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नkणयर् कस शीितथ, ुषधि कस वरवरधथा और गैराई, kेथत्ृ र और साें ािसक स्ग k कस र् ग्र्था, बौद्धधक और
kनथक ईें ाkदवाारी कस भल सा्ि कस सा सकथल ै
2. साक्षात्कार ें प्रनथ ुरीक्षण (िास एग्सालें kेशीk) कस प्रणाली kैी् अुkाई साथल इसें स्राभावरक
राथायलाु के ें ाध्र्ें से म्ें लदवारार के ें ाkलसक गण
र क का ुथा लगाkे का प्रर्त्k यकर्ा साथा ै, ुरन्थर रै
राथायलाु एक वरशीे िदवाशीा ें और एक वरशीे प्रर् सk से यकर्ा साथा ै
3. साक्षात्कार ुरीक्षण म्ें लदवारारक के वरशीे र्ा साें ान्र् ज्ञाk कस सा्ि करkे के प्रर् सk से kैी् यकर्ा
साथा, तर्कयक मसकस सा्ि ललणखथ प्रचk ुत्रक से ुैले ैी ै साथल ै म्ें लदवारारक से आशीा कस साथल ै यक
रे k केरल अुkे शीक्षणणक वरशीे वर र्क ें ैी ुार् गथ ैक बिल्क मk घिkाओ् ुर भल ध्र्ाk दवा स मkके
िारक ओर अुkे राज्र् र्ा दवाे शी के भलथर और बाैर घि रैी ैैं थाा आधरनkक वरिारधारा और kई-kई ख सक
ें भल रूधि ल स यक यकसल सलर शीक्षक्षथ र्र
र क ें िसज्ञासा ुदवाा कर सकथल ै
खंड-III
परीक्षा का पाठ्य वववरर्
नोि : म्ें लदवारारक क सलाै दवाी साथल ै यक रे प्रार् लभक ुरीक्षा के ललए इस ख्ड ें प्रकालशीथ ुाठ्र्िें का
अध्र्र्k कर, तर्कयक कई वर र्क के ुाठ्र्िें ें सें र्-सें र् ुर ुरररथयk यकए गए ैैं
भाग-क
प्रारं सभक परीक्षा
ब धग्र्था
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टिप्पर्ी 1 : लसवरल सेरा (प्रार् लभक) ुरीक्षा का ुेुर-II, अैयक ुेुर ै गा िससके ललए न्र्k
ू थें अैयक अ्क
33% नkधायररथ यकए गए ैैं
टिप्पर्ी 3 : ें ल्
ू र्ा्कk के प्रर् सk से म्ें लदवारार के ललए र्ै अनkरार्य ै यक रै लसवरल सेरा (प्रार् लभक)
ुरीक्षा के दवा kक ुेुरक ें सि्ें ललथ ै र्िदवा क ई म्ें लदवारार लसवरल सेरा (प्रार् लभक) ुरीक्षा के दवा kक ुेुरक
ें सि्ें ललथ kैी् ै था ै थब मसे अर् ग्र् ैरार्ा साएगा
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साें ान्र् अध्र्र्k के प्रचk-ुत्रक (प्रचk-ुत्र-II से प्रचk-ुत्र-V) के प्रचkक का स्ररूु थाा इkका स्थर ऐसा ै गा
यक क ई भल सलर शीक्षक्षथ व्र्ितथ बबkा यकसल वरशीे अध्र्र्k के इkका मत्थर दवाे सके प्रचk ऐसे ैकगे िसkसे
वरवरध वर र्क ुर म्ें लदवारार कस साें ान्र् साkकारी का ुरीक्षण यकर्ा सा सके और स लसवरल सेरा ें
कररर्र से स्बध् धथ ैकगे प्रचk इस प्रकार के ैकगे स सभल प्रास्धगक वर र्क के बारे ें म्ें लदवारार कस
आधारभथ
ू सें झ थाा ुरस्ुर-वरर धल साें ािसक-आधायक लक्षर्क, मद्दवाे चर्क और ें ा्गक का वरचले ण थाा इk
ुर दृिष्िक ण अुkाkे कस क्षें था का ुरीक्षण कर म्ें लदवारार स्गथ, साायक थाा सारगलभयथ मत्थर दवा
लसवरल सेरा (प्रधाk) ुरीक्षा कस र् सkा ें सि्ें ललथ प्रचk-ुत्रक का ुाठ्र्िें नk्kाkस
र ार ै :-
इस प्रचk ुत्र का मद्दवाे चर् अ्ग्रेसल थाा स्बध् धथ भारथलर् भा ा ें अुkे वरिारक क स्ुष्ि थाा सैी रूु ें
प्रकि करkा थाा ग्भलर थकयुण
ू य गद्र् क ुढ़kे और सें झkे ें म्ें लदवारार कस र् ग्र्था कस ुरीक्षा करkा
ै प्रचk ुत्रक का स्ररूु आें थौर ुर नk्k प्रकार का ै गा :
(i) िदवाए गए गद्र्ा्शीक क सें झkा
(ii) स्क्षेुण
(iii) शीब्दवा प्रर् ग थाा शीब्दवा भ्डार
(iv) लघर नkब्ध
भाररीय भािाएं :-
(i) िदवाए गए गद्र्ा्शीक क सें झkा
(ii) स्क्षेुण
(iii) शीब्दवा प्रर् ग थाा शीब्दवा भ्डार
(iv) लघर नkब्ध
(v) अ्ग्रेसल से भारथलर् भा ा थाा भारथलर् भा ा से अ्ग्रेसल ें अkर
र ादवा
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टिप्पर्ी 2 : अ्ग्रस
े ल थाा भारथलर् भा ाओ् के प्रचk ुत्रक के मत्थर म्ें लदवारारक क अ्ग्रेसल थाा स्बध् धथ
भारथलर् भा ा ें दवाे kे ैकगे (अkर
र ादवा क छ िकर)
प्रचन पत्र – I
तनबंध :- म्ें लदवारार क वरवरध वर र्क ुर नkब्ध ललखkा ै गा मkसे अुेक्षा कस साएगल यक रे नkब्ध के
वर र् ुर ैी केिन्द्रथ रै थाा अुkे वरिारक क सनर kर् िसथ रूु से व्र्तथ कर और स्क्षेु ें ललख प्रभारल
और सिीक अलभव्र्ितथ के ललए अ्क प्रदवााk यकए साए्गे
प्रचन पत्र – II
सामान्य अधययन-I : भाररीय ववरासर और संस्कतर, ववचव का इतरहास एवं भग
ू ोल और समाज
भारथलर् स्स्कृनथ ें प्रािलk काल से आधनर kक काल थक के कला के रूु, सािैत्र् और
रास्थक
र ला के ें य
र र् ुैलू शीालें ल ैकगे
18रल् सदवाी के लगभग ें ध्र् से लेकर रथयें ाk सें र् थक का आधरनkक भारथलर् इनथैास-
ें ैत्रुण
ू य घिkाए्, व्र्ितथत्र, वर र्
स्रथ्त्रथा स्ग्राें - इसके वरलभन्k िरण और दवाे शी के वरलभन्k भागक से इसें अुkा र् गदवााk
दवाे kे राले ें ैत्रुण
ू य व्र्ितथ/मkका र् गदवााk
स्रथ्त्रथा के ुचिाथ दवाे शी के अ्दवार एकसकरण और ुk
र गय k
वरचर के इनथैास ें 18रल् सदवाी कस घिkाए् र्ाा औद्र् धगक िा्नथ, वरचर र्द्
र ध, राष्ट्रीर्
सलें ाओ् का ुk
र : सलें ा्कk, मुनkरेशीरादवा, मुनkरेशीरादवा कस सें ािप्थ, रासkलनथक दवाशीयk
शीास्त्र ससे सा्र्रादवा, ुस
ू् लरादवा, सें ासरादवा आिदवा शीालें ल ैकगे, मkके रूु और सें ास ुर
मkका प्रभार
भारथलर् सें ास कस ें य
र र् वरशीे थाए्, भारथ कस वरवरधथा
ें िैलाओ् कस भलू ें का और ें िैला स्ग k, सkस्यर्ा एर् स्बद्ध ें द्
र दवाे , गरीबल और
वरकासात्ें क वर र्, शीैरीकरण, मkकस सें स्र्ाए् और मkके रक्ष ुार्
भारथलर् सें ास ुर भें
ू ड ् लीकरण का प्रभार
साें ािसक सशीतथलकरण, स्प्रदवाार्रादवा, क्षेत्ररादवा और धें य-नkरुेक्षथा
वरचर के भौनथक-भग
ू ल कस ें य
र र् वरशीे थाए्
वरचरभर के ें य
र र् प्राकृनथक स्साधkक का वरथरण (दवाक्षक्षण एलशीर्ा और भारथलर्
मुें ैाद्रलु क शीालें ल करथे ैरए), वरचर (भारथ सिैथ) के वरलभन्k भागक ें प्राालें क,
द्वरथलर्क और थथृ लर्क क्षेत्र के मद्र् गक क स्ाावुथ करkे के ललए िस्ें ेदवाार कारक
भक
ू ् ु, सk
र ाें ल, ज्रालाें ख
र लर् ैलिल, ििराथ आिदवा ससल ें ैत्रुण
ू य भ-ू भौनथकसर् घिkाए्,
भग
ू लीर् वरशीे थाए् और मkके स्ााk-अनथ ें ैथरुण
ू य भग
ू लीर् वरशीे थाओ् (सल-स्र थ और
िैें ाररण सिैथ) और रkस्ुनथ एर् प्राणण-सगथ ें ुरररथयk और इस प्रकार के ुरररथयkक
के प्रभार
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भारथलर् अायव्र्रस्ाा थाा र् सkा, स्साधkक क सरिाkे, प्रगनथ, वरकास थाा र सगार से
स्बध् धथ वर र्
सें ारेशील वरकास थाा इससे मत्ुन्k वर र्
सरकारी बसि
ें य
र र् फसल - दवाे शी के वरलभन्k भागक ें फसलक का ुिkय - लस्िाई के वरलभन्k प्रकार एर्
लस्िाई प्रणाली-कृव मत्ुादवा का भ्डारण, ुरररैk थाा वरुणk, स्बध् धथ वर र् और
बाधाए्; यकसाkक कस सैार्था के ललए ई-प्रौद्र् धगकस
प्रत्र्क्ष एर् अप्रत्र्क्ष कृव सैार्था थाा न्र्k
ू थें सें ायk ें ल्
ू र् से स्बध् धथ वर र्; सk
वरथरण प्रणाली-मद्दवाे चर्, कार्य, सलें ाए्, सध
र ार; बफर स्िॉक थाा खाद्र् सरर क्षा स्बध
् ल
वर र्; प्रौद्र् धगकस लें शीk; ुशी-र ुालk स्बध
् ल अायशीास्त्र
भारथ ें खाद्र् प्रस्स्करण एर् स्बध् धथ मद्र् ग – कार्यक्षेत्र एर् ें ैत्र, स्ााk, ऊुरी और
kलिे कस अुेक्षाए्, आुनू थय श्र्ख
ृ ला प्रब्धk
भारथ ें भलू ें सध
र ार
मदवाारीकरण का अायव्र्रस्ाा ुर प्रभार, औद्र् धगक kलनथ ें ुरररथयk थाा औद्र् धगक
वरकास ुर इkका प्रभार
बनर kर्ादवाी ढा्िा : ऊसाय, ब्दवारगाै, सिक, वरें ाkुत्थk, रे लरे आिदवा
नkरेशी ें ॉडल
वरज्ञाk एर् प्रौद्र् धगकस – वरकास एर् अkप्र
र र् ग और र सें राय के सलरk ुर इसका प्रभार
वरज्ञाk एर् प्रौद्र् धगकस ें भारथलर्क कस मुलिब्धर्ा्; दवाे शीस रूु से प्रौद्र् धगकस का वरकास
और kई प्रौद्र् धगकस का वरकास
सि
ू kा प्रौद्र् धगकस, अ्थररक्ष, क्प्र्ि
ू र, र ब िितस, kk -ितk लॉसल, बार् -ितk लॉसल और
बौद्धधक स्ुदवाा अधधकारक से स्बध् धथ वर र्क के स्बध
् ें सागरूकथा
स्रक्षण, ुर्ायररण प्रदवा ू ण और क्षरण, ुर्ायररण प्रभार का आकलk
आुदवाा और आुदवाा प्रब्धk
वरकास और फलथे मग्ररादवा के बलि स्बध
्
आ्थररक सरर क्षा के ललए िk
र ौथल मत्ुन्k करkे राले शीासk वरर धल थत्रक कस भलू ें का
स्िार kेिरकय के ें ाध्र्ें से आ्थररक सरर क्षा क िk
र ौथल, आ्थररक सरर क्षा िरkौनथर्क ें
ें लडडर्ा और साें ािसक kेिरयकिंग साइिक कस भलू ें का , साइबर सरर क्षा कस बनर kर्ादवाी बाथ ,
धk-शी धk और इसे र कkा
सलें ारथी क्षेत्रक ें सरर क्षा िk
र ौनथर्ा् एर् मkका प्रब्धk - स्गि थ अुराध और आथ्करादवा
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दवाे शी के वरलभन्k कृव सलरार्र क्षेत्रक ें सस्र् िें ; सस्र्िें ें वरस्ााुk ुर अधधक ुदवाारार राली थाा
अल्ुारधध यकस्ें क का प्रभार; वरलभन्k सस्र्k एर् कृव प्रणाललर्क कस स्कल्ुkाए्; सर एर् ुररशीद्
र धथा
कृव ; ें ैत्रुण
ू य अkास; दवालैk; नथलैk; रे शीा; शीकयरा; राणणिज्र्क एर् िार फसलक के मत्ुादवाk ैे थर ुकेस
रीनथर्ा्
वरलभन्k प्रकार के रkर ुण ससे यक साें ािसक रानkकस; कृव रानkकस एर् प्राकृनथक रkक कस ें य
र र्
वरशीे थाए् थाा वरस्थार, रk ुादवाुक का प्रसार; रk त्ुादवा; कृव रानkकस एर् ें ल्
ू र् ुरररधयk; रkक कस
रkस्ुनथर्क और स्थओ
र ् का स्रक्षण
खरुथरार, मkकस वरशीे थाए्; प्रकसणयk थाा वरलभन्k फसलक के साा मkकस स्बद्धथा; मkका गण
र k;
खरुथरारक स्बध
् ल सर थाा रासार्नkक नkर््त्रण
ें दवा
ृ ा-भौनथक; रासार्नkक थाा सवरक गण
र धें य; ें दवा
ृ ा रिkा के प्रिें थाा कारक; भारथ कस ें दवा
ृ ाए्; ें दवा
ृ ाओ्
के खनkस थाा काबयनkक स्घिक थाा ें दवा
ृ ा मत्ुादवाकथा अkरर क्षण ें मkकस भलू ें का; ुौधक के ललए आरचर्क
ु क थत्र थाा ें दवा
ृ ाओ् और ुादवाुक के अन्र् लाभकर थत्र; ें दवा
ृ ा मरयरथा; ें दवा
ृ ा ुरीक्षण एर् स्स्थारkा के
लसद्धा्थ, सें ाकललथ ु कथत्र प्रब्ध; सर मरयरक; ें दवा
ृ ा ें kाइट्र सk कस ैानk; सलें ग्k धाk-ें दवा
ृ ा ें
kाइट्र सk मुर् ग क्षें था; ें दवा
ृ ा ें kाइट्र सk र् धगकसकरण; फासफ रस एर् ु िे लशीर्ें का दवाक्ष मुर् ग;
सें स्र्ासkक ें दवा
ृ ाए् थाा मkका सध
र ार, ग्रलk ैामस; गस मत्ससयk क प्रभारल करkे राले ें दवा
ृ ा कारक; ें दवा
ृ ा
स्रक्षण; सें ाकललथ सल-वरभासk प्रब्धk; ें दवा
ृ ा अुरदवाk एर् इसका प्रब्धk; र ायधलk कृव और इसकस
सें स्र्ाए्, र ाय ु व थ कृव क्षेत्रक ें कृव मत्ुादवाk ें िस्ारथा लाkे कस प्रौद्र् धगकस
सस्र् मत्ुादवाk से स्बध् धथ सल मुर् ग क्षें था; लस्िाई कार्यिें के ें ाkदवा् ड; लस्िाई सल कस अुराै ैानk
क कें करkे कस वरधधर्ा् थाा साधk, डड्रु थाा नछिकार द्रारा लस्िाई; सलिा्थ ें दवा
ृ ाओ् से सलनkकास;
लस्िाई सल कस गण
र रत्था; सल ें दवा
ृ ा थाा सल प्रदवा ू ण ुर औद्र् धगक बिैस्त्रारक का प्रभार; भारथ ें
लस्िाई ुररर् सkाए्
फाें य प्रब्धk; वरस्थार; ें ैत्र थाा वरशीे थाए्; फाें य आर् सkा; स्साधkक का इष्िथें मुर् ग थाा बसिk;
वरलभन्k प्रकार कस कृव प्रणाललर्क का अायशीास्त्र; वरुणk प्रब्धk-वरकास कस कार्यkलनथर्ा्
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प्रचन पत्र – 2
ुादवाु प्रसkk का इनथैास; सkk कस वरधधर्ा्; स्रनkशीेिk थाा स्स्करण; प्रवरधधर्ा्; सस्र् ुादवाुक का
मदवागें , वरकास एर् मुसार्ा साkा; मदवागें केन्द्र; सें साथ श्रेणल का नkर्ें ; सस्र् आkर
र ल् शीक स्साधk-
स्रक्षण थाा मुर् ग; सस्र् ुादवाुक का सध
र ार; आणवरक सि
ू क एर् ुादवाु सध
र ार ें मkका अkप्र
र र् ग; शीद्
र ध
र्शीिें ररण; र्शीारली; सें ै
ू थाा ुk
र रारथी ररण; स्र् सल क्षें था; ुादवाु प्रसkk ें इसका ें ैत्र; स्कर
ओस एर् मसका मुर् ग; कार् स्स्करण; र ग एर् ुलिक प्रनथर ध के ललए प्रसkk
बलस मत्ुादवाk एर् प्रस्स्करण प्रौद्र् धगयकर्ा्; बलस प्रें ाणk; बलस ुरीक्षण एर् भ्डारण; डलएkए यफ् गर वप्रिि्ग
एर् बलस ु्सलकरण; बलस मत्ुादवाk एर् वरुणk ें सैकारी एर् नkसल स्र थक कस भलू ें का; बौद्धधक स्ुदवाा
अधधकार स्बध
् ल ें ाें ले
ुादवाु ु ण ु क थत्रक के अरशी ण; स्ााkा्थरण एर् मुाुिर् के स्दवाभय ें ुादवाु कानर्यकस के लसद्धा्थ;
ें दवा
ृ ा – सल ुादवाु स्बध
्
प्रयकण्र एर् ुादवाु-रणयक; प्रकाशी स्चले ण-आधरनkक स्कल्ुkाए् और इसके प्रिें क प्रभावरथ करkे राले
कारक, आतसल र अkातसल स्रशीk; C3; C4 एर् CAM यिर्ावरधधर्ा्; काबोैाइट्रे ि; प्र िीk एर् रसा
मुाुिर्; रद्
ृ धध एर् ुरररधयk; दवाीिप्थ काललथा एर् रस्थलकरण; ुादवाु रद्
ृ धध मुादवााk एर् सस्र् मत्ुादवाk ें
इkकस भलू ें का; बलस ुरररधयk एर् अkक
र रण कस कानर्यकस; प्रसिू प्थ; प्रनथबल; कानर्यकस-राथ प्रराै; लरण एर्
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भारथ ें खाद्र् मत्ुादवाk एर् मुभ ग कस प्ररिृ त्थर्ा; खाद्र् सरर क्षा एर् सkस्यर्ा रद्
ृ धध-दृिष्ि 2020 अन्र्
अधधशीे के कारण, राष्ट्रीर् एर् अ्थरायष्ट्रीर् खाद्र् kलनथर्ा्; अधधप्रािप्थ; वरथरण कस बाध्र्थाए्, खाद्र्ाkक कस
मुलब्धथा; खाद्र् ुर प्रनथव्र्ितथ व्र्र्; गरीबल कस प्ररिृ त्थर्ा्; सk वरथरण प्रणाली थाा गरीबल कस रे खा के
kलिे कस सkस्यर्ा; लक्षर् न्ें ख
र ल सk वरथरण प्रणाली (PDS); भें
ू ड ् लीकरण के स्दवाभय ें kलनथ कार्ायन्रर्k,
प्रिें बाध्र्थाए्; खाद्र् मत्ुादवाk का राष्ट्रीर् आैार, िदवाशीा-नkदवाे शीक एर् खाद्र् मुभ ग प्ररिृ त्थ से स्बध
् ,
क्षरधाशीें k के ललए खाद्र्ाधाररथ आैार मुागें ; ु क थत्रक कस न्र्k
ू था-सक्ष
ू ें ु क थत्र न्र्k
ू था; प्र िीk
ऊसाय करु ण र्ा प्र िीk कल री करु ण (PEM र्ा PCM); ें िैलाओ् और बचिक कस कार्यक्षें था के स्दवाभय
ें सक्ष
ू ें ु ण थत्र न्र्k
ू था एर् ें ाkर स्साधk वरकास; खाद्र्ान्k मत्ुादवाकथा एर् खाद्र् सरर क्षा
पर्प
ु ालन एवं पर्धु ि कत्सा ववञानान
प्रचन पत्र – I
1. पर्ु पोिर्
1.1 ुशीर के अ्दवार खाद्र् ऊसाय का वरभासk; प्रत्र्क्ष एर् अप्रत्र्क्ष ऊष्ें ालें नथ; काबयk-
kाइट्र सk स्थल
र k एर् थल
र kात्ें क बध वरधधर्ा्, र ें ्ाल ुशीओ
र ;् सअ
र रक एर् करतकरिक ें
खाद्र् का ऊसायें ाk व्र्तथ करkे के लसद्धा्थ; अkरर क्षण; रद्
ृ धध स्गभयथा; सथन्र् स्त्रार
थाा अ्डा; ऊk एर् ें ा्स मत्ुादवाk के ललए ऊसाय आरचर्कथाए्
1.2 प्र िीk ु ण ें kरलkथें प्रगनथ, ऊसाय-प्र िीk स्बध
् ; प्र िीk गण
र था का ें ल्
ू र्ा्कk;
र ें ्ाल आैार ें NPN र् धगकक का प्रर् ग; अkरर क्षण रद्
ृ धध स्गभयथा; स्थन्र् स्त्रार थाा
अ्डा; ऊk एर् ें ा्स मत्ुादवाk के ललए प्र िीk आरचर्कथाए्
1.3 प्रें ख
र एर् लेस खनkस-मkके स्त्र थ: शीरीर यिर्ात्ें क प्रकार्य एर् ैीkथा लक्षण; वर ले
खनkस; खनkस अ्थ: यिर्ाए्, शीरीर ें रसा-घल
र kशीलल थाा सल घल
र kशीलल खनkसक कस
भलू ें का, मkके स्त्र थ एर् ैीkथा लक्षण
1.4 आैार स्र् सल-ें लाेk स्दवाें क; प्र बार् ििक; ए्साइें ; ए्िीबार् ििक; ैाें ोk; ओललग ;
शीकयराइड; ए्िीओतसलडि; ुार्सलकारक; स्ि स्दवाें क; मभर्र धल इत्र्ािदवा, ैाें ोk एर्
ए्िीबार् िितस ससे रद्
ृ धधरधयकक का मुर् ग एर् दवाष्र प्रर् ग-kरलkथें स्कल्ुkाए्
1.5 िारा सर् क्षण; आैार का भ्डारण एर् आैार अरर्र, आैार प्रौद्र् धगकस एर् आैार
प्रस्स्करण ें अलभkर प्रगनथ; ुशीर आैार ें मुिस्ाथ ु ण र धल एर् वर ले कारक;
आैार वरचले ण एर् गण
र था नkर््त्रण; ुािkलर्था अलभप्रर् ग-प्रत्र्क्ष; अप्रत्र्क्ष एर् सि
ू क
वरधधर्ा्, िारण ुशीओ
र ् ें आैार ग्रैण प्रार्िर तथ
44
45
46
प्रचन पत्र – 2
1. र्रीर रिना ववञानान, भेिज गर्
ु ववञानान एवं स्वास्थ्य ववञानान :
1.1 ऊथक वरज्ञाk एर् ऊथकसर् थकkलक : ऊथक प्रिें ण एर् H.E. अलभर् सk कस ुराफसk
अ्थ: स्ाावुथ थकkलक-िैें लकरण ें ाइि ि ें ल-सक्ष
ू ें दवालशीयकस-दवाीप्थ क्षेत्र सक्ष
ू ें लदवाशीी एर्
इलेतट्राk सक्ष
ू ें दवाशीी, क लशीका कस क लशीका वरज्ञाk स्रिkा, क लशीका्ग एर् अ्थरेशीk;
क लशीका वरभासk-क लशीका प्रकार-ऊथक एर् मkका रगीकरण-भ्रण
ू लर् एर् व्र्स्क ऊथक-
अ्गक का थल
र kात्ें क ऊथक वरज्ञाk- स्रैkल, थ्बत्रका, ुािk, चरसk, ुेशील क्काली एर्
सkkें k
ू थ्त्र - अ्थ:स्रारलग्रधार्क-अध्र्ाररण-स्रेदवाी अ्ग
1.2 भ्रण
ू वरज्ञाk - ुक्षक्ष रगय एर् घरे लू स्थkुानर्र्क के वरशीे स्दवाभय के साा कशीेुषयकर्क का
भ्रण
ू वरज्ञाk-र्ग्र ें क सkk-नk ि
े k-सkk स्थर-गभय णझल्ली एर् अुरान्र्ास-घरे लू
स्थkुानर्र्क से अुरा के प्रकार-वरुषुथा वरज्ञाk-र्ें ल एर् र्ें लk-अ्गवरकास-सkk स्थर
व्र्त्र ुन्k-अ्थचिें ी, ें ध्र्िें ी एर् बिैियें ल व्र्त्र ुन्k
1.3 ें ौ-शीरीररकस-क्षेत्रलर् शीारीररकस : र ृ भ के ुराkासलर् क िर-लारग्र्धार् कस बिैस्थल
शीारीररकस; अरkेत्रक िर, स्लभका, धिबक
र कूवुका, ें ाkलसक एर् शीग
ू् ल थ्बत्रका र ध कस
क्षेत्रलर् शीारीररकस, ुराकशीेरूक थ्बत्रकाओ् कस क्षेत्रलर् शीारीररकस गह्
र र् थ्बत्रका, ें ध्र्ें
थ्बत्रका, अ्थ: प्रक िष् का थ्बत्रका एर् बिै: प्रक िष् का थ्बत्रका-अ्थसलवरका, बिैसलवरका
एर् अ्गलर ल थ्बत्रकाए्-कुाल थ्बत्रकाए्-अधधदृढ़थानkका स्ज्ञाैरण ें शीालें ल स्रिkाए्-
मुररस्ा लसलका ुरय-रक्षलर्, मदवारीर् थाा श्र णलर् गिर ैका के अ्थरा्गक कस बिैस्थर
47
48
49
50
51
52
प्रचन पत्र - 2
1.1 भारथलर् स्स्कृनथ एर् सभ्र्था का वरकास-प्रागनथैालसक (ुरर ाुा ाण ें ध्र्ुा ाण, kरुा ाण
थाा kरुा ाण-थाम्रुा ाण), आद्र्ऐनथैालसक (लस्धर सभ्र्था): ैिप्ुा-ुर
ू ,य ैिप्ुाकालीk
एर् ुचि-ैिप्ुा स्स्कृनथर्ा्, भारथलर् सभ्र्था ें सkसाथलर् स्स्कृनथर्क का र् गदवााk
1.2 लशीराललक एर् kें यदवाा द्र णल के वरशीे स्दवाभय के साा भारथ से ुरर ा-kर
ृ ज्ञानkक साक्षर्
(राें ावुाेकस, लशीरावुाेकस एर् kें यदवाा ें ाkर
1.3 भारथ ें kस
ृ ानथ – ुरर ाथत्र वरज्ञाk: kस
ृ ानथ ुरर ाथत्र वरज्ञाk कस स्कल्ुkा; लशीकारी,
53
54
1. सक्ष्
ू मजैववकी एवं पािपरोग ववञानान :
वर ाण,र राइरॉइड, सलराण,र फ्गाई एर् ें ाइि प्लाज्ें ा स्रिkा एर् सkk बैरगण र k, कृव ,
मद्र् ग, धियकत्सा थाा रार्र एर् ें दवा
ृ ा एर् सल ें प्रदवा ू ण-नkर््त्रण ें सक्ष
ू ें सवरकस के
अkप्र
र र् ग, प्रार् k एर् प्रार् k घिkा वर ाणओ
र ,् सलराणओ
र ,् ें ाइि प्लाज्ें ा, फ्गाई थाा
सत्र
ू कृलें र्क द्रारा ै kे राले प्रें ख
र ुादवाुर ग, स्िें ण और फलार कस वरधधर्ा्, स्िें ण
थाा र ग प्रनथर ध के आिण्रक आधार ुरसलवरथा कस कानर्यकस और नkर््त्रण के मुार्
करक आवर , ें ॉडलk एर् र ग ुर
ू ायkें
र ाk, ुादवाु स्गर ध
2. क्रप्िोगेम्स:
शीराल, करक, लाइकk, ब्रार् फाइि, िे रीड फाइि-स्रिkा और सkk के वरकासात्ें क ुैल,ू
भारथ ें यिप्ि गे्स का वरथरण और मkका ुररिस्ानथक एर् आधायक ें ैत्र
3. पष्ट्ु पोिसभि :
अkारथ
ृ बलसल: ुर
ू य अkारथ
ृ बलसल कस अरधारणा अkारथ
ृ बलसल का रगीकरण और वरथरण
साइकेडेलीस, धग्ग ऐसलस, क kलफेरे लीस और kलिे लीस के ें य
र र् लक्षण, स्रिkा र सkk
साईंकेड यफललकेलीस, बेन्kेिििे लीस थाा काडेिेलीस का साें ान्र् रणयk भू रज्ञानkक
सें र्ें ाुkल, सलरचें प्रकार एर् मkके अध्र्र्k कस वरधधर्ा्, आरथ
ृ बलसल : रधगयकस,
शीारीररकस, भ्रण
ू वरज्ञाk, ुरागाणरवरज्ञाk और सानथरत्ृ थ, रगीकस सौुाk, राkस्ुनथक
kाें ुद्धनथ के अ्थरायष्ट्रीर् कूि, स्यर्ात्ें क रधगयकस एर् रसार्k-रधगयकस, शीारीररकस भ्रण
ू
वरज्ञाk एर् ुरागाणर वरज्ञाk से साक्षर् आरथ
ृ बलिसर्क का मदवागें एर् वरकास, आरथ
ृ
बलिसर्क के रगीकरण कस वरलभन्k प्रणाललर्क का थल
र kात्ें क वरररण, आरथ
ृ बलसल करलक
का अध्र्र्k-ें ग्k ललएसल, रkkकरलेसल, बसलकेसल, र सेसल, फेबेसल, र्फ
ू ाबबयएसल, ें ालरेसल,
डडप्िे र काुेसल, एवुएसल, एस्तलेवुडडएसल, रबबयkेसल, स लkेसल, रूबबएसल, करकररबबिे ली,
ऐस्िीरे सल, ु एसल, ओरकेसल, ललललएसल, ्र्स
ू ेसल एर् ऑयकयडेसल र् ध्र एर् मkके प्रकार,
ग्र्ालर् एर् अग्र्ालर् ट्राइक ें , वरस्गथ द्वरथलर्क रद्
ृ धध, सल-3 और सल-4 ुौधक का शीरीर,
साइलें एर् फ्ल एें वरभेदवाk, कास् शीरीर kर और ें ादवाा र्ग्र ें क दवालभदवा का ुरररधयk,
55
प्रचन पत्र – 2
1. कोसर्का जैववकी :
क लशीका सवरकस कस प्रवरधधर्ा्, प्रातकेन्द्रकस और सक
र े न्द्रकस क लशीकाए् – स्रिkात्ें क और
ुरास्िkात्ें क बारीयकर्ा्, क लशीका बाैर् आधात्रल अारा क लशीकाबाैर् आव्र्ै
ू (क लशीका
लभनथ) थाा णझिल्लर्क कस स्रिkा और कार्य-क लशीका आस्सk, णझल्ली अलभगें k थाा
आशीर्ल अलभगें k, क लशीका अ्गकक (ैररथ लरक सत्र
ू कणणकाए्, ईआर, डडितिर् स ें ,
राइब स ें , अ्थ: कार्, लर्kकार्, ुरऑतसलस ें ) कस स्रिkा और कार्य, साइि स्केलेिk
एर् ें ाइि िर्ब्ू र्ल्
ू स, केन्द्रक, केिन्द्रक, केन्द्र कस र् ध्र सि्ें श्र, ि ें ेििk एर्
न्र्िू तलर् स ें क लशीक स्केथk और क लशीकाग्राैी, स्केथ ुररिें ण, सें सत्र
ू ण वरभासk,
क लशीका िि का आणवरक आधार, गण
र सत्र
ू क ें स्यर्ात्ें क और स्रिkात्ें क वरलभन्थाए्
थाा मkका ें ैत्र, ि ें ेििk व्र्रस्ाा एर् सलk ें स्रेष्िk, ुॉललिीk गण
र सत्र
ू , बल-गण
र सत्र
ू -
स्रिkा व्र्रैार और ें ैत्र
2. आनव
ु सं र्की, आश्ववक, जैववकी और ववकास :
आkर
र ल् शीकस का वरकास और सलk बkाें र्ग्र ें वरकल्ुल अरधारण(कूि वरकल्ुल),
ुररें ाणात्ें क आkर
र ल् शीकस थाा
बैरकारक अुण ू य प्रभावरथा, बैरसkनkक र्शीागनथ,
बैरवरकल्ुल सैलग्kथा थाा वरनkर्ें -आिण्रक ें ाkधित्र (ें ाkधित्र प्रकार्य कस अरधारणा)
सिैथ सलk ें ाkधित्रण कस वरधधर्ा्, लल्ग गण
र सत्र
ू थाा लल्ग सैलग्k र्शीागनथ, लल्ग
नkधायरण और लल्ग वरभेदवाk का आिण्रक आधार, मत्ुरररथयk (सर रासार्नkक और
आिण्रक आधार) क लशीका द्रव्र्ल र्शीागनथ एर् क लशीकाद्रव्र्ल सलk (kर ब्ध्र्था कस
आkर
र ल् शीकस सिैथ)
न्र्त
ू लीर् अ्लक और प्र िीkक कस स्रिkा थाा स्चले ण, आkर
र ल् शीक कूि और सलk
अलभव्र्ितथ का नkर्ें k, सलk kलररथा, बैरसलk करल, सर वरकास-प्रें ाण, यिर्ावरधध थाा
56
भारथ ें रkक के प्ररूु - रkक का ुररिस्ानथक एर् आधायक ें ैत्र, रkर ुण, रk न्ें ल
ू k
एर् साें ािसक रानkकस स्किाुन्k ुौधे, स्ाानkकथा, IUCN क ििर्ा्, रे ड डािा बक
र , सर
वरवरधथा एर् मसका स्रक्षण, स्रक्षक्षथ क्षेत्र kेिरकय, सर वरवरधथा ुर स्ें ेलk, यकसाkक
के अधधकार एर् बौद्धधक स्ुदवाा अधधकार, स्ु णलर् वरकास कस स्कल्ुkा, सर-भ-ू
रासार्नkक िि, भें
ू ड ् लीर् थाुk एर् सलरार्र ुरररथयk, स्िाें क सानथर्ा्, ुर्ायररणलर्
प्रभार ें ल्
ू र्ा्कk, भारथ के ुादवाु भग
ू लीर् क्षेत्र
रसायन ववञानान
प्रचन पत्र – 1
57
58
प्रचन पत्र – 2
59
60
61
62
प्रचन पत्र – 2
63
64
65
भाग '2'
66
67
68
नkर् सk आर् एर् ब्र्ास दवार नkधायरण के मुागें : तलालसकस, कसन्स (IS-LM) रि
kरतलालसकस स्चले ण एर् kर्ा तलालसकस, ब्र्ास दवार नkधायरण एर् ब्र्ास दवार स्रिkा के
लसद्धा्थ
3. मव
ु ा बै कं ग एवं ववत्र:
(क) ें द्र
र ा कस ें ा्ग कस ुनू थय : ें द्र
र ा का ें द्र
र ा गण
र क ें ात्रा लसद्धा्थ (यफशीर, ुलक
फ्राइडें k) थाा कसk का ें द्र
र ा के ललए ें ा्ग का लसद्धा्थ, ब्दवा और खल
र ी
अायव्र्रस्ाा ें ें द्र
र ा प्रब्धk के लक्षर् एर् साधk, केkद्रीर् बैंक और खसाkे के बलि
स्बध
् , ें द्र
र ा कस रद्
ृ धध दवार ुर मचिथें सलें ा का प्रस्थार
(ख) ल क वरत्थ और बासार अायव्र्रस्ाा ें इसकस भलू ें का: ुरू ी के स्रलकरण ें ,
स्साधkक का वरनkधाk और वरथरण और स्रद्
ृ धध, सरकारी रासस्र के स्र थ, करक
एर् मुदवााkक के रूु, मkका भार एर् प्रभार, कराधाk कस सलें ाए्, ऋण, िामडड्ग
आमि प्रें ाण एर् ॠण लेkे कस सलें ाए्, ल क व्र्र् एर् मसके प्रभार
4. अंरराणष्ट्रीय अथणर्स्त्र :
(क) अ्थरायष्ट्रीर् व्र्ाुार के ुरर ाkे और kए लसद्धा्थ
(i) थल
र kात्ें क लाभ
(ii) व्र्ाुार शीथे एर् प्रस्थार रि
(iii) मत्ुादवा िि एर् नkणायर्क व्र्ाुार लसद्धा्थ
(iv) व्र्ाुार, स्रद्
ृ धध के िालक के रूु ें और खरली अायव्र्रस्ाा ें अरवरकास
के लसद्धा्थ
(ख) स्रक्षण के स्ररूु : िररफ एर् क िा
(ग) भग
र थाk शीे सें ार् सk; रकिल्ुक मुागें
(i) कसें थ बkाें आर्, नkर्ें वरनkर्ें दवार के अधलk आर् के सें ार् सk
(ii) लें धश्रथ kलनथ के लसद्धा्थ
(iii) ुस
ू् ल िललष्गण
र था के अधलk वरनkर्ें दवार सें ार् सk
(iv) वरकासशीलल दवाे शीक के ललए नथरथल दवार और मkकस वररक्षा, ें द्र
र ा(करसल) ब डय
(v) व्र्ाुार kलनथ एर् वरकासशीलल दवाे शी
(vi) BPO, खरली अायव्र्रस्ाा सें िष्ि ें ॉडल ें सें ार् सk थाा kलनथ
सें न्रर्
(vii) सट्िा
(viii) व्र्ाुार गि
र एर् ें ौिद्रक स्घ
69
प्रचन पत्र – 2
1. स्वरंत्ररापव
ू ण यग
ु में भाररीय अथणव्यवस्था :
भलू ें प्रणाली एर् इसके ुरररथयk, कृव का राणणज्र्लकरण, अुरैk लसद्धा्थ, अबध्था
लसद्धा्थ एर् सें ाल िkा, नkें ायण एर् ुरररैk: सि
ू , कुास, रे लरे ें द्र
र ा एर् साख
2. स्वरंत्ररा के पचिार ् भाररीय अथणव्यवस्था :
क. उिारीकरर् के पव
ू ण का यग
ु :
(i) रकसल, गाडधगल एर् रल. के. आर. रल. आर. के र् गदवााk
(ii) कृव : भलू ें सध
र ार एर् भलू ें ुट्िा प्रणाली, ैररथ िािन्थ एर् कृव ें ुस
ू् ल
नkें ायण
(iii) स्घिk एर् स्रद्
ृ धध ें व्र्ाुार प्ररनृ थर्ा्, सरकारी एर् नkसल क्षेत्रकक कस भलू ें का,
लघर एर् करिीर मद्र् ग
(iv) राष्ट्रीर् एर् प्रनथव्र्ितथ आर्: स्ररूु, प्ररनृ थर्ा्, सकल एर् क्षेत्रकसर् स्घिk थाा
मkें ुरररथयk
(v) राष्ट्रीर् आर् एर् वरथरण क नkधायररथ करkे राले स्ाूल कारक, गरीबल के ें ाु,
गरीबल एर् असें ाkथा ें प्ररनृ थर्ा्
ख. उिारीकरर् के पचिार ् का यग
ु
70
वरद्र्थ
र अरर्र, साल लेखाधित्र, केिल्रk धारा नkर्ें , केिल्रk ब ल्िथा नkर्ें : ुररुा
वरचले ण: आधारभथ
ू साल प्रें ेर् थाा अkप्र
र र् ग : क्षणणका वरचले ण: RL, RC थाा RLC
ुररुा: ज्र्ारिसर् स्ाार्ल अरस्ाा वरचले ण;. अkk
र ादवाी ुररुा: र्िर ग्ें थ ुररुा: स्थलर लथ
बत्रकला ुररुा, द्वरकारक साल
2. संकेर एवं रंत्र:
सथथ काल एर् वररतथ-काल स्केथक एर् थ्त्र का नkरूुण: रे णखथ काल नkचिर थ्त्र,
स्रलk आरेग अkयर िर्ा : स्रलk एर् अरकलk अ्थर सें लकरण ुर आधाररथ रणखक
काल नkचिर थ्त्रक का सें र् क्षेत्र वरचले ण, फरररए रूुान्थर, लेप्लास रूुा्थर, सि- रूुा्थर,
अ्थरण फलk स्केथक का प्रनथिर्k एर् मkकस प्रनथप्रािप्थ, वररतथ कालथ्त्रक के द्रार थल्
र र्
रूु स्केथक का DFT, FFT स्साधk
3. ववद्यर
ु िम्
ु बकीय ससद्धांर:
ें तसरेल सें लकरण, ुररबद्ध ें ाध्र्ें ें थर् ग स्रिkा ुररसलें ा अरस्ााए्, सें थल थर् गक
का ुरारथयk एर् अुरथयk, स्िरण लाइk: प्रगाें ल एर् अप्रगाें ल थर् ग, प्रनथ बाधा
प्रनथथल
र k, िस्ें ा िािय ,
4. रल्
ु य एवं इलेतरॉ तनकी :
अलभलक्षण एर् डार् ड का थल्
र र् ुररुा (रै
ृ थ एर् लघर स्केथ), द्वरस्धध ट्रा्िसस्िर, स्धध
क्षेत्र प्रभार ट्रा्िसस्िर एर् धाथर आतसाइड सालें िालक क्षेत्र प्रभार ट्रा्िसस्िर, डार् ड ुररुा,
कथयk, ग्राें ल, िदवाष्िकारी, अलभkनथकरण एर् अलभkलथ स्ाानर्त्र, क्षेत्र प्रभार ट्रा्िसस्िर
प्ररधयक, धारा दवाुयण, प्ररधयक: एकल एर् बैरिरणल अरकल, सयिर्ात्ें क ुk
र नkयरेशी एर्
71
72
प्राकतरक भग
ू ोल
73
भ-ू अलभkनथ: ें ैाद्रलुलर् वरस्ााुk: सें िस्ानथ: प्लेि वररथयनkेकस: ुरयथ त्ुनथ के स्बध
् ें
अलभkर वरिार: ज्रालाें ख
र ल: भक
ू ्ु एर् सk
र ाें ल: भआ
ू कृनथक िि एर् दृचर्भलू ें वरकास
कस स्कल्ुkाए्, अkाचछादवाk कालाkि
र ें : सलें ागय आकृनथक वरज्ञाk: अुरदवाk ुष्ृ :
प्ररणथा वरकास: अkप्र
र र्त
र थ भआ
ू कृनथ वरज्ञाk: भस
ू ल वरज्ञाk, आधायक भवू रज्ञाk एर्
ुर्ायररण
2. जलवायु ववञानान:
वरचर के थाु एर् दवााब कििब्ध, ुथ्
ृ रल का थाुलर् बसि: रार्ें
र ड ् ल ुररस्िरण, रार्र ें ्डल
िस्ारथा एर् अkिस्ारथा, भें
ू ड ् लीर् एर् स्ााkलर् ुरk: ें ाkसk
ू एर् सेि प्रराै: रार्र रालशी
एर् राथाग्रसkk: शीलथ ष्ण एर् मष्णकििब्धलर् ििराथ : र ण
य के प्रकार एर् वरथरण :
ें ौसें एर् सलरार्र : क ुेk, ाॉkयरेि एर् त्रेराधाय का वरचर सलरार्र ुरररथयk ें ें ाkर कस
भलू ें का एर् अkयर िर्ा, अkप्र
र र्त
र थ सलरार्र वरज्ञाk एर् kगरी सलरार्र
3. समव
ु ववञानान:
अिला्ििक, िै्दवा एर् प्रशीा्थ ें ैासागरक कस थलीर् स्ालाकृनथ: ें ैासागरक का थाु एर्
लरणथा: मष्ें ा एर् लरण बसि, ें ैासागरी नkक्षेु: थर् ग धाराए् एर् ज्रार भािा: सें द्र
र ीर्
स्साधk सलरलर्, खनkस एर् ऊसाय स्साधk, प्रराल लें वत्तर्ा्: प्रराल वरर् सk: सें द्र
र
ुरररथयk: सें द्र
र नkर्ें एर् सें द्र
र ी प्रदवा ू ण
4. जीव भग
ू ोल :
ें दवा
ृ ाओ् कस मत्ुनथ; ें दवा
ृ ाओ् का रगीकरण एर् वरथरण: ें दवा
ृ ा ुररचछे िदवाका: ें दवा
ृ ा अुरदवाk:
न्र्k
ू लकरण एर् स्रक्षण: ुादवाु एर् सन्थओ
र ् के रिचर्क वरथरण क प्रभावरथ करkे राले
कारक: रk अुर ुण कस सें स्र्ाए् एर् स्रक्षण के मुार्: साें ािसक रानkकस: कृनथ
रानkकस: रन्र् सलरk: प्रें ख
र सलk ुल
ू कद्र
5. पयाणवरर्ीय भग
ू ोल :
ुाररिस्ानथकस के लस्द्धा्थ: ें ाkर ुाररिस्ानथक अkक
र ू लk: ुाररिस्ानथकस एर् ुर्ायररण ुर
ें ाkर का प्रभार: रिचरक एव्र क्षेत्रलर् ुाररिस्ानथक ुरररथयk एर् अस्थल
र k: ुाररथ्त्र मkका
प्रब्धk एर् स्रक्षण: ुर्ायररणलर् नk्kलकरण, प्रब्ध एर् स्रक्षण: सर वरवरधथा एर्
स्ु ण वरकास: ुर्ायररणलर् लशीक्षा एर् वरधाk
6. मानव भग
ू ोल
1. मानव भग
ू ोल में संिर्ण : क्षेत्रलर् वरभेदवाk; प्रादवाे लशीक स्चले ण; द्वरभासk एर् द्रथरादवा;
ुर्ायररणरादवा; ें ात्रात्ें क िा्नथ एर् अरिस्ानथ वरचले ण; मग्रसध
र ार, व्र्ारैाररक,
ें ाkरलर् एर् कल्र्ाण मुागें : भा ाए्, धें य ण्र् नkरुेक्षलकरण; वरचर के सास्कृनथक
प्रदवाे शी; ें ाkर वरकास सि
ू क
2. आधथणक भग
ू ोल : वरचर आधायक वरकास : ें ाु एर् सें स्र्ाए्; वरचर स्साधk एर्
74
प्रचन पत्र - 2
भारर का भग
ू ोल
2. संसाधन : भलू ें , सथै एर् भौें सल, ऊसाय, खनkस, सलरलर् एर् सें द्र
र ी स्साधk; रk एर्
रन्र् सलरk स्साधk एर् मkका स्रक्षण; ऊसाय स्कि
75
4. उद्योग : मद्र् गक का वरकास; कुास, सूि, रस्त्र द्र् ग, ल ै एर् इस्ुाथ, अललर ें नkर्ें ,
मरयरक, कागा, रसार्k एर् फाें ायस्र्िर िकल्स, आि ें बाइल, करिीर एर् कृव आधाररथ
मद्र् गक के अरिस्ानथ कारक; सारयसनkक क्षेत्र के मुिें क सिैथ औद्र् धगक घराkे एर्
स्करल; औद्र् धगक प्रादवाे शीलकरण; kई औद्र् धगक kलनथर्ा्; बैरराष्ट्रीर् क्ुनkर्ा् एर्
मदवाारीकरण; वरशीे आधायक क्षेत्र; ुाररिस्ानथकस-ुर्यिk सें ेथ ुर्यिk
5. पररवहन, संिार एवं व्यापार : सिक, रे लें ागय, सलें ागय, ैराई ें ागय एर् ुाइुलाइk,
kेिरकय एर् प्रादवाे लशीक वरकास ें मkकस ुरू क भलू ें का; राष्ट्रीर् एर् वरदवाे शील व्र्ाुार राले
ुथkक का बढ़था ें ैत्र; व्र्ाुार स्थल
र k; व्र्ाुार kलनथ; नkर्ायथ प्रकें ण क्षेत्र; स्िार एर्
सि
ू kा प्रौद्र् धगकस ें आर्ा वरकास और अायव्र्रस्ाा थाा सें ास ुर मkका प्रभार;
भारथलर् अ्थररक्ष कार्यिें
7. बस्री : ग्राें लण बस्थल के प्रकार, प्रनथरूु थाा आकाररकस; kगरीर् वरकास; भारथलर् शीैरक
कस आकाररकस; भारथलर् शीैरक का प्रकार्ायत्ें क रगीकरण; सत्रkगर एर् ें ैाkगरीर् प्रदवाे शी;
kगर स्रप्रसार; ग्दवाी बस्थल एर् मससे सरिल सें स्र्ाए्; kगर आर् सkा; kगरीकरण कस
सें स्र्ा एर् मुिार
8. प्रािे सर्क ववकास एवं आयोजना: भारथ ें प्रादवाे लशीक आर् सkा का अkभ
र र; ु्िर ीर्
र् सkाए्; सें िन्रथ ग्राें लण वरकास कार्यिें ; ु्िार्थल रास एर् वरकद्रीकृथ आर् सkा;
कें ाk क्षेत्र वरकास; सल वरभासk प्रब्ध; वुछिा क्षेत्र, ें रूस्ाल, अkारिृ ष्ि प्रबण, ुैािल,
सkसाथलर् क्षेत्र वरकास के ललए आर्ेासkा; बैरस्थरीर् र् सkा; प्रादवाे लशीक र् सkा एर् द्रलु
क्षेत्रक का वरकास
76
टिप्पर्ी : अभ्यधथणयों को इस प्रचनपत्र में सलए गए ववियों से संगर एक अतनवायण मानधित्र- आधाररर प्रचन
का उत्रर िे ना अतनवायण है ।
भवू वञानान
प्रचन पत्र – 1
2. भआ
ू कतर ववञानान एवं सि
ु रू -संवेिन:
भआ
ू कृनथ वरज्ञाk कस आधारभथ
ू स्कल्ुkा; अुक्षर् एर् ें दवा
ृ ानkें ायण; स्ालरूु, ढाल
एर् अुराै; भआ
ू कृनथ िि एर् मkकस वररक्षा; आकाररकस एर् इसका स्रिkाओ् एर्
अिचें कस से स्बध
् ; थिीर् भआ
ू कृनथ वरज्ञाk; खनkस ुर
ू ेक्षण ें भआ
ू कृनथ वरज्ञाk के
अkप्र
र र् ग, लसवरल इ्सलनkर्री; सल वरज्ञाk एर् ुर्ायररणलर् अध्र्र्k; भारथलर्
मुें ैाद्रलु का भआ
ू कृनथ वरज्ञाk, रार्र फ ि एर् मkकस वररक्षा-गण
र एर् सलें ाए्;
वरद्र्थ
र ि्
र बकसर् स्ुेतट्रें ; कक्षा- ुररभ्रें ण मुग्रै एर् स्रेदवाk प्रणाललर्ा्; भारथलर्
दवारू स्रेदवाk मुग्रै; मुग्रै दवात्थ मत्ुादवा, भ-ू वरज्ञाk ें दवारू स्रदवा
े k के अkप्र
र र् ग;
भ ग ललक सि
ू kा प्रणाललर्ा् (GIS) एर् वरचरव्र्ाुल अरस्ाk प्रणाली (GPS) - इसका
अkप्र
र र् ग
77
5. भाररीय स्रररकी :
स्थररकस अkि
र ें क का रगीकरण; अचें स्थररक, सरस्थररक, कालस्थररक एर्
िर्बस्थररक थाा मkका अ्थस्बध
् /भारथ कस कबब्रर्kुर
ू य शीलक का वरथरण एर्
रगीकरण; प्राणणसाथ, रkस्ुनथज्ञाk एर् आधायक ें ैत्र कस दृिष्ि से भारथ कस
दृचर्सलरल शीलक के स्थररक वरथरण एर् अचें वरज्ञाk का अध्र्र्k; प्रें ख
र सलें ा
सें स्र्ाए्-कबब्रर्k/कबब्रर्k ुर
ू ,य ुलें यर्k/ ट्राइऐलसक, केिे लशीर्स/थथ
ृ लर्क एर्
प्लार् सलk/प्लार् सलk, भर
ू ज्ञानkक अथलथ ें भारथलर् मुें ैाद्रलु ें सलरार्रल
दवाशीाओ्, ुरर ाभग
ू ल एर् आग्kेर् सयिर्था का अध्र्र्k, भारथ का स्थररक ढा्िा;
िैें ालर् का मद्भर
प्रचन पत्र – 2
1. खतनज ववञानान :
प्रणाललर्क एर् सें लें नथ रगों ें यिस्िलक का रगीकरण; यिस्िल स्रिkात्ें क स्केथk कस
अ्थरायष्ट्रीर् प्रणाली; यिस्िल सें लें नथ क नkरूवुथ करkे के ललए प्रक्षेु आरे खक का प्रर् ग;
ह्र् यकरण यिस्िललकस के थत्र
शीलकर लसललकेि खनkस सें ै
ू क के भौनथक एर् रासार्नkक गण
र ; लसललकेि का स्रिkात्ें क
रगीकरण; आग्kेर् एर् कार्ािंथररथ शीलक के साें ान्र् खनkस, काबोkेि, फास्फेि, सल्फाइड
एर् ैे लाइड सें ै
ू क के खनkस; ें नृ थका खनkस
78
3. अवसािी र्ैसलकी :
अरसादवा एर् अरसादवाी शील नkें ायण प्रयिर्ाए्, प्रस्घkk एर् लशीलीभरk, स्ख्डाचें ल एर्
अस्ख्डाचें ल शीली-मkका रगीकरण, शीलरणयkा एर् नkक्षेुण राथाररण, अरसादवाी स्लक्षणल
एर् सkkक्षेत्र, अरसादवाी स्रिkाए् एर् मkका ें ैत्र; भारी खनkस एर् मkका ें ैत्र; भारथ
कस अरसादवाी द्र णणर्ा्
79
इतरहास
प्रचन पत्र – 1
1. स्रोर:
परु ाराश्त्वक स्रोर:
अन्वेिर्, उत्खनन, परु ालेखववद्या, मव
ु ार्ास्त्र, स्मारक साटहश्त्यक स्रोर:
स्रदवाे शील: प्राालें क एर् द्वरथलर्क; कवरथा, वरज्ञाk सािैत्र्, क्षेत्रलर् भा ाओ् का सािैत्र्,
धालें यक सािैत्र्
वरदवाे शील रणयk : र्k
ू ाkल, िलkल एर् अरब लेखक
4. महापािार्यग
ु ीन संस्कतरयां: लस्धर से बाैर ुशीि
र ारण एर् कृव स्स्कृनथर्क का वरस्थार,
साें दवा
र ानर्क सलरk का वरकास, बिस्थर्ा्, कृव का वरकास, लशील्ुकें य, ें दवा
ृ भा्ड एर् ल ै
मद्र् ग
6. महाजनपि काल :
80
7. मौयण साम्राज्य :
ें ौर्य साम्राज्र् कस kलर, ि्द्रगप्र थ, कौििल्र् और अायशीास्त्र; अशी क; धें य कस स्कल्ुkा;
धें ायदवाेशी; रासर् व्र्रस्ाा; प्रशीासk; अायव्र्रस्ाा; कला, स्ााुत्र् एर् ें नू थयलशील्ु; वरदवाे शील
स्ुकय) धें य, धें य का प्रसार; सािैत्र्, साम्राज्र् का वरघिk; शीग
्र एर् कण्र
81
82
18. पंवहवीं एवं प्रारं सभक सोलहवीं र्राब्िी- राजनैतरक घिनाक्रम एवं अथणव्यवस्था :
प्रा्थलर् रासर्शीक का मदवार्: ब्गाल, कचें लर (सkल
र आबदवाीk), गस
र राथ, ें ालरा,
बैें kल
वरसर्kगर साम्राज्र्
ल दवाीर्शी
ें ग
र ल साम्राज्र्, ुैला िरण, बाबर एर् ैरें ार्ूाँ
सरू साम्राज्र्, शीेरशीाै का प्रशीासk
ुथ
र ग
य ाली औुनkरेलशीक प्रनथष् ाk
19. पंवहवीं एवं प्रारं सभक सोलहवीं र्राब्िी : समाज एवं संस्कतर :
क्षेत्रलर् सा्स्कृनथक वरलशीष्िथाए्
सािैित्र्क ुर् ुराए्
प्रा्थलर् स्ााुत्र्
वरसर्kगर साम्राज्र् का सें ास, स्स्कृनथ; सािैत्र् और कला
20. अकबर :
वरसर् एर् साम्राज्र् का सदृ
र ढ़ीकरण
सागलर एर् ें kसब व्र्रस्ाा कस स्ााुkा
रासुथ
ू kलनथ
धालें यक एर् साें ािसक दृिष्िक ण का वरकास, सल
र ै-ए-करल का लसद्धा्थ एर् धालें यक
kलनथ
कला एर् प्रौद्र् धगकस क रास-दवारबारी स्रक्षण
83
23. मग
ु ल साम्राज्यकालीन संस्कतर :
फारसल इनथैास एर् अन्र् सािैत्र्
िै्दवाी एर् अन्र् धालें यक सािैत्र्
ें ग
र ल स्ााुत्र्
ें ग
र ल धित्रकला
प्रा्थलर् स्ााुत्र् एर् धित्रकला
शीास्त्रलर् स्गलथ
वरज्ञाk एर् प्रौद्र् धगकस
प्रचन पत्र – 2
84
7. बिटिर् र्ासन के प्रतर भारर की अनु क्रया : र् गुरर ढी्ग (1783), क ल वरद्र ै (1832),
ें ालाबार ें ें ुला वरद्र ै (1841-1920), सन्ााल ैरल (1855), kलल वरद्र ै (1859-60),
दवाकk वरप्लर (1875) एर् ें ड र् ा मल्गल
र ाk (1899-1900) सें ेथ 18रल् एर् 19रल् शीथाब्दवाी
ें ैरए यकसाk आ्दवा लk एर् सkसाथलर् वरप्लर; 1857 का ें ैावरद्र ै-मदवागें , स्ररूु,
असफलथा के कारण, ुररणाें ; ुचि 1857 काल ें यकसाk वरप्लर के स्ररूु ें बदवालार;
1920 और 1930 के दवाशीकक ें ैरए यकसाk आ्दवा लk
85
11. राष्ट्रीय आंिोलन की अन्य कडड़यां : िा्नथकारी; ब्गाल, ु्साब, ें ैाराष्ट्र, र्.ू ुल., ें द्रास
प्रदवाे शी, भारथ से बाैर, राें ु्ा; का्ग्रेस के अ्दवार का राें ुक्ष; सराैर लाल kेैरू, सभ
र ा
ि्द्र ब स, का्ग्रेस सें ासरादवाी ुािी, भारथलर् क्र्नर kस्ि ुािी, अन्र् राें दवाल
12. अलगाववाि की राजनीतर : ें िर स्लें लीग; िैन्दवा ू ें ैासभा; सा्प्रदवाानर्कथा एर् वरभासk कस
रासkलनथ; सत्था का ैस्था्थरण; स्रथ्त्रथा
86
18. औद्योगीकरर् :
(i) अ्ग्रेसल औद्र् धगक िा्नथ: कारण एर् सें ास ुर प्रभार
(ii) अन्र् दवाे शीक ें औद्र् धगकरण; र्.ू एस.ए., सें यkल, रूस, साुाk
(iii) औद्र् गलकरण एर् भें
ू ड ् लीकरण
ववधध
प्रचन पत्र - 1
2. ें ल
ू अधधकार-ल किैथ र्ाधिका, वरधधक सैार्था, वरधधक सेरा प्राधधकरण
3. ें ल
ू अधधकार-नkदवाे शीक थत्र थाा ें ल
ू कथयव्र्क के बलि स्बध
्
4. सें द्र
र नkर्ें -अ्थदवाे शीलर् सलें ागय, क्षेत्रलर् सें द्र
र सें लुस्ा ुररक्षेत्र, ें ैाद्धलुलर् मुथि,
89
5. व्र्ितथ, राष्ट्रीर्था, राज्र्ैीkथा-ें ाkराधधकार थाा मkके प्ररथयk के ललए मुलब्ध प्रयिर्ाए्
8. स्र्त
र थ राष्ट्र - इसके प्रें ख
र अ्ग, शीितथर्ा्, कृत्र् और सध
र ार
9. वररादवाक का शीा्नथुण
ू य नkुिारा-वरलभन्k थरीके
10. बल का वरधधुण
ू य आश्रथ : आिें ण, आत्ें रक्षा, ैस्थक्षेु
12. ुरें ाणर अस्त्रक के प्रर् ग कस रधथा, ुरें ाणर अस्त्रक के ुरीक्षण ुर र क-ुरें ाणरलर् अप्रसार
स्धध, सल.िी.बल.िी.
14. kए अ्थरराष्ट्रीर् आधायक आदवाे शी थाा ें ौिद्रक वरधध WTO, TRIPS, GATT, IMF, वरचर
बैंक
प्रचन पत्र – 2
अपराध ववधध
1. आुराधधक दवाार्ित्र के साें ान्र् लसद्धा्थ: आुराधधक ें k:सधानथ थाा आुराधधक कार्य
सा्वरधधक अुराधक ें आुराधधक ें k: िस्ानथ
2. दवा् ड के प्रकार एर् kई प्ररनृ थर्ा् ससे यक ें त्ृ र्र दवा् ड मन्ें ल
ू k
90
5. स्र्त
र थ थाा रिkात्ें क दवाानर्त्र
6. दवाष्र प्रेरण
7. आुराधधक ड्र््त्र
13. ें ाkैानk
15. लसवरल अधधकार स्रक्षण अधधनkर्ें , 1955 एर् मत्थररथी वरधार्ल वरकास
5. स्र्त
र थ अुकृत्र्कथाय
91
7. मुेक्षा
8. ें ाkैानk
9. मत्ुाथ (न्र्स
ू स)
10. ड्र््त्र
12. वरद्रे ुण
ू य अलभर् सk
3. शीन्
ू र्, शीन्
ू र्करणलर्, अरध थाा अप्ररथयkलर् करार
5. स्वरदवााकल्ु
8. अलभकरण स्वरदवाा
1. ल किैथ र्ाधिका
3. सि
ू kा प्रौद्र् धगकस वरधध, िससें साइबर वरधधर्ा् शीालें ल ैैं, स्कल्ुkा, प्रर् सk/स्भारkाए्
7. सि
ू kा का अधधकार अधधनkर्ें
टिप्पर्ी
(1) म्ें लदवारार क स्बद्ध भा ा ें करछ र्ा सभल प्रचkक के मत्थर दवाे kे ुि सकथे ैैं
(3) म्ें लदवारार ध्र्ाk दवा यक िसk प्रचkक के मत्थर यकसल वरलशीष्ि भा ा ें kैी् दवाे kे ैैं मkके
मत्थरक क ललखkे के ललर्े रे मसल ें ाध्र्ें क अुkाए् स यक मन्ैकkे नkब्धk, साें ान्र्
अध्र्र्k थाा रकिल्ुक वर र्क के ललर्े िरkा ै
93
(ग) असलें र्ा भा ा के स्रर और व्र््सk-प्रािलk भारथलर् आर्ों से िली आ रैी असलें र्ा ुर
बलाघाथ के साा स्रनkक ुरररथयk नkर्ें
(ि) ब लीगथ रवरध्र्–ें ाkक ब लिाल एर् वरशीे रूु से काें रूुल ब ली
खंड ‘ख’
(ड.) िर्ायगलथक के काल से असलें र्ा सािैत्र् के इनथैास कस बबल्करल प्रार् लभक प्ररिृ त्थर्ा् और
मkकस साें ािसक-सा्स्कृनथक ुष्ृ भलू ें : आिदवा असलें र्ा-शी्करदवारे से ुैले-शी्करदवाे र-शी्करदवारे
के बादवा-आधनर kक काल (बब्रििशी आगें k के बादवा से) स्राथर्योर् त्थर काल ुर वरशीे बल
94
प्रचन पत्र – 2
इस प्रचkुत्र ें नkधायररथ ें ल
ू ुाठ्र् ुस्
र थकक क ुढ़kा अुेक्षक्षथ ै गा और ऐसे प्रचk ुछ
ू े साएग िसkसे
अभ्र्ाी कस आल िkात्ें क र् ग्र्था कस ुरीक्षा ै सके मथथर असलें र्ा ें ललखkे ैकगे
खंड ‘क’
95
2. बा्गला इनथैास के वरलभन्k िरण (प्रािलk, ें ध्र् एर् kरलk) एर् मkकस भा ा वरज्ञाk-
स्बध
् ल वरलशीष्िथाए्
7. ें ाkकसकरण कस सें स्र्ाए् थाा रणय ें ाला और रथयkल थाा ललप्र््थरण और र ें kलकरण
का सध
र ार
खंड 'ख'
96
प्रचन पत्र - 2
ववस्रर अधययन के सलए तनधाणररर पस्
ु रकें
(उत्तर बांगला में सलखने होंगे)
खंड 'क'
1. वैष्ट्र्व पिावली : (कलकत्ता वरचरवरद्र्ालर्) वरद्र्ाुनथ, ि्डलदवाास, ज्ञाkदवाास, ग वरन्दवादवाास
एर् बलराें दवाास कस कवरथाए्.
2. िंडीमंगल : ें क
र र न्दवा द्रारा कालकेथर रथ
ृ ान्थ, (सािैत्र् अकादवाें ल).
3. िैरन्य िरररामर : ें ध्र् लीला, कृष्णदवाास कवररास रधिथ (सािैत्र् अकादवाें ल)
4. मेघनािवध काव्य : ें धरसदवा
ू k दवात्ता रधिथ
5. कपालकुवडला : ब्यकें ि्द्र ििसी रधिथ
6. समय एवं बंगिे र्रे किक : ब्यकें ि्द्र ििसी रधिथ
7. सोनार रारी : ररलन्द्रkाा िग र रधिथ
8. तछन्नपत्रावली : ररलन्द्रkाा िग र रधिथ
खंड 'ख'
बोडो
प्रचन पत्र - 1
बोडो भािा एवं साटहत्य का इतरहास
97
खंड 'ख'
बोडो साटहत्य का इतरहास
खंड 'क'
(क) ख न्ाई – ें ेाई
(ें ादवााराें ब्रह्ें ा थाा रूुkाा ब्रह्ें ा द्रारा स्ुािदवाथ)
(ख) ैा रखल - ैला
(प्रें दवाि्द्र ब्रह्ें ा द्रारा स्ुािदवाथ)
(ग) ब र kल गड
र ल लसब्साअरय अर स ें ादवााराें ब्रह्ें ा द्रारा
(घ) रासा kलला्बर - द्ररे न्द्र kाा बासें
र थारी.
(ङ) बबबार (गद्र् ख्ड)
(सथलशीि्द्र बासें
र थारी द्रारा स्ुािदवाथ)
98
99
प्रचन पत्र - 2
डोगरी साटहत्य का पाठालोिन
(उत्तर डोगरी में सलखे जाएं)
खंड 'क'
पद्य :
1. आसादवाी ुह्ले दवाी ड गरी कवरथा
नk्kललणखथ कवर :
दवाे रल िदवात्ता, लतख,ू ग्गा राें , राें धk, ैरदवात्त, ुैािल गा्धल बाबा का्शील राें थाा ुरें ाk्दवा
अलें स्थ
5. शी्भू kाा शीें ाय द्रारा रधिथ 'राें ार्ण' (ें ैाकाव्र्) (अर् ध्र्ा काण्ड थक)
100
अंग्रेजी
इस ुाठ्र्िें के दवा प्रचk ुत्र ैकगे. इसें नkधायररथ ुाठ्र् ुस्
र थकक ें से नk्kललणखथ अरधध के अ्ग्रेसल
सािैत्र् का ें ल
ू अध्र्र्k अुेक्षक्षथ ै गा िसससे म्ें लदवारार कस सें लक्षा-क्षें था कस सा्ि ै सके
101
प्रचन पत्र - I
(उत्तर अंग्रेजी में सलखने होंगे)
वरस्थथ
ृ अध्र्र्k के ललए ुा kलिे िदवाए गए ैैं. अभ्र्धायर्क से नk्kललणखथ वर र्क थाा घिkाओ् के
वरस्थथ
ृ ज्ञाk कस अुेक्षा कस साएगल : िदवा ररkेसााँ; एललसाबेाk एण्ड सेक वरर्k ड्राें ा, ें ेिायफसलकल ु र्ट्री;
िदवा एवुक एण्ड िदवा-ें क एवुक; kरतलालसकसरादवा; सिार्र; िदवा र ें ािन्िक ें र
ू ें ि; िदवा राइा ऑफ िदवा kारेल;
िदवा वरति ररर्k एस
खंड 'क'
1. वरललर्ें शीेतसवुर्र : यक् गललर्र और िदवा ि्ुस्ि
2. साk डk - नk्kललणखथ कवरथाए् :
1. केk kाईसेशीk
3. िदवा गड
र ें र
ऑk िैस लें स्ट्रे स ग इ्ग िर बेड
िदवा रललक
3. सॉk लें ल्िk-ुराडाइस लॉस्ि I, II, IV, IX
- ओड आk इ्ििें ेशीस
् आफ इ्ें रिललिी
- िि्िkय एबे
102
- ें ाइकेल
- रे स ल्र्शी
ू k ए्ड इ्डडुडेन्स
खंड 'ख'
प्रचन पत्र - 2
(उत्तर अंग्रेजी में सलखने होंगे)
वरस्थथ
ृ अध्र्र्k के ललए ुा kलिे िदवाए गए ैैं अभ्र्धायर्क से नk्kललणखथ वर र्क और आन्दवा लkक का
र्ाेष्ि ज्ञाk भल अुेक्षक्षथ ै गा
आधनर kकथारादवा : ु र्ट्स आफ िदवा ािीस; िदवा स्ट्रीें आफ का्शीसkेस kारेल; एब्सडय ड्राें ा; मुनkरेशीरादवा थाा
मत्तर-मुनkरेशीरादवा; अ्ग्रेसल ें भारथलर् लेखk; सािैत्र् ें ें ातसयरादवाी, ें k वरचले णात्ें क और kारीरादवाी
दृिष्िर्ा्; मत्तर-आधरनkकथारादवा
103
4. सॉk आसब kय - लक
र बक इk ए्गर
5. स्र्अ
र ल बकेि : रेिि्ग फार ग ड
104
(र्े सभल कवरथाए् आर ुाायसाराल द्रारा स्ुािदवाथ थाा आतसफ डय र्नू kरलसयिी प्रेस, kई
िदवाल्ली द्रारा प्रकालशीथ, दवासरल्-बलसरल् शीथाब्दवाी के भारथलर् कवरर्क के स्ग्रै ें मुलब्ध ैैं)
खंड 'ख'
5. रसीनkर्ा रल्
ू फ : लें सेस डेल रे
105
गज
ु रारी भािा : स्वरूप रथा इतरहास
1. गस
र राथल भा ा का इनथैास : आधनर kक भारथलर् आर्य भा ा के वुछले एक ैसार र य के
वरशीे स्दवाभय ें .
2. गस
र राथल भा ा कस ें ैत्रुण
ू य वरशीे थाए् : स्रनkें वरज्ञाk, रूु वरज्ञाk थाा रातर्
वरन्र्ास.
3. प्रें ख
र ब ललर्ा् : सरू थल, ुािणल, िर थरी थाा सौराष् ी
गज
ु रारी साटहत्य का इतरहास :
मधययग
ु ीन
4. सk ुर्ुरा
5. भितथ ुर्ुरा : सगण
र थाा नkगण
रय (ज्ञाkें ागी)
6. गर स्प्रदवाार्रादवाी ुर्ुरा (लौयकक ुर्ुरा)
आधुतनक
7. सध
र ारक र्ग
र
8. ु्डडथ र्ग
र
9. गा्धल र्ग
र
10. अkग
र ा्धल र्ग
र
11. आधनर kक र्ग
र
खंड 'ख'
(क) मधययग
ु
1. रथ
ृ ान्थ : रास, आयर्ाk थाा ुद्र्राथाय
2. गलनथकाव्र् : ुदवा
(ख) लोक साटहत्य
3. भराई
(ग) आधुतनक
4. काा सािैत्र् : मुन्र्ास थाा कैाkल.
5. kािक
106
प्रचन पत्र - 2
(उत्तर गज
ु रारी में सलखने होंगे)
1. ें ध्र्र्ग
र
(i) रस्थ वरलास फागर : अज्ञाथकृथ
(ii) कादवा्बरी : भालण
(iii) सदवा
र ाें ा िररत्र : प्रेें ाk्दवा
(iv) ि्द्र ि्द्रारथलkल राथाय : शीाें ल
(v) अखेगलथा : अख
2. सध
र ारक र्ग
र थाा ु्डडथ र्ग
र
(vi) ें ारी ैकसकथ : kें यदवााशी्कर दवारे
(vii) फरबसरलरा : दवालुथराें
(viii) सरस्रथल ि्द्र-भाग 1 : ग रधयkराें बत्रुा ी
(ix) ुर
ू ायलाु : 'का्थ' (ें णणशी्कर रत्kासल भट्ि)
(x) राइk ुरयथ : रें णभाई kललक्
खंड 'ख'
1. गांधी यग
ु रथा अनग
ु ांधी यग
ु
(i) टहन्ि स्वराज : ें ैkदवाास करें ि्दवा गा्धल
(ii) पािर्नी प्रभर
ु ा : कन्ैर्ालाल ें शी
र् ल
(iii) काव्यनी र्श्तर : राें kारार्ण वरचरkाा ुा क
(iv) सौराष्ट्रनी रसधार-भाग 1 : भरेरि्दवा ें ेघाणल
(v) मानवीनी भवाई : ुन्kालाल ुिे ल
(vi) धवतन : रासेन्द्र शीाै
107
टहन्िी
प्रचन पत्र - 1
(उत्तर टहन्िी में सलखने होंगे)
खंड 'क'
खंड 'ख'
2. टहन्िी साटहत्य का इतरहास
िैन्दवाी सािैत्र् कस प्रास्धगकथा और ें ैत्र थाा िैन्दवाी सािैत्र् के इनथैास-लेखk कस
ुर्ुरा
िैन्दवाी सािैत्र् के इनथैास के नk्kललणखथ िार कालक कस सािैित्र्क प्ररवृ त्तर्ा्
(क) आटिकाल : लसद्ध, kाा और रास सािैत्र्
प्रमख
ु कवव : ि्दवाबरदवााई, खस
र र , ैे ें ि्द्र, वरद्र्ाुनथ
(ख) भश्तर काल : स्थ काव्र् धारा, सफ़
ू स काव्र्धारा, कृष्ण भितथधारा और राें
भितथधारा
प्रमख
ु कवव : कबलर, सार्सल, सरू और थल
र सल
108
प्रमख
ु कवव :
ें धालीशीरण गप्र थ, सर्शी्कर 'प्रसादवा', सर्
ू कय ा्थ बत्रुा ी 'नkराला', ें ैादवाे रल रें ाय,
राें धारी लस्ै 'िदवाkकर', सिचिदवााk्दवा रात्स्र्ार्k 'अज्ञेर्', गसाkk ें ाधर ें िर तथब ध,
kागासk
रय
3. कथा साटहत्य
क. मुन्र्ास और र्ाायारादवा
ख. िैन्दवाी मुन्र्ासक का मद्भर और वरकास
ग. प्रमख
ु उपन्यासकार
प्रेें िन्दवा, सkेन्द्र, र्शीुाल, रे णर और भलष्ें साैkल
घ. िैन्दवाी कैाkल का मद्भर और वरकास
ङ प्रमख
ु कहानीकार
प्रेें िन्दवा, सर्शी्कर 'प्रसादवा,' सिचिदवााk्दवा रात्स्र्ार्k, 'अज्ञेर्,' ें ैk राकेशी और
कृष्णा स बथल
4. नािक और रं गमंि
क. िैन्दवाी kािक का मद्भर और वरकास
ख. प्रमख
ु नािककार : भारथेन्दवा,र सर्शी्कर 'प्रसादवा,' सगदवाीशी ि्द्र ें ाारर , राें करें ार
रें ाय, ें ैk राकेशी
ग. िैन्दवाी र् गें ्ि का वरकास
5. आलोिना :
क. िैन्दवाी आल िkा का मद्भर और वरकास - सद्धा्नथक, व्र्ारैाररक, प्रगनथरादवाी,
ें k वरचले णरादवाी, आल िkा और kई सें लक्षा
ख. प्रमख
ु आलोिक
राें ि्द्र शीत
र ल, ैसारीप्रसादवा द्वररेदवाी, राें वरलास शीें ाय और kगेन्द्र
109
प्रचन पत्र - 2
(उत्तर टहन्िी में सलखने होंगे)
इस प्रचk ुत्र ें नkधायररथ ें ल
ू ुाठ्र् ुस्
र थकक क ुढ़kा अुेक्षक्षथ ै गा और ऐसे प्रचk ुछ
ू े साए्गे िसkसे
अभ्र्ाी कस आल िkात्ें क क्षें था कस ुरीक्षा ै सके
खंड 'क'
खंड 'ख'
110
कन्नड़
प्रचन पत्र - 1
(उत्तर कन्नड़ में सलखने होंगे)
खंड 'क'
111
(ग) आधतु नक कन्नड़ साटहत्य : प्रभार, प्ररवृ त्तर्ा् और वरिारधाराए्. kर दवार्, प्रगनथशीलल, kव्र्,
दवाललथ और बन्दवार्
खंड 'ख'
कवरथा कस ुररभा ा और स्कल्ुkाए् : शीब्दवा, अाय, अल्कार, रीनथ, रस, ध्रनk, औधित्र्
रस सत्र
ू कस व्र्ायर्ाए्
प्रचन पत्र - 2
(उत्तर कन्नड़ में सलखने होंगे)
112
(ख) मधययग
ु ीन कन्नड़ साटहत्य :
1. रिk का्ें थ, स्ुादवाक : के. ें ास्ललसद्दवाप्ुा, के. आर. kागरास, (ब्गलौर वरचरवरद्र्ालर्
प्रकाशीk)
2. सkवप्रर् कkकस्ुथ
र , स्ुादवाक : डल. सरारे गौिा, (कन्kि ए्ड कल्िर डार्रे तिरे ि,
ब्गलौर)
3. kि्बर्न्kाkा रागाले, स्ुादवाक : डल.एk. श्रलकाथर्ा, (था.रेें . स्ें ारक ग्र्ा ें ाले, ें सरू )
5. भारथेशी रभर स्ग्रै, स्ुादवाक : था.स.र शीाें रार, (ें सरू वरचरवरद्र्ालर्)
खंड 'ख'
4. नािक : शीद्र
र थुस्रल – कररे्ुर
थग
र लक-धगरीशी कkायड
5. वविार साटहत्य : दवाे ररू - ए.एk. ें नू थय रार (प्रकाशीक : डल.रल.के. ें नू थय, ें सरू )
1. जनपि स्वरूप : डा. एि.एें . kार्क (था.रें . स्ें ारक ग्र्ा ें ाले, ें सरू )
113
5. सवररदवा ओगाथग
र ालर : स्ुादवाक : एस.सल. इें राुरर
कचमीरी
प्रचन पत्र - 1
(उत्तर कचमीरी में सलखने होंगे)
खंड 'क'
4. वातय संरिना :
(iii) साुेक्षलकरण
खंड 'ख'
1. 14रल् शीथाब्दवाी ें कचें लरी सािैत्र् (साें ािसक-(सा्स्कृनथक) थाा बौद्धधक ुष्ृ भलू ें ; लाल
दवार्ादवा थाा शीेइख
य रल आलें के वरशीे स्दवाभय सिैथ)
114
प्रचन पत्र - 2
(उत्तर कचमीरी में सलखने होंगे)
खंड 'क'
(ii) ें कबल
ू शीाै (सरलरे स)
(iii) रसल
ू ें लर (गाल)
(iv) अब्दवाल
र अैें दवा kदवाीें (kाथ)
(vi) सफ
ू स कवर (ुाठ्र् ुस्
र थक स्गलाब-प्रकाशीk- कचें लरी वरभाग, कचें लरी
वरचरवरद्र्ालर्)
खंड 'ख'
115
अयथर ें िै-मद्दवाीk, अें लk कालें ल, ैररकृष्ण कौल, हृदवार् कौल भारथल, ब्सल नkदवाो ,
गल
र शीk ें ािसदवा
2. कचमीरी उपन्यास :
(i) सलएk ग ैर का मज
ु ररम
3. कचमीरी नािक :
(ii) ऑक एंगी नािुक, सेरा ें थललाल कसें ,ू सािैत्र् अकादवाें ल द्रारा प्रकालशीथ
(2) कककणल भा ा के ें य
र र् रूु थाा मkकस भा ाई वरशीे थाए्
116
खंड 'ख'
म्ें लदवारारक से अुेक्षा कस साएगल यक रे कककणल सािैत्र् थाा मसकस साें ािसक और सा्स्कृनथक ुष्ृ भलू ें
से भली-भा्नथ ुररधिथ ैक थाा इससे म kे राली सें स्र्ाओ् थाा ें द्
र दवाक ुर वरिार करkे ें सक्षें ैक
(i) कककणल सािैत्र् का इनथैास-प्रािलkथें स्भावरथ स्र थ से लेकर रथयें ाk काल थक थाा
ें य
र र् कृनथर्क, लेखकक और आ्दवा लkक सिैथ.
(ii) कककणल सािैत्र् के मत्तर त्तर नkें ायण कस साें ािसक और सा्स्कृनथक ुष्ृ भलू ें .
(iii) आिदवाकाल से आधनर kक काल थक कककणल सािैत्र् ुर ुिkे राले भारथलर् और ुाचिात्र्
प्रभार.
(iv) वरलभन्k क्षेत्रक और सािैित्र्क वरधाओ् ें मभरkे राली आधरनkक प्ररवृ त्तर्ा्-कककणल ल क
सािैत्र् के अध्र्र्k सिैथ.
प्रचन पत्र - 2
(उत्तर कोंकर्ी में सलखने होंगे)
कोंकर्ी साटहत्य की मल
ू पाठ
ववियक समालोिना
र्ै प्रचkुत्र इस प्रकार थर्ार यकर्ा साएगा यक म्ें लदवारार कस आल िkा थाा वरचले ण क्षें था कस सा्ि ै
सके
म्ें लदवारारक से कककणल सािैत्र् के वरस्थथ
ृ ुररिर् कस अुेक्षा कस साएगल और दवाे खा साएगा यक मन्ैकkे
नk्kललणखथ ुाठ्र्ुस्
र थकक क ें ल
ू ें ुढ़ा ै अारा kैी्
खंड 'क'
गद्य :
117
(ख) कोंकर्ी लसलर तनबंध : चर्ाें रेरकर द्रारा स्ुािदवाथ नkब्ध स्ग्रै
4. (क) डडमांड : ुड
्र लीक kाइक का kािक
खंड 'ख'
पद्य
(ख) रत्नहार I एंड II, तलेतर्न आफ पोयम्स : आर. रल. ु्डडथ द्रारा स्ुािदवाथ
(ख) कkादवाी ें ािी कककणल कवर : प्रथाु kाईक द्रारा स्ुािदवाथ कवरथा स्ग्रै
मैधथली
प्रचन पत्र - 1
मैधथली भािा और साटहत्य का इतरहास
118
खंड 'ख'
1. ें धाली सािैत्र् कस ुष्ृ भलू ें (धालें यक, आधायक, साें ािसक, सा्स्कृनथक)
5. ें ध्र्कालीk ें धाली kािक (कसथयनkर्ा kािक, अ्कसर्ा kाि, kेुाल ें रधिथ ें धाली
kािक)
119
7. आधनर kक र्ग
र ें वरलभन्k सािैित्र्क वरधाओ् का वरकास
प्रचन पत्र - 2
(उत्तर मैधथली में सलखने होंगे)
इस प्रचन पत्र में तनधाणररर मल
ू पाठ्य पस्
ु रकों को पकरना अपेक्षक्षर होगा और ऐसे प्रचन पछ
ू े जाएंगे श्जनसे
अभ्यथी की आलोिनात्मक क्षमरा की परीक्षा हो सके।
खंड 'क'
3. कृष्णसन्ें - ें kब ध
6. कसिकरध - थन्त्रkाा झा
8. धित्रा-र्ात्रल
120
खंड 'ख'
13. ुथ्
ृ रलुत्र
र – लललथ
15. कृनथ रासकें ल – प्रकाशीक -ें धाली अकादवाें ल, ुिkा (आर्भ ें दवास काा थक)
मलयालम
प्रचन पत्र - 1
(उत्तर मलयालम में सलखने होंगे)
खंड 'क'
1.3 ुाट्िर स्प्रदवाार् - ुररभा ा, राें िररथें , ुररथी ुाट्िर कृनथर्ा्-नkराणें कृनथर्ा् थाा कृष्ण
गााा
भाग - 2 : तनम्नसलिखर की भािाई ववर्ेिराएं :
2.3 प्रार् लभक ें लर्ालें गद्र्-भा ा कौििलीर्ें , ब्रह्ें ा्ड ुरर ाणें आट्ि-प्रकारें , िें दवाीवुका
थाा kि्बर्ाk थलें ल
भाग -3 : मलयालम का मानकीकरर्
3.2 स्रदवाे शील थाा र्रू ुलर् लें शीkररर्क का ें लर्ालें क र् गदवााk
121
खंड 'ख'
साटहत्य का इतरहास
4.2 ें णणप्ररालें -आट्ि काा, ि्ुू आिदवा प्रार् लभक थाा ें ध्र्र्ग
र लk ें णणप्रराल कृनथर्ा्.
4.3 ल क सािैत्र्
6.1 kािक
6.2 मुन्र्ास
प्रचन पत्र - 2
(उत्तर मलयालम में सलखने होंगे)
खंड 'क'
भाग - 1
122
भाग - 2
भाग - 3
खंड 'ख'
भाग - 4
भाग - 5
भाग-6
123
भािा
(क) ें णणुरर ी भा ा कस साें ान्र् वरशीे थाए् और मसके वरकास का इनथैास, मत्तर-ुर
ू ी भारथ
कस नथब्बथल-बें ी भा ाओ् के बलि ें णणुरर ी भा ा का ें ैत्र थाा स्ााk, ें णणुरर ी भा ा
ें अध्र्र्k ें kरलkथें वरकास, प्रािलk ें णणुरर ी ललवु का अध्र्र्k और वरकास
(i) स्रर वरज्ञाk : स्रनkें (फ kलें ), स्रर, व्र््सk, स्र् सk, स्ररक, व्र््सk सें ै
ू
और इkका प्रादवाभ
र ायर-अक्षर-इसकस स्रिkा, स्ररूु थाा प्रकार
(ii) रूु वरज्ञाk : शीब्दवा श्रेणल, धाथर थाा इसके प्रकार; प्रत्र्र् और इसके प्रकार;
व्र्ाकरणणक श्रेणणर्ा्-लल्ग, स्यर्ा, ुुष
र , कारक, काल और इkके वरलभन्k ुक्ष.
स्र् सk कस प्रयिर्ा (सें ास और स्धध)
(iii) रातर् वरन्र्ास : शीब्दवा िें , रातर्क के प्रकार, रातर्ा्शी और मुरातर्क का ग k
खंड 'ख'
प्रचन पत्र - 2
(उत्तर मिर्परु ी में सलखने होंगे)
124
खंड 'क'
खंड 'ख
(I) कववरा
ा्बल
125
(II) महाकाव्य
2. एि. अ्गkघल लस्ै ख्बा-ा ईबल शीेरग (सk-सेkबा), लेई ल्गबा, शीाें ू
खकगल वरिार)
(III) नािक
(I) उपन्यास
3. एि. गण
र लस्ै लाें k
(II) कहानी
126
ख) ुरर द्कस खा्गथलबा रररें िा (प्रकाशीk) ें णणुरर ी सािैत्र् ुरर दवा 1994 (स्.)
ग) अkौबा ें णणुरर ी रररें िा (प्रकाशीk) - िदवा कल्िरल फ रें ें णणुरर 1992 (स्.)
(III) गद्य
क) रारगल सकल k (ड्र्ू ुािय ) (प्रकाशीk) िदवा कल्िरल फ रें ें णणुरर 1992 (स्.)
ग) अुk
र बा रारग (प्रकाशीk) - ें णणुरर वरचरवरद्र्ालर् 1986 (स्.)
एररक न्र्ि
ू k कलगल ें ै सा
मराठी
प्रचन पत्र - 1
(उत्तर मराठी में सलखने होंगे)
खंड 'क'
127
(ें रा ी के स्दवाभय ें )
शीब्दवा-भेदवा (ुािय स ऑफ स्ुलि), कारक व्र्रस्ाा (केस लसस्िें ), प्रर् ग वरिार (राचर्)
खंड 'ख'
2. सािैत्र् का ें ल्
ू र्ा्कk
प्रचन पत्र - 2
(उत्तर मराठी में सलखने होंगे)
तनधाणररर साटहश्त्यक रिनाओं का मल
ू पाठ
128
खंड 'क'
गद्य
शीेथकाररर्ािा आसदवा
र '
'ब्राह्ें ण कन्र्ा'
(5) शीरचि्दवा ें िर तथ ब ध :
'शीललk'
खंड 'ख'
काव्य
129
(2) 'ुेन्साk'
(6) ें दवा
ृ ग्ध द्रारा - वरन्दवाा करन्दवाीकर
(9) र्ा सत्तेथ सलर रें ाथ kाैी द्रारा - kाें दवाे र ढसाल
नेपाली
प्रचनपत्र-1
(उत्तर नेपाली में सलखने होंगे)
खंड 'क'
3. kेुाली भा ा कस प्रें ख
र ब ललर्ा्
4. भा ा आ्दवा लk (ससे ैलन्थ बिैष्कार, झार रादवा आिदवा) के वरशीे स्दवाभय ें kेुाली का
ें ाkकसकरण थाा आधरनkकसकरण
5. भारथ ें kेुाली भा ा का लशीक्षण-साें ािसक- सा्स्कृनथक ुक्षक के वरशीे स्दवाभय ें इसका
इनथैास और वरकास
खंड 'ख'
130
2. सािैत्र् कस ें ल
ू अरधारणाए् थाा लसद्धा्थ : काव्र्/सािैत्र्, काव्र् प्रर् सk सािैित्र्क
वरधाए्, शीब्दवा शीितथ, रस, अल्कार, त्रासदवाी, काें दवाी, सौंदवार्यशीास्त्र, शीली-वरज्ञाk
3. प्रें ख
र सािैित्र्क प्ररवृ त्तर्ा् थाा आन्दवा लk- स्रचछ् थारादवा, र्ााायरादवा, अिस्थत्ररादवा,
आर्ालें क आन्दवा लk, सें कालीk kेुाली लेखk, मत्तर-आधनर kकथारादवा
4. kेुाली ल क सािैत्र् (केरल नk्kललणखथ ल क स्ररूु) - सराई, झाव्र् री, सेल ,
स्धगkल, लैारी
प्रचन पत्र - 2
(उत्तर नेपाली में सलखने होंगे)
खंड 'क'
खंड 'ख'
131
उडड़या
प्रचन पत्र - 1
(उत्तर उडड़या में सलखने होंगे)
खंड 'क'
(iii) रूु वरज्ञाk : रूवुें (नkबायध, ुररबद्ध, सें ास और सि्ें श्र), व्र्त्र ुवत्त ुरक थाा
वरभितथ प्रधाk प्रत्र्र्, कारक वरभितथ, यिर्ा स्र् सk
(iv) रातर् रिkा : रातर्क के प्रकार और मkका रूुान्थरण, रातर्क कस स्रिkा
(vi) रथयkल, व्र्ाकरणणक प्रर् ग थाा रातर्क कस स्रिkा ें साें ान्र् अशीद्
र धधर्ा्.
(vii) मडिर्ा भा ा ें क्षेत्रलर् लभन्kथाए् (ुिचिें ल, दवाक्षक्षणल और मत्तरी मडिर्ा) थाा ब ललर्ा्
132
खंड 'ख'
उडड़या साटहत्य का इतरहास :
(i) वरलभन्k कालक ें मडिर्ा सािैत्र् कस ऐनथैालसक ुष्ृ भलू ें (साें ािसक, सा्स्कृनथक थाा
रासkनथक)
(ii) प्रािलk ें ैाकाव्र्, अल्कृथ काव्र् थाा ुदवाारललर्ा्
(iii) मडिर्ा सािैत्र् का वरलशीष्ि स्रिkात्ें क स्ररूु (क इली, िौनथसा, ु ई, िौुदवाी, ि्ु)ू
(iv) काव्र्, kािक, कैाkल, मुन्र्ास, नkबन्ध थाा सािैित्र्क सें ाल िkा कस आधनर kक
प्ररवृ त्तर्ा्
प्रचन पत्र - 2
(उत्तर उडड़या में सलखने होंगे)
पाठ्यपस्
ु रकों का आलोिनात्मक अधययन :
इस प्रचk-ुत्र ें ें ल
ू ुाठ्र्ुस्
र थकक क ुढ़kा अुेक्षक्षथ ै गा थाा अभ्र्ाी कस आल िkात्ें क र् ग्र्था कस
ुरीक्षा ली साएगल
खंड 'क'
काव्य
(प्रािीन)
133
नािक :
9. ें k र् सk दवाास : का घ िा
उपन्यास
कहानी
पंजा
तनबंध
बी
15. धित्तर् सk दवाास थर् ग-ओ-थाद्धधथ (प्राें ुा्ि नkब्ध)
प्रचन
16. ि्द्र शीेखर रा ें k सत्र्धें य काैूछी (प्राें ुा्ि नkब्ध)
पत्र
– I
भाग 'क'
भाग 'ख'
(क) आधनर kक प्ररवृ त्तर्ा् रैस्र्रादवाी, स्रचछ् थदवाारादवाी, प्रगनथरादवाी एर् kर-
रैस्र्रादवाी (रलर लस्ै, ुरू ण लस्ै, ें ैk लस्ै, अें थ
ृ ा
प्रलथें , बाबा बलरन्थ, प्रलथें लस्ै, सफ़सर, से. एस.
kेकस)
प्रर् गरादवाी (ससरलर लस्ै अैलर
ू ाललर्ा, रवरन्दवार रवर,
असार्ब कें ाल). सौदवा् र्र
य ादवाी (ैरभसk लस्ै, थारा
लस्ै)
kर-प्रगनथरादवाी (ुाशी, सगथार, ुाथर)
गलनथकाव्र् (गुष
र , सफ
ू स और आधनर kक गलनथकार-ें ैk लस्ै, अें थ
ृ ा
प्रलथें , लशीरकरें ार, ैरभसk लस्ै)
(ग) kािक (आई.सल. k्दवाा, ैरिरण लस्ै, बलर्थ गागी, एस. एस.
सेखक, िरण दवाास लसद्ध)ू
मुन्र्ास (रलर लस्ै, kाkक लस्ै, ससर्थ लस्ै क्रल, करथार
लस्ै दवाग्र गल, सख
र बलर, गरर दवार्ाल लस्ै, दवालीु कौर
ििराणा, स्रणय ि्दवाk)
कैाkल (सस
र ाk लस्ै, के.एस. वरकय, प्रेें प्रकाशी, ररर्ाें
सन्ध)ू
(घ) साें ािसक - सा्स्कृनथक और स्स्कृथ, फारसल और ुिचिें ल
सािैत्र् प्रभार
नkब्ध (ुरू ण लस्ै, थेसा लस्ै, गरर बयशी लस्ै)
प्रचन प्रत्र - 2
(उत्तर पंजाबी में गरु
ु मख
ु ी सलवप में सलखने होंगे)
135
भाग – क
(ख) गुष
र kाkक सु सल, राराें ाै, आसा दवाी रार
(ग) बल्
र ले शीाै का फयां।
भाग – ख
सफ
ू स ख़ाkा
kरा्सैा्
(ग) गरू
र बयशी लस्ै िसन्दवागल दवाी रास
ें ेररर्ा् अभल
ू र्ादवाा्
136
संस्कर
प्रचन पत्र – 1
थलk प्रचkक ससा यक प्रचkुत्र ें नkदवाे लशीथ ै गा, के मत्तर स्स्कृथ ें िदवाए साkे िािैए. शीे प्रचkक के मत्तर र्ा
थ स्स्कृथ ें अारा म्ें लदवारार द्रारा ुरीक्षा के ललए िरkे गर्े भा ा ें ाध्र्ें ें िदवार्े साkे िािैए
खंड 'क'
1. स्ज्ञा, स्धध, कारक, सें ास, कथयरर और कें यणल राचर् (राचर् प्रर् ग) ुर वरशीे बल दवाे थे
ैरए व्र्ाकरण कस प्रें ख
र वरशीे थाए्. (इसका मत्तर स्स्कृथ ें दवाे kा ै गा)
2. (क) रिदवाक स्स्कृथ भा ा कस ें यर र् वरशीे थाए्
(ख) शीास्त्रलर् स्स्कृथ भा ा के प्रें ख
र लक्षण
ग) भा ा रज्ञानkक अध्र्र्k ें स्स्कृथ का र् गदवााk
3. साें ान्र् ज्ञाk :
(घ) ें ैाभारथ
ें ैाकाव्र्
रूुक (kािक)
काा
आयर्ानर्का
ि्ुू
ख्ड काव्र्
ें त
र थक काव्र्
137
प्रचन पत्र-2
रगय 4 से प्रचk का मत्तर केरल स्स्कृथ ें दवाे kा ै गा. रगय 1, 2 और 3 के प्रचkक के मत्तर र्ा थ स्स्कृथ ें
अारा म्ें लदवारार द्रारा िk
र े गर्े भा ा ें ाध्र्ें ें दवाे kे ैकगे
खंड 'क'
नk्kललणखथ सें च
र िर्क का साें ान्र् अध्र्र्k :-
वगण-1
(क) रघर
र शी
् ें - काललदवाास
(ख) करें ारस्भरें - काललदवाास
(ग) यकराथासk
रय लर्ें - भारवर
(घ) लशीशीु
र ालरधाें - ें ाघ
(ड.) k ध िररथें – श्रलै य
(ि) कादवा्बरी - बाणभट्ि
(छ) दवाशीकरें ार िररथें - दवा् डल
138
वगण-1
(क) रघर
र शी
् ें - सगय 1, चल क 1 से 10
(ख) करें ारस्भरें - सगय 1, चल क 1 से 10
(ग) यकराथासk
रय लर्ें - सगय 1, चल क 1 से 10
वगण - 2
(क) ईशीारास्र् ुनk द् - चल क 1,2,4,6,7,15 और 18
(ख) भगरद्गलथा अध्र्ार्-II - चल क 13 से 25
(ग) राल्ें लयक का सदवा
र् रका्ड सगय 15, चल क 15 से 30
139
संराली
प्रचन पत्र - 1
(उत्तर संराली में सलखने होंगे)
खंड 'क'
भाग-1. संराली भािा का इतरहास
1. प्रें ख
र आिस्ट्रक भा ा ुरररार, आिस्ट्रक भा ाओ् का स्यर्ा थाा क्षेत्र वरस्थार
3. स्थाली भा ा कस ें ैत्रुण
ू य वरशीे थाए्. ध्रनk वरज्ञाk, रूु वरज्ञाk, रातर् वरज्ञाk, अाय
वरज्ञाk, अkर
र ादवा वरज्ञाk थाा क शी वरज्ञाk
5. स्थाली भा ा का ें ाkकसकरण
140
खंड 'ख'
संराली साटहत्यकार :
चर्ाें सन्
र दवार ैे ्ब्रें , ु्. रघk
र ाा ें रर ें ,ू बािैा बसेरा, साधर राें िा्दवा ें रर ें ,ू kारार्ण स रे k
'थ िेसथ
र ाें ', सारदवाा प्रसादवा यकस्कर, रघk
र ाा िरडू, कालीुदवा स रे k, साकला स रे k, िदवाग्बर ैााँसदवाा,
आिदवात्र् लें त्र, 'स्थाली', बाबल
र ाल ें रर ें ,ू 'आिदवारासल' र्दवाें
र kल बेसरा, असk
रय ैे ्ब्रें , कृष्ण ि्दवा िरडू,
रूु िााँदवा ैााँसदवाा, कलन्द्र kाा ें ाण्डल, ें ैादवाे र ैााँसदवाा, गौर िन्द्र ें रर ें ,ू ाकरर प्रसादवा ें रर ें ,ू ैर प्रसादवा
ें रर ें ,ू मदवार् kाा ें ाझल, ुररें ल ैे ्ब्रें , धलरे न्द्र kाा बास्के, चर्ाें िरण ैे ्ब्रें , दवाें र्न्थल बेसरा,
िी.के. राुास, ब र्ैा वरद्र्kाा िरडू
रीनथ रररास, ुरय त्र् ैार एर् स्स्कार (सन्ें , वरराै एर् ें त्र र्)र
141
खवड 'क'
पद्य :
(1) काराें सेरग - kk
र कू स रे k
(2) दवाे रल दवाासा्र् सेरग - ें ानkन्दवा ैा्सदवाा
(3) ै ड सेरग - डब्ल्र्ू सल. आियर
(4) बाैा सेरग – बलराें ळिरडू
(5) दवाकग सेरग - ुद्ें श्रल भागरथ ें रर ें ू ाकरर
(6) ै र सेरग –र घk
र ाा ें रर गू
(7) स रकस सेरग - बाबल
र ाल ें रर ें ू 'आिदवारासल'
(8) ें डे लसk ें डे नkदवाा - रूु िा्दवा ैा्सदवाा
(9) सड
ू ासल ें ाडरा लाथार - थेस kारार्ण ें रर ें ू
खवड 'ख'
आधुतनक साटहत्य
भाग-1. कववरा
(1) ओk डै बाैा डालराक - ुामल सझ
र ार स रे k
(2) आसाड बबkथल - kारार्ण स रे k 'थ िे सथ
र ाें '
142
भाग-2. उपन्यास
(1) ैाडें ाराक आथ - आर कासयििर्ासय (अkर
र ादवाक - आर.आर. यकस्कू राुास)
(2) ें ाkू ें ाथल - िन्द्र ें ैk ैा्सदवाा
(3) आथ ृ ओिाक - ड ें k ैा्सदवााक
(4) ओस र् गाडा िढु रे - kाानkर्ल ें रर ें ू
भाग-3 . कहानी
(1) िसर् k गाडा - रूुिा्दवा ैा्सदवाा एर् र्दवाें
र kल बेसरा
(2) ें ार्ा साल - ड ें k साैू, 'सें लर' एर् ुद्ें श्रल भागरथ ें ें
र ूय ' ाकरर
भाग-4. नािक
(1) खेरराि बबर - ु्. रघk
र ाा ें रर ें ू
(2) सररी खानथर - डा. कृष्ण िन्द्र िरडू
(3) बबरसा बबर - रबबलाल िरडू
ससन्धी
प्रचन पत्र - 1
143
खंड 'ख'
2. वरलभन्k र्ग
र क के साें ािसक-सा्स्कृनथक स्दवाभय ें लसन्धल-सािैत्र् :
(क) ल क सािैत्र् सें ेथ सk 1350 ई. थक का प्रार् लभक ें ध्र्कालीk सािैत्र्
(ख) सk 1350 ई. से 1850 ई. थक का ुररथी ें ध्र्कालीk सािैत्र्
(ग) सk 1850 ई. से 1947 ई. थक का ुk
र सायगरण काल
(घ) आधनर kक काल सk 1947 ई. से आगे
(आधरनkक लसन्धल सािैत्र् कस सािैित्र्क वरधाए् और कवरथा, kािक, मुन्र्ास,
कैाkल, नkबन्ध, सािैित्र्क आल िkा, सलरkल, आत्ें काा, स्स्ें रण और र्ात्रा
वरररणक ें प्रर् ग)
प्रचन पत्र – 2
इस प्रचk ें नkधायररथ ें ल
ू ुाठ्र् ुस्
र थकक क ुढ़kा अुेक्षक्षथ ै गा और इसका प्रारूु इस प्रकार थर्ार
यकर्ा साएगा िसससे अभ्र्ाी कस आल िkात्ें क र् ग्र्था कस ुरीक्षा ै सके
खंड 'क
I. काव्य
(क) ''शीाै स िूण्ड शीार्र'', स्ुादवाक : एि.आई. सदवाराkप्रणल; सािैत्र् अकादवाें ल द्रारा
प्रकालशीथ (प्राें सौ ुष्ृ )
(ख) ''सािल स िण्
ू ड कलाें '' स्ुादवाक : कल्र्ाण बल. अडराणल; सािैत्र् अकादवाें ल द्रारा
प्रकालशीथ (लसफय कावुस)
(ग) ''साें ल-ए-सा ि्दवा चल क'' स्ुादवाक : बल. एि. kागराणल; सािैत्र् अकादवाें ल द्रारा
प्रकालशीथ (प्राें सौ ुष्ृ )
(घ) ''शीार्र-ए-बेरास''; यकलशीkि्दवा बेरास (लसफय साें न्
र डल लसुk
र भाग)
(ङ) ''रौशीk छ् रर ''; kारार्ण चर्ाें
(ि) ''वररै् गे खाkु ई सल लसन्धल शीार्र सल िण्
ू ड''; स्ुादवाk : एि.आई. सदवाराkगणल;
सािैत्र् अकादवाें ल द्रारा प्रकालशीथ
144
खंड 'ख'
रसमल
प्रचन पत्र-1
(उत्तर रसमल में सलखने होंगे)
खंड 'क'
भाग-3 : भश्तर साटहत्य : (आलरार और kार्kें ार)-आलरारक के सािैत्र् ें सखल भार (ब्राइडल
लें िस्िलसज्तें ) - छरिुि
र सािैित्र्क वरधाए् (थट्
ू िर, मला, ुरणण, कररर्िस)
आधनर kक थलें ल सािैत्र् के वरकास के साें ािसक कारक : मुन्र्ास, कैाkल और आधरनkक कवरथा-
आधनर kक लेखk ुर वरलभन्k रासkलनथक वरिारधाराओ् का प्रभार
खंड 'ख'
प्रचन पत्र – 2
खंड 'क'
146
भाग-2 : महाकाव्य :
(1) लसलप्ुिदवाकारें (ें दवारर का्डें )
(2) क्ब राें ार्णें (क्र भकणयk रदवा ुडलें )
खंड 'ख'
आधुतनक साटहत्य
भाग-1 : कववरा
(1) भारनथर्ार : कण्णk ुाट्िर
(2) भारथल दवाासk : करडर्ब वरलत
र कर
(3) kा. काें रासk : करूप्ुर ें लरकल
गद्य
(1) ें .र ररदवारासkार : अरें ें
र अरलसर्लें
र
(2) सलएk अण्णादवारर : ऐ, थालन्दवा थलें लगें े
147
रेलग
ु ु
प्रचन पत्र - 1
(उत्तर रेलग
ु ु में सलखने होंगे)
खंड 'क'
भािा :
1. द्रवरि भा ाओ् ें थेलग
र र का स्ााk और इसकस प्रािलkथा - थेलग
र ,र थेलग
र र और आ्ध्र कस
व्र्त्र ुवत्त-आधाररथ इनथैास
2. आद्र्-द्रवरि से प्रािलk थेलग
र र थक और प्रािलk थेलग
र ू से आधनर kक थेलग
र र थक स्रर-
वरज्ञाkलर्, रूुवरज्ञाkलर्, व्र्ाकरणणक और रातर्गथ स्थरक ें ें य
र र् भा ार्ल ुरररथयk
3. तलालसकस थेलग
र र कस थल
र kा ें ब लिाल कस व्र्ारैाररक थेलग
र र का वरकास-औुिाररक और
कार्ायत्ें क दृिष्ि से थेलग
र र भा ा कस व्र्ायर्ा
4. थेलग
र र भा ा ुर अन्र् भा ाओ् का प्रभारफ
5. थेलग
र र भा ा का आधरनkकरण :
(क) भा ार्ल थाा सािैित्र्क आ्दवा लk और थेलग
र र भा ा के आधरनkकसकरण ें मkकस
भलू ें का
(ख) थेलग
र र भा ा के आधनर kकसकरण ें प्रिार ें ाध्र्ें क कस भलू ें का (अखबार, रे डडर् ,
िे ललवरसk आिदवा)
(ग) रज्ञानkक और थकkलकस सिैथ वरलभन्k वरें शीों के बलि थेलग
र र भा ा ें kर्े शीब्दवा
गढ़थे सें र् ुाररभाव कस और यिर्ावरधध से स्बध् धथ सें स्र्ाए्
6. थेलग
र र भा ा कस ब ललर्ा्-प्रादवाे लशीक और साें ािसक लभन्kथाए् थाा ें ाkकसकरण कस
सें स्र्ाए्
7. रातर्-वरन्र्ार्-थेलग
र र रातर्क के प्रें ख
र वरभासk-सरल, लें धश्रथ और स्र्त
र थ रातर् स्ज्ञा
और यिर्ा-वरद्र्ेर्k-kालें कसकरण और स्बध
् लकरण कस प्रयिर्ाए्-प्रत्र्क्ष और ुर क्ष
प्रस्थथ
र लकरण-ुरररथयk प्रयिर्ाए्
8. अkर
र ादवा-अkर
र ादवा कस सें स्र्ाए्-सा्स्कृनथक, साें ािसक और ें ै
र ाररा-स्बध
् ल अkर
र ादवा कस
वरधधर्ा् - अkर
र ादवा के क्षेत्र ें वरलभन्k दृिष्िक ण-सािैित्र्क थाा अन्र् प्रकार के अkर
र ादवा-
अkर
र ादवा के वरलभन्k मुर् ग
खंड 'ख'
साटहत्य :
148
प्रचन पत्र - 2
(उत्तर रेलग
ु ु में सलखने होंगे)
खंड 'क'
149
खंड 'ख'
7. गस
र दवा
य अप्ुा रार-अनkें त्र ाालर (कैानkर्ा्)
8. वरचरkाा सत्र्kारार्ण-आ्ध्र प्रशीिस्थ
9. दवाे रल
र ाुिल्ल कृष्ण शीास्त्रल-कृष्णुक्षें (मरयसल और प्ररसें क छ िकर)
10. श्रल श्रल-ें ैा प्रस्ााkें
11. सशीर
र ा-गिब्बलें (भाग-1)
12. श्रल kारार्ण रे ड्डल-कुरूय रसन्था रार्ालर
13. कkु
र रनथ ररलक्ष्ें ा-शीारदवाा लेखालर (भाग-1)
14. आत्रेर् - एk.सल.ओ.
15. रि का्ड वरचरkाा शीास्त्रल - अल्ुसलरल
उिण ू
प्रचन पत्र - 1
(उत्तर उिण ू में सलखने होंगे)
खंड ‘क’
(ख) ुिचिें ल िै्दवाी थाा इसकस ब ललर्ा्, ससे ब्रसभा ा, खिल ब ली, ैररर्ाणरल, कन्kौसल,
बदवा
र् े ली मदवाय ू भा ा के मद्भर से स्बध् धथ लसद्धा्थ
(घ) मदवाय ू भा ा के साें ािसक और सा्कृनथक आधार और मkके वरभेदवाक लक्षण ललवु स्रर
वरज्ञाk, आकृनथ वरज्ञाk, शीब्दवा भ्डार
खंड ‘ख’
150
खंड- ‘क’
2. गाललब इ्नथखाै-ए-खरथथ
ू -ए-गाललब
6. अब्दवाल
र कलाें आसादवा गब
र ार-ए-खानथर
खंड- ‘ख’
1. ें लर इ्नथखाब-ए-ें लर
(स्ुादवाक – अब्दवाल
र ैक)
151
4. इकबाल बाल-ए-िसबरल
5. यफराक गल
र -ए-kगें ा
6. फस दवास्थ-ए-सबा
7. अखथुषललें ाk बब्थ-ए-ल्ैाथ
प्रबंध
अभ्र्ाी क प्रब्ध कस वरज्ञाk और कला के ुषु ें स्कल्ुkा और वरकास का अध्र्र्k करkा िािैए और
प्रब्ध के अग्रणल वरिारकक के र् गदवााk क आत्ें साथ करkा िािैए थाा कार्यkलनथक एर् प्रिालkात्ें क
ुरररेशी क दृिष्िगथ रखथे ैरए इसकस स्कल्ुkाओ् क रास्थवरक शीासk एर् व्र्रसार् नkणयर्k ें प्रर् ग ें
लाkा िािैए
प्रचन पत्र – 1
1. प्रबंधकीय कायण एवं प्र क्रया:
प्रब्ध कस स्कल्ुkा एर् आधार, प्रब्ध धि्थk का वरकास, प्रब्धकसर् कार्य-आर् सkा,
स्ग k, नkर््त्रण, नkणयर्k, प्रब्धक कस भलू ें का, प्रब्धकसर् कौशील, मद्र्ें रवृ त्त, kरप्ररथयk,
वरचरव्र्ाुल राथाररण ें प्रब्ध, k्र् प्रणाली प्रब्धk, साें ािसक मत्तरदवाानर्त्र एर्
प्रब्धकसर् आिार kलनथ, प्रयिर्ा एर् ग्राैक, अलभवरन्र्ास, प्रत्र्क्ष एर् अप्रत्र्क्ष ें ल्
ू र्
श्र्ख
ृ ला ुर प्रब्धकसर् प्रयिर्ाए्
5. ववत्तीय प्रबंध :
वरत्त कार्य के लक्षर्, ें ल्
ू र् एर् प्रनथलाभ कस स्कल्ुkाए्, बा्डक एर् शीेर्रक का ें ल्
ू र्ा्कk,
कार्यशीलल ुस
ू् ल का प्रब्ध, प्रातकलk एर् वरत्तलर्, kकदवाी, प्राप्र् , साें ग्रल सि
ू ल एर् िालू
दवाे र्थाओ् का प्रब्धk, ुस
्ू ल लागथ, ुस
्ू ल बसिk, वरत्तलर् एर् प्रिालk लेररे स, ुस
्ू ल स्रिkा,
अलभकल्ु, लसद्धा्थ एर् व्र्रैार, शीेर्र धारक ें ल्
ू र् सस
ृ k, लाभा्शी kलनथ, नkगें वरत्तलर्
kलनथ एर् कार्यkलनथ, नkगें करकन एर् ुk
र सिंरिkा कार्यkलनथ प्रब्ध, ुस
ू् ल एर् ें द्र
र ा बासार,
स्स्ााए् एर् प्रुत्र ुट्िे ुर दवाे kा, यकरार्ा खरीदवा एर् स णखें ुस
ू् ल, ुस
ू् ल बासार वरनkर्ें k,
स णखें एर् प्रनथलाभ, ु िय फ ललर् लसद्धा्थ, सलएुलएें , एुलिी वरत्तलर् व्र्त्र ुत्र, वरकल्ु
फ्र्ि
ू सय, स्रु, वरत्तलर् क्षेत्रक ें अलभkर सध
र ार
6. ववपर्न प्रबंध :
स्कल्ुkा, वरकास एर् क्षेत्र, वरुणk कार्यkलनथ सत्र
ू लकरण, एर् वरुणk र् सkा के घिक,
बासार का ख्डलकरण एर् लक्षर् न्ें ख
र k, ुण्र् का अरस्ााुk एर् वरभेदवाk, प्रनथर् धगथा
वरचले ण, मुभ तथा बासार वरचले ण, औद्र् धगक िेथा व्र्रैार, बासार अkस
र ध
् ाk मत्ुादवा
कार्यkलनथ, कसें थ नkधायरण कार्यkलनथर्ा्, वरुणk सारणणर्क का अलभकल्ुk एर् प्रब्धk,
एकसकृथ वरुणk स्िार, ग्राैक स्थ का नkें ायण, ें ल्
ू र् एर् प्रनथधारण, सेराए् एर् अलाभ
वरुणk, वरुणk ें आिार, ग्राैक सरर क्षा, इ्िरkेि वरुणk खरदवारा प्रब्ध, ग्राैक स्बध
्
प्रब्ध, साकल्र्रादवाी वरुणk कस स्कल्ुkा
प्रचन पत्र – 2
1. तनर्णयन की पररमार्त्मक प्रववधधयां :
रणायत्ें क सा्ियर्कस-सारणलबद्ध, आलेखलर् एर् सा्ियर्क वरधधर्ा्, प्रानर्कथा का वर र्
प्ररेशी, अस्थथ एर् स्थथ प्रानर्कथा ब्िk, आkें
र ानkक सा्ियर्कस प्रनथदवाशीी ब्िk, केन्द्रीर्
153
3. प्रबंध सि
ू ना प्रर्ाली :
सि
ू kा प्रणाली का स्कल्ुkात्ें क आधार, सि
ू kा लसद्धा्थ, सि
ू kा स्साधk प्रब्ध, सि
ू kा
प्रणाली प्रकार, प्रणाली वरकास प्रणाली एर् अलभकल्ु वरै् गारल कk प्रणाली वरकास, प्रब्ध
सलरk-िि, ऑkलाइk एर् वरथररथ प्रणाललर्क के ललए अलभकल्ुkा ुररर् सkा,
कार्ायन्रर्k नkर््त्रण, सि
ू kा प्रौद्र् धगकस कस प्ररवृ त्तर्ा् आ्किा स्साधk प्रब्धk आ्किा
आर् सkा, DDS एर् RDBMS मद्र्ें स्साधk आर् सkा (ERP) वरशीे ज्ञ प्रणाली,
बबसkेस आयकयिे तििर ई-गरयkस, स्कल्ुkा, प्रणाली आर् सkा, सि
ू kा प्रणाली ें kग्र्था
मुभ तथा स्बद्धथा सि
ू kा प्रणाली का ें ल्
ू र्ा्कk
5. कायणनीतरक प्रबंध :
अध्र्र्k क्षेत्र के रूु ें व्र्रसार् kलनथ, कार्यkलनथक प्रब्ध का स्ररूु एर् वर र् क्षेत्र,
154
6. अंरराणष्ट्रीय व्यवसाय :
अ्थरायष्ट्रीर् व्र्रसार् ुरररेशी, ें ाल एर् सेराओ् ें व्र्ाुार के बदवालथे स्घिk, भारथ का
वरदवाे शील व्र्ाुार kलनथ एर् प्ररवृ त्तर्ा्, अ्थरायष्ट्रीर् व्र्ाुार का वरत्त ु ण, क्षेत्रलर् आधायक
सैर् ग, FTA सेरा प्रनथष् ाkक का अ्थरायष्ट्रीर्करण, अ्थरायष्ट्रीर् मत्ुादवाk अ्थरायष्ट्रीर्
क्ुनkर्क ें व्र्रसार् प्रब्ध, अ्थरायष्ट्रीर् कराधाk, वरचरव्र्ाुल प्रनथर् धगथा एर्
प्रौद्र् धगकसर् वरकास, वरचर्व्र्ाुल ई-व्र्रसार्, वरचरव्र्ाुल सा्ग नkक स्रिkा अलभकल्ुk
एर् नkर््त्रण, बैरसा्स्कृनथक प्रब्ध, वरचरव्र्ाुल व्र्रसार् कार्यkलनथ, वरचरव्र्ाुल वरुणk
कार्यkलनथ, नkर्ायथ प्रब्ध नkर्ायथ-आर्ाथ प्रयिर्ाए्, स्र्त
र थ मुिें , वरदवाे शील नkरेशी, वरदवाे शील
प्रत्र्क्ष नkरेशी एर् वरदवाे शील ु िय फ ललर् , नkरेशी, सलें ाुार वरलर्k एर् अधधग्रैण, वरदवाे शील
ें द्र
र ा स णखें , मद्भासk प्रब्ध, वरचरवरत्तलर् बासार एर् अ्थरायष्ट्रीर् बैंयक् ग, बाह्र् ऋण
प्रब्धk, दवाे शी स णखें वरचले ण
1. रै िखक बीजगिर्र :
R एर् C सिदवाशी सें िष्िर्ा्, रणखक आधश्रथथा एर् स्रथ्त्रथा मुसें िष्िर्ा्, आधार वरें ा,
रणखक ुषुा्थरण, क िि एर् शीन्
ू र्था, रणखक ुषुा्थरण का आव्र्ै
ू . आव्र्ै
ू क कस बलसारली,
ु्ितथ एर् स्थ्भ सें ाkर्k, स ुाkक रूु, सरािंगसें था एर् सें रूुथा, आव्र्ै
ू कस क िि,
आव्र्ै
ू का व्र्त्र िें , रणखक सें लकरण प्रणाली का ैल, अलभलक्षणणक ें ाk एर्
अलभलक्षणणक सिदवाशी, अलभलक्षणणक बैर ुदवा, केले-ैलें ल्िk प्रें ेर्, सें लें थ, वर ें
सें लें थ, ैलें यिी, वर ें ैलें यिी, ला्बबक एर् ऐयकक आव्र्ै
ू एर् मkके अलभलक्षणणक ें ाk
2. कलन :
रास्थवरक स्यर्ाए्, रास्थवरक िर के फलk, सलें ा, सा्थत्र्, अरकkलर्था, ें ाध्ें ाk प्रें ेर्,
शीे फलक के साा िे लर का प्रें ेर्, अनkधायररथ रूु, मिचिष् एर् अिल्ुष् , अk्थस्ुशील, रि
अkरर े खण, दवा र्ा थलk िरक के फलkः सलें ा, सा्थत्र्, आ्लशीक अरकलस, मिचिष् , एर्
अिल्ुष् , लाग्रा्स कस गण
र क वरधध, सक बल, नkिचिथ सें ाकलक कस रीें ाk ुररभा ा,
अनkिचिथ सें ाकल, अk्थ (इिन्फनkि एर् इ्प्रॉुर) अरकल, द्वरधा एर् बत्रर्ा सें ाकल
(केरल ें ल्
ू र्ा्कk प्रवरधधर्ा्), क्षेत्र, ुष्ृ एर् आर्थk
155
6. सटिर् ववचलेिर् :
अिदवाशी और सिदवाशी क्षेत्र, अिदवाशी िर के सिदवाशी क्षेत्र का अरकलk, काथलर् एर् बेलkाकार
नkदवाे शीकक ें प्ररणथा, अुसरण एर् काल, मचिथर क िि अरकलk, सिदवाशी थत्सें क एर्
सिदवाशी सें लकरण ज्र्ालें नथ अkप्र
र र् ग: आकाशी ें रि, रिथा एर् ऐ् k, सेरेि-फ्रेkेि
के सत्र
ू
गस एर् स्ि तस प्रें ेर्, ग्रलk के थत्सें क
प्रचन पत्र – 2
1. बीजगिर्र :
सें ै
ू , मुसें ै
ू , ििसर् सें ै
ू , सैसें च
र िर्, लाग्रा्स प्रें ेर्, प्रसाें ान्र् मुसें ै
ू , वरभाग
सें ै
ू , सें ै
ू क कस सें ाकाररथा, आधारी थल्
र र्ाकाररथा प्रें ेर्, िें िर् सें ै
ू , केली प्रें ेर्
रलर्, मुरलर् एर् गण
र सारली, रलर्क कस सें ाकाररथा, ुण
ू ािंकसर् प्रा्थ, ें य
र र् गण
र सारली
156
2. वास्रववक ववचलेिर् :
न्र्k
ू थें मुररसलें ा गण
र धें य राले िलें थ क्षेत्र के ुषु ें रास्थवरक स्यर्ा नkकार्,
अkि
र ें , अkि
र ें सलें ा, कौशील अkि
र ें , रास्थवरक रे खा कस ुण
ू थ
य ा, श्रेणल एर् इसका
अलभसरण, रास्थवरक एर् सि्ें श्र ुदवाक कस श्रेणणर्क का नkरुेक्ष थाा सप्रनथब्ध अलभसरण,
श्रेणल का ुk
र वरयन्र्ास
फलkक का सा्थत्र् एर् एक सें ाk सा्थत्र्, स्ैथ सें रचिर्क ुर सा्थत्र् फलkक के गण
र धें य
रीें ाk सें ाकल, अk्थ सें ाकल, सें ाकल, सें ाकलk-गणणथ के ें ल
ू प्रें ेर्, फलkक के
अkि
र ें क थाा श्रेणणर्क के ललए एक-सें ाk अलभसरण, सा्थत्र्, अरकलkलर्था एर्
सें ाकलkलर्था, अkेक (दवा र्ा थलk) िरक फलkक के आ्लशीक अरकलस, मिचिष् एर्
अिल्ुष्
3. सश्म्मश्र ववचलेिर् :
वरचलेव क फलk, कौशील-रीें ाk सें लकरण, कौशील प्रें ेर्, कौशील का सें ाकल सत्र
ू , वरचलेव क
फलk का घाथ श्रेणल नkरूुण, िे लर श्रेणल, वरधित्रथाए्, ल रा् श्रेणल, कौशील अरशीे प्रें ेर्,
कन्िूर सें ाकलk
4. रै िखक प्रोग्रामन :
रणखक प्र ग्राें k सें स्र्ाए्, आधारी ैल, आधारी सस
र ग
् थ ैल एर् इष्िथें ैल, ैलक कस
आलेखल वरधध एर् एकधा वरधध, द्रेथथा, ुरररैk थाा नkर्थk सें स्र्ाए्
157
यांबत्रकी इंजीतनयरी
प्रचन पत्र – 1
1. यांबत्रकी
1.1 ़ीकर वपंडों की यांबत्रकी
आकाशी ें सा्र्ारस्ाा का सें लकरण एर् इसका अkप्र
र र् ग, क्षेत्रफल के प्राें एर्
द्वरथलर् आघण
ू ,य घ ण
य कस सरल सें स्र्ाए्, सें थल गनथ के ललए कणक कस शीद्
र धगनथ कस
प्रार् लभक कण गनथकस
2. इंजीतनयरी पिाथण :
158
3. यंत्रों का ससद्धांर :
सें थल – यिर्ावरधधर्क का शीद्
र धगनथक एर् गनथक वरचले ण, कें , धगर्र एर् अधधियिक
धगर्र ें ालाए्, गनथुालक िि, अधधनkर््त्रक, दृढ़ ुण
ू ािंकक का स्थल
र k, एकल एर्
बैरलसलल्डरी इ्सk, र्ा्बत्रक-थ्त्र का रणखक क्ुk वरचले ण (एकल सराथर्योर्क िि) िा्नथक
िाल एर् शीफ्ि का आरथयk
4. तनमाणर् का ववञानान :
4.1 तनमाणर् प्रक्रम :
र््त्र औसार इ्सलनkर्री-व्र्ाुारी बल वरचले ण, िे लर का औसार, आर्र सें लकरण, रूढ़
ें शीलkk, एkसल एर् सलएkसल ें शीलkk प्रिें , िसग एर् स्ाानर्क, आरूढ़ ें शीलkk-
ईडलएें , ईसलएें , ुराश्रव्र्, सल प्रधाk ें शीलkk, इत्र्ािदवा, लेसर एर् प्लाज्ें ा के
अkप्र
र र् ग, ऊसाय दवार अरकलk
रूुण एर् रेल्डk प्रिें -ें ाkक प्रिें
ें ावुकस-अkरार् सkक एर् सिैष्णरथाओ् कस स्कल्ुkा, औसार एर् प्रें ाु, थल
र नkत्र, ल्बाई
का नkरीक्षण, िस्ानथ, ुररचछे िदवाका एर् ुष्ृ सु
र नू थय
प्रचन पत्र – 2
159
1.3 ु्खक, ब्ल अरक एर् स्ुलडडत्रक से प्रराै, अक्षलर् एर् अुकेन्द्री प्रराै वरन्र्ास, ु्खक
एर् स्ुलडिथक का अलभकल्ु, स्ुलिkक और िारबाइk स ुाkल कस सरल सें स्र्ाए्,
वररथ
ृ एर् स्रत्ृ थ िि गर िरबाइk, गस िरबाइk ें यकर्ा गर्ा कार्य, ुk
र : थाु
एर् ुk
र सयkk
2. उष्ट्मा, अंररर्
2.1 िालk ऊष्ें ा अ्थरण-साें ान्र् िालk सें लकरण-लाप्लास, प्रासक एर् फूररए
सें लकरण, िालk का फूररए नkर्ें , सरल लभित्थ स एर् ख खले बलk थाा
ग लकक ुर लगा एक वरभलर् स्ाार्ल दवाशीा मष्ें ा िालk
2.4 आधारभथ
ू ऊष्ें ा वरनkें नर्त्र वरचले ण, ऊष्ें ा वरनkें नर्त्र वरचले ण, ऊष्ें ा
वरनkें नर्र्क का रगीकरण
160
3.2 एसआई एर् सलआई इ्िसkक ें दवाैk, साें ान्र् एर् असाें ान्र् दवाैk, अुस्फ िk एर्
कार्यशीलल प्रािलक का प्रभार, अुस्ि फक का न्र्k
ू लकरण, एसआई एर् सलआई
इ्िसkक के ललए दवाैk प्रक ष् के प्रकार, र् सक, मत्ससयk
3.3 अ्थदवाैयk इ्िसkक कस वरलभन्k प्रणाललर्क ईंधk, स्kेैk, शीलथk एर् स्िरण
प्रणाललर्क, अ्थदवाैयk इ्िसkक ें वरकल्ुल ईंधk
4. भाप इंजीतनयरी:
4.1 भाु सkk- अशी धधथ रैंयकk िि वरचले ण, आधरनkक भाु बॉर्लर, िा्नथक एर्
अधधिा्नथक दवााबक ुर भाु, प्रराथ मुस्कर, प्राकृनथक एर् कृबत्रक प्रराथ, बॉर्लर
ईंधk, स, द्रर एर् गसलर् ईंधk, भासुा िरबाइk - लसद्धा्थ, प्रकार, स्र् सkा,
आरेग एर् प्रनथयिर्ा िरबाइk, अक्षलर् प्रण दवा
4.2 भाु थड
र् - अलभसारी एर् अुसारी थ्डर ें भाु क प्रराै, आद्रय, स्थप्ृ थ एर्
अधधथप्थ ससल वरलभन्k प्रा्रलभक भाु दवाशीाओ् के साा, अधधकथें नkस्सरण के
ललए क ुर दवााब, ुचिदवााब वरिरण का प्रभार, थड
्र क ें भाु का अधधस्थप्ृ थ प्रराै
वरलसk रे खा
161
1. मानव र्रीर :
मुरर एर् अध शीाखाओ्, स्क्धस्धधर्क, कूल्ैे एर् कलाई ें रतथ एर् थ्बत्रका स्भरण सें ेथ
अkप्र
र र्त
र थ शीरीर
सकलशीरीर सतथस्भरण एर् िसह्रा का लल्फसर् अुराै, ाार्रॉइड, स्थk ग्र्धा, स र
र्कृथ, प्र स्िे ि, सkkग्र्धा एर् गभायशीर्
डार्ाफ्राें , ुेरीनkर्ग एर् ि्क्षणप्रदवाे शी का अkप्र
र र्त
र थ शीरीर रत
ृ क, ें त्र
ू ाशीर्, गभायचर्
kललकाओ्, शीि
र रािैकाओ् का र गलक्षण शीरीर
भ्रर्
ू ववञानान : अुरा एर् अुरा र ध, ह्दवार्, आ्त्र रत
ृ क, गभायशीर् डड्बग्र्धा र ृ ण का
वरकास एर् मkकस साें ान्र् सन्ें साथ असाें ान्र्थाए्
केन्वीय एवं पररसरीय स्वसंिासलर रंबत्रका रंत्र :
ें िस्थक के नkलर्क, प्रें िस्थकें ेरू द्रर के ुररभ्रें ण का सकल एर् र गलक्षण शीरीर,
थ्बत्रका ें ागय त्रिलर् स्रेदवाk, श्ररण एर् दृिष्ि वरक्षनथ, कुाल थ्बत्रकाए्, वरथरण एर्
र गलाक्षक्षणक ें ैत्र, स्रस्िाललथ थ्बत्रका थ्त्र के अरर्र
162
4. ववकतर ववञानान :
ा ा एर् वरर ैण, रद्
ृ धध वरक्ष भ एर् कन्सर, रैर्ें
ू ििक एर् इस्कसलें क हृदवार् र ग एर्
डार्बबिीस ें ेललिस का वरकृनथसkk एर् ऊथकवरकृनथ वरज्ञाk सदवा
र ्र्, दवादवा
र य ें , प्राालें क
एर् वरक्षेुल दवादवा
र य ें था ें वरभेदवाk, श्ररसkलसन्र् कालसयk ें ा, ें ख
र कैं सर, ग्रलरा कैं सर,
ल्र्क
ू सलें र्ा, र्कृथ लसर लसस स्थरकरशी
ृ ाा, र्क्षें ा, थलव्र अिस्ाें ज्साशी ा का ैे थ,र
वरकृनथसkk एर् ऊथक वरकृनथ वरज्ञाk
5. सक्ष्
ू मजैववकी :
दवाे ैद्ररल एर् क लशीका ें ाध्र्लें थ र गक्षें था
नk्kललणखथ र ग कारक एर् मkका प्रर् गशीाला नkदवााk:- ें नkग कॉतरस, सालें kेला
- लशीगेला, ैुीस, डग,ू ु ललर्
- H IV/AIDS, ें लेररर्ा, ई-िैस्ि ललििका, धगर्ाडडयर्ा
- कैं डडड, यिप्ि कॉरतस, ऐस्ुिसयलस
6. भेिजगर्
ु ववञानान :
नk्kललणखथ औ धक के कार्य कस यिर्ावरधध एर् ुाचरयप्रभार:- ऐिन्िुार्रे िितस, एर्
एkाल्सेलसतस, ऐिन्िबार् िितस, ऐिन्िें लेररर्ा, ऐिन्िकालासार, ऐिन्िबार् िितस
- ऐिन्िैार्ुरिलसर, ऐिन्िडाइर्रू े िितस, साें ान्र् एर् ह्दवा रास डडलेिसय ऐिन्िराइरल,
ऐिन्िुरालसििक, ऐन्िीफ्गल, इ्र्k
ू सप्रेशीट्
ैं स
- ऐिन्िकसर
7. न्याय संबध
ं ी औिध एवं वविववञानान :
क्षनथ एर् घारक कस न्र्ार्ालर्ल ुरीक्षा, रकथ एर् शीि
र धब्बक कस ुरीक्षा, वर ातथथा,
शीाें क अनथें ात्रा, फााँसल, डूबkा, सलkा, DNN एर् यफ् गरवप्र्ि अध्र्र्k
प्रचन पत्र - 2
163
3. त्विा ववञानान :
स ररएलसस एलिसयक डें ेिाइििस, स्केबलस, एतसलें ा वरििललग , स्िीरk-सॉkसk स्लक्षण,
लाइकेk प्लेkस
164
6. सें दवा
र ार् कार्धियकत्सा (तनवारक एवं समाश्जक काय धि कत्सा):
लसद्धा्थ, प्रणाली, मुागें एर् साkुािदवाक र ग वरज्ञाk का ें ाुk; ु ण, ु ण स्बध
् ल
र ग/वरकार एर् ु ण कार्यिें
स्रास्थ्र् सि
ू kा स्ग्रैण, वरशीले ण एर् प्रस्थनर थ
नk्kललणखथ के नkर््त्रण/मन्ें ल
ू k के ललए राष्ट्रीर् कार्यिें क के मद्दवाे चर्, घिक एर्
िा्नथक वरचले ण, ें लेररर्ा, कालाआसार, फाइलेररर्ा एर् र्क्षें ा;
HIV/AIDS, र्ौk स्िलें थ र ग एर् डगू
स्रास्थ्र् दवाे खभाल प्रदवाार् प्रणाली का िा्नथक ें ल्
ू र्ा्कk स्रास्थ्र् प्रब्धk एर्
प्रशीासk: थकkलक, साधk, कार्यिें कार्ायन्रर्k एर् ें ल्
ू र्ा्कk
सkk एर् लशीशीर स्रास्थ्र् के मद्दवाे चर्, घिक, लक्षर् एर् िस्ानथ, राष्ट्रीर् ग्राें लण
स्रास्थ्र् लें शीk एर् सैस्त्राब्दवाी वरकास लक्षर्
अस्ुथाल एर् औद्र् धगक अुलशीष्ि प्रब्ध
िर्णनर्ास्त्र
प्रचन पत्र - I
165
प्रचन पत्र - 2
धमणिर्णन
1. ईचरर कस धारणा : गण
र ; ें kष्र र् एर् वरचर से स्बध
् (भारथलर् एर् ुाचिात्र्)
2. ईचरर के अिस्थत्र के प्रें ाण और मसकस ें लें ा्सा ( भारथलर् एर् ुाचिात्र्)
3. अशीभ
र कस सें स्र्ा
4. आत्ें ा : अें रथा, ुk
र सयन्ें एर् ें िर तथ
5. थकयबद्
र धध, श्ररनथ एर् आस्ाा
6. धालें यक अkभ
र र : प्रकृनथ एर् रस्थर (भारथलर् एर् ुाचिात्र्)
7. ईचरर रिैथ धें य
8. धें य एर् kनथकथा
9. धालें यक शीधर िथा एर् ुरें सत्र्था कस सें स्र्ा
10. धालें यक भा ा कस प्रकृनथ: सादृचर्ें ल
ू क एर् प्रथलकात्ें क; स्ज्ञाkरादवाी एर् नkस्स्ज्ञाkरादवाी
भौतरकी
प्रचन पत्र – 1
(ग) व्यतरकरर्
प्रकाशी का व्र्नथकरण-र््त्र का प्रर् ग, न्र्ि
ू k रलर्, थkर यफल्ें क द्रारा व्र्नथकरण,
ें ाइकल्सk व्र्नथकरणें ाुल; वरवरध यकरणुस
र् व्र्नथकरण एर्
फब्रलुेरिव्र्नथकरणें ाुल
(घ) वववरणन:
फ्राkै फर वररथयk-एकल रे खानछद्र, द्वररे खानछद्र, वररथयk ग्रेिि्ग, वरभेदवाk क्षें था;
वरत्थलर् द्रारक द्रारा वररथयk थाा रार्रलर् ुिkय; फ्रेसkेल वररथयk; अद्यध
आरथयk स k एर् स k प्लेि, रत्ृ थलर् द्रारक
168
3. ववद्यर
ु एवं िब
ंु कत्व:
(क) श्स्थर वैद्यर
ु एवं श्स्थर िुंबकीय:
िस्ार रद्र्थ
र ें लाप्लास एर् प्रासक सें लकरण एर् मkके अkप्र
र र् ग; आरेशी
नkकार् कस ऊसाय, आदवाे शी वरभर का बैरध्रर र प्रसार; प्रनथबब्ब वरधध एर् मसका
अkप्र
र र् ग; द्वरध्ररर के कारण वरभर एर् क्षेत्र, बाह्र् क्षेत्र ें द्वरध्ररर ुर बल एर्
बल आघण
ू ,य ुरारद्र्थ
र ध्रर
र ण; ुररसलें ा-ें ाk सें स्र्ा का ैल-एकसें ाk रद्र्थ
र
क्षेत्र ें िालk एर् ुररद्र्थ
र ग लक; ि्ब
र कसर् क शी, एकसें ाk ि्ब
र यकथ ग लक,
ल ै िर्बकसर् ुदवाााय, शीधाल्र्, ऊसायह्रास
(ग) ववद्यर
ु िंब
ु कीय ररं गे एवं कश्ष्ट्र्का वव करर्:
वरस्ााुk धारा एर् ें तसरेल के सें लकरण; नkरायथ ें थर् ग सें लकरण, प्राइ्िि्ग
प्रें ेर्; सिदवाशी एर् अिदवाशी वरभर; वरद्र्थ
र िर्बकसर् क्षेत्र प्रिदवाशी, ें तसरेल सें लकरणक
का सैप्रसरण; सें दवालशीक ुरारद्र्थ
र ें थर् ग सें लकरण, दवा ुरारद्र्थ
र क कस
ुररसलें ा ुर ुरारथयk थाा अुरथयk; फ्रेसkल स्बध
् ; ुण
ू य आथ्ररक ुरारथयk;
प्रसाें ान्र् एर् अस्गथ रणय वरक्षेुण; रे ले प्रकसणयk; कृिष्णका वरयकरण एर् प्लैंक
वरयकरण नkर्ें , स्िीफk ब ल्ट्सें k नkर्ें , वरर्ेk वरस्ााुk नkर्ें एर् रे ले-
सलन्स नkर्ें
प्रचन पत्र – 2
1. तवांिम यांबत्रकी :
कण थर् ग द्रथथा; श्रलडड्गर सें लकरण एर् प्रत्र्ाशीाें ाk; अनkिचिथथा लसद्धा्थ, ें त
र थकण,
बॉतस ें कण, ुररलें थ कूु ें कण के ललए एक वरें लर् श्रलडड्गर सें लकरण का ैल
(गामसलर् थर् ग-रेस्िk), रणखक आरथी ल लक; ुग-वरभर द्रारा एर् आर्थाकार र धधका
द्रारा ुरारथयk एर् स्िरण; बत्रवरें लर् बॉतस ें कण, अरस्ााओ् का घkत्र, धाथओ
र ् का
ें त
र थ इलेतट्राk लसद्धा्थ, क णलर् स्रेग, ैाइड्र सk ुरें ाण;र अद्यधप्रिकरण कण, ुामली
प्रििण आव्र्ै
ू के गण
र धें य
171
1. भाररीय राष्ट्रवाि :
(क) भारथ के स्राधलkथा स्ग्राें कस रासkनथक कार्यkलनथर्ा् : स्वरधाkरादवा से सk
सत्र्ाग्रै, असैर् ग, सवरkर् अरज्ञा एर् भारथ छ ि , मग्ररादवाी एर् िा्नथकारी
आ्दवा लk, यकसाk एर् काें गार आ्दवा लk
(ख) भारथलर् राष्ट्रीर् आ्दवा लk के ुररप्रेक्षर्: मदवााररादवाी, सें ासरादवाी एर् ें ातसयरादवाी,
मग्रें ाkरथारादवाी एर् दवाललथ
2. भारथ के स्वरधाk का नkें ायण : बब्रििशी शीासk का ररता, वरलभन्k साें ािसक एर्
रासkनथक ुररप्रेक्षर्
4. (क) स्घ सरकार के प्रधाk अ्ग: कार्युाललका, वरधानर्का एर् सरोचि न्र्ार्ालर् कस
वरिाररथ भलू ें का एर् रास्थवरक कार्यप्रणाली
(ख) राज्र् सरकार के प्रधाk अ्ग: कार्युाललका, वरधानर्का एर् मचि न्र्ार्ालर्क कस
वरिाररथ भलू ें का एर् रास्थवरक कार्यप्रणाली
5. आधाररक ल कथ्त्र: ु्िार्थल रास एर् kगर शीासk, 73र एर् 74र स्शी धkक का ें ैत्र,
आधाररक आ्दवा लk
6. नkर््त्रक एर् ें ैालेखा ुरीक्षक, वरत्थ आर् ग, स्घ ल क सेरा आर् ग, राष्ट्रीर् अkस
र धू िथ
सानथर्ा् आर् ग, राष्ट्रीर् अkस
र धू िथ सkसानथर्ा् आर् ग, राष्ट्रीर् ें िैला आर् ग, राष्ट्रीर्
ें ाkराधधकार आर् ग, राष्ट्रीर् अल्ुस्यर्क आर् ग, राष्ट्रीर् वुछिा रगय आर् ग
8. र् सkा एर् आधायक वरकास: kेैरूरादवाी एर् गा्धलरादवाी ुररप्रेक्षर्, र् सkा कस भलू ें का एर्
नkसल क्षेत्र, ैररथ िा्नथ, भलू ें सध
र ार एर् कृव स्बध
् , मदवाारीकरण एर् आधायक सध
र ार
172
10. दवाल प्रणाली: राष्ट्रीर् एर् क्षेत्रलर् रासkनथक दवाल, दवालक के रिाररक एर् साें ािसक आधार,
बैरदवालीर् रासkलनथ के स्ररूु, दवाबार सें ै
ू , नkरायिक आिरण कस प्ररिृ त्थर्ा्, वरधार्कक के
बदवालथे साें ािसक-आधायक स्ररूु
11. साें ािसक आ्दवा लk: kागररक स्रथ्त्रथाए् एर् ें ाkराधधकार आ्दवा लk, ें िैला आ्दवा लk
ुर्ायररण आ्दवा लk
प्रचन पत्र – 2
रल
ु नात्मक राजनीतर रथा अंरराणष्ट्रीय संबध
ं
रल
ु नात्मक राजनैतरक ववचलेिर् एवं अंरराणष्ट्रीय राजनीतर
1. थल
र kात्ें क रासkलनथ: स्ररूु एर् प्रें ख
र मुागें , रासkनथक अायरर्रस्ाा एर् रासkनथक
सें ासशीास्त्रलर् ुररप्रेक्षर्; थल
र kात्ें क प्रयिर्ा कस सलें ाए्
2. थल
र kात्ें क ुररप्रेक्षर् ें राज्र्; ुस
्ू लरादवाी एर् सें ासरादवाी अायव्र्रस्ााओ् ें राज्र् के
बदवालथे स्ररूु एर् मkकस वरशीे थाए् थाा मन्kथ औद्र् धगक एर् वरकासशीलल सें ास
3. रासkनथक प्रनथनkधाk एर् सैभाधगथा : मन्kथ औद्र् धगक एर् वरकासशीलल सें ासक ें
रासkनथक दवाल, दवाबार सें ै
ू एर् साें ािसक आ्दवा लk
4. भें
ू ड ् लीकरण: वरकलसथ एर् वरकासशीलल सें ासक से प्राप्थ अkयर िर्ाए्
5. अ्थरायष्ट्रीर् स्बध
् क के अध्र्र्k के मुागें ; आदवाशीयरादवाी, र्ााायरादवाी, ें ातसयरादवाी, प्रकार्यरादवाी
एर् प्रणाली लसद्धा्थ
6. अ्थरायष्ट्रीर् स्बध
् क ें आधारभथ
ू स्कल्ुkाए्; राष्ट्रीर् िैथ, सरर क्षा एर् शीितथ, शीितथ
स्थल
र k एर् प्रनथर ध; ुर-राष्ट्रीर् कथाय एर् साें िू ैक सरर क्षा; वरचर ुस
्ू लरादवाी अायव्र्रस्ाा
एर् भें
ू ड ् लीकरण
173
9. स्र्त
र थ राष्ट्र : वरिाररथ भलू ें का एर् रास्थवरक लेखा-स खा; वरशीे लकृथ स्र्त
र थ राष्ट्र
अलभकरण-लक्षर् एर् कार्यकरण; स्र्त
र थ राष्ट्र सध
र ारक कस आरचर्कथा
11. सें कालीk रिचरक सर कार : ल कथ्त्र, ें ाkराधधकार, ुर्ायररण, लल्ग न्र्ार्, आथ्करादवा,
kालभकसर् प्रसार
1. भारथ कस वरदवाे शी kलनथ: वरदवाे शी kलनथ के नkधायरक, kलनथ नkें ायण कस स्स्ााए्, नkर् थरथा एर्
ुरररथयk
2. गि
र नkरुेक्षथा आ्दवा लk क भारथ का र् गदवााk: वरलभन्k िरण, रथयें ाk भलू ें का
4. भारथ एर् रिचरक दवाक्षक्षण : अफ्रसका एर् लाथलkल अें ेररका के साा स्बध
् , NIEO एर्
WTO राथायओ् के ललए आरचर्क kेथत्ृ र कस भलू ें का
174
मनोववञानान
प्रचन पत्र - 1
मनोववञानान के आधार
1. पररिय : ें k वरज्ञाk कस ुररभा ा: ें k वरज्ञाk का ऐनथैालसक ुर
ू र
य त्ृ थ एर् 21रल् शीथाब्दवाी
ें प्ररिृ त्थर्ा्, ें k वरज्ञाk एर् रज्ञानkक ुद्धनथ, ें k वरज्ञाk का अन्र् साें ािसक और
प्राकृनथक वरज्ञाkक से स्बध
् , साें ािसक सें स्र्ाओ् ें ें k वरज्ञाk का अkप्र
र र् ग
2. मनोववञानान की पद्धतर :
अkस
र ध
् ाk के प्रकार - रणयkात्ें क, ें ल्
ू र्ा्कk, kदवाानkक एर् ुर
ू ायkें
र ानkक अkस
र ध
् ाk
ुद्धनथ, प्रेक्षण, सरेक्षण, व्र्ितथ अध्र्र्k एर् प्रर् ग, प्रर् गात्ें क थाा अप्रर् गात्ें क
अलभकल्ु कस वरशीे थाए्, ुरीक्षण सदृशी अलभकल्ु, कद्रीर् सें ै
ू ििाय, वरिारारेशी, आधार
लसद्धा्थ मुागें
3. अनस
ु ध
ं ान प्रर्ाली :
ें k रज्ञानkक अkस
र ध
् ाk ें ें य
र र् िरण (सें स्र्ा काk, प्रातकल्ुkा नkरूुण, अkस
र ध
् ाk
अलभकल्ु, प्रनथिर्k, आ्किा स्ग्रै के मुकरण, वरचले ण एर् व्र्ायर्ा थाा वरररण
लेखk, ें ल
ू के वररूद्ध अkप्र
र र्त
र थ अkस
र ध
् ाk आ्किा स्ग्रै कस वरधधर्ा् (साक्षात्कार, प्रेक्षण,
प्रचkारली), अkस
र ध
् ाk अलभकल्ु (कार्ोत्थर एर् प्रर् गात्ें क), सा्ियर्कस प्रवरधधर्क का
अkप्र
र र् ग (िी-ुरीक्षण, द्वरें ागी एk रा, सैस्बध
् , सें ाश्रर्ण एर् फतिर वरचले ण), ें दवा
अkयर िर्ा लसद्धा्थ
175
6. अधधगम :
अधधगें कस स्कल्ुkा थाा लसद्धा्थ (व्र्रैाररादवाी, गेस्िाल्िरादवाी एर् सि
ू kा प्रिें ण
ें ॉडल) वरल ु, वरभेदवा एर् साें ान्र्लकरण कस प्रयिर्ाए्; कार्यिें बद्ध अधधगें , प्रानर्कथा
अधधगें , आत्ें अkदवा
र े शीात्ें क अधधगें ; प्रबलीकरण कस स्कल्ुkाए्, प्रकार एर् सारणणर्ा्;
ुलार्k, ुररैार एर् दवा् ड, प्रनथरूुण एर् साें ािसक अधधगें
7. स्मतर :
स्केथk एर् स्ें रण; अल्ुारधध स्ें नृ थ, दवाीघायरधध स्ें नृ थ, स्रेदवाी स्ें नृ थ, प्रनथें ाुरक स्ें नृ थ,
अkरर णk स्ें नृ थ; ें िल्िस्ि र ें ॉडल, प्रकें ण के स्थर; स्ग k एर् स्ें नृ थ सध
र ार कस
स्ें रणसkक थकkलक; वरस्ें रण के लसद्धा्थ; क्षर्, व्र्ितथकरण एर् प्रत्र्ाkर्k वरफलk;
अधधस्ें नृ थ; स्ें नृ थल ु; आघाथ त्थर एर् अलभघाथुर
ू य
10. बद्
ु धध एवं असभक्षमरा :
बद्
र धध एर् अलभक्षें था कस स्कल्ुkा, बद्
र धध का स्ररूु एर् लसद्धा्थ-िस्ुर्रें k, ासयिk
गलफ डय बkायk, स्िे शीkबगय एर् से ुल दवाास; स्रेगात्ें क बद्
र धध, साें ािसक बद्
र धध, बद्
र धध एर्
अलभक्षें था का ें ाुk, बद्
र धधलिब्ध कस स्कल्ुkा, वरिलk बद्
र धधलिब्ध, बद्
र धधलिब्ध
िस्ारथा; बैर बद्
र धध का ें ाुk; थरल बद्
र धध एर् यिस्िललथ बद्
र धध
11. व्यश्तरत्व :
व्र्ितथत्र कस स्कल्ुkा थाा ुररभा ा; व्र्ितथत्र के लसद्धा्थ (ें k वरचलेणात्ें क-
176
प्रचन पत्र – 2
6. सामि
ु ातयक मनोववञानान :
साें दवा
र ानर्क ें k वरज्ञाk कस ुररभा ा और स्कल्ुkा साें ािसक कार्यकलाु ें छ िे सें ै
ू क
कस मुर् धगथा साें ािसक िेथkा कस सागनृ थ और साें ािसक सें स्र्ाओ् क सल
र झाkे कस
कार्यराैी साें ािसक ुरररथयk के ललए साें िू ैक नkणयर् लेkा और kेथत्ृ र प्रदवााk करkा
साें ािसक ुरररथयk के ललए प्रभारल कार्य kलनथर्ा्
7. पन
ु वाणस मनोववञानान :
प्राालें क, ें ाध्र्लें क थाा थथ
ृ लर्क नkरारक कार्यिें ें k रज्ञानkकक कस भलू ें का -
शीारीररक, ें ाkलसक थाा साें ािसक रूु से िरkौथल प्राप्थ व्र्ितथर्क, ससे रद्
ृ ध व्र्ितथर्क
के ुk
र रायसk के ललए सेराओ् का आर् सk ुदवाााय दवारू
र ुर् ग, यकशी र अुराध, आुराधधक
व्र्रैार से ुलडिथ व्र्ितथर्क का ुk
र रायस िै्सा के लशीकार व्र्ितथर्क का ुk
र रायस
HIV/AIDS र धगर्क का ुk
र रायस साें ािसक अलभकरणक कस भलू ें का
178
10. सि
ू ना प्रौद्योधगकी और जनसंिार में मनोववञानान का अनप्र
ु योग :
सि
ू kा प्रौद्र् धगकस और सk-स्िार गस
्ू का रथयें ाk ुररदृचर् और ें k रज्ञानkकक कस
भलू ें का सि
ू kा प्रौद्र् धगकस और सk स्िार क्षेत्र ें कार्य के ललए ें k वरज्ञाk व्र्रसानर्र्क
का िर्k और प्रलशीक्षण सि
ू kा प्रौद्र् धगकस और सk-स्िार ें ाध्र्ें से दवारू स्ा लशीक्षण ई-
कॉें सय के द्रारा मद्र्ें शीललथाबैरस्थरीर् वरुणk, दवारू दवाशीयk का प्रभार एर् सि ू kा
प्रौद्र् धगकस और सk-स्िार के द्रारा ें ल्
ू र् प्रनथु ण सि ू kा प्रौद्र् धगकस ें अलभkर
वरकास के ें k रज्ञानkक ुररणाें
179
लोक प्रर्ासन
प्रचन पत्र - 1
प्रर्ासतनक ससद्धांर
1. प्रस्रावना :
2. प्रर्ासतनक धिंरन :
रज्ञानkक प्रब्ध और रज्ञानkक प्रब्ध आ्दवा लk, तलालसकस लसद्धा्थ, रेबर का kौकरशीाैी
ें ॉडल, मसकस आल िkा और रेबर ुचिाथ का वरकास, गनथशीलल प्रशीासk (ें ेर् ुाकयर
फॉले), ें ाkर स्बध
् स्कूल (एल्ि k ें ेर् था अन्र्), कार्युाललका के कार्य (सलआई बkायड)े ,
साइें k नkणयर्k लसद्धा्थ, भागलदवाारी प्रब्ध (ें क ग्रेगर, आर.ललकिय , सल.आसलररस)
3. प्रर्ासतनक व्यवहार :
नkणयर्k प्रयिर्ा एर् थकkलक, स्िार, ें k बल, प्रेरणा, लसद्धा्थ-अ्थरयस्थ,र प्रयिर्ा एर्
सें कालीk; kेथत्ृ र लसद्धा्थ : ुार् ुररक एर् आधरनkक
4. संगठन :
लसद्धा्थ-प्रणाली, प्रास्धगकथा; स्रिkा एर् रूु : ें ्त्रालर् थाा वरभाग, नkगें , क्ुनkर्ा्,
ब डय थाा आर् ग-थदवााय थाा ुराें शीयदवााथा नkकार् ें य
र र्ालर् थाा क्षेत्रलर् स्बध
् नkर्ाें क
प्राधधकारी; ल क-नkसल भागलदवाारी
180
6. प्रर्ासतनक कानन
ू :
अाय, वरस्थार और ें ैत्र, प्रशीासनkक वरधध ुर Dicey, प्रत्र्ार् िसथ वरधाk -प्रशीासनkक
अधधकरण
7. रल
ु नात्मक लोक प्रर्ासन :
प्रशीासनkक प्रणाललर्क ुर प्रभार डालkे राले ऐनथैालसक एर् सें ास रज्ञानkक कारक;
वरलभन्k दवाे शीक ें प्रशीासk एर् रासkलनथ; थल
र kात्ें क ल क प्रशीासk कस अद्र्थk िस्ानथ;
ुररिस्ानथकस कस एर् प्रशीासk, ररिग्सर्k ें ॉडल एर् मkके आल िक
8. ववकास गतरकी :
वरकास कस स्कल्ुkा, वरकास प्रशीासk कस बदवालथल ुररचछिदवाका; वरकास वरर धल
अलभधारणा, kौकरशीाैी एर् वरकास; शीितथशीाली राज्र् बkाें बासार वररादवा; वरकासशीलल
दवाे शीक ें प्रशीासk ुर मदवाारीकरण का प्रभार; ें िैला एर् वरकास, स्रर्् सैार्था सें ै
ू
आ्दवा लk
9. कासमणक प्रर्ासन :
ें ाkर स्साधk वरकास का ें ैत्र, भथी प्रलशीक्षण, सलवरका वरकास, ैलसर्थ रगीकरण,
अkशी
र ासk, नkष्ुादवाk ें ल्
ू र्ा्कk, ुदवा न्kनथ, रेथk थाा सेरा शीथें, नkर् तथा-कें यिारी स्बध
् ,
लशीकार्थ नkरारण यिर्ा वरधध, आिरण स्िैथा, प्रशीासनkक आिार-kलनथ
10. लोकनीतर :
kलनथ नkें ायण के ें ॉडल एर् मkके आल िक; स्प्रत्र्र्लकरण कस प्रयिर्ाए्, आर् सk;
कार्ायन्रर्k, ें ाkलिरk, ें ल्
ू र्ा्कk एर् ुk
र रीक्षा एर् मkकस सलें ाए्; राज्र् लसद्धा्थ एर्
ल कkलनथ सत्र
ू ण
11. प्रर्ासतनक सध
ु ार रकनीकें :
स्ग k एर् ुद्धनथ, कार्य अध्र्र्k एर् कार्य प्रब्धk; ई-गरkेस एर् सि
ू kा प्रौद्र् धगकस;
प्रब्धk सैार्था मुकरण ससे यक kेिरकय वरचले ण, MIS, PERT, CPM
181
प्रचन पत्र - 2
भाररीय प्रर्ासन
कौििल्र् का अायशीास्त्र; ें ग
र ल प्रशीासk; रासkलनथ एर् प्रशीासk ें बब्रििशी शीासk का ररता-
ल क सेराओ् का भारथलर्करण, रासस्र प्रशीासk, िसला प्रशीासk, स्ााkलर् स्रशीासk
182
9. ववत्रीय प्रबंध :
रासkलनथक मुकरण के रूु ें बसि; ल क व्र्र् ुर स्सदवाीर् नkर््त्रण; ें ौिद्रक एर्
रासक लर् क्षेत्र ें वरत्थ ें ्त्रालर् कस भलू ें का; लेखाकरण थकkलक; लेखाुरीक्षा; लेखा
ें ैानkर््त्रक एर् भारथ के नkर््त्रक एर् ें ैालेखा ुरीक्षक कस भलू ें का
13. कानन
ू व्यवस्था प्रर्ासन :
बब्रििशी ररता; राष्ट्रीर् ुलर लस आर् ग; सा्ि अलभकरण; वरधध व्र्रस्ाा बkाए रखkे थाा
मुप्लर एर् आथ्करादवा का साें kा करkे ें ुरालें ललिरी बलक सें ेथ केन्द्रीर् एर् राज्र्
अलभकरणक कस भलू ें का; रासkलनथ एर् प्रशीासk का अुराधलकरण; ुलर लस ल क स्बध
् ;
ुलर लस ें सध
र ार
समाजर्ास्त्र
प्रचन पत्र-1
समाजर्ास्त्र के मल
ू भर
ू ससद्धांर
183
3. अनस
ु ध
ं ान पद्धतरयां एवं ववचलेिर् :
(क) गण
र ात्ें क एर् ें ात्रात्ें क ुद्धनथर्ा्
(ख) दवात्थ स्ग्रैण कस थकkलक
(ग) ुरररथय, प्रनथिर्k, प्रातकल्ुkा, वरचरसkलर्था एर् रधथा
4. समाजर्ास्त्री धिंरक :
(क) कालय ें ातसय-ऐनथैालसक भौनथकरादवा, मत्ुादवाk वरधध, वर स्बध
् k, रगय स्घ य
(ख) इें ाईल दवाख
र लें -श्रें वरभासk, साें ािसक थथ्र्, आत्ें ैत्र्ा, धें य एर् सें ास
(ग) ें तस रेबर-साें ािसक यिर्ा, आदवाशीय प्रारूु, सत्था, अधधकारीथ्त्र, प्र िे स्िि kलनथ
शीास्त्र और ुस
ू् लरादवा कस भारkा
(घ) थालकॉि ुासयन्स-साें ािसक व्र्रस्ाा, प्रनथरूु ुरररथय
(ड.) राबिय के ें िय k-अव्र्तथ थाा अलभव्र्तथ प्रकार्य अkरू
र ुथा एर् वरसाें ान्र्था, स्दवाभय
सें ै
ू
(ि) ें लड-आत्ें एर् थादवाात््र्
184
9. नारेिारी की व्यवस्थाएं:
(क) ुरररार, गै
ृ स्ाल, वरराै
(ख) ुरररार के प्रकार एर् रूु
(ग) र्शी एर् र्शीाkि
र ें
(घ) वुथथ
ृ त्र
् एर् श्रें का लल्गाधाररक वरभासk
(ड.) सें साें नर्क प्ररिृ त्थर्ा्
प्रचन पत्र – 2
185
ख. सामाश्जक संरिना:
(i) ग्रामीर् एवं कविक सामाश्जक संरिना
(क) भारथलर् ग्राें का वरिार एर् ग्राें अध्र्र्k
(ख) कृव क साें ािसक स्रिkा - ुट्िे दवाारी प्रणाली का वरकास, भलू ें सध
र ार
186
187
सांश्ख्यकी
प्रचन पत्र - 1
प्रातयकरा :
प्रनथदवाशीय सें िष्ि एर् अkर
र त्ृ थ, प्रानर्कथा ें ाु एर् प्रानर्कथा सें िष्ि, ें ेर्फलk के रूु ें र्ादृिचछक
िर, र्ादृिचछक िर का ब्िk फलk, अस्थथ एर् स्थथ-प्ररूु र्ादृिचछकिर, प्रानर्कथा द्रव्र्ें ाk
फलk, प्रानर्कथा घkत्र फलk, सिदवाशीें ाk र्ादृिचछकिर, मुा्थ एर् सप्रनथब्ध ब्िk, अkर
र त्ृ थक का
एर् र्ादृिचछक िरक का प्रस्भाव्र् स्राथ्र्योर्, र्ादृिचछक िर कस प्रत्र्ाशीा एर् आघण
ू ,य सप्रनथब्ध
प्रत्र्ाशीा, र्ादृिचछक िर का अkि
र ें ें अलभसरण, ब्िk ें प्रानर्कथा ें p-th ें ाध्र् ें , एर्
लगभग ैर सगै, मkका नkक एर् अ्थस्बध
् , शीेबलशीेर असलें का थाा णखलशीk का रै
ृ द् स्यर्ाओ्
का दवाब
र ल
य नkर्ें , रै
ृ द् स्यर्ाओ् का प्रबल नkर्ें एर् कालें ग र फ प्रें ेर्, प्रानर्कथा सkk फलk,
आघण
ू य सkk फलk, अलभलक्षण फलk, प्रनथल ें k प्रें ेर्, केन्द्रीर् सलें ा प्रें ेर् के लल्डरबगय एर् लेरल
प्रारूु, ें ाkक अस्थथ एर् स्थथ प्रानर्कथा ब्िk
188
बेस आकलk, अर्ादृिनछकसकृथ थाा र्ादृिचछकसकृथ ुरीक्षण, िा्नथक फलk, MP ुरीक्षण, kेें k-
वुअसयk प्रें ेनर्का, UMP ुरीक्षण, एकिदवाष्ि स्भावरथा अkु
र ाथ, सें रूु एर् अkलभkथ ुरीक्षण,
एकल प्रािल के ललए UMPU ुरीक्षण, स्भावरथा अkु
र ाथ ुरीक्षण एर् इसका मुागाें ल, ब्िk,
वरचरास्र्था ुररब्ध एर् ुरीक्षणक के साा इसका स्बध
्
सभ्सk—सष्र र था एर् इसकस स्गनथ के ललए क ल्ें ग र फ ुरीक्षण, धिह्k ुरीक्षण एर् इसका
इष्िथें त्र, वरलकॉफतसk धििन्ैथ-क िि ुरीक्षण एर् इसकस स्गनथ, क ल्ें ग र फ-िस्ें रk फ द्वर-
प्रनथदवाशीय प्रलशीक्षण, रk ुरीक्षण, वरलकॉतसk-ें k िव्ैिkल ुरीक्षण एर् ें ािध्र्का ुरीक्षण, मkकस
स्गनथ थाा मुगाें ल प्रसाें ान्र्था, राल्ड का SPRT एर् इसके गण
र धें य बkल
ूय ी, प्रासक, प्रसाें ान्र् एर्
िरघाथा्कस ब्िkक के ललए प्रािलक के बारे ें ुरीक्षणक के ललए OC एर् ASN फलk, राल्ड का ें ल
ू
थत्सें क
189
I औद्योधगक सांश्ख्यकी :
प्रयिर्ा एर् मत्ुादवा नkर््त्रण, नkर््त्रण िािों का साें ान्र् लसद्धा्थ, िरक एर् गण
र क के ललए
वरलभन्k प्रकार के नkर््त्रण िािय X, R, s, p, np एर् c - िािय , स्िर्ल र् ग िािय , गण
र क के
ललए एकशी:, द्वरशी: बैरक एर् अkि
र लें क प्रनथिर्k र् सkाए्, OC, ASN, AOQ एर् ATI
रि, मत्ुादवाक एर् मुभ तथा स णखें कस स्कल्ुkाए्, AQL, LTPD एर् AOQL, िरक के
ललए प्रनथिर्k र् सkा, डॉस-र लें ्ग सारणलर्क का प्रर् ग
वरचरास्र्था कस स्कल्ुkा, वरफलथा दवार एर् वरचरास्र्था फलk, श्रेणणर्क, सें ा्थर प्रणाललर्क
एर् अन्र् सरल वरन्र्ासक कस वरचरास्र्था, kरलकरण घkत्र एर् kरलकरण फलk, वरफलथा
प्रनथदवाशीय : िरघाथा्कस, वरबल
र , प्रसाें ान्र्, लॉग प्रसाें ान्र्
आर्र ुरीक्षण ें सें स्र्ाए्, िरघाथा्कस नkदवाशीों के ललए ख्डरिसयथ एर् रू्िदवाथ प्रर् ग
II इष्ट्िरमीकरर् प्रववधधयां :
स्यिर्ा वरज्ञाk ें वरलभन्k प्रकार के नkदवाशीय, मkकस रिkा एर् ैल कस साें ान्र् वरधधर्ा्,
अkक
र ार एर् ें ॉण्िे -कालो वरधधर्ा्, रणखक प्र ग्राें (LP) सें स्र्ा का सत्र
ू लकरण, सरल LP
नkदवाशीय एर् इसका आलेखलर् ैल, प्रसें च
र चर् प्रयिर्ा, कृबत्रें िरक के साा M-प्रवरधध एर्
द्वरप्रारस्ाा वरधध, LP का द्रध लसद्धा्थ एर् इसकस आधायक वररक्षा, सग्र
र ािैथा वरचले ण,
ुरररैk एर् नkर्थk सें स्र्ा, आर्ानथथ खेल, दवा -व्र्ितथ शीन्
ू र् र् ग खेल, ैल वरधधर्ा्
(आलेखलर् एर् बलसलर्)
क्प्र्ि
ू रक ुर SPSS ससे साkे-ें ाkे सा्ियर्कसर् सॉफ्िरेर्र ुकेसक का प्रर् ग कर
सा्ियर्कसर् सें स्र्ाओ् के ैल प्राप्थ करkा
190
प्रािर् ववञानान
प्रचन पत्र - 1
1. अरज्जक
ु ी और रज्जुकी :
(क) वरलभन्k फाइलक का मुरगों थक रगीकरण एर् स्बध
् ; एसलल ें ेिा और सलल ें ेिा;
प्र ि स्ि ें और डर्ि
ू े र स्ि ें , बाइलेिरे ललर्ा और रे डडएिा, प्र ििस्िा ुेरास आ,
ओनkक फ रा थाा ैे लें कॉरडािा का स्ााk; सें लें नथ
191
2. पाररश्स्थतरकी:
192
3. जीव पाररश्स्थतरकी :
(क) व्र्रैार: स्रेदवाी नkस्र््दवाk, प्रनथस्रेिदवाथा, धिह्k मद्दवाीुk, सलखkा एर् स्ें नृ थ, रिृ त्थ,
अभ्र्ास, प्राkक
र ू लk, अध्र््कk
(ख) िालk ें ैाें ोंkक कस भलू ें का, स्िेथk प्रसार ें फसर ें kक कस भलू ें का : ग ुकथा,
ुरभक्षल ुैिाk, ुरभक्षल थौर थरीके, प्राइें ेिक ें साें ािसक स ुाk, कसिक ें
साें ािसक स्ग k
(ग) अलभवरन्र्ास, स्िालk, अभलगै
ृ , सवरक लर्; सवरक नkर्थकाललकथा, ज्ररीर्,
ऋथु
र रक थाा िदवारसप्रार् लर्
(घ) र्ौk द्र्द्र, स्राायुरथा, kाथेदवाारी एर् ुर ुकाररथा सें ेथ प्राणल-व्र्रैार के
अध्र्र्k कस वरधधर्ा्
193
6. उपकरर्ीय पद्धतर :
(क) स्ुेतट्रें ल प्रकाशीें ावुत्र प्रारस्ाा वरुर्ायस एर् प्रनथदवाीिप्थ सक्ष
ू ें दवालशीयकस, रे डडर् ऐितिर
अkरर े खक, द्रथ
र अुकेिन्द्रत्र, सेल एलेतट्र फ रे लसस, PCR, ALISA, FISH एर्
गण
र सत्र
ू ुिि्ग
(ख) लेितट्रॉk सक्ष
ू ें दवाशीी (TEM, SEM)
प्रचन पत्र - 2
2. आनव
ु सं र्की :
(क) सलk कस आधनर kक स्कल्ुkा, वरभतथ सलk, सलk-नkर्ें k, आkर
र ल् शीक-कूि
(ख) लल्ग गण
र सत्र
ू एर् मkका वरकास, ड्र स यफला थाा ें ाkर ें लल्ग-नkधायरण
(ग) र्शीागनथ के ें डलीर् नkर्ें , ुkर र्ोसk, सैलग्रथा, बसैरर्ग्र ें वरकल्ुक, रतथ सें ै
ू क
कस आkर र ल् शीकस, र्शीारली वरचले ण, ें ाkर ें र्शीागथ र ग
(घ) मत्ुरररथयk थाा मत्ुरररथयसkk
(ड.) ुk
र र्ोगस DNA प्रौद्र् धगकस, राैकक के रूु ें प्लसलें ड्स, कॉसलें ड्स, कृबत्रें
गण
र सत्र
ू , ुारसलkल, DNA तल नk्ग थाा ुण
ू य तल नk्ग (लसद्धा्थ थाा यिर्ा
ुद्धनथ)
(ि) प्र कररर् ट्स थाा र्क
ू ररर् ट्स ें सलk नkर्ें k थाा सलk अलभव्र्ितथ
(छ) स्केथ अण,र क लशीका ें त्ृ र्,र स्केथk ुा ें दवा थाा ुररणाें
(स) RFLP, RAPD एर् AFLP थाा यफ् गरवप्रिि्ग ें अkप्र
र र् ग, राइब साइें प्रौद्र् गकस,
ें ाkर सलk ें ुररर् सkा, सलk लें तस एर् प्र ि लें तस
3. ववकास :
194
4. वगीकरर्-ववञानान :
(क) प्राणणरज्ञानkक kाें ारली, अ्थरायष्ट्रीर् नkर्ें , तलडडिस्ितस, रािण्रक रधगयकस एर् सर
वरवरधथा
5. जीव रसायन :
(क) काबोंैाइड्रेिक, रसाओ्, रसाअ्लक एर् क लेस्िे रॉल, प्र िीkक एर् अें लkक अ्लक,
न्र्िू तलइक अ्लक कस स्रिkा एर् भलू ें का, बार् एkसेिितस
(ख) ग्लाइक लाइलसस थाा िब्स िि, ऑतसलकरण थाा अुिर्k, ऑतसलकरणल
फास्फ ररलेशीk, ऊसाय स्रक्षण थाा वरें िk, ATP िि, ििसर् AMP – इसकस
स्रिkा थाा भलू ें का
(ग) ैाें ोk रगीकरण (स्िे राइड थाा ुेप्िाइड ैाें ोk), सर स्चले ण थाा कार्य
(घ) ए्साइें : यिर्ा के प्रकार थाा यिर्ा वरधधर्ा्
(ड.) वरिालें k थाा क -ए्साइें
(ि) इ्र्k
ू ग्ल ब्र्लू लk एर् र धक्षें था
195
7. पररवधणन जीवववञानान :
(क) र्ग्र ें क सkk; शीि
र कस रिkा, ें ें ेललर्k शीि
र कस ुात्रे एर् सलरे धाररथा अ्ड
सkk, ुण
ू य शीतथथा, नk ि
े k, ें ाफोसेनkसस एर् ें ाफोसेk, ब्लास्ि सेनkसस, शीरीर
अक्ष रिkा कस स्ााुkा, फेि ें ाkधित्र, ें ेढ़क एर् िस
ू े ें गेस्िरलेशीk, िस
ू े ें
वरकासाधलk सलk, अ्गा्थरक सलk, आ्ख एर् हृदवार् का वरकास, स्थनkर्क ें अुरा
(ख) क लशीका र्शी ुर् ुरा, क लशीका-क लशीका अन्र् न्र् यिर्ा, आkर
र ल् शीक एर् प्रेररथ
वररूुसkकथा, ए्सलवरर्ा ें कार्ा्थरण के नkर््त्रण ें रार्र ितसk कस भलू ें का,
शीरकससkk एर् धिरभ्रण्
ू साथा, क लशीका ें त्ृ र्,र कालप्रभारk
(ग) ें ाkर ें वरकासलर् सलk, ुात्रे नk ि
े k एर् भ्रण
ू अ्थरण, तल नk्ग
(घ) स्िे ें क लशीका : स्र थ, प्रकार एर् ें ाkर कल्र्ाण ें मkका मुर् ग
(ड.) सानथ अरथयk नkर्ें
पररसर्ष्ट्ि – II (क)
196
पररसर्ष्ट्ि-II (ख)
197
198
उम्मीिवारों को उनके स्वयं के टहर में सलाह िी जारी है क वे परीक्षा हॉ ल में कोई भी
बहुमल्
ू य वस्रु न लाएं तयों क उनकी सरु क्षा सतु नश्चिर नहीं की जा सकरी। इस संबध
ं में
कसी भी नक ु सान के सलए आयोग श्जम्मेिार नहीं होगा।
रस्थनर kष् प्रचk-ुत्रक ें म्ें लदवारार द्रारा िदवाए गए गलथ मत्थरक के ललए दवा् ड (kेगेििर
ें ायकिंग) िदवार्ा साएगा
(i) प्रत्र्ेक प्रचk के ललए िार रकिल्ुक मत्थर ैैं, म्ें लदवारार द्रारा प्रत्र्ेक प्रचk के
ललए िदवाए गए एक गलथ मत्थर के ललए प्रचk ैे थर नkर्थ यकए गए अ्कक का 1/3
(0.33) दवा् ड के रूु ें कािा साएगा
(ii) र्िदवा क ई म्ें लदवारार एक से अधधक मत्थर दवाे था ै, थ इसे गलर उत्रर ें ाkा
199
7. उत्रर पत्रक/परीक्षर् पश्ु स्रका/कच्िे कायण पत्रक में मांगी गई ववसर्ष्ट्ि मिों की सि
ू ना के
200
प्रचk ुत्र ुरीक्षण ुिर स्थका के रूु ें ै गा इस ुिर स्थका ें िें स्यर्ा 1,2,3… आिदवा के
िें ें प्रचkा्शी के kलिे (ए), (बल), (सल) और (डल) के रूु ें प्रत्र्त्र थर अ्यकथ ैकगे
आुका काें एक सैी प्रत्र्त्र थर क िरkkा ै र्िदवा आुक एक से अधधक प्रत्र्त्र थर सैी
लग थ मkें से आुक सरोत्थें प्रत्र्त्र थर का िरkार करkा ै गा यकसल भल िस्ानथ ें
प्रत्र्ेक प्रचkा्शी के ललए आुक एक ैी प्रत्र्त्र थर का िk
र ार करkा ै गा र्िदवा आु एक से
अधधक प्रत्र्त्र थर िरk लेथे ैैं थ आुका प्रत्र्त्र थर गलथ ें ाkा साएगा
मत्थर ुत्रक ें िें स्यर्ाए् 1 से 160 छाुे गए ैैं, प्रत्र्ेक प्रचkा्शी (स्यर्ा) के साें kे
(ए), (बल), (सल) और (डल) धिन्ै राले रत्ृ थ छुे ै थे ैैं सब आु ुरीक्षण ुिर स्थका के
प्रत्र्ेक प्रचkा्शी क ुढ़ ल और र्ै नkणयर् करkे के बादवा यक िदवाए गए प्रत्र्त्र थरक ें से
क k सा एक प्रत्र्त्र थर सैी र्ा सरोत्थें ैैं, आपको अपना प्रत्यत्ु रर उस वत्र को काले
बाल पेन से परू ी ररह से काला बनाकर अं कर कर िे ना है ।
मदवााैरण के थौर ुर र्िदवा प्रचkा्शी 1 का सैी प्रत्र्त्र थर (बल) ै थ अक्षर (बल) राले रथ
ृ थ
क नk्kाkस
र ार काले बाल ुेk से ुरू ी थरै काला कर दवाे kा िािैए ससायक kलिे िदवाखार्ा
गर्ा ै
मदवााैरण (a ) • (c) (d )
201
ें ाk ल र्िदवा आु गणणथ के प्रचk-ुत्र* के रास्थे ुरीक्षा ें िदवाल्ली केन्द्र ुर मुिस्ाथ ै रैे ैैं और
आुका अkि
र ें ा्क 0812769 ै थाा आुकस ुरीक्षण ुिर स्थका श्रख
् ृ ला ‘ए’ ै थ आुक काले बाल ुेk से
इस प्रकार भरkा िािैए *
202
आुक अगली कारय राई र्ै करkल ै यक आु k ििस ें से सें धर िथ वर र् क ड ढूढ़ सब आु ुरीक्षण
ुिर स्थका श्र्ख
ृ ला, वर र् क ड थाा अkि
र ें ा्क क इस प्रर् सk के ललए नkधायररथ रत्त
ृ क ें कूिबद्ध करkे का
कार्य काले बाल ुेk से कर केन्द्र का kाें कूिबद्ध करkे कस आरचर्कथा kैी् ै ुरीक्षण ुिर स्थका
श्र्ख
ृ ला क ललखkे और कूिबद्ध करkे का कार्य ुरीक्षण ुिर स्थका प्राप्थ ै kे थाा मसें से ुिर स्थका
श्र्ख
ृ ला कस ुिर ष्ि करkे के ुचिाथ ैी करkा िािैए
(B ) कपया अंग्रेजी से िे खें
(C)
(D )
ें ैत्रुण
ू य : कृुर्ा र्ै सनर kिचिथ कर ल यक
आुkे अुkा वर र्, ुरीक्षण ुिर स्थका िें थाा
अkि
र ें ा्क ीक से कूिबद्ध यकर्ा ै
204
*****
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