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ावना
झारखं ड सरकार ने रा का िवजन तथा तीन साल की काय योजना तै यार करने के िलए रा िवकास
प रषद (एसडीसी) के तहत् ी टी. नं दकुमार, आईएएस (से वािनवृ ), भारत सरकार के पू व सिचव (सद ,
रा िवकास प रषद) की अ ता म एक उप-सिमित का गठन िकया, िजसम सद के पमप ी
अशोक भगत, ी अिमत खरे , िवकास आयु -सह-अपर मु सिचव योजना-सह-िव िवभाग एवं िवशे ष
आमंि त सद के प म डॉ रमेश शरण, ोफेसर, अथशा [वतमान म कुलपित (िवनोबाभावे
िव िव ालय, हजारीबाग)] तथा डॉ ह र र दयाल, अथशा ी को स िलत िकया गया।
िपछले तीन वष की पहल और उसके सकारा क प रणाम ने हम उ ल िनधा रत करने तथा िवकास
की गित को बढ़ाने के िलए आ िव ास िदया है । इस म म हमने पयावरण की सु र ा और सतत िवकास
िवक ों की आव कता को ान म रखा है ।
सिमित ने सभी संबंिधत िवभागों के सिचवों, िनदे शकों तथा अ तकनीकी किमयों के साथ िव ृ त िवमश/
परामश भी िकया है । सिमित ने पू व योजनाओं से हट कर प रणामों (outcomes) पर ान के त करने
का िनणय िलया।
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यह द ावेज़ तीन भागों म है :
• भाग 1 काय योजना का िववरण,
• भाग 2 िविश प रणाम ल ों की परे खा और अनु वण सू चकां कों की िववरणी,
• भाग 3 िवषयगत उ े ों से जु ड़ी योजनाओं का ल
इसके साथ ही काय-योजना म, यासों को संबल दान करने के िलए, आव क त ों यथा सं साधन,
अिभसरण और सु शासन पर भी अ ाय स िलत िकए गए ह।
सिमित का यह मानना है िक इनम से कुछ प रणाम िविभ िवभागों के सामूिहक यासों पर िनभर करता
है । अतः सं बंिधत िवषय के तहत् इ एकीकृत करने का यास िकया गया है । इस द ावे ज़ म इन सं बंधों
को िकया गया है ।
उपरो ि कोण की सफलता के िलए िवकास के िविभ पहलों म भावी अिभसरण की अपे ा है । रा
र पर जबिक नीितमूलक अिभसरण आव क है तथािप िजला, खं ड एवं पं चायत रों पर भावी
अिभसरण मह पू ण है । एतद् अपे ि त अिभसरण एक पारं प रक 'सम य सिमित' के मा म से ा नही ं
िकया जा सकता है अिपतु इसे उ र से अिभ े रत करना होगा।
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रा की ाथिमकताओं को दशाने तथा प रणामो ु ख ि कोण को ान म रखते ए इस काय योजना
द ावेज को िवषयवार अनु भागों म िवभािजत िकया गया है ।
सिमित का मानना है िक यह काय-योजना मा सरकार के संसाधनों तक सीिमत नही ं रहे गी अिपतु इसम
सं थागत ऋण के प म अित र संसाधन, ब प ीय एजिसयों से ऋण, िनजी िनवे श, कॉप रे ट सामािजक
दािय िनिध (CSR), गत पहल, पी.पी.पी. प रयोजनाओं आिद का भी समावे श होना चािहए।
एतद् िन िपत काय योजना िसफ सरकारी योजना नही ं है अिपतु यह योजना झारखं ड की जनता के िलए
है । योजना के मुख सं चालक के साथ ही रा सरकार का यह भी उ रदािय होगा िक बड़ी सं ा म
िहतधारकों की सहभािगता इसम सुिनि त की जाए।
सिमित का मानना है िक झारखंड के नाग रक इस योजना के क िबं दु म ह। अतः नाग रकों के जीवन की
गुणव ा म सु धार और उनकी समृ बढ़ाने के िलए िवकास काय पर य होना है ।
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भावी, प रणामो ु ख और पारदश शासन इन प रणामों को ा करने की कुंजी है । अतः इस पर
ाथिमकता दे ते ए ान दे ने की ज रत है । अ े काय को पहचाने जाने की ज रत है , साथ ही जो
प रणाम नही ं दे ते ह, उ िबना िकसी सं कोच के दं िडत िकया जाना चािहए।
योजना के िन पण, काया यन एवं अनु वण की प ि यों म प रवतन के िलए यह पहला यास है ; अतः
यह द ावे ज आव कतानु सार संशोिधत िकया जा सकेगा।
इस काय योजना म िदए गए काय मों को काया त िकया जा सकता है , गित का अनु वण िकया जा
सकता है तथा प रणामों को ा िकया जा सकता है ।
टी. न कुमार
अ
(उप सिमित)
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झारखं ड की अथ व था की थित तथा कितपय िवकास क अं तर
संदभ:
झारख , अपने गठन के समय ही, मुख िवकास सं केतकों म से कई म रा रीय औसत के पीछे था।
त ात िवकास दर म कमी होने के बावजूद, इसम सराहनीय गित ई है , पर ु िवकासा क अं तर
य िप कम आ है , तथािप वह अभी भी िव मान है । इसिलए, इन अं तरों को दू र करने तथा सम , समावे शी
और सतत िवकास ा करने के िलए, सभी सरकारी एवं गैर-सरकारी ोतों के मा म से योजनाब
यासों की आव कता है । वष 2001-02 म थर मू पर, झारखंड का जी.एस.डी.पी. दे श के सकल
घरे लू उ ाद का 1.68 ितशत था। चूंिक, रा का िवकास दर, अिधकां श वष म दे श के िवकास दर से
बेहतर रहा है , अतः वष 2015-16 म दे श के सकल घरे लू उ ाद म इसका योगदान बढकर 1.84 ितशत
हो गया।
इस कार रा का पू व से शु होकर दि ण-पू व तक का गिलयारा, जहां धनबाद, बोकारो, रामगढ़, रां ची,
सरायकेला-खरसावाँ और पू व िसंहभूम िजले अव थत ह, उ र-पि म और उ र-पू व म थत िजलों की
तुलना म अिधक िवकिसत ह।
हालां िक, िवकिसत िजलों के भीतर कम िवकिसत खं ड भी ह तथा कम िवकिसत िजलों के भीतर िवकिसत
खंड भी ह। उदाहरणाथ, रा के उ िवकिसत िजलों यथा धनबाद तथा बोकारो म मशः टुं डी एवं
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च न ारी जै से कम िवकिसत खंड ह। दू सरी ओर कम िवकिसत िजलों यथा लोहरदगा तथा िसमडे गा
म मशः कुड़ु एवं बां सजोर जै से िवकिसत खं ड अव थत ह।
आम तौर पर, िजला मु ालय वाले खंड बाकी की तुलना म तु लना क प से बेहतर ह। ता य यह है
िक िश ा, ा और आजीिवका के अवसरों के मामले म िवकास के ितफल िजले म मु खंडों तक
ही सीिमत रहे ह। अतः िवकासा क यासों म इस े ीय असमानता को ान म रखना होगा।
तदनु सार, नीित आयोग ारा िचि त दे श के 115 िपछड़े िजले की सू ची म शािमल रा के दो सबसे िपछड़े
िजले (साहबगंज और पाकुड़), एक िपछड़े िजले (गो ा) और सोलह एल.ड ू .ई. िजले (लाते हार, लोहरदगा,
पलामू, पू ब िसं हभू म, रामगढ़, रां ची, िसमडे गा, पि म िसं हभू म, बोकारो, चतरा, दु मका, गढ़वा, िग रडीह,
गुमला, हजारीबाग और खूँ टी) म बदलाव हे तु िवशेष पहल की जाएगी।
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ामीण सम ृ और जीवन क गुणव ता
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म सहायता हे तु गत उ ादकों को बड़े बाजारों तक प ं चाने
और उनके उ ादों के िलए बेहतर कीमत तय कराने के िलए स म
बनाया जाएगा।
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(Enhanced PDS) के मा म से खा सु र ा प ं च सु िनि त करना।
रा म पोषण सु र ा की गारं टी के िलए वष 2020 तक एकीकृत पोषण खा सु र ा ने टवक बनाने
के िलए तकनीकी लाभ उठाना।
ामीण े ों म ब ों और लड़िकयों के सम िवकास के िलए आं गनवाड़ी क की शत- ितशत प ं च
दान करना।
सभी यो लाभािथयों को मा पशन योजनाओं के तहत् का शत- ितशत आ ादन।
सभी सरकारी सेवाओं की उपल ता की गारं टी दे ने के िलए झारख रा से वा दे ने की गारं टी
अिधिनयम, 2011 का सश करण।
रा सरकार ारा पं चायती राज सं थानों को मजबूत करने के साथ ही उ सभी जमीनी योजनाओं और
काय मों के भावी एवं कुशल संचालन के िलए िवक ीकृत योजना णाली तथा काया यन गितिविधयों
का िह ा बनाने के िलए भी सश बनाया जाएगा तािक शासन म नाग रकों की भागीदारी बढ़ सके।
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कृषकों की आय को दोगु ना करना
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1. शु िसंचाई े म वृ :
चूं िक, फसल की उ ादकता िसं चाई पर िनभर करती है ;
रा ारा वष िसं चाई मता का उपयोग 2020-21 तक
मौजूदा 5.03 लाख हे े यर से बढ़ाकर 8 लाख हे े यर
िकया जाना है । यह ल धानमं ी कृिष िसं चाई योजना को
भावी ढं ग से काया त करने , मौजू दा जल भं डार एवं
िवतरण णाली के जीणा ार, नवीनीकरण एवं जल बंधन
के उपाय िजसके अं तगत सू िसं चाई के अं तगत े
बढाकर पानी के उपयोग की द ता बढ़ाया जाएगा, के
मा म से ा िकया जाएगा। जल सं चयन को उ
ाथिमकता दी जाएगी।
4. सतत् कृिष:
रा ारा फसल उ ादकता और थरता म सुधार के िलए उिचत िम ी बंधन पर ान कि त
िकया जाएगा। इसके िलए, रा सरकार जैव उवरकों और जैव-उवरकों के साथ-साथ मा िमक
और सू पोषक त ों सिहत रासायिनक उवरकों के ायपू ण उपयोग के िलए िम ी ा काड
योजना को बढ़ावा दे रही है । रा ारा पंरपरागत खे ती िवकास योजना के तहत् वष 2018 तक
25 लाख मृदा ा काड को िवत रत करने तथा जै िवक खे ती को बढ़ावा दे ने का ल िनधा रत
िकया गया है , जो ाकृितक और जैिवक खाद के उपयोग के मा म से िम ी की उ ादकता म
वृ को बढ़ावा दे गा। वष 2020 तक, 1 लाख हे े यर अित र े को जै िवक माण प के
अं तगत लाया जाएगा। रा ारा िबरसा कृिष िव िव ालय के मा म से सटीक खे ती (precision
farming) के िलए पायलट ोजे काया त िकया जाएगा।
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5. कृिष िवपणन को सु ढ़ बनाना:
रा ारा वष 2019 तक सभी ए.पी. एम.सी बाजारों को ई-नै म प ि पर लाया जाएगा। िकसानों
को अपने उ ाद उपभो ाओं / ापा रयों को पू रे दे श म सीधे-सीधे बेचने और बेहतर कीमत
िदलाने के िलए कृषक समूहों (कृषक उ ादक कंपनी सिहत) का गठन/ आयोजन िकया जाएगा।
VEGFED (वे जफेड) सिहत संगिठत चै नलों के मा म से सामूिहक िवपणन - सहकारी ि कोण
को बढ़ावा िदया जाएगा।
फसल बीमा:
सूखा और बाढ़ जैसे आपदाओं के कारण उ जो खमों को कम करने के िलए, रा 2020 तक
धान मं ी फसल बीमा योजना के तहत् िकसानों का शत- ितशत (100%) आ ादन सु िनि त
करे गा।
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6. म पालन:
रा ने अभी तक रा के अं दर िव मान म पालन के िवकास के िलए मता का पू रा उपयोग नही ं
िकया है । कृिष एवं सं ब गितिविधयों तथा उनके उ े ों के पू रक प बड़ी सं ा म जलाशयों को
िवकिसत िकया गया है । िपछले 5 वष (2011-12 से 2015-16) म रा का मछली उ ादन,
सीएजीआर 10% के दर से , 71.8 हजार मीिटक टन से बढ़कर 116 हजार मीिटक टन हो गया है । रा
ारा जलाशयों के पुनु ार तथा पेन एवं केज क चर के मा म से मछली पालन के िवकास को जारी
रखा जाये गा।
कृिष के ान को बढ़ाने और बंिधत करने के िलए, कृिष उ ोग म िति त सं थानों के साथ सहयोग
करने के मह को रा सरकार ीकार करती है । िबरसा कृिष िव िव ालय ारा, कृिष म चुनौितयों,
यथा बेहतर िक ों की अनु पल ता, फसल उ ादन के प ात के नु कसान, िम ी की खराब गुणव ा,
पानी का उपयोग करने की कम द ता आिद का सामना करने म, िकसानों की मदद करने के िलए
अनु संधान और िवकास काय िकया जाएगा।
िव ीय वष 2018-19 म क ीय बजट / रा बजट के अनु प ारं भ िकये जाने वाले कुछ
पहल
कृिष
िव ीय वष 2018-19 से पां च वष की अविध तक उपयु / यो गितिविधयों से ा लाभ के
स म 100 करोड़ पए वािषक टन ओवर वाली िकसान उ ादक कंपनीओं को शत
ितशत कटौती की अनुमा ता (क )
सरकार ारा सभी कृषकों को ू म समथन मू सु िनि त िकया जाएगा (क )
मनरे गा तथा अ सरकारी कायकम के सहयोग से व मान ामीण हाट को ामीण
कृिष बाज़ार के के प म िवकिसत िकया जाएगा (क )
बड़े समू हों िजनका ेक का 1000 हे र े फल हो, कृषक उ ादक सं घटनों एवं
ामीण उ ादक सं घटनों ारा जैिवक कृिष को बढ़ावा (क )
बां स (ह रत सोना) के उ ादन को बढ़ावा (क )
वै से थानों, जहाँ फल एवं स यों का उ ादन पया मा ा म होता है वहाँ खा
सं रण इकाइयों की थापना को बढ़ावा तािक उ ादों के मू सं वधन के मा म
से िकसानों को उिचत मू ा हो सके (रा )
ताजा उपज के िवपणन हे तु शीत ृं खला (को चेन) सु िवधा िवकिसत की जाएगी
(रा ), 15
स यों के थानीय भं डारण हे तु खं ड र पर 100 को म िनिमत िकया जाये गा
(रा )
समावे शी िवकास`
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आिदवासी कला, िश , सं ृ ित और िवरासत को बढ़ावा दे ने तथा सभी बुिनयादी से वाएँ /
सु िवधाएँ दान करने हे तु 9 आिदवासी शहीद ामों को “आदश ाम” बनाया जाएगा।
जीवकोपाजन:
जे .टी.ई.एल.ई.पी. (Jharkhand Tribal Empowerment & Livelihood Project) काय म के तहत्
30,000 अनु सूिचत जनजाित के प रवारों को सघन आजीिवका काय म के तहत् आ ािदत िकया जाएगा।
इसके अित र , ामीण झारखं ड के िलए ापक गैर-कृिष एवं कृिष आधा रत आजीिवका अिभवृ
योजना से भी अनु सूिचत जाित और अनुसूिचत जनजाित के प रवारों को सश िकया जाएगा।
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बे हतर शहरी जीवन
वष 2001 से 2011 तक झारखं ड की शहरी आबादी म
32% की वृ दज ई, जो वष 2011 म कुल 7.9
2022 तक सभी के िलए आवास
िमिलयन है । यह शहरी आबादी वष 2031 तक दोगु ना
होकर 13.85 िमिलयन होने की सं भावना है । शहरीकरण
झारखं ड को 2018 पू व खुले म शौच से
की ती गित को ि गत रखते ए आिथक और
मु करना
सामािजक समावेश के मापदं डों पर शहरों को िवकिसत
करने , शहरी िनवािसयों को गुणव ापू ण जीवन र दान
सभी शहरी प रवारों को सु रि त पे यजल
करने के िलए करने बुिनयादी ढां चे के िवकास की
की प ं च
आव कता है िजसके िलए रा सरकार ितब है ।
नाग रकों के िलए बेहतर शहरी जीवन हे तु रा सरकार
2020 तक ठोस कचरे का शत- ितशत
िन मुख िवकास प रणामों को सुिनि त करे गी-
सं ह एवं सु रि त िनपटान
जीवन की गुणव ा म सु धार के िलए बुिनयादी से वाओं तक
सावजिनक प रवहन णाली को
प ं च के िलए रा सरकार सभी बुिनयादी से वाओं तक
पां त रत करना
प ं च म सुधार के िलए ितब है । झारखं ड म शहरी
जीवन की गुणव ा म सु धार करने म िन सहायक त
ाट आधारभू त सं रचना का िवकास
होंगे-
करना
कुछ समय पू व लागू की गयी झारखं ड एफोडबल
शहरी आवास नीित 2016, जो अ लाभकारी
शहरी गरीबों को उ वल भिव के िलए
ावधानों के साथ ही आवास के िलए ईड ू एस और
कौशल दान करना
एलआईजी के िलए आर ण दान करता है , के
ावधानों का ि या यन एवं अनु पालन करना ।
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शहरी े ों म बुिनयादी ता सु िवधाओं का सृजन और
भारत िमशन तथा Atal Mission for
Rejuvenation and Urban Transformation
(AMRUT) अटल िमशन के तहत् े िलं ग अप यासों
ारा वष 2018 तक झारखं ड के खु ले शौच से मु करना।
भारत सरकार के अनु मोदनोपरां त रां ची के िलए मेटो रे ल
प रयोजना शु िकया जाना
5 शहरों के िलए वाई-फाई-स म ाट कॉलोनी पहल की
शु आत की जाएगी। इसके अित र , भारत सरकार
ारा अनु मोिदत ाट शहरों की सूची म रां ची की भी मंजूरी
एक कुशल सावजिनक प रवहन व था के िनमाण के
िलए एक ापक गितशीलता योजना िवकिसत करना
िजससे ब -मॉडल िलंक (multi-modal linkages) और
अं ितम माईल कने िवटी (last mile connectivity)
दान िकया जाएगा,
पै दल चलने की सुिवधा म सु धार हे तु ॉिसं ग की सं ाओं
म वृ , फुटपाथ के आकार म एवं गुणव ा म सु धार
ठोस कचरे के शत- ितशत 100% सं हण पर सरकार
ान के त करे गी और वै ािनक िन ारण (Disposal)
की मता बढ़ाया जाएगा; यथा कचरों का पुनच ण
(Recycling of Wastes) का ो ाहन, कचरे से ऊजा
प रयोजनाओं आिद के िलए पी.पी.पी. मॉडल का उपयोग।
िबजली तक प ं च बढ़ाने के िलए सं चरण ने टवक म
िव ार।
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नगर िनकायों के िलए पृ थक-पृथक कौशल आव कता/ अं तर का आकलन करना तथा उन े ों
की पहचान, जहां िश ण कौशल की आव कता है ,
वष 2020 तक 20,000 यं सहायता समूहों (SHGs) और 250 े ीय र के सं घों (Area Level
Federations) का गठन।
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गु णव ापू ण िश ा तक प ंच
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आ ादन तथा समावे शन को सु ढ़ बनाना: सु दूर
इलाकों, िजनम तु लना क प से सु िवधाओं की
कमी के कारण छीजन (िवशे ष कर अनु सूिचत
जनजाित एवं बािलका वग के छा ों म) अिधक है ,
म वष 2020 तक सभी रों पर िश ा के िलए
सावभौिमक प ं च उपल कराने का रा का
ल है । इस उ े की पू ित हे तु िन िल खत
कदम उठाए जाऐंगे-
रा म 2 िकमी के भीतर उ ाथिमक,
5 िकमी के अं दर मा िमक िव ालय तथा
7 िकलोमीटर के भीतर उ मा िमक
िव ालय की सु िवधा का िनमाण।
लिगक समानता और समावे श को बढ़ावा
दे ने के िलए छा ाओं के िलए िवशे ष भ ा
और सु िवधाएं दान करना।
'पहले पढाई, िफर िबदाई' अिभयान,
िजसका उ े लड़की की िश ा को
बढ़ावा दे ना है , को जाग कता बढ़ाने ,
नामां कन म वृ लाने तथा छीजन को
कम करने हे तु जारी रखा जाएगा।
सुिवधाओं की कमी वाले
(Underserved) े ों के छा ों के ारा
शहरी े ों म शै िणक सु िवधाओं का
लाभ उठाने के िलए हे तु छा ावासों की
थापना तथा ो ाहन के िलए वृ ितका
(Stipend) दान करना।
छा वृ ि के मा म से िव ीय सहायता
दान करना।
पा म की मां ग के आधार पर,
ब भाषी िश ण प ि को बढ़ावा दे ना
तथा वै से छा ों, जो िनयिमत िश ण
प ि से पढाई नही ं कर सकते ह, उनके
िलए दू र थ िश ा।
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उ तथा तकनीकी िश ाः
रा म उ और तकनीकी िश ा 14 िव िव ालयों और 328 कॉलेजों (9 कॉले जो ित लाख आबादी) के
मा म से दी जा रही है । औसतन 1,716 छा ित कॉले ज दा खला की थित है । उ ोग, िनजी े सहयोग
के साथ उ और तकनीकी िश ा की प ं च, गुणव ा, नामां कन और समानता को बढ़ाने का रा का
मुख ल है । रा सरकार उ िश ा म सकल नामां कन अनु पात को मौजू दा 15% को वष 2030 तक
बढाकर 35% तक लाएगी एवं इस हे तु वष 2020-21 तक 18% का ल िनधा रत िकया गया है ।
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कुशल कायबल और उ मशीलता को बढ़ावा
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तथा 6 भारी मोटर वाहन सं थान (Heavy Motor Vehicles institutes) खोले जाएं गे, िजनके मा म से
अगले 3 वष म 18,000 एचएमवी (HMV) और 84,000 एलएमवी (LMV) कुशल और िव सनीय वाहन
चालक उपल होंगे।
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सव ापी, सुलभ तथा और गु णव ापू ण ा सेवाएँ
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• बाल ा म सु धार: बाल ा पर ान िदया
जाता रहे गा। वष 2020-21 तक िशशु मृ ु दर को
घटाकर 25 ित हजार ज से कम तथा 5 साल से
कम आयु के ब ों की मृ ु दर को 32 ित हजार
जीिवत ज से कम करना लि त है , िजससे वतमान
थित म लगभग 20% की कमी होगी। रा म
नवजात िशशु मृ ु दर को कम करने के िलए उन
िजलों, जहाँ नवजात िशशु मृ ु दर 32 ित हजार
जीिवत ज से ादा है , म िवशे ष ान िदया
जाएगा।
नवजात ा दे खभाल से वाओं को सु िनि त करने
हे तु मौजू दा सावजिनक ा सु िवधाओं को मजबूत
करने के साथ ही िनजी ा से वा दाताओं का भी
सहयोग ा िकया जाएगा। इसके अित र वष
2020 तक 12 से 23 माह के ब ों के पू ण ितर ण
को 70% से अिधक करने का ल रखा गया है ।
सावभौिमक ितर ण काय म (यू .आई.पी.) के
अं तगत वा िवक समय अनु वण (Real-Time
Monitoring) करते ए सात िजलों के 30 उ
जो खम वाले खंडों म ितर ण के िलए िवशे ष ान
िदया जाएगा।
पोषण: पां च साल से कम उ के ब ों म सामा से
कम वजन की अव थित को 40% से कम करने का
रा का ल है । प रक त रणनीितयाँ एवं काय
योजना िन वत ह:
ब ों और मिहलाओं के िलए वष 2020 तक
सम पोषण सं बंधी थित म सु धार के िलए
पोषण सं बंधी 12 उ भार वाले िजलों
(High Burden Districts) म बे हतर पोषण
सेवा िदये जाने पर रा ान कि त करे गा।
िकशोरी बािलकाओं, गभवती और नपान
कराने वाली मिहलाओं के बीच पोषण के िलए
जीवनच ि कोण (Life Cycle
Approach) को बढ़ावा िदया जाएगा।
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िविभ रों पर से वा दाताओं को जोड़ने की रणनीित अपनायी जाएगी। िविभ आयोिजत गितिविधयाँ
िन वत होंगी-
• सं चारी रोग: टीबी, वै र बोन, कु और एचआईवी / एड् स जै से चिलत रोगों के िनदान
तथा उपचार सभी सावजिनक ा सु िवधाओं म उपल कराया जाएगा।
• सीधे अवलोकन से िकए गए उपचार (Directly Observed Treatment), लघु पा म
(DOTS) के साथ ही उपचार अनु पालन की गुणव ा म सु धार लाया जाएगा।
• गैर-सं चारी रोग: ा के पया सं साधन तथा मानवबल की उपल ता के मा म से
सभी िजलों म कसर, मधुमेह, दय रोग और ोक के िलए रा ीय काय म के काया यन
म ते जी लाया जाएगा।
• िशि त ा किमयों की िनयु तथा आव क सं साधन उपल कराके 25% से
अिधक ा उप-क ों को वे लने स सटर (Wellness Centre) के प म िवकिसत िकया
जाएगा।
• ा संबंधी आधारभू त सं रचना: भारतीय सावजिनक ा मानक (आईपीएचएस)
ारा िनधा रत मानकों को पूरा करने के िलए रा ारा अगले तीन वष म मौजू दा
सावजिनक ा सु िवधाओं को उ त करने पर बल िदया जाएगा। ा के िलए कुशल
मानव सं साधन की कमी को पू रा करने के िलए रा ने पू व म ही पहल की है । 1 मेिडकल
कॉलेज, 1 दं त महािव ालय, 8 सामा निसग और सू ित िश ा (Midwifery) ू ल और
15 सहायक नस सूित िश ा (Midwifery) ू ल वष 2020-21 तक कायरत हो जाएं गे।
िव ीय वष 2018-19 म क ीय बजट / रा बजट के अनु प ारं भ िकये जाने वाले कुछ पहल
ा एवं पोषण
ा सु र ा
भारत सरकार ारा लागू की जाने वाली आयु ान योजना के अ गत ेक लि त गरीब तथा
कमज़ोर प रवारों को ित वष 5 लाख पए तक की ा सु र ा दी जाएगी (क )
आिदवासी े ों म अ तालों की थापना के िलए ो ाहन
अनुसूिचत जाित एवं जनजाित ेणी के िचिक कों के ारा जनजाित े म अ ताल खोलने
हे तु बकों से 50 लाख पए तक की ऋण योजना लागू की जाएगी (रा )
कुपोषण का उपचार
कुपोषण को कम करने के िलए JTELP प रयोजना के तहत 400 गां वों म 48000 पोषण
वािटका की थापना की जाएगी (रा )
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शु पे यजल और ता तक प ं च
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Free) का दजा हािसल करने का ल रखा गया है ।
30% ाम पं चायतों तथा 50% नगर िनकायों म ठोस एवं
तरल अपिश बंधन णाली को लागू करने का रा
का ल है । इसके अं तगत शहरी प रवारों म अपिश ों
का िव े दन (Segregation) तथा कम से कम 70%
शहरी े ों म ठोस अपिश उपचार (Solid Waste
Treatment) स िलत है । ता ल ों को ा
करने के िलए मह पू ण रणनीितयाँ िन वत ह:
सु धारा क उपायों का आकलन करने तथा
उ भावी करने हे तु िजला र के कायबलों
को सि य कर अनु वण तं को सु ढ़ बनाना।
ठोस तथा तरल अपिश बंधन णािलयों के
िवकास के िलए नगर िनगमों और शहरी थानीय
िनकायों को सु ढ बनाना।
पेयजल एवं ता से सं बंिधत नव वतन,
मता िवकास एवं शोध के िलए े ीय सं थान
की थापना।
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ऊजा की उपल ता (Access) का अिभिन यन
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2. अ ाधुिनक िबजली िवतरण आधारभू त सं रचना: िवद् यु त
आपूित की तकनीकी एवं िव ीय मता म सु धार के िलए
रा ारा ए.टी.ए .सी. ित (Loss) को वष 2020 तक
14% तक लाने का ल है तािक औसत िवद् यु त आपू ित
की लागत एवं औसत राज ा की आव कता
(ए.सी.एस. – ए.आर.आर. चालू वष म . 1.78 ित यु िनट)
के बीच शू अं तर को ा िकया जा सके। इस ल
को ा करने के िलए फीडर मीट रं ग, फीडर अलग
करना तथा उपभो ाओं की मीट रं ग उदय योजना के
तहत् करना, िवतरण ने टवक को IDPS के तहत् सु ढ़
करना एवं िनरं तर मीट रं ग का पयवे क आिद लि त
िकए गए ह।
3. आिथक िवकास को स ढ़ करने हे तु ऊजा की उपल ता
के िलए आ िनभर व था बनाना- रा ारा इस त
को ि गत िकया गया है िक औ ोिगक एवं वािण क
िवकास के िलए ऊजा की उपल ता अ ाव क है । इस
आव कता को िचि त करने के बाद रा ारा दे श के
थम पां च रा ों, जहाँ िबजली आपूित की दर सबसे कम
है , म थान बनाने का ल रखा गया है ।
4. झारखं ड रा को िवद् यु त उ ादन म दे श का पावर हब
बनाना- झारखं ड सरकार ारा पाया गया है िक िनजी े
के िवद् यु त उ ादन म अ णी सं थानों को आकृ करने
के िलए आकषक एवं उ त नीितयों की आव कता है ।
अतः रा सरकार ारा उ ादन के े म सं शोिधत
ऊजा नीित तैयार करने का िनणय िलया गया है तािक
वतमान 2231 मेगावाट की अिध ािपत मता म वृ
कर वष 2020 तक 8010 मेगावाट की अिध ािपत मता
के ल को ा िकया जा सके। सं शोिधत ऊजा नीित
ारा न िसफ नये िनवे श होंगे ब वतमान म चल रही
प रयोजनाओं म भी गित आये गी। इस ल को ा
करने के िलए रा एवं के ोजे मेनेजमट से ल का
गठन एवं आर.ओ.ड ू. (Right of Way) के िलए नीितयाँ
बनायी जाएं गी।
5. ऊजा े म नव वतन की अगुवाई- ऊजा े की मु ख
चु नौितयों को पूरा करने के िलए रा ारा नव वतनीय
तकनीक को अपनाने म अ णी बनने का ल रखा गया
है । इस िदशा म रा ारा अ य ऊजा के े म वष
2020 तक 2240 मेगावाट की मता वृ का िनणय
िलया गया है तािक आर.पी.ओ. (Renewable Purchase
Obligation) तथा बा कारी इ.सी.बी.सी. (Energy
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Conservation Building Code) / जी.एफ.बी.सी.
(Green Factory Building Code) की आव कताओं
को पू रा िकया जा सके तािक Enhanced Demand
Side Energy Efficiency को सभी रहाइसी एवं
वािण क भवनों के िलए ा िकया जा सके।
िव ीय वष 2018-19 म क ीय बजट / रा बजट के अनु प ारं भ िकये जाने वाले कुछ पहल
रा म िसंचाई काय हे तु 2000 अदद सोलर प का का अिध ापन िकया जाएगा (रा )
राँ ची िजला गत अं गडा खंड म िसिकिदरी नहर पर 2 मे गावॉट मता के कैनाल टॉप सोलर
पावर ां ट का अिध ापन िकया जाएगा (रा )
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प रवहन संपकता (Connectivity) का िव ार
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vii. एक ि या के अं तगत सड़क उपकर कोष (Road Cess Fund), का उपयोग सड़क ने टवक के
सृ जन / िव ार के िलए िकया जएगा।
सड़क सु र ा: रा ने अपनी िज ेदा रयों को समझते ए, सड़क उपयोगकताओं की सु र ा सु िनि त
करने हे तु सड़क सु र ा योजना तै यार की है तािक वष 2020-21 तक तक सड़क दु घटनाओं और
उनके कारण होने वाले मृ ु की कुल सं ा म 50% की कमी लायी जा सके।
रे लवे और नाग रक उ यन सुिवधाएं बढ़ाना: वष 2020 तक हािसल िकए जाने वाले मुख ल और
रणनीितयों:
i. सभी मौजू दा रे लवे प रयोजनाओं को पूरा करना तथा ॉड गेज को 3,076 िकमी तक बढाया
जाना।
ii. वष 2020 तक रा के 22 िजलों को रे ल ने टवक से जोड़ना।
iii. रा म 6 हवाई अ ों का नव िनमाण / नवीकरण।
iv. अं तररा ीय हवाई अ े के प म िवकिसत करने के उ े से राँ ची के हवाई अ ा म मौजू दा
सुिवधाओं का वष 2020 तक उ यन।
एच.एम.वी. / एल.एम.वी. सं थानों का गठन तथा सेवाओं के आईटी-स मीकरण (IT Enablement): वाहन
उपयोगकताओं की सु िवधा हे तु, रा अित र एच.एम.वी. / एल.एम.वी. सं थान का गठन करे गी तािक
अिधक िनपु ण चालक डाइवर तै यार िकए जा सक। साथ ही परिमट, लाइसस, पं जीकरण जारी करने तथा
फीस, टै आिद के सं ह की पू री ि या को आईटी-स म (IT Enabled) बनाया जाएगा।
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मिहला सश करण और बाल संर ण
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iii. मिहलाओं के सश करण पर जाग कता उ करना: जडर और मिहला िवकास /
सश करण से संबंिधत िविभ मु ों पर जाग कता पै दा करने के िलए रा ारा
आई.ई.सी. (IEC) रणनीित िवकिसत करने पर ान कि त िकया जाएगा।
iv. बािलका िश ा का सं वधन: मिहला सा रता पर ान कि त करके पु ष तथा मिहला
सा रता के बीच सा रता अं तर को कम करने के िलए रा ितब है ; साथ इस
द ावे ज म उ खत कई रणनीितयों के मा म से मिहला सा रता म 20% की वृ
का ल है ।
v. कौशल िवकास तथा कायबल म भागीदारी:- कायबल म भागीदारी दर (ड ू .पी.आर.)
बढ़ाने तथा मिहलाओं की बेरोज़गारी दर को कम करने के िलए, उ उन कौशल
िवधाओं म िशि त िकया जाएगा िजनकी मां ग उभरते ए रोजगार े ों म ादा है ।
इसके अित र , काय थलों म मिहलाओं के िलए बराबरी (Equal) एवं सु रि त (Safe
& Secure) काय वातावरण सु िनि त िकया जाएगा।
vi. मिहलाओं के िलए सामािजक सु र ा इस द ावेज़ म पू व उ खत रणनीितयों के
मा म से सु िनि त की जाएगी।
इन पहलों की गुणव ापू ण िडलीवरी सु िनि त करने के िलए, से वा दायी के (ए.ड ू .सी.,
आई.सी.पी.एस. के अं तगत सं थागत दे खभाल के , मिहला हॉ ल और अ से वा सं थान) का एक दशन
रे िटं ग णाली, जो सकारा क सु धारों से जुड़ी होगी, थािपत की जाये गी।
पोषण, सं र ण, सश करण तथा सामािजक सु र ा से सं बंिधत मु ों पर िविभ लाइन िवभागों, िवकास
भागीदारों, िसिवल सोसाईटी एवं मुख िहतधारकों के बीच भावी सम य और अिभसरण की आव कता
है । सम ि या यन रणनीित के अं तगत, रा ारा अपने ल ों को ा करने के िलए िजला और रा
र पर अिभसरण तं िवकिसत िकया जाएगा।
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रोजगारो ु खी औ ोिगक िवकास
उ ोग े रा की अथ व था का एक मह पू ण िह ा
है तथा इसकी रोजगार सृ जन के िलए भी अिनवायता है । अतः
ामीण उ मों के िवकास के िलए हर साल
रा का ल है िक रा म अ ाधुिनक बुिनयादी ढां चे की
10 अित र स को अपना कर
थापना, सतत िनमाण उ ोग का िव ार, ामीण
ामीण औ ोगीकरण पर ान कि त
औ ोिगकीकरण की मता का दोहन करने के साथ ही
करना
नवाचार को बढावा िदया जाए तािक िविभ े ों म
अनु कूल, अिभनव और िव रीय ित ध कारोबारी
िवकास को बढावा दे ने हे तु राँ ची तथा पूव
माहौल दान करके रोजगार के अवसर पै दा िकया जा सके।
िसंहभू म म एमएसएमई ाट अप
इस ल को ा करने के िलए मुख रणनीितयाँ िन वत
वातावरण का िनमाण
ह-
एम.एस.एम.ई. और ामीण औ ोिगकीकरण पर
वष 2020 तक 7000 इकाइयों के 20
मुखता: सरकार एम.एस.एम.ई. तथा ामीण
स का िवकास और एमएसएमई की
उ ोगों के िवकास पर ान कि त करे गी,
मता का िवकास
िजसके िन िल खत पहल िकए जाएग:
खादी और पॉलीव के िलए कारीगरों को
अगले तीन सालों म पारं प रक ह कला
बाजार िवकास सहायता (Market
और लाह उ ोगों म 5000 ामीण उ ोगों
Development) दान की जाएगी।
को तकनीकी और िव ीय सहायता दान
ामीण उ मों, छोटे और सू उ ोगों के
करना
िवकास के िलए ित वष 10 अित र स
(Clusters) को अपनाना।
2020 तक 25,000 बु नकरों को रोजगार
बड़े िनजी े के खरीदारों से संपक थािपत
मु हैया कराने के िलए गो ा म मे गा हथकरघा
करके इन समूहों को अ सं योजन (Forward
र की थापना
Linkage) की सु िवधा दान करना।
वष 2020-21 तक 7000 इकाइयों के 20 ऐसे
2018 तक 2 खादी पाक का िवकास
स (Clusters) का िवकास करना और
(दु मका एवं राजनगर म)
एम.एस.एम.ई. की मता का िवकास करना।
पारं प रक ह कला के िवकास के िलए
गे तलसु द म मे गा फूड पाक के संचालन और
झारख ह िश िवकास बोड की थापना
झारखंड म तीन अित र फूड पाक
और हजारीबाग, िग रडीह और दे वघर म शहरी
थािपत कर फूड ोसे िसंग पर ान कि त
हाट का सु ढ़ीकरण।
करना
पारं प रक ह कला एवं लाह उ ोग तथा अ
ामीण कुटीर उ ोगों के िवकास के िलए
औ ोिगक क ों के आस-पास सहायक
मु मं ी उ मी िवकास बोड की थापना। यह
उ मों के िवकास के िलए स म वातावरण
वष 2020-21 तक 5000 ामीण उ ोगों को
का िनमाण
तकनीकी और िव ीय सहायता दान करे गा
िजसके प रणाम प 25,000 लोगों को
3 लाख रे शम कृषकों की सहायता हे तु एक
अित र रोजगार िमले गा।
अिभनव िवपणन तं की थापना
25,000 बुनकरों को रोजगार मुहैया कराने के
िलए गो ा म मेगा ह करघा र की
थापना।
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वष 2021 तक 3 लाख से अिधक िकसानों को रे शम उ ादन म शािमल करने के साथ ही
इनम कम से कम 30% से 35% मिहला लाभािथयों को स िलत करना।
वष 2020-21 तक 315 सामा सु िवधा क के 9,000 से अिधक मिहला लाभािथयों को
रीिलंग और िनंग म तीन महीने का िश ण दान िकया जाएगा और आने वाले वष म
इस पहल को और मजबूत िकया जाएगा।
रा रीय कौशल िवकास पहलों के सम य के िलए झारखं ड कौशल िवकास िमशन
को सु ढ़ बनाना िजससे 2020-21 तक लगभग 50 लाख लोगों को रोजगार दान
िकया जा सकेगा।
वष 2020-21 तक 30 से अिधक ऊ ायन क (Incubation Centre) थािपत करना।
स मकारी आधारभू त सं रचना- कम पूं जी िनवे श के साथ उ ोग की थापना एवं उनके बाधारिहत सं चालन
के िलए उ गु णव ा वाले आधारभूत संरचना का होना अिनवाय है । भौितक आधारभू त सं रचना यथा सड़क,
रे ल तथा हवाई यातायात आिद की उपल ता उ ोग े को बढ़ावा दे ने म मदद करे गी। अतः रा ारा
अपनाए जाने वाली कुछ मह पूण गितिविधयां िन कार ह:
a. साहबगंज म ब -मोडल टिमनल का िवकास।
b. िजयाडा ारा नए और मौजू दा औ ोिगक ित ानों / पाक के िलए भू िम ज़ोिनं ग योजना ।
c. सं पक सड़कों, हाई टशन िवद् यु त कने न एवं जलापू ित की व था के िलए 10,000
एकड़ भू िम का लड बक का िवकास।
d. सावजिनक, पी.पी.पी., जे.वी. मोड के अं तगत े िविश औ ोिगक पाक ( ा क पाक,
ई.एम.सी., फामा पाक, टे टाइल पाक आिद) थािपत करना।
e. आिद पु र इले ॉिनक िविनमाण र का िवकास।
f. िनवे शकों और अ िहतधारकों को औ ोिगक पाक , ित ानों आिद के िवकास म िनवे श
करने के िलए उपयु नीित तैयार करना।
g. िनयात और हाई- ीड े ट और या ी टे न से वाओं की सुिवधा के िलए टाटानगर म थत
अं तदशीय कंटे नर िडपो को सु ढ़ करना।
h. इ न डे िडकेटे ड े ट कॉ रडोर, जो झारखं ड से होकर गुजरती है तथा सभी उ री रा ों
को जोडने के साथ ही बंदरगाहों तक कने िवटी दान करती है , की शी शु आत।
i. कोलकाता, ह या और पारादीप बंदरगाहों तक सड़क और रे ल सं पक को सु ढ़ करना।
j. ॉडबड, हाई ीड क ु िनकेशन, डाटा कने िवटी, 4 जी, इ ािद के िवकास से सं बंिधत
एजिसयों को आव क शासिनक सहायता दान करना।
ापार सु गमता (Ease of Doing Business): झारखंड सरकार ने ापार के िवकास एवं िव ार तथा
उ िमयों के िलए ापार लेनदे न लागत को कम करने के िलए ापार सु गमता की ाथिमकता दी है ।
खनन गितिविधयों को सु ढ़ बनाना: झारखं ड म भारत का सबसे बड़ा खिनज सं साधन (लगभग 87 बी.टी.)
है तथा झारखं ड की अथ व था का मुख े होने के साथ ही यह रा जीएसडीपी म इसका लगभग
10% का योगदान है । रा के िलए मुखता वाले े ों म सतत, कुशल तथा िकफायती खनन के साथ-साथ
खिनज व ु की िव ृ त सू ची (Inventory) का उ यन एवं सु ढ़ीकरण भी होगा। इसके अं तगत िन िल खत
मुख े होंगे:
a. जी.डी.पी. म योगदान को बढ़ाकर लगभग 12% करना। खिनज े से राज को वतमान
4,771 करोड़ पये से बढ़ाकर वष 2020 तक 6,000 करोड़ . करना।
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b. खनन के िलए भूिम की उपल ता म अिभवृ : ऐसे े ों म जहां , िनजी पािटयों ारा भू िम
ािम सं भव नही ं है , खनन म पी.पी.पी. मोड िवकिसत और अपनाया जा सकता है ।
c. जीआरआई आधा रत ो ाहन: रा ारा, खिनक को ो ािहत करने के िलए,
स े नेिबिलटी रपोिटग के िलए जीआरआई मानकों को अपनाया जाएगा।
d. खिनज शासन णाली के साथ िसं गल िवं डो को एकीकृत करना।
e. थानीय कमचा रयों के कौशल िश ण के िलए खनन का उ ृ ता क (Centre of
Excellence) थािपत करना।
f. चालन को बढ़ावा दे ने के िलए काय म Artificial Intelligence और रोबोिट का
उपयोग।
g. िजला िमनरल फंड के उपयोग, खिनकों की सु र ा एवं ा , जीरो-वे माईिनं ग तथा
जल के पुनच ण (Recycling of Water) के िलए नीितपरक, िविधक, िनयामक तथा
सं थागत े मवक का िवकास।
िव ीय वष 2018-19 म क ीय बजट / रा बजट के अनु प ारं भ िकये जाने वाले कुछ पहल
उ ोग
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सतत् वन बंधन
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सं साधन पू वानुमान
यं के ोत
सरकार का कर और गैर-कर राज , जैसा िक पू व म विणत है , वतमान कीमतों पर रा के जी.एस.वी.ए
पर िनभर करता है । वष 2016-17 म, रा का कर राज 6.71 ितशत था और रा की वतमान कीमतों
पर गैर-कर राज जी.एस.वी.ए का 3.93 ितशत था। इन दरों पर रा का अपना कर राज वष 2018-
19 म . 210 सौ करोड़ से . 218 सौ करोड़, वष 2019-20 म 235 सौ करोड़ से . 249 सौ करोड़
तथा वष 2020-21 म . 264 सौ करोड़ से . 285 सौ करोड़ अनु मािनत है । इसी तरह, रा का गैर कर
राज वष 2018-19 म . 123 से . 127 सौ करोड़, वष 2019 -20 म . 137 से . 146 सौ करोड़
तथा वष 2020-21 म . 154 से . 167 सौ करोड़ की सीमा म होने की उ ीद है ।
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करोड़ से . 115 सौ करोड़,वष 2019-20 म . 124 सौ करोड़ से . 131 सौ करोड़ तथा वष 2020-21
म . 139 सौ करोड़ से . 150 सौ करोड़ अित र रािश सं भािवत है ।
नीित आयोग ारा उनके ‘तीन वष की काय योजना’ सं बंधी द ावे ज म वष 2017-18, 2018-19 और
2019-20 म इन े ों म अपने खच म वृ के कुछ अनु मान लगाया गया है । हम उ ीद है िक इन े ों
से सं बंिधत के े और के ायोिजत योजनाओं के िलए उसी दर से झारख को रािश िवमु की
जाएगी। तदनु प वष 2018-19 के िलए . 9405.79 करोड़, वष 2019-20 के िलए . 11064.75 करोड़
ा होगा। टड को ान म रखते ए वष 2020-21 के िलए . 12724.46 करोड़ . ा होने की
संभावना है ।
नीित आयोग ारा िचि त िकए गए मह ाकां ी/ िपछड़े िजलों के िवकास के िलए भारत सरकार से अिधक
आवं टन के िलए यास िकया जाएगा।
रा का अ ोतों से िव ीय संसाधन
सरकारी ोतों के अलावा रा को िवकास के िलए िव ीय सं थानों, ब प ीय एजिसयों और िनजी े ों से
िव ीय सं साधन भी ा होंगे।
िसतं बर 2016 म सं थागत िव ीय ोतों से कुल अि म पये . 103 हजार करोड़ था । यिद यह 16
ितशत ित वष की दर (पू व टड तथा रा के वतमान िवकास यासों के आधार पर अनु मािनत) से बढ़ता
है , तो यह बढ़कर वष 2018 म 138 हजार करोड़, 2019 म 161 हजार करोड़, 2020 म . 187
हजार करोड तथा वष 2021 म 217 हजार करोड़ होने की सं भावना है ।
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एिशयन डे वलपमट बक और िव बक जै से ब प ीय एजिसयों से रा को एक बड़ी रािश ा होने की
उ ीद है । िनजी ोतों से भी रा म िनवे श करने की संभावना है । ये सारे िनवे श रा की तीन साल की
काय योजना के ल ों की ा म भी योगदान दे गा।
िवकास आयु के कायालय से अिभसरण को अिभ े रत िकया जाएगा। संबंिधत िवभागों के सिचवों ारा
यह सु िनि त िकया जाएगा िक े ीय इकाईयाँ (Lower Formations) िविभ काय मों और योजनाओं
को एक अिभस रत मोड (Convergence Mode) म लागू कर जै सा िक इस काय योजना द ावे ज म
उ खत है ।
लाभु क तथा नाग रक िवकास के एजडे के के म होंगे िजस हे तु सरकार तथा अ िहतधारक उनके
िवकास चु नौती का सामना करने के िलए सव म सं भािवत समाधान हे तु सामंज थािपत करगे।
नाग रकों के िवकास एवं उनकी उ ित के िलए अिभसरण पहल के अं तगत मह पू ण कारवाईयाँ िन वत
ह:
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इस ल एवं काय योजना द ावे ज के अनु प समय-सीमा एवं भूिमकाओं के साथ 'िमशन
या प रयोजना' मोड पर काया त िकए जाने वाले मह पू ण िवकास प रणामों (Outcome) की
पहचान करना।
इस मह ाकां ी एजडे को लागू करने म परं परागत सम य सिमितयां की मता म कमी को
ि गत रखते ए सश अंतर-िवभागीय कारवाई समूहों (Inter Departmental Action
Groups) की थापना, िजसम िमशन मोड प रयोजनाओं के िलए िवभाग िवशे ष को नोडल िवभाग
के प म नािमत िकया जाना।
भावी डे लीवरी (Delivery) तथा उ े पू ण अनु वण के िलए ौ ोिगकी का उपयोग।
काय एजडे म अिभसरण को सु िवधाजनक बनाने के िलए रा सरकार म ि याओं की
Reengineering तथा ून रों (Lower Levels) पर िनणय मता का िवकास (यथासं भव सभी
रों पर िववे काधीन श यों को कम करने / समा करना)
िवक ीकृत योजना, काया यन तथा सम य के िलए थानीय शासन सं थानों को सु ढ़ बनाना
तथा उनका िमक सश करण और उ श यों का अं तरण (Devolution of Powers)
सु िनि त करना ।
काया यन तथा अिभसरण म सुगमता के िलए प से ले खत सं चालन ि याओं (Clearly
Documented Operating Procedure) का िन पण तथा इस हे तु सं साधन आवं टन / बं धन
तं म उिचत प रवतन करना।
46
47
यह ितवे दन रा िवकास प रषद् की उप सिमित ारा तै यार िकया गया है ।
उप सिमित िन स िलत थे :
2. प म ी अशोक भगत सद
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