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झारखं ड िवजन तथा

काय योजना 2021


कायकारी सारां श

1
ावना

झारखं ड सरकार ने रा का िवजन तथा तीन साल की काय योजना तै यार करने के िलए रा िवकास
प रषद (एसडीसी) के तहत् ी टी. नं दकुमार, आईएएस (से वािनवृ ), भारत सरकार के पू व सिचव (सद ,
रा िवकास प रषद) की अ ता म एक उप-सिमित का गठन िकया, िजसम सद के पमप ी
अशोक भगत, ी अिमत खरे , िवकास आयु -सह-अपर मु सिचव योजना-सह-िव िवभाग एवं िवशे ष
आमंि त सद के प म डॉ रमेश शरण, ोफेसर, अथशा [वतमान म कुलपित (िवनोबाभावे
िव िव ालय, हजारीबाग)] तथा डॉ ह र र दयाल, अथशा ी को स िलत िकया गया।

इस सिमित को रा के िवकास हे तु, अब तक ए िवकास, िव मान असमानताएं , भारतीय और वै ि क


अथ व थाओं से उ संभावनाएँ तथा िवकास की आव कताओं को पृ भू िम म रखते ए, ि वष य
िवज़न एवं काय योजना तै यार करने के िलए ािधकृत िकया गया था।

िपछले तीन वष की पहल और उसके सकारा क प रणाम ने हम उ ल िनधा रत करने तथा िवकास
की गित को बढ़ाने के िलए आ िव ास िदया है । इस म म हमने पयावरण की सु र ा और सतत िवकास
िवक ों की आव कता को ान म रखा है ।

सिमित ने रा सरकार की प रक ना को िवकास के उ े ों, ाथिमकता िनधारण के िलए मागदशक


िस ां त के प म अपनाया है । यह ि वष य काय योजना, रा िवज़न 2030 के प रक ना के अनु प
है , जो अगले दशक म सतत् िवकास के नीवं का काम करे गी।

सिमित ने सभी संबंिधत िवभागों के सिचवों, िनदे शकों तथा अ तकनीकी किमयों के साथ िव ृ त िवमश/
परामश भी िकया है । सिमित ने पू व योजनाओं से हट कर प रणामों (outcomes) पर ान के त करने
का िनणय िलया।

यह काय-योजना पूव के द ावे जों से िन कारणों से िभ है:


 यह योजना नाग रक कि त है
 यह एक बजट द ावेज़ नही ं है िजसम उद य और ल ही िनिद हों; साथ ही यह पू व की
भाँ ित एक पं चवष य योजना भी नही ं है
 यह योजना प रणाम के त है
 िविभ मुख पहलों के तहत् तीन साल की अविध के अं त म प रणाम प से प रभािषत
और िकए गए ह
 इनम से अिधकतर प रणाम या तो सीधे या ॉ ी के मा म से मापने यो ह, साथ ही कुछ
के प रणाम समय-समय पर रा ीय सव ण ारा मापे जाएं गे
 अनु वण सू चकां क िवकिसत िकए गए ह और वे इस काय योजना के अं ग ह
 यह काय योजना सरकार के संसाधनों के साथ-साथ िविभ िहतधारकों / भागीदारों के साथ
सहयोगी यासों के मा म से बेहतर प रणाम ा करने का यास है

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यह द ावेज़ तीन भागों म है :
• भाग 1 काय योजना का िववरण,
• भाग 2 िविश प रणाम ल ों की परे खा और अनु वण सू चकां कों की िववरणी,
• भाग 3 िवषयगत उ े ों से जु ड़ी योजनाओं का ल

चूँ िक िनयिमत प से गित के आकलन हे तु आउटपुट को मापने की आव कता होती है , अतः इ ,


प रणामों (Outcome) से अलग करने के िलए, मील के प र (Milestones) के प म दशाया गया है ।
अनु वण सू चकां क (Monitoring Index) को रा सरकार की आव कतानु सार आविधक/ म ाविध
सुधार लाने म मदद करने हे तु पां िकत िकया गया है ।

इसके साथ ही काय-योजना म, यासों को संबल दान करने के िलए, आव क त ों यथा सं साधन,
अिभसरण और सु शासन पर भी अ ाय स िलत िकए गए ह।

सिमित का यह मानना है िक इनम से कुछ प रणाम िविभ िवभागों के सामूिहक यासों पर िनभर करता
है । अतः सं बंिधत िवषय के तहत् इ एकीकृत करने का यास िकया गया है । इस द ावे ज़ म इन सं बंधों
को िकया गया है ।

उपरो ि कोण की सफलता के िलए िवकास के िविभ पहलों म भावी अिभसरण की अपे ा है । रा
र पर जबिक नीितमूलक अिभसरण आव क है तथािप िजला, खं ड एवं पं चायत रों पर भावी
अिभसरण मह पू ण है । एतद् अपे ि त अिभसरण एक पारं प रक 'सम य सिमित' के मा म से ा नही ं
िकया जा सकता है अिपतु इसे उ र से अिभ े रत करना होगा।

इस काय-योजना म े ों, आबादी समूहों और अ वंिचत वग के सं दभ म पू व म िवकास के पम


असमानताओं को ान म रखा गया है एवं इनपर िवशेष ान दे ने का सु झाव भी िदया गया है ।

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रा की ाथिमकताओं को दशाने तथा प रणामो ु ख ि कोण को ान म रखते ए इस काय योजना
द ावेज को िवषयवार अनु भागों म िवभािजत िकया गया है ।

सिमित का मानना है िक यह काय-योजना मा सरकार के संसाधनों तक सीिमत नही ं रहे गी अिपतु इसम
सं थागत ऋण के प म अित र संसाधन, ब प ीय एजिसयों से ऋण, िनजी िनवे श, कॉप रे ट सामािजक
दािय िनिध (CSR), गत पहल, पी.पी.पी. प रयोजनाओं आिद का भी समावे श होना चािहए।

एतद् िन िपत काय योजना िसफ सरकारी योजना नही ं है अिपतु यह योजना झारखं ड की जनता के िलए
है । योजना के मुख सं चालक के साथ ही रा सरकार का यह भी उ रदािय होगा िक बड़ी सं ा म
िहतधारकों की सहभािगता इसम सुिनि त की जाए।

सिमित का मानना है िक झारखंड के नाग रक इस योजना के क िबं दु म ह। अतः नाग रकों के जीवन की
गुणव ा म सु धार और उनकी समृ बढ़ाने के िलए िवकास काय पर य होना है ।

यह काय-योजना "हमे शा की तरह से गितिविधयों (Business as usual) की िविध से काया त नही ं की


जा सकती है । सरकार यं सभी वां िछत प रणामों को ा नही ं कर सकती, अतः इसके िलए मानिसकता
म बदलाव के अलावा सभी िहतधारकों की ितब ता, नवाचार और भावी भागीदारी की आव कता है ।
पंचायती राज सं थानों, नाग रक समाज संगठनों और िहतधारकों को इन प रणामों को हािसल करने के
िलए रचना क और मह पूण भूिमकाएं िनभानी होगी। ऐसे प रवतन के िलए सरकार को एक अनु कूल
वातावरण बनाने की ज रत होगी।

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भावी, प रणामो ु ख और पारदश शासन इन प रणामों को ा करने की कुंजी है । अतः इस पर
ाथिमकता दे ते ए ान दे ने की ज रत है । अ े काय को पहचाने जाने की ज रत है , साथ ही जो
प रणाम नही ं दे ते ह, उ िबना िकसी सं कोच के दं िडत िकया जाना चािहए।

योजना के िन पण, काया यन एवं अनु वण की प ि यों म प रवतन के िलए यह पहला यास है ; अतः
यह द ावे ज आव कतानु सार संशोिधत िकया जा सकेगा।

इस काय योजना म िदए गए काय मों को काया त िकया जा सकता है , गित का अनु वण िकया जा
सकता है तथा प रणामों को ा िकया जा सकता है ।

टी. न कुमार

(उप सिमित)

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झारखं ड की अथ व था की थित तथा कितपय िवकास क अं तर

संदभ:

झारख , अपने गठन के समय ही, मुख िवकास सं केतकों म से कई म रा रीय औसत के पीछे था।
त ात िवकास दर म कमी होने के बावजूद, इसम सराहनीय गित ई है , पर ु िवकासा क अं तर
य िप कम आ है , तथािप वह अभी भी िव मान है । इसिलए, इन अं तरों को दू र करने तथा सम , समावे शी
और सतत िवकास ा करने के िलए, सभी सरकारी एवं गैर-सरकारी ोतों के मा म से योजनाब
यासों की आव कता है । वष 2001-02 म थर मू पर, झारखंड का जी.एस.डी.पी. दे श के सकल
घरे लू उ ाद का 1.68 ितशत था। चूंिक, रा का िवकास दर, अिधकां श वष म दे श के िवकास दर से
बेहतर रहा है , अतः वष 2015-16 म दे श के सकल घरे लू उ ाद म इसका योगदान बढकर 1.84 ितशत
हो गया।

रा ीय ित आय िवकास दर के िव रा की ित आय, जो 2001-02 म रा ीय औसत


से 40 ितशत कम थी, बेहतर वृ दर के प रणाम प वष 2015-16 तक दे श की तु लना म 30 ितशत
कम हो गयी। यिद रा एवं रा वतमान दरों पर गित कर रहे हों, (अथात् , भारत 6.76 ितशत और
झारखं ड म 8.59 ितशत ित वष - अथात वष 2012-13 और 2015-16 के बीच वे अपने -अपने औसत
वृ दर पर गित करते ह), तो झारखंड के िलए दे श के ित आय के र तक प ं चने के िलए 17
वष (2034-35 तक) लगेग। अतः वष 2030 तक रा ीय औसत तक प ं चने के िलए रा को 10 से 12
ितशत की सीमा म अपनी िवकास दर को गित दे ना होगा।

अ े दशन के बावजू द झारखंड की िवकास दर दे श की तुलना म अिधक अ थर रही है । झारखं ड की


िवकास दर की िविवधता का गुणां क (Multiplier Coefficient) दे श की तु लना म लगातार अिधक रहा है ।
रा के वृ दर म उतार-चढ़ाव मु प से कृिष (िवशेष प से फसल े ) और िविनमाण े के
उ ादन म उतार-चढ़ाव के कारण होता रहा है ।

अतः उ ादन म वृ के अलावा, कृिष और िविनमाण े ों के उ ादन म वृ दर को थर करने के िलए


पया और उपयु कदम उठाने की आव कता है ।

असं तुिलत (िवकृत) उ ादन और रोजगार सं रचना (Distorted Production and


Employment Structure):

रा म िमकों की उ ादकता म अ िधक े ीय अं तर है । कृिष े , िजसम लगभग 50 ितशत


िमक लगे ह, रा के जी.एस.डी.पी म केवल 16 ितशत योगदान दे ता है , जबिक खनन म केवल 2.3
ितशत िमक ही सं ल ह परं तु इस े का जी.एस.डी.पी म योगदान लगभग 12 ितशत है । िविनमाण
े का जी.एस.डी.पी म योगदान लगभग 14 ितशत है जबिक उसम केवल 7.7 ितशत (एन.एस.एस,
68व दौर) कािमक ही अवशोिषत ह। आय एवं रोजगार म यह े ीय असं तुलन, रा म चिलत
असमानता की ओर सं केत दे ने के अलावा, एक ओर कृिष े म (छु पी ई) बेरोजगारी
(Disguised Unemployment) के अिधक भाव वही ं दू सरी ओर खनन एवं िविनमाण े ों की ब त
कम म अवशोषण मता की ओर सं केत करता है ।
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अतः कृिष े म िमकों की िनभरता कम करने और िविनमाण े के म अवशोषण मता म
वृ के िलए ामीण े ों म गैर-कृिष आधा रत गितिविधयों तथा कम पूंजीगत सघन िविनमाण को
बढ़ावा दे ने की आव कता है।

झारखं ड म िवकास का प बेरोजगारी और गरीबी की सम ा को हल करने म स म नही ं रहा है । रा


म बेरोजगारी एवं गरीबी मा रा ीय औसत से अिधक ही नहीं ह अिपतु इनम रा ीय औसत के मुकाबले
ब त धीमी गित से िगरावट आई है ।

अिधकां श जो िनयोिजत भी ह उनम से अिधकां श कम उ ादक और कम आय वाली कमाई वाले


वसायों म लगे ह, जहाँ गरीबी का भाव ब त अिधक है । कृिष े म लगभग 45 ितशत -
रोजगा रयों तथा आक क/ सामियक िमकों म से 55 ितशत लोग गरीबी रे खा से नीचे ह। गैर-कृिष े
म आक क िमकों की थित भी लगभग उतनी ही खराब है - उनम से आधे से भी अिधक गरीबी से
पीिड़त ह।

गरीबी और बेरोजगारी को कम करने के िलए आव कता है -


1. उिचत कदम उठाकर कृिष े म सं ल यों के आय म अिभवृ तथा कृिष की उ ादकता
म वृ ,
2. ामीण े ों म गैर-कृिष े को बढ़ावा दे ना,
3. अकुशल मजदू रों का कौशल िवकास कर उनकी उ ादकता और आय म सु धार, और
4. िनवे श के िलए अनुकूल वातावरण िनमाण, िवशेष प से म सघन उ मों म।

िवकास अं तर (Development Gaps):


ा , लिगक आधा रत, िश ा, सु िवधाओं और बुिनयादी ढां चे से सं बंिधत अिधकां श िवकास सू चकों म
झारख , रा ीय र पर उपल यों से पीछे है । रा ने इनम से कुछ िवकास संकेतकों म 2005-06
और 2015-16 (एन.एफ.एच.एस - 3 और एन.एफ.एच.एस - 4) के बीच शं सनीय गित की है । प रणामतः
झारखं ड और रा ीय र के बीच के अिधकां श िवकास सं केतकों म अं तर कम हो गया है परं तु रा को
इस अं तर को पू री तरह से समा करने का यास करना है ।

रा के भीतर असमानता (Intra-State Disparities):


अिधकां श िवकास संकेतकों म रा के िजलों, उनके खंडों तथा ामीण और शहरी े ों के बीच ापक
असमानताएँ मौजू द ह। रा के वै से िजले, जहाँ अपे ाकृत अिधक शहरीकरण एवं औ ोिगकीकरण आ
है या खिनज संसाधनों म समृ ह, वे बाकी की तु लना म अिधक िवकिसत ह।

इस कार रा का पू व से शु होकर दि ण-पू व तक का गिलयारा, जहां धनबाद, बोकारो, रामगढ़, रां ची,
सरायकेला-खरसावाँ और पू व िसंहभूम िजले अव थत ह, उ र-पि म और उ र-पू व म थत िजलों की
तुलना म अिधक िवकिसत ह।

हालां िक, िवकिसत िजलों के भीतर कम िवकिसत खं ड भी ह तथा कम िवकिसत िजलों के भीतर िवकिसत
खंड भी ह। उदाहरणाथ, रा के उ िवकिसत िजलों यथा धनबाद तथा बोकारो म मशः टुं डी एवं

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च न ारी जै से कम िवकिसत खंड ह। दू सरी ओर कम िवकिसत िजलों यथा लोहरदगा तथा िसमडे गा
म मशः कुड़ु एवं बां सजोर जै से िवकिसत खं ड अव थत ह।

आम तौर पर, िजला मु ालय वाले खंड बाकी की तुलना म तु लना क प से बेहतर ह। ता य यह है
िक िश ा, ा और आजीिवका के अवसरों के मामले म िवकास के ितफल िजले म मु खंडों तक
ही सीिमत रहे ह। अतः िवकासा क यासों म इस े ीय असमानता को ान म रखना होगा।

सामािजक-आिथक िवकास के र को ऊपर उठाने के साथ-साथ े ीय असमानताओं को दू र करने तथा


संतुिलत एवं समावे शी िवकास हे तु िपछड़े िजलों पर, यासों के अिभसरण तथा एकीकरण के मा म से
ान कि त िकया जाएगा।

तदनु सार, नीित आयोग ारा िचि त दे श के 115 िपछड़े िजले की सू ची म शािमल रा के दो सबसे िपछड़े
िजले (साहबगंज और पाकुड़), एक िपछड़े िजले (गो ा) और सोलह एल.ड ू .ई. िजले (लाते हार, लोहरदगा,
पलामू, पू ब िसं हभू म, रामगढ़, रां ची, िसमडे गा, पि म िसं हभू म, बोकारो, चतरा, दु मका, गढ़वा, िग रडीह,
गुमला, हजारीबाग और खूँ टी) म बदलाव हे तु िवशेष पहल की जाएगी।

इसके अलावा, सभी 24 िजलों के ारा रा के इस मै ो िवजन और ए न ान के अनु सार अपनी


ि वष य काय-योजना, एक साल के रोडमैप के साथ, तै यार की जाएगी िजसम िजला रक (Intra-
District) िपछड़े पन को भी संबोिधत िकया जाएगा।

एक सम , समावे शी और थायी िवकास के िलए सभी ोतों (सरकारी और गैर-सरकारी) के मा म से


िविभ िदशाओं म िनयोिजत यासों की आव कता है ।

िव ीय वष 2018-19 म क ीय बजट / रा बजट के अनु प ारं भ िकये जाने वाले


कुछ पहल
मह ाकां ी (Aspirational) िजलों का पां तरण
 उ ीस (19) मह ाकां ी (Aspirational) िजलों की पहचान की गई है , िजसे
आदश िजलों के प म िवकिसत िकया जाएगा। िजला रीय काय योजना तैयार
की जाएगी (क + रा )

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ामीण सम ृ और जीवन क गुणव ता

झारख दे श के उन रा ों म से ह, जहाँ ामीण गरीबी का


सभी गाँ वों को 2019 से पूव खु ले म शौच
ितशत ब त अिधक है । अतः रा सरकार के िलए ामीण
से मु करना
े ों म िवकास के मा म से अपने नाग रकों की सामािजक
और आिथक थित म सु धार करना मह पू ण ाथिमकताओं
80% प रवारों को 2020 तक प ा घर
म से एक है । रा सरकार ितब है िक इस काय योजना के
मा म से गरीबों और वंिचतों के िलए लाभकारी और िविवध
कम से कम 22 घं टे ित िदन की आपू ित
जीवन यापन अवसरों के सृ जन के साथ-साथ वं चनाओं को कम
के साथ सभी घरों के िलए िबजली
करने के िलए बुिनयादी से वाओं को उपल कराया जाए तथा
ामीण िवकास के ित अिधक समावे शी और प रणाम-
सभी यो प रवारों के िलए खा
आधा रत ि कोण अपनाते ए ापक, समावे शी और
सु र ा सु िनि त करना
मजबूत सामािजक सु र ा णाली थािपत की जाए।
वष 2020 तक बकों के 1600 नए
ामीण वष 2020-21 तक झारखंड का ल है िक एच.डी.आई.
शाखाएँ रिकंग म अपने वतमान थित, जो नीचे से 10 रा ों के बीच
की है , म सु धार लाकर रा दे श के शीष 10 रा ों म शािमल
एस.एच.जी. के िलए सं थागत ऋण की हो। रा यह ीकार करता है िक एच.डी.आई. रिकंग म यह
आसान प ं च सु धार ' ामीण समृ और जीवन की गुणव ा' म ठोस सु धार
के िबना संभव नही ं है । इस ल को पू रा करने के िलए
पशन/ सामािजक सु र ा काय मों के िन िल खत रणनीितयों को अपनाया जाएगा:
तहत् यो लाभािथयों का 100% 1. कृिष एवं गै र-कृिष आधा रत आजीिवका म वृ :
आ ादन रा ारा कृिष एवं गैर-कृिष आधा रत आजीिवका दोनों
पर ान के त करते ए अगले तीन वष म 18 लाख
पी.वी.टी.जी. की सामािजक सुर ा ामीण प रवारों की कमाई म कम से कम 50 ितशत
की आय बढ़ाने का ल होगा। य िप ामीण प रवारों
18 लाख ामीण प रवारों की आय म की आय म वृ के िलए ामीण े ों म कृिष आधा रत
कम से कम 50% की वृ गितिविधयों को मजबूत बनाना एक मह पू ण ज रया
होगा परं तु इस आय के पू रक प गैर-कृिष-आधा रत
30 लाख प रवारों को समू हब करना आजीिवका को एक मुख रणनीित के प म अपनाया
जाएगा।

इस ल को हािसल करने के िलए रा ारा मौजू दा 10 लाख


प रवारों से बढाकर 60% ामीण प रवारों (लगभग 30 लाख)
का एसएचजी / वीओ / फेडरे शन के प म समू ह बनाया
जाएगा। इन समूहों को सामूिहक प से छोटे और बड़े
उ ादक समूह बनाकर ावसाियक प से वहाय आिथक
गितिविधयों को चलाने के िलए ो ािहत िकया जाएगा। साथ
ही उ ामीण अथ व था के समेिकत श का लाभ उठाने

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म सहायता हे तु गत उ ादकों को बड़े बाजारों तक प ं चाने
और उनके उ ादों के िलए बेहतर कीमत तय कराने के िलए स म
बनाया जाएगा।

2. कृिष और गैर-कृिष आजीिवका बढ़ाने के िलए कृिष, बागवानी,


पशु पालन, मु ग पालन और म पालन, वािनकी, ह िश और
ामीण पयटन के अं तगत उठाये गए कदमों के िलए एक अिभसरण
काय योजना तै यार की जाएगी। इसी उ े से रा सरकार ने पू व
म ही िव बक की सहायता से “जोहार” नामक प रयोजना की
शु आत की है । वष 2020-21 के िलए िनधा रत िकये गए कुछ
मुख ल िन पे ण ह:
 मौजू दा और 56,000 नए माइ ो उ मों के िलए तकनीिक
सहायता और बाजार सं बंध
 23 लाख लाभािथयों को आजीिवका हे तु मता िनमाण
और िश ण के िलए शािमल करना
 10,000 आजीिवका समुदाय से वा दाताओं का एक
सश कैडर का िनमाण
 ै क समूहों को 2,500 करोड़ पए की सं थागत
ऋण सहायता दान की जाएगी
 1600 अित र ामीण बक शाखाएं थािपत की जाएं गी
 79,000 ामीण यु वाओं (30% से अिधक मिहलाएं ) का
िश ण
3. जीवन की गुणव ा म सु धार के िलए बुिनयादी से वाओं तक
प ँ च: रा सरकार वैसी सभी बुिनयादी से वाओं, जो ामीण
झारखं ड म जीवन की गुणव ा म सु धार करने म सहायता करे ,
को उपल कराने के िलए ितब है । इ ाफ म दशाया
गया है ।
4. सामािजक सु र ा योजनाएँ : रा गरीबी उ ू लन की रणनीित
की कुंजी के प सभी कमजोर ामीण प रवारों को
आ ािदत करने म सामािजक सं र ण के मह को ीकार
करता है । िविभ रा और क सरकार की योजनाओं के
तहत् कुछ मुख ल िन वत होंगे:
 मनरे गा के तहत् हर इ ु क प रवारों के िलए 100 िदन का
रोजगार दान करना।
 मनरे गा के मा म से गु णव ा यु परक और
सामुदाियक प रसं पि यों का िनमाण
 सभी यो प रवारों को रा ीय खा सु र ा अिधिनयम
(एन.एफ.एस.ए) और अिभवृ त/ प र ृ त पी.डी.एस
णाली

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(Enhanced PDS) के मा म से खा सु र ा प ं च सु िनि त करना।
 रा म पोषण सु र ा की गारं टी के िलए वष 2020 तक एकीकृत पोषण खा सु र ा ने टवक बनाने
के िलए तकनीकी लाभ उठाना।
 ामीण े ों म ब ों और लड़िकयों के सम िवकास के िलए आं गनवाड़ी क की शत- ितशत प ं च
दान करना।
 सभी यो लाभािथयों को मा पशन योजनाओं के तहत् का शत- ितशत आ ादन।
 सभी सरकारी सेवाओं की उपल ता की गारं टी दे ने के िलए झारख रा से वा दे ने की गारं टी
अिधिनयम, 2011 का सश करण।

रा सरकार ारा पं चायती राज सं थानों को मजबूत करने के साथ ही उ सभी जमीनी योजनाओं और
काय मों के भावी एवं कुशल संचालन के िलए िवक ीकृत योजना णाली तथा काया यन गितिविधयों
का िह ा बनाने के िलए भी सश बनाया जाएगा तािक शासन म नाग रकों की भागीदारी बढ़ सके।

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कृषकों की आय को दोगु ना करना

झारखं ड का लगभग 50% मबल आजीिवका के िलए


कृिष पर िनभर है । कृिष और सं ब े ने िव ीय य िप
2020-21 तक 'िसं चाई मता का वष 2012 और िव ीय वष 2016 के बीच 5% से अिधक
उपयोग' को वतमान 5.03 लाख हे े यर की औसत वािषक वृ दज की है , तथािप झारखं ड म
से बढाकर 8 लाख हे े यर करना 45% से अिधक कृषक प रवार, एनएसएसओ डे टा (68
व दौर, 2011-12) के अनु सार, गरीबी म रहते ह, जो िक
2019 तक सभी िकसानों को मृ दा दे श म सबसे ादा है । अथात् िकसानों की आय काफी
ा काड का िवतरण एवं ेक तीन कम है । रा म वष 2022 तक कृषकों की आय को
वष म काड का नवीकरण दोगुना करना है , िजसका अथ है वष 2020 तक लगभग
60% की वृ लाना है ।
िनजी े को आकिषत करने के िलए
2018 तक गोदामों और शीत भंडारों के
उपयु ल को ा करने के िलए इस काय-योजना
िलए नीित का िनधारण
म, कृिष और सं ब े ों म प रवतन लाने हे तु, एक
मजबूत काय म की परे खा तै यार की गयी है । इसम
शु बु आई े (Net Sown Area) को
कृिष उ ादकता बढ़ाने, िकसानों को लाभकारी मू
बढ़ाने हे तु 2021 तक 10 लाख हे े यर
दान करने हे तु िकसानों को बाजारों तक प ँ च उपल
परती भू िम को कृिष यो भू िम के प म
कराने , बाज़ार संबंधों म सु धार, सतत /सं धारणीय कृिष
पां तरण
प ितयों के अपनाए जाने, कृिष िव ार को मजबूत करने
और जो खम बंधन के काया यन म सु धार लाने के
कृषकों के बाजारों से संबंध का
उपाय शािमल ह।
सु िढकरण; 2019 तक सभी
ए.पी.एम.सी. को ई-नैम पर लाना
िकसानों की आय वृ हे तु पू रक के प म ामीण गै र-
कृिष े का िव ार करने की भी रा की योजना है ।
अजीवीय तनाव (Abiotic Stresses) के
इन े ों म िनरं तर वृ हािसल करने के िलए रा ारा
जो खम को कम करने के िलए कृषकों
वष 2020-21 तक िन िल खत को ा करना लि त है :
को फसल बीमा के तहत् लाना

कृषकों के बाजारों से िलंकेज को सु ढ़


बनाना

18 लाख प रवारों को पशु धन, म


पालन, एनटीएफपी, पारं प रक
आजीिवका के ोतों के तहत् लाना

2021 तक 3 लाख कृषकों को रे शम


उ ादन से जोड़ना

12
1. शु िसंचाई े म वृ :
चूं िक, फसल की उ ादकता िसं चाई पर िनभर करती है ;
रा ारा वष िसं चाई मता का उपयोग 2020-21 तक
मौजूदा 5.03 लाख हे े यर से बढ़ाकर 8 लाख हे े यर
िकया जाना है । यह ल धानमं ी कृिष िसं चाई योजना को
भावी ढं ग से काया त करने , मौजू दा जल भं डार एवं
िवतरण णाली के जीणा ार, नवीनीकरण एवं जल बंधन
के उपाय िजसके अं तगत सू िसं चाई के अं तगत े
बढाकर पानी के उपयोग की द ता बढ़ाया जाएगा, के
मा म से ा िकया जाएगा। जल सं चयन को उ
ाथिमकता दी जाएगी।

2. बीज ित थापन अनु पात म वृ करना (Enhancing


the seed replacement ratio):
इसम एक बड़ी वृ , बेहतर िक ों के चार, बीज िवतरण
णाली को सु ढ़ बनाने हे तु े क िजले म पै और ल
(PACS & LAMPS) के साथ-साथ कृिष वसाय क और
कृिष िचिक ा िनक की थापना, के मा म से िकया
जाएगा।
3. फसल की उ ादकता म वृ :
कृिष काय को सभी े णी के कृषकों के िलए लाभकारी एवं
सतत बनाने के िलए झारखं ड म कृिष फसल उ ादकता म
वृ लायी जाएगी। य िप रा म वषानु वष पू व की तु लना
म वृ ई है , परं तु यह वृ केवल मामूली रही है । वतमान
म, दालों को छोड़कर, िजसम उ ादकता अ रा ों की
तु लना म बे हतर पाया गया है , अिधकतर अ फसलों की
उ ादकता रा ीय औसत से काफी कम है । फसल की
उ ादकता बढ़ाने के िलए, रा ारा िन िल खत पहल
िकया जाएगा:

4. सतत् कृिष:
रा ारा फसल उ ादकता और थरता म सुधार के िलए उिचत िम ी बंधन पर ान कि त
िकया जाएगा। इसके िलए, रा सरकार जैव उवरकों और जैव-उवरकों के साथ-साथ मा िमक
और सू पोषक त ों सिहत रासायिनक उवरकों के ायपू ण उपयोग के िलए िम ी ा काड
योजना को बढ़ावा दे रही है । रा ारा पंरपरागत खे ती िवकास योजना के तहत् वष 2018 तक
25 लाख मृदा ा काड को िवत रत करने तथा जै िवक खे ती को बढ़ावा दे ने का ल िनधा रत
िकया गया है , जो ाकृितक और जैिवक खाद के उपयोग के मा म से िम ी की उ ादकता म
वृ को बढ़ावा दे गा। वष 2020 तक, 1 लाख हे े यर अित र े को जै िवक माण प के
अं तगत लाया जाएगा। रा ारा िबरसा कृिष िव िव ालय के मा म से सटीक खे ती (precision
farming) के िलए पायलट ोजे काया त िकया जाएगा।
13
5. कृिष िवपणन को सु ढ़ बनाना:
रा ारा वष 2019 तक सभी ए.पी. एम.सी बाजारों को ई-नै म प ि पर लाया जाएगा। िकसानों
को अपने उ ाद उपभो ाओं / ापा रयों को पू रे दे श म सीधे-सीधे बेचने और बेहतर कीमत
िदलाने के िलए कृषक समूहों (कृषक उ ादक कंपनी सिहत) का गठन/ आयोजन िकया जाएगा।
VEGFED (वे जफेड) सिहत संगिठत चै नलों के मा म से सामूिहक िवपणन - सहकारी ि कोण
को बढ़ावा िदया जाएगा।

फसल बीमा:
सूखा और बाढ़ जैसे आपदाओं के कारण उ जो खमों को कम करने के िलए, रा 2020 तक
धान मं ी फसल बीमा योजना के तहत् िकसानों का शत- ितशत (100%) आ ादन सु िनि त
करे गा।

पशु पालन-आधा रत आजीिवका का िव ार:


रा सरकार ारा िविभ योजनाओं के मा म से कृि म गभधारण के िलए बुिनयादी ढां चे का
िव ार एवं सु ढीकरण, बै कयाड और अं डे के वािण क उ ादन इकाइयों को बढ़ावा दे ने, पशु
िचिक ा से वा म सु धार के िलए मौजू दा पशु िचिक ा अ तालों के मोबाइल पॉली िनक को
मजबूत करने के साथ ही कृषक िम /पशु िम के िलए कौशल िवकास काय मों का आयोजन
िकया जाएगा। बीपीएल मिहला / सखी मंडलों के िलए 30,000 ॉस / उ त न के दु धा पशु ओं
को शािमल करने की भी योजना है ।

14
6. म पालन:
रा ने अभी तक रा के अं दर िव मान म पालन के िवकास के िलए मता का पू रा उपयोग नही ं
िकया है । कृिष एवं सं ब गितिविधयों तथा उनके उ े ों के पू रक प बड़ी सं ा म जलाशयों को
िवकिसत िकया गया है । िपछले 5 वष (2011-12 से 2015-16) म रा का मछली उ ादन,
सीएजीआर 10% के दर से , 71.8 हजार मीिटक टन से बढ़कर 116 हजार मीिटक टन हो गया है । रा
ारा जलाशयों के पुनु ार तथा पेन एवं केज क चर के मा म से मछली पालन के िवकास को जारी
रखा जाये गा।

7. कृिषतर (off farm) आिथक गितिविधयों का समथन: रा ारा रे शम उ ादन, एन.टी.एफ.पी.,


ह कला और मश म की खे ती, नसरी आिद जैसे वािण क कृिष उ मों को बढ़ावा िदया जाएगा।
रा ारा, जै सा िक ' ामीण समृ और जीवन की गुणव ा' अनु भाग म प रक ना की गई है , गैर-
कृिष गितिविधयों के िविभ तरीकों के मा म से िकसानों की आय म वृ करने की िदशा म कारवाईयाँ
की जाएगी।

वष 2018-2021 तक 3 लाख से अिधक िकसानों, िजनम से कम से कम 30% से 35% लाभािथयों


मिहलाएं होंगी, रे शम उ ादन म लगे ए होंगे। झा ोलप के अं तगत िविभ िहतधारकों, यथा युवा
कौशल िवकास योजना योजना के लाभू कों, के मता िनमाण हे तु स क गितिविधयाँ प रक त एवं
काया त की जा रही ह।

कृिष के ान को बढ़ाने और बंिधत करने के िलए, कृिष उ ोग म िति त सं थानों के साथ सहयोग
करने के मह को रा सरकार ीकार करती है । िबरसा कृिष िव िव ालय ारा, कृिष म चुनौितयों,
यथा बेहतर िक ों की अनु पल ता, फसल उ ादन के प ात के नु कसान, िम ी की खराब गुणव ा,
पानी का उपयोग करने की कम द ता आिद का सामना करने म, िकसानों की मदद करने के िलए
अनु संधान और िवकास काय िकया जाएगा।
िव ीय वष 2018-19 म क ीय बजट / रा बजट के अनु प ारं भ िकये जाने वाले कुछ
पहल
कृिष
 िव ीय वष 2018-19 से पां च वष की अविध तक उपयु / यो गितिविधयों से ा लाभ के
स म 100 करोड़ पए वािषक टन ओवर वाली िकसान उ ादक कंपनीओं को शत
ितशत कटौती की अनुमा ता (क )
 सरकार ारा सभी कृषकों को ू म समथन मू सु िनि त िकया जाएगा (क )
 मनरे गा तथा अ सरकारी कायकम के सहयोग से व मान ामीण हाट को ामीण
कृिष बाज़ार के के प म िवकिसत िकया जाएगा (क )
 बड़े समू हों िजनका ेक का 1000 हे र े फल हो, कृषक उ ादक सं घटनों एवं
ामीण उ ादक सं घटनों ारा जैिवक कृिष को बढ़ावा (क )
 बां स (ह रत सोना) के उ ादन को बढ़ावा (क )
 वै से थानों, जहाँ फल एवं स यों का उ ादन पया मा ा म होता है वहाँ खा
सं रण इकाइयों की थापना को बढ़ावा तािक उ ादों के मू सं वधन के मा म
से िकसानों को उिचत मू ा हो सके (रा )
 ताजा उपज के िवपणन हे तु शीत ृं खला (को चेन) सु िवधा िवकिसत की जाएगी
(रा ), 15
 स यों के थानीय भं डारण हे तु खं ड र पर 100 को म िनिमत िकया जाये गा
(रा )
समावे शी िवकास`

झारखं ड म 32 िविभ जनजाितयों का िनवास है , िजसम रा


अगले तीन वष म अनुसूिचत जाित एवं की आबादी का 26% शािमल है । 50% से अिधक जनजातीय
जनजाितयों े णी के गरीबों म से कम से आबादी गरीबी रे खा से नीचे जीवन बसर करते ह और िनवाह
कम आधे को गरीबी रे खा से ऊपर खे ती (Subsistence Farming) पर आि त ह। इनकी आय का
लाना कोई अ पूरक ोत नही ं है , िजसके प रणाम प उ
सं कट पलायन (Distress Migration) होता है । 'अनु सूिचत
30,000 अनुसूिचत जनजाित प रवारों े ों और अपवंिचत समुदायों, िवशे षकर अनु सूिचत जनजाित,
को आजीिवका ती ता काय म के पी.वी.टी.जी. समेत, के सम िवकास सु िनि त करने ' के उ े
तहत् आ ािदत िकया जाना से रा सरकार ने समावेशी िवकास के एजडा को अपनाने की
आव कता को ीकार िकया है । इसिलए रा सरकार अगले
अभाव (Deprivation) को दू र करने तीन वष म अनुसूिचत जनजाित की लगभग आधी आबादी की
हे तु 2020 तक अनुसूिचत जाित, गरीबी को कम करने के उ े से गरीबी कम करने के उपायों
जनजाित एवं पी.वी.टी.जी. की 70% को लागू करे गी। इस ि कोण के अं तगत अनु सूिचत जनजाित,
आबादी को बुिनयादी सेवाएँ उपल पी.वी.टी.जी. समेत, के िवकास के िलए सम नीित की
कराना सं रचना/ परे खा को सश करने तथा अनु सूिचत जनजाित /
अनु सूिचत जाित अ ाचार अिधिनयम का बे हतर काया यन
अनुसूिचत जाित एवं जनजाित की लि त है । अगले तीन वष म, दावों के िन ार म ते जी लाने के
सा रता को 65% तक बढाना तथा िलए, वै से िजलों, जहाँ पी.ओ.ए. (SC & ST Prevention of
शत- ितशत नामां कन सुिनिशिचत Atrocities Act) के अिधक मामले ह, म िवशे ष अदालतों की
करना थापना की जाएगी।

9 आिदवासी शहीद गां वों को "आदश गरीबी म कमी लाना:


गां व" के प म िवकिसत करना गरीबों म से कम से कम आधे गरीबों को गरीबी रे खा से ऊपर
लाने के िलए अ सभी िवकासा क पहलों म अनु सूिचत जाित
एवं अनु सूिचत जनजाित के लाभािथओं पर ान िदया जाएगा
2,000 गरीबों म से अित गरीब तथा 10,000 पी.वी.टी.जी. की
पहचान कर उ वष 2020 तक लि त ह े पों के मा म से
गरीबी से मु करने हे तु समथ बनाया जाएगा। बु िनयादी
सेवाओं से संबंिधत िविभ ह े प िकए जाएँ गे-

 इन समूहों के शै िणक और कौशल िवकास सं बंधी


गितिविधयों/ यासों की िदशा म झारखं ड के सभी िजलों म
क ाण गु कुल को लागू करने , 40 जनजातीय ू लों म
ावसाियक काय मों के सं चालन तथा छा वृ ि तक प ं च
दान करने की कारवाई की जाएगी।

 अनु सूिचत जाित, अनु सूिचत जनजाित और पी.वी.टी.जी. समुदायों के अितगंभीर ा


संकेतकों को ान म रखते ए अनु सूिचत े ों म 5 अित र मेसो अ ताल चालू िकए
जाएं गे।

16
 आिदवासी कला, िश , सं ृ ित और िवरासत को बढ़ावा दे ने तथा सभी बुिनयादी से वाएँ /
सु िवधाएँ दान करने हे तु 9 आिदवासी शहीद ामों को “आदश ाम” बनाया जाएगा।

जीवकोपाजन:
जे .टी.ई.एल.ई.पी. (Jharkhand Tribal Empowerment & Livelihood Project) काय म के तहत्
30,000 अनु सूिचत जनजाित के प रवारों को सघन आजीिवका काय म के तहत् आ ािदत िकया जाएगा।
इसके अित र , ामीण झारखं ड के िलए ापक गैर-कृिष एवं कृिष आधा रत आजीिवका अिभवृ
योजना से भी अनु सूिचत जाित और अनुसूिचत जनजाित के प रवारों को सश िकया जाएगा।

जनजातीय आबादी पर लि त सभी ह े पों के मा म से, रा सरकार ारा सामुदाियक भागीदारी को


बढ़ाया जाएगा तथा आजीिवका के सतत िवकास के िलए सामु दाियक सं पि यों के सामूिहक ािम को
सुिनि त िकया जाएगा।

17
बे हतर शहरी जीवन
वष 2001 से 2011 तक झारखं ड की शहरी आबादी म
32% की वृ दज ई, जो वष 2011 म कुल 7.9
2022 तक सभी के िलए आवास
िमिलयन है । यह शहरी आबादी वष 2031 तक दोगु ना
होकर 13.85 िमिलयन होने की सं भावना है । शहरीकरण
झारखं ड को 2018 पू व खुले म शौच से
की ती गित को ि गत रखते ए आिथक और
मु करना
सामािजक समावेश के मापदं डों पर शहरों को िवकिसत
करने , शहरी िनवािसयों को गुणव ापू ण जीवन र दान
सभी शहरी प रवारों को सु रि त पे यजल
करने के िलए करने बुिनयादी ढां चे के िवकास की
की प ं च
आव कता है िजसके िलए रा सरकार ितब है ।
नाग रकों के िलए बेहतर शहरी जीवन हे तु रा सरकार
2020 तक ठोस कचरे का शत- ितशत
िन मुख िवकास प रणामों को सुिनि त करे गी-
सं ह एवं सु रि त िनपटान
जीवन की गुणव ा म सु धार के िलए बुिनयादी से वाओं तक
सावजिनक प रवहन णाली को
प ं च के िलए रा सरकार सभी बुिनयादी से वाओं तक
पां त रत करना
प ं च म सुधार के िलए ितब है । झारखं ड म शहरी
जीवन की गुणव ा म सु धार करने म िन सहायक त
ाट आधारभू त सं रचना का िवकास
होंगे-
करना
 कुछ समय पू व लागू की गयी झारखं ड एफोडबल
शहरी आवास नीित 2016, जो अ लाभकारी
शहरी गरीबों को उ वल भिव के िलए
ावधानों के साथ ही आवास के िलए ईड ू एस और
कौशल दान करना
एलआईजी के िलए आर ण दान करता है , के
ावधानों का ि या यन एवं अनु पालन करना ।

 िकफायती आवास प रयोजनाओं के तहत् आवास


इकाइयों का फा टै क िनमाण

18
 शहरी े ों म बुिनयादी ता सु िवधाओं का सृजन और
भारत िमशन तथा Atal Mission for
Rejuvenation and Urban Transformation
(AMRUT) अटल िमशन के तहत् े िलं ग अप यासों
ारा वष 2018 तक झारखं ड के खु ले शौच से मु करना।
 भारत सरकार के अनु मोदनोपरां त रां ची के िलए मेटो रे ल
प रयोजना शु िकया जाना
 5 शहरों के िलए वाई-फाई-स म ाट कॉलोनी पहल की
शु आत की जाएगी। इसके अित र , भारत सरकार
ारा अनु मोिदत ाट शहरों की सूची म रां ची की भी मंजूरी
 एक कुशल सावजिनक प रवहन व था के िनमाण के
िलए एक ापक गितशीलता योजना िवकिसत करना
िजससे ब -मॉडल िलंक (multi-modal linkages) और
अं ितम माईल कने िवटी (last mile connectivity)
दान िकया जाएगा,
 पै दल चलने की सुिवधा म सु धार हे तु ॉिसं ग की सं ाओं
म वृ , फुटपाथ के आकार म एवं गुणव ा म सु धार
 ठोस कचरे के शत- ितशत 100% सं हण पर सरकार
ान के त करे गी और वै ािनक िन ारण (Disposal)
की मता बढ़ाया जाएगा; यथा कचरों का पुनच ण
(Recycling of Wastes) का ो ाहन, कचरे से ऊजा
प रयोजनाओं आिद के िलए पी.पी.पी. मॉडल का उपयोग।
 िबजली तक प ं च बढ़ाने के िलए सं चरण ने टवक म
िव ार।

शहरी गरीबों के कौशल को बढ़ाकर से आजीिवका िवकास:


कौशल िवकास के अवसर सृ िजत करने के िलए रा ितब
है तािक शहरी गरीब बाजार-आधा रत रोजगार तथा -
रोजगार उ म थािपत कर सक। इस उ े की पू ित हे तु िन
प रक नाएँ की गयी ह :
 एन.यू .एल.एम के तहत् वष 2020 तक 300,000
लाभािथयों के आ ादन हे तु कौशल िश ण दान करना
तथा एन.एस.डी.सी. भागीदारों के साथ औ ोिगक सं बंध
बनाने एवं कुशल िमकों की िनयु पर ान कि त
करना।
 पी.एम.के.वी.वाई. और एस.जे .के.वी.वाई. के तहत् कौशल
िवकास (ल और रणनीितयों को कौशल से सं बंिधत े
म पर िव ा रत िकया गया है )

19
 नगर िनकायों के िलए पृ थक-पृथक कौशल आव कता/ अं तर का आकलन करना तथा उन े ों
की पहचान, जहां िश ण कौशल की आव कता है ,
 वष 2020 तक 20,000 यं सहायता समूहों (SHGs) और 250 े ीय र के सं घों (Area Level
Federations) का गठन।

20
गु णव ापू ण िश ा तक प ंच

रा सरकार यह मानती है िक मानव िवकास के िलए


िश ा एक मुख अवयव है अतः वष 2020 तक 'सभी
वष 2021 तक सा रता दर को 68% से के िलए सम , समेिकत और गुणव ापू ण िश ा' का
बढाकर 90% करना ल है । साथ ही सा रता दर की मौजू दा 68% को
अगले तीन सालों म 90% करने की रा सरकार की
मिहला सा रता पर िवशेष ान दे ना योजना है , िजसम बािलका सा रता दर पर िवशे ष
ान िदया जाएगा।
ाथिमक र के िलए 100% शु नामांकन
अनुपात हािसल करना तथा मा िमक और इसके अलावा, बेहतर बुिनयादी ढां चे, सू चना
उ मा िमक र पर अनुपात म 15% से ौ ोिगकी (ICT), स मता आईसीटी, मा िमक
अिधक की वृ र पर ावसाियक िश ण तथा िश कों की मता
िनमाण के ावधानों के मा म से सभी रों पर िश ा
सभी तक सावभौिमक प ंच हे तु 2 से 7 िकमी की गुणव ा म सु धार लाने के िलए ठोस उपाय भी
के भीतर सभी ू ली िश ा सु िवधाएँ िकए जाएं गे। इसे पू रा करने के िलए अपनाई जाने
उपल कराना वाली रणनीितयां िन पे ण ह:

छा -िश क अनुपात को घटाकर 45 करना


 नामां कन म वृ तथा छीजन (Drop Out) को
कम करना : वष 2020 तक ाथिमक- र पर
िनरं तर समी ा और गहन अनु वण के
शु नामां कन अनु पात (Net Enrolment
मा म से िश ा म उ गु णव ा एवं सीखने
Ratio) को शत- ितशत करने तथा छीजन
का प रणाम ा करना
(Drop Out) को शू िकये जाने का रा का
ल है । 'बाल सं सद' तथा ' यास' जै से पहल की
8 इं जीिनय रं ग कॉलेज, 8 पॉिलटे क तथा
मदद से वष 2017 तक उप थित म 10% लाया
चयिनत े म े ता के (Centre of
गया है िजसे और सु ढ़ िकया जाएगा।
Excellence) की थापना
 बुिनयादी ढां चे का सु ढ़ीकरण: 189 नए
मा िमक िव ालय और 280 नए उ
मा िमक िव ालय की थापना ि याधीन है
तथा शे ष वष 2020 तक थािपत िकए जाएं गे।
िश ा के अिधकार के मापदं डों के अनु प उ
ाथिमक और मा िमक र तक प ं च म
सु धार के िलए मौजू दा िव ालयों के बुिनयादी
ढां चे को उ त िकया जाएगा।

21
 आ ादन तथा समावे शन को सु ढ़ बनाना: सु दूर
इलाकों, िजनम तु लना क प से सु िवधाओं की
कमी के कारण छीजन (िवशे ष कर अनु सूिचत
जनजाित एवं बािलका वग के छा ों म) अिधक है ,
म वष 2020 तक सभी रों पर िश ा के िलए
सावभौिमक प ं च उपल कराने का रा का
ल है । इस उ े की पू ित हे तु िन िल खत
कदम उठाए जाऐंगे-
 रा म 2 िकमी के भीतर उ ाथिमक,
5 िकमी के अं दर मा िमक िव ालय तथा
7 िकलोमीटर के भीतर उ मा िमक
िव ालय की सु िवधा का िनमाण।
 लिगक समानता और समावे श को बढ़ावा
दे ने के िलए छा ाओं के िलए िवशे ष भ ा
और सु िवधाएं दान करना।
 'पहले पढाई, िफर िबदाई' अिभयान,
िजसका उ े लड़की की िश ा को
बढ़ावा दे ना है , को जाग कता बढ़ाने ,
नामां कन म वृ लाने तथा छीजन को
कम करने हे तु जारी रखा जाएगा।
 सुिवधाओं की कमी वाले
(Underserved) े ों के छा ों के ारा
शहरी े ों म शै िणक सु िवधाओं का
लाभ उठाने के िलए हे तु छा ावासों की
थापना तथा ो ाहन के िलए वृ ितका
(Stipend) दान करना।
 छा वृ ि के मा म से िव ीय सहायता
दान करना।
 पा म की मां ग के आधार पर,
ब भाषी िश ण प ि को बढ़ावा दे ना
तथा वै से छा ों, जो िनयिमत िश ण
प ि से पढाई नही ं कर सकते ह, उनके
िलए दू र थ िश ा।

22
उ तथा तकनीकी िश ाः
रा म उ और तकनीकी िश ा 14 िव िव ालयों और 328 कॉलेजों (9 कॉले जो ित लाख आबादी) के
मा म से दी जा रही है । औसतन 1,716 छा ित कॉले ज दा खला की थित है । उ ोग, िनजी े सहयोग
के साथ उ और तकनीकी िश ा की प ं च, गुणव ा, नामां कन और समानता को बढ़ाने का रा का
मुख ल है । रा सरकार उ िश ा म सकल नामां कन अनु पात को मौजू दा 15% को वष 2030 तक
बढाकर 35% तक लाएगी एवं इस हे तु वष 2020-21 तक 18% का ल िनधा रत िकया गया है ।

प ं च म अिभवृ और गुणव ा: रा ारा े ीय सं तुलन के साथ गुणव ा और प ं च को सु ढ करने हे तु


उ िश ा सं थानों की बेहतर गुणव ा के िलए िविभ उपायों को जारी रखा जाएगा। कुछ मह पू ण पहल
िन िल खत होंगे:
1. कम सु िवधा वाले (Underserved Areas) े ों म पी.पी.पी. के मा म से 8 इं जीिनय रं ग
और 8 पॉलीटे क कॉलेज थािपत िकए जाएं गे
2. उ ोगों के सहयोग से उ िवकास े ों म “उ ृ ता का क ” (Centre of
Excellence) की थापना
3. शै िणक पा मों के िलए चॉइस-आधा रत े िडट िस म का काया यन
4. उ ोग ासंिगक अनुसंधान को बढ़ावा दे कर सं कायों का सतत् ावसाियक िवकास
5. सं काय सद ों की उपल के अनु वण हे तु वेब आधा रत णाली का काया यन

23
कुशल कायबल और उ मशीलता को बढ़ावा

रा सरकार यह ीकार करती है िक सम


सामािजक एवं आिथक िवकास के िलए कौशल और
अगले 5 वष म 20 लाख युवाओं तथा 2020 उ िमता का िवकास मह पू ण ह । अतः, झारखं ड म
तक 8.5 लाख यु वाओं का कौशल िश ण कौशल िवकास से सं बंिधत पहलों को उ े रत करने
का ल है , िजसका उ े लोगों को सश बनाना
रा ीय कौशल यो ता ढांचा सिहत सभी है तािक वे थायी आजीिवका के अवसर और आिथक
रा ीय मानकों का अनुपालन िवकास के िलए उ ोगों की मां ग के अनुकूल कौशल
को ा कर सक। इस ि कोण से रा ने अगले 3
रोजागारो ु खता (Employability) का सालों म अथात वष 2020-21 तक 8.5 लाख यु वाओं
आविधक अनु वण को िशि त करने का ल रखा है । अगले 5 वष म
20 लाख यु वाओं को आ ािदत करने का ल है ।
मे गा कौशल क ों की थापना, भारी मोटर य िप मजदू रीपरक रोजगार िदया जाना जारी रखा
डाइिवं ग के िलए िश ण के तथा जाएगा, तथािप रोजगार और उ िमता िवकास के
उ ृ ता क की थापना िनमाण पर बल िदया जाएगा। इसे ि गत् रखते ए
िन िल खत कारवाईयाँ की जाएगी:ं
24 ऊ ायन क / उ िमता हब थािपत  प ँ च (Outreach) तथा गुणव ापू ण िश ण:
करना रा म िविवध जनसां कीय ोफाइल के
कारण, यु वाओं के ारा पू व से ा िश ा को
रा म ेक खं ड म आईटीआई का मा ता दे ने के साथ ही उ िविभ कार के
अिभिन यन अ कािलक और दीघकािलक िश ण दान
िकए जाएं गे। कौशल िवकास से सं बंिधत िश ण
िश ुता (apprenticeship) के िलए 18 लाइन िवभागों के मा म से िदया जाएगा।
उ ोगों के साथ भागीदारी इसम क सरकार ारा ायोिजत काय मों यथा
धान मं ी कौशल िवकास योजना
18,000 एचएमवी और 84,000 एलएमवी (पीएमकेवीवाई), दीनदयाल उपा ाय ामीण
डाइवर का िश ण कौश योजना (डीडीयू -जीकेवाई) के साथ-साथ
रा के ोंिक स म झारखं ड कौशल िवकास
योजना (एसजे केवीवाई) जै से काय मों को भी
शािमल िकया जाएगा िजनके मा म से अगले 3
वष म 15 से अिधक े ों म 5 लाख से अिधक
लाभािथयों को म िशि त िकया जाएगा।

 रोजगार म वृ के साथ-साथ सड़क सु र ा म


सुधार के िलए अ ी गुणव ा वाले वाहन चालक
तै यार करने के िलए रा म 50 अित र लाइट
मोटर वाहन सं थान (Light Motor Vehicle
institutes)

24
तथा 6 भारी मोटर वाहन सं थान (Heavy Motor Vehicles institutes) खोले जाएं गे, िजनके मा म से
अगले 3 वष म 18,000 एचएमवी (HMV) और 84,000 एलएमवी (LMV) कुशल और िव सनीय वाहन
चालक उपल होंगे।

मता वृ और बुिनयादी ढां चे को सु ढ़ करना :


 सभी िजलों म लगभग 3,000 लाभाथ / ित वष की मता वाले मे गा कौशल क ों की थापना की
जाएगी
 264 खंडों म से ेक म आ ादन सुिनि त करने के िलए अित र आई.टी.आई. थािपत
िकए जाएं गे
 िवशे ष कौशल के िवकास हे तु उ ृ ता के (Centre of Excellence) की थापना की जाएगी
 िश कों तथा मू ां कनकताओं के िश ण के िलए सं थानों की थापना की जाएगी
 ाट अप इं िडया, ड अप इं िडया आिद के तहत् सभी 24 िजलों म ऊ ायन क (Incubation
Centre) थािपत िकए जाएं गे।
 रा भर म उ मशीलता के (ई-हब) थािपत िकए जाएं गे
 िनयिमत अनु वण हे तु रा के मौजू दा म बाजार सू चना णाली (Labour Market Information
System) के उपयोग के साथ ही नर [HUNAR Portal (Hallmarking of Unrecognized
Novice & Amateur Resources)] को सश िकया जाएगा।

उ मशीलता िवकास पर फोकस –


रा सरकार एम.एस.एम.ई. (MSME) े की आव कता के साथ ही उ िमता िवकास के मा म
आजीिवका के अवसरों के सृ जन की मता को ीकार करती है । सकि त उ िमता कौशल िश ण
काय मों को लागू करने के अलावा, रा सरकार 24 िजलों म ऊ ायन क ों (Incubation Centres)
की थापना, उ मशीलता योजनाओं और पी.एम.ई.जी.पी., ाट-अप इं िडया, ड-अप इं िडया के मा म
से उ म एवं जाग कता को बढ़ावा दे ने जै से गितिविधयों को बढ़ावा िदया जाएगा। साख (Credit) तक
25
आसान प ं च और मजबूत बाजार सं बंधों के मा म से अनु कूल वातावरण के िनमाण पर ान के त
िकया जाएगा। रा ीय ाथिमकता के आलोक मउ िमता के (ई-हब) की थापना की जाएगी।

रा ीय कौशल मानकों का पालन :


'एक रा एक मानक' के मानक को ा करने के िलए, रा ारा भिव म सभी कौशल िश ण
काय मों को रा ीय कौशल यो ता े मवक के अनु प बनाया जाएगा। सभी कौशल- िश ण काय मों
म कौशल िवकास और उ िमता मं ालय ारा अिधसू िचत सामा मानदं डों का पालन िकया जाएगा।
समाज के िपछड़े और वं िचत वग के लाभािथयों के साथ ही मिहलाओं, िवशे ष कुशलता वग (िवकलां गों) का
कौशल िश ण सु िनि त िकया जाएगा। सभी कौशल- िश ण काय मों म जीवन कौशल और रोजगार
मता कौशल को बढ़ावा दे ने के पा म को शािमल िकया जाएगा।

िव ीय वष 2018-19 म क ीय बजट / रा बजट के अनु प ारं भ िकये जाने वाले कुछ


पहल

उ तकनीकी िश ा और कौशल िवकास

सभी िव िव ालयों म ाट-अप से ल की थापना की जाएगी (रा )

26
सव ापी, सुलभ तथा और गु णव ापू ण ा सेवाएँ

रा के िवकास म िनरं तरता हे तु सावभौिमक


गुणव ापू ण तथा िकफायती ा से वाओं तक प ं च
दान करने के िलए रा सरकार ितब है । वै से िजले
िशशु मृ ु दर को 32 से घटाकर 25 ित
एवं समुदाय / समाज, जो पीछे रह रहे ह या जो सबसे
हजार लाईव बथ करना
अिधक भािवत ह या गुणव ा ा से वाओं से वंिचत
है , के िलए िवशे ष यास िकए जाएं गे । इस प रक ना
मातृ मृ ु दर को 208 से घटाकर 175 ित
को पू रा करने के िलए अपनाई जाने वाली मु
लाख लाईव बथ करना
रणनीितयां िन वत ह:
ब ों म कुपोषण के दर को घटाकर 40%
से कम करना  मातृ ा म सु धार: मातृ ा म सु धार के िलए
के िलए िपछले कुछ वष म ा की गयी गित को
आईपीएचएस मानकों को पूरा करने के और ढ़ता दान की जाएगी। रा म मातृ मृ ु दर
िलए ा सु िवधाओं को अप े ड करना को घटाकर 175 ित लाख जीिवत ज से कम
करने , अथात वष 2020-21 तक वतमान थित से
ा म िनवे श को जीडीपी के 1% से 15% से अिधक की कमी लाने का ल है । िन
अिधक की वृ िबंदुओं पर ान के त िकया जाएगा-

• गभाव था का समय पर ज पं जीकरण,


सव पू व पू ण जां च, सं थागत सव और
सवकालीन जां च-पड़ताल के आ ादन म
वृ ।
• सेवाओं की प ँ च (Outreach) तथा
सं थागत दे खभाल के िव ार एवं
सु िढकरण हे तु पया कुशल मानव
सं साधन, सेवा सु िवधाओं (रे फरल इकाइयों,
बुिनयादी और आपातकालीन सू ित
दे खभाल), िचिक ा सं बंधी आपू ितयों और
बुिनयादी ा सु िवधाओं की उपल ता
सु िनि त की जाएगी।

27
• बाल ा म सु धार: बाल ा पर ान िदया
जाता रहे गा। वष 2020-21 तक िशशु मृ ु दर को
घटाकर 25 ित हजार ज से कम तथा 5 साल से
कम आयु के ब ों की मृ ु दर को 32 ित हजार
जीिवत ज से कम करना लि त है , िजससे वतमान
थित म लगभग 20% की कमी होगी। रा म
नवजात िशशु मृ ु दर को कम करने के िलए उन
िजलों, जहाँ नवजात िशशु मृ ु दर 32 ित हजार
जीिवत ज से ादा है , म िवशे ष ान िदया
जाएगा।
 नवजात ा दे खभाल से वाओं को सु िनि त करने
हे तु मौजू दा सावजिनक ा सु िवधाओं को मजबूत
करने के साथ ही िनजी ा से वा दाताओं का भी
सहयोग ा िकया जाएगा। इसके अित र वष
2020 तक 12 से 23 माह के ब ों के पू ण ितर ण
को 70% से अिधक करने का ल रखा गया है ।
सावभौिमक ितर ण काय म (यू .आई.पी.) के
अं तगत वा िवक समय अनु वण (Real-Time
Monitoring) करते ए सात िजलों के 30 उ
जो खम वाले खंडों म ितर ण के िलए िवशे ष ान
िदया जाएगा।
 पोषण: पां च साल से कम उ के ब ों म सामा से
कम वजन की अव थित को 40% से कम करने का
रा का ल है । प रक त रणनीितयाँ एवं काय
योजना िन वत ह:
 ब ों और मिहलाओं के िलए वष 2020 तक
सम पोषण सं बंधी थित म सु धार के िलए
पोषण सं बंधी 12 उ भार वाले िजलों
(High Burden Districts) म बे हतर पोषण
सेवा िदये जाने पर रा ान कि त करे गा।
 िकशोरी बािलकाओं, गभवती और नपान
कराने वाली मिहलाओं के बीच पोषण के िलए
जीवनच ि कोण (Life Cycle
Approach) को बढ़ावा िदया जाएगा।

 संचारी और गैर-संचारी रोगों (Communicable


and Non-Communicable Diseases) की ापकता
को कम करना: रा सरकार का ल है िक वतमान रोग
िनवारण ि कोण के थान ' ितर ा क' दे खभाल की
िदशा म बदलाव लाया जाए। इसे ा करने के िलए

28
िविभ रों पर से वा दाताओं को जोड़ने की रणनीित अपनायी जाएगी। िविभ आयोिजत गितिविधयाँ
िन वत होंगी-
• सं चारी रोग: टीबी, वै र बोन, कु और एचआईवी / एड् स जै से चिलत रोगों के िनदान
तथा उपचार सभी सावजिनक ा सु िवधाओं म उपल कराया जाएगा।
• सीधे अवलोकन से िकए गए उपचार (Directly Observed Treatment), लघु पा म
(DOTS) के साथ ही उपचार अनु पालन की गुणव ा म सु धार लाया जाएगा।
• गैर-सं चारी रोग: ा के पया सं साधन तथा मानवबल की उपल ता के मा म से
सभी िजलों म कसर, मधुमेह, दय रोग और ोक के िलए रा ीय काय म के काया यन
म ते जी लाया जाएगा।
• िशि त ा किमयों की िनयु तथा आव क सं साधन उपल कराके 25% से
अिधक ा उप-क ों को वे लने स सटर (Wellness Centre) के प म िवकिसत िकया
जाएगा।
• ा संबंधी आधारभू त सं रचना: भारतीय सावजिनक ा मानक (आईपीएचएस)
ारा िनधा रत मानकों को पूरा करने के िलए रा ारा अगले तीन वष म मौजू दा
सावजिनक ा सु िवधाओं को उ त करने पर बल िदया जाएगा। ा के िलए कुशल
मानव सं साधन की कमी को पू रा करने के िलए रा ने पू व म ही पहल की है । 1 मेिडकल
कॉलेज, 1 दं त महािव ालय, 8 सामा निसग और सू ित िश ा (Midwifery) ू ल और
15 सहायक नस सूित िश ा (Midwifery) ू ल वष 2020-21 तक कायरत हो जाएं गे।

 ा िव पोषण: मु मं ी ा बीमा योजना और अ योजनाओं के मा म से रा ारा


वष 2020 तक अपने सभी नाग रकों को, िजसम 85% से अिधक गरीबी रे खा से नीचे की आबादी
तथा अ कमजोर वग पर िवशेष प से ान िदया जाएगा, िव ीय जो खम सं र ण कवरे ज दान
करना लि त िकया जा रहा है । इसके साथ ही रा सरकार धीरे -धीरे वष 2020 तक ा य
म रा के सकल घरे लू उ ाद के 1% तक वृ करे गी। सं साधन की व था के साथ ही गुणव ा
ा से वाओं को सुिनि त करने के िलए सावजिनक-िनजी साझे दारी, बाहरी सहायता और
कॉप रे ट सामािजक िज े दारी को ो ािहत िकया जाएगा।

िव ीय वष 2018-19 म क ीय बजट / रा बजट के अनु प ारं भ िकये जाने वाले कुछ पहल

ा एवं पोषण
ा सु र ा
 भारत सरकार ारा लागू की जाने वाली आयु ान योजना के अ गत ेक लि त गरीब तथा
कमज़ोर प रवारों को ित वष 5 लाख पए तक की ा सु र ा दी जाएगी (क )
आिदवासी े ों म अ तालों की थापना के िलए ो ाहन
 अनुसूिचत जाित एवं जनजाित ेणी के िचिक कों के ारा जनजाित े म अ ताल खोलने
हे तु बकों से 50 लाख पए तक की ऋण योजना लागू की जाएगी (रा )
कुपोषण का उपचार
 कुपोषण को कम करने के िलए JTELP प रयोजना के तहत 400 गां वों म 48000 पोषण
वािटका की थापना की जाएगी (रा )

29
शु पे यजल और ता तक प ं च

सभी के िलए शु पे यजल और सतत ता जै सी


बुिनयादी सेवाओं की उपल ता सु िनि त करना झारखं ड
शत ितशत आबािद को सु रि त पीने का
रा का ल है । रा म भारत िमशन और रा ीय
पानी उपल कराना
ामीण पे यजल जैसे उ ाथिमकता वाले काय मों के
मा म से पेयजल एवं ता की पहल को सु ढ करने की
खु ले म शौच से मु
प रक ना की गई है । इस ल को हािसल करने के िलए
मु पहल और रणनीितयां िन कार ह:
30% ाम पंचायत म ठोस एवं तरल कचरा
 पेयजल की प ँ च: रा ारा वष 2020 तक अपने सभी
बंधन णाली
नाग रकों तक शु पे यजल प ँ चाना सु िनि चत िकया
जाएगा। इसके िलए मह पू ण रणनीितयों िन वत ह:
सीवरे ज और डे नेज िस म का कवरे ज
 जल की उपल ता: ामीण े ों म पाइपलाइनों
बढ़ाना
को िबछाने और जलाशयों, चे क डै म, वषा जल
सं चयन णाली के मा म से पीने के योजन के
ता पर गहन जाग कता काय म
िलए सतही जल (Surface Water) का
अिधकतम उपयोग करना।
 गुणव ा अिभिन यन: वतमान जल उपचार सं यं ों
की मता वृ या सरकार के ारा अपने र से
या पी.पी.पी. / सामु दाियक ािम मॉडल के
मा म से नए जल उपचार सं यं ों की थापना।

 समुदाियक भागीदारी का अिभिन यन: जलापू ित


व था के बंधन हे तु पं चायत राज सं थान तथा जल
एवं ता सिमित के सद ों की मता वधन के साथ
ही समुदाियक भागीदारी की व था।

 पेयजलापूित के सतत मॉडल की िदशा म नव वतन


(Innovations) तथा उनका रखरखाव।

 ामीण और शहरी आबादी के बीच शु पीने के पानी


के उपयोग और लाभ के िलए ापक जाग कता (IEC)
एवं वहार प रवतन (BCC) अिभयान को बढ़ावा दे ना।

 सं थागत सु ढ़ीकरण: पे यजल और ता िवभाग की


द ता और भावशीलता बढ़ाने के िलए इसकी
काया क समी ा तथा उिचत सहायता दान िकया
जाना।

 ता म सु धार: झारखंड के सभी िजलों एवं शहरों को


2019 तक खुले म शौच से मु (Open Defecation

30
Free) का दजा हािसल करने का ल रखा गया है ।
30% ाम पं चायतों तथा 50% नगर िनकायों म ठोस एवं
तरल अपिश बंधन णाली को लागू करने का रा
का ल है । इसके अं तगत शहरी प रवारों म अपिश ों
का िव े दन (Segregation) तथा कम से कम 70%
शहरी े ों म ठोस अपिश उपचार (Solid Waste
Treatment) स िलत है । ता ल ों को ा
करने के िलए मह पू ण रणनीितयाँ िन वत ह:
 सु धारा क उपायों का आकलन करने तथा
उ भावी करने हे तु िजला र के कायबलों
को सि य कर अनु वण तं को सु ढ़ बनाना।
 ठोस तथा तरल अपिश बंधन णािलयों के
िवकास के िलए नगर िनगमों और शहरी थानीय
िनकायों को सु ढ बनाना।
 पेयजल एवं ता से सं बंिधत नव वतन,
मता िवकास एवं शोध के िलए े ीय सं थान
की थापना।

 शौचालय का िनमाण एवं उसके उपयोग हे तु जाग कता:


 खु ले म शौच से मु (Open Defecation
Free) काया यन योजना के सु ढीकरण के
िलए सामािजक वहार प रवतन सं चरण
(Social Behavioural Change
Communication) जै सी रणनीितयों पर ान
कि त करते ए गत घरे लू शौचालयों के
िनमाण म ते जी लाना।
 पूण ता के िलए समुदाियक ि कोण को
बढावा दे ने हे तु वाड जल ता सिमित की
मता वधन।
 वै से नगर िनकायों, जो मशः अगले तीन वष
और पां च वष के िलए ओडीएफ थित को
बनाए रखते ह, उनकी पहचान कर पु ृत
करना।

 ठोस और तरल अपिश बंधन:


 शहरी र पर ठोस एवं तरल अपिश बंधन
णाली की थापना
 ामीण े ों म ऑन-साइट क ो णाली की
थापना

31
ऊजा की उपल ता (Access) का अिभिन यन

रा के रत िवकास के िलए ऊजा े की


सभी के िलए िबजली की प ँ च तथा कम-से - आव क एवं मह ा को ि गत रखते ए, सरकार एक
कम 22 घं टे ितिदन की आपू ित सतत, उपयु लागत वाली लचीली योजना के मा म
से उपभो ा-कि त िबजली व था की थापना कर
कम से कम 8010 मे गावाट की थािपत लोगों के जीवन म प रवतन लाने के िलए ितब है ।
मता के साथ पया िबजली उ ादन
िसफ कुछ सालों म ही 46% से 57% के िवद् यु तीकरण
ए.टी.ए .सी. ित (Loss) को 14% तक र ा करने के प ात् , रा को पू ण प रवतन के
लाने तथा िवतरण राज से औसत िवद् यु त ल को शी ा करने का आ िव ास िमला है ।
आपू ित लागत की वसूली ऊजा आपू ित की थित म ते जी से सु धार आ है । ऊजा
की आपूित म कमी 3% से घटकर 0.6% हो गई है , साथ
ितयोगी िबजली शु (शीष 5 रा ों म) ही िपछले दो साल की अविध के दौरान अिधकतम मां ग
म कोई भी कमी लगभग 2% अिधक की नही ं है । इस
दू र थ े ों म प ँ के िलए ऑफ-ि ड ामीण े म द ता म बड़ी गित ा करते ए िपछले तीन
िवद् यु तीकरण और फटॉप सोलर िस म वष म कुल तकनीकी एवं वािण क (ए.टी.एं ड.सी)
नुकसान 41% से घटकर 32% हो गया है । इसके आगे
अ य ोतों (Renewable sources) के रा सरकार अपने ऊजा े म प रवतन के िलए
कम से कम 28% की थािपत मता के ितब है एवं तदनु सार वष 2020 के िलए पां च मु
मा म से सतत ऊजा प ंच े ों की पहचान की गयी है :
1. सभी के िलए िबजली की उपल ता ( ामीण े ों
इ.सी.बी.सी./जी.एफ.बी.सी. मानकों के के िलए 22 घं टे तथा शहरी े ों के िलए 24 घं टे की
मा म से मां ग प ीय ऊजा द ता औसत आपू ित अविध का अिभिन यन) - रा
सरकार िन कायवाही की जाएगी:
• सभी िवद् यु त रिहत प रवारों (लगभग 34
लाख) तक िबजली की प ं च सु िनि त
करना।
• दू र थ तथा उ वाद भािवत े ों म ऊजा
प ं च सु िनि त करने के िलए ऑफ-ि ड
ामीण िवद् यु तीकरण और फटॉप
सोलर िस म (Rooftop Solar System)
 सं चरण ने टवक (Transmission
Network) म 5,145 MVA से 21,395
MVA तथा िवतरण ने टवक के िलए 1.36
लाख डीटी (Distribution
Transformer) के मा म से 51,788
ckm लाइनों की थापना करते ए
िवद् युतीकरण का िव ार ।

32
2. अ ाधुिनक िबजली िवतरण आधारभू त सं रचना: िवद् यु त
आपूित की तकनीकी एवं िव ीय मता म सु धार के िलए
रा ारा ए.टी.ए .सी. ित (Loss) को वष 2020 तक
14% तक लाने का ल है तािक औसत िवद् यु त आपू ित
की लागत एवं औसत राज ा की आव कता
(ए.सी.एस. – ए.आर.आर. चालू वष म . 1.78 ित यु िनट)
के बीच शू अं तर को ा िकया जा सके। इस ल
को ा करने के िलए फीडर मीट रं ग, फीडर अलग
करना तथा उपभो ाओं की मीट रं ग उदय योजना के
तहत् करना, िवतरण ने टवक को IDPS के तहत् सु ढ़
करना एवं िनरं तर मीट रं ग का पयवे क आिद लि त
िकए गए ह।
3. आिथक िवकास को स ढ़ करने हे तु ऊजा की उपल ता
के िलए आ िनभर व था बनाना- रा ारा इस त
को ि गत िकया गया है िक औ ोिगक एवं वािण क
िवकास के िलए ऊजा की उपल ता अ ाव क है । इस
आव कता को िचि त करने के बाद रा ारा दे श के
थम पां च रा ों, जहाँ िबजली आपूित की दर सबसे कम
है , म थान बनाने का ल रखा गया है ।
4. झारखं ड रा को िवद् यु त उ ादन म दे श का पावर हब
बनाना- झारखं ड सरकार ारा पाया गया है िक िनजी े
के िवद् यु त उ ादन म अ णी सं थानों को आकृ करने
के िलए आकषक एवं उ त नीितयों की आव कता है ।
अतः रा सरकार ारा उ ादन के े म सं शोिधत
ऊजा नीित तैयार करने का िनणय िलया गया है तािक
वतमान 2231 मेगावाट की अिध ािपत मता म वृ
कर वष 2020 तक 8010 मेगावाट की अिध ािपत मता
के ल को ा िकया जा सके। सं शोिधत ऊजा नीित
ारा न िसफ नये िनवे श होंगे ब वतमान म चल रही
प रयोजनाओं म भी गित आये गी। इस ल को ा
करने के िलए रा एवं के ोजे मेनेजमट से ल का
गठन एवं आर.ओ.ड ू. (Right of Way) के िलए नीितयाँ
बनायी जाएं गी।
5. ऊजा े म नव वतन की अगुवाई- ऊजा े की मु ख
चु नौितयों को पूरा करने के िलए रा ारा नव वतनीय
तकनीक को अपनाने म अ णी बनने का ल रखा गया
है । इस िदशा म रा ारा अ य ऊजा के े म वष
2020 तक 2240 मेगावाट की मता वृ का िनणय
िलया गया है तािक आर.पी.ओ. (Renewable Purchase
Obligation) तथा बा कारी इ.सी.बी.सी. (Energy

33
Conservation Building Code) / जी.एफ.बी.सी.
(Green Factory Building Code) की आव कताओं
को पू रा िकया जा सके तािक Enhanced Demand
Side Energy Efficiency को सभी रहाइसी एवं
वािण क भवनों के िलए ा िकया जा सके।

िव ीय वष 2018-19 म क ीय बजट / रा बजट के अनु प ारं भ िकये जाने वाले कुछ पहल

अ य ऊजा (Renewable Energy)

 रा के 1000 सरकारी भवनों म ि ड कने ेड फ टॉप सोलर पावर ां ट का अिध ापन


िकया जाएगा (रा )

 रा म िसंचाई काय हे तु 2000 अदद सोलर प का का अिध ापन िकया जाएगा (रा )

 राँ ची िजला गत अं गडा खंड म िसिकिदरी नहर पर 2 मे गावॉट मता के कैनाल टॉप सोलर
पावर ां ट का अिध ापन िकया जाएगा (रा )

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प रवहन संपकता (Connectivity) का िव ार

एसएच-ओपीड ू डी-एमडीआर सड़कों िकसी रा के सामािजक-आिथक िवकास के िलए प रवहन


म अित र 2600 िकलोमीटर का िवकास की भौितक आधारभूत सं रचना एक ाथिमक आव कता है ।
इस त को ि गत रखते ए, रा का ल है िक 'झारखं ड
2100 िकमी एसएच-ओपीड ूडी सड़कों म याि यों और माल की आवागमन के िलए एक सु रि त,
का ब -ले नी ंग िव सनीय और सुलभ प रवहन व था दान की जाए।
 सड़क ने टवक का िव ार: एन.एच.-एस.एच.-
ामीण सड़क े म अित र 17200 ओ.पीड ू डी ने टवक की कुल लंबाई गत 4 वष म
िकमी का िवकास और 10,800 6% की च वृ वािषक वृ दर (CAGR) से बढ़ रही
िकलोमीटर सड़क का सुधार है । इसके अित र , रा ने धान मं ी ाम सड़क
योजना (पीएमजीएसवाई) को लागू करके ामीण सं पक
6 अित र हवाई अ ों का िनमाण/ पर भी ान कि त िकया है ।
उ यन  एन.एच.ए.आई. को लगभग 688 िकलोमीटर सड़क
माग के ह ां तरण के बावजू द एसएच-ओपीड ू डी
सड़क दु घटनाओं की वजह से मृ ु दर म ने टवक अकेले ही िपछले 4 वष (2013-2017) के
50% तक की कमी दौरान 6.7% की वािषक दर से बढ़ी है । इस े के
रणनीितक मह के कारण, मुख प म म ी-लेिनं ग
परिमट जारी करने और करों के सं हण प ित से रा ने नई सड़कों का िनमाण और मौजू दा
की आईटी-स मता ने टवक की मता को बढ़ाने का ल रखा है । िचि त
मु ल िन वत ह:
मुख शहरी और ामीण क ों को जोड़ने i. अगले 3 वष म लगभग 4,700 िकलोमीटर
के िलए 1750 से अिधक परिमट सड़कों का िवकास और सु िढकरण
ii. लगभग 150 पु ल और 7 बायपास का िनमाण /
लगभग 150 पु ल और 7 बायपास का सुधार
िनमाण / सु धार iii. ामीण सड़क े म अगले 3 वष म लगभग
17,200 िकलोमीटर सड़क का नविनमाण एवं
लगभग 10,800 िकलोमीटर म सु धार
iv. वष 2018 के अं त तक रा ारा एक कोर रोड
ने टवक अ यन कराया जाएगा, तािक
अनु िमक िवकास को ाथिमकता दे ते ए
योजनाब तरीके से सड़क ने टवक को
सुिनि त िकया जा सके।
v. ामीण और शहरी कने िवटी म सु धार के
िलए िनजी बस ऑपरे टरों के िलए अिधक
परिमट जारी करना।
vi. झारखं ड रा राजमाग ािधकरण (State
Highways Authority of Jharkhand) को
पु नगिठत एवं सं थागत प से सु ढ िकया
जाएगा।

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vii. एक ि या के अं तगत सड़क उपकर कोष (Road Cess Fund), का उपयोग सड़क ने टवक के
सृ जन / िव ार के िलए िकया जएगा।
 सड़क सु र ा: रा ने अपनी िज ेदा रयों को समझते ए, सड़क उपयोगकताओं की सु र ा सु िनि त
करने हे तु सड़क सु र ा योजना तै यार की है तािक वष 2020-21 तक तक सड़क दु घटनाओं और
उनके कारण होने वाले मृ ु की कुल सं ा म 50% की कमी लायी जा सके।
 रे लवे और नाग रक उ यन सुिवधाएं बढ़ाना: वष 2020 तक हािसल िकए जाने वाले मुख ल और
रणनीितयों:
i. सभी मौजू दा रे लवे प रयोजनाओं को पूरा करना तथा ॉड गेज को 3,076 िकमी तक बढाया
जाना।
ii. वष 2020 तक रा के 22 िजलों को रे ल ने टवक से जोड़ना।
iii. रा म 6 हवाई अ ों का नव िनमाण / नवीकरण।
iv. अं तररा ीय हवाई अ े के प म िवकिसत करने के उ े से राँ ची के हवाई अ ा म मौजू दा
सुिवधाओं का वष 2020 तक उ यन।
एच.एम.वी. / एल.एम.वी. सं थानों का गठन तथा सेवाओं के आईटी-स मीकरण (IT Enablement): वाहन
उपयोगकताओं की सु िवधा हे तु, रा अित र एच.एम.वी. / एल.एम.वी. सं थान का गठन करे गी तािक
अिधक िनपु ण चालक डाइवर तै यार िकए जा सक। साथ ही परिमट, लाइसस, पं जीकरण जारी करने तथा
फीस, टै आिद के सं ह की पू री ि या को आईटी-स म (IT Enabled) बनाया जाएगा।

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मिहला सश करण और बाल संर ण

मजीवी जनसं ा के 15-49 वष आयु वग म लगभग 50%


मिहलाएं स िलत ह इसके अित र , जनसां कीय
पोषण, बाल सं र ण, मिहला
लाभां श को ा करने के िलए, यु वा जनसं ा म िनवे श का
सश ीकरण और सामािजक सु र ा
मह है । अतः रा यह लि त करता है िक मिहलाओं, ब ों
योजनाओं पर गहन जाग कता
और अ कमजोर वग के सश ीकरण तथा उनका उिचत
िवकास, दे खभाल और सं र ण सु िनि त िकया जाए। इसे पू रा
बािलकाओं और मिहलाओं को समान
करने के िलए िन रणनीितयों (Strategy) तथा प रणामों
अवसर ा करने के िलए स म माहौल
(Outcome) को अपनाया जाएगा:
एवं अवसर
 बाल सं र ण: ब ों के िकसी भी तरह के अिहत को कम
करने के िलए रा ितब है । साथ ही अिहतकर
यो लाभािथयों की शत- ितशत
प र थितयों से उनकी सु र ा तथा सामािजक सु र ा
सामािजक सु र ा कवरे ज
और सुर ा ने ट से कोई भी ब ा वं िचत न रहे , इसके
िलए भी रा ितब है । इन ल ों को िन मा म से
ा िकया जाएगा:
o एकीकृत बाल सं र ण योजना (आईसीपीएस) के
तहत् सं थागत दे खभाल को सु ढ़ बनाना
o बाल हे लाइन के बारे म जाग कता पै दा
करना
o 'आफटर केयर' काय म के तहत् िकशोरों का
लाभदायक रोजगार के िलए कौशल िवकास
िमशन के मा म से कौशल का िवकास

 मिहला सश करण और सं र ण: झारखंड रा का यह मत है िक मिहलाओं एवं बािलकाओं


को स ाननीय काय, िश ा, ा दे खभाल तथा राजनीितक और आिथक िनणय लेने की ि याओं
म ितिनिध दान करने से समािजक लाभ और आिथक िवकास की सं भावना है । मिहलाओं को
समान अवसर दान करने म रा की िन ां िकत ितब ता ह:
i. जडर बजट: रा ने िपछले दो सालों से जडर बजट की ि या शु की है िजसम वै सी
योजनाएं , िजनम मिहलाओं के िलए घटक ह, को लि त ि या यन / कवरे ज के िलए
िचि त िकया गया है । जडर बजट के ल ों म लगातार गित के आकलन हे तु मजबूत
अनु वण णाली थािपत की जाएगी।
ii. मिहलाओं को उनके ा दे खभाल से सं बंिधत िनणय लेने के िलए स म करना: रा
ारा आउटरीच सेवाओं को गित दान िकया जाएगा तथा मिहला - कि त ा
दे खभाल काय म शु िकए जाएं गे।

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iii. मिहलाओं के सश करण पर जाग कता उ करना: जडर और मिहला िवकास /
सश करण से संबंिधत िविभ मु ों पर जाग कता पै दा करने के िलए रा ारा
आई.ई.सी. (IEC) रणनीित िवकिसत करने पर ान कि त िकया जाएगा।
iv. बािलका िश ा का सं वधन: मिहला सा रता पर ान कि त करके पु ष तथा मिहला
सा रता के बीच सा रता अं तर को कम करने के िलए रा ितब है ; साथ इस
द ावे ज म उ खत कई रणनीितयों के मा म से मिहला सा रता म 20% की वृ
का ल है ।
v. कौशल िवकास तथा कायबल म भागीदारी:- कायबल म भागीदारी दर (ड ू .पी.आर.)
बढ़ाने तथा मिहलाओं की बेरोज़गारी दर को कम करने के िलए, उ उन कौशल
िवधाओं म िशि त िकया जाएगा िजनकी मां ग उभरते ए रोजगार े ों म ादा है ।
इसके अित र , काय थलों म मिहलाओं के िलए बराबरी (Equal) एवं सु रि त (Safe
& Secure) काय वातावरण सु िनि त िकया जाएगा।
vi. मिहलाओं के िलए सामािजक सु र ा इस द ावेज़ म पू व उ खत रणनीितयों के
मा म से सु िनि त की जाएगी।
इन पहलों की गुणव ापू ण िडलीवरी सु िनि त करने के िलए, से वा दायी के (ए.ड ू .सी.,
आई.सी.पी.एस. के अं तगत सं थागत दे खभाल के , मिहला हॉ ल और अ से वा सं थान) का एक दशन
रे िटं ग णाली, जो सकारा क सु धारों से जुड़ी होगी, थािपत की जाये गी।
पोषण, सं र ण, सश करण तथा सामािजक सु र ा से सं बंिधत मु ों पर िविभ लाइन िवभागों, िवकास
भागीदारों, िसिवल सोसाईटी एवं मुख िहतधारकों के बीच भावी सम य और अिभसरण की आव कता
है । सम ि या यन रणनीित के अं तगत, रा ारा अपने ल ों को ा करने के िलए िजला और रा
र पर अिभसरण तं िवकिसत िकया जाएगा।

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रोजगारो ु खी औ ोिगक िवकास

उ ोग े रा की अथ व था का एक मह पू ण िह ा
है तथा इसकी रोजगार सृ जन के िलए भी अिनवायता है । अतः
ामीण उ मों के िवकास के िलए हर साल
रा का ल है िक रा म अ ाधुिनक बुिनयादी ढां चे की
10 अित र स को अपना कर
थापना, सतत िनमाण उ ोग का िव ार, ामीण
ामीण औ ोगीकरण पर ान कि त
औ ोिगकीकरण की मता का दोहन करने के साथ ही
करना
नवाचार को बढावा िदया जाए तािक िविभ े ों म
अनु कूल, अिभनव और िव रीय ित ध कारोबारी
िवकास को बढावा दे ने हे तु राँ ची तथा पूव
माहौल दान करके रोजगार के अवसर पै दा िकया जा सके।
िसंहभू म म एमएसएमई ाट अप
इस ल को ा करने के िलए मुख रणनीितयाँ िन वत
वातावरण का िनमाण
ह-
 एम.एस.एम.ई. और ामीण औ ोिगकीकरण पर
वष 2020 तक 7000 इकाइयों के 20
मुखता: सरकार एम.एस.एम.ई. तथा ामीण
स का िवकास और एमएसएमई की
उ ोगों के िवकास पर ान कि त करे गी,
मता का िवकास
िजसके िन िल खत पहल िकए जाएग:
 खादी और पॉलीव के िलए कारीगरों को
अगले तीन सालों म पारं प रक ह कला
बाजार िवकास सहायता (Market
और लाह उ ोगों म 5000 ामीण उ ोगों
Development) दान की जाएगी।
को तकनीकी और िव ीय सहायता दान
 ामीण उ मों, छोटे और सू उ ोगों के
करना
िवकास के िलए ित वष 10 अित र स
(Clusters) को अपनाना।
2020 तक 25,000 बु नकरों को रोजगार
 बड़े िनजी े के खरीदारों से संपक थािपत
मु हैया कराने के िलए गो ा म मे गा हथकरघा
करके इन समूहों को अ सं योजन (Forward
र की थापना
Linkage) की सु िवधा दान करना।
 वष 2020-21 तक 7000 इकाइयों के 20 ऐसे
2018 तक 2 खादी पाक का िवकास
स (Clusters) का िवकास करना और
(दु मका एवं राजनगर म)
एम.एस.एम.ई. की मता का िवकास करना।
 पारं प रक ह कला के िवकास के िलए
गे तलसु द म मे गा फूड पाक के संचालन और
झारख ह िश िवकास बोड की थापना
झारखंड म तीन अित र फूड पाक
और हजारीबाग, िग रडीह और दे वघर म शहरी
थािपत कर फूड ोसे िसंग पर ान कि त
हाट का सु ढ़ीकरण।
करना
 पारं प रक ह कला एवं लाह उ ोग तथा अ
ामीण कुटीर उ ोगों के िवकास के िलए
औ ोिगक क ों के आस-पास सहायक
मु मं ी उ मी िवकास बोड की थापना। यह
उ मों के िवकास के िलए स म वातावरण
वष 2020-21 तक 5000 ामीण उ ोगों को
का िनमाण
तकनीकी और िव ीय सहायता दान करे गा
िजसके प रणाम प 25,000 लोगों को
3 लाख रे शम कृषकों की सहायता हे तु एक
अित र रोजगार िमले गा।
अिभनव िवपणन तं की थापना
 25,000 बुनकरों को रोजगार मुहैया कराने के
िलए गो ा म मेगा ह करघा र की
थापना।

39
 वष 2021 तक 3 लाख से अिधक िकसानों को रे शम उ ादन म शािमल करने के साथ ही
इनम कम से कम 30% से 35% मिहला लाभािथयों को स िलत करना।
 वष 2020-21 तक 315 सामा सु िवधा क के 9,000 से अिधक मिहला लाभािथयों को
रीिलंग और िनंग म तीन महीने का िश ण दान िकया जाएगा और आने वाले वष म
इस पहल को और मजबूत िकया जाएगा।
 रा रीय कौशल िवकास पहलों के सम य के िलए झारखं ड कौशल िवकास िमशन
को सु ढ़ बनाना िजससे 2020-21 तक लगभग 50 लाख लोगों को रोजगार दान
िकया जा सकेगा।
 वष 2020-21 तक 30 से अिधक ऊ ायन क (Incubation Centre) थािपत करना।
स मकारी आधारभू त सं रचना- कम पूं जी िनवे श के साथ उ ोग की थापना एवं उनके बाधारिहत सं चालन
के िलए उ गु णव ा वाले आधारभूत संरचना का होना अिनवाय है । भौितक आधारभू त सं रचना यथा सड़क,
रे ल तथा हवाई यातायात आिद की उपल ता उ ोग े को बढ़ावा दे ने म मदद करे गी। अतः रा ारा
अपनाए जाने वाली कुछ मह पूण गितिविधयां िन कार ह:
a. साहबगंज म ब -मोडल टिमनल का िवकास।
b. िजयाडा ारा नए और मौजू दा औ ोिगक ित ानों / पाक के िलए भू िम ज़ोिनं ग योजना ।
c. सं पक सड़कों, हाई टशन िवद् यु त कने न एवं जलापू ित की व था के िलए 10,000
एकड़ भू िम का लड बक का िवकास।
d. सावजिनक, पी.पी.पी., जे.वी. मोड के अं तगत े िविश औ ोिगक पाक ( ा क पाक,
ई.एम.सी., फामा पाक, टे टाइल पाक आिद) थािपत करना।
e. आिद पु र इले ॉिनक िविनमाण र का िवकास।
f. िनवे शकों और अ िहतधारकों को औ ोिगक पाक , ित ानों आिद के िवकास म िनवे श
करने के िलए उपयु नीित तैयार करना।
g. िनयात और हाई- ीड े ट और या ी टे न से वाओं की सुिवधा के िलए टाटानगर म थत
अं तदशीय कंटे नर िडपो को सु ढ़ करना।
h. इ न डे िडकेटे ड े ट कॉ रडोर, जो झारखं ड से होकर गुजरती है तथा सभी उ री रा ों
को जोडने के साथ ही बंदरगाहों तक कने िवटी दान करती है , की शी शु आत।
i. कोलकाता, ह या और पारादीप बंदरगाहों तक सड़क और रे ल सं पक को सु ढ़ करना।
j. ॉडबड, हाई ीड क ु िनकेशन, डाटा कने िवटी, 4 जी, इ ािद के िवकास से सं बंिधत
एजिसयों को आव क शासिनक सहायता दान करना।

ापार सु गमता (Ease of Doing Business): झारखंड सरकार ने ापार के िवकास एवं िव ार तथा
उ िमयों के िलए ापार लेनदे न लागत को कम करने के िलए ापार सु गमता की ाथिमकता दी है ।
खनन गितिविधयों को सु ढ़ बनाना: झारखं ड म भारत का सबसे बड़ा खिनज सं साधन (लगभग 87 बी.टी.)
है तथा झारखं ड की अथ व था का मुख े होने के साथ ही यह रा जीएसडीपी म इसका लगभग
10% का योगदान है । रा के िलए मुखता वाले े ों म सतत, कुशल तथा िकफायती खनन के साथ-साथ
खिनज व ु की िव ृ त सू ची (Inventory) का उ यन एवं सु ढ़ीकरण भी होगा। इसके अं तगत िन िल खत
मुख े होंगे:
a. जी.डी.पी. म योगदान को बढ़ाकर लगभग 12% करना। खिनज े से राज को वतमान
4,771 करोड़ पये से बढ़ाकर वष 2020 तक 6,000 करोड़ . करना।

40
b. खनन के िलए भूिम की उपल ता म अिभवृ : ऐसे े ों म जहां , िनजी पािटयों ारा भू िम
ािम सं भव नही ं है , खनन म पी.पी.पी. मोड िवकिसत और अपनाया जा सकता है ।
c. जीआरआई आधा रत ो ाहन: रा ारा, खिनक को ो ािहत करने के िलए,
स े नेिबिलटी रपोिटग के िलए जीआरआई मानकों को अपनाया जाएगा।
d. खिनज शासन णाली के साथ िसं गल िवं डो को एकीकृत करना।
e. थानीय कमचा रयों के कौशल िश ण के िलए खनन का उ ृ ता क (Centre of
Excellence) थािपत करना।
f. चालन को बढ़ावा दे ने के िलए काय म Artificial Intelligence और रोबोिट का
उपयोग।
g. िजला िमनरल फंड के उपयोग, खिनकों की सु र ा एवं ा , जीरो-वे माईिनं ग तथा
जल के पुनच ण (Recycling of Water) के िलए नीितपरक, िविधक, िनयामक तथा
सं थागत े मवक का िवकास।

पयटन: झारखं ड रा म आय और रोजगार सृ जन के िलए पयटन े म मुख ोतों म से एक होने


की सं भावना है । आ ा क पयटन को बढ़ावा दे ने के िलए, पयटन मं ालय के सहयोग थािपत कर,
कई थानों का रा ारा एकीकृत और सतत िवकास िकया जाएगा यथा दे वघर म बै नाथ धाम, श
सिकट (दे वरी मंिदर, राजपपा मंिदर, इटखोरी और कौले री मंिदर) तथा िशव सिकट (दे वघर,
बसु िकनाथ, दु मका और मलूटी मंिदर)। इसके अित र , हे रटे ज एवं पयावरणीय (Eco) पयटन, जहां
पया सं भावनाएँ उपल है , को भी रा ारा बढ़ावा िदया जाएगा। यह अनु मान लगाया जा रहा है
िक पयटन िवभाग की सि य पहल के प रणाम प अगले 5 वष म लगभग 20-40% पयटकों की
सं ा म वृ की सं भावना है ।

िव ीय वष 2018-19 म क ीय बजट / रा बजट के अनु प ारं भ िकये जाने वाले कुछ पहल

उ ोग

 राँ ची तथा खरसावाँ म PPP मोड म िस पाक की थापना की जाएगी (रा )

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सतत् वन बंधन

रा के सामािजक-आिथक िवकास म ाकृितक सं साधनों के


े पर बड़ी िनभरता को ि गत् रखते ए, रा , वनों के
जल सं र ण और सतत िवकास सु िनि त
सतत सं र ण और बंधन, वन आ ादन बढ़ाने तथा जल
करने के िलए रा म वना ादन म
सं र ण एवं वनों के मा म से पु नःपू ित सु िनि त करने के िलए
वृ
ितब है । रा सरकार ारा मुख प रक त गितिविधयाँ
िन वत ह:
33% का आ ादन ा करने हे तु वन
1. मु मं ी जन-वन योजना जैसी योजनाओं के मा म से
के घन को बढ़ाना
33% की वृ दर हािसल करने के िलए वन आ ादन
के घन को बढ़ाना।
रा ीय िदशािनदशों के अनुसार बांस का
2. सामुदाियक साझे दारी को बढ़ाना: सं यु वन बंधन
उ तकनीक नसरी
(जे .एफ.ए.म) सिमितयों और ाम वन बंधन और
संर ण सिमितयों (वी.एफ.एम.पी.सी.) का िव ार;
एन.टी.एफ.पी. आधा रत रोज़गार के
िड ेडेड और बंजर भू िम म बायो ईंधन उ ादन के
अवसरों म वृ
उपयु पौधों, पे ड़ / फसलों और ईंधन को पै दा करना;
रा ीय िदशािनदशों के अनुसार बां स उ तकनीक
बाध तथा हाथी का सं र ण
नसरी की थापना।
3. व जीव सं र ण: िपछले दशकों म रा के बाघ तथा
वन और व जीव सं र ण म ौ ोिगकी
हाथी की जनसं ा म कमी आई है । अतः रा ारा
का उपयोग
टाइगर प रयोजना और हाथी प रयोजना को सु ढ िकया
जाएगा।
2020 तक अप े डेड एस.ए.पी.सी.सी.
4. लीवरे िजं ग टे ोलॉजी: मैनुअल िनभरता को कम करने
की शत- ितशत उपल
और िवभाग की गितिविधयों की सटीकता म वृ के
िलए जमीनी र के सं चालन म आई.सी.टी. को एकीकृत
रोज़गार के िलए बाँ स को बढ़ावा दे ना
करना।
5. जलवायु प रवतन पर स क कारवाई करना:
a. जलवायु प रवतन के िलए रा काय योजना के
मुतािबक जलवायु प रवतन भाव से िनपटने
और इसे कम करने के िलए 'झारखं ड रा
जलवायु प रवतन ि या इकाई' को मजबूत िकया
जाएगा;
b. जलवायु प रवतन से िनपटने और जाग कता
बढ़ाने के िलए िजला बं धन योजना लागू की
जाएगी।
c. बाँ स (ह रत सोना): बाँ स का उ ादन और मू
वृ को के िलए िवशे ष यास िकये जाएं गे।

42
सं साधन पू वानुमान

झारखं ड रा के िवकास के िलए, रा और क सरकार, िव ीय सं थानों, ब प ीय एजिसयों और िनजी


ोतों से सं साधन ा होंगे।

सरकार का कुल िव ीय सं साधन, रा के यं के कर तथा गैर-कर राज , क ीय करों म इसका िह ा,


इसकी गैर-पूं जीगत ा यां और इसके ारा िकए गए राजकोषीय घाटे से ा होगा। इसम के ीय
ायोिजत योजनाओं (सी.एस.एस.) और क ीय े की योजनाओं के िलए क सरकार से सहायता और
ह ां तरण अनु दान भी शािमल होगा।

य िप रा के यं के कर एवं गैर-कर राज तथा राजकोषीय घाटा इसके नोिमनल जी.एस.वी.ए. पर


िनभर है , क ीय करों म इसका िह ा मु प से क के कुल िवभा पू ल तथा पार रक शे यर पर
आधा रत होता है , दे श के नोिमनल जी.वी.ए पर िनभर है ।

झारखं ड के नोिमनल जी.एस.वी.ए. म वष 2017-18 से 2019 - 20 म ितवष 12 से 14.2 ितशत की वृ


होने की सं भावना है (सामा वष म िवकास दर म 13.2 ितशत की पू व टड तथा "मोमटम झारखं ड" और
सरकार के इसी तरह के अ िवकास यासों के कारण इसम वृ तथा मानसू न की िवफलता और अ
आक क घटनाओं की वजह से कमी की उ ीद के आधार पर गणना की गई है )।

सरकारी ोतों से संसाधन

यं के ोत
सरकार का कर और गैर-कर राज , जैसा िक पू व म विणत है , वतमान कीमतों पर रा के जी.एस.वी.ए
पर िनभर करता है । वष 2016-17 म, रा का कर राज 6.71 ितशत था और रा की वतमान कीमतों
पर गैर-कर राज जी.एस.वी.ए का 3.93 ितशत था। इन दरों पर रा का अपना कर राज वष 2018-
19 म . 210 सौ करोड़ से . 218 सौ करोड़, वष 2019-20 म 235 सौ करोड़ से . 249 सौ करोड़
तथा वष 2020-21 म . 264 सौ करोड़ से . 285 सौ करोड़ अनु मािनत है । इसी तरह, रा का गैर कर
राज वष 2018-19 म . 123 से . 127 सौ करोड़, वष 2019 -20 म . 137 से . 146 सौ करोड़
तथा वष 2020-21 म . 154 से . 167 सौ करोड़ की सीमा म होने की उ ीद है ।

रा की गैर-ऋण पूं जी की ा का आकलन रा के जी.एस.वी.ए 0.0185 ितशत पर की गई है और


रा की राजकोषीय घाटा वतमान मू ों पर 3.25 ितशत की जी.एस.डी.पी की दर (वतमान मू पर),
(14 वी ं िव आयोग ारा ीकाय दर), से गणना की गई है । इन दो ोतों से वष 2018-19 म . 111 सौ

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करोड़ से . 115 सौ करोड़,वष 2019-20 म . 124 सौ करोड़ से . 131 सौ करोड़ तथा वष 2020-21
म . 139 सौ करोड़ से . 150 सौ करोड़ अित र रािश सं भािवत है ।

के ीय कर और अनु दान सहायता म िह ा:- रा को वष 2018-19 म . 280 सौ करोड़, वष 2019-


20 म . 325 सौ करोड़ तथा वष 2020-21 म . 376 सौ करोड़ के ीय करों म एक िह े के पम
[3.139 ितशत की दर से अनु मािनत, जो िवभा पूल म झारख का पार रक िह ा (inter se
share) है ] िमलने की उ ीद है । रा को ामीण और शहरी थानीय िनकायों के िलए अनु दान के प
वष 2018-19, 2019-20 तथा वष 2020-21 म मशः . 18 सौ करोड़, . 24 सौ करोड़ एवं . 27 सौ
करोड़ िमलने की उ ीद है ।

SDRF म के ां श के प म अित र . 4 सौ करोड़ ा होने की सं भावना है (ये सभी अनु मान 14 व


िव आयोग ारा िकये गये अनुमानों पर आधा रत है )।

के े ीय योजना तथा के ायोिजत योजनाओं के िलए के ीय अं तरण (Transfer):- िश ा, ा ,


िबजली, िसं चाई, कृिष और सं ब े ों को बढ़ावा दे ने, ामीण िवकास के अ आयामों तथा क ाण एवं
सामािजक क ाण सु िनि त रा म के े और के ायोिजत योजनाओं के िलए िनिध ा होती
है ।

नीित आयोग ारा उनके ‘तीन वष की काय योजना’ सं बंधी द ावे ज म वष 2017-18, 2018-19 और
2019-20 म इन े ों म अपने खच म वृ के कुछ अनु मान लगाया गया है । हम उ ीद है िक इन े ों
से सं बंिधत के े और के ायोिजत योजनाओं के िलए उसी दर से झारख को रािश िवमु की
जाएगी। तदनु प वष 2018-19 के िलए . 9405.79 करोड़, वष 2019-20 के िलए . 11064.75 करोड़
ा होगा। टड को ान म रखते ए वष 2020-21 के िलए . 12724.46 करोड़ . ा होने की
संभावना है ।

नीित आयोग ारा िचि त िकए गए मह ाकां ी/ िपछड़े िजलों के िवकास के िलए भारत सरकार से अिधक
आवं टन के िलए यास िकया जाएगा।

िजला खिनज फंड (District Mineral Fund):


उपयु सं साधनों के अित र , रा को िजला खिनज िवकास कोष के प म भी रािश ा होगी।

रा का अ ोतों से िव ीय संसाधन
सरकारी ोतों के अलावा रा को िवकास के िलए िव ीय सं थानों, ब प ीय एजिसयों और िनजी े ों से
िव ीय सं साधन भी ा होंगे।

िसतं बर 2016 म सं थागत िव ीय ोतों से कुल अि म पये . 103 हजार करोड़ था । यिद यह 16
ितशत ित वष की दर (पू व टड तथा रा के वतमान िवकास यासों के आधार पर अनु मािनत) से बढ़ता
है , तो यह बढ़कर वष 2018 म 138 हजार करोड़, 2019 म 161 हजार करोड़, 2020 म . 187
हजार करोड तथा वष 2021 म 217 हजार करोड़ होने की सं भावना है ।

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एिशयन डे वलपमट बक और िव बक जै से ब प ीय एजिसयों से रा को एक बड़ी रािश ा होने की
उ ीद है । िनजी ोतों से भी रा म िनवे श करने की संभावना है । ये सारे िनवे श रा की तीन साल की
काय योजना के ल ों की ा म भी योगदान दे गा।

अिभसरण हे तु नीित और काय योजना

रा सरकार का यह मानना है िक िवकास को बढ़ावा दे ने के ि कोण म बदलाव के िलए अभी ही उपयु


समय है । िवकास के एजडे को "िमशन या प रयोजना" मोड पर ब - े ीय अिभसरण के मा म से गित
दान की जाएगी जहां रा सरकार के सभी सं बंिधत िवभाग एवं उप म स िलत होंगे। थानीय
शािसत सं थानों, नाग रक सामािजक सं गठन, कॉप रे ट् स, तकनीकी िवशे ष , िवकास के अ साझे दार
तथा मुख िहतधारक से भी सहयोग की अपे ा की जाएगी।

भावी काया यन के िलए नीित- रीय अिभसरण तथा उ रदािय िनधारण का ने तृ मु मं ी के


कायालय ारा सं चािलत िकया जाएगा।

िवकास आयु के कायालय से अिभसरण को अिभ े रत िकया जाएगा। संबंिधत िवभागों के सिचवों ारा
यह सु िनि त िकया जाएगा िक े ीय इकाईयाँ (Lower Formations) िविभ काय मों और योजनाओं
को एक अिभस रत मोड (Convergence Mode) म लागू कर जै सा िक इस काय योजना द ावे ज म
उ खत है ।

लाभु क तथा नाग रक िवकास के एजडे के के म होंगे िजस हे तु सरकार तथा अ िहतधारक उनके
िवकास चु नौती का सामना करने के िलए सव म सं भािवत समाधान हे तु सामंज थािपत करगे।

नाग रकों के िवकास एवं उनकी उ ित के िलए अिभसरण पहल के अं तगत मह पू ण कारवाईयाँ िन वत
ह:

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 इस ल एवं काय योजना द ावे ज के अनु प समय-सीमा एवं भूिमकाओं के साथ 'िमशन
या प रयोजना' मोड पर काया त िकए जाने वाले मह पू ण िवकास प रणामों (Outcome) की
पहचान करना।
 इस मह ाकां ी एजडे को लागू करने म परं परागत सम य सिमितयां की मता म कमी को
ि गत रखते ए सश अंतर-िवभागीय कारवाई समूहों (Inter Departmental Action
Groups) की थापना, िजसम िमशन मोड प रयोजनाओं के िलए िवभाग िवशे ष को नोडल िवभाग
के प म नािमत िकया जाना।
 भावी डे लीवरी (Delivery) तथा उ े पू ण अनु वण के िलए ौ ोिगकी का उपयोग।
 काय एजडे म अिभसरण को सु िवधाजनक बनाने के िलए रा सरकार म ि याओं की
Reengineering तथा ून रों (Lower Levels) पर िनणय मता का िवकास (यथासं भव सभी
रों पर िववे काधीन श यों को कम करने / समा करना)
 िवक ीकृत योजना, काया यन तथा सम य के िलए थानीय शासन सं थानों को सु ढ़ बनाना
तथा उनका िमक सश करण और उ श यों का अं तरण (Devolution of Powers)
सु िनि त करना ।
 काया यन तथा अिभसरण म सुगमता के िलए प से ले खत सं चालन ि याओं (Clearly
Documented Operating Procedure) का िन पण तथा इस हे तु सं साधन आवं टन / बं धन
तं म उिचत प रवतन करना।

कुशल और भावी शासन


रा सरकार ारा िन शासकीय गुणों को मुखता दी जाएगी:
 उ रदािय
 पारदिशता
 िन ता (Equity)
 सहभािगता

शासन णाली म बदलाव लाने के िलए गितिविधयाँ िन वत होंगी-


 िविभ सरकारी तं ों के बीच लेयस तथा अनाव क ह े प को कम करने के िलए शासन
णाली का पु नगठन एवं सं रचना क प रवतनों पर िवशेष ान िदया जाना।
 अं तर-िवभागीय अिभसरण के साथ मह पू ण िवकास प रणामों के िलए िमशन मोड ि कोण
अपनाया जाना, जै सा की पू व म विणत है ।
 पारदिशता लाने और अनु वण म सु गमता लाने के िलए ौ ोिगकी आधा रत शासन।
 सभी मुख नाग रक सेवाओं, रा सरकार को दे य रािश तथा के सरकार के सं थानों ारा
दान की जाने वाली मुख से वाओं तक प ं च दान के िलए 'झारखं ड वन' िडिजटल े टफॉम
तै यार करना; इस मंच के ारा वष 2020 तक कम से कम 20 नाग रक से वाएं दान िकया
जाएगा।
 िवक ीकृत योजना को ो ािहत करने हे तु थानीय शासन इकाइयों के किमयों की मता
अिभवृ तथा 11 वी ं अनु सूची के अनु सार सभी 29 श यों का अं तरण।
 नाग रक सामािजक संगठन , िनजी े और अ िवकास सहयोिगयों का सह-चयन (Co-
opting)
 से वा दान करने की गारं टी (Guarantee of Service Delivery)

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यह ितवे दन रा िवकास प रषद् की उप सिमित ारा तै यार िकया गया है ।
उप सिमित िन स िलत थे :

1. ी टी. न कुमार, भा. . से . (से वािनवृ त) अ

2. प म ी अशोक भगत सद

3. ी अिमत खरे , िवकास आयु , झारख सद

4. डॉ. रमेश शरण िवशे ष आमंि त सद

5. डॉ. ह र र दयाल िवशे ष आमंि त सद

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