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अंचि कायातिय: िटना

राजभाषा हवभाग
चाणक्य टावर, 2रा ति, आर ब्लॉक, िटना -800001

संघ की राजभाषा नीहत

1. भारत संघ की राजभाषा

संघ की राजभाषा हहंदी और हिहि दे वनागरी है। संघ के शासकीय प्रयोजनों के हिए प्रयोग होने
वािे अंकों का रूि भारतीय अंकों का अं तराष्ट्रीय स्वरूि है ।
{संहवधान का अनुच्छेद 343 (1)}

2. अनुच्छेद 351.-

हहंदी भाषा के हवकास के हिए हनदे श-

संघ का यह कततव्य होगा हक वह हहन्दी भाषा का प्रसार बढाए, उसका हवकास करें
हजससे वह भारत की सामाहसक संस्कृहत के सभी तत्ों की अहभव्यक्ति का माध्यम
बन सके और उसकी प्रकृहत में हस्तक्षेि हकए हबना हहन्दु स्तानी में और आठवी ं
अनुसूची में हवहनहदत ष्ट् भारत की अन्य भाषाओं में प्रयुि रूि, शैिी और िदों को
आत्मसात करते हुए और जहााँ आवश्यक या वांछनीय हो वहााँ उसके शब्द-भंडार के
हिए मुखयतः संस्कृत से और गौणतः अन्य भाषाओं से शब्द ग्रहण करते हुए उसकी
समृक्ति सुहनहित करे ।

3. हहंदी भारत संघ की राजभाषा के रूि में 26 जनवरी,1950 को िागू हुई।

4. 14 हसतंबर का महत् - संहवधान सभा ने 14 हसतंबर, 1949 को हहंदी को राजभाषा


स्वीकार हकया था, इसीहिए 14 हसतंबर को हहंदी हदवस मनाया जाता है।

5. राजभाषा अहधहनयम 1963 - 10 मई 1963 से िागू हुआ।

6. राजभाषा हनयम, 1976 यथासंशोहधत 1987 ।

जब उिहनयम (1) में हवहनहदत ष्ट् कोई आवेदन, अिीि या अभ्यावेदन हहन्दी में हकया गया हो
या उस िर हहन्दी में हस्ताक्षर हकए गए हों, तब उसका उत्तर हहन्दी में हदया जाएगा।

केन्द्रीय सरकार के हकसी कायातिय में प्रयोग हकए जाने वािे रहजस्टरों के प्रारूि और शीषतक
हहन्दी एवं अंग्रेजी में होंगे।

केन्द्रीय सरकार के हकसी कायातिय में प्रयोग के हिए सभी नामिट्ट, सूचना िट्ट,ित्रशीषत और
हिफाफों िर उत्कीणत िेख तथा िेखन सामग्री की अन्य मदें हहन्दी और अंग्रेजी में हिखी
जाएं गी, मुहित या उत्कीणत होंगी;

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सं कलनकर्ता - डॉ.सतकेर् सहतय, मुख्य प्रबन्धक (रतजभतषत), अं चल कतयता लय, सं पका – saket.sahay@pnb.co.in;
7. राजभाषा हनयम, 1976 के उि हनयम-5 के तहत- हहं दी में प्राप्त ित्र/ई-मेि का जवाब
अहनवायत रुि से हहंदी में हदया जाए।

8. राजभाषा हनयम, 1976 के उि हनयम - 12 के अनुसार-राजभाषा अहधहनयम/हनयमों के


उिबंधों या इसके अधीन जारी हनदे शों का समुहचत रूि से कायातियों में िािन करने व कराने
की हजम्मेदारी प्रशासहनक प्रधान की है।

9. राजभाषा प्रगहत ररिोटों को हतमाही समाक्तप्त के अहधकतम 30 हदनों के भीतर जमा की


जाए।

10. राजभाषा कायातन्वयन सहमहत प्रत्येक शाखा/कायातिय में गहठत की जाए तथा इसकी बैठक
प्रत्येक हतमाही में आयोहजत की जाए।

11. नगर राजभाषा कायातन्वयन सहमहत प्रत्येक नगर में जहां केंि सरकार के 10 या उससे
अहधक कायातिय हों तथा इसकी बैठक वषत में दो बार आयोहजत की जाती है।

12. नगर राजभाषा कायातन्वयन सहमहत में सदसयों की संखया अहधकतम 50 रखी जाए और
बैठक में प्रशासहनक प्रधान स्वयं भाग िें।

13. राजभाषा प्रयोग की दृहष्ट् से भारत को 03 क्षेत्रों में बांटा गया है।

14. राजभाषा हनयम 1976 यथासंशोहधत 1987 के अनुसार क्षेत्र ''क'' के अंतगतत आने वािे
राज्य एवं केंि शाहसत क्षेत्र –

राज्य - हबहार, हररयाणा, हहमाचि प्रदे श, मध्य प्रदे श, राजसथान, उत्तर प्रदे श, छत्तीसगढ,
उत्तराखंड, झारखंड ।

केंि शाहसत प्रदे श - अंडमान और हनकोबार द्वीि समूह, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र हदल्ली ।

15. राजभाषा हनयम 1976 यथा संशोहधत 1987 के अनुसार क्षेत्र ''ख'' के अंतगतत आने वािे
राज्य एवं केंि शाहसत क्षेत्र –राज्य - गुजरात, महाराष्ट्र, िंजाब ।

केंि शाहसत प्रदे श - चंडीगढ, दमण व दीव तथा दादरा एवं नगर हवेिी ।

16. राजभाषा हनयम,1976 यथासंशोहधत.,1987 के अनुसार क्षेत्र ''ग'' के अंतगतत आने वािे
राज्य/केंिशाहसत प्रदे श

- ''क'' और ''ख'' क्षेत्र में शाहमि राज्यों एवं केंि शाहसत क्षेत्रों को छोड़कर अन्य राज्य एवं केंि
शाहसत प्रदे श।

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सं कलनकर्ता - डॉ.सतकेर् सहतय, मुख्य प्रबन्धक (रतजभतषत), अं चल कतयता लय, सं पका – saket.sahay@pnb.co.in;
17. संहवधान की आठवी ं अनुसूची में शाहमि भाषाएं –

1. असहमया 2. उहडया 3. उदू त 4. कन्नड़ 5. कश्मीरी 6. गुजराती 7. तहमि 8. तेिुगु 9. िंजाबी


10. बंगिा 11. मराठी 12. मियािम 13. संसकृत 14. हसन्धी 15. हहंदी 16. नेिािी 17.
कोंकणी 18. महणिुरी 19. मैहथिी 20. संथािी 21. डोगरी एवं 22. बोडो ।

18. संसदीय राजभाषा सहमहत में कुि 30 संसद सदस्य(िोक सभा – 20, राज्य सभा – 10) होते
हैं।

19. संसदीय राजभाषा सहमहत की हसफाररशों के अनुक्रम में राष्ट्रिहत महोदय के आदे श के
अनुसार- केंि सरकार के मंत्राियों/हवभागों/कायातियों/उिक्रमों/बैंकों आहद द्वारा जो भी हवज्ञािन
अं ग्रेजी/क्षे त्रीय भाषाओं में हदए जाते है उसे अहनवायत रूि से हहं दी भाषा में जारी हकया जाए।

20. हहंदी के प्रयोग के हिए वषत -2023-24 का भारत सरकार द्वारा जारी वाहषतक
कायतक्रम:

वाहषतक कायतक्रम के अनुसार 'क', 'ख' तथा 'ग' क्षेत्र के हिए ित्राचार के िक्ष्य
हनम्नानुसार है -

‘क’ क्षेत्र ‘ख’ क्षेत्र ‘ग’ क्षेत्र


•'क' क्षे त्र से 'क' क्षेत्र -100% 'ख' क्षेत्र से 'क' क्षे त्र - 90% 'ग' क्षेत्र से 'क' – 55%
•'क' क्षे त्र से 'ख' क्षेत्र- 100% 'ख' क्षेत्र से 'ख' क्षेत्र - 90% 'ख' क्षेत्र से ‘ख’– 55%
•'क' क्षे त्र से 'ग' क्षेत्र - 65% 'ख' क्षेत्र से 'ग' क्षेत्र - 55% 'ग' क्षेत्र से ‘ग’- 55%
नोहटं ग का िक्ष्य
‘क’ क्षेत्र ‘ख’ क्षेत्र ‘ग’ क्षेत्र
75% 50% 30%

21. राजभाषा अहधहनयम, 1963 की धारा 3(3) के अंतगतत 14 दस्तावेजों का उल्लेख है ।


22. राजभाषा के कायातन्वन हेतु वाहषतक कायतक्रम गृह मंत्रािय, भारत सरकार द्वारा तैयार हकया
जाता है ।
23. सावतजहनक क्षेत्र के बैंकों में राजभाषा नीहत के कायातन्वयन संबंधी हनरीक्षण का दाहयत्
संसदीय राजभाषा सहमहत की तीसरी उि सहमहत को सौि ं ा गया है ।
24. राजभाषा कायातन्वयन सहमहत की बैठक वषत में चार बार आयोहजत की जाती है ।
25. हवश्व हहन्दी हदवस वषत 2006 से प्रहतवषत 10 जनवरी को मनाया जाता है ।
26. राजभाषा हनयम, 1976 के हनयम 10 (4) के तहत केंि सरकार के हकसी भी कायातिय को
राजित्र ित्र में अहधसूहचत करवाएं जाते है जब उस कायातिय के 80% स्टाफ को कायतसाधक
ज्ञान/ प्रवीणता प्राप्त हो।
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सं कलनकर्ता - डॉ.सतकेर् सहतय, मुख्य प्रबन्धक (रतजभतषत), अं चल कतयता लय, सं पका – saket.sahay@pnb.co.in;

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