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CBSE

अभ्यास प्रश्नपत्र
विषय : व िंदी (कोड-002)
कक्षा : X | सत्र : 2023-24

विर्ाारित समय : 3 घिंटे पू र् ाांक : 80


सामान्य विदेश –
1. इस प्रश्िपत्र में दो खिंड ैं – खिंड ‘अ’ औि ‘ब’। खिंड ‘अ’ में िस्तुपिक/ब ुविकल्पीय औि खिंड ‘ब’ में िस्तुविष्ठ/
िर्ािात्मक प्रश्ि ैं।
2. प्रश्िपत्र के दोिों खिंडों में प्रश्िों की कुल सिंख्या 17 ै औि सभी प्रश्ि अवििाया ैं।
3. खिंड ‘अ’ में कुल 10 प्रश्ि ,ैं वििमें उपप्रश्िों की सिंख्या 44 ै। विदेशािुसाि 40 उपप्रश्िों के उत्ति देिा अवििाया
ै।
4. खिंड ‘ब’ में कुल 7 प्रश्ि ैं। विदेशािुसाि विकल्पों का ध्याि िखते ुए सभी प्रश्िों के उत्ति देिा अवििाया ै।
5. प्रश्िों के उत्ति वलखते समय क्रम सिंख्या अिश्य वलखें। सभी प्रश्िों के उत्ति क्रमािुसाि वलखें।

खिं ड ‘अ’ िस्तुपिक प्रश्ि 40 अिंक

प्रश्ि 1. विम्िवलवखत अपवित गद्ािं श को पढ़कि इस पि आर्ारित प्रश्िों के उत्ति दीविए। (5 X 1=5)
एक इतालिी क ाित ै, "ईश्वि किे वक आपके दुख उतिे ी अल्पायु ि ें, वितिे वक आपके िि िषा के सिंकल्प ोते
ैं।" ि कोई स्िस्थ ि िा चा ता ै, सफल ोिा चा ता ै; लेवकि क्या ि कोई इसकी पात्रता िखता ै? आपको
िीिि में ि ि ीं वमलता, िो आप चा ते ैं; बवल्क ि वमलता ै, विसके आप योग्य ोते ैं या विसके पात्र ोते ैं।
अपिी इच्छा को पात्रता में कै से बदल सकते ैं? इच्छा के साथ िब 'विििंति विदेवशत स्ि-प्रेरित प्रयास' िुड़ िाता ै,
तब ि पात्रता बि िाती ै।
थॉमस एडीसि िे क ा ै, "प्रवतभािाि ोिे में 1 प्रवतशत प्रेिर्ा औि 99 प्रवतशत प्रयास ोता ै।" मेिे एक वमत्र िे एक
बाि वटप्पर्ी की थी, "यवद मैं उतिा समझदाि ि ीं ूँ, वितिे वक अन्य लोग ैं तो मैं इसमें कुछ ि ीं कि सकता। य तो
ईश्वि की गलती ै। मैं यवद भाििात्मक रूप से उतिा दृढ़ ि ीं ूँ तो भी मैं क्या कि सकता ूँ? य तो मेिे लालि-पालि
में ईु गलती ै लेवकि यवद मैं अन्य लोगों से ज़्यादा प्रयास ि ीं किता ूँ तो इसमें कोई ब ािा ि ीं चलेगा क्योंवक य
तो मेिी ी गलती ै।"
िि िषा में वलए गए सिंकल्प कभी फ़िििी का मुूँ भी ि ीं देख पाते । सफलता के ि स्यों में से एक ि स्य ै वक म
'सेल्फ़ स्टाटा ि' बिें, ि वक 'वकक स्टाटा ि।' के िल स्ि-प्रेिर्ा ी उस प्रेिर्ा को बिाए िखती ै। पीटि ड्रकि का क िा ै ,
"इससे अवर्क वििथाक कुछ औि ि ीं ै वक उस काया को बड़ी कुशलतापूिाक वकया िाए, विसे वकया ी ि ीं िािा
चाव ए था।"
स्रोत (सिंपावदत) - अप्रेवषत पत्र, टी.टी ििंगिािि, अिुिादक- अचलेश चिंद्र शमाा, प.ृ सिं.- 170-171
1 वकसके अभाि में िए साल के सिंकल्प अल्पायु ि िाते ?ैं 1
(a) पारििारिक स योग के
(b) आवथाक सिंपन्िता के
(c) सामाविक रुतबे के
(d) दृढ़ इच्छाशवि के

2 'इच्छा के साथ िब 'विििंति विदेवशत स्ि-प्रेरित प्रयास' िुड़ िाता ै, तब ि पात्रता बि िाती ै।' 1
उपयुाि कथि के अिुसाि ‘पात्रता’ के वलए कौि-सी बात आिश्यक ि ीं ?ै
(a) अवभलाषा
(b) दृढ़ विश्चय
(c) सफलता
(d) परिश्रम

3 सफलता प्राप्त कििे ेतु वलए गए सिंकल्प तभी पूिे ोंगे िब ____________________। 1
रिि स्थाि के वलए उवचत विकल्प चुिकि िाक्य पूिा कीविए।
(a) म योग्य बिे ि ेंगे
(b) म दूसिों को प्रेरित किते ि ेंगे
(c) म प्रवतभािाि लोगों के साथ ि ेंगे
(d) म लक्ष्य को लेकि कोवशश किते ि ेंगे

4 कथि (क) : में अपिे लक्ष्य की प्रावप्त ते ु अििित प्रयासित ि िा चाव ए। 1


कथि (ख) : कई बाि उवचत समय की प्रतीक्षा ेतु में स्ियिं को विवरक्रय भी कििा पड़ता ै।
उपयुाि कथिों के आर्ाि पि स ी विकल्प का चयि कीविए।
(a) कथि (क) औि (ख) दोिों स ी ैं।
(b) कथि (क) स ी औि (ख) गलत ै।
(c) कथि (क) गलत औि (ख) स ी ै।
(d) कथि (क) औि (ख) दोिों गलत ैं।
5 उपयुाि गद्ािंश का मुख्य सिंदेश क्या ?ै 1
(a) कुशलतापिू ाक औि सच्ची विष्ठा से काया किें
(b) भाग्यिाद छोड़ें औि कमािाद अपिाएूँ
(c) आत्मविश्वासी औि ईमािदाि बिें
(d) समझदाि औि भािुक बिें

प्रश्ि 2. विम्िवलवखत पद्ािंश को पढ़कि इस पि आर्ारित प्रश्िों के उत्ति दीविए। (5 X1=5)

मर्ुि! बादल, औि बादल, औि बादल आ ि े ैं,


औि सिंदेशा तुम् ािा ब उिा ै, ला ि े ैं।

गिि में पुरुषाथा उिता, बिस में करुर्ा उतिती,


उग उिी िीवतमा क्षर्-क्षर् िया श्रिंगृ ाि किती।
बूूँद-बूूँद मचल उिी ैं, कृषक-बाल लुभा ि े ैं,
िे ! सिंदेशा तुम् ािा ब उिा ै, ला ि े ैं।
तवड़त की त में समाई मूवता दृग झपका उिी ै,
ताि-ताि की र्ाि ते िी, बोल िी के गा उिी ैं।
पिंवथयों से, पिंवछयों से िीड़ के रुख िा ि े ैं,
मर्ुि! बादल, औि बादल, औि बादल आ ि े ैं।
झावड़यों का झूमिा, तस्र-िल्लिी का ल ल ािा,
द्रवित वमलिे के इशािे , सिल छुपिे का ब ािा।
तुम ि ीं आए, ि आिो, छवि तुम् ािी ला ि े ैं,
मर्ुि! बादल, औि बादल, औि बादल छा ि े ैं।

औि सिंदेशा तुम् ािा ब उिा ै, ला ि े ैं।


- माखिलाल चतुिेदी
स्रोत (सिंपावदत) : 'मर्ुि! बादल, औि बादल, औि बादल'- https://hindimatra.com/makhanlal-chaturvedi-
poems-in-hindi/
1 'तुम ि ीं आए, ि आिो, छवि तुम् ािी ला ि े ,ैं 1
मर्ुि! बादल, औि बादल, औि बादल छा ि े ैं।।'
उपयाि
ु पविं ियों में __________ की छवि लािे की बात क ी िा ि ी ै।
(a) आकाश
(b) बारिश
(c) बादल
(d) सिंसाि

2 कथि (A) : गििते ुए बादल वकसािों के वलए बारिश का सिंदेश ला ि े ैं। 1


कािर् (R) : अत्यवर्क बारिश कृवष उत्पादों के वलए अिुकूल परििेश का विमाार् किती ै।

उपयुाि कथि औि कािर् के आर्ाि पि स ी विकल्प प चाविए।


(a) कथि (A) गलत औि कािर् (R) स ी ै।
(b) कथि (A) औि कािर् (R) दोिों गलत ैं।
(c) कथि (A) स ी ै औि कािर् (R) उसकी स ी व्याख्या ै।
(d) कथि (A) स ी ै औि कािर् (R) उसकी गलत व्याख्या ै।

3 'तवड़त की त में समाई मूवता दृग झपका उिी ै, 1


ताि-ताि की र्ाि ते िी, बोल िी के गा उिी ैं।'

उपयुाि पिंवियों में मेघ वकसकी ओट में अपिी आूँखें झपका ि ा ै?


(a) झमू ती ुई झावड़यों की
(b) वबिली की पितों की
(c) िीले आसमाि की
(d) पािी की बूूँदों की

4 उपयुाि कविता का मुख्य विषय _______________ का मो क िर्ाि कििा ै। 1


(a) आसमाि की काली घटाओ िं
(b) बादल औि वबिली के वमलि
(c) िे -भिे पेड़-पौर्ों की सुिंदिता
(d) बादलों के आगमि से प्रकृवत के उत्सा

5 गिि में पुरुषाथा उिता, बिस में करुर्ा उतिती, 1


उग उिी िीवतमा क्षर्-क्षर् िया श्रिंगृ ाि किती।
िे खािंवकत शब्दों के आर्ाि पि उपयुाि पिंवियों में __________ अलिंकाि ै।
(a) श्ले ष
(b) उपमा
(c) अिुप्रास
(d) माििीकिर्

प्रश्ि 3. ‘िचिा के आर्ाि पि िाक्य भेद’ पि आर्ारित विम्िवलवखत पाूँच प्रश्नों में से वकन् ीं चाि प्रश्िों के उत्ति
दीविए। (4 X1=4)

1 (क) भाितीय िौसेिा को विध्ििंसक पोत वमलिे िाला ै। 1


(ख) गोवििंद भोग के अलािा चािल की एक औि दुलाभ वकस्म ै।
(ग) यवद आप लेखक बििा चा ते ैं तो अपिे लेख इस पते पि भेिें।

उपयाि
ु कथिों के आर्ाि पि सिल िाक्य िाला विकल्प चुविए।
(a) के िल (ग)
(b) के िल (ख)
(c) के िल (क) औि (ख)
(d) के िल (ख) औि (ग)

2 स्तिंभ (I) औि (II) के स ी वमलाि िाला विकल्प प चाविए। 1


स्तिं भ (I) स्तिं भ (II)
(क) सिल िाक्य (i) मैंिे अभ्यास वकया इसवलए सफलता वमली।
(ख) सयिं ि ु िाक्य (ii) यवद िाूँच की ोती तो खिाब सामाि ि आता।
(ग) वमश्र िाक्य (iii) वशक्षािाि मेिे वलए मजेदाि अिुभि ि ा।

(a) (क)-(i), (ख)-(ii), (ग)-(iii)


(b) (क)-(ii), (ख)-(i), (ग)-(iii)
(c) (क)-(iii), (ख)-(i), (ग)-(ii)
(d) (क)-(iii), (ख)-(ii), (ग)-(i)

3 कथि (क) : य इकाई कविताएूँ गुिगुिािे के बािे में ै। 1


कथि (ख) : य इकाई इस बािे में ै वक कविताओ िं को कै से गुिगुिाया िाए।
उपयुाि कथिों के आर्ाि पि स ी विकल्प चुविए।
(a) कथि (क) उपिाक्य औि कथि (ख) वमश्र िाक्य ै।
(b) कथि (क) सिल औि कथि (ख) सिंयुि िाक्य ै।
(c) कथि (क) सिंयुि औि कथि (ख) वमश्र िाक्य ै।
(d) कथि (क) सिल औि कथि (ख) वमश्र िाक्य ै।

4 (क) पेड़ पि वचवड़या बैिी ै __________ ि कुछ गा ि ी ै। (सिंयुि िाक्य) 1


(ख) __________ ी वचवड़या पेड़ पि बैिी __________ ी गािे लगी। (वमश्र िाक्य)

कोष्ठक में वदए गए विदेशािुसाि िाक्यों को पूिा कििे के वलए स ी विकल्प चुविए।
(a) (क) औि, (ख) ज्यों, त्यों
(b) (क) तावक, (ख) िैसे, तै से
(c) (क) इसवलए, (ख) िो, िो
(d) (क) वक, (ख) ि ाूँ, ि ाूँ
5 मुझे प्रथम आिा था __________ ि ीं आ सकी। 1

उपयाि
ु िाक्य को सयिं ि
ु िाक्य बिािे के वलए उवचत सयिं ोिक चुविए।
(a) एििं
(b) ििि
(c) बवल्क
(d) लेवकि

प्रश्ि 4. ‘िाच्य’ पि आर्ारित विम्िवलवखत पाूँच प्रश्नों में से वकन् ीं चाि प्रश्िों के उत्ति दीविए।
(4 X 1=4)
1 (क) इस कड़कती र्ूप में मजदूि द्वािा भोिि भी ि ीं वकया िाता। 1
(ख) इस कड़कती र्ूप में अब औि ि ीं चला िाता।
कथि (क) कमािाच्य ै क्योंवक इसमें __________ ै औि कथि (ख) भाििाच्य ै क्योंवक इसमें
__________ ै।
(a) कमा की प्रर्ािता, कताा अिुपवस्थत
(b) कताा अिुपवस्थत, कताा उपवस्थत
(c) कमा अिपु वस्थत, कताा उपवस्थत
(d) कताा उपवस्थत, कमा प्रर्ाि
2 विम्िवलवखत में से कौि-सा विकल्प कता िृ ाच्य की प चाि ि ीं ?ै 1
(a) कताा के साथ 'िे' पिसगा का प्रयोग वकया िाता ै।
(b) सकमाक औि अकमाक दोिों वक्रयाएूँ ो सकती ैं।
(c) कताा के वलिंग औि िचि के अिुसाि वक्रया ोती ै।
(d) कताा के साथ 'से', 'के द्वािा' पिसगों का प्रयोग ोता ै।

3 (क) दादा िी अखबाि पढ़ ि े ैं। 1


(ख) दादा िी से अखबाि पढ़ा िा ि ा ै।

उपयुाि िाक्यों के आर्ाि पि स ी विकल्प प चाविए।


(a) (क) कमािाच्य का उदा िर् ै।
(ख) उसका कता िृ ाच्य में रूपािंतिर् ै।
(b) (क) कता िृ ाच्य का उदा िर् ै।
(ख) उसका कमािाच्य में रूपािंतिर् ै।
(c) (क) कता िृ ाच्य का उदा िर् ै।
(ख) उसका भाििाच्य में रूपािंतिर् ै।
(d) (क) कमािाच्य का उदा िर् ै।
(ख) उसका भाििाच्य में रूपािंतिर् ै।

4 (क) माूँ वशमला गई ैं। 1


(ख) माूँ द्वािा वशमला िाया िा ि ा ै।

उपयुाि िाक्यों के वलए स ी िाच्य भेद िाला विकल्प चुविए।


(a) (क) कता िृ ाच्य, (ख) कमािाच्य
(b) (क) कता िृ ाच्य, (ख) भाििाच्य
(c) (क) कमािाच्य, (ख) कता िृ ाच्य
(d) (क) कमािाच्य, (ख) भाििाच्य

5 'उससे तै िा ि ीं िाएगा।' य भाििाच्य का उदा िर् ै। 1


कािर्
(क) वक्रया का भाि प्रर्ाि ै तथा अकमाक वक्रया ै।
(ख) वक्रया पुवल्लिंग, एकिचि औि अन्य पुरुष में दी गई ै।
(ग) भाििाच्य वक्रया का िचिा सूत्र- अकमाक + आ + आिा वदया गया ै।
उपयाि
ु िाक्य के वलए सबसे उवचत कािर् िाला विकल्प चुविए।
(a) के िल (क) औि (ख) स ी ै।
(b) के िल (क) औि (ग) स ी ै।
(c) के िल (ख) औि (ग) स ी ै।
(d) के िल (ग) स ी ै।

प्रश्ि 5. ‘पद परिचय’ पि आर्ारित विम्िवलवखत पाूँच प्रश्नों में से वकन् ीं चाि प्रश्िों के उत्ति दीविए।
(4 X1=4)
1 िाके श झटपट य काया कि लेगा। 1
िीवतिाचक वक्रयाविशेषर्, 'कि लेगा' वक्रया की विशेषता बतािे िाला

उपयुाि पद परिचय िाक्य के वकस पद के वलए ?ै


(a) िाके श
(b) झटपट
(c) य काया
(d) कि लेगा

2 म क िल्दी घि प ुूँच गई। 1

िाक्य में िे खािंवकत पद का परिचय प चाविए।


(a) अकमाक वक्रया, पुवल्लिंग, ब ुिचि, भूतकाल
(b) अकमाक वक्रया, स्त्रीवलगिं , एकिचि, भतू काल
(c) सकमाक वक्रया, पुवल्लिंग, एकिचि, िता माि काल
(d) सकमाक वक्रया, स्त्रीवलिंग, एकिचि, िता माि काल

3 अवमत के वलए थोड़ी वमिाई लेकि आइए। 1


िे खािंवकत पद के परिचय को पूिा कििे के वलए उवचत विकल्प चुविए।

__________ विशेषर्, '__________' विशेरय का विशेषर्, __________, ब ुिचि।


(a) अविवश्चत परिमार्िाचक, वमिाई, स्त्रीवलिंग
(b) विवश्चत परिमार्िाचक, वमिाई, स्त्रीवलगिं
(c) सािािावमक, वमिाई, पुवल्लिंग
(d) गुर्िाचक, वमिाई, पुवल्लिंग
4 िेतािी िे आप लोगों को बुलाया ै। 1
उपयुाि िाक्य में िे खािंवकत पद का स ी परिचय प चाविए।
(a) मध्यम पुरुषिाचक सिािाम, पुवल्लिंग, ब ुिचि, कमा कािक
(b) विििाचक सिािाम, पवु ल्लगिं , एकिचि, सबिं र्िं कािक
(c) सिंबिंर्िाचक सिािाम, पुवल्लिंग, ब ुिचि, कमा कािक
(d) सिंबिंर्िाचक सिािाम, पुवल्लिंग, एकिचि, कताा कािक

5 अिमोल (अवििाश से) : ब्रिेश कै सा लड़का ?ै 1


अवििाश (अिमिे ढिंग से) : ि लड़का __________ बातें बिाता ै।
विम्िवलवखत पद परिचय के आर्ाि पि रिि स्थाि के वलए उवचत पद चुविए।

अविवश्चत सिंख्यािाचक विशेषर्, 'बातें ' विशेषर् का विशेरय, ब ुिचि


(a) बेवसि पैि की
(b) अटपटी
(c) विवचत्र
(d) ब तु

प्रश्ि 6. ‘अलक
िं ाि’ पि आर्ारित विम्िवलवखत पाूँच प्रश्नों में से वकन् ीं चाि प्रश्िों के उत्ति दीविए।
(4 X1=4)
1 कथि (A) : वप्रयतम बतला दो लाल मेिा क ाूँ ?ै 1
कािर् (R) : लाल के दो अथा ोिे के कािर् इस पिंवि में श्ले ष अलिंकाि ै।

(a) कथि (A) गलत ै वकिंतु कािर् (R) स ी ।ै


(b) कथि (A) स ी ै वकिंतु कािर् (R) गलत ।ै
(c) कथि (A) औि कािर् (R) दोिों गलत ैं।
(d) कथि (A) औि कािर् (R) दोिों स ी ैं।

2 स्तिंभ (I) औि स्तिंभ (II) के स ी वमलाि िाला विकल्प चुविए। 1


स्तिं भ (I) स्तिं भ (II)
(क) कढ़त साथ ी म्याि तें , अवस रिपु ति ते प्राि। (i) माििीकिर् अलक िं ाि
(ख) गुलाब वखलकि बोला- मैं आग का गोला ि ीं, प्रीत की कविता ।ूँ (ii) श्ले ष अलिंकाि
(ग) मर्ुबि की छाती को देखो, सूखी इसकी वकतिी कवलयाूँ। (iii) अवतशयोवि अलिंकाि
(a) (क)-(ii), (ख)-(i), (ग)-(iii)
(b) (क)-(i), (ख)-(iii), (ग)-(ii)
(c) (क)-(iii), (ख)-(ii), (ग)-(i)
(d) (क)-(iii), (ख)-(i), (ग)-(ii)

3 पड़ी अचािक िदी अपाि, घोड़ा कै से उतिे पाि। 1


िार्ा िे सोचा इस पाि, तब तक चे तक था उस पाि।।

उपयुाि पिंवियों में __________ अलिंकाि ै।


(a) श्ले ष
(b) उत्प्रेक्षा
(c) माििीकिर्
(d) अवतशयोवि

4 विम्िवलवखत में से स ी कथि प चाविए। 1


(a) उपमेय से उपमाि की तुलिा ोिे पि उत्प्रेक्षा अलक
िं ाि ोता ै।
(b) पिंवि में वकसी बात को घुमा-वफिाकि क िे पि अवतशयोवि अलिंकाि ोता ै।
(c) एक शब्द के अवर्क बाि प्रयोग ोिे पि उिके अथा भी वभन्ि ोिे से श्ले ष अलिंकाि ोता ै।
(d) िड़ पदाथों पि माििीय वक्रयाएूँ कििे का आिोप लगािे पि माििीकिर् अलक िं ाि ोता ।ै
5 (क) फूले कास सकल मव छाई। ििु िसा रितु प्रकट बुढ़ाई।। 1
(ख) मािो माई घि घि अिंति दावमिी।
(ग) उषा सुि िे तीि बिसाती, िय लक्ष्मी-सी उवदत ुई।

उपयुाि पिंवियों में प्रयुि अलिंकािों को प चािकि उवचत विकल्प चुविए।


(a) (क) औि (ख) में श्ले ष औि (ग) में अवतशयोवि अलिंकाि ै।
(b) (क) औि (ख) में उत्प्रेक्षा औि (ग) में माििीकिर् अलक िं ाि ै।
(c) (क) में श्ले ष, (ख) में उत्प्रेक्षा औि (ग) में अवतशयोवि अलिंकाि ै।
(d) (क) में माििीकिर्, (ख) में श्ले ष औि (ग) में उत्पेक्षा अलिंकाि ै।

प्रश्ि 7. विम्िवलवखत पवित गद्ाश


िं को पढ़कि इस पि आर्ारित प्रश्िों के उत्ति दीविए।
(5 X 1=5)
ालदाि सा ब की आदत पड़ गई, ि बाि कस्बे से गुजिते समय चौिा े पि रुकिा, पाि खािा औि मूवता को
ध्याि से देखिा। एक बाि िब कौतू ल ददु ामिीय ो उिा तो पाििाले से पछ
ू वलया, क्यों भई! क्या बात ै?
य तुम् ािे िेतािी का चश्मा ि बाि बदल कै से िाता ै? पाििाले के खुद के मुूँ में पाि िुूँसा ुआ था। ि
एक काला मोटा औि खश ु वमजाज आदमी था। ालदाि सा ब का प्रश्ि सिु कि ि आूँखों- ी-आूँखों में
ूँसा। उसकी तोंद वथिकी। पीछे घूमकि उसिे दुकाि के िीचे पाि थूका औि अपिी लाल काली बत्तीसी
वदखाकि बोला, कै प्टि चश्मेिाला किता ै।
क्या किता ै? ालदाि सा ब कुछ समझ ि ीं पाए।
चश्मा चें ि किता ै। पाििाले िे समझाया।

1 ालदाि सा ब िे चौिा े पि रुकिे की आदत क्यों डाली? 1


(a) उन् ें पाििाले के पाि आकवषात किते थे।
(b) उन् ें पाििाले से बातें कििा अच्छा लगता था।
(c) उन् ें चश्मे के बदलते फ्रेम देखिे में आििंद आता था।
(d) उन् ें चश्मे के फ्रेम बदलिे का कािर् िाििे की विज्ञासा थी।

2 गद्ािंश में ालदाि सा ब के वलए 'दुदामिीय' शब्द का प्रयोग वकया गया ै क्योंवक _______________। 1
(a) उिकी उत्सुकता बढ़ गई थी
(b) िे स्ियिं पि वियिंत्रर् कि ि े थे
(c) िे पाििाले से प्रश्ि कििे में व चवकचा ि े थे
(d) उिके वलए विज्ञासा पि वियत्रिं र् कििा कविि ो गया था

3 गद्ािंश में पाििाले के __________ औि __________ का सिीि िर्ाि वकया गया ै। 1


(a) शािीरिक गिि, भाि-भिंवगमाओ िं
(b) भाििात्मक विचाि, सदाचाि
(c) माििीय विचािों, विपुर्ता
(d) दैविक अिुभि, स्फूवता

4 ालदाि सा ब को पाििाले की बात समझ में ि ीं आ ि ी थी क्योंवक ____________________। 1


(a) उन् ें पाििाले की बात पि अविश्वास था
(b) पाििाला आर्ा-अर्िू ा उत्ति दे ि ा था
(c) पाििाले के मुूँ में पाि िुूँसा ुआ था
(d) उिके स्िभाि में थोड़ी िासमझी थी

5 कथि (क) : कै प्टि द्वािा िेतािी का चश्मा बदलिा पाििाले के वलए ास्य का विषय था। 1
कथि (ख) : चश्मेिाले द्वािा िेतािी को चश्मा प िािा देशभिों के प्रवत सम्माि था।
कथि (ग) : ालदाि सा ब के वलए चश्मे का बदलिा व्यिंग्य का विषय था।
उपयुाि कथिों के वलए स ी विकल्प का चयि कीविए।
(a) कथि (क) स ी वकिंतु (ख) औि (ग) गलत ।ैं
(b) कथि (क) गलत वकिंतु (ख) औि (ग) स ी ैं।
(c) कथि (क), (ख) स ी ैं वकिंतु (ग) गलत ै।
(d) कथि (क), (ख) औि (ग) तीिों स ी ैं।

प्रश्ि 8. गद् पािों पि आर्ारित विम्िवलवखत प्रश्िों के उत्ति दीविए। (2 X1=2)

1 'सीट के िीचे से लोटा उिाकि खीिों को वखड़की से बा ि र्ोया औि तौवलए से पोंछ वलया। िेब से चाकू 1
विकाला। दोिों खीिों के वसि काटे औि उन् ें गोदकि झाग विकाला। वफि खीिों को ब ुत ए वतयात से
छीलकि फाूँकों को किीिे से तौवलए पि सिाते गए।'

उपयुाि वक्रयाकलापों से ििाब सा ब क्या सिंप्रेवषत कििा चा ते थे?


(a) अिुशावसत िीिि
(b) सादगी से भिा िीिि
(c) खािदािी िईसों का ढिंग
(d) ट्रेि में खीिे खािे का तिीका

2 कथि (क) : सभ्यता सार्ि ै िबवक सिंस्कृवत साध्य ै। 1


कथि (ख) : सभ्यता बताती ै वक ' मािे पास क्या !ै ' औि सिंस्कृवत बताती ै वक ' म क्या ैं!'
'सिंस्कृवत' पाि के आर्ाि पि उपयुाि कथिों के वलए स ी विकल्प चुविए।
(a) कथि (क) औि कथि (ख) दोिों गलत ैं।
(b) कथि (क) गलत ै वकिंतु कथि (ख) स ी ै।
(c) कथि (क) स ी ै औि कथि (ख) उसकी स ी व्याख्या ै।
(d) कथि (क) स ी ै वकिंतु कथि (ख) उसकी गलत व्याख्या ै।

प्रश्ि 9. विम्िवलवखत पवित काव्यािंश को पढ़कि इस पि आर्ारित प्रश्िों के उत्ति दीविए।


(5 X 1=5)
लखि क ा वस मिे िािा। सिु ु देि सब र्िषु समािा।।
का छवत लाभु िूि र्िु तोिें । देखा िाम ियि के भोिें ।।
छुअत टूट िघुपवत ु ि दोसू। मुवि वबिु काि करिअ कत िोसू।।
बोले वचतै पिसु की ओिा। िे सि सिु ेव सभु ाउ ि मोिा।।
बालकु बोवल बर्ौं िव तो ी। के िल मवु ि िड़ िािव मो ी।।
बाल ब्रह्मचािी अवत को ी। वबस्िवबवदत क्षवत्रयकुल द्रो ी।।
भिु बल भूवम भूप वबिु कीन् ी। वबपुल बाि मव देिन् दीन् ी।।
स सबा भु िु छे दवि ािा। पिसु वबलोकु म ीपकुमािा।।
1 सािा सिंसाि म ाबा ु पिशुिाम को ____________________ के रूप में िािता ै। 1
(a) ऋवष भगृ ु के वशरय
(b) क्षवत्रयों को बचािे िाले
(c) ऋवष विश्वावमत्र के भि
(d) क्षवत्रयों का सिं ाि कििे िाले

2 पिशुिाम क्रोवर्त ोिे पि भी __________ की िि से लक्ष्मर् पि आक्रमर् ि ीं कि ि े थे। 1


(a) श्रीिाम
(b) गुरु विश्वावमत्र
(c) लक्ष्मर् के क्रोवर्त ोिे
(d) लक्ष्मर् को बालक समझिे

3 कथि (क) : पिशुिाम िे स स्रबा ु को छोड़कि सभी िािाओ िं का फिसे से िर् कि डाला था। 1
कथि (ख) : पिशुिाम िे पथ्ृ िी को िािाओ िं से िव त कि वदया था।

वदए गए कथिों के वलए स ी विकल्प प चाविए।


(a) कथि (क) स ी ै औि कथि (ख) उसका गलत कािर् ै।
(b) कथि (क) स ी ै औि कथि (ख) उसका स ी कािर् ै।
(c) कथि (क) गलत औि कथि (ख) स ी ै।
(d) कथि (क) औि कथि (ख) दोिों स ी ैं।

4 लक्ष्मर् के अिुसाि र्िुष तोड़िे में िाम का कोई दोष ि ीं था क्योंवक ____________________। 1
(a) र्िुष को चलािे पि ि खुद से टूट गया था
(b) र्िुष तोड़िे के वलए क ा गया था
(c) र्िुष ाथ लगाते ी टूट गया था
(d) र्िषु ब तु पिु ािा ो गया था

5 पिशुिाम बाि-बाि लक्ष्मर् को फिसा क्यों वदखा ि े थे? 1


(a) दिबाि के दूसिे लोगों को चे ताििी देिे के वलए
(b) अपिा क्रोर्ी इवत ास बतािे के वलए
(c) दिबारियों को ि ाूँ से भगािे के वलए
(d) लक्ष्मर् को डिािे के वलए
प्रश्ि 10. पद् पािों पि आर्ारित विम्िवलवखत प्रश्िों के उत्ति दीविए। (2 X1=2)

1 ''य विडिंबिा! अिी सिलते ते िी ूँसी उड़ाऊूँ मैं। 1


भूलें अपिी या प्रििंचिा औिों को वदखलाऊूँ मैं।''

कथि (क) : कवि लोगों द्वािा िगे गए ैं।


कथि (ख) : कवि स्ियिं को ूँसी का पात्र मािते ैं।
कथि (ग) : 'अिी सिलते ' कवि के स्िभाि के वलए प्रयोग वकया गया ै।

‘आत्मकथ्य’ कविता की पविं ियों के आर्ाि पि कौि-सा/से कथि स ी /ै ?ैं


(a) के िल कथि (क) स ी ै।
(b) के िल कथि (ख) स ी ै।
(c) के िल कथि (क) औि (ग) स ी ै।
(d) के िल कथि (ख) औि (ग) स ी ै।
2 "या अपिे ी सिगम को लाूँघकि, 1
चला िाता ै भटकता ुआ एक अि द िाद में।"

गायि की असीम दवु िया में भटकिे की सिंभाििाएूँ __________ के साथ ोती ैं।
(a) सिंगतकाि
(b) िाग-िावगिी
(c) मुख्य गायक
(d) स्ििों के समू

खिं ड ‘ब’ िर्ा ि ात्मक प्रश्ि 40 अिंक

प्रश्ि 11. गद् पािों के आर्ाि पि विम्िवलवखत में से वकन् ीं तीि प्रश्िों के उत्ति 25-30 शब्दों में वलवखए।
(3 X2=6)

1 वकन् ीं दो उदा िर्ों द्वािा स्पष्ट कीविए वक बालगोवबि भगत कबीिपिंथी थे। 2

2 'र्िती से कुछ ज़्यादा ी र्ैया औि स िशवि थी शायद उिमें।' 2


'एक क ािी य भी' में लेवखका िे अपिी माूँ की तुलिा र्िती से किते ुए उन् ें अवत स िशील बताया ै।
अपिे विकट के वकस व्यवि को आप य स्थाि देिा चा ेंगे? कोई दो कािर् वलवखए।
3 लेखक के अिसु ाि सस्िं कृवत क्या ?ै सस्िं कृवत की परिभाषा के आर्ाि पि सास्िं कृवतक वििासत वकसे क ा 2
िा सकता ?ै

4 'व िि अपिी ी म क से पिे शाि पूिे ििंगल में उस ििदाि को खोिता ै विसकी गमक उसी में समाई ै।' 2
लेखक िे वबवस्मल्ला खाूँ के वलए उपयुाि सिंदभा का प्रयोग क्यों वकया ै? 'िौबतखािे में इबादत' पाि के
आर्ाि पि स्पष्ट कीविए।

प्रश्ि 12. पद् पािों के आर्ाि पि विम्िवलवखत में से वकन् ीं तीि प्रश्िों के उत्ति 25-30 शब्दों में वलवखए।
(3 X2=6)

1 ' रि ैं िाििीवत पवढ़ आए। 2


समुझी बात क त मर्ुकि के , समाचाि सब पाए।'
कृरर् वकस प्रकाि की िाििीवत कि ि े ैं? गोवपयाूँ श्रीकृरर् से क्यों िािाज ?ैं

2 'मुख्य गायक के चट्टाि िैसे भािी स्िि का साथ देती 2


ि आिाज सुिंदि कमजोि औि काूँपती ुई थी'
उपयुाि पिंवियों के आर्ाि पि मुख्य गायक औि सिंगतकाि की एक-एक विशेषता वलवखए।

3 'य दिंतुरित मुसकाि' कविता में अपरिवचत कवि िे िििात वशशु के मौि से भी ब ुत-सी बातें की ैं। 2
िता माि सिंदभा में क्या कोई अपरिवचत व्यवि वशशु के इतिा समीप िाकि उसकी मो कता का िर्ाि कि
सकता ?ै ' ाूँ' या 'िा' का कािर् समझाते ुए वलवखए।

4 'अट ि ीं ि ी ै' कविता में कवि वकसके सौंदया पि मोव त ?ै कािर् सव त वलवखए। 2

प्रश्ि 13. पू िक पाि्यपस्ु तक के पािों के आर्ाि पि विम्िवलवखत में से वकन् ीं दो प्रश्िों के उत्ति 50-60 शब्दों
में वलवखए। (2 X4=8)

1 'पाूँच सौ बाि कागज के छोटे -छोटे टुकड़ों पि िाम िाम वलखकि आटे की गोवलयों में लपेटते औि उि 4
गोवलयों को लेकि गिंगा िी की ओि चल पड़ते । उस समय भी म उिके किंर्े पि वििािमाि ि ते थे।...एक-
एक आटे की गोवलयाूँ फें ककि मछवलयों को वखलािे लगते ...।'
इि पिंवियों के आर्ाि पि भोलािाथ के वपता की चाि चारिवत्रक विशेषताएूँ वलवखए।
2 स्तिं भ (I) - पाि के िाक्य स्तिं भ (II) - मू ल विचाि 4
(क) आसमाि उलटा पड़ा था औि सािे तािे वबखिकि (i) अिंर्विश्वास, पाप-पुण्य औि कल्पिाएूँ
िीचे वटमवटमा ि े थे।
(ख) विज्ञाि की प्रगवत के बाद भी देश की आत्मा एक (ii) बादलों की मोटी चादि से बादलमय
िैसी ी ै। आकाश का िजािा
(ग) सब छू-मिंति...िैसे िादू की छड़ी घुमाई गई ो। (iii) आश्चयाििक कल्पिा की पिाकाष्ठा
'सािा-सािा ाथ िोवड़' पाि के आर्ाि पि स्तिंभ (I) का स्तिंभ (II) से स ी वमलाि कीविए औि प्रत्येक
वमलाि के वलए एक-एक िाक्य वलवखए।

3 'सभी लेखक कृवतकाि ि ीं ोते औि उिकी सभी िचिाएूँ 'कृवत' ि ीं ोती।' 4


'मैं क्यों वलखता ूँ' पाि के आर्ाि पि लेखक के दृवष्टकोर् से 'कृवत' का अथा स्पष्ट किते ुए सिंपादक,
प्रकाशक औि आवथाक आिश्यकताओ िं की पूवता ेतु वलखिे िाले लेखकों के बािे में बताइए।

प्रश्ि 14. विम्िवलवखत में से वकसी एक विषय पि वदए गए सिं केत वबिंदओ
ु िं के आर्ाि पि लगभग 120 शब्दों में
सािगवभात अिुच्छेद वलवखए। (1 X 6=6)

(क) मजदिू ों की समस्याएूँ 6


- उवचत मजदिू ी का ि ीं वमलिा
- कायास्थल तथा आिास स्थल पि सुविर्ाओ िं का अभाि
- दक्षता के अिक ु ू ल काया का ि ीं वमलिा
- सिंघषापूर्ा िीिि

(ख) मिपसिंद वफ़ल्म की समीक्षा 6


- प्रवसद्ध वसिेमा ॉल में वसिेमा देखिे िािा
- घि आकि उत्सा पूिाक वफ़ल्म के बािे में सब कुछ बतािा
- स्ितिंत्रता से अपिे विचाि व्यि कििा
- पात्र, अवभिय, कलाकाि, पटकथा, सिंगीत आवद सभी पि वटप्पवर्याूँ कििा

(ग) अके ला चिा भाड़ ि ीं फोड़ सकता


- अके ले व्यवि द्वािा बड़ा काया कििे में असक्षमता
- समाि विचाि/र्ािर्ा िाले व्यवियों को एकिुट कििा 6
- एकता से अविात उपलवब्र् के उदा िर्
- बड़े स्ति का बदलाि लािा
प्रश्ि 15. विम्िवलवखत में से वकसी एक विषय पि लगभग 100 शब्दों मे पत्र वलवखए। (1 X 5=5)

1 अपिे िाज्य के ग्रामीर् इलाकों में पुस्तकालय स्थावपत कििे ेतु मुख्य सवचि को पत्र वलवखए। 5
अथिा
2 छोटे -मोटे िोगों के वलए िािा िी द्वािा बताए गए प्राथवमक उपचाि औि घिे लू िुस्खों को वलखकि आपिे 5
अपिी एक छोटी-सी पुवस्तका बिाई ै। इसमें से प्रवत सप्ता एक िुस्खे को 'िािा िी का खजािा' शीषाक से
समाचाि पत्र में प्रकावशत वकया िािे लगा ै। इस बािे में बताते ुए िािा िी को पत्र वलवखए।

प्रश्ि 16. विम्िवलवखत में से वकसी एक विषय का चयि किके वलवखए। (1 X5=5)

1 प्राथवमक कक्षाओ िं के वलए िर्ामाला से सिंबिंवर्त गवतविवर्यों औि चाटा आवद बिािे में आप प्राििंभ से ी 5
विपुर् ैं। वकसी प्रकाशक को अपिी प्रवतभा से अिगत कििािे औि ग्रावफ़क वडजाइिि के पद के वलए
आिेदि कििे ेतु एक सिंवक्षप्त स्िित्तृ (बायोडाटा) लगभग 80 शब्दों में वलवखए।
अथिा
2 विद्ालय में आप प ली बाि 'अिंतििाज्यीय व िंदी वदिस प्रवतयोवगता' का आयोिि कििा चा ते ैं। इस 5
सिंबिंर् में लगभग 80 शब्दों में प्रर्ािाचायाा को ई-मेल वलवखए।

प्रश्ि 17. विम्िवलवखत में से वकसी एक विषय का चयि किके वलवखए। (1 X 4=4)
1 आपके वमत्र िे बच्चों ि वकशोिों के वलए मिोििंिक ि ज्ञाििर्ाक पुस्तकों की दुकाि शुरू की ै। इसके 4
प्रचाि-प्रसाि ेतु 40 शब्दों में विज्ञापि तै याि कीविए।
अथिा
2 वशक्षा के क्षेत्र में उल्लेखिीय काया कििे के कािर् आपके वशक्षक को 'िारट्रीय वशक्षक पुिस्काि' से 4
सम्मावित वकया गया ै। अपिे वशक्षक को बर्ाई देते ुए लगभग 40 शब्दों में बर्ाई सिंदेश वलवखए।

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