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The University of Burdwan

Syllabus of 3-Year Degree/ 4-Year Honours in


Hindi
Under Curriculum & Credit Framework for Undergraduate
Programmes (CCFUP) as per NEP, 2020
w.e.f. 2023-24
SEMESTER WISE & COURSE WISE CREDIT DISTRIBUTION STRUCTURE UNDER CCFUP AS PER NEP, 2020

Semester Course Level Course Title Credit Lect. Tuto. Prac./ Full Distribution of Marks
Type With Code Viva- Marks
voce Theory Prac./ Internal
Viva- voce Assessment

Major/ DS ह द
िं ी साह त्य
Course 100 - 199 4 3 1 0 75 60 15
(Core) का इति ास
Code: HIND1011 (रीतिकाल िक)

Hindi Sahitya
Ka Itihas
(Ritikaal Tak)

ह द
िं ी साह त्य
Minor Course 15
Code:HIND1021 100- 199 का इति ास 4 3 1 0 75 60
(रीतिकाल िक)

Hindi Sahitya
Ka Itihas
(Ritikaal Tak)

SEM- I Multi/ ह द
िं ी भाषा
Interdisciplinary 3 2 1 0 50 40 10
(HINDI
Code: HIND1031 100- 199
BHASHA)

Ability ह द
िं ी कवििा
Enhancement 0 0 10
Course (AEC) 100- 199 क ानी और 2 2 50 40
(L1-1 MIL) तनबिंध
Code: HIND1041
(HINDI
KAVITA
KAHANI AUR
NIBANDH)
Skill विज्ञापन और
Enhancement 1 0 10
Course (SEC) 100- 199 ह द
िं ी 3 2 50 40
Code: HIND1051
(Vigyapan aur
Hindi)

Common Value 100- 199 Envi mental 4 3 0 1 100 60 20 20


Added (CVA) Science/
Course Education
Code: CVA1061
20 400
Total
Semester Course Level Course Title Credit Lect. Tuto. Prac./ Full Distribution of Marks
Type With Code Viva- Marks
voce Theory Pra Internal
Assessment
100- 199 ह द
िं ी साह त्य
Major/ DS
Course का इति ास 4 3 1 0 75 60 15
(Core) (आधुतनक काल)
Code: HIND2011
(Hindi Sahitya
Ka Itihas
Adhunik kaal)

100- 199 ह द
िं ी साह त्य
Minor Course 15
Code:HIND2021 का इति ास 4 3 1 0 75 60
(आधुतनक काल)

(Hindi Sahitya
Ka Itihas
Adhunik kaal)

100- 199 ह दिं ी क ानी


Multi/ 3 2 1 0 50 40 10
SEM- II (HINDI
Interdisciplinary
KAHANI)
Code: HIND2031
Ability 100- 199 English
Enhancement 0 0 10
Course (AEC) 2 2 50 40
(L1-1 MIL)
Code:
ENGL2041
Skill 100- 199 अनुिाद विज्ञान
Enhancement 1 0 10
Course (SEC) (Anuvad 3 2 50 40
Code: HIND2051 Vigyaan)

Common Value 100- 199 Understanding 4 3/3 1/0 0/1 100 80/60 0/20 20
Added (CVA) India/ Digital
Course &
Code: CVA2061 Technological
Solutions/
Health &
Wellness, Yoga
Education,
Sports &
Fitness
Skill based vocational course (addl.4 Cr) during summer term for 8 weeks, who will exit the programme after securing 40 cr.
For UG Certificate 40 cr.+ Additional 4 cr. (work based vocational course) = 44 cr. Students are allowed to re-enter within 3 years and complete the programme
within the stipulated max. period of 7 years
Total 20 400
SEMESTER-I
MAJOR
COURSE CODE: HIND1011
Course Title:
ह द
िं ी साह त्य का इति ास (रीतिकाल िक)
(Hindi Sahitya Ka Itihas Ritikaal Tak)

Course Objective- ह द
िं ी साह त्य के इति ास का विशलेषणात्मक ज्ञान

इति ास लेखन, प्रमुख इति ास ग्रिंथ और विमभन्न युगों का विमशष्ट ज्ञान प्रदान करना ।

CREDIT - 4
(LECTURE- 3, TUTORIAL -1)
Full Marks: 75
(Theory 60, Internal Assessment 15)

इकाई-एक: (15 Hours)

1) ह द
िं ी-साह त्येति ास लेखन की परम्परा

2) काल-विभाजन और नामकरण

इकाई-दो: (15 Hours)

1) आहदकालीन काव्य: पष्ृ ठभमू म, प्रिवृ ियााँ, नामकरण, प्रमुख कवि- सर पाद,
चिंदबरदाई, अब्दरु र मान, अमीर खुसरो और उनकी प्रमुख रचनाएाँ

2) मसद्ध साह त्य, नाथ साह त्य, रासो साह त्य, गद्य साह त्य और लौककक
साह त्य का सामान्य पररचय

इकाई-िीन: (15 Hours)

1) भक्तिकालीन काव्य: पष्ृ ठभमू म, प्रिवृ ियााँ, प्रमख


ु काव्य धाराएाँ (तनगण
ुर एििं
सगुण धारा), प्रिवृ ियााँ, प्रमख
ु कवि- कबीरदास, सूरदास, िल
ु सीदास, ममलक
मु म्मद जायसी और उनकी प्रमुख रचनाएाँ, भक्ति आिंदोलन का अखखल भारिीय
स्िरूप

इकाई-चार: (15 Hours)

1) रीतिकाल: पष्ृ ठभमू म, नामकरण, प्रिवृ ियााँ

2) प्रमख
ु कवि- केशिदास, भष
ू ण, बब ारी, घनानिंद और उनकी प्रमख
ु रचनाएाँ

Course Learning Outcome- इतिहास लेखन और साहहत्यिक इतिहास की समझ विकससि


होगी| हहिंदी साहहयि के विसिन्न िुगों का विश्लेषणायमक अध्ििन ।

स ायक ग्रिंथः

1.साह त्य का इति ास दशरन: नमलन विलोचन शमार

2.ह न्दी साह त्य का आहदकाल: जारीप्रसाद द्वििेदी

3.मध्यकालीन बोध का स्िरूप: जारीप्रसाद द्वििेदी

4.ह न्दी साह त्य का आधा इति ास: सम


ु न राजे

5.ह न्दी साह त्य का इति ास: रामचन्र शुतल

6.ह न्दी साह त्य की भमू मका: जारीप्रसाद द्वििेदी

7.ह न्दी साह त्य का इति ास: (सिं) डॉ. नगेन्र

8.ह न्दी साह त्य का इति ास: गासार द िासी, अनुिादक- लक्ष्मीसागर िाष्णेय

9.ह न्दी साह त्य: जारीप्रसाद द्वििेदी

10.इति ास और आलोचना: नामिर मसिं

11.साह त्य और इति ास-दृक्ष्ट: मैनज


े र पाण्डेय

12.ह न्दी साह त्य में मध्ययुगीनिा की अिधारणा: रमाकािंि शमार

13.ह न्दी साह त्य और सिंिेदना का विकास: रामस्िरूप चिुिेदी


14.ह न्दी साह त्य का आलोचनात्मक इति ास: रामकुमार िमार

15.ह न्दी साह त्य का दस


ू रा इति ास: बच्चन मसिं

16.द किलॉसिी ऑि आटर -ह स्री: राउटलेन एण्ड के. पॉल

17.एरोज इन द ह स्री ऑि आयडडयाज: केप्रीकािर बुतिस

18.द ह स्री ऑि मलटरे चर (ह स्री): एलेन लेन

19.ह न्दी गद्य: स्िरूप और सिंिेदना: रामस्िरूप चिुिेदी

20.साह त्येति ास: सिंरचना और स्िरूप: सुमन राजे

21.ह न्दी गद्य का विकास: रामचन्र तििारी

MINOR
(For the students other than Hindi Major)
COURSE CODE: HIND 1021
Course Title:
ह द
िं ी साह त्य का इति ास (रीतिकाल िक)
(Hindi Sahitya Ka Itihas Ritikaal Tak)

Course Objective- ह द
िं ी साह त्य के इति ास का विशलेषणात्मक ज्ञान

इति ास लेखन, प्रमुख इति ास ग्रिंथ और विमभन्न युगों का विमशष्ट ज्ञान प्रदान करना।

CREDIT - 4
(LECTURE- 3, TUTORIAL -1)
Full Marks: 75
(Theory 60, Internal Assessment 15)

इकाई-एक: (15 Hours)

1) ह द
िं ी-साह त्येति ास लेखन की परम्परा

2) काल-विभाजन और नामकरण
इकाई-दो: (15 Hours)

1) आहदकालीन काव्य: पष्ृ ठभमू म, प्रिवृ ियााँ, नामकरण, प्रमुख कवि- सर पाद,
चिंदबरदाई, अब्दरु र मान, अमीर खुसरो और उनकी प्रमुख रचनाएाँ

2) मसद्ध साह त्य, नाथ साह त्य, रासो साह त्य, गद्य साह त्य और लौककक
साह त्य का सामान्य पररचय

इकाई-िीन: (15 Hours)

1) भक्तिकालीन काव्य: पष्ृ ठभमू म, प्रिवृ ियााँ, प्रमख


ु काव्य धाराएाँ (तनगण
ुर एििं
सगण
ु धारा), प्रिवृ ियााँ, प्रमख
ु कवि- कबीरदास, सरू दास, िल
ु सीदास, ममलक
मु म्मद जायसी और उनकी प्रमुख रचनाएाँ, भक्ति आिंदोलन का अखखल भारिीय
स्िरूप

इकाई-चार: (15 Hours)

1) रीतिकाल: पष्ृ ठभमू म, नामकरण, प्रिवृ ियााँ

2) प्रमुख कवि- केशिदास, भूषण, बब ारी, घनानिंद और उनकी प्रमुख रचनाएाँ

Course Learning Outcome- इतिहास लेखन और साहहत्यिक इतिहास की समझ विकससि


होगी| हहिंदी साहहयि के विसिन्न िुगों का विश्लेषणायमक अध्ििन।

स ायक ग्रिंथः

1.साह त्य का इति ास दशरन: नमलन विलोचन शमार

2.ह न्दी साह त्य का आहदकाल: जारीप्रसाद द्वििेदी

3.मध्यकालीन बोध का स्िरूप: जारीप्रसाद द्वििेदी

4.ह न्दी साह त्य का आधा इति ास: सम


ु न राजे

5.ह न्दी साह त्य का इति ास: रामचन्र शुतल


6.ह न्दी साह त्य की भूममका: जारीप्रसाद द्वििेदी

7.ह न्दी साह त्य का इति ास: (सिं) डॉ. नगेन्र

8.ह न्दी साह त्य का इति ास: गासार द िासी, अनुिादक- लक्ष्मीसागर िाष्णेय

9.ह न्दी साह त्य: जारीप्रसाद द्वििेदी

10.इति ास और आलोचना: नामिर मसिं

11.साह त्य और इति ास-दृक्ष्ट: मैनज


े र पाण्डेय

12.ह न्दी साह त्य में मध्ययुगीनिा की अिधारणा: रमाकािंि शमार

13.ह न्दी साह त्य और सिंिेदना का विकास: रामस्िरूप चिुिेदी

14.ह न्दी साह त्य का आलोचनात्मक इति ास: रामकुमार िमार

15.ह न्दी साह त्य का दस


ू रा इति ास: बच्चन मसिं

16.द किलॉसिी ऑि आटर -ह स्री: राउटलेन एण्ड के. पॉल

17.एरोज इन द ह स्री ऑि आयडडयाज: केप्रीकािर बुतिस

18.द ह स्री ऑि मलटरे चर (ह स्री): एलेन लेन

19.ह न्दी गद्य: स्िरूप और सिंिेदना: रामस्िरूप चिुिेदी

20.साह त्येति ास: सिंरचना और स्िरूप: सुमन राजे

21.ह न्दी गद्य का विकास: रामचन्र तििारी

MULTI / INTERDISCIPLINARY
COURSE CODE: HIND 1031
Course Title:
ह द
िं ी भाषा
(HINDI BHASHA)

Course Objective- हहिंदी िाषा के उद्िि और विकास का पररचि, क्षेत्र, व्िापाररक एििं
साहहत्यिक क्षेत्र में हहिंदी िाषा की िूसमका िथा पराधीन िारि CREDIT
और स्िाििंत्र-िोत्तर
3 िारि में
हहिंदी की िूसमका।
(LECTURE- 2, Tutorial-1)
Full Marks: 50
(Theory 40, Internal Assessment 10)

इकाई – 1. (11 Hours)

ह द
िं ी भाषा का उद्भि और विकास सामान्य पररचय, ह द
िं ी भाषा का क्षेत्र

इकाई – 2. (11 Hours)

मध्यकालीन भारि में ह द


िं ी भाषा की भमू मका (व्यापाररक क्षेत्र में साह क्त्यक क्षेत्र
में )

इकाई – 3. (11 Hours)

पराधीन भारि में ह द


िं ी की भूममका (िोटर विमलयम कॉलेज, म ात्मा गािंधी का
योगदान)

इकाई – 4. (12 Hours)

स्िाििंत्रयोिर भारि में ह द


िं ी की भूममका (राजभाषा, सम्पकर भाषा के रूप में ह द
िं ी)

Course Learning Outcome- हहिंदी िाषा के उद्िि और विकास के साथ विमभन्न क्षेत्रों में

हहिंदी िाषा की िूसमका िथा पराधीन िारि और स्िाििंत्रिोत्तर िारि में हहिंदी की िूसमका से
छात्र पररचचि हो सकेंगे । िह अध्ििन प्रतििोगी पररक्षाओिं हे िु उपिोगी होगा।

स ायक ग्रिंथ:

1. भाषा विज्ञान : भोलानाथ तििारी


2. ह द
िं ी भाषा का इति ास : भोलानाथ तििारी
3. ह द
िं ी भाषा के विकास में अपभ्रिंश का योग : नामिर मसिं
4. ह द
िं ी भाषा का उद्भि और विकास : उदय नारायण तििारी
5. ह द
िं ी उद्भि ; विकास और रूप : रदे ि बा री
6. ह द
िं ी भाषा : इति ास और स्िरूप : राजमखण शमार
7. भारिीय आयर भाषा और ह द
िं ी : सुनीति कुमार चटजी
8. ह न्दी भाषा का इति ास : धीरें र िमार
9. भाषा और ह दिं ी भाषा: डॉ. नीरज शमार

AEC (MIL)
COURSE CODE: HIND 1041
Course Title:
ह द
िं ी कवििा क ानी और तनबिंध
(HINDI KAVITA KAHANI AUR NIBANDH)
Course Objective- हहिंदी के प्रमुख कहानीकारों, कवििों और तनबिंधकारों से और उनकी
विशेषिा से पररचचि हो सकेंगे।

CREDIT - 2

(LECTURE- 2)
Full Marks: 50
(Theory 40, Internal Assessment 10)

इकाई-1 (15 Hours)


(क) ईदगा – प्रेमचिंद
गुण्डा - जयशिंकर प्रसाद
(ख) पेशोला की प्रतिध्ितन- जयशिंकर प्रसाद
भारिी िन्दना - तनराला
उनको प्रणाम - नागाजन
ुर
ो गयी ै पीर पिरि सी - दष्ु यिंि कुमार
इकाई-2 (15 Hours)
(क) ममत्रिा - आचायर रामचिंर शुतल
(ख) भोलाराम का जीि- ररशिंकर परसाई
Course Learning Outcome- हहिंदी के प्रमुख कहानीकारों, कवििों और तनबिंधकारों की विशेषिा
से पररचचि हो सकेंगे िह अध्ििन प्रतििोगी पररक्षाओिं हे िु उपिोगी होगा।

SEC
COURSE CODE: HIND 1051
Course Title:
(For the students with hindi major)

विज्ञापन और ह द
िं ी
(Vigyapan aur Hindi)

Course Objective- बाजार, विज्ञापन और िाखणज्य की जानकारी, विज्ञापन िगीकरण, ह द


िं ी में
विज्ञापन तनमारण, प्रसार और प्रभाि का अध्ययन विश्लेषण।

CREDIT- 3
(LECTURE- 2, Tutorial- 1)
Full Marks: 50
(Theory 40, Internal Assessment 10)

इकाई – 1. विज्ञापन: पररभाषा एििं स्िरूप (11 Hours)

इकाई – 2. विज्ञापन: िगीकरण एििं उद्दे श्य (11 Hours)

इकाई – 3. विज्ञापन एजेंमसयािं और उद्योग: अिंिसंबिंध (11 Hours)

इकाई – 4. विज्ञापन की भाषा और ह द


िं ी (12 Hours)

Course Learning Outcome- विसिन्न माध्िमों के विज्ञापनों के अध्ििन विश्लेषण का


अिसर समलेगा िथा इन क्षेत्रों में रोजगार प्राप्ि करने की दक्षिा।
स ायक ग्रिंथ:

1. मीडडया लेखन कला: सूयप्र


र काश दीक्षक्षि
2. मीडडया लेखन: डॉ. य.ू सी. गुप्िा
3. व्यि ाररक पत्रकाररिा: डॉ. यू. सी. गुप्िा
4. मीडडया लेखन और सिंपादन कला: गोवििंद प्रसाद
5. जनसम्पकर, स्िरूप और मसद्धान्ि: डॉ. राजेन्र प्रसाद
6. विज्ञापन: भाषा और सिंरचना: रे खा सेठी
SEMESTER- II
MAJOR
COURSE CODE: HIND 2011
Course Title:
ह द
िं ी साह त्य का इति ास (आधतु नक काल)
(Hindi Sahitya Ka Itihas Adhunik kaal)

Course Objective- ह न्दी साह त्य के आधुतनककाल की विशेषिा, ह द


िं ी साह त्य के विमभन्न
युगों, िादों से पररथचि ो पायेंगे िथा आधुतनककालीन सभी विधाओिं का इति ास जान
सकेंगे।

CREDIT - 4
(LECTURE- 3, TUTORIAL -1)
Full Marks: 75
(Theory 60, Internal Assessment 15)

इकाई-1 (15 Hours)

आधुतनक काल की पष्ृ ठभूमम, ह द


िं ी निजागरण, भारिें द ु यग
ु ीन काव्य-प्रिवृ ियााँ और
भारिें द ु ररश्चन्र का योगदान, म ािीर प्रसाद द्वििेदी, अयोध्या मसिं उपाध्याय
‘ ररऔध’ और मैथथलीशरण गप्ु ि का साह क्त्यक अिदान

इकाई-2 (15 Hours)

छायािाद: सामाक्जक-सािंस्कृतिक दृक्ष्ट, िैचाररक पष्ृ ठभूमम, स्िाधीनिा की चेिना,


म ात्मा गािंधी का प्रभाि, अिंिधारराएाँ, राष्रीय काव्यधारा, छायािाद की प्रमख

प्रिवृ ियााँ िथा छायािादी कवियों- जयशिंकर प्रसाद, सूयक
र ािंि बत्रपाठी ‘तनराला’,
सुममत्रानिंदन पिंि और म ादे िी िमार की प्रमुख रचनाएाँ
इकाई-3 (15 Hours)

प्रगतििाद: पष्ृ ठभमू म और प्रिवृ ियााँ, केदारनाथ अग्रिाल और नागाजन


ुर की
प्रमुख रचनाएाँ

प्रयोगिाद: प्रमख
ु प्रिवृ ियााँ, ीरानिंद सक्च्चदानिंद िात्स्यायन ‘अज्ञेय’ और
विजयदे ि नारायण सा ी की प्रमख
ु रचनाएाँ

इकाई-4 (15 Hours)

नई कवििा: स्िरूप और प्रिवृ ियााँ, भिानी प्रसाद ममश्र और जगदीश गुप्ि की


प्रमख
ु रचनाएाँ

समकालीन कवििा की प्रिवृ ियााँ, रघुिीर स ाय, केदारनाथ मसिं और अनाममका


की प्रमुख रचनाएाँ

ह द
िं ी तनबिंध, नाटक, क ानी, उपन्यास और आलोचना का उद्भि और विकास

Course Learning Outcome- इस पत्र के अध्ययन के उपरािंि छात्र ह न्दी साह त्य के
आधतु नककाल की विशेषिा को जान सकेंगे। ह द
िं ी साह त्य के विमभन्न यग
ु ों और िादों से
पररथचि ो पायेंगे िथा आधुतनककालीन सभी विधाओिं का इति ास जान सकेंगे। विशेष-
अध्ययन के उपरािंि प्राप्ि ज्ञान का उपयोग िे विमभन्न प्रतियोगी परीक्षाओिं में कर सकेंगे।

स ायक ग्रिंथः

1.आधुतनकिा बोध और आधतु नकीकरण: रमेश कुन्िल मेघ

2.छायािाद: नामिर मसिं

3.आधतु नक साह त्य की प्रितृ ियााँ: नामिर मसिं

4.ह न्दी साह त्य का आधा इति ास: सम


ु न राजे

5.साह त्य का इति ास दशरन: नमलन विलोचन शमार


6.ह न्दी साह त्य की भूममका: जारीप्रसाद द्वििेदी

7.ह न्दी साह त्य का इति ास: (सिं) डॉ. नगेन्र

8.ह न्दी साह त्य: यग


ु और प्रितृ ियााँ: मशि कुमार शमार

9.ह न्दी साह त्य: जारीप्रसाद द्वििेदी

10.इति ास और आलोचना: नामिर मसिं

11.साह त्य और इति ास-दृक्ष्ट: मैनज


े र पाण्डेय
12.ह न्दी साह त्य और सिंिेदना का विकास: रामस्िरूप चिुिेदी
13.ह न्दी साह त्य का आलोचनात्मक इति ास: रामकुमार िमार
14.भारिेन्द ु ररशचन्र: नये सिंदभर की िलाश: श्रीनारायण पाण्डेय
15.ह न्दी साह त्य का दस
ू रा इति ास: बच्चन मसिं
16.द किलॉसिी ऑि आटर -ह स्री: राउटलेन एण्ड के. पॉल
17.एरोज इन द ह स्री ऑि आयडडयाज: केप्रीकािर बुतिस
18.द ह स्री ऑि मलटरे चर (ह स्री): एलेन लेन
19.ह न्दी गद्य: स्िरूप और सिंिेदना: रामस्िरूप चिुिेदी
20.साह त्येति ास: सिंरचना और स्िरूप: सुमन राजे
21.ह न्दी गद्य का विकास: रामचन्र तििारी
22.ह न्दी साह त्य और सिंिेदना का विकास: रामस्िरूप चिि
ु ेदी
23.ह न्दी साह त्य का आलोचनात्मक इति ास: रामकुमार िमार
24.ह न्दी साह त्य का दस
ू रा इति ास: बच्चन मसिं
25.द किलॉसिी ऑि आटर -ह स्री: राउटलेन एण्ड के. पॉल
26.एरोज इन द ह स्री ऑि आयडडयाज: केप्रीकािर बुतिस
27.द ह स्री ऑि मलटरे चर (ह स्री): एलेन लेन
28.साह त्येति ास: सिंरचना और स्िरूप: सुमन राजे
29.ह न्दी गद्य का विकास: रामचन्र तििारी
MINOR
COURSE CODE: HIND 2021
Course Title:

ह द
िं ी साह त्य का इति ास (आधतु नक काल)
(Hindi Sahitya Ka Itihas Adhunik kaal)

Course Objective- ह न्दी साह त्य के आधुतनककाल की विशेषिा, ह द


िं ी साह त्य के विमभन्न
युगों, िादों से पररथचि ो पायेंगे िथा आधुतनककालीन सभी विधाओिं का इति ास जान
सकेंगे।

CREDIT - 4
(LECTURE- 3, TUTORIAL -1)
Full Marks: 75
(Theory 60, Internal Assessment 15)

इकाई-1 (15 Hours)

आधुतनक काल की पष्ृ ठभूमम, ह द


िं ी निजागरण, भारिें द ु यग
ु ीन काव्य-प्रिवृ ियााँ और
भारिें द ु ररश्चन्र का योगदान, म ािीर प्रसाद द्वििेदी, अयोध्या मसिं उपाध्याय
‘ ररऔध’ और मैथथलीशरण गप्ु ि का साह क्त्यक अिदान

इकाई-2 (15 Hours)

छायािाद: सामाक्जक-सािंस्कृतिक दृक्ष्ट, िैचाररक पष्ृ ठभूमम, स्िाधीनिा की चेिना,


म ात्मा गािंधी का प्रभाि, अिंिधारराएाँ, राष्रीय काव्यधारा, छायािाद की प्रमख

प्रिवृ ियााँ िथा छायािादी कवियों- जयशिंकर प्रसाद, सूयक
र ािंि बत्रपाठी ‘तनराला’,
सुममत्रानिंदन पिंि और म ादे िी िमार की प्रमुख रचनाएाँ

इकाई-3 (15 Hours)

प्रगतििाद: पष्ृ ठभमू म और प्रिवृ ियााँ, केदारनाथ अग्रिाल और नागाजन


ुर की
प्रमख
ु रचनाएाँ
प्रयोगिाद: प्रमख
ु प्रिवृ ियााँ, ीरानिंद सक्च्चदानिंद िात्स्यायन ‘अज्ञेय’ और
विजयदे ि नारायण सा ी की प्रमख
ु रचनाएाँ

इकाई-4 (15 Hours)

नई कवििा: स्िरूप और प्रिवृ ियााँ, भिानी प्रसाद ममश्र और जगदीश गुप्ि की


प्रमुख रचनाएाँ

समकालीन कवििा की प्रिवृ ियााँ, रघुिीर स ाय, केदारनाथ मसिं और अनाममका


की प्रमुख रचनाएाँ

ह द
िं ी तनबिंध, नाटक, क ानी, उपन्यास और आलोचना का उद्भि और विकास

Course Learning Outcome- इस पत्र के अध्ययन के उपरािंि छात्र ह न्दी साह त्य के
आधुतनककाल की विशेषिा को जान सकेंगे। ह द
िं ी साह त्य के विमभन्न युगों और िादों से
पररथचि ो पायेंगे िथा आधुतनककालीन सभी विधाओिं का इति ास जान सकेंगे। विशेष-
अध्ययन के उपरािंि प्राप्ि ज्ञान का उपयोग िे विमभन्न प्रतियोगी परीक्षाओिं में कर सकेंगे।

स ायक ग्रिंथः

1.आधुतनकिा बोध और आधतु नकीकरण: रमेश कुन्िल मेघ

2.छायािाद: नामिर मसिं

3.आधतु नक साह त्य की प्रितृ ियााँ: नामिर मसिं

4.ह न्दी साह त्य का आधा इति ास: सुमन राजे

5.साह त्य का इति ास दशरन: नमलन विलोचन शमार

6.ह न्दी साह त्य की भूममका: जारीप्रसाद द्वििेदी

7.ह न्दी साह त्य का इति ास: (सिं) डॉ. नगेन्र

8.ह न्दी साह त्य: यग


ु और प्रितृ ियााँ: मशि कुमार शमार
9.ह न्दी साह त्य: जारीप्रसाद द्वििेदी

10.इति ास और आलोचना: नामिर मसिं

11.साह त्य और इति ास-दृक्ष्ट: मैनज


े र पाण्डेय
12.ह न्दी साह त्य और सिंिेदना का विकास: रामस्िरूप चिि
ु ेदी
13.ह न्दी साह त्य का आलोचनात्मक इति ास: रामकुमार िमार
14.भारिेन्द ु ररशचन्र: नये सिंदभर की िलाश: श्रीनारायण पाण्डेय
15.ह न्दी साह त्य का दस
ू रा इति ास: बच्चन मसिं
16.द किलॉसिी ऑि आटर -ह स्री: राउटलेन एण्ड के. पॉल
17.एरोज इन द ह स्री ऑि आयडडयाज: केप्रीकािर बुतिस
18.द ह स्री ऑि मलटरे चर (ह स्री): एलेन लेन
19.ह न्दी गद्य: स्िरूप और सिंिेदना: रामस्िरूप चिुिेदी
20.साह त्येति ास: सिंरचना और स्िरूप: सम
ु न राजे
21.ह न्दी गद्य का विकास: रामचन्र तििारी
22.ह न्दी साह त्य और सिंिेदना का विकास: रामस्िरूप चिुिेदी
23.ह न्दी साह त्य का आलोचनात्मक इति ास: रामकुमार िमार
24.ह न्दी साह त्य का दस
ू रा इति ास: बच्चन मसिं
25.द किलॉसिी ऑि आटर -ह स्री: राउटलेन एण्ड के. पॉल
26.एरोज इन द ह स्री ऑि आयडडयाज: केप्रीकािर बुतिस
27.द ह स्री ऑि मलटरे चर (ह स्री): एलेन लेन
28.साह त्येति ास: सिंरचना और स्िरूप: सम
ु न राजे
29.ह न्दी गद्य का विकास: रामचन्र तििारी

MULTI / INTERDISCIPLINARY
COURSE CODE: HIND 2031
Course Title:
ह द
िं ी क ानी
(HINDI KAHANI)

Course Objective- ह न्दी क ानी की विकास यात्रा से पररथचि ोंगे िथा ह न्दी की कुछ
विशेष क ातनयों की विशेषिा जान सकेंगे।

CREDIT- 3

(LECTURE- 3)
Full Marks: 50
(Theory 40, Internal Assessment 10)

इकाई-1: (11 Hours)

उसने क ा था- चिंरधर शमार गुलेरी, पूस की राि- प्रेमचिंद

इकाई-2: (11 Hours)

परु स्कार- जयशिंकर प्रसाद, दृक्ष्टकोण- सभ


ु रा कुमारी चौ ान

इकाई-3: (11 Hours)

रोज- सत्चचदानिंद हीरानिंद िायस्िािन 'अज्ञेि', चीि की दािि- भीष्म सा नी

इकाई-4: (12 Hours)

अपना रास्िा लो बाबा- काशीनाथ मसिं , सलाम- ओमप्रकाश िाक्ममकी

Course Learning Outcome- ह न्दी क ानी की विकास यात्रा से पररथचि ोंगे िथा ह न्दी की
कुछ विशेष क ातनयों के बारे में उनकी विशेषिा सह ि जान सकेंगे। विशेष- अध्ययन के उपरािंि
प्राप्ि जानकारी का उपयोग कर के विमभन्न प्रकार की प्रतियोगी परीक्षाओिं में सिल ो सकेंगे।

स ायक ग्रिंथ:

1. ह न्दी क ानी: उद्भि और विकास: सुरेश मसन् ा


2. क ानी की बाि: माकरण्डेय
3. क ानी: स्िरूप और सिंिेदना: राजेन्र यादि
4. क ानी नयी क ानी: नामिर मसिं
5. नयी क ानी की भूममका: कमलेश्िर
6. नयी क ानी: सिंदभर और प्रकृति: सिं. दे िीशिंकर अिस्थी
7. एक दतु नया समानािंिर: सिं. राजेन्र यादि
8. ह न्दी क ानी: प्रकिया और पाठ: सरु े न्र चौधरी
9. आज की क ानी: विजयमो न मसिं

10.कथा-समय: विजयमो न मसिं

11.समकालीन ह न्दी क ानी: पष्ु पपाल मसिं

12.क ानी में अनुपक्स्थि: गौिम सान्याल

13.अिंतिम दशक की ह द
िं ी क ातनयााँ: सिंिेदना और मशमप- डॉ. नीरज शमार

14.कथा-वििेचन और गद्य-मशमप: रामविलास शमार

15.ह न्दी क ानी: प चान और परख: इन्रनाथ मदान

16.ह न्दी क ानी का विकास: मधुरेश

17.समकालीन क ानी के रचनात्मक आशय: यदन


ु ाथ मसिं

18.ह न्दी क ानी: आठिािं दशक: सरबजीि

19.कुछ क ातनयााँ: कुछ विचार: विश्िनाथ बत्रपाठी

20.ििरमान साह त्य, सिंयुतिािंक 1-2, शिाब्दी कथा विशेषािंक: पुष्पपाल मसिं

SEC
COURSE CODE: HIND 2051
Course Title:

अनुिाद विज्ञान
(Anuvad Vigyaan)
Course Objective- अनि
ु ाद की सैधािंतिक समझ और माध्िमों का विशलेषणायमक ज्ञान
िथा अनुिाद के क्षेत्रों की समझ।

CREDIT - 3

(LECTURE- 3)
Full Marks: 50
(Theory 40, Internal Assessment 10)

इकाई-1: (11 Hours)

अनुिाद का अथर, पररभाषा, स्िरूप और क्षेत्र

इकाई-2: (11 Hours)

भारि में अनुिाद की परम्परा

इकाई-3: (11 Hours)

अनि
ु ाद– प्रकृति और प्रकार, अनि
ु ाद – म त्त्ि और सीमाएाँ

इकाई-4: (12 Hours)

ह द
िं ी से अिंग्रेजी और अिंग्रेजी से ह द
िं ी में अनुिाद

Course Learning Outcome- अनि


ु ाद की सैधािंतिक समझ, अनि
ु ाद जगि के विशलेषण की
क्षमिा िथा अनुिाद का व्िािहाररक ज्ञान प्राप्ि होगा।

स ायक ग्रिंथ:

1. अनुिाद विज्ञान मसद्धान्ि और अनुप्रयोग: सिंपादक डॉ॰ नगें र


2. अनुिाद मसद्धान्ि की रूपरे खा: सुरेश कुमार
3. अनि
ु ाद विविध आयाम: मा०गो० चिि
ु ेदी और कृष्ण कुमार गोस्िामी
4. अनुिाद कला कुछ विचार: आनिंद प्रकाश खेमाज
5. अनुिाद विज्ञान: भोलानाथ तििारी
6. अनि
ु ाद विज्ञान मसद्धान्ि और प्रयोग: राजमखण शमार
7. अनुिाद विज्ञान मसद्धान्ि और प्रविथध: भोलानाथ तििारी
8. अनुिाद विज्ञान की भूममका: कृष्ण कुमार गोस्िामी

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