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भोलानंदा नेशनल विद्यालय

प्रथम सत्र परीक्षा 2021 – 22

कक्षा – IX (नौंिी)

विषय – ह द
ं ी

अिघि :- 1 ½ िंटे पूर्ाांक :- 40

खंड – क (अपहित बोध)

घनम्नललखखत गद्यांश को पढ़कर पछ


ू े गए प्रश्नों के ललए स ी विकल्प चुघनए|1×5=5

हमारा पर्ाावरण हमारा रक्षा कवच है | र्ह हमें प्रकृति से ववरासि में ममला है | र्ह
हम सबका पालनकिाा और जीवनाधार है | वस्िुिः पर्ाावरण-रक्षण भारिीर् संस्कृति
से जड
ु ा हैं, पेड-पौधे और जानवर हमारे ममत्र हैं| बडे-बडे बाग बगीचों और पाकों को
'शहर का फेफडा' कहा जािा हैं| हमारी संस्कृति में पेड लगाना पुण्र्-कार्ा माना जािा
है | पीपल, बरगद, आम, नीम, जामुन, आँवला जैसे उपर्ोगी वक्ष
ृ ों के रोपण को महान
धाममाक कृत्र् माना गर्ा है | र्ह कार्ा प्रकृति एवं पर्ाावरण के प्रति हमारी आस्था
प्रकट करिे हैं| इन कार्ों से हममें अच्छे संस्कार आिे हैं| मशक्षा का सही लाभ िभी
होगा, जब हम अच्छे संस्कारों को बनाए रखें |
पर्ाावरण प्रदष
ू ण को रोकने के मलए सबसे अधधक आवश्र्किा इस बाि की है कक
प्रदष
ू क कार्ों को रोका जाए| सरकारी स्िर पर इस ददशा में अनेक कदम उठाए जा
रहे हैं| इसके अतिररक्ि पर्ाावरण-प्रदष
ू ण को रोकने में हम स्वर्ं भी सहर्ोग दे सकिे
हैं| इस समस्र्ा पर अगर हम आज मंथन नहीं करें गे, िो प्रकृति संिुलन स्थावपि
करने के मलए स्वर्ं कोई भर्ंकर कदम उठाएगी और हम मनुष्र् को भर्ंकर पररणाम
भुगिना होगा| पर्ाावरण रक्षण के मलए हमें अत्र्धधक पेड लगाने होंगे, प्राकृतिक
संसाधनों का अंधाधुंध दोहन करने से बचना होगा| प्लास्स्टक का उपर्ोग बंद करना
होगा| कूडे- कचडे का तनपटारा उधचि स्थान और उधचि ढं ग से करना होगा| वषाा के
जल का संचर् एवं भमू मगि जल को संरक्षक्षि करने का प्रर्ास करना होगा| ऐसी
िकनीकों का ववकास करना होगा स्जससे र्ािार्ाि के साधनों द्वारा प्रदष
ू ण न फैले|
हम मनुष्र्ों को पथ्ृ वी िथा पर्ाावरण-रक्षण के तनस्वाथा भाव से कार्ा करने होंगे|
1. मारा पयाािरर् मारे ललए आिश्यक क्यों ै?
a. र्ह हम सब का पालनकिाा और जीवनाधार है |
b. र्ह हमारा संहारक है |
c. इससे हमें ववषाक्ि वार्ु ममलिी है |
d. र्ह हमें प्रदष
ू ण से संबधं धि समस्र्ाएँ दे िा हैं|
2. प्रकृघत एिं पयाािरर् के प्रघत मारी आस्था कैसे प्रकट ोती ै?
a. पेडों को काटकर
b. पीपल, बरगद, नीम, िुलसी जैसे पेड- पौधों को लगाकर
c. प्रदष
ू क कार्ों को बढावा दे कर
d. जंगलों की कटाई को बढावा दे कर
3. 'श र का फेफडा' ककसे क ा गया ै?
a. बडी-बडी नामलर्ाँ
b. छिों पर रखे गमले
c. बडे-बडे बाग बगीचे और पाका
d. कचडो के ढे र
4. लेखक के अनस
ु ार अगर मने प्रदष
ू र् को रोकने का उपाय न ीं ककया तो
क्या ोगा?
a. दरू जाना होगा|
b. धन का संचर् करना पडेगा|
c. स्वस्थ एवं प्रसन्न रहना पडेगा|
d. प्रकृति द्वारा ककए गए कार्ों के भर्ंकर पररणामों को भुगिना पडेगा|
5. उपरोक्त गद्यांश के ललए उचचत शीषाक कौन-सा ै?
a. प्रकृति के तनर्म
b. प्रकृति और मानव
c. पर्ाावरण-संरक्षण
d. प्रदष
ू ण हमारा रक्षक
अथिा

वाणी एक अनमोल वरदान है | कोर्ल अपनी मीठी वाणी से सबका मन हर लेिी है ,


जबकक कौए की काँव-काँव ककसी को अच्छी नहीं लगिी| वाणी के बबना सब कुछ
सूना है | मीठी वाणी का प्रभाव बहुि व्र्ापक होिा है | मीठी वाणी से सभी कार्ा
मसद्ध हो जािे हैं| मधुर बोलने वाले का समाज में बहुि आदर होिा है | मधुरभाषी
के मख
ु से तनकला एक-एक शब्द सन
ु ने वाले के मन को लभ
ु ािा है | इसके संपका में
आने वाला व्र्स्क्ि उसके वश में हो जािा हैं| मीठी वाणी केवल सुनने वाले को ही
आनंददि नहीं करिी वरन बोलने वाले को भी आनंद पहुँचािी है | िुलसी ने कहा है -
'मीठे वचन िैं सख
ु उपजि चहुँ ओर| मद
ृ भ
ु ाषी समाज में सद्भावना का प्रचार करिा
है | कटु भाषा बोलने वाले को अनेक प्रकार की हातनर्ाँ उठानी पडिी है | ऐसे व्र्स्क्ि
के मलए ही कहा गर्ा है - ‘खीरा को मह
ुँ काट कै, ममलर्ि नौन लगार्| रदहमन कडवे
मख
ु न कौ, चदहर्ि र्ही सजार्| कटु भाषा का प्रर्ोग काम को बबगाड दे िा है | जहाँ
मधुर वाणी अमि
ृ है , वही कटु वाणी ववष है | कहा भी गर्ा है - ‘मधुर वचन है औषधध,
कटु वचन है िीर'|

6. िार्ी की तल
ु ना ककससे की गई ै?

a. अनमोल वरदान से
b. खीरे से
c. मीठे वचन से
d. कौए की काँव-काँव से
7. मीिे िार्ी का प्रभाि कैसा ोता ै?

a. सक्ष्
ू म
b. व्र्ापक
c. सीममि
d. इनमें से कोई नहीं

8. कटु भाषा का प्रयोग करने से क्या ोता ै?

a. अनेक प्रकार की हातनर्ाँ उठानी पडिी है


b. काम बबगड जािा है
c. सन
ु ने वाले को पीडा पहुँचिी है
d. उपर्ुाक्ि सभी

9. ‘मीिे िचन तैं सुख उपजत च ु ुँ ओर’– गद्र्ांश में र्ह उस्क्ि ककसके द्वारा
कही गई है ?

a. िुलसीदास जी
b. कबीरदास जी
c. रहीमदास जी
d. इनमें से कोई नहीं

10. मद
ृ भ
ु ाषी समाज में ककसका प्रसार करता ै?

a. सद्भावना का
b. आनंद का
c. मीठी वाणी का
d. इनमें से कोई नहीं
घनम्नललखखत पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के ललए स ी विकल्प चुघनए|
1×5=5

ककस भाँति जीना चादहए ककस भाँति मरना चादहए,

सो सब हमें तनज पव
ू ाजों से र्ाद करना चादहए|

पद- धचह्न उनके र्त्नपव


ू ाक खोज लेना चादहए,

तनज पव
ू ा-गौरव-दीप को बझ
ु ने न दे ना चादहए,

आओ ममलेँ सब दे श-बांधव हार बनकर दे श के,

साघन बने सब प्रेम से सख


ु -शांतिमर् उद्दे श्र् के|

क्र्ा सांप्रदातर्क भेद से है , ऐक्र् ममट सकिा अहो,

बनिी नहीं क्र्ा एक माला ववववध सुमनों की कहो?

प्राचीन हो कक नवीन, छोडो रूदढर्ाँ जो हों बरु ी

बनकर वववेकी िुम ददखाओ हं स जैसी चािुरी,

प्राचीन बािें ही भली है , र्ह ववचार अलीक है

जैसी अवस्था हो जहाँ वैसी व्र्वस्था ठीक है ,

मुख्र् से न होकर धचत्त से दे शानुरागी हो सदा|

दे कर उन्हें साहाय्र् भरसक सब ववपवत्त व्र्था हरो,

तनज द:ु ख से ही दस
ू रों के द:ु ख का अनभ
ु व करो|
11. कवि ने ककस दीपक को बझ
ु ने न दे ने की बात क ी ै ?

a. पूजा का दीपक
b. घर का दीपक
c. गौरव का दीपक
d. महल का दीपक

12. सभी दे शिालसयों को ककस प्रकार लमलना चाह ए?

a. वीर बनकर
b. सैतनक बनकर
c. शत्रुओं से लडकर
d. माला बनकर

13. कवि ने ककस रूहढ़यों को छोडने को क ा ै?

a. प्राचीन
b. नवीन
c. बरु ी
d. परं परागि

14. 'चतुर' ककसे क ा गया ै?

a. वववेकी मनष्ु र् को
b. दे शवामसर्ों को
c. पूवाजों
d. हं स को

15. ‘प्रेम' शब्द का पयााय न ीं ै?

a. राग
b. स्नेह
c. प्रीति
d. ववराग
अथिा
जब बचपन िुम्हारी गोद में
आने से किराने लगे,
जब माँ को कोख से झाँकिी, स्जंदगी
बाहर आने से घबराने लगे,
समझो कुछ गलि है |
जब िलवारे फूलों पर,
जोर आजमाने लगें
जब मासम
ू आँखों में
खौफ नजर आने लगे
समझो कुछ गलि है |
जब ककलकाररर्ाँ सहम जाएँ
जब िोिली बोमलर्ाँ, खामोश हो जाएँ, समझो……
कुछ नहीं, बहुि कुछ गलि है
क्र्ोंकक जोर से बाररश होनी चादहए थी,
पूरी दतु नर्ा में, हर जगह, टपकने चादहए थे आँसू,
रोना चादहए था ऊपर वालों को, आसमाँ से
फूट-फूटकर
शमा से झुकनी चादहए थी, इंसानी सभ्र्िा की गदा नें
शोक का नहीं, सोच का वक्ि है
मािम नहीं, सवालों का वक्ि है
अगर इसके बाद भी सर उठा कर
खडा हो सकिा है इंसान
समझो कक बहुि कुछ गलि है |
16. माुँ की कोख से झाुँकती जजंदगी को िबरा ट क्यों ो सकती ै?

a. उसे बाहर की असरु क्षा का आभास हो रहा है |


b. उसे प्रदष
ू ण का डर सिा रहा है |
c. उसे माँ ने बाहर की वास्िववकिा बिाई है |
d. बाहर का मौसम अनक
ु ू ल नहीं है |

17. 'जब तलिारे फूलों पर जोर आजमाने लगें , मासूम आुँखों में खौफ़ नजर आने
लगे'- पंस्क्ि का िात्पर्ा क्र्ा है ?

a. जब मासम
ू ों पर अत्र्ाचार होने लगें |
b. मानव अपने स्वाथों के मलए उद्र्ान उजाडने लगे|
c. जब मासूमों को भर् के बबना रहना पडे|
d. जब मासम
ू आपस में लडने लगे|

18. कवि के अनुसार ब ु त गलत कब ै?

a. जब ओस िलवार की गोद पर धगरे |


b. जब मासम
ू सहम जाएँ|
c. जब बचपन समास्प्ि के कगार पर हो|
d. जब ककलकाररर्ों की गूँज खामोश हो जाए|

19. कुछ भी गलत न ीं ै , यहद?

a. बचपन गोद में आने लगे|


b. बच्चों पर अत्र्ाचार होने लगे|
c. बाल-श्रम बढ जाए|
d. भ्रूण-हत्र्ा होने लगे|

20. कवि के अनुसार अभी ककसका िक्त ै?


a. सोच-ववचार का
b. दख
ु मनाने का
c. उत्सव मनाने का
d. मासूमों का

खंड – ख (व्याि ाररक व्याकरर्)

घनदे शानुसार ककन ीं चार प्रश्नों के उत्तर ललखखए| 1×4=4

21. 'परर' उपसगा युक्त कौन-सा शब्द ै?


a. पररि
b. पररचर्
c. पररजन
d. पररंदा

22 . 'उत' उपसगा युक्त कौन-सा शब्द न ीं ै?


a. उच्चारण
b. उद्र्ोग
c. उन्माद
d. उपज
23.’ढोलक' शब्द में ककस प्रत्यय का प्रयोग ु आ ै?
a. क
b. ढोल
c. लक
d. ओलक

24. 'मुखडा' शब्द में ककस प्रत्यय का प्रयोग ु आ ै?


a. मुखड
b. खडा
c. मुख
d. डा
25. ‘लसपह या' शब्द में ककस प्रत्यय का प्रयोग ु आ ै?
a. इर्ा
b. पदहर्ा
c. मसप
d. मसपाही

घनदे शानुसार ककन ीं चार प्रश्नों के उत्तर ललखखए | 1×4=4

26. ‘पुस्तकालय' समस्त पद का विग्र कौन-सा ै?


a. पस्
ु िक और आलर्
b. पुस्िक के मलए आलर्
c. पुस्िक का आलर्
d. पस्
ु िक से आलर्

27. 'पर के आधीन' का समस्त पद क्या ै?

a. परअधीन
b. पराधीन
c. पाराधीन
d. परोधीन

28. मैं 'प्रघतहदन' व्यायाम करता ू ुँ|- में कौन सा समास ै?

a. अव्र्र्ीभाव
b. द्ववगु
c. ित्परु
ु ष
d. द्वंद्व

29. मैंने 'रात-हदन' पररश्रम करके प्रथम श्रेर्ी प्राप्त की ै | - में कौन सा समास ै?

a. अव्र्र्ीभाव
b. द्वंदव
c. ित्पुरुष
d. द्ववगु

30. 'नीला ै जो कंि' का समस्त पद कौन-सा ै?

a. नीलाकंठ
b. नीलकंठ
c. कंठनीला
d. नीलकंठा

घनदे शानस
ु ार ककन ी चार प्रश्नों के उत्तर ललखखए| 1×4=4

31. 'आरसी से अंबर में आभा-सी उजारी लगै|’ इस पंजक्त में कौन-सा अलंकार ै?
a. रूपक अलंकार
b. र्मक अलंकार
c. उपमा अलंकार
d. अनुप्रास अलंकार
32. 'काली िटा का िमंड िटा|’ इस पंजक्त में कौन-सा अलंकार ै?
a. र्मक अलंकार
b. रूपक अलंकार
c. उपमा अलंकार
d. अनुप्रास अलंकार
33. 'मैया मैं तो चंद्र-खखलौना लै ों|’ इस पंजक्त में कौन-सा अलंकार ै?
a. र्मक अलंकार
b. रूपक अलंकार
c. उपमा अलंकार
d. अनुप्रास अलंकार
34. 'बीच में अलसी िीली, दे की पतली, कमर की ै लचीली|’ इस पंजक्त में
कौन-सा अलंकार ै?
a. मानवीकरण अलंकार
b. अनुप्रास अलंकार
c. उपमा अलंकार
d. रूपक अलंकार
35. 'काललंदी कूल कदं ब की डाररन|’ इस पंजक्त में कौन-सा अलंकार ै?
a. र्मक अलंकार
b. उपमा अलंकार
c. अनुप्रास अलंकार
d. रूपक अलंकार

घनदे शानुसार ककनी चार प्रश्नों के उत्तर ललखखए| 1×4=4

36.‘ि जी खोलकर दान करता ै |’ अथा की दृजटट से िाक्य भेद बताइए|


a. ववधानवाचक वाक्र्
b. संकेिवाचक वाक्र्
c. तनषेधवाचक वाक्र्
d. इच्छावाचक वाक्र्
37. 'आज ह द
ं ी के अध्यापक न ीं पढ़ाएुँगे|’ अथा की दृजटट से िाक्य भेद बताइए|
a. ववधानवाचक वाक्र्
b. तनषेधवाचक वाक्र्
c. प्रश्नवाचक वाक्र्
d. संकेिवाचक वाक्र्

38. जजन िाक्यों से आज्ञा या अनुमघत दे ने का बोध ो ि ाुँ कौन-सा िाक्य ोता
ैं?
a. संकेिवाचक वाक्र्
b. संदेहवाचक वाक्र्
c. आज्ञावाचक वाक्र्
d. ववधानवाचक वाक्र्

39. ‘अरे ! य चोट कैसे लगी|’अथा की दृजटट से िाक्य भेद बताइए|

a. ववस्मर्ाददवाचक वाक्र्
b. संकेिवाचक वाक्र्
c. प्रश्नवाचक वाक्र्
d. आज्ञावाचक वाक्र्

40. अथा की दृजटट से कौन िाक्य का भेद न ीं ै?

a. ववधानवाचक वाक्र्
b. प्रश्नवाचक वाक्र्
c. तनषेधवाचक वाक्र्
d. ममश्र वाक्र्
खंड – ग (पाठ्यपस्
ु तक)

घनम्नललखखत गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के स ी विकल्प चुनकर ललखखए|


1×5=5
डाँडे तिब्बि में सबसे खिरे की जगह है | 16-17 हजार फीट की ऊँचाई होने के कारण
उनके दोनों िरफ मीलो िब कोई गाँव-धगराँव नहीं होिे| नददर्ों के मोड और पहाडों
के कोनों के कारण बहुि दरू िक आदमी को दे खा नहीं जा सकिा| डाकुओं के मलए
र्ही सबसे अच्छी जगह है | तिब्बि में गाँव में आकर खून हो जाए, िब िो खूनी
को सजा भी ममल सकिी है , लेककन इन तनजान स्थानों में मरे हुए आदममर्ों के मलए
कोई परवाह नहीं करिा| सरकार खुकफर्ा-ववभाग और पुमलस पर उिना खचा नहीं
करिी और वहाँ गवाह भी िो कोई नहीं ममल सकिा| डकैि पहले आदमी को मार
डालिे हैं, उसके बाद दे खिे हैं कक कुछ पैसा है कक नहीं|

41. डाुँडे घतब्बत की सबसे खतरे की जग क्यों ै?

a. र्ह सोलह-सत्रह हजार फीट की ऊँचाई पर है


b. र्हाँ आस-पास मीलों िक कोई गाँव नहीं
c. डाकुओं के मलए र्ह सुरक्षक्षि जगह है
d. उपर्ुाक्ि सभी कथन सत्र् है

42. डाुँडे की ऊुँचाई ककतनी ै?

a. सोलह-सत्रह हजार फीट


b. बारह हजार फीट
c. दस हजार फीट
d. साि हजार फीट

43. य ाुँ खून ोने पर खूनी को सजा क्यों न ीं लमल पाती ै?

a. क्र्ोंकक खन
ू करने वाला शस्क्िशाली आदमी है
b. क्र्ोंकक फोन करने वाले के खखलाफ कोई गवाह नहीं होिा
c. क्र्ोंकक वहाँ कोई न्र्ार्ालर् नहीं है
d. क्र्ोंकक र्हाँ जमींदार की चलिी है
44. डकैत आदमी को ककस प्रकार लूटते ै?

a. वे पहले आदमी को पकड लेिे हैं


b. कफर उसका वध कर दे िे हैं
c. इसके बाद उसका सामान लूट लेिे है
d. सभी कथन सत्र् है

45. घनजान शब्द में कौन-सा उपसगा ै?

a. तन
b. नीर
c. तन: / तनर
d. तनस ्

घनम्नललखखत प्रश्नों के उत्तर स ी विकल्प चन


ु कर ललखखए 1×2=2

46. ीरा-मोती को क ाुँ बंद कर हदया गया?

a. पशुशाला में
b. काँजीहौस में
c. अहािे में
d. वपंजरे में

47. पशु बाुँधने की रस्सी को क्या क ते ै?

a. पगदहर्ा
b. पगर्हा
c. पगतर्हा
d. पंगर्दह
घनम्नललखखत पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के स ी विकल्प चुनकर ललखखए|
1×5=5

रस्सी कच्चे धागे की, खींच रही मैं नाव|


जाने कब सुन मेरी पुकार, करे दे व भवसागर पार|
पानी टपके कच्चे सकोरे , व्र्था प्रर्ास हो रहे मेरे|
जी मैं उठिी रह-रह हूक, घर जाने की चाह है घेरे||

48. 'कच्चा धागा’ ककसका प्रतीक ैं?

a. कच्चे प्रेम का
b. सच्चे प्रेम का
c. कमजोर और नाशवान सहारे का
d. इनमें से कोई नहीं

49. 'कच्चे सकोरे ' का क्या आशय ैं?

a. स्वाभाववक रूप से कमजोर प्रर्ास


b. साथाक प्रर्ास
c. मुस्क्ि की आकांक्षा
d. भवसागर पार करने का

50. किघयत्री को ककस िर जाने की इच्छा ो र ी ै?

a. अपनी माँ के घर
b. आत्मा का परमात्मा से ममलन परमात्मा का घर
c. अपने वप्रर्िम के घर
d. उपर्ुाक्ि सभी कथन सत्र् हैं

51. किघयत्री के मोक्ष प्राजप्त के रास्ते बंद क्यों ै?


a. उसके प्रर्ास कमजोर है
b. र्ह मोह ग्रस्ि है
c. उन्होंने नाशवान चीजों का सहारा मलर्ा है
d. वह ईश्वर में ववश्वास नहीं रखिी

52. 'रस्सी’ ककसके ललए प्रयोग ु आ ै?

a. बंधन के मलए
b. जीवन रूपी डोर के मलए
c. ईश्वर प्रास्प्ि के मलए हो रहे प्रर्ासों के मलए
d. परं परा के मलए

घनम्नललखखत प्रश्नों के उत्तर स ी विकल्प चन


ु कर ललखखए | 1×2=2

53. कबीर ककसे खोजने घनकलते ै?

a. सच्चे प्रभु प्रेमी को


b. ज्ञानी को
c. ईश्वर को
d. मानसरोवर को

54. 'मोको क ाुँ ढूुँढे बंदे' पद में कवि ने ईश्िर को क ाुँ ढूुँढने के ललए क ा ै?

a. मंददर में
b. िीथों में
c. मस्स्जद में
d. अपने अंदर

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