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IBPS SO RAJBHASHA ADHIKARI PRACTICE SET 2020 PROFESSIONAL KNOWLEDGE Ques
IBPS SO RAJBHASHA ADHIKARI PRACTICE SET 2020 PROFESSIONAL KNOWLEDGE Ques
दिल्में एक ऐसे कला माध्यम के ूपप में हमारे सामने उपधथथत है, धजसमें अनेक कलाओं का पडार् ददखाई देता
है। भाषाई और ूपपकर कलाएँ तो दिल्मों में हमेशा ही अपना दखल रखती आयी हैं, परां तु साधहधययक कृ धतयों के
धसनेमाई ूपपाांतरण, धसनेमा में बोधलयों और आांचधलकता की अनुगूँज, गीतों का धनमावण एर्ां प्रसार, भाषा–
भाषी समाज की कलायमक अधभूपधच एर्ां कला मानकों का धर्कास, साांथकृ धतक रां गो, ध्र्धनयों की उ्ार्ना
और सांदश
े सांप्रेषण तथा धशक्षण प्रदिया के द्वारा भाषा, साधहयय और सांथकृ धत का गठन दिल्मों का महयर्पूणव
अर्दान माना जा सकता है। धहन्दी दिल्में भी अपनी इस भूधमका में पीछे नहीं है।
धहन्दी भाषा (दुधनया की तीसरी सबसे अधधक बोली जाने र्ाली भाषा ही नहीं, अधपतु धहन्दी जाधत; जो मूलत:
भारत के उत्तरी क्षेत्रों में धनर्ास करती है) जीर्न सरोकारों, थपांदन, भार्ायमक सांचार, आर्थथक धथथधत एर्ां
र्ैचाररक बनार्ि को दशावती है। बॉलीर्ुड, जहाँ हहदी दिल्मों का औद्ोधगक धनमावण होता है, हहदी दिल्में
क्षेत्रीय सीमाओं, भौगोधलकों बाध्यताओं एर्ां भाषाई घेरेबांदी को चिखा देती हैं। हहदी दिल्मों के धनमावण र्
धर्तरण में हहदीतर भाषा–भाषी लोगों की महयर्पूणव भूधमका होती है। दिल्म धनमावण एक सामूधहक कायव है
इसधलए हहदी दिल्में भारत और कई बार भारत के बाहर से भी मानर् सांसाध्नों का उपयोग करती हैं। इसके
चलते हहदी दिल्मों की कु शलता, प्रभार्ोयपादकता कािी बि जाती है। अधभप्राय यह दक हहदी दिल्म सांसार
भारतीय धर्धर्धता में एकता के सूत्र धर्कधसत करता है। धर्धभन्न भाषाई भौगोधलक समूहों को इकट्ठा करके
उनमें आपसी समन्र्य थथाधपत करता है। इस प्रकार हहदी दिल्में अन्य क्षेत्रीय भाषाओं बांगला, तधमल, कन्नड
आदद की तुलना में अधधक धर्थतृत लक्ष्य को प्रथताधर्त करती हैं। जहाँ हम बादकयों को क्षेत्रीय धसनेमा कह सकते
हैं र्हीं अपनी धनमावण प्रदिया और उद्मी चररत्र के चलते तथा समथत भारतीय प्रधतधनधध्यर् (अधभनय, सांगीत,
तकनीक, सांपादन, धर्तरण) के समाहार होने के कारण हहदी दिल्मों को राष्ट्रीय; न दक के र्ल उत्तर भारतीय
धसनेमा कहना पडेगा। हहदी दिल्मों को राष्ट्रीय धसनेमा कहना सर्वथा समीचीन भी है टयोंदक इन दिल्मों के
दशवक भारतीय भूखांड के हर धहथसे में मौजूद हैं। र्े लोग भी धजन्हें न तो ठीक से हहदी धलखनी, पिनी, बोलनी
आती है र्े भी हहदी दिल्में देखते हैं और उसका सांदश
े ग्रहण करने में सक्षम होते हैं। साथ ही, हहदी दिल्में राष्ट्रीय
धर्मशव के मुद्दों को लगातार गांभीरता और सहजता से उठाती है। भारत की राष्ट्रीय सांथकृ धत, सामाधजक पररर्तवन
राजनीधतक घिनाचि का बैरोमीिर बनकर हहदी दिल्में भारतीय राष्ट्र की मुख्य हचताधारा का उद्घािन करती
हैं। अपने इन्हीं गुणों के चलते हहदी दिल्में सच्चे अथों में भारत के राष्ट्रीय धसनेमा से अधभधहत दकया जाता रहा
है। दिर भी, अपनी भाषाई बनार्ि के चलते हहदी दिल्में हहदी भाषी समूहों में सर्ावधधक लोकधप्रय हैं।
Q1. दिल्में कै सी कला के माध्यम के ूपप में हमारे सामने उपधथथत है?
(d) a और c दोनों
Q3. दिल्मों में हहदी भाषा की भूधमका को दकस प्रकार आँका जा सकता है?
(a) हहदी सांपकव भाषा है, जो दिल्मों को अधधक प्रेषणीय बनाती है।
(c) हहदी भाषा क्षेत्रीय सीमाओं, भौगोधलक बाध्याताओं और भाषाई घेराबांदी को तोडती है।
(d) a और c दोनों
(e) या तो b और c या दिर a और b
Q4. हहदी दिल्में क्षेत्रीय दिल्मों की श्रेणी से दकस प्रकार बाहर है?
(a) हहदी दिल्मों के धनमावण र् धर्तरण में हहदीतर भाषा–भाषी लोगों की महयर्पूणव भूधमका होती है।
(b) हहदी, भाषाई भौगोधलक समूहों को इकट्ठा करके उनमें आपसी समन्र्य थथाधपत करती है। इन दिल्मों के
दशवक भारतीय भूखांड के हर धहथसे में मौजूद हैं।
(d) के र्ल b और c
Q5. हहदी दिल्में हहदी भाषी समूहों में सर्ावधधक लोकधप्रय टयों है?
(a) हहदी दिल्म सांसार भारतीय धर्धर्धता में एकता के सूत्र धर्कधसत करता है।
(b) हहदी दिल्में भारतीय राष्ट्र की मुख्य हचताधरा का उद्घािन करती हैं।
(d) a और b दोनों
धनदेश (06-10) नीचे ददया गया प्रययेक र्ाटय चार भागों में बाांिा गया है धजन्हें (a), (b), (c), (d) धर्कल्प
ददए गए हैं। आपको यह देखना है दक र्ाटय के दकसी भाग में व्याकरण, भाषा, र्तवनी, शब्दों के गलत प्रयोग या
इसी तरह की कोई त्रुिी तो नहीं है। त्रुिी अगर होगी तो र्ाटय के दकसी एक भाग में ही होगी। उस भाग का
िमाांक ही उत्तर है। यदद र्ाटय त्रुिी रधहत है तो उत्तर (e) अथावत ‘त्रुिीरधहत’ दीधजए।
Q6. जो लोग धगरधगि जैसा रां ग पररर्र्थतत करते हैं (a)/ आप चाहते हैं दक मैं उन पर (b)/ भरोसा करके (c)/
धोखा खाऊँ (d)/ कोई त्रुिी नहीं (e)
Q7. यदद हमें धरती पर अपना अधथतयर् (a)/ बनाए रखना है, (b)/ तो पयावर्रण से धमत्रता रखनी होगी (c)/
यह असांधदददधपूणव सयय है। (d)/ कोई त्रुिी नहीं (e)
Q8. इस मुहल्ले का सबसे ऊँचा ददखाई (a)/ देने र्ाला यह घर (b)/ मैं और मेरे भाइयों की (c)/ साँझी सांपधत्त
है। (d)/ कोई त्रुिी नहीं (e)
Q9. आपकी अधधकाांश बातें ठीक हैं, (a)/ परन्तु सब लोग (b)/ उन्हें यथार्त् (c)/ थर्ीकार कर लेंगें, इसमें
सन्देह है। (d)/ कोई त्रुिी नहीं (e)
Q10. थर्तांत्रता-सांग्राम में प्राण गर्ाँने र्ाले (a)/ र्ीरों के सम्मान में सरकार ने (b)/ एक ददन के सार्वजाधनक
(c)/ अर्काश की घोषणा की है। (d)/ कोई त्रुिी नहीं (e)
धनदेश(11-15) नीचे ददए गए प्रययेक प्रश्न में दो ररक्त थथान छू िे हुए हैं और उसके पाांच धर्कल्प सुझाए गए हैं।
इनमें से कोई दो उन ररक्त थथानों पर रख देने से र्ह र्ाटय एक अथवपूणव र्ाटय बन जाता है। सही शब्द ज्ञात कर
उसके धर्कल्प को उत्तर के ूपप में अांदकत कीधजए, ददए गए शब्दों में से सर्ावधधक उपयुक्त शब्दों का चयन
कीधजए।
Q11. राष्ट्रीय या जातीय सांथकृ धत का सबसे बडा _______ यही है दक र्ह हमें अपने राष्ट्र की परम्परा से सांपृक्त
बनाती है, अपनी रीधत-नीधत की _______ से धर्धछछन्न नहीं होने देती।
Q12. साक्षायकार की सिलता बहुत कु छ इस बात पर धनभवर करती है की आपकी _______ की क्षमता कै सी
है, यदद आप अपनी बात थपष्ट ूपप से _______ तरीके से रख पा रहे हैं, तो धनधित ूपप से उसका बहुत अछछा
प्रभार् पडता है।
Q13. प्रौद्ोधगकी में हम उन _______ धर्धधयों का उल्लेख करते हैं धजनसे धर्ज्ञान को मानर् सेर्ा के धलए
________ दकया जा सके ।
Q14. भारतीय ______ ने कला, धमव, दशवन और साधहयय के क्षेत्र में नाना भार् से महयर्पूणव िल पाए हैं और
भधर्ष्य में भी महयर्पूणव िल पाने की _______ का पररचय र्ह दे चुकी है।
Q15. भारतीय धमव और दशवन के साथ भारतीय कला का ऐसा _______ सांबांध है दक भारतीय मानस को
सांचाधलत करने र्ाले आदशों की _______ के धबना उसका पूणव आथर्ादन करना करठन है।
Directions (16-20): नीचे ददए गए प्रययेक पररछछेद में कु छ ररक्त थथान छोड ददए गए हैं तथा उन्हें प्रश्न
सांख्या से दशावया गया है। ये सांख्याएँ पररछछेद के नीचे मुदित हैं, और प्रययेक के सामने (a), (b), (c), (d) और
(e) धर्कल्प ददए गए हैं। इन पाँचों में से कोई एक इस ररक्त थथान को पूरे पररछछेद के सांदभव में उपयुक्त ढांग से
पूरा कर देता है। आपको उस धर्कल्प का चयन करना है और उसका िमाांक ही उत्तर के ूपप में दशावना है।
आपको ददए गए धर्कल्पों में से सबसे उपयुक्त का चयन करना है।
Q16. भगत हसह ने कहा था- हमारी लडाई, हमारी कमजोररयों के ....16.... है। हम ऐसे उज्जर्ल भधर्ष्य में
धर्श्र्ास करते हैं धजसमें प्रययेक व्यधटत को पूणव शाांधत और थर्तांत्रता का ...17... धमल सके । िाांधत की तलर्ार
धर्चारों की शान पर तेज होती है और धर्िोह तो धसिव माधलकों के पररर्तवन द्वारा कु रिलताओं को ही आगे
बिाते हैं। लोगों को परथपर लडने से रोकने के धलए ...18 ... की जूपरत है। िाांधत एक ऐसा कररश्मा है, धजससे
प्रकृ धत भी स्नेह करती है, िाांधत धबना सोची-समझी हययाओं और आगजनी की दररन्दगी भरी मुधहम नहीं है और
न ही िाांधत मायूसी से पैदा हुआ दशवन ही है। र्ाथतर् में भगत हसह के धर्चारों को जीर्न में ...19... कर
दियाधन्र्त दकए धबना िाांधत सांभर् नहीं। र्ैचाररक िाांधत/आांदोलन को धार देने के साथ-साथ उस हेतु समयबि
...20... र् दूरदशी योजना बनानी होगी तभी हम सिल हो सकते हैं और अपने अधधकारों को पा सकते हैं। दूसरे
के कां धों पर बांदक
ू रखकर चलाने के बजाय हमें थर्यां को प्रधशधक्षत करना चाधहए।
Q17. भगत हसह ने कहा था- हमारी लडाई, हमारी कमजोररयों के ....16.... है। हम ऐसे उज्जर्ल भधर्ष्य में
धर्श्र्ास करते हैं धजसमें प्रययेक व्यधटत को पूणव शाांधत और थर्तांत्रता का ...17... धमल सके । िाांधत की तलर्ार
धर्चारों की शान पर तेज होती है और धर्िोह तो धसिव माधलकों के पररर्तवन द्वारा कु रिलताओं को ही आगे
बिाते हैं। लोगों को परथपर लडने से रोकने के धलए ...18 ... की जूपरत है। िाांधत एक ऐसा कररश्मा है, धजससे
प्रकृ धत भी स्नेह करती है, िाांधत धबना सोची-समझी हययाओं और आगजनी की दररन्दगी भरी मुधहम नहीं है और
न ही िाांधत मायूसी से पैदा हुआ दशवन ही है। र्ाथतर् में भगत हसह के धर्चारों को जीर्न में ...19... कर
दियाधन्र्त दकए धबना िाांधत सांभर् नहीं। र्ैचाररक िाांधत/आांदोलन को धार देने के साथ-साथ उस हेतु समयबि
...20... र् दूरदशी योजना बनानी होगी तभी हम सिल हो सकते हैं और अपने अधधकारों को पा सकते हैं। दूसरे
के कां धों पर बांदक
ू रखकर चलाने के बजाय हमें थर्यां को प्रधशधक्षत करना चाधहए।
Q18. भगत हसह ने कहा था- हमारी लडाई, हमारी कमजोररयों के ....16.... है। हम ऐसे उज्जर्ल भधर्ष्य में
धर्श्र्ास करते हैं धजसमें प्रययेक व्यधटत को पूणव शाांधत और थर्तांत्रता का ...17... धमल सके । िाांधत की तलर्ार
धर्चारों की शान पर तेज होती है और धर्िोह तो धसिव माधलकों के पररर्तवन द्वारा कु रिलताओं को ही आगे
बिाते हैं। लोगों को परथपर लडने से रोकने के धलए ...18 ... की जूपरत है। िाांधत एक ऐसा कररश्मा है, धजससे
प्रकृ धत भी स्नेह करती है, िाांधत धबना सोची-समझी हययाओं और आगजनी की दररन्दगी भरी मुधहम नहीं है और
न ही िाांधत मायूसी से पैदा हुआ दशवन ही है। र्ाथतर् में भगत हसह के धर्चारों को जीर्न में ...19... कर
दियाधन्र्त दकए धबना िाांधत सांभर् नहीं। र्ैचाररक िाांधत/आांदोलन को धार देने के साथ-साथ उस हेतु समयबि
...20... र् दूरदशी योजना बनानी होगी तभी हम सिल हो सकते हैं और अपने अधधकारों को पा सकते हैं। दूसरे
के कां धों पर बांदक
ू रखकर चलाने के बजाय हमें थर्यां को प्रधशधक्षत करना चाधहए।
Q19. भगत हसह ने कहा था- हमारी लडाई, हमारी कमजोररयों के ....16.... है। हम ऐसे उज्जर्ल भधर्ष्य में
धर्श्र्ास करते हैं धजसमें प्रययेक व्यधटत को पूणव शाांधत और थर्तांत्रता का ...17... धमल सके । िाांधत की तलर्ार
धर्चारों की शान पर तेज होती है और धर्िोह तो धसिव माधलकों के पररर्तवन द्वारा कु रिलताओं को ही आगे
बिाते हैं। लोगों को परथपर लडने से रोकने के धलए ...18 ... की जूपरत है। िाांधत एक ऐसा कररश्मा है, धजससे
प्रकृ धत भी स्नेह करती है, िाांधत धबना सोची-समझी हययाओं और आगजनी की दररन्दगी भरी मुधहम नहीं है और
न ही िाांधत मायूसी से पैदा हुआ दशवन ही है। र्ाथतर् में भगत हसह के धर्चारों को जीर्न में ...19... कर
दियाधन्र्त दकए धबना िाांधत सांभर् नहीं। र्ैचाररक िाांधत/आांदोलन को धार देने के साथ-साथ उस हेतु समयबि
...20... र् दूरदशी योजना बनानी होगी तभी हम सिल हो सकते हैं और अपने अधधकारों को पा सकते हैं। दूसरे
के कां धों पर बांदक
ू रखकर चलाने के बजाय हमें थर्यां को प्रधशधक्षत करना चाधहए।
Q20. भगत हसह ने कहा था- हमारी लडाई, हमारी कमजोररयों के ....16.... है। हम ऐसे उज्जर्ल भधर्ष्य में
धर्श्र्ास करते हैं धजसमें प्रययेक व्यधटत को पूणव शाांधत और थर्तांत्रता का ...17... धमल सके । िाांधत की तलर्ार
धर्चारों की शान पर तेज होती है और धर्िोह तो धसिव माधलकों के पररर्तवन द्वारा कु रिलताओं को ही आगे
बिाते हैं। लोगों को परथपर लडने से रोकने के धलए ...18 ... की जूपरत है। िाांधत एक ऐसा कररश्मा है, धजससे
प्रकृ धत भी स्नेह करती है, िाांधत धबना सोची-समझी हययाओं और आगजनी की दररन्दगी भरी मुधहम नहीं है और
न ही िाांधत मायूसी से पैदा हुआ दशवन ही है। र्ाथतर् में भगत हसह के धर्चारों को जीर्न में ...19... कर
दियाधन्र्त दकए धबना िाांधत सांभर् नहीं। र्ैचाररक िाांधत/आांदोलन को धार देने के साथ-साथ उस हेतु समयबि
...20... र् दूरदशी योजना बनानी होगी तभी हम सिल हो सकते हैं और अपने अधधकारों को पा सकते हैं। दूसरे
के कां धों पर बांदक
ू रखकर चलाने के बजाय हमें थर्यां को प्रधशधक्षत करना चाधहए।
Directions (21-25): धनम्नधलधखत में से प्रययेक प्रश्न में एक हहदी शब्द ददया गया है, उसके धलए एक अांग्रज
े ी
शब्द का चयन कीधजए, जो अथव की दृधष्ट से हहदी शब्द का पयावय है।
Q21. उन्मूलन
(a) Enactment
(b) Restoration
(c) Abolition
(d) Commencement
Q22. समायोजन
(a) Adjustment
(b) Agreement
(c) Compromise
(d) Concession
Q23. प्रधतकू ल
(a) Reaction
(b) Adverse
(c) Side-effect
(d) opposite
Q24. प्रमाधणत
(a) Certified
(b) Verified
(c) Tally
(d) Identified
Q25. समथव
(a) Capacity
(b) Competent
(c) Eligible
(d) Active
धनदेश (26-30): नीचे ददए गए प्रययेक प्रश्न में एक हहदी का र्ाटय ददया गया है और उसके नीचे (a), (b), (c),
(d) द्वारा उस हहदी र्ाटय के चार अांग्रेजी अनुर्ाद धजनमें से कोई एक ही उसका सिीक और उधचत अनुर्ाद है।
आपको उसे पहचानना है और दिर उसके िमाांक को उत्तर के ूपप में ददखलाना है अगर कोई भी रुपाांतर सही
नहीं है, तो उत्तर (e) अथावत ‘इनमें से कोई नहीं’ होगा।
Q26. इस पररयोजना की मुख्य रणनीधत सेर्ा प्रदानगी को सुदिृ करना तथा मानर् सांसाधनों को धर्कधसत
करना है।
(a)The major strategy of this programme is ensuring service delivery and improving
human resources.
(b) the major planning of this project is strengthening service delivery and improving
human resources.
(c) the main strategy of this programme is ensuring service delivery and developing
human resources.
(d) The main strategy of this project is strengthening service delivery and developing
human resources.
(a) Relieving the Government officers, the state Government assured to improve their
dearness allowance.
(b) Prouiding the relief to the Government employees, the state government
compromised to increase their daily allowance.
(c) Reliecing the Government officials, the state Government accepted to increase their
deficit allowance.
(d) Providing the relief to the Government servants, the state government assured them
to increase their dearness allowance.
Q28. मजदूर सांगठनों की हडताल के कारण कां पनी का व्यापार अचानक मांद पड गया।
(a) Due to the strike of labour organizations the business of company slowed down
suddenly.
(b) The strike of labour unions caused the business of company slowed suddenly.
(c) Due to the strike of labour the company business stopped suddenly.
(d) The strike of labour organisations has resulted in slowed down business suddenly.
(a) The impressive implamentation of the activity will require your presence.
(b) The plan, for its effective functioning will require your support.
(c) The effective implementation of the plan will require your support.
(d) The impressive functioning of the activity will require your support.
(e) इनमें से कोई नहीं
(a) The non-availability of basic facilities is main reason behind brain drain.
(b) The lack of authenticity of basic facilities is one of the main reasons behind Brain
drain.
(c) The inability of basic facilities is most important reason for brain drain.
(d) The non-availability of basic facilities has resulted in brain drain many times.
धनदेश(31-35) धनम्नधलधखत में से प्रययेक प्रश्न में एक अांग्रेजी शब्द ददया गया है, उसके धलए एक हहदी शब्द का
चयन कीधजए, जो अथव की दृधष्ट से अांग्रेजी शब्द का पयावय है।
Q31. Accumulation
(a) दोषारोपण
(b) सांचय
(c) भयसवना
(d) सांशोधन
Q32. Enterprise
(a) धर्धनमय
(b) अन्र्ेषण
(c) उद्म
(d) उिरण
(a) िुतगामी
(b) अनुसरण
(c) उद्घोषणा
(d) पूर्ावग्रह
Q34.Capital Punishment
(c) मृययुदड
ां
Q35. Suppression
(a) दमन
(b) धशष्टाचार
(d) दाधययर्
Q37. It will be necessary that the call letter to the candidates must be sent under postal
certificate or by registered post.
(a) यह अधनर्ायव होगा दक अभ्यर्थथयों को बुलार्ा पत्र डाक प्रमाण पत्र तथा रधजथरी डाक द्वारा भेजे जाएांगे।
(b) यह अधनर्ायव है दक धर्द्ार्थथयों को बुलार्ा पत्र डाक प्रमाण पत्र अथर्ा रधजथरी डाक द्वारा भेजे जाएँ।
(c) यह अधनर्ायव होगा दक अभ्यर्थथयों को आमांत्रण पत्र डाक अथर्ा रधजथरी द्वारा भेजे जाएांगे।
(d) यह अधनर्ायव होगा दक अभ्यर्थथयों को बुलार्ा पत्र डाक प्रमाण पत्र अथर्ा रधजथरी डाक द्वारा भेजे जायेगें।
Q38. The persons, who have left their study due to some reasons, get an opportunity to
complete their studies with the help of distance educations.
(a) र्े व्यधक्त, जो दकन्ही कारणों से अपनी धशक्षा छोड चुके हैं, र्े दूरथथ धशक्षा के माध्यम से अपनी धशक्षा पूरी
करते हैं।
(b) र्े व्यधक्त, जो दकन्ही कारणों से अपनी धशक्षा छोड चुके हैं, र्े दूरथथ धशक्षा की सहायता से अपनी धशक्षा पूरी
करने का अर्सर पाते हैं।
(c) दूरथथ धशक्षा की सहायता से उन लोगों को धशक्षा पूरी करने का मौका धमल जाता है जो दकसी कारण से
अपनी धशक्षा छोड चुके होते हैं। यह धशक्षा की तरि सरकार का कु छ प्रयास है।
(d) र्े व्यधक्त, जो दकन्ही कारणों से अपनी धशक्षा छोड चुके हैं, र्े दूरथथ धशक्षा से अपनी धशक्षा पूरी करने की
सहायता पाते हैं।
(a) भारत थाइलैंड सांयुक्त कधमश्नर ने छठी मीटिग नई ददल्ली में आयोधजत की।
(b) भारत थाइलैंड सांयुक्त आयोग की बैठक नई ददल्ली में छठी बार आयोधजत हुई।
(c) भारत थाइलैंउ सांयुक्त आयोग की छठी बैठक नई ददल्ली में सम्पन्न हुई।
(d) भारत थाइलैंड सांयुक्त कधमश्नर की छठी बैठक नई ददल्ली में सांपन्न हुई।
Q40. The auto renewal period to be modified at the instance of the customer subject to
the minimum or maximum period of the scheme.
(a) थर्तः नर्ीनीकरण अर्धध को ग्राहक के अनुरोध पर योजना की न्यूनतम या अधधकतम अर्धध को ध्यान में
रखते हुए सांशोधधत दकया जा सकता है।
(b) थर्तः नर्ीनीकरण अर्धध को ग्राहक के आदेश पर योजना की न्यूनतम या अधधकतम अर्धध को ध्यान में
रखते हुए सांशेधधत दकया जा सकता है।
(c) थर्तः नर्ीनीकरण अर्धध को ग्राहक के धनदेश पर योजना की न्यूनतम या अधधकतम अर्धध को ध्यान में
रखते हुए जारी दकया जा सकता है।
(d) थर्तः नर्ीनीकरण अर्धध को ग्राहक के धहत के धलए योजना की न्यूनतम या अधधकतम अर्धध के ूपप में
सांशोधधत दकया जाता है।
(e) इनमें से कोई नहीं
प्राकृ धतक−धचदकयसा−प्रणाली का अथव है प्राकृ धतक पदाथों धर्शेषतः प्रकृ धत के पाँच मूल तयर्ों द्वारा
थर्ाथ्य−रक्षा और रोग धनर्ारण का उपाय करना। धर्चारपूर्वक देखा जाय तो यह कोई गुह्य धर्षय नहीं है और
जब तक मनुष्य थर्ाभाधर्क और सीधा−सादा जीर्न व्यतीत करता रहता है तब तक र्ह धबना अधधक
सोचे−धर्चारे भी प्रकृ धत की इन शधक्तयों का प्रयोग करके लाभाधन्र्त होता रहता है। पर जब मनुष्य
थर्ाभाधर्कता को ययाग कर कृ धत्रमता की ओर बिता है, अपने रहन−सहन तथा खान−पान को अधधक आकषवक
और ददखार्िी बनाने के धलये प्रकृ धत के सरल मागव से हिता जाता है तो उसकी थर्ाथ्य−सम्बन्धी उलझनें बिने
लगती हैं और समय−समय पर उसके शरीर में कष्टदायक प्रदियाएँ होने लगती हैं, धजनको ‘रोग’ कहा जाता है।
इन रोगों को दूर करने के धलये अनेक प्रकार की धचदकयसा−प्रणाधलयाँ आजकल प्रचधलत हो गई हैं धजनमें हजारों
तरह की औषधधयों, धर्शेषतः तीव्र धर्षायमक िव्यों का प्रयोग दकया जाता है। इन तीव्र दर्ाओं से जहाँ कु छ रोग
अछछे होते हैं र्हाँ उन्हीं की प्रधतदिया से कु छ अन्य व्याधधयाँ उयपन्न हो जाती हैं और सांसार में रोगों के घिने के
बजाय धनयय नर्ीन रोगों की र्ृधि होती जाती है। इस अर्थथा को देख कर धपछले सौ−डेि−सौ र्षों के भीतर
योरोप अमरीका के अनेक धर्चारशील सज्जनों का ध्यान प्राकृ धतक तयर्ों की उपयोधगता की तरि गया और
उन्होंने धमट्टी, जल, र्ायु, सूयव−प्रकाश आदद के धर्धधर्त् प्रयोग द्वारा शारीररक कष्टों, रोगों को दूर करने की एक
प्रणाली का प्रचार दकया। र्ही इस समय प्राकृ धतक धचदकयसा या ‘नेचर टयोर’ के नाम से प्रधसि है।
जब तक मनुष्य प्रकृ धत की गोद में पलते−खेलते थे, उनका रहन−सहन भी प्राकृ धतक धनयमों के अनुकूल था तो र्े
अपनी सभी आर्श्यकताओं की पूर्थत प्राकृ धतक ढांग से ही करते थे। पर मध्यकाल में जब बडे−बडे राज्यों और
साम्राज्यों की थथापना हो गई तो बडे आदधमयों के रहन−सहन में भोग धर्लास की अधधकता होने लगी और
उसकी पूर्थत के धलये भाँधत−भाँधत के कृ धत्रम उपायों का प्रयोग भी बिने लगा। साधारण लोग भी उनकी नकल
करके नकली चीजों को अधधक सुन्दर और आकषवक समझने लगे, धजसके िल से लोगों का थर्ाथ्य धनबवल पडने
लगा, तभी तरह−तरह के रोगों की र्ृधि होने लगी। जब काल िम से यह अर्थथा बहुत धबगड गई और सांसार
की जनसांख्या तरह−तरह के भयानक तथा गन्दे रोगों के पांजे में िँ स गई तो धर्चारशील लोगों का ध्यान इसके
मूल कारण की तरि गया और उन्होंने कृ धत्रम आहार−धबहार की हाधनयों को समझ कर “प्रकृ धत की ओर लौिो”
(बैक िू नेचर) का नारा लगाया।
(b) पाांच मूल प्राकृ धतक तयर्ों द्वारा थर्ाथ्य−रक्षा और रोग धनर्ारण
(d) a और b दोनों
(d) a और c दोनों
(d) a और b दोनों
(d) a और b दोनों