You are on page 1of 7

संविधान का

विकास
राजनीवि

Copyright © 2014-2020 TestBook Edu Solutions Pvt. Ltd.: All rights reserved
Download Testbook App

संविधान का विकास
ऐतिहाससक आधार:

रेगुलेट िं ग अवधटनयम, 1773


ईस्ट इं डिया कंपनी (EIC) के मामलों को तिडनयतमि करने के ललए सिडिश संसद द्वारा पहला कायय।

• EIC के शासन को कोिय ऑफ िायरेक्टसय (COD) के माध्यम से सिडिश संसद के अधीन रखा गया था।

• लोक सेिकों को उपहार और ररश्वि लेने की मनाही है।

• कलकत्ता के सिोच्च न्यायालय की स्थापना। (स्था. 1774 में)

• बंगाल के राज्यपाल, बंगाल के गिनयर जनरल बने। (िारेन हस्स्टिं ग)

• मद्रास और बॉम्बे के गिनयर को बंगाल के गिनयर जनरल के अधीन रखा गया।

• इस असधडनयम ने भारि में केंद्रीय प्रशासन की नींि रखी।

पि का भारि अवधटनयम, 1784


• कंपनी के क्षेत्रों को अब "भारि में सिडिश कब्जा" कहा जािा है।

• इस असधडनयम ने बोिय ऑफ कंट्रोल (BOC) की स्थापना की।

• BOC की स्थापना करके, भारि में एक दोहरी सरकार की स्थापना की गई। कंपनी के िालिज्यज्यक और
राजनीतिक कायों को प्रतितष्ठि डकया गया था।

• कोिय ऑफ िायरेक्टसय का कायय, िालिज्यज्यक कायों का प्रबंधन करना था जबडक बोिय ऑफ कंट्रोल, राजनीतिक
कायों का प्रबंधन करिा था।

राजनीति | संतिधान का तिकास पृष्ठ 2


Download Testbook App

चा टर अवधटनयम, 1793
• इस असधडनयम द्वारा सिडिश संसद, भारिीय राजस्व से आरोपपि डकए जाने िाले कोिय ऑफ िायरेक्टसय और बोिय
ऑफ कंट्रोल सदस्यों का िेिन।

• यह अदालिों को डनयमों और तिडनयमों की व्याख्या करने की अनुमति देिा है।

चा टर अवधटनयम, 1813
• चीन के साथ व्यापार और चाय में व्यापार को छोड़कर ईस्ट इं डिया कंपनी का व्यापार एकासधकार समाप्त हो
गया।

• स्थानीय स्वायत्त डनकायों को कर लेने की अनुमति है।

चा टर अवधटनयम, 1833
• बंगाल के गिनयर जनरल को भारि का गिनयर जनरल बनाया गया। (तिललयम बेंडिक)

• मद्रास और बॉम्बे के राज्यपाल अपनी तिधायी शसियों से िंसचि हैं।

• चीन के साथ व्यापार में ईस्ट इं डिया कंपनी का एकासधकार और चाय में व्यापार भी समाप्त हो गया।

• िो, अब ईआईसी एक शुद्ध प्रशासडनक डनकाय बन गया।

• िी. बी. मैकाले के िहि भारिीय कानूनों को संपहिाबद्ध करने के ललए स्थापपि डकया जाने िाला पहला कानून
आयोग।

चा टर अवधटनयम, 1853
• भारि के गिनयर जनरल की पररषद के अलग तिधायी और काययकारी कायों को पररभातषि डकया गया था।

• कानून सदस्य भारि के गिनयर जनरल की पररषद का पूिय सदस्य बन गया।

राजनीति | संतिधान का तिकास पृष्ठ 3


Download Testbook App

भारि सरकार अवधटनयम, 1858


• इस असधडनयम को भारि की भलाई के ललए कायय के रूप में भी जाना जािा है।

• प्रशासन को सिडिश क्राउन में स्थानांिररि कर पदया गया।

• भारि का गिनयर जनरल भारि का िाइसराय बन गया। (कैडनिं ग)

• इसने दोहरी सरकार को समाप्त कर पदया और बोिय ऑफ़ कंट्रोल एं ि कोिय ऑफ़ िायरेक्टसय के कायायलय को
समाप्त कर पदया।

• राज्य ससचि का एक नया कायायलय स्थापपि डकया गया था।

• राज्य ससचि सिडिश संसद का सदस्य है और उसे "भारि की पररषद" के रूप में जाने िाले 15 सदस्यों के डनकाय
द्वारा सहायिा प्रदान की जाएगी।

भारिीय िररषद अवधटनयम, 1861:


• िायसराय ने भारिीयों को अपनी ‘व्यय पररषद’ में नामांडकि करने की शसि प्राप्त की।

• कैडनिं ग ने बनारस के राजा, पडियाला के महाराजा और सर पदनकर राि को नातमि डकया।

• मद्रास और बंबई का तिधायी तिकेंद्रीकरि जो 1833 में हिा ललया गया था।

• इस असधडनयम ने 1859 में कैडनिं ग द्वारा पेश की गई पोियफोललयो प्रिाली को मान्यिा दी।

• िायसराय 6 महीने की िैधिा के साथ अध्यादेश जारी कर सकिा है।

• यह असधडनयम शसि के केंद्रीकरि की प्रपक्रया को समाप्त करिा है सजसे तिडनयमन असधडनयम, 1773 में कहा
गया था।

राजनीति | संतिधान का तिकास पृष्ठ 4


Download Testbook App

भारिीय िररषद अवधटनयम, 1892


• इस असधडनयम ने केंद्रीय और प्रांिीय तिधान पररषदों में गैर-आसधकाररक सदस्यों की िाकि बढा दी। (लेडकन
आसधकाररक बहुमि बनाए रखा)

• यह असधडनयम तिधान पररषद को बजि पर चचाय करने की शसि देिा है और प्रश्न पूछ सकिा है।

• यह असधडनयम कुछ गैर-आसधकाररक सदस्यों के नामांकन के ललए भी प्रदान डकया गया है:

क. प्रांिीय तिधान पररषदों और बंगाल चैंबर ऑफ कॉमसय की ससफाररश पर िाइसराय द्वारा केंद्रीय
विधान सभा।

ख. सजला बोिों, नगर पाललकाओ ं, तिश्वतिद्यालयों, व्यापार संघों, जमींदारों और कक्षों की ससफाररश पर
राज्यपाल द्वारा प्ांिीय विधान िररषद।

भारिीय िररषद अवधटनयम, 1909


• इस असधडनयम को मॉले-तमिं िो सुधारों के रूप में भी जाना जािा है।

• इस असधडनयम के द्वारा केंद्रीय और प्रांिीय तिधानसभाओ ं में गैर-आसधकाररक सदस्यों की संख्या में और िृलद्ध
हुई।

• केंद्रीय तिधान पररषद में आसधकाररक बहुमि को बरकरार रखा गया था लेडकन प्रांिीय स्तर पर गैर-
आसधकाररक बहुमि की अनुमति दी गई थी।

• पहली बार चुनाि का ित्व पेश डकया गया था।

• मुसलमानों को अलग डनिायचक मंिल पदया गया था। यही कारि है डक तमिं िो को "सांप्रदासयक मिदािाओ ं के
पपिा" के रूप में जाना जािा है।

राजनीति | संतिधान का तिकास पृष्ठ 5


Download Testbook App

भारि सरकार अवधटनयम, 1919


• इस असधडनयम को मोंिेग्यू-चेम्सफोिय सुधार के नाम से भी जाना जािा है।

• सूसचयों को केंद्रीय और प्रांिीय सूसचयों (तिषयों) में तिभासजि डकया गया था।

• प्रांिीय तिषयों को दो भागों में बांिा गया है

क. हस्ांिररि: - सजसे राज्यपाल द्वारा तिधानमंिल के ललए उत्तरदायी मंपत्रयों की सहायिा से प्रशाससि
डकया जाएगा।

ख. आरक्षिि: - सजसे गिनयर और उसकी काययकारी पररषद द्वारा प्रशाससि डकया जाएगा।

• यह द्वैध शासन के नाम से जाना जािा था।

• केंद्रीय स्तर पर पद्वसदनीयिा की शुरुआि की गई थी।

• केन्द्रीय तिधान सभा के ललए प्रत्यक्ष चुनाि।

• सीतमि लोगों को मिदान का असधकार पदया गया था।

• कमांिर-इन-चीफ को छोड़कर, िायसराय काययकारी पररषद में 6 सदस्यों में से 3 भारिीय होने चापहए।

• सांप्रदासयक प्रतिडनसधत्व को ससखों, भारिीय ईसाइयों, एं ग्लो इं डियन िक तिस्ताररि डकया गया

• भारि में भी ससतिल सेिा परीक्षा आयोसजि की जाएगी। (इलाहाबाद, 1922)

भारि सरकार अवधटनयम, 1935


• यह असधडनयम भारि के प्रांिों और भारिीय राज्यों के साथ एक महासंघ को डनधायररि करिा है।

• यह 3 सूसचयों के ललए प्रदान डकया गया। यानी संघीय, प्रांिीय और समििी।

• यह असधडनयम केंद्रीय स्तर पर द्वैध शासन के ललए प्रदान डकया गया।

• 6 प्रांिों में पद्वसदनीयिाद की शुरुआि हुई थी। (तबहार, बंगाल, बॉम्बे, मद्रास, असम, संयुि प्रांि)

• RBI की स्थापना।

राजनीति | संतिधान का तिकास पृष्ठ 6


Download Testbook App

• आरलक्षि सीिों के साथ उदास िगय के ललए संयुि डनिायचक मंिल।

• यह असधडनयम संघीय लोक सेिा आयोग, प्रांिीय सेिा आयोग और संयुि सेिा आयोग की स्थापना के ललए
भी प्रदान डकया गया।

• इस असधडनयम ने कुल आबादी का लगभग 10% मिदान करने के ललए मिासधकार का तिस्तार डकया।

• इस असधडनयम के कई प्रािधान लागू नहीं होिे हैं।

भारिीय स्विंत्रिा अवधटनयम, 1947


• इस असधडनयम ने सिडिश शासन को समाप्त कर पदया और भारि को एक संप्रभु और स्विंत्र राज्य घोतषि कर
पदया।

• सिडिश पैरामाउं िसी भारिीय ररयासिों से चूक गई थी।

• इस असधडनयम ने ररयासिों को भारि या पाडकस्तान में शातमल होने या मुि रहने की अनुमति दी।

• िायसराय राज्य का संिैधाडनक प्रमुख बन गया।

राजनीति | संतिधान का तिकास पृष्ठ 7

You might also like