Professional Documents
Culture Documents
Chapter 7
विज्ञापनों को समझना।
*ब्ाांड
- ब्रांड (Brand) कोई भी व्यरपररिक चिन्ह है जिसके मरध्यम से ककसी उत्परद को सही
तिीके से पहिरनर िरतर है ब्रांड कहलरतर है ।
- ब्रांड (Brand) कोई भी चिन्ह, पहिरन चिन्ह, नरम, प्रतीक है , िो ककसी उत्परद की
पहिरन किवरतर है ।
- branding कर अर्थ दरगनर भी होतर है िो पशुपरलन क्षेत्र से िुड़र हुआ है , पुिरने समय
में लोग अपने अपने िरनविों के पहिरन के ललए अपने िरनविों पि गमथ लोहे से एक
चिन्ह दरगते र्े जिसे ब्रांडडांग कहर िरतर र्र।
- ब्रांडडांग दो एक िैसे िीिों के बीि में अांति बतरतर है , िैसे टूर्पेस्ट कर अलग अलग
ब्रांड- Colgate, CloseUp etc.
- ब्रांड आि के समय में ववज्ञरपन से िुड़र हुआ है क्योंकक ववज्ञरपन हमें ककसी खरस
उत्परद को खिीदने में ननर्रथयक भूलमकर ननभरती है ,
- ववज्ञरपन की विह से हम अपने आस-परस के लोगों के बरिे में अलग तिह से सोिने
लगते हैं।
- लोकतांत्र में सब लोग समरन होते हैं औि सबको समरन अवसि लमलने की बरत कही
गयी है , पि ववज्ञरपन लसर्थ अमीिों के सम्मरन में करम किते हैं वो गिीबों के सम्मरन
में करयथ बेहद ही कम किते हैं, ये गिीबों के िेहिे नहीां हदखरते जिसके करिर् हम उनके
िीवन को महत्व नहीां दे परते हैं।