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केंद्रीय विद्यालय संगठन, आगरा संभाग

सैंपल पेपर- सत्ांत परीक्षा 2020-21


कक्षा 9ि ं पर्
ू ाांक 80 अंक
विषय ह द
ं ी समय 3:00 घंटे

ननदे श:- ननम्नललखित ननदे शों का पालन कीजिए ।


1 .इस प्रश्न पत् में 2 िंड ैं - िंड 'अ' और 'ब' ।
2. िंड 'अ' में कुल 10 िस्तप
ु रक प्रश्न पछ
ू े गए ैं । सभ प्रश्नों में उपप्रश्न हदए गए ैं । हदए
गए ननदे शों का पालन करते ु ए प्रश्नों के उत्तर दीजिए ।
3 .िंड 'ब' में कुल 7 िर्णनात्मक प्रश्न पछ
ू े गए ैं । प्रश्नों में आंतररक विकल्प हदए गए ैं । हदए
गए ननदे शों का पालन करते ु ए प्रश्नों के उत्तर दीजिए ।

िंड-अ (अपहठत भाग)

प्रश्न 1. न चे दो गद्यांश हदए गए ैं । ककस एक गद्यांश को ध्यानपि


ू क
ण पह़िए और उस पर आधाररत
प्रश्नों के उत्तर दीजिए । 5x1=5 अंक
गद्यांश-1
आत्मनिर्भरता का अर्भ है - अपिे पर निर्भर रहिा । जो मिष्ु य दस
ू रों के मुँह
ु िह ीं ताकते, वे ह
आत्मनिर्भर होते हैं । आत्मनिर्भरता का राष्र य स्तर पर र्ी अर्भ है -निज, समाज तर्ा राष्र की
आवश्यकताओीं की पनू तभ स्वयीं करिा । व्यक्तत, समाज तर्ा राष्र में आत्मववश्वास की र्ाविा,
आत्मनिर्भरता का प्रतीक है । स्वावलींबि जीवि में सफलता की पहल सीढ है । सफलता प्राप्त करिे के
ललए व्यक्तत को स्वाबलींबी अवश्य होिा चाहहए । स्वाबलींबी व्यक्तत समाज तर्ा राष्र के ललए सवाांगीण
सफलता प्राक्प्त का महामींत्र है । स्वावलींबि वीरों तर्ा कमभयोगगयों की सवाांगीण उन्िनत का आधार है।
स्वावलींबि की पररर्ाषा हम अिेक उदाहरणों से समझ सकते हैं । जब बच्चा छोटा होता है , तो वह
पण
ू त
भ या अपिी माुँ पर आगित होता है । कुछ समय बाद वह अपिे हार्ों से चीजों को उठाता है , खाता है
तर्ा खेलिे में उिका प्रयोग करता है , उसमें उसे परम आिींद प्राप्त होता है । लििु की यह प्रसन्िता
स्वावलींबि का आिींद है । अतः अपिे आत्मववश्वास को जाग्रत कर उसे मजबत
ू बिाओ । हमें स्वावलींबि
के अिेक उदाहरण दे खिे को लमलते हैं । पेड़-पौधों व पि-ु पक्षियों में तो स्वावलींबि कूट-कूटकर र्रा है ।
वे अपिा र्ोजि स्वयीं बिाते हैं । सय
ू भ से प्रकाि, धरती से जल व अन्य खनिज ग्रहण कर पौधे स्वतः
बढते जाते हैं । चीींट जैसा िन्हा-सा जीव र्ी स्वावलींबि का महत्व समझता है ।

(i) ककन मनष्ु यों को आत्मननभणर क ा िा सकता ै ?


(क) जो आत्मज्ञाि के ललए साधिा करते हैं ।
(ि) जो आत्मा-परमात्मा का अींतर समझ जाते हैं ।
(ग) जो अपिे आत्मसम्माि का ध्याि रखते हैं ।

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(घ) जो ककसी र्ी कायभ के ललए दस
ू रों का मुँह
ु िह ीं ताकते ।

(ii) ककस भ समाि और राष्र की सफलता की प ली स ़िी क्या ै ?


(क) दे ि के लोग दे िर्तत हों
(ि) दे ि के पास अपार धि हो
(ग) दे ि के िागररक स्वाबलींबी हों
(घ) इिमें से कोई िह ीं

(iii) लशशु को आनंद कब प्राप्त ोता ै?


(क) जब वह अपिी माुँ पर आगित होता है ।
(ि) जब उसकी माुँ उसे प्यार करती है ।
(ग) जब वह अपिा कायभ स्वयीं करिे लगता है ।
(घ) जब वह अपिे दोस्तों के सार् समय बबताता है ।

(iv) पेड़-पौधे ककस प्रकार में स्िाबलंब ोने की लशक्षा दे ते ैं?


(क) हमारे ललए फल दे कर
(ि) चारों ओर हररयाल फैलाकर
(ग) अपिा र्ोजि स्वयीं बिाकर
(घ) इिमें से कोई िह ीं

(v) 'आत्मननभणरता' शब्द का विग्र


करते ु ए समास का नाम बताइए ।
(क) आत्म पर निर्भर - अगधकरण तत्परु
ु ष समास
(ि) आत्मा के समाि निर्भर-कमभधारय समास
(ग) आत्मा और निर्भरता-द्वींद समास
(घ) आत्मा की निर्भरता- सींबध
ीं तत्परु
ु ष

अथिा

गद्यांश-2
वि प्रकृनत की अमल्ू य सींपदा है । मािव जीवि इससे अलर्न्ि रूप से जड़
ु ा हुआ है । इसका सभ्यता
एवीं सींस्कृनत से र्ी अटूट सींबध
ीं है । आहदमािव का जन्म व उसकी सभ्यता-सींस्कृनत का ववकास इन्ह ीं
विों में हुआ है । उसकी खाद्य सामग्री और आवास की समस्या र्ी इन्होंिे ह सल ु झाई र्ी । मािव की
और अन्य वन्य जीव-जींतओ ु ीं के जीवि की रिा में र्ी इन्ह ीं का हार् रहा है । हमारे ग्रींर्, उपनिषद और
आरण्यक आहद विों में रचे गए । महाकवव वाल्मीकक द्वारा रगचत ग्रींर् रामायण र्ी तपोवि में ह
रूपाकार पा सकता र्ा । औषगधयाुँ र्ी हमें विों से ह लमलती हैं । ववश्व की कोई सभ्यता एवीं सींस्कृनत
िह ीं है , क्जसिे विों के मल्
ू य को ि आुँका हो, उिकी महत्ता को िा समझा हो । इसललए वि सींरिण की

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आवश्यकता है । कागज बिािे तर्ा मकाि के ललए लकड़ी विों से ह प्राप्त होती है । पेड़-पौधे वषाभ का
कारण बि कर पयाभवरण की रिा तो करते ह हैं, इिमें काबभि-डाइऑतसाइड को िोवषत करिे की िक्तत
र्ी होती है । लसींचाई और पेयजल की समस्या का समाधाि र्ी विों के सींरिण से ह सींर्व है । वि है
तो िहदयाुँ र्ी अपिे र्ीतर जल की अमत
ृ धारा सींजोकर प्रवाहहत कर रह हैं । वि समाप्त होिे से धरती
बींजर व रे गगस्ताि बि जाएगी ।

(i) िनों ने आहदमानि की ककस प्रकार मदद की?


(क) खाद्य सामग्री उपलब्ध कराकर
(ि) आवास की सवु वधा उपलब्ध कराकर
(ग) खाद्य और आवास दोिों की सवु वधा उपलब्ध कराकर
(घ) इिमें से कोई िह ीं

(ii) िन प्रकृनत की संपदा ै क्योंकक-


(क) विों के कारण जीव-जींतओ
ु ीं को आवास लमलता है ।
(ि) जीव-जींतओ
ु ीं को र्ोजि लमलता है ।
(ग) मािव जीवि इससे अलर्न्ि रूप से जुड़ा हुआ है ।
(घ) इिमें से कोई िह ीं ।

(iii) ननम्नललखित में से कौनस िस्तु िनों से प्राप्त न ीं ोत ?


(क) औषगधयाुँ
(ि) कागज बिािे के ललए लकड़ी
(ग) मकाि बिािे के ललए लकड़ी
(घ) प्लाक्स्टक

(iv) पेड़-पौधे पयाणिरर् की रक्षा ककस प्रकार करते ैं ?


(क) वायु से काबभि-डाइऑतसाइड को िोवषत कर
(ि) घिी छाया प्रदाि कर
(ग) जीव-जींतओ
ु ीं को सींरिण प्रदाि कर
(घ) उपयत
ुभ त सर्ी

(v) 'औषधधयााँ' शब्द में कौन सा प्रत्यय ै ?


(क) इयाुँ
(ि) आुँ
(ग) याुँ
(घ) ईयाुँ

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प्रश्न 2 - न चे 2 पद्यांश हदए गए ैं । ककस एक पद्यांश को ध्यानपि
ू क
ण पह़िए और उस पर आधाररत
प्रश्नों के उत्तर दीजिए । 5x1=5 अंक

पद्यांश 1

म िंग ना ोने दें गे !


विश्ि शांनत के म साधक ैं,
िंग न ोने दें गे !

कभ न िेतों में कफर िून िाद फलेग ,


िलल ानों में न ीं मौत की फसल खिलेग ,
आसमान कफर कभ न अंगारे उगलेगा,
एटम से कफर नागासाकी न ीं िलेग
यद्
ु धवि ीन विश्ि का सपना भंग न ोने दें गे!

धथयारों के ढे रों पर ै जिनका डेरा,


माँु में शांनत, बगल में बम, धोिे का फेरा,
कफन बेचने िालों से क दो धचल्लाकर,
दनु नया िान गई ै उनका असली चे रा,
कामयाब ों उनकी चालें, ढं ग न ोने दें गे !

में चाह ए शांनत, जिंदग मको प्यारी,


में चाह ए शांनत, सि
ृ न की ै तैयारी,
मने नछड़ िंग भि
ू से, ब मारी से,
आगे आकर ाथ बटाए दनु नया सारी,
री-भरी धरत को िून रं ग न लेने दें गे!

(i) ककस स्िप्न को कवि न ीं टूटने दे ना चा ते ?


(क) सींसार की सींपन्िता का स्वप्ि
(ि) ववश्विाींनत का स्वप्ि
(ग) यद्
ु ध रहहत सींसार का स्वप्ि
(घ) पारस्पररक िेष्ठता का स्वप्ि

(ii) 'िलल ानों में न ीं मौत की फसल खिलेग ' का तात्पयण ै -


(क) यद्
ु ध के कारण फसल िष्ट िह ीं होगी
(ि) यद्
ु ध अपार जिसींहार का कारण िह ीं बिेगा

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(ग) खेतों में मत
ृ व्यक्ततयों के िव िह ीं हदखाई दें गे
(घ) खेती करिे वाला मौत का लिकार िह ीं बिेगा

(iii) कवि ने 'कफन बेचने िाले' उन दे शों को क ा ै िो-


(क) यद्
ु ध के रूप में िक्तत प्रदिभि करते हैं ।
(ि) घातक अस्त्र-िस्त्रों के सौदागर हैं ।
(ग) िक्तत के आधार पर िरसींहार करते हैं ।
(घ) अिाींनत और अव्यवस्र्ा में ववश्वास रखते हैं ।

(iv) कवि ऐसे यद्


ु ध को साथणक समझते ैं िो-
(क) रािसी िक्ततयों का सींहारक हो ।
(ि) र्ख
ू और रोग का वविािक हो ।
(ग) अिाींनत के समर्भकों का सहयोगी हो ।
(घ) ववश्व के कल्याण का साधक हो ।

(v) प्रस्तत
ु कविता का उपयक्
ु त श षणक ोना चाह ए -
(क) िाींनत की अलर्लाषा
(ि) दे िप्रेम
(ग) प्रेम और िाींनत
(घ) हम जींग ि होिे दें गे

पद्यांश-2

प ले से कुछ ललिा भाग्य में


मनि
ु न ीं लाया ै,
अपना सि
ु उसने अपने
भि
ु बल से ी पाया ै ।
प्रकृनत न ीं डरकर झुकत ै
कभ भाग्य के बल से,
सदा ारत ि मनष्ु य के
उद्यम से, श्रमिल से ।
ब्रह्मा का अलभलेि-
प़िा करते ननरउद्यम प्रार्
धोते ि र कु-अंक भाल का
ब ा भ्रि
ु ों से पान ।
भाग्यिाद आिरर् पाप का

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और शस्त् शोषर् का,
जिससे रिता दबा एक िन
भाग दस
ू रे िन का ।
पछ
ू ो ककस भाग्यिादी से,
यहद विधध-अंक प्रबल ै,
पद पर क्यों दे त न स्ियं
िसध
ु ा ननि रतन उगल ै ?

(i) मनष्ु य को सि
ु प्राप्त ोता ै -
(क) र्ाग्य के बल से
(ि) र्ज
ु ाओीं के बल से
(ग) ववद्या के बल से
(घ) धि के बल से

(ii) कैसे लोग भाग्यिादी ोते ैं -


(क) कायर
(ि) पररिमी
(ग) निरउद्यमी
(घ) आलसी

(iii) मनष्ु य प्रकृनत को रा सकता ै -


(क) उद्यम और पररिम से
(ि) आतींक और र्य से
(ग) उग्रता और िोषण से
(घ) र्ाग्य और पौरुष से

(iv) भाग्यिाद रूप धथयार से शोषक -


(क) लोगों को भ्रलमत करते हैं
(ि) दस
ू रों का हहस्सा दबाकर रखते हैं
(ग) क्ाींनत िह ीं होिे दे ते
(घ) अत्याचार करते हैं

(v) कावयांश का मल
ू संदेश ै -
(क) र्ाग्यवाहदयों को डरािा
(ि) उद्यम और पररिम का महत्व बतािा
(ग) वसध
ु ा के रत्िों के बारे में बतािा

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(घ) वीरों के लिण बतािा

(वयाि ाररक वयाकरर्)

प्रश्न 3 ननम्नललखित पााँच भागों में से ककन् ी चार भागों के उत्तर दीजिए । 4x1=4 अंक

(i) 'अत्यधधक' शब्द में उपसगण बताइए -


(क) अनत
(ि) अत
(ग) आ
(घ) इिमें से कोई िह ीं

(ii) कौन से शब्द में 'वि' उपसगण न ीं ै -


(क) ववजय
(ि) वविाि
(ग) ववदे ि
(घ) अविेष

(iii) 'बेपरिा ' शब्द से मल


ू शब्द और उपसगण अलग कीजिए-
(क) अ + परवाह
(ि) बे + परवाह
(ग) बेप + परवाह
(घ) इिमें से कोई िह ीं

(iv) 'ललिाई' शब्द में कौन सा प्रत्यय ै-


(क) ई
(ि) आई
(ग) वाई
(घ) इिमें से कोई िह ीं

(v) 'उक' प्रत्यय से बना ु आ शब्द ै -


(क) ममेरा
(ि) सि
ु वाई
(ग) र्ावक

(घ) बचत

प्रश्न 4 ननम्नललखित पााँच भागों में से ककन् ी चार भागों के उत्तर दीजिए । 4x1=4 अंक

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न चे हदए गए िाक्यों का प्रकार बताओ -
(i) 'मैं आि विद्यालय न ीं िाऊाँगा' ।
(क) ववधािवाचक वातय
(ि) आज्ञावाचक वातय
(ग) प्रश्िवाचक वातय
(घ) निषेधवाचक वातय

(ii) 'अरे ! इतन ऊाँच इमारत'।


(क) इच्छावाचक वातय
(ि) ववधािवाचक वातय
(ग) ववस्मयाहदबोधक वातय
(घ) सींकेतवाचक वातय

(iii) 'ईश्िर सभ को िुश रिे' ।


(क) प्रश्िवाचक वातय
(ि) इच्छावाचक वातय
(ग) सींकेतवाचक वातय
(घ) आज्ञावाचक वातय

(iv) 'मैं कल मब
ुं ई गया था' ।
(क) इच्छावाचक वातय
(ि) आज्ञावाचक वातय
(ग) ववधािवाचक वातय
(घ) निषेधवाचक वातय

(v) 'शोर मत करो' ।


(क) निषेधवाचक वातय
(ि) सींकेतवाचक वातय
(ग) सींदेहवाचक वातय
(घ) आज्ञावाचक वातय

प्रश्न 5 ननम्नललखित पााँच भागों में से ककन् ी चार भागों के उत्तर दीजिए । 4x1=4 अंक

(i) ‘यशप्राप्त’ समस्तपद का समास विग्र ोगा-


(क) यि में प्राप्त
(ि) यि को प्राप्त

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(ग) यि पर प्राप्त
(घ) इिमें से कोई िह ीं

(ii) ‘नतरं गा’ समस्त पद में समास ोगा-


(क) कमभधारय समास
(ि) अगधकरण तत्परु
ु ष समास
(ग) द्ववगु समास
(घ) इिमें से कोई िह ीं

(iii) जिस समास में प ला पद अवयय ो उसे क ते -ैं


(क) द्वींद समास
(ि) कमभधारय समास
(ग) बहुव्रीहह समास
(घ) अव्ययीर्ाव समास

(iv) ‘यथाननयम’ में समास का नाम बताओ-


(क) कमभधारय समास
(ि) अव्ययीर्ाव समास
(ग) द्ववगु समास
(घ) इिमें से कोई िह ीं

(v) ‘पथभ्रष्ट’ में समास का नाम बताओ-


(क) सींबध
ीं तत्परु
ु ष समास
(ि) सींप्रदाि तत्परु
ु ष समास
(ग) अपादाि तत्परु
ु ष समास
(घ) अगधकरण तत्परु
ु ष समास

प्रश्न 6 ननम्नललखित पांच भागों में से ककन् ी चार भागों के उत्तर दीजिए - 4x1=4 अंक

(i) ननम्नललखित पंजक्त में अलंकार प चान कर ललखिए l


‘कल कानन कंु डल मोर पिा,
उर पै बनमाल बबरािनत ै’ ।
(क) यमक अलींकार
(ि) अिप्र
ु ास अलींकार
(ग) उत्प्रेिा अलींकार
(घ) अनतियोक्तत अलींकार

9|Page
(ii) ि ााँ पर एक ी िर्ण की आिवृ त्त बार-बार ोत ै ि ााँ ोता ै-
(क) यमक अलींकार
(ि) रूपक अलींकार
(ग) उत्प्रेिा अलींकार
(घ) अिप्र
ु ास अलींकार

(iii) िब एक ी शब्द बार-बार आए और उसके अथण लभन्न-लभन्न ो तो ि ााँ कौन सा अलंकार ोता ै -
(क) उपमा अलींकार
(ि) रूपक अलींकार
(ग) उत्प्रेिा अलींकार
(घ) यमक अलींकार

(iv) दी गई पंजक्त में अलंकार प चान कर ललिो -


‘काली घटा का घमंड घटा’
(क) अिप्र
ु ास अलींकार
(ि) यमक अलींकार
(ग) उपमा अलींकार
(घ) उत्प्रेिा अलींकार

(v) ि ााँ िड़ चेतन पदाथों को मानि किया करते ु ए हदिाया िाए, ि ााँ पर कौन सा अलंकार ोता ै-
(क) अनतियोक्तत अलींकार
(ि) मािवीकरण अलींकार
(ग) रूपक अलींकार
(घ) उत्प्रेिा अलींकार

प्रश्न 7 ननम्नललखित गद्यांश को प़िकर प्रश्नों के सिाणधधक उपयक्


ु त विकल्पों का चयन कीजिए-5x1=5

रात को जब बाललका रोहटयाुँ खखलाकर चल गई, दोिों रक्स्सयाुँ चबािे लगे, पर मोट रस्सी मुँह
ु में
ि आती र्ी l बेचारे बार-बार जोर लगाकर रह जाते र्े l सहसा घर का द्वार खुला और वह लड़की
निकल l दोिों लसर झुकाकर उसका हार् चाटिे लगे l दोिों की पुँछ
ू े खड़ी हो गई l उसिे उिके मार्े
सहलाए और बोल -खोले दे ती हूुँ l चुपके से र्ाग जाओ, िह ीं तो यहाुँ लोग मार डालेंगे l आज घर में
सलाह हो रह है कक इिकी िाकों में िार् डाल द जाए l

(i) रजस्सयााँ कौन चबा र ा था ?

10 | P a g e
(क) ऊुँट
(ि) घोड़ा
(ग) बैल
(घ) इिमें से कोई िह ीं

(ii) दोनों बैल लड़की का ाथ क्यों चाटने लगे ?


(क) तयोंकक उन्हें लड़की पर गस्
ु सा आ रहा र्ा
(ि) तयोंकक लड़की उन्हें मार रह र्ी
(ग) तयोंकक उन्हें उस लड़की से आत्मीयता हो गई र्ी
(घ) इिमें से कोई िह ीं

(iii) लड़की ने बैलों को भागने के ललए क्यों क ा ?


(क) तयोंकक वह उन्हें रोहटयाुँ िह ीं खखला सकती र्ी
(ि) तयोंकक उस घर में बैलों की िाकों में िार् डालिे की योजिा बि रह र्ी
(ग) तयोंकक बैल लड़की के ललए काम िह ीं करिा चाहते र्े
(घ) इिमें से कोई िह ीं

(iv) घर में बैलों की नाक में नाथ डालने की सला क्यों ो र ी थ ?


(क) उन्हें नियींत्रण में रखिे के ललए
(ि) उन्हें खुला छोड़ दे िे के ललए
(ग) उन्हें खािा खखलािे के ललए
(घ) इिमें से कोई िह ीं

(v) गद्यांश में ककन दो बैलों की बात की िा र ी ै l


(क) ह रा और मोती
(ि) राम और श्याम
(ग) कालू और मोती
(घ) इिमें से कोई िह ीं

प्रश्न 8 ननम्नललखित प्रश्नों के स ी उत्तर विकल्प चन


ु कर ललखिए – 2x1=2 अंक

(i) ‘सााँिले सपनों की याद’ पाठ में साललम अली ने पि


ू ण प्रधानमंत् के सामने पयाणिरर् से संबधं धत
संभावित ितरों को बताया था l पि
ू ण प्रधानमंत् का क्या नाम था ?
(क) पींडडत जवाहरलाल िेहरू
(ि) िीमती इींहदरा गाींधी

11 | P a g e
(ग) िी अटल बबहार बाजपेई
(घ) चौधर चरण लसींह

(ii) प्रेमचंद का िूता क्यों फटा ु आ था?


(क) परु ािा होिे के कारण
(ि) पाींव रगड़ कर चलिे के कारण
(ग) ठोकर मारिे के कारण
(घ) कट जािे के कारण।

प्रश्न 9 ननम्नललखित पद्यांश को प़िकर प्रश्नों के सिाणधधक उपयक्


ु त विकल्पों का चयन कीजिए- 5x1=5
तयों हूक पडी ?
वेदिा बोझ वाल सी –;

कोककल बोलो तो !

तया लट
ू ा ?

मद
ृ ल
ु वैर्व की

रखवाल सी–,

कोककल बोलो तो !

तया हुई बावल ?

अधभराबत्र को चीखी ,

कोककल बोलो तो

ककस दावािल की

ज्वालाएुँ हैं द खी ?

कोककल बोलो तो !

(i) अद्णधराबत् में कोयल की च ि कवि को क्या संदेश दे त ै ?


(क) कैहदयों को सचेष्ट करिा
(ख) जेल से फरार होिे की चेताविी

12 | P a g e
(ग) दावािल की ज्वालाएीं
(घ) बिहटि िासि के ववरुद्घ आवाज उठािा
(ii) ककस शासन की तुलना तम से की गई ै ?
(क) स्वराज िासि
(ख) ववदे िी
(ग) बिहटि
(घ) र्ारतीय िासि
(iii) कैदी और कोककला' कविता के कवि कौन ै ?
(क) माखिलाल चतुवेद
(ख) रामधार लसींह हदिकर
(ग) गगररजाकुमार मार्रु
(घ) सवेश्वर दयाल सतसेिा
(iv) कोयल कब च ि उठत ै ?
(क) सुबह को
(ख) मध्याह्ि को
(ग) अद्भधराबत्र को
(घ) िाम को
(v) कोयल की कूक सुनकर कवि की क्या प्रनतकिया थ ?
(क) आिींका
(ख) आक्ोि
(ग) आश्चयभ
(घ) निरािा

प्रश्न 10 ननम्नललखित में से ननदे शानस


ु ार विकल्पों का चयन कीजिए l 2x1=2 अंक

(i) ‘कब र’ के अनस


ु ार इस संसार में ‘सच्चा संत’ कौन क लाता ै ?
(क) जो पि-ववपि में पड़ता है
(ि) जो दस
ू रों के हहत की बात िह ीं करता
(ग) जो पि-ववपि में पड़िे की अपेिा निष्पि होकर ईश्वर से प्रेम करता है
(घ) इिमें से कोई िह ीं

13 | P a g e
(ii) गोवपयााँ ककस रं ग का िस्त् धारर् करना चा त ैं ? ‘रसिान के सिैया’ के आधार पर स ी विकल्प
चुननए l
(क) गल
ु ाबी रीं ग का
(ि) िीले रीं ग का
(ग) काले रीं ग का
(घ) पीले रीं ग का
िंड-ब िर्ाणत्मक प्रश्न
(पाठ्यपस्
ु तक क्षनति भाग 1 एिं कृनतका भाग 1 से)

प्रश्न 11. ननम्नललखित प्रश्नों के उत्तर 25-30 शब्दों में दीजिए (गद्य िंड से)- 4x2=8 अंक
(i) नतब्बत में हगर्यार के कािि
ू की तया व्यवस्र्ा है ?
(ii) ककस घटिा िे साललम अल की जीवि की हदिा को बदल हदया और उन्हें पिी प्रेमी बिा हदया ?
(iii) स्िेह की आवश्यकता मिुष्यों को ह िह ीं पिुओीं को र्ी है । दो बैलों की कर्ा पाठ के
आधार पर बताइये
(iv) “ट ला सामाक्जक कुर नतयों का प्रतीक है -”l कैसे ? प्रेमचींद के फटे जत
ू े पाठ के आधार पर उत्तर
द क्जए l

प्रश्न 12. ननम्नललखित प्रश्नों के उत्तर 60-70 शब्दों में दीजिए (कावय िंड से) - 3x2=6 अंक

(i) कबीर िे ईश्वर र्क्तत के ववषय में ककि धारणाओीं का खींडि ककया तर्ा ककस बात पर बल हदया ?
(ii) कवनयत्री का ‘घर जािे की चाह’ से तया तात्पयभ है ? “वाख” कववता के आधार पर उत्तर द क्जए l
(iii) कवव का िज के वि, बाग और तालाब को निहारिे के पीछे तया कारण है ? ‘रसखाि’ के “सवैये” के
आधार पर उत्तर द क्जए l
प्रश्न 13. ननम्नललखित में से ककन् ी दो प्रश्नों के उत्तर 40-50 शब्दों में दीजिए) -कृनतका पाठ्यपस्
ु तक से
2x3=6 अंक
(क) ‘लििा बच्चों का जन्मलसद्ध अगधकार है ’- इस हदिा में लेखखका के प्रयासों का उल्लेख कीक्जए l ‘मेरे
सींग की औरतें ’ पाठ के आधार पर अपिा उत्तर ललखखए l
(ि) अपिी बेट का ररश्ता तय करिे के ललए रामस्वरूप उमा से क्जस प्रकार के व्यवहार की अपेिा कर
रहे हैं,वह उगचत तयों िह ीं है ?
(ग) ‘गर ब आदमी का िमिाि िह ीं उजड़िा चाहहए’- इस कर्ि का आिय स्पष्ट कीक्जए l

लेिन अलभवयजक्त

प्रश्न 14. ननम्नललखित विषयों में से ककस एक विषय पर हदए गए संकेत बबंदओ
ु ं के आधार पर 80 से
100 शब्दों में अनच्
ु छे द ललखिए- 5 अंक

14 | P a g e
(i) चररत्ननमाणर् के बबना लशक्षा अधूरी-
सींकेत बबींदचररत्र
ु निमाभण का तात्पयभ -, सबसे बड़ी पुँज
ू ी, लििा का उद्दे श्य l
(ii) नशा और आि का यि
ु ा
सींकेत बबींदििे
ु के प्रकार -, कारण और दष्ु पररणाम, दरू रहिे के उपाय l
(iii) कन्या भ्रर्
ू त्याएक सामाजिक अपराध :
सींकेत बबींद-ु िक्ततरूपा िार का सक्ृ ष्ट ववकास में महत्व-, सामाक्जक अपराध, घटिाओीं में
तीव्रता का पररणाम, समाज का कतभव्य l
प्रश्न 15. िक्ष
ृ ों की अननयंबत्त कटाई को रोकने के ललए क्षेत् य िन अधधकारी को एक पत् ललखिए l
5 अंक
अथिा
िाद-वििाद प्रनतयोधगता में प्रथम आने पर अपने लमत् को एक बधाई पत् ललखिए l
प्रश्न 16. रास्ता पछ
ू ने के ललए रुके एक वयजक्त का एक बि
ु ुगण से ु ए िाताणलाप को संिाद रूप में
ललखिए l 5 अंक
अथिा
ककस लशक्षक की प्रशंसा करते ु ए दो छात्ों के मध्य ु ए िाताणलाप को संिाद रूप में ललखिए l

प्रश्न 17. न चे हदए गए प्रस्थान बबंद ु के आधार पर 100 से 120 शब्दों में एक लघु कथा ललखिए l
5 अंक

प्रस्थान बबंद-ु
रामू िाम का एक यव
ु क सेठ लक्ष्मीकाींत के यहाुँ काम करता है l कहठि पररिम के बाद र्ी उसे र्रपेट
र्ोजि िसीब िह ीं होता है l आगर्भक तींगी से परे िाि रामू एक हदि दक
ु ाि पर अकेला बैठा रहता है
l एक आदमी आकर उसे ₹200 दे ता है l रामू वह पैसा दक
ु ाि में जमा करिे की बजाय अपिे पास रख
लेता है , परीं तु ग्लािी के कारण वह रात र्र सो िह ीं पाता l सब
ु ह उठते ह रामू दक
ु ाि जाकर चुपचाप वे
रुपए दक
ु ाि में जमा कर दे ता है l उसकी अींतरात्मा पर पड़ा हुआ बोझ आखखरकार उतर जाता है l

अथिा

प्रस्थान बबंद-ु
मदि और गगि दोिों सहपाठी र्े l मदि खेलकूद में तेज र्ा और गगि पढाई में अव्वल l खेल के
दौराि मदि हमेिा गगि को पछाड़ दे ता l मदि ववद्यालय का सवभिेष्ठ खखलाड़ी चुिा गया तर्ा गगि
िे सवभिेष्ठ ववद्यार्ी का परु स्कार हालसल ककया l जीवि यात्रा में आगे बढते हुए दोिों अपिे-अपिे िेत्र
में सफल हुए l गगि क्जलागधकार होकर उसी क्जले में आया, क्जसमें मदि खेल प्रलििक र्ा l दोिों एक
खेल कायभक्म के दौराि लमले और गगि िे मदि को उसकी जीत पर बधाई द l मदि िे गगि से कहा
कक आज तो तम्
ु हार ह जीत हुई है l

15 | P a g e
16 | P a g e

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