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सयभयन्म ननदे श-
खंड- अ
प्रश्न-1 ननम्नलरखित गदमयांश को ददए गए प्रश्नों के उत्तय सही विकल्ऩ चन
ु कय लरखिए- (5x1)
जयनत व्मिस्थय ने िगीम अहां कय ऩोषण ककमय है। इसे मदद सभयप्त नहीां ककमय गमय तो बययतीम सांस्कृनत औय
लशष्टतय, ययष्रबक्तत औय दे शबक्तत की भत्ृ मु ननक्श्चत है।ऐसे व्मक्तत भनुष्म-भनुष्म के भध्म फांधुत्ि की बयिनय
से यदहत होकय अऩनी ही जयनत मय िगग की उन्ननत भें रुचच रेते हैं। उनकय आदशग ियतम है –“हभययी जयनत
प्रथभ औय हभययी जयनत अांनतभ।” उनके भक्स्तष्क औय रृदम भें उनके विचययों औय स्ियथगऩूणग मोजनयओां भें
अऩने दे श के लरए आदय ऩण
ू ग तो तमय सयभयन्म स्थयन बी नहीां है।िे कभग के आधयय ऩय नहीां जन्भ के िैलशष््म
से ब्रयह्भण औय ऺत्रिम, िैश्म औय शद्र
ू है औय जफ तक िे इस िैलशष््म कय उऩबोग कयते हैं , तफ तक ककसी
अन्म के िैलशष््म मय अच्छयई के फयये भें त्रफल्कुर नहीां सोचते।‘बययतीम प्रथभ औय बययतीम अांनतभ' उनके लरए
मह ऩद चरयतयथग ककए जयने के लरए नहीां है। ईश्िय की अिधययणय उनके दोहये ऩन कय प्रनतत्रफांफ है जफ िे ईश्िय
के विधयन कय अक्स्तत्ि भयनते हैं तो कपय उस ऩयभवऩतय के तथयकचथत ऩुि औय ऩुत्रिमों को कैसे विबयक्जत कय
सकते हैं। िे ऐसे व्मक्तत है जो स्ियथगिश ययजनीनतक, प्रशयसननक मय व्मयिसयनमक ऺेिों भें अऩनय ऩथ प्रशस्त
कयने कय प्रमयस कय यहे हैं।सयथ ही सयथ िे नीची जयनतमों के रूऩ भें कभगठ औय ननष्कऩट व्मक्ततमों ने जो कुछ
उऩयक्जगत ककमय है उसे हड़ऩ रे यहे हैं। - आचयमग शत
ु र
१ िगीम अहभ से तमय अलबप्रयम है?
क ककसी विशेष िगग कय स्िमां ऩय गविगत होनय।
ि ककसी िगीम नयभक सभद
ु यम कय स्िमां ऩय गविगत होनय।
ग अहांकयय भें चूय होनय
घ झूठय अहांकयय प्रदलशगत कयनय।
२ हभयये सभयज भें जयनत व्मिस्थय ककस आधयय ऩय ऩोवषत हुई है?
2
क कभग के आधयय ऩय
ि जन्भ के आधयय ऩय
ग दे श के आधयय ऩय
घ लशऺय के आधयय ऩय
३ कैसे व्मक्तत दे श की अच्छयई मय िैलशष््म के विषम भें त्रफल्कुर नहीां सोचते?
क जो अऩनी जयनत िगग के उत्थयन भें लरप्त हैं
ि मुिय उत्थयन भें लरप्त हैं
ग जो ऩरयियय के ऩोषण भें लरप्त हैं
घ जो प्रदे श विशेष के उत्थयन भें लरप्त हैं।
४ दोहये ऩन भें ऩड़े व्मक्तत तमय कय यहे हैं?
क ननम्न जयनतमों के व्मक्ततमों को रयब ऩहुांचय यहे हैं
ि जयनत फांधन से व्मक्ततमों को भत
ु त कय यहे हैं
ग दस
ू यों कय ऩथ प्रशस्त कय यहे हैं
घ ननम्न जयनतमों के कभगठ व्मक्ततमों दिययय उऩयक्जगत सि
ु को हड़ऩ यहे हैं
५ दो विशेषण शब्दों ियरे िगग को चुननए-
क दोहययऩन, कभगठ
ि भयतत्ृ ि, फांधुत्ि
ग स्ितांि ,बययतीम
घ ननष्कऩट, अच्छयई
प्रश्न-2 ननम्नलरखित ऩदमयांश को ध्मयनऩूिक
ग ऩढ़कय प्रश्नों के उत्तय सही विकल्ऩ चुनकय लरखिए- (5x1)
रहयों से डयकय नौकय ऩयय नहीां होती , कोलशश कयने ियरों की कबी हयय नहीां होती
नन्ही चीांटी जफ दयनय रेकय चरती है
चढ़ती दीिययों ऩय सौ फयय कपसरती है
भन कय विश्ियस यगों भें सयहस बयतय है
चढ़कय चगयनय, चगयकय चढ़नय नय अियतय है
आख़िय उसकी भेहनत फेकयय नहीां होती, कोलशश कयने ियरों की कबी हयय नहीां होती।
डुफककमयां लसांधु भें गोतयिोय रगयतय है जय जय कय ियरी हयथ रौटकय आतय है
लभरते नहीां सहज ही भोती गहये ऩयनी भें
फढ़तय दग
ु नय उत्सयह इसी हैययनी भें
भु्ठी उसकी ियरी हय फयय नहीां होती ,कोलशश कयने ियरों की कबी हयय नहीां होती।
१ रहयों से डयकय नौकय ऩयय नहीां होती- महयां रहयें औय नौकय ककसकय प्रतीक है ?
क ऩरयक्स्थनतमयां औय भनुष्म
ि सयर कयमग औय भनुष्म
ग कदठनयइमयां औय कयमग
3
क िीबत्स
ि उत्सयह
ग हयस्म
घ ित्सर
२ ननिेद ककस यस कय स्थयमी बयि है?
क करूण यस
ि शयांत यस
ग ियत्सल्म यस
घ श्रांग
ृ यय यस
३ इहयां कुम्हड़ फनतमय कोऊ नयदहां जे तजगनी दे िी भयी जयदहां। कयव्म ऩांक्तत भें ननदहत यस ऩहचयननए।
क हयस्म
ि श्रांग
ृ यय
ग िीय
घ बमयनक
४ करुण यस कय स्थयई बयि तमय है?
क िीबत्स
ि शोक
ग ननिेद
घ हांसी
५ विबयि अनुबि सांचययी सांमोगयद्रे यस ननष्ऩवत्त:। - यस सूि के व्मयख्मयतय कौन हैं?
क बयतभनु न
ि आचयमग शत
ु र
ग दे ि
घ बतह
गृ रय
प्रश्न-7 ननम्नलरखित गदमयांश को ध्मयनऩूिक
ग ऩढ़कय प्रश्नों के सियगचधक उऩमुतत विकल्ऩों कय चमन कीक्जए- (5x1)
उनकी शतग भयन री गई औय िे बययत आ गए। ऩहरे जीसैट सांघ भें ऩयदरयमों के फीच धभयगचयय की ऩढ़यई
की।कपय 9-10 सयर दयक्जगलरांग भें ऩढ़ते यहे । कोरकयतय से फीए. ककमय औय कपय इरयहयफयद से एभ ए की
ऩढ़यई की। उन ददनों डॉतटय धीयें द्र िभयग दहांदी विबयग के अध्मऺ थे। शोध प्रफांध प्रमयग विश्िविदमयरम भे
यहकय 1950 भें ऩयू य ककमय- ‘ययभकथय- उत्ऩवत्त औय विकयस’।‘ऩरयभर’ भें उसके अध्मयम ऩढ़े गए थे पयदय
ने भयतय लरांक के प्रलसदध नयटक `ब्रू फडग’ कय बी रूऩयांतय ककमय है-‘नीरऩांछी’ के नयभ से।फयद भें िे सेंट
जेविमय कॉरेज, ययांची भें दहांदी तथय सांस्कृत विबयग के विबयगयध्मऺ हो गए औय महीां ऩय उन्होंने अऩनय
प्रलसदध अांग्रेजी दहांदी शब्दकोश तैमयय ककमय औय फयइत्रफर कय अनुियद बी…… औय िही फीभयय ऩड़े औय
ऩटनय आए।
१ उऩयोतत गदमयांश के आधयय ऩय फतयइए कक ककसकी शतग भयन री गई?
7
क रेिक की शतग
ि पयदय कयलभर फुल्के की शतग
ग पयदय की भयां की शतग
घ पयदय के वऩतय की शतग
२ पयदय ने क्जसेट सांघ भें ककस की ऩढ़यई की?
क धभयगचयय की
ि फीए. की
ग एभ.एकी
घ शोध प्रफांध की
ग कयनतगक भें
घ िैशयि भें
प्रश्न 9 ननम्नलरखित ऩदमयांश को ध्मयनऩि
ू क
ग ऩढ़कय प्रश्नों के सियगचधक उऩमत
ु त विकल्ऩ चन
ु कय उत्तय लरखिए।
(5x1=5)
कहे ऊ रिन भनु न सीरू तम्
ु हययय। को नहीां जयनत त्रफददत सांसययय।।
भयतय वऩतयदह उयीन बमे नीके। गुरुरयनु यहय सोचु फड़ जी के।।
सो जनु हभये दह भयथे कयढ़य। ददन चरी गमे ब्मयज फड़ फयड़य।।
अफ आननअ ब्मफहरयमय फोरी। तुयांत दे उ भैं थैरी िोरी।।
सुनी कटु िचन कुठयय सुधययय। हयम हयम सफ सबय ऩुकययय।।
बग
ृ फ
ु य ऩयसु दे ियफहु भोही। त्रफप्र त्रफचययी फचौं नऩ
ृ द्रोही।।
लभरे न कफहूां सब
ु ट यन गयढ़े । दविज दे ितय घयदहां के फयढ़े ।।
क ययभ के लरए
ि रक्ष्भण के लरए
ग विश्ियलभि के लरए
घ ऩयशयु यभ के लरए
प्रश्न 10 ननम्नलरखित प्रश्नों के उत्तय सही विकल्ऩ चन
ु कय दीक्जए। (2x1=2)
१ गोवऩमयां ककसे व्मयचध भयनती हैं?
क श्री कृष्ण के लभि उदधि को
ि श्री कृष्ण को
ग उदधि के मोग सांदेश को
घ वियह िेदनय को
२ अट नहीां यही है कवितय भें कवि ने ककस के सौंदमग कय िणगन ककमय है?
क फयदरों के सौंदमग कय
ि िषयग के सौंदमग कय
ग पयगुन भयस के सौंदमग कय
घ आषयढ़ के सौंदमग कय
प्रश्न-17 जर-सांयऺण हे तु ऩमयगियण विबयग की ओय से जनतय के लरए ३०-४० शब्दों भें सांदेश लरखिए। (1x5)
अथवा
नए सयर की फधयई दे ते हुए ३०-४० शब्दों भें अऩने प्रधयनयचयमग को एक सांदेश लरखिए।
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