You are on page 1of 11

Class – 05

अ याय - भाषाओ का वग करण

पाठ – अयोगा मक भाषाएँ


By- ववेक सर
• हम यह पढ़ चक
ु े ह क हंद हमार राजभाषा ह|

हम सभी के मन म एक न हमेशा रहता है क हंद का वकास कस कार हुआ है,


या हंद पहले से ह वक सत है ?

• हंद का वकास न न ल खत कार हुआ है -


•सं कृत – पाल – ाकृत – अप ंश – अवह ट - हंद

*सं कृत लगभग 1500 ईसा पूव भारत म योग होने लगी थी और 1000/ 1100 ई० तक
हम हंद भाषा का योग करने लगे इस कार हम कह सकते ह क 1500 ई० पूव से
2000 ईसवी तक आने म हंद को 3500 साल का समय लगा।

• हंद भाषा के संदभ म कहा जाता है क हंद भाषा के वकास म सं कृत का योगदान
अ य धक रहा है ,

ऐसा कहने का कारण या है -


-इसका कारण यह है क जो हंद हम योग करते ह उसम कुछ श द सं कृत से हंद
म य के य रख दए गए, िजन श द को त सम कहा जाता है और कुछ श द
सं कृत से बदलकर रख दए गए िजन श द को त भव कहा जाता है|

जैसे हम कहते ह मनु य का वकास च पजी से हुआ है , जो गो र ला है वह हमारा


सबसे नजद क पूवज है |

इसी कार हम भाषा म भी समानता दे खते ह क या समानता है या ऐसी चीज है जो


इनको आपस म एक दस
ू रे क समानता कट करती है उसी के आधार पर हम पता लगा
सकते ह क कौन सी भाषा म नजद क होती है , इसी के आधार पर हम भाषाओं का
वग करण करते ह|

•अब यह भी न उठता है क या सं कृत से पहले भी कोई भाषा थी, सं कृत से


मलती-जल
ु ती थी,
हमने इससे पहले क क ा म पढ़ा है क व व म लगभग 7111 भाषाएं ह, या इन
भाषाओं का वग करण हो सकता है? या इन भाषाओं म समानता है?
•हम समझने क को शश करती है जैसे -
सं कृत म - मात ृ
ीक म - मैतेर / Mater
अं ेजी म - मदर / Mother
जमन म - मटर / mutter
हंद म - मां

इन सभी श द का अथ माँ ह है , इस कार दे खा गया है क सभी यि त अलग-अलग


जलवायु म रहते थे तथा अलग-अलग मंह
ु क संरचना होती इसी कारण व नय म
अंतर आ गया|

•इस कार कहा जा सकता है क इन भाषाओं का कुछ डीएनए / मल


ू कृ त / अथ
समान होता है, इसी कारण इनका ज म एक पुरानी आ दम भाषा से हुआ माना गया है|
इसी के आधार पर हम भाषाओं का वग करण करते ह -

भाषा का वग करण

आकृ त मल
ू क ऐ तहा सक /
वग करण पा रवा रक वग करण

• भाषा के वग करण को दो भाग म बांटा गया है –

1. आकृ त मूलक वग करण

2. ऐ तहा सक /पा रवा रक वग करण


 आकृ त मु क वग करण :
यह वा य क रचना के आधार पर होता है

जैसे-
1. सांप चूहा खाते ह
2.चूहा सांप खाता है
3.राम ने रावण को मारा
4.रावण ने राम को मारा

इन सभी उदाहरण म हमने दे खा कया थान प रवतन करने पर अथ प रवतन हो


गया।

इसी कार हम एक लोक लेते ह -


1. रावण ् राम ् हातवन।
2. राम ् रावण ् हातवन।
इस इस लोक म हमने दे खा क थान प रवतन करने से अथ म प रवतन नह ं हुआ
 ऐ तहा सक / पा रवा रक वग करण (Families)

एक पव
ू ज भाषा के आधार पर होता है|

*आकृ त मल
ू क वग करण प के आधार व वा य क संरचना के आधार पर दो कार के
होते है -

1.अयोगा मक / वयोगा मक

2.योगा मक भाषाएं
a) अि ल ट योगा मक
b) ि ल ट योगा मक
c) ि ल ट योगा मक
Note - जब भी हम कोई श द बनाते ह तो उसमे दो मख
ु त व होते ह |

1. कृ त / अथ / भाव / मल
ू :- यह अथ को आधार दान करता है |

2. यय / रचना:- अथ म प प रवतन अथवा अथ को प ट करने वाला अंश होता है|

जैसे – वेद + इक = वै दक

अयोगा मक भाषाएँ :-

1. इसम कृ त - यय जैसी कोई चीज नह ं होती


2. येक श द क वतं थान या स ा होती है
3. कारक वभि तयाँ / परसग श द से अलग होती ह
जैसे:- राम ने (कता कारक)
रावण को (कम कारक)
मारा
4. वा य म यु त होने पर श द क वतं ता पर कोई भाव नह ं पड़ता|

5. श द का वभाजन याकर णक को टय म नह ं होता अथात सं ा, सवनाम, या,


वशेषण आ द म नह ं बांट सकते ह

6. एक ह श द थान भेद से सं ा, वशेषण, या आ द कुछ भी हो सकता है|

7. समूहवाचक श द से बहुवचन का बोध होता है|

8. पद कम का वशेष मह व होता है
न न उदाहरण म पद म बदलने पर अथ बदल जाता है -

जैसे - सीता ने गीता को मारा (सीता कता, गीता कम)


गीता ने सीता को मारा (सीता कम, गीता कता)
9. अथ म सरु भेद होता है ह का सरु का अथ अलग होता है तेज सरु का अथ अलग
होता है |

10. एक श द कई कार से योग म लाया जा सकता है वह सं ा, वशेषण व या


कोई भी हो सकता है
उदाहरण :-
1. Bring the Mail immediately.
2. Mail these letters.
3. Open the Mail box.

पहले उदाहरण म Mail सं ा है


दस
ू रे उदाहरण म Mail या है
तीसरे उदाहरण म Mail वशेषण है
अयोगा मक भाषाएं कहां-कहां पर बोल जाती है
उदाहरण :-
चीनी, वयतनामी, त बती, बम , मामी (थाईलड) आ द ।

You might also like