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प्रतिदर्श प्रश्न पत्र 2023-24

तिषय - त िंदी (आधार) - 302


कक्षा - बार िी िं
तिधाशररि समय: 03 घिं टे अतधकिम अिं क : 80 अिं क
सामान्य तिदे र् :-
 निम्ननिखित निर्दे श ों क बहुत सावधािी से पनिए और उिका पािि कीनिए :-
 इस प्रश्न पत्र में िों ड 'अ' में वस्तु परक तथा िों ड 'ब' में वर्णिात्मक प्रश्न पूछे गए हैं ।
 िों ड 'अ' में 40 वस्तु परक प्रश्न पूछे गए हैं , सभी 40 प्रश्न ों के उत्तर र्दे िे हैं।
 िों ड 'ब' में वर्णिात्मक प्रश्न पूछे गए हैं । प्रश्न ों के उनित आों तररक नवकल्प नर्दए गए हैं ।
 र्द ि ों िों ड ों के प्रश्न ों के उत्तर र्दे िा अनिवार्ण है ।
 र्थासोंभव र्द ि ों िोंड ों के प्रश्न ों के उत्तर क्रमशः निखिए।

खिंड – अ (िस्तुपरक प्रश्न)


प्रश्न
सिंख्या अपतिि बोध अिं क (15)

प्रश्न 1. तिम्नतिखखि गद्ािंर् को ध्यािपूिशक पढ़कर तदए गए प्रश्नोिं के सिाशतधक उपयुक्त उत्तर िािे तिकल्प को 10x01
चुिकर तिखखए :- =10
पनिमी सभ्यता मु ि म ड़ रही है । वह एक िर्ा आर्दशण र्दे ि रही है । अब उसकी िाि बर्दििे िगी है । वह कि ों
की पूिा क छ ड़कर मिु ष् ों की पूिा क अपिा आर्दशण बिा रही है । इस आर्दशण के र्दशाण िे वािे र्दे वता रखिि
और टािस्टॉर् आनर्द हैं । पािात्य र्दे श ों में िर्ा प्रभात ह िे वािा है । वहााँ के गोंभीर नविार वािे ि ग इस प्रभात का
स्वागत करिे के निए उठ िड़े हुए हैं । प्रभात ह िे के पूवण ही उसका अिु भव कर िे िे वािे पनिर् ों की तरह इि
महात्माओों क इस िए प्रभात का पूवण ज्ञाि हुआ है और ह क् ों ि ? इों िि ों के पनहए के िीिे र्दबकर वहााँ वाि ों के
भाई - बहि - िहीों िहीों उिकी सारी िानत नपस गई, उिके िीवि के धुरे टू ट गए, उिका समस्त धि घर ों से
निकिकर एक ही र्द स्थाि ों में एकत्र ह गर्ा।

साधारर् ि ग मर रहे हैं , मज़र्दूर ों के हाथ - पााँ व फट रहे हैं , िहू बह रहा है ! सर्दी से नठठु र रहे हैं । एक तरफ
र्दररद्रता का अिों ड राज्य है , र्दूसरी तरफ अमीरी का िरम दृश्य। परों तु अमीरी भी मािनसक र्दु ि ों से नवमनर्दण त है ।
मशीिें बिाई त गई थीों मिुष् ों का पेट भरिे के निए - मज़र्दूर ों क सुि र्दे िे के निए - परों तु वे कािी - कािी
मशीिें ही कािी बिकर उन्ीों मिु ष् ों का भिर् कर िािे के निए मु ि ि ि रही हैं । प्रभात ह िे पर र्े कािी -
कािी बिाएाँ र्दूर ह ग
ों ी। मिु ष् के सौभाग्य का सूर्ोर्दर् ह गा।

श क का नवषर् र्ह है नक हमारे और अन्य पूवी र्दे श ों में ि ग ों क मज़र्दूरी से त िे शमात्र भी प्रेम िहीों है , पर वे
तैर्ारी कर रहे हैं पूवोक्त कािी मशीि ों का आनिों गि करिे की। पनिम वाि ों के त र्े गिे पड़ी हुई बहती िर्दी की
कािी कमिी ह रही हैं । वे छ ड़िा िाहते हैं , परों तु कािी कमिी उन्ें िहीों छ ड़ती। र्दे िेंगे पूवण वािे इस कमिी
क छाती से िगाकर नकतिा आिों र्द अिु भव करते हैं । र्नर्द हममें से हर आर्दमी अपिी र्दस उाँ गनिर् ों की सहार्ता
से साहसपूवणक अच्छी तरह काम करे त हम मशीि ों की कृपा से बिे हुए पररश्रम वाि ों क वानर्ज्य के िातीर्
सोंग्राम में सहि ही पछाड़ सकते हैं । सूर्ण त सर्दा पूवण ही से पनिम की ओर िाता है । पर आओ पनिम से आिे
वािी सभ्यता के िए प्रभात क हम पूवण से भे िें।

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इों िि ों की वह मज़र्दूरी नकस काम की ि बच् ,ों खिर् ों और कारीगर ों क ही भू िा िों गा रिती है और केवि स िे ,
िााँ र्दी, ि हे आनर्द धातुओों का ही पािि करती है । पनिम क नवनर्दत ह िुका है नक इिसे मिु ष् का र्दु ि नर्दि पर
नर्दि बिता है ।

1. "पािात्य र्दे श ों में िया प्रभाि ह िे वािा है ।"- पोंखक्त में रे िाों नकत पर्द का आशर् ह सकता है ? 1
a. िर्ा प्रकाश
b. िर्ा नविार
c. िर्ा सवेरा
d. िर्ा प्रभास

2. सोंर्दभण के अिु सार गद्ाों श में 'नवमनर्दण त' शब्द का सटीक अथण क्ा ह सकता है ? 1

a. ठगी हुई
b. ग्लानि पूर्ण
c. ईष्ाण पूर्ण
d. पीड़ा पूर्ण

3. निम्ननिखित कथि ों पर नविार कीनिए – 1


कथि (I) : मािवीर् र्दिता क महत्त्व र्दे िा िानहए।
कथि (II) : मिु ष् तथा मािवीर्ता से प्रेम करिा िानहए।
कथि (III) : अपिी िाि क बर्दि िे िा िानहए।
कथि (IV) : मािव िीवि क आर्दशण माििा िानहए।

गद्ािंर् के अिु सार कौि - सा/ से कथि स ी ैं ?


a. केवि कथि I सही है ।
b. केवि कथि II सही है ।
c. केवि कथि II और III सही हैं ।
d. केवि कथि I और IV सही हैं ।

4. गद्ाों श के अिु सार पूवी र्दे श ों की समस्या क्ा है ? 1

a. मज़र्दूर ों के निए अनधकार ों की कमी


b. मज़र्दूर ों का पूोंिी पनतर् ों द्वारा श षर्
c. मज़र्दूरी क कम महत्त्व का आों किा
d. मज़र्दूरी पर अमीरी का प्रभाव

5. गद्ाों श के अिु सार साधारर् ि ग क् ों मर रहे हैं ? 1


a. मािव श्रम से ज्यार्दा मशीि ों क महत्त्व नमििे के कारर्
b. हाथ - पााँ व फटिे , िू ि ररसिे और सर्दी के कारर्
c. कम मिर्दूरी नमििे कारर् हुई बीमाररर् ों से
d. कार्ण िे त्र ों के नवषैिे पर्ाण वरर् व िािे की कमी से

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6. गद्ाों श में मशीि ों क 'कािी मशीिें' कहिा नकस बात की ओर सोंकेत करता है ? 1

a. कािा रों ग श क का प्रतीक ह ता है ।


b. मशीि ों द्वारा िि साधारर् में बेर ज़गारी बिािे के कारर्
c. मााँ र्दु गाण के अवतार कािी के िै से भिर् करिे के कारर्
d. मशीि ों से अमीर ों द्वारा कािे धि अिण ि करिे के कारर्

7. "इों िि ों के पनहए के िीिे र्दबकर वहााँ वाि ों के....." इस प्रनक्रर्ा के क्ा पररर्ाम हुए? 1

a. आनथण क सोंपर्दा का अिु नित नवतरर्


b. भाई बहि ों व अन्य ररश्ते र्दार ों में र्दु राव
c. समस्त िानत द्वारा कनठि पररश्रम
d. मशीि ों द्वारा मिु ष् ों का सोंरिर्

8. रखिि और टािस्टॉर् का महत्त्व है क् नों क इन् िें 1

a. पूवी र्दे श ों में साम्राज्यवार्द के नवरुद्ध आवाज़ उठाई थी


b. मािवीर् सोंवेर्दिाओों एवों गुर् ों क महत्त्व नर्दर्ा था
c. धानमण क कट्टरता के प्रनत िेतिा िगाई थी
d. गााँ धी िी इि र्द ि ों के नविार ों से अत्यानधक प्रभानवत थे ।

9. मिु ष् के सौभाग्य का सूर्ोर्दर् कब ह गा ? 1

a. मिर्दूर ों द्वारा क्राों नत करिे से


b. मशीि ों के हट िािे से
c. सभी ि ग ों क काम नमििे से
d. मािवीर् र्दिताओों क महत्त्व नमििे से

10. मिु ष् के र्दु ि में निरों तर वृखद्ध का क्ा कारर् बतार्ा गर्ा है ? 1
a. मशीि ों पर अत्यनधक आनश्रत ह िािा
b. मािवीर् र्दिता की आि ििा
c. पूाँिी पनतर् ों द्वारा गरीब ों का श षर्
d. कािी मशीि ों द्वारा मिु ष् ों का भिर्

प्रश्न 2. तदए गए पद्ािंर् पर आधाररि प्रश्नोिं को ध्यािपूिशक पढ़कर तदए गए प्रश्नोिं के सिाशतधक उपयुक्त उत्तर िािे 05x01
तिकल्प को चुिकर तिखखए :- =05

कुश्ती क ई भी िड़े
ढ ि बिाता है नसमरू ही
निसके सधे हाथ
भर र्दे ते हैं ि श पूरे र्दों गि में
उछििे िगती है नमट्टी पूरे अिाड़े की

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ताक नधिा-नधि... ताक नधिा-नधि
झााँ किे िगते हैं ि ग
एक-र्दूसरे के कन् ों के ऊपर से
उिक-उिक कर

बहुत गहरा है ररश्ता


नसमरू और ढ ि का—
िै से सााँ स और धड़कि का

ढ ि खाम श है
त खाम श है
अिाड़े की माटी

खाम श ढ ि क
िगाएाँ गे हाथ नसमरू के
ढ ि बिे गा
िागेगा अिाड़ा
िागेगी माटी अिाड़े की
माटी ही त है
ि स्वीकारती है सभी क
अच्छे ह ों र्ा बुरे
हर रूप में !!

1. ढ ि बिाता है नसमरू ही - पोंखक्त में ' ी' क्ा इों नगत करता है ? 1
a. आर्दत
b. महत्त्व
c. आडों बर
d. प्रेम

2. कुश्ती में ि श कब भर आता है ? 1


a. िब हारता हुआ पहिवाि िीतिे िगता है
b. िब र्द ि ों पहिवाि बराबर की टक्कर वािे ह ते है
c. िब फ़ाइिि कुश्ती द्वारा राष्ट्रीर् नविे ता तर् ह ता है
d. िब नसमरू द्वारा ि ि बिार्ा िाता है

माटी द्वारा अच्छे - बुरे क स्वीकारिे का क्ा तात्पर्ण है ?


3. 1
a. माटी सबक िीतिे का समाि अवसर र्दे ती है
b. माटी का न्यार् सबक स्वीकार्ण ह ता है
c. अोंत में अच्छे बुरे सभी माटी में नमि िाते हैं
d. माटी की ग र्द में अच्छे -बुरे सभी पिते हैं

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4. ढ ि तथा अिाड़े की माटी में क्ा समािता बताई गई है ? 1
निम्ननिखित कथि ों पर नविार कीनिए -
कथि (I) : र्द ि ों क उपर् ग करिे से पहिे तैर्ार करिा ह ता है
कथि (II) : र्द ि ों में श्रम की आवश्यकता ह ती है
कथि (III) : र्द ि ों का प्रर् ग कर ि ग अपिी किा नसद्ध करते है
कथि (IV) : र्द ि ों की पररवतणि में भू नमका ह ती है

तिम्नतिखखि तिकल्पोिं पर तिचार कीतिए िथा स ी तिकल्प चुिकर तिखखए।


नवकल्प:-
a. केवि कथि (III) सही है ।
b. केवि कथि (IV) सही है ।
c. केवि कथि (II) और (III) सही हैं ।
d. केवि कथि (I) और (IV) सही हैं ।

5. कॉिम 1 क कॉिम 2 से सुमेनित कीनिए और सही नवकल्प िुिकर निखिए। 1


कॉिम 1 कॉिम 2
1 नसमरू (i) श्रमिीवी वगण
2 ढि (ii) सामानिक भू नम
3 अिाड़ा (iii) पररश्रम
a. 1-(iii), 2-(i), 3-(ii)
b. 1-(i), 2-(iii), 3-(ii)
c. 1-(i), 2-(ii), 3-(iii)
d. 1-(ii), 2-(i), 3-(iii)
प्रश्न
अतभव्यखक्त और माध्यम अिं क
सिंख्या
(05)

प्रश्न 3. तिम्नतिखखि प्रश्नोिं को ध्यािपूिशक पढ़कर सिाशतधक उपयुक्त उत्तर िािे तिकल्प को चुिकर तिखखए :- 05x01
=05

1. आिे ि कुछ - कुछ फ़ीिर िै सा ह ता है । नफर भी र्द ि ों में पर्ाण प्त अोंतर है । अतः आिे ि का निम्ननिखित में से 1
नवषर् िहीों ह सकता है ?
a. ब्रेनकोंग न्यू ज़
b. राििीनत
c. िे िकूर्द
d. समसामनर्की

2. ऐसा सुव्यवखस्थत, सृििात्मक और आत्मनिष्ठ िे िि, निसके माध्यम से सूििाओों के साथ-साथ मि रों िि पर भी 1
ध्याि नर्दर्ा िाता है , उसे _______ कहते हैं ।
a. समीिा करिा
b. फीिर िे िि
c. आिे ि िे िि
d. ररप टण बिािा
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3. बीट कवर करिे वािे ररप टण र क कहा िाता है :- 1
a. िे िक
b. एों कर
c. सोंपार्दक
d. सोंवार्दर्दाता

4. रित एक पत्रकार हैं । वे सामान्य समािार ों से आगे बिकर िे ि से िु ड़ी र्ा इस नवषर् से िु ड़ी घटिाओों, मु द् ों 1
और समस्याओों का बारीकी से नवश्लेषर् करते हैं । उिकी ररप नटिं ग क क्ा कहा िा सकता है ?
a. बीट ररप नटिं ग
b. फ्रीिाों नसोंग
c. नवशे षीकृत ररप नटिं ग
d. एों कररों ग

5. भािर पत्रकार हैं । वे आनथण क िगत की िबरें बड़ी नर्दििस्पी और सनक्रर्ता से कवर करते हैं । उिकी रुिी और 1
रुझाि के अिु सार वे क्ा बि सकते हैं ?
a. िे िक
b. पाठक
c. स्तों भ िे िक
d. नवषर् नवशे षज्ञ

प्रश्न अिं क
सिंख्या पाठ्यपुस्तक आरो भाग 2
(10)

प्रश्न 4. निम्ननिखित काव्याों श के प्रश्न ों क ध्यािपूवणक पिकर सवाण नधक उपर्ुक्त उत्तर वािे नवकल्प क िुिकर निखिए - 05x01
=05

मैं निि उर के उद्गार निए नफरता हूाँ


मैं निि उर के उपहार निए नफरता हूाँ
है र्ह अपूर्ण सोंसार ि मु झक भाता
मैं स्वप् ों का सोंसार निए नफरता हूाँ ।
मैं ििा हृर्दर् में अनि, र्दहा करता हूाँ
सुि-र्दु ि र्द ि ों में मि रहा करता हूाँ ,
िग भव-सागर तरिे की िाव बिाए,
मैं भव-मौि ों पर मस्त बहा करता हूाँ ।

1. कनव के स्वप् ों का सोंसार है ? 1

a. र्थाथण
b. आर्दशण
c. स्वनप्ि
d. सुिी

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2. निम्ननिखित कथि ों पर नविार करते हुए पद्ाों श के अिु सार स ी कथि क िर्नित कर निखिए। 1
a. स्मृनतर् ों की िाव में कनव एक र्ात्री है ।
b. कनवता में अनि पररवतणि की इच्छा का प्रतीक है ।
c. र्थाथण सोंसार से कनव क क ई सर कार िहीों है ।
d. सुि - र्दु ि का असर कनव पर ह ता है ।

3. काव्याों श में 'उर' से तात्पर्ण है ? 1


a. हृर्दर्
b. इच्छा
c. स्मृनत
d. आवेश

4. निम्ननिखित कथि और कारर् क ध्यािपूवणक पनिए और सही नवकल्प िुिकर निखिए। 1


कथि (A) : र्थाथण र्थाथण क स्वीकार िहीों करिे से कनव के स्वप् अधूरे रह गए हैं ।
कारण (R) : कल्पिा और वास्तनवकता में सामों िस्य की कमी ह िे से कनव क सोंसार अधूरा महसूस ह ता है ।
a. कथि (A) सही है , कारर् (R) गित है ।
b. कथि (A) सही िहीों है , कारर् (R) सही है ।
c. कथि (A) तथा कारर् (R) र्द ि ों सही हैं , नकोंतु कारर् (R) उसकी सही व्याख्या िहीों करता।
d. कथि (A) सही है तथा कारर् (R) र्द ि ों सही हैं , कारर् (R) कथि (A) की सही व्याख्या करता है ।

भव - मौि ों में मस्त बहिे से तात्पर्ण क्ा है ?


5. 1
a. साों साररक सुि रूपी िहरें
b. मौि - मस्ती करिा
c. स्वप् में उपिी सुि - र्दु ि की िहरें
d. िाव िै सी बहिे वािी भावुकता

प्रश्न 5. तिम्नतिखखि गद्ािंर् के प्रश्नोिं को ध्यािपू िशक पढ़कर उपयुक्त उत्तर िािे तिकल्प को चुिकर तिखखए :- 05x01
=05

मैं िे मि में कहा, ठीक। बाज़ार आमों नत्रत करता है नक आओ मु झे िू ट और िू ट । सब भू ि िाओ, मु झे र्दे ि । मे रा
रूप और नकसके निए है ? मैं तुम्हारे निए हूाँ । िहीों कुछ िाहते ह , त भी र्दे ििे में क्ा हरि है । अिी आओ भी।
इस आमों त्रर् में र्ह िू बी है नक आग्रह िहीों है आग्रह नतरिार िगाता है । िे नकि ऊाँिे बाज़ार का आमों त्रर् मू क
ह ता है और उससे िाह िगती है । िाह मतिब अभाव। िौक बाज़ार में िड़े ह कर आर्दमी क िगिे िगता है
नक उसके अपिे पास काफ़ी िहीों है और िानहए, और िानहए। मे रे र्हााँ नकतिा पररनमत है और र्हााँ नकतिा
अतुनित है , ओह! क ई अपिे क ि िािे त बाज़ार का र्ह िौक उसे कामिा से नवकि बिा छ ड़े । नवकि क् ,ों
पागि। असोंत ष, तृष्णा और ईष्ाण से घार्ि करके मिु ष् क सर्दा के निए र्ह बेकार बिा डाि सकता है ।

1. गद्ाों श में प्रर्ुक्त 'अतुनित' शब्द का समािाथी शब्द ह सकता है ? 1


a. अररहों त
b. अथाह
c. अभाव
d. अिर्
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2. गद्ाों श का केंद्रीर् भाव है ? 1
a. बाज़ार के प्रकार बतािा
b. बाज़ार ि िािे की सिाह
c. मिु ष् की तृष्णा क इों नगत करिा
d. मिु ष् पर बाज़ार के िार्दू का असर

3. निम्ननिखित कथि ों पर नविार करते हुए गद्ाों श के अिु सार स ी कथि क िर्नित कर निखिए। 1
a. िब मिु ष् बैिैि ह िाता है तब वह बाज़ार की ओर उन्मु ि ह िाता है ।
b. िब मिु ष् तुििा करिे िगता है तब असोंत ष, तृष्णा और ईष्ाण के भाव मिु ष् में उभरते हैं ।
c. िब मिु ष् क बाज़ार आमों नत्रत करता है तब मिु ष् की व्याकुिता इसका कारर् ह ती है ।
d. िब मिु ष् बाज़ार का नतरिार करता है तब वह इसका सही िाभ िे पाता है ।

4. कॉिम 1 क कॉिम 2 से सुमेनित कीनिए और सही नवकल्प िुिकर निखिए। 1


कॉिम 1 कॉिम 2
1 आग्रह का नतरिार िागता (i) मौि रहकर कार्ण करिा
2 बड़े बाज़ार का िार्दू (ii) अपिी तृष्णा क र किा
3 बाज़ार के िार्दू से बििे का उपार् (iii) इच्छा पूर्ण िा ह िा
a. 1-(iii), 2-(i), 3-(ii)
b. 1-(i), 2-(iii), 3-(ii)
c. 1-(i), 2-(ii), 3-(iii)
d. 1-(ii), 2-(i), 3-(iii)

5. बाज़ार का आमों त्रर् नक, 'आओ मु झे िू ट ' से क्ा आशर् है ? 1


a. बाज़ार िु ट िािा िाहता है
b. बाज़ार के पास वस्तु एाँ बहुत ज्यार्दा हैं
c. बाज़ार केवि िु र्द का रूप नर्दिािा िाहता है
d. बाज़ार आकनषण त करिा िाह रहा है
प्रश्न अिं क
पू रक पाठ्यपु स्तक तििाि भाग 2
सिंख्या (10)

प्रश्न 6. निम्ननिखित प्रश्न ों क ध्यािपूवणक पिकर सवाण नधक उपर्ुक्त उत्तर वािे नवकल्प क िुिकर निखिए :- 10x01=10

1. र्श धर बाबू र्दफ़्तर से घर िल्दी क् ों िहीों िाते थे ? 1


a. पत्नी और बच् ों से हर छ टी - बड़ी बात पर मतभे र्द ह िे के कारर्
b. पीनिर् ों के अोंतराि के कारर्
c. ईश्वर में मि िग िािे के कारर्
d. आधुनिकता के प्रनत िकार की भाविा के कारर्

2. सोंसार के प्रािीितम र्द निर् नित शहर नकसे मािा गर्ा है ? 1


a. मे स प टानमर्ा तथा नसोंधु घाटी
b. मे स प टानमर्ा तथा हड़प्पा
c. हड़प्पा तथा मु अिि -र्दड़
d. मु अिि -र्दड़ तथा मे स प टानमर्ा

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3. मु अिि - र्दड़ की अिू ठी नमसाि क्ा है ? 1
a. िगर निर् िि
b. प्रािीि शहर
c. अन्न भों डार
d. मृ तक ों का टीिा

4. निम्ननिखित कथि और कारर् क ध्यािपूवणक पनिए और सही नवकल्प िुिकर निखिए। 1

कथि (A) : र्श धर बाबू के बच्े धमण , ररश्ते र्दार तथा समाि क नपछड़ा मािते हैं ।
कारण (R) : वे महत्त्वाकाों िी और प्रगनतशीि हैं । उिमें समर् के साथ बर्दिाव आ गर्ा है ।

a. कथि (A) सही है , कारर् (R) गित है ।


b. कथि (A) सही िहीों है , कारर् (R) सही है ।
c. कथि (A) तथा कारर् (R) र्द ि ों सही हैं , नकोंतु कारर् (R) कथि (A) की सही व्याख्या िहीों करता है I
d. कथि (A) तथा कारर् (R) र्द ि ों सही हैं , कारर् (R) कथि (A) की सही व्याख्या करता है ।

5. निम्ननिखित कथि ों पर नविार कीनिए :- 1

कथि (I) : नसोंधु सभ्यता में िगर - निर् िि उन्नत िहीों था।
कथि (II) : नसोंधु घाटी सभ्यता की िू बी सौोंर्दर्ण ब ध है ।
कथि (III) : मु अिि -र्दड़ छ टे - म टे टीि ों पर बसा था।
कथि (IV) : नसोंधु घाटी सभ्यता टीि ों पर आबार्द थी।

सही कथि/ कथि ों वािे नवकल्प क िर्नित कर निखिए।


a. कथि (I) तथा (II) सही हैं ।
b. कथि (I), (II) तथा (III) सही हैं ।
c. कथि (II), (III) तथा (IV) सही हैं ।
d. कथि (II) तथा (III) सही हैं ।

6. कहािी नसल्वर वैनडों ग में र्ह वाक् 'वह िु शहािी भी कैसी ि अपि ों में परार्ापि पैर्दा करे '-नकसिे कहा ह गा ? 1
a. नकशि र्दा
b. र्श धर बाबू
c. भू षर्
d. िड्ढा

7. 'िू झ' - कहािी का िे िक पििा क् ों िाहता था ? 1

a. ज्ञाि के निए
b. र ज़गार के निए
c. कनव बििे के निए
d. आत्मनवश्वास के निए

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8. िू झ कहािी में िे िक का मि पाठशािा िािे के निए तड़पता था। िे िक के पाठशािा िा िािे पािे का कारर् 1
था ?
a) र्दार्दा का कामि र स्वभाव
b) कनव बििे का स्वप्
c) िे ती की मे हित से बििा
d) घर का कज़ण

9. कहािी नसल्वर वैनडों ग में र्श धर बाबू के बच् ों के निए कहा गर्ा है नक, 'बच्े आधुनिक र्ुवा ह ििे हैं '। इस 1
पोंखक्त से िे िक का क्ा आशर् ह सकता है ?

a. िीवि के सभी सुि नप्रर् हैं


b. नपता की नर्दििर्ाण से िाराज़गी
c. अच्छी पगार नमििा
d. आधुनिक िीवि शै िी की ओर रुझाि

10. 'िू झ' - कहािी के शीषण क का अथण क्ा है ? 1


a. मे हित
b. कनठिाई
c. सोंघषण
d. िािाकी

खिंड – ब (िणशिात्मक प्रश्न)


प्रश्न
सिंख्या ििसिंचार और सृििात्मक िेखि अिं क
(16)

प्रश्न 7. निम्ननिखित नर्दए गए 03 नवषर् ों में से नकसी 01 नवषर् पर िगभग 120 शब्द ों में रििात्मक िे ि निखिए :- 06x01
क. नडनिटि र्ुग और मैं =06
ि. परीिा तिाव के कारर् व इसे र किे के उपार्े
ग. उच् नशिा हे तु छात्र ों का नवर्दे श ों क पिार्ि

प्रश्न 8. निम्ननिखित प्रश्न ों क ध्यािपूवणक पिकर िगभग 40 शब्द ों में निर्दे शािु सार उत्तर र्दीनिए :- 02x02
=04

(i) कहािी के िाट्य रूपाों तरर् में सोंवार्द ों के महत्त्व पर नटप्पर्ी कीनिए। 02x01=
02
अथिा
िए और अप्रत्यानशत नवषर् ों पर िे िि के सोंर्दभण में 'मैं ' शै िी के प्रर् ग के बारे में क्ा मान्यता है ?

(ii) िए और अप्रत्यानशत नवषर् ों के िे िि के सोंर्दभण में इस पोंखक्त का आशर् स्पष्ट् करें - "इस तरह का िे िि िु िे 02x01=
मै र्दाि की तरह ह ता है , निसमें बेिाग र्दौड़िे, कूर्दिे और कुिााँ िे भरिे की छूट ह ती है ।" 02

अथिा
टी.वी. की तुििा में रे नडर् माध्यम की क ई र्द सीमाएाँ बताएाँ ।
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प्रश्न 9. निम्ननिखित प्रश्न ों क ध्यािपूवणक पिकर नर्दए गए 03 प्रश्न ों में से नकन्ीों 02 प्रश्न ों के िगभग 60 शब्द ों में उत्तर 03x02
र्दीनिए :- =06

(i) आपक श्र ताओों, र्दशण क ों र्ा पाठक ों क बााँ धकर रििे की दृनष्ट् से नप्रोंट माध्यम, टी.वी. और रे नडर् में से सबसे 3
सशक्त माध्यम कौि - सा िगता है ? अपिे उत्तर के पि में तकण र्दें ।

(ii) नडनिटि मीनडर्ा के उर्दर् िे समािार िेिि की उल्टी नपरानमड शैिी के उपर् ग क कैसे प्रभानवत नकर्ा है ? 3

(iii) समािार पत्र ों में नवशे ष िे िि से आप क्ा समझते हैं ? उर्दाहरर् सनहत उत्तर र्दें । 3

प्रश्न
सिंख्या पाठ्यपुस्तक आरो भाग 2 अिं क
(20)

प्रश्न निम्ननिखित प्रश्न ों क ध्यािपूवणक पिकर नर्दए गए 03 प्रश्न ों में से नकन्ीों 02 प्रश्न ों के िगभग 60 शब्द ों में उत्तर 03x02
10. र्दीनिए :- =06

(i) बाररश ों के बार्द, भार्द ों के पिात प्रकृनत में पररवतणि का कनव िे नकस प्रकार वर्णि नकर्ा है ? पतोंग कनवता के 3
आधार पर अपिे शब्द ों में वर्णि करें ।

(ii) 'छ टा मे रा िे त' कनवता में अों धड़ और बीि से कनव का क्ा तात्पर्ण है ? 3

(iii) व्यखक्त पर प्रशों सा का क्ा प्रभाव पड़ता है ? ‘बात सीधी थी पर’ कनवता के आधार पर बताइए | 3

प्रश्न निम्ननिखित प्रश्न ों क ध्यािपूवणक पिकर नर्दए गए 03 प्रश्न ों में से नकन्ीों 02 प्रश्न ों के िगभग 40 शब्द ों में उत्तर 02x02
11. र्दीनिए :- =04

(i) कैमरे में बोंर्द अपानहि कनवता के आधार पर स्पष्ट् करें नक र्दूरर्दशण ि वािे कैमरे के सामिे कमज़ र क ही क् ों 2
िाते हैं ?

(ii) ‘बार्दि राग’ कनवता के आधार पर भाव स्पष्ट् कीनिए – "नवप्लव-रव से छ टे ही हैं श भा पाते |" 2

(iii) ‘उषा’ कनवता में भ र के िभ की तुििा नकससे और क् ों की गई है ? 2

प्रश्न निम्ननिखित प्रश्न ों क ध्यािपूवणक पिकर नर्दए गए 03 प्रश्न ों में से नकन्ीों 02 प्रश्न ों के िगभग 60 शब्द ों में उत्तर 03x02
12. र्दीनिए :- =06

(i) “भखक्ति अच्छी है , र्ह कहिा कनठि ह गा क् नों क उसमें र्दु गुणर् ों का अभाव िहीों” - िे खिका िे ऐसा क् ों कहा 3
ह गा ?

(ii) ‘कािे मे घा पािी र्दे ’ पाठ के आधार पर पािी और बाररश के अभाव में गााँ व की र्दशा का अपिे शब्द ों में वर्णि 3
कीनिए ।

(iii) नशरीष के फूि निबोंध में अवधू त रूप के रूप में िे िक िे नकस महात्मा क र्ार्द नकर्ा है और क् ों ? 3

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प्रश्न निम्ननिखित प्रश्न ों क ध्यािपूवणक पिकर नर्दए गए 03 प्रश्न ों में से नकन्ीों 02 प्रश्न ों के िगभग 40 शब्द ों में उत्तर 02x02
13. र्दीनिए :- =04

(i) डॉ. आों बेडकर ‘समता’ क कल्पिा की वस्तु क् ों मािते हैं ? 2

(ii) कहािी 'पहिवाि की ढ िक' व्यवस्था के बर्दििे के साथ ि क किा और इसके किाकार के अप्रासोंनगक ह 2
िािे की कहािी है । पोंखक्त क नवस्तार र्दीनिए ।

(iii) निन्ें अपिी ज़रूरत का पता िहीों ह ता, वे ि ग बाज़ार का बाज़ारूपि कैसे बिाते हैं ? 2

अिं क
प्रश्न पू रक पाठ्यपु स्तक तििाि भाग 2
सिंख्या (04)

प्रश्न निम्ननिखित प्रश्न ों क ध्यािपूवणक पिकर नर्दए गए 02 प्रश्न ों में से नकसी 01 प्रश्न का िगभग 60 शब्द ों में उत्तर 04x01
14. र्दीनिए :- =04

(i) ‘नसल्वर वैनडों ग’ कहािी में र्श धर बाबू क अपिे बच् ों की आकषण क आर् ‘समहाउ इों प्रापर’ क् ों िगती है ? आप 04
र्श धर बाबू के स्थाि पर ह ते त 'समहाउ इों प्रापर' से कैसे साों मिस्य स्थानपत करते ?

अथिा
उस घटिा का वर्णि अपिे शब्द ों में कीनिए निससे पता ििता है नक िे िक की मााँ उसके मि की पीड़ा समझ
रही थी? ‘िू झ’ कहािी के आधार पर बताइए।
-x-----x-----x-----x-

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अंक योजना - प्रतिदर्श प्रश्न पत्र (2023-24)
तिषय - त ंदी (आधार) - 302
कक्षा - बार िी ं
तनधाशररि समय: 03 घं टे अतधकिम अं क : 80 अं क
सामान्य तनदे र् :-
 अंक योजना का उद्दे श्य मू ल्ां कन को अधिकाधिक वस्तु धनष्ठ बनाना है ।
 खं ड- अ में धिए गए वस्तु परक प्रश्ों के उत्तरों का मू ल्ां कन धनधिि ष्ट अंक योजना के आिार पर ही धकया जाए।
 खं ड -ब में वर्िनात्मक प्रश्ों के अंक योजना में धिए गए उत्तर धबंिु अंधिम नहीं हैं । ये सुझावात्मक एवं सां केधिक हैं ।
 यधि परीक्षार्थी इन सां केधिक धबंिुओं से धिन्न, धकन्तु उपयुक्त उत्तर िे िो उसे अंक धिए जाएँ ।
 मू ल्ां कन कायि धनजी व्याख्या के अनु सार नहीं, बल्कि अंक-योजना में धनधिि ष्ट धनिे शानु सार ही धकया जाए।

खंड --अ िस्तुपरक प्रश्नों के उत्तर


प्रश्न क्रम संख्या उत्तर अं क तिभाजन

प्रश्न 1. प्रश्न - अपतिि बोध - गद्ांर् 10x01=10

1. b. नया धवचार 1

2. d. पीड़ा पूर्ि 1

3. a. केवल कर्थन I सही है । 1

4. c. मज़िू री को कम महत्त्व का आं कना 1

5. a. मानव श्रम से ज्यािा मशीनों को महत्त्व धमलने के कारर् 1

6. b. मशीनों द्वारा जन सािारर् में बेरोज़गारी बढ़ाने के कारर् 1

7. a. आधर्थि क संपिा का अनु धचि धविरर् 1

8. b. मानवीय संवेिनाओं एवं गुर्ों को महत्त्व धिया र्था 1

9. d. मानवीय िक्षिाओं को महत्त्व धमलने से 1

10. a. मशीनों पर अत्यधिक आधश्रि हो जाना 1

प्रश्न 2. प्रश्न - अपतिि बोध - पद्ांर् 05x01=05

1. b. महत्त्व 1

2. d. जब धसमरू द्वारा ढ़ोल बजाया जािा है 1

3. c. माटी की गोि में अच्छे -बुरे सिी पलिे हैं 1

4. b. केवल कर्थन (IV) सही है । 1

5. b. 1-(i), 2-(iii), 3-(ii) 1


प्रश्न 3. प्रश्न - अतभव्यक्ति और माध्यम 05x01=05

1. a. ब्रेधकंग न्यू ज़ 1

2. b. फीचर ले खन 1

3. d. संवाििािा 1

4. c. धवशे षीकृि ररपोधटिं ग 1

5. d. धवषय धवशे षज्ञ 1

प्रश्न 4. प्रश्न - काव्यांर् - पाठ्यपु स्तक आरो भाग 2 05x01=05

1. b. आिशि 1

2. b. कधविा में अधि पररवििन की इच्छा का प्रिीक है । 1

3. a. हृिय 1

4. b. कर्थन (A) सही नहीं है , कारर् (R) सही है । 1

5. a. सां साररक सुख रूपी लहरें 1

प्रश्न 5. प्रश्न - गद्ांर् - पाठ्यपुस्तक आरो भाग 2 05x01=05

1. b. अर्थाह 1

2. d. मनु ष्य पर बाज़ार के जािू का असर 1

3. b. जब मनु ष्य िुलना करने लगिा है िब असंिोष, िृष्णा और ईष्याि के िाव मनु ष्य में उिरिे 1
हैं ।
4. a. 1-(iii), 2-(i), 3-(ii) 1

5. d. बाज़ार आकधषि ि करना चाह रहा है 1

प्रश्न 6. प्रश्न - पू रक पाठ्यपुस्तक तििान भाग 2 10x01=10

1. a. पत्नी और बच्ों से हर छोटी - बड़ी बाि पर मििे ि होने के कारर् 1

2. c. हड़प्पा िर्था मु अनजो-िड़ो 1

3. a. नगर धनयोजन 1

4. d. कर्थन (A) िर्था कारर् (R) िोनों सही हैं , कारर् (R) कर्थन (A) की सही व्याख्या करिा है । 1

5. d. कर्थन (II) िर्था (III) सही हैं । 1

6. b. यशोिर बाबू 1
7. b. रोज़गार के धलए 1

8. a. िािा का कामचोर स्विाव 1

9. d. आिुधनक जीवन शै ली की ओर रुझान 1

10. c. संघषि 1

खंड – ब िर्शनात्मक प्रश्नों के उत्तर


प्रश्न क्रम संख्या उत्तर अं क तिभाजन

जनसंचार और सृजनात्मक लेखन

प्रश्न 7. धिए गए 03 धवषयों में से धकसी 01 धवषय पर लगिग 120 शब्ों में रचनात्मक ले ख :- 06x01=06
आरं ि —1 अंक
धवषयवस्तु --3 अंक
प्रस्तु धि -- 1 अंक
िाषा -- 1 अंक

प्रश्न 8. प्रश् - लगिग 40 शब्ों में उत्तर :- 02x02=04

(i)  कहानी की ही िरह नाटक में संवािों के द्वारा ही घटनाक्रम का धवकास होिा है 02x01=02
 अिः कहानी का नाट्य रूपां िरर् करिे हुए दृश्य धलखने के बाि कर्थावस्तु के अनु सार ही
संवाि धलखे जाने चाधहए
 ये संवाि संधक्षप्त, पात्रानु कूल, प्रसंगानु कूल और सामान्य बोलचाल की िाषा में ही धलखे जाने
चाधहए
 इसके धलए हम मू ल कहानी के संवािों को र्थोड़ा छोटा कर सकिे हैं और आवश्यकिानु सार
नए संवाि िी गढ़ सकिे हैं
अथिा
 नए िर्था अप्रत्याधशि धवषयों के ले खन में आत्मपरक 'मैं ' शै ली का प्रयोग धकया जा सकिा है
 यद्यधप धनबंिों और अन्य आले खों में 'मैं ' शै ली का प्रयोग लगिग वधजि ि होिा है धकंिु नए धवषय
और अप्रत्याधशि धवषयों पर ले खन में 'मैं ' शै ली के प्रयोग से ले खक के धवचारों और उसके
व्यल्कक्तत्व को झलक प्राप्त होिी है
(ii)  नए और अप्रत्याधशि धवषयों के ले खन के संििि में कहा जा सकिा है धक धलखने का कोई 02x01=02
फ़ॉमूि ला आज िक िु धनया में नहीं बना है
 धजस िरह के धवषय धिए जा सकिे हैं , वे हो सकिे हैं :- आपके सामने की िीवार, उस िीवार
पर टं गी घड़ी, उस िीवार में बाहर की ओर खु लिा झरोखा आधि -इत्याधि
 अर्थाि ि ले खन के धलए ले खक के पास धवषय, धसद्ां ि आधि की कोई सेमा नहीं होिी है
 ले खक की कल्पना, यर्थार्थि, आिशि पर कोई बंिन नहीं होिा है
अथिा
 टी.वी. श्रव्य माध्यम होने के सार्थ - सार्थ दृश्य माध्यम िी है , अिः िशि कों को रे धडयो की िुलना
में अधिक बाँ िे रखिा है
 टीवी में शब् दृश्यों के अनु सार और उनके सहयोगी के रूप में चलिे हैं धकंिु रे धडयो में शब्
और आवाज़ ही सब कुछ है
प्रश्न 9. प्रश् - धिए गए 03 प्रश्ों में से धकन्ीं 02 प्रश्ों के लगिग 60 शब्ों में उत्तर :- 03x02=06

(i) तिद्ाथी चा ें िो तप्रं ट, टी.िी. अथिा रे तडयो में से तकसी एक अथिा एक से अतधक माध्यमों 3
पर अपने िकश प्रदान कर सकिे ैं । जैसे :-
 धप्रंट माध्यम में पसंि के अनु सार धकसी िी पृष्ठ को एक बार या उससे अधिक बार पढ़ा जा
सकिा है
 शब्ों में स्थाधयत्व होिा है
 पढ़िे हुए उस धलखे हुए पर धवचार िी धकया जा सकिा है
o टी.वी. में समाचार अर्थवा धफल्में हम िे ख िी सकिे हैं और सुन िी सकिे हैं । यह माध्यम
िशि कों को बां िे रखिा है
o समाचार व पात्र धिखने में सजीव लगिे हैं िर्था सधचत्र प्रसारर् से समाचार अधिक प्रामाधर्क
बन जािे हैं
o टे लीधवजन माध्यम साक्षर व धनरक्षर िोनों प्रकार के लोगों के धलए उपयोगी है
o कम समय में हम अधिक समाचार िे ख सकिे हैं
o समाचारों को रुधचकर ढं ग से धिखाया जािा है
 रे धडयो िे श के कोने -कोने िक पहुँ चिा है
 रे धडयो सस्ता माध्यम है
 साक्षर-धनरक्षर सिी के धलए समान से उपयोगी
(ii)  उल्टा धपराधमड शै ली का धवशेषिः प्रयोग मु धिि या धप्रंट माध्यम िर्था रे धडयो में होिा है 3
 धडधजटल धमधडया अधिक िीव्र एवं धवस्तृ ि होने के कारर् केवल उल्टा धपराधमड शै ली पर
आधश्रि नहीं
 घंटे - िो घंटे में लोग स्वयं को अपडे ट रखने लगे हैं , सार्थ ही धडधजटल धमधडया दृश्य और श्रव्य
की सुधविाओं से लै स
 दृश्य और श्रव्य माध्यम जै से टी.वी., इं टरने ट इत्याधि में समाचार, सूचना का एक बड़ा िाग
दृश्य िे ख कर ही समझ आ जािा है
 अिः उल्टा धपराधमड शै ली अब समाचार ले खन के अन्य िरीकों में से एक अन्य िरीका अर्थवा
शै ली ही है
(iii)  अखबारों के धलए समाचारों के अलावा खे ल, अर्थि -व्यापार, धसने मा या मनोरं जन आधि धवधिन्न 3
क्षे त्रों और धवषयों से संबंधिि घटनाएँ , समस्याओं आधि से संबंधिि ले खन, धवशे ष लेखन
कहलािा है
 जब धकसी खास धवषय पर सामान्य ले खन से हटकर ले खन धकया जाए िो उसे धवशे ष ले खन
कहिे हैं
 अिः धवशे ष ले खन की िाषा और शै ली समाचारों की िाषा-शै ली से अलग होिी है
 धवशे ष ले खन के कई क्षे त्र हैं जै से :-
 व्यापार, खे ल, मनोरं जन, धवज्ञान, प्रौद्योधगकी, कृधष इत्याधि
उदा रर् :-
 शे यर बाज़ार में िारी धगरावट :- सामान्य ररपोधटिं ग में िथ्यात्मक बािें होंगी
 शे यर बाज़ार में िारी धगरावट - धवशे ष ले खन के अंिगिि खबर का धवश्लेषर्, धगरावट का
कारर् िर्था धनवेशकों पर इसका असर इत्याधि पर ले खन होगा
प्रश्न - पाठ्यपु स्तक आरो भाग 2

प्रश्न 10. प्रश् - धिए गए 03 प्रश्ों में से धकन्ीं 02 प्रश्ों के लगिग 60 शब्ों में उत्तर :- 03x02=06

(i)  जब िािों मास के िौरान होने वाली घनघोर बाररश समाप्त हो जािी है िब शरि ऋिु का 3
आगमन होिा है
 खरगोश की लाल- िू री आँ खों जै सी चमकीली िूप धनकल आिी है
 इसके कारर् चारों ओर उज्ज्वल चमक धबखर जािी है , आकाश साफ और मु लायम हो जािा
है , चारों ओर स्वच्छ वािावरर् हो जािा है
 हवाओं में मनोरम सुगंधिि महक फैल जािी है
 शरि ऋिु के आगमन से चारों ओर उत्साह एवं उमं ग का वािावरर् बिाया है , पिंगबाजी का
माहौल बन जािा है
 शरि ऋिु का मानवीकरर् करिे हुए उसे साइधकल ले कर आिे हुए चंचल बालक की िरह
धचधत्रि धकया है

(ii)  'अंिड़' का अधिप्राय है धक जब िावों की आँ िी आिी है िो रचना शब्ों का रूप लेकर 3


कागज़ पर जन्म ले ने लगिी है
 वास्तव में िाव ही कधविा रचने का पहला चरर् है
 'बीज' से कधव का आशय है धक जब िाव आँ िी रूप में आिे हैं िो कधविा रचने की प्रधक्रया
शु रू हो जािी है

(iii)  प्रशं सा से व्यल्कक्त स्वयं को सही व उच्कोधट का मानने लगिा है 3


 वह सही-गलि का धनर्िय नहीं कर पािा
 उसका धववेक क्षीर् हो जािा है
 कधविा में प्रशं सा धमलने के कारर् कधव अपनी सहज बाि को शब्ों के जाल में उलझा िे िा
है
 फलिः उसके िाव जनिा िक पहुँ च नहीं पािे
 सीिी और सरल बाि को कहने के धलए जब कधव चमत्काररक िाषा का प्रयोग करिा है िब
वह जो कहना चाहिा है िब िाषा के चक्कर में िावों की सुंिरिा नष्ट हो जािी है

प्रश्न 11. प्रश् - धिए गए 03 प्रश्ों में से धकन्ीं 02 प्रश्ों के लगिग 40 शब्ों में उत्तर :- 02x02=04

(i)  िू रिशि न वाले जानिे हैं धक समाज में कमज़ोर व अशक्त लोगों के प्रधि करुर्ा का िाव होिा 2
है
 लोग िू सरे के िु ख के बारे में जानना चाहिे हैं
 िू रिशि न वाले इसी िावना का फायिा उठाना चाहिे हैं
 अपने लाि के धलए ऐसे कायिक्रम बनािे हैं
(ii)  'धवप्लव-रव' से कधव का िात्पयि क्रां धि से है 2
 कधव के अनु सार जब क्रां धि होिी है , िो गरीब लोगों में या आम जनिा में जोश िर जािा है
 यह वही वगि है , जो शोषर् का धशकार होिे हैं
 अिः जब समाज में क्रां धि होिी है , िो इसी वगि से आरं ि होिी है
(iii)  प्राि: कालीन नि की िुलना राख से लीपे गए गीले चौके से की गई है 2
 इस समय आकाश नम िर्था िुंिला होिा है
 इसका रं ग राख से लीपे चूल्हे जै सा मटमै ला होिा है
 धजस िरह चुल्हा-चौका सूख कर साफ हो जािा है उसी िरह कुछ िे र बाि आकाश िी स्वच्छ
एवं धनमि ल हो जािा है
प्रश्न 12. प्रश् - धिए गए 03 प्रश्ों में से धकन्ीं 02 प्रश्ों के लगिग 60 शब्ों में उत्तर :- 03x02=06

(i)  िल्कक्तन अपनी गलि बाि को सही करने के हज़ारों िकि सामने रख िे िी र्थी 3
 िल्कक्तन ले ल्कखका की सुधविा नहीं िे खिी र्थी, हर बाि को वह अपनी सुधविा अनु सार करिी र्थी
 ले ल्कखका व िल्कक्तन के बीच बाहरी िौर पर सेवक-स्वामी का संबंि र्था, परं िु व्यवहार में यह
लागू नहीं होिा र्था
 िल्कक्तन नौकर कम, जीवन की िूप-छाँ व अधिक र्थी
 िल्कक्तन ले ल्कखका की छाया बनकर घुमिी र्थी
 िल्कक्तन हर सुख-िु ख में सार्थ रहिी र्थी

(ii)  झुलसा िे ने वाली लू चलिी र्थी 3


 ढोर-ढं गर प्यास से मर रहे र्थे, पर प्यास बुझाने के धलए पानी नहीं र्था
 जे ठ मास िी अपना िाप फैलाकर जा चुका र्था
 आषाढ़ के िी पंिह धिन बीि चुके र्थे
 कूएँ सूखने लगे र्थे, नलों में पानी नहीं र्था
 खे ि की माटी सूख-सुख कर पत्थर हो गई र्थी
 गली-मु हल्ला, गाँ व-शहर हर जल लोग गरमी से िु न-िु न कर त्राधहमाम कर रहे र्थे

(iii)  ले खक को महात्मा गां िी की याि आिी है 3


 धशरीष पेड़ अविूि की िरह, बाहय पररवििन िूप, वषाि , आँ िी, लू-सब में शां ि बना रहिा है
िर्था पुल्किि-पल्लधवि होिा रहिा है
 ठीक इसी िरह से महात्मा गां िी िी मारकाट, अधििाह, लूटपाट, खू न खच्र को बवंडर के
बीच ल्कस्थर रह सके र्थे
 इस समानिा के कारर् ले खक को गाँ िी जी की याि आ जािी है , धजनके व्यल्कक्तत्व ने समाज
को धसखाया धक आत्मबल, शारीररक बल से कहीं ऊपर की चीज़ है , आत्मा की शल्कक्त है
 जै से धशरीष वायुमंडल से रस खींचकर इिना कोमल, इिना कठोर हो सका है , वैसे ही महात्मा
गाँ िी िी कठोर-कोमल व्यल्कक्तत्व वाले र्थे

प्रश्न 13. प्रश् - धिए गए 03 प्रश्ों में से धकन्ीं 02 प्रश्ों के लगिग 40 शब्ों में उत्तर :- 02x02=04

(i)  ड़ॉ० आं बेडकर का मानना है धक हर व्यल्कक्त समान नहीं होिा 2


 जन्म, सामाधजक स्तर, प्रयत्नों के कारर् धिन्निा व असमानिा होिी है
 मनु ष्य जन्म से ही सामाधजक स्तर के अनु रूप िर्था अपने प्रयासों के कारर् धिन्न और समान
होिा है
 अिः पूर्ि रूप से समिा एक काल्पधनक ल्कस्थधि है
 पूवि समिा एक काल्पधनक ल्कस्थधि है
 इसके बावजू ि वे सिी मनु ष्यों को धवकधसि होने के समान अवसर िे ना चाहिे हैं
 वे सिी मनु ष्यों के सार्थ समान व्यवहार चाहिे हैं

(ii)  पुरानी व्यवस्था में राजिरबार और जनिा द्वारा इन कलाकारों को मान-सम्मान धिया जािा र्था, 2
पर नई व्यवस्था में उन्ें सम्मान िे ने का प्रचलन न रहा
 वे राजघराने के खचे पर जीधवि रहिे र्थे , पर नई व्यवस्था में ऐसा न र्था
 उनके सहारे ये जीधवि रहिे र्थे , परं िु नई व्यवस्था में धवलायिी दृधष्टकोर् को अपनाया गया
 लोक कलाकारों को कम महत्त्व प्राप्त
 पुरानी व्यवस्था में कलाकारों और पहलवानों को राजाओं का आश्रय एवं संरक्षर् प्राप्त र्था
(iii)  समाज में कुछ लोग क्रय-शल्कक्त के बल से बाज़ार से वस्तु एँ खरीििे हैं 2
 उन्ें अपनी ज़रूरि का पिा नहीं होिा
 वे समाज में असंिोष बढ़ािे हैं
 सामान्य लोगों के सामने अपनी क्रय-शल्कक्त का प्रिशि न करिे हैं
 वे शानो-शौकि के धलए उत्पाि खरीििे हैं और बाज़ारूपन को बढ़ािे हैं ।
 ऐसे लोग बाज़ार से न सच्ा लाि उठा पािे हैं , न उसे सच्ा लाि िे सकिे हैं
 वे िन के बल पर बाज़ार में कपट को बढ़ािे हैं

प्रश्न - पू रक पाठ्यपुस्तक तििान भाग 2

प्रश्न 14. प्रश् - धिए गए 02 प्रश्ों में से धकसी 01 प्रश् का लगिग 60 शब्ों में उत्तर :- 04x01=04

(i)  यशोिर बाबू के अनु सार पैसा कमाने का सािन मयाि धिि है िो उससे होने वाली आय पर सिी 04
को गवि
 उनका वेिन बहुि िीरे -िीरे बढ़िा र्था, उससे अधिक महँ गाई बढ़ जािी र्थी
 उनकी आय में हुई वृद् का असर उनके जीवन-स्तर को सुिार नहीं पािा
 यशोिर बाबू के बच्े धकसी बड़ी धवज्ञापन कंपनी में नौकरी पाकर रािोंराि मोटा वेिन कमाने
लगे
 यशोिर बाबू को इिनी मोटी िनख्वाह का रहस्य समझ में नहीं आिा र्था
 यशोिर बाबू समझिे र्थे धक इिनी मोटी िनख्वाह के पीछे कोई गलि काम अवश्य धकया जा
रहा है
 यशोिर बाबू ने अपना सारा जीवन कम वेिन में जै से-िैसे गुज़ारा र्था, वे इिनी शान-शौकि को
पचा नहीं पा रहे र्थे
 वास्तधवकिा जानने का प्रयास धकया जा सकिा है
 पीधढ़यों के बीच के अंिराल में सामं जस्य बैठाने के प्रयास धकये जा सकिे हैं

अथिा
 ले खक पढ़ना चाहिा र्था
 धपिा ने अपनी इच्छा को ध्यान में रखकर ही ले खक की पढ़ाई छु ड़वा िी र्थी
 ले खक ने अपनी माँ से ित्ता जी राव सरकार के घर चलकर उनकी मिि से अपने धपिा को
राजी करने की बाि कही
 माँ अपने बेटे की पढ़ाई के बारे में वह ित्ता जी राव से जाकर बाि िी करिी है और पधि
से इस बाि को धछपाने का आग्रह िी करिी है
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