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भारत- स संयु त

अनुसंधान ताव आ वान


2023
अं तम तार ख 15 जून 2023

व ान और ौ यो गक वभाग (डीएसट ), भारत सरकार और सी व ान


फाउं डेशन (आरएसएफ) के बीच मौ लक व ान के े म भारत और स म
संयु त अनुसंधान ताव के नधीयन हे तु यव था है । इस काय म के अंतगत,
ये क प रयोजना के लए संबं धत रा य मु ा म 100,000 अमर क डॉलर के
समतु य रा श तक वा षक नधीयन ा त होगा।

डीएसट -आरएसएफ सहयोग के अंतगत डीएसट और आरएसएफ स य भारतीय


और सी वै ा नक /शोधकताओं को न न ल खत े म संयु त अनुसंधान
प रयोजना हे तु ताव तुत करने के लए आमं त करगे:
1. नव साम ी;
2. व छ ऊजा;
3. माट वा य दे खभाल तथा औष ध;
4. सुर त खा य साम ी;
5. माट प रवहन और दरू संचार;
6. पौध एवं पशु जैव- ौ यो गक ;
7. कृ म बु धमता;
8. भूकंप और समु व ान।

अ य अनुसंधान े म तु त ताव पर वचार नह ं कया जाएगा। प रयोजना


अनुदान क शत
 ये क प रयोजना क अव ध तीन वष क होगी।
 येक प क ओर से प रयोजना का काया वयन प रयोजना दल वारा कया
जाएगा िजसम कम से कम 4 सद य और अ धकतम 10 सद य तक ह गे। यह
वांछनीय है क दल म कम से कम 50% युवा वै ा नक/संकाय सद य (45 वष
से कम आयु के) ह ।
 भारतीय पीआई को व व व यालयेां, शै णक सं थान तथा रा य अनुसंधान
एवं वकास योगशालाओं/सं थान म नय मत पद पर कायरत वै ा नक/संकाय
सद य होना चा हए। भारतीय धान अ वेषक (पीआई) कोई ऐसा यि त नह ं
होना चा हए जो प रयेाजना क ता वत अव ध के दौरान सेवा नव ृ त हो रहा हो
या मल
ू सं थान को छोड़ने वाला हो।

 दोन प के प रयोजना सम वयक वारा पछले 5 वष म एससीआई


सूचीब ध प काओं म कम से कम 10 अनुसंधान लेख का शत कया गया हो।
 यह याशा है क ये क सहा यत प रयोजना का प रणाम एससीआई
सूचीब ध प काओं म कम से कम 10 अनुसंधान काशन के प म होगा।
 भारतीय और सी दल के मुख को परामश करके,डीएसट और आरएसएफ
वारा नधा रत संबं धत प का योग करके अपनी-अपनी नोडल एजसी
को स श आवेदन तुत करना चा हए। केवल एक प वारा तुत;
नधा रत प पर न दए गए और अं तम तार ख के प चात ा त आवेदन
को वीकार नह ं कया जाएगा। अत:, भारतीय/ सी दल मुख को यह
सु नि चत करना चा हए क उनके समक वारा पूव नोडल एज सय के
दशा नदश के अनुसार नधा रत प म स श आवेदन अं तम तार ख से
तुत कया जाए।
दल मुख इस त पधा म भागीदार करने के लए केवल एक आवे दन
तुत करने का हकदार होगा। कसी संगठन वारा कायाि वत क जाने
वाल प रयोजनाओं क सं या पर कोई तबंध नह ं होगा।
 वे भारतीय शोधकता जो वतमान म ऐसी कसी भारत- स संयु त प रयोजना
का काया वयन कर रहे ह िजसके 31 दस बर 2023 के पशचात
् समा त होने
क संभावना हो, वे इस आ वान के अंतगत ताव तुत करने के पा नह ं
ह।
 वे भारतीय वै ा नक भी, जो पव
ू म डीएसट (अंतरा य समह
ू ) वारा सहा यत
और 31 दस बर 2023 तक समा त न हो सकने वाल दो या उससे अ धक
प रयोजनाओं के काया वयन म कसी भी प म संल न ह, अनुसंधान दल का
सद य बनने के पा नह ं ह।
सभी ताव के साथ पूरे प रयोजना दल का सं त जीवन-व ृ त होना
चा हए िजसम उनक संब धता, ज म त थ, शै णक तथा अनुसंधान
कायकलाप /पुर कार क मु य-मु य बात दशाई गई ह ।
भारतीय शोधकताओं को www.onlinedst.gov.in पर उपल ध प म
अपने ताव तुत करने चा हए। पंजीकरण के प चात, उ ह क म और
प खंड पर जाना चा हए जहां अंतरा य सहयोग ( वप ीय) म इस
आ वान के बारे म ववरण उपल ध होगा।
 दोन णा लय वारा तुत प रयोजना का शीषक समान होना चा हए।
 ताव आ वान ारं भ होने क तार ख 17 माच 2023 है ।
 चय नत प रयोजनाओं क सच
ू ी 15 दस बर, 2023 तक वेबसाइट
www.dst.gov.inऔ र www.rscf.ruपर डाला जाना अपे त है ।
 सी और भारतीय दल को आ वान द तावेज म नधा रत रा य व नयम
का पालन करना चा हए।
 प रयोजनाओं के ारं भ होने क संभा वत त थ: 1 अ ैल 2024।
 आरएसएफ के एक अनद
ु ान क रा श वा षक प से 4 (चार) से 7 (सात)
म लयन बल के बीच होगी। इस वभाग के एक अनुदान क रा श वा षक प
से 7 (सात) म लयन भारतीय पये तक होगी।

संयु त प रयोजना हेतु उपल ध सहायता का कार:

येक प रयोजना के लए डीएसट से 70,00,000 . तक और आरएसएफ से


70,00,000 बल तक वा षक नधीयन ा त होगा। इस नधीयन म कसी प रयोजना
के संबंध म न न ल खत यय शा मल ह गे:

 उपभो य साम ी, सहायक साम ी, अ येताव ृ यां और अ य अनस


ु ंधान
यय; कसी दे श के प रयोजना दल वारा कए गए यय को उसके दे श वारा
वहन कया जाएगा अथात ् डीएसट प रयोजना के भारतीय प संबंधी यय को
सहा यत करे गा जब क आरएसएफ सी प के यय क पू त करे गा।
 आदान- दान दौरे के घटक हे तु सहायता: ेषक प वापसी अंतरा य हवाई
कराए, आवास, त दवस यय आ द का ावधान करे गा। वतमान म, भारतीय
वै ा नक के स के अनुमो दत दौरे के लए न न ल खत यय हे तु सहम त
दान क गई है : अंतरा य कराया (इकोनॉमी मण ेणी म नकटतम हवाई
अ डे से गंत य शहर तक), एक स ताह से कम समय क या ा के लए 50
अमर क डॉलर त दन और उससे लंबी या ा के लए 40 डॉलर त दन का
नकद भ ता; 100 अम. डॉलर त रा तक आवास भ ता (रसीद के अ यधीन
मॉ को/सट पी सबग के मामले म 125 अम. डॉलर),25 अम. डा. तक थानीय
प रवहन (रसीद के अ यधीन) और या ा अव ध के लए स वर ेणी म वदे शी
च क सा बीमा।
 उपभो य साम ी के लए भारतीय प के बजट के अ धकतम 40% क अनम
ु त
होगी।
 उपकरण के लए कोई सहायता दान नह ं क जाएगी।
 आकि मक यय और सं थागत उप र यय: डीएसट मानक के अनस
ु ार।

आवेदन का आकलन

अ धसू चतदौरक समापन त थतक ा तसभीआवेदनसहकम समी ा यासेगुजरगे और


फर उ ह वचार कए
जाने औरर कंगके लए वतं सलाहकारपैनलकोभेजाजाएगा।डीएसट औरआरएसएफसहमत
मानदं ड केआधारपरआवेदन क समानांतरसमी ाकरगे।डीएसट औरआरएसएफसमी ाप र
णाम केआधारपरसंयु त नणयलगे।डीएसट औरआरएसएफसमी ा याकेभागके पम
ता वतकायक तु तके लएप रयोजनासम वयक कोआमं तकरनेपर वचारकरसकतेह।

नधीयन का पा बनने पर वचार कए जाने के लएआवेदन कोसकारा मकर कंग


ा तहोनीचा हए।डीएसट औरआरएसएफ वारासफलआवेदन केसंयु तचयनपरसंबं धतनो
डलएज सय वाराचचाक जाएगीऔरर कंगके अनुसारसू चत कयाजाएगा।सभी
नणयडीएसट -आरएसएफसंयु तकायसमूह वारा कएजातेहऔरवे अं तमह गे।

आवेदन तुत करना

भारतीय शोधकता वेबसाइट www.dst.gov.in / https://onlinedst.gov.in/ से ताव


प डाउनलोड कर सकते ह और उ ह डीएसट के ई-पीएमएस पोटल के मा यम से परू
तरह भरा गया आवेदन प और सम त ासं गक सच
ू ना तुत करनी चा हए। ताव
अ नवायत: उपयु त चैनल के मा यम से 15 जून 2023 तक https://onlinedst.gov.in/
म दए गए ई-आवेदन णाल के ज रए डीएसट को तुत कए जाएं। यह सु नि चत
कया जाना चा हए क उनके सी समक वारा स श शीषक वाला आवेदन अं तम
तार ख तक जमा कर दया गया है । ई-पीएमएस पोटल के ज रए या अं तम तार ख तक
तुत न कए गए ताव पर वचार नह ं कया जाएगा।

व तत
ृ जानकार और प ट करण , य द कोई ह , के लए कृपया भारत या स म
न न ल खत यि त से संपक कर:

भारत के लए स के लए
डा. शवाशीष दास ीकोनोवालावे सगई
वै ा नक 'सी', अंतरा य भाग अंतरा य भाग,
व ान और ौ यो गक वभाग सी व ान फाउं डेशन
व ान और ौ यो गक , भारत सरकार जीएसपी-2,109992,
यूएल.सो यांका,डी.14,
टे नोलॉजी भवन, यू महरौल रोड एसट आर.3मॉ को ( स)
नई द ल – 110016, भारत ई-मेल: konovalov@rscf.ru
दरू भाष: +91-11-26590317 यूआरएल:www.rscf.ru
ई-मेल: sdash.dst@gov.in
यूआरएल:www.dst.gov.in
/www.onlinedst.gov.in
डी एस टी उपयोग हेतु
डीएसट - आरएसएफसंयु त प रयोजना आ वान े :………………….

. सं. …………………

ाि क तारीख ………..

प रयोजना ताव

प रयोजना शीषक :

मख
ु मख
ु श द
( अ धकतम 5)


कृपया वह े बताएं िजसके अंतगत
आपका ताव आता है

प रयोजना सम वयक : भारतीय सी


( येक ओर से एक)
(नाम, पदनाम, पता, दरू भाष,
फै स, ई-मेल)

अ य तभागी :
(उपयोगकता एजसी( य ) स हत)

ता वत ारं भक त थ :

अव ध :
उ दे य :

प रयोजना का सं त ववरण :
(कृपया काय णाल और या शत प रणाम
स हत 1-2 प ृ ठ का प रयोजना सारांश
संल न कर)

:
ता वत वषय/अनुसंधान के वषय म
रा य और अंतरा य पर य

(लगभग 200 श द म), कृपया मुख ंथ


सूची संदभ दान कर।

:
स के साथ ता वत अनस
ु ंधान व नमय
क आव यकता और मह व:

नयोिजत ल य :

समय - सीमा ल य भारतीय दा य व सी दा य व

(क) (ख) (ग) (घ)

पहल छमाह

दस
ू र छमाह

तीसर छमाह

चौथी छमाह

पाँचवी छमाह

छठ छमाह
संयु त अनस
ु ंधान प रयोजना के प रणाम
और भाव को मापने के तर के सझ
ु ाएं

प रणाम के संयु त उपयोग के लए :


ता वत प ध त
(संयु त काशन, उ योग को प रणाम का
अंतरण, संयु त उ यम क थापना आ द)

भारतीय धान अ वेषक के साथ चल रह / ( पछले 5 साल)


पूर क गई प रयोजनाएँ

रा य प रयोजनाएं:

.सं. प रयोजना का शीषक ायोजन एजसी बजट ि थत

अंतरा य प रयोजनाएं:

.सं. प रयोजना का शीषक सहयोगी वै ा नक और ायोजक बजट ि थत


सं थान का नाम एजसी

व नमय दौरा िजसक ल य को पूरा करने के लए आव यकता होसकती है :

भारत से स स से भारत

यि तय क येक यि त क यि तय क येक यि त क
सं या x या ा के लए सं या x विज़ट या ा के लए
विज़ट अव ध अव ध
_
थम वष
_
वतीय वष
_
तत
ृ ीय वष

डीएसट से अपे त व ीय सहायता :


थम व ीय वष वतीय व ीय वष तत
ृ ीय व ीय वष
उपभो य और सहायक

उपकरण
जनशि त

आकि मकता

व नमय दौरा

कुल

नोट: प रयोजना का नेतृ व करने वाले यि त को आव धक रपोट तुत करने क


आव यकता होती है और अगले वष म इसक नरं तरता डीएसट और आरएसएफ
वारा मू यांकन क गई ग त पर नभर करे गी। येक व ीय वष के अंत म
भारतीय प रयोजना मुख को डीएसट के लए नधा रत उपयो गता माण प
और यय ववरणी जमा करने क भी आव यकता होती है ।

उपभो य साम य के लए औ च य (मा ा सच


ू ी दान क जानी है )

जनशि त के लए औ च य, य द कोई हो

प रयोजना काया वयन के लए मल


ू सं थान (सं थान ) वारा दान क जा रह
सु वधाओं क सूची।

प रयोजना के लए सं थान/समूह/ वभाग/अ य सं थान के पास उपल ध उपकरण:

उपल ध सहायक उपकरण


न न ल खत के पास उपकरण का जेन रक मॉडल, नमाण और
और उपकरण के वतमान
उपल ध उपकरण नाम खर द का वष
उपयोग स हत ट प णयाँ

पीआई और उसका
एन एन एन
समूह

पीआई वभाग एन एन एन

े म अ य सं थान एन एन एन

सहायता के अ य ोत
या यह शोध वतमान म अ य ोत वारा सहा यत है?
हाँ नह ं
य द हां, तो कृपया सहायता के ोत, मा ा और अव ध बताएं।

भारतीय प :

सी प :

या यह प रयोजना व ीय सहायता के लए अ य एज सय को तुत क गई है ?


हाँ नह ं

य द हां, तो कृपया बताएं क कौन सी एज सयां और कब।

भारतीय प :

सी प :

(प रयोजना सम वयक के ह ता र)

आव यक संल नक
1. ता वत संयु त काय को पूरा करने के लए सी समक क सहम त।
2. सं थान का अनाप /अ ेषण प ।
2. प रयोजना सम वयक का जीवनव ृ (अ धकतम: (2 प ृ ठ) िजसम अ धव षता क
त थ/पूरा कायकाल, वशेष ता का े , वतमान शोध चयां, मह वपूण उपलि धयां
शा मल ह।

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