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पशु िचिक� ा सहायक श��

एम �ी एस सी (एिनमल �ूट� ीशन )


डॉ एच के सोनी
पशु िचिक� ा सहायक श��
 भारतीय मुग�पालन �वसाय िव� म� दु सरे न�र पर है और लगातार बढ़ रहा है /

 आज भारत अंडा उ�ादन म� िव� म� तीसरा और मां स उ�ादन म� 5 वे स्थान पर है /

 भारत आज मांस उ�ादन म� दु सरे दे शों की तुलना म� उतरो�र प्रगित कर रहा है /

 मुग� का मांस वत�मान उपल� सबसे स�ा जैव प्रोटीन है /

 भारत म� 75% मांसाहारी भोजन म� अंडा और मुग� मांस का उपयोग िकया जा रहा है /

 ग्रामीण �ेत्रों म� इससे रोजगार सृिजत हो रहा है/

 भारत म� कु�ुट �वसाय म� उ�ादन लागत अ� दे शों की तुलना म� का है /


 भारत म� कु�ुट सं�ा -कुल िव� सं�ा का 3%
 िव� म� भारत का स्थान o’o esa Hkkjr dk LFkku %&
अं डा उ�ादन तीसरे पायदान
मां स उ�ादन - 5 वां
कुल कु�ुट �ेत्र & 17 वा

 वत� मान कु�ुट सं�ा - 1.12 िबिलयन

 वािष�क वृ�� दर & 1.6 %


 जनसामा� के �वहार म� बदलाव :-
1- लोग अपने सेहत, संतुिलत भोजन व संक्रमण रिहत आहार के िलए �ादा जाग�क हो रहे
ह� A
2- भारत म� शाकाहारी जनसँ�ा का ब�त बड़ा िह�ा मां साहार की तरफ बढ़ रहा है A
3- औसत आमदनी म� बढ़ोतरी के साथ कु�ुट मां स एक सामा� खा� पदाथ� बन रहा है A

 साथ ही %&
 कृ िष भू ि म िदन ब िदन कम होती जा रही है A
 साथ ही भोजन म� िवशेष कर प्रोटीन की उपल� ता को मांस ाहार से पू र ा िकया जा सकता है ,
िजससे कु �ु ट �वसाय एक मह�पू ण � भू ि मका अदा कर रहा है /
 अंडा ख ाने की प्रवृ ि � भी बाद रही है , जो िक 2000 म� 34 िबिलयन से 2020 तक तीन गुन ा
लगभग 106 िबलयन होने की स� ावना है A
 कु �ु ट मांस की ख पत भी उसी समयकाल म� 687 िमिलयन िकलोग्राम से बढकर 1674
िमिलयन िकलोग्राम ओ जाएगीA
 औसतन प्रित ��� कु �ु ट मांस ख पत 0.69 से बढकर 1.28 िकग्रा होने का अनु म ान है
 प्राथिमक खच� ब�त कम A
 पालन अविध 6-7 स�ाह A
 एक ही शेड म� एक समय म� अिधक सं�ा म� पाले जा सकते ह� A
 ब्रायलर प्रजाित की आहार को उ�ाद म� बदलने की कुशलता अिधक
होती है A
 अ� पशुओ की तुलना म� कम आहार खाकर अिधक वृ �� A
 लागत रािश की ��रत वापसीA
 बकरी/भ�ड के मां स की तुलना म� अिधक मां ग व कम कीमतA
 इसकी संभावना ब�त ही कम है , यिद कुछ है तो

1- दे शी मु िग�यों का पालन
2- दे शी मु िग�यों का सामािजक व आिथ�क मह�
3- ग्रामीण मुग�पालन म� नग� या नहीं के बराबर ही खच� आता
है , जो िक ग�गी खाकर पल जाते ह�
4- साथ साथ प�रवार के आय व पोषण का �ोत है A
 अ. अ�े जम��ा� की अनुपल�ता A
 बी. बैकयाड� िचकन प्रजाित की अ�िधक मां ग A
 स. ब�े दे ने वाली अ�ी मुग� प्रजाितयों की अनु��ता A
 द. बैकयाड� हे तु आहार की अनुपल�ता , चूँिक केवल ग�गी
खाकर अ�े उ�ादन की उ�ीद बेमानी है / अतः कुछ मात्रा म�
िमिश्रत आहार की आव�कता है A
 इ. आहार की बाजार कीमत अिधक होनाA
 ई. अपया� � प�रवहन सुिवधा A
 फ. मजदू री A
 िचिक�ा सुिवधा की कमी
 प्रिशि�त टीकाकता� ओं की कमी A
 रानीखेत व बड� �ू रोग की भयानकता से खतराA
 बैकयाड� हे तु चारागाह की कमीA
�ा आप जानते ह� ?
 मु ग�पालन �वसाय ना केवल समाज के गरीब से अमीर तबके को पोषक आहार
प्रदान करता है ब�� प्र��-अप्र�� �प से 03 लाख लोगों को रोजगार मुहैया
कराता है /
 यह पशु पालन से�र म� एक प्रमु ख भागीदार है /
 मु ग�पालन कुल उजा� का 15% और 5% कुल प्रोटीन प्रदान कर रहा है /
• आज आधुिनक समय म� मु ग�पालन इं ड�� ी लगभग 7.9 िबिलयन डालर (� 350
िबिलयन) तक प�ँ च गया है और लगभग 12-15% प्रितवष� की आकष� क दर से
बढ़ रहा है /
• आज भारत दे श पो�� ी मीट और अंडा के िलये सबसे बड़ा बाजार बन चू का है /
• आज भारत 57 िबिलयन वािष�क अंडा उ�ादन के साथ दु िनया के तीसरे
सवा� िधक अंडा उ�ादक दे श व् 2.5 िमिलयन टन मां स उ�ादन के साथ 5
वां स्थान पर प�ँ च गया है /
भारतीय पो�� ी से� र – ताकत

• िव� म� भारत :- न 3 अंडा उ�ादक

• िव� म� भारत :- न 5 पो�� ी मीट उ�ादक

• अंडा और पो�� ी मीट आज उपल� प्रोटीन �ोतों म� सबसे स�ा साधन है

• भारत म� खाए जाने वाले मां साहारी खाने म� पो�� ी अंडा व् मीट 75 % तक शािमल

िकया जाता है /

• भारत म� पो�� ी से�र दे श के आिथ�क प्रगित दर 9% से अिधक लगभग 12-15 %

की दर से बढ़ रही है /

• पो�� ी से�र म� लगातार वृ�� से फुटकर िवक्रय, पो�� ी उ�ाद प्रसंसकरण व् बाजार

को बल िमला है /
भारतीय पो�� ी से� र – अवसर

• िव� म� सबसे बड़ा उपभो�ा बाजार है भारत

• रा��ीय मानको के अनुसार प्रित ��� 180 अंडे और 11 िकलो मां स की आव�कता

है जबिक वत�मान उपल�ता केवल 52 अंडे और 2.5 िकलो मीट है जो की ब�त कम है

और एक बड़ा अवसर प्रदान करता है /

• प्र��-अप्र�� �प से 03 लाख लोगों को रोजगार मुहैया कराता है और इस �े त्र म� अपार

सभावनाएं प्रदान करता है /

• भारत म� प्रित ��� अंडा उपभोग - 52


• प्रित ��� मुग� मां स उपभोग - 2.5 िकलो
भारतीय पो�� ी से� र – किठनाई व् चुन ौितयाँ

• ब�त बड़ा क�ा बाजार िजसम� लगभग 80 % पो�� ी मीट िबक रहा है /

• उपल� कौशल संसाधन व् प्रिशि�त हाथ ब�त कम जो की बाजार की प्रगित

के साथ मां ग व् वे�ु एडे ड कर अिधक आमदनी बढाई जा सके/

• मुग� पालन म� उपल� आहार व् त� ब�त महं गे ह� िजससे उ�ादन लागत बढ़ रही है /

• अपया� � फाम� प्रबंधन अ�ास

• मुग�पालको म� मुग� आहार व् �ा� अ�ासों के जानकारी की कमी

• नयी बीमा�रयों का आगमन व पुरानी बीमा�रयों से नुकसान


मुग�पालन �वसाय म� पैसे और मुग� का �ो चाट�

कंपनी मुग�पालक

थोक िवक्रेता

फुटकर िवक्रेता

उपभो�ा
शासकीय योजना और प्रिक्रया
ब�क लोन
25% अनुदान 25% अनुदान
(नाबाड� ) फीड इकाई हे चरी (नाबाड� )
कंपनी

कॉ�� ै � मुग�पालक मुग�पालक

मां स उ�ादन हे तु ब्रायलर िचकन

थोक िवक्रेता

फुटकर िवक्रेता

उपभो�ा
�ावसाियक उ�ादन हेतु पि�यो ं का चुन ाव
 मुग�पालक को यह प्रारं भ म� ही िनण�य कर लेना चािहए की उसे �ा करना है –
मु ग�पालन

अंडा उ�ादन मां स उ�ादन


(लेयर पालन) (ब्रायलर/कॉकरे ल)
 जहाँ तक पि�यों की अनुकूलता का प्र� है यह प्रमािणत है िक हमारे दे श म� सभी
तरह के दे शी-िवदे शी व् संकर न� का पालन संभव है /
अंडा उ�ादन -:
प�ी के गु ण :- १ आकार म� छोटा हो
2 कुड़क ना हो (वह अवस्था जब मुग� अंडा दे ना बंदकर अंडा सेती है /
3 लगातार अिधकतम अंडे दे ने की �मता हो/
उदाहरण :- लेग हॉन� व् अंकोला प्रजाित

मांस उ�ादन हेतु गुण :-


१- हि�यों का ह�ापन
2- मां स का भारीपन
3- अिधक वृ�� दर
4- मां स की गु णव�ा उ�म हो/
उदाहरण :- �ाईमाउथरॉक, कािन�श
कु�ुट पालन म� सफलता के चार
मु� म�
• गुणव�ा यु� चूजे
• बेहतर और कुशल प्रबंधन
• बेहतर आहार व �स्छ पानी
• रोग िनयंत्रण और �स्छता
िकसी भी पो�� ी फाम� की सफलता म� 65-80%
योगदान पोषक आहार का है , अतः अिधक
आमदनी के िलये उ�ादन लागत कम करना
अिनवाय� है /
मुग�पालको को कु�ुट पालन इकाई स्थापना हे तु स्थान चयन एवं उसमे िनमा� ण की जानकारी
होना आव�क है :-
१ आदश� स्थान का चयन :-
• पो�� ी फाम� हे तु आदश� स्थान अित आव�क है िजस हे तु िन� िबन्दु ओं पर
�ान िदया चािहए :-
- वष� भर सड़क संपक� होना चािहए
- कु�ट फम� हे तु िमली जुली दोमट िम�ी होनी चािहए जो की आसानी से पानी
सोंख ले व कीचड़ ना होsA
- मु� माग� व् बाजार से �ूनतम दु री पर हो तो लाभप्रद मन जाता है
- �� जल साधन उपल� हो
- िबजली आपूित� आसान हो
- श्रिमक उपल� हों/
- भू िम समतल, कठोर व आयताकार के साथ उ� स्थान पर होना िहतकर माना जाता है
जलम� या नीची भू िम उिचत व लाभप्रद नहीं होता
- दु सरे पो�� ी फाम� व बसाहट से �ूनतम 500 मीटर दू र हो
कु�ुट गृ ह िनमा� ण हे तु िन� बातों का �ान रखा जाना चािहए :-
ब्रूडर गृ ह - 0-8 स�ाह तक
ग्रोवर गृ ह - 8-16 स�ाह तक
लेयर गृ ह - 16 स�ाह से आगे
आजकल सामा�तः अिधकतर पो�� ी फाम� म� 0-8 स�ाह तक ब्रूडर सह ग्रोवर गृ ह
म� रखा जाता है /
ठ�े व् गम� �े त्रो म� आवास िनमा� ण की िदशा :-
उ�र

पूव� पि�म

दि�ण
ठ�े �े त्रो म� गम� �े त्रो म�
गम� व् ठ�े �े त्रो म�
िनमा� ण मजबूत के साथ िकफायती होना चािहए/

ऐसा जहाँ अिधक गम�, बरसात और ठ� से बचाव


िकया जा सके

हवादार हो (इस हे तु आजकल जालीदार खुले


कु�ुट आवास चलन म� ह� /

एसबेसटस से बनी छत� सव�श्रे� मानी जाती ह� जबिक


दीवारों, ख�ों व् नीव म� सीम�ट, काक्रीट का प्रयोग
िकया जाना चािहए/

खुले हवादार आवासों म� उपयोग होने वाली जािलयां


ग�ेनाइ� आयरन से बनी होनी चािहए

फश� हमे शा कठोर एवं प�ी बनाना चािहए

आवास सदै व मूसक और अ� प�रिजवों को रोकने


म� समथ� होना चािहए/

िकसी भी गृह की चौड़ाई ३० फीट से अिधक नही ं रखना चािहए/


कु�ुट आवासों के िबच कम से कम 40- 50 फीट का

अंतर हो/

आवास की ऊंचाई 10-12 फुट के बीच रख�/


आवास िनमा�ण म� �ान रखने यो� :-
मुग� की शारी�रक �वस्था व् उ�ादन �मता पर वातावरण का प्रभाव

शरीर का
तापमान
सुिवधाजनक 105-107 F
तापमान 18-
आवास िनमा�ण
22 C
उपल�
पया� वरण के
अनु�प हो

ठ� के स्थान
पर गम� के प्रित पया� वरण
कम सहनशील कारको का
ब�त गंभीर
प्रभाव पड़ता है

शीतो�
किटबंधीय �ेत्रो उ�किटबंधीय
म� अिधक वातावरण उ�ादक
उ�ादक िवदे शी प�ी पर अिधक
न� प्रभावकारी होते ह�
सुिवधाजनक व सुरि�त

िनयंित्रत तरीके म� वै�ािनक िविध से प्रबंधन

सरल, सुिवधाजनक और लाभप्रद प्रिक्रया

अिधकतम उ�ादन �मता

कम उ�ादन लागत

बेहतर �ा� और उ�ादन

सू� वातावरण �स्थित

अिधकतम �ॉक घन�

अिधकतम और एक�प वृ�� दर


उ�ु�
अध� सघन
/�ापक
प�ित
खुली िविध
 कु�ट आवास म� मु�तः २ तरह का पालन िकया जाता है
%&
◦ 1- िपं जरा प�ित
अ एकतल ब ि��रीय स ित्र�रीय

◦ 2- गहरी िबछावन प�ित


अ गहरी िबछावाली
ब िबछावन व प�ी
स िबछावन व तार की जाली
- सबसे पुरानी िविध , केवल वहां उपयोगी जहाँ पया� � भू िम उपल� हो

- िविध म� पि�यों को खुले म� छोड़ िदया जाता है और केवल राित्र म� शरण िदया जाता है /

- प�ी अपना आहार खुले म� चराई �ारा कीड़े मकोड़े , हरी घास खाकर प्रा� करते ह� ./

- अिधकतम 300-400 पि�यों को पाला जा सकता है /

- आज की तुलना पूरी तरह से प्राचीन िविध है जो की �ावसाियक �ि� से अमा� है /


- सामा�तः छोटे �र पर उपयोगी/

- पि�यों को िदन के समय जालीदार बाड़ों म�

रखा जाता है तािक परभि�यों से बचाया जा

सके और राित्र समय घर म� रखा जाता है /

- आवास केवल ख़राब मौसम और परजीिवयो से

र�ा हे तु बनाया जाता है /


- आजकल ब�तायत म� उपयोग की जा रही है /
- आधुिनक तकनीक, स्थान िमत�ता, कम मजदु र प्रयोग, आिद के कारण यह प�ित
अिधकतम उ�ादन कम लागत की संभावनाओ के साथ उ�म प्रबंध �वस्था प्रदान
करता है /
गहरी िबछावन िविध (Deep Liter System):-
- पो�� ी पि�यों को बड़े कमरे म� फश� पर रखा जाता है /
- मु� �प से ब्रायलर प�ी हे तु उपयोग की जाती है /
- प�े फश� को 2-3 इं च चावल,ग� �,लकड़ी आिद का भू सा liter से भर िदया जाता है /
- इस िविध म� 5-7 प�ी प्रित Sq.m पाला जा सकता है / एक प�ी हे तु लगभग 2.5 वग� फूट जगह
की आव�कता होती है /
लाभ :- यह िविध आहार, पानी , अंडा इक�ा करने आिद के साथ बेहतर
सुर�ा प्रदान करता है /
नुकसान :- सव�� गु णव�ा के भू सा चािहए
बीमारी की संभावनाएं अिधक
 यह पुरे िव� म� सामा� �प से अपनाई गई िवधा है , िजसमे
शेड म� भूसी आिद की िबछावन पर मुिग�यां पाली जाती ह� SaA
 आिथ�क �प से लाभकारी, मजदू री की बचतA
 �� आरामदे ह व पि�यों के िलए सुरि�त
 िबछावन से पि�यों को िवटािमन बी 12 व राईबो�ािवन प्रा� होता है जो की
पशु प्रोटीन के कारण भोजन को संतुिलत करने का काम करता है A
 ख़राब आदतों व बीमारी पर िनयं त्रण रखा जा सकता है A
 यह उ�ादन �मता को बढ़ता है A
 धान का भू सा, सुखे प�े, ल;अकड़ी का बु रादा आिद उपल�ता के अनुसार
िबछावन म� इ�े माल िकये जा सकते ह� SaA
 िबछावन से फश� की गम� व ठं डक का एहसास कम होता है SA
 गहरी िबछावन म� पाली जाने से साल म� लगभग एक टन मॉल मूत्र खाद प्रा� होता
है िजसमे नाइट� ोजन 3%, फा�ोरस २% व २% पोटाश व अ� त� होते ह� ,
इससे खाद की उ�ादन �मता अिधक व बेचने पर आिथ�क लाभ प्रा� होता है SA
 िबछावन हमे शा सुखा होना चािहए
 जगह के अनु �प ही उिचत सं�ा म� प�ी पाले जाने चािहएA
 आवास अ�ा व हवादार होना चािहएA
 िबछावन एक स�ाह के अ�राल म� कुरे दना/पलटनी चािहए,
गीली होने की �स्थित म� तु रंत बदल दे नी चािहएA
 मु िग�यों को संतुिलत आहार िदया जाना चािहएA
 पानी के उपकरण रखते समय सावधानी रखनी चािहए तािक
िबछावन गीला ना हो sA
 िबछावन प�ित म� 8 स�ाह उम्र तक प्रित चूजा 700 वग�
सेमी फश� जगह िदया जाना चािहएA
 एक मीटर प�रिध के होवर म� 250 चूजे पाले जा सकते ह� A
 होवर मे टल या लकड़ी का हो सकता है SA
 होवर को छत से अ�ी तरह से लटकाना चािहए तािक
तापमान सभी तरफ सही अनु पात म� िमल सके A
 तापमान 1-2 वाट/चूजा की आव�कता होती है SAिजसके िलए
प्रित 250 चूजा इकाई पर 60 वाट के ब� का इ�ेमाल
िकया जा सकता है /
उम्र स�ाह म� फश� वग� फीिडं ग �ेस वाटर �ेस
फूट/चू जा इं च/चू जा इं च/चूजा

1 0.2 1.5 0.5


2 0.2 2.0 0.7
3 0.3 2.0 0.7

4 0.4 2.5 0.8


5 0.6 2.5 0.8
6 0.8 3.0 1.0
7 0.9 3.0 1.0
• छोटा मकान िजसमे लकड़ी की प�ी अथवा तार

जाली का फश� बनाया गया हो

• जाली या प�ी को फश� से 3 फीट ऊपर तैयार

िकया जाता है तािक ग�गी फश� म� इक�ी हो/

• 6-8 प�ी प्रित squ.m पाला जा सकता है /

• मुग� आहार, पानी व अंडा एकत्रण घर के बाहर

से िकया जा सकता है /

• तुलना�क �प से ठ�े होते है िक�ु मंहगे और

केवल वय� प�ी के िलये उपयोगी


• ब�मंिजला िपंजरा रिहत जालीदार फश� यु� आवास

• मंिजल का िनमा� ण ऐसे िकया जाता है िक प�ी एक मंिजल से दु सरे मंिजल तक जा सके

• अिधक प�ी घन� – 25 प�ी प्रित वग� मीटर


 यह कु�ुट पालन का अित गहन तरीका है A िजसमे प्रित प�ी लगभग 450 से 525 वग� सेमी
जगह की आव�कता होती है A िपंजरे म� पि�यों को अकेले,दो, या तीन एक साथ रखे जाते ह� ,
िजसमे िपंजरा एकताल, ि�तल या ित्र�रीय हो सकता है SA

 िपंजरा प�ित के लाभ %&


1- प्रित इकाई जगह म� अिधक प�ी पाले जा सकते ह� A
2- �रकाड� प्रबंधन म� मददगार है SA
3- ख़राब उ�ादक की पहचान आसानी से हो जाित है , िजसे कम समय म� अलग कर लाभ िलया जा
सकता है SA
4- केनाबोिल� –अपने ही चूजो को खाना व अ�ो को खाने जैसी ख़राब आदत पर िनयंत्रण रखा जा
सकता है A
5- �स्छ अंडा उ�ादन म� मददगार, रोगों से बचाव व दे खभाल म� सुिवधाजनक
6- तनाव कारकों को दू र रखने म� आसानी A
7- परजैिवक बीमा�रयों जैसे को�ीिडयोिसस व वाम� संक्रमण को िनयंित्रत करने म� मदद करता है A
8- यह िवधा ऐसे स्थानों जहाँ िदन का तापमान गिम�यों म� अिधक नहीं होता व सिद� यों म� �ादा नहीं
िगरता के िलए आदश� है SA
9- िपंजरा प�ित म� अंडा उ�ादन, िबछावन िवधा से अिधक पाई गयी है A
10- खा� �पां तरण व अंडे का वजन भ िबछावन िवधा की तुलना म� िपंजरा प�ित म� अिधक पायी
गई है A
 छोटे जगह म� ऊँचे जालीदार िपंजरा म� प�ी पालन
 प्रारं भ म� यह केवल pedigree जाँ च व ख़राब लेयर प�ी के चुनाव हे तु प्रयोग �आ.
 वत�मान समय म� 75 % �वसाियक लेयर िपंजरा प�ित से ही पाले जाते ह� /
 कम स्थान म� अिधक प�ी पाला जा सकता है /
 इस िविध म� वै�ािनक प्रबंधन तकनीक का इ�ेमाल िकया जा सकता है /
 फ़ेडरर/वाटरर िपंजरे से बाहर से लगे जा सकता है , केवल िन�ल वाटरर के िलये
पाइपलाइन लगाया जाना होता है /
 िपंजरा िविध म� �चािलत फीडर ट� ाली और अंडा एकत्रण बे� भी उपयोग िकया
जा सकता है
 पो�� ी मल या तो िपंजरे से नीचे लगे ट� े म� अथवा बे� म� या फश� पर बने गहरे ग�े
म� इक�ा होता रहता है /

�ोर आव�कता :-
चूजे (0-8 स�ाह) :- 0.3 वग� फीट
ग्रोवर (9-16 स�ाह) :- 0.5 वग� फीट
लेयर (17 स�ाह से आगे ) :- 0.6 वग� फीट
 िपं जरा प�ित से हािन %&
1- पि�यों के आवास म� हवादार प्रबं धन िवशे षकर गिम�यों और अ�िधक घनी
�स्थित म� मु��ल हो जाता है A
2- पैरों म� सम�ा, िपंजरा म� तनाव, कीड़े मकोड़े आिद की घटना बढ़ जाती
है A
3- टू टे तथा दरार वाले अंडे की सं�ा अिधक हो जाती है SA
१- प�ी घन� के आधार पर :-
अ- एकाकी प�ी िपंजरा - केवल १ प�ी हे तु
ब- ब�प�ी िपंजरा - 2-10 प�ी
स- कॉलोनी िपंजरा - 11 से अिधक प�ी

2- िपंजरों की �वस्था के आधार पर :-


अ- बैटरी िपंजरा - वट�कल िपंजरा
ब- �ै र �े प िपंजरा –
a - M टाइप
b- L टाइप
3- िपंजरे म� उपल� कतार के आधार पर :-
अ- single Deck
ब- Double Deck
स- Triple Deck
द- Four Deck
4- पाले जाने वाले प�ी के आधार पर :-
• ब्रूडर/िचक केज
• ग्रोवर केज
• लेयर केज
• ब्रीडर केज
 वत�मान प�रवेश म� अिधकतर पो�� ी ऑपरे शन सघन िविध से िनयंित्रत वातावरण आवास
आवास म� िकये जा रहे ह� , िजसमे आवास के अंदर का वातावरण प�ी के उपयोगी कारको
के लगभग करीब रखे जाते ह� /
 तापमान - 24 C
आद्र� ता - 50 से 60 %
 इसमे आवास िनमा�ण म� कही ं पर कोई �ख�ाकी नही ं राखी जाती,
 आवास की िदशा सामा�तः ल�ाई म� पूव� से पि�म की ओर रखी जाित है /
 िजसमे एक बड़ा ए�ौ� पंखा पि�म िदशा म� और वा�ीकरण ठं डा पैड पूव� िदशा म�
बनाया जाता है /
 साथ ही �चािलत फीडर और िड� ं कर लगाया जाता है /
 सभी पो�� ी ऑपरे शन जैसे िक फीिडं ग, िड� ं कर, मल एकत्रीकरण, अंडा एकत्रण आिद मशीन
के साथ और �चािलत होता है /
 इस तरह के आवास बेहतर एफसीआर, बेहतर उ�ादन, प�ीयों का बेहतर दे खरे ख,
बीमा�रयों से बचाव आिद संभव है /
 इस िविध म� एक अित�र� बैच प्रित वष� प्रा� करना संभव होता है, िजसका मतलब
अिधक लाभ /
कु�ुट पालन म� आवास के साथ साथ ब�त से उपकरण की आव�कता होती है जो िक
िन�ानुसार ह� :-
दाने के बत�न (फीडर) :- प्रमुखतः 02 प्रकार के होते ह� .........

अ टू यूब फीडर :- इसमे उ�ा� धर रखे शं�कार बत�न म� दाना रखा जाता है , िजसके सभी ओर
गोल घेरे की बनी पतली नाली से प�ी दाना चुगते ह� /

ल�ा नालीदार बत�न (ट� फ़ फीडर) :-

यह �� ड पर बनी ल�ी नाली के ऊपर लोहे के तारो से बने िग्रल से


ढं का होता है , इसके दोनों तरफ से िग्रल से िसर डालकर प�ी दाना
चुगते ह� /
 dqDdqV O;olk; esa ,d vPNs izca/ku dh vko’drk gksrh gSA
 ftlesa eqfxZ;ksa ds lkFk lkFk dqDdqV QkeZ esa mi;ksx esa yk;s
tkus okys midj.kksa dk izca/ku dh Hkh vko’;drk gksrh gSA
 vPNs izca/ku ds fy, vyx vyx if{k;ksa tSls v.Ms o ekal
okys i{kh] ds fy, vyx vyx rjg ds midj.kksa dh
vko’drk gksrh gSA
 orZeku ifjos’k esa dqDdqV O;olk; esa Lopkfyr midj.kksa
dk mi;ksx c<+ jgk gSA
 iqjkus le; esa mi;ksx esa yk;s tk jgs midj.k orZeku esa
vO;ogkfjd vkSj eagxs gksus ds dkj.k vuqi;ksxh lkfcr gks
jgs gSaA
 bldk mi;ksx NksVs pwtksa dks xehZ iznku djus esa fd;k
tkrk gSA
 cwzMj ds vykok dbZ vU; izca/kksa ls Hkh pwtksa dks xehZ iznku
dh tkrh gSA
 czwMj ds izdkj %&
d- gksoj & ijEijkxr xSl] vojDr (bUQzkjsM) cYc
ijEijkxr feV~Vh dk rsy] ijEijkxr
fctyh vkfn
[k- xeZ ikuh dk czwMj
 gksoj %&
&;g lcls vf/kd mi;ksx esa yk;k tkus okyk czwMj gSA
& ;g xehZ mRiUu djus okyh bdkbZ /kkrq ds xksy vFkok
,axqyj VqdM+s ls <dk jgrk gS] tks Q’kZ dh vksj xehZ Qsadrk
gSA
& czwMj bdkbZ dks Nr ls bl rjg ls yVdk;k tkrk gS] fd
vko’;drk vuqlkj bls mij uhps fd;k tk ldsA
vojDr (bUQzkjsM) cYc
vojDr (bUQzkjsM) cYc %&
& gksoj esa vojDr cYc yxk, tkrs gSaA
& vFkok gksoj esa Vkby fjQzsDVjh ds varxZr ,d fo’ks”k cuZj
yxkk gksrk gS] tks xeZ gksus ij vojDr fdj.ksa mRiUu djrk
gSA
ijEijkxr xSl czwMj %&
 ;s gksoj 6&8 QqV O;kl ds gksrs gSaA
 xSl cuZj MkWe ds mijh fgLls ij yxk gksrk gSA
 blesa 500&750 pwts ,d lkFk vk ldrs gSaA
 ijEijkxr feV~Vh dk rsy %&
& feV~Vh ds rsy dks bZa/ku ds #i esa bLrseky djrs gSaA
& ,d fo’ks”k cuZj ds }kjk ,d cM+h Nrjh (dsuksih) ds canj xehZ mRiUu dh
tkrh gSA
& ;g mik; xzkeh.k {ks=ksa ds fy, cgqr mi;ksxxh gksrk gS D;ksfd ogkWa ij
gksoj dks xje j[kus ds fy, dksbZ vU; lk/ku miyC/k ugha gksrs gSaA

• ijEijkxr fo|qr %&


& tgkWa ij fctyh vis{kkd`r lLrh
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djus ds fy, fctyh dk iz;ksx
fd;k tkrk gSA
& Nrjh ds vanj ghVj dks bl izdkj
j[kuk pkfg, fd ghVj ds vxys
fljs ij FkeksZLVsV yxk gks] rkfd
fctyh ls pwtksa dks dksbZ uqdlku
uk gksA

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 lkekU;r% czwMj ?kj ds chp esa xje ikuh;qDr 4&8 ikbi
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 bu ij ,d bUlwysVsM doj yxk gksrk gS] ftlls xehZ Q’kZ
rd igqWaprh jgrh gSA
 bldk bLrseky pwtksa dks nkuk vkSj ikuh ds crZuksa ds ikl
cuk;s j[kus ds fy, fd;k tkrk gSA
 czwMj xkMZ xehZ esa rkj dh tkyh vFkok iukyhnkj dkMZ cksMZ
dk cuk;k tkrk gSA
 lnhZ ds ekSle esa ;g Bksl /kkrq dk cuk;k tkrk gSA
 cwzMj xkMZ ds ifjo`Rr dh nwjh xehZ iznku djus okys {ks= ls
75 lseh rFkk mWapkbZ 40&60 lseh gksuk pkfg,A
 cSVjh czwMj dk iz;ksx NksVs pwtksa rFkk xzksfoax (c<+us okys)
if{k;ksa ds fy, fd;k tkrk gSA
 lkekU;r% pwtksa dks xehZ iznku djus okyh bdkbZ ls ;qDr
,d cSVjh fiatjs ea j[kk tkrk gSA
 Ckkn esa xzksfoax (c<+us okys) i{kh ,d vFkok nwljs cSVjh
fiatjksa esa pys tkrs gSaA bl izdkj tSls tSls i{kh cM+s gksrs
tkrs gSa oSls oSls mudks vf/kd txg miyC/k djkbZ tkrh
gSA
 cwzMj fiatjksa dk Q’kZ osYMsM rkj dh tkyh dk cuk gksuk
pkfg,A
 NksVs pwtksa ds fy, ikuh crZu iw.kZ #i ls r’rjh rFkk tx
dh rjg cus gksus pkfg,A
 izR;sd cwzMj bdkbZ@cwzMj xkMZ ds pkjksa vksj NksVs&NksVs cgqr
ls QOokjs okys ikuh ds crZu gksus pkfg,A
 izFke nks fnu rd mu crZuksa dks lh/ks fcNkou ij fcNs
v[kckj ij j[kuk pkfg,A

 Ckkn esa Q’kZ ls 1 bap (2-5 lseh) dh mWapkbZ ds LVSaM ;k bZV


ij j[kuk pkfg,A

 mez ds vuqlkj bu crZuksa dks cM+s vkdkj ds crZuksa ls cnyrs


jguk pkfg,] rkfd lHkh if{k;ksa dks Ik;kZIr #i ls ikuh izkIr
gks ldsA
Pkwtksa dh vk;q ikuh ihus dk LFkku bap esa ikuh ds crZu
lIrkg esa ukyh }kjk ikuh izokfgr ty >jus dh {kerk eqag la[;k@100 pwts

0&3 lIrkg
1@4 1@8 1 yh0 1**&1-5** 4

3&5 lIrkg 1@2 1@4 1-5 yh0 2**&2-5** 6

6 lIrkg ls vf/kd 3@4 1@2

uksV %& ikuh ds crZuksa dks fu;fer #i ls lkQ djuk pkfg,A


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 Lopkfyr nzksf.kdk %&
& lkekU;r% oh vkdkj ds gksrs gSaA
& 8 QqV yackbzZ esa Q’kZ ds 2 bap ls 16 bap ds chp mij
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fofHkUu izdkj ds okYo yxs gksrs gSaA

 >wyus okys ikuh ds crZu %&


& ;s IykfLVd vFkok /kkrq ds xksy vkdkj ea cus gksrs gSa o Nr
ls yVdk, tkrs gSa
& izkjafHkd voLFkk esa pwtksa dks nkuk [kkuk lh[kus ds fy,
dqN fnuksa rd nkuk vkiwfrZ cM+s {ks= eas djuh pkfg,A
& nkuk lcls igys dkxt ij (tks pwts ds ckDl dk <Ddu
;k IykfLVd dk dksbZ lery crZu gks) fc[ksj nsuk pkfg,A
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fn;k tkuk pkfg,A
& QhMj tehu ij ;k Nr ls yVdkdj j[k ldrs gSaA
& vkt dy cM+s QkeksZa esa Lopkfyr QhMjksa esa ,d
iSu@nzksf.kdk gksrh gS] ftlds ek/;e ls eqfxZ;kWa nkuk [krh
gSaA
फीडर
Pkwtksa dh vk;q [kkuk ds fy, LFkku bap esa [kkus ds crZu
lIrkg esa nzksf.kdk QhMj Lopkfyr QhMj yEckbZ pkSM+kbZ mWapkbZ la[;k@100 pwts

0&3 lIrkg
1-0 1-5 1-5 3** 2** 2

3&5 lIrkg 2-0 1-0 3** 4** 3** 2

6 lIrkg ls vf/kd 3-0 2-0 &* &* &* &*

uksV %& [kkus ds crZuksa dks fu;fer #i ls lkQ djuk pkfg,A


 izdk’k O;oLFkk %&
& czk;yj dks Q’kZ LFkku ls 3-5 QqV dSaMfyax Lrj dk 23 ?k.Vs
dk izdk’k rFkk 1 ?kaVs dk va/kdkj miyC/k djkuk vko’;d
gksrk gSA
& 3-5 okWV dk ,d cYc czwfMax ds igys nks fnu ds fy, 4 oxZ
QqV LFkku ds fy, Ik;kZIr gksrk gSA
& ckn esa 4 oxZ QqV {ks=Qy ds fy, Q’kZ ij ,d QqV dSaMfyax
rd izdk’k /khjs /khjs de fd;k tkrk gSA
fMchdj (pksap dkVus dk midj.k) %&
& fiatjksa esa j[ks tkus okys if{k;ksa esa xzksfoax vFkok vaMs nsus ds
nkSjku dsukckWfyTe ,d vke leL;k gSA
& v.Ms nsus okyh iBsjksa ea eSFkqfud ifjiDork ls igys fdlh Hkh
vk;q esa pksap dkVs tk ldrs gSaA
& eqfxZ;ksa esa izk;% pksap dh NVkbZ mudh vk;q ds vuqlkj
fuEukuqlkj dh tkrh gS%&
1- 7&10 fnu esa 2- 2 lIrkg
3- 6&8 lIrkg
& pksap dh vPNh rjg ls NVkbZ ds fy, pksap ds mijh o fupys
tcM+s ds ,d Hkkx dks fo|qr pfyr CysM ls dkV nsuk pkfg,A
 Iaktksa ds fljksa dks vyx djus ds fy, bLrseky fd;k tkrk
gSA
 ;g ,d VkalQkeZj o nks m”ekjks/kh rkjksa ls feydj cuk gksrk
gSA
& dyxh dh NaVkbZ djus okyk ;a=A
& ys;j eqfxZ;ksa ds fiatjsA
& ‘ko ijh{k.k o jksx uSnkfud fdVA
& ysbax usLVA
& fcNkou gVkus dk midj.kA
& if{k;ksa dks idM+us dk midj.kA
& thfor if{k;ksa dh /kqykbzZ ds fy, fiatjsaA
- पानी के बत�नों की �वस्था ऐसी होनी चािहए की पि�यों को पानी के िलये 10 फीट से
�ादा चलना ना पड़े /
- प्रित 100 पि�यों के बीच 01 िदन म� 22 लीटर पानी की ज�रत होती है /
- एक ग�े दार ए�ुिमिनयम �ेट के ऊपर उ�ा बत�न रखकर िनचे िछद्र बनाकर वाटरर
बनाया जा सकता है /
प्रकार :-

१ नालीदार वाटर ट� फ़

2 िन�ल िड�ंकर :- साफ सफाई की ज�रत नहीं/


पि�यों को हमेशा �� पानी िमलता है /
जल का दु �पयोग कम होता है /
पि�यों को पीने के पानी के साथ दवा दे ना सरल और सुिनि�त होता
है /

3 कप िड�ंकर
 जब भी फाम� म� चूजो को लाया जावे उससे पहले फाम� की साफ सफाई अिनवाय� है
िजसे बायोिस�ू�रटी कहते ह� / ऐसा करने से ना केवल बेहतर उ�ादन और वृ��
प्रा� होगी ब�� चुजो की अनाव�क मृ�ु दर को कम िकया जा सकेगा/
 फाम� के सभी फश�,दरवाजे,�खड़की, होवर, पंखे, फेदर, वाटरर को साफ िकया जाना चािहए

 िडटज�ट

वािशं ग सोडा

िडसइ��� ट
• फाम� म� बचा �आ दाना एवं उसके बत�न, पानी व पानी का बत� न आिद
बाहर िनकालकर अ�ी तरह धोकर सुख लेना चािहए/
• पुराना िबछावन खाद के ग�े म� दाल दे व�/
• फश� को सुखी अवस्था म� ब्रश से रगड़कर साफ कर� और झाड़ू लगाव� /
• फश� को सादे पानी से कम से कम 2 बार धोव� /
• गीली फश� पर का��क सोडा का िछडकाव कर� , व दो से ढाई घं टों तक पड़ा
रहने द� / इस प्रिक्रया म� 1000 वग� फूट फश� के िलये १ िकलोग्राम का��क सोडा
का उपयोग कर� /
• फश� को पुनः साफ पानी से धोएं /
• �ो ल� प की सहायता से फश� व दीवारों की दरारों को जला दे व�/
• सम� कु�ुट उपकरणों को सुखाकर भीतर रख�, चारों ओर से कु�ुट आवास
को इस तरह से ढं के की हवा का प्रवाह न हो सके, तदु परां त ध्रुिमकरण कर� /
• ध्रु म्रकरण :- इस हे तु प्रित 100 घन फीट के िलये 20 ग्राम पोटाश व 400 िमली
फोम�िलन का प्रयोग कर� / हमे शा पोटाश को बत� न म� रखकर धीरे धीरे ही
फोम�िलन डाल� /इससे उठने वाले धुँआ 8-12 घं टे के िलये कु�ुट आवास म� रहने
द� /
• कु�ुट गृ ह के पद� को बंद रखा जाता है /
धुिम्रकरण (FUMIGATION) :-
प्रित 200 वग� फूट �ेत्र हे तु

पोटे िशयम परमैगनेट - 40 ग्राम


फोम�िलन - 80 ग्राम
िबछावन :- इसके िलये गे �ं, पै रा अथवा लकड़ी का बु रादा भू सा इ�ेमाल
िकया जा सकता है , फश� पर 2-3 इं च मोटा भू सा िबछा जाना उिचत है /

िचक गाड� :- यह लोहे अथवा �ा��क, लकड़ी काड� बोड� से बनाया जा


सकता है , जो की १२ से 18 इं च उं चा हो/
इसका प्रयोग का मु � उ�े � चूजो को ऊ�ा/ प्रकाश �ोत, जल व दाने के
बत� न के पास रखना है , तािक कमरे म� अिधक भटके ना/
प्रित १००० चूजो पर 24 फीट ल�ा और १२ फीट चौड़ा िचक गाड� लगाना
उिचत होता है /

फीडर –30 इं च ल�ा/50 िच�


वाटरर – 2 िलटर�मता/50 िच�
ब्रूडर प्रबंध न :-
स�ाह ब्रूडर का तापमान आद्र� ता �रमाक�

प्रथम 95 िडग्री फेरे नहाइट 70 %


ि�तीय 90 िडग्री फेरे नहाइट
तृतीय 85 िडग्री फेरे नहाइट
50 %
चतुथ� 80 िडग्री फेरे नहाइट
पां चवा 75 िडग्री फेरे नहाइट
छटवां 70 िडग्री फेरे नहाइट
• सबसे पहले 2-3 गहनते के िलये गुनगु ना पानी द� ./

• िफर िन� िमश्रण दे व�...

यह िमश्रण त�ाल उजा� प्रदान कर सामा� शारी�रक �मता को िफर से जीिवत


कर दे गा और प�रवहन के दौरान �ई �ित से सुर�ा करे गा/

पया� � सं�ा म� साफ व �� फीडर और वाटरर रखे

नोट :- दाना चूजो के आने के कम से कम 3 घंटे बाद ही िदया जाये


तािक उ�� ता�ािलक एं टे �रिटस से बचाया जा सके/
 चाहे कु�ुट पालन घर या िपं जरा िविध से िकया जावे या िफर
खुले/बैकयाड� म�, दोनों ही प�र�स्थित म� �वसायी के िलए कु�ुट �ा�
प्रबं धन एक चु नौती होता है , िजसके िलए पया� � व उिचत प्रबं धन की
आव�कत हमे शा ही होती है A
 1- यिद िपंजरा िविध या घरों के अंदर कु�ुट पालन िकया जा रहा हो, नया
�ाक डालने के पहले िनम्नु सार प्रिक्रया का पालन िकया जना चािहए %&
 अ. िपंजरे से सभी उपकरण आिद िनकालकर अ�ी तरह �स्छ पानी म�
धो ल� aA
 ब. ग�ा खाद, पि�यों की ग�गी आिद को पूरी तरह से िनकालकर
कीटाणुनाशक से आवास की सगाई कर� saA
 स. सभी उपकरण सूय� प्रकाश म� रख�, तािक रोगाणु न� हो सक�A
 2- dqDdqV vkokl dks iwjh rjg ls xanxh@dwM+k jfgr djsa&
v- [kqjpdj o >kM+dj vkokl dks vPNh rjg lkQ djsaA
c- bu dqDdqV xanxh dks [skrh gsrq [kkn ds #i esa mi;ksx fd;k
tk ldrk gSA tgkWa xanxh dks Mkyk tk jgk gS] ,slh
txg@Hkweh dk mi;ksx de ls de 4 o"kksZa rd dqDdqV ikyu gsrq
uk fd;k tk;sA
l- dqDdqV vkokl ds nhokjksa o Nrksa dks Hkh >kM+w yxkdj lkQ
djsaA
n- ikuh dh rst /kkjk esa vkokl ds vanj dks vPNh rjg ls
lkQ djsaA
 3- आवास के भीतर सही कीटाणुनाशक का िछडकाव कर� A
अ. कीटनाशक का िछडकाव आवास के सभी सतहों पर िकया
जाना चािहएA

ब. पानी व आहार के उपकरणों म� िछडकाव नहीं िकया जाना


चािहएA

4- नया ताजा, सुखा, व साफ िबछावन/भूंसा इ�ेमाल कर� aA

5- कु�ुट आवास को कम से कम दो स�ाह तक दु सरे �ॉक


के िलए इ�ेमाल ना करे तािक यिद पूव� �ॉक की िकसी भी
िबमारी चक्र को दू र िकया जा सकेA

6- आवास के अं दर से ऐसी जगहों को दू र कर� जहाँ चूहे आिद


होने की संभावना होsA
 जहाँ तक संभव हो आगं तुको का कु�ुट आवास म� प्रवेश
विज�त रख�, �ोंिक वे सं भािवत जीवाणु/िवषाणु के वाहक हो
सकते ह� व रोग फैला सकते ह� SaA

 यिद कोई प�ी मृ त हो जावे, तो उसे ज� से ज� िनकाल


कर आवास से दू र िकसी स्थान पर गाड दे या जला द� aA

 ऐसे पि�यों को खाने म� उपयोग नहीं करना चािहएA


 हमे शा रोग मु � कु�ुट पालन िकया जाना चािहए -
1- ऐसे कु�ुट चूजे क्रय कर� जो रोग मु � हों
2- ब�त से हे चरी रोग मु � चूजे उपल� करते ह� A
3- चूजों के िलए टीकाकरण व अ� प्रबंधन सबं धी द�ावेज
हे चरी से अव� ल�saA
 हमे शा एक ही उम्र के प�ी पाल� &
1- ऐसा एक साथ चूजे डालकर व एक साथ िनकालकर कर
सकते ह� aA
2- यिद अलग अलग उम्र के प�ी ह� तो उ�� अलग अलग ही
रख� A
 अ� पि�यों को कु�ुट प्र�ेत्र से दू र रखे A
 कु�ुट आवास म� सयिमत वायु संचार की �वस्था कर� aA
 चूहों आिद का आवास म� प्रवेश से रोंकेsaA
 संतुिलत राशन दे व� तािक पोषण सबंधी किमयों से बचा जा
सके A
 पया� � मात्रा म� ताजा व साफ पानी रख�
िक�ु आव�कता पड़ने पर कम तापमान होने से प्रकाश �े त्र के नीचे इक�े हो जाय�गे/
इसी तरह तापमान �ादा होने से प्रकाश �े त्र से बाहर िनकल जाय�गे/
यिद चूजे िकसी एक िदशा म� जमा हो तो यह हवा के तीव्र वेग को दशा� ता है /

प्रारं भ म� कुछ िदनों तक चूजो को िबछावन के ऊपर कागज िबछाकर रखा जाता है जो की 4-5
िदन बाद हटा लय जाता है / प्रथम 4-5 िदन तक दाना कागज पर िदया जाता है /
 Hkkjr us foxr nks n’kdksa esa czk;yj mRiknu o ikyu esa
larks"ktud fodkl fd;k gSA vkt mPp xq.koRrk okys
eqxhZ pwts] midj.k] VhdknzO; ,oa nok,Wa miyC/k gSaA 41-
06 fcfy;u vaMs o 1000 fefy;u czk;yj ds ldy
okf"kZd mRiknu ds lkFk Hkkjr fo’o esa pkSFkk lcls cM+k
vaMk mRiknd o ikapok lcls cM+k czk;yj@ dqDdqV
ekal mRiknd ns’k gSA
 Czkk;yj mRiknu esa 15 izfr’kr dh okf"kZd o`fn~/k nj ds
lkFk vklekuh mapkbZ;ksa dks Nw jgk gSA
 dqDdqV ikyu jk"Vh; uhfr;ksa esa cgqr egRroiw.kZ
;ksxnku ns jgk gS ,oa Hkfo"; esa fodkl dh vPNh
laHkkouk,a gSaA
 dqDdqVikyu eq[;r% vaMk o ekal gsrq fd;k tkrk gSA
 vesfjdh iztkfr;kWa %&
1- U;w gsEi’kk;j
2- OgkWbZV Iys ekmFk jkWd
3- jksM vkbZySUM jsM

Iys ekmFk jkWd


 Hkwe/;oxhZ; iztkfr;kWa %&
lkekU;r% gYds o vf/kd vaMs mriknu ds fy, fodflr
gksrs gSaA
1- ysxgkWuZ
2- feukjdk
3- ,udksuk

ysxgkWuZ
 bafXy’k oxhZ; iztkfr;kWa %&
eq[;r% mi;ksxh iztkfr tks fd vius csgrjhu ekal
mRikndrk ds fy, tkus tkrs gSaA
1- ,LVkykiZ
2- dkfuZl
3- llsDl
4- vkWjfQaxVu
 ,f’k;kfVd iztkfr;kWa %&
1- ;s Hkkjh 'kjhj okys
2- ftudh gfM~M;kWa etcwr]
3- Vkaxsa ia[kksa ls <dh gqbZ ,oa
4- de vaMk mRiknu okyh gskrh gSaA
 Hkkjrh; iztkfr;kWa %&
1- vlhy & i{kh;ksa dh yM+kbZ@[ksy ds fy,
2- fpVxkax
3- dM+dukFk & dkyk ekalh
4- cqlkZ vkfn
 O;olkf;d czk;yj iztkfr;kWa %& ekal gsrq
1- dkWc
2- gcMZ
3- ykWgeSu
4- vukWd 2000
5- ,fo;u&34
O;olkf;d vaMk nsus okyh iztkfr;kWa %& vaMk mRiknu gsrq
1- ch oh&300
2- cksoakl
3- gkWbZfyu vkfn
Ikztkfr otu O;Ldrk okf"kZd vaMs Ikztuu gspsfc
20 lIrkg mez vaMk dk {kerk yhVh
esa
fnuksa esa mRikn otu
u xzk0
esa
vlhy 1220 196 92 50 66 63
fQzty 1005 185 110 53 61 71
dM+dukFk 905 180 105 49 55 52
usdsM 1005 201 99 54 66 71
usd
Tkkudkjh vkbZ oh vkj vkbzz cjsyh
 lkekU; ikyu gsrq ,oa vPNh ns’kh iztkfr;kWa] tks fd vaMs lsus ds fy,
vPNh gksrh gSaA
 dqN Hkkjrh; iztkfr;kWa vkdkj o otu esa ysxgkWuZ tSlh gksrh gSa] fdUrq
de vaMs nsus okyh gksrh gSaA ;s fofHkUu jaxksa dh gksrh gSaA
 dqN iztkfr;kWa llsDl ;k Iys ekmFk tSls fn[krs gSa] fdUrq otu esa
de gksrs gSa] fdUrq vaMs nsus esa yxHkx lekuA ;s iztkfr;kWa Hkkjr ds
iwohZ {ks=ksa esa ik;h tkrh gSaA
 Hkkjrh; uLysa lkekU;r% vof.kZr o de vaMs mRiknu fdUrq vPNh ekal
mRiknu gsrq tkuh tkrh gSA
 dqy 4 'kqn~/k iztkfr;kWa gSa] vlhy] dM+dukFk] cjlk o czkEgkA
 vlhy vius yM+kdk izo`fRr] vf/kd rkdr] jktlh
pky@LoHkko ds fy, tkuk tkrk gSA
 lkekU;r% vka/kzizns’k] mRrjizns’k o jktLFkku esa ik;k tkr
gSA
 izpfyr iztkfr;kWa ihyk (Lo.khZe yky), dkyk o yky,
U;wjh&89(lQsn), fpRrk(dkyk o nwf/k;k lQsn)
 de vaMk nsus ds ckotwn ;s iztkfr;kWa buds vPNh ekal ds
fy, tkuh tkrh gSaA
 NkVs eVj tSlh dyxh tks fd flj ij vPNs ls yxs gksrs
gSaA
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 Pksakp dM+s
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xksYMu 92 18-19 lIrkg 27-29 lIrkg 90 % 2:2 54 xzk 265

fiz;k 17-18 lIrkg 26-28 lIrkg 92 % 2:1 57 xzk 290

lksukyh 18-19 lIrkg 27-29 lIrkg 90 % 2:2 54 xzk 275

nsosUnz 18-19 lIrkg 27-29 lIrkg 90 % 2:5 50 xzk 200


vU; O;olkf;d ekal gsrq dqDdqV iztkfr %&

iztkfr NS% lIrkg esa otu lkr lIrkg esa otu [kk| #ikarj.k
{kerk
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dSjhczks & 91 1650 2100 1.94-2.2

dSjhczk & 1600 2000 1.9-2.1


eYVhdyjYM
dSjhczk usdsM usd 1650 2000 1.9-2.0

Osjuk 1500 1800 2.1-2.25


िकसी भी पो�� ी फाम� की सफलता म� 65-80% योगदान पोषक आहार का
है , अतः अिधक आमदनी के िलये उ�ादन लागत कम करना अिनवाय� है /

कु�ुट आहार म� सामा�तः िन� यौिगकों की संतुिलत मात्रा को शािमल िकया जाना
चािहए :-
1 प्रोटीन 2 काब�हाइड�ेट
3 वसा 4 खिनज लवण
5 िवटािमन 6 पानी
असंतुिलत आहार से कु�ुट वृ �� दर एवं उ�ादन �मता दोनों पर दु �भाव
पड़ता है /
- कु�ुट आहार को भूंसे की तरह बारीक़ िपसा या खड़ा नहीं होना चािहए.
- बाजार म� आहार पेलेट्स उपल� है जो की उपयोग म� आसन व आहार का
अप�य नहीं होता है /
 कम लागत वाले आहार अवयव का उपयोग
 संतुिलत आहार
 पोषक त�ो का पया� � आपू ित�
 पोषक त�ों के उपयोग म� वृ��
प्रसंसकरण
सू� पोषक त�ों का पूण�ता
Augmenting gut health आं त्र �ा� म� वृ��
सही aditives का उपयोग
प्रभावी खा� प्रबंधन
परं परागत अवयव
◦ म�ा –मूंगफली खली –मछली (िफश मील)
◦ म�ा और सोया

◦ िजन दे शों म� म�ा और सोयाबीन का उ�ादन अिधक कर रहे वहां


िचकन उ�ादन लागत कम है /

म�ा : - गु णव�ा (Aflatoxins)


- कमी
सोयाबीन मील - भारत म� उ�ादन हो रहा है /
- उ� गु णव�ा प्रोटीन
- कृित्रम डीएल-मेिथयोिनन
- ए�िज�लस प्रितरोधी
Soy (DOC) Soy (Exp.) Soy full fat
ME, kcal/kg उजा� 2440 2885 3650
CP, % प्रोटीन 44-46 43.50 37.80
Oil, % वसा 0.90 7.50 18.50
Fibre, % फाइबर 6.40 4.52 4.40
Lysine, % लायसीन 2.75-3.0 2.88 2.48
Methionine,% 0.58-0.64 0.61 0.53
Linoleic acid 0.40 3.60 9.12
AIA 2.81 0.45 1.50
Heat treatment   
 आहार म� उजा� �ोत बेहतर करता है
 आहार की �ाद और ग्रा� बढाता है
 आहार के dustiness को कम करता है
 Reduce heat increment गम� कम करता है
 अित�र� उजा� गुणां क
 टै िनन और अ�ाटो��न के िवषैलापन करता है
 अनाज व् अनाज उपो�ाद
 बाजरा
 चावल कनकी
 �ार- सफेद,भूरा, लाल और पीला
 ग�� – टु टा/छोटा
 चावल भूसी/पािलश (पूरा या deoiled)
 गे�ं भूसा
 म�ा भूसी
 Fish meal िफश मील
 Jawala fish जवाला िफश
 Meat meal मटन मील
 Meat-cum bone meal
 Blood meal
 Poultry byproducts meal
 Earth worm meal
 High fibre – अिधक फाइबर
 Anti-nutritional factors पोषण रोधी कारक
 Processing techniques प्रसं सकरण तकनीक
 Limited database कम उपल� जानकारी
Scope for utilization – उपयोग की गुंजाइश
 Use with in safe/effective inclusion limit
(सु रि�त/प्रभावी सीमा म� उपयोग कर� /)
 Use in combination ( कुछ अ� त�ों के साथ)
 Nutritional enrichment
 Continuous supply of high quality feed -उ�
गुणव�ा वाले फीड की िनरं तर आपू ित�
 Feed- appropriately balanced- चारा- उिचत �प से
संतुिलत
 Fortified with appropriate additives -उिचत
योजक के साथ �ढ़
 High density feed- उ� घन� फ़ीड
 Encourage more feed intake-अिधक फीड से वन को
प्रो�ािहत कर�
 Do not allow to starve broilers -ब्रॉयलर को भूखा न
रहने द�
 Change feed gradually- धीरे -धीरे फ़ीड बदल�
 1st िदन : म�ा टु कड़ा दे वे (बारीक़ िपसा �आ नही ं)
 2nd िदन: पूरा भरा फीडर
 3rd िदन से आगे : 2/3rd भरा �आ

पेलेट आहार के फायदे


• िवकास और एफसीआर म� सुधार
• कम फ़ीड अप�य
• एक समान प�ी आकार
• फ़ीड �स्छता - सा�ोनेला और ई कोलाई को हटाने म� सहायक
• पोषण िवरोधी कारकों का िवनाश
• CRD की कम घटना
• 4-5 िदन पहले बाजार उम्र तैयार
• अिधक नीचे समय अविध के िलए प्रावधान

• नुकसान यह है (?- लागत और जलोदर (Ascitis)


1. ब्रायलरो के िलये सं तुिलत शरीर वृ �� व् दाना �पां तरण (ऍफ़ सी आर) �मता हे तु सं तुिलत
आहार दे ना चािहए/
2. मौसम के अनुसार आहार बदलना चािहए िजसमे इस बात का �ान रखा जावे –
अ शीतकाल म� आहार म� उजा� यु � पदाथ� �ादा होना चािहए
िक�ु प्रोटीन की मात्रा कामकी जा सकती है /
ब वही ँ वषा� काल म� दाने म� को��िडयारोधी तथा प्रितर�ा दवाओ की
उिचत मात्रा म� िमलाना आव�क होता है /
स ग्री� काल म� उजा� पदाथ� म� कमी करके प्रोटीन की
मात्रा बढ़ाई जा सकती है /
3. आहार म� िविभ� �ोतों के उजा� पदाथ� तथा प्रोटीन को िमलाते
समय यह �ान रखा जाना अिनवाय� है की उसका दु �भाव ना हो –
अ यिद िशरे की अिधक मात्रा िमला द� तो उसमे उप�स्थत पोटे िसयम
से कु�ुट मल पतला होता है /
ब राइस पािलश गम� स्थान पर रखने से ख़राब हो जाित है अतः उसमे इथाईिसिमन
, बी एच टी-बी एच ए, से �ो�ीन आिद दवाएं िमलाये.
स गहरे रं ग का �ार उपयोग से कु�ुट आहार कसै ला हो जाता है /
द गे �ं के चोकर म� अिधक रे शे तथा प�टोजन के कारण चोकर मृ दु िवरे चक होता है /
इ ितल की खली म� कुछ िवषै ले प�थ� होते ह� /
ई सरसों की खली म� िसनेिग्रन नमक िवषै ला पदाथ� होता है जो कु�ुटो म� जाना
और उ�ादन पर िवपरीत प्रभाव् करता है
ऍफ़ सोयाबीन म� िट� ��न रोधी पदाथ� होता है िजससे कु�ुटो म� हाजमा ख़राब हो
जाता है /
ब्रायलर आहार को मु�तः 2 भाग म� बाँ ट सकते ह� :-
१ ब्रायलर �ाट� र – 22 % प्रोटीन (0-4 स�ाह)
2- ब्रायलर िफिनशर – 19 % प्रोटीन (4-7 स�ाह)

वत� मान समय म� कु�ुटपालक अिधक लाभ हे तु कंसनट� े ट िमश्रण �ारा


आहार बनाते ह� ....
यह आहार स�ा भी पड़ता है और पि�यों की वृ�� तीव्र होती है /
01 ब्रायलर �ाट� र – ब्रायलर कंसनट� े ट 50 %
म�ा 50 %
02 ब्रायलर िफिनशर – ब्रायलर कंसनट� े ट 45 %
म�ा 45 %
चावल पािलश (तेलयु�) 10 %
 गोदाम हमेशा हवादार होना चािहए
 मछली चूरा को एक के ऊपर अिधकतम 10 बोरे रखना
चािहए
 स�ाह म� एक बार बोरो को ऊपर िनचे करते रहना चािहए/
 गोदाम और फाम� हमे शा मू षक रोधी बनाना चािहए
 गोदाम म� नमी िबलकुल नहीं रहना चािहए
 सबसे नीचे के बोरे को लकड़ी के पिटये पर रखना चािहए
तथा पि�यों के िनचे हवा आने जाने की जगह होनी चािहए/
 बोरों के बीच भी हवा आने जाने की जगह होनी चािहए/
इसे किलं ग कहा जाता है

 इस प्रिक्रया म� अनु �ादक अथवा अपे �ाकृत कम वृ �� वाले पि�यों को


छां टकर अलग कर दे ना चािहए/(िबक्री कर दे ना चािहए)
अ�ी एवं छं टाई यो� मुिग�यों की पहचान :-
गुण अ�ी उ�ादक छं टाई यो�
�ा� चंचल एवं मां सल �स्थ शरीर सु� व चब�दार मोटी
िसर व चोंच मजबूत चोच,सफेदी िलये �ए, सधी �ई छोटी चोच, सकरी एवं गोलाकार खोपड़ी
सपाट खोपड़ी
कलगी चमकदार लाल भरी �ई झुर�दार सुखी व पपडीयु�
आँ खे बड़ी एवं चमकदार उभरी �ई छोटी िसकुड़ी, बुझी �ई एवं आँ खों की
पुतिलयाँ असामा�
पीठ ल�ी चौड़ी व सपाट छोटी पतली एवं गोल मुड़ी �ई
�मता सीने की ह�ी के अंितम िसरे व कु�े की ह�ी के अगले सीने की ह�ी के अंितम िसरे व कु�े की ह�ी के
िह�े के बीच दु री 4-5 अंगुल जबिक कु�े की ह�ी की अगले िह�े के बीच दु री १-2 अंगुल जबिक कु�े
चौड़ाई 2 अंगुल की ह�ी सकरी
गु दा�ार बड़ा व नम छोटा संकर व सुखा
पर चमकदार व पुरे कुछ टू टे व बुझे से
पैरो का रं ग सफेदी व कम पीलापन िलये�ए अिधक पीलापन
 ग्री� काल कु�ुट �वसायी के िलये सबसे किठन समय होता है , जब उिचत प्रबंधन के अभाव
म� पि�यों की मृ�ुदर 20% तक हो सकती है /

 जैसे जैसे वातावरण का तापमान बढ़ता है वैसे प�ी दाना चुगना कम और पानी �ादा पीना शु �
करते ह� /

 तापमान 95 िडग्री फारे नहाइट से अिधक होने पर िन� दु � भाव प�रलि�त होते ह� ....
I. दाना चुगने म� कमी

II. पानी िपने की मात्रा म� बढ़ोतरी

III. अंडा उ�ादन, अ�ो के आकार व अ�ो के कवच की गुणव�ा म� कमी

IV. वृ�� दर म� कमी


 कु�ुट गृह िनमा� ण सदै व इस प्रकार करना चािहए की उसकी
ल�ाई हमेशा पुव�-पि�म म� हों/
 कु�ुट गृह के चारों ओर 20 फीट के घेरे म� हरी घास या छोटी
झािड़याँ , पौधे आिद लगाकर गम� के प्रभाव को कम िकया जा
सकता है /
 कु�ुट गृह की छतो पर 3-4 इं च मोटी घास की िबछावन लगाना
चािहए
 यिद संभव हो तो कु�ुट आवास की छत पर ��ंकलर लगाना
चािहए तथा अिधक गम� के समय चलाना चािहए/
 कु�ुट आवास के दोनों ओर परदे लगाकर पानी से िभगोते रहना
चािहए/
 िपंजरा िविध से पाले जा रहे पि�यों के िलये फ�ारे (फागस�) की
�वस्था की जा सकती है / िक�ु इससे कु�ुट गृह म� उमस ना
बढे इसका भी �ान रख� /
 िबछावन िविध म� िबछावन की मोटाई घटाकर 2 इं च कर
दे ना चािहए और आव�क होने पर पि�यों की सं�ा भी
कम कर दे ना चािहए/
 कु�ुट के पीने हे तु ठं डा �स्च जल सदै व उपल� होना
चािहए/
 आहार पुण�तः संतुिलत होने के साथ िवटािमन लवण व प्रोटीन
की प्रचुर मात्रा होनी चािहए/
 पीने के पानी म� एं टी �� े स दवाएं दे नी चािहए/
 अित�र� उजा� की आव�कता होती है /
 ब्रू डर का तापमान बनाये रखने हे तु सम� प्रयास िकया जावे/ आव�कता
होने से िसगड़ी/हीटर का भी प्रयोग िकया जा सकता है /
 जािलयों के परदे रात के समय पू री तरह बं द कर दे ना चािहए तथा धु प
िनकलते ही हटा दे ना चािहए/
 ऊपर की ओर बने �खड़की/व�टीलेटर खुले रखने चािहए अ�था नमी व
काब� नडाइऑ�ाइड की मात्र कु�ुट गृ ह के अं दर भर सकती है /
 डीप लीटर (गहरी िबछावन) िविध म� लीटर को उलटते पलटते रहना चािहए
और िबछावन की मोटाई 4-5 इं च कर सकते ह� /
 यिद घना कुहरा हो तो कृित्रम प्रकाश की �वस्था की जानी चािहए/
 मुग� दाने म� उजा� की मात्रा अिधक होनी चािहए/
 इस मौसम म� �ां स संबंधी व को�ीिडओिसस की स�ावना अिधक होती
है , अतः इनसे बचाव के उपाय िकया जाना अिनवाय� है /
 वषा� काल म� आद्र� ता बढ़ने के साथ िविभ� रोगों के रोगाणु के िलये अ��
िहतकर वातावरण बन जाता है /
 वां िछत उपाय ना िकये जाने से नुकसान ब�त हो सकता है /
1. िबछावन गीला होने से बचाये
2. गीले िबछावन को हटाकर सुखा िबछावन डाल�/
3. िबछावन को बार बार पलटते रह� /
4. िबछावन म� पपड़ी ना जमने द� /
5. िबछावन सुखा रखने के िलये चुने के चुरा िछडकाव कर� /
6. दाने के बत�न पर पपड़ी ना जमने द� /
7. छत से �रसाव रोंके/िवशेष कर नत बो� वाले स्थानों को सील कर द� /
8. दाना गोदाम म� रखे डे न को फफूंद से बचने की �वस्था कर� . इसके िलये दाने
के आसपास हवा का प्रवाह बनाये रख�/ यिद दाने म� ड�े या सफेदी िदखे तो
इसका उपयोग ना कर� / फफूंद रोधी दवाओं का भी प्रयोग िकया जा सकता है /
9. कीट, पतं गों,म�र, म�ी आिद से बचाव के िलये कीटनाशक का िछडकाव
कर� /
 तनावग्र�ता पहचान :-
I. उ�ादन म� िगरावट
II. वृ�� दर सामा� से कम
III. मृ �ु दर सामा� से अिधक
IV. दाने की खपत सामा� से कम
V. पानी की खपत सामा� से अिधक
VI. चोंच खोलकर हाफना
VII. दु सरे पि�यों को हािन प�ँ चाना
VIII. सु � होकर बै ठना
IX. िवचिलत रहना
तनाव के कारक :-
भौितक कारक :- पि�यों का स्थानातरण
अ�िधक गम� या ठ�
पि�यों के चोंच काटना
स्थान की कमी
दाने पानी की अथवा इनके बत�न की कमी
त्रुिटपूण� वायु प्रवाह प्रबं धन
रोगावास्था
असंतुिलत आहार
बा� परजीवी एवं कीट आिद
रासायिनक कारक :- कीटनाशक दवाओं का िछडकाव
कृिमनाशक दवा
टीकाकरण
वायु प्रदु षण,जल प्रदु षण
भावना�क कारक :- फाम� म� काय� करने वाले श्रिमको, का बता� व
बाहरी ���यों या पशु पि�यों का कु�ट गृह म�
प्रवे श
�िन प्रदु षण
 पि�यों को पया� � स्थान, दाने, पानी की उपल�ता सु िनि�त की जानी चािहए/
 स्थानातरण, टीकाकरण,चोंच काटना इ�ािद िदन के ऐसे समय म� करना
चािहए जब वातावरण अनुकूल हो, यथा गिम�यों म� सुबह या शाम जब मौसम
अपे�ाकृत ठं डा हो/
 बाहरी ���यों,पशु पि�यों का प�रसर म� या कु�ुट गृह म� प्रवेश िनिष�
होना चािहए
 एक समय म� एक से अिधक तनाव कारक नहीं होना चािहए जैसे की िजस िदन
स्थानां तरण हो टीकाकरण उसके कुछ िदन पू व� ही कर लेना चािहए/
 िकसी कु�ुट गृह म� काय� करने वाले श्रिमक को अकारण नहीं बदलना
चािहए, साथ ही श्रिमक प्रिशि�त, अनुभवी व काय�कुशल होना चािहए/
 रे लवे लाइन, मु � सड़क, खदानों जैसे स्थानों के पास कु�ुट गृह नहीं बनाया
जाना चािहए/
 कु�ुट गृह के अंदर व आसपास अनाव�क आवाजे व धुम्रपान इ�ािद
िनिष� होना चािहए/
 मौसम के प्रितकूल प्रभाव से यथासंभव पि�यों को बचाना चािहए/
 एं टी �� े स दवाएं :-

�� े सवेल 300 िमली/100 प�ी


फेिमटोन
िवन�� े स 5 िमली/100 प�ी
�� े ��या 5 ग्राम/4 लीटर पानी म�
Dr H K SONI
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fgLlk gSA
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 Hkkjrh; dqDdqV cktkj orZeku esa djhc 47000 djksM+ dk gks
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पो�� ी उ�ाद ही �ों???

• यह एक सफ़ेद मां स है िजसमे कोले��ोल की मात्रा कम है और


साथ ही कुछ आव�क वां िछत गुण जो की रे ड मीट की तुलना म�
�ादा ह� जो इसे उ�ृ� �ाद प्रदान करता है , िजसमे अिधक
प्रोटीन लेिकन कम वसा है / साथ ही यह अिधक मु लायम होता है /
• जबिक कु�ुट अंडे म� उ� जैिवक मू�ों के साथ बे हतरीन
प्रोटीन है /
• कु�ुट उ�ाद :- कु�ुट उ�ाद मानवीय आहार म� एक
मू�वान प्रोटीन का प्रमुख �ोत है /
पो�� ी मांस उ�ादों की सं भावनाएँ
• भारत म� पो�� ी उ�ादों की मां ग बढ़ रही है : जनसं �ा वृ �� (121
करोड़), प्रित ��� आय म� वृ �� और शहरीकरण के साथ-साथ अ�
मीट की तुलना म� कम लागत संभावनाएं बढाती ह� /
• भारत म� मां स आधा�रत फा� फूड उ�ोगों म� ब�त सं भावनाएं ह� और
ब�रा��ीय खा� कंपिनयों ने पहले ही अपना �वसाय शु� कर िदया है ।
व� कीस, गोदरे ज टायसन फूड् स, सुगुना, अमृत समू ह आिद से प्रसं �ृत
िचकन उ�ाद; के भारत म� ब�त उपभो�ा मां ग है और केएफसी,
िप�ा हट, डोिमनोज़, मै कडॉन�् स और सबवे जैसी ब�रा��ीय खा�
कंपिनयां पहले से ही इस �वसाय म� ह� ।
• प्रसं�ृत िचकन उ�ोग िशशु अवस्था म� है और अनुकूल सामािजक-
आिथ�क कारकों के पीछे ते जी से बढ़ने की उ�ीद है ।
• पेशेवरों की दे खरे ख म� सं गिठत मां स प्रसं �रण सुर�ा के साथ और
स�ी कीमत पर उपभो�ाओं को सही प्रकार के उ�ाद िवतरण
सुिनि�त कर सकता है ।
 कु�ुट मां स उ�ाद जैसे िक पैटीज,नगे ट्स, कबाब,सौसेजेस
सलािमस,तंदूरी िचकन, िचकन िट�ा िचकन आचार, पोट (िगजाड� )
आचार, िचकन रोल, लोलीपॉप इ�ािद

 अंडे वाले उ�ाद – अंडा आचार , सा�ड अं डा, एल्�ूिमन


�रं �,अंडा रोल, अंडा पैटीस आिद.
 अंडे का पाउडर -p�े सुखाने की
िविध �ारा बनाना जाता है /। अं डे के
पाउडर का उपयोग आमलेट और
अ� कई अंडा आधा�रत खा�
उ�ादों की तैयारी म� िकया जा
सकता है ।
Egg powder
 नमकीन िचकन अंडे: नमकीन
िचकन खोल अं डे की तैयारी के
िलए एक सरल तकनीक िवकिसत
की गई है जो उबले अंडे परोसने से
पहले नमक का उपयोग करने की
आव�कता को पूरा करती है और
इसिलए अंडे िवक्रेताओं के िलए Salted eggs
एक सुिवधाजनक उ�ाद है
 ए�ूिमन �रं �: ए�ूिमन �रं � एग
�ैक फूड होते ह� , जो �रं ग मो�् स
म� ��डेड एग ए�ूिमन को
पकाकर तैयार िकया जाता है , डीप
फ्राई करने से पहले कोए�ुलेटेड
ए�मेन को पकाते और तोड़ते ह� ।

अंडा रोल: 80% सुगंिधत अंडे और 20% िचकन


मांस िमश्रण (उथले पैन तला �आ) से भरा अंडा
रोल �ाद, बनावट और समग्र �ीकाय�ता के
िलए सबसे अ�ा है । एग रोल म� वै�ूम म� 8
िदन और एरोिबक पैक म� 6 िदनों का प्रशीितत
शे�-जीवन है ।
एग क्रेप: एग क्रेप एक पतला, सपाट,
गोलाकार उ�ाद है और इसे मां स या
स��यों से भरा और रोल या फो� िकया
जा सकता है । क्रे� िनवा� त(vaccume) म�
22 िदनों का और एरोिबक पैकेिजं ग म�
प्रशीतक (4°+1°C) तापमान म� 20 िदनों
का शे � जीवन ।
Egg crepe

एग वेफ�: एग वेफ� 10% गे �ं के आटे


के साथ 65% तरल पूरे अंडे से तैयार
िकया जाता है और 5% दानेदार गे �ं सबसे
�ीकाय� होता है और इसम� 4 िदनों के
वै�ूम और 3 िदनों के एयर पैक म�
प�रवेशी शे�-लाइफ होती है

Egg waffles
 योक ग्रे �ुल �ंज केक, डोनट् स और
कुकीज़ म� उपयोग िकया जाता है
 एल्�ूिमन �े�:- एं जेल केक, क�डी
और क�े�नरी की तैयारी म�
ए�मेन �े� का उपयोग िकया
जाता है । Albumen flakes
Yolk granule
 अंडे का आमलेट िम�- िडहाइड� े टेड
ऑमलेट िम� का एक िह�ा +
पानी के 3 िह�े
 तले �ए अं डे के िमश्रण :- पूरे अंडे का
पाउडर (77.5%), दूध पाउडर
(15%), नमक (2%), काली िमच�
पाउडर (0.5%) और सम�प
वन�ित तेल (5.%) होते ह� ।
Whole egg powder
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एं जेल केक को एग ए�मन (40%), मोनो�ेिशयम
फॉ�ेट (0.6%), नमक (0.5%), पीसा �आ चीनी
(30%), केक आटा (25%), गे �ं �ाच� (3.8%) और
सोिडयम बाइकाब�नेट (0.1) का उपयोग करके
तैयार िकया जाता है ।लगभग 30 िमनट के िलए 190
िडग्री से��यस पर हॉटएयर ओवन म� बेक्ड।

Angle cake
�ंज केक- 18% जद� का उपयोग करके बनाया
गया सोने का केक कहा जाता है और 25% तरल
पूरे अंडे को पाउं ड केक के �प म� जाना जाता है ।
इसके अलावा, नमक, चीनी, पोटे िशयम िबटाररे ट
और वेिनला का उपयोग फॉमू�लेशन म� िकया जाता
है । बेिकंग का समय और तापमान कमोबेश वैसा ही
है जैसा िक एं जेल केक तैयार करने के िलए।

Sponge cake
 Delivered eggs (िवत�रत अंडे) -
कटा �आ, कड़ी पके �ए और
िछलके वाले अं डों को काटकर, जद�
को िनकालकर, िजसे सलाद के
िमश्रण के साथ पकाया जाता है और
िफर प्र�े क आधे एल्�ूिमन के गुहा
म� वापस भर िदया जाता है ।
 Egg nog (अंडा नोग) - पौि�क
अंडा आधा�रत पेय है । इसम� अंडा,
दू ध, चीनी यु� �ाद होता है और
इसे ठं डा या गम� परोसा जा सकता
है ।
 Mayonnaise (मेयोने ज़) - खा�
वन�ित तेल (80%), जद� (10%),
िसरका और मसाला का एक िमश्रण Egg nog
है ।
 Canned egg curry (िड�ाबंद अंडा
करी): कठोर उबले �ए, िछलके वाले
और तले �ए अं डे 55:45 (+_5%) के
अनुपात म� ग्रेवी के साथ िमिश्रत होते
ह� , लोहे के धातु के िड�े म� 1.5 सेमी
िसर की जगह छोड़ दे ते भरे �ए रहते
ह� , थका �आ और उपजी सील और
िन�ल सुिनि�त करने के िलए पीछे
हटा िदया जाता है । शे�-लाइफ
एक साल एं िबएं ट तापमान पर। Vinegar based pickle
 Egg pickles (अंडे का अचार) :
अचार के घोल म� पके �ए और
िछलके वाले अंडे (1: 1 w / v) 50%
िसरका, 8% नमक, 2% मसाला
िम�, 0.02% टाट� ा� िजन और 2%
प्र�ेक लहसुन और अदरक को डु बो
कर तैयार िकया जाता है । घोल को
10 िमनट के िलए उबाला जाता है ,
िफ़�र िकया जाता है और िफर पूव�-
िन�ल �ास / �ा��क के जार म�
िछलके वाले अंडों के ऊपर गम� घोल
डाला जाता है ।
Oil based pickled eggs
Types of Value Added Meat Products
Based on variety/ convenience:
Based on processing:
 Spicy products
 Emulsion based products
 Restructured products  Smoked products

 Cured meat products  Fried products


 Smoked products  Curried products
 Canned/retort pouched  Semi-cooked products
products  Ready-to-eat (RTE) products
 Enrobed meat products
Based on function:
 Combination meat products
 Designer meat products
 Extended meat products
 Health diet products
 Geriatric products
 Institutional packs
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 Meat emulsion prepared
from a desired formulation
is giving shape for cooking
in hot air oven for patties
and balls, steam cooking
for blocks, nuggets etc to Meat block Meat
reach an internal temp. of slices
85oC.

Nuggets Patties
• Enrobed Products: Highly
acceptable enrobed meat
nuggets, chunks and patties
were using different edible
coating materials / breading
and batters. Enrobed Chicken
drumstick
• Snack Products: Extrusion
helps to create different
forms and shapes of
products

Snack Products Chicken


noodles

Meat finger chips


 �ा� और भलाई के रखरखाव
म� और रोग की रोकथाम म� भोजन
की काया��क भूिमका की
अवधारणा ने वै�ािनक और
वािण��क �िच प्रा� की है
 �स्थ मांस उ�ादों को सोिडयम, Restructured meat cubes and
वसा, कैलोरी म� कम वसा वाले blocks
वसा, फाइबर और प्राकृितक
एं टीऑ��ड� ट और कै�ल्शयम के
साथ �ढ़ीकरण के साथ तैयार
िकया जा सकता है तािक
उपभो�ाओं की िविश�
आव�कताओं को पूरा िकया जा
सके। Meat slices
 पारं प�रक भोजन मानव की भलाई
म� मह�पूण� भूिमका िनभाता है ।
पारं प�रक मांस और पो�� ी उ�ाद
लोकिप्रय मांसपे शी खा� पदाथ� ह�
और मानव पोषण म� मह�पूण�
भूिमका िनभाते ह� ।
Kababs Biryani
 मीट बॉ� (को�ा), कबाब,
हलीम, िट�ा, िचकन तंदूरी
(रो�), िबरयानी, करी, एनारोब
और प� उ�ादों जै से पारं प�रक
िचकन आधा�रत फा� फूड
अिधक से अिधक उपभो�ा
Kofta Biryani
प्रितिक्रया को आकिष�त करते ह�.
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• आचार बनाना: नमक, िसरका,
मसाले , मसालों और वन�ित तेलों
के साथ खा� उ�ादों के संर�ण
की िविध। मांस के अचार शे�
�स्थर ह� और पारं प�रक उ�ादों को
खाने के िलए तैयार ह� Gizzard pickle Meat pickle
• िचकन सूप (Chicken soup):
िडबोनड पो�� ी फ्रेम के अक� से
बनाया गया है । िचकन सूप पौि�क,
अपे�ाकृत कम वसा वाला भोजन
है , �ोंिक पका �आ अक� को ठं डा
करके वसा को ऊपर से हटा िदया
जाता है । �ािद� िचकन सूप तैयार
करने के िलए सरल है । Chicken frame Soup
Chilled& Frozen Poultry Products in Flexible
Frozen Meat & Poultry Products in Pouches and Thermoformed Plastic Tray
Flexible Pouches

Plastic Pouches for VP Poultry Meat and Poultry Products Packed in Laminated
Products Plastic Pouches
 भारत म� एक तेजी से बढ़ता �आ खा� बाजार और िव�ा�रत अथ� �वस्था
है ।
 गे�ं और दूध आधा�रत उ�ादों के बाद तीसरी सबसे अिधक िवकास �मता
वाले पो�� ी उ�ाद।

 पो�� ी उ�ोग का िवकास प्रसं�रण �े त्र �ारा संचािलत है , िवशेष �प से


संसािधत उ�ाद �े त्र और घरे लू बाजार का िव�ार, िवशेष �प से िनया�त के
�ापार को बढ़ावा दे ने के अलावा, अप्रिशि�त ग्रामीण �े त्रों म�।

 फा� फूड आउटलेट, रे �रां आिद के साथ छोटी प्रसं�रण इकाइयों का


जुड़ाव ग्रामीण पो�� ी प्रसं�रण को बढ़ावा दे ने म� मदद करने के िलए बढ़
रहा है ।

 सरकार। बु िनयादी ढांचागत सुिवधाओं के िवकास के मा�म से प्रसं�ृत


पो�� ी �े त्र के िलए समथ�न प्रदान करना- गोदाम / काग� �ेस, को�-चेन,
ब्रांडेड पो�� ी उ�ादों पर उ�ाद शु� से छूट, सरलीकृत िनया�त नीितयों
और कुशल िवपणन नेटवक�
िन�ष�
• पो�� ी उ�ादों की िविवधता मां स और अं डे से िवकिसत की जाती है तािक मां ग
को पू रा िकया जा सके और उ� �रटन� प्रा� िकया जा सके।
तेजी से औ�ोिगकीकरण, शहरीकरण, और आधु िनकीकरण के साथ कामकाजी
जोड़ों की वृ�� के कारण प्रसं�ृत पो�� ी �े त्र ब�त तेजी से बढ़ रहा है ।
हम कई िवकिसत दे शों से पीछे नहीं ह� जो िनयिमत �प से बाजार की जगह से
फा� फूड ले रहे ह� ।
हालाँ िक इसम� पो�� ी प्रजनकों, उ�ोग, आर एं ड डी संस्थानों, सरकारी एज� िसयों
- एपीडा, एनएमपीपीबी, एफएसएसएआई से महान मू�ां कन की आव�कता
है , तािक िलंकेज, इन्फ्रा�� �र, कराधान और खा� कानूनों म� सु धार के साथ-
साथ �� योजना बनाकर वै�ािनक �ान को मू� विध� त उ�ाद प्रणािलयों म�
प�रवित�त िकया जा सके। जो उ�ादकों, प्रोसेसर और उपभो�ाओं के साथ-
साथ रा��ीय और अंतरा� ��ीय �े त्र म� भारतीय पो�� ी मां स और इसके उ�ादों के
िलए एक सकारा�क और ब्रां ड छिव बनाने के िलए लाभा��त करता है ।
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 भारतीय ब्रॉयलर उ�ादन वृ�� प्रित वष� 10 प्रितशत अनुमािनत है ,
2012 के उ�ादन के �रकॉड� 3.2 िमिलयन टन तक प�ं च गया है ।

 लेयर उ�ादन वृ�� 6 प्रितशत सालाना का अनुमान है ।

 भारतीय मुग� और अंडे की खपत लगातार बढ़ रही है और दोगु नी


होने की उ�ीद है ।

 भारतीय ब्रायलर उ�ादन अ�िधक संगिठत है , िजसम� औपचा�रक


�ेत्र कुल उ�ादन का लगभग 85 प्रितशत योगदान दे ता है
िम�ी की उव�रता को समृ� के मा�म से फसल उ�ादन की
िदशा म� मह�पूण� योगदान करते ह� ।

िपछले कुछ दशकों के दौरान ब�त बड़े पैमाने पर पो�� ी फािम�ग


गितिविध के �ावसायीकरण के साथ, इस उ�े � के िलए बड़ी
मात्रा म� पो�� ी हाउस अपिश� उ�� और उपल� हो रहे ह� ।
भारत म� मु ग� पालन की अभूतपूव� वृ�� -
िनपटान की सम�ा - िम�ी और जल प्रदूषण का कारण बनती है
गुणव�ा यु� आहार की मांग, िजसके िलए आपू ित� की �स्थित की तुलना म� ब�त
अिधक दर से वृ�� जारी रही।
वत�मान म� , जिटल पो�� ी फीड के िलए वािष�क आव�कता क्रमशः अंडा और मांस
शेयरों के िलए मौजूदा 10 और 20% की वािष� क वृ�� दर के साथ 20 लाख टन होने
का अनुमान िकया गया है , फ़ीड आव�कता वृ�� की उ�ीद है ।
बड़े जानवरों के िलए चारा और चारे की �स्थित अभी भी िवकट है
कमी :- कानसेनट� े ट- 44% हरा चारा - 33% सूखा चारा - 44%
पो�� ी हाउस के कचरे / खाद म� उ� मात्रा म� अपचायक पोषक त� होते ह�
उनकी मूल िवशेषताएं नही ं ह� और वे उप�स्थित, गंध और बनावट म� पूण� ह� ।

इसके अलावा, ये पोषक त�ों के स�े भंडार और िवकास को बढ़ावा दे ने वाले अ�


कारकों का प्रितिनिध� करते ह�। पो�� ी कचरे म� अ� खेत जानवरों के कचरे की
तुलना म� एनसीपी (प्रोटीन)आिद की उ� सांद्रता होती है , और इसके प�रणाम��प,
पोषक त�ों के पुनच�क्रण का अिधक गहन स्रोत होता है ।

इसके अलावा, पो�� ी अपिश� अपे�ाकृत शु� ह� और अिनवाय� �प से साइट पर


पूरी तरह से संग्रहणीय ह� ।

ऐसेक�े माल की लागत अकेले उनके संग्रह और प्रसं�रण पर होने वाला खच� के
समान है/
1. पो�� ी खाद- सघन कु�ुट उ�ादन प्रणाली म� जहां प�ी िपं जरों म� या �ेटेड फश�
पर होते ह� , एकत्र िकया गया मलमूत्र होता है और बड़े मु � अ� सामिग्रयों को
छोड़कर जैसे िक टू टे �ए पं खों का एक सा, िगरा �आ फ़ीड या टू टे �ए अंडे के िछलके

2. मुिग�यों की गं दगी-
फश� पर फैले �ए कुछ प्रकार की सामग्री के साथ िपं जरा आवास
प्रणाली म� पाले गए पि�यों के मलमूत्र को दै िनक �प से हटाया नही ं जाता है , ले िकन
िब�र के साथ िमश्रण करने की अनु मित दी जाती है । समय के दौरान, िब�र िगरती,
िवघिटत और तथाकिथत िनिम� त कूड़े म� त�ील हो जाता है । आमतौर पर िब�र के िलए
िनयोिजत कुछ सामिग्रयों म� चावल की भूसी, लकड़ी की छीलन, चूरा मूंगफली के हलवे
और चटनी वाली घास शािमल होती ह� ।
 जब पि�यों िबछी बाढ़ पर रखे जाते ह� , मुग� घर कचरे की मात्रा
(कूड़े ) अकेले गोबर के �प म� दोगुनी हो सकता है ।

यह भी अनुमान लगाया गया है िक उ�ािदत अंडे के द्र�मान के


प्र�ेक िकलो, एक मुग� का उ�ज�न लगभग 4 िकलोग्राम ताजा मल
या 1 िकलो सूखा उ�ज�न होता है ।
पो�� ी हाउस कचरे की अनुमािनत उपल�ता
Type of bird Kind of waste Approx. quantity (g DM/b/d

Broiler chickens Manure 11.0 (cage)

Broiler chickens Litter 18.6 (litter)

Laying hens Manure 32.9 (cage)

Laying hens litter 65.8 (litter)


Approximate chemical composition and nutritive value of poultry manure and litter

Constituent (% DM) Poultry manure Poultry litter


Crude protein 30-40 21-30
True protein 8-13 13-22
Uric acid 3-10 2-8
Crude fibre 13-15 17-20
N-free extract 29-35 30-35
Cell wall Contents 38.0 58.0

Ether extract 2-3 1-3


Total ash 21-28 15-25
Calcium 6-9 2-6
Phosphorus 1.6-2.5 1-3
Copper 0.015 0.01
TDN (Sheep) 52.0 72.5
High ash and fibre contents in poultry manure are also responsible in part for its low
metabolisable energy (800 - 1000 kacl/kg)
आिथ� क आधार
पया� वरण सं बंधी बात�

इस त� के म�े नजर िक फ़ीड आमतौर पर पशु उ�ादन पर कुल लागत का 60-70% का
प्रितिनिध� करता है , संसािधत कचरे �ारा कुछ हद तक इसके प्रितस्थापन से फीिडं ग खच�
को कम करने म� काफी मदद िमल सकती है । िवशे ष �प से जु गाली करने वालों के िलए एक
फीड�फ के �प म� पो�� ी कचरे की �मता को अ�ी तरह से प्रले �खत िकया गया है ।

दि�णअफ्रीका के कई दे शों म� बीफ, डे यरी और भेड़ उ�ादन के िलए पो�� ी कचरे को


सफलतापू व�क िनयोिजत िकया गया है ।

U.K म�, थॉन�बस� िलिमटे ड और रॉस िलिमटे ड जैसे कुछ संगठन पशु धन और मु ग� पालन के
िलए एक फीड�फ के �प म� पो�� ी खाद के �ावसाियक उ�ादन और िवपणन म� लगे �ए
ह� ।

अपनी साव� जिनक छिव को बेहतर बनाने के िलए, संयु� रा� अमे�रका म� पो�� ी खाद को
िफर से खाने के िलए पो�� ी अनाफेज नाम से बु लाया जाता है ।
1. पो�� ी खाद 40-70% टीडीएन के साथ एक उ�ृ� प्रोटीन पूरक है । इसके
अलावा, यह िवशेष �प से सीए, पी, ना, के और कुछ हद तक ट� े स त�ों
के अकाब�िनक घटकों का एक समृ � स्रोत है ।

2. लेिकन उ� राख सामग्री के म�े नजर, ऐसे जानवरों को पो�� ी खाद


�खलाना उनके �ान क�िद्रत िमश्रण का लगभग एक ितहाई तक सीिमत
है । जब लेयर खाद आमतौर पर कै�ल्शयम सामग्री म� उ�
होती है , तो फॉ�ोरस के संदभ� म� राशन को संतुिलत करने के िलए
उिचत दे खभाल की जानी चािहए तािक Ca: P अनुपात ना बदले ।

3. िकसी भी फ़ीड की उपयु�ता उसके उपयोग म� एक मह�पूण� िवचार है ।


परत खाद आमतौर पर अिधक �ािद� होता है जब म�े, शब� त, ग�े जै से
िक��त काब�हाइड� े ट म� समृ � फोरे ज के साथ या 3% गु ड़ के साथ पूरक
होता है
1. डे यरी गायों को सूखे पो�� ी खाद �खलाने पर प्रयोग दू ध उपज या रचना पर िबना
प्रितकूल प्रभाव के साथ उ�ाहवध�क नतीजे बताते ह� ।

2. डे यरी गायों के राशन म� पो�� ी खाद का इ�तम �र ca के अ�िधक सेवन को


रोकने के िलए उ� उपज वाले जानवरों म� 15% तक कम िकया गया है जो अ�था
गंभीर चयापचय संबंधी िवकारों का कारण हो सकता है।

3. डे यरी गायों को 5: 2: 3 अनुपात म� चावल के भूसे, पो�� ी खाद और चावल की भूसी


से यु� सुिनि�त पो�� ी खाद �खलाया जाता है जो दू ध की उपज या संरचना पर
�ान दे ने यो� प्रितकूल प्रभावों पर फ़ीड के �प म� अ�ा प्रदश�न करते ह� ।
4. गाय आमतौर पर दू ध उ�ादन पर कोई प्रितकूल प्रभाव डाले िबना ताजे हरे चारे या
चरागाहों से मुग� के कूड़े और कसावा silage म� तेजी से खुद को ढाल लेती ह� ।
1. सूअरों और पो�� ी कचरे का पोषक मू� काफी िभ� होता है ; ताजा पो�� ी कचरे और
िवघिटत कचरे या कूड़े के बीच एक अंतर िकया जा सकता है ।

2. 10% से कम आहार �र पर ताजा पो�� ी अपिश� न केवल सूअरों �ारा अ�ी तरह
से सहन िकया जाता है , ब�� उनकी भूख और िवकास को भी प्रो�ािहत करता है।

3. मुग�, सुअर और मछली पालन का एक एकीकृत �ि�कोण दि�ण-पूव� एिशया म�


िकसानों �ारा सफलतापूव�क अपनाया गया है, जहां मुिग�यों को रखना मुिग�यों के
िपंजरों के ऊपर िपंजरों म� रखा जाता है , िजससे मुग� पालन घर की लागत पर बचत
होती है । कु�ुट अपिश� सीधे सुकर के गृह म� िगरता है और सुकर �ारा ख िलया
जाता है । आमतौर पर 3-7 मुिग�यों �ारा एक सुअर 'सेिवत' होता है और यह उनके
ड� ाई मेटर सेवन का 6-15% होता है ।

4. मछली पालन के साथ पूरक होने पर, यह पूरी तरह से बंद-शू�-प्रदू षण ’चक्र का
प्रितिनिध� करता है ।
1. यू�रक एिसड, सीएफ(फाइबर) और राख की उ� मात्रा पो�� ी राशन म�
पो�� ी कचरे के उपयोग को 5% से अिधक के �र तक सीिमत करती है ।

2. हालांिक, पो�� ी कचरे से बने आहार म� उ� राख सामग्री खिनज िमश्रण की


मात्रा म� उिचत कमी के मा�म से घटाई जा सकती है ।

3. शारी�रक, रासायिनक, सू�जीविव�ानी या फंगल उपचार के मा�म से


पो�� ी उ�ज�न म� यू�रक एिसड की मात्रा को कम करने के िलए भी प्रयास
िकए गए ह� ।

4. अनुभव से पता चला है िक पो�� ी राशन म� पो�� ी कचरे के पुनच�क्रण,


हालांिक तकनीकी संभव है , ब�त कम �ावहा�रक लाभ प्रदान करता है ।
 एक अंडे दे ने वाली मुग� हर िदन लगभग 220 ग्राम ताजा मल (75% नमी) का
उ�ादन करती है । मुग� मल म� गोबर की तुलना म� नाइट� ोजन, फॉ�ोरस और
पोटे िशयम की मात्रा अिधक होती है

 पो�� ी खाद अपे �ाकृत स्थूल पोषक त�ों (N,P,K,Ca,Mg,S) और


माइक्रो�ूिट� एं ट् स (Cu,Fe,Mn,B) दोनों का एक स�ा स्रोत है और िम�ी म�
काब�न और नाइट� ोजन की मात्रा के साथ िम�ी के िछद्रों को बढ़ा सकता है और
िम�ी के माइक्रोिबयल गितिविध बढ़ा सकता है ।

 पो�� ी खाद उव�रक का उपयोग बाजार म� उपल� िसंथेिटक या अकाब� िनक


उव�रकों के िवपरीत अिधक फायदे मंद है
Sl.No Fresh manure Percentage

Nitrogen Phosphate Potash

1 Poultry manure 1.0 to 1.8 1.4 to 1.8 0.8 to 0.9

2 Cattle dung 0.3 to 0.4 0.1 to 0.2 0.1 to 0.3

3 Sheep dung 0.5 to 0.7 0.4 to 0.6 0.3 to 1.0

4 Horse dung 0.4 to 0.5 0.3 to 0.4 0.3 to 0.4


1. पशुधन को पो�� ी कचरे को �खलाने के बाद �ा� के खतरे के
जो�खम को कम करने के िलए, यह उिचत �प से संसािधत करने
के िलए उपयोगी हो सकता है।

प्रसं�रण िविधयों म� सहायक


1. िवषहरण (Detoxification)

2. पौि�क मू � म� सु धार

3. �ािद�
4. बनावट / रं ग आिद
a) सुखाना एक सबसे पुरानी िविध जो रोगजनकों कारको के �खलाफ प्रभावी
होता है /

b) पो�� ी खाद या कूड़े का सूखना संभव है �ोंिक इसम� सुअर, मवेशी या भ�स
के मलमू त्र की तुलना म� कम नमी होती है ।

c) धूप म� सुखाना स�ा ले िकन धीमा है ।

d) उ� तापमान पर सुखाने से नाइट� ोजन का अिधक नुकसान होता है िजसे


सुखाने से पहले मल के अ�ीकरण के मा�म से कम से कम िकया जा
सकता है ।
a) पो�� ी कचरे को सुखाने का एक और सरल तरीका �ै िकंग के
मा�म से है ।

b) कूड़े को 6-8 स�ाह के िलए एक छत के नीचे लगभग 1.5 मीटर की


गहराई तक ढे र िकया जाता है। इस तरह के कूड़े सा�ोनेला जै से
fecal coli के साथ कम ही बंध होते ह� /

c) इसके पोषक त�ों को संरि�त करने के िलए फोम� िलन के साथ


इलाज िकया जा सकता है ।
a) ताजी मुग� की खाद �खलाना तब ही संभव है, जब उसे फाम�लीन से
उपचा�रत िकया गया हो/

b) प�रर�क के �प म� इसके मु � काय� के अलावा, फॉम�िलन जीवाणु


और कवकनाशी के �प म� काय� करता है और इस प्रकार स�ट� े ट म�
सू� जीवाणु को काफी कम करता है ।

c) खाद 0.7% formalin (वी / ड�ू) 37% formaldehyde यु� के साथ


उपचा�रत िकया जाता है ।

d) फाम� लीन -उपचा�रत खाद म� गुड़ इसके �ाद को बेहतर बनाने के िलए
आव�क होता है ।
a) कचरे के उपचार के िविभ� तरीकों म� से, यह सुिनि�त करने के िलए सबसे
अ�ा है , यह न केवल अपिश� की उपयु�ता म� सुधार करता है ब��
रोगजनकों को भी न� करता है ।

b) पो�� ी खाद या कूड़े फसल अवशेष, forages और अ� roughages, फल


और स�ी अपिश�, जड़ फसलों के साथ या अकेले गुड़ के साथ ensiled
िकया जा सकता है बशत� पया�� नमी (40-60%) और घुलनशील
काब�हाइड� े ट स�ट� े ट म� अ�ा िक�न प्रिक्रया सुिनि�त करने के िलए है ।

c) शु� सामग्री के साथ पो�� ी कचरे को सुिनि�त करते समय, वांिछत नमी के
�र को प्रा� करने के िलए पानी की पया�� गुणव�ा को जोड़ा जा सकता
है ।
 मै क्रो-िमनरल (Ca, Si, and Fe), ट� े स एिलम�ट्स (Cu, Mn, Zn, Se),
औषधीय यौिगकों(एं टी-बायोिट�, coccidiostats,
sulphatilamamides) mycotoxins और हाम�न के अलावा अ�िधक
संचय म� िनिहत है । मनु � को पशुओ ं से कचरे के मा�म से भी फैलता है /
 इन पहलुओ ं पर अिधकांश अ�यनों से पता चलता है िक �मेन रोगाणु
वा�व म� फेकल कचरे से प्रा� सभी चयापचयों को तोड़ते ह� ।
 इसी तरह, 180 िदनों के िलए शु� आधार पर 30% के �र पर सूखे परत
खाद को �खलाने से जु ड़े िवषैले अनुसंधान ने िविभ� शारी�रक मापदं डों पर
कोई प्रितकूल प्रभाव नही ं िदखाया।

 प्रायोिगक और �े त्र अवलोकन ने अब तक यह िदखाने के िलए कोई सबूत


नही ं िदया है िक पो�� ी कचरे के पुनच�क्रण से जानवरों को कोई संभािवत
�ा� जो�खम होता है , बशत� िक ऐसे कचरे को ठीक से संसािधत िकया
गया हो और राशन सावधानी से संतुिलत हो।

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