You are on page 1of 9

myCBSEguide

Class 10 - Hindi B
Term-2 Sample Paper - 10

Maximum Marks: 40
Time Allowed: 2 hours

General Instructions:

इस न प म कुल 2 खंड ह - खंड 'क' और 'ख'।


खंड 'क' म कुल 3 न ह। िदए गए िनदश का पालन करते हए इनके उ र दी जए।
‘खंड 'ख' म कुल 5 न ह। िदए गए िनदश का पालन करते हए इनके उ र दी जए।
कुल न क सं या 8 है।
येक न को यान पूवक पढ़ते हए यथासंभव मानुसार उ र ल खए।

खंड - क (पा पु तक)


1. िन न ल खत न म से िक ह दो न के उ र लगभग 25 से 30 श द म दी जए- (2x 2=4 अंक)
a. पवत देश म पावस किवता क दो भाषागत िवशेषताओं को ल खए।
b. 'कर चले हम िफ़दा' किवता के आधार पर बताइए िक जान देने क त कौन-सी होती है?
c. अफ़गािन तान के बादशाह को िहंद ु तान पर हमला करने के लए वज़ीर अली ने य बुलाया?
2. िन न ल खत दो न म से िकसी एक न का उ र लगभग 60-70 श द म दी जए- (4 x 1=4 अंक)
a. दिु नया भर म असिह णुता लगभग आम हो गई है। जाित, धम, रंग और वैचा रक प से िभ ि कोण रखने वाले लोग के ित असिह णुता
क घटनाएँ बढ़ती जा रही ह। सिह णुता क प रभाषा पर िवचार कर तो जस िव वास और था को हम पसंद नह करते उसम बाधा डालने
क बजाय संयम बरतना ही सिह णुता है। किव मै थलीशरण गु जी ने कहा, 'अतक एक पंथ के सतक पंथ ह सभी।' इस पंि क साथकता
व वतमान समय म इसका औिच य थािपत क जए।
b. लेखक ने जापािनय के िदमाग म पीड का इंजन लगने क बात य कही है? झेन क देन के आधार पर बताइए।
अ धक न का अ यास करने और परी ा के लए अ छी तैयारी करने के लए, myCBSEguide ऐप डाउनलोड कर। यह सीबीएसई,
एनसीईआरटी, जेईई (मु य), एनईईटी-यूजी और एनडीए परी ाओं के लए संपूण अ ययन साम ी दान करता है। िश क अपने नाम और लोगो
के साथ ठीक ऐसे ही पेपर बनाने के लए Examin8 ऐप का उपयोग कर सकते ह।
3. िन न ल खत न म से िक ही दो के उ र दी जये:
a. िव ालय म धानाचाय व िश क का यवहार छा से िकस कार ह ना चािहए? सपन के-से िदन पाठ के आधार पर तक देते हए उ र
ल खए।
b. ह रहर काका के ित लेखक क आसि के या कारण है ? ह रहर काका कहानी के आधार पर ल खए ?
c. टोपी ने यह कसम खाते हए ऐसा य कहा होगा िक वह ऐसे लड़क से दो ती नह करेगा, जनके िपता का तबादला होता रहता है? टोपी
शु ल पाठ के आधार ल खए।
खंड - ख (लेखन)
4. िन न ल खत म से िकसी एक िवषय पर लगभग 150 श द म अनु छे द ल खये:
a. ातःकालीन मण िवषय पर िदए गए संकेत िबंदओ
ु ं के आधार पर अनु छे द ल खए।
कृित से संपक
शारी रक यायाम
सेहत के लए उपयोगी व लाभदायक
b. मेरे जीवन का ल य िवषय पर िदए गए संकेत िबंदओ
ु ं के आधार पर अनु छे द ल खए।
जीवन म ल य क आव यकता
आपका ल य या है?
ल य य ह?

Copyright © myCBSEguide.com. Mass distribution in any mode is strictly prohibited. 1/9


myCBSEguide

बनकर या करगे?
c. भारतीय नारी िक मह ा िवषय पर िदए गए संकेत िबंदओ
ु ं के आधार पर अनु छे द ल खए।
क णा, माया और ममता क मूित
अनंत गुण से प रपूण
ऐतहा सक संदभ
भारतीय और पा चा य नारी म अंतर।
5. आपके मोह े म िबजली ायः राि के समय कई-कई घंट के लए चली जाती है। िबजली संकट से उ प किठनाइय से अवगत कराते हए
िबजली िवभाग के संबं धत अ धकारी को प ल खए।

OR

आप िव ालय क छा -प रषद् के सिचव ह। कूल के बाद िव ा थय को नाटक का अ यास करवाने के लए अनुमित माँगते हए धानाचाय को
लगभग 80-100 श द म प ल खए।
6. िन न ल खत न म से िक ही दो के उ र दी जये:
a. िव ालय के सुचनाप पर खेल अधी क ारा ि केट टू नामट क जानकारी हेतु 20-25 श द म एक सूचना ल खए।
b. अिभषेक वमा, िद ी प लक िव ालय के हेड वाय क ओर से सुनामी पीिड़त के लए धनरािश दान करने हेतु 25-30 श द म सूचना
ल खए।
c. िद ी िवकास ा धकरण ने िविभ िनवेदादाताओं म से कुछ यो य िनिवदादाताओं को अपनी आव यकता के अनु प पाया है। उ ह ने
अपनी िनिवदा म काय क या क मत िनधा रत क है उसे बताने के लए िनिवदादाताओं क सभा बुलाने के लए 20-25 श द म एक
सूचना जारी क जए।
d. आप अपनी कॉलोनी क क याण प रषद् के अ य ह। अपने े के पाक ं क साफ़-सफ़ाई के ित जाग कता लाने हेतु कॉलोनी वा सय
के लए 40-50 श द म सूचना तैयार क जए।
अ धक न का अ यास करने और परी ा के लए अ छी तैयारी करने के लए, myCBSEguide ऐप डाउनलोड कर। यह सीबीएसई,
एनसीईआरटी, जेईई (मु य), एनईईटी-यूजी और एनडीए परी ाओं के लए संपूण अ ययन साम ी दान करता है। िश क अपने नाम और लोगो
के साथ ठीक ऐसे ही पेपर बनाने के लए Examin8 ऐप का उपयोग कर सकते ह।
7. िन न ल खत न म से िक ही दो के उ र दी जये:
a. ज स िव े ता हेतु एक िव ापन लगभग 25-50 श द म बनाइए।
b. एक स मोबाइल फ़ोन कंपनी क ओर से लगभग 25-50 श द म िव ापन लेखन क जए।
c. िव ालय क कायानुभव- योगशाला म बनी मोमब याँ तथा अ य उपयोगी व तुओं क िब हेतु लगभग 25 श द म एक िव ापन
ल खए।
d. कोई कंपनी लेखनी नाम का नया पेन बाज़ार म लाना चाहती है। उसके लए लगभग 25-50 श द म एक िव ापन तैयार क जए।
8. लॉकडाउन म गरीब िवषय पर लगभग 100-120 श द म एक लघुकथा ल खए।

OR

काश मेरे पंख होते िवषय पर लगभग 100-120 श द म एक लघुकथा ल खए।

Copyright © myCBSEguide.com. Mass distribution in any mode is strictly prohibited. 2/9


myCBSEguide

Class 10 - Hindi B
Term-2 Sample Paper - 10

Solution

खंड - क (पा पु तक)


1. िन न ल खत न म से िक ह दो न के उ र लगभग 25 से 30 श द म दी जए- (2x 2=4 अंक)
a. तुत किवता म किव ने दो भाषागत िवशेषताओं का योग िकया है–
i. िच के प म: िच मयी भाषा से अलंकार के योग से किवता को स दय दान िकया गया है जैसे – मेखलाकार पवत अपार।
ii. संगीत के प म: संगीतमयी भाषा किवता को लया मक और भावशाली बनाती है।
b. का यांश के आधार पर ' त' से ता पय ‘अवसर' से है। देश क सेवा करते हए सैिनक कहते है जंदा रहने के बहत अवसर िमलते ह पर देश
पर कुबानी देने का अवसर कभी-कभी आता है और यह अवसर केवल देश ेिमय को ही िमलता है।
c. वजीर अली ने अफगािन तान के बादशाह को िहंद ु तान पर आ मण करने के लए बुलाया य िक वह उसक मदद से अवध को जीतकर
उसका नवाब बनना चाहता था । त प चात वह अं ेज को खदेड़कर िह द ु तान को आजाद करना चाहता था । लेिकन अं ेज के खलाफ
कम लोग के होने के कारण उसे अफ़ग़ािन तान के बादशाह को मदद के लए बुलाना पड़ा ।
2. िन न ल खत दो न म से िकसी एक न का उ र लगभग 60-70 श द म दी जए- (4 x 1=4 अंक)
a. किव मै थलीशरण गु ने अपनी किवता' मनु यता' के ारा मानव जाित को े रत िकया है। वे मानव को सिह णुता, परमाथ, िव वबंधु व
क णा, उदारता, धय, सहयोग आिद गुण को अपनाने के लए े रत करते ह। अधीर होकर भा यहीन होने से अ छा है िक हम धयवान बन।
मेलजोल, ेम व सौहाद क भावना पर पर होनी चािहए तथा वैचा रक िभ ता को बढ़ने नह देना चािहए। हम अपने ल य क ाि के लए
तथा ई वर क ाि के लए िविभ माग ं को एक करके पार प रक मतभेद को भुला देना चािहए तथा तक ं से परे ई वर के एक पंथ पर
आगे बढ़ना चािहए। परमा मा का अ त व सभी तक ं से ऊपर है और हम सभी उनके अंश ह। अतः इन स गुण को अपनाते हए मनु य को
लोकक याण पर बल देना चािहए।
b. लेखक ने जापािनय के िदमाग म पीड का इंजन लगने क बात इस लए कही है य िक अमे रका से ित पधा रखने के कारण जापानी
िनरंतर कायशील रहते ह। वे एक महीने म पूरा होने वाला काम एक िदन म ही पूरा करने क कोिशश करते ह। इस लए पीड से काम करने के
लए लेखक ने ऐसा कहा है।
3. िन न ल खत न म से िक ही दो के उ र दी जये:
a. िव ालय म धानाचाय व िश क का छा से एक िम और मागदशक का यवहार होना चािहए, परंतु िव ालय म अनुशासन को कायम
रखने के लए कठोरतापूण यवहार अथवा िनणय लेने म कोई बुराई नह है। यिद इसम छा का िहत है तो सवथा उिचत है, अ यथा
अनुिचत है।
पाठ के अनुसार िव ालय के धानाचाय शमा जी का छा के ित नेहपूण यवहार उ ह एक े इंसान बनाता है, िक तु अ यापक
ीतमचंद का अनुशासन, छोटी गलितय पर बड़ी सजा देना, ब च के ित उनके अमानवीय यवहार को दशाता है।
वतमान क िश ा णाली म धानाचाय व िश क को ब च के ित नरमी, स दयता ब च के िवकास म पूण प से सहायक है। अभ
और अशोभनीय यवहार ब च म वयं के ित असुर ा और आतंक जैसी दभ ु ावनाओं को ज म देता है।
b. कथावाचक और ह रहर काका के बीच िम ता का संबध ं है। ह रहर काका अपने मन क सभी बात कथावाचक को बता िदया करते थे। इसके
िन न ल खत कारण ह-
i. ह रहर काका िनःसंतान होने के कारण कथावाचक को बचपन से ही बहत यार करते थे। यही यार बड़ा होते-होते दोन के बीच िम ता
एवं आ मीयता म प रवितत हो गया था।
ii. कथावाचक का घर ह रहर काका के पड़ोस म था और एक अ छे पड़ोसी होने के नाते उ ह कथावाचक पर बहत िव वास था।
iii. कथावाचक ह रहर काका के सुख-दःु ख म उनके साथ रहता था। इससे दोन के मन म पर पर एक-दस ू रे के लए िव वास पनप गया
था।
iv. कथावाचक और ह रहर काका के बीच के दो ती का संबध ं है। ह रहर काका अपने मन क साडी बात कथावाचक को बता देते ह। इस
संबधं के दो मुख कारण है । पहला कारण है क ह रहर काका का घर कथावाचक के पड़ोस म है। पडोसी होने के कारण सुख दःु ख म
उनका साथ रहा। दस ू रा कारण है िक ह रहर काका कथावाचक को बचपन से बहत यार करते थे। वही दल ु ार बड़ा होने पर दो ती म
बदल गया ।
अ धक न का अ यास करने और परी ा के लए अ छी तैयारी करने के लए, myCBSEguide ऐप डाउनलोड कर। यह सीबीएसई,
एनसीईआरटी, जेईई (मु य), एनईईटी-यूजी और एनडीए परी ाओं के लए संपूण अ ययन साम ी दान करता है। िश क अपने नाम और

Copyright © myCBSEguide.com. Mass distribution in any mode is strictly prohibited. 3/9


myCBSEguide

लोगो के साथ ठीक ऐसे ही पेपर बनाने के लए Examin8 ऐप का उपयोग कर सकते ह।


c. पाठ के अनुसार टोपी और इ फ़न घिन िम थे। वे एक-दस ू रे क भावनाओं को िबना कहे समझ लेते थे। लेिकन इ फ़न के िपता का
तबादला होने के कारण दोन एक-दस ू रे से अलग हो गए। इसी कारण से टोपी ने कसम खायी िक वह ऐसे िकसी भी लड़के से दो ती नह
करेगा, जसके िपता का तबादला होते रहता है
खंड - ख (लेखन)
4. िन न ल खत म से िकसी एक िवषय पर लगभग 150 श द म अनु छे द ल खये:
a. ातःकालीन मण ातःकालीन मण शरीर को व थ और िनरोगी रखने क शारी रक ि याओं म से एक है। ातःकाल के मण से मनु य
को व छ वायु ा होती है, जससे मनु य म एक नव फूित और नवजीवन का संचार होता है। मनु य कृित के संपक म आकर आनंद का
अनुभव करता है। कृित के मनोरम य को देखकर उसका मन फुि त हो उठता है। ातःकालीन मण करने से हमारी शारी रक शि
के साथ-साथ मान सक शि का भी िवकास होता है। हमारे मन से िवकार दरू हो जाते ह। ातःकाल मन स होने के कारण मनु य का
सं या तक का समय बड़ी स ता से यतीत होता है।
सुबह क ठंडी वायु येक ाणी के लए लाभदायक होती है। सभी जानते ह िक हमारे लए ऑ सीजन बहत मह वपूण है । िदन के समय तो
यह मोटरगािड़य आिद के धुएँ से िमलकर दिू षत हो जाती है । दोपहर व अ य समय म शुदध
् ऑ सीजन का िमलना द ु कर होता जा रहा है
। अत: ात:काल सवथा उपयु होता है । ात:कालीन मण से मनु य अ धक मा ा म शुदध ् ऑ सीजन हण करता है । इससे शरीर म
उ प अनेक िवकार वत: ही दरू हो जाते है।
ातःकालीन मण से यि के शरीर तथा मन म त क म तरोताज़गी का संचार होता है। ातःकालीन मण यि क सेहत के लए भी
बहत उपयोगी एवं लाभदायक है। हम ातःकाल िनयिमत प से मण करना चािहए, जससे हमारा मन, बुि और शरीर शांत, स एवं
ढ़ रह सके। अतः व थ, िनरोगी, स िच एवं दीघजीवी बनने के लए ातःकाल का मण सव म साधन है। वतमान युग म तो यह
एक वरदान के समान है।
b. मेरे जीवन का ल य जीवन म िन चत सफलता के लए एक िन चत ल य को होना भी अ यंत आव यक है। जस तरह िन चत गंत य तय
िकए िबना, चलते रहने का कोई अथ नह रह जाता, उसी तरह ल य िवहीन जीवन भी िनरथक होता है।
मनु य का मह वाकां ी होना एक वाभािवक गुण है। येक यि जीवन म कुछ न कुछ िवशेष ा करना चाहता है । कुछ बड़े होकर
डॉ टर या इंजीिनयर बनना चाहते ह तो कुछ यापार म अपना नाम कमाना चाहते ह। हर यि को अपनी यो यता एवं िच के अनु प
अपने ल य का चयन करना चािहए। जहाँ तक मेरे जीवन के ल य क बात है, तो मुझे बचपन से ही पढ़ने- लखने का शौक रहा है, इस लए म
एक िश क बनना चाहता हँ। िश ा मनु य के यि व का िवकास करती है और इस ि या म िश क क भूिमका सवा धक मह वपूण होती
है।
म िश क बनकर समाज िहत म ामीण े म िनयुि ा करना चाहँगा, य िक ामीण े म अ छे एवं समिपत िश क का अभाव है।
एक आदश िश क के प म म धािमक क रता, ाइवेट ूशन, नशाखोरी आिद से बचाने हेतु सभी छा का उिचत मागदशन क ँ गा। म
सही समय पर िव ालय जाऊँगा और अपना काय पूण ईमानदारी से क ँ गा। िश ण को भावी बनाने के लए सहायक सामि य का भरपूर
योग क ँ गा, साथ ही छा को हमेशा अ छे काय करने के लए े रत क ँ गा। छा पर िनयं ण रखने के लए शै िणक मनोिव ान का
अ छा ान ा क ँ गा। मुझे आज के समाज क आव यकताओं का ान है, इस लए म इस उ े य क पूित हेतु छा को उनके नैितक
कत य का ान कराऊँगा। अतः मेरे जीवन का ल य होगा आदश िश क बनकर समाज क सेवा करना तथा देश के िवकास म योगदान
देना।
c. भारतीय नारी दया, क णा, ममता और ेम क पिव मूित है और व पड़ने पर वह चंड चंडी भी बन जाती है। सृि के आरंभ म ही अनंत
गुण का आगार रही है जसक गौरवगाथा से भारतीय धािमक सािह य एवं इितहास के प े भरे हए ह। पृ वी क -सी मता, सूय जैसा तेज,
समु क -सी गंभीरता, पवत क -सी मान सक उ चता तथा च मा क -सी शीतलता हम एक साथ नारी के दय म ि गोचर होती है।
सिदय से ही भारतीय समाज म नारी क अ य त मह वपूण भूिमका रही है । उसी के बलबूते पर भारतीय समाज खड़ा है । नारी ने िभ -िभ
प म अ य धक मह वपूण भूिमका िनभाई है। चाहे वह सीता हो,गाग , मै ीय, अनुसूया, अिह या, सीता, ौपदी, मणी, तारा, मंदोदरी,
कंु ती, गांधारी अिद अनेक ऐसी ना रयाँ ह जन पर भारतवासी गव करते ह और उनके पावन च र को सुनते-सुनते हए ेरणा लेते ह।
वतं ता सं ाम का ीगणेश झाँसी क रानी के कर कमल से संप हआ था। राजनीितक म भी भारतीय नारी सदा अंि म पंि म रही
है। भारतीय नारी आज भी पा चा य नारी क अपे ा कह अ धक सहनशील तथा संतोषी है। इस वजह से कई ऐसे वासी भारतीय ह जो
भारतीय नारी को अपना जीवन साथी बनाना उिचत समझते ह। इस देश क नारी क ल और िन ा देखकर कहा जा सकता है िक उसका
भिव य उ वल है।
5. परी ा भवन,
गा जयाबाद।
िदनांक 13 माच, 20XX

Copyright © myCBSEguide.com. Mass distribution in any mode is strictly prohibited. 4/9


myCBSEguide

सेवा म,
िव ुत अ धकारी,
गा जयाबाद।
िवषय िव ुत कटौती के संदभ म।
महोदय,
इस प के मा यम से म आपका यान िबजली संकट क ओर िदलाना चाहता हँ। िपछले चार-पाँच महीन से इस े क िव ुत आपूित बहत
खराब थित म है। कोई समय िन चत नह है िक िबजली क कटौती कब-से-कब तक क जाएगी और वह कब आएगी? िबजली जाती है, तो घंट
तक नह आती है।
ीमान, म एक िव ाथ हँ। बोड क परी ाएँ िनकट ह। मेरे जैसे अ य िव ाथ भी इस सम या से तनाव क थित म रहते ह। इ वटर भी चाज
नह हो पाता है। गम और म छर का आतंक इतना है िक राि म सोना भी मु कल हो गया है। जसके कारण सारी िदनचया अ त - य त हो
जाती है। यिद ऐसा ही चलता रहा, तो हमारे अ ययन एवं क रयर पर इसका अ यंत नकारा मक असर पड़ेगा।
कृपया हमारी सम या पर यान देते हए मोह े म िनयिमत िबजली आपूित के लए शी ाितशी ठोस कदम उठाएँ ।
ध यवाद।
भवदीय
संदीप

OR

परी ा भवन
अ ब स िव ालय
अ ब स नगर
िदनांक-21/08/2020
सेवा म
ीमान धानाचाय जी
हरीश प लक कूल
कृ ण नगर
िवषय- कूल के बाद िवदयालय म ककर िव ा थय को नाटक का अ यास करने क अनुमित हेतु प
महोदय,
सिवनय िनवेदन है िक म आपके िव ालय क दसव ‘बी’ क ा का छा हँ। आगामी स ाह म अंतिव ालयी नाटक ितयोिगता का आयोजन हो
रहा है। इस ितयोिगता म मेरे िव ालय से अनेक िव ाथ भाग ले रहे ह। समयाभाव के कारण इन ितभािगय क तैयार अ छी नह है।
महोदय, क ा ितिन ध होने के कारण म आपसे कूल के बाद ककर अ यास करने क अनुमित चाहता हँ। जससे सभी िव ाथ ितयोिगता
क अ छी तैयारी कर सक। म आपको िव वास िदलाता हँ िक सभी ितभागी अनुशा सत रहगे तथा ितयोिगता म उ म दशन भी करगे।
इसके लए म और सभी िव ाथ सदैव आपके आभारी रहगे।
सध यवाद
आपका आ ाकारी छा
दीप
क ा - 10 ‘ब’
अनु मांक - 18
6. िन न ल खत न म से िक ही दो के उ र दी जये:
a.
सूचना जूिनयर इंटर कूल टू नामट का आयोजन 20 फरवरी से िव ालय ागंण म िकया जाएगा। इसके चयन हेतु मैच का आयोजन
िव ालय के प चात् 1 अ ैल से 8 अ ैल, 2019 तक 3:30 बजे से 6 बजे तक खेले जाएँ गे।
12 से 14 आयु वग के खेलने के इ छुक छा से अनुरोध है िक वे अपना नाम से े टरी, ि केट एसो सएशन, यू एरा गो डन कूल म 30
माच, 2019 तक दे सकते ह।
से े टरी खेल लब
खेल अधी क
b.

Copyright © myCBSEguide.com. Mass distribution in any mode is strictly prohibited. 5/9


myCBSEguide

िद ी प लक िव ालय
सूचना
20 मई 201 हमारे िव ालय के शासन ारा यह िनणय लया गया है िक अ धक-से-अ धक धन रािश एकि त करके सुनामी पीिड़त क
सहायता क जाए। अतः आप सबको सूिचत िकया जाता है िक अ धक-से-अ धक दान देकर इस अमू य काय म सहयोग द। अित र
जानकारी हेतु कूल शासन ारा िनयु अ धकारी से संपक कर।
अिभषेक वमा
हेड वाय
c.
िद ी िवकास ा धकरण
(I.S.O. 9001:2019 एवं I.S.O. 14005:2019 मािणत सं था)

प सं० 451/ याव० अनु०/18 िदनांक 25/02//2019


" ाइस-िबड खोले जाने संबध
ं ी सूचना" वािटका ए लेव योजना थत ुप हाउ संग भूखड
ं सं० जी०एच०-16 क टू िबड स टम के
अंतगत नीलामी के संबध
ं म िदनांक 18.02.2019 को ा िनिवदाओं म मै० काश िब डस ा० ल० एवं मै० जे० के० जी०
क ट शन ाइवेट लिमटेड क तकनीक िबड अह पाई गई है। अतः संबं धत िनिवदादाताओं को सूिचत िकया जाता है िक उ अह
िनिवदादाताओं क ाइस िबड िदनांक 28 को सायं 4.00 बजे ा धकरण सभागार म खोली जाएगी।
सभी िनिवदादाताओं से अनुरोध है िक वे िनधा रत समय पर िद ी िवकास ा धकरण सभागार म उप थत होने का क कर।
d.
गोिव द नगर, वयं काॅलोनी
आव यक सूचना ित थ - 21-08-20
िविदत हो िक िदनांक 29-08-20 शिनवार को दोपहर 12 बजे से दोपहर 4 बजे तक काॅलोनी के आसपास के पाक ं क साफ़-सफ़ाई के
ित जाग कता लाने के लए एक अिभयान चलाया जाएगा। इसके लए उस े के सभी िनवा सय से अनुरोध है िक वे इस व छता
अिभयान म अपनी सि य भागीदारी िनभाएँ । इस अिभयान म हमारे साथ नगर के अ य सरकारी सफाई कमचारी और सामा जक
कायकता भी शािमल ह गे।
सध यवाद
िनवेदक
अ य
क याण प रषद
7. िन न ल खत न म से िक ही दो के उ र दी जये:
a.
खुल गया! खुल गया! खुल गया!
"रखे चु त-द ु त
बढ़ाए हर एक क शान
रंग है इसके म त"
आपका अपना

Copyright © myCBSEguide.com. Mass distribution in any mode is strictly prohibited. 6/9


myCBSEguide

पीयूष ज स
दाम िबलकुल आपके मनमुतािबक
िवशेष ऑफर
दो ज स के साथ एक आकषण घड़ी िबलकुल मु त
b.
टच न मोबाइल
टार-मोबाइल
ूअल सम 5जी इंटरनेट के साथ

मा 5,000/- सीिमत ऑफर


िवशेषताएँ :-
एं डॉयडयु
5जी इंटरनेट डबल सम
12 महीने क वारंटी के साथ
फुल एच डी कैमरा
4k वीिडयो लेयर
128 इंटरनल मेमोरी
लंबा बैटरी बैकअप
संपक कर: एच-75 वसंत िवहार, नई िद ी, फोन नं. 011-432569XX

अ धक न का अ यास करने और परी ा के लए अ छी तैयारी करने के लए, myCBSEguide ऐप डाउनलोड कर। यह सीबीएसई,
एनसीईआरटी, जेईई (मु य), एनईईटी-यूजी और एनडीए परी ाओं के लए संपूण अ ययन साम ी दान करता है। िश क अपने नाम और
लोगो के साथ ठीक ऐसे ही पेपर बनाने के लए Examin8 ऐप का उपयोग कर सकते ह।
c.
जीवन को सदा व लत कर
पाकल मोमब य और दीय के साथ
पाकल मोमब याँ और दीए

Copyright © myCBSEguide.com. Mass distribution in any mode is strictly prohibited. 7/9


myCBSEguide

(मू य सफ 15/-)
खूिबयाँ:-
उ च कोिट क मोम का योग
उ च कोिट क ब य का योग
धुआं रिहत
अ धक समय तक जलने क मता
आकिषत करने वाली बनावट

पाकल मोमब याँ एवं दीए खरीदने के लए संपक कर #981080XXXX

पवन कुमार (कॉिडनेटर), केनेडी प लक कूल, पालम, नई िद ी

d.
‘लेखनी’ पेन है वहाँ, िश ा है जहाँ

ब च के लए ान का, युवाओं के लए यवसाय का, बुजुग ं के लए लेखन का बेजोड़ साधन


आ गई! आ गई! आ गई! सबक यारी ‘लेखनी’ पेन हमारी
सबसे स ती और सबसे अ धक उपयोगी ‘लेखनी’ पेन तु हारी
सबक यारी ‘लेखनी’ पेन हमारी!
चले सबसे यादा और रखे आपको सबसे आगे
10 . से 25 . के दो मू य वग म उपल ध।
थम 75 खरीदारी पर िवशेष उपहार का बंध
शहर के सभी ज़नरल टोर पर उपल ध मू य
संपक सू - 98765XXXX
लेखनी पेन! लेखनी पेन! लेखनी पेन! लेखनी पेन!
8. लॉकडाउन म गरीब ये वाकया उस व का है जब पूरे देश म कोरोना के कारण लॉकडाउन लगा हआ था। म जहाँ रहता हँ, वहाँ से थोड़ी दरू एक
ब ती है जसम गरीब मजदरू रहते ह। हआ ऐसा िक एकिदन म वहाँ से गुजर रहा था, तो मने एक झोपड़े से कुछ आवाज सुनी। उस घर के ब चे
भूखे थे और वे खाना माँग रहे थे। मने पास ही खड़े एक आदमी से पूछा िक कुछ किठनाई है या? मेरी बात सुनकर वो बोला िक बंदी होने के
कारण सारे काम बंद ह और काम नह होने के कारण हम पैसे नह िमल रहे ह।
लगभग पूरे ब ती क यही थित थी िक सभी घर म खाने क साम ी या तो नह थी या िफर बहत कम थी। इस पर मने उनसे पूछा िक सरकार ने
तो सभी के लए खाने क यव था मु त म क है, तो उनम से एक ने कहा िक हम अपना राशन लेने के लए गए थे लेिकन हम कुछ भी नह िमला
और हम बताया गया िक अनाज आया ही नह है।

Copyright © myCBSEguide.com. Mass distribution in any mode is strictly prohibited. 8/9


myCBSEguide

म और मेरे कुछ दो त ने िमलकर इनक मदद करने क ठानी। हम सभी अपने घर से कुछ राशन लेकर आए और आस पास और लोग को भी
मदद के लए ो सािहत िकया तािक 2-3 िदन के लए उ ह भोजन िमल जाए। इसी बीच एक NGO ने आकर उनके भोजन क यव था करने का
भरोसा िदया।

OR

काश मेरे पंख होते आज लॉकडाउन हए एक महीना पूण हो चुका था छा ावास क खड़क पर बैठा िगरीश बहत उदास था य िक अभी थोड़ी देर
पहले मोबाइल पर पापा का फोन आया था िक उसके दादाजी क तिबयत बहत खराब है वे िकसी तरह उ ह अ तपताल लेकर जा रहे थे। रह-
रहकर दादाजी का चेहरा उसक आँ ख के सामने आ रहा था | तभी उसक नजर सामने बगीचे म फुदकती गौरैया पर पड़ी वह कभी उड़कर इधर
तो कभी उधर जा रही थी थोड़ी देर के लए िगरीश याल म खो गया िक "काश! मेरे पंख होते" त म उड़कर दादाजी के पास पहँच जाता, उनको
अपनी सेवा से खुश कर देता। तरह-तरह के रोचक िक से सुनाता जैसे वे बचपन म सुनाते थे। उसे घर क भी बहत याद आ रही थी, छा ावास क
चारदीवारी म रहते-रहते वह ऊब गया था। वही चेहरे, वही खाना उसका मन नही लग रहा था। काश उसके पंख होते तो गाँव के लहलहाते खेत म
टहलता , घर के आँ गन म फुदकता माँ के हाथ का गरमा-गरम खाना खाता। "काश! मेरे पख होते" सोचते-सोचते िगरीश गहरी न द म सो गया।

Copyright © myCBSEguide.com. Mass distribution in any mode is strictly prohibited. 9/9

You might also like