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मतदाता जंक्शन
(History/Journey of Indian Elections)Part-II
EP-36
DOB-09-06-2023
(परिचय गीत - मतदाता जंक्शन)

भारती : (गुन-गुनाते हुए, गुज़रा हुआ ज़माना आता नहीीं दोबारा)

भारत : अरे ! भई भारती कौन-सा गुज़रा ज़माना याद कर रही हैं आज आप?

भारती : नमस्कार भारत! बस यीं ही, मुझे मतदाता जींक्शन का वो एपपसोड याद आ गया पजसमें
हमने भारत में पहले चुनाव और उसके इपतहास के बारे में बात की थी। आपने बहुत
खबसरती से मुझे प्राचीन भारत की एक सभा की सैर करवा दी थी।

भारत : हाीं , हाीं! मुझे याद है क्या उस पल को पिर जीना चाहोगी?

भारती : हाीं! क्योीं नहीीं?

Audio Collage

(तेज़ से मद्धम होता सींगीत))

भारती : शुपिया भारत! आपने तो सारी यादें ताज़ा कर दीीं मेरी!


Interlude

भारत : हम्म! भारती, तो चलो इस कारवाीं को आगे बढ़ाते हैं और क्योीं न ऐसा पकया जाए पक
भारत में चुनावी प्रपिया में आई तब्दीपलयोीं, तकनीक के पनत-नए पवकास और उसके
इस्तेमाल, जन भागीदारी से जुड़े तथ्ोीं का एक मुशायरा जैसा कुछ पकया जाए औरअपने
श्रोताओीं तक पहुींचाया जाए, क्या ख़्याल है ?

भारती : ख़्याल तो बहुत अच्छा है! क्योीं न इस एक्टिपवटी में हम चुनावी चाचा और हमारी कल्पना
को भी शापमल कर लें!

भारत : हाीं , हाीं क्योीं नहीीं!


(हल्का सींगीत)

चुनावी चाचा : तुमने पुकारा और हम चले आए, साथ में कल्पना को भी ले आये रे ... (ज़रा सुर में)

भारती : वाह वाह .....आने से आपके आई बहार ......

चुनावी चाचा : अरे आप क्योीं चुप हैं बरखुरदार


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भारत : मै कर रहा था आपका इीं तज़ार ....आ गए हैं आप तो स्वीकार कीपजये नमस्कार
कल्पना : चपलये न .... अब शुरू कीपजये कारोबार ...मेरा मतलब है ....प्रोग्राम का सिर

(सींगीत)

चुनावी चाचा : 1947के 15 अगस्त की वो तारीख ….जब पाई थी दे श ने आज़ादी और पिर आया
26 जनवरी 1950 का पदन जब नव स्वतींत्र दे श को गणतींत्र के आकाश में उड़ान भरने
का अवसर प्राप्त हुआ ।
(सींगीत)
और पिर सींपवधान के आपटि कल यापन अनुच्छेद 326 ने पदया था हर 21 साला भारतीय
को मतदान का अपधकार।

भारती : और पिर आ गया वो अवसर जब 1951 -52 मे दे श में हुआ पहले आम चुनाव का
ऐलान। 489 सीटोीं पर कुल पमलाकर खड़े हुए 1874 उम्मीदवार पजनकी नय्या को
लगाया ,लगभग 17 करोड़ मतदाताओीं ने पार।
(सींगीत)

एक लाख 11 हज़ार लकड़ी की मतदान पेपटयाीं और तक़रीबन 24 लाख 73 हज़ार 850


धातु के भी मतदान बक्से। कुछ ने माना इन्हे दै व्य रूप और चढ़ा पदए िल, पसींदर और
चावल।

भारती : पप्रींट मीपडआ यानी अखबारोीं के भरोसे था प्रचार । मतदाताओीं की उीं क्टियाीं पर
मतदान का गौरव पतलकबनी स्याही मैसर पेंट एीं ड वापनिश और 1951 से आज तक
जारी है ये उल्लेखनीय सिर

कल्पना : चलो भई, चलो अब मेरी बारी। तो भई मैं बता रही हीं कुछ नींबसि इसपलए अपने कॉपी-
पैन या पिर अपनी मैमॉरी को कर लीपजए अलटि । 1951 में पहले आम चुनावोीं में कुल
मतदाताओीं की सींख्या थी 17.3 करोड़ और पपछले आम चुनाव यानी 2019 में थी 91.2
करोड़। 1951 में कुल मतदान केंद्र थे 1.96 लाख जोपक 2019 में बढ़कर हो गए
10.37लाख । इलैक्टिड वमेंस 1951 में थीीं 24 और 2019 में इनकी सींख्या हो गई 78।
और 1951 में उम्मीदार थे 1874 और 2019 में हो गए 8054।

भारती : तस्वीर ए यार पदल में छु पाए बैठें हैं , वाला वक़्त गुज़रा और चुनाव आयोग ने हर पदल के
क़रीब कर पदया उसका अपना मतदाता िोटो पहचान पत्र, पजसकी मुपहम हुई शुरू
1993 में।

चुनावी चाचा : चुनाव आयोग ने उम्मीदवारोीं तथा राजनीपतक दलोीं के पलए आदशि आचार सींपहता तैयार
की है और आज भी बहुत सख़्ती के साथ इसका पालन भी सुपनपित पकया जाता है।
इसके साथ ही,नोटा यापन उपरोक्त में से कोई नहीीं का एक उल्लेखनीय पवकल्प भी
मतदाता को पदया जा रहा है।

कल्पना : इतना ही नहीीं अब तो चुनाव में कड़ी नज़र हमारे मतदाता भी रखते हैं और करते हैं
बहुत सारी एक्टिकेशींस का इस्तेमाल चाहे सी पवपजल एप से करनी हो उम्मीदवार की
पशकायत या पिर चापहए हो सक्षम एप द्वारा पीडब्ल्यडी की सुपवधा, करना हो अगर
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मतदाता पींजीकरण तो नहीीं करना पड़ता अब साल भर इीं तज़ार, I मतदाता सची में अगर
जोड़नाहटाना है नाम या बदलवाना है पता तो पमनटोीं का है काम, Voter Helpline
App पर बस एक क्टिक और काम परा।

भारत : और अब बात उस दौर की जब काग़ज़ के पुज़ों यापन बैलेट पेपर की जगह ले ली एक


बटन ने, वो है ईवीएम यापनइलैिरोपनक वोपटीं ग मशीन । 19 मई 1982 को केरल के
पेरूर पवधानसभा क्षेत्र में सबसे पहले 50 ईवीएम का इस्तेमाल पकया गया और पिर
इसके बाद नागालैंड, आीं ध्र प्रदे श, कनािटक, पत्रपुरा के पवधानसभा चुनाव मे उपयोग मे
लाया गया
(हल्का सींगीत)
2004 के14वें आम चुनावोीं में सभी लोकसभा क्षेत्रोीं में इसका इस्तेमाल पकया गया, अब
तक 315 करोड़ से ज़्यादा वोट ईवीएम के ज़ररए पड़ चुके हैं। (हल्का सींगीत) और पिर
पसतींबर 2013 में आ गई इसकी सखी वीवीपैट, वोटर वेररिाइएबल पेपर ऑपडट टर े ल,
जो मतदाता को ये सुपनपित करती है पक वोट उसी उम्मीदवार या पाटी पचन्ह को पमला
पजसका बटन दबाया गया है।

कल्पना : वो कहते हैं न पहम्मत ए मदाां , मदद ए खुदा, वो सच हुआ और 2014 के आम चुनावोीं में
एक कमाल जब चुनाव में शापमल हुए पाषाण काल की अींपतम ज्ञात जनजापतयाीं। शोम्पेन
जनजापत जो अींडमान-पनकोबार में बसती है। ये भारत के चुनाव आयोग का एक
ऐतहापसक क़दम था।
(sveep song)

भारती : पसतारोीं के आगे जहाीं और भी हैं …….इस तलाश को जारी रखते हुए चुनाव आयोग ने
पहमाचल प्रदे श के ताशीगींग गाींव में ऐसी जगह मतदाता केंद्र बनाया जोपक दु पनया में
अपने आप में पहला मतदाता केंद्र था जो इतनी ऊींचाई पर बनाया गया। चुनाव से जुड़े
लोगोीं के जज़्बे को भी सलाम, अरुणाचल प्रदे श में दु गिम रास्तोीं से गुज़रते हुए 300 मील
का िसला तय पकया और सोकेला तैयाींग नाम के एकमात्र मतदाता का मतदान परी
प्रपिया के साथ समपन्न करवाया।

भारत : वाह भई वाह आज तो मज़ा ही आ गया, मैं खुद में एक रचनाकार को पहचान पाया।

भारती : (सब हींसते हुए कहते हैं ) हाीं वाक़ई ऐसा ही लग रहा था जैसे हम मतदाता जींक्शन नहीीं
बक्टल्क पकसी महपिल में पशरकत कर रहे थे।

(मोबाइल की घींटी)

चुनावी चाचा : लो तुम्हारी चाची का कॉल आ गया ......घर से पनकलते समय बाज़ार की पलस्ट पकड़ाई
थी मुझे .....मै चलता हूँ ....(बात करते हुए पनकलते हैं)...हाूँ....याद है मुझे .....बस पनकल
ही रहा था .....

Interlude

भारती : और अब समय है हमारी एक रे ग्युलर पलस्नर की बात सुनने का जो


एक स्कल की डायरे िर भी हैं और इपतहास में भी रूपच रखती हैं।
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रूखसाना प्रवीन: मैं रूखसाना परवीन जापमया के एक स्कल की डायरे िर हुीं ...मैं पनवािचन आयोग
द्वारा शुरू पकया गया ये प्रोग्राम हमेशा सुनती हीं । मैं ये कहना चाहींगी पक चुनाव आयोग
ने दे श की जनता को वोट की ताक़त दी है ] .... इस ताक़त को प्रयोग मे लाने के पलए
टै क्नीक पवकपसत की है । समाज के हर वगि को बराबर समझा है इसपलए थडि जेंडर को
भी परा सम्मान दे ते हए उन्हें भी मतदान करने का परा मौक़ा पदया। एक ऐसा पदन पदया
जब हर एक मतदाता राष्ट्रीय स्तर पर नेशनल वोटसि डे मनाता है । वीजुु़अली इीं पेयडि
लोगोीं को आत्मपनभिर बनाया और ब्रेल ईवीएम की शुरूआत की। इसके अलावा िोबल
वापमांग पक वजह से जो पयािवरण में बदलाव आ रहे हैं उसके मद्दे नज़र चुनाव आयोग
इीं वायमेंट फ्रेंडली चुनाव कराने की भी पहल की है । इस कायििम के ज़ररए सब ही
कोपशशोीं और सुपवधाओीं की जानकारी दे ने के पलए चुनाव आयोग का धन्यवाद।

Interlude

भारत : भारती]अभी हाल ही में कनािटक में पवधानसभा चुनाव हुए थे न तो मैंने सोचा क्योीं
न श्रोताओीं को चुनाव की कुछ पदलचस्प बातें बताई जाएीं ।

भारती : हाीं हाीं मुझे याद है +++------अींजपल हेग्ड़े का मैं ट्वीट दे ख रही थी उन्होींने 250 पकलोमीटर
का लींबा सिर ट्र े न से तय पकया अपना वोट अपने बथ पर आकर दे ने के पलए । एक
चपकत करने का जज़्बा भी पदखा पक 23 वषीय एक गभिवती मपहला ने बेल्लारी में प्रसव
पीड़ा के दौरान भी मतदान पकया और वहीीं पर ही वोट दे ने के बाद मपहला अपधकाररयोीं
और मपहला मतदाताओीं की मदद से उन्होींने एक बच्ची को जन्म पदया।
भारत : यह भी हुआ पक 16 ऐसे मरीज़ोीं ने भी मतदान पकया जो गींभीर रूप से घायल भी थे और
बीमार भी थे। मतदाताओीं के मतदान को सुगम बनाने के पलए कनािटक चुनाव अपधकारी
और बेंिरूपुपलस ने इन मरीज़ोीं के पलए ग्रीन कॉररडोर की व्यवस्था की और अस्पताल
ने इन लोगोीं के पलए अपनी मेपडकल सपोटि टीम को भी साथ मे रवाना पकया था जो बूथ
पर इनके दे खभाल के पलए तैयार रहीीं

भारती : तभी तो कनािटक में ररकॉडि टनिआउट हुआ 73.19 प्रपतशत।भारत पनवािचन आयोग का
प्रयास “मतदान जैसा कुछ नहीीं ,मतदान ज़रूर करें गे हम “ परा हो रहा है ....

स्वीप साींग

भारती : अब वक़्त हो चला है हमारे उस सैग्मेंट पजसका सभी को बहुत बेसब्री से इीं तेज़ार रहता है
और वो है पपछले एपपसोड में पछे गए सवाल का सही जवाब दे ने वाले खुशनसीब पवजेता
के नाम का ऐलान करने का और अगला सवाल पछने का।

भारत : पपछली बार क्या सवाल पछा था हमने...?


भारती : सवाल था... Voter Helpline App को आप कहाूँ से download कर सकते हैं

भारती : इसका सही जवाब है Play-Store या App-Store से


अब वक्त है, पवजेता के नाम की घोषणा का..और भाग्यशाली पवजेता हैं -

कल्पना : और भाग्यशाली पवजेता का नाम बताऊूँगी मै ....


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भारत : ज़रूर कल्पना ....जल्दी बताइये


(Winner)

भारत : आपको बहुत बहुत बधाई ...भारत पनवािचन आयोग के सौजन्य से ...आपका पुरस्कार
आपके पदये गए पते पर आपको जल्द प्राप्त हो जाएगा .....और दे क्टखये अब समय हो
चला है अपने श्रोताओीं से प्रश्न पछने का! तो क्या ख़्याल है सवाल पछा जाए? तो ये है
सवाल
भारती : मतदाता फ़ोटो पहचान पत्र किस वर्ष से शुरू किया गया है ?

भारत : सवाल पिर सुन लीपजये मतदाता फ़ोटो पहचान पत्र पकस वषि से शुरू पकया गया है ?

भारती : आप हमें अपने जवाब भेज सकते हैं व्ह्ट्सअप नींबर 9999031950 पर। जीतने वाले को
पमलेगा पवशेष पुरस्कार! भारत पनवािचन आयोग के सौजन्य से

भारत : कायििम मतदाता जींक्शन ऐसा जींक्शन है जहाीं श्रोताओीं की भागीदारी पसिि सुनने तक
ही सीपमत नहीीं है। आप कोई कपवता या गीत हमसे पलखकर या गाकर साझा कर सकते
हैं।

कल्पना : और ये भी पकतनी अच्छी बात है ...पक हमारे श्रोता इस भागीदारी मे बड़े उत्सापहत रहते
हैं .....

भारत : पबलकुल ....

भारती : आप अपनी रचना आप हम से हमारे whatsup नींबर 9999031950 पर साझा कर


सकते हैं

भारत : और अब समय हो चला है आपसे इजाज़त लेने का, क्योीं कल्पना ?

कल्पना : हाूँ ...समय का बींधन तो होता ही है .....हम जाते तो हैं ...पर अगले हफ्ते आते भी हैं

भारती : हाूँ ...तो अगली बार पिर पकसी रोचक पवषय के साथ हम आपके साथ होींगे ...तब तक के
पलए मतदाता जींक्शन की टीम पक ओर से आप सबको

तीनोीं : नमस्कार

(परिचय गीत - मतदाता जंक्शन)

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