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5. संबध
ं चाहे वर्षो के हो साहब
34. जिसने अपने जीवन का “नियंतर् ण” अपने हाथ में नहीं रखा
37. किसी दूसरे शख्स में बदलाव लाना है तो खुद इतने काबिल हो जाइए
67. अच्छे काम की शुरुआत के लिए कोई शुभ महुरत की आवश्यकता नहीं होती।
कैसे मैं तुझे प्यार करूं, तू हर सुबह मेरी उम्र को कम कर रही है।
किंतु अगर तुम्हें दूर तक जाना है, तो किसी का साथ जरूरी है।
ृ समान है
90. शिक्षक और राहों की प्रवत्ति
ये सत्य जितनी जल्द मान लिया जाए, जीवन उतना ही बेहतर होगा।
क्यूकि
ं समस्त कोई नहीं जानता
101. कितने बदल गए हैं लोग समय के साथ,चलो अब हमारी बारी है।
103. खामोशी के अंदर दबा शोर, बाहर के शोर से कही ं ज्यादा होता है।
108. जिंदगी बहुत छोटी सी है, नाराजगी की वजह भी तो बड़ी नहीं है।
109. सारी कमियां दूसरो में ही निकालोगे, तो खुद के लिए समय कहा रहेगा
कु छ कर गुजरने के लिए।
5. संबध
ं चाहे वर्षो के हो साहब
34. जिसने अपने जीवन का “नियंतर् ण” अपने हाथ में नहीं रखा
37. किसी दूसरे शख्स में बदलाव लाना है तो खुद इतने काबिल हो जाइए
67. अच्छे काम की शुरुआत के लिए कोई शुभ महुरत की आवश्यकता नहीं होती।
कैसे मैं तुझे प्यार करूं, तू हर सुबह मेरी उम्र को कम कर रही है।
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किंतु अगर तुम्हें दूर तक जाना है, तो किसी का साथ जरूरी है।
ृ समान है
90. शिक्षक और राहों की प्रवत्ति
ये सत्य जितनी जल्द मान लिया जाए, जीवन उतना ही बेहतर होगा।
क्यूकि
ं समस्त कोई नहीं जानता
101. कितने बदल गए हैं लोग समय के साथ,चलो अब हमारी बारी है।
103. खामोशी के अंदर दबा शोर, बाहर के शोर से कही ं ज्यादा होता है।
108. जिंदगी बहुत छोटी सी है, नाराजगी की वजह भी तो बड़ी नहीं है।
109. सारी कमियां दूसरो में ही निकालोगे, तो खुद के लिए समय कहा रहेगा
कु छ कर गुजरने के लिए।
ू ही आपको
117. किसी चीज का जुनन
120. आपमें वो सब कु छ है