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��प� – 2021-22

�हदी ‘ब’ टमर-2


कक्- दसव�

समय-2 घंटे पूणा�क- 40


सामान्यिनद�श-
• इस ��प� म� दो खंड ह�- खंड ’क’ तथा खंड ‘ख’ ।
• सभी �� अिनवायर् ह, यथा संभव सभी ��� के उ�र �मानुसार ही िलिखए |
• खंड ‘क’ म� कु ल तीन �� ह�। �दए गए िनद�श� का पालन करते �ए इनके उप��� के उ�र दीिजए |
• खंड ‘ख’ म� कु ल पाँच �� ह�, सभी ��� के साथ िवकल्प भी �दए गए ह�| िनद�शानुसार िवकल्प का ध्यान रखते �
सभी ��� के उ�र दीिजए |

खंड क
(पाठयपुस्तक व पूरक पा�पुस्)
�� 1-िन�िलिखत ��� म� से �कन्ही दो ��� के उ�र लगभग25-30 शब्द� म� दीिजए- 2X2=4
क- जापान म� लोग चलते नह�,दौड़ते ह�, बोलते नह�,बकते ह�, एक महीने का काम एक �दन म� करने का �यास करते ह� |
इससे उनके जीवन क� रफ्तार बढ़ गई ह, वे मानिसक �ग्णता का िशकार बन रहे ह�| आज भारत म� भी यही िस्थित
उत्प� हो रही है| जीवन क� आपाधापी म� वे मानिसक स्वास्थ्य खोते जा रहे | ‘टी सेरेमनी’ के अित�र� आप उन्ह�
और क्या करने क� सलाह दे सकते ह,िजससे वे शारी�रक तथा मानिसक दोन� तरह से स्वस्थ रह|
ख- वजीर अली को अं�ेज� क� गुलामी पसंद नह� थी | वह अं�ेज़ी शासन तथा अं�ेज� का घोर िवरोधी था | अं�ेज� के
�ित उसक� यह नफरत ‘कारतूस’ एकांक� के आधार पर िस� क�िजए |
ग- किवता ‘पवर्त �देश म� पाव’को पढ़ कर घर क� चारदीवारी के अंदर बैठा �आ �ि� भी �कसी पवर्तीय स्थ को
महसूस कर सकता है । किव क� िच�ात्मक शैली का वणर्न करते �ए िस� क�िजए �क किवता म� उन्ह�ने पावस ऋतु
सजीव िच�ण �कया है |
�� 2- िन�िलिखत ��� म� से �कसी एक �� का उ�र लगभग 60-70 शब्द� म� दीिजए- 4X1=4
क-अपना संपूणर् जीवन समाज सेवा को अ�पत कर राकेश चन्� जी अपने जीवन के अंितम �दन िगन रहे ह|उनका पु�
राम िपता क� यह िस्थित स्वीकार नह� कर पा रहा और �-रात �चता म� घुलता जा रहा है | मृत्यु अवश्यंभावी ह –
इस तथ्य को ध्यान म� रखते �ए राम को धीरज बंधाते �ए किवत‘मनुष्यत’ के आधार पर बताइए �क मृत्यु से डरना
क्य� नह� चािहए तथा उसे गौरवशाली कैसे बनाया जा सकता है?

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ख- हीरा के जीवन का ल�य था –अपने देश हेतु कु छ करना क्य��क उसके िपता का मानना था �क अपने देश के िलए
कु छ करना हमारा भी कतर्� ैह | हीरा को �ोत्सािहत करने हेतु उसके िपता ने उसे क्या कहा होग? गीत ‘कर चले हम
�फ़दा’ के आलोक म� व�णत क�िजए |
�� 3- िन�िलिखत ��� म� से �कन्ही दो ��� के उ�र लगभग40-50 शब्द� म� दीिजए- 3X2=6
क-उस �दन ऐसा �आ �क ब�गन का भुरता उसे ज़रा ज्यादा अच्छा लगा। रामदुलारी खाना परोस रही थ टोपी ने कहा-
“अम्म, ज़रा ब�गन का भुरता।” 'अम्म!' मेज़ पर िजतने हाथ थे �क गए। िजतनी आँख� थ� वो टोपी के चेहरे पर जम ग�।
मेज़ पर सबके हाथ �कना धमर् के �ित टोपी के प�रजन� क� �कस मानिसकता को दशार्ता ह? इस मानिसकता म�
बदलाव कै से संभव है ? कथा के आलोक म� अपने िवचार िलिखए |
ख-मास्टर �ीतमचंद से हमारा डरना स्वाभािवक थ| परन्तु हम उनसे नफरत भी करते थे| लेखक गुरदयाल शमार् �ारा
कहानी ‘सपन� के -से �दन म� ऐसा क्य� कहा गया होगा? क्या अध्यापक� �ा छा�� के साथ कठोर �वहार आज के
समय क� मांग है ? अपने िवचार तकर ्पूवर्क िलिख|
ग-प�रिस्थितवश इधर ह�रहर काका ने ठाकुरबारी म� जाना बंद कर �दया है। पहले वह अकसर ह ठाकु रबारी म� जाते
थे। मन बहलाने के िलए कभी-कभी म� भी ठाकु रबारी म� जाता �ँ। ले�कन वहाँ के साधु-संत मुझे फू टी आँख� नह� सुहाते।
काम-धाम करने म� उनक� कोई �िच नह�| ठाकु रजी को भोग लगाने के नाम पर दोन� जून हलवा-पूड़ी खाते ह� और
आराम से पड़े रहते ह�। उन्ह� अगर कुछ आता ह तो िसफर ् बात बनाना आत है।
ऐसा क्या �आ �क काका ने ठाकुर बाडी जाना बंद कर �दया? कथा म� व�णत महंत क� ��ाचारी �वृि� क� समीक्ष
आज के सन्दभर् म� क�िज|
खंड ख
(रचनात्मक लेख)
�� 4- िन�िलिखत िवषय� म� से �कसी एक िवषय पर संकेत िबन्दु� क� सहायता से लगभग150 शब्द म� अनुच्छेद
िलिखए – अंक 6
आज़ादी तब और अब
• आज़ादी के बदलते मायने
• िवचार� क� स्वतं�ता
• कोरोना ने बदला �प
अथवा
ऑनलाइन कक्:सज़ा या मज़ा
• अनुशासनहीनता
• समय क� बचत
• िशक्षा का स्त
अथवा
योगा:समय क� मांग
• तन सुरिक्षत तो जीवन सुरिक्
• महत्व
• आवश्यकता

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�� 5- िन�िलिखत िवषय� म� से �कसी एक िवषय पर लगभग 120 शब्द� म� प� िलिखए
– अंक 5
अपने क्षे� के थानाध्यक्ष को प� िलिखए �क आपक� बस्ती म� चरमराती न्याय �वस्था के -दहाड़े चोरी-
डकै ती के मामले बढ़ रहे ह� | समस्या पर ध्यान �दलाने का आ�ह करते �ए अनुरोध क�िजए �क नाग�रक� क� सुरक्षा
ध्यान म� रखते �ए बस्ती म� गाडर् क� �वस्था क� |

अथवा
�कसी समाचार प� के संपादक को प� िलखकर शहर म� बढ़ती िभखा�रय� क� संख्या पर अपनी �चता ज़ािह करते �ए,
उसका समाधान करने का आ�ह क�िजए |
�� 6- िन�िलिखत िवषय� म� से �कन्ह� दो िवषय� पर िनद�शानुसार लगभग50 शब्द� म� सूचना िलिखए

अंक 5
क-आप मोहल्ला सुधार सिमित के सिचव ह�| कोिवड के कारण शहर म� सख्त लॉकडाउन के बावजूद लोग घर� के बाहर
चहल-कदमी कर रहे ह�, िजस कारण बाक� लोग� क� सेहत भी दाँव पर लगी है | मोहल्ल िनवासी अपने-अपने घर� म�
रह�, सुरिक्षत र| इससे संबंिधत सूचना तैयार क�िजए |
अथवा
ऑनलाइन कक्षा� से वंिचत छा�� के िलए मोबाइल एकि�त करने हेतु िव�ालय क� �ाचायार् क� से अिभभावक�
हेतु सूचना तैयार क�िजए |
ख- ‘बसंत पंचमी’ के अवसर पर िव�ालय म� मनाए जाने वाले सरस्वती पूजन समारोह का संिक्ष� िववरण देते �ए च
तैयार क�िजए |
अथवा
आजीिवका परामशर् हेतु एक िवदेशी संस्था आपके िव�ालय म� एक �दन का क�प लगा रही ह| व�र� मुख्याध्यािपका क
ओर से ग्यारहव� तथा बारहव� कक्षा के छा�� को इसम� भाग लेने हेतु सूिचत क�ि|
�� 6- िन�िलिखत िवषय� म� से �कन्ह� दो िवषय� पर िनद�शानुसार लगभग50 शब्द� म� िवज्ञ तैयार क�िजए -
अंक 5
क-�ीष्मावकाश म� ब�� को ि:शुल्क बागवानी िसखाने के िलए‘नेचसर’ संस्थान क� ओर से अिधकािध ब�� को �वेश
लेने हेतु एक िवज्ञापन तैयार क�िज|
अथवा
आप अपना ‘प्ल-स्टेश-4’ यथाशी� बेचना चाहते ह� | उसका िववरण देते �ए िवज्ञापन तैयार क�िज|
ख-आप एक ‘��प्टो करंस’ �िशक्षण क�� खोलना चाहते ह| इस संबंध म� युवा� को आक�षत करने वाला एक िवज्ञाप
िलिखए |
अथवा
ऑड-ईवन के चलते आपक� दुकान म� िखलौन� क� िब�� घट गई है | �ाहक� को आक�षत करने हेतु एक िवज्ञापन तैया
क�िजए,िजससे दुकान म� �ाहक� क� संख्या म� �फर से बढ़ो�री हो|
�� 7- िन�िलिखत िवषय� म� से �कसी एक िवषय पर िनद�शानुसार लगभग 120 शब्द� म� कहानी िलिखए

अंक 5
�दए गए �स्थान िबन्दु� के आधार पर लघु कथा िलिख–

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�स्थान �बद- �कशन नामक िनधर्न लड़क, �पय� से भरा थैला िमलना,�कशन क� ईमानदारी,पुिलस
को खबर, पुरस्कार लेने से इनकार |
अथवा
‘�ै�फक लाईट क� कहानी:उसी क� जुबानी’ िवषय पर लघु कथा िलिखए |

िनमार्�ी–सोिनया भा�टया

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