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Ibps So Rajbhasha Adhikari Mains Practice Set Ques
Ibps So Rajbhasha Adhikari Mains Practice Set Ques
धनदेश(1-5) नीचे ददए गए गद्ाांश को ध्यानपूर्वक पदिए और उस पर आधाररत प्रश्नों के उत्तर दीधजए। गद्ाांश के
अनुसार, ददए गए धर्कल्पों में से सबसे उपयुक्त धर्कल्प का चयन कीधजए।
र्ैज्ञाधनक प्रयोग की सफिता ने मनुष्य की बुधि का अपूर्व धर्कास कर ददया है। धितीय महायुि में एिम बम की शधक्त
ने कु छ क्षणों में ही जापान की अजेय शधक्त को पराधजत कर ददया। इस शधक्त की युिकािीन सफिता ने अमेररका,
रूस, धििेन, फ्ाांस आदद सभी देशों को ऐसे शस्त्रास्त्रों के धनमावण की प्रेरणा दी दक सभी भयांकर और सर्वधर्नाशकारी
शस्त्र बनाने िगे। अब सेना को पराधजत करने तथा शत्रु देश पर पैदि सेना िारा आक्रमण करने के धिए शस्त्र धनमावण
के स्थान पर देश का धर्नाश करने की ददशा में शस्त्रास्त्र बनने िगे हैं। इन हधथयारों का प्रयोग होने पर शत्रु देशों की
अधधकाांश जनता और सम्पधत्त थोडे समय में ही नष्ट की जा सके गी। चूूँदक इसे शस्त्रास्त्र प्रायः सभी स्र्तन्त्त्र देशों के
सांग्राहियों में कु छ- न-कु छ आ गए हैं। अतः युि की धस्थधत में उनका प्रयोग भी अधनर्ायव हो जायेगा, धजससे बडी
जनसांख्या प्रभाधर्त हो सकती है। इसीधिए धनशस्त्रीकरण की योजनाएूँ बन रही है। शस्त्रास्त्रों के धनमावण की जो
प्रदक्रया अपनायी गई, उसी के कारण आज इतने उन्नत शस्त्रास्त्र बन गए हैं, धजनके प्रयोग से व्यापक धर्नाश आसान
ददखाई पडता है। अब भी परीक्षणों की रोकथाम तथा बने शस्त्रों का प्रयोग रोकने के मागव खोजे जा रहे हैं। इन प्रयासों
के मूि में एक भयांकर आतांक और धर्श्व धर्नाश का भय कायव कर रहा है।
Q2. गद्ाांश के अनुसार, भयांकर धर्नाशकारी आधुधनक शस्त्रास्त्रों को बनाने की प्रेरणा दकसने दी?
(a) अमेररका ने
(b) बडे देशों की पारस्पररक प्रधतस्पधाव ने
(c) आधुधनकता ने
(d) अमेररका की धर्जय ने
(e) इनमें से कोई नहीं
Q4. गद्ाांश के अनुसार, बडे-बडे देश आधुधनक धर्नाशकारी शस्त्रास्त्र टयों बना रहे हैं?
(a) अपनी-अपनी सेनाओं में कमी करने के उद्देश्य से
(b) अपने सांसाधनों का प्रयोग करने के उद्देश्य से
(c) पारस्पररक भय के कारण
(d) अपना-अपना सामररक व्यापार बिाने के उद्देश्य से
(e) इनमें से कोई नहीं
Q5. गद्ाांश के अनुसार, आधुधनक युि भयांकर र् धर्नाशकारी होते हैं, टयोंदक-
(a) दोनों देशों के शस्त्रास्त्र इन युिों में समाप्त हो जाते हैं
(b) दोनों देशों की सेनाएूँ इन युिों में मारी जाती है
(c) दोनों देशों में महामारी और भुखमरी फै ि जाती है
(d) अधधकाांश जनता और उनकी सम्पधत्त नष्ट हो जाती है
(e) इनमें से कोई नहीं
Directions (06-10) नीचे ददया गया प्रत्येक र्ाटय चार भागों में बाांिा गया है धजन्त्हें (a), (b), (c), (d) धर्कल्प
ददए गए हैं। आपको यह देखना है दक र्ाटय के दकसी भाग में व्याकरण, भाषा, र्तवनी, शब्दों के गित प्रयोग या इसी
तरह की कोई त्रुिी तो नहीं है। त्रुिी अगर होगी तो र्ाटय के दकसी एक भाग में ही होगी। उस भाग का क्रमाांक ही
उत्तर है। यदद र्ाटय त्रुिी रधहत है तो उत्तर (e) अथावत ‘त्रुिीरधहत’ दीधजए।
Q6. भारत में बडे अमीरों की (A)/ सांपधत्त बिने की रफ़्तार में कमी आई है,(B)/ यह सुन कर गरीबों को (C)/ थोडी देर
के धिए सुकून धमि सकता है। (D)/ त्रुरिरधहत (E)
(a) E
(b) C
(c) D
(d) B
(e) A
Q7. प्रेम समपवण की पूणव चाह (A)/ रखता है और धबना पूणव समपवण (B)/ और धनष्ठा के प्रेम की (C)/सफिता
सांदेहास्पद होती है।(D)/ त्रुरिरधहत (E)
(a) D
(b) C
(c) E
(d) B
(e) A
Q8. प्िाधस्िक बांद करने से पहिे जरूरी है दक (A)/ इस उद्ोग में छोिे से बडे स्तर तक धजतने भी (B)/ मजदूर,
उद्ोगपधत, व्यर्सायी, नौकरीपेशा, दुकानदार (C)/ और अन्त्य िोग जुडे हुए हैं, उनकी साथ धर्स्तार से बातचीत हो।
(D)/ त्रुरिरधहत (E)
(a) E
(b) D
(c) B
(d) A
(e) C
Q9. हमारे गाांर्ों में अटसर देखा जाता था दक (A)/ एक समाज के िोग जमीन दान कर दूसरे समाज के िोगों कों (B)/
गाूँर् में िेकर आते थे भिे ही यह प्रदक्रया र्णव-व्यर्स्था से प्रेररत था (C)/ िेदकन यह सामाधजक सद्भार् और धर्धर्धता
को बिाने र्ािी थी। (D)/ त्रुरिरधहत (E)
(a) E
(b) D
(c) B
(d) C
(e) A
Q10. धान की फसि कािने के बाद खेतों में (A)/ बचने र्ािी परािी को सांभािने के (B)/ सांसाधन र् मशीनरी महांगी
होने के कारण (C) दकसान परािी जिाने को मजबूर हो चुका हैं।(D)/ त्रुरिरधहत (E)
(a) E
(b) D
(c) B
(d) C
(e) A
Directions (11-20) धनम्नधिधखत प्रश्न राजभाषा हहदी एर्ां उसकी सांर्ैधाधनक धस्थधत से सांबांधधत हैं, प्रत्येक प्रश्न को
ध्यानपूर्वक पदिए और प्रश्न का उत्तर देने के धिए उधचत धर्कल्प का चयन कीधजए।
Q11. सांधर्धान के दकस अनुच्छेद के अनुसार, सांघ के शासकीय प्रयोजन के धिए भारतीय अांकों का अांतवराष्ट्रीय स्र्रूप
प्रयोग में िाया जाएगा?
Q12. राजभाषा हहदी के प्रयोग की दृधष्ट से ‘ख’ क्षेत्र में कौन सा राज्य आता है?
(a) महाराष्ट्र
(b) कनाविक
(c) मध्यप्रदेश
(d) तधमिनाडु
Q13. धनम्नधिधखत में से कौन सा राज्य, राजभाषा हहदी के सांदभव में ‘ख’ क्षेत्र में नहीं आता है?
(a) महाराष्ट्र
(b) गुजरात
(c) झारखांड
(d) पांजाब
Q14. राजभाषा नीधत की जानकारी देने र्ािे अनुच्छे द सांधर्धान के दकस भाग में हैं?
(a) भाग-15
(b) भाग-16
(c) भाग-17
(d) भाग-18
Q15. धनम्नधिधखत में से कौन सी भाषा सांधर्धान की आठर्ीं अनुसूची में सधम्मधित नहीं है?
(a) धसन्त्धी
(b) कश्मीरी
(c) बोडो
(d) नेपािी
Q16. भारतीय सांधर्धान में धनम्नधिधखत में से दकस अनुच्छे द के अनुसार, भारतीय सांध की राजभाषा हहदी एर्ां धिधप
देर्नागरी है?
Q17. भारतीय सांधर्धान की आठर्ीं अनुसूची में अभी तक कु ि दकतनी भाषाएूँ सधम्मधित हैं?
(a) 18 भाषाएूँ
(b) 20 भाषाएूँ
(c) 22 भाषाएूँ
(d) 23 भाषाएूँ
Q19. राजभाषा हहदी की दृधष्ट से भारत को दकतने क्षेत्रों में बाांिा गया है?
(a) एक
(b) दो
(c) तीन
(d) चार
(a) 10 धसतम्बर
(b) 12 धसतम्बर
(c) 14 धसतम्बर
(d) 16 धसतम्बर
Directions (21-25): नीचे ददए गए प्रत्येक प्रश्न में दो ररक्त स्थान छू िे हुए हैं और उसके पाांच धर्कल्प सुझाए गए हैं।
इनमें से कोई दो उन ररक्त स्थानों पर रख देने से र्ह र्ाटय एक अथवपूणव र्ाटय बन जाता है। सही शब्द ज्ञात कर
उसके धर्कल्प को उत्तर के रूप में अांदकत कीधजए, ददए गए शब्दों में से सर्ावधधक उपयुक्त शब्दों का चयन कीधजए।
Q21. समानता एर्ां गररमापूणव जीर्न जीने का अधधकार र्ास्तर् में व्यधक्त का ______ अधधकार है धजसे िोकताांधत्रक
शासन पिधत में मूि अधधकार के रूप में _______ दकया गया है।
Q22. र्ैधश्वक जिर्ायु में पररर्तवन और ______ में र्ृधि के कारण ही र्षाव के समय में भी ______ हुआ है।
Q23.हमारे देश की _______ परां परा में तो राजा-रां क सभी अपनी धशक्षा-दीक्षा के समय आश्रम की साफ़-सफाई
करना, पानी िाना, जांगि से िकडी िाना या अन्त्य काम करते थे टयोंदक यह धशक्षा भी _________ है।
Q24. भारतीय ________ में कृ धष का इतना महत्त्र् होने के बार्जूद यह आज भी __________ कृ षकों के धिये
जीर्न-धनर्ावह का सक्षम स्रोत नहीं है।
Q25.पररर्ार समाज की _________ होता है, टयोंदक यह सामधजक सांगठन की __________ इकाई है।
Direction (26-29) नीचे ददए गए प्रत्येक प्रश्न में एक हहदी का र्ाटय ददया गया है और उसके नीचे (a), (b), (c),
(d) िारा उस हहदी र्ाटय के चार अांग्रेजी अनुर्ाद ददए हैं धजनमें से कोई एक ही उसका सिीक और उधचत अनुर्ाद है।
आपको उसे पहचानना है और दफर उसके क्रमाांक को उत्तर के रूप में चयधनत करना है अगर कोई भी अनुर्ाद सही
नहीं है, तो उत्तर के रूप में (e) अथावत ‘इनमें से कोई नहीं’ का चयन करें ।
Q26. सांस्थान में मुख्य सधचर् की अध्यक्षता में प्रस्ताधर्त दक्रयाकिापों पर धर्चार-धर्मशव हेतु एक बैठक आयोधजत
हुई।
(a) A meeting was arranged in the institute under the chairman secretary to descuss the
planned activities.
(b) A meeting was organized in the institute by the Principal secretary to discuss the proposed
activities.
(c) A meeting under the chairmanship of Principal secretary was organized in the institute to
discuss the proposed activities.
(d) A meeting under the chairmanship of Head secretary was organized in the institute to
discuss the planned activities.
Q28. आज के धर्श्व पररदृश्य के बदिते सन्त्दभों में भारत को अत्यांत महत्र्पूणव भूधमका का धनर्ावह करना है।
(a) In the changed world scenario today India had to be play a very crucial role.
(b) In the changed world Myriad today India have to play a very crucial role.
(c) In the changed world consensus today India has been to play a very crucial role
(d) In the changed world scenario today India has to play a very crucial role.
Q29. नसवरी कक्षा के धिए सफि अभ्यार्थथयों की अनांधतम सूची सूचना पट्ट पर प्रदर्थशत की गई है।
(a) The provisional list of successful candidates for nursery class is displayed on notice board.
(b) The final list of successful applicants for nursery class is pasted on notice board.
(c) The provisional list for succeeded candidates for nursery class is displayed on notice board.
(d) The list of provisionally qualified applicants for nursery class is available on notice board.
(d) None of these
Q31. The nervous disorders may be in the form of cerebral disorders characterized by seizures,
decrease in intellectual functioning, confusion, etc.
(a) स्नायधर्क गडबधडयाूँ प्रमधस्तष्कीय गडबडी के रूप में हो सकती हैं, धजसकी धर्शेषता दौरा पडना, मानधसक
प्रदक्रयाओं में कमी, भ्रम इत्यादद हैं।
(b) हचतनीय गडबधडयाूँ प्रमधस्तष्कीय गडबडी के रूप में हो सकती हैं, धजसकी धर्शेषता दौरा पडना, मानधसक
प्रदक्रयाओं में कमी, भ्रम इत्यादद हैं।
(c) आांतररक गडबधडयाूँ प्रमधस्तष्कीय गडबडी के रूप में हो सकती हैं, धजसकी धर्शेषता आधात पडना, मानधसक
प्रदक्रयाओं में कमी, भ्रम इत्यादद हैं।
(d) स्नायधर्क गडबधडयाूँ मधस्तष्कीय गडबडी के रूप में हो सकती हैं, धजसकी धर्शेषता बीमार पडना, मानधसक
प्रदक्रयाओं में कमी, भ्रम इत्यादद हैं।
Q32. Considering the health of people, Government has planned to open dispensaries and
hospitals in villages.
(a) िोगों के धिए सरकार ने गाूँर्ों में औषधािय एर्ां अस्पताि खोिने की योजना बनाई है।
(b) सरकार ने िोगों के स्र्ास्थ्य को ध्यान में रखते हुए गाूँर्ों में औषधािय एर्ां अस्पताि खोिे हैं।
(c) सरकार िारा िोगों को स्र्स्थ्य बनाने के धिए औषधािय एर्ां अस्पताि खोिे गये हैं।
(d) सरकार ने िोगों के स्र्ास्थ्य को ध्यान में रखते हुए गाांर्ों में औषधािय एर्ां अस्पताि खोिने की योजना बनायी
है।
Q33. The Centre for Cultural Resources and Training was set up in May 1979 as an autonomous
organization by the Government of india.
(a) साांस्कृ धतक स्रोत और प्रधशक्षण कें द्र की स्थापना अप्रैि 1979 में भारत सरकार ने एक स्र्ायत्तशािी सांस्था के रूप
में की थी।
(b) साांस्कृ धतक स्रोत और सांसाधन कें द्र की स्थापना मई 1979 में भारत सरकार ने एक स्र्ायत्तशािी सांस्था के रूप में
की है।
(c) साांस्कृ धतक स्रोत और प्रधशक्षण कें द्र की स्थापना मई 1979 में भारत सरकार ने एक स्र्ायत्तशािी सांस्था के रूप में
की थी।
(d) साांस्कृ धतक स्रोत और अधधकरण कें द्र की स्थापना मई 1979 में भारत सरकार ने एक परतांत्र सांस्था के रूप में की
थी।
Q34. ‘Mobilization’
(a) एकत्रीकरण
(b) धनगरानी
(c) एकाधधकार
(d) पारस्पररक
Q35. ‘Turbulence’
(a) सांधक्षप्त
(b) अस्थायी
(c) अशाांधत
(d) उदास
Q36. ‘Equanimity’
(a) सरगमी
(b) पहचान
(c) ग्िाधन
(d) धैयव
Q37. ‘शानदार’
(a) Evasive
(b) Fragrance
(c) Fabulous
(d) Equitable
Q38. ‘बबवर’
(a) Despondent
(b) Derision
(c) Barbarous
(d) Cacophony
धनदेश(39 -45) नीचे ददए गए गद्ाांश में कु छ ररक्त स्थान छोड ददए गए हैं तथा उन्त्हें प्रश्न सांख्या से दशावया गया है।
ये सांख्याएूँ पररच्छे द के नीचे मुदद्रत हैं, और प्रत्येक के सामने (a), (b), (c), (d) और (e) धर्कल्प ददए गए हैं। इन
पाूँचों में से कोई एक इस ररक्त स्थान को पूरे पररच्छे द के सांदभव में उपयुक्त ढांग से पूरा कर देता है। आपको उस धर्कल्प
का चयन करना है और उसका क्रमाांक ही उत्तर के रूप में दशावना है। आपको ददए गए धर्कल्पों में से सबसे उपयुक्त का
चयन करना है।
धरती की सतह का 71 प्रधतशत धहस्सा जि से _(39)_ है। यह पृथ्र्ी पर पाए जाने र्ािे जीर्न के सभी रूपों के धिए
महत्र्पूणव है। यह जमीन के नीचे, महासागरों, बडे जि धनकायों एर्ां छोिे _(40)_ में पाया जाता है। जि अन्त्य भी कई
रूपों जैसे दक र्ाष्प, बादिों, सतहीय जि, धहमनद, ध्रुर्ीय बफव के आच्छादनों इत्यादद में उपिब्ध है। इस धरती पर
जि का जीर्न चक्र िगातार र्ाष्पीकरण, अर्क्षेपण, र्षाव, बहार्, आदद के माध्यम से चिता है। इसके अिार्ा हमारे
देश के कई धहस्सों में स्र्च्छ पीने योग्य जि का अभार् है। जि की कमी का मतिब र्ास्तर् में सुरधक्षत जि की
_(41)_ है। जि की कमी की समस्या से जूझ रहे िोगों के धिए धीरे -धीरे जि की गुणर्त्ता का _(42)_ मुधश्कि होता
जा रहा है। कु छ इिाकों में जि की कमी एक दैधनक समस्या है। जि की कमी की र्जह से िोगों को काफी मुधश्किों
का सामना करना पडता है। जि की कमी र्ािे क्षेत्रों में, जि की उपिब्धता का प्रबांधन काफी िागत, समय एर्ां
प्रयासों के िारा करना पडता है। धजन िोगों के पास जि प्रचुर मात्रा में उपिब्ध होता है र्े जि का महत्र् नहीं
समझते और र्े रोज कई अनार्श्यक गधतधर्धधयों में बडी मात्रा में जि की बबावदी करते है। स्र्च्छ जि की
उपिब्धता का धर्षय जि सुरक्षा तथा सस्ती कीमत पर िोगों तक इसके पहुांच पर सर्ाि उठाता है। _(43)_ में बहुत
बडे पैमाने पर जिर्ायु में बदिार् की र्जह से भूजि की गहराई बिती जा रही है। बेमौसम के सूखे एर्ां प्राकृ धतक
आपदाओं की र्जह से कई स्थानों पर स्र्च्छ जि की असुरक्षा में र्ृधि हुई है। आने र्ािे दशकों में जनसांख्या र्ृधि,
नकारात्मक जिर्ायु पररर्तवन इत्यादद की र्जह से खेती एर्ां उद्ोगों की आर्श्यकताएां बिेंगी और इस र्जह से
स्र्च्छ जि के आपूर्थत की माांग बिेगी। यह समय एकजुि होकर जि सांरक्षण की ददशा में धजतना हो सके प्रभार्ी कदम
उठाने का समय है। अिग-अिग तरीकों से हम दैधनक रूप से भारी मात्रा में जि की बचत कर सकते हैं। जि की
बचत एर्ां उसे गांदा होने से बचाना र्तवमान एर्ां भधर्ष्य की माांग की आपूर्थत के धिए _(44)_ आर्श्यक है। जिर्ायु
पररर्तवन जि की कमी का एक अन्त्य पहिू है। भधर्ष्य में जि की माांग और बिेगी और इस र्जह से हमें इसे बचाना
होगा तादक भार्ी पीदियों के धिए भी जि उपिब्ध हो सके । अगर हम इस ददशा में सकारात्मक कदम नहीं उठाएांगे
तो धस्थधत बद से बदतर होती चिी जाएगी और यह इस स्तर पर पहुांच जाएगी दक _(45)_ तांत्र में ताजे जि की
कमी इसके प्राकृ धतक प्रधतस्थापन दर से कहीं ज्यादा हो जाएगी। मानर् के धिए जि की जरूरत को कम करके ताजे
जि के उत्पधत्तस्थानों, स्थानीय र्न्त्यजीर्ों एर्ां प्रर्ासी पधक्षयों को भी बचाया जा सकता है।