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हिंदी संस्करण
हिंदी संस्करण
दस्तावेज 1
मतदान केंद्रों पर
मैनअ
ु ल
अक्तूबर, 2020
संस्करण – 2
दस्तावेज 1
मतदान केंद्रों पर
मैनअ
ु ल
अक्तूबर, 2020
संस्करण – 2
सन
ु ील
अरोडा
भारत भारत
के ननवााचन
मुख्य आयोग
ननवााचन
आयुक्त
संदेश
'मतदान केंद्र' वह स्थान है जहां अभ्यर्थायों द्वारा अनेक ददनों तक प्रचार अभभयान चलाने के बाद मतदान
के ददन ननवााचन प्रक्रिया की पररणनत होती है । मतदान केंद्र पर मतदान प्रबंधन की प्रभावी योजना क्रकसी ननवााचन
के सफल ननष्पादन का सार है । ननवााचन आयोग इस बात को समझता है और इसभलए मतदान केंद्र के ववषय को
अत्यर्धक महत्व दे ता है । ननवााचन आयोग मतदान केंद्र प्रबंधन के काया को ननवााचनों के संचालन को ननयंत्रित
करने वाले मौजूदा कानूनों के आधार पर पूरा करता है । इनमें से अनेक प्रावधान, समय के साथ-साथ, संशोर्धत और
प्रवर्धात हुए हैं। ननवााचन प्रणाली की इमारत के मुख्य आधार के रूप में मतदान केंद्र के िभमक ववकास के
मद्दे नजर, मतदान केंद्रों पर सभी मौजदू ा अनुदेशों का एक सार-संग्रह तैयार करने की आवश्यकता महसूस की गई।
यह आवश्यकता तब पूणा हुई जब जनवरी, 2016 में 'मतदान केंद्रों पर मैनुअल' का पहला संस्करण प्रकाभशत क्रकया
गया। इस मैनअ
ु ल को सभी ननवााचन अर्धकाररयों द्वारा सराहा गया। वस्तत ु :, यह ननवााचन आयोग में ववभभन्न
ववषयों पर मानक दस्तावेज जारी करने की श्ंख
र ला में पहला दस्तावेज था। अब, 'मतदान केंद्रों पर मैनुअल' के दस
ू रे
संस्करण को प्रकाभशत क्रकया जा रहा है जजसमें इस दरम्यान सामने आए सभी नवीनतम अपडेट को शाभमल क्रकया
गया है ।
मझ
ु े ऐसे समय पर जब हम दे श में 01.01.2021 की अहाक नतर्थ के संदभा में ननवााचक नामावली का
अगला ववशेष सार पुनरीक्षण करने की तैयारी कर रहे हैं, सभी स्टे कहोल्डरों के साथ मतदान केंद्रों पर मैनुअल के
इस दस
ू रे संस्करण को साझा करते हुए खुशी हो रही है ।
आशा है क्रक यह मैनुअल अत्यर्धक उपयोगी होगा और यह पुनरीक्षण की वास्तववक कवायद शुरू होने से
पहले मतदान केंद्रों का यौजक्तकीकरण/पुनगाठन करने में जजला ननवााचन अर्धकाररयों के भलए सहायक होगा। इस
पुस्तक के अंत में, अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों (एफएक्यू) और उनके उत्तरों की सूची संलग्न की गई है ।
मैं इस महत्वपूणा दस्तावेज को तैयार करने के भलए श्ी सुदीप जैन, उप ननवााचन आयुक्त, श्ी नरे न्द्र ना.
बुटोभलया, वररष्ठ प्रधान सर्चव और ननवााचक नामावली डडवीजन की उनकी टीम को बधाई दे ता हूं।
ह./-
(सुनील अरोडा)
4
सुशील चंद्रा
भारत के ननवााचन आयक्
ु त
भारत ननवााचन आयोग
संदेश
भारतीय ननवााचन दनु नया भर में सबसे बडी ननवााचन कवायद के रूप में जाने जाते हैं जजसमें सबसे अर्धक
संख्या में मतदाता एकि होते हैं और उतनी ही बडी संख्या में जस्थत 'मतदान केंद्रों' में अपना मत डालते हैं।
मतदान केंद्र प्रबंधन ननवााचन का सवाार्धक महत्वपूणा चरण है जजसमें जजला ननवााचन अर्धकाररयों की ओर से कुशल
क्षेि-स्तरीय योजना और नागररकों और राजनैनतक दलों की सक्रिय भागीदारी अपेक्षक्षत होती है ।
मतदान केंद्रों पर यह मैनुअल सभी स्टे कहोल्डरों को मतदात केंद्र प्रबंधन के सभी संगत पहलुओं को
समझने में सहायता प्रदान करने के भलए तैयार क्रकया गया है ।
वपछले कई वषों के दौरान, ननवााचन आयोग ने ननवााचन संबंधी सभी प्रावधानों और अनद
ु े शों के मानकीकरत
प्रलेखीकरण की ददशा में उद्दे श्यपूणा प्रगनत की है ।
मैं श्ी सुदीप जैन, उप ननवााचन आयुक्त तथा श्ी नरे न्द्र ना. बुटोभलया, वररष्ठ प्रधान सर्चव, जजन्होंने
मतदान केंद्रों पर मैनुअल के दस
ू रे संस्करण के पुनरीक्षण और अद्यतनीकरण के प्रनत पूरी तन्मयता से काया क्रकया
है , के प्रभार में ननवााचक नामावली डडवीजन के प्रयासों की सराहना करता हूं। मझ
ु े परू ा भरोसा है क्रक ननवााचन
अर्धकारी और राजनैनतक दल इस दस्तावेज से लाभाजन्वत होंगे।
ह./-
(सश
ु ील चंद्रा)
5
राजीव कुमार
भारत के ननवााचन आयुक्त
भारत ननवााचन आयोग
संदेश
मुझे यह जानकार प्रसन्नता हो रही है क्रक ननवााचन आयोग 'मतदान केंद्रों पर मैनुअल' के दस
ू रे संस्करण
को पेश कर रहा है । इस दस्तावेज में मतदान केंद्रों में और उनके आस-पास घदटत होने वाले ववभभन्न पहलओ
ु ं और
कायाकलापों को शाभमल क्रकया गया है ।
ननवााचन आयोग ने समावेशी और बढी हुई मतदाता सहभार्गता के साथ स्वतंि, ननष्पक्ष और पारदशी
ननवााचन प्रक्रिया सुननजश्चत करने का ननरं तर प्रयास क्रकया है । लगातार क्रकए जा रहे उपाय, कायानीनतयां और पहल
लोकतंि को मजबत
ू बनाने के अंनतम लक्ष्य का अनुसरण करने के ननवााचन आयोग के दृढ संकजल्पत प्रयासों की
झलक प्रस्तुत करते हैं। मुझे पूरी आशा है क्रक जजला ननवााचन अर्धकारी मतदान केंद्रों पर ऐसा वातावरण तैयार
करें गे जो मतदाताओं को बेहतर अनुभव दे और सभी मतदाताओं, ववशेषकर वररष्ठ नागररकों और ददवयांग
मतदाताओं के भलए मतदान को आसान बनाए।
मैं श्ी सद
ु ीप जैन, उप ननवााचन आयुक्त, श्ी नरे न्द्र ना. बट
ु ोभलया, वररष्ठ प्रधान सर्चव तथा श्ी अजय
कुमार, सर्चव की अगुवाई वाली पूरी टीम की सराहना करता हूं। मैं इस बात के प्रनत आश्वस्त हूं क्रक यह मैनुअल
लोकतांत्रिक वयवस्था को मजबूत बनाने की ददशा में काया कर रहे सभी स्टे कहोल्डरों के भलए बहुत मूल्यवान सात्रबत
होगा और मतदान केंद्र सही मायनों में लोकतंि के उत्सवपण
ू ा माहौल को प्रनतत्रबंत्रबत करें गे।
ह./-
(राजीव कुमार)
6
संदेश
अपनी स्थापना के समय से, ननवााचन आयोग ने लोकतांत्रिक प्रक्रिया में लोगों का भरोसा कायम करने के
भलए अनर्गनत पहल की है । सौंपे गए संवैधाननक अर्धदे श के भीतर ननवााचन आयोग ने ननवााचनों का संचालन
करने के भलए एक सुदृढ तंि स्थावपत करने के वयापक उपाय क्रकए हैं। मतदान केंद्र इस संरचना की आधारभूत
इकाई है ।
'मतदान केंद्रों पर मैनुअल' में मतदान केंद्र प्रबंधन के ववभभन्न पहलुओं को शाभमल क्रकया गया है । इससे
पव
ू ा में, वषा 2016 में इस मैनअ
ु ल का पहला संस्करण प्रकाभशत क्रकया गया था। अब, सभी नवीनतम और
अद्यतनीकरत अनुदेशों के साथ दस
ू रा संस्करण सभी ननवााचन प्रार्धकाररयों, राजनैनतक दलों और अन्य स्टे कहोल्डरों
की सुववधा एवं सहयोग हे तु पेश क्रकया गया है ।
मैं इस दस्तावेज को संकभलत करने का काया संपन्न करने के भलए ननवााचक नामावली डडवीजन के प्रभारी,
श्ी नरे न्द्र ना. बट
ु ोभलया, वररष्ठ प्रधान सर्चव के प्रयासों की सराहना करता हूं। मझ
ु े आशा है क्रक यह मैनअ
ु ल सभी
ननवााचन अर्धकाररयों और अन्य स्टे कहोल्डरों के भलए अत्यंत उपयोगी होगा।
ह./-
(सुदीप जैन)
7
प्राक्कथन
मैं गौरवाजन्वत महसूस करता हूं क्रक ननवााचन आयोग ने 'मतदान केंद्रों पर मैनुअल' के दस
ू रे संस्करण को
समेक्रकत और अद्यतन करने के भलए हमारे उपर भरोसा रखा है ।
यह ववषय ननवााचन प्रार्धकाररयों के भलए महत्वपूणा है क्योंक्रक ननवााचन संरचना की पूरी इमारत मतदान
केंद्र पर ननभार करती है । यह वह स्थान है जहां अभीष्ट मतदाता अपनी पसंद के अभ्यथी के पक्ष में अपना मत
डालते हैं।
इस मैनुअल को वषा 2016 के पहले संस्करण के प्रकाशन के बाद ननवााचन आयोग द्वारा जारी क्रकए गए
सभी नए अनुदेशों को समाववष्ट करते हुए नवीनीकरत और संशोर्धत क्रकया गया है । 'ऐनतहाभसक पष्र ठभूभम', 'राज्य
सभा के ननवााचन के भलए मतदान केंद्र', 'राज्य ववधान पररषदों के ननवााचन के भलए मतदान केंद्र' 'कोववड-19 के
दौरान मतदान केंद्रों पर मतदान ददन की वयवस्थाएं' ववषयों पर नए अध्याय जोडे गए हैं। इसके अलावा, मैनुअल के
अंत में अक्सर पछ
ू े जाने वाले प्रश्न (एफएक्य)ू की सच
ू ी, उनके उत्तरों के साथ भी जोडी गई है । पाठकों की सवु वधा
के भलए अध्यायों में अनुदेशों के महत्वपूणा अंशों को रं गीन रूप में र्चजननत क्रकया गया है और उप-शीषों को हाभशए
में बाक्सों में सूचीबद्ध क्रकया गया है ।
मुझे आशा है क्रक यह मैनुअल सभी स्टे कहोल्डरों, ननवााचन अर्धकाररयों और अन्य आमजन जो इस ववषय
में रूर्च रखते हैं, के भलए एक उपयोगी मागादभशाका के रूप में अपने उद्दे श्य को पूणा करे गी।
मैं ननवााचक नामावली डडवीजन की पूरी टीम ववशेषकर श्ी अजय कुमार, सर्चव, श्ी ररतेश भसंह, अवर
सर्चव, श्ी प्रशांत पांडेय, अनुभाग अर्धकारी और अपने ननजी सहायक, श्ी शुभम दह
ु ान जजन्होने इस दस्तावेज को
तैयार करने के भलए साथ-साथ काम क्रकया, द्वारा क्रकए गए प्रयासों की सराहना करता हूं। मैं ननवााचन आयोग में
ननवााचन योजना, ईवीएम डडवीजन और द्वववावषाक ननवााचन डडवीजन के प्रनत भी करतज्ञता वयक्त करता हूं जजन्होंने
उनके द्वारा दे खे जा रहे ववषयों पर अद्यतनीकरत सूचना उपलब्ध कराईं।
ववषय-सूची
पष्ृ ठ
शब्दावली
अध्याय 1: ऐनतहालसक पष्ृ ठभूलम
अध्याय 2: मतदान केंद्र स्थावपत करने के मानक
2.1 ववर्धक उपबंध
2.2 मतदान केन्द्र प्रदान करने वाले प्रार्धकारी
2.3 ननवााचक नामावली के भाग और मतदान केन्द्र
2.4 स-ु पररभावषत मतदान क्षेिों का सीमांकन
2.5 मतदान क्षेिों का स्थान (लोकेशन)
2.6 मतदान केन्द्र के भलए ननददा ष्ट ननवााचकों की संख्या
2.7 मतदान केन्द्र पहुंचने के भलए अर्धकतम दरू ी
2.8 मतदान केंद्र स्थावपत करने के भलए न्यन
ू तम पैरामीटर
2.9 मतदान केन्द्र के भलए मानर्चि
अध्याय 3 मतदान केन्द्द्रों की सूची की तैयारी
3.1 नए मतदान केन्द्र की स्थापना
3.2 मतदान केन्द्रों की प्रारूप सूची तैयार करना
3.3 मतदान केन्द्रों की प्रारूप सूची का प्रकाशन
3.4 राजनैनतक दलों के साथ परामशा
3.5 मतदान केन्द्रों की प्रारूप सूची के भलए ननवााचन आयोग का अनुमोदन
3.6 मतदान केन्द्र की सूची का अंनतम प्रकाशन
3.7 राजनैनतक दलों तथा ननवााचन लड रहे अभ्यर्थायों को मतदान केन्द्रों की सच
ू ी प्रदान करना
अध्याय 4 ववद्यमान मतदान केन्द्द्रों की सूची में यौक्क्तकीकरण/पररवतान
4.1 मतदान केन्द्रों का यौजक्तकीकरण क्या है ?
4.2 सहायक मतदान केन्द्र
4.3 मतदात केन्द्रों के यौजक्तकीकरण की प्रक्रिया
4.4 ननवााचन आयोग के अनुमोदन के बाद मतदान केन्द्र के स्थान में पररवतान
4.5 क्रकसी मतदान केन्द्र के भवन के नाम में पररवतान
4.6 भावी साधारण/उप ननवााचन के भलए मतदान केन्द्रों की सूची की तैयारी
अध्याय 5 मतदान केन्द्द्र का अलभववन्द्यास व अन्द्य व्यवस्थाएं
5.1 मतदान केन्द्र का अभभववन्यास
5.2 मतदान कमाचाररयों के बैठने की वयवस्था
5.3 मतदान अभभकतााओं के बैठने की वयवस्था
5.4 ईवीएम और वीवीपीएटी
5.5 मतदान कोष्ठ (कम्पाटा मेंट)
अध्याय 6 संवेदनशील मैवपंग और संवेदनशील मतदान केन्द्द्रों को चचक्ननत करना
6.1 कमजोर वगों के क्षेिों की संवदे नशील मैवपंग
6.2 ननवााचनों के दौरान संवेदनशील मतदान केन्द्रों को र्चजननत क्रकया जाना
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की तैयारी के भलए जजम्मेदार होता है । ननवााचन के दौरान बूथ लेवल अर्धकारी अपने मूल हस्ताक्षर के
अधीन अपने मतदान केन्द्र क्षेि के ननवााचकों को फोटो मतदाता पची जारी करे गा और उसे रजजस्रीकरत
मतदाता या मतदाता के पररवार के क्रकसी वयस्क सदस्य, जो स्वयं मतदाता है , को ववतररत करे गा।
मतदान ददवस को बूथ लेवल अर्धकारी अपने मतदान केन्द्र के बाहर मुख्य फैभसभलटे शन डेस्क पर तैनात
रहे गा जहां वणािमानस
ु ार मतदाता सच
ू ी सदहत अववतररत फोटो मतदान पर्चायां ववतरण के भलए रखी
जाएंगी। बूथ लेवल अर्धकारी पूणक
ा ाभलक अर्धकारी नहीं होता है बजल्क यह एक ऐसी ड्यूटी है जजसे वह
अपनी आर्धकाररक ड्यूटी के अलावा ननष्पाददत करता है ।
(5) मुख्य ननवााचन अचधकारी (सीईओ) - राज्य/संघ राज्य क्षेि का मुख्य ननवााचन अर्धकारी ननवााचक नामावली
तैयार करने तथा ननवााचन आयोग के समग्र अधीक्षण, ननदे शन एवं ननयंिण के अध्यधीन संसद एवं राज्य
ववधानमंडल के सभी ननवााचनों के संचालन से संबंर्धत काया का पयावेक्षण करने के भलए प्रार्धकरत है ।
(6) संचार योजना- ‘संचार योजना’ प्रभावी ननवााचन प्रबंधन, त्वररत संकट ननवारण तथा मतदान ददवस को
मतदान केन्द्र स्तर से ननवााचन क्षेि स्तर, जजला स्तर और राज्य स्तर तक सूचना के सुचारू प्रवाह हे तु
तैयार की जाती है । संचार योजना के अधीन, क्षेि स्तरीय अर्धकारी यथा, पीठासीन अर्धकारी/मतदान
अर्धकारी/सेक्टर अर्धकारी/जोनल मजजस्रे ट आदद ररटननिंग ऑक्रफसरों, जजला ननवााचन अर्धकाररयों तथा
मख्
ु य ननवााचन अर्धकाररयों के साथ दरू भाष, मोबाइल फोन, एस एम एस या पव
ू -ा ननजश्चत संपका केन्द्रों के
माध्यम से क्षेि में उपलब्ध संचार के अन्य साधनों से संवाद करते हैं।
(7) संवेदनशील मतदान केन्द्द्र – संवेदनशील (क्रिटीकल) – मतदान केन्द्र वह मतदान केन्द्र है जजसको दहंसा की
घटनाओं के ववगत के इनतहास, कमजोर वगा के मतदाताओं को डराने, पूवा के ननवााचनों में क्रकसी ववशेष
अभ्यथी आदद के पक्ष में अपसामान्य उच्च मतदान के आधार पर ननवााचन के दौरान ववशेष सुरक्षा
इंतजाम करने हे तु ननवााचन आयोग द्वारा इस तरह र्चजननत क्रकया जाता है । ननवााचन आयोग ने ननदे श
ददया है क्रक ऐसे सभी मतदान केन्द्र, जहां ववगत साधारण ननवााचन के दौरान डाले गए मतों का प्रनतशत
90 प्रनतशत से अर्धक हो और 75 प्रनतशत से अर्धक मत क्रकसी एक अभ्यथी के पक्ष में डाले गए हैं, को
संवेदनशील मतदान केन्द्रों के रूप में र्चजननत क्रकया जाएगा।
(8) क्जला ननवााचन अचधकारी (डीईओ) - ननवााचन आयोग जजला प्रशासन के प्रमुख, जजसे कलक्टर, उपायुक्त या
जजला मजजस्रे ट के रूप में अलग-अलग नामों से जाना जाता है , को संबंर्धत जजले के जजला ननवााचन
अर्धकारी के रूप में नामोद्ददष्ट करता है । मुख्य ननवााचन अर्धकारी के पयावेक्षण, ननदे शन और ननयंिण के
अध्यधीन, जजला ननवााचन अर्धकारी जजले में या अपने अर्धकार क्षेि के भीतर क्षेि में संसद और राज्य
ववधान सभा के सभी ननवााचनों के संचालन के संबंध में सभी कायों का समन्वय और पयावेक्षण करे गा।
जजला ननवााचन अर्धकारी मतदान केन्द्रों के मतदान केन्द्रों की वयवस्था करने तथा मतदान केन्द्रों की सूची
के प्रकाशन के भलए जजम्मेदार है ।
(9) ननवााचक रक्जस्रीकरण अचधकारी (ईआरओ) - ननवााचन क्षेि की ननवााचक नामावभलयों की तैयारी और
पुनरीक्षण के प्रयोजनाथा, ननवााचन आयोग राज्य सरकार के परामशा से संबंर्धत राज्य सरकार के अर्धकारी
को ननवााचक रजजस्रीकरण अर्धकारी के रूप में नामोद्ददष्ट/नामननदे भशत करता है ।
(10) ननवााचक नामावली- साधारणतया ‘मतदाता सूची’ के रूप में जाना जाने वाला ननवााचक नामावली क्रकसी
ननवााचन क्षेि में रह रहे ननवााचकों के रूप में रजजस्रीकरत वयजक्तयों की सच
ू ी है । समर्ु चत प्रबंधन के भलए
ननवााचन क्षेि की ननवााचक नामावली को कई भागों में बांटा जाता है जजसमें संगत मतदान क्षेिों के
ननवााचकों का ब्यौरा होता है ।
(11) इलेक्रॉननक वोदटंग मशीन (ईवीएम)- ईवीएम एक ऐसी मशीन है जजसमें मतदाता मतदान केन्द्र में अपना
मत दजा करता है । क्रकसी ईवीएम में दो यूननटें होती हैं-कंरोल यूननट और बैलट यूननट जो पांच मीटर के
केबल से जड
ु ी होती है । कंरोल यनू नट पीठासीन अर्धकारी या मतदान अर्धकारी के पास होती है और बैलट
यूननट मतदान कम्पाटा मेंट के अंदर रखी होती है । मत पि जारी करने के बजाय कंरोल यूननट का प्रभारी
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मतदान अर्धकारी बैलट बटन को दबाएगा। इससे मतदाता अपनी पसंद के अभ्यथी और प्रतीक के सामने
बैलट यूननट पर नीले बटन को दबाकर अपना मत डालने में सक्षम होगा।
(12) नजरी नक्शा- नजरी नक्शा बथ
ू लेवल अर्धकारी द्वारा तैयार क्रकया गया मतदान क्षेि का एक साधारण
स्केच मानर्चि है जजसमें मतदान क्षेि की भौगोभलक सीमाओं का सीमांकन क्रकया जाता है तथा बसावटों
(ननवास क्षेि), गभलयों, सडकों, तालाबों/नददयों, महत्वपण
ू ा भवनों यथा मतदान केन्द्रों, डाक घर, पभु लस
थाना, स्वास््य केन्द्रों आदद को र्चत्रित क्रकया जाता है । मतदान क्षेि में नई ववकभसत कॉलोननयों के संबंध
में अनतवयापन (ओवर लैवपंग) से बचने के भलए नजरी नक्शा तैयार क्रकया जाता है ।
(13) फोटो मतदाता पचचायां- मतदान ददवस को मतदाताओं की सुववधा के भलए पूवा मुदद्रत अर्धकाररक मतदाता
पर्चायां, जजसमें मतदाता का फोटोग्राफ तथा फोटो नामावली में उपलब्ध ब्यौरे अथाात ् ननवााचन क्षेि की
संख्या और नाम, भाग संख्या, नाम, भलंग, एवपक नंबर, ररश्तेदार का नाम, िम सं., मतदान केन्द्र संख्या
और नाम तथा तारीख, मतदान का ददवस और समय होता है , को जजला प्रशासन द्वारा नामांक्रकत सभी
मतदाताओं को ववतररत क्रकया जाता है । फोटो मतदाता पर्चायों को ननवााचक रजजस्रीकरण अर्धकारी द्वारा
ववर्धवत रूप से अर्धप्रमाणणत क्रकया जाता है तथा ररटननिंग आक्रफसर द्वारा तैयार की गई ववतरण समय-
सारणी के अनुसार बूथ लेवल अर्धकारी के माध्यम से ववतररत की जाती है । अववतररत फोटो मतदाता
पर्चायों को बथ
ू लेवल अर्धकारी द्वारा मतदान ददवस को ववतरण हे तु मतदान केन्द्र के बाहर फैभसभलटे शन
डेस्क पर रखा जाएगा। फोटो मतदाता पची की फोटो प्रनत को ववतरण के प्रयोजन हे तु अनुमनत नहीं है ।
फोटो मतदाता पची के अनर्धकरत ववतरण/कब्जे को लोक प्रनतननर्धत्व अर्धननयम, 1951 और भारतीय दं ड
संदहता के उपबंधों का उल्लंघन माना जाएगा।
(14) मतदान अलभकताा- कानून में अभ्यर्थायों को इस बात की अनुमनत दी गई है क्रक वे प्रत्येक मतदान केंद्र
के भलए अपने दहत पर नजर रखने और उन मतदान केंद्रों में मतदान के समय ननवााचकों की पहचान
करने में मतदान काभमाक की सहायता करने के भलए अभभकताा ननयुक्त करे , इन्हें 'मतदान अभभकताा' कहा
जाता है । मतदान अभभकताा को उसी मतदान केन्द्र क्षेि या पडोसी मतदान केन्द्र क्षेि से ननवााचक होना
चादहए।
(15) मतदान क्षेत्र- मतदान क्षेि एक सुपररभावषत और पहचाने जाने योग्य क्षेि है जजसे कनतपय प्रत्यक्ष
सीमार्चननों अथाात ् गली, सडक, नदी, पहाडी आदद से सीमांक्रकत क्रकया जाता है । उस ववशेष मतदान क्षेि में
रह रहे सभी ननवााचकों को ननवााचक नामावली के पथ
र क भाग में नामांक्रकत क्रकया जाता है तथा वे उस
मतदान क्षेि के भलए बनाए गए मतदान केन्द्र में मत डालते हैं। प्रत्येक ननवााचन क्षेि को कई मतदान
क्षेिों में ववभाजजत क्रकया जाता है ।
(16) मतदान दल/मतदान कालमाक- मतदान के दौरान मतदान केन्द्र पर ननवााचन आयोग द्वारा उदघोवषत क्रकए
गए कायािम के अनस
ु ार उस ववशेष मतदान केन्द्र पर मतदान के संचालन हे तु 4-5 सरकारी कमाचाररयों
का एक दल तैनात होता है । प्रत्येक मतदान दल का प्रमुख पीठासीन अर्धकारी होता है । पीठासीन
अर्धकारी और मतदान कमाचाररयों की ननयुजक्त जजला ननवााचन अर्धकारी द्वारा की जाती है । कमाचाररयों
को उस अवर्ध, जजसके दौरान उन्हें इस प्रकार ननयोजजत क्रकया जाता है , के भलए ननवााचन आयोग में
प्रनतननयुजक्त पर माना जाएगा तथा वे उस अवर्ध के दौरान ननवााचन आयोग के ननयंिण, अधीक्षण और
अनश
ु ासन के अध्यधीन रहें गे।
(17) मतदान केन्द्द्र- मतदान केन्द्र मतदान आयोजजत करने के भलए एक कमरा/हॉल होता है जहां संबंर्धत
मतदान क्षेि के ननवााचक मतदान ददवस को अपने मत डालते हैं। इसे ‘मतदान बूथ’ भी कहा जाता है ।
(18) मतदान केन्द्द्र का स्थान/मतदान केन्द्द्र- मतदान केन्द्र का स्थान/मतदान केन्द्र एक ऐसा भवन/पररसर है
जजसमें एक या एक से अर्धक मतदान केन्द्र जस्थत होते हैं।
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(19) पीठासीन अचधकारी- पीठासीन अर्धकारी एक सरकारी सेवक होता है जो मतदान केन्द्र के भलए ननयुक्त
मतदान काभमाक का प्रमुख होता है । वह उस ववशेष मतदान केन्द्र पर मतदान के संचालन के भलए
सांववर्धक रूप से जजम्मेदार होता है ।
(20) ररटननिंग आफफसर (आरओ) - ननवााचन आयोग, राज्य सरकार के परामशा से क्रकसी ननवााचन क्षेि के भलए
राज्य ववधान सभा या संसद के ननवााचन के भलए संबंर्धत राज्य सरकार के अर्धकारी को
नामोद्ददष्ट/नामननदे भशत करता है ।
(21) सेक्टर अचधकारी/जोनल मक्जस्रे ट- वह राज्य सरकार का अर्धकारी होता है जो मतदान ददवस को मतदान
दलों और ररटननिंग आक्रफसर/सहायक ररटननिंग आक्रफसर के बीच कडी के रूप में काया करता है । वह मतदान
संबंधी क्रकसी संकट में पीठासीन अर्धकारी के साथ समन्वय करता है तथा ननवााचन और ववर्ध एवं
वयवस्था संबंधी अन्य जस्थनत के बारे में ररटननिंग आक्रफसर को त्वररत ररपोटा उपलब्ध कराता है । सेक्टर
अर्धकारी यादृजच्छक रूप से यह जांच करता है क्रक फोटो मतदाता पर्चायों का ववतरण आयोग के अनुदेशों
के अनुसार क्रकया जा रहा है । वह फोटो मतदाता पची रजजस्टर से यह भी सत्यावपत करता है क्रक सभी
पर्चायां ववतररत कर दी गई हैं और यह क्रक पावती के रूप में संबंर्धत बूथ लेवल अर्धकाररयों द्वारा
हस्ताक्षर/अंगूठे का ननशान ले भलया गया है । प्रत्येक सेक्टर अर्धकारी/जोनल मजजस्रे ट के पास उसके
अर्धकार क्षेि के अधीन भौगोभलक क्षेि का स्पष्ट सीमांकन होता है जजसमें सामान्यतया 10-12 मतदान
केन्द्र क्षेि होते हैं।
(22) मतदान कम्पाटा मेंट- मतदाता को मतदान केन्द्र में अपना मत डालते समय गोपनीयता बरतनी है तथा
इस प्रयोजनाथा ईवीएम की बैलट यूननट मतदान कम्पाटामेंट में रखी जानी अपेक्षक्षत होती है । मतदान
कम्पाटा मेंट के तीन क्रकनारे ढके हुए होते हैं। बैलट यूननट को मतदान कम्पाटा मेंट के अंदर मेज पर रखा
जाना होता है । बैलट यनू नट को इस प्रकार रखा जाना होता है क्रक मतदाता को अपना मत दजा करने में
कोई कदठनाई न हो तथा इस प्रक्रिया में गोपनीयता का उल्लंघन न हो।
(23) अनतसंवेदनशीलता मानचचत्रण (मैवपंग)- अनतसंवेदनशीलता मानर्चिण अल्पसंख्यकों या समाज के कमजोर
वगों यथा अनुसूर्चत जानत/अनुसूर्चत जनजानत, जो क्रकसी धमकी, अनुर्चत प्रभाव, डराए जाने या उनके
ननवााचन अर्धकार के स्वतंि प्रयोग में बाधा डाले जाने के प्रनत अनतसंवेदनशील होते हैं, के ननवााचक मंडल
के गांवों/वास-स्थानों/खंडों को र्चजननत करने का एक काया है । ननवााचन आयोग ने अनतसंवेदनशील वगों के
मतदाताओं को डराए जाने से रोकने के भलए स्पष्ट ददशननदे श ननधााररत क्रकए हैं।
(24) वीवीपैट –वीवीपैट (मतदाता सत्यापनीय पेपर ऑडडट रे ल) क्रकसी ननवााचन में मत के पेपर रे ल का मुद्रण
करने के भलए ईवीएम से जुडा हुआ ड्राप बॉक्स युक्त वप्रंटर होता है । यह एक प्रणाली है जो मतदाता को
यह सत्यावपत करने की अनुमनत दे ती है क्रक उसका मत सही जगह पडा है । वप्रंटर में मदु द्रत पची में उस
अभ्यथी का नाम और प्रतीक होता है जजसको मत ददया गया है ।
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अध्याय-1
ऐनतहालसक पष्ृ ठभूलम
1. मतदान केंद्र की योजना क्रकसी ननवााचन प्रणाली के मूल में जस्थत है । एक लोकवप्रय लोकतांत्रिक वयवस्था
में ननवााचन एक ननरं तर सहभागी क्रिया है जजसमें ननवााचकों के रूप में पंजीकरत नागररक ननवााचन क्षेि में
अभ्यर्थायों के ददए गए सेट में से अपनी पसंद वयक्त करने का हकदार होता है । मतदान केंद्र वह स्थान है
जहां ननवााचन लडने वाले अभ्यर्थायों और राजनैनतक दलों द्वारा कई ददनों के अनतवयस्त प्रचार अभभयान
के परू ा होने पर संबंर्धत मतदान क्षेि के मतदाता मतदान के ददन अपना मत डालते हैं।
2. भारत में सवासुलभ वयस्क मतार्धकार के आधार पर 1951-52 के दौरान पहले साधारण ननवााचन
आयोजजत क्रकए गए थे जब 17 करोड से अर्धक ननवााचकों ने ननवााचन में भाग भलया था। उसके राज्य
ववधान सभाओं और लोक सभा के भलए साथ-साथ होने वाले ननवााचन होने के नाते पूरे दे श में कुल
भमलाकर 1,32,560 मतदान केंद्रों की स्थापना की गई थी। औसतन हर 884 मतदाताओं के भलए एक
मतदान केंद्र की स्थापना की गई थी।
3. उन ददनों 'मतदान केंद्र' शब्द का प्रयोग मतदान के स्थान के रूप में ननयत भवन/पररसर को इंर्गत करने
के भलए क्रकया जाता था। हांलाक्रक, ऐसे भवनों में ववभभन्न कमरे /हॉल, जहां ववभभन्न मतदान क्षेिों के
ननवााचक अपना मत डालते थे, को 'मतदान बूथ' के रूप में संदभभात क्रकया जाता था।
4. मौजूदा ववर्धक संरचना के अंतगात, ररटननिंग अर्धकारी ननवााचन आयोग के पूवा अनुमोदन के अध्यधीन
अपने ननवााचन क्षेि में मतदान केंद्र उपलब्ध कराने के भलए प्रार्धकारी था।
5. ननवााचन आयोग ने मतदान केंद्रों का चयन करने में ररटननिंग अर्धकाररयों के मागादशान के भलए
ननम्नभलणखत मूलभूत भसद्धांत ननधााररत क्रकए हैं:
(i) क्रकसी मतदान बूथ के भलए सामान्यतया 1000 से अर्धक मतदाता नहीं होने चादहए।
(ii) क्रकसी मतदान केंद्र को भौगोभलक रूप से सुपररभावषत क्षेि को कवर करना चादहए।
(iii) जहां अनत आवश्यक हो, मदहला मतदाताओं के भलए पथ
र क मतदान केंद्र उपलब्ध करवाया जाना
चादहए।
(iv) सामान्यतया क्रकसी मतदाता को अपने मतदान केंद्र तक पहुंचने के भलए 03 मील से अर्धक यािा
नहीं करनी चादहए।
(v) मतदान केंद्र को क्रकसी धाभमाक पूजास्थल में नहीं होना चादहए।
6. उपयक्
ुा त पैरामीटरों के अनस
ु ार मतदान केंद्रों को तैयार करना दे श में जनशजक्त, उपयक्
ु त भवनों और
पररवहन के साधनों की सीभमत उपलब्धता के पररप्रेक्ष्य में एक कदठन चुनौती थी। ननवााचन आयोग द्वारा
एकल बूथ मतदान केन्द्रों को तरजीह ददए जाने के बावजद
ू केवल 94431 मतदान केंद्रों में एक-एक बूथ
बन पाए थे। अन्य सभी मामलों में एक मतदान केंद्र में एक से अर्धक पोभलंग बूथ बनाए जाने को
अनुमोदन ददया जाना था। उत्तर प्रदे श में एक ऐसा उदाहरण सामने आया जहां एक मतदान केंद्र में पोभलंग
बथ
ू ों की संख्या 19 तक थी। अनेक पोभलंग बथ
ू वाले मतदान केंद्रों में एक ही पीठासीन अर्धकारी को सभी
बूथों के प्रभारी के रूप में तैनात क्रकया गया था।
7. पुरूष तथा मदहला मतदाताओं के भलए समान पोभलंग बूथों में अलग अलग कतारें बनाई गईं और उनको
वैकजल्पक बैचों में मतदान करने की अनुमनत दी गई। ऐसे मतदान केंद्रों में कम से कम एक मदहला
मतदान अर्धकारी को मदहला मतदाताओं और पीठासीन अर्धकारी की सहायता के भलए ननयुक्त क्रकया गया
था। तथावप, जहां भी यह महसस
ू क्रकया गया वहां मदहला मतदाताओं के भलए अनन्य रूप में मदहला
मतदान अर्धकाररयों वाले अलग बूथ स्थावपत क्रकए गए। पूरे दे श में मदहला मतदाताओं के भलए कुल
27,527 बूथ स्थावपत क्रकए गए थे।
16
8. सामान्यतया, मतदान केंद्र स्थलों के भलए सरकारी भवनों को वरीयता दी गई थी, तथावप, पयााप्त मािा में
सरकारी भवन उपलब्ध न होने पर 23,222 ननजी भवनों में मतदान केंद्र स्थावपत करने की अनुमनत दी
गई थी। इसी प्रकार, पक्के भवनों की कमी के कारण क्षेि में उपलब्ध सस्ती सामग्री का उपयोग करके
कुछ स्थानों पर अस्थायी संरचना तैयार करने का काया क्रकया गया। इस प्रयोजनाथा पूरे दे श में कुल ऐसी
16,088 अस्थायी संरचनाएं तैयार की गईं। कुछ कदठन मामलों में जैसे क्रक राजस्थान के रे र्गस्तानी क्षेिों
में, गोपनीय मतदान कक्ष (कंपाटा मेंट) के रूप में काया करने के भलए छोटी झोपडी या टें ट के साथ खुले
स्थान पर भी मतदान केंद्र स्थावपत क्रकए गए।
9. ननवााचन आयोग ने मतदान बूथ का एक कच्चे नक्शे का सुझाव ददया। योजना के अनुसार, पहचान पची
जारी करने वाला प्रभारी मतदान अर्धकारी मतदान बूथ के दरवाजे के बाहर बैठेगा। राज्य ववधान सभाओं
और लोक सभा के साथ-साथ होने वाले ननवााचनों के दृजष्टगत प्रत्येक मतदान बूथ पर मतदान कभमायों के
दो अलग-अलग दल तैनात क्रकए गए। पीठासीन अर्धकारी की सीट कमरे के केंद्र में थी जबक्रक लोक सभा
तथा राज्य ववधान सभाओं के भलए बैलेट बॉक्स को कमरे के दोनों कोनों मे बने मतदान कक्ष (कंपाटा मेंट)
में रखा गया था। मतदान कंपाटा मेंट मतदान बूथ में बडी जगह घेरते थे। ऐसा अभशक्षक्षत मतदाताओं को
अपनी पसंद के अभ्यथी की पहचान करने तथा उसके पक्ष में मतदान करने में सुववधा प्रदान करने के
भलए क्रकया गया था, क्योंक्रक प्रत्येक अभ्यथी के भलए अलग-अलग बैलेट बॉक्स ददए गए थे तथा उन पर
अंदर एवं बाहर से ववभशष्ट प्रतीक र्चपके हुए थे। मतदाता को केवल उस अभ्यथी, जजसको वह मत दे ना
चाहता है , के बैलेट बॉक्स में त्रबना कोई माका लगाए बैलट
े पेपर डालना होता था। मतदाता पहले प्रवेश
द्वार के बाहर बैठे मतदान अर्धकारी से पहचान पची प्राप्त करता था तथा संबंर्धत मतदान दल से ववधान
सभा ननवााचन के भलए बैलेट पेपर प्राप्त करता था तथा ववधान सभा के भलए बने मतदान कंपाटा मेंट में
अपनी पसंद के अभ्यथी को आवंदटत बॉक्स में बैलेट पेपर डालता था। तब वह लोक सभा ननवााचन के भलए
अपना बैलेट पेपर प्राप्त करने के आगे आता था और लोक सभा के भलए ननयत मतदान कक्ष (कंपाटा मेंट)
में अपनी पसंद के अभ्यथी के बैलेट बॉक्स में उक्त बैलेट पेपर को डाल दे ता था।
10. मतदान केंद्रों की सूची काफी पहले प्रकाभशत की जाती थी ताक्रक मतदाता त्रबना क्रकसी कदठनाई के यह जान
सके क्रक उनको क्रकस मतदान केंद्र में मत डालना है ।
11. मतदान अर्धकारी केंद्र सरकार, राज्य सरकारों, स्थानीय ननकायों और सरकारी सहायता प्राप्त संस्थानों के
सरकारी अर्धकाररयों की ववभभन्न श्ेणणयों से भलए जाते थे क्रफर भी ननवााचन आयोग को पयााप्त संख्या में
मतदानकमी प्राप्त करने में कदठनाई होती थी और ननवााचन कायािम को अनेक ददन में आयोजजत करना
पडता था। हांलाक्रक 126 संसदीय ननवााचन क्षेिों और 1846 ववधानसभा क्षेिों में मतदान एक ही ददन में
आयोजजत क्रकया गया था लेक्रकन शेष ननवााचन क्षेिों में यह अनेक ददनों तक चलता रहा था। सबसे अर्धक
लम्बा समय पंजाब के होभशयारपरु ननवााचन क्षेि में लगा था जहां मतदान पण
ू ा होने में कुल 25 ददन लगे
थे। उन ननवााचन क्षेिों में जहां मतदान अलग-अलग समय पर क्रकए गए थे, वहां कायािम कुछ इस प्रकार
बनाया गया था क्रक एक ही मतदान दल कई मतदान केंद्रों पर ननवााचन आयोजजत करवा सके। यह
सुननजश्चत करने के भलए क्रक मतदान दल मतदान केंद्र पर पहुंच सके और समय पर मतदान केंद्र पर
मतदान की तैयारी कर सके, मतदान के भलए ननयत दो नतर्थयों के भीतर एक या अर्धक ददनों का अंत र
रखा जाता था।
12. 1957 में आयोजजत दस
ू रे साधारण ननवााचन के पहले ननवााचन आयोग ने पररसीमन काया संचाभलत क्रकया
और नए पररसीमन वाले ननवााचन क्षेिों के अनुसार 2,20,478 मतदान केंद्रों का सज
र न क्रकया। मतदान
अवर्ध को कम करने की वांछनीयता और मतदान कभमायों की उपलब्धता को ध्यान में रखकर ननवााचन
आयोग ने प्रनत मतदान केंद्र 1200 ननवााचक की ऊपरी सीमा ननयत की थी। ननवााचन आयोग के
अनम
ु ोदनाथा मतदान केंद्रों की प्रस्ताववत सच
ू ी को अंनतम रूप दे ते समय ररटननिंग अर्धकारी को राजनैनतक
दलों और ननवााचन क्षेिों के सांसदों और ववधायकों से परामशा करना होता था। अंनतम अनुमोदन के बाद
17
पुन: मतदान केंद्रों की सूची राजनैनतक दलों और ननवााचन लडने वाले अभ्यर्थायों के साथ ननशुल्क साझा
की जाती थी।
13. आगामी साधारण ननवााचन में ननवााचन आयोग ने मतदान केंद्रों के सज
र न के भलए मूल पैरामीटरों का दायरा
बढाया जजसमें ररटननिंग अर्धकाररयों से अपेक्षक्षत था क्रक वे प्राकरनतक बाधाओं जैसे क्रक पहाड, वन, नदी
आदद की मौजद
ू गी पर ववचार करें और सरकारी या अधा सरकारी भवनों को वरीयता दें ।
14. 1966 में 1950 और 1951 अर्धननयम में अनेक संशोधनों के माध्यम से , जजला ननवााचन अर्धकारी जो
जजले में ननवााचन वयवस्थाओं के समन्वय और पयावेक्षण के भलए उत्तरदायी थे , को सांववर्धक मान्यता दी
गई। तदनुसार, 1951 के अर्धननयम की धारा 25 के अंतगात जजला ननवााचन अर्धकारी को उसके
अर्धकार-क्षेि के भीतर पडने वाले ननवााचन क्षेिों में ननवााचन आयोग के पूवा अनुमोदन से मतदान केंद्र
प्रदान करने का उत्तरदानयत्व सौंपा गया था।
15. 1967 के साधारण ननवााचन के भलए, मतदान केंद्रों की सच
ू ी तैयार करने से जुडे काया 1966 की शुरूआत
में ही शुरू हो गए थे। ननवााचन आयोग ने मतदान केंद्रों के सज
र न और प्रबंधन के भलए वयापक ददशाननदे श
ननधााररत क्रकए। यह दे खा गया क्रक ननवााचकों को प्रभाववत करने की दृजष्ट से अपने पक्ष में ननवााचन लडने
वाले अभ्यथी और राजनैनतक दलों ने उनको मतदान केंद्र तक ननशुल्क पररवहन मह
ु ै या करवाया था।
ननवााचन आयोग से नन:शल्
ु क पररवहन के भ्रष्ट आचरण को रोकने की प्राथाना की गई थी। इसने मतदान
केंद्रों की संख्या में वद्
र र्ध की तथा मतदाताओं के आवास और मतदान केंद्रों के बीच की दरू ी को 3 मील से
कम करके 2 क्रकमी. कर दी थी। इसके अलावा, प्रनतरूपण रोकने और बुरका/परदे का प्रयोग करके होने
वाले बोगस मतदान को रोकने के भलए, ऐसे मतदान केंद्र, जहां बडी संख्या में परदानशीन ननवााचक
आवंदटत थे, वहां ननवााचन आयोग ने मुख्य ननवााचन अर्धकाररयों को मदहला पीठासीन अर्धकारी मतदान
अर्धकाररयों की ननयजु क्त करने का आदे श ददया था। मख्
ु य ननवााचन अर्धकाररयों से यह सनु नजश्चत करने
के भलए भी कहा गया था क्रक कमजोर वगों के भलए मतदान केंद्र उनके इलाके में उपलब्ध करवाएं जाए
ताक्रक वे त्रबना क्रकसी भय के मतदान करने में समथा हो सकें।
16. इसके बाद के वषों में, कई राज्यों में राजनैनतक अजस्थरता का माहौल था। इसके पररणामस्वरूप, दे श में
समकाभलक ननवााचनों का चि बार्धत हुआ और ननवााचन आयोग को कम समय के अंतराल पर मध्य
अवर्ध चुनाव कराने पडे।
17. लोकसभा साधारण ननवााचन 1980 के बाद ननवााचन आयोग ने एक प्रमुख ननणाय भलया जब ननवााचक
नामावली के सबसे छोटे यूननट 'पाटा ' को मतदान केंद्र के तदनुरूपी बना ददया। इससे पहले नामावली के
ववभभन्न भागों से ननवााचक समूह एक मतदान केंद्र के साथ टै ग क्रकए जाते थे, और इस प्रकार एक मतदान
केंद्र में एक से अर्धक भागों के पंजीकरत ननवााचक होते थे। नीनत में पररवतान के पररणामस्वरूप क्रकसी भाग
में ननवााचन क्षेि के भौगोभलक रूप से पररभावषत मतदान क्षेि के भीतर रहने वाले वाले ननवााचकों के नाम
शाभमल होते हैं, और 'भाग' में नामांक्रकत सभी ननवााचक जजला ननवााचक अर्धकारी द्वारा पहले से
अभभर्चजननत ननददा ष्ट मतदान केंद्र में अपना मत डालेंगे। 'भाग' और मतदान केंद्र को सुसंगत बनाने से
ननवााचकों के बीच संदेह का कारण समाप्त हो गया। मतदान केंद्र स्थायी और ननयभमत बन गए और
ननवााचकों को अर्ग्रम रूप में अपने मतदान केंद्र की जानकारी भमल गई। इस वयवस्था के मद्दे नजर अब
ननवााचक नामावली का 'भाग' और उस 'भाग' को आवंदटत मतदान केंद्र एक दस
ू रे के तदनरू
ु पी होते हैं।
भाग की िम संख्या और मतदान केंद्र की िम संख्या एक जैसी होती है । उदाहरण के भलए भाग 1 के
ननवााचक को मतदान केंद्र संख्या 1 आवंदटत की जाती है और भाग 2 के ननवााचकों को मतदान केंद्र संख्या
2 का आवंटन क्रकया जाता है और यह िम इसी प्रकार आगे बढता है ।
18. उत्तरवती ननवााचनों में ननवााचन आयोग मतदान केंद्रों के प्रबंधन में अर्धकार्धक सक्रिय हो गया। हांलाक्रक
मल
ू मानक समान रखे गए हैं, ननवााचन आयोग ने भसस्टम को और सदृ
ु ढ बनाने के भलए अनेक नए
मानदं डों (पैरामीटसा) को जोडा है । जजला ननवााचन अर्धकारी को प्रत्येक ननवााचन से पहले मौजूदा मतदान
18
केंद्र का शत-प्रनतशत भौनतक सत्यापन करना होता है ताक्रक यह सुननजश्चत क्रकया जा सके क्रक मतदान केंद्र
वाले भवन अच्छी जस्थनत में हैं और स्थावपत मानकों के अनुसार हैं। वह राजनैनतक दलों, ननवाार्चत
प्रनतननर्धयों जैसे स्टे कहोल्डसा से परामशा करे गा और ऐसी बैठकों की कायावाही और कायावत्त
र का अनुरक्षण
करे गा और ननवााचन आयोग का अनुमोदन प्राप्त करने के भलए ननददा ष्ट प्रारूप में पण
ू ा प्रस्ताव प्रेवषत
करे गा।
19. ननवााचन आयोग ने 'जोणखम मानर्चिण' की संकल्पना शुरू की है जजसमें जजला ननवााचन अर्धकारी बूथ
लेवल पदार्धकाररयों और पुभलस अर्धकाररयों से प्राप्त फीडबैक के आधार पर अ.ज./अ.ज.जा. या
अल्पसंख्यक जैसे समाज के कमजोर वगों से संबंर्धत ननवााचक मंडल के गांव और प्राकरनतक वास/खंड जो
अपने ननवााचकीय अर्धकारों के स्वतंि प्रयोग में क्रकसी धमकी, अनुर्चत प्रभाव, डर या हस्तेक्षप के प्रनत
जोणखम के दायरे में होते हैं, की पहचान करते हैं और यदद आवश्यक हुआ तो नए मतदान केंद्र के सज र न
के भलए मानकों में ररयायत दे ते हुए ऐसे स्थलों में अलग समवपात मतदान केंद्र का प्रावधान करते हैं।
मतदान के दौरान ऐसे मतदान केंद्रों पर ववशेष वयवस्थाएं की जाती हैं।
20. इसी प्रकार ननवााचन आयोग ने मतदान के ददन रणनीनत बनाने और मतदान अर्धकाररयों और सुरक्षा
कभमायों की तैनाती की योजना बनाते समय जजला प्रशासन को ववशेष उपाय करने में समथा बनाने के भलए
मतदान पैटना, दहंसा की घटनाओं, कमजोर वगों को डराने-धमकाने और अन्य ववषयपरक मानकों के वपछले
इनतहास के आधार पर ननवााचन से पहले संवेदनशील मतदान केंद्रों की पहचान के भलए वयापक प्रणाली
स्थावपत की है ।
21. ननवााचन आयोग ददवयांगजनों (पीडब्ल्यूडी) की जरूरतों के प्रनत ववशेष रूप से र्चंनतत रहता है । इसने कुष्ठ
रोग और दृजष्टहीन श्ेणी के ननवााचकों के भलए अलग मतदान केंद्र का प्रावधान क्रकया है । ररट यार्चका
(भसववल) 2004 की 187 – ववकलांग अर्धकार समह
ू बनाम मख्
ु य ननवााचन आयक्
ु त एवं अन्य में ददनांक
05.10.2007 में उच्चतम न्यायालय के आदे श के अनुसरण में ननवााचन आयोग ने रैंप, वहीलचेयर, संकेत
र्चन्हों, ननददा ष्ट पाक्रकिंग हे तु स्थान आदद सुववधाओं का प्रावधान करके ददवयांग मतदाताओं के भलए मतदान
केंद्रों को सुगम बनाने के आदे श ददए हैं।
22. हाल ही में सम्पन्न ननवााचनों में ननवााचन आयोग ने जजला ननवााचन अर्धकाररयों को रैंप , पेयजल, पयााप्त
प्रकाश, शौचालय, संकेत र्चन्हों आदद जैसी मतदाता अनक
ु ू ल आश्वाभसत न्यन
ू तम सवु वधाएं (एएमएफ) हर
मतदान केंद्र पर उपलब्ध करवाने के भलए कहा है ।
23. 2015 में ददल्ली ववधान सभा के साधारण ननवााचन में मतदान केंद्र की वयवस्था को और सुदृढ बनाने और
मतदाताओं के भलए मतदान का अनुभव सुखद और समद्
र ध बनाने के मद्दे नजर ननवााचन आयोग ने मॉडल
मतदान केंद्र की संकल्पना पेश की थी। इसे सवाि सराहना भमली और अतएव अन्य राज्यों के ननवााचनों में
इसे अपनाया गया।
24. इस प्रकार मतदान केंद्र प्रबंधन ने मतदान की तदथा वयवस्था से मतदान की संस्थागत प्रणाली तक एक
लंबा रास्ता तय कर भलया है । मौजूदा मतदान केंद्रों का सत्यापन और संशोधन ननवााचक नामावभलयों के
वावषाक पुनरीक्षण की ननयभमत ववशेषता बन गयी है । वपछले कुछ वषों के दौरान, ननवााचन आयोग ने अन्य
बातों के साथ-साथ, मौजूदा मतदान केंद्रों वाले भवनों से अर्धक उपयुक्त और सुववधाजनक भवनों के बारे
में नागररकों और फील्ड अर्धकाररयों से सझ
ु ाव एकि करने के भलए ववशेष अभभयान चलाए हैं। ननवााचनों में
ववभभन्न प्रकार के अनुभवों से लैस ननवााचन आयोग मतदान केंद्र की संरचना में ननरं तर सुधार कर रहा है ।
जीआईएस टूल, नज़री नक्शा और मतदान केंद्र मानर्चि का सुधार क्रकया जा रहा है और मतदान केंद्र का
सामने का दृश्य, कैड दृश्य, रूट/की मैप, एएमएफ की जस्थत आदद जैसे वववरण बेहतर प्रबंधन और योजना
के भलए एकि क्रकए जा रहे हैं। इसके अलावा, ननवााचन आयोग ने मतदान के ददन क्रकसी आकजस्मकता के
मामले में तत्काल प्रत्यत्त
ु र दे ने में ननवााचन मशीनरी को सक्षम बनाने के भलए सस्
ु थावपत पदानि
ु म फीडबैक
प्रणाली के माध्यम से दे श में प्रत्येक मतदान केंद्र को भलें क करने की एक सुदृढ संचार योजना ववकभसत
19
की है । लाइव वेबकाजस्टं ग और स्वचाभलत मतदान ददवस ननगरानी प्रणाली के माध्यम से ननवााचन आयोग
प्रत्येक मतदान केंद्र पर मतदान केंद्रों का साथ-साथ (ररयल टाइम) में प्रेक्षण करने और ननगरानी करने में
समथा रहा है ।
*******
20
अध्याय-2
मतदान केंद्र स्थावपत करने के मानदं ड
नामावली के भागों की िम संख्या तथा संगत मतदान केन्द्रों की िम संख्या भी ननरपराद रूप से एक
समान संख्या है । उदाहरणाथा ननवााचक नामावली के 'भाग सं.1' द्वारा कवर क्रकए गए ननवााचकों को
‘मतदान केन्द्र सं. 1’ तथा ‘भाग सं. 2’ को ‘मतदान केन्द्र सं. 2’, और इसी प्रकार आगे भी ननददा ष्ट क्रकया
जाता है ।
2.5.2 स्थायी भवन में स्थान - ननवााचन आयोग इस बात पर जोर दे ता है क्रक मतदान केन्द्रों को यथा
वयवहाया स्थायी रूप से जस्थत होना चादहए ताक्रक ननवााचकों को हमेशा यह ज्ञात हो क्रक उन्हें सभी
ननवााचनों के भलए अपने मत डालने हे तु कहां जाना है और उन्हें उनके मतदान केन्द्रों के स्थान में
बार-बार पररवतानों से भ्रम न हो।
2.5.3 सरकारी भवनों में –जहां तक संभव हो, मतदान केंद्रों को सरकारी या अधासरकारी भवनों या
सरकार द्वारा सहायता प्राप्त संस्थानों यथा, ववद्यालयों या महाववद्यालयों में जस्थत होना चादहए
22
क्योंक्रक आवश्यक फनीचर तथा उपस्कर वहां उपलब्ध होंगे तथा राज्य की त्रबना क्रकसी अनतररक्त
लागत के इनका उपयोग क्रकया जा सकेगा। मतदान केन्द्रों को स्थानीय ननकायों यथा सामुदानयक
केन्द्रों, गांव की चौपालों आदद से संबंर्धत भवनों में भी स्थावपत क्रकया जा सकता है ।
2.5.5 अस्थायी संरचना -जहां क्रकसी मतदान क्षेि या उसके ननकट कोई उपयक्
ु त सरकारी भवन उपलब्ध
नहीं है वहां ननददा ष्ट अवस्थानों में मतदान केन्द्र के रूप में काया क्रकए जाने के भलए अस्थायी
संरचना को खडा क्रकया जा सकेगा। तथावप, क्रकसी अस्थायी संरचना में मतदान केन्द्र की स्थापना
से बचा जाना चादहए क्योंक्रक इसे खडा करने के भलए वयय होता है तथा अजग्न, आंधी आदद का
भी जोणखम रहता है ।
2.5.6 क्रकसी मतदान केंद्र को पुभलस थानों, अस्पतालों, मंददरों या धाभमाक महत्व वाले स्थानों में
अवजस्थत नहीं होना चादहए।
2.5.7 मतदान केंद्र की 200 मीटर की पररर्ध के भीतर क्रकसी राजनैनतक दल का कायाालय नहीं होना
चादहए।
2.5.8 जहां तक संभव हो, वद् र ध वयजक्तयों और ददवयांग ननवााचकों की सुववधा को ध्यान में रखते हुए
मतदान केंद्रों को भूतल पर होना चादहए। ऐसे ननवााचकों के उपयोग हे तु रैंप भी होना चादहए।
23
2.6.1 क्रकसी ननवााचन क्षेि में स्थावपत क्रकए जाने वाले मतदान केंद्रों की अर्धकतम संख्या उस ननवााचन
क्षेि में मतदाताओं की कुल संख्या में 1000 से भाग दे कर ननधााररत की जानी चादहए। यह संख्या
शहरी और ग्रामीण, दोनों ननवााचन क्षेिों के भलए औसत होगी। मतदान के सुचारू संचालन के भलए
क्रकसी मतदान केंद्र को ननवााचकों की प्रबंधन क्रकए जाने योग्य संख्या आवंदटत करने के भलए पहले
ननवााचक आयोग ने अनुदेश ददया था क्रक ग्रामीण क्षेिों में क्रकसी मतदान केंद्र में 1200 से अर्धक
की संख्या में और शहरी क्षेि में 1400 से अर्धक की संख्या में ननवााचकों का आवंटन नहीं क्रकया
जाना चादहए। ननवााचक मंडल मे सतत वद्
र र्ध के पररणामस्वरूप ननवााचन आयोग ने अब सभी
मतदान केंद्रों में 1500 ननवााचकों की अनुमनत दे दी है ।
2.6.2 तथावप, आयोग का ववचार 300 से अर्धक आबादी वाले प्रत्येक गांव के भलए एक मतदान केंद्र
प्रदान करने का है बशते इसके भलए उपयुक्त भवन उपलब्ध हो।
2.6.3 ववरल आबादी वाले या पहाडी क्षेिों में बहुत ही कम संख्या में ननवााचकों के भलए मतदान केन्द्र
प्रदान क्रकए जा सकेंगे। एक मामले में साधारण ननवााचन, 2006 के दौरान केरल में पेरम्बरा
ववधान सभा ननवााचन क्षेि में कक्कायम बांध स्थल पर केवल एक ननवााचक के भलए एक मतदान
केन्द्र प्रदान क्रकया गया था क्योंक्रक एक माि मतदाता ने अन्य ग्रामीणों, जजनको बांध के ननमााण
काया के कारण दस
ू रे स्थल पर बसाया गया था, के ववपरीत अपने घर से भशफ्ट होने से इन्कार
कर ददया था। एक दस
ू रे मामले में अरुणाचल प्रदे श में नतररजजनो-बुरागांव ववधान सभा ननवााचन
क्षेि में चाको में 6 ननवााचकों वाले एक पररवार के भलए एक मतदान केन्द्र प्रदान क्रकया गया था।
एक और मामले में भी जम्मू एवं कश्मीर में लद्दाख संसदीय ननवााचन क्षेि में 5000 मीटर की
ऊंचाई पर लेह में अनले फू एवं पडोसी गांव के ननवााचकों के भलए दो मतदान केन्द्र प्रदान क्रकए
गए थे। इसी प्रकार, गज
ु रात के र्गर जंगल में केवल एक मतदाता के भलए एक मतदान केंद्र
प्रदान क्रकया गया था।
2.6.4 समाज के कमजोर वगों के ननवास स्थानों में कम ननवााचकों के भलए भी मतदान केन्द्र प्रदान क्रकए
जा सकेंगे ताक्रक उनके दहतों के ववरोधी तत्वों द्वारा उनके मतार्धकार के प्रयोग में उनके भलए
कोई अवरोध पैदा न क्रकए जा सके।
2.6.5 दे श में कोववड-19, सामाजजक दरू ी के भलए ननधााररत ननवारक उपायों और बडी संख्या में लोगों के
एकि होने पर प्रनतबंध के पररप्रेक्ष्य में ननवााचन आयोग ने त्रबहार में जजला ननवााचन अर्धकाररयों
को मौजूदा मतदान केंद्रों को द्ववभाजजत करने की अनुमनत दी थी ताक्रक प्रनत मतदान केंद्र 1000
तक ननवााचकों को सीभमत क्रकया जा सके। ऐसे अन्य राज्यों में जजला ननवााचन अर्धकाररयों को
कुछ अनुदेश ददए गए हैं, जहां 2020 में उप-ननवााचन होने हैं।
24
2.8.2 इसके अनतररक्त, मतदान के भलए आने वाले ननवााचकों को धूप और वषाा से बचाने के भलए उनके
भलए मतदान केन्द्रों पर शेड की वयवस्था की जानी चादहए।
2.8.3 जहां तक वयवहाया हो, मतदान केंद्र में कम से कम 20 वगा मीटर का न्यूनतम क्षेि होना चादहए
ताक्रक मतदान केंद्र के भीतर कोई भीड-भाड न हो।
2.8.4 हॉल/कमरे अच्छी तरह से प्रकाभशत होने चादहए और इसमें कम से कम दो दरवाजे होने चादहए
ताक्रक मतदान के सुचारू और सुवयवजस्थत संचालन के भलए एक को 'प्रवेश' और दस
ू रे को 'ननकास'
के रूप में प्रयुक्त क्रकया जा सके।
2.8.5 शहरी क्षेिों में , चार से अर्धक मतदान केन्द्रों और ग्रामीण क्षेिों में दो से अर्धक मतदान केन्दों
की स्थापना यथासंभव एक ही भवन में नहीं होनी चादहए ताक्रक भीडभाड से बचा जा सके तथा
कानून एवं वयवस्था बनाए रखने में सुववधा हो।
2.8.6 जहां तक वयवहाया हो, मतदान केंद्रों को भवन के भूतल पर स्थावपत क्रकया जाना चादहए ताक्रक
यह वद्
र ध वयजक्तयों और ददवयांगजनों के भलए सुववधाजनक हो।
2.8.7 ननवााचन आयोग ने सभी राज्य सरकारों को यह अनद
ु े श भी ददया है क्रक ऐसे भवनों में रै म्प की
वयवस्था की जानी चादहए, जहां मतदान केन्द्र स्थावपत क्रकए गए हैं ताक्रक शारीररक तौर पर अक्षम
25
वयजक्तयों की आवाजाही को सुकर बनाया जा सके। उच्चतम न्यायालय द्वारा डडसेत्रबभलटी राइट्स
ग्रुप बनाम मुख्य ननवााचन आयुक्त और अन्य के मामले में ददनांक 19 अप्रैल, 2004 के उनके
अंतररम आदे श में ददए गए ननदे श के फलस्वरूप यह अनुदेश ददया गया है ।
नजरी-नक्शा
2.9.2 उपयुक्
ा त आरे ख से दे खा जा सकता है क्रक नजरी-नक्शा मतदान केंद्र क्षेि का एक ववहं गम
दृश्य होता है जजसे हाथ से बनाया जाता है , जजसमें मतदान केंद्र के स्थान के संदभा में
मंददर/डाकघर/पुभलस स्टे शन या कोई अन्य महत्वपूणा भवन/सडक/तालाब आदद का र्चिण
होता है ताक्रक क्षेि में इसे आसानी से र्चजननत और लोकेट क्रकया जा सके।
2.9.3 इसके अलावा, भौनतक सवेक्षण करने वाले फील्ड अर्धकारी, एक मुख्य मानर्चि तैयार
करते हैं जजसमें मतदान केंद्र स्थल (लोकेशन) की ओर जाने वाले मुख्य मागा/रास्तों को
दशााया जाता है ।
26
र्चि
2.9.4 परं परागत नजरी-नक्शा और मुख्य मानर्चि की गुणवत्ता में सुधार लाने के भलए इसे
गग
ू ल मैप पर इंर्गत क्रकया जा सकता है ।
2.9.5 उपयक्
ुा त के अलावा, ननवााचन आयोग ने मतदान केंद्र स्थल (लोकेशन) और मतदान बथ
ू
के फ्रंट वयू का फोटो लेने तथा कैड वयू (मतदान केंद्र के अंदर का लेआउट) तैयार करने
का अनुदेश ददया है ।
कैड व्यू
चचत्र
2.9.6 ये सभी मानर्चि और तस्वीरें ननवााचक नामावली प्रकाभशत करते समय संबंर्धत भाग की
ननवााचक नामावली के साथ संलग्न की जाती हैं।
***********
28
अध्याय 3
मतदान केन्द्द्रों की सच
ू ी तैयार करना
3.1.1 लोक प्रनतननर्धत्व अर्धननयम, 1951 की धारा 25 के अधीन जजला ननवााचन अर्धकारी द्वारा
प्रत्येक ननवााचन क्षेि, जजसका सम्पण
ू ा या अर्धकांश भाग उनके क्षेिार्धकार में आता हो, के भलए ननवााचन
आयोग के पूवा अनुमोदन से पयााप्त संख्या में मतदान केन्द्र उपलब्ध कराए जाने अपेक्षक्षत हैं।
साधारणतया यह ननणाय करने में कदठनाई नहीं होनी चादहए क्रक क्रकस ननवााचन क्षेि का अर्धकांश भाग
क्रकस जजले में आता है । तथावप, जहां संसदीय ननवााचन क्षेि में , उदाहरणस्वरूप 8 ववधान सभा क्षेि
शाभमल हैं और उनमें से 4 एक जजले में पडते हैं और शेष 4 दस
ू रे जजले में , तो वहां उस जजले को
अभभननजश्चत करना आसान नहीं होगा क्रक क्रकसमें ननवााचन क्षेि का अर्धकांश भाग पडता है । ऐसे मामले
में मुख्य ननवााचन अर्धकारी को ननवााचन क्षेि के ररटननिंग ऑक्रफसर के मुख्यालय के स्थान, ववभभन्न
जजलों के, ववभभन्न भागों में उस ननवााचन क्षेि के मतदाताओं की संख्या या उन भागों की जनसंख्या
संबंधी प्रश्नों के बारे में ननणाय लेना चादहए तथा इसकी सूचना संबंर्धत जजलों के जजला ननवााचन
अर्धकाररयों को दे नी चादहए। उस जजले का जजला ननवााचन अर्धकारी, जजसमें मुख्य ननवााचन अर्धकारी के
अनुसार ननवााचन क्षेि का अर्धकांश भाग पडता है , सम्पूणा संसदीय ननवााचन क्षेि के भलए मतदान केन्द्रों
की वयवस्था करने के भलए उत्तरदायी होगा।
3.1.2 यह भी संभव है क्रक संसदीय ननवााचन क्षेि की दशा में अर्धकतर घटक ववधान सभा ननवााचन क्षेि
एक जजले में पड सकते हैं और इसका कोई दहस्सा या दहस्से दस
ू रे जजले या जजलों में पड सकते हैं। ऐसे
मामलों में , दस
ू रे जजला या जजलों के जजला ननवााचन अर्धकारी द्वारा वयवस्था क्रकए गए मतदान केन्द्रों
को उस जजले, जजसमें संसदीय ननवााचन क्षेि के मतदान केन्द्रों के अर्धकांश भाग आते हैं, जजसके भलए
वहां मतदान केंद्र उपलब्ध कराया जाना अपेक्षक्षत है , के जजला ननवााचन अर्धकारी द्वारा पण
ू त
ा या स्वीकार
क्रकया जाएगा।
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3.1.3 नए मतदान केन्द्र स्थावपत करते समय जजला ननवााचन अर्धकारी को प्रस्ताववत मतदान केन्द्र का
वास्तववक सत्यापन करने के भलए क्रकसी वररष्ठ अर्धकारी को नामोद्ददष्ट करना चादहए। नामोद्ददष्ट
सत्यापन अर्धकारी मतदान केन्द्र स्थावपत करने के बारे में आयोग के अनुदेशों को ध्यान में रखते हुए
सत्यापन का काया करे गा। वह पहाडडयों, वनों, नददयों, जंगलों जैसे अवरोधों की ववद्यमानता पर सम्यक
रूप से ध्यान दे गा। उदाहरण के भलए क्रकसी मतदान क्षेि में क्रकसी बडी नदी के दोनों ओर गांव जस्थत
नहीं होने चादहएं; क्रकंतु जहां गांव स्वयं ही क्रकसी नदी या धारा द्वारा ववभाजजत हो वहां इसे जब तक
कोई ववशेष कारण न हो, मतदान प्रयोजन के भलए ववभाजजत नहीं क्रकया जाना चादहए।
3.1.4 प्रत्येक मतदान केंद्र के वास्तववक स्थल का चयन अर्ग्रम रूप से सावधानीपूवक
ा क्रकया जाना
चादहए तथा ववर्ध एवं वयावहाररक सवु वधा की अपेक्षाओं के अनरू
ु प मतदान केंद्र स्थावपत करने के भलए
आवश्यक सामग्री, संरचनाओं, क्रफदटंग आदद का इंतजाम क्रकया जाना चादहए।
• नए मतदान केन्द्र का प्रस्ताव क्रकया जा सकेगा यदद क्रकसी गांव में 300 से अर्धक ननवााचक होंगे
तथा मतदान केन्द्र के भलए कोई उपयुक्त सरकारी भवन उपलब्ध होगा।
• यदद ऐसा करना अनतसंवद
े नशीलता मैवपंग के मद्दे नजर आवश्यक है ।
• यदद कई ननवास यनू नटों वाली कोई नई कॉलोनी अजस्तत्व में आई है तो नया मतदान केन्द्र बनाया
जा सकेगा।
• क्रकसी मतदान केन्द्र को ननददा ष्ट मतदान क्षेि संक्षक्षप्त होना चादहए।
जजला ननवााचन अर्धकारी, ननवााचन आयोग द्वारा ववदहत प्रपि (अनुलग्नक-।) में मतदान केन्द्रों की प्रारूप
सूची तैयार करे गा। मतदान क्षेि का सीमांकन स्पष्ट रूप से क्रकया जाना चादहए। मतदान क्षेि द्वारा कवर
क्रकए गए प्रत्येक गांव का नाम और उसमें मतदाताओं की संख्या प्रत्येक मतदान केन्द्र के सामने संबर्ं धत
स्तम्भों में दशाायी जानी चादहए। मतदान केन्द्रों को दशााते हुए ववधान सभा ननवााचन क्षेि का मानर्चि
तैयार क्रकया जाना चादहए और इसे यदद संभव हो तो डडजजटल रूप में पररवनतात क्रकया जाना चादहए।
मतदान क्षेि के स्पष्ट वणान द्वारा क्रकसी आम मतदाता के भलए यह जानना वयवहाया होना चादहए क्रक
उसे क्रकस मतदान केन्द्र में अपना मत दजा करने के भलए जाना चादहए। यह सुननजश्चत करने के भलए क्रक
प्रपि के स्तम्भों को भरने के मामले में एक समान ववर्ध का पालन क्रकया जाए,जजला ननवााचन अर्धकारी
को अनुलग्नक-। के अनुसार अनुदेशों को ध्यान में रखना चादहए।
सूची को उपयक्
ुा त त्रबंदओ
ु ं के आधार पर तैयार कर भलए जाने के बाद, जजला ननवााचन अर्धकारी को
ववननददाष्ट तारीख तक, जजसमें सात ददन से कम की अवर्ध न दी जाए, आपवत्तयां एवं सुझाव आमंत्रित
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3.5.1 जजला ननवााचन अर्धकारी को उसके बाद राजनैनतक दलों/प्रनतभार्गयों से प्राप्त सुझावों/इनपुट पर
अपना ननणाय लेना चादहए, जहां आवश्यक हो, वहां प्रारूप सूची को संशोर्धत करना चादहए तथा
ननवााचन क्षेि के भलए मतदान केन्द्रों की प्रारूप सच
ू ी को अंनतम रूप दे ना चादहए। उसे उसके बाद
इसे मानर्चि सदहत राज्य के मुख्य ननवााचन अर्धकारी के माध्यम से आयोग को अग्रेवषत करना
चादहए जजसके साथ संवीक्षा पि और प्रमाण-पि अनल
ु ग्नक-II एवं III में ववदहत प्ररूपों में होने
चादहएं। जब ननवााचन आयोग को सच
ू ी अंग्रेजी से भभन्न क्रकसी भाषा में अग्रेवषत की जाती है तो
इसके साथ अंग्रज
े ी में अनव
ु ाद होना चादहए। अंग्रेजी में मतदान केंद्रों की अनम
ु ोददत सूची को
मुदद्रत या अनुकरनत (साइक्लोस्टाइल) करने की आवश्यकता नहीं है । तथावप, यदद सरकारी प्रयोग
31
के भलए या जनता द्वारा अंग्रेजी में प्रनतयां अपेक्षक्षत हैं तो ऐसा करने पर कोई आपनत नहीं
होगी।
3.5.2 मुख्य ननवााचन अर्धकारी संवीक्षा के बाद इस सूची को और अन्य संलग्नकों को अपनी दटप्पणणयों
के साथ अनुमोदन हे तु ननवााचन आयोग को अग्रेवषत करें गे। उसके बाद ननवााचन आयोग मतदान
केन्द्रों की प्रस्ताववत सच
ू ी पर ववचार करे गा और आवश्यक समझे गए पररवतानों के साथ इसे
अनुमोददत करे गा।
3.5.3 आयोग के अनुमोदन की सूचना ननवााचन आयोग द्वारा सीधे जजला ननवााचन अर्धकारी को दी
जाएगी जजसकी एक प्रनत मुख्य ननवााचन अर्धकारी को दी जाएगी। आयोग का अनुमोदन प्राप्त
होने के बाद जजला ननवााचन अर्धकारी को यह दे खने के भलए सूची की एक बार पुनः जांच करनी
चादहए क्रक क्या इसमें कोई िदु टयां रह गई हैं, तथा सच
ू ी में आयोग द्वारा सझ
ु ाए गए सझ
ु ावों,
यदद कोई हों, को समाववष्ट करना चादहए।
3.6.1 जजला ननवााचन अर्धकारी ननवााचन आयोग द्वारा अनुमोददत मतदान केन्द्रों की सूची प्रकाभशत
करे गा। अंनतम प्रकाशन से पहले, अनुलग्नक-1 के स्तम्भ 4, 5, 8, 9 और की प्रववजष्टयों 10
तथा मतदाताओं की कुल संख्या, मतदान केन्द्रों की कुल संख्या और प्रत्येक मतदान केन्द्र में
मतदाताओं की औसत संख्या के संबंध में सच
ू ी के नीचे की गई प्रववजष्टयों को सच
ू ी के अंनतम
प्रकाशन से पहले हटा ददया जाना चादहए।
3.6.2 क्रकसी ववधान सभा ननवााचन (अनुलग्नक IV) क्षेि के भलए मतदान केंद्रों की सच
ू ी को उस भाषा
या उन भाषाओं में प्रकाभशत क्रकया जाएगा, जजसमें या जजनमें उस ननवााचन क्षेि की ननवााचक
ननयमावली प्रकाभशत हुई है ।
3.6.3 अंनतम प्रकाशन के बाद, जजला ननवााचन अर्धकारी अपने कायाालय में तथा उस ननवााचन क्षेि के
ननवााचक रजजस्रीकरण अर्धकारी के कायाालय में ननरीक्षण एवं प्रदशान के भलए उपलब्ध मतदान
केन्द्रों की अंनतम सूची की एक प्रनत उपलब्ध कराएगा। अंनतम सूची को मुख्य ननवााचन अर्धकारी
की वेबसाइट पर डाला जाएगा। जजला ननवााचन अर्धकारी, यथा वयवहाया, कलक्टर/जजला
मजजस्रे ट/उप मंडल मजजस्रे ट/राजस्व मंडल अर्धकारी/न्यायाधीश और मभंु सफ न्यायालय/प्रांत
अर्धकारी/तहसीलदार/आमीलदार/उप तहसीलदार/उप रजजस्रार/पुभलस थानों/मौजादारों या सरपंचों या
यूननयन के कायाालयों/पंचायत घरों/यूननयन बोडों/जजला बोडा/नगर ननगम सभमनत/अर्धसूर्चत क्षेि
सभमनत तथा ऐसे अन्य स्थानों पर और ऐसी अन्य रीनतयों से, जो वह आवश्यक और समुर्चत
समझे, संलग्न प्रारूप में नोदटस के साथ सच
ू ी के सस
ु ंगत भागों की प्रनत ननरीक्षण हे तु भी
उपलब्ध कराएगा। ऐसे प्रकाशन के बाद यह सूची उस ननवााचन क्षेि के मतदान केन्द्रों की सूची
होगी।
3.6.4 जजला ननवााचन अर्धकारी ऐसे प्रकाशन के बाद केवल मद्र
ु ण या भलवपकीय गलनतयों, यदद कोई हों,
को सही कर सकता है । क्रकसी संसदीय ननवााचन क्षेि के ररटननिंग ऑक्रफसर को ऐसे मामले में ,
जहां लोक सभा और ववधान सभा के एक साथ ननवााचन आयोजजत क्रकए जा रहे हैं, अपने
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कायाालय के भसवाय, दस
ू री बार सच
ू ी प्रकाभशत करना आवश्यक नहीं होगा। तथावप, उसको लोक
सभा के एकल ननवााचन की दशा में ऐसा करना चादहए।
3.7.1 मतदान केंद्रों की सूची को अंनतम रूप से प्रकाभशत करने के शीघ्र बाद ऐसी अंनतम रूप से
प्रकाभशत सच
ू ी की एक प्रनत ऐसे प्रत्येक मान्यताप्राप्त राजनैनतक दल को ननःशुल्क दी जाएगी,
जजनको प्रारूप सूर्चयों की प्रनतयां पहले दी गई थीं।
3.7.2 ननवााचन में लड रहे प्रत्येक अभ्यथी को अभ्यर्थाता की वापसी की अंनतम तारीख के शीघ्र बाद
उस ननवााचन क्षेि के भलए मतदान केंद्रों की सच
ू ी की तीन प्रनतयां ननःशल्
ु क प्रदान की जाएंगी।
3.7.3 मांग करने वाले सभी वयजक्तयों को ये प्रनतयां ननयत मूल्य पर त्रबिी हे तु उपलब्ध करवाई जानी
चादहए।
3.7.4 जजला ननवााचन अर्धकारी को अपेक्षक्षत संख्या में प्रनतयां यथाजस्थनत, अधीक्षक/वररष्ठ
अधीक्षक/पुभलस आयुक्त को भी दे नी चादहए। प्रनतयां संसदीय/ववधान सभा ननवााचन क्षेि के भलए
ररटननिंग ऑक्रफसर/सहायक ररटननिंग ऑक्रफसर(रों) को दी जानी होती हैं। एक प्रनत मुख्य ननवााचन
अर्धकारी को भेजी जानी चादहए।
3.7.5 मतदान केंद्रों की सूची, प्रारूप प्रकाशन से लेकर अंनतम प्रकाशन के सभी चरणों में राज्य के
मख्
ु य ननवााचन अर्धकारी की आर्धकाररक शासकीय बेवसाइट पर भी डाली जानी चादहए।
*****
33
अध्याय-4
ननवााचन आयोग ने अनुदेश ददया है क्रक 1500 ननवााचकों के भलए एक मतदान केन्द्र की वयवस्था की
जानी चादहए। इस समय, दे श में 10,35,919 मतदान केन्द्र हैं, तथावप, ननवााचक मंडल में ननयभमत
वद्
र र्ध होने से, यह संख्या ननजश्चत बढे गी। ननवााचकों की सदै व बढती संख्या और ववभभन्न अन्य
घटनािमों यथा ववद्यमान भवनों की जस्थनत में र्गरावट, पररक्षेि में समुर्चत नए भवनों की उपलब्धता,
मतदान केन्द्रों में बुननयादी न्यूनतम सुववधाओं की जस्थनत, भौगोभलक जस्थनतयों में पररवतान, ववर्ध एवं
वयवस्था जस्थनत में पररवतान आदद के मद्दे नजर, ववद्यमान मतदान केन्द्रों की समय-समय पर पुनरीक्षा
क्रकया जाना अपेक्षक्षत है । यह काया मतदान केन्द्रों का यौजक्तकीकरण कहलाता है ।
मतदान केन्द्र का यौजक्तकीकरण साधारणतया ननवााचक नामावभलयों के प्रत्येक पुनरीक्षण से पहले क्रकया
जाता है । क्रकसी ननवााचन वषा के दौरान, यौजक्तकीकरण का काया अननवाया रूप से क्रकया जाता है क्रकं तु
कभी-कभी ननम्नभलणखत कारणों से, ववद्यमान (मल
ू ) मतदान केन्द्र को दो भागों/तीन भागों में बांटकर
सहायक मतदान केन्द्रों की वयवस्था की जानी होती है :-
(i) यदद ननवााचक नामावली के अंनतम प्रकाशन के बाद, यह ध्यान में आता है क्रक मतदान क्षेि में
ननवााचकों की अर्धकतम संख्या ववदहत सीमा से अर्धक है और ववद्यमान मतदान केन्द्र में
ननवााचकों का प्रबंधन करना संभव नहीं है ।
(ii) यदद ननवााचन आयोग द्वारा अचानक क्रकसी ननवााचन/उप ननवााचन की उदघोषणा की जाती है और
जजला ननवााचन अर्धकारी के पास मतदान केन्द्र के यौजक्तकीकरण संबध
ं ी कवायद के भलए समय
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नहीं होता तथा ननवााचन को ववद्यमान ननवााचक नामावली के आधार पर संचाभलत क्रकया जाना
अपेक्षक्षत होता है ।
4.2.2 ऐसी शतें जजनके अधीन सहायक मतदान केन्द्रों को अनुमनत दी जाती है :-
(i) सहायक मतदान केन्द्रों की िम संख्या वहीं होगी जो मूल (मुख्य) मतदान केन्द्र की है क्रकंतु
उसके बाद ‘’क’’, ‘’ख’’ आदद जोडा जाएगा।
(ii) यथा वयवहाया, सहायक मतदान केन्द्र मूल (मुख्य) मतदान केन्द्र वाले भवन या पररसरों में ही
अवजस्थत होंगे।
(iii) सहायक मतदान केन्द्र को पथ
र क भवन में केवल तभी अवजस्थत क्रकया जा सकता है जब
अपररहाया कारण से समर्ु चत कक्ष उपलब्ध न हो। क्रकंतु यह मूल (मुख्य) मतदान केन्द्र वाले
क्षेि के भीतर ही होगा।
(iv) सहायक मतदान केन्द्र को पथ
र क िम संख्या नहीं दी जाएगी चाहे वह पथ
र क भवन में अवजस्थत
हो। इसकी िम संख्या वही होगी जो मूल (मुख्य) मतदान केंद्र की है । क्रकं तु इसके बाद ‘’क’’ या
‘’ख’’ होगा क्योंक्रक मूल (मुख्य) मतदान केन्द्र और इसके सहायक मतदान केन्द्र में ननवााचक
ननयमावली के एक ही भाग में दशााए गए ननवााचक हो सकते हैं।
जैसा क्रक ऊपर स्पष्ट क्रकया गया है , मतदान केन्द्रों का यौजक्तकीकरण, ननवााचक नामावभलयों के
पुनरीक्षण से पहले क्रकया जाने वाला बहुत महत्वपूणा क्रियाकलाप है । ननवााचनों से काफी पहले मतदान
केन्द्रों का यौजक्तीकीकरण करना बेहतर होता है ताक्रक सभी स्टे कहोल्डरों से समुर्चत रूप से परामशा क्रकया
जा सके और यौजक्तकीकरण के ववश्लेषण से पहले सभी मतदान केन्द्रों का वास्तववक रूप से सत्यापन
क्रकया जा सके। क्रकसी ननवााचन वषा के दौरान यौजक्तकीकरण का काया ननवााचक नामावभलयों के संक्षक्षप्त
पुनरीक्षण से पहले पुनरीक्षण पूवा क्रियाकलाप के रूप में क्रकया जाता है । ननवााचन आयोग ने समय-समय
पर इस ववषय पर अनुदेश जारी क्रकए हैं। मतदान केन्द्रों के यौजक्तकीकरण में अपनाई जाने वाली प्रक्रिया
को नीचे स्पष्ट क्रकया गया है :-
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• क्या मतदान केन्द्र क्षेि का ववद्यमान मतदान केन्द्र सूची में सही-सही एवं पूरी तरह से
वणान क्रकया गया है ।
• क्या मतदान केन्द्र मतदान क्षेि से बाहर जस्थत हैं;
• क्या मतदाताओं को मतदान केन्द्र पहुंचने के भलए नददयों/नहरों/घादटयों को पार करना
पडता है ;
• क्या मतदाताओं को मतदान केन्द्र तक पहुंचने के भलए 2 क्रकमी. से अर्धक की दरू ी तय
की जानी अपेक्षक्षत है ;
• क्या मतदान केन्द्र अवस्थान में ग्रामीण क्षेिों में 2 से अर्धक मतदान केन्द्र तथा शहरी
क्षेिों में 4 से अर्धक मतदान केन्द्र हैं;
• क्या भवन जजार या खतरनाक है ;
• क्या मतदान केन्द्र कक्ष का न्यन
ू तम क्षेिफल 20 वगामीटर है और क्या इसके दो दरवाजे
हैं;
• क्या मतदान केन्द्र पहली मंजजल या इससे ऊपर है ;
• क्या मतदान केन्द्र प्राइवेट भवन में है ;
• क्या मतदान केन्द्र क्रकसी पुभलस थाना/अस्पताल/धमाशाला/मंददर या क्रकसी धाभमाक स्थान
में अवजस्थत है ;
• क्या क्रकसी राजनैनतक दल का कायाालय मतदान केन्द्र अवस्थान से 200 मीटर के भीतर
जस्थत है ;
• क्या भवन में त्रबजली का कनेक्शन है ;
36
मतदान केन्द्रों के यौजक्तकीकरण के दौरान वास्तववक सत्यापन के बाद नए मतदान केन्द्र बनाने के भलए
प्रस्ताव तैयार करते समय ननम्नभलणखत मानदं डों को ध्यान में रखा जाना चादहए:-
(i) क्रकसी मतदान केन्द्र को ननददा ष्ट क्रकए जा सकने वाले ननवााचकों की अर्धकतम संख्या 1500 है ।
तथावप, ववभभन्न मद्
ु दों के आधार पर मुख्य ननवााचन अर्धकारी आवश्यक और्चत्य प्रदान करके
उनके द्वारा प्रस्ताववत ननम्नतर या उच्चतर सीमा को अनुमोददत करने के भलए ननवााचन आयोग
से अनुरोध कर सकते हैं।
(ii) ननवााचक भाग को ववभाजजत करके सभी ववद्यमान सहायक मतदान केन्द्रों को मुख्य मतदान
केन्द्रों में पररवनतात क्रकया जाना चादहए।
(iii) नए मतदान केन्द्र का प्रस्ताव क्रकया जा सकेगा यदद क्रकसी गांव में 300 से अर्धक ननवााचक हैं
तथा मतदान केन्द्र के भलए उपयुक्त सरकारी भवन उपलब्ध है ।
(iv) यदद कई ननवास यूननटों के साथ कोई नई कॉलोनी अजस्तत्व में आई है तो नया मतदान केन्द्र
बनाया जा सकेगा।
(v) क्रकसी मतदान केन्द्र को ननददा ष्ट मतदान क्षेि सघन होना चादहए।
(vi) अल्पसंख्यकों/समाज के कमजोर वगों यथा अनुसर्ू चत जानत/अनुसूर्चत जनजानत की बहुलता वाले
पररक्षेिों में नया/पथ
र क मतदान केन्द्र बनाया जा सकेगा चाहे ननवााचकों की संख्या क्रकतनी भी हो।
(नोडल अर्धकारी को ऐसे लोगों के कल्याण के भलए काया कर रहे गैर-सरकारी संगठनों/भसववल
सोसायटी संगठनों से प्राप्त इनपुट के आधार पर तैयार की गई एक भलणखत ररपोटा दे नी चादहए)।
(vii) संपूणा काया सांववर्धक उपबंधों तथा ननवााचन आयोग के ददशाननदे शों के आलोक में क्रकसी भी भय
या पक्ष के त्रबना पेशेवर रीनत में ननधााररत समय-सीमा के भीतर क्रकया जाना होगा।
(viii) इस रीनत में मतदान केन्द्रों के यौजक्तकीकरण के बाद, मतदान केन्द्रों के स्थान में अंनतम क्षण
में पररवतान आवश्यक नहीं होने चादहए।
(ix) माओवादी या आतंकवादी प्रभाववत क्षेिों में मतदान केन्द्रों का प्रस्ताव करते समय ननवााचन
संचाभलत करने के भलए भेजे गए मतदान दलों एवं पभु लस बल की सरु क्षा को भी ध्यान में रखा
जाना चादहए। इन क्षेिों में जहां तक संभव हो, मतदान केन्द्र ऐसे स्थानों में बनाए जाने चादहए
जहां तक पहुंच आसान एवं सुरक्षक्षत हो। उपलब्ध बल का अर्धकतम एवं तालमेल युक्त उपयोग
सुननजश्चत करने के भलए ऐसे क्षेिों में मतदान केन्द्रों की समूह (क्लस्टर) में वयवस्था करना
लाभदायक होगा।
37
‘’भारत ननवााचन आयोग कंरोल टे बल्स डाटाबेस’’ में मतदान केन्द्र टे बलों को यौजक्तकीकरण क्रकए
गए मतदान केन्द्रों की सच
ू ी के अनुमोदन हे तु प्रस्ताव भेजने से पहले ननवााचन आयोग की वेबसाइट पर
अद्यतन क्रकया जाना चादहए। अद्यनतत "ई सी आई कंरोल टे बल्स डाटाबेस" से मतदान केन्द्रों की सूची
का वप्रंटआउट प्रस्ताव में अवश्य सजम्मभलत क्रकया जाना चादहए।
मतदान केन्द्रों के यौजक्तकीकरण के अनुमोदनाथा ननवााचन आयोग को भेजे जाने वाले प्रस्तावों में
ननम्नभलणखत सजम्मभलत क्रकया जाना चादहए:-
(i) मतदान केन्द्रों के यौजक्तकीकरण में अपनाई गई प्रक्रिया के बारे में जजला ननवााचन अर्धकारी की
ररपोटा । ररपोटा में राजनैनतक दलों से प्राप्त सभी प्रस्तावों तथा क्या प्रस्ताव स्वीकरत क्रकए गए या
नहीं, इसके ब्योरे का भी उल्लेख होना चादहए। यदद राजनैनतक दलों के प्रस्ताव स्वीकरत नहीं क्रकए
जाते हैं तो ररपोटा में उन्हें स्वीकरत नहीं क्रकए जाने के कारणों का उल्लेख होना चादहए। प्रस्ताव में
राजनैनतक दलों के साथ हुई बैठक, जजसमें मतदान केन्द्र के यौजक्तकीकरण के ववषय पर चचाा
की गई थी, के कायावत्र त की प्रनतयां होनी चादहए। प्रस्ताव में यह ववभशष्ट रूप से उल्लेख होना
चादहए क्रक राजनैनतक दलों के क्रकन प्रस्तावों को स्वीकार नहीं क्रकया गया है , साथ में कारण भी
होने चादहए।
(ii) ररपोटा में इस बारे में एक ववशेष खंड होना चादहए क्रक यह क्रकस प्रकार यह सनु नजश्चत क्रकया
गया है क्रक समाज के अनतसंवेदनशील वगों की धमकी या डराने-धमकाने के त्रबना मतदान केन्द्रों
तक ननबााध पहुंच हो।
(iii) प्रस्ताव में यह ववभशष्ट रूप से उल्लेख होना चादहए क्रक कोई भी मतदान केन्द्र जजार भवन या
धाभमाक स्थल या क्रकसी राजनैनतक दल के कायाालय से 200 मीटर के भीतर जस्थत नहीं है ।
(iv) प्रस्ताव में यह ववभशष्ट रूप से उल्लेख होना चादहए क्रक सभी आधारभूत सवु वधाएं अथाात ् रै म्प,
पेयजल, शौचालय, शेड एवं आश्य आदद की वयवस्था प्रस्ताववत मतदान केन्द्रों में की गई है ।
38
क्रकसी ननवााचन क्षेि के भलए मतदान केंद्रों की सूची के अनुमोदन के बाद यदद भवन, जजसमें मतदान केंद्र
स्थावपत क्रकए जाने का प्रस्ताव है , के नामकरण में कोई पररवतान होता है , उदाहरण के भलए, प्राथभमक
ववद्यालय का माध्यभमक ववद्यालय में स्तरोन्नयन इत्यादद, क्रकं तु मतदान केंद्र के स्थान में अन्यथा कोई
पररवतान नहीं होता है तो ऐसे पररवतान के मामलों को आयोग के पूवाानुमोदन के भलए आयोग को
संदभभात नहीं क्रकया जाना चादहए। तथावप, आयोग को ऐसे पररवतान की सच
ू ना दी जानी चादहए। ऐसे
पररवतान के बारे में राजनैनतक दलों एवं ननवााचन लड रहे अभ्यर्थायों आदद को भी भलणखत में सूर्चत
क्रकया जाना चादहए।
39
4.6 भावी साधारण/उप ननवााचन के ललए मतदान केन्द्द्रों की सूची तैयार करना
जब कभी भववष्य में उस ननवााचन क्षेि में कोई साधारण ननवााचन या उप-ननवााचन आयोजजत क्रकया जाना
हो, जजला ननवााचन अर्धकारी को यह जांच कर लेनी चादहए क्रक क्या उस ननवााचन के बाद ननवााचक
नामावभलयों के पुनरीक्षण के कारण पहले ही अनुमोददत मतदान केंद्रों की सच
ू ी में कोई पररवधान या
पररवतान आवश्यक है । यदद क्रकसी ऐसे ननवााचन में , अनुमोददत सच
ू ी में पररवतान या रूपांतरण आवश्यक
नहीं समझा जाता है और इसे उस ननवााचन के भलए संपण
ू ा रूप में अपनाए जाने का प्रस्ताव है , तो उस
सूची के संबंध में आयोग का आगे कोई और अनुमोदन आवश्यक नहीं होगा तथा ऐसी सच
ू ी को ननवााचन
से पहले आयोग से नए भसरे से अनुमोदन प्राप्त करने के भलए उसे आयोग को भेजने की जरूरत नहीं
होगी। तथावप, ननवााचन आयोग को अभ्यर्थाता वावपस लेने की अंनतम तारीख से कम से कम दो सप्ताह
पूवा इस त्य की सूचना अवश्य दी जानी चादहए। तथावप, जहां, आयोग द्वारा पहले ही अनुमोददत
मतदान केंद्रों की सच
ू ी को उक्त ननवााचन के भलए रूपांतरणों के साथ अपनाए जाने का प्रस्ताव है , वहां
जजला ननवााचन अर्धकारी को मान्यताप्राप्त राजनैनतक दलों की स्थानीय शाखाओं के प्रनतननर्धयों तथा
ववधायकों की बैठक बल
ु ानी चादहए और परामशा के बाद एक नया समेक्रकत प्रस्ताव मुख्य ननवााचन
अर्धकारी के माध्यम से ननवााचन आयोग को भेजना चादहए।
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अध्याय-5
मतदान केंद्र का अलभववन्द्यास व अन्द्य व्यवस्थाएं
(i) नीचे ददए गए आदशा मतदान केंद्र के डायग्राम के अनुसार एकल ननवााचन के भलए मतदान केंद्र,
जजसके मतदान दल में 3 मतदान अर्धकारी शाभमल हों, स्थावपत क्रकया जाना चादहए।
(ii) यदद मतदान केंद्र वाले कक्ष में केवल एक ही दरवाजा हो, तो दरवाजे के रास्ते के बीच
में बांस और रजस्सयों की सहायता से पथ
र क प्रवेश और ननकास की वयवस्था की जा सकती है ।
41
5.1.2 लोक सभा और ववधान सभा के एक साथ ननवााचनों के ललए मतदान केंद्र की स्थापना
(i) जहां लोक सभा और ववधान सभा दोनों के साथ-साथ होने वाले मतदान के भलए ईवीएम के दो
सेट्स का प्रयोग क्रकया जाना होता है , वहां मतदान केंद्र की अभभववन्यास योजना (ले-आऊट
प्लान) नीचे दी गई है :
पीठासीन अर्धकारी
मतदान कोष्ठ
कंरोल यूननट
मतदान अर्धकारी
मतदान अर्धकारी
रस्सी से पादटा शन
मतदान एजेंट
42
(ii) ऊपर आरे खण में , जो केवल संकेतात्मक है , केवल एक दरवाजे को ददखाया गया है । आदशा रूप
में , क्रकसी मतदान केंद्र में मतदाताओं के भलए पथ
र क प्रवेश एवं ननकास द्वार होने चादहएं, चाहे
मतदान केन्द्र की स्थापना केवल एक ननवााचन के भलए की गई हो या लोक सभा एवं ववधान
सभा दोनों के भलए। यदद मतदान केन्द्र वाले कक्ष में एक ही दरवाजा हो, तो दरवाजे के रास्ते के
बीच में बांस एवं रजस्सयों की सहायता से पथ
र क प्रवेश एवं ननकास की वयवस्था की जा सकती
है ।
5.1.3 मतदान केंद्र की वास्तववक व्यवस्था में छोटे -मोटे पररवतान, यदद आवश्यक समझे जाएं, फकए जा
सकते हैं, तथावप, यह सुननक्श्चत फकया जाना चादहए फक-
(i) मतदान केन्द्र के बाहर मतदाताओं के भलए प्रतीक्षा करने हे तु पयााप्त स्थान हो।
(ii) यथा वयवहाया, पुरूषों एवं मदहलाओं के भलए पथ
र क प्रतीक्षा स्थान हो।
(iii) क्रकसी मतदान केंद्र में मतदाताओं के भलए पथ
र क प्रवेश एवं ननकास द्वार होने चादहए।
यदद मतदान केन्द्र वाले कक्ष में एक ही दरवाजा हो, तो दरवाजे के रास्ते के बीच में बांस
एवं रजस्सयों की सहायता से पथ
र क प्रवेश एवं ननकास की वयवस्था की जा सकती है ।
(iv) यह सुननजश्चत करें क्रक मतदान कोष्ठ (कम्पाटा मेंट) के भीतर पयााप्त रोशनी हो। यदद आवश्यक हो,
तो प्रत्येक कोष्ठ (कम्पाटा मेंट) के भलए समुर्चत रोशनी की वयवस्था की जाए। हालांक्रक, कोई उच्च
वोल्टे ज तापदीप्त बल्ब/ट्यब
ू लाइट को मतदान डडब्बे के ऊपर/सामने नहीं रखना चादहए क्योंक्रक
अत्यर्धक तेज रोशनी से वीवीपैट िदु ट मोड में जा सकती है ।
(v) मतदाताओं के मतदान केंद्र में प्रवेश करने से लेकर वहां से प्रस्थान करने तक उनकी आवाजाही
आसान हो और मतदान केन्द्र के भीतर आडी-नतरछी आवाजाही न हो।
मतदान काभमाकों की बैठने की वयवस्था पहले दशााए गए आरे खणों (डायग्राफ) के अनुसार की जानी
चादहए। तथावप, यह सुननजश्चत क्रकया जाना चादहए क्रक उनकी बैठने की वयवस्था ऐसी रीनत में की जाए
क्रक वे वास्तव में मतदाताओं को बैलट यनू नट के ववशेष बटन को दबाकर उनके मत वास्तव में दजा करते
समय दे खने की जस्थनत में न हों।
5.3.1 मतदान अभभकताा इस प्रकार बैठाएं जाए क्रक वे ननवााचक के चेहरे को मतदान केन्द्र में प्रवेश करते
समय तथा प्रथम मतदान अर्धकारी द्वारा उसकी पहचान करते समय दे ख सके ताक्रक जरूरत पडने पर
वे ननवााचक की पहचान को चुनौती दे सकें। उन्हें पीठासीन अर्धकारी की मेज/तत
र ीय मतदान अर्धकारी
की मेज, जहां कंरोल यनू नट रखी जाती है , पर संपण
ू ा पररचालन को दे खने तथा पीठासीन अर्धकारी की
मेज/तत
र ीय मतदान अर्धकारी की मेज, जैसी भी जस्थनत हो, से मतदान कम्पाटा मेंट तक ननवााचक की
आवाजाही को तथा अपना मत दजा करने के बाद मतदान केन्द्र से बाहर ननकलते समय उसे दे खने में
सक्षम होना चादहए। क्रकन्तु, क्रकसी भी जस्थनत में उन्हे ऐसे स्थान पर नहीं बैठने दे ना चादहए जहां से वे
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बैलट यूननट और मतदाता को बैलट यूननट के ववभशष्ट बटन को दबाकर उसके मतदान की वास्तववक
ररकोडडिंग करते हुए दे ख पाएं।
5.3.2 इस प्रयोजनाथा, यह बेहतर होगा यदद मतदान अभभकतााओं की सीटें प्रथम मतदान अर्धकारी
(ननवााचक नामावली की र्चजननत प्रनत का प्रभारी) के ठीक पीछे दी जाए। जहां कहीं प्रवेश के भलए दरवाजे
की जस्थनत के कारण यह वयवहाया नहीं हो वहां उन्हें मतदान अर्धकाररयों के ठीक सामने सीट दी जाए।
क्रकसी ऐसे मतदान केन्द्र की दशा में , जजसमें बहुत ही छोटा एवं अपयााप्त स्थान हो या जहां सबंर्धत
ननवााचन क्षेि में ननवााचन लड रहे अभ्यर्थायों की असामान्य रूप से अर्धक संख्या हो, जजसके भलए बडी
संख्या में मतदान अभभकतााओं की उपजस्थनत आवश्यक हो, ऐसी दशाओं में जहां मतदान अभभकतााओं को
बैठने के भलए जगह नहीं दी जा सकती हो, वहां उपयक्
ु त सलाह के भलए प्रेक्षक (कों) से परामशा क्रकया
जाएगा और प्रेक्षक (कों) की सहमनत प्राप्त की जाएगी।
5.3.3 आयोग के नवीनतम आदे शों के अनुसार, अभ्यर्थायों के मतदान अभभकतााओं के भलए मतदान केन्द्र
में बैठने की वयवस्था संबंधी ननणाय ननम्नभलणखत श्ेणणयों की प्राथभमकताओं के आधार पर भलया जाएगा,
अथाात:-
5.4.1 इलेक्रॉननक्स वोदटंग मशीन (ईवीएम) और वोटर वेररफायबल पेपर ओडडट रे ल (वीवीपैट) का
ननमााण इलेक्रॉननक कॉरपोरे शन ऑफ इंडडया भल., है दराबाद और भारत इलेक्रॉननक्स भल. बंगलरू नामक
सावाजननक क्षेि के दो उपिमों द्वारा क्रकया जा रहा है ।
र्चि
5.4.2 ईवीएम
(i) ईवीएम बेटरी पर काम करती है , और कही भी और क्रकसी भी जस्थनत में उपयोग की जा सकती
है । यह टै म्परप्रूफ, िुदट मक्
ु त और संचालन में आसान है । ईवीएम की दो यूननटों में ननयंिण
यनू नट और मतदान यनू नट हैं। मशीन की दोनों यनू नटों को दो अलग-अलग पेटी में आपनू ता की
जाती है जो आसानी से सुवानय हो। मतदान की जानकारी एक बार मशीन में ररकाडा हो जाने पर
बैटरी हटाए जाने पर भी मशीन की मेमोरी में दजा हो जाती है ।
44
(ii) ईवीएम की मतदान यूननटाः (बैलेदटंग यनू नट) ईवीएम की मतदान यूननट में ननवााचन का वववरण,
िम संख्या और ननवााचन लडने वाले उम्मीदवारों के नाम और िमशः उनको आबंदटत क्रकए गए
र्चनन वाला मतदान पि को प्रदभशात करने का प्रावधान है । प्रत्येक उम्मीदवार के नाम के सामने
एक नीला बटन होता है । इस नीले बटन को दबाकर मतदाता अपनी पसंद के उम्मीदवार को
मतदान दे सकता है । इस बटन के साथ प्रत्येक उम्मीदवार के भलए एक बत्ती भी होती है । मत
दजा होने पर यह बत्ती लाल हो जाएगी। एक मतपि यूननट में सोलह बटन होते हैं। यदद उसमें
15 उम्मीदवार है तो आणखरी पैनल नोटा के भलए होगा।
(iii) ईवीएम कंरोल यूननट- एम3 ईवीएम में एक कंरोल यूननट नोटा सदहत अर्धकतम 384 अभ्यर्थायों
को पडे मत ररकॉडा कर सकती है । कंरोल यूननट के सबसे ऊपरी भाग में , मशीन में दजा की गई
सच
ू ना और डाटा, जैसे ननवााचन लडने वाले अभ्यर्थायों की संख्या, डाले गए मतों की कुल संख्या,
प्रत्येक अभ्यथी को पडे मत, इत्यादद को प्रदभशात करने की वयवस्था है । इस भाग को, सहज
संदभा के भलए, कंरोल यूननट का 'डडस्पले सेक्शन' कहा जाता है । डडस्प्ले सेक्शन के नीचे, मशीन
को चलाने वाली बैटरी को क्रफक्स करने के भलए एक कम्पाटा मेंट होता है । इस कम्पाटा मेंट के दायीं
तरफ एक और कम्पाटा मेंट होता है जजसमें अमक
ु ननवााचन लडने वाले अभ्यर्थायों की संख्या के
भलए मशीन की सेदटंग के भलए एक बटन होता है । इस बटन को 'कैं ड सेट' बटन कहा जाता है
और इन दोनों कम्पाटा मेंटों वाली कंरोल यनू नट के पूरे भाग को 'अभ्यथी सेट सेक्शन' कहा जाता
है । 'अभ्यथी सेट सेक्शन' के नीचे कंरोल यूननट का 'पररणाम भाग' होता है । इस भाग में (i)
बायीं ओर 'क्लोज' बटन होता है , जजसका प्रयोग मतदान समाप्त करने के भलए क्रकया जाता है ,
(ii) मध्य में दो बटन – 'पररणाम' एवं 'वप्रंट' होते हैं। पररणाम बटन पररणाम का पता लगाने के
भलए होता है । (iii) दायीं ओर 'जक्लयर' बटन मशीन में अभभभलणखत डाटा को जक्लयर करने के
भलए होता है , जब डाटा की ओर अर्धक आवश्यकता नहीं होती है । कंरोल यूननट के ननचले भाग
में , दो बटन-एक 'बैलेट' और दस
ू रा 'कुल' के रूप में र्चजननत होते हैं। 'बैलेट' बटन को दबाने पर,
बैलेदटंग यनू नट मत ररकॉडा करने के भलए तैयार हो जाती है और 'कुल' का बटन दबाने पर, उस
चरण तक अभभभलणखत मतों की कुल संख्या (क्रकन्तु अभ्यथी-वार ब्यौरे के त्रबना) का पता लगाया
जा सकता है । इस सेक्शन (भाग) को कंरोल यूननट के 'बैलेट सेक्शन' के रूप में जाना जाता है ।
5.4.3 वीवीपैट
(i) ननवााचन संचालन ननयम, 1961 में वषा 2013 के एक संशोधन द्वारा ननयम 49क के बाद एक
परं तुक जोडा गया है क्रक ननवााचन आयोग द्वारा यथाअनुमोददत ऐसे डडजाइन के ड्रॉप बॉक्स यक्
ु त
वप्रंटर को ऐसी ववधानसभा अथवा ववधानसभाओं अथवा क्रकसी भाग, जैसा क्रक ननवााचन आयोग
ननदे श दे , में मतदान के पेपर रे ल के मद्र
ु ण के भलए ईवीएम से जोडा जा सकता है ।
(ii) वीवीपैट एक पेपर जस्लप पर मतदाता के ववकल्प को मुदद्रत करता है जजसमें िम संख्या,
उम्मीदवार का नाम और उससे संबंर्धत र्चनन शाभमल होता है और यह 7 सेकेंड तक पारदशी
ववंडो के माध्यम से ददखती है और स्वतः ही कट जाती है , । उसके बाद एक बीप ध्वनन भी सन
ु ाई
दे गी।
(iii) वीवीपैट बैटरी पर काम करता है और यह अब सभी ननवााचनों के प्रत्येक मतदान केंद्र में
45
उपयोग में लाया जाता है । वीवीपैट में वीवीपैट पेपर स्लीप वप्रंट के भलए उपयोग में लाया गया
थमाल पेपर हैं जो लगभग 1500 पेपर स्लीप ही वप्रंट कर सकता है , जजसमें से लगभग 100 का
वप्रंट वीवीपैट के चालू होने के दौरान और मतदान केन्द्र में मतदान ददवस पर छद्म मतदान के
भलए होता है ।
5.5.2 मतदान कोष्ठ का माप- यह सुननजश्चत क्रकया जाना चादहए क्रक मतदान कोष्ठ केवल ऐसी
कोरोगेदटड प्लाजस्टक शीट/फ्लेक्स बोडा से बनाया गया हो, जो अपारदशी हो एवं यह दोबारा प्रयोग
क्रकए जाने योग्य हो। इसमें तीन मोड होंगे और केवल एक ही बैलेट यूननट प्रयुक्त क्रकए जाने पर
प्रत्येक मोड का न्यन
ू तम आयाम "24"X"24"X30" (लंबाईXचौडाईXऊंचाई) होगा। यदद मतदान के
भलए एक से अर्धक बैलट यूननट का प्रयोग क्रकया जाता है तो मतदान कोष्ठ की चौडाई को
प्रत्येक अनतररक्त बैलट
े यूननट के भलए 12" तक बढाया जा सकता है । यह मतदान कम्पाटा मेंट
को णखडकी/दरवाजे से दरू रखा जाना चादहए।
5.5.3 लोक सभा और ववधान सभा के साथ-साथ होने वाले ननवााचनों में मतदान कोष्ठाः-
लोक सभा एवं ववधान सभा के भलए साथ-साथ होने वाले ननवााचनों के भलए स्थावपत मतदान
केन्द्र संबंधी वयवस्था में दो पथ
र क मतदान कम्पाटामेंट होंगे-एक लोक सभा ननवााचन की बैलट
यूननट को रखने के भलए और दस
ू रा ववधान सभा की बैलट यूननट को रखने के भलए। प्रत्येक
मतदान कोष्ठ पर बडे एवं साफ शब्दों में "मतदान कोष्ठ - लोक सभा ननवााचन" और "मतदान
कोष्ठ - ववधान सभा ननवााचन" का नोदटस र्चपकाया जाएगा।
46
अध्याय 6
संवेदनशील मैवपंग और संवद
े नशील मतदान केन्द्द्रों को चचक्ननत करना
ननवााचन आयोग को ऐसे कई मामले दे खने को भमले हैं जहां अल्पसंख्यकों या समाज के कमजोर वगों
यथा अनुसूर्चत जानत/अनुसूर्चत जनजानत की बहुलता वाले क्रकसी पररक्षेि में मतदान केन्द्र इस प्रकार
ननयंत्रित क्रकए जाते हैं क्रक उन्हें ऐसे क्षेिों में जाना होता है जहां उनको मतदान से रोका जा सकता है ।
ननवााचन प्रक्रिया में ऐसे ननवााचकों की पण
ू ा सहभार्गता सुननजश्चत करने के भलए ननवााचन आयोग ने
संवेदनशील मैवपंग की संकल्पना शुरू की है । 'संवेदनशील मैवपंग' अल्पसंख्यकों या समाज के कमजोर
वगों यथा अनस
ु र्ू चत जानत/अनस
ु र्ू चत जनजानत के ननवााचक मंडल, जो क्रकसी धमकी, अनर्ु चत प्रभाव, डर
या उनके ननवााचन अर्धकार के स्वतंि प्रयोग में हस्तक्षेप के प्रनत संवेदनशील है , के गांवों/ननवास
क्षेिों/खंडों को र्चजननत करने का एक काया है । ऐसे कमजोर वगों के दहतों के समथाक कल्याण संघों या
स्वैजच्छक संगठनों को ऐसे पररक्षेिों को र्चजननत करने तथा मतदान केन्द्रों को अवजस्थत करने के काया
से जोडा गया है । समाज के कमजोर वगों की आबादी वाले पररक्षेिों/कॉलोननयों में मतदान केन्द्र स्थावपत
क्रकए जा सकेंगे, चाहे मतदाताओं की संख्या 500 से कम भी हो।
6.1.1 ननवााचनों के दौरान ननवााचक मंडल के संवेदनशील वगों के मतदाताओं को डराए जाने से रोकने के
ललए ददशाननदे श
ननवााचन आयोग ने ननवााचन के दौरान ननवााचक मंडल के संवेदनशील वगों के मतदाताओं को डराने से
रोकने के भलए ननम्नभलणखत ददशाननदे श अभभननधााररत क्रकए हैं-
(i) जजला ननवााचन अर्धकारी क्रकसी भी धमकी, डराए जाने या ननवााचन अर्धकार के स्वतंि प्रयोग
में हस्तक्षेप के प्रनत संवद
े नशील ननवााचकों के गांवों, छोटे गांवों/बजस्तयों एवं भागों को
र्चजननत करने की मतदान केन्द्र-वार कवायद करे गा। इस प्रयोजनाथा, वह संबंर्धत मतदान
केंद्रों के सेक्टर अर्धकाररयों से कहे गा क्रक वे मतदान केन्द्रों के आवाह (catchment) क्षेि का
दौरा करके यह काया करे । स्थानीय थाना अर्धकारी (एसएचओ) और भसववल प्रार्धकारी अथाात ्
खण्ड ववकास अर्धकारी (बीडीओ)/तहसीलदार से भी परामशा क्रकया जाएगा तथा सूची को
अंनतम रूप दे ने से पहले उनकी सूचना को ध्यान में रखा जाएगा।
47
(ii) सेक्टर अर्धकाररयों को ऐसे खतरे /डराए जाने के स्रोत तथा ऐसे वयजक्तयों के नाम का भी पता
लगाना चादहए जजनके द्वारा अनर्ु चत प्रभाव के ऐसे अपराध क्रकए जाने की संभावना हो। यह
काया करते समय वे पूवा घटनाओं तथा वतामान की आशंकाओं को भी ध्यान में रखेंगे।
(iii) सेक्टर अर्धकारी ऐसे अनुर्चत प्रभाव से प्रभाववत हो सकने वाली बजस्तयों/समुदायों के भीतर
कुछ संपका कडडयों की पहचान करें गे ताक्रक ऐसे घटनािमों से संबर्ं धत सच
ू ना पर लगातार
नजर रखी जा सके। ववधान सभा ननवााचन क्षेि के ररटननिंग ऑक्रफसर को ऐसी सभी सूचना
को संकभलत करना चादहए और संपूणा मतदान केंद्र-वार ननवााचन क्षेि के भलए संवेदनशीलता
मानर्चिण को अंनतम रूप दे ना चादहए।
(iv) जजला ननवााचन अर्धकारी और जजला पुभलस अधीक्षक और पुभलस आयुक्त यह सुननजश्चत
करने के भलए सभी ननवारक उपाय करें गे क्रक ऐसे डराए जाने/बार्धत क्रकए जाने की घटना
वास्तव में मतदान ददवस पर न हो। वे स्वतंि एवं ननष्पक्ष मतदान के भलए इंतजाम के बारे
में मतदाताओं के ववश्वास को बढाने के भलए ववश्वास ननमााण संबध
ं ी उपाय करें गे। वे ऐसे
अवस्थानों पर जाएंगे और लोगों से भमलेंगे तथा स्वतंि एवं ननष्पक्ष मतदान के भलए क्रकए
गए इंतजाम के बारे में बताएंगे।
(v) ननवााचन से पहले, जजला ननवााचन अर्धकारी ननयभमत फीडबैक प्राप्त करने के भलए अभ्यर्थायों
तथा राजनैनतक दलों के प्रनतननर्धयों से बातचीत करें गे। जजला आसूचना/ववभाग ववषय पर
ननयभमत फीडबैक पभु लस अधीक्षक के माध्यम से जजला ननवााचन अर्धकारी को दे गा।
(vi) प्रेक्षकों के आगमन पर जजला ननवााचन अर्धकारी संगत ववधान सभा ननवााचन क्षेि के भलए
मतदान केंद्र-वार संवेदनशीलता मानर्चिण का ब्योरा सौंपेगा। प्रेक्षक ऐसे स्थानों का दौरा भी
करें गे और मतदाताओं से बातचीत करें गे और घटनािमों का ननरं तर अनुवीक्षण करें गे।
(vii) जजला ननवााचन अर्धकारी और जजला पुभलस अधीक्षक तथा पभु लस आयुक्त इस ववषय की
संयुक्त समीक्षा करें गे और र्चजननत संभाववत खतरों एवं डराए जाने संबध
ं ी त्रबंदओ
ु ं से ननपटने
के भलए संकेजन्द्रत काया योजना को अंनतम रूप दें गे। इस काया योजना में , अन्य बातों के
साथ-साथ, गडबडडयां फैलाने वाले पहचाने गए वयजक्तयों पर ववर्ध की उपयुक्त धाराओं के
माध्यम से अंकुश लगाना, अपेक्षक्षत होने पर ननवारक ननरोध, उनके उत्तम वयवहार को
सनु नजश्चत करने के भलए समर्ु चत अंतरालों पर स्थानीय पभु लस थानों में उनके पेश होने को
बाध्य करना, पुभलस वपकेट्स की स्थापना करना, ननयभमत ववश्वास संवधान संबध
ं ी दौरे आदद
सजम्मभलत हैं। यह सुननजश्चत क्रकया जाना होता है क्रक ऐसे सभी उपाय भय के त्रबना या क्रकसी
दल ववशेष के प्रनत पक्ष भलए त्रबना पूणा रूप से ननष्पक्ष ढं ग से क्रकए गए हों।
(viii) मतदान ददवस पर घटनाओं का अनुवीक्षण करने के भलए जोनल/और सेक्टर इंतजामों में
ऐसे पव
ू ा र्चजननत संवेदनशील स्थानों को ध्यान में रखा जाएगा। यदद सामान्य सेक्टर मागा
मैप में संवेदनशील स्थान कवर नहीं हैं तो इस प्रयोजन के भलए ववशेष इंतजाम क्रकए जाएंगे।
सेक्टर अर्धकारी उन गांवों और छोटे गांवों का अर्ग्रम रूप से ननयभमत दौरा करें गे, सूचना
एकि करें गे तथा वररष्ठ अर्धकाररयों को सर्ू चत रखेंगे।
(ix) जहां ऐसे संवेदनशील पॉकेट का क्लस्टर है , वहां जजला ननवााचन अर्धकारी समवपात पुभलस
दलों/टुकडडयों के भलए इंतजाम करें गे तथा उनको आसपास में सुववधाजनक स्थानों पर रखेंगे
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ताक्रक मतदान ददवस पर त्रबना समय गंवाए उनको कारा वाई के भलए लगाया जा सके। यह
अननवायातः जजला सरु क्षा योजना का अंग होना चादहए।
(i) मतदान के ददवस पर सेक्टर अर्धकारी यह सत्यावपत करने पर ववशेष ध्यान दें गे क्रक क्या
संवेदनशील पयाावासों/समुदायों के मतदाता मतदान के भलए आ रहे हैं या नहीं। यदद वे पाते हैं
(इसे ननवााचक नामावली की र्चजननत प्रनत, जहां मतदान कर चक
ु े मतदाताओं पर र्चनन लगाया
जाता है , से दे खा जा सकता है ) क्रक कुछ वगा के मतदाता स्पष्ट रूप से अनुपजस्थत हैं तो उनको
इसके बारे में शीघ्र ही ररटननिंग ऑक्रफसर को सूर्चत करना चादहए। ररटननिंग ऑक्रफसर और जजला
ननवााचन अर्धकारी उस क्षेि/छोटे गांव का दौरा करके यह अभभननजश्चत करने क्रक उस वगा के
मतदाताओं की आवाजाही में कोई प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष बाधा नहीं है , के भलए इस प्रयोजनाथा
ववशेष रूप से ननयभमत समवपात टुकडडयां भेजेंगे। उनको घटनािमों का गहनता से अनुवीक्षण
करना चादहए और प्रभावी उपाय करना चादहए। मतदान ददवस पर समापन समय के बाद सेक्टर
अर्धकारी ररटननिंग ऑक्रफसर को भलणखत में मतदान केंद्र-वार ववशेष ररपोटा प्रस्तत
ु करें गे जजसमें
यह दशााया जाएगा क्रक क्या अनत संवेदनशील पयाावासों के मतदाता मत डाल पाए या नहीं।
(ii) रवानगी केन्द्रों पर मतदान टुकडडयों की रवानगी के समय ररटननिंग ऑक्रफसर को संबर्ं धत
पीठासीन अर्धकारी (ररयों) को मतदान केंद्र के भीतर अनत संवद
े नशील स्थानों के बारे में संक्षक्षप्त
में जानकारी दे नी चादहए। ननवााचक नामावली में , भाग के संबर्ं धत खंड को भी समुर्चत
अनुवीक्षण के भलए र्चजननत क्रकया जाना चादहए। पीठासीन अर्धकारी एक ररपोटा प्रस्तुत करें गे,
जजसमें संवेदनशील स्थानों के ववशेष संदभा में , क्रकसी वगा/वगों के भीतर असामान्य रूप से मत
डालने आए कम मतदाताओं का प्रनतशत, यदद कोई हो, दशााया जाएगा।
(iii) मतदान के दौरान, प्रेक्षक एवं अन्य वररष्ठ अर्धकारी मतदान केंद्र का दौरा करते समय इस
समस्या पर ववशेष ध्यान दें गे और यह पता लगाएंगे क्रक क्या कोई अनर्ु चत प्रभाव डालने,
डराए जाने/बाधा खडी करने का कोई काया क्रकया जा रहा है ।
(iv) पुभलस गश्त दल संवेदनशील स्थानों का पता रखेंगे और ननयंिण कक्ष को अवगत करवाते
रहें गें। जहां कहीं आवश्यकता हो, सभी मतदाताओं के भलए त्रबना क्रकसी भय के अपना मत
डालने के भलए स्वतंि पहुंच सुननजश्चत करने हे तु पुभलस वपकेट्स स्थावपत क्रकए जाएंगे।
(v) केन्द्रीय पभु लस बल के कमांडरों/सहायक कमांडरों को ऐसे संवेदनशील स्थानों की सच ू ी दी
जाएगी। जहां कहीं केन्द्रीय अधासनै नक पुभलस बल क्षेि को अपने ननयंिण में लेने के भलए
अर्ग्रम रूप से पहुंचते हैं, वहां ऐसे स्थानों पर ववशेष ध्यान ददया जाएगा। कमांडर/सहायक
कमांडर मतदान ददवस पर भरोसा जगाने संबंधी उपाय के रूप में ऐसे संवेदनशील पॉकेट्स का
ननजश्चत रूप से दौरा करें ग।े यदद वे क्रकसी बाधा को दे खते हैं तो वे इस पर ध्यान दें गे तथा
शीघ्र ही इसकी सूचना क्रकन्हीं ननवााचन अर्धकाररयों अथाात ् ररटननिंग ऑक्रफसर/जजला ननवााचन
49
ननवााचनों के दौरान कानून एवं वयवस्था के इंतजामों और तथा सुरक्षा बलों की तैनाती के भलए समर्ु चत
योजना बनाने हे तु ननवााचन आयोग सामान्य, संवेदनशील, अनतसंवेदनशील मतदान केन्द्रों को र्चजननत
करने के पारम्पररक तरीके का पालन करता रहा है । इस प्रणाली को अंगीकार करते समय ववगत
दहंसात्मक घटनाएं प्रमुख मानदं ड के रूप में काया करती हैं। तथावप, हाल के वषों में ननवााचन आयोग ने
प्रणाली को चस्
ु त-दरु
ु स्त क्रकया है और अब गंभीर मतदान केन्द्रों और गंभीर क्लस्टरों को र्चजननत करने
की नई और वयापक प्रणाली स्थावपत की गई है । इस नई प्रणाली में स्वतंि एवं ननष्पक्ष ननवााचन प्रक्रिया
से संबद्ध कारकों को अत्यर्धक महत्व ददया गया है ।
संवेदनशील मतदान केन्द्रों की पहचान अनतररक्त उपाय करने के भलए की जाती है जैसे मतदान ददवस
को सरु क्षा बलों और अन्य काभमाकों की तैनाती।
6.2.2 संवेदनशील मतदान केन्द्द्रों को चचक्ननत करने के ललए तटस्थ मानदं ड- ननवााचन आयोग के
प्रेक्षकों के परामशा से संवद
े नशील मतदान केन्द्रों की सच
ू ी को अंनतम रूप दे ने हे तु जजला ननवााचन
अर्धकारी/ररटननिंग आक्रफसर द्वारा ननम्नभलणखत तटस्थ मानदं डों का पालन क्रकया जाना चादहए:-
(i) ई.पी.आई.सी. वाले एवं त्रबना ई.पी.आई.सी. वाले मतदाताओं (गैर-ई.पी.आई.सी. मतदाता)
की मतदान केंद्र-वार संख्या का ववश्लेषण क्रकया जाएगा। मतदान केंद्रों की प्राथभमकता ननयत
करने के भलए गैर-ई.पी.आई.सी. मतदाताओं की संख्या के अनुसार अवरोही िम में रखा जाएगा।
(ii) आयोग ने दो श्ेणणयों अथाात पररवार से भलंक रखने वाले गम
ु शद
ु ा मतदाताओं और पररवार से
भलंक नहीं रखने वाले गुमशुदा मतदाताओं के अधीन गुमशुदा मतदाताओं के सवेक्षण का ननदे श
हाल ही में ददया है । इन दो श्ेणणयों में , पररवार से भलंक नहीं रखने वाले गुमशुदा मतदाताओं की
मौजद
ू गी दरू
ु पयोग एवं कदाचार की गंज
ु ाइश प्रदान करती है । दस
ू री श्ेणी के अधीन आने वाले
मतदाताओं की संख्या का ववश्लेषण मतदान केंद्र-वार क्रकया जाएगा तथा ऐसे मतदाताओं की
अर्धक संख्या वाले मतदान केंद्र को र्चजननत क्रकया जाएगा। इस प्रयोजन के भलए पररवार से
भलंक नहीं रखने वाले गुमशुदा मतदाताओं की कुल संख्या को मतदान केंद्रों की कुल संख्या से
भाग दे कर ववधान सभा ननवााचन क्षेि में इनके औसत की गणना की जाएगी। औसत संख्या से
अंतर का ववश्लेषण करने पर ऐसे मतदाताओं की अर्धक संख्या वाले मतदान केंद्रों की पहचान
करने में मदद भमलेगी।
(iii) ववगत साधारण ननवााचनों के संदभा में मतदान केंद्र-वार ननवााचन पररणामों का ववश्लेषण
क्रकया जाएगा। ऐसे सभी मतदान केंद्रों, जहां दजा क्रकए गए मतदान का प्रनतशत 90 प्रनतशत से
अर्धक है और जहां 75 प्रनतशत से अर्धक मतदान एक अभ्यथी के पक्ष में दजा क्रकए गए हैं, को
महत्वपूणा मतदान केंद्र के रूप में र्चजननत क्रकया जाएगा।
(iv) ऐसे मतदान केंद्रो, जहां ननवााचन संबध
ं ी कदाचारों की सूचना के कारण ननवााचन के दौरान
पुनमातदान हुआ और ऐसे मतदान केंद्रों, जहां ननवााचन संबंधी दहंसा हुई थी, को भी र्चजननत
क्रकया जाएगा।
6.2.3 संवेदनशील मतदान केन्द्द्रों के संबंध में फकए जाने वाले ववशेष उपाय
ननवााचन आयोग ने ननदे श ददया है क्रक संवेदनशील मतदान केंद्रों में ननम्नभलणखत उपाय क्रकए जाएंगे-
(i) पीठासीन अर्धकारी को यह सनु नजश्चत करने के भलए ववशेष रूप से संक्षक्षप्त में जानकारी दी
जाएगी क्रक ई.पी.आई.सी./अनुमोददत पहचान संबंधी दस्तावेज, यदद कोई हो, का समुर्चत रूप से
सत्यापन क्रकया गया हो और इनको मतदाता रजजस्टर (प्रपि प्ररूप 17क) के स्तंभ में दशााया
गया हो।
(ii) मतदान केंद्रों की सरु क्षा के भलए केंद्रीय अधासैननक बलों (सीपीएमएफ) की उपजस्थनत सुननजश्चत
की जानी चादहए।
51
अध्याय-7
ववशेष श्रेणणयों के मतदाताओं के ललए अलग से मतदान केन्द्द्रों की व्यवस्था
7.1 यह सुननजश्चत करने के भलए क्रक प्रत्येक ननवााचक को स्वतंि एवं ननष्पक्ष माहौल में अपना मत
डालने का अवसर भमले, ननवााचन आयोग ने ववभभन्न कदम उठाए हैं यथा, संवेदनशील समह
ू ों के
ननवााचकों को र्चजननत करना तथा उनके भलए मतदान के ददन मत डालने के भलए ववशेष इंतजाम करना।
कभी-कभी ननवााचन आयोग इन ववशेष श्ेणणयों के मतदाताओं के भलए पथ
र क/ववभशष्ट मतदान केन्द्र
स्थावपत करने की अनुमनत दे ता है ।
7.2.1 ननवााचन आयोग के समक्ष ऐसे कई मामले आए हैं जहां अल्पसंख्यक पररक्षेि में मतदान केन्द्र को
इस तरीके से पररवनतात क्रकया गया क्रक अल्पसंख्यक/कमजोर वगों के लोग ऐसे क्षेि में जाएं जहां उन्हें
मतदान से रोका जा सके। इसकी अनुमनत नहीं दी जानी चादहए। राज्य के मुख्य ननवााचन अर्धकारी को
चुनावों का समय नजदीक आने पर इसका ववशेष ध्यान रखना चादहए। आयोग ने कमजोर वगों की
बहुलता वाले स्थानों को र्चजननत करने तथा ननवााचकों की संख्या को नजरअंदाज करते हुए इन स्थानों
में मतदान केन्द्र बनाने का ननदे श ददया है । ऐसे कमजोर वगों के दहत के भलए काम करने वाले
कल्याणकारी एसोभसएशनों या स्वैजच्छक संगठनों को भी ऐसे स्थानों को र्चजननत करने और मतदान
केन्द्रों को बनाने के काया में शाभमल क्रकया जाना चादहए।
7.2.2 समाज के कमजोर वगों की आबादी वाले स्थानों/कॉलोननयों में मतदान केन्द्र स्थावपत क्रकया जाना
चादहए चाहे मतदाताओं की संख्या 500 से कम ही क्यों न हो।
यदद ननवााचन क्षेि के भीतर कुष्ठ रोग आरोग्य-ननवास है तो केवल वहां रहने वाले वयजक्तयों के भलए एक
पथ
र क मतदान केंद्र स्थावपत क्रकया जाना चादहए। आरोग्य-ननवास में कायारत अर्धकाररयों, र्चक्रकत्सा एवं
अन्य काभमाकों को उस मतदान केन्द्र का पीठासीन एवं मतदान अर्धकारी ननयुक्त क्रकया जाना चादहए।
वयवजस्थत क्रकए गए मतदान केंद्रों में मतदान काभमाक भी सामान्यतया उसी भलंग के होते हैं। जब क्रकसी
ववशेष मतदान क्षेि के परू
ु षों एवं मदहलाओं के भलए पथ
र क मतदान केंद्रों की वयवस्था की जाती है , इन्हें
यथासंभव एक ही भवन में जस्थत होने चादहए।
7.4.2 यदद मतदान केन्द्र पुरूषों एवं मदहलाओं दोनों के भलए है तो पुरूषों एवं मदहलाओं के भलए पथ
र क
कतारें होनी चादहएं। मतदान केन्द्र में प्रवेश करने वाले प्रत्येक एक परू
ु ष के बाद दो मदहलाओं को प्रवेश
करने की अनुमनत दी जानी चादहए। वद्
र ध, अशक्त, गभावती मदहलाओं और भभन्न रूप से सक्षम
वयजक्तयों को कतार में खडे हुए त्रबना मतदान केन्द्र में प्रवेश करने की अनुमनत दी जानी चादहए।
ननवााचन आयोग ने ननदे श ददया है क्रक मतदान केन्द्र मतदान क्षेि की सीमाओं के भीतर क्रकसी स्थायी
संरचना में स्थावपत क्रकया जाएगा और उसे बार-बार पररवनतात नहीं क्रकया जाएगा। तथावप, कभी-कभी
कुछ आपात जस्थनतयों यथा प्राकरनतक आपदा या ववर्ध एवं वयवस्था की समस्याओं के कारण ननवााचन
आयोग अस्थायी इंतजाम के रूप में पहले अनुमोददत मतदान केन्द्र के स्थल से दरू , मतदान क्षेि में या
उससे बाहर अस्थायी मतदान केन्द्र को अनुमोददत करता है ।
7.6.1 अस्थायी रूप से अन्यि स्थावपत मतदान केन्द्र - वपछले साधारण ननवााचनों के दौरान, ननवााचन
आयोग ने छत्तीसगढ के नक्सल प्रभाववत क्षेिों में इसी प्रकार के अस्थायी रूप से अन्यि
स्थावपत क्रकए गए मतदान केन्द्रों को अनुमोदन ददया है । ऐसी जस्थनतयों में ननवााचनों के दौरान
नामननदे शन प्रक्रिया के समापन के बाद जजला ननवााचन अर्धकारी चुनाव से जुडी दहंसा के वपछले
इनतहास के बारे में पभु लस अधीक्षक के परामशा से क्षेिों में ववर्ध एवं वयवस्था की पन
ु रीक्षा करता
है । यदद वह आवश्यक समझता है तो वह ऐसे क्षेिों में मतदान केन्द्रों को अन्यि स्थावपत करने
के भलए प्रस्ताव तैयार करता है । अनुमोदनाथा ननवााचन आयोग को भेजे जाने से पहले प्रस्तावों
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(i) अस्थायी मतदान केन्द्रों का प्रस्ताव ननवााचन आयोग द्वारा पहले ही अनुमोददत ववद्यमान
मतदान केन्द्रों के ववकल्प के रूप में क्रकया जाता है और ये पहाडी, भौगोभलक रूप से अगम्य
आंतररक क्षेिों तथा माओवादी/आतंकवादी गनतववर्धयों से प्रभाववत क्षेिों में जस्थत होते हैं।
(ii) ये मतदान केन्द्र प्रभाववत क्षेिों में मतदान के भलए अंनतम क्षणों में इंतजाम के भलए होते हैं
जजसके भलए पूवा योजना बनाई जानी होती है तथा समुर्चत वैकजल्पक भवनों को र्चजननत क्रकया
जाना अपेक्षक्षत होता है ।
(iii) प्रभाववत क्षेिों में पभु लस ररपोटों तथा दहंसा के वपछले इनतहास के आधार पर प्रस्ताव तैयार
क्रकए जाते हैं।
(iv) जजला ननवााचन अर्धकारी को प्रस्ताव तैयार करते समय ननवााचन संचाभलत करने के भलए तैनात
मतदान दलों तथा पभु लस बल की सरु क्षा को ध्यान में रखना चादहए। यथा संभव, इन क्षेिों में ,
मतदान केन्द्र ऐसे स्थानों में बनाया जाना चादहए जहां तक पहुंचना आसान एवं सुरक्षक्षत हो। यदद
उपलब्ध बल का अर्धकतम उपयोग करने एवं उनके बीच तालमेल स्थावपत करने के भलए
मतदान केन्द्रों की वयवस्था ऐसे क्षेिों के समूह में की जाती है तो यह भी उपयोगी हो सकता है ।
(v) यह सुननजश्चत क्रकया जाना चादहए क्रक स्थानीय वप्रंट/दृश्य मीडडया के माध्यम से मतदान केन्द्र
को अन्यि स्थावपत क्रकए जाने के बारे में वयापक प्रचार क्रकया जाए तथा संबंर्धत ननवााचन लड
रहे अभ्यर्थायों/मान्यता प्राप्त राजनैनतक दलों के प्रनतननर्धयों को समय रहते भलणखत में सूर्चत
क्रकया जाए।
55
7.7.1 ननवााचन आयोग ने मतदान केन्द्र प्रणाली को और अर्धक महत्व दे ने के उद्दे श्य से और मतदाता
के भलए मतदान के संपण
ू ा अनभ
ु व को आनंददायक एवं पजु ष्टकारक बनाने के भलए आदशा मतदान केन्द्र
की संकल्पना शुरू की है । ऐसे मूल्यवधान के भलए महत्वपूणा ननणाायक त्य मतदान ददवस के ददन
मतदान केन्द्र में मतदाता को वास्तववक अनुभव होगा - मतदान के आसान एवं आरामदायक होने तथा
संपण
ू ा प्रक्रिया के साथ उसके जड
ु ाव को मजबत
ू ी प्रदान करने, दोनों के संदभों में । इस उद्दे श्य को ध्यान
में रखते हुए, प्रायोर्गक आधार पर ददल्ली ववधान सभा के वपछले ननवााचनों के दौरान ददल्ली में कनतपय
आदशा मतदान केन्द्र स्थावपत क्रकए गए।
(क) आदशा मतदान केन्द्र में , तीन वयापक मानदं डों में , मतदाता अनुभव संवधान की पररकल्पना की गई
है :-
(क) भवन एवं सवु वधाओं की वास्तववक संरचना-
(i) अच्छी जस्थनत में भवन जजसकी दीवार पर नया पें ट क्रकया गया हो
(ii) भवन में आसान पहुंच
(iv) मतदान काभमाकों एवं मतदान अभभकतााओं के भलए अच्छी गण
ु वत्ता वाला फनीचर
(v) फाइबर ग्लास का मतदान कक्ष (कम्पाटा मेंट)
(vi) डडस्प्ले बोडा/साइनेज अथाात ् मतदान केन्द्र/ए सी का नाम, ननवााचन आयोग का प्रतीक (लोगो),
राष्रीय मतदाता ददवस (एन वी डी) शपथ, ‘ननकास’, ‘प्रवेश’, जैसे संकेतक (साइनेज), बुननयादी
सुववधाएं आदद।
(vii) बनु नयादी न्यूनतम सवु वधाओं अथाात ् त्रबजली (जेनरे टर वैकजल्पक वयवस्था के रूप में पेरोमेक्स),
पथ
र क शौचालय, पेयजल, शेड, रै म्प एवं ववकलांग मतदाताओं के भलए वहीलचेयसा।
(viii) मतदाता सहायता बूथ, जहां बूथ लेवल अर्धकारी तैनात हो जजसके पास वणािमानुसार
ननवााचक नामावली एवं अववतररत मतदाता पर्चायां हों।
(ix) अन्य सुववधाएं यथा मतदाताओं का जोरदार स्वागत और उन्हें ददए जाने के भलए पुष्प
(ख) बेहतर कतार प्रबंधन-
(i) कतार प्रबंधकों या रोप सेपरे टसा का प्रयोग
(ii) स्वयंसेववयों की सहायता, टोकन का ववतरण, कतार में मतदाताओं को पेयजल प्रदान करना
(iii) दृजष्टववहीन/अशक्त/वद्
र ध मतदाताओं, गभावती मदहलाओं/स्तनपान कराने वाली माताओं आदद
के भलए प्राथभमकता के आधार पर मतदान
(iv) कतार में मतदाताओं के भलए बैठने की वयवस्था
अध्याय-8
8.1.1 2004 की ररट यार्चका (भसववल) सं. 187-डडस्एबल्ड राइट्स ग्रुप बनाम मुख्य ननवााचन आयुक्त
तथा अन्य में उच्चतम न्यायालय के ददनांक 05.10.2007 के आदे श में ददए गए उजल्लणखत
ननदे शों के आलोक में ननवााचन आयोग ने ननदे श ददया है क्रक भभन्न रूप से सक्षम ननवााचकों को
मतदान केन्द्रों में ननम्नभलणखत सवु वधाएं प्रदान की जाएंगी:-
(i) मतदान काभमाकों को यह सुननजश्चत करना चादहए क्रक भभन्न रूप से सक्षम ननवााचकों को कतार
में प्रतीक्षा क्रकए त्रबना मतदान केन्द्रों में प्रवेश करने के भलए प्राथभमकता दी जाए और मतदान
केन्द्र में उन्हें यथापेक्षक्षत सभी आवश्यक सहायता प्रदान की जाए।
(ii) ऐसे ननवााचकों के भलए उनकी वहीलचेयसा को मतदान केन्द्र के भीतर ले जाने के भलए पूरी
सुववधा प्रदान की जानी चादहए। जहां मतदान केन्द्र सावाजननक भवनों में जस्थत है, वहां ववकलांग
वयजक्त (समान अवसर, अर्धकार का संरक्षण एवं पूणा सहभार्गता) अर्धननयम, 1995 के उपबंधों
की अपेक्षा को परू ा करने के भलए स्थायी रै म्प प्रदान क्रकए जाने चादहएं। ऐसे मतदान केन्द्रों, जहां
स्थायी रै म्प प्रदान नहीं क्रकए गए हैं, वहां इस प्रयोजनाथा अस्थायी रै म्प प्रदान क्रकए जाने चादहए।
(iii) मतदान काभमाकों को भभन्न रूप से सक्षम ननवााचकों के प्रनत भशष्टतापूवक
ा वयवहार करना
चादहए तथा मतदान केन्द्र में उन्हें आवश्यक सहायता प्रदान करने के भलए उनकी ववशेष जरूरतों
से अवगत कराया जाना चादहए।
(iv) वाक् एवं श्वण क्षीणता वाले ननवााचकों का भी भभन्न रूप से सक्षम वयजक्तयों की ही तरह
ववशेष ध्यान रखा जाना चादहए।
(v) इसके अनतररक्त, भभन्न रूप से सक्षम एवं वद्
र ध ननवााचकों की सुववधा के भलए मतदान
केन्द्र भवन के भत
ू ल पर स्थावपत क्रकया जाना चादहए।
8.1.2 ददव्यांग ननवााचकों की सुववधा के ललए, आयोग ने आगे यह अनुदेश ददया है फक मतदान केंद्रों पर
ननम्नललणखत इंतजाम फकए जाने चादहए:-
(i) संकेतक का प्रयोग:- मतदान केन्द्रों, सहायता काउं टर, शौचालय आदद की पहचान के भलए स्पष्ट
संकेतकों को रखा जाना चादहए। संकेतक अंग्रेजी एवं राज्य की राजभाषा में नीले एवं सफेद रं ग
में अंतरराष्रीय पहुंच प्रतीक में होने चादहएं। अक्षर मानक आकार के होने चादहएं तथा समुर्चत
ऊंचाई पर होने चादहएं ताक्रक ववकलांग वयजक्त दरू से ही आसानी से इन्हें दे ख सकें। संकेतक के
भलए प्रयक्
ु त सामग्री गैर परावताक, चरक रदहत एवं चमक रदहत होनी चादहए।
(ii) ददवयांग वयजक्तयों के भलए मुख्य प्रवेश के ननकट ववशेष रूप से ननददाष्ट पाक्रकिंग स्थान की
वयवस्था।
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(iii) वहीलचेयर, बैसाखी आदद वाले ननवााचकों के भलए आसानी से आने-जाने एवं गुजरने के भलए
मतदान बथ
ू में पयााप्त स्थान की वयवस्था।
(iv) ववकलांग ननवााचकों को मतदान केन्द्र में आने तथा अपने मतार्धकार का प्रयोग करने के
भलए प्रोत्सादहत करने हे तु उनके भलए उपलब्ध सवु वधाओं की उपलब्धता के बारे में समय रहते
पयााप्त प्रचार क्रकया जाना चादहए।
(v) ननवााचन आयोग के प्रेक्षकों को भी मतदान केन्द्रों में उपयुक्
ा त सुववधाओं की उपलब्धता के
बारे में संतुष्ट होना चादहए।
(ix) ददवयांग वयजक्तयों को सवु वधा प्रदान करने हे तु मतदान अर्धकाररयों को उर्चत प्रभशक्षण ददया
जाना चादहए एवं उन्हें ददवयांग वयजक्तयों की आवश्यकताओं के बारे में जानकारी दे कर तैयार
क्रकया जाना चादहए;
(x) नीनतपरक मतदान हे तु उर्चत माहौल तैयार क्रकया जाना चादहए और स्वीप गनतववर्धयों का
संचालन क्रकया जाना चादहए;
(xi) उपलब्ध सुववधाओं के बारे में स्टे कहोल्डरों, राजनैनतक दलों, ननवााचन तंि, मीडडया, ननवााचकों को
सूचना उपलब्ध कराई जानी चादहए;
(xii) ददवयांग वयजक्तयों हे तु, जहां वे बडी संख्या में ननवास करते हैं, अनन्य मतदान बथ
ू ों, जहां तक
यथा-साक्ष्य हो, की स्थापना यथासंभव की जानी चादहए। ददवयांग वयजक्तयों की आवश्यकताओं के
अनस
ु ार, अन्य सवु वधाएं, जैसे क्रक उर्चत शौचालय, मतदान केंद्रों के बाहर स्पशानीय संकेतक एवं
दृजष्टबार्धत मतदाताओं हे तु ब्रेल में मतदाता मागादभशाका उपलब्ध करायी जानी चादहए;
(xiii) ददवयांग वयजक्तयों को ऐसे मतदान केंद्रों के बारे में पहले से ही सूर्चत क्रकया जाना चादहए जहां
पदहयेदार कुभसायों हे तु ऑनलाइन बक्रु कं ग की सवु वधा उपलब्ध है ;
(xiv) जहां भी संभव हो, दृजष्टबार्धत मतदाताओं हे तु ब्रेल में प्रनतरूपी (डमी) मतपि तैयार क्रकए
जाएं;
(xv) दृजष्टहीन मतदाताओं के भलए पंजीकरण हे तु श्वय अनुप्रयोग जैसे क्रक वाक् एसएमएस (वेब या
मोबाइल) तैयार क्रकए जाने चादहए;
8.2.1 ननवााचनों का संचालन ननयम, 1961 के ननयम 49ढ में दृजष्टववहीन या अशक्त ननवााचकों के मतों
को दजा करने के भलए ववशेष वयवस्था का उपबंध क्रकया गया है । ननयम में यह उपबंध क्रकया
गया है क्रक यदद पीठासीन अर्धकारी इस बारे में संतष्ु ट है क्रक दृजष्टववहीनता या अन्य शारीररक
अशक्तता के कारण कोई ननवााचक इलेक्रॉननक वोदटंग मशीन की बैलदटंग यूननट पर प्रतीक को
पहचानने या त्रबना सहायता के उस पर उपयक्
ु त बटन को दबाकर अपना मत दजा करने में
असमथा है तो पीठासीन अर्धकारी ननवााचक को उसकी ओर से एवं उसकी इच्छानुसार मत ररकॉडा
करने के भलए मतदान कोष्ठ (कंपाटा मेंट) में कम से कम अठारह वषा के क्रकसी वयजक्त को अपने
साथ ले जाने की अनम
ु नत दे गा।
8.2.2 इसके अनतररक्त यह क्रक क्रकसी वयजक्त को एक ही ददवस को क्रकसी मतदान केन्द्र में एक से
अर्धक ननवााचक के साथ जाने की अनम
ु नत नहीं दी जाएगी।
परं तु यह और क्रक क्रकसी वयजक्त के क्रकसी ददवस को क्रकसी ननवााचक के साथ जाने की अनुमनत
ददए जाने से पहले उस वयजक्त से यह घोषणा करवाई जानी अपेक्षक्षत है क्रक वह ननवााचक की
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आरे से अपने द्वारा दजा मत को गुप्त रखेगा तथा यह क्रक वह उसी ददवस को क्रकसी अन्य
मतदान केन्द्र में क्रकसी अन्य ननवााचक के साथ नहीं गया है ।
8.2.3 ऐसे दृजष्टववहीन या अशक्त ननवााचक के साथ जाने वाले वयजक्त से ननवााचन आयोग द्वारा
ववदहत प्रपि (पररभशष्ट V) में घोषणा प्राप्त की जाएगी।
8.2.4 पीठासीन अर्धकारी, ननवााचनों का संचालन ननयम, 1961 के प्ररूप 14क में ऐसे सभी मामलों का
ररकॉडा रखेगा। प्ररूप 14क में दृजष्टववहीन एवं अशक्त मतदाताओं का यह ररकॉडा एक पैकेट में
रखा जाएगा जजसके ऊपर ‘’गैर सांववर्धक आवरण’’ भलखा जाएगा तथा इसे मतदान समाप्त होने
के बाद संग्रहण केन्द्र में जमा क्रकया जाएगा।
पीठासीन अचधकारी यह सनु नक्श्चत करे गा फक उसका कोई स्टाफ दृक्ष्टववहीन/अशक्त ननवााचक की
ओर से मत ररकॉडा करने के ललए उसके साथ नहीं जाए।
8.3 सखी/गुलाबी मतदान केन्द्द्र (मदहलाओं द्वारा पूणरू
ा पेण संचाललत मतदान केंद्र)
8.3.1 भारत ननवााचन आयोग ने ननवााचन प्रक्रिया में लैंर्गक समानता और मदहलाओं की अर्धक
रचनात्मक भागीदारी के प्रनत उनकी प्रनतबद्धता के भाग के रूप में हाल के ददनों में हुए साधारण
ननवााचन के दौरान प्रत्येक ववधानसभा क्षेि में 'मदहलाओं द्वारा पूणरू
ा पेण संचाभलत मतदान केंद्र' को
स्थावपत करने का ननदे श ददया है । इस तरह के/इन केंद्रों में तैनात समस्त मतदान कमाचारी जजसमें
पुभलस तथा सुरक्षा काभमाक शाभमल हैं, मदहलाएं होंगी। इन मदहलाओं द्वारा पूणरू
ा पेण संचाभलत मतदान
केंद्रों का नाम 'सखी मतदान केंद्र' ददया गया है ।
8.3.2 मतदान केंद्र में फकसी ववशेष राजनैनतक दल के रं ग के असावधान/लापरवाह उपयोग से बचने के
ललए ननवााचन आयोग ने 'मदहलाओं द्वारा पण
ू रू
ा पेण संचाललत मतदान केंद्र' के ललए फकसी ववलशष्ट रं ग
का उपयोग नहीं फकए जाने का ननदे श ददया है । इन मतदान केंद्रों पर तैनात मदहलाएं अपनी पसंद का
कोई भी रं ग पहन सकती है । इसके अनतररक्त, इन मतदान केंद्रों के ननमााण से जुडी सामग्री के भलए
क्रकसी एक रं ग का उपयोग न क्रकया गया हो।
यदद क्रकसी मतदान केंद्र के भलए बडी संख्या में 'पदाानशीन' (बुकाा पहनी हुई) मदहला ननवााचक ननददाष्ट की
जाती हैं तो पीठासीन अर्धकारी को उनकी ननजता, सम्मान एवं भशष्टता का सम्यक ध्यान रखते हुए
पथ
र क एन्क्लोजर में क्रकसी मदहला मतदान अर्धकारी द्वारा उनकी पहचान तथा उनकी बाईं तजानी पर
अभमट स्याही लगाने के भलए ववशेष इंतजाम करना चादहए। ऐसे ववशेष एन्क्लोजर के भलए, पीठासीन
अर्धकारी को स्थानीय रूप से उपलब्ध क्रकं तु सस्ती युजक्तयों तथा स्थानीय कौशल का प्रयोग करना
चादहए, यथा चारपाई या कपडे जैसे क्रक चादर का प्रयोग।
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अध्याय 9
मतदान ददवस को मतदान केन्द्द्रों पर स्टाफ की तैनाती
मतदान संचाभलत करने के भलए मतदान ददवस पर मतदान केन्द्र में तैनात काभमाकों की ननयजु क्त जजला
ननवााचन अर्धकाररयों द्वारा की जाती है । मतदान काभमाकों में पीठासीन अर्धकारी एवं मतदान अर्धकारी
शाभमल हैं। उनकी ननयुजक्त ननवााचन आयोग द्वारा तैयार यादृजच्छकीकरण साफ्टवेयर द्वारा की जाती है ।
मतदान दलों की सहायता तथा मतदान स्टाफ एवं ररटननिंग ऑक्रफसर समन्वय के प्रयोजनाथा बडी संख्या
में क्षेि स्तरीय काभमाक प्रदान क्रकए जाते हैं।
लोकसभा/ ववधान सभा के एकल ननवााचन में , एक मतदान दल में एक पीठासीन अर्धकारी और तीन
मतदान अर्धकारी होते हैं।
(i) प्रथम मतदान अचधकारी- प्रथम मतदान अर्धकारी ननवााचक नामावली की र्चजननत प्रनत का
प्रभारी होगा तथा ननवााचकों की पहचान के भलए जजम्मेदार होगा। मतदान केन्द्र में प्रवेश करने के
बाद, ननवााचक सीधे प्रथम मतदान अर्धकारी की ओर अग्रसर होगा। वह मतदान अर्धकारी
ननवााचक की पहचान के बारे में स्वयं संतष्ु ट होगा।
(ii) द्ववतीय मतदान अचधकारी- द्ववतीय मतदान अर्धकारी अभमट स्याही का प्रभारी होगा।
प्रथम मतदान अर्धकारी द्वारा ननवााचक की पहचान क्रकए जाने के बाद, द्ववतीय मतदान
अर्धकारी ननवााचक के बाएं हाथ की तजानी का यह दे खने के भलए ननरीक्षण करे गा क्रक इस पर
अभमट स्याही का कोई ननशान या अवशेष नहीं है तथा उसके बाद मतदाता के बाएं हाथ की
तजानी पर अभमट स्याही का ननशान लगाएगा। अभमट स्याही नाखन
ू के ऊपरी दहस्से से लेकर
बायीं तजानी के पहले जोड के नीचे तक लाइन के रूप में मतदाता के बाएं हाथ की तजानी पर
लगाई जाएगी। द्ववतीय मतदान अर्धकारी मतदाताओं के रजजस्टर (प्ररूप 17क में ) का भी प्रभारी
होगा। वह उस रजजस्टर में उन ननवााचकों, जजनकी पहचान प्रमाणणत हो गई है और जो मतदान
केन्द्र में मतदान कर चक
ु े हैं, का समर्ु चत ब्योरा रखने के भलए जजम्मेदार होगा। वह ननवााचक को
मत डालने की अनुमनत दे ने से पहले उस रजजस्टर में प्रत्येक ननवााचक के हस्ताक्षर या अंगठ
ू े का
ननशान प्राप्त करे गा। द्ववतीय मतदान अर्धकारी मतदाताओं को रजजस्टर में उसके (ननवााचक के)
ब्योरे की प्रववजष्ट करने के बाद प्रत्येक ननवााचक को मतदाता पची भी जारी करे गा। यह
सनु नजश्चत क्रकया जाना चादहए क्रक अभमट स्याही का ननशान लगाए जाने के बाद पयााप्त समय
बीत जाए ताक्रक मतदान केन्द्र से प्रस्थान करने तक ननशान सूख जाए। इस प्रयोजनाथा, अभमट
स्याही का ननशान लगाए जाने के बाद ही मतदाता रजजस्टर में हस्ताक्षर/अंगूठे का ननशान भलया
जाना चादहए। यह सुननजश्चत क्रकया जाना चादहए क्रक मतदाता के मतदान केन्द्र से प्रस्थान करने
से पूवा अभमट स्याही का ननशान सूख जाए।
(iii) तत
ृ ीय मतदान अचधकारी- तत
र ीय मतदान अर्धकारी वोदटंग मशीन की कंरोल यूननट का
प्रभारी होगा। वह उसी मेज पर बैठेगा जहां द्ववतीय मतदान अर्धकारी बैठता है। तत
र ीय मतदान
अर्धकारी अभमट स्याही के ननशान की जांच करे गा और ननवााचक को द्ववतीय मतदान अर्धकारी
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द्वारा जारी मतदाता पची के आधार पर उस पची में दशाायी गई िम संख्या के अनुसार ही
मतदान कक्ष (कंपाटा मेंट) की ओर अग्रसर होने की अनम
ु नत दे गा। वह कंरोल यनू नट पर 'बैलट'
बटन को दबाकर मतदान कंपाटा मेंट में रखी गई बैलट यूननट(टों) को सक्रिय करे गा। ननवााचक को
मतदान कक्ष (कंपाटा मेंट) की ओर अग्रसर होने की अनुमनत दे ने से पहले, वह यह जांच करे गा
तथा यह सनु नजश्चत करे गा क्रक ननवााचक के बाएं हाथ की तजानी पर अभमट स्याही का स्पष्ट
ननशान हो। (यदद अभमट स्याही को भमटा ददया गया पाया जाता है तो तजानी पर दोबारा ननशान
लगाया जाना चादहए)।
(iv) कम ननवााचकों वाले मतदान केन्द्द्र में मतदान दल- जहां क्रकसी मतदान केन्द्र के भलए ननददा ष्ट
ननवााचकों की संख्या कम होती है , वहां तत
र ीय मतदान अर्धकारी के काया पीठासीन अर्धकारी
द्वारा स्वयं ही ननष्पाददत क्रकए जा सकते हैं, इस प्रकार मतदान दलों के गठन में आगे और
भमतवयनयता बरती जाएगी। क्रकसी ववशेष जजले/ननवााचन क्षेि में मतदान स्टाफ की कमी की
जस्थनत में , ऐसे स्थानों में, मतदान दल एक पीठासीन अर्धकारी तथा तीन मतदान अर्धकाररयों,
जो क्रक मानक रूप है , के बजाय दो मतदान अर्धकाररयों से भमलकर बन सकेगा। उस दशा में ,
प्रथम मतदान अर्धकारी के काया में मतदाता की पहचान के बाद मतदाता की तजानी पर अभमट
स्याही का ननशान लगाना भी सजम्मभलत होगा। द्ववतीय मतदान अर्धकारी प्ररूप 17क (मतदाता
रजजस्टर) में प्रववजष्टयां दजा करने और उसमें ननवााचकों के हस्ताक्षर/अंगठ
ू े का ननशान लेने के
अपने सामान्य काया के अनतररक्त, ऐसी दशाओं में 'कंरोल यूननट' का भी अभभरक्षक होगा। यह
स्पष्ट क्रकया जाता है क्रक ऐसी दशाओं में , जहां केवल दो मतदान अर्धकाररयों का उपयोग क्रकया
जाता है , वहां मतदाता पर्चायों की िम संख्या तैयार करना आवश्यक नहीं है । इसके बजाय,
द्ववतीय मतदान अर्धकारी 'कंरोल यूननट' सक्रिय करे गा तथा उसके बाद मतदाताओं को ठीक
उसी िम में , जजसमें वे मतदाता रजजस्टर (प्ररूप 17क) में हस्ताक्षर करते हैं, मतदाता कंपाटा मेंट
के भीतर भेजेगा। ऐसी दशाओं में , मतदाता केन्द्र में मतदाता पर्चायां तैयार करने की जरूरत नहीं
होगी। इसके अनतररक्त, ऐसी दशाओं में , जहां मतदान अर्धकाररयों की संख्या दो तक सीभमत है ,
वहां ननवााचन लड रहे अभ्यथी को इसके बारे में पव
ू ा में ही भलणखत में सूर्चत क्रकया जाना चादहए।
दो मतदाता अर्धकाररयों द्वारा ननष्पाददत क्रकए जाने वाले कायों के बारे में अभ्यर्थायों को बताया
जाना चादहए।
9.2 समकाललक ननवााचनों में मतदान कालमाक- लोक सभा और ववधान सभा के साथ-साथ होने वाले
ननवााचनों में , मतदान दल एक पीठासीन अर्धकारी तथा पांच मतदान अर्धकाररयों से भमलकर बनता है ।
(i) प्रथम मतदान अचधकारी - वह ननवााचकों की पहचान करे गा तथा ननवााचक नामावली की र्चजननत
प्रनत का प्रभारी होगा।
(ii) द्ववतीय मतदान अचधकारी - वह अभमट स्याही एवं मतदाता रजजस्टर का प्रभारी होगा।
(iii) तत
ृ ीय मतदान अचधकारी - वह मतदाता पची का प्रभारी होगा।
(iv) चतथ
ु ा मतदान अचधकारी - वह लोक सभा के भलए कंरोल यनू नट का प्रभारी होगा।
(v) पांचवा मतदान अचधकारी - वह राज्य ववधान सभा के भलए कंरोल यूननट का प्रभारी होगा।
(vi) चौथे एवं पांचवे मतदान अचधकाररयों के महत्वपूणा काया- यह प्रतीत होता है क्रक चौथे एवं पांचवे
मतदान अर्धकाररयों को बहुत ही आसान काया सौंपा गया है । इसके ववपरीत, लोक सभा एवं
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ववधान सभा के साथ-साथ होने वाले ननवााचनों की सफलता उनकी सतकाता पर ननभार करती है ।
उनका काया वोदटंग को सक्रिय करने के भलए 'बैलट' बटन को केवल दबाना नहीं है अवपतु उन्हें
यह भी सुननजश्चत करना होता है क्रक प्रत्येक ननवााचक ठीक उसी िम में अपनी बारी आने पर
मतदान करे जजस िम में उसे मतदाता पची दी गई है । उन्हें यह सुननजश्चत करने के भलए
अनवरत ननगरानी भी रखनी होती है क्रक जब वे क्रकसी ननवााचक को जाने एवं मत डालने के भलए
ननदे श दे ते हैं तब ननवााचक सही मतदान कक्ष (कंपाटामेंट) में जाता है और तदनस
ु ार मत डालता
है । अज्ञानता के कारण या अन्यथा, यदद कोई ननवााचक इस बारे में ननजश्चत नहीं है क्रक मतदान
के भलए अनुमनत ददए जाने के बाद कहां जाना है और क्या करना है तो इन दो मतदान
अर्धकाररयों का काया यह सुननजश्चत करना है क्रक ननवााचक सही प्रक्रिया का पालन करे । ववशेष
रूप से मतदान के पहले घंटे के दौरान, जब सामान्यतया काफी भीड होती है तब उन्हें अपने को
शांत रखना चादहए और यह दे खना चादहए क्रक मतदान सुचारू ढं ग से हो। जब कभी फुसात हो
और क्रकसी दशा में मतदान के प्रत्येक एक घंटे के बाद उन्हें मतदान रजजस्टर में ददखाई गई और
दो कंरोल यनू नटों में यथा प्रदभशात मतदाताओं की कुल संख्या और डाले गए कुल मतों का
भमलान भी करना चादहए।
9.3 पीठासीन अचधकारी मतदान केन्द्र का समग्र प्रभारी होता है । उसके काया संक्षेप में ननम्नभलणखत हैं-
(i) बैलट यूननटों और ड्राप बॉक्स सदहत वप्रंटर को उनके संबंर्धत कंपाटा मेंट में रखना। क्रकसी भी दशा
में , बैलट यूननट या कंरोल यूननट या ड्रॉप बॉक्स सदहत वप्रंटर को सतह पर नहीं रखा जाना
चादहए। इसे मेज पर रखा जाना चादहए;
(ii) बैलट यूननटों तथा ड्रॉप बॉक्स सदहत वप्रंटर को उनकी संबंर्धत कंरोल यूननटों से जोडना;
(iii) पावर को बंद करना;
(iv) मतदान के वास्तववक रूप से प्रारं भ होने के भलए ननयत समय से पहले वहां उपजस्थत
अभ्यर्थायों/अभभकतााओं को यह ददखाना क्रक वोदटंग मशीनें खाली हैं और उनमें कोई मत नहीं हैं।
(v) यह सुननजश्चत करने एवं मतदाता अभभकतााओं को यह प्रदभशात करने के भलए छद्म मतदान
संचाभलत करना क्रक ईवीएम पूणा रूप में काया करने की जस्थनत में है ;
(vi) छद्म मतदान का पररणाम ननकालना;
(vii) छद्म मतदान का प्रमाण पि तैयार करना;
(viii) उसे यह स्पष्ट रूप से पता होना चादहए क्रक ननवााचन आयोग के अनुदेशों के अनुसार, यदद क्रकसी
मतदान केन्द्र में कोई छद्म मतदान नहीं होता है तो उस मतदान केन्द्र पर कोई मतदान नहीं
होगा।
(ix) यह सुननजश्चत करना क्रक 'लोक सभा ननवााचन के भलए कंरोल यूननट' में सीलबंद ग्रीन पेपर
पर केवल लोक सभा ननवााचन के भलए अभ्यर्थायों या उनके मतदान अभभकताा, जो उस समय
मतदान केन्द्र पर उपजस्थत हैं, अपने हस्ताक्षर करें गे और इसी प्रकार 'ववधान सभा ननवााचन के
भलए कंरोल यनू नट' में सीलबंद ग्रीन पेपर पर ववधान सभा ननवााचन के भलए अभ्यथी या उनके
मतदान अभभकताा अपने हस्ताक्षर करें ग;े
(x) यह दे खना क्रक मतदान कक्ष (कंपाटा मेंट) को समर्ु चत रूप से वयवजस्थत क्रकया गया है , जजसमें
उस ननवााचन, जजससे संबंर्धत बैलट यूननट एवं ड्रॉप बॉक्स सदहत वप्रंट को अंदर रखा गया है , को
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स्पष्ट रूप से दशााने के भलए मतदान कक्ष (कंपाटामेंट) के बाहर की ओर उपयुक्त पोस्टर
र्चपकाया गया है ;
(xi) यह सुननजश्चत करना क्रक बैलट यूननटों एवं ड्रॉप बॉक्स सदहत वप्रंटर को उनकी संबर्ं धत
कंरोल यूननटों से जोडने के भलए केबल इस प्रकार रखे जाएं क्रक केबल दृजष्टगोचर हो और यह भी
सनु नजश्चत करना क्रक मतदाताओं को मतदान केन्द्र के भीतर अपनी आवाजाही के दौरान केबल
को पार न करना पडे। यह भी सुननजश्चत क्रकया जाना चादहए क्रक केबल मतदान कंपाटा मेंट के
नीचे खुले में नहीं झूल;े
(xii) यह सुननजश्चत करना क्रक मतदान दल के सभी सदस्य मतदान के प्रारं भ होने से पहले अपने
स्थान पर हों तथा सभी सामग्री एवं ररकॉडा ननधााररत समय पर मतदान प्रारं भ करने के भलए
तैयार रखे जाएं।
(xiii) मतदान दल के क्रकसी भी सदस्य या क्रकसी मतदान अभभकताा को मतदान केन्द्र के भीतर
इधर-उधर घूमने से रोकना तथा उन्हें आबंदटत सीटों पर त्रबठाकर रखना;
(xiv) मतदान प्रारं भ होने के भलए ननयत समय पर वास्तववक मतदान को प्रारं भ करना;
(xv) मतदान की प्रगनत के दौरान मतदाताओं की आवाजाही पर गहन ननगरानी रखना तथा
सचेत एवं सजग रहना ताक्रक कोई मतदाता त्रबना मतदान के वापस न जाए;
(xvi) यह सुननजश्चत करना क्रक मतदान के पहले घंटे के दौरान, जब मतदान साधारणतया काफी
तेज होता है , मतदान दल का कोई सदस्य उसे आबंदटत कायों में कोई लापरवाही न बरते;
(xvii) दोनों कंरोल यनू नटों पर डाले गए कुल मतों की आवर्धक रूप से जांच करना और यह भी
सुननजश्चत करना क्रक मतदाताओं ने मतदाता पची पर दी गई िम संख्या के अनुसार मत डाला
है ;
(xviii) यह सुननजश्चत करना क्रक लोक सभा एवं ववधान सभा के साथ-साथ होने वाले ननवााचन में
संसदीय ननवााचन के भलए प्ररूप 17ग की प्रनतयां केवल संसदीय ननवााचन क्षेि में अभ्यर्थायों के
मतदान अभभकतााओं को दी जाएं और ववधान सभा ननवााचन के भलए प्ररूप 17ग की प्रनतयां
ववधान सभा ननवााचन क्षेि के अभ्यर्थायों के अभभकतााओं को प्रदान की जाएं।
(xix) ननयभमत अंतरालों पर यह सुननजश्चत करने के भलए बैलट यूननट की जांच करना क्रक मतदाता ने
क्रकसी भी प्रकार से इसके साथ छे डछाड नहीं की है । मतदान की समाजप्त के भलए ननयत समय
पर कतार में पहले से मौजद
ू मतदाता को मत डालने की अनुमनत दी जाएगी।
(xx) एएसडी मतदाताओं की पहचान - पीठासीन अर्धकारी वयजक्तगत रूप से पहचान दस्तावेज
(ननवााचक फोटो पहचान पि या ननवााचन आयोग द्वारा अनुमनत ददए गए वैकजल्पक फोटो
दस्तावेजों में से कोई एक) का सत्यापन करे गा तथा मतदाता रजजस्टर (प्ररूप 17क) में समुर्चत
ब्योरा दजा करे गा। एएसडी मतदाताओं के अंगठ
ू े का ननशान (ऐसे ननवााचक के मामले में भी जो
साक्षर है और हस्ताक्षर कर सकता है ) मतदाता रजजस्टर के हस्ताक्षर/अंगठ
ू े का ननशान' स्तंभ के
सामने हस्ताक्षर के अनतररक्त भलया जाएगा। मतदान के अंत में पीठासीन अर्धकारी एक प्रमाण
पि दे गा (जांच के भलए मतदाता रजजस्टर के साथ रखे जाने वाले के भलए) क्रक कई एएसडी
मतदाताओं को जांच के उपरांत मत डालने की अनुमनत दी गई है । जहां कहीं संभव हो, एएसडी
मतदाताओं का फोटो भलया जाएगा और उसका ररकॉडा रखा जाएगा।
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(i) भारत ननवााचन आयोग ने ननवााचन प्रबंधन के भलए प्रत्येक 10-12 मतदान केन्द्रों के भलए सेक्टर
अर्धकाररयों की ननयजु क्त की प्रणाली शरू
ु की है । कुछ राज्यों में सेक्टर अर्धकाररयों के अधीन जोनल
मजजस्रे ट की ननयुजक्त की जाती है । ये राज्य सरकार के काभमाक होते हैं जो मतदान ददवस को पीठासीन
अर्धकारी और ररटननिंग अर्धकारी के बीच एक कडी के रूप में काया करते हैं।
(ii) फोटो मतदाता पर्चायों के ववतरण का अनव
ु ीक्षण-
(क) सेक्टर अर्धकाररयों को यादृजच्छक रूप से यह जांच करनी चादहए क्रक फोटो मतदाता पर्चायां
ननवााचन आयोग के अनुदेशों के अनुसार ववतररत की जा रही हैं तथा यदद कोई अंतर पाया जाता है तो
इसे शीघ्र सही क्रकया जाना चादहए। सेक्टर अर्धकाररयों को फोटो मतदाता पची रजजस्टरों से यह भी
सत्यावपत करना चादहए क्रक सभी पर्चिंया ररटननिंग ऑक्रफसर द्वारा तैयार की गई समय-सारणी के अनुसार
ववतररत कर दी गई हैं और क्रक पावती के रूप में हस्ताक्षर/अंगठ
ू े का ननशान रजजस्टर पर ले भलए गए हैं।
(ख) फोटो मतदाता पर्चायों के ववतरण का कायािम राजनैनतक दलों, ननवााचन लड रहे अभ्यर्थायों तथा
सभी मान्यता प्राप्त राजनैनतक दलों के बूथ लेवल अभभकतााओं के साथ साझा क्रकया जाएगा और इसकी
पावती ली जाएगी। बूथ लेवल अभभकताा/ननवााचन लड रहे अभ्यथी के अभभकताा फोटो मतदाता पर्चायों के
ववतरण के दौरान बथ
ू लेवल अर्धकाररयों के साथ जा सकते हैं और ववतरण प्रक्रिया को दे खने के संकेत
के रूप में रजजस्टर पर उनके हस्ताक्षर भलए जाएंगे।
(ग) वे फोटो मतदाता पर्चायों के ववतरण का अनुवीक्षण करें गे तथा यह सुननजश्चत करें गे क्रक सभी
फोटो मतदाता पर्चायों का पूरी तरह ववतरण हो तथा उनका सम्यक रूप से लेखा-जोखा रखा गया हो।
(घ) बथ
ू लेवल अर्धकारी या क्रकसी अन्य वयजक्त द्वारा फोटो मतदाता पर्चायों के थोक ववतरण की
अनुमनत नहीं दी जाएगी।
(ङ) ननवााचन आयोग ने फोटो मतदाता पर्चायों के अनुर्चत ववतरण के बारे में भशकायतें प्राप्त करने
के भलए प्रत्येक सेक्टर अर्धकारी एवं ररटननिंग आक्रफसर/सहायक ररटननिंग ऑक्रफसर स्तर पर एक तंि
स्थावपत करने के भलए भी अनुदेश जारी क्रकए हैं। ऐसी सभी भशकायतों की त्वररत रूप से पडताल की
जानी चादहए और शीघ्र सध
ु ारात्मक कारा वाई की जानी चादहए।
(च) फोटो मतदाता पर्चायों के ववतरण का काया मतदान की तारीख से कम से कम 5 पूणा ददवस
पहले पूरा क्रकया जाना चादहए।
(छ) अववतररत फोटो पची मतदान ददवस के ददन प्रत्येक मतदान केन्द्र के बाहर फैभसभलटे शन/हे ल्प
डेस्क पर रखी जाएगी जहां बूथ लेवल अर्धकारी तैनात होगा।
(ज) यह सुननजश्चत क्रकया जाना चादहए क्रक फोटो मतदाता पर्चायों की कोई फोटो प्रनतयां ववतरण
प्रयोजन के भलए नहीं की जाएंगी तथा सेक्टर अर्धकारी यादृजच्छक जांच करें गे तथा प्रभावी रीनत से फोटो
मतदाता पर्चायों का ववतरण सुननजश्चत करें गे तथा बथ
ू लेवल अर्धकाररयों के ननष्पक्ष आचरण तथा इन
पर्चायों के ननष्पक्ष ववतरण के बारे में कहीं से भी प्राप्त भशकायतों, यदद कोई है , का ननराकरण करें गे।
i. फोटो मतदाता पर्चायों के क्रकसी अनर्धकरत ववतरण/कब्जे को लोक प्रनतननर्धत्व अर्धननयम, 1951
तथा भारतीय दं ड संदहता के सुसंगत उपबंधों का उल्लंघन माना जाएगा और कारावास या जुमााना या
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दोनों से दडनीय होगा। इस संबंध में अनुदेशों को अन्य अनुदेशों यथा, मतदान केन्द्र के भीतर कोई कैमरा
(स्टील/वीडडयो/डडजजटल) या मोबाइल फोन न लाएं, के साथ फोटो मतदाता पर्चायों के पीछे मदु द्रत क्रकया
जाएगा।
ii. पीठासीन अर्धकाररयों के साथ समन्वय - वे मतदान से जुडे क्रकसी संकट में पीठासीन अर्धकारी
के साथ समन्वय करें गे और ननवााचन एवं अन्य ववर्ध और वयवस्था संबंधी जस्थनत के बारे में ररटननिंग
आक्रफसर को त्वररत ररपोटा प्रस्तुत करें गे।
iii. उनका संपका नंबर मतदान सामग्री के ववतरण के समय ररटननिंग आक्रफसर द्वारा पीठासीन
अर्धकारी के साथ-साथ प्रदान क्रकया जाएगा ताक्रक वे क्रकसी आपात जस्थनत में उनसे संपका कर सकें।
ईवीएम के सही ढं ग से काया नहीं करने की दशा में , सेक्टर अर्धकारी यथाशीघ्र उनको बदलने का इंतजाम
करते हैं।
iv. मतदान ददवस को, सेक्टर अर्धकारी यह सत्यावपत करने पर ववशेष ध्यान दे गा क्रक क्या
वेदनशील ननवास क्षेिों/समद
ु ायों के मतदाता मतदान के भलए आ रहे हैं या नहीं। यदद, वे पाते हैं (यह
ननवााचक नामावली की र्चजननत प्रनत, जहां उन मतदाताओं के सामने सही का र्चनन लगाया जाता है , जो
मत डाल चक
ु े हैं, से दे खा जा सकता है ) क्रक कुछ वगों के मतदाता स्पष्ट रूप से अनुपजस्थत हैं तो उन्हें
इसके बारे में तुरंत ररटननिंग आक्रफसर को सर्ू चत करना चादहए।
9.5 प्रेक्षक
(i) ननवााचन आयोग अब ननवााचनों में साधारणतया अपने प्रेक्षक ननयुक्त कर रहा है । ननवााचन
आयोग ववभभन्न प्रकार के कायों के भलए प्रेक्षक ननयुक्त करता है । जहां साधारण प्रेक्षक सामान्यत
ववर्ध एवं वयवस्था की जस्थनत, आदशा आचार संदहता के प्रवतान और ननवााचन आयोग के
ददशाननदे शों के अनप
ु ालन का प्रेक्षण करते हैं, वहीं वयय प्रेक्षक को यह दे खना होता है क्रक क्या
अभ्यर्थायों द्वारा क्रकया गया वयय ववदहत सीमा के भीतर है या नहीं। कुछ क्षेिों में पुभलस प्रेक्षक
भी ननयुक्त क्रकए जाते हैं।
(ii) प्रेक्षक लोक प्रनतननर्धत्व अर्धननयम, 1951 की धारा 20ख के अधीन ननवााचन आयोग
द्वारा ननयुक्त सांववर्धक प्रार्धकारी होते हैं।
(iii) प्रेक्षकों को यादृजच्छक जांच करने तथा फोटो मतदाता पर्चायों का प्रभावी रीनत से ववतरण
सुननजश्चत करने और फोटो मतदाता पर्चायों के ननष्पक्ष ववतरण के बारे में बथ
ू लेवल अर्धकाररयों
के आचरण के बारे में कहीं से भी प्राप्त भशकायतों, यदद कोई हैं, का ननराकरण करने के भलए
माइिो प्रेक्षकों एवं सेक्टर अर्धकाररयों की सेवाओं का उपयोग करना चादहए।
(iv) मतदान के ददन प्रेक्षक स्वयं ननददाष्ट क्षेि में मतदान केन्द्रों का दौरा करते हैं। मतदान
अर्धकाररयों से अपेक्षक्षत है क्रक वे उन्हें उर्चत सम्मान दें और उनके प्रनत भशष्टता बरतें , जब वे
मतदान केन्द्र में आते हैं तथा उन्हें ऐसी सच
ू ना दें जो उन्हें ननवााचन आयोग को अपनी ररपोटा के
प्रयोजनाथा आवश्यक हो। पीठासीन अर्धकारी को भी प्रेक्षक को अनतररक्त सूचना उपलब्ध करानी
चादहए जो उसके पास नेमी (रूटीन) सच
ू ना के अनतररक्त हो। पीठासीन अर्धकारी से यह भी
अपेक्षक्षत है क्रक वह प्रेक्षक को मतदान केंद्र में अनुपजस्थत, अन्यि चले गए एवं डुप्लीकेट मतदाता
की सूची (एएसडी सूची) उपलब्ध कराए। प्रेक्षकों को बताया जाता है और ननदे श ददया जाता है क्रक
उन्हें केवल मतदान केन्द्र में हो रहे मतदान का प्रेक्षण करना है और वह मतदान अर्धकाररयों को
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कोई ननदे श नहीं दें गे। तथावप, यदद वह ननवााचकों को और अर्धक सुववधा प्रदान करने या
मतदान केन्द्र में मतदान प्रक्रिया को और अर्धक सच
ु ारू बनाने की दृजष्ट से कोई सझ
ु ाव दे ते हैं
तो पीठासीन अर्धकारी को ऐसे सुझाव पर उर्चत ध्यान दे ना चादहए। साथ ही, यदद, पीठासीन
अर्धकारी को कोई ववशेष समस्या हो रही है या अपने मतदान केन्द्र में कोई कदठनाई अनुभव हो
रही है तो वह इसे प्रेक्षक के ध्यान में लाने के भलए स्वतंि हैं क्योंक्रक वह उस मामले को
आवश्यक उपचारात्मक कारावाई के भलए ररटननिंग आक्रफसर या क्रकन्हीं अन्य संबंर्धत प्रार्धकाररयों
के ध्यान में लाकर उस समस्या का ननराकरण करने या उस कदठनाई को दरू करने में पीठासीन
अर्धकारी के भलए मददगार हो सकते हैं। प्रेक्षक ननवााचन आयोग द्वारा जारी बैज को लगाए होंगे
और उनके पास आयोग द्वारा जारी ननयुजक्त पि एवं प्रार्धकार पि भी होंगे। प्रेक्षकों से 'आगमन
शीट' जो पीठासीन अर्धकारी को पीठासीन अर्धकारी की डायरी के साथ संलग्न करके दी जाती
है , पर हस्ताक्षर क्रकए जाने के भलए अनुरोध क्रकया जाना चादहए। पीठासीन अर्धकारी मतदान
समाप्त होने के बाद इसे पीठासीन अर्धकारी की डायरी के साथ जमा करे गा।
(i) चूंक्रक कभी-कभी साधारण प्रेक्षक के भलए, उन्हें आबंदटत ननवााचन क्षेि के प्रत्येक मतदान केन्द्र का
दौरा करना और पूरे समय क्रकसी मतदान केन्द्र पर उपजस्थत होना संभव नहीं होता है , इसभलए
ननवााचन आयोग ने प्रेक्षण की प्रणाली सुदृढ करने के भलए आवश्यकतानुसार माइिो प्रेक्षक
ननयुक्त करके माइिो प्रबंधन की मदद से मतदान केन्द्रों पर ननवााचनों का प्रबंधन करने का
सजग भाव से ननणाय हाल ही में भलया है । ननवााचन आयोग ने माइिो प्रेक्षकों की प्रणाली और
कुछ पूव-ा चयननत गंभीर मतदान केन्द्रों पर डडजजटल/वीडडयो कैमरे के प्रयोग को शुरू क्रकया है ।
(ii) सूक्ष्म प्रेक्षक (एमओ) ननवााचन आयोग के ददशाननदे शों के अधीन ववशेष काया के भलए सजर जत पद
है । माइिो-प्रेक्षक को सौंपी गई जजम्मेदाररयां एवं काया, ननददा ष्ट मतदान केन्द्र लेकर ननवााचन क्षेि
के साधारण प्रेक्षक तक, मतदान प्रक्रिया में अंतर की ररपोदटिं ग के इदा -र्गदा घूमते हैं। माइिो-
प्रेक्षकों को जोणखम मानर्चिण में र्चजननत संवेदनशील मतदान क्षेिों में ननयुक्त क्रकया जाता है।
ये माइिो-प्रेक्षक सीधे साधारण प्रेक्षक के ननयंिण एवं पयावेक्षण के अधीन काया करें गे।
(iii) माइिो प्रेक्षक को साइलेंट मोड में मोबाइल फोन साथ में रखने की अनुमनत होती है ताक्रक
क्रकसी जरूरत की दशा में वह ननयंिण कक्ष के साथ समन्वय कर सकें।
(iv) माइिो प्रेक्षक से अपेक्षा होती है क्रक वे मतदान प्रारं भ होने से एक घंटे अथाात ् सब
ु ह में 7 बजे से
पूवा मतदान केन्द्र पहुंचें और ददनभर मतदान केन्द्र पर तैनात रहें । उन्हें मतदान के दौरान
मतदान के भलए तैयारी का आकलन करना होता है और वह पूवा मुदद्रत प्रपि पर महत्वपण ू ा
त्रबंदओ
ु ं को ननयभमत रूप से भलखेंगे क्रकं तु क्रकसी भी दशा में माइिो-प्रेक्षक पीठासीन अर्धकारी या
मतदान अर्धकारी के रूप में काया नहीं करें गे या उन्हें कोई ननदे श नहीं दें गे। उनका काया यह
दे खना है क्रक ननवााचन प्रक्रिया स्वतंि एवं ननष्पक्ष रीनत से की जा रही है तथा क्रकसी भी प्रकार
का उल्लंघन नहीं है । बहु मतदान केन्द्र भवनों/स्थानों में , माइिो प्रेक्षक उस स्थान पर सभी
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मतदान केन्द्रों के भलए जजम्मेदार होंगे। एक स्थान पर मतदान केन्द्र में अलग से माइिो-प्रेक्षक
तैनात करने की जरूरत नहीं है । माइिो प्रेक्षक मतदान केन्द्रों के बीच अपने समय को ववभाजजत
करें गे और लगातार अंतरालों पर एक ही पररसर के भीतर सभी मतदान केन्द्रों पर जाएंगे। वे
प्रत्येक मतदान केन्द्र पर मतदान अभभकतााओं को इसके बारे में बताएंगे क्रक वे उपलब्ध हैं, यदद
वे (अभभकताा) उनकी नोदटस में कुछ लाना चाहते हों। साधारण प्रेक्षक ननवााचन क्षेिों के संबंध में
माइिो प्रेक्षकों की उनकी अपेक्षाओं के भलए जजला ननवााचन अर्धकाररयों के ननकट संपका में रहें गे।
प्रत्येक माइिो-प्रेक्षक के पास मतदान केन्द्रों में अपनी पहुंच सुननजश्चत करने के भलए जजला
ननवााचन अर्धकारी द्वारा जारी फोटो पास एवं पहचान पि होगा।
(v) माइिो प्रेक्षकों की मुख्य क्जम्मेवाररयां:-
(क) मतदान के ददन ननवााचन संचालन से संबंर्धत ववर्धयों एवं ननयमों से पररर्चत होना।
(ख) यह दे खना क्रक क्या पहचान दस्तावेज वववरणों को मतदाता अर्धकारी द्वारा मतदाता रजजस्टर
(प्ररूप17क) में सावधानीपूवक
ा भरा जा रहा है ।
(ग) पूरे ददन ननधााररत मतदान बूथ में उपजस्थत रहना/उसका दौरा करना तथा ननवााचन आयोग
के ददशाननदे शों के अनस
ु ार ननवााचन की सभी प्रक्रियाओं का प्रेक्षण करना।
(घ) यह प्रेक्षण करना क्रक क्या पीठासीन अर्धकारी या मतदान अर्धकारी मतदान कक्ष (कंपाटा मेंट) की
ओर जा रहा है या मतदाताओं को अनुर्चत अनुदेश दे रहा है ।
(ङ) यह जांच करना क्रक क्या अनुपजस्थत, अन्यि चले गए एवं डुप्लीकेट सूची (एएसडी सच
ू ी) में
मतदाताओं की जांच ननवााचन आयोग के ददशाननदे शों के अनुसार पीठासीन अर्धकारी द्वारा
सावधानीपव
ू क
ा की जा रही है ।
(च) प्रेक्षक को उनके अर्धकार क्षेि के अधीन प्रत्ये क मतदान बूथ के भलए मतदान ददवस के
क्रियाकलापों के बारे में सर्ू चत करना।
(छ) यह जांच करना क्रक क्या वोदटंग मशीन को ननवााचन आयोग के अनुदेशों के अनुसार सीलबंद
क्रकया गया।
(ज) मतदान अभभकताा/ओं, ननवााचन अभभकताा/ओं या क्रकसी राजनैनतक दल की भशकायतों का पता
रखना और भशकायत की प्रकरनत एवं गंभीरता को समझना।
(झ) मतदान के बाद, माइिो-प्रेक्षक को संग्रहण केंद्रों में साधारण प्रेक्षक को सूर्चत करना चादहए तथा
ररपोटा वाले भलफाफे सौंपना चादहए।
(ञ) यह प्रेक्षण करना क्रक क्या पीठासीन अर्धकारी एवं मतदान दल को पयााप्त मतदान सामग्री
प्रदान की गई है । साधारण प्रेक्षक के ध्यान में उपलब्ध संचार चैनल, फोन, बेतार या क्रकन्हीं
अन्य साधनों की मदद से कोई बात लाना, जब कभी उन्हें महसूस होता है क्रक मतदान को क्रकसी
कारण से दवू षत क्रकया जा रहा है ।
(क) सूक्ष्म प्रेक्षक के भलए प्रभशक्षण में अननवाया रूप से भाग लेने के भलए मतदान के ददन ननवााचन
प्रक्रिया की तैयारी यथा, मतदान दल की उपजस्थनत, छद्म मतदान, मतदान बथ
ू पर सवु वधाओं,
सुरक्षा इंतजाम आदद का आकलन करना।
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(ख) जजला ननवााचन अर्धकारी से अपना फोटो पास, पहचान पि एवं ननयुजक्त पि प्राप्त करना।
(ग) साधारण प्रेक्षक द्वारा ददए गए अनद
ु े शों को समझना। साधारण प्रेक्षक के अनुदेशों पर यादृजच्छक
जांच करना और प्रभावी रीनत से फोटो मतदाता पर्चायों का ववतरण सनु नजश्चत करना और फोटो
मतदाता पर्चायों के ननष्पक्ष ववतरण में बथ
ू लेवल अर्धकाररयों के आचरण के बारे में कहीं से भी
प्राप्त भशकायतों, यदद कोई है , का ननराकरण करना।
(घ) ररटननिंग अर्धकारी से संचार योजना लेना।
(ङ) मतदान केन्द्र पर मतदान से कम से कम एक घंटे पव
ू ा या यदद जस्थनत के अनस
ु ार अपेक्षक्षत हो,
तो एक ददन पूवा पहुंचना।
(च) छद्म मतदानों के समय उपजस्थत होना।
(छ) बैलट यनू नट के आंकडे का रै क रखना क्रक क्या छद्म मतदानों के बाद उन्हें समर्ु चत ढं ग
से भमटाया गया।
(ज) छद्म मतदान के दौरान मतदान अभभकताा और राजनैनतक दलों की उपजस्थनत पर नजर
रखना।
(झ) यह जांच करना क्रक क्या एक ही राजनैनतक दल के एक से अर्धक मतदान अभभकताा मतदान
केन्द्र के भीतर उपजस्थत हैं।
(ञ) छद्म मतदान के समय को भलखना।
(ट) यह दे खना क्रक क्या अभभकतााओं के भलए प्रवेश पास प्रणाली का पालन क्रकया जाता है या
नहीं।
(ठ) यह दे खना क्रक मत डालने की अनुमनत दे ने से पूवा क्या मतदाताओं की पहचान ननवााचक
फोटो पहचान पि या अन्य ववर्धमान्य दस्तावेजों का सत्यापन करने के बाद की गई।
(ड) यह दे खना क्रक क्या सेक्टर अर्धकारी द्वारा मतदान बथ
ू का दौरा क्रकया जा रहा है या
नहीं।
(ढ) यह दे खना क्रक क्या मतदान केन्द्र पर केन्द्रीय अधा सैननक बलों की तैनाती की गई है ।
(ण) यह दे खना है क्रक क्या प्रनत घंटे डाले गए कुल मत का भमलान ईवीएम और ननवााचक
नामावली (17क) से क्रकया जाता है ।
(त) मतदान केन्द्र में मतदान प्रारं भ होने एवं समाप्त होने के समय को दे खना।
(थ) यह जांच करना क्रक क्या मतदान अभभकतााओं को बैलट यूननट एवं कंरोल यनू नट और ग्रीन
पेपर सील की िम संख्या नोट करने की अनुमनत दी गई।
(द) यह जांच करना क्रक क्या डाक मतपि के साथ जारी मतों की सूची पीठासीन अर्धकारी एवं
मतदान अभभकतााओं के पास उपलब्ध थी।
(ध) यह दे खना क्रक क्या प्रवेश पास प्रणाली को मतदान बथ
ू /थों पर समर्ु चत ढं ग से लागू क्रकया
गया।
(न) यह दे खना क्रक क्या कोई अनर्धकरत वयजक्त क्रकसी भी समय मतदान केन्द्र के भीतर था।
(ऩ) यह दे खना क्रक क्या मतदाता के बाएं हाथ की तजानी पर अभमट स्याही का ननशान लगाने
का काया समुर्चत ढं ग से क्रकया गया।
(प) यह नोट करना क्रक क्या प्ररूप 17ग में दजा मतों के लेखा-जोखा की प्रनतयों मतदान अभभकतााओं
को दी गई हैं।
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(फ) यह दे खना क्रक क्या मतदान की गोपनीयता सनु नजश्चत करने के भलए मतदान कक्ष (कंपाटा मेंट) को
समर्ु चत ढं ग से रखा गया।
(ब) यह दे खना क्रक क्या घटनाएं होने पर उनको पीठासीन अर्धकारी की डायरी में दजा क्रकया गया।
(भ) साधारण प्रेक्षक के लगातार संपका में रहना और समय-समय पर उन्हें ररपोटा दे ना।
यह सुननजश्चत क्रकया जाना चादहए क्रक जजला ननवााचन अर्धकारी द्वारा प्रत्येक मतदान केन्द्र में हे ल्प
डेस्क डयट
ू ी के भलए ननयक्
ु त बथ
ू लेवल अर्धकारी को मतदान केन्द्र के बाहर, तथावप, मतदान केन्द्र के
स्थान के पररसरों में मतदाताओं के भलए सुववधाजनक स्थान पर पथ
र क रूप से बैठने के भलए पयााप्त
इंतजाम क्रकया जाए ताक्रक मतदाताओं को आवश्यक सहायता प्रदान की जाए। यह भसफाररश की जाती है
क्रक साइनबोडा के साथ और यथा-संभव मतदान केन्द्र के स्थान के मुख्य प्रवेश के बहुत ही ननकट उसके
बैठने का इंतजाम क्रकया जाए ताक्रक ननवााचकों के मतदान केन्द्र के स्थान पर पहुंचने पर उनका ध्यान
आकरष्ट हो। बथ
ू लेवल अर्धकारी मतदान ददवस को मतदाता सच
ू ी के साथ ववतरण हे तु हे ल्प डेस्क पर
वणा िमानुसार अववतररत फोटो पर्चायां रखेगा। वह सूची पर ही ववतरण ररकॉडा (मतदाता के
हस्ताक्षर/अंगूठे का ननशान) रखेगा तथा सच
ू ी एवं अववतररत फोटो मतदाता पर्चायों, यदद कोई हैं, को
मतदान समाप्त होने के बाद अंनतम रूप से ननवााचक रजजस्रीकरण अर्धकारी को सौंपेगा।
प्रत्येक पररसर/भवन के स्थान जहां 3 या अर्धक मतदान केन्द्र जस्थत हैं, के भलए मतदाता सहायता बथ
ू
काया करे गा। प्रत्येक मतदाता सहायता बथ
ू के भलए ररटननिंग आक्रफसर द्वारा काभमाकों की एक टीम
ननयक्
ु त की जाएगी। ऐसा ननयोजन केवल मतदान ददवस के भलए ही होगा। इसका उद्दे श्य मतदाता को
उसके मतदान केन्द्र संख्या एवं ननवााचक नामावली में िम संख्या का पता लगाने में सहायता करना है ।
इसके भलए भाग-वार ननवााचक नामावली वणािमानुसार तैयार की जाती है । क्रकसी भाग के भीतर नामों की
वणा िमानस
ु ार वयवस्था को आगे सेक्शन-वार ववभाजजत नहीं क्रकया जाता है । वणािमानस
ु ार सच
ू ी
अर्धमानत: अंग्रेजी में मुदद्रत की जानी चादहए। एक/दो मतदान केन्द्र भवनों के भलए, कोई पथ
र क टीम या
मतदाता सहायता बूथ अपेक्षक्षत नहीं है । ऐसी दशाओं में वणािमानुसार नामावली लोकेटर, मतदान केन्द्र
में ननवााचकों की आसानी से पहचान के भलए पीठासीन अर्धकारी को दी जाती है (र्चजननत प्रनत के
अनतररक्त)। मतदाता सहायता बूथ काभमाकों के बैठने के भलए आवश्यक इंतजाम क्रकया जाना होता है ।
''मतदाता सहायता बथ
ू '' को दशााते हुए संकेतक इस रीनत से रखा जाता है क्रक यह मतदाताओं को उनके
पररसर/ भवन में पहुंचते ही स्पष्ट ददखाई दे । मतदाता सहायता बथ
ू काभमाक ऐसी सूचना चाहने वाले
प्रत्येक ननवााचक की बूथ संख्या एवं िम संख्या का पता लगाएंगे।
(i) उच्चतम न्यायालय के सुझाव (भसववल अपील सं. 2003 का 9228-जनक त्रबंघम बनाम दास राय
ु की गई क्रकंतु मतदान की गोपनीयता पर क्रकसी समझौते
एवं अन्य) पर डडजजटल फोटोग्राफी शरू
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की अनुमनत नहीं दी जानी चादहए। ननवााचन आयोग ने ववशेष रूप से ननदे श ददया है क्रक डडजजटल
कैमरे वाले वयजक्त को ननम्नभलणखत का फोटो लेना है :
ग्राम अर्धकारी या अन्य अर्धकारी या मदहला पररचर, पीठासीन अर्धकारी द्वारा जजसकी ननयुजक्त
ननवााचकों की पहचान में उसे मदद करने या मतदान की प्रक्रिया में अन्यथा सहायता दे ने के भलए की
जाती है , को सामान्यता मतदान केन्द्र के प्रवेश के बाहर त्रबठाया जाना चादहए। उसे मतदान केन्द्र में
केवल तब ही आने की अनुमनत दी जानी चादहए जब क्रकसी ववशेष ननवााचक की पहचान के भलए या
मतदान की प्रक्रिया से संबंर्धत क्रकसी ववशेष प्रयोग के भलए मदद हे तु उसकी सहायता अपेक्षक्षत है ।
मतदान केन्द्र के भीतर क्रकसी भी वयजक्त को शब्दों द्वारा या इशारों द्वारा क्रकसी ववशेष अभ्यथी के पक्ष
में मत डालने के भलए ननवााचकों को प्रभाववत करने या प्रभाववत करने का प्रयास करने की अनुमनत नहीं
दी जानी चादहए।
ननवााचनों के दौरान, ननवााचन आयोग ननवााचनों के सुचारू संचालन के भलए मतदान केन्द्रों पर राज्य
पुभलस काभमाकों एवं केन्द्रीय अधा सैननक बलों को तैनात करता है । स्थानीय राज्य पुभलस (इसके सभी
रूपों सदहत) और केन्द्रीय अधा सैननक बल ननवााचन के समय ननवााचन आयोग में प्रनतननयजु क्त पर होते हैं
और वे सभी प्रयोजनों के भलए उसके अधीक्षण एवं ननयंिण के अधीन आते हैं। ननवााचन आयोग इन सभी
बलों की सहायता से ननवााचन संचाभलत करता है ।
उच्चतम न्यायालय द्वारा अपने ददनांक 11.01.2005 के आदे श सं. 2003 का 9228 (जनक भसंह बनाम
राम दास राय एवं अन्य) में ददए गए ननदे शों के अनुसरण में , ननवााचन आयोग ने ननदे श ददया है क्रक
केन्द्रीय अधा-सैननक बल के कवरे ज वाले मतदान केन्द्रों पर, मतदान केन्द्र पर तैनात केन्द्रीय अधा सैननक
बल का एक जवान मतदान केन्द्र के प्रवेश द्वार पर खडा होगा ताक्रक वह मतदान केन्द्र के अंदर चल
रही कायावादहयों पर नजर रख सके ताक्रक ववशेषकर यह सुननजश्चत हो सके क्रक कोई अनर्धकरत वयजक्त
मतदान केन्द्र के भीतर प्रवेश न कर सके। यह सुननजश्चत क्रकया जाना चादहए क्रक केन्द्रीय अधा सैननक
बल काभमाक मतदान के भीतर तैनात न हो। यह स्पष्ट क्रकया जाता है क्रक केन्द्रीय अधा सैननक बल के
जवानों को केवल उन मतदान केन्द्रों के प्रवेश द्वार पर खडा क्रकया जाएगा जहां केन्द्रीय अधा सैननक बल
की तैनाती है । आगे यह और स्पष्ट क्रकया जाता है क्रक मतदान केन्द्र के प्रवेश द्वार पर खडा केन्द्रीय
अधा सैननक बल का जवान मतदान केन्द्र में अपने मत डालने आने वाले ननवााचकों की पहचान सत्यावपत
नहीं करे गा क्योंक्रक ऐसा सत्यापन करना मतदान काभमाकों की डयूटी है ।
लोक प्रनतननर्धत्व अर्धननयम, 1951 की धारा 131 में यह उपबंध क्रकया गया है क्रक यदद कोई वयजक्त
मतदान के ददन मतदान केन्द्र में अनर्ु चत रीनत से वयवहार करता है तो पीठासीन अर्धकारी उसे वहीं
पभु लस द्वारा र्गरफ्तार करवा सकता है और उसका अभभयोजन करवा सकता है । चंक्रू क, केन्द्रीय अधा
सैननक बल की तैनाती मतदान केन्द्र पर सुरक्षा प्रयोजन के भलए पभु लस की है भसयत में की जाती है ,
इसभलए, केन्द्रीय अधा सैननक बल काभमाकों को राज्य पुभलस के साथ सामान्य रूप में पुभलस माना जाना
73
चादहए और मतदान केन्द्र में क्रकसी गैर कानूनी क्रियाकलाप के भलए पीठासीन अर्धकारी को मतदान केन्द्र
में क्रकसी दरु ाचरण (णों) को रोकने के भलए मतदान केन्द्र में तैनात केन्द्रीय अधा सैननक बल की सेवाओं
का प्रयोग करने की स्वतंिता है । यदद मतदान केन्द्र के प्रवेश द्वारा पर तैनात केन्द्रीय अधा सैननक बल
जवान उपयुक्
ा तानुसार ननवााचन प्रक्रिया का उल्लंघन दे खता है या मतदान केन्द्र के भीतर चल रही क्रकसी
असामान्य घटना को दे खता है तो वह मतदान प्रक्रिया में दखल नहीं दे गा अवपतु इसकी सच
ू ना मतदान
केन्द्र में केन्द्रीय अधा सैननक बल के प्रभारी या साधारण प्रेक्षक को दे गा। केन्द्रीय अधा सैननक बल का
प्रभारी उसके बाद शीघ्र इसे ररटननिंग आक्रफसर और साधारण प्रेक्षक के ध्यान में भलणखत रूप में लाएगा
ताक्रक आगे आवश्यक कारावाई की जा सके। ररटननिंग आक्रफसर/प्रेक्षक आगे आयोग के अनुदेशों के भलए
केन्द्रीय अधा सैननक बल के दलों से प्राप्त प्रनतकूल ररपोटों की सूचना उसे दें गे। ऐसे भवनों में , जहां एक
से अर्धक मतदान केन्द्र हैं एवं जहां केन्द्रीय अधा सैननक बल का केवल आधा सेक्शन तैनात है , वहां
मतदान के प्रवेश द्वार पर डयूटी के भलए चयननत केन्द्रीय अधा सैननक बल जवान से कहा जाना चादहए
क्रक वह मतदान केन्द्र से दस
ू रे मतदान पर जाते-आते रहे । ननवााचन आयोग ने ननदे श ददया है क्रक
पीठासीन अर्धकारी और केन्द्रीय अधा सैननक बल के बीच बेहतर समन्वय के भलए पीठासीन अर्धकारी
द्वारा मतदान से पूवा एक बैठक आयोजजत की जानी चादहए, जहां उसे मतदान प्रक्रिया के दौरान हो
सकने वाली क्रकसी अवप्रय घटना की दशा में सभी जजम्मेदाररयों के बारे में बताया जाए।
9.9 केन्द्द्रीय अधा सैननक बल (सीपीएमएफ) और राज्य पुललस की भलू मकाएं एवं उत्त्रदानयत्व
ननवााचन आयोग के अनुदेशों के अनुसार, केन्द्रीय अधासैननक बल के जवानों को मतदान केन्द्र के भीतर
तैनात नहीं क्रकया जाना चादहए। ननवााचन आयोग ने मतदानों के संचालन में केन्द्रीय अधा सैननक बल
और राज्य पुभलस की भूभमका के संदभा में अपने ननदे शों की ननम्नानुसार आगे और ववस्तत
र वयवस्था की
है :
क) जहां कहीं केन्द्रीय अधा सैननक बल क्षेि को अपने ननयंिण में लेने के भलए समय रहते पहुंचता
है , वहां वह फ्लैग माचा, स्थल गश्त एवं ववश्वास पैदा करने संबंधी अन्य क्रियाकलाप करे गा।
ख) मतदान से पूवा ददवस को केन्द्रीय अधा सैननक बल अपने-अपने मतदान केन्द्रों में मोचाा ले
लेंगे और उन्हें अपने ननयंिण में ले लेंगे।
ग) मतदान ददवस को केन्द्रीय अधा सैननक बल मुख्य रूप से मतदान केन्द्रों की सरु क्षा करने तथा
मतदान केन्द्रों के भीतर प्रवेश को ववननयभमत करने के भलए जजम्मेवार होगा। केन्द्रीय अधा
सैननक बल का एक जवान माननीय उच्चतम न्यायालय के ननदे शों के अनुसार मतदान केन्द्र के
भीतर चल रही कायावादहयों को दे खने के भलए मतदान केन्द्र के दरवाजे पर तैनात रहे गा (जस्थर
रूप में या एक मतदान केन्द्र से दस
ू रे केन्द्र जाते-आते रहकर)। इसके अनतररक्त, केन्द्रीय अधा
सैननक बल के कंपनी कमांडर भी मतदान केन्द्रों के सम्बद्ध क्षेि में क्षेि ननयंिण बल एवं
ववश्वास पैदा करने संबंधी उपाय के रूप में अपने-अपने मतदान केन्द्र क्षेि में घम
ू ें गे।
घ) यदद केन्द्रीय अधा सैननक बल क्रकसी कारण से केन्द्रीय अधा सैननक बल द्वारा कवर क्रकए गए
मतदान केन्द्र पर नहीं पहुंच पाता है तो मतदान आरं भ नहीं होगा।
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ङ) मतदान पूरा होने के बाद मत डाले गए ईवीएम और पीठासीन अर्धकाररयों को केन्द्रीय अधा
सैननक बल के समह ू द्वारा ररसेप्शन सेंटर तक दहफाजत से पहुंचाया जाएगा। इस संबंध में ब्योरे
जजला ननवााचन अर्धकारी और पुभलस अधीक्षक द्वारा समय रहते प्रेक्षक के परामशा से तैयार
क्रकए जाएंगे।
च) केन्दीय अधा सैननक बल स्रांग रूम, जहां मत डाले गई ईवीएम का भंडारण क्रकया जाता है
और गणना के ददन तक रखा जाता है , की पहरे दारी के भलए भी जजम्मेदार होगा।
(क) राज्य पुभलस मतदान केन्द्रों के जलग्रहण (कैचमेंट) क्षेि तथा मतदान पररसरों (मतदान केन्द्रों से
यथा भभन्न) के भीतर एवं बाहर सामान्य ववर्ध एवं वयवस्था को बनाए रखने के भलए जजम्मेवार
रहे गी।
(ख) केन्द्रीय अधा-सैननक बल द्वारा कवर क्रकए गए मतदान केन्द्रों में , जहां कहीं स्थानीय राज्य पुभलस
मतदान पररसरों के भीतर तैनात रहती है , वहां वे स्वयं मतदान केन्द्र तथा ननवााचकों की कतार
से यथार्चत दरू ी पर रहें गी।
(ग) यह सलाह दी जाती है क्रक एक या दो त्रबना हर्थयार वाले स्थानीय राज्य पुभलस काभमाक/होम गाडा
प्रत्येक मतदान पररसर पर तैनात रहें गे ताक्रक यदद अपेक्षा हो तो और अर्धक काभमाकों को बुलाया
जा सके।
(घ) क्रकसी भी जस्थनत में , स्थानीय राज्य पुभलस मतदान केन्द्रों पर केन्द्रीय अधा सैननक बल का
स्थान नहीं लेगी और स्थानीय राज्य पुभलस का कोई भी वररष्ठ अर्धकारी टुकडी सदहत अथवा
टुकडी के त्रबना भी स्वयं को मतदान केन्द्र पर तैनात नहीं करे गा तथा न ही वहां केन्द्रीय अधा
सैननक बल का अधीक्षण और ननयंिण रखेगा।
(ङ) तथावप, स्थानीय राज्य पुभलस को आपवाददक पररजस्थनतयों में मतदान केन्द्रों पर केवल तब
तैनात क्रकया जा सकेगा जब केन्द्रीय अधा-सैननक बल पयााप्त मािा में उपलब्ध न हों और वह भी
अपने प्रेक्षक के माध्यम से ननवााचन आयोग के ववभशष्ट अनुदेशों के अधीन।
(च) ववर्ध एवं वयवस्था की जजम्मेदारी पूरी तरह स्थानीय राज्य पुभलस की होगी। ननवााचन आयोग ने
अनद
ु े श ददया है क्रक मतदान केन्द्र क्षेि के भीतर छोटे गांव/ननवास क्षेिों, जो डराने-धमकाने,
अभभिास एवं अनुर्चत प्रभाव के जोणखम से पररपण
ू ा है , को र्चजननत क्रकया जाएगा और सभी
आवश्यक ववश्वास पैदा करने वाले और ननवारक उपाय समय रहते क्रकए जाएंग।े स्थानीय राज्य
पभु लस इस काया को अत्यर्धक महत्व दे गी तथा यह भी सनु नजश्चत करे गी क्रक ऐसे पॉकेट के
मतदाताओं को मतदान के ददन अपने मतार्धकार का प्रयोग करने में कोई बाधा न हो।
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अध्याय-10
मतदान केन्द्द्रों में मतदान के ददन इंतजाम
मतदान ददवस को पीठासीन अर्धकारी, मतदान केन्द्र में संचाभलत की जा रही मतदान प्रक्रिया का
समग्र प्रभारी होता है । वह मतदान केन्द्र में और मतदान केन्द्र से बाहर वयवस्था बनाए रखने और
आयोग के अनुदेशों का अनप
ु ालन सुननजश्चत करने के भलए भी जजम्मेवार होता है ।
10.1 मयाादा एवं गररमा बनाए रखने के ललए पीठासीन अचधकारी/मतदान पदाचधकाररयों के ललए साधारण
अनुदेश
10.1.1 मतदान कालमाकों की ननष्पक्षता आवश्यक है - पीठासीन अर्धकारी को सभी दलों एवं
अभ्यर्थायों को समान मानना चादहए और प्रत्येक वववाददत त्रबंद ु का ननष्पक्ष रूप से एवं
न्यायोर्चत रूप से ननराकरण चादहए। उसका कौशल, दृढता एवं ननष्पक्षता क्रकसी भी
शांनत-भंग के प्रनत सवाार्धक महत्वपूणा रक्षोपाय हैं। यह कहने की आवश्यकता नहीं है क्रक
न तो पीठासीन अर्धकारी, न ही मतदान केन्द्र पर क्रकसी अन्य अर्धकारी को कोई ऐसा
करत्य करना चादहए जो ननवााचन में क्रकसी अभ्यथी की प्रत्याशाओं को बढाने के रूप में
हो। इसके अनतररक्त, पीठासीन अर्धकारी एवं मतदान केन्द्र में अन्य अर्धकाररयों को
वैसी ही मयाादा एवं गररमा बनाए रखनी चादहए, जैसा क्रक डयूटी पर क्रकसी अर्धकारी से
अपेक्षक्षत है । न तो पीठासीन अर्धकारी और न ही मतदान केन्द्र में कोई अन्य अर्धकारी
ऐसे क्रकन्हीं भी अनर्ु चत क्रियाकलापों में भलप्त होगा, जो डयट
ू ी पर क्रकसी अर्धकारी के
भलए अनुर्चत हो, यथा, सेलेत्रब्रटी या अनत ववभशष्ट वयजक्त के अपने मत डालने के भलए
मतदान केन्द्र में आने के समय उनसे हाथ भमलाना या उनके साथ फोटो णखंचवाना,
हालांक्रक प्रत्येक ननवााचक के प्रनत सामान्य भशष्टता ददखाना डयूटी का भाग है ।
10.1.2 मतदान केन्द्द्र में या उसके ननकट अनचु चत आचरण न करना- पीठासीन अर्धकारी को
लोक प्रनतननर्धत्व अर्धननयम, 1951 की धारा 131 में अंतववाष्ट उपबंधों को लागू करना
होगा। यदद कोई वयजक्त मतदान केन्द्र में या उससे बाहर अनुर्चत तरीके से वयवहार
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करता है तो पीठासीन अर्धकारी उसे पुभलस अर्धकारी द्वारा तत्काल र्गरफ्तार करवा
सकता है और अभभयोजजत करवा सकता है । पभु लस को ऐसे कदम उठाने तथा ऐसे बल
का प्रयोग करने की शजक्त है जो ऐसे वयवहार को रोकने के भलए यथोर्चत रूप से
आवश्यक हो। तथावप, इन शजक्तयों का प्रयोग केवल तब क्रकया जाना चादहए जब
समझाने-बझ
ु ाने और चेतावनी ददए जाने से कोई प्रभाव न पडे।
10.1.3 समस्या पैदा करने वाले व्यक्क्तयों को हटाना - क्रकसी ऐसे वयजक्त, जो दवु यावहार करता
है या मतदान के दौरान पीठासीन अर्धकारी के ववर्धसम्मत ननदे शों का पालन नहीं करता
है , को उसके आदे शों पर क्रकसी पुभलस अर्धकारी या पीठासीन अर्धकारी द्वारा प्रार्धकरत
अन्य वयजक्तयों द्वारा हटवाया जा सकेगा।
10.1.4 मतदान केन्द्द्र से वोदटंग मशीन को हटाना एक अपराध माना जाना - कोई भी वयजक्त,
जो ननवााचन में धोखाधडी से या अनर्धकरत रूप से वोदटंग मशीन को मतदान केन्द्र से ले
जाता है या ले जाने का प्रयास करता है या क्रकसी ऐसे करत्य को करने में जानबूझकर
सहायता करता है , तो वह एक ऐसा संज्ञेय अपराध करता है जो एक वषा तक के
कारावास या पांच सौ रु. तक के जम
ु ााने या दोनों से दं डनीय होगा।
10.1.5 मतदान केन्द्द्र में या उसके आस-पास हचथयार के साथ जाने पर ननषेध - लोक
प्रनतननर्धत्व अर्धननयम, 1951 की धारा 134ख के उपबंधों के अनुसार, कोई वयजक्त
(ररटननिंग आक्रफसर, पीठासीन अर्धकारी, क्रकसी पुभलस अर्धकारी और मतदान केन्द्र में
शांनत एवं वयवस्था बनाए रखने के भलए ननयक्
ु त क्रकसी अन्य वयजक्त, जो मतदान केन्द्र
पर डयट
ू ी पर हो, के अलावा अन्य कोई वयजक्त) मतदान ददवस को आयध
ु अर्धननयम,
1959 में यथा पररभावषत क्रकसी प्रकार के हर्थयारों से लैस होकर मतदान केन्द्र के आस-
पास नहीं जा सकता है । यदद कोई वयजक्त इन उपबंधों का उल्लंघन करता है तो उसे
ऐसी अवर्ध के कारावास, जजसे दो वषा बढाया जा सकेगा, या जुमााने या दोनों से दं डडत
क्रकया जाएगा। यह संज्ञेय अपराध है ।
10.1.6 नोदटस प्रदलशात करना- पीठासीन अर्धकारी प्रत्येक मतदान केन्द्र के बाहर स्पष्ट रूप से
ननम्नभलणखत प्रदभशात करे गा-
(i) मतदान केंद्र द्वारा ददया जाने वाला एक ऐसा नोदटस जजसमें मतदान क्षेि और ननवााचकों का
वववरण ववननददा ष्ट क्रकया जाएगा; और
(ii) प्ररूप 7-क में ननवााचन लड रहे अभ्यर्थायों की सच
ू ी की प्रनत और जहां कहीं वयवहाया हो, प्रत्येक
अभ्यथी के प्रतीक की अनक
ु र नत। नोदटस की भाषा वही होगी जो ननवााचन लड रहे अभ्यर्थायों की
सूची के भलए है तथा नामों का िम भी वही होगा जो ननवााचन लड रहे अभ्यर्थायों की सूची में
है ।
(iii) एक ही मतदान केन्द्र वाली लोकेशन में कई मतदान केन्द्रों की दशा में इंतजाम - यदद एक से
अर्धक मतदान केन्द्र एक ही भवन में अवजस्थत हैं तो पीठासीन अर्धकारी को स्वयं को इस बात
से संतुष्ट कर लेना चादहए क्रक मतदाताओं को अलग करने और त्रबना क्रकसी भ्रम के प्रत्येक
मतदान केन्द्र के सामने स्थान के ववभभन्न भागों में उन्हें प्रतीक्षा करवाने के भलए आवश्यक
इंतजाम कर भलए गए हैं।
77
10.1.7 ननजी भवनों में मतदान केन्द्द्र की दशा में इंतजाम- यदद मतदान केन्द्र क्रकसी ननजी
भवन/ननजी संस्थान में जस्थत हो तो इस भवन तथा इसके इदा -र्गदा एक सौ मीटर की
पररर्ध तक के क्षेि को पीठासीन अर्धकारी के ननयंिणाधीन होना चादहए। इसके माभलक
से संबंर्धत क्रकसी भी वयजक्त (चौकीदार/गाडा या क्रकसी अन्य वयजक्त) चाहे सशस्ि हो या
ननरस्ि, को मतदान केन्द्र में या इसके इदा -र्गदा दो सौ मीटर की पररर्ध के भीतर रहने
की अनुमनत नहीं होगी। मतदान केन्द्र में तथा उपयक्
ुा त क्षेि के भीतर सुरक्षा इंतजाम की
जजम्मेदारी पूणा रूपेण पीठासीन अर्धकारी के ननयंिणाधीन पुभलस की होगी। यह
सुननजश्चत क्रकया जाना चादहए क्रक ऐसे ननजी भवन का माभलक ननवााचन लड रहे अभ्यथी
या ननवााचन में क्रकसी अभ्यथी का ज्ञात सहानुभूनत रखने वाला शुभर्चंतक या कायाकताा न
हो।
10.1.8 ननवााचनों पर प्रभाव डालने वाले फकन्द्हीं भी नेताओं का कोई फोटो या फकसी राजनैनतक
दल के प्रतीकों या नारों को प्रदभशात नहीं क्रकया जाएगा और यदद वहां पहले से लगे हैं तो
पीठासीन अर्धकारी को उन्हें हटाने तथा मतदान समाप्त होने तक दरू रखने के भलए
कदम उठाने चादहएं।
10.1.9 मतदान केन्द्द्र के भीतर धम्र
ू पान ननषेध- मतदान केन्द्र के भीतर धूम्रपान की अनुमनत
नहीं होती है । तथावप, पीठासीन अर्धकारी को सनु नजश्चत करना चादहए क्रक मतदान केन्द्र
के भीतर कोई धूम्रपान न करे । यदद कोई मतदान अभभकताा धूम्रपान करना चाहता है तो
उसे मतदान में कोई रूकावट पैदा क्रकए त्रबना मतदान केन्द्र से बाहर जाने के भलए कहा
जा सकता है ।
10.1.10 मतदान ददवस को मतदान केन्द्र के भीतर खाना पकाने या इस प्रयोजनाथा अक्ग्न जलाने
की अनुमनत नहीं दी जाएगी।
10.1.11 बैज आदद पहनना, क्रकसी वयजक्त को मतदान केन्द्र के भीतर या उसके 100 मीटर की
पररर्ध के भीतर टोवपयां, दप
ु ट्टा (शॉल), बैज, प्रतीक, जजस पर राजनैनतक दल,
अभ्यर्थायों या राजनैनतक नेताओं के नाम और/या उनके नारे /प्रतीक या उसका र्चत्रित
प्रदशान हो, को पहनने की अनुमनत नहीं होगी क्योंक्रक यह ननवााचन लड रहे अभ्यथी के
भलए प्रचार करने समान है। तथावप, त्रबना क्रकसी प्रतीक/नारे के सादी टोपी ननवषद्ध नहीं
है । मतदान अभभकताा अपने ऊपर ऐसे बैज लगा सकते हैं जजसमें उनकी तत्काल पहचान
के प्रयोजनाथा उस अभ्यथी, जजसके वे अभभकताा हैं, का नाम हो।
10.1.12 मतदान केन्द्द्र में कैमरा/सेल्यूलर (मोबाइल)/कॉडालेस/वायरलेस फोन सेट्स आदद का प्रयोग
ननषेध- ननवााचन आयोग के स्थायी अनद
ु े शों के अनुसार मतदान केन्द्र के भीतर और
मतदान केन्द्रों की 100 मीटर की पररर्ध, जजसे ''मतदान केन्द्र का पडोस'' के रूप में
वणणात क्रकया जाता है , के भीतर क्रकसी भी दशा में सेल्यूलर (मोबाइल/काडालेस/वायरलेस
फोन के प्रयोग की अनुमनत नहीं दी जाएगी। इसी प्रकार, मतदान केन्द्र के भीतर कोई
कैमरा (जस्टल/वीडडयो/डडजजटल) लाना भी ननवषद्ध है। ननवााचन आयोग ने ननदे श जारी
क्रकए हैं क्रक बूथ लेवल अर्धकाररयों द्वारा मतदाताओं को ववतररत की जानी वाली फोटो
मतदाता पर्चायों के पीछे अन्य अनुदेशों के साथ-साथ इस संबंध में भी अनुदेश मुदद्रत
78
क्रकए जाएं क्रक मतदान केन्द्र के भीतर कोई कैमरा (जस्टल/वीडडयो/डडजजटल) नहीं लाया
जाए।
10.1.13 ररटननिंग आफफसरों/सहायक ररटननिंग आफफसरों/मुख्य पुललस अचधकाररयों/सेक्टर
अचधकाररयों/ननयंत्रण कक्ष के दरू भाष नंबर को मतदान केन्द्र पर प्रदभशात क्रकया जाएगा
ताक्रक यदद मतदान अभभकतााओं की कोई भशकायत है तो वे इसे दजा करने हे तु तत्काल
हस्तक्षेप के भलए संपका कर सकें।
10.3 मतदान केन्द्द्रों के भीतर 'ननवााचन से संबंचधत ड्यूटी पर लोक सेवक' के प्रवेश को शालसत करने
संबंधी ददशाननदे श
10.3.1 पीठासीन अर्धकारी को यह ध्यान रखना चादहए क्रक ''ननवााचन से संबंर्धत ड्यूटी पर लोक
सेवक'' शब्दों में सामान्यतः पुभलस अर्धकारी सजम्मभलत नहीं होते हैं। ऐसे अर्धकाररयों,
चाहे वदी में हों या सादी पोशाक में , को साधारण ननयम के रूप में मतदान बूथ के भीतर
प्रवेश करने की अनुमनत नहीं दी जानी चादहए। तथावप, पीठासीन अर्धकारी आवश्यकता
पडने पर कानून एवं वयवस्था बनाए रखने या कुछ ऐसे ही प्रयोजनों के भलए उन्हें कभी-
कभी बल
ु ा सकेगा। क्रकसी बाध्यकारी कारण के त्रबना मतदान बथ
ू में उनकी उपजस्थनत के
बारे में कई बार कुछ अभ्यर्थायों या राजनैनतक दलों द्वारा भशकायतें की गई हैं जजन्होंने
यह आरोप लगाया है क्रक उनके अभभकताा अनावश्यक बल प्रदशान से भयभीत हो गए थे।
इसी प्रकार, क्रकसी ननवााचक या अभ्यथी के साथ आने वाले सुरक्षा काभमाक, यदद कोई है ,
या उसके ननवााचन अभभकताा या मतदान अभभकताा को भी मतदान केन्द्र में प्रवेश करने
की अनम
ु नत नहीं दी जाएगी। जैड प्लस सरु क्षा प्राप्त वयजक्त के सरु क्षा काभमाक को प्रवेश
की अनुमनत होगी, वह भी सादे कपडे में केवल एक सुरक्षा काभमाक को, जजसका शस्ि
नछपा होगा।
10.3.2 पीठासीन अर्धकारी को यह भी ध्यान रखना चादहए क्रक उपयक्
ुा त अभभवयजक्त, ''ननवााचन
से संबंर्धत ड्यूटी पर लोक सेवक'' में केन्द्र एवं राज्यों के मंिी, राज्य मंिी एवं उप मंिी
सजम्मभलत नहीं हैं। केन्द्र एवं राज्यों के मंत्रियों, राज्य मंत्रियों एवं उप मंत्रियों, जजन्हें
राज्य के खचा पर सुरक्षा कवर ददया गया है , को मतदान अभभकतााओं के रूप में काया
करने की अनुमनत नहीं है क्योंक्रक न तो उनको उनके सुरक्षा काभमाक के साथ मतदान
केन्द्र में प्रवेश करने की अनम
ु नत दी जा सकती है और न ही त्रबना सरु क्षा कवर के उन्हें
मतदान केन्द्र में प्रवेश करने की अनुमनत दे कर उनकी जजंदर्गयों को जोणखम में डाला जा
सकता है । स्थायी अनुदेशों के अनुसार, मंत्रियों या राजनैनतक कायाकतााओं, जो ननवााचनों
के भलए अभ्यर्थायों की है भसयत से मतदान केन्द्र में प्रवेश करते हैं, के साथ आने वाले
80
सुरक्षा काभमाकों को मतदान केन्द्र के भीतर प्रवेश करने की अनुमनत नहीं होगी। वे
मतदान केन्द्र के दरवाजे पर खडे होकर प्रतीक्षा कर सकते हैं, क्रकंतु क्रकन्हीं भी
पररजस्थनतयों में कोई ऐसा करत्य नहीं करें गे जो मतदान के संचालन में हस्तक्षेप समान
हो।
समय पर अपराध करने वाले अभ्यथी के ववरुद्ध ननवााचन यार्चका दाणखल करने के
आधार के रूप में करे । पीठासीन अर्धकारी अपने समक्ष दाणखल क्रकसी भशकायत को ऐसी
अभ्युजक्त, जो वह अपने प्रेक्षण एवं वयजक्तगत ज्ञान से कर सकता है , के साथ उप
मजजस्रे ट या अन्य मजजस्रे ट, जजसका ऐसे मामलों पर कारा वाई करने का अर्धकार क्षेि
हो, को अग्रेवषत करे गा। वह इसे जोनल/सेक्टर/मजजस्रे ट, जब वह बथ
ू पर आता है , के
ध्यान में भी ला सकता है । पीठासीन अर्धकारी मतदान ददवस को वाहनों के पररचालन
को ववननयभमत करने के संबंध में ननवााचन आयोग द्वारा जारी अनुदेशों/ननदे शों का भी
पालन करे गा।
चुके मतदाताओं की िम संख्या को दशााते हुए कोई पची बाहर भेजने की अनम
ु नत नहीं दी जा
सकेगी।
*****
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अध्याय-11
मतदान केन्द्द्र स्तर पर संचार योजना का प्रचालन
इस अध्याय में उक्ल्लणखत मुख्य ववषय
✓ संचार योजना
✓ वेबकाक्स्टं ग
✓ मतदान ददवस को मतदान केन्द्द्र का अनुवीक्षण
(i) ननवााचन आयोग मतदान ददवस को मतदान केन्द्र स्तर से ननवााचन आयोग तक एक सक्षम
प्रबंधन एवं फीडबैक प्रणाली स्थावपत करने के भलए संचार योजना तैयार करता है । यथा
ववकभसत संचार योजना को अब ननवााचन आयोग द्वारा एक राष्रीय संकल्पना में ववर्धमान्यता
प्रदान कर दी गई है जजसका उद्दे श्य मतदान ददवस को सूचना का तेजी से रै क रखना और
ननवााचन के प्रबंधन को सच
ू ना केजन्द्रत बनाना है । एक सुववकभसत संचार योजना से सुरक्षा बलों
की सीभमत उपलब्धता की जस्थनत में और अर्धक उपयोगी होने की अपेक्षा है ।
(ii) संचार योजना को मतदान ददवस के भलए ववशेष रूप से तैयार क्रकया जाना होगा, जो प्रातः 8.30
बजे तक छद्म मतदान प्रमाण पि के साथ शरू
ु होगी और ननवााचन आयोग एवं मख्
ु य
ननवााचन अर्धकारी को ददनभर ववभभन्न ररपोटें प्रदान की जानी होंगी। इसके अनतररक्त, संचार
योजना आकजस्मक जस्थनतयों/तत्काल अपेक्षाओं, कानन
ू एवं वयवस्था ननयंिण आदद में भी
उपयोगी होगी। ननवााचन क्षेि में ननवााचन आयोग के प्रेक्षकों के पहुंचते ही उन्हें संबंर्धत जजला
ननवााचन अर्धकाररयों द्वारा संचार योजना प्रदान की जाएगी।
(iii) राज्यों से प्राप्त फीडबैक और आंकडा संग्रहण तथा संचार योजना के सज
र न के भलए प्रववजष्ट से
संबंर्धत आदे श के आलोक में , आयोग ने संचार योजना तैयार करने के भलए पुनरीक्षक्षत
प्रक्रियाओं को पररचाभलत क्रकया है ।
(iv) प्रत्येक मख्
ु य ननवााचन अर्धकारी द्वारा राज्य संचार योजना के भलए राज्य स्तरीय नोडल
अर्धकारी और प्रत्येक जजला ननवााचन अर्धकारी द्वारा जजला संचार योजना के भलए जजला
स्तरीय नोडल अर्धकारी नाभमत क्रकए जाएंगें। राज्य स्तरीय नोडल अर्धकारी अपने जजला नोडल
अर्धकाररयों के साथ समन्वय रखेंगे और समय पर प्रगनत सुननजश्चत करें गे। राज्य स्तरीय
नोडल अर्धकारी राज्य ननवााचन आयोग की संचार योजना के भलए राष्रीय स्तरीय नोडल
अर्धकारी को फीडबैक दें गे।
(v) संचार योजना के भलए मतदान केन्द्र स्तर पर संचार के साधनों के ब्योरे , यथा मोबाइल फोन,
इंटरनेट, बेतार, लैंडलाइन टे लीफोन या नजदीकी पभु लस थाने/डाकघर के टे लीफोन ब्योरे आद संग्रह
क्रकए जाते हैं। प्रेक्षकों, सेक्टर अर्धकाररयों/जोनल मजजस्रे टों/पीठासीन अर्धकाररयों के मोबाइल
नंबर/संपका नंबर भी संग्रह क्रकए जाते हैं। इसके अनतररक्त, प्रत्येक मतदान के संबंध में उपयुक्त,
भरोसेमंद वयजक्तयों के नाम, उनके दरू भाष/मोबाइल नंबर मांगे जाते हैं। संपका के क्रकन्हीं अन्य
साधनों के नहीं होने पर, मतदान केन्द्र और ननकटतम दरू भाष/बेतार संस्थापना के बीच संदेश का
आदान-प्रदान करने के भलए दो रनसा दशााए जाते हैं।
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11.2 वेबकाक्स्टं ग
(i) ननवााचन आयोग ने भी लाइव वेबकाजस्टं ग के माध्यम से मतदान केन्द्र में मतदान प्रक्रिया को
ररकॉडा करने के भलए ननदे श ददया है । वेबकाजस्टं ग साधारणतया अवप्रय गनतववर्धयों यथा बथ
ू पर
कब्जा, छद्मरूपता आदद पर ननयंिण रखने और मतदान प्रक्रिया में पण
ू ा पारदभशाता लाने में मदद
करने के भलए दहंसा संभाववत मतदान केन्द्रों में की जाती है । इसका प्रयोग प्रयोक्ताओं के भलए
जागरूकता के भलए भी क्रकया जा सकता है । वेबकाजस्टं ग के भलए मतदान केन्द्र में ववद्युत
आपनू ता और इंटरनेट कनेजक्टववटी अपेक्षक्षत है ।
(ii) मतदान केन्द्रों में वेबकाजस्टं ग के दौरान कैमरे को ऐसी रीनत में लगाया जाना चादहए क्रक यह
ननम्नभलणखत की स्पष्ट दृश्यता ग्रहण कर सके:
(घ) मतदाता की संतोषजनक पहचान के बाद पीठासीन अर्धकारी द्वारा कंरोल यूननट को चालू क्रकया
जाना।
(ङ) मत डालने के भलए बैलट यूननट के पास मतदाता का जाना, जजसमें कैमरे में बैलट यूननट के
ऊपर वाले भाग को कवर नहीं करना चादहए ताक्रक सभी जस्थनतयों में मतदाता की गोपनीयता
सुरक्षक्षत रखी जा सके।
(iii) यह भी बडे अक्षरों में प्रदभशात क्रकया जाना चादहए क्रक मतदान केन्द्र में ''वेब कैमरा'' प्रयोग में है ।
(iv) इसके अनतररक्त, यह सुननजश्चत क्रकया जाना चादहए क्रक वेबकाजस्टं ग के भलए प्रयुक्त उपयक्
ुा त
ढांचे में क्रकसी प्रकार का ववज्ञापन प्रदभशात न क्रकया जाए।
(i) मतदान ददवस को ननवााचन आयोग ररटननिंग आक्रफसर से ननम्नभलणखत महत्वपूणा क्रियाकलापों के
संबंध में ररपोटें प्राप्त करता है :-
(क) मतदान केन्द्र में मतदान दल का आगमन
(ख) छद्म मतदान का संचालन पूरा क्रकया जाना
(ग) मतदान का आरं भ
(घ) प्रत्येक दो घंटे में मतदाता टनाआउट के बारे में 5 ररपोटें
(ङ) मतदान समाप्त होने पर अंनतम ररपोटा
(ii) एस एम एस आधाररत मतदान अनव
ु ीक्षण के बारे में आई टी एप्लीकेशन द्वारा इन ररपोटों को
मोबाइल वेब इंटरफेस तकनीकों के माध्यम से मोबाइल फोनों का प्रयोग करके तेजी से
प्रस्तुत/पुनरीक्षा करने के भलए सेक्टर अर्धकाररयों/पीठासीन अर्धकाररयों के भलए
86
*****
87
अध्याय 12
राज्य सभा के ननवााचनों के ललए मतदान केंद्र
इस अध्याय में उक्ल्लणखत मुख्य ववषय
12.1 पररचय
राज्य सभा को भंग नहीं क्रकया जा सकता। संववधान के अनच्
ु छे द 80(1)(ख) के अनस
ु ार सदन में
ननवाार्चत सदस्यों की कुल संख्या 238 से अर्धक नहीं होनी चादहए। ननवाार्चत सदस्य का कायाकाल 6
वषा का होता है । जहां तक संभव होता है , प्रत्येक दस
ू रे वषा की समाजप्त पर, यथाशीघ्र, एक नतहाई सदस्य
सेवा-ननवत्र त हो जाते हैं और इन ररजक्तयों को भरने के भलए द्वववावषाक ननवााचन संचाभलत क्रकए जाते हैं।
राज्य सभा के ननवााचनों के भलए प्रादे भशक ननवााचन क्षेि नहीं होते हैं। राज्य सभा में राज्य के प्रनतननर्ध,
राज्य की ववधान सभा के ननवाार्चत सदस्यों द्वारा चन
ु े जाते हैं। संघ राज्य क्षेिों के प्रनतननर्ध लोक
प्रनतननर्धत्व अर्धननयम, 1950 के अनुच्छे द 80(5) और धारा 27क(ए) से ञ(जे) में ववदहत रीनत के
अनुसार चुने जाते हैं।
12.2.1 लोक प्रनतननर्धत्व अर्धननयम, 1951 की धारा 29(1) के अधीन, राज्य ववधान सभा के सदस्यों
द्वारा राज्य सभा के ननवााचन में मतदान उस स्थान पर होगा जैसा ननवाज्ञाचन आयोग के पूवा अनुमोदन
से ररटननिंग अर्धकारी द्वारा ननयत क्रकया जाए। ररटननिंग अर्धकारी को ननवााचन आयोग द्वारा ननदे भशत
ववर्ध में ननयत स्थान (इसके पश्चात इसे 'मतदान केंद्र' कहा गया है ) को अर्धसूर्चत करना होता है ।
ननवााचन आयोग ने ननदे श ददया है क्रक इस स्थान को ववधान सभा के नोदटस बोडा पर नोदटस लगाकर
अर्धसूर्चत क्रकया जाए।
12.2.2 सामान्यत: ववधान सभा के भवन पररसर के क्रकसी उपयुक्त हॉल अथवा कमरे को ऐसे मतदान
के स्थान के रूप में ननधााररत क्रकया जाता है । आयोग ननवााचन के कायािम पर ववचार करते समय
मतदान के स्थान की सूचना (मुख्य ननवााचन अर्धकारी के माध्यम से) प्राप्त करता है और ननवााचन
कायािम के अनुमोदन सदहत इस मामले में अपनी स्वीकरनत भेजता है । मतदान के स्थान संबंधी ऐसा
अनम
ु ोदन भेजते समय, आयोग ररटननिंग अर्धकारी द्वारा जारी क्रकया जाने वाला तद्ववषयक ड्राफ्ट नोदटस
88
भी भेजता है । तद्नुसार ररटननिंग अर्धकारी को उस फामेट में नोदटस जारी करना चादहए और ननवााचनों
की घोषणा की अर्धसच
ू ना जारी होने के बाद आयोग के ननदे शों के अनस
ु ार इसे ववधान सभा के नोदटस
बोडा पर यथाशीघ्र प्रदभशात करना चादहए।
12.2.3 ननवााचन आयोग ननवााचन कायािम पर ववचार करते समय मतदान केंद्र की सच
ू ना (मख्
ु य
ननवााचन अर्धकारी के माध्यम से) प्राप्त करता है और ननवााचन कायािम के अनुमोदन सदहत इस मामले
में अपनी स्वीकरनत भेजता है । मतदान के स्थान संबंधी ऐसा अनुमोदन भेजते समय, आयोग ररटननिंग
अर्धकारी द्वारा जारी क्रकया जाने वाला तद्ववषयक ड्राफ्ट नोदटस भी भेजता है । तद्नुसार ररटननिंग
अर्धकारी को उस फामेट में नोदटस जारी करना चादहए और ननवााचनों की घोषणा की अर्धसूचना जारी
होने के बाद आयोग के ननदे शों के अनस
ु ार इसे ववधान सभा के नोदटस बोडा पर यथाशीघ्र प्रदभशात करना
चादहए।
12.2.4 1961 के ननयमों के ननयम 70 द्वारा यथा लागू, ननयम 31 (1)(ख), के अधीन ररटननिंग
अर्धकारी द्वारा ननवााचन लडने वाले अभ्यर्थायों की सूची की एक प्रनत मतदान केंद्र के बाहर स्पष्ट रूप
से प्रदभशात करनी अपेक्षक्षत होती है ।
12.2.5 राज्य सभा के ननवााचनों में अपनाई जाने वाली पद्धनत और प्रक्रिया के संबंध में ननवााचकों को
समर्ु चत रूप से सर्ू चत करने के भलए और मतपिों की अस्वीकरनत को कम से कम करने के भलए आयोग
ने ननणाय भलया है क्रक ननवााचकों को उपयक्
ु त अनुदेश जारी क्रकए जाने चादहएं। इस प्रयोजन हे तु, मतदाता
प्रक्रिया को समझाते हुए ननवााचकों को पि/नोट अननवाया रूप में जारी क्रकए जाने चादहए। इसके
अनतररक्त, महत्वपूणा अनुदेशों से युक्त नोदटस मतदान केंद्र के बाहर स्पष्ट रूप से लगाया जाना चादहए।
ऐसे नमूना नोदटस का प्रपि अनुबंध 8क (अनुबध
ं -VI) पर ददया गया है ।
12.2.6 अभ्यर्थाता वावपस लेने की अंनतम तारीख के बाद, ररटननिंग अर्धकारी प्रत्येक ननवााचक (ननवारक
ननरोध के अधीन ननवााचक सदहत जो क्रक डाक मतपि द्वारा मत दे ने का पाि है ) को मतदान की तारीख,
समय और ननयत स्थान की सच
ू ना [1961 ननयम के ननयम 69 के द्वारा] दे ते हुए यथाशीघ्र नोदटस
भेजेगा। (अनुबंध-VII)
ननवााचन आयोग द्वारा ददनांक 15.12.2017 के पि के द्वारा मतदान केंद्रों की वयवस्था के भलए ले-
आउट डडज़ाइन (नीचे ददए गए डायाग्राम के अनुसार) अनुमोददत क्रकया गया था।
इसके पश्चात, ददनांक 04.03.2020 की अर्धसच
ू ना जारी की गई थी, जजसमें ननवााचन आयोग
द्वारा मत की गोपनीयता बनाए रखने के भलए ववभभन्न राजनैनतक दलों के अर्धकरत एजेंटो की सीटों के
बीच के पादटा शन की ऊंचाई छह (06) फीट तक करने का ननणाय भलया गया।
89
फोटो
12.3.1 पीठासीन अचधकारी और मतदान अचधकाररयों के बैठने की व्यवस्था – ऐसे ररटननिंग अर्धकारी, जो
पीठासीन अर्धकारी के रूप में काया भी करते हैं, को मतदान केंद्र के भीतर ऐसे स्थान पर बैठना चादहए
जहां से वे मतदान केंद्र के भीतर की सभी कारा वाईयों को दे ख सकें। मतदान अर्धकाररयों को इस प्रकार
से बैठना चादहए क्रक मतदान केंद्र के भीतर प्रवेश करने के बाद ननवााचक सीधा प्रथम मतदान अर्धकारी
के पास जाए और क्रफर वहां से वयवजस्थत तरीके से अन्य मतदान अर्धकाररयों की मेजों पर जाए।
ननवााचकों को आडा-नतरछा चलने की अनुमनत नहीं दी जानी चादहए।
12.3.2 मतदान एजेंटों बैठने की व्यवस्था - जब मतदान एजेंट मतदान में भाग लेने के भलए उपजस्थत
हों, तो उनके बैठने की समुर्चत वयवस्था की जानी चादहए, । उनकी सीट प्रथम मतदान अर्धकारी के
पीछे लगाई जानी चादहए जजससे क्रक उनके पास ननवााचकों को मतपि दे ने से पहले उनकी पहचान को
चुनैनत दे ने के पयााप्त अवसर हों। जहां कहीं भी, क्रकसी कारण से ऐसा करना वयावहाररक न हों तो उनकी
सीटें इस मतदान अर्धकारी के त्रबल्कुल सामने लगाई जाएं। बैठने की क्रकसी भी वयवस्था में उन्हें इस
प्रकार से बैठाया जाना चादहए क्रक मतदाताओं की पहचान की संतुजष्ट करने के भलए वे ननवााचकों के चेहरे
दे ख सकें। राजनैनतक दलों के अर्धकरत एजेंटों के बैठने की वयवस्था भी इस प्रकार से की जानी चादहए
क्रक वे क्रकसी अन्य वयजक्तयों द्वारा मतपि को दे खे त्रबना अपने दल के ननवााचकों के र्चजननत मतपिों
को दे ख सकें, जैसा क्रक ननयम 39कक में अपेक्षक्षत है। इस संबंध में भशकायतों से बचने के भलए आयोग
ने ननदे श ददया है क्रक अर्धकरत एजेंटों के भलए वयवजस्थत सीटों के बीच 6 फीट ऊंचा पादटा शन लगाया
जाना चादहए। इससे ननवााचक मतपिों को, अन्य एजेंटों को ददखाई त्रबना, अर्धकरत एजेंटों को ददखा
पाएंगे।
12.3.3 मतदान कोष्ठ – कमरे /हॉल, ननवााचकों की संख्या और ननवााचन लडने वाले अभ्यर्थायों की संख्या
को ध्यान में रखकर एक अथवा एक से अर्धक मतदान कोष्ठों की वयवस्था की जानी चादहए। वहां कम
से कम दो ऐसे मतदान कोष्ठों की वयवस्था करने के प्रयास क्रकए जाने चादहए, जहां ननवााचकों की संख्या
अथवा ननवााचन लडने वाले अभ्यर्थायों की अर्धक संख्या हो जजससे क्रक ननवााचकों को अपने मत पर
ननशान लगाने के भलए मतदान कोष्ठ में जाने के भलए लम्बा इंतजार न करना पडे।
12.4.1 ररटननिंग अचधकारी द्वारा पीठासीन अचधकारी के रूप में काया करना – ररटननिंग अर्धकारी राज्य
सभा के ननवााचन के मतदान केंद्र पर पीठासीन अर्धकारी के रूप में भी काया करता है ।
90
12.4.2 मतदान अचधकारी - ररटननिंग अर्धकारी मतदान के संचालन में अपनी सहायता के भलए मतदान
अर्धकाररयों के रूप में उतनी संख्या में वयजक्तयों को ननयक्
ु त कर सकता है जजतनी वे आवश्यकता
समझे इस काया हे तु आम तौर पर तीन मतदान अर्धकारी पयााप्त होंगे। यदद वह महसूस करता है क्रक
ननवााचकों की संख्या बहुत अर्धक है तो वे अनतररक्त मतदान अर्धकाररयों को ननयुक्त कर सकता है ।
इन मतदान अर्धकाररयों को सामान्यत: ववधान मंडल सर्चवालय से भलया जाना चादहए। उन्हें धारा
29(2) के उपबंधों के अधीन ररटननिंग अर्धकारी द्वारा औपचाररक रूप से मतदान अर्धकाररयों के रूप में
ननयुक्त क्रकया जाना चादहए।
12.4.3 मतदान अचधकाररयों के दानयत्व - मतदान के संचालन में आपकी सहायता करने के भलए
ररटननिंग अर्धकारी द्वारा कम से कम तीन मतदान अर्धकाररयों की ननयजु क्त की जानी चादहए। मतदान
अर्धकाररयों द्वारा क्रकए जाने वाले कायों का वववरण नीचे ददया गया है :
(iv) इसके बाद मतदाता तीसरे मतदान अर्धकारी की तरफ जाएगा, जजसके पास मतपि को र्चजननत
करने के भलए ववशेष इंटेग्रेदटड पैन होगा। तीसरा मतदान अर्धकारी इस पैन को मतदाता को दे गा
और उससे अनुरोध करे गा क्रक वह पैन को जमा करा दें , यदद उसके पास कोई है। तीसरा मतदान
अर्धकारी यह भी जांच और सुननजश्चत करे गा क्रक मतपि को यथा ननधााररत फोल्ड क्रकया गया है ,
यदद नहीं, तो वह मतदाता से मतपि ले लेगा और ननधााररत पद्धनत में फोल्ड करे गा और क्रफर
इसे खोल दे गा तथा मतदाता को वावपस सौंप दे गा। पहले से गए हुए मतदाता के मतदान कोष्ठ
से बाहर आने पर ही तीसरा मतदान अर्धकारी अगले मतदाता को मतदान करने के भलए मतदान
कोष्ठ में जाने की अनुमनत दे गा।
जब मतदाता अपना मत डालने के बाद मतदान कोष्ठ से बाहर आता है तो मतदान अर्धकारी
मतदाता से पैन वावपस ले लेगा। यदद मतदाता ने अपना पैन तीसरे मतदान अर्धकारी को ददया था, वह
पैन मतदाता को वावपस दे ददया जाएगा।
मतदान अर्धकाररयों को गहन प्रभशक्षण ददया जाना चादहए जजससे क्रक वे अपने दानयत्वों से भली
भांनत पररर्चत हो सकें।
12.5.2 राज्य सभा के ननवााचनों की जस्थनत में ननवााचन आयोग ने अपने पि सं.318/सीएस/2008-
पीएलएन-।।।, ददनांक 25 माचा, 2008 के द्वारा ननदे श ददया है क्रक राज्य सभा के ननवााचनों के
संबंध में ननवााचन संचालन ननयम (संशोधन), 1961 के ननयम 39कक के अधीन अर्धकरत एजेंटों
की ननयुजक्त की शजक्त उन राजनैनतक दलों को दी गई है , जजनके ववधान सभा में ननवाार्चत
सदस्य है , न क्रक अभ्यर्थायों को, चाहे ऐसे राजनैनतक दलों ने ननवााचन में अपने अभ्यथी खडे
क्रकए हों अथवा नहीं। राजनैनतक दलों से संबद्ध ववधायकों को मतों पर ननशान लगाने के पश्चात
मतपि को संबंर्धत राजनैनतक दल के अर्धकरत एजेंट को ददखाना अपेक्षक्षत होता है । आयोग ने
यह भी स्पष्ट क्रकया है क्रक एक वयजक्त एक से अर्धक दल का अर्धकरत एजेंट नहीं हो सकता है ।
दलों के समूह के भलए कॉमन अर्धकरत एजेंट की कोई धारणा नहीं है ।
मतदान एजेंट को दस्तावेज पूरे करने होंगे तथा पीठासीन अर्धकारी की उपजस्थनत में शपथ-पि
पर हस्ताक्षर करने होंगे और इसे मतदान केंद्र के भीतर प्रवेश करने से पहले पीठासीन अर्धकारी
को सौंप दे ना चादहए। पीठासीन अर्धकारी ऐसे सभी ननयुजक्त पिों को परररक्षक्षत करे गा और
मतदान की समाजप्त पर अन्य दस्तावेजों के साथ इन्हें सुरक्षक्षत अभभरक्षा के भलए एक कवर में
रखेगा।
12.5.4 मतदान एजेंटों के ललए पास: प्रत्येक अभ्यथी प्रत्येक मतदान केंद्र पर एक मतदान एजेंट और दो
सहायक मतदान एजेंट ननयक्
ु त कर सकता है । तथावप, क्रकसी भी समय एक बार में मतदान केंद्र
के भीतर अभ्यथी के केवल एक मतदान एजेंट को ही उपजस्थत रहने की अनुमनत दी जानी
चादहए। ररटननिंग अर्धकारी प्रत्येक मतदान एजेंट को प्रार्धकार संबध
ं ी परभमट/पास दे गा जजसके
आधार पर वह यथावश्यक मतदान केंद्र के भीतर और बाहर, आ/जा सकेगा।
12.6.2 ररटननिंग अर्धकारी/पीठासीन अर्धकारी ननवााचन लडने वाले अभ्यर्थायों को पहचान-पि जारी
करे गा। यदद आवश्यक हुआ तो वे इसे ददखाने को कहें गे। इसी प्रकार से अभ्यर्थायों के ननवााचन एजेंटों से
उनके ननयजु क्त पि की अनप्र
ु माणणत अनकु र नत (डुजप्लकेट) प्रनत ददखाने को कहा जा सकता है । अनप्र
ु माणन
ररटननिंग अर्धकारी द्वारा क्रकया जाता है ।
कानून और वयवस्था को बनाए रखने अथवा इसी प्रकार के क्रकसी प्रयोजन जैसी अपररहाया पररजस्थनतयां
उत्पन्न होने की जस्थनत में वह उन्हें बल
ु ाने का ननणाय ले सकता है ।
(नोट करें : क्रकसी भी ननवााचक अथवा क्रकसी भी अभ्यथी अथवा उसके ननवााचन एजेंट अथवा क्रकन्हीं भी
मतदान एजेंटों के सुरक्षा गाडा को भी क्रकसी भी पररजस्थनत में मतदान केंद्र के भीतर आने की अनुमनत
नहीं दी जाएगी)।
12.7.2 मतदान स्थल के पास एक अलग कमरे अथवा स्थान की वयवस्था की जाएगी और एक
प्रतीक्षालय के रूप में सुववधाएं प्रदान की जाएंगी, जजससे क्रक मतदाता मतदान करने के भलए अपनी बारी
के भलए आराम से प्रतीक्षा कर सकें।
12.7.3 क्रकसी भी जस्थनत में सुरक्षा गाडा वाले क्रकसी भी मतदाता को अपना सुरक्षा गाडा मतदान स्थल के
भीतर लाने की अनम
ु नत नहीं दी जाएगी।
शांनत और कानून वयवस्था बनाए रखने के अध्यधीन क्रकसी भी फोटोग्राफर द्वारा मतदान केंद्र के बाहर
पंजक्त में खडे मतदाताओं की भीड की फोटो लेने पर कोई आपवत्त नहीं है । तथावप, राज्य सरकार के प्रचार
अर्धकाररयों सदहत क्रकसी भी वयजक्त को ननवााचन आयोग के ववभशष्ट प्रार्धकार पि के त्रबना मतदान के
भीतर आने की अनुमनत नहीं दी जानी चादहए। ननवााचन आयोग के अनतररक्त, क्रकसी अन्य एजेंसी अथवा
प्रार्धकारी द्वारा जारी क्रकया गया प्रार्धकार ऐसी प्रववजष्ट के भलए मान्य नहीं होगा। क्रकसी भी पररजस्थनत
में , क्रकसी वयजक्त को मतदाता के मतपि को र्चजननत करते हुए उसकी फोटो लेने की इजाजत नहीं दी
जाएगी।
(ii) ननवारक ननरोध (नजरबंदी) के अधीन ननवााचक, यदद कोई है , सदहत प्रत्येक ननवााचक को ऐसा
नोदटस भेजा जाना चादहए। जैसा पहले स्पष्ट क्रकया जा चक
ु ा है क्रक ननवारक ननरोध के अधीन
ननवााचक डाक मतपि द्वारा मत डालने का पाि है ।
(ii) राज्य सभा के ननवााचनों में अपनाई जाने वाली पद्धनत और प्रक्रिया के संबंध में
ननवााचकों को समुर्चत रूप से सर्ू चत करने के भलए और मतपिों की अस्वीकरनत को कम
से कम करने के भलए आयोग ने ननणाय भलया है क्रक ननवााचकों को उपयक्
ु त अनुदेश जारी
क्रकए जाने चादहएं। इस प्रयोजन हे त,ु मतदाता प्रक्रिया को समझाते हुए ननवााचकों को
पि/नोट अननवाया रूप में जारी क्रकए जाने चादहएं। इसके अनतररक्त, महत्वपूणा अनुदेशों से
युक्त एक नोदटस, मतदान केंद्र के बाहर स्पष्ट रूप से लगाया जाना चादहए। ऐसे नमूना
नोदटस का प्रपि अनुबध
ं 8क पर ददया गया है ।
अध्याय – 13
राज्य ववधान पररषदों के ननवााचन के ललए मतदान केंद्र
13.1 पररचय
13.1.1 राज्य की ववधान पररषद का ववघटन नहीं क्रकया जा सकता है । क्रकसी राज्य की ववधान पररषद
के सदस्यों की कुल संख्या उस राज्य की ववधान सभा के सदस्यों की कुल संख्या के एक
नतहाई से अर्धक नहीं होगी, लेक्रकन राज्य ववधान पररषद के सदस्यों की यह कुल संख्या क्रकसी
भी जस्थनत में 40 से कम नहीं होगी। राज्य ववधान पररषद के ननवाार्चत सदस्यों का कायाकाल
6 वषा का होता है । यथासम्भव प्रत्येक दस
ू रे वषा की समाजप्त पर यथा शीघ्र दो नतहाई सदस्य
सेवा-ननवत्त
र हो जाते हैं और उक्त ररजक्तयों को भरने के भलए द्वववावषाक ननवााचनों का संचालन
क्रकया जाता है ।
13.2 ववधान सभा के सदस्यों द्वारा ननवााचन के ललए मतदान का स्थान/मतदान केंद्र
राज्य ववधान सभा के सदस्यों द्वारा राज्य ववधान पररषद के ननवााचन में मतदान उसी ववर्ध से
संचाभलत क्रकया जाता हैं जैसे राज्य पररषदों के ननवााचन में मतदान संचाभलत क्रकए जाते हैं,
भसवाय राज्यों की पररषदों के ननवााचन के मामले जजनमें खुली मत प्रणाली (ओपन बैलेट भसस्टम)
96
अपनाई जाती है । उल्लेखनीय अंतर यह हैं क्रक (i) राज्य ववधान पररषदों के ननवााचन के दौरान
मतपि की गोपनीयता का कडाई से पालन क्रकया जाएगा अथाात ववधायकों द्वारा ववधान पररषद
के ननवााचन के मामलें में खुली मत प्रणाली लागू नहीं है और (ii) राज्य ववधान सभा के
मनोनीत सदस्य, यदद कोई है , भी राज्य ववधान पररषद के ननवााचन में मत डालते हैं, जबक्रक राज्य
पररषद ननवााचनों में केवल ननवाार्चत सदस्य ही मतदान करते हैं।
फोटो
13.3.2 जैसा ऊपर उल्लेख क्रकया गया है , मतदान केंद्रों की वयवस्था ननवााचन आयोग के पूवा अनुमोदन से
ही की जानी होती है । ननवााचन आयोग के पूवा अनुमोदन के त्रबना मतदान केंद्रों की अनुमोददत
सूची में कायोपरांत अनुमोदन हे तु और क्रकसी पररवतान के भलए कोई प्रावधान नहीं है , अतः ऐसा
पररवतान करना धारा 25 के उपबंधों का अनुपालन न करने के समान होगा, जजससे ननवााचन
दवू षत हो सकता है । मतदान केंद्रों की मसौदा सच
ू ी अभ्यर्थाता वावपस लेने की अंनतम तारीख से
कम से कम दो सप्ताह पहले मुख्य ननवााचन अर्धकरी के माध्यम से संवीक्षा एवं अनुमोदन हे तु
ननवााचन आयोग को अननवााय रूप में अग्रेवषत की जानी चादहए।
13.3.3 स्नातक और लशक्षक ननवााचन क्षेत्रों के ललए मतदान केंद्र स्थावपत करने हे तु मानदं ड
(i) ननददा ष्ट ननवााचकों की न्द्यूनतम संख्या – मतदान केंद्र के रूप में प्रयोग करने के भलए पाि क्षेि
होने के भलए कम से कम 30 ननवााचक (भशक्षक और स्नातक दोनों भमला कर) होने चादहएं।
97
क्रकसी ववभशष्ट क्षेि में कम संख्या में ननवााचक होने की जस्थनत में भी मतदान केंद्र स्थावपत
करना आवश्यक होगा यदद, इन ननवााचकों को मतदान केंद्र पर पहुंचने के भलए अन्यथा, लम्बी
दरू ी तय करनी पडे।
(ii) मतदान केंद्रों तक पहंचने के ललए अचधकतम दरू ी – मतदान केंद्र प्रत्येक ननवााचक की यथासंभव
सग
ु म पहुंच के भीतर स्थावपत क्रकए जाने चादहएं। आमतौर पर, मतदाता को उसके मतदान केंद्र
तक पहं चने के भलए 16 क्रक.मी. से अर्धक की दरू ी तय नहीं करनी चादहए।
(iii) स्नातक और भशक्षक ननवााचन क्षेिों में ननवााचन के भलए अलग मतदान केंद्रों की वयवस्था की
जानी चादहए, चाहे ये दोनों ननवााचन एक ही समय में आयोजजत क्रकए जा हो रहे हों। तथावप,
आपवाददक मामलों में एक कामन मतदान केंद्र की तब वयवस्था की जानी चादहए यदद ननवााचकों
की संख्या कम है अथवा इसे संबंर्धत ननवााचकों के भलए सवु वधाजनक पाया जाए क्योंक्रक दोनों
ननवााचनों के भलए बहुत से ननवााचक कॉमन हो सकते हैं।
(iv) मतदान केंद्रों के भलए ननवााचक, वयावहाररकता एवं सुगमता को ध्यान में रखते हुए समूहवार
अथवा अलग-अलग रूप में ननददा ष्ट क्रकए जा सकते हैं। तथावप, यह सनु नश्चत क्रकया जाना चदहए
क्रक प्रत्येक ननवााचक को उसके ननवास स्थान का समीपस्थ मतदान केंद्र आबंदटत क्रकया जाए
और कोई भी ननवााचक ऐसा न रह जाए जजसे कोई मतदान केंद्र आबंदटत न क्रकया गया हो।
(v) यदद सरकारी भवनों में संभव न हो तो ननजी भवनों में - जहां तक संभव हो, मतदान केंद्र
सरकारी भवनों अथवा कायाालयों अथवा ववद्यालयों में जस्थत होने चादहएं। जब यह संभव न हो,
तो ये ननजी भवनों में बनाए जा सकते हैं।
(vi) ननजी भवनों की मांग-सूची बनाना- ऐसे ननजी भवनों की मांग समुर्चत रूप में की जानी चादहए
और/अथवा भवन के माभलक से भलणखत में सहमनत ली जानी चादहए। इस प्रकार से भलए गए
ननजी भवन मतदान की नतर्थ से कम से कम एक ददन पहले और आगे उस अवर्ध तक, जैसा
आवश्यक समझा जाए, ररटननिंग अर्धकारी के ननयंिण में आ जाने चादहए। भवन और इसके
आसपास का दो सौ मीटर का क्षेि पीठासीन अर्धकारी के ननयंिण में होना चादहए। भवन के
माभलक से संबर्ं धत क्रकसी भी चौकीदार अथवा अन्य काभमाकों, चाहे सशस्ि अथवा त्रबना शस्ि के,
मतदान केंद्र के भीतर अथवा मतदान केंद्र के आसपास के दो सौ मीटर के दायरे में रहने की
अनम
ु नत नहीं दी जानी चादहए। मतदान केंद्र और उपयुक्
ा त उजल्लणखत क्षेि की सरु क्षा वयवस्था
की पूरी जजम्मेदारी पीठासीन अर्धकारी के ननयंिण में केंद्रीय अथवा राज्य सुरक्षा बलों की होगी।
नामननदे शन दायर करने के बाद, यह सनु नभशचत/पता लगाया जायेगा क्रक भवन का माभलक,
ननवााचन लडने वाला अभ्यथी नहीं है अथवा ननवााचनों में खडे अभ्यर्थायों में से क्रकसी अभ्यथी
का पररर्चत शुभर्चंतक अथवा कायाकताा तो नहीं है ।
(vii) धालमाक स्थानों पर नही – कोई भी मतदान केंद्र मंददर, र्गरजाघर, मजस्जद. गरू
ु द्वारा इत्यादद जैसे
पूजा स्थलों अथवा धाभमाक महत्व के स्थानों, अथवा ऐसे भवनों में जस्थत नहीं होना चादहए जो
क्रकसी राजनैनतक दल, क्रकसी दल के प्रनतजष्ठत सदस्य, ननवााचन लडने वाले अभ्यर्थायों अथवा
उनके पररर्चत शभ
ु र्चंतकों के हों।
(viii) अस्थायी ढांचा – यदद उपयक्
ु त भवन ववद्यमान न हों तो मतदान केंद्र इस प्रयोजन हे तु ननभमात
अस्थायी ढांचों में स्थावपत क्रकए जा सकते हैं। क्रकन्तु, जहां तक संभव हो, ऐसा करने से बचना
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चादहए, क्योंक्रक इसमें अत्यर्धक सरकारी खचाा होता है और साथ ही तेज वषाा, आग इत्यादद जैसे
कई अन्य जोणखमों का भी खतरा रहता हैं।
(ix) एक से अचधक मतदान केंद्र – शहरी क्षेिों के एक ही भवन में चार से अर्धक और ग्रामीण क्षेिों
में दो से अर्धक मतदान केंद्र जस्थत नहीं होने चादहएं। यह अर्धक भीड से बचने और शांनत व
कानन
ू वयवस्था बनाए रखने के भलए आवश्यक है । यदद एक ही भवन अथवा पररसर में दो
मतदान केंद्र स्थावपत क्रकए जाने हों, और यदद एक ही समय पर ये ननवााचन संचाभलत क्रकए जा
रहे हों तो इसके भलए यह बेहतर होगा क्रक एक मतदान केंद्र स्नातक श्ेणी और दस
ू रा भशक्षक
श्ेणी के भलए तैयार क्रकया जाए, ।
(x) न्द्यूनतम क्षेत्र – मतदान केंद्र में भीड-भाड को रोकने के भलए आमतौर पर इसका न्यूनतम क्षेि
20 वगा मीटर होना चादहए।
(xi) अलग अलग दरवाजे – सच
ु ारू और वयवजस्थत मतदान के संचालन हे तु चयननत कमरे /हॉल में
रोशनी और कम से कम दो दरवाजे होने चादहएं जजससे क्रक एक को ‘प्रवेश’ के भलए दस
ू रे को
'ननकास' के भलए प्रयोग क्रकया जाए।
(बी) इस सच
ू ी के साथ ननम्नभलणखत वववरण दशााते हुए एक मानर्चि होना चादहएः-
(क) मानर्चि पर ही प्रत्येक गांव अथवा स्थान में मतदाताओं की संख्या सदहत सभी गांव और वाडा
अथवा नगरों के स्थानों का वववरण दे ना और जहां ऐसा करना सुववधाजनक अथवा वयवहाररक न
हो वहां मानर्चि के साथ वववरण ददया जाए,
(ख) मतदान केंद्र स्थल के भलए चयननत स्थान;
(ग) प्रत्येक मतदान केंद्र का कवडा क्षेि; और
(घ) वयवजस्थत रूप से इंर्गत मतदान केंद्रों की संख्या, अर्धमानत: ननवााचन क्षेि के उतर-पूवी कानार
से, क्रफर जजग-जैग पद्धनत और अंत में दक्षक्षण-पूवी कानार पर समाप्त क्रकया जाए।
(सी) सच
ू ी में संक्षक्षजप्तयों के प्रयोग से बचना चादहए।
(डी) सूची में यदद भवनों का वववरण दे ने के भलए क्रकसी स्थानीय शब्दावली का प्रयोग क्रकया गया है
तो इसे स्पष्ट क्रकया जाना चादहए।
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जजला ननवााचन अर्धकारी, ननवााचन आयोग द्वारा अनुमोददत मतदान केंद्रों की सूची प्रकाभशत
करे गा। वह इसकी प्रनत अनब
ु ंध II-ड (अनब
ु ंध-XI) में ददए गए फामा में नोदटस द्वारा अपने
कायाालय में अनुबंध-II-ठ (अनुबंध-X) में ननवााचन आयोग के आदे श में पुन: प्रस्तुत की गई
ववननददाष्ट पद्धनत में प्रदभशात करे गा। कॉलम 4,5,8,9 और 10 की प्रववजष्टयों और मतदाताओं की
कुल संख्या, मतदान केंद्रों की कुल संख्या और प्रनत मतदान केंद्र मतदाताओं की औसत संख्या
संबंर्धत सच
ू ी की सबसे नीचे की प्रववजष्टयों को सच
ू ी के अंनतम प्रकाशन से पहले सूची से
ववलोवपत कर दे ना चादहए। जजला ननवााचन अर्धकारी ऐसे प्रकाशन के बाद केवल वप्रंदटंग अथवा
भलवपकीय िुदटयों को ही सही कर सकता है ।
(ii) जजला ननवााचन अर्धकारी को अपेक्षक्षत संख्या में प्रनतयां, यथाजस्थनत, पभु लस महाननदे शक, अथवा
पभु लस अधीक्षक, को दी जानी चादहए। ये प्रनतयां ररटननिंग अर्धकारी, सहायक ररटननिंग अर्धकारी
(अर्धकाररयों) और मुख्य ननवााचन अर्धकारी को भी दी जानी चादहए।
(iii) पयााप्त संख्या में इस सूची की प्रनतयां त्रबिी हे तु भी उपलब्ध करवाई जानी चादहए।
(ग) मतदाताओं के भलए प्रवेश और ननकास द्वार अलग हों (यदद केवल एक ही दरवाजा है तो उसी
दरवाजे में अलग प्रवेश और ननकासी की वयवस्था एक रस्सी बांधकर अथवा बांस के डंडे लगाकर
अथवा अन्य पादटाशन करके की गई हो;
(घ) मतदाता के मतदान केंद्र में प्रवेश करने से लेकर बाहर आते समय तक सुचारू आवागमन हो
और मतदान केंद्र के भीतर आडी-नतरछी आवाजाही न हो;
(ङ) मतदान एजेंट इस प्रकार से बैठे हों क्रक ननवााचक जब मतदान केंद्र में प्रवेश करें तो वे उनका
चेहरा दे ख सकें और प्रथम मतदान अर्धकारी द्वारा उसकी पहचान कर ली जाए जजससे क्रक यदद
आवश्यकता हो, तो मतदान एजेंट ननवााचक की पहचान को चुनौती दे सके;
(च) मतदान अर्धकाररयों और मतदान एजेंटों के बैठने की वयवस्था ऐसी हो क्रक वे यह न दे ख पाएं
क्रक मतदान कोष्ठ के भीतर मतदाता अपने मतपि पर कैसे और क्रकस पर ननशान लगा रहा है ;
(छ) मतदान कोष्ठ के भीतर पयााप्त रोशनी हो। यदद आवश्यक हो, तो उपयुक्त अनतररक्त लैम्प/रोशनी
की वयवस्था की जानी चादहए।
फोटो
फोटो
(पी.ओ - पीठासीन अर्धकारी 1,2,3,4 और 5 मतदान अर्धकारी) (पीएएस – मतदान एजेंट) (बी-
मतपि पेटी) (वीसी – मतदान कोष्ठ)
एक साथ में होने वाले ननवााचन का अभभववन्यास (ले-आउट)
(iii) यदद मतदान केंद्र क्रकसी ननजी भवन में जस्थत है तो भवन और इसके आस-पास का 200 मीटर
की पररर्ध का क्षेि पीठासीन अर्धकारी के ननयंिण में होना चादहए। क्रकसी वाच एवं वाडा या
103
माभलक से संबंर्धत अन्य क्रकसी कमी, सशस्ि या शस्ि रदहत, को मतदान केंद्र पर या उसके चारों
ओर दो सौ मीटर की पररर्ध के भीतर रहने की अनम
ु नत नहीं होनी चादहए। मतदान ददवस को
मतदान केंद्र पर तथा उपयक्
ुा त क्षेि के 200 मीटर की पररर्ध के भीतर सुरक्षा इंतजाम की पूरी
जजम्मेदारी पीठासीन अर्धकारी के ननयंिणाधीन पुभलस की होगी।
(iv) मतदान केंद्र के अंदर राजनैनतक दलों के नेताओं का कोई र्चि या ननवााचन के अभभप्राय वाला
कोई स्लोगन प्रदभशात नहीं क्रकया जाना चादहए। यदद इस प्रकार के र्चि या स्लोगन पहले से ही
वहां मौजूद हों, तो उनको मतदान समाप्त होने तक हटा ददया जाना चादहए।
(v) क्रकसी भी पररजस्थनत में मतदान ददवस को मतदान केंद्र के भीतर क्रकसी भी प्रयोजन से कूक्रकंग
या आग जलाने की अनम
ु नत नहीं दी जानी चादहए।
(क) मतदान कंपाटा मेंट के ननमााण पर ववशेष ध्यान ददया जाना चादहए। ऐसे बडे और भारी पदों,
जो कंपाटा मेंट को अंधकारयुक्त और डरावना बनाते हों, का सामान्यतया केवल इसभलए
उपयोग नहीं क्रकया जाना चादहए क्योंक्रक ये स्टॉक में उपलब्ध हैं। क्रकसी छोटी मेज या टी-
पाय की चारो टांगों को बांधने के भलए चार पोल और चारो पोलों को तीन तरफ से घेरने के
भलए एक परदे की वयवस्था करना एक साधारण और कम खचीली वयवस्था है । मेज को
इंटों की सहायता से जमीन से 5 फीट उपर उठाकर और दीवार से 2 फीट से कम दरू ी पर
स्थावपत करके एक उत्करष्ट मतदान कंपाटामेंट उपलब्ध करवाया जा सकता है ।
(ख) ठीक इसी प्रकार का काया थोडा खचा करके ननम्नानुसार क्रकया जा सकता है :
24''X 18'' का एक पतला लकडी का बोडा, जजसके चारो कोनों पर छे द हों, इन चारो छे दों में
क्रफट करने के भलए 18'' लंबी लकडी की छडें और इन छडों के तीनों क्रकनारों पर लगा कपडे
का टुकडा एक मतदान कंपाटा मेंट के भलए पयााप्त पोटे बल उपकरण होगा। इसे ईटों की
सहायता से जमीन के तीन क्रफट ऊपर उठाए गए एक छोटे मेज पर स्थावपत क्रकया जा
सकता है । जहां वयवहाया हो प्रत्येक मतदान दल के भलए ऐसे दो सेट उपलब्ध करवाए जा
सकते हैं। यदद सस्ती सामग्री का उपयोग क्रकया जाए तो यह प्रनत यनू नट 3.00 रु से
अर्धक नही होगी और इसे तहसील मुख्यालय स्तर पर आसानी से तैयार क्रकया जा सकता
है ।
(ग) इसके साथ-साथ मतदान कंपाटा मेंट को साइड बाई साइड स्थावपत करने का तीसरा
बैकजल्पक तरीका क्रकसी दीवार से लगभग 2 फीट की दरू ी पर दीवार के समांतर एक परदा
लटकाकर वयवस्था करना है , जजसमें पहले परदे के समकोण पर दस
ू रा परदा लटकाया जाता
है जैसा क्रक लाइन प्लान में दशााया गया है । इन परदों को सीधे जमीन तक स्पशा नहीं
104
करना चादहए। इससे इनके भीतर कम से कम 3 से 4 फीट की चौडाई भमलेगी। ऐसे स्थानों
पर जहां‘टालीज’आसानी से उपलब्ध हैं वहां कमरे के कोने में दो‘टालीज’को समकोण
पर एक दस
ू रे के साथ जोडकर मतदान कंपाटा मेंट बनाया जा सकता है ।
(i) वषा 1951 के अर्धननयम की धारा 26 के तहत जजला ननवााचन अर्धकारी को अपने जजले
के प्रत्येक मतदान केंद्र के भलए एक पीठासीन अर्धकारी और उतनी संख्या में मतदान
अर्धकाररयों की ननयुजक्त करना अपेक्षक्षत होता है , जजतना उसे उर्चत लगे। यदद पररषद के
ननवााचन क्षेि का ववस्तार एक से अर्धक जजलों तक है तो जजस जजले में ननवााचन क्षेि
आता है उस जजले का संबर्ं धत जजला ननवााचन अर्धकारी अपने अर्धकार क्षेि में पीठासीन
अर्धकाररयों और मतदान अर्धकाररयों की सच
ू ी तैयार करे गा। उस ननवााचन क्षेि के भलए
मतदान केंद्र उपलब्ध करवाने के भलए उत्तरदायी जजला ननवााचन अर्धकारी इन सूर्चयों
को पूणत
ा या अपनाएगा और ननयुजक्तयां करे गा।
(ii) स्नातक या भशक्षक ननवााचन क्षेि में एक मतदान केंद्र पर सामान्यतया एक पीठासीन
अर्धकारी, मतदाताओं की पहचान और अभमट स्याही लगाने के भलए एक मतदान
अर्धकारी, बैलेट पेपर जारी करने के भलए एक मतदान अर्धकारी और माक्रकिंग यंि जारी
करने के भलए एक और मतदान अर्धकारी की ननयुजक्त की जाती है । यदद क्रकसी मतदान
केंद्र पर आवंदटत ननवााचकों की संख्या बहुत कम यानन 100 या इसी प्रकार हो, तो केवल
दो मतदान अर्धकारी पयााप्त होते हैं। प्रत्येक मतदान केंद्र के भलए आरक्षक्षत मतदान
अर्धकारी या चपरासी की आवश्यकता नहीं होती है । हांलाक्रक पूरे जजले के भलए मतदान
कभमायों की एक सामान्य आरक्षक्षत सच
ू ी जजला ननवााचन अर्धकारी के पास रहनी चादहए
ताक्रक वह क्रकन्हीं अपररहाया पररजस्थनतयों के कारण मतदान के ददन अनप
ु जस्थत रहने
वाले पीठासीन अर्धकाररयों या मतदान अर्धकाररयों के स्थानापन्न को भेजने में सक्षम
हो।
(iv) चूंक्रक प्रत्येक जजले में स्थावपत मतदान केंद्रों की संख्या आमतौर पर कम होती है क्योंक्रक
क्रकसी भी समय पर पूरे राज्य में ननवााचन एक साथ आयोजजत नहीं क्रकए जाते हैं,
105
13.4.1 ननवााचनों की गहन ननगरानी और प्रबंधन के भलए यह ननणाय भलया गया है क्रक मतदान
केंद्र उप-मंडल स्तर पर स्थावपत क्रकए जाने चादहए। जजला ननवााचन अर्धकारी द्वारा
स्थानीय प्रार्धकरण ननवााचन क्षेिों के भलए मौजद
ू ा मतदान केंद्रों की तत्काल समीक्षा की
जाएगी और सभी राजनैनतक दलों से परामशा करने के उपरांत नए प्रस्ताव ननवााचन
आयोग के अनुमोदनाथा अग्रेवषत क्रकए जाएंगे।
13.4.2 क्रकसी ननवााचक को उसके नाम से कोई ववशेष मतदान केंद्र आवंदटत नहीं क्रकया जाएगा
और क्रकसी ननवााचक को उस मतदान केंद्र से अलग मतदान केंद्र आवंदटत नहीं क्रकया
जाएगा जहां वह उपयुक्
ा त अनुदेशों के अनुसार मतदान करने का हकदार है ।
13.4.4 स्नातक और भशक्षक ननवााचन क्षेिों के भलए प्रारूप सूर्चयां तैयार करने, सझ
ु ाव और
आपवत्तयां मंगाने के भलए ऐसी प्रारूप सूर्चयों का प्रकाशन, राजनैनतक दलों आदद के साथ
परामशा, ऐसी सूर्चयों को मुख्य ननवााचन अर्धकारी के माध्यम से ननवााचन आयोग का
अनुमोदन प्राप्त करने के भलए अग्रेवषत करना और अंनतम रूप से तैयार सूची का
प्रकाशन करने से संबंर्धत पूवव
ा ती पैराग्राफों में अन्य सभी अनुदेश स्थानीय प्रार्धकरण
ननवााचन क्षेिों के भलए सर्ू चयों को तैयार करने और अंनतम रूप दे ने के संबंध में
यथावश्यक पररवतानों के साथ लागू होंगे।
(ii) पूरे जजले के भलए मतदान कभमायों की सामान्य आरक्षक्षत सूची जजला ननवााचन
अर्धकारी द्वारा रखी जानी चादहए ताक्रक वह क्रकन्हीं अपररहाया पररजस्थनतयों के
कारण मतदान के ददन अनुपजस्थत रहने वाले पीठासीन अर्धकाररयों या मतदान
अर्धकाररयों के स्थानापन्न को भेज सके।
*****
107
अध्याय-14
ननवााचन आयोग ने ननणाय भलया है क्रक संबर्ं धत राज्य/ववधानसभा ननवााचन क्षेि, जहां ननकट
भववष्य में साधारण/उप-ननवााचन होने हैं, में क्रकसी मतदान केंद्र को आवंदटत ननवााचकों की संख्या
को 1000 तक सीभमत रखा जाएगा ताक्रक मतदान केंद्रों पर भीड से बचते हुए सामाजजक दरू ी के
मानकों का पालन क्रकया जा सके। तदनुसार, सभी राज्यों/संघ राज्य क्षेिों के सीईओ (जहां ननकट
भववष्य में उप-ननवााचन होने हैं) से 1000 से अर्धक ननवााचकों वाले मुख्य मतदान केंद्रों को
ववभाजजत/त्रिभाजजत करके सहायक मतदान केंद्र ननभमात करने का समेक्रकत प्रस्ताव भेजने का
अनुरोध क्रकया गया है ।
ननवााचन आयोग ने प्रत्येक मतदान केंद्र पर सुननजश्चत न्यूनतम सुववधाओं के भलए ववस्तत
र
ददशाननदे श जारी क्रकए हैं। करपया अध्याय 2 - मतदान केंद्र स्थावपत करने के मानक के पैरा 2.8
का अवलोकन करें । कोववड-19 जस्थनत के मद्दे नजर अब ननम्नभलणखत अनतररक्त
सुववधाएं/वयवस्थाएं की जानी चादहए:
108
(i) अर्धमानत:, मतदान से एक ददन पहले मतदान केंद्र को अननवाया रूप से सैननटाइज क्रकया
जाना।
(ii) प्रत्येक मतदान केंद्र के प्रवेश स्थल पर थमाल स्कैनर।
(iii) मतदान केंद्र स्थान/मतदान केंद्र के प्रवेश स्थल पर मतदाताओं की थमाल जााँच, या तो
मतदान कमाचारी द्वारा या पैरा मेडडकल स्टाफ या आशा कायाकताा द्वारा की जानी
चादहए।
(iv) यदद पहली रीडडंग पर तापमान स्वास््य एवं पररवार कल्याण मंत्रालय द्वारा ननयत
मानदं डों से अचधक है , तो उसकी दोबारा जांच की जाएगी और यदद वह यथावत बना
रहता है , तो ननवााचक को टोकन/प्रमाण पत्र ददया जाएगा और उसे मतदान के अंनतम घंटे
में मतदान हे तु आने के ललए कहा जाएगा। मतदान के अंनतम घंटे में , ऐसे ननवााचकों से,
कोववड-19 से संबंचधत ननवारक उपायों का कडाई से पालन करने के बाद, मतदान
करवाया जाएगा।
(v) पहले आओ पहले पाओ के आधार पर मतदाताओं को टोकन ववतरण के भलए हे ल्प डेस्क,
ताक्रक उन्हें कतार में इंतजार न करना पडे।
(vi) कतार के भलए सामाजजक दरू ी प्रदभशात करने के भलए माकार।
(vii) स्थान की उपलब्धता के आधार पर कतार में खडे मतदाताओं के भलए 2 गज (6 फीट)
की दरू ी पर 15-20 वयजक्तयों के भलए वत्र त र्चजननत करना। पुरुष, मदहला और
ददवयांगजन/वररष्ठ नागररक मतदाताओं में से प्रत्येक के भलए तीन कतारें होंगी।
(viii) सामाजजक दरू ी के मानदं डों का सख्ती से अनुवीक्षण एवं ववननयमन करने के भलए
बीएलओ, स्वयंसेवकों आदद को पररननयोजजत क्रकया जा सकता है ।
(ix) मतदान केंद्र पररसर के भीतर पुरुषों और मदहलाओं के भलए कुभसायों, दरी आदद के साथ
अलग-अलग एक छांवदार प्रतीक्षा-क्षेि की वयवस्था की जाएगी ताक्रक मतदाता सुरक्षा
संबंधी क्रकसी भी र्चंता के त्रबना मतदान में भाग ले सकें।
(x) जहां भी संभव हो, मतदान केंद्र पर बथ
ू एप का इस्तेमाल क्रकया जाएगा।
(xi) प्रत्येक मतदान केंद्र के प्रवेश/ननकास द्वार पर साबुन और पानी उपलब्ध कराया जाएगा।
(xii) प्रत्येक मतदान केंद्र के प्रवेश/ननकास द्वार पर सैननटाइजर उपलब्ध कराया जाना चादहए।
(xiii) उन ननवााचकों के भलए ररजवा में फेस मॉस्क रखे जाएंगे जो मॉस्क पहनकर नहीं आएंगे।
(xiv) कोववड-19 के संबंध में ववजजबल लोकेशन पर जागरूकता पोस्टर प्रदभशात क्रकए जाने
चादहए।
(xv) मतदान केंद्र में मतदान कभमायों और मतदान एजेंटों के भलए बैठने की वयवस्था
सामाजजक दरू ी के मानदं डों के अनस
ु ार की जाएगी।
(xvi) यदद मतदान एजेंट या मतगणना एजेंट का तापमान ववदहत सीमा से अर्धक है , तो
पीठासीन अर्धकारी द्वारा उनके ररलीवर को अनुमनत दी जाएगी, जो तदनुसार ररकॉडा
रखेंगे।
(xvii) मतदाता की पहचान की प्रक्रिया के दौरान, मतदाताओं के भलए अपेक्षक्षत होगा क्रक
आवश्यकता पडने पर वह पहचान के भलए फेसमास्क को नीचे करे ।
109
(xviii) क्रकसी भी समय, प्रत्येक मतदान अर्धकारी के सामने केवल 1 (एक) मतदाता को
सामाजजक दरू ी बनाए रखते हुए खडे होने की अनम
ु नत दी जाएगी।
(xix) मतदाता को मतदाता रजजस्टर पर हस्ताक्षर करने और मतदान के भलए ईवीएम का बटन
दबाने के भलए दस्ताने (हैंड ग्लवस) उपलब्ध कराए जाएंगे।
(xx) बथ
ू के अंदर मतदाताओं द्वारा उपयोग क्रकए जाने हे तु सस्
ु पष्ट ननदे श के साथ उपयक्
ु त
स्थानों पर सैननटाइजर रखे जाएंगे।
(xxi) कोववड-19 मरीजों को, जजन्हें संगरोध क्रकया गया है , कोववड-19 संबंर्धत ननवारक उपायों
का सख्ती से पालन करते हुए स्वास््य प्रार्धकाररयों के पयावेक्षण में अपने संबंर्धत
मतदान केंद्रों पर मतदान के अंनतम घंटे में अपना मत डालने की अनुमनत दी जाएगी।
सेक्टर मजजस्रे ट अपने आवंदटत मतदान केंद्रों में इसका समन्वय करें गे।
प्रत्येक मतदान अर्धकारी और सुरक्षा कमी को अन्य ववदहत वस्तुओं के अलावा ननम्नभलणखत
वस्तुएं (उनके अलावा जहां पीपीई आवश्यक हैं) उपलब्ध करवाई जाएंगी:
1) मास्क
2) सेननटाइजर
3) फेस शील्ड
4) ग्लवस
******
110
अनल
ु ग्नक
111
अनल
ु ग्नक ।
(अध्याय-3, पैरा 3.2)
मतदान केन्द्द्रों की सूची
--------------------------संसदीय ननवााचन क्षेि (के भीतर समाववष्ट ववधान सभा ननवााचन क्षेि) ---
--------------के भलए
मतदान पररक्षेि भवन मतदान क्या मतदान सभी ननददा ष्ट अर्धकतम अभ्युजक्तयां
केन्द्र जजसमें केन्द्र पथ
र क क्षेि* मतदाताओं मतदाताओं दरू ी जो
की ि. यह का क्षेि प्रवेश एवं के भलए की कुल मतदाता
सं. अवजस्थत ननकास या केवल सं. को
होगा द्वार हैं, पुरुषों या मतदान
यदद नहीं केवल केन्द्र
हों तो मदहलाओं पहुंचने के
कारण के भलए भलए तय
करनी
होगी
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10
* यहां ननददाष्ट गांवों, वाडों, गभलयों, पररक्षेिों के नाम एवं मकान नंबर तथा ननवााचन नामावली
की भाग संख्या दें । यदद भाग दो मतदान केन्द्रों में ववभाजजत है तो ननददाष्ट मतदाताओं की िम
संख्या (मकान नंबर नहीं) का भी उल्लेख क्रकया जाना चादहए।
2. ननवााचन क्षेि में मतदाताओं की कुल संख्या, प्रस्ताववत मतदान केन्द्रों की कुल संख्या तथा
प्रत्येक मतदान केन्द्र में मतदाताओं की औसत संख्या प्रत्येक सूची के अंत में ननजश्चत रूप से
दशाायी जानी चादहए।
(i) सभी गांव, या शहर में वाडा/पररक्षेि, जजनमें मानर्चि पर ही ऐसे प्रत्येक गांव या
स्थान में मतदाताओं की संख्या दी गई हो तथा जहां यह सवु वधाजनक या
वयवहाया नहीं हो, वहां मानर्चि के साथ संलग्न वववरण में ;
(ii) मतदान केन्द्रों की स्थापना के भलए चुना गया स्थान;
(iii) वयवजस्थत रीनत से िम संख्या द्वारा दशााए गए प्रत्येक मतदान केन्द्र का
संबंर्धत क्षेि, जो अर्धमानत: ननवााचन क्षेि के उत्तर-पजश्चम कोने से आरं भ हो
टे ढी-मेढी रीनत से अग्रसर होते हुए दक्षक्षण-पूवी कोने में समाप्त हो। (यह िम
संख्या वही होगी, जो ननवााचन ननयमावली की उस भाग संख्या की होगी, जजसमें
उक्त मतदान केन्द्रों को सौंपे गए संबंर्धत मतदान क्षेिों को शाभमल क्रकया गया
है।)
4. सूची में संक्षक्षजप्तयों के प्रयोग से यथासंभव बचा जाना चादहए और जहां इनका प्रयोग क्रकया
जाता है , वहां इनको स्पष्ट क्रकया जाना चादहए। यदद सूची में भवन आदद का वणान करने के
भलए क्रकन्हीं स्थानीय शब्दों का प्रयोग क्रकया जाता है तो इनको भी स्पष्ट क्रकया जाना चादहए।
*********
114
अनुलग्नक ।।
(अध्याय 3, पैरा 3.5)
मतदान केन्द्द्रों की सूची के ललए संवीक्षा पत्र
1. मतदान की तारीख
2. ननवााचन क्षेि-----------में मतदाताओं की कुल संख्या
(क) परु
ु ष--------------------------
(ख) मदहलाएं------------------------------
(ग) सेवा मतदाता---------------------
कुल------------------------------------------
3. प्रनत मतदान केन्द्र 1000 मतदाताओं के औसत के आधार पर अपेक्षक्षत मतदान केन्द्रों
की संख्या।
4. वास्तव में उपलब्ध कराए गए मतदान केंद्रों की कुल संख्या।
5. प्रनत मतदान केंद्र मतदाताओं की औसत संख्या।
6. क्रकसी मतदान केंद्र को ननददाष्ट सवाार्धक मतदाताओं की संख्या को दशााते हुए, ऐसे
मतदान केंद्रों की संख्या जजनमें से प्रत्येक के भलए 1500 से अर्धक मतदाता ननददाष्ट
क्रकए गए हैं।
7. क्रकसी मतदान केंद्र को ननददाष्ट मतदाताओं की न्यूनतम संख्या।
8. क्या प्रत्येक घटक, गांव या मतदान क्षेि की अन्य यूननट के संबंध में मतदाताओं की
संख्या सूची/मानर्चि में दशाायी गई है ?
9. ऐसे मतदान केंद्रों की संख्या जजसके भलए मतदाता द्वारा तय की जाने वाली अर्धकतम
दरू ी 2 क्रकमी से अर्धक है ।
10. क्या सभी मतदान क्षेिों का स्पष्ट सीमांकन क्रकया गया हैः
11. क्या मतदान केंद्रों की िम संख्या सुवयवजस्थत रीनत से दी गई हैः
12. (क) क्या अनुसूर्चत जानत/अनुसूर्चत जनजानत और समाज के अन्य कमजोर वगों की
बहुलता वाले कोई क्षेि हैं?
(ख) यदद हां, तो उनके भलए पथ
र क रूप से स्थावपत मतदान केंद्रों की संख्या तथा उनमें
से प्रत्येक को ननददाष्ट ननवााचकों की संख्या
13. क्या क्रकसी मतदान केंद्र को ननम्नभलणखत में से क्रकसी में बनाए जाने का प्रस्ताव क्रकया
गया है:-
115
दटप्पणी: करपया मद 6, 7, 12(ख), 13, 14, 16, 18, 19 एवं 20 के सामने मतदान केंद्रों की
कुल संख्या के साथ-साथ िम संख्याएं ववननददाष्ट करें ।
116
अनुलग्नक ।।।
(अध्याय 3, पैरा 3.5)
मतदान केंद्रों की सच
ू ी के साथ प्रस्तत
ु फकया जाने वाला प्रमाण-पत्र
**********
117
अनुलग्नक IV
[अध्याय 3, पैरा 3.6 (ii)]
मतदान केंद्रों की सच
ू ी के प्रकाशनों का नोदटस
तारीख---------------
------------संसदीय ननवााचन क्षेि के [भीतर समाववष्ट ववधान सभा ननवााचन क्षेि]--------------के
भलए मतदान केंद्रों की सूची
िम सं. मतदान केन्द्र का भवन, जजसमें यह मतदान क्षेि क्या सभी मतदाताओं के भलए,
पररक्षेि जस्थत होगा केवल पुरुषों के भलए या केवल
मदहलाओं के भलए
1 2 3 4 5
तारीख--------------------
स्थान-----------------------
नोट:- संघ शाभसत क्षेिों (1) अंडमान एवं ननकोबार द्वीप समूह, (2) चंडीगढ, (3) दादरा एवं
नागर हवेली, (4) लक्षद्वीप और (5) दमन एवं दीव के मामले में लागू नहीं होगा।
***********
118
अनुलग्नक V
[अध्याय 8, पैरा 8.2.3]
दृक्ष्टबाचधत और अशक्त ननवााचक के सहयोगी द्वारा उद्घोषणा
--------------------- ववधान सभा ननवााचन क्षेि (-------------------- संसदीय ननवााचन क्षेि के भीतर
समाववष्ट)
सहयोगी के हस्ताक्षर
*********
119
अनुलग्नक–VI
अनुलग्नक–8क
राज्य सभा और ववधान सभा पररषदों के ललए ननवााचनों पर मतों की ररकॉडडिंग के ललए अनुदेश
1. मतदान के उद्दे श्य के भलए, मतदान केंद्र में केवल मतदान अर्धकारी द्वारा ववतररत
पेन का ही उपयोग करें , जो डाक पि प्राप्त करने के तुरंत बाद इसे आपको सौंप
ददया जाएगा। क्रकसी अन्य पेन, पेंभसल, बॉल पांइट पेन या क्रकसी अन्य माक्रकिंग
साधन का उपयोग नहीं करें , क्योंक्रक इससे आपका डाक पि अमान्य हो जाएगा।
2. उस अभ्यथी, जजसे आपने अपनी पहली पसंद के रूप में चुना है, के नाम के सामने
के स्तम्भ में संख्या "1" को रखते हुए 'अर्धमान्यता के िम' को र्चजननत करते हुए
मतदान करें ।
3. यदद ननवाार्चत होने वाले अभ्यर्थायों की संख्या एक से अर्धक है, तो संख्या "1" को
केवल एक अभ्यथी के नाम के सामने रखा जाएगा।
4. ननवाार्चत होने वाले अभ्यर्थायों की संख्या पर ध्यान ददए बगैर आपके पास उतनी
अर्धमान्यताएं/पसंद हैं जजतने ननवााचन लडने वाले अभ्यथी हैं। उदाहरण के भलए, यदद
ननवााचन लडने वाले अभ्यथी पांच हैं और केवल दो ही ननवाार्चत होने हैं, तो भी आप
अपनी अर्धमान्यता/पसंद के िम में अपनी पसंद के अभ्यर्थायों के सामने 1 से 5
तक अर्धमान्यताएं/पसंद र्चजननत कर सकते हैं।
6. आश्वस्त हो लें क्रक आपने क्रकसी अभ्यथी के नाम के सामने केवल एक ही संख्या
दजा की है और यह भी दे ख लें क्रक एक ही संख्या एक से अर्धक अभ्यर्थायों के नाम
के सामने दजा नहीं क्रकया गया है।
120
7. अर्धमान्यता/पसंद केवल संख्याओं, जैसे क्रक 1,2,3, आदद में इंर्गत की जाएगी और
एक, दो, तीन, आदद शब्दों में इंर्गत नहीं की जाएगी। शब्दों में अर्धमान्यता/पसंद
दे ने से मतपि अमान्य हो जाएगा।
8. संख्याओं को भारतीय अंकों के अंतरााष्रीय रूप में जैसे क्रक 1,2,3, आदद या रोमन
रूप I,II,III आदद में, या दे वनागरी रूप 1,2,3, में या संववधान की आठवीं अनुसूची
में मान्यताप्राप्त क्रकसी भी भारतीय भाषा में उपयोग क्रकए गए रूप में र्चजननत क्रकया
जा सकता है।
9. मतपि पर अपना नाम या कोई शब्द नहीं भलखें और न ही अपने हस्ताक्षर करें या
अद्याक्षर भलखें। अपने अंगठ
ू े का ननशान भी न लगाएं। ये सभी आपके मतपि को
अमान्य कर दें गे।
10. अपनी अर्धमान्यताओं को इंर्गत करने के भलए अपनी पसंद के अभ्यर्थायों के सामने
ननशान या 'x' लगाना पयााप्त नहीं है । ऐसा मतपि अस्वीकरत हो जाएगा। अपनी
अर्धमान्यताओं को ऊपर बताए अनुसार केवल संख्याओं 1,2,3, आदद में इंर्गत करें ।
11. अपने मतपि को वैध बनाने के भलए, यह आवश्यक है क्रक आप अपनी पहली
अर्धमान्यता अभ्यर्थायों में से क्रकन्हीं एक के सामने संख्या "1" दजा करके इंर्गत
ख. अमान्द्य मतपत्र
वह मतपि अमान्य होगा, जजसपर –
3. संख्या 1 को इस स्थान पर दजा क्रकया गया है क्रक जजससे यह संदेह पैदा हो जाता है
6.मतदान केंद्र में मतदान कमाचाररयों द्वारा उपलब्ध कराए गए पेन के अनतररक्त क्रकसी
अनुलग्नक–VII
अनुलग्नक 9–क
हस्ता/-……….
स्थान -------------
सेवा में
*************
124
अनुलग्नक–VIII
ि. मतदान वह मतदान क्या मतदान क्या सभी कुल ननयत मतदान अभभयु
सं. केंद्र की भवन, केंद्र का वहां क्षेि मतदाताओं मतदाताओं केंद्र तक जक्तयां
अवजस्थ जजसमें यह क्षेि अलग या केवल की संख्या पहुंचने के
नत अवजस्थत से प्रवेश स्नातकों या भलए
होगीा और केवल मतदाताओं
ननकास भशक्षकों के को
है, यदद भलए एक अर्धकतम
नहीं तो ही है दरू ी तय
क्या करनी है
कारण
हैीं
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10
स्तम्भ 2- ननददाष्ट स्थान उस क्षेि का नाम है जजसमें मतदान केन्द्र जस्थत है। अस्थायी
संरचनाओं की दशा में , अस्थायी संरचना के स्थान के भलए चुने गए ठीक-ठीक स्थल का वणान
स्पष्ट रूप से दशााया जाना चादहए।
125
स्तम्भ 3- भवन का पूरा नाम स्पष्ट रूप से वणणात होना चादहए। संक्षक्षप्त रूप का प्रयोग नहीं
क्रकया जाएगा। ऐसे मामलों में जहां एक से अर्धक मतदान केंन्द्र एक ही भवन में जस्थत है, वहां
स्थान को "नॉथा ववंग", "साउथ ववंग" आदद का उल्लेख करके स्पष्ट क्रकया जाना चादहए।
स्तम्भ 4- मतदान केन्द्र के क्षेि को वगा मीटर में दशााया जाना चादहए। जहां पर अपररहाया
जस्थत है, वहां 20 वगा मीटर से कम के क्षेि वाले कक्षों/हॉल में मतदान केन्द्र बनाने के कारण
को प्रपि के "अभ्युजक्तयां" स्तम्भ में उपयुक्त प्रववजष्ट के सामने बताया जाना चादहए।
स्तम्भ 6- गांवों, प्रखण्डों, वाडों, गभलयों, स्थीानों के नाम, मकान संख्या दी जानी चादहए। यदद
नामावली के भाग ववभाजजत हों और मतदाताओं को भभन्न-भभन्न मतदान केंद्रों के भलए ननददाष्ट
क्रकया गया हो, तो इस प्रकार ववभाजजत क्रकए गए प्रत्येक भाग में मतदाताओं की िम संख्या का
उल्लेख क्रकया जाना चादहए।
स्तम्भ 7- यह दशााया जाना चादहए क्रक क्या मतदान केन्द्र केवल स्नातकों के भलए या केवल
भशक्षकों के भलए या स्नातकों और भशक्षकों दोनों के भलए है।
स्तम्भ 8- इस स्तम्भ में ननवााचन क्षेि की अंनतम रूप से प्रभाववत ननवााचक ननयमावली के
अनुसार मतदान केन्द्र को ननददाष्ट मतदाताओं की कुल संख्या के संबंध में चादहए।
स्तम्भ 9- इस स्तम्भ में मतदान क्षेि के दरू स्थ कोने सीे मतदाताओं द्वारा तय की गई दरू ी
को इंर्गत क्रकया जाना चादहए।
स्तम्भ 10- जहां भी क्रकसी मतदान केन्द्र के स्थान, भवन या क्षेि या ननददाष्ट क्रकए गए
ननवााचकों की संख्या या मतदाताओं द्वारा तय की जाने वाली अर्धकतम दरू ी, आदद के संबंध में
आयोग के ददशा-ननर्देशों का अनुपालन करना वयवहाया नहीं है , वहां इस स्तंभ में , क्रकन्हीं अन्य
ऐसी अभभयुजक्तयों, जो जजला ननवााचन अर्धकारी दजा कराना चाहता हो, के अनतररक्त इसके
ववस्तत
र कारण आयोग के ववचाराथा ददए जाने चादहए।
126
ननवााचन क्षेि में मतदाताओं की कुल संख्या, प्रस्ताववत मतदान केन्द्रों की कुल संख्या तथा
प्रत्येक मतदान केन्द्र में मतदाताओं की औसत संख्या प्रत्येक सूची के अंत में ननरपवाद रूप से
दशाायी जानी चादहए।
(i) सभी गांव और शहर में वाडा या स्थान, जजसमें मानर्चि पर ही ऐसे प्रत्येक गांव
या स्थान में मतदाताओं की संख्या दी गई हो तथा जहां यह सुववधाजनक या
वयवहाया नहीं हो वहां मानर्चि के साथ संलग्न वववरण में दी जानी चादहए;
सच
ू ी में संक्षक्षजप्तयों का प्रयोग प्रनतबंधजीत है।
यदद सूची में भवन आदद का वणान करने के भलए क्रकसी स्थानीय शब्द का प्रयोग क्रकया
जाता है तो इनको भी स्पष्ट क्रकया जाना चादहए।
*********
127
अनुलग्नक–IX
---------------------ववधान पररषद
िं मतदान केंद्र भवन जजसमें स्थानीीय कुल ननददाष्ट मतदान केंद्र अभभयुजक्तयां
स. की यह अवजस्थत प्रार्धकरणों के मतदाताओं तक पहुंचने
अवस्थजीतजी होगा नाम जजनके की संख्या के भलए
मतदाता मत मतदाताओं
दे ने के पाि द्वारा तय
होंगे की गई
अर्धकतम
दरू ी
1 2 3 4 5 6 7
स्नातक और भशक्षक ननवााचन क्षेि के भलए मसौदा सूर्चयों की तैयारी से संबींर्धत पूवग
ा ामी
पैराग्राफ में अन्य सभी अनुदेशों, सुझावों और आपवत्तयों को आमंत्रित करने के भलए ऐसी मसौदा
सूर्चयों का प्रकाशन, राजनैनतक दलों के साथ परामशा, आदद, इस तरह की सूर्चयों को मुख्य
ननवााचन अर्धकारी के माध्यम से आयोग के पास अनम
ु ोदन के भलए अग्रेषण और अंनतम रूप से
अनुमोददत सूर्चयों के प्रकाशन हे तु स्थानीय प्रार्धकरण के ननवााचन क्षेिों के भलए सूची तैयार
करने और अंनतम रूप दे ने के भलए यथोर्चत पररवतानों सदहत लागू होींगी।
128
अनुलग्नक–X
ु ग्नक–II–एल
अनल
आदे श
लोक प्रनतननर्धत्व अर्धननयम, 1951 की धारा 25 द्वारा प्रदत्त शजक्तयों का प्रयोग करते
हुए, भारत ननवााचन आयोग एतद्द्वारा ननदे श दे ता है क्रक संबंर्धत जजला ननवााचन अर्धकारी
प्रत्येक काउं भसल ननवााचन क्षेि के भलए उसके द्वारा प्रदान क्रकए गए मतदान केंद्रों की सूची को
आयोग की वपछली मंजूरी के साथ, ननरीक्षण के भलए इसकी एक प्रनतभलवप उपलब्ध कराके और
संलग्न क्रकए गए प्रपि में नोदटस प्रदभशात करके प्रकाभशत करे गा।
जजला ननवााचन अर्धकारी, ऐसे ननम्नभलणखत स्थानों जैसा वह उर्चत समझें, पर ननरीक्षण
हे तु उपलब्ध, संलग्न प्रपि में नोदटस के साथ सूची के प्रासंर्गक भागों की एक प्रनत भी, जहां
तक वयवहाया हो, बनाएगाः
(ii) भशक्षकों के ननवााचन क्षेि के मामले में उस ननवााचन क्षेि के शैक्षणणक संस्थानों में जो
(iii) इस तरह के अन्य स्थानों में ऐसे अन्य तरीके से जैसा वह आवश्यक तथा उपयक्
ु त
समझे।
*******
129
अनुलग्नक–XI
---------- ननवााचन-क्षेि
ददनांकः ---------------
*******
130
अक्सर पछ
ू े जाने वाले
प्रश्न
131
ू क्या है ?
प्र. 1. मतदान केंद्र/मतदान बथ
उ.:- मतदान केन्द्र वह स्थान है जहां मतदान के ददन ननवााचकों द्वारा अपना मत डालने के
भलए वयवस्थाएं की जाती हैं। ननवााचक नामावभलयों के क्रकसी एक भाग में शाभमल सभी
मतदाताओं को एक ववभशष्ट मतदान केंद्र से संबद्ध क्रकया जाता है। वतामान में, मतदान के भलए
ननधााररत सभी स्थानों, यदद वे एक ही भवन में जस्थत हों तो भी उन्हें मतदान केंद्र कहा जाता
है।
प्र. 2. नया मतदान केंद्र स्थावपत करने के ललए सक्षम प्राचधकारी कौन है ?
उ.:- लोक प्रनतननर्धत्व अर्धननयम, 1951 की धारा 25 के अंतगात जजला ननवााचन अर्धकारी
(डीईओ), आयोग के पव
ू ा अनम
ु ोदन से नया मतदान केंद्र स्थावपत करने के भलए प्रार्धकरत है ।
हालांक्रक, आयोग को मतदान केंद्रों के प्रस्ताव भेजने से पव
ू ,ा डीईओ को जनता से ववननददा ष्ट
नतर्थ तक आपवत्तयों और सुझावों, यदद कोई हों, को आमंत्रित करते हुए और राजनैनतक दलों से
परामशा करके मतदान केंद्रों की मसौदा सूची प्रकाभशत करने की आवश्यकता होती है। ननधााररत
प्रक्रिया का पालन करने के बाद, डीईओ मतदान केंद्रों के प्रारूप प्रस्ताव को राज्य के मख्
ु य
ननवााचन अर्धकारी (सीईओ) के माध्यम से इसके अनम
ु ोदन हे तु ननवााचन आयोग को भेजता है।
एक बार ननवााचन आयोग द्वारा प्रस्ताव का अनुमोदन करने पर, अनुमोददत मतदान केंद्रों की
ऐसी सूची को डीईओ द्वारा अंनतम प्रकाशन के रूप में प्रकाभशत क्रकया जाता है ।
प्र.3. क्जला ननवााचन अचधकारी द्वारा नए मतदान केंद्र स्थावपत करने के लक्ोए बनु नयादी
मापदं ड क्या है ?
• यदद एक गांव में 300 से अर्धक ननवााचक हैं और मतदान केंद्र के भलए उपयुक्त
सरकारी भवन उपलब्ध है तो नया मतदान केंद्र प्रस्ताववत क्रकया जा सकता है।
• यदद अनतसंवेदनशील मानर्चिण के मद्दे नज़र ऐसा करना आवश्यक हो।
132
• यदद बडी संख्या में आवासीय इकाइयों के साथ एक नई कॉलोनी ववकभसत हुई है
तो नया मतदान केंद्र सजर जत क्रकया जा सकता है ।
• क्रकसी मतदान केंद्र के भलए समनुदेभशत मतदान क्षेि सघन होना चादहए।
उ.:- ननवााचक रजजस्रीकरण ननयम, 1960 के ननयम 5 के उप-ननयम (1) के अनुसार, क्रकसी
ननवााचक नामावली को सुवजीधाजनक 'भागों' में ववभाजजत क्रकया जाएगा। ननवााचक नामावली का
एक 'भाग' एक र्चजननत मतदान केंद्र के साथ क्रकसी ववधान सभा ननवााचन क्षेि की सीमाओं के
भीतर ही सजर जत भौगोभलक रूप से पररभावषत और र्चजननत मतदान क्षेि से मेल खाता है ।
प्र.5. क्या ननवााचक नामावली के एक भाग और फकसी मतदान केंद्र के बीच कोई संबंध है ?
उ.:- ननवााचक नामावभलयों को मतदान केंद्र-वार तैयार क्रकया जाता है और ननवााचक नामावली के
एक भाग में शाभमल ननवााचकों को एक समान और संगत मतदान केंद्र संख्या वाले मतदान केंद्र
ननददाष्ट क्रकए जाते हैं।
प्र.6. क्या भाग सं. और संगत मतदान केंद्र को ववननददाष्ट संख्या एक समान है ?
उ.:- ननवााचक नामावली, ननवााचन क्षेि के भीतर साधारणतः ननवास करने वाले ननवााचकों के
वववरणों जैसे नाम, आय,ु भलंग, ररश्तेदार का नाम, एवपक संख्या आदद को शाभमल करने वाली
एक सूची है । ननवााचक नामावभलयों को लोक प्रनतननर्धत्व अर्धननयम, 1950 और ननवााचक
रजजस्रीकरण ननयम, 1960 के प्रावधानों के अंतगात ननवााचक रजजजस्रकरण अर्धकाररयों द्वारा
ववधान सभा ननवााचन क्षेि-वार तैयार क्रकया जाता है और अनुरक्षक्षत रखा जाता है ।
प्र.8. क्या मतदान केंद्र को मतदान क्षेत्र के बाहर स्थावपत फकया जा सकता है ?
133
उ.:- प्रायः मतदान केंद्रों को ववधान सभा ननवााचन क्षेि के संबंर्धत भाग के मतदान क्षेि के
भीतर स्थावपत क्रकया जाता है , परं तु अपवादीात्मक मामलों में, मतदान क्षेि के भीतर उपयक्
ु त
भवनों के उपलब्ध नहीं होने के कारण मतदान केंद्रों को मतदान क्षेि के बाहर स्थावपत क्रकया जा
सकता है। मतदान केंद्रों को सदै व ननवााचकों की सुववधा को दे खते हुए स्थावपत क्रकया जाता है ।
प्र.9. मतदान केंद्र को ववननददाष्ट फकए जा सकने वाले ननवााचकों की अचधकतम संख्या क्या है ?
उ.:- ननवााचक रजजस्रीकरण ननयम, 1960 के ननयम 5(4) के अनुसार, नामावली के क्रकसी भाग
में शाभमल क्रकए गए नामों की संख्या सामान्यतया 2000 से अर्धक नहीं होगी। हालांकजी,
आयोग ने ननधााररत क्रकया है क्रक आदशा जस्थनत में क्रकसी मतदान केंद्र क्षेि में 1500 से अर्धक
ननवााचक नहीं होने चादहए।
उ.:- ववर्ध में ऐसी कोई सीमा नहीं प्रदान की गई है। हालांकजी, आयोग ने अनुदेश ददया है क्रक
300 से अर्धक मतदाताओं वाले प्रत्येक गांव के भलए एक मतदान केंद्र प्रदान क्रकया जाना
चादहए, बशते क्रक वहां इसके भलए उपयुक्त भवन हो। हालांक्रक, दरू -दराज के क्षेिों में , आयोग ने
एकल पररवार अथवा एकल मतदाता तक के भलए भी मतदान केंद्र प्रदान करने का प्रयास क्रकया
है।
प्र.11. क्या मतदान केंद्र को ननजी भवन में स्थावपत फकया जा सकता है ?
प्र.12 वे कौन से स्थान हैं जहां मतदान केंद्रों की सूची उपलब्ध कराई जाती है ?
उ.:– जैसा क्रक ऊपर कहा गया है, मतदान केंद्रों के प्रारूप के साथ-साथ अंनतम सूची, संबंर्धत
डीईओ और ईआरओ के कायाालयों में उपलब्ध होती है और साथ ही, इन्हें डीईओ तथा सीईओ
की आर्धकाररक वेबसाइट पर पजब्लक डोमेन में रख ददया जाता है। मतदान केंद्रों के प्रारूप के
134
साथ-साथ अंनतम सूची को मान्यताप्राप्त राजनैनतक दलों और ननवााचन में खडे अभ्यर्थायों के
साथ ननःशुल्क सीाझा क्रकया जाता है। ऐसी सूर्चयां वविय हे तु डीईओ/ईआरओ के कायाालयों में
भी उपलब्ध होते हैं।
उ.:– ननवााचकों की संख्या में होने वाले ननरं तर पररवतान और अन्य ववभभन्न पररवतानों जैसे
मौजद
ू ा भवनों की जस्थनत में र्गरावट, इलाके में अर्धक उपयक्
ु त भवनों की उपलब्धता, मतदान
केंद्रों पर सुननजश्चत की जाने वाली न्यूनतम सुववधाओं की जस्थतजी, भौगभलक जस्थनतयों में
बदलाव, कानून और वयवस्था की जस्थनत के मामले में मौजूदा मतदान केंद्रों का इनतहास आदद,
को दे खते हुए, समय-समय पर मीौजूदा मतदान केंद्रों की समीक्षा की जाती है, ताक्रक क्रकसी भी
ननवााचन के सुगम संचालन को सुननजश्चत क्रकया जा सके और समीक्षा के इसीी काया को
मतदान केंद्रों का और्चत्य-स्थापन कहा जाता है।
उ.:– सहायक मतदान केंद्रों को ननम्नभलणखत संभाववत पररजस्थनतयों में मौजूदा (वास्तववक)
मतदान केंद्रों को दो भागों/तीन भागों में ववभाजजत करके बनाया जाता हैः-
(क) यदद ननवााचक नामावली के अंनतम रूप से प्रकाशन के बाद यह बात संज्ञान में आतीी है
क्रक मतदान क्षेि में ननवााचकों की अर्धकतम संख्या ननधााररत सीमा से अर्धक हो गई है और
मौजूदा मतदान केंद्र में ननवााचकों को संभालना नहीं होगा।
(ख) यदद ननवााचन आयोग द्वारा क्रकसी ननवााचन/उप-ननवााचन की अचानक घोषणा की जाती है
और जजला ननवााचन अर्धकारी के पास मतदान केंद्रों के यादृजच्छकीकरण कीे काया के भलए
समय नहीं है तथा मौजद
ू ा ननवााचक नामावली के आधार पर ननवााचन का संचालन क्रकया जाना
अपेक्षक्षत है। जहां तक वयवहाया हो, सहायक मतदान केंद्रों को वास्तववक (प्रमुख) मतदान केंद्र
वाले भवन या पररसर में ही बनाया जाना चादहए।
135
उ.:- पूवा के ननवााचनों में हुई दहंसा की घटनाओं के वपछले इनतहास, कमजोर वगों के मतदाताओं
को भयभीत करना, असामान्य रूप से क्रकसी ववशेष अभ्यथी के पक्ष में अर्धक मतदान होना
आदद, जैसे मापंदडों के आधार पर ननवााचन से पहले क्रकसी संवेदनशील मतदान केंद्र की पहचान
की जाती है। आयोग ने ननदे श ददया है क्रक ऐसे सभी मतदान केंद्र, जहां वपछले साधारण
ननवााचनों के दौरान डाले गए मतों का प्रनतशत 90% से अर्धक था और जहां 75% से अर्धक
मत क्रकसी ववशेष अभ्यथी के पक्ष में पडे थे, की पहचान संवेदनशील मतदान केंद्रों के रूप में की
जाएगीी।
उ.:- कभी-कभी ननवााचन आयोग, अलग-अलग क्षेिों में बसे मतदाताओं को दे खते हुए कुछ गांवों
के भलए मोबाइल मतदान केंद्र प्रदान करता है ताक्रक ननवााचकों को उनके मतदान केंद्रों तक
पहुंचने के भलए लम्बी दरू ी की यािा न करनी पडे। मतदान दल एक पूवा अर्धसूर्चत समय-
सारणी के अनुसार मतदान के ददन वाहन से गांव-गांव जाता है और क्रफर मतदान समाजप्त के
ननधााररत समय तक अंनतम गंतवय पर रूकता है, जहां वे सभी मतदाता जो अपने गांव तक
मोबाइल दल की यािा के दौरान मतदान नहीं कर सके, वे आकर मत डाल सके।
उ.:- ननवााचन आयोग ने मतदान केंद्र प्रणाली को और महत्व दे ने तथा मतदाता के भलए मतदान
उ.:- आयोग के ननदे शानुसार, ननम्नभलणखत सुननजश्चत न्यूनतम सुववधाएं (एएमएफ) प्रत्येक
क) रै म्प की वयवस्था
136
ख) पेयजल की वयवस्था
ग) पयााप्त फनीचर
घ) उपयुक्त प्रकाश
ड) सहायता डेस्क
च) उपयक्
ु त संकेतक
छ) शौचालय
उपयक्
ुा त के अलावा,
(i) मतदान केंद्र पर मतदान के भलए आने वाले ननवााचकों के भलए धूप और बाररश से
बचाव हे तु मतदान केंद्र पर शेड (छांव) की वयवस्था की जानी चादहए।
प्र.20. मतदान केंद्रों पर 'पदाानशीों मदहलाओं' के ललए क्या ववशेष व्यवस्थाएं की जाती हैं?
उ.:- आयोग ने ननदे श ददया क्रक यदद क्रकसी मतदान केंद्र के भलए पयााप्त संख्या मेीं
'पदाानशीीं' (बक
ु ाा-पहने) मदहला ननवााचकों को समन
ु दे भशत क्रकया जाता है, तो पीठासीन
137
उ.:- यदद क्रकसी प्राकरनतक आपदा के कारण वतामान मतदान का भवन क्षनतग्रस्त हो जाता है
प्र.22. ऐसी कौन-कौन सी क्स्थनत है क्जसमें ननवााचन आयोग मतदान के ललए अस्थायी
उ.:- कुछ आपातकालीन पररजस्थनतयों में जैसे क्रक प्राकरनतक आपदा या कानीून और वयवस्था
की समस्याओं में , ननवााचन आयोग थोडे समय के भलए पूवा अनीुमोददत मतदान केंद्र कीे
स्थान से दरू , मतदान क्षेि के अंदर या बाहर अस्थायी मतदान केंद्रों का अनुमोदन कर
सकता है।
प्र.23. आमतौर पर, मतदान के संचालन के ललए फकसी मतदान केंद्र पर फकतने मतदान
उ.:- लोक सभा/ववधानसभा के भलए एकल ननवााचन में, एक मतदान दल में एक पीठासीन
अर्धकारी और तीन मतदान अर्धकारी होते हैं, जबक्रक एक साथ होने वाले नजीवााचनों में
मतदान दल में एक पीठासीन अर्धकारी और पांच मतदान अर्धकारी होते हैं।
उ.:- आमतौर पर, एक मतदान दल में एक पीठासीन अर्धकारी और तीन मतदान अर्धकारी
होते हैं। पहला मतदान अर्धकारी ननवााचक नामावली की र्चजननत प्रनत का प्रभारी होगा और
उसकी जजम्मेदारी ननवााचकों की पहचान सुननजश्चत करना है।
दस
ू रा पीठासीन अर्धकारी अभमट स्याही का प्रभारी होगा। पहले पीठासीन अर्धकारी द्वारा
ननवााचक की पहचान क्रकए जाने के बाद, दस
ू रा पीठासीन अर्धकारी ननवााचक के बाएं हाथ की
तजानी उं गली पर अभमट स्याही लगाएगा। दस
ू रा पीठसीन अर्धकारी मतदाताओं के रजजस्टर
(फॉमा 17क में) का भी प्रभारी होगा। वह उन ननवााचकों के उर्चत खाते को बनाए रखने के
भलए उत्तरदायी होगा जजनकी पहचान स्थावपत कर ली गई है और जो उस रजजस्टर में (दजा)
मतदान केंद्र पर मतदान करते हैं।
तीसरा मतदान अर्धकारी वोदटंग मशीन के कंरोल यनू नट का प्रभारी होगा। वह कंरोल यनू नट
पर 'बैलेट' का बटन दबाकर मतदान कक्ष में रखे गए बैलेट यूननट(टों) को सक्रिय करे गा।
पीठासीन अर्धकारी मतदान केंद्र का समग्र प्रभारी है और उसका प्रमुख कतावय छद्म मतदान
का संचालन सुननजश्चत कराना है तथा मतदान अभभकतााओं को दशााना है क्रक इलेक्रॉननक
वोदटंग मशीन (ईवीएम) काया करने की त्रबल्कुल सही जस्थनत में है, उसे मतदान समय पर
शुरू कराना और ननयभमत अंतराल पर बैलेट यूननट की जांच करना होता है ताक्रक यह
सुननजश्चत हो सके क्रक मशीन के साथ क्रकसी भी प्रकार की कोई छे डछाड नहीं की गई है।
प्र. 25. मतदान अलभकताा क्या है ?
उ.:- मतदान अभभकतााओं को ननवााचन लडने वाले अभ्यर्थायों द्वारा उनके दहतों की दे खरे ख
करने और मतदान केंद्र में मतदान के समय ननवााचकों की पहचान करने के भलए
मतदानकभमायों की सहायता हे तु ननयक्
ु त क्रकया जाता है ।
प्र.26. मतदान अलभकताा के रूप में ननयक्ु क्त हे तु क्या योग्यताएं हैं?
उ.:- क्रकसी मतदान क्षेि या उसी ननवााचन क्षेि के अंतगात आने वाले पडोसी मतदान केंद्र के
सामान्य ननवासी और ननवााचक को ननवााचन लडने वाले अभ्यथी द्वारा मतदान अभभकताा के
रूप में ननयुक्त क्रकया जा सकता है । मतदान अभभकतााओं के पास सरकार या क्रकसी सरकारी
एजेंसी द्वारा जारी क्रकया गया ननवााचक का फोटो पहचान पि (एवपक) या कोई अन्य
मान्यताप्राप्त पहचान उपकरण होना चादहए जजसमें उसका/उसकी पहचान मौजूद हो।
139
• मतदान केंद्र में तैनात सीपीएमएफ/राज्य पुभलस कभमायों की उपजस्थनत दशााते हुए
• मतदान अभभकतााओं की उपजस्थनत की।
• एएसडी सूची के अनुसार चुनौती प्राप्त/टें डर वाले मतों/लापता मतदाताओं के मामले में
ननवााचकों की तस्वीर;
• मतदान के ननधााररत समय के समाप्त होने पर बाहर इंतजार कर रहे मतदाताओं की
और कतार में खडे अंनतम मतदाता की
• सेक्टर अर्धकाररयों, प्रेक्षकों और अन्य ननवााचक पदार्धकाररयों के आगमन की।
उच्चतम न्यायालय के सझ
ु ाव के अनतररक्त, ननवााचन आयोग ने यह भी ननदे श ददया है
क्रक प्रेक्षक से परामशा करके मतदान केंद्र के भीतर चल रही मतदान कायावादहयों की
वीडडयोग्राफी की जा सकती है । हालांक्रक, यह सनु नजश्चत करने के भलए उर्चत रूप से
ध्यान ददया जाएगा क्रक वीडडयोग्राफी करते समय इससे मत की गोपनीयता भंग न हो
रही हो मतलब, यह सनु नजश्चत क्रकया जाना चादहए क्रक मतदान कर रहे मतदाता की
वीडडयोग्राफी नहीं की जानी चादहए। हालांक्रक, सामान्य वयवस्था और गोपनीयता को बनाए
रखने के भलए मतदान केंद्र के अंदर मीडडयाकभमायों या क्रकसी अन्य अनर्धकरत वयजक्त
द्वारा फोटोग्राफी/वीडडयोग्राफी की अनुमनत नहीं दी जाएगी।
प्र.30 मतदान केंद्र पर केंद्रीय अधासैननक बलों (सीपीएमएफ) के क्या कताव्य हैं?
उ. – आयोग ने सीपीएमएफ के भलए ननम्नभलणखत कतावयों को पररभावषत क्रकया हैः-
(क) जहां कहीं भी सीपीएमएफ क्षेिार्धकार के भलए अर्ग्रम रूप से पहुंचता है , वहां वह फ्लैग
माचा, प्वाइंट पेरॉभलंग और अन्य ववश्वास बढाने संबंधी गनतववर्धयीाीं को चलाएगा।
(ख) मतदान की पूव-ा संध्या पर (मतदान से एक ददन पहले) सीपीएमएफ संबंर्धत मतदान केंद्रों
पर अपनी तैनाती और ननयंिण करे गा।
(ग) मतदान ददवस पर, सीपीएमएफ मुख्य रूप से मतदान केंद्रों की सुरक्षा और मतदान केंद्रों
के अंदर प्रवेश को ववननयभमत करने के भलए उत्तरदायी होगा। सीपीएमएफ दल के एक
जवान को मतदान केंद्र के द्वार पर तैनात क्रकया जाएगा (या तो जस्थर या चलायमान
तरीके से), ताक्रक माननीय उच्चतम न्यायालय के ननदे शानुसार, मतदान केंद्र के भीतर चल
रही कायावादहयों पर नज़र रखा जा सके। इसके अनतररक्त, सीपीएमएफ के कम्पनी
कमांडर भी क्षेिार्धकार बल के रूप में अपने संबंर्धत मतदान केंद्रीोीं के क्षेिों में जाएंगे
और मतदान केंद्रों से संबंर्धत (कैचमें ट) क्षेि में ववश्वास बढाने के उपाय करें गे।
(घ) यदद क्रकसी कारणवश सीपीएमएफ के क्षेिार्धकार वाले मतदान केंद्र तक सीपीएमएफ नहीं
पहुंचीे हैीं, तो मतदान शुरू नहीं होगा।
(ङ) मतदान परू ा होने के बाद, मतदान क्रकए हुए ईवीएम और पीठासीन अर्धकाररयों को स्वागत
(ररसेप्शन) केंद्र तक सीपीएमएफ के दल द्वारा सुरक्षक्षत ले जाया जाएगीा। जजला ननवााचन
अर्धकारी और पुभलस अधीक्षक द्वारा अर्ग्रम में प्रेक्षक के साथ परामशा करके इस संबंध
में ववस्तत
र वववरण तैयार क्रकया जाएगा।
141
(च) सीपीएमएफ, स्रांग रूम की सुरक्षा के भलए भी उत्तरदायी होगा, जहां मतदान क्रकए हुए
ईवीएम का भंडारण होता है और उसे मतगणना ददवस तक वहां रखीा जातीा है।
प्र.31. फकस प्रावधान के अंतगात, राज्य सभा के ननवााचन हे तु मतदान केंद्र बनाया जाता है ?
उ.:- 1951 अर्धननयम की धारा 29(1) के अंतगात, राज्य ववधान सभा के सदस्यों द्वारा राज्य
सभा के भलए ननवााचन में, मतदान उस स्थान पर कराया जाएगा जो स्थान ननवााचन
आयोग के पूवा अनुमोदन से ररटननिंग अर्धकारी द्वारा ननधााररत क्रकया गया है । मतदान
केंद्र सामान्य रूप से ववधान सभा भवन की पररसीमा में ननधााररत क्रकया जाना चादहए।
प्र.32. राज्य सभा के ललए ननवााचन में ननवााचक कौन होते हैं?
उ.:- राज्य सभा में राज्य के प्रनतननर्धयों का ननवााचन राज्य ववधान सभा के ननवाार्चत सदस्यों
द्वारा क्रकया जाता है। संघ शाभसत क्षेिों के प्रनतननर्धयों का चयन 1950 अर्धननयम के
अनुच्छे द 80(5) और इसकी धारा 27क से 27ञ तक में ननधााररत तरीकीे से क्रकया जाता
है।
प्र.33. राज्य सभा के ननवााचन के ललए मतदान केंद्र में राजनैनतक दलों के प्राचधकृत
अलभकरोताओं की सीटों के बीच ववभाजन की ऊंचाई क्या है ?
उ.:- ववभभन्न राजनैनतक दलों के प्रार्धकरत अभभकतााओं के सीटों के बीच ववभाजन की ऊंचाई छह
(06) फीट है।
प्र.34. राज्य सभा के ननवााचन के ललए मतदान केंद्र पर पीठासीन अचधकारी के रूप में कौन
काया करता है ?
उ.:- ररटननिंग अर्धकारी राज्य सभा के ननवााचन के भलए मतदान केंद्र पर पीठासीन अर्धकारी
के रूप में भी काम करता है।
प्र.35. राज्य सभा के ननवााचन के ललए मतदान केंद्र में फकतने मतदान पदधारीजन होते है ों?
उ.:- ररटननाग अर्धकारी मतदान के संचालन में अपनी सहायता के भलए, जजतनी संख्या में वह
आवश्यक समझे, मतदान अर्धकाररयों के रूप में काया करने के भलए उतनी संख्या में
वयजक्तयों को ननयक्
ु त कर सकता है । सामान्य रूप से, इस उद्दे श्य के भलए दो मतदान
अर्धकारी पयााप्त होंगे। यदद, वह महसूस करता है क्रक ननवााचकों की संख्या बहुत अर्धक
है, तो वह तीन मतदान अर्धकाररयों को ननयुक्त कर सकता है ।
प्र.36 राज्य ववधान पररषद के ननवााचन में ननवााचक कौन होते हैं?
उ.:- राज्य ववधान पररषदों के सदस्यों के ननवााचन पररषद ननवााचन क्षेिों के ननवााचकों और
ववधायकों द्वारा ननवाार्चत होते हैं, जजसमें स्थानीय प्रार्धकरण ननवााचन क्षेि, स्नातक
ननवााचन क्षेि और भशक्षक ननवााचन क्षेि शाभमल होते हैं।
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प्र.37. ववधायकों द्वारा राज्य ववधान पररषद के ललए ननवााचन और राज्य सभा के ललए ननवााचन
के बोीच में क्या अंतर है?
उ.:- राज्य ववधान सभा के सदस्यों द्वारा राज्य ववधान पररषद के भलए ननवााचन में मतदान
उसी तरीके से होता है जैसा क्रक राज्य सभा के भलए ननवााचन में मतदान का आयोजन
होता है। उल्लेखनीय अंतर यह है क्रक (i) राज्य ववधान पररषदों के भलए ननवााचन के
दौरान डाक पिों की गोपनीयता को सख्ती से बरकरार रखा जाएगा अथाात ववधायकों
द्वारा ववधान पररषद के भलए ननवााचन के मामले में खुला बैलेट प्रणाली लागू नहीं होगा
और (ii) राज्य ववधान सभा के नामांक्रकत सदस्य भी, यदद कोई हों, राज्य ववधान पररषद
के भलए ननवााचन में मत डालते है ी,ं जबक्रक केवल ननवाार्चत सदस्य ही राज्य सभा के
भलए ननवााचन में मत डालते हैं।
प्र.38. पररषद ननवााचन क्षेत्रों से राज्य ववधान पररषद के ननवााचन के ललए मतदान केंद्र उपलब्ध
कराने के ललए उत्तरदायी प्राचधकारी कौन है ?
उ:.- ररटननिंग अर्धकारी मतदान केंद्र उपलब्ध कराने और ववधायकों द्वारा राज्य ववधान पररषद
के ननवााचन के भलए उत्तरदायी होता है, पररषद ननवााचन क्षेिों से ननवााचन के भलए, जजला
ननवााचन अर्धकारी का यह दानयत्व है क्रक वह ननवााचन आयोग के पूवा अनुमोदन से,
उसके अर्धकार क्षेि में आने वाले पूरे या बडे भाग को पररषद ननवााचन क्षेि के भलए
मतदान केंद्रों की एक पयााप्त संख्या प्रदान करे । जहां एक ननवााचन क्षेि दो जजलों तक
फैला हुआ है , वहां मुख्य ननवााचन अर्धकारी (सीईओ) यह तय करे गा क्रक क्रकस जजले में
ननवााचन क्षेि का ज्यादा बडा भाग ननदहत है और उस जजले का जजला ननवााचन अर्धकारी
पूरे ननवााचन क्षेि के भलए मतदान केंद्र प्रदान करे गा जजसमें अन्य जजले में पडने वाले क्षेि
शाभमल होंगे। हालांक्रक, जहां एक ननवााचन क्षेि दो से अर्धक ऐसे जजलों तक फैला हुआ है,
जजसमें न तो पूरा और न ही ननवााचन क्षेि का ज्यादा बडा दहस्सा क्रकसी एक जजला
ननवााचन अर्धकारी के अर्धकार क्षेि में आता है, वहां प्रत्येक जजले का जजला ननवााचन
अर्धकारी अपने जजले के क्षेिार्धकार के अंतगात आने वाले क्षेिों के भलए मतदान केंद्र
उपलब्ध कराएगा।
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''जजला ननवााचन आक्रफसर, ननवााचन आयोग के पूवा अनुमोदन से, हर ऐसे ननवााचन-क्षेि के भलए
पयााप्त संख्या में मतदान केंद्रों का उपबन्ध करे गा जो सम्पूणा या जजसका अर्धक भाग उसकी
अर्धकाररता के भीतर है और ऐसे उपबजन्धत मतदान केंद्रों को और उन मतदान क्षेिों को या
मतदाताओं के समूहों को, जजनके भलए वे िमश: उपबजन्धत क्रकए गए हैं, दभशात करने वाली सूची
ऐसी रीनत में , जैसी ननवााचन आयोग ननददाष्ट करे , प्रकाभशत करे गा।''
अक्तब
ू र, 2020 दस्तावेज 1