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सामने उपस्थित हैं ताकि कानून से संबंधित इन विषयों पर बातचीत कर सकें जो आप लोगों के लिए
जानना बहुत जरूरी है देखिए कानून के कु छ ऐसे विषय होते हैं जिनको जानना बहुत जरूरी होता है
वरना कहीं ना कहीं हर लोगो को उनका सामना करना पड़ सकता है और अक्सर ऐसा देखा जा सकता
है कि जैसे ही किसी व्यक्ति पर कानून से संबंधित कोई भी प्रॉब्लम आती है तो वह बहुत घबरा जाते हैं
और इसी के साथ मैं आपको यह भी बता दूं कि कानून में एक लीगल मैक्सिम है लीगल मैक्सिम्स वह
1 तरीके के प्रिंसिपल या लीगल वर्ड होते हैं जिनके आधार पर हम कानून को समझते हैं एक.. बहुत
इंपॉर्टेंट मैक्सिम है ignorantia juris non excusat इसका मतलब है आप यह नहीं कह सकते कि आप को
कानून नहीं पता था यानी कानून यह मानता है कि आपको कानून पता है और आप कभी अगर किसी
चीज में फं स भी जाते हैं तो भी आपको यह नहीं कह सकते आप क्या को कानून नहीं पता था जबकि
आपको पूरा प्रोसीजर फॉलो करना पड़ेगा और इस वजह से कई बार लोग डर जाते हैं और इसी वजह से
कई बार जिन लोगों को समस्या होती है वह और लोगों के झांसे में आ जाते हैं और गलत फै सला लेले
लेते हैं तो इन सब चीजों से बचने के लिए आज हम सब आप लोगों के सामने उपस्थित हैं ताकि आप
लोगों को वह कु छ जनरल नॉलेज दे पाए वह कु छ जनरल आईडिया दे पाए जिससे आप कभी भी यह ना
सोचा कि आप को कानून के बारे में कु छ भी नहीं पता
देखिए वैसे तो आज आप लोगों को कानून से संबंधित बहुत सी जानकारियां मिलेंगी लेकिन हम लोग
(सुरभि फै जी मैं और सुयश ) आप लोगों से जो टॉपिक डिसकस करेंगे वह परिवार वाद से या सिर्फ
परिवार से संबंधित होगा फै मिली इश्यूज कौन-कौन से होते हैं और अक्सर कौन से भारत में देखे जाते
हैं इन सब के बारे में बात करेंगे और आप किस तरह से बच सकते हैं इन सब से उन सब चीजों पर
बात करेंगे
आइए सबसे पहले बात करते हैं उन लोगों की जो हमारे परिवार में सबसे ज्यादा इंपोर्टेंट होते हैं सबसे
ज्यादा महत्वपूर्ण होते हैं हमारे घर के बड़े बुजुर्ग आप लोग जानते वैसे तो भारत जैसे देश में जहां हम
लोग हमारे बड़े बुजुर्गों की बहुत इज्जत करते हैं उसी देश में यह भी देखा गया है कि उन बड़े बुजुर्गों
बहुत अपमान किया गया चली आइए इस विषय को कु छ आंकड़ों से समझते हैं जैसे की हेल्प एज इंडिया
के अनुसार भारत में 28% माता-पिता ओं को मना कर दिया जाता है उनकी जरूरत की चीजों को देने से
18 परसेंट माता-पिता ओं के साथ मारपीट और उनका अपमान किया जाता है और 52% माता-पिता ओं
को फाइनेंशली बहुत कमजोर रखा जाता है यहां तक कि 22% बहुत ज्यादा कमजोर है स्वास्थ्य को लेकर
इन्हीं सब आंकड़ों को देखते हुए हम हमारे बड़े बुजुर्गों के राइट के बारे में पता होना चाहिए उनके क्या
राइट्स है और वह किस तरह से अपने लाइट को ले सके
इसी तरह की समस्याओं को देखते हुए सन 1973 मैं एक कानून आया उसका नाम था कोड आफ
क्रिमिनल प्रोसीजर इसी कोड के सेक्शन 125 के तहत मेंटेनेंस क्लेम किया जा सकता है इससे पहले कि
आप यह समझे कि मेंटेनेंस माता-पिता बच्चे या पत्नियां किस तरह से प्रेम करते हैं आपको यह पता
होना चाहिए कि मेंटेनेंस होता क्या है मेंटेनेंस को हम हिंदी में भरण-पोषण कहते हैं आप सभी ने अपने
जीवन में कहीं ना कहीं तो यह सुना ही होगा कि जीवन जीने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी होगी तीन
चीजें रोटी कपड़ा और मकान कहीं ना कहीं सेक्शन 125 सीआरपीसी इन्हीं की बात करता है वह
एसेंशियल चीजें जो एक जीवन जीने के लिए जरूरी होती है उन चीजों के बारे में बात करता है यहां तक
कि स्वास्थ्य की बात करता है दरअसल सेक्शन 125 सीआरपीसी ना सिर्फ माता-पिता जो बुजुर्ग माता-
पिता है उनके मेंटेनेंस की बात करता है बल्कि अगर भाई अपने आप को मेंटेन नहीं कर सकती अगर
उसके बच्चे अपने आप को मेंटेन नहीं कर सकते या या अगर किसी व्यक्ति के लिस्ट में 10 लीटर में
ट्रायल ले जाने की इजाजत जाना जाएगा बेटे हैं बेटी है तो उनको भी उसको मेंटेन करना पड़ेगा