You are on page 1of 3

जे.बी.

अकादमी, अयो या
वा षक पर ा (2019-20)
वषय- ह द
समय : 3 घंटे क ा-IX अ धकतम अंक-80
सामा य नदश-
i. इस न-प म चार खंड ह- क,ख, ग, घ।
ii. सभी ख ड के न के उ तर दे ना अ नवाय है।
iii. यथासंभव येक खंड के न के उ तर म से ल खए।
ख ड -क (अप ठत अंश) 10
1. न न ल खत ग यांश पढ़कर न के उ तर ल खए।
'तेते पाँव पसा रए जेती लांबी सौर' वाल कहावत बड़ी साथक है । भ व य को सु खमय बनाने के लए यह आव यक
है क आय का एक अंश नय मत प से बचाया जाए िजससे आगे आने वाल आव यकताओं क पू त सरलता से
हो सके। इस तरह सी मत खच करने वाला यि त मत ययी कहलाता है । अनाव यक यय करके जो यि त
धन का दु पयोग करता है वह फजू लखच माना जाता है । वा तव म मत य यता ह बचत और संचय क कुंजी
है ।
मनु य के जीवन म जो आदत बचपन म पड़ जाती ह वे कसी-न- कसी प म जीवन भर बनी रहती ह। इस लए
बचपन से ह मत य यता और बचत क आदत का वकास आव यक है । कु छ बालक जेब खच के लए मले
धन से भी बचत करते ह। पैसा बचाकर अपनी-अपनी गु लक ज द -ज द भरने क उनमे होड़ लगी रहती है ।
कहा भी गया है क एक-एक बू ँद से सागर भरता है और एक-एक पैसा एक करने से धन संचय होता है ।
दे श के आ थक, सामिजक और औ यो गक वकास के लए शासन को धन चा हए। धन ा त करने के साधन
म जनता पर लगाए गए कर, सरकार उ यग का उ पादन, नयात आ द मु य ह। एक अ य मह वपू ण साधन
बक तथा डाकघर म सं चत वह धनरा श है , िजसे नाग रक रा य बचत योजनाओं के अंतगत जमा करते ह।
रा य वकास के काय म म शासन इस सं चत धनरा श का उपयोग सरलता से करता है । शासन क ओर से
नगर और गाँव म बक तथा डाकघर क शाखाएँ खोल गयी ह। इनम बालक-बा लकाओं और बड़ी उ के लोग
को बचत का धन जमा करने क सु वधा द जाती है । इस दशा म डाकघर क से सेवाएँ वशेष प से
उ लेखनीय ह।
(क) मनु य अपना जीवन कस कार सु खमय बना सकता है ? 2
(ख) मत य यता के गु ण को कैसे वक सत कया जा सकता है ? 2
(ग) सरकार व भ न शास नक काय के लए धन कैसे जु टाती है ? 2
(घ) एक साधारण यि त दे श के वकास म कैसे भागीदार बनता है ? 2
(ङ) ग यांश म से कोई एक सामा सक श द छाँ टए और उसका व ह कर समास का नाम भी ल खए। 1
(च) उपयु त ग यांश का उ चत शीषक ल खए। 1

खंड- ख ( यावहा रक याकरण) 16


2. (i) न न ल खत श द मे यु त उपसग और मू ल श द अलग करके ल खए- उ चारण , आर ण 2
(ii) न न ल खत यय क सहायता से एक-एक श द बनाइए- इक, ईला
2
3. न न ल खत पद का समास- व ह कर समास का नाम भी ल खए। 4
द नानाथ, परमानंद, रात रात, वेद-पु राण
Page 1

4.(i) न न ल खत वा यो को अथ के आधार पर भेद के अनु सार पहचा नए तथा उनके भेद के नाम ल खए।
(क) ओह! कतनी सु दर घाट है । 2
(ख) अगर तु म आओगे, तो मु झे अ छा लगेगा।
(ii) नदशानु सार वा य प रव तत क िजए। 2
(क) आज बा रश होगी। (स भावनाथक) (ख) उसके घर जाना है । (आ ाथक)
5.(i) न न ल खत पंि तय मे यु त अलंकार के नाम ल खए।
2
(क) इस काले संकट-सागर पर (ख) का लंद कू ल कद ब क डारन
(ii) न न ल खत अलंकार के एक-एक उदाहरण ल खए। 2
(क) उ े ा (ख) मानवीकरण

खंड-ग (पा य-पु तक एवं पू रक-पु ि तका) 34


6. न न ल खत ग यांश पढ़कर न के उ तर लगभग 30-40 श द म ल खए।
2X3=6
म चेहरे क तरफ दे खता हू ँ। या तु हे मालू म है , मेरे सा हि यक पु रखे क तु हारा जू ता फट गया है और अँगु ल
बाहर दख रह है ? या तु हे इसका जरा भी अहसास नह ं है ? ज़रा ल जा, झप या संकोच नह ं है ? या तु म
इतना भी नह ं जानते क धोती को थोड़ा नीचे खींच लेने से अँगु ल ढक सकती है ? मगर फर भी तु हारे चेहरे पर
बड़ी बेपरवाह , बड़ा व वास है । फोटो ाफर ने जब 'रे डी ल ज़' कहा होगा, तब परं परा के अनु सार तु मने मु कान
लाने क को शश क होगी, दद के गहरे कु एँ के तल म कह ं पड़ी मु कान को धीरे -धीरे खींचकर ऊपर नकाल रहे
ह गे क बीच म ह 'ि लक' करके फोटो ाफ़र ने 'थक यू' कह दया होगा। वच है यह अधू र मु कान। यह
मु कान नह ,ं इसम उपहास है , यंग है ।
(क) लेखक ेमचंद से या कहना चाहता है ? 2
(ख) फ़ोटो क मु कान पर लेखक क या त या हु ई है ? प ट क िजए। 2
(ग) ग यांश म 'म' से या ता पय है ? 2
7. न न ल खत न म से क ह चार नो के उ तर लगभग 30-40 श द म ल खए।
2X4=8
(क) कस घटना ने सा लम अल के जीवन को बदल दया और कैसे? प ट क िजए।
(ख) महादे वी वमा ने 'मेरे बचपन के दन' पाठ म छा ावास के िजस बहु भाषी प रवेश क चचा क है , उसे अपने श द म
ल खए।
(ग) आप कैसे कह सकते ह क ह रा मोती से अ धक समझदार था? 'दो बैल क कथा' पाठ के आधार पर ल खए।
(घ) ‘ हासा क ओर पाठ के आधार पर बताइये क उस समय का त बती समाज कैसा था?
(ड.) मैना जड़ पदाथ मकान को बचाना चाहती थी पर अं ेज़ उसे न ट करना चाहते थे। य?
8. न न ल खत प यांश पढ़कर न के उ तर ल खए- 6
पर आज िजधर भी पैर करके सोओ
वह द ण दशा होजाती है
सभी दशाओं म यमराज के आल शान महल ह
और वे सभी म एक साथ
अपनी दहकती आँख स हत वराजते ह
माँ अब नह ं है
और यमराज क दशा भी वह नह ं रह
जो माँ जानती थी।
(क) आज िजधर भी पैर करके सोओ वह द ण दशा हो जाती है , ऐसा य ? प ट क िजए। 2
(ख) का यांश का भावाथ अपने श द म प ट क िजए। 2
(ग) का यांश कस क वता से उ ृत है ? क व का नाम भी ल खए। 2
9. न न ल खत न म से क ह चार न के उ तर 30-40 श द म ल खए- 2X4=8
(क) क व का मानना है क ब च के काम पर जाने क भयानक बात को ववरण क तरह न लखकर सवाल क
तरह पू छा जाना चा हए क ‘काम पर य जा रहे ह ब चे? क व क ि ट मे इसे न के प मे य पू छा
जाना चा हए ?
(ख) 'मेघ आए' क वता म कन र त रवाज का मा मक च ण हु आ है? वणन क िजए।
(ग) 'सु बरन कलस सु रा भरा,साधू नंदा सोइ' पंि त का भाव प ट क िजए तथा बताइए क कबीर ने यह पंि त
कस संग म कह है ?
(घ) जभू म के त क व रसखान का ेम कन- कन प म अ भ य त हु आ है ?
(ड.) क व को कोयल से ई या य हो रह है ? कैद और को कला पाठ के आधार पर ल खए।
10. न न ल खत म से क ह दो न के उ तर लगभग 50-60 श द म ल खए-
3X2=6
(क) राम व प का अपनी बेट को उ च श ा दलवाना और ववाह के लए श ा छपाना, यह वरोधाभास
उनक कस ववशता को दशाता है?
(ख) ' श ा ब च का ज म स अ धकार है ' इस दशा म ले खका मृदुला गग के यास का उ लेख क िजए।
(ग) माट वाल के पास अपने अ छे या बु रे भा य के बारे म यादा सोचने का समय य नह ं था?
खंड- घ ( लेखन) 20
11. न न ल खत म से कसी एक वषय पर दए गए संकेत ब दुओं के आधार पर लगभग200-250श द म नबंध
ल खए-
(क) बेरोजगार 10
i. तावना ii. बेरोजगार के कारण iii. दूर करने के उपाय iv. उपसंहार
(ख) इंटरनेट- एक संचार ां त
i. इंटरनेट का प रचय ii.लाभ-हा नयाँ iii. सदुपयोग के उपाय iv. उपसंहार
(ग) मेरे जीवन का ल य
i. तावना ii. ल य चु नने का कारण iii. ल यपू त का यास iv. उपसंहार
12. र चत आपका म है , उसने रा य तर पर खेल तयो गता म वण पदक ा त कर दे श का नाम रोशन
कया है । उसे एक बधाई-प ल खए। 5
अथवा
आप अ. ब. स. व यालय मोतीनगर, बरे ल म नवीं क ा के छा / क छा ा ह। पता का यवसाय बंद होने के
कारण छा वृि त हे तु धानाचाय को एक प ल खए।
13. व यालय बल ब से पहु ँचने वाले छा / छा ा व श क के म य हु ई बात-चीत को संवाद शैल म ल खए।5
अथवा
कोरोना वॉयरस के स ब ध म परामश हे तु डॉ टर के पास गये यि त व डॉ टर के बीच संवाद ल खए।

***

You might also like