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के लिए रूपरेखा
SURVEY OF VILLAGES AND MAPPING WITH
IMPROVISED TECHNOLOGY IN VILLAGE AREAS
मिशामनिे श (2020)
विषयसूची
र्ारत सरकार ने ड्र ोन तकनीक का उपयोग करके ग्रािीण आबादी िेत्र िें र्ूवि खण्ोों के सिेिण के
चलए एक योजना लागू करने का वनणाय चलया है। सिेिण चार साल (2020-2024) की अिचर्
िें पूरे देश िें चरणबद्ध तरीके से वकया जाएगा।
यह योजना कें द्रीय योजना के रूप िें प्रस्तावित है चजसका शीषाक "स्वावित्व" है, चजसिें पायलट
चरण के चलए 79.65 करोड रुपये का अनुिावनत पररव्यय है (वित्तीय िषा 2020 -21)|
इस योजना के प्रिुख उद्दे श्ोों िें राजस्व / सों पवत्त रचजस्टर िें ररकॉड्ा -ऑफ-राइट्स ’को अपड्ेट करना
और सों पवत्त िाचलकोों को सों पवत्त काड्ा जारी करना शाविल हैं। इससे ऋण और अन्य वित्तीय सेिाओों
के चलए ग्रािीण आिासीय सों पवत्तयोों के िुद्रीकरण की सुविर्ा होगी। इसके अलािा, यह सों पवत्त कर
के स्पि वनर्ाारण का िागा र्ी प्रशस्त करेगा, जो ग्राि पों चायत को बेहतर नागररक सुविर्ाओों के
चलए प्रेररत करेगा।
i. नोड्ल िों त्रालय (पों चायती राज िों त्रालय), र्ारत सरकार।
ii. र्ारत का सिेिण (प्रौद्योवगकी कायाान्वयन एजेंसी)
iii. राज्य का राजस्व विर्ाग
iv. राज्य पों चायती राज विर्ाग
v. स्थानीय चजला अचर्कारी।
vi. सम्पवत्त का िाचलक
vii. ग्राि पों चायत (GP)
viii. रािर ीय सूचना विज्ञान कें द्र (एनआईसी) - जीआईएस वड्िीजन
ix. ग्रािीण आबाद िेत्रोों (यवद कोई हो) िें सों पवत्त र्ारक अन्य सम्बों चर्त विर्ाग (व्यापक
ड्ेटाबेस तैयार करने के चलए)।
वनगरानी उद्दे श् के चलए, एक तीन-परत वनगरानी और िूल्ाोंकन ढाोंचा रखा जाएगा, तावक वनयवित
वनगरानी, ररपोवटिंग और पाठ्यिि सुर्ार (जहाों र्ी आिश्क हो) वकया जाता रहे।
स्वामित्व योजना
1. योजना का औचचत्य
1.1. प्रस्तािना
र्ारत सरकार ने कें द्रीय िेत्र की योजना ‘’स्वावित्व’’ का कायाान्वयन करने का वनणाय चलया है। इस
योजना का उद्दे श् ग्रािीण र्ारत के चलए एक एकीकृ त सों पवत्त सत्यापन सिार्ान प्रदान करना है।
आबादी िेत्रोों (आबादी िेत्र िें िास र्ूवि, ग्रािीण िेत्रोों िें आबादी और िावड्योों/बस्थस्तयोों के सिीप
बसे हुए इलाके शाविल हैं) का सीिाोंकन पों चायती राज िों त्रालय, राज्य के पों चायती राज विर्ाग,
राज्य के राजस्ि विर्ागोों और र्ारतीय सिेिण विर्ाग के सहयोग से ड्र ोन सिेिण तकनीक का
उपयोग करते हुए वकया जाएगा।
इससे गाोंिोों िें बसे हुए ग्रािीण िेत्रोों िें घरोों िें रहने िाले गाोंि के गृहस्िावियोों को 'अचर्कार
अचर्लेख’ उपलब्ल्र् कराया जाएगा, जो उन्हें बैंकोों से ऋण लेने और अन्य वित्तीय लार्ोों के चलए
अपनी सों पवत्त को वित्तीय सों पवत्त के रूप िें उपयोग करने िें सिि बनाएगा। इसके अलािा, यह
ग्राि पों चायतोों की कर सों ग्रह और िाोंग िूल्ाोंकन प्रविया को सुदृढ़ बनाने के चलए सों पवत्त और
पररसों पवत्त रचजस्टर के अपड्े शन को र्ी सिि करे गा। इस प्रकार, सों पवत्त र्ारकोों का कानूनी ररकॉड्ा
और उनके आर्ार पर गृहस्िावियोों को ‘सों पवत्त अचर्लेख’ जारी करने से ऋण और अन्य वित्तीय
सेिाओों की खरीद के चलए ग्रािीण आिासीय सों पवत्तयोों का िौवद्रकीकरण सुविर्ाजनक बनेगा। यह
सों पवत्त कर के स्पष्ट वनर्ाारण का िागा र्ी प्रशस्त कर सकता है, जो उन राज्योों िें सीर्े ग्राि
पों चायतोों को प्राप्त होगा जहाों ये विकचसत हैं।
व्यवक्तगत ग्रािीण सों पवत्त के सीिाोंकन के अलािा, अन्य ग्राि पों चायत और सािुदावयक सों पवत्त जैसे
गाोंि की सडकें , तालाब, नहरें, खुले स्थान, स्कू ल, आों गनिाडी, स्वास्थ्य उप-कें द्र आवद का र्ी
सिेिण वकया जाएगा और जीआईएस िानचचत्र बनाए जाएों गे। इसके अलािा, ये जीआईएस नक्शे
और स्थावनक ड्ेटाबेस ग्राि पों चायतोों और राज्य सरकार के अन्य विर्ागोों द्वारा वकए गए विचर्न्न कायों
के चलए सटीक काया अनुिान तैयार करने िें र्ी िदद करेंगे। इनका उपयोग बेहतर-गुणित्ता िाली
ग्राि पों चायत विकास योजना (जीपीड्ीपी) तैयार करने के चलए र्ी वकया जा सकता है।
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स्वामित्व योजना
एक वित्तीय सों पवत्त के रूप िें अपनी सों पवत्त का लार् उठाने िें सिि नहीों हैं। इसचलए, गृहस्िािी
को सों पवत्त का कानूनी अचर्कार प्रदान करने के चलए, चचत्रोों को ग्रहण करने के चलए निीनति ड्र ोन
प्रौद्योवगकी और वनरोंतर प्रचालन सों दर्ा स्टे शन (कोसा) तकनीक आिश्क है।
र्ारतीय सिेिण विर्ाग (एसओआई) एयरबोना-फोटोग्राफी, सैटेलाइट इिेजरीज (स्टीररयो/िोनो),
एयरबोना-एलआईड्ीएआर, उच्च ररजॉल्ूशन सैटेलाइट इिेजरीज (एचआरएसआई), िानिरवहत िायु
िाहन (यूएिी) या ऑविकल/इन्रा-रे ड्/एलआईड्ीएआर सेंसर िाले ड्र ोन प्लेटफॉिा का उपयोग करते
हुए उपयोकताओों की अपेिाओों के अनुसार विचर्न्न पैिानोों पर स्थलाकृ वतक िानचचत्रण के चलए
उदीयिान प्रौद्योवगवकयोों का उपयोग करके सर्ी पैिानोों पर राष्टर ीय स्थलाकृ वतक ड्ेटाबेस तैयार
करता है। राजस्व, शहरी और जल सों सार्नोों की आिश्कताओों के चलए बहुत बडे पैिाने पर उच्च
ररजॉल्ूशन िानचचत्रण वपछले 3-4 िषों से अग्रणी स्तर पर है और र्ारतीय सिेिण विर्ाग ने
ड्र ोनोों का उपयोग करते हुए बहुत उच्च ररजॉल्ूशन िाले हिाई चचत्र प्राप्त करने और
1.500/1,000 पैिाने िें बहुत बडे पैिाने के िानचचत्र तैयार करने के चलए िानक सों चालन
प्रवियाएों विकचसत की हैं। र्ारतीय सिेिण विर्ाग द्वारा वपछले 1-2 िषों िें विचर्न्न राज्य सरकारोों
जैसे िहाराष्टर , हररयाणा, कनााटक, िध्य प्रदेश आवद के साथ िुख्य रूप से िाचलकाना हक प्रदान
करने के चलए राजस्व नकशे के रूप िें उपयोग के चलए साझेदारी िें ग्रािीण बस्थस्त योों का िानचचत्रण
वकया गया है। इन नकशोों या आों कडोों के आर्ार पर, िहाराष्टर सरकार द्वारा सोनारी गाोंि और
हररयाणा सरकार द्वारा चसरसी गाोंि के नागररकोों के चलए सों पवत्त काड्ा जारी वकए गए हैं। उच्च
ररजॉल्ूशन और सटीक चचत्र आर्ाररत िानचचत्रोों ने कोई विरासत राजस्व ररकॉड्ा विहीन इन िेत्रोों िें
सों पवत्त विरासत के सबसे वटकाऊ ररकॉड्ा के वनिााण की सुविर्ा प्रदान की है।
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स्वामित्व योजना
2.2. किरेज
देश िें लगर्ग 6.62 लाख गाोंि हैं जो अोंततः इस योजना िें शाविल होोंगे। पूरा काया चार साल
की अिचर् िें वकए जाने की सों र्ािना है। िता िान िें, िषा 2020-21 के चलए पायलट चरण का
अनुिोदन वकया जा रहा है। पायलट चरण लगर्ग छह प्रिुख राज्योों (हररयाणा, कनााटक, िध्य
प्रदेश, िहाराष्टर , उत्तर प्रदेश और उत्तराखों ड्) िें लगर्ग 1 लाख गाोंिोों तक विस्ताररत होगा और दो
राज्योों (पों जाब और राजस्थान) के चलए सीओआरएस नेटिका स्थावपत करने की योजना है। पायलट
चरण के तहत शाविल गाोंिोों की राज्यिार सों ख्या के चलए अनुलग्नक-I देखें। सों बों चर्त राज्य सरकार
र्ारतीय सिेिण विर्ाग के साथ सिझौता ज्ञापन पर हस्तािर करते सिय गाोंिोों की सूची को
अोंवति रूप देगी।
*उन राज्योों के चलए, जो पहले ही आबादी सिेिण कर चुके हैं, राज्योों और र्ारतीय सिेिण
विर्ाग के परािशा से चरण II िें (पायलट पश्चात चरण) सिेिण का दायरा और प्रविया तय की
जाएगी।
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स्वामित्व योजना
योजना का सों चिप्त कायाान्ियन प्रविया प्रिाह नीचे दशााया गया है:
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स्वामित्व योजना
3. योजना के घटक
3.1. योजना के तहत शाविल वकए जाने िाले घटकोों की सों चिप्त रूपरे खा:
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स्वामित्व योजना
सतत सों चालन सों दर्ा स्टे शन सों दर्ा स्टे शनोों का एक नेटिका है जो एक आर्ासी आर्ार स्टे शन
उपलब्ल्र् कराता है जो लों बी रेंज की उच्च सटीकता िाले नेटिका आरटीके सुर्ारोों का अचर्गि प्रदान
करता है। आरटीके नेटिका सों दर्ा स्टे शनोों के नेटिका िाले एक बडे िेत्र िें आरटीके का उपयोग
विस्ताररत करते हैं। कोसा नेटिका िें सटीकता बढ़ जाती है, क्ोोंवक एक से अचर्क स्टे शन एक ही
आर्ार स्टे शन के झूठे आरोंर्ीकरण के बारे िें सही स्थस्थवत और सुरिा सुवनचश्चत करने िें िदद करते
हैं। रीयल टाइि कीनेिेवटक (आरटीके ) पोचजशवनोंग एक उपग्रह वदकचालन तकनीक है चजसका
उपयोग उपग्रह-आर्ाररत पोचजशवनोंग चसस्टि से प्राप्त स्थस्थवत ड्ेटा की सटीकता बढ़ाने के चलए वकया
जाता है। र्ारतीय सिेिण विर्ाग कोसा नेटिका की स्थापना, चजओड् िॉड्ल तैयार करेगा और कोसा
नेटिका स्टे शनोों के सों चालन और रखरखाि और 5 साल के चलए कोसा नेटिका सेिाओों का प्रािर्ान
सुवनचश्चत करेगा। कोसा नेटिका वबना वकसी शुल्क या बहुत िािूली शुल्क पर लाइसेंस के आर्ार पर
राज्य और कें द्र सरकार के विर्ाग के चलए उपलब्ध होगा ।
1.
कोसा नेटिका स्थावपत करने के िुख्य कायाकलापोों िें शाविल हैं:
i. कोसा स्टे शनोों के चसविल वनिााण काया, स्थापना और चालू करने की आउटसोचसिंग के चलए
वनविदा प्रविया को पूरा करना
ii. कोसा स्टे शनोों के चलए साइट चयन और टोह
iii. आउटसोसा एजेंसी द्वारा चसविल वनिााण काया
iv. आउटसोसा एजेंसी द्वारा कोसा स्टे शनोों की स्थापना और चालू करना
v. र्ारतीय सिेिण विर्ाग द्वारा वनयों त्रण कें द्र और आपदा बहाली (ड्ीआर) की स्थापना
vi. र्ारतीय सिेिण विर्ाग द्वारा कोसा नेटिका का प्रचालन और रखरखाि
vii. कोसा नेटिका -आर्ाररत उपयोगोों या अनुप्रयोगोों िें प्रचशिण और ििता वनिााण
i. कोसा नेटिका ग्राउों ड् कों टर ोल पॉइों ट्स की स्थापना िें सहायता करता है, जो र्ू-
सों दचर्ात, र्ू-टू वटोंग और र्ूवि के सीिाोंकन के चलए एक िहत्वपूणा गवतविचर् है।
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स्वामित्व योजना
ii. एक बार कोसा नेटिका स्थावपत हो जाने के बाद, इसका उपयोग वकसी र्ी राज्य
एजेंसी / विर्ाग अथाात राजस्व विर्ाग, ग्राि पों चायत, लोक वनिााण विर्ाग,
ग्रािीण विकास विर्ाग, कृ वष, जल वनकासी और नहर, चशिा, वबजली, पानी,
स्वास्थ्य विर्ाग आवद द्वारा जीआईएस आर्ाररत अनुप्रयोगोों के सिेिण और
कायाान्वयन / उपयोग के चलए वकया जा सकता है।
iii. यह वकसी र्ी सिेिण से सों बों चर्त गवतविचर्योों जैसे सडक वनिााण, चसोंचाई कायों
और बुवनयादी ढाोंचे के कायों आवद के चलए कोर नेटिका का उपयोग करने की
सुविर्ा प्रदान करेगा।
iv. योजना के पायलट चरण के तहत स्थावपत कोर नेटिका अन्य पडोसी राज्योों के
सीिािती िेत्रोों को र्ी किर करे गा। इसचलए, इन िेत्रोों पर सटीक र्ू-सों दर्ा र्ी
सों र्ि हो सकता है। पों जाब और राजस्थान राज्य के चलए कोर नेटिका को पायलट
चरण (2020-2021) के तहत स्थावपत वकया जाएगा। कोर नेटिका की स्थस्थवत
के चलए अनुबोंर् II देखें।
v. योजना के अगले चरण के मलए, पायलट चरण के िौरान स्थापपत कोर
नेटवकक के िाध्यि से पहले से ही कवर ककए गए राज्य और उसके पडोसी
क्षेत्र सीधे जिीन सवेक्षण के साथ शुरू करने िें सक्षि होंगे।
स्िावित्ि सों पवत्त अचर्कार प्रदान करने के चलए राजस्ि नकशे तैयार करने के चलए र्ारतीय सिेिण
विर्ाग द्वारा राज्य राजस्ि विर्ाग के सहयोग से ग्रािीण बस्ती (आबादी) िेत्र का िानचचत्रण
वकया जाएगा। इन नकशोों या आों कडोों के आर्ार पर, आबादी िेत्र िें ग्रािीण गृहस्िावियोों को
सों पवत्त काड्ा जारी वकए जाएों गे। उच्च ररजॉल्ूशन और सटीक चचत्र आर्ाररत नकशे, विरासत
राजस्व ररकॉड्ा रवहत िेत्रोों िें सों पवत्त र्ारण के अचर्क वटकाऊ अचर्लेख के वनिााण की सुविर्ा
प्रदान करेंगे। िुख्य कायाकलापोों िें शाविल हैं:
i. चचत्रोों का अचर्ग्रहण
क. र्ारतीय सिेिण विर्ाग द्वारा ड्र ोन का प्रापण
ख. ड्र ोन उडाने के चलए नागर वििानन िहावनदेशालय, रिा िों त्रालय, गृह िों त्रालय इत्यावद से
अनुिवत या स्िीकृ वत
ग. सिीपिती र्ूविर्ारकोों को नोवटस जारी करके आबादी िेत्र का सीिाोंकन
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स्वामित्व योजना
घ. सफेद खवड्या पाउड्र (चूना इत्यावद) इस्तेिाल करते हुए सिेिण वकए जाने िाले िेत्र िें
टुकडोों/सों पवत्तयोों का चचन्हाोंकन
ङ. उपलब्ल्र् नकशोों/उपग्रह इिेजरी ड्ेटा का इस्तेिाल करते हुए ड्र ोन उडाने के चलए विशन
वनयोजन
च. वनयों त्रण और जाोंच वबों दओ
ु ों का प्रािर्ान: -
र्ूवि वनयों त्रण वबों दओ
ु ों (जीसीपी) िैवतज और ऊर्ध्ाार्र वनयों त्रण की स्थापना, सर्ी वनयों त्रण
वबों दओ
ु ों के स्थान, रेखाचचत्र, वििरण और आईड्ी को जीआईएस िें रखना चावहए और
अिाोंश/देशाोंतर की दोनोों प्रणाली और ड्ब्ल्ल्ूजीएस-84 और कोसा नेटिका के िाध्यि से
यूटीएि सिन्िय प्रणाली जोन िें रखना आिश्यक है
छ. ड्र ोन या यूएिी (िानिरवहत हिाई िाहन) का उपयोग करके ग्रािीण बसािट िेत्र (आबादी)
का व्यािसावयक सिेिण ग्रेड् यूएिी का उपयोग करके बडे पैिाने पर िानचचत्रण वकया
जाएगा क्ोोंवक ये यूएिी आरटीके (ररयल टाइि वकनेिैवटक) /पीपीके (पोस्ट प्वाइों ट
वकनेिैवटक) सिि हैं और उडान के दौरान प्राप्त वकए गए चचत्र का सटीक प्रोजेक्शन कें द्र
और अचर्िुखीकरण प्रदान करने के चलए 5 सेिी जीएसड्ी ± 12.5 सेिी से बेहतर छवि
ग्रहण सवहत 1:500 पैिाने पर या बेहतर प्लानिेटरी सटीकता पर उच्च ररजोर्लयूशन आरजीबी
सेंसर का उपयोग करते हैं।
ज. ड्र ोनोों, ड्ेटा प्रसों स्करण ब्ल्लॉक वनयों त्रण और सिायोजन-एटी((नर्स्थ वत्रर्ुजन)/
ड्ीईएि(वड्चजटल एलीिेशन िॉड्ल) सृजन और ड्ीटीएि (वड्चजटल टे रेन िॉड्ल) प्रसों स्करण
और अन्य ऑथो-ऑथो-रेस्थिफाइड् चचत्रोों (ओआरआई) से प्राप्त ड्ेटा का प्रसों स्करण
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स्वामित्व योजना
ग. जीआईएस ड्ेटाबेस िें ओजीसी (खुली र्ूस्थैवतक कों सोवटायि) के अनुकूल विशेषता सूचना
और अन्य िाध्यविक जानकारी का सिािेश
घ. ड्ीईएि का सृजन और 1:500 के पैिाने पर र्ूवि खों ड्ोों के नक्शे तैयार करना
ङ. राज्य राजस्व विर्ाग द्वारा प्रदान की गई सों ख्या प्रणाली के अनुसार लाल ड्ोरा िेत्र के र्ीतर
सों पवत्तयोों/सों रचनाओों की सों ख्याकन।
iii. सटीकता के चलए र्ारतीय सिेिण विर्ाग द्वारा ओआरआई और वड्चजटल नकशोों का र्ू
सत्यापन।
iv. र्ारतीय सिेिण विर्ाग और राज्य के राजस्व विर्ाग द्वारा सहयोग से र्ू-खों ड् नकशोों का
र्ू-सत्याोंकन और सत्यापन
v. अोंवति एलपीएि (लैंड् पासाल िैप्स), गाोंि के नक्शोों/वड्चजटल जीआईएस नक्शोों और
जीआईएस ड्ेटाबेस के िैर्ीकरण के बाद सत्यापन, सृजन
vi. राज्य के राजस्व विर्ाग और राज्य के ग्रािीण विकास/पों चायत राज विर्ाग को रिा िों त्रालय
द्वारा विचर्ित अनुिोवदत अोंवति वड्चलिरेब र्लस (अोंवति नक्शे और जीआईएस ड्ेटाबेस)
सौोंपना। वड्चलिरेबर्लस िें एक कायाशील जीआईएस ड्ेटाबेस और एस्थप्लके शन शाविल होना
चावहए तावक बाद िें वबना वकसी लाइसेंस शुल्क के ड्ेटा का अद्यतनीकरण और ड्ेटा का
उपयोग सों र्ि हो सके ।
vii. पों चायती राज िों त्रालय को (एनआईसी-जीआईएस प्रर्ाग के िाध्यि से) गाोंि के नकशे और
वड्चजटल ड्ेटाबेस सौोंपना
viii. राज्य प्रशासन/राजस्ि विर्ाग द्वारा सों पवत्त काड्ा जारी वकया जाना
ix. र्ारतीय सिेिण विर्ाग द्वारा राजस्ि विर्ाग के अचर्काररयोों को व्यािहाररक ज्ञान के चलए
प्रचशिण, ििता वनिााण
ड्र ोन सिेिण िें र्ाग लेने के चलए लोगोों को जुटाने के चलए राष्टर ीय स्तर का आईईसी अचर्यान
चलाया जाएगा। इसिें राष्टर ीय पों चायती राज वदिस/सप्ताह के दौरान अचर्यान का सों चालन,
अच्छी प्रथाओों का प्रसार और सोशल िीवड्या सवहत विचर्न्न िाध्यिोों से अन्य राष्टर ीय अचर्यान
शाविल होोंगे।
सिेिण पद्धवत और इसके लार्ोों के बारे िें स्थानीय आबादी को जागरूक करने के चलए
जागरूकता कायािि चलाने के चलए राज्य सरकार व्यापक सों चार कायानीवत विकचसत करेगी। ऐसी
जागरूकता को सुविर्ाजनक बनाने के चलए, िैनुअर्लस, स्थफ्लप बुकस, पोस्टर, रोल प्ले, कठपुतली
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स्वामित्व योजना
शो, होवड्िंग, पचे वितरण, गाोंिोों िें सािाजवनक घोषणा, सूचना दीिारोों की तरह स्थायी प्रदशान,
वनचश्चत वदनोों िें नागररक सूचना काउों टर के रूप िें सों चार सािग्री विकचसत की जा सकती है। अन्य
कायाकलापोों िें वनम्न को शाविल वकया जा सकता है:
i. पों चायतोों द्वारा सिेिण और निोन्िेषोों पर अच्छी प्रथाओों, लघु वफर्लिोों का प्रदशान
ii. ग्राि सर्ा का सों िेदीकरण और जुटाि
iii. सोशल िीवड्या, ऑवड्यो विजुअल िीवड्या, सािुदावयक रेवड्यो का उपयोग, टे लीविजन
चैनलोों िें विशेष कायािि/फीचसा
iv. सिेिण और इसके लार्ोों के बारे िें जानकारी के प्रसार के चलए साोंस्कृ वतक कायाकलाप,
प्रदशावनयाों, िोबाइल िैन्स
v. राज्योों/सों घ राज्य िेत्रोों चजिोोंने पररयोजना के कायाान्ियन िें काफी सफलता हाचसल की है
के अचर्काररयोों और किाचाररयोों के िुख्य सिूह को अन्य राज्योों/ सों घ राज्य िेत्रोों िें
एक्सपोजर दौरे पर र्ेजा जा सकता है।
दिशाननिे श 10
स्वामित्व योजना
i. राष्टर ीय कायािि प्रबों र्न एकक (एनपीएियू) की स्थापना राष्टर ीय स्तर पर सिग्र प्रबों र्न,
योजना के तहत विचर्न्न कायाकलापोों की वनगरानी और राज्योों और र्ारतीय सिेिण विर्ाग
को सहायता प्रदान करने के चलए की जाएगी। एनपीएियू िें सों बों चर्त ड्ोिेन के योग्य और
अनुर्िी विशेषज्ञ होोंगे। पों चायती राज िों त्रालय अल्पािचर् सलाहकार र्ी वनयुकत कर सकता
है और/या इसे पेशेिर एजेंचसयोों को आउटसोसा (एनपीएियू) करने की छू ट होगी।
एनपीएियू के िुख्य कायाकलापोों के वििरण के चलए खों ड् 8.1.2 देखें।
ii. राज्य कायािि प्रबों र्न एकक (एसपीएियू) की स्थापना राज्य स्तर पर सिग्र प्रबों र्न,
योजना के तहत विचर्न्न कायाकलापोों की वनगरानी और राज्य के राजस्व विर्ाग, चजले के
अचर्काररयोों, ग्राि पों चायत के पदाचर्काररयोों और र्ारतीय सिेिण विर्ाग को सहायता
प्रदान करने के चलए की जाएगी। एसपीएियू िें सों बों चर्त ड्ोिेन के योग्य और अनुर्िी
विशेषज्ञ होोंगे। राज्य का राजस्व विर्ाग अल्पािचर् सलाहकार र्ी वनयुकत कर सकता है
और/या पेशेिर एजेंचसयोों को आउटसोसा (एसपीएियू) करने के की छू ट होगी। एसपीएियू
के िुख्य कायाकलापोों के वििरण के चलए खों ड् 8.1.4 देखें।
दिशाननिे श 11
स्वामित्व योजना
पायलट चरण के
वनचर् चलए पररव्यय
वकस्तें वटप्पचणयाों
योजना प्राप्तकताा/प्राथविक (वि.ि. 2020-
ि.सों . घटक कायाान्ियनकताा 21)
1हली(सों बों चर्त र्ारतीय सिेिण विर्ाग
राज्य के चलए और सों बों चर्त राज्य के
चचचित कोसा बीच हस्तािररत सिझौता
स्थापन के चलए ज्ञापन के आर्ार पर
पों जाब और कु ल अनुिावनत
सीओआरएस राजस्थान राज्य िें लागत का 50%)
र्ारतीय सिेिण
1 नेटिका की 101 कोसा नेटिका 2सरी (सों बों चर्त 1हली वकस्त के उपयोग
विर्ाग
स्थापना की स्थापना सवहत राज्य के चलए प्रिाणपत्र/व्यय वििरण के
24.24 करोड चचचित कोसा साथ (सों दर्ा खों ड् 4.2)
स्थापन के चलए र्ौवतक प्रगवत प्रस्तुत
कु ल अनुिावनत करने के आर्ार पर
लागत का बाकी
50%)
िोवबलाइजेशन पों चायती राज िों त्रालय को
लागत (सों बों चर्त िावषाक प्रस्ताि (काया
लगर्ग 1.01
ड्र ोन का राज्य को चचचित योजना) प्रस्तुत करना
लाख गाोंिोों को
उपयोग िृहद स्तरीय
शाविल करते हुए
करते हुए िानचचत्रण के चलए
र्ारतीय सिेिण 48.50 करोड
2 िृहद स्तर कु ल अनुिावनत
विर्ाग (गाोंिोों की
पर लागत का 30%)
राज्यिार सूची के
िानचचत्रण 1हली (सों बों चर्त सूचचत अनुसार र्ौवतक
चलए अनुलग्नक I
(एलएसएि) राज्य को चचचित प्रगवत पर आर्ाररत
देख)ें
िृहद स्तरीय सों वितरण (सों दर्ा खों ड्
िानचचत्रण के चलए 4.2)
दिशाननिे श 12
स्वामित्व योजना
पायलट चरण के
वनचर् चलए पररव्यय
वकस्तें वटप्पचणयाों
योजना प्राप्तकताा/प्राथविक (वि.ि. 2020-
ि.सों . घटक कायाान्ियनकताा 21)
कु ल अनुिावनत
लागत का 30%)
2सरी (सों बों चर्त 1हली वकस्त के उपयोग
राज्य को चचचित प्रिाणपत्र/व्यय वििरण के
िृहद स्तरीय साथ (सों दर्ा खों ड् 4.2)
िानचचत्रण के चलए र्ौवतक प्रगवत प्रस्तुत
कु ल अनुिावनत करने के आर्ार पर
लागत का 40%) सों वितरण
1हली (आईईसी
कायाकलापोों के
सों चालन के चलए
सों बों चर्त राज्योों के
चलए चचचित कु ल िाोंग/अनुिान/पररयोजना
अनुिावनत लागत प्रस्ताि प्रस्तुत करने पर
का 50 %) अनुदान
आईईसी
3 राज्य राजस्व विर्ाग 4 करोड 2सरी (आईईसी
कायाकलाप
कायाकलापोों के
सों चालन के चलए
सों बों चर्त राज्योों के
चलए चचचित कु ल
अनुिावनत लागत उपयोग प्रिाणपत्र/व्यय
का बकाया 50 वििरण प्रस्तुत करने के
%) आर्ार पर
स्थावनक 1हली (स्थावनक एनआईसी द्वारा िावषाक
वनयोजन अनुप्रयोग और प्रस्ताि प्रस्तुत (काया
एनआइसीएसआई के
4 अनुप्रयोग 1.5 करोड ऑनलाइन ड्ैशबोड्ा योजना) और एनआईसी,
िाध्यि से एनआईसी
‘’ग्राि के सों िर्ान के चलए एनआईसीएसआई और
िानचचत्र’’ कु ल अनुिावनत पों चायती राज िों त्रालय के
दिशाननिे श 13
स्वामित्व योजना
पायलट चरण के
वनचर् चलए पररव्यय
वकस्तें वटप्पचणयाों
योजना प्राप्तकताा/प्राथविक (वि.ि. 2020-
ि.सों . घटक कायाान्ियनकताा 21)
का सों िर्ान लागत का 50%) बीच वत्रपिीय सिझौता
ज्ञापन पर हस्तािर
ऑनलाइन एनआइसीएसआई के 2सरी (स्थावनक 1हली वकस्त के उपयोग
वनगरानी िाध्यि से एनआईसी अनुप्रयोग और प्रिाणपत्र/व्यय वििरण
प्रणाली ऑनलाइन ड्ैशबोड्ा को प्रिाचणत करती हुई
के सों िर्ान के र्ौवतक प्रगवत प्रस्तुत
5
चलए कु ल करने के आर्ार पर
अनुिावनत लागत
का
बाकी 50%)
दिशाननिे श 14
स्वामित्व योजना
पायलट चरण के
वनचर् चलए पररव्यय
वकस्तें वटप्पचणयाों
योजना प्राप्तकताा/प्राथविक (वि.ि. 2020-
ि.सों . घटक कायाान्ियनकताा 21)
का 50%)
ऊपर िशााया गया मर्वत्तीय पररव्यय योजना के पायिट चरण तक सीमित है।
स्िावित्ि योजना वनचर्योों का जारीकरण और टरै वकों ग सों बों र्ी सर्ी लेनदेन के िल पीएफएिएस द्वारा
ही वकए जाएों गे। सर्ी जारी वनचर्याों जीएफआर, 2017 के प्रािर्ानोों के अनुसार की जाएों गी।
पों चायती राज िों त्रालय और र्ारतीय सिेिण विर्ाग के बीच एक सिझौता ज्ञापन स्कीि के
कायाान्वयन के आर्ार पर होगा ।
विस्तृत िानक सों चालन प्रविया (एसओपी) तैयार की जाएगी । एसओपी स्कीि के आिश्क
प्रारूप और कायाान्वयन को िापने के चलए अन्य वििरण प्रदान करेगी।
दिशाननिे श 15
स्वामित्व योजना
दिशाननिे श 16
स्वामित्व योजना
* साोंकेवतक सूची
दिशाननिे श 17
स्वामित्व योजना
5. सिेिण दृविकोण
व्यािसावयक सिेिण ग्रेड् यूएिी (िानि रवहत हिाई िाहन) का उपयोग करके बडे पैिाने पर ड्र ोन
या यूएिी आर्ाररत िानचचत्रण वकया जाता है क्ोोंवक ये यूएिी आरटीके (ररयल टाईि कीनेिेवटक)
/ पीपीके (पोस्ट पॉइों ट कीनेिेवटक) सिि हैं और सटीक प्रिेपण कें द्र प्रदान करने और उडान के
दौरान ली गई छवियोों के उन्मुखीकरण के चलए उच्च
ररजॉल्ूशन िाले आरजीबी सेंसर का उपयोग
करते हैं। ऐसे यूएिी प्लेटफॉिा िें र्ूवि को पहचानने
की कायाििता, छवि गुणित्ता और ज्यावितीय
सटीकता िें स्थस्थरता सुवनचश्चत करती है। ड्र ोन आर्ाररत
उच्च ररजॉल्ूशन या 1:500/1000 पैिाने पर बडे
पैिाने पर िैवपोंग के चलए पूरे राज्य के सटीक स्थावनक
सों दर्ा रेि की आिश्कता होती है, जो सािान्य
सों दर्ा फ़्रेि का उपयोग करके बनाए गए अन्य ड्ेटासेट के साथ स्थावनक ड्ेटा एकीकरण, विलान
और वनबाार्ता को सुवनचश्चत करता है। इसके बाद के उप-खों ड् ग्रािीण बस्थस्तयोों के ड्र ोन आर्ाररत
सिेिण की पूरी प्रविया िें शाविल अोंतर चरणोों के तहत विचर्न्न गवतविचर्योों का ब्यौरा देते हैं।
दिशाननिे श 18
स्वामित्व योजना
v. एसओआई नागररक उड्डयन िहावनदेशालय / रिा िों त्रालय से ड्र ोन उडाने के चलए
अपेचित अनुिवत लेता है
vi. उपलब्ध िानचचत्रोों / उपग्रह इिेजरी का उपयोग करके ड्र ोन उडान के चलए विशन
योजना
5.1.2. सिेिण गवतविचर्यााँ
i. िेत्रीय राजस्व कायाालय एसओआई को स्कै न वकए गए नक्शे प्रदान करेगा
ii. एसओआई को उडान र्रने से पहले ग्राउों ड् कों टर ोल पॉइों ट्स या चेक पॉइों ट्स की व्यिस्था
करनी चावहए।
iii. ग्रािीण िेत्रोों िें आबादी िेत्र, बसे हुए िेत्रोों और ग्रािीण िेत्रोों िें आबादी/बस्थस्तयोों के
बडे पैिाने पर िानचचत्रण के चलए व्यािसावयक सिेि ण ग्रेड् िानि रवहत हिाई िाहन /
ड्र ोन का उपयोग कर एररयल छवियाों लेना।
iv. ड्र ोन के िाध्यि से ली गई छवियोों की जाोंच र्ारत की र्ौगोचलक सूचना प्रणाली
प्रयोगशाला िें की जाएगी।
v. आों कडा प्रोसेचसोंग: बेसिैप जनरेशन और 2 ड्ी फीचर एक्सटरै क्शन
क. ड्ीईएि और ऑथो रेिीफाइड् इिेज बताना
ख. ऑथो-रेस्थिफाइड् इिेज से 2 ड्ी स्थलाकृ वतक विशेषताओों का वनष्कषाण
ग. 1:500 के पैिाने पर लैंड् पासाल नक्शे का वनिााण
घ. वनकाले गए स्थलाकृ वतक विशेषताओों के साथ गुणोों को जोडना
ड्. गाोंिोों की सीिाओों का वनिााण
च. राज्य सरकार द्वारा प्रदान की गई सों ख्या प्रणाली के अनुसार गााँ ि आबादी िेत्र /
लाल ड्ोरा िेत्र के र्ीतर सों पवत्तयोों/ढाोंचोों का सों ख्याकन करना
vi. जीआईएस ड्ेटाबेस का वनिााण
vii. 10 सेिी से अचर्क सटीकता के चलए सों साचर्त छवियोों का र्ू सत्यापन।
दिशाननिे श 19
स्वामित्व योजना
iii. अोंवति पररणािोों का न्याय-वनणाय प्रदान करने के चलए अचर्सूचना जारी करना। जाोंच
अचर्कारी (सिेिण विर्ाग से) स्वावित्व को वफर से सत्यावपत करता है और सों पवत्त के
िाचलकोों से प्राप्त वकसी र्ी सिेिण के बाद की आपवत्तयोों का वनराकरण करता है। ये
िाचलक के नाि, सों पवत्त की सीिाओों, सों युक्त होस्थर्लड्ों ग आवद िें सुर्ार से सों बों चर्त हो
सकते हैं। अनसुलझी आपवत्तयोों / वििादोों के चलए, अोंवति वनणाय चजला िचजस्टरे ट /
कलेिर के पास रहेंगे।
iv. ग्राउों ड् टू चथोंग जाोंच प्रविया और वििाद सिार्ान के बाद अोंवति वड्चजटल िानचचत्रण/
एलपीएि / ड्ीईएि / जीआईएस ड्ेटासेट बनाएों जाएों गे और उपयोग के चलए िानक
प्रविया के अनुसार पों चायती राज िों त्रालय/अचर्कृ त एजेंसी को सौोंप वदए जाएों गे ।
v. ग्राि के घरेलू िाचलकोों (सों पवत्त के स्वावित्व का कानूनी दस्तािेज) के चलए सों पवत्त काड्ा
का िुद्रण और वितरण।
vi. अचर्लेखोों के उचचत र्ों ड्ारण और वनयवित अद्यतन के चलए प्रािर्ान वकए जाने
चावहए,
vii. ग्राि पों चायत के सों पवत्त कर और सों पवत्त रचजस्टर को ग्राि पों चायत अद्यतन करेगी
viii. राज्य राजस्व नक्शोों के वनयवित अद्यतन करने के चलए उत्तरदायी होगा।
ix. एसओएल राजस्व विर्ाग के सरकारी अचर्काररयोों को प्रचशिण और ििता वनिााण
प्रदान करेगा
दिशाननिे श 20
स्वामित्व योजना
दिशाननिे श 21
स्वामित्व योजना
iv. ड्र ोन उडान, आों कडा पुनरीिा और अोंवति िगीकरण के चलए सर्ी क्लीयरेंस र्ारतीय
सिेिण द्वारा ली जाएगी।
v. पाोंच िषों के चलए सीओआरएस (वनरोंतर सों चालन सों दर्ा स्टे शन) की स्थापना के साथ-साथ
उनका सों चालन और रखरखाि ।
vi. सर्ी सतत पररचालन सों दर्ा स्टे शनोों को र्ारत के बेंचिाका के सिेिण के आर्ार
पर उच्च पररशुद्धता / सटीक लेिचलों ग के साथ जोडा जाएगा
vii. राज्य के ग्रािीण आबादी िेत्र के बडे पैिाने पर िानचचत्रण के चलए व्यािसावयक सिेिण
ग्रेड् िानिरवहत हिाई िाहन / ड्र ोन का उपयोग करके ऐररयल इिेज लेना।
viii. िानि रवहत हिाई िाहन छवियोों की प्रसों स्करण के पश्चात िेत्रीय कें द्र िें र्ौगोचलक सूचना
प्रणाली प्रयोगशाला िें र्ारतीय सिेिण द्वारा वकया जाएगा। र्ारतीय सिेिण उनके
हाड्ािेयर, सॉफ्टिेयर और यह ड्ाटा प्रोसेचसोंग के चलए जीआईएस प्रयोगशाला का उपयोग
करेगा।
ix. आों कडा प्रसों स्करण और विशेषता वनष्कषाण: ऑथो रेिीफाइड् इिेज, और स्थलाकृ वतक
सुविर्ाओों का वनष्कषाण। कृ पया वििरण के चलए ऊपर खों ड् 3.2.2.ii वबों दु देखें।
x. प्रिेश और जोडने की सुविर्ा: राज्य सरकार द्वारा एकत्र / प्रदान की गई विशेषताओों को
उनकी सों बों चर्त विशेषताओों से जोडा जाएगा चजससे सर्ी सुविर्ाओों और उनकी सों बों चर्त
जानकारी का एक वड्चजटल स्थावनक पुस्तकालय बनाया जाएगा। एसपीएियू के सिन्वय से
विशेषता ताचलका िें आकडा प्रविवि र्ारतीय सिेिण द्वारा की जाएगी।
xi. राज्य सरकार द्वारा प्रदान की गई सों ख्याोंकन प्रणाली के अनुसार ग्रािीण
आबादी / लालड्ोरा / िेत्र के र्ीतर सों पवत्तयोों / ढाोंचोों का सों ख्याोंकन ।
xii. ग्राउों ड्-टू चथोंग और ऑथो-रेस्थिफाइड् छवियोों से प्राप्त स्थलाकृ वतक विशेषताओों का सत्यापन
xiii. उपयुक्त सॉफ्ट कॉपी आकार फाइल स्वरूपोों िें अद्यतन र्ूवि पासाल िैप्स (एलपीएि) िुद्रण
स्वरूपोों और अन्य र्ौगोचलक सूचना प्रणाली सों गत प्रारूपोों का वनिााण सों गत चजनको
सॉफ्टिेयर के साथ जोडा जाएगा। लैंड् पासाल िैप्स उत्पाद िें राजस्व विर्ाग की
आिश्कता के अनुसार एक जैसे विशेषताओों के साथ-साथ स्थलाकृ वतक विशेषताओों, िानि
वनविात सों रचनाओों, र्ूवि पासाल सूचना, चजला / तहसील / गााँ ि की सीिाओों की जानकारी
आवद की विचर्न्न परतोों द्वारा आर्ार िानचचत्र को शाविल करेंगे।
xiv. ओपन चजयोस्पैवटयल कों सोवटायि (ओजीसी) को लागू करने के चलए र्ौगोचलक सूचना
प्रणाली की पीढ़ी के चलए र्ौगोचलक सूचना प्रणाली ड्ेटाबेस ड्ेटा िॉड्ल का स्थावनक और
विश्वसनीय आकडा सों ग्रहीत करने के चलए परत सों रचना।
दिशाननिे श 22
स्वामित्व योजना
xv. रिा िों त्रालय द्वारा विचर्ित रूप से पुनरीिा की गई वितरण योग्य/ड्ेचलिेयरिर्लस को
पों चायती राज िों त्रालय / राज्य अचर्काररयोों को सुपुदाग/सौपना ।
xvi. विचर्न्न अनुप्रयोगोों, प्रौद्योवगवकयोों के सों चालन और उपयोग पर राज्य राजस्व विर्ाग िें
नावित काविाकोों जो पररयोजना िें उपयोग वकए जाने हैं का प्रचशिण और ििता वनिााण
दिशाननिे श 23
स्वामित्व योजना
ix. (क) आों कडा विशेषता/ परत की सटीकता की जाोंच करना और (ख) र्ारतीय सिेिण
विर्ाग िें आपूवता की गई विशेषताओों के आों कडोों की शुद्धता सुवनचश्चत करने हेतु उत्तरदायी
है।
x. अोंवति पररणािोों के वनणायादेश प्रदान करने हेतु अचर्सूचना जारी करना। जाोंच अचर्कारी
(सिेिण विर्ाग) िाचलकाना हक/स्वावित्व का पुन:सत्यापन तथा िाचलक से प्राप्त पूिा
सिेिण आपवत्तयोों का सिार्ान करता है। ये िाचलक के नाि, सों पवत्त की सीिाओों, सों युक्त
होस्थर्लड्ोंग आवद िें सुर्ार से सों बों चर्त हो सकते हैं । अनसुलझी आपवत्तयोों / वििादोों के चलए
अोंवति वनणाय का अचर्कार चजला िचजस्टरे ट / कलेिर के पास होगा।
xi. राजस्व िानचचत्र और उसके बाद के कायों को अोंवति रूप देना।
xii. ग्रािीणोों को सों पवत्त काड्ा जारी करने के चलए अचर्काररयोों / अचर्काररयोों को प्रचशिण के
चलए एसओआई के साथ सिन्वय करना।
xiii. ग्रािीणोों को सों पवत्त काड्ा जारी करना।
xiv. राज्य सरकारें इस स्कीि के तहत सृचजत आों कडोों का प्रबों र्न और रखरखाि
करेंगी।
क. सों पवत्त आों कडा / िानचचत्र, एलएिपी िानचचत्र और सृचजत वड्चजटल आों कडोों को
राज्य राजस्व विर्ाग द्वारा बनाए रखा जाएगा।
ख. सिेिण के बाद बनाए गए िानचचत्रोों की हाड्ा प्रवतयाों रखी जाएों गी
1) ग्राि पों चायतें
2) तहसील / तालुका ररकॉड्ा कें द्र
3) चजला ररकॉड्ा कें द्र
4) राज्य ररकॉड्ा कें द्र
ग. र्ूवि ररकॉड्ा विर्ाग, ग्रािीण विकास िों त्रालय की वड्चजटल इों वड्या लैंड् ररकॉड्ा
आर्ुवनकीकरण कायािि (ड्ीआईएलआरएिपी) स्कीि के तहत उपलब्ध एिों वित्त
पोवषत ड्ाटा सेंटर इन्रास्टर कचर को इस स्कीि के तहत बनाए गए ड्ेटा की होचस्टों ग
और सों चयन के चलए उपयोग वकया जाएगा।
दिशाननिे श 24
स्वामित्व योजना
iii. ग्राि पों चायतोों के िाध्यि से सों पवत्त (कर) रचजस्टर को तैयार करने और अद्यतन करना।
दिशाननिे श 25
स्वामित्व योजना
दिशाननिे श 26
स्वामित्व योजना
7. गवतविचर्याों िैवपोंग
वनम्नचलचखत योजना के कायाान्वयन के चलए पररकस्थल्पत गवतविचर्योों और सों बों चर्त वहतर्ारकोों की
सूची प्रदान करता है:
I. चजला वनगरानी और
सिीिा सविवत
2.3 के चन्द्रत ऑनलाइन वनगरानी और एनआईसी- टी0+ 2
ररपोवटिंग ड्ैशबोड्ा का विकास जीआईएस िहीने
दिशाननिे श 27
स्वामित्व योजना
दिशाननिे श 28
स्वामित्व योजना
दिशाननिे श 29
स्वामित्व योजना
दिशाननिे श 30
स्वामित्व योजना
6.3.3 ड्र ोन ड्ेटा प्रोसेचसोंग और फीचर र्ारतीय सिेिण टी1+ 9 एसओआई िेत्रीय
एक्सटरैक्शन: ऑथो रेिीफाइड् विर्ाग िहीने कें द्र िें र्ौगोचलक सूचना
इिेज और टोपोग्रावफकल फीचसा प्रणाली प्रयोगशाला िें
का वनष्कषाण ड्ेटा सों साचर्त वकया
जाता है । एसओआई
उनके हाड्ा िेयर और
सॉफ्टिेयर और ड्ाटा
प्रोसेचसोंग के चलए अपने
जीआईएस लैब का
उपयोग करेगा।
दिशाननिे श 31
स्वामित्व योजना
र्ारतीय
सिेिण विर्ाग
6.4.4 जाोंच अचर्कारी ग्राि पों चायतोों की ग्राि पों चायत टी1+ 10
सहायता से सों पवत्त िाचलकोों से िहीने
प्राप्त सिेिण के बाद आपवत्तयोों
के सिार्ान करता है। ये िाचलक
दिशाननिे श 32
स्वामित्व योजना
7.1 + 5 सेिी जीएसड्ी से बेहतर र्ारतीय टी1+ 10 ड्े टा स्वािी : सों युक्त रूप
ऑथो-रेस्थिफाइड् इिेज सिेिण विर्ाग िहीने से स्वावित्व िें: र्ारतीय
(ओआरआई) सिेिण, पों चायती राज
िों त्रालय, राज्य के राजस्व
विर्ाग और ड्ीओएलआर
दिशाननिे श 33
स्वामित्व योजना
7.2 यूटीएप प्रोजेक्शन और र्ारतीय टी1+ 10 ड्े टा स्वािी : सों युक्त रूप
ड्ब्ल्ल्ूजीएस-84 ड्े टि पर 1: सिेिण विर्ाग िहीने से स्वावित्व िें: र्ारतीय
500 स्के ल पर तैयार वकया गया सिेिण, पों चायती राज
जीआईएस ड्ेटा बेस िों त्रालय, राज्य राजस्व
विर्ाग
7.3 + 20 सेिी सटीकता से बेहतर र्ारतीय टी1+ 10 ड्े टा स्वािी : सों युक्त रूप
ड्ीईएि / ड्ीएसएि सिेिण विर्ाग िहीने से स्वावित्व िें: र्ारतीय
सिेिण
विर्ाग, पों चायती राज
िों त्रालय, राज्य राजस्व
विर्ाग
ड्े टा स्टोरे ज :
एसओआई सिार / ड्ाटा
सेंटर
7.4 सों पवत्त काड्ा ड्ेटा (ररकॉड्ा का र्ारतीय सिेिण टी1+ 10 ड्ाटा िाचलक : राज्य का
अचर्कार) विर्ाग िहीने राजस्व विर्ाग
7.5 नक्शे की हाड्ा कॉपी 1: 500 के र्ारतीय सिेिण टी1+ 10 ड्ाटा िाचलक : राज्य का
पैिाने पर (प्रत्येक 04) प्रत्येक विर्ाग िहीने राजस्व विर्ाग
गाोंि िें अच्छी गुणित्ता िाले 90
सों ग्रहीत :
जीएसएि पेपर पर पीड्ीएफ
कॉपी के साथ i. ग्राि पों चायतें
ii. तहसील ररकॉड्ा
कें द्र
iii. चजला ररकॉड्ा
दिशाननिे श 34
स्वामित्व योजना
कें द्र
iv. राज्य ररकॉड्ा कें द्र
8 "ग्राि िानचचत्र " अनुप्रयोग िें एनआईसी- टी1+ 10
सों लग्न- जीआईएस ड्े टाबेस तैयार जीआईएस िहीने
करने िाले विश्लेषणात्मक
उपकरणोों का विकास
9 ग्राि पों चायत के सों पवत्त कर और ग्राि पों चायत टी1+
सों पवत्त रचजस्टर का अद्यतन 10 िहीने
चरण II
टी1+ 9
िहीने
* दी गई सियसीिा साोंकेवतक है । सिे से सों बों चर्त सिय सीिा गवतविचर्याों र्ारतीय सिेिण विर्ाग द्वारा उपलब्ध कराई गई
हैं (सों दर्ा अनुबोंर् VI)
दिशाननिे श 35
स्वामित्व योजना
8. वनगरानी और िूल्ाोंकन
सियबद्ध वनगरानी, ररपोवटिंग और पाठ्यिि सुर्ार (जहाों र्ी आिश्क हो) के चलए एक तीन-
स्तरीय वनगरानी और िूल्ाोंकन ढाोंचा स्थावपत वकया जाएगा।
यह रािर ीय स्तर, राज्य स्तर और चजला स्तर पर काि करेगा और इसिें सों बों चर्त वनणाय वनिााता और
विषय विशेषज्ञ शाविल होोंगे।
8.1. कायाान्वयन, वनगरानी और प्रबों र्न के चलए सों स्थागत तों त्र
रािर ीय सों चालन सविवत (एनएससी) योजना के सुचारू सों चालन के चलए सिग्र कायािि
वनरीिण, वनगरानी और िागादशान के चलए चजम्मेदार होगी। सविवत प्रगवत की सिीिा करे गी,
पररयोजनाओों और राज्योों की िावषाक काया योजनाओों को िों जूरी दे गी और राज्योों और र्ारतीय
सिेिण विर्ाग को उचचत सिय पर सलाह / वनदेश देगी।
एनएससी वनम्नचलचखत कायों के चलए चजम्मेदार होगी:
दिशाननिे श 36
स्वामित्व योजना
योजना की वनगरानी के चलए सविवत प्रत्येक वतिाही िें कि से कि एक बार बैठक करे गी।
दिशाननिे श 37
स्वामित्व योजना
सिग्र प्रबों र्न, योजना के तहत विचर्न्न गवतविचर्योों की वनगरानी और राज्योों और र्ारतीय
सिेिण विर्ाग को पेशेिर और तकनीकी सहायता प्रदान करने के चलए रािर ीय स्तर
पर एनपीएियू की स्थापना की जाएगी।
यह योजना के चलए चजम्मेदार एनएससी के सदस्य-सचचि यानी सों युक्त सचचि की देखरे ख िें
काि करे गा और उसे ररपोटा करे गा।
इसिें प्रासों वगक / जीआईएस विषयोों के योग्य और अनुर्िी विशेषज्ञ होोंगे। पों चायती राज
िों त्रालय लघु अिचर् के सलाहकारोों को र्ी वनयुक्त कर सकता है और / या उसे
एनआईसीएसआई सवहत पेशेिर एजेंचसयोों को आउटसोसा करने की छू ट र्ी प्राप्त
होगी। एनपीएियू सलाहकार के चलए टिा ऑफ रे फरें स अनुबोंर् IV पर सों लग्न है ।
रािर ीय स्तर की प्रिुख गवतविचर्योों िें शाविल होोंगे :
दिशाननिे श 38
स्वामित्व योजना
तहत बनाए गए वड्चजटल स्थावनक ड्ेटा / नक्शे का लार् उठाने हेतु एनआईसी-
जीआईएस वड्िीजन और एनआरएससी र्ुिन के साथ सिन्वय।
राज्य सों चालन सविवत सिग्र कायािि की देखरेख और वनगरानी के चलए चजम्मेदार होगा और
सों बों चर्त राज्य िें योजना के सुचारू सों चालन के चलए िागादशान प्रदान करेगा।
दिशाननिे श 39
स्वामित्व योजना
योजना के तहत राज्य कायािि प्रबों र्न इकाई (एसपीएियू ) की स्थापना राज्य स्तर पर सिग्र
प्रबों र्न, विचर्न्न गवतविचर्योों की वनगरानी और राज्य के राजस्व विर्ाग, चजला अचर्काररयोों,
जीपी अचर्काररयोों और सिेिण विर्ाग के सिथान के चलए की जाएगी।
यह राज्य सों चालन सविवत के सदस्य-सचचि की दे खरेख िें काि करेगा और उसे ररपोटा
करेगा।
इसिें प्रासों वगक / जीआईएस विषयोों के योग्य और अनुर्िी विशेषज्ञ होोंगे। राज्य का राजस्व
विर्ाग अल्पािचर् परािशी र्ी रख सकता है और / या पेशेिर एजेंचसयोों को आउटसोसा
(एसएिपीयू) करने के चलए छू ट होगी। परािचशायोों के चलए सों र्ावित टिा ऑफ रेफरेंस/सेिा
शतों को अनुबोंर् IV िें रखा गया है ।
दिशाननिे श 40
स्वामित्व योजना
चजला स्तर पर, सविवत िहीने िें कि से कि एक बार कायािि के कायाान्वयन की प्रगवत की
सिीिा करे गी, और चजला कलेिर / उपायुक्त राज्य सों चालन सविवत को ररपोटा सौोंपेंगे। इसके
अलािा, सविवत प्राप्त आईईसी फोंड्ोों की वनगरानी और देखरेख के चलए चजम्मेदार होगी।
ों ड्ैशबोड्ा
8.2. ऑनलाइन िॉवनटररग
iii) राज्योों / कें द्र शाचसत प्रदेशोों िें पूणा वकए गए सीओआरएस
नेटिका -आर्ाररत उपयोगोों या अनुप्रयोगोों पर प्रचशिण और
ििता वनिााण
ड्र ोन का उपयोग i) ग्राउों ड् कों टर ोल पॉइों ट्स की स्थापना की पूणा स्थस्थवत
दिशाननिे श 41
स्वामित्व योजना
करके बडे पैिाने पर ii) ड्र ोन उडान र्रने िाले गाोंिोों की सों ख्या
िैवपों ग
iii) गााँ िोों की सों ख्या ने ड्ाटा प्रोसेचसोंग और तैयार नक्शे को पूरा
(एलएसएि)
वकया
iv) पूणा वकए गए नक्शोों के ग्राउों ड्-टू चथोंग गााँ ि की सों ख्या
x) चजन गाोंिोों के चलए जीआईएस ड्े टाबेस तैयार वकया गया है,
उनकी सों ख्या।
xi) उन गााँ िोों की सों ख्या, चजनके चलए सों पवत्त काड्ा तैयार वकए गए
और वितररत वकए गए हैं।
xii) र्ारतीय सिेिण विर्ाग द्वारा पूणा वकए गए सरकारी
अचर्काररयोों का प्रचशिण और ििता वनिााण।
कायािि प्रबों र्न i) कायािि प्रबों र्न इकाइयााँ जो कायाात्मक हैं और योजना के
कायाान्वयन के चलए सहायता प्रदान करती हैं
आईईसी गवतविचर्यााँ i) गहन आईईसी विचर्न्न िाध्यिोों से आयोचजत वकया जाता
है।
ii) ग्राि सर्ा ने सों िेदनशील और लािबों द की गई सों ख्या।
iii) प्रलेचखत और प्रसाररत अच्छी प्रथाओों की सों ख्या।
iv) तैयार और प्रसाररत लघु वफल्ोों की सों ख्या।
दिशाननिे श 42
स्वामित्व योजना
स्पेचशयल/स्थावनक i) उन गाोंिोों की सों ख्या चजनके चलए जीआईएस ड्ेटा बनाया गया है
अनुप्रयोग और एसओएल द्वारा एनआईसी टीि के साथ साझा वकया गया
है।
ii) गाोंिोों की सों ख्या चजसके चलए जीआईएस ड्ेटा स्थावनक
अनुप्रयोग के साथ एकीकृ त है।
iii) ड्ीईएि कि करने की रूपरेखा बनाई गई।
*साोंकेवतक सूची
दिशाननिे श 43
स्वामित्व योजना
9. वितरण योग्य
पररयोजना के सों पूणा पाठ्यिि िें पररकस्थल्पत सुपुदागी की सूची नीचे दी गई है:
i. पाोंच (05) िषों के चलए ≤5 सेिी िैवतज सटीकता िाली सीओआरएस नेटिका की आरटीके
सविास
ii. देश के रािर ीय स्थावनक सों दर्ा ढाोंचे के आर्ार पर स्थावपत वनयों त्रण सिेिण नेटिका का उपयोग
करके सटीक र्ू-सों दचर्ात वड्चजटल िानचचत्र।
iii. वनयों त्रण और उनके वििरण और स्थान को दशााने िाले वबों दओ
ु ों के सिन्वय के साथ चजयोड्े वटक
नेटिका । (यूटीएि यूवनिसाल टर ाोंसिसा िके टर) सिन्वय प्रणाली िेत्र) सीओआरएस / कोसा
(सतत प्रचालन सों दर्ा स्टे शन) नेटिका के िाध्यि से जीसीपी (ग्राउों ड् कों टर ोल पॉइों ट्स) - सर्ी
वनयों त्रण वबों दओ
ु ों के स्थान और आईड्ी को जीआईएस (र्ौगोचलक सूचना प्रणाली) और
सिचन्वत सूची को अिाोंश / देशाोंतर तथा ड्ब्ल्र्लयू जीएस 84 (िर्लड्ा चजओड्ेवटक चसस्टि
1984) से दोनोों िें बनाए रखा जाना चावहए ।
iv. विशेषताओों का िेटाड्ेटा। जिीनी सिेिण काया का कच्चा ड्े टा।
v. वनम्नचलचखत पैिाने पर उचचत शीट नों बर के साथ उचचत अनुिवित नक्शा:
क. सर्ी िेत्रोों के चलए लों बित सटीकता 0.2 िीटर (ग्रािीण अबादी िे त्र / लाल ड्ोरा)
ख. ग्राि लाल ड्ोरा / अबादी 1: 500 पर (5 सेिी जीएसड्ी (ग्राउों ड् सैंपचलों ग दूरी) पर
ऑथो रेिीफाइड् इिेज;) ±5 सेिी िैवतज सटीकता;
vi. गाोंि का िोजेक िानचचत्र: फीचर कोड्, फीचर प्रकार (लाइन, पॉइों ट्स और बहुर्ुज) के साथ
स्थावनक और गैर-स्थावनक ड्ेटा शब्दकोश, फीचर वििरण और सों के त/ प्रतीक
vii. यूटीएएि प्रोजेक्शन और ड्ब्ल्लयूजीएस-84 आर्ार सािग्री पर 1:500 स्के ल पर तैयार वकया
गया जीआइर एस ड्े टा बेस।
viii. गाोंि की आबादी िेत्र के चलए िैवतज 20 सेिी ऊर्ध्ाार्र सटीकता का ड्ीईएि।
ix. र्विष्य िें छपाई के चलए अच्छी गुणित्ता िाले 90 जीएसएि पेपर पर एक गााँ ि के चलए 1:
500 स्के ल (04 नहीों प्रत्येक) पर हाड्ा कॉपी िैप्स पीड्ीएफ कॉपी के साथ।
x. राज्य सरकार के िागादशान िें विचर्ित िुवद्रत सों पवत्त काड्ा।
xi. आईआईएसएि, हैदराबाद िें विचर्न्न स्तरोों पर तकनीकी किाचाररयोों के चलए प्रचशिण पाठ्यिि
दिशाननिे श 44
स्वामित्व योजना
ऑथो ररस्थिफाइड् बेस नकशे सों युकत रूप से पों चायती राज िों त्रालय , राज्य सरकार और सिे
ऑफ इों वड्या के स्वावित्व िें होोंगे। सर्ी सों साचर्त ड्ेटा उत्पाद और अोंवति ड्ेटा उत्पाद सों युक्त
रूप से सिे ऑफ इों वड्या और राज्य सरकार के सिेिण के स्वावित्व िें होोंगे। एनआईसी-
जीआईएस वड्िीजन और राज्य सरकार के िाध्यि से सर्ी एजेंचसयोों (सिे ऑफ इों वड्या, पों चायती
राज िों त्रालय) को इस पररयोजना के तहत सृचजत ड्े टा का अपने आों तररक अनुप्रयोगोों के चलए
उपयोग करने का अचर्कार होगा।
ि.सों सृचजत ड्ेटा ड्ेटा का स्िािी ड्ेटा का र्ों ड्ारण स्थान ड्ेटा का फािेट ड्ेटा
साझाकरण
की प्रणाली
1 ±5 सेिी ड्ीओएलआर ग्रािीण विकास चजयो-वटफ प्रारूप एसएफटीपी
जीएसड्ी से (र्ारत िों त्रालय का वड्चजटल िेब सेिाएों
बेहतर का सरकार), इों वड्या र्ूवि ररकॉड्ा
ऑथो-रेस्थिफाइड् पों चायती राज आर्ुवनकीकरण
इिेज िों त्रालय (र्ारत कायािि
(ओआरआई) सरकार) और (ड्ीआईएलआरएिपी)
राज्य सरकार का योजना के तहत
सों युक्त रूप से उपलब्ध और वित्त
स्वावित्व। पोवषत ड्ाटा सेंटर
इन्रास्टर कचर
2 1: 500 पैिाने सों युक्त रूप से एनड्ीसी/ कलाउड् आकृ वत फाइल/ एसएफटीपी
पर तैयार वकया एसओआई, आरड्ीबीएिएस िेब सेिाएों
गया जीआईएस पों चायती राज
ड्ेटा बेस यूटीएि िों त्रालय(र्ारत
प्रोजेक्शन और सकरार) और
ड्ब्ल्र्लयूजीएस -84 राज्य सरकार का
दिशाननिे श 45
स्वामित्व योजना
ि.सों सृचजत ड्ेटा ड्ेटा का स्िािी ड्ेटा का र्ों ड्ारण स्थान ड्ेटा का फािेट ड्ेटा
साझाकरण
की प्रणाली
ड्ेटि स्िावित्ि
3 ±20 सेिी सों युक्त रूप से एसओआई सिार / चजयो-वटफ प्रारूप एसएफटीपी
सटीकता से एसओआई, ड्ाटा सेंटर िेब सेिाएों
बेहतर का ड्ीईएि पों चायती राज
/ ड्ीएसएि िों त्रालय(र्ारत
सकरार) और
राज्य सरकार का
स्िावित्ि
4 सों पवत्त काड्ा ड्ेटा राज्य सरकार का राज्य ड्ाटा सेंटर एनए सों बों चर्त राज्य
(अचर्कारोों का राजस्ि विर्ाग आईटी टीि /
ररकॉड्ा) राज्य
एनआईसी
इकाई द्वारा
वनणाय चलया
जाना है
5 1: 500 के सों बों चर्त राज्य i. ग्राि पों चायत पीड्ीएफ हाड्ा कॉपी /
पैिाने पर (04 सरकार का ii. तहसील ररकाड्ा सीड्ी
नहीों) प्रत्येक राजस्व विर्ाग सेंटर
गाोंि के चलए iii. चजला ररकाड्ा
तैयार नकशे की सेंटर
हाड्ा कॉपी, अच्छी iv. राज्य ररकाड्ा सेंटर
गुणित्ता िाले 90
जीएसएि पेपर
पर पीड्ीएफ
दिशाननिे श 46
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ि.सों सृचजत ड्ेटा ड्ेटा का स्िािी ड्ेटा का र्ों ड्ारण स्थान ड्ेटा का फािेट ड्ेटा
साझाकरण
की प्रणाली
कॉपी के साथ
i. सों पवत्त सों बों र्ी ड्ेटा को छोडकर जीआईएस ड्ेटा पर सों युक्त रूप से ऊपर िचणात का स्िावित्ि
होगा।
ii. सों पवत्त के वििरण से सों बों चर्त आों कडे राज्य के राजस्व विर्ाग के स्वावित्व िें होोंगे क्ोोंवक
इसिें राइट ऑफ ररकॉड्ड ास ( आरओआर) को रूपाोंतरण करने और िैप्स को अपड्े ट करने
का अचर्कार है। इसचलए, राज्य राजस्व विर्ाग इस ड्ेटा का िाचलक / िेजबान होगा और
अन्य को इसे देखने का अचर्कार होगा।
iii. आगािी 12 िहीनोों िें वकए गए जाने िाले औ अन्य अद्यतवनत जीआईएस ड्ेटा लेयर को
तलाथी / पटिारी स्तर के अचर्कारी द्वारा हर साल एक बार साझा वकए जाने िाले अपड्ेशन
िें शाविल वकया जाएगा।
स्िावित्ि योजना(एसिीएएिआईटीिीए) के तहत लगर्ग 6.62 लाख गााँ िोों को किर करने िाली
सिग्र पररयोजना की सियािचर् वित्त िषा 2020-21 से वित्त िषा 20-21-24 तक 1 िषा के
पायलट चरण सवहत वित्त िषा 2020-21 से 4 िषा के चलए होने का अनुिान है। एक साोंकेवतक
किरेज नीचे वदया गया है:
िानचचवत्रत वकए जाने िाले प्रस्तािवत गाोंिोों की
सों ख्या
ि.सों . राज्य/ सों रािे गाोंि
2021- 2022-
2020-21 2023-24
22 23
1 जम्मू और कश्मीर 6850 0 0 0 6850
2 लद्दाख 243 0 0 0 243
3 अोंड्िान और वनकोबार 552 0 552 0 0
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दिशाननिे श 49
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ड्ाटा प्रोसेचसोंग, स्टोररोंग और होचस्टों ग के चलए जरूरी आईटी अिसों रचना हाड्ा िेयर और सॉफ्टिेयर
का उदाहरण सवहत वििरण नीचे वदया गया है। यह घटक योजना के तहत वित्त पोवषत नहीों है।
10.1. र्ारतीय सिेिण विर्ाग (एसओआई) लैब िें सिेिण के बाद ड्ाटा प्रोसेचसोंग:
ड्र ोन के िाध्यि से प्राप्त ड्ेटा के प्रसों स्करण वड्चजटलीकरण गवतविचर् को अोंजाि देना, प्रारूप
वनष्कषाण के चलए आिश्क हाड्ा िेयर जैसे सिार, ड्ेस्कटॉप, प्लॉटसा, वप्रों टर और सॉफ्टिेयर आवद
की खरीद, स्थापना और सों चालन एसओआई द्वारा वकया जाएगा। ड्ेटा प्रोसेचसोंग सॉफ्टिेयर के
अलािा, एसओआई िौजूदा सॉफ्टिेयर का उपयोग करेगा और स्थन्मन के चलए सॉफ्टिेयर विकचसत
करेगा:
i. जीआईएस तैयार एलपीएि िें सों बों चर्त राज्य राजस्व विर्ाग की आिश्कता के अनुसार
विचर्न्न स्तरोों पर आिृत चलों क वकए गए विशेषता के साथ स्थलाकृ वतक विशेषताओों, िानि
वनविात सों रचनाओों, र्ूवि पासाल की जानकारी, सीिाओों की जानकारी आवद के बेस िैप
शाविल होोंगे।
ii. स्थावनक और पाठ्य ड्े टा का एकीकरण: ग्राि पों चायत ररकॉड्ा सवहत उपलब्ध ररकॉड्ा से प्राप्त
ड्ेटा, उत्पन्न एलपीएि के साथ एकीकृ त वकया जाएगा।
राज्य सरकारें सृचजत आों कडोों का प्रबों र्न और रखरखाि करें गी।
i. पररयोजना वनष्पादन के दौरान: एसओआाई, एसओआाई लैब िें सर्ी उपयेाग िें आने िाले
सर्ी बुवनयादी ढाोंचे और िध्यिती िानचचत्र और अोंवति यूसीटी / ड्े टा वितररत करे गा। यवद
विर्ाग तालुका स्तर पर वड्चजटल ड्ेटा पर कयूसी करना चाहता है, तो एसओआाई लैब से
तालुका कायाालयोों िें ड्ेटा स्थानाोंतररत करने के चलए एक सॉफ्टिेयर िीपीएन स्थावपत वकया
जा सकता है।
सिेिण के बाद सृचजत िानचचत्रोों की हाड्ा प्रवतयाों वनम्न स्थानोों पर रखी जाएों गी
क. ग्राि पों चायत
दिशाननिे श 50
स्वामित्व योजना
एसओआई ड्र ोन सिेिण के िाध्यि से कै प्चर वकए गए ड्े टा के पोस्ट प्रोसेचसोंग द्वारा बनाए गए
जीआईएस ड्े टाबेस और ड्ीईएि को सों ग्रहीत और होस्ट करेगा। एसओआई इस ड्ेटा को राज्य
सरकार, पों चायती राज िों त्रालय के साथ एनआईसी के िाध्यि से पारस्पररक रूप से सहिवत के
तों त्र के अनुसार साझा करेगा।
दिशाननिे श 51
स्वामित्व योजना
क. सीओआरएस(कोसा) ररचसिर
ग. पािर बैक-अप
*कोर नेटिका की स्थापना के चलए अनुिावनत लागत कनााटक राज्य िें सीओआरएस नेटिका की स्थापना के चलए
वकए गए वनविदा प्रवियाओों पर आर्ाररत है; िहारािर राज्य और उत्तर प्रदेश राज्य सरकार खरीद वदशावनदेश और
जीएफआर शतों के अनुसार।
वटप्पणी:
िास्तविक लागत इस पररयोजना के तहत प्रस्तावित िेत्रोों के चलए कोर नेटिका की स्थापना के
चलए प्रस्तावित ताजा वनविदा प्रविया के पररणाि पर आर्ाररत होगी।
प्रवत नेटिका लागत = रु. 120 करोड / 505 = लगर्ग रु. 24 लाख
दिशाननिे श 52
स्वामित्व योजना
* स्थानीय श्रविकोों की र्ती, िेत्र के िाहनोों को वकराए पर लेना / खरीदना और िेत्र कायों से सों बों चर्त अन्य
छोटे आकस्थिक खचों सवहत एसओआई द्वारा 1, 2 और 4 पर िेत्र की गवतविचर्योों के चलए पररचालन
व्यय।कायाालय, साथ ही िेत्र िें िानचचत्रण गवतविचर्योों के चलए पररयोजना िें उपयोग के चलए उपकरणोों,
हाड्ािेयर, सॉफ्टिेयर और उपकरणोों हेतु पूों जीगत व्यय। प्रचशचित एसओआई वड्चजटाइजर / सिेयर की किी
के िािले िें फीचर वनष्कषाण काया को आउटसोसा वकया जा सकता है (जीएफआर शतों के अनुसार)।
वटप्पणी:
दिशाननिे श 53
स्वामित्व योजना
iv. खरीद के चलए विविर् सािान आइटि हाड्ा वड्स्क, कों प्यूटर, ड्र ोन ड्ेटा प्रोसेचसोंग
सॉफ्टिेयर लाइसेंस, एों टरी लेिल िका स्टे शन, एनएएस बॉक्स आवद हैं।
v. एसओआई के स्वावित्व िाले िाल के रखरखाि िें एसओआई के स्वावित्व िाले
उपकरणोों की वनयवित िरम्मत / कै चलब्रेशन / ब्रेकड्ाउन िरम्मत, पररयोजना
गवतविचर्योों िें इस्तेिाल होने िाले उपकरण जीएनएस बेस ररसीिर, जीएनएसएस
रोिसा, टोटल स्टे शन, लेिचलों ग इों स्टूिेंट्स, ररलेवटि ग्रैवििीटर, बीहड फीर्लड् ड्ेटा कलेिर,
िोबाइल को किर करता है। िका स्टे शन, एों टरी / विड्-लेिल िका स्टे शन आवद शाविल
हैं।
vi. र्ारतीय सिेिण विर्ाग पररयोजना के तहत वनयों त्रण कें द्र घटकोों और उसके ड्ीआर
कें द्र घटकोों के चलए कोई लागत शुल्क नहीों लगाएगा।
vii. एसओआई चजओड् िॉड्ल ड्ेिलपिेंट सब-एस्थिविटी पर खचा करे गा अथाात इसका खचा
िहन करेगा ।
viii. अनुिावनत लागत िें एसओआई द्वारा कयूए (गुणित्ता आश्वासन) / कयूसी (गुणित्ता
वनयों त्रण) काया के चलए कोई अवतररक्त शुर्लक चलया गया है।
ix. अनुिावनत लागत िें एसओआई द्वारा जीआईएस सॉफ़्टिेयर लागत का शुल्क नहीों चलया
गया है।
x. राज्य सरकार के अचर्काररयोों / किाचाररयोों के ििता वनिााण के चलए एसओआई द्वारा
ट्यूशन , वबस्थर्लड्ोंग या प्रचशिण हेतु, अवतचथ सों काय शुल्क कु ल पररयोजना लागत िें
नहीों चलया गया है।
कु ल परािचशायोों की सों ख्या एक िषा के पायलेट चरण के ओपीई सवहत प्रवत िाह
चलए परािचशायोों की सों ख्या की दर (रुपये िें)
5 2 3.8 लाख
ख. राज्य काय्रिि प्रबों र्न इकाई *
कु ल परािचशायोों की सों ख्या एक िषा के पायलेट चरण के चलए ओपीई सवहत प्रवत िाह
परािचशायोों की सों ख्या की दर (रुपये िे)
60 10 Rs. 65,000
दिशाननिे श 54
स्वामित्व योजना
एसपीएियू की परािचशायोों की
राज्य/ सों रािे (पायलेट चरण)
## सों ख्या
हररयाणा
1 2
कनााटक
2 2
िध्य प्रदेश
3 1
िहारािर
4 2
उत्तर प्रदेश
5 2
6 उत्तराखों ड्
1
* कायािि प्रबों र्न इकाई 01 जून 2020 से कायाशील होगी (र्ती प्रविया के चलए दो िहीने का सिय होगा)
* आईईसी बजट चजला स्तर पर वितररत वकया जाएगा (चजले के गाोंिोों को सिेवकत करके ) और चजला स्तरीय
वनगरानी और सिीिा सविवत आईईसी बजट की पयािेिण / वनगरानी करेगी।
वटप्पणी : वकसी र्ी किी को आरजीएसए योजना के आईईसी घटक से पूरा वकया जा सकता है
दिशाननिे श 55
स्वामित्व योजना
दिशाननिे श 56
स्वामित्व योजना
ग्रािीण आबादी की सों पवत्त ड्ेटा के वकसी र्ी र्ािी अपड्ेशन और वनयवित आर्ार पर सिेिण करने
की चजम्िेदारी राज्य सरकार की होगी।
राज्य के सों पवत्त ड्े टा और नक्शे के र्विष्य िें अद्यतन के चलए तों त्र राज्य सरकार द्वारा तय वकया
जाएगा।
सों पवत्त से सों बों चर्त ड्ेटा का अपड्ेशन वनयवित ड्ेटा रखरखाि और राज्य राजस्व विर्ाग के वनयिोों
और विवनयिन के अनुसार पररर्ावषत अद्यतन नीवत के र्ाग के रूप िें वकया जाएगा। सों पवत्त ड्े टा
को अपड्ेट करना राज्य के राजस्व विर्ाग के अचर्काररयोों की चजम्मेदारी होगी।
सिे ऑफ इों वड्या पररयोजना िें प्रयोग वकए जाने िाले िानचचत्र ड्े टा अपड्ेशन (जैसे ड्ेटा
अपड्ेशन, कोसा नेटिका रोिर एफड्ीसी का उपयोग) के चलए विचर्न्न अनुप्रयोगोों और तकनीकोों के
सों चालन और इनके उपयोग पर राज्य के राजस्व विर्ाग के अचर्काररयोों को प्रचशिण प्रदान
करेगा। राज्य के सों बों चर्त विर्ाग पररयोजना को सों र्ालने के चलए इन-हाउस ििता का वनिााण
करेंगे।
एक बार जीआईएस 6.62 लाख गाोंिोों के चलए ड्ेटाबेस को तैयार होने के बाद, राज्य सरकारें
र्विष्य के सिेिण करने और जीआईएस ड्ेटाबेस को अपड्ेट करने के की चजम्मेदारी राज्य सरकारोों
की होगी। पुन: सिेिण की अद्यतन करने की आिृवत्त राज्य सरकार द्वारा तय की जाएग
दिशाननिे श 57
स्वामित्व योजना
दिशाननिे श 58
स्वामित्व योजना
अनुबोंर्
अनुबोंर् I: पायलेट चरण िें शाविल गाोंिोों की राज्य िार सों ख्या
ि.सों . राज्य/ के न्द्र शाचसत प्रदे श कु ल गाोंि पायलेट चरण िें शाविल गाोंि
1 हररयाणा
7,652 3,826
2 कनााटक
33,157 16,580
3 िध्य प्रदेश
55,100 1000
4 िहारािर
44,137 22,069
5 उत्तर प्रदेश
1,07,242 53,622
6 उत्तराखों ड्
17,048 4000
कु ल 1,01,097
1 पंजाब 16
2 राजस्थान 85
कु ल 101
दिशाननिे श 59
स्वामित्व योजना
झारखंड 20 मिपुरा 3
िे रल 11 पमिम िंगाल 26
ममणपुर 6
दिशाननिे श 60
स्वामित्व योजना
अनुबोंर् III : राज्य सरकारोों, स्थानीय वनकायोों, उपयोगकताा लार्ाचथायोों या वनजी पिोों द्वारा वित्त
पोवषत घटक
क. राज्य सरकार
i. सतत रूप से पररचालन सों दर्ा स्टे शनोों के चलए िेत्र / स्थल नेटिका स्थापना सवहत सिे
ऑफ इों वड्या के चलए कोसा उपकरणोों की विद्युत और र्ौवतक सुरिा सरकार द्वारा प्रदान की
जाएगी
ii. फीर्लड् िाहनोों को वकराये पर लेना, स्थानीय िजदूरोों को काि पर रखना, फीर्लड् टीिोों के
चलए आिास आवद।
iii. सफेद पाउड्र (चूना आवद) का उपयोग करके िेत्र िें पासाल / सों पवत्तयोों की ग्राउों ड् िावकिं ग
iv. र्ूवि सत्यापन (ग्राउों ड्-टु चथोंग), लैंड् पासाल िानचचत्रोों का सत्यापन राज्य के राजस्व विर्ाग
द्वारा वकया जाएगा
v. अोंतररि नक्शा / ररकॉड्ा तैयार करने के चलए एसओआई और जाोंच अचर्कारी को उपलब्ध
कराने के चलए िौजूदा जीपी सों पवत्त (कर) रचजस्टर (जहाों र्ी लागू हो) का वड्चजटलीकरण।
vi. स्टोर, होस्ट और स्िावित्ि योजना के तहत सृचजत ड्े टा अपड्ेट करने के चलए; राज्य सरकार
या अद्यतन के उद्दे श्य को पों चायत द्वारा तय की गई आिृवत्त के अनुसार वफर से सिेिण
वकया जा सकता है।
i. ड्ाटा प्रोसेचसोंग: िानि रवहत हिाई िाहन छवियोों का पोस्ट प्रोसेचसोंग र्ारतीय सिेिण
विर्ाग (एसओआई) द्वारा एसओआई िेत्रीय कें द्र के र्ौगोचलक सूचना प्रणाली प्रयोगशाला
िें वकया जाएगा। एसओआई उनके हाड्ा िेयर और सॉफ्टिेयर और ड्ेटा प्रोसेचसोंग के चलए
उनकी जीआईएस लैब का उपयोग करे गा।
ii. ग्राउों ड्-टु चथोंग और स्थलाकृ वतक विशेषताओों की िान्यता, जो ऑथो-रेस्थिफाइड् छवियोों से
ली गई है, र्ारतीय सिेिण विर्ाग द्वारा वकया जाएगा।
ग. एनआईसी- जीआईएस
i. स्िावित्ि योजना के तहत सृचजत वकया गया ड्ीईएि और जीआईएस ड्ेटाबेस को स्टोर (यवद
आिश्क हो), होस्ट और अपेड्ेट (आिश्कता के अनुसार) करना।
दिशाननिे श 61
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प्रिुख उत्तरदावयत्ि
दिशाननिे श 62
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शैिचणक योग्यता
▪ बीई/ बी. टै क / प्रसाोंवगक िेत्र िें स्नातक की वड्ग्री
अनुर्ि
▪ 6 से 10 िषा का
प्रिुख उत्तरदावयत्ि
i. वनत्यप्रवत कायािि प्रबों र्न गवतविचर् के चलए चजम्मेदार।
ii. पररयोजना की प्रगवत पर नजर रखना, िररष्ठ प्रबों र्न और अन्य िहत्वपूणा वहतर्ारकोों
को पररयोजना की प्रगवत के बारे िें सूचचत करना।
iii. सों पूणा कायाान्वयन और राज्योों और सिे ऑफ इों वड्या के चलए हैंड्होस्थर्लड्ों ग
सहायता।
iv. ड्र ोन का उपयोग करके बडे पैिाने पर िानचचत्रण की प्रगवत के िूल्ाोंकन और
वनगरानी िें राज्य के राजस्व विर्ाग का सिथान करना।
v. जीआईएस ड्ेटाबेस िें शाविल वकए जाने के चलए सूचना और अन्य िाध्यविक
जानकारी को सिेवकत करना।
vi. िानचचत्रोों के ग्राउों ड्-टू वटोंग िें सिथान/ सहायता।
vii. राज्य और सिे ऑफ इों वड्या के बीच सिझौता ज्ञापन पर हस्तािर करने और
कायाान्वयन सिय सीिाओों की वनगरानी करने की सुविर्ा प्रदान करना।
दिशाननिे श 63
स्वामित्व योजना
शैिचणक योग्यता
अनुर्ि
▪ 1 से 3 िषा
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दिशाननिे श 65
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दिशाननिे श 66
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अनुबोंर् VII : एसओपी करनाल चजला, हररयाणा द्वारा ड्र ोन सिेिण के चलए तैयार
दिशाननिे श 67
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दिशाननिे श 68
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दिशाननिे श 69
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दिशाननिे श 70
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