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परमाणु ऊर्ाा शिक्षण संस्था

वार्षाक परीक्षा-2017-18
कक्षा- छठी समय -3 घंटे
र्वषय-हिन्दी पूणाांक - 80
खंड-क
प्र.1 निम्िशिखखत अपहठत गदयांि को पढ़कर पूछे गए प्रश्िों के उत्तर शिखो-
मानव बुद्धिशील प्राणी है । जिस द्धवषय पर दस
ू रे प्राणी द्धवचार नह ीं कर सकते उस पर वह चचन्तन
करता है । इसी कारण वह सींसार के समस्त िीवधाररयों से श्रेष्ठ माना िाता है । िहााँ एक ओर उसमें द्धवद्या,
बुद्धि, प्रेम आदद श्रेष्ठ गुण द्धवद्यमान हैं, वह ीं दस
ू र तरफ वह राग, द्वेष, दहींसा आदद बुर प्रवजृ ततयों से भी
ओत-प्रोत है । श्रेष्ठ ततवों का अपने अन्दर द्धवकास करने के ललए मानव को स्वावलम्बी बनना पडेगा। दस
ू रों
का सहारा छोडकर केवल अपने सहारे पर िीवन बबताना स्वावलम्बन कहलाता है। अपने पैरों पर खडा होने
वाला व्यजतत न तो समाि में ननरादर पाता है और न घण
ृ ा का पात्र ह होता है । वह अपने बल पर पण
ू ण
द्धवश्वास प्राप्त करता है । वास्तव में स्वावलम्बन मानव का वह गुण है िो उसे आतमद्धवश्वासी बनाता है । िो
व्यजतत स्वयीं कमणठ एवीं स्वावलींबी नह ीं है , ऐसे व्यजतत की कोई भी सहायता नह ीं करता है और ऐसे व्यजतत
का िीवन पशु से भी हे य होता है । आि के युग में उसी का िीवन सार्णक है िो स्वावलींबी है तयोंकक
स्वावलींबन िीवन का मूलमींत्र है ।
1. मनुष्य को िीवधाररयों में श्रेष्ठ तयों माना गया है ? 2
2. मनुष्य में कौन-कौन से गुण और बुर प्रवजृ ततयााँ द्धवद्यमान हैं? 2
3. कैसे व्यजततयों को पशु से भी हे य माना गया है ? 1
4. स्वावलींबन ककसे कहते हैं? 2
5. ककसका िीवन सार्णक है ? 1
6. गण
ु शब्द का द्धवलोम होगा? 1
7. गद्याींश का उचचत शीषणक द जिए। 1
प्र.2 निम्िशिखखत अपहठत कावयांि को पढ़कर पछ
ू े गए प्रश्िों के उत्तर शिखो-
ऊाँचा खडा दहमालय आकाश चम
ू ता है ।
नीचे चरण तले झक
ु , ननत लसींधु झम
ू ता है ।
गींगा यमुना बत्रवेणी, पग पग छहर रह हैं
झरने अनेक झरते इसकी पहाडडयों में
चचडडयााँ चहक रह , हो मस्त झाडडयों में
वह धमणभूलम मेर , वह कमणभूलम मेर ,
वह िन्मभूलम मेर , वह मातभ
ृ ूलम मेर ।
िन्मे िहााँ र्े रघुपनत, िन्मी िहााँ र्ी सीता,
श्रीकृष्ण ने सुनाई, वींशी पुनीत गीता।
गौतम ने िन्म लेकर, जिसका सुयश बढाया,

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िग को दया लसखाई, िग को द या ददखाया।
वह यि
ु भलू म मेर , वह बि
ु भलू म मेर ।
वह मातभ
ृ लू म मेर , वह िन्मभलू म मेर ।
1. काव्याींश में दहमालय ककसे चम
ू रहा है ? 1
2. सागर ककसके चरणों मे झुका हुआ है ? 1
3. काव्याींश में ककसकी प्रशींसा का गान ककया गया है ? 2
4. भारत की पण्
ु य धरती पर कौन-कौन सी मख्
ु य नददयााँ बहती हैं? 2
5. इस धरती पर ककन महापुरुषों ने िन्म ललया? 2
6. गौतम ने लोगों को तया सीख द ? 1
7. मातभ
ृ ूलम से तया तातपयण है ? 1

(खंड-ख)
प्र.3 (क) निम्िशिखखत िब्दों से वाक्य बिाइए- 2
पुचकारना, खलना

(ख) िीचे कुछ िब्द हदए गए िैं। शिखखए कक ककि चीर्ों का स्पिा ऐसा िोता िै - 2
चचपचचपा, मुलायम, सख्त, भुरभुरा

(ग) निम्िशिखखत िब्द दे खिे में शमिते-र्ुिते िैं, पर उिके अथा शिन्ि िैं। वाक्य बिाकर
इि िब्दों के अथा स्पष्ट कीजर्ए। 3
ददन - द न, ओर – और, में – मैं

(घ) निम्िशिखखत िब्दों में ‘ईिा’ प्रत्यय र्ोड़कर र्विेषण बिाइए और उिके शिए उपयक्
ु त
संज्ञा िी शिखखए- 2
पतर्र, कााँटा, रस, ज़हर

(ङ) निम्िशिखखत अवधि िाषा के िब्दों को िुद्ध हिन्दी में शिखखए- 2


लखख, पोंनछ, धरर, िानन

(च) ‘िोक’ िब्द र्ोड़कर चार िए िब्द बिाइए 2

(छ) निम्िशिखखत िब्दों के शिंग बताइए- 2


काललख, चतकी, पतीला, रोशनी

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(खंड-ग)
प्र.4 ककन्िीं पााँच प्रश्िों के उत्तर दीजर्ए- 10
क. नागरािन के अलबम के दहट हो िाने के बाद रािप्पा के मन की तया दशा हुई?
ख. हे लेन केलर प्रकृनत की ककन चीिों को छूकर और सन
ु कर पहचान लेती र्ीीं?
ग. लाखों करोडों वषण पहले हमार धरती कैसी र्ी?
घ. हमारे यहााँ जस्त्रयों के खास गीत कौन-कौन से हैं?
ङ. आश्रम में कॉलेि के छात्रों से गाींधी िी ने कौन-सा काम करवाया और तयों?
च. राम ने र्की हुई सीता की तया सहायता की?
छ. बााँस की बुनाई मानव के इनतहास में कब आरीं भ हुई होगी?

प्र.5 निम्िशिखखत कावयांि पर पछ


ू े गए प्रश्िों के उत्तर शिखखए-
बडा बनाकर पहले हमको
तू पीछे छलती है मात!
हार् पकड कफर सदा हमारे
सार् नह ीं कफरती ददन-रात!
अपने कर से खखला, धल
ु ा मुख,
धल
ू पोंछ सजजित कर गात!
र्मा खखलौने, नह ीं सुनाती
हमें सुखद पररयों की बात!
क. बडा हो िाने पर बच्चों को मााँ के व्यवहार में तया अींतर लगता है ? 2
ख. सबसे छोटे बच्चे को मााँ सबसे अचधक लाड-प्यार तयों करती है ? 2
ग. बडे हो िाने पर मााँ बच्चों के सार् तया-तया नह ीं करती ? 1

प्र.6 गदयांि को पढ़कर िीचे हदए गए प्रश्िों के उत्तर शिखखए-


उन्हें सब्िी, फल और अनाि के पौजष्टक गण
ु ों का ज्ञान र्ा। एक बार एक आश्रमवासी ने
बबना धोए आलू काट ददए। गाींधी ने उसे समझाया कक आलू और नीबू को बबना धोए नह ीं काटना चादहए।
एक बार एक आश्रमवासी को कुछ केले ददए जिनके नछलकों पर काले चतते पड गए र्े। उसने बहुत बरु ा
माना। तब गाींधी ने उसे समझाया कक ये िल्द पच िाते हैं और तुम्हें खास तौर पर इसललए ददए गए हैं कक
तुम्हारा हाज़मा कमज़ोर है । गाींधी आश्रमवालसयों को अकसर स्वयीं भोिन परोसते र्े। इस कारण वे बेचारे
बेस्वाद उबल हुई चीिों के द्धवरूि कुछ कह भी नह ीं पाते र्े।
क. गाींधी िी को ककस बात का ज्ञान र्ा? वे आश्रमवालसयों को तया समझाते र्े? 2
ख. कमज़ोर हाज़मा वाले आश्रमवासी के बुरा मानने पर गाींधीिी ने उसे तया समझाया? 2
ग. आश्रमवासी ककसके द्धवरुि कुछ नह ीं कह पाते र्े ? 1

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प्र.7 ककन्िीं तीि प्रश्िों के उत्तर दीजर्ए- 6
1. रावण ने ककस प्रकार सीता का हरण ककया?
2. राम को लहुलह
ु ान अवस्र्ा में कौन लमला और उन्हें उसने सीता के द्धवषय में तया बताया?
3. हनम
ु ान को राम और सग्र
ु ीव की दशा एक िैसी तयों लगी?
4. हनम
ु ान ने सीता के द्धवषय में राम को तया-तया बातें बताईं?
5. राम सीधे अयोध्या तयों नह ीं िाना चाहते र्े?

प्र.8 संक्षक्षप्त उत्तर शिखो- 4


1. समुद्र पार करने के बाद राम ने ककसे दत
ू बनाकर रावण के पास भेिा?
2. हनुमान को समुद्र के मागण में कौन-कौन सी राक्षसी लमल ीं?
3. मतींग ऋद्धष के आश्रम में राम ककससे लमलने गए र्े?
4. सीता हरण के ललए सहायता मााँगने रावण ककसके पास पहुाँचा?

प्र.9 िुल्क मुजक्त के शिए प्रिािाचाया को पत्र शिखखए। 5


अथवा
परीक्षा में सफिता पािे पर अिुर् को बिाई पत्र शिखखए।
प्र.10 निम्िशिखखत में से ककसी एक र्वषय पर निबन्ि शिखखए। 10
1. द पावल
2. समय का सदप
ु योग
3. होल
4. अनुशासन का महतव

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