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CBSE

अभ्यास प्रश्नपत्र
विषय : व दिं ी ‘ब’ (कोड-085)
कक्षा : दसिीं | सत्र : 2023-24
विर्ाारित समय : 3 घटिं े पर्ू ाांक : 80
सामान्य विदेश –
1. इस प्रशि् पत्र में दो खडिं ैं – खडिं ‘अ’ औि ‘ब’।
2. खडिं ‘अ’ में िस्तपु िक/ब ुविकल्पीय औि खडिं ‘ब’ में िस्तवु िष्ठ/िर्ािात्मक प्रशि् ।ैं
3. प्रशि् पत्र के दोिों खडिं ों में प्रशि् ों की कुल सिंख्या 18 ै औि सभी प्रशि् अवििाया ।ैं
4. खडिं ‘अ’ में कुल 10 प्रशि् औि 44 उपप्रश्न ।ैं विदेशािसु ाि 40 उपप्रशि् ों के उत्ति देिा अवििाया ।ै
5. खडिं ‘ब’ में कुल 8 प्रशि् ।ैं विदेशािसु ाि विकल्पों का ध्याि िखते ुए सभी प्रशि् ों के उत्ति देिा अवििाया ।ै
6. प्रशि् ों के उत्ति वलखते समय क्रम सिंख्या अिश्य वलखें। सभी प्रशि् ों के उत्ति क्रमािसु ाि वलखें।
खडिं ‘अ’ िस्तपु िक प्रश्ि 40 अक
िं
(1) विम्िवलवखत अपवित गद्ाश िं को पढ़कि उस पि आर्ारित प्रश्नों के उत्ति दीविए। (5X1=5)
शिीि का खाद् भोििीय पदार्ा ै औि मवस्तष्क का खाद्, साव त्य। यवद म अपिे मवस्तष्क को
विवष्क्रय औि कालािंति में वििीि-सा ि ीं कििा चा ते तो साव त्य का सतत सेिि कििा चाव ए औि
उसमें ििीिता लािे के वलए उसका उत्पादि भी कििा चाव ए; पि याद िवखए, बिु े साव त्य से मवस्तष्क
भी पीव़ित ोकि िोगी ो िाता ।ै मवस्तष्क का बलिाि औि शवि सिंपन्ि ोिा अच्छे साव त्य पि ी
विभाि किता ।ै अतएि य बात स्पष्ट ै वक मवस्तष्क के पयााप्त विकास का एकमात्र सार्ि अच्छा
साव त्य ।ै यवद में सभ्यता की दौ़ि में अन्य िावतयों की बिाबिी कििी ै तो सत्साव त्य का उत्पादि
औि प्राचीि साव त्य की िक्षा कििी चाव ए; औि यवद म अपिी ितामाि दयिीय दशा में ि िा चा ते
ैं तो साव त्य सम्मेलि के वदखािे को बिंद कि देिा चाव ए।

आँख उिाकि ज़िा दसू िे देशों औि िावतयों की ओि तो देवखए! साव त्य िे ि ाँ के समाि की दशा ी
बदल दी ;ै शासि प्रबिंर् में ब़िे-ब़िे उर्ल-पर्ु ल कि डाले ।ैं में अपिी ी भाषा औि उसी के
साव त्य को प्रर्ािता देिी चाव ए क्योंवक अपिे देश औि िावत का कल्यार् अपिी भाषा के साव त्य
की उन्िवत से ी ो सकता ।ै ज्ञाि, विज्ञाि, र्मा औि िाििीवत की भाषा सदैि लोकभाषा ी ोिी
चाव ए। अतएि अपिी भाषा के साव त्य का विकास कििा मािा पिम र्मा ।ै
स्रोत : (सिंपावदत) : 'साव त्य की म त्ता' - म ािीि प्रसाद वििेदी - https://hindikahani.hindi-
kavita.com/Sahitya-Ki-Mahatta-Mahavir-Prasad-Dwivedi.php
1. उपयाि
ु गद्ाश िं में शािीरिक औि मािवसक स्िास््य के वलए पौवष्टक भोिि औि 1
__________ साव त्य की बात क ी गई ।ै
(a) अच्छे
(b) ििीि
(c) िावतप्रर्ाि
(d) भाषाप्रर्ाि
2. कर्ि (A) : भविष्य में स्ियिं को सिीि बिाए िखिे के वलए साव त्य में ििीिता ोिी चाव ए। 1
कािर् (R) : सिीिता के वलए वलखा िािे िाला साव त्य उन्िवत के सार् ी विकािों से ग्रस्त ि ता ।ै

उपयाि
ु कर्ि औि कािर् के आर्ाि पि स ी विकल्प चवु िए।
(a) कर्ि (A) औि कािर् (R) दोिों स ी ।ैं
(b) कर्ि (A) औि कािर् (R) दोिों गलत ।ैं
(c) कर्ि (A) स ी ै वकिंतु कािर् (R) उसकी गलत व्याख्या ।ै
(d) कर्ि (A) गलत ै वकिंतु कािर् (R) उसकी स ी व्याख्या ।ै
3. (क) साव त्य सम्मेलिों में सदैि वदखािे िाली बातें ोती ।ैं 1
(ख) प्राचीि औि ितामाि का सत्साव त्य ी भविष्य का विर्ाायक ।ै
(ग) साव त्य के विकास का काया मात्र एक भाषा पि ी विभाि ोता ।ै

उपयाि ु गद्ािंश के आर्ाि पि साव त्यकाि के मलू विचािों िाला विकल्प चवु िए।
(a) के िल (क)
(b) के िल (ख)
(c) के िल (क) औि (ग)
(d) के िल (ख) औि (ग)
4. गद्ािंश में साव त्यकाि िािा अन्य देशों का उल्लेख क्यों वदया गया ?ै 1
(a) अपिे समाि को ललकाििे के वलए
(b) पािकों में ईष्याा की भाििा पैदा कििे के वलए
(c) अपिी शासि व्यिस्र्ा को चिु ौती देिे के वलए
(d) स्िदेशी साव त्य का म त्त्ि स्र्ावपत कििे के वलए
5. श्रेष्ठ साव त्य का विकास तभी सिंभि ो सके गा, िब लोगों िािा __________। 1
(a) लगाताि साव त्यकािों की िचिाएँ पढ़ी िाएँगीं
(b) प्राचीि साव त्य का अिक ु िर् वकया िाता ि गे ा
(c) विश्व स्ति पि आयोवित सभ्यताओ िं की दौ़ि में भाग वलया िाएगा
(d) ि क्षेत्र में िि सामान्य की भाषा में साव त्य का विमाार् ोता ि गे ा

(2) विम्िवलवखत अपवित गद्ाश


िं को पढ़कि उस पि आर्ारित प्रश्नों के उत्ति दीविए। (5X1=5)

पयाटि देश की आवर्ाक वस्र्वत को सर्ु ाििे का एक म त्त्िपर्ू ा कािक ।ै विदेशी पयाटकों के देश में
आिे से सािंस्कृ वतक आदाि-प्रदाि के सार् विदेशी मद्रु ा भी प्राप्त ोती ।ै विदेशी पयाटकों से ोटल,
गेस्ट ाउस, विक्रेताओ,िं िा ि चालकों तर्ा छोटी-छोटी मज़दिू ी कििे िालों को भी आवर्ाक सिंबल
प्राप्त ोता ।ै
शैक्षवर्क दृवष्ट से पयाटि बे द उपयोगी वसद्ध ोता ।ै भाित में तो प्राचीि काल से शैक्षवर्क तर्ा
सािंस्कृ वतक पयाटि िे विवभन्ि देशों तक मािे देश का गौिि, मािी म ाि सभ्यता-सिंस्कृ वत तर्ा ज्ञाि
को फै लािे में म त्त्िपूर्ा भवू मका विभाई ।ै विश्वविख्यात तक्षवशला तर्ा िालिंदा विश्वविद्ालय में
विदेशी पयाटक औि यात्री वशक्षा ग्र र् कििे आते ि े ।ैं कृ षकों, िैज्ञाविकों, डॉक्टि, इििं ीवियि आवद
का भी शैवक्षक दृवष्ट से यात्रा कििा म त्त्िपर्ू ा ोता ।ै विवभन्ि क्षेत्रों में अपिे ज्ञाि का विस्ताि कि,
आर्वु िक तकिीक का ज्ञाि प्राप्त कि व्यवि अपिे देश के उत्पादि में िृवद्ध कि अर्ाव्यिस्र्ा को सदृु ढ़
बिािे में योगदाि देते ।ैं
विि व्यवियों को इवत ास में, विवभन्ि भौगोवलक वस्र्वत में या प्रकृ वत में रुवच ोती ,ै उिके वलए
देशाटि उिकी विज्ञासा को शािंत कििे में स ायक ोता ।ै व्यवि विवभन्ि प्राचीि ऐवत ावसक
इमाितों, वकलों, दगु ,ा खडिं िों में िाकि इवत ास के बािे में िािता ै औि अपिी विज्ञासा को शािंत
किता ।ै

स्रोत : (सिंपावदत) - 'देशाटि' - डॉ. ममता मे ता


https://www.hindikunj.com/2023/09/deshatan-tourism-essay-in-hindi.html#more
1. गद्ाश
िं के अिसु ाि ऐवत ावसक पयाटि को __________ से बढ़ािा वमलता ।ै 1
(a) आवर्ाक सिंपन्िता
(b) शैक्षवर्क योग्यता
(c) आर्वु िक दृवष्टकोर्
(d) व्यविगत उत्सक ु ता
2. पिदेस में मािी सिंस्कृ वत का लेि-देि कै से ो सकता ?ै 1
(a) प्राचीि शैक्षवर्क सस्िं र्ािों में अध्ययि से
(b) आर्वु िक तकिीक के ज्ञािािाि से
(c) विदेशी पयाटकों के आिे से
(d) विदेशी मद्रु ाओ िं के आिे से
3. गद्ािंश के अिसु ाि पयाटि से वकस क्षेत्र को लाभ ि ीं ोगा? 1
(a) सामाविक
(b) न्यावयक
(c) आवर्ाक
(d) शैवक्षक
4. कर्ि (A) : लेखक िे इस गद्ािंश में पयाटि औि उससे प़ििे िाले प्रभािों को िे खािंवकत वकया ।ै 1
कािर् (R) : गद्ािंश लेखि का मुख्य उद्देश्य आय बढ़ािे के वलए पयाटि का प्रचाि-प्रसाि कििा ।ै

उपयाि
ु कर्ि औि कािर् के आर्ाि पि स ी विकल्प का चयि कीविए।
(a) कर्ि (A) गलत वकिंतु कािर् (R) स ी ।ै
(b) कर्ि (A) स ी वकिंतु कािर् (R) गलत ।ै
(c) कर्ि (A) औि कािर् (R) दोिों गलत ।ैं
(d) कर्ि (A) औि कािर् (R) दोिों स ी ।ैं
5. (क) विदेशी पयाटक छोटे मज़दूिों की आय का मुख्य स्रोत ोते ।ैं 1
(ख) िई-िई तकिीकों िािा देश में पैदािाि को बढ़ाकि आवर्ात वस्र्वत को मज़बूत वकया िाता ।ै
(ग) देश के इवत ास को िाििा ो तो प्राचीि खिंड ि मुख्य भूवमका विभाते ।ैं

उपयाि
ु कर्िों के आर्ाि पि स ी विकल्प चवु िए।
(a) के िल (क) स ी ।ै
(b) के िल (ख) स ी ।ै
(c) के िल (क) औि (ग) स ी ।ै
(d) के िल (ख) औि (ग) स ी ।ै

(3) ‘पदबर्िं ’ पि आर्ारित विम्िवलवखत पाँच प्रश्नों में से वकन् ीं चाि प्रश्िों के उत्ति दीविए। (4X1=4)
1. (क) दसिीं कक्षा में पढ़िे िाले सभी छात्र अच्छे अिंकों से उत्तीर्ा ो गए ।ैं 1
(ख) छात्रों के वदि-िात का ि परिश्रम सफल ो गया।
(ग) छात्रों को पढ़ािे िाले िे आि गौििािंवित ो ि े ।ैं
उपयाि
ु िाक्यों में िे खािंवकत िाक्यािंशों के आर्ाि पि सिािाम पदबिंर् प चाविए।
(a) के िल (क) स ी ।ै
(b) के िल (ख) स ी ।ै
(c) के िल (ख) औि (ग) स ी ।ै
(d) के िल (क) औि (ग) स ी ।ै
2. एक गेंदबाज़ िे क ा, "भाितीय टीम के सभी दस विके ट ावसल कििा चा ता ।ँ " 1
उपयािु िाक्य में िे खाविं कत पदबर्िं का भेद प चाविए।
(a) सिंज्ञा पदबिंर्
(b) सिािाम पदबिंर्
(c) विशेषर् पदबिंर्
(d) वक्रयाविशेषर् पदबिंर्
3. ितामाि समय में मिोििंिि के िए-िए सार्िों का आविष्काि ोिे लगा ।ै 1
उपयाि
ु िाक्य में वक्रया पदबिंर् के वलए वकस िाक्यािंश को िे खािंवकत वकया िािा चाव ए?
(a) ितामाि समय में
(b) मिोििंिि के िए-िए सार्िों का
(c) आविष्काि ोिे लगा ।ै
(d) ोिे लगा ।ै
4. कर्ि (A) : लेखक की कलम से विकले शब्दों की तेज़ र्ाि का समाि पि प्रभाि प़िता ।ै 1
कािर् (R) : कर्ि (क) में िे खािंवकत िाक्यािंश विशेषर् का काया कििे के कािर् विशेषर् पदबिंर् ।ै
उपयाि
ु कर्ि औि कािर् के आर्ाि पि स ी विष्कषा चवु िए।
(a) कर्ि (A) स ी ै औि कािर् (R) उसकी स ी व्याख्या कि ि ा ।ै
(b) कर्ि (A) स ी ै वकिंतु कािर् (R) उसकी गलत व्याख्या कि ि ा ।ै
(c) कर्ि (A) गलत ै वकिंतु कािर् (R) स ी ।ै
(d) कर्ि (A) औि कािर् (R) दोिों गलत ।ैं
5. (क) छात्र क ािी को आिाम से बैिकि ध्यािपूिक ा सुि ि े ।ैं (i) वक्रया पदबिंर् 1
(ख) इस दौिाि लकी- लकी ििंडी िा चल ि ी र्ी। (ii) वक्रयाविशेषर् पदबिंर्
(ग) श्रिर् के पश्चात् छात्र प्रश्नों की प्रतीक्षा कि ि े र्े। (iii) विशेषर् पदबिंर्
िाक्यों में िे खािंवकत िाक्यािंश के आर्ाि पि पदबिंर् औि उिके भेद के स ी वमलाि िाला विकल्प
चवु िए।
(a) (क)-(i), (ख)-(ii), (ग)-(iii)
(b) (क)-(ii), (ख)-(i), (ग)-(iii)
(c) (क)-(iii), (ख)-(ii), (ग)-(i)
(d) (क)-(ii), (ख)-(iii), (ग)-(i)
(4) ‘िचिा के आर्ाि पि िाक्य भेद’ पि आर्ारित विम्िवलवखत पाँच प्रश्नों में से वकन् ीं चाि प्रश्िों के उत्ति (4X1=4)
दीविए।
1. विम्िवलवखत में से सिंयि
ु िाक्य प चाविए। 1

(क) सूयोदय के बाद चािों तिफ़ उिाला ो गया।


(ख) सिंुदि ि स्पष्ट वलखो अर्िा टीचि से डाँट खाओ।
(ग) मुझे घि का खािा पसिंद ै पििंतु कभी-कभी बा ि खािा भी अच्छा लगता ।ै

(a) के िल (क)
(b) के िल (ख)
(c) के िल (क) औि (ख)
(d) के िल (ख) औि (ग)
2. कर्ि (A) : िैसे ी मैं स्टेशि प ुचँ ा, िैसे ी िे लगा़िी चल प़िी। 1
कािर् (R) : य सिल िाक्य का उदा िर् ै क्योंवक इसमें एक उद्देश्य औि एक विर्ेय ।ै

उपयुाि कर्ि औि कािर् को ध्यािपूिक


ा पवढ़ए। उसके आर्ाि पि उवचत विकल्प का चयि कीविए।
(a) कर्ि (A) औि कािर् (R) दोिों गलत ।ैं
(b) कर्ि (A) स ी ै औि कािर् (R) उसकी परिभाषा ।ै
(c) कर्ि (A) स ी ै औि कािर् (R) उसकी स ी व्याख्या ।ै
(d) कर्ि (A) स ी ै औि कािर् (R) उसकी गलत व्याख्या ।ै

3. विम्िवलवखत िाक्यों के भेद प चािकि उवचत विकल्प चवु िए। 1


(क) लोककर्ाएँ एक व्यवि से दूसिे व्यवि, एक देश से दूसिे देश िाती ि ती ।ैं
(ख) लोककर्ाओ िं के बािे में य क िा मुवश्कल ै वक ये वकतिी पुिािी ।ैं
(ग) िो कर्ाएँ एक स्र्ाि से दूसिे स्र्ाि पि िाती ,ैं उिका ििंग-रूप बदल िाता ।ै
(a) (क) सिल, (ख) वमश्र, (ग) सिल
(b) (क) सिंयि
ु , (ख) वमश्र, (ग) सिल
(c) (क) सिल, (ख) वमश्र, (ग) वमश्र
(d) (क) वमश्र, (ख) सयिं ि
ु , (ग) सिल
4. (क) तुम मुझे सािी बातों का अर्ा बता दो। 1
(ख) मैं तुम् ािा सािा कज़ाा माफ़ कि दूगँ ा।
उपयाि
ु िाक्यों को िो़िकि वलखे िािे िाले वमश्र िाक्य को प चाविए।
(a) मझु े सािी बातों के अर्ा बतािे पि मैं तम्ु ािा कज़ाा माफ़ कि दगँू ा।
(b) मझु े सािी बातों का अर्ा पता चलते ी मैं तम्ु ािा सािा कज़ाा माफ़ कि दगँू ा।
(c) मैं तम्ु ािा सािा कज़ाा माफ़ कि दगँू ा औि तमु मझु े सािी बातों का अर्ा बता दोगी।
(d) यवद तमु मझु े सािी बातों का अर्ा बताओगी तो मैं तम्ु ािा सािा कज़ाा माफ़ कि दगँू ा।
5. स ी वमलाि के वलए उवचत विकल्प चवु िए। 1
(क) सिल िाक्य (i) िब िािा िगिं ल से गज़ु िे , तभी डाकुओ िं िे मला कि वदया।
(ख) सिंयि ु िाक्य (ii) िािा र्मािाि ब ुत लिंबे, ऊँचे औि रूपिाि र्े।
(ग) वमश्र िाक्य (iii) िािा सँ िे लगे औि सँ ते ी गए।
(a) (क)-(i), (ख)-(ii), (ग)-(iii)
(b) (क)-(ii), (ख)-(iii), (ग)-(i)
(c) (क)-(iii), (ख)-(ii), (ग)-(i)
(d) (क)-(ii), (ख)-(i), (ग)-(iii)
(5) ‘समास’ पि आर्ारित विम्िवलवखत पाँच प्रश्नों में से वकन् ीं चाि प्रश्िों के उत्ति दीविए। (4X1=4)
1. 'आँखों के सामिे' विग्र के वलए समस्तपद प चाविए। 1
(a) ियिपट
(b) ियाचाि
(c) उन्मख ु
(d) प्रत्यक्ष
2. कर्ि (A) : शताब्दी, सप्ता , दशािताि में विगु समास ।ै 1
कािर् (R) : इि समस्त पदों में पूिा पद सिंख्यािाचक विशेषर् ।ै
उपयािु कर्ि औि कािर् को ध्यािपिू क ा पवढ़ए। उसके आर्ाि पि उवचत विकल्प का चयि कीविए।
(a) कर्ि (A) गलत औि कािर् (R) स ी ।ै
(b) कर्ि (A) औि कािर् (R) दोिों गलत ।ैं
(c) कर्ि (A) स ी ै औि कािर् (R) उसकी गलत व्याख्या ।ै
(d) कर्ि (A) स ी ै औि कािर् (R) उसकी स ी व्याख्या ।ै
3. विम्िवलवखत समस्तपदों में से तत्परुु ष समास प चािकि उवचत विकल्प चवु िए। 1
(क) यर्ासमय
(ख) गगिचिंुबी
(ग) र्माशाला
(घ) दोप ि
(a) के िल (क) औि (ख)
(b) के िल (ख) औि (ग)
(c) के िल (ग) औि (घ)
(d) के िल (घ) औि (क)
4. समस्तपद के स ी विग्र िाला विकल्प चवु िए। 1
(a) विडि = डि के सार्
(b) गली-गली = गली औि गली
(c) सद्धमा = अच्छा ै र्मा विसका
(d) सत्याग्र = सत्य के वलए आग्र
5. विम्िवलवखत समस्तपदों के समास प चािकि उवचत विकल्प चवु िए। 1
समस्तपद समास
(क) म ािािा (i) ब ुव्रीव
(ख) पिंचतिंत्र (ii) िििं
(ग) िेद-पिु ार् (iii) विगु
(घ) गिािि (iv) कमार्ािय
(a) (क)-(i), (ख)-(ii), (ग)-(iv), (घ)-(iii)
(b) (क)-(ii), (ख)-(iv), (ग)-(i), (घ)-(iii)
(c) (क)-(iii), (ख)-(iv), (ग)-(i), (घ)-(ii)
(d) (क)-(iv), (ख)-(iii), (ग)-(ii), (घ)-(i)

(6) ‘मु ाििों’ पि आर्ारित विम्िवलवखत पाँच प्रश्नों में से वकन् ीं चाि प्रश्िों के उत्ति दीविए। (4X1=4)
1. 'अपिा-सा मँु लेकि ि िािा' मु ाििे के वलए स ी परिवस्र्वत प चाविए। 1
(a) सोविया िािा मिीषा से पस्ु तक माँगिा
(b) वमत्रों के सामिे माँ के िािा पत्रु को डाँटा िािा
(c) श ि की ऊँची इमाितों का अचािक ढ िािा
(d) पत्रु िािा वपता को समाि में सम्माि वदलाया िािा
2. षा : कािवगल यद्ध ु का क्या परिर्ाम ुआ र्ा? 1
िोव त : भाितीय सेिा के सामिे िल्द ी दश्ु मि की सेिा िे _______________ र्े।

रिि स्र्ाि के वलए सबसे उवचत मु ाििा चिु कि िाक्य पिू ा कीविए।
(a) ार् फै ला वदए
(b) छक्के छु़िा वदए
(c) अँगिू े वदखा वदए
(d) वर्याि डाल वदए
3. सो ि (िाके श से) : असफलता ी सफलता की िििी ै इसवलए िी छोटा मत कीविए। 1
िाक्य में िे खाविं कत मु ाििे का अर्ा प चाविए।
(a) अिभु िी ोिा
(b) अपिा दख ु ़िा िोिा
(c) वच़िवच़िा ि ीं ोिा
(d) तोत्साव त ि ीं ोिा
4. मु ाििे औि उिके अर्ा के स ी वमलाि िाला विकल्प चवु िए। 1
मु ाििे अर्ा
(क) वढिंढोिा पीटिा (i) डींग ाँकिा
(ख) गज़ब ढािा (ii) चालाकी में आगे ोिा
(ग) काि काटिा (iii) घोषर्ा कििा
(घ) गाल बिािा (iv) कमाल कििा
(a) (क)-(iii), (ख)-(ii), (ग)-(i), (घ)-(iv)
(b) (क)-(i), (ख)-(iii), (ग)-(ii), (घ)-(iv)
(c) (क)-(iii), (ख)-(iv), (ग)-(ii), (घ)-(i)
(d) (क)-(iv), (ख)-(ii), (ग)-(iii), (घ)-(i)
5. (क) गूगँ े का गु़ि - गूगँ े के सार् ब िा ोिा 1
(ख) अिंगािे वसि पि र्ििा - प्रभुत्ि स्र्ावपत कििा
(ग) अिंबि के तािे वगििा - िींद ि ीं आिा
(घ) काया पलट देिा - ब़िा परििताि ोिा

मु ाििे औि उसके अर्ा की स ी िो़िी िाला विकल्प प चाविए।

(a) के िल (क), (ख) औि (ग) स ी ।ै


(b) के िल (क), (ख) औि (घ) स ी ।ै
(c) के िल (क) औि (ख) स ी ।ै
(d) के िल (ग) औि (घ) स ी ।ै
(7) विम्िवलवखत पवित पद्ाश
िं को पढ़कि उस पि आर्ारित प्रश्िों के उत्ति दीविए। (5X1=5)

उसी उदाि की कर्ा सिस्िती बखािती,


उसी उदाि से र्िा कृ तार्ा भाि मािती।
उसी उदाि की सदा सिीि कीवता कूिती;
तर्ा उसी उदाि को समस्त सृवष्ट पूिती।
अखिंड आत्म भाि िो असीम विश्व में भिे ,
ि ी मिुष्य ै वक िो मिुष्य के वलए मिे ।।
1. 'उसी उदाि' शब्दों के दो िाि िािा कवि __________ के बािे में बता ि े ।ैं 1
(a) अवभमाि
(b) आत्मज्ञाि
(c) पिोपकाि
(d) स्िावभमाि
2. काव्यािंश में िे खािंवकत शब्द के अिसु ाि र्िती की भाििाओ िं का स ी कािर् प चाविए। 1
(a) प्राकृ वतक सिंपदा से परिपर्ू ा ोिे के कािर् भाि-विभोि ो ि ी ।ै
(b) अपिे काया में लोगों के स योग के कािर् प्रसन्ि ो ि ी ।ै
(c) म ाि मिष्ु यों के सद्गुर्ों को देखकि सिंतष्टु ो ि ी ।ै
(d) अपिे उद्देश्य की पवू ता के वलए वििेदि कि ि ी ।ै
3. 'उसी उदाि की सदा सिीि कीवता कूिती;' 1

कवि के अिसु ाि _________ का __________ सदैि िीितिं ि ता ।ै


(a) मिष्ु यता, यश
(b) दाििीि, भाग्य
(c) उदािता, भडिं ाि
(d) ईमािदािी, प्रचाि
4. कर्ि (A) : कवि क ि ा ै वक उदाि व्यवि ी विश्व में अखिंड आत्मीय भाि भिता ।ै 1
कर्ि (R) : उपयुाि काव्यािंश में लोगों की आपसी दुभााििाओ िं के कािर् कवि ब ुत दुखी ।ैं

उपयाि
ु कर्ि (A) औि कािर् (R) के आर्ाि पि स ी विष्कषा चवु िए।
(a) कर्ि (A) औि कािर् (R) दोिों स ी ।ैं
(b) कर्ि (A) औि कािर् (R) दोिों गलत ।ैं
(c) कर्ि (A) स ी वकिंतु कािर् (R) गलत ।ै
(d) कर्ि (A) गलत वकिंतु कािर् (R) स ी ।ै
5. उपयािु काव्याश िं का मख्ु य विचाि प चाविए। 1
(a) त्याग तभी किो िब उसकी सिा िा वमलिे की आशा िीवित ो।
(b) ऐसे कमा किो वक िीिि से मि ु ोिे पि भी लोग याद िखें।
(c) दािी औि पिोपकािी बिो वकिंतु स्िेच्छाओ िं का भी माि िखो।
(d) प्रवसवद्ध पािे के वलए स्िििों के प्रवत त्यागी बिो।

(8) पद् पािों पि आर्ारित विम्िवलवखत प्रश्िों के उत्ति दीविए। (2X1=2)


1. 'कि चले म वफ़दा' कविता में वसपाव यों का अवडग आत्मविश्वास उिके __________ विचािों का 1
परिर्ाम ।ै
(a) प्रवतवक्रयािादी
(b) पलायििादी
(c) उदाििादी
(d) िाष्रिादी
2. 'सुवखया सब सिंसाि ,ै खायै अरू सोिै। 1
दुवखया दास कबीि ,ै िागै अरू िोिै।।'

उपयाि
ु साखी के अिसु ाि कबीि __________ को देखकि आँसू ब ा ि े ।ैं
(a) अपिी अज्ञािता
(b) अपिे गरुु देि
(c) अज्ञािी लोगों
(d) सख
ु ी इसिं ािों

(9) विम्िवलवखत पवित गद्ाश


िं को पढ़कि उस पि आर्ारित प्रश्नों के उत्ति दीविए। (5X1=5)
दवु िया कै से ििदू में आई? प ले क्या र्ी? वकस वबिंदु से इसकी यात्रा शरूु ुई? इि प्रश्नों के उत्ति विज्ञाि
अपिी ति से देता ,ै र्ावमाक ग्रिंर् अपिी-अपिी ति से। सिंसाि की िचिा भले ी कै से ुई ो लेवकि
र्िती वकसी एक की ि ीं ।ै पछ िं ी, मािि, पश,ु िदी, पिात, समदिं ि आवद की इसमें बिाबि की व स्सेदािी
।ै य औि बात ै वक इस व स्सेदािी में मािि िावत िे अपिी बवु द्ध से ब़िी-ब़िी दीिािें ख़िी कि दी
।ैं प ले पिू ा सिंसाि एक परििाि के समाि र्ा अब टुक़िों में बँटकि एक-दसू िे से दिू ो चक ु ा ।ै प ले
ब़िे-ब़िे दालािों-आँगिों में सब वमल-िल ु कि ि ते र्े अब छोटे-छोटे वडब्बे िैसे घिों में िीिि वसमटिे
लगा ।ै बढ़ती ुई आबावदयों िे समदिं ि को पीछे सिकािा शरू ु कि वदया ,ै पे़िों को िास्तों से टािा
शरू ु कि वदया ,ै फै लते एु प्रदषू र् िे पविं छयों को बवस्तयों से भगािा शरू
ु कि वदया ।ै बारूदों की
वििाशलीलाओ िं िे िाताििर् को सतािा शरू ु कि वदया। अब गिमी में ज़्यादा गिमी, बेिि की बिसातें,
ज़लज़ले, सैलाब, तफ़ ू ाि औि वित िए िोग, मािि औि प्रकृ वत के इसी असिंतुलि के परिर्ाम ।ैं
1. '...अब छोटे-छोटे वडब्बे िैसे घिों में िीिि वसमटिे लगा ।ै ' 1

उपयािु पिंवि के माध्यम से लेखक वकस ओि सिंकेत कि ि ा ?ै


(a) सामाविक भेदभाि
(b) श िी िि-िीिि
(c) िष्ट ोती आबादी
(d) प्रकृ वत का शोषर्
2. उपयाि ु गद्ािंश के आर्ाि पि स ी कर्ि चवु िए। 1
(a) मिष्ु यों िे सामाविक िीवत-रििाज़ों को मान्यता दी ।ै
(b) मिष्ु यों िे व्यविगत व त को सिोपरि समझा ।ै
(c) मिष्ु यों िे प्रकृ वत को िीिि का आर्ाि मािा ।ै
(d) मिष्ु यों िे प्रकृ वत पि वििय ावसल कि ली ।ै
3. कर्ि (A) : माििीय वक्रयाकलापों िे प्राकृ वतक आपदाओ िं की सिंभाििाओ िं को बढ़ा वदया ।ै 1
कािर् (R) : दुविया का अवस्तत्ि मािि औि प्रकृ वत के स -सिंबिंर्ों पि विभाि ।ै

उपयािु कर्ि औि कािर् के आर्ाि पि स ी विकल्प का चयि कीविए।


(a) कर्ि (A) औि कािर् (R) दोिों स ी ।ैं
(b) कर्ि (A) औि कािर् (R) दोिों गलत ।ैं
(c) कर्ि (A) स ी ै वकिंतु कािर् (R) गलत ।ै
(d) कर्ि (A) गलत ै वकिंतु कािर् (R) स ी ।ै
4. उपयाि ु गद्ािंश के माध्यम से लेखक ____________________। 1
(a) प्रकृ वत का िैज्ञाविक अध्ययि कििा चा ता ै
(b) सामवू क िीिि वििाा के वलए सला दे ि ा ै
(c) पश-ु पवक्षयों के प्रवत आदि का भाि प्रकट कि ि ा ै
(d) प्राकृ वतक आपदाओ िं के प्रवत ध्याि आकवषात कि ि ा ै
5. '...मािि िावत िे अपिी बुवद्ध से ब़िी-ब़िी दीिािें ख़िी कि दी ।ैं ' 1

उपयाि
ु पिंवि के माध्यम से मिुष्यों की __________ के बािे में पता चलता ।ै
(a) उदाि प्रिृवत
(b) सािंप्रदावयक सोच
(c) समािसेिी प्रिृवत्त
(d) सक
िं ु वचत मािवसकता
(10) गद् पािों पि आर्ारित विम्िवलवखत प्रश्िों के उत्ति दीविए। (2X1=2)
1. 'तीि बिे से ी मैदाि में ज़ािों आदवमयों की भी़ि ोिे लगी औि लोग टोवलयाँ बिा-बिाकि 1
मैदाि में घूमिे लगे। आि िो बात र्ी ि वििाली र्ी।'

लेखक िे इस घटिा को वििाला क्यों बताया?


(a) इस मैदाि में ोिे िाली य सबसे प ली सभा र्ी।
(b) काििू के विरुद्ध ोिे िाली य प ली ब़िी सभा र्ी।
(c) इस सभा में स्त्री समाि भी ब़िी सिंख्या में भाग ले ि ा र्ा।
(d) इस सभा में सभु ाष बाबू मोिमु टें पि झडिं ा फ िािे िाले र्े।
2. 'मैंिे ब ुत चेष्टा की वक इस प ल
े ी का कोई अर्ा विकालूँ, लेवकि असफल ि ा। औि उिसे 1
पूछिे का सा स ि ुआ।'

लेखक को प्रश्न पछू िे का सा स क्यों ि ीं ुआ?


(a) उसे लगता र्ा वक ि ब़िे भाई सा ब की िचिाओ िं को समझिे में अक्षम र्ा।
(b) सिल प्रश्न पछ
ू कि ि ब़िे भाई सा ब के सामिे मख
ू ा ि ीं बििा चा ता र्ा।
(c) उसे ब़िे भाई सा ब के सार् सिाल-ििाब कििा िापसिंद र्ा।
(d) ि ब़िे भाई सा ब का ध्याि भगिं ि ीं कििा चा ता र्ा।

खडिं ‘ब’ िर्ािात्मक प्रश्ि 40 अक


िं

(11) विम्िवलवखत में से वकन् ीं दो प्रश्नों के उत्ति लगभग 60 शब्दों में दीविए। (3X2=6)
1. तताँिा औि िामीिो की क ािी से य सिंदश े वमलता ै वक प्रेम सबको िो़िता ै औि घृर्ा दिू ी 3
बढ़ाती ।ै अपिे व्यविगत अिभु ि के आर्ाि पि इस कर्ि की व्याख्या कीविए।

2. किाल के खेमे में आकि िज़ीि अली उसे दस काितसू देता ।ै इस घटिा के आर्ाि पि िज़ीि 3
अली की चारिवत्रक विशेषताओ िं के बािे में सोदा िर् वलवखए।

3. '...शैलेंद्र तो वफ़ल्म-विमााता बििे के वलए सिार्ा अयोग्य र्े।' 3

लेखक िे ऐसा क्यों क ा ?ै 50-60 शब्दों में उत्ति वलवखए।


(12) विम्िवलवखत में से वकन् ीं दो प्रश्नों के उत्ति लगभग 60 शब्दों में दीविए। (3X2=6)
1. 'आर्ी िात प्रभु दिसर्, दीज्यो िमिािी िे तीिािं। 3
मीिाँ िा प्रभु वगिर्ि िागि, व ि़िो घर्ो अर्ीिाँ।।'

उपयाि
ु पिंवियों में मीिा के मि में वकस प्रकाि की भाििाएँ ?ैं ि कृ ष्र् से क्या वििती कि ि ी
?ै
2. ' ावि उिािी प़िे िगत् में लाभ अगि ििंचिा ि ी 3
तो भी मि में िा मािूँ क्षय।।
मेिा त्रार् किो अिुवदि तुम य मेिी प्रार्ािा ि ीं
बस इतिा ोिे (करुर्ामय)
तििे की ो शवि अिामय।'

उपयािु पविं ियों में कवि विपिीत परिवस्र्वतयों का सामिा वकस प्रकाि कििा चा ता ?ै ि ईश्वि
से वकस प्रकाि की स ायता चा ता ?ै
3. 'वगरििि के उि से उि-उि कि 3
उच्चाकािंक्षाओ िं से तरुिि
ैं झाँक ि े िीिि िभ पि
अविमेष, अटल, कुछ वचिंतापि।'

(क) उपयािु पद में कवि िे वकसका िर्ाि वकया ?ै


(ख) िर्ाि कििे के वलए मख्ु य रूप से वकस अलिंकाि का प्रयोग वकया गया ?ै एक उदा िर्
िािा समझाइए।

(13) विम्िवलवखत में से वकन् ीं दो प्रश्नों के उत्ति लगभग 60 शब्दों में दीविए। (3X2=6)
1. "विसका र्ि ि ि े उपास, खािे िाले किें विलास।" 3

' रि ि काका' पाि के आर्ाि पि उपयाि


ु पिंवि का अर्ा समझाते ुए स ी व्याख्या कीविए।

2. 'सपिों के -से वदि' पाि में मास्टि प्रीतम चिंद 'पीटी' औि डे मास्टि शमाा िी के दो विपिीत 3
स्िभािों का िर्ाि वकया गया ।ै छात्रों पि भी इसका अलग-अलग प्रभाि प़िता र्ा?

अपिे विकट के वकन् ीं दो विपिीत स्िभाि िाले व्यवियों का िर्ाि कीविए। आपके ऊपि
उिका क्या प्रभाि प़िता ?ै समझाकि वलवखए।
3. 'उस पि वसतम य ुआ वक कमज़ोि ल़िकों को मास्टि िी समझाते तो उसकी वमसाल देते।' 3

मास्टि िी की इस प्रवतवक्रया से बलभद्र के मि पि क्या प्रभाि प़िता ोगा? अपिे विचाि व्यि
कीविए।

(14) विम्िवलवखत में से वकसी एक विषय पि सक


िं े त वबदिं ओ
ु िं के आर्ाि पि लगभग 100 शब्दों (5X1=5)
में एक अिच्ु छे द वलवखए।

1. मेिे बचपि के खेल 5


- अपिे बचपि के खेलों की स्मृवत
- ितामाि समय में उिकी कमी
- वफि से ि ी खेल खेलिे की इच्छा ोिा

2. प्रकृ वत सििं क्षर् से िागा प्रकृ वत प्रेम


- प्राकृ वतक आपदा में स्ियसिं ेिकों के सार् काया कििा
- आपदा के कािर् िाििे का प्रयास कििा
- पौर्े िोपिे का काया प्राििंभ कििा

3. डूबते को वतिके का स ािा


- तेज़ िषाा के कािर् िदी में उफ़ाि
- िाविकों पि आए सिंकट में काि (लक़िी) की िाि का स ािा
- िीिि से ि़िु ा कोई काल्पविक/िास्तविक प्रसिंग

(15) विम्िवलवखत में से वकसी एक प्रश्न का उत्ति लगभग 100 शब्दों में दीविए। (5X1=5)
1. िषाा के अभाि में वकसािों की फ़सलों को िक ु साि ुआ ।ै उन् ें मआ
ु िज़ा वदए िािे की माँग 5
किते ुए िाज्य के प्रर्ाि सवचि को पत्र वलवखए।
2. अत्यवर्क िषाा ोिे के कािर् आपके गाँि के पास की िदी में वमट्टी का कटाि ो ि ा ।ै इससे 5
सिंभावित खतिे की सचू िा देते ुए आपदा प्रबिंर्ि विभाग को पत्र वलवखए।

(16) विम्िवलवखत में से वकसी एक विषय पि लगभग 60 शब्दों में सचू िा वलवखए। (4X1=1)
1. डेंगू बखु ाि को फै लिे से बचािे ते ु कीटिाशकों तर्ा मच्छिदािी के उपयोग का म त्त्ि बतािे के 4
वलए सचू िा वलवखए।
2. आपके विद्ालय में वशक्षक वदिस का आयोिि ोिे िाला ।ै इस वदि कक्षा 10 के छात्रों को 4
वशक्षक की भवू मका विभाते ुए कक्षा 5 औि 6 के छात्रों को पढ़ािा ।ै विस्तृत िािकािी देते ुए
सचू िा वलवखए।

(17) विम्िवलवखत में से वकसी एक विषय पि लगभग 40 शब्दों में विज्ञापि तैयाि कीविए। (3X1=3)
1. ' मािी कला' िाम से आपिे पािी पि तैिती वचत्रकला वसखािे के वलए विशेष कक्षाओ िं का 3
आयोिि वकया ।ै इसके वलए आकषाक विज्ञापि तैयाि कीविए।

2. ििंग-वबििंगे पिु ािे कागज़ों से सदिंु ि आकृ वतयाँ बिािे िाली दक


ु ाि 'कागज़ों की दवु िया' के प्रचाि के 3
वलए आकषाक विज्ञापि तैयाि कीविए।

(18) विम्िवलवखत में से वकसी एक प्रश्न का उत्ति लगभग 100 शब्दों में दीविए। (5X1=5)
1. विद्ालय में कला औि वशल्प (आटा एडिं क्राफ्ट) की कक्षाओ िं में छात्रों िािा बिाई गई िस्तुओ िं 5
की प्रदशािी कििे के वलए अिमु वत ते ु लगभग 100 शब्दों में प्रर्ािाचायाा को ई-मेल वलवखए।

2. 'िे वदि वकतिे अच्छे र्े, िब म छोटे बच्चे र्े' विषय पि लगभग 100 शब्दों में एक लघक
ु र्ा 5
वलवखए।

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