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➢ यदद परिमेय संख्या का हि 2𝑚 ∙ 5𝑛 के रूप का नहीं हो

❖ अभाज्य संख्याएँ : 2, 3, 5, 7, ....


तो उसका दशमलव प्रसाि असांत आवती होगा |
➢ सबसे छोटी सम अभाज्य संख्या 2 है |
❖ अभाज्य संख्याएँ : 2, 3, 5, 7, ....
➢ दो अभाज्य संख्या का म० स० 1 होता है |
➢ सबसे छोटी सम अभाज्य संख्या 2 है |
❖ सह-अभाज्य संख्याएँ : (2, 3), (3, 4), (4, 5),
➢ दो अभाज्य संख्या का म० स० 1 होता है |
➢ दो सह-अभाज्य संख्या का म०स० 1 होता है |
❖ सह-अभाज्य संख्याएँ : (2, 3), (3, 4), (4, 5),
22
❖ परिमेय संख्याएँ : 0, 1, √4, ,1.2, 1.2323..... ➢ दो सह-अभाज्य संख्या का म०स० 1 होता है |
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➢ परिमेय संख्या का दशमलव प्रसाि सांत या असांत ❖ परिमेय संख्याएँ : 0, 1, √4,
22
,1.2, 1.2323.....
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आवती होती है |
➢ परिमेय संख्या का दशमलव प्रसाि सांत या असांत
1
❖ अपरिमेय संख्याएँ : π, √2,, 2√3, 1.121122... आवती होती है |
√2
➢ अपरिमेय संख्या का दशमलव प्रसाि न तो सांत औि न ❖ अपरिमेय संख्याएँ : π, √2,
1
, 2√3, 1.121122...
असांत आवती होती है | अर्थात् असांत अनावती होती है √2
➢ अपरिमेय संख्या का दशमलव प्रसाि न तो सांत औि न
• एक परिमेय औि एक अपरिमेय संख्या का योग या अन्ति असांत आवती होती है | अर्थात् असांत अनावती होती है
एक अपरिमेय संख्या होता है |
• एक परिमेय औि एक अपरिमेय संख्या का योग या अन्ति
• एक शून्येति (शून्य को छोड़कि) परिमेय संख्या औि एक एक अपरिमेय संख्या होता है |
अपरिमेय संख्या का गुणनफल या भागफल एक
• एक शून्येति (शून्य को छोड़कि) परिमेय संख्या औि एक
अपरिमेय संख्या होता है |
अपरिमेय संख्या का गुणनफल या भागफल एक
➢ यदद परिमेय संख्या का हि 2𝑚 ∙ 5𝑛 के रूप का हो तो
अपरिमेय संख्या होता है |
उसका दशमलव प्रसाि सांत होगा |
𝑚
➢ यदद परिमेय संख्या का हि 2𝑚 ∙ 5𝑛 के रूप का हो तो
➢ यदद परिमेय संख्या का हि 2 ∙ 5 के रूप का नहीं हो
𝑛
उसका दशमलव प्रसाि सांत होगा |
तो उसका दशमलव प्रसाि असांत आवती होगा |
➢ यदद परिमेय संख्या का हि 2𝑚 ∙ 5𝑛 के रूप का नहीं हो
❖ अभाज्य संख्याएँ : 2, 3, 5, 7, ....
तो उसका दशमलव प्रसाि असांत आवती होगा |
➢ सबसे छोटी सम अभाज्य संख्या 2 है |
❖ अभाज्य संख्याएँ : 2, 3, 5, 7, ....
➢ दो अभाज्य संख्या का म० स० 1 होता है |
➢ सबसे छोटी सम अभाज्य संख्या 2 है |
❖ सह-अभाज्य संख्याएँ : (2, 3), (3, 4), (4, 5),
➢ दो अभाज्य संख्या का म० स० 1 होता है |
➢ दो सह-अभाज्य संख्या का म०स० 1 होता है |
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• एक शून्येति (शून्य को छोड़कि) परिमेय संख्या औि एक
❖ परिमेय संख्याएँ : 0, 1, √4, ,1.2, 1.2323..... अपरिमेय संख्या का गुणनफल या भागफल एक
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➢ परिमेय संख्या का दशमलव प्रसाि सांत या असांत अपरिमेय संख्या होता है |
आवती होती है | ➢ यदद परिमेय संख्या का हि 2𝑚 ∙ 5𝑛 के रूप का हो तो
1 उसका दशमलव प्रसाि सांत होगा |
❖ अपरिमेय संख्याएँ : π, √2,, 2√3, 1.121122...
√2
➢ यदद परिमेय संख्या का हि 2𝑚 ∙ 5𝑛 के रूप का नहीं हो
➢ अपरिमेय संख्या का दशमलव प्रसाि न तो सांत औि न
तो उसका दशमलव प्रसाि असांत आवती होगा |
असांत आवती होती है | अर्थात् असांत अनावती होती है
❖ अभाज्य संख्याएँ : 2, 3, 5, 7, ....
➢ यदद परिमेय संख्या का हि 2𝑚 ∙ 5𝑛 के रूप का हो तो
उसका दशमलव प्रसाि सांत होगा |
➢ सबसे छोटी सम अभाज्य संख्या 2 है |
➢ दो अभाज्य संख्या का म० स० 1 होता है |

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