिेि भर द्रिए जाएंगे
4. प्रत्र्ेक सानस्कोस्टानल ककिय आिेि के एक यंबर होंगे िजसका संबंि उय द्रिय के तारी तथा महीया से होगा
उिाहरण के िलए द्रियांक 14 जुलाई 1937 का यवबंर 14/7 होगा तथा द्रियांक 18 जुलाई 1987 का यवंबर 8/7
होगा
5. हावडा तथा िसर्ालिह मंर्ल के सवावय से्िय में जब सवावय ्ेयों के मीटरमय तथा गार्ों को ककिय आिेि
पाररत करया हो तो एक मोटरमय तथा गार्ों के संपण ू ा लिंलक के िलए जारी द्रकर्ा जाएगा तथा वह उस स्थाय के
स्टेिय मास्टर द्वारा जारी द्रकर्ा जाएगा जहॉं पर ऐसे मोटरमय/ गार्ों का प्रिाय कार्ाालर् ह तथा जहॉं से वह
ड्यूटी के िलए हस्ताा र करते हैं हावडा, िसर्ालिह, बैंर्ल, बिामाय अथवा अन्र् स्टेियों जहॉं पर ए टी एफ आर
ाद्यबीसों र्ंटे तयात ह वहकं िसर्ालिह/हावडा के स्टेिय कमााारी सान्लोस्टानल ककिय आिेि तर्ार करें गे तथा
समर् पर एटीएफआर को भेज िेंगे एटीएफआर अपये अपये स्टेियों के मोटरमय/लोको पानलट को र्ह प्रेिर्षत
करें गे िजय सवावय ्ेयों के िुूपआती स्टेियों पर एटीएफआर तयात यहं ह वहॉं पर हरे रं ग के कागज पर टानप,
सान्लोस्टानल अथवा लिंप्रट अथवा कं प्र्ूटरीकृ त ककिय आिेिों के प्रित को ड्यूटी पर तयात स्टेिय मास्टर प्रित
हस्ताा र करें गे िजससे र्ह ्ात हो द्रक अन्र् ककिय/ गित प्रितबंिता लागू यहं ह
6. जब ईएमर्ू तथा सवावय ्ेयों के मोटरमय तथा गार्ा अपये ड्यूटी के िलए हस्ताा र करते ह तब अपये लिंलग के सभी
्ेयों का ककिय आिेि प्राप्त कर लेंगे वह ककिय आिेिों की प्रािि िेंगे तथा नयके सं्र्ा रिजस्टर में ररकार्ा करके
र ेंगे एटीएफआर/स्टेिय मास्टर को र्ह धर्ाय िेया ह द्रक नय ककिय आिेिों की प्रितर्ॉं (िजसमें िविेर्ष यंबरों
का अंकय हो) प्राप्त करये के बाि मोटरमय/गार्ा पावती एपीर्रें स बुक में िे द्रिर्े हैं
7. (क) अिग्रम सूाया के िबया अगर कोई ककिय/गित प्रितबंिता अन्र् समर् में जारी करया हो तो उपरो्त
ियर्मायुसार गितगित प्रितबंिता / ककिय जारी करये वाले अििकाररक तुरंत से्िय ियर्ंत्रक, से्िय
मयेजर- हावडा/िसर्ालिह (जसा मामला हो) तथा संबंिित स्टेिय को सूिात करें गे तथा उयकी पावती
प्राप्त करें गे, से्िय ियर्ंत्रक तुरंत स्टेिय मयेजर हावडा/िसर्ालिह तथा संबंिित स्टेियों को सूाया भेजये
के िलए कार्ावाही करें गे
(बी) नय मामलों में प्रभािवत से्िय के टीक आगे की अंित स्टकलिंपग स्टेिय/िुूपआती स्टेिय योरटस स्टेिय
टी/409 प्रपत्र में ककिय आिेि जारी करे गा
(सी) नं जीियर्ंरग तथा अन्र् आििकाररक र्ह सुियिचितत करें द्रक अपररहार्ा अवस्था के िबया ककिय/गित
प्रितबंिता य जारी करे तथा ियर्मायुसार प्रभािवत लानय को सूिात कर िलर्ा गर्ा ह
8. हावडा/िसर्ालिह, बैंर्ल,बिामाय,यहाटी आद्रि स्टे ियों के गार्ा/मोटरमयों के कमरे में एक बोर्ा होया ाािहए िजसमें ड्यूटी के
िलए हस्ताा र करये वाले गार्ा/मोटरमयों के िलए अत्र्ावश्र्क ककिय आिेि िल ा एआ होगा िजसको सान्लोस्टानल ककिय
प्रपत्र में वह योट कर लेंगे
9. उपरो्त पराग्राफ में उिललि त ककिय आिेि िजसे प्रितद्रिय के सान्लोस्टानल ककिय आिेि के सूाी में यहं र ा गर्ा ह,
अगर द्रकसी सूिात िुूपवाती स्टे िय अथवा हावडा, िसर्ालिह बैंर्ल, यहाटी आद्रि स्टे ियों के स्टेिय मास्टरों को यई प्रिविि
के बारे में कोई कं ्ोल हो तो वह ड्यूटी पर तयात से्िय ियर्ंत्रक से सत्र्ािपत कर उसे एक अलग टी/409 प्रपत्र में जारी
करे गा
10. सवावय से्िय पर ालये वाले मेल/ए्सप्रेस/ अन्र् पसेंजर ्ेयों के लोके पानलटों को प्रपत्र टी/409 के पररििषट में हरे
सान्लोस्टानल ककिय आिेिों को संलग्य द्रकर्ा जाएगा टी/409 प्रपत्र में मिीय द्वारा पे क्रम सं्र्ा को पररििषट के
237
सान्लोस्टानल ककिय आिेि के ऊपर िल ा जाएगा ककिय पोटार आिेि को प्रेिर्षत करे गा तथा पावती के ूपप में गार्ा
तथा लोको पानलट का हस्ता र प्राप्त करे गा ककिय आिेि में अगले योरटस सह स्टकलिंवग ककिय तक की सारी
ककिय / गित प्रितबंिता होगी
11. उय से्ियों के िलए जहां ्ेय यहं ूपके गी :
(क) उय स्टेियों के िलए जहॉं कोई ्ेयों के ूपकये के िलए बुक यहं द्रकए गए हो, अाायक आपातकालीय गित
प्रितबंिता य होये से, सािारणत: कोई ककिय आिेि जारी यहं होगा, तथा
( ) अगर ऐसे स्टेिय के स्टेिय मास्टर द्वारा ककिय आिेि की सूाया प्राप्त होती ह वह तुरंत उससे लगे ब्यलकक
स्टेिय के स्टेियों को प्रानवेट यंबर के आिाय-प्रिाय में ककिय आिेि जारी करये के िलए सूाया भेजेगी तथा
उसकी पावती प्राप्त करें गा तथा वह ुि पावती िेगा
(ग) बगल वाले स्टेिय के स्टेिय मास्टर को जब र्ह सूाया प्राप्त होती ह तो वह नस प्रकार से कार्ावाही करे गा
जसे उसे ुि से आिेि प्राप्त हो
रटप्पणी : जब ऊपरी उपस्कर के िोर्षपूणा होये के कारण एक स्टेिय के बाि वाले से्िय में पेंटोग्राफ यीाे करें की
ाेतावयी िेयी हो तो ्ेय को उस स्टेिय पर रोक िलर्ा जाएगा तथा लोको पानलट/मोटरमय को ककिय
आिेि जारी द्रकर्ा जाएगा
IV. ककिय आिेि की तर्ारी तथा िववरण :
(क) ककिय आिेि हरे रं ग के कागज में, परा (र्.) तथा (ा) को ोड कर िोयो ओर हरे रं ग के कागज ियिााररत
पप्रत्र में जारी द्रकर्ा जाएगा सभी प्रपत्रों की सं्र्ाओं में िारावािहकता होगी तथा प्रत्र्ेक पन्ये में जारी
करये वाले स्टेिय का स्ट प होगा र्ह तीय पन्यों का होगा िजसमें एक लोगो पानलट का, िूसरा गार्ा का
रर तीसरा स्टेिय का ररकार्ा के िलए होगा जब ्ेय की नं जय को लोको पानलट तथा को-लोको पानलट,
तब ककिय ाार प्रितर्ों में तर्ार की जाएगी, िजसमें एक लोको पानलट, िूसरी को लोको पानलट तीसरी
गार्ा तथा ाद्यथी स्टेिय ररकार्ा के िलए होगी ककबाय-प्रकसेस से साफ सुथरे तरीके से नसकी तीय/ाार
प्रितर्ां बयार्ं जाएगी
( ) ककिय आिेि प्रपत्र िद्वभार्षी अथाात अंग्रेजी तथा लिंहिी/अंाािलक भार्षा में पे एए होंगे
(ग) ककिय आिेि में न्र्ुयतम तीय प्रितबंिताओं के िल ये की जगह होयी ाािहए आिेि के पी े कोई भी
प्रिविि यहं होयी ाािहए जब एक से अििक ककिय आिेि जारी करया हो तो पृषटों का क्रमांक 1,2,3
आद्रि होया ाािहए
(र्) नसमें द्रकलोमीटर द्रकस स्टेिय अथवा द्रकय स्टेियों के बीा में साविायी बरतयी ह, उसके कारण,
प्रितबंिित ा ेत्र से द्रकस गित से ्ेय ालेगी- नय सभी का िववरण होगा स्टेिय कोर् का वर्वहार यहं
होगा, नसके जगह पर स्टेियों का पूरा याम होया ाािहए
(र्.) ककिय आिेि िविेर्ष स्टेियों तथा िविेर्ष ्ेय जसे राजिायी ए्सप्रेस, लंबी िूरी तर् करये वाली मालगाडी,
लोकल /सवावय ्ेयों को ोडकर सभी ्ेयों के िलए अलग-अलग ककिय आिेि पाररत द्रकए जार्ेंगे, बाकी
्ेयों के िलए ककिय आिेिों को टानप, सान्लोस्टानल तथा लिंप्रट करके सिवस समर् तक र्ह जॉंा की
जाएगी द्रक उय सभी ा ेत्रों का याम ह जहॉं ककिय आिेि जारी करया ह संबंिित स्टे ियों के स्टेिय वकिंगकग
ूपलस में नस िवर्षर् में जूपरी प्रिवििर्ां करयी ह तथा वकिंगकग टानम टेबल में ऐसे स्टे िय/ ्ेयों का िववरण
होगा जब िो अथवा िो से अििक ा ेत्रों पर गित प्रितबंिता लागू हो तो ऐसे ा ेत्रों के ्ेय के आगे ब़ ये के
द्रििा में, भद्यगोिलक क्रम से उस ा ेत्र के द्रकलोमीटर का िववरण होगा
रटप्पणी : (i) जब टानप द्रकए एए,सान्लोस्टानल अथवा लिंप्रट द्रकए एए ककिय आिेि जारी द्रकर्ा जाता ह तो नसे टी/409 प्रपत्र के
पररििि के ूपप में जारी द्रकर्ा जाए पररििषट में लगाए गए सान्कलोस्टानल/टानप द्रकए एए पत्र के िार्ें तरफ
ऊपरी भाग में टी/409 का मिीय द्वारा लिंप्रट द्रकर्ा एआ यंबर िल ा जाएगा, ड्यूटी पर तयात स्टे िय मास्टर/ सहार्क
स्टेिय मास्टर सान्लोस्टानल/टानप द्रकए एए ककिय आिेि पर हस्ताा र करे गी िजससे प्रमाण रहे द्रक उन्होंये नसकी
जांा कर ली ह
(ii) जब कोई ककिय आिेि जारी यहं करया ह तो टी/409 प्रपत्र में ‘कु यहं’ ककिय आिेि भरया ह
(iii) िवियर्दिषट - थ्रू मालगािर्र्ों के िलए अगल-बगल योरटस स्टे िय से्िय के िलए मंर्ल रे ल प्रबंिक पहले योरटस स्टे िय
से ककिय आिेि िेये के िलए वर्वस्था कर सकता ह िजससे अगले योरटस स्टे िय से िबया ूपके मालगाडी को जाये की
अयुकित िमलसके ऐसी सूायाएं संबंिित योरटस स्टे ियों के सभी स्टेियों पर िोहरा लेया ह मेल/ए्सप्रेस पसेंजर
्ेयों के मामले में अगले योरटस स्टे िय में, जहॉं ्ेयों का स्टकपेज ह, ककिय आिेि जारी द्रकर्ा जाएगा
238
(ा) नसमें हमेिा तारी सिहत पूरा हस्ताा र होगा
( ) िल ये में कहं कु गलती होये से तथा गलती के उत्तर िल ये से, नसे रद्द करके एक यर्ा आिेि जारी
करया होगा
(ज) अस्थाई ूपप ूपप से एक सफे ि कागज पर ितर ा हरे रं ग का बैंर् र्ाल कर ककिय आिेि बयाये की अयुमित
द्रिर्ा जा सकता ह
(झ) प्रभािवत ब्यलकक से्िय के तुरंत पी े के ब्यलकक से्िय के स्टेिय मास्टर टी/बी 409 में ररमानं र्र ककिय
आिेि उय ्ेयों के लोको पानलट को जारी करे गा िजयको उस स्टे िय पर स्टकपेज को अथवा उयके अपये पथ
पर रोक िलर्ा जाएगा लिंसगल लक्ष्र् पर एक थ्रू ्ेय स्टेियों को पार कर रही ह तब भी उसके लोको
पानलट को टी/बी 409 में ररमार्ंर ककिय आिेि आगे ब़ ये के प्राििकार के साथ द्रिर्ा जाएगा, िविेर्ष
द्रििा ियिदेशिों के अंतगात सवावय से्िय में ककिय आिेि पाररत यहं द्रकर्ा जा सकता ह
(v) ककिय आिेि का प्रेर्षण : (1) स्टेिय मास्टर वर्िि गत तद्यर से अथवा उसके द्वारा प्रितियर्ुिि सा म रे ल कमााारी
्ेय के लोको लानलट तथा गार्ा को ककिय आिेि िेगा तथा प्रािि के िलए ररकार्ा पन्ये पर लोको पानलट तथा गार्ा
का हस्ताा र प्राप्त करे गा जब लोको पानलट/ गार्ा के हस्ताा र प्राप्त करे गा
(2) अगर कोई पानलट ककिय आिेि के िवर्षर् वस्तु को ससमझये में असमथा हो तो वह स्टेिय मास्टर को आग्रह
करे गा द्रक वह आिेि समझा िें / बडे र्ार्ों में ्ेय के गार्ों का र्ह िािर्त्व होगा द्रक िविेर्ष अयुिेिों के
अिीय ककिय आिेि के िवर्षर् वस्तु की वर्ा्र्ा करे
(3) जहॉं एक से अििक लीलिंर्ग नं जय ह वहॉं पर प्रथम लीलिंर्ग नं जय के लोको पानलट को ककिय आिेि द्रिर्ा
जाएगा तथा उपरो्त उपियर्म (1) के अयुसार उससे हस्ताा र प्राप्त द्रकर्ा जाएगा द्रफर भी, प्रथम
लीलिंर्ग नं जय के लोको पानलट को ककिय आिेि िेये से पहले उस ्ेय के अन्र् नं जयों के लोको पानलटों को
र्ह ककिय आिेि द्रि ार्ा जाएगा तथा उयसे हस्ताा र प्राप्त द्रकर्ा जाएगा िजससे पता ाले द्रक उन्होंये
ककिय आिेि प़ कर समझ िलर्ा ह अगर ्ेय में कोई बैंद्रकग नं जय को अथवा ्ेय के पी े कोई नं जय को
तो गार्ा को ्ेय के िलए ककिय आिेि को उय नं जयों के लोको पानलि को द्रि ा कर उयके हस्ताा र प्राप्त
कर लेया ह िजससे पता ाले द्रक उन्होंये नसे प़ कर समझ िलर्ा ह
(4) अगर द्रकसी ्ेय को एक नं जय िके लकर ले जा हरा हो तो प्रभािवत ब्यलकक से्िय के िीक पी े वाले ब्यलकक
स्टेिय पर उस ्ेय के गार्ा को एक र्ु प्लीके ट ककिय आिेि द्रिर्ा जाएगा
(vi) िविेर्ष साविायी की अििसूाया अथवा उसे रद्द करये का तरीका :
(1) जब लानय के द्रकसी अंि में अथवा ऊपरी उपस्कर में मर मत का काम अथवा अन्र् द्रकसी कारण से द्रकसी
सा म रे ल कमााारी को गित प्रितबंिता अथवा िविेर्ष साविायी सूाया जारी करया ह जो वह
ियि यिलि त करे गा
(i) (क) वह ियकटम ब्यलकक स्टेिय (मु्र्त: जो ब्यलकक स्टेिय संबंिित ब्यलकक से्िय में गािर्र्ों के प्रवेि
को ियर्ंत्रण करती ह) के स्टेिय मास्टर को सटीक द्रकलोमीटर, स्टेिय अथवा िो स्टेियों के बीा जहॉं
प्रितबंिता अथवा िविेर्ष साविायी बरतयी हे, नसकी प्रकृ ित तथा नसकी अयुमाियत अविि प्रितबंिित
जगह पर सुरा ा का तरीका तथा उस स्थाय का िववरण जहॉं पर नं जीियर्ंरग नं र्ीके टर का प्रििाय
होगा आद्रि की सूाया भेजग े ा तथा पराग्राफ III के ंर् (1) में द्रिए एए अयर् संबंिित रे ल कमाााररर्ों
को अििसूिात करे गा तथा
( ) वह ऐसे कार्ा तब तक िुूप यहं करे गा जब तक य वह स्टेिय मास्टर से पावती प्राप्त करता ह
(ii) सूाया के प्राप्त होये के पश्ाात स्टेिय मास्टर तब तक पावती यहं िेगा जब तक य वह ब्यलकक से्िय
के िूसरे ोर के ब्यलकक स्टेिय के स्टेिय मास्टर अगर लागू हो तो, को सूाया िे िेता ह तथा पावती कर
लेता ह
(2) जब ऐसी प्रितबंिता अथवा िविेर्ष साविायी का कारण हट जाता ह तो सा म अििकारी िजसये प्रितबंिता
जारी की थी अथवा उससे उचा पि पर अिियस्थ कमााारी प्रानवेट यंबर के आिय-प्रिाय से ियकटतम
ब्यलकक से्िय के स्टेिय मास्टर को तथा अन्र् संबंिित कमाााररर्ों िजयको पहले सूाया िी गर्ी थी उन्हें
सूाया िेगा

239
(vii) गित प्रितबंिता रद्द होये के बाि से्िय मास्टर द्वारा की गई कार्ावाही

(1) गित प्रितबंिता के रद्द होये की सूाया प्राप्त होये के बाि स्टेिय मास्टर संबंिित ब्यलकक से्िय के िूसरे ोर
के स्टेिय मास्टर को, योरटस स्टेिय मास्टर के तथा उय रे ल कमाााररर्ों को िजन्हें पहले सूिात द्रकर्ा गर्ा
था, नस तर्थर् की सूाया िेगा ककिय आिेि के रद्द होये के बाि स्टे िय मास्टर रर ककिय आिेि जारी यहं
करें गे
(2) अगर द्रकसी स्टेिय पर कोई ्ेय को यहं ूपकया ह तो प्रितबंिता के रद्द होये की सूाया बगल के ब्यलकक
स्टेिय को भेज िी जाएगी जो पराग्राफ (1) में द्रिए गए ियर्ामयुसार कार्ावाही करे गा
(viii) ककिय आिेि का ररकार्ा :
(क) िजय स्टेियों पर ककिय आिेि जारी द्रकए गए हैं, उस स्टेिय के स्टेिय मास्टर ककिय आिेि रिजस्टर में
आद्रियांक तक का ररकार्ा र ग े ा िजसमें गित प्रितबंिता जारी करये की ितिथ रद्द करये की ितिथ तथा
प्राििकरण्ं की प्रकृ ित आद्रि का िववरण होगा तथा नसे हर सोमवार ्ेय के गित से भद्यगोिलक क्रम से एक के
बाि एक िल ा जाएगा नय रिजस्टरों में स्टेिय कोर् को ोर् कर कोई अन्र् कोर् का वर्वहार यहं होगा
( ) िजय जगहों में जसे ियर्ंत्रण कार्ाालर् लोको िेर् आद्रि से सूायार्ें प्राप्त होती ह वहॉं भी ऐसे ररकार्ा र या
होगा
(ग) लोको पानलट तथा गार्ा अपये र्ात्रा के अंत में ्ेय संबंिित अन्र् पेपर के साथ साथ र्े ककिय आिेि र्थाक्रम
से लोको फोरमय तथा स्टेिय मास्टर को सौंप िेंगे
(ix) ककिय आिेिों का प्रििा ण : ककिय आिेिों के जारी होये के बाि बारह महीये तक नय ररकार्ा फोर्लों का
प्रिा झण द्रकर्ा जाएगा

240
पररििषट बी - 1

स्टेिय िर्टोयेटर रिजस्टर


सं्र्ा ................................
जगह..............................

अयुिि

1.01 नस रिजस्टर के िय यिलि त भाग ह -

भाग - I स्टेिय पर फद्यग िसगयल मय के समर् समर् पर तयाती का िववरण

भाग - II जब भी पटा ों का प्रर्ोग द्रकर्ा र्ा उन्हें प्राप्त द्रकर्ा जाता ह तब उय पटा ों द्वारा (फद्यग)
िसगयल के प्रािि तथा स्टकक का िववरण

भाग - III कोहरे (फद्यग) की अविि, ड्यूटी पर फद्यग िसगयल मय तथा प्रर्ोग द्रकर्े गर्े पटा ों का िववरण

भाग - IV िर्पो, स्टेिय, लोको िेर् आद्रि जगहों में फद्यग िसगयलों के पररा ण तथा प्रेर्षण का िववरण

1.02 जब भी द्रकसी वर्िि को फद्यग िसगयल मय के ूपप में तयात द्रकर्ा जाता ह र्ा उसे ड्यूटी का िवस्तृ त िववरण
िउर्ा जाता ह सब स्टेिय मास्टर को नस बात की पुिि कर लेयी होगी द्रक र्ये कोहरे अथवा कोहरे वाले
मद्यसम में वह वर्िि स्टेिय में पटा ा फद्यग िसगयल के वर्वृतत के ियर्म से पूरी तरह से अवगत ह नसे
सुियिचितत करये के िलए स्टेिय मास्टर उस वर्िि का हस्ताा र अथवा अंगूिे की ियिायी नस रिजस्टर के
भाग - I के सटीक ककलम में लेंगे

1.03 स्टेिय मास्टर एक सुियिचितत करे गा द्रक नस रिजस्ट में सार सूायार्ें आियांक एक की गर्ी को तथा र्ह
सूायार्ें हर तरह से सटीक ह

1.04 ्ांसपोटदेशिय ियरीा क जब भी एक स्टेिय का मुआर्या करे तो वह रिजस्टर को ाेक करे तथा द्रकतये पटा े
स्टकक में ह रर प्रमाण स्वूपप वह अपया हस्ताा र द्रियांक सिहत करें गे

241
पूवा रे लवे भाग I ..........................

फकग िसिलमय की िस्थित


......................... स्टेिय पर

स्टेिय का काम करये की फकग िसिलमय के फकग िसिलमय का फकग िसिलमय स्टेिय मास्टर स्टेिय मास्टर द्वारा फकग फकग िसिलमय स्टेिय मास्टर का
अविि / समर् याम वास्तिवक पि का आश्वसय का हस्ताा र िसिलमय की ड्यूटी के जांा ितिथ का हस्ताा र हस्ताा र
से तक

पूवा रे लवे भाग - II ………………

पटाका (फकग) िसगयल का स्टकक

द्रियांक फकग िसगयल का ओपलिंयग बलेंस स्टकक प्रािि की ितिथ प्रािि का िववरण स्टकक प्रर्ोग का द्रियांक बाे एए पटाकों की सं्र्ा स्टेिय मास्टर का हस्ताा र

242
पूवा रे लवे भाग - III ………………
............... स्टेिय

द्रियांक फकग की अविि ड्यूटी पर तयात द्रकस समर् फकग पटाका (फद्यग) िसिल जारी फकग िसिलमय ड्यूटी में रहे द्रकस ्ेय के िलए फकग िसिलमय
फकग िसिलमय िसिलमय को करये की सं्र्ा का हस्ताा र स्टेिय मास्टर वर्वहार द्रकर्ा कब स्टेिय पर
द्रकस समर् िुूप द्रकस समर्
का याम भेजा गर्ा अथवा अंगुिे का हस्ताा र गर्ा ह वापस आर्ा
एआ तथा त्म एआ तथा फकग ररन्र्ूवल समर्
की ियिायी
ियर्ंत्रण सूाया ियर्ंत्रण सूाया िसिलमय को के िलए भेजा गर्ा
र्ंटा िमयट र्ंटा िमयट र्ंटा िमयट र्ंटा िमयट र्ंटा िमयट

1 2 3 4 5 6 7 7 9 10 11

ड्यूटी पर तयात स्टेिय मास्टर को द्रकतये पटाके वापस द्रकर्े गर्े हस्ताा र
पटाके िजयका वर्वहार जो पटाके यहं फटे (12) रर 13 को ोडकर बाकी िजय पटाकों की िगयती यहं अथवा अंगूिे का ाप ड्यूटी पर तयात स्टेिय रटप्पणी
यहं एआ ह उयकी सं्र्ा बाे पटाकों की सं्र्ा एई ह उसके कारण फकग िसिलमय का मास्टर का
12 13 14 15 16 17 18

243
पूवा रे लवे भाग -IV ………………
............... स्टेिय / स्टेिय / िेर् / कार्ाालर्

क्र.सं. याम पियाम रटकट यंबर जारी करये प्रर्ोग द्रकए पटाके के प्रर्ोग द्रकए प्रर्ोग करये ररप्लेस्र् पटाकों के टेस्ट द्रकर्े गर्े टेस्ट की पटाकों के टेस्ट
तथा प्लेट- की ितिथ गए पटाकों मयुफ्ार एए पटाकों की ितिथ मयुफे्ार वर्षा तथा फटा ों की ितिथ करये की ितिथ
फकमा यंबर की सं . वर्षा तथा महीया की सं ् र्ा महीया सं ् र्ा

244
पररििषट “बी”(1)

द्रकसी िसग्यल का स्थाय रर आयेवाली गािर्र्ों के लोको पानलटों को सूिात करये के िलए स्टे िय पर
िर्टोयेंटग (फकग) िसग्यलों का प्रर्ोग एवं आपूित हेतु अयुिेि

1.01 भती : स्टेिय पर ड्यूटी करये के िलए ियर्ु्त फकग िसग्यलमैंय की भती अंित: स्टेिय ्ाद्रफक कमााारी एवं
अंित: नं जीियर्री गैंगमय से की जाएगी रर वे एवजी यहं बिलक रे लवे के ियर्िमत कमााारी होंगे

1.02 राहत : जब ऐसे वर्िि बीमारी के कारण अयुपिस्थत अथवा प्राििकृ त ु िी पर हों, तो वसे ा ेत्र, जहॉं अत्र्ििक
कु हासा हो, उय स्टेियों पर फकग िसग्यलमय की ररलीलिंवग हेतु राहत बल की वर्वस्था मण्र्ल रे ल प्रबंिक करें गे

1.03 आपूित एवं प्रर्ोग का तरीका :


(i) प्रत्र्ेक फकग िसग्यलमय को फकग िसग्यल पोस्ट के पास भेजते समर् उयको 20 िर्टोयेंटग (फकग) िसग्यल
(पटा ा) द्रिर्ा जाएगा स्टेिय मास्टर र्ह सुियिचितत करें गे द्रक यर्ी आपूित की गई िर्टोयेंटग (फकग)
िसग्यलों को 87 पहले उपर्ोग में लाए गए के स्थाय पर, र्था आवश्र्क, वर्िि र्ों के पास भेज द्रिए गए हैं
(ii) प्रत्र्ेक फकग िसग्यल पोस्ट के पास एक फकग िसग्यलमय को अवश्र् भेजा जाए, जो प्रथम स्टकप िसग्यल के पी े
(अथाात बाहर) समस्त स्टेियों पर स्थािपत हैं
(iii) फकग िसग्यल पोस्ट पर पएंा कर प्रत्र्ेक फकग िसग्यलमय िजस द्रििा से गाडी आ रही हो, उस द्रििा में एक
िूसरे से करीब 10 मीटर की िूरी र्ंते एए िो फकग िसग्यलों (पटा ा) को तुरन्त रे ल पथ र कर बांि िेगा,
एक फकग िसग्यल पोस्ट के िूसरे रे ल पर रर एक िवपरीत द्रििा में रर िूसरा उसके आगे होगा
(iv) तब तक फकग िसग्यल पोस्ट (सहार्क ियर्म 3.61 के तहत आरे िे ें) के पी े 45 मीटर की िूरी पर स्वर्ं
डा हो जाएगा

(v) ड्यूटी पर तयात स्टेिय मास्टर अवश्र् र्ह िे ेंगे द्रक फकग िसग्यल पोस्ट पर फकग िसग्यलमय को 3 र्ंटे से
अििक समर् तक ड्यूटी पर य र ा जाए
(vi) सहार्क ियर्म 3.61 के अयुपालय हेतु के िबयमय अथवा स्टेिय मास्टर को ररपोटा करये के अलावा फकग
िसग्यलमय कभी भी अपये पोस्टों को ोडकर यहं जाएंगे जब तक द्रक अन्र् प्रिििा त फकग िसग्यलमय द्वारा
उन्हें ोडा य जाए
(vii) फकग िसग्यल पोस्ट पर ड्यूटी के िद्यरा फकग िसग्यलमय कभी य सोएं उन्हें अवश्र् र्ह बोि होया ाािहए द्रक
उयकी अपयी ड्यूटी की ाद्यकसी रर ियषिा पर बएत से वर्िि र्ों का जीवय ियभार करता ह
(viii) र्द्रि द्रकसी फकग िसग्यलमय को फकग िसग्यल पोस्ट पर कार्ामु्त (ररलीव) करते समर् अगे वाली गाडी को
िोयों वर्िि लानय पर पहले से ही र े एए रर बांिे एए िर्टोयेंटग (फकग) िसग्यलों को िवस्फोट करते एए
गाडी को गुजर जाये की अयुमित िेंगे जसे ही गाडी गुजर जाती ह अथवा र्द्रि कोई गाडी यहं आ रही हो,
तो कार्ामु्त द्रकर्ा जायेवाले फकग िसग्यलमय उसके द्वारा लानय पर र े गर्े अंितम िो िर्टोयेटर (फकग)
िसग्यलों को वह द्रकसी अिवस्फोरटत िर्टोयेटर अथवा िवस्फोरटत िर्टोयेटरों के साथ उिाते एए स्टेिय में
वापस आ जाएगा ड्यूटी पर आयेवाला फकग िसग्यलमय लानय पर िो यमा िर्टोयेटरों को र िेगा जसा द्रक
नय अयुिेिों के परा (3) में विणत ह
1.04 ब्रांा लानयों के िलए अपवाि : से्श्यों के ब्रांा लानयों पर, जहां र्ातार्ात कम हो, वहां ड्यूटी पर तयात स्टेिय
मास्टर िविेर्ष अयुििे ों के अन्तगात प्रत्र्ेक गाडी को प्राप्त करये के िलए फकग िसग्यल पोस्ट के बाहर एक फकग
िसग्यलमय को भेजेंगे स्टेिय संाालय ियर्म एवं सहार्क ियर्म 3.61 के अयुसार र्द्रि नसे स्टेिय में प्रिाय
द्रकर्ा गर्ा हो, तभी नस द्रक्रर्ािविि की अयुमित िी जाएगी
1.05 सुरा ा प्रबंि का तरीका : िर्टोयेंटग (फकग) िसग्यलों को लेबल अथवा ब्रांर् सिहत ऊपर की ओर र ते एए रे ल
पर र ा जाएगा रर रे ल के हेर् के ाारों ओर ्लैंप को र्ुमाते एए बांिा जाएगा
245
1.06 िम्स्र् गेज पर िर्टोयेंटग (फकग) िसग्यलों को र या : नय ियर्मों के अन्तगात, जहां िम्स्र् गेज पर िर्टोयेटर
प्रर्ोग करये की आवश्र्कता हो, वहां प्रत्र्ेक गेज के एक रे ल पर अथवा िोयों के िलए ककमय रे ल पर िर्टोयेटर
र ा जाएगा

उिाहरण :
(ए) जहां एक रे ल िोयों गेजों के िलए ककमय हो -
ए 10 मीटर ए
(1)
(2)
(3)
(1) बडी लानय एवं मीटर गेज के िलए ककमय रे ल,
(2) मीटर गेज रे ल
(3) िद्वतीर् बडी लानय रे ल,

जहां िोयों गेज के िलए कोई ककमय रे ल य हों -


ए 10 मीटर ए
(1)
बी (2) 10 मीटर बी
(3)
(4)
1 एवं 4 िो बडी लानयें हैं
2 एवं 3 िो मीटर गेज रे ल हैं

(सी) के मामले में (ए) िर्टोयेटर (फकग) िसग्यल को ए ---------------- ए पर र ा जाएगा


योट : फकग िसग्यल पोस्ट यजिीक में ह अथवा यहं, नस पर धर्ाय द्रिर्े िबया ही िर्टोयेंटग (फकग) िसग्यलों को हमेिा
िोयों गेज के ककमय रे ल पर र ा जाया आवश्र्क ह
(र्ी) के मामले में (बी) िर्टोयेंटग (फकग) िसग्यलों को ए -------- ए एवं बी ------- बी पर अवश्र् र ा जाए

1.07 िर्टोयेंटग (फकग) िसग्यलों का यवीकरण : िोहरी एवं नकहरी िोयों लानयों पर प्रत्र्ेक गाडी के िलए रेलों
पर िर्टोयेंटग िसग्यलों को र ा जाएगा रर प्रत्र्ेक बार उस पर से गुजरये पर उसका यवीकरण द्रकर्ा जाएगा
1.08 हैंर् िसग्यलें : (i) कु हासे अथवा तूफायी मद्यसम में र्ा िूल, आंिी के कारण कम द्रि ाई पडये की िस्थित में फकग
िसग्यलमय सवािा अपये साथ जलता एआ हैंर् िसग्यल बत्ती र ग
े ा
(ii) र्द्रि फकग िसग्यलमय लानय पर द्रकसी अवरोि से अवगत हो, तो वह द्रकसी आयेवाली गाडी को ‘ तरे ’ का
हैंर् िसग्यल द्रि ाएगा अन्र् द्रकसी अवस्था में फकग िसग्यलमय द्रकसी आयेवाली गाडी के लोको पार्लट को हैंर्
िसग्यल यहं द्रि ाएगा परन्तु नकहरी लानय से्ियों में, स्टेिय ोडयेवाली गाडी को फकग िसग्यलमय ‘आगे
ब़ ये’ (हरा) का हैंर् िसग्यल लोको पार्लट को द्रि ाएगा
1.09 ियर्मों की पावती : गािर्र्ों की फकग िसग्यलिंलग हेतु ियर्मों की उन्हें जायकारी ह रर उन्होंये उसे समझा िलर्ा
ह, नसकी पावतीस्वूपप ‘स्टेिय िर्टोयेटर रिजस्टर’ में स्टेिय मास्टर फकग िसग्यलमय के हस्ताा र अथवा अंगूिे
का ियिाय अवश्र् ही प्राप्त कर लेंगे
246
1.10 िर्टोयेंटग (फकग) िसग्यलों एवं िवस्फोरटत मामलों का ररकार्ा :
(i) ड्यूटी पर तयात स्टेिय मास्टर र्ह सुियिचितत करये के िलए िज मेिार होंगे द्रक फकग िसग्यलमय, फकग
िसग्यल पोस्टों पर ड्यूटी में जाये के पहले, उन्हें जारी द्रकए गर्े िर्टोयेंटग (फकग) िसग्यलों की सं्र्ा की
गणया करें गे नस सं्र्ा को ‘स्टेिय िर्टोयेटर रिजसटर’ में पररििषट बी के ूपप में िजा द्रकर्ा जाएगा रर
ड्यूटी पर तयात स्टेिय मास्टर एवं फकग िसग्यलमय संर्ु्त ूपप से नस प्रिविि पर हस्ताा र करें गे
(ii) प्रत्र्ेक गाडी के िलए र े गए िर्टोयेंटग (फकग) िसग्यलों के ऊपर से गाडी गुजर ाुकी ह, फकग िसग्यलमय
िवस्फोरटत के स (जो िर्टोयेटर िवस्फोट होये में िवफल हो गर्ा हो, उसे भी य ोडते एए) को एकत्र करे गा
रर जब उसकी ड्यूटी समाप्त हो जाएगी अथवा जब मद्यसम िीक होते उसे वापस बुलार्ा जाता ह तो वह
अपये साथ सभी वर्वृतत िर्टोयेटरों रर र्द्रि एक भी अवर्वृतत िर्टोयेटर उसके पास हो, तो उसे भी
लाएगा तथा ड्यूटी पर तयात स्टेिय मास्टर को सौंप िेगा ड्यूटी पर तयात स्टेिय मास्टर ‘स्टेिय
िर्टोयेटर रिजस्टर’ में पररििषट बी के ूपप में वर्वृतत एवं अवर्वृतत िर्टोयेटरों की सं्र्ा िजा कर िेंगे
तथा स्टेिय मास्टर एवं फकग िसग्यल-मय िोयों नस प्रिविि के िलए हस्ताा र करें गे र्द्रि फकग िसग्यलमय
अयप़ हो, तो स्टेिय मास्टर उसके अंगूिे का ियिाय ले लेंगे

247
1. फकग िसग्यलमय

र्या अथवा कोहरे िार मद्यसम अथवा कम िृश्र्ता वाले आंिी-तूफाय के िद्यराय स्टेियों पर आपका कत्तावर्

1.01 र्ह िे ें द्रक आपको फकग िसग्यल पोस्ट पर भेजे जाये के पूवा 20 फकग िसिल द्रिए गए हैं

1.02 फकग िसग्यल पोस्ट पएंाये पर िो फकग िसग्यल एक िूसरे से लगभग 10 मीटर पर एक उसके िवपररत र ते एए
फकग िसग्यल पोस्ट के िूसरे रे ल पर तथा िूसरा उसी रे ल के आगे आप तत्काल ही उसे र कर रे ल के साथ बांि िेंगे

1.03 उसके बाि आप फकग िसग्यल पोस्ट के 45 मीटर पी े डे रहेंगे

1.04 जसे ही पहले से र े गए िो के ऊपर से गाडी गुजर जाती ह रे ल पर िो यए फकग िसग्यलों को आप लगा िें रर
िजय पर से होकर गाडी गुजर ाुकी ह उन्हें संग्रह कर लें

1.05 जब तक अन्र् प्रिििा त फकग िसग्यलमय आपको कार्ामु्त (ररलीव) य कर िे तब तक आप अपया पोस्ट य ोडें

1.06 फकग िसग्यल पोस्ट पर ड्यूटी के समर् आप कभी भी य सोएं आपको अवश्र् ही बोि होया ाािहए द्रक आपकी
सजगता रर ड्यूटी के प्रित ियषिा पर बएत से वर्िि र्ों का जीवय ियभार करता ह

1.07 आपको कार्ामु्त (ररलीफ) करये वाले वर्िि के पएंाये के समर् र्द्रि कोई गाडी पएंा रही हो तो, अपये ररलीफ
को ााजा सुपुिा करये के पूवा गाडी के गंजरये तक प्रतीा ा करें

1.08 कोहरे र्ु्त अथवा तूफायी मद्यसम में र्ा अन्िड में आप हमेिा जलता एआ हाथ िसग्यल लमप र ें

1.09 ्र्ा आप लानय पर द्रकस अवरोि से अवगत ह तो द्रकसी आये वाली गाडी को “स्टकप” ( तरा) हाथ िसग्यल
अवश्र् द्रि ाएं अन्र् कोई पररिस्थित य होये पर द्रकसी आये वाली गाडी के लोको पार्लट को आप हाथ िसग्यल
द्रि ाएगें द्रकन्तु नकहरी लानय से्िय पर, द्रकसी स्टेिय से ू टये वाली गाडी के िलए लोको पार्लट को आप
“प्रस्थाय” (हरा) हाथ िसग्यल द्रि ाएगें

1.10 फकग िसग्यल पोस्ट पर जाये के पूवा आपको सुपुिा द्रकए गए फकग िसग्यलों की गणया कर लें कार्ामु्त द्रकए जाये
पर आप समस्त अवर्वृतत फकग िसग्यलों को वापस साथ ले आएं रर उय के सों को जो िवस्फोरटत हो गए हैं (जो
िर्टोयेटर िसस्फोट होये में िवफल हो गए हों, उसे भी य ोडते एए) उन्हें य ड्यूटी स्टेिय मास्टर को सुपुिा कर
िें स्मरण रहे द्रक अंितम िो फकग िसग्यल जो आपको कार्ामु्त करते समर् रे ल पर था, उन्हें भी एकत्र कर लें

य ड्यूटी स्टेिय मास्टर एवं आप िोयों िलए गए फकग िसग्यल एवं फकग िसग्यल पोस्ट से वापस लाए गए की
सं्र्ा के िलए ‘स्टेिय िर्टोयेटर रिजस्टर’ में हस्ताा र (अथवा अपये अंगूिे का ियिाय) करें गे

1.11 जहां बडी एवं मीटर गेज रे ल िमिश्रत ूपप में हों, फकग िसग्यल को प्रत्र्ेक गेज के एक रे ल पर अथवा िोयों के िलए
ककमय रे ल पर लगार्ा जाएगा य ड्यूटी स्टेिय मास्टर फकग िसग्यलों को जहां िमिश्रत गेज हैं वहां फकग
िसग्यलों को कसे लगार्ा जाएगा, के बारे में य ड्यूटी स्टेिय मास्टर आपको समझाएंगे

248
पररििषट “सी” भाग – I

िविेर्ष ूपप से स्टेिय मास्टरों एवं सहार्क स्टेिय मास्टरों पर लागू होये वाले
सामान्र् एवं सहार्क ियर्मों के िय यिलि त ियर्म :

अधर्ार् सामान्र् ियर्म सहार्क ियर्म


I प्रारंिभक समग्र अधर्ार् नस अधर्ार् के तहत सभी
सहार्क ियर्म
II सामान्र् तथा रे ल सेवकों के िलए लागू - वही - - वही -
होये वाले ियर्म
III िसग्यलस - वही - - वही -
IV सामान्र् तथा गािर्र्ों का संाालय - वही - - वही -
V स्टेियों का ियर्ंत्रण एवं संाालय कार्ा - वही - - वही -
VI िूर्टा याएं रर असािारण र्टयाएं - वही - - वही -
VII संाालय की पिित - वही - - वही -
VIII पूणा ब्यलकक पिित - वही - - वही -
IX स्वाािलत ब्यलकक पिित - वही - - वही -
X अयुगामी गाडी पिित - वही - - वही -
XI पार्लट, गार्ा पिित - वही - - वही -
XII गाडी कमााारी एवं रटकट पिित - वही - - वही -
XIII एक गाडी के वल पिित - वही - - वही -
XIV ब्यलकक संाालय - वही - - वही -
XV रे ल पथ एवं कार्ा ियर्म सं. 15.01 से 15.04 ियर्मों से संबंिित सभी
एवं 15.11 से 15.14 को सहार्क ियर्म
ोडकर संपणू ा अधर्ार्
XVI समपार संपण
ू ा अधर्ार् नस अधर्ार् के तहत सभी
सहार्क ियर्म
XVII रे लवे के िवोुतीकृ त से्ियों पर गािर्र्ों - वही - - वही -
का संाालय
XVIII िविवि - वही - - वही -

“ए” से “ई” तक सभी पररििषट - पूणा

249
पररििषट “सी” भाग - II

िविेर्ष ूपप से गार्ा पर लागू होये वाले सामान्र् एवं सहार्क ियर्मों
के िय यिलि त ियर्म :

अधर्ार् सामान्र् ियर्म सहार्क ियर्म


I प्रारंिभक समग्र अधर्ार् नस अधर्ार् के तहत सभी
सहार्क ियर्म
II सामान्र् तथा रे ल सेवकों पर लागू होये - वही - - वही -
वाले ियर्म
III िसग्यलस - वही - - वही -
IV सामान्र् तथा गािर्र्ों का संाालय ियर्म सं. 4.38, 4.40, 4.41, ियर्मों से संबंिित सभी
4.52, 4.53, 4.55, 4.58, 4.61, सहार्क ियर्म
4.66 को ोडकर संपण ू ा अधर्ार्
V स्टेियों का ियर्ंत्रण एवं संाालय कार्ा ियर्म सं. 5.01 से 5.08 को - वही -
ोडकर संपणू ा अधर्ार्
VI िूर्टा याएं रर असािारण र्टयाएं समग्र अधर्ार् नस अधर्ार् के तहत सभी
सहार्क ियर्म
VII संाालय की पिित - वही - - वही -
VIII पूणा ब्यलकक पिित - वही - - वही -
IX स्वाािलत ब्यलकक पिित - वही - - वही -
X अयुगामी गाडी पिित - वही - - वही -
XI पार्लट, गार्ा पिित - वही - - वही -
XII गाडी कमााारी एवं रटकट पिित - वही - - वही -
XIII एक गाडी के वल पिित - वही - - वही -
XIV ब्यलकक संाालय ियर्म सं. 14.08, 14.17, ियर्मों से संबंिित सभी
14.23, 14.25 सहार्क ियर्म
XV रे ल पथ एवं कार्ा ियर्म सं. 15.09, 15.10 ियर्मों से संबंिित सभी
15.18, 15.19, 15.23, 15.26, सहार्क ियर्म
15.27, 16.07, 16.08, 16.11
XVI समपार ियर्म सं. 16.07, 16.08, 16.11 - वही -
XVII रे लवे के िवोुतीकृ त से्ियों पर गािर्र्ों - वही - नस अधर्ार् के तहत सभी
का संाालय सहार्क ियर्म

पररििषट “ए” “बी” “सी-II”, “र्ी” एवं “ई” - पूणा

250
पररििषट “सी” भाग - III

िविेर्ष ूपप से के िबय मास्टर पर लागू होये वाले सामान्र् एवं सहार्क ियर्मों
के िय यिलि त ियर्म :

अधर्ार् सामान्र् ियर्म सहार्क ियर्म


I प्रारंिभक समग्र अधर्ार् नस अधर्ार् के तहत सभी
सहार्क ियर्म
II सामान्र् तथा रे ल सेवकों पर लागू होये - वही - - वही -
वाले ियर्म
III िसग्यलस ियर्म सं. 3.04(2), 3.25, 3.26, ियर्मों से संबंिित सभी
3.35, 3.55, 3.78, 3.84 को सहार्क ियर्म
ोडकर संपण ू ा अधर्ार्
IV सामान्र् तथा गािर्र्ों का संाालय ियर्म सं. 4.01, 4.02, 4.05, ियर्मों से संबंिित सभी
4.06, 4.10, 4.12 से 4.13, सहार्क ियर्म
4.17 तक 4.23, 4.28, 4.29,
4.35, 4.37, 4.39, 4.44, 4.50,
4.56, 4.58, 4.62, 4.64
V स्टेियों का ियर्ंत्रण एवं संाालय कार्ा समग्र अधर्ार् नस अधर्ार् के तहत सभी
सहार्क ियर्म
VI िूर्टा याएं रर असािारण र्टयाएं समग्र अधर्ार् नस अधर्ार् के तहत सभी
सहार्क ियर्म
VII संाालय की पिित - वही - - वही -
VIII पूणा ब्यलकक पिित - वही - - वही -
IX स्वाािलत ब्यलकक पिित - वही - - वही -
X ब्यलकक संाालय - वही - - वही -
XI रे ल पथ एवं कार्ा ियर्म सं. 15.08, 15.09, ियर्मों से संबंिित सभी
15.16, 15.18, 15.24, सहार्क ियर्म
15.25, 15.27
XII रे लवे के िवोुतीकृ त से्ियों पर गािर्र्ों ियर्म सं. 17.02, 17.04, - वही -
का संाालय
17.05, 17.08

पररििषट “ए” “बी” “बी-I”, “र्ी” एवं “ई” - पूणा

251
पररििषट “सी” भाग - IV

िविेर्ष ूपप से के िबयमय / लीवरमय, प्वानं ट्समय, िंंटग कमाााररर्ों पर लागू


होये वाले सामान्र् एवं सहार्क ियर्मों के िय यिलि त ियर्म :

अधर्ार् सामान्र् ियर्म सहार्क ियर्म


I प्रारंिभक ियर्म सं. 1.02(13), ियर्मों के अिीय सभी
1.02(25), 1.02(29), सहार्क ियर्म
को ोडकर संपण ू ा अधर्ार्
II सामान्र् तथा रे ल सेवकों पर लागू होये समग्र अधर्ार् नस अधर्ार् के तहत सभी
वाले ियर्म सहार्क ियर्म
III िसग्यलस ियर्म सं. 3.19, 3.21, 3.22, ियर्मों से संबंिित सभी
3.25, 3.26, 3.30, 3.33, सहार्क ियर्म
3.64, 3.68, 3.74, 3.76,
3.78, 3.81, 3.82, 3.84
को ोडकर संपण ू ा अधर्ार्
IV सामान्र् तथा गािर्र्ों का संाालय ियर्म सं. 4.01, 4.13, 4.15, ियर्मों से संबंिित सभी
4.16, 4.17, 4.26, 4.42 सहार्क ियर्म
V स्टेियों का ियर्ंत्रण एवं संाालय कार्ा समग्र अधर्ार् नस अधर्ार् के तहत सभी
सहार्क ियर्म
VI िूर्टा याएं रर असािारण र्टयाएं 6.10, 6.11 ियर्मों से संबंिित सभी
सहार्क ियर्म
VII ब्यलकक संाालय 14.11 - वही -
VIII रे लवे के िवोुतीकृ त से्ियों पर गािर्र्ों 17.02, 17.05, 17.08 - वही -
का संाालय

पररििषट “बी” - स्टेिय िर्टोयेटर रिजस्टर

पररििषट “बी-I” स्टेियों पर िर्टोयेंटग (फकग) िसग्यलों की आपूित एवं प्रर्ोग

252
पररििषट “सी” भाग - V

िविेर्ष ूपप से लोको रलिंयग कमाााररर्ों पर लागू होये वाले सामान्र् एवं सहार्क ियर्मों
के िय यिलि त ियर्म :

अधर्ार् सामान्र् ियर्म सहार्क ियर्म


I प्रारंिभक समग्र अधर्ार् नस अधर्ार् के तहत सभी
सहार्क ियर्म
II सामान्र् तथा रे ल सेवकों पर लागू होये - वही - - वही -
वाले ियर्म
III िसग्यलस - वही - - वही -
IV सामान्र् तथा गािर्र्ों का संाालय ियर्म सं. 4.17,4.28, 4.34, ियर्मों से संबंिित सभी
4.37, 4.43, 4.54, 4.56,4.60, सहार्क ियर्म
4.66 को ोडकर संपण ू ा अधर्ार्
V स्टेियों का ियर्ंत्रण एवं संाालय कार्ा समग्र अधर्ार् नस अधर्ार् के तहत सभी
सहार्क ियर्म
VI िूर्टा याएं रर असािारण र्टयाएं समग्र अधर्ार् - वही -
VII संाालय की पिित - वही - - वही -
VIII पूणा ब्यलकक पिित - वही - - वही -
IX स्वाािलत ब्यलकक पिित - वही - - वही -
X अयुगामी गाडी पिित - वही - - वही -
XI पार्लट, गार्ा पिित - वही - - वही -
XII गाडी कमााारी एवं रटकट पिित - वही - - वही -
XIII एक गाडी के वल पिित - वही - - वही -
XIV ब्यलकक संाालय ियर्म सं. 14.01, 14.08, ियर्मों से संबंिित सभी
14.09, 14.25 सहार्क ियर्म
XV रे ल पथ एवं कार्ा ियर्म सं. 15.08, 15.09 ियर्मों से संबंिित सभी
सहार्क ियर्म
XVI समपार ियर्म सं. 16.07, 16.08 - वही -
XVII रे लवे के िवोुतीकृ त से्ियों पर गािर्र्ों समग्र अधर्ार् नस अधर्ार् के तहत सभी
का संाालय सहार्क ियर्म
XVIII िविवि - वही - - वही -

पररििषट “ए” “बी” “बी-I” “सी-V”, “ई” - पूणा

253
पररििषट “सी” भाग - VI

िविेर्ष ूपप से िसग्यलिंलग कमाााररर्ों पर लागू होये वाले सामान्र् एवं सहार्क ियर्मों
के िय यिलि त ियर्म :

अधर्ार् सामान्र् ियर्म सहार्क ियर्म


I प्रारंिभक समग्र अधर्ार् नस अधर्ार् के तहत सभी
सहार्क ियर्म
II सामान्र् तथा रे ल सेवकों पर लागू होये - वही - - वही -
वाले ियर्म
III िसग्यलस - वही - - वही -
IV सामान्र् तथा गािर्र्ों का संाालय ियर्म सं. 4.10, 4.11 ियर्मों से संबंिित सभी
सहार्क ियर्म
V स्टेियों का ियर्ंत्रण एवं संाालय कार्ा समग्र अधर्ार् नस अधर्ार् के तहत सभी
सहार्क ियर्म
VI िूर्टा याएं रर असािारण र्टयाएं 6.01, 6.02, 6.10 ियर्मों से संबंिित सभी
सहार्क ियर्म
VII संाालय की पिित समग्र अधर्ार् - वही -
VIII पूणा ब्यलकक पिित - वही - - वही -
IX स्वाािलत ब्यलकक पिित - वही - - वही -
X अयुगामी गाडी पिित - वही - - वही -
XI पार्लट, गार्ा पिित - वही - - वही -
XII गाडी कमााारी एवं रटकट पिित - वही - - वही -
XIII एक गाडी के वल पिित - वही - - वही -
XIV ब्यलकक संाालय - वही - - वही -
XV रे ल पथ एवं कार्ा - वही - ियर्मों से संबंिित सभी
सहार्क ियर्म
XVI रे लवे के िवोुतीकृ त से्ियों पर गािर्र्ों ियर्म सं. 17.02, 17.04, - वही -
का संाालय 17.05, 17.06

पररििषट “ए” “बी” “बी-I” “सी-VI”, “ई” - पूणा

254
पररििषट “सी” भाग - VII

िविेर्ष ूपप से नं जीियर्री कमाााररर्ों पर लागू होये वाले


सामान्र् एवं सहार्क ियर्मों के िय यिलि त ियर्म :

अधर्ार् सामान्र् ियर्म सहार्क ियर्म


I प्रारंिभक 1.01, 1.02(2), 1.02(4) ियर्मों के अिीय सभी
1.02(10), 1.02(17), सहार्क ियर्म
1.02(21), 1.02(29),
1.02(38), 1.02(39),
1.02(42), 1.02(43),
1.02(47), 1.02(51),
1.02(52), 1.02(54) एवं 1.03
II सामान्र् तथा रे ल सेवकों पर लागू होये समग्र अधर्ार् नस अधर्ार् के तहत सभी
वाले ियर्म सहार्क ियर्म
III िसग्यलस ियर्म सं. 3.34, 3.35, 3.51, ियर्मों से संबंिित सभी
3.57, 3.59 स 3.64, 3.77 सहार्क ियर्म
IV सामान्र् तथा गािर्र्ों का संाालय ियर्म सं. 4.27, 4.29, 4.31, ियर्मों से संबंिित सभी
4.50, 4.62, 4.63 सहार्क ियर्म
V स्टेियों का ियर्ंत्रण एवं संाालय कार्ा 5.08, 5.17 - वही -
VI िूर्टा याएं रर असािारण र्टयाएं 6.01, 6.02, 6.10 - वही -
VII रे ल पथ एवं कार्ा समग्र अधर्ार् नस अधर्ार् के तहत सभी
सहार्क ियर्म
VIII समपार - वही - - वही -
IX रे लवे के िवोुतीकृ त से्ियों पर गािर्र्ों 17.02, 17.04, 17.05, ियर्मों से संबंिित सभी
का संाालय 17.06, 17.09 सहार्क ियर्म
“”
पररििषट “ए” - साविायता आिेि - पूणा
पररििषट “बी” - स्टेिय िर्टोयेटर रिजस्टर
पररििषट “बी-I” स्टेियों पर िर्टोयेंटग (फकग) िसग्यलों की आपूित एवं प्रर्ोग - पूणा
पररििषट “सी” भाग-VII - वही - - पूणा
पररििषट “र्ी” - वही - - पूणा

255
पररििषट “सी” भाग - VIII
िविेर्ष ूपप से िबजली िवभाग के कमाााररर्ों पर लागू होये वाले सामान्र् एवं सहार्क ियर्मों के िय यिलि त ियर्म :
1. परराालय कमााारी अथाात लोको पार्लट, सहार्क लोको पार्लट एवं मोटरमय,
2. कर्षाण (््िय) पावर िवतरण कमााारी,
3. कर्षाण (््िय) ाल स्टकक अयुरा ण कमााारी,
4. सामान्र् सेवाओं के साथ-साथ गाडी प्रिीपय कमााारी,
अधर्ार् सामान्र् ियर्म सहार्क ियर्म
I प्रारंिभक मि (1) के तहत कमाााररर्ों के िलए समग्र अधर्ार् अधर्ार् के तहत सभी
सहार्क ियर्म
II सामान्र् तथा रे ल सेवकों पर मि 1 से 4 के तहत कमाााररर्ों के िलए समग्र अधर्ार् - वही -
लागू होये वाले ियर्म
III िसग्यलस मि (1) के तहत कमाााररर्ों के िलए 3.49 एवं 3.51 ियर्मों से संबंिित सभी
ोडकर संपण ू ा अधर्ार् सहार्क ियर्म
IV सामान्र् तथा गािर्र्ों का मि 1 के तहत कमाााररर्ों के िलए 4.17, 4.28, 4.31, - वही -
संाालय 4.34, 4.37, 4.56, 4.60 को ोडकर समग्र अधर्ार्
मि 4 के अंतगात कमाााररर्ों हेतु ियर्म सं. 4.14, 4.15 एवं
4.16
V स्टेियों का ियर्ंत्रण एवं मि 1, 2, 3 एवं 4 के तहत कमाााररर्ों हेतु 5.04, 5.22, नस अधर्ार् के तहत
संाालय कार्ा 5.23 को ोडकर संपण ू ा अधर्ार् सभी सहार्क ियर्म
VI िूर्टा याएं रर असािारण मि 1 के तहत कमाााररर्ों हेतु 6.01 एवं 6.11 को ोडकर - वही -
र्टयाएं संपण
ू ा अधर्ार्
VII संाालय की पिित मि 1 के तहत कमाााररर्ों हेतु संपण
ू ा अधर्ार् - वही -
VIII पूणा ब्यलकक पिित - वही - - वही -
IX स्वाािलत ब्यलकक पिित - वही - - वही -
X अयुगामी गाडी पिित - वही - - वही -
XI पार्लट, गार्ा पिित - वही - - वही -
XII गाडी कमााारी एवं रटकट मि 1 के तहत कमाााररर्ों हेतु संपणू ा अधर्ार् - वही -
पिित
XIII एक गाडी के वल पिित - वही - - वही -
XIV ब्यलकक संाालय मि 1 के तहत कमाााररर्ों हेतु ियर्म सं. 14.01, 14.02, ियर्मों से संबंिित सभी
14.08, 14.09, 14.22, 14.23, 14.24, 14.25 सहार्क ियर्म
XV रे ल पथ एवं कार्ा मि 1 के तहत कमाााररर्ों हेतु ियर्म सं. 15.08, 15.09 ियर्मों से संबंिित सभी
एवं मि 2 के तहत कमाााररर्ों हेतु संपणू ा अधर्ार् सहार्क ियर्म
XVI समपार मि 1 के तहत कमाााररर्ों हेतु ियर्म सं. 16.03, 16.07, - वही -
16.08, 16.11
XVII रे लवे के िवोुतीकृ त से्ियों मि 1 के तहत कमाााररर्ों हेतु 17.03 एवं 17.06 को नस अधर्ार् के तहत
पर गािर्र्ों का संाालय ोडकर संपणू ा अधर्ार् मि 2 एवं 3 के तहत कमााारी हेतु सभी सहार्क ियर्म
17.03, 17.06, 17.07, 17.08 को ोड कर संपण ू ा अधर्ार्
मि 1 के अंतगात कमााारी हेतु पररििषट “ए” “बी” “बी-I” “सी-VIII” “र्ी” एवं “ई”

मि 2 एवं 3 के अंतगात कमााारी हेतु पररििषट “ए” “बी” “बी-I” “सी-VIII” एवं “ई”
मि 4 के अंतगात कमााारी हेतु पररििषट “सी-VIII”

256
पररििषट “र्ी” 1
परराालय कार्ों की मायकीकरण की सूाी
क्रमांक िववरण फामा सं्र्ा फं ट ककलर
1. िूरसंाार िवर्ोजय / संर्ोजय सूाया एस एंर् टी र्ी. काला
(टी/35)
2. िोर्षपूणा िसग्यलों को पास करये के िलए अिग्रम प्राििकार टी/369)1) यीला
3. िसग्यलों को य र्ा राबी की िस्थित में पास करये का प्राििकार टी/369-3बी यीला
4. सतका ता आिेि टी/409 हरा
5. िून्र् सतका ता आिेि टी/ए-409 हरा
6. अयुस्मारक सतका ता आिेि टी/बी-409 हरा
7. गाडी परीा ण संिेि / ररपोटा टी/431 काला
8. अवूपि लानय पर गाडी लेये का प्राििकार टी/509 यीला
9. िसग्यल रिहत लानय से प्रारं भ करये का प्राििकार टी/511 यीला
10. ककमय स्टाटार िसग्यल वाली लानय से प्रारं भ करये का प्राििकार टी/512 यीला
11. अवूपि ब्यलकक से्िय में ररलीफ नं जय/गाडी को प्रस्थाय करये का प्राििकार टी/ए 602 लाल
12. नकहरी लानय से्िय पर संाार साियों के पूणत ा : बािित होये पर संाार सािय टी/बी 602 लाल
ाालू करये के िलए प्राििकार
13. िोहरी लानय से्िय पर संाार साियों के पूणात: बािित होये पर गािर्र्ों के टी/सी 602 लाल
संाालय के िलए प्राििकार
14. िोहरी लानय से्िय पर अस्थार्ी नकहरी लानय संाालय के िलए प्राििकार टी/र्ी 602 लाल
15. नकहरी लानय से्िय पर संाार साियों के पूणत ा : बािित होये पर गािर्र्ों के प्रेर्षण टी/ई 602 लाल
हेतु लानय ि्लर्र की मांग वाला लानय ि्लर्र नं ्वार्री संिेि
16. सिता लानय ि्लर्र संिेि टी/एफ 602 लाल
17. सिता लानय ि्लर्र रटकट (अप) टी/जी 602 लाल
18. सिता लानय ि्लर्र रटकट (र्ाउय) टी/एा 602 लाल
19. पुय:स्थापय पर संिेि टी/1 602 काला
20. मधर् से्िय से गार्ा द्वारा लोको पानलट को अगले स्टेिय तक जाये के िलए िलि त टी/609 यीला
अयुमित
21. िंंटग आिेि टी/806 यीला
22. स्वाािलत/सेमी-स्वाािलत/हस्ताािलत/गेट िसग्यलों को पार करये का प्राििकार टी/ए 912 यीला
23. स्वाािलत ब्यलकक िसग्यलिंलग ा ेत्र में लानय ि्लर्र िबया प्रस्थाय करये का प्राििकार टी/बी 912 लाल
24. स्वाािलत ब्यलकक िसग्यलिंलग से्िय में ररलीफ नं जय/गाडी प्रस्थाय करये का टी/सी 912 लाल
प्राििकार
25. िसग्यलों के ल बे समर् तक िवफलता के समर् स्वाािलत ब्यलकक पिित में प्रस्थाय टी/र्ी 912 यीला
करये का प्राििकार
26. गाडी पूणा आगमय रिजस्टर टी/1410 काला
27. लानय ि्लर्र नं ्वार्री संिेि (आउटवर्ा/नयवर्ा) टी/ए 1425 काला
28. पेपर लानय ि्लर्र रटकट (र्ाउय) टी/बी 1425 यीला
29. पेपर लानय ि्लर्र रटकट (अप) टी/सी 1425 यीला
30. ्कली/लकरी/ओएाई लर्र ्कली यारटस टी/1518 काला
31. मोटर ्कली परिमट टी/1525 यीला

257
पररििषट “र्ी” 2
नं जीियर्ंरग ब्यलकक के िलए वर्वहार में लाए जाये वाले फामों का प्राूपप
ररकार्ा पररििषट-र्ी पन्यी सं.2 पन्यी सं.1
पूवा रे लवे पूवा रे लवे
(नं जीियर्ंरग िवभाग) पूरे-4 (नं जीियर्ंरग िवभाग) पूरे-4
अिपन्या एवं स्टेिय मास्टर की पावती का फामा स्टेिय सीमा के भीतर ब्यलकक को ियरस्त स्टेिय सीमा के भीतर ब्यलकक को
सं.................. द्रि..............समर्.............. करये का फामा ियरस्त करये का फामा
अिपन्या,
सेवा में, सं............... द्रि.............समर्............ सं........... द्रि.............समर्............
स्टेिय मास्टर .......................................
.........स्टेिय रर ........स्टेिय के बीा द्रकमी.
.........से........... द्रकमी. तक अप/र्ा. मेय
अथवा र्ार्ा लानय सं......... पर .......... बजे से ब्यलकक हटाये की सूाया ब्यलकक लागू करये की सूाया
.......... बजे तक द्रियांक .............. को ब्यलकक
लागू द्रकर्ा जाता ह सेवा में,
स्टेिय मास्टर ..................... पर
सनं जी/जेनं/एसई/एसएसई (रे लपथ) कार्ारत
……………………………………………
पन्यी सं.1 के िलए स्टेिय मास्टर की पावती .... कृ पर्ा र्ह योट कर लें द्रक स्टे िय के अंिर सेवा में,
सेवा में, अप/र्ाउय मेय र्ा र्ार्ा लानय सं.............
सनं जी/जेनं/एसई/एसएसई(रे लपथ) ............... पर ....... द्रकमी. से ....... द्रकमी. तक लागू स्टेिय मास्टर ................ पर कार्ारत
आपके ब्यलकक लागू करये की सूाया सं........... ब्यलकक एतिद्वारा हटार्ा जाता ह
द्रियांक................ की एतिद्वारा पावती िी
......... स्टेिय के अंिर अप/र्ा. मेय र्ा
जाती ह स्टे िय सीमा के अंिर अप/र्ा. मेय र्ा ितिथ................... समर् .................. र्ार्ा लानय पर ............. पर .......
र्ार्ा लानय सं....... पर ....... बजे से ....... बजे
द्रकमी. से ....... द्रकमी. तक ......... बजे
तक ब्यलकक करये की एतिद्वारा अयुमित िी जाती
कृ पर्ा पावती िें से ........ बजे तक .................. (कार्ा
ह सवा संबंिित को समुिात सूाया िे िी गर्ी
की प्रकृ ित) के िलए ब्यलकक रहेगा

कृ पर्ा पावती िे रर सवा संबंिित को


ितिथ .............. समर्......... कार्ारत स्टे .मा.
सूिात करें
(कार्ाालर् मुहर)

सनं जी/जेनं/एसई/एसएसई (रे लपथ) सनं जी/जेनं/एसई/एसएसई(रे लपथ)


पन्यी सं.2 के िलए स्टेिय मास्टर की पावती ...
(कार्ाालर् मुहर) (कार्ाालर् मुहर)
सेवा में,
सनं जी/जेनं/एसई/एसएसई (रे लपथ) ..............
सूाया सं........... द्रियांक................ के
अयुसार लागू द्रकए गए ब्यलकक को हटाये की
आपकी सूाया सं........... द्रियांक .......... की
पावती िी जाती ह

कार्ारत स्टेिय मास्टर


ितिथ .............. समर्........ (कार्ाालर् मुहर)

258
नं जीियर्ंरग ब्यलकक के िलए वर्वहार में लार्े जाये वाले फकमों का प्राूपप
ररकार्ा पन्यी सं.2 पन्यी सं.1
पूवा रे लवे पूवा रे लवे पूवा रे लवे
(नं जीियर्ंरग िवभाग), पूरे-4ए (नं जीियर्ंरग िवभाग), पूरे-4ए (नं जीियर्ंरग िवभाग), पूरे-4ए
अिपन्या एवं स्टेिय मास्टर की पावती का फामा स्टेिय सीमा के बाहर ब्यलकक को ियरस्त द्रकर्े स्टेिय सीमा के बाहर ब्यलकक लागू द्रकर्े जाये
सं.................. द्रि..............समर्.............. जाये का फकमा का फकमा
अिपन्या
सेवा में, सं............... द्रि.............समर्............. सं........... द्रि.............समर्............
स्टेिय मास्टर .....................................
.........स्टेिय रर ........स्टेिय के बीा वाले ब्यलकक हटाये की सूाया ब्यलकक लागू करये की सूाया
से्िय पर द्रकमी. .........से........... द्रकमी.
सेवा में, सेवा में,
तक अप/र्ा. लानय पर .......... बजे से ..........
बजे तक द्रियांक .............. को ब्यलकक लागू स्टे ि य मास्टर ..................... पर कार्ा रत स्टेिय मास्टर ................ पर कार्ारत
द्रकर्ा जाता ह

सनं जी/जेनं/एसई/एसएसई (रे लपथ)


पन्यी सं.1 के िलए स्टेिय मास्टर की पावती .... ......... स्टेिय से ......... स्टेिय के
कृ पर्ा र्ह योट कर लें द्रक ........... स्टेिय
सेवा में, बीा वाले से्िय पर ....... द्रकमी. से
रर स्टेिय के बीा ....... द्रकमी. से .......
सनं जी/जेनं/एसई/एसएसई(रे लपथ) ............... ....... द्रकमी. तक ....... बजे से ..... बजे
द्रकमी. तक अप/र्ाउय लानय पर लागू
आपके ब्यलकक लागू करये की सूाया सं........... तक ...... अप/र्ाउय लानय पर ..........
ब्यलकक एतिद्वारा हटार्ा जाता ह
द्रियांक................ की पावती िी जाती ह बजे से ......... बजे तक ....................
अप/र्ाउय लानय पर ....... बजे स्टेिय रर द्रियांक ......... (कार्ा की प्रकृ ित) के
....... से ....... द्रकमी. तक .......... बजे तक ितिथ................... समर् .................. िलए ब्यलकक रहेगा
ब्यलकक करये की अयुमित िी जाती ह सवा कृ पर्ा पावती िे रर सवा संबंिित को
संबंिित को समुिात सूाया िे िी गर्ी ह कृ पर्ा पावती िें सूिात करें
कार्ारत स्टे.मा.
(कार्ाालर् मुहर)
सनं जी/जेनं/एसई/एसएसई (रे लपथ) सनं जी/जेनं/एसई/एसएसई(रे लपथ)
ितिथ .............. समर्.........
...........................................................
पन्यी सं.2 के िलए स्टेिय मास्टर की पावती ...
सेवा में,
सनं जी/जेनं/एसई/एसएसई (रे लपथ) ..............
सूाया सं........... द्रियांक................ के
अयुसार लागू द्रकए गए ब्यलकक को हटाये की
आपकी सूाया सं........... द्रियांक .......... की
एतिद्वारा पावती िी जाती ह
कार्ारत स्टे.मा.
(कार्ाालर् मुहर)
ितिथ .............. समर्.........

259
नंजीियर्ंरग ब्यलकक के िलए वर्वहार में लार्े जाये वाले फकमों का प्राूपप
ररकार्ा पन्यी सं.2 पन्यी सं.1
पूवा रे लवे पूवा रे लवे पूवा रे लवे
(नं जीियर्ंरग िवभाग), पूरे-5 (नं जीियर्ंरग िवभाग), पूरे-5 (नं जीियर्ंरग िवभाग), पूरे-5
अिपन्या एवं स्टेिय मास्टर की पावती का फामा प्रितबंि को ियरस्त द्रकर्े जाये का फकमा स्टेिय सीमा के बाहर ब्यलकक लागू द्रकर्े जाये
का फकमा
सं.................. द्रि..............समर्.............. सं............... द्रि.............समर्.............
अिपन्या सं........... द्रि.............समर्............

सेवा में,
प्रितबंि हटाये की सूाया प्रितबंि लागू करये की सूाया
स्टेिय मास्टर .....................................
.........के कारण......स्टेिय रर ........ स्टेिय सेवा में,
सेवा में,
के बीा अप/र्ा. लानय पर पुय: सूाया िेये तक
स्टेिय मास्टर ..................... स्टेिय मास्टर ................
सभी गािर्र्ों की गित िय यिलि त के अयुसार
प्रितबंिित रहेगी संिभा : प्रितबंि सूाया सं ..... द्रियांक .... ............... के कारण ....... स्टेिय रर
1. .......... द्रकमी. प्र.र्ं. से द्रकमी......... द्रकमी. तक ............ स्टेिय के बीा अप/र्ाउय
-वही-
सभी गािर्र्ों की गित पर नं जीियर्ंरग लानय पर अगली सूाया तक िय य-
2.
3. -वही-
प्रितबंि िय यायुसार प्रितबंिित रहेंगी : िलि त के अयुसार प्रितबंिित रहेगी :
4. -वही-
अस्थाई नं जीियर्ंरग िसग्यल प्रििित द्रकए गए ह 1. ...... द्रकमी. प्र.र्ं. से द्रकमी....... द्रकमी. तक 1. .... द्रकमी. प्र.र्ं. से द्रकमी....द्रकमी. तक
तियुसार सभी गािर्र्ों के लोको पार्लट को 2. -वही- 2. -वही-
सतका ता आिेि अवश्र् जारी द्रकर्ा जार्ें 3. -वही- 3. -वही-
4. -वही- 4. -वही-
हस्ताा र :
अस्थाई नं जीियर्ंरग िसग्यल प्रििित द्रकए
सनं जी/जेनं/एसई/एसएसई (रे लपथ) अप/र्ाउय लानयों पर स्टे िय रर ..........
गए ह तियुसार सभी गािर्र्ों के लोको
........................................................... स्टेिय की बीा उपर्ुा्त प्रितबंि सूाया के पार्लट को सतका ता आिेि अवश्र् जारी
अयुसार लगाए गए नं जीियर्ंरग प्रितबंि
योट द्रकर्ा रर पावती द्रिर्ा द्रकर्ा जार्ें
हटाए जाते हैं
स्टेिय मास्टर के हस्ताा र
(कार्ाालर् मुहर) ......................................................
ितिथ .............. समर्......... ितिथ................... समर् ..................

प्रितबंि हटाये की सूाया :


सं. ......... द्रियांक ............ समर् ............. कृ पर्ा पावती िें
हस्ताा र :
सं. ......... द्रियांक .............. के अयुसार
1. .......... द्रकमी. प्र.र्ं. से द्रकमी......... द्रकमी. तक सनं जी/जेनं/एसई/एसएसई (रे लपथ) सनं जी/जेनं/एसई/एसएसई(रे लपथ)
2. -वही-
3. -वही-
4. -वही-

लगार्े गर्े उपर्ुा्त प्रितबंि को हटाये की


सूाया योट की जाती ह रर पावती िी जाती

स्टेिय मास्टर के हस्ताा र
(कार्ाालर् मुहर)
ितिथ .............. समर्.........

260
कर्षाण िवतरण ब्यलकक के िलए वर्वहार में लार्े जाये वाले फकमों का प्राूपप
ररकार्ा पन्यी सं.2 पन्यी सं.1
पूवा रे लवे पूवा रे लवे पूवा रे लवे
(िबजली कर्षाण िवतरण िर्पो) (िबजली कर्षाण िवतरण िर्पो) (िबजली कर्षाण िवतरण िर्पो)
िव.क.िव.2 िव.क.िव.2 िव.क.िव.2
स्टेिय मास्टर/सहार्क र्ार्ा मास्टर की पावती ब्यलकक को ियरस्त करये का फकमा स्टेिय सीमा के अंिर ब्यलकक को लागू करये का
का फामा रर अिपन्या फकमा
सं.................. द्रि..............समर्.............. सं............... द्रि............. समर्............. सं........... द्रि.............समर्............
अिपन्या ब्यलकक हटाये की सूाया ब्यलकक लागू करये की सूाया
सेवा में,
स्टेिय मास्टर / सहार्क र्ार्ा सेवा में, सेवा में,
मास्टर................
कार्ारत स्टेिय मास्टर/सहार्क र्ार्ा मास्टर स्टेिय मास्टर/र्ार्ा मास्टर ...... पर कार्ारत
क) ....... स्टेिय के अंिर अप/र्ाउय
....... ्ाद्रफक ब्यलकक
मु्र् र्ा र्ार्ा लानय सं........ पर ..... द्रकमी.
से ...... द्रकमी. तक .......... बजे से .........
अप/र्ाउय मु्र् र्ा र्ार्ा लानय सं....... द्रकमी.
बजे तक द्रि....... को ्ाद्रफक ब्यलकक लागू कृ पर्ा योट कर लें द्रक :
से ........ द्रकमी. तक........ बजे से .......... तक
द्रकर्ा जाता ह
.........
ईएलईसी/एलएम/द्रफटर क) स्टेिय ...... में अप/र्ाउय मु्र् र्ा र्ार्ा
) ....... स्टेिय के अंिर अप/र्ाउय मु्र् र्ा लानय सं....... पर ......... द्रकमी. से ........ .............................................
र्ार्ा लानय सं...... प्रारं िभक से्िय सं.... द्रकमी. तक पर लगार्ा गर्ा ्ाद्रफक ब्यलकक
पर .... बजे से ...... बजे तक द्रि........ एतिद्वारा हटा िलर्ा गर्ा ह
पावर ब्यलकक लागू द्रकर्ा जाता ह (कार्ा के द्रकस्म)
ईएलईसी/एलएम/द्रफटर ) स्टेिय ........ के अंिर अप/र्ाउय मु्र् र्ा
पन्यी सं.1 के िलए स्टेिय मास्टर की पावती : र्ार्ा लानय सं...... पर प्रारं िभक से्िय पावर ब्यलकक
सेवा में, सं.... तक द्रि........ लगार्ा गर्ा पावर
ईएलईसी/एलएम/द्रफटर अप/र्ाउय मु्र् र्ा र्ार्ा लानय सं...... पर
ब्यलकक एतिद्वारा हटा िलर्ा गर्ा ह
आपके पावर एवं ्ाद्रफक ब्यलकक लगाये की प्रारं िभक से्िय सं........ बजे से ...... बजे
सूाया सं.... द्रि...... के प्रािि की पावती िी तक.........
कृ पर्ा पावती िें
जाती ह अप/र्ाउय मु्र् र्ा र्ार्ा लानय
सं........ पर स्टेिय सीमा के अंिर ..... बजे से ................................................
.... बजे तक को ्ाद्रफक ब्यलकक की स्वीकृ ित िी ईएलईसी/एलएम/द्रफटर
जाती ह सवा संबंिितों को सूाया िे िी गई ह कार्ाालर् का मुहर
(कार्ा के द्रकस्म)
द्रियांक ................... समर् .................
कार्ारत स्टेिय मास्टर/र्ार्ा मास्टर ................ के िलए ब्यलकक रहेगा
कार्ाालर् का मुहर
अप/र्ाउय मु्र् र्ा र्ार्ा लानय सं........ पर कृ पर्ा पावती िें रर सवा संबंिित को सूिात
स्टेिय सीमा के अंिर ..... बजे से .... बजे तक करें
को पावर ब्यलकक की स्वीकृ ित िी जाती ह सवा
संबंिितों को सूाया िे िी गई ह ईएलईसी/एलएम/द्रफटर
द्रियांक ................... समर् ................. कार्ाालर् का मुहर
कार्ारत स्टेिय मास्टर/र्ार्ा मास्टर
कार्ाालर् का मुहर
पन्यी सं.2 के िलए स्टेिय मास्टर की पावती िी
जाती ह
सेवा में,
ईएलईसी/एलएम/द्रफटर
ब्यलकक लागू करये की सूाया सं.... द्रि.... के िलए
आपके पावर एवं ्ाद्रफक ब्यलकक हटाये की सूाया
सं...... द्रि...... के प्रािि के पावती एतिद्वारा िी
जाती ह
द्रियांक ................... समर् .................
कार्ारत स्टेिय मास्टर/र्ार्ा मास्टर
कार्ाालर् का मुहर
261
कर्षाण िवतरण ब्यलकक के िलए वर्वहार में लार्े जाये वाले फकमों का प्राूपप
ररकार्ा पन्यी सं.2 पन्यी सं.1
पूवा रे लवे पूवा रे लवे
(िबजली कर्षाण िवतरण िर्पो) (िबजली कर्षाण िवतरण िर्पो)
िव.क.िव.1 िव.क.िव.1
स्टेिय मास्टर की पावती का फामा अिपन्या स्टेिय सीमा के बाहर ब्यलकक को रद्द करये का पूवा रे लवे
सं.................. द्रि..............समर्.............. फकमा (िबजली कर्षाण िवतरण िर्पो)
सं............... द्रि............. समर्............. िव.क.िव.1
अिपन्या स्टेिय सीमा के अंिर ब्यलकक को लागू करये का
सेवा में, ब्यलकक हटाये की सूाया फकमा
स्टेिय मास्टर ...................... सं........... द्रि.............समर्............
क) ....... स्टेिय रर ........ स्टेिय के बीा के सेवा में,
से्िय पर ...... द्रकमी. से ..... द्रकमी. तक ब्यलकक लागू करये की सूाया
अप/र्ाउय लानय पर ..... बजे से ...... बजे स्टेिय मास्टर .............................. पर
तक द्रि....... को ्ाद्रफक ब्यलकक लागू द्रकर्ा कार्ारत सेवा में,
जाता ह स्टेिय मास्टर ..................... पर कार्ारत
ईएलईसी/एलएम/द्रफटरकृ पर्ा योट कर लें द्रक अप/र्ाउय लानय पर
्ाद्रफक ब्यलकक
) ....... स्टेिय रर ...... स्टेिय के बीा के ......... स्टेिय रर ........ स्टेिय के बीा .......
एलीमें्ी से्िय पर ... द्रकमी. से .... द्रकमी द्रकमी. से ........ द्रकमी. तक प्रारं िभक से्िय ......... स्टेिय रर ........ स्टेिय के बीा .....
तक अप/र्ाउय लानय पर .... बजे से ...... ........... पर लगार्ा गर्ा पावर रर ्ाद्रफक द्रकमी. से ....... द्रकमी. तक अप/र्ाउय लानय के
बजे तक द्रि........ को पावर ब्यलकक लागू ब्यलकक एतिद्वारा हटा िलर्ा गर्ा ह से्िय पर ........ बजे से .......... तक .........
द्रकर्ा जाता ह द्रियांक .......... को ..............
ईएलईसी/एलएम/द्रफटर कृ पर्ा पावती िें
पन्यी सं.1 के िलए स्टेिय मास्टर की पावती : (कार्ा के द्रकस्म)
सेवा में, ईएलईसी/एलएम/द्रफटर
................ के िलए ्ाद्रफक ब्यलकक रहेगा
ईएलईसी/एलएम/द्रफटर
........ पावर एवं ्ाद्रफक ब्यलकक लगाये की पावर ब्यलकक
सूाया सं.... द्रि...... के प्रािि की पावती िी
जाती ह ..... स्टेिय रर ...... स्टेिय के बीा ......... स्टेिय रर ........ स्टेिय के बीा
के से्िय पर .... द्रकमी. से ..... द्रकमी. तक प्रारं िभक से्िय में अप/र्ाउय की मु्र् लानय
अप/र्ाउय लानय पर ..... बजे से .... बजे तक ........ बजे से .......... तक ......... द्रियांक
को ्ाद्रफक ब्यलकक की स्वीकृ ित िी जाती ह .......... को ..............
....... स्टेिय रर ...... स्टेिय के बीा के
एलीमें्ी से्िय पर ... द्रकमी. से .... द्रकमी तक (कार्ा के द्रकस्म)
अप/र्ाउय लानय पर .... बजे से ...... बजे तक
द्रि........ को पावर ब्यलकक की स्वीकृ ित िी जाती ................ के िलए ्ाद्रफक ब्यलकक रहेगा
ह सवा संबंिितों को सूाया िे िी गई ह
कृ पर्ा पावती िें रर सवा संबंिित को सूिात
द्रियांक ................... समर् .................
करें
कार्ारत स्टेिय मास्टर
कार्ाालर् का मुहर ईएलईसी/एलएम/द्रफटर
पन्यी सं.2 के िलए स्टेिय मास्टर की पावती :
सेवा में,
ईएलईसी/एलएम/द्रफटर
आपके पावर एवं ्ाद्रफक ब्यलकक हटाये की सूाया
सं........ द्रि.......... के प्रािि के पावती
एतिद्वारा िी जाती ह
द्रियांक ................... समर् .................
कार्ारत स्टेिय मास्टर
कार्ाालर् का मुहर

262
कर्षाण िवतरण ब्यलकक के िलए वर्वहार में लार्े जाये वाले फकमों का प्राूपप
ररकार्ा पन्यी सं.2 पन्यी सं.1
पूवा रे लवे पूवा रे लवे पूवा रे लवे
(िबजली िवभाग / कर्षाण िवतरण) (िबजली िवभाग / कर्षाण िवतरण) (िबजली िवभाग / कर्षाण िवतरण)
िव.क.िव.3
अिपन्या रर स्टेिय मास्टर की पावती का फामा प्रितबंि हटाये के िलर्े फकमा प्रितबंि लागू करये द्रक िलए फकमा

सं.................. द्रि..............समर्.............. सं............... द्रि............. समर्............. सं........... द्रि.............समर्............


अिपन्या प्रितबंि हटाये की सूाया प्रितबंि लागू करये की सूाया
सेवा में, सेवा में,
स्टेिय मास्टर ................ के कारण सेवा में,
स्टेिय मास्टर .......
1. सभी िवोुत गािर्र्ों की गित ...... स्टेिय स्टेिय मास्टर ........................ के कारण
रर ........ स्टेिय के बीा अप/र्ाउय लानय
पर अगली सूाया तक िय यिलि त के उपरो्त प्रितबंि सूाया के अयुसार संिभा प्रितबंि 1. ..... द्रकमी. प्र.र्ं. द्रकमी से...... द्रकमी.
अयुसार प्रितबंिित रहेगी सूाया सं.......... द्रियांक ........ अप/र्ाउय लानय 2. ..... द्रकमी. प्र.र्ं. द्रकमी से...... द्रकमी.
पर .......... स्टेिय रर .......... स्टेिय के बीा
िवोुत कर्षाण िवतरण प्रितबंि हटार्ा जाता ह 2. लोको पार्लट पेंटोग्राफ यीाे िगरा लें.
1. ..... द्रकमी. प्र.र्ं. द्रकमी से...... द्रकमी. ..... तियुसार सभी िवोुत गािर्र्ों के लोको
2. ..... द्रकमी. प्र.र्ं. द्रकमी से...... द्रकमी. ..... पार्लटों को सतका ता आिेि अवश्र् जारी
कृ पर्ा पावती िें
द्रकर्े जार्ें
2. लोको पार्लट पेंटोग्राफ यीाे िगरा लें.
तियुसार सभी िवोुत गािर्र्ों के लोको पार्लटों
को सतका ता आिेि अवश्र् जारी द्रकर्े जार्ें हस्ताा र ईएलईसी/एलएम/द्रफटर के हस्ताा र ईएलईसी/एलएम/द्रफटर के

हस्ताा र ईएलईसी/एलएम/द्रफटर के
...............................................................

योट द्रकर्ा रर पावती द्रिर्ा

स्टेिय मास्टर के हस्ताा र ..........................


(स्टेिय की मुहर)
द्रियांक ................... समर् .................

प्रितबंि हटाये की सूाया

सं............. द्रि............ समर् ...........

सं............. द्रि............... के अयुसार लगार्े गर्े


उपर्ुा्त प्रितबंि को हटाये की सूाया योट की
जाती ह रर पावती िी जाती ह

स्टेिय मास्टर के हस्ताा र .....................

द्रियांक ............... समर् ...............


( मुहर )

263
पररििषट ‘ई’
(प्राििकार : बोर्ा का पत्रांक 60-टीटी/V/29/15 द्रियांक 24 मााा, 1964)

ए. स्वाािलत ब्यलकक पिित िवफल रहये के िद्यराय गािर्र्ों के संाालय हेतु ियर्म एवं िवियर्म
(सामान्र् ियर्म 9.12 का पूरक)

I. संाार के सािय उपलब्यि रहते एए सभी िसग्यलों की िवफलता, िजसकी कु समर् तक रहये की संभावया हो रर
जो अत्र्ििक िवल ब का कारण बये
स्वाािलत ब्यलकक पिित के अिीय संाािलत िो अथवा अििक स्टेियों वाले द्रकसी ा ेत्र में सभी िसग्यलों के िवफल हो
जाये पर िसग्यल एवं िूर संाार िवभाग के संबंिित पिाििकारी सवा संबंिित को सूिात करये की तत्काल कारा वाई करें गे
रर गाडी गुजारये के िलए िय यिलि त प्रद्रक्रर्ा अपयाई जाएगी :-
1.01 द्रकसी गाडी को प्रभिवत से्िय में प्रवेि करये की अयुमित िेये से पहले गाडी को एक बार रोका जाएगा रर गाडी
के लोको पार्लट को स्टेिय मास्टर द्वारा पररिस्थितर्ों से अवगत करा द्रिर्ा जाएगा रर गाडी के गार्ा को यीाे
उिललि त ियर्म 1.05 (ए) में र्था-ियिााररत ‘आगे ब़ ये का प्राििकार’ (टी/र्ी-912) की एक प्रित िेकर सूिात
कर द्रिर्ा जाएगा ियर्ंत्रक रर आगे िस्थत प्रभािवत स्टेिय के स्टेिय मास्टर को भी सूिात कर द्रिर्ा जाएगा
1.02 प्रभािवत से्िय के पी े में िस्थत स्टेिय पर ड्यूटीरत स्टेिय मास्टर संाार के िय यिलि त साियों अथाात -
(ए) अन्तर के िबय / स्टेिय ग्रूप टेलीफोय ‘’
(बी) ियर्ंत्रण टेलीफोय
(सी) वीएाएफ सेट अथवा िविेर्ष अयुिेिायुसार कु भी में से द्रकसी एक के द्वारा गाडी के िलए ‘ियकट पएंाये’
की अयुमित प्राप्त करे गा
1.03 आगे िस्थत स्टेिय पर ड्यूटीरत स्टेिय मास्टर उस समर् तक ‘लानय ि्लर्र’ यहं िेगा जब तक द्रक -
(i) आगे ाल रही अंितम गाडी का स पूणा िहस्सा पूरी तरह यहं पएंा गर्ा हो,
(ii) वह लानय, िजस पर आ रही गाडी का प्रवेि करार्ा जाया ह, प्लेटफामा स्टाटार से आगे कम से कम 180
मीटर तक अथवा उस स्थाय तक, जहां पर गािर्र्ां सामान्र्त: एक बार िहरती हैं, ाली यहं हो, रर
(iii) उ्त लानय पर गाडी का प्रवेि कराये के िलए सभी प्वानं टों को सही ढंग से सेट रर सभी फे लिंसग प्वानं टों
को लकक यहं कर द्रिर्ा गर्ा हो,
1.04 (ए) यीाे द्रिए गए ियर्म 1.05(ए) में र्था-ियिााररत ‘आगे ब़ ये का प्राििकार’ (टी/र्ी-912) के आिार पर
प्राभािवत से्िय में प्रवेि कर रही प्रथम गाडी का लोको पार्लट पूरी साविायी बरतते एए आगे ब़ गा रर
द्रकसी भी पररिस्थित में 25 द्रकलोमीटर प्रित र्ंटा से अििक गित पर यहं ालेगा बितदेश द्रक कोई अन्र् गित
प्रितबंि यहं लगा हो लोको पार्लट, जब तक आगे िस्थत स्टेिय पर यहं पएंा जाता ह, कोई बािा होये के
मद्देयजर लगातार बाहर िे ता रहेगा
(बी) र्ह सुियिचितत करये के बाि द्रक प्रथम गाडी प्रभािवत से्िय के आगे िस्थत स्टेिय पर सुरिा त पएंा ाुकी
ह, सभी परवती गािर्र्ों के लोको पार्लट भी पूरी साविायी बरतते एए आगे ब़ ेंगे बितदेश द्रक अन्र् गित प्रितबंि
लागू यहं हो रर द्रकसी भी संभािवत बािा के िलए बाहर िे या जारी र ग ें े
1.05 स्टेिय मास्टर प्रत्र्ेक गाडी के लोको पार्लट / मोटमय को िविहत फामा सं. (टी/र्ी-912)पर ‘आगे ब़ ये का
प्राििकार’ िेगा नस प्राििकार में वह प्रस्थाय की सं्र्ा/सं्र्ाओं रर पर द्रकए जाये वाले फाटक िसग्यल/
िसग्यलों का भी उलले करते एए लोको पार्लट / मोटरमय को नसे/नन्हें पार करये के िलए प्राििकृ त कर िेगा
1.06 ‘आगे ब़ ये का प्राििकार’ सौंपये से पहले उय सभी प्वानं टों को सही ढंग से सेट तथा फे लिंसग प्वानं टों को लकक कर
द्रिर्ा जाएगा िजसके ऊपर से गाडी गुजरे गी जब कभी गािर्र्ों का मागा पररवताय करये के िलए द्रकसी िबजली
परराािलत प्वानं टों को परराािलत द्रकर्ा जाया हो, ड्यूटीरत स्टेिय मास्टर के िलि त अयुिेिों के अिीय उस
स्टेिय के िसग्यल अयुरा क द्वारा, जहां िसग्यल अयुरा क उपलब्यि कराए गए हैं, नन्हें स्थायीर् ूपप से परराािलत
द्रकर्ा जाएगा

264
1.07 अगले स्टेिय पर पएंाते समर् लोको पार्लट अपयी गाडी को एकबार प्रथम स्टकप िसग्यल के सामये रोके गा रर
एक ल बी सीटी बजाएगा स्टेिय मास्टर स्वर्ं आश्वस्त होये के बाि, द्रक सब कु सुरिा त ह, एक विीिारी
वर्िि की वर्वस्था करे गा जो स्टेिय प्लेटफकमा से द्रि ाए जा रहे हाथ िसग्यलों का, र्द्रि कोई हो, पालय करते
एए नस िसग्यल से गाडी को पार्लट करते एए ले जाएगा

1.08 प्रत्र्ेक गाडी द्वारा से्िय को ि्लर्र करये की सूाया प्रानवेट य बर बताते एए पी े िस्थत स्टेिय को िे िी
जाएगी
1.09 गाडी पंजी पुिस्तका प्रर्ोग में लार्ी जाएगी रर उसमें गाडी संाालय से संबंिित सभी प्रितििर्ां िजा की
जाएंगी ियर्ंत्रक को प्रभािवत से्िय में हो रहे सभी गाडी संालयों के बारे में र्था-संभव सूिात द्रकर्ा जाता
रहेगा
1.10 सा म प्राििकारी द्वारा िसग्यलों को िीक द्रकए जाते ही संबंिित स्टेिय मास्टरों द्वारा प्रानवेट य बरों के साथ
संिेिों का आिाय-प्रिाय कर र्ह सुियिचितत कर िलए जाये के बाि, द्रक से्िय ि्लर्र ह, स्वाािलत ब्यलकक पिित
के अयुसार गािर्र्ों का सामान्र् संाालय पुय: आरं भ कर द्रिर्ा जाए संभव हो तो सामान्र् संाालय पुय आरं भ
करये से पहले ियर्ंत्रक की अयुमित प्राप्त कर ली जाए
1.11 नस पिित से गाडी संाालय संबंिी सभी ररककर्ा स्टेिय पर र े जाएंगे रर से्िय का र्ातार्ात/पररवहय
ियरीा क उयकी जांा करे गा रर सामान्र् संाालय पुय: आरं भ करये के सात द्रियों के भीतर वररषि मण्र्ल
परराालय प्रबंिक / मंर्ल परराालय प्रबंिक के पास अपयी रपट प्रस्तुत करे गा
II. जब संाार के कोई सािय उपलब्यि यहं हो तब सभी िसग्यलों की िवफलता िजसके कु समर् तक रहये की संभावा
हो रर जो अत्र्ििक िवल ब का कारण बये
स्वाािलत ब्यलकक पिित के अिीय संाािलत िो अथवा अििक स्टेियों वाले द्रकसी ा ेत्र में सभी िसग्यलों के िवफल हो
जाये की िस्थित में रर िय यिलि त में से द्रकसी भी सािय, अथाात
(ए) अन्तर के िबय / स्टेिय ग्रूप टेलीफोय,
(बी) ियर्ंत्रण टेलीफोय,
(सी) वीएाएफ सेट अथवा िविेर्ष अयुिेिायुसार कु भी द्वारा गािर्र्ां संाािलत यहं की जा सकती हैं,
2.0 गािर्र्ां गुजरये के िलए िय यिलि त प्रद्रक्रर्ा अपयार्ी जाएगी :
2.01 प्रभािवत से्िय में गािर्र्ों के संालय को उय स्टेियों द्वारा रर ऐसी लानयों पर संाािलत द्रकर्ा जाएगा जसा
द्रक िविेर्ष अयुिेिों में िविहत हो
2.02 प्रभािवत ा ेत्र के उय सभी प्वानं टों को, िजयमें ऊपर से गािर्र्ां गुजरें गी, उयके ऊपर से द्रकसी गाडी के संालय की
अयुमित िेये से पहले सही ढंग से सेट एवं फे लिंसग प्वानं टों को लकक कर द्रिर्ा जार्ेगा
जब कभी द्रकसी िबजली परराािलत प्वानं ट को गािर्र्ों का मागा पररवताय करये िके िलए परराािलत द्रकर्ा जाया
हो तब ड्यूटीरत स्टेिय मास्टर के िलि त अयुिि े ों पर उस स्टेिय के िसग्यल अयुरा क द्वारा, जहां िसग्यल
अयुरा क उपलब्यि हों, नन्हें ररलीज कर स्थायीर् ूपप से परराािलत द्रकर्ा जा सकता ह

2.03 जसा द्रक उपर्ुा्त ियर्म 2.01 में विणत ह, द्रकसी गाडी को स्टेिय से प्रस्थाय करये की अयुमित िेये से पहले स्टेिय
मास्टर द्वारा नसे एक बार रोका जाएगा रर गाडी के लोको पार्लट, मोटरमय तथा गार्ा को पररिस्थितर्ों की
सूाया िे िी जाएगी
2.04 स्टेिय मास्टर प्रत्र्ेक गाडी के लोको पार्लट/मोटरमय को िविहत फामा सं.टी/र्ी-912 पर ‘िबया लानय ि्लर्र
आगे ब़ ये का प्राििकार’ िेगे अिपन्या स्टेिय मास्टर द्वारा र िलर्ा जाएगा रर पन्यी लोको पार्लट को िे िी
जाएगी
2.05 द्रकसी भी गाडी को उस समर् तक प्रभािवत से्िय में प्रवेि करये क अयुमित यहं िी जाएगी जब तक द्रक प्रस्थाय
करये जा रही गाडी रर कु समर् पहले ही प्रस्थाय की गाडी के बीा 15 िमयटों का स्पषट अन्तराल य हो, बितदेश
द्रक अयुिेिों के तहत कोई कमतर अन्तराल िविहत य द्रकर्ा गर्ा हो

265
2.06 (ए) र्द्रि कोई लोको पार्लट लानय के द्रकसी ऐसे िहस्से की ओर पएंा रहा हो अथवा उससे गुजर रहा हो जहां
आगे की िृश्र्ता स्पषट यहं हो तब गाडी के आगे की ओर संालय का मागाििाय करये के िलए पहले ही एक रे ल
कमााारी भेज द्रिर्ा जाया ाािहए सामये की ओर तेज ियगाहें र ी जायी ाािहए रर लगातार नं जय सीटी
बजार्ी जयी ाािहए
(बी) र्ह पता लगाये के बाि ही द्रकसी सुरंग में प्रवेि द्रकर्ा जाएगा द्रक र्ह सुरंग बािामु्त ह नस बारे में र्द्रि
कोई िंका हो तब हाथ िसग्यलों तथा िर्टोयेटरों से लि द्रकसी रे ल कमााारी द्वारा गाडी को पार्लट करके ले जार्ा
जाएगा
2.07 गार्ा पी े की ओर तीक्ष्ण यजर र ेगा रर वतामाय ियर्मों के अयुसार आवश्र्कता पडये पर पी े से पएंा रही
गाडी को रोकये तथा नसका बााव करये के िलए तरा िसग्यल द्रि ाये के िलए तर्ार रहेगा ऐसे से्िय में
प्रवेि करये से पहले, जहां सुरंगें हों, वह बगल के रर िप ले ल पों को भी जला लेगा
2.08 उपर्ुा्त ियर्म 2.01 के अंतगात जारी िविेर्ष अयुिि े ों के तहत यािमत अगले स्टेिय की अेर पएंाते समर् लोको
पार्लट अपयी गाडी को प्रथम स्टकप िसग्यल के सामये एक बार रोक लेगा रर एक ल बी सीटी बजाएगा स्टेिय
मास्टर स्वर्ं आश्वस्त होये के बाि, द्रक सभी प्वानं टों को सही ढग से सेट रर फे लिंसग प्वानं टों को लकक कर द्रिर्ा
गर्ा ह, एक विीिारी वर्िि की वर्वस्था करे गा, जो नस िसग्यल से गाडी को पार्लट करके ले जाएगा वह
स्टेिय प्लेटफामा से द्रि ाए जाये वाले हाथ िसग्यलों का, र्द्रि हों, पालय करे गा द्रफर भी, स्टेिय मास्टर द्वारा
िविहत फामा पर जारी द्रकए जाये वाले िलि त प्राििकार पर हाथ/अिा-स्वाािलत िसग्यल को, र्द्रि हो, पार द्रकर्ा
जाएगा

2.09 सभी गािर्र्ों के लोको पार्लट से्िय के ोर पर अविस्थत यािमत स्टेिय के स्टेिय मास्टर के ‘िबया लानय
ि्लर्र आगे ब़ ये का प्राििकार’ वापस कर िेंगे नयहें स्टेिय मास्टर अपयी वर्िि गत िहफाजत में र लेगा
िजससे से्ियों के र्ातार्ात ियरीा क (एम) द्वारा नयका ियरीा ण द्रकर्ा जा सके र्ातार्ात ियरीा क (एम)
गािर्र्ों के संाालय के संबंि में एक रपट तर्ार करे गा रर अपयी रपट के साथ नन्हें संाार-वर्वस्था पुय: कार्म
होये के 7 द्रियों के भीतर वररषि मण्र्ल परराालय प्रबंिक / मण्र्ल परराालय प्रबंिक को पास भेज िेगा
2.10 संाार वर्वस्था पूरी तरह िप रहये के िद्यराय ‘िबया लानय ि्लर्र आगे ब़ ये का प्राििकार’ के आिार पर
प्रभािवत से्िय से गुजरी सभी गािर्र्ों का ररककर्ा गाडी पंजी पुिस्तकाओं में र ा जाएगा िजन्हें उपर्ुा्त ियर्म
2.01 के अिीय िविेर्ष ूपप से यािमत सभी स्टेियों पर ोला जाएगा

2.11 गािर्र्ां नस पिित से काम करया उस समर् तक जारी र ें जब तक द्रक िसग्यलों को िीक यहं कर िलर्ा जाए
अथवा सा म प्राििकारी द्वारा संाार के द्रकसी एक सािय को पुय: वहाल यहं कर द्रिर्ा जाए
2.12 जसे ही िसग्यलों को िीक कर िलर्ा जाता ह, गािर्र्ों का सामान्र् संाालय पुय: आरं भ कर द्रिर्ा जाएगा द्रकन्तु
िसग्यलों का अपरराािलत रहया जारी रहेगा रर संाार के द्रकसी सािय के पुय: बहाल होये पर स्टेिय मास्टर
फामा टी/आई 602 पर प्रभािवत से्िय के अन्र् ोर पर उपिस्थत स्टेिय मास्टर के पास तत्काल एक संिेि
भेजेगा
2.13 पुय: बहाल द्रकए गए संाार के द्रकसी सािय का प्रर्ोग पएंाये की अयुमित प्राप्त करये अथवा िेये के िलए उस
समर् तक यहं द्रकर्ा जाएगा जब तक द्रक िोयों स्टेिय मास्टर आश्वस्त यहं हो जाएं द्रक उयके स्टेिय से प्रेिर्षत
सभी गािर्र्ां रर नं जय आद्रि अन्र् स्टेिय पर पूरी तरह पएंा ाुकी हैं जब उपर्ुा्त ियर्म 2.12 में उिललि त
गािर्र्ॉं स्टेियों पर पूरी तरह से पएंा जाएं तब िूसरे संबंिित स्टेिय मास्टर के साथ प्रानवेट य बरों का आिाय-
प्रिाय करते एए उसे गाडी सं. रर उयका आगमय समर् सूिात कर द्रिर्ा जाएगा नसके बाि र्द्रि संभव हो तो
से्िय ियर्ंत्रक को नस बारे में सूाया िे िी जाएगी

बी. जब िसग्यल परराालयर्ोग्र् हों रर संाार वर्वस्था उपलब्यि हो तब एक अथवा अििक लानयों के
बािित रहये के िद्यराय स्वाािलत ब्यलकक पिित के अंतगात गािर्र्ों के संाालय हेतु ियर्म एवं िवियर्म :
I. स्वाािलत ब्यलकक पिित के अंतगात संाािलत िो रर उससे अििक स्टेियों वाले ा ेत्र में एक अथवा अििक लानयें
अवूपि हो जाये की िस्थित में, जबद्रक िसग्यल परराालयर्ोग्र् हों रर संाार वर्वस्था उपलब्यि हो तब िय यिलि त
प्रद्रक्रर्ा अपयार्ी जाएगी :-

266
िोहरी लानय से्ियों में जब एक लानय बािित हो :

1.01 जब िवोुताािलत वात्ताा उपकरणों (नलेि््क स्पीिंकग नं स्रूमेमेंट) की सहार्ता से िोहरी लानय पर अस्थार्ी
नकहरी लानय संाालय प्रारं भ करया वांि त हो तब प्रभािवत से्िय के एक ोर पर उपिस्थत स्टेिय मास्टर
िलि त ूपप में एक लानय ाली होये के संबंि में िवश्वस्त सूाया िमलये पर से्िय ियर्ंत्रक रर से्िय के
अन्र् ोर पर अविस्थत स्टेिय के स्टेिय मास्टर के परामिा से उस लानय पर अस्थार्ी नकहरी लानय संाालय
आरं भ करये की करा वाई करे गा
1.02 र्द्रि र्ह आिंका करये का कोई कारण हो द्रक उस लानय का भी उललंर्य हो रहा ह अथवा वह ा ितग्रस्त ह,
िजसपर अस्थार्ी नकहरी लानय संाालय प्रारं भ द्रकर्ा जाया ह, तब अस्थार्ी नकहरी लानय संाालय उस समर्
तक प्रारं भ यहं द्रकर्ा जाएगा जब तक द्रक नं जीियर्री का कोई िज मेिार पिाििकारी, जो कम से कम ियरीा ण
रैं क का हो, उस से्िय का ियरीा ण कर र्ह प्रमािणत य कर िें द्रक गािर्र्ों के गुजरये के िलए सडक सुरिा त ह
1.03 प्रभािवत से्िय में गािर्र्ों के संालय को उय स्टेियों द्वारा रर उय लानयों पर ियर्ंित्रत द्रकर्ा जाएगा जसा
द्रक िविेर्ष अयुिेिों द्वारा िविहत द्रकर्ा गर्ा हो
1.04 गलत द्रििा में ाल रही सभी गािर्र्ों को नकहरी लानय पर नलेि््क स्पीिंकग नं स्रूमेमेंटों का प्रर्ोग करये के िलए
लागू ियर्मों के अयुसार संाािलत द्रकर्ा जाएगा रर िस्थित के अयुसार अंतर-के िबय/स्टेिय ग्रूप टेलीफोय अथवा
ियर्ंत्रण फोय अथवा वीएाएफ सेट पर ियकट पएंाये की अयुमित प्राप्त की जाएगी ियकट पएंाये की अयुमित
उस समर् तक यहं िी जाएगी जब तक द्रक वह लानय, िजसपर गाडी का प्रवेि करार्ा जाया ह, उस स्थाय से
आगे कम से कम 180 मीटर तक ाली यहं हो, जहां पर गािर्र्ां सामान्र्त: एक बार िहरती हैं गलत ििा में
ाल रही प्रत्र्ेक प्रथम गाडी के िलए उस समर् तक य तो पएंाये की अयुमित मांगी जाएगी रर य ही िी जाएगी
जब तक द्रक िो स्टेिय मास्टर प्रानवेट य बर के आिाय-प्रिाय द्वारा आश्वस्त यहं हो जाएं द्रक वह लानय, िजस
पर गाडी का प्रवेि करार्ा जाया ह, उस स्थाय से आगे कम से कम 180 मीटर तक ि्लर्र ह, जहां गािर्र्ां
सामान्र्त एक बार िहरती हैं वह र्ह भी सुियिचितत करे गा द्रक सही द्रििा में ाल रही सभी गािर्र्ां आगे िस्थत
स्टेिय पर पूरी तरह पएंा ाुकी हैं
सही द्रििा में ाल रही प्रत्र्ेक प्रथम गाडी को ोडकर, िजयके संबंि में गलत द्रििा में ाल रही गािर्र्ों के िलए
उिललि त प्रद्रक्रर्ा अपयार्ी जाएगी, परवती गािर्र्ों को पी े िस्थत स्टेिय पर उपलब्यि स्वाािलत िसग्यलों के
संकेतों के आिार पर एक िूसरे के पी े ालये की अयुमित िी जा सकती ह रर नस तर्थर् की सूाया आगे िस्थत
स्टेिय को िे िी जाए द्रक वह द्रकसी ास गाडी/गािर्र्ों को पी े ालये की अयुमित िे रहा ह रर बाि के
स्टेियों से उसे/उन्हें प्रवेि कराये के िलए उयकी तर्ारी का पता लगा िलर्ा ह नस कारा वाई के िलए प्रानवेट
य बरों का आिाय-प्रिाय द्रकर्ा जाएगा
1.05 प्रभािवत से्िय के स्टेियों पर गाडी पंजी पुिस्तकाएं र ी जाएंगी
1.06 उस प्रभािवत से्िय के िीक पी े अविस्थत स्टेिय द्वारा, िजस पर अस्थार्ी नकहरी लानय संाालय आरं भ
द्रकर्ा गर्ा ह, प्रभािवत ा ेत्र में ाल रही सभी गािर्र्ों के लोको पार्लटों को िलि त ूपप में नसकी सूाया िे िी
जाएगी गलत द्रििा में ाल रही गािर्र्ों के पार्लटों के िलए अंितम स्टकप िसग्यल को पार करये के िलए एक
िलि त प्राििकार भी द्रिर्ा जाए गलत द्रििा में ाल रही गािर्र्ों के लोको पार्लटों को प्रभािवत से्िय में
प्रवेि करये से पहले िविहत फामा द्रिर्ा जाएगा
1.07 प्रभािवत ा ेत्र के उय सभी प्वानं टों को, िजयके ऊपर से गाडी गुजरे गी, द्रकसी गाडी के उयके ऊपर से संालय हेतु
प्राििकृ त करये से पहले सही ढंग से सेट एवं फे लिंसग प्वानं टों को लकक कर द्रिर्ा जाएगा
जब कभी गािर्र्ों का माा पररवताय करये के िलए द्रकसी िबजली परराािलत प्वानं ट को परराािलत द्रकर्ा जाया
हों, ड्यूटीरत स्टेिय मास्टर के िलि त अयुिेिों पर उस स्टेिय के िसग्यल अयुरा क द्वारा, जहां िसग्यल
अयुरा क उपलब्यि हों, नन्हें स्थायीर् ूपप से ररलीज एवं परराािलत द्रकर्ा जा सकता ह

267
1.08 र्ह पता लागाये के बाि, द्रक र्ातार्ात के गुजरये के िलए एक लानय ाली (ि्लर्र) ह, नकहरी लानय संाालय
का प्रस्ताव र ये वाला स्टेिय मास्टर प्रभािवत से्िय के अन्र् ोर के स्टेिय मास्टर के साथ प्रानवेट य बरों का
आिाय-प्रिाय कर एक संिि े जारी करे गा िजसमें िय यिलि त जायकारी होगी -
ए) नकहरी लानय संाालय प्रारं भ करये का कारण,
बी) लानय, िजसके द्वारा नकहरी लानय संाालय का प्रस्ताव ह,
ग) उ्त लानय के ाली (ि्लर्र) होये की सूाया िमलये का स्रोत,
र्ी) बािा - स्थल,
ई) लानय पर गित - प्रितबंि, र्द्रि हो,
एफ) उपर्ुा्त ियर्म 1.03 के अिीय वररषि मण्र्ल परराालय प्रबंिक / मंर्ल परराालय प्रबंिक द्वारा यािमत
अंितम गाडी सं. रर स्टेिय पर पएंाये / ू टये का समर्,
1.09 अन्र् ोर के स्टेिय मास्टर से प्रानवेट य बर द्वारा संपुषट प्रािि-सूाया प्राप्त होये पर नकहरी लानय संाालय
प्रारं भ द्रकर्ा जा सकता ह पएंाये की अयुमित िस्थित अयुसार अंतर-के िबय / स्टेिय ग्रूप टेलीफोय अथवा
ियर्ंत्रण टेलीफोय, वीएाएफ अथवा कु भी द्वारा प्राप्त की जाएगी रर गािर्र्ां ऊपर बतार्ी गई प्रद्रक्रर्ा के
अयुसार ालेंगी
1.10 (ए) प्रत्र्ेक गाडी के लोको पार्लट को फामा टी/409 पर एक साविायता आिेि सौंपा जाएगा िजस पर
िय यिलि त का स्पषट उलले रहेगा -
(i) लानय, िजसपर गाडी अथवा लानट नं जय को ालया ह,
(ii) द्रकलोमीटर िूरी िजसके बीा बािा उत्पन्न एआ ह,
(iii) कोई गित प्रितबंि, जो लगार्ा गर्ा हो सकता ह, रर
(iv) अयुिेि, द्रक गलत द्रििा में स्वाािलत िसग्यलों को प्रर्ोग से बाहर समझा जाए ााहे ्र्ों य वे ‘आगे ब़ ें’
अथवा ‘साविाय’ संकेत ििाा रहे हों
(बी) सही द्रििा में ाल रही गािर्र्ों के संबंि में लोको पार्लट/मोटरमय के िलए िविहत फामा टी/ए 912 पर
प्राििकार द्रिर्ा जाएगा िजससे वह िो यािमत स्टेियों के बीा से होते एए अि-स्वाािलत िसग्यलों अथवा
िसग्यल द्रि ाये के िलए प्रितियर्ु्त द्रकसी अन्र् विीिारी रे ल सेवक द्वारा द्रि ाए जा रहे हाथ िसग्यलों रर
फाटक िसग्यलों को पार करते एए साविायी बरतते एए समपार फाटक तक जा सके , जहां पर वह पुय: आगे
ब़ ये से पहले र्ह जूपर पता लगा ले द्रक फाटकों को लकक कर द्रिर्ा गर्ा ह रर गेटमय द्वारा हाथ िसग्यल
द्रि ाए जा ाुके हैं नस प्राििकार पर प्रत्र्ेक स्वाािलत, अिा-स्वाािलत, हस्त-परराािलत रर फाटक िसग्यल
/ िसग्यलों की अलग-अलग पहााय सं्र्ा/सं्र्ाओं का उलले द्रकर्ा जाएगा
1.11 गलत द्रििा में अस्थार्ी नकहरी लानय संाालय प्रारं भ कर प्रथम गाडी के लोको पार्लट को ूपकये के िलए द्रिए
जाये वाले साविायता आिेि में भी सभी प्रिवििर्ां िजा की जाएंगी रर अस्थार्ी नकहरी लानय संाालय प्रारं भ
द्रकए जाये के संबंि में रास्ते के सभी गेटमयों रर गैंगमयों को सूिात कर द्रिर्ा जाएगा उस रास्ते का भी िविेर्ष
ूपप से उलले द्रकर्ा जाएगा िजसपर गािर्र्ां ालेंगी

1.12 गलत द्रििा में ाल रही गािर्र्ों की गित 25 द्रकमी. प्रित र्ंटा से अििक यहं होगी

1.13 गलत द्रििा में ाल रही गाडी का लोको पार्लट ियर्म 1.03 के अिीय िविेर्ष अयुिेिों द्वारा यािमत अगले
स्टेिय पर पएंाते समर् गलत द्रििा में, िजस पर वह ाल रहा ह, सवाप्रथम आये वाले प्रथम स्टकप िसग्यल के
सामये अपयी गाडी एक बार रोके गा रर एक ल बी सीटी बजाएगा स्टेिय मास्टर स्वर्ं आश्वस्त होये बाि, द्रक
सभी प्वानं टों को सेट रर फे लिंसग प्वानं टों को लकक कर द्रिर्ा गर्ा ह, एक विीिारी रेल कमााारी के वर्वस्था
करे गा जो स्टेिय प्लेटफामा से द्रि ाए जाये वाले हाथ िसग्यलों का, र्द्रि हों, पाल करते एए नस िसग्यल से गाडी
पार्लट करके ले जाएगा तथािप, हस्त परराािलत अिा-स्वाािलत िसग्यलों को, र्द्रि हों, स्टेिय पार्लट द्वारा
िविहत फामा पर जारी द्रकए जाये वाले िलि त प्राििकार पर पार द्रकर्ा जाएगा

268
1.14 सामान्र् संाालय पुय: प्रारं भ करया : (ए) द्रकसी िज मेिार नं जीियर्री पिाििकारी द्वारा िलि त प्रमाण-पत्र
प्राप्त होये पर, द्रक बािित ्क गािर्र्ों के गुजरये के िलए बािामु्त ह, स्टेिय मास्टर िस्थित के अयुसार अन्र्
स्टेिय अथवा स्टेिय मास्टरों के साथ प्रानवेट य बरों का आिाय-प्रिाय करते एए उसके / उयके िलए एक संिि े
जारी करे गा रर से्िय ियर्ंत्रक के परामिा से उस गाडी का ियिाारण करे गा, िजसके गुजरये के बाि सामान्र्
संाालय प्रारं भ द्रकर्ा जाया ह
बी) सभी संबंिित स्टेियों के गाडी पंजी पुिस्तका में भी एक प्रिविि की जाएगी िजसमें िोहरी लानय संाालय
प्रारं भ द्रकए जाये का समर्, नकहरी लानय संाालय प्रारं भ द्रकए जाये का समर् रर सामान्र् संाालय पुय:
प्रारं भ करये का समर् ििाार्ा जाएगा
II. िोहरी लानय से्िय में :

1.15 ए) र्द्रि एक लानय अथवा िो लानयें (एक अप रर एक र्ाउय) बािित हो जाए / जाएं :
(i) गािर्र्ां संाालय की सामान्र् पिित से गर-बािित लानयों पर ालया जारी र ग ें ी रर उयके मागा को,
जहां संभव हो, उयके उिात लानय पर पररवितत कर द्रिर्ा जाएगा
(ii) थ्रू लानय पर ाल रही उपयगरीर् गािर्र्ां के वल उय स्टेियों पर ूपकें गी जहां लानय पर प्लेटफामा हों
जहां प्लेटफामा उपलब्यि यहं होये के कारण द्रकसी गाडी का िहराव उय स्टेियों से समाप्त कर द्रिर्ा गर्ा
हो, जहां नयका ियिााररत िहराव ह, तब लाउर् स्पीकर अथवा सुिविजयक स्टेियों पर उपलब्यि अन्र्
साियों द्वारा र्ाित्रर्ों को समुिात सूाया िे िी जाएगी
बी) र्द्रि िोयों अप लानयें अथवा िोयों र्ाउय लानयें बािित हों -
(i) लोकल लानय पर : लोकल लानय पर गािर्र्ां संाालय की सामान्र् पिित के अिीय सही द्रििा में ालया
जारी र ेंगी
(ii) थ्रू लानय पर : (1) प्रभािवत से्िय में गािर्र्ों के संालय को उय समीपवती स्टेियों द्वारा ियर्ंित्रत द्रकर्ा
जाएगा जहां गर-बािित लानयों के बीा क्रास-ओवर उपलब्यि हैं
(2) लानय के उय सभी फे लिंसग प्वानं टों को, िजयके ऊपर से गािर्र्ां ालेंगी, गािर्र्ों के संालय हेतु ्लैंप से
कस करके लकक कर द्रिर्ा जाएगा रर नस संबंि में प्रभािवत से्िय के स्टेिय मास्टरों के साथ टेलीफोय
पर प्रानवेट य बरों का आिाय-प्रिाय करके आश्वासय प्राप्त कर िलर्ा जाएगा
(3) गािर्र्ों को 15 िमयट के अन्तराल पर अथवा िविेर्ष अयुिेिों द्वारा र्था-ियिााररत अन्तरालों पर एक िूसरे
के पी े ालये की अयुमित िी जाएगी
(4) गािर्र्ां प्रभािवत से्िय के अन्र् ोर पर िस्थत टिमयल स्टेिय तक लागू ‘िबया लानय ि्लर्र आगे
ब़ ये का प्राििकार’ के आिार पर ालेंगी ताद्रक वसे स्टेियों के थ्रू-लानयों पर ाल रही गािर्र्ों के िहराव
से बाा जा सके जहां की थ्रू-लानय पर प्लेटफामा उपलब्यि यहं हैं
र्ह सुियिचितत करये के िलए द्रक पी े ाल रही िो लगातार गािर्र्ों के बीा 15 िमयट का न्र्ूयतम समर्ान्तराल
र ा गर्ा ह, वररषि मंर्ल परराालय प्रबंिक / मंर्ल परराालय प्रबंिक प्रभािवत से्िय की सीमा में पडये
वाले उय स्टेियों का ियिाारण करें गे जहां से गाडी के लोको पार्लट को स्टे िय ोडये के िलए प्राििकृ त करते
एए एक िलि त प्राििकार द्रिर्ा जाएगा र्ह प्राििकार पहले जारी द्रकए गए ‘िबया लानय ि्लर्र आगे ब़ ये
का प्राििकार’ के अलावा होगा रर ड्यूटीरत संबंिित स्टेिय मास्टर द्वारा तब तक लोको पार्लट को यहं
द्रिर्ा जाएगा जब तक वह स्वर्ं आश्वस्त य हो जाए द्रक आगे ाल रही अंितम गाडी के प्रस्थाय समर् से कम कम
15 िमयट बीत ाुके हैं
उपयगरीर् गािर्र्ां के वल उय स्टेियों पर ूपकें गी जहां की थ्रू-लानय पर प्लेटफामा उपलब्यि हैं र्ाित्रर्ों को
लाउर् स्पीकर अथवा सुिविाजयक स्टेियों पर उपलब्यि अन्र् साियों द्वारा समुिात ढंग से सूिात कर द्रिर्ा
जाएगा
(5) गािर्र्ां, जब िृश्र्ता स्पषट हो, 25 द्रकमी. प्रित र्ंटा रर जब िृश्र्ता स्पषट यहं हो, 8 द्रकमी. प्रित र्ंटा
की गित से अििक यहं होगी बितदेश द्रक अन्र् गित प्रितबंि लागू यहं हो फे लिंसग प्वानं टों के ऊपर गित को
15 द्रकमी. प्रित र्ंटा पर प्रितबंिित कर द्रिर्ा जाएगा

269
(6) सामान्र् पूर सवारी गाडी रर ियिााररत थ्रू माल गािर्र्ों जसे िेर् से लानट नं जयों की आवाजाही, माल
गािर्र्ों की िंंटग श्आद्रि को ोडकर थ्रू-लानय पर सभी तरह के संालय स्थिगत रहेंगे थ्रू-लानय पर
सामान्र् गािर्र्ों का ालया हाथ िसग्यलों द्वारा ियर्ंित्रत होंगे ‘’
सी) र्द्रि तीय लानयें बािित हों : गािर्र्ां गर-बािित लानय पर पररििषट ‘बी’ (I) में िविहत ियर्मों के
अयुसार संाािलत की जाएंगी
1.16 सामान्र् संाालय पुय: प्रारं भ करया : (i) िज मेिार नं जीियर्री पिाििकारी से एक िलि त प्रमाण-पत्र प्राप्त
होये पर द्रक गािर्र्ों के गुजरये के िलए बािित ्क बािामु्त ह/हैं, स्टेिय मास्टर िस्थित के अयुसार िूसरे
स्टेिय अथवा स्टेियों के साथ प्रानवेट य बरों का आिाय-प्रिाय करते एए उसे/उन्हें एक संिि
े जारी करे गा रर
से्िय ियर्ंत्रक के परामिा से उस गाडी का ार्य करे गा िजसके गुजरये के बाि सामान्र् संाालय प्रारं भ द्रकर्ा
जाया ह
(ii) सभी संबंिित स्टेियों की गाडी पंजी पुिस्तका में भी सामान्र् संाालय स्थिगत करये का समर् रर सामान्र्
संाालय पुय: प्रारं भ करये का समर् ििााते एए एक प्रिविि िजा की जाएगी
(iii) नस पिित से गाडी संाालय संबंिी सभी ररकार्ा स्टे िय पर र े जाएंगे रर से्िय का र्ातार्ात ियरीा क
(एम) उयकी जांा करे गा रर सामान्र् संाालय पुय: प्रारं भ करये के 7 द्रियों के भीतर अपयी रपट वररषि मंर्ल
परराालय प्रबंिक/मंर्ल परराालय प्रबंिक के पास प्रस्तुत करे गा

सी. एक अथवा अििक लानयें बािित रहये के िद्यराय, जब संाार के कोई सािय उपलब्यि यहं हों रर िसग्यल
भी िवफल हो गए हों, स्वाािलत ब्यलकक पिित के अंतगात गािर्र्ों के संाालय हेतु ियर्म एवं िवियर्म
गािर्र्ों को गुजरये के िलए िय यिलि त प्रद्रक्रर्ा अपयार्ी जाएगी :
I. िोहरी लानय से्िय पर, जब एक लानय बािित हो -
1.01 र्द्रि स्वाािलत ब्यलकक पिित के अिीय संाािलत द्रकसी से्िय में संाार-वर्वस्था पूरी तरह िप पड जाए रर
िय यिलि त में से द्रकसी भी सािय द्वारा गािर्र्ां संाािलत यहं की जा सकती हैं अथाात
ए) स्वाािलत ब्यलकक,
बी) अन्तर-के िबय / स्टेिय ग्रूप टेलीफोय,
सी) ियर्ंत्रण फोय,
र्ी) वीएाएफ सेट अथवा कु भी,
तब प्रभािवत से्िय में गािर्र्ों के संालय को उय स्टेियों द्वारा रर उय लानयों पर ियर्ंित्रत द्रकर्ा जाएगा जसा िविेर्ष
अयुिेिों में िविहत हो
1.02 द्रकसी गाडी को स्टेिय ोडये की अयुमित िेये से पहले नसे एक बार रोका जाएगा रर गाडी के लोको पार्लट
तथा गार्ा को स्टेिय मास्टर द्वारा िस्थित की सूाया िे िी जाएगी
1.03 स्टेिय मास्टर स्वर्ं आश्वस्त हो लेगा द्रक गार्ा रर लोको पार्लट उय ियर्मों को अच ी तरह समझते हैं िजयके
अिीय नकहरी लानय पर संाार वर्वस्था पूरी तरह िप रहये के िद्यराय गािर्र्ों को ालार्ा जाया ह वह फामा
‘िबया लानय ि्लर्र आगे ब़ ये का प्राििकार’ की अिपन्न ी पर लोको पार्लट तथा गार्ा के हस्ताा र भी ले
लेगा र्द्रि लोको पार्लट अिििा त हो तब स्टेिय मास्टर द्वारा गार्ा की उपिस्थित में उसे ऐसी पररिस्थितर्ों में
गािर्र्ों के संाालय की प्रद्रक्रर्ा समझा िी जाएगी रर ‘िबया लानय ि्लर्र आगे ब़ ये का प्राििकार’ की पन्यी
तथा अिपन्यी पर ररककर्ा र िलर्ा जाएगा
1.04 गर-बािित लानय के द्वारा कोई लानट नं जय, मोटर ्कली अथवा टावर वगय भेजकर संाार वर्वस्था ाालू की
जाएगी र्द्रि संाार वर्वस्था ाालू करये के िलए ईएमर्ू स्टकक सिहत कोई गाडी भेजी जायी हो तब गाडी भेजये
से पहले सभी र्ाित्रर्ों को अवश्र् उतार द्रिर्ा जाए संाार वर्वस्था पूरी तरह िप रहये के िद्यराय िोहरी लानय
पर नकहरी लानय संाालय के िलए एकीकृ त ियर्मों के संगत प्राविायों का पालय द्रकर्ा जाएगा

270
1.05 प्रभािवत ा ेत्र की ओर पएंा रही सभी गािर्र्ों के लोको पार्लटों को िजय स्टे ियों के बीा रर िजस लानय पर
अस्थार्ी नकहरी लानय संाालय प्रारं भ द्रकर्ा गर्ा ह नयके संबंि में िलि त सूाया अवश्र् िे िी जाए नसके
अितरर्त, उय गािर्र्ों के लोको पार्लट, जो अस्थार्ी नकरी लानय के सही मागा पर ालेंगी, प्रभािवत से्िय के
िीक पी े िस्थत स्टेिय पर ूपकें गी रर आगे ब़ ये का प्राििकार प्राप्त होये पर ही वहां से आगे ब़ ेंगी
1.06 स्टेिय मास्टर िूर-संाार वर्वस्था ाालू करये वाले लोको पार्लट को िय यिलि त िस्तावेज सौंपेगा -
(i) िविहत फामा टी/बी-912 पर िबया लानय ि्लर्र आगे ब़ ये का प्राििकार,
(ii) द्रकसी गाडी को अन्र् ोर से प्रभािवत से्िय में प्रवेि करये के िलए सिता लानय ि्लर्र संिेि,
(iii) संाार की पूणा िवफलता के िद्यराय आगे िस्थत यािमत स्टेिय के स्टेिय मास्टर को संबोिित कर फामा टी/ई
602 पर गािर्र्ों के प्रेर्षण हेतु लानय ि्लर्र मांगते एए लानय ि्लर्र पू -ता संिेि, िजस पर अगली
गाडी को उसके स्टेिय की ओर ब़ ये के िलए लानय ि्लर्र मांगा गर्ा हो
1.07 प्रथम गाडी के लोको पार्लट को िहरये के िलए साविायता आिेि पर भी नसका पृषिां कय कर द्रिर्ा जाएगा रर
मागा के सभी गेटमयों तथा गैंगमयों को अस्थार्ी नकहरी लानय संाालय प्रारं भ करये की सूाया िे िी जाएगी
उस मागा का भी िवियिदेशिय कर द्रिर्ा जाएगा िजस पर गािर्र्ां ालेंगी
1.08 प्रभािवत ा ेत्र में उय सभी प्वानं टों को, िजसके ऊपर से गािर्र्ां ालेंगी, द्रकसी गाडी को उयके ऊपर से संालय
करये की अयुमित िेये से पहले सही ढंग से सेट रर फे लिंसग प्वानं टों को लकक कर द्रिर्ा जाएगा
जब कभी गािर्र्ों का मागा बिलये के िलए द्रकसी िबजलीाािलत प्वानं टों को परराािलत द्रकर्ा जाया हो, तब
ड्यूटीरत स्टेिय मास्टर के िलि त अयुिेिों के अिीय उस स्टेिय के िसग्यल अयुरा क द्वारा, जहां िसग्यल
अयुरा क उपलब्यि हों, नन्हें स्थायीर् ूपप से मु्त (ररलीज) कर परराािलत द्रकर्ा जा सकता ह
1.09 (ए) द्रकसी गाडी नं जय/ ाली गाडी/लानट नं जय/मोटर ्कली/टावर वगय को फामा सं. टी/ई-602 एवं टी/एफ-602
के साथ आगे भेजये के बाि द्रकसी भी अन्र् गाडी अथवा नं जय को द्रकसी भी हालत में उसी द्रििा में आगे ब़ ये को
अयुमित उस समर् तक यहं िी जाएगी जब तक नं जय/ ाली गाडी/लानट नं जय/मोटर ्कली/टावर वगय वापस
यहं लद्यट आए
(बी) उस नं जय / मोटर ्कली अथवा टावर वगय अथवा ाली गाडी के वापस लद्यटये तक स्टे िय पर लानय को
अवूपि करये की अयुमित यहं िी जाएगी
1.10 र्द्रि द्रकसी नं जय अथवा टावर वगय अथवा मोटर ्कली अथवा ाली गाडी की मुलाकात अन्र् ोर से प्रेिर्षत
द्रकसी अन्र् नं जय, टावर वगय आद्रि के साथ से्िय के मधर् में होती ह तब िोयों लोको पार्लट प्रतीा ारत
गािर्र्ों के महत्व, यजिीकी स्टेिय से िूरी, सामये आये वाले ढलायों, का सानलिंर्गों की उपिस्थित आद्रि पर
िवाार करते एए ियणार्ि लेंगें द्रक द्रकस नं जय नकाई आद्रि को पी े लार्ा जाया ाािहए िजससे िूसरे को आगे
ब़ ये में सुिविा हो सकें
1.11 उपर्ुा्त ियर्म के अिीय द्रिए गए िविेर्ष अयुिेिों के अयुसार यािमत अगले स्टे िय पर गाडी पएंाये पर लोको
पार्लट, स्टेिय मास्टर को फामा सं. टी/जी-602 एवं टी/एा-602 अथवा रर टी/ई-602 सौंपेगा जो लानय
ि्लर्र संिि े पुिस्तका में उसे िजा करे गा
1.12 सिता लानय ि्लर्र का प्राििकार प्राप्त स्टेिय मास्टर अपये स्टेिय पर प्रतीा ारत गाडी को प्रेिर्षत करे गा
लोको पार्लट को िय यिलि त िस्तावेज द्रिए जाएंगे :-
(i) फामा टी/जी-602 रर टी/एा-602 पर सिता लानय ि्लर्र रटकट,
(ii) प्रभािवत से्िय के अन्र् ोर पर प्रतीा ारत गाडी के िलए फामा टी/एफ-602 पर स्टेिय से प्रस्थाय करये
का सिता लानय ि्लर्र संिेि,
(iii) एक साविायता आिेि, िजस पर िय यिलि त का स्पषट उलले रहेगा,
क) लानय, िजस पर गाडी को ालया ह,
) द्रकलोमीटर िूरी, िजयके बीा बािा उत्पन्य एआ ह,
ग) कोई अस्थार्ी गित प्रितबंि, जो लगार्ा गर्ा हो सकता ह
271
(iv) फामा सं. टी/ई-602 पर आगे िस्थत यािमत स्टेिय के स्टेिय मास्टर के याम एक लानय ि्लर्र पू -ता
संिेि िजसमें अगली गाडी को उसके स्टेिय की ओर जाये के िलए लानय ि्लर्र मांगा गर्ा हो
1.13 उपर्ुा्त ियर्म के अिीय जारी िविेर्ष अयुिि े ों के अयुसार अगले यािमत स्टे िय की ओर पएंाते समर् लोको
पार्लट अपयी गाडी को सही लानय के प्रथम स्टकप िसग्यल अथवा गलत लानय के अंितम स्टकप िसग्यल, िजस पर
वह ाल रहा ह, के सामये, जो भी पहले आए, एक बार रोके गा रर एक ल बी सीटी बजाएगा स्टेिय मास्टर
स्वर्ं आश्वस्त होये के बाि द्रक सभी प्वानं टों को सेट तथा फे लिंसग प्वानं टों को लकक कर द्रिर्ा गर्ा ह, एक
विीिारी वर्िि की वर्वस्था करे गा जो स्टेिय प्लेटफामा से द्रि ाए जाये वाले हाथ िसग्यलों, र्द्रि हों, का पालय
करते एए नस िसग्यल से गाडी को पार्लट करके ले जाएगा द्रफपर भी, स्टेिय मास्टर द्वारा िविहत फामा पर
जारी िलि त प्राििकार के आिार पर हस्ताािलत अिा-स्वाािलत िसग्यलों, र्द्रि हों, को पार द्रकर्ा जाएगा

1.14 स्टेिय पएंाये पर लोको पार्लट सभी फामा स्टेिय मास्टर के सौंप िेगा, जो नसे लानय ि्लर्र संिेि पुिस्तका में
िजा कर लेगा रर नसके प्राििकार पर प्रतीा ारत गाडी के िलए सिता लानय ि्लर्र रटकट जारी करे गा

1.15 अस्थार्ी नकहरी लानय से गुजरये वाली सभी गािर्र्ों की गित को 25 द्रकमी. प्रित र्ंटा के ूपप में प्रितबंिित कर
द्रिर्ा जाएगा बितदेश द्रक लगाए गए अन्र् गित प्रितबंिों का पालय यहं करया ह रर फे लिंसग प्वानं टों के ऊपर गित
को 15 द्रकमी. प्रित र्ंटा के ूपप में प्रितबंि यहं द्रकर्ा गर्ा हो

1.16 र्द्रि िोयों द्रििाओं में गािर्र्ों का संतुिलत आवागमय हो रहा हो तब आगे ाल रही गाडी के लोको पार्लट के
माधर्म से पी े ाल रही प्रत्र्ेक गाडी के िलए लानय ि्लर्र संिेि भेजा जाए

1.17 सभी गािर्र्ों के आगमय एवं प्रस्थाय समर् को साविायीपूवाक ियि यलि त पर िजा कर िलर्ा जाए :-
(ए) लानय ि्लर्र पू ता एवं प्रत्र्ुत्तर पुिस्तका,
(बी) िबया लानय ि्लर्र आगे ब़ ये का प्राििकार की अिपन्यी (र्ह के वल प्रथम गाडी के िलए लागू ह), रर
(सी) गाडी पंजी पुिस्तका,

1.18 र्द्रि िवपरीत द्रििा से सामान्र्त: द्रकसी गाडी के आये की संभवया होये से पहले एक ोर के स्टे िय मास्टर को
उसी द्रििा में एक से अििक गािर्र्ां प्रेिर्षत करया हो तब वह लानय पू ता संिेि में उय गािर्र्ों की सं्र्ा का
उलले करया होगा िजन्हें वह भेजया ााहता ह रर उसमें र्ह भी उलले करया होगा द्रक बाि की गािर्र्ां प्रथम
गाडी प्रेिर्षत करये के बाि 15 िमयटों के अन्तराल पर अथवा पूणा ाालय समर् के बाि, जो भी अििक हो, प्रेिर्षत
की जाएंगी
अपेिा त सं्र्ा में गािर्र्ों के िलए लानय ि्लर्र प्राप्त करये के बाि स्टेिय मास्टर प्रथम गाडी प्रेिर्षत करते
समर् लानय ि्लर्र रटकट पर पृषिांद्रकत कर िेगा द्रक गाडी िविेर्ष (नसकी सं्र्ा रर पूणा िववरण िेते एए) एक
िवियर्दिषट अन्तराल पर पी े ालेगी
र्ह प्रद्रक्रर्ा अपयाये के िद्यराय गार्ा एवं लोको पार्लट को बाहर की ओर तीक्ष्ण यजर र ये तथा द्रकसी बािा के
िीक सामये रर र्द्रि कोहरा, िुमाव अथवा द्रकसी अन्र् कारणवि िृश्र्ता बािित हों, गाडी रोकये के िलए तर्ार
रहये का ियिदेशि िे द्रिर्ा जाएगा गित 8 द्रकमी. प्रित र्ंटा से अििक यहं होगी

1.19 सामान्र् संाालय पुय: प्रारं भ करया :- सामान्र् संाालय उस समर् तक पुय: प्रारं भ यहं द्रकर्ा जाएगा र्द्रि -

(ए) स्टेिय मास्टर द्रकसी िज मेवार नं जीियर्री पिाििकारी से िलि त प्रमाण-पत्र प्राप्त यहं कर लें द्रक बािित
लानय को गािर्र्ो के गुजरये के िलए बािामु्त कर द्रिर्ा गर्ा ह रर
(बी) र्द्रि द्रकसी भी एक िसग्यल को िीक यहं कर द्रिर्ा गर्ा हो रर ऊपर सूाीबि संाार के द्रकसी भी एक
सािय को सा म प्राििकारी द्वारा पुय: ाालू यहं कर द्रिर्ा गर्ा हो
रटप्पणी : (i) र्द्रि बािा को हटा िलर्ा गर्ा हो द्रकन्तु िसग्यल अभी भी परराालय र्ोग्र् यहं ह रर संाार का कोई भी
सािय उपलब्यि यहं ह तब गािर्र्ां उपर्ुा्त पररििषट ए के भाग- में िविहत अयुिि े ों के अयुसार संाािलत
की जाएंगी
272
(ii) बसी िस्थित में जहां द्रकसी भी एक िसग्यल को िीक कर द्रिर्ा गर्ा ह अथवा संाार का कोई एक सािय
उपलब्यि ह द्रकन्तु बािा जारी ह तब पररििषट बी (I) में र्था ियिााररत अयुिि
े ों का पालय द्रकर्ा जाएगा
(सी) सभी संबंिित स्टेियों की गाडी पंजी पुिस्तका में भी कोई प्रिविि सामान्र् संाालय पुय: प्रारं भ करये का
समर् ििााते एए की जाएगी
1.20 नस पिित से गाडी संाालय संबंिी सभी ररककर्ा स्टे िय पर र े जाएंगे रर से्िय का र्ातार्ात ियरीा क (एम)
नयकी जांा करे गा रर अपयी रपट सामान्र् संाालय पुय: प्रारं भ करये के 7 द्रियांक के भीतर वररषि मंर्ल
परराालय प्रबंिक / मंर्ल परराालय प्रबंिक के पास प्रस्तुत करे गा
II. ाद्यहरी लानय से्िय में :
(i) जब लानयों में से एक लानय (एक अप रर एक र्ाउय) वािित हो - गािर्र्ां समुिात ूपप से बािा मु्त की
गई लानय/लानयों पर ालया जारी र ग ें ी/रहेंगी जसा द्रक पररििषट ए में र्था-ियिााररत ियर्म के अयुसार
पूणा वर्विाय के मामले में होता ह
(ii) जब िोयों अप अथवा िोयों र्ाउय लानयें बाििह हों –
1. लोकल लानय पर, गािर्र्ां अपयी-अपयी लानय पर ालया जारी र ेंगी जसा द्रक पररििषट ए में र्था-
ियिााररत ियर्मों के अयुसार पूणा वर्विाय के मामले में होता ह
2. गलत लानय (थ्रू लानय) पर :
ए) प्रभािवत से्िय में गािर्र्ों का संालय उय यजिीकी स्टेियों द्वारा ियर्ंित्रत द्रकर्ा जाएगा जहां की गर-
बािित लानयों के बीा क्रकस ओवर उपलब्यि हों,
बी) द्रकसी गाडी को गलत द्रििा में उस समर् तक आगे यहं ब़ ार्ा जाएगा जब तक द्रक प्रभािवत से्िय को
उस लानय पर सही द्रििा में ाल रही सभी गािर्र्ों से ाली यहं कर द्रिर्ा गर्ा हो,
सी) उस लानय के सभी फे लिंसग प्वानं टों को, िजयके ऊपर से गािर्र्ां ालेंगी, गािर्र्ों के संालय हेतु ्लैंप
द्वारा जकडये के बाि लकक कर द्रिर्ा जाएगा
र्ी) र्ह सुियिचितत करये के िलए द्रक सही द्रििा में थू लानय पर ाल रही सभी गािर्र्ां पएंा ाुकी हैं रर द्रक
उस लानय के सभी फे लिंसग प्वानं टों को, िजयके ऊपर से गािर्र्ां ालेंगी, गािर्र्ों के संालय हेतु ्लैंप से
जकडकर लकक कर द्रिर्ा गर्ा ह, िय यिलि त प्रद्रक्रर्ा अपयार्ी जाएगी :-
(i) उस स्टेिय का स्टेिय मास्टर, जहां गािर्र्ां सही द्रििा में ाल रही हैं, र्ह सूाया िमलये पर द्रक ्क
बािित ह, प्रभािवत से्िय के अन्र् ोर (र्था स्टेिय ए) पर उपिस्थत स्टेिय मास्टर सिहत सभी
मधर्वती स्टेियों के स्टेिय मास्टरों के िलए काबार प्रद्रक्रर्ा द्वारा एक मेमो तर्ार करें गा र्ह मेमो नस
संबंि में होगा द्रक, र्ह गाडी सही लानय पर ालये वाली अंितम गाडी ह रर स्टेिय ए पर नसके पूरी
तरह पएंा जाये के बाि उस स्टेिय के स्टेिय मास्टर को गलत द्रििा में थू लानय पर गािर्र्ां प्रेिर्षत करये
के िलए प्राििकृ त कर िेगा गाडी के गार्ा को अपेिा त सं्र्ा में नसकी प्रितर्ां िी जाएंगी रर उससे
नसकी पावती प्राप्त कर ली जाएगी गार्ा मेमो की एक-एक प्रित मधर्वती स्टेियों तथा स्टेिय ए के
स्टेिय मास्टरों को सुपुिा करे गा रर उयसे नयकी पावती प्राप्त कर लेगा मेमो प्राप्त होये पर मधर्वती
स्टेियों के स्टेिय मास्टर उस लानय पर गािर्र्ों के संालय हेतु सभी फे लिंसग प्वानं टों को ्लैंप द्वारा
जकडकर लकक लगा िेगा लोको पार्लट को भी मेमो की िवर्षर्-वस्तु से अवगत करा द्रिर्ा जाएगा
(ii) स्टेिय मास्टर लोको पार्लट को िय यिलि त कागजात सौंपेगा :
1. िविहत फामा टी/बी 912 पर िबया लानय ि्लर्र आगे ब़ ये का प्राििकार,
2. स्टेिय ए पर गाडी पूरी तरह पएंा जाये पर लोको पार्लट ‘िबया लानय ि्लर्र आगे ब़ ये का
प्राििकार’ एवं अन्र् कागजात स्टेिय मास्टर को सौंप िेगा गार्ा मेमो को भी स्टेिय मास्टर को सौंप
िेगा जो नसे गाडी पंजी पुिस्तका में िजा कर लेगा मेमो प्राप्त होये पर स्टेिय ए का स्टेिय मास्टर
अपये स्टेिय पर प्रतीा ारत गाडी को प्रेिर्षत करे गा रर नस तरह गलत द्रििा में थ्रू लानय पर
आवागमय ाालू हो जाएगा गलत लानय पर ाल रही प्रथम गाडी में एक नं जीियर्री पिाििकारी
रहेगा जो सुियिचितत करे गा द्रक उय फे लिंसग प्वानं टों को, िजयके ऊपर से गािर्र्ां ालेंगी उस लानय पर
273
गािर्र्ों के संालय हेतु सही ढंग से ्लैंप द्वारा जकडकर लकक कर द्रिर्ा गर्ा ह नस उद्देश्र् हेतु प्रथम
गाडी सभी संबंिित फे लिंसग प्वानं टों के िीक सामये ूपकें गी रर नसके साथ ही सभी मधर्वती स्टेियों
पर भी ूपकें गी
ई) गािर्र्ों को पन्िह िमयटों के अन्तराल पर अथवा िविेर्ष अयुिि े ों द्वारा र्था-ियिााररत अन्तरालों पर एक
िूसरे के पी े ालये की अयुमित िी जाएगी
एफ) गािर्र्ां प्रभािवत से्िय के अन्र् ोर पर अविस्थत टिमयल स्टेिय तक ‘िबया लानय ि्लर्र आगे ब़ ये
का प्राििकार’ के आिार पर ालेंगी (उय स्टेियों के थ्रू लानयों पर ाल रही गािर्र्ों के िहराव से बाये
के िलए जहां की थ्रू लानयों पर प्लेटफामा उपलब्यि यहं हैं) रर उपयगरीर् गािर्र्ां के वल उय स्टेियों पर
ूपकें गी जहां की थ्रू लानयों पर प्लेटफामा उपलब्यि हैं िजस स्टेियों पर द्रकसी गाडी का ियिााररत िहराव
ह वहां प्लेटफामा उपलब्यि यहं होये के कारण उस गाडी का िहराव समाप्त कर द्रिर्ा गर्ा हो तब
र्ाित्रर्ों को लाउर्स्पीकर के माधर्म से अथवा सुिविाजयक स्टेियों पर अन्र् साियों द्वारा नसकी
समुिात सूाया िे िी जाएगी
जी) गािर्र्ां, जब िृश्र्ता स्पषट हो, अििकतम 25 द्रकमी. प्रित र्ंटा रर जब िृश्र्ता स्पषट यहं हो, 8 द्रकमी.
प्रित र्ंटा की गित से ालेंगी बितदेश द्रक अन्र् गित प्रितबंि लागू यहं हो फे लिंसग प्वानं टों पर गित को 15
द्रकमी. प्रित र्ंटा पर प्रितबंिित कर द्रिर्ा जाएगा
एा) थ्रू लानय पर सवारी गािर्र्ों के सामान्र् संालय तथा माल गािर्र्ों का ियिााररत थ्रू ालया जसे िेर् से
एवं वहां तक लानट नं जयों का ालया, माल गािर्र्ों की िंंटग आद्रि को ोडकर सभी संालय स्थिगत
रहेंगे थ्रू लानय पर सामान्र् गािर्र्ों का ालया हाथ िसग्यलों द्वारा ियर्ंित्रत होंगे

iii) जब तीय लानयें बािित हों - पररििषट एफ भाग-II 1.15 (सी) में उिललि त प्रद्रक्रर्ा अपयाई जाएगी

III सामान्र् संाालय पुय: प्रारं भ करया : सामान्र् संाालय उस समर् तक पुय: प्रारं भ यहं द्रकर्ा जाएगा जबतक द्रक -
ए) स्टेिय मास्टर द्रकसी नं जीियर्री पिाििकारी से, जो कम से कम ियरीा ण रैं क का हो, एक िलि त प्रमाण-पत्र
प्राप्त यहं कर ले द्रक बािित ्क / ्कों को गािर्र्ों के गुजरये के िलए बािामु्त कर द्रिर्ा गर्ा ह रर
बी) िसग्यलों को िीक यहं कर द्रिर्ा जाए

i) वसी िस्थित में, जब बािा हटा ली गई ह द्रकन्तु िसग्यलों को अभी भी परराािलत यहं द्रकर्ा जा सकता ह
रर संाार का कोई सािय उपलब्यि यहं ह, गािर्र्ों का संाालय पररििषट ए भाग- II में र्थाियिााररत
अयुिेिों के अयुसार द्रकर्ा जाएगा
ii) वसी िस्थित में, जब बािा हटा ली गई ह द्रकन्तु िसग्यलों को अभी भी परराािलत यहं द्रकर्ा जा सकता ह
रर पररििषट एफ [1.16(i)] में सूाीबि संाार साियों में से एक उपलब्यि ह, गािर्र्ों का संाालय
पररििषट ए के भाग- में र्थाियिााररत ियर्मों के अयुसार द्रकर्ा जाएगा
iii) जहां द्रकसी एक िसग्यल को िीक कर िलर्ा गर्ा ह अथवा संाार साियों में से कोई एक उपलब्यि ह द्रकन्तु
बािा अभी भी उपिस्र्थत ह, वसी िस्थित में पररििषट एफ के बी- II में र्थाियिााररत अयुिि
े ों का पालय
द्रकर्ा जाएगा
सभी संबंिित स्टेियों की गाडी पंजी पुिस्तका में भी सामान्र् संाालय स्थिगत करये का समर् रर
सामान्र् संाालय पुय: प्रारं भ करये का समर् ििाातें एए एक प्रिविि िजा की जाएगी

iv) नस पिित से गाडी संाालय संबंिी सभी ररकार्ा स्टेिय पर र े जाएंगे रर से्िय का र्ातार्ात
ियरीा क (एम) उयकी जांा करे गा रर अपयी रपट सामान्र् संाालय पुय: प्रारं भ होये के साथ िबयों के
भीतर वररषि मंर्ल परराालय प्रबंिक/मंर्ल परराालय प्रबंिक के समा प्रस्तुत करे गा

274
ियर्मों की िवर्षर् सूाी
“अ”
ियर्म सं.
अयुगामी गाडी पिित की आवश्र्क बातें ... 10.01
अयुगामी गाडी पिित पर गािर्र्ों के संाालय के िलए अयुपालयीर् ित्तें ... 10.03
अयुगामी गाडी पिित पर लोको पार्लट र्ा गार्ा को प्रस्थाय प्राििकार िेया ... 10.04
अयुगामी गाडी पिित पर प्रस्थाय का प्राििकार ... 10.05
अयुगामी गाडी पिित पर आती एई गाडी अथवा गािर्र्ों के मागा में अवरोि ... 10.07
अयुगामी गाडी पिित के अयुसार संाालय की समािि ... 10.08
अंतर बताये वाले माका र एवं िसग्यलों के िलए संकेत ... 3.17
अंितम स्टकप िसग्यल र्ा मधर्वती ब्यलकक स्टकप िसग्यल को फ करये की ित्तें ... 3.42
अवरोि के मामले में पटा ें लगाया ... 3.62
अिताार, युकसाय र्ा हािय की रोकथाम ... 2.05
अयुगामी गाडी पिित पर गािर्र्ों की रा ा ... 10.09
अिग्रम स्टाटार, िंंटग िलिमट बोर्ा र्ा ब्यलकक से्िय िलिमट बोर्ा लगाया ... 3.32
अवूपि लानय पर होये पर गाडी का प्रवेि ... 5.09
अयुगामी गाडी पिित पर प्रस्थाय प्राििकार को उिात ूपप में तर्ार करये की िज मेिारी ... 10.06
असािारण ूपप से िवलि बत गािर्र्ां ... 6.04
अिताार (्ेस्पालिंसग) ... 16.09
“आ”
आउटर िसग्यल को फ करये की ित्तें ... 3.41
आगमय रोक (अप्रोा स्टकप) िसग्यल य र्ा राब होये पर लोको पार्लट के कत्तावर् ... 3.80
आग लगया ... 6.10
आिेिों का पालय रर पुस्तके तथा िववरिणर्ां र या ... 5.03
आगे ब़ ो हैंर् िसग्यल ... 3.54
आगमय रोक (अप्रोा स्टकप) िसग्यल में राबी हो जाये पर स्टेिय मास्टर का कत्तावर् ... 3.69
फ िस्थित में राब एए वायार र्ा िर्स्टेंट िसग्यल ... 3.71
“न”
नकहरी लानय पर स्वाािलत ब्यलकक पिित की आवश्र्क बातें ... 9.03
नकहरी लानय पर स्वाािलत ब्यलकक ा ेत्र में स्थावय िसग्यलों का न्र्ूयतम उपस्कर ... 9.04
नकहरी लानय पर स्वाािलत ब्यलकक ा ेत्र में अितरर्त स्थावर िसग्यल ... 9.05
नकहरी लानय पर स्वाािलत ब्यलकक ा ेत्र में हस्तााािलत स्टकप िसग्यलों को फ करये की ित्तें ... 9.06
नं जय ालाये की िज मेिारी ... 4.20
नकहरी लानय बी ्लास स्टेिय पर आती एई गाडी के मागा में अवरोि ... 8.09
नकहरी लानय बी ्लास स्टेिय पर स्टेिय से्िय में अवरोि ... 8.10
नकहरी लानय िद्व-संकेती िसग्यल वाले बी ्लास स्टेिय पर स्टेिय से्िय के बाहर अवरोि ... 8.11
नकहरी लानय पर हस्ताािलत बए-आकृ ित िसग्यलों वाले बी ्लास स्टेिय के स्टेिय से्िय के ... 8.12
बाहर अवरोि
नकहरी लानय बी ्लास स्टेिय पर प्रथम रोक िसग्यल के बाहर अवरोि ... 8.13
नकहरी लानय ए ्लास स्टेिय पर ब्यलकक से्िय अवूपि करया ... 8.08
नं जय को गाडी से अलग करये के िलए गार्ा की अयुमित ... 4.48
नकहरी लानय पर स्वाािलत ब्यलकक पिित में गािर्र्ो के संाालय का प्रभारी वर्िि ... 9.08
नं जय की सीटी बजाया ... 4.50
नं जय र्ा टेण्र्र पर ालया ... 4.22
275
“उ” ियर्म सं.

नस अधर्ार् के िलए लागू िविेर्ष पररभार्षा ... 17.02


नं जय पुलिंिग ... 4.12
उपकरण का परराालय एवं प्रवेि ... 5.08
उिात परराािलत लानय ... 4.05
उतार-ा़ ाव पर िंंटग करया ... 5.20
“ऊ”
ऊुँााई मापी (हाईट गेज) ... 16.11
“ए”
‘ए’ ्लास स्टेिय पर लानय ्लीर्र िेये की ित्तें ... 8.02
एक ही भे पर एक से अििक िसग्यल लगाया ... 3.22
एक ही समर् में एक से अििक गािर्र्ों के िलए िसग्यल फ करया ... 3.47
“क”
ककलिंलग य िसग्यल ... 3.13
ककलिंलग य िसग्यल के संबंि में लोको पार्लट के कत्तावर् ... 3.79
ककलिंलग य िसग्यल को फ करये की ित्तें ... 3.45
ककपलिंलग ... 4.26
क्रेय ... 4.27
ककमय प्रस्थाय िसग्यल वाली लानय से गाडी का प्रस्थाय ... 5.12
द्रकसी गाडी में िो र्ा िो से अििक नं जय लगे होये पर िसग्यलों के संबंि में लोको पार्लट के कत्तावर् ... 3.84
कारगर ब्रेक ... 15.21
के वल एक गाडी पिित की आवश्र्क बाते ... 13.02
कार्ा संाालय के िलए स्टेिय मास्टर की िज मेिारी ... 5.01
कत्तावर् में उपेा ा की ररपोटा ... 5.05
कार्ााालय समर् सारणी तथा मायक आर्ामों की अयुसूाी की आपूित ... 4.07
के न्िीर्कृ त र्ातार्ात ियर्ंत्रण के अिीय स्टेिय पर िंंटग ... 5.15
के वल एक गाडी पिित का प्रर्ोग ... 13.01
द्रकसी ब्यलकक से्िय में मटीररर्ल ्ेय का संाालय ... 4.62
के न्िीकृ त र्ातार्ात ियर्ंत्रण ा ेत्र में गािर्र्ों का संाालय ... 9.09
कमााारी तथ जयता को ाेतावयी ... 17.05
के वल एक गाडी पिित में िुर्ाटया होये र्ा गाडी के असमथा हो जाये पर कार्ािविि ... 13.04
कयवर्जजग जं्ियों पर रोक (स्टकप) िसग्यल लगाया ... 3.20
“ ”
राब र्ा ा ितग्रस्त प्वानं ट ... 3.77
राबी िूर हो जाये पर अििकाररर्ों को सूाया ... 3.76
तरे की आिंका होये पर गैंगमेट रर गैंगमय के कत्तावर् ... 15.17
“ग”
गाडी का प्रभार लेते समर् गार्ा के कत्तावर् ... 4.34
गार्ा के हैंर् ब्रेक लगाया ... 4.47
गािर्र्ो की सुरा ा में सहार्ता ... 15.10
गार्ा के हैंर् ब्रेक से सहार्ता ... 4.46
गाडी ियिर्षि का संर्ोजय ... 15.23
गाडी से नं जय काटया ... 4.57

276
गाडी आते समर् नकहरी लानय ए ्लास स्टेिय पर अवरोि ... 8.07
गाडी का िवभाजय ... 16.08
गेजों, िसग्यलों, रजारों तथा उपकरणों का ियरीा ण ... 15.13
गार्ा ... 4.25
गार्ा तथा लोको पार्लट के साज-समाय ... 4.19
गार्ा गाडी का प्रभारी होगा ... 4.36
गार्ा पूरी तरह ियगाह र ग े ा ... 4.43
गार्ा र्ह धर्ाय र ग े ा द्रक गाडी उललंर्य िानय बाा कर ही डी की जार् ... 4.56
गार्ा गाडी को िबया द्रकसी को सौंपे ोडकर यहं जार्ेगा ... 4.60
गुजरये वाली गािर्र्ों को गेटमय धर्ाय से िे ें ... 6.04
गािर्र्ों को ालाया रर रोकया ... 4.49
गािर्र्ो को प्रारं भ करया ... 4.35
गािर्र्ों को प्राप्त करये के िद्यराय िंंटग ... 5.16
गाडी का िवभाजय ... 6.08
गाडी के ाालक िल के िलए उपिस्थित का समर् ... 4.04
गािर्र्ों के संालय पर प्रभाव र्ालये वाले प्वानं ट ... 3.38
गाडी मे ब्रेकर्ाय की िस्थित ... 4.24
गािर्र्ों के परराालय को प्रभािवत करये वाली स भािवत अवस्थाओं की ररपोटा ियर्ंत्रक र्ा ... 6.07
के न्िीकृ त र्ातार्ात ियर्ंत्रण परे टर को िेया
गाडी पएंाये पर ्ेय स्टकफ र्ा ्ेय स्टकफ रटकट का सौंपा जाया रर रटकट को ियरस्त करया ... 12.09
गाडी िसग्यल रिजस्टर ... 14.07
14.16
गािर्र्ों र्ा र्ातार्ात को तरा पिा करये वाले कार्ा ... 15.06

“र्”
र्ंटी कोर् ... 14.05
िडी सेरटग ... 4.03
“ा”
ाेतावयी िसग्यल (वायार िसग्यलों) को फ करये की ित्तें ... 3.43
ाेतावयी (वायार) िसग्यलों रर उसके संकेतों का वणाय ... 3.06
ालाये का समर् ... 15.24
“ज”
जारी द्रकए गर्े ्ेय स्टाफ रटकटों का अिभले ... 12.15
जब तक ्ेय स्टकफ वापस यहं आ जाता तब तक गािर्र्ो को प्रस्थाय य करये द्रिर्ा जाए ... 12.08

“ट”
्ेय स्टाफ रर रटकट पिित पर अयुगामी गािर्र्ों के िलए अयुपालयीर् ित्तें ... 12.30
्कली, लकरी एवं मोटर ्कली के बीा भेि ... 15.18
्ेय-स्टाफ रटकट एवं ब्सों पर पहााय िानय ... 12.13
्ेय स्टाफ रर रटकट पिित की आवश्र्क बातें ... 12.01
्कली, लकरी र्ा मोटर ्कली के साज-सामाय ... 15.20
्ेय स्टाफ रटकट का प्राूपप ... 12.14
टोकय एवं िवोुत टोकय उपकरण के ूपप में िविेर्ष िािर्त्व ... 14.12
्प, िस्लप सानलिंर्ग रर का सानलिंर्ग ... 3.50
्ेय स्टकफ र्ा ्ेय स्टकफ रटकट लोको पार्लट को कब द्रिर्ा जाएगा ... 12.06
277
“ट”जारी ियर्म सं.

्ेय स्टकफ का नं जय पर रहया ... 12.07


्ेय स्टाफ रर रटकट पिित में गािर्र्ों की रा ा ... 12. 17
टेंर्र आगे होये पर नं जय की गित सीमा ... 4.13
्ेय स्टाफ रर रटकट पिित में नं जय के असमथा हो जाये पर कार्ािविि ... 12.10
्ेय स्टकफ र्ा ्ेय स्टकफ रटकट लोको पार्लट को कद्यय िेगा ... 12.05
्ेय स्टकफ रटकट को कसे र ा जाए ... 12.11
्ेय स्टकफ को कसे र ा जाए 12.12
टावर वगय ... 17.08
“र्”
ड्यूटी से अयुपिस्थत ... 2.08
ड्यूटी पर उपिस्थित ... 2.07
िर्स्टेंट िसग्यलों तथा उयके संकेतों का वणाय ... 3.07
र्ी श्रेणी स्टेियों पर िसग्यल ... 3.31
र्ानवर्जजग जं्ियों पर रोक (स्टकप) िसग्यल लगाया ... 3.19
“त”
- िून्र् -
“ि”
िुर्ाटया र्ा अवरोि ... 6.01
िोहरी लानय के ब्यलकक स्टेिय पर गाडी आते समर् अवरोि ... 8.05
िोहरी लानय वाले ब्यलकक से्िय में अवरोि ... 8.06
िुर्ाटया र्ा ब्रेकर्ाउय की सूाया प्रेिर्षत करया ... 6.05
िद्वसंकेती िसग्यल वाले अन्र् स्टेियों पर स्थावय िसग्यलों का न्र्ूयतम उपस्कर ... 3.29
िोहरी लानय पर स्वाािलत ब्यलकक पिित की आवश्र्क बातें ... 9.01
िुर्ाटया होये र्ा संाार सािय फे ल हो जाये पर रे ल संाालय ... 6.02
“ि”
िुंि, कोहरे र्ा तूफायी मद्यसम में जब द्रि ाई यहं िेता, काम करया ... 15.07
िुंि, कोहरे र्ा तूफायी मद्यसम में जब स्पषट द्रि ाई यहं िेता ह, पटा े र या ... 3.61
“य”
ियर्मों की प्रितर्ों की आपूित 2.01
ियर्मों की प्रित की िे भाल ... 2.02
ियर्मों की जायकारी ... 2.03
ियर्मों के अयुपालय में सहार्ता ... 2.04
ियर्मों रर आिेिों का पालय ... 2.06
ियर्म 3.27, 3.28, 3.29 एवं 3.32 के अपवाि ... 3.33
ियजी नं जय तथा वाहय ... 4.66
ियर्मों की प्रितर्ों की आपूित एवं अन्र् िस्तावेजों का िवतरण एवं प्रििाय ... 5.02
न्र्ू्ल से्ियों में रे ल नं जयों रर िवर्ुत बए-र्ूियटों के सर्दकट ब्रेकसा का र्प हो जाया ... 17.07
ियरसय रर बााव ... 18.01
“प”
पी े की बिि र्ॉं ... 3.24
प्रस्थाय का प्राििकार ... 14.08
प्रस्थाय का प्राििकार लोको पार्लट को कब द्रिर्ा जाए ... 14.24
278
पिहर्ों की कोर के िलए ायल ... 6.05
पररभार्षार्ें ... 1.02
पटा ा िसग्यलों का वणाय ... 3.59
पटा ा िसग्यलों का वणाय ... 3.59
परराालय की द्रििा ... 4.06
प्रस्थाय करये के पूवा लोको पार्लट एवं गार्ा द्वारा सूायाओं की जांा ... 4.30
पार्लट गार्ा पिित पर अयुगामी गािर्र्ों के िलए अयुपालयीर् ित्तें ... 11.02
प्रस्थाय प्राििकार का लोको पार्लट के पास होया ... 14.23
प्रस्थाय रोक (स्टकप) िसग्यल य र्ा राब होये पर लोको पार्लट के कत्तावर् ... 3.81
प्रस्थाय रोक (स्टकप) िसग्यल में राबी हो जाये पर स्टेिय मास्टर का कत्तावर् ... 3.70
पूणा ब्यलकक पिित की आवश्र्क बातें ... 8.01
पार्लट गार्ा पिित की आवश्र्क बातें ... 11.01
प्रस्थाय करये के पूवा गािर्र्ों की जांा ... 4.31
प्राूपप ... 5.07
प्रत्र्ेक गैंग का गैंगमेट ... 15.11
पटा ों के प्रर्ोग की िविि ... 3.60
परराािलत लानय पर अवरोि ... 5.19
परराािलत लानय पर प्रवेि करये र्ा उसे पार करये से पहले अयुमित ... 3.82
पार्लट गार्ा पिित पर गािर्र्ों की रा ा ... 11.06
पार्लट गार्ा रटकट ... 11.05
पार्लट गार्ा का गाडी पर जाया र्ा प्रस्थाय प्राििकार िेया ... 11.04
पार्लट गार्ा की विी र्ा बज ... 11.03
प्वानं ट र्ा क्रकलिंसग लगाया र्ा हटाया ... 15.16
पावर िंंटग फ करया ... 4.55
प्वानं ट ... 3.51
िप ली (टेल) रर बगल (सानर्) की बिि र्ां ... 4.15
िप ला बोर्ा र्ा िप ली बत्ती ... 4.16
प्रथम रोक िसग्यल पर ूपकी एई गाडी ... 4.44
पायी, आग र्ा िगन्र्र बाहर फें कया ... 4.52
प्रस्थाय प्राििकार के िबया ब्यलकक से्िय में गाडी ... 6.06
पटा ों की जायकारी रर उन्हें पास र या ... 3.64
पुयरावती (ररपंटग) िसग्यल ... 3.16
प्रस्थाय प्राििकार के बारे में स्टेिय मास्टर की िज मेिारी ... 14.11
प्रर्ोग में य आये वाले िसग्यलस ... 3.18
प्रस्थाय करये वाली गािर्र्ों के िलए स्थावर िसग्यलों के प्रकार ... 3.10
पिित जहां लागू हो ... 12.02
“फ”
फाटक स्टकप िसग्यल को फ करये की ित्तें ... 3.44
फ्लेर्र िसग्यलों का वणाय ... 3.65
फार्रमय रर लोको पार्लट, लोको पार्लट की आ्ा मायेंगे ... 4.38
फ्लेर्र िसग्यलों की जायकारी रर उन्हें पास र या ... 3.67
फ्लेर्र िसग्यल का प्रर्ोग ... 3.66
फाटक के ााजा का अन्तरण ... 16.10
फाटक रोक िसग्यल को ‘ य’ िस्थित में पार करया ... 3.73
279
“व/ब” ियर्म सं.
िवोुतीर् से्ियों के िलए अितरर्त ियर्म ... 17.09
िव्ािपत समर् की पाबंिी ... 4.02
िवोुत गाडी ालाया ... 4.21
ब्यलकक संाालय संर्ंत्र में हस्ता ेप करये से पहले अपेिा त सहमित ... 14.03
िवोुत ब्यलकक र्ंत्रों र्ा ्क सर्दकटों अथवा िुरी काउन्टरों की िवफलता ... 14.13
बाहयों की लिाई ... 4.28
वाहयों को स्टेिय सीमा के बाहर सानलिंर्ग में ोडया ... 5.22
बय फ्लग ... 3.57
ब्रेक र्ाय ... 4.23
बाूपि िवस्फोटय ... 15.15
ब्यलकक बक र्ा ब्यलकक फारवर्ा ... 8.14
‘बी’ ्लास स्टेिय पर लानय ्लीर्र िेये की ित्तें ... 8.03
ब्यलकक से्िय बन्ि करये की ित्तें ... 14.10
ब्यलकक से्िय में िंंटग र्ा अवरोि के िलए प्राििकार ... 8.15
िवोुत ररपीटर ... 3.23
िवोुत रे ल पथ तथा ियमााण कार्ा ियरीा ण ... 17.03
ब्यलकक से्िय में गाडी का ू टा एआ भाग ... 6.09
िवोुत उपस्कर पर कार्ा करये की अयुमित ... 17.04
ब्रके ट पोस्ट र्ा िसग्यल पुल अथवा गुँत्री पर िसग्यल ... 3.21
ब्यलकक कार्ा ाालय उपस्कर का प्रर्ोग तथा परराालय ... 14.26
“म”
मद्रिरा, अन्र् यिीली-पीक, उत्तेजक िवाओं र्ा उयसे बयी अन्र् वस्तुओं का सेवय ... 2.09
मधर्वती ब्यलकक रोक (स्टकप) िसग्यल को ‘ य’ िस्थित में पार करया ... 3.75
मायक समर् ... 4.01
मटीररर्ल ्ेय पर ालये वाले कामगार ... 4.63
मधर्वती ब्यलकक पोस्ट को बन्ि करया ... 14.14
मधर्वती ब्यलकक रोक (स्टकप) िसग्यल ... 3.11
मोटर ्कली ... 15.25
“र्”
र्द्रि िोहरी लानय पर स्वाािलत रोक िसग्यल को ‘ य’ िस्थित में पास करया हो तो उस समर् ... 9.02
लोको पार्लट रर गार्ा के कत्तावर्
र्द्रि नकहरी लानय पर स्वाािलत रोक िसग्यल को ‘ य’ िस्थित में पास करया हो तो उस समर् ... 9.07
लोको पार्लट रर गार्ा के कत्तावर्
र्ंत्रों की वर्वस्था ... 14.02
र्ात्री ... 4.54
“र”
रे ल पथ में पररवताय ... 17.06
रे ल पथ रर ियमााण कार्ा का ियरीा ण ... 15.04
रोक हाथ िसग्यल ... 3.53
रे ल संरा ा आर्ु्त को ररपोटा भेजया ... 10.02
रोक िसग्यल में राबी हो जाये पर वायार िसग्यल के प्रर्ोग का ियर्षेि ... 3.72
रे ल पथ अयुरा ण मिीयों का संाालय ... 4.65
रे ल पथ रर ियमााण कार्ा की ित्तें ... 15.01
280
ियर्म सं.
रे ल सेवकों का आारण ... 2.10
रोक िसग्यलों तथा उयके संकेतों का वणाय ... 3.08
राित्र में र्ा िुि
ं , कोहरे र्ा तुफायी मद्यसम में जब स्पषट द्रि ाई यहं िेता ह, गाडी को अिग्रम िस्थित ... 5.18
तक लाया
राित्र िसग्यलों का द्रिय में प्रर्ोग ... 3.03
“ल”
लोको पार्लट द्वारा गाडी की जांा ... 4.32
लोको पार्लट तथा गार्ा के बीा र्ंटी संकेत ... 4.51
लोको पार्लट का धर्ाय आकिर्षत करया ... 4.45
लानय ्लीर्र रद्द करया ... 14.22
लानय ्लीर्र रटकट ... 14.25
लूज िंंटग ... 5.21
लानय ि्लर्र िेये र्ा लेये के सािय ... 14.01
लकररर्ॉं र्ा ्किलर्ॉं जो प्रर्ोग में य हों ... 15.28
लोको पार्लट द्वारा कु आिेिों का पालय ... 4.39
लोको पार्लट एवं फार्रमय र्ा सहा.लोको पार्लट पूरी तरह ियगाह र ग ें े ... 4.40
लोको पार्लट एवं फार्रमय र्ा सहा.लोको पार्लट पी े की ओर ियगाह र ेंगे ... 4.41
लोको पार्लट र्ह धर्ाय र ेगा द्रक गाडी उललंर्य िान्ह बााकर ही डी की जाए ... 4.58
लोको पार्लट ड्यूटी पर रहते एए नं जय ोडकर यहं जाए ... 4.61
लोको पार्लट द्वारा रािबर्ो की ररपोटा ... 9.11
लोको पार्लट के पास ्ेय स्टाफ र्ा ्ेय स्टाफ रटकट का होया ... 12.04
लोको पार्लट द्वारा प्रस्थाय प्राििकार की जांा ... 14.09
लोको पार्लट द्वारा एक रर बए-र्ूियटों की जांा ... 4.33
लोको पार्लट, गार्ा तथा स्टेिय कमाााररर्ों के बीा िसग्यलों का आिाय-प्रिाय ... 4.33
लाल झण्र्ी र्ा बत्ती का द्रि ार्ा जाया ... 15.19
लानय पर पटा ों का पुय: र ा जाया ... 3.63
लारी र्ा ्कली का लानय पर होये पर र्ोग्र्ता प्राप्त वर्िि उसका प्रभारी होगा ... 15.22
लानयों पर गश्त लगाया ... 15.05
लानय पर ्कली की रा ा ... 15.26
लानय पर लारी की रा ा ... 15.27
लानय की संरा ा के िलए गैंगमेट की िज मेिारी ... 15.14
लानय का अयुरा ण ... 15.02
लानय में अवरोि र्ालये वाले कार्ा को प्रार भ करये के पूवा साविायी ... 15.08
“ि”
िंंटग का ियर्ंत्रण ... 5.13
िंंटग के िलए हैंर् िसग्यल ... 3.56
िंंटग की िज मेिारी ... 5.14
िंट िसग्यलस ... 3.14
िंंटग में स्थावर िसग्यलों का प्रर्ोग ... 3.46
“स”
स्थावर िसग्यल की अयुपिस्र्थित र्ा िबया बत्ती का िसग्यल ... 3.74
िसग्यलों की पावती ... 14.06
सामान्र्तर्ा स्टेियों पर अितरर्त स्थावर िसग्यल ... 3.30
281
ियर्म सं.
िसग्यल एवं गाडी के संाालय से संबंिित सामान्र् ियर्मों का लागू होया ... 7.02
सामान्र् ियर्मों का लागू होया ... 17.01
िसग्यल से संबंिित नं जय ाालक िल का सहर्ोग
से्िय में प्रवेि करये का प्राििकार ... 13.03
िसग्यल बिि र्ों की िे भाल रर उन्हें जलाया ... 3.49
सतका ता आिेि (ककिय आर्ार) ... 4.09
सा मता प्रमाण-पत्र ... 14.04
‘सी’ ्लास स्टेिय पर लानय ्लीर्र िेये की ित्तें ... 8.04
स्टेियों का वगीकरण ... 1.03
सहकारी िसग्यल (को-एलिं्टग िसग्यल) ... 3.15
स्थावर िसग्यलों को ाालू करया ... 3.26
संिेिों की स पूणाता ... 14.20
समपार पर रािबर्ॉं ... 16.06
िसग्यल रिहत लानय से गाडी का प्रस्थाय ... 5.11
सिेिों की िवििषटता ... 14.18
संरा ा सुियिचितत करये का कत्तावर् ... 2.11
िसग्यल मे राबी हो जाये पर स्टेिय मास्टर के सामान्र् कत्तावर् ... 3.68
िसग्यलों के बारे में नं जय ाालक िल के कत्तावर् ... 3.78
िसग्यलों का सामान्र् उपर्ोग ... 3.01
समपार पर स्थावर िसग्यल ... 3.34
सामान्र्त: स्थावर िसग्यल ... 3.36
संिेिों रर िलि त प्रस्थाय प्राििकार के प्राूपप (फामा) ... 14.17
सिात्र आरे - पूणा ब्यलकक पिित ... 8.16
सिात्र आरे - स्वाािलत ब्यलकक पिित ... 9.16
सामायों का र या ... 15.03
िसग्यलों के प्रकार ... 3.02
स्वाािलत ब्यलकक ा ेत्रों में स्थावर रोक िसग्यलों के प्रकार ... 3.12
िसग्यलों की जायकारी रर गैंग का साज-सामाय ... 15.12
िसग्यलों की जायकारी ... 16.01
सािारणतर्ा गित सीमाऍं ... 4.08
स मु (फे लिंसग) कॉंटों पर गित सीमा ... 4.10
स्टेियों पर िबया ूपके जाये वाली गािर्र्ों की गित सीमा ... 4.11
स मु (फे लिंसग) प्वानं टों पर ताला लगाया ... 3.39
स्टेियों पर स्थावर िसग्यल लगाये की िज मेिारी ... 3.25
समपार पर अवरोि ... 16.07
संिोिित लोअर ्वाड्रेंटेंट िसग्यल वाले स्टेियों पर स्थावय िसग्यलों का न्र्ूयतम उपस्कर ... 3.28
संाार सािय ... 4.18
स्वाािलत ब्यलकक पिित पर र्ातार्ात की द्रििा के िवपरीत गािर्र्ों का संाालय ... 9.13
िसग्यलों के स्वाभािवक संकेत ... 3.37
सवारी गाडी का स्टेिय पर डी होये के बाि ालया ... 4.59
स्टेिय मास्टर की पास होये वाली गािर्र्ों के िप ले (टेल) बोर्ा र्ा िप ली बत्ती (ल प) से संबंिित ... 4.17
िज मेिारी
िसग्लय रित लानय पर गाडी का प्रवेि ... 5.10
282
िसग्यलों में राबी की ररपोटा करया ... 3.85
स्वाािलत िसग्यल ा ेत्र में फाटक रोक िसग्यल को ‘ य’ िस्थित में पास करया ... 9.15
िसग्यलों तथा िसग्यल भुजाओ की स्थापया, िसग्यल भुजाओ की रं गाई ... 3.04
स्वाािलत रोक (स्टकप) िसग्यल ‘ य’ की िवफलता के िद्यराय कार्ािविि ... 9.14
सतका ता से आगे ब़ ो हैंर् िसग्यल ... 3.55
स्टेिय के बाहरी सानलिंर्गों के प्वानं टों की रा ा तथा उयका प्राालय ... 3.35
स्थार्ी ूपप से डी एई (स्टेिवल) मटीररर्ल ्ेय की रा ा ... 4.64
स्टेियों के बीा ूपकी गािर्र्ों की रा ा ... 6.03
संिेिों रर िलि ित प्रस्थाय प्राििकारों की संरा ण ... 14.21
संिा प्त िीर्षाक एवं प्रारं भ ... 1.01
स्टेियों पर असमर् गािर्र्ों का िहराव ... 3.48
सडक र्ातार्ात ... 16.03
स्टेिय सीमा में गार्ा का अिीयीकरण ... 4.37
िसग्यल के िबय ... 5.04
स्टेिय संाालय ियर्म ... 5.06
स्टेिय पर वाहयों को सुरिा त करया ... 5.23
संाालय पिित ... 7.01
समपार के ियकट िंरटग ... 5.17
िसग्यलों का प्रििाय ... 15.09
साज-सामाय की आपूित एवं उयकी िे भाल ... 16.02
िसग्यलों का प्रेर्षण ... 14.15
स्टेिय से वाहयों का ियकल भागया ... 6.11
स्थावर िसग्यलों का प्रर्ोग ... 3.05
संिेिों रर िलि त प्रस्थाय प्राििकारों का िल ा जाया रर उय पर हस्ताा र ... 14.19
“ह”
हैंर् िसग्यलों की जायकारी रर उन्हें पास र या ... 3.58
हस्ताािलत बए-संकेती िसग्यल वाले स्टेियों पर स्थावय िसग्यलों का न्र्ूयतम उपस्कर ... 3.27
होम िसग्यल के बाहर अवरोि ... 12.16
होम िसग्यल को फ करये की ित्तें ... 3.40
हैंर् िसग्यलों का प्रर्ोग ... 3.52
हेर् लानट रर माका र बिि र्ॉं ... 4.14
होज र्ा वाटर क्रय ... 4.33
“ा ”
ा ितग्रस्त र्ा िोर्षपूणा वाहय ... 4.29

283
सहार्क ियर्मों की सूाी

“अ/आ”
ियर्म सं.
अवूपि लानय पर गाडी का प्रवेि ... 5.09
आउटर िसग्यल को फ करये की ितें ... 3.41
आगमय रोक िसग्यल में राबी हो जाये पर स्टेिय मास्टर का कत्तावर् ... 3.69
आगमय रोक िसग्यल य र्ा राब होये पर लोको पार्लट के कत्तावर् ... 3.80
आग लगया ... 6.10
फ िस्थित में राब एए वायार र्ा िर्स्टेंट िसग्लय ... 3.71

“न”
नस अधर्ार् के िलए लागू िविेर्ष पररभार्षा ... 17.02
नं जय र्ा टेण्र्र पर ालया ... 4.22
नं जय की सीटी बजाया ... 4.50
नकहरी लानय बी ्लास स्टेिय पर स्टेिय से्िय में अवरोि ... 8.10

“क”
कारगर ब्रेक ... 15.21
कार्ा संाालय के िलए स्टेिय मास्टर की िज मेिारी ... 5.01
कमााारी तथा जयता की ाेतावयी ... 17.05
द्रकसी गाडी में िो र्ा िो से अििक नं जय लगे होये पर िसग्यलों के संबंि में लोको पार्लटों के कत्तावर् ... 3.84

“ ”
राब अथवा ा ितग्रस्त प्वानं ट ... 3.77
राबी िूर हो जाये पर अििकाररर्ों को सूाया ... 3.76

“ग”
गािर्र्ों के साथ जोडये का ियर्षेि ... 15.23
गार्ा का हण्र्ब्रेक लगाया ... 4.47
गार्ा तथा लोको पार्लट के साज-सामाय ... 4.19
गार्ा ... 4.25
गार्ा र्ह धर्ाय र ग े ा द्रक गाडी उललंर्य िान्ह बाा कर ही डी की जाए ... 4.56
गार्ा पूरी तरह ियगाह र ग े ा ... 4.43
गार्ा गाडी को िबया द्रकसी को सौंपे ोडकर यहं जाएगा ... 4.60
गाडी का प्रभार लेते समर् गार्ा के कत्तावर् ... 4.34
गाडी से नं जय काटया ... 4.57
गाडी के संालय को प्रभािवत करये वाले प्वानं ट ... 3.38
गाडी में ब्रेकर्ाय की िस्थित ... 4.24
गाडी का िवभाजय ... 16.08
गाडी का िवभाजय ... 6.08
गाडी िसग्यल रिजस्टर ... 14.07
गािर्र्ों को प्रारं भ करया ... 4.35
गािर्र्ों र्ा र्ातार्ात के िलए तरा पिा करये वाले कार्ा ... 15.06

284
“ा”
ालाये का समर् ... 15.24
“ट”
्कली, लकरी र्ा मोटर ्कली के साज-सामाय ... 15.20
टेंर्र आगे होये पर नं जय की गित सीमा ... 4.13
टावर वगय ... 17.08
्कली, लकरी एवं मोटर ्कली में भेि ... 15.18

“र्”
र्ी ्लास स्टेियों पर िसग्यल ... 3.31

“ि”
िोहरी लानय के ब्यलकक स्टेिय पर गाडी आते समर् अवरोि ... 8.03
िो पहलुर्ु्त िसग्यलिंलग वाले स्टेियों पर असमर् गािर्र्ों का िहराव ... 3.48
िुर्ाटया र्ा ब्रेकर्ाउय की सूाया प्रेिर्षत करया ... 6.05

“ि”
िुंि, कोहरे र्ा तूफायी मद्यसम में जब स्पषट द्रि ाई यहं िेता ह, पटा ें र या ... 3.61

“य”
ियर्मों की प्रितर्ों की आपूित ... 2.01
न्र्ू्ल से्ियों में रे ल नं जयों रर िवोुत - बए - र्ूियटों के सर्दकट ब्रेकसा का र्प हो जाया ... 17.07

“प”
प्वानं ट एवं टप संकेतक की पररभार्षा ... 1.02 (46)
प्रस्थाय रोक िसग्यल में राबी हो जाये पर स्टेिय मास्टर का कत्तावर् ... 3.70
प्रारं भ करये के पूवा लोको पार्लट एवं गार्ा सूायाओं की जांा करें ... 4.20
प्रस्थाय करये के पूवा गािर्र्ों की जांा ... 4.31
परराािलत लानय पर अवरोि ... 5.19
पटा ों की जायकारी रर उन्हें पास र या ... 3.64
परराािलत लानय पर प्रवेि करये र्ा उसे पास करये से पहले अयुमित ... 3.82
प्वानं ट ... 3.51
पास होये वाली गािर्र्ों के िप ले बोर्ा र्ा िप ली बत्ती से संबंिित स्टेिय मास्टर की िज मेिारी ... 4.17
िप ली रर बगल की बिि र्ां ... 4.15
िप ला बोर्ा र्ा िप ली बत्ती ... 4.16

“फ”
फ्लेर्र िसग्यलों का वणाय ... 3.65
फे लिंसग प्वानं टों पर ताला लगाया ... 3.39
फे लिंसग प्वानं टों पर गित सीमा ... 4.10

“ब”
ब्रेक र्ाय ... 4.23
िवोुतीत से्िय के िलए अितरर्त ियर्म ... 17.09
वायार िसग्यल को फ करये की ितें 3.49
ब्यलकक से्िय को बंि करये की ितें ... 14.10
ब्यलकक से्िय की पररभार्षा ... 1.02 (10)

285
िवोुत ररपीटर ... 3.23
िवोुत रे ल पथ तथा ियमााण कार्ा का ियरीा ण ... 17.03
ब्यलकक से्िय में गाडी का ू टा एआ भाग ... 6.09
वाहयों की लिाई ... 4.28
ब्यलकक से्िय के िोहरी लानय पर अवरोि ... 8.06
िवोुत उपस्कर पर कार्ा करये की अयुमित ... 17.04
ब्यलकक से्िय में मटीररर्ल ्ेय का संाालय ... 4.62

“म”
मोटर ्कली ... 15.25
मधर्वती ब्यलकक स्टकप िसग्यल को य िस्थित में पार करया ... 3.75

“र्”
र्द्रि िोहरी लानय पर स्वाािलत स्टकप िसग्यल को य िस्थित में पास करया हो तो उस समर् गार्ा ... 9.02
एवं लोको पार्लट के कत्तावर्
“र”
रे ल पथ में पररवताय ... 17.06
रे ल पथ रर ियमााण कार्ा का ियरीा ण ... 15.04

“ल”
लोको पार्लट द्वारा कु आिेिों का पालय ... 4.39
लोको पार्लट एवं गार्ा के बीा र्ंटी िसग्यल 4.51
लोको पार्लट द्वारा िवफलता की ररपोटा ... 9.11
लोको पार्लट, गार्ा एवं स्टेिय कमाााररर्ों के बीा िसग्यलों का आिाय-प्रिाय ... 4.32
लानय ्लीर्र रटकट ... 14.25
लकररर्ां र्ा ्किलर्ां जो प्रर्ोग में य हों ... 15.28
लानय में अवरोि र्ालये वाले परराालय को प्रारं भ करये के पूवा साविायी ... 15.08
लानय पर ्कली की सुरा ा ... 15.26
लानय पर लकरी की सुरा ा ... 15.27
लकरी र्ा ्कली के लानय पर होये पर र्ोग्र्ता प्राप्त वर्िि उसका प्रभारी होगा ... 15.22
लाल झण्र्ी र्ा बत्ती का द्रि ार्ा जाया ... 15.19
लेंर् िसग्यलों का प्रििाय ... 3.52

“ि”
िंंटग का ियर्ंत्रण ... 5.13
िंंटग की िज मेिारी ... 5.09

“स”
सािारणतर्ा स्टेियों पर अितरर्त स्थावर िसग्यल लगाया ... 3.30
स्थावर िसग्यल की अयुपिस्थित र्ा िबया बत्ती का िसग्यल ... 3.74
िसग्यल तथ गाडी के संाालय से संबंिित सामान्र् ियर्मों को लागू करया ... 7.02
सामान्र् ियर्मों की प्रर्ोजयीर्ता ... 17.01
स्टेियों का वगीकरण ... 1.03
स्थावर िसग्यलों को ाालू करया ... 3.26
िसग्यल बित्रर्ों की िे भाल रर उन्हें जलाया ... 3.43

286
सतका ता आिेि ... 4.09
िसग्यल में राबी हो जाये पर स्टेिय मास्टर के सामान्र् कत्तावर् ... 3.68
समपार पर स्थावर िसग्यल ... 3.34
सामान्र्त: स्थावर िसग्यल ... 3.36
िसग्यय रिहत लानय से गाडी का प्रस्थाय ... 5.11
समपार पर अवरोि ... 16.07
स्टेियों पर िबया ूपके जाये वाली गािर्र्ों की गित सीमा ... 4.11 ()
स्टेियों के बीा ूपकी गािर्र्ों की सुरा ा ... 6.03
सडक र्ातार्ात ... 16.03
िसग्यल के िबय ... 5.04
स्टेिय से वाहयों का ियकल जाया ... 6.11
िसग्यलों का प्रििाय ... 15.09

“ह”
हेर् लानट रर माका र बिि र्ां ... 4.14
होम िसग्यल को फ करये की ितें ... 3.40

“ा ”
ा ितग्रस्त र्ा िोर्षपूणा वाहय ... 4.29

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