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कारतूस (एकाांकी)

एकाांकीकार – हबीब तनवीर


प्रश्नोत्तर
1.कननल कॉललांज़ का खेमा जांगल में क्ोां लगा हुआ था?
उत्तर -.वज़ीर अली गोरखपु र के जंगलों में छिपा हुआ था| उसे छगरफ्तार करने के छलए कननल
कॉछलज़ ने जंगल में खेमा लगाया था|

2.वज़ीर अली से लसपाही क्ोां तांग आ चुके थे?


उत्तर -.अंग्रेज़ी फौज कई सालों से वज़ीर अली को छगरफ्तार करने की कोछिि कर रही थी लेछकन
वज़ीर अली उनके हाथ नहीं आ रहा था| छसपाही लंबे समय से जं गलों में पड़े -पड़े तंग आ चुके थे|

3.कननल ने सवार पर नज़र रखने के ललए क्ोां कहा?


उत्तर -.उस सुनसान जंगल में छकसी अजनबी सवार का छिखाई िे नािक पै िा करता था| इसछलए
कननल ने सवार पर नज़र रखने के छलए कहा ताछक पता चले छक वह कौन था और कहााँ जा रहा था|

4.सवार ने क्ोां कहा लक वज़ीर अली की लगरफ्तारी बहुत मुश्किल है?


उत्तर -.सवार वास्तव में स्वयं वज़ीर अली था| वह बहुत बहािु र था और अपने िु श्मनों को चुनौती
िे रहा था|

ललश्कखत प्रश्नोत्तर 20-30 (शब्ोां में)


प्र.1. वज़ीर अली के अफ़साने सुन कर कननल को रॉलबनहुड की याद क्ोां आ जाती थी ?
उत्तर -.रॉछबनहुड एक बहुत ही छिलेर व्यक्ति था| पुछलस और फौज के सामने ही अपने कारनामे
छिखाकर वह बच छनकलता था| उसी प्रकार वज़ीर अली भी अंग्रेज़ों की आाँ खों में धूल झोंककर
आज़ाि घूम रहा था| इसछलए कननल वज़ीर अली की तु लना रॉछबनहुड की बहािु री से करता है |

प्र.2. सआदत अली कौन था ? उसने वज़ीर अली की पैदाइश को अपनी मौत क्ोां समझा ?
उत्तर -. सआित अली अवध के नवाब आछसफुद्दौला का भाई था| उसने सोचा था छक पु त्रहीन
आछसफुद्दौला के बाि अवध तख़्त उसे ही छमलेगा|लेछकन जब आछसफुद्दौला के बेटे वज़ीर अली का
जन्म हुआ तो उसके सपनों पर पानी छफर गया| वज़ीर अली की पैिाइि को वह अपनी मौत
समझने लगा|

प्र.3. सआदत अली को अवध के तख़्त पर लबठाने के पीछे कननल का क्ा मकसद था ?
उत्तर -.सआित अली ऐिो आराम पसंि आिमी था|अवध के तख़्त को पाने के छलए उसने अंग्रेज़ों
से िोस्ती करली| अपनी मुमछलकत का आधा छहस्सा और िस लाख नगि िे कर उसने अंग्रेज़ों को
खुि कर छिया| वज़ीर अली को पकड़ने में भी वह अं ग्रेज़ी फौज का साथ िे रहा था| इसछलए अंग्रेज़
उससे खुि थे और अवध पर उसे बैठाए रखना चाहते थे|

प्र.4.कांपनी के वकील का क़त्ल करने के बाद वज़ीर अली ने अपनी लहफाज़त कैसे की?
उत्तर -.कंपनी के वकील का कत्ल एक संगीन जुमन था|अंग्रेज़ों से बचकर वज़ीर अली अपने कुि
वफािार साछथयों के साथ आज़मगढ की ओर भाग छनकला| आज़मगढ के िासकों ने उसे घागरा
तक पहुाँ चा छिया| उसके बाि से वज़ीर अली अपने साछथयों के साथ, इन,गोरखपुर के जंगलों में
छिपा हुआ था|

प्र...सवार के जाने के बाद कननल क्ोां ह्ा-ब्ा रह गया?


उत्तर -.वज़ीर अली को छगरफ्तार करने के छलए कननल अपनी पूरी फौज के साथ लंबे समय से उस
जंगल में खेमा लगाए बैठा था| वज़ीर अली एक साधारण सवार के रूप में न केवल कननल के खेमे
में घुस आया था बक्ति स्वयं कननल से उसने िस कारतू स भी मााँ ग छलए थे| जब कनन ल को पता चला
छक वह सवार स्वयं वज़ीर अली था तो उसकी छिलेरी के सामने वह हक्का-बक्का खड़ा रह गया|

ललश्कखत प्रश्नोत्तर .0-60 (शब्ोां में)

प्र1. लेश्कटिनेंि को ऐसा क्ोां लगा लक कांपनी के ल़िलाफ़ सारे लहन्दु स्तान में एक लहार दौड़
गई है ?
उत्तर -.कननल कॉछलज़ ने लेफ्टीनेंट को बनाया छक वज़ीर अली ने अफ्ग़ान के िाह को छहं िुस्तान
पर हमला करने की िावत िी थी| उससे पहले मैसूर के टीपू सुल्तान ने भी अफ्ग़ान िाह को यह
छनमंत्रण छिया था| उधर बंगाल के नवाब के ररश्ते के एक भाई िमसुद्दौला ने भी अं ग्रेज़ी हुकूमत के
क्तखलाफ अफ्ग़ान िाह का साथ िे ने की बात की थी| इस प्रकार जब लेफ्टीनेंट ने िे खा छक िे ि के
अलग-अलग छहस्सों में अं ग्रेज़ी हुकूमत का छवरोध हो रहा है तो उसे लगा छक सारे छहं िुस्तान में
कंपनी के क्तखलाफ एक लहर िौड़ रही है |

प्र2.वज़ीर अली ने कांपनी के वकील का कत्ल क्ोां लकया?


उत्तर -.अंग्रेज़ों ने वज़ीर अली को अवध के तख्त से हटाकर बनाकर भेज छिया था और तीन लाख
रुपया उसका सालाना वज़ीफा तय कर छिया था| वज़ीर अली
के छिल में अंग्रेज़ो के छहलाफ नफरत भर गई थी| इस पर जब कंपनी के गवननर जनरल ने उसे
कलकत्ता में तबािला छकया तो उसने बनारस में कंपनी के वकील से इसकी छिकायत की | वकील
ने उल्टे उसे ही बुरा भला कहा और उसकी छिकायत की कोई परवाह न की| वज़ीर अली तो पहले
ही अंग्रेज़ों से नफरत करता था| यह अपमान उसे सहन नहीं हुआ और उसने क्रोध में भरकर अपने
खंजर से कंपनी के वकील का वहीं काम-तमाम कर छिया|

प्रश्न 3 -सवार ने कननल से कारतूस कैसे हालसल लकया ?


उत्तर - वज़ीर अली सवार बन कर अकेले ही अंग्रेजों के तम्बू में गया और कनन ल को ऐसे छिखाया
जैसे यह भी वज़ीर अली के क्तखलाफ है । उसने कननल को कहा की उसे वज़ीर अली को छगरफ़्तार
करने के छलए कुि कारतूस चाछहए। कननल को लगा की वह भी वज़ीर अली को पकड़ना चाहता है
इसछलए कननल ने सवार को िस कारतूस िे छिए। इस तरह सवार ने कननल से कारतूस हाछसल
छकए।
प्रश्न 4 - वज़ीर अली एक जााँबाज़ लसपाही था, कैसे ? स्पष्ट कीलजए।
उत्तर - वज़ीर अली को अंग्रेजों ने उनके नवाब पि से हटा छिया था और बनारस भे ज छिया था।
वजीफे के छलए जो रकम िी गई थी उसमे अड़चन डालने के छलए उसे कलकत्ता बुलाया जा रहा
था, जब इसकी छिकायत वकील से करने गया तो वकील उल्टा उसी को बुरा-भला कहने लगा।
वकील के ऐसे व्यव्हार पर उसे गुस्सा आया और उसने वकील की हत्या कर िी। महीनों अंग्रेजों को
जंगलों में िौड़ाता रहा परन्तु छफर भी उनके हाथ नहीं आया। अकेले ही अंग्रेजों के तंबू में कनन ल से
छमलने चला गया और उससे िस कारतूस भी ले आया और जाते -जाते अपना सही नाम भी बता
छिया। इतने ज़ोक्तखम भरे कारनामों से छसद्ध होता है छक वज़ीर अली एक जााँ बाज़ छसपाही था।

आशय स्पष्ट कीलजए|

1.मुट्ठी भर आदमी और ये दमखम|


उत्तर -.वज़ीर अली ने जब अंग्रेज़ों के क्तखलाफ बग़ावत की तो उसके कुि छगने -चुने सैछनक साछथयों
ने उसका साथ छिया| वे भी उसी की तरह बहुत छिलेर और जााँ बाज़ थे और फौज को मात िे रहे थे|
इसछलए ऐसा कहा गया है |

2. गदन तो ऐसी उड़ रही है जैसे की पूरा एक कालफ़ला चला आ रहा हो मगर मुझे तो एक ही
सवार नज़र आता है ।
उत्तर -.जब छसपाही ने कननल को कहा छक िू र से धूल उड़ती हुई छिखाई िे रही है । तो कनन ल ने
तुरंत छसपाही से कहा छक वह िू सरे छसपाछहयों से तैयार रहने के छलए कहे । लेक्तफ्ट नेंट क्तखड़की से
बाहर िे खने में व्यस्त था | उस सुनसान रात में वज़ीर अली इतनी तेज़ रफ्तार से घोड़े पर आया
और इतनी धूल उड़ी इतनी धूल उड़ी छक और कहने लगा छक लग रहा था जैसे पू रा एक काछफला
आ रहा हो|

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