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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

अनक्र
ु मणिका

क्र.िं. विषय पष्ृ ठ िं.


काययकारी िारांश i-iii
क्षेत्र/उप क्षेत्र-िार अनम
ु ान – 2022-23 (पररसशष्ट अ और आ) iv-v
जिले के नक्शे के िाथ जिले की रूपरे खा vi-ix
जिले मे बैंककं ग की रूपरे खा x-xi
िंभाव्यतायक्
ु त ऋण योिना (पीएलपी) तैयार करने की पद्धतत xii-xiv
1 महत्िपूणय नीततयााँ और विकाि 1-15
2 कृवष के सलए ऋण िंभाव्यता 16
2.1 कृवष ऋण -
2.1.1 फिल उत्पादन, रखरखाि और विपणन 17-21
2.1.2 िल िंिाधन 21-24
2.1.3 कृवष मशीनीकरण 24-26
2.1.4 रे शम पालन िहहत बागान और बागिानी 26-28
2.1.5 िातनकी और बंिर भूसम विकाि 29-31
2.1.6 पशुपालन - डेयरी 31-33
2.1.7 पशुपालन- मुगीपालन 33-36
2.1.8 पशुपालन – भेड़, बकरी, शूकर आहद 36-38
2.1.9 मत््यपालन 39-41
2.1.10 कृवष ऋण अन्य – बैल, छकड़ा गाड़ी, दप
ु हहया िाहन आहद 41-22
2.1.11 िंधारणीय आय और िलिायु अनुकूल के सलए िमजन्ित कृवष प्रणाली 42-44
2.2 कृवष िंबंधी आधारभूत िंरचनाएाँ -
2.2.1 भंडारण और विपणन िबंधी आधारभूत िुविधाओं का तनमायण 45-46
2.2.2 भूसम विकाि, मद
ृ ा िंरक्षण और िाटरशेड विकाि 47-49
2.2.3 कृवष िंबंधी आधारभूत िंरचनाएाँ अन्य– ई-नाम, बीि उत्पादन आहद 49-51
2.3 कृवष – अनष
ु ंगी गततविधधयााँ -
2.3.1 खाद्य और कृवष प्रिं्करण 52-54
2.3.2 कृवष अनुषंगी गततविधधयााँ – अन्य 54-57
3 िक्ष्
ू म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएिएमई) के सलए ऋण िंभाव्यता 58-60
4 तनयायत ऋण, सशक्षा और आिाि के सलए ऋण िंभाव्यता 61-63
5 आधारभूत िरं चना के सलए ऋण िंभाव्यता 64
5.1 आधारभत
ू िंरचनाएाँ – िामाजिक तनिेश 64-66
5.2 िामाजिक आधारभूत िंरचनाएाँ जििमें बैंक ऋण शासमल हैं 66-67
5.3 निीकरणीय उिाय 67-69
6 अनौपचाररक ऋण वितरण प्रणाली 70-73
पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

अनब
ु ध

क्र.िं. विषय पष्ृ ठ िं.
अनुबंध I गततविधध-िार और ब्लाक-िार भौततक और वित्तीय अनुमान- 2022-23 74-78
आधार ्तरीय ऋण प्रिाह का विहं गािलोकन एिेंिी-िार और क्षेत्र-िार–
अनुबंध II 79
िषय 2018-19, 2019-20, 2020-21 और 2021-22 के सलए लक्ष्य
कृवष और अनुषंगी गततविधधयों के अंतगयत उप क्षेत्र-िार और एिेंिी-िार ऋण
अनुबंध III 80
प्रिाह- िषय 2018-19, 2019-20, 2020-21 और 2021-22 के सलए लक्ष्य
नाबाडय के आन्तररक उपयोग के सलए तनधायररत तनदशी इकाई लागतें (जिले की
अनुबंध IV 81-82
प्रमुख गततविधधयां)
िषय 2021-22 के सलए राज्य ्तरीय तकनीकी िसमतत (SLTC) द्िारा प्रमुख
अनुबंध V 83
फिलों के तनधायररत वित्तमान
िषय 2021-22 के सलए राज्य ्तरीय तकनीकी िसमतत (SLTC) द्िारा
अनुबंध V (अ) 83
पशुपालन और गव्यपालन के तनधायररत वित्तमान
िषय 2021-22 के सलए राज्य ्तरीय तकनीकी िसमतत (SLTC) द्िारा
अनुबंध V (आ) 83
मत््यपालन के तनधायररत वित्तमान
पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

कार्यकारी सारांश

िंभाव्यतायुक्त ऋण योिना (पीएलपी) 2022-23 का उद्दे श्य ग्रामीण अथयव्यि्था के विसभन्न क्षेत्रों के विकाि
की िंभािनाओं को अंतदृजष्ट प्रदान करना तथा ग्रामीण क्षेत्रों के विकाि विशेष रूप िे कृवष और कृवष िंबंधी क्षेत्र
के विकाि के सलए िं्थागत ऋण िहयोग के िाथ एकीकृत और भागीदारी कायय योिना तैयार करना हैं। अत:
जिले में महत्िपूणय क्षेत्र/ उप-क्षेत्र में क्रेडडट बढ़ाने के सलए पीएलपी बैंक के सलए एक रोडमैप है । पीएलपी का
उद्दे श्य िरकारी एिेंसियों द्िारा विसभन्न क्षेत्रों के विकाि के सलए प्रदान ककये िाने िाले आिश्यक आधारभत

िरं चना का असभिरण कर, बैंक ऋण प्रिाह के िाथ जिले का िमग्र दृजष्ट िे विकाि करना हैं।

सिमडेगा जिले का कुल क्षेत्रफल 3774 िगय ककलोमीटर हैं िो 451 राि्िगािों िहहत 94 पंचायतों एिं 10
प्रखंडों में विभक्त है । जिले का 3738 िगय ककलोमीटर अथायत 99.00% भभ
ू ाग ग्रामीण है । कृवष िनगणना
2015-16 के अनुिार, जिले मे 84593 भूसमिोत है जिनके पाि 141380 हे . भूसम है । इनमे िे िीमांत
भूसमिोत की िंख्या 50533 (कुल भूसम िोत का 59.73%), लघु भूसमिोत की िंख्या 13809 (कुल भूसम िोत
का 16.32%)। जिले की औित भूसमिोत 1.67 हे . है । जिले का कुल भौगोसलक क्षेत्रफल 371711.70 हे . का
27.14% हह्िा अथायत ् 100884.25 हे . िन क्षेत्र तथा 152849.20 हे . कृवष योग्य भसू म (कुल भौगोसलक क्षेत्र
का 41.12%) है ।

सिमडेगा जिले की िनिंख्या कृवष एिं िनोपि पर आिीविका के सलए आधित है अथायत ् जिले की अथयव्यि्था
कृवष एिं िनोपि आधाररत है । कृवष मल
ू तः िषाय आधाररत, एक फ़िलीय, लघु एिं िीमांत िोत, िक्ष्
ू म तनिेश,
कम उत्पादकता और कमिोर विपणन व्यि्था िे प्रभावित है । जिले की समट्टी Transitional ESR के िाथ
गहरे लाल (Deep Loamy) समट्टी िे लाल समट्टी (Clay Red) एिं पीली समट्टी (Yellow Soil) है । जिले की
कृवष योग्य भूसम अम्लीय भूसम (पी.एच. 5.5 िे कम) के अन्तगयत आती है । विगत 3 िषय मे जिले में औितन
िषाय 1386.76 एमएम रही, जििमे िून िे सितंबर माह मे औितन िषाय 1139.47 एमएम रही। रोिगार के
िाधनों के अभाि में कृवष कायय िमाजतत के बाद जिले के ग्रामीण बड़ी िंख्या में रोिगार की खोि में बाहर के
राज्यों को पलायन करते हैं।

जिले का खाद्यान और फल-िजब्ियों के उत्पादन की दृजष्ट िे एक महत्त्िपूणय ्थान है । जिले की खरीफ की


फिल मे धान, मकई, मंग ू फली, मड़ुआ तथा रबी की फिल मे गेहूं, चना, िरिों प्रमख
ु है । बागान और बागिानी
में आम, केला, लीची, अमरूद, नींबू और अन्य िाइट्रि फल, कटहल, इत्याहद के सलए जिला उपयुक्त है । वपछले
तीन िषों के दौरान धान की औित पैदािार 245956 हिार टन, मक्का की औित पैदािार 22660 हिार टन,
गेहूाँ की औित पैदािार 20660 हिार टन, तेलहन की औित पैदािार 10533 हिार टन, तुर की औित पैदािार
19261 हिार टन, उरद की औित पैदािार 24491 हिार टन, रागी की औित पैदािार 1603 हिार टन, चना
की औित पैदािार 18114 हिार टन, आम की औित पैदािार 20404 मेहट्रक टन, केला की औित पैदािार
2524 मेहट्रक टन, अमरूद की औित पैदािार 3446 मेहट्रक टन, नींबू की औित पैदािार 3333 मेहट्रक टन,
लीची की औित पैदािार 1916 मेहट्रक टन और कटहल की औित पैदािार 1916 मेहट्रक टन रही है । (स्रोत:
जिला कृवष कायायलय, सिमडेगा)।

जिले में 14 िाणणज्य बैंक की 29 शाखाएं, ्माल फ़ाइनेंि बैंक की 2 शाखाएं, झारखण्ड राज्य ग्रामीण बैंक की
11 शाखाएं तथा झारखण्ड िहकारी बैंक की 7 शाखाएं वित्तीय िेिाएाँ प्रदान कर रहीं हैं। वित्तीय िषय 2020-21 में
कुल िमा `171605.69 लाख तथा कुल ऋण `35291.26 लाख और जिले का िमा ऋण अनुपात 20.57%
रहा। इि अिधध में बैंक द्िारा प्राथसमक क्षेत्र में कुल `10628.37 लाख का िंवितरण ककया गया, जििमें

i
पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

`4752.53 लाख कृवष क्षेत्र में ; `4765.39 लाख िक्ष्


ू म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएिएमई) में ऋण और
`1110.45 लाख अन्य प्राथसमक क्षेत्र मे हदया गया।

पीएलपी मे पोषण, आधथयक और िामाजिक िरु क्षा, बेहतर बतु नयादी ढांचा तैयार करने के सलए केंद्र और राज्य
िरकारों द्िारा आधार और प्रततबद्धता, विसभन्न िरकारी विभागों/ गैर िरकारी िंगठनों िे उपलब्ध िुविधाएं
और िमथयन िेिाएं इत्याहद, को ध्यान मे रखकर जिले के सलए क्रेडडट क्षमता का आंकलन ककया गया है ।
पीएलपी तैयार करते िमय राष्ट्रीय प्राथसमकताओं, भारत िरकार और राज्य िरकार की नीततयों तथा जिले मे
उपलब्ध िुविधाओं और िमथयन िेिाओं, को ध्यान मे रखकर क्रेडडट क्षमता का आंकलन ककया गया है । िषय
2022-23 के सलए प्राथसमक क्षेत्र में आंकलन `35528.19 लाख है ।

कृवष क्षेत्र, िमािेशी विकाि, ग्रामीणों की आय मे िद्


ृ धध और खाद्य िुरक्षा का केंद्र बबन्द ु है । कृवष मे काययरत
िभी ककिानों तथा पशुपालकों को ककिान क्रेडडट काडय के अंतगयत अल्पकालीन ऋण की िुविधा दे ने की
आिश्यकता हैं। फिल उत्पादन, रखरखाि और विपणन क्षेत्र में आंकलन `12763.42 लाख है । गहन कृवष और
फिल विविधधकरण के िाथ निीनतम कृवष प्रौद्योधगककयों का उपयोग कर उत्पादकता और उत्पादन बढ़ाने के
सलए, एक िमय िीमा के भीतर फिल की तीव्रता में िद्
ृ धध, कृवष शजक्त और लघु सिंचाई को बढ़ाने की
आिश्यकता होती है । िल िंिाधन के क्षेत्र में आंकलन `283.75 लाख, कृवष मशीनीकरण में आंकलन `858.38
लाख, रे शम पालन िहहत बगान और बागिानी के क्षेत्र में आंकलन `151.56 लाख तथा िातनकी और बंिर
भसू म विकाि के क्षेत्र में आंकलन `51.01 लाख है । पशुपालन और मत््यपालन ग्रामीण अथयव्यि्था का
महत्िपूणय हह्िा है , जििमें लघु एिं िीमांत ककिानों तथा खेततहर मिदरू ों को ्िरोिगार प्रदान करने की
क्षमता हैं। गव्यपालन, मुगीपालन, बकरी-िुकर पालन, और मत्य्यपालन के क्षेत्र में आंकलन क्रमश: `170.36
लाख, `309.34 लाख, `461.87 लाख और `238.34 लाख हैं। िल और समट्टी फिल उत्पादन के आिश्यक
बुतनयादी िंिाधन है , जििे िंरक्षण करने की आिश्यकता है । फिलों की कटाई के बाद खाद्यान िुरक्षा हे तु
भंडारण और कृवष उत्पादों के मल्
ू य िंिधयन अतत आिश्यक है । भण्डारण और विपणन िंबंधी आधारभत

िंरचनाओं के क्षेत्र में आंकलन `195.54 लाख; भूसम विकाि, मद
ृ ा िंरक्षण और िाटरशेड विकाि के क्षेत्र में
आंकलन `274.20 लाख; कृवष िंबंधी आधारभूत िंरचनाओं के क्षेत्र में आंकलन `61.88 लाख तथा खाद्य और
कृवष प्रिं्करण के क्षेत्र में आंकलन `103.70 लाख है । कृवष अथयव्यि्था में ककिानों को िहायता और प्रिार
िेिाएं उपलब्ध कराने में प्राथसमक िहकारी िसमततयों, एग्री क्लीतनक ि एग्री बबिनेि और कृषक उत्पादक
िंगठन की महत्िपण
ू य भसू मका है । इि क्षेत्र में आंकलन `119.00 लाख है । िक्ष्
ू म, लघु और मध्यम उद्यमों
(एमएिएमई), ग्रामीण अथयव्यि्था के विकाि में विशेष रूप िे कृवष आधाररत अथयव्यि्था को कृवष उद्योग
आधाररत अथयव्यि्था में ्थानांतररत करने मे केंद्रीय भूसमका तनभाता है । इि क्षेत्र में आंकलन `12036.75
लाख हैं। सशक्षा ऋण के सलए आंकलन `365.50 लाख, आिाि ऋण के सलए आंकलन `2091.00 लाख,
आधारभूत िरं चना के क्षेत्र में आंकलन `357.00 लाख, निीकरणीय ऊिाय के सलए आंकलन `500.59 लाख है ।
िक्ष्
ू म वित्त काययक्रम ने महहला िशजक्तकरण तथा गरीबों के िाथ बैंककं ग के प्रतत िंबजन्धत िं्थाओं की नीततयों
और प्रथाओं पर उनके दृजष्टकोण में बदलाि ने व्यापक िामाजिक-आधथयक प्रभाि डाला है । इि क्षेत्र में आंकलन
`4135.00 लाख है ।

कृवष उपि का विपणन ककिानों के सलए िबिे महत्िपूणय िरूरत है । उनकी िम्याएं, अपयायतत मूल्य ििूली
और उधचत विपणन व्यि्था की कमी हैं। उन्हें अपनी उपि के सलए एक ज्थर खरीद की व्यि्था प्रदान करना
आिश्यक है ताकक िे िंकट बबक्री के सलए मिबूर न हों। इि िंदभय में तनम्नसलणखत कदम उठाए िा िकते हैं:

ii
पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

(अ) एमएिपी ितु नजश्चत करना (आ) विपणन, उत्पादन की गण


ु ित्ता पर िागरूकता (इ) ब्लॉक ्तर पर खरीद
केंद्रों की ्थापना (ई) कृवष विभाग िे प्रभािी वि्तार िेिाएं (उ) फिल बीमा पर िागरूकता।

िरकार द्िारा ग्रामीण िडक़ तनमायण, भसू म िध


ु ार, सिंचाई योिना, िल िंग्रहण, खेतों तक बबिली, िरकारी
नियरी, कोल्ड्टोरे ि एिं िाइन्टीफीक गोदाम आहद िुविधाओं के सलए ग्रामीण आधारभूत विकाि तनधध के
अन्तगयत नाबाडय िे ऋण िुविधा का उपयोग कर आधारभूत िरं चना का तनमायण ककये िाने की आिश्यकता है ।
छोटे और खंडडत भूसम िोत के कारण प्रौद्योधगकी का पूणय लाभ ककिानों तक नहीं पहुंच पाता है । भूसम िुधार
के बाद भूसम और अन्य िुधारों के िमेकन के सलए प्रयाि िरकार द्िारा ककए िा िकते हैं। प्रखण्ड ्तर पर
कृवष फामय िेिा िवु िधा का विकाि, जिििे ककिान िे ककिान ट्रै क्टर और कृवष मशीनरी ककराए पर ले िके, को
विकसित करने की आिश्यकता है । िरकार द्िारा पशु धचककत्िा अ्पतालों, रोग तनदान प्रयोगशालाओं, प्रिनन
फामों की ्थापना, तरल नाइट्रोिन (LN2) इकाई, पशुधन ज्ञान केंद्रों, चारा बैंकों, चारा ब्लॉक बनाने की
इकाइयों, फ़ीड िंयंत्रों, टीका उत्पादन इकाइयों आहद िैिे बुतनयादी आधारभूत िरं चना के सलए ग्रामीण आधारभूत
विकाि तनधध के अन्तगयत नाबाडय िे ऋण िुविधा का उपयोग आधारभूत िरं चना का तनमायण ककये िाने की
आिश्यकता है ।

आत्मा, आर-िेती, कृवष विभाग द्िारा कृवष और बागिानी के निीन तकनीकों, िल प्रबंधन, खाद्य प्रिं्करण के
सलए ककिानों के कौशल विकाि और ककिानों के बीच योिनाओं के प्रचार-प्रिार ककये िाने की आिश्यकता है ।
जिला उद्योग केन्द्र द्िारा प्रधानमंत्री रोिगार योिना के अंतगयत इि क्षेत्र में इकाई ्थावपत करने हे तु
उद्यसमयों को प्रोत्िाहहत करने की आिश्यकता है । जिला्तर पर तथा ब्लाक ्तर पर ककिानो ि उद्यसमयों को
उधचत परामशय दे ने के सलये एक परामशयदात्री िमीतत की ्थापना की िानी चाहहये।

अथयव्य्था के आधथयक विकाि में िुदृढ़ िरं चना का तनमायण अत्यंत महत्िपूणय है । ककिानों की आधथयक ज्थतत मे
िुधार के सलए कृवष और अनुिंगी गततविधधयााँ में निीनतम तकनीक का उपयोग ितयमान िमय की मांग हैं।
पीएलपी में आंकसलत वित्तीय आकलन कृवष और अनुषंगी गततविधधयााँ के सलए आिश्यक िरं चना के तनमायण मे
िहायक िाबबत होगा। यह तनसमयत िरं चना उपलब्ध प्राकृततक िाधनों के वििेकपूणय और अधधकतम उपयोग तथा
तकनीक मे िध
ु ार के द्िारा आने िाले िमय मे विकाि की गतत को तीव्रता प्रदान करने मे िहायक होगा।

पीएलपी में अनुमातनत क्षमता को प्रातत करने और कृवष और िंबद्ध गततविधधयााँ में पूंिी तनमायण को बढ़ाने के
सलए, िभी हहतधारकों के िमजन्ित दृजष्टकोण के िाथ-िाथ राज्य िरकार द्िारा अििंरचना का तनमायण भी
अत्यंत आिश्यक है । ककिानों, िरकारी िं्थाओं, व्यापाररयो, प्रसशक्षण िं्थाओं, वित्तीय िं्थाओं, गैर िरकारी
िं्थाओं इत्याहद के बीच घतनष्ठ िमन्िय और बातचीत के माध्यम िे विकाि के उच्च ्तर को प्रातत ककया
िा िकता हैं।

iii
पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

पररशशष्ट अ'
क्षेत्र/उप क्षेत्र-वार अनम
ु ान – 2022-23
(₹ लाख)
क्र.िं. गततविधध पी.एल.पी. आकलन
1 कृवष क्षेत्र - प्रत्यक्ष
फिल उत्पादन, रखरखाि और विपणन 12763.42
2 कृवष क्षेत्र - अप्रत्यक्ष
कृवष िंबंधी गततविधधयां 2524.61
योग: कृवष क्षेत्र (प्रत्यक्ष+अप्रत्यक्ष) 15288.03
3 कृवष क्षेत्र - कृवष िंबंधी आधारभूत िरं चनाएं 531.62
4 कृवष क्षेत्र – अनुषंगी गततविधधयां 222.70
कुल योग: कृवष क्षेत्र 16042.35
5 िूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएिएमई) क्षेत्र 12036.75
6 तनयायत ऋण, सशक्षा और आिाि क्षेत्र
तनयायत ऋण 0.00
सशक्षा क्षेत्र 365.50
आिाि क्षेत्र 2091.00
योग 2456.50
7 आधारभूत िरं चना के सलए ऋण िहायता
िामाजिक आधारभत
ू िरं चना 357.00
निीकरणीय उिाय 500.59
योग 857.59
8 अन्य प्राथसमक क्षेत्र
अनौपचाररक ऋण वितरण प्रणाली 4135.00
कुल प्राथसमक क्षेत्र 35528.19

12% फिल उत्पादन, रखरखाि और विपणन

6% 1% 1% कृवष िंबंधी गततविधधयां


1% 36%
0%
कृवष क्षेत्र - कृवष िंबंधी आधारभूत
िरं चनाएं
34% कृवष क्षेत्र – अनुषंगी गततविधधयां
7%

िूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों


1% (एमएिएमई) क्षेत्र
1% तनयायत ऋण

iv
पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

पररशशष्ट 'आ'
क्षेत्र/उप क्षेत्र-वार अनम
ु ान – 2022-23
(₹ लाख)
क्र.िं. गततविधध पी.एल.पी. आकलन
1 कृवष क्षेत्र - प्रत्यक्ष
फिल उत्पादन, रखरखाि और विपणन 12763.42
2 कृवष क्षेत्र - अप्रत्यक्ष
िल िंिाधन 283.75
कृवष मशीनीकरण 858.38
रे शम पालन िहहत बागान और बागिानी 151.56
िातनकी और बंिर भूसम विकाि 51.01
पशुपालन – डेयरी 170.36
पशुपालन – मुगीपालन 309.34
पशुपालन – भेड़, बकरी, शूकर आहद 461.87
मत््यपालन 238.34
योग 2524.61
योग: कृवष क्षेत्र (प्रत्यक्ष+अप्रत्यक्ष) 15288.03
3 कृवष क्षेत्र - कृवष िंबंधी आधारभूत िरं चनाएं
भंडारण और विपणन िबंधी आधारभूत िुविधाओं का तनमायण 195.54
भूसम विकाि, मद
ृ ा िंरक्षण और िाटरशेड विकाि 274.20
कृवष िंबंधी आधारभूत िरं चनाएं अन्य– ई-नाम, बीि उत्पादन आहद 61.88
योग 531.62
4 कृवष क्षेत्र – अनुषंगी गततविधधयां
खाद्य और कृवष प्रिं्करण 103.70
कृवष अनुषंगी गततविधधयां – अन्य 119.00
योग 222.70
कुल योग: कृवष क्षेत्र 16042.35
5 िूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएिएमई) क्षेत्र 12036.75
6 तनयायत ऋण, सशक्षा और आिाि क्षेत्र
तनयायत ऋण 0.00
सशक्षा क्षेत्र 365.50
आिाि क्षेत्र 2091.00
योग 2456.50
7 आधारभूत िरं चना के सलए ऋण िहायता
िामाजिक आधारभूत िरं चना 357.00
निीकरणीय उिाय 500.59
योग 857.59
8 अन्य प्राथसमक क्षेत्र
अनौपचाररक ऋण वितरण प्रणाली 4135.00
कुल प्राथसमक क्षेत्र 35528.19

v
पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

जिले की रुपरे खा
District - Simdega State - Jharkhand Division - South Chotanagpur
1. PHYSICAL & ADMINISTRATIVE FEATURES 2. SOIL & CLIMATE
Total Geographical Area (Sq.km) 3774 Agro-climatic Zone Eastern Plateau & Hills-Eastern Plateau (Zone VII)
No. of Sub Divisions 1 Climate Hot Moist / Dry Sub-humid
No. of Blocks 10 Soil Type Transitional ESR with Deep Loamy to Clavey Red and Yellow Soil
No. of Villages (Inhabited) 451
No. of Panchayats 94
3. LAND UTILISATION [Ha] 4. RAINFALL & GROUND WATER
Total Area Reported 371711.70 Normal Actual 2018 2019 2020
Forest Land 100884.25 Rainfall [in mm] 1381.10 - 1167.60 1459.30 1533.40
Area Not Available for Cultivation 25740.35 Variation from Normal (-)15.45% 6.66% 11.02%
Permanent Pasture and Grazing Land 4902.00 Availability of Ground Net annual recharge Net annual draft Balance
Land under Miscellaneous Tree Crops 6420.00 Water [ham] 32598.51 2734.59 27253.91
Cultivable Wasteland 18898.35 5. DISTRIBUTION OF LAND HOLDING
Current Fallow 10871.47 Holding Area
Classification of Holding
Other Fallow 45382.73 Nos. % to Total ha % to Total
Net Sown Area 96595.00 <= 1 ha 50533 59.74 19980 14.13
Total or Gross Cropped Area 110115.00 >1 to <=2 ha 13809 16.32 20111 14.22
Area Cultivated More than Once 7131.00 >2 ha 20251 23.94 101288 71.64
Cropping Inensity [GCA/NSA] 114% Total 84593 100.00 141380 100.00
6. WORKERS PROFILE [in '000] 7. DEMOGRAPHIC PROFILE [in '000]
Cultivators 158.019 Category Total Male Female Rural Urban
Of the above, Small/Marginal Farmers 51.063 Population 599 300 299 556 43
Agricultural Labourers 90.232 Scheduled Caste 39 20 20 18 2
Workers engaged in Household Industries 8.011 Scheduled Tribe 360 180 180 230 130
Workers engaged in Allied Agro-activities - Literate 354 227 206 151 144
Other workers 32.383 BPL 72 36 36 65 8
8. HOUSEHOLDS [in '000] 9. HOUSEHOLD AMENITIES [Nos. in '000 Households]
Total Households 110.036 Having brick/stone/concrete houses - Having electricity supply 84
Rural Households 96.760 Having source of drinking water 389 Having independent toilets 250
BPL Households 71.635 Having access to banking services 357 Having radio/tv sets 60
10. VILLAGE-LEVEL INFRASTRUCTURE [Nos] 11. INFRASTRUCTURE RELATING TO HEALTH & SANITATION [Nos]
Villages Electrified 451 Anganwadis 965 Dispensaries 12
Villages having Agriculture Power Supply - Primary Health Centres 7 Hospitals 2
Villages having Post Offices 326 Primary Health Sub-Centres 155 Hospital Beds 500
Villages having Banking Facilities 445 12. INFRASTRUCTURE & SUPPORT SERVICES FOR AGRICULTURE
Villages having Primary Schools 451 Fertiliser/Seed/Pesticide Outlets [Nos] 127 Agriculture Pumpsets[Nos] 682
Villages having Primary Health Centres - Total N/P/K Consumption [MT] - Pumpsets Energised [Nos] 682
Villages having Potable Water Supply - Certified Seeds Supplied [MT] - Agro Service Centres [Nos] 1
Villages connected with Paved Approach Roads 399 Pesticides Consumed [MT] - Soil Testing Centres [Nos] 1
13. IRRIGATION COVERAGE [ha] Agriculture Tractors [Nos] 625 Plantation nurseries [Nos] -
Total Area Available for Irrigation (NIA + Fallow) 64281 Power Tillers [Nos] 91 Farmers' Clubs [Nos] 31
Irrigation Potential Created 8539 Threshers/Cutters [Nos] - Krishi Vigyan Kendras[Nos] 1
Net Irrigated Area(Total area irrigated at least once) 16367 14. INFRASTRUCTURE FOR STORAGE, TRANSPORT & MARKETING
Area irrigated by Canals / Channels 2575 Rural/Urban Mandi/Haat [Nos] 85 Wholesale Market [Nos] 1
Area irrigated by Wells 3975 Length of Pucca Road [Km] 2141 Godown [Nos] 66
Area irrigated by Tanks 4380 Length of Railway Line [Km] 213 Godown Capacity[MT] 28750
Area irrigated by Other Sources 5437 Public Transport Vehicle [Nos] - Cold Storage [Nos] 0
Irrigation Potential Utilized (Gross Irrigated Area) 16367 Goods Transport Vehicle [Nos] - Cold Store Capacity[MT] -
15. AGRO-PROCESSING UNITS 16. AREA, PRODUCTION & YIELD OF MAJOR CROPS
Type of Processing Activity No of units Cap.[MT] 2019-20 2020-21 Avg. Yield
Crop
Food (Rice/Flour/Dal/Oil/Tea/Coffee) 6 - Area (Ha) Prod. (MT) Area (Ha) Prod. (MT) [Kg/Ha]
Sugarcane (Gur/Khandsari/Sugar) 0 - Paddy 80772 230300 85236 255708 2928
Fruit (Pulp/Juice/Fruit drink) 0 - Maize 8889 22140 10081 25840 2529
Spices (Masala Powders/Pastes) 1 - Wheat 8287 18231 10998 24757 2229
Dry-fruit (Cashew/Almond/Raisins) 0 - Oilseed 11543 7272 22877 15921 674
Cotton (Ginnining/Spinning/Weaving) 0 - Tur 15027 17281 15002 18002 1175
Milk (Chilling/Cooling/Processing) 0 - Urad 24020 23540 24015 23535 980
Meat (Chicken/Motton/Pork/Dryfish) 0 - Ragi 2000 1600 2003 1602 800
Animal feed (Cattle/Poultry/Fishmeal) 0 - Gram 10367 13477 15100 20415 1331
17. ANIMAL POPULATION AS PER CENSUS 2019 [in '000] 18. INFRASTRUCTURE FOR DEVELOPMENT OF ALLIED ACTIVITIES
Category of animal Total Male Female Veterinary Hospitals/Dispensaries [Nos] 11 Animal Markets [Nos] 0
Cattle - Cross bred 7 3 4 Disease Diagnostic Centres [Nos] 11 Milk Collection Centres [Nos] 0
Cattle - Indigenous 396 220 176 Artificial Insemination Centers [Nos] - Fishermen Societies [Nos] 6
Buffaloes 140 14 126 Animal Breeding Farms [Nos] 0 Fish seed farms [Nos] 1
Sheep - Cross bred 0 7 8 Animal Husbandry Tng Centres [Nos] 0 Fish Markets [Nos] 0
Sheep - Indigenous 14 Dairy Cooperative Societies [Nos] 0 Poultry hatcheries [Nos] 0
Goat 418 163 255 Improved Fodder Farms [Nos] 0 Slaughter houses [Nos] 0
Pig - Cross bred 13 61 61 19. MILK, FISH, EGG PRODUCTION & THEIR PER CAPITA AVAILABILITY
Pig - Indigenous 98 Fish Production [MT] 5200.000 Per cap avail. [gm/day] -
Horse/Donkey/Camel n.a. n.a. n.a. Egg Production [Lakh Nos] 227.879 Per cap avail. [nos/p.a.] -
Poultry - Cross bred n.a. n.a. n.a. Milk Production ['000 MT] 44.117 Per cap avail. [gm/day] 177
Poultry - Indigenous n.a. n.a. n.a. Meat Production [MT] 1135.000 Per cap avail. [gm/day] -
Source: Item No. (1) District Agriculture Office, Simdega; (2) Agriculture Contigency Plan (NICRA-ICAR); (3) District Agriculture Office, Simdega; (4) District Agriculture Office, Simdega & Dynamic Ground Water Resources
Assessment of India 2017; (5) Agriculture Census 2015-16; (6,7,8,9) Census 2011; (12) District Agriculture Office, Simdega; Wapcos Study Report & NABARD; (14) Food and Civil Supply Corporation, APMC Office, Dictirt Co-
operative Office & PEG Owner; (15) District Industry Office, Simdega; (16) District Agriculture Office, Simdega; (17) 20 Livestock Census; (18) District Animal Husbandry Office, District Fisheries office and District Dairy
Development Office; (19) District Fisheries Officer, Animal Husbandry Department, GoJ & Dairy Department GoJ

vi
पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

जिले का नक्शा

vii
पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

जिले की रूपरे खा

प्राकृततक िौंदयय िे भरपूर 30 अप्रैल 2001 को गहठत सिमडेगा जिला झारखंड राज्य के दक्षक्षण-पजश्चम भाग में
अिज्थत है । जिले के उत्तर में गुमला जिला, पूिय में खूंटी जिला, दक्षक्षण हदशा में उड़ीिा (िुंदरगढ़) राज्य तथा
पजश्चम में छत्तीिगढ़ (झािपुर) राज्य की िीमाएाँ हैं।

सिमडेगा जिला क्षेत्रफल की दृजष्ट िे राज्य का 8िां और दे श का 323िां बड़ा जिला है । जिले का कुल क्षेत्रफल
3774 िगय ककलोमीटर हैं िो 451 राि्ि गााँिों िहहत 94 पंचायतों एिं 10 प्रखंडों में विभक्त है । जिले की कुल
क्षेत्रफल का 99% हह्िा अथायत ् 3738 िगय ककलोमीटर ग्रामीण है िबकक शहरी क्षेत्र मात्र 1% अथायत ् 36 िगय
ककलोमीटर में फैला है । जिले का कुल भौगोसलक क्षेत्रफल 371711.70 हे . का 27.14% हह्िा अथायत ्
100884.25 हे . िन क्षेत्र तथा 152849.20 हे . कृवष योग्य भसू म (कुल भौगोसलक क्षेत्र का 41.12%) है । जिले
की प्रमुख नहदयााँ िंख और दक्षक्षण कोयल हैं। पलमारा, धगरमा, छ ंदा, लूरगी, दे ि प्रमुख िहायक नहदयााँ है ।

िनिंख्या की दृजष्ट िे सिमडेगा जिला का राज्य मे 22िां और दे श मे 526िां ्थान है । भारत की िनगणना,
2011 के अनुिार, जिले की कुल िनिंख्या 599578 है जििमें 300309 पुरुष िनिंख्या और 299269 महहला
िनिंख्या िो 997 के अच्छे सलंगानुपात का िंकेत दे ती है । जिले की कुल िनिंख्या का 92.48% अथायत ्
556634 हह्िा ग्रामीण क्षेत्र में तनिाि करती है अथायत ् शहरी आबादी कुल िनिंख्या का मात्र 7.52% अथायत ्
42944 है । जिले में अनुिूधचत िाततयों की िंख्या 39669 है िो कक कुल िनिंख्या का 7.71% है तथा
अनि
ु धू चत िनिातत के िद्यों की िंख्या 360825 है िो कुल िनिंख्या का 70.15% है । कुल िनिंख्या का
66.63% अथायत ् 71633 पररिार गरीबी रे खा िे नीचे की िेणी में आते हैं।

जिले का िनिंख्या घनत्ि प्रादे सशक घनत्ि औित 338 व्यजक्त प्रतत िगय कक.मी. के मक़
ु ाबले 160 व्यजक्त प्रतत
िगय कक.मी. है िो झारखंड राज्य में िबिे कम है । जिले में िाक्षरता का ्तर 67.59% है , जििमें िे महहला
िाक्षरता का ्तर 59.38% है ।

कृवष िनगणना 2015-16 के अनि


ु ार, जिले मे 84593 भसू मिोत है जिनके पाि 141380 हे . भसू म है । इनमे िे
िीमांत भूसमिोत की िंख्या 50533 (कुल भूसम िोत का 59.73%), लघु भूसमिोत की िंख्या 13809 (कुल
भूसम िोत का 16.32%) तथा लघ-ु मध्यम भूसमिोत की िंख्या 11722 (कुल भूसम िोत का 13.86%)। जिले
की औित भूसमिोत 1.67 हे . है , िबकक कृवष िनगणना 2010-11 मे औित भूसमिोत 2.16 हे . थी।

सिमडेगा जिले की अथयव्यि्था कृवष एिं िनोपि आधाररत है । कृवष मूलतः िषाय आधाररत, एक फ़िलीय, लघु
एिं िीमांत िोत, िूक्ष्म तनिेश, कम उत्पादकता और कमिोर विपणन व्यि्था िे प्रभावित है । जिले की समट्टी
Transitional ESR के िाथ गहरे लाल (Deep Loamy) समट्टी िे लाल समट्टी (Clay Red) एिं पीली समट्टी
(Yellow Soil) है । जिले की कृवष योग्य भूसम अम्लीय भूसम (पी.एच. 5.5 िे कम) के अन्तगयत आती है । विगत
3 िषय मे जिले में औितन िषाय 1386.76 एमएम रही, जििमे िन
ू िे सितंबर माह मे औितन िषाय 1139.47
एमएम रही। रोिगार के िाधनों के अभाि में कृवष कायय िमाजतत के बाद जिले के ग्रामीण बड़ी िंख्या में
रोिगार की तलाश में बाहर के राज्यों को पलायन करते हैं।

जिले का खाद्यान और फल-िजब्ियों के उत्पादन की दृजष्ट िे एक महत्त्िपूणय ्थान है । जिले की खरीफ की


फिल मे धान, मकई, मूंगफली, मड़ुआ तथा रबी की फिल मे गेहूं, चना, िरिों प्रमुख है । बागान और बागिानी
में आम, केला, लीची, अमरूद, नींबू और अन्य िाइट्रि फल, कटहल, इत्याहद के सलए जिला उपयुक्त है । वपछले
तीन िषों के दौरान धान की औित पैदािार 245956 हिार टन, मक्का की औित पैदािार 22660 हिार टन,

viii
पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

गेहूाँ की औित पैदािार 20660 हिार टन, तेलहन की औित पैदािार 10533 हिार टन, तरु की औित पैदािार
19261 हिार टन, उरद की औित पैदािार 24491 हिार टन, रागी की औित पैदािार 1603 हिार टन, चना
की औित पैदािार 18114 हिार टन, आम की औित पैदािार 20404 मेहट्रक टन, केला की औित पैदािार
2524 मेहट्रक टन, अमरूद की औित पैदािार 3446 मेहट्रक टन, नींबू की औित पैदािार 3333 मेहट्रक टन,
लीची की औित पैदािार 1916 मेहट्रक टन और कटहल की औित पैदािार 1916 मेहट्रक टन रही। (स्रोत: जिला
कृवष कायायलय, सिमडेगा)।

कृवष उपि का विपणन ककिानों के सलए िबिे महत्िपूणय िरूरत है । उनकी िम्याएं अपयायतत मूल्य ििूली
और उधचत विपणन व्यि्था की कमी हैं। उन्हें अपनी उपि के सलए एक ज्थर खरीद की व्यि्था प्रदान करना
आिश्यक है ताकक िे िंकट बबक्री के सलए मिबूर न हों। इि िंदभय में तनम्नसलणखत कदम उठाए िा िकते हैं:
(अ) एमएिपी िुतनजश्चत करना (आ) विपणन, उत्पादन की गुणित्ता पर िागरूकता (इ) ब्लॉक ्तर पर खरीद
केंद्रों की ्थापना (ई) कृवष विभाग िे प्रभािी वि्तार िेिाएं (उ) फिल बीमा पर िागरूकता।

िरकार द्िारा ग्रामीण िडक़ तनमायण, भूसम िुधार, सिंचाई योिना, िल िंग्रहण, खेतों तक बबिली, िरकारी
नियरी, कोल्ड्टोरे ि एिं िाइन्टीफीक गोदाम आहद िुविधाओं के सलए ग्रामीण आधारभूत विकाि तनधध के
अन्तगयत नाबाडय िे ऋण िुविधा का उपयोग कर आधारभूत िरं चना का तनमायण ककये िाने की आिश्यकता है ।
छोटे और खंडडत भूसम िोत के कारण प्रौद्योधगकी का पूणय लाभ ककिानों तक नहीं पहुंच पाता है । भूसम िुधार
के बाद भसू म और अन्य िध
ु ारों के िमेकन के सलए प्रयाि िरकार द्िारा ककए िा िकते हैं। प्रखण्ड ्तर पर
कृवष फामय िेिा िुविधा का विकाि जिििे ककिान ट्रै क्टर और कृवष मशीनरी ककराए पर ले िके को विकसित
करने की आिश्यकता है । िरकार द्िारा पशु धचककत्िा अ्पतालों, रोग तनदान प्रयोगशालाओं, प्रिनन फामों की
्थापना, तरल नाइट्रोिन (LN2) इकाई, पशुधन ज्ञान केंद्रों, चारा बैंकों, चारा ब्लॉक बनाने की इकाइयों, फ़ीड
िंयंत्रों, टीका उत्पादन इकाइयों आहद िैिे बुतनयादी आधारभत
ू िरं चना के सलए ग्रामीण आधारभूत विकाि तनधध
के अन्तगयत नाबाडय िे ऋण िवु िधा का उपयोग ककये िाने की आिश्यकता है ।

आत्मा, आर-िेती, कृवष विभाग द्िारा कृवष और बागिानी के निीन तकनीकों, िल प्रबंधन, खाद्य प्रिं्करण के
सलए ककिानों के कौशल विकाि और ककिानों के बीच योिनाओं के प्रचार-प्रिार ककये िाने की आिश्यकता है ।
जिला उद्योग केन्द्र द्िारा प्रधानमंत्री रोिगार योिना के अंतगयत इि क्षेत्र में इकाई ्थावपत करने हे तु
उद्यसमयों को प्रोत्िाहहत करने की आिश्यकता है । जिला ्तर पर तथा ब्लाक ्तर पर ककिानो ि उद्यसमयों
को उधचत परामशय दे ने के सलये एक परामशयदात्री िमीतत की ्थापना की िानी चाहहये।

ix
पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

बैंककं ग प्रोफाइल
District - Simdega State - Jharkhand Lead Bank - Bank of India
1. NETWORK & OUTREACH (As on 31-Mar-21)
No. of No. of Branches No. of non-formal agencies assoiated Per Branch Outreach
Agency
Banks/Soc. Total Rural Semi-urban Urban mFIs/mFOs SHGs/JLGs BCs/BFs Villages Households
Commercial Banks 14 29 15 14 - - 4982 124 16 4079
Regional Rural Bank 1 11 10 1 - - 3291 44 41 10753
Jharkhand Central Coop. Bank 1 7 6 1 - - 18 0 64 16898
Coop. Agr. & Rural Dev. Bank - - - - - - - - - -
PACS/LAMPS 95 95 94 1 - - - - - -
Others 3 3 - 3 - 1 - - - -
All Agencies 114 145 125 20 0 0 8291 168 121 31730
2. DEPOSITS OUTSTANDING
No. of accounts Amount of Deposit [`in lakh]
Agency
31-Mar-19 31-Mar-20 31-Mar-21 Growth(%) Share(%) 31-Mar-19 31-Mar-20 31-Mar-21 Growth(%) Share(%)
Commercial Banks - - - - - 122776.44 145571.43 153337.17 5.33 95.08
Regional Rural Bank - - - - - 13165.32 11226.00 12976.00 15.59 8.05
Cooperative Banks - - - - - - 4466.97 5292.52 - 3.28
Others - - - - - - - - - -
All Agencies - - - - - 135941.76 161264.40 171605.69 6.41 106.41
3. LOANS & ADVANCES OUTSTANDING
No. of accounts Amount of Loan [`in lakh]
Agency
31-Mar-19 31-Mar-20 31-Mar-21 Growth(%) Share(%) 31-Mar-19 31-Mar-20 31-Mar-21 Growth(%) Share(%)
Commercial Banks - - - - - 29409.01 30752.74 30913.15 0.52 89.25
Regional Rural Bank - - - - - 3696.57 3288.00 3907.00 18.83 11.28
Cooperative Banks - - - - - - 596.36 471.11 - 1.36
Others - - - - - - - - - #VALUE!
All Agencies - - - - - 33105.58 34637.10 35291.26 1.89 101.89
4. CD-RATIO 5. PERFORMANCE UNDER FINANCIAL INCLUSION (No. of A/cs)
CD Ratio During 2020-21 Cumulative
Agency Agency
31-Mar-19 31-Mar-20 31-Mar-21 Deposit Credit Deposit Credit
Commercial Banks 23.95 21.13 20.16 Commercial Banks - - - -
Regional Rural Bank 28.08 29.29 30.11 Regional Rural Bank - - - -
Cooperative Banks - 13.35 8.90 Cooperative Banks - - - -
Others - - - Others - - - -
All Agencies 24.35 21.48 20.57 All Agencies - - - -
6. PERFORMANCE TO FULFILL NATIONAL GOALS (As on 31-Mar-21)
Priority Sector Loans Loans to Agr. Sector Loans to Weaker Loans under DRI Scheme Loans to Women
Agency Amount % of Total Amount % of Total Amount % of Total Amount % of Total Amount % of Total
[`in lakh] Loans [`in lakh] Loans [`in lakh] Loans [`in lakh] Loans [`in lakh] Loans
Commercial Banks 7741.33 72.84 2645.87 55.67 - - - - - -
Regional Rural Bank 2725.03 25.64 1944.65 40.92 - - - - - -
Cooperative Banks 162.01 1.52 162.01 3.41 - - - - - -
Others - - - - - - - - - -
All Agencies 10628.37 100.00 4752.53 100.00 - - - - - -
7. AGENCY-WISE PERFORMANCE UNDER ANNUAL CREDIT PLANS
2018-19 2019-20 2020-21 Average
Agency Target Ach'ment Ach'ment Target Ach'ment Ach'ment Target Ach'ment Ach'ment Ach[%] in
[`in lakh] [`in lakh] [%] [`in lakh] [`in lakh] [%] [`in lakh] [`in lakh] [%] last 3 years
Commercial Banks 29842.00 10236.68 34.30 21739.63 11130.57 51.20 24987.75 11517.23 46.09 42.95
Regional Rural Bank 8695.00 1292.08 14.86 7000.80 2173.20 31.04 8899.97 2758.37 30.99 25.30
Cooperative Banks 755.00 0.00 0.00 4290.62 593.39 13.83 3017.85 208.81 6.92 9.95
Others - - - - - - -
All Agencies 39292.00 11528.76 49.16 33031.05 13897.16 96.07 36905.57 14484.41 39.25 32.90
8. SECTOR-WISE PERFORMANCE UNDER ANNUAL CREDIT PLANS
2018-19 2019-20 2020-21 Average
Broad Sector Target Ach'ment Ach'ment Target Ach'ment Ach'ment Target Ach'ment Ach'ment Ach[%] in
[`in lakh] [`in lakh] [%] [`in lakh] [`in lakh] [%] [`in lakh] [`in lakh] [%] last 3 years
Crop Loan 13650.00 2613.88 19.15 12638.23 2221.65 17.58 12745.29 3260.51 25.58 20.74
Term Loan (Agr) 1670.00 1308.49 78.35 1364.82 1202.46 88.10 3070.28 1492.02 48.60 65.57
Total Agri. Credit 15320.00 3922.37 25.60 14003.05 3424.11 24.45 15815.57 4752.53 30.05 26.80
Non-Farm Sector 10220.00 3854.10 37.71 9390.00 5291.07 56.35 10510.00 4765.39 45.34 46.18
Other Priority Sector 2835.00 375.25 13.24 2856.00 1257.39 44.03 3310.00 1110.45 33.55 30.48
Total Priority Sector 28375.00 8151.72 28.73 26249.05 9972.57 37.99 29635.57 10628.37 35.86 34.12
9. RECOVERY POSITION
2018-19 2019-20 2020-21 Average Rec.
Agency Demand Recovery Recovery Demand Recovery Recovery Demand Recovery Recovery [%] in last 3
[`in lakh] [`in lakh] [%] [`in lakh] [`in lakh] [%] [`in lakh] [`in lakh] [%] years
Commercial Banks n.a. n.a. n.a. n.a. n.a. n.a. n.a. n.a. n.a. n.a.
Regional Rural Bank n.a. n.a. n.a. n.a. n.a. n.a. n.a. n.a. n.a. n.a.
Cooperative Banks n.a. n.a. n.a. n.a. n.a. n.a. n.a. n.a. n.a. n.a.
Others n.a. n.a. n.a. n.a. n.a. n.a. n.a. n.a. n.a. n.a.
All Agencies n.a. n.a. n.a. n.a. n.a. n.a. n.a. n.a. n.a. n.a.
Sources : Lead Bank Office Simdega and SLBC

x
पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

बैंककं ग रूपरे खा

सिमडेगा जिले में िाणणज्य बैंक, ्माल फ़ाइनेंि बैंक, ग्रामीण बैंक तथा िहकारी बैंक की कुल 49 शाखाएं वित्तीय
िेिाएाँ प्रदान कर रहीं हैं जिनमे 14 िाणणज्य बैंक की 29 शाखाएं, ्माल फ़ाइनेंि बैंक की 2 शाखाएं, झारखण्ड
ग्रामीण बैंक की 11 शाखाएं तथा झारखण्ड िहकारी बैंक की 7 शाखाएं हैं। बैंक ऑफ इंडडया जिले में अग्रणी बैंक
के रूप में कायय कर रहा हैं। जिले में बैंक ऑफ इंडडया के तत्िािधान में ग्रामीण ्िरोिगार प्रसशक्षण िं्थान
काययरत है िो लोगों को प्रसशक्षण दे कर बैंक ऋण के माध्यम िे इकाई ्थावपत कर ्िरोिगार शुरू करने में
मदद प्रदान करता हैं।

वित्तीय िषय 2020-21 में जिले में बैंकों की िमा रासश `171605.69 लाख और बकाया ऋण रासश `35291.26
लाख रहा। 31 माचय 2021 की ज्थतत के अनि
ु ार जिले का ऋण-िमा अनप
ु ात 20.57% रहा। िषय दर िषय
अनुपाततक िमा मे िद्
ृ धध दर 6.40% और ऋण मे िद्
ृ धध दर 1.89% रही। ऋण िमा अनुपात मे अनुप्रितयन
हे तु जिलों में जिला ्तरीय परामशयदात्री िसमतत की एक विशेष उप-िसमतत का गठन ककया गया है ताकक ऋण
िमा अनुपात का अनुप्रितयन ककया िा िके और ऋण िमा अनुपात बढाने के सलये अनप्र
ु ितयन योग्य कारय िाई
योिना (एमएपी) तैयार की िा िके।

वित्तीय िषय 2020-21 में प्राथसमक क्षेत्र में कुल `10628.37 लाख ऋण प्रिाह रही, िो की वित्तीय िषय 2019-20
के ऋण प्रिाह (`9487.65 लाख) की तुलना मे `655.80 लाख ज्यादा है । कृवष क्षेत्र में ऋण प्रिाह `4752.53
लाख (प्रत्यक्ष `3260.51 लाख + अप्रत्यक्ष `1492.02 लाख); िक्ष्
ू म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएिएमई) में
`4765.39 लाख तथा अन्य प्राथसमक क्षेत्र मे ऋण प्रिाह `1110.45 लाख रही। कृवष क्षेत्र में प्रत्यक्ष कृवष का
हह्िा 86.80% तथा अप्रत्यक्ष कृवष का हह्िा 31.40% है । इि अिधध मे कृवष क्षेत्र; िूक्ष्म, लघु और मध्यम
उद्यमों (एमएिएमई) क्षेत्र तथा अन्य प्राथसमक क्षेत्र मे िषय दर िषय िद्
ृ धध दर क्रमश: 38.80%, (-)9.94% तथा
(-)11.69% रही। प्राथसमक क्षेत्र मे िषय दर िषय िद्
ृ धध दर 6.58% रही।

जिले के 450 गािों मे िे 445 गािों को 5 Km की पररधध मे बीिी और िीएिपी के माध्यम िे वित्तीय िेिा
बैंक द्िारा दी िा रही है । जिले मे कुल 22 एटीएम और 86 बीिी काययरत है । प्रखण्ड ्तर पर काययरत बैंक
शाखा की िंख्या तनम्न है ।

प्रखण्ड िरकारी प्राइिेट क्षेत्र ्माल फ़ाइनेंि क्षेत्रीय ग्रामीण राज्य िहकारी कुल बैंक
क्षेत्र के बैंक के बैंक बैंक बैंक बैंक
सिमडेगा 12 4 2 1 1 20
कोलेबीरा 3 0 0 2 1 6
िलड़ेगा 1 0 0 2 1 4
बानो 2 0 0 2 1 5
ठे ठाइतांगर 4 0 0 1 1 6
बोलबा 1 0 0 0 1 2
कुरडेग 1 0 0 0 1 2
पाकरतांड 1 0 0 0 0 1
बांििोर 0 0 0 1 0 1
केरिई 0 0 0 2 0 2
कुल 25 4 2 11 7 49

xi
पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

संभाव्र्तार्क्
ु त ऋि र्ोिनाएं (पीएलपी) तैर्ार करने की पद्धतत

िंभाव्यतायक्
ु त ऋण योिना जिले की भौततक और वित्तीय दोनों दृजष्ट िे ग्रामीण आधथयक गततविधधयााँयों के सलए
िंभाव्यताओं का व्यापक द्तािेिीकरण है । इि द्तािेि में कायायजन्ित होने योग्य िंभाव्यताओं के पूणय दोहन
के सलए आधारभूत िुविधाओं के रूप में दी िाने िाली िहायता में हदखाइय दे ने िाली कसमयों का आकलन भी
ककया िाता है ।

पीएलपी के उद्दे श्र्:

(अ) ग्रामीण विकाि की प्रकक्रया में शासमल विसभन्न िंगठनों को िंभाव्यताओं के अनि
ु ार योिनाबद्ध ढं ग िे
उनके प्रयािों को हदशा दे ने में िहयोग करना।
(आ) दल
ु भ
य वित्तीय िंिाधनों (विशेषकर बैंक ऋण) को विकाि की िंभाव्यतािाले क्षेत्रों की ओर रुख कर उनका
अधधकतम उपयोग करना।
(इ) िंभाव्यताओं का दोहन करने और इि प्रयोिन िे िंिाधन आिश्यकताओं की प्राथसमकता तनधायररत करने
के सलए अपेक्षक्षत आधारभूत िुविधा िहायता के अंतरालों का आकलन करना।

पद्धतत: नाबाडय ने 1988-89 में कृवष और ग्रामीण विकाि के सलए पीएलपी तैयार करने की पहल की। पीएलपी
तैयार करने के सलए नाबाडय द्िारा अपनाइय िाने िाली व्यापक रणनीतत में दे श और राज्य की प्राथसमकताओं को
ध्यान में रखते हुए प्राकृततक और मानि िंिाधन की तनधधयों और विकाि के सलए चरणबद्ध िावषयक काययक्रम
के िंदभय में कृवष और ग्रामीण विकाि दोनों क्षेत्रों में दीघायिधध िंभाव्यता (भौततक इकाइयों के रूप में ) का
अनुमान शासमल है । नाबाडय, पीएलपी तैयार करने की पद्धतत को पररष्कृत करने और उिकी विषय-ि्तु में
िुधार करने के सलए ितत प्रयािरत है ताकक पीएलपी, बैंकों की िावषयक ऋण योिनाओं के सलए िहायक िंदभय
द्तािेि बन िके। नाबाडय वपछले कुछ िषों िे परामशय के माध्यम िे आकलन की प्रकक्रया की ितत िमीक्षा
करता रहा है । कृवष और ग्रामीण क्षेत्रों के विकाि के सलए अनुकूल तनिेश गततविधधयााँ के प्रमुख क्षेत्रों में भौततक
िंभाव्यता के आकलन के सलए वि्तत
ृ पद्धतत अपनाइय िाती है । पीएलपी के लेखक – िो दे श के लगभग िभी
जिलों में पद्थावपत नाबाडय के जिला विकाि प्रबंधक हैं – को नाबाडय के क्षेत्रीय कायायलयों और प्रधान कायायलय
के तकनीकी अधधकाररयों/ विशेषज्ञों का िमूह िहायता प्रदान करता है ।

पीएलपी तैयार करने की पद्धतत में जिला ्तर के िंबंधधत विभागों के तकनीकी अधधकाररयों की िलाह िे क्षेत्र -
िार/ उप क्षेत्र-िार िंभाव्यताओं के आकलन अनुमान का तनधायरण, िंभाव्यता के दोहन में आिश्यक िहायक
आधारभूत िुविधाओं की पहचान करना, ितयमान में उपलब्ध िाथ ही िाथ भविष्य में तनयोजित आधारभूत
िुविधाओं और आधारभूत िुविधाओं में कसमयों की पहचान करना, क्षेत्र-िार ऋण प्रिाह में रुझान की िांच
करना, राज्य/ केंद्र िरकार की विसभन्न योिनाएं, ब्लॉक-िार भौततक और वित्तीय िंभाव्यता का आकलन करना
शासमल है ।

कुल वित्तीय पररव्ययों का तनधायरण करते िमय राज्य ्तरीय इकाइय लागत िसमतत द्िारा िुझायी गइय तनदशी
इकाइय लागत का उपयोग ककया िाता है ।

प्रमुख क्षेत्रों के सलए िंभाव्यता तनधायररत करने के सलए व्यापक पद्धतत नीचे दी गइय है ।

क्र.िं. क्षेत्र पद्धतत


1 फिल ऋण o 10 िषय की अिधध के सलए िकल फिल क्षेत्र और भू-िोत के िंबंध में
आंकड़ों का िंकलन

xii
पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

o एक ओर छोटे और िीमांत ककिानों और दि


ू री ओर अन्य ककिानों द्िारा काम
में लाइय गइय कुल िमीन के आधार पर छोटे ककिानों/ िीमांत ककिानों और
अन्य ककिानों के बीच िकल फिली क्षेत्र का विभािन
o 100% छोटे / िीमांत ककिानों और 20% िे 50% अन्य ककिानों को शासमल
करने के सलए पि
ू ायनम
ु ान लगाना
o फिल पद्धतत का अध्ययन करना
o वित्तमान और केिीिी के प्रचसलत हदशातनदे शों को ध्यान में रखते हुए ऋण
िंभाव्यता का अनुमान लगाना
o विसशष्ट ब्लॉक में ऋण ग्रहण क्षमता, फिल पद्धतत आहद को ध्यान में रखते
हुए िंभाव्यता का ब्लॉक-िार आबंटन
2 िल िंिाधन o िूक्ष्म सिंचाइय िंभाव्यता यह िह क्षेत्र है जििे भूसमगत िल और ितही िल
द्िारा सिंचाइय के अंतगयत लाया िा िकता है
o िा्तविक सिंचाइय िंभाव्यता, सिंचाइय के अंतगयत पहले ही लाया गया क्षेत्र और
जिले के सलए भसू मगत िल और ितही िल के अंतगयत उपलब्ध शेष
िंभाव्यता िे िंबंधधत आंकड़ों का िंकलन
o िहााँ भूसमगत िल और उिके ितयमान तथा भविष्य के उपयोग के िंबंध में
्पष्ट अनुमान उपलब्ध हैं, अलग-अलग जिलों के सलए ितही िल का
अनुमान प्रातत करना कहठन है
o ब्लॉकों का िगीकरण, चट्टान बनािट, िक्ष्
ू म सिंचाइय िंरचना की उपयक्
ु तता,
राज्य िरकार द्िारा तनयोजित पररयोिनाएं आहद के आधार पर ब्लॉक-िार
िंभाव्यता का अनुमान लगाया िा िकता है
o विविध िूक्ष्म सिंचाइय िंरचनाओं िैिे कुओं, बोअर िेलों, डीिीबीडल्यू आहद के
सलए ककिानों की प्राथसमकता को ध्यान में रखा िाएगा
o कुओं, बोअर िेल और नल कूपों की िंख्या और सलफ्ट सिंचाइय, ज्प्रंकलर और
डिप व्यि्थाओं की िंख्या के आधार पर िक्ष्
ू म सिंचाइय क्षेत्र के सलए िंभाव्यता
को तनधायररत ककया िाता है
3 कृवष मशीनीकरण o कृवष मशीनीकरण के सलए िंभाव्यता का अनुमान लगाते िमय जिले के
सिंधचत और असिंधचत क्षेत्र, ट्रै क्टर की उपयोधगता अिधध, ट्रै क्टर का अधधकतम
उपयोग, ट्रै क्टर का प्रतत एकड़ उपयोग, प्रतत िषय ट्रै क्टरों का बदला िाना,
पररितयन कारकों का उपयोग करते हुए िूखे की ज्थतत में उपयोग में लाए
िाने िाले पशुओं की शजक्त/ पािर हटलरों की उपलब्धता का आकलन
o प्रत्येक 30 एकड़ और 45 एकड़ सिंधचत और असिंधचत फिली क्षेत्र में एक
ट्रै क्टर की आिश्यकता मानते हुए ट्रै क्टरों की आिश्यक िंख्या की गणना
करना
o भू िोतों के िाथ ट्रै क्टर िंभािना का िमायोिन
o फिल की पद्धतत, भौगोसलक ज्थतत आहद के आधार पर इिी प्रकार पािर
हटलरों, कंबाइन हािे्टरों आहद के सलए आकलन ककया िाता है
4 बागान और o जिले में भसू म की उपयोधगता के रुझान का विश्लेषण कर और फिल पद्धतत

xiii
पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

बागिानी के आधार पर जिि अततररक्त क्षेत्र को बागिानी फिलों के अंतगयत लाया िा


िकता है ऐिी फिलों और फिल लेने योग्य बंिर भूसम क्षेत्र जििका उपचार
ककया िाएगा और जििे बागिानी फिलों के अंतगयत लाया िाएगा ऐिे क्षेत्र का
अनुमान लगाना
o खाद्यान्न फिलों के ्थान पर बागिानी फिलें लेने की व्यिहाययता और
िंभािना
o कुछ बागिानी फिलों की अनुमातनत उपयोधगता अिधध को ध्यान में रखते हुए
पुनबुि
य ाइय का अनुमान लगाना
o विद्यमान बागिान के िंरक्षण के सलए िंभाव्यता का अनुमान लगाना
5 पशुपालन o अद्यतन पशु गणना के अनुिार दध
ु ारू पशुओं की िंख्या िे िंबंधधत आंकड़ों
का िंकलन
o 30% बछडे ब्याएंगे, यह मानते हुए िंदसभयत िषय के सलए दध
ु ारू पशुओं का
अनुमान लगाया िा िकता है , 50:50 सलंग अनुपात, 40% बछड़ों की मत्ृ यु
दर और 50% भैिों का चयन और 40% बछड़ों का ब्याना, 50:50 सलंग
अनप
ु ात, 20% बछड़ों की मत्ृ यु दर, िीबीिी के सलए 50% का चयन और
30% बछड़ों का ब्याना, 50:50 सलंग अनुपात, 20% बछड़ों की मत्ृ यु दर,
दे शी गायों के सलए 50% चयन
o यह माना िाता है कक 1/6 पशु अच्छ गुणित्ता के होते हैं और अच्छ गुणित्ता
िाले पशुओं में िे 60% दध
ु ारू होते हैं और दध
ु ारू पशुओं में िे 60% द्वितीय
और तत
ृ ीय लेक्टे शन के होते हैं. इि प्रकार गणना ककए गए पशुओं की िंख्या
में िे 50% पशुओं को बैंक वित्त के सलए योग्य माना िाता है

उपर्ोगगता: हहतधारकों के उद्दे श्य को ध्यान में रखते हुए पीएलपी को उपयोगकताय के सलए िुगम बनाने के
सलए िजम्मसलत और ितत प्रयाि ककए िा रहे हैं. यह द्तािेि विसभन्न हहतधारकों के सलए अलग-अलग प्रकार
िे उपयोगी होता है , उदाहरण के तौर पर:

1 बैंकर o दोहन योग्य िंभाव्यता िाथ ही िाथ उपलब्ध ऋण के िंबंध में इनपुट/
िानकारी प्रदान करता है
o उच्च मूल्य िाली पररयोिनाओं/ क्षेत्र आधाररत योिनाओं की िंभाव्यता
o उपलब्ध आधारभत
ू िवु िधा िहायता िो उनके व्यििाय/ विकाि योिनाओं
के सलए आधार बन िकती है
2 िरकारी o दोहनयोग्य िंभाव्यता का उपयोग करने के सलए ऋण प्रिाह की िहायता
एिेंसियां/विभाग के सलए आिश्यक विकािात्मक आधारभूत िुविधाएं
o ऋण प्रिाह में िद्
ृ धध के सलए आिश्यक अन्य िहायता
o िरकार द्िारा प्रायोजित काययक्रम के सलए क्षेत्रों की पहचान करना
3 व्यजक्तगत/कारोबारी o प्रत्येक क्षेत्र में उपलब्ध तनिी तनिेश के अििर
कंपतनयां o िाणणजज्यक आधारभूत िुविधाएं
o िरकार और बैंकों की विसभन्न योिनाओं पर िानकारी

xiv
पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

अध्याय 1
महत्वपर्
ू ण नीतियाां और ववकास

1.1 नीतिगि पहलें - भारि सरकार

माननीय केंद्रीय वित्त और कॉपोरे ट मामलों के मंत्री, भारत िरकार द्िारा प्रस्तुत पहले डडजिटल बिट वित्तीय िर्ष
2021-22 में ननम्नसलखित 6 स्तंभों पर प्रकाश डाला गया था:
 स्िास््य एिं कल्याण
 भौनतक और वित्तीय पंिी और बनु नयादी ढांचा
 आकांक्षी भारत के सलए िमािेशी विकाि
 मानि पंिी को फिर िे िीिंत करना
 निाचार और अनुिंधान एिं विकाि
 न्यनतम िरकार और अधधकतम शािन

1.1.1 केंद्रीय बजट ववत्तीय वर्ण 2021-22 में कृवर् और ककसानों के कल्यार् के ललए तनम्नललखिि महत्वपूर्ण घोर्र्ाएां
की गईं

 फकिानों एिं कृवर् और िंबद्ध क्षेत्रों को अधधकाधधक ऋण उपलब्धता के सलए कृवर् ऋण का लक्ष्य बढाकर
`16.5 लाि करोड़ रुपये कर ददया गया है । पशुपालन, डेयरी और मत्सस्य पालन केंद्र बबंद ु के क्षेत्र होंगे।
 रूरल इंफ्रास्रक्चर डेिलपमें ट िंड को `30,000 करोड़ िे बढाकर `40,000 करोड़ फकया गया।
 िल िंरक्षण प्रनतबद्धता को बढाया गया है क्योंफक िक्ष्म सिंचाो कोर् को बढाकर नाबाडष के माध्यम िे
`10,000 करोड़ कर ददया गया है ।
 िभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदे शों में स्िासमत्सि योिना का विस्तार फकया िाएगा और 1241 गांिों में 1.80 लाि
िंपवत्त मासलकों को पहले ही स्िासमत्सि काडष उपलब्ध कराए िा चुके हैं।
 कृवर् और िंबद्ध उत्सपादों में मल्यिधषन को बढािा दे ने के सलए 'ऑपरे शन ग्रीन स्कीम' को 22 िराब होने िाले
उत्सपादों तक बढाया िाएगा।
 पारदसशषता और प्रनतस्पधाषत्समकता लाने के सलए 1000 और मंडडयों को e-NAM िे िोड़ा िाएगा।
 एपीएमिी मे बुननयादी िुविधाओं को बढाने के सलए कृवर् अििंरचना ननधध तक पहुंच िुननजचचत की िाएगी।
 तसमलनाडु में एक बहुउद्दे चयीय िमुद्री शैिाल पाकष की स्थापना िे दे श के विशाल िमुद्री िंिाधनों और
अनि
ु ंधान एिं विकाि क्षमताओं का लाभ उठाने में मदद करने का प्रस्ताि है ।
मात्सत्ययकी क्षेत्र से सांबांधिि प्रयिाव
 िमुद्री और अंतदे शीय आधुननक मछली पकड़ने के बंदरगाह और मछली लैंडडंग केंद्र विकसित करने के सलए
ननिेश।
 कोजचच, चेन्नो, विशािापत्तनम, पारादीप और पेटुआघाट में मछली पकड़ने के 5 प्रमुि बंदरगाहों को आधथषक
गनतविधधयों के केंद्र के रूप में विकसित फकया िाएगा।
 िमद्र
ु ी शैिाल की िेती को बढािा दे ने के सलए तसमलनाडु में बहुउद्दे शीय िमद्र
ु ी शैिाल पाकष की स्थापना।
कृवर् उत्पादों पर कर प्रयिाव:
 कपाि पर िीमा शुल्क बढाकर 10% और कचचे रे शम और रे शम के धागे पर 10% िे बढाकर 15% कर ददया
गया है ।
 विकृत एधथल अल्कोहल पर अंनतम उपयोग आधाररत ररयायत को िापि लेना।

1
पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

 कम िंख्या में मदों पर कृवर् अििंरचना और विकाि उपकर (एआोडीिी)।

COVID-19 महामारी के दौरान उपलत्सधियाां और मील के पत्थर

प्रिानमांत्री गरीब कल्यार् योजना (पीएमजीकेवाई):


 `2.76 लाि करोड़ रुपये मल्य का
 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाि
 8 करोड़ पररिारों को मफ्
ु त रिोो गैि
 40 करोड़ िे अधधक फकिानों, मदहलाओं, बुिुगों, गरीबों और िरूरतमंदों को िीधे नकद
आत्म तनभणर भारि पैकेज (ANB 1.0):
 अनुमाननत आकार `23 लाि करोड़ - िकल घरे ल उत्सपाद के 10% िे अधधक।
 पीएमिीकेिाो, तीन एएनबी पैकेि (एएनबी 1.0, 2.0 और 3.0), और बाद में की गो घोर्णाएं अपने आप में 5
समनी बिट की तरह थीं।
 आरबीआो के उपायों िदहत िभी तीन एएनबी पैकेिों का `27.1 लाि करोड़ रुपये का वित्तीय प्रभाि - िकल
घरे ल उत्सपाद के 13% िे अधधक की रासश।
सांरचनात्मक सुिार:
 एक राष्ट्र एक राशन काडष
 कृवर् और श्रम िध
ु ार
 एमएिएमो की पुनपषररभार्ा
 िननि क्षेत्र का व्याििायीकरण
 िािषिननक क्षेत्र के उपक्रमों का ननिीकरण
 उत्सपादन िे िुड़ी प्रोत्सिाहन (पीएलआो) योिना
 मेड-इन-इंडडया टीके - भारत के नागररकों और 100 िे अधधक दे शों के नागररकों को COVID-19 और दो या
अधधक नए टीकों द्िारा कोविड के खिलाि धचफकत्सिकीय रूप िे िुरक्षक्षत करने की उम्मीद है ।

1.1.2 भारि सरकार द्वारा COVID-19 के दौरान ककसानों के सांकट को कम करने के ललए शुरू ककए गए उपाय।

कोविड -19 के विचिव्यापी प्रकोप ने मानि स्िास््य और अथषव्यिस्था के सलए बड़े और बाधधत कृवर् आपनतष
श्रंि
ृ ला के सलए एक गंभीर ितरा पैदा कर ददया है । एक स्थायी िाद्य प्रणाली िुननजचचत करने के सलए शुरू
फकए गए विसभन्न शमन उपायों को ननम्नानि
ु ार िखणषत फकया गया है :
 नाबाडष ने `30,000 करोड़ रुपये की अनतररक्त पुनविषत्त िहायता प्रदान की है । इिके अलािा, ग्रामीण िहकारी
बैंकों और आरआरबी की ििल ऋण आिचयकताओं को परा करने के सलए `90,000 करोड़ की रासश पहले िे ही
प्रदान फकया िा रहा है ।
 फकिान क्रेडडट काडष योिना के तहत 2.5 करोड़ फकिानों को `2 लाि करोड़ रुपये का ऋण प्रोत्सिाहन।
 कृवर् के तहत `1लाि करोड़ रुपये। फकिानों के सलए िामष-गेट इंफ्रास्रक्चर के ननमाषण के सलए इंफ्रास्रक्चर िंड।
 वित्तीय िर्ष 2020-21 िे 2024-25 तक पांच िर्ों की अिधध में िक्ष्म िाद्य उद्यमों (एमएिो) के
औपचाररककरण की योिना के सलए `10,000 करोड़ रुपये।
 प्रधानमंत्री मत्सस्य िंपदा योिना (PMMSY) के माध्यम िे मछुआरों के सलए `20,000-करोड़ रुपये का आिंटन
फकया गया है , जििमें िमुद्री, अंतदे शीय मत्सस्य पालन और िलीय कृवर् में गनतविधधयों के सलए `11,000 करोड़
रुपये के िाथ-िाथ बनु नयादी ढांचे यानी मत्सस्य पालन बंदरगाह, शीत श्रंि
ृ ला, बािार आदद के सलए `9,000
करोड़ रुपये का आिंटन फकया गया है ।

2
पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

 डेयरी प्रिंस्करण, मल्यिधषन और पशु चारा बनु नयादी ढांचे में ननिी ननिेश का िमथषन करने के सलए `15,000
करोड़ की पशुपालन बुननयादी ढांचा विकाि कोर् (एएचआोडीएि) की स्थापना की गो थी।
 10,00,000 हे क्टे यर को अगले दो िर्ों में `4,000 करोड़ के पररव्यय के िाथ हबषल िेती के तहत किर फकया
िाएगा, जिििे फकिानों को `5,000 करोड़ रुपये की आय होगी।
 िाद्य प्रिंस्करण उद्योग मंत्रालय (MOFPI) द्िारा चलाए िा रहे "ऑपरे शन ग्रीन्ि" को टमाटर, प्याि और
आल (TOP) िे लेकर िभी िलों और िजब्ियों तक बढाया िाएगा। अधधशेर् िे कमी िाले बािारों में पररिहन
पर 50% िजब्िडी और कोल्ड स्टोरे ि िदहत भंडारण पर 50% िजब्िडी प्रदान की िाएगी। इििे फकिानों को
बेहतर मल्य प्राप्त होगा, अपव्यय कम होगा और उपभोक्ताओं के सलए उत्सपादों की िहनीयता होगी।
 आगामी ििल मौिम में उिषरकों की िमय पर उपलब्धता िुननजचचत करने के सलए फकिानों को उिषरकों की
आपनतष में िद्
ृ धध िुननजचचत करने के सलए `65,000 करोड़ प्रदान फकए िाएंगे।
 भारत िरकार ने िाद्य िरु क्षा िनु नजचचत करने के सलए प्रधान मंत्री गरीब कल्याण योिना (पीएमिीकेिाो) शुरू
की है । िािषिननक वितरण प्रणाली के माध्यम िे िुरक्षा, विधिाओं, पें शनभोधगयों और मदहलाओं को प्रत्सयक्ष लाभ
हस्तांतरण करने की योिना है ।
 इिके अलािा, चल रही महामारी के दौरान फकिानों की उपि पर बेहतर मल्य प्राजप्त के सलए नकद िहायता के
अलािा, भारत िरकार ने िेती की लागत के िाथ-िाथ एमएिपी में कािी िद्
ृ धध की है और राज्य एिेंसियों के
माध्यम िे िरीदी िाने िाली िस्तओ
ु ं की िंख्या में िद्
ृ धध की है ।

1.1.3 बागवानी क्षेत्र में बेहिर ववपर्न और तनयाणि के ललए "एक उत्पाद एक त्सजला” पहल

माननीय केंद्रीय वित्त मंत्री ने 2020-21 के बिट में बागिानी ििलों के बेहतर विपणन और ननयाषत के सलए
'िन-प्रोडक्ट िन-डडजस्रक्ट (ओडीओपी) पहल' की घोर्णा की और फकिानों की आय बढाने के सलए िमजन्ित
विकाि को बढािा ददया। इि योिना को वित्तीय िर्ष 2021-22 के सलए बढा ददया गया था। प्रत्सयेक जिले में
एक उत्सपाद पर ध्यान केंदद्रत करने िे रांांडडंग और माकेदटंग के माध्यम िे स्थानीय उत्सपादों को बदलने में मदद
समलेगी। इि योिना में िामान्य िुविधाओं, ऊष्ट्मायन केंद्रों, प्रसशक्षण, अनुिंधान और विकाि (आर एंड डी),
रांांडडंग और माकेदटंग के प्रािधान के माध्यम िे बैकिडष और िॉरिडष सलंकेि को मिबत करने की पररकल्पना
की गो है । िन डडजस्रक्ट िन प्रोडक्ट (ओडीओपी) पहल का पररचालन रूप िे 'डडजस्रक््ि एज़ एक्िपोटष हब'
पहल के िाथ विलय कर ददया गया है और इिे विदे श व्यापार महाननदे शालय (डीिीएिटी), िाखणज्य विभाग
द्िारा उद्योग और आंतररक व्यापार िंिधषन विभाग (डीपीआोआोटी) के रूप में लाग फकया िा रहा है ।

1.1.4 यवालमत्व (ग्रामों का सवेक्षर् और ग्राम क्षेत्रों में सुिाररि प्रौद्योधगकी के साथ मानधचत्रर्)

स्िासमत्सि, एक केंद्रीय क्षेत्र की योिना, भारत के माननीय प्रधान मंत्री द्िारा राष्ट्रीय पंचायत ददिि यानी 24
अप्रैल 2020 को शुरू की गो थी। पंचायती राि मंत्रालय (MoPR) योिना के कायाषन्ियन के सलए नोडल
मंत्रालय है । राज्यों में रािस्ि विभाग/भ-असभलेि विभाग नोडल विभाग होगा और राज्य पंचायती राि विभाग के
िहयोग िे योिना को फक्रयाजन्ित करे गा। इि योिना का उद्दे चय ग्रामीण भारत के सलए एक एकीकृत िंपवत्त
ित्सयापन िमाधान प्रदान करना है । ग्रामीण आबादी क्षेत्रों का िीमांकन भारतीय ििेक्षण के माध्यम िे ड्रोन
ििेक्षण तकनीक का उपयोग करके फकया िाएगा।
उद्दे श्य: इि योिना में ड्रोन प्रौद्योधगकी और ननरं तर िंचालन िंदभष स्टे शन (िीओआरएि) का उपयोग करके
ग्रामीण आबादी िाले क्षेत्र में भसम पािषल की मैवपंग की पररकल्पना की गो है । यह ििेक्षण परे दे श में 2020-
2025 की अिधध में चरणबद्ध तरीके िे फकया िाएगा। यह गांिों में बिे हुए ग्रामीण क्षेत्रों में घर रिने िाले

3
पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

गांि के घर के मासलकों को 'अधधकारों का ररकॉडष' प्रदान करे गा, िो बदले में, उन्हें बैंकों िे ऋण और अन्य
वित्तीय लाभ लेने के सलए अपनी िंपवत्त को वित्तीय िंपवत्त के रूप में उपयोग करने में िक्षम करे गा।
बिट 2021 में इि योिना के सलए `200 करोड़ का प्रािधान फकया गया है और 2.30 लाि गांिों को लक्षक्षत
करते हुए 16 राज्यों को किर फकया िाएगा। SVAMITVA के पायलट चरण को `79.65 करोड़ के बिट
पररव्यय के िाथ अनुमोददत फकया गया था। पायलट चरण के दौरान, योिना को 9 राज्यों उत्तर प्रदे श,
उत्तरािंड, मध्य प्रदे श, हररयाणा, महाराष्ट्र, कनाषटक, पंिाब, रािस्थान और आंध्र प्रदे श में लाग फकया िा रहा
है । (वििरण के सलए विजिट करें https://www.nabard.org/plp-guide.aspx?id=698&cid=698)

1.2 नीतिगि पहल - भारिीय ररजवण बैंक

आरबीआो द्िारा ननम्नसलखित प्रमुि पहल की गो हैं:


 िभी िाखणजज्यक बैंकों, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, लघु वित्त बैंकों, शहरी िहकारी बैंकों, राज्य िहकारी बैंकों, डीिीिीबी,
एनबीएििी को कोविड-19 ननयामक पैकेि - पररिंपवत्त िगीकरण और पुनभुग
ष तान दबाि को कम करने और
कायषशील पंिी तक पहुंच में िुधार करने के सलए ननदे श िारी फकए गए थे। ऋण चुकाने का बोझ, िास्तविक
अथषव्यिस्था को वित्तीय तनाि के िंचरण को रोकना, और व्यिहायष व्यििायों और पररिारों की ननरं तरता
िुननजचचत करना। आरबीआो द्िारा पररिंपवत्त िगीकरण और प्रािधान के िंबंध में विस्तत
ृ ननदे श क्रमशः 17
अप्रैल 2020 और 23 मो 2020 के पररपत्र के माध्यम िे िारी फकए गए थे।
 COVID-19 महामारी के प्रकोप के कारण दे शव्यापी तालाबंदी और लोगों की आिािाही पर लगाए गए प्रनतबंधों
के मद्दे निर, को फकिान अपने अल्पकासलक ििल ऋण बकाया के भुगतान के सलए बैंक शािाओं में िाने में
िक्षम नहीं थे। िभी िािषिननक और ननिी क्षेत्र के अनुिधचत िाखणजज्यक बैंकों को 3 लाि रुपये तक के
अल्पकासलक ििल ऋण के सलए 2% के आोएि और 3% के पीआरआो का लाभ दे ने के ननदे श िारी फकए
गए थे, जिनके िाते 1 माचष के बीच दे य हो गए थे या पररपत्र ददनांक 21 अप्रैल 2020 के माध्यम िे 1 माचष
2020 और 31 मो 2020 के बीच दे य हो िाएंगे।
 ररज़िष बैंक ने िमाधान योिनाओं में ऐिे मानकों को शासमल करने के सलए क्षेत्र विसशष्ट्ट बें चमाकष श्रेखणयों के
िाथ आिचयक वित्तीय मानकों पर सििाररशें की थीं और तदनुिार, अध्यक्ष के रूप में श्री के.िी. कामथ की
अध्यक्षता में एक विशेर्ज्ञ िसमनत का गठन फकया था। विशेर्ज्ञ िसमनत ने सितंबर 2020 को आरबीआो को
अपनी सििाररशें प्रस्तुत कीं। तदनुिार, िभी ऋण दे ने िाली िंस्थाएं 07 सितंबर 2020 के पररपत्र के माध्यम
िे पात्र उधारकताषओं के िंबंध में िमाधान योिनाओं को अंनतम रूप दे ते िमय अननिायष रूप िे प्रमि
ु अनप
ु ातों
पर विचार करें गी।
 आरबीआो ने 4 िन 2020 के पररपत्र के माध्यम िे कोविड -19 के कारण 31 अगस्त 2020 तक विस्ताररत
अिधध के सलए पशुपालन, डेयरी और मत्सस्य पालन िदहत कृवर् के सलए अल्पकासलक ऋण के सलए ब्याि
िबिें शन (आोएि) और शीघ्र पुनभुग
ष तान प्रोत्सिाहन (पीआरआो) बढाया।
 दीनदयाल अंत्सयोदय योिना और राष्ट्रीय ग्रामीण आिीविका समशन (डीएिाो-एनआरएलएम) पर मास्टर पररपत्र
को 18 सितंबर 2020 के पररपत्र के माध्यम िे िंशोधनों को शासमल करके उपयुक्त रूप िे अद्यतन फकया
गया था।
 भारत िरकार, रािपत्र अधधिचना का.आ. 2119 (ो) ददनांक 26 िन, 2020 द्िारा उद्यमों को िक्ष्म, लघु और
मध्यम उद्यमों के रूप में िगीकृत करने के सलए नए मानदं ड अधधिधचत फकए गए। नए मानदं ड उद्यमों का
िगीकरण, ननिेश के िमग्र मानदं ड और िगीकरण के सलए टनषओिर, िंयंत्र और मशीनरी या उपकरण में ननिेश

4
पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

की गणना और टनषओिर की गणना हैं। यह पररपत्र ददनांक 02 िल


ु ाो 2020 के तहत 1 िल
ु ाो, 2020 िे
प्रभािी होगा।
 COVID-19 के पररणाम के कारण व्यिहायष MSME िंस्थाओं का िमथषन करने की ननरं तर आिचयकता को
दे िते हुए और इन ददशाननदे शों को अन्य अधग्रमों के सलए घोवर्त COVID-19 िंबंधधत तनाि के िमाधान ढांचे
के िाथ िंरेखित करने के सलए, RBI ने पररपत्र ददनांक 06 अगस्त 2020 के माध्यम िे योिना का विस्तार
करने का ननणषय सलया, अथाषत मौिदा एमएिएमो को 'मानक' के रूप में िगीकृत ऋणों को पररिंपवत्त िगीकरण
में डाउनग्रेड के बबना पुनगषदठत फकया िाना है ।
(वििरण के सलए विजिट करें https://www.nabard.org/plpguide.aspx?id=698&cid=698)

1.3 नीतिगि पहल – नाबार्ण

1.3.1 दीघणकाललक पन
ु ववणत्त

फकिानों को बढा हुआ और ननबाषध ऋण प्रिाह िुननजचचत करने के सलए, िाथ ही कृवर् क्षेत्र में पंिी ननमाषण को
बढािा दे ने के सलए, नाबाडष ने िहकारी बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को दीघषकासलक ग्रामीण ऋण ननधध िे
उधचत ब्याि दर पर पन
ु विषत्त प्रदान फकया। िर्ष 2020-21 के सलए `14,481.50 करोड़ आिंदटत फकए गए।

1.3.2 अल्पकाललक पुनववणत्त

अल्पािधध िहकारी ग्रामीण ऋण - एिटीिीआरिी (पुनविषत्त) कोर् की स्थापना नाबाडष में िर्ष 2008-09 में
िहकारी िसमनतयों को उनके ििल ऋण के सलए अल्पकासलक पुनविषत्त प्रदान करने के सलए की गो थी। िर्ष
2020-21 के सलए `44,644.50 करोड़ का आिंटन अल्पकालीन पुनविषत के सलए फकया गया है ।
आरआरबी को उनके ििल ऋण के सलए अल्पकासलक पन
ु विषत्त प्रदान करने के सलए 2012-13 में नाबाडष में
अल्पािधध आरआरबी (पुनविषत्त) ननधध की स्थापना की गो थी। िर्ष 2020-21 के सलए आिंटन `9,921 करोड़
फकया गया है ।

वर्ण (2020-21) के दौरान की गई पहल

 COVID-19 महामारी के कारण लॉकडाउन के मद्दे निर बैंकों और फकिानों को ऋण का प्रिाह ननबाषध
िनु नजचचत करने हे तु िहकारी बैंकों, आरआरबी और एनबीएििी को विशेर् तरलता िवु िधा (एिएलएि -1) के
तहत `25,500 करोड़ का वितरण (िहकारी बैंकों को `16,800 करोड़, आरआरबी को `6,700 करोड़ और
एनबीएििी को `2,000 करोड़) फकया गया।
 `500 करोड़ रुपये िे कम की िंपवत्त िाली एनबीएििी/एनबीएििी-एमएिआो को अनतररक्त एिएलएि
`1,567 करोड़ प्रदान फकए गए।
 SCARDBs को SLF के अंतगषत `783 करोड़ की िहायता नाबाडष के अपने िंड िे फ्रंट एंडड
े सलजक्िडडटी िपोटष
के रूप में प्रदान फकया गया।
 एिटीआरआरबी और एलटीआरिीएि के 25% का आिंटन आकांक्षी और ऋण की कमी िाले जिलों को फकया
गया।
 पुनविषत्त प्राप्त करने के सलए क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के सलए प्रारं सभक पात्रता मानदं ड को िंशोधधत फकया गया और
नाबाडष द्िारा आंतररक िोखिम रे दटंग के आधार पर ननधाषररत फकया गया।

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

1.3.3 ववशेर् पुनववणत्त योजनाएां

ररििष माइग्रेशन के मुद्दे के ननराकरण करने के सलए, कृवर् और ग्रामीण क्षेत्र और आय िि


ृ न गनतविधधयों को
बढािा दे ने और स्िास््य और स्िचछता पर ध्यान दे ने के सलए, नाबाडष ने पात्र वित्तीय िंस्थानों को ररयायती दरों
पर ननम्नसलखित विशेर् पुनविषत्त योिनाएं शुरू की:
 बहु सेवा केंद्रों (एमएससी) के रूप में पैक्स - नाबाडष ने वित्तीय िर्ष 2020-21 िे शुरू होने िाले तीन िर्ों की
अिधध में बहु िेिा केंद्रों के रूप में रूपांतरण के सलए िभी िंभावित पैक्ि को िंतप्ृ त करने के सलए विशेर्
पुनविषत्त योिना शुरू की। यह योिना गुणित्ता पणष बुननयादी ढांचे (पंिीगत िंपवत्त) के विकाि के सलए पैक्ि का
िमथषन करने के सलए एिटीिीबी को 3% पर ररयायती पन
ु विषत्त प्रदान करती है । इि लाइन ऑि क्रेडडट के
तहत, नाबाडष ने वित्त िर्ष 2021 में 5000 पैक्ि के पररितषन के िाथ शुरू होने िाले तीन िर्ों में 35000 पैक्ि
के पररितषन की पररकल्पना की है । वित्तीय िर्ष 2020-21 के दौरान, नाबाडष द्िारा 3055 पैक्ि को िैद्धांनतक
रूप िे स्िीकृत फकया गया, जििकी अनुमाननत पररयोिना लागत `1,760.82 करोड़ और अनुमाननत ऋण
`1,568 करोड़ है ।
 वाटरशेर् और वार्ी पररयोजना क्षेत्रों के लाभाधथणयों के ललए योजना - इि योिना का उद्दे चय नाबाडष िमधथषत
िाटरशेड और िाडी पररयोिना क्षेत्रों में लाभाधथषयों के सलए दटकाऊ आधथषक गनतविधधयों, आिीविका और रोिगार
के अििरों को बढािा दे ना है ताफक इन लाभाधथषयों को ररयायती दर पर ऋण दे ने के सलए बैंकों को प्रोत्सिादहत
फकया िा िके। ग्रामीण प्रिाि का मुद्दा और COVID युग के बाद कृवर् और ग्रामीण क्षेत्र को बढािा दे ने हे तु।
िभी पात्र बैंकों/वित्तीय िंस्थाओं को अधधकतम 5 िर्ों की अिधध के सलए 3% पर पन
ु विषत्त उपलब्ध है । इि
योिना के तहत बैंकों/वित्तीय िंस्थाओं द्िारा ली िाने िाली अंनतम उधार दर को 06 महीने के
एमिीएलआर+1% या ोबीएलआर+2.5%, िो भी कम हो, के रूप में िंशोधधत फकया गया है । नाबाडष ने वित्तीय
िर्ष 2020-21 िे 2022-23 के दौरान `5,000 करोड़ की पुनविषत्त रासश ननधाषररत फकया है । । वित्तीय िर्ष 2020-
21 के दौरान इि उत्सपाद के तहत `126.80 करोड़ का पुनविषत्त वितररत फकया गया है ।
 सूक्ष्म िाद्य प्रसांयकरर् गतिववधियों को बढावा दे ने की योजना - इि योिना का उद्दे चय बैंकों को िक्ष्म िाद्य
प्रिंस्करण गनतविधधयों को उधार दे ने के सलए प्रोत्सिादहत करना और ग्रामीण क्षेत्रों में COVID-19 महामारी के
कारण ग्रामीण युिाओं के िाथ-िाथ ररििष प्रिासियों के सलए स्थायी आिीविका और रोिगार के अििर पैदा
करना है । यह योिना मौिदा व्यजक्तगत िक्ष्म उद्यमों के आधुननकीकरण और प्रनतस्पधाषत्समकता को बढाने और
ग्रामीण क्षेत्रों में औपचाररक क्षेत्र में उनके िंक्रमण को िुननजचचत करने की भी पररकल्पना करती है । पुनविषत्त
योिना MoFPI, भारत िरकार द्िारा आत्समाननभषर भारत असभयान के तहत हाल ही में शुरू की गो "िक्ष्म
िाद्य प्रिंस्करण उद्यमों (पीएम एिएमो) के औपचाररकरण के सलए पीएम योिना" को बढािा दे गी। पात्र
वित्तीय िंस्थानों िैिे िाखणजज्यक बैंकों, एिएिबी, एिटीिीबी, आरआरबी और नाबाडष की िहायक कंपननयों के
सलए 4% पर ररयायती पुनविषत्त उपलब्ध है ।
 जल और यवच्छिा पर ववशेर् पुनववणत्त योजना (WASH) - विशेर् रूप िे चल रहे COVID-19 महामारी के
िमय में िंक्रामक रोग के प्रकोप के दौरान मानि स्िास््य की रक्षा करने की आिचयकता को ध्यान में रिते
हुए WASH गनतविधधयों पर एक मॉडल पन ु विषत्त योिना तैयार की गो है । नाबाडष द्िारा िाश की िंकल्पना की
गो है ताफक बैंकों को पीने के पानी की िुविधाओं, घरे ल शौचालयों के ननमाषण/निीनीकरण िदहत स्िचछता
िुविधाओं िे िंबंधधत िामाजिक बुननयादी ढांचे के ननमाषण के सलए उद्यसमयों को ऋण प्रदान करने में िक्षम
बनाया िा िके।
 माचष 2020 िे 31 अगस्त 2020 तक और माचष 2021 िे िन 2021 तक विस्ताररत अिधध के सलए ब्याि
िबिें शन लाभों का विस्तार फकया गया है ।

6
पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

 नाबाडष के ग्राहक उधारकताषओं के सलए ऋण फकस्तों का COVID-19 आस्थगन।


 पीएम फकिान िम्मान योिना के लाभाधथषयों जिनके पाि फकिान क्रेडडट काडष नहीं हैं को किर करने के सलए
केिीिी िंतजृ प्त असभयान- भारत िरकार कृवर्, िहकाररता और फकिान कल्याण विभाग, कृवर् और फकिान
कल्याण मंत्रालय। भारत िरकार ने फकिान क्रेडडट काडष के तहत िभी पीएम फकिान िम्मान योिना के
लाभाधथषयों को किर करने के सलए 08.02.2020 िे एक असभयान शुरू फकया है । अधधकतम किरे ि िुननजचचत
करने के सलए पयाषप्त प्रचार और िागरूकता असभयान चलाए गए। KCC िंतजृ प्त का चरण- II- आत्समाननभषर
भारत पैकेि के एक भाग के रूप में , िरकार ने 2.5 करोड़ फकिानों को फकिान क्रेडडट काडष (KCC) योिना के
तहत एक विशेर् िंतजृ प्त असभयान के माध्यम िे `2 लाि करोड़ के क्रेडडट बस्ट के िाथ किर करने की घोर्णा
की है । पशुपालन और डेयरी विभाग, भारत िरकार ने दग्ु ध िंघों और दग्ु ध उत्सपादक कंपननयों के 1.5 करोड़
डेयरी फकिानों और 1 करोड़ मछली फकिानों को केिीिी प्रदान करने के सलए एक िाथ एक विशेर् असभयान
शुरू करने का भी ननणषय सलया। फकिानों को ररयायती ऋण उपलब्ध कराने की इि ददशा में िहकारी बैंकों और
क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के ननरं तर प्रयािों के पररणामस्िरूप िर्ष के दौरान प्रगनत ननम्नानुिार है :
केिीिी (चरण) केिीिी िंख्या (लाि) िीमा स्िीकृत (करोड़ मे)
I 12.58 8,499.86
II (31-05-2021) 58.56 47,685.68
 बैंक क्रेडडट के िाथ िरकारी प्रायोजित कायषक्रम - 2020-21 (30 िन 2021 तक) के सलए ननम्नसलखित
िजब्िडी योिनाओं को िारी रिने की प्रशािननक स्िीकृनत भारत िरकार िे प्राप्त हुो है :
 कृवर्. जक्लननक और कृवर् व्यापार केंद्र योिना (एिीएबीिी)।
 उद्यसमता विकाि और रोिगार िि
ृ न के सलए राष्ट्रीय पशुधन समशन (ोडीोिी), राष्ट्रीय पशुधन समशन का
घटक, कुक्कुट उद्यम पंिी कोर् (पीिीिीएि), छोटे िुगाली करने िालों और िरगोशों का एकीकृत विकाि
(आोडीएिआरआर), िुअर विकाि (पीडी), नर का बचाि और पालन-पोर्ण भैंि बछड़े (SRMBC), प्रभािी पशु
अपसशष्ट्ट प्रबंधन, चारा और चारे के सलए भंडारण िुविधा का ननमाषण।
 आोएिएएम की िंशोधधत एएमआो उप योिना - 2021-22 के दौरान योिना को िारी रिने के िंबंध में
भारत िरकार िे िंचार प्रतीक्षक्षत है ।

1.3.4 ग्रामीर् बतु नयादी ढाांचा ववकास कोर् (आरआईर्ीएफ):

वित्तीय िर्ष 2020-21 के दौरान प्रमुि नीनतगत पररितषन और पहलें इि प्रकार थीं:
 आरआोडीएि के तहत कोर् को `30,000 करोड़ िे `40,000 करोड़ बढाया गया था, िैिा फक केंद्रीय बिट
2021-22 में घोवर्त फकया गया था।
 िर्ष के दौरान विसभन्न राज्य/िंघ की िरकारों को `34,830 करोड़ के योिनाओं की स्िीकृनत और 29,193
करोड़ रुपये रुपये का िंवितरण फकया गया।
 ग्रामीण गरीबी और प्रनत व्यजक्त प्राथसमकता क्षेत्र ऋण प्रिाह को शासमल करने के सलए आरआोडीएि के तहत
राज्य-िार स्िीकृनतयों के सलए मानक आिंटन मानकों मे िुधार फकया गया।
 आरआोडीएि XX और XXI के तहत स्िीकृत पररयोिनाओं की चरणबद्धता 30 सितंबर 2021 तक बढा दी
गो थी और 31 ददिंबर 2021 तक व्यय की प्रनतपनतष की अनुमनत दी गो थी।
 राज्य िरकार द्िारा विसशष्ट्ट एिेंसियों के माध्यम िे बेहतर गुणित्ता ननयंत्रण और पयषिेक्षण िुननजचचत करने के
सलए, गुणित्ता ननयंत्रण/पीएमिी/पयषिेक्षी शुल्क/तत
ृ ीय पक्ष ननगरानी के कारण िचष को आरआोडीएि के तहत
पात्र पररयोिना लागत के अधधकतम 2% तक माना िाता है ।

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

 आरआोडीएि िंचालन के डडजिटलीकरण और पररयोिनाओं की िास्तविक िमय ननगरानी के सलए एक िमवपषत


िेब-पोटष ल और मोबाइल ऐप लॉन्च फकया गया था।
 िर्ष के दौरान आरआोडीएि के 25 िर्ष परे होने पर एक कॉपोरे ट फिल्म का शुभारं भ फकया गया।

महत्वपूर्ण तनधि:

सक्ष्
ू म लसांचाई कोर् (MIF)
 कृवर् और फकिान कल्याण मंत्रालय (MoA&FW), भारत िरकार के नोडल मंत्रालय के िाथ वित्तीय िर्ष 2019-
20 में नाबाडष में `5000 करोड़ रुपये के कोर् के िाथ MIF का िंचालन फकया गया था। ननधध का परी तरह िे
उपयोग फकया गया और भारत िरकार ने रुपये के अनतररक्त आिंटन की घोर्णा की। वित्तीय िर्ष 2021-22 के
केंद्रीय बिट में `5,000 करोड़ का आिंटन फकया गया।
 प्रधान मंत्री कृवर् सिंचाो योिना - प्रनत बंद अधधक ििल के प्रािधानों िे परे MIF ने राज्य िरकारों को
अनतररक्त िंिाधन िट
ु ाने और इिे अपनाने को प्रोत्सिादहत करने मे िवु िधा प्रदान की।
 वित्तीय िर्ष 2020-21 के दौरान `1128.60 करोड़ रुपये की ऋण रासश मंिर की गो और `1827.47 करोड़
रुपये िारी फकए गए। 31 माचष 2021 तक, MIF के तहत स्िीकृत और िारी फकया गया िंचयी ऋण क्रमशः
`3970.17 करोड़ और `1827.47 करोड़ रुपये था।
दीघाणवधि लसांचाई कोर् (LTIF)
 पहचान की गो 99 मध्यम और प्रमि
ु सिंचाो पररयोिनाओं को तेिी िे परा करने के सलए 2016-17 में नाबाडष
में एलटीआोएि का िंचालन फकया गया था। LTIF के तहत, नाबाडष केंद्रीय शेयर के िाथ-िाथ राज्य के दहस्िे
के सलए ऋण प्रदान करता है । वित्तीय िर्ष 2020-21 के दौरान `2461.84 करोड़ रुपये की ऋण रासश स्िीकृत
की गो और `7761.20 करोड़ रुपये िारी फकए गए। 31 माचष 2021 तक, स्िीकृत और िारी फकया गया िंचयी
ऋण क्रमशः `84326.60 करोड़ और `52479.71 करोड़ था।
प्रिानमांत्री आवास योजना - ग्रामीर् (PMAY-G)
 PMAY-G का लक्ष्य 2022 तक कचचे और िीणष-शीणष घर में रहने िाले िभी घरों / पररिारों को बुननयादी
िुविधाओं के िाथ एक पक्का घर उपलब्ध कराना है । इि योिना के तहत, नाबाडष ने केंद्रीय शेयर के आंसशक
वित्त पोर्ण के सलए ऋण ददया है ।
 PMAY-G के तहत वित्तीय िर्ष 2016-17 िे 2021-22 तक 2.95 करोड़ घरों (पहले चरण में 1 करोड़ और
द्वितीय चरण में 1.95 करोड़) के ननमाषण का लक्ष्य रिा गया है ।
 वित्तीय िर्ष 2020-21 के दौरान `20,000.00 करोड़ की ऋण रासश मंिर फकए गए और PMAY-G के तहत
केंद्रीय दहस्िे के आंसशक वित्त पोर्ण के सलए `1999.80 करोड़ िारी फकए गए। 31 माचष 2021 तक, PMAY-G
के तहत स्िीकृत और िारी फकया गया िंचयी ऋण क्रमशः `61,975.00 करोड़ और `48,819.03 करोड़ था।
यवच्छ भारि लमशन-ग्रामीर् (SBM-G)
 भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में िािषभौसमक स्िचछता किरे ि प्राप्त करने के लक्ष्य के िाथ 2 अक्टबर 2014 को
एिबीएम-िी िरकार द्िारा शुरू फकया गया था। योिना के तहत, नाबाडष ने केंद्रीय शेयर के आंसशक वित्त पोर्ण
के सलए वित्तीय िर्ष 2018-19 िे 2019-20 के दौरान ऋण ददया।
 एिबीएम-िी के तहत 31 माचष 2020 तक िंचयी मंिरी और िंवितरण क्रमश: `15,000 करोड़ और
`12,298.20 करोड़ था।
 वित्तीय िर्ष 2018-19 और 2019-20 के दौरान, कुल 3.29 करोड़ घरे ल शौचालयों (2018-19 में 2.23 करोड़
और 2019-20 के दौरान 1.06 करोड़) का ननमाषण फकया गया (स्रोत-एमओिेएि, भारत िरकार)।

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

राज्य सरकारों को ग्रामीर् आिारभूि सांरचना सहायिा (आरआईएएस)


 नाबाडष ने एक नया उत्सपाद "राज्य िरकारों को ग्रामीण बुननयादी ढांचा िहायता (आरआोएएि)" `15000 करोड़
की रासश के िाथ लॉन्च फकया, जििमें आरआोएएि के तहत, नाबाडष ग्रामीण आिीविका का िमथषन करने िाले
बुननयादी ढांचे के ननमाषण के सलए पिी क्षेत्र में राज्य िरकारों को वित्तीय िहायता प्रदान करे गा, िो 5-िे
दृजष्ट्टकोण िन (मानि), िल (िल), िमीन (भसम), िानिर (पशुधन) और िंगल (िन) पर दटका हुआ है ।

1.3.5 सूक्ष्म ववत्त पर पहल

 िेएलिीपीआो को अनुदान िहायता में िंशोधन: िेएलिी को बढािा दे ने के सलए, िेएलिीपीआो को अनुदान
िहायता को `2,000/- िे `4,000/- प्रनत िेएलिी फकया गया।
 एमोडीपी/एलोडीपी: एिएचिी िदस्यों को कुशल बनाने के नाबाडष के प्रयािों को मिबत करने के सलए,
एमोडीपी के सलए अनुदान िहायता को बढाकर `1.00 लाि और एलोडीपी के सलए `8.80 लाि (कृवर् क्षेत्र)
और `7.15 लाि (ऑि िामष िेक्टर) फकया गया।
 वित्तीय िर्ष 2020-21 के सलए, ग्रामीण रोिगार के सलए आिचयक कौशल की आपनतष बढाने के सलए एमोडीपी
की िंख्या वपछले िर्ष की तुलना में तीन गुना और एलोडीपी दोगुनी हो गो है ।
 JLGPI के रूप में NABFINS: NABFINS को तीन िाल की अिधध के सलए पााँच राज्यों अिम, छत्तीिगढ,
मध्य प्रदे श, महाराष्ट्र और झारिंड में JLGPI के रूप में एक पायलट प्रोिेक्ट स्िीकृत फकया गया है ।
 मेरा पैड मेरा अधधकार: NABFOUNDATION , एलोडीपी चैनल के माध्यम िे, एिएचिी को आिीविका के
अििर प्रदान करने और ग्रामीण मदहलाओं की मासिक धमष स्िचछता में िुधार करने के सलए पैड के
उत्सपादन/विपणन के सलए िैननटरी पैड बनाने की मशीन के सलए 1.99 करोड़ रुपये के सलए पररयोिना 'माो पैड
माो राइट' को मंिरी दी गो थी। वित्तीय िर्ष 2020-21 के दौरान `1.59 करोड़ की रासश का उपयोग फकया गया
है और 33 जिलों में मशीनें लगाो गो हैं।
 ो-शजक्त: 31 माचष 2021 तक, यह पररयोिना 281 जिलों में लाग की िा रही थी। 12.33 लाि एिएचिी
(1.67 लाि गांिों में 140.91 लाि िदस्य) िे िंबंधधत डेटा ोशजक्त पोटष ल पर शासमल है । ऋण अंतर को कम
करने के सलए केंदद्रत दृजष्ट्टकोण के सलए पररयोिना को वित्तीय िर्ष 2021-22 िे 16 राज्यों / केंद्र शासित प्रदे शों
के 130 जिलों में लाग फकया िाएगा। महामारी के दौरान एिएचिी िदस्यों को 40 लाि स्िास््य िलाह िे
िंबजन्धत एिएमएि भेिने के सलए ोशजक्त पोटष ल का उपयोग फकया गया था और एिएचिी अनतररक्त आय
अजिषत करने के सलए िेि मास्क, हैंड िैननटाइज़र, पीपीो फकट आदद बनाने के कम मे भी लगे हुए थे।

1.3.6 ववत्तीय समावेशन

एिआोएि के तहत मानक योिनाओं के सलए वित्तीय िहायता की उपलब्धता: नाबाडष िे ननम्नसलखित
गनतविधधयों के सलए वित्तीय िहायता उपलब्ध थी:-
ववत्तीय साक्षरिा:
 वित्तीय और डडजिटल िाक्षरता सशविर, वित्तीय िाक्षरता केंद्र, बीिी/बीएि के परीक्षा शुल्क की प्रनतपनतष, मोबाइल
डेमो िैन और वित्तीय िाक्षरता केंद्र (एिएलिी)
 उत्तर पिी (एनोआर) राज्यों के बैंक रदहत गांिों में फकयोस्क आउटलेट िोलना।
 वित्तीय िाक्षरता केंद्र (िीएिएल) की स्थापना।
बैंककां ग प्रौद्योधगकी:
 भीम यपीआो प्लेटिॉमष पर ऑन-बोडडिंग के सलए माइक्रो एटीएम और पीओएि/एमपीओएि उपकरणों की तैनाती,
िािषिननक वित्तीय प्रबंधन प्रणाली में ऑन-बोडडिंग के सलए, एटीएम और/या माइक्रो एटीएम में रुपे फकिान काडष

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

िफक्रयण और ऑन-बोडडिंग के सलए ग्रीन वपन िवु िधा लाग करना भारत बबल भग
ु तान प्रणाली (बीबीपीएि) का
ऑन-बोडडिंग
तनयामक आवश्यकिाएां:
 केंद्रीय केिाोिी रजिस्री (िीकेिाोिीआर) में ऑन-बोडडिंग और यआोडीएआो की एयए/केयए िदस्यता प्राप्त
करने के सलए िहयोग।
कनेत्सक्टववटी और पावर इांफ्रायरक्चर:
 एिएिडी में िी-िैट की तैनाती, एिएिडी में मोबाइल सिग्नल बस्टर की तैनाती और एिएिडी में िोलर
पैनल/यपीएि का पररननयोिन।
ववत्तीय वर्ण 2020-21 के दौरान की गई नई पहल:
 रुपे फकिान काडष िफक्रयण के सलए एटीएम और/या माइक्रो एटीएम में ग्रीन वपन िुविधा शुरू की गो जििके
तहत ग्रीन वपन िवु िधा को िक्षम करने के सलए एकमचु त कायाषन्ियन और अनप्र
ु योग विकाि लागत की
प्रनतपनतष की िाती है ।
 वित्तीय िाक्षरता केंद्र (िीएिएल) पररयोिना (भारतीय ररििष बैंक की एक पायलट पररयोिना) को 200
िीएिएल तक बढाना िो प्रनत 3 ब्लॉक में एक िीएिएल की पररकल्पना करता है ।
 ग्रामीण ग्राहकों को ऑनलाइन बबल भुगतान का लाभ दे ने के सलए बैंकों को प्रोत्सिादहत करने के सलए भारत बबल
भग
ु तान प्रणाली (बीबीपीएि) को ऑन-बोडडिंग के सलए िमथषन शुरू फकया गया था। भारत बबल पेमेंट ऑपरे दटंग
यननट (बीबीपीओय) के िाथ बैंक की एकमुचत एकीकरण लागत की प्रनतपनतष की िाएगी।
 500 िे कम आबादी िाले बैंक रदहत गांिों में व्यापक वित्तीय िेिाएं प्रदान करने के सलए बीिी के माध्यम िे
पिोत्तर राज्यों के बैंक रदहत गांिों में फकयोस्क आउटलेट िोलने के सलए िीबी और आरआरबी के अलािा
आरिीबी को िहायता प्रदान की गो।
 िंयोिकता और बबिली अििंरचना योिनाओं के तहत घटकों के सलए िमथषन अथाषत िीिैट पररननयोिन,
मोबाइल सिग्नल बस्टर और िौर ऊिाष इकाो/यपीएि पररननयोिन का विस्तार िभी जिलों में कर ददया गया है ।

1.3.7 कृवर् क्षेत्र की नीति – महत्वपूर्ण पहल

सिि आजीववका और एनआरएम- वाटरशेर् और जनजािीय ववकास पररयोजना


 1 लाि हे क्टे यर क्षेत्र को किर करने िाली 101 नो िाटरशेड पररयोिनाओं को मंिरी दी गो और `90.42
करोड़ की रासश वितररत की गो।
 िाटरशेड पररयोिनाओं पर डेटा अपलोड करने के सलए एक अलग िेब पोटष ल और मोबाइल 'ऐप' विकसित फकया
गया था।
 103 केएिडब्ल्य मद
ृ ा पररयोिनाएं अथाषत। SEWOH II और III (िन िल्डष, नो हं गर) 5 राज्यों में कायाषजन्ित
फकया िा रहा है ।
 नाबाडष, एचओ में िाटरशेड पररयोिनाओं की ननगरानी को मिबत करने के सलए एक इन-हाउि ररमोट िेंसिंग
िेल की स्थापना की गो और नाबाडष भुिन पोटष ल पर 39 चाल डब्ल्यडीएि पररयोिनाओं को डाला गया।
 आददिािी विकाि कायषक्रम के तहत 51 पररयोिनाओं को मंिरी दी गो। `108.00 करोड़ के वित्तीय लक्ष्य में िे
`93.08 करोड़ की रासश वितररत की गो।
 आददिािी विकाि कोर् के तहत छत्तीिगढ (मधुमक्िी पालन), तसमलनाडु (पशुपालन), तेलंगाना (िक्ष्म उद्यम
विकाि) और पजचचम बंगाल (िअ
ु र और बकरी पालन) में 04 कृवर्-िंबद्ध (गैर-िाडी आधाररत) टीडीएि
पररयोिनाओं को मंिरी दी गो।

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

 िीआोिेड के िहयोग िे िाडी पररयोिनाओं की िीआोएि मैवपंग का कम शुरू फकया गया।


एफपीओ प्रमोशन
 पीओडीएि के तहत `4.06 करोड़ की रासश का उपयोग फकया गया है । पीओडीएि-आोडी के तहत िर्ष के दौरान
`68.25 करोड़ की रासश का उपयोग फकया गया है ।
 10,000 एिपीओ के गठन और िंिधषन पर केंद्रीय क्षेत्र की योिना के तहत, नाबाडष ने 600 एिपीओ के लक्ष्य
के मक
ु ाबले 655 एिपीओ को मंिरी दी है और 257 िीबीबीओ को िचीबद्ध फकया गया है ।
 एिपीओ पर केंद्रीय क्षेत्र योिना के सलए नोडल प्रसशक्षण िंस्थान के रूप में बडष, लिनऊ ने एिपीओ और अन्य
दहतधारकों के सलए 5 बुननयादी प्रसशक्षण मॉड्यल विकसित फकए है ।
 नाबाडष की एक िहायक कंपनी नबिंरक्षण के तहत भारत िरकार और नाबाडष के बराबर योगदान के िाथ
`1000 करोड़ रुपये का क्रेडडट गारं टी िंड स्थावपत करने के सलए कदम उठाए गए हैं।
एफएसपीएफ - नवाचार और प्रौद्योधगकी हयिाांिरर्
 वित्तीय िर्ष 2020-21 के दौरान एिएिपीएि के तहत `22.00 करोड़ के बिट के मुकाबले `17.67 करोड़ की
रासश वितररत की गो। फकिानों की आय में िुधार और क्षमता ननमाषण आदद के सलए विसभन्न विकािात्समक
पायलट प्रोिेक्ट का िमथषन फकया गया िैिे मधुमक्िी पालन, बागिानी, और्धीय पौधों, पशुधन आदद के
तहत िह
ृ द क्षेत्रों को एिएिपीएि के अंतगषत िहयोग फकया गया।
साझेदारी को बढावा दे ना
 कृवर् ननयाषत को बढािा दे ने के सलए नाबाडष ने एपीडा के िाथ िमझौता फकया। ननयाषत को प्रोत्सिादहत करने के
सलए एिपीओ की क्षमता का लाभ उठाया िाएगा।
 कृवर् ननयाषत िुविधा केंद्र (एोएििी) की स्थापना के सलए एमिीिीआोए, पुणे को अनुदान िहायता स्िीकृत की
गो थी, िो कृवर् ननयाषत िेिाओं के सलए एक 'िन स्टॉप िेंटर' के रूप में कायष करे गा और पता लगाने की
क्षमता, अचछी कृवर् प्रथाओं आदद में फकिानों का क्षमता ननमाषण करे गा।
 नाबाडष ने आोिीएआर के िाथ एक िमझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर फकए, जििमें आोिीएआर द्िारा िाटरशेड
प्लेटिॉमष पर अनुिंधान को अपनाकर विसभन्न तकनीकों/ निोन्मेर्ी कृवर् मॉडलों के फक्रयात्समक अनुिंधान और
अप-स्केसलंग में िहयोग करने के सलए, जििमें ििल िलिायु लचीला दटकाऊ िेती मॉडल और भागीदारी मोड
में एकीकृत/ उचच तकनीक िाली कृवर् पद्धनतयां शासमल हैं को विकसित फकया िाएगा।
क्लाइमेट एक्शन
 िलिायु पररितषन पहल के तहत, नाबाडष ने तीन वित्त पोर्ण तंत्रों: अनुकलन कोर् (AF), हररत िलिायु कोर्
(GCF) और िलिायु पररितषन के सलए राष्ट्रीय अनुकलन कोर् (NAFCC) के तहत `135.07 करोड़ की रासश
िारी की है । ।
 िलिायु पररितषन कोर् (िीिीएि) के तहत, विचि ितत विकाि सशिर िम्मेलन 2021 की िह-प्रायोिन,
नागालैंड में अनक
ु सलत स्िचासलत मौिम स्टे शनों की स्थापना आदद िैिी गनतविधधयों के सलए `0.97 करोड़ की
रासश वितररत की गो थी।
 िलिायु पररितषन अनुकलन/शमन पररयोिनाओं में पिष और बाद के विकाि पररदृचयों की तस्िीरों के िाथ
अिलोकनों की ननगरानी के सलए भौनतक और वित्तीय प्रगनत िे िंबंधधत िभी डेटा/िचनाओं के डडजिटलीकरण के
सलए एक िेब पोटष ल और मोबाइल ऐप विकसित फकया गया है ।
COVID-19 पहल
 प्रमुि कृवर्-िंबद्ध क्षेत्रों बागिानी, मत्सस्य पालन, पशुपालन और िल िंिाधन पर जस्थनत नोट तैयार फकए गए
थे।

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

 डडजिटल तकनीकों का उपयोग करके बाधधत आपनतष श्रंि


ृ ला को बहाल करने, िामष ट होम डडलीिरी तंत्र को
अपनाने, फकिान िदस्यों को महत्सिपणष इनपुट की िमय पर आपनतष िुननजचचत करने, प्रिािी श्रसमकों और
स्िचछता श्रसमकों की मदद करने आदद के सलए नाबाडष द्िारा प्रचाररत एिपीओ द्िारा आउट ऑि बॉक्ि
िमाधान प्रदान फकए गए।

1.3.8 गैर कृवर् क्षेत्र की पहल

COVID-19 के दौरान पहल


 उत्तर प्रदे श (रायबरे ली, गोरिपुर, समिाषपुर, महारािगंि और इलाहाबाद), बबहार (मुिफ्िरपुर, िैशाली, रोहताि
और गया) और झारिंड (हिारीबाग) में "रै वपड रीजस्कसलंग एंड जक्िक एम्प्लॉयमें ट िॉर 10,000 ररििष
माइग्रें ्ि" पर एक मेगा प्रोिेक्ट का िमथषन फकया गया।
 नाबाडष ने नए युग के कौशल िैिे मेक्रोननक्ि, आकष िेजल्डंग, रे फफ्रिरे शन आदद में ग्रामीण युिाओं की क्षमता
ननमाषण के सलए एनएिडीिी िे िंबद्ध प्रसशक्षण िंस्थानों के िाथ िहयोग फकया।
 नाबाडष ने ग्रामीण मदहलाओं को िेि मास्क और पीपीो फकट के ननमाषण में प्रसशक्षण के सलए पररयोिनाओं का
िमथषन फकया, जिनकी कोविड -19 प्रोटोकॉल का पालन करने मे अहम योगदान है ।
 नाबाडष ने ग्रामीण युिाओं को कौशल के िाथ क्षमता ननमाषण प्रदान करने और उन्हें प्लेिमें ट या स्िरोिगार िे
िोड़ने के सलए अंबुिा िीमें ट िाउं डेशन, ल्यवपन ह्यमन िेलिेयर एंड ररिचष िाउं डेशन, 'टाटा स्राइि' िैिे
िीएिआर कॉरपोरे ्ि के िाथ भागीदारी की।
 नाबाडष ने क्षमता ननमाषण, उद्यसमता विकसित करने के िाथ-िाथ उत्सपादकों को बािारों िे िोड़ने के सलए
ऑनलाइन प्रसशक्षण कायषक्रमों का िमथषन फकया।
 22 पंिीकृत ओएिपीओ को कोविड-19 िे प्रभावित अपनी व्याििानयक गनतविधधयों को फिर िे शुरू करने के
सलए प्रत्सयेक को 5 लाि रुपये की पररक्रामी ननधध िहायता प्रदान की गो।
 ग्रामीण माटष योिना को िंशोधधत फकया गया ताफक पैक्ि और उत्सपादक िंगठनों द्िारा मोबाइल ग्रामीण माटष के
रूप में काम करने के सलए मोबाइल िैन की िरीद की अनुमनत दी िा िके।
 ग्रामीण उत्सपादकों को अपने उत्सपादों को उपयोगकताषओं के करीब लाने के अििर प्रदान करने के सलए
ओएिपीओ के सलए िचुअ
ष ल बी2बी प्रदशषनी का आयोिन फकया गया।
 ग्रामीण/कृवर् व्यििाय ऊष्ट्मायन केंद्र - आि की तारीि में नाबाडष ने कुल `63.29 करोड़ की वित्तीय िहायता के
िाथ 7 ग्रामीण/कृवर् व्यििाय ऊष्ट्मायन केंद्रों का िमथषन फकया है । इन 7 केंद्रों िे लगभग 22 लाि फकिानों
को प्रत्सयक्ष और अप्रत्सयक्ष लाभ समलेगा।
 कैटे सलदटक कैवपटल िंड (िीिीएि) - NABKisan Pvt Ltd, नाबाडष की एक िहायक कंपनी को 2020-21 के
दौरान कृवर् और गैर-कृवर् क्षेत्र में स्टाटष -अप का िमथषन करने के सलए, नाबाडष ने एमएबीआोएि, नाबाडष
िमधथषत आरबीआोिी को `1.00 करोड़ और आरबीआोिी को `5.00 करोड़ मंिर फकए।
 िीआो उत्सपादों का प्रचार - नाबाडष ने ब्लैक पॉटरी (ननिामाबाद), िॉल हैंधगंग (गािीपरु ), िॉफ्ट स्टोन िाली िकष
(िाराणिी), गुलाबी मीनाकारी (बनारि), हस्तननसमषत दारी (समिाषपुर) आदद िदहत 72 उत्सपादों के िीआो
पंिीकरण को िक्षम करने के सलए िमथषन ददया।
 स्िचछता िाक्षरता असभयान का शुभारं भ - नाबाडष ने 02 अक्टबर 2020 िे 26 िनिरी 2021 तक िल,
स्िचछता और स्िचछता (WASH) के बारे में िागरूकता पैदा करने के सलए एक असभयान शुरू फकया ताफक
िरु क्षक्षत स्िचछता और स्िचछता प्रथाओं को अपनाने के सलए व्यिहार में बदलाि लाया िा िके , जििमें लगभग

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

एक लाि िे अधधक लोगों को शासमल फकया गया है । इि िागरूकता असभयान िे 2000 िे अधधक गांि
लाभाजन्ित हुए।

1.3.9 कृवर्-बाजार अवसांरचना कोर् (एएमआईएफ)

 एक िमवपषत कृवर् बािार अििंरचना कोर् (एएमआोएि) राज्य िरकारों को ननधध उपलब्ध कराने के सलए
नाबाडष के िाथ `2,000 करोड़ का कोर् स्थावपत कम लागत िाली फकया गया था।
 ग्रामीण हाटों का ग्रामीण कृवर् बािारों (ग्राम) में उन्नयन, इलेक्रॉननक प्रदशषन तंत्र का ननमाषण और ग्रामों को
कृवर् उत्सपाद बािार िसमनतयों (एपीएमिी) के िाथ िोड़ना तथा 585 ो-नाम िक्षम एपीएमिी का उन्नयन के
सलए MoA&FW, भारत िरकार ने राज्य िरकारों को योिना ददशाननदे श िारी फकए हैं।

1.4 नीतिगि पहल - राज्य सरकार

 बिट 2021-22 में पंिीगत व्यय - पररिहन `3586 करोड़, ऊिाष `290 करोड़, सिंचाो और बाढ `1124 करोड़,
िलापनतष और स्िचछता `877 करोड़, स्िास््य और पररिार `398 करोड़, ग्रामीण विकाि `1175 करोड़, कृवर्
और िहयोगी गनतविधधयााँ `421 करोड़।
 स्तनपान कराने िाली मां, 06 - 72 महीने के बचचे के सलए MFDEF (िक्ष्म पोर्क तत्सिों या ऊिाष िे भरपर
भोिन) प्रदान करने के सलए 500 करोड़ का आिंटन फकया गया है ।
 िल िीिन समशन के तहत 2024 तक 58 लाि पररिारों को िलापनतष और स्िचछ पानी के सलए `747 करोड़
पंिीगत व्यय की योिना बनाो गो है
 गेतलिद िलाशय में 100 मेगािाट का तैरता िौर ऊिाष िंयंत्र
 धगररडीह को िोलर सिटी के रूप में विकसित फकया िाएगा
 दम
ु का जिले में िंथाल परगना क्षेत्र के सलए माचेसलया मेगासलफ्ट सिंचाो पररयोिना
 बड़ी, मध्यम और लघु सिंचाो पररयोिनाओं के पंिीगत व्यय हे तु `1113 करोड़ आिंदटत फकए गए
 धगररडीह, धनबाद और दे िघर में ररंग रोड का विकाि
 िड़कों के ननमाषण के सलए `3480 करोड़
 फकिान ऋण मािी योिना `1200 करोड़ के आिंटन के िाथ राज्य के 75% फकिानों को किर करे गी
 पोस्ट हािेस्ट िंरक्षण के 24 बुननयादी ढांचे का विकाि `31 करोड़ के बिटीय आिंटन
 एनडीडीबी द्िारा `71 करोड़ की लागत िे दे िघर, िादहबगंि और पलाम में 3 दग्ु ध प्रिंस्करण इकाो की
स्थापना
 265000 मेदरक टन मछली उत्सपादन का लक्ष्य, 7500 स्थानीय मत्सस्य बीि उत्सपादक को 1100 करोड़ मत्सस्य
बीि उपलब्ध कराया िाएगा
 2000 फकमी िड़क ननमाषण और 250 पुल ननमाषण 2021-22 में परा फकया िाएगा
 िामपंथ उग्रिाद प्रभावित जिले में िड़क िंपकष योिना -600 फकमी िड़कें और 10 पुलों का िर्ष 2021-22 में
ननमाषण
 बबरिा हररत योिना - 25000 एकड़ भसम को िक्ष
ृ ारोपण के तहत किर फकया िाएगा
 नीलांबर पीतांबर िल िंरक्षण योिना- 1 लाि हे क्टे यर भसम को िल िंरक्षण के तहत किर फकया िाएगा
 मुख्यमंत्री िन िन योिना - अपनी िमीन पर िक्ष
ृ ारोपण करने िाले आददिािी पररिार के सलए िजब्िडी बढाकर
75% की गो
 बबरिा ग्राम विकाि योिना - एक पायलट पररयोिना है जििमें बबरिा फकिान िेिा केंद्र नामक क्लस्टर स्तर
के कृवर् प्रोत्सिाहन केंद्र के माध्यम िे पिषिती और अग्रिती सलंकेि को मिबत करने की पररकल्पना की गो है ।

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

केंद्र, िमय पर कृवर् िेिा प्रदान करे गा िैिे फक अनक


ु सलत कृवर् मशीनीकरण और ििल िलाह; बबरिा गांि के
फकिानों को बािार की मांग के अनुिार प्रसशक्षण, ओडडशा और पजचचम बंगाल िैिे आि-पाि के राज्यों में
बािार िंपकष िुविधा आदद। बिटीय आिंटन `61 करोड़।
 िलननधध योिना - झारिंड राज्य का कुल सिंचाो क्षेत्र लगभग 30% है , िबफक राष्ट्रीय औित 35.4% है ।
राष्ट्रीय औित प्राप्त करने के उद्दे चय िे, सिंचाो िुविधाओं को बढाने, िरकारी और ननिी तालाबों का (1 िे 5
एकड़ तक) निीनीकरण, और िलननधध योिना के तहत ररिाि टैं क और डीप बोररंग का ननमाषण प्रस्तावित है ।
 उद्यान विकाि की योिना - निषरी के बुननयादी ढांचे का ननमाषण, िलों, िजब्ियों और िलों के क्षेत्र का विस्तार,
िरकारी निषरी और पाकों की स्थापना एिं रि-रिाि तथा माकेट सलंकेि िुविधाएं।
 फकिान िमद्
ृ धध योिना – `45.83 करोड़ के बिट आिंटन के िाथ िौर ऊिाष आधाररत सिंचाो प्रणाली को
बढािा दे ने का प्रस्ताि है ।
 राष्ट्रीय बागिानी समशन योिना (60:40) (17 जिलों के सलए) और राज्य बागिानी समशन-गैर-एनएचएम जिले
(07 जिलों के सलए) - िक्ष
ृ ारोपण और बीि आपनतष बुननयादी ढांच,े िंरक्षक्षत िेती, ििल के बाद प्रबंधन
बुननयादी ढांचे को विकसित करने और बािार सलंकेि को बढािा दे ने के सलए
 मधु-मक्िी पालन की योिना - मधुमक्िी पालन उपकरणों की आपनतष एिं प्रसशक्षण के माध्यम िे राज्य में
शहद उत्सपादन को बढािा
 िैविक िेती का प्रमाणीकरण और िैविक िाद को बढािा दे ना- क्लस्टर आधाररत दृजष्ट्टकोण और िैविक उिषरक
िजब्िडी के माध्यम िे राज्य में िैविक िेती अपनाने को बढािा दे ना
 कटाो के बाद और िंरक्षण के बुननयादी ढांचे का विकाि-कटाो के बाद ििल बबाषदी को रोकने तथा िजब्ियों
और िलों के शेल्ि िीिन में िुधार करने के सलए
 फकिान, चैंबर ऑि िामषिष के माध्यम िे उत्सपादकों और िरीदारों के बीच बेहतर िमन्िय द्िारा िेतों िे
बािारों तक बािार िंपकष क्षमता बढाने के सलए
 शहरी िेती को बढािा दे ना - शहरी क्षेत्रों में छोटे पैमाने पर घरे ल िेती को बढािा दे ना
 झारिण्ड राज्य बागिानी प्रोत्सिाहन िोिायटी की स्थापना- योिना के बेहतर फक्रयान्ियन और ननगरानी के सलए
िमीनी स्तर पर बढी हुो िनशजक्त के िाथ एक िंगठनात्समक ढांचा तैयार करना
 पीकेिीिाो (परं परागत कृवर् विकाि योिना) (60:40) - प्रमाखणत िैविक भसम का विस्तार करने और िैविक
पद्धनत अपनाने और प्रमाणन को बढािा दे ने के सलए
 झारिंड ििल राहत योिना- यह योिना बीमा कंपननयों को िोखिम प्रीसमयम के रूप में ददये िाने िाले िनता
के पैिे को बचाने हे तु प्रधानमंत्री ििल बीमा योिना की िगह लेगी और प्रनतकल मौिम की जस्थनत के कारण
ििल के नुकिान िे फकिानों को िुरक्षा प्रदान करे गी।
(विस्तत
ृ पेपर के सलए https://www.nabard.org/plp-guide.aspx?id= पर िाएं)

1.5 बैंक क्रेडर्ट के साथ राज्य सरकार द्वारा प्रायोत्सजि कायणक्रम


1.5.1 झारिांर् में कृवर् योजनाएां
 कृर्क ऋण मािी योिना- (बिटीय आिंटन- ₹1200.00 करोड़)
 ब्याि िबिें शन योिना - (बिटीय आिंटन- ₹200.00 लाि)
 फकिानों/मदहला स्ियं िहायता िमहों के सलए िामष मशीनें
 िलननधध योिना - गहरे बोररंग और ररिने िाले टैं कों के ननमाषण के सलए फकिानों को िहायता
 झारिंड में कृवर् प्रयोगशालाओं की स्थापना और िुदृढीकरण
 मधम
ु क्िी पालन योिना

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

1.5.2 मुख्यमांत्री पशुिन ववकास योजना- (बजटीय आवांटन ववत्त वर्ण 2021-22- ₹330.99 करोड़)

पशुपालन से सांबांधिि योजनाएां:


 बकरा विकाि योिना
 िुकर विकाि योिना
 एकीकृत कुक्कुट विकाि – बैकयाडष लेयर कुक्कुट पालन योिना/लो इनपुट लेयर कुक्कुट पालन योिना
 रांायलर पोल्री िासमिंग योिना
 बत्ति चिा वितरण योिना
झारिांर् में र्ेयरी योजनाएां ववत्तीय वर्ण (2021-22)
 02 दध
ु ारू गायों का वितरण
 समनी डेयरी (05 गाय) और समनी डेयरी (10 गाय) के सलए कामधेनु डेयरी िासमिंग
 हाथ या इलेजक्रक चैि कटर का वितरण
 प्रगनतशील फकिानों को िहायता
 तकनीकी इनपट
ु मदों का वितरण
मत्यय पालन
 तालाब और िलाशय मछली का विकाि और िीणोद्धार/पुनरोद्धार
 माजत्सस्यकी प्रिनन, अनुिंधान एिं प्रसशक्षण योिना
 चारा आधाररत माजत्सस्यकी
 िेद व्याि योिना
 मछली बीि है चरी स्थापना योिना
 मछुआरों के सलए िमह बीमा योिना
 मछली विपणन योिना
 केि कल्चर का विस्तार और िुदृढीकरण- (बिटीय आिंटन- ₹600.00 लाि)
 एकीकृत माजत्सस्यकी योिना - मछली िह बत्ति, मछली िह िअ
ु र पालन, मछली िह मग
ु ी पालन, आदद -
(बिटीय आिंटन- ₹200.00 लाि)
(विस्तत
ृ पेपर के सलए https://www.nabard.org/plp-guide.aspx?id=698&cid=698 पर िाएं।

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

अध्याय – 2
कृषि के लिए ऋण संभाव्यता

वर्तमान िमय मे जिले की खाद्य और पोषण िंबंधी आवश्यकर्ाओं को पूरा करने और ग्रामीण अर्तव्यवस्र्ा में
रोिगार और आिीववका ननमातण में महत्वपूणत योगदान दे ने के सलए, अर्तव्यवस्र्ा के िेवाओं और ववननमातण क्षेत्रों
पर एक लहर प्रभाव पैदा करने के सलए, कृवष क्षेत्र अर्तव्यवस्र्ा के सलए महत्वपूणत बना हुआ है ।

भारर् िरकार के समशन कृषकों के आय को वषत 2022 र्क दग


ु न
ु ा करने के लक्ष्य को हासिल करने के सलए
प्रस्र्ाववर् रणनीनर् के अंर्गतर् गण
ु वत्तापण
ू त बीि, मद
ृ ा की जस्र्नर्, गोदाम और शीर्गह
ृ ों का ननमातण, कृवष
मशीनीकरण, खाद्य प्रिंस्करण के माध्यम िे मूल्य िंवधतन, इलेक्ट्रोननक कृवष बाज़ार, फिल बीमा योिना के
कवरे ि में वद्
ृ धध र्र्ा िहायक गनर्ववधधयााँ िैिे डेयरी, मुगी पालन, बकरी पालन, मधुमक्ट्खी पालन, मत्यस्य
पालन इत्यादद को बढ़ावा इत्यादद शासमल हैं।

कृवष क्षेत्र िमावेशी ववकाि को बढ़ावा दे ना, ग्रामीण को आय को बढ़ाना और ननरं र्र खाद्य िुरक्षा का केंद्र बबन्द ु
है । ककिानों को िफल कृवष उत्पादन के सलये र्ीन बबंद ु सिद्धांर् उत्पादन, भंडारण और प्रिंस्करण का पालन
करना होगा। जिले के िमग्र ववकाि में प्राकृनर्क िंिाधनों और िमेककर् िंस्र्ागर् हस्र्क्षेप को दे खर्े हुए,
ननमनांककर् क्षेत्र की महत्वपूणत भसू मका होगी – (अ) फिल उत्पादन, रखरखाव और ववपणन (आ) बागान-बागवानी
(इ) वन उत्पादन (ई) रे शम पालन (उ) पशुपालन– डेयरी, मुगीपालन, बकरीपालन, शूकरपालन (ऊ) मत्स्यपालन
(ऋ) भंडारण और कृवष प्रिंस्करण। वर्तमान में कृवष आधररर् अर्तव्यवस्र्ा िे कृवष और कृवष िहयोगी आधाररर्
अर्तव्यवस्र्ा मे स्र्ानांर्ररर् करने की िरुरर् है । ग्रामीण अर्तव्यवस्र्ा के स्र्ानान्र्रण की वांनिर् ददशा नीचे
अंककर् हैं।

अनाि की फ़िल गैर अनाि की फ़िल (उदाहरण- बागवानी)


भूसम पर गनर्ववधधयााँ भूसम िे बाहर गनर्ववधधयााँ (उदाहरण- पशुपालन)
कृवष गनर्ववधधयााँ गैर कृवष गनर्ववधधयााँ (उदाहरण- ववननमातण)
कृवष अर्तव्यवस्र्ा के पााँच र्त्व (i) कृवष लागर् का िमयक प्रबंध (ii) र्कनीकी हस्र्ांर्रण (iii) आिानी एवं
िमयानुिार िंस्र्ागर् ववत्त की उपलब्धर्ा (iv) अनुषंगी कियाकलापों के उपयोग िे फिली िोखखम को कम
करना और (v) कृवष उपि की उन्नर् माकेद ग
ं के िमजन्वर् उपयोग िे कृवष का िंर्ुसलर् एवं िमग्र ववकाि
ककया िा िकर्ा है ।

िलवायु पररवर्तन के पररदृश्य को दे खर्े हुए ककिानों के सलए सिंधचर् िल के अधधक िे अधधक उपयोग के िार्
कृवष के नवीनर्म उच्च र्कनीक के उपयोग को बढ़ावा दे ने की आवश्यकर्ा हैं। वर्तमान मे िल िंरक्षण र्र्ा
फिल उत्पादन में िल के इष् र्म और वववेकपूणत उपयोग पर िोर दे ना आवश्यक हैं र्ाकक कम िल के प्रयोग
िे अधधकर्म फिल उत्पादन सलया िा िके और िल िंक िे िझ
ू रहे कृवष अर्तव्यवस्र्ा को बल प्रदान ककया
िा िके।

वषत 2022-23 के सलए कृवष क्षेत्र के र्हर् ऋण की क्षमर्ा का मल्


ू यांकन कृवष में 4% की वद्
ृ धध दर हासिल
करने के राष्रीय प्रार्समकर्ा वाले क्षेत्र के मानदं ड, ककिानों की आय, िलवायु पररवर्तन के सलए र्ंत्र का
मुकाबला करना, पोषण िुरक्षा को िुननजश्चर् करना, ववसभन्न राज्य और केंद्र प्रायोजिर् योिनाओं के कायातन्वयन
और िरकार द्वारा प्रदान ककया गया िमर्तन को ध्यान में रखर्े हुए ककया गया है ।

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

अध्याय – 2.1 : कृषि ऋण


2.1.1: फसि उत्पादन, रखरखाव और षवपणन
(i) प्रस्तावना: सिमडेगा जिला राज्य का एक कृवष प्रधान जिला है । जिले की 99% भू-भाग ग्रामीण हैं , जििमे जिले
की कुल 93% िनिंख्या ननवाि करर्ी है । जिले की 90% िनिंख्या कृवष एवं वनोपि पर आिीववका के सलए
आधिर् है अर्ातर् ् जिले की अर्तव्यवस्र्ा कृवष एवं वनोपि पर आधाररर् है ।

कृवष िनगणना 2015-16 के अनुिार, जिले मे 84593 भूसमिोर् है िो कुल 141380 हे . भूसम मे फैला है ।
इनमे िे िीमांर् भूसमिोर् की िंख्या 50533 (कुल भूसम िोर् का 59.73%), लघु भूसमिोर् की िंख्या 13809
(कुल भूसम िोर् का 16.32%) र्र्ा लघु-मध्यम भूसमिोर् की िंख्या 11722 (कुल भूसम िोर् का 13.86%)।
जिले की औिर् भसू मिोर् 1.67 हे . है , िबकक कृवष िनगणना 2010-11 मे औिर् भसू मिोर् 2.16 हे . र्ी।

वगीकरण भूसम िोर् िंख्या क्षेत्र (हे .) औिर् भूसम िोर् (हे .)
िीमांर् भूसमिोर् 1 हे . िे कम 50533 19980 0.40
लघु भूसमिोर् 1-2 हे . 13809 20111 1.46
लघ-ु मध्यम भूसमिोर् 2-4 हे . 11722 33342 2.84
मध्यम भसू मिोर् 4-10 हे . 6871 41307 6.01
बड़े भूसमिोर् 10 हे . िे ज्यादा 1658 26639 16.07
कुल भूसमिोर् 84593 141380 1.67
स्रोर्: कृवष िनगणना 2015-16

जिले का कुल भौगोसलक क्षेत्रफल 371711.70 हे . हैं जििमे 100884.25 हे . वन क्षेत्र (कुल भौगोसलक क्षेत्र का
27.14%) र्र्ा 152849.20 हे . कृवष योग्य भसू म (कुल भौगोसलक क्षेत्र का 41.12%) है । जिले का कुल बव
ु ाई
क्षेत्र 96595.00 हे . है र्र्ा िकल फिल क्षेत्र 110115.00 हे . है । ननवल सिंधचर् क्षेत्र 16367 हे . िबकक एक िे
अधधक बार बोया गया क्षेत्र 7131.00 हे .। जिले की फिल िघनर्ा 114% है । (स्रोर्:जिला कृवष कायातलय,
सिमडेगा)।

जिले की समट् ी Transitional ESR के िार् गहरे लाल (Deep Loamy) समट् ी िे लाल समट् ी (Clavey
Red) एवं पीली समट् ी (Yellow Soil) है । जिले की कृवष योग्य भूसम अमलीय भूसम (पी.एच. 5.5 िे कम) के
अन्र्गतर् आर्ी है । जिले की 90% कृवष योग्य भूसम का पी.एच. 4.5-6.0 है , जिि कारण चयननर् फिल की
खेर्ी िंभव है । अमलीय भसू म में मख्
ु यर्ः फास्फे , िल्फर, कैजल्शयम एवं बोरॉन की कमी होर्ी है । इिके
अलावा िक्ष्
ू म िीवों की िंख्या एवं कायतकुशलर्ा में भी कमी आ िार्ी है , जििके कारण नाइरोिन का
जस्र्रीकरण व काबतननक पदार्ों का ववघ न कम हो िार्ा है और पौधों की वद्
ृ धध प्रभाववर् होर्ी है । पररणाम
स्वरूप अमलीय भूसम में गेहूाँ, मक्ट्का, दलहन एवं नर्लहनी फिलों की उपि िंर्ोषप्रद नहीं हो पार्ी है ।

जिले की खेर्ी मानिून के िमय की वषात पर आधाररर् है । ववगर् 3 वषत मे जिले में औिर्न वषात 1386.76
एमएम रही, जििमे िून िे सिर्ंबर माह मे औिर्न वषात 1139.47 एमएम रही। वपिले र्ीन वषों के दौरान हुई
वषात इि प्रकार हैं-

(वषात एमएम)
अवधध 2018-19 2019-20 2020-21
िामान्य
वास्र्ववक % वास्र्ववक % वास्र्ववक %

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

िनवरी – ददिमबर 1381.10 1167.60 84.54 1459.30 105.66 1533.40 111.02


िून – सिर्ंबर 1197.90 1088.70 90.88 1175.40 98.12 1154.30 96.36
स्रोर्: जिला कृवष कायातलय, सिमडेगा

खरीफ की फिल मे धान, मकई, मूंगफली, मड़ुआ र्र्ा रबी की फिल मे गेहूं, चना, िरिों प्रमुख है । वपिले
र्ीन वषों के दौरान प्रमुख फिलों और िकल फिल क्षेत्र के अंर्गतर् क्षेत्र और उत्पादन इि प्रकार हैं-

(क्षेत्र 000हे. तथा उत्पादन 000टन)


प्रमुख फिल 2018-19 2019-20 2020-21
क्षेत्र उत्पादन क्षेत्र उत्पादन क्षेत्र उत्पादन
धान 83854 251859 80772 230300 85236 255708
मक्ट्का 8083 20000 8889 22140 10081 25839
गेहूाँ 8450 19012 8287 18231 10998 24756
र्ेलहन 13450 8406 11543 7272 22877 15921
र्ुर 15000 22500 15027 17281 15002 18002
उरद 24000 26400 24020 23540 24015 23534
रागी 2007 1606 2000 1600 2003 1602
चना 12585 20451 10367 13477 15100 20415
स्रोर्: जिला कृवष कायातलय, सिमडेगा

(ii) उपिब्ध, ननयोजित आधारभूत सरं चना और लिंकेि सहायता तथा उनकी कलियााँ: ककिान िेडड काडत (केिीिी)
ननगतर् करने में होने वाली परे शाननयााँ िैिे कक गैर बकायेदार एवं पात्र ककिानों को धचजन्हर् करना, एलपीिी
(Land Possession Certificate) ननगतर् करने में प्रखण्ड स्र्रीय ददक्ट्कर्ें , कृषकों में केिीिी ननगतर् करने की
िही प्रकिया की िानकारी का अभाव के कारण जिला में ककिानों के बीच केिीिी का प्रिार िंभाव्यर्ा िे कम
है । इिके अलावा जिला में िनिंख्या का एक बहुर् बड़ा अनुपार् मौखखक पट् े दार, काश्र्कार एवं ब ाईदार
ककिान हैं, जिन्हें िमीनी पट् ा/ दस्र्ावेज़ न होने के कारण एलपीिी ननगतर् नहीं हो पार्ा है जिििे ऐिे ककिान
केिीिी का लाभ नहीं उठा पार्े। ऐिे कृषकों के सलए िंयक्ट्
ु र् दे यर्ा िमह
ू के माध्यम िे केिीिी ऋण प्रदान
ककया िा िकर्ा है ।

जिले में कृवष के ववकाि के सलए िरकार द्वारा िंचासलर् ववसभन्न योिनाओं के कायातन्वयन जिला कृवष
पदाधधकारी के नेर्त्ृ व मे कृवष ववभाग करर्ा है । जिले में एक मात्र कृवष ववज्ञान केंद्र बानो प्रखण्ड मे अवजस्र्र्
हे िो प्रौद्योधगकी स्र्ानांर्रण, प्रसशक्षण और ककिान के क्षेत्र में प्रदशतन का कायत कर रहा हैं।

जिले में कृवष क्षेत्र में अपार िंभावनाएं हैं ककन्र्ु पठारी क्षेत्र होने के िार्-िार् यहााँ की खेर्ी वषात पर आधाररर्
है । िल-िंवधतन एवं िरं क्षण िंरचनाओं के अभाव के कारण आधधकांश वषात िल का िंग्रहण नहीं हो पर्ा हैं।

जिले मे खाद्य और आपूनर्त ववभाग के पाि 5350 एम ी क्षमर्ा के 06 गोदाम, जिला बाज़ार िसमनर् के 7500
एम ी क्षमर्ा के 06 गोदाम, PEG के 10000 एम ी क्षमर्ा के 01 गोदाम और 53 लेंप्ि के पाि कुल 5900
एम ी क्षमर्ा के गोदाम है । जिले मे शीर्गह
ृ की िंख्या नगण्य है । (स्रोर्: खाद्य और आपूनर्त ववभाग, सिमडेगा;
जिला बाज़ार िसमनर्, सिमडेगा; PEG मासलक, सिमडेगा; जिला िहकाररर्ा कायातलय, सिमडेगा)। ये गोदाम
मुख्यर्ः िरकारी योिना के अंर्गतर् खाद्यान की खरीद एवं आपूनर्त के सलए इस्र्ेमाल होर्े है । जिले में ग्रामीण
स्र्र पर गोदामों की कमी के कारण ककिान अपने उत्पाद का िंग्रहण नहीं कर पार्ा है ।

18
पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

जिले मे ककिानों को अपने कृवष उत्पाद की बबिी के सलए जिला मख्


ु यालय मे जिला बाज़ार िसमनर् के अंर्गतर्
एक मात्र मंडी उपलब्ध है । ककिान अपने कृवष उत्पाद को मुख्यर्: अपने क्षेत्र मे लगने वाले पारं पररक
िाप्र्ादहक हा / मंडी मे व्यापाररयों को बेचर्े है । इिके अलावा व्यापारी ककिानों िे िीधे उनके घरों िे उनके
कृवष उत्पाद की खरीद करर्े है ।

जिले में अधधकांश ककिानों द्वारा अपनाई िाने वाली कृवष पद्धनर् िागरूकर्ा की कमी और अपयातप्र् ववस्र्ार
िेवाओं के कारण परं परागर् है । गुणवत्ता के बीि और कम बीि प्रनर्स्र्ापन दर (SRR) प्रमुख धचंर्ा का ववषय
बना हुआ है । कृवष ववभाग द्वारा कुि हद र्क प्रमाखणर् बीि ववर्ररर्/ उपलब्ध हैं। बाकी ननिी व्यापाररयों और
ककिानों के परस्पर आदान प्रदान िे समलर्े हैं। ववस्र्ार िेवाओं में िध
ु ार के सलए प्रत्येक पंचायर् में समट् ी
परीक्षण की िुववधा, मद
ृ ा स्वास््य काडत, कृवष िलाहकार िेवाएं और बािार की िानकारी दे ने के सलए ककिान
िेवा केंद्र स्र्ावपर् ककए िाने की आवश्यकर्ा है । कृवष मशीनरी और उपकरणों की आपूनर्त के सलए आउ ले
जिला मुख्यालय र्र्ा प्रखण्ड मुख्यालय में उपलब्ध हैं। प्रमाखणर् बीिों के उत्पादन को बढ़ाने, क ाई के बाद का
प्रबंधन- वैज्ञाननक भंडारण प्रर्ाओं के बारे में िागरूकर्ा पैदा और कृवष उत्पादन और कृवष आदानों के भंडारण
के सलए गोदामों का ननमातण करने की आवश्यकर्ा है ।

05 अगस्र् 2021 र्क प्रधानमंत्री ककिान िममान ननधध योिना के अंर्गतर् जिले के कुल 32322 ककिान
पंिीकृर् है । ववत्तीय वषत 2020-21, 2019-20 एवं 2018-19 मे बैंक द्वारा िमश: 8271, 4421 एवं 11839
ककिान िेडड काडत स्वीकृर् ककया गया र्ा। 31 माचत 2021 र्क 21555 पीएम ककिान लाभक
ू ों को बैंक द्वारा
ककिान िेडड काडत स्वीकृर् ककया िा चुका है । ववत्तीय वषत 2021-22 मे शर् प्रनर्शर् पीएम ककिान लाभूकों को
ककिान िेडड काडत िे अिाददर् करने का लक्ष्य ननधातररर् है । इि िम मे 18 अगस्र् 2021 र्क शेष 10767
पीएम ककिान लाभूकों मे िे 3650 पीएम ककिान लाभूकों को बैंक द्वारा ककिान िेडड काडत स्वीकृर् ककया िा
चुका है ।

जिले मे वाखणज्य बैंक, स्माल फ़ाइनेंि बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक एवं राज्य िहकारी बैंक की कुल 49 शाखायें
ककिानों को ककिान िेडड काडत के माध्यम िे अल्पकालीन फिल ऋण प्रदान कर रहीं हैं । ववत्तीय वषत 2020-
21, 2019-20 एवं 2018-19 मे इि क्षेत्र मे ऋण प्रवाह िमश: ₹3260.51 लाख, ₹2221.65 लाख एवं
₹2804.17 लाख रही र्ी। जिले मे 95 लैमप्ि कायतशील हैं, परं र्ु लैमप्ि ककिानों को अल्पकालीन फिल ऋण
प्रदान नहीं कर रहीं हैं। (स्रोर्: अग्रणी जिला प्रबन्धक कायातलय, सिमडेगा)।

(iii) 2022-23 षवत्तीय विष के लिए संभाव्यता का आकिन (भौनतक और षवत्तीय दोनों दृजटि से): कृवष और िंबद्ध
क्षेत्र में 4% ववकाि दर हासिल करने, खाद्यान्न की मांग को पूरा करने, ककिानों की पयातप्र् आय स्र्र को
बनाए रखने, केंद्र और राज्य िरकार की बेहर्र बुननयादी िुववधाओं और िमर्तन िेवाओं की प्रनर्बद्धर्ा को
ध्यान में रखर्े हुए वषत 2022-23 के सलए फिल ऋण के सलए भौनर्क और ववत्तीय िंभाववर् प्रक्षेपण र्ासलका
में प्रस्र्ुर् ककया गया है ।

(₹ लाख)
2022-23 के सलए आकलन
ि.िं. गनर्ववधध इकाई
भौनर्क इकाई ववत्तीय व्यय बैंक ऋण #
1 धान हे ॰ 13530 8692.48 8692.48
2 मक्ट्का हे ॰ 410 202.62 202.62
3 गेहूाँ हे ॰ 208 128.51 128.51

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

4 र्ेलहन - माँग
ू फली हे ॰ 500 308.87 308.87
5 िब्िी- आलू हे ॰ 110 176.66 176.66
6 दलहन हे ॰ 500 308.87 308.87
योग 9818.01 9818.01
10% फिलोंपरान्र् प्रबन्ध एवं उपयोग 981.81 981.81
20% कृवष यन्त्रों एवं आजस्र्यों के रखरखाव 1963.60 1963.60
कुल योग: कृवष क्षेत्र (प्रत्यक्ष) 12763.42 12763.42
# बैंक ऋण ववत्तीय व्यय का 100% अनुमाननर् हैं।
नो : गनर्ववधध-वार और ब्लाक-वार भौनर्क और ववत्तीय अनुमान अनुबंध-I में अंककर् है ।

(iv) स्थायी प्रभाव बनाने के लिए आवश्यक िहत्वपूणष सहयोग: जिले में िीसमर् क्षमर्ा की एक मद
ृ ा परीक्षण
प्रयोगशाला सिमडेगा में पररचालन में हैं। जिले के आकार और भूसम िोर् की िंख्या को ध्यान में रखर्े हुए यह
प्रयोगशाला अपयातप्र् है । इिके अलावा मौिूदा प्रयोगशालाओं में केवल प्रमुख पोषक र्त्व आकलन करने की
िीसमर् िुववधा उपलब्ध हैं। अर्: मद
ृ ा परीक्षण एवं गुणवत्ता ररपो त उपलब्ध कराने और मौिूदा प्रयोगशालाओं का
आधनु नकीकरण र्रु ं र् आवश्यक हैं। इििे ककिान िरूरर् के अनि
ु ार ही उवतरकों का उपयोग करने के सलए िक्षम
होगें और खेर्ी की लागर् कम होगी।

िल की प्रत्येक बंद
ू के िदप
ु योग िे अधधक फिल उत्पादन र्र्ा आय में वद्
ृ धध की िा िकर्ी है l िक्ष्
ू म सिंचाई,
जिििे प्रवहन हाननयां कम होर्ी है , ही एकमात्र ववकल्प है और इिसलए सिंधचर्/ नहरी क्षेत्रों में इिे लोकवप्रय
बनाए िाने की आवश्यकर्ा है फामत बंधो, खेर् र्लाईयों, नाडडयों, पॉलीधर्न लाइन वाले िल र्ालाबों के ननमातण
के माध्यम िे वषात िल िंग्रहण पर ववशेष ध्यान ददये िाने की आवश्यकर्ा है l

फिल की र्ीव्रर्ा में िुधार के उपाय करके कृवष ववकाि को आगे बढ़ाया िा िकर्ा है । HYV के बीि, उवतरकों
और की नाशकों का उपयोग कम होर्ा है जििके पररणामस्वरूप पैदावार कम होर्ी है । इिसलए रबी मौिम की
खेर्ी को उर्ले ट्यूबवेल के माध्यम िे सिंचाई पर ननरं र्र िोर दे ने के िार् बढ़ावा दे ने की िरूरर् है । कृवष
ववस्र्ार िंस्र्ाओ द्वारा उधचर् कृवष प्रबंधन, पोस् हावेस् मैनेिमें के प्रनर् ककिान को ििग करने, बीि
प्रनर्स्र्ापन दर को िध
ु ारने एवं कृषक उत्पादक िंगठनो का ननमातण करने की िरूरर् है ।

फिल गहनर्ा के प्रणाली िैिे कक चावल गहनर्ा की प्रणाली (SRI), गेहूं की गहनर्ा प्रणाली (SWI), दलहन
की गहनर्ा प्रणाली (SPI) और िजब्ियों की गहनर्ा प्रणाली (SVI) को पायल आधार पर करने की िरूरर् है ।

कृवष उपि का ववपणन ककिानों के सलए िबिे महत्वपूणत िरूरर् है । उनकी िमस्याएं अपयातप्र् मूल्य विूली
और उधचर् ववपणन व्यवस्र्ा की कमी हैं। उन्हें अपनी उपि के सलए एक जस्र्र खरीद की व्यवस्र्ा प्रदान करना
आवश्यक है र्ाकक वे िंक बबिी के सलए मिबरू न हों। इि िंदभत में ननमनसलखखर् कदम उठाए िा िकर्े हैं:
(अ) एमएिपी िुननजश्चर् करना (आ) ववपणन, उत्पादन की गुणवत्ता पर िागरूकर्ा (इ) ब्लॉक स्र्र पर खरीद
केंद्रों की स्र्ापना (ई) कृवष ववभाग िे प्रभावी ववस्र्ार िेवाएं (उ) फिल बीमा पर िागरूकर्ा।

(v) सुझाए गए कारवाई बबन्द:ु िरकार द्वारा सिंचाई, ग्रामीण िडक़ ननमातण, भूसम िुधार आदद िुववधाओं के सलए
ग्रामीण आधारभूर् ववकाि ननधध के अन्र्गतर् नाबाडत िे ऋण िुववधा का उपयोग आधारभूर् िरचना का ननमातण
ककया िा िकर्ा है । िो े और खंडडर् भूसम िोर् के कारण प्रौद्योधगकी का पूणत लाभ ककिानों र्क नहीं पहुंच
पार्ा है । भूसम िुधार के बाद भूसम और अन्य िुधारों के िमेकन का प्रयाि िरकार द्वारा ककए िा िकर्े हैं।

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

कृवष खाद्यानों के ववर्रण में िहकारी िसमनर्यां को िकिय और िेवा उन्मख


ु करने की आवश्यकर्ा है । उनके
मौिूदा मॉडल को कारोबार को और अधधक लाभकारी बनाने के रूप में दे खा िा िकर्ा है । भूसम की उत्पादकर्ा
के सलए िैववक िामग्री को बढ़ाने के सलए ववशेष असभयान शुरू ककया िा िकर्ा है । इििे पहले कृवष ववभाग
द्वारा बड़े पैमाने पर समट् ी का परीक्षण करवाया िा िकर्ा है । आत्मा, आर-िेर्ी, कृवष ववभाग द्वारा कृवष के
नवीन र्कनीकों, िल प्रबंधन आदद के प्रचार-प्रिार िुववधाओं को बढ़ाए िाने की आवश्यकर्ा है ।

भारर् िरकार द्वारा प्रधानमंत्री ककिान िममान ननधध योिना के वैिे िभी लाभुक जिन्हें अब र्क केिीिी ऋण
प्राप्र् नहीं हुआ है , उन्हें समशन मोड में केिीिी उपलब्ध कराने का ननदे श िभी बैंकों को ददया गया है । बैंकों
द्वारा स्र्ानीय प्रशािन के िहयोग िे अधधक िे अधधक लाभक ु ों को केिीिी ऋण की िवु वधा ददये िाने की
िरूरर् है । बैंक द्वारा र्कनीकी िसमनर् द्वारा ननधातररर् फिल के ववर्मान और िोर् के आकार के आधार पर
कृषकों कों ककिान िेडड काडत की िाख िीमा ननधातररर् ककया िाना चादहए। बैंक भूसमहीन, लघु एवं िीमांर्
ककिानों को स्वयं िहायर्ा िमूह, ियुंक्ट्र् दे यर्ा िमूह इत्यादद के माध्यम िे दे िकर्े हैं। रुपए केिीिी काडत के
एजक्ट् वेशन एवं उिके िमुधचर् प्रयोग को बढ़ावा दे ने के सलए ववत्तीय िाक्षरर्ा केन्द्रों को ककिान केजन्द्रर्
कायतिम अधधक िे अधधक आयोजिर् ककये िाने चादहए।

(vi) अन्य संबजन्धत िुद्दे : ककिान अपनी रोिमरात की िरूरर्ों को पूरा करने के सलए अपने आाँगन में फल और
िजब्ियों की खेर्ी (होमस् े ड खेर्ी) कर िकर्े हैं। वे घरों में कई प्रकार की फिलें उपिा िकर्े है यर्ा िजब्ियााँ,
अदरक, हल्दी, क हल, बांि, आम आदद। खेर्ी के िार्-िार् वे डेयरी, बकररयां, िअ
ु र पालन, मग
ु ी पालन,
मिली पालन आदद की िंबद्ध गनर्ववधधयों को भी अपना िकर्े हैं। होमस् े ड खेर्ी के र्हर् प्रत्येक व्यजक्ट्र्गर्
गनर्ववधध व्याविानयक रूप िे व्यवहायत नहीं हो िकर्ी है , लेककन िमग्र रूप िे गनर्ववधधयां व्याविानयक रूप िे
व्यवहायत हैं। कृवष प्रणाली के प्रमुख लाभ पूरे वषत में आय का ननरं र्र प्रवाह और प्राकृनर्क आपदाओं के कारण
एक भी फिल की ववफलर्ा के खखलाफ िुरक्षा है । यह भी दे खा गया है कक गह
ृ स्वामी िे होने वाली आय घर की
मदहला मखु खया के पाि िार्ी है जिििे मदहला िशजक्ट्र्करण होर्ा है । िो े एवं िीमांर् ककिानों की आय बढ़ाने
के उद्दे श्य िे नाबाडत द्वारा कृषक उत्पादक िंगठन (एफ़पीओ) का गठन वह
ृ द स्र्र पर ककया िा रहा है ।

2.1.2: िि संसाधन

(i) प्रस्तावना: िल फिल उत्पादन प्रणाली मे एक महत्वपण


ू त उपघ क है और खाद्य िरु क्षा मे महत्वपण
ू त भसू मका
ननभार्ा है । फिल के पूणत ववकाि के सलए फिल की अवधध के दौरान फिल की आवश्यकर्ा के अनुिार (वषात
के अनर्ररक्ट्र्) िल का उपयोग ही सिंचाई है । फिल की आवश्यक िल की मांग की पनू र्त, प्रनर्कूल/ अप्रत्यासशर्
मौिम के प्रभाव को रोकने, बीि और खाद के अधधकर्म उपयोधगर्ा को बढ़ाने के सलए िल िंिाधन की
उपजस्र्नर् और सिंधचर् िल िंिाधन का आधुननक र्रीके िे सिंचाई मे उपयोग अत्यंर् आवश्यक है ।

जिले की खेर्ी मानिून के िमय की वषात पर आधाररर् है । ववगर् 3 वषत मे जिले में औिर्न वषात 1386.76
एमएम रही, जििमे िून िे सिर्ंबर माह मे औिर्न वषात 1139.47 एमएम रही। वपिले र्ीन वषों के दौरान हुई
वषात इि प्रकार हैं-

(वषात एमएम)
अवधध 2018-19 2019-20 2020-21
िामान्य
वास्र्ववक % वास्र्ववक % वास्र्ववक %
िनवरी - ददिमबर 1381.10 1167.60 84.54 1459.30 105.66 1533.40 111.02
िन
ू – सिर्ंबर 1197.90 1088.70 90.88 1175.40 98.12 1154.30 96.36

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

िेंरल ग्राउं ड वा र बोडत (CGWB) की िन


ू 2017 में प्रकासशर् ररपो त के अनि
ु ार जिले मे भ-ू िल की ननवल
उपलब्धर्ा 29324.02 हे क्ट् े यर मी र है जििमें िे भववष्य में प्रनर् वषत सिंचाई के सलए पानी की ननवल
उपलब्धर्ा 2064.50 हे क्ट् े यर मी र है । जज़ले के िभी 10 प्रखण्ड भू-िल की उपलब्धर्ा के अनुिार िुरक्षक्षर्
िेणी में है ।

वावषतक प्रनर्पूनर्त योग्य भूिल िंिाधन (2017) (हे क्ट् यर मी र)


ि.ि. भूिल पुनभतरण (ग्राउं ड वॉ र रीचाित) झारखंड सिमडेगा
1 मानिन
ू अवधध पन
ु भतरण
वषात िे पुनभतरण 525236.75 29535.04
अन्य िोर्ों िे पुनभतरण 12679.00 102.40
2 गैर मानिन
ू अवधध पन
ु भतरण
वषात िे पुनभतरण 41272.00 2565.09
अन्य िोर्ों िे पुनभतरण 42155.40 395.94
3 कुल वावषतक भि
ू ल पन
ु भतरण 621342.87 32598.51
4 कुल प्रकृनर्क ननवतहन (डडस्चाित) 52352.56 2609.95
5 वावषतक ननकालने योग्य भूिल िंिाधन 568990.31 29988.56
6 वर्तमान वावषतक भि
ू ल ननष्कषतण
सिंचाई 79525.88 1807.00
उद्योग 22349.28 0.00
घरे लू उपयोग 55898.13 927.59
कुल योग 157773.29 2734.59
7 वषत 2025 के सलए घरे लू उपयोग के सलए वावषतक भूिल आवं न 55899.47 927.65
8 भववष्य मे उपयोग के सलए कुल उपलब्ध भूिल 412800.48 27253.91
9 भूिल ननष्कषतण के चरण (%) 27.73 9.12
स्रोर्: झारखंड आधर्तक िवेक्षण 2019-20 र्र्ा भारर् का गनर्शील भूिल िंिाधन आंकलन 2017

(ii) उपिब्ध, ननयोजित आधारभूत सरं चना और लिंकेि सहायता तथा उनकी कलियााँ: सिमडेगा जिले की कृवष
पूणर्
त या वषातधाररर् है और मॉनिून की कमी और अधधकर्ा के आधार पर फिलों की उत्पादकर्ा घ र्ी अर्वा
बढ़र्ी है । कृवष कायत के सलए भू-िल एवं िर्ही िल के स्रोर् उपलब्ध हैं और सिंचाई के िाधनों में कुआं, र्ालाब
र्र्ा ट्यूबवेल हैं। जिले में कुल सिंधचर् भूसम मात्र 16367 हे . है िो कुल िोर् का 10% भाग हैं। इिमे 4380
हे . ैं क सिंधचर्, 35 हे . ट्यब
ू वेल सिंधचर्, 3975 हे . कुएं सिंधचर्, 2575 हे . नहर सिंधचर् र्र्ा 5402 हे . अन्य
स्रोर् यर्ा डोभा िे सिंधचर् हैं। (स्रोर्: जिला कृवष कायातलय, सिमडेगा)।

िल की प्रत्येक बंद
ू के िदप
ु योग िे अधधक फिल उत्पादन र्र्ा आय में वद्
ृ धध की िा िकर्ी है l िक्ष्
ू म सिंचाई,
जिििे प्रवहन हाननयां कम होर्ी है , ही एकमात्र ववकल्प है और इिसलए सिंधचर्/ नहरी क्षेत्रों में इिे लोकवप्रय
बनाए िाने की आवश्यकर्ा है फामत बंधो, खेर् र्लाईयों, नाडडयों, पॉलीधर्न लाइन वाले िल र्ालाबों के ननमातण
के माध्यम िे वषात िल िंग्रहण पर ववशेष ध्यान ददये िाने की आवश्यकर्ा है l िार् ही एकीकृर् िल िंिाधन
प्रबंधन िे िल िंिाधन का िरक्षण और उपयोग करना होगा। डिप सिंचाई और जस्प्रंकलर सिंचाई िे 20-30%
िल की बचर् होर्ी है और पैदावार मे 10–25% र्क की वद्
ृ धध होर्ी है जिििे ककिान के आय मे वद्
ृ धध होगी।

22
पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

स्र्ानीय बाज़ार में लगभग िभी प्रकार के पमपिे , बबिली के मो र र्र्ा अन्य िमान उपलब्ध हैं। डिप सिंचाई
और जस्प्रंकलर सिंचाई िे 20–30% िल के बचर् होर्ी है और पैदावार मे 10–25% र्क के वद्
ृ धध होर्ी है
जिििे ककिान के आय मे वद्
ृ धध होर्ी है । अर्ः ववसभन्न फिलों की उत्पादकर्ा और कृषकों की आय में वद्
ृ धध
िुननजश्चर् के सलए यह आवश्यक है कक सिंचाई के अन्य िाधनों का उपयोग ककया िाय। िल िंिाधनों पर
दबाव कम करर्े हुए कृवष उत्पादकर्ा बनाए रखने के सलए िल उपयोग दक्षर्ा (िंिाधन की प्रनर् इकाई आधर्तक
मल्
ू य) और िंस्र्ागर् और गैर-िंस्र्ागर् िध
ु ारों िदहर् इिका शािन इि िंिाधन की क्षमर्ा को अधधकर्म
करने का एक र्रीका होगा।

िल-िंवधतन िंरचनाओं के अभाव के कारण आधधकांश वषात िल का िंग्रहण नहीं हो पर्ा हैं। इिके सलए वषात
िल िरक्षण और भू िल ररचाित िरं चनाओं का अधधक िे अधधक ननमातण करना होगा। िार् ही एकीकृर् िल
िंिाधन प्रबंधन अप्रोच िे िल िंिाधन का िरक्षण और उपयोग करना होगा।

जिले के िभी ब्लॉक िरु क्षक्षर् िेणी में आर्े हैं। चंकू क उपलब्ध िर्ह और भि
ू ल क्षमर्ा का परू ी र्रह िे दोहन
ककया िाना बाकी है , इिसलए िर्ही और भूिल ववकाि कायतिम द्वारा सिंचाई क्षमर्ा को बढ़ाना आधुननक कृवष
को बढ़ावा दे ने और बनाए रखने और खाद्य उत्पादन और उत्पादकर्ा को बढ़ाने में अधधक महत्व रखर्ा है ।
िल िंिाधन ववभाग द्वारा जिले मे 8539 हे . सिंचाई क्षमर्ा का ननमातण ककया गया है ।

योिना के नाम रूपांककर् खरीफ सिंचाई क्षमर्ा (हे .)


धचंदा िलाशय योिना 1426
कंििोर िलाशय योिना 3913
रामरे खा िलाशय योिना 3200
स्रोर्: िल िंिाधन ववभाग
जिले मे वाखणज्य बैंक, स्माल फ़ाइनेंि बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक एवं राज्य िहकारी बैंक की कुल 49 शाखायें
ववत्तीय िेवाएाँ प्रदान कर रही हैं। ववत्तीय वषत 2020-21, 2019-20 एवं 2018-19 मे इि क्षेत्र मे ऋण प्रवाह
िमश: ₹0.00 लाख, ₹33.68 लाख एवं ₹90.13 लाख रही र्ी। (स्रोर्: अग्रणी जिला प्रबन्धक कायातलय,
सिमडेगा)।

(iii) 2022-23 षवत्तीय विष के लिए संभाव्यता का आकिन (भौनतक और षवत्तीय दोनों दृजटि से) : सिंचाई क्षेत्र, कृवष
ववकाि में एक प्रमुख घ क है और सिंचाई की िुववधा के बबना फिल उत्पादन पर ध्यान केंदद्रर् करने िे कृवष
का ववकाि नहीं होगा। खेर्ी प्रर्ाओं, प्रमुख फिल पद्धनर् और फिल की र्ीव्रर्ा को ध्यान में रखर्े हुए की
प्रनर्बद्धर्ा को ध्यान में रखर्े हुए वषत 2022-23 के सलए िल िंिाधन क्षेत्र मे ऋण के सलए भौनर्क और
ववत्तीय िंभाववर् प्रक्षेपण र्ासलका में प्रस्र्र्
ु ककया गया है ।

(₹ लाख)
2022-23 के सलए आकलन
ि.िं. गनर्ववधध इकाई
भौनर्क इकाई ववत्तीय व्यय बैंक ऋण #
1 िूक्ष्म सिंचाई प्रणाली हे ॰ 103 92.70 78.82
2 डीिल पंप-िे नं॰ 530 151.07 128.40
3 पेरोल पंप-िे नं॰ 400 90.02 76.53
कुल योग 333.79 283.75

23
पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

# बैंक ऋण ववत्तीय व्यय का 85% अनुमाननर् हैं। बैंक ऋण माजितन मनी और िजब्िडड (यदद कोई) पर
पररवनर्तर् हो िकर्ा हैं।
नो : गनर्ववधध-वार और ब्लाक-वार भौनर्क और ववत्तीय अनुमान अनुबंध-I में अंककर् है ।

(iv) स्थायी प्रभाव बनाने के लिए आवश्यक िहत्वपूणष सहयोग: ककिानों की आय को बढ़ाने के सलए कृवष उत्पादन
व उत्पादकर्ा मे वद्
ृ धध अननवायत है जििके सलए फिल ववववधीकरण र्र्ा फिल िघनर्ा महत्वपूणत भूसमका
ननभार्े हैं। फिल ववववधीकरण र्र्ा फिल िघनर्ा को बढ़ाने में सिंचाई िाधनों की अहम भूसमका होर्ी है । लघु
सिंचाई के र्हर् डिप सिंचाई, जस्प्रंकलर सिंचाई, पमपिै ि बदलना, इत्यादद पर ववशेष ध्यान दे ना होगा र्ाकक
फिल ववववधीकरण र्र्ा फिल िघनर्ा को बढ़ावा दे कर नकदी व उच्च मल्
ू य की फिलों िैिे िजब्ियााँ, फूल,
बेमौिमी िजब्ियााँ, इत्यादद िे ककिानों के आय बद्
ृ धध की िुननजश्चर् ककया िा िके। इिके िार् ही इन सिंचाई
प्रणाली िे िल का अधधकर्म उपयोग कर कर लागर् को भी कम ककया िा िकर्ा है । लघु एवं िीमांर्
ककिानों को अधधकाधधक िंख्या में लघु सिंचाई योिनाओं का िामुदानयक सिंचाई योिना के माध्यम िे
ववत्तपोषन ककया िाना चादहए। िार् ही एकीकृर् िल िंिाधन प्रबंधन अप्रोच िे िल िंिाधन का िरक्षण और
उपयोग करना होगा।

सिंचाई के सलए ककिान काफी हद र्क डीिल पमपिे पर ननभतर है । जिले के खेर्ों को ववद्धुर् शजक्ट्र् प्रणाली
के िार् कवर करने की िरूरर् है ।

(v) सुझाए गए कारवाई बबन्द:ु िरकार द्वारा ग्रामीण आधारभूर् ववकाि ननधध के अन्र्गतर् नाबाडत िे ऋण िुववधा
का उपयोग सिंचाई योिना, िल िंग्रहण, खेर्ों र्क बबिली आदद आधारभर्
ू िरचना का ननमातण ककया िा
िकर्ा है । िो े और खंडडर् भसू म िोर् के कारण प्रौद्योधगकी का पण
ू त लाभ ककिानों र्क नहीं पहुंच पार्ा है ।
भूसम िुधार के बाद भूसम और अन्य िुधारों के िमेकन के सलए प्रयाि िरकार द्वारा ककए िा िकर्े हैं।

आत्मा, आर-िेर्ी, कृवष ववभाग द्वारा कृवष के नवीन र्कनीकों, िल प्रबंधन, सिंधचर् क्षेत्र को बढ़ाए िाने,
सिंचाई प्रणाली डिप/जस्प्रंकलर आदद के प्रचार-प्रिार की आवश्यकर्ा है । सिंचाई हे र्ु जिले मे वा र यूिर
एिोसिएशन बनाकर ककिानों को िल के बेहर्र उपयोग हे र्ु िागरूक ककए िाने की आवश्यकर्ा है ।

बैंक सिंचाई िवु वधा को दे खर्े हुए ककिानों को सिंचाई के सलए ऋण दे िकर्े हैं। िार् ही बैंक भसू महीन, लघु एवं
िीमांर् ककिानों को स्वयं िहायर्ा िमूह, ियुंक्ट्र् दे यर्ा िमूह इत्यादद के माध्यम िे दे िकर्े हैं।

2.1.3: कृषि िशीनीकरण

(i) प्रस्तावना: वर्तमान पररदृश्य में कृवष कायों को िमय पर परू ा कर पाने में कृवष यंत्रीकरण की अत्यंर् महत्वपूणत
भूसमका रही है । कृवष मशीनीकरण उत्पादन और उत्पादकर्ा में िुधार करने और मानव िम को कम करने के
सलए कृवष कायों में इंिीननयररंग और प्रौद्योधगकी का अनुप्रयोग है । कृवष यांबत्रकीकरण पूव-त फ़िल और फ़िल
क ाई के बाद के कायों में कृवष िमबन्धों में प्रमुख ऊिात इनपु है ।

कृवष यांबत्रकीकरण मे कृवष पद्धनर्यों के सलए िभी यांबत्रक िहायर्ा के अनुप्रयोग और प्रबंधन शासमल हैं यर्ा
भूसम ववकाि, क्षेत्र उत्पादन, इनपु हैंडसलंग, नमी ननयंत्रण, अंर्र-िांस्कृनर्क िंचालन, की , बीमारी और
खरपर्वार ननयंत्रण, भंडारण और प्रिंस्करण, क ाई, थ्रेसिंग, हैंडसलंग, पररवहन। कृवष कायों में खेर्ों की र्ैयारी,
फिल बव
ु ाई, ननराई –गड़
ु ाई के बाद फिलों की क ाई के बाद उपयोग में आने वाले मशीनरी न केवल िम और
िमय बचार्ी है बजल्क इन यंत्रों के प्रयोगों िे पैदावार एवं उत्पादकर्ा में बढोर्री, सिंचाई के िाधनों का बेहर्र
उपयोग, बहु-फिली स्वरुप का अपनाना आदद के अलावा लागर् में कमी, आय में बढोर्री आदद होर्ी है ।

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

कृवष मशीनीकरण और फिल उत्पादकर्ा परस्पर िंबंधधर् है क्ट्योंकक कृवष मशीनीकरण मानव प्रयािों और लगने
वाले िमय को कम करर्ा है यर्ा हार् उपकरण, पशु र्ैयार उपकरण, पावर द लर, रै क्ट् र, पावर थ्रेिर, वीडर,
हारवेस् र, कंबाइन हारवेस् र, स्प्रेयर और डस् र, इलेजक्ट्रक और ऑयल मो ित, प्रिंस्करण और कृवष के सलए
आवश्यक इनपु यर्ा बीि, उवतरक और पानी के कुशल उपयोग में मदद करर्ा है और खेर्ी की लागर् को
कम करने और उपि की गुणवत्ता बढ़ाने के सलए भी महत्वपूणत है ।

भारर् में कृवष मशीनीकरण प्रारं सभक चरण में मशीनीकरण स्र्र के िार् 40-45% के बीच है िो कक ववकसिर्
अर्तशास्त्र दे श की र्ुलना में बहुर् कम है , िहां मशीनीकरण का स्र्र 90% िे अधधक हो गया है । एिएमएएम
(SMAM) योिना के कायातन्वयन िे पहले राज्य में औिर् फामत पावर की उपलब्धर्ा 0.998 kW/ha (2014)
र्ी और 2016-17 के अंर् र्क बढ़कर 1.205 kW/ha हो गया, इि प्रकार र्ीन वषों में कृवष बबिली उपलब्धर्ा
में 20.7% की वद् ृ धध पंिीकरण हुआ। जज़ले मे फामत पावर की उपलब्धर्ा 0.810 kW/ha है । इि िमय जज़ले मे
625 रै क्ट् र, 111501 प्रारूप िानवर, 91 पावर द लर, 41 इलैजक्ट्रक मो र, 641 डीिल मो र, 63764 कृवष
िसमक की उपलब्धर्ा र्ी। (स्रोर्: WAPCOS limited final report on ‘monitoring, concurrent
evaluation and impact assessment of sub-mission on agricultural mechanization)।

(ii) उपिब्ध, ननयोजित आधारभूत सरं चना और लिंकेि सहायता तथा उनकी कलियााँ: जिले में कृवष यंत्रीकरण के
सलए आधारभूर् िुववधाओं की उपलब्धर्ा िैिे उपकरणों की पूनर्त र्र्ा िेवा केन्द्रों की उपलब्धर्ा है । जिले में
िो ी िोर्ों का अधधक होना, लोगों में यंत्रों/उपकरणों के बारे में िागरूकर्ा का अभाव र्र्ा ववद्यर्
ु ापनू र्त की
कमी या अनुपलब्धर्ा इत्यादद भी हैं िो कृवष यंत्रीकरण के मागत में रुकाव हैं। अधधकांश िो े ककिानों द्वारा
फामत मशीनीकरण के लाभों की कल्पना नहीं की गई है । कृवष उत्पादन और उत्पादकर्ा बढ़ाने की प्रमुख बाधाओं
में िे एक है ककिानों के िार् कृवष शजक्ट्र् और मशीनरी की अपयातप्र्र्ा।

औिर् कृवष शजक्ट्र् उपलब्धर्ा बढ़ाने की आवश्यकर्ा है िमयबद्धर्ा और गुणवत्ता को िुननजश्चर् करने के सलए,
भारी क्षेत्र िंचालन का कायत िंचालन में िैिे की उप-िोइसलंग, धचिसलंग, गहरी िुर्ाई, गमी िैिे भारी क्षेत्र
िंचालन करें िुर्ाई, कृवष उपि और कुशलर्ा िे उपोत्पादों को िंभालना, उन्हें मूल्य के सलए िंिाधधर् करना
इिके अलावा, आय और रोिगार िि
ृ न।

जिले मे वाखणज्य बैंक, स्माल फ़ाइनेंि बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक एवं राज्य िहकारी बैंक की कुल 49 शाखायें
ववत्तीय िेवाएाँ प्रदान कर रही हैं। ववत्तीय वषत 2020-21, 2019-20 एवं 2018-19 मे इि क्षेत्र मे ऋण प्रवाह
िमश: ₹14.50 लाख, ₹30.46 लाख एवं ₹245.27 लाख रही र्ी। (स्रोर्: अग्रणी जिला प्रबन्धक कायातलय,
सिमडेगा)।

(iii) 2022—23 षवत्तीय विष के लिए संभाव्यता का आकिन (भौनतक और षवत्तीय दोनों दृजटि से): भारर् िरकार के
लक्ष्य 2022 र्क 2.5 kW/ha की फामत पावर उपलब्धर्ा और केंद्र और राज्य िरकार की बेहर्र बुननयादी
िुववधाओं और िमर्तन िेवाओं के सलए की प्रनर्बद्धर्ा को ध्यान में रखर्े हुए वषत 2022-23 के सलए कृवष
मशीनीकरण क्षेत्र मे ऋण के सलए भौनर्क और ववत्तीय िंभाववर् प्रक्षेपण र्ासलका में प्रस्र्ुर् ककया गया है ।

(₹ लाख)
2022-23 के सलए आकलन
ि.िं. गनर्ववधध इकाई
भौनर्क इकाई ववत्तीय व्यय बैंक ऋण #
1 रे क्ट् र राली िदहर् नं॰ 71 461.50 392.31
2 पॉवर द लर नं॰ 235 368.95 313.61

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

3 धान थ्रेशर नं॰ 64 48.00 40.82


4 रो ावे र नं॰ 71 113.60 96.56
5 एमबी प्लौघ और केि व्हील नं॰ 71 17.75 15.08
कुल योग 1009.80 858.38
# बैंक ऋण ववत्तीय व्यय का 85% अनुमाननर् हैं। बैंक ऋण माजितन मनी और िजब्िडड (यदद कोई) पर
पररवनर्तर् हो िकर्ा हैं।
नो : गनर्ववधध-वार और ब्लाक-वार भौनर्क और ववत्तीय अनुमान अनुबंध-I में अंककर् है ।

(iv) स्थायी प्रभाव बनाने के लिए आवश्यक िहत्वपूणष सहयोग: प्रखण्ड स्र्र पर कृवष फामत िेवा िुववधा का ववकाि
करने की आवश्यकर्ा है , र्ाकक ककिान ककराये पर रै क्ट् र ओर कृवष मशीनरी इत्यादद ले िकें। फामत िेवा रै क्ट् र
मैकेननकों / िीएचिी को िीधे ककिानों को कृवष यंत्रीकरण िमाधान के सलए िोड़ेगी, जिििे ककराये की प्रकिया
पारदशी, ननष्पक्ष, िमय पर उपलब्धर्ा पर केंदद्रर् होगी। पंचायर् स्र्र पर पयातप्र् कृवष यंत्रीकरण बनु नयादी ढांचे
(मरममर्-िेवा केंद्र) की उपलब्धर्ा और ग्राम स्र्र पर फामत मशीनरी बैंक और ग्रामीण स्र्र पर फामत स्मॉल ू ल
बैंक की स्र्ापना करने की आवश्यकर्ा है । कृषक उत्पादक िमूहो का गठन कर उनके माध्यम िे कस् म
हायररंग केंद्र ब्लॉक स्र्र पर स्र्ावपर् करने चादहए जिििे फामत पावर की उपलबद्धर्ा बढ़े र्र्ा उत्पादकर्ा में
वद्
ृ धध हो।

(v) सुझाए गए कारवाई बबन्द:ु िरकार द्वारा लें प्ि/ ककिान िमूहों यर्ा ककिान कलब या ककिान उत्पादक
िंगठन/ स्वयं िहायर्ा िमूह के बीच कस् म हायररंग िें र (फामत मशीनरी बैंक और स्मॉल ू ल बैंक) को
स्र्ावपर् करने की आवश्यकर्ा है । कृवष ववभाग, आत्मा और कृवष ववज्ञान केंद्र को कृवष मशीनरी के उधचर्
उपयोग के सलए ककिानों के कौशल ववकाि को प्रोत्िादहर् करने के सलए पहल करनी चादहए। आर-िेर्ी को कृवष
िेवा क्षेत्र में बेरोिगार युवाओं के सलए कौशल ववकाि कायतिम का िंचालन करना है र्ाकक कृवष मशीनरी और
उपकरणों की मरममर् और रखरखाव ककया िा िके।

बैंकों को प्रस्र्ाव प्राप्र् होने के पश्चार् प्रनर्किया िमय कम रखना चादहए जिििे कृषक गैर िंस्र्ागर् ऋण के
स्रोर् की र्रफ आकवषतर् ना हो। बैंक द्वारा िब रै क्ट् र के प्रयोिन के सलए ककिान को ऋण मंिूर ककया िार्ा
है , र्ब कस् म कायत िे आय पर ववचार ककया िाना चादहए। रै क्ट् र, पावर द लर और िो े औिारों के ववत्तपोषण
के सलए बैंक वैकजल्पक दृजष् कोणों यर्ा ककिान कलब, कृषक उत्पादक िंगठन, स्वयं िहायर्ा िमूह के माध्यम
िे ववत्त प्रदान कर िकर्े हैं। जिले में कृवष यंत्रों की बढ़र्ी िंख्या को दे खर्े हुए ककिान िेवा केंद्रों, कृवष
व्यविाय और कृवष िेवा केंद्रों की स्र्ापना के सलए सशक्षक्षर् बेरोिगार र्कनीकी प्रसशक्षक्षर् यव
ु ाओं को ऋण
िुववधा दे िकर्े हैं।

2.1.4: रे शि पािन सहहत बगान और बागवानी

(i) प्रस्तावना: जिले में वन आधर्तक, िांस्कृनर्क और िामाजिक-रािनीनर्क प्रणासलयों में एक केंद्रीय भूसमका ननभार्े
हैं। जिले मे कृवष–बागवानी के िार् वन आधाररर् मधुमक्ट्खी पालन की अपार िंभावना हैं। बागान और बागवानी
में ववसभन्न आधर्तक गनर्ववधधयां िैिे बाग/ बागान ववकाि और उिका रखरखाव, फल, िजब्ियां, फूल, औषधीय
एवं िुगंधधर् पोधों िैिी फिलों हे र्ु बेहर्र खेर्ी की र्कनीक, फिलोत्तर रखरखाव, प्रिंस्करण और ववपणन,
िंगदठर् वक्ष
ृ ारोपण, मधुमक्ट्खी पालन आदद शासमल हैं।

मधम
ु क्ट्खी पालन कृवष का एक महत्त्वपूणत अंग है । जिले में मधम
ु क्ट्खी पालन की वद्
ृ धध में अपार िंभावनाएं हैं।
मधुमजक्ट्खयों का बोई गई फिलों के उत्पादन पर िीधा-िीधा प्रभाव पड़र्ा है िो दे श के लगभग 48.5% क्षेत्र

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

को प्रभाववर् करर्ा है । िंयोग िे अभी र्क मधम


ु क्ट्खी पालन की 98.3% क्षमर्ा का दोहन नहीं हो पाया है र्र्ा
यह ववशाल राष्रीय िंिाधन बबातद हो रहा है ।

जिले का कुल भौगोसलक क्षेत्रफल 371711.70 हे . हैं जििमे 100884.25 हे . वन क्षेत्र (कुल भौगोसलक क्षेत्र का
27.14%) र्र्ा 152849.20 हे . कृवष योग्य भूसम (कुल भौगोसलक क्षेत्र का 41.12%) है । जिले मे उिर गैर कृवष
योग्य भूसम 25740.35 हे . र्र्ा कृवष योग्य बेकार भूसम 18898.35 हे . है । जिले के 6420.00 हे . भूसम पर
ववववध प्रकार के वक्ष
ृ लगे है । (स्रोर्: जिला कृवष कायातलय, सिमडेगा)।

जिले की िलवायु फलोद्यान और बागवानी यर्ा आम, केला, लीची, अमरूद, नींबू और अन्य िाइरि फल,
क हल, इत्यादद के सलए जिला उपयुक्ट्र् है । पुष्पोदपादन, औषधीय पौधा र्र्ा मधुमक्ट्खी पालन के सलए भी यह
जिला उपयुक्ट्र् है । बागवानी के अंर्गतर् जिले मे आम, अमरूद, केला, क हल, लीची की बागवानी की िार्ी है ।
वपिले र्ीन वषों के दौरान बागवानी के अंर्गतर् क्षेत्र और उत्पादन इि प्रकार हैं-

(क्षेत्र हे . में र्र्ा उत्पादन मेदरक न में )


2018-19 2019-20 2020-21
प्रमख
ु फिल
क्षेत्र उत्पादन क्षेत्र उत्पादन क्षेत्र उत्पादन
आम 1895 19123 2023 20938 2031 21152
केला 2180 2087 2182 2728 2188 2756
अमरूद 240 2632 255 3825 262 3882
नींबू 210 3159 218 3400 224 3439
लीची 165 1817 169 1945 178 1986
क हल 155 1448 157 1515 163 1552
मधु - - 1620 61.80 1628 62
स्रोर्: जिला कृवष कायातलय, सिमडेगा

(ii) उपिब्ध, ननयोजित आधारभूत सरं चना और लिंकेि सहायता तथा उनकी कलियााँ: जिले में प्राकृनर्क िंिाधन
प्रचरु र्ा िे उपलब्ध हैं। अर्ः मधु-पालन र्र्ा लाह की खेर्ी की आपार िंभावनाएाँ हैं परं र्ु प्रचार –प्रिार के अभाव
में बागवानी िड़ी-बू ी व िुगंधधर् पौधों की खेर्ी व प्रिंस्करण इकाई लोकवप्रय नहीं हो पा रही हैं। जिले के वन
करं ि, िामुन, नीम, िखुवा, िागवान, शीशम, िेलम, नीलधगरी, इमली आदद के पेड़ों िे भरे हैं , जिििे शहद का
उत्पादन अधधक होर्ा हैं।

ककिानों को प्रसशक्षण प्रदान करने के सलए जिले में एक भी बागवानी प्रसशक्षण िंस्र्ान नहीं है । जिले मे कोई
िंगदठर् ववपणन िुववधा और फिलों के प्रिंस्करण र्र्ा मूल्यवधतन इकाई की कोई िुबबधा नहीं हैं। जिले में
खाद्य प्रिंस्करण इकाइयों और कोल्ड स् ोरे ि की उपलब्धर्ा की िंख्या नगण्य है जिििे ककिानों को अपनी
उपि की उधचर् कीमर् नहीं समल पार्ी है ।

जिले मे ककिानों को अपने कृवष उत्पाद की बबिी के सलए जिला मुख्यालय मे जिला बाज़ार िसमनर् के अंर्गतर्
एक मात्र मंडी उपलब्ध है । ककिान अपने कृवष उत्पाद को मुख्यर्: अपने क्षेत्र मे लगने वाले पारं पररक
िाप्र्ादहक हा / मंडी मे व्यापाररयों को बेचर्े है । इिके अलावा व्यापारी ककिानों िे िीधे उनके घरों िे उनके
कृवष उत्पाद की खरीद करर्े है ।

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

जिले मे वाखणज्य बैंक, स्माल फ़ाइनेंि बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक एवं राज्य िहकारी बैंक की कुल 49 शाखायें
ववत्तीय िेवाएाँ प्रदान कर रही हैं। ववत्तीय वषत 2020-21, 2019-20 एवं 2018-19 मे इि क्षेत्र मे ऋण प्रवाह
िमश: ₹0.00 लाख, ₹1.00 लाख एवं ₹10.57 लाख रही र्ी। (स्रोर्: अग्रणी जिला प्रबन्धक कायातलय,
सिमडेगा)।

(iii) 2022-23 षवत्तीय विष के लिए संभाव्यता का आकिन (भौनतक और षवत्तीय दोनों दृजटि से): स्र्ायी प्रभाव बनाने
के सलए कृवष- बागवानी क्षेत्र में एक स्र्ायी आधार और िहायक आय स्रोर् को ध्यान मे रखर्े हुए वषत 2022-
23 के बागवानी और मधम ु क्ट्खी पालन के सलए भौनर्क और ववत्तीय िंभाववर् प्रक्षेपण र्ासलका में प्रस्र्र्
ु ककया
गया है ।

(₹ लाख)
2022-23 के सलए आकलन
ि.िं. गनर्ववधध इकाई
भौनर्क इकाई ववत्तीय व्यय बैंक ऋण #
1 आम एकड़ 75 30.00 25.50
2 लीची एकड़ 35 14.00 11.90
3 पपीर्ा एकड़ 75 50.25 42.75
4 मधप
ु ालन नं॰ 73 84.02 71.41
कुल योग 178.27 151.56
# बैंक ऋण ववत्तीय व्यय का 85% अनुमाननर् हैं। बैंक ऋण माजितन मनी और िजब्िडड (यदद कोई) पर
पररवनर्तर् हो िकर्ा हैं।
नो : गनर्ववधध-वार और ब्लाक-वार भौनर्क और ववत्तीय अनम
ु ान अनब
ु ंध-I में अंककर् है ।

(iv) स्थायी प्रभाव बनाने के लिए आवश्यक िहत्वपूणष सहयोग: िलवायु पररवर्तन के कारण परं परागर् फिलों की
उत्पादकर्ा घ रही है , ऐिे में बागवानी फिलों के रूप में ककिानों के सलए एक उधचर् ववकल्प है िो की मौिमी
पररवर्तनों के प्रनर् कम िवेदनशील है िार् ही पानी की कम खपर् के कारण जिले के सलए भी उपयुक्ट्र् है ।
जिले मे बागवानी को प्रोत्िादहर् करने के सलए नवीनर्म र्कनीक पर आधाररर् ववकाि प्रणाली को अपनाने की
आवश्यकर्ा है ।

(v) सुझाए गए कारवाई बबन्द:ु िरकार द्वारा सिंचाई, ग्रामीण िडक़ ननमातण, भूसम िुधार, िरकारी नितरी,
कोल्डस् ोरे ि एवं िाइन् ीफीक गोदाम आदद िुववधाओं के सलए ग्रामीण आधारभूर् ववकाि ननधध के अन्र्गतर्
नाबाडत िे ऋण िुववधा का उपयोग आधारभूर् िरचना का ननमातण ककया िा िकर्ा है ।

आत्मा, आर-िेर्ी, कृवष ववभाग द्वारा बागवानी के नवीन र्कनीकों, िल प्रबंधन आदद के प्रचार-प्रिार िुववधाओं
को बढ़ाए िाने की आवश्यकर्ा है । अधधकांश कृवष उपि को प्रिंस्कृर् ककया िा िकर्ा है , जििके
पररणामस्वरूप उच्च मांग, उपभोक्ट्र्ा की अधधक स्वीकायतर्ा और बेहर्र रर नत समल िकर्ा है । स्र्ानीय स्र्र पर
ककिानों को अपनी उपि के मूल्य िंवधतन के सलए िंवद
े नशील बनाने की िरूरर् है । उन्हें अपनी उपि के
ननयातर् के सलए पूरी की िाने वाली प्रकिया और आवश्यकर्ाओं िे अवगर् कराया िाना चादहए।

बैंकों को जिले मे गदठर् कृषक उत्पादन िंगठन को खरीद, प्रिंस्करण और ववपणन के सलए ऋण स्वीकृर् करना
चादहए।

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

2.1.5: वाननकी और बंिर भलू ि षवकास

(i) प्रस्तावना: पयातवरण जस्र्रर्ा और पाररजस्र्नर्कीय िंर्ुलन िुननजश्चर् करने के सलए वनों का बचाव र्र्ा इिका
ववकाि आवश्यक है । वन को आधर्तक और पाररजस्र्नर्की दोनों प्रकार के लाभ के उद्दे श्य िे ककिी बड़े भ-ू भाग
में मुख्यर्ः पेड़ और िंगल-झाड़ी िे आच्िाददर् क्षेत्र के रूप में पररभावषर् ककया िा िकर्ा है । राष्रीय वन नीनर्
1988 के लक्ष्य के र्हर् दे श की कुल भूसम के एक नर्हाई भाग में वन या पेड़ होने चादहए। पहाडड़यों और
पवतर्ीय क्षेत्रों के सलए, क्षेत्र की कुल भसू म के न्यन
ू र्म दो नर्हाई भाग में वन या पेड़ होने चादहए। Indian
State of Forest Report के अनुिार जिले मे वन क्षेत्र 1240.92 वगतककमी है । वन घनत्व वगत के अनुिार
22.00 वगतककमी बहुर् घना वन, 344.00 वगतककमी मध्यम घना वन और 874.92 वगतककमी खुला वन है ।

(ii) उपिब्ध, ननयोजित आधारभूत सरं चना और लिंकेि सहायता तथा उनकी कलियााँ: जिले का कुल भौगोसलक
क्षेत्रफल 371711.70 हे . हैं जििमे वन क्षेत्र 27.14% र्र्ा कृवष योग्य भूसम 41.12% है । जिले का 18898.35
हे . भूसम कृवष योग्य बेकार भूसम, 25740.35 हे . उिर गैर कृवष योग्य भूसम र्र्ा 45382.73 हे . भूसम अन्य
परर्ी भूसम है । वन क्षेत्र के ववकाि िे न केवल पाररजस्र्नर्की िंर्ुलन और पयातवरण की िुरक्षा होर्ी है बजल्क
ग्रामीण क्षेत्रों में आय और रोिगार के प्रचरु अविर भी उपलब्ध होर्े हैं। जिले की 99% भू-भाग ग्रामीण हैं,
जििमे जिले की कुल 93% िनिंख्या ननवाि करर्ी है । जिले की 90% िनिंख्या कृवष एवं वनोपि पर
आिीववका के सलए आधिर् है अर्ातर् ् जिले की अर्तव्यवस्र्ा कृवष एवं वनोपि पर आधाररर् है । (स्रोर्: जिला
कृवष कायातलय, सिमडेगा)।

कृवष योग्य बेकार भूसम र्र्ा अन्य परर्ी भूसम पर कृषकों को आधर्तक लाभ दे ने वाले वनो को लगाने हे र्ु
प्रोत्िाहन व िहायर्ा दी िा िकर्ी है । खेर्ी योग्य बेकार भूसम और अन्य परर्ी भूसम िो कृवष योग्य खेर्ी के
सलए उपयुक्ट्र् नहीं हैं, उन्हें उपचार के पैकेि के माध्यम िे पेड़ की फिलों की खेर्ी के सलए ववकसिर् ककया िा
िकर्ा है जििमें समट् ी का क ाव ननयंत्रण के उपाय, पानी की उपलब्धर्ा में िुधार और िवोत्तम उपयुक्ट्र्
फिल प्रणाली शासमल हैं। शीशम, महोगनी, आम, नीम, िामन ु , महुआ, बबलू , बांि, आदद जिले के सलए
उपयुक्ट्र् वाननकी पेड़ हैं। वन आधाररर् उद्योग की मांग और वाखणजज्यक महत्व को दे खर्े हुए खेर्ी योग्य बेकार
भूसम और अन्य परर्ी भूसम ि रोफा और पोंगासमया (िैव-डीिल या ईंधन योज्य का स्रोर्) वक्ष ृ ारोपण और बााँि
का वक्ष
ृ ारोपण (समट् ी के क ाव के िंरक्षण और उपयोगकर्ात उद्योगों को कच्चे माल की आपूनर्त के सलए)
उपयुक्ट्र् हैं। वाखणजज्यक पौधशालाओं की कमी, गुणवत्ता रोपण िामग्री, भावी/ िमूहों के सलए र्कनीकी /
र्कनीकी इनपु का उत्पादन करने के सलए, पौधों की िरु क्षा व्यवस्र्ा और िागरूकर्ा प्रमख
ु अंर्राल हैं।

जिले मे वाखणज्य बैंक, स्माल फ़ाइनेंि बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक एवं राज्य िहकारी बैंक की कुल 49 शाखायें
ववत्तीय िेवाएाँ प्रदान कर रही हैं। ववत्तीय वषत 2020-21, 2019-20 एवं 2018-19 मे इि क्षेत्र मे ऋण प्रवाह
िमश: ₹0.00 लाख, ₹1.11 लाख एवं ₹0.00 लाख रही र्ी। (स्रोर्: अग्रणी जिला प्रबन्धक कायातलय, सिमडेगा)।

(iii) 2022-23 षवत्तीय विष के लिए संभाव्यता का आकिन (भौनतक और षवत्तीय दोनों दृजटि से): वाननकी ववकाि की
स्र्ानीय मांग और व्याविानयक महत्व को ध्यान में रखर्े हुए को ध्यान मे रखर्े हुए वषत 2022-23 के वाननकी
और बंिर भूसम ववकाि के सलए भौनर्क और ववत्तीय िंभाववर् प्रक्षेपण र्ासलका में प्रस्र्ुर् ककया गया है ।

(` लाख)
2022-23 के सलए आकलन
ि.िं. गनर्ववधध इकाई
भौनर्क इकाई ववत्तीय व्यय बैंक ऋण #
1 शीशम हे ॰ 24 7.20 6.13

29
पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

2 बांि हे ॰ 44 52.80 44.88


कुल योग 60.00 51.01
# बैंक ऋण ववत्तीय व्यय का 85% अनुमाननर् हैं। बैंक ऋण माजितन मनी और िजब्िडड (यदद कोई) पर
पररवनर्तर् हो िकर्ा हैं।
नो : गनर्ववधध-वार और ब्लाक-वार भौनर्क और ववत्तीय अनम
ु ान अनब
ु ंध-I में अंककर् है ।

(iv) स्थायी प्रभाव बनाने के लिए आवश्यक िहत्वपूणष सहयोग: वन उपि पर ननभतर लोगों को िागरूक बनाने की
आवश्यकर्ा है र्र्ा िंगल में वक्ष
ृ क ाई िे होने वाले पयातवरण पर इिके प्रनर्कूल प्रभाव पर प्रचार-प्रिार की
आवश्यकर्ा है । ककिानों की बंिर और परर्ी भूसम का ववकाि वक्ष
ृ ारोपण के माध्यम िे ककया िाना चादहए।
वनउपिों के ववपणन और प्रिंस्करण के सलए उधचर् व्यवस्र्ा ककए िाने की आवश्यकर्ा है ।

ईंधन, चारा और लकड़ी के सलए िंगदठर् बािार की अनप


ु जस्र्नर् के अलावा वाननकी और बंिर भसू म के ववकाि
के उद्दे श्यों और लाभों को लोकवप्रय बनाने में एिेंसियां/ गैर-िरकारी िंगठन और िरकार की ओर िे पहल का
अभाव है ।

(v) सुझाए गए कारवाई बबन्द:ु पारं पररक वन क्षेत्र (िरकार द्वारा कानूनी रूप िे वन के रूप में पररभावषर्) में वन
आवरण, ववशेष रूप िे राज्य िरकारों द्वारा वक्ष
ृ िघनर्ा में वद्
ृ धध करने के सलए िमद्
ृ ध वक्ष
ृ ारोपण को बढ़ावा
दे ने की अच्िी िंभावना है , जििके सलए राज्य अपने बि ीय आबं न और स् े कंपेिे री एफोरे स् े शन फ़ंड
मैनेिमें एंड प्लाननंग ऑधर्रर ी (CAMPA) के अलावा नाबाडत के ग्रामीण आधारभूर् ववकाि ननधध िे ननधध
प्राप्र् कर िकर्े हैं।

वन ववभाग द्वारा वाननकी को बढ़ावा दे ने हे र्ु एक प्रदशतन भूखंड ववकसिर् करना चादहए जििे दे खकर ककिान
भी अपने िमीन पर वन लगाने के सलए प्रेररर् हों। वन ननगम प्रमख
ु कक़स्मों की लकड़ी के सलए न्यूनर्म
िमर्तन मल्
ू य ननधातररर् करने के सलए एक योिना र्ैयार कर िकर्ा है ।

िरकारी ववभाग को कृवष वाननकी में वांनिर् िोर प्रदान करना है , जिले में क्षमर्ा का उपयोग करने के सलए
िंस्र्ागर् ऋण का लाभ उठाकर ककिानों को वाननकी गनर्ववधधयां करने के सलए सशक्षक्षर् और प्रेररर् करना है ।
ववभाग द्वारा वनउपिों के ववपणन और प्रिंस्करण के सलए उधचर् व्यवस्र्ा ककए िाने की आवश्यकर्ा है ।

बैकों द्वारा वनउपिों के ववपणन और प्रिंस्करण के सलए स्वयं िहायर्ा िमह


ू , ियंक्ट्
ु र् दे यर्ा िमह
ू इत्यादद के
माध्यम िे ऋण स्वीकृर् करना चादहए। बैंकित कृवष वाननकी के र्हर् बााँि की खेर्ी के ववत्तपोषण की िंभावनाएाँ
र्लाश करें ।

(vi) अन्य संबधधत िद्


ु दे : कृषि वाननकी और कृषि वाननकी प्रणािी

आधर्तक और पयातवरण िंबंधी िोखखमों को कम करने और बेहर्र रर नत की दृजष् िे कृवष-वाननकी एक व्यवहायत


ववकल्प हो िकर्ा है , िो परं परागर् रूप िे िददयों िे भारर् में िीवन यापन का र्रीका और आिीववका का
िाधन रहा है । भूसम उत्पादकर्ा, मद
ृ ा िंरक्षण, िैववक-िुधार, िलवायुिन्य िोखखमों को कम करने और ककिानों
की आय बढ़ाने में कृवष-वाननकी की भूसमका व्यापक रूप िे स्वीकायत रही है ।

कृवष-वाननकी प्रणाली िे आधर्तक लाभ के िार्-िार् िलवायु पररवर्तन के सलए अनक


ु ू लन / शमन रणनीनर्यों के
माध्यम िे पयातवरणीय लाभ भी हासिल होर्े हैं , िो कृवष के सलए लाभकारी होर्े हैं। कृवष-वाननकी प्रणाली के
ववसभन्न घ क हो िकर्े हैं। लेककन, मूल घ क 'कृवष' है जििके व्यापक अर्ों में कृवष फिलों, बागवानी
गनर्ववधधयों और पशुपालन गनर्ववधधयों के िार्-िार् बारहमािी पेड़ों को शासमल ककया िार्ा है । इि प्रणाली के

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

िार् पॉल्री, मशरूम उत्पादन, मिली पालन, मधम


ु क्ट्खी पालन, रे शम पालन आदद की िमेककर् कृवष िे
अनर्ररक्ट्र् आय प्राप्र् की िा िकर्ी है । कृवष-वाननकी प्रणासलयों की एक अत्यंर् महत्वपूणत ववशेषर्ा ववसभन्न
घ कों बीच पारस्पररक िंबंध है िो इिे एक ववसशष् और ववशेष भूसम उपयोग प्रणाली के रूप में धचजन्हर् करर्ी
है । कृवष-वाननकी प्रणाली को िंरचना अर्ातर् ् इिके घ क और इिकी व्यवस्र्ा (स्र्ाननक और िामनयक) और
इिके कायों के आधार पर ननमनानुिार वगीकृर् ककया िा िकर्ा है ।

कृवष-वाननकी प्रणाली
िंरचनात्मक आधार कायातत्मक आधार
घ कों की प्रकृनर् घ कों की व्यवस्र्ा उत्पादक कायत िुरक्षात्मक कायत
कृवष- वन िंवधतन प्रणाली स्र्ाननक अंर्र व्यवस्र्ा खाद्य, फाइबर और शेल् र मद
ृ ा िंरक्षण
वन िंवधतन- पशुचारण प्रणाली स्र्ाननक अंर्र व्यवस्र्ा गैर इमारर्ी लकड़ी वन उत्पाद मद
ृ ा िध
ु ार
कृवष-वन िंवधतन- पशुचारण िामनयक व्यवस्र्ा इमारर्ी लकड़ी, चारा और ईंधन ववंड-ब्रेक और
प्रणाली के सलए लकड़ी शेल् र बेल्ट्ि

 कृवष (एग्री)- घ क में खाद्यान्न, बागबानी फिलें अर्ातर् ् फल, िब्िी, फूल, औषधीय और िगंध पौधे;
पशुपालन- पशुधन िानवर, एििीपी, पॉल्री आदद शासमल हैं।
 वन िंवधतन– घ क में बांि िदहर्, िो एक प्रकार का घाि है और जििे लकड़ी, चारा और ईंधन के सलए
उगाया िार्ा है , बारहमािी पेड़, एन ीएफ़पी शासमल हैं।
 पशुचारण – घ क में चारे वाली घाि शासमल है ।
 कृवष(एग्रो)– घ क में केवल खाद्यान्न घ क शासमल है ।

2.1.6: पशप
ु ािन - डेयरी

(i) प्रस्तावना: कृवष अर्तव्यवस्र्ा में पशुपालन क्षेत्र िो े और िीमांर् ककिानों और खेनर्हर मिदरू ों और मदहलाओं के
रोिगार के माध्यम िे पररवारों को अनर्ररक्ट्र् आय के सलए लाभकारी रोिगार और आय का स्रोर् प्रदान करके
ग्रामीण अर्तव्यवस्र्ा में एक महत्वपूणत भूसमका ननभार्ा है । जिले में अधधकांश ग्रामीण आबादी िो े और िीमांर्
ककिान या भूसमहीन मिदरू है । डेयरी आय िि
ृ न और ग्रामीण क्षेत्रों में रोिगार प्रदान के सलए एक महत्वपूणत
अविर के रूप में उभर रहा है । िो े और िीमांर् ककिान या भसू महीन मिदरू को डेयरी गनर्ववधधयााँयों यर्ा
दध
ु ारू पशुओं का पालन, दग्ु ध-उत्पादन, पशु-धचककत्िा एवं दे खभाल, दग्ु ध-प्रिंस्करण िे िोड़ िा िकर्ा है । 20वीं
पशुधन िनगणना(2019) के अनुिार, जिले में दध
ु ारू पशु और भैंि की आबादी िमश: 403412 और 26600 है ।

दध
ु ारू पशु भैंि
नर मादा कुल नर मादा कुल
ग्रामीण क्षेत्र 221022 177195 398217 13315 11680 24995
शहरी क्षेत्र 2289 2906 5195 732 873 1605
कुल 223311 180101 403412 14047 12553 26600
स्रोर्: 20वीं पशुधन िनगणना (2019)

पशुपालकों द्वारा दध
ू घरे लू खपर् और स्र्ानीय ववपणन के सलए ज्यादार्र उत्पादन ककया िार्ा है । दध
ू की
प्रनर् व्यजक्ट्र् उपलब्धर्ा 177 ग्राम/ददन है िो राष्रीय औिर् 394 ग्राम/ददन औिर् िे काफी कम है । ववगर्
03 वषों मे दध
ू की उत्पादन और प्रनर् व्यजक्ट्र् उपलब्धर्ा ननमन है ।

31
पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

2017-18 2018-19 2019-20


दध
ू उत्पादन (मेदरक न) 38857 42003 44117
प्रनर् व्यजक्ट्र् उपलब्धर्ा (ग्राम/ददन) 157 165 177
स्रोर्: पशुपालन ववभाग, झारखंड

(ii) उपिब्ध, ननयोजित आधारभूत सरं चना और लिंकेि सहायता तथा उनकी कलियााँ: जिले में पशुओं की स्वास्र्य
एवं गव्य पालन िंबंधी अन्य आवश्यक िानकारी प्रदान करने के सलए जिला गव्य ववकाि कायातलय है । अच्िी
नस्ल के पशुओं की उपलब्धर्ा नहीं है िबकक दे शी नस्ल के पशु ववसभन्न मेलों, स्र्ानीय बािार व आि-पाि के
जिलों में उपलब्ध हैं। जिले में कोई िंगदठर् मवेशी बािार नहीं हैं। जिले में गुणवत्तापूणत दध
ु ारू पशुओं की
अनुपलब्धर्ा, दध
ू ववपणन ने वकत और दध
ू मागत का न होना डेयरी गनर्ववधध के ववस्र्ार में महत्वपूणत बाधाओं
में िे एक है । सिंचाई िंबंधी िुववधाओं का अभाव के कारण जिले में हरे चारे की उपलब्धर्ा वषत भर पयातप्र्
नहीं है ।

जिलें में प्रगनर्शील पशुपालकों को गाय/ भैंि प्रिनन एवं डेयरी यूनन की स्र्ापना के सलए प्रोत्िादहर् करने की
आवश्यकर्ा है , िार् ही दध
ू के एकत्रीकरण, िरु क्षक्षर् रखने, प्रिंस्करण और ग्रामीण क्षेत्र में शीर् िंख
ृ लन िैिी
बुनयादी िुबबधा िजृ िर् करनी होंगी।

जिले मे वाखणज्य बैंक, स्माल फ़ाइनेंि बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक एवं राज्य िहकारी बैंक की कुल 49 शाखायें
ववत्तीय िेवाएाँ प्रदान कर रही हैं। ववत्तीय वषत 2020-21, 2019-20 एवं 2018-19 मे इि क्षेत्र मे ऋण प्रवाह
िमश: ₹17.32 लाख , ₹14.19 लाख एवं ₹59.16 लाख रही र्ी। (स्रोर्: अग्रणी जिला प्रबन्धक कायातलय,
सिमडेगा)।

(iii) 2022-23 षवत्तीय विष के लिए संभाव्यता का आकिन (भौनतक और षवत्तीय दोनों दृजटि से) : लोगों को पोषण
प्रदान करने, ग्रामीण क्षेत्र के सलए रोिगार िि
ृ न और आिीववका प्रदान करने मे इि क्षेत्र के महत्व को ध्यान
में रखर्े हुए वषत 2022-23 के डेयरी गनर्ववधध के सलए भौनर्क और ववत्तीय िंभाववर् प्रक्षेपण र्ासलका में प्रस्र्ुर्
ककया गया है ।

(₹ लाख)
2022-23 के सलए आकलन
ि.िं. गनर्ववधध इकाई
भौनर्क इकाई ववत्तीय व्यय बैंक ऋण #
1 डेयरी -2 पशु नं॰ 80 135.44 115.12
2 डेयरी -5 पशु नं॰ 5 21.46 18.24
योग 156.90 133.36
कायतशील पूंिी
3 डेयरी -2 पशु नं॰ 80 32.00 32.00
4 डेयरी -5 पशु नं॰ 5 5.00 5.00
योग 37.00 37.00
कुल योग 193.90 170.36
# बैंक ऋण ववत्तीय व्यय का 85% अनम
ु ाननर् हैं। कायतशील पंि
ू ी के सलए बैंक ऋण ववत्तीय व्यय का
100% अनुमाननर् हैं। बैंक ऋण माजितन मनी और िजब्िडड (यदद कोई) पर पररवनर्तर् हो िकर्ा हैं।
नो : गनर्ववधध-वार और ब्लाक-वार भौनर्क और ववत्तीय अनुमान अनुबंध-I में अंककर् है ।

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

(iv) स्थायी प्रभाव बनाने के लिए आवश्यक िहत्वपूणष सहयोग: ग्रामीण पररवार की आय दोगन
ु ा करने में डेयरी का
योगदान अपेक्षक्षर् है और पशुपालन के एकीकृर् मॉडल को अपनाने की िरूरर् है । अच्िी प्रिानर् के पशु, िंर्नर्
परीक्षण, वंशावली चयन, िीमेन स् े शनों के िुदृढ़ पररचालन, िंर्ुसलर् राशन कायतिम, चारा ववकाि आनुवंसशक
नस्ल िुधार, चारे की उपलब्ध्र्ा, पशु धचककत्िा, उच्च उत्पादन प्रबंधन र्कनीकों को अपनाने की िरूरर् है ।
बुननयादी िुववधाओं, र्कनीकी मागतदशतन और ववत्तीय िहायर्ा के द्वारा उत्पादकर्ा में िुधार कर लाभप्रद बनाया
िा िकर्ा है । डेयरी यनू नयनों के िार्-िार् ननिी क्षेत्र के ननवेश को प्रोत्िादहर् ककया िाना चादहए। इन इकाइयों
की स्र्ापना के सलए प्रसशक्षक्षर् उद्यसमयों को ववत्तीय िहायर्ा दे कर बैंक अपनी भूसमका ननभा िकर्े हैं।

दध
ू मागों र्र्ा दध
ू भंडारण के आधनु नकीकरण की योिना बनाई िानी चादहये। नई िसमनर्यों का गठन,
स्वचासलर् दग्ु ध िंग्रह स् े शन, इलेक्ट्रॉननक दध
ू परीक्षक, कंप्यू र िे बबसलंग िे खरीद की व्यवस्र्ा होनी चादहए।
प्रिंस्करण इकाइयों, िहकारी िसमनर्यों के िहयोग िे क्षेत्र आधाररर् योिनाओं को बढ़ावा ददया िा िकर्ा है ।

(v) सझ
ु ाए गए कारवाई बबन्द:ु िरकार द्वारा पशु धचककत्िा अस्पर्ालों, रोग ननदान प्रयोगशालाओं, प्रिनन फामों की
स्र्ापना, र्रल नाइरोिन (LN2) इकाई, पशुधन ज्ञान केंद्रों, चारा बैंकों, चारा ब्लॉक बनाने की इकाइयों, फ़ीड
िंयंत्रों, ीका उत्पादन इकाइयों आदद िैिे बुननयादी आधारभूर् िरचना का ननमातण ग्रामीण आधारभूर् ववकाि
ननधध के अन्र्गतर् नाबाडत िे ऋण िुववधा िरचना ककया िा िकर्ा है ।

जिले में दध
ू क्षेत्र अववकसिर् होने का कारण बैकवडत र्र्ा फॉरवडत सलंकेि का अपेक्षक्षर् ववकाि न हो पाना, दग्ु ध-
उत्पादक िंघ, दध
ू कलेक्ट्शन िें र का न होना एक बड़ा अवरोध है जििके कारण व्याविानयक स्र्र पर दध
ू की
बबिी में िमस्या है । आत्मा, आर-िेर्ी, कृवष ववभाग द्वारा डेयरी क्ट्लस् र को पहचान कर व्याविानयक डेयरी
के सलए उद्यसमयों को पहचान कर उन्हें ववत्तपोवषर् कर प्रोत्िादहर् करने की आवश्यकर्ा है । जिले में दध

िंग्रहण केन्द्रों र्र्ा समल्क रू ों की स्र्ापना करने की आवश्यकर्ा है ।

बैंकों को पशुपालक को गव्यपालन हे र्ु कायतशील पूंिी ककिान िेडड काडत (केिीिी) के अंर्गतर् डीएल ीिी द्वारा
अनम
ु ोददर् स्केल ऑफ फ़ाइनें ि (SoF) के आधार पर अल्पकालीन ऋण स्वीकृर् करना चादहए।

बैंकों को िकारात्मक और लचीला दृजष् कोण अपनार्े हुए आत्मा, कृवष ववज्ञान केंद्र एवं आर-िेर्ी िे प्रसशक्षण
प्राप्र् अभ्यधर्तयों को प्रार्समकर्ा के आधार पर ऋण उपलब्ध करवाया िाना चादहए। भसू महीन, लघु एवं िीमांर्
ककिानों को स्वयं िहायर्ा िमूह, ियुंक्ट्र् दे यर्ा िमूह इत्यादद के माध्यम िे डेयरी के िार् वमी कमपोस् और
बायो गैि एकाई के सलए ऋण स्वीकृर् करना चादहए। सिंधचर् और असिंधचर् क्षेत्रों, वमी - कमपोजस् ं ग इकाइयों
और डेयरी इकाइयों के िार् व्यजक्ट्र्गर् ककिानों द्वारा सिलेि मेककं ग के र्हर् ग्रीन चारा उत्पादन िैिी
गनर्ववधधयों की ववत्त व्यवस्र्ा की िानी चादहए।

2.1.7: पशप
ु ािन – िग
ु ीपािन

(i) प्रस्तावना: कृवष अर्तव्यवस्र्ा में पशुपालन क्षेत्र िो े और िीमांर् ककिानों और खेनर्हर मिदरू ों और मदहलाओं
के रोिगार के माध्यम िे पररवारों को अनर्ररक्ट्र् आय के सलए लाभकारी रोिगार और आय का स्रोर् प्रदान
करके ग्रामीण अर्तव्यवस्र्ा में एक महत्वपण
ू त भसू मका ननभार्ा है । जिले में अधधकांश ग्रामीण आबादी िो े और
िीमांर् ककिान या भूसमहीन मिदरू है । जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में घर के आाँगन मे मग
ु ीपालन मुख्यर्: दे शी
पक्षक्षयों एक पुरानी पुरानी प्रर्ा है , िो घर के वपिले भाग मे की िार्ी है । पारं पररक ककिानों में , पोल्री कम
लागर् के प्रारं सभक ननवेश के िार् एक आिान उद्यम है जििे आिानी िे पोल्री की उन्नर् नस्ल के िार्
बढ़ाया िा िकर्ा है , जििमे अच्िे आधर्तक रर नत की िंभावना ननदहर् है । पोल्री क्षेत्र में है चरीि की स्र्ापना,

33
पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

लेयर और ब्रायलर इकाइयााँ आदद शासमल हैं। ग्रामीण कृषकों और खेनर्हर मिदरू ों को आय का वैकजल्पक या
िहायक स्रोर् उपलब्ध कराने में पोल्री क्षेत्र की ववशेष उपयोधगर्ा है . इिके अलावा मुगीपालन गनर्ववधध िे
उत्कृष् खाद भी िुलभ होर्ा है , जिििे भूसम की उवतरा- शजक्ट्र् बढ़ाई िा िकर्ी है ।

20वीं पशुधन िनगणना (2019) के अनुिार, राज्य में पौल्री की आबादी 4194894 है । वाखणजज्यक िंगदठर्
क्षेत्र का पोल्री उत्पादन का 77% दहस्िा है िबकक बैकयाडत अिंगदठर् क्षेत्र का उत्पादन मे 23% दहस्िा है ।
ववगर् 03 वषों मे अंडा उत्पादन ननमन है ।

2017-18 2018-19 2019-20


अंडा उत्पादन (लाख मे) 201.413 214.632 227.879
स्रोर्: पशुपालन ववभाग, झारखंड

NSSO 2013 के अनुिार, 6.4% ग्रामीण भारर्ीय म न, 21.7% धचकन, 26.5% मिली और 29.2% अंडे का
का िेवन करर्े हैं। शहरी भारर् में , लगभग 10% बकरी के मांि, 21.0% मिली, 27.0% धचकन और 37.6%
अंडे का उपभोग करर्े हैं। झारखंड में , प्रो ीन की खपर् ग्रामीण में प्रनर् व्यजक्ट्र् 54.7 ग्राम और शहरी क्षेत्र में
60.3 ग्राम प्रनर् व्यजक्ट्र् प्रनर् ददन है । अंडा, मिली और मी में ग्रामीण क्षेत्र में 6.0% और शहरी क्षेत्र में
8.0% प्रो ीन की मात्रा होर्ी है । ववगर् िमय मे जिले मे उपभोग के सलए वध ककये गये बर्डति की िंख्या और
उत्पादन नीचे अंककर् है , िोकक जिले मे पोल्री के मांग को पररलक्षक्षर् करर्ा है ।

माचत 2020 माचत 2021 िून 2021


िंख्या 383357 200953 35919
उत्पादन (Kg) 446634 264173 42367
स्रोर्: पशुपालन ववभाग, सिमडेगा

(ii) उपिब्ध, ननयोजित आधारभूत सरं चना और लिंकेि सहायता तथा उनकी कलियााँ: जिले में पशुपालन के ववकाि
के सलए िरकार द्वारा िंचासलर् ववसभन्न योिनाओं के कायातन्वयन जिला पशुपालन पदाधधकारी के नेर्त्ृ व मे
पशुपालन ववभाग करर्ा है । जिले में 11 पशु धचककर्शालय है र्र्ा 10 भ्रमणशील पशु धचककत्िा पदाधधकारी, 7
बीएचओ, 1 एिएचओ और 1 डीएचओ कायतरर् है ।

पोल्री उत्पादन काफी हद र्क बुननयादी िुववधाओं, िैिे- ववद्युर् आपूनर्त, धचककत्िा-िुववधा, ववपणन-िुववधा,
आहार की उपलब्धर्ा आदद पर ननभतर है । जिले में पोल्री क्षेत्र का कम ववकाि हुआ है । हालांकक ववगर् वषों िे
िो े पॉल्री फामों की िंख्या र्ेिी िे बढ़ी है र्र्ा इिे लोग एक स्वरोज़गार के रूप में अपना रहें हैं। िार् ही
जिले में अण्डों और धचकेन की खपर् में लगार्ार वद्
ृ धध हो रही है , जििे दे खर्े हुए इि क्षेत्र के ववकाि की प्रचरु
िंभावना है । मूलभूर् िंरचनात्मक िुववधाएं अभी र्क अपयातप्र् हैं। जिले में कोई भी है चरी नही है , िहााँ िे चिू ों
की आपूनर्त की िाए। ब्रायलर के एक ददन के बच्चे की आपूनर्त हे र्ु दि
ू रे राज्यों यर्ा पजश्चम बंगाल र्र्ा
ओडडशा के अलावा दि ू रे जिलों पर ननभतरर्ा बनी हुई है । इिके अलावा मुगी दाना (पौल्री फीड) हे र्ु भी जिले में
कोई उत्पादन केंद्र नहीं है िबकक मक्ट्का का उत्पादन जिला मे होर्ा है िो की पौल्री फीड का मख् ु य भाग होर्ा
है । बीमा िमबन्धी अडच़ने भी इि क्षेत्र को बढावा दे ने मे अवरोध उत्पन्न्न करर्ी है । जिले के महत्वपूणत कस्बों
और बािार केंद्रों में पोल्री उत्पाद की बबिी के सलए कोई हाइिीननक माकेद ग
ं आउ ले नहीं हैं।

जिले मे वाखणज्य बैंक, स्माल फ़ाइनेंि बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक एवं राज्य िहकारी बैंक की कुल 49 शाखायें
ववत्तीय िेवाएाँ प्रदान कर रही हैं। ववत्तीय वषत 2020-21, 2019-20 एवं 2018-19 मे इि क्षेत्र मे ऋण प्रवाह

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

िमश: ₹19.67 लाख, ₹4.50 लाख एवं ₹19.54 लाख रही र्ी। (स्रोर्: अग्रणी जिला प्रबन्धक कायातलय,
सिमडेगा)।

(iii) 2022-23 षवत्तीय विष के लिए संभाव्यता का आकिन (भौनतक और षवत्तीय दोनों दृजटि से) : लोगों को पोषण
प्रदान करने, ग्रामीण क्षेत्र के सलए रोिगार िि
ृ न और आिीववका प्रदान करने में इि क्षेत्र के महत्व को ध्यान
में रखर्े हुए वषत 2022-23 के मुगीपालन गनर्ववधध के सलए भौनर्क और ववत्तीय िंभाववर् प्रक्षेपण र्ासलका में
प्रस्र्ुर् ककया गया है ।

(₹ लाख)
2022-23 के सलए आकलन
ि.िं. गनर्ववधध इकाई
भौनर्क इकाई ववत्तीय व्यय बैंक ऋण #
1 ब्रोयलर यूनन - 250 बडत नं॰ 116 131.08 111.43
2 ब्रोयलर यूनन - 500 बडत नं॰ 86 194.36 165.21
योग 325.44 276.64
कायतशील पूंिी
3 ब्रोयलर यूनन - 250 बडत नं॰ 49 14.70 14.70
4 ब्रोयलर यूनन - 500 बडत नं॰ 30 18.00 18.00
योग 32.70 32.70
कुल योग 358.14 309.34
# बैंक ऋण ववत्तीय व्यय का 85% अनुमाननर् हैं। कायतशील पूंिी के सलए बैंक ऋण ववत्तीय व्यय का
100% अनम
ु ाननर् हैं। बैंक ऋण माजितन मनी और िजब्िडड (यदद कोई) पर पररवनर्तर् हो िकर्ा हैं।
नो : गनर्ववधध-वार और ब्लाक-वार भौनर्क और ववत्तीय अनुमान अनुबंध-I में अंककर् है ।

(iv) स्थायी प्रभाव बनाने के लिए आवश्यक िहत्वपूणष सहयोग: कम इनपु प्रौद्योधगकी और उच्च उत्पादन पोल्री के
िार् बैकयाडत पॉल्री माध्यम िे अच्िी नस्ल की दे शी मुगी पालन को बढ़ावा दे ना होगा। जिले में बैकयाडत
पोल्री को बढ़ावा दे ने के सलए मदर यूनन स्र्ावपर् की िानी चादहए। मुगीपालन के सलए िंगदठर् ववपणन
बुननयादी ढांचे की आवश्यकर्ा है ।

बड़े पैमाने पर व्याविानयक इकाइयों िे मुगीपालन बढ़ने की उममीद है । इि र्रह प्रोिेिर, अंडा ग्रेडडंग और
प्रिंस्करण के उपकरण, प्रिनक, प्रमुख प्रिनक, उपकरण और चारा ननमातर्ाओं, पोल्री दवाओं के ननमातर्ाओं,
पशु धचककत्िकों, कुक्ट्कु रोग, ननदान और स्वास््य उपकरण, प्रयोगशालाओं और िेवा प्रदार्ाओं, पोल्री
स्वच्िर्ा, िाफ-िफाई, कचरा प्रबंधन उपकरण और आपूनर्त ननमातर्ाओं, राज्य में दवा कंपननयों आदद के सलए
व्याविानयक अविर समलर्े है । बैंक अद्तध शहरी और बड़े गांवों में पोल्री उत्पादों की कोल्ड चे न, पररवहन,
रे फ्रीिेरे े ड वाहन, मांि और अंडे की िो ी दक
ु ानों का ववत्तपोषण कर िकर्े हैं।

उपयक्ट्
ु र् बीमा कवर की कमी, फीड लागर् में बढ़ोत्तरी, कायतशील पंि
ू ी की कमी एवं धचकत्िा िेवाओं का अभाव,
बीमारी फैलने की पूवत िूचना, ीकाकरण कुि एिे मामले हैं जिन पर ववचार ककया िाना अपेक्षक्षर् है ।

(v) सुझाए गए कारवाई बबन्द:ु िरकार द्वारा पशु धचककत्िा अस्पर्ालों, रोग ननदान प्रयोगशालाओं, फ़ीड िंयंत्रों, ीका
उत्पादन इकाइयों आदद िैिे बनु नयादी आधारभर्
ू िरचना का ननमातण ग्रामीण आधारभर्
ू ववकाि ननधध के
अन्र्गतर् नाबाडत िे ऋण िुववधा िरचना ककया िा िकर्ा है ।

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

आत्मा, आर-िेर्ी, कृवष ववभाग द्वारा वाखणजज्यक लेयर इकाइयां स्र्ावपर् करने के सलए उद्यसमयों को
प्रोत्िादहर् कर ववत्तपोवषर् करने की आवश्यकर्ा है ।

बैंकों को पशुपालक को मग
ु ीपालन हे र्ु कायतशील पंि
ू ी ककिान िेडड काडत (केिीिी) के अंर्गतर् डीएल ीिी द्वारा
अनुमोददर् स्केल ऑफ फ़ाइनें ि (SoF) के आधार पर अल्पकालीन ऋण स्वीकृर् करना चादहए।

बैंकों को िकारात्मक और लचीला दृजष् कोण अपनार्े हुए आत्मा, कृवष ववज्ञान केंद्र एवं आर-िेर्ी िे प्रसशक्षण
प्राप्र् अभ्यधर्तयों को प्रार्समकर्ा के आधार पर ऋण उपलब्ध करवाया िाना चादहए। भसू महीन, लघु एवं िीमांर्
ककिानों को स्वयं िहायर्ा िमूह, ियुंक्ट्र् दे यर्ा िमूह इत्यादद के माध्यम िे ववपणन के सलए, अंडे और ब्रायलर
का त योिनाओं को ऋण स्वीकृर् करना चादहए। बैंकों को नाबाडत द्वारा जिले के बांििोर और ठे ठाईर्ांगर प्रखंडों
में चलाये िा रहे मुगीपालन पर आधाररर् क्षेत्र ववकाि कायतिम (एडीएि) के अंर्गतर् ववत्तपोषण बढ़ाने पर ध्यान
दे ने की िरूरर् है ।

2.1.8: पशप
ु ािन – भेड़, बकरी, सक
ु र आहद
(i) प्रस्तावना: कृवष अर्तव्यवस्र्ा में पशुपालन क्षेत्र िो े और िीमांर् ककिानों और खेनर्हर मिदरू ों और मदहलाओं
के रोिगार के माध्यम िे पररवारों को अनर्ररक्ट्र् आय के सलए लाभकारी रोिगार और आय का स्रोर् प्रदान
करके ग्रामीण अर्तव्यवस्र्ा में एक महत्वपूणत भसू मका ननभार्ा है । जिले मे बकरी पालन एक पारं पररक गनर्ववधध
है िो घरे लू आय को पूरक करर्ी है , इि गनर्ववधध को आपार्काल की जस्र्नर् में बेचे िाने वाले ए ीएम के रूप
में माना िार्ा है । बकरी क्षेत्र के ववकाि में स्व-आय उत्पादन उद्यम स्र्ावपर् करने, पूंिी भंडारण प्रदान करने,
पोषण िुरक्षा प्रदान करने और ववशेष रूप िे िो े और ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले कृषक पररवार को ननयसमर्
अनर्ररक्ट्र् आय की आपनू र्त करके अल्पकासलक ऋण आवश्यकर्ा को कम करने की क्षमर्ा है । यह मदहलाओं के
सलए उपयक्ट्
ु र् है और इिका उपयोग मदहला िशक्ट्र्ीकरण के सलए ककया िा िकर्ा है । ग्रामीण अर्तव्यवस्र्ा में
बहुमुखी ववशेषर्ाओं और उपयोग और योगदान के कारण, बकरी को "गरीब आदमी की गाय" कहा िार्ा है ।

20वीं पशुधन िनगणना (2019) के अनि


ु ार, झारखंड में बकरी की िंख्या 9121173 है , जििमें सिमडेगा जिले
में बकरी की िंख्या 418100 (4.58% दहस्िा) है । जिले मे िुकर और भेड़ की िंख्या िमश: 110301 और
14476 है ।

बकरी िुकर भेड़


नर मादा कुल नर मादा कुल नर मादा कुल
ग्रामीण क्षेत्र 161099 250655 411754 49014 59297 108311 6858 7590 14448
शहरी क्षेत्र 2360 3986 6346 684 1306 1990 11 17 28
कुल 163459 254641 418100 60603 60603 110301 6869 7607 14476
स्रोर्: 20वीं पशुधन िनगणना (2019)

NSSO 2013 के अनुिार, 6.4% ग्रामीण भारर्ीय म न, 21.7% धचकन, 26.5% मिली और 29.2% अंडे का
का िेवन करर्े हैं। शहरी भारर् में , लगभग 10% बकरी के मांि, 21.0% मिली, 27.0% धचकन और 37.6%
अंडे का उपभोग करर्े हैं। झारखंड में , प्रो ीन की खपर् ग्रामीण में प्रनर् व्यजक्ट्र् 54.7 ग्राम और शहरी क्षेत्र में
60.3 ग्राम प्रनर् व्यजक्ट्र् प्रनर् ददन है । अंडा, मिली और मी में ग्रामीण क्षेत्र में 6.0% और शहरी क्षेत्र में
8.0% प्रो ीन की मात्रा होर्ी है । दे श में 30 ददनों में बकरी के मांि की प्रनर् व्यजक्ट्र् खपर् ग्रामीण क्षेत्रों में 49
ग्राम और शहरी क्षेत्रों में 79 ग्राम (एनएिएिओ, 68 वां दौर) है । झारखंड के सलए, मासिक खपर् िमशः 35

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

ग्राम और ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में 105 ग्राम है । ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक 1000 में 49 घर और शहरी क्षेत्रों
में 99 लोग झारखंड में बकरी के मांि का िेवन करर्े हैं। ववगर् 03 वषों मे मी उत्पादन ननमन है ।

2017-18 2018-19 2019-20


मी उत्पादन (मेदरक न ) 992 1058 1135
स्रोर्: पशुपालन ववभाग, झारखंड

ववगर् िमय मे जिले मे उपभोग के सलए वध ककये गये पशु की िंख्या और उत्पादन नीचे अंककर् है , िोकक
जिले मे बकरी, िुकर और भेड़ के मांग को पररलक्षक्षर् करर्ा है ।

माचत 2020 माचत 2021 िून 2021


िंख्या उत्पादन (Kg) िंख्या उत्पादन (Kg) िंख्या उत्पादन (Kg)
बकरी 13285 176132 10173 116509 1370 16520
िुकर 5650 183652 4092 127414 681 19320
भेड़ 42 420 26 380 - -
स्रोर्: पशुपालन ववभाग, झारखंड

(ii) उपिब्ध, ननयोजित आधारभूत सरं चना और लिंकेि सहायता तथा उनकी कलियााँ: जिले में पशुपालन के ववकाि
के सलए िरकार द्वारा िंचासलर् ववसभन्न योिनाओं के कायातन्वयन जिला पशुपालन पदाधधकारी के नेर्त्ृ व मे
पशुपालन ववभाग करर्ा है । पशुपालन ववभाग औषधालयों/ अस्पर्ालों के ने वकत द्वारा पशु स्वास््य िेवा
उपलब्ध कराई िा रही है , लेककन ववस्र्ार और िहायर्ा िेवाएाँ िंर्ोषिनक नहीं हैं। जिले में 11 पशु
धचककर्शालय है र्र्ा 10 भ्रमणशील पशु धचककत्िा पदाधधकारी, 7 बीएचओ, 1 एिएचओ और 1 डीएचओ
कायतरर् है ।

जिले मे स्र्ायी चारागाह 4902 हे . और वर्तमान परर्ी भूसम 45382.73 हे . है । (स्रोर्: जिला कृवष कायातलय,
सिमडेगा)। यह भूसम बकररयों और भेड़ों के सलए भूसम चराई के रूप में इस्र्ेमाल ककया िा िकर्ा है ।

अस्पर्ालों, औषधालयों र्र्ा प्रिनन उन्नयन के सलए नर पशुओ की आपूनर्त अपयातप्र् है । िुकर प्रिनन/ ववकाि
फामत की स्र्ापना करके और बाहरी स्रोर्ों की पहचान करके पयातप्र् िंख्या में प्रिनक वपगले की आपूनर्त
िुननजश्चर् करने की आवश्यकर्ा है । बकरी पालन का व्यविानयक स्र्र पर अभ्याि नहीं ककया िार्ा है और इि
गनर्ववधध िे अपेक्षक्षर् प्रभाव नहीं डाला है ।

वैज्ञाननक र्रीकों पर कत्लखानों (slaughter houses) की स्र्ापना मूल्य िंख


ृ ला प्रबंधन के सलए बुननयादी ढांचे
को प्रार्समकर्ा समलनी चादहए।

जिले मे वाखणज्य बैंक, स्माल फ़ाइनेंि बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक एवं राज्य िहकारी बैंक की कुल 49 शाखायें
ववत्तीय िेवाएाँ प्रदान कर रही हैं। ववत्तीय वषत 2020-21, 2019-20 एवं 2018-19 मे इि क्षेत्र मे ऋण प्रवाह
िमश: ₹42.87 लाख , ₹78.54 लाख एवं ₹31.78 लाख रही र्ी। (स्रोर्: अग्रणी जिला प्रबन्धक कायातलय,
सिमडेगा)।

(iii) 2022-23 षवत्तीय विष के लिए संभाव्यता का आकिन (भौनतक और षवत्तीय दोनों दृजटि से) : लोगों को पोषण
प्रदान करने, ग्रामीण क्षेत्र के सलए रोिगार िि
ृ न और आिीववका प्रदान करने में इि क्षेत्र के महत्व को ध्यान
में रखर्े हुए वषत 2022-23 के बकरीपालन और िुकर पालन गनर्ववधध के सलए भौनर्क और ववत्तीय िंभाववर्
प्रक्षेपण र्ासलका में प्रस्र्ुर् ककया गया है ।

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

(₹ लाख)
2022-23 के सलए आकलन
ि.िं. गनर्ववधध इकाई
भौनर्क इकाई ववत्तीय व्यय बैंक ऋण #
1 बकरी(10+1 यनू न ) नं॰ 485 252.20 214.37
2 िूअर (3+1 यूनन ) नं॰ 150 150.00 127.50
योग 402.20 341.87
कायतशील पंि
ू ी
3 बकरी (10+1 यूनन ) नं॰ 240 120.00 120.00
योग 120.00 120.00
कुल योग 522.20 461.87
# बैंक ऋण ववत्तीय व्यय का 85% अनुमाननर् हैं। कायतशील पूंिी के सलए बैंक ऋण ववत्तीय व्यय का
100% अनुमाननर् हैं। बैंक ऋण माजितन मनी और िजब्िडड (यदद कोई) पर पररवनर्तर् हो िकर्ा हैं।
नो : गनर्ववधध-वार और ब्लाक-वार भौनर्क और ववत्तीय अनुमान अनुबंध-I में अंककर् है ।

(iv) स्थायी प्रभाव बनाने के लिए आवश्यक िहत्वपूणष सहयोग: बकरीपालन और िुकरपालन मूल रूप िे पारं पररक
रूप िे ककया िार्ा है । राज्य िरकार के परामशत िे िंभाववर् क्षेत्रों की पहचान करके क्ट्लस् र आधाररर्
दृजष् कोण को अपनार्े हुए ककिान क्ट्लबों/ स्वयं िहायर्ा िमूह को बकरीपालन और िुकरपालन इकाइयों की
स्र्ापना के सलए प्रेररर् ककया िा िकर्ा है । फ़ीड और चारे की कमी / चारे की उच्च लागर्; दोहरा ब्रीडर,
उच्च मत्ृ यु दर, पररपक्ट्वर्ा में दे री और लंबी इं रकालववंग; कम गभातधान; पशुधन एवं पशुधन उत्पाद की
िीसमर् ववपणन िुववधा, िावतिननक चारागाहों का अनर्िमण एवं ह्राि, अपयातप्र् बुननयादी ढांच;े पशु धचककत्िा
स्वास््य एवं प्रिनन िेवा िैिे प्रमुख िमस्याओं के ननदान की आबश्यकर्ा है । मांि के उत्पादन और प्रिंस्करण
के सलए कत्लखानों की स्र्ापना और िभी ब्लॉकों में स्वच्ि खुदरा मांि के स् ाल। उत्पादन केंद्रों के पाि नया
लाइव बािार स्र्ावपर् ककया िाना चादहए। बेहर्र और ननक बािारों र्क पहुंच कम होने िे बािारों में भाग
लेने और बािार उन्मुख उत्पादन प्रणाली के ववकाि को प्रनर्बंधधर् करने के सलए प्रोत्िाहन कम हो िार्ा है ।

(v) सझ
ु ाए गए कारवाई बबन्द:ु िरकार द्वारा पशु धचककत्िा अस्पर्ालों, रोग ननदान प्रयोगशालाओं, फ़ीड िंयंत्रों, ीका
उत्पादन इकाइयों, कत्लखानों आदद िैिे बनु नयादी आधारभर्
ू िरचना का ननमातण ग्रामीण आधारभूर् ववकाि
ननधध के अन्र्गतर् नाबाडत िे ऋण िुववधा िरचना ककया िा िकर्ा है ।

आत्मा, आर-िेर्ी, कृवष ववभाग द्वारा वाखणजज्यक इकाइयां स्र्ावपर् करने के सलए उद्यसमयों को प्रोत्िादहर् कर
ववत्तपोवषर् करने की आवश्यकर्ा है ।

बैंकों को पशुपालक को बकरीपालन हे र्ु कायतशील पंि


ू ी ककिान िेडड काडत (केिीिी) के अंर्गतर् डीएल ीिी द्वारा
अनम
ु ोददर् स्केल ऑफ फ़ाइनें ि (SoF) के आधार पर अल्पकालीन ऋण स्वीकृर् करना चादहए।

बैंकों को िकारात्मक और लचीला दृजष् कोण अपनार्े हुए आत्मा, कृवष ववज्ञान केंद्र एवं आर-िेर्ी िे प्रसशक्षण
प्राप्र् अभ्यधर्तयों को प्रार्समकर्ा के आधार पे ऋण उपलब्ध करवाया िाना चादहए। भसू महीन, लघु एवं िीमांर्
ककिानों को स्वयं िहायर्ा िमूह, ियुंक्ट्र् दे यर्ा िमूह इत्यादद के माध्यम िे ऋण स्वीकृर् करना चादहए। बैंकों
को नाबाडत द्वारा जिले के केरिई और कुरडेग प्रखंडों में चलाये िा रहे बकरी पालन पर आधाररर् क्षेत्र ववकाि
कायतिम के अंर्गतर् ववत्तपोषण बढ़ाने पर ध्यान दे ने की िरूरर् है ।

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

2.1.9: ित्स्यपािन

(i) प्रस्तावना: मत्स्यपालन ग्रामीण अर्तव्यवस्र्ा की एक महत्वपूणत गनर्ववधधयााँ है । मत्स्य पालन क्षेत्र जिले में
उपलब्ध िंिाधनों का इष् र्म उपयोग के िार् वैज्ञाननक प्रौद्योधगकी और प्रबंधन प्रर्ाओं को अपनाकर
िामाजिक-आधर्तक ववकाि और रोिगार िि
ृ न में महत्वपूणत भूसमका ननभा िकर्ा है । मत्स्य पालन गनर्ववधधयााँ
के अंर्गतर् र्ालबों में मिली पालन, हे चरी द्वारा मत्स्य बीिों का उत्पादन, मीठे पानी में झींगापालन, समधिर्
मत्स्यपालन, ििाव ी मच्िसलयों का उत्पादन आदद शासमल है . हाल के वषों में परं परागर् मत्स्यपालन लोकवप्रय
हो रही है । पारं पररक / िामान्य मिली के अलावा यहााँ मुख्य कापत (रोहू, समरगल, और कर्ला) सिल्वर कापत,
ग्राि कापत, कॉमन कापत, मंिर कापत यहााँ पाला िा िकर्ा है ।

NSSO 2013 के अनि


ु ार, 26.5% ग्रामीण भारर्ीय मिली का िेवन करर्े हैं। शहरी भारर् में , लगभग 21.0%
मिली का उपभोग करर्े हैं। झारखंड में , प्रो ीन की खपर् ग्रामीण में प्रनर् व्यजक्ट्र् 54.7 ग्राम और शहरी क्षेत्र
में 60.3 ग्राम प्रनर् व्यजक्ट्र् प्रनर् ददन है । अंडा, मिली और मी में ग्रामीण क्षेत्र में 6.0% और शहरी क्षेत्र में
8.0% प्रो ीन की मात्रा होर्ी है । राज्य मे प्रनर् व्यजक्ट्र् मिली की खपर् लगभग 9 ककलोग्राम है िबकक WHO
द्वारा प्रनर् व्यजक्ट्र् 11 ककलोग्राम प्रनर् वषत के स्र्र की सिफाररश की गयी है । ववगर् वषों मे जिले मे मिली
उत्पादकर्ा में िकारात्मक रुझान है , परं र्ु जिले को मिली उत्पादन में आत्मननभतरर्ा हासिल करना बाकी है ।
ववगर् 04 वषों मे मत्स्य उत्पादन ननमन है ।

मत्स्य उत्पादन 2019-20 2018-19 2017-18 2016-17


उत्पादन (मेदरक न ) 5200 5250 4250 4050
स्रोर्: जिला मत्स्य कायातलय, सिमडेगा

(ii) उपिब्ध, ननयोजित आधारभूत सरं चना और लिंकेि सहायता तथा उनकी कलियााँ: जिले में मत्स्यपालन के
ववकाि के सलए राज्य िरकार द्वारा िंचासलर् ववसभन्न योिनाओं के कायातन्वयन जिला मत्स्य पदाधधकारी के
नेर्त्ृ व मे मत्स्य ववभाग करर्ा है । जिले में 06 मिली ककिानों की िहकारी िसमनर् और 02 मिली िमूह
कायतरर् है । जज़ले मे कुल 81 िीड ग्रोवर र्र्ा 278 प्रसशक्षक्षर् मत्स्यपालक हैं।

मत्स्य ववभाग द्वारा जिले के केलाघाघ डेम, सिमडेगा मे (no. of batteries 14); कोबांग डेम, पाकरर्ांड (no.
of batteries 11); गोबरघािा डेम, कोलेबीरा (no. of batteries 8) मे पो त बल हे चरी एकाई की स्र्ापना की
गयी है , जिनिे 120 लाख स्पौन का उत्पादन होर्ा है । मत्स्य ववभाग द्वारा िंचासलर् मिली बीि फामत
सिमडेगा मे है । जिले मे 376 बीि उत्पादक है और जिले की बीि उत्पादन 1736 लाख है । (स्रोर्: जिला मत्स्य
कायातलय, सिमडेगा)।

जज़ले मे मत्स्यपालन के सलए र्ालाब, बांध आदद के ववववध ने वकत उपलब्ध है , जिनकी जस्र्नर् ननमन है -

िरकारी र्ालाब ननिी र्ालाब डोभा िलाशय कुल


िंख्या 167 2853 4000 36 7056
क्षेत्र (हे .) 266.00 3372.30 15.00 3995.00 7648.30
स्रोर्: जिला मत्स्य कायातलय, सिमडेगा

जिले मे मद
ृ ा और िल परीक्षण की िुववधाएं नहीं हैं और इिे िंभाववर् ब्लॉकों में स्र्ावपर् ककया िा िकर्ा है ।
मिली की वैज्ञाननक खेर्ी और अन्य व्याविानयक रूप िे महत्वपूणत प्रिानर्यां िैिे र्ािे पानी का झींगा, मागरु ,

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सिमडेगा जिला

चीर्ल, आदद पर प्रसशक्षण कायतिमों को बढ़ाने पर ध्यान दे ने की आवश्यकर्ा है । इिके सलए क्ट्लस् र और
ककिान कलब, स्वयं दे यर्ा िमूह के गठन को बढ़ावा दे ने की िरूरर् है ।

िीरा की आपनू र्त, आइि बॉक्ट्ि की िप्लाई, मत्स्य समत्रों को िाइककल प्रदान करना,र्ालाबों के खद
ु ाई, है चरी का
ननमातण इत्यादद ववभाग द्वारा अनुदाननर् दर पर उपलब्ध हैं। पारं पररक मिली का चारा र्ेल केक, चावल की
भूिी आदद जिला मुख्यालय में बािार केंद्रों में उपलब्ध है ।

जिले में आधनु नक और स्वच्ि मिली बािार उपलब्ध नहीं हैं। बािार ब्लॉक और जिले के महत्वपण
ू त ववपणन
केंद्र मुख्यालय में स्र्ावपर् ककए िा िकर्े हैं। इनपु की आपूनर्त और ककिानों को र्कनीकी िलाह के सलए
प्रत्येक ब्लॉक में एक्ट्वा-दक
ु ानें स्र्ावपर् की िा िकर्ी हैं।

जिले मे र्ािे पानी की मिली के सलए मिबूर् घरे लू ववपणन की मांग है क्ट्योंकक अधधकांश लोग मिली पिंद
करर्े है और िालाना मीठे पानी की मछ्ली दि
ू रे राज्यों िे मांग और आपूनर्त के अंर्र को पूरा करने के सलए
लायी िार्ी है ।

जिले मे वाखणज्य बैंक, स्माल फ़ाइनेंि बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक एवं राज्य िहकारी बैंक की कुल 49 शाखायें
ववत्तीय िेवाएाँ प्रदान कर रही हैं। ववत्तीय वषत 2020-21, 2019-20 एवं 2018-19 मे इि क्षेत्र मे ऋण प्रवाह
िमश: ₹13.31 लाख, ₹3.33 लाख एवं ₹6.94 लाख रही र्ी। (स्रोर्: अग्रणी जिला प्रबन्धक कायातलय,
सिमडेगा)।

(iii) 2022-23 षवत्तीय विष के लिए संभाव्यता का आकिन (भौनतक और षवत्तीय दोनों दृजटि से) : लोगों को पोषण
प्रदान करने में इि क्षेत्र के महत्व, ग्रामीण क्षेत्र के सलए रोिगार िि
ृ न और आिीववका और इि क्षेत्र में आगे
बढ़ने के सलए उज्ज्वल िंभावना के महत्व को ध्यान में रखर्े हुए वषत 2022-23 के मत्स्यपालन गनर्ववधध के
सलए भौनर्क और ववत्तीय िंभाववर् प्रक्षेपण र्ासलका में प्रस्र्ुर् ककया गया है ।

(₹ लाख)
2022-23 के सलए आकलन
ि.िं. गनर्ववधध इकाई
भौनर्क इकाई ववत्तीय व्यय बैंक ऋण #
1 नए र्ालाब का ननमातण हे ॰ 18 225.00 191.27
2 िैग ने नं॰ 18 9.00 7.67
योग 234.00 198.94
कायतशील पूंिी
3 मत्स्य बीि उत्पादन एकड़ 10 4.00 4.00
4 समधिर् मत्स्यपालन एकड़ 59 35.40 35.40
योग 39.40 39.40
कुल योग 273.40 238.34
# बैंक ऋण ववत्तीय व्यय का 85% अनुमाननर् हैं। कायतशील पूंिी के सलए बैंक ऋण ववत्तीय व्यय का
100% अनुमाननर् हैं। बैंक ऋण माजितन मनी और िजब्िडड (यदद कोई) पर पररवनर्तर् हो िकर्ा हैं।
नो : गनर्ववधध-वार और ब्लाक-वार भौनर्क और ववत्तीय अनुमान अनुबंध-I में अंककर् है ।

(iv) स्थायी प्रभाव बनाने के लिए आवश्यक िहत्वपूणष सहयोग: जिले के पारं पररक मिुआरे गरीब हैं, र्कनीकी रूप िे
दक्ष नहीं हैं और मिली पालन के नवीनर्म वैज्ञाननक र्रीकों िे अनिान हैं। वे अभी भी पारं पररक र्रीके िे

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सिमडेगा जिला

मिली पालन करने पर िोर दे र्े हैं। इिसलए, कौशल ववकाि / प्रसशक्षण और िागरूकर्ा कायतिमों के माध्यम
िे उनके दृजष् कोण को बदलना आवश्यक है । जिले के मत्स्य पालन का ववरोधाभाि यह है कक यह ववशाल,
ववववध और िमद्
ृ ध अप्रयुक्ट्र् और िलीय कृवष के सलए पानी के िंिाधनों िे भरा है , कफर भी यह अपनी वावषतक
मिली की मांग को पूरा करने के सलए अन्य राज्यों पर ननभतर है । िागरूकर्ा-िह-कौशल ववकाि (क्षमर्ा
ननमातण) कायतिमों के माध्यम िे मिुआरों के बीच मिली िंस्कृनर् के नवीनर्म र्कनीकों और ननष्कषों का
प्रिार करना आवश्यक है , जिििे उनके कौशल ववकाि को िनु नजश्चर् ककया िा िके। ये कायतिम उन्हें अपने
मत्स्य िंिाधनों के प्रबंधन के सलए िशक्ट्र् बनाएंगे और उनके र्कनीकी, प्रबंधकीय और भागीदारी कौशल को
और बढ़ाएंगे।

(v) सुझाए गए कारवाई बबन्द:ु मत्स्यपालन के ववकाि के सलए भारर् िरकार ने मत्स्य क्षेत्र में "नीली िांनर्" का
आह्वान ककया है । िरकार द्वारा पररकजल्पर् समशन नीली िांनर् मुख्य रूप िे मत्स्य उत्पादकर्ा बढ़ाने और
मत्स्य पालन के सलए िरूरर् आधाररर् अविंरचना िुववधाओं के ननमातण पर केंदद्रर् है । िरकार द्वारा
मत्स्यपालन के सलए बुननयादी आधारभूर् िरचना पयातप्र्, शुद्ध, गुणवत्ता वाले मिली के बीि की उपलब्धर्ा
और अधग्रम फ्राइज़, कफ़ं गररंग्ि और उिके उत्पादन के सलए है चरी / नितरी / ररयररंग फामों का ननमातण ग्रामीण
आधारभूर् ववकाि ननधध/ FIDF के अन्र्गतर् नाबाडत िे ऋण िुववधा िरचना ककया िा िकर्ा है ।

आत्मा, आर-िेर्ी, कृवष ववभाग द्वारा वाखणजज्यक इकाइयां स्र्ावपर् करने के सलए उद्यसमयों को प्रोत्िादहर् कर
ववत्तपोवषर् करने की आवश्यकर्ा है । ववभाग द्वारा िागरूकर्ा पैदा करना, प्रदशतन फामों की स्र्ापना, झींगा
पालन के िार्-िार् मिली पालन, कै कफश उत्पादन, लेयर फ़ासमिंग और ििाव ी मिली की खेर्ी िैिी
असभनव योिनाओं को प्रोत्िादहर् करने की आवश्यकर्ा है ।

बैंकों को िकारात्मक और लचीला दृजष् कोण अपनार्े हुए आत्मा, कृवष ववज्ञान केंद्र एवं आर-िेर्ी िे प्रसशक्षण
प्राप्र् अभ्यधर्तयों को प्रार्समकर्ा के आधार पे ऋण उपलब्ध करवाया िाना चादहए। भसू महीन, लघु एवं िीमांर्
ककिानों को स्वयं िहायर्ा िमूह, ियुंक्ट्र् दे यर्ा िमूह इत्यादद के माध्यम िे ऋण स्वीकृर् करना चादहए। बैंकों
को मत्स्यपालक को मत्स्यपालन हे र्ु कायतशील पूंिी ककिान िेडड काडत (केिीिी) के अंर्गतर् डीएल ीिी द्वारा
अनम
ु ोददर् स्केल ऑफ फ़ाइनें ि (SoF) के आधार पर अल्पकालीन ऋण स्वीकृर् करना चादहए।

2.1.10: कृषि ऋण अन्य – बैि, छकड़ा गाड़ी आहद

(i) प्रस्तावना: कृवष प्रधान अर्तव्यवस्र्ा में िहां 85% िे अधधक लघु या िीमांर् कृषक हैं, िुर्ाई के सलए उपयुक्ट्र्
िानवर एक महत्वपण
ू त भसू मका ननभार्े हैं। मैनअ
ु ल िम के अलावा, भारर् में पारं पररक खेर्ी पशु शजक्ट्र् के
उपयोग पर आधाररर् र्ी। िानवरों को ग्रामीण अर्तव्यवस्र्ा की रीढ़ की हर्डडी माना िार्ा है ।

िो े और िीमांर् ककिानों का एक वगत अभी भी पशु मिौदा शजक्ट्र् या खेर्ी के िार्-िार् पररवहन उद्दे श्यों पर
ननभतर है , ववशेष रूप िे फिल उत्पादन के मौिम के दौरान अपनी उपि को ककिान के घर र्क ले िाने के
सलए, और कच्चे माल / कृवष उत्पादों और र्ैयार उत्पादों के पररवहन के सलए भी। गााँवों में जस्र्र् कृवष
आधाररर् उद्योगों के िार्-िार् अन्य व्यापाररक प्रनर्ष्ठानों का भी बािार।

हालांकक यह दे खा गया है कक बैल और अधधक ववशेष रूप िे बैलगाड़ी की मांग वपिले कुि वषों के दौरान कम
हो रही है और बैलगाडड़यों का उपयोग अब ज्यादार्र आंर्ररक गांवों र्क ही िीसमर् है । ककिानों ने बैल की
िोड़ी को बनाए रखने की र्ुलना में पावर द लर / रै क्ट् र के कस् म भाड़े के सलए इिे िुववधािनक पाया। इि

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सिमडेगा जिला

र्रह के बदलाव का कारण चरागाह भसू म में धगराव , कुि महीनों के उपयोग के खखलाफ परू े वषत बैलगाडड़यों को
बनाए रखने में उच्च व्यय है ।

(ii) उपिब्ध, ननयोजित आधारभत


ू सरं चना और लिंकेि सहायता तथा उनकी कलियााँ: बनु नयादी िवु वधाएं िैिे पशु
मेला या बािार, बैल-गाड़ी बनाने की इकाई, आदद ककिानों की आवश्यक आवश्यकर्ाएं हैं। पशु स्र्ानीय रूप िे
उपलब्ध हैं, लेककन इन िानवरों की गुणवत्ता अिंर्ोषिनक है । बैल-गाडड़यों के ननमातण के सलए पयातप्र् स्र्ानीय
प्रनर्भा उपलब्ध है । कुशल कारपें र और लोहार गाडड़यां अिेंबल करने की िुववधा जिले में उपलब्ध हैं। अच्िी
गुणवत्ता की लकड़ी जिले में उपलब्ध है । बैल के सलए िूखा और हरा चारा दोनों ही प्रकार का चारा स्र्ानीय रूप
िे उपलब्ध है ।

(iii) 2022-23 षवत्तीय विष के लिए संभाव्यता का आकिन (भौनतक और षवत्तीय दोनों दृजटि से): जिले में बैल /
बैलगाड़ी और ऋण प्रवाह की मांग को ध्यान में रखर्े हुए वषत 2022-23 के सलए भौनर्क और ववत्तीय िंभाववर्
प्रक्षेपण नगण्य है ।

(iv) स्थायी प्रभाव बनाने के लिए आवश्यक िहत्वपूणष सहयोग: जिले में ककिानों की ववसभन्न फिलों के सलए
िानवरों द्वारा चासलर् उपकरण और िो े हार् उपकरण के पैकेि का पररचय करना चादहए। ककिानों की मांग
को पूरा करने के सलए िो े हार् उपकरण और पशु र्ैयार ककए गए उपकरणों के ववननमातण के सलए ववननमातण
इकाई को गांव/ ग्राम पंचायर् स्र्र पर कृवष औिार ननमातर्ाओं को शासमल करके बढ़ावा ददया िाना चादहए।

(v) सझ
ु ाए गए कारवाई बबन्द:ु कृवष ववभाग, आत्मा और कृवष ववज्ञान केंद्र को राज्य के वषात आधाररर् क्षेत्रों में
ववसभन्न फिलों के सलए पशुओं द्वारा र्ैयार ककए गए उपकरणों और िो े हार्ों के उपकरणों के पैकेि की
शुरुआर् करने की पहल करनी चादहए। आर-िेर्ी को िो े हार् उपकरण और पशु र्ैयार ककए गए उपकरणों के
ननमातण में ककिानों के सलए कौशल ववकाि कायतिम का िंचालन करना है ।

2.1.11: संधारणीय आय और ििवायु अनक


ु ू ि के लिए सिजन्वत कृषि प्रणािी
(i) प्रस्तावना: सिमडेगा जिले की िनिंख्या कृवष एवं वनोपि पर आिीववका के सलए आधिर् है अर्ातर् ् जिले की
अर्तव्यवस्र्ा कृवष एवं वनोपि आधाररर् है । जिले का कुल भौगोसलक क्षेत्रफल 371711.70 हे . का 27.14%
दहस्िा अर्ातर् ् 100884.25 हे . वन क्षेत्र र्र्ा 152849.20 हे . कृवष योग्य भूसम (कुल भौगोसलक क्षेत्र का
41.12%) है । वर्तमान में , जिले मे कृवष मल
ू र्ः वषात आधाररर्, एक फ़िलीय पद्दनर्, प्रनर् व्यजक्ट्र् भू-िोर् में
कमी (लगभग 1.67 हे .), िीमांर् और िो े ककिानों की िंख्या में वद्
ृ धध (कुल भूसम िोर् का 59.73% और
16.32%), कम उत्पादकर्ा, कृवष कायत के सलए क्षैनर्ि ववस्र्ार की िीसमर् िंभावना, ननवल बुवाई क्षेत्र के मात्र
10% में आश्वासिर् सिंचाई िुववधा की उपलब्धर्ा की विह िे मानिून पर अत्यधधक ननभतरर्ा, िलवायुिन्य
िोखखम और कमिोर ववपणन व्यवस्र्ा िे प्रभाववर् है । इि प्रकार, इि क्षेत्र का आधर्तक पक्ष बहुर् अनुकूल नहीं
ददखर्ा है िबकक लगभग 90% िनिंख्या इि क्षेत्र पर ननभतर है । जिले में लगार्ार बढ़र्ी िनिंख्या और भसू म
की प्रनर् व्यजक्ट्र् उपलब्धर्ा में धगराव के कारण, पररचालन कृवष क्षेत्र में धगराव आ रही है और व्यावहाररक
रूप िे कृवष के सलए भूसम के क्षैनर्ि ववस्र्ार की कोई गुंिाइश नहीं है । वर्तमान िमय में , ककिान मुख्य रूप िे
केवल फिल उत्पादन पर ध्यान केजन्द्रर् करर्े हैं जििमें उनकी आय और उनके रोिगार में अननजश्चर्र्ा बनी
रहर्ी है । इि िंदभत में , कृवष िे िुड़े ववसभन्न उद्यमों के िमन्वयन िे न केवल ककिानों की आय बढ़े गी बजल्क
इििे उनके पररवार में रोिगार के नए अविर भी बनेंगे।

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सिमडेगा जिला

िमजन्वर् कृवष प्रणाली (IFS) को ननमनानि


ु ार पररभावषर् ककया िा िकर्ा है - “िमजन्वर् कृवष प्रणाली दृजष् कोण
न्यूनर्म प्रनर्स्पधात और अधधकर्म पूरकर्ा के सिद्धान्र् का उपयोग करर्े हुए दो या दो िे अधधक घ कों के
िंयोिन पर आधाररर् है और इिमें कृवष प्रबन्धन के आधुननकर्म िाधनों का उपयोग करर्े हुए कृवष आय,
पाररवाररक पोषण और पाररजस्र्नर्कीय प्रणाली िमबन्धी िेवाओं का द काऊ और पयातवरण अनुकूल ववकाि का
लक्ष्य रखा िार्ा है ”। स्र्ायी कृवष उत्पादन का अर्त है जस्र्रर्ा के िभी र्ीन महत्वपूणत पहलुओं आधर्तक,
पयातवरण और िामाजिक को िंबोधधर् करर्े हुए, एकीकृर् दृजष् कोण को ध्यान मे रखकर कृवष उपि को बढ़ाना
और िंिाधनों का प्रबंधन करना।

िमजन्वर् कृवष प्रणाली प्राकृनर्क िंिाधन प्रबंधन और आिीववका ववववधीकरण के माध्यम िे आय धाराओं को
जस्र्र करने मे िहायक है । ये उद्यम न केवल ककिानों की आय के पूरक हैं, बजल्क पाररवाररक िम रोिगार को
बढ़ाने में भी मदद करर्े हैं। यह खेर्ी में शासमल िोखखम खािकर बािार मूल्य ह्राष के िार्-िार् प्राकृनर्क
आपदाओं के कारण उत्पन्न िोखखम को कम करने में मदद करर्ा है । उदाहरण के सलए, जिले मे मानिून के
िमय कम वषात के कारण धान की फिल प्रभाववर् होर्ी है , र्ो उन्नर् कृवष प्रबंधन उपकरण के िार् खेर्ी के
घ क जििमें गव्य पालन, मग
ु ी पालन, बकरी पालन, िक
ु र पालन, मत्स्य पालन, मशरूम उत्पादन, बाग और
बागवानी वाले घरों में िे नुकिान कम होगा, िबकक केवल खेर्ी के घ क वाले घरों में 100% नुकिान की
िंभावना है ।

(ii) उपिब्ध, ननयोजित आधारभत


ू सरं चना और लिंकेि सहायता तथा उनकी कलियााँ: जिले में कृवष, पशुपालन और
मत्स्य पालन के ववकाि के सलए िरकार द्वारा िंचासलर् ववसभन्न योिनाओं के कायातन्वयन जिला कृषी
पदाधधकारी, जिला पशुपालन पदाधधकारी और जिला मत्स्य पदाधधकारी के नेर्त्ृ व मे मत्स्य ववभाग करर्ा है ।
जिले मे आत्मा और कृषी ववज्ञान केंद्र भी कायतरर् है ।

जिले का खाद्यान और फल-िजब्ियों के उत्पादन की दृजष् िे एक महत्त्वपूणत स्र्ान है । जिले की खरीफ की


फिल मे धान, मकई, मूंगफली, मड़ुआ र्र्ा रबी की फिल मे गेहूं, चना, िरिों प्रमुख है । बागान और बागवानी
में आम, केला, लीची, अमरूद, नींबू और अन्य िाइरि फल, क हल, इत्यादद के सलए जिला उपयुक्ट्र् है । वपिले
र्ीन वषों के दौरान धान की औिर् पैदावार 245956 हिार न, मक्ट्का की औिर् पैदावार 22660 हिार न,
गेहूाँ की औिर् पैदावार 20660 हिार न, र्ेलहन की औिर् पैदावार 10533 हिार न, र्ुर की औिर् पैदावार
19261 हिार न, उरद की औिर् पैदावार 24491 हिार न, रागी की औिर् पैदावार 1603 हिार न, चना
की औिर् पैदावार 18114 हिार न, आम की औिर् पैदावार 20404 मेदरक न, केला की औिर् पैदावार
2524 मेदरक न, अमरूद की औिर् पैदावार 3446 मेदरक न, नींबू की औिर् पैदावार 3333 मेदरक न,
लीची की औिर् पैदावार 1916 मेदरक न और क हल की औिर् पैदावार 1916 मेदरक न रही। (स्रोर्: जिला
कृवष कायातलय, सिमडेगा)।

20वीं पशुधन िनगणना (2019) के अनुिार, जिले में दध


ु ारू पशु, भैंि, बकरी, िुकर और भेड़ की आबादी
िमश: 403412, 26600, 418100, 110301 और 14476 है । पशुपालन ववभाग, झारखंड के अनि
ु ार जिले मे
अंडा उत्पादन 2019-20 मे 227.879 लाख र्ा। जिला मत्स्य कायातलय, सिमडेगा के अनुिार जिले मे मत्स्य
उत्पादन 2019-20 मे 5200 मेदरक न र्ा।

जिले मे नाबाडत के ग्रामीण आधारभूर् ववकाि ननधध के अंर्गतर् 13 माइिो वा रशेड के ववकाि का कायत ग्रामीण
ववकाि ववभाग द्वारा सिमडेगा, पाकरर्ांड, ठे ठाईर्ांगर, कीलेबीरा प्रखण्ड मे ककया िा रहा है । इिके अलावा

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सिमडेगा जिला

नाबाडत वा रशेड ववकाि ननधध के अंर्गतर् मदहला िागर्


ृ िसमनर् द्वारा सिमडेगा प्रखण्ड मे माइिो वा रशेड के
ववकाि का कायत ककया िा रहा है ।

भारर्ीय कृवष प्रणाली अनि


ु ंधान िंस्र्ान (आईआईएफ़एिआर), मोदीपरु म और अन्य आईिीएआर िंस्र्ानों ने
भारर् के 25 राज्यों/ केंद्र शासिर् प्रदे शों के िीमांर् और िो े भ-ू धारकों के सलए 51 िमजन्वर् कृवष प्रणासलयों
का ववकाि ककया है . राज्य ववसशष् आईएफ़एि मॉडल के िंबंध में नीचे ददए गए सलंक िे िानकारी प्राप्र् की
िा िकर्ी है - http://www.iifsr.res.in/sites/default/files/prog_files/Bulletin_IFS_July_2020.pdf

(iii) 2022-23 षवत्तीय विष के लिए संभाव्यता का आकिन (भौनतक और षवत्तीय दोनों दृजटि से): IFS एक
अन्योन्याधिर् और परस्पर िंबंधधर् उत्पादन प्रणाली , कुि फिलों, िानवरों और िंबंधधर् िहायक उद्यमों पर
आधाररर्, है िो प्रत्येक प्रणाली के पोषक र्त्वों के उपयोग को अधधकर्म करर्ी है और पयातवरण में इन
उद्यमों के नकारात्मक प्रभाव को कम करर्ी है । ववसभन्न कृवष उद्यमों, फिल, पशुपालन, मत्स्य, वाननकी आदद
का एकीकरण कृवष अर्तव्यवस्र्ा में काफी िंभावनाएं हैं। वषत 2022-23 के सलए िमजन्वर् कृवष प्रणाली के
ववसभन्न घ क/ गनर्ववधध के सलए भौनर्क और ववत्तीय िंभाववर् प्रक्षेपण िंबजन्धर् अध्यायों में प्रस्र्र्
ु ककया
गया है ।

(iv) स्थायी प्रभाव बनाने के लिए आवश्यक िहत्वपूणष सहयोग: IFS प्रणाली ननजश्चर् रूप िे कृवष प्रणाली में जस्र्रर्ा
बनाए रख िकर्ी है और भारर् िरकार र्र्ा राज्य िरकार को इिके महत्व को ध्यान मे रखर्े हुए फिलों,
बागवानी, पशुधन, मत्स्य पालन आदद की योिनाओं को एकीकृर् करके एकीकृर् प्रणाली IFS मॉडल को बढ़ावा
दे ने की अवश्यकर्ा है ।

(v) सुझाए गए कारवाई बबन्द:ु कृवष ववभाग, आत्मा और कृवष ववज्ञान केंद्र द्वारा फिल प्रबंधन, बागवानी, पशुधन,
मत्स्य पालन ईत्यादी की ववसभन्न योिनाओं को एकीकृर् करके जिले में िमजन्वर् कृवष प्रणाली अवधारणा पर
समशन की शुरूआर् करने िे िमजन्वर् कृवष प्रणाली को गनर् समल िकर्ी है ।

कृवष ववभाग, आत्मा, कृवष ववज्ञान केंद्र और आर-िेर्ी को ककिानों द्वारा IFS ववकसिर् करने के सलए कौशल
ववकाि कायतिम का िंचालन करना चादहए।

IFS के ववसभन्न घ कों के सलए एक िार् और िमानांर्र रूप िे ववत्तपोषण प्राप्र् नहीं होर्ा है । िार् ही,
ककिानों के पाि ववपणन योग्य अधधशेष उत्पाद की मात्रा भी कम रहर्ी है और इिसलए इिके एकत्रीकरण की
आवश्यकर्ा है । बैंक, IFS मॉडल के ववत्तपोषण हे र्ु क्ट्लस् र मोड की िंभावना र्लाश िकर्े हैं।

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सिमडेगा जिला

2.2: कृषि - कृषि संबध


ं ी आधारभत
ू सरं चनाएं

2.2.1: भण्डारण और षवपणन संबध


ं ी आधारभत
ू संरचनाएं
(i) प्रस्तावना: दे श की खाद्यान्न िुरक्षा हे र्ु भंडारण की िमधु चर् व्यवस्र्ा एक अत्यावश्यक बुननयादी िुववधा है
और इिका महत्त्व ककिी भी मायने में उत्पादन की प्रकिया िे कम नहीं है । फिलों की क ाई के बाद खाद्यान
और फल-िजब्ियों का परररक्षण अत्यन्र् महत्त्वपूणत है , क्ट्योंकक हम िब िानर्े हैं कक भंडारण-व्यवस्र्ा के अभाव
में ककिान अपना उत्पाद मिबरू ीवश बहुर् ही कम दाम पर बेचने के सलए बाध्य होर्े हैं। इिके अलावा भंडारण
एवं शीर् भंडारण गह
ृ की िवु वधा की कमी के चलर्े भारी मात्रा में फल-िजब्ियााँ और अनाि नष् भी हो िार्े
हैं। अर्: उत्पादों की उधचर् कीमर् प्राप्र् करने और उनकी बबातदी रोकने के सलए अनर्ररक्ट्र् भंडारण क्षमर्ा एवं
शीर् भंडारण गह
ृ की िुववधा िजृ िर् करना अत्यन्र् आवश्यक है ।

(ii) उपिब्ध, ननयोजित आधारभूत सरं चना और लिंकेि सहायता तथा उनकी कलियााँ: जिले का कुल भौगोसलक
क्षेत्रफल 371711.70 हे . हैं जििमे 152849.20 हे . कृवष योग्य भूसम (कुल भौगोसलक क्षेत्र का 41.12%) है ।
जिले का कुल बुवाई क्षेत्र 96595.00 हे . र्र्ा िकल फिल क्षेत्र 110115.00 हे . िबकक एक िे अधधक बार
बोया गया क्षेत्र 7131.00 हे .। जिले का खाद्यान और फल-िजब्ियों के उत्पादन की दृजष् िे एक महत्त्वपूणत
स्र्ान है । जिले की खरीफ की फिल मे धान, मकई, मंग ू फली, मड़ुआ र्र्ा रबी की फिल मे गेहूं, चना, िरिों
प्रमुख है । बागान और बागवानी में आम, केला, लीची, अमरूद, नींबू और अन्य िाइरि फल, क हल, इत्यादद के
सलए जिला उपयुक्ट्र् है । वपिले र्ीन वषों के दौरान धान की औिर् पैदावार 245956 हिार न, मक्ट्का की
औिर् पैदावार 22660 हिार न, गेहूाँ की औिर् पैदावार 20660 हिार न, र्ेलहन की औिर् पैदावार
10533 हिार न, र्ुर की औिर् पैदावार 19261 हिार न, उरद की औिर् पैदावार 24491 हिार न, रागी
की औिर् पैदावार 1603 हिार न, चना की औिर् पैदावार 18114 हिार न, आम की औिर् पैदावार
20404 मेदरक न, केला की औिर् पैदावार 2524 मेदरक न, अमरूद की औिर् पैदावार 3446 मेदरक न,
नींबू की औिर् पैदावार 3333 मेदरक न, लीची की औिर् पैदावार 1916 मेदरक न और क हल की औिर्
पैदावार 1916 मेदरक न रही। (स्रोर्: जिला कृवष कायातलय, सिमडेगा)।

जिले मे खाद्य और आपूनर्त ववभाग के पाि 5350 एम ी क्षमर्ा के 06 गोदाम, जिला बाज़ार िसमनर् के 7500
एम ी क्षमर्ा के 06 गोदाम, PEG के 10000 एम ी क्षमर्ा के 01 गोदाम और 53 लेंप्ि के पाि कुल 5900
एम ी क्षमर्ा के गोदाम है । जिले मे शीर्गह
ृ की िंख्या नगण्य है । (स्रोर्: खाद्य और आपूनर्त ववभाग, सिमडेगा;
जिला बाज़ार िसमनर्, सिमडेगा; PEG मासलक, सिमडेगा; जिला िहकाररर्ा कायातलय, सिमडेगा)। ये गोदाम
मख्
ु यर्ः िरकारी योिना के अंर्गतर् खाद्यान की खरीद एवं आपनू र्त के सलए इस्र्ेमाल होर्े है । जिले में ग्रामीण
स्र्र पर गोदामों की कमी के कारण ककिान अपने उत्पाद का िंग्रहण नहीं कर पार्ा है ।

जिले मे ककिानों को अपने कृवष उत्पाद की बबिी के सलए जिला मख्


ु यालय मे जिला बाज़ार िसमनर् के अंर्गतर्
एक मात्र मंडी उपलब्ध है । ककिान अपने कृवष उत्पाद को मुख्यर्: अपने क्षेत्र मे लगने वाले पारं पररक
िाप्र्ादहक हा / मंडी मे व्यापाररयों को बेचर्े है । इिके अलावा व्यापारी ककिानों िे िीधे उनके घरों िे उनके
कृवष उत्पाद की खरीद करर्े है ।

जिले मे वाखणज्य बैंक, स्माल फ़ाइनेंि बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक एवं राज्य िहकारी बैंक की कुल 49 शाखायें
ववत्तीय िेवाएाँ प्रदान कर रही हैं। ववत्तीय वषत 2020-21, 2019-20 एवं 2018-19 मे इि क्षेत्र मे ऋण प्रवाह
िमश: ₹0.00 लाख, ₹5.00 लाख एवं ₹0.00 लाख रही र्ी। (स्रोर्: अग्रणी जिला प्रबन्धक कायातलय, सिमडेगा)।

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

(iii) 2022-23 षवत्तीय विष के लिए संभाव्यता का आकिन (भौनतक और षवत्तीय दोनों दृजटि से): जिले मे बढ़र्ी
उत्पादन और भंडारण की महत्ता को ध्यान में रखर्े हुए वषत 2022-23 मे भंडारण और शीर्गह
ृ के सलए भौनर्क
और ववत्तीय िंभाववर् प्रक्षेपण र्ासलका में प्रस्र्ुर् ककया गया है ।

(₹ लाख)
2022-23 के सलए आकलन
ि.िं. गनर्ववधध इकाई
भौनर्क इकाई ववत्तीय व्यय बैंक ऋण #
1 ग्रामीण गोदाम (500 MT) 12 12 210.00 178.54
2 शीर् भंडारण (500 MT) 1 1 20.00 17.00
कुल योग 230.00 195.54
# बैंक ऋण ववत्तीय व्यय का 85% अनम
ु ाननर् हैं। बैंक ऋण माजितन मनी और िजब्िडड (यदद कोई) पर
पररवनर्तर् हो िकर्ा हैं।
नो : गनर्ववधध-वार और ब्लाक-वार भौनर्क और ववत्तीय अनुमान अनुबंध-I में अंककर् है ।

(iv) स्थायी प्रभाव बनाने के लिए आवश्यक िहत्वपूणष सहयोग: ग्रामीण गोदामों का ने वकत ककिानों की िंग्रहण
िमस्या का वास्र्ववक िमाधान है । वे इन ग्रामीण गोदामों में अपने उत्पाद को रख िकर्े हैं र्र्ा बािार की
कीमर्ों के अनुकूल होने पर अपनी उपि को बेच िकर्े हैं। िार् ही िार् उत्पाद के अपव्यय और उिके
गुणवत्ता को ननयंबत्रर् ककया िा िकर्ा है । ककिान के र्त्काल ववत्तीय आवश्यकर्ा को प्लेि ऋण के माध्यम िे
परू ी की िा िकर्ी है । ककिान यदद अपनी कृवष उपि WDRA द्वारा पंिीकृर् गोदामों में िंग्रदहर् करर्े हैं र्ो
उन्हें गोदाम द्वारा िारी ककए गए नेगोिीएबल गोदाम रिीदों िे बैंकों िे ऋण प्राप्र् कर िकर्े हैं।

खाद्य िरु क्षा बबल को ध्यान में रखर्े हुए िरकार कम िे कम र्ीन महीने के सलए भोिन/ अन्य आवश्यकर्ाओं
के ध्यान में रखर्े हुए प्रत्येक ब्लॉक स्र्र पर गोदामों का ननमातण कर िकर्े हैं। इिी प्रकार जिला स्र्र पर एक
बड़ा भंडारण िंरचना का ननमातण कर िकर्े हैं , िो हब और स्पोक मॉडल की र्रह होगा।

िड़कें, ववपणन व्यवस्र्ा और बेहर्र आधारभर्


ू िंरचना की अनप
ु लब्धर्ा के कारण उद्यमी इि मद में ननवेश
करने िे दहचककचार्े हैं। जिले में उपलब्ध िमस्र् गोदामो की डायरे क्ट् री बनानी धचदहए एवं यह डायरे क्ट् री
ककिानो को उपलब्ध करवानी चादहए।

(v) सझ
ु ाए गए कारवाई बबन्द:
ु वैज्ञाननक ढं ग िे भंडारण की िवु वधा की उपलब्धर्ा व इििे होने वाले लाभों को
प्रचार-प्रिार करने की आवश्यकर्ा है । कृवष ववज्ञानं केंद्र एवं कृवष ववभाग के द्वारा ककिानो के सलए कई प्रकार
के प्रसशक्षण कायतिम आयोजिर् करवाना चादहए। इन प्रसशक्षण कायतिम में वैज्ञाननक भंडारण का महत्व एवं
प्रार्समक प्रिंस्करण के लाभ पर एक व्याखान अननवायत रूप िे रखा िाना चादहए।

गोदामों को WDRA के िार् मान्यर्ा प्राप्र् ककया िा िकर्ा है र्ाकक ककिानों को फिल के बाद NWRS के
खखलाफ ववत्तपोषण की िुववधा समल िके। बैंक द्वारा ककिानों/ कृषक उत्पादक िंगठनों को ग्रामीण गोदाम के
ननमातण के सलए र्र्ा ककिानों को NWRS के खखलाफ ऋण स्वीकृर् करना चादहए।

बैंकरों और िरकारी ववभाग को कोल्ड स् ोरे ि/ग्रामीण गोदामों की स्र्ापना के सलए िंभाववर् उद्यसमयों की
पहचान करनी चादहए। िार् ही उिके आधर्तक लाभों के बारे में िागरूकर्ा फैलाने के िार्-िार् उनकी र्कनीकी
के बारे में भी बर्ानी चादहए। िभी मौिम वाली िड़कों का ननमातण िो िद
ु रू क्षेत्रों िे माल का त्वररर् पररवहन
िनु नजश्चर् करे गी।

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

2.2.2: भलू ि षवकास, िद


ृ ा संरक्षण और वािरशेड षवकास
(i) प्रस्तावना: मद
ृ ा और िल के बबना कृवष की कल्पना भी नहीं की िा िकर्ी है । भूसम ववकाि िे िुड़ी
गनर्ववधधयााँ प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप िे कृवष की उत्पादकर्ा बढ़ार्ी हैं। भूसम ववकाि के अंर्गतर् भूसम एवं िल का
इि प्रकार का उपयोग शासमल है जिििे उनका िंरक्षण हो िके और इन का ननरं र्र उपयोग ककया िा िके।
िार् ही, िो भूसम वर्तमान में खेर्ी लायक नहीं है उिे भी खेर्ी के योग्य बनाया िा िकर्ा है । भूसम का
िमर्लीकरण एवं कृवष भसू म का ववकाि, ववशेष उद्धारपरक प्रणासलयों द्वारा समट् ी की गण
ु वत्ता में िध
ु ार, िल
प्रबंधन एवं िल िंरक्षण, चारागाह प्रबंधन, बंिर भूसम ववकाि, वा रशेड ववकाि, िैववक खेर्ी (िैव उवतरकों,
वमीकंपोस् , िैवकी नाशकों, आदद का प्रयोग) भूसम की उत्पादकर्ा बढ़ाने के सलए कायत आदद भूसम-ववकाि के
कायतकलाप हैं।

जिले मे नाबाडत के ग्रामीण आधारभूर् ववकाि ननधध के अंर्गतर् 13 माइिो वा रशेड के ववकाि का कायत ग्रामीण
ववकाि ववभाग द्वारा सिमडेगा, पाकरर्ांड, ठे ठाईर्ांगर, कोलेबीरा प्रखण्ड मे ककया िा रहा है । इिके अलावा
नाबाडत वा रशेड ववकाि ननधध के अंर्गतर् मदहला िागर्
ृ िसमनर् द्वारा सिमडेगा प्रखण्ड मे माइिो वा रशेड के
ववकाि का कायत ककया िा रहा है । वा रशेड ववकाि एवं प्रबंधन के उद्दे श्य है - (क) समट् ी का िंरक्षण, वषात
िल का िंचयन एवं भग
ू र्त िल का पन
ु : िंभरण (ख) वा रशेड के क्षेत्रफल मे द काऊ कृवष का ववकाि, वाननकी
एवं वक्ष
ृ ा रोपण, पशुपालन, जिििे क्षेत्र के लोगों की आय मे वद्
ृ धध।

(ii) उपिब्ध, ननयोजित आधारभूत सरं चना और लिंकेि सहायता तथा उनकी कलियााँ: जिले का कुल भौगोसलक
क्षेत्रफल 371711.70 हे . हैं जििमे 152849.20 हे . कृवष योग्य भूसम (कुल भौगोसलक क्षेत्र का 41.12%) है ।
जिला में ऊिर गेर कृवष योग्य भूसम 25740.35 हे ., कृवष योग्य बेकार भूसम 18898.35 हे . और अन्य परर्ी
भूसम 45382.73 हे ., जििका ववकाि कृवष कायत, स्र्ायी चारगाह ननमातण, वाननकी ववकाि आदद मे ककया िा
िकर्ा है । (स्रोर्: जिला कृवष कायातलय, सिमडेगा)।

जिले की समट् ी Transitional ESR के िार् गहरे लाल (Deep Loamy) समट् ी िे लाल समट् ी (Clavey
Red) एवं पीली समट् ी (Yellow Soil) है । जिले की कृवष योग्य भूसम अमलीय भूसम (पी.एच. 5.5 िे कम) के
अन्र्गतर् आर्ी है । जिले की 90% कृवष योग्य भूसम का पी.एच. 4.5-6.0 है , जिि कारण चयननर् फिल की
खेर्ी िंभव है । अमलीय भसू म में मख्
ु यर्ः फास्फे , िल्फर, कैजल्शयम एवं बोरॉन की कमी होर्ी है । इिके
अलावा िूक्ष्म िीवों की िंख्या एवं कायतकुशलर्ा में भी कमी आ िार्ी है , जििके कारण नाइरोिन का
जस्र्रीकरण व काबतननक पदार्ों का ववघ न कम हो िार्ा है और पौधों की वद्
ृ धध प्रभाववर् होर्ी है । पररणाम
स्वरूप अमलीय भूसम में गेहूाँ, मक्ट्का, दलहन एवं नर्लहनी फिलों की उपि िंर्ोषप्रद नहीं हो पार्ी है । अमलीय
भूसम के उपचार के सलये 4 जक्ट्वं ल प्रनर् हे . की दर िे चूना खेर्ों में डालने के काम में लाया िार्ा है । चूने के
स्र्ान पर बेसिक स्लैग, प्रेि मड, डोलोमाइ , पेपर समल एवं स्लि इत्यादद का भी प्रयोग ककया िा िकर्ा है
और इिके सलये लगभग दोगुनी मात्रा का व्यवस्र्ा करना होगा।

भसू म ववकाि पररयोिनाओं को जिला कृवष अधधकारी, भ-ू िरं क्षण एवं िलिािन द्वारा ककया िार्ा है । जिनमें
मुख्यर्: वक्ष
ृ ारोपण, बांध/र्ालाब बनाना, वषात िल को कृवष कायो हे र्ु िंग्रह करना है । िार् ही िार् उि क्षेत्र में
रहने वाले ककिानों को प्रसशक्षक्षर् करने, िमुधचर् फिले बोने का प्रदशतन करने एवं उनको ववसभन्न प्रकार के पौधें
व कुि कुवष यंत्र मुफ्र्/ ररयायर्ी दर पर उपलब्ध करार्े है । जिले में उपरोक्ट्र् गनर्ववधधयााँयों के सलए ऋण की
उपलब्धर्ा के बारे में आम िनर्ा र्र्ा बैंकरों के बीच भी िागरूकर्ा की कमी है । ये कायत िमान्यर्ः लोग

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

अपने ही प्रयािों र्र्ा िरकारी कायतिम मनरे गा इत्यादद के माध्यम िे करर्े हैं। कृवष ववभाग जिले में परर्ी
भूसम ववकाि योिना का कियान्वयन कर रही है , जििके अंर्गतर् ककिानों को प्रोत्िादहर् कर रही हैं।

जिले मे वाखणज्य बैंक, स्माल फ़ाइनेंि बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक एवं राज्य िहकारी बैंक की कुल 49 शाखायें
ववत्तीय िेवाएाँ प्रदान कर रही हैं। ववत्तीय वषत 2020-21, 2019-20 एवं 2018-19 मे इि क्षेत्र मे ऋण प्रवाह
िमश: ₹2.90 लाख, ₹30.80 लाख एवं ₹7.84 लाख रही र्ी। (स्रोर्: अग्रणी जिला प्रबन्धक कायातलय,
सिमडेगा)।

(iii) 2022-23 षवत्तीय विष के लिए संभाव्यता का आकिन (भौनतक और षवत्तीय दोनों दृजटि से) : भूसम ववकाि ननवेशों
की उपयुक्ट्र्र्ा और भूसम ववकाि की िंभावनाओं को ध्यान में रखर्े हुए वषत 2022-23 के सलए भौनर्क और
ववत्तीय िंभाववर् प्रक्षेपण र्ासलका में प्रस्र्ुर् ककया गया है ।

(₹ लाख)
2022-23 के सलए आकलन
ि.िं. गनर्ववधध इकाई
भौनर्क इकाई ववत्तीय व्यय बैंक ऋण #
1 भूसम िमर्लीकरण हे ॰ 200 116.00 98.60
2 अमलीय मद
ृ ा का उपचार एकड़ 300 70.80 60.20
3 र्ालाब (10m*10m*3m) नं॰ 500 135.80 115.40
कुल योग 322.60 274.20
# बैंक ऋण ववत्तीय व्यय का 85% अनुमाननर् हैं। बैंक ऋण माजितन मनी और िजब्िडड (यदद कोई) पर
पररवनर्तर् हो िकर्ा हैं।
नो : गनर्ववधध-वार और ब्लाक-वार भौनर्क और ववत्तीय अनम
ु ान अनब
ु ंध-I में अंककर् है ।

(iv) स्थायी प्रभाव बनाने के लिए आवश्यक िहत्वपूणष सहयोग: कृवष ववभाग द्वारा ककिानो को प्रसशक्षक्षर् कर भूसम
िध
ु ार कायो र्र्ा िैववक खाद के उत्पादन के सलये बैक द्वारा ककिानो को ववत्त पोवषर् ककये िाने की
आवश्यकर्ा है । लघु व िीमान्र् कृषकों को भूसम िुधार, िल/ मद
ृ ा िंरक्षण, भूसम परीक्षण, िैववक खाद का
प्रयोग आदद कियाकलापों सलए स्वयं िेवी िंस्र्ाओं की िहायर्ा िे िागरुकर्ा कायतिम चलाया िाना चादहए।

(v) िझ
ु ाए गए कारवाई बबन्द:ु िरकारी ववभागों को उनके द्वारा चलायी िा रही योिनाओं की िानकारी िैिे समट् ी
िााँच और भूसम ववकाि की िानकारी ककिानों को दी िानी चादहए। ककिानों को िैववक खेर्ी और भूसम
पुनग्रतहण गनर्ववधधयों को लोकवप्रय बनाने के सलए प्रसशक्षण और Exposure यात्राओं की आवश्यकर्ा है ।

बैंकों द्वारा िलिािन क्षेत्र में वा े रशेड ववकाि के बाद क्षेत्र के िवािंगीण ववकाि के सलए ऋण स्वीकृर् करना
चादहए।

नाबाडष वािरशेड और वाडी पररयोिना क्षेत्रों िें षवशेि पुनषवषत्त योिना

नाबाडत पूरे दे श में प्राकृनर्क िंिाधनों के िंरक्षण के सलए िहभाधगर्ामूलक पद्धनर् िे वा रशेड ववकाि
पररयोिनाएाँ और आददवािी पररवारों की िामाजिक-आधर्तक जस्र्नर् में िुधार के सलए वाडी नामक आददवािी
ववकाि पररयोिनाएाँ दो दशकों िे भी अधधक िमय िे कायातजन्वर् कर रहा है । ये िभी पररयोिनाएाँ स्र्ानीय
गैर-िरकारी िंगठनों के िहयोग िे नाबाडत द्वारा अनद
ु ान िहायर्ा/ अनद
ु ान-िह-ऋण िहायर्ा के माध्यम िे
कायातजन्वर् की गई हैं। इन ववकािलक्षी प्रयािों ने पररयोिना क्षेत्रों में प्रकृनर्क और मानव िंिाधन को रूपांर्ररर्
कर ददया है और ऐिे वार्ावरण का ननमातण हुआ है िो पहले की अपेक्षा अधधक पूंिी की खपर् और आधर्तक

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

गनर्ववधधयों के सलए अनुकूल है । िंरक्षक्षर् िंिाधनों के दक्षर्ापूणत उपयोग के उद्दे श्य िे ककिानों/ आददवािी
िमुदाय द्वारा उपयुक्ट्र् आधर्तक गनर्ववधधयों के सलए और अधधक ननवेश करने की आवश्यकर्ा है ।
इिके अलावा, कोववड 19-के कारण हुए लॉकडाउन में लाखों ग्रामीणों ने अपने रोज़गार और आिीववका के िाधन
खो ददए हैं। इि िमस्या की भयावहर्ा शहरी इलाकों िे ग्रामीण इलाकों की ओर िसमकों के वापि लौ ने के
कारण और अधधक बढ़ गई है जिििे यह आवश्यक हो गया है कक कृवष क्षेत्र में ग्रामीण यव
ु ाओं के सलए ननवेश
के अविर ननसमतर् ककए िाएाँ। इि िमस्या की गंभीरर्ा िसमकों के शहरी क्षेत्रों के ग्रामीण क्षेत्रों की ओर वापि
लौ ने िे बढ़ गई है जिििे ग्रामीण युवकों के सलए कृवष में ननवेश के अविर ननमातण करने की आवश्यकर्ा है ।
वा रशेड और वाडी पररयोिना क्षेत्रों में अनर्ररक्ट्र् आधर्तक गनर्ववधधयााँ आरं भ करने की दृजष् िे नाबाडत ने िभी
पात्र बैंकों/ ववत्तीय िंस्र्ाओं को ररयायर्ी दर पर पुनववतत्त िहायर्ा प्रदान करने का ननणतय सलया है र्ाकक इन
पररयोिना क्षेत्रों में लाभाधर्तयों को और अधधक िंस्र्ागर् ऋण ददया िा िके। नाबाडत ने 2020-21 िे 2022-23
के दौरान ववशेष ववर्रण व्यवस्र्ा के अंर्गतर् ₹5000.00 करोड़ की पुनववतत्त रासश ननधातररर् की है ।
उद्दे श्य: नाबाडत द्वारा िमधर्तर् वा रशेड और वाडी पररयोिना क्षेत्रों में िंधारणीय आधर्तक गनर्ववधधयों का
िंवधतन। कोववड-पश्चार् ् के िमय में अधधक िे अधधक ऋण प्रदान कर कृवष और ग्रामीण क्षेत्र को बढ़ावा दे ना।
आधर्तक और आिीववका िंबंधी गनर्ववधधयों के सलए लाभाधर्तयों को ररयायर्ी दर पर ववत्तीय िहायर्ा प्रदान
करना। कोववड-19 के कारण शहरों िे गााँव की ओर वापि लौ ने िे िंबंधधर् िमस्या का िमाधान करना।
पात्र िाभाथी: इि योिना में नाबाडत द्वारा िमधर्तर् वा रशेड पररयोिनाओं और ीडीएफ़ पररयोिनाओं के िभी
पात्र लाभाधर्तयों के िार्-िार् िो े और िीमांर् ककिान, पट् ाधारी ककिान, मौखखक पट् े वाले ककिान, शहरों िे
वापि गााँव लौ ने वाले व्यजक्ट्र्, स्वयं िहायर्ा िमूह, कृषक उत्पादन िंगठन, िंयुक्ट्र् दे यर्ा िमूह, िहकारी
िंस्र्ाएाँ, िाझेदारी/ मासलकाना फ़में आदद शासमल हैं।
पात्र षवत्तीय संस्थाएाँ: नाबाडत की पन
ु ववतत्त नीनर् का पालन करने वाले िभी वाखणज्य बैंक, लघु ववत्त बैंक, क्षेत्रीय
ग्रामीण बैंक, िहकारी बैंक और नाबाडत की िहायक िंस्र्ाएाँ ववशेष पुनववतत्त योिना के अंर्गतर् पात्र हैं।
पात्र प्रयोिन: वा रशेड पररयोिना क्षेत्रों में बैंकों द्वारा ददए गए िभी प्रार्समकर्ा क्षेत्र ऋण और आददवािी
ककिानों के सलए कृवष प्रिंस्करण गनर्ववधधयााँ पुनववतत्त के सलए पात्र हैं।
पुनषवषत्त सहायता: बैंकों/ ववत्तीय िंस्र्ाओं को स्वचासलर् पुनववतत्त िुववधा के अंर्गतर् पुनववतत्त िहायर्ा दी िार्ी है ।
पन
ु ववतत्त पर ब्याि दर 3% होगी और बैंकों/ ववत्तीय िंस्र्ाओं द्वारा प्रभाररर् की िाने वाली अंनर्म उधार दर
नाबाडत वारा प्रभाररर् की िाने वाली ब्याि दर िे 2.5% िे अधधक नहीं होनी चादहए। पुनववतत्त की चुकौर्ी अवधध
18 माह (न्यूनर्म) िे लेकर 5 वषत र्क होगी।

2.2.3: कृषि संबध


ं ी आधारभत
ू सरं चनाएं अन्य – ई-नाि, हिश्यू कल्चर, बीि उत्पादन, िैव-कीिनाशक/
उवषरक, केंचुआ कम्पोजस्िं ग आहद

(i) प्रस्तावना: इलेक्ट्रॉननक नेशनल एग्रीकल्चर माके (ई-नाम) एक पैन इंडडया इलेक्ट्रॉननक रे डडंग पो त ल है , िो
कृवष वस्र्ुओं के सलए एकीकृर् राष्रीय बािार बनाने के सलए एपीएमिी मंडडयों को मौिूदा करर्ा है । ई-नाम
कृवष क्षेत्र में बी 2 बी ई-कॉमित प्ले फॉमत है िो ककिानों को अधधक बबिी ववकल्प प्रदान करर्ा है , बािारों र्क
िीधी पहुंच बढ़ार्ा है , मध्यस्र्र्ा लागर् को कम करर्ा है और एक बेहर्र आपनू र्त िंख
ृ ला के भीर्र िामान्य
प्रकियाओं, वैज्ञाननक भंडारण और गुणवत्ता ग्रेडडंग को बढ़ावा दे र्ा है ।

कृवष उत्पादन बढ़ाने के सलए गण


ु वत्तापूणत बीि िबिे महत्वपण
ू त है । झारखंड राज्य के सलए बीि प्रनर्स्र्ापन दर
15% है िो कृवष उत्पादन र्र्ा उत्पादकर्ा को प्रभाववर् करर्ा है । राज्य में मुख्य रूप िे अगली फिल उगाने

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

के सलए खेर् में बचा हुआ बीि (FSS) का उपयोग ककया िार्ा है । यद्यवप बीि महत्वपण
ू त है , लेककन इनपु में
ककिानों की कुल कीमर् में इिकी लागर् अन्य इनपु कारकों िैिे - उवतरक, की नाशक आदद की र्ल ु ना में
कम है , बीि के खचत में र्ोड़ी वद्
ृ धध के िार्, उपि में वद्
ृ धध को काफी बढ़ाया िा िकर्ा है ।

(ii) उपिब्ध, ननयोजित आधारभूत सरं चना और लिंकेि सहायता तथा उनकी कलियााँ: एग्री-लॉजिजस् क एग्रीबबिनेि
की रीढ़ है , िो उत्पादन और खपर् केंद्रों के बीच िमन्वय बनार्ा है , जिििे गुणवत्ता के िार्-िार् मात्रा का भी
कम िे कम नुकिान होर्ा है । राज्य भर के व्यापाररयों िे िकिय भागीदारी िुननजश्चर् करने के सलए ई-नाम पर
अंर्रमंडी और अंर्र-राज्य व्यापार की िुववधा के सलए लॉजिजस् क िमर्तन को िक्षम करने के सलए लॉजिजस् क
िमर्तन की अत्यधधक अनश
ु ंिा की िार्ी है । मंडडयों को आिपाि के क्षेत्र में प्रमख
ु लॉजिजस् क िेवा प्रदार्ाओं
की पहचान करनी चादहए और उनका वववरण ई-नाम वेबिाइ पर अपलोड ककया िाना चादहए।

जिले के ककिानों को कृवष कायो में अधधक िे अधधक वमी कमपोस् का उपयोग करने हे र्ु प्रेररर् करना होगा
र्र्ा कृवष, बागवानी ववभागों के िार् िार् कृवष ववज्ञान केंद्र को भी इिमें महत्वपूणत भसू मका ननभानी होगी।
जिले मे िैववक खाद को बनाने एवं व्यविायीकरण करने के सलए प्रचार-प्रिार की और अधधक आवश्यकर्ा है ।

जिले मे वाखणज्य बैंक, स्माल फ़ाइनेंि बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक एवं राज्य िहकारी बैंक की कुल 49 शाखायें
ववत्तीय िेवाएाँ प्रदान कर रही हैं। ववत्तीय वषत 2020-21, 2019-20 एवं 2018-19 मे इि क्षेत्र मे ऋण प्रवाह
नगण्य रही र्ी। (स्रोर्: अग्रणी जिला प्रबन्धक कायातलय, सिमडेगा)।

(iii) 2022-23 षवत्तीय विष के लिए संभाव्यता का आकिन (भौनतक और षवत्तीय दोनों दृजटि से): िैववक उत्पादन की
बढ़र्ी मांग और स्र्ायी कृवष प्रर्ाओं के बारे में बढ़र्ी िागरूकर्ा को ध्यान में रखर्े हुए वषत 2022-23 के सलए
भौनर्क और ववत्तीय िंभाववर् प्रक्षेपण र्ासलका में प्रस्र्ुर् ककया गया है ।

(₹ लाख)
2022-23 के सलए आकलन
ि.िं. गनर्ववधध इकाई
भौनर्क इकाई ववत्तीय व्यय बैंक ऋण #
1 बीि उत्पादन एकड़ 9 1.95 1.65
2 नाडेप कमपोस् नं॰ 335 53.60 45.56
3 वमी कमपोस् नं॰ 69 17.25 14.67
कुल योग 72.80 61.88
# बैंक ऋण ववत्तीय व्यय का 85% अनुमाननर् हैं। बैंक ऋण माजितन मनी और िजब्िडड (यदद कोई) पर
पररवनर्तर् हो िकर्ा हैं।
नो : गनर्ववधध-वार और ब्लाक-वार भौनर्क और ववत्तीय अनुमान अनुबंध-I में अंककर् है ।

(iv) स्थायी प्रभाव बनाने के लिए आवश्यक िहत्वपूणष सहयोग: ई-नाम पाररजस्र्नर्की र्ंत्र को बढ़ाने के सलए, ई-नाम
मंडडयों के क्षेत्र में काम करने वाले एफपीओ की पहचान की िानी चादहए। जिला प्रशािन को इन एफपीओ को
ई-नाम पर आवश्यक िवु वधाएं प्रदान करके ई-नाम पर व्यापार करने की िवु वधा प्रदान करनी चादहए।

बीि प्रनर्स्र्ापन दर (SRR) को बढ़ाने के सलए, ककिानों को बीि उत्पादन प्रणाली को बढ़ावा दे ने के सलए और
उत्पाददर् बीि को ककिानों को बबिी/ उपलब्धर्ा के सलए प्रमाखणर् ककया िाना चादहए। बीि प्रिंस्करण इकाई
की स्र्ापना िे उत्पादन र्र्ा उत्पादकर्ा में आशार्ीर् बढ़ोर्री होगा।

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

मद
ृ ा की उत्पादकर्ा को िाचने हे र्ु मद
ृ ा स्वास््य काडत योिना बड़े पैमाने पर चलाई गई है र्ाकक ककिान अपने
खेर् की समट्ठी की गुणवर्ा के मुर्ाबबक खेर्ी के सलए फिल एवं उवतरक का चयन कर िके इििे खेर्ी िे िुड़े
खचो में कमी आएगी। जिले में अभी र्क िैववक खाद हे र्ु कोई बड़ी इकाई कायतरर् नहीं है । िैववक खाद र्र्ा
िैववक पेजस् िाइड के दरू गामी प्रभाव को दे खर्े हुए इिके व्यापक प्रचार- प्रिार की आवश्यकर्ा है ।

(v) सुझाए गए कारवाई बबन्द:ु APMC द्वारा िभी दहर्धारकों यर्ा ककिान, व्यापारी, मंडी बोडत, एफपीओ, ववत्तीय
िंस्र्ान, कृवष ववभाग आदद के सलए इन मंडडयों में ववशेष प्रसशक्षण और िागरूकर्ा सशववर आयोजिर् ककया
िाना चादहए।

राज्य िरकार द्वारा िभी ककिानों को फिल उगाने के सलए उन्नर् बीि की उपलबद्धर्ा िुननजश्चर् करना
चादहए और ककिान उत्पादक िमूह बनाकर धान बीि का उत्पादन ककया िा िकर्ा है ।

बैंक ववशेष रूप िे NADEP और वमीकमपोजस् ं ग / िैववक / प्राकृनर्क खेर्ी, बीि ववकाि क्षेत्रों में र्ािा ननवेश
ऋण आवश्यकर्ाओं के सलए ननयसमर् रूप िे ववत्त कर िकर्े हैं ।

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

2.3: कृषि - कृषि अनि


ु ग
ं ी गनतषवधधयााँ

2.3.1: खाद्य और कृषि प्रसंस्करण

(i) प्रस्तावना: कृवष उत्पाद की मूल्य वद्


ृ धध में उत्पादन पश्चार् फिल प्रिंस्करण/ खाद्य प्रिंस्करण आय और
रोिगार िि
ृ न में महत्वपूणत भूसमका ननभार्ी है । कृवष उत्पाद प्रिंस्करण उद्योग के फैलने िे उत्पादक कृषक को
मूल्य वद्
ृ धध का, बेरोिगारों को रोिगारी का र्र्ा उपभोगकर्ात को उधचर् दाम पर अच्िी गुणवत्ता के उपभोग्य
वस्र्ओ
ु ं की आपनू र्त का लाभ होर्ा है । कृवष उत्पादों एवं खाद्य प्रिंस्करण के माघ्यम िे िहां एक ओर ककिानों
को उनके उत्पादो का उधचर् मल्
ू य प्राप्र् होर्ा है , वही रोिगार के नये नये अविर भी िल
ु भ होर्े है । ककिानों
को मूल्य प्राजप्र् में िुधार और अनर्ररक्ट्र् रोिगार के ववकाि के सलए कृवष प्रिंस्करण / खाद्य प्रिंस्करण की
क्षमर्ा को दे खर्े हुए, भारर् िरकार व राज्य िरकार द्वारा कृवष उत्पाद एवं खाद्य प्रिंस्करण क्षेत्र को उच्च
प्रार्समकर्ा प्रदान की गयी है ।

जिले का कुल भौगोसलक क्षेत्रफल 371711.70 हे . हैं जििमे 152849.20 हे . कृवष योग्य भूसम (कुल भौगोसलक
क्षेत्र का 41.12%) है । जिले का कुल बुवाई क्षेत्र 96595.00 हे . र्र्ा िकल फिल क्षेत्र 110115.00 हे . िबकक
एक िे अधधक बार बोया गया क्षेत्र 7131.00 हे .। जिले का खाद्यान और फल-िजब्ियों के उत्पादन की दृजष् िे
एक महत्त्वपणू त स्र्ान है । जिले की खरीफ की फिल मे धान, मकई, मंग ू फली, मड़ुआ र्र्ा रबी की फिल मे
गेहूं, चना, िरिों प्रमुख है । बागान और बागवानी में आम, केला, लीची, अमरूद, नींबू और अन्य िाइरि फल,
क हल, इत्यादद के सलए जिला उपयुक्ट्र् है । वपिले र्ीन वषों के दौरान धान की औिर् पैदावार 245956 हिार
न, मक्ट्का की औिर् पैदावार 22660 हिार न, गेहूाँ की औिर् पैदावार 20660 हिार न, र्ेलहन की औिर्
पैदावार 10533 हिार न, र्ुर की औिर् पैदावार 19261 हिार न, उरद की औिर् पैदावार 24491 हिार
न, रागी की औिर् पैदावार 1603 हिार न, चना की औिर् पैदावार 18114 हिार न, आम की औिर्
पैदावार 20404 मेदरक न, केला की औिर् पैदावार 2524 मेदरक न,)।

ववगर् र्ीन वषत मे जिले मे 10 खाद्य प्रिंस्करण इकाई र्र्ा 3 वन आधाररर् इकाई स्र्ावपर् हुए, जिििे िमश:
57 एवं 28 लोगों को रोिगार प्राप्र् हुआ।

वषत 2018-19 2019-20 2020-21


उद्योग उद्योग रोिगार उद्योग रोिगार उद्योग रोिगार
ABFPI 2 13 3 15 5 29
FBI 1 8 1 5 1 15

(ii) उपिब्ध, ननयोजित आधारभूत सरं चना और लिंकेि सहायता तथा उनकी कलियााँ: जिले में प्राकृनर्क िंिाधन
प्रचरु र्ा िे उपलब्ध हैं। अर्ः मधु-पालन र्र्ा लाह की खेर्ी की आपार िंभावनाएाँ हैं परं र्ु प्रचार –प्रिार के अभाव
में बागवानी िड़ी-बू ी व िग
ु ंधधर् पौधों की खेर्ी व प्रिंस्करण इकाई लोकवप्रय नहीं हो पा रही हैं। जिले मे कोई
िंगदठर् ववपणन िुववधा और फिलों के प्रिंस्करण र्र्ा मूल्यवधतन इकाई की कोई िुबबधा नहीं हैं। जिले में
खाद्य प्रिंस्करण इकाइयों और कोल्ड स् ोरे ि की उपलब्धर्ा की िंख्या नगण्य है जिििे ककिानों को अपनी
उपि की उधचर् कीमर् नहीं समल पार्ी है ।

अधधशेष फल और िजब्ियों के भंडारण के सलए बहुउद्दे श्यीय, मल् ी चें बर कोल्ड स् ोरे ि स्र्ावपर् करने की
आवश्यकर्ा है । उच्च र्कनीक वाले कोल्ड स् ोरे ि की स्र्ापना करना बेहद लाभदायक होगा। यह बािार को
ववननयसमर् करे गा और ऑफ-िीिन के दौरान और बाद में उत्पादन बढ़ाने के सलए उत्पादन प्रदान करने में

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

िक्षम करे गा। कोल्ड चेन िवु वधा की स्र्ापना िे दरू के बािारों के सलए बागवानी उत्पादों का उत्पादन और
बागवानी फिलों के ननयातर् में भी मदद समलेगी। एक अनुमान के अनुिार जिले में उत्पाददर् कुल फल व शाक
िब्िी का लगभग 30-35% खराब व नष् हो िार्े हैं।

जिले मे वाखणज्य बैंक, स्माल फ़ाइनेंि बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक एवं राज्य िहकारी बैंक की कुल 49 शाखायें
ववत्तीय िेवाएाँ प्रदान कर रही हैं। ववत्तीय वषत 2020-21, 2019-20 एवं 2018-19 मे इि क्षेत्र मे ऋण प्रवाह
िमश: ₹714.23 लाख, ₹8.60 लाख एवं ₹0.00लाख रही र्ी। (स्रोर्: अग्रणी जिला प्रबन्धक कायातलय,
सिमडेगा)।

(iii) 2022-23 षवत्तीय विष के लिए संभाव्यता का आकिन (भौनतक और षवत्तीय दोनों दृजटि से) : क ाई के बाद के
नुकिान को कम करने और मूल्य िंवधतन िंख
ृ ला र्ंत्र के माध्यम िे कृवष और िंबद्ध गनर्ववधध को और
अधधक लाभकारी बनाने और बेहर्र बुननयादी िुववधाओं और िमर्तन िेवाओं के सलए केंद्र और राज्य िरकार की
प्रनर्बद्धर्ा को ध्यान में रखर्े हुए वषत 2022-23 के िब्िी/ फल/ खाद्य प्रंस्करण केंद्र के सलए भौनर्क और
ववत्तीय िंभाववर् प्रक्षेपण र्ासलका में प्रस्र्र्
ु ककया गया है ।

(₹ लाख)
2022-23 के सलए आकलन
ि.िं. गनर्ववधध इकाई
भौनर्क इकाई ववत्तीय व्यय बैंक ऋण #
1 िब्िी/फल प्रंस्करण केंद्र नं॰ 35 70.00 59.50
2 खाद्य प्रंस्करण केंद्र नं॰ 26 52.00 44.20
कुल योग 122.00 103.70
# बैंक ऋण ववत्तीय व्यय का 85% अनम
ु ाननर् हैं। बैंक ऋण माजितन मनी और िजब्िडड (यदद कोई) पर
पररवनर्तर् हो िकर्ा हैं।
नो : गनर्ववधध-वार और ब्लाक-वार भौनर्क और ववत्तीय अनुमान अनुबंध-I में अंककर् है ।

(iv) स्थायी प्रभाव बनाने के लिए आवश्यक िहत्वपण


ू ष सहयोग: अधधकांश फिलों का ववपणन योग्य अधधशेष या
र्ो खपर् या प्रिंस्करण या मूल्य वद्
ृ धध के सलए राज्य िे बाहर चला िार्ा है जिििे राज्य की अर्तव्यवस्र्ा पर
दोहरा नकारात्मक प्रभाव पड़र्ा है । पहला मूल्य वद्
ृ धध के िंदभत में नुकिान और दि
ू रा बाहर िे राज्य में वापि
आयार् करने िे रािस्व का उत्प्रवाह।

िरकार को मेगा फूड पाकत के अलावा िो े उद्यसमयों को ध्यान में रखर्े हुए कोई प्रोत्िाहन योिना आरं भ
करना चादहए। ननिी ननवेश के अभाव में राज्य िरकार द्वारा खाद्य प्रिंस्करण ननगम स्र्ावपर् करने के ववषय
में िोचा िा िकर्ा है िो जिले में प्रिंस्करण इकाइयों का िंचालन कर िके। ननिी ननवेशकों को आकवषतर्
करने केसलए राज्य िरकार को ररयायर्ी दरों पर एवं आिान शर्ों पर भसू म उपलब्ध कराना चादहए। सिंगल ववंडो
जक्ट्लयरें ि के अंर्गतर् ननवेशकों की िभी िमस्याओं का ननराकरण ककया िाना चादहए।

यद्यवप जिले में कृवष आधाररर् उद्योगों की क्षमर्ा है , र्र्ावप, जिले में स्र्ावपर् इकाइयों की वर्तमान जस्र्नर्
बहुर् उत्िाहिनक नहीं है । फल प्रिंस्करण की िो ी इकाइयााँ िैिे केला धचप मेककं ग, अचार, िैम, िेली बनाना,
पोकत प्रोिेसिंग, धचसलंग प्लां इत्यादद स्र्ावपर् करने की आवश्यकर्ा है । खाद्य प्रिंस्करण के ववकाि के सलए
पैकेजिंग िें र, वैल्यू एडेड िें र, एकीकृर् कोल्ड चेन िुववधा स्र्ावपर् करने की आवश्यकर्ा है ।

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

(v) सझ
ु ाए गए कारवाई बबन्द:
ु जिला उद्योग केन्द्र व खादी ग्रामोद्योग बोडत द्वारा उद्यसमयो की पहचान, प्रचार
प्रिार, प्रसशक्षण, कच्चामाल व र्ैयार माल की बबिी की व्यवस्र्ा करनी चादहये। जिला उद्योग केन्द्र द्वारा
प्रधानमंत्री रोिगार योिना के अंर्गतर् इि क्षेत्र में इकाई स्र्ावपर् करने हे र्ु उद्यसमयों को प्रोत्िादहर् करने
की आवश्यकर्ा है । जिलास्र्र पर र्र्ा ब्लाक स्र्र पर ककिानो व उद्यसमयों को उधचर् परामशत दे ने के सलये
एक परामशतदात्री िमीनर् की स्र्ापना की िानी चादहये।

कृवष ववभाग, आत्मा और कृवष ववज्ञान केंद्र को प्रिंस्करण के सलए ककिानों के कौशल ववकाि को प्रोत्िादहर्
करने के सलए पहल करनी चादहए। खाद्य प्रिंस्करण इकाई की आवश्यकर्ा और लाभ के बारे में िरकारी
ववभागों को ककिानों और गैर-ककिानों को बर्ाने की आवश्यकर्ा है । आर-िेर्ी को कृवष प्रिंस्करण क्षेत्र में
बेरोिगार युवाओं के सलए कौशल ववकाि कायतिम का िंचालन करना है ।

बैकों को प्रसशक्षक्षर् उद्यसमयों र्र्ा औद्यौधगक ईकाईयों की पहचान र्र्ा उनके ववत्त पोषण हे र्ु प्रयाि करना
चादहए। इि क्षेत्र के महत्व को दे खर्े हुये ऋण प्रवाह को बढानेा़ के सलये ववशेष प्रयाि की आवश्यकर्ा है । कृवष
उत्पाद व प्रिंस्करण की अिीम िमभावनाओं के दोहन के सलये बैंकों द्वारा यर्ोधचर् प्रयाि ककये िाने चादहये।

एग्रो प्रोिेसिंग/ फूड प्रोिेसिंग यनू न के ववत्तपोषण के सलए बैंकों को एक िकारात्मक और लचीला रवैया
अपनाना होगा। बैंक वैकजल्पक दृजष् कोण के माध्यम िे ववत्त कर िकर्े हैं िैिे िंयुक्ट्र् दे यर्ा िमूह, ककिान
कलब, ककिान उत्पादन िंगठन, स्वयं िहायर्ा िमूह आदद को ऋण प्रदान करना।

2.3.2: कृषि अनि


ु ग
ं ी गनतषवधधयााँ – अन्य

(i) प्रस्तावना: कृवष अर्तव्यवस्र्ा के पााँच र्त्व (i) कृवष लागर् का िमयक प्रबंध (ii) र्कनीकी हस्र्ांर्रण (iii)
आिानी एवं िमयानुिार िंस्र्ागर् ववत्त की उपलब्धर्ा (iv) अनुषंगी कियाकलापों के उपयोग िे फिली िोखखम
को कम करना और (v) कृवष उपि की उन्नर् माकेद ग
ं के िमजन्वर् उपयोग िे ही कृवष का िंर्ुसलर् एवं िमग्र
ववकाि ककया िा िकर्ा है । इन िभी िूत्रों को कायतजन्वर् करनें हे र्ु कृवष िंस्र्ाओं का महत्व पूणत योगदान है ।
इन िंस्र्ाओं में प्रार्समक िहकारी िसमनर्यों, एग्री क्ट्लीननक व एग्री बबिनेि, िक्ष्
ू म ववत्त िंस्र्ान और कृषक
उत्पादक िंगठन आर्ें है ।

कृवष कायतकलापों के ववववधीकरण और नवीनीकरण के िार् िपो त और एक्ट्ि ें शन िववतिेि की भी िरूरर् िाल-
दर-िाल बढ़ रही है । इि ददशा में कृवष स्नार्कों/ डडप्लोमा धारी या कृवष िे िमबजन्धर् अन्य ववषयों के
स्नार्कों (यर्ा उद्याननकी, पशु पालन, पशु धचककत्िा, वाननकी, डेयरी, मुगीपालन, मत्स्यपालन आदद ववषयों के
स्नार्क) द्वारा एग्री जक्ट्लननक और एग्री बबिनेि िेन् र की स्र्ापना महत्वपूणत है । एग्री जक्ट्लननक कृषकों को
फिल पद्धनर्, नवीनर्म र्कनीक, की ों और रोगों िे फिल का बचाव, माके रे ण्र्डि र्र्ा ववववध फिलों के
बािार/बािार मूल्य की िानकारी, िानवरों हे र्ु धचककत्िा-िुववधा आदद उपलब्ध करायेंगे, जिििे फिल/िानवरों
की उत्पादकर्ा बढ़े गी। एग्री बबिनेि िेन् र कृषकों को कृवष इनपट्
ु ि, कृवष उपकरण और अन्य िववतिेि उपलब्ध
करायेंगे।

(ii) उपिब्ध, ननयोजित आधारभत


ू सरं चना और लिंकेि सहायता तथा उनकी कलियााँ: ककिान िंगठन के गठन िे
पयातप्र् ववत्त के िार् िार् ककिानों का क्षमर्ा ननमातण िंभव है और बािारों िे भी िंपकत बेहर्र हो िकर्ा है ।
जिले में अधधकांश लें प्ि ककिानों िे धान अधधप्राजप्र् का कायत कर रहे हैं। धान अधधप्राजप्र् की एक िमीनी
िच्चाई यह भी है कक िब र्क धान अधधप्राजप्र् की अधधिूचना िारी होर्ी है र्ब र्क अधधकर्र ककिान कम

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

कीमर् पर धान बेच कर अगली फिल की र्ैयारी में िु िार्े हैं। यदद पैक्ट्िों को बैंकों िे िमय रहर्े ककिानों
िे धान अधधप्राजप्र् केसलए नकद ऋण (कैश िेडड ) प्राप्र् हो िाए र्ो उनका व्यापार बढ़ाया िा िकर्ा है ।

जज़ले में अनाि, दाले, दलहन, फल, िजब्ियां इत्यादद की उपलब्धर्ा प्रचरु मात्रा में है जििका राज्य की
अर्तव्यवस्र्ा में अच्िा योगदान है । कृवष प्रधान जिला होने के कारण यहााँ पर एधग्रजक्ट्लननक व एधग्रबबिनेि की
इकाइयां लगाने की प्रचुर िंभावनाए है । जज़ले में ककिान अनाि, दाले, दलहन व िब्िी का उत्पादन अच्िा ले
रहे है । फॉरवडत व माके सलंकेि उपलब्ध होने के कारण ककिान उत्पादक िंगठनों के ववकाि को बढ़ावा दे ने के
सलए स्वयं िेवी िंस्र्ाओं / माइिो फ़ाइनेंि िंस्र्ाओं द्वारा प्रोन्न्र् ककए िाने की िंभावना है । फॉरवडत व माके
सलंकेि उपलब्ध होने के कारण ककिान उत्पादक िंगठनों के ववकाि को बढ़ावा दे ने के सलए स्वयं िेवी िंस्र्ाओं
/ माइिो फ़ाइनेंि िंस्र्ाओं द्वारा प्रोन्न्र् ककए िाने की िंभावना है ।

कृवष कारोबार केंद्र, प्रसशक्षक्षर् कृवष पेशेवरों द्वारा स्र्ावपर् कृवष उद्यमों की व्याविानयक इकाई है । ऐिे उद्यम
में कृवष उपकरण ककराए पर लेने और उनके रखरखाव, उद्यसमर्ा ववकाि और आय िि
ृ न के सलए फिल क ाई
के पश्चार् प्रबंधन और बाज़ार सलंकेि िदहर् कृवष और िंबंधधर् क्षेत्रों की िेवाओं और उपकरण की बबिी को
शासमल ककया िा िकर्ा हैं। इि योिना में प्रसशक्षण और आरं सभक िहायर्ा के सलए िजब्िडी के िार् िमपूणत
ववत्तीय िहायर्ा शासमल है । जिले में एग्री जक्ट्लननक और एग्री बबिनेि िेन् र योिना के अंर्गतर् अभी र्क कोई
भी इकाई स्र्ावपर् नहीं की गयी है ।

जिले मे कुल 95 लें प्ि कायतरर् है । प्रत्येक पंचायर् मे अवजस्र्र् लें प्ि अपने िदस्यों िे गेहूं, धान, धचरोंिी,
लाह, इमली आदद की खरीद र्र्ा अपने िदस्यों को बीि, खाद की ववर्ररर् करर्ी है । 53 लें प्ि के पाि भंडारण
की िवु वधा उपलब्ध है र्र्ा कुि लें प्ि मे कृवष यंत्रीकरण बैंक की भी स्र्ापना की गयी है । कायतरर् लें प्ि मे मे
खाद्य प्रिंस्करण इकाई, कृवष यंत्रीकरण बैंक की स्र्ापना इत्यादद कर लें प्ि को बहु-िेवा केंद्र (एमएििी) में
रूपांर्ररर् ककए िाने की आवश्यकर्ा है ।

जिले मे वाखणज्य बैंक, स्माल फ़ाइनेंि बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक एवं राज्य िहकारी बैंक की कुल 49 शाखायें
ववत्तीय िेवाएाँ प्रदान कर रही हैं। ववत्तीय वषत 2020-21, 2019-20 एवं 2018-19 मे इि क्षेत्र मे ऋण प्रवाह
नगण्य रही र्ी। (स्रोर्: अग्रणी जिला प्रबन्धक कायातलय, सिमडेगा)।

(iii) 2022-23 षवत्तीय विष के लिए संभाव्यता का आकिन (भौनतक और षवत्तीय दोनों दृजटि से) : कृवष मे प्रिार िेवा
की महत्ता एवं आवश्यकर्ा को ध्यान में रखर्े हुए वषत 2022-23 मे प्रिार िेवा के सलए भौनर्क और ववत्तीय
िंभाववर् प्रक्षेपण र्ासलका में प्रस्र्ुर् ककया गया है ।

(₹ लाख)
2022-23 के सलए आकलन
ि.िं. गनर्ववधध इकाई
भौनर्क इकाई ववत्तीय व्यय बैंक ऋण #
1 एग्री बबज़नेि िें र नं॰ 1 20.00 17.00
2 पैक्ट्ि / कृषक उत्पादक िंगठन नं॰ 12 120.00 102.00
कुल योग 140.00 119.00
# बैंक ऋण ववत्तीय व्यय का 85% अनुमाननर् हैं। बैंक ऋण माजितन मनी और िजब्िडड (यदद कोई) पर
पररवनर्तर् हो िकर्ा हैं।
नो : गनर्ववधध-वार और ब्लाक-वार भौनर्क और ववत्तीय अनुमान अनुबंध-I में अंककर् है ।

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

(iv) स्थायी प्रभाव बनाने के लिए आवश्यक िहत्वपण


ू ष सहयोग: एधग्रबबिनेि िें र कृवष ववस्र्ार िेवाओं का कायत
करर्े है और इन िलाहों का प्रयोग कर ककिान कृवष उत्पादन प्रणासलयों की व्यवहायर्ात, लाभप्रदर्ा और जस्र्रर्ा
में िुधार ला िकर्े है । बेहर्र िेवा प्रदान कर रहे कुि चयननर् प्रार्समक कृवष ऋण िसमनर्यों को बैंकों द्वारा
कृषकों के उत्पादों के िय हे र्ु ऋण उपलब्ध कराया िा िकर्ा है ।

(v) सुझाए गए कारवाई बबन्द:ु जिले में गदठर् िसमनर्यों का क्षमर्ावधतन और कृवष स्नार्कों केसलए िागरूकर्ा
कायतिम ककए िाने की आवशयकर्ा है । बैंको को कृवष प्रचार प्रिार करने के सलए एधग्रबबिनेि िें र को ववत्त
पोषण करना चादहए।

पैक्स के बहु-सेवा केंद्र (एिएससी) िें रूपान्तरण के लिए षवशेि पुनषवषत्त योिना

प्रार्समक कृवष ऋण िसमनर्यााँ (पैक्ट्ि) आधार-स्र्रीय िहकारी िंस्र्ाएाँ हैं िो मुख्य रूप िे ककिान िदस्यों की
ऋण आवश्यकर्ाओं को परू ा करने का कायत करर्ी हैं। पैक्ट्ि के पन
ु िीवन को ध्यान में रखर्े हुए नाबाडत ने कई
कदम उठाए हैं जिनमें िे एक है 2011 िे शुरू ककया गया पैक्ट्ि को बहु-िेवा केंद्र (एमएििी) में रूपांर्ररर्
करने के कायतिम को मध्यवर्ी िहकारी बैंकों/ राि बैंकों को पुनववतत्त िहायर्ा के माध्यम िे िहयोग दे ने के
िार्-िार् पैक्ट्ि को प्रत्यक्ष ऋण के माध्यम िे उन्हें िहयोग दे ना र्ाकक वे स्वर्ः िंधारणीय बन िकें। पैक्ट्ि के
िदस्यों को समल रहे लाभों और इिके िकारात्मक प्रभाव और इिके िार्-िार् कायतिम के कायातन्वयन में होने
वाली कसमयों का आकलन ककया गया और र्दनि
ु ार पररचालन कायतप्रणाली, ननवेश के कवरे ि और पन
ु ववतत्त की
शर्ों को िंशोधधर् ककया गया है ।
भारर् िरकार द्वारा एपीएमिी अधधननयम, आवश्यक वस्र्ु अधधननयम, ठे का खेर्ी अधधननयम में हाल में हुए
िुधारों और कोववड-19 के कारण उत्पन्न शहरों िे गााँवों की ओर लोगों की वापिी को पैक्ट्ि के एमएििी में
रूपान्र्रण के महत्वपूणत उत्प्रेरक रहे हैं जिनके कारण ग्रामीण युवाओं के सलए कृवष में ननवेश के अविर ननसमतर्
करने की आवश्यकर्ा उत्पन्न हुई है ।
इिके अनर्ररक्ट्र्, भारर् िरकार के आत्मननभतर भारर् की पहल के अंर्गतर् प्रस्र्ाववर् कृवष आधारभूर् िंरचना
ननधध (एआईएफ़) योिना के अंर्गतर् खेर्ी के स्र्ान पर ववकेंद्रीकृर् फिलोपरांर् प्रबंधन आधारभूर् िंरचना की
स्र्ापना के सलए पैक्ट्ि को ब्याि िहायर्ा के सलए पात्र िंस्र्ा के रूप में शासमल ककया गया है , और यह
पररकल्पना की गई है कक पैक्ट्ि ग्रामीण कृवष बाज़ारों (ग्राम) के सलए शलाकाओं (स्पोक्ट्ि) के रूप में कायत करर्े
हुए अब जिन्िों की भौनर्क और ववत्तीय आपनू र्त शंख
ृ ला में महत्वपूणत भसू मका ननभा िकर्े हैं। फ़ािलोपरांर्
आधारभूर् िंरचना में ककए गए ननवेश िे ऐिी आशा की िार्ी है कक ककिान फिलोपरांर् होने वाली क्षनर् को
कम करने में िमर्त हो िकेंगे और अपनी उपि के सलए बेहर्र मूल्य प्राप्र् कर िकेंगे।
उद्दे श्य: र्ीन वषों की अवधध के दौरान चरणबद्ध र्रीके िे 35,000 पैक्ट्ि का एमएििी में रूपान्र्रण और
इिके पररणामस्वरूप ककिानों की आय को दोगुना करने के राष्रीय लक्ष्य को पूरा करने के सलए पैक्ट्ि का
िमर्तकारी िंस्र्ान के रूप में कायत करना। चालू वषत के दौरान 5,000 पैक्ट्ि के रूपान्र्रण का लक्ष्य प्रस्र्ाववर्
है और इिके बाद के वषों अर्ातर् ् ववत्तीय वषत 2022 में 15,000 पैक्ट्ि और ववत्तीय वषत 2023 में 15,000 पैक्ट्ि
के रूपान्र्रण का लक्ष्य रखा गया है । वषत 2020-21 के सलए इि ववशेष व्यवस्र्ा के अंर्गतर् ₹5000.00 करोड़
ननधातररर् ककए गए हैं।
पात्र पैक्स: जिन पैक्ट्ि के उप-ननयमों में आधारभूर् िंरचना के ननमातण के सलए उधार लेने की शजक्ट्र् है वे िभी
इि प्रयोिन हे र्ु पात्र हैं। इि ववशेष पन
ु ववतत्त िहायर्ा के अंर्गतर् पैक्ट्ि के सलए न्यूनर्म माजितन रासश 10%
रखी गई है । र्र्ावप, पैक्ट्ि की मौिूदा ववत्तीय जस्र्नर् को ध्यान में रखर्े हुए और कृवष आधारभूर् िंरचना की
स्र्ापना को शुरू करने के सलए, िहााँ आवश्यक हो, राज्य िहकारीबैंक/ जिला केन्द्रीय िहकारी बैंक माजितन रासश

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

पर 5% की िू दे ने पर ववचार कर िकर्े हैं। डीपीआर र्ैयार करने, एक्ट्िपोिर दौरे , और क्षमर्ा ननमातण आदद
के सलए नाबाडत अनुदान दे ने पर ववचार कर िकर्ा है पर यह कुल ऋण घ क के 10% अर्वा प्रनर् पैक्ट्ि रु.2
लाख िे अधधक नहीं होना चादहए।
पात्र षवत्तीय संस्थान: नाबाडत की पुनववतत्त नीनर् का अनुपालन करने वाले िभी राज्य िहकारी बैंक और जिला
केन्द्रीय िहकारी बैंक इि ववशेष पन
ु ववतत्त योिना के सलए पात्र हैं।
पात्र उद्दे श्य: पुनववतत्त के सलए बल क्षेत्रों में कस् म हायररंग केंद्र, ननववजष् यों की िामूदहक खरीद, कृवष उपि की
खरीद, वैज्ञाननक भंडारागार, पैक हाउिेि, परीक्षण इकाइयााँ, िाँ ाई और ग्रेडडंग इकाइयााँ, कोल्ड चेन, लोजिजस् क्ट्ि
िुववधाएाँ, प्रार्समक प्रिंस्करण केंद्र, ई-माकेद ग
ं प्ले फामत, ववपणन िुववधाओं इत्यादद िदहर् आपूनर्त शंख
ृ ला
िेवाएाँ शासमल हैं िो पुनववतत्त के सलए पात्र हैं।
पन
ु षवषत्त सहायता: पव
ू त मंिरू ी प्रकिया के अंर्गतर् बैंकों को पन
ु ववतत्त िवु वधा प्रदान की िार्ी है जििमें यह अपेक्षा
की िार्ी है कक वे नाबाडत के अनुमोदन हे र्ु पररयोिनाएाँ प्रस्र्ुर् करें । मंिूरी िे पूवत नाबाडत पररयोिनाओं की
र्कनीकी िंभाव्यर्ा, ववत्तीय व्यवहायतर्ा और बैंक-योग्यर्ा के बारे में ननणतय लेने के सलए उनका मूल्यांकन करर्ा
है । पुनववतत्त की ब्याि दर 3% रहे गी. र्र्ावप, पैक्ट्ि िे प्रभाररर् की िाने वाली ब्याि की अंनर्म दर नाबाडत
द्वारा प्रभाररर् की िाने वाली ब्याि दर िे 1% ऊपर िे अधधक नहीं होनी चादहए और पारस्पररक िहमनर् िे
ननधातररर् शर्ों के अनि
ु ार इिे राि बैंक और मध्यवर्ी िहकारी बैंक के बीच शेयर ककया िा िकर्ा है । पुनववतत्त
की चुकौर्ी अवधध 7 वषत र्क होगी।

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

अध्याय – 3
सक्ष्
ू ि, िघु और िध्यि उद्यिों (एिएसएिई) के लिए ऋण संभाव्यता
(i) प्रस्तावना: कृवष, उद्योग और िेवा अर्तव्यवस्र्ा के र्ीन मुख्य क्षेत्र है जिनमे स्वरोिगार की अिीम िंभावनाएं
हैं। िक्ष्
ू म उद्यम, लघु उद्यम और मध्यम उद्यम क्षेत्र भारर्ीय अर्तव्यवस्र्ा का िबिे िीवंर् क्षेत्र है । यह
िमीनी स्र्र पर उद्यसमर्ा को बढ़ावा दे र्ा है और रोिगार िि
ृ न के िामाजिक उद्दे श्य को काफी हद र्क पूरा
करर्ा है । इिका औद्योधगक उत्पादन, ननयातर् और िकल घरे लू उत्पाद में बड़ा योगदान है । एमएिएमई
मंत्रालय, भारर् िरकार के 01 िून 2020 के ननदे शों के अनुिार िूक्ष्म उद्यम, लघु उद्यम और मध्यम उद्यम
को ननवेश और वावषतक नतओवर के आधार पर वगीकृर् ककया गया है ।

उद्यम िंयंत्र और मशीनरी या उपस्कर मे ननवेश वावषतक नतओवर / आवर्तन


िक्ष्
ू म उद्यम ₹1करोड़ र्क ₹5 करोड़ र्क
लघु उद्यम ₹1करोड़ िे अधधक और ₹10करोड़ र्क ₹5करोड़ िे अधधक और ₹50करोड़ र्क
मध्यम उद्यम ₹10करोड़ िे अधधक और ₹50करोड़ र्क ₹50करोड़ िे अधधक और ₹250करोड़ र्क

िूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय ने ददनांक 2 िुलाई 2021 के कायातलय ज्ञापन (ओएम) िं.
5/2(2)/2021-ई/पी एंड िी/पॉसलिी के माध्यम िे प्रार्समकर्ा-प्राप्र् क्षेत्र को उधार िंबंधी िीसमर् उद्दे श्य के
सलए खुदरा और र्ोक व्यापार को एमएिएमई के रूप में शासमल करने र्र्ा उन्हें ननमनसलखखर् एनआईिी कोड
और उिके िार् उल्लेखखर् गनर्ववधधयों के सलए उद्यम रजिस्रे शन पो त ल पर पंिीकृर् होने की अनुमनर् ददये
िाने का ननणतय सलया है ।

45 र्ोक और खद
ु रा व्यापार र्र्ा मो र वाहनों और मो रिाइककलों की मरममर्
46 मो र वाहनों और मो रिाइककलों को िोड़कर र्ोक व्यापार
47 मो र वाहनों और मो रिाइककलों को िोड़कर खुदरा व्यापार

जिले की अर्तव्यवस्र्ा कृवष पर आधाररर् है िो िभी को पूणत रोिगार नहीं दे िकर्ी है । मौिूदा िो े कृषक
और खेनर्हर मिदरू ों को पूणत रोिगार के अविर प्रदान करने की दृजष् िे, एमएिएमई क्षेत्र में कायतबल को
स्र्ानांर्ररर् करना वांिनीय है । जिले में रोिगार के अविरों का िि
ृ न करना, उपलब्ध कच्चे माल का उपयोग
कर औद्योधगक ववकाि और बाज़ार व्यवस्र्ा को बढ़ावा दे ना राज्य दहर् के सलए अत्यंर् आवश्यक है ककन्र्ु
इिके सलए अनुकूल वार्ावरण का होना, बुननयादी िुववधाओं का ववकाि और िकारात्मक र्ंत्र िैिी पूवश
त र्ें का
होना भी आवश्यक है ।

ववगर् 03 वषत मे जिले मे 92 लघु उद्योग स्र्ावपर् हुए, जिििे 746 लोगों को रोिगार प्राप्र् हुआ। स्र्ावपर्
उद्योगों को िेणीवार वववरण नीचे अंककर् है ।

ि. वषत 2018-19 2019-20 2020-21


ि. उद्योग उद्योग रोिगार उद्योग रोिगार उद्योग रोिगार
1 ABFPI 2 13 3 15 5 29
2 FBI 1 8 1 5 1 15
3 HMP & FI 0 0 1 10 1 2
4 MBI 2 50 1 10 5 67
5 PCBI 0 0 1 10 0 0

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

6 REBT 8 70 10 53 6 55
7 STI 7 157 16 76 21 101
Total 20 298 33 179 39 269
Source: PMEGP e-portal
ABFPI- Agro based food processing industry; FBI- Forest based industry, HMP & FI- Handmade
paper & fiber industry; MBI- Mineral based industry; PCBI- Polymer and chemical based industry,
REBT- Rural engineering and biotech industry, STI- Service & textile industry

(ii) उपिब्ध, ननयोजित आधारभूत सरं चना और लिंकेि सहायता तथा उनकी कलियााँ: सिमडेगा जिला औद्योधगक
दृजष् िे अत्यंर् वपिड़ा जिला है जििका कारण औद्योधगक वार्ावरण का न होना और कच्चे माल की
अनुपलब्धर्ा इत्यादद है । जिले की अर्तव्यवस्र्ा कृवष और वनोत्पाद पर आधाररर् है । जिला कृवष िंिाधनों के
िार् िंपन्न है । जििका उपयोग उद्योग के सलए कच्चे माल के रूप में ककया िा िकर्ा है । यहााँ कृवष एवं
खाद्य प्रिंस्करण पर आधाररर् उद्योग, कृवष एवं वन एवं लघु उपि पदार्ों पर आधाररर् कृवष और वनोत्पाद
आधाररर् िो े और कु ीर उद्योगों के ववकाि की िंभावनाएाँ हैं। जिले में मनुफैक्ट्चररंग र्र्ा िेवा क्षेत्र में कृवष,
ववननमातण एवं िेवा क्षेत्र पर आधाररर् गनर्ववधधयों को स्वरोिगार के माध्यम िे बढ़ावा दे कर भी लोगों को
रोिगार के अविर प्रदान ककए िा िकर्े हैं। जिले मे उपलब्ध िंिाधन पर आधाररर् औद्योधगक गनर्ववधधयों
का आकलन नीचे ददया गया है ।

िंिाधन औद्योधगक गनर्ववधधया


कृवष एवं वन एवं लघु उपि चावल समल, आ ा चक्ट्की, र्ेल समल, लाह प्रिंस्करण, इमली प्रिंस्करण,
धचरोंिी प्रिंस्करण आदद
मांग आधाररर् भवन ननमातण िामग्री, कृवष उपकरण, भूिा क र मशीन आदद
कौशल आधाररर् बांि के बनाए उत्पाद, समट् ी के बर्तन, बेकरी आदद

ककिी भी उद्योग धंधे की स्र्ापना और उिको िुचारु रुप िे चलाने के सलए दो प्रकार की पाँि
ू ी कमश: स्र्ायी
पाँि
ू ी (Fixed Capital) र्र्ा कायतशील पाँि
ू ी (Working Capital) की आवश्यकर्ा होर्ी है । स्र्ायी पाँि
ू ी भूसम,
भवन, मशीनरी आदद के सलए होर्ी है , वहीं कायतशील पाँि
ू ी कच्चे माल, मिदरू ी, बबिली, पानी आदद के सलए
आवर्ी ककस्म के व्यय के सलए होर्ी है । कायतशील पाँि
ू ी का ककिी भी उद्योग के िंचालन मे अत्यधधक महत्व है
र्र्ा बैको के द्वारा इि रासश का वैज्ञाननक आधार पर आंकलन कर िमय पर ववत्त पोवषर् ककया िाना चादहए।

जिले मे वाखणज्य बैंक, स्माल फ़ाइनेंि बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक एवं राज्य िहकारी बैंक की कुल 49 शाखायें
ववत्तीय िेवाएाँ प्रदान कर रही हैं। ववत्तीय वषत 2020-21, 2019-20 एवं 2018-19 मे इि क्षेत्र मे ऋण प्रवाह
िमश: ₹4765.39 लाख, ₹5291.07 लाख एवं ₹3478.44 लाख रही र्ी। (स्रोर्: अग्रणी जिला प्रबन्धक
कायातलय, सिमडेगा)।

(iii) 2022-23 षवत्तीय विष के लिए संभाव्यता का आकिन (भौनतक और षवत्तीय दोनों दृजटि से) : केंद्र िरकार एवं
राज्य िरकार की औद्योधगक नीनर्, उपलब्ध िंिाधन, जिले की आवश्यकर्ा और औद्योधगक गनर्ववधधयों के
महत्व को ध्यान में रखर्े हुए वषत 2022-23 के औद्योधगक गनर्ववधधयों के सलए भौनर्क और ववत्तीय िंभाववर्
प्रक्षेपण र्ासलका में प्रस्र्र्
ु ककया गया है ।

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

(₹ लाख)
2022-23 के सलए आकलन
ि.िं. गनर्ववधध इकाई
भौनर्क इकाई ववत्तीय व्यय बैंक ऋण #
1 ववननमातण क्षेत्र - िक्ष्
ू म उद्यम नं॰ 349 3490.00 2966.50
2 िेवा क्षेत्र - िूक्ष्म उद्यम नं॰ 1713 8565.00 7280.25
योग 12055.00 10246.75
कायतशील पंि
ू ी
3 ववननमातण क्षेत्र - िूक्ष्म उद्यम नं॰ 105 420.00 420.00
4 िेवा क्षेत्र - िूक्ष्म उद्यम नं॰ 685 1370.00 1370.00
योग 1790.00 1790.00
कुल योग 13845.00 12036.75
# बैंक ऋण ववत्तीय व्यय का 85% अनुमाननर् हैं। कायतशील पूंिी के सलए बैंक ऋण कुल कारोबार का 20%
अनुमाननर् हैं। बैंक ऋण माजितन मनी और िजब्िडड (यदद कोई) पर पररवनर्तर् हो िकर्ा हैं।
नो : गनर्ववधध-वार और ब्लाक-वार भौनर्क और ववत्तीय अनम
ु ान अनब
ु ंध-I में अंककर् है ।

(iv) स्थायी प्रभाव बनाने के लिए आवश्यक िहत्वपूणष सहयोग: जिले के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में स्र्ावपर् उद्योग
धन्धो को ननबातध रूप िे बबिली की आपनू र्त िनु नजश्चर् की िानी चादहए। जिले में सशल्पकार, बन
ु करों र्र्ा
कास्र्कारों इत्यादद िे िंबधधर् यूनन ो के क्ट्लस् र र्ैयार ककए िाने चादहए। बुनाई और कर्ाई गनर्ववधधयों का
उन्नयन भी आवश्यक है । डडिाइन और रं गाई र्कनीक को भी उन्नर् करने की आवश्यकर्ा है । जिले में एक
जिला आपूनर्त और ववपणन एिेंिी स्र्ावपर् करके कच्चे माल की आपूनर्त और अंनर्म उत्पादों के ववपणन की
व्यवस्र्ा करनी होगी। पैकेजिंग प्रौद्योधगकी को अपग्रेड करने की आवश्यकर्ा है ।

सुझाए गए कारवाई बबन्द:ु जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र द्वारा ग्रामीण उद्यसमर्ा ववकाि/पररचयात्मक
कायतिमों का आयोिन, गनर्ववधधयााँ का प्रचार-प्रिार एवं प्रसशक्षण िारी रखना चदहए। जिले में वावषतक आधार
पर औद्योधगक मेले/ हस्र्सशल्प मेलों/ कारीगरों के मेलों का आयोिन करना चादहए। प्रधानमंत्री रोिगार िि
ृ न
कायतकम और प्रधान मंत्री मद्र
ु ा योिना के बारे में कारीगरों और उद्यसमयों को प्रोत्िादहर् करने का आवश्यकर्ा
है । आरबीआई ददशाननदे शों के अनुिार, एमएिएमई के र्हर् वगीकृर् की िाने वाली पीएमिेडीवाई योिना के
र्हर् खोले गए खार्े में ₹10000 रुपये की ओवरिाफ् िुववधा बैंको द्वारा प्रदान की िानी चादहए। स् ैं ड अप
इंडडया योिना के र्हर् प्रत्येक बैंक शाखा को एक मदहला उदयमी अर्वा अनुिूधचर् िानर्/िनिानर् के एक
िदस्य को ₹10 लाख रुपये िे अधधक का ऋण दे ना चादहए।

केंद्र िरकार के द्वारा िंचासलर् आत्मननभतर असभयान प्रधानमंत्री स्री वें डर आत्मननभतर (पीएम स्वननधध) के
अंर्गतर् जिले मे स्री वें डर को `10000/- प्रनर् वें डर की िूक्ष्म ऋण उपलब्ध करने की आवश्यकर्ा है । इि
योिना के अंर्गतर् जिले के रे हड़ी और प री वालों (िो े िड़क वविेर्ा) को अपना खद
ु का कम नए सिरे िे शुरू
करने के सलए बैंक द्वारा `10000/- र्क का ऋण उपलब्ध कराया िाएगा। योिना की ववस्र्र्
ृ िानकारी
https://www.pmsvanidhi.mohua.gov.in/Home/Schemes पर उपलब्ध है ।

आर-िेर्ी द्वारा प्रदर् प्रसशक्षण कायतिम के अंर्गतर् प्रसशक्षक्षर् यव


ु क/यव
ु नर्यों को बैंकों द्वारा प्रार्समकर्ा के
आधार पर ऋण उपलब्ध कराना चदहए बैंकों को लघु उद्योग एवं अन्य िो ी इकाइयों को पयातप्र् मात्रा में
कायतशील पूंिी स्वीकृर् करनी चदहए।

60
पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

अध्याय – 4
ननयाषत ऋण,
ऋण, लशक्षा और आवास के लिए संभाव्यता
4.1: ननयाषत ऋण

(i) प्रस्तावना: ननयातर् दे श की अर्तव्यवस्र्ा में महत्वपूणत भूसमका ननभार्े हैं। दे श के ननयातर् में वद्
ृ धध बनाए रखने
के सलए व्यापार और ववदे शी मुद्रा भंडार के स्वस्र् िंर्ुलन िदहर् उच्च ववकाि दर होना आवश्यक है । िमग्रर्:,
ननयातर् दे श के औद्योधगक वार्ावरण को प्रभाववर् करर्े हैं। अंर्र-राष्रीय स्र्र पर प्रनर्स्पधात करने के सलए
उत्पादों की गण
ु वत्ता, प्रनर्स्पधी मल्
ू य, अच्िी पैकेजिंग महत्वपूणत है । ननयातर् में उच्च वद्
ृ धध दर बनाए रखना
िरकार और ननयातर् करने वाली िभी एिेंसियों द्वारा राष्रीय प्रार्समकर्ा के रूप में मान्य है । कच्चे माल के
ननयातर् और र्ैयार माल के आयार् पर ननभतरर्ा िे अर्तव्यवस्र्ा पर हाननकारक प्रभाव पड़र्ा है । “मेक इन
इंडडया” का उद्दे श्य आत्मननभतरर्ा और ब्रांड 'इंडडया' स्र्ावपर् करना है ।

(ii) उपिब्ध, ननयोजित आधारभूत सरं चना और लिंकेि सहायता तथा उनकी कलियााँ: जिले में वनों उत्पाद की
पैदावार एवं ववपणन योग्य अधधशेष बहुर् अधधक है । िुववधाओं के अभाव के कारण जिले में उत्पाददर् वनों
उत्पाद यर्ा इमली, धचरोंिी, लाह आदद को प्रोिेसिंग एवं पेकेजिंग कर ववदे शों में ऊंचे दामों पर ननयातर् ककया
िार्ा है । जिले में प्रिंस्करण इकाइयों, ननयातर् हे र्ु आवश्यक आधारभर्
ू िंरचना र्र्ा लोगों में ननयातर् के प्रनर्
िागरूकर्ा का अभाव है । जिला उद्योग केंद्र िे उपलब्ध िानकारी के अनुिार अभी जिले िे कुि भी ननयातर्
नहीं ककया िार्ा है । हालांकक यदद िभी आवश्यक िुववधाएं मुहैया कराई िायें र्ो जिले के द्वारा वनों उत्पाद
यर्ा इमली, धचरोंिी, लाह आदद का ननयातर् ककया िा िकर्ा है ।

जिले मे वाखणज्य बैंक, स्माल फ़ाइनेंि बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक एवं राज्य िहकारी बैंक की कुल 49 शाखायें
ववत्तीय िेवाएाँ प्रदान कर रही हैं। ववत्तीय वषत 2020-21, 2019-20 एवं 2018-19 मे इि क्षेत्र मे ऋण प्रवाह
नगण्य रही र्ी। (स्रोर्: अग्रणी जिला प्रबन्धक कायातलय, सिमडेगा)।

(iii) 2022-23 षवत्तीय विष के लिए संभाव्यता का आकिन (भौनतक और षवत्तीय दोनों दृजटि से) : ननयातर् जिले की
अर्तव्यवस्र्ा सलए एक नया ववषय है और जिले मे उपलब्ध आवश्यक आधाररक िंरचना को ध्यान में रख कर
वषत 2022-23 के सलए कोई आकलन नहीं ककया िा रहा है ।

(iv) स्थायी प्रभाव बनाने के लिए आवश्यक िहत्वपूणष सहयोग: िूक्ष्म, लघु और मझौले इकाइयों को ननयातर् हे र्ु
र्ैयार करने के सलए एमएिएमई/ ननयातर् िंगठनों द्वारा िमुधचर् प्रसशक्षण ददया िाना चादहए। िहााँ र्क िंभव
हो, िमपाजश्वतक प्रनर्भूनर् पर िोर नहीं ददया िाना चादहए।

(v) सुझाए गए कारवाई बबन्द:ु िरकार द्वारा िडक़ ननमातण, भूसम िुधार, कोल्डस् ोरे ि एवं िाइन् ीफीक गोदाम
आदद िुववधाओं के सलए ग्रामीण आधारभूर् ववकाि ननधध के अन्र्गतर् नाबाडत िे ऋण िुववधा का उपयोग
आधारभर्
ू िरचना का ननमातण ककया िा िकर्ा है । जिले में खाद्य प्रिंषकरण उद्योगो को बढ़ावा दे कर स्पेशल
एक्ट्िपो त यनू न स्र्ावपर् ककए िाने चादहए।

4.2: लशक्षा

(i) प्रस्तावना: बैंककं ग क्षेत्र में सशक्षा ऋण िामाजिक और आधर्तक रूप िे काफी प्रािंधगक है। सशक्षा ऋण योिना का
उद्दे श्य योग्य/ मेधावी िात्रों को भारर्/ ववदे शों में उच्च सशक्षा ग्रहण करने के सलए बैंक िे ववत्तीय िहायर्ा
प्रदान करना है । इिमें मुख्य बल इि बार् पर है कक हर मेधावी िात्र को ववत्तीय िहायर्ा उपलब्ध कराई िाए

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

जिििे उिे आगे पढ़ने का अविर समल िके। भारर्ीय ररिवत बैंक के ददशाननदे श के अनि
ु ार उच्च सशक्षा के
सलए भारर् में ₹10.00 लाख और ववदे श में ₹20.00 लाख र्क ददया गया बैंक ऋण प्रार्समक क्षेत्र में आर्े र्े।

(ii) उपिब्ध, ननयोजित आधारभत


ू सरं चना और लिंकेि सहायता तथा उनकी कलियााँ: जिले मे उच्च सशक्षा के सलए
आवश्यक आधाररक िंरचना, पुस्र्कालय, सशक्षा परामशत केंद्र और मागतदशी िंस्र्ाओं का अभाव है । योग्य िात्र
को 10+2 के बाद उच्च सशक्षा के सलए योग्य पाठ्यिमों में ननयामक प्राधधकरण िैिे यू.िी.िी., ए.आई.िी. ी.ई.,
मानव िंिाधन मंत्रालय िे मान्यर्ा प्राप्र् र्कनीकी, प्रबंधन व पेशेवर पाठ्यिमों के सलए सशक्षा ऋण ददया
िार्ा है । र्कनीक और पेशेवर सशक्षा के सलए ऊंची फीि होने के कारण िात्रों, खािकर गरीब िात्रों को सशक्षा
ऋण की िरूरर् होर्ी है ।

जिले मे वाखणज्य बैंक, स्माल फ़ाइनेंि बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक एवं राज्य िहकारी बैंक की कुल 49 शाखायें
ववत्तीय िेवाएाँ प्रदान कर रही हैं। ववत्तीय वषत 2020-21, 2019-20 एवं 2018-19 मे इि क्षेत्र मे ऋण प्रवाह
िमश: ₹29.88 लाख, ₹62.78 लाख एवं ₹185.05 लाख रही र्ी। (स्रोर्: अग्रणी जिला प्रबन्धक कायातलय,
सिमडेगा)।

(iii) 2022-23 षवत्तीय विष के लिए संभाव्यता का आकिन (भौनतक और षवत्तीय दोनों दृजटि से) : सशक्षा की महत्ता को
ध्यान में रखर्े हुए वषत 2022-23 के सशक्षा के सलए भौनर्क और ववत्तीय िंभाववर् प्रक्षेपण र्ासलका में प्रस्र्ुर्
ककया गया है ।

(₹ लाख)
2022-23 के सलए आकलन
ि.िं. गनर्ववधध इकाई
भौनर्क इकाई ववत्तीय व्यय बैंक ऋण #
1 सशक्षा ऋण नं॰ 43 430.00 365.50
कुल योग 430.00 365.50
# बैंक ऋण ववत्तीय व्यय का 85% अनुमाननर् हैं। बैंक ऋण माजितन मनी और िजब्िडड (यदद
कोई) पर पररवनर्तर् हो िकर्ा हैं।
नो : गनर्ववधध-वार और ब्लाक-वार भौनर्क और ववत्तीय अनुमान अनुबंध-I में अंककर् है ।

(iv) स्थायी प्रभाव बनाने के लिए आवश्यक िहत्वपूणष सहयोग: जिले में व्यविानयक उच्च सशक्षण िंस्र्ान की कमी
है । रोिगारोन्मुखी ववषयों की र्रफ िात्रों को प्रेररर् करना चादहए। िार् ही राज्य िरकार को जिले में िंबजन्धर्
उद्योग स्र्ावपर् करना चादहए जिििे िात्रों को जिले में ही रोिगार समल िके।

(v) सझ
ु ाए गए कारवाई बबन्द:ु जिला में बैंको द्वारा मेधावी िात्रों को सशक्षा ऋण उपलब्ध करना चादहए र्ाकक
मेधावी िात्र उच्च स्र्रीय र्कनीकी सशक्षा ले िकें। स्र्ानीय सशक्षण िंस्र्ानों िैिे आई ीआई, सशक्षक प्रसशक्षण
िंस्र्ानों में भी िात्र इि ऋण का उपयोग कर िकर्े हैं। शैक्षक्षक ऋण के प्रनर् िागरूकर्ा बढ़ाने की िरूरर् है ।

4.3: आवास

(i) प्रस्तावना: पररवारों की आधर्तक जस्र्नर् में िुधार और उनकी आकांक्षाओं के बढ़ने के िार्-िार् आवािों की
आवश्यकर्ा भी बढ़ रही है । कल्याणकारी राज्य (वेलफ़ेयर स् े ) में िरकार का यह दानयत्व होर्ा है कक उिके
िो नागररक स्वयं अपने सलए आवाि की व्यवस्र्ा नहीं कर िकर्े उनके सलए िरकार आवाि उपलब्ध कराए।
िावतिननक आवािन में ननवेश िे िन कल्याण र्ो होर्ा ही है , यह स्र्ानीय स्र्र पर आधर्तक ववकाि के सलए
उत्प्रेरक का काम भी करर्ा है । राष्रीय प्रनर्दशत िवेक्षण िंगठन (एनएिएिओ) के अनि
ु ार, 2010–11 में

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

ग्रामीण इलाकों में नए ननमातण का लगभग 66% ववत्तीयन ग्रामीण पररवारों द्वारा अपने िंिाधनों िे ही ककया
िार्ा र्ा, 27% ननमातणों के सलए महािनों, पररवार के िदस्यों या समत्रों िैिे गैर-िंस्र्ागर् स्रोर्ों िे कुि ववत्तीय
िहायर्ा ली िार्ी र्ी और केवल 9% ननमातण के सलए िरकारी योिनाओं, बैंकों आदद िंस्र्ागर् स्रोर्ों िे ववत्तीय
िहायर्ा ली िार्ी र्ी।

(ii) उपिब्ध, ननयोजित आधारभूत सरं चना और लिंकेि सहायता तथा उनकी कलियााँ: ग्रामीण ववकाि मंत्रालय द्वारा
ग्रामीण आवािन के सलए र्ैयार वविन डाक्ट्यूमें के अनुिार: “िभी के सलए पयातप्र् और ककफ़ायर्ी आवाि
िुननजश्चर् करना, िरकारी िहायर्ा के माध्यम िे ग्रामीण इलाकों में द काऊ और िमावेशी आवाि उपलब्ध
कराना, पंचायर्ी राि व्यवस्र्ा के अधीन िमद
ु ायों की िहभाधगर्ा, स्वयं िहायर्ा र्र्ा िावतिननक-ननिी
भागीदारी को प्रोत्िादहर् करना”। पररवारों की आधर्तक जस्र्नर् में िुधार और उनकी आकांक्षाओं के बढ़ने के िार्-
िार् आवािों की आवश्यकर्ा भी बढ़ रही है । जिले में घर बनाने िंबंधी आधारभूर् िुववधाएं िैिे ईं , बालू,
िीमें , िड़, बबिली के िमान, पलबबंग इत्यादद उपलब्ध है । आवािन क्षेत्र की प्रमुख िमस्याएाँ हैं - भूसम र्र्ा
ननमातण की लागर् में वद् ृ धध, िूक्ष्म ववत्त उपायों का अभाव और मौिूदा उपायों की िीसमर् पहुाँच, आवाि िाइ
की खरीद हे र्ु दी िाने वाली ववत्तीय िहायर्ा की अपयातप्र्र्ा।

जिले मे वाखणज्य बैंक, स्माल फ़ाइनेंि बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक एवं राज्य िहकारी बैंक की कुल 49 शाखायें
ववत्तीय िेवाएाँ प्रदान कर रही हैं। ववत्तीय वषत 2020-21, 2019-20 एवं 2018-19 मे इि क्षेत्र मे ऋण प्रवाह
िमश: ₹166.23 लाख, ₹183.75 लाख एवं ₹352.40 लाख रही र्ी। (स्रोर्: अग्रणी जिला प्रबन्धक कायातलय,
सिमडेगा)।

(iii) 2022-23 षवत्तीय विष के लिए संभाव्यता का आकिन (भौनतक और षवत्तीय दोनों दृजटि से) : आवाि की महत्ता
एवं जिले की आवश्यकर्ा को ध्यान में रखर्े हुए वषत 2022-23 के आवाि के सलए भौनर्क और ववत्तीय
िंभाववर् प्रक्षेपण र्ासलका में प्रस्र्ुर् ककया गया है ।

(₹ लाख)
2022-23 के सलए आकलन
ि.िं. गनर्ववधध इकाई
भौनर्क इकाई ववत्तीय व्यय बैंक ऋण #
1 आवाि ऋण नं॰ 123 2460.00 2091.00
कुल योग 2460.00 2091.00
# बैंक ऋण ववत्तीय व्यय का 85% अनुमाननर् हैं। बैंक ऋण माजितन मनी और िजब्िडड (यदद
कोई) पर पररवनर्तर् हो िकर्ा हैं।
नो : गनर्ववधध-वार और ब्लाक-वार भौनर्क और ववत्तीय अनम
ु ान अनब
ु ंध-I में अंककर् है ।

(iv) स्थायी प्रभाव बनाने के लिए आवश्यक िहत्वपूणष सहयोग: कृषक पररवारों के सलये कृवष भूसम पर आवाि बनाने
हे र्ु ऋण लेने में कदठनाई एवं भू उपयोग पररवनर्तर् कराने (कृवष भसू म को अकृवष कराने) में की िाने वाली लंबी
कायतवाही िैिी िमस्याओं की ओर ध्यान दे ने की आवश्यकर्ा है जिििे कृषक पररवारों को भी आिानी िे कृवष
ऋण उपलब्ध हो िके।

(v) सझ
ु ाए गए कारवाई बबन्द:ु भसू म स्वासमत्व की स्पष् र्ा ग्रामीण क्षेत्रों में एक िद ल िमस्या है । िंपवत्त का
बं वारा अक्ट्िर ग्रामीण क्षेत्रों में पूणत रूप िे स्र्ावपर् नहीं समलर्ा है I इि िमस्या हे र्ु राज्य िरकार द्वारा
िंपवत्त के बाँ वारे के पंिीकरण को बढ़ावा दे ने के सलए प्रचार-प्रिार करने की आवश्यर्ा है ।

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

अध्याय – 5
आधारभत
ू सरं चना के लिए ऋण संभाव्यता
आधारभूर् िरं चना एक व्यापक अवधध का ननवेश है िो प्रत्यक्ष आधर्तक गनर्ववधधयों और आय िि
ृ न के सलए
आधार बनार्ा है । एक अर्तव्यवस्र्ा के बनु नयादी ढांचे को अक्ट्िर आधर्तक और िामाजिक में वगीकृर् ककया िार्ा
है । आधर्तक अविंरचना में (a) ऊिात अर्ातर् कोयला, बबिली, पेरोसलयम आदद, (ख) पररवहन िेवाएं अर्ातर् रे लवे,
िड़क, सशवपंग, नागररक उर्डडयन आदद और (ग) िंचार शासमल हैं। िामाजिक अविंरचना में िल आपूनर्त,
स्वच्िर्ा और आवाि िैिी सशक्षा, स्वास््य और नागररक िुववधाएं शासमल हैं। आधर्तक अविंरचना िीधे
उत्पादन और ववर्रण की प्रकिया का िमर्तन करर्ी है िबकक िामाजिक अविंरचना परोक्ष रूप िे आधर्तक
प्रणाली का िमर्तन करर्ी है ।

िंरचना िुववधाएं उद्यमों के ववकाि के अनर्ररक्ट्र् ववकाि अर्तव्यवस्र्ा को बनाए रखने में मदद करर्ी हैं।
ग्रामीण बनु नयादी ढांचे में ननवेश िे नए आधर्तक अविर और गनर्ववधधयााँ बनर्ी हैं , अनर्ररक्ट्र् रोिगार और आय
उत्पन्न होर्ी है , अन्य ग्रामीण िेवाओं के ववर्रण में िवु वधा और िध
ु ार होर्ा है और ग्रामीण गरीबों के बीच
लोकर्ांबत्रक प्रकियाओं और कौशलों को बढ़ार्ा है । एक िंघीय रािनीनर् में ग्रामीण बुननयादी ढांचे राज्य िरकार
की धचंर्ा का ववषय है । कृवष और ग्रामीण क्षेत्र में िावतिननक ननवेशों की अपयातप्र्र्ा के कारण इि प्रकार कई
ग्रामीण पररयोिनाएाँ अधूरी पड़ी हैं, िो ननवेश को ववनाशकारी बना रही हैं।

ग्रामीण क्षेत्रों में आधारभूर् िरं चना के ववकाि पर ही कृवष का ववकाि, कृवष आधाररर् उद्योगों का ववकाि र्र्ा
उि क्षेत्र का िमपूणत आधर्तक ववकाि ननभतर है । यह िंरचनाएं ही मूलभूर् िुववधाएं प्रदान करर्ी है जिििे कक
िीवन स्र्र में िुधार लाया िा िकर्ा है । मूलभूर् िुववधा का आशय उन आधारभूर् िंरचना की उपलब्धर्ा िे
है िैिे िड़क, पेयिल, स्वास््य, सशक्षा, ऊिात एवं आवाि आदद जिििे उि क्षेत्र में आधर्तक गनर्ववधधयों को
गनर् समल िके। ग्रामीण अर्त व्यवस्र्ा में उत्पादन के महत्वपूणत कारकों िैिे भूसम, पूंिी और िम आदद की
उत्पादकर्ा बढाने के सलए अच्िी बुननयादी िुववधाओं को होना आवश्यक है ।

5.1: आधारभत
ू सरं चनाएं – सािाजिक ननवेश
(i) प्रस्तावना: आधारभूर् िरं चनाएं– िामाजिक ननवेश क्षेत्र अंर्गतर् वे िभी ननवेश शासमल है , िो भले ही ऊपरी र्ौर
पर िीधे-िीधे उत्पादक न लगें , पर कृवष और उद्योग िैिी प्रत्यक्ष उत्पादक गनर्ववधधयों के ववकाि के सलए ये
अत्यन्र् आवश्यक होर्े है । आधारभूर् िंरचना में आधर्तक बुननयादी ढांचा और िामाजिक बुननयादी ढांचा दोनो
शासमल है । िावतिननक िुववधाओं (बबिली, दरू िंचार, पेयिल, िाफ-िफाई, भंडारण और गोदाम), लोक ननमातण
(िड़क व पल
ु , सिंचाई और िल ननकािी के सलए बांध, नहर और िलाशय) र्र्ा अन्य पररवहन िवु वधाओं
(िड़क मागत, रे लवे, बंदरगाह, एयरपो त ) में ककए गए ननवेश को िामान्यर्ा आधर्तक बुननयादी ढांचे की िंज्ञा दी
िार्ी है । भारर् के भूर्पूवत राष्रपनर् स्वगीय डा.ए.पी.िे. अब्दल
ु कलाम ने िंिदीय असभभाषण में भारर् को
ववकसिर् राष्र बनाने की कल्पना की र्र्ा इिका नाम भारर् ननमातण रखा। इिको मुख्य रुप िे 6 भागो यर्ा
सिंचाई, िर्डक, ग्रामीण ववद्युर्ीकरण, भवन, दरू िंचार िघनर्ा, पीने के पानी का ववर्रण मे ववभाजिर् ककया है ।

(ii) उपिब्ध, ननयोजित आधारभूत सरं चना और लिंकेि सहायता तथा उनकी कलियााँ: सिमडेगा जिला कृवष आधाररर्
अर्तव्यवस्र्ा, िम का मौिमी प्रवाि, गरीबी की उच्च दर, औद्योधगक आधार की कमी और बढ़र्ी बेरोिगारी के
स्र्र िैिी िमस्याओं िे िझ
ू रहा है । अर्ः िरकार को प्रार्समकर्ा स्र्र पर ऐिे कदम उठाने चादहए जिििे
रोिगार िि
ृ न हो, कृवष का व्यविायीकरण हो, कृवष उत्पादकर्ा में वद्
ृ धध हो, आय, स्वास््य, सशक्षा और िंचार
िुववधा में िुधार हो। जिले के कृवष और अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी और ननवेश के माहौल की कमी का िबिे

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

महत्वपूणत कारण इिका खराब बनु नयादी आधर्तक और िामाजिक बनु नयादी ढांचा है । ववसभन्न क्षेत्रों में आधारभर्

िंरचना की आवश्यकर्ाओं को नीचे दशातया गया है ।

ि.ि. क्षेत्र आवश्यक आधारभर्


ू िंरचना
1 कृवष – फिल उत्पादन,  प्रखण्ड स्र्र पर मद
ृ ा परीक्षण प्रयोगशाला ननमातण की आवश्यकर्ा है ।
रखरखाव और ववपणन,  जिले स्र्र पर कृवष उत्पादों को िुरक्षक्षर् रखने के सलए शीर्गह
ृ एवं
बागान और बागवानी गोदाम के ननमातण की आवश्यकर्ा है ।
 जिले स्र्र पर कृवष उत्पादों की खरीद- बबिी हे र्ु जिले में व्यवजस्र्र्
बाज़ार स्र्ावपर् करने की िरूरर् है ।
 प्रखण्ड स्र्र पर फलों के प्रिंस्करण इकाई, मूल्यवधतन इकाई, पैकेजिंग
िें र लगाने की आवश्यकर्ा है ।
 प्रखण्ड स्र्र पर लाह, धचरींिी, इमली के प्रिंस्करण इकाई, मूल्यवधतन
इकाई, पैकेजिंग िें र लगाने की आवश्यकर्ा है ।
 प्रखण्ड स्र्र पर वाखणजज्यक नितरी स्र्ावपर् करने की आवश्यकर्ा है ।
2 िल िंिाधन/ सिंचाई  िलिािन के द्वारा समट् ी और िल के िंचयन करने की आवश्यकर्ा है ।
 ग्राम स्र्र पर मौिूद िर्ही िल को सलफ् सिंचाई के माध्यम िे उपयोग
में लाया िा िकर्ा है । ऐिे िगहों को धचजह्नर् कर सिंचाई के सलए िोलर
पमपिे लगाने की िरूरर् है ।
3 मत्स्यपालन  जिले मे मत्स्यपालन को बढ़ावा दे ने के सलए पुराने र्ालाबों का
िीणोद्धार,नए र्ालाबों का ननमातण और मत्स्यपालन प्रसशक्षण केंद्र
स्र्ावपर् करने की आवश्यकर्ा है ।
 जिले स्र्र पर मत्स्य बबिी केंद्र स्र्ावपर् करने की आवश्यकर्ा है ।
4 पशुपालन – डेयरी  प्रखण्ड स्र्र पर पशु धचककत्िा अस्पर्ाल, रोग ननदान प्रयोगशाला, प्रिनन
फामत, र्रल नाइरोिन (LN2) िंयंत्र, लाइव स् ॉक ज्ञान केंद्र, फूड बैंक,
फीडडंग प्लां , वैक्ट्िीन उत्पादन इकाई, दध
ू प्रिंस्करण और द्रर्
ु शीर्न
इकाई स्र्ावपर् करने की आवश्यकर्ा है ।
5 पशुपालन – मुगीपालन,  प्रखण्ड स्र्र पर पशु धचककत्िा अस्पर्ाल, िुअर प्रिनन/ ववकाि फामत,
बकरीपालन,शूकरपालन फ़ीड समिण केंद्र, है चरी और स्वास््य केंद्र, वध घर, लाइव मंडी स्र्ावपर्
करने की आवश्यकर्ा है ।
6 िक्ष्
ू म, लघु और  जिले मे बबिली की 24 घं े आपनू र्त और बबिली की गण
ु वत्ता िनु नजश्चर्
मध्यम उद्यमों क्षेत्र करने की आवश्यकर्ा है ।
(एमएिएमई)  जिला मे बांि िे बने उत्पाद, दग्ु ध उत्पाद, हस्र्करघा एवं पावरलूम,
अगरबत्ती, िु िे बने उत्पाद क्ट्लस् र के ववकाि की आवश्यकर्ा है ।

(iii) नाबाडष द्वारा ग्रािीण आधारभूत संरचना के षवकास के लिए राज्य सरकार को षवत्तीय सहायता: भारर् िरकार ने
वषत 1995-96 के दौरान आधारभर्
ू िंरचना के अविंरचना अंर्राल की िमस्या को हल करने के सलए नाबाडत में
`2000 करोड़ के कोष के िार् “ग्रामीण आधारभूर् िंरचना ववकाि ननधध” कोष की स्र्ापना की र्ी। ग्रामीण
िमद्
ृ धध को प्राप्र् करने के सलए नाबाडत के प्रयाि के एक दहस्िे के रूप में , ग्रामीण बुननयादी ढांचे के िंवद्तधन
में वद्
ृ धध, कृवष उत्पादन और उत्पादकर्ा को बढ़ाने में इि पहल ने महत्वपूणत योगदान ददया है । आि 36

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

ननवेश कायतकलापों के सलये उपलब्ध ग्रामीण आधारभर्


ू ववकाि ननधध दे श में ग्रामीण बनु नयादी ढांचे के ननमातण
के सलए िबिे बड़े कायतिम के रूप में उभरा है और राज्य िरकार ने इिका व्यापक उपयोग ककया है ।

ग्रामीण आधारभर्
ू ववकाि ननधध के अनर्ररक्ट्र् नाबाडत द्वारा ₹25.00 करोड़ के प्रारजमभक अंशदान िे एक ननधध
नाबाडत आधारभूर् ववकाि ननधध (नीडा) िजृ िर् की गई है । इि ननधध िे प्राप्र् ऋण दीघातवधध (7 िे 15 वषत) के
सलए होगा और ब्याि दर का ननधातरण व्यविाय की व्यवहायतर्ा िुननजश्चर् करर्े हुए उधार लेने वाले के िोखखम
प्रोफाइल के आधार पर ककया िाएगा। ऋणों के सलए िमधु चर् प्रनर्भूनर् और िंपाजश्वतक प्रनर्भूनर् ली िाएगी।
ननवेशों की दीघतकालीन जस्र्रर्ा को बनाए रखने के सलए नाबाडत द्वारा िमुधचर् ववत्त+ िेवाएं िैिे की अनुप्रवर्तन,
गण
ु वत्ता िनु नजश्चर् करना, कायतिम प्रबंधन, क्षमर्ा ननमातण आदद की व्यवस्र्ा की िायेगी।

31 माचत 2021 र्क नाबाडत ने ग्रामीण आधारभूर् ववकाि ननधध के अंर्गतर् जिले में कृवष िे िुड़ी ग्रामीण
बुननयादी ढांचा पररयोिनाएाँ और ग्रामीण ववकाि क्षेत्र यानी लघु सिंचाई, मध्यम सिंचाई, िड़क, पुल, बाढ़ िुरक्षा,
गोदाम इत्यादद की पररयोिनाएाँ स्वीकृर् ककए गए हैं, जििमे कुल ननवेश `54463.85 लाख और िंववर्रण रासश
`43865.58 लाख हैं।

(` लाख)
कायतकलाप पररयोिना की िंख्या पररयोिना लागर् ऋण िंववर्रण
िलिािन 3 3331.69 2957.97 918.34
स्कूल 92 409.40 347.99 219.38
ग्रामीण िड़क 39 28745.76 22944.71 20161.79
ग्रामीण पुल 56 16536.48 11962.82 7866.81
लघु सिंचाई 4 5634.79 2333.21 2026.77
वन पररयोिना 15 1402.91 920.56 879.32
पेयिल 4 12955.62 9539.48 8535.60
चेक डेम 1 3639.05 3457.10 3257.57
योग 214 72655.70 54463.85 43865.58
स्रोर्: नाबाडत झारखंड क्षेत्रीय कायातलय, रांची

5.2: सािाजिक आधारभत


ू सरं चनाएं जिसिें बैंक ऋण शालिि है

(i) प्रस्तावना: िामाजिक आधारभर्


ू िंरचनाओं के ननमातण की जज़ममेदारी मूलर्ः राज्य िरकार की होर्ी है । स्वच्ि
पेयिल की उपलब्धर्ा, स्वच्िर्ा की िुववधाएं, स्कूल र्र्ा स्वास््य िुववधाएं कुि ऐिी बुननयादी िरूरर्ें हैं िो
एक गुणवत्तापूणत िीवन के सलए बहुर् ही आवश्यक है । दे श के िमपूणत ववकाि के सलए दे श के प्रत्येक व्यजक्ट्र्
को ये िवु वधाएं समलनी िरूरी है । राज्य िरकार द्वारा आम िनर्ा के आवागमन के सलए िड़क, पल ु , बनु नयादी
सशक्षा के सलए स्कूल, उच्च सशक्षा के सलए महाववद्यालय, स्वास््य िेवाओं के सलए अस्पर्ाल, शुद्ध पेयिल
उपलब्ध कराने के सलए आधारभूर् िंरचनाओं का ववकाि, कृवष के ववकाि के सलए सिंचाई िुववधाओं िैिे नहर,
र्ालाब, कुआाँ इत्यादद का ननमातण कराया िार्ा है ।

(ii) उपिब्ध, ननयोजित आधारभूत सरं चना और लिंकेि सहायता तथा उनकी कलियााँ: जिले का कुल क्षेत्रफल 3774
वगत ककलोमी र है , िो 451 रािस्व गावों िदहर् 94 पंचायर्ों एवं 10 प्रखंडों मे ववभक्ट्र् है । जिले के िभी 10
प्रखण्ड जिला मुख्यालय िे िड़क मागत िे िुड़े हुए है र्र्ा 399 गााँव मे िड़क ननसमतर् है । जिले के िभी 451
रािस्व गावों मे बबिली इवान प्रार्समक सशक्षा केंद्र की उपलब्धर्ा है । जिला मुख्यालय में िरकारी व ननिी

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

ववद्यालय हैं लेककन अन्य प्रखंडों में अच्िे ननिी ववद्यालयों एवं महाववद्यालयों की काफी कमी है । इिी र्रह
जिले में बड़ी िंख्या में अस्पर्ाल एवं नसििंग होम कायत कर रहे हैं लेककन िीमावर्ी प्रखंडों में स्वास््य िुववधाओं
की भारी कमी है ।

जिले मे वाखणज्य बैंक, स्माल फ़ाइनेंि बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक एवं राज्य िहकारी बैंक की कुल 49 शाखायें
ववत्तीय िेवाएाँ प्रदान कर रही हैं। ववत्तीय वषत 2020-21, 2019-20 एवं 2018-19 मे इि क्षेत्र मे ऋण प्रवाह
नगण्य रही र्ी। (स्रोर्: अग्रणी जिला प्रबन्धक कायातलय, सिमडेगा)।

(iii) 2022-23 षवत्तीय विष के लिए संभाव्यता का आकिन (भौनतक और षवत्तीय दोनों दृजटि से) : सशक्षा और स्वास््य
की महत्ता एवं जिले की आवश्यकर्ा को ध्यान में रखर्े हुए वषत 2022-23 के सशक्षा और स्वास््य के सलए
भौनर्क और ववत्तीय िंभाववर् प्रक्षेपण र्ासलका में प्रस्र्ुर् ककया गया है ।

(₹ लाख)
2022-23 के सलए आकलन
ि.िं. गनर्ववधध इकाई
भौनर्क इकाई ववत्तीय व्यय बैंक ऋण #
1 सशक्षा केंद्र नं॰ 25 250.00 212.50
2 स्वास््य केंद्र नं॰ 17 170.00 144.50
कुल योग 420.00 357.00
# बैंक ऋण ववत्तीय व्यय का 85% अनुमाननर् हैं। बैंक ऋण माजितन मनी और िजब्िडड (यदद कोई) पर
पररवनर्तर् हो िकर्ा हैं।
नो : गनर्ववधध-वार और ब्लाक-वार भौनर्क और ववत्तीय अनुमान अनुबंध-I में अंककर् है ।

(iv) स्थायी प्रभाव बनाने के लिए आवश्यक िहत्वपूणष सहयोग: सशक्षक्षर् और स्वस्र् िमाि के ननमातण के सलए िन
भाधगर्ा आवश्यक है । स्वास््य िे िंबजन्धर् योिनाओं में मदहलाओं की भागीदारी िुननजश्चर् की िानी चादहए।
ग्राम स्र्र पर सशक्षा र्र्ा स्वच्िर्ा िसमनर्यों का गठन ककया िाना चादहए र्र्ा िमय-िमय पर इन
िसमनर्यों का क्षमर्ा वधतन ककए िाने की आवश्यकर्ा है ।

(v) सुझाए गए कारवाई बबन्द:ु पीने के पानी और िाफ-िफाई, िलापूनर्त योिनाओं में लाभाधर्तयों की, ववशेष रूप िे
मदहलाओं की भागीदारी िनु नजश्चर् की िा िकर्ी है । ग्रामिल एवं स्वच्िर्ा िसमनर्यों का गठन ककया िा
िकर्ा है और उनकी क्षमर्ा ननमातण एवं िंवधतन ककया िा िकर्ा है ।

उक्ट्र्गनर्ववधधयों के ववत्तपोषण के सलए बैंकित को प्रार्समकर्ा के आधार पर दानयत्वों को पूरा करने की


आवश्यकर्ा है ।

5.3: नवीकरणीय ऊिाष

(i) प्रस्तावना: ऊिात के परं परागर् स्रोर्ों के िीसमर् होने िे भववष्य में ऊिात की अपेक्षक्षर् कमी के कारण नवीकरणीय
स्रोर्ों का महत्व बहुर् अधधक हो गया है । िौर ऊिात, पवन ऊिात, िल ऊिात, बायोगैि, बायोफ्यल
ू इत्यादद कुि
ऐिे स्रोर् हैं िो नवीकरणीय हैं। बायोगैि एक ऐिा दक्ष स्रोर् है जििके लाभकारी ढं ग िे दोहन के द्वारा
ग्रामीण क्षेत्रों में घरे लू इंधन की आवश्यकर्ाओं की पूनर्त के िार् िार् फिलों के सलये लाभकारी उवतरक का
उत्पादन भी ककया िा िकर्ा है । िौर ऊिात एक ऐिा ववकल्प है जििका दोहन प्रकाश और वस्र्ुओं को
गरम करने के सलये ककया िा िकर्ा है । िौर ऊिात का इस्र्ेमाल खाना पकाने (िोलर कुकर), पानी गरम
करने (िोलर वा र ही र), घरे लू प्रकाश व्यवस्र्ा, गसलयों की प्रकाश व्यवस्र्ा, पमप चलाने, फेंसिंग इत्यादद

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

में ककया िा िकर्ा है और इि िमबन्ध में र्कनीक भी उपलब्ध है परं र्ु इन उपकरणों की प्रारजमभक पंि
ू ी
लागर् अधधक होने के कारण इनका प्रचालन बहुर् कम हुआ है ।

सिमडेगा जिले के सलए िौर ऊिात का उपयोग अत्यंर् ही महत्व रखर्ा है । दे श मे नवीकरणीय ऊिात के क्षेत्र मे
आंकसलर् िंभाव्यर्ा का 68% िौर ऊिात, 28% पवन ऊिात और 4% िल ऊिात, बायो माि, अवसशस् िे ऊिात
िे आंकसलर् है । झारखंड राज्य मे नवीकरणीय ऊिात के क्षेत्र मे िंभाव्यर्ा इि प्रकार है -

नवीकरणीय ऊिात स्रोर् भारर् (MW) झारखंड (MW)


पवन ऊिात @ 100m 302251 -
लघु पनबबिली 21134 228
िैव-द्रव्यमान (बायो माि) शजक्ट्र् 17536 90
िैव गैि (कोल उत्पादन) 5000 -
अपसशष् िे ऊिात 2554 10
िौर ऊिात 748990 18180
योग 1097465 18508
स्रोर्: Energy Statistics 2020

(ii) उपिब्ध, ननयोजित आधारभूत सरं चना और लिंकेि सहायता तथा उनकी कलियााँ: ग्रामीण क्षेत्रों में ववद्युर्
आपूनर्त की जस्र्नर् को ध्यान में रखर्े हुए िौर ऊिात िे चलने वाली उपकरणों की बहुर् िरूरर् है । इन
आवश्यकर्ाओ को ध्यान मे रखर्े हुए नवीन और नवीकरणीय ऊिात मंत्रालय, भारर् िरकार द्वारा िोलर लाई ,
िोलर पंवपंग सिस् म इत्यादद की स्र्ापना के सलए ववसभन्न योिनाए चलायी िा रही है । ददन-प्रनर्ददन बबिली
र्र्ा डीिल िे चसलर् पमप-िे का पररचालन लागर् मे बढ़ोर्री को दे खर्े हुए यह योिना बहुर् उपयोगी है ।
बायोगैि व िोलर िंयंत्रो का रखरखाव व मरममर् का उधचर् प्रबन्ध र्र्ा इि िमबन्ध मे प्रसशक्षण दे ने की
आवश्यकर्ा है । िामुदानयक स्र्र पर वायोगैि, िौलर स्री लाई , िौलर पमप, पेयिल लगाने की आवश्यकर्ा
है । जिला के अधधकांश दहस्िों, खािकर ग्रामीण क्षेत्रों मे बबिली की अनप
ु लब्धर्ा के कारण िवाहर लाल नेहरू
राष्रीय िौर उिात समशन के र्हर् िौर ऊिात उपकरणों की मांग बढ़ रही है ।

जिले मे वाखणज्य बैंक, स्माल फ़ाइनेंि बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक एवं राज्य िहकारी बैंक की कुल 49 शाखायें
ववत्तीय िेवाएाँ प्रदान कर रही हैं। ववत्तीय वषत 2020-21, 2019-20 एवं 2018-19 मे इि क्षेत्र मे ऋण प्रवाह
`0.45 लाख, `0.00 लाख और `0.00 लाख रही र्ी। (स्रोर्: अग्रणी जिला प्रबन्धक कायातलय, सिमडेगा)।

(iii) 2022-23 षवत्तीय विष के लिए संभाव्यता का आकिन (भौनतक और षवत्तीय दोनों दृजटि से) : नवीकरणीय ऊिात
की महत्ता एवं आवश्यकर्ा को ध्यान में रखर्े हुए वषत 2022-23 के नवीकरणीय ऊिात के सलए भौनर्क और
ववत्तीय िंभाववर् प्रक्षेपण र्ासलका में प्रस्र्ुर् ककया गया है ।

(₹ लाख)
2022-23 के सलए आकलन
ि.िं. गनर्ववधध इकाई
भौनर्क इकाई ववत्तीय व्यय बैंक ऋण #
1 बायो गैि नं॰ 11 14.41 12.22
2 िोलर पमप नं॰ 112 574.56 488.37
कुल योग 588.97 500.59

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

# बैंक ऋण ववत्तीय व्यय का 85% अनम


ु ाननर् हैं। बैंक ऋण माजितन मनी और िजब्िडड (यदद कोई) पर
पररवनर्तर् हो िकर्ा हैं।
नो : गनर्ववधध-वार और ब्लाक-वार भौनर्क और ववत्तीय अनुमान अनुबंध-I में अंककर् है ।

(iv) स्थायी प्रभाव बनाने के लिए आवश्यक िहत्वपूणष सहयोग: ववगर् वषों में जिला में बबिली आपूनर्त में िुधार
हुई है परन्र्ु ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी ववद्युर् आपूनर्त की जस्र्नर् अच्िी नहीं है । जिले के िभी भागों में 24
घं े बबिली की उपलब्धर्ा िनु नजश्चर् करने मे िोलर होम लाइद ग ं प्रणाली एक अच्िा ववकल्प है । िोलर होम
लाइ , िोलर स्री लाइ , िोलर पमप -पेयिल व िोलर पमप-िे सिंचाई के सलये भी बहुउपयोगी है ।
िामद
ु ानयक स्र्र पर बायो गैि प्लां , िोलर स्री लाइ , िोलर पंप इत्यादद लगाने की आश्यकर्ा है ।

(v) सुझाए गए कारवाई बबन्द:ु िरकार को कुि स्र्ानों िैिे हो ल, हाजस्प ल, स्कूल, कॉलेि, रे लवे स् े शन एवं
िरकारी कायातलय आदद पर िौर ऊिात के उपयोग को अननवायत करना चादहए। जिले में अक्षय/ गैर पारमपररक
ऊिात स्रोर्ों के प्रचार, प्रिार एवं प्रसशक्षण कायतिम का आयोिन होना चादहए।

बायो गैि उत्पादन की दृजष् िे जिले मे पशु िंख्या अधधक है व जिले मे िभी ककिान पशु रखर्े है । गनर्ववधध
के सलए अनक
ु ू ल पररजस्र्नर्यॉ होर्े हुए भी जिले मे ऊिात के प्राकृनर्क िाधनो का चलन नही हो पाया है ।
जििका कारण ककिानो मे िागरुकर्ा का अभाव व स्र्ानीय स्र्र पर बायो गैि के प्रसशक्षक्षर् कारीगरों का
अभाव है । ववसभन्न िरकारी व गैर िरकारी िंस्र्ाओं द्वारा ककए िाने वाले कायतिमों में ग्रामीणो को इिे
अपनाने हे र्ु प्रेररर् ककया िाना चादहए।

बैंक अधधकाररयों को इि क्षेत्र में अधधक-िे-अधधक ऋण प्रवाह के सलए िागरूक करने की िरूरर् है ।

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

अध्याय – 6
अनौपचाररक ऋण षवतरण प्रणािी

(i) प्रस्तावना: ग्रामीण ववकाि ऋण िहायर्ा के िार् ववकाि की नई रणनीनर् है । स्व-ववत्तपोवषर्, स्व-प्रबंधधर्, स्व-
ननयंबत्रर् और परू ी र्रह िे अनौपचाररक ऋण ववर्रण प्रणाली यानी स्वयं िहायर्ा िमह
ू ने इिे िही ददशा में
एक कदम के रूप में िाबबर् ककया है । स्वयं िहायर्ा िमूह लोगों की इच्िाओं को उनकी िरूरर्ों को पूरा करने
और "लोगों द्वारा और लोगों के सलए" के माध्यम िे स्वयं के भाग्य का ननधातरण करने के सलए है ।

1992 के दौरान नाबाडत द्वारा केवल 500 स्वयं िहायर्ा िमह


ू ों के गठन के िार् पायल प्रोिेक्ट् के रूप में
शुरू ककए गए स्वयं िहायर्ा िमूह -बैंक सलंकेि कायतिम ने नब्बे के दशक के अंर् में गनर् प्राप्र् की और दे र
िे यह दनु नया का िबिे बड़ा िूक्ष्म ववत्त कायतिम बनकर उभरा। स्वयं िहायर्ा िमूह के माध्यम िे िूक्ष्म-ववत्त
को अंर्रराष्रीय स्र्र पर गरीबी और ग्रामीण ववकाि िे ननप ने के सलए आधुननक उपकरण के रूप में मान्यर्ा
दी गई है । स्वयं िहायर्ा िमह
ू गरीबी को कम करने, गरीब लोगों को िशक्ट्र् बनाने, िागरूकर्ा पैदा करने
और पयातवरण की जस्र्रर्ा िनु नजश्चर् करने में प्रभावी हैं, जििके पररणामस्वरूप राष्र का िर्र् ववकाि होर्ा है ।
हाल के वषों में लोगों के िार् काम करने का लोकवप्रय र्रीका बन गया है ।

"पहले बचर्, बाद में िेडड " मॉडल होने के नार्े, िेडड अनश
ु ािन स्वयं िहायर्ा िमह
ू के सलए एक आदशत बन
िार्ा है और "िामाजिक िंपाजश्वतक" ने उन्हें बैंक योग्य बना ददया। बैंककं ग िेवाओं को ग्रामीण गरीबों र्क
पहुंचाने के अलावा, यह ववसभन्न ववकाि कायतिमों के सलए िबिे प्रभावी लागर् ववर्रण प्रणाली भी िाबबर् हुई
है । बैंकों के सलए, यह व्यजक्ट्र्यों के बिाय लोगों के िमूहों के िार् काम करने, िहकमी दबाव के माध्यम िे
िेडड िोखखम को कम करने और लोगों को िुरक्षक्षर् बनाने के द्वारा उनकी लेनदे न लागर् को कम करने का
एक र्रीका है । स्वयं िहायर्ा िमह
ू -बैंक सलंकेि कायतिम के प्रमख
ु िकारात्मक प्रभावों में िे लोगों के ववचारों,
मूल्यों और दृजष् कोणों के िार्-िार् एक िदस्य का िामाजिक और आधर्तक िशजक्ट्र्करण है ।

काश्र्कार, ब ाईदार, मौखखक पट् े दार एवं उधचर् भसू म ररकॉडत न रखने वाले ककिानों, िक्ष्
ू म उद्यसमयों/ गैर-कृवष
क्षेत्र के कारीगरों के सलए प्रभावी ऋण उत्पाद ववकसिर् करने के सलए नाबाडत द्वारा िंयक्ट्
ु र् दे यर्ा िमह
ू की
अवधारणा पररचासलर् की गई। स्वयं दे यर्ा िमूह िे ववत्तपोषण के माध्यम िे 4-10 व्यजक्ट्र्यों के अनौपचाररक
िमूहों में व्यवजस्र्र् करके िमानर् के बबना आपिी गारं ी के िमक्ष अकेले या िमूह रूप में बैंक ऋण प्राप्र्
करने योग्य बनाया िा िकर्ा है । इि योिना के प्रमुख बबंद ु ननमन है -

 िोखखम लागर्, लेनदे न लागर् मे कमी और ऋण विूली में िुधार


 कृवष आबादी के एक बड़े दहस्िे को िुगम ऋण प्रवाह
 उधारकर्ात को उिकी िरूरर्ों और प्रार्समकर्ाओं को ननधातररर् करने के सलए लचीलेपन
 कृवष और अन्य ग्रामीण उद्यमों के सलए िेडड के िच
ु ारू प्रवाह
 समड िेगमें िेडड लेने वालों के सलए को िुगम बनाना
 स्वयं दे यर्ा िमूह के ववसभन्न मॉडल का िंपाजश्वतक ववकल्प के रूप में कायत

(ii) उपिब्ध, ननयोजित आधारभत


ू सरं चना और लिंकेि सहायता तथा उनकी कलियााँ: सिमडेगा जिला के लगभग
िभी क्षेत्रों में औपचाररक ऋण िंस्र्ानों के एक मिबूर् ने वकत की उपजस्र्नर् एवं िरकारी और गैर िरकारी
िंगठनों द्वारा बहुर् िमय िे ननरं र्र गरीबी उन्मूलन कायतिमों के कियान्वयन के बाविूद आि भी ग्रामीण
क्षेत्रों में रह रहे गरीबों का एक बड़ा दहस्िा अपनी आकजस्मक आवश्यकर्ाओं की पूनर्त के सलये अनौपचाररक
स्रोर्ों पर ननभतर है ।

70
पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

जिले में भारर् िरकार की अत्यंर् महत्वाकांक्षी योिना मदहला स्वयं िहायर्ा र्र्ा झारखण्ड राज्य आिीववका
समशन द्वारा ग्रामीण ववकाि मंत्रालय ववभाग की राष्रीय आिीववका समशन चलायी िा रही है । इि पररयोिना
के अंर्गतर् जिले के िभी प्रखंडों में ग्रामीण मदहलाओं को स्वयं िहायर्ा िमूह, ग्राम िंगठनों के ननमातण के
िार्-िार् मांग आधाररर् अिीववका िंबंधी गनर्ववधधयों को िमपाददर् र्र्ा बहुउद्दे शीय उत्पादक िमूहों का
ननमातण ककया िा रहा है । ये िमूह िूअर पालन, मुगीपालन, आचार र्र्ा मिाला ननमातण, सिलाई कायत,
िाप्र्ादहक बाज़ारों में हो ल चलाना और ककराना दक
ु ान िैिे कायत िफलर्ापव
ू क
त कर रहे हैं।

नाबाडत ने स्वयं िहायर्ा िमूहों, बैंकरों, गैर-िरकारी िंगठनों/ स्वैजच्िक एिेंसियों का क्षमर्ा ननमातण, एमइतडीपी
और एलइतडीपी के माध्यम िे िक्ष्
ू म उद्यमों के ननमातण के सलए स्वयं-िहायर्ा िमह
ू िदस्यों को प्रसशक्षण प्रदान
करने और आिीववका िंवधतन के सलए अनुकूल नीनर्यां बनाने के अपने प्रयाि िारी रखा हैं।

झारखण्ड राज्य आिीववका समशन द्वारा पोवषर् 30 िून 2021 र्क प्रखंडवार स्वयं िहायर्ा िमूह की जस्र्नर्
नीचे अंककर् हैं-

क़. प्रखण्ड के स्वयं िहायर्ा िमह


ू की िंख्या (गठन के अनि
ु ार) बचर् माइिो
ि. नाम >5 वषत 3-5 वषत 2-3 वषत 1-2 वषत <1 वषत कुल खार्ा खल
ु े फ़ाइनेंि िे
िमूह िुड़ी िमूहे
1 बानो 464 513 129 0 0 1106 1007 470
2 बांििोर 10 253 18 48 5 334 331 184
3 बोलबा 3 165 157 65 3 393 350 218
4 िलड़ेगा 159 470 23 62 6 720 692 296
5 केरिई 18 361 54 35 6 474 468 252
6 कोलेबीरा 717 88 28 12 0 845 827 468
7 कुरडेग 241 241 49 25 0 556 510 282
8 पाकर ांड़ 118 249 18 34 5 424 406 197
9 सिमडेगा 240 628 49 63 1 981 935 516
10 ठे ठाईर्ांगर 594 376 35 35 4 1044 909 459
कुल 2564 3344 560 379 30 6877 6435 3342

जिले मे वाखणज्य बैंक, स्माल फ़ाइनेंि बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक एवं राज्य िहकारी बैंक की कुल 49 शाखायें
ववत्तीय िेवाएाँ प्रदान कर रही हैं। 31 माचत 2021 र्क जिले मे कुल 8291 स्वयं िहायर्ा िमूह के बचर् खार्े
बैंक मे खल
ु े है जिनमे कुल िमा रासश `2260.57 लाख है । वाखणज्य बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक एवं राज्य
िहकारी बैंक मे कुल बचर् खार्े 4982 (`1460.85 लाख िमा रासश), 3291 (`798.12 लाख िमा रासश) एवं
18 (`1.60 लाख िमा रासश) है । इि अवधध र्क कुल 5827 स्वयं िहायर्ा िमूह को बैंक द्वारा ऋण ववर्ररर्
ककया गया, जििमे कुल बकाया रासश `6966.89 लाख है । वाखणज्य बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक एवं राज्य िहकारी
बैंक मे कुल ऋण खार्े 3156 (`3710.18 लाख बकाया रासश), 2671.00 (`3256.09 लाख बकाया रासश) एवं
शून्य (`0.00 लाख बकाया रासश) है ।

ववत्तीय वषत 2020-21, 2019-20 एवं 2018-19 मे प्रखंडवार स्वयं िहायर्ा िमूह (झारखण्ड राज्य आिीववका
समशन द्वारा पोवषर्) को दी गयी बैंक ऋण की जस्र्नर् नीचे अंककर् हैं -

71
पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

(₹ लाख)
क़. ि प्रखण्ड के 2018-19 2019-20 2020-21
नाम िंख्या िंववर्रण िंख्या िंववर्रण िंख्या िंववर्रण
1 बानो 303 133.10 482 232.82 372 289.01
2 बांििोर 19 9.71 66 44.67 78 79.11
3 बोलबा 15 8.90 4 1.61 4 2.17
4 िलड़ेगा 89 71.23 182 119.27 214 215.61
5 केरिई 92 69.13 68 42.33 272 316.78
6 कोलेबीरा 454 201.77 455 221.57 591 440.68
7 कुरडेग 91 38.57 108 72.80 89 37.79
8 पाकर ांड़ 104 48.90 71 44.74 101 76.96
9 सिमडेगा 423 196.46 468 233.53 645 325.01
10 ठे ठाईर्ांगर 50 17.31 52 20.54 133 71.62
कुल 1640 795.08 1956 1033.88 2499 1854.74
स्रोर्: https://daynrlmbl.aajeevika.gov.in/UI/Achievement/ProjectWiseAchievement_new.aspx

जिला में िनिंख्या का एक बहुर् बड़ा अनुपार् मौखखक पट् े दार, काश्र्कार एवं ब ाईदार ककिान हैं जिन्हे
केिीिी का लाभ नहीं समलर्ा है । इिके अलावा बहुर् िंख्या में िीमान्र् एवं िो े ककिान भी हैं जिनके पाि
िमीन र्ो है परं र्ु िमीन के कागिार् िही रूप िे नहीं होने के कारण उन्हे भी एलपीिी ननगतर् नहीं हो पार्ा
है । इि प्रकार वे िंस्र्ागर् ऋण व्यवस्र्ा िे वंधचर् रह िार्े हैं। ऐिे कृषकों के सलए िंयक्ट्
ु र् दे यर्ा िमह
ू के
माध्यम िे केिीिी ऋण प्रदान ककया िा िकर्ा है । इि योिना के द्वारा िमह
ू के माध्यम िे ऐिे ककिान
आपिी गारं ी दे कर बैंक िे ऋण प्राप्र् कर िकर्े है । बैंक इि योिना के माध्यम िे िीमान्र् एवं िो े ककिान,
मौखखक पट् े दार, काश्र्कार एवं ब ाईदार ककिानों को ऋण दे कर जिले के ऋण प्रवाह में वद्
ृ धध कर िकर्े हैं।

(iii) 2022-23 षवत्तीय विष के लिए संभाव्यता का आकिन (भौनतक और षवत्तीय दोनों दृजटि से) : ग्रामीणों र्क बैंककं ग
िुववधा उपलब्ध कराने मे अनौपचाररक ऋण ववर्रण िंस्र्ाओं के महत्व को ध्यान में रखर्े हुए वषत 2022-23
के सलए अनौपचाररक ऋण ववर्रण का भौनर्क और ववत्तीय िंभाववर् प्रक्षेपण र्ासलका में प्रस्र्ुर् ककया गया है ।

(₹ लाख)
2022-23 के सलए आकलन
ि.िं. गनर्ववधध इकाई
भौनर्क इकाई ववत्तीय व्यय बैंक ऋण #
1 स्वयं िहायर्ा िमूह नं॰ 3865 3865.00 3865.00
2 िंयुक्ट्र् दे यर्ा िमूह नं॰ 270 270.00 270.00
कुल योग 4135.00 4135.00
# बैंक ऋण ववत्तीय व्यय का 100% अनुमाननर् हैं।
नो : गनर्ववधध-वार और ब्लाक-वार भौनर्क और ववत्तीय अनुमान अनुबंध-I में अंककर् है ।

(iv) स्थायी प्रभाव बनाने के लिए आवश्यक िहत्वपूणष सहयोग: झारखण्ड आिीववका समशन कायतिम का लक्ष्य
प्रत्येक पररवार िे एक मदहला को िोड़ना है और ववसभन्न योिनाओं यर्ा आिीववका, बीमा, पें शन िे भी िोड़ना
है । स्वयं िहायर्ा िमूह गठन एवं ववत्तपोषण का कायत िुचारु रूप िे चल िके इिके सलए यह आवश्यक है की

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

िो भी िमह
ू बन चक
ु े हैं उनका उधचर् मागतदशतन हो और बैंक सलंकेि हो। िार् ही िो स्वयं िहायर्ा िमह

ननिकिय (Dormant) हो गए हैं उनको धचजह्नर् कर िकिय करना होगा। स्वयं िहायर्ा िमूह के िदस्यों की
आिीववका के सलए प्रयाि करना एवं योिना बनाना होगा। िमुहों को बैंक शाखाओं िे िोडनें के सलये शाखावार
कायत योिना बनाना र्र्ा जिला स्र्रीय िमन्वय िसमनर् द्वारा िमीक्षा करना होगा।

ऋण प्रवाह में र्ेिी लाने के सलए, स्वयं िहायर्ा िमूह िदस्यों की ऋण अवशोषण क्षमर्ा को बढ़ाने की िख्र्
आवश्यकर्ा है । पररिंपवत्त ननमातण को बढ़ावा दे ने के सलए िावधध ऋण पर अधधक िोर ददया िाना चादहए।
उद्यम ववकाि कायतिमों के माध्यम िे क्षेत्र ववसशष् गनर्ववधधयों पर गुणवत्ता प्रसशक्षण दे ने की आवश्यकर्ा है ।
पररिंपवत्त ननमातण और बािार जस्र्रीकरण के सलए बेहर्र अविर प्रदान करने के सलए िरकार द्वारा प्रायोजिर्
ववसभन्न योिनाओं के िार् र्ालमेल बबठाया िा िकर्ा है ।

वर्तमान िमय मे स्वयं िहायर्ा िमूह एवं स्वयं िहायर्ा िमूह के िदस्यों के िामाजिक एवं ववत्तीय डा ा/ररकॉडत
के डडजि लीकरण की आवश्यकर्ा है । डडजि ल िशक्ट्र्ीकरण स्वयं िहायर्ा िमह
ू को ऋण की आिान और
त्वररर् मंिूरी के सलए पस्
ु र्क-आधाररर् बनाकर एक िामान्य वेब आधाररर् ई-प्ले फॉमत पर स्वयं िहायर्ा िमूह
को लाने में मदद करे गा। यह ना केवल बैंक को त्वररर् ऋण िंबजन्धर् ननणतय लेने मे िुववधा प्रदान करे गा
बजल्क ववसभन्न स्वयं िहायर्ा िमूह मे स्वयं िहायर्ा िमह
ू िदस्यों के दोहराव को भी हर्ोत्िादहर् करे गा। इि
प्रकार बनाया गया डे ा िेडड आवश्यकर्ाओं , पुनभुग
त र्ान प्रर्ाओं और ववशेष आिीववका गनर्ववधध के प्रनर् स्वयं
िहायर्ा िमह
ू िदस्यों के झक
ु ाव की ननगरानी में िहायक होगा। यह ववत्तीय िमावेशन के राष्रीय एिेंडा को
बढ़ावा दे ने में उपयोगी होगा और डडजि ल / कैशलेि लेनदे न, स्वयं िहायर्ा िमूह डे ा की िाख, प्रत्येक लेनदे न
की ननगरानी और ररकॉडडिंग और एिएमएि के माध्यम िे िभी िदस्यों के सलए िंचार का मागत प्रशस्र् करे गा।
स्वयं िहायर्ा िमूह िदस्यों को लाभ हस्र्ांर्ररर् करने के सलए डे ा बेि का उपयोग बीमा/धचककत्िा/ई-माकेद ग

कंपननयों के िार् असभिरण के सलए ककया िा िकर्ा है ।

(v) सुझाए गए कारवाई बबन्द:ु झारखण्ड आिीववका समशन के द्वारा स्वयं िहायर्ा िमूहों की बही खार्ों का रख-
रखाव में िूचना र्कनीक का प्रयोग; स्वयं िहायर्ा िमूहों का ग्राम स्र्र, प्रखण्ड स्र्र, जिला स्र्र पर िंगठन
का ननमातण; स्वयं िहायर्ा िमह
ू ों को केंद्र र्र्ा राज्य िरकार की ववसभन्न योिनाओं िे िोड़ कर उनको
लाभाजन्वर् करना होगा। ननजष्िय स्वयं िहायर्ा िमूहों को धचजन्हर् कर उन्हे िागर्
ृ करने के सलए असभयान
चलाया िाना चादहए। क्ट्लस् र आधार पर ग्रुप को उनके आवश्यकर्ानुिार ऋण उपलब्ध कराया िाना चादहए
र्ाकक बड़े पैमाने पर व्यविाय को अग्रेसिर् ककया िा िके। स्वयं िहायर्ा िमूह के वैिे िदस्य िो अधधक
ननवेश के िार् ववसभन्न किया-कलापों को करना चाहर्े हैं उन्हें स्वयं दे यर्ा िमूह के र्हर् ऋण ददया िाना
चादहए।

झारखण्ड आिीववका समशन द्वारा स्वंय िहायर्ा िमूह के मदहलाओं को बैंक ऋण का महत्व िमझाना और
िमूह द्वारा िूक्ष्म ऋण योिना (MCP) बनाने के सलए प्रेररर् करना होगा। िूक्ष्म ऋण योिना (MCP) में िमूह
के मदहलाओं के ऋण आवश्यकर्ाओं की प्रार्समकर्ा र्य करना और प्रार्समकर्ा के अनि
ु ार ही बैंक ऋण का
ववर्रण िदस्यों के बीच बारी-बारी िे करना र्ाकक बैंक ऋण लेकर मदहलाएं कोई आय िि
ृ न िंबंधी कायत करें
और अपने व्यविाय की आय िे बैंक ऋण की अदायगी करें ।

बैंको को एिएलबीिी द्वारा आवंद र् ऋण सलंकेि लक्ष्य को प्राप्र् करने का प्रयाि करना चादहए। स्वयं िहायर्ा
िमह
ू ों को बैंक िंबंधी िानकारी अधधक िे अधधक ववत्त िागरूकर्ा कायतिम के अंर्गतर् प्रदान ककया िाना
चादहए।

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

अनब
ु ध
ं I - गतिविधध-िार और ब्लाक-िार भौतिक और वििीय अनम
ु ान - 2022-23
(₹ लाख)
क्र.सं. गतिविधि इकाई लागि इकाई ससमडेगा कोलेबिरा जलडेगा िानो ठे ठाईिांगर िोलिा कुरडेग पाकरिांड िांसजोर केरसाई कुल
कृषि क्षेत्र (प्रत्यक्ष) : फिल उत्पादन, रखरखाव और षवपणन
1 िान 0.64 हे ॰ इकाई सं 1756 1580 1272 1323 1470 1258 1594 1244 973 1060 13530
बैंक ऋण 1128.16 1015.09 817.21 849.97 944.42 808.21 1024.08 799.22 625.11 681.01 8692.48
2 मक्का 0.49 हे ॰ इकाई सं 90 60 40 10 65 10 35 60 10 30 410
बैंक ऋण 44.48 29.65 19.77 4.94 32.12 4.94 17.30 29.65 4.94 14.83 202.62
3 गेहूँ 0.62 हे ॰ इकाई सं 80 10 10 10 48 10 10 10 10 10 208
बैंक ऋण 49.42 6.18 6.18 6.18 29.65 6.18 6.18 6.18 6.18 6.18 128.51
4 िेलहन - मूँगफली 0.62 हे ॰ इकाई सं 120 60 40 30 65 30 35 60 30 30 500
बैंक ऋण 74.13 37.07 24.71 18.53 40.15 18.53 21.62 37.07 18.53 18.53 308.87
5 सब्जी- आल 1.61 हे ॰ इकाई सं 20 10 10 10 10 10 10 10 10 10 110
बैंक ऋण 32.12 16.06 16.06 16.06 16.06 16.06 16.06 16.06 16.06 16.06 176.66
6 दलहन 0.62 हे ॰ इकाई सं 120 60 40 30 65 30 35 60 30 30 500
बैंक ऋण 74.13 37.07 24.71 18.53 40.15 18.53 21.62 37.07 18.53 18.53 308.87
योग िैंक ऋण 1402.44 1141.12 908.64 914.21 1102.55 872.45 1106.86 925.25 689.35 755.14 9818.01
10% फसलोंपरान्ि प्रिन्ि एिं उपयोग 140.24 114.11 90.86 91.42 110.26 87.25 110.69 92.53 68.94 75.51 981.81
20% कृवि यन्त्रों एिं आस्तियों के रखरखाि 280.49 228.22 181.73 182.84 220.51 174.49 221.37 185.05 137.87 151.03 1963.60
कुल योग: कृवि क्षेत्र (प्रत्यक्ष) िैंक ऋण 1823.17 1483.45 1181.23 1188.47 1433.32 1134.19 1438.92 1202.83 896.16 981.68 12763.42
कृषि क्षेत्र (अप्रत्यक्ष) : िल ििंिाधन
1 िक्ष्
ू म सििंचाई प्रणाली 0.90 हे ॰ इकाई सं 25 15 8 8 10 5 10 8 7 7 103
िैंक ऋण 19.13 11.48 6.12 6.12 7.65 3.83 7.65 6.12 5.36 5.36 78.82
2 डीजल पंप-सेट 0.29 नं॰ इकाई सं 90 90 50 40 55 35 50 45 40 35 530
िैंक ऋण 21.80 21.80 12.11 9.69 13.33 8.48 12.11 10.91 9.69 8.48 128.40
3 पेट्रोल पंप-सेट 0.23 नं॰ इकाई सं 80 80 10 30 45 25 40 35 30 25 400
िैंक ऋण 15.30 15.30 1.91 5.74 8.61 4.79 7.65 6.70 5.74 4.79 76.53
कुल योग िैंक ऋण 56.23 48.58 20.14 21.55 29.59 17.10 27.41 23.73 20.79 18.63 283.75
कृषि क्षेत्र (अप्रत्यक्ष) : कृषि मशीनीकरण
1 ट्रे क्टर ट्राली सहहि 6.50 नं॰ इकाई सं 15 10 5 5 8 5 8 5 5 5 71
िैंक ऋण 82.88 55.25 27.63 27.63 44.20 27.63 44.20 27.63 27.63 27.63 392.31
2 पॉिर हटलर 1.57 नं॰ इकाई सं 35 30 20 20 25 20 25 20 20 20 235
िैंक ऋण 46.71 40.04 26.69 26.69 33.36 26.69 33.36 26.69 26.69 26.69 313.61
3 िान थ्रेशर 0.75 नं॰ इकाई सं 10 8 5 5 8 5 8 5 5 5 64
िैंक ऋण 6.38 5.10 3.19 3.19 5.10 3.19 5.10 3.19 3.19 3.19 40.82
4 रोटािेटर 1.60 नं॰ इकाई सं 15 10 5 5 8 5 8 5 5 5 71
िैंक ऋण 20.40 13.60 6.80 6.80 10.88 6.80 10.88 6.80 6.80 6.80 96.56
5 एमिी प्लौघ और केज व्हील 0.25 नं॰ इकाई सं 15 10 5 5 8 5 8 5 5 5 71
िैंक ऋण 3.19 2.13 1.06 1.06 1.70 1.06 1.70 1.06 1.06 1.06 15.08
कुल योग िैंक ऋण 159.56 116.12 65.37 65.37 95.24 65.37 95.24 65.37 65.37 65.37 858.38
कृषि क्षेत्र (अप्रत्यक्ष) : रे शम पालन िहहत बागान और बागवानी
1 आम 0.40 एकड़ इकाई सं 10 10 5 5 10 5 10 10 5 5 75
िैंक ऋण 3.40 3.40 1.70 1.70 3.40 1.70 3.40 3.40 1.70 1.70 25.50

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

(₹ लाख)
क्र.सं. गतिविधि इकाई लागि इकाई ससमडेगा कोलेबिरा जलडेगा िानो ठे ठाईिांगर िोलिा कुरडेग पाकरिांड िांसजोर केरसाई कुल
2 लीची 0.40 एकड़ इकाई सं 5 5 2 2 5 2 5 5 2 2 35
िैंक ऋण 1.70 1.70 0.68 0.68 1.70 0.68 1.70 1.70 0.68 0.68 11.90
3 पपीता 0.67 एकड़ इकाई सं 10 10 5 5 10 5 10 10 5 5 75
िैंक ऋण 5.70 5.70 2.85 2.85 5.70 2.85 5.70 5.70 2.85 2.85 42.75
4 मधप
ु ालन 1.15 नं॰ इकाई सं 0 40 0 33 0 0 0 0 0 0 73
िैंक ऋण 0.00 39.13 0.00 32.28 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 71.41
कुल योग िैंक ऋण 10.80 49.93 5.23 37.51 10.80 5.23 10.80 10.80 5.23 5.23 151.56
कृषि क्षेत्र (अप्रत्यक्ष) : वाननकी और बिंिर भसू म षवकाि
1 शीशम 0.30 हे ॰ इकाई सं 4 3 2 2 3 2 2 2 2 2 24
िैंक ऋण 1.02 0.77 0.51 0.51 0.77 0.51 0.51 0.51 0.51 0.51 6.13
2 िांस 1.20 हे ॰ इकाई सं 10 5 2 2 9 2 5 5 2 2 44
िैंक ऋण 10.20 5.10 2.04 2.04 9.18 2.04 5.10 5.10 2.04 2.04 44.88
कुल योग िैंक ऋण 11.22 5.87 2.55 2.55 9.95 2.55 5.61 5.61 2.55 2.55 51.01
कृषि क्षेत्र (अप्रत्यक्ष) : पशप
ु ालन – डेयरी
1 डेयरी -2 पशु 1.69 नं॰ इकाई सं 60 20 0 0 0 0 0 0 0 0 80
िैंक ऋण 86.34 28.78 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 115.12
2 डेयरी -5 पशु 4.29 नं॰ इकाई सं 4 1 0 0 0 0 0 0 0 0 5
िैंक ऋण 14.59 3.65 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 18.24
योग िैंक ऋण 100.93 32.43 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 133.36
कायडशील पज
ं ी
3 डेयरी -2 पशु 0.40 नं॰ इकाई सं 60 20 0 0 0 0 0 0 0 0 80
बैंक ऋण 24.00 8.00 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 32.00
4 डेयरी -5 पशु 1.00 नं॰ इकाई सं 4 1 0 0 0 0 0 0 0 0 5
बैंक ऋण 4.00 1.00 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 5.00
योग िैंक ऋण 28.00 9.00 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 37.00
कुल योग िैंक ऋण 128.93 41.43 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 170.36
कृषि क्षेत्र (अप्रत्यक्ष) : पशप
ु ालन – मग
ु ीपालन
1 ब्रोयलर यतनट- 250 िडड 1.13 नं॰ इकाई सं 26 25 10 5 0 10 15 15 0 10 116
िैंक ऋण 24.97 24.01 9.61 4.80 0.00 9.61 14.41 14.41 0.00 9.61 111.43
2 ब्रोयलर यतनट- 500 िडड 2.26 नं॰ इकाई सं 21 0 0 0 50 0 0 0 15 0 86
िैंक ऋण 40.34 0.00 0.00 0.00 96.05 0.00 0.00 0.00 28.82 0.00 165.21
योग िैंक ऋण 65.31 24.01 9.61 4.80 96.05 9.61 14.41 14.41 28.82 9.61 276.64
कायडशील पज
ं ी
3 ब्रोयलर यतनट- 250 िडड 0.30 नं॰ इकाई सं 15 7 5 2 0 5 5 5 0 5 49
बैंक ऋण 4.50 2.10 1.50 0.60 0.00 1.50 1.50 1.50 0.00 1.50 14.70
4 ब्रोयलर यतनट- 500 िडड 0.60 नं॰ इकाई सं 10 0 0 0 15 0 0 0 5 0 30
बैंक ऋण 6.00 0.00 0.00 0.00 9.00 0.00 0.00 0.00 3.00 0.00 18.00
योग िैंक ऋण 10.50 2.10 1.50 0.60 9.00 1.50 1.50 1.50 3.00 1.50 32.70
कुल योग िैंक ऋण 75.81 26.11 11.11 5.40 105.05 11.11 15.91 15.91 31.82 11.11 309.34
कृषि क्षेत्र (अप्रत्यक्ष) : पशप
ु ालन – भेड़, बकरी, शक
ू र आहद
1 िकरी(10+1 यतनट) 0.52 नं॰ इकाई सं 100 60 40 30 60 30 40 50 25 50 485
िैंक ऋण 44.20 26.52 17.68 13.26 26.52 13.26 17.68 22.10 11.05 22.10 214.37

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

(₹ लाख)
क्र.सं. गतिविधि इकाई लागि इकाई ससमडेगा कोलेबिरा जलडेगा िानो ठे ठाईिांगर िोलिा कुरडेग पाकरिांड िांसजोर केरसाई कुल
2 सअर (3+1 यतनट) 1.00 नं॰ इकाई सं 15 15 15 15 15 15 15 15 15 15 150
िैंक ऋण 12.75 12.75 12.75 12.75 12.75 12.75 12.75 12.75 12.75 12.75 127.50
योग िैंक ऋण 56.95 39.27 30.43 26.01 39.27 26.01 30.43 34.85 23.80 34.85 341.87
कायडशील पज
ं ी
3 िकरी (10+1 यतनट) 0.50 नं॰ इकाई सं 45 30 15 15 25 15 20 25 25 25 240
बैंक ऋण 22.50 15.00 7.50 7.50 12.50 7.50 10.00 12.50 12.50 12.50 120.00
योग िैंक ऋण 22.50 15.00 7.50 7.50 12.50 7.50 10.00 12.50 12.50 12.50 120
कुल योग िैंक ऋण 79.45 54.27 37.93 33.51 51.77 33.51 40.43 47.35 36.30 47.35 461.87
कृषि क्षेत्र (अप्रत्यक्ष) : मत््यपालन
1 नए िालाि का तनमाडण 12.50 हे ॰ इकाई सं 4 2 2 2 2 1 2 1 1 1 18
िैंक ऋण 42.50 21.25 21.25 21.25 21.25 10.63 21.25 10.63 10.63 10.63 191.27
2 ड्रैग नेट 0.50 नं॰ इकाई सं 4 2 2 2 2 1 2 1 1 1 18
िैंक ऋण 1.70 0.85 0.85 0.85 0.85 0.43 0.85 0.43 0.43 0.43 7.67
योग िैंक ऋण 44.20 22.10 22.10 22.10 22.10 11.06 22.10 11.06 11.06 11.06 198.94
कायडशील पज
ं ी
3 मत्तय िीज उत्पादन 0.40 एकड़ इकाई सं 1 1 1 1 1 1 1 1 1 1 10
बैंक ऋण 0.40 0.40 0.40 0.40 0.40 0.40 0.40 0.40 0.40 0.40 4.00
4 समधिि मत्तयपालन 0.60 एकड़ इकाई सं 12 5 5 5 5 5 7 5 5 5 59
बैंक ऋण 7.20 3.00 3.00 3.00 3.00 3.00 4.20 3.00 3.00 3.00 35.40
योग िैंक ऋण 7.60 3.40 3.40 3.40 3.40 3.40 4.60 3.40 3.40 3.40 39.40
कुल योग िैंक ऋण 51.80 25.50 25.50 25.50 25.50 14.46 26.70 14.46 14.46 14.46 238.34
कुल योग: कृवि क्षेत्र (अप्रत्यक्ष) िैंक ऋण 573.80 367.81 167.83 191.39 327.90 149.33 222.10 183.23 176.52 164.70 2524.61
कुल योग: कृषि क्षेत्र (प्रत्यक्ष+अप्रत्यक्ष) िैंक ऋण 2396.97 1851.26 1349.06 1379.86 1761.22 1283.52 1661.02 1386.06 1072.68 1146.38 15288.03
कृषि क्षेत्र - कृषि ििंबध
िं ी आधारभतू िरिं चनाएिं
भिंडारण और षवपणन िबिंधी आधारभत
ू िषु वधाओिं का ननमााण
1 ग्रामीण गोदाम (500 MT) 17.50 नं॰ इकाई सं 2 1 1 1 1 1 2 1 1 1 12
िैंक ऋण 29.75 14.88 14.88 14.88 14.88 14.88 29.75 14.88 14.88 14.88 178.54
2 शीि भंडारण (500 MT) 20.00 नं॰ इकाई सं 1 0 0 0 0 0 0 0 0 0 1
िैंक ऋण 17.00 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 17.00
कुल योग िैंक ऋण 46.75 14.88 14.88 14.88 14.88 14.88 29.75 14.88 14.88 14.88 195.54
भसू म षवकाि, मद
ृ ा ििंरक्षण और वाटरशेड षवकाि
1 भसम समिलीकरण 0.58 हे ॰ इकाई सं 20 20 20 20 20 20 20 20 20 20 200
िैंक ऋण 9.86 9.86 9.86 9.86 9.86 9.86 9.86 9.86 9.86 9.86 98.60
2 अम्लीय मद
ृ ा का उपचार 0.24 एकड़ इकाई सं 30 30 30 30 30 30 30 30 30 30 300
िैंक ऋण 6.02 6.02 6.02 6.02 6.02 6.02 6.02 6.02 6.02 6.02 60.20
3 िालाि (10m*10m*3m) 0.27 नं॰ इकाई सं 50 50 50 50 50 50 50 50 50 50 500
िैंक ऋण 11.54 11.54 11.54 11.54 11.54 11.54 11.54 11.54 11.54 11.54 115.40
कुल योग िैंक ऋण 27.42 27.42 27.42 27.42 27.42 27.42 27.42 27.42 27.42 27.42 274.20
कृषि ििंबध
िं ी आधारभत
ू िरिं चनाएिं अन्य – ई-नाम, हटश्यू कल्चर, बीि उत्पादन, िैव-कीटनाशक/ उवारक, केंचआ
ु कम्पोज्टिं ग आहद
1 िीज उत्पादन 0.22 एकड़ इकाई सं 3 3 0 3 0 0 0 0 0 0 9
िैंक ऋण 0.55 0.55 0.00 0.55 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 1.65
2 नाडेप कम्पोतट 0.16 नं॰ इकाई सं 40 35 35 35 35 30 35 30 30 30 335

76
पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

(₹ लाख)
क्र.सं. गतिविधि इकाई लागि इकाई ससमडेगा कोलेबिरा जलडेगा िानो ठे ठाईिांगर िोलिा कुरडेग पाकरिांड िांसजोर केरसाई कुल
िैंक ऋण 5.44 4.76 4.76 4.76 4.76 4.08 4.76 4.08 4.08 4.08 45.56
3 िमी कम्पोतट 0.25 नं॰ इकाई सं 55 14 0 0 0 0 0 0 0 0 69
िैंक ऋण 11.69 2.98 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 14.67
कुल योग िैंक ऋण 17.68 8.29 4.76 5.31 4.76 4.08 4.76 4.08 4.08 4.08 61.88
कुल योग: कृषि क्षेत्र - कृषि ििंबध
िं ी आधारभत
ू िरिं चनाएिं िैंक ऋण 91.85 50.59 47.06 47.61 47.06 46.38 61.93 46.38 46.38 46.38 531.62
कृषि क्षेत्र – अनिु ग
िं ी गनतषवधधयािं
खाद्य और कृषि प्रििं्करण
1 िब्िी/फल प्रिं्करण केंद्र 2.00 नं॰ इकाई सं 10 6 5 2 2 2 2 2 2 2 35
िैंक ऋण 17.00 10.20 8.50 3.40 3.40 3.40 3.40 3.40 3.40 3.40 59.50
2 खाद्य प्रिं्करण केंद्र 2.00 नं॰ इकाई सं 8 5 2 2 2 1 2 2 1 1 26
िैंक ऋण 13.60 8.50 3.40 3.40 3.40 1.70 3.40 3.40 1.70 1.70 44.20
कुल योग िैंक ऋण 30.60 18.70 11.90 6.80 6.80 5.10 6.80 6.80 5.10 5.10 103.70
कृषि अनि ु ग
िं ी गनतषवधधयािं – अन्य
1 एग्री बिज़नेस सेंटर 20.00 नं॰ इकाई सं 0 0 0 0 0 0 0 1 0 0 1
िैंक ऋण 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 0.00 17.00 0.00 0.00 17.00
2 पैक्ि / कृिक उत्पादक ििंगठन 10.00 नं॰ इकाई सं 2 1 1 1 2 1 1 1 1 1 12
िैंक ऋण 17.00 8.50 8.50 8.50 17.00 8.50 8.50 8.50 8.50 8.50 102.00
कुल योग िैंक ऋण 17.00 8.50 8.50 8.50 17.00 8.50 8.50 25.50 8.50 8.50 119.00
कुल योग: कृषि क्षेत्र – अनि
ु ग
िं ी गनतषवधधयािं िैंक ऋण 47.60 27.20 20.40 15.30 23.80 13.60 15.30 32.30 13.60 13.60 222.70
कुल योग: कृषि क्षेत्र िैंक ऋण 2536.42 1929.05 1416.52 1442.77 1832.08 1343.50 1738.25 1464.74 1132.66 1206.36 16042.35
िक्ष्
ू म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएिएमई) क्षेत्र
1 षवननमााण क्षेत्र - िक्ष्
ू म उद्यम 10.00 नं॰ इकाई सं 95 45 30 30 40 20 25 20 24 20 349
िैंक ऋण 807.50 382.50 255.00 255.00 340.00 170.00 212.50 170.00 204.00 170.00 2966.50
2 िेवा क्षेत्र - िक्ष्
ू म उद्यम 5.00 नं॰ इकाई सं 492 239 150 234 167 87 94 80 87 83 1713
िैंक ऋण 2091.00 1015.75 637.50 994.50 709.75 369.75 399.50 340.00 369.75 352.75 7280.25
योग िैंक ऋण 2898.50 1398.25 892.50 1249.50 1049.75 539.75 612.00 510.00 573.75 522.75 10246.75
कायडशील पज
ं ी
3 षवननमााण क्षेत्र - िक्ष्
ू म उद्यम 10.00 नं॰ इकाई सं 35 15 10 10 10 5 5 5 5 5 105
िैंक ऋण 140.00 60.00 40.00 40.00 40.00 20.00 20.00 20.00 20.00 20.00 420.00
4 िेवा क्षेत्र - िक्ष्
ू म उद्यम 5.00 नं॰ इकाई सं 190 105 75 75 80 30 35 40 25 30 685
िैंक ऋण 380.00 210.00 150.00 150.00 160.00 60.00 70.00 80.00 50.00 60.00 1370.00
योग िैंक ऋण 520.00 270.00 190.00 190.00 200.00 80.00 90.00 100.00 70.00 80.00 1790.00
कुल योग: िक्ष्
ू म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएिएमई) क्षेत्र िैंक ऋण 3418.50 1668.25 1082.50 1439.50 1249.75 619.75 702.00 610.00 643.75 602.75 12036.75
ननयाात ऋण, सशक्षा और आवाि क्षेत्र
1 सशक्षा ऋण 10.00 नं॰ इकाई सं 20 6 3 2 2 2 2 2 2 2 43
िैंक ऋण 170.00 51.00 25.50 17.00 17.00 17.00 17.00 17.00 17.00 17.00 365.50
2 आवाि ऋण 20.00 नं॰ इकाई सं 40 25 10 10 7 6 7 6 6 6 123
िैंक ऋण 680.00 425.00 170.00 170.00 119.00 102.00 119.00 102.00 102.00 102.00 2091.00
कुल योग: ननयाात ऋण, सशक्षा और आवाि क्षेत्र िैंक ऋण 850.00 476.00 195.50 187.00 136.00 119.00 136.00 119.00 119.00 119.00 2456.50

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

(₹ लाख)
क्र.सं. गतिविधि इकाई लागि इकाई ससमडेगा कोलेबिरा जलडेगा िानो ठे ठाईिांगर िोलिा कुरडेग पाकरिांड िांसजोर केरसाई कुल
आधारभतू िरिं चना के सलए ऋण िहायता
िामाजिक आधारभत ू िरिं चना
1 सशक्षा केंद्र 10.00 नं॰ इकाई सं 4 3 2 3 2 2 3 2 2 2 25
िैंक ऋण 34.00 25.50 17.00 25.50 17.00 17.00 25.50 17.00 17.00 17.00 212.50
2 ्वा््य केंद्र 10.00 नं॰ इकाई सं 3 2 2 3 1 1 2 1 1 1 17
िैंक ऋण 25.50 17.00 17.00 25.50 8.50 8.50 17.00 8.50 8.50 8.50 144.50
कुल योग िैंक ऋण 59.50 42.50 34.00 51.00 25.50 25.50 42.50 25.50 25.50 25.50 357.00
नवीकरणीय उिाा
1 बायो गैि 1.31 नं॰ इकाई सं 2 1 1 1 1 1 1 1 1 1 11
िैंक ऋण 2.23 1.11 1.11 1.11 1.11 1.11 1.11 1.11 1.11 1.11 12.22
2 िोलर पम्प 5.13 नं॰ इकाई सं 34 16 7 7 10 7 10 7 7 7 112
िैंक ऋण 148.26 69.77 30.52 30.52 43.61 30.52 43.61 30.52 30.52 30.52 488.37
कुल योग िैंक ऋण 150.49 70.88 31.63 31.63 44.72 31.63 44.72 31.63 31.63 31.63 500.59
कुल योग: आधारभत ू िरिं चना के सलए ऋण िहायता िैंक ऋण 209.99 113.38 65.63 82.63 70.22 57.13 87.22 57.13 57.13 57.13 857.59
अन्य प्राथसमक क्षेत्र - अनौपचाररक ऋण षवतरण प्रणाली
1 ्वयिं िहायता िमह
ू 1.00 नं॰ इकाई सं 638 116 493 642 411 322 290 267 271 415 3865
िैंक ऋण 638.00 116.00 493.00 642.00 411.00 322.00 290.00 267.00 271.00 415.00 3865.00
2 ििंयक्
ु त दे यता िमह
ू 1.00 नं॰ इकाई सं 50 30 30 30 30 20 20 20 20 20 270
िैंक ऋण 50.00 30.00 30.00 30.00 30.00 20.00 20.00 20.00 20.00 20.00 270.00
कुल योग: अनौपचाररक ऋण षवतरण प्रणाली िैंक ऋण 688.00 146.00 523.00 672.00 441.00 342.00 310.00 287.00 291.00 435.00 4135.00
कुल योग: प्राथसमक क्षेत्र िैंक ऋण 7702.91 4332.68 3283.15 3823.90 3729.05 2481.38 2973.47 2537.87 2243.54 2420.24 35528.19

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

अनब
ु ध
ं II - आधार स्तरीय ऋण प्रवाह का ववहं गावलोकन एजेंसी-वार और क्षेत्र-वार - 2018-19, 2019-20, 2020-21 और 2021-22 के ललए लक्ष्य
(₹ लाख)
वर्ष 2018-19 वर्ष 2019-20 वर्ष 2020-21 वर्ष 2021-22
क्र. िं. एिेंिी लक्ष्य उपलजधि लक्ष्य उपलजधि लक्ष्य उपलजधि लक्ष्य
1 कृषर् क्षेत्र - प्रत्यक्ष
वाणिजययक बैंक 8775.00 1825.42 6805.21 2039.43 7528.03 1286.12 7528.03
क्षेत्रीय ग्रामीि बैंक 4650.00 788.46 2916.51 129.60 3717.27 1944.65 3721.27
रायय िहकारी बैंक 225.00 0.00 2916.51 52.62 1499.99 29.74 1500.38
कुल योग 13650.00 2613.88 12638.23 2221.65 12745.29 3260.51 12749.68
2 कृषर् क्षेत्र - अप्रत्यक्ष
वाणिजययक बैंक 1200.00 1308.49 952.43 1065.35 2004.42 1359.75 2100.87
क्षेत्रीय ग्रामीि बैंक 440.00 0.00 314.29 5.00 740.01 0.00 757.77
रायय िहकारी बैंक 30.00 0.00 98.10 132.11 325.85 132.27 354.59
कुल योग 1670.00 1308.49 1364.82 1202.46 3070.28 1492.02 3213.23
कुल योग - कृषर् क्षेत्र
वाणिजययक बैंक 9975.00 3133.91 7757.64 3104.78 9532.45 2645.87 9628.90
क्षेत्रीय ग्रामीि बैंक 5090.00 788.46 3230.80 134.60 4457.28 1944.65 4479.04
रायय िहकारी बैंक 255.00 0.00 3014.61 184.73 1825.84 162.01 1854.97
कुल योग 15320.00 3922.37 14003.05 3424.11 15815.57 4752.53 15962.91
3 िक्ष्
ु म. लघु और मध्यम उद्योग
वाणिजययक बैंक 7890.00 3698.08 6080.00 4433.07 7201.80 4733.41 7624.75
क्षेत्रीय ग्रामीि बैंक 2200.00 156.02 2410.00 858.00 2383.20 31.98 2505.50
रायय िहकारी बैंक 130.00 0.00 900.00 0.00 925.00 0.00 1014.00
कुल योग 10220.00 3854.10 9390.00 5291.07 10510.00 4765.39 11144.25
4 अन्य प्राथसमक क्षेत्र
वाणिजययक बैंक 2670.00 84.30 2680.00 705.79 2660.00 362.05 5209.09
क्षेत्रीय ग्रामीि बैंक 165.00 290.95 170.00 551.60 578.50 748.40 1581.00
रायय िहकारी बैंक 0.00 0.00 6.00 0.00 71.50 0.00 513.00
कुल योग 2835.00 375.25 2856.00 1257.39 3310.00 1110.45 7303.09
कुल योग - प्राथसमक क्षेत्र
वाणिजययक बैंक 20535.00 6916.29 16517.64 8243.64 19394.25 7741.33 22462.74
क्षेत्रीय ग्रामीि बैंक 7455.00 1235.43 5810.80 1544.20 7418.98 2725.03 8565.54
रायय िहकारी बैंक 385.00 0.00 3920.61 184.73 2822.34 162.01 3381.97
कुल योग 28375.00 8151.72 26249.05 9972.57 29635.57 10628.37 34410.25
स्रोत: अग्रिी जिला प्रबन्िक कायाषलय, सिमडेगा

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पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

अनब
ु ध
ं III - कृषि और अनि
ु ग
ं ी गतिषिधधयों के अंिगगि उप क्षेत्र-िार और एजेंसी-िार ऋण प्रिाह 2018-19, 2019-20, 2020-21 और 2021-22 के लिए िक्ष्य
(₹ लाख)
ििा 2018-19 (उपलजधि) ििा 2019-20 (उपलजधि) ििा 2020-21 (उपलजधि) ििा 2021-22 (लक्ष्ि)

िाणिजयिक क्षेत्रीि रायि िाणिजयिक क्षेत्रीि रायि िाणिजयिक क्षेत्रीि रायि िाणिजयिक क्षेत्रीि रायि
क्र. िं. गतिविधि कुल िोग कुल िोग कुल िोग कुल िोग
बैंक ग्रामीि बैंक िहकारी बैंक बैंक ग्रामीि बैंक िहकारी बैंक बैंक ग्रामीि बैंक िहकारी बैंक बैंक ग्रामीि बैंक िहकारी बैंक

1 कृवि क्षेत्र - प्रत्िक्ष


फिल उत्पादन, रखरखाि और विपिन 1825.42 788.46 0.00 2613.88 2039.43 129.60 52.62 2221.65 1286.12 1944.65 29.74 3260.51 7528.03 3721.27 1500.38 12749.68
2 कृवि क्षेत्र - अप्रत्िक्ष
िल िंिािन 90.13 0.00 0.00 90.13 33.68 0.00 0.00 33.68 0.00 0.00 0.00 0.00 206.51 48.40 28.78 283.69
कृवि मशीनीकरि 245.27 0.00 0.00 245.27 30.46 0.00 0.00 30.46 14.50 0.00 0.00 14.50 530.29 222.10 105.99 858.38
रे शम पालन िहहि बागान और बागिानी 10.57 0.00 0.00 10.57 1.00 0.00 0.00 1.00 0.00 0.00 0.00 0.00 104.30 34.89 12.37 151.56
िातनकी और बंिर भसू म विकाि 0.00 0.00 0.00 0.00 1.11 0.00 0.00 1.11 0.00 0.00 0.00 0.00 34.51 10.93 5.57 51.01
पशप
ु ालन - डेिरी 59.16 0.00 0.00 59.16 9.19 5.00 0.00 14.19 17.32 0.00 0.00 17.32 138.59 17.86 10.23 166.68
पशप
ु ालन- मग
ु ीपालन 19.54 0.00 0.00 19.54 4.50 0.00 0.00 4.50 19.67 0.00 0.00 19.67 218.44 58.47 32.90 309.81
पशप
ु ालन – भेड़, बकरी, शक
ू र आहद 31.78 0.00 0.00 31.78 78.54 0.00 0.00 78.54 26.37 0.00 16.50 42.87 262.44 129.49 58.49 450.42
मत््िपालन 6.94 0.00 0.00 6.94 3.33 0.00 0.00 3.33 13.31 0.00 0.00 13.31 157.08 57.50 22.93 237.51
अन्ि गतिविधििां 845.10 0.00 0.00 845.10 903.54 0.00 132.11 1035.65 1268.58 0.00 115.77 1384.35 448.71 178.13 77.33 704.17
कुल िोग 1308.49 0.00 0.00 1308.49 1065.35 5.00 132.11 1202.46 1359.75 0.00 132.27 1492.02 2100.87 757.77 354.59 3213.23
कुल िोग 3133.91 788.46 0.00 3922.37 3104.78 134.60 184.73 3424.11 2645.87 1944.65 162.01 4752.53 9628.90 4479.04 1854.97 15962.91
स्रोि: अग्रिी जिला प्रबन्िक कािाालि, सिमडेगा

80
पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

अनब
ु ध
ं IV - नाबार्ड के आन्तरिक उपयोग के लिए ननधाडरित ननदर्शी इकाई िागतें

क्र.सं. गतिविधि इकाई इकाई आकार इकाई लागि (₹) पन


ु भग
ु त
ग ान की अवधि उत्पादन पव
ू ग अवधि
िल िंिािन
1 िक्ष्
ू म सिंचाई प्रणाली हे॰ - 90000.00 5 वर्ग 11 माह
2 डीिल पंप-िेट नं॰ 4.5 HP 28500.00 9 वर्ग 11 माह
3 पेट्रोल पंप-िेट नं॰ 3/3.1 HP 22500.00 9 वर्ग 11 माह
कृषर् मशीनीकरण
1 ट्रे क्टर ट्राली िहहत नं॰ 30-35 HP 650000.00 5 वर्ग Nil
2 पॉवर हटलर नं॰ 10.8 kW-476kW (with rotavator) 157000.00 5 वर्ग Nil
3 िान थ्रेशर नं॰ - 75000.00 5 वर्ग Nil
4 रोटावेटर नं॰ 25-40 HP 160000.00 5 वर्ग Nil
5 एमबी प्लौघ और केि व्हील नं॰ - 25000.00 5 वर्ग Nil
रे शम पालन िहहत बागान और बागवानी
1 आम एकड़ Spacing 10m * 10m 40000.00 12-15 वर्ग 36-48 माह
2 लीची एकड़ Spacing 8m * 8m 40000.00 10 वर्ग 36-48 माह
3 पपीता एकड़ Spacing 1.8m * 1.8m 67000.00 3 वर्ग 6 माह
4 मिप
ु ालन नं॰ इटासलयन मिम
ु क्खी (30 कॉलोनी) 115100.00 8 वर्ग 12 माह
वाननकी और बंिर भसू म षवकाि
1 शीशम हे॰ - 30000.00 15 वर्ग 72-84 माह
2 बांि हे॰ - 120000.00 9 वर्ग 60 माह
पशप
ु ालन – डेयरी
1 डेयरी -2 पशु नं॰ CB cows with average milk yield 8-10 LPD with shed 169300.00 3-7 वर्ग Nil
2 डेयरी -5 पशु नं॰ CB cows with average milk yield 8-10 LPD with shed 429250.00 3-7 वर्ग Nil
पशप
ु ालन – मग
ु ीपालन
1 ब्रोयलर यनू नट- 250 बडग नं॰ All in all out deep liter system 113000.00 5 वर्ग 6-12 माह
2 ब्रोयलर यनू नट- 500 बडग नं॰ All in all out deep liter system 226000.00 5 वर्ग 6-12 माह
पशप
ु ालन – भेड़, बकरी, शक
ू र आहद
1 बकरी(10+1 यनू नट) नं॰ Black Bangal Cross - Open Grazing 52000.00 5 वर्ग 18 माह
2 िअ
ू र (3+1 यनू नट) नं॰ Cross Bread 100000.00 5 वर्ग 15 माह
मत््यपालन
1 नए तालाब का ननमागण हे॰ 1 ha (6ft excavation) 1250000.00 7 वर्ग 12 माह
2 ड्रैग नेट नं॰ 500' * 20' nylon net 50000.00 5 वर्ग Nil

81
पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

क्र.सं. गतिविधि इकाई इकाई आकार इकाई लागि (₹) पन


ु भग
ु त
ग ान की अवधि उत्पादन पव
ू ग अवधि
भंडारण और षवपणन िबंिी आिारभत
ू िषु विाओं का ननमागण
1 ग्रामीण गोदाम (500 MT) नं॰ 3500/MT 1750000.00 - -
2 शीत भंडारण (500 MT) नं॰ 4000/MT 2000000.00 - -
भसू म षवकाि, मद
ृ ा िंरक्षण और वाटरशेड षवकाि
1 भसू म िमतलीकरण हे॰ upto 3% slop 58000.00 8 वर्ग 24 माह
2 अम्लीय मद
ृ ा का उपचार एकड़ - 23600.00 7-9 वर्ग 24 माह
3 तालाब (10m*10m*3m) नं॰ 10m * 10m * 10m 27150.00 4-5 वर्ग 6 माह
कृषर् िंबि
ं ी आिारभत
ू िरं चनाएं अन्य – ई-नाम, बीि उत्पादन आहद
1 बीि उत्पादन एकड़ - 21500.00 - -
2 नाडेप कम्पो्ट नं॰ 3m * 2m * 1m 16000.00 5 वर्ग Nil
3 वमी कम्पो्ट नं॰ 3m * 2m * 1m 25000.00 5 वर्ग Nil
खाद्य और कृषर् प्रिं्करण
1 िब्िी/फल प्रं्करण केंद्र नं॰ - 200000.00 - -
2 खाद्य प्रं्करण केंद्र नं॰ - 200000.00 - -
कृषर् अनर्
ु गं ी गनतषवधियां – अन्य
1 एग्री बबज़नेि िेंटर नं॰ - 2000000.00 - -
2 पैक्ि / कृर्क उत्पादक िंगठन नं॰ - 1000000.00 - -
िक्ष्
ू म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएिएमई) क्षेत्र
1 षवननमागण क्षेत्र - िक्ष्
ू म उद्यम नं॰ - 1000000.00 - -
2 िेवा क्षेत्र - िक्ष्
ू म उद्यम नं॰ - 500000.00 - -
ननयागत ऋण, सशक्षा और आवाि क्षेत्र
1 सशक्षा ऋण नं॰ - 1000000.00 - -
2 आवाि ऋण नं॰ - 2000000.00 - -
िामाजिक आिारभत
ू िरं चना
1 सशक्षा केंद्र नं॰ - 1000000.00 - -
2 ्वा््य केंद्र नं॰ - 1000000.00 - -
नवीकरणीय उिाग
1 बायो गैि नं॰ - 131000.00 - -
2 िोलर पम्प नं॰ Motor pump set with suitable inverter (3HP)/ 2700 WP 513000.00 10 वर्ग Nil
अनौपचाररक ऋण षवतरण प्रणाली
1 ्वयं िहायता िमह
ू नं॰ - 100000.00 - -
2 िंयक्
ु त दे यता िमह
ू नं॰ - 100000.00 - -

82
पीएलपी 2022-23
सिमडेगा जिला

अनब
ु ध
ं V - 2021-22 के लिए राज्य स्तरीय तकनीकी सलितत (SLTC) द्वारा प्रिख
ु फसिों के

तनधााररत ववत्तिान
क्र.सं. गतिविधि इकाई इकाई लागि (₹)
अ अनाज
1 िान एकड़ 26000.00
2 गें हू एकड़ 25000.00
3 मक्का एकड़ 20000.00
आ सब्जी
4 आलू एकड़ 65000.00
5 प्याज एकड़ 44000.00
6 टमाटर एकड़ 40000.00
7 फूलगोभी/ बंदगोभी/बैंगन एकड़ 36000.00
8 भभंडी एकड़ 27000.00
9 भिमला भमर्च एकड़ 40000.00
10 भमर्च एकड़ 35000.00
11 अदरक एकड़ 75000.00
12 िरबज
ू एकड़ 40000.00
इ दाल
13 मटर एकड़ 25000.00
14 र्ना/ उरद/ मग
ंू एकड़ 18000.00
15 अरहर एकड़ 16000.00
16 मूँग
ू फली एकड़ 25000.00
17 सोयाबीन एकड़ 18000.00
18 सरसों एकड़ 15000.00

अनब
ु ध
ं V (अ) - 2021-22 के लिए राज्य स्तरीय तकनीकी सलितत (SLTC) द्वारा पशप
ु ािन

और गव्यपािन के तनधााररत ववत्तिान

क्र.सं. गतिविधि इकाई इकाई लागि (₹)


1 दि
ु ारू मिेिी 2 मिेिी 40000.00
2 दि
ु ारू मिेिी 5 मिेिी 100000.00
3 दि
ु ारू मिेिी 10 मिेिी 200000.00
4 बकरी पालन 4+1 25000.00
5 बकरी पालन 10+1 50000.00
6 सक
ु र पालन 4+1 50000.00
7 मग
ु ी पालन - अंडा के भलए 400 पक्षी 150000.00
8 मग
ु ी पालन - मीट के भलए 500 पक्षी 60000.00

अनब
ु ध
ं V (आ) - 2021-22 के लिए राज्य स्तरीय तकनीकी सलितत (SLTC) द्वारा ित्सस्यपािन

के तनधााररत ववत्तिान
1 बीज उत्पादन एकड़ 40000.00
2 भमधिि मछलीपालन एकड़ 60000.00
3 वपजरे मे मछली पालन 6m x 4m x 4m 150000.00
4 मग
ु ीपालन के साथ मछलीपालन एकड़ 320000.00
5 बत्तखपालन के साथ मछलीपालन एकड़ 210000.00

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