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विषय-ह द
िं ी, कोर्श-ए (कोड-002)
तनर्धशरिि र्मय : 3 घिंटे पर्
ू धांक : 80
र्धमधन्य तनदे र् :
(1) इस प्रश्नपत्र में दो खंड हैं- खंड 'क' और ख'। खंड-क में वस्तुपरक/बहुववकल्पी और खंड-ख में
वस्तनु नष्ठ/वर्णनात्मक प्रश्न ददए गए हैं।
(2) प्रश्नपत्र के दोनों खंडों में प्रश्नों की संख्या 17 है और सभी प्रश्न अननवायण हैं।
(3) यथासंभव सभी प्रश्नों के उत्तर क्रमानुसार लिखखए।
(4) खंड 'क' में कुि 10 प्रश्न हैं, जिनमें उपप्रश्नों की संख्या 49 है । ददए गए ननदे शों का पािन करते
हुए 40 उपप्रश्नों के उत्तर दे ना अननवायण है ।
(5) खंड 'ख' में कुि 7 प्रश्न हैं, सभी प्रश्नों के साथ उनके ववकल्प भी ददए गए हैं। ननदे शानुसार ववकल्प
का ध्यान रखते हुए सभी प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
कर्न
(i) प्रेम, ववश्वास, नातों का माधुयण व संवेदनाएँ
(ii) आकर्णक बनावट, सुंदर िोग, वैभव व संपन्नता
(iii) संद
ु र रं ग संयोिन, आंतररक सिावट एवं हररयािी
(iv) स्नेह, सम्मान, सरसता, संवेदनाएँ, संपन्नता व साि-सज्िा
विकल्प
(क) कथन i सही है ।
(ख) कथन i व ii सही है ।
(ग) कथन ii व iii सही हैं।
(घ) कथन iii व iv सही हैं।
(2) र्धमधन्य रूप में मकधन, भिन, फ़्िैट, कमिध, कोठी आहद र्ब्दों कध र्िंबिंर् ककर्र्े ोिध ै?
(क) हृदय की भावनाओं से
(ख) वैभव और समद्
ृ धध से
(ग) स्थानीय सुववधाओं से
(घ) बनावट व सिावट से
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(5) कर्न (A) औि कधिर् (R) को पढ़कि उपयक्
ु ि विकल्प चतु नए- (कर्न ि कधिर् पि आर्धरिि प्रश्न)
कथन (A) - आदमी के अंदर संवेदनाओं की िगह मशीननयत बढ़ती िा रही है ।
कारर् (R) - व्यस्तता और अथोपािणन की अनत महत्वाकांक्षा ने उसे यहाँ तक पहुँचा ददया है ।
(ग) कथन (A) सही है और कारर् (R) कथन (A) की सही व्याख्या है ।
(घ) कथन (A) सही है , ककं तु कारर् (R) कथन (A) की सही व्याख्या नहीं है ।
प्रश्न 2. तनम्नलिखखि दो पदयधिंर्ों में र्े ककर्ी एक पि आर्धरिि ब ु विकल्पी प्रश्नों के र्िधशधर्क उपयक्
ु ि
(दक्षिध : पधठ्य पुस्िक र्े इिि ककर्ी र्धह त्ययक ि र्धमधन्य गदयधिंर्/ पदयधिंर् को पढ़कि अर्शग्र र्
किने की योग्यिध)
सच हम नहीं, सच तुम नहीं, सच है महज़ संघर्ण ही।।
4|Page
(5) युिधिस्र्ध में लर्खधिी ै कक-
कर्न पढ़कि र् ी विकल्प कध चयन कीत्जए- (ित्त
ृ अध्ययन पि आर्धरिि /Case study based)
कर्न
(i) स्वयं को चैतन्य, गनतशीि, आत्मआिोचक व आशावादी बनाए रखें।
(ii) सिग रहें ; िीवन में कभी कदठन पररजस्थनतयाँ उत्पन्न ही न होने दें ।
(iii) सख
ु -दख
ु , उतार-चढ़ाव को भाग्यवादी बनकर स्वीकार करना सीखें।
(iv) प्रनतकूि पररजस्थनतयों के आगे घुटने न टे कें; बजल्क दो-दो हाथ करें ।
विकल्प
(क) कथन i व ii सही हैं।
(ख) कथन i व iv सही हैं।
(ग) कथन ii व iii सही हैं।
(घ) कथन iii व iv सही हैं।
अर्िध
‘फ़सि’ ककसान के कच्चे–अधपके
सपनों की िहिहाती आस है
अंकुररत एक ववश्वास है
यह ववश्वास है -
परचनू नए की उधारी चक
ु ाने का
वह मूँदता है आँखें
और दआ
ु एँ प्रेवर्त करता है ऊपर तक
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और िगा दे ना चाहता है उस परमात्मा को भी
जिसके बारे में सुनता आया है कक सभी कुछ उसके ही हाथ है ...
कर्न
(i) फ़सि दे खकर बैंकों से सस्ते ब्याि पर ऋर् सरिता से लमि िाना
(ii) फ़सि से ककसान के स्वप्नों की संबद्धता और भावात्मक िगाव होना
(iii) फ़सि से िुडे ननराई, लसंचाई, कटाई, गहाई, भंडारर् आदद के सपने दे खना
(iv) फ़सि से ही िीवन की ज़रूरी इच्छाओं के साकार होने की संभावना िड
ु ी होना
विकल्प
(क) कथन i व ii सही हैं।
(ख) कथन ii व iii सही हैं।
(ग) कथन ii व iv सही हैं।
(घ) कथन iii व iv सही हैं।
(2) ककर्धन के हृदय की ग िधइयों में अिंकुरिि ु ए विश्िधर् की परिधर् में आिे ैं-
(क) कुछ पाकर सामाजिक कायण करने की इच्छाएँ
(ख) अनत आवश्यक कायण एवं मन के भावात्मक सपने
(ग) आधनु नक कृवर् यंत्र आदद िट
ु ा िेने की अलभिार्ाएँ
(घ) कदठन समय के लिए कुछ बचाकर रखने की योिनाएँ
(3) ‘दआ
ु एँ प्रेवषि कििध ै ऊपि िक’ कध आर्य ै-
(क) ईश्वर को प्रसन्न करने के लिए व्रत-उपवास रखना
(ख) सामूदहक यज्ञ करके फ़सि की कुशिता की कामना करना
(ग) फ़सि की कुशिता हे तु मन ही मन ईश्वर से प्राथणना करना
(घ) ननवेदन को ग्राम्य ववकास से िुडे अधधकाररयों तक पहुँचाना
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(4) ‘भिोर्े औि आर्िंकध की िस्र्धकर्ी में ’ पिंत्क्ि के आर्धि पि ककर्धन की मनोदर्ध र्े जुड़ध र् ी
विकल्प ै-
(क) ईश्वर पर अटूट ववश्वास कक वे फ़सि को कोई हानन नहीं होने दें गे
(घ) स्वयं पर भरोसा करना, ककं तु प्राकृनतक आपदाओं की आशंका से सदै व भयभीत बने रहना
(ग) कथन (A) सही है और कारर् (R) कथन (A) की सही व्याख्या है ।
(घ) कथन (A) सही है , ककं तु कारर् (R) कथन (A) की सही व्याख्या नहीं है ।
प्रश्न 3. तनदे र्धनुर्धि 'िचनध के आर्धि पि िधक्य भेद' पि आर्धरिि पधँच ब ु विकल्पी प्रश्नों में र्े ककन् ीिं
चधि प्रश्नों के उत्ति दीत्जए- (1x4=4)
(दक्षिध : विलभन्न र्धह त्ययक विर्धओिं ि व्यधि धरिक उदध िर्ों में व्यधकिखर्क र्िंिचनधओिं कध र् ज बोर्)
(1) ‘न िो िुम ि धँ जध र्के, न ी मैं।’ इर्कध र्िि िधक्य ोगध-
(क) तम
ु और मैं दोनों ही वहाँ नहीं िा सके।
(ग) यद्यवप तुम और मैं वहाँ िा सकते थे, किर भी नहीं िा सके।
(घ) चँकू क तुम वहाँ नहीं िा सके, इसलिए मैं भी वहाँ नहीं िा सका।
(2) ‘र्ूयोदय ोिे ी प्रकृति कध र्ौंदयश खखि उठिध ै ।’ इर्कध र्िंयुक्ि िधक्य ोगध-
(क) सूयोदय होने पर प्रकृनत का सौंदयण खखि उठता है ।
(ख) सय
ू ोदय होता है और प्रकृनत का सौंदयण खखि उठता है ।
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(3) आपके आिधज़ उठधने पि र्भी आपके र्धर् खड़े ो जधएँगे। इर्कध लमश्र िधक्य ोगध-
(क) आपके आवाज़ उठाते ही सभी आपके साथ खडे हो िाएँगे।
(4) तनम्नलिखखि िधक्यों में लमश्र िधक्य प चधनकि नीचे हदए गए र्बर्े र् ी विकल्प को चुतनए-
(ित्त
ृ अध्ययन पि आर्धरिि /Case study based)
(i) आप कह सकते थे कक यह गिती आपने नहीं की है ।
(iv) चँकू क दोर्ी कोई और है इसलिए आप यह दोर् अपने ऊपर बबिकुि मत िीजिए।
विकल्प
(क) केवि कथन i सही है ।
(ख) कथन ii व iii सही हैं।
(ग) कथन iii व iv सही हैं।
(घ) कथन i, ii, iii व iv सही हैं।
(5) कॉिम 1 को कॉिम 2 के र्धर् र्ुमले िि कीत्जए औि र् ी विकल्प चुनकि लिखखए-
(ित्त
ृ अध्ययन पि आर्धरिि /Case study based)
कॉिम 1 कॉिम 2
(1) बबल्िी आई और दध
ू पी गई। (i) सरि वाक्य
(2) यदद दध
ू बाहर न रखा होता, तो बबल्िी ऐसा नहीं कर पाती। (ii) संयुक्त वाक्य
(3) हमें बबल्िी का िठ
ू ा दध
ू िेंकना पडा। (iii) लमश्र वाक्य
विकल्प
(क) 1-iii, 2-i, 3-ii
(ख) 1-ii, 2-iii, 3-i
(ग) 1-ii, 2-i, 3-iii
(घ) 1-ii, 2-i, 3-iii
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प्रश्न 4. तनदे र्धनुर्धि 'िधच्य' पि आर्धरिि पधँच ब ु विकल्पी प्रश्नों में र्े ककन् ीिं चधि प्रश्नों के उत्ति
दीत्जए- (1x4=4)
(दक्षिध : विलभन्न र्धह त्ययक विर्धओिं ि व्यधि धरिक उदध िर्ों में व्यधकिखर्क र्िंिचनधओिं कध र् ज बोर्)
(1) कॉिम 1 को कॉिम 2 के र्धर् र्ुमले िि कीत्जए औि र् ी विकल्प चुनकि लिखखए-
(ित्त
ृ अध्ययन पि आर्धरिि /Case study based)
कॉिम 1 कॉिम 2
(1) भारत द्वारा मैच िीत लिया गया। (i) कतव
ण ृ ाच्य
(2) गें दबाज़ों ने मैच में बेहतरीन प्रदशणन ककया। (ii) कमणवाच्य
(3) ववपक्षी बल्िेबाज़ों से क्रीज़ पर रुका नहीं िा सका। (iii) भाववाच्य
विकल्प
(क) 1-ii, 2-i, 3-iii
(ख) 1-i, 2-iii, 3-ii
(ग) 1-ii, 2-iii, 3-i
(घ) 1-i, 2-ii, 3-iii
प्रश्न 5. तनदे र्धनुर्धि 'पद परिचय' पि आर्धरिि पधँच ब ु विकल्पी प्रश्नों में र्े ककन् ीिं चधि प्रश्नों के उत्ति
दीत्जए- (1x4=4)
(दक्षिध : विलभन्न र्धह त्ययक विर्धओिं ि व्यधि धरिक उदध िर्ों में व्यधकिखर्क र्िंिचनधओिं कध र् ज बोर्)
(1) ‘चधिों ओि छधई रियधिी मनमो क िग ि ी र्ी।’ िे खधिंककि अिंर् कध पद-परिचय ोगध-
(क) भाववाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन, कताण कारक
(ख) भाववाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, बहुवचन, कमण कारक
(ग) िानतवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन, कताण कारक
(घ) व्यजक्तवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन, कताण कारक
(2) ‘ड्रधइिि ने ज़ोि र्े ब्रेक मधिे ।’ िे खधिंककि अिंर् कध पद-परिचय ोगध-
(क) रीनतवाचक कक्रयाववशेर्र्, ववशेष्य कक्रया-मारे
(ख) स्थानवाचक कक्रयाववशेर्र्, ववशेष्य कक्रया-मारे
(ग) कािवाचक कक्रयाववशेर्र्, ववशेष्य कक्रया- मारे
(घ) पररमार्वाचक कक्रयाववशेर्र्, ववशेष्य कक्रया- मारे
(3) ‘य पुस्िक मैंने िब खिीदी र्ी, जब मैं पिंद्र िषश कध र्ध।’ िे खधिंककि अिंर् कध पद-परिचय ोगध-
(क) संकेतवाचक सवणनाम, एकवचन, पजु ल्िंग
(ख) सावणनालमक ववशेर्र्, ववशेष्य- पुस्तक
(ग) ननपात, वाक्य के अथण को बि दे रहा है
(घ) पररमार्वाचक ववशेर्र्, ववशेष्य-पुस्तक
10 | P a g e
(5) कुछ िड़के बध ि खेि ि े ैं। चधय में कुछ पड़ध ै। दोनों िधक्यों के कुछ कध र्धमधन्य पद-परिचय
ोगध-
(क) पहिा कुछ- सावणनालमक ववशेर्र्, दस
ू रा कुछ- अननजश्चत संख्यावाचक ववशेर्र्
प्रश्न 6. तनदे र्धनुर्धि 'अििंकधि' पि आर्धरिि पधँच ब ु विकल्पी प्रश्नों में र्े ककन् ीिं चधि प्रश्नों के उत्ति
दीत्जए- (1x4=4)
(दक्षिध : विलभन्न र्धह त्ययक विर्धओिं ि व्यधि धरिक उदध िर्ों में व्यधकिखर्क र्िंिचनधओिं कध र् ज बोर्)
11 | P a g e
(5) "क िी ु ई यों उत्तिध के नेत्र जि र्े भि गए।
ह मकर्ों र्े पर्
ू श मधनो ो गए पिंकज नए।।" इन कधव्य-पिंत्क्ियों में प्रयक्
ु ि अििंकधि ै-
(क) श्िेर् (ख) उत्प्रेक्षा
घर-गह
ृ स्थी-िवानी-जज़ंदगी सब कुछ होम दे ने वािों पर भी हँसती है और अपने लिए बबकने के मौके
ढूँढ़ती है । दख
ु ी हो गए। पंद्रह ददन बाद किर उसी कस्बे से गज़
ु रे । कस्बे में घुसने से पहिे ही खयाि
आँखों पर चश्मा नहीं होगा।…क्योंकक मास्टर बनाना भूि गया।...और कैप्टन मर गया। सोचा, आि वहाँ
रुकेंगे नहीं, पान भी नहीं खाएँगे, मनू तण की तरफ़ दे खेंगे भी नहीं, सीधे ननकि िाएँगे। ड्राइवर से कह
ददया, चौराहे पर रुकना नहीं, आि बहुत काम है , पान आगे कहीं खा िेंगे। िेककन आदत से मिबूर आँखें
चौराहा आते ही मनू तण की तरफ़ उठ गईं। कुछ ऐसा दे खा कक चीखे, रोको! िीप स्पीड में थी, ड्राइवर ने
ज़ोर से ब्रेक मारे । रास्ता चिते िोग दे खने िगे। िीप रुकते-न-रुकते हािदार साहब िीप से कूदकर तेज़-
तेज़ कदमों से मनू तण की तरफ़ िपके और उसके ठीक सामने िाकर अटें शन में खडे हो गए। मनू तण की
आँखों पर सरकंडे से बना छोटा-सा चश्मा रखा हुआ था, िैसा बच्चे बना िेते हैं। हािदार साहब भावुक
(ग) घर-गह
ृ स्थी, िवानी-जज़ंदगी आदद की बीती हुई बातें सोचकर
12 | P a g e
(2) 'र्भ
ु धष चिंद्र बोर् की मतू िश की आँखों पि चश्मध न ीिं ोगध...।' धिदधि र्ध ब ऐर्ध क्यों र्ोच ि े र्े?
(क) कैप्टन के सारे चश्मे बबक िाने के कारर्
(घ) नटखट बच्चों द्वारा चश्मा बार-बार उतार ददए िाने के कारर्
(घ) बाँस पर चश्मे िगाकर उन्हें बेचते हुए कैप्टन को खोिने िगीं
(5) र्िकिंडे र्े बनध छोटध-र्ध चश्मध ककर् बधि कध प्रिीक र्ध?
(क) राष्रीय धरोहरों को संरक्षर् दे ने का
13 | P a g e
(2) कधर्ी को र्िंस्कृति की पधठर्धिध इर्लिए क ध गयध ै क्योंकक - (स्रोि आर्धरिि एकीकृि प्रश्न)
(क) यहाँ के िोग अपने बच्चों को धालमणक संस्कार दे ते हैं।
(ख) यहीं से सांस्कृनतक संरक्षर् अलभयान का शुभारं भ हुआ था।
(ग) यहाँ गिी-गिी में पाठशािाएँ हैं, जिनमें संस्कार लसखाए िाते हैं।
(घ) यह ववद्वानों, किा-ममणज्ञों, किाकारों, स्नेह व सद्भावना की पावन स्थिी है ।
गाया िा चक
ु ा राग
(1) 'िधिर्प्िक में जब बैठने िगिध ै उर्कध गिध' इर् पिंत्क्ि में 'उर्कध' र्ब्द ककर्के लिए प्रयोग ककयध
गयध ै?
(क) संगतकार के लिए (ख) प्रधान गायक के लिए
(ग) गाने के इच्छुक संगीत प्रेलमयों के लिए (घ) वाद्ययंत्र बिाने वािे किाकारों के लिए
14 | P a g e
(2) र्िंगिकधि कध स्िि मुख्य गधयक की र् धयिध कब कििध ै?
(क) िब ऐसा करने के लिए उसका मन उससे कहता है
(ख) िब गायन को प्रभावी बनाकर वह वाहवाही िूटना चाहता है
(ग) गायक के द्वारा ककसी पंजक्त ववशेर् को गाने का आग्रह ककए िाने पर
(घ) गायक का कंठ कमज़ोर होने तथा प्रेरर्ा व उत्साह में धगरावट आने पर
प्रश्न 10. पदय पधठों के आर्धि पि तनम्नलिखखि दो ब ु विकल्पी प्रश्नों के र्िधशधर्क उपयुक्ि विकल्प
चन
ु कि लिखखए- (स्रोि आर्धरिि एकीकृि प्रश्न) (1x2=2)
(1) 'फ़र्ि' कवििध में 'फ़र्ि' की श्रेटठ परिभधषध के र्धर् प्रकधर् में आए अन्य बबिंद ु ैं-
(क) िैववक खेती को प्रोत्साहन एवं कृवर् ववज्ञान की समझ द्वारा खेती
(ख) पयाणवरर् संरक्षर् तथा उपभोक्तावाद, प्रकृनत और मनष्ु य के संबंध
(ग) कृवर् संस्कृनत से ननकटता, प्रकृनत एवं मनष्ु य के सहयोग से सि
ृ न
(घ) कमणवाद एवं भाग्यवाद, वैज्ञाननक तरीके से कृवर् करने का आह्वान
15 | P a g e
(2) गोवपयों को उदर्ि कध र्ुटक र्िंदेर् पर्िंद न आने कध मुख्य कधिर् र्ध-
(स्रोि आर्धरिि एकीकृि प्रश्न)
(क) उद्धव के कठोर शब्द एवं अनत कटु व्यवहार
(ख) उद्धव में वाक् -पटुता की कमी एवं हृदयहीनता
(ग) गोवपयों का प्रेम मागण के स्थान पर ज्ञान मागण को पसंद
(घ) गोवपयों का ज्ञान मागण के स्थान पर प्रेम मागण को पसंद करना
प्रश्न 11. गदय पधठों के आर्धि पि तनम्नलिखखि चधि प्रश्नों में र्े ककन् ीिं िीन प्रश्नों के उत्ति िगभग
25-30 र्ब्दों में लिखखए- (2x3=6)
(दक्षिध : पधठ्यिस्िु िर्ध अपने परििेर्गि अनभ
ु िों पि िकश र्ह ि स्िििंत्र एििं स्पटट विचधिधलभव्यत्क्ि
की योग्यिध)
(क) नवाब साहब की सनक नकारात्मक थी, ककं तु हर सनक नकारात्मक नहीं होती। सोदाहरर् लसद्ध
(ख) महानगरों की ‘फ़्िैट–कल्चर’ और िेखखका मन्नू भंडारी के परं परागत ‘पडोस कल्चर’ में आपको क्या
(ग) मंगिध्वनन ककसे कहते हैं? बबजस्मल्िा खाँ को शहनाई की मंगिध्वनन का नायक क्यों कहा गया है ?
स्पष्ट कीजिए।
(घ) सच्चे अथों में ‘संस्कृत व्यजक्त’ ककसे कहा िा सकता है ? 'संस्कृनत' पाठ के आधार पर तकण सदहत
स्पष्ट कीजिए।
प्रश्न 12. पदय पधठों के आर्धि पि तनम्नलिखखि चधि प्रश्नों में र्े ककन् ीिं िीन प्रश्नों के उत्ति िगभग
25-30 र्ब्दों में लिखखए- (2x3=6)
(दक्षिध : पधठ्यिस्िु िर्ध अपने परििेर्गि अनुभिों पि िकश र्ह ि स्िििंत्र एििं स्पटट विचधिधलभव्यत्क्ि
की योग्यिध)
(क) 'क्रोध से बात और अधधक बबगड िाती है ।' 'राम-िक्ष्मर्-परशुराम संवाद' कववता के आिोक में इस
(ख) आपके पाठ्यक्रम की ककस कववता में कवव ने बादि से िुहार, ररमखझम तथा बरसने के स्थान पर
गरिने के लिए कहा है ? इस आह्वान का क्या कारर् है ? अपने शब्दों में लिखखए।
16 | P a g e
(ग) ‘वपघिकर िि बन गया होगा कदठन पार्ार्।’ यह पंजक्त ककस कववता से िी गई है और इसके
माध्यम से कवव क्या कहना चाहता है ?
(घ) आत्मकथा लिखने के लिए ककन गुर्ों की आवश्यकता होती है ? कवव के लिए यह कायण कदठन क्यों
था? सोचकर लिखखए।
प्रश्न 13. पूिक पधठ्यपुस्िक के पधठों पि आर्धरिि तनम्नलिखखि िीन प्रश्नों में र्े ककन् ीिं दो प्रश्नों के
उत्ति िगभग 50-60 -र्ब्दों में लिखखए- (4x2=8)
(दक्षिध : पधठ्यिस्िु िर्ध अपने परििेर्गि अनुभिों पि िकश र्ह ि स्िििंत्र एििं स्पटट विचधिधलभव्यत्क्ि
की योग्यिध)
(क) "वहीं सख
ु , शांनत और सक
ु ू न है , िहाँ अखंडडत संपर्
ू तण ा है । पेड, पौधे, पशु और आदमी सब अपनी-
अपनी िय, ताि और गनत में हैं। हमारी पीढ़ी ने प्रकृनत की इस िय, ताि और गनत से खखिवाड कर
अक्षम्य अपराध ककया है ।" 'साना-साना हाथ िोडड' पाठ के आधार पर बताइए कक इस अक्षम्य अपराध
का प्रायजश्चत मनुष्य ककस प्रकार कर सकता है ?
(ख) रचनाकार की भीतरी वववशता ही उसे िेखन के लिए मिबरू करती है और लिखकर ही रचनाकार
उससे मुक्त हो पाता है । 'मैं क्यों लिखता हूँ' पाठ के आधार पर दहरोलशमा घटना से िोडते हुए इस कथन
की पुजष्ट कीजिए।
(ग) ‘माता का अँचि’ पाठ में भोिानाथ का अपने माता–वपता से बहुत िगाव है । बचपन में हर बच्चा
एक पि के लिए भी माता-वपता का साथ नहीं छोडना चाहता है , ककं तु माता-वपता के बूढ़े हो िाने पर
इनमें से ही कुछ उन्हें साथ न रखकर वद्
ृ धाश्रम में पहुँचा दे ते हैं। ऐसे िोगों को आप ककन शब्दों में
समझाएँगे? ववचार करके लिखखए।
प्रश्न 14. तनम्नलिखखि िीन विषयों में र्े ककर्ी एक विषय पि िगभग 120 र्ब्दों में र्धिगलभशि
अनुच्छे द लिखखए- (6)
(हदए गए विषय/ त्स्र्ति के अनुकूि अपनी भधिनधओिं ि अपने विचधिों को अपने अध्ययन, अनुभिों के
आर्धि पि स्पटटिध के र्धर् अलभव्यक्ि किने की योग्यिध)
(क) जीिन कध कहठन दौि औि मधनलर्क मज़बूिी
संकेत-बबंद-ु
• मानलसक दृढ़ता से मजु श्कि हािातों का सामना संभव
• कदठन हािातों से दो-दो हाथ करने की शजक्त
• अनेक संघर्णशीि व्यजक्तयों के उदाहरर्
• मानलसक दृढ़ता का संकल्प
17 | P a g e
(ख) र्धइबि युग, र्धइबि ठगी : र्धिर्धतनयधँ एििं र्ुिक्षध उपधय
संकेत-बबंद-ु
• बढ़ते ऑनिाइन कायण
• साइबर ठगी की बढ़ती घटनाएँ
• सावधाननयाँ
• इससे बचने के उपाय
प्रश्न 15. आप मनस्वी मौयण/ मनजस्वता मािवीय हैं। बरसात के ददनों में दघ
ु ट
ण ना को दावत दे ते खि
ु े पडे
सीवर िाइन के मैनहोिों के संदभण में दै ननक िागरर्, अ ब स नगर के संपादक को एक समाचार
प्रकालशत करने का अनुरोध करते हुए िगभग 100 शब्दों में पत्र लिखखए। (5)
अर्िध
आप श्रेयस रािपूत/ श्रेयसी लसंह हैं। आप छात्रावास में रहते हैं। आपको वपता िी से पता चिा है कक
आपकी माता िी परू े पररवार का तो ध्यान रखती हैं, ककं तु अपने स्वास््य की अक्सर अनदे खी करती हैं।
प्रश्न 16. आप तरुर् वैश्य/ तरुर्ा वैश्य हैं। आप बी.एड कर चुके हैं। आपको वववेक इंटरनेशनि स्कूि,
अ ब स नगर में दहंदी अध्यापक/ अध्यावपका पद के लिए आवेदन करना है । इसके लिए आप अपना एक
संक्षक्षप्त स्ववत्त
ृ (बायोडाटा) िगभग 80 शब्दों में तैयार कीजिए। (5)
अर्िध
आप रॉबटण पॉि/ डॉिी डडसूिा हैं। आपने अ ब स प्रकाशन, क ख नगर से ऑनिाइन कुछ पुस्तकें
मँगवाई थीं। प्रकाशन द्वारा उनमें से दो पुस्तकें ककसी अन्य िेखक की भेि दी गई हैं और एक पुस्तक
के पहिे कुछ पेि िटे हुए हैं। इसकी लशकायत करते हुए तथा इन पुस्तकों को शीघ्र िौटाने और नई
पुस्तकें लभिवाने के लिए प्रकाशन के वररष्ठ प्रबंधक को िगभग 80 शब्दों में एक ई-मेि लिखखए।
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प्रश्न 17. आपके चाचा िी ने रे डीमेड कपडों की एक दक
ु ान खोिी है । वे प्रचार-प्रसार के लिए स्थानीय
समाचारपत्र में उसका ववज्ञापन दे ना चाहते हैं। आप उनके लिए िगभग 60 शब्दों में एक आकर्णक
ववज्ञापन तैयार कीजिए। (4)
अर्िध
आप सौम्य गगण/ सौम्या गगण हैं। आपके भैया-भाभी की पहिी वैवादहक वर्णगाँठ (एननवसणरी) है । इस
अवसर पर उनके लिए िगभग 60 शब्दों में शुभकामना एवं बधाई संदेश लिखखए।
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