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केन्द्रीय विद्यालय क्र.

6 पोखरीपुट, भुिनेश्िर
SET-1
आदर्श प्रश्न पत्र - 2022-23
विषय –हिन्द्दी (आधार) विषय कोड (302)
कक्षा -बारिि ीं
अिधध- 3 घींटे पर्
ू ाांक- 80 अींक

सामान्द्य ननदे र् :-
* इस प्रश्न पत्र में दो खींड हैं ‘अ’ और ‘ब’ | कुल 13 प्रश्न हैं |
* खंड ‘अ’ में 45 वस्तप
ु रक प्रश्न पछ
ू े गए हैं, जिसमे केवल 40 प्रश्नों के उत्तर दे ने हैं |
* खंड ‘ब’ में िर्शनात्मक प्रश्न पछ
ू े गए िैं | प्रश्नों के उधित आींतररक विकल्प हदए गए िैं |
* ननदे शों को बहुत सावधानी से पढ़िए और उनका पालन कीजिए |
*दोनों खंडो के प्रश्नों के उत्तर दे ना अननवार्य है |
* र्थासंभव दोनों खंडो के उत्तर क्रम से ललखखए |

खींड अ –(वस्तप
ु रक प्रश्न )
अपहित बोध
प्रश्न-1-- ननम्नललखखत गद्याींर् को ध्यानपूिक
श पढ़कर सिाशधधक उपयुक्त उत्तर िाले विकल्प को िन
ु कर ललखखए|
1 x 10 =10
भाषा का एक प्रमुख गुण है सि
ृ नशीलता ।ढ़हंदी में सि
ृ नशीलता का अद्भुत गुण है , अद्भुत क्षमता है , जिससे वह ननरं तर
प्रवाह मान है ।ढ़हंदी ही एक ऐसी भाषा है ,जिसमें समार्ोिन की पर्ायप्त और िादईु शजतत है । अन्र् भाषाओं और
संस्कृनतर्ों के शब्दों को ढ़हंदी जिस अधधकार और सहिता से ग्रहण करती है उससे ढ़हंदी की संभावनाएं प्रशस्त होती है
।ढ़हंदी के लचीले पन्ने अनेक भाषाओं के शब्दों को ही नहीं उसके सांस्कृनतक तेवरों को भी अपने में समेट ललर्ा है । र्ही
कारण है कक ढ़हंदी सामाजिक संस्कृनत तथा ववववध भाषा भावषर्ों और धमायवलंबबर्ों की प्रमुख पहचान बन mahek
गई है ।अरबी,
yadav
फारसी, तुकी ,अंग्रेिी आढ़द के शब्द ढ़हंदी के शब्द क्षमता संपदा में ऐसे लमल गए हैं िैसे वे िन्म से ही इसी भाषा पररवार के
सदस्र् हैं। र्ह समाहार उनकी िीवंतता का प्रमाण है । आि हम पर ही िी होकर शुद्धता वाद की िड़ मानलसकता में कैद
होकर नहीं रह सकते सच
ू ना क्रांनत तकनीकी ववकास और वैज्ञाननक आववष्कारों के दबाव ने हमें सब से संवाद करने के
अवसर ढ़दए हैं ववश्वग्राम की संकल्पना से ढ़हंदी को ननरं तर चलना होगा इसके ललए आवश्र्क है आधनु नक प्रर्ोिनों के
अनुरूप ववकास अथवा भाषा एवं ललवप से संबंधधत र्ांबत्रक साधनों का ववकास इंटरनेट से लेकर बािार तक रािकाि से
लेकर लशक्षा और न्र्ार् के मंढ़दरों तक ढ़हंदी को उपर्ोगी और कार्यक्रम बनाने के ललए सरल सहि होना आवश्र्क है और
उसकी ध्वनन ललवप शब्द वतयनी वातर् रचना आढ़द का मानकीकृत होना भी आवश्र्क है ।
1. हिींदी के ननरीं तर प्रिाि मान रिने का क्या कारर् िै ?
(क) संस्कृनत ( ख )सि
ृ नशीलता
( ग) सीलमत मानलसकता (घ)रूढ़िवाढ़दता
2.हिींदी की सींभािनाएीं कैसे प्रर्स्त िोत गई िैं ?
(क) अनेक भाषाओं के शब्दों को सहार्ता से ग्रहण करने से। ( ख)अपने सांस्कृनतक स्वरूप से
(ग)अपने तटस्थता से (घ) अन्र् भाषाओं को तुच्छ समझ कर
3. हिींदी ने लि लापन के कारर् क्या ककया ?
(क)केवल अन्र् भाषाओं के शब्दों को ग्रहण ककर्ा
(ख) अन्र् भाषाओं के शब्दों व सांस्कृनतक तेवरों को अपने में समेट ललर्ा
(ग) अपनी सामाजिक पहचान को बनाए रखा (घ) दस
ू री भाषाओं को अधधक महत्व ढ़दर्ा
4. हिींदी भाषा के सींदभश में र्ुद्धतािादी िोने से क्या तात्पयश िै ?
(क) गैर ढ़हंदी भाषाओं के शब्दों को ग्रहण करना
( ख)ढ़हंदी की बोललर्ों और उनके शब्दों को प्रधानता दे कर ढ़हंदी का ववकास करना
(ग) पहला और दस
ू रा दोनों
(घ) केवल ढ़हंदी को महत्व दे ना
5. आज िमें सब से सींिाद करने के अिसर ककसने हदए िैं ?
(क) सूचना क्रांनत ने (ख) तकनीकी ववकास ने
(ग) वैज्ञाननक आववष्कारों के दबाव ने (घ)उपरोतत सभी
6. आधनु नक प्रयोजनों के अनुरूप विकास और भाषा एिीं ललवप से सींबींधधत याींत्रत्रक साधनों का विकास करने से क्या िोगा?
(क) ववश्वग्राम की संकल्पना साकार हो िाएगी (ख)ढ़हंदी की उन्ननत अवरुद्ध हो िाएगी
(ग)मनुष्र् र्ंत्रव्रत प्राणी बनकर रह िाएगा (घ)तकनीकी उन्ननत होगी
7.हिींदी को उपयोग और कायशक्षम बनाने के ललए उसे कैसा िोना िाहिए?
(क) समद्
ृ ध (ख)जतलष्ट (ग) सरल- सहि (घ) र्ह सभी
8. हिींदी अींतरराष्ट्रीय स माओीं में भारत का प्रनतननधधत्ि कब करे ग ?
(क) िब सरकार की तत्परता होगी
(ख)िब िनता की इच्छाशजतत होगी
(ग) िब सरकार की तत्परता के साथ िनता की दृि इच्छाशजतत को ढ़हंदी से िोड़ दें गे
(घ)िब ढ़हंदी को अधधक महत्व लमलने लगेगा
9. हिींदी में अन्द्य भाषाओीं के र्ब्दों को स्ियीं में समाहित करते िुए अपना स्िरूप ननलमशत करके क्या ककया?
(क) भारत की भौगोललक जस्थनत में पररवतयन ककर्ा
(ख) भारत की सामाजिक संस्कृनत की पहचान बन गई
(ग) ढ़हंदी के स्वरूपों को आच्छाढ़दत ककर्ा
(घ) ढ़हंदी के ववकास को रोक ढ़दर्ा
10. प्रस्तुत गद्याींर् ककस विषय िस्तु पर आधाररत िै ?
(क) ढ़हंदी भाषा पर (ख) ढ़हंदी भाषा और अन्र् भाषा पर
(ग) ढ़हंदी भाषा और तकनीकी र्ुग पर (घ) ढ़हंदी के ववकास पर
प्रश्न-2--ननम्नललखखत में ककस एक पद्याींर् को ध्यानपूिक
श पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजजए :-1 x 5 = 5
ननि भाषा उन्ननत आहे सब उन्ननत को मूल।
बबन ननि भाषा ज्ञान के, लमटे न ढ़हर् को सल
ू । पढे संस्कृत ितन करर, पंडडत भी ववख्र्ात
पै ननि भाषा ज्ञान ववन कढ़ह न सकत एक बात
अंग्रेिी पि कर िदवप ,सब गुन होत प्रवीन
पै ननि भाषा ज्ञान बबन रहत हीन के हीन
एक भाषा एक िीव मती सब घर के लोग
तबै बनत है सबन सो लमटत मढ
ू ता शोक
और एक अनत लाभ र्ह र्ामें प्रगट लखात ननि भाषा में कीजिए, िो ववद्र्ा की बात।।

1. सींस्कृत पढ़ने िालों को कवि ने क्या माना िै ?


(क)ववद्वान (ख) वाणी ववहीन (ग) पंडडत (घ) मूखय अज्ञानी

2.मख
ू त
श ा और र्ोक का र्मन करने की विलर्ष्ट्टता से सींयक्
ु त कौन िोता िै ?
(क) ज्ञानी िन (ख) अज्ञानी िन (ग)अपनी भाषा (घ)अंग्रेिी भाषा
3. 'अींग्रेज पढ़ कर जदवप सब गुन िोत प्रि न' का क्या तात्पयश िै -
(क) अंग्रेिी भाषा पि कर ही ज्ञान प्राप्त हो सकता है
(ख)अंग्रेिी भाषा के माध्र्म से आधनु नक ज्ञान ववज्ञान की बातें सीखी िा सकती हैं
(ग )केवल अंग्रेिी भाषा ही उन्ननत का आधार है
(घ) अंग्रेिी भाषा के ज्ञान से भारतीर्ों की उन्ननत नहीं हो सकती
4. कवि द्िारा ननज भाषा में विद्या की बात को मित्ि दे ने का क्या कारर् िो सकता िै
(क) अन्र् भाषा का बढ़हष्कार करना (ख) अपनी भाषा में संप्रेषण की सुगमता अधधक होती है
(ग) अपनी भाषा को ववश्व की सवयश्रेष्ठ भाषा लसद्ध करना (घ) कढ़ठन ववषर् अन्र् भाषा में िल्दी समझ आता है
5 .कवि ने सभ उन्द्ननत का मूल ककसे माना िै ?
(क )संस्कृत भाषा को (ख)अंग्रेिी भाषा को ( ग) मातभ
ृ ाषा को (घ) ग्रामीण भाषा को
अथिा
िी हां हुिूर मैं गीत बेचता हूूँ
मैं तरह-तरह के गीत बेचता हूूँ
मैं ककस्म ककस्म के गीत बेचता हूूँ,
िी माल दे खखए दाम बताऊंगा
बेकाम नहीं है काम बताऊंगा,
कुछ गीत ललखे हैं मस्ती में मैंने ,
कुछ गीत ललखे हैं पस्ती में मैंने,
र्ह गीत सख्त ददय भल
ु ाएगा।
र्ह गीत वपर्ा को पास बुलाएगा।
िी पहले कुछ शमय लगी मुझको।
पर बात बाद में अपने िगी मुझको।
िी लोगों ने तो भेि ढ़दए इमान।
िी आप ना हो सन
ु कर ज्र्ादा है रान।।
1. कवि ग त बेिने को मजबूर क्यों िुआ ?
(क)कवव को कोई अन्र् कार्य नहीं आता
(ख) वतयमान व्र्वस्था नैनतक मूल्र्ों की कद्र नहीं करती
( ग)समाि में सब कुछ बबकाऊ है
(घ) कवव के पास लभन्न-लभन्न प्रकार के गीत हैं
2. कवि ने अपने ग तों की क्या विर्ेषता बताई िै ?
(क )मस्ती भरे गीत (ख) ददय भुलाने वाले गीत
(ग)वपर्ा को पास बुलाने वाले गीत (घ) उपरोतत सभी
3. प्रस्तुत पद्याींर् में ककस पर व्यींग ककया गया िै
(क)कवव की गीत बेचने की प्रववृ त्त पर (ख)औद्र्ोधगक पंि
ू ीवादी व्र्वस्था पर िहां सबकुछ बबकाऊ है
(ग) गीतों के ववलभन्न प्रकारों पर (घ)दाम लगाने वाले कववर्ों पर
4. प्रस्तुत पद्याींर् का मूल भाि क्या िै ?
(क) गीतों को बेचने का कार्य करना (ख)वतयमान भौनतकवादी व्र्वस्था का ववरोध करना
(ग) गीतकार के दख
ु की अलभव्र्जतत करना ( घ) गीत के प्रकार का अनतशर्ोजतत से पूणय वणयन करना
5. प्रस्तुतकताश इसमें कवि ककस समस्या से व्यधथत िै ?
(क) काव्र् ववषर् की समस्र्ा से (ख) ववषर् वस्तु के चन
ु ाव की समस्र्ा से
(ग) बािारवाद की समस्र्ा से (घ) गीत बेचने की समस्र्ा से

खण्ड-ब- अलभव्यजक्त और माध्यम पर आधाररत प्रश्न


प्रश्न 3- –ननम्नललखखत में से ककन्द्िी 05 प्रश्नों के उत्तर के ललए सबसे उधित विकल्पों का ियन कीजजए |1x5
=5
1. आधनु नक माध्यमों में सबसे परु ाना माध्यम िै ?
(क) अखबार (ख) रे डडर्ो (ग) टे लीवविन (घ) लसनेमा
2.आधनु नक युग में इींटरनेट पत्रकाररता का कौन सा दौर िल रिा िै ?
(क) प्रथम (ख) द्ववतीर् (ग) तत
ृ ीर् (घ) चतुथय
3. विर्ेष लेखन किलाता िै -
(क) सामान्र् लेखन से हटकर ककसी ववशेष ववषर् पर ककर्ा गर्ा लेखन
(ख)ककसी ववषर् पर ककर्ा गर्ा रचनात्मक लेखन
(ग) ककसी ववषर् पर ककर्ा गर्ा कक्रर्ात्मक लेखन
(घ) ककसी भी ववषर् पर ककर्ा गर्ा गनतशील लेखन
4. नाटक के सींिाद कैसे िोने िाहिए?
(क) संक्षक्षप्त व प्रभावशाली (ख) ववस्तत
ृ (ग) लंबे (घ) कढ़ठन
5. उल्टा वपरालमड र्ैली में समािार ककतने भागों में बाींटा जाता िै ?
(क) 3 (ख) 4 (ग) 5 (घ ) 2
6. समािार का प्रिेर् द्िार ककसे माना जाता िै ?
( क) इंट्रो (ख) बॉडी (ग ) शीषयक (घ) समापन

खण्ड- स – पाठ्य पुस्तक और अनुपूरक पुस्तक


प्रश्न-4 ननम्नललखखत काव्याींर् को ध्यानपूिक
श पहिए और सिाशधधक उधित विकल्प का ियन कीजजये |

नतरती है समीर सागर पर


अजस्थर सुख पर दख
ु की छार्ा
िग के दग्ध हृदर् पर
ननदय र् ववप्लव की प्लाववत मार्ा
र्ह तेरी राण तरी
भरी आकांक्षाओं से
घन भेरी गियन से
सिग सुतत अंकुर
उर में पथ्
ृ वी की आशाओं से
नविीवन की ऊंचा कर लसर
ताक रहे हैं, ए ववप्लव के बादल।
1. काव्याींर् के अनस
ु ार मानि ज िन में सख
ु कैसा िै ?
(क) अदृश्य (ख )मायाि (ग) अजस्थर (घ( जस्थर
2. कवि ने बादल को किाीं तैरते िुए धित्रत्रत ककया िै ?
(क)स्वच्छ आकाश में (ख )हवा रूपी सागर में (ग)अमरावती नगरी में (घ) उपरोतत सभी
3 .प्रलय की माया के रूप में ककसे धित्रत्रत ककया गया िै ?
(क) बादल को (ख )आशाओं को (ग )शोवषत को (घ)स्वर्ं को

4. सींसार का ह्रदय कैसा िो गया िै ?


(क) सुख के कारण ववशाल (ख) दख
ु के कारण दग्ध
( ग)ईष्र्ाय के कारण संकुधचत (घ ) द्वेष के कारण आह्लाढ़दत
5. बादल को ककसके प्रत क के रूप में प्रस्तुत ककया गया िै ?
(क) ननम्न वगय के (ख)मध्र् वगय के
(ग) क्रांनत वगय के (घ )उच्च वगय के
प्रश्न- 5- ननम्नललखखत गद्याींर् को ध्यानपूिक
श पढ़कर पूछे गए बिुविकल्प य प्रश्नों के ललए सिाशधधक उपयुक्त विकल्प
का िन
ु ाि कीजजए। (1×5=5)
मैं सोचता हूं कक पुराने कक र्ह अधधकार ललप्सा तर्ों नहीं समर् रहते सावधान हो िाती। िरा और मत्ृ र्ु र्ह दोनों ही िगत
के अनत पररधचत और अनत प्रमाखणत सत्र् है । तल
ु सीदास ने अफसोस के साथ इनकी सच्चाई पर मह
ु र लगाई थी ।'धरा को
प्रमाण र्ही तुलसी िो फरा सो झरा िो बरा सो बुताना।।' मैं लशरीष के फूलों को दे खकर र्ह कहता हूं कक तर्ों नहीं फलते ही
समझ लेते बाबा की झड़ना ननजश्चत है । सुनता कौन है ? महाकाल दे वता सपा सप कोडे चला रहे हैं । िीणय और दब
ु ल
य झड़
रहे हैं जिनमें प्राणकण थोड़ा भी उध्वयमुखी है वे ढ़टक िाते हैं। दरु ं त प्राणधारा और सवयव्र्ापक का कालाजग्न संघषय ननरं तर
चल रहा है ।मख
ू य समझते हैं कक िहां बने हैं वहीं दे र तक बने रहे तो शार्द काल दे वता की आंख से बच िाएंगे । भोले हैं वे
ढ़हलते डोलते रहो स्थान बदलते रहो आगे की ओर मंह
ु ककए रहो तो कोड़े की मार से बच भी सकते हो। िमे कक मरे ।
1. ककसके अनुसार नए के आने पर पुराने को जाने का अधधकार िोता िै ?
(क) तुलसीदास (ख)काललदास (ग) लेखक के (घ)वात्स्र्ार्न
2. लेखक के अनुसार जगत के अनत पररधित और अनत प्रमाखर्क सत्य क्या िै ?
(क) सख
ु और दख
ु (ख)अमत
ृ और ववष (ग)प्राचीन और नवीन (घ) िरा और मत्ृ र्ु
3. 'जो फरा सो झरा ,जो बरा सो बुताना' यि पींजक्त ककसने किी थ ?
(क) बाल्मीकक ने (ख) काललदास ने (ग)लेखक ने (घ)तुलसीदास ने
4.गद्याींर् में मिाकाल दे िता द्िारा सपा सब क्या िलाने की बात किी गई िै ?
(क) डंडे (ख )कोड़े (ग )घोड़े (घ )हाथी
5. लर्रीष के फूल को दे खकर लेखक क्या सोिता िै ?
(क)संसार में कोई अमर नहीं है (ख)लशरीष के फूल कोमल होते हैं
(ग)समर् सब कुछ लसखा दे ता है (घ)लशरीष के फूल अमर हैं।
प्रश्न- 6- ननम्नललखखत बिुविकल्प य प्रश्नों को ध्यानपूिक
श पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के विकल्प िुननए।
(1×10=10)
1. यर्ोधर बाबू की सालधगरि के हदन आींख क्यों भर आई थ 'लसल्िर िेडडींग 'किान के आधार पर सिी विकल्प िनु नए-
(क )तर्ोंकक उनके पररवार में उन्हें पाटी के संबंध में कुछ नहीं बतार्ा था
(ख) तर्ोंकक उनके पररवार ने उनसे आत्मीर् व्र्वहार ककर्ा था
(ग) तर्ोंकक उनके बेटे ने उन्हें गाउन दे ते हुए सुबह दध
ू लाने की जिम्मेदारी दे दी
( ग)तर्ोंकक उनके बेटे ने उन्हें र्ह नहीं कहा कक दध
ू में ला ढ़दर्ा करूंगा आप ठं ड में बाहर नहीं िाए
2. यर्ोधर बाबू ऑकफस में हदन भर के र्ुष्ट्क व्यििार का ननराकरर् कैसे करते थे
(क) छुट्टी के समर् चलते-चलते िूननर्रो से कोई मनोरं िन बात करके
(ख)छुट्टी के समर् एक कप चार् पीकर
(ग)ऑकफस की सुस्त घड़ी को सही करके
(घ)ऑकफस के कमयचाररर्ों को चार् वपला कर
3. किान 'लसल्िर िेडडींग 'में ककर्नदा की मत्ृ यु के सींदभश में 'जो िुआ िोगा' से किान कार का क्या तात्पयश रिा िै ?
(क) लेखक मत्ृ र्ु से बहुत दख
ु ी है
(ख) लेखक को मत्ृ र्ु का कारण पता है
(ग)लेखक मत्ृ र्ु के कारण से अपररधचत है
(घ) लेखक को मत्ृ र्ु से कोई अंतर नहीं पड़ता है
4. 'जूझ 'किान में माीं बेटे ने राि ज को ककस बात के ललए सिेत कर हदया था ?
(क)उन दोनों के उनके पास आने की बात दादा को ना बताएं
(ख) दादा को खेतों में काम करने के ललए वववश करें
(ग) दादा का बाहर घूमना बंद कर ढ़दर्ा िाए
(घ)आनंदा को खेतों में काम ना करने ढ़दर्ा िाए
5. 'जूझ 'किान का उद्दे श्य िै -
(क)िीवन में संघषय की महत्ता प्रनतपाढ़दत करना
(ख)िीवन में लशक्षा की महत्ता प्रनतपाढ़दत करना
(ग)ग्रामीण िीवन की कढ़ठनाइर्ों का उल्लेख करना
(घ )िीवन में लशक्षक की भूलमका दशयना
6. मोिरे धातु पत्थर की मूनतशयाीं आहद के लमलने पर क्या सींभि िो पाया िै ?
(क) लसंधु घाटी सभ्र्ता का अध्र्र्न करना (ख)इनतहास की पर्ायप्त िानकारी लमलना
(ग)भववष्र् की अध्र्र्न की पष्ृ ठभूलम तैर्ार करना
(घ)ऐनतहालसक स्थल का ज्ञान होना
7. लसींधु घाटी की सभ्यता दस
ू री सभ्यताओीं से ककस प्रकार लभन्द्न थ ?
(क)र्ह सभ्र्ता पूणत
य : राज्र् पर आधश्रत सभ्र्ता थी ।
(ख )र्ह सभ्र्ता साधन संपन्न सभ्र्ता थी
(ग) इसमें ककसी एक का प्रभुत्व नहीं था
बजल्क एकता व समद्
ृ धध से पररपूणय सभ्र्ता थी
(घ)इसमें ननम्न वगय पर ववशेष ध्र्ान ढ़दर्ा गर्ा ताकक उनका ववकास हो सके
8. लसींधु घाटी की सभ्यता के बारे में पिले क्या भ्रम था?
( क)र्ह अन्न नहीं उपिाते थे उसका आर्ात करते थे
(ख) र्ह साधन ववहीन सभ्र्ता थी
(ग)र्ह दस
ू रों पर ननभयर लोग थे
( घ) र्ह अन्न का ननर्ायत करते थे
9. लेखक ने ककस आधार पर लसींधु घाटी की सभ्यता को जल सींस्कृनत किा िै ?
(क)लसंधु नदी के आधार पर (ख )स्नानागार के आधार पर
(ग)बेिोड़ ननकासी व्र्वस्था के आधार पर (घ)उपरोतत सभी

10. 'अत त के दबे पाींि 'पाि के आधार पर बताइए कक आधनु नक योजनाएीं जो आजकल के र्िरों को व्यिजस्थत करने के
ललए बनाई जात िै िि लसींधु सभ्यता के-
(क) शहरों के बराबर हैं ( ख)लसंधु सभ्र्ता के शहरों के बराबर नहीं है
(ग)लसंधु सभ्र्ता के शहरों से भी उत्कृष्ट है (घ )लसंधु सभ्र्ता के शहरों से ननम्न है
खींड 'ब ' ( िर्शनात्मक प्रश्न)
प्रश्न-7- हदए गए विषयों में से ककस एक विषय पर लगभग 120 र्ब्दों में रिनात्मक लेख ललखखए। (6×1=6)
(क)वक्ष
ृ मनुष्र् के सच्चे ढ़हतैषी हैं।
(ख)स्वच्छता एक अननवार्य कदम।
प्रश्न-8- ननम्नललखखत प्रश्नों में से ककन्द्िी दो प्रश्नों के उत्तर ललखखए। (3×2=6)
1. कहानी को नाटक में ककस प्रकार रूपांतररत ककर्ा िा सकता है ?
2. रे डडर्ो नाटक की प्रमुख ववशेषताओं को स्पष्ट कीजिए?
3. नाटक में अलभनर् और संवाद र्ोिना के महत्व को रे खांककत कीजिए?
प्रश्न-9 ननम्नललखखत प्रश्नों में से ककन्द्िी दो प्रश्नों के उत्तर दीजजए। (4×2=8)
1. ववशेष ररपोटय कैसी होती है र्ह ककतने प्रकार की होती है ?
2. पत्रकाररता में 'बीट 'शब्द का तर्ा अथय है ? बीट ररपोटय र की ररपोटय कब ववश्वसनीर् मानी िाती है ?
3. ननम्नललखखत पर संक्षक्षप्त ढ़टप्पणी ललखखए 1.लेख 2.साक्षात्कार
प्रश्न-10 ननम्नललखखत प्रश्नों में से ककन्द्िी दो प्रश्नों के उत्तर दीजजए। (3×2=6)
1.' कववतावली' के छं दों में अपने र्ुग की आधथयक एवं सामाजिक ववषमता की अलभव्र्जतत है कथन की पुजष्ट कीजिए।
2. 'बादल राग' कववता में ननराला ने शोवषतो की वेदना को स्वर ढ़दर्ा है । ढ़टप्पणी कीजिए।
3. 'कैमरे में बंद अपाढ़हि' सामाजिक संवेदनशीलता का िीता िागता उदाहरण है कैसे ?उदाहरण द्वारा स्पष्ट कीजिए।
प्रश्न-11 ननम्नललखखत प्रश्नों में से ककन्द्िी दो प्रश्नों के उत्तर दीजजए। (2×2=4)
1. 'बात सीधी थी' कववता का प्रनतपाद्र् स्पष्ट कीजिए।
2.' िहां पर दाना रहते हैं वही नादान भी होते हैं 'कवव ने ऐसा तर्ों कहा होगा?
3. 'िन्म से ही वह अपने साथ लाते हैं कपास' कपास के बारे में सोचें कक कपास से बच्चों का तर्ा संबंध बन सकता है ?
प्रश्न-12 ननम्नललखखत प्रश्नों में से ककन्द्िी दो प्रश्नों के उत्तर दीजजए। (3×2=6)
1. हिारी प्रसाद द्वववेदी ने लशरीष के संदभय में महात्मा गांधी का स्मरण तर्ों ककर्ा है ? साम्र् ननरूवपत कीजिए।
2. िानत प्रथा को श्रम ववभािन का ही एक रूप ना मानने के पीछे डॉतटर अंबेडकर के तकों का उल्लेख कीजिए।
3. 'काले मेघा पानी दे ' में लेखक के वैज्ञाननक तकय और उसकी िीिी की पारं पररक तकय की समीक्षा कीजिए ।
प्रश्न-13- ननम्नललखखत प्रश्नों में से ककन्द्िी दो प्रश्नों के उत्तर दीजजए। (2×2=4)
1. ढोल मैं तो िैसे पहलवान की िान बची थी ।पहलवान की ढोलक के पाठ के आधार पर तकय सढ़हत पंजतत को लसद्ध
कीजिए।
2. भजततन का अतीत पररवार और समाि के ककन समस्र्ाओं से िूझते हुए बीता है ? पाठ के आधार पर उत्तर दीजिए ।
3. 'काले मेघा पानी दे ' संस्मरण ववज्ञान के सत्र् पर सहि प्रेम की वविर् का धचत्र प्रस्तुत करता है स्पष्ट कीजिए।

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