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HindiA PQ
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अभ्यास प्रश्नपत्र
विषय : व िंदी (कोड-002)
कक्षा : X | सत्र : 2023-24
प्रश्ि 1. विम्िवलवखत अपवित गद्ािं श को पढ़कि इस पि आर्ारित प्रश्िों के उत्ति दीविए। (5 X 1=5)
एक इतालिी क ाित ै, "ईश्वि किे वक आपके दुख उतिे ी अल्पायु ि ें, वितिे वक आपके िि िषा के सिंकल्प ोते
ैं।" ि कोई स्िस्थ ि िा चा ता ै, सफल ोिा चा ता ै; लेवकि क्या ि कोई इसकी पात्रता िखता ै? आपको
िीिि में ि ि ीं वमलता, िो आप चा ते ैं; बवल्क ि वमलता ै, विसके आप योग्य ोते ैं या विसके पात्र ोते ैं।
अपिी इच्छा को पात्रता में कै से बदल सकते ैं? इच्छा के साथ िब 'विििंति विदेवशत स्ि-प्रेरित प्रयास' िुड़ िाता ै,
तब ि पात्रता बि िाती ै।
थॉमस एडीसि िे क ा ै, "प्रवतभािाि ोिे में 1 प्रवतशत प्रेिर्ा औि 99 प्रवतशत प्रयास ोता ै।" मेिे एक वमत्र िे एक
बाि वटप्पर्ी की थी, "यवद मैं उतिा समझदाि ि ीं ूँ, वितिे वक अन्य लोग ैं तो मैं इसमें कुछ ि ीं कि सकता। य तो
ईश्वि की गलती ै। मैं यवद भाििात्मक रूप से उतिा दृढ़ ि ीं ूँ तो भी मैं क्या कि सकता ूँ? य तो मेिे लालि-पालि
में ईु गलती ै लेवकि यवद मैं अन्य लोगों से ज़्यादा प्रयास ि ीं किता ूँ तो इसमें कोई ब ािा ि ीं चलेगा क्योंवक य
तो मेिी ी गलती ै।"
िि िषा में वलए गए सिंकल्प कभी फ़िििी का मुूँ भी ि ीं देख पाते । सफलता के ि स्यों में से एक ि स्य ै वक म
'सेल्फ़ स्टाटा ि' बिें, ि वक 'वकक स्टाटा ि।' के िल स्ि-प्रेिर्ा ी उस प्रेिर्ा को बिाए िखती ै। पीटि ड्रकि का क िा ै ,
"इससे अवर्क वििथाक कुछ औि ि ीं ै वक उस काया को बड़ी कुशलतापूिाक वकया िाए, विसे वकया ी ि ीं िािा
चाव ए था।"
स्रोत (सिंपावदत) - अप्रेवषत पत्र, टी.टी ििंगिािि, अिुिादक- अचलेश चिंद्र शमाा, प.ृ सिं.- 170-171
1 वकसके अभाि में िए साल के सिंकल्प अल्पायु ि िाते ?ैं 1
(a) पारििारिक स योग के
(b) आवथाक सिंपन्िता के
(c) सामाविक रुतबे के
(d) दृढ़ इच्छाशवि के
2 'इच्छा के साथ िब 'विििंति विदेवशत स्ि-प्रेरित प्रयास' िुड़ िाता ै, तब ि पात्रता बि िाती ै।' 1
उपयुाि कथि के अिुसाि ‘पात्रता’ के वलए कौि-सी बात आिश्यक ि ीं ?ै
(a) अवभलाषा
(b) दृढ़ विश्चय
(c) सफलता
(d) परिश्रम
3 सफलता प्राप्त कििे ेतु वलए गए सिंकल्प तभी पूिे ोंगे िब ____________________। 1
रिि स्थाि के वलए उवचत विकल्प चुिकि िाक्य पूिा कीविए।
(a) म योग्य बिे ि ेंगे
(b) म दूसिों को प्रेरित किते ि ेंगे
(c) म प्रवतभािाि लोगों के साथ ि ेंगे
(d) म लक्ष्य को लेकि कोवशश किते ि ेंगे
प्रश्ि 3. ‘िचिा के आर्ाि पि िाक्य भेद’ पि आर्ारित विम्िवलवखत पाूँच प्रश्नों में से वकन् ीं चाि प्रश्िों के उत्ति
दीविए। (4 X1=4)
उपयाि
ु कथिों के आर्ाि पि सिल िाक्य िाला विकल्प चुविए।
(a) के िल (ग)
(b) के िल (ख)
(c) के िल (क) औि (ख)
(d) के िल (ख) औि (ग)
कोष्ठक में वदए गए विदेशािुसाि िाक्यों को पूिा कििे के वलए स ी विकल्प चुविए।
(a) (क) औि, (ख) ज्यों, त्यों
(b) (क) तावक, (ख) िैसे, तै से
(c) (क) इसवलए, (ख) िो, िो
(d) (क) वक, (ख) ि ाूँ, ि ाूँ
5 मुझे प्रथम आिा था __________ ि ीं आ सकी। 1
उपयाि
ु िाक्य को सयिं ि
ु िाक्य बिािे के वलए उवचत सयिं ोिक चुविए।
(a) एििं
(b) ििि
(c) बवल्क
(d) लेवकि
प्रश्ि 4. ‘िाच्य’ पि आर्ारित विम्िवलवखत पाूँच प्रश्नों में से वकन् ीं चाि प्रश्िों के उत्ति दीविए।
(4 X 1=4)
1 (क) इस कड़कती र्ूप में मजदूि द्वािा भोिि भी ि ीं वकया िाता। 1
(ख) इस कड़कती र्ूप में अब औि ि ीं चला िाता।
कथि (क) कमािाच्य ै क्योंवक इसमें __________ ै औि कथि (ख) भाििाच्य ै क्योंवक इसमें
__________ ै।
(a) कमा की प्रर्ािता, कताा अिुपवस्थत
(b) कताा अिुपवस्थत, कताा उपवस्थत
(c) कमा अिपु वस्थत, कताा उपवस्थत
(d) कताा उपवस्थत, कमा प्रर्ाि
2 विम्िवलवखत में से कौि-सा विकल्प कता िृ ाच्य की प चाि ि ीं ?ै 1
(a) कताा के साथ 'िे' पिसगा का प्रयोग वकया िाता ै।
(b) सकमाक औि अकमाक दोिों वक्रयाएूँ ो सकती ैं।
(c) कताा के वलिंग औि िचि के अिुसाि वक्रया ोती ै।
(d) कताा के साथ 'से', 'के द्वािा' पिसगों का प्रयोग ोता ै।
प्रश्ि 5. ‘पद परिचय’ पि आर्ारित विम्िवलवखत पाूँच प्रश्नों में से वकन् ीं चाि प्रश्िों के उत्ति दीविए।
(4 X1=4)
1 िाके श झटपट य काया कि लेगा। 1
िीवतिाचक वक्रयाविशेषर्, 'कि लेगा' वक्रया की विशेषता बतािे िाला
प्रश्ि 6. ‘अलक
िं ाि’ पि आर्ारित विम्िवलवखत पाूँच प्रश्नों में से वकन् ीं चाि प्रश्िों के उत्ति दीविए।
(4 X1=4)
1 कथि (A) : वप्रयतम बतला दो लाल मेिा क ाूँ ?ै 1
कािर् (R) : लाल के दो अथा ोिे के कािर् इस पिंवि में श्ले ष अलिंकाि ै।
2 गद्ािंश में ालदाि सा ब के वलए 'दुदामिीय' शब्द का प्रयोग वकया गया ै क्योंवक _______________। 1
(a) उिकी उत्सुकता बढ़ गई थी
(b) िे स्ियिं पि वियिंत्रर् कि ि े थे
(c) िे पाििाले से प्रश्ि कििे में व चवकचा ि े थे
(d) उिके वलए विज्ञासा पि वियत्रिं र् कििा कविि ो गया था
5 कथि (क) : कै प्टि द्वािा िेतािी का चश्मा बदलिा पाििाले के वलए ास्य का विषय था। 1
कथि (ख) : चश्मेिाले द्वािा िेतािी को चश्मा प िािा देशभिों के प्रवत सम्माि था।
कथि (ग) : ालदाि सा ब के वलए चश्मे का बदलिा व्यिंग्य का विषय था।
उपयुाि कथिों के वलए स ी विकल्प का चयि कीविए।
(a) कथि (क) स ी वकिंतु (ख) औि (ग) गलत ।ैं
(b) कथि (क) गलत वकिंतु (ख) औि (ग) स ी ैं।
(c) कथि (क), (ख) स ी ैं वकिंतु (ग) गलत ै।
(d) कथि (क), (ख) औि (ग) तीिों स ी ैं।
1 'सीट के िीचे से लोटा उिाकि खीिों को वखड़की से बा ि र्ोया औि तौवलए से पोंछ वलया। िेब से चाकू 1
विकाला। दोिों खीिों के वसि काटे औि उन् ें गोदकि झाग विकाला। वफि खीिों को ब ुत ए वतयात से
छीलकि फाूँकों को किीिे से तौवलए पि सिाते गए।'
3 कथि (क) : पिशुिाम िे स स्रबा ु को छोड़कि सभी िािाओ िं का फिसे से िर् कि डाला था। 1
कथि (ख) : पिशुिाम िे पथ्ृ िी को िािाओ िं से िव त कि वदया था।
4 लक्ष्मर् के अिुसाि र्िुष तोड़िे में िाम का कोई दोष ि ीं था क्योंवक ____________________। 1
(a) र्िुष को चलािे पि ि खुद से टूट गया था
(b) र्िुष तोड़िे के वलए क ा गया था
(c) र्िुष ाथ लगाते ी टूट गया था
(d) र्िषु ब तु पिु ािा ो गया था
गायि की असीम दवु िया में भटकिे की सिंभाििाएूँ __________ के साथ ोती ैं।
(a) सिंगतकाि
(b) िाग-िावगिी
(c) मुख्य गायक
(d) स्ििों के समू
प्रश्ि 11. गद् पािों के आर्ाि पि विम्िवलवखत में से वकन् ीं तीि प्रश्िों के उत्ति 25-30 शब्दों में वलवखए।
(3 X2=6)
1 वकन् ीं दो उदा िर्ों द्वािा स्पष्ट कीविए वक बालगोवबि भगत कबीिपिंथी थे। 2
4 'व िि अपिी ी म क से पिे शाि पूिे ििंगल में उस ििदाि को खोिता ै विसकी गमक उसी में समाई ै।' 2
लेखक िे वबवस्मल्ला खाूँ के वलए उपयुाि सिंदभा का प्रयोग क्यों वकया ै? 'िौबतखािे में इबादत' पाि के
आर्ाि पि स्पष्ट कीविए।
प्रश्ि 12. पद् पािों के आर्ाि पि विम्िवलवखत में से वकन् ीं तीि प्रश्िों के उत्ति 25-30 शब्दों में वलवखए।
(3 X2=6)
3 'य दिंतुरित मुसकाि' कविता में अपरिवचत कवि िे िििात वशशु के मौि से भी ब ुत-सी बातें की ैं। 2
िता माि सिंदभा में क्या कोई अपरिवचत व्यवि वशशु के इतिा समीप िाकि उसकी मो कता का िर्ाि कि
सकता ?ै ' ाूँ' या 'िा' का कािर् समझाते ुए वलवखए।
4 'अट ि ीं ि ी ै' कविता में कवि वकसके सौंदया पि मोव त ?ै कािर् सव त वलवखए। 2
प्रश्ि 13. पू िक पाि्यपस्ु तक के पािों के आर्ाि पि विम्िवलवखत में से वकन् ीं दो प्रश्िों के उत्ति 50-60 शब्दों
में वलवखए। (2 X4=8)
1 'पाूँच सौ बाि कागज के छोटे -छोटे टुकड़ों पि िाम िाम वलखकि आटे की गोवलयों में लपेटते औि उि 4
गोवलयों को लेकि गिंगा िी की ओि चल पड़ते । उस समय भी म उिके किंर्े पि वििािमाि ि ते थे।...एक-
एक आटे की गोवलयाूँ फें ककि मछवलयों को वखलािे लगते ...।'
इि पिंवियों के आर्ाि पि भोलािाथ के वपता की चाि चारिवत्रक विशेषताएूँ वलवखए।
2 स्तिं भ (I) - पाि के िाक्य स्तिं भ (II) - मू ल विचाि 4
(क) आसमाि उलटा पड़ा था औि सािे तािे वबखिकि (i) अिंर्विश्वास, पाप-पुण्य औि कल्पिाएूँ
िीचे वटमवटमा ि े थे।
(ख) विज्ञाि की प्रगवत के बाद भी देश की आत्मा एक (ii) बादलों की मोटी चादि से बादलमय
िैसी ी ै। आकाश का िजािा
(ग) सब छू-मिंति...िैसे िादू की छड़ी घुमाई गई ो। (iii) आश्चयाििक कल्पिा की पिाकाष्ठा
'सािा-सािा ाथ िोवड़' पाि के आर्ाि पि स्तिंभ (I) का स्तिंभ (II) से स ी वमलाि कीविए औि प्रत्येक
वमलाि के वलए एक-एक िाक्य वलवखए।
प्रश्ि 14. विम्िवलवखत में से वकसी एक विषय पि वदए गए सिं केत वबिंदओ
ु िं के आर्ाि पि लगभग 120 शब्दों में
सािगवभात अिुच्छेद वलवखए। (1 X 6=6)
1 अपिे िाज्य के ग्रामीर् इलाकों में पुस्तकालय स्थावपत कििे ेतु मुख्य सवचि को पत्र वलवखए। 5
अथिा
2 छोटे -मोटे िोगों के वलए िािा िी द्वािा बताए गए प्राथवमक उपचाि औि घिे लू िुस्खों को वलखकि आपिे 5
अपिी एक छोटी-सी पुवस्तका बिाई ै। इसमें से प्रवत सप्ता एक िुस्खे को 'िािा िी का खजािा' शीषाक से
समाचाि पत्र में प्रकावशत वकया िािे लगा ै। इस बािे में बताते ुए िािा िी को पत्र वलवखए।
प्रश्ि 16. विम्िवलवखत में से वकसी एक विषय का चयि किके वलवखए। (1 X5=5)
1 प्राथवमक कक्षाओ िं के वलए िर्ामाला से सिंबिंवर्त गवतविवर्यों औि चाटा आवद बिािे में आप प्राििंभ से ी 5
विपुर् ैं। वकसी प्रकाशक को अपिी प्रवतभा से अिगत कििािे औि ग्रावफ़क वडजाइिि के पद के वलए
आिेदि कििे ेतु एक सिंवक्षप्त स्िित्तृ (बायोडाटा) लगभग 80 शब्दों में वलवखए।
अथिा
2 विद्ालय में आप प ली बाि 'अिंतििाज्यीय व िंदी वदिस प्रवतयोवगता' का आयोिि कििा चा ते ैं। इस 5
सिंबिंर् में लगभग 80 शब्दों में प्रर्ािाचायाा को ई-मेल वलवखए।
प्रश्ि 17. विम्िवलवखत में से वकसी एक विषय का चयि किके वलवखए। (1 X 4=4)
1 आपके वमत्र िे बच्चों ि वकशोिों के वलए मिोििंिक ि ज्ञाििर्ाक पुस्तकों की दुकाि शुरू की ै। इसके 4
प्रचाि-प्रसाि ेतु 40 शब्दों में विज्ञापि तै याि कीविए।
अथिा
2 वशक्षा के क्षेत्र में उल्लेखिीय काया कििे के कािर् आपके वशक्षक को 'िारट्रीय वशक्षक पुिस्काि' से 4
सम्मावित वकया गया ै। अपिे वशक्षक को बर्ाई देते ुए लगभग 40 शब्दों में बर्ाई सिंदेश वलवखए।