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27-12-2023
Headline : लंबी विरासत वाली कंपनियां एआई के दौर में भी अपने मल्ू यों के दम पर टिकीं हैं
Flag: 1400 साल परु ानी जापानी कंपनी 10 साल तक स्टाफ को ट्रे निग ं दे ती है , 1200 साल
परु ाने रे स्तरां का मंत्र है - हर नया ट्रें ड सबसे पहले अपनाओ

न्यय ू ॉर्क | अमेरिका समेत सभी बड़े दे शों में कंपनियां औसतन 21 साल ही चल पाती हैं। कुछ ही
लंबी चलती हैं, तो कुछ ज्यादा ही लंबे समय तक चल रही हैं। 578 ईस्वी में बनी जापानी
कंस्ट्रक्शन कंपनी कॉन्गो गम ु ी या मैनहट्न की ब्रक्
ु स ब्रदर्स ऐसी ही हैं। आर्टिफिशियल
इंटेलिजेंस (एआई) के इस दौर में जहां हर कारोबारी दौड़ में बने रहने के लिए तरह-तरह के
नए-नए प्रयोग कर रहा है , वहां ये कंपनियां सिर्फ अपने मल् ू यों के दम पर न सिर्फ टिकी हुई हैं,
बल्कि प्रतिद्वंद्वियों को टक्कर भी दे रही हैंं। अपने हजारों साल के अनभ ु व से ऐसी कंपनियां
हमें कारोबार में लंबे समय तक टिके रहने के मंत्र बता रही हैं… िकंग स्टीफन, विंस्टन चर्चिल,
थॉमस एडिसन के पहले से कर रहीं कारोबार, आज भी क्वालिटी ही इनकी पहचान कॉन्गाे गम ु ी
(578 ई.), सबक: पहले जगह बनाओ, फिर उसे छोड़ो मत... यह कंस्ट्रक्शन कंपनी है । आज भी
परु ाने अंदाज में बौद्ध मंदिरों, ऐतिहासिक इमारतों का पन ु र्निर्माण करती है । यहां कर्मचारियों
को 10 साल तक सिर्फ ट्रे निग ं दी जाती है ।
2005 में ताकामात्सु कंपनी की सब्सिडियरी बनने के बाद भी इसकी पहचान बरकरार है । तब
कंपनी की ब्रांड वैल्यू 583 करोड़ रुपए थी। 40 पीढ़ियों तक इसके मालिकों ने कस्टमर से गहरे
संबध ं और प्रतिष्ठा को सबसे ऊपर रखा। 593 ई. में जापान का पहला बद् ु ध मंदिर और 16वीं
शताब्दी में ओसाका कैसल इसी कंपनी ने बनाया था। ये भवन यन ू ेस्को की विश्व विरासत की
सच ू ी में हैं। तमाम चन ु ौतियों के बावजदू कंपनी का रे वेन्यू आज भी करीब 400 करोड़ रुपए के
करीब है । सेंट पीटर स्टिफ्ट्सकुलिनेरियम (803 ई.), सबक: विविधता को अपनाना जरूरी..
ऑस्ट्रिया के सैल्जबर्ग में दनि ु या का सबसे परु ाना रे स्तरां इसी कंपनी का है । इसके पास
बेहतरीन वाइन का खजाना है । हर नया ट्रें ड फॉलो करती है , यही इसका मल ू मंत्र रहा है । यहांं 11
डाइनिंग हॉल हैं, जिनमें से आखिरी वाला 400 साल पहले बना था। 600 से ज्यादा लोगों के
लिए सीट होने के बावजद ू आमतौर पर एक हफ्ते पहले से बकि ु ं ग करवानी होती है ।
बक्ु स ब्रदर्स (1818 ई.), सबक: कोर कस्टमर पर फोकस... लोवर मैनहट्टन में शरु ु आत में
ब्रक्
ु स ब्रदर्स स्कूल ड्रेस और वॉल स्ट्रीट बैंकर्स के शर्ट और ब्लू ब्लेजर बनाते थे। 2020 में केन
ओहाशी नामक कारोबारी ने इसे खरीद लिया। कारोबार 20% बढ़ गया है । केन कहते हैं कि वे
परु ाने कस्टमर को कभी नाराज नहीं करते।
कॉन्सोलिडेटेड एडिसन (1823 ई.), सबक: क्वालिटी इसकी खासियत है ...: न्यय ू ॉर्क में बिजली
दे ने वाली यह कंपनी थॉमस एडिसन के जन्म के पहले से कारोबार कर रही है । तब गैस लाइट
बेचती थी। 1920 के दशक में कई कंपनियां बिजली के कारोबार में उतरीं, पर टिकी नहीं। इनकी
गण ु वत्ता से एडिसन भी प्रभावित थे।

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28-12-202
Headline फिनलैंड के ऑउलु में 12% यात्राएं साइकिल से, 50% बच्चे साइकिल से ही स्कूल
जाते हैं
फिनलैंड का ये शहर ‘सर्दियों की साइकिल कैपिटल’, 63 साल में 960 किमी साइकिल ट्रै क
तैयार, हर साल जमे समंदर पर भी ट्रै क बनाते हैं एजेंसी | ऑउलु लगातार 5 महीने रहने वाले -5
से -30 डिग्री तक के तापमान में जब समंदर जम जाता है , सड़कों पर बर्फ की चादरें बिछजाती
हैं, तब भी शहर के लोग साइकिल से सफर पर निकलते हैं। यह शहर है फिनलैंड का ऑउल।ु इसे
दनिु या का ‘विंटर कैपिटल ऑफ बाइसिकिल’ यानी ‘सर्दियों की साइकिल राजधानी’ कहा जाता
है । सर्दियों में यहां 12% यात्राएं साइकिल से होती हैं। 50% यानी आधे बच्चे साइकिल से स्कूल
जाते हैं। इसकी वजह यहां की साइकिल संस्कृति और सरकार की पहल है । साल 1960 से यहां
साइकिल संस्कृति को बढ़ावा दिया गया। तबसे अब तक शहर में 960 किमी का साइकिल ट्रै क
और फुटपाथ तैयार हुआ है । सर्दियों में शहर की सरकार यह सनि ु श्चित करती है कि सब ु ह 7 बजे
तक गिरी बर्फ हटाकर साइकिल ट्रै क साफ कर दिया जाए। इन सड़कों पर 320 अंडरपास बनाए
गए हैं, ताकि साइकिल या पैदल चलने वालों को गाड़ियों के धए ु ं का सामना न करना पड़े। उत्तर
फिनलैंड के शहरों में , जिसमें ऑउलु शहर भी शामिल है , 50 दिन तक सरू ज नहीं उगता। जब
सरू ज उगता भी है तो 17-18 घंटे की रात होती है । परू े शहर में अंधेरा छाया रहता है । ऐसे में
सड़कों और अंडरपास में हर समय रोशनी की परू ी व्यवस्था रहती है । ऑउलु शहर के ट्रै फिक
इंजीनियर है री वारला कहते हैं- हम हर साल बर्फ से जमे समंदर पर साइकिल ट्रै क बनाते हैं।
यहां का नजारा बहुत खब ू सरू त होता है । लोग साइकिल से इस नजारे का लत्ु फ लेते हैं। वे कहते
हैं- अगर हम साइकिल चलाने के लिए बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर की व्यवस्था न करें तो लोगों की
साइकिल में रुचि नहीं रह जाएगी। यह शहर के पर्यावरण के लिए अच्छा नहीं होगा। हम कोशिश
कर रहे हैं कि शहर के लोग कम से कम कारों का इस्तेमाल करें ताकि प्रदष ू ण न हो। 31 साल
की फ्रीलांस डांसर और कोरियोग्राफर एलिना ताहतेला अपने 2 और 4 साल के बच्चों के साथ
साइकिल से काम पर जाती हैं। वे गर्म लंबे कोट, चश्मा और ट्राउजर पहनकर साइकिल चलाती
हुई कहती हैं, यह सर्दियों की सबसे तेज सवारी और व्यायाम है । मैंने अपने बच्चों के​बैठने के
लिए साइकिल से ट्राला जोड़ रखा है । उन्हें बहुत अच्छा लगता है । खर्च ज्यादा नहीं,
साइकिलिस्टों के लिए सड़कों पर इवें ट और फ्री हॉट ड्रिंक
वारला बताते हैं- हम सड़कों की बर्फ हटाने वाले इक्विपमें ट का ही इस्तेमाल करते हैं। इसलिए
खर्च नहीं आता। बस सबसे पहले साइकिल ट्रै क साफ करते हैं। साइकिलिंग को प्रोत्साहित करने
और फीडबैक के लिए सड़कों पर इवें ट करते हैं और फ्री हॉट ड्रिंक दे ते हैं। ज्यादा बर्फ बारी होती है
तो हम लोगों को प्रोत्साहित करते हैं कि वे कारें छोड़ें और साइकिल से चलें।
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29-12-2023
तकनीकी जासस ू ी... चीनी कंपनियों और टे क्नाेलॉजी की हर बढ़त पर नजर रख रहा अमेरिका
सीआईए को केजीबी नहीं चीनी जासस ू ी एजेंसी एमएसएस दे रही चन ु ौती, जिनपिंग ने दनि ु या के
हर जासस ू की प्रोफाइल एअाई से तैयार कराई तकनीकी जासस ू ी के दौर में अमेरिकी खफि ु या
एजेंसी सीआईए के लिए चीन की मिनिस्ट्री ऑफ स्टे ट सिक्योरिटी (एमएसएस) नई चन ु ौती बन
गई है । एमएसएस के पास दनि ु या के हर जासस ू की एअाई से तैयार प्रोफाइल है । अब
एमएसएस बेहतर ट्रे निग ं , भारी बजट, और एडवांस्ड टे क्नोलॉजी के साथ चीन के सप्र ु ीम लीडर
शी जिनपिंग के मंसब ू े परू े करने में जट ु ी है । ऐसे में सीआईए के सामने अब रूसी जासस ू ी एजेंसी
केजीबी से बड़ी चन ु ौती एमएसएस से निपटना है । चीनी पोलित ब्यरू ो में राष्ट्रपति जिनपिंग के
खास और खफि ु या प्रमख ु चेन वें किंग को भी शामिल किया गया है । ऐसा
दशकों में पहली बार हुआ है । सत्र ू ों के मत ु ाबिक, उनका एकमात्र लक्ष्य-जिनपिंग की सत्ता मजबत ू
करना है । इसके लिए उन्हें विशेषाधिकार दिए गए हैं। एमएसएस के जासस ू ों ने विशेष कंप्यटि ू ग

प्रोगाम से अमेरिका समेत कई दे शों के लोगों के डोजियर बनाए हैं। इससे ‘बिहे वियर पैटर्न’ का
विश्लेषण तक संभव है । एमएसएस की बैठकों के मेमो और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध
दस्तावेजों के अनस ु ार एआई से लैस प्रोग्राम में पिछले डेटाबेस, सैकड़ों कैमरों की तस्वीरें , कारों
के नंबर प्लेट, सेलफोन डेटा, कॉन्टै क्ट नंबर और ऐसी कई जानकारियां फीड की गई थीं। इनकी
मदद से चीनी जासस ू टारगेट चन ु ते हैं। इसके बाद उनके नेटवर्क और कमजोरियों की पहचान
करते हैं। एमएसएस ने खद ु को धार दे ने के साथ अपना नेटवर्क भी ​मजबत ू किया है । इसके लिए
पिछले कुछ सालों में विशेषज्ञों की भर्तियां की गई हैं। यहां तक कि अमेरिकी नागरिकों को भी
हायर किया गया। 24 से ज्यादा वर्तमान और पर्व ू अमेरिकी अधिकारियों के अनस ु ार, बाइडन के
राष्ट्रपति बनने के बाद चीन की निगरानी का खर्च दोगन ु ा तक बढ़ गया है ।
अमेरिका चीनी कंपनियों और टे क्नाेलॉजी की हर बढ़त पर नजर रख रहा है । सीआईए भी यह
पता करने में जट ु ी है कि चीनी कंपनियां एआई और क्वांटम कंप्यटि ू ग
ं के क्षेत्र में क्या कर रही
हैं। वहां बायो टे क्नोलॉजी, सेमीकंडक्टर में क्या नया हो रहा है । सीआईए भी चौंकी; अमेरिकी
छात्र को चीनी एजेंसी ने नौकरी पर रख लिया
एमएसएस ने एक अमेरिकी छात्र ग्लेन डफी श्रीवर को बीजिंग में नौकरी पर रख लिया। डफी ने
सीआईए में आवेदन दिया
था। पकड़े जाने पर उसे 4 साल की सजा हुई। किसी गैर-चीनी को अमेरिकी से इस तरह के काम
के लिए रखने का यह
पहला मामला था। सीआईए के डिप्टी डायरे क्टर डेविड कोहे न ने हाल ही में कहा था कि एजेंसी
ने इन्हीं सब वजहों से चीनी मिशन सेंटर और एक टे क्नोलॉजी इंटेलिजेंस सेंटर भी शरू ु किया
गया है । चीनी जासस ू पहले गॉसि​पिग ं से जानकारी जट ु ाते थे। अब डेटा और छलावे की मदद से
काम कर रहे हैं।
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31-12-2023
Headline कॉस्ट ऑफ लिविंग क्राइसिस : दनि ु या के कई दे शों में पैसों की बर्बादी रोकने के
अभियानों में यव ु ा हैं आगे

Flag: जेन-जी का मनी सेविग ं चैलेंज... सोच-समझकर करते हैं शॉपिंग; बचत और पर्सनल
फाइनेंस पर फोकस, सेकंड हैंड प्रोडक्ट से भी झिझक नहीं
एजेंसी | लंदन
दनिु याभर के यवु ा नए साल में बड़े बदलाव के साथ आगे बढ़ रहे हैं। आम सोच के विपरीत यवु ा
पैसों के मामले में ज्यादा
जिम्मेदार हो गए हैं। इतना ही नहीं वे बचत और पर्सनल फाइनेंस को लेकर भी ज्यादा जागरूक
हैं। दरअसल, कई दे शों में

सोशल मीडिया पर जनवरी में मनी सेविग ं चैलेंज ट्रें ड हो रहा है । इसमें शामिल होने वाले
ज्यादातर जेन-जी यानी 1996
से 2010 के बीच जन्मे यव ु ा हैं।
इन ट्रें ड्स को दे खने से पता चलता है कि वे ऑफर्स दे खकर कुछ भी नहीं खरीद ले रहे हैं। ऐसा
किया भी तो इसके लिए दस ू रे
खर्चों से पैसे निकालते हैं, सेविग ं से नहीं। इतना ही नहीं वे सेकंड हैंड कपड़ों, प्रोडक्ट के
इस्तेमाल में भी नहीं हिचकते। सिर्फ
नई चीजें लेने की ललक में सामान खरीदने की प्रवत्ति ृ से वे बच रहे हैं। इस नो स्पें ड मंथ है शटै ग
के लिए कोई खास नियम
नहीं होता। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टिकटॉक पर तो इसे लेकर सबसे टॉप ट्रें ड को 16 करोड़ से
ज्यादा व्यज ू मिल चक ु े हैं।
मनी सेविग ं के लिए यव ु ा नए-नए आइडियाज शेयर कर रहे हैं। जैसे 28 साल की माटिल्डा ने
बताया कि लंदन से
ग्लस ू ेस्टरसायर आने के बाद उन्हें इस चैलेंेज के बारे में पता चला। वह बताती हैं, मैंने महसस ू
किया कि मेरा फ्रीज खाने के
सामान से भरा था। फिर भी मैं कई चीजें खरीद लाई। इसके बाद मैंने तय किया कि अब इस
महीने मैं कहीं बाहर नहीं
खाऊंगी, दोस्तों के साथ पार्टी नहीं करूंगी। ऐसा करके मैं पैसे बचा सकती हूं। 30 दिन के बाद
मैंने न सिर्फ 1550 पाउं ड
(करीब 1.65 लाख रुपए) बचा लिए, बल्कि अपनी कहानी शेयर कर सोशल मीडिया पर 35,000
नए फॉलोअर भी
जोड़े।
टोरं टो में कंटें ट क्रिएटर क्रिस्टिना मिकास कहती हैं, चैलेंज का कठिन हिस्सा शरु ु आती कुछ
हफ्ते होते हैं। आपको अपनी
अादतें बदलनी होती हैं। आप खद ु को ऑनलाइन शॉपिंग से दरू रख रहे , बाजार नहीं जा रहे तो
बोरियत, चिंता और
उदासी घेरने लगती है । इससे बचने के लिए आपको कुछ नया सिखाना पड़ता है । क्रिस्टीना
अपने चैनल पर यव ु ाअों से
कहती हैं, हम उस पर फोकस करें जो हमारे पास है । जो ठुकरा रहे हैं उसकी जगह क्या मिलेगा
ये सोचें ।
उपभोक्तावाद से धरती को होने वाले नक ु सान को लेकर भी जागरूक हैं यव ु ा
जेन-जी उपभोक्तावाद से धरती को होने वाले नक ु सान को लेकर भी जागरूक हैं। वे सामान की
बर्बादी कम करते हैं। कार्बन फुट प्रिंट रोकने की भी कोशिश करते हैं। मनावैज्ञानिक और
बेस्टसेलर किताबों की लेखिका केली वीकर कहती हैं शोध में साबित हो चक ु ा कि भौतिक
वस्तओ ु ं में सखु से ज्यादा चिंता और मानसिक अस्थिरता ही मिलती है । इन पर निर्भर रहने
वाले खश ु नहीं रह सकते। ये बात हमारे यव ु ा भी अब समझने लगे हैं। पर्सनल फाइनेंस एप मनी
बॉक्स के हे ड ब्रायन बर्न्स बताते हैं कस्टमर का फोकस अब इधर-उधर के खर्च के बजाय निवेश
पर बढ़ा है ।
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01-01-2024
Heading जिंदगी के सबक नए अंदाज में : कई यरू ोपीय दे शों में अब प्राइमरी स्कूलिंग का
तरीका बदल रहा
Flag: न्यज ू ीलैंड में खल ु रहे नेचर स्कूल... बच्चे खेतों-तालाबों में समय गज ु ारते हैं, कीचड़ में
खेलते हैं और खद ु पेड़ों-मवेशियों की दे खभाल करते हैं
एजेंसी | वेलिग्ं टन
न्यजू ीलैंड के बच्चे अब प्राइमरी स्कूलिंग खेतों-स्कूलों में परू ी कर रहे हैं। यहां 8 से 12 साल तक
के बच्चों को हफ्ते में एक दिन खेतों-नदियों के बीच गज ु ारना होता है । वे ईल मछलियों को
खाना खिलाते हैं और कीचड़ में खेलते भी हैं। खेतों में रहने वाले मवेशियों की दे खभाल भी करनी
होती है । दरअसल, कई यरू ोपीय दे शों में स्कूलिंग का तरीका बदल रहा है । बंद दरवाजों के बाहर
बच्चों को जिंदगी के अनभ ु व दे ने के लिए ब्रिटे न और ऑस्ट्रे लिया में ‘फॉरे स्ट स्कूल’ या ‘बशु
काइन्डीज’ खल ु रहे हैं। कई दे शों में थोड़ी पाबंदियों के साथ ‘एन्वायरो स्कूल’ का कॉन्सेप्ट भी
पॉपल ु र हो रहा है ।
इसी राह पर आगे बढ़ते हुए न्यज ू ीलैंड में स्थानीय माओरी जीवनशैली से बच्चों को जोड़ने की
पहल की गई। शरु ु आत में अधिकतर पैरेंट्स झिझक रहे थे। लेकिन धीरे -धीरे उन्हें भी यह बात
समझ आने लगी कि स्कूल के बाहर थोड़ा रिस्क हो सकता है , लेकिन इस तरह से वे जिंदगी की
असली चन ु ौतियों का सामना करने के लिए तैयार हो सकेंगे। ऐसी क्लास के दौरान बच्चे अपने
मन से फैसले लेते हैं। छह साल की एम्मा ड्यस ू न को मर्गि
ु यां पकड़ना पसंद है , तो पांच साल का
रीड खेतोंमें पहुंचते ही किसानों के साथ मेड़ बनाता है , मिट्‌टी में खेलता है , कीचड़ में सराबोर
लौटता है । दस ू री ओर, बच्चों का
दस ू रा झंडु जंगल के बीच से लकड़ियां इकट्‌ठे करके लाता दिखता है । वे कैं पफायर की तैयारी कर
रहे हैं। स्कूल के फाउं डर लियो स्मिथ वॉकी-टॉकी पर टीम को निर्देश दे ते हुए सभी जगह
निगरानी कर रहे हैं। आठ साल का एस्टन विल्कॉक्स अचानक जोर से चीखकर सभी को बल ु ाता
है । उसे एक मरा खरगोश मिला है । वह उसे छूने वाला था कि उसके में टर ने रोक दिया। उसे
दिखाया कि यह क्यों सरु क्षित नहीं था, और खरगोश का शरीर अब पहले जैसा सॉफ्ट नहीं रह
गया था। उन्होंने सभी बच्चों को डिकम्पोजिशन के बारे में समझाया। दो मिनट में ही बच्चों को
लाइफ साइकिल और पर्यावरण संरक्षण जैसी बातों की ट्यट ू ोरियल मिल गई। न्यज ू ीलैंड में अब
ऐसे स्कूल तेजी से बढ़ रहे हैं। पांच सालों में इनकी संख्या 80 हो गई है ।
इनमें 2000 शिक्षक जड़ ु े हैं। माओरी जीवनशैली से स्कूली बच्चों को रूबरू करा रहे , पेड़ कटा तो
रोने लगे वेलिग्ं टन स्थित विक्टोरिया यनि ू वर्सिटी में एजक ु े शन प्रोफेसर जेनी रिची ने 2018 में
शोध किया था। इसमें पाया गया कि माओरी ज्ञान की मदद से बच्चों और प्रकृति को बेहतर
तरीके से जाेड़ा जा सकता है । ऐसे ही एक स्कूल के संस्थापक लियो स्मथ इससे सहमत हैं। वे
बताते हैं हमने इस आधार पर सामहि ू क हित की बात समझाई थी। इसका असर हाल ही में
दिखा। कुछ लोगों ने 20 टी कूका पेड़ काट दिए...हम ये दे खकर अभिभत ू थे कि पेड़ों को दे खकर
बच्चे रो रहे थे। रोना बंद हुआ तो इसकी जगह नए पेड़ लगाए। आसपास के लोगों से इनकी रक्षा
का वादा लिया।
02-01-2024
}नॉर्थ पोल : दनि ु या के अंतिम छोर के करीब हिमाद्री स्टे शन पर पहली बार सर्दियों में गए दल ने
साझा किए अपने अनभ ु व
आर्क टिक में तीन गन ु ा तेजी से पिघलती बर्फ से मानसन ू में बदलाव; कारण जानने को माइनस
26 डिग्री में जट ु े हैं चार
भारतीय वैज्ञानिक, हर वक्त दिखाई दे ता है गोल चांद
अनिरुद्ध शर्मा | नई दिल्ली
नाॅर्वे के स्वालबार्ड द्वीपसमह ू पर न्यु एलेसड ंु साइंस विलेज में भारत का स्थायी रिसर्च
स्टे शन-हिमाद्री। दोपहर के 3 बजे हैं,
लेकिन रात है । तापमान माइनस 26 से माइनस 10 के बीच। भारतीय आर्क टिक दल के
विज्ञानियों ने वीडियो कॉल पर
खिड़की के बाहर दिखाया। पर्णि ू मा बीते छह दिन हो चक ु े , पर चांद बिल्कुल गोल हैै । यह चार
महीने ऐसे ही रहे गा। रे डियो
साइलेंस जोन होने की वजह से मोबाइल फोन केवल समय दे खने और अलार्म के काम आता है ।
आर्क टिक रं ग-बिरं गी नॉर्दर्न
लाइट्स (ऑरोरा) और पोलर बीयर के लिए विख्यात है , पर चांदनी की वजह से दोनों ही नहीं
दिखे। यह पहला मौका है
जब सर्दी में भारतीय दल यहां पहुंचा है । -शेष पेज 00
हिमाद्री स्टे शन 2008 से सक्रिय है , लेकिन पहले भारतीय दल यहां साल में केवल 180 दिन
अनस ु धं ान के लिए जाता था।
करीब 10 दिन पहले पहुंचे दल को यहां 15 जनवरी तक रहना है । नॉर्थ पोल से 1,232 किमी दरू
यह साइंस विलेज
आबादी की अंतिम जगह है । यहां सर्दी में इस बार 12 दे शों के करीब 45 विज्ञानी हैं।
ब्रह्मांड के पहले तारे की तरं गों को पकड़ने का यह सही वक्त
रमन रिसर्च इंस्टीट्यट ू , बेंगलरुु के विज्ञानी डॉ. गिरीश बीएस ने बताया कि अंधेरे का यह समय
रे डियो फ्रीक्वें सी पर शोध के
लिए बेहतर है । इस वक्त सोलर रे डिएशन से होने वाला प्रदष ू ण नहीं रहता। वे 13 अरब वर्ष
पहले विकसित हुए नवजात
ब्रह्मांड के पहले तारे की तरं गों के धध ंु ले संकेतों को पकड़ने की कोशिश में हैं। अन्य स्थानों पर
मानव द्वारा पैदा की गई
तरं गों जैसे एफएम रे डियो तरं गों से इनके बाधित होने का खतरा रहता है , लेकिन यह स्थान
बिल्कुल अछूता और
अप्रभावित है ।
यहां वार्मिंग से बारिश के पैटर्न का पता लगाएंगी अमल् ू या
नेशनल सेंटर फॉर पोलर एंड ओशन स्टडीज, गोवा की रिसर्चर अमल् ू या आर. इस दल की
एकमात्र महिला सदस्य हैं। वे
बारिश के पैटर्न का अध्ययन कर रही हैं ताकि आर्क टिक के तटीय इलाकों में वार्मिंग के असर
का पता लगा सकें। अतल् ु या ने
कहा, आर्क टिक पर सबसे बड़ा खतरा यहां ग्लेशियर का पिघलना है , जिससे स्नो कवर करीब
13% प्रति दशक की दर से
घट रहा है । इससे समद्र ु का स्तर बढ़ रहा है । आर्क टिक में जो होता है वह यहीं सीमित नहीं
रहता, बल्कि परू ी पथ् ृ वी पर
इसका असर होता है ।
बादलों की इलेक्ट्रिकल फील्ड को जानने-समझने का मौका
यहां बर्फ पिघलने की रफ्तार बाकी जगहों से तेज क्यों
इंडियन इंस्टीट्यट ू ऑफ टे क्नोलॉजी, मंडी के रिसर्चर प्रशांत रावत एरोसोल का अध्ययन कर
रहे हैं। अलग-अलग मौसम में
आर्क टिक पर एरोसोल की तल ु ना के लिए डेटा उपलब्ध नहीं है । पोलर क्लाइमेट पर ग्लोबल
वार्मिंग के असर को समझने के
लिए सर्दी के सीजन का डेटा भी चाहिए, ताकि पता चल सके कि आखिर यहां बर्फ पिघलने की
रफ्तार धरती के बाकी
हिस्सों की तल ु ना में तीन से चार गन ु ा तेज क्यों है । यहां तेजी से पिघलती बर्फ भारतीय मानसन ू
को भी प्रभावित कर रही
है ।
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03-01-2024

Flag: एक्सपर्ट बोले- जिंदगी में प्रगति, इनोवेशन और सफलता लेकर आती है इंटेलिजेंट
फेलियर
Heading सभी विफलताएं बरु ी नहीं होतीं... इनसे दोस्ती कर लें; इनकी क्षमता, शक्ति का
इस्तेमाल सीख लेंगे तो बड़ी सफलता की राह खलु जाएगी

वॉशिग ं टन| टे निस के 39 ग्रैंड स्लैम खिताब जीत चक ु ीं बिली जीन किंग कहती हैं, ‘मैच हारना
विफलता नहीं, शोध है ।’
थॉमस एडिसन ने कहा था, मैं अपने प्रयोगों के दौरान असफल नहीं हुआ, बल्कि बल्ब का
आविष्कार करने से पहले 10
हजार ऐसे तरीके ढूंढ़े जो काम नहीं करते।’ ये गेमचें जर लोग विफलता के फायदे गिनाते रहते
हैं। हममें से ज्यादातर को
​फेल होना बरु ा लगता है । पर वास्तव में विफलताएं रोजमर्रा की जिंदगी में मल् ू यवान प्रगति
लाती हैं... यह कहना है हार्वर्ड
बिजनेस स्कूल में लीडरशिप और मैनेजमें ट की प्रोफेसर एमी एडमंडसन का। वे कहती हैं
विफलताएं ही सफलता का मार्ग
प्रशस्त करती हैं… नजरिया बदलें, संभव की सीमा तक पहुंचने की जिद रखें, स्मार्ट रिस्क लें...
तो विफलता रोकना आसान होगा विफलताएं बरु ी नहीं: एमी कहती हैं, सभी विफलताएं बरु ी नहीं
होतीं, कुछ अच्छी भी होती हैं, क्योंकि वे नया अनभ ु व लेकर आती हैं। यह किसी भी अन्य तरीके
से नहीं मिल सकता। इन्हें हम ‘इंटेलिजेंट फेलियर’ कहते हैं। विफलता तब बद् ु धिमान होती है ,
जब वह नए क्षेत्र या लक्ष्य की खोज में हो, चाहे जीवनसाथी ढूंढ़ना हो या कोई वैज्ञानिक
सफलता पाना। ऐसी विफलताएं हर क्षेत्र में इनोवेशन, एडवें चर और सफलता की कंु जी लाती हैं।
दृष्टिकोण बदलना होगा: कोलोराडो यनि ू वर्सिटी के प्रो. एडम ब्रेडली कहते हैं, वफलता
विशेषाधिकार भी हो सकती है ,
यह कुछ लोगों को बिना किसी डर के विफल होने का लाइसेंस दे ती है । एमी कहती हैं, हमारी
संस्कृति अक्सर सफलता को
आदर्श मानती है और विफलता से दरू रहना सिखाती है । पर यह सही नहीं है । विफलता को
लेकर नजरिया बदलने की
जरूरत है । हमें बड़ी सफलता की ओर ले जाने वाली विफलताओं की क्षमता को पहचानना और
इन्हें सफलता की सीढ़ी के रूप में शक्ति की तरह इस्तेमाल करना सीखना होगा। विफलता से
सीख: एमी के मत ु ाबिक सीखने का व्यवहार अहम है । गलतियों पर टीम से चर्चा को बढ़ावा दे ने
से निरं तर सध ु ार की संस्कृति को प्रोत्साहन मिलता है । अगर आप किसी ऑफिस में टीम लीड
कर रहे हैं तो सभी सदस्यों को अनिश्चितता के बारे में सवाल उठाने और मदद मांगने के लिए
प्रोत्साहित करें ।
स्मार्ट रिस्क लेना: नोबेल विजेता वैज्ञानिक, एथलीट और टे क इनोवेटर्स सामान्य लोगों की
तल ु ना में ज्यादा बार असफलता का सामना करते हैं। इनके बिना, उनकी सफलता असाधारण
हो ही नहीं सकती। ये गमचें जर लोग स्मार्ट रिस्क लेते हैं, यह जानते हुए कि वे कई बार फेल
होंगे। वे संभव की सीमा तक पहुंचने के लिए तैयार हैं क्योंकि उन्होंने असफलता से दोस्ती
कर ली है और उससे शक्तिशाली सबक लेने के लिए खद ु को सक्षम बना लिया है ।
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04-01-2024
Heading:अमीरों व सेलिब्रेटी तक सीमित ट्रीटमें ट अब आम अमेरिकी ले रहे , इनोवेटिव
तकनीकों से नतीजे भी तरु ं त
Flag: सामान्य फेशियल की चमक फीकी... अब स्कल्पटिंग और लिफ्टिं ग फेशियल का ट्रें ड;
एक सेशन की फीस 1.5 लाख, सालभर की वेटिग
ं भी

न्यय ू ॉर्क | क्या आप फेशियल के लिए 1.5 लाख रुपए खर्च करें गे। शायद नहीं... पर अमेरिका में
ब्यट ू ी सैंडविच स्टूडियो में स्पेशल रे डियो फ्रीक्वें सी फेशियल के लिए एक सेशन की फीस इतनी
ही है । और तो और इस अनठ ू े फेशियल के ​लिए इस स्टूडियो में सालभर की वेटिग ं है । फेस
स्कल्पटिंग और फेस लिफ्टिं ग जैसे फेशियल को लेकर दीवानगी तेजी से बढ़ रही है ।
किम कार्दशियन, है ली बीबर व जेनिफर एनिस्टन जैसी हस्तियों ने ​इनके फायदे गिनाकर लोगों
को इनका कायल बना दिया है । 40 साल की इंफ्लए ु ंसर कैं डिस मिलर ने हाल ही में रीमॉडलिंग
और माइक्रोनीडलिंग ट्रीटमें ट करवाया, इस पर करीब 1.37 लाख रुपए खर्च हुए। कैं डिस कहती
हैं कि अच्छा दिखना पेशे की जरूरत है । इसलिए समझौता नहीं कर सकते। ब्यट ू ी सैंडविच के
फाउं डर इवान पोल कहते हैं,‘सामान्य फेशियल में रोमछिद्र खोलने के लिए भाप दे ना और
मास्किंग की मदद ली जाती है । इससे सफाई के साथ त्वचा की सतह के नीचे छिपी गंदगी से
छुटकारा मिल जाता है । पर यह तरीका ‘स्नैच्ड’ का अनभ ु व नहीं दे ता। सौंदर्यशास्त्र की
शब्दावली में इसे गढ़ा हुआ और तराशा हुआ कहते हैं। इसलिए जेन नेक्स्ट को इनोवेटिव
फेशियल पसंद आ रहा है । कार्दशियन, बीबर जैसी हस्तियों को संवारने वाली ब्यट ू ी एक्सपर्ट
मिस चेक कहती हैं,‘चेहरे की त्वचा की तल ु ना उस आटे से करती हैं, जिसे कोई भी हाथ से
गंथू कर मनचाहा आकार दे सकता है । अमेरिका के च​र्चित ब्यट ू ी एक्सपर्ट मिस बिकाज, इवान
पोल, जोआना चेक, क्रिस्टल ग्रीन और सिंथिया रिवास इन तकनीकों से चेहरे तराश रही हैं।
इसलिए अब तक अमीरों और मशहूर लोगों तक सीमित ये फेशियल मख् ु यधारा में शामिल हो
गए हैं। इनमें नतीजे
भी तेजी से मिलते हैं।

ग्लोबार की फाउं डर राचेल लिवरमैन के मत ु ाबिक बीते 6 महीनों में माइक्रोकरं ट व रे डियो
फ्रीक्वें सी में 20% इजाफा हुआ है । इससे पता चलता है कि जेन नेक्स्ट सामान्य फेशियल नहीं,
चेहरे को अपलिफ्ट करने वाला ट्रीटमें ट चाहती है और उन्हें खर्च की फिक्र तो बिल्कुल नहीं है ।
माइक्रोकरं ट और रे डियो फ्रीक्वें सी जैसी तकनीकों से होता है ट्रीटमें ट स्कल्पटिंग और लिफ्ट
फेशियल में माइक्रोकरं ट और रे डियो फ्रीक्वें सी जैसी तकनीकों का इस्तेमाल होता है ।
माइक्रोकरं ट में इलेक्ट्रिसिटी द्वारा मांसपेशियों को सक्रिय किया जाता है इससे चेहरे पर उभार
का आभास होता है । यह चेहरे की मसल्स को टोन करके टे क्सचर बेहतर करता है । इससे त्वचा
चमकने लगती है , यह ट्रीटमें ट मशीन और कुछ केमिकलयक् ु त उत्पादों से किया जाता है । वहीं
रे डियो फ्रीक्वें सी में त्वचा को गर्मी दी जाती है ताकि उसमें सिकुड़न और कसावट लाई जा सके।
सिग्नेचर फेशियल में क्लींजिग ं , एक्सफोलिएशन, एक्सट्रै क्शन, मास्क और हल्की मालिश के
चरण होते हैं, जो चेहरे को तरोताजा कर दे ते हैं।
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05-01-2024
Heading:एक्सरसाइज को लेकर फैले मिथकों से जोखिम ज्यादा... इन्हें दरू करने के तरीके
बता रहे हैं एक्सपर्ट दौड़ने से घट ु ने खराब नहीं होते, बढ़ती उम्र में वॉक के साथ स्ट्रें थ ट्रे निग ं
जरूरी, ज्यादा आइस बाथ मसल रिपेयर प्रोसेस रोक दे ता है : एक्सपर्ट
न्यय ू ॉर्क | एक्सरसाइज सही तरीके से करें तो यह दवा का काम करती है । जबकि गलत सलाह
मान ली तो यह उल्टे चोट भी पहुंचा सकती है । जैसे सिट-अप्स बेहतरीन वर्क आउट माना जाता
है । पर अब कहा जा रहा है कि यह पीठ के निचले हिस्से का दर्द बढ़ा दे ता है । न्यय ू ॉर्क के लेमन

कॉलेज में एक्सरसाइज साइंस के प्रोफेसर ब्रैड स्कोनफेल्ड कहते हैं, फिटनेस कल्चर गलत
धारणाओं से भरा पड़ा है । इसके जिम्मेदार फिटनेस वे इंफ्लए ु ंसर्स हैं, जो किस्सों और जिम के
अनभ ु वों के आधार पर सलाह दे ते रहते हैं। एक बार ये गलत सलाह लोगों के बीच पहुंच गई तो
तो इन्हें बदलना मश्किु ल है । फिटनेस से जड़ ु े कुछ ऐसे ही मिथक और इन्हें कैसे दरू कर सकते
हैं, जानिए एक्सपर्ट से… स्ट्रे चिग ं से ज्यादा फायदे मद ं डायनामिक वर्क आउट; लाइट वेट उठाकर
भी मसल बिल्डिंग की जा सकती है मिथक: वर्क आउट से पहले स्ट्रे च करना जरूरी:
तथ्य: यस ू ीएलए हे ल्थ में स्पोर्ट्स मेडिसिन के एक्सपर्ट डॉ. जोश गोल्डमैन कहते हैं, यह चोट
रोकने में प्रभावी नहीं। इसकी
जगह डायनामिक वॉर्मअप करें । एक्टिव वर्क आउट से ब्लड फ्लो बढ़ता है । सोने से पहले स्ट्रे चिग ं
अच्छी है । मिथक: मसल बिल्डिंग के लिए है वी वेट उठाना तथ्य: मेयो क्लिनिक के डॉ. जैकब
सेलन कहते हैं, 30 रिपीटे शन के लिए हल्का वजन उठाना, 12 रि​पीटे शन के लिए भारी
वजन उठाने जितना प्रभावी है । हालांकि है वी वेट लिफ्टिं ग व्यक्तिगत पसंद का मामला है ।
इससे डरना नहीं चा​िहए। मिथक: ज्यादा रनिंग से घट ु ने खराब हो जाते हैं तथ्य: डॉ. गोल्डमैन
के मत ु ाबिक यह सच नहीं है , क्योंकि हमारा शरीर गतिशील है । जोड़ खद ु को रीजेनरे ट कर
सकते हैं, खासकर जब हम सक्रिय होते हैं। डॉ. जॉर्डन मेट्जेल कहते हैं, अगर हम अचानक बहुत
ज्यादा दौड़ने लग जाएं तो घट ु नों में दर्द और चोट आने का का जोखिम रहता है । इसलिए स्पीड
और दरू ी धीरे -धीरे बढ़ाएं। मिथक: बढ़ती उम्र में सिर्फ वॉक करना काफी तथ्य: एक्सरसाइस
साइंस की प्रोफेसर ऐनी ब्रैडी कहती हैं, ‘बढ़ती उम्र के साथ फिट रहने के लिए केवल वॉक करना
पर्याप्त नहीं है । 30 की उम्र से शरू ु होकर मांसपेशियों में धीरे -धीरे गिरावट आने लगती है ।
इसलिए हफ्ते में 20-20 मिनट की दो स्ट्रें थ ट्रे निग ं बहुत जरूरी है ।’
मिथक: लोअर बॉडी पर फोकस जरूरी नहीं तथ्य: रनिंग कोच अमांडा काट्ज के मत ु ाबिक रनर्स
और साइकिलिस्ट को भी लोअर बॉडी मजबत ू बनाने की जरूरत है ।
स्क्वैट्स-लंजेस और ग्लट ू ब्रिज हडिड्यों का घनत्व सध ु ारते हैं। यह अच्छा रनर या
साइकिलिस्ट में मददगार है । मिथक: चोट में आइस बाथ से बेहतर रिकवरी
तथ्य: एक्सपर्ट कहते हैं हर तरह की सज ू न बरु ी नहीं होती। ऐसा करके शरीर खद ु को मजबत ू
करता है । पर बार-बार
आइसबाथ से मसल रिपेयर प्रक्रिया रुक जाती है । वर्क आउट के बाद सौना बाथ ज्यादा सरु क्षित
और प्रभावी है ।’

Business Lead story

गरुु वार, 21 दिसंबर, 2023


Heading :सात साल में बंद हुए आधे एमएसएमई
बिजनेस संवाददाता | नई दिल्ली
अंतरराष्ट्रीय मद्र
ु ा कोष (आईएमएफ), एसएंडपी और मॉर्गन स्टे नली जैसी वैश्विक संस्थाएं
भारतीय अर्थव्यवस्था को स्टार परफॉर्मर बता रही हैं। लेकिन दे श की मैन्यफ
ु ै क्चरिंग में करीब
36 फीसदी योगदान करने वाले सक्ष् ू म, लघु और मझोले उद्यम (एमएसएमई) बीते सात साल
में करीब आधे रह गए हैं। एमएसएमई मंत्रालय के आंकड़ों के मत ु ाबिक, 2016 में जहां कुल
6.25 करोड़ एमएसएमई थे, वहीं अब इनकी तादाद 48% घटकर 3.25 करोड़ रह गई है ।
उद्यम पोर्टल के मत ु ाबिक, बीते 3 साल 5 महीनों में ही 32.5 हजार एमएसएमई बंद हो गए।
विशेषज्ञों कहना है कि लगातार बदलते हालात एमएसएमई पर भारी पड़ रहे हैं। खास तौर पर
सरकार की नीतियां इन्हें रास नहीं आ रही।

हाल के वर्षों में ताबड़तोड़ नीतिगत बदलावों का असर


हाल के वर्षों में सरकार ने कैशलेस लेनदे न, डॉक्यम
ू ें टेड सर्विसेज, जीएसटी, ई-कॉमर्स मार्के टिंग,
वैश्विक मानक और सामाजिक सरु क्षा से संबधि ं त कई नीतिगत बदलाव किए। एसोसिएशन
ऑफ इंडियन आंत्रप्रेन्योर्स के नेशनल चेयरमैन केई रघन ु ाथन के मतु ाबिक, इन बदलावों ने
पारं परिक उद्यमियों को बड़ा झटका दिया, जिन्हें ऐसे नियमों की आदत नहीं थी।

2022-23 में रिकॉर्ड एमएसएमई बंद


1 जलु ाई 2020 से 12 दिसंबर 2023 के बीच 32,477 एमएसएमई बंद हो गए। वित्त वर्ष
2022-23 में सबसे ज्यादा 13,290 एमएसएमई बंद हुए। चालू वित्त वर्ष में भी 12 दिसंबर तक
12,790 एमएसएमई पर ताला लग गया।

निर्यात में लगातार घट रही हिस्सेदारी


दे श से कुल निर्यात में एमएसएमई की हिस्सेदारी तीन साल में करीब 50% से घटकर 44% से
कम रह गई है । दस ू री तरफ इसी दौरान समग्र निर्यात 26 लाख करोड़ से करीब 43% बढ़कर
37.4 करोड़ रुपए का हो गया। यानी बड़ी कंपनियां आक्रामक हैं।
(इसमें टे बल और इलस्ट्रे शन के डेटा नहीं है )
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शक्रु वार, 22 दिसंबर, 2023
Heading अच्छा मौका: इन्वें टरी तीन गन ु ा, इसे खपाने के लिए डिस्काउं ट बीते साल से दोगन ु ा,
ई-दोपहिया पर भी ऑफर
शीर्षक: इस माह ई-कारों पर 4 लाख तक की छूट
बिजनेस संवाददाता | नई दिल्ली
नया साल शरू ु होने से पहले इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) का स्टॉक खत्म करने की कवायद तेज हो
गई है । दिसंबर में इलेक्ट्रिक कारों पर 4 लाख रुपए तक और ई-दोपहिया पर 38,000 रुपए तक
डिस्काउं ट और बेनिफिट ऑफर किए जा रहे हैं।
बीते दो साल सप्लाई की दिक्कतों के चलते ऑफर कम मिल रहे थे। कुछ मॉडलों पर कोई
डिस्काउं ट नहीं था। इस साल डीलर्स के पास औसत से लगभग तीन गन ु ा स्टॉक है । कंपनियों
और डीलर्स पर जल्द स्टॉक खत्म करने का दबाव है इसलिए वे ग्राहकों को पिछले साल की
तल ु ना में करीब दोगन ु े बेनिफिट दे रहे हैं। पिछले साल दिसंबर में अधिकतम 2.5 लाख रुपए का
ही डिस्काउं ट ऑफर किया जा रहा था। इन बेनिफिट में प्राइस कट, एक्सेसरीज,
इंश्योरें स/रजिस्ट्रे शन की छूट और कम दरों पर फाइनेंस जैसे ऑफर शामिल हैं।

दिसंबर में वाहनों पर भारी छूट इसलिए


दरअसल दिसंबर में खरीदा वाहन जनवरी में एक साल परु ाना माना जाता है । ऐसे में उसकी
रीसेल वैल्यू कम होने की आशंका रहती है । इसके अलावा जनवरी से कंपनियां नए मॉडल और
फेसलिफ्ट लॉन्च करती हैं, परु ाना स्टॉक खपाना होता है । त्योहारों में डीलर्स के पास ज्यादा
स्टॉक जमा हो जाता है , जिसे निपटाने के लिए डिस्काउं ट दिए जाते हैं।

21 दिन की जगह 2 महीनों की इन्वें टरी


पिछले साल सप्लाई की दिक्कत थी, पर इस साल ऐसा नहीं है । आमतौर पर डीलर्स के पास 21
दिन की इन्वें टरी (स्टॉक) होती है , लेकिन इस बार 62 से 64 दिन की इन्वें ट्री चल रही है । ऐसे में
स्टॉक क्लियर करने के लिए डीलर्स और कंपनियां है वी डिस्काउं ट दे रहे हैं।
- मनीष राज सिंघानिया, प्रेसिडेंट, फाडा
(इसमें इलस्ट्रे शन का मैटर नहीं है )
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शनिवार, 23 दिसंबर, 2023
Heading: रे रा: दो साल में प्रोजेक्ट रजिस्ट्रे शन 63% बढ़कर 1.16 लाख से ऊपर
यप ू ी में सबसे ज्यादा 44,602 केस सल ु झे; मप्र में 5,694
बिजनेस संवाददाता | नई दिल्ली
रियल एस्टे ट (रे गल ु ेशन एंड डेवलपमें ट) एक्ट यानी रे रा मकान खरीदारों के लिए मददगार
साबित हो रहा है । दो साल में इस कानन ू के तहत प्रोजेक्ट रजिस्ट्रे शन 63% बढ़ने के साथ ही
ग्राहकों की शिकायतें भी 47.4% ज्यादा निपटाई गईं।
आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के मत ु ाबिक, नवंबर 2021 तक दे शभर में रे रा कानन
ू के
तहत मकान ग्राहकों की 78,903 शिकायतें निपटाई गई थीं। इस साल नवंबर तक 1.16 लाख
से ज्यादा शिकायतें निपटाई गईं। इस बीच रे रा के तहत हाउसिंग प्रोजेक्ट का रजिस्ट्रे शन भी
71,307 से बढ़कर 1,16,117 हो गया। उत्तर प्रदे श में सबसे ज्यादा 44,602 केस निपटाए गए।
मध्य प्रदे श में भी 5,694 शिकायतों का निपटारा किया गया।

दे श में रे रा की स्थिति
32 राज्यों/यट ू ी में रियल एस्टे ट रे गल ु ेटरी ऑथोरिटी ऑपरे शनल हैं।
28 राज्यों/यट ू ी में रियल एस्टे ट अपीलेट ट्रिब्यन ु ल काम कर रहा है ।
30 राज्यों/यट ू ी में रे रा प्रावधानों के तहत वेबसाइट्स चल रही हैं।
26 राज्यों/यट ू ी में निर्णायक अधिकारियों की नियक्ति ु कर दी गई है ।

रे रा के 5 बड़े फायदे
1. बिल्डर प्रोजेक्ट के हर छोटे -बड़े पहलू की परू ी जानकारी ग्राहक को दे ता है ।
2. बिल्ट-अप, सप ु र बिल्ट-अप एरिया के लिए खरीदारों से शल् ु क नहीं लिया जा सकता।
3. प्रोजेक्ट के डिजाइन या ढांचे में बदलाव के लिए खरीदारों से सहमति लेना अनिवार्य है ।
4. डेवलपर के लिए तय समय सीमा में प्रोजेक्ट का काम परू ा करना जरूरी है ।
5. कब्जा मिलने के कम से कम 5 साल तक घर में कोई समस्या नहीं आनी चाहिए।
(इसमें टे बल के डेटा नहीं है )
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मंगलवार, 26 दिसंबर, 2023
फ्लैग: चीन से आए पर्जे ु 75% तक सस्ते होने का असर
शीर्षक: ईवी सब्सिडी में कटौती से 40% तक बढ़ा चीनी पर्जों ु का आयात
अजय तिवारी | नई दिल्ली
इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) पर सब्सिडी घटने से कंपनियां एक बार फिर चीन का रुख कर रही हैं।
चीनी पर्जों
ु का आयात 40% तक बढ़ गया है । नई दिल्ली में आयोजित ईवी एक्सपो, 2023 में
ईवी कंपनियों ने इसको लेकर चिंता जताई। दरअसल दे श में ईवी मैन्यफ ु ै क्चरिंग को बढ़ावा दे ने
के लिए फेम सब्सिडी जैसे प्रोत्साहन शरू ु किए थे। इनका असर भी दिखा, लेकिन इस साल जन ू
से सरकार ने बैटरी सब्सिडी 15,000 से घटाकर 10,000 हजार रुपए प्रति किलोवाट कर दी है ।
एक्स-फैक्टरी प्राइस की 40% अधिकतम सब्सिडी लिमिट भी 15% कर दी गई। 20 दिसंबर
2023 को राज्यसभा में प्रस्तत
ु एक रिपोर्ट में संसदीय समिति ने सब्सिडी बहाल करने की
सिफारिश की है , पर अभी तक इसके आसार नहीं दिख रहे हैं।

ईवी पर सब्सिडी राशि में 66% की कटौती


अल्टियस ईवी के फाउं डर डायरे क्टर राजीव अरोरा ने बताया कि बाइक पर 53 हजार की
सब्सिडी 66% घटकर 18 हजार रह गई। उन्होंने दाम कम रखने के लिए बाइक चाइनीज मोटर
के साथ रजिस्टर कराई है ।

नई ईवी ऑटो कंपोनेंट कंपनियां परे शानी में


सस्ते चीनी पर्जों
ु के चलते नई ईवी कंपोनेंट कंपनियां मार्के ट नहीं बना पा रही हैं। भारत में तैयार
प्लास्टिक कंपोनेंट्स, स्प्रिंग्स और फास्टनर्स आयातित पर्जों
ु से 20% और पिस्टन जैसे पार्ट्स
75% तक महं गे हैं।

चीन से 32,000 रुपए में स्कूटर का आयात


सोनी ई-व्हीकल के डायरे क्टर अनज ु शर्मा ने कहा, ‘चीन से आयातित ई-स्कूटर की लागत सिर्फ
32 हजार बैठती है । लेकिन भारत में उसी क्वालिटी का स्कूटर तैयार करने की लागत 42 हजार
होती है ।’
(इसमें टे बल के डेटा नहीं है )
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गरुु वार, 28 दिसंबर, 2023
सबसे आगे: घरे लू बाजार का मार्के ट कैप 25%, अमेरिका का 22.6% बढ़ा, पर चीन का 9.6%
घटा
शीर्षक: इस साल सबसे तेज चढ़े भारतीय शेयर बाजार
बिजनेस संवाददाता | मब ंु ई
शेयर बाजारों ने बध ु वार को सारे पिछले रिकॉर्ड तोड़ दिए। सेंसेक्स और निफ्टी ने न सिर्फ नया
ऑलटाइम हाई बनाया, बल्कि दोनों बेंचमार्क इंडक् े स नए रिकॉर्ड लेवल पर भी बंद हुए। सेंसेक्स
पहली बार 72 हजार के लेवल से ऊपर बंद हुआ। इसके साथ ही तेजी (डॉलर में 25%) के मामले
में भारतीय बाजार इस साल दनि ु याभर के टॉप-10 बाजारों में सबसे आगे निकल गया।
सेंसेक्स 701.63 अंकों की उछाल के साथ 72,038.43 पर बंद हुआ। निफ्टी भी 213.40 अंक
चढ़कर 21,654.75 पर पहुंच गया। दोनों बेंचमार्क इंडक् े स में करीब 1% तेजी रही। इस बीच बैंक
निफ्टी भी 48,240 के नए ऑलटाइम हाई पर बंद हुआ। ऑटोमोबाइल, आईटी, मेटल और
सरकारी बैंकों के इंडक् े स में 1-2% उछाल आया। हालांकि एफएमसीजी और फार्मा इंडक् े स में
0.5% ही तेजी आई।

बाजार के सारे पिछले रिकॉर्ड एक दिन में ध्वस्त


बेंचमार्क इंडक्
े स सेंसेक्स 30 निफ्टी 50
ऑलटाइम हाई 72,120 (27 दिसं) 21,676 (27 दिसं)
पिछला 71,913 (20 दिसं) 21,593 (20 दिसं)
रिकॉर्ड क्लोजिंग 72,038 (27 दिसं) 21,655 (27 दिसं)
पिछला 71,484 (15 दिसं) 21,457 (15 दिसं)
2023 में भारतीय बाजार का मार्के ट कैप टॉप-10 बाजारों में सबसे ज्यादा बढ़ा
शेयर बाजार उछाल/गिरावट मार्के ट कैप
भारत 24.8% 347
अमेरिका 22.61% 4197
फ्रांस 14.04% 272
सउदी अरब 13.91% 247
जर्मनी 12.52% 199
जापान 11.79% 507
कनाडा 7.03% 241
ब्रिटे न 5.29% 256
चीन -9.58% 881
हॉन्कॉन्ग -12.61% 380
(आंकड़े 26 दिसंबर तक, तेजी डॉलर के हिसाब से, मार्के ट कैप लाख करोड़ रुपए में )

घरे लू शेयर बाजार में उछाल चार कारणों से


1. वित्त वर्ष 2023-24 की पहली छमाही में विकास दर 7.7% रही, ये अनम ु ान से ज्यादा है ।
2. अप्रैल-सितंबर के बीच निफ्टी कंपनियों की कॉरपोरे ट अर्निंग सालाना करीब 30% बढ़ी है ।
3. वित्त वर्ष 2023-25 के निफ्टी की प्रति शेयर आय औसतन 20% बढ़ने का अनम ु ान है ।
4. 2024 में न सिर्फ अमेरिका में , बल्कि भारत में भी ब्याज दरों में कटौती शरू
ु होने के आसार
हैं।

2024 की शरु ु आत में 22,000 तक जाएगा निफ्टी


प्रभदु ास लीलाधर की वाइस प्रेसिडेंट (टे क्निकल रिसर्च) वैशाली पारे ख ने कहा, ''अगले कुछ
दिनों की ट्रे डिगं में निफ्टी 22,000 के लेवल तक जा सकता है , जो अभी 21,655 पर है ।'' लेकिन
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इन्वेस्टमें ट स्ट्रै टजिस्ट वीके विजयकुमार ने निवेशकों
को सतर्क रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा, ''मिड और स्मॉल कैप सेगमें ट में हं गामा मचा हुआ
है । ऐसे शेयरों का वैल्यए ू शन बहुत ज्यादा है । इनमें गिरावट तो आनी ही है ।''

गोल्ड भी रिकॉर्ड हाई से सिर्फ 85 रुपए नीचे


शेयर बाजार में उछाल के साथ ही सोने की कीमत में तेजी दे खी जा रही है । इंडिया बलि ु यन एंड
ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के आंकड़ों के मत ु ाबिक बध
ु वार को 24 कैरे ट सोने की कीमत
166 रुपए बढ़कर 63,223 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गई। इसके साथ ही बीते 14 दिन में सोना
2,022 रुपए महं गा हो गया है । अब ये 63,281 रुपए (4 दिसंबर) के रिकॉर्ड लेवल से सिर्फ 58
रुपए नीचे रह गया है ।
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शक्र
ु वार, 29 दिसंबर, 2023
फ्लैग: दे श में खपत बढ़ने का संकेत, रिटे ल लोन में 20 फीसदी से ज्यादा उछाल
शीर्षक: असरु क्षित लोन ढाई गन ु ा रफ्तार से बढ़े

बिजनेस संवाददाता | मब
ंु ई
दे श में पर्सनल लोन जैसे असरु क्षित कर्ज होम लोन सरीखे सरु क्षित कर्ज के मक ु ाबले ज्यादा
लिए जा रहे हैं। खास तौर पर गैर-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों (एनबीएफसी) का अनसिक्योर्ड लोन
बढ़ रहा है , जबकि सिक्योर्ड लोन में कमी आ रही है ।
ु ाबिक, इस साल दे श के बैंकिंग सिस्टम में अन सिक्योर्ड लोन
रिजर्व बैंक की एक रिपोर्ट के मत
की ग्रोथ 28.1% रही। ये सिक्योर्ड लोन की 11.5% ग्रोथ के मक ु ाबले करीब ढाई गन ु ा है ।
2022-23 एनबीएफसी के कुल लोन पोर्टफोलियो में सिक्योर्ड लोन की हिस्सेदारी घटकर
69.5% रह गई। मार्च 2022 तक ये 72.4% थी। दस ू री तरफ इसी अवधि में अन सिक्योर्ड लोन
की हिस्सेदारी 27.6% से बढ़कर 30.5% हो गई। विश्लेषकों के मत ु ाबिक, ये अर्थव्यवस्था में
खपत बढ़ने का संकेत है ।

रिटे ल लोन 20% से ज्यादा बढ़े


आरबीआई की रिपोर्ट के मत ु ाबिक, इस साल दे श में होम लोन, व्हीकल लोन और पर्सनल लोन
जैसे सेगमें ट में कर्ज वितरण 20% से ज्यादा बढ़ा है । इसमें बैंक और एनबीएफसी, दोनों शामिल
हैं। वित्त वर्ष 2022-23 में इंडस्ट्री को एनबीएफसी का लोन 12.8% बढ़ा। ये इंडस्ट्री को बैंकों से
मिले लोन के मक ु ाबले 5.7% ज्यादा है ।

एनबीएफसी को बैंक लोन 30% बढ़ा


इस साल एनबीएफसी सेक्टर को बैंकों से मिले लोन में 30% उछाल आया है । एनबीएफसी ये
पैसा रिटे ल ग्राहकों को इंडस्ट्री को बतौर लोन दे रहे हैं। इससे एक अलग तरह का रिस्क बढ़ रहा
है । यदि एनबीएफसी के ग्राहक डिफॉल्ट करें गे तो एनबीएफसी के लिए भी बैंकों को लोन चक ु ाना
मश्कि
ु ल हो जाएगा। बैंकिंग सिस्टम में ये संबधं ''इंटरकनेक्टे डनेस'' कहलाता है ।

बैंकिंग सेक्टर में बढ़ रहा रिस्क


रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर जे स्वामीनाथन ने गरु
ु वार को लोन के ताबड़तोड़ वितरण के बीच
बैंकों और एनबीएफसी के आपसी लेनदे न (इंटरकनेक्टे डनेस) पर चिंता जताई। एसबीआई के
एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, ''एनबीएफसी को बैंकों से मिल रहे लोन की रफ्तार रिस्क बढ़ा
रही है ।''

चौंकाने वाला ट्रें ड


- 28.1% बढ़ा 2023 में बैंकिंग सिस्टम का अनसिक्योर्ड लोन
- 11.5% ही बढ़ा घर-गाड़ी के लिए कर्ज जैसे सिक्योर्ड लोन
- 30% उछाल आया बैंकों से एनबीएफसी को मिले लोन में
- 5.7% ज्यादा लोन दिए एनबीएफसी ने इंडस्ट्री को बैंकों के मकु ाबले
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शनिवार, 30 दिसंबर, 2023
फ्लैग: इक्विटी, स्मॉलकैप फंड पर फोकस का नतीजा
शीर्षक: इस साल हाइब्रिड फंड की ग्रोथ सिर्फ 5.7%, 2021 में 20% थी
अभिषेक कुमार | मब ंु ई
डेट फंड में टै क्स बेनिफिट कम होने के बाद हाइब्रिड म्यच
ू अ
ु ल फंड में निवेश बढ़ने की उम्मीद
थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस साल स्मॉल-कैप फंड में निवेश बढ़ने से हाइब्रिड फंड के फोलियो
में तीन साल की सबसे धीमी बढ़ोतरी हुई है ।
2023 में हाइब्रिड फंड्स का फोलियो सिर्फ 5.7% बढ़ा। 2022 में ये ग्रोथ 7.6% और 2021 में
20% थी। म्यच ू अु ल फंड इंडस्ट्री के संगठन एम्फी के आंकड़ों के मत
ु ाबिक, 2020 में हाइब्रिड
फंड्स के फोलियो 2.4% घटे थे। हालांकि वो साल कोविड प्रतिबंधों से प्रभावित था। इस साल
नवंबर तक हाइब्रिड फंड्स (डेट+इक्विटी) में कुल 78,200 करोड़ रुपए का निवेश हुआ। इसमें
68% हिस्सेदारी आर्बिट्रे ज और इक्विटी सेविग
ं फोलियो की रही।

मल्टी एसेट एलोकेशन में सबसे ज्यादा 68% बढ़ा फोलियो


यहां टे बल इस्तेमाल किया गया है

दो साल के बराबर एक ही साल आ गईं नई हाइब्रिड स्कीम्स


म्यच
ू अ
ु ल फंड कंपनियों ने इस साल 11 हाइब्रिड स्कीम्स लॉन्च की। 2022 में 5 और 2021 में
6 नई स्कीम्स लॉन्च की गई थी। कुछ फंड हाउस बैलेंस्ड हाइब्रिड फंड लेकर आए, लेकिन इनमें
फोलियो बढ़ने की जगह -1.0% घट गया।

स्मॉलकैप फंड्स में इस साल जड़ ु े रिकॉर्ड नए इन्वेस्टमें ट फोलियो


एडलवाइस एमएफ के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और प्रोडक्ट हे ड निरं जन अवस्थी ने बताया,
‘2023 में नवंबर तक स्मॉलकैप फंड्स में रिकॉर्ड 59 लाख फोलियो बढ़े , जबकि हाइब्रिड फंड्स
के फोलियो में 7 लाख की ही बढ़ोतरी हुई।’
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मंगलवार, 02 जनवरी, 2024
2024: 96% सीईओ को उम्मीद, विदे शी निवेश, सरकारी खर्च बढ़े गा
शीर्षक: 91% कंपनियां बढ़ाएंगी क्षमता, 73% दें गी नए जॉब

बिजनेस संवाददाता | नई दिल्ली


इस साल कंपनियां न सिर्फ विस्तार करें गी, बल्कि प्रोडक्शन बढ़ने के लिए नई नियक्ति ु यां भी
करें गी। इसके अलावा हुनरमंद कर्मचारियों को बनाए रखने के लिए वेतन में भी अच्छा खासा
इजाफा करें गी। घरे लू कॉरपोरे ट के ज्यादातर सीईओ ने उम्मीद जताई कि इस साल डिमांड और
कमाई बढ़े गी।
2024 के लिए प्लान को लेकर घरे लू कंपनियों के सीईओ के बीच कराए गए सर्वे में शामिल
91% सीईओ ने कहा कि वे विस्तार के लिए निवेश बढ़ाएंगे। 72.7% सीईओ की योजना 2024
में ज्यादा से ज्यादा कर्मचारी नियक्
ु त करने की है । दो दर्जन से ज्यादा बड़ी कंपनियों बीच कराए
गए बिजनेस स्टैंडर्ड के सर्वे में 86.4% सीईओ ने उम्मीद जताई कि कर्मचारियों के वेतन में
20% तक बढ़ोतरी हो सकती है ।

उम्मीद: कमाई 20% से ज्यादा बढ़े गी


64% सीईओ ने उम्मीद जताई कि उनकी कंपनी की कमाई 20% से ज्यादा बढ़े गी। 96%
सीईओ ने कहा कि उन्हें इस साल विदे शी निवेश बढ़ने की उम्मीद है । अमेरिका की टे स्ला और
वियतनाम की विनफास्ट ऑटो जैसी ईवी (इलेक्ट्रिक वाहन) कंपनियां भारत में दस्तक दे ने जा
रही हैं।

चन
ु ौती: महं गाई, टै लेंट, कमजोर रुपया
सीईओ की सबसे बड़ी चिंता महं गाई और बढ़ती ब्याज दरें हैं। टै लेंटेड प्रोफेशनल्स को आक​र्षित
करना और उन्हें बनाए रखना भी उन्हें बड़ी चन
ु ौती नजर आ रही है । 68% से ज्यादा सीईओ ने
आशंका जताई कि रुपया गिरकर 85 प्रति डॉलर तक जा सकता है , जो अभी 83.16 प्रति डॉलर
है ।

आउटलक ु : उपभोक्ता खर्च में बढ़ोतरी होगी


ज्यादातर सीईओ ने उम्मीद जताई कि 2024 में अर्थव्यवस्था मजबत ू होगी। इसी साल मई
तक लोकसभा चन ु ाव होने हैं। इससे पहले सरकारी खर्च बढ़े गा। इससका सबसे ज्यादा असर
ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर होगा। 63.6% सीईओ ने उम्मीद जताई की डिमांड बढ़े गी।

इन वजहों से उत्साह में भारतीय सीईओ


शेयर बाजार में उछाल, जोरदार कॉरपोरे ट आय, महं गाई में कमी के संकेत, ब्याज दरें घटने के
आसार, रिटे ल निवेशकों का उत्साह, बढ़ता विदे शी निवेश और राजनीतिक स्थिरता के चलते
स्थिर नीतियां।
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बधु वार, 03 जनवरी, 2024
फ्लैग: 2023 में बाजार को म्यच ू अ
ु ल फंड्स का 1.7 लाख करोड़ का सपोर्ट
शीर्षक: इक्विटी स्कीम्स ने हर महीने खरीदे 18,000 करोड़ के शेयर, ये बढ़ रहा
अभिषेक कुमार| मब ंु ई
शेयर बाजारों में हालिया उछाल के बीच म्यच ू अ
ु ल फंड्स ने आक्रामक इक्विटी बाइंग की।
दिसंबर में इन्होंने लगातार पांचवें महीने बड़े पैमाने पर शेयर खरीदे । अगस्त से दिसंबर के बीच
म्यचू अ
ु ल फंड्स ने शेयर बाजार में हर महीने 18,000 करोड़ रुपए से ज्यादा निवेश किया।
इसके साथ ही 2023 में इक्विटी फंड्स की कुल खरीद 1.73 लाख करोड़ रुपए हो गई। हालांकि
2022 में म्यच ू अ
ु ल फंड्स ने रिकॉर्ड 1.82 लाख करोड़ रुपए के शेयर खरीदे थे। बीते साल विदे शी
निवेशकों ने भी भारतीय शेयर बाजार में 1.71 लाख करोड़ रुपए की शद् ु ध खरीदारी की।
बाजार नियामक सेबी के आंकड़ों के मत ु ाबिक, 28 दिसंबर तक म्यच ू अ
ु ल फंड्स ने 23,000
करोड़ रुपए के शेयर खरीदे , जबकि नवंबर में इनकी खरीदारी 18,000 करोड़ रुपए की थी।
दिसंबर में इक्विटी बाजार में 17 महीनों में सबसे बड़ी तेजी की एक वजह ये भी रही। बीते माह
निफ्टी 50 और सेंसेक्स करीब 8% चढ़े । 2023 के आखिर तक इनमें क्रमश: 18.7% और 20%
तेजी आई। बीते साल निफ्टी मिडकैप 100 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडक् े स भी क्रमश:
46.6% और 55.6% उछाल आया।

इक्विटी स्कीम्स में 4 माह में आए 69,830 करोड़


बीते साल इक्विटी फंड्स को निवेशकों का भरपरू साथ मिला। म्यच ू अ
ु ल फंड इंडस्ट्री के संगठन
एम्फी के मतु ाबिक, अगस्त-नवंबर में निवेशकों ने इक्विटी स्कीम्स में 69,830 करोड़ रुपए का
शद्
ु ध निवेश किया। इससे पहले के चार महीनों में उनका निवेश सिर्फ 26,000 करोड़ रुपए रहा
था।

2023 में एसआईपी से आए 1.66 लाख करोड़


म्यच
ू अ
ु ल फंड्स को हाल के वर्षों में इक्विटी में निवेश बढ़ाने में मिली कामयाबी की वजह
एसआईपी के जरिये इक्विटी स्कीम्स में निवेश बढ़ना भी है । 2023 में एसआईपी के जरिये कुल
1.66 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया गया। 2022 में ये आंकड़ा 1.5 लाख करोड़ रुपए था।
इस साल शेयरों में 4 लाख करोड़ लगा सकते हैं दे सी फंड, ईपीएफओ
- 17,000 करोड़ हर महीने एसआईपी निवेश से आएंगे
- 90,000 एक्टिवली मैनेज्ड इक्विटी स्कीम्स का निवेश
- 40,000 करोड़ ईटीएफ के जरिये ईपीएफओ लगाएगा
- 64,000 करोड़ बैलेंस्ड एडवांटेज फंड इक्विटी में डालेंगे
(कोटक एमएफ और ऐक्सिस एमएफ का अनम ु ान)
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गरु
ु वार, 04 जनवरी, 2024
फ्लैग: 1.9 लाख करोड़ के खर्च से 2024 में परू ा होगा 5जी रोलआउट
शीर्षक: महं गी हो सकती हैं मोबाइल सेवाएं
सबहे ड: जल ु ाई 2017 से अब तक मोबाइल टै रिफ में करीब दोगन ु ी बढ़ोतरी हो चक
ु ी

बिजनेस संवाददाता | नई दिल्ली


दे श में मोबाइल टे लीकॉम सर्विसेज की टै रिफ बढ़ सकती है । रिलायंस जियो और भारती
एयरटे ल दे शभर में 5जी नेटवर्क तैयार करने का काम परू ा करने जा रही हैं। इसके बाद इनका
फोकस इस पर हुए खर्च की भरपाई करने पर होगा।
रे टिग
ं एजेंसी फिच के मत ु ाबिक, रिलायंस जियो 5जी इन्फ्रास्ट्रक्चर पर 1.08-1.16 लाख करोड़
रुपए का निवेश कर रही है । भारती एयरटे ल भी नई पीढ़ी की टे लीकॉम सर्विस का ढांचा तैयार
करने पर 24,928-33,237 करोड़ रुपए खर्च कर रही है । इसके अलावा 5जी स्पेक्ट्रम पर इन्होंने
41,546 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। इस तरह ये दो कंपनियां 5जी सर्विसेज शरू ु करने पर 1.90
लाख करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च कर रही हैं। इसकी भरपाई के लिए इन्हें टै रिफ बढ़ाने की जरूरत
होगी। आईसीआईसीआई सिक्यरि ु टीज के मत
ु ाबिक, जल
ु ाई 2017 से अब तक मोबाइल टै रिफ
में करीब दोगन ु ी बढ़ोतरी हो चक
ु ी है ।

3 करोड़ नए ग्राहक जोड़ सकती हैं जियो, एयरटे ल


फिच ने अनम ु ान लगाया है कि 2024 में एयरटे ल करीब 1 करोड़ नए ग्राहक जोड़ेगी, जबकि
जियो के साथ इससे दोगन ु ा लगभग 2 करोड़ सब्सक्राइबर जड़ ु ेंगे। इसका मतलब है कि इनके
पास टै रिफ बढ़ाने की गंज
ु ाइश होगी, क्योंकि इन्हें पर्याप्त तादाद में नए ग्राहक मिलने वाले हैं।
लेकिन अमेरिकी ब्रोकरे ज फर्म जेपी मॉर्गन का अनम ु ान है कि ये कंपनियां 5जी की लागत
निकालने में शायद जल्दबादी नहीं दिखाएंगी।

हर अपग्रेड में मोबाइल सर्विस पर बढ़ा है कंज्यम


ू र खर्च
दरू संचार नियामक ट्राई के मत ु ाबिक, 2जी से 3जी और फिर 3जी से 4जी, हर अपग्रेडश े न में
मोबाइल सर्विसेज पर कंज्यम ू र खर्च करीब 2.5% बढ़ा है । वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही
(अप्रैल-जनू , 2023) में ये खर्च करीब 52,400 करोड़ रुपए का रहा। ब्रोकरे ज कंपनियों के
मत ु ाबिक, 4जी से 5जी में कम्पलीट अपग्रेड भी ये खर्च बढ़ाएगा।

प्रति व्यक्ति सकल राष्ट्रीय आय के प्रतिशत में दरू संचार दरें सिर्फ ब्राजील से ज्यादा
दे श टे लीकॉम टै रिफ
दक्षिण अफ्रीका 3.49%
थाईलैंड 2.92%
फिलिपिन्स 2.32%
इंडोनेशिया 1.71%
मिस्र 1.6%
बांग्लादे श 1.4%
भारत 1.11%
ब्राजील 0.92%
(इंटरनेशनल टे लीकॉम यनि ू यन और वर्ल्ड बैंक)
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शक्रु वार, 05 जनवरी, 2024
फ्लैग: भ-ू राजनैतिक तनाव, सेंट्रल बैंकों की नीति जैसे कारणों से कीमतों में आएगी तेजी
शीर्षक: सोने पर मिल सकता है 12-14% तक रिटर्न

बिजनेस संवाददाता | नई दिल्ली


2023 में सोने की कीमत 15% से ज्यादा बढ़ी। 2024 में भी सोना जोरदार रिटर्न दे सकता है ।
ज्यादातर विश्लेषकों का मानना है कि इस साल सोने की कीमत 2023 की तल ु ना में करीब 12
से 14% बढ़ सकती है । यानी सोना करीब 70 से 72,000 रुपए प्रति 10 ग्राम का नया रिकॉर्ड
स्तर छू सकता है । इसके पीछे केंद्रीय बैंकों की नीति, ग्लोबल मैक्रो इकोनॉमिक परिस्थितियां,
भ-ू राजनैतिक तनाव समेत कई आर्थिक, राजनीतिक कारण होंगे। आईबीजेए के मत ु ाबिक
2023 के अंत में 24 कैरे ट सोने की कीमत 63,246 रु. प्रति दस ग्राम थी।

10 साल का ट्रें ड
यहां टे बल और इलस्ट्रे शन इस्तेमाल हुआ है

बॉन्ड यील्ड घटने पर सोने में आएगी तेजी


- सोने में उस वक्त गिरावट आती है , जब फेड रिजर्व ब्याज दरें बढ़ाता है और डॉलर मजबत ू
होता है । ऐसे में निवेशक सोने के बजाय डॉलर का रुख करते हैं।
- लेकिन अनम ु ान है कि फेड मार्च से दरों में कटौती शरू
ु करे गा। ऐसे में डॉलर इंडक्
े स नीचे आया
तो अमेरिकी बॉन्ड यील्ड घटे गी और सोने में तेजी आएगी।

58,700 रुपए से नीचे आने की आशंका कम


केडिया एडवाइजरी ने सोने का सपोर्ट लेवल 59,500 से 58,700 रु. प्रति 10 ग्राम आंका है ।
यानी इसके 58,700 रु. से नीचे आने की आशंका कम है । आईबीजेए के मत ु ाबिक गरु
ु वार को
24 कैरे ट सोने की कीमत 239 रु. घटकर 62,774 रु. प्रति 10 ग्राम रही।

मौजद ू ा परिस्थितियों को दे खते हुए गोल्ड से अच्छा रिटर्न मिलने की उम्मीद है । प्रमख ु
इंडिकेटर सोने में तेजी का ट्रें ड दिखा रहे हैं। शॉर्ट टर्म में 3-6 महीने और लॉन्ग टर्म में 1-2 साल
के लिए गोल्ड में निवेश किया जा सकता है ।
- अजय केडिया, डायरे क्टर, केडिया एडवाइजरी

इंटरनेशनल मार्के ट में 16% उछाल संभव


फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी राबोबैंक का अनम
ु ान है कि 2024 में अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना
16% उछलकर 2,400 डॉलर प्रति आउं स तक जा सकता है । 2023 के आखिर में ये 2,062.78
के लेवल पर रहा।

डॉलर पर निर्भरता घटाने का दिखेगा असर


केंद्रीय बैंक एक बार फिर सोने की खरीद बढ़ा सकते हैं। ये डॉलर पर निर्भरता कम करने की
उनकी रणनीति का हिस्सा होगा। इसके अलावा इजराइल-फिलिस्तीन यद् ु ध का संकट गहराने
पर भी सरु क्षित निवेश के तौर पर गोल्ड की डिमांड बढ़े गी। इससे गोल्ड प्राइस को सपोर्ट
मिलेगा।

Sports Lead story

28 दिसंबर

Heading: राहुल और एल्गर की सेंचरि ु यन में सेंचरु ी; द. अफ्रीका ने बढ़त बनाई


पहला टे स्ट - भारत की पहली पारी 245 पर खत्म, अफ्रीका का स्कोर 256/5
राहुल ने 101 और एल्गर ने 140* रन स्कोर किए
भास्कर न्यज ू | सेंचरि
ु यन
दक्षिण अफ्रीका और भारत के बीच पहले टे स्ट के दस ू रे दिन दोनों टीम की ओर से शतक लगे।
सेंचरि
ु यन में पहले भारत के विकेटकीपर बल्लेबाज केएल राहुल शतकवीर रहे । इसके बाद
अफ्रीकी ओपनर डीन एल्गर ने भी शतक जड़ा। राहुल ने 101 रन बनाए। यह उनका आठवां
टे स्ट शतक है जबकि विदे श में सातवां। वहीं, फेयरवेल टे स्ट सीरीज में एल्गर 140 रन बनाकर
नाबाद हैं। यह अफ्रीका की ओर से भारत के खिलाफ घरे लू मैदान पर 2014 के बाद पहला टे स्ट
शतक है । बहरहाल, दस ू रे दिन का खेल खत्म हाेने तक मेजबान दक्षिण अफ्रीका ने 256/5 का
स्कोर बनाया और 11 रन की मामल ू ी बढ़त ली। एल्गर के साथ मार्को यानसेन 3 रन बनाकर
क्रीज पर थे। एल्गर ने डेविड बेडिनघम (56) के साथ चौथे विकेट के लिए 131 रन की साझेदारी
की। इससे पहले, टीम इंडिया ने मंगलवार के स्कोर 208/8 से आगे खेलना शरू ु किया। राहुल
और सिराज ने पारी आगे बढ़ाई। सिराज सिर्फ 5 रन बनाकर 238 रन के टीम स्कोर पर
कोएट्जी का शिकार बने। इस बीच, राहुल ने टे स्ट शतक परू ा किया। 245 के टीम स्कोर पर
उन्हें बर्गर ने बोल्ड किया। 101 रन द. अफ्रीका में भारतीय विकेटकीपर का सबसे बड़ा स्कोर है ।

डीन एल्गर: 9 साल बाद किसी अफ्रीकन का भारत के खिलाफ घर में शतक
केएल राहुल: 8 टे स्ट शतक में से 7 विदे श में , सेंचरि
ु यन में दस
ू री सेंचरु ी

एडेन मार्क रम सस्ते में निपटे , एल्गर-जॉर्जी ने 93 रन जोड़े


द. अफ्रीकी की पहली पारी में शरु ु आत अच्छी नहीं रही और एडेन मार्क रम महज 5 रन बनाकर
11 रन के टीम स्कोर पर चलते बने। एल्गर ने टोनी डी जॉर्जी के साथ दस ू रे विकेट के लिए 93
रन की साझेदारी की। अफ्रीका ने 104 पर जॉर्जी (28) और 113 पर पीटरसन (2) का विकेट
गंवा दिया। वहीं, एल्गर ने 14वां टे स्ट शतक परू ा किया।
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29 दिसंबर
Heading भारत ने 10 साल बाद बॉक्सिंग डे टे स्ट गंवाया, अफ्रीका को बढ़त
पहला टे स्ट/तीसरा दिन: मेजबान द. अफ्रीका पारी और 32 रन से जीता भारतीय टीम की दस
ू री
पारी 131 रन पर ढे र

भास्कर न्यज ू | सेंचरि


ु यन
मेजबान दक्षिण अफ्रीका ने भारत से पहला टे स्ट पारी और 32 रन से जीत लिया। इस जीत से
अफ्रीका ने दो टे स्ट की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली। दस ू रा मकु ाबला 3 जनवरी से केप
टाउन में खेला जाएगा। टीम इंडिया ने 10 साल बाद बॉक्सिंग डे टे स्ट गंवाया। भारत को 2010
के बाद पहली बार सेंचरि ु यन पर पारी से शिकस्त मिली। गरु ु वार को भारत की दस ू री पारी तीसरे
ही दिन 131 रन पर ढे र हो गई। विराट कोहली ने सबसे ज्यादा 76 रन बनाए। बर्गर ने 4 जबकि
यानसेन ने 3 और रबाडा ने 2 विकेट झटके।
इससे पहले, अफ्रीका ने दस ू रे दिन के स्कोर 256/5 से आगे खेलना शरू ु किया। उसकी पहली
पारी 408 रन पर खत्म हुई। यह द. अफ्रीका का 2014 के बाद भारत के खिलाफ अफ्रीका में
पहला 350+ स्कोर है । कप्तानी की जिम्मेदारी संभाल रहे एल्गर ने 185 रन बनाए। वे अपनी
आखिरी टे स्ट सीरीज में दोहरे शतक से चक ू गए। उनके अलावा मार्को यानसेन 84 रन बनाकर
नाबाद रहे । दोनों ने छठे विकेट के लिए 111 रन की साझेदारी की। इस बीच, नियमित कप्तान
तेम्बा बवम ु ा चोटिल होने के कारण दस ू रे टे स्ट से बाहर हो गए।
4
बार रबाडा के खिलाफ शन् ू य पर आउट हुए हैं रोहित। इस अफ्रीकी पेसर ने उन्हें 14वीं बार आउट
किया।
2
हजार इंटरनेशनल रन परू े कोहली के 2023 में । 7वां साल है , जब उनके एक साल में 2 हजार
रन हैं।
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30 दिसंबर
पैट कमिंस ने समेटा पाकिस्तान

दसू रा टे स्ट/चौथा दिन : पाक की 79 रन से हार, ऑस्ट्रे लिया के खिलाफ सीरीज गंवाई
प्लेयर ऑफ द मैच पैट कमिंस के दोनों पारियों में 5-5 विकेट, तीसरा टे स्ट 3 जनवरी से सिडनी
में

भास्कर न्यज ू | मेलबर्न


ऑस्ट्रे लिया दौरे पर तीन टे स्ट मैचों की सीरीज के दस ू रे मक
ु ाबले में पाकिस्तान को 79 रन से
हार झेलनी पड़ी। दस ू रे टे स्ट के चौथे दिन पाकिस्तान टीम 317 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए
237 रन पर ढे र हो गई। पाक को ऑस्ट्रे लियाई सरजमीं पर लगातार 16वें टे स्ट मैच में हार
मिली। वहीं, पहला टे स्ट 360 रन से जीतने वाली मेजबान कंगारू टीम ने सीरीज में 2-0 की
अजेय बढ़त बना ली है । शक्र ु वार को खत्म हुए बॉक्सिंग डे टे स्ट में ऑस्ट्रे लिया के कप्तान पैट
कमिंस प्लेयर ऑफ द मैच रहे । उन्होंने दोनों पारियों में 5-5 विकेट लेकर मैच में कुल 10 विकेट
झटके। एलेन बॉर्डर के बाद ऐसा करने वाले वे दस ू रे ऑस्ट्रे लियाई कप्तान बन गए। अब तीसरा
टे स्ट 3 जनवरी से सिडनी में होगा।
पेसर्स की मेहनत बेकार, ऑस्ट्रे लिया के 20 विकेट झटककर भी हार गया पाकिस्तान
पहली पारी में 318 रन बनाने वाली कंगारू टीम ने मैच के चौथे दिन दस ू री पारी में 187/6 के
स्कोर से आगे खेलना शरू ु किया। एलेक्स कैरी (53) के अर्धशतक ने टीम का स्कोर 250 पार
पहुंचाया, लेकिन पछ ु ल्ले बल्लेबाज स्टार्क (9), कमिंस (16), लायन (11) का साथ न मिलने की
वजह से टीम 262 रन पर सिमट गई। पाक पेसर्स ने मैच में 19 विकेट झटके। यह मेलबर्न में
किसी टीम की सर्वश्रेष्ठ तेज गें दबाजी रही।
जवाब में पहली पारी में 54 रन से पिछड़ने वाली पाक टीम की दस ू री पारी में भी खराब शरु ु आत
रही। शफीक (4) और इमाम (12) टीम के 49 रन के स्कोर तक पवेलियन लौट गए। कप्तान
शान मसद ू (60) ने बाबर के साथ 61 रन जोड़कर पारी संभाली, लेकिन उनके आउट होने के
बाद बाबर (41), शकील (24) खास कमाल नहीं दिखा पाए और 162 के स्कोर पर 5 विकेट गिर
गए। बाबर का यह 2023 में टे स्ट में सर्वाधिक स्कोर रहा। इसके बाद मिडिल ऑर्डर में रिजवान
और आगा सलमान छठे विकेट के लिए 57 रन जोड़कर कंगारू टीम से मैच दरू लेकर जा रहे थे,
लेकिन 219 के टीम स्कोर पर कमिंस ने रिजवान (35) और आमेर जमाल (0) को आउट कर
मेजबान की वापसी करवाई। जल्द ही सलमान (50) और शाहीन (0) के आउट होने से परू ी पाक
टीम 237 रन पर ऑलआउट हो गई। अंतिम 4 में से 3 बल्लेबाज शन् ू य पर आउट हुए।
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31 दिसंबर

वनडे में साल 2023 भारत के लिए बेस्ट, कई रिकॉर्ड ध्वस्त


भास्कर इन्फोग्राफिक
जितनी सफल 2000 के दशक में ऑस्ट्रे लिया टीम थी, कुछ उसी तरह मैदान पर हावी हमारी
टीम

भास्कर न्यज ू | मबंु ई.


साल 2023 में भारत ने अपने वनडे इतिहास का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। टीम इंडिया इस कदर
हावी रही कि उसका प्रदर्शन 2000 के दशक वाली ऑस्ट्रे लिया टीम की याद दिला गया। भारत
ने इस साल खेले 35 वनडे में से 27 में जीत हासिल की, जो कि इतने ही मक ु ाबले खेलकर साल
2003 में ऑस्ट्रे लिया (30 जीत) के बाद सबसे ज्यादा है । इससे पहले वनडे में टीम इंडिया का
सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन साल 1998 में था, जहां उसने 24 वनडे मैच जीते थे। साल 2023 में भारत ने
एक कैलेंडर ईयर में जीत का औसत अंतर, सबसे ज्यादा बार 200+ रन से जीत, सबसे बड़े
स्कोर, सबसे ज्यादा शतक, सबसे ज्यादा छक्के, सबसे ज्यादा विकेट जैसे रिकॉर्ड्स बना दिए
जिन्हें कम होते वनडे मक ु ाबलों के बीच तोड़ना बहुत मश्कि
ु ल होगा।

एक साल में सबसे ज्यादा जीत और जीत% साल 2003 में कंगारू टीम के बाद सबसे ज्यादा:
टीम साल मैच जीत हार टाई/बेनतीजा जीत प्रतिशत
ऑस्ट्रे लिया 2003 35 30 5 7 85.70%
भारत 2023 35 27 7 1 79.40%
ऑस्ट्रे लिया 1999 35 26 9 2 74.30%
पहले बल्लेबाजी करते हुए सर्वाधिक 14 मैच 143 रन के औसत अंतर से जीते:
- भारत ने साल 2023 में 14 मैच पहले बल्लेबाजी करते हुए जीते। इनमें उसका औसत जीत
अंतर 143 रन रहा, जो वनडे इतिहास में सर्वाधिक है ।
- इसी साल दक्षिण अफ्रीका का पहले बल्लेबाजी करते हुए जीत का औसत अंतर 10 मैच में
137 रन रहा, जो इतिहास में दस ू रा सर्वाधिक है । यहां दोनों टीमों ने अपने ही रिकॉर्ड तोड़े।
- साल 2003 में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 10 मैच 122 रन के औसत अंतर से जीते
थे, जबकि अफ्रीका ने 2015 में 12 मैच 110 रन के औसत अंतर से जीते थे।
- 2007 की ऑस्ट्रे लिया टीम ने 12 मैच 105 रन के औसत अंतर से जीते।
सबसे ज्यादा 350+ स्कोर बनाए, साल में सबसे ज्यादा शतकों के अपने रिकॉर्ड की बराबरी:
- साल 2023 में 9 बार भारत का स्कोर 350+ के पार पहुंचा। यह किसी टीम के एक कैलेंडर
ईयर में सबसे ज्यादा 350+ स्कोर हैं। उसने साल 2019 में इंग्लैंड के 7 बार 350+ रन का
रिकॉर्ड तोड़ा।
- इसके अलावा टीम की ओर से इस साल 19 शतक लगे। साल 2017 में अपने ही रिकॉर्ड की
बराबरी की। कोहली वर्ल्ड कप में न्यज ू ीलैंड के खिलाफ शतक लगाकर दनि ु या में 50 वनडे
शतक वाले पहले बल्लेबाज बने।
पहली बार किसी टीम ने साल में 250 छक्के लगाए, रोहित ने एबीडी का रिकॉर्ड तोड़ा:
- टीम इंडिया इस साल वनडे इतिहास के किसी साल में 250 छक्के जमाने वाली पहली टीम बन
गई। अफ्रीका ने 225 छक्के लगाकर रिकॉर्ड टै ली में दस ू रा स्थान हथिया लिया। दोनों टीमों ने
विंडीज के साल 2019 में लगे 209 छक्कों का रिकॉर्ड एक साथ तोड़ दिया।
- भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने इन 250 में से 67 छक्के जड़े। यह किसी बल्लेबाज द्वारा
एक कैलेंडर ईयर में सर्वाधिक है । रोहित ने एबी डिविलियर्स (58 छक्के, साल 2015) का रिकॉर्ड
तोड़ा।
- इस दौरान रोहित इंटरनेशनल क्रिकेट में क्रिस गेल (553 छक्के) को पीछे छोड़ सबसे ज्यादा
582 छक्के लगाने वाले बल्लेबाज भी बन गए। उन्होंने वर्ल्ड कप में क्रिस गेल के सर्वाधिक
छक्कों का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया।

शभु मन गिल रहे भारत के सबसे सफल बल्लेबाज, कोहली के सबसे ज्यादा शतक
बल्लेबाज पारी रन औसत शतक
शभ ु मन गिल 29 1584 63.365
विराट कोहली24 1377 72.476
रोहित शर्मा 26 1255 52.292

नंबर गेम:
- 317 रन से श्रीलंका को हराकर वनडे इतिहास की सबसे बड़ी जीत दर्ज की। पहली बार कोई
टीम वनडे में 300+ रन के अंतर से जीती। उसके बाद इसी साल टीम ने श्रीलंका को वर्ल्ड कप में
302 रन से हराया।
- 200+ रन के अंतर से जीते भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 14 में से 5 मकु ाबले। यह वर्ल्ड
रिकॉर्ड है । इससे पहले साल 2007 में ऑस्ट्रे लिया और साल 2015 में अफ्रीका ने 3-3 मैच 200
रन से ज्यादा के मार्जिन से जीते थे।
- 289 में से 99 विकेट वर्ल्ड कप में झटके भारत ने, जो किसी टीम के गें दबाजों का वर्ल्ड कप
इतिहास में बेस्ट प्रदर्शन रहा।
- 4 बार भारत ने विपक्षी टीम को 100 के भीतर ऑलआउट कर दिया। वेस्ट इंडीज (1993),
अफ्रीका (2006) और श्रीलंका (2007) ने 3-3 बार ऐसा किया था।
- 7 बार विपक्षी टीम को 30 ओवर के भीतर ऑलआउट किया भारत ने इस साल। इससे पहले
श्रीलंका ने साल 2007 में 4 बार ऐसा किया था।
- 35 में से 20 बार 50+ रन का आंकड़ा पार किया भारत ने इस साल पहले विकेट के लिए, जो
किसी टीम के लिए एक साल में सर्वाधिक है ।
- 24 विकेट लेकर वर्ल्ड कप के सबसे सफल गें दबाज रहे शमी। सेमीफाइनल में 57 रन दे कर
लिए गए 7 विकेट भारतीय गें दबाज का वनडे इतिहास में सबसे सफल प्रदर्शन बन गया।

गें दबाजी: सबसे ज्यादा विकेट के अपने ही रिकॉर्ड तोड़े, फाइव विकेट हॉल में पाक और कंगारू
टीम को पछाड़ा
- भारत ने इस साल 289 विकेट लेकर साल 1998 में 286 विकेट लेने का अपना रिकॉर्ड ही तोड़
दिया। भारतीय गें दबाजों ने इस साल हर 27.4वीं गें द पर विकेट चटकाया, जो किसी टीम के
लिए एक कैलेंडर ईयर में बेस्ट स्ट्राइक रे ट है ।
- भारतीय गें दबाजों ने इस साल 8 फाइव विकेट हॉल भी लिए। इससे पाकिस्तान (1990),
ऑस्ट्रे लिया (2004) और श्रीलंका (2008) के 6-6 फाइव विकेट हॉल के रिकॉर्ड टूट गए।

तीन गें दबाजों ने साल में झटके 40+ विकेट


गें दबाज मैच विकेट
कुलदीप यादव 30 49
सिराज25 44
शमी 19 43
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1 जनवरी

रोनाल्डो के 2017 के बाद एक साल में 50+ गोल


फुटबॉल स्टार: 2023 में टॉप स्कोरर रहे , 2024 में दोहराने का लक्ष्य
- अल नासर ने सऊदी प्रो लीग में अल तावोउन को 4-1 से हराया

भास्कर न्यजू | जेद्दा


दनि
ु या के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर में शम
ु ार क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने 2023 में 54 गोल किए। उन्होंने
साल का समापन सबसे ज्यादा गोल करने वाले फुटबॉलर्स की सच ू ी में टॉप पर रहकर किया।
अब उनका 2024 का लक्ष्य अपने इसी कारनामे को दोहराना है । रोनाल्डो ने अल नासर की ओर
से सऊदी प्रो लीग में अल तावोउन के खिलाफ एक गोल कर 54वां गोल परू ा किया। अल नासर
ने यह मकु ाबला 4-1 से जीता। यह अल नासर की लगातार चौथी जीत है । टीम लीग में 19 मैच
में 15 जीत के साथ 46 अंक लेकर दस ू रे नंबर पर है । किंग अब्दल्
ु ला स्पोर्ट सिटी स्टे ​डियम में
अल नासर की ओर से मार्सेलो ब्रोजोविच ने 26वें , एमेरिक लेपोर्टे ने 35वें , ओटावियो ने 50वें
और रोनाल्डो ने 90+2 मिनट में गोल किए। वहीं, अल तावोउन के लिए एकमात्र गोल असचरफ
अल ​महदिउई ने 13वें मिनट में गोल किया। रोनाल्डो साल 2017 के बाद एक कैलेंडर ईयर में
50 से ज्यादा गोल करने में सफल हुए हैं।
2023 के टॉप-10 स्कोरर: सिर्फ 4 ने 50 से ज्यादा गोल किए
खिलाड़ी गोल
रोनाल्डो 54
है री केन 52
एमबापे 52
हालेंड 50
जर्मन केनो 40
डेनिस बोउअंगा 40
रोमेलु लक ु ाकू 40
सेंटियागो जिमेनेज 39
बरनाबास वरगा 39
लॉटे रो मार्टिनेज 37
38 वर्षीय रोनाल्डो को सऊदी लीग में एक साल हुआ, 5वीं बार टॉप स्कोरर:
38 साल के रोनाल्डो दिसंबर 2022 में सऊदी अरब के फुटबॉल क्लब से जड़ ु े थे। उन्होंने 2016
के बाद पहली बार इतने गोल किए। तब 5 गोल किए थे। उस साल उन्होंने पांचवीं बार बैलेन
डि'ओर अवॉर्ड जीता था। यह उनके करियर में पांचवां मौका है , जब वे एक कैलेंडर ईयर में
दनिु या के टॉप गोल स्कोरर बने। इससे पहले, 2011, 2013, 2014 और 2015 में भी वे टॉप
गोल स्कोरर रहे थे। तब वे रियल मैड्रिड की ओर से खेलते थे।
कोट
मैं बहुत खश ु हूं। व्यक्तिगत और सामहि
ू क रूप से 2023 मेरे लिए अच्छा साल रहा। मैंने बहुत
सारे गोल किए और क्लब टीम अल नासर व नेशनल टीम पर्त ु गाल की जीत में योगदान दिया।
मझ ु े अच्छा लग रहा है और नए साल में अपने इस प्रदर्शन को दोहराने की कोशिश करूंगा।
- क्रिस्टियानो रोनाल्डो

रोनाल्डो के 21 साल के करियर में 8 बार एक कैलेंडर ईयर में 50+ गोल
साल गोल
2023 54
2017 53
2016 55
2015 57
2014 61
2013 69
2012 63
2011 60
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2 जनवरी

ओसाका का 15 महीने बाद कमबैक


नया टे निस सीजन शरू ु : ब्रिस्बेन इंटरनेशनल में लगातार सेट में जीतीं ओसाका
कहा- मां बनने के बाद ज्यादा आत्मविश्वासी हो गई हूं

भास्कर न्यज ू | ब्रिस्बेन


साल 2024 की शरु ु आत के साथ ही टे निस का नया सीजन शरू ु हो चक
ु ा है । पहले ग्रैंड स्लैम
ऑस्ट्रे लियन ओपन की तैयारियों के लिए खिलाड़ी ब्रिस्बेन इंटरनेशनल में हिस्सा लेते हैं, ताकि
15 जनवरी से शरू ु होने वाले इस है प्पी स्लैम से पहले फॉर्म हासिल कर लें। इसी कड़ी में जापान
की टे निस खिलाड़ी नाओमी ओसाका भी ब्रिस्बेन में टे निस कोर्ट पर उतरी हैं। हालांकि, उनके
लिए यह टूर्नामें ट किन्हीं अन्य वजहों से खास है । ​ब्रिस्बेन इंटरनेशनल से ओसाका ने वापसी की
और वो भी जीत के साथ। ओसाका 15 महीने बाद कोर्ट पर उतरीं और लगातार सेट में जीत दर्ज
की। उन्होंने जर्मनी की तमारा कोरपास्च को 6-3, 7-6 से शिकस्त दी। दस ू रे राउं ड में ओसाका
का सामना 16वीं सीड चे​क रिपब्लिक की कैरोलिना प्लिसकोवा से होगा। ओसाका ने पहला सेट
आसानी से जीत लिया था। वे जर्मन खिलाड़ी के खिलाफ दस ू रे सेट में 5-3 पर सर्विस कर रही
थी, लेकिन उन्होंने सर्विस गंवा दी। यह सेट टाईब्रेकर तक खिंचा, जिसमें ओसाका ने 7-6 (9) से
जीत दर्ज की और मैच अपने नाम कर लिया।
ओसाका 2021 में ऑस्ट्रे लियन ओपन चैम्पियन बनी थीं। फिर कई बार में टल हे ल्थ की वजह
से उन्होंने ब्रेक लिया था। पिछले साल प्रेग्नेंसी की वजह से वे कोर्ट से दरू हो गई थीं। ओसाका ने
पिछले साल जल ु ाई में बेटी शाई को जन्म दिया था।

मां बनने के बाद ज्यादा ओपन माइंडड े और स्ट्रॉन्ग महसस ू करती हूं : ओसाका
मैच के बाद ओसाका ने कहा, "मैच के दौरान मैं काफी नर्वस थी। सभी दर्शकों का आभार व्यक्त
करती हूं, जिन्होंने मेरा हौसला बढ़ाया।' टूर्नामें ट में उतरने से पहले एक इंटरव्यू के दौरान
ओसाका ने कहा कि मां बनने के बाद वे ज्यादा ओपन माइंडड े और स्ट्रॉन्ग महसस ू करने लगी
हैं।' 26 साल की ओसाका कहती हैं, "जल ु ाई में बेटी शाई को जन्म दे ने के बाद से मैं अधिक खल ु े
विचारों वाली, धैर्यवान और आत्मविश्वासी हो गई हूं। मझ ु े लगता है कि मां बनने के बाद से
निश्चित रूप से मेरी मानसिकता में काफी बदलाव आया है । मैं मा​नसिक रूप से मजबत ू
महसस ू करती हूं। चीजों को दे खने का मेरा नजरिया बदल गया है । मैं कमबैक के लिए उत्साहित
थी। पहले मैं आसपास के माहौल से दरू ी बनाने के लिए हे डफोन पहना करती थी, लेकिन अब
ऐसा करना छोड़ दिया है । मैं पहले अन्य खिलाड़ियों से बातचीत नहीं करती थी। मैंने अपने चारों
तरफ एक तरह की दीवार खड़ी कर दी थी। लेकिन अब मैं लोगों से बातचीत के लिए पहल करती
हूं।'
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3 जनवरी

‘करो या मरो’ की भिड़ंत उस मैदान पर, जहां हम कभी नहीं जीत सके
प्रोटियाज चैलेंज ; भारत-अफ्रीका सीरीज का दस ू रा टे स्ट आज से केप टाउन में
न्यल ू ड्
ैं स पर 6 टे स्ट में कभी नहीं जीता भारत

भास्कर न्यज ू | केप टाउन


दनिु याभर के मैदानों पर हर फॉर्मेट में तिरं गा लहरा चक ु ी भारतीय टीम के सामने बध ु वार से बड़ी
चन ु ौती है । दक्षिण अफ्रीका दौरे पर दो मैचों की सीरीज का आखिरी और निर्णायक टे स्ट केप
टाउन में दोपहर से शरू ु होना है । पहला टे स्ट तीन दिन में ही हार चक
ु ी टीम इंडिया के लिए यह
मक ु ाबला करो या मरो का है । टीम इंडिया अगर हारी या मैच ड्रॉ रहा तो साउथ अफ्रीका में पहली
टे स्ट सीरीज जीतने के सपने के साथ पहुंची भारतीय टीम लगातार चौथी और कुल आठवीं
सीरीज हारकर स्वदे श रवाना होगी। हालांकि, केप टाउन में जीत से ज्यादा टीम के सामने हार
टालने की चन ु ौती होगी। भारत अपने टे स्ट इतिहास में केप टाउन में न्यलू ड्
ैं स के मैदान पर कोई
टे स्ट मक
ु ाबला नहीं जीता है । उसे यहां खेले 6 मैचों में से 4 में हार का सामना करना पड़ा है ,
जबकि उसके दो मक ु ाबले ड्रॉ रहे हैं।

कोहली की नेट्स में आक्रामक बैटिग ं , अश्विन के खिलाफ बड़े शॉट जमाए; श्रेयस शॉर्ट गें दों के
खिलाफ असहज रहे
पहले टे स्ट में भारत के सफल बल्लेबाजों में से एक विराट कोहली ने दस ू रे टे स्ट से पहले नेट्स
में जमकर पसीना बहाया। उन्होंने बम ु राह, सिराज, अश्विन और आवेश खान के खिलाफ
बल्लेबाजी की। अश्विन के खिलाफ विराट ने आगे बढ़कर लंबे-लंबे छक्के भी लगाए। विराट के
अलावा श्रेयस अय्यर ने भी नेट्स में हिस्सा लिया। हालांकि, 18 गज की दरू ी से फेंकी जा रही
शॉर्ट गें दों को खेलते हुए वे परे शानी में दिखे। उन्होंने थ्रो-डाउन स्पेशलिस्ट के साथ ट्रे निगं की।
आवेश खान और जडेजा को मिल सकती है टीम में जगह
पहले मैच में पारी से हार के बाद भारतीय टीम बदलावों के साथ उतर सकती है । शार्दुल की
फिटनेस पर संदेह है , ऐसे में आवेश खान को डेब्यू का मौका मिल सकता है । वहीं, मिडिल ऑर्डर
में बेहतर संतलन के लिए अश्विन की जगह रवींद्र जडेजा टीम में आ सकते हैं। अफ्रीकी टीम में
चोटिल कोएट्जी की जगह लन ु गी एनगिडी को मिल सकती है ।

‘हिट द डेक’ बॉलर्स की कमी से जझ ू रही टीम


बमु राह, सिराज, प्रसिद्ध जैसे घातक गें दबाजों से सजी भारतीय गें दबाजी पहले टे स्ट में
सेंचरि
ु यन की पिच का फायदा नहीं उठा सकी। शरु ु आत में अच्छी गें दबाजी करने के बाद परु ानी
गें द से लाइन और लेंथ बिगड़ गई। इसका मख् ु य कारण रहा कि भारतीय गें दबाजों ने सिर्फ
स्विंग पर फोकस किया, जिसमें गें द पिच का हल्का सा टप्पा लेकर बल्लेबाज तक पहुंची,
लेकिन गें द परु ानी होने के बाद यह मदद कम हो गई। वहीं, अफ्रीका के पेसर्स ने ‘हिट द डेक’
गें दबाजी की, यानी ताकत के साथ गें द को पिच पर टप्पा दिया। इससे उन्हें गें द परु ानी होने के
बाद भी अनियमित उछाल मिला, जिससे भारतीय बल्लेबाजों को काफी परे शानी हुई। अफ्रीकी
गें दबाजों की यह कला भारत में इशांत शर्मा और जवागल श्रीनाथ के पास थी। उन्हें अपनी हाइट
का फायदा भी मिलता था।
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4 जनवरी

एक दिन में 23 विकेट डाउन

दसू रा टे स्ट: अफ्रीका 90 साल के इतिहास में सबसे छोटे स्कोर पर आउट, 3 बल्लेबाज दिन में
दो बार पवेलियन लौटे
- टीम इंडिया के 6 खिलाड़ी 11 गें दों में निपटे

भास्कर न्यज ू | केप टाउन


भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच दस
ू रे टे स्ट का पहला दिन बेहद चौंकाने वाला रहा। केपटाउन
के न्यल
ू ड्
ैं स की तेज और उछाल भरी पिच पर पहले मेजबान अफ्रीकी टीम 90 साल में अपने
सबसे छोटे स्कोर पर आउट हुई और उसके बाद भारतीय टीम भी नाटकीय अंदाज में बिखर
गई। मामला यहां नहीं थमा और पहले दिन ही अफ्रीका ने दस ू री पारी में 3 विकेट भी गंवा दिए।
करियर का आखिरी टे स्ट खेल रहे कप्तान डीन एल्गर (4,12), टॉनि डे जोर्जी (2,1) और
ट्रिस्टन स्टब्स (3,1) दिन में दो बार आउट होकर पवेलियन लौट गए। दिन के अंत तक अफ्रीकी
टीम ने दस ू री पारी में 3 विकेट के नक
ु सान पर 62 रन बना लिए थे। एडेन मार्क रम (36*) और
डेविड बेडिघ ं म (7*) रन बनाकर क्रीज पर थे। अफ्रीका अभी पहली पारी में 36 रन पीछे है ।

55 पर सिमट गया था अफ्रीका, भारत के 6 विकेट कोई रन नहीं जोड़ सके:


बध ु वार को शरू
ु हुए मकु ाबले में दक्षिण अफ्रीका टीम टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए
मात्र 55 रन पर ढे र हो गई। यह उसका साल 1932 के बाद टे स्ट क्रिकेट में सबसे छोटा स्कोर
रहा। वहीं, भारतीय टीम के खिलाफ किसी टीम का टे स्ट इतिहास में सबसे कम स्कोर रहा।
जवाब में भारतीय टीम एक समय 153/4 के स्कोर के पर 98 रन की बढ़त के साथ मजबत ू
स्थिति में थी, लेकिन फिर इसी स्कोर पर परू ी टीम ऑलआउट हो गई। टे स्ट क्रिकेट इतिहास में
पहली बार किसी टीम ने बिना कोई रन जोड़े 6 विकेट एकसाथ गंवा दिए। 33वें ओवर की पहली
गें द पर केएल राहुल (8) लगंु ी एनगिडी का शिकार बने, और उसके बाद जडेजा, बमु राह, सिराज,
प्रसिद्ध बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। पारी के टॉप स्कोरर विराट कोहली (46) भी इसी
स्कोर पर पवेलियन लौटे । इससे पर्व ू रोहित (39) और शभ ु मन गिल (36) ने शरु ु आत में
उपयोगी पारियां खेलीं। जायसवाल (0) और अय्यर (0) का भी खाता नहीं खल ु ा। अफ्रीका की
ओर से रबाडा, एनगिडी और बर्गर को 3-3 विकेट मिले।

पहली पारी में अफ्रीका के 9 बल्लेबाज 5 रन के पार नहीं पहुंचे, अतिरिक्त तीसरा टॉप स्कोरर:
सीरीज में 1-0 से आगे चल रही अफ्रीका टीम ने टॉस जीतकर दस ू रे मैच में बल्लेबाजी चन
ु ी।
हालांकि, उसकी शरु ु आत बेहद खराब रही। तीसरे ओवर में एडेन मार्क रम (2) के आउट होने के
बाद विकेटों का पतझड़ शरू ु हो गया। एल्गर (4), जॉर्जी (2), स्टब्स (3), बेडिघ
ं म (12), जानसेन
(0) और वेरीन (15) एक के बाद एक भारतीय गें दबाजों का शिकार बन गए। पारी में सबसे बड़ी
साझेदारी पांचवे विकेट के लिए बेडिघं म और वेरीन के बीच 19 रन की रही। यही दोनों बल्लेबाज
पारी में दहाई के आंकड़े तक पहुंचे। अन्य कोई बल्लेबाज 5 रन के पार नहीं गया। एक्स्ट्रा 5 रन
पारी के तीसरे टॉप स्कोरर रहे ।

कोहली से भिड़े बर्गर, स्ट्रे ट ड्राइव पर चौका मारकर दिया जवाब:


भारत की पारी के 15वें ओवर में विराट कोहली और अफ्रीकी तेज गें दबाज नांद्रे बर्गर के बीच
गहमागहमी दे खने को मिली। ओवर की पहली गें द पर विराट के डिफेंस के बाद गें द बर्गर तक
पहुंची तो उन्होंने कोहली की ओर गें द फेंकने का इशारा किया। दोनों खिलाड़ियों ने गंभीर अंदाज
में एक-दस ू रे को घरू ा। इसके बाद कोहली मस् ु कुरा दिए और ओवर की अंतिम दो गें दों पर चौके
जमाए। इनमें एक चौका स्ट्रे ट ड्राइव पर आया। बर्गर ने इसके बाद गिल और अय्यर के विकेट
चटकाए। सेशन खत्म होने के बाद कोहली ने बर्गर की गें दबाजी की तारीफ भी की।
भारत के खिलाफ टे स्ट में सबसे छोटे स्कोर
टीम स्कोर साल
द. अफ्रीका 55 2024
न्यजू ीलैंड 62 2021
द. अफ्रीका 79 2015
इंग्लैंड 81 2021
श्रीलंका 82 1990
भारत के लिए सबसे कम खर्चीले फाइव विकेट हॉल
गें दबाजी बॉलर बनाम साल
5/7 बमु राह विंडीज2019
6/12 वी राजू श्रीलंका 1990
5/13 हरभजन विंडीज2006
6/15 सिराज अफ्रीका 2024
5/18 सभ ु ाष पाकिस्तान 1955
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5 जनवरी

केप टाउन में पहली जीत, 107 ओवर में खेल खत्म

सबसे छोटा टे स्ट ; भारत ने दक्षिण अफ्रीका को दस


ू रे दिन ही सात विकेट से शिकस्त दी, दो
टे स्ट की सीरीज 1-1 से बराबर रही

पहली पारी में सिराज के बाद दसू री पारी में बम


ु राह ने छह विकेट झटके
भास्कर न्यज
ू | केप टाउन
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो टे स्ट मैचों की सीरीज के आखिरी मक ु ाबले में भारत ने
ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए मेजबान को 7 विकेट से हरा दिया। पांच दिन चलने वाला टे स्ट
मैच सिर्फ 5 सेशन में ही खत्म हो गया। दस ू री पारी में मार्क रम (106) के संघर्ष के बावजद

भारत को 79 रन का लक्ष्य मिला, जो उसने 3 विकेट खोकर हासिल कर लिया। यह क्रिकेट
इतिहास का सबसे छोटा टे स्ट मैच रहा। यह मात्र 107 ओवर में खत्म हो गया। वहीं, भारतीय
टीम ने अपने टे स्ट इतिहास में केप टाउन में पहला मक ु ाबला जीता। वह केप टाउन में टे स्ट मैच
जीतने वाली पहली एशियाई टीम बन गई। इस नतीजे के साथ दो टे स्ट की सीरीज 1-1 की
बराबरी पर समाप्त हो गई। धोनी के बाद रोहित अफ्रीका में ड्रॉ टे स्ट सीरीज खेलने वाले सिर्फ
दस
ू रे भारतीय कप्तान बने।

अफ्रीकी दौरे पर 3 में से 2 सीरीज ड्रॉ, सिर्फ केएल राहुल विजयी कप्तान
केप टाउन टे स्ट के साथ भारत का अफ्रीका दौरा समाप्त हो गया। बारिश बाधित तीन टी20
मैचों की सीरीज सर्यू कुमार की कप्तानी में 1-1 से ड्रॉ रही, जबकि रोहित की कप्तानी में टे स्ट
सीरीज भी 1-1 की बराबरी पर छूटी। हालांकि, दौरे पर भारत ने 3 मैचों की वनडे सीरीज 2-1 से
अपने नाम की थी। उस टीम के कमान केएल राहुल के पास थी।
पज
ु ारा से आगे निकले कोहली, भारत की 59 जीत के हिस्सेदार
केप टाउन टे स्ट जीतकर विराट भारत की टे स्ट जीत के दस ू रे सबसे बड़े हिस्सेदार बन गए।
उनकी टीम में मौजद ू गी में भारत ने 59 टे स्ट जीते हैं। विराट ने पज
ु ारा (58) को पीछे छोड़ा।
टीम इंडिया के लिए सबसे ज्यादा टे स्ट सचिन (72) ने जीते हैं।
केप टाउन की पिच टे स्ट के लिए आदर्श नहीं थी: रोहित
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा पिच से नाखश ु दिखे। जीत के बाद उन्होंने कहा, ‘केप टाउन की
पिच टे स्ट मैच के लिए आदर्श नहीं थी। जब तक भारतीय पिचों के बारे में कोई शिकायत नहीं
करता, तब तक मझ ु े इस तरह की पिचों पर खेलने में कोई आपत्ति नहीं है । भारत में टर्निंग ट्रै क
की आलोचना की जाती है । यहां तक कि वर्ल्ड कप फाइनल की पिच पर भी सवाल उठाए गए थे।
आईसीसी को इस पर गौर करना चाहिए।’
दसू रे दिन मार्क रम का 100+ स्ट्राइक रे ट से शतक, भारत ने 12 ओवर में चेज किया
न्यलू ड्
ैं स की मश्कि
ु ल पिच पर अफ्रीका ने दस ू रे दिन 62/3 के स्कोर से आगे खेलना शरू ु किया।
मार्क रम को छोड़कर अन्य कोई बल्लेबाज संघर्ष नहीं कर पाया और टीम 176 रन पर ढे र हो
गई। बम ु राह ने 6 विकेट हासिल किए। परू ी अफ्रीकी टीम दस ू रे दिन सिर्फ 19.5 ओवर खेल पाई।
मार्क रम ने 102.91 की स्ट्राइक रे ट से 103 गें दों में 17 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 106
रन की शतकीय पारी खेली। भारत को 79 रन का लक्ष्य दिया, जिसे उसने 12 ओवर में हासिल
कर लिया। मैच में 7 विकेट लेने वाले मोहम्मद सिराज प्लेयर ऑफ द मैच, जबकि डीन एल्गर
और जसप्रीत बम ु राह प्लेयर ऑफ द सीरीज रहे ।
क्रिकेट इतिहास के सबसे जल्दी खत्म टे स्ट मैच
मैच गें दें साल
द. अफ्रीका बनाम भारत 642 2024
ऑस्ट्रे लिया बनाम द. अफ्रीका 656 1932
विंडीज बनाम इंग्लैंड 672 1935
इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रे लिया 788 1888
इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रे लिया 792 1888
दो दिन में खत्म हुए भारतीय टीम के टे स्ट मैच
भारत बनाम अफगानिस्तान (2018), बेंगलरू ु
भारत बनाम इंग्लैंड (2021), अहमदाबाद
दक्षिण अफ्रीका बनाम भारत (2024), केपटाउन
(सभी मैचों में भारत की जीत)
464 कुल रन बने इस मक ु ाबले में । यह टे स्ट इतिहास में भारत-अफ्रीका के मक ु ाबले में सबसे
कम।
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6 जनवरी

अफ्रीका में जीत से फाइनल की उम्मीदें मजबत


ू , टे बल में टॉप पर

डब्ल्यटू ीसी ; पहले टे स्ट में हार से 5वें पर फिसल गई थी टीम इंडिया
SENA दे श में 5 हार के बाद पहली जीत, अब सिर्फ ऑस्ट्रे लिया का विदे शी दौरा
भास्कर न्यज ू | मबंु ई
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दस ू रे टे स्ट में मिली जीत के बाद भारत वर्ल्ड टे स्ट चैम्पियनशिप के
टॉप पर पहुंच गया। पहले टे स्ट में मिली हार के बाद टीम अंक तालिका में 5वें स्थान पर फिसल
गई थी, लेकिन उसने मौजद ू ा टे स्ट चैम्पियनशिप का संभवतया सबसे मश्कि ु ल दौरा टॉप पर
रहकर फिनिश कर लिया। इस जीत से टीम को 12 महत्वपर्ण ू अंक मिल गए। 4 मैचों में 2
जीत, एक हार और एक ड्रॉ के बाद उसका अंक प्रतिशत सर्वाधिक 54.16% है । इसी के साथ
उसके लगातार तीसरी बार डब्ल्यट ू ीसी के फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें मजबत ू हो गई हैं। अब
उसे विदे श में सिर्फ ऑस्ट्रे लिया के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज खेलनी है । यह बॉर्डर-गावस्कर
ट्रॉफी इस साल नवंबर से जनवरी के बीच होनी है । न्यज ू ीलैंड, बांग्लादे श, इंग्लैंड के खिलाफ
सीरीज घरे लू मैदान पर होगी, जिसमें भारत का पलड़ा भारी रहने की उम्मीद है । हर मैच में 12
अंक दांव पर होंगे। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केप टाउन टे स्ट में मिली जीत भारत की SENA
(साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यज
ू ीलैंड, ऑस्ट्रे लिया) दे शों में लगातार 5 हार के बाद पहली जीत थी।
पॉइंट% से तय होती है रैंकिंग, भारत 2 मैच जीतकर टॉप पर
टे स्ट चैम्पियनशिप में 4 मैचों में से 2 जीत, 1 हार, 1 ड्रॉ के साथ भारत के 26 अंक हैं और वह
टॉप पर है । 7 मैचों में 4 जीत के साथ ऑस्ट्रे लिया 42 अंकों के बावजद ू चौथे, पाक 2 जीत व 22
अंक के साथ छठे और इंग्लैंड 2 जीत में 9 अंकों के साथ 8वें पर है । ऐसा इसलिए क्योंकि रैंकिंग
अंकों के आधार पर तय न होकर सीरीज में हासिल किए पॉइंट प्रतिशत से तय होती है । इसी से
टॉप 2 टीमें फाइनल में पहुंचती हैं।

डब्ल्यट ू ीसी में सभी टीमों के मैच की संख्या एक समान नहीं होती
टे स्ट चैम्पियनशिप में सभी टीमें 6 सीरीज खेलेंगी। इनमें 3 घरे लू और 3 विदे शी मैदान पर
होंगी। सीरीज में मैचों की संख्या समान नहीं होगी। सभी टीमों को बराबर मक ु ाबले खेलने नहीं
मिलेंगे। इंग्लैंड सर्वाधिक 22 मैच, भारत और ऑस्ट्रे लिया 19-19 मैच व अन्य टीमें 15 से कम
टे स्ट खेलेंगी। ऐसे में रैंकिंग अंकों के आधार पर नहीं अंक प्रतिशत के आधार पर तय होती है ।
2025 तक की साइकल में किस टीम की किससे सीरीज बाकी?
टीम होम अवे
भारत इंग्लैंड, बांग्लादे श, न्यज
ू ीलैंड ऑस्ट्रे लिया
ऑस्ट्रे लिया भारत, पाक, विंडीज श्रीलंका, न्यज ू ीलैंड
इंग्लैंड श्रीलंका, विंडीज भारत, पाक
न्यज ू ीलैंड ऑस्ट्रे लिया, अफ्रीका, इंग्लैंड भारत, श्रीलंका
पाकिस्तान बांग्लादे श, इंग्लैंड, विंडीज ऑस्ट्रे लिया, अफ्रीका
अफ्रीका पाक, श्रीलंका बांग्लादे श, न्यजू ीलैंड, विंडीज
श्रीलंका न्यजू ीलैंड, ऑस्ट्रे लिया बांग्लादे श, इंग्लैंड, अफ्रीका
विंडीज बांग्लादे श, अफ्रीका ऑस्ट्रे लिया, इंग्लैंड, पाक

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20 December

वाइब्रेंट गजु रात का प्लान ‘चीन छोड़ो, भारत आओ’, एनर्जी-टे क पर फोकस
समिट 10 जनवरी से... 25 दे शों के 75 हजार डेलीगेट आ रहे हैं
दे वेंद्र भटनागर | गांधीनगर
प्रधानमंत्री नरें द्र मोदी का ब्रेन चाइल्ड माने जाने वाली वाइब्रेंट गज
ु रात समिट के 20 साल हो चकु े
हैं। अब तक 9 समिट हुईं। 10वां संस्करण 10 जनवरी से गांधीनगर के महात्मा मंदिर में शरू ु
होगा। दे श को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के उद्दे श्य से इस बार समिट की थीम रखी गई है
‘गेटवे टू द फ्यच ू र’, यानी भविष्य का प्रवेश द्वार। लक्ष्य है - दनि
ु या को ये बताना कि अब चीन नहीं,
भारत की तरफ दे खो, आओ और निवेश करो। समिट में 25 दे श और उनके 75 हजार डेलीगेट्स
आएंगे। फोकस एरिया की बात करें तो इन्फ्रास्ट्रक्चर, ग्रीन हाइड्रोजन, सेमीकंडक्टर, स्पेस
टे क्नोलॉजी पर बड़े एमओयू हो सकते हैं। गिफ्ट सिटी (गज ु रात इंटरनेशनल फाइनेंस टे क-सिटी) को
सिंगापरु के बाद नया फिनटे क वर्ल्ड बनाने का प्लान बन चक ु ा है । करीब 900 एकड़ में फैली गिफ्ट
सिटी राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय बैंक, आईटी कंपनियांे, बीमा कंपनियाें, अंतरराष्ट्रीय शेयर बाजार,
इंटरनेशनल फाइनेंस सर्विस सेंटर के साथ ग्लोबल फाइनेंस हब बनने की दिशा में बढ़ रही है ।
समिट से पहले 1.35 लाख करोड़ रु. के 100 एमओयू
समिट जनवरी में है । इससे पहले ही एमओयू हो रहे हैं। 1.35 लाख करोड़ रु. के निवेश के 100
एमओयू हो चक ु े हैं। ये एमओयू पोर्ट, पावर, कैमिकल, इन्फ्रा आदि क्षेत्रोंं में हुए हैं। दावा किया जा
रहा है कि अगले 5 से 7 साल में इनका असर दे खने को मिलेगा।
इन पर फोकस
1 सेमीकंडक्टर मैन्यफ ु ै क्चरिंग
2 ग्रीन मोबिलिटी/ई-मोबिलिटी
3 ग्रीन हाइड्रोजन, रिन्यब ू ल एनर्जी
4 इमर्जिंग टे क
5 स्मार्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर, स्मार्ट सिटी
6 आत्मनिर्भर भारत इनिशिएटिव
7 डिजिटल इंडिया
8 मेक इन गज ु रात फॉर द वर्ल्ड
(लोकल टू ग्लोबल)
9 एन्वायर्नमें ट टे क्नोलॉजी
10 टूरिज्म और हॉस्पिटै लिटी
11 ब्लू इकोनॉमी
12 लॉजिस्टिक सप्लाई चेन
13 सस्टे नेबल एग्रीकल्चर
ओलिंपिक: अहमदाबाद में इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार होगा
अहमदाबाद में 2036 के ओलिंपिक गेम्स करने की तैयारी है । इसे लेकर कई कंपनियां समिट में
एमओयू कर सकती हैं। इनमें स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, खेलगांव, सौर ऊर्जा के साथ कनेक्टिविटी,
गज ु रात के अन्य शहरों में स्पोर्ट्स एक्टिविटी का इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाना आदि शामिल है ।
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पॉलिटिक्स 360 डिग्री }लोकसभा से दो और सांसद निलंबित, अब तक 143


सरकार ने मिमिक्री को मद् ु दा बनाया, विपक्ष का सवाल... हमारे मद् ु दे कहां गए
राष्ट्रपति से पीएम, स्पीकर तक धनखड़ के समर्थन में
भास्कर न्यज ू | नई दिल्ली
संसद के बाहर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री को केंद्र सरकार और भाजपा ने मद् ु दा
बना लिया है । बध ु वार को प्रधानमंत्री नरें द्र मोदी ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को फोन किया
और सांसदों के ‘अशोभनीय आचरण’ पर दख ु जताया। राष्ट्रपति द्रौपदी मर्मू
ु ने सोशल मीडिया पर
बयान जारी कर कहा कि उप राष्ट्रपति को जिस तरह अपमानित किया गया, इससे वे बेहद व्यथित
हैं। वहीं, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने धनखड़ से मल ु ाकात की और सांसदों के गंभीर दर्व्य
ु वहार
पर गहरी चिंता जताई।
दस ू री तरफ, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बध ु वार को कहा कि विपक्ष के करीब 150 सांसदों को संसद
से बाहर किया जा चक ु ा है । लेकिन अदाणी मद् ु दे , महं गाई, बेरोजगारी पर कोई चर्चा नहीं हो रही है ।
चर्चा सिर्फ हमारे सांसदों के धरने पर हो रही है । इस बीच, लोकसभा से बध ु वार को भी दो सांसदों को
निलंबित किया गया। केरल कांग्रेस (मणि) के थॉमस चांदन और सीपीआई (एम) के एएम आरिफ
के खिलाफ तख्तियां दिखाने पर यह कार्यवाही की गई। दोनों सदनों से अब तक कुल 143 सांसद
निलंबित किए जा चक ु े हैं। बध ु वार को लोकसभा ने दो बिल पास किए। राज्यसभा ने भी जीएसटी
ट्रिब्यन
ू ल के सदस्यों की आयस ु ीमा बढ़ाने का बिल पास किया।
सत्तापक्ष : धनखड़ के समर्थन में प्रश्नकाल में 10 मिनट खड़ा रहा
उप राष्ट्रपति के समर्थन में बध ु वार को राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान सत्तापक्ष के सांसद 10
मिनट खड़े रहे । धनखड़ ने कहा, मिमिक्री और उसकी वीडियोग्राफी कर विपक्ष ने उपराष्ट्रपति पद,
किसान समाज और जाति (जाट) का अपमान किया है ।
संसद की नैतिक समितियों में शिकायत : सप्र ु ीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल ने तण ृ मलू सांसद
कल्याण बनर्जी के खिलाफ राज्यसभा व लोकसभा की नैतिक समितियों में शिकायत दर्ज कराई है ।
उन्होंने बनर्जी, राहुल गांधी और अन्य सभी सांसदों को निष्कासित करने की मांग की है ।
खाप भी खफा, कहा- माफी मांगें बनर्जी : जाट समाज की खाप के प्रधान जगदीप सेहरावत ने कहा,
यह उप राष्ट्रपति ही नहीं, दे श के किसानों का भी अपमान है । हम माफी मांगे जाने की मांग करते
हैं। वहीं पालम 360 के खाप प्रधान सरु ें दर सोलंकी ने कहा, तण ृ मलू सांसद कल्याण बनर्जी माफी
मांगें, अन्यथा हम तण ृ मल ू के खिलाफ प्रदर्शन करें गे।
विपक्ष: धरना-प्रदर्शन जारी, आज जंतर-मंतर पर मॉक पार्लियामें ट
विपक्षी दल इंडिया के सांसदों ने बध ु वार को भी संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन
किया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, निलंबन वापस होने तक प्रदर्शन जारी रहे गा।
विपक्षी दल गरु ु वार को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करें गे। इस दौरान मॉक पार्लियामें ट भी होगी। राजद
सांसद मनोज झा स्पीकर की भमि ू का निभाएंगे।
मिमिक्री बाहर, तो रिजॉल्यश ू न सदन में क्यों : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा है कि
मिमिक्री सदन के बाहर हुई तो सदन में रिजॉल्यश ू न क्यों लाया जा रहा है । हम किसी का अपमान
नहीं करना चाहते। अपमान करना हमारे चरित्र में नहीं है । लेकिन पीएम भी यहीं हैं और गह ृ मंत्री भी
यही हैं लेकिन वो सदन में बयान दे ने को तैयार नहीं हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा
कि हर मद् ु दे में जाति को नहीं घसीटा जाना चाहिए। मझ ु े हर बार राज्यसभा में बोलने की अनम ु ति
नहीं मिलती तो क्या मैं भी दलित मद् ु दा उठाऊं? शेष पेज 00
कल्याण बनर्जी बोले- पीएम मोदी भी संसद में मिमिक्री करते रहे : मिमिक्री करने वाले तण ृ मल ू
सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा, सभापति इसे खद ु पर क्यों ले रहे हैं। क्या वे राज्यसभा में ऐसा ही
व्यवहार करते हैं? पीएम ने 2014-2019 के बीच लोकसभा में विपक्षी नेताओं की नकल की,
लेकिन सभी ने इसे हास्य के रूप में लिया। वे (भाजपा) मख् ु य मद्
ु दे को बदलने की कोशिश कर रहे
हैं कि क्या विपक्षी सांसदों का निलंबन सही था? वहीं ममता बनर्जी ने कहा, अगर राहुल जी ने इसे
रिकॉर्ड नहीं किया होता तो आपको इसका पता भी नहीं चलता।’
सोनिया ने कहा- लोकतंत्र का गला घोंट रही सरकार : सोनिया गांधी ने बयान जारी कर आरोप
लगाया कि सरकार लोकतंत्र का गला घोंट रही है । प्रधानमंत्री मोदी ने संसद की सरु क्षा में चक ू की
‘अक्षम्य घटना’ पर संसद के बाहर विचार रखे, जिससे स्पष्ट है कि सदन की गरिमा की उन्हें कोई
परवाह नहीं है । प्रधानमंत्री को विचार व्यक्त करने में चार दिन लग गए। मैं इसकी कल्पना करना
आप पर छोड़ती हूं कि भाजपा आज विपक्ष में होती तो क्या प्रतिक्रिया दे ती।
नए क्रिमिनल लॉ बिल लोकसभा में पास, लापरवाही से मौत पर डॉक्टर दोषी नहीं होंगे
तीन नए क्रिमिनल लॉ बिल बध ु वार को लोकसभा में पास हो गए। अब गरु ु वार को राज्यसभा में पेश
किए जाएंगे। गह ृ मंत्री अमित शाह ने कहा- चिकित्सीय लापरवाही से मरीज की मौत पर अब डॉक्टर
दोषी नहीं होंगे। इसके लिए क्रिमिनल लॉ में संशाेधन किया जाएगा। आईएमए की मांग थी कि
मरीज की मौत पर डॉक्टरों के खिलाफ मक ु दमा दर्ज किए जाते हैं और परिजन उन्हें प्रताड़ित करते
हैं।
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21 December

भास्कर एक्लक्लसि ू व }दे श के 40.5 करोड़ लोगों के पास हे ल्थ बीमा नहीं
आयष्ु मान योजना: इलाज खर्च की लिमिट दोगन ु ी कर 10 लाख रु. करने का विचार
{फरवरी में आने वाले अंतरिम बजट में घोषणा हो सकती है
मक ु े श कौशिक | नई दिल्ली
केंद्र सरकार आयष्ु मान योजना के विस्तार की तैयारी में है । यह दो तरीके से होगा। पहला- इस
योजना के तहत इलाज के लिए मिलने वाली मदद 5 लाख रु. से बढ़ाकर 10 लाख रु. की जा सकती
है । दस ू रा- इस योजना के दायरे में उन 40 करोड़ लोगों को भी शामिल किया जा सकता है , जिनके
पास अभी हे ल्थ बीमा नहीं है । अभी आयष्ु मान योजना के तहत कुल 60 करोड़ लोगों (12 करोड़
परिवार) को रखने का लक्ष्य है , जो अभी परू ा नहीं हुआ है ।
संसदीय समिति ने सिफारिश दी है कि केंद्र सरकार इलाज खर्च बढ़ाने पर गंभीरता से विचार करे ।
इसे दे खते हुए सरकार फरवरी में पेश होने वाले अंतरिम बजट के विजन दस्तावेज में बड़ी घोषणा
कर सकती है । दे श में आयष्ु मान कार्ड प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत बनते हैं। आयष्ु मान
योजना की समीक्षा के दौरान यह बात सामने आई कि कई मामलों में 5 लाख रु. काफी नहीं हैं।
कुछ जटिल और संवेदनशील सर्जरी का खर्च इससे कहीं ज्यादा होता है । इतना ही नहीं, कुछ जटिल
सर्जरी भी अभी योजना के दायरे में नहीं हैं।
योजना में मध्यम वर्ग के लोग शामिल हो सकते हैं... उच्च मध्यम वर्ग के परिवारों को भी न्यन ू तम
प्रीमियम पर कवर मिल सकता है
मफ् ु त इलाज की योजना में गरीबी रे खा के ऊपर के मध्यम वर्ग के परिवारों को शामिल किया जा
सकता है । जबकि, बाकी बची हुई आबादी को न्यन ू तम प्रीमियम के माध्यम से हे ल्थ कवर दिया जा
सकता है । भाजपा ने पिछले दिनों छत्तीसगढ़ के चन ु ावों के दौरान सेहत बीमा 10 लाख रु. करने
वादा किया था। इसलिए, अब यही गारं टी राष्ट्रीय स्तर पर दी जा सकती है । हालांकि, अभी यह तय
नहीं है कि इसे मंत्रालय के स्तर पर लाया जाएगा या लोकसभा चन ु ाव के दौरान ‘मोदी की गारं टी’ के
तौर पर भी पेश किया जाएगा। हालांकि, अंतरिम बजट में घोषणा की संभावना ज्यादा है ।
समिति की सिफारिशें, जिन पर फैसला होगा
{मध्यम वर्गीय परिवारों को आयष्ु मान योजना का लाभ मिलना चाहिए। क्योंकि, ये लोग गरीबी
रे खा से ऊपर तो हैं, लेकिन महं गा इलाज करने में समर्थ नहीं हैं। ये परिवार बीमारियों की चपेट में
आने के बाद गरीबी रे खा के नीचे जाने के जोखिम में बने हुए हैं।
{योजना में केंद्र का हिस्सा 7000 करोड़ रु. है । इसे बढ़ाना जरूरी है ।
{5 लाख रु. से ऊपर का खर्च गरीब परिवार के लिए मश्कि ु ल है । इसके लिए सरकार राष्ट्रीय आरोग्य
निधि के अलावा कोई ऐसा विशेष इंतजाम भी करे , जिसके माध्यम से अतिरिक्त खर्च की भरपाई
हो सके।
दे श में सेहत बीमा के दायरे में आने वाली आबादी
बीमा योजना व्यक्ति परिवार
आयष्ु मान योजना+
राज्यों की योजनाएं 69 करोड़ (51%) 15.3 करोड़
सामाजिक सेहत बीमा 14 करोड़ (10%) 3.6 करोड़
निजी बीमा कवर 11.5 करोड़ (9%) 2.6 करोड़
कुल 94.5 करोड़ (70%) 21.5 करोड़
कवर से बाहर 40.5 करोड़ (30%) 8.5 करोड़
{केंद्र सरकार के एक अधिकारी ने बताया... लक्ष्य यह था कि 12 करोड़ परिवारों के 60 करोड़ लोगों
को पीएमजय कार्ड जारी किए जाएं। प्रत्येक परिवार को 5 लाख रु. तक का सेहत बीमा दिया जाए।
लेकिन, अभी तक लक्ष्य से 33 करोड़ कम लोग ही योजना के दायरे में आ सके हैं।
{आयष्ु मान योजना में खामियां भी... स्वास्थ्य मंत्रालय से संबद्ध संसद की स्थायी समिति ने
आयष्ु मान योजना में खामियां भी गिनाई हैं। कहा कि योजना के क्रियान्वयन में कमी रह गई है ,
तभी 33 करोड़ लोग अब तक इसके दायरे में नहीं आए हैं।
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चेतावनी }दे श पर जीडीपी का 81% कर्ज, जो 100% हो जाएगा


आईएमएफ: कर्ज बढ़ रहा है
सरकार: चिंता की बात नहीं
...क्योंकि नोटबंदी से बढ़ा था कर्ज, अब घट रहा है
भास्कर न्यज ू | नई दिल्ली
दे श पर लगातार बढ़ते कर्ज को दे खते हुए अंतर्राष्ट्रीय मद्र ु ा कोष (आईएमएफ) ने आगाह किया है ।
आईएमएफ ने कहा कि कर्ज इसी रफ्तार से बढ़ता रहा तो जल्द ही सकल घरे लू उत्पाद (जीडीपी) के
100% से भी ज्यादा हो जाएगा। हालांकि, भारत सरकार कर्ज संकट को लेकर ज्यादा चिंतित नहीं
है । उसका कहना है कि सॉवरे न डेट रिस्क बेहद सीमित है । इसके बढ़ने की वजह केवल सरकार
द्वारा की गई नोटबंदी थी। इसके अलावा दस ू रा कोई कारण नहीं है । अब इसमें कमी आ रही है ।
दे श का जीडीपी टू डेट रे शियो 2020 में कोविड के दौरान 89% था। 2021-22 में 84% तक बढ़ा।
हालांकि, 2022-23 में यह फिर घटकर 81% हो गया। आईएमएफ का कहना है कि इससे लंबी
अवधि में कर्ज बढ़ने का जोखिम बना रहे गा, क्योंकि दे श को प्राकृतिक आपदाओं और क्लाइमेट
चें ज जैसे जोखिमों से बचने के लिए बड़े निवेश की जरूरत है । दे श को जरूरत है कि वह सस्ते कर्ज
के विकल्प तलाशे। साथ ही निजी क्षेत्र के निवेश बढ़ें । हालांकि, विकसित दे शों पर नजर डालें तो
जापान पर जीडीपी का 214%, इटली पर 141%, अमेरिका पर 110% और इंग्लैंड पर 101% कर्ज
है । जिन दे शों का कर्ज जीडीपी के 100% से ज्यादा है , वे प्रति व्यक्ति आय में दनि ु या के शीर्ष 38
दे शों में हैं। प्रति व्यक्ति आय में अमेरिका 8वें , इंग्लैंड 27वें , इटली 29वें और जापान 38वें पर है ।
भारत की रैंक 127वीं है । मतलब ये कि भारत का जीडीपी की तल ु ना में कर्ज बहुत ज्यादा है ।
मप्र व राजस्थान समेत 7 राज्यों पर जीडीपी से 30% तक ज्यादा कर्ज
राज्य जीडीपी कर्ज %
पंजाब 6.98 46.8%
बिहार 8.59 37.8%
राजस्थान 15.7 36.8%
प. बंगाल 17.19 37.7%
आंध्र 14.49 33.3%
उप्र 24.39 32.1%
मप्र 13.87 30.4%
महाराष्ट्र 38.79 18.2%
गज ु रात 25.62 14.9%
जीडीपी के आंकड़े लाख करोड़ रु. में ।
{दे श के सभी राज्यों ने इस अक्टूबर महीने तक कुल 2.75 लाख करोड़ रुपए बाजार से बतौर कर्ज
लिए हैं।
{आरबीआई के उधारी कैलेंडर के आधार पर माना जा रहा है कि जारी वर्ष में यह उधार की राशि 5.5
लाख करोड़ से ज्यादा होगी।
{2022-23 में बाजार से उधारी 5.18 लाख करोड़ थी। 2021-22 में राज्यों ने 4.92 लाख करोड़ रु.
ही उठाए थे।
{मार्च 2022-23 में दे श पर कुल 152.61 लाख करोड़ रु. कर्ज था। केंद्र के बजट अनम ु ान के
अनस ु ार, 2023-24 में यह 11% बढ़कर 169 लाख करोड़ हो सकता है ।
{2023-24 में दे श का राजस्व घाटा पिछले वर्ष के 21.43 लाख करोड़ से बढ़कर 23.94 लाख करोड़
होने का अनम ु ान है । ब्याज अदायगी 50.5% बढ़कर 10.79 लाख करोड़ होने का अनम ु ान है ।
एक्सपर्ट; प्रति व्यक्ति आय पर निर्भर है कर्ज
^जीडीपी की तल ु ना में कर्ज का अनप ु ात कितना हो यह प्रति व्यक्ति आय पर निर्भर है । आय
ज्यादा तो कर्ज ज्यादा। हालांकि, हर सरकार तय लक्ष्य के आधार पर इसे घटाती या सीमित करती
है । भारत सरकार लगातार इसे घटाने की कोशिश कर रही है ।
- मदन सबनवीस, चीफ इकोनॉमिस्ट, बैंक ऑफ बड़ौदा
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कश्मीर में बड़ी आतंकी वारदात }सर्च के लिए जा रही सैन्य टुकड़ी को अंधे मोड़ पर घेरा
पछ
ंु : सेना के काफिले पर आतंकी हमला, 5 जवान शहीद; आतंकियों ने 2 शहीदों के साथ बर्बरता
की
भास्कर न्यज ू | पछ
ंु /श्रीनगर
जम्म-ू कश्मीर के पछ ंु में गरु
ु वार दोपहर बाद 3:45 बजे आतंकियों ने सैन्य टुकड़ी पर घात लगाकर
हमला किया। इसमें पांच जवान शहीद हो गए। दो घायल हैं। अधिकारियों ने बताया कि आतंकियों
ने दो शहीद जवानों के शवों को विकृत भी किया है । दो वाहनों में सवार जवान आतंकियों के
खिलाफ चल रहे एक ऑपरे शन में शामिल हाेने जा रहे थे। इसी दौरान आतंकियों ने सरु नकोट
इलाके में डेरा की गली और बफ ु लियाज के बीच अंधे मोड़ पर हमला कर दिया। हमले की
जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जड़ ु े संगठन एंटी फास्टिस फ्रंट ने ली है । रक्षा प्रवक्ता ले. कर्नल
सन ु ील बरतवाल ने बताया कि हमले के बाद सरु क्षाबलों ने बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शरू ु
किया है । दे र रात तक आतंकियों को घेरने की कोशिशें जारी थीं। जम्म-ू कश्मीर के पर्व ू डीजीपी
एसपी वैद्य ने कहा- यह पाकिस्तान की ओर से किया गया सनि ु योजित हमला लगता है , क्योंकि
वह अनच् ु छे द 370 हटाए जाने के बाद सामान्य हुए हालात का नैरेटिव बदलने की काेशिश करता
रहता है ।
सैन्य टुकड़ी ने अचानक हुए हमले का जवाब
भी दिया... आमने-सामने की लड़ाई भी चली
सैन्य सत्र
ू ों के अनस ु ार, डेरा की गली इलाके में बध
ु वार रात से संयक्
ु त तलाशी अभियान चल रहा
था। इसी दौरान वहां मठ ु भेड़ शरू
ु हो गई। इस खबर पर राष्ट्रीय राइफल्स की एक टुकड़ी मदद के
लिए रवाना हुई। इस दल में जिप्सी और एक ट्रक था। रास्ते में एक अंधे मोड़ के ठीक बाद घात
लगाकर बैठे आतंकियों ने हमला कर दिया। अचानक शरू ु हुई अंधाधधंु फायरिंग के चलते 7 जवानों
को गोलियां लगीं। बचे हुए सैनिकों ने जवाबी कार्रवाई में गोलियां चलाईं। कुछ दे र तक
आमने-सामने की लड़ाई भी चली। सैनिकों को अच्छी पोजिशन के लिए इधर-उधर होना पड़ा। इसी
दौरान शहीद हुए दो सैनिकों के शवों को आतंकियों ने क्षत-विक्षत किया।
अप्रैल-मई में भी 10 जवान इसी इलाके में शहीद हुए थे
राजौरी और पछ ंु जिले की सीमा पर स्थित डेरा की गली और बफ ु लियाज के बीच के इस इलाके में
घने जंगल हैं। यह चमरे र और भाटा धरि ु यन जंगल की ओर जाता है , जहां इस साल 20 अप्रैल को 5
सैनिक शहीद हो गए थे। मई में भी यहां 5 जवान शहीद हुए थे। इस साल राजौरी और पछ ंु में हुई
मठु भेड़ों में 19 जवान शहीद हुए हैं। वहीं, 28 आतंकी मारे गए हैं। अक्टूबर 2021 में दो अलग
हमलों में 9 सैनिक शहीद हो गए थे।

22 December

आर्थिक मजबत ू ी के संकेत }बैंक बाजार की सालाना रिपोर्ट में नया ट्रें ड
ऊंचे ब्याज-महं गाई के बाद भी 18% बढ़े रिटे ल लोन... ब्याज दरें घटने से और बढ़ें गे
सबसे ज्यादा 28% ग्रोथ क्रेडिट कार्ड के लोन में
भास्कर न्यज ू |नई दिल्ली
दे श में पिछले एक साल में रिटे ल लोन 18% की दर से बढ़े हैं। इस सेगमें ट में 47% हिस्सेदारी
रखने वाले हाउसिंग सेक्टर के लोन की ग्रोथ 14% रही। खास बात यह है कि पिछले एक साल से
ब्याज दरें ज्यादा हैं, महं गाई भी तय सीमा से अधिक रही है । इसलिए जानकारों का मानना है कि
लोगों की आर्थिक स्थिति पहले के मक ु ाबले मजबत ू हुई है । यह दावा बैंक बाजार की सालाना रिपोर्ट
में किया गया है । इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि महं गाई दर अब घट चक ु ी है । दस
ू री ओर,
ब्याज दरों में भी कटौती आने लगेगी। इससे वित्त वर्ष 2024-25 में कर्ज की मांग और तेज होगी।
बैंक अभी से प्रीमियम कस्टमर को कम ब्याज दरें ऑफर करने लगे हैं। लेकिन, छोटे और मझौले
कर्ज लेने वाले ज्यादा ब्याज चक ु ा रहे हैं। कुछ महीनों में दरें घटने से यह असमानता भी कम होगी।
2023 में रिटे ल लोन में ऑटो और होमलोन की हिस्सेदारी 1.27% घटकर 59.27% रही। पर्सनल
लोन और क्रेडिट कार्ड की बकाया राशि 1.37% बढ़कर 32.95% हो गई। इन सभी श्रेणियों में कुल
कर्ज 41.97 लाख करोड़ रु. हो गया है ।
होमलोन-ऑटो लोन: हाउसिंग सेक्टर में रफ्तार आएगी
सालाना आधार पर हाउसिंग लोन 14.46% बढ़े हैं। होमलोन की कुल रकम 18.73 लाख करोड़ रु.
से बढ़कर 21.44 लाख करोड़ रु. हो गई है । 2021 में कुल बकाया हाउसिंग लोन 16.05 लाख करोड़
रु. था। यानी दो साल में ही हाउसिंग लोन की रकम 33.58% बढ़ी है । ऑटो लोन की बात करें तो
यह एक साल में 20.02% की बढ़ोतरी के साथ 4.60 लाख करोड़ रु. से 5.53 लाख करोड़ हो गया
है । जबकि, दो साल में कुल बढ़ोतरी 46.29% रही है ।
आगे क्या: रियल एस्टे ट मार्के ट में तेजी आ चक ु ी है । महं गाई भी घट रही है । आगे ब्याज दरों में
कटौती की उम्मीद है । इसके चलते हाउसिंग सेक्टर नई ऊंचाइयों को छू सकता है ।

पर्सनल लोन-क्रेडिट कार्ड: सख्ती बढ़ने से ग्रोथ घटे गी


2022 से 2023 के बीच क्रेडिट कार्ड का बकाया 27.99% ṁबढ़कर 2.40 लाख करोड़ रु. हो गया है ।
जबकि, 2021 में क्रेडिट कार्ड का कुल बकाया 1.45 लाख करोड़ रु. था। यानी दो साल में क्रेडिट
कार्ड लोन 65.51% बढ़ा है । अन्य पर्सनल लोन की बात करें तो यह सालाना आधार पर 22.28%
की बढ़ोतरी के साथ 10.29 लाख करोड़ रु. से 12.60 लाख करोड़ रु. हो गया है । 2021 में 8.24
लाख करोड़ रु. था। यानी दो साल में पर्सनल लोन में 52.91% बढ़ोतरी हुई है ।
आगे क्या: जोखिम बढ़ने की आशंका के चलते आरबीआई ने क्रेडिट कार्ड और पर्सनल लोन पर कई
तरह के अंकुश लगाए हैं। इसके असर से आने वाले साल में क्रेडिट कार्ड लोन की ग्रोथ घट सकती
है ।

गोल्ड-एजक ु े शन लोन: इसमें आगे भी तेजी बनी रह सकती है


गोल्ड लोन दो साल में 73.02 हजार करोड़ रु. से 36.93% बढ़कर 1 लाख करोड़ रु. हो गया है ।
एजक ु े शन लोन का चलन भी कोरोनाकाल के बाद तेजी से बढ़ा है । यह 35.70% बढ़ा है । हालांकि
लोन लेकर जरूरत का सामान खरीदने वाले लोगों की संख्या में बढ़ोतरी सीमित रही है । पिछले एक
साल में कंज्यम ू र लोन 7.68% घटा है । लेकिन, दो साल में यह लोन 52.26% बढ़ा है । शेयर के
बदले लोन पिछले एक साल में बढ़ने के बजाय 4.85% तक घट गया है ।
आगे क्या: एजक ु े शन लोन में तेज ग्रोथ की संभावना है । गोल्ड में आगे भी तेजी रहने की संभावना
है । इसलिए इसकी एवज में मिलने वाला लोन भी बढ़े गा। कंज्यम ू र ड्यरू े बल की ग्रोथ को लेकर
जानकार एक राय नहीं हैं।
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भास्कर इंटरव्यू }अयोध्या में मंदिर निर्माण करने वाले चंद्रकांत सोमपरु ा ने भास्कर को बताई
मंदिर की परू ी कहानी...
25 फीट दरू से दर्शन, मंदिर में राम को मर्यादा परु ु षोत्तम बनाने वाले 16 गण ु झलकेंगे
मंदिर परू ा होने में 1 साल, कॉरिडोर बनने में डेढ़ से दो साल और लगें ेगे
अयोध्या में भगवान श्रीराम की मर्ति ू की प्राण-प्रतिष्ठा में एक महीना शेष हैं। सबके मन में
जिज्ञासा है कि भगवान राम की मर्ति ू कैसी होगी? मंदिर कैसा बना है ? खासियत क्या है ? भास्कर
के संकेत ठाकर ने ऐसे ही सवालों के जवाब चंद्रकांत सोमपरु ा से लिए। सोमपरु ा ने ही अयोध्या के
श्रीराम मंदिर की परू ी डिजाइन तैयार की है । इन्हीं की दे खरे ख में परू ा निर्माण हो रहा है । पढ़िए
उन्हीं की जब ु ानी...
मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा के लिए तैयार है । गर्भगह ृ में वो आसन भी आकार ले चक ु ा है , जहां रामलला
विराजेंगे। हम 5.5 फीट की तीन मर्ति ू यां बना रहे हैं। एक श्याम रं ग की, दस ू री गहरी काली
शालिग्राम पत्थर की और तीसरी सफेद पत्थर की। मंदिर ट्रस्ट 29 दिसंबर को इनमें से एक मर्ति ू
तय करे गा। उसी की प्राण-प्रतिष्ठा होगी। गर्भगह ृ से बाहर निकलते ही सामने गणपति और
हनम ु ानजी की मर्ति ू स्थापित होगी। मंदिर के सामने गरुड़जी की मर्ति ू लगाई जा रही है ।
प्राण-प्रतिष्ठा मंदिर की दस ू री मंजिल पर होगी। यहीं राम दरबार भी बनाया गया है । यहां भगवान
श्रीराम, मां जानकी, लक्ष्मणजी और हनम ु ानजी की मर्ति
ू होगी।
भारत में मंदिर डिजाइन करने की 16 शैलियां हैं। इनमें 3 प्रमख ु हैं। उत्तर भारत में नागर शैली,
दक्षिण में द्रविड़ और मध्य-पर्व ू भारत में पगोड़ा शैली। अयोध्या मंदिर नागर शैली में है । सोमनाथ,
स्वामीनारायण, अंबाजी मंदिर इसी शैली में बने हैं। आठ दिशाएं, अष्ठ भज ु ाएं और विष्णु के आठ
स्वरूपों को ध्यान में रखकर गर्भगह ृ अष्टकोण में बनाया है । नक्काशी में भगवान श्रीराम के वो 16
गण ु नजर आएंगे, जिनकी बदौलत वे मर्यादा परु ु षोत्तम कहलाए। गर्भगह ृ इस तरह बनाया है कि
भक्तोंं को 25 फीट दरू से रामलला के दर्शन हों। मंदिर परू ी तरह तैयार होने में 1 साल और लगेगा।
अयोध्या कॉरिडोर बनने में भी डेढ़ से 2 साल लगें गे। मंदिर में विष्णु के दशावतार, 64 योगिनी, 52
शक्तिपीठ और सर्य ू के 12 स्वरूप की मर्तिू यां भी उकेरी हैं। हर पिलर में लगभग 16-16 मर्ति
ू यां
उकेरी गई हैं। मंदिर में ऐसे कुल 250 पिलर हैं।
34 साल पहले निर्माण शरू ु : मंदिर निर्माण की शरुु आत 34 साल पहले 1989 में ही कर दी थी। तब
अयोध्या आंदोलन शरू ु ही हुआ था। डीडी बिरलाजी ने मझ ु े कहा कि तमु अशोक सिंघल के साथ
अयोध्या जाओ और जिस जगह मंदिर बनना है , उसका नाप लेकर आओ। वहां कोर्ट के प्रतिबंध के
कारण गवर्नमें ट टे प (मापपट्‌टी) का उपयोग नहीं कर सके। इसलिए कदम से नाप की। कुल 82
कदम में जगह तय की। कुछ वर्षों बाद मैप तैयार हुआ और कदमों के माप से ही डिजाइन फाइनल
की। प्रयागराज कंु भ में संतों की मंजरू ी से लकड़ी का मॉडल बनाया, जो बरसों राम मंदिर का प्रतीक
रहा। 2019 में सप्रु ीम कोर्ट के फैसले के बाद इसमें कई परिवर्तन हुए। ऊंचाई भी 128 से बढ़ाकर
161 फीट की। मंदिर निर्माण शरू ु किया, तब बजट 400 करोड़ था। अब मंदिर और कॉरिडोर पर 2
हजार करोड़ रु. खर्च होंगे। -शेष पेज 00

18 पीढ़ियों से मंदिर डिजाइन का काम कर रहा सोमपरु ा परिवार:


सोमपरु ा परिवार 18 पीढ़ियों से मंदिर डिजाइन का काम कर रहा है । चंद्रकांत सोमपरु ा और उनके
बेटे आशीष दे श-विदे श में 31 मंदिरोंं की डिजाइन बना चक ु े हैं। 12 ज्योतिर्लिंगों में शामिल
सोमनाथ मंदिर और 51 शक्तिपीठों में शामिल अंबाजी मंदिर की डिजाइन चंद्रकांत के पिता
प्रभाशंकर सोमपरु ा ने बनाई थी। चंद्रकांत के दादा रामजीभाई ने गज ु रात के पालीताणा मंदिर की
डिजाइन बनाई थी। मंदिर का एक गेट भी उनके नाम से जाना जाता है ।
अयोध्या को मिलेगी आध्यात्मिक शहर की पहचान
विजय उपाध्याय | अयोध्या
दनिु या के सबसे बड़े रामोत्सव की तैयारी अंतिम दौर में है । 32 हजार करोड़ रु. से अयोध्या के
परु ातन स्वरूप को बनाए रखते हुए आध्यात्मिक रूप िदया गया है । रे लवे स्टे शन के साथ
अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट तैयार है । शक्र ु वार को ट्रायल के तौर पर पहली फ्लाइट उतरी। पीएम नरें द्र
मोदी 30 दिसंबर को दोनों का उद्घाटन करें गे।
22 जनवरी की रिहर्सल होगा उद्घाटन कार्यक्रम
उद्घाटन कार्यक्रम को 22 जनवरी की रिहर्सल माना जा रहा है । अयोध्या के चार पथ (राम पथ,
भक्ति पथ, जन्मभमि ू पथ और धर्म पथ) को फूलों से सजाया जाएगा। इन पथ पर लाइट्स की
तैयारी भी कर ली गई है । 800 करोड़ की लागत से 13 किमी लंबा रामपथ चार लेन का बनाया जा
रहा है । 14 करोड़ से बना अयोध्या धाम बस स्टैंड शरू ु हो चक ु ा है ।
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23 December

भास्कर एक्सक्लसिू व }कोविंद कमेटी के पास खाका तैयार, सहमति बाकी


एक दे श-एक चन ु ाव 2029 से लागू करना है तो 2026 तक 25 राज्यों में चन
ु ाव होंगे
{मप्र समेत जिन 5 राज्यों में चन
ु ाव दिसंबर में हुए, उनकी विधानसभा का कार्यकाल 6 महीने
बढ़े गा
मकु े श कौशिक | नई दिल्ली
‘एक दे श-एक चन ु ाव’ पर विचार कर रही पर्व ू राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली कमेटी
के पास इसका खाका तैयार है । विधि आयोग के इस प्रस्ताव पर सभी दल सहमत हुए तो यह 2029
से लागू होगा। लेकिन, इसके लिए दिसंबर 2026 तक 25 राज्यों में विधानसभा चन ु ाव कराने होंगे।
मध्यप्रदे श, राजस्थान, तेलग ं ाना, छत्तीसगढ़ और मिजोरम इसमें शामिल नहीं हैं, क्योंकि इन
राज्यों में इसी महीने चन ु ावी नतीजे आए हैं। इसलिए इनकी विधानसभाओं का कार्यकाल 6 महीने
बढ़ाकर जन ू 2029 तक किया जाएगा। उसके बाद सभी राज्यों में एक साथ विधानसभा-लोकसभा
होंगे। ‘एक दे श-एक चन ु ाव’ का सिद्धांत लागू करने के लिए कई राज्यों में विधानसभा का
कार्यकाल घटे गा।
कर्नाटक समेत 5 राज्यों की विधासभाओं का कार्यकाल सबसे ज्यादा घटे गा
2029 में लोकसभा-विधानसभा चन ु ाव साथ हों, इसके लिए 2026 तक 25 राज्यों में चन ु ाव होंगे।
विधानसभाओं का मौजद ू ा कार्यकाल घटे गा और बाद का भी घटाना होगा।
पहला चरण: 8 राज्य, वोटिंग-जन ू 2024 में
{आंध्र प्रदे श, अरुणाचल प्रदे श, ओडिशा और सिक्किम: इनका कार्यकाल जन ू 2024 में ही परू ा हो
रहा है । {हरियाणा, महाराष्ट्र, झारखंड और दिल्ली: इनके कार्यकाल में 5-8 महीने कटौती करनी
होगी। फिर जन ू 2029 तक इन राज्यों में विधानसभाएं परू े 5 साल चलेंगी।
दसू रा चरण: 6 राज्य वोटिंग: नवंबर 2025 में
{बिहार: मौजद ू ा कार्यकाल परू ा होगा।
बाद का साढ़े तीन साल ही रहे गा।
{असम, केरल, तमिलनाडु, प. बंगाल और पद् ु दच ु ेरी: मौजद ू ा कार्यकाल 3 साल 7 महीने घटे गा।
उसके बाद का कार्यकाल
भी साढ़े 3 साल होगा।
तीसरा चरण: 11 राज्य वोटिंग: दिसंबर 2026 में
{उत्तर प्रदे श, गोवा, मणिपरु , पंजाब व उत्तराखंड: मौजद ू ा कार्यकाल 3 से 5 महीने घटे गा। उसके बाद
सवा दो साल रहे गा।
{गज ु रात, कर्नाटक, हिमाचल, मेघालय, नगालैंड, त्रिपरु ा: मौजद ू ा कार्यकाल 13 से 17 माह घटे गा।
बाद का सवा दो साल रहे गा।
सरकार गिरने की स्थिति के लिए भी 4 विकल्प हैं...
विकल्प-1... राष्ट्रपति या राज्यपाल किसी विधानसभा के बचे हुए कार्यकाल के लिए आम
सहमति की सरकार बनाने के उपाय तलाशेंगे।
विकल्प-2... बचे हुए कार्यकाल के लिए सभी दलों को शामिल कर अंतरिम सरकार बनाई जाएगी।
सभी दलों की हिस्सेदारी विधायकों की संख्या के आधार पर होगी। पीएम या सीएम इस सरकार के
सदस्य चन ु ेंगे।
विकल्प-3... अनच् ु छे द 74-1 के तहत कार्यवाहक सरकार बनाई जाएगी। इस तरह की सरकार 6
महीने तक रह सकती है ।
विकल्प-4... सरकार गिर जाए या सदन भंग हो जाए तो चन ु ाव कराए जाएंगे। लेकिन, ये चन ु ाव
बचे हुए कार्यकाल के लिए ही होंगे।
स्थानीय निकाय चन ु ाव भी विधानसभा-लोकसभा के साथ हो सकते हैं
सत्र
ू ों के अनस ु ार, कोविंद कमेटी विधि आयोग से एक और प्रस्ताव मांगेगी, जिसमें स्थानीय
निकायों के चन ु ावों को भी शामिल करने की बात कही जाएगी। विधानसभाओं के कार्यकाल कम
करने के लिए संविधान के 172-1 का उपयोग किया जाएगा।
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रामोत्सव }लोकसभा चन ु ाव से पहले जनसंपर्क के लिए विहिप का मास्टर प्लान
60 करोड़ लोगों को रामलला के दर्शन, भोज में लाइव प्रसारण दे खने का न्योता दे गी विहिप
1 जनवरी से घर-घर जाकर पीले चावल दे ने की तैयारी
विजय उपाध्याय | लखनऊ
श्रीरामोत्सव-2024 दनि ु या का सबसे बड़ा सांस्कृतिक समारोह होने जा रहा है । 2024 के लोकसभा
चन ु ाव से ठीक पहले हो रहे प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से जन-जन को जोड़ने के लिए विहिप और
आरएसएस ने ‘मास्टर प्लान’ बनाया है । विहिप 1 जनवरी से 15 जनवरी तक 15 दिन दे शभर में
अभियान चलाएगी। इस दौरान 12 करोड़ परिवारों के 60 करोड़ लोगों को भगवान राम का चित्र
और जन्मभमि ू पर पजि ू त अक्षत (चावल) दे कर 22 जनवरी के समारोह को सामहि ू क रूप से दे खने,
भजन और भोज का न्योता दिया जाएगा। इनसे अनरु ोध किया जाएगा कि ये 26 जनवरी के बाद
अपने परिवार और मित्रों के साथ अयोध्या पहुंचें और रामलला के दर्शन करें । इस बीच, 30 दिसंबर
को अयोध्या पहुंच रहे प्रधानमंत्री नरें द्र मोदी 3 हजार करोड़ से अधिक राशि के 29 प्रोजेक्ट की
आधार शिला रखेंगे। वहीं परू े हो चक ु े 23 प्रोजेक्ट अयोध्या की प्रजा को सौंपें गे।
दे श के 5 लाख गांवों के 30 करोड़ लोगों को भी जोड़ेंगे
विहिप के केंद्रीय मंत्री अंबरीश ने बताया कि विहिप की 22 जनवरी को दे श के पांच लाख गांवों के
मंदिरों, धार्मिक या सार्वजनिक स्थलों पर भी आयोजन की योजना है । इसमें प्राण-प्रतिष्ठा का
सीधा प्रसारण दिखाया जाएगा। इसमें गांव के सभी निवासियों को बल ु ाया जाएगा, जिससे दे श का
कोना-कोना ‘राम मय’ होगा। विहिप का दावा है कि 60 करोड़ लोगों से सीधा संपर्क होगा। वहीं 5
लाख गांवों में करीब 30 करोड़ लोग जड़ ु ेंगे। इस तरह प्राण-प्रतिष्ठा से जड़ ु ने वाले लोगों की
अनम ु ानित संख्या 90 करोड़ होगी।
श्रीराम की मर्ति
ू में धनष ु और बाण सोने-हीरे जड़ित होंगे
भगवान श्रीराम की 3 मर्ति ू यों में से 2 तैयार हैं। मैसरू के अरुण योगीराज ने शालिग्राम पत्थर से 6
माह में मर्ति
ू तराशकर ट्रस्ट को सौंप दी है । वहीं बेंगलरु ु के मर्ति
ू कार गणेश भट्ट ने श्याम शिला पर
मर्ति
ू उकेरी है , जबकि राजस्थान के मर्ति ू कार सत्यनारायण पांडे सफेद मार्बल से मर्ति ू तराश रहे हैं।
योगीराज के मत ु ाबिक, ट्रस्ट ने मर्ति ू को सोने और हीरे से जड़ित धनष ु और तीर से सजाने की
कल्पना की है । इससे मर्ति ू की दिव्यता बढ़ जाएगी।
30 दिसंबर से फ्लाइट: अयोध्या एयरपोर्ट के लिए एअर इंडिया एक्सप्रेस और इंडिगो 30 दिसंबर से
इनॉग्रल फ्लाइट शरू ु कर दें गी। एअर इंडिया का विमान दिल्ली से सब ु ह 11 बजे उड़ान भरे गा और
दोपहर 12:20 बजे अयोध्या पहुंचेगा।
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मिशन 2024 }भाजपा की दो दिवसीय बैठक में दक्षिण के लिए नई रणनीति


क्षेत्रीय दलों से सीधे लड़ेगी भाजपा, फोकस ‘मोदी की गारं टी’ पर होगा
सज ु ीत ठाकुर | नई दिल्ली
भाजपा ने केंद्र की सत्ता पर है ट्रिक जमानी के लिए रणनीति बनानी शरू ु कर दी है । दिल्ली में भाजपा
पदाधिकारियों की दो दिवसीय बैठक में प्रधानमंत्री नरें द्र मोदी ने पार्टी का वोट प्रतिशत 10% बढ़ाने
की दिशा में जट ु ने को कहा। पिछले लोकसभा चन ु ाव में भाजपा को 37% वोट के साथ 303 सीटें
मिली थीं। दस ू री ओर, विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के एक प्रत्याशी के फॉर्मूले से निपटने के लिए पार्टी
ने उन राज्यों में भी सीधी लड़ाई का फैसला किया है , जहां पार्टी कमजोर स्थिति में है । खास तौर पर
दक्षिण भारत में । पार्टी ने इन राज्यों में स्थानीय छोटे दलों के साथ गठबंधन की गंज ु ाइश तलाशने
के लिए पार्टी प्रभारियों को अधिकृत कर दिया गया है । शर्त यह रखी है कि लोकसभा में सीटों के
लिहाज से भाजपा ‘सीनियर पार्टनर’ की अपनी भमि ू का से समझौता नहीं करे गी।
एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि फरवरी के अंत तक ‘मोदी की गारं टी’ के स्लोगन के जरिए पार्टी सीधे
मक ु ाबले की स्थिति में होगी। इसके लिए सभी प्रदे श अध्यक्षों और प्रभारियों को निर्देश दिया गया है
कि वे विकसित भारत संकल्प यात्रा से लोगों को जोड़ें और उन्हें केंद्र की सभी स्कीमों से अवगत
कराएं।
दक्षिण में भाजपा का ऐसा होगा रोडमैप...
आंध्र प्रदे श }लोकसभा के साथ ही विधानसभा चन ु ाव होंगे। पार्टी टीडीपी और पवन कल्याण की
पार्टी जनसेना से समझौता कर सकती है । हालांकि, गठबंधन इसी शर्त पर होगा कि लोकसभा में
भाजपा सीनियर पार्टी रहे गी।
तमिलनाडु }एमकेएम, पीटी पार्टी जैसे दलों और निर्दलीय 1-2 लाख वोट पाने वाले नेताओं को पार्टी
साथ जोड़ेगी। कन्याकुमारी, तेनकासी, मदरु ै , चेन्नई दक्षिण, रामनाथपरु म, तत ु क
ु ु डी सहित 19
सीटों पर भाजपा लड़ेगी।
केरल }लेफ्ट व कांग्रेस में टिकट से वंचित नेताओं को साधेंगे। मोदी के नाम पर चर्च से समर्थन
हासिल करने की रणनीति अपनाएंगे।
विपक्ष को मात दे ने के लिए 50% वोट का लक्ष्य
बैठक के दस ू रे दिन गह ृ मंत्री अमित शाह ने प्रदे श अध्यक्षों और प्रभारियों को कहा, विपक्षी गठबंधन
भाजपा के खिलाफ वन-टू-वन प्रत्याशी उतारने की रणनीति पर काम कर रहा है । हमें 50% से
अधिक वोट हासिल करने होंगे। बैठक में इस बार यप ू ी में पिछली बार से 10, बंगाल में 5, ओडिशा
में 2, तेलग ं ाना में 4, तमिलनाडु में 16, केरल में 6, आंध्र में 10 सीट ज्यादा जीतने का लक्ष्य रखा
गया है । भाजपा पिछले चन ु ाव से 53 अधिक सीटें जीतना चाहती है । पिछली बार भाजपा को यप ू ी में
62, प. बंगाल में 18, ओडिशा में 8 और तेलग ं ाना में 4 सीटें मिली थीं। तमिलनाडु, केरल और आंध्र
में पार्टी का खाता नहीं खल ु ा था।
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24 December

भास्कर ब्रेकिंग | मझगांव डॉक शिपयार्ड के साथ गज ु रात सरकार का करार, वाइब्रेंट समिट में होगी
आधिकारिक घोषणा; जन्माष्टमी या दीपावली से शरु ु आत, किराया फिलहाल तय नहीं
दे श में पहली बार... समद्र
ु में 300 फीट नीचे पनडुब्बी से द्वारका दर्शन
चिंतन आचार्य . गांधीनगर
हजारों साल पहले समद्र ु में डूब चकु ी भगवान श्री कृष्ण की द्वारका नगरी के दर्शन अब आसान
होने जा रहे हैं। गज
ु रात सरकार मल ू द्वारका दर्शन के लिए अरब सागर में ‘यात्री पनडुब्बी’ चलाने
जा रही है । भारत सरकार की कंपनी मझगांव डॉक शिपयार्ड के साथ राज्य सरकार का एमओयू हो
चक ु ा है । जनवरी में होने जा रही वाइब्रेंट समिट में इसकी घोषणा होगी। इस सबमरीन का संचालन
मझगांव डॉक ही करे गा। जन्माष्टमी या दीपावली तक ये शरू ु हो जाएगी। सबमरीन समद्र ु में 300
फीट नीचे जाएगी। इस रोमांचक सफर में 2 से ढाई घंटे लगें गे। किराया महं गा होगा, लेकिन आम
आदमी का ध्यान रखते हुए गज ु रात सरकार इसमें सब्सिडी जैसी रियायत दे सकती है ।
दरअसल, केंद्र सरकार धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ाने के लिए कई प्रोजेक्ट पर काम कर
रही है । काशी कॉरिडोर, महाकाल लोक, अयोध्या, केदारनाथ, सोमनाथ और द्वारका कॉरिडोर
इसका अहम हिस्सा हैं। द्वारका कॉरिडोर के तहत मल ू द्वारका (बेट द्वारका) के दर्शन के लिए
सबमरीन प्रोजेक्ट लाया जा रहा है । बेट द्वारका में ही अरब सागर में सबसे बड़ा केबल ब्रिज बन
रहा है , जो जन्माष्टमी के आसपास शरू ु होगा।
ऐसी होगी सबमरीन: 35 टन वजनी, एक बार में 30 लोग बैठ सकेंगे; 2 गोताखोर, एक गाइड साथ
रहे गा
{35 टन वजनी सबमरीन एयर कंडीशंड रहे गी। 30 लोग बैठेंगे। इसमें मेडिकल किट भी रहे गी।
{इसमें 24 यात्री दो लाइन में बैठेंगे। पनडुब्बी चलाने वाले दो सदस्य, 2 गोताखोर, एक गाइड और
एक तकनीशियन साथ रहे गा।
{इसकी हर सीट विंडो व्यू दे गी, ताकि 300 फीट गहराई में समद्र ु के भीतर के प्राकृतिक सौंदर्य को
आसानी से दे ख सकें।
{यात्रियों को ऑक्सीजन मास्क, फेस मास्क और स्कूबा ड्रेस संचालन करने वाली एजेंसी ही दे गी।
इनका किराया टिकट में शामिल रहे गा।
{इसमें प्राकृतिक रोशनी की व्यवस्था रहे गी। संचार प्रणाली और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग जैसी सवि ु धा
भी रहे गी। सबमरीन में बैठकर भी सामने स्क्रीन पर भीतर की हलचल, जीव जंतु आदि दे ख सकेंगे
और रिकॉर्ड कर सकेंगे।
सिग्नेचर ब्रिज 90% तैयार, ईको टूरिज्म, डॉल्फिन व्यइ ू ंग गैलरी
दे वभमि
ू कॉरिडोर के तहत बेट द्वारका आईलैंड को दनि ु या के नक्शे पर लाने के लिए केंद्र और
राज्य सरकार मिलकर कई प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। सबसे बड़ा आकर्षण है सिग्नेचर ब्रिज।
900 करोड़ में बन रहा 2320 मीटर लंबा यह फोर लेन ब्रिज भारत का सबसे बड़ा केबल ब्रिज है । यह
90% तैयार हो चक ु ा है । इसी प्रोजेक्ट में 12 ज्योतिर्लिंग में शामिल नागेश्वर मंदिर, हनम ु ानजी
और उनके पत्र ु का मकरध्वज मंदिर भी डेवलप हो रहा है ।
शिवराजपरु बीच प्राइवेट एजेंसी को दे ने की तैयारी
ब्लू फ्लैग का दर्जा हासिल कर चक ु े शिवराजपरु बीच के विकास और उसके संचालन का जिम्मा
गज ु रात सरकार अब एक निजी कंपनी को दे ने जा रही है । वाइब्रेंट समिट के दौरान संभवत: इस बारे
में एमओयू हो सकते हैं। इसे दे श का सबसे शानदार बीच बनाने की तैयारी है ।
ये काम और हो सकते हैं...
{बेट द्वारका में समद्र ु ी तट को डेवलप करना, होटल-रे स्तरां बनाना, गोवा की तर्ज पर बीच किनारे
रिसॉर्ट और थीम पार्क बनाना, बीच किनारे वॉक-साइकिल ट्रै क, जेटी, डेक, वॉटर स्पोर्ट्स, कैं पिंग
साइट्स, जलीय गैलरी, फूट कोर्ट, बटि ु क आदि बनाना।
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बड़ी राहत की तैयारी | ईवी को लेकर संसदीय समिति की सिफारिशें


ईवी सब्सिडी 3 साल बढ़े , 1.5 लाख रु. की टै क्स छूट 2025 तक मिले
फेम-2 के दायरे में निजी ई-व्हीकल भी लाए जाएं
अनिरुद्ध शर्मा . नई दिल्ली
उद्योगों पर फैसला लेने वाली संसद की स्थायी समिति ने ईवी को लेकर कुछ अहम सिफारिशें की
हैं। कहा है कि फेम-2 (फास्टर एडॉप्शन एंड मैन्यफ ु ै क्चरिंग ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स फेस-2)
स्कीम की मियाद 3 साल बढ़ाई जाए। क्योंकि, इसे घटा दिया गया था। स्कीम की घोषणा के दौरान
शरुु आती 55,000 ईवी (कार समेत सभी फोर व्हीलर) मालिकों को बिक्री कर में छूट दे ने का लक्ष्य
था। बाद में इसे घटाकर 11,000 कर दिया गया। वहीं, आयकर की धारा 80ईईबी के तहत ईवी
खरीद के कर्ज पर 1.5 लाख रु. टै क्स छूट मिलती थी। यह भी मार्च 2023 में खत्म हो गई है ।
समिति ने सिफारिश की है कि आयकर छूट को 31 मार्च 2025 तक बढ़ाया जाए। समिति ने केंद्र
को टू-व्हीलर पर सब्सिडी फिर बहाल करने का भी सझ ु ाव दिया है । समिति का मानना है कि इससे
लोगों में ईवी खरीदने का रुझान तेज होगा।
ईवी के रजिस्ट्रे शन पर यप ू ी-बिहार-हरियाणा में छूट दे ने का सझ ु ाव
2030 तक सड़कों पर ई-व्हीकल की हिस्सेदारी को 30% तक बढ़ाने के लिए 19 राज्यों ने ईवी
पॉलिसी बनाई है । इसके तहत ईवी के रजिस्ट्रे शन पर रोड टै क्स में छूट मिल रही है । लेकिन, अन्य
राज्यों में ऐसा नहीं है । समिति ने कहा है कि केंद्र बचे हुए राज्यों खासकर उत्तर प्रदे श, बिहार और
हरियाणा को भी पॉलिसी बनाने के लिए कहें ।
अहम सझ ु ाव: गिग वर्क रों के लिए ईवी अनिवार्य किया जाए
नीति आयोग की ताजा रिपोर्ट के मत ु ाबिक, दे श में गिग वर्क रों की संख्या 77 लाख है । अनम ु ान है
कि यह संख्या 2029-30 तक बढ़कर 2.35 करोड़ हो जाएगी। इसे दे खते हुए संसदीय समिति ने
गिग वर्क रों के लिए ई-व्हीकल अनिवार्य करने की सिफारिश की है । इतनी संख्या में पेट्रोल से चलने
वाले वाहन सड़क से हटें गे तो इससे प्रदष ू ण कम करने में भी मदद मिलेगी।
पहुंच बढ़े : कस्बों-गांवों में चार्जिंग स्टे शन बनाए जाएं
फेम-2 के तहत 22 हजार ई-चार्जिंग स्टे शन बनने हैं। लेकिन अब तक 8,840 बने हैं। इसे दे खते हुए
समिति ने पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय को सझ ु ाव दिया है कि चार्जिंग स्टे शन सिर्फ
ऑयल मार्कें टिंग कंपनियां के आउटलेट पर ही न बनाए जाएं, बल्कि कस्बाें और ग्रामीण इलाकों में
भी बनाए जाएं। साथ ही बैटरी स्वैपिग ं पॉलिसी को जल्द लागू करने को कहा है ।
अभी ये शरु ु आत: 2030 तक 40% की सालाना ग्रोथ से बढ़ें गी ईवी
टाटा मोटर्स के ईवी सेग्में ट के एमडी शैलेश चंद्रा ने कहा कि 2024 ईवी गाड़ियों के लिए काफी
उम्मीदभरा साबित होगा। केंद्र सरकार का भी मानना है कि ईवी इंडस्ट्री 2030 तक तेजी से बढ़े गी।
टाटा मोटर्स समेत कई ईवी कंपनियों ने 2024 के बाद भी ईवी की बिक्री 40% की रफ्तार से बढ़ने
की उम्मीद जताई है । विशेषज्ञों का मानना है कि यह रफ्तार 2030 तक बनी रह सकती है । 2030
के बाद हर साल 1 करोड़ ईवी बिकने लगें गी।
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25 December

कश्मीर }अार्मी चीफ बोले- सेना पेशव े र तरीके से काम करे


ग्रामीणों की मौत पर ब्रिगेडियर को हटाया, तीन अफसरों पर कार्रवाई
भास्कर न्यज ू | नई दिल्ली
कश्मीर के पछ ंु जिले के टोपापीर में सेना की हिरासत में 22 दिसंबर को तीन ग्रामीणों की मौत के
मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है । सेना के सत्र ू ों के अनस
ु ार 48 राष्ट्रीय राइफल्स के ब्रिगेडियर को हटा
दिया गया है । सेना ने कोर्ट ऑफ इनक्वायरी के तहत मामले की जांच शरू ु कर तीन अन्य अफसरों
के खिलाफ कार्रवाई की है । ग्रामीणों की मौत पर अज्ञात लोगों के विरुद्ध पलि ु स में एफआईआर भी
दर्ज की गई है । हाल के वर्षों में ब्रिगेडियर रैंक के अफसर को हटाने का ये दस ू रा मामला बताया जा
रहा है । इससे पहले 2016 में उरी के आर्मी कैं प पर आतंकी हमले के बाद ब्रिगेडियर काे हटाया गया
था।
इस बीच, आर्मी चीफ मनोज पांडे सोमवार को जम्मू सहित पछ ंु और राजौरी सेक्टर पहुंचे। यहां
आर्मी चीफ पांडे ने कमांडरों को बैठक के दौरान हिदायत दी कि सेना किसी भी ऑपरे शन के दौरान
बेहद पेशव े र तरीके से काम करे । उन्होंने कहा कि कश्मीर में सेना और चौकसी बरते। बता दें कि 21
दिसंबर को पछ ंु के सरु नकोट इलाके में आतंकियों ने सेना के काफिले पर घात लगाकर हमला किया
था। इसमें सेना के चार जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद सेना ने पछ ू ताछ के लिए कुछ ग्रामीणों
को हिरासत में लिया था।
शहीदों की पार्थिव दे ह पैतक ृ स्थल पहुंची, हुजम ू उमड़ा
इस बीच, पछ ंु आतंकी हमले में शहीद सेना के चारों जवानों की पार्थिव दे ह सोमवार को उनके पैतक ृ
स्थल पहुंची। शहीदों के अंतिम दर्शन के लिए हुजम ू उमड़ पड़ा। हमले में उत्तराखंड में कोटद्वार के
राइफलमैन गौतम कुमार और चमोली के नायक वीरें द्र सिंह, कानपरु के नायक करण कुमार और
नवादा (बिहार) के राइफलमैन चंदन कुमार शहीद हुए थे।
सेना का सर्च ऑपरे शन, पछ ंु -राजौरी में नेटबंदी
पछ ंु हमले के गन ु हगार आतंकियों का अब तक कोई सरु ाग हासिल नहीं हुआ है । सेना ने पछ ंु ,
सरु नकोट और राजौरी के थानामंडी के जंगलों में बड़ा सर्च ऑपरे शन छे ड़ा है । इस बीच, पछ ंु और
राजौरी जिलों में सोमवार को तीसरे दिन भी इंटरनेट बंद रहा।
महबब ू ा हाउस अरे स्ट,
पछ ंु जाना चाहती थीं
पीडीपी सप्र ु ीमो महबब ू ा मफ् ु ती को हाउस अरे स्ट में रखा गया है । महबब ू ा सोमवार को पछ ंु जाना
चाहती थीं, जहां 22 दिसंबर को तीन ग्रामीणों के शव रहस्यमय ढं ग से मिले थे। पीडीपी का आरोप
है कि पछ ंु क्षेत्र के कुछ यव ु ा अब भी सेना की हिरासत में हैं।
आठ साल कोमा में रहे ले. कर्नल करनबीर शहीद
कुपवाड़ा में 2015 में आतंकियों से मक ु ाबले में जख्मी होने के बाद आठ साल तक कोमा में रहे
लेफ्टिनेंट कर्नल करनबीर सिंह सोमवार को जालंधर में शहीद हो गए।
पर्व ू एसएसपी मर्डर: कांच तोड़कर मस्जिद में घस ु े थे हत्यारे
श्रीनगर। बारामल ु ा मस्जिद में पर्व ू एसएसपी मोहम्मद शफी की हत्या के मामले में अब तक की
जांच में सामने आया है कि हत्यारे खिड़की का कांच तोड़ कर दाखिल हुए थे। सत्र ू ों का कहना है कि
जांच में आपसी रं जिश के एंगल की पड़ताल भी की जा रही है । पलि ु स ने लोगों के पास 12 बोर की
राइफलों को जब्त कर लिया है ।
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भास्कर एक्सक्लसि ू व }भारी पड़ रही जीएसटी क्षतिपर्तिू स्कीम


राज्यों को जीएसटी दे ना बंद, फिर भी 96 हजार करोड़ रु. सेस वसल ू ी जारी
लग्जरी आइटम्स पर लग रहा सेस, इसमें गाड़ियां, कोयला भी शामिल
गरुु दत्त तिवारी | नई दिल्ली
जीएसटी में जिस स्कीम को राज्यों की आर्थिक मदद के लिए जोड़ा गया था, वह अब जनता की
जेब पर भारी पड़ रही है । दरअसल, राज्यों को केंद्र सरकार से मिलने वाली 14% जीएसटी क्षतिपर्ति ू
(कंपनसेशन) राशि 2022 से बंद है , लेकिन इसकी अदायगी के लिए केंद्र ने लग्जरी आइटम्स पर
जो कंपनसेशन सेस (उपकर) लगाया था, उसकी वसल ू ी अब भी जारी है । यह कब बंद होगी,
फिलहाल तय नहीं। यानी 1200 से 1500 सीसी तक की गाड़ियां, ब्रांडड े नीबू पानी, सोडा वॉटर,
कोयला, स्टील आदि महं गे ही बिकते रहें गे।
दे श में जीएसटी 2017 से लागू है । तब से केंद्र राज्यों को क्षतिपर्ति
ू के 5.89 लाख करोड़ रु. दे चक ु ा
है । इस दौरान दो साल कोरोना रहा, जिसमें सेस से कमाई कम हुई तो केंद्र ने क्षतिपर्तिू दे ने के लिए
बाजार से 2.69 लाख करोड़ रु. का कर्ज लिया। जबकि इन छह साल में सरकार सेस से सालाना 96
हजार करोड़ रु. के हिसाब से करीब 5.76 लाख करोड़ रु. जट ु ा चक
ु ी है । जीएसटी विशेषज्ञों का कहना
है कि सेस से कमाई और क्षतिपर्ति ू में दी गई राशि का अंतर भले ही अंतर कम हो, लेकिन सरकार
कर्ज की ब्याजमक् ु त अदायगी तक सेस की वसल ू ी जारी रख सकती है ।
अगले 3 साल में 3.02 लाख करोड़ बचें गे, इसके खर्च पर फैसला नहीं
वसल ू ी: अभी कंपनसेशन सेस वसल ू ी की डेडलाइन मार्च 2026 है । सालाना 96 हजार करोड़ रु. के
हिसाब से केंद्र इन 3 साल में 2.88 लाख करोड़ रु. वसल ू ेगा। 2017 से 2023 तक 5.76 लाख करोड़
मिल चक ु े हैं। दो साल में कर्ज 2.69 लाख करोड़ लिया। यानी 2026 तक 11.6 लाख करोड़ रु.
आएंगे।
दे नदारी: राज्यों को 5 साल में 5.89 लाख करोड़ की क्षतिपर्ति ू दी। 2.69 लाख करोड़ का कर्ज अभी
चक ु ाना है । ब्याज अलग से होगा। इस तरह कुल दे नदारी 8.58 लाख करोड़ होती है । यानी 11.6
लाख करोड़ के कंपनसेशन फंड से परू ी दे नदारी हटा दें तो 3.02 लाख करोड़ रु. बच जाएंगे।
असर: फेडरे शन ऑफ ऑटोमोबाइल्स डीलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया यानी फाडा के चेयरमैन
विंकेश गल ु ाटी कहते हैं कि 1200 से 1500 सीसी तक की गाड़ियां अब लग्जरी नहीं रहीं। छोटे
व्यावसायिक वाहन शहरों-कस्बों में बहुत उपयोगी हैं, लेकिन इन पर सेस लग रहा है , जो गलत है ।
ज्यादा सेस लिया, राज्यों को कम दिया
साल सेस वसल ू ी क्षतिपर्ति

2017-18 62.6 49.6
2018-19 95.1 84.6
2019-20 95.6 165.4
2020-21 85.2 168.4
2021-22 105 65.9
2022-23 120 18.0
योग 563.5 551.9
भास्कर एक्सपर्ट: सेस हटना बहुत जरूरी

तंबाकू-सिगरे ट पर कुल टै क्स सेस के कारण बढ़कर 80-90% तक चला गया है । इससे अवैध
कारोबार बढ़कर 92% हो गया है । केवल 8% ही पान मसाला और सिगरे ट वैध चैनल से बिक रहे
हैं। कोयले पर सेस लगाने से बिजली महं गी हो रही है । इस हिसाब से दे खें तो सेस का हटना जरूरी
है , वरना आने वाला समय कठिन होगा। - अशोक बत्रा, जीएसटी विशेषज्ञ
बची राशि पर फैसला बाकी
जीएसटी काउं सिल की बैठक में सेस मार्च 2026 तक वसल ू ना तय हुआ है । अनम
ु ान है कि तब तक
कर्ज ब्याज समेत चक ु ा दें गे। इसके बाद जो सेस की राशि बचेगी, उस पर फैसला बाकी है । -विवेक
जौहरी, पर्व
ू चेयरमैन, सीबीआईसी
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सज रही रामनगरी }अयोध्या में 3 मर्ति


ू यां बनकर तैयार, एक गर्भगह ृ में िवराजेगी
16 जन. को यजमान के सरयू स्नान से शरू ु होगा अनष्ु ठान, 17 को नगर भ्रमण
काशी के विद्वानों के साथ दे शभर से आए 21 आचार्य पज ू न कराएंगे
विजय उपाध्याय | लखनऊ
अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर के गर्भगह ृ में भगवान राम के बाल स्वरूप की कौन सी मर्ति ू
विराजेगी, यह 29 दिसंबर को तय होगा। प्राण प्रतिष्ठा के लिए तीन मर्ति ू यां तैयार की गई हैं। कांची
के शंकराचार्य विजयेंद्र सरस्वती के निर्देश पर श्रीराम जन्मभमि ू तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की टीम किसी एक
मर्तिू को चन ु ेगी। दस ू री को उत्सव मर्ति ू के रूप में चन ु ा जाएगा। इसका विशेष अवसरों पर दर्शन
मिलेगा। तीसरी मर्ति ू कहां रखेंगे, इसका भी फैसला उसी दिन होगा। तीनों मर्ति ू यों का निर्माण
अयोध्या में मई 2023 से चल रहा था। इन्हें राजस्थान के शिल्पकार सत्यनारायण पांडय े , कर्नाटक
के गणेश एल. भट्‌ट और अरुण योगीराज तराश रहे हैं। इनका काम परू ा हो चक ु ा है , अब सिर्फ
चयन बाकी है ।
सत्यनारायण के बेटे प्रशांत पांडय े ने कहा कि हमने अपनी तीन पीढ़ियों के ज्ञान व अनभ ु व को
रामलला की मर्ति ू में परू ी तन्मयता से लगाया है । मंदिर में मर्ति ू को इस तरह स्थापित किया
जाएगा कि रामनवमी पर रामलला के ललाट पर सर्य ू की किरणें पड़ें। तीन मर्ति ू यों में एक सफेद
संगमरमर की है । तो बाकी दो कर्नाटक के काले पत्थर से बनी हैं। प्राण प्रतिष्ठा अनष्ु ठान काशी के
विद्वान पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित के मार्गदर्शन में 21 वैदिक विद्वान कराएंगे।
वो सबकुछ, जो आपके लिए जानना जरूरी है ...
मर्ति ू कैसी होगी }स्वरूप 5 से 8 साल के बालक का होगा। मर्ति ृ कमल के फूल पर विराजमान होगी।
शिल्पकार प्रतिदिन मर्ति ू की नित्य पज ू ा के बाद ही उसे तराशने का काम शरू ु करते रहे हैं।
स्थापना किस मह ु ू र्त में }काशी के विद्वान पं. गणेश्वर शास्त्री ने श्रीराम के नक्षत्र पन ु र्वसु को ध्यान
में रखकर मह ु ू र्त निकाला है । उनके मत ु ाबिक, स्थापना 22 जनवरी को दोपहर 12 बजकर 29
मिनट से 84 सेकंड के भीतर अल्पकाल में होगी। 26वां नक्षत्र मग ृ शीर्ष सर्यू के अभिजीत में होने से
शभ ु फलदायी होगा। गरु ु मित्रगह
ृ ी होकर नवांश में उच्च का रहे गा, जबकि 16 वर्गों में 10 वर्ग भी
शभ ु है । सर्य
ू के मकर राशि में होने से पौष मास का दोष नहीं रहे गा तो काल सर्प दोष की स्थिति भी
नहीं होगी।
ये रहे गा कार्यक्रम... प्राण प्रतिष्ठा तक परू े 7 दिन अनष्ु ठान
16 जनवरी: यजमान (प्रधानमंत्री नरें द्र मोदी) द्वारा प्रायश्चित, सरयू के तट पर दशविध स्नान,
गणेश पज ू न, विष्णु पज ू न और गोदान होगा।
17 जनवरी: श्रीरामलला की मर्ति ू के साथ यजमान और आचार्य भव्य पंचकोसी क्षेत्र में शोभायात्रा
पर निकलेंगे। सरयू से जल आएगा।
18 जनवरी: गणेश अंबिका, वरुण, मातक ृ ा पजू न, ब्राह्मण वरण, वास्तु पज ू न होगा। इसमें गर्भगह ृ
में श्रीराम की वेदी के साथ वास्तु वेदी, योगिनी वेदी, क्षेत्रपाल भैरव वेदी बनेगी। इनकी पज ू ा होगी।
19 जनवरी: अग्निस्थापना (अरणी मंथन) द्वारा अग्नि प्राकट्य, नवग्रह स्थापना और हवन होगा।
20 जनवरी: गर्भगह ृ को सरयू जल से भरे 81 कलशों से धोने के बाद वास्तु शांति और अन्नाधिवास
कर्मकांड होंगे। इसमें श्रीरामलला के विग्रह को पहले जल, फिर अन्न, पष्ु प, फल में अधिवास
कराया जाएगा।
21 जनवरी: 125 कलशों से मर्ति ू के दिव्य स्नान।
22 जनवरी: मग ृ शिरा नक्षत्र में 11:30 से 12:30 बजे के बीच गर्भगह ृ में एक मर्ति ू विद्यमान होगी।
यहीं छोटे रामलला के साथ चारों भाई व बाल हनम ु ान विराजेंगे।
30 को मोदी ‘रामपथ’ पर पहुंचेंगे, रे लवे स्टे शन का लोकार्पण करें गे
अयोध्या में 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरें द्र मोदी 15 किमी लंबा रोड शो करें गे। इसमें 2 लाख से
ज्यादा लोग जट ु ने की संभावना है । मोदी पहले श्रीराम इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन करें गे।
फिर काफिला राष्ट्रीय राजमार्ग-27 से धर्मपथ पर पहुंचेगा। फिर रामपथ से होते हुए अयोध्या धाम
रे लवे स्टे शन जाएगा।
"हर घर प्रसाद-हर दरवाजे दीया' अभियान चलाएगी भाजपा
श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा से बसंत पंचमी (14 फरवरी) तक दे श के हर गांव में हर घर तक
प्रसाद वितरण होगा। ओबीसी व दलित समद ु ाय के बीच इसी वर्ग का मंडल स्तर का पदाधिकारी
यह काम करे गा।
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26 December

सज रही अयोध्या }धर्मग्रंथों में प्रभु का जैसा वर्णन, गर्भगह ृ में वैसी ही मर्ति
ू विराजेगी
ऐसे होंगे प्रभु राम... बालस्वरूप मर्ति ू में दिखेगा साहस-मर्यादा, नटखटपन नहीं
आईआईटी के विरासत विज्ञान के विशेषज्ञों की मदद भी लेंगे संत, तीन में से एक मर्ति ू चन ु ेंगे
विजय उपाध्याय | अयोध्या/लखनऊ
अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के गर्भगह ृ में रामलला की जो मर्ति ू विराजेगी, उसे चन ु ने के कुछ
पैमाने तय हुए हैं। तीन शिल्पकारों ने 3 मर्ति ू यां बनाई हैं। इनमें दो श्याम शिला तो एक सफेद
संगमरमर की है । इन्हीं में एक का चयन शक्र ु वार को होना है । तीनों मर्ति
ू श्रीराम के पांच वर्षीय बाल
स्वरूप की हैं। इनमें प्रत्येक 51-51 इंच लंबी है । कर्नाटक का नेशनल इंस्टीट्यट ू ऑफ रॉक
मैकेनिक्स तीनों मर्ति ू यों के पत्थर जांच चक ु ा है ।
श्रीराम जन्मभमि ू तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि गर्भगह ृ में विराजने वाली
मर्ति
ू वाल्मीकि रामायण और रामचरितमानस में वर्णित बालस्वरूप जैसी होगी। आईआईटी
है दराबाद के विरासत विज्ञान के विशेषज्ञ, शंकराचार्य और संत इस मर्ति ू को चन ु ेंगे। इसके लिए
तीनों पत्थरों पर चंदन व लेप के प्रभाव का अध्ययन होगा, ताकि मर्ति ू पर दाग या निशान न पड़ें।
जिस पत्थर की आयु ज्यादा और चमक सालों तक रहे गी, जिस पर सर्य ू का प्रकाश ज्यादा आकर्षक
लगेगा, उसे ही चन ु ेंगे। चनु ी गई मर्ति
ू की सच ू ना जनवरी के पहले हफ्ते में मिलेगी।
4 मानक, जिन पर परखेंगे मर्ति ू की अलौकिकता
{बाल स्वरूप की मर्ति ू में गंभीरता, मर्यादा और साहस का भाव दिखे।
{निच्छल मस् ु कान दिखे, लेकिन बालकृष्ण जैसा नटखटपन न हो।
{आंखों में दै वीय सहजता के साथ गंभीरता भी नजर आए।
{संपर्णू हावभाव अलौकिक और मन की शांति दर्शाने वाला हो।
तालमना पद्धति से बनीं...
भारतीय शिल्पशास्त्र में मर्ति ू के माप और अनप ु ात के निर्धारित मानदं ड हैं। यह ‘आइकोनोमेट्री’
(मर्तिू विज्ञान) की जटिल प्रणाली है । इस तालमना पद्धति में हथेली द्वारा दे वता के आध्यात्मिक
गण ु , रूप, विशेषता, लक्षण को चित्रित किया जाता है । तीनों मर्ति ू यां इसी पद्धति से बनाई गई हैं।
धर्मग्रंथों में ऐसा वर्णन...
{वाल्मीकि रामायण में श्रीराम का चेहरा चंद्रमा के समान सौम्य, कांतिवान, आंखें बड़ी और कमल
के समान, नाक उन्नत व सड ु ौल, होंठों का रं ग उगते सर्यू की तरह, कान बड़े, बाल लंबे व चमकदार,
हाथ घट ु नों तक लंबे होना वर्णित है ।
{श्रीरामचरितमानस के बालकांड में लिखा है - उनके नीलकमल और गंभीर मेघ के समान श्याम
शरीर में करोड़ों कामदे वों की शोभा है ।
70% क्षेत्र होगा ग्रीन...
चंपत राय के मत ु ाबिक मंदिर क्षेत्र के 70 एकड़ का 70% हिस्सा ग्रीन क्षेत्र होगा। मंदिर 392 पिलर्स
पर बन रहा है । धर्मपथ के बगल में 9 फीट ऊंची और 20 चौड़ी कंकड़-पत्थर से बनीं कलाकृतियां
रहें गी, जो अयोध्या की कथा बताएंगी। ऐसी 20 कलाकृतियों का निर्माण कार्य दो महीने में परू ा हो
जाएगा।
स्वर्णजड़ित सिंहासन...
161 फीट ऊंचा भव्य मंदिर पांच शिखरों के साथ तीन मंजिला है । गर्भगह ृ में श्रीरामलला के लिए
स्वर्ण जड़ित सिंहासन बन रहा है । इसकी नापजोख ज्योतिष गणना से हुई है । ये 440 वर्ग फीट का
है । छत की ऊंचाई 16 फीट से अधिक है । इसमें भव्य नक्काशी के साथ 15 हजार वर्ग फीट मार्बल
लगा है ।
नेपाल: ससरु ाल की 30 नदियों के जल से स्नान करें गे श्रीराम
चंदन पांडय े , वाराणसी | प्रभु श्रीराम नेपाल के जनकपरु के दामाद हैं और माता सीता का अयोध्या
में नया घर वास हो रहा है , इसलिए दामाद के स्नान के लिए नेपाल से 30 नदियों का जल अयोध्या
आ रहा है । इसे 40 किलो तांबे से बने साढ़े तीन फीट ऊंचे कलश में ला रहे हैं। नेपाल के सौंधा
जनपद के विहिप जिलाध्यक्ष संतोष शाह ने बताया कि 51 लोग कलश लाएंगे। वे 28 दिसंबर को
भारत-नेपाल मैत्री पल ु से गोरखपरु पहुंचेंगे। फिर 29 की सब ु ह गोरखपरु से अयोध्या जाएंगे। यहां
30 दिसंबर को कलश राम मंदिर ट्रस्ट को सौंपें गे।
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सागर-संकट }हमलावरों को पाताल से भी खोज निकालेंगे: राजनाथ


चार वाॅरशिप उतार भारत ने कमर कसी, ड्रोन को उड़ा दें गे
भास्कर न्यज ू | नई दिल्ली/मबंु ई
भारत ने अरब सागर में मालवाहक जहाजों पर ड्रोन हमलों के बीच अभेद्य सरु क्षा चक्र बनाया है ।
हमलावर ड्रोन को हवा में ही तबाह करने के लिए भारत ने चार मिसाइल डिस्ट्रॉयर पोत (वॉरशिप)
अरब सागर में उतारे हैं। अरब सागर के शिपिंग रूट की निगरानी के लिए कोस्टगार्ड के जहाजों
सहित पी81 एयरक्राफ्ट, डोर्नियर, सी गार्डियन और हे लीकॉप्टर भी उड़ान भर रहे हैं।
भारत के सख्त रवैए को दोहराते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा, हमलों को
अंजाम दे ने वालों को सागर की गहराइयों और पाताल से भी खोज लाएंगे। ‘आईएनएस इंफाल’ को
नौसेना में कमीशन करने के मौके पर सिंह ने कहा, भारत समच ू े हिंद महासागर क्षेत्र में ‘नेट
सिक्योरिटी प्रोवाइडर’ है । बता दें कि हाल ही में भारत आ रहे मालवाहक जहाज चेम प्लट ू ो और
साईंबाबा पर ड्रोन से हमले की घटनाएं हुई थीं।
38 हजार वर्ग किमी पर नजर, शिप ट्रै किंग भी
{चारों पोत अरब सागर के 38 हजार वर्ग किमी पर नजर रखेंगे। यमन का हूती कब्जे वाला अदन
की खाड़ी का क्षेत्र भी शामिल है ।
{ चारों पोत अंतरराष्ट्रीय जल क्षेत्र में रहकर नौसेना के पी81 और डोर्नियर सर्विलांस के साथ संपर्क
में रहें गे।
{यमन में अदन की खाड़ी से रोज गज ु रने वाले लगभग 100 बड़े जहाजों की रिअल टाइम ट्रै किंग
और सर्विलांस कर सकेंगे।
{अरब सागर में ड्रोन हमलों को विफल करने के लिए थ्रीडी रडार वाले पोत कारगर होंगे। ड्रोन की
फायरिंग लोकेशन और टारगेट को पहले लोकेट कर लेंगे।
ब्रह्मोस मिसाइलों से लैस हैं पोत, थ्री डी राडार भी
आईएनएस मोरमग ु ाओ
स्टे ल्थ गाइडेड मिसाइल ब्रह्मोस से लैस विध्वंसक पोत। स्वदे शी तकनीक वाला दनि ु या का सबसे
एडवांस विध्वंसक पोत है ।
आईएनएस कोच्चि
थ्री डी रडार वाला पहला स्वदे शी पोत। ब्रह्मोस से लैस। सबमरीन डिटे क्टर-टॉरपीडो भी मौजद ू हैं।
आईएनएस कोलकाता
स्वदे शी प्रणाली से बना मिसाइल डिस्ट्राॅयर। रडार से बचने की विशेष तकनीक है । आॅटोमैटिक
एनर्जी सिस्टम से संचालित है ।
आईएनएस त्रिशल ू
तलवार क्लास का दस ू रा फ्रिगेट है । यह एंटी एयर मिसाइल और एंटी शिप मिसाइलों से लैस है ।
भारत काे अरब सागर में सामरिक बढ़त मिली, चीन से पहले इस अहम क्षेत्र में अपनी मौजद ू गी
बढ़ाना बेहतर
इजराइल-हमास जंग की लपटें हमारे तट के पास पहुंच गई है । भारत एक्शन मोड पर है । अरब
सागर में विध्वंसक पोतों की तैनाती करना भारत की सामरिक बढ़त है । नए खतरे के नाम पर चीन
यहां पर अपनी तैनाती को बढ़ाए इससे पहले ही भारत ने ये कर दिया है । अरब सागर में सरु क्षा
गतिविधियों को दे खने से लगता है कि अन्य महाशक्तियां यहां पर अपनी मौजद ू गी को बढ़ाएंगे।
आॅपरे शन प्रोसपैरिटी गार्डियंस के तहत अमेरिका 20 सहयोगी दे शों की नौसेनाओं के साथ खड़ा हो
गया है । वैसे भारत ने अभी इस ऑपरे शन में शामिल होने का औपचारिक ऐलान नहीं किया है ,
लेकिन समद्र ु ी सच ू नाओं का आदान-प्रदान जारी है । अरब सागर का ये क्षेत्र अार्थिक और सामरिक
रूप से काफी अहम है । ये भारत का एक्सक्लसि ू व इकोनॉमिक जाने और प्रस्तावित
भारत-मध्यपर्व ू -यरू ोप आर्थिक कॉरिडोर का रूट भी है ।
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27 December

14 जनवरी से राहुल भारत न्याय यात्रा करें गे मणिपरु से मब ंु ई तक 14 राज्यों में बस से घम ू ें गे


भास्कर न्यज ू | नई दिल्ली
कांग्रेस के 138वें स्थापना दिवस से एक दिन पहले पार्टी ने राहुल गांधी की अगव ु ाई में 14 जनवरी
से 20 मार्च तक भारत न्याय यात्रा निकालने की घोषणा है । राहुल गांधी ने भारत जोड़ाे यात्रा में
4,500 किमी पदयात्रा की थी। इस बार 6,200 किमी बसयात्रा करें गे। यह मणिपरु से मब ंु ई तक
होगी। पार्टी ने नागपरु में संघ मख्ु यालय के पास होने वाली ‘हैं तैयार हम’ महारै ली के मौके पर यात्रा
का ऐलान किया है । यात्रा परू ब से पश्चिम तक 14 राज्यों- मणिपरु , नगालैंड, असम, मेघालय,
बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदे श, मध्यप्रदे श, राजस्थान, गज ु रात से
महाराष्ट्र में समाप्त होगी।
यात्रा मार्ग में 14 राज्यों की 355 सीटें , यहां कांग्रेस के सिर्फ 14 सांसद
मक ु े श कौशिक | नई दिल्ली
राहुल गांधी की भारत न्याय यात्रा के सियासी महत्व को दे खें तो इन राज्यों में कांग्रेस के पास
गंवाने के लिए महज 14 सीटें ही हैं। 14 राज्यों से गज ु र रही इस यात्रा के मार्ग में कुल 355
लोकसभा सीटें हैं। मार्ग में असम ही ऐसा राज्य है , जहां कांग्रेस के पास 3 संसदीय सीटें हैं। इसके
बाद छत्तीसगढ़ है जहां 2 सीटें हैं। छह राज्यों में भी इतनी ही सीटें हैं। 4 राज्यों गज ु रात, राजस्थान,
मणिपरु , नगालैंड में कोई सीट नहीं है । भारत जोड़ो यात्रा के बाद कांग्रेस ने दक्षिण के तेलग ं ाना और
कर्नाटक में सत्ता हासिल की। उत्तर में हिमाचल में भी सत्ता में वापसी की। हालांकि 3 राज्यों- मध्य
प्रदे श, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में सरकार गंवा भी दी। पार्टी को यकीन है कि तेलग ं ाना, कर्नाटक
की जीत में भारत जोड़ो यात्रा की अहम भमि ू का रही। जिस बेल्ट से न्याय यात्रा गजु रे गी, उनमें
कांग्रेस के 3.5 करोड़ वोट हैं।
भाजपा से सीधी टक्कर वाले 5 राज्यों- असम, छत्तीसगढ़, मप्र, राजस्थान, गज ु रात से राहुल की
यात्रा गजु रे गी। इनमें 105 सीटें हैं और कांग्रेस की महज 6 सीटें हैं। -शेष पेज 00

136 दिन चली थी भारत जोड़ो यात्रा : भारत जोड़ो 7 सितंबर 2022 से 30 जनवरी 2023 के बीच
कन्याकुमारी से कश्मीर तक। इस दौरान 136 दिन में 4500 किमी चले। 12 राज्यों और दो केंद्र
शासित प्रदे शों के 75 जिलों और 76 लोकसभा क्षेत्रों को कवर किया। यात्रा के दौरान 12 आम सभा
की। 100 से अधिक नक् ु कड़ बैठक और 13 प्रेस कॉन्फ्रेंस की। 275 इंटरे क्शन और 100 बैठकें भी
की थीं।
यात्रा वाले राज्यों में सर्वाधिक सीटें उत्तर प्रदे श-महाराष्ट्र में
राज्य कुल सीटें कांग्रेस वोट शेयर
मणिपरु 2 00 24.71%
नगालैंड 1 00 48.11%
मेघालय 2 01 48.67%
असम 14 03 22.00%
बंगाल 42 02 05.67%
बिहार 40 01 07.70%
झारखंड 14 01 15.80%
छत्तीसगढ़ 11 02 40.91%
ओडिशा 21 01 13.00%
उत्तर प्रदे श 80 01 06.36%
मध्य प्रदे श 29 01 34.50%
राजस्थान 25 00 34.00%
गज ु रात 26 00 32.11%
महाराष्ट्र 48 01 16.41%
आंकड़े 2019 लोकसभा चन ु ाव के।
{भाजपा ने कहा- असल न्याय मोदी कर रहे हैं: भाजपा प्रवक्ता नलिन कोहली ने कहा, विपक्षी पार्टी
नारे गढ़कर मर्ख ू नहीं बना सकती। असल न्याय मोदी यह सनि ु श्चित करके कर रहे हैं कि विकास
परू े दे श में पहुंचे।
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सज रही अयोध्या }हिंद ू थीम पर प्रमख ु गलियां तैयार, हर घर ध्वज


13 किमी के रामपथ की हर दक ु ान पर लिखा- जय श्रीराम; शटर पर स्वास्तिक
???? ???????? विजय उपाध्याय | अयोध्या
22 जनवरी को अयोध्या में श्रीराम जन्म भमि ू मंदिर में मर्ति
ू की प्राण-प्रतिष्ठा है । इस भव्य
आयोजन से पहले अयोध्या हिंद ू धर्म की थीम पर सज गया है । बिरला धर्मशाला से नया घाट को
जोड़ने वाले 13 किमी लंबे रामपथ के दोनों की सभी दक ु ानों पर जय श्रीराम, सीता राम के नारे
लिख दिए हैं। दकु ानों की शटर पर बड़े आकार के स्वास्तिक बनाए हैं। सौंदर्यीकरण का ये काम
डेवलपमें ट अथॉरिटी, कलेक्ट्रे ट और कमिश्नर ऑफिस ने किया है । रात में जब दक ु ानें बंद होंगी,
तब हर शटर भी एक जैसे नजर आती हैं।
इस बीच, विश्व हिंद ू परिषद ने दे शभर से कारसेवकों को अयोध्या आमंत्रित किया है । विहिप के
वरिष्ठ पदाधिकारियों ने बताया कि करीब सवा लाख कारसेवक आ रहे हैं। 80 हजार ट्रे न तो 45
हजार बस व निजी गाड़ियों से आ रहे हैं। ये वे रामभक्त हैं, जो 1985 से श्रीराम जन्मभमि ू आंदोलन
से जड़ु े रहे हैं। ये सभी एक दिन अयोध्या में गज ु ारें गे। इस बीच, अयोध्या स्टे शन का नाम बदलकर
अयोध्या धाम हो गया है । भाजपा सांसद लल्लू सिंह ने बध ु वार को यह जानकारी दी।
राममय अयोध्या...
ननिहाल के चावलों का भोग: प्राण-प्रतिष्ठा के बाद भगवान को 3000 क्विंटल चावल का भोग
लगेगा। ये चावल श्रीराम के ननिहाल छत्तीसगढ़ से आ रहे हैं। उनके ससरु ाल नेपाल के जनकपरु से
उपहार के 1100 थाल आएंगे। उप्र के एटा से 21 किलो का घंटा आ रहा है ।
एक आचार्य और मोदी समेत 5 लोग गर्भगह ृ में रहें गे
विहिप के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने बताया कि प्राण-प्रतिष्ठा के वक्त मर्ति ू की
आंखों से जब पट्‌टी हटाई जाएगी, उस वक्त गर्भगह ृ में प्रधानमंत्री नरें द्र मोदी दाईं तरफ पीछे की
ओर खड़े होंगे। गर्भगह ृ में संघ प्रमख ु मोहन भागवत, यप ू ी के मख्
ु यमंत्री योगी आदित्यनाथ और
राज्यपाल आनंदीबेन मौजद ू रहें गी। इनके अलावा एक मख् ु य आचार्य भी रहें गे। आचार्याें की तीन
टीमें बनी हैं। पहली कांची कामकोटि शंकराचार्य विजयेंद्र सरस्वती, दस ू री स्वामी गोविंद दे व गिरी
के नेतत्ृ व में होगी। तीसरी में काशी के 21 विद्वान होंगे। प्राण-प्रतिष्ठा के वक्त नियम है कि मर्ति ू
के नेत्र खोलते वक्त गर्भगह ृ का परदा बंद रहता है । पट्‌टी हटाने के बाद मर्ति ू को आईना दिखाते हैं,
ताकि सबसे पहले स्वयं भगवान अपना चेहरा दे खें। सत्र ू ों के मतु ाबिक सारे वैदिक कार्य प्रधानमंत्री
ही करें गे।
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28 December

एक जमीन, कई सौदे }हरियाणा में जमीन खरीदने और बेचने का मामला


मनी लॉन्ड्रिंग की चार्जशीट में पहली बार प्रियंका का नाम
भास्कर न्यज ू | नई दिल्ली
प्रवर्तन निदे शालय ने दिल्ली की एक कोर्ट में ‘प्रीवें शन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट’ (पीएमएलए) के
तहत चार्जशीट दाखिल की है । इसमें उसने कहा है कि वह जमीन के उन दो सौदों की जांच कर रही
है , जो कांग्रेस नेता साेनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के साथ ही उनकी पत्नी प्रियंका गांधी ने
हरियाणा में एक रियल एस्टे ट एजेंट से किए थे। वाड्रा और गांधी के नाम आरोपी के रूप में नहीं हैं,
लेकिन यह पहली बार है कि चार्जशीट में प्रियंका का नाम है ।
ईडी ने विशेष पीएमएलए कोर्ट में नवंबर में यए ू ई के एनआरआई कारोबारी सीसी थम्पी और समि ु त
चड्‌ढा के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी। आरोप है कि थम्पी वाड्रा से जड़ ु ा है , वहीं समि
ु त चड्‌
ढा
बिचौलिए हथियार डीलर संजय भंडारी का रिश्तेदार है । कोर्ट ने 22 दिसंबर को चार्जशीट पर संज्ञान
लिया था। अगली सन ु वाई 29 जनवरी 2024 को होगी।
कांग्रेस ने कहा: बदनाम करने की कोशिश... ईडी की चार्जशीट में प्रियंका गांधी का नाम आने पर
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, ‘केंद्र में सरकार बनने के 10 साल बाद भी प्रियंका गांधी
के खिलाफ कुछ नहीं मिला। चार्जशीट में भी वे आरोपी नहीं हैं। स्पष्ट है यह बदनाम करने की
कोशिश है । कोई शर्म नहीं, कोई सिद्धांत नहीं, कोई सीमा नहीं है ।’ ईडी ने चार्जशीट में कहा कि
2015 में थम्पी के खिलाफ फेमा में मामला दर्ज करने के बाद वाड्रा के जमीन खरीद-बिक्री का पता
चला। थम्पी और वाड्रा के बीच ‘लंबा-गहरा संबध ं ’ रहा है । थम्पी ने 2005 और 2008 के बीच
दिल्ली के रियल एस्टे ट एजेंट एचएल पाहवा के जरिए फरीदाबाद के अमीरपरु गांव में 486 एकड़
जमीन खरीदी थी। वाड्रा ने भी 2005-2006 के बीच पाहवा से ही अमीरपरु में 334 कनाल (40.08
एकड़) के तीन प्लॉट खरीदे और दिसंबर 2010 में पाहवा को ही बेच दिए। प्रियंका ने भी अप्रैल
2006 में पाहवा से ही अमीरपरु में 40 कनाल (5 एकड़) कृषिभमि ू खरीदी और फरवरी 2010 में
पाहवा को बेच दी। थम्पी को जनवरी 2020 में गिरफ्तार किया गया था। अभी बेल पर है । 2019
में , थम्पी ने ईडी को बताया कि वाड्रा से सोनिया गांधी के पीए माधवन ने मिलवाया था।
समि ु त चड्‌ढा, संजय भंडारी
संजय हथियार डीलर है । मनी लॉन्ड्रिंग, विदे शी मद्र ु ा और कालेधन के कानन ू ों के उल्लंघन मामले
में उसकी जांच चल रही है । थम्पी पर ब्रिटिश नागरिक समि ु त चड्ढा के साथ मिलकर भंडारी की
आपराधिक कमाई छिपाने में मदद का भी आरोप है । भंडारी 2016 में ब्रिटे न भाग गया था।

आरएसएस के गढ़ में गरजे राहुल, कहा-दे श को गल ु ामी की ओर ले जा रहा संघ


कांग्रेस सत्ता में आई तो जाति जनगणना कराएंगे
भास्कर न्यज ू | नागपरु
कांग्रेस के 139वें स्थापना दिवस पर पार्टी ने गरु ु वार को नागपरु में ‘हैं तैयार हम’ रै ली की। सभा के
दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा पर जमकर बरसे। कहा-
भाजपा की सत्ता के जरिये आरएसएस दे श को गल ु ामी की ओर ले जा रहा है । भाजपा से कांग्रेस का
विरोध राजनीतिक नहीं, वैचारिक भी है और इस आंदोलन में आम आदमी को साथ दे ना होगा।
आरएसएस संविधान विरोधी है । सालों तक जिन्होंने तिरं गे काे सलाम नहीं किया वे अब दे शभक्ति
की बात करने लगे हैं। कांग्रेस केंद्र की सत्ता में आई तो जाति जनगणना कराएगी। इसके साथ ही
पार्टी ने सत्ता परिवर्तन का संकल्प लिया। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, नागपरु
में दो विचारधाराएं हैं। एक डॉ. बीआर अंबेडकर की, जो प्रगतिशील हैं। दस ू री, आरएसएस की जो
दे श को नष्ट कर रही है । कांग्रेस सत्ता में आई तो महिलाओं और गरीबों को सशक्त करने के लिए
न्याय योजना लागू करें गे।
{दान के लिए कुर्सी के पीछे क्यआ ू र कोड: सभा के दौरान कुर्सियों पर 12 हजार क्यआ ू र कोड लगाए
गए थे। ये क्यआ ू र कोड सोफे-कुर्सियों के पीछे लगाए गए थे, ताकि लोग बैठे-बैठे मोबाइल के जरिए
दान कर सकें। इसमें राहुल की तस्वीर के साथ लिखा था, ‘138 साल से लोगों की सेवा कर रही
कांग्रेस की आर्थिक मदद करें ।’
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अयोध्या का शग ं ृ ार }30 टन फूल, 800 कारीगर


अयोध्या में 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरें द्र मोदी नए एयरपोर्ट से रे लवे स्टे शन तक 15 किमी का
रोड शो करें गे। इसी रास्ते पर धर्म पथ और राम पथ पड़ेगा। इसलिए इस हिस्से को 800 कारीगर
30 टन फूलों से सजा रहे हैं। मोदी अयोध्या में 11,100 करोड़ रु. के प्रोजेक्ट लॉन्च करें गे।
भीड़ ज्यादा हुई तो रामलला का नगर भ्रमण पथ घटाएंगे
विजय उपाध्याय | अयोध्या
22 जनवरी को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा है , लेकिन इससे 5 दिन पहले यानी 17 जनवरी को मंदिर
के गर्भगह ृ में विराजमान होने वाली रामलला की मर्ति ू का नगर भ्रमण होना है । अपने आराध्य की
एक झलक पाने के लिए लाखों लोग अयोध्या पहुंच सकते हैं। इसी आशंका को दे खते हुए श्रीराम
जन्म भमि ू तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट मर्ति
ू के नगर भ्रमण पथ को छोटा करने की तैयारी में है । हालांकि नगर
भ्रमण पथ अभी तय नहीं है ।
गरुु वार को हुई बैठक में ट्रस्ट सदस्यों ने भीड़ नियंत्रण के कई विकल्पों पर विचार किया। इसमें एक
विकल्प भ्रमण कार्यक्रम छोटा करने का था। इसमें रामलला को भक्ति पथ पर सग्र ु ीव मंदिर से
रामपथ होते हुए नए सरयू घाट तक लाने का सझ ु ाव है । फिर भरत मंदिर और दशरथ महल ले
जाया जा सकता है । हालांकि बैठक में संत जनों ने और भी विकल्प बताए, लेकिन आम सहमति
किसी पर नहीं बनी।
एयरपोर्ट का नामकरण...
मोदी के दौरे के पहले अयोध्या के नए हवाई अड्‌डे का नामकरण हो गया है । इसे महर्षि वाल्मीकि
इंटरनेशनल एयरपोर्ट अयोध्याधाम कहा जाएगा। इससे पहले 27 दिसंबर को अयोध्या के रे लवे
स्टे शन का नाम बदलकर अयोध्या धाम किया गया था।
5 कोसी मार्ग पर शराब नहीं
इस बीच, अयोध्या में 5 कोसी परिक्रमा मार्ग पर शराब की बिक्री परू ी तरह प्रतिबंधित कर दी गई
है । उप्र के आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल के मत ु ाबिक इस मार्ग से दक ु ानें हटाई जाएंगी।
14 फरवरी को अबु धाबी के हिंद ू मंदिर का उद्घाटन
नई दिल्ली | अबु धाबी में 700 करोड़ में बने 108 फीट ऊंचे हिंद ू मंदिर का शभ ु ारं भ 14 फरवरी
2024 को होगा। कार्यक्रम में पीएम नरें द्र मोदी भी शामिल होंगे।
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29 December

रामोत्सव }श्रीराम मंदिर के लिए रामलला की मर्ति ू चन ु ने की प्रक्रिया शरूु


संत-ट्रस्टियों ने पहली बार दे खे प्रभु के विग्रह, तीनों अद् भत ु ... दो पर सहमति
गर्भगह ृ में कौन सी मर्ति
ू लगेगी, फैसला बाकी
विजय उपाध्याय | अयोध्या
श्रीराम जन्मभमि ू के भव्य मंदिर के लिए मर्ति ू चयन प्रक्रिया शरू ु हो गई। श्रीराम जन्मभमि ू तीर्थ
क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्यों समेत संतों और विशेषज्ञों ने शक्र ु वार दोपहर करीब 1:15 बजे श्रीरामलला के
तीनों विग्रह दे खे। विग्रह दे खने के बाद सभी सदस्यों ने इन्हें ‘अद्भत ु और अलौकिक’ बताया। सभी
ने अपनी राय लिखकर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय को दे दी। सत्र ू ाें के अनस
ु ार, गर्भगह ृ और
उत्सव विग्रह के लिए दो मर्ति ू यों पर सहमति बन गई है । हालांकि इसकी घोषणा बाकी है । दरअसल,
ट्रस्ट के एक सदस्य और पेजावर मठ के स्वामी विश्वप्रशन्नतीर्थ खराब मौसम के कारण नहीं पहुंच
सके। उनके आने पर फैसला हो सकता है ।
मर्ति
ू दे खने वालों में स्वामी वासद ु े वानंद सरस्वती, स्वामी परमानंद गिरि, स्वामी गोविंद दे व गिरि,
दिनेंद्र दास, विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, अनिल मिश्र, कामेश्वर चौपाल, चंपत राय, नप ृ ें द्र मिश्र,
आशीष सोमपरु ा शामिल थे। सभी सदस्यों ने पहले अरुण योगीराज, फिर श्यामनारायण पांडय े और
अंत में गणेश भट्ट की मर्ति ू को दे खा। ट्रस्टी हर कार्यशाला में 15-15 मिनट रहे । इस बीच,
प्रधानमंत्री नरें द्र मोदी शनिवार को अयोध्या आ रहे हैं। वे अयोध्याधाम स्टे शन और एयरपोर्ट का
लोकार्पण करें गे।
प्रधानमंत्री नरें द्र मोदी आज अयोध्या में , सभा को संबोधित करें गे
पीएम मोदी शनिवार सब ु ह करीब 10:45 बजे अयोध्या पहुंचेंगे और दे श के विभिन्न शहरों के लिए
सौगात का पिटारा खोलेंगे। मोदी करीब 11:15 बजे पन ु र्विकसित अयोध्या धाम जंक्शन स्टे शन
राष्ट्र को समर्पित करें गे। साथ ही दे श के अलग-अलग स्टे शनों से संचालित होने वाली 6 वंदे भारत
और 2 अमत ृ भारत ट्रे नों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करें गे। दोपहर 12:15 बजे अंतरराष्ट्रीय
एयरपोर्ट का उद्घाटन करें गे। वे जनसभा को भी संबोधित करें गे।
ट्रस्टी बोले- तीनों मर्ति
ू यां भव्य और अलौकिक, एक चन ु ना बड़ी चन ु ौती
ट्रस्ट सदस्यों के मत ु ाबिक, तीनों मर्ति
ू यां अलग-अलग रं गरूप व शिलाओं की हैं। शिल्पकार गणेश
एल भट्ट की मर्ति ू कर्नाटक कृष्णशिला की है । इसके बाएं हाथ में तीर व दाएं में धनष ु है ।
श्यामनारायण पांडय े की मर्ति
ू सफेद संगमरमर और अरुण योगीराज की कृष्ण शिला की है ।
तीर-धनष ु को अलग से धारण कराया जा सकता है । मर्ति ू यां दे खने के बाद ट्रस्टी स्वामी गोविंद दे व
गिरि ने कहा, मर्ति ू यां भव्य और अलौकिक हैं। किसी एक विग्रह काे चन ु ना बड़ी चन ु ौती है । वहीं,
चंपत राय ने कहा, सभी ट्रस्टियों ने सझ ु ाव दे दिए हैं।
प्राण-प्रतिष्ठा के बाद खत्म हो जाएगा जातीय स्वाभिमान: आलोक कुमार
विहिप के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा है कि 22 जनवरी को जिस समय
भगवान राम की प्राण-प्रतिष्ठा होगी, भारत में सभी तरह का जातीय अभिमान तिरोहित हो
जाएगा। यानी जातिवाद की भावना समाप्त होने लगेगी। दे श के लोग खद ु को सिर्फ हिंद,ू सनातनी
या भारतीय मानेंगे। समारोह में ‌सभी वर्गों के लोग शामिल हाेंगे। दे श ही नहीं, दनि ु या भी राममय
होगी। जैसा वातावरण बन रहा है , उससे लगता है कि सैकड़ों वर्षों में ऐसा नहीं हुआ होगा। सभी
दे वता भी स्वर्ग से उतर कर प्राण-प्रतिष्ठा दे खेंगे।
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शिकंजा }विदे श मंत्रालय ने कहा-हाल में सौंपे सबत ू


भारत की पाकिस्तान को दो-टूक हमारे हवाले करो आतंकी सईद
भास्कर न्यज ू | नई दिल्ली/इस्लामाबाद
भारत ने पाकिस्तान से मब ंु ई के 2008 के हमलों के गन ु हगार हाफिज सईद का प्रत्यर्पण मांगा है ।
विदे श मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने शक्र ु वार को कहा, हाल ही में पाकिस्तान को सईद के
खिलाफ सबत ू सौंपे गए हैं। हालांकि, बागची ने प्रत्यर्पण की मांग वाले डोजियर की तारीख नहीं
बताई। दस ू री ओर, पाकिस्तान ने भी इसकी पष्टि ु कर दी है । पाक विदे श विभाग की प्रवक्ता
मम ु ताज जाहरा ने कहा, भारतीय अधिकारियों ने कथित रूप से मनी लॉन्ड्रिंग से जड़ ु े एक मामले में
सईद के प्रत्यर्पण की मांग की है ।
गौरतलब है कि भारत में कई आतंकी वारदातों का मास्टरमाइंड हाफिज यए ू न से घोषित आतंकी है ।
मबंु ई हमलों में 166 लोगों की मौत हुई थी जबकि 300 से ज्यादा घायल हुए थे। भारत ने
पाकिस्तान के चन ु ाव में हाफिज सईद से जड़ ु े दल के भाग लेने पर कहा, यह नई बात नहीं है ।
बागची ने कहा, पाकिस्तान आतंकवाद को राजनीति के रूप में इस्तेमाल करता है । सईद द्वारा
समर्थित पार्टी पाकिस्तान मरकजी मस्लि ु म लीग (पीएमएमएल) ने फरवरी 2024 में पाकिस्तान
के आम चन ु ाव के लिए प्रत्येक नेशनल असेंबली निर्वाचन क्षेत्र के लिए उम्मीदवार खड़े किए हैं।
उम्मीदवारों में सईद का बेटा तल्हा सईद भी शामिल है । बताया जा रहा है कि सईद इमरान खान के
खिलाफ चन ु ाव लड़ रहा है ।
सईद यए ू न से घोषित आतंकी, प्रत्यर्पण संधि की जरूरत नहीं
लश्कर-ए-तैयबा का सरगना हाफिज सईद संयक् ु त राष्ट्र सरु क्षा परिषद की 1267 कमेटी से घोषित
आतंकी है । इसके तहत किसी आतंकी के प्रत्यर्पण के लिए दो दे शों के बीच संधि जरूरी नहीं है ।
पाकिस्तान में चन ु ाव के बीच भारत ने सईद का प्रत्यर्पण मांग कर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर
पाकिस्तान को बेनकाब किया है । भारत ने बताया है कि वांटेड सईद पाकिस्तान के चन ु ाव में हिस्सा
ले रहा है । ऐसे में अब पाकिस्तान को जवाब दे ना है कि आतंकी कैसे उसकी लोकतांत्रिक प्रक्रिया में
शामिल होता है । वैसे पाकिस्तान हाफिज को सौंपने के लिए राजी नहीं होने वाला, क्योंकि वह सेना
और आईएसआई का राजदार है । वह मब ंु ई हमले में पाकिस्तानी साजिश की पोल खोल सकता है ।
26/11 हमले के लिए 68 साल की जेल, आतंकी फंडिंग-मनी लॉन्ड्रिंग के 23 केस
पाकिस्तान की एंटी टे ररिज्म कोर्ट ने 2022 में हाफिज सईद को आतंकी फंडिंग के मामलों में 33
साल की सजा सन ु ाई थी। 26/11 के मब ंु ई हमलों के मास्टरमाइंड को कुल 7 केस में 68 साल की
सजा सन ु ाई जा चक ु ी है । उसके खिलाफ आतंकी फंडिंग, मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध कब्जे के कुल 23
मामले दर्ज हैं।
जेल की सजा, लेकिन घर में रहता था
हाफिज को 17 जल ु ाई 2019 को पहली बार गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद उसे लखपत जेल
में रखा गया। इससे पहले कई बार उसे नजरबंद किया जा चक ु ा था। सईद करीब चार साल से
सार्वजनिक तौर पर नहीं दिखा है । मीडिया रिपोर्ट के अनस ु ार, हाफिज जेल में नहीं बल्कि लाहौर के
जोहर टाउन वाले घर में रहा है । वहीं से आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहा है । 2021 में यहां
बड़ा धमाका हुआ। हालांकि, हाफिज बच गया।
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बेमिसाल साल: नए आईपीओ ने औसतन 45% रिटर्न दिया, निवेशक 8 करोड़ पार
1. इस वर्ष 59 में 55 आईपीओ इश्यू प्राइस से ऊपर खल ु े
इस साल 59 आईपीओ आए। इनमें से 55 आईपीओ इश्यू प्राइस से ऊपर खल ु े। औसतन 26.3%
का रिटर्न पहले ही दिन दिया। इन 59 आईपीओ ने लोगों के निवेश में औसतन 45% का इजाफा
किया।
2. विदे शी निवेशकों ने ~ 1.71 लाख करोड़ के शेयर खरीदे
2023 में एफपीआई ने 1.71 लाख करोड़ रुपए के शेयर खरीदे , जिससे बाजार व आईपीओ लिस्टिं ग
में ग्रोथ दिखी। एसएंडपी बीएसई आईपीओ इंडक् े स 41% बढ़ा, जो नई लिस्टिं ग फर्मों पर नजर
रखता है ।
3. इस साल रिकॉर्ड 2.7 करोड़ नए निवेशक बाजार से जड़ ु े
दे श में 2.7 करोड़ नए डीमैट अकाउं ट के साथ 8.49 करोड़ निवेशक हो गए हैं। यह बीते साल से
22.4% अधिक है । महाराष्ट्र में सर्वाधिक 1.48 करोड़, यप ू ी में 89.47 लाख व गज ु रात में 76 लाख
निवेशक हैं।
4. निफ्टी मिडकैप 100 और स्मॉलकैप 46% व 55% बढ़े
मार्के ट में लिस्टे ड कंपनियों के वैल्यएु शन ने इस वर्ष 4 ट्रिलियन डॉलर का आंकड़ा छुआ। निफ्टी में
20% वद् ृ धि हुई है । निफ्टी मिडकैप 100 व निफ्टी स्मॉलकैप 100 में 46.6% व 55.6% की बढ़त
हुई।
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रिटर्न की गारं टी }रिटे ल निवेशक गिरावट से घबराते नहीं, निवेश पर कायम रहते हैं

इस साल निवेशकों की संपत्ति ~80.62 लाख करोड़ बढ़ी, बीते साल से 5 गन


ु ा

भास्कर न्यज ू | मब
ंु ई/नई दिल्ली
साल 2023 निवेशकों के बेमिसाल रहा। मजबत ू ी इकोनॉमी के चलते शेयर बाजार में रिटे ल
निवेशकों की संपत्ति 80.62 लाख करोड़ रुपए बढ़ी। सेंसेक्स एक साल में 11,400 अंक चढ़ा। यानी
करीब 19% की उछाल दे खी गई। इससे बीएसई कंपनियों की वैल्यू 22.5% बढ़कर 364.29 लाख
करोड़ रु. के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गR। यह बीते 10 साल में चौथा सबसे बड़ा रिटर्न है । कैलेंडर
वर्ष 2022 में सेंसेक्स 4.44% चढ़ा था और निवेशकों की संपत्ति 16.38 लाख करोड़ रुपए बढ़ी थी।
विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय शेयर बाजार ने उभरते बाजारों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है ।
रिटे ल निवेशक अब गिरावट के दौर में घबराते नहीं हैं, बल्कि आत्मविश्वास से निवेश पर कायम
रहते हैं और अगले साल भारत की आर्थिक उन्नति की लहर की सवारी के लिए तैयार हैं।
भारत बचतकर्ता दे श से निवेश करने वाले दे श में बदल रहा, पहले मार्के ट को सट्टा माना जाता था
भारत बचत प्रधान दे श से निवेश प्रधान दे श में बदल रहा है । 80 के दशक में भारतीय निवेशक
सिर्फ गोल्ड और प्रॉपर्टी में ही पैसा लगाते थे। 1990 के दशक में बैंक, यट ू ीआई व एलआईसी में
निवेश करना शरू ु किया। उस वक्त शेयर बाजार में निवेश को एक तरह का सट्टा ही माना जाता
था। ऐसी स्थिति में कंपनियां पज ंू ी निवेश के लिए विदे शी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के
पास गईं। एफआईआई ने यहां पर संभावनाएं दे खीं और कंपनियों में खरीदारी की,लेकिन भारतीय
बचतकर्ता मार्के ट से दरू ही रहे । इक्विटी में निवेश तो कल्पनाओं के परे माना जाता था। हालांकि,
2000 के दशक में चीजें तेजी से बदलना शरू ु हुईं। 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट से उभरी मंदी के
बाद भारतीय बचतकर्ताओं की बाजार को लेकर रुचि बदली। वह बचतकर्ता अब निवेश का आनंद ले
रहा है । म्यच
ू अ
ु ल फंड प्लेटफॉर्म, कैश इक्विटी और डेरिवेटिव मार्के ट, इंश्योरें स फंड, ग्लोबल प्राइवेट
इक्विटी आदि ने बचतकर्ता को निवेशक बना दिया है । 2047 में दे श की जीडीपी 30 ट्रिलियन डॉलर
पहुंचे, इसके लिए फाइनेंशियल सेक्टर मॉडल और 9% ग्रोथ की जरूरत है । साथ ही, पॉलिसी,
नियम और लोगों को शिक्षित कर संदेह दरू करना होगा।

तेजी जारी रहे गी...


2024 में सेंसेक्स 83 हजार पर पहुंच सकता है
आईसीआईसीआई डायरे क्ट के मत ु ाबिक सेंसेक्स दिसंबर 2024 में 83,250 और निफ्टी 25 हजार
का लक्ष्य छू सकता है । इसकी वजह यह है कि कॉरपोरे ट आय बढ़ रही है । वित्त वर्ष 2020-23 के
दौरान निफ्टी में शामिल 50 कंपनियों की आय 22% सालाना बढ़ी है । वित्त वर्ष 2023-26 में यह
वद्
ृ धि 16.3% रहने का अनम ु ान है । इस वर्ष विदे शी प्रवाह 17 बिलियन डॉलर रहा, जो उभरते
बाजारों में सर्वाधिक है । 2024 में कई सकारात्मक चीजें दिख रही हैं। जेपी मॉर्गन
जीबीआई-ईएम-जीडी, ब्लम ू बर्ग ग्लोबल एजीजी भी अपने इंडक् े स में भारतीय बॉन्ड को शामिल कर
सकते हं ै। इससे 20 बिलियन डॉलर तक निवेश आ सकता है ।
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30 December

भास्कर एक्सक्लसि ू व }लोकसभा सीटों पर दो दिनी मंथन


291 सीटों पर अकेले लड़ेगी कांग्रेस, 9 राज्यों में 85 सीटें ‘इंडिया’ से मांगेगी
मकु े श कौशिक | नई दिल्ली
लोकसभा चन ु ाव के लिए इंडिया ब्लॉक में सीट बंटवारे से पहले कांग्रेस की नेशनल अलायंस कमेटी
ने शक्र
ु वार और शनिवार को मैराथन मंथन किया। इसमें पार्टी ने 10 राज्यों के प्रदे श अध्यक्ष और
विधायक दल के नेताओं को स्पष्ट कर दिया कि पार्टी 291 सीटों पर खद ु के दम पर चन
ु ाव लड़ेगी,
जबकि गठबंधन वाले 9 राज्यों की 85 सीटें ब्लॉक से मांगेगी।
बैठक में मौजद ू बिहार, बंगाल, झारखंड, दिल्ली, पंजाब, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, केरल के नेताओं को
पार्टी ने कह दिया है कि इंडिया ब्लॉक में सीट शेयरिंग पर अंतिम निर्णय लोकसभा की तस्वीर को
ध्यान में रखकर किया जाएगा। गठबंधन दलों के साथ तालमेल के लिए कुछ मानक तय किए हैं।
इसके मत ु ाबिक जिन संसदीय सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशी दस ू रे स्थान पर थे, उन पर समझौता नहीं
होगा। दो संसदीय और 2014 के बाद हुए विधानसभा चन ु ावों के परिणामों के आधार पर पार्टी सीटें
मांगेगी। यह तय है कि कांग्रेस 375 से ज्यादा सीटों पर उतरे गी। उसने 2014 के चन ु ाव में 464
और 2019 में 421 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे। इनमें पहले चन ु ाव में 224 और दस ू रे में 209
सीटों पर उसके प्रत्याशी दस ू रे स्थान पर रहे थे। जीती हुई और दस ू रे नंबर की सीटों के आधार पर
पार्टी गठबंधन के प्रभाव वाले राज्यों में 85 से अधिक सीटों पर दावा करे गी। शेष राज्यों की 291
सीटों पर अकेले उतरे गी।
आगे क्या: साथियों से बात एक हफ्ते बाद
नेशनल कमेटी अपनी रिपोर्ट कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को दे गी। वह जनवरी के पहले
हफ्ते में इंडिया के बाकी नेताओं के साथ बातचीत के लिए अपने प्रतिनिधि तय करें गे। सीटों का
बंटवारा राहुल गांधी की 14 जनवरी से शरू ु होने वाली भारत न्याय यात्रा से पहले कर लिया
जाएगा। खरगे ने 4 जनवरी को प्रदे श कांग्रेस अध्यक्षों और विधायक दल के नेताओं के बैठक बल ु ाई
है । पार्टी की चनु ाव घोषणा पत्र समिति की बैठक भी उसी दिन होगी।
इन सीटों पर अकेले.
{पर्वो
ू त्तर के राज्यों व केंद्र शासित प्रदे शों की 20 सीटें । {आंध्र, असम, गज ु रात, हरियाणा, हिमाचल,
कर्नाटक, केरल, मप्र, ओडिशा, राजस्थान की सभी तो तेलग ं ाना-उत्तराखंड की 22 सीट।
इन राज्यों में गठबंधन
राज्य दावा
बिहार 9
दिल्ली 5
पंजाब 8
तमिलनाडु 10
यप ू ी 10
राज्य दावा
बंगाल 5
जम्मू कश्मीर 3
झारखंड 9
महाराष्ट्र 26
कुल 85
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रामोत्सव }भगवान श्रीराम की जन्मभमि ू से प्रधानमंत्री का आह्वान, कहा- 14 से 22 जनवरी तक


दे शभर के तीर्थों पर स्वच्छता अभियान चलाएं
22 को घरों में रामज्योति जलाएं, दीपावली मनाएं: मोदी
लोगों से की प्रार्थना... प्राण-प्रतिष्ठा पर अयोध्या न आएं
भास्कर न्यज ू | अयोध्या
श्रीराम मंदिर में प्रभु राम की प्राण-प्रतिष्ठा से पहले प्रधानमंत्री नरें द्र मोदी ने शनिवार को अयोध्या
में नए महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट और अयोध्या धाम रे लवे स्टे शन का उद्घाटन
किया। 15,700 करोड़ रुपए की योजनाओं का शिलान्यास किया। जनसभा को संबोधित करते हुए
मोदी ने कहा, 140 करोड़ दे शवासियों से प्रार्थना कर रहा हूं कि आप 22 जनवरी को अयोध्या न
आएं। 550 साल इंतजार किया है । कुछ दिन और कीजिए। इस दिन अपने घरों में श्रीराम ज्योति
जलाएं। दीपावली मनाएं। 22 जनवरी की शाम परू े हिंदस् ु तान में जगमग-जगमग होनी चाहिए।
अयोध्यावासियों से आग्रह किया कि आपको अयोध्या को भारत का सबसे स्वच्छ शहर बनाने का
संकल्प लेना है । उन्होंने दे शभर के लोगों से प्रार्थना की कि भव्य राम मंदिर के निर्माण के निमित्त
14 से 22 जनवरी तक दे श के हर मंदिर में स्वच्छता अभियान चलाएं।
मोदी की गारं टी: मोदी ने कहा कि लोग पछ ू ते हैं कि मोदी की गारं टी में इतनी ताकत क्यों है । ऐसा
इसलिए है क्योंकि मोदी जो गारं टी है , उसे परू ा करने के लिए जीवन खपा दे ता है । दिन-रात एक कर
दे ता है । ये अयोध्या नगरी भी इसकी साक्षी है ।
मंदिर में गंज ू रहे ऋग्वेद-यजर्वे
ु द के मंत्र
विजय उपाध्याय | अयोध्या
श्रीराम जन्मभमि ू मंदिर में 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा निर्विघ्न संपन्न कराने के लिए 3 अक्टूबर
2023 से अनवरत वैदिक पज ू न चल रहा है । ऋग्वेद, यजर्वे ु द व सामवेद के मंत्रों और यज्ञ से श्रीराम
जन्मभमि ू मंदिर परिसर के माहौल को आध्यात्मिकता दी जा रही है । यह प्राण-प्रतिष्ठा परू ी होने के
बाद 48 दिन और चलेगी।
वैदिक पज ू न 2020 में यहां भमि ू के समतलीकरण से शरू ु हुआ था। प्राण-प्रतिष्ठा के लिए पज ू न3
अक्टूबर से शरू ु किया। सबसे पहले 11 अक्टूबर तक वाल्मीकि रामायण का पाठ और यज्ञ हुआ।
12 अक्टूबर से विष्णु सहस्त्रनाम का पारायण व यज्ञ का आयोजन हुआ। 13 अक्टूबर से
कारसेवकों की आत्मा की शांति की प्रार्थना की गई। भोज और सरयू में दीपदान भी किया गया। 15
से 22 अक्टूबर तक शतचंडी किया गया। 25 से 29 अक्टूबर तक सवा लाख अघोर मंत्र का यज्ञ
हुआ। 31 अक्टूबर से 6 नवंबर तक महारुद्र यज्ञ संपन्न कराया। 7 से 13 नवंबर तक सर्व दे व
अनष्ु ठान हुआ। इसके बाद हनम ु ान चालीसा का पाठ हुआ। फिर गणेश अथर्वशीर्ष परु ु ष सक्
ू त एवं
श्री सक्
ू त का पारायण किया व यज्ञ हुआ। 14 नवंबर से महाविष्णु यज्ञ शरू ु होकर 20 नवंबर तक
चला। ऋग्वेद शाकल शाखा का परायण एवं यज्ञ 21 से 25 नवंबर तक किया गया। ऋग्वेद बाष्कल
शाखा का पारायण एवं यज्ञ 26 से 30 नवंबर हुआ।
1 से 5 दिसंबर तक ऋग्वेद शांखायन शाखा का पारायण और यज्ञ चला। यजर्वे ु द तैत्तिरीय शाखा का
पारायण एवं यज्ञ 6 से 10 दिसंबर तक और यजर्वे ु द काण्व शाखा का पारायण व यज्ञ 11 से 15
दिसंबर तक किया गया। सामवेद कौथम ु शाखा प्राणायाम होम 16 से 20 दिसंबर तक किया गया।
सामवेद रामायणी शाखा का पारायण 21 से 25 दिसंबर हुआ। सामवेद की जैमिनी शाखा का
पारायण 26 से 30 दिसंबर तक किया गया। 31 दिसंबर से अथर्ववेद शौनक शाखा पारायण एवं
यज्ञ शरू ु होगा। इसके बाद अथर्ववेद शाखा पारायण एवं यज्ञ 5 जनवरी से 9 जनवरी तक चलेगा।
10 जनवरी से शक् ु ल यजर्वेु द मध्य नंदिनी शाखा 14 जनवरी तक चलेगा। 16 जनवरी से
प्राण-प्रतिष्ठा की शरुु आत होगी।

दिल्ली से अयोध्या तक पहले यात्री विमान में ‘जय श्रीराम’ गंज ू ता रहा
पष्ु पक के बाद पहला यात्री विमान उतरा
अयोध्या की उड़ान के लिए दिल्ली एयरपोर्ट पर लोग आह्लादित थे। उड़ान में दे री से हमेशा
विचलित होने वाले भद्रजन भी खश ु थे। सब ु ह 9:50 की उड़ान दोपहर की हो गई, तब भी ज्यादातर
परु
ु ष यात्री जय श्रीराम के नारे लगाते रहे । महिलाएं एक-दज ू े की चोटी में उम्मीदें गंथ
ू रही थीं। ये
अयोध्या की उड़ान थी। दिल्ली से बैठो और सीधे अयोध्या। पहली बार। प्रधानमंत्री नरें द्र मोदी ने
एयरपोर्ट का उद््घाटन ही 30 दिसंबर को किया। जाहिर है इस दिन अयोध्या पहुंचने वाली उड़ान
पहली ही होगी। हालांकि इससे पहले सेना के हे लिकॉप्टर, कुछ सरु क्षा विमान भी गए होंगे।
सब ु ह-सब
ु ह प्रधानमंत्री भी विमान से ही पहुंचे थे, लेकिन यात्री विमान यह पहला था। 186 की
क्षमता वाले विमान में कोई 98 यात्री थे। इससे पहले प्रभु राम का पष्ु पक विमान ही वनवास से
उन्हें लेकर सीधे अयोध्या पहुंचा था। विमान यात्रियों के उत्साह की यही एक वजह थी। उनका
उत्साह कदाचित ् तल ु ना कर रहा था! पछ ू रहा था कि वह व्यक्ति कितना खश ु हुआ होगा, जिसके
लिए कबीर ने पहली चादर बन ु ी होगी? वह धरती कितनी खश ु हुई होगी, जिस पर किसी योगी की
यात्रा के पहले चरण पड़े होंगे? उस तम्बरू े के तार कितने आह्लादित हुए होंगे, जिस पर किसी रागी
ने पहला शबद कीर्तन गाया होगा?
दे वताओं की नगरी कही जाने वाली अयोध्या में पहली बार सीधे उड़कर जाना सोचिए कितनी बड़ी
खश ु ी रही होगी। सचमच ु , 30 दिसंबर को अयोध्या आए इन यात्रियों को लग रहा था जैसे उन्होंने
जीवन की एक अमिट कहानी गढ़ ली है । कभी न भल ु ाया जाने वाला किस्सा। मानो-बच्चों,
नाती-पोतियों को सन ु ाने के लिए जीवन का एक साहसी पन्ना लिख लिया हो। -शेष पेज 00
कोई सालासर से, कोई सीकर से, कोई पंजाब के मानसा से तो कोई फरीदाबाद से दिल्ली पहुंचा था।
एक व्यक्ति हनम ु ानजी की जन्मस्थली यानी किष्किन्धा पर्वत की मिट्टी और तग ंु भद्रा का जल
लेकर पहुंचा था।
जिससे भी पछ ू ो यही कहता था- अयोध्या के लिए पहला विमान जा रहा था, इसलिए अाए। कुछ
विहिप पदाधिकारी भी थे, जो टोलियां लेकर आए थे। इंडिगो के स्टाफ को भी लोगों ने जय श्रीराम
लिखा दप ु ट्टा पहना दिया था। स्टाफ बार-बार काउं टर पर फोन कर रहा था कि अयोध्या का यात्री
कोई लेट भी हो जाए तो रोकना मत। फ्लाइट के चलने से पहले, चलते-उड़ते वक्त और अयोध्या में
उतरने तक नारे , आरती, हनम ु ान चालीसा बंद नहीं हुई। साथ में आए मीडिया कर्मियों को दे खकर
लोग जोर-जोर से बोलने लगते थे।
विमान जब अयोध्या की तरफ बढ़ रहा था, दरू बादलों में जैसे परियां उड़ रही थीं। हवाएं हाकिमों की
मट्ु ठियों में नहीं रुक रही थीं, सीधे मह ंु तक आ रही थीं।
जब अयोध्या पहुंचे, वहां आसपास सबकुछ दे खा, लेकिन मंदिर…? मंदिर के बारे में सोचते ही अंदर
से आवाज आई… दर्शन करने आए हो क्या? आ सकते हो! लेकिन अभी इस मंदिर में भगवान नहीं
हैं। गर्भगह ृ है । चांदी का छत्र है ! सोने के दीपक! सोने की ही झालर! भगवान के आने में अभी दे र है ।
22 जनवरी को विराजेंगे।

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