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संविधान संशोधन
संशोधन एि िाष्ट्र या िाज्य िे लिखिर् संविधान िे पाठ में औपचारिि परििर्तन िो र्दशातर्ा है ।
संविधान िे संशोधन अत्यधधि जीिन िी िास्र्वििर्ा िो प्रनर्बबंबबर् ििने िे लिए संविधान
िो संशोधधर् ििने औि मार्तर्दशतन ििने िे लिए आिश्यि है । संविधान में संशोधन िई प्रिाि
से किया जार्ा है नामर्ः साधािण बहुमर्, विशेष बहुमर् र्था बहािी िम से िम आधे िाज्यों
द्िािा| अनुच्छे र्द 368 िे र्हर् संिैधाननि संशोधन, भािर्ीय संविधान िी एि मूि संशोधन
प्रकिया है ।
• यदर्द संशोधन िा िोई प्रािधान नहीं दर्दया र्या हो, िोर् औि नेर्ा िुछ अनर्रिक्र् संिैधाननि
अथों िा पािन ििर्े हैं जैसे िान्तर्, दहंसा र्था इसी र्िह संविधान में घुि जार्े हैं।
• संविधान में संशोधन िे प्रािधान िो इस दृन्ष्ट्ििोण िे साथ बनाया र्या कि भविष्ट्य में
संविधान िो िार्ू ििने में िदठनाइयााँ न आयें।
• यह इसलिए भी आिश्यि है कि संविधान िार्ू होंने िे समय में हुई िलमयों िो ठीि ििना।
• आर्दशत, प्राथलमिर्ाएं औि िोर्ों िी दृन्ष्ट्ि पीढी र्दि पीढी बर्दिर्ी हैं। इन िो शालमि ििने िे
लिए, संशोधन िांछनीय है ।
संविधान में संशोधन िई प्रिाि से किया जार्ा है नामर्ः साधािण बहुमर्, विशेष बहुमर् र्था
िम से िम आधे िाज्यों द्िािा समथतन| अनुच्छे र्द 368 िे र्हर् संिैधाननि संशोधन, भािर्ीय
संविधान िी एि मूि संशोधन प्रकिया है , न्जसिी प्रकिया ननम्न रूप से िखणतर् िी जा सिर्ी है -
• संसर्द िे किसी भी सर्दन में विधेयि पेश ििने िे लिए िाष्ट्रपनर् िी अनुमनर् िी आिश्यिर्ा
नहीं होर्ी है
• सभी उपिोक्र् िर्दम िे बार्द, बबि िाष्ट्रपनर् िे समक्ष प्रस्र्ुर् किया जार्ा है जहां उसिे पास
हस्र्ाक्षि ििने िे अिािा िोई वििल्प नहीं होर्ा। हािांकि, िाष्ट्रपनर् िे लिए बबि पि िाििाई
ििने िे लिए समय अिधध ननन्श्चर् नहीं िी र्ई है ।
• जब एि बाि िाष्ट्रपनर् अपनी सहमनर् र्दे र्दे र्ा है , र्ो बबि एि अधधननयम बन जार्ा है
जब सर्दन में उपन्स्थर् होिि िोि र्दे ने िािे सर्दस्यों िा 50% से अधधि किसी विषय िे पक्ष में
मर्र्दान होर्ा है र्ो उसे “साधािण बहुमर्” िहा जार्ा है . संविधान िे िुछ उपबंधों में संसर्द िे
सामातय बहुमर् औि सामातय विधेयि िे लिए विननदहर् विधायी प्रकिया द्िािा किया जा सिर्ा
है . संविधान िे अंर्र्तर् ननम्नलिखिर् विषयों में साधािण बहुमर् से िाित िाई िी जा सिर्ी है –
(1) धन विधेयि
संविधान िे अनुच्छे र्द 368 में संशोधन िी प्रकिया िा उल्िेि किया र्या है . इसमें संशोधन िी
र्ीन विधधयों िो अपनाया र्या है :
1. साधािण विधध द्िािा: संसर्द िे साधािण बहुमर् द्िािा पारिर् विधेयि िाष्ट्रपनर् िी
स्िीिृनर् लमिने पि िानून बन जार्ा है . इसिे अंर्र्तर् िाष्ट्रपनर् िी पि
ू त अनम
ु नर् लमिने पि
ननम्न संशोधन किए जा सिर्े हैं:
नए िाज्यों िा ननमातण,
िाज्य क्षेत्र, सीमा औि नाम में परििर्तन,
संविधान िी नार्रििर्ा संबंधी अनुसूधचर् क्षेत्रों औि जनजानर्यों िी प्रशासन संबंधी र्था
िेंद्र द्िािा प्रशालसर् क्षेत्रों िी प्रशासन संबंधी व्यिस्थाएं.
2. विशेष बहुमर् द्िािा संशोधन: यदर्द संसर्द िे प्रत्येि सर्दन द्िािा िुि सर्दस्यों िा
बहुमर् र्था उपन्स्थनर् औि मर्र्दान में भार् िेनेिािे सर्दस्यों िे 2/3 मर्ों से विधेयि पारिर् हो
जाएं र्ो िाष्ट्रपनर् िी स्िीिृनर् लमिर्े ही िह संशोधन संविधान िा अंर् बन जार्ा है .
िेंद्र सििाि ने िोिसभा में र्िीब अर्ड़ों िो 10 फीसर्दी आिक्षण र्दे ने िािा संविधान संशोधन
विधेयि पेश किया। इसिे लिये सििाि ने िाज्यसभा िा सत्र भी बढा दर्दया है । यह आिक्षण
आधथति रूप से वपछड़े सभी धमों िे िोर्ों िो लमिेर्ा।
(6) र्ैि अधधसधू चर् नर्िपालििा इिािे में आिासीय प्िॉि िी सीमा 200 र्ज़
भािर्ीय संसर्द द्िािा संविधान में किए र्ए िुछ महत्िपूणत संशोधन
1. पहिा संशोधन - संविधान में पहिा संशोधन संविधान िार्ू किए जाने िे एि साि बार्द
ही 1951 में किया र्या था. न्जसिे र्हर् अलभव्यन्क्र् िी स्िर्ंत्रर्ा पि िुछ उधचर् प्रनर्बंधों
जोड़ा र्या था. संशोधन िे जरिये अनुच्छे र्द 15, 19, 85, 87, 174, 176, 341, 372 औि 376 में
बर्दिाि/जोड़ा र्या था. साथ ही इस संशोधन िे जरिये 9िीं अनस
ु च
ू ी िो िाया र्या था.
5. 18िां संशोधन - इसिे अंर्र्तर् पंजाब िाज्य िा भाषायी आधाि पि पुनर्तठन िििे पंजाब
िे अनर्रिक्र् दहंर्दी भाषी हरियाणा िाज्य बनाया र्या. चंडीर्ढ िो िेंद्रशालसर् प्रर्दे श बनाया र्या.
7. 24िां संशोधन - 1971 में िाए र्ए इस महत्िपूणत संविधान संशोधन िे जरिये संसर्द िो
मौलिि अधधिािों िे साथ-साथ संविधान िे किसी भी भार् में संशोधन ििने िा अधधिाि दर्दया
र्या.
8. 31िां संशोधन - इसिे जरिये संसर्द िे ननम्न सर्दन यानी िोिसभा िे सर्दस्यों िी संख्या
525 से बढािि 545 िि र्दी र्ई थी. िोिसभा में िेंद्रशालसर् प्रर्दे शों िे प्रनर्ननधधत्ि िो 25 से
घिािि 20 िि दर्दया र्या था. इसिे र्हर् संविधान िे अनुच्छे र्द 81, 330 औि 332 में
संशोधन किया र्या था.
10. 44िां संशोधन - इसिे अंर्र्तर् संपवि िे अधधिाि िो मौलििा अधधिाि से हिा दर्दया
र्या था. िोिसभा औि विधानसभा िे िायतिाि िो र्दोबािा 5 साि िि दर्दया र्या था. (42िं
संविधान संशोधन में िायतिाि िो 5 से 6 साि किया र्या था.)
11. 61िां संशोधन - इसिे जरिये संविधान िे अनच्ु छे र्द 326 में संशोधन िि मर्र्दान ििने
िी उम्र िो 21 िषत से घिािि 18 िषत किया र्या.
13. 86िां संशोधन - इसिे जरिये 6 से 14 िषत र्ि िे बच्चों िे लिए नन:शुल्ि लशक्षा
व्यिस्था र्दे ने िा प्रािधान मौलिि धधिाि िे रूप में किया र्या था. इसमें संविधान िे अनुच्छे र्द
45 औि 51 (ए) में संशोधन किया र्या औि अनुच्छे र्द 21(ए) िो जोड़ा र्या.
14. 91िां संशोधन - इसिे जरिये िेंद्र औि िाज्य में मंबत्रपरिषर्द में सर्दस्यों िी संख्या
िोिसभा या उस िाज्य िी विधानसभा िी िुि सर्दस्य संख्या िे 15 फीसर्दी र्ि सीलमर् किया
र्या. साथ ही छोिे िाज्य जहां सर्दस्यों िी संख्या िम है िहां मबत्रयों िी अधधिर्म संख्या 12
र्य िी र्ई.
15. 101िां संशोधन - इसिे जरिये र्दे श में बहुस्र्िीय औि अप्रत्यक्ष िै क्स लसस्िम िो ित्म
िि िस्र्ु एिं सेिा िि (जीएसिी) िाया र्या. भािर् में 1 जुिाई 2017 से पूिे र्दे श में जीएसिी
िार्ू हो र्या. इसिे र्हर् पूिे र्दे श में एि िै क्स प्रणािी िार्ू हो र्ई.
16. 103 िा संसोधन - िेंद्र सििाि ने िोिसभा में र्िीब अर्ड़ों िो 10 फीसर्दी आिक्षण
र्दे ने िािा संविधान संशोधन विधेयि पेश किया। इसिे लिये सििाि ने िाज्यसभा िा सत्र भी
बढा दर्दया है । यह आिक्षण आधथति रूप से वपछड़े सभी धमों िे िोर्ों िो लमिेर्ा।