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कला
बुद्धि या अनुभूति का अतिक्रमण करता हुआ - पाया
जाता है, हम उसे दंड देने के लिए तैयार हो जाते हैैं। कथा
से किसी को सुख प्राप्त होता है तो इसका कारण बताना
होगा, दःु ख भी मिलता है तो उसका कारण बताना होगा।
वहां कोई व्यक्ति मर नही ं सकता, जब तक कि मानव
न्याय बुद्धि उसकी मौत न मा ँगे। सृष्टा को जनता की
अदालत मेें अपनी हर एक कृति के लिए जवाब देना
पड़़ेगा। कला का रहस्य भ््राांति है पर वह भ््राांति जिस पर
यथार््थ का | आवरण पड़ा हो ।
कला
जीवन-मरण मेें कोई क्रम, कोई सम््बन््ध नहीीं ज्ञात होता, कम से
कम मनुष््य के लिए वह अज्ञे य है । ले किन कथा साहित््य मनुष््य
का रचा हुआ जगत है और परिमित होने के कारण सं पूर््णतः
हमारे सामने आ जाता है और जहाँ वह हमारी मानवी न््ययाय बुद्धि
या अनुभूति का अतिक्रमण करता हुआ - पाया जाता है , हम
उसे दं ड दे ने के लिए तै यार हो जाते हैैं । कथा से किसी को सुख
प्राप््त होता है तो इसका कारण बताना होगा, दुुःख भी मिलता है
तो उसका कारण बताना होगा। वहां कोई व्यक््तति मर नहीीं
सकता, जब तक कि मानव न््ययाय बुद्धि उसकी मौत न माँ गे।
सृष्टा को जनता की अदालत मेें अपनी हर एक कृति के लिए
जवाब दे ना पड़़े गा। कला का रहस््य भ््राांति है पर वह भ््राांति जिस
कला
पर यथार््थ का | आवरण पड़ा हो ।
भारत की कला
भा
(एएसआई)
रतीय पुरातत्व
सर्वेक्षण
वह आश्चर््य जो ताज है 03
हम्पी - पत्थर मेें कविता 05
अजंता और एलोरा के दृश्य 07
९ ३
इंडियन नेशनल ट््र स्ट
फॉर आर््ट एं ड
कल्चरल हेरिटेज
(INTACH)
हौज खास कॉम्प्लेक्स 09
दिल्ली की बावली 11
कुतुब कॉम्प्लेक्स 13
भारत की कला
क ला और साहित्य
अकादमी
लोक और जनजातीय पेेंटिंग: 15
गोोंड स्कूल
लोक और जनजातीय पेेंटिंग: 17
वारली स्कूल
लोक और जनजातीय पेेंटिंग: 19
गोदाना और मधुबनी स्कूल
१५
२१
रा ष्ट् रीय आधुनिक
कला गैलरी
हरिपुरा पैनलोों की पुनः खोज: 21
नंदलाल बोस
जामिनी रॉय 22
अमृता शेरगिल 23
भारत की कला
अजंता की गुफाएँ
स्मिथ की नजर गुफाओं मेें से एक (गुफा 10) पर पड़़ी, तो कला के साक्ष्य हैैं, फिर भी आज भी
उन्हहोंने उस स्थान को अपवित्र कर दिया, जो शायद भारत के भारतीय कला मेें इनका गहरा प्रभाव है।
स्वर््ण युग का सबसे पुराना जीवित स्मारक है। ब्रिटिश भारत के समय मेें अपनी खोज
अजंता की गुफाएँ आज उपमहाद्वीप के स्वर््ण युग का के साथ, उन्हहोंने बढ़ती राष्टट्र वादी भावना
दर््पण हैैं जिसने यात्रियोों और विजेताओं को समान रूप से को मजबूत करने मेें अपनी भूमिका
आकर््षषित किया। गुफाएँ अपने उल्लेखनीय ‘शुष्क निभाई और नंदलाल बोस और
भित्तिचित्ररों ’ के लिए दरू -दरू तक जानी जाती हैैं (जो तकनीकी रवीींद्रनाथ टैगोर जैसे कलाकारोों के काम
रूप से बिल्कुल भी भित्तिचित्र नहीीं हैैं, लेकिन चट्टान पर मिट्टी को प्रेरित किया।
के प्लास्टर के प्रयोग से बनाए गए हैैं, उसके बाद चूने की
धुलाई की गई है जिससे इसे पहले सूखने दिया गया)
स्थानीय रं गद्रव्य लगाए जाते हैैं।)
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अजंता और एलोरा के दृश्य
भारत की कला
और
ए
एलोरा की गुफाएँ
लोरा
किलोमीटर दरू स्थित हैैं। राष्टट्र कूट राजवंश द्वारा महाराष्टट्र मेें
सह्याद्री पहाड़़ियोों मेें निर््ममित, इन्हहें भारत मेें रॉक-कट
के दृश्य वास्तुकला का प्रतीक माना जाता है।
पत्थर दर पत्थर निर्माण के विपरीत, एलोरा की गुफाओं
को अक्सर एक अखंड चट्टान से ऊपर से नीचे तराशी कर
विहारोों और मंदिरोों का आकार दिया गया है।
अजंता के विपरीत, एलोरा की गुफाएँ कभी भी दनु िया से
लुप्त नहीीं हुईं और वर्षषों से कई यात्रा वृत्ततांतोों मेें इसका
उल्लेख मिलता है। यहाां कुल मिलाकर 34 गुफाएं हैैं, जो
शैलीगत रूप से बौद्ध, हिंद ू और जैन दर््शन के उत्पाद हैैं I 5वीीं
शताब्दी और 10वीीं शताब्दी के बीच निर््ममित, मंदिर, विहार
और मठ प्रत्येक धर््म और उसकी आवश्यकता को पूरा करते
थे और समय के साथ क्षेत्र के शासकोों के धार््ममिक झुकाव के
विकास का प्रतिनिधित्व करते थे।
चट्टानोों को काटकर बनाए गए इन अजूबोों का सामना
करने का आनंद अवर््णनीय है और उन्हहोंने भारतीय सौौंदर््य
स्थूल जगत मेें एक मानदंड स्थापित किया है, जिसका
मुकाबला करना अक्सर मुश्किल पाया जाता है, खासकर
जीवनयापन, धार््ममिक पूजा और शिक्षण के लिए समकालीन
वास्तुकला मेें।
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अजंता और एलोरा के दृश्य
भारत की कला
अजंता की गुफाएँ
स्मिथ की नजर गुफाओं मेें से एक (गुफा 10) पर पड़़ी, तो कला के साक्ष्य हैैं, फिर भी आज भी
उन्हहोंने उस स्थान को अपवित्र कर दिया, जो शायद भारत के भारतीय कला मेें इनका गहरा प्रभाव है।
स्वर््ण युग का सबसे पुराना जीवित स्मारक है। ब्रिटिश भारत के समय मेें अपनी खोज
अजंता की गुफाएँ आज उपमहाद्वीप के स्वर््ण युग का के साथ, उन्हहोंने बढ़ती राष्टट्र वादी भावना
दर््पण हैैं जिसने यात्रियोों और विजेताओं को समान रूप से को मजबूत करने मेें अपनी भूमिका
आकर््षषित किया। गुफाएँ अपने उल्लेखनीय ‘शुष्क निभाई और नंदलाल बोस और
भित्तिचित्ररों ’ के लिए दरू -दरू तक जानी जाती हैैं (जो तकनीकी रवीींद्रनाथ टैगोर जैसे कलाकारोों के काम
रूप से बिल्कुल भी भित्तिचित्र नहीीं हैैं, लेकिन चट्टान पर मिट्टी को प्रेरित किया।
के प्लास्टर के प्रयोग से बनाए गए हैैं, उसके बाद चूने की
धुलाई की गई है जिससे इसे पहले सूखने दिया गया)
स्थानीय रं गद्रव्य लगाए जाते हैैं।)
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अजंता और एलोरा के दृश्य
भारत की कला
और
ए
एलोरा की गुफाएँ
लोरा
वाली एलोरा की गुफाएँ अजंता से लगभग 100
किलोमीटर दरू स्थित हैैं। राष्टट्र कूट राजवंश द्वारा महाराष्टट्र मेें
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अजंता और एलोरा के दृश्य
भारत की कला
एलोरा की गुफाएँ
स्था नीय रूप से ‘वेरुल लेनी ’ के नाम से जानी जाने
वाली एलोरा की गुफाएँ अजंता से लगभग 100
किलोमीटर दरू स्थित हैैं। राष्टट्र कूट राजवंश द्वारा महाराष्टट्र मेें
सह्याद्री पहाड़़ियोों मेें निर््ममित, इन्हहें भारत मेें रॉक-कट वास्तुकला
का प्रतीक माना जाता है।